हिमाचल प्रदेश में लंबे समय के बाद अब मौसम बरसना शुरू हो गया है। ऐसे में ऊंचाई वाली चोटियों पर बर्फबारी भी शुरू हो गई है। जिला लाहौल स्पीति की बात करें तो यहां पर भी शाम से बर्फबारी शुरू हो गई है और अब अटल टनल, सीसु, कोकसर के आसपास बर्फबारी काफी तेज हो गई है। ऐसे में मनाली से लाहौल के विभिन्न इलाकों में घूमने गए सैलानियों के वाहनों को पुलिस के द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया है। मंगलवार शाम के समय पर्यटकों के वाहन बर्फबारी के बीच कोकसर में फंस गए और सड़क पर उन्हें वाहन चलाना मुश्किल हो गया। सूचना मिलते ही लाहौल पुलिस की टीम को मौके पर पहुंची और उन्होंने सभी सैलानियों के वाहनों को सुरक्षित अटल टनल से होते हुए मनाली की और रवाना कर दिया है। शाम के समय अटल टनल में भी बर्फबारी तेज हो गई है जिसके चलते यहां पर वाहन फंस गए थे, लेकिन पुलिस के द्वारा तत्परता दिखाते हुए उन सभी वाहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें मनाली की ओर भेज दिया गया है। इसके अलावा लाहौल पुलिस के द्वारा घाटी के विभिन्न इलाकों की भी पेट्रोलिंग की जा रही है, ताकि सड़क में अगर कोई वाहन फंसा हुआ तो उसे वहां से निकाला जा सके। ऐसे में लाहौल स्पीति पुलिस ने सैलानियों से भी आग्रह किया है कि वे बर्फबारी के बीच सफर न करें और मौसम की स्थिति को देखते हुए ही घाटी का रुख करें। एसपी लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि बर्फबारी के बीच पर्यटकों के कुछ वाहन फंस गए थे, लेकिन उन्हें पुलिस टीम के द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया है। अटल टनल होते हुए सभी वाहनों को मनाली की ओर भेजा जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद से ही मजदूरों के हितों को रोक दिया गया है। जिससे मजदूरों को आर्थिक लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में अब जल्द से जल्द सरकार मजदूरों के हितों को जारी करें। ताकि मजदूरों को आर्थिक रूप से लाभ मिल सके। इसी मुद्दे को लेकर उपमंडल बंजार के मुख्यालय में भी भारी बारिश के बीच मजदूर सड़कों पर उतरे और उन्होंने रोष रैली निकाली। ट्रेड यूनियन की संयुक्त समन्वय समिति की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन भी भेजा गया। ट्रेड यूनियन संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में सभी ट्रेड यूनियन सीटू, इंटक, बीएमएस, मजदूर संघर्ष समिति के साथ सैकड़ों मजदूर बंजार इकाई की अध्यक्ष भावना चौहान की अध्यक्षता में बंजार कला केंद्र में एकत्रित हुए और मांगों को लेकर उपमंडल अधिकारी नागरिक बंजार के कार्यालय तक रैली निकाली।
दूसरे दिन के प्रथम सत्र में जिला कांगड़ा, किन्नौर तथा कुल्लू के विधायकों ने अपनी प्राथमिकताएं की प्रस्तुत मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज वार्षिक योजना 2024-25 के लिए विधायक प्राथमिकताओं पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। दूसरे दिन के पहले सत्र में जिला कांगड़ा, किन्नौर तथा कुल्लू के विधायकों ने अपनी प्राथमिकताएं प्रस्तुत कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार आमजन के कल्याण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है और समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं आरम्भ की गई हैं। सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज के उपेक्षित वर्ग को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है, ताकि वे सम्मानजनक जीवन-यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन स्तर को उपर उठाने एवं स्थानीय विकास में इन बैठकों का विशेष महत्व है। वार्षिक योजना 2024-25 में प्रत्येक विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र से सम्बन्धित पांच प्राथमिकताएं प्रस्तावित कर सकते हैं। इनमें सड़कें एवं पुल, लघु सिंचाई योजनाएं, ग्रामीण पेयजल/मल निकासी की एक-एक योजना अथवा किसी एक मद में तीन अथवा दो प्राथमिकताएं प्रस्तावित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि रख-रखाव से सम्बन्धित एक प्राथमिकता तथा परिवहन विभाग के अन्तर्गत चार्जिंग स्टेशन सहित इलैक्ट्रिक-बस चलाने के लिए विधायक एक प्राथमिकता शामिल कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नाबार्ड से ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (आर.आई.डी.एफ.) के तहत केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण योग्य गतिविधियां ही पात्र हैं। ऐसे में नगर निगमों के अन्तर्गत आने वाले शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण, वित्त पोषण के लिए एवं विषम क्षेत्रीय विकास की समस्या का समाधान करने के लिए सरकार द्वारा सम्बन्धित विधायकों से प्राथमिकताएं मांगकर शहरी अवसंरचना विकास निधि (यूआईडीएफ) के तहत वित्त पोषण के लिए भेजी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन स्वीकृतियों के मामलों में तेजी आई है। जिला स्तर पर आयोजित होने वाली एफसीए तथा एफआरए केसों की समीक्षा बैठकों में संबंधित विधायक को भी बुलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही राज्य सरकार ने विधायक निधि से भूमिगत केबल बिछाने तथा मुख्यमंत्री लोक भवन के निर्माण कार्य के लिए भी धन उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, ताकि आय के साधन बढ़ें और प्रदेश आत्मनिर्भर बने। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत परिवहन निगम की बसों को ई-बसों से चरणबद्ध तरीके से बदला जा रहा है तथा राज्यभर में ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सीमित संसाधनों से आर्थिकी पर बोझ जरूर बढ़ा है, लेकिन वर्तमान सरकार के प्रयासों से राज्य की अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत तक सुधार भी आया है। उन्होंने प्रदेश की विकास नीति, वित्तीय संसाधन जुटाने, मितव्ययता, बेहतर प्रशासन, स्वरोजगार व रोजगार सृजन इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों पर विधायकों के सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आने वाले समय में और कड़े फैसले लिए जाएंगे। जिला कांगड़ा नूरपुर से विधायक रणबीर सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़कों केे विस्तारीकरण का आग्रह किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र खुखलेड़ के निर्माण तथा सदवां उप- तहसील के नए भवन के निर्माण, भूमि-कटाव रोकने के लिए चक्की और जबर खड्ड में चैनलाइजेशन का आग्रह किया। उन्होंने नशा माफिया पर लगाम लगाने पर भी सुझाव दिए। इंदौरा से विधायक मलेंद्र राजन ने अपने चुनाव क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खोलने, बसंतपुर स्कूल को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाने तथा नए शिक्षण संस्थान खोलने की बजाय पुराने संस्थानों को सुदृढ़ करने का आग्रह किया। उन्होंने आईटीआई गंगथ में नए व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू करने, बहुतकनीकी कॉलेज खोलने तथा भदरोहा में पुलिस चौकी खोलने की मांग की। उन्होंने नशा तथा खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए जन भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी बल दिया। फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया ने निर्माणाधीन रे कॉलेज तथा संयुक्त कार्यालय भवन फतेहपुर के कार्य को जल्द पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने फतेहपुर में विद्युत बोर्ड का वृत्त कार्यालय खोलने तथा शाह नहर की मरम्मत के लिए समुचित धनरशि उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया। देहरा से विधायक होशियार सिंह ने क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा बेहतर वन प्रबंधन से आर्थिक संसाधन बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने इमारती लकड़ी पर आधारित उद्योग स्थापित करने तथा प्रदेश के मंदिरों में वीआईपी दर्शन पर्ची के माध्यम से राजस्व बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने लगभग 7000 पौंग बांध विस्थापितों के मुद्दे को केंद्र सरकार से उठाने का आग्रह भी किया। जसवां प्रागपुर से विधायक बिक्रम सिंह ने अपने चुनाव क्षेत्र में निर्माणाधीन पॉलीक्लीनिक का कार्य पूरा करने के लिये समुचित धन उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ ही राजकीय बहुतकनीकी कॉलेज जंडौर को शुरू करने तथा चुनौर औद्योगिक क्षेत्र को सुदृढ़ करने का आग्रह भी किया। ज्वालामुखी सेे विधायक संजय रतन ने मां ज्वालामुखी मंदिर का मास्टर प्लान बनाकर श्रद्धालुओं के लिए और अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत एकीकृत केंद्र तथा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। शाहपुर से विधायक केवल सिंह पठानिया ने शाहपुर मल निकासी योजना तथा खंड विकास अधिकारी कार्यालय खोलने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या दूर करने तथा चंबी ग्राउंड के सुधार की मांग रखी। उन्होंने रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति के लिए समुचित कैलेंडर बनाने का भी आग्रह किया। मनाली से विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने मनाली बाई-पास सड़क के कार्य में तेजी लाने आग्रह किया। उन्होंने राज्य सरकार से रोहतांग क्षेत्र में व्यवसायिक गतिविधियां शुरू करने, नए रोपवे लगाने तथा पर्यटन ग्राम विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर बनाने का भी आग्रह किया। बंजार से विधायक सुरेंद्र शौरी ने एनएच-305 के सुदृढ़ीकरण की मांग की, ताकि पर्यटकों को तीर्थन घाटी तक आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने पेयजल तथा बिजली आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाने का भी आग्रह किया। इसके अतिरिक्त निर्माणाधीन दलासनी पुल तथा बंजार बाईपास का कार्य जल्द पूरा करने का आग्रह किया। आनी से विधायक लोकेंद्र कुमार ने सैंज-आनी सड़क के सुधारीकरण तथा श्रीखंड यात्रा को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। साथ ही नशे पर नकेल कसने के लिए पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाने, आनी में पुलिस का ट्रैफिक विंग तथा सीए स्टोर खोलने की तथा जलोड़ी पास से सरयोलसर झील तक ई-व्हीकल चलाने का भी आग्रह किया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, आयुष, खेल एवं युवा सेवाएं मंत्री यादविंदर गोमा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, योजना सलाहकार डॉ बसु सूद सहित विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिव, विभाग प्रमुख तथा संबंधित जिलों के उपायुक्त उपस्थित थे।
भुंतर पुलिस टीम ने हाथीथान फोरलेन में चेकिंग के दौरान दो लोगों से 616 ग्राम चरस बरामद किया है। आरोपियों की पहचान पुने राम (44 ) पुत्र मंगर राम निवासी गांव सरोट तहसील बंजार व मानसुख (25) पुत्र जय राम निवासी गांव फरियारी तहसील बंजार के रूप में हुई। पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान एक कार को रोका तो उसमें से 616 ग्राम चरस बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध थाना भुंतर में मादक पदार्थ अधीनियम के तहत अभियोग दर्ज करके उनको गिरफ्तार किया है। मामले की पुष्टि कुल्लू एसपी साक्षी वर्मा ने की है।
भुंतर सुधार समिति के अध्यक्ष व ग्रामीणों ने नदी में बने टापू से मलबा हटाने के साथ सुरक्षा दीवार लगाने की लगाई गुहार पार्वती और ब्यास नदी में बने टापूओं को अगर प्रशासन ने शीघ्र नहीं हटाया तो आने वाली बरसात में फिर काई बड़ी घटना घट सकती है। यह बात भुंतर सुधार समिति की अध्यक्ष मेघ सिंह कश्यप ने कही। उन्होंने कहा कि प्राकृति आपदा के कारण आई बाढ़ से जिया गांव के पास पार्वती नदी में टापू बन गया है। जिस कारण नदी का रूख गांव की ओर मुड़ गया है और ग्रामीण खतरे की जद में आ गए हैं। इस खतरे से निजात दिलाने के लिए सरकार व प्रशासन से कई बार आग्रह किया, लेकिन कोई इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा। जिया पंचायत व ग्रामीणों ने भी सरकार व जिला प्रशासन से शीघ्र पार्वती नदी से मलबा हटाने व सुरक्षा दीवार लगाने की गुहार लगाई है। जिया के लोगों का कहना है कि हम भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं और हमारा दर्द कोई नहीं समझ रहा है। बता दें कि बाढ़ के समय नुकसान का जायजा लेने आए कैबिनेट मंत्री ने स्वयं कई स्थानों सहित जिया गांव का भी दौरा किया था। ग्रामीणों ने नदी में बने टापू से मलबा हटाने के साथ सुरक्षा दीवार लगाने व बाढ़ से क्षतिग्रस्त फुट ब्रिज के पुन: निर्माण की मांग रखी थी। लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। जिया संगम के पास ब्यास नदी से मलबा एकत्रित करने का कार्य शुरू हो गया है, लेकिन पार्वती नदी में बने टापू से मालवा हटाने के लिए काई मशीनरी नहीं आई है। इस बारे जब एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से टापू से मलबा उठाने की अनुमति मांगी गई है। जैसे ही अप्रूवल मिलती है टापू से मलबा उठा दिया जाएगा।
मास्टर भूपेश बोले- अपराध को रोकने के लिए अपराधी की पहचान का होना जरूरी कुल्लू के सूत्रधार कला संगम में अवेकन स्टूडेंट वेल्फेयर सोसायटी हिमाचल प्रदेश द्वारा इजराइल की तर्ज पर 2 दिवसीय बचाव व सुरक्षा का प्रशिक्षण शिविर 'मिशन निर्भीक' का आयोजन किया गया। इसमें हिमाचल के विभिन्न हिस्सों से आए 35 प्रशिक्षुओं ने बचाव व सुरक्षा का प्रशिक्षण प्राप्त किया। मार्शल आर्ट में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मास्टर भूपेश ने इस शिविर में प्रशिक्षुओं को इजराइल सेल्फ डिफेंस के खतरनाक गुर सिखाए। इस शिविर के समापन समारोह में रिकवरी तहसीलदार सुरभी नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और उनके साथ गेस्ट ऑफ हॉनर कुल्लू सदर थाना प्रभारी मुनीश व सूत्रधार कला अकादमी के अध्यक्ष दिनेश सेन मौजूद रहे। तहसीलदार सुरभी नेगी ने कहा कि इस तरह के जागरूकता शिवरों से मनोबल बढ़ता है और समाज में जागरूकता आती है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से अपने स्कूल और कॉलेज के किस्से भी साझा किए। वहीं मास्टर भूपेश ने कहा कि उनका मकसद इजराइल की तर्ज पर हमारे देश में भी क्राइम को कम करना है। उन्होंने कहा कि अपराध को रोकने के लिए अपराधी की पहचान का होना जरूरी है।
कुल्लू जिले के बंजार विधानसभा क्षेत्र के लारजी में आज सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता मुख्य संसदीय सचिव वन, ऊर्जा, पर्यटन व परिवहन सुंदर सिंह ठाकुर ने की। सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में बंजार विधानसभा क्षेत्र की 5 पंचायतों कनोंन, चकुरटा, लारजी मंगलौर व कोटला से 60 शिकायतें प्राप्त हुईर्ं। जिनमें से अधिकतर शिकायतों का मौके पर ही निपटारा कर लिया गया। सीपीएस ने शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समय के भीतर निपटारे के निर्देश दिए। सुंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों की समस्याओं व शिकायतों का मौके पर समाधान सुनिश्चित बनाने लिए सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम आरंभ किया है।
कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा क्षेत्र के लारजी में सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से अनुमोदित गीत संगीत कला मंच के कलाकारों द्वारा प्रदेश सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों व योजनाओं के बारे में नुक्कड़ नाटक तथा गानों के माध्यम से जागरूक किया। इस दौरान कलाकारों ने समाज में नशे की आदत के कारण लोगों विशेष कर युवाओं पर पड़ रहे दुष्प्रभावों के बारे में भी जागरूक किया। इसके बाद गीत संगीत कला मंच के कलाकारों ने सेंज में भी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों की जानकारी दी।
आरोपी के कब्जे से 12 मोबाइल, दो लैपटाप, नौ सिम कार्ड, पैन ड्राइव और नकदी बरामद हिमाचल प्रदेश सीआईडी के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन मध्य खंड मंडी की टीम ने 12.56 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली से नाइजीरियन मूल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 12 मोबाइल, दो लैपटाप, नौ सिम कार्ड, पैन ड्राइव और नकदी बरामद हुई है। पुलिस ने इन सभी को अपने कब्जे में ले लिया है। इस मामले में अन्य ठगी भी उजागर हो सकती है। फिलहाल यह पूरा मामला गिरोह से जुड़ा बताया जा रहा है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार साइबर क्राइम थाना मंडी में बीते 8 सितंबर, 2023 को 12.56 लाख रुपये आनलाइन धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। इसमें शिकायतकर्ता को ऑनलाइन शादी का झांसा देकर तोहफा भेजने और कस्टम ड्यूटी फीस के नाम पर यह राशि ऐंठी गई थी। शिकायत मिलने और जांच पड़ताल के बाद साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी में टीम का गठन किया था, जिसमें निरीक्षक अजित सिंह, मुख्य आरक्षी आशीष कुमार, आरक्षी राज कुमार, आरक्षी आशिष पठानिया व आरक्षी चालक पुष्प राज को दिल्ली रवाना किया गया। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन मंडी की टीम ने दिल्ली में दिल्ली पुलिस के उप निरीक्षक जोगिंद्र, आरक्षी मनीष, शिवानी, मेवा राम की सहायता से दबिश दी और एक नाइजीरियन मूल के व्यक्ति को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। जांच में पाया गया है कि मुकदमा में संलिप्त मोबाइल नंबर और बैंक खातों में धोखाधड़ी करके पैसे एंठने की भारत में अभी तक 9 राज्यों में साइबर क्राइम की शिकायतें दर्ज हुई हंै। आरोपी को न्यायालय हमीरपुर में पेश किया गया और छह दिन का रिमांड हासिल कर पूछताछ की गई। आरोपी को शनिवार को न्यायायिक हिरासत में भेजा गया है, जबकि पुलिस जांच जारी है। उधर, एएसपी साइबर क्राइम मनमोहन ने बताया कि मामले में नियमानुसार सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है।
कुल्लू के तलोगी में पुलिस टीम ने यातायात चेकिंग के दौरान पंजाब के दो युवकों से 51 ग्राम हीरोइन बरामद की है। आरोपियों की पहचान दलविन्द्र सिंह (37) पुत्र बाज सिंह निवासी वार्ड नं 7 चेला मोड़ कलौनी डाकघर अड्डा भीखीबिंड तहसील पट्टी जिला तरनतारन पंजाब व गुरसाहब सिंह (33) पुत्र धीरा सिंह निवासी गांव व डाकघर बलेर तहसील पट्टी जिला तरनतारन पंजाब के रूप मे हुई है। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध थाना कुल्लू में मादक पदार्थ अधीनियम के तहत अभियोग दर्ज करके गिरफ्तार किया गया है। मामले की पुष्टि एसपी साक्षी वर्मा ने की है।
कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा क्षेत्र के लारजी में 28 जनवरी को सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसकी अध्यक्षता मुख्य संसदीय सचिव वन, ऊर्जा,पर्यटन व परिवहन सुंदर सिंह ठाकुर करेंगे। सरकार गांव के द्वारा कार्यक्रम में क्षेत्र की 5 पंचयतों कनोंन, चकुरटा, लारजी मंगलौर व कोटला ग्राम पंचायतों की शिकायतों को सुना जाएगा। बीडीओ बंजार ने बताया कि विभिन्न विभागों द्वारा इस दौरान गांव गांव जा कर पूर्व गतिविधियों को आयोजित किया गया तथा अब तक विभिन्न विभागों से संबंधित 53 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी परम पूजनीय लला मेमे की स्मृति में 13 फरवरी को कुल्लू के देवसदन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जायेगा। रक्तदान शिविर के संयोजक प्रेम लाल ने सभी से अपील की है कि रक्तदान शिविर में ज्यादा से ज्यादा संख्या में आ कर रक्तदान करें और पुण्य के भागीदार बने। आज कुल्लू के बदाह मठ में लला मेमे फाउंडेशन की एक बैठक बुलाई गय, जिसमें लाहुल स्पिति के लाहुल उपमंडल के आध्यात्मिक गुरु लला मेमे की 13वीं पुण्यतिथि की तैयारियों पर चर्चा की गयीं। बैठक की अध्यक्षता लला मेमे के द्वारा विशेष शिव हवन में दीक्षित सोनम राम ने की। फाउंडेशन के अध्यक्ष मंगल मनेपा ने जानकारी दी कि इस वर्ष पुण्यतिथि भुंतर स्थित तारा विला में मनायी जाएगी और इस धार्मिक आयोजन में मुख्यतिथि के तौर पर ज़िला किन्नौर से संवन्ध रखने वाले महान विद्वान आचार्य रमेश नेगी प्रवचन देने के लिए विशेष रूप से पधारेंगे। रमेश नेगी वर्तमान में रिवालसर बौद्ध गोंपा में प्रवास कर रहे हैं।
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग की अध्यक्षता में आज यहां लुहरी जल विद्युत परियोजना की पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त ने परियोजना प्रबंधन को प्रभावितों के प्रति संवेदनपूर्ण व्यवहार करने तथा बैठक में लिये गये निर्णयों को समयबद्ध अमलीजामा पहनाने के निर्देश दिये। बैठक में पूर्व की बैठक में लिये गए निर्णय की समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि परियोजना निर्माण में मकानहीन हुये छह परिवारों के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। उपमंडलाधिकारी निरमंड को चयनित भूमि पर 6 परिवारों के मकान का टीपीसी नियमों के अनुसार नक्शा तैयार करने तथा परियोजना प्रबंधन को मकान निर्माण के लिए धनराशि जारी करने के निर्देश दिये गए हैं। बैठक में परियोजना प्रभावितों को परियोजना निर्माण के कारण आ रही समस्याओं का निराकरण करने के लिए एसडीएम निरमंड की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया।
** यू-टयूब पर हाल ही में रिलीज हुआ हिमांशु शर्मा का नया गीत हिमाचल प्रदेश के मशहूर लोक गायक धमेंद्र शर्मा के पुत्र हिमांशु शर्मा का नया गीत 'झुरिये जाणे री जिद न केरे' दर्शकों की जुबां पर चढ़ गया है। गीत को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। इस गीत को देसी चैनल कुल्लू के बैनर तले रिलिज किया गया है। इस गीत में उभरते हुए लोक गायक हिमांशु शर्मा ने अपनी मधुर आवाज दी है, जबकि संगीत संदीप ठाकुर ने दिया है। खास बात यह कि गीत को धर्मेंद शर्मा ने ही लिखा है। झुरिये जाणे री जिद न केरे गीत में अभिनय नरेंद्र ठाकुर और शिवानी शर्मा ने किया है। बाराहार क्षेत्र के तहत आने वाले खूबसूरत गांव लोट में इस गीत की शूटिंग की गई है। हिमांशु शर्मा का कहना है कि वे अपने पिता के तरह कुल्लवी संस्कृति के प्रसार व प्रचार के लिए प्रयास कर रहे हैं।
** कार्यक्रम में पेखड़ी के उप प्रधान वीरेंद्र भारद्वाज रहे मुख्य अतिथि ** बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम किए प्रस्तुत, विजेताओं को बांटे इनाम जिला कुल्लू के उप मंडल बंजार की दूरदराज पंचायत पेखड़ी के नाहीं गांव में गणतंत्र दिवस समारोह बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में पंचायत पेखड़ी के उप प्रधान वीरेंद्र भारद्वाज बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण कार्यक्रम के पश्चात स्थानीय महिला मण्डल, युवक मंडल और छोटे छोटे बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर नृत्य प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, रस्साकशी और अन्य खेलों का आयोजन किया गया। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के ईको जोन में स्थित यह गांव अब तक सड़क सुविधा से महरूम था। हालांकि सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है। अगले वर्ष तक इस गांव के सड़क सुविधा से जुड़ने की लोगों को उम्मीद बनी हुई है।
लाहौल-स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग में शीघ्र आलीशान प्रेस क्लब भवन का निर्माण होगा। इसके लिए औपचारिकता पूरी की जा रही है। इस विषय को लेकर प्रेस क्लब केलांग व प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू की एक सामूहिक बैठक हुई। बैठक में नॉर्थ इंडिया पत्रकार एसोसिएशन हिमाचल के राज्य अध्यक्ष एवं प्रेस क्लब कुल्लू के प्रधान धनेश गौतम, प्रेस क्लब केलांग के महासचिव कुंदन शर्मा, लोक संपर्क अधिकारी कुल्लू एवं लाहुल-स्पीति नरेंद शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि लाहौल-स्पीति जिला अटल टनल रोहतांग के बाद पर्यटन का हब बनता जा रहा है और यहां पर देश-विदेश के पर्यटकों के अलावा देश-विदेश का मीडिया, लेखकों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। इसलिए जिला में प्रेस की भूमिका भी बढ़ी है। जिस कारण यहां प्रेस क्लब भवन का होना वर्तमान की आवश्यकता है। बैठक में निर्णय लेते हुए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है कि शीघ्र डीपीआर के नाम भूमि स्थानांतरित की जाए, ताकि जिला मुख्यालय केलांग में प्रेस क्लब भवन का निर्माण किया जा सके।
कुल्लू के ढालपुर मैदान में आयोजित गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय समारोह में सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भव्य परेड की सलामी ली। पुलिस के उप निरीक्षक रूपलाल ने भव्य परेड का नेतृत्व किया। मार्चपास्ट में जिला पुलिस पुरुष व महिला, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, गृह रक्षा, एनसीसी आर्मी व एयरविंग, एनएसएस के अलावा हिमाचल प्रदेश गृह रक्षा बैंड ने भाग लिया। सीपीएस ने सभी जिलावासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस उन महान स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करने का दिन है, जिनके बलिदान के कारण हमने आजादी हासिल की थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर समृद्ध हिमाचल बनाने की दिशा में प्रयासरत है। हिमाचल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने और 10 वर्षों में देश का सबसे अमीर राज्य की श्रेणी में शामिल हो इस दिशा में प्रदेश सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चुनाव के समय में किए गए वादों को चरणवद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन लागू करके प्रदेश के 1 लाख 36 हजार से अधिक कर्मचारियों को तोहफा दिया है। सीपीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना आरंभ की है, जिसके तहत 4000 अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में अपनाया गया है। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए 680 करोड़ की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना आरंभ की गई है योजना के तहत पहले चरण में ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत का अनुदान का प्रावधान किया गया है। योजना के दूसरे चरण में शिक्षा विभाग में अध्यापकों के 5291 पद भरे जा रहे हैं इसके अलावा प्रवक्ता के 530 पद ,पुलिस विभाग में पुलिस कर्मियों के 1226 पद भरे जा रहे हैं, जिनमें महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण का भी प्रावधान किया गया है। जल शक्ति विभाग में विभिन्न श्रेणियां के 10000 पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में गत वर्ष जुलाई माह में आई प्राकृतिक आपदा से भारी नुकसान के बाबजूद अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित हुआ है। सीपीएस ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जिले को विशेष आपदा राहत पैकेज के तहत 45 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई ,इसके अलावा 10 करोड़ रुपए की राशि एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के तहत भी जारी की गई। जिले में में भयंकर आपदा के दौरान बाढ़ एवं भूस्खलन से लगभग 5000 लोग प्रभावित हुए थे जिन्हें अब तक लगभग 35 करोड़ रूपये से अधिक की राशि प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विशेष राहत पैकेज के तहत राहत राशी में कई गुना वृद्धि की गई । कच्चे व पक्के मकान के पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर दी जाने वाली राहत राशि 1 लाख 30 हजार रूपये की राशि को बढ़ाकर 7 लाख रुपये किया गया । उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में 52017 मनरेगा कार्ड धारकों को 2 लाख 27 हजार 502 कार्य दिवस सृजित कर रोजगार उपलब्ध करवाया गया। जिले में मनरेगा के तहत 22 हजार 662 कार्य स्वीकृत किये गए हैं जिनमें से 5802 कार्य पूर्ण कर लिये हैं। जिसके लिए 70 करोड़ 86 लाख रुपये की राशि जारी की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में मनरेगा के तहत आपदा ग्रस्त क्षेत्रो में सामुदायिक स्तर के 3606 कार्यों के लिए 101 करोड़ 3 लाख की राशी स्वीकृत की गई है। जिले में मंनरेगा के तहत आपदा प्रभावित क्षेत्रों में व्यक्तिगत स्तर के कार्यों के लिए 177 करोड़ 58 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में गत एक वर्ष में नाबार्ड के तहत 22.56 करोड रुपए की तीन सड़क परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है इसी अवधि के दौरान केंद्रीय सड़क निधि से के तहत एक कार्य के लिए 38 करोड 86 लाख रुपए स्वीकृत किये गये। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस दौरान सीपीएस ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों कर्मचारियों व अन्य संस्थाओं को भी सम्मानित किया।
** लाहौल घाटी के कई इलाकों ने ओढ़ी सफेद चादर ** अटल टनल की तरफ वाहनों की आवाजाही रोकी लंबे समय से बर्फबारी का इंतजार कर रहे हिमाचल वासियों प्रदेश के लिए खुशखबरी है। सूबे के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम ने करवट बदल ली है। कुल्लू जिले के रोहतांग दर्रा और चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी सहित राज्य के अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी हुई है। आज सुबह अटल टनल रोहतांग और धुंधी इलाके में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ। अटल टनल इलाके में लगभग एक इंच बर्फबारी हुई है, जिस वजह से अटल टनल की तरफ आम वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। सोलंगनाला से आगे सिर्फ फोर बाई फोर वाहन ही जा पा रहे हैं। अन्य वाहनों को सोलंगनाला से आगे जाने की अनुमति नहीं है। वहीं, लाहौल घाटी के कई इलाकों ने भी बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। वहीं, बर्फबारी के बाद पांगी में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। उधर, प्रदेश की राजधानी शिमला में आज सुबह से बादल छाए हुए हैं।
जिला कुल्लू के ढालपुर पैराग्लाइडिंग साइट पर गत दिवस एक हादसा होते-होते टल गया। बुधवार दोपहर बाद एक पैराग्लाइडिंग पायलट हवा में अपना नियंत्रण खो बैठा और गणतंत्र दिवस के लिए सजाए जा रहे मंच के पास रखी पाइपों के ऊपर जा गिरा। गनीमत रही कि घटना में किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन एक बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया। इस दौरान कुल्लू पुलिस के जवान भी 26 जनवरी की परेड की रिहर्सल के दौरान वहां मौजूद थे। हालांकि जहां पर पैराग्लाइडर लैंड हुआ, वह जगह लैंडिंग के लिए नहीं है। जहां पैराग्लाइडर लैंड हुआ, वह जगह लैंडिंग साइट से करीब 100 मीटर दूर है।
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज मनाली हडिम्बा माता मंदिर परिसर के समीप खोखों में लगी आग वाले स्थान का दौरा किया और बताया कि अनेक वर्षों से ढूंगरी गांव से दलित समुदाय के परिवार यहां अपना कारोबार करते थे। बीती रात को यहां आगजनी की घटना हुई है, जो बेहद दुखद घटना है। आज यहां पहुंचकर इन परिवारों से मुलाकात कर घटना की जानकारी प्राप्त की। यह आग सुनियोजित तरीके से लगाई गई है। सभी अस्थाई शेड्स को व्यक्तिगत तौर से टारगेट किया गया है, जिसकी हम घोर निंदा करते हैं। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार गत दिन पहले यहां पर गाड़ियों की भी तोड़ फोड़ की गई है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार में कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। हमारी माताएं व बहनें असुरक्षित हैं। उन्होंने प्रशासन से इस घटना की निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया है।
कर्नल डीएस सामंत, भर्ती निर्देशक सेना भर्ती कार्यालय मंडी ने जानकारी दी कि हिमाचल के मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले के युवा 8 फरवरी से 21 मार्च तक अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल, अग्निवीर ट्रेड्समन और अग्निवीर टेक्निकल के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन करें। इसके लिए सभी उम्मीदवारों को joinindianarmy.nic.in वेबसाइट पर लॉगिन करके आवेदन करना होगा उम्मीदवारों के सुविधा के लिए वेबसाइट में वीडियो लिंक है, जिसमें उम्मीदवार पंजीकरण कैसे करें और ऑनलाइन परीक्षा में कैसे उपस्थित हों, इस बारे में जानकारी दी गई है। वेबसाइट पर ऑनलाइन प्रेक्टिस टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।
हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा वर्तमान प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेशव्यापी जन जागरूकता अभियान के तहत कुल्लू जिला में भी कार्यक्रम किये गए। आज कुल्लू विकास खंड की शाट पंचायत व ब्राधा पंचायत के शगचन में मन्नत कला मंच के कलाकारों ने सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम फोक मीडिया से संबंधित कार्यक्रम प्रस्तुत कर वर्तमान सरकार द्वारा जनहित में लिए गए फैसलों, जनकल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मंच के कलाकारों में नवनीत भारद्वाज, ख़ूबराम, मानचंद, गोपाल, अशोक, हीरा लाल, आशा शर्मा, चंपा, मोनिका आदि ने कुल्लवी नाटीओं के माध्यम से लोगों का मनोरंजन किया व साथ ही नाटक, विकास गंगा के माध्यम से पुरानी पेंशन की बहाली ओपी एस, मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, वृद्धाश्रम में रहने वालों हेतु त्योहार अनुदान योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
** आरोपियों ने पीड़ितों की जमीन से 40 पौधे काटकर नदी में दिए फेंक ** पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की छानबीन पार्वती वैली के कसोल में चनाल बेहड़ में घर में घुसकर जानलेवा हमला करने मामला सामने आया है। गांव की निशा देवी ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि बीती रात को करीब डेढ़ बजे गांव के ही करीब 30-35 लोग अचानक घर में घुस गए, जिन्होंने पहले बिजली काट दी और उसके बाद हमारे ऊपर डंडों से हमला कर दिया। हमले मेंं उन्हें सिर पर चोटें आई हंै और साथ उनकी चाची और भाई-बहन को भी चोटें आई हैं। मारपीट में घायलों को अस्पताल लाया गया है, जहां उनका मेडिकल किया गया है। निशा देवी ने कहा कि हमला करने वालों ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया और घर के साथ लगती जमीन से 40 पौधे काटकर नदी में फेंक दिए, जिसमें 20 सेब और 20 अनार के पौधे हैं। शिकायत पर मंगलवार शाम को मणिकर्ण पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हो किया गया है। वहीं, मामले की पुष्टि एसपी साक्षी वर्मा ने की है।
** निजी बस ऑपरेटर यूनियन ने जताया विरोध ** कहा, बसेें चलाना बंद नहीं किया तो आरटीओ को चाबियां सौंपेंगे ऑपरेटर जिला कुल्लू में एचआरटीसी के द्वारा पब्लिक डिमांड के नाम पर गलत तरीके से बसें चलाई जा रही हंै, जिससे निजी बस ऑपरेटरों को खास नुकसान हो रहा है। ऐसे में अगर अब जल्द ही एचआरटीसी के द्वारा इन बसों को बंद नहीं किया गया। तो निजी बस ऑपरेटर अपनी बसों की चाबियां आरटीओ को सौंप देंगे और इसकी जिम्मेदारी एचआरटीसी की होगी। बता दें कि जिला के विभिन्न ग्रामीण रूटों पर इन दिनों पब्लिक डिमांड के नाम पर एचआरटीसी के द्वारा बसों का संचालन किया जा रहा है। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के द्वारा इस बारे में कुल्लू के सरवरी में एक बैठक की गई और इस मुद्दे को आरटीओ तथा डीसी के समक्ष भी उठाया गया। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रधान रजत जंबाल ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में पहले से ही निजी बस ऑपरेटर की सेवाएं सुचारू रूप से चली हुई हंै, लेकिन कई इलाकों में एचआरटीसी द्वारा अपनी बसों का संचालन गलत तरीके से किया जा रहा है। ऐसे में निजी बस ऑपरेटर टैक्स चुकाने में भी समर्थ नहीं हैं।
** कहा, सरकार ने एक हफ्ते में अधिसूचना रद्द नहीं की तो लोकसभा चुनाव में देंगे जवाब हिमाचल प्रदेश की सरकार ने प्रदेश में टैक्सी चालकों पर टैक्स बढ़ाकर उन पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। सरकार के इस नए निर्णय से हिमाचल प्रदेश के 70 हजार से अधिक टैक्सी ऑपरेटर को अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना होगा। कांग्रेस सरकार के द्वारा हिमाचल प्रदेश के टैक्सी ऑपरेटरों पर पैसेंजर टैक्स को 6 गुना बढ़ा दिया है, जिससे अब टैक्सी ऑपरेटर परेशान हो गए हैं। टैक्सी ऑपरेटर का कहना है कि अगर प्रदेश में सरकार के द्वारा एक हफ्ते के भीतर इस अधिसूचना को रद्द नहीं किया गया तो इसका खामियाजा उन्हें लोकसभा चुनाव में भुगतना होगा। यूनियन ने कहा कि कांग्रेस सरकार के द्वारा साल 2023 के दिसंबर माह में भी पैसेंजर टैक्स में वृद्धि की बात कही गई थी, लेकिन अगले दिन सरकार के द्वारा यह बयान जारी किया गया था कि यह अधिसूचना गलती से जारी हुई है और इसे रद्द कर दिया गया है। अब जनवरी माह में कांग्रेस सरकार ने फिर से यह अधिसूचना जारी की है, जिसमें टैक्सी वाहनों पर पैसेंजर टैक्स को 6 गुना बढ़ा दिया है।
** कहा, प्रत्येक माह के अंतिम दो दिनों में आयोजित की जाएं राजस्व लोक अदालतें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां प्रशासनिक सचिवों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रत्येक माह के अंतिम दो दिनों में राजस्व लोक अदालत आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इन लोक अदालतों के उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। इन अदालतों में अब तक इंतकाल के 65000 से अधिक और तकसीम के 4000 से अधिक लंबित मामलों का निपटारा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है क्योंकि वर्तमान सरकार जन-जन की सरकार है। उन्होंने कहा कि वन विभाग में वन मित्रों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है और अगले महीने के पहले सप्ताह से शारीरिक परीक्षण भी आरंभ हो जाएगा। उन्होंने पुलिस विभाग में 1226 पुलिस कांस्टेबल पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अभी तक राज्य के 50 विधानसभा क्षेत्रों में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित किए जा चुके हैं, इनमें 6-6 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को शिमला शहर के सर्कुलर रोड में यातायात के सुचारू संचालन के लिए सभी बाधाओं को दूर करने के निर्देश भी दिए।
** पूरे प्रदेश में दिवाली जैसा माहौल ** जगह-जगह लगे भंडारे, शोभा यात्राएं निकालीं भगवान राम की जन्म भूमि अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में देवी-देवताओं की भूमि हिमाचल प्रभु राम के रंग में रंग गया है। पूरे प्रदेश में दिवाली जैसा माहौल है। राज्य के 4 हजार के करीब मंदिरों में एलईडी स्क्रीनें लगाकर रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह दिखाया गया। हर कोई भगवान राम की भक्ति में डूबा नजर आ रहा है। मंदिरों में धार्मिक आयोजन, जगह-जगह भंडारे और शोभा यात्राएं निकाली जा रही हैं। प्रदेश की शक्तिपीठों, बज्रेश्वरी मंदिर, चामुंडा, ज्वालाजी, नयना देवी, चिंतपूर्णी में विशेष आयोजन हो रहे हैं। मंदिरों में सोमवार सुबह अखंड रामायण पाठ, हवन, सुंदरकांड पाठ, हनुमान चालीसा पाठ हुआ। अगर बात करे शिमला जिला की तो यहां 100 से अधिक और राजधानी के 60 मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह लाइव दिखाया गया। शाम 5 बजे मंदिरों में दीप जलाएं जाएंगे। राजधानी का सबसे बड़ा कार्यक्रम राम बाजार स्थित राम मंदिर में हो रहा है।
** शनिवार देर रात हुए अग्निकांड में लाखों रुपये का नुकसान हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के ढालपुर में दुकानों में आग लग गई। शनिवार देर रात को हुए अग्निकांड में फल की पांच दुकानें पूरी तरह से जलकर राख हो गईं, जबकि चार अन्य दुकानों को भी आग से नुकसान पहुंचा है। आग की इस घटना में प्रभावित दुकान मालिकों को लाखों का नुकसान हुआ है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। वहीं, आग लगने की सूचना मिलते ही नगर परिषद ढालपुर के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत और पार्षद भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। नगर परिषद के अध्यक्ष ने प्रभावितों को आश्वासन दिया कि यहां फिर से दुकानें बनाई जाएंगी और उन्हें पुन: बसाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रभावितों की पूरी मदद की जाएगी।
** कहा, जाखू में हनुमान की मूर्ति की तरह अब राम की भी मूर्ति स्थापित की जाएगी अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी यानी कल भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। इसको लेकर केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में पूरे दिन के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। मुख्यमंत्री राम मंदिर शिमला में अखंड ज्योति पाठ के शुभारंभ पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जाखू में हनुमान की मूर्ति की तरह अब श्री राम की भी मूर्ति स्थापित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम किसी एक पार्टी के नहीं हैं, वे पूरे देश के आराध्य हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम के आदर्शों को हमें अपने जीवन में अपनाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि सभी लोग कल अपने घर में दीपक जलाएं, वे स्वयं भी दीपक जलाएंगे।
** पॉलिसी पर विस्तृत विचार-विमर्श पर दिया जोर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अवधि आधारित अतिथि शिक्षक भर्ती नीति के क्रियान्वयन को अगले आदेशों तक स्थगित करने के निर्देश दिये हैं। सीएम सुक्खू ने भर्ती पर अस्थायी रोक लगाते हुए इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा मंत्री के शिमला लौटने के बाद ही इस मामले पर विस्तृत चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि इस नीति को गहन विचार-विमर्श के बाद लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शनिवार को राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अतिथि शिक्षक भर्ती अस्थायी है। अतिथि शिक्षकों को अवधि के अनुसार घंटे के आधार पर भुगतान किया जाएगा और मासिक या वार्षिक आधार पर कोई स्थायी भर्ती नहीं होगी।
** पंप ऑपरेटर, पैरा फिटर और मल्टीपर्पज वर्कर्स की होगी भर्ती ** कर्मचारियों की पंचायत स्तर पर की जाएगी तैनाती हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरी के सपने संजाये बैठे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। जल शक्ति विभाग में हजारों पद भरे जाएंगे, जिसकी अधिसूचना भी जारी हो गई है। जानकारी के मुताबिक विभाग में 4500 पद भरे जाएंगे, जिनमें पंप ऑपरेटर, पैरा फिटर और मल्टीपर्पज वर्कर्स (एमपीडब्ल्यू) की भर्ती की जाएगी। ये कर्मचारी शिमला, हमीरपुर, मंडी और धर्मशाला जोन में रखे जाएंगे। विभाग ने भर्ती के लिए अधीक्षण, अधिशासी अभियंता और अधीक्षक की कमेटी गठित की है। पंचायत स्तर पर कर्मचारियों की तैनाती की जानी है। विभाग में कर्मचारियों की कमी है। इनकी तैनाती से विभाग को काफी हद तक राहत मिलेगी, वहीं गांवों में पानी की सप्लाई को लेकर आ रही समस्या भी दूर होगी। मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद विभाग भर्ती प्रक्रिया शुरू कर रहा है। आईटीआई और डिप्लोमा प्राप्त उम्मीदवारों को वरीयता मिलेगी। आवेदनकर्ता का 10वीं पास होना अनिवार्य है। वर्कर पॉलिसी के तहत इनकी तैनाती की जानी है। विभाग कर्मचारियों को 5,500 रुपये तक मासिक मानदेय देगा। पानी के पंप स्टेशन, स्टोरेज टैंक की देखरेख समेत सप्लाई देने का काम इनका रहेगा और 6 घंटे काम लिया जाएगा। जानकारी देते हुए उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि जल शक्ति विभाग में वर्करों की तैनाती को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। जल्द लोगों से आवेदन मांगे जाएंगे और भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस फैसले से जहां युवाओं को रोजगार मिल सकेगा, वहीं जनता को भी राहत मिलेगी।
** राज्य में बेहतरीन स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए मिला सम्मान ** मुख्यमंत्री बोले, ग्रामीण अर्थव्यवस्था आधारित नई स्टार्ट-अप नीति लेकर आएगी राज्य सरकार आज भारत मंडपम नई दिल्ली में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा राज्यों के स्टार्ट-अप रैंकिंग-2022 कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश को श्रेणी-बी (एक करोड़ से कम आबादी वाले राज्य) में सर्वश्रेष्ठ परफोर्मर पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार राज्य में बेहतरीन स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए प्रदान किया गया। प्रदेश का मूल्याकंन 7 सुधार क्षेत्रों और 27 कार्य बिंदुओं पर किया गया। जिनका राज्य में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य को क्षमता निर्माण में अर्ग्रणी, फंडिग लीडर, सस्टेनेबिलिटी प्रमोटर, इनक्यूबेशन हब, मेंटरशिप चौंपियन, इनोवेटिव लीडर और संस्थागत चैंपियन के रूप में मान्यता दी गई। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उद्योग विभाग और स्टार्टअप टीम की सराहना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश न केवल देश बल्कि दुनिया भर में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में अग्रणी बनने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिकीकरण की गति बढ़ाने के साथ-साथ रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत सभी हितधारकों के लिए इंटरेक्टिव पोर्टल का निर्माण, उच्च शिक्षा संस्थानों में जागरूकता और पहुंच के लिए प्रभावी तंत्र बनाने तथा स्टार्ट-अप को प्रदर्शन एवं विपणन के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न पहल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार नई स्टार्टअप नीति लेकर आएगी जिसमें ग्रामीण आधारित स्टार्टअप और महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप के लिए विशेष प्रावधान होंगे। राज्य सरकार भारतीय प्रबंधन संस्थान सिरमौर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर और डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग में नए इन्कुवेशन केंद्र स्थापित करेगी।
** शीघ्र शुरू होगी मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना ** योजना के तहत घर बनाने के लिए दिए जाएंगे 1.50 लाख रुपये मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र ही मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत पात्र विधवा एवं एकल नारियों को घर निर्मित करने के लिए 1.50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 7 हजार महिलाओं को घर निर्मित करने के लिए सहायता प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। योजना को मंत्रिमंडल की बैठक में मिल चुकी है मंजूरी मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला उत्थान के लिए समर्पित इस योजना को हाल ही में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की गई है। योजना की अन्तिम रूपरेखा तैयार की जा रही है। आश्रय प्रदान इस योजना के अंतर्गत निर्मित घर में बिजली, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि वह स्वयं एक सामान्य परिवार से संबंध रखते हैं और समाज के कमजोर वर्गों के दुख और परेशानियों से भली-भांति परिचित हैैं। एक वर्ष के दौरान राज्य सरकार ने उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए कई अभिनव पहल की हैं। अनाथ बच्चों को दिया 'चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट' का दर्जा मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चार हजार से अधिक अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट' के रूप में अपनाकर उनके लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का पहला राज्य है जहां अनाथ बच्चों की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा इन बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक 4 हजार रुपये प्रतिमाह जेब खर्च के रूप में प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की यह पहल वंचित वर्गों के सामाजिक उत्थान की पहल को दर्शाती है। प्रदेश सरकार राज्य का चहुंमुखी विकास सुनिश्चित करते हुए समाज के वंचित वर्गों को विकास की मुख्य धारा में शामिल कर रही है।
** मार्ग पर स्थापित होंगे सात चार्जिंग स्टेशन राज्य सरकार ने किरतपुर-बिलासपुर-मंडी-कुल्लू-मनाली-केलांग ग्रीन कॉरिडोर के संचालन से एक ऐतिहासिक कीर्तिमान हासिल किया है, जिसमें सात इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन का शीघ्र ही शुभारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने पहले बजट भाषण में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य भर में छह ग्रीन कॉरिडोर स्थापित करने की घोषणा की है। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड ने रणनीतिक रूप से किरतपुर-बिलासपुर-मंडी-कुल्लू-मनाली-केलांग ग्रीन कॉरिडोर पर घंडल, दाड़लाघाट के समीप दसेरन, बिलासपुर के पास नौणी, जडोल, नेर चौक बाईपास, कुल्लू में भूतनाथ मंदिर पुल के सामने और केलांग में सात ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। शिमला से केलांग जाने वाले इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को भी चार्जिंग स्टेशनों से लाभ होगा। इन स्टेशनों को स्थापित करने का उद्देश्य परिवहन के बेहतर साधन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ई-चालकों को सुखद यात्रा की सुविधा प्रदान करना है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि छह घोषित ग्रीन कॉरिडोर में परवाणू-नालागढ़-ऊना-हमीरपुर-देहरा-अंब-मुबारकपुर-संसारपुर-टैरेस-नूरपुर, पांवटा-नाहन-सोलन-शिमला, परवाणू-सोलन-शिमला-रामपुर-पिओ-पूह-ताबो-काजा-लोसर, शिमला-बिलासपुर-हमीरपुर-कांगड़ा-नूरपुर-बनीखेत-चंबा, मंडी-जोगिंदरनगर-पालमपुर-धर्मशाला-कांगड़ा-पठानकोट तथा किरतपुर-बिलासपुर-मंडी-कुल्लू-मनाली-केलांग-जिंगजिंगबार जैसे प्रमुख मार्ग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त अन्य पांच ग्रीन कॉरिडोर को पूरी तरह संचालित करने के प्रयास जारी हैं। परिवहन विभाग ने अन्य प्रस्तावित ग्रीन कॉरिडोर के साथ 45 अतिरिक्त ईवी चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की है। राज्य सरकार इन स्टेशनों को स्थापित करने के लिए निजी ऑपरेटरों को 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है। सुविधाजनक मार्ग पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने के महत्व पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं और हमें इस समस्या को रोकने के लिए पहले से ही कदम उठाने चाहिए। यही कारण है कि राज्य सरकार 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के तहत ई-टैक्सी, ई-बस और ई-ट्रक की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान करने सहित विभिन्न प्रावधान पहले ही लागू किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस वर्ष से सरकारी क्षेत्र में डीजल-पेट्रोल वाहनों की खरीद पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-वाहनों को बढ़ावा देना बेहतर परिवहन के प्रति सरकार के समर्पण को दर्शाता है, जिसका लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन को कम करना तथा स्वच्छ और स्वस्थ भविष्य की ओर हरित ऊर्जा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाना है।
** प्रदेश सरकार ने नए शैक्षणिक सत्र को लेकर जारी किए दिशा-निर्देश ** छात्राओं के लिए घुटने से नीचे तक स्कर्ट, कमर से नीचे तक शर्ट पहनना जरूरी हिमाचल प्रदेश सरकार ने नए शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों में वर्दी के रंग-रूप और अन्य पहनावों को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। अब विद्यार्थी बालों में जेल, हाथों में नेल पॉलिश, शरीर पर टैटू और खुली या तंग मोरी की पैंट-सलवार पहनकर नहीं आ सकेंगे। वहीं, छात्राओं के लिए घुटने से नीचे तक स्कर्ट, कमर से नीचे तक शर्ट पहनना और लंबे बाल होने पर दो चोटी बनाना अनिवार्य होगा। पहली से बारहवीं कक्षा तक पढ़ने वाले करीब साढ़े सात लाख विद्यार्थियों को नए सत्र से पहनावे में बदलाव लाना होगा। अस बाबत शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक और उच्च शिक्षा निदेशकों को तय नियमों का नए सत्र से पालन सुनिश्चित करवाने के लिए पत्र भेज दिए हैं। बालों में जेल लगाने पर भी रोक शिक्षा सचिव की ओर से जारी निर्देशों में स्पष्ट है कि छात्राओं के सूट की लंबाई घुटनों से एक इंच नीचे होगी। सलवार की मोरी न तो बहुत अधिक होगी और न अधिक तंग। स्कूल शर्ट-स्कर्ट चुनते हैं तो शर्ट के कॉलर सफारी सूट जैसेे होंगे। सूट और शर्ट पूरे बाजू के बनाने होंगे। लंबी जुराबें पहननी होंगी। टाई को शर्ट के पहले बटन को बंद करते हुए लगाना होगा। लंबे बालों वाली छात्राओं को रिबन बांध कर दो चोटी करनी होगी। छोटे बाल वाली छात्राओं को हेयर बैंड के साथ हेयर पिन लगानी होगी। छात्राओं को दुपट्टा भी पहनना होगा। छात्रों को छोटे बाल रखने होंगे। सिख समुदाय के छात्रों को सफेद पटका पहनना होगा। बालों में जेल लगाने पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा मेकअप कर आने, आभूषण पहनने, ऊंची एड़ी के जूते या बूट पहनने पर रोक लगाई है। स्कूल प्रमुख-एसएमसी करेंगे वर्दी का चयन सरकार ने वर्दी का रंग और रूप तय करने का अधिकार स्कूल प्रमुख और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) को दिया है। इसके लिए वर्दी के रंगों के छह विकल्प हैं। वर्दी का कोई भी विकल्प तय नहीं होने पर स्कूल पुरानी वर्दी चुन सकेंगे। बैग फ्री डे या अन्य किसी विशेष दिवस पर स्कूल ट्रैक सूट भी लगा सकेंगे।
विजिलेंस की टीम ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक इंजीनियर को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। मामला हिमाचल के जिला कुल्लू के भुंतर कर है। मामला बुधवार सुबह करीब 11 बजे का बताया जा रहा है। एनएचएआई का यह इंजीनियर किसी काम के एवज में यह रिश्वत ले रहा था। विजिलेंस कुल्लू ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाकर इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ा है। पुष्टि करते हुए डीएसपी अजय कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
-पेमेंट नहीं मिलने के कारण कंपनी ने बंद किया काम हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्थापित क्रसना लैब ने आज से टेस्ट और एक्स-रे करना बंद कर दिया है, जिससे आज सुबह से ही लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। अस्पतालों में पैथोलॉजी टेस्ट और एक्स-रे के लिए अनुबंधित कंपनी क्रसना कंपनी ने पेमेंट नहीं मिलने के कारण काम बंद किया है। दो जिलों लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में मरीज टेस्ट करवाने के लिए भटकने को मजबूर हो गए हैं। दरअसल, सभी अस्पतालों में दोपहर 12 बजे तक सरकारी लैब में टेस्ट होते है। इसके बाद क्रसना लैब टेस्ट करती है। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में भी लैब द्वारा सेेवाएं बंद करने से मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में आए मरीजों ने कहा कि कुछ मरीज तो निजी लैब में टेस्ट करवाने के लिए जा रहे हंै, लेकिन हर मरीज निजी लैब की फीस नहीं दे सकता। सरकारी अस्पताल में जो टेस्ट फ्री में होने थे, अब उन्हें करवाने के लिए उन्हें निजी लैब में 1800-1900 रुपये देने पड़ेंगे।
** अनुबंधित कंपनी क्रसना ने पेमेंट न होने पर काम किया बंद ** 700 अस्पतालों में 12 बजे के बाद पैथोलॉजी टेस्ट ** 115 अस्पतालों में एक्स-रे नहीं होंगे हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में आज से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। अस्पतालों में पैथोलॉजी टेस्ट और एक्स-रे के लिए अनुबंधित कंपनी क्रसना ने पेमेंट नहीं मिलने के कारण काम बंद कर दिया है। इससे 700 अस्पतालों में 12 बजे से पैथोलॉजी टेस्ट और 115 अस्पतालों में दोपहर से एक्स-रे नहीं होंगे। दरअसल, सभी अस्पतालों में दोपहर 12 बजे तक सरकारी लैब में टेस्ट होते है। इसके बाद प्राइवेट क्रसना लैब टेस्ट करती है।
हिमाचल के जिला कुल्लू के भुंतर थाना की टीम ने एक व्यक्ति से चरस बरामद की है। भुंतर थाने में व्यक्ति के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ है। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि पुलिस थाना भुंतर की टीम गड़सा मार्ग पर गश्त पर थी तो इस दौरान पुलिस ने शक के आधार पर एक व्यक्ति को रोका और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान उसके कब्जे से 1 किलो 211 ग्राम चरस बरामद हुई। चरस के साथ गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान 51 वर्षीय लुदर चंद निवासी गांव नाही डाकघर रोपा तहसील बंजार के रूप में हुई है। व्यक्ति के विरुद्ध थाना भुंतर में मादक पदार्थ अधीनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की आगामी जांच जारी है।
-एक वर्ष में राज्य में स्थापित किए 102 स्वचालित मिल्क कलेक्शन यूनिट -दूध का खरीद मूल्य 6 रुपये बढ़ाने की मुख्यमंत्री ने की है घोषणा पशु पालन और दुग्ध उत्पादन गतिविधियां प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन का अभिन्न अंग हैं। प्रदेश में ये रोजगार का साधन और महिला सशक्तिकरण की संभावनाओं वाला क्षेत्र है। डेयरी क्षेत्र को विस्तार प्रदान कर प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर हिमाचल को देश का समृद्ध राज्य बनाने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दुग्ध उत्पादकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से दूध का खरीद मूल्य 6 रुपये बढ़ाने की घोषणा की है। यह निर्णय दुग्ध उत्पादकों की खुशहाली और समृद्धि की दिशा में सहायक सिद्ध होगा। दुग्ध उत्पादकों की आर्थिकी सुदृढ़ करने और दुग्ध उत्पादन में पारदर्शिता लाने के लिए हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ ने इस वर्ष राज्य में 102 स्वचालित मिल्क कलेक्शन यूनिट (एएमसीयू) में स्थापित किए हैं। प्रदेश में 455 स्वचालित मिल्क कलेक्शन यूनिट कार्यशील हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं के अन्तर्गत अब तक 106 बल्क मिल्क कूलर लगाए जा चुके हैं। दूध की गुणवत्ता में सुधार के लिए सोसायटी स्तर पर राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत 35 केन मीटर कूलर प्रदान किए गए हैं। 500 करोड़ की श्वेत क्रांति की शुरुआत प्रदेश सरकार राज्य में सहकार को बढ़ावा प्रदान कर ग्रामीणों की उन्नति के द्वार खोल रही है। डेयरी क्षेत्र के विकास में सहकार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर समितियों को संगठित किया जा रहा है। वर्तमान में इन समितियों की संख्या बढ़कर 1,107 हो गई है। प्रदेश में श्वेत क्रांति की शुरुआत कर प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रुपये के बजटीय प्रावधान से महत्वाकांक्षी हिम गंगा योजना आरंभ की है। योजना के तहत प्रथम चरण में लोगों को जागरूक करने के लिए समितियां गठित की गई हैं। जिला हमीरपुर और कांगड़ा में 201 नई दुग्ध सहकारी सोसायटियों का गठन किया गया है। जिला हमीरपुर में 11 महिला सोसायटियां और जिला कांगड़ा में 8 महिला सोसायटियां गठित की गई हैं जो प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों को इंगित करती हैं। हमीरपुर जिला में 4 सोसायटियों को पुनर्गठित किया गया है। इन दुग्ध सहकारी सोसायटियों के माध्यम से 4064 किसानों को जोड़ा गया है। कांगड़ा के डगवार में 250 करोड़ का दूध प्रसंस्करण संयंत्र डेयरी क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए इस योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया जा रहा है। डेयरी फार्मिंग से जुड़े किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से जिला कांगड़ा के डगवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक पूर्ण रूप से स्वचालित दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना के प्रथम चरण में 180 करोड़ रुपये के निवेश से संयंत्र का निर्माण किया जाएगा। इस संयंत्र के स्थापित होने से दही, लस्सी, मक्खन, घी, पनीर, स्वादिष्ट दूध, खोया और मोजेरेला पनीर सहित विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पाद तैयार किए जाएंगे। रोजगार सृजन का मार्ग प्रशस्त करने के साथ-साथ डेयरी क्षेत्र कुपोषण जैसी समस्याओं के समाधान में भी सहायक सिद्ध हो रहा है। हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ ने महिला एवं बाल कल्याण विभाग के लिए पंजीरी तैयार करने की गतिविधियों में विविधता लाई है। दुग्ध प्रसंघ द्वारा फोर्टीफाइड पंजीरी, फोर्टीफाइड बेकरी बिस्कुट, फोर्टीफाइड गेहूं सेवियां और होल मिल्क पाऊडर उपलब्ध करवाया जा रहा है। सरकार की यह पहल प्रदेश के नौनिहालों के स्वस्थ्य और खुशहाल भविष्य की नींव रख रही है।
राष्ट्रीय मनाली विंटर कार्निवल के पांचवें दिन मालरोड पर नारी सशक्तीकरण का संदेश दिया गया। राइट बैंक के 122 महिला मंडलों की 1300 से अधिक महिलाओं ने कुल्लवी संस्कृति को दर्शाती महानाटी डाली। रामबाग चौक से दुर्गा मंदिर तक महिलाओं की लंबी लाइन लगी। पर्यटकों ने इस ऐतिहासिक पल को कैमरों में कैद किया। नाटी से पुरातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के साथ नारी सशक्तीकरण का संदेश दिया गया। विंटर कार्निवल कमेटी के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने कहा कि महानाटी में 122 महिला मंडलों की महिलाओं ने भाग लिया।
हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली में पिछले कल से शुरू हुए राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवल का दूसरा दिन कुल्लूवी नाटी के नाम रहा। मनाली के मालरोड पर 1200 से अधिक महिलाओं ने एक साथ महानाटी डाली। इस महानाटी में 95 महिला मंडलों की महिलाओं ने भाग लिया। पर्यटकों ने इस ऐतिहासिक पल को कैमरों में कैद किया। नाटी से पुरातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया गया। विंटर कार्निवल कमेटी के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने कहा कि महानाटी में 95 महिला मंडल की लगभग एक हजार महिलाओं ने भाग लिया। महानाटी के प्रभारी बालक राम ने बताया कि महानाटी का थीम पेड़ लगाओ, हिमाचल को स्वच्छ बनाओ रहा। 5 जनवरी को राइट बैंक की महिलाओं की महानाटी होगी।
-अब 20 हजार की बजाय 25 हजार रुपये मिलेंगे -मनाली विंटर कार्निवाल के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने की घोषणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुल्लू जिला के मनाली में पांच दिवसीय राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल का शुभारंभ किया। उन्होंने ऐतिहासिक हिडिंबा मंदिर में पूजा-अर्चना करने के उपरांत परिधि गृह मनाली से कार्निवाल परेड को झंडी दिखा कर रवाना किया। हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों के 250 से अधिक महिला मंडल और सांस्कृतिक दल परेड में शामिल हुए। सांस्कृतिक दलों ने सामाजिक संदेश, संस्कृति और परंपराओं पर आधारित आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मनु रंगशाला में दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विंटर कार्निवल में विभिन्न राज्यों के 25 प्रतिभागी समूह भाग ले रहे हैं। उन्होंने महिला मंडलों, विभागों और संस्थाओं द्वारा निकाली गई झांकियों में गहरी रुचि दिखाई। एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने महिला मंडलों को प्रदान की जाने वाली 'प्रोत्साहन राशि' को 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त मनाली में 15 मील के पास नए पुल के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि रोहतांग-मनालसू पर्यटन होटल का जीर्णोद्धार किया जाएगा और विद्युत बोर्ड की भूमि पर पार्किंग बनाने की संभावना तलाशने के लिए भी सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने निकट भविष्य में मनाली में स्कीइंग कार्यक्रम आयोजित करने की भी घोषणा की।
-मुख्यमंत्री सुक्खू ने सांस्कृतिक झांकियों को दिखाई हरी झंडी -6 जनवरी तक मनाया जाएगा उत्सव, 3 और 5 जनवरी को महानाटी कुल्लू जिले के मनाली में आज सांस्कृतिक झांकियों के साथ राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल का शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने परिधि गृह से झांकियों को हरी झंडी दिखाई। ये झांकियां महिला मंडलों और सांस्कृतिक दलों ने परिधि गृह से मालरोड तक निकालीं। झांकियों में 250 महिला मंडलों, लगभग 22 सांस्कृतिक दलों और सरकारी विभागों ने भाग लिया। इससे पहले सीएम ने हिडिंबा माता के मंदिर में पूजा-अर्चना की। मालरोड के दोनों ओर पर्यटक और स्थानीय लोग झांकियों की तस्वीरें मोबाइल में कैद करते नजर आए। विंटर कार्निवाल का आयोजन 2 से 6 जनवरी तक किया जाएगा, 3 और 5 जनवरी को महानाटी होगी। इसके अलावा विंटर क्वीन, वॉयस ऑफ कार्निवाल सहित अन्य कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
-सप्लाई नहीं आई तो मच जाएगा हाहाकार -कई जगह ट्रक और बस ऑपरेटर हड़ताल पर हिमाचल प्रदेश में 80 प्रतिशत पेट्रोल पंप ड्राई हो गए हैं। शेष पंपों पर भी आज शाम तक का तेल बचा है। इसकी सप्लाई नहीं आई तो तेल के लिए हाहाकार मच जाएगा। प्रदेश में तीन दिन से सप्लाई नहीं आई। शिमला के विकासनगर में पेट्रोल पंप पर गाड़ियों की लंबी लंबी कतारे लगी हैं। डीजल की कमी की वजह से सुंदनरगर में हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम डिपो सभी बस रूट बंद कर चुका है। कई जगह ट्रक और निजी बस ऑपरेटर भी हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदेश की सीमेंट कंपनियों एसीसी, अंबुजा और अल्ट्राटेक के 10,800 ट्रक ऑपरेटर हड़ताल पर रहे। ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल से सीमेंट की सप्लाई रुक गई है। उधर, सिरमौर और बिलासपुर के ऑपरेटरों ने भी विरोध में उतरते हुए अपनी 450 से अधिक बसें खड़ी कर दी हैं। बिलासपुर में 305 और सिरमौर में 169 बस रूट प्रभावित हुए हैं। सिरमौर के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में भी 500 ट्रकों के पहिए थम गए हैं। देश भर में तीन दिन से चल रही हड़ताल के कारण हिमाचल में डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस का संकट खड़ा गया है।
-बोले, इन परियोजनाओं से स्थानीय निवासी और पर्यटक दोनों ही होंगे लाभान्वित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को जिला कुल्लू के प्रवास के दौरान जिला के लिए 198 करोड़ रुपये की 13 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि इन परियोजनाओं से स्थानीय निवासी और पर्यटक दोनों ही लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य के समान विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर बल देते हुए कहा कि यह विकास परियोजनाएं कुल्लू जिले के विकास में मील पत्थर साबित होंगी। मुख्यमंत्री ने 20 करोड़ रुपये से की लागत से निर्मित सब्जी मंडी बंदरोल तथा 9.07 करोड़ रुपये से रायसन में ब्यास नदी पर बने डबल लेन पुल का लोकार्पण किया। उन्होंने नेहरू कुंड (बाहांग) में ब्यास नदी पर बुरवा और शनाग संपर्क मार्ग को जोड़ने वाले 6.44 करोड़ रुपये से बने स्टील ट्रस ब्रिज, जगतसुख नाला पर 4.07 करोड़ रुपये और चक्की नाला पर 3.37 करोड़ रुपये से बने आरसीसीटी-बीम पुलों, पतलीकूहल में 20 लाख रुपये से बने विवेकानंद पुस्तकालय, मनाली में 7.83 करोड़ रुपये से बनी इको-फ्रेंडली मार्केट मढ़ी, सोलंगनाला में 54 लाख रुपये से तैयार वे साइड सुविधाएं और सजला में 29 लाख रुपये की लागत से निर्मित आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने 130.18 करोड़ रुपये की लागत से भबेली जिंदौर सड़क के रखरखाव और टारिंग, 3.59 करोड़ रुपये की बंदरोल दीदारी शरण सड़क, 1.49 करोड़ रुपये की फ्लेन से ग्राहन सड़क और 10.86 करोड़ रुपये से ब्यास नदी के दाहिने किनारे पर ग्राम कटराईं, 15 मील बड़ाग्रां बिहाल और आसपास के क्षेत्रों के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्यों की आधारशिलाएं भी रखीं। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक भुवनेश्वर गौड़, पूर्व मंत्री खीमी राम, पूर्व विधायक रघुबीर सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सेसराम आजाद, एपीएमसी कुल्लू के अध्यक्ष राम सिंह मियां, एपीएमसी मण्डी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, उपायुक्त आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हिमाचल में नए साल का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया गया . रविवार को करीब पांच लाख सैलानी नए साल को मानने के लिए हिमाचल पहुंचे । रविवार देर शाम तक प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब समेत राज्यों से सैलानियों के आने का क्रम रहा। देर रात तक लोगों ने जश्न मनाया। शिमला, मनाली, चायल, कसौली, धर्मशाला और डलहौजी के होटल सैलानियों से पैक रहे। सोमवार-मंगलवार के लिए भी होटलों में 80 से 100 फीसदी तक एडवांस बुकिंग है। बर्फ की चाह में बड़ी संख्या में सैलानियों ने मनाली और लाहौल का भी रुख किया। अटल टनल रोहतांग से रविवार को सुबह से शाम तक 11,850 गाड़ियां आर-पार हुईं। उधर, कांगड़ा में 6,000 और चंबा जिले में 2,000 पर्यटक वाहन रविवार को पहुंचे। पंजाब सीमा से सटे बिलासपुर के गरामोड़ा टोल बैरियर से रविवार को 8800 वाहन गुजरे। रविवार को हिमाचल में पर्यटकों ने ठंड के मौसम में बड़े की धूमधाम से नए साल का आगाज किया .
हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने तथा ई-वाहनों को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी सरकारी विभागों को एक जनवरी, 2024 से डीजल या पैट्रोल वाहन न खरीदने के निर्देश दिए हैं। अति-आवश्यक होने पर केवल प्रदेश मंत्रिमण्डल की स्वीकृति के बाद ही विभाग पैट्रोल या डीजल वाहनों की खरीद कर सकेंगे। अपने पहले बजट में ही ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए विद्युत चालित वाहन (ई-वाहन) पर राज्य सरकार का विज़न स्पष्ट किया और आगे बढ़कर स्वयं भी इलेक्ट्रिक वाहन का उपयोग कर मिसाल पेश की। राज्य सरकार के प्रयासों के कारण ही आज सरकारी ई-वाहनों की संख्या 185 हो गई है, जबकि प्रदेश में पंजीकृत निजी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 2733 तक पहुंच गई है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘‘राज्य सरकार हिमाचल में ई-व्हीकल को बढ़ावा दे रही है। परिवहन विभाग पहला ऐसा विभाग है, जिसमें ई-वाहन का उपयोग शुरू किया गया तथा चरणबद्ध तरीके से सभी सरकारी महकमों में भी इन वाहनों का संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। ई-वाहन केवलमात्र एक नई शुरूआत नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें पर्यावरण को सुरक्षित बनाना होगा तथा इसकी शुरूआत आज से ही करनी होगी।’’ सरकारी विभागों में गाड़ियों की आवश्यकता पूरी करने के लिए राज्य सरकार ने ई-टैक्सी अनुबंध पर लेने की अनुमति प्रदान की है। 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना के तहत युवाओं को ई-टैक्सी के परमिट प्रदान किए जा रहे हैं। ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जा रही है। इन गाड़ियों को घर पर भी चार्ज किया जा सकता है तथा राज्य सरकार भी चार्जिंग के लिए आधारभूत ढांचा तैयार कर रही है। ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए 6 राजमार्गों को ग्रीन कोरिडोर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में ई-वाहन चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए परिवहन विभाग ने 54 स्थानों को अंतिम रूप दिया है, जिनमें से कुछ लगभग बनकर तैयार हैं। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की सभी डीजल गाड़ियों को चरणबद्ध तरीके से ई-बसों में बदला जा रहा है। हाल ही में ई-बसें बनाने वाली कंपनियों के साथ बैठक में हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप गाड़ियां तैयार करने का अनुरोध किया गया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘‘राज्य सरकार लंबे रूटों पर भी ई-बसें चलाने जा रही है। एचआरटीसी के बेड़े में टाइप-1, 2 और 3 ई-बसों को चरणबद्ध तरीके से शामिल किया जा रहा है, ताकि 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल को स्वच्छ व हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। ’’
-10 दिन में 1.60 लाख गाड़ियों ने स्मार्ट सिटी में किया प्रवेश - मनाली में 80 से 90 फीसदी होटल बुक वर्ष 2024 के शुभारंभ को चंद ही दिन शेष रह गए हैं। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए देश भर से लोग हिमाचल के पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। पिछले 10 दिनों में करीब 1.60 लाख गाड़ियों ने स्मार्ट सिटी में प्रवेश किया है। शिमला पहुंचे वाहनों में करीब 60 हजार वाहन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राज्यस्थान, उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्य से हैं। अभी और सैलानियों के शिमला पहुंचने की उम्मीद है। मनाली में 80 से 90 फीसदी होटल बुक 25 दिसंबर को मनाए गए क्रिसमस पर्व के बाद अब नव वर्ष पर पर्यटन नगरी मनाली में हजारों पर्यटकों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। यहां होटलों की एडवांस बुकिंग में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। होटलों के 80 से 90 फीसदी कमरे पैक बताए जा रहे हैं। नववर्ष पर मनाली में कई कार्यक्रम होंगे। क्रिसमस की अपेक्षा 31 दिसंबर को अधिक भीड़ जुटेगी। पर्यटन कारोबारी गदगद लगभग पांच महीने के बाद मनाली में रौनक लौटने से पर्यटन कारोबारी गदगद हो गए हैं। आपदा की वजह से पर्यटन कारोबार को पहुंचे नुकसान की नववर्ष में भरपाई होने की उम्मीद है।
-जनवरी के पहले सप्ताह में बारिश-बर्फबारी होने की संभावना -हालांकि प्रदेश में तीन दिनों तक साफ रहेगा मौसम हिमाचल प्रदेश में 29 दिसंबर से एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 29 दिसंबर से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि आगामी तीन दिन तक मौसम साफ बना रहेगा, लेकिन 29 दिसंबर को प्रदेश में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते मौसम करवट बदल सकता है। नए साल के पहले हफ्ते में ही प्रदेश में बर्फबारी हो सकती है। फिलहाल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी हुई है। शिमला की बात करें तो यहां पर भी तापमान में करीब 5 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।


















































