हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल-स्पीति के सिस्सू में देश के सबसे ऊँचे क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की पहली बाधा पार कर ली गई है। स्टेडियम के लिए स्थानीय पंचायत और राजस्व विभाग ने 38 बीघा ज़मीन की निशानदेही के बाद फाइल वन विभाग को भेज दी है। वन विभाग अब हिमाचल प्रदेश सरकार से लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के इंतजार में है। स्टेडियम के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ ने सात साल पहले सिस्सू में स्टेडियम निर्माण की कवायद शुरू की। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल से महज आठ किमी दूर 11000 हजार फीट की ऊंचाई पर बनने वाला 10 हजार दर्शक क्षमता वाला क्रिकेट स्टेडियम देश में सबसे ऊंचा होगा। अभी सोलन के चायल में 7500 फीट की ऊंचाई पर देश का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसे 1891 में पटियाला के महाराजा भूपेंद्र सिंह ने बनवाया था। लाहौल-स्पीति क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर का दावा है कि स्टेडियम चंदे के पैसे से तैयार होगा। वहीं, जिला खेल अधिकारी एवं एसडीएम केलांग राजेश भंडारी ने बताया कि सिस्सू झील के समीप क्रिकेट स्टेडियम निर्माण के लिए 38 बीघा जमीन लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ के लिए दी गई है। यह स्टेडियम मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा की प्राथमिकता में है। मारकंडा ने कहा कि सरकार से स्टेडियम निर्माण के लिए जल्द लेटर ऑफ इंटेंट जारी करवाकर भूमि अधिग्रहण की फाइल को देहरादून भेजा जाएगा। बारिश और प्रचंड गर्मी के कारण अप्रैल से सितंबर तक देश में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों नहीं हो पाते। इस दौरान लाहौल घाटी में तापमान 20 से 25 डिग्री रहता है और बारिश न के बराबर होती है। लिहाजा, सिस्सू में यूरोपियन देशों की तर्ज पर यहां क्रिकेट खेला जा सकता है।
चम्बा व लाहौल स्पीति में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। लाहौल स्पीति में सुबह 3 बजकर 39 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 2.8 आंकी गई है। इसके अलावा चंबा जिले में भी एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोमवार को चंबा में 2 बजकर 1 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 2.4 थी। गनीमत ये रही कि भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की कोई ख़बर सामने नहीं आई है।
लाहौल-स्पीति के केलांग, योचे, दरचा, जिस्पा और चिका रारीक में जिला प्रशासन तथा महिला मण्डल द्वारा स्वत्छता अभियान चलाया गया। अभियान में शामिल जिला प्रशासन तथा महिला मंडल ने स्थानीय लोगों को गीले व सुखे कचरे के निपटान के बारे में जागरूक किया। बता दें कि 75 दिन तक चले स्नो फेस्टिवल के बाद लाहौल को स्वच्छ रखनें में लाहौल-स्पीति प्रशासन का यह एक छोटा सा कदम है। जिलाधिश पंकज राय ने कहा कि 15 अप्रैल को यह स्वत्छता अभियान सम्पूर्ण लाहौल-स्पीति में चलाया जाएगा, ताकि घाटी में कचरे का सही निपटान किया जाए। साथ ही पर्यटकों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे लाहौल-स्पीति को साफ रखने में जिला प्रशासन का साथ दें। बरलचा दर्रा खुलने के बाद लाहौल-स्पीति में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से, घाटी में गन्दगी फैलने की आशंका बढ़ गई है ।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं। सूबे के लाहौल-स्पीति में भूकंप से धरती हिली है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3 रही। मौसम विज्ञान ने शिमला केंद्र की ओर से भारतीय समय के अनुसार आधी रात 12 बजकर 10 मिनट पर भूकंप आने की पुष्टि की है। भूकंप के कारण किसी जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई। बता दें की इससे पहले भी पिछले महीने में दो बार हिमाचल की धरती हिली है। पिछले महीने के पहले पखवाड़े में हिमाचल के चम्बा में लगातार 2 दिन भूकंप आया था, जिससे लोगों में दहशत फैल गई थी।
हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब सस्ता राशन लेने के लिए दूर के डिपो में जाने से मिलेगा छुटकारा। सरकार शहरी क्षेत्रों में तीन और ग्रामीण क्षेत्रों में दो किलोमीटर के दायरे में सस्ते राशन के डिपो खोलने जा रही है। पहले पांच व इससे ज्यादा किलोमीटर में डिपो खोले जाते थे। कैबिनेट की मंजूरी के बाद खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। विभाग पंचायतों व अन्य क्षेत्रों में मांग पर भी सरकार डिपो खोलेगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में नए मिट्टी के तेल के डिपो नहीं खुलेंगे। वर्तमान में जिन डिपुओं में केरोसिन तेल मिल रहा है, उन्हीं डिपो में मिलता रहेगा।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलें दिनोंदिन बढ़ते जा रहे है। इसका पर्यटन कारोबार पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। मनाली के सरकारी और निजी होटलों में ऑक्यूपेंसी 15 दिनों के अंदर 50 फीसदी तक गिर गई है। इसके चलते होटलों में एडवांस बुकिंग रद्द कर दी गई है। 15 से 20 फीसदी आक्यूपेंसी पहुंचने से मनाली का पर्यटन कारोबार छह माह के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इसके कारण पहले से नुकसान झेल रहे हजारों होटलियरों, टैक्सी यूनियन और वोल्वो यूनियन की चिंता बढ़ गई है। मनाली और कुल्लू में लगभग तीन हजार होटल व होम स्टे हैं। इनमें से करीब 2200 होटल व होम स्टे खुल चुके है। जबकि बाकि बचे होटलों की मार्च और अप्रैल में खुलने की तैयारी थी। कुल्लू-मनाली में पर्यटन विकास निगम के सबसे अधिक होटल चल रहे हैं। यहाँ भी पिछले सप्ताह से सन्नाटा छाया है। पर्यटकों की संख्या में कमी आने से निगम के होटलों में 15 प्रतिशत ही कमरे लग रहे है। कई राज्य जैसे पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने से प्रदेश पर्यटन पटरी से निचे उतर गया है। पर्यटन विकास निगम के डीजीएम अनिल तनेजा ने कहा कि पर्यटन 60 फीसदी से घटकर 15 प्रतिशत तक आ गया है। ऑनलाइन बुकिंग के साथ एडवांस बुकिंग भी रद्द हो गई है। गौरतलब है कि शिमला में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों के प्रदेश में आने पर रोक नहीं लगाई जाएगी। होटल व होम स्टे में सख्ती से मानव संचालन प्रक्रिया का पालन करने को कहा गया है, क्योंकि इस बार हालात बिगड़े तो रोजगार व आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। वंही मरीजों की संख्या बढ़ने पर आगे के निर्णय लिए जाएंगे।
कोविड-19 पॉजिटिव विद्यार्थियों की परीक्षा अब नहीं रुकेगी। कोविड-19 पॉजिटिव भी अपनी परीक्षा दे सकेंगे। इसके लिए प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इंतजाम कर लिए हैं। अप्रैल से शुरू हो रही वार्षिक परीक्षाओं में इस बार कोविड-19 के विशेष इंतजाम हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा किए गए हैं। अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा की तय तिथियों में कोरोना संक्रमित होता है तो भी उसे परीक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा, इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। शिक्षा बोर्ड की ओर से पॉजिटिव परीक्षार्थी के लिए अलग कक्ष की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा देने से पहले विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। इस दौरान यदि किसी बच्चे को बुखार या जुकाम लगता है तो उसकी भी परीक्षा उसी दिन ली जाएगी। परीक्षाएं कोविड-19 एसओपी गाइडलाइन के तहत होंगी। कैसे बच्चों की परीक्षा लेनी है, क्या सावधानियां इस दौरान अपनाई जाएंगी, इंविजलेटर को क्या सावधानियां बरतनी हैं, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। कोविड-19 संक्रमित विद्यार्थी की उत्तरपुस्तिका का पैकेट कैसे बनाना है तथा उसको सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना है, संबंधी विभिन्न सुरक्षा उपायों को अपनाया जाएगा। लेकिन परीक्षा निर्धारित तिथि को ही होगी।
काजा में हिमाचल प्रदेश गृहिणी सुविधा के तहत सिलेंडर और चूल्हा कनेक्शन लाभार्थियो को वितरित किया गया। सोमवार को एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हिमाचल प्रदेश गृहिणी सुविधा योजना के तहत स्पीति के लाभार्थियोँ को सिलेंडर और चूल्हा वितरित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर घर को धुआं मुक्त और पर्यावरण को बेहतर बनाया जा रहा है। गैस चूल्हे के इस्तेमाल से जहां महिलाओं को धुएं से निजात मिलता है बल्कि समय की बचत भी होती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य के वे सभी घर जिनके पास एलपीजी कनेक्शन नहीं है, साथ ही वे लोग जो प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ का लाभ लेने में असमर्थ थे| वे इस योजना का हिस्सा बनने के लिए योग्य हैं| परंतु उन लोगो का बीपीएल के दायरे मे होना आवश्यक हैं| हिमाचल प्रदेश की सरकार गरीब परिवारों को एलपीजी गैस एवं गैस स्टोव प्राप्त करने के लिए सुरक्षा राशि प्रदान करती है। इस दौरान एसडीएम जीवन सिंह नेगी, खाद्य आपूर्ति विभाग का स्टाफ और लाभार्थी विशेष तौर पर मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हिमाचल महिला पुलिस की अलग झलक शिमला के रिज मैदान में देखने को मिलेगी। 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पूरे हिमाचल प्रदेश में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को महिला पुलिस नियंत्रित करेगी। इसके पीछे का मकसद महिला सशक्तिकरण और महिला पुलिस को उनकी सेवाओं के प्रति सम्मान देना है। इसके अलावा हिमाचल के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला पुलिस हिमाचल प्रदेश में अपने 50 वर्ष के सफर की झलकी लोगों को दिखाएंगे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रिज मैदान में महिला पुलिस परेड, बाइक स्टंट और साहसिक कर्तव्य दिखाएगी। 1973 में हिमाचल प्रदेश में केवल 3 महिलाएं थी, लेकिन अब इनकी संख्या 2300 हो गई है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष के मौके पर महिला पुलिस के योगदान व महिलाओं को सम्मान देने के मकसद से "women in hp police" कार्यक्रम किया जाएगा। जिसका शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। सुमेधा द्विवेदी ने बताया कि महिला दिवस पर राजधानी शिमला में वीमेन परेड, महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अभी तक के शौर्य को बताने वाली प्रदेशनी का आयोजन होगा। पुलिस में महिला सशक्तिकरण को लेकर कई तरह के प्रयासों को शो केस ज़रिए दिखाया जाएगा। महिला सशक्तिकरण में योगदान देेने वाले देश के बड़े अभिनेताओं और बुद्धिजीवियों के बधाई और शुभकामनाएं संदेश भी प्रदेश महिला पुलिस को मिले हैं, जिसमें हेमा मालिनी, अमीर खान, अनुपम खेर, प्रकाश झा, हंसराज हंस जैसे फिल्मी दिग्गजों ने महिला दिवस पर महिला पुलिस के इस खास कार्यक्रम के लिए संदेश के ज़रिए उत्साह वर्धन किया है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। शिमला जिले के सिद्धपुर क्षेत्र में सुबह ताजा बर्फबारी हुई है। कुल्लू और लाहौल-स्पीति में सुबह से बादल छाए है। शनिवार रात को लाहौल के कई इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रा में 10 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। जलोड़ी दर्रा में हुई पांच सेंटीमीटर बर्फबारी से बस सेवा बंद हो गई है। हाईवे-305 से फॉर बाई फॉर वाहन ही चल रहे हैं जिससे लोगों को पैदल सफर करना पड़ा। कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आई है। तापमान लुढ़कने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पिछले कई दिनों से घाटी में दिन के समय गर्मी महसूस की जा रही थी। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। वहीं किसानों व बागवानों को एक बार फिर अच्छी बारिश की उम्मीद जगी है।
राज्य बिजली बोर्ड का प्रबंध निदेशक अब कौन होगा इसे लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी है। बोर्ड में वर्तमान एमडी का कार्यकाल 6 मार्च को समाप्त हो जाएगा। अब देखना यह होगा की एमडी के पद पर कोई नया अधिकारी आएगा या फिर वर्तमान एमडी को ही सेवा विस्तार दिया जाएगा। इसी मामले को लेकर पावर इंजीनीर्स ने आपत्ति जताई है। पावर इंजीनीर्स व अन्य एसोसिएशन नहीं चाहती कि इस पद पर अब किसी को भी सेवाविस्तार मिले। बता दें कि इससे पहले पूर्व सरकारे सेवाविस्तार देती रही हैं, जिससे पावर इंजीनियरों को नुकसान हुआ है। वरिष्ठता के आधार पर सौंपा जाए एमडी का पद पावर इंजीनीर्स , नॉन डिप्लोमा एसोसिएशन, आईटीआई डिप्लोमा संघ , कनिष्ट अभियंता संघ का कहना है कि वरिष्ठता के आधार पर ही बोर्ड में एमडी का पद सौंपा जाए जिससे निचले स्तर पर भी प्रमोशन चैनल चलता रहे। हालाँकि राज्य सरकार ने वरिष्ठता की तर्ज दी है, लेकिन फिर भी जुगाड़तंत्र से कुछ लोग अपनी इच्छाओं को बरकरार रखना चाहते हैं। उधर हिमाचल प्रदेश स्टील उद्योग एसोसिएशन ने भी प्रदेश विद्युत बोर्ड में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के विस्तार देने का विरोध किया है। एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लिखे पत्र में स्टील उद्योग संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में विद्युत बिजली बोर्ड में अपनी सेवाएं दे चुके कर्मचारियों को दोबारा सेवाएं पर रखना युवा बेरोजगार के खिलाफ एक खिलवाड़ है। उन्होंने बताया जहां एक तरफ तो देश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है दूसरी तरफ विद्युत बोर्ड लगातार सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सीमा विस्तार देकर युवाओं के साथ धोखा कर रहा है। संघ ने बताया कि पुराने कर्मचारियों को सेवा विस्तार देने से भ्रष्टाचार के मामले बढ़ने की संभावना भी सबसे अधिक रहती हैं। विभिन्न एसोसिएशन ने कहा है कि यदि इस पद पर वर्तमान प्रबंध निदेशक को ही सेवाविस्तार दिया गया तो सरकार को विरोध का सामना करना पड़ेगा। वहीँ विभिन्न संघों का कहना है की यदि सरकार इस बार प्रबंध निदेशक को विस्तार देती है तो इसका खामियाजा सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
लाहुल-स्पिति व मनाली की ऊंची पहाड़ियों पर हल्की बारिश व बर्फ हुई है। मौसम ने एकदम करवट बदली है। निचले क्षेत्रों में भी बारिश हुई है। जिससे किसानों व बागवानो में खुशी की लहर है। पिछले कुछ माह से बारिश न होने से सभी परेशान थे। फसलों को भी नुकसान हो रहा था। शुक्रवार शाम से कुल्लु मनाली के मौसम में बदलाव हुआ है। जिसमें तूफानी हवाएं व हल्की बारिश की बूंदे भी हुई हैं। शनिवार को सुबह से ही मौसम खराब होने और पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हुई है। वहीं मनाली-केलांग वाया अटल टनल रोहतांग मार्ग वाहन सेवा बंद हो गई है। रोहतांग में 15 सेंटीमीटर, कोकसर में 10 सेंटीमीटर और अटल टनल में 5 सेंटीमीटर बर्फ़बारी हुई है। ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। खराब मौसम को देखते हुए लाहौल-स्पीति प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। लोगों से अटल टनल रोहतांग होकर यात्रा न करने की अपील की गई है। अगर आपात्त स्थिति में यात्रा करनी पड़े तो प्रशासन को सूचित करें।
बर्फबारी के कारण 6 जनवरी से बंद हुई अटल टनल रविवार को पर्यटकों के लिए खुल गई है। कुल्लू प्रशासन ने सभी पर्यटकों को अटल टनल के दीदार करने की अनुमति दे दी है। अटल टनल के कारण ही दिसम्बर व जनवरी में रिकार्ड पर्यटकों ने मनाली में दस्तक दी। पर्यटन स्थल सोलंगनाला में बर्फ पिघल गई थी, जिस कारण पर्यटक बर्फ के दीदार से वंचित हो रहे थे। पर्यटन से जुड़े कारोबारी प्रशासन से अटल टनल की बहाली की मांग कर रहे थे। पर्यटकों सहित पर्यटन कारोबारियों की समस्या को देखते हुए कुल्लू प्रशासन ने अटल टनल पर्यटकों के लिए खोल दी है, हालांकि लाहौल-स्पीति प्रशासन ने अभी हालात सामान्य न होने की बात कर पर्यटकों के लिए लाहौल को नहीं खोला है, लेकिन पर्यटकों को लाहौल के पर्यटन स्थल सिस्सू तक जाने की अनुमति मिल गई है। रविवार सुबह से ही अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल और सिस्सू में पर्यटकों ने दस्तक देनी शुरू कर दी थी, जिससे पर्यटन स्थल में पर्यटकों का मेला लग गया है। बर्फबारी के चलते दिसम्बर माह में रोहतांग के सभी पर्यटन स्थल सैलानियों के लिए बंद हैं। प्रशासन ने मशहूर पर्यटन स्थल गुलाबा भी पर्यटकों के लिए खोल दिया है। अब सैलानी गुलाबा पर्यटन स्थल में बर्फ के दीदार कर सकेंगे। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने कहा कि रविवार से अटल टनल सभी पर्यटकों के लिए बहाल कर दी गई है, परंतु अटल टनल पर पर्यटकों की आवाजाही मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर रहेगी। गुलाबा के पास सड़क पर बर्फ जमने से सफर अभी जोखिम भरा है। बीआरओ उस स्थान पर बर्फ हटा रहा है। पर्यटकों व वाहन चालकों से आग्रह है कि वह सावधानी पूर्वक वाहन चलाएं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो0 प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल, सतपाल सिंह सत्ती, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन राणा, सांसद किशन कपूर, रामस्वरूप शर्मा, इंदू गोस्वामी, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, त्रिलोक कपूर, राकेश जम्वाल, प्रदेश प्रवक्ता प्रो0 राम कुमार, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुमित शर्मा सहित सभी पदाधिकारीगण, सभी मंत्रीगण, विधायकगण ने हरोली मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र जसवाल के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। वे 60 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रविन्द्र जसवाल पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता थे। पार्टी उनके योगदान को सदैव याद रखेगी। उन्होनें कहा कि रविन्द्र जसवाल के निधन से पार्टी को बहुत बड़ी क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य करना कठिन होगा। उन्होनें रविन्द्र जसवाल के परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवदेनाएं व्यक्त की और कहा कि इस दुख की घड़ी में पार्टी उनके साथ खड़ी है। भाजपा नेताओं ने दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
हिमाचल प्रदेश के आयकरदाताओं को राशन डिपो में 117 रुपये लीटर खाद्य तेल, 39 रुपये किलो चीनी और 15 रुपये किलो नमक मिलेगा। खाद्य आपूर्ति विभाग ने आयकर देने वालों का राशन कोटा संबंधित क्षेत्रों के डिपो में भेज दिया है। जिन आयकरदाताओं के कार्ड बंद किए गए थे, उन कार्डों को भी खोला जा रहा है। आयकर देने वालों को राशन गरीबी रेखा से ऊपर उपभोक्ताओं से महंगा मिलेगा, लेकिन बाजार रेट के हिसाब से यह 10 से 20 रुपये तक सस्ता है। आटा और चावल केंद्र सरकार उपलब्ध कराती है। ऐसे में यह राशन आयकर दाताओं और एपीएल को एक ही रेट पर दिया जाता है। दालें, तेल, चीनी और नमक प्रदेश सरकार खुद उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर उपलब्ध कराती है। यह राशन आयकर दाताओं को बंद किया गया था। अब सरकार ने इन उपभोक्ताओं को बिना सब्सिडी बाजार से कम रेट पर राशन देने का फैसला किया है। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आयकरदाताओं का राशन डिपो में भेज दिया है। यह बाजार मूल्य की अपेक्षा काफी सस्ता है। हिमाचल में पौने तीन लाख के करीब आयकरदाता हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में 21 से 23 फरवरी तक येलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश मेँ शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में अंधड़ और बारिश की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है। मैदानी क्षेत्रों में 24 और 25 फरवरी को मौसम साफ रहेगा। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 21 से 25 फरवरी तक बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 23 फरवरी को पूरे प्रदेश में अंधड़, बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। ऊना में अधिकतम तापमान 27.4, बिलासपुर में 26.0, हमीरपुर में 25.8, सुंदरनगर में 24.2, कांगड़ा-मंडी में 24.1, भुंतर में 23.2, नाहन में 23.0, सोलन-चंबा में 22.8, धर्मशाला में 18.4, मनाली में 16.0, शिमला में 15.8, कल्पा में 12.5, डलहौजी में 9.9 और केलांग में 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.7, कल्पा में माइनस 1.4, मनाली में 2.0, सोलन में 4.0, मंडी में 4.1, भुंतर में 4.3, शिमला में 5.6, धर्मशाला में 6.0, ऊना में 7.0, हमीरपुर में 8.2, कांगड़ा में 8.4, बिलासपुर में 8.5 और नाहन में 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
प्रदेश के गर्म इलाकों में कृषि-बागवानी क्षेत्र को बढ़ाने के लिए उद्यान विभाग की ओर से क्लस्टर तैयार किए जा रहे हैं। इसमें प्रदेश सरकार की एचपीशिवा योजना में 1688 करोड़ से फलदार पौधे लगाए जाएंगे। किसानों और बागवानों को इसी बजट से सिंचाई और फेंसिंग की सुविधा भी दी जाएगी। सस्ते दामों पर पौधे भी मुहैया करवाए जाएंगे। विभाग ने सात जिलों के 27 खंडों में 347 क्लस्टर तैयार किए गए हैं। इसमें सोलन, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा और सिरमौर शामिल हैं। सोलन को छोड़कर अन्य जिलों में पौधों की रोपाई का कार्य भी शुरू हो गया है। सोलन में जून माह तक तैयार किए क्लस्टरों में रोपाई का कार्य शुरू हो जाएगा। जिला उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉ. राजेंद्र कुमर शर्मा ने बताया कि योजना में सोलन के दो गर्म क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
तायूल यूथ एसोसिएशन द्वारा स्टिंगरी हेलीपैड कैंपस में सुपर -8 क्रिकेट टूर्नामेंट करवाया गया। इसमें घाटी के कई टीमों ने हिस्सा लिया। लाहौल स्पीति पुलिस ने टूर्नामेंट जीता। पुलिस टीम ने फाइनल मैच में बिलिंग टीम को हराकर टूर्नामेंट की विजेता ट्राफी पर कब्जा किया। फ़ाइनल मैच में आए चीफ़ गेस्ट ने विजेता टीम को ट्राफी से सम्मानित किया। वहीं उप विजेता टीम को भी सम्मानित किया। खिलाड़ी विनोद ने मैन आफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया। विजेता टीम के खिलाड़ियों ने कहा पुलिस की भागदौड़ भरी दिनचर्या में स्वस्थ होना जरूरी है। इससे सभी पुलिस कर्मी तनावमुक्त व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहकर अपने दायित्वों का अच्छे से निर्वहन कर सके। इसलिए जब भी मौक़ा मिलता है फ़िट रहने के लिए माइनस तापमान में भी स्पोर्ट्स में भाग लेते रहते हैं। टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि ने शिरकत करते हुए खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर नेहरू युवक केंद्र केलांग, यूथ एसोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला, पर्यटन नगरी मनाली, डलहौजी और धर्मशाला के नड्डी में गुरुवार को नए साल की पहली बर्फबारी हुई। हिमचाल प्रदेश में घूमने आए सैलानी जमकर झूमते व मज़े करते दिखाई दिए। सुबह 10 बजे शुरू हुई बर्फबारी के बाद दोपहर 12 बजे शिमला शहर में यातायात ठप हो गया। हिमाचल में जारी भारी बर्फबारी से तीन नेशनल हाईवे समेत करीब 650 सड़कें बंद हो गई हैं। प्रदेश भर में 472 बस रूट प्रभावित हैं और परिवहन निगम की 400 से अधिक बसें जगह-जगह फंस गई हैं। हिमाचल के आठ जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्र बर्फ के लकदक हो गए हैं। राजधानी का अपर शिमला से संपर्क कट गया है। लाहौल, किन्नौर और पांगी घाटी भी अलग-थलग पड़ गई।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति आने वाले सैलानियों को सरकार वाटर एटीएम के जरिये पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाएगी। अटल टनल रोहतांग देखने के लिए आने वाले पर्यटकों को एक रुपये में एक लीटर स्वच्छ पानी पीने को मिलेगा। सरकार पहला वाटर एटीएम सिस्सू में लगेगी। इसके लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में सड़क किनारे बहने वाले चश्मों के पानी को पीने योग्य बनाया जाएगा। अतिथि देवो भव की तर्ज पर सरकार और जिला प्रशासन ने जगह-जगह वाटर एटीएम स्थापित करने की योजना बनाई है। तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि पर्यटकों के साथ पेयजल के नाम पर लूटखसोट होने नहीं दी जाएगी। इसके अलावा प्रशासन की ओर से निर्धारित किए गए रेट पर ही कारोबारियों को पर्यटकों के लिए खाने-पीने की वस्तुएं देनी हाेंगी, जिससे लाहौल आने वाले पर्यटक अपने साथ अच्छी यादें लेकर जाएं। घाटी वासी मनोज, अनिल, राजेश, कमल तथा देवराज ने कहा कि यह सरकार व जलशक्ति विभाग की अच्छी पहल है।
हिमाचल पूर्ण राज्यत्व की स्वर्ण जयन्ति पर प्रदेश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं
राज्य वन विभाग के वन्य प्रणाली प्रभाग ने भारतीय प्राणी विज्ञान सवेण (जेडएसआई) कोलकाता के सहयोग से उच्च हिमाचल के लाहौल-पांगी परिदृश्य में जंगली कुत्तों के फैलाव, संख्या और उनके खाने के साधनों पर पहली बार अध्ययन किया है। यह अध्ययन भारत सरकार के वैश्विक पर्यावरण सुविधा-संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत वित्त पोषिण सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत किया गया। मुख्य वन्य प्राणी संरक्षक एवं राज्य परियोजना निदेशक सिक्योर हिमालय परियोजना अर्चना शर्मा पूरे विश्व में जंगली कुत्तों का वन्य जीवों पर पड़ने वाले प्रभाव का पता लगाने के लिए बहुत कम अध्ययन किए गए हैं इसलिए इनकी वर्तमान जनसंख्या का पता लगाने एवं लाहौल-पांगी परिदृश्य में इनके प्रभाव का अध्ययन करने के लिए यह सर्वेक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि उच्च हिमालय क्षेत्र महत्त्वपूर्ण वन्य जीवों जैसे बर्फानी तंेदुए का आवासीय क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में जंगली कुत्ते जैवविविधता को हानि और वन्य जीवों की प्रजाति को कम करने के साथ-साथ बड़े शिकारी जानवरों जैसे बर्फानी तेंदुए के साथ प्रतिस्पर्धा का कारण बन रहे हैं जिस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण कोलकाता के वैज्ञानिक डा. ललित कुमार शर्मा ने बताया कि अध्ययन के दौरान कैमरा ट्रैप, बिना किसी हस्तक्षेप के ट्रैल सैम्पलिंग और प्रश्नावली के माध्यम से लाहौल-पांगी प्रदेशों में जंगली कुत्तों के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए प्रयोग की गई। सीसीआईआर माॅडल के आधार पर जंगली कुत्तों की जनसंख्या का घनत्व 2.78 प्रति 100 वर्ग किलोमीटर पाया गया जिसका औसत घनत्व लाहौल और पांगी परिदृश्य में 1.4 से 5.5 प्रति वर्ग किलोमीटर है। मुख्य अरण्यपाल वन्यजीव सिक्योर हिमालय परियोजना के राज्य नोडल अधिकारी अनिल ठाकुर ने बताया कि भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार जंगली कुत्तों के मल के अध्ययन से पता चलता है कि जंगली कुत्तों के आहार में मारमोट, भरल और जंगली जंगली चूहे या कृंतक प्रजातियां शामिल हैं लेकिन आहार का मुख्य अंश पालतु जानवर है जो इस प्रकार के अध्ययन के लिए मुख्य बिंदु है। जंगली कुत्तों की जनसंख्या का घनत्व क्षेत्र में इतना अधिक नहीं है परन्तु जंगली कुत्तों की समस्या को कम करने के लिए हिमालय परितंत्र में योजना तैयार करने का यह सही समय है। उन्होंने कहा कि भविष्य में जंगली कुत्तों को वन्य जीवों पर प्रभाव का पता लगाने के लिए लंबी अवधि के अध्ययन विभिन्न आंकलन प्रोटोकोल के तहत भी किए जा जाएंगे। राज्य परियोजना अधिकारी सिक्योर हिमालय परियोजना मनोज ठाकुर ने कहा कि इस अध्ययन के आधार पर वन विभाग हिमाचल प्रदेश और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) अन्य विभागों और स्थानीय समुदायों के संगठन भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण जंगली कुत्तों के प्रबंध के लिए प्रस्तावित सुझावों को लागू करने के लिए, जंगली कुत्तों की नजबन्दी और लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां इस वर्ष मुख्य रूप से उच्च हिमालय क्षेत्रों में आरम्भ की जाएगी। उन्होंने कहा कि वन विभाग के साथ अन्य विभाग व (यूएनडीपी) सिक्योर हिमालय परियोजना के साथ उच्च हिमाचल परितंत्र में संरक्षक और आजीविका की चुनौतियों का सामना करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
-काजा की आठ छात्राओं ने हिमाचल टीम का किया प्रतिनिधित्व - काजा में बुधवार को सभी खिलाड़ियों का किया स्वागत लाहुल स्पीति के काजा में बने प्राकृतिक आइस हाॅकी रिंक में प्रशिक्षित आठ छात्राओं ने राष्ट्रीय खेलों में ब्रॉन्ज मैडल हासिल किया है। सभी खिलाड़ी बुधवार को काजा में पहुंचे। एडीएम काजा ज्ञान सागर नेगी विशेष तौर मौजूद रहे। एडीएम ने सभी खिलाड़ियों को आशी पहनाकर स्वागत किया। काजा के 15 बच्चों का चयन नेशनल आइस हॉकी कैंप के लिए हुआ था। कैंप 1 जनवरी से 15 जनवरी तक गुलमर्ग में चला इसके बाद आठ छात्राओं का चयन हिमाचल टीम के लिए हुआ। हिमाचल टीम ने J&K की टीम को 13-0 से हराकर ब्रॉन्ज पदक हासिल किया। एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने सभी खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाया और बेहतर भविष्य की कामना करते हुए कहा कि अधिक से अधिक बच्चे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय टीम में खेलते रहे। पहली बार आइस हॉकी राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की टीम पदक जीत कर लाए। आप सभी को वजह से आज हिमाचल ने इतिहास रचा है। खेलों में उज्जवल भविष्य होता है। हम कामना करते है हमारी स्पिती की लड़कियां अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले। इसके लिए आप सभी खिलाड़ी खूब मेहनत करो। इस मौके पर राष्ट्रीय कोच अमित बेरबाल ने कहा कि स्पीति की लड़कियां आईस हाॅकी में पदक हासिल करके हमारे हौसलों को और मजबूत कर दिया है। इससे बच्चों में आइस हाॅकी के प्रति उत्साह बढ़ेगा। हमें उम्मीद है कि कुछ हमारे बच्चें राष्ट्रीय टीम के लिए भी चयनित हो। काजा में शुरू हुए कैंप में 30 बच्चों को हमने बेसिक आईस हाॅकी के लिए चय न किया था। हमारा लक्ष्य है कि स्पीति का वातावरण विंटर स्पोटर्स के लिए काफी अनुकुल है। यहां से बच्चें तैयार होकर राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लें। मैं काजा प्रशासन का काफी आभारी हूं जिन्होंने बच्चों को बेसिक सुविधाएं मुहैया करवाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। खिलाड़ियों के साथ तीन शिक्षक सोनम छोडन, लोबजंग छोजंम और छविंग दोरजे भी जा रहे है। इस मौके पर एसडीएम जीवन सिंह नेगी, डीएसपी सुशांत शर्मा, नायब तहसीलदार विद्या सिंह नेगी आदि मौजूद रहे। इन खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा कर्मा येषी खांडो उम्र 12 वर्ष, छेरिंग डोलमा 13 वर्ष, नवांग लामो 15 वर्ष, सोनम आंगमो 12 वर्ष, रिगजिन डोलमा उम्र 13, तेजिंन डोलमा,नवांग छुटिक, और सोनम देचेन है।
हिमाचल प्रदेश में जनवरी के अधिकतम दिनों में साफ़ रहा मौसम फरवरी में करवट ले सकता है। फरवरी के पहले सप्ताह में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार एक फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और दो फरवरी को प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात और निचले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। पांच फरवरी तक मौसम ऐसा ही रहेगा। ऊंचे इलाकों में बर्फ़बारी की संभावना भी जताई जा रही है। वहीं, प्रदेश में अभी तीन दिन के दौरान मौसम साफ़ रहेगा। तापमान में बढ़ोतरी होने से ठंड कम होने के आसार हैं। अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक की वृद्धि की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होगी। मंगलवार को प्रदेश के अधिकतम इलाकों में मौसम साफ़ रहा। बिलासपुर में अधिकतम तापमान 21.0, ऊना 23.3, भुंतर 19.4, सोलन 19.8, सुंदरनगर 20.1, कांगड़ा 19.8, नाहन 16.9, हमीरपुर 20.8, चंबा 18.2, धर्मशाला 16.8, शिमला 13.0, मनाली 11.8, कल्पा 9.6, डलहौजी 6.5 और केलांग में माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
गणतंत्र दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश पुलिस के एडीजी सीआईडी एन वेणुगोपाल समेत पांच पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया है। एडीजी सीआईडी को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक मिला है। सराहनीय सेवाओं के लिए एसपी विजिलेंस ओमापति जम्वाल, एसपी वेलफेयर पीएचक्यू भगत सिंह ठाकुर, पीटीसी डरोह में तैनात सब इंस्पेक्टर सतपाल और एक एचपीएपी जुन्गा में तैनात एचएचसी राजेंद्र कुमार को पुलिस पदक से नवाजा गया है। वेणुगोपाल ने 25 साल के सेवाकाल के दौरान कई बड़े मामलों में अहम भूमिका अदा की। सहायक पुलिस अधीक्षक कांगड़ा रहते हुए उन्होंने फर्जी शस्त्र लाइसेंस स्कैंडल, अवैध विदेशी नकदी रैकेट जैसे मामलों की बेहतरीन जांच की, जिसकी वजह से बाद में आरोपियों को ट्रायल कोर्ट से सजा भी हुई। 1999 में किन्नौर में भीषण बाढ़ के दौरान बतौर एसपी किन्नौर वेणुगोपाल ने बचाव कार्य की कमान खुद अपने हाथों में रखी और लोगों को बचाने के लिए मुश्किल हालात में भी टीम के साथ तीन महीने तक डटे रहे।
25 जनवरी 2021, हिमाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा मिले पूरे 50 साल हो जाएंगे। सन 1971 को हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। इस अवसर पर सवर्ण जयंती समारोह मनाया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे। समारोह मनाने के लिए प्रशासन ने तैयारियां पुरी कर ली हैं। अमित शाह व जेपी नड्डा की सुरक्षा के लिए भी इंतेज़ाम पुख्ता कर लिए गए हैं। हिमाचल कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाला प्रदेश है लेकिन 50 वर्षों की यात्रा महत्वपूर्ण है। इसके बारे में हर व्यक्ति जाने उसके लिए सरकार द्वारा पूरे साल 51 कार्यक्रम किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर तथा राज्यपाल रहेंगे। 11 बजे मुख्यतिथि शिमला पहुचेंगे। सभी विधानसभा क्षेत्र के उपमंडल स्तर पर एलईडी से कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। कार्यक्रम का डीडी के चेनलो पर भी प्रसारण होगा। इस अवसर पर किया डाक टिकट का अनावरण भी जाएगा। पंचायत चुनाव में चुने हुए सदस्यों को इन कार्यकर्मो के साथ जोड़ा जाएगा। नई पीढ़ी तक हिमाचल के इतिहास को पहुचने के लिए स्कूलों में प्रतियोगिता करवाई जाएगी। इसके अलावा जिस व्यक्ति ने किसी क्षेत्र में विशेष कार्य किया है उन्हें सम्मनित किया जाएगा। अंतराष्ट्रीय मेलों में एक दिन स्वर्ण जयंती हिमाचल की प्रदर्शनियां लगाई जाएगी। MLA और MP का भी इन कार्यकर्मो के तहत सम्मान किया जाएगा। सभी विभागों के अलग अलग कार्यक्रम किए जाएंगे जिसमे हिमाचल तब ओर अब की स्थिति प्रस्तुत की जाएगी। जिसमें आने वाले 50 वर्षों की परिकल्पना के लिए लोगों के सुझाव भी लिए जाएंगे आने वाले पचास वर्षों में हिमाचल कहा होना चाहिए इसकी परिकल्पना की जाएगी। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल को जब पूर्ण राज्य का दर्जा मिला उस समय प्रति व्यक्ति आय 651 रुपये थी और वर्तमान में 1 लाख 95 हजार दो सौ पछपन है। उस समय कृषि 911.7 हेक्टयर था वर्तमान में 959.2 हेक्टेयर है। सड़के उस वक्त 7370 किलोमीटर वर्तमान में 38470 किलोमीटर है। प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के समय साक्षरता दर 31.96 थी आज 86.60 है।
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव होने जा रहे है। आज 1137 पंचायतों में मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित होम क्वारंटीन मतदाता वोट डालेंगे। पंचायतों में मतदान के बाद वोटों की गिनती होगी और देर शाम तक नतीजे घोषित किए जाएगें । इस दौरान जिला परिषद और पंचायत समिति के वार्ड सदस्यों के लिए भी मतदान होगा और इनके चुनाव नतीजे 22 जनवरी को घोषित होंगे। सभी मतदान केंद्रों को मतदान से एक दिन पहले सैनिटाइज कर दिया गया है। बता दें की राज्य में चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के चुनाव के लिए 6457 पोलिंग पार्टी को तैनात कर रखा हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण हो सकें। प्रत्येक मतदान केंद्र में सुरक्षा के लिए एक पुलिस कर्मी और एक होम गार्ड का जवान तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों में चुनाव आयोग ने सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। राज्य चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मतदान के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ की मतदान केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गयी है।
पूरे देश भर के साथ-साथ हिमाचल में भी आज से कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है। आज प्रदेश के 27 सेंटरों में सुबह दस बजे से इसका आगाज़ हुआ। पहले चरण के पहले दिन 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए सभी 27 सेंटरों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पहुंचा दी गई है। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहना होगा। वैक्सीनेशन का पहला चरण 10 दिनों तक चलेगा। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। उधर, प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है। इन सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्रालय भी इसकी मानीटरिंग करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वॉरियर्स से बात करेंगे। बता दें, प्रदेश में यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे।
16 जनवरी से देश भर में कोविड टीकाकरण का महाअभियान शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन की तैयारियां पूरी है। देश की विभिन्न जगहों में कोविड वैक्सीन की डिलीवरी लगभग पूरी हो गई है। इसके साथ शुक्रवार सुबह हिमाचल के विभिन्न जिलों में भी कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की डिलीवरी हुई। गुरुवार को राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज परिमहल लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर अन्य सेंटरों के लिए भेज दिया गया। 16 जनवरी को प्रदेश के 27 केंद्रों में ये वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले चरण में यह अभियान 10 दिनों तक चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। इन जिलों में हुई वैक्सीन की डिलीवरी शिमला जिला में सबसे पहले 11050 कोरोना वररियरों को टिका लगाया जाएगा। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। IGMC में करीब 2200 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगा। वहीं, सोलन जिला में 4300 कोरोना वैक्सीन पहुंची हैं। पहला टीका एमएमयू के एक प्रशिक्षु और सोलन अस्पताल में रेडियोग्राफर को लगेगा। कुल्लू जिला अस्पताल में देर रात करीब ढाई बजे 2800 वैक्सीन पहुंचीं। इनमें से 200 डोज जिला अस्पताल केलांग के लिए अटल टनल रोहतांग होकर भेजी गई हैं जबकि 2600 डोज को कुल्लू में लगाया जाएगा। सिरमौर के नाहन में कोरोना वैक्सीन के 3400 डोज पहुंचे हैं। उधर, मेडिकल कॉलेज चंबा में 3800 वैक्सीन पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन विभिन्न केंद्रों के लिए रवाना कर दी है। ऊना जिले में 3300 डोज पहुंची हैं। बिलासपुर में कोरोना वैक्सीन की 2300 डोज पहुंची हैं। कांगड़ा जिले में 8600 वैक्सीन पहुंची हैं।
हिमचाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर ने चिकन के व्यवसाय को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है और अब बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू के खौफ से हिमाचल प्रदेश में चिकन और अंडों की डिमांड तेजी से घट रही है। प्रदेश में चिकन की मांग में करीब 50 से 70 फीसदी कमी आई है। इस कारण चिकन के दामों में भरी गिरावट देखने को मिल रही है। उधर, दामों में भारी गिरावट के बावजूद लोग चिकन और अंडों का सेवन करने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। पोल्ट्री का कारोबार करने वाले व्यापारियों के व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है। प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा जिलों में चिकन-अंडों की मांग में भरी गिरावट देखी गई। शिमला शहर में चिकन-अंडों की मांग 15 से 20 फीसदी तक घट गई है। मंडी जिले में बर्ड फ्लू की आशंका से अंडे, चिकन और मछली के कारोबार में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मांग कम हो गई है और दाम भी करीब 30 से 40 फीसदी तक गिर गए हैं। जबकि, कांगड़ा जिला में चिकन के दाम में 70 से 80 रुपये तक कम हुए हैं। मौजूदा समय में मुर्गे का मीट अब 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है। बावजूद इसके लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में थोक में मुर्गा 60 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया है। सोलन जिला में लोगों ने अंडे और चिकन की खरीद कम कर दी है। कारोबार 70 फीसदी कम हो गया है। चंबा व हमीरपुर में भी दो दिनों के भीतर ही चिकन और अंडे की मांग काफी कम हो गई है। वहीँ, इन सभी जिलों में पनीर, खोया और मटर की डिमांड बढ़ गई है।
प्रदेश में पंचायत चुनाव का डंका बज गया है। हर तरफ चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। वहीं हिमाचल की स्पीति घाटी में भी चुनाव की तैयारियां हैं। पर स्पीति घाटी में जनवरी में चुनाव करवाना प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। इस साल समुद्रतल से करीब 4650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग में पहली बार पंचायत चुनाव के लिए मतदान होगा। माइनस 25 डिग्री तापमान में बर्फ के बीच टशीगंग पोलिंग बूथ में मतदान करवाना किसी जंग से कम नहीं होगा। जनवरी में स्पीति घाटी के कई इलाकों में पारा माइनस 29 डिग्री तक लुढ़क जाता है। ऐसे हालात में यहां सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। बर्फबारी की सूरत में इन पोलिंग बूथ में चुनाव करवाना तो दूर पोलिंग टीमों का बूथों तक पहुंचना मुश्किल हो सकता है। बता दें, स्पीति घाटी की लांगचा पंचायत के अंतर्गत टशीगंग को साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पहली बार मतदान केंद्र बनाया गया था। बताया जा रहा है कि स्पीति में पहली बार जनवरी में चुनाव होने जा रहा है।
कोविड -19 की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रदेशवासियों से अपील..
आज वन्यप्राणी मंडल स्पीति की टीम ने विलुप्त हिमालयन सिरो को अपने कैमरे में कैद किया व वीडियो क्लिप बनाने में सफलता हासिल की। स्थानीय लोग भी इस विलुप्त प्रजाति को देखकर अंचभित रह गए। वन्यजीव विलुप्त की अनुसूची एक में शामिल हिमालयन सिरो को इंटरनेशनल यूनियन फ़ॉर कन्सेर्वटिव फ़ॉर नेचर (आईयूसीयेन) ने संकटापन्न के नजदीक श्रेणी में शामिल किया है। इस उपलब्धि के लिए वन्यप्राणी प्रभाग की मुखिया अर्चना शर्मा ने वन्यप्राणी मंडल स्पीति के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी और इस दुर्लभ प्रजाति के सरंक्षण व हुरलिंग क्षेत्र की निगरानी रखने के दिशा निर्देश दिए। यह भी बताया कि यह प्रजाति WPA 1972 के शेडूल और CITES के अपेंडिक्स में शामिल प्रजाति है। इस अवसर पर मुख्य अरण्यपाल वन्यप्राणी अनिल ठाकुर ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में यह दुर्लभ प्रजाति ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और चंबा के कुछ ऊपरी क्षेत्रों में कैमरा ट्रैप के माध्यम से देखी गई थी, इस दुर्गम क्षेत्र में यह प्रजाति साथ में लगती रूपी भावा वन्यप्राणी अभ्यारण स्थल से भटक कर आई है। कोल्ड डेजर्ट में इस प्रजाति का यह पहला फोटोग्राफिक रिकॉर्ड है। अनिल ठाकुर ने बताया कि इस दुर्लभ प्रजाति की निगरानी हरदेव नेगी, वन मंडलाधिकारी वन्यप्राणी मंड़ल स्पीति और उनकी टीम कर रही है।
प्रदेश में काफी दिनों से साफ़ चल रहे मौसम के बाद अब खबर आ रही है की आगामी 7 दिसंबर को मौसम का हाल बिगड़ सकता है। मौसम विभाग द्वारा जारी एक सप्ताह के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 7 से 10 दिसंबर तक प्रदेश के अधिक ऊँचाई वाले इलाकों में बारिश और हिमपात होने की संभावना है। वहीं 7 और 8 दिसंबर को प्रदेश के माध्यम ऊँचाई वाले इलाकों में भी बारिश और बर्फ़बारी हो सकती है। इसके इलावा प्रदेश के मैदानी व कम ऊँचाई वाले इलाकों में भी 7 और 8 को बारिश की संभावना है। उधर, प्रदेश के सभी इलाकों में शीत लहर जारी है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। आज कोरोना से 3 और लोगों ने जान गवाईं है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में 3 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया है। मृतकों में नग्गर कुल्लू का 73 वर्षीय बुजुर्ग, संधोल मंडी का एक 86 वर्षीय बुजुर्ग और झंडूता बिलासपुर की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल है। इसके साथ ही प्रदेश में 642 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कुल 58 नए संक्रमित पाए गए हैं। इनमे बिलासपुर से 9 लोग, किन्नौर से 5, मंडी से 12 और शिमला से 32 लोग संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में कोरोना से संक्रमितों की कुल संख्या 40576 हो गई है। फिलहाल प्रदेश में 7745 कुल एक्टिव केस हैं। साथ, 32145 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश में 12वीं पास बच्चों के लिए राहत भरी खबर आई है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने कॉलेजों में दाखिले की तारीख को 5 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। 12वीं पास बच्चे जिन्हें कॉलेज में एडमिशन की चिंता सता रही थी उन को बड़ी राहत मिली है। कोरोना वायरस की वजह से जो बच्चे कॉलेजों में दाखिला नहीं ले पाए थे उन्हें शिक्षा निदेशालय ने एक और मौका दिया है। वहीँ स्कूल शिक्षा बोर्ड ने हाल ही में दसवीं कक्षा के परिणाम भी घोषित किए थे पर विद्यार्थियों को कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहा था। लेकिन अब तिथि बढ़ाए जाने के बाद विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है। इससे कई विद्यार्थियों का 1 साल खराब होने से बच गया है।
हिमाचल प्रदेश के 2.50 लाख आयकर दाताओं को डिपो में एपीएल उपभोक्ताओं की तर्ज पर अगले महीने से सस्ता राशन मिलना शुरू हो जाएगा। हिमाचल सरकार की ओर से सब्सिडी पर मिलने वाला राशन अब उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगा। उपभोक्ताओं को आटा चावल 9 और 10 रुपए प्रति किलो और दालें, तेल, नमक और चीनी बाजार रेट से 4 से 5 रुपए तक सस्ती मिलेगी। सब्सिडी पर दी जाने वाली 3 दालें, 2 लीटर तेल मार्केट रेट या इससे कुछ कम रेट पर मिलेगा। बता दें सरकार ने कोरोना काल में करदाताओं को डिपो से सस्ते राशन देने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सरकार के निर्देशों व कैबिनेट में फैसला होने के बाद करदाताओं के राशन कार्ड ब्लॉक कर दिए गए थे। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आयकर दाताओं को डिपो में सस्ता आटा चावल देने के लिए फाइनल स्वीकृति दे दी गई है। निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द राशन बहाल करें। दाल और तेल भी मार्केट रेट से कुछ सस्ता मिलेगा।
अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर शहीद हुए सिरमौर के 23 वर्षीय लाल अंचित कुमार का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव धार पंजेहरा पहुंचा। शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुँचते ही हज़ारों की संख्या में जनसैलाब उनके आखिरी दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। हर तरफ केवल "भारत माता की जय","अंचित शर्मा अमर रहे" के नारे ही सुनाई पड़ रहे थे। माँ-बाप का इकलौता लाल तिरंगे में लिपटा हुआ जब अपने घर पहुंचा तो उनकी परिवार वालों की आंसुओं से भरी आँखे उनके दर्द बयां कर रहीं थी। माँ और बहन के रो-रो कर बुरे हाल थे जबकि पिता की नम आँखे और उनका चौड़ा सीना उनके गर्व को दर्शा रहा था। दोपहर के समय अंचित शर्मा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिमसंस्कार किया गया।
हिमाचल प्रदेश के बिजली उपभोगताओं को हाई कोर्ट ने बड़ी राहत प्रदान की है। हिमाचल में अब बिजली के नये कनेक्शन पुरानी सिक्योरिटी राशि पर ही मिलेंगे। बता दें बिजली के मीटर लगाने के लिए उपभोगताओं से ली जाने वाली राशि कई गुना बढ़ा दी गई थी। पर अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद राज्य बिजली बोर्ड ने इस सिक्योरिटी राशि के आदेश स्थगित कर दिए हैं। एडवांस कंज्यूमर डिपॉजिट की नई दरें तय करने के लिए जल्द विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा जाएगा। आयोग द्वारा नई दरें तय करने तक प्रदेश में पुरानी सिक्योरिटी राशि पर ही नए बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। शुक्रवार को बोर्ड प्रबंधन की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सिक्योरिटी राशि की नई दरों पर स्टे दे दिया है। इससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल गई है। बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक आरके शर्मा ने बताया कि सिक्योरिटी की नई दरें तय होने तक प्रदेश में पुरानी दरें लागू रहेंगी। बिजली बोर्ड ने घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक कनेक्शनों पर एडवांस कंज्यूमर डिपॉजिट में भारी बढ़ोतरी कर दी थी। प्रदेश भर में विरोध के बाद सरकार ने बढ़ाई दरें वापस लेने का एलान किया था। शुक्रवार को बोर्ड प्रबंधन ने नई दरों के आदेश को स्थगित करते हुए पुरानी सिक्योरिटी राशि के मुताबिक ही नया बिजली कनेक्शन देने का फैसला लिया है।
आज पूरे केंद्र के साथ प्रदेश की भी कई ट्रेड यूनियनें राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। आज देश भर में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ करोड़ों लोग गरजेंगे। इस हड़ताल का असर प्रदेश में भी दिख रहा है। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के सभी जिलों में कुछ प्राइवेट बस यूनियनें हड़ताल पर हैं। इस कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही हैं। लोग घंटो से बसों का इंतज़ार कर रहे हैं। अगर बात की जाए राजधानी शिमला की तो शिमला में आज बसों से भरा लक्कड़ बाजार बस स्टैंड खाली नज़र आया। हालांकि वहां इक्का दुक्का सरकारी बसें नज़र आईं पर केवल 50% ऑक्यूपेंसी होने के कारण कई यात्रियों को अगली बस के लिए लम्बा इंतज़ार करना पड़ रहा है। वहीँ सीमेंट प्लांट में कार्यरत ट्रक ऑपरेटर यूनियनें भी इस हड़ताल का हिस्सा बन सकती हैं। इससे सीमेंट ढुलाई प्रभावित होगी। साथ ही कुछ टैक्सी ऑपरेटर्स भी हड़ताल पर रहेंगे। ये संगठन हड़ताल पर... हिमाचल में मजदूर संगठन सीटू, इंटक, एटक, केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति, पोस्टल कर्मचारी यूनियन, नॉर्थ जोन इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया ऑडिट एंड अकाउंट्स पेंशनर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन, प्रदेश प्राइवेट बस ड्राइवर कंडक्टर यूनियन, हिमाचल किसान सभा, जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई, एसएफआई, दलित शोषण मुक्ति मंच हड़ताल करेंगे।
त्योहारी सीजन के चलते हिमाचल सरकार ने पथ परिवहन निगम की 14 अतिरिक्त बसें चलाने का फैसला लिया है। ये बसें 11 से 13 नवंबर तक चलेंगी। प्रदेश में शिमला, धर्मशाला, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, मंडी समेत अन्य मुख्य डिपुओं से दिल्ली के लिए बसें भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं। दिवाली आने वाली है, ऐसे में बहरी प्रदेशों से वपस आने वाले लोग व प्रवासी लोग अपने घरों का रुख करते हैं, ताकि वह अपने घरों में दिवाली मना सके। इसके चलते प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त 14 बसें चलने का निर्णय लिया है। जानकरी के अनुसार परिवहन निगम जहां 40 व इससे अधिक सवारियां होंगी, वहां स्पेशल बसें भेजेगा। सवारियां फोन पर भी अतिरिक्त बसों के लिए आवेदन कर सकेंगी। दिवाली वाले दिन निगम साधारण बसें चलाएगा। ये दिल्ली, चंडीगढ़, शिमला, मनाली, धर्मशाला, हमीरपुर, बैजनाथ और बद्दी से अलग-अलग रूटों पर चलेंगी।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में एक साथ 39 कोरोना वायरस संक्रमित सामने आएं हैं। बता दें स्पीति की सुदूर स्पीति घाटी में रंग्रिक के 39 निवासी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इतने लोगों के एक साथ पॉजिटिव आने के बाद एहतियातन तौर पर पूरा गाओं सील कर दिया गया है। बिना किसी इमरजेंसी गांव में अंदर और बहार आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। जानकारी के मुताबिक मेडिकल टीम संक्रमितों के प्राथमिक संपर्क को देखते हुए मुख्या रूप से कज़ा, स्पीति मुख्यालय और शिमला से लगभग 320 किलोमीटर दूर तक कोरोना टेस्ट करवाएगी।
आज सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हिमाचल कैबिनेट की बैठक की जाएगी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कैबिनेट स्कूल पूरी तरह खोलने और कॉलेज के फर्स्ट और सेकेंड ईयर के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा अगली कक्षाओं में प्रमोट करने को लेकर भी फैसला कर सकता है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को घर-द्वार पर सस्ता राशन मुहैया कराने के लिए 50 राशनकार्डों पर भी डिपो खोलने और प्याज की आसमान छूतीं कीमतों पर मंथन किया जाएगा। सरकार ने उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे प्याज के भाव पर नजर रखें। प्रतिदिन प्याज के दाम सरकार को भेजने के लिए कहा गया है। सरकार डिपो में भी आलू और प्याज बेचने पर विचार कर रही है। हालांकि, पूर्व में भी प्याज के दाम बढ़ने से सरकार ने डिपो में प्याज भेजा था, लेकिन सप्ताह बाद दाम गिरने से यह प्याज डिपो में ही खराब हो गया था। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के लिए नवंबर से नियमित कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। शिक्षा विभाग ने दो विकल्पों सहित इस बारे में सरकार को प्रस्ताव भेजा है। पहले विकल्प के तहत दसवीं और बारहवीं, दूसरे विकल्प के तहत नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं को खोलने की योजना है। पहली से आठवीं तक की कक्षाओं को शुरू करने को लेकर अभी सरकार का कोई विचार नहीं है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार के ढाई साल पूरा होने के बाद से बहुप्रतीक्षित प्रशासनिक फेरबदल सोमवार देर रात हो गया। कार्मिक विभाग ने सात जिलों के डीसी समेत कुल 21 आईएएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें चंबा जिले के उपायुक्त, राजधानी शिमला, ऊना, किन्नौर, बिलासपुर, लाहौल स्पीति और हमीरपुर जिले के डीसी बदल दिए गए। सदस्य सचिव राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदित्य नेगी को डीसी शिमला लगाया गया है। इसके अलावा विवेक भाटिया को हटाकर विशेष सचिव राजस्व एवं निदेशक पर्यावरण विज्ञान एवं तकनीकी दुनी चंद राणा को डीसी चंबा, विशेष सचिव ऊर्जा हेमराज बैरवा को डीसी किन्नौर, एमडी पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम राघव शर्मा को डीसी ऊना, एमडी एचपीएमसी देबश्वेता बनिक को डीसी हमीरपुर, निदेशक टीसीपी रोहित जम्वाल को डीसी बिलासपुर और नगर आयुक्त शिमला पंकज राय को डीसी लाहौल-स्पीति लगा दिया है। वहीं, डीसी शिमला रहे अमित कश्यप को श्रम आयुक्त के साथ-साथ एमडी सामान्य उद्योग निगम का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इसी तरह डीसी ऊना रहे संदीप कुुमार को बिजली बोर्ड के निदेशक कार्मिक, डीसी किन्नौर गोपाल चंद को विशेष सचिव ऊर्जा, डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा को निदेशक ऊर्जा, डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल को एमडी एचपीएमसी के साथ-साथ प्रोजेक्ट डायरेक्टर बागवानी विकास सोसायटी शिमला, प्रबंध निदेशक एग्रो इंडस्ट्रियल पैकेजिंग इंडिया लिमिटेड और एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन का भी अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
सात महीनों के लम्बे इंतज़ार के बाद सोमवार को प्रदेश भर में 10 वीं और 12 वीं के बच्चे स्कूल पहुंचे। शिक्षा विभाग द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक स्कूल आ रहे बच्चों के लिए तमाम सावधानियां बरती जा रही हैं। छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइज करने के बाद ही स्कूलों में एंट्री मिल रही है। अभिभावकों के सहमति पत्र के साथ स्कूल आने वाले छात्रों को शिक्षक कक्षाओं में नियमित रूप से पढ़ाएंगे। कोरोना वायरस के चलते बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई और प्रभावित न हो, इसके लिए सरकार ने शिक्षकों से गाइडेंस लेने स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को कक्षाओं में बिठाकर पढ़ाने का फैसला लिया है। वहीं जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक शिक्षक छात्रों पर स्कूल आने का दबाव नहीं डाल सकते। विद्यार्थियों की अटेंडेंस नहीं लगेगी। केंद्र की एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा। अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं तो उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी।
हिमाचल प्रदेश में आए दिन कोरोना के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। आलम ये है की अब हिमाचल सरकार भी इस से अछूती नहीं रही है। बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार कोरोना संक्रमित पाए गए है। परमार के अलावा प्रदेश भर में 234 नए मामले आए। इन मामलो में शिमला से 46, कुल्लू से 34, मंडी से 31, सिरमौर से 27, बिलासपुर से 23, सोलन से 22, काँगड़ा से 17, हमीरपुर से 16, चम्बा 9, लाहौल 5 और ऊना में 4 केस सामने आए हैं। वहीं नेरचौक में उपचारधीन दो लोगों की मौत भी हुई है। बुधवार को परमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनसे पहले मुख्यमंत्री, बंजार के विधायक और शहरी विकास मंत्री भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। बंजार के विधायक सुरेंदर शौरी के साथ सरकार के नुमाइंदों में कोरोना संक्रमितों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। विधायक के प्राथमिक संपर्क में आए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले पॉजिटिव पाए गए और फिर कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। हालाँकि अब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मुख्यमंत्री से पहले शहरी विकास मंत्री सुरेश भरद्वाज भी परिवार समेत कोरोना की चपेट में आए थे। वहीं, उनसे पहले बिजली मंत्री सुखराम चौधरी, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी कोरोना संक्रमित हुए थे। हिमाचल प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल मामले 18008 पहुंच गए हैं। वहीं, अब तक सूबे में 250 लोगो की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि, बीते कुछ दिन से सूबे में कोरोना के मामलों में गिरावट देखी गई है। अब 200 से नीचे केस रिपोर्ट हो रहे हैं, जबकि इससे पहले 300 से 400 लोग संक्रमित प्रतिदिन आ रहे थे।
कोरोना कल के बिच महीनो से बंद पड़ी अंतर्राज्यीय बस सेवा आखिरकार बुधवार को बहाल कर दी गई। 25 रूटों पर शुरू हुई बसों में पहले ही दिन से यात्रियों का जमावड़ा देखने को मिला। पेहले ही दिन बसों में 70 से 100 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही। यात्रियों के is रिस्पांस को देखते हुए HRTC ने 35 और नए रुटों पर बस सेवा बहाल करने का फैसला लिया है। साथ ही इंटरस्टेट बस सेवा के लिए आज से यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी मिलेगी। बुधवार को ऑनलाइन पोर्टल न खोलने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई थी।
लाहौल स्पीति। लाहौल के रलिंग गाँव के किसान सुनील कुमार पेशे से किसान और शिक्षा ग्रेजुएट है। जैविक खेती के जरिए कुछ नए प्रयोगों की बदौलत सुनील कुमार ने 17.2 किलो की एक गोभी तैयार किया। उनके प्रयोगों से 17 किलो की एक गोभी की खबर ने देश के कृषि विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों को भी हैरान परेशान कर दिया है। किसान कहते हैं की उनके परिवार ने शुरुआत से ही जैविक खेती पर ध्यान दिया। अमूमन गोभी का फूल दो किलो का होता है, लेकिन उन्होंने इस साल 17.2 किलो का उगाया है।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रोहतांग टनल के लोकार्पण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के शिलान्यास की पट्टिका गायब करने को लेकर हिमाचल में सियासत गरमा गई है। लाहौल-स्पीति कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञालछन ठाकुर ने इस मामले को लेकर केलांग थाना में शिकायत दर्ज करवाई है। ज्ञालछन ठाकुर ने कहा कि 3 अक्तूबर से सामरिक महत्व की सुरंग अटल टनल रोहतांग आम जनता के लिए खुल चुकी है। 28 जून 2010 में तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने धुंधी में इसका शिलान्यास किया था। लेकिन धुंधी में सोनिया गांधी की ओर से किए गए शिलान्यास की पट्टिका गायब है। शिलान्यास पट्टिका को गायब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। शिलान्यास पट्टिका को गायब करना भाजपा की सोची-समझी चाल है, जिसे कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। शिलान्यास पट्टिका गायब करना भाजपा की छोटी मानसिकता को दर्शाता है।
बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा मंगलवार सुबह मां चिंतपूर्णी के दरबार में शीश नवाने पहुंची हैं। उन्होंने आज माता के दर्शन किए और अपने परिवार के कुशलक्षेम के लिए मन्नत मांगी। सुनीता आहूजा ने बताया कि वह माता चिंतपूर्णी के दरबार में लंबे समय से आना चाह रही थी लेकिन देश भर में चल रहे लॉकडाउन के चलते वे यहां नहीं पहुंच पाई। अब जैसे जैसे परिस्थितियों सामान्य हो रही हैं वैसे ही उन्होंने मां चिंतपूर्णी के दरबार पहुंच शीश नवाया है। मंदिर के पुजारियों ने सुनीता आहूजा से मंदिर में पूजा अर्चना करवाई। वहीं उन्हें माता की चुनरी और चित्र भेंट कर सम्मानित भी किया गया। बता दें गोविंदा का परिवार पहले भी कई बार माता के दर्शन करने आ चूका है।