वित्त वर्ष 2025-26 के लिए ज़िला सोलन की कुल 09 आबकारी इकाइयों की नीलामी शुक्रवार को कुल 1,35,42,08,104 रुपए में सम्पन्न हुई। यह जानकारी उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी ज़िला सोलन शिल्पा कपिल ने दी। शिल्पा कपिल ने कहा कि यह नीलामी प्रक्रिया 20 मार्च को सम्पन्न की गई। उन्होंने कहा कि ज़िला सोलन की कुल 09 आबकारी इकाइयों में 147 खुदरा दुकानें हैं। उन्होंने कहा कि इन आबकारी इकाइयों का आरक्षित मूल्य 1,32,05,24,620 रुपए निर्धारित किया गया था। उन्होंने कहा कि नीलामी प्रक्रिया पीठासीन अधिकारी एवं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में पूर्ण की गई। नीलामी प्रक्रिया में समाहर्ता आबकारी व अतिरिक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी (दक्षिण क्षेत्र) हिमाचल प्रदेश विवेक कुमार, अविनाश चौहान, सहायता आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी, ज़िला सिरमौर (पर्यवेक्षक) तथा शिल्पा कपिल, उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी ज़िला सोलन उपस्थित रहे।
उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय की ओर से निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2011 हिमाचल प्रदेश में निहित प्रावधानों के अनुसार जिले के सभी निजी पाठशालाओं के प्रबंधक व विद्यालय मुखिया से शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए मान्यता के नवीनीकरण व 2025-2030 सत्र के लिए मान्यता हेतु आनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। यह जानकारी देते हुए उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा अजय सिंह ने बताया कि मान्यता के नवीनीकरण हेतू सम्बन्धित विद्यालय को वेवसाईट www.emerginhimachal.in पर लॉगइन करना होगा। उन्होंने बताया कि प्री प्राइमरी से पांचवी तक कक्षा वाले विद्यालय संबंधित प्रारंभिक खंड शिक्षा अधिकारी को अपने आवेदन निर्धारित शुल्क के साथ ऑनलाइन प्रेषित करें। वहीं प्राइमरी से आठवीं व छठी से आठवीं तक की कक्षाओं वाले विद्यालय उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय को आवेदन निर्धारित शुल्क सहित ऑनलाइन प्रेषित करेंगे। उन्होंने बताया कि आवेदन करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 मार्च 2025 किया गया है।ऑनलाइन किए गए आवेदनों की जांच की जाएगी तथा त्रुटियां पाए जाने पर ऑनलाइन ही आवेदन वापिस विद्यालय को भेज दिए जाएंगे। सम्बन्धित पाठशालाओं को त्रुटियों के निवारण उपरान्त अपना आवेदन पुनः प्रेषित करना होगा। उन्होंने बताया कि सही आवेदनों को ऑनलाइन ही मान्यता पत्र व मान्यता नवीनीकरण पत्र जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सत्र 2025-26 में केवल वही विद्यालय विद्यार्थियों को दाखिला दे पाएंगे जिनके पास विभाग द्वारा मान्यता सम्बन्धी प्रमाण पत्र होंगे। मान्यता पत्र व मान्यता नवीनीकरण पत्र के बिना संचालित होने वाले विद्यालयों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। मान्यता प्रक्रिया संबंधित विस्तृत जानकारी कार्यालय की वेबसाइट www.ddee.org.in पर उपलब्ध है।
कुनिहार: इटली के तुरिन में आयोजित स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड विंटर गेम्स में भारत के लिए कांस्य पदक जीतकर लौटी रिया शर्मा का कुनिहार पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। गणपति एजुकेशन सोसायटी के छात्रों और कुनिहारवासियों ने ढोल-नगाड़ों और फूलमालाओं के साथ रिया का गर्मजोशी से अभिनंदन किया। इस अवसर पर सोसायटी द्वारा एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) तन्मय कंवर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिसके बाद सोसायटी के बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। गणपति एजुकेशन सोसायटी के डायरेक्टर रोशन लाल शर्मा ने मुख्य अतिथि सहित सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए संस्था द्वारा विशेष बच्चों के लिए किए जा रहे प्रयासों और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह संस्था के लिए गर्व का क्षण है कि उनकी छात्रा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का परचम लहराया। इस दौरान रिया शर्मा और उनके माता-पिता को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि तन्मय कंवर, संभव चैरिटेबल संस्था कुनिहार की अध्यक्षा कौशल्या कंवर और विशेष अतिथि दिशा शर्मा ने रिया को बधाई दी और गणपति एजुकेशन सोसायटी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विशेष बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाना बड़ी उपलब्धि है। इस मौके पर बीडीओ तन्मय कंवर ने घोषणा की कि सोसायटी द्वारा भूमि उपलब्ध कराने पर एक शेल्टर होम और रेस्टोरेंट कैफे का निर्माण करवाया जाएगा, जिससे विशेष बच्चे आत्मनिर्भर बन सकें और आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। कार्यक्रम में दिशा शर्मा, कौशल्या कंवर,यादव किशोर, आर.आर. शर्मा, हेम चंद कश्यप, देवेंद्र कुमार उपाध्याय, रतन तनवर, अनीता शर्मा सहित गणपति एजुकेशन सोसायटी के स्टाफ, छात्र और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
विद्युत उपमंडल-2 धर्मशाला के सहायक अभियंता रमेश चंद ने उपमंडल के अधीन आने वाले सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि अपने बिजली के बिल लंबित न रखें और समय से उनका भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बिजली के बिल बिजली बोर्ड की वेबसाइट या किसी भी यूपीआई पेमेंट ऐप के माध्यम से ऑनलाइन भी जमा करवाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 26 मार्च तक बिल जमा न करने की स्थिति में बिना आगामी सूचना के नियमानुसार विद्युत कनेक्शन काट दिया जाएगा।
सोलन: शिक्षा को नई दिशा देने और शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आरोहनम सहोदय कॉम्प्लेक्स सोलन ने एम.आर.ए. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, सोलन में एक विशेष संवादात्मक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में जिला सोलन के 58 स्कूलों के प्रधानाचार्य शामिल हुए और नई शिक्षा नीति, सीबीएसई के 50 घंटे के अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम और अनुभवजन्य शिक्षा जैसे अहम विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। इस कार्यशाला का संचालन क्षेत्रीय अधिकारी शेखर चंद्रा के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि ज़ोन पंचकूला के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों में शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को और अधिक सुदृढ़ बनाया जाए। नई शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष सहोदय प्रशिक्षण पोर्टल के माध्यम से 560 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया था, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। कार्यशाला के दौरान प्रधानाचार्यों ने भी अपने अनुभव और सुझाव साझा किए। उन्होंने नई शिक्षा नीति के तहत होने वाले बदलावों पर अपने विचार रखते हुए कहा कि शिक्षण को और अधिक व्यावहारिक व नवाचार से भरपूर बनाया जाना चाहिए। यह कार्यशाला न केवल प्रधानाचार्यों के लिए एक संवाद का मंच बनी, बल्कि शिक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुई। शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने मिलकर शिक्षा में बदलाव लाने के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया।
काँगड़ा/देहरा: देहरा मंडल में आगामी 24 मार्च (सोमवार) को ग्रामीण डाक जीवन बीमा (RPLI) मेले का आयोजन किया जाएगा। यह मेला विशेष रूप से नए बीमा पॉलिसीधारकों को आकर्षित करने और बीमा जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि 24 मार्च को प्रतिवर्ष “आरपीएलआई दिवस” के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1995 में शुरू की गई ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना ने बीते वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को बीमा सुरक्षा प्रदान की है। इस अवसर पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां डाक विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी आम जनता को आरपीएलआई की विभिन्न योजनाओं और उनके लाभों की जानकारी देंगे। साथ ही, दावा निपटान शिविर भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा हो सके। इस संबंध में डाक निरीक्षक, देहरा उपमंडल, राज कुमार ने जानकारी दी और सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस मेले में भाग लें और अपनी तथा अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए आरपीएलआई योजनाओं का लाभ उठाएं।
शिमला: हिमाचल प्रदेश में हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के मुख्य अभियंता विमल नेगी की संदिग्ध मौत को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बिक्रम ठाकुर ने सरकार की "हठधर्मिता" और "संवेदनहीनता" पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग दोहराई और कि प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन कांग्रेस सरकार आज भी सीबीआई जांच से भाग रही है। आखिर क्यों? विमल नेगी का परिवार लगातार निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार जानबूझकर मामले को दबाने में लगी है। उन्होंने पूछा कि आखिर सरकार को किसका दर सता रहा है। साथ ही उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ राजनीति का विषय नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई है, जिसे सरकार अनदेखा कर रही है। भाजपा नेता ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को पहले दिन से उठाया है, लेकिन कांग्रेस इसे राजनीतिक मांग बताकर टाल रही है। उन्होंने दुःख जताते हुए कहा कि अगर समय पर निष्पक्ष कार्रवाई होती, तो शायद एक परिवार को इतना दर्द न झेलना पड़ता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार अफसरशाही की कठपुतली बनकर न्याय से भाग रही है। बिक्रम ठाकुर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को चेतावनी दी देते हुए कहा कि मामले की गंभीरता को समझें और इस मामले की जांच सीबीआई से करवाए। इस मामले में किसी और की बलि चढ़ने से पहले सच सामने लाएं। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता सब देख रही है, और अगर सरकार ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी, तो जनता इसका करारा जवाब देगी।
कसौली (हेमेंद्र कंवर) - दून विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों, उपप्रधानों, पंचायत सदस्यों और अन्य प्रतिनिधियों ने एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में 17 मार्च 2025 को हिमाचल प्रदेश ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा से संबंधित जारी अधिसूचना का विरोध किया गया, जिसमें कहा गया है कि प्रत्येक पंचायत में निजी और सार्वजनिक केवल 20 कार्य ही संचालित किए जाएंगे। पंचायत प्रधानों ने इस अधिसूचना को अव्यवहारिक बताते हुए कहा कि बड़ी पंचायतों में 800 से 1000 तक जॉब कार्ड धारक होते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि कार्यस्थल पर काम पूरा हो जाता है, लेकिन निर्माण सामग्री और मिस्त्री की भुगतान प्रक्रिया एक साल या उससे अधिक समय तक लंबित रहती है। ऐसे में अधूरे भुगतान के कारण कार्य ऑनलाइन अधूरे दिखते हैं, जिससे नए कार्यों को स्वीकृति नहीं मिल पाती। प्रतिनिधियों ने कहा कि इस अधिसूचना के चलते वे एक वर्ष में केवल आठ से दस परिवारों को ही रोजगार दे पाएंगे, जबकि बाकी जॉब कार्ड धारक बेरोजगार रह जाएंगे। पंचायत प्रतिनिधियों ने दून विधायक के माध्यम से मुख्यमंत्री और पंचायती राज मंत्री से मांग की कि इस अधिसूचना को शीघ्र रद्द किया जाए ताकि ग्रामीण जनता को निरंतर रोजगार मिल सके। साथ ही, पंचायत प्रतिनिधियों ने मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। बैठक में बलवंत ठाकुर, प्रधान, ग्राम पंचायत चंडी रमेश ठाकुर, प्रधान, ग्राम पंचायत दाडवा सतीश कुमार, प्रधान, ग्राम पंचायत बढ़लग कैलाश शर्मा, प्रधान, ग्राम पंचायत कुठार सुरेंद्र कुमार, प्रधान, ग्राम पंचायत घडसी रंजना, प्रधान, ग्राम पंचायत पट्टा हेमा देवी, प्रधान, ग्राम पंचायत बुखार केनेता प्रेमचंद, प्रधान, ग्राम पंचायत ढकरयाना मदन ठाकुर, प्रधान, ग्राम पंचायत गोयला खेमचंद, प्रधान, ग्राम पंचायत गांगुडी हेमंत ठाकुर, उपप्रधान, ग्राम पंचायत जाड़ला हरिदास, उपप्रधान, ग्राम पंचायत मंडेसर इसके अलावा, विभिन्न पंचायतों के प्रधान, वार्ड पंच और संगठन के पदाधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे
कसौली: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दुर्गापुर धारड़ी के 6वीं से 8वीं कक्षा के 32 विद्यार्थियों ने बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय नौणी और एम एम यू अस्पताल कुमारहट्टी का शैक्षिक एक्सपोजर विजिट किया। इस विजिट का उद्देश्य विद्यार्थियों को कृषि, बागवानी, वानिकी और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में व्यवहारिक और व्यावसायिक ज्ञान प्रदान करना था। विद्यालय के प्रधानाचार्य दीपक कुमार अवस्थी और उप प्रधानाचार्य खेमचंद राघव ने बताया कि विद्यार्थियों को बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा पौधारोपण, वानिकी विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण, और कृषि व नवीनतम सिंचाई तकनीक के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई। इसके बाद, विद्यार्थियों को एमएमयू अस्पताल कुमारहट्टी में स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों और उपचार विधियों से अवगत कराया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने पौधों की देखभाल, बागवानी के महत्व और अस्पताल में उपयोग होने वाले चिकित्सा उपकरणों के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त की। विद्यार्थियों के चेहरे पर उत्साह था, और उन्होंने इस विजिट से प्राप्त ज्ञान को अपने भविष्य के अध्ययन और कैरियर में उपयोगी समझा। इस अवसर पर विद्यालय के प्रशिक्षित विज्ञान स्नातक शिक्षक प्रमोद कुमार और भाषा अध्यापिका चम्पा देवी भी उपस्थित थे, जिन्होंने विद्यार्थियों को इन शैक्षिक स्थलों का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
कुल्लू जिले के लारजी क्षेत्र में पिन पर्वती नदी में दो आईटीआई छात्रों के डूबने की दर्दनाक घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, आज दोपहर बाद दोनों छात्र नहाने के लिए नदी में उतरे थे, लेकिन कुछ समय बाद वे लापता हो गए। जैसे ही घटना की सूचना मिली, सेंज पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और आसपास के लोग भी उनकी तलाश में जुट गए। नदी के कुछ हिस्सों में पानी का स्तर ज्यादा होने के कारण, गोताखोरों की मदद भी ली जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों छात्र आईटीआई थलौट में पढ़ाई कर रहे थे और लारजी में बिजली की ट्रेनिंग के लिए आए थे। स्थानीय लारजी पंचायत के प्रधान गुड्डू राम ने जानकारी दी कि छात्रों की खोज जारी है। वहीं, डीएसपी बंजार शेर सिंह ठाकुर ने भी पुष्टि की है कि लापता छात्रों की तलाश जारी
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में आज एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस (आई.आर.डी.ए.) मोबाइल ऐप के संदर्भ में परिवहन, पुलिस, स्वास्थ्य व सड़क विभाग के ज़िला स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता ज़िला क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सोलन सुरेन्द्र ठाकुर ने की। सुरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि आई.आर.ए.डी. मोबाइल ऐप का उद्देश्य ज़िला के प्रत्येक भाग से दुर्घटना डाटाबेस को एकत्रित कर लोगों तक सही जानकारी पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि इससे जहां लोगों को सड़क दुर्घटना की जानकारी मिलेगी वहीं सड़क सुरक्षा पर बेहतर नीति निर्माण में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि विभाग सड़क दुर्घटना से सम्बन्धित जानकारी आई.आर.ए.डी. पर भरना सुनिश्चित करें ताकि सड़क सुरक्षा में सुधार किया जा सके। उन्होंने आपसी समन्वय से पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से जानकारी एकत्रित करने का आग्रह किया। सुरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस परियोजना का लक्ष्य ज़िला में होने वाली दुर्घटनाओं का समुचित डाटाबेस एकत्रित कर सड़क सुरक्षा व अन्य साधनों में बेहतर सुधार लाना है। उन्होंने कहा आई.आर.ए.डी. में एकत्रित डाटाबेस का विश्लेषण कर भविष्य में नई नीतियों का निर्माण करके सभी के लिए एक सुरक्षित वातावरण तैयार करने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर ज़िला रोल आऊट प्रबंधक अम्बिका शर्मा ने आई.आर.ए.डी. मोबाइल ऐप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आई.आर.ए.डी. मोबाइल ऐप में सड़क दुर्घटनाओं के बारे में रिपोर्ट दर्ज करने के बारे में भी जागरूक किया।
सोलन: दयानंद आदर्श विद्यालय की 12वीं कक्षा की छात्रा पेमा ठाकुर ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए अंतर्राष्ट्रीय कुडो चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई कर लिया है। अब वह बुल्गारिया में आयोजित होने वाली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। इससे पहले नेशनल स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं और तीन स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुकी हैं। अब उनका लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाना है। इसके लिए वह लगातार कड़ी मेहनत कर रही हैं। स्कूल प्रबंधन भी उनका पूरा समर्थन कर रहा है और पढ़ाई के साथ प्रैक्टिस के लिए पूरा समय दिया जा रहा है। विद्यालय की प्रधानाचार्य ऊषा मित्तल ने पेमा को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। उन्होंने विश्वास जताया कि पेमा अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी दमदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतेंगी। पेमा की इस सफलता से उनके परिवार, विद्यालय और पूरे सोलन जिले में उत्साह का माहौल है। हर कोई इस होनहार बेटी की कामयाबी की कामना कर रहा है।
राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, बॉयज प्रागपुर में शिक्षा के उच्च उपनिदेशक कांगड़ा, विकास महाजन, नोडल ऑफिसर ई-गवर्नेंस सुधीर भाटिया और एच. एम. फ्लाइंग स्क्वाड के सुनील राजपूत की अध्यक्षता में डाडा ब्लॉक और रक्कड़ ब्लॉक के प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापकों की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। विकास महाजन ने शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए और सरकारी स्कूलों में छात्रों की अनुक्रमकता बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने स्मार्ट क्लासरूम्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही डिजिटल लाइब्रेरी और पुस्तकालयों के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। इस बैठक में डाडा और रक्कड़ ब्लॉक के लगभग 68 प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक उपस्थित थे। इस अवसर पर गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रागपुर की प्रधानाचार्य सीमा कौशल ने विकास महाजन का शाल और टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
प्रदेश की ग्राम पंचायतो में अब मनरेगा योजना के केवल 20 वर्क ही चलने के फरमान जारी हुई है। इसमें pmajy-G/राज्य आवास योजना के तहत बनने वाले मकान व वृक्षा रोपण के कार्यों को बाहर रखा गया है। गौरतलब है कि महात्मा गाँधी रोजगार गारंटी योजना के तहत प्रदेश में 100 दिन का रोजगार मनरेगा योजना में पंचीकृत बेरोजगारों को अपनी ही पंचयात में मिलता है। वही 20 दिन का रोजगार राज्य सरकार की ओर से इस योजना में दिया जाता है। मनरेगा योजना के तहत कार्य करने वाले मज़दूरों को अभी 300 रुपए दीहाड़ी दी जा रही है जिसमें 240 रुपए केंद्र सरकार, व 60 रुपए राज्य सरकार दे रही है। वही नए बजट में इसे 20 रुपए बढ़ाने की घोषणा हुई है। हालाँकि 20 सार्वजानिक कार्य ही पंचायत में चलने के आदेश करीब तीन सालों से जारी है, लेकिन इस शर्त में व्यक्तिगत कार्यों जैसे भूमि सुधार, वर्षा जल संग्रहण टैंक, कैटल शेड, आर वाल, प्लाटेशन, आदि कार्यों को बाहर रखा गया था। लेकिन अब ताजा आदेशों में व्यक्तिगत, सार्वजनिक कार्यों को मिलाकर 20 वर्क ही एक पंचायत में चलाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीँ आदेश जारी होने के बाद पंचायत प्रतिनिधियों, ग्रामीणों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया हैं। चंडी पंचयात के प्रधान बलवंत ठाकुर का कहना हैं कि पंचयात में 20 वर्क ही चलने के आदेश उचित नहीं हैं। इससे पंचयात प्रतिनिधियों को जनता को जवाब देना मुश्किल हो जायेगा। निजी कार्यों को इस शर्त से बाहर रखना चाहिए। पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत केवल 20 कार्यों ही चलने के आदेश तर्क संगत नहीं हैं। मनरेगा योजना के तहत होने वाले व्यक्तिगत कार्यों को इससे बाहर रखना चाहिए, ताकि सभी को इसका लाभ मिल सके। रमेश ठाकुर, अध्यक्ष , जिला परिषद सोलन। पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत निजी, सार्वजनिक 20 कार्य ही चलाने के आज आदेश मिले हैं। इसमें केवल pmajy -G/राज्य आवास योजना, व वृक्षा रोपण के कार्य को बाहर रखा गया हैं। परवीन भारद्वाज, विकास खंड अधिकारी, धर्मपुर।
राजकीय स्नातक महाविद्यालय मझीण में बीए एवं बीकॉम द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा बीए बीकॉम तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ चंदन भारद्वाज ने विद्यार्थियों को डट कर मेहनत करने एवं प्रगति पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उसके बाद विद्यार्थियों द्वारा वरिष्ठ विद्यार्थियों को टाइटल दे कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। इस अवसर पर विद्याथियों द्वारा मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस कार्यक्रम में मीनाक्षी मिस फेयरवेल, विवेक मिस्टर फेयरवेल , स्मृति कौर मिस पर्सनेलिटी ,राहुल मिस्टर पर्सनेलिटी एवं अंजलि मिस परफेक्ट तथा सचिन मिस्टर परफेक्ट चुने गए। इस अवसर पर डॉ सारिका, डॉ सरवन , प्रोफेसर आरती गुप्ता, प्रोफेसर मुक्तामणि, डॉ नीलम एवं प्रोफेसर लकी के साथ समस्त शिक्षक वर्ग के सदस्य भी उपस्थित रहे।
बुधवार को पशु चिकित्सालय कालू दी बड में पशुपालन विभाग द्वारा एनिमल बर्थ कंट्रोल , एंटी रेबीज और फार्मर अवेयरनेस कैंप लगाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ दिनेश सिंह परमार मौजूद रहे। इस कैंप में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश कुमार पशु चिकित्सालय कालू दी बढ़ और सीनियर वेटरनरी ऑफिसर डॉ राकेश कुमार, डॉ निशांत रनोद, डॉ शिल्पा, डॉ अमित शर्मा, डॉ दीपशिखा , संजीव कुमार और सोमराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कैंप में 62 पशुपालकों ने भाग लिया। इस कैंप में 62 कुत्तो को एंटी रेबीज व 20 का नसबंदी ऑपरेशन किया गया। अवेयरनेस कैंप में डॉ दिनेश परमार असिस्टेंट डायरेक्टर द्वारा विभागीय योजनाओं के बारे में संक्षिप्त रूप से पशुपालकों को अवगत करवाया गया। जिसमें केसीसी, हिमकुप्पी , सेक्स सोर्टर सीमन और डेयरी फार्म से जुड़ी हुई स्कीमों के बारे में जानकारी दी गई।
ज्वालामुखी: लॉरेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने मनाया पारितोषिक वितरण समारोह
लॉरेट फार्मेसी संस्थान एवं लॉरेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने बुधवार को अपना पारितोषिक वितरण समारोह मनाया। इस समारोह में मुख्यातिथि सब डिविज़नल मजिस्ट्रेट नादौन डॉ राकेश शर्मा एवं स्पेशल गेस्ट सेंट्रल यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर डॉ मृदुला मौजूद रहे। संस्थान के प्रबंधक एवं निर्देशक डॉ रण सिंह एवं निर्देशक एवं प्राचार्य डॉ एम् एस आशावत ने मुख्यातिथियों का स्वागत और दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डॉ एम्एस आशावत ने सभा को सम्बोधित करते हुए वार्षिक रिपोर्ट का व्याख्यान किया डॉ राकेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को मेहनत अनुशासन और सकारात्मक सोच से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इस समारोह में लॉरेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से प्रो राजेश वालिआ एवं एच ओ डी प्रो जसबीर जरियाल मौजूद रहे। इस वार्षिक वितरण समारोह में एम् फार्म, बी फार्म, डी फार्म, फार्मेसी प्रैक्टिस एवं बी सी ए , बी बी ए को शैक्षिणक खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मुख्यातिथि ने पुरस्कृत किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने गिद्दा, भंगड़ा, नाटी और स्किट जैसी रंगारंग प्रस्तुतियाँ से दर्शकों का मनमोह लिया। लॉरेट एलुमनाई एसोसिएशन ने मेधाबी छात्रों को 5100 स्कालरशिप दी इस कार्यक्रम में एचओडी डॉ विनय पंडित एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर अफसर डॉ सीपी एस वर्मा मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चीफ इंजीनियर विमल नेगी का श*व मंगलवार को गाह घोड़ी के पास गोबिंदसागर झील में बरामद हुआ। किन्नौर निवासी नेगी 10 मार्च से लापता थे। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विधानसभा में कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव(एसीएस) स्तर के अधिकारी विमल नेगी माै*त मामले की जांच करेंगे। आज एम्स बिलासपुर में श*व का पोस्टमार्टम होगा। कॉरपोरेशन के कर्मचारी भी एम्स में पहुंचे हैं। पोस्टमार्टम के बाद श*व परिजनों को सौंपा जाएगा। फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। मौ*त कैसे हुई है, यह जांच के बाद पता चलेगा। वही बीते दिनों ही विमल नेगी की पत्नी ने सीएम को पत्र लिखकर अधिकारियों पर पति की प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। नेगी की तलाश के लिए सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नेगी के निध*न पर शोक जताया है। मंगलवार सुबह तलाई थाना क्षेत्र के गाह घोड़ी में मछुआरों ने झील में शव देखा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बाहर निकाला और नेगी के परिजनों को शिनाख्त के लिए सूचित किया। नेगी 10 मार्च को शिमला से टैक्सी लेकर घुमारवीं पहुंचे थे, जिसके बाद से वह लापता थे। परिजनों के अनुसार वह आखिरी बार घुमारवीं में सीसीटीवी फुटेज में नजर आए थे। विधानसभा में भी यह मामला उठा। नेगी के परिजनों ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी से मुलाकात कर बताया था कि वह किसी काम के दबाव में थे, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। बिलासपुर के डीएसपी मदन धीमान ने कहा कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा।
विधानसभा में बजट पर चर्चा के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। इस बार का बजट भी पिछले दो बजट की तरह निराशा से भरा हुआ है। इस बजट में सरकार द्वारा कैपिटल एक्सपेंडिचर में भारी कटौती की गई है जिससे स्पष्ट है कि इस बार भी प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित विकास के कार्य लगभग ना के बराबर होंगे। सबसे हैरानी की बात यह है कि सरकार की पिछले 2 बजट की सारी घोषणाएं अभी भी शून्य पर अटकी हुई है। सरकार ने विधानसभा के भीतर उन योजनाओं की घोषणा की और खुद भूल गई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह प्रदेश के इतिहास का पहला बजट है जब सामान परिस्थितियों में न प्रदेश का बजट साइज बढ़ा है और न ही कैपिटल एक्सपेंडिचर। ऐसे में यह बजट प्रदेश की आशाओं और अपेक्षाओं पर कैसे खरा उतरेगा यह स्पष्ट नहीं है। इस बजट में अत्यंत महत्वपूर्ण सेवाओं के भी बजट में पिछले साल के मुकाबले काफी कटौती की गई है। सड़क, परिवहन, पर्यटन और नागरिक उड्डयन का बजट 2700 करोड रुपए से घटकर 1522 करोड रुपए कर दिया गया यह 43% से ज्यादा कटौती है। इसी तरह सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के बजट मैं एक तिहाई कटौती कीगई है। पेयजल आपूर्ति के बजट में 44% की कटौती की गई है। कृषि और अन्य गतिविधियों में 40%, सामान्य आर्थिक सेवाओं में 38 परसेंट, महिला एवं बाल विकास व पोषण में 33% वह अन्य मदों में 51% की कटौती की गई है। इतनी महत्वपूर्ण सेवाओं के बजट में आधा और एक तिहाई कटौती करके किस प्रकार से जनहितकारी योजनाओं का संचालन हो सकता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कमियां जब एक दो होती हैं तो गिनाई जा सकती हैं लेकिन यहां एक भी अच्छाई नहीं दिखाई देती हैं। जब पिछले बजट की तरफ देखते हैं तो मुख्यमंत्री की एक से बढ़कर एक झूठी घोषणाएं नजर आती हैं। जो पहले बजट में घोषणाएं की गई थी आज भी वैसे की वैसे पड़ी हुई है। घोषणा की और इसके बाद खुद ही भूल गई है। सुक्खू सरकार के तीनों बजट किसी झूठ के बुलंदी से ज्यादा कुछ नहीं लगता। पहले बजट में मुख्यमंत्री एवं एकल नारी आवास योजना की घोषणा की गई थी, योजना की प्रगति आज भी शून्य है। इसी तरह विदाउट छात्रों के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटी सब्सिडी की घोषणा गई थी आज तक कोई प्रगति नहीं हुई। इसी तरह मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान, बागवानी उत्कृष्ट केंद्र कुफरी के पास हसन घाटी में स्काईवॉक ब्रिज हिमाचल प्रदेश परिवर्तन प्रकोष्ठ और सतत विकास लक्ष्य समन्वय केंद्र जैसे लोकलुभावन बातें पहले बजट से ही की जा रही हैं। दुर्भाग्य यह है कि सुक्खू सरकार द्वारा बजट में लिए गए सभी वादे जमीन पर उतरने के बजाय बजट की किताब के बाहर निकल कर किसी सरकारी कागज में भी नहीं उतर पाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि इसी तरह के वादे मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर भी किए गए थे। प्रदेश में अत्यधिक एमआरआई मशीन, पेट स्कैन, विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं की बात की गई थी। लेकिन सरकार ने इस बार के बजट भाषण में हिमाचल प्रदेश के लोगों में संजीवनी की तरह जानी जाने वाली हिम केयर योजना का जिक्र तक नहीं किया। जिन झूठी गारंटियों के दम पर कांग्रेस सत्ता में आई थी सरकार ने उन गारंटियों को दफन कर दिया। अब उनके बारे में सरकार कोई बात ही नहीं करती है। मुख्यमंत्री ने कुल चार योजनाएं अपने और गांधी परिवार के नाम से शुरू की है इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, जिसके तहत सरकार ने मात्र डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत सरकार द्वारा मात्र 21 करोड़ 93 लख रुपए खर्च किए गए हैं। सुखाश्रय योजना के तहत सरकार द्वारा 11 करोड़ 35 लख रुपए खर्च किए गए हैं। राजीव गांधी स्टार्टअप योजना के तहत 2 करोड़ 91 लख रुपए खर्च हुए। सभी योजनाओं पर कुल मिलाकर 37 करोड़ 70 लाख रुपए ही खर्च हुए हैं। सबसे हास्यास्पद बात यह है कि इन योजनाओं के प्रचार प्रसार पर ही सरकार ने इससे ज्यादा पैसे खर्च कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट हर लिहाज से प्रदेश और प्रदेशवासियों की हितों की रक्षा करने में सफल नहीं है। इसलिए वह इस बजट का समर्थन नहीं करते हैं।
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल ज्वालामुखी में उप शिक्षा निदेशक विकास महाजन की अध्यक्षता में खुंडिया और देहरा शिक्षा खंड के प्रधानाचार्य और हेडमास्टर की बैठक हुई। इस बैठक में आगामी सत्र से सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। उप शिक्षा निदेशक ने स्कूलों में एनरोलमेंट को बढ़ाने,स्मार्ट क्लास रुम में पढ़ाने, खेल कूद और विभिन्न प्रकार की गतिविधियां करवानें का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार, सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना कर रही है ताकि बच्चों को नई तकनीक से पढ़ाया जाए।इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।इस बैठक में लगभग 50 प्रधानाचार्य और हेडमास्टर ने भाग लिया। उप शिक्षा निदेशालय से आए सुधीर भाटिया ने भी स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। स्कूल प्रधानाचार्या मीना कुमारी ने इस बैठक को बाल स्कूल ज्वालामुखी में करने के लिए उप शिक्षा निदेशक का धन्यवाद किया।
शूलिनी विश्वविद्यालय 22 मार्च को अपना बहुप्रतीक्षित 8वा दीक्षांत समारोह मनाने जा रहा है। यह कार्यक्रम विभिन्न विभागों और संकायों के स्नातकों की उपलब्धियों पर आयोजित किया जा रहा है। वही इस समारोह में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में दीक्षांत भाषण देंगे। इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई व्यापार और निवेश आयोग, नई दिल्ली की प्रमुख डॉ. मोनिका कैनेडी भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी, जो कार्यक्रम में एक अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य जोड़ेगी। विश्वविद्यालय में इस वर्ष, कुल 1,254 स्नातक और स्नातकोत्तर उपाधियाँ प्रदान की जाएंगी, साथ ही 105 पीएचडी उपाधियाँ भी प्रदान की जाएँगी। शैक्षणिक विशिष्टता का सम्मान करने के लिए, विश्वविद्यालय अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले उत्कृष्ट छात्रों को 34 स्वर्ण पदक प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों को उनके असाधारण शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए 20 योग्यता प्रमाण-पत्र भी देगा।
आज स्वतंत्रता सेनानी पंडितसुशील रतन राजकीय महाविद्यालय, ज्वालामुखी में डीएसपी और एसपी देहरा, मयंक चौधरी द्वारा एक महत्वपूर्ण व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकायों के छात्र-छात्राओं और एनएसएस के स्वयंसेवियों ने भाग लिया। व्याख्यान में एसपी मयंक चौधरी ने विद्यार्थियों को साइबर क्राइम के खतरे और इससे बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया। इसके अलावा, उन्होंने नशा निवारण पर भी चर्चा की और विद्यार्थियों को इस विषय में आवश्यक जानकारी दी। रोड सेफ्टी के नियमों पर भी उन्होंने विस्तृत जानकारी दी और विद्यार्थियों को सुरक्षित यातायात के लिए जागरूक किया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. सुशील कुमार बस्सी जी के निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसमें महाविद्यालय के 200 से अधिक छात्रों और समस्त स्टाफ ने भाग लिया।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार ने आज जानकारी दी कि प्रकाशित 55-बस रूटों के आबंटन हेतु 27 मार्च को दोपहर 12ः30 बजे क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण कांगड़ा स्थित धर्मशाला की विशेष बैठक निदेशक परिवहन कार्यालय शिमला में प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि जिन प्रार्थियों व वाहन मालिकों ने 10 मार्च, 2025 तक धर्मशाला क्षेत्र के अधीन प्रकाशित रूटों के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है, वे स्वयं इस बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें, ताकि उपरोक्त ई-बस रूटों के आबंटन बारे क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा निर्णय लिया जा सके।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत 11 के.वी. कण्डाघाट से संचालित कुछ क्षेत्रों में 21 मार्च, 2025 को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी अतिरिक्त अधिशाषी अभियंता सोलन राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 21 मार्च, 2025 को प्रातः 09.00 बजे से 05.00 बजे तक ब्रुरी, कथोग, दधोग, डाउंसी, सलोगड़ा, मनसार, बस्ती, हनी एप्पल, हॉट मिक्स, शिवालय मंदिर, पडग, कोठों, मेला मैदान, हरट, बेल, गुथन, जबलाटी, जल शक्ति विभाग के 1, 2 व 3 स्टेज़, ग्रानी, नेरी, झोखरी, माथिया, गलोथ, टिक्कर, गण की सेर, अश्वनी खड्ड, कोणार्क मंदिर के समीप का क्षेत्र, जराश, बेर की सेर, मेहर कॉलोनी के कुछ क्षेत्र, चम्बाघाट गुरूद्वारे के उपर का हिस्सा, प्राथमिक विद्यालय के समीप पार्वती निवास एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि खराब मौसम एवं अन्य अपिरहार्य कारणों से उपरोक्त तिथि एवं समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है।
कुनिहार : हि.प्र.राज्य पैन्शनर्ज कल्याण संगठन की अर्की ईकाई की बैठक ईकाई के प्रधान कृष्ण सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वप्रथम नए सदस्य राम रतन शर्मा का स्वागत किया गया। बैठक में पेंशनरों की विभिन्न लंबित मांगों पर चर्चा की गई। सदस्यों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि 01-01-2016 से 31-01-2022 के बीच रिटायर हुए पैन्शनर्ज के संशोधित लीव एनकैशमैंट, ग्रेच्युटी तथा कम्युटेशन के एरियर के भुगतान पर सरकार द्वारा अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। साथ ही 01-01-2016 से पूर्व सेवानिवृत्त पेंशनर्स का एरियर तथा 2022 के पश्चात सेवानिवृत्त पेंशनर्स का 01-01-2016 से उनकी सेवानिवृत्ति तक के सेवाकाल का एरियर भी अभी तक लंबित है। बैठक में सदस्यों ने डी.ए. की देय किश्तें शीघ्र जारी करने की मांग रखी तथा जारी की गई किश्तों का एरियर भी शीघ्र दिए जाने की मांग उठाई। लंबित मेडिकल बिलों की भी शीघ्र अदायगी एक मुश्त करने की मांग की गई। 65, 70 व 75 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर देय क्रमशः 5,10 व 15% बढ़ोतरी को एडिशनल पेंशनर मानते हुए इस पर डी.ए. भी दिया जाए। सदस्यों ने समाज में, विशेषकर युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर भी चिंता प्रकट की तथा अपेक्षा की कि शासन प्रशासन के साथ साथ पेंशनर व अन्य लोग भी नशा उन्मूलन में विशेष प्रयास करेंगे। बैठक में महासचिव राजेन्द्र कुमार शर्मा के अतिरिक्त गोविंद राम वर्मा, विजाराम ठाकुर, प्रेम राज शर्मा, लेखराम शर्मा, चैतराम शर्मा, भगत राम, कुलदीप कुमार गुप्ता, मोहनलाल, धनीराम, हेतराम वर्मा, दौलत राम वर्मा, गोपाल लाल सुमन, लेखराम ठाकुर, हेमचंद तथा रतन राम शर्मा भी उपस्थित रहे।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: जयसिंहपुर के पूर्व विधायक रविंद्र धीमान ने जारी अपने प्रेस नोट में कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत 2025-26 के बजट को पूरी तरह दिशाहीन और झूठे वादों का पुलिंदा बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट हिमाचल प्रदेश की जनता के साथ एक छलावा है, जिसमें न तो कोई ठोस विकास योजना है और न ही आर्थिक सुधारों की कोई ठोस दिशा। प्रदेश पहले ही वित्तीय संकट से जूझ रहा है और इस बजट में इसे उबारने की कोई ठोस रणनीति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2023 में राज्य पर ₹76,185 करोड़ का कर्ज था, जो अब बढ़कर ₹एक लाख करोड़ से अधिक हो गया है। यह सरकार केवल कर्ज के भरोसे प्रदेश को चला रही है, लेकिन इस कर्ज की भरपाई कैसे होगी, इस पर बजट में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। कांग्रेस को जनता को यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार वित्तीय प्रबंधन में पूरी तरह विफल क्यों हो रही है। रविंद्र धीमान ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले जनता को लुभाने के लिए दस गारंटियों का वादा किया था, लेकिन आज तक एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई। महिलाओं को ₹1500 भत्ता देने की घोषणा केवल कागजों तक सीमित रह गई है। बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ। सरकार ने पांच लाख नौकरियां देने की घोषणा की थी, लेकिन बजट में इसके लिए कोई ठोस नीति का जिक्र नहीं है। पुरानी पेंशन योजना की बहाली भी अधर में लटकी हुई है, जिससे कर्मचारियों में भारी असंतोष है। धीमान ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महंगाई कम करने का कोई प्रयास नहीं किया, बल्कि जनता पर नए करों का बोझ डाल दिया। पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाकर आम आदमी की जेब पर भारी असर डाला गया है। व्यापारियों और छोटे उद्योगों पर अतिरिक्त कर लगाए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इस सरकार की वित्तीय नीति जनता पर बोझ डालने और हिमाचल को और अधिक आर्थिक संकट में डालने की है। कांग्रेस सरकार केंद्र सरकार से मिलने वाली वित्तीय सहायता का झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, जल जीवन मिशन और अन्य योजनाओं का श्रेय कांग्रेस सरकार अपने नाम करने की कोशिश कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से अब तक की सबसे ज्यादा वित्तीय सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में खनन माफिया और भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण दे रही है। अवैध खनन और सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। इस सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही का पूरी तरह अभाव है। भाजपा मांग करती है कि कांग्रेस सरकार यह स्पष्ट करे कि राज्य को आर्थिक संकट से निकालने के लिए उसकी क्या योजना है। बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर कांग्रेस सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। जनता से किए गए झूठे वादों को पूरा करने की समयसीमा घोषित करनी चाहिए। भाजपा यह स्पष्ट करती है कि कांग्रेस सरकार का यह बजट जनता को भ्रमित करने और हिमाचल प्रदेश को कर्ज में डुबाने का दस्तावेज है। भाजपा इस जनविरोधी बजट के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेगी और कांग्रेस सरकार की नाकामियों को जनता के सामने उजागर करती है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक बजट प्रस्तुत किया। यह बजट राज्य के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है और इसमें समाज के कमजोर तथा वंचित वर्गों के उत्थान को प्राथमिकता दी गई है। ये बात जिला कांगड़ा के कामगार कर्मचारी अध्यक्ष और जसवां प्रागपुर के निर्वाचित महासचिव ठाकुर रजनीश पटियाल अंकु ने कही। उन्होंने इस बजट को ऐतिहासिक और दूरदर्शी बताते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू की सराहना की और कहा कि यह बजट युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों, अकेली महिलाओं, विधवाओं, किसानों, बागवानों, महिला मंडलों और युवक मंडलों के कल्याण को समर्पित है। युवाओं और महिलाओं के लिए बड़ी घोषणाएं रजनीश पटियाल अंकु ने कहा कि सरकार ने इस बजट में युवाओं के लिए रोजगार, कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसरों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने महिला मंडलों के लिए बजट में किए गए विशेष प्रावधानों की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने में मदद करेगा। किसानों और बागवानों के लिए नई योजनाएं उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों और बागवानों के लिए विशेष योजनाएं शुरू की हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उन्हें बेहतर बाजार सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और एकल महिलाओं के लिए पेंशन योजनाओं और आर्थिक सहायता का प्रावधान किया गया है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। बजट को बताया जनहितैषी रजनीश पटियाल अंकु ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने वाला और जनहितैषी है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बजट के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा और हर वर्ग का समग्र कल्याण सुनिश्चित होगा।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष ब्लॉक देहरा सुमित ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बजट में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मनरेगा व दिहाड़ीदार, आउटसोर्स कर्मचारियों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी, कर्मचारियों को डीए की किस्त, किसानों- बागवानों को राहत सराहनीय निर्णय है। उन्होंने ने कहा कि विधानसभा में प्रस्तुत बजट को प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम बताया है। बजट में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मनरेगा व दिहाड़ीदार, आउटसोर्स कर्मचारियों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी, कर्मचारियों को डीए की किस्त, किसानों- बागवानों को राहत सराहनीय निर्णय है। बजट प्रदेश के विकास को एक नई दिशा व गति प्रदान करेगा। उन्होंने प्रदेश के 2025 -26 के बजट को जनहितैषी बताते हुए इसकी सराहना की है। उनका कहना है कि बजट में सभी वर्गों को राहत दी गई है। किसानों-बागवानों के साथ-साथ दिहदीदारो की दिहाड़ी में बढ़ोतरी व पंचायतीराज के चुने हुए सदस्यों के मानदेय में बढ़ोतरी भी सराहीनय कदम है। बजट प्रदेश के लोगों की महत्वकांक्षा को पूरा करता है। बजट में हर वर्ग को राहत देते हुए बेरोजगार युवाओं को रोजगार के द्वार,कर्मचारियों को डीए व आउटसोर्स, दिहाड़ीदार कर्मचारियों व नगर निकाय व ग्राम पंचायतों के सभी सदस्यों के मानदेय में बढ़ोतरी का निर्णय सराहनीय है। उन्होंने इस बजट के लिए मुख्यमंत्री व प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती और विकास को गति मिलेगी। इस बजट से 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की मुख्यमंत्री की परिसंकल्पना को साकार किया जा सकेगा। बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। सुमित ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल मार्गदर्शन एवं गतिशील नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। पूर्व भाजपा सरकार द्वारा छोड़े गए कर्ज एवं देनदारियों के बावजूद सरकार ने संतुलित एवं विकासोन्मुखी बजट प्रस्तुत किया है, इसके आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
मंडल ज्वालामुखी ठेकेदार यूनियन की बैठक अजय शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें ध्वनिमत सर्वसम्मति से नीरज को ठेकेदार यूनियन का प्रधान चुना गया। इसके साथ ही कार्यकारिणी में प्रवीण राणा, कपिल वालिया, करतार राणा, संजय धीमान और विक्रमजीत सिंह को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। अजय कुमार को महासचिव, नवल किशोर चौधरी, राकेश बंटू और नेक मोहम्मद को सचिव, मनीष शर्मा को कोषाध्यक्ष, और अजय शर्मा, प्रदीप शिवू, अनिल कुमार, राजकुमार और सुरेश पाल राणा को सलाहकार नियुक्त किया गया। इसके अतिरिक्त, सादिक मोहम्मद और दीपक सूद को प्रेस सचिव बनाया गया, जबकि श्याम पटियाल, सुधीर शर्मा, ज्ञानेश्वर दत्त और अश्वनी शर्मा को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया। कार्यकारिणी के अन्य सदस्य प्रवीण शर्मा बंटू, सुरिंदर सिंह, निखिल अगन, जितेंद्र राणा, धर्मेदर सिंह, विवेक, तुषार शर्मा, अवनीश कुमार, रवेल, शुभम, विशाल, सुनील, पंकज, आशीष, साहिल, सुदर्शन कुमार, शंकर चौधरी, प्रिंस, पवन चौधरी, राज राणा, रोहित काकू, कुलदीप धीमान, जलालदीन, अशोक कबीर, राजेश राणा, गौतम सिंह, परविंदर सिंह, मनीष सलारिया, रिशव, मनीष और रवि कुमार को नियुक्त किया गया। ठेकेदार यूनियन के प्रधान नीरज ने प्रेस द्वारा जारी बयान में कहा कि ठेकेदारों से संबंधित समस्याओं का समाधान वे स्थानीय विधायक संजय रतन के सामने रखेंगे और उनका हल निकालने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदारों के हितों की रक्षा करना उनका प्रमुख लक्ष्य होगा। यह जानकारी प्रेस सचिव सादिक मोहम्मद ने दी।
वीएसएलएम शिक्षण महाविद्यालय, चंडी में भारतीय सांस्कृतिक और सामाजिक अनुसंधान परिषद (ICSSR) के सौजन्य से 22 मार्च, शनिवार को "डिजिटल लर्निंग और टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन" (अंकीय अधिगम एवं प्रौद्योगिकी एकीकरण) विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस सेमिनार के निदेशक एवं कॉलेज उपप्रधानाचार्य राजमणि शर्मा ने सेमिनार की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित और केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के कुलाधिपति, हरमोहिंदर सिंह बेदी उपस्थित रहेंगे। साथ ही, मुख्य वक्ता के रूप में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र के प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार शर्मा सहित अन्य विशेष वक्ताओं के रूप में केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के पंजाबी एवं डोगरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ललित मोहन शर्मा (शिक्षा विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश), असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुसुम, पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला से शिक्षा और सामुदायिक सेवा विभाग की डॉ. जगप्रीत कौर, आई के गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय जलंधर के सहायक निदेशक डॉ. मृगेंद्र सिंह बेदी और शिवा कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन घुमारवीं के प्रधानाचार्य डॉ. सुनील कुमार शर्मा अपने विचार रखेंगे। कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव चंद्र मोहन शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार का आयोजन कॉलेज के लिए गर्व और हर्ष का विषय है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सेमिनार से कॉलेज के साथ-साथ उपस्थित सभी शैक्षिक संस्थान और शिक्षकगण लाभान्वित होंगे।
जसवां-परागपुर से कर्मचारी कामगार बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष व कांग्रेस नेता सुरिंदर मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रदेश विधानसभा में वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तुत बजट विकास की नई गाथा लिखने में मील का पत्थर सिद्ध होगा। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रस्तुत बजट में न केवल समाज के सभी वर्गों की आशाओं को पूरा करने का प्रयास किया है अपितु धन की उपलब्धता को बढ़ाने की दिशा में भी कार्य किया है। उन्होंने कहा कि प्रस्तुत बजट जहां किसानों-बागवानों की आय में आशातीत वृद्धि करने वाला है वहीं युवाओं के लिए रोज़गार एवं स्वरोज़गार के बेहतर अवसर प्रदान करने वाला भी है। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में कृषि ऋण ब्याज सहायता योजना की घोषणा कर प्रदेश के किसानों को व्यापक स्तर पर लाभान्वित किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत ऋण के मूल धन पर लगने वाले ब्याज के 50 प्रतिशत हिस्से का वहन सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 03 लाख रुपए तक के ऋण के लिए प्रदेश सरकार की वन टाइम सेटलमेंट नीति किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों और पशुपालकों की आर्थिकी को और मज़बूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 51 रुपए तथा भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 61 रुपए करना विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध होगा। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में न केवल कर्मचारियों व पेंशन भोगियों को वित्तीय लाभ समयबद्ध सीमा में प्रदान करने की घोषणा की है अपितु विभिन्न वर्गों के मानदेय में आशातीत वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि ज़िला परिषद, पंचायत समिति, पंचायती राज संस्थाओं, नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के प्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि से इन वर्गों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि बजट में 25 हजार नई नौकरियों की घोषणा और पर्यटन क्षेत्र में युवाओं के लिए रोज़गार की व्यापक सम्भावनाएं प्रदेश के युवाओं को सम्बल प्रदान करेंगी। मनकोटिया ने कहा कि विकास खण्डों के पुनर्गठन से प्रशासकीय कार्यों में सुविधा होगी और लोगों के काम अधिक सुगमता से हो सकेंगे। उन्होंने बद्दी में महिला छात्रावास स्थापित करने, नगर निगम बद्दी को विभिन्न कार्यों के लिए एक करोड़ रुपए की सहायता उपलब्ध करवाने, बद्दी मल निकासी योजनाओं को इस वर्ष पूर्ण करने के प्रस्ताव के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट जहां समाज के सभी वर्गों की आशाओं को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा वहीं विकास को गति प्रदान कर युवाओं को बेहतर अवसर भी प्रदान करेगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक बजट पेश किया। यह बजट प्रदेश के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है और इसमें समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के उत्थान को प्राथमिकता दी गई है। हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड केअध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने इस बजट को ऐतिहासिक और दूरदर्शी बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट विशेष रूप से युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों, अकेली महिलाओं, विधवाओं, किसानों, बागवानों, महिला मंडलों और युवक मंडलों के कल्याण को समर्पित है। कंवर ने कहा कि इस बजट में सरकार ने समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को ध्यान में रखा है। उन्होंने युवाओं को रोजगार, कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने की पहल का स्वागत किया। इसके साथ ही, महिला मंडलों को सशक्त बनाने और आर्थिक स्वतंत्रता देने के लिए बजट में किए गए प्रावधानों की भी प्रशंसा की। उन्होंने यह भी बताया कि वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और अकेली महिलाओं के लिए इस बजट में वित्तीय सहायता, पेंशन योजनाओं और आजीविका समर्थन का विशेष प्रावधान किया गया है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर और सुरक्षित जीवन जीने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, किसानों और बागवानों के लिए भी सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिससे खेती और बागवानी को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को बेहतर बाजार सुविधाएं मिलेंगी। कंवर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट जनहितैषी और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बजट के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा और हर वर्ग का समग्र कल्याण सुनिश्चित होगा।
शिमला: पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत 2025-26 के बजट को दिशाहीन और हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति को और बदतर बनाने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह बजट विकास की कोई ठोस योजना नहीं देता, बल्कि प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेलने का दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2023 में राज्य पर ₹76,185 करोड़ का कर्ज था, जो अब ₹1 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। यह सरकार केवल कर्ज के सहारे प्रदेश को चला रही है, लेकिन इस कर्ज की भरपाई कैसे होगी, इसका कोई जवाब बजट में नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता को यह बताना चाहिए कि उसकी सरकार वित्तीय प्रबंधन में पूरी तरह विफल क्यों हो रही है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले दस गारंटियों का वादा किया था, लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया। महिलाओं को ₹1500 भत्ता देने की बात कागजों तक सीमित है, बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा भी ठंडे बस्ते में है। पांच लाख नौकरियां देने की घोषणा का भी बजट में कोई जिक्र नहीं है। पुरानी पेंशन योजना की बहाली पर भी कोई स्पष्ट नीति नहीं है, जिससे कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महंगाई कम करने की बजाय जनता पर नए करों का बोझ डाल दिया है। पेट्रोल-डीजल और शराब पर टैक्स बढ़ाकर आम लोगों को आर्थिक संकट में डाला गया है। व्यापारियों और छोटे उद्योगों पर अतिरिक्त कर लगाए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। कांग्रेस कर रही केंद्र की योजनाओं पर झूठा श्रेय लेने की कोशिश बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार केंद्र की योजनाओं को अपना बताकर जनता को गुमराह कर रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, जल जीवन मिशन और अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत हिमाचल को अब तक की सबसे अधिक वित्तीय सहायता मिली है, लेकिन कांग्रेस सरकार इसे अपनी उपलब्धि बताने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में खनन माफिया और भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण मिल रहा है। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। पारदर्शिता और जवाबदेही की पूरी तरह से कमी है, जिससे प्रदेश का विकास अवरुद्ध हो रहा है। इस जनविरोधी बजट के खिलाफ लड़ेगी भाजपा बिक्रम ठाकुर ने कहा कि भाजपा मांग करती है कि कांग्रेस सरकार यह स्पष्ट करे कि राज्य को आर्थिक संकट से उबारने के लिए उसकी क्या योजना है। बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा इस जनविरोधी बजट के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेगी और कांग्रेस सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाएगी।
कुनिहार विकास सभा के वरिष्ठ सदस्य, महिला मंडल और युवा मंडल ने कोठी गांव के ऊपर स्थित पानी के टैंक से अन्य गांवों को पानी की आपूर्ति करने के निर्णय के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। ग्रामवासियों का कहना है कि कोठी गांव में पहले ही पानी की कमी है, और अब जल शक्ति विभाग द्वारा अन्य गांवों को पानी देने की कोशिश से उनकी पीने की पानी की समस्या और बढ़ सकती है। इस विरोध में कुनिहार विकास सभा के वरिष्ठ मुख्य सलाहकार एवं वरिष्ठ नागरिक धनीराम तनवर, संतराम, भागमल चौहान, बाबूराम तंवर, धर्म सिंह, अनिल कुमार, नागेंद्र ठाकुर, बिट्टू, भागमल तंवर, अमर सिंह, जगदीश ठाकुर, सत्यप्रकाश, रतन तनवर, रामचंद्र, दिनेश तनवर, नरेश कुमार सहित महिला मंडल और युवा मंडल के सदस्य शामिल थे। उनका कहना है कि कोठी गांव के ऊपर जो पेयजल टैंक स्थापित किया गया है, वह केवल दोनों कोठी गांवों को पानी की आपूर्ति करता है। कई बार शिकायतों के बावजूद, इस टैंक से गांव में पानी की उपलब्धता में कमी रहती है। इसके बावजूद, जल शक्ति विभाग अपनी मर्जी से इस टैंक से अन्य गांवों जैसे बनिया देवी, बाँवां बाड़ी और काटल को पानी सप्लाई करने की योजना बना रहा है और इसके लिए पानी की सप्लाई लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया है। ग्रामवासियों का कहना है कि अगर यह प्रक्रिया जारी रही, तो पूरा गांव जिसमें वरिष्ठ नागरिक, महिला मंडल और युवा मंडल शामिल हैं, सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगा। धनीराम तनवर ने कहा कि विकास सभा, महिला मंडल और युवा मंडल मुख्यमंत्री महोदय को इस समस्या के बारे में अवगत कराएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल शक्ति विभाग ने इस टैंक से अन्य गांवों को पानी सप्लाई करने का कार्य जारी रखा, तो वे माननीय उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करेंगे। उनका कहना था कि इन गांवों को पानी की आपूर्ति गम्बर खड जैसे मुख्य स्रोत से की जानी चाहिए, न कि कोठी गांव के टैंक से, जहां पहले से ही पानी की कमी हो रही है।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: सोमवार को जयसिंहपुर में एक्स आर्मी एसोसिएशन एनजीओ द्वारा हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रभाव को लेकर एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का आरंभ कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर से हुआ और यह एसडीएम कार्यालय जयसिंहपुर तक निकाली गई। इस रैली में हिस्सा लेने वाले सदस्यों ने नशे के बढ़ते खतरे पर गंभीर चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से अवैध नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। रैली के दौरान, एक्स आर्मी एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि जैसे अन्य राज्यों में नशे के कारोबारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं, वैसे ही हिमाचल प्रदेश में भी ऐसी ही कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पकड़े जाने पर नशे के व्यापारियों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को नष्ट किया जाए और उनके खिलाफ कोई बेल ना हो, न ही कोई वकील उनका केस लड़े। इसके लिए एसडीएम संजीव ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर एक्स सर्विसमैन एनजीओ के सदस्यों के साथ लंबागांव मोटिवेशन फिटनेस क्लब के अध्यक्ष विकास राणा भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ज्वालामुखी विकास सभा, हिमाचल चैप्टर की कार्यकारी समिति की बैठक 16 मार्च 2025 को चैप्टर कार्यालय, गगडूही तहसील, ज्वालामुखी, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश में डॉ. सुरेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में सचिव नरेंद्र कुमार जम्वाल, सदस्य मुकेश कुमारी,धरम चंद, प्रेम चंद, करतार चंद, प्रकाश चंद, कुलदीप कुमार, दीप राज,पिंकी देवी और कृष्णा देवी शामिल रहे। बैठक के दौरान, सभी सदस्यों ने मिलकर हिमाचल चैप्टर के लिए नए दिशा-निर्देश तय किए। सचिन ने सदस्यों से अपील की कि हमें अधिक से अधिक नए सदस्य जोड़ने चाहिए ताकि चैप्टर की सक्रियता और प्रभावशीलता बढ़े। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे कम से कम पांच नए सदस्य चैप्टर से जोड़ने की पहल करें, जिससे समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिल सके।बैठक में समिति के उद्देश्यों पर भी गहरी चर्चा हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि यह समिति एक सामाजिक संस्था है, न कि राजनीतिक संस्था। इस मौके पर अध्यक्ष डॉ. सुरेश शर्मा ने क्षेत्रीय समस्याओं पर भी चर्चा की और कहा कि ज्वालामुखी क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का समाधान राशन और प्रशासन के बीच तालमेल बनाकर किया जाएगा। अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि हिमाचल चैप्टर भविष्य में एक मेडिकल कैंप का आयोजन करेगा, जो क्षेत्र के सभी नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह शिविर सभी के लिए मुफ्त होगा और इसकी सूचना जल्द ही जनमानस को दी जाएगी। सभी से अनुरोध किया गया कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं। अध्यक्ष ने आगे बताया कि चैप्टर की अगली बैठक अप्रैल माह में आयोजित की जाएगी, जिसमें आगामी योजनाओं और परियोजनाओं पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक चैप्टर के भविष्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत सोलन शहर के कुछ क्षेत्रों में 19 मार्च को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी अतिरिक्त अधिशाषी अभियंता सोलन राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 19 मार्च, 2025 को प्रातः 09.30 बजे से 05.30 बजे तक इनकम टैक्स कॉलोनी (न्यू कथेड़), बी.एस.एन.एल. कालोनी (न्यू कथेड़) तथा आस-पास के क्षेत्रों में एवं इसी दिन प्रातः 09.30 बजे से प्रातः 10.30 बजे तक एवं सांय 04.30 बजे से सांय 05.30 बजे तक शामती, खुन्डीधार, साइंटिस्ट कालोनी, राजकीय महाविद्यालय, डमरोग, क्वागड़ी, सूर्य विहार, मेरेडियन बलाना, आंजी, चिल्ला, बागड, पवन विहार, पोल्ट्री फार्म, श्योथल, बदखोर एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि खराब मौसम एवं अन्य अपरिहार्य कारणों से उपरोक्त तिथि एवं समय में बदलाव किया जा सकता है।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने विषयवार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया । विश्वविद्यालय ने वैज्ञानिक अनुसंधान और शिक्षा में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है, इसके कई प्रमुख विषयों ने वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण प्रगति की है। पर्यावरण विज्ञान में, शूलिनी विश्वविद्यालय 2024 में 401-450 बैंड से 2025 में 251-300 बैंड तक पहुंच गया है। यह उल्लेखनीय छलांग इस विषय को भारत में 9वें और देश के निजी विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान पर रखती है। इसी तरह, कृषि और वानिकी में पहली बार वैश्विक रैंकिंग में प्रवेश किया, 301-350 बैंड में स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि ने विश्वविद्यालय को भारत में 6वां स्थान और इस श्रेणी में शीर्ष निजी विश्वविद्यालय होने का गौरव भी दिलाया। इसके अतिरिक्त, जैविक विज्ञान ने अपनी वैश्विक स्थिति में सुधार किया है, जो 2024 में 601-650 बैंड से बढ़कर 2025 में 501-550 बैंड तक पहुंच गया है, तथा भारत में 15वें स्थान पर तथा निजी संस्थानों में प्रथम स्थान पर है। विषय के अनुसार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 ने 148 स्थानों पर 5,203 वैश्विक संस्थानों का मूल्यांकन किया, जिसमें 55 विषय शामिल थे। पर्यावरण विज्ञान, कृषि और वानिकी, सामग्री विज्ञान, फार्मेसी और फार्माकोलॉजी, रसायन विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, और जैविक विज्ञान जैसे विषयों में शूलिनी विश्वविद्यालय का उत्कृष्ट प्रदर्शन अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देने और विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के प्रति इसके समर्पण को रेखांकित करता है। शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला ने कहा, विषय के अनुसार क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2025 में यह उल्लेखनीय छलांग हमारे संकाय, शोधकर्ताओं और छात्रों के प्रयासों का परिणाम है। यह अनुसंधान, नवाचार और शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। हमें इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत के नंबर 1 निजी विश्वविद्यालय के रूप में पहचाने जाने पर गर्व है। वैश्विक रैंकिंग में शूलिनी विश्वविद्यालय की लगातार बढ़ोतरी नवाचार, विषय अनुसंधान और शैक्षणिक कठोरता की संस्कृति को बढ़ावा देने पर इसके फोकस को उजागर करती है।
मनरेगा की दिहाड़ी 20 रुपए बढ़ी मनरेगा के तहत श्रमिकों की दिहाड़ी 20 रुपए बढ़ाकर 320 रुपए कर दी गई है। इस कदम से ग्रामीण श्रमिकों को वित्तीय लाभ मिलेगा और उनकी कार्य करने की स्थिति में सुधार होगा। दिहाड़ी में वृद्धि से श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी और वे बेहतर तरीके से अपने परिवार का पालन पोषण कर सकेंगे। काज़ा, चांशल और छितकुल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा काज़ा, चांशल और छितकुल को पर्यटन के दृष्टिकोण से एक प्रमुख स्थल बनाया जाएगा। इन क्षेत्रों के प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय आकर्षण को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ब्लॉक्स का गठन किया जाएगा प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार करने के लिए नए ब्लॉक्स का गठन किया जाएगा, जिससे क्षेत्रीय स्तर पर अधिक प्रभावी प्रशासनिक कार्य किया जा सके। इससे जनता तक सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी और समस्याओं का समाधान त्वरित होगा। ग्रामीण संस्थान को सशक्त बनाने के लिए स्थापित किए जाएंगे नौ प्रशिक्षण केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए नौ नए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो स्थानीय निवासियों को कौशल विकास और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। यह कदम रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। इन केंद्रों पर विशेष ध्यान उन क्षेत्रों पर होगा जहां बेरोजगारी अधिक है। इसके माध्यम से ग्रामीण महिलाएं और युवक नए रोजगार के अवसरों से जुड़ सकेंगे। स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं को फूड वन प्रदान किया जाएगा स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को फूड वन (Food One) प्रदान किया जाएगा, जिससे वे अपने घरेलू व्यवसाय को बढ़ा सकें और खुद को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकें। यह कदम विशेष रूप से महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता और उनके समाजिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने में सहायक होगा।
रविवार को छिंज मेला कमेटी द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें इस बार के मेले के आयोजन से जुड़ी प्रमुख जानकारी साझा की गई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मेला के विजेताओं को बड़ी माली के रूप में 31 हज़ार और छोटी माली के रूप में 21 हज़ार की राशि दी जाएगी। कमेटी के प्रधान मोनी राम ने बताया कि यह ऐतिहासिक मेला 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न खेलों का आयोजन भी किया जाएगा। बैठक में कमेटी के सदस्य वेद प्रकाश, राम प्रशाद, मोहन लाल, सुशील, सतीश चंद्र किशोर, स्वरूप चन्द, उत्तम चन्द, ठाकुर दास, सुरेश कुमार, संसार चन्द, सुभाष चंद, राकेश कुमार, हितेश नाग आदि ने भाग लिया।
अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को विकास की धारा से जोड़ने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बसन्तपुर के गांव कहडोग में ‘विधायक आपके द्वार कार्यक्रम’ के तहत जन समस्याएं सुनने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने इससे पूर्व कहडोग गांव में 02 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने गांव में निर्मित किए जाने वाले शिव मन्दिर का भूमि पूजन भी किया। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति तक विकास को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य लोगों तक हर सुविधा पहुंचाना है जिसके लिए विभिन्न योजनाएं आरम्भ की गई हैं। युवाओं के लिए 680 करोड़ रुपए की स्टार्टअप योजना, किसानों की आय बढ़ाने के लिए राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट अप योजना इत्यादि योजनाएं आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए आधोसंरचना आधुनिकीकरण पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास एक निरंतर प्रक्रिया है। किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए लोगों का एकजुट होना आवश्यक है ताकि कार्यों को पूरा करने में कोई बाधा न आए। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि विधायक आपके द्वार कार्यक्रम इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों के मध्य जाकर उनकी समस्याओं को दूर कर उनके जीवन को सरल बनाना है। कार्यक्रम में उपमण्डल स्तर के अधिकारियों की उपस्थिति में ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान मौके पर किया गया और शेष समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए। कार्यक्रम में बसन्तपुर, कहडोग, शहरोल, सहलाना, हरथु, भेल, कुलायिन, ठांगर आदि गांव के लोगों की समस्याओं को विधायक ने सुना। विधायक ने उपस्थित लोगों को नशा निवारण की शपथ भी दिलवाई। उन्होंने कहडोग गांव के लिए एम्बुलेंस मार्ग के निर्माण के लिए 02 लाख रुपए, सामुदायिक भवन कहडोग के छत निर्माण के लिए 03 लाख रुपए, कहडोग से देव धार मन्दिर तक मार्ग मुरम्मत के लिए 01 लाख रुपए, बाड़ीधार से बसन्तपुर कहडोग तक पेयजल योजना के लिए प्राकलन के अनुसार 42 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने युवक मण्डल कहडोग व हरथु, महिला मण्डल कहडोग, हरथु, बसन्तपुर व पुरायणा को 11-11 हज़ार रुपए देने की घोषणा की।इस अवसर पर साहिबा युवक मण्डल कहडोग द्वारा नशा निवारण विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत बसन्तपुर के प्रधान राम चन्द ठाकुर, ग्राम प्रधान शहरोल कमलेश देवी, ग्राम पंचायत बसन्तपुर के उप प्रधान नरपत ठाकुर, ग्राम पंचायत कुंहर के पूर्व प्रधान अमर सिंह, ग्राम पंचायत शहरोल के पूर्व प्रधान रोशन बंसल, ग्राम पंचायत बखलाग के पूर्व उप प्रधान सुरेंद्र पाठक, ग्राम पंचायत बसन्तपुर के वार्ड सदस्य धनीराम ठाकुर, बिमला, महिला मण्डल कहडोग की प्रधान विमला देवी, महिला मण्डल बसन्तपुर की प्रधान लता ठाकुर, युवक मण्डल हरथु के प्रधान जय प्रकाश, युवक मण्डल कहडोग के प्रधान दिनेश ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के सतीश कश्यप, कपिल ठाकुर, कमलेश शर्मा, ग्राम विकास समिति कहडोग के प्रधान हरीश ठाकुर, सचिव जीवन ठाकुर, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड अर्की के अधिशाषी अभियंता संदीप कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व ग्राम पंचायतों के जन प्रतिनिधि तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे।
जयसिंहपुर,16 मार्च: आज को कबीर समाज सुधार सभा के वरिष्ठ सदस्यों ने सदगुरु कबीर भवन धरोड़ में बैठक की। इस बैठक में समाज में बढ़ते नशे, खासकर चिट्टे के नशे के बारे में चर्चा की गई। सभा के अध्यक्ष शक्ति चंद शास्त्री ने कहा कि आजकल नशे की लत विशेष रूप से युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रही है, और इसके कारण कई मौतें भी हो चुकी हैं। उन्होंने सभी समाजिक संस्थाओं से आग्रह किया कि वे इस समस्या को रोकने के लिए आगे आएं। शक्ति चंद शास्त्री ने बच्चों को जागरूक करने की जरूरत पर भी जोर दिया और कहा कि अगर कोई सफेद पदार्थ खाने के लिए ऑफर करे, तो उसे कतई न लें। उन्होंने बताया कि चिट्टे के सोदागर इसे अन्य पदार्थों के साथ मिलाकर फैलाते हैं, इसलिए समाज को इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस बैठक में शक्ति चंद शास्त्री के साथ सभा के प्रधान जगदीश राम, उपप्रधान मोहिंदर सिंह कैप्टन, रि. महासचिव बाबू राम और दिनेश कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के भ्रांता पंचायत के साई दा लाहड़ गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार कर दिया। यहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की निर्मम हत्या कर दी। मृतक की पहचान 43 वर्षीय वेद प्रकाश, जो उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले था, के रूप में हुई है। वेद प्रकाश कई सालों से अपनी पत्नी राजमाला, एक बेटी और एक बेटे के साथ साई दा लाहड़ में किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस के अनुसार, वेद प्रकाश शराब का आदी था और गुरुवार रात नशे की हालत में घर लौटा। घर पहुंचने पर उसका पत्नी राजमाला से झगड़ा हुआ। इसके बाद, राजमाला ने अपने प्रेमी त्रिलोक कुमार के साथ मिलकर वेद प्रकाश की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए, उन्होंने वेद प्रकाश के चेहरे और गले पर तेजधार हथियार से कई वार किए। पुलिस को शुरुआती जांच में राजमाला की गतिविधियां संदिग्ध लगी। पूछताछ के दौरान, बिहार के रहने वाले त्रिलोक कुमार का नाम सामने आया। पुलिस ने जब राजमाला और त्रिलोक के फोन की कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो उन्हें कुछ चौंकाने वाले सबूत मिले। राजमाला और त्रिलोक की कॉल रिकॉर्डिंग में वेद प्रकाश की हत्या की साजिश रची जा रही थी। यह रिकॉर्डिंग ही इस हत्याकांड का सबसे बड़ा सबूत बनी। पुलिस के मुताबिक, राजमाला का त्रिलोक कुमार के साथ प्रेम संबंध था। इसी वजह से वेद प्रकाश और राजमाला के बीच अक्सर झगड़े होते थे। त्रिलोक और राजमाला ने मिलकर वेद प्रकाश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। मृतक वेद प्रकाश के चचेरे भाई देवेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर राजमाला और त्रिलोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
देव भूमि संघर्ष समिति ने एक बार फिर से समय पर संजौली मस्ज़िद से अवैध निर्माण को हटाने की मांग उठाई है। समिति ने आरोप लगाया है कि प्रशासन हिंदू समाज के साथ षड्यंत्र कर रहा है और मस्जिद के अवैध निर्माण को हटाने में नाकाम साबित हुआ है। समिति का कहना है कि अगर समय पर अवैध निर्माण नहीं हटाया गया, तो वह प्रदेशभर के हिंदू समाज से संजौली में जुटने का आह्वान करेगी और ‘संजौली चलो’ के नारे के साथ एक बड़ा आंदोलन करेगी। समिति के संयोजक भरत भूषण ने कहा कि 5 अक्टूबर को आयुक्त अदालत ने आदेश दिया था कि दिसंबर तक संजौली मस्जिद की ऊपर की तीन मंजिलों को हटाया जाए, लेकिन प्रशासन अब तक इस आदेश को लागू करने में असफल रहा है। इसके बाद 15 मार्च को सुनवाई की तारीख तय की गई, लेकिन उस दिन भी कोई सुनवाई नहीं हो पाई। उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि इस मामले को 8 हफ्तों के भीतर निपटाया जाए, लेकिन आयुक्त अदालत इस आदेश की अवहेलना कर रही है। भरत भूषण ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार के दबाव के चलते आयुक्त अदालत में हिंदू समाज के खिलाफ षडयंत्र रचा गया है। इसके अलावा, देव भूमि संघर्ष समिति ने यह भी कहा कि प्रदेश में बाहरी प्रवासियों, जैसे रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे चिंता और भी बढ़ी है। समिति ने इस मामले में अपनी नाराजगी और संघर्ष को और मजबूत करने के लिए नवरात्रि के मौके पर हवन का आयोजन करने का निर्णय लिया है। साथ ही, अगर समय रहते अवैध निर्माण नहीं हटाया जाता, तो समिति पूरे प्रदेश के हिंदू समाज से संजौली में एकजुट होने का आह्वान करेगी और इस आंदोलन को बड़े पैमाने पर आयोजित करेगी।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में ज़िला सांस्कृतिक परिषद की बैठक आज यहां आयोजित की गई। मनमोहन शर्मा ने कहा कि ज़िला प्रशासन स्थानीय कला को विकसित करने के लिए सदैव प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक परिषद का मुख्य उद्देश्य साहित्यिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में कार्य करना है। उन्होंने कहा कि ठोडो तथा करयाला के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए कलाकारों की पहचान करना आवश्यक है ताकि युवाओं को प्राचीन विधाओं की जानकारी मिल सके। उपायुक्त ने ज़िला भाषा अधिकारी को निर्देश दिए कि वह ज़िला में ठोडा तथा करयाला को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत ठोडा तथा करयाला दलों को तलाशें ताकि उनका संरक्षण सुनिश्चित बनाया जा सके। उन्होंने ज़िला भाषा अधिकारी को निर्देश दिए कि वह शीघ्र ही 12 ठोडो तथा 15 करयाला कलाकारों को तलाशे और उन्हें प्रशक्षिण देना सुनिश्चित बनाए। उन्होंने कोठों स्थित कला केन्द्र में संग्रहालय बनाने के लिए उपमण्डलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ‘लोक संस्कृति के आइने में सोलन’ नामक पुस्तक का नया डिजीटल संस्करण तैयार करने के भी निर्देश दिए। उपायुक्त ने सोलन की जनता से आग्रह किया कि प्राचीन पुस्तकें जिसमें सोलन ज़िला से सम्बन्धित लेख छपे हों अथवा कोई भी प्राचीन सांस्कृतिक महत्व की वस्तु, कला केन्द्र कोठों में भेंट की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं एतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इन वस्तुओं, दस्तावेज़ों इत्यादि को संग्रहालय में संग्रहित किया जाएगा। मनमोहन शर्मा ने कहा कि कला केन्द्र कोठों में स्थापित होने वाली कला दीर्घा को स्थानीय कलाकारों को कैनवास उपलब्ध करवा कर विकसित किया जाएगा तथा संग्रहालय में स्वतंत्रता सेनानियों के छायाचित्र, पारम्परिक वेशभूषा के छायाचित्र, वास्तविक वेशभूषा, प्राचीन सिक्के व पुस्तकें एवं पारम्परिक वाद्य यंत्र रखे जाएंगे। उपमण्डलाधिकारी सोलन डॉ. पूनम बंसल, ज़िला युवा खेल सेवाएं अधिकारी भूपेन्द्र वर्मा, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्रतिनिधि डॉ. प्रियंका भारद्वाज, साहित्यकार मदन हिमाचली, जिया लाल, फिलफोर्ट से विजय पूरी व सुनीता शर्मा तथा ज़िला भाषा अधिकारी सोलन ममता वर्मा सहित परिषद के अन्य सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों ने बैठक में भाग लिया।
श्रीराम जनरल इनश्योरेंस कम्पनी लिमिटिड सोलन में 10 पदों तथा हिम टेकनोफोरज लिमिटिड बद्दी में 95 पदों पर भर्ती के लिए कैंपस इंटरव्यू 20 मार्च, 2025 को ज़िला रोज़गार कार्यालय सोलन में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी ज़िला रोज़गार अधिकारी सोलन जगदीश कुमार ने दी। जगदीश कुमार ने कहा कि उक्त पदों के शैक्षणिक योग्यता स्नातक, मशीनिस्ट, र्टनर, 10वीं, ऑटोमोबाइल में डिप्लोमा व 19 से 35 वर्ष के मध्य आयु होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन पदों की विस्तृत जानकारी के लिए आवेदक विभागीय पोर्टल ई.ई.एम.आई.एस. से प्राप्त कर सकते हैं। सभी योग्य एवं इच्छुक आवेदक विभाग के पोर्टल पर कैंडिडेट लॉग इन टैब के माध्यम से पंजीकृत करने के उपरांत अपनी रजिस्ट्रेशन प्रोफाइल पर अधिसूचित रिक्तियों के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर आवेदन कर सकते है। उन्होंने कहा कि आवेदन करने से पूर्व आवेदक का नाम रोज़गार कार्यालय में पंजीकृत होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इच्छुक उम्मीदवार अपनी योग्यता सम्बन्धी सभी अनिवार्य प्रमाण-पत्र व दस्तावेज़ सहित ज़िला रोज़गार कार्यालय सोलन में 20 मार्च, 2025 को प्रातः 10.30 बजे पहुंचकर कैंपस इंटरव्यू में भाग ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार अधिक जानकारी के लिए कार्यालय दूरभाष नम्बर 01792-227242 तथा मोबाइल नम्बर 78768-26291 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: राजकीय महाविद्यालय शिवनगर में दिनांक 15 मार्च 2025 को भव्य वार्षिक परितोषक वितरण समारोह का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्राचार्य डॉ. आर. आर. भाटिया और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्या डॉ. राका शर्मा तथा डॉ. शमशेर सिंह ने समारोह की शोभा बढ़ाई। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संगीता सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्ते और हार पहनाकर किया। समारोह की शुरुआत राष्ट्रगीत, सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से की गई। मंच संचालन का कार्य डॉ. नीतिका शर्मा और प्रो. विवेकानंद ने किया। इसके बाद, प्राचार्या डॉ. संगीता सिंह ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें महाविद्यालय की वर्ष भर की उपलब्धियों, कार्यक्रमों और परीक्षा परिणामों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और आगामी वर्षों के लिए शुभकामनाएँ दीं। वार्षिक रिपोर्ट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एकल पहाड़ी नृत्य, झामकड़ा, नाटी और पंजाबी नृत्य जैसे विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में रंग भर दिया और छात्रों की कला का शानदार प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि आर. आर. भाटिया ने पुरस्कार वितरण से पहले सभी को सम्बोधित किया और पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अपने बहुमूल्य अनुभव साझा करते हुए महाविद्यालय को 21,000 रुपए तथा अपनी स्व-रचित पुस्तक भेंट दी। इसके बाद, पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुआ। गत वर्ष बी.ए. और बी.कॉम. में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली विद्यार्थियों तमन्ना और अंजलि को पी.टी.ए. की ओर से 5100-5100 रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। समारोह के अंत में राजेश कुमार ने सभी का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का औपचारिक समापन राष्ट्रगान के साथ किया।
थाना खुंडियां के तहत सिहोरवाला पुल के पास नदी में नहा रहा एक युवक बीते रोज तेज पानी के बहाव में बह गया, जिसकी तलाश शनिवार को बारिश के बीच जारी रही। डूबने वाले युवक की पहचान 27 वर्ष दुर्गेश गांव वडगोह जिला संत कवीर नगर उत्तर प्रदेश हाल रिहायश ठाकूरद्वारा पालमपुर के रूप में हुई है। मामले की पुष्टि डी एस पी ज्वालामुखी आर पी जसवाल ने की है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम एसडीआरएफ टीम के साथ-साथ ड्रोन कैमरे के जरिए युवक की तलाश कर रही है। बहरहाल अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है, ऐसे में युवक की तलाश उसके मिलने तक जारी रहेगी। जानकारी के अनुसार पुलिस को योगेश कुमार पुत्र बाल कृष्ण कुमार गांव वडगोह डाकघर वरवीरा तहसील महदावल जिला संत कवीर नगर उत्तर प्रदेश हाल रिहायश ठाकूरद्वारा पालमपुर ने सूचना दी कि वह पी.ओ.पी. का काम करते है। इस बीच बीते रोज सभी प्रवासी मजदूर सुजानपुर में होली मनाने आए थे और वापसी में नहाने के लिए व्यास नदी भलेठ पुल सिहोरवल्ला मे गए तो इस दौरान नहाते समय उनका भाई दुर्गश जिसे ज्यादा तैरना नही आता था वह तेज वहाव होने के कारण नदी में बह गया। उनके अनुसार अपने स्तर पर स्थानीय लोगों की सहायता से उसे ढूंढने का प्रयास किया लेकिन उसका कहीं कुछ अता पता नहीं चला। ऐसे में अब पुलिस टीम द्वारा उसकी छानबीन की जा रही है। थाना प्रभारी खुंडियां रघुजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम एस.डी.आर.एफ. टीम के साथ मिलकर उसे खोजने का प्रयास कर रही है।
- बोले, कांग्रेस के लोग भी शामिल - कहा, मुझे शक था कि AIIMS में गलत इंजेक्शन दे देते, इसीलिए वहां नहीं गया बिलासपुर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को गोली लगने के बाद आज उनका पहला बयान सामने आया है। अपने चिर परिचित अंदाज में बंबर ठाकुर ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए है। बंबर ने कहा है कि भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा उन्हें बार- बार मारने के प्रयास किए जा रहे है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी दावा किया है कि इसके पीछे नड्डा परिवार और त्रिलोक जम्वाल शामिल है। साथ ही कांग्रेस के भी कुछ लोग भी उन्हें मारने की साजिश रच रहे है। बंबर ने ये भी कहा कि उन्हें भाजपा से कई बार पार्टी में शामिल होने के ऑफर्स भी आ चुके है। उनका कहना है यदि वो कांग्रेस का समर्थन न करते तो शायद उन पर हमला न होता। उन्होंने ये भी कहा कि उन पर 12 नहीं बल्कि 24 से 25 बार फायरिंग हुई है। बंबर ठाकुर का ये भी कहना है है कि कुछ सालों पहले विरोधियों ने उनके दोनों बेटे को भी नशे के रास्ते में डालने की साजिश की थी। चिट्टा तस्करों को राजनीतिक सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने दावा किया है कि इनमें कुछ लोग स्थानीय है और कुछ बाहर के लोग शामिल है। उन्होंने इस मामले में सीएम सुक्खू से सख्त कार्रवाई की मांग की है। बंबर बोले, "AIIMS में मुझे गलत इंजेक्शन दे देते " बंबर ठाकुर ने ये भी कहा कि हमला होने के बाद उन्हें इलाज के लिए AIIMS में इलाज के लिए भेजने की बात की गई, लेकिन उन्होंने वहां जाने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें शक था कि वहां उन्हें गलत इंजेक्शन दिया जा सकता है। त्रिलोक जम्वाल पर लगाए गंभीर आरोप : बंबर ठाकुर ने आरोप लगाया कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कुछ चिट्टा तस्करों ने उनके बेटे पर भी हमला किया था। साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि उन चिट्टा तस्करो को बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल का समर्थन मिल रहा था। उन्होंने कहा कि चिट्टा तस्करों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है और चिट्टा तस्कर इन नेताओं को फंडिंग भी करते है। जब नशा तस्करी करने वालो को राजनितिक संरक्षण मिल गया है तभी चिट्टा तस्करों के हौंसले बुलंद हो रहे है।
सोलन में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की मौत का झूठा प्रमाणपत्र तैयार करवाया ताकि वह इंश्योरेंस की भारी रकम हासिल कर सके। नगर निगम के अधिकारियों और शमशानघाट कर्मचारियों की मिलीभगत से यह जालसाजी की गई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बाद आरोपी विशाल गोयल समेत दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना 06 फरवरी 2025 को पुलिस थाना सदर सोलन में दर्ज हुई थी, जब बिमला वर्मा, रजिस्ट्रार जन्म एवं मृत्यु नगर निगम सोलन ने पुलिस में शिकायत की थी। आरोप है कि 07 जनवरी 2025 को मोनिका गोयल के नाम पर एक फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया गया था। यह प्रमाणपत्र नगर निगम कर्मचारी धर्मपाल द्वारा जमा किया गया था। बाद में 15 जनवरी 2025 को मोनिका गोयल के पति विशाल गोयल ने मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए आवेदन दिया और 5 प्रतियां प्राप्त की थीं। हालांकि, 01 फरवरी 2025 को मोनिका गोयल ने खुद यह जानकारी दी कि उनका अंतिम संस्कार 05 जनवरी 2025 को चंबाघाट शमशानघाट में नहीं हुआ था और वह स्वस्थ हैं। इसके बाद मामले की जाँच शुरू की गई, जिसमें पता चला कि विशाल गोयल ने अपने लाभ के लिए यह फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाया था। जाँच के दौरान यह भी सामने आया कि विशाल गोयल की पत्नी मोनिका गोयल की ICICI बैंक और Bajaj Finance से 85 लाख रुपये की इंश्योरेंस पॉलिसीज हैं। विशाल गोयल ने पैसों के लालच में यह फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करवाया। आरोपी ने सोलन में रहने वाले सुरेश शर्मा से संपर्क किया था, जो कमीशन पर जाली मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाता था। विशाल गोयल को 14 मार्च 2025 को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस की जाँच में यह भी सामने आया कि इस मामले में दो और आरोपी शामिल हैं। पुलिस ने 14 मार्च को सुरेश शर्मा और धर्मपाल को भी गिरफ्तार किया। सुरेश शर्मा सोलन में रहता है और वह मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने में शामिल था, जबकि धर्मपाल नगर निगम का कर्मचारी है और शमशानघाट से जुड़ा हुआ है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। तीनों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच के परिणामस्वरूप आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, और आगे की जांच के दौरान और जानकारी सामने आने की संभावना है।