हिमाचल में तीन दिन से जारी बारिश प्रदेश को गहरे जख्म दे रही है। अब तक करीब 15 लोगों को यह बेरहम बरसात लील गई है। बरसात के कारण कई जगह लोगों के घर और अन्य भवन जमींदोज हो गए हैं तो कहीं पानी अपने साथ लोगों के आशियाने बहाकर ले गया है। मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। 6 नेशनल हाईवे समेत 828 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। 4686 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू और मंडी जिले में हुआ है। मनाली में चार लोग बहने से लापता हैं। वहीं, दो-तीन वोल्वो बसों के बहने की सूचना है। अखाड़ा बाजार में बैली ब्रिज को भारी नुकसान हुआ है। आवाजाही बंद कर दी गई है। मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। जिला ऊना के उपमंडल बंगाणा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में रविवार देर रात तथा सोमवार सुबह को लगातार हो रही बारिश से यातायात प्रभावित है। वहीं कुछ स्थानों पर रिहायशी मकान तथा गोशालाएं गिर गई हैं। रौद्र रूप दिखा रही ब्यास बारिश से ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। ब्यास किनारे कई घर व होटल बह गए हैं। वहीं पार्वती व तीर्थन नदी व अन्य नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी किनारे बसें गांवों व घरों में पानी घुस गया है। लाहौल के तेलिंग नाला में तीन दिन से फंसे हैं 50 लोग जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बारिश ने तबाही मचा दी है। मनाली-लेह मार्ग के बीच आने वाले तेलिंग व पागलनाला में बाढ़ आने से सड़क मार्ग बंद है। यहां एचआरटीसी की चार बसों के साथ कुछ छोटे वाहन भी फंसे हैं। बसों में सवार करीब 50 लोग तीन दिनों से भूखे प्यासे हैं। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने कोई भी मदद नहीं की है। किन्नौर की भावा खड्ड में तीन मकान बहे किन्नौर जिले की भावा खड्ड में रविवार रात बाढ़ आने से तीन मकान बह गए हैं, जबकि दो मकानों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। एक टिप्पर, एक पिकअप और एक कार बाढ़ मे बह गई है। कई सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं भावा खड्ड पर बने पैदल पुल भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गए हैं। जबकि कई मकान खतरे की जद में हैं। ऊना आने वाली सभी ट्रेनें रद्द ऊना आने वाली सभी ट्रेनें आज भी रद्द रहेंगी। बारिश की वजह से रेल सेवा पर सबसे बुरा असर पड़ा है। वंदे भारत, जनशताब्दी, हिमाचल एक्सप्रेस सहित पेसेंजर ट्रेने भी नहीं चलेंगी। ऊना, अंब, अंदौरा व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन भी खाली पड़ हैं। ऊना में कुल नौ ट्रेने अवगमन करतीं हैं। सीएम ने की राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बारिश से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। सीएम सुक्खू रात भर मंडी, कुल्लू, सोलन जिलों में हो रही तबाही की जानकारी लेते रहे। फंसे हुए लोगों को सकुशल निकालने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में फोरलेन निर्माण के दौरान मलबे के ढेर अब बर्दाश्त नहीं होंगे। एनएचएआई ने निर्माता कंपनी को सख्त निर्देश दिए हैं। चिन्हित जगह से बाहर कंपनियां मलबा फेंकती हैं, तो उन्हें ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। एनएचएआई ने बरसात को देखते हुए यह कदम उठाए हैं। जगह-जगह मलबा फेंकने की वजह से सडक़ से निचले क्षेत्रों में बाढ़ आने के हालात बने हुए हैं। इन्हें देखते हुए यह निर्देश जारी किए हैं। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि फोरलेन पर मलबे के ढेर अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। प्रदेश में कालका-शिमला, शिमला-मटौर, कीरतपुर-मनाली, पठानकोट मंडी और पिंजौर-नालागढ़ समेत अन्य एनएच पर यह आदेश लागू रहेंगे। उन्होंने कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वे पर्यावरण के प्रति अपनी भूमिका को बखूबी निभाएं। गौरतलब है कि केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दो दिन पहले ही इंडियन रोड कांग्रेस अधिवेशन में पेड़ों को बचाने के आदेश दिए थे। इसमें उन्होंने पेड़ काटने की जगह उन्हें उखाड़ कर दूसरी जगह स्थापित करने के निर्देश दिए थे। केंद्रीय मंत्री ने देश भर के इंजीनियरों को यह आदेश दिए थे कि वे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर सडक़ों के निर्माण को विश्वस्तरीय पहचान दें। उन्होंने नए एनएच निर्माण के दौरान काटे गए पेड़ों के एवज में 68 हजार पेड़ लगाने की बात कही है। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी ने तमाम निर्माता कंपनियों की एक अहम बैठक ली है। इस बैठक के दौरान उन्होंने एनएच के किनारे लगे ढेर को हटाने की बात कही। फोरलेन निर्माण के दौरान जो मलबा निकल रहा है उसे डंप करने के लिए जगह चिन्हित की गई हैं। इन जगहों के अलावा दूसरे स्थानों पर ढेर नहीं लगाए जा सकते हैं। कंपनी प्रबंधकों को इस बात का ख्याल रखना होगा।
प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश के चलते प्रदेश उच्च न्यायालय व जिला न्यायपालिका के सभी न्यायालय में सोमवार को अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में प्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल ने आदेश जारी किए हैं। आदेशों में कहा गया है कि अवकाश के स्थान पर भविष्य में किसी अन्य गैर कार्य दिवस को प्रदेश उच्च न्यायालय में कार्य दिवस घोषित किया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश इसे हिमाचल प्रदेश राज्य के बार एसोसिएशन के माध्यम से आम जनता, वादिकरियों और अधिवक्ताओं के ध्यान में लाएंगे। लगातार हो रही बारिश के कारण वकीलों, कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद ही ये आदेश जारी किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन से बारिश का कहर जारी है। रविवार को प्रउेश में पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश की वजह से शिमला में एक मकान गिर गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। कुल्लू में एक महिला और रामपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू जिले के बाहंग में एक दुकान ढह गई। कुल्लू में ब्यास के साथ पार्वती और तीर्थन नदी भी उफान पर हैं। इसके अलावा, मंडी शहर में ब्यास नदी उफान पर है। भूस्खलन की वजह से कई हाईवे बंद हैं। मौसम की मार से वंदे भारत, अम्बाला से ऊना आने वाली ट्रेन प्रभावित हैं। लाहौल में ताजा बर्फबारी और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रामशिमला से मनाली मार्ग यातायात के लिए बंद है। सांगरी बैग से बायां तट होते हुए नग्गर मनाली तक भी यातायात के लिए बंद है। कुल्लू के ब्यासा मोड़ में कार फंस गई।
प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर नुकसान की खबर है। नदी नाले उफान पर है। पहाड़ों,चट्टानों और पेड़ों के गिरने का डर है। यह क्रम अभी दो दिन तक और जारी रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि ज्यादा जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न जाएं। जनता की सुविधा के लिए प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने और सतर्क रहने के आदेश दे दिए गए हैं। सरकार हर वक्त आपके साथ खड़ी है। अपना ख्याल रखें और सावधान रहें।
हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 10 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने हिमाचल के लाहौल-स्पीति में अचानक बाढ़, हिमस्खलन की चेतावनी भी दी है। रेड अलर्ट को देखते हुए मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है। विभाग के अनुसार मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें। -इन जिलों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी हुआ है। वहीं, शिमला, सोलन, सिरमौर व लाहौल-स्पीति के लिए येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। उधर, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी लोगों को एसएमएस के जरिये सचेत रहने की सलाह दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। इससे प्रदेश में 160 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगे दो दिन तक हाईअलर्ट जारी किया गया है। शिमला और सोलन जिले में धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर सकती है। मौसम विभाग की मानें तो ऊना, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भी भारी बारिश हो सकती है। इसलिए इन जिलों में मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग की मानें तो बारिश होने से मौसम में गिरावट आई है। अगले 2-3 दिन में भी तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरवाट आएगी। प्रदेश का अधिकतम तापमान औसत से 2.4 डिग्री नीचे लुढ़क चुका है। शिमला का अधिकतम पारा 22.8 डिग्री, ऊना का 33.2 डिग्री, नाहन 26.7 डिग्री, सोलन 27.4 डिग्री, मनाली 22.8 डिग्री, कांगड़ा 31.3 डिग्री, बिलासपुर 32 डिग्री और हमीरपुर 32.4 डिग्री दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की बंदला पैराग्लाइडिंग साइट से वीरवार को पहली बार उड़ान भरी गई। दिन में थोड़ी देर के लिए मौसम साफ हुआ और इसी दौरान साइट से पहली उड़ान भरी गई। बंदला में पैराग्लाइडिंग के शौकीनों का आना शुरू हो गया है। वीरवार को पंजाब के कोटकपूरा से एक्रो पायलट अर्शदीप बंदला पहुंचे और मौसम साफ होते ही उन्होंने उड़ान भरी। बंदला से उड़ान भरने के बाद उन्होंने लुहणू मैदान में लैंडिंग की। उन्होंने अनुभव साझा करते हुए कहा कि देश में इस प्रकार की कोई साइट नहीं है। एक्रो गतिविधियों के लिए यह साइट सुरक्षित है।
* डॉ राजीव बिंदल की नई टीम से जल्द उठ सकता है पर्दा * जिला और ब्लॉक स्तर पर भी चरणबद्ध तरीके से बदलाव तय हिमाचल में लगातार चुनाव हार रही भाजपा अब प्रदेश संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी में है। डॉ राजीव बिंदल के तौर पर नए प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती पहले ही हो चुकी है और अब संगठन की सर्जरी की तयारी है। बताया जा रहा है पूरी कार्यकारिणी बदलने की तैयारी है और नए प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने संभावित कार्यकारिणी की लिस्ट तैयार कर मंजूरी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज भी दी है। नड्डा की सहमति मिलते ही कई बड़े चेहरों की छुट्टी हो सकती है और हाशिए पर चल रहे कई निष्ठावानों को तवज्जो मिलेगी। निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखया जायेगा। ऐसे कई पदाधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके क्षेत्र में बीते विधानसभा चुनाव में खुलकर बगावत हुई हैं और पार्टी का ग्राफ गिरा है। हालांकि मौजूदा कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। माना जा रहा है कि ये बदलाव सिर्फ राज कार्यकारिणी तक सिमित नहीं रहेगा। पार्टी संगठन में टॉप टू बॉटम बदलाव कर सकती है। राज्य कार्यकारिणी में आवश्यक बदलाव के बाद जिला और ब्लाक कि कार्यकारिणी में भी बदलाव होगा। अन्य मोर्चों में भी जरूरी बदलाव की तैयारी है। वहीँ विधानसभा चुनाव में बगावत का बिगुल फूंकने वाले नेताओं कि घरवापसी को लेकर अभी संभवतः पार्टी कोई निर्णय न ले लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इस पर भी विचार हो सकता है। दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल, यानी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का डंका आज पुरे सियासी जगत में बजता है। पर उनके अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में नड्डा की चमक लगातार फीकी पड़ी है। अपने ही राज्य में नड्डा अपनी पार्टी को हारते हुए देख रहे है, निश्चित तौर पर ये बात उन्हें खलती तो होगी। जाहिर है नड्डा सियासत के माहिर खिलाड़ी है और अब कोई चांस लेने के मूड में नहीं होंगे। लाजमी है 2024 के लिए नड्डा अब नरम नहीं बल्कि गरम रुख अपनाये। ऐसे में संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या नए चेहरों पर दांव खेलगी भाजपा ? 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा एक्शन मोड में है। 2014 और 2019 में भाजपा ने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है और अब पार्टी इस प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद पार्टी के तीन सांसद है और माहिर मान रहे है कि पार्टी सीटिंग सांसदों के टिकट काटने या बदलने से भी गुरेज नहीं करेगी। ग्राउंड फीडबैक के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा अन्य डॉ सांसदों को टिकट मिलेगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है। अनुराग की सीट बदलने को लेकर भी अटकलें तेज है। वहीँ मंडी से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा के नाम चर्चा में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों और लोक कल्याणकारी योजनाओं पर एक मीडिया कार्यशाला एवं तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन बुधवार 28 जून को बिलासपुर में किया गया। भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो ने इस प्रदर्शनी का आयोजन किया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन बिलासपुर के किसान भवन में जिले की अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. निधि पटेल ने किया। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय के निदेशक विवेक वैभव ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने प्रदर्शनी में दर्शायी गई योजनाओं एवं उपलब्धियों के बारे में डॉ निधि पटेल को विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम स्थल पर आईटीआई बिलासपुर के छात्र-छात्राओं सहित बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी उपस्थित थे। प्रदर्शनी में पिछले 9 वर्षों में देश में विभिन्न क्षेत्रों में हुई अभूतपूर्व प्रगति की झलक दर्शाई गई है जिसमें राजमार्गों के निर्माण, देश में हुई आर्थिक तरक्क़ी, कृषि क्षेत्र और कृषि कल्याण के लिए उठाये गये कदम, स्टार्ट अप क्षेत्र में भारत की तरक्क़ी, गरीब कल्याण योजना, हर घर जल योजना जैसी जैसी योजनाओं और उपलब्धियों की झलक प्रमुख हैं। प्रदर्शनी स्थल पर शिमला और बिलासपुर से आये सांस्कृतिक दलों ने मनोरंजक संगीतमय प्रस्तुति दी। छात्र समूहों के लिए चित्रकला, नारा लेखन एवं निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए। 30 जून तक यह प्रदर्शनी स्थानीय किसान भवन परिसर में जारी रहेगी। प्रदर्शनी में प्रवेश नि:शुल्क है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की पहली बारिश आफत बना कर बरसी है। भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आने से काफी नुक्सान हुआ है। कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। कांगड़ा के नगरोटा बगवां के उपरली मझेटली में बिजली गिरने से मां और डेढ़ साल का बच्चा झुलस गया। मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया। प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद हो गईं हैं। 55 बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है। उधर, कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं। नाहन-कुमारहट्टी और पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे भी कुछ समय के लिए बंद रहा। शिलाई के गंगटोली में खड़ी गाड़ी पर पत्थर गिरे। सतौन और पुरुवाला में खड्ड का पानी दुकानों में घुस गया। जलस्तर बढ़ने से गिरि नदी पर बने जटोन डैम का एक गेट खोलना पड़ा। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
मिनर्वा स्कूल घुमारवीं से पहली से जमा दो कक्षा तक की पढ़ाई उतीर्ण कर चुके अनमोल सिंह कौंडल भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर बने हैं। उनकी इस उपलिब्ध पर स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें स्कूल में आयोजित एक सादे समारोह के दौरान सम्मानित किया गया। परवेश चंदेल ने कहा कि अनमोल ने अपना ही नहीं अपितु स्कूल, अपने माता पिता व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। स्कूल प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया। चंदेल ने बताया कि ग्राम पंचायत कुठेड़ा के जोल्पलाखी गांव के अनमोल सिंह कौंडल ने मिनर्वा स्कूल में जमा दो तक की पढ़ाई पूरी की है। अब वह भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर बने हैं। वह आईएएफ अकादमी हैदराबाद से भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर के रूप में सेवा देंगे। अनमोल 2022 से ऑफिसर्ज ट्रेनिंग हैदराबाद से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे और अब पासआउट हुए हैं। अब वायुसेना में वह परमानेंट कमीशन के लिए चयनित होने पर जुलाई, 2023 से हैदराबाद में फ्लाइंग अफसर का प्रशिक्षण प्राप्त करके देश की सेवा के लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनमोल एनआईटी हमीरपुर के लिए सलेक्ट हुए थे। वहीं से वह एनडीए में भी सलेक्ट हो गए। नेशनल डिफेंस अकादमी खड्गवाशला महाराष्ट्र पुणे में तीन साल की ट्रेनिंग ली। अब अनमोल हैदराबाद में ट्रेनिंग लेने के बाद वेस्ट बंगाल में सेवाएं देंगे। अनमोल के पिता बलबीर सिंह कौंडल भी भारतीय सेना से कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि रंजना कौंडल माता गृहिणी हैं। परवेश चंदेल ने परिजनों को बधाई देते हुए अनमोल को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर स्टडी सर्कल के प्रबंधक राकेश चंदेल व वाइस प्रिंसीपल विनय मौजूद रहे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश द्वारा सिंचाई योजनाओं के वास्ते पानी लेने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगने की शर्तों को माफ करने के केंद्र के ''एकतरफा फैसले'' का विरोध किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार ने 15 मई को इस संबंध में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के अध्यक्ष को निर्देश जारी कर दिया। इन निर्देशों के तहत, सरकार ने बीबीएमबी अध्यक्ष को एनओसी के मौजूदा तंत्र को इस शर्त के साथ समाप्त करने का निर्देश दिया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार का कहना है कि संचयी निकासी को सत्ता में उनके समान हिस्से से कम रखा जाता है, जो कि 7.19 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री के अनुसार यह फैसला पूरी तरह से अनुचित, निराधार और पंजाब के साथ घोर अन्याय है, क्योंकि जल समझौते के अनुसार हिमाचल प्रदेश को सतलुज और ब्यास नदियों से पानी देने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने बिजली के लिए हिमाचल प्रदेश को 7.19 प्रतिशत हिस्सा देने की अनुमति दी है और शीर्ष अदालत द्वारा पानी के बंटवारे के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। पानी का बंटवारा एक अंतरराज्यीय विवाद है और ''राज्यों द्वारा पानी साझा करने के लिए कोई एकतरफा निर्देश जारी नहीं किया जा सकता है। सीएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बीबीएमबी का गठन पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 की धारा 79 (1) के तहत किया गया था, जिसके अनुसार बोर्ड का शासनादेश प्रशासन, बांध और जलाशयों का रखरखाव और नंगल हाइडल चैनल और रोपड़, हरिक, फिरोजपुर में सिंचाई हेडवर्क्स के संचालन के लिए है।
मिनर्वा शिक्षण व कोचिंग संस्थान घुमारवीं के होनहारों ने नीट परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। मिनर्वा के 52 बच्चों ने नीट परीक्षा को उत्तीर्ण कर सुनहरे भविष्य की नींव रखी है। संस्थान के सात विद्यार्थियों ने 600 से ऊपर अंक प्राप्त कर संस्थान व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। प्रथम भारद्वाज सबसे अधिक अंक प्राप्त किए हैं। प्रथम भारद्वाज ने 700 में से 641 अंक अर्जित किए। इसके अलावा आर्यांश धर्माणी 631 अक्षित शर्मा 630, शगुन शर्मा 620, शिवेन पुलाद 614, अकुल शर्मा 604 तथा क्षितिज शर्मा 602 अंक प्राप्त क रनाम रोशन किया है। इसके साथ मिनर्वा के कुल 52 विद्यार्थियों ने 500 से ऊपर अंक हासिल किए हैं। बच्चों के शानदार प्रदर्शन के बाद संस्थान द्वारा सभी बच्चों को सादे समारोह के दौरान सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से संस्थापक व संयोजक परवेश चंदेल मौजूद रहे। राकेश चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि कुल 52 बच्चों ने इस परीक्षा को उतीर्ण किया है। इसमें उपासना 597, मानसी 595, प्रथित अरोडा 585, कनिष्का 580, ओमिका 577, नितिन चंदेल 574, आयुश शर्मा 574, रिधी 573, निहारिका 572, सौम्य चन्देल 571, दिया शर्मा 569, मधु 565, साम्भवी 564, नमन 563, सुचिता 559, आंचल 555, आदित्य 554, शिवांगी 552, अर्पित धर्मांणी 545, गरिमा 545, अपूर्वा 545, आर्या शर्मा 544, पियूश 543, श्रेया 542, प्रियांशु 541, अलिशा 541, सुजल 540, ईशा 530, रानय 529, निवेदिता 526, अंतरिक्ष 526, ईशांत चौधरी 525, शिवांश 520, समर्थ 515, अतुल्य चन्देल 515, प्रकृति 513, संचित 513, आयुशी 513, अनन्य 512, कृतिका 510, अपूर्वा 507, श्रुति 503, अरिशा सिंह 503, राशी कटोच 503, अंकिता 502 अक प्राप्त किए हैं। राकेश चंदेल ने कहा कि मिनर्वा संस्थान के इन विद्यार्थियों ने अपनी कड़ी लग्न व मेहनत से सबको गौरवान्वित किया है। इस उपलब्धि का श्रेय विद्यार्थियों ने संस्थान के अध्यापकों व अपने अभिभावकों को दिया है। राकेश चंदेल ने बताया कि विभिन्न आरक्षित श्रेणियों में मनन पुरी, अभिलाशा, भारती, हार्दिक और इशिता ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए एमबीबीएस में दाखिला पाने की उम्मीद को कायम रखा है। इस मौके पर मिनर्वा संस्थान के संस्थापक व संयोजक परवेश चंदेल, प्रबंधक राकेश चंदेल, एमडी स्वदेश चंदेल, प्रशांत चंदेल आदि ने इन सभी विद्यार्थियों व इनके अभिवावकों को बधाई प्रेषित कर सभी अभ्यर्थियों को उनके सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के द्वारा एक रिपोर्ट हमारे समक्ष आई है, उसमे एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय का खुलासा किया है। पश्चिम बंगाल,बिहार, राजस्थान और पंजाब में हमारे ओबीसी भाइयों के लिए दिए गए संवैधानिक अधिकार रिजर्वेशन का खुलेआम हनन कर रही है और ओबीसी को उनके जायज अधिकारो से वंचित रखा जा रहा है। बंगाल, बिहार, राजस्थान और पंजाब में जो विपक्षी दल बहुत ज्यादा पिछड़े वर्ग के हतैशी बनते और जातिगत जनगणना के पक्षधर बनते है वही लोग ओबीसी के हितों का खुलेआम हनन कर रहे हैं। ओबीसी के कोटा में जो आरक्षण मिल रहा है उसमें इन सभी प्रदेशों ने सेंध लगा का काम किया है। नड्डा ने तंज कसते हुए कहा की इन विपक्षी दलों हाथी के दांत है जो दिखाने के अलग और खाने के अलग होते है। यह पूर्ण रूप से एक बहुत बड़ा षड्यंत्र है। बंगाल में ओबीसी के कोटे और उनके आरक्षण को ममता सरकार खुलेआम मुस्लिम तुष्टिकरण के भेंट चढ़ाया रही है और पिछड़े वर्ग के लोगों को उनके जायज हक से वंचित रख रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि बंगाल में 91.5% आरक्षण का लाभ मुस्लिम ओबीसी के लोगों को दिया गया है और अन्य लोगो को उनका हक अभी तक नही दिया है। बंगाल में कुछ ओबीसी की 179 जातियों को आयोग द्वारा दर्ज किया गया है और इसमें से 118 मुस्लिम समुदाय की जातियों को शामिल कर दिया गया है। इस तरीके से बांग्लादेशी घुसपैठ और रोहांगिया को प्रमाण पत्र देकर जातिगत आरक्षण का लाभ देने का प्रयास किया जा रहा है। यह घुसपैठियों को सीधा सीधा लाभ देने का गंभीर षड्यंत्र है। अगर हम 2011 की बात करे तो बंगाल में इससे पहले ओबीसी की 108 जातियां शामिल थी जिसमें से 53 मुस्लिम और 55 हिंदुओ जातियां थी। 71 नई जातियों को इस सूची में जोड़ा गया इसमें 65 मुस्लिम और केवल 6 हिंदू जातियां थी। बंगाल की जनसंख्या में 70.5% हिंदू है और 27% मुस्लिम। पर मुस्लिमो को ओबीसी आरक्षण के अंतर्गत 91.5% का लाभ प्रदान किया जा रहा है। ममता बनर्जी ने देशद्रोही ताकतों को ताकत देने का काम किया है यह दुर्भाग्यपूर्ण है और अति निंदनीय है। इसी प्रकार के आरक्षण की स्थिति राजस्थान पंजाब और बिहार में है। बिहार में ओबीसी के भाइयों को प्रमाण पत्र तक नहीं दिए जा रहे हैं, ओबीसी भाइयों के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात हो रहा है और उनका अधिकारों का गला घोटा जा रहा है। पंजाब में 25% ओबीसी का आरक्षण है और लाभ केवल 12% ओबीसी लोगों को मिल रहा है। 13% लोग अपने अधिकारों से वंचित है और आज भी इंतजार कर रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के 9 वर्ष पूर्ण होने पर विधानसभा झंडूता में एक टिफन बैठक में भाग लिया। उनके साथ इस बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, झंडुत्ता विधानसभा क्षेत्र के विधायक जेआर कटवाल, त्रिलोक जम्वाल, पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग, सुरेश चंदेल और भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा विशेष रूप में उपस्थित रहे। इस बैठक में कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने घरों से टिफिन लाकर सामूहिक भोज के साथ प्रधानमंत्री के 9 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में संगठनात्मक चर्चा की गई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के 80 करोड़ भारतीयों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़े कदम उठाए है, 1121 लाख मीट्रिक टन से अधिक मुक्त खाद्यान्न प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत वितरित किया गया है और एक राष्ट्र एक राशन कार्ड से देश भर में लोगों को आसानी से राशन मिल रहा है। भारत ने दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन पहल की है, इसके अंतर्गत 48.27 करोड से अधिक जनधन खाते देश में खोले गए हैं, देश भर में लाभार्थियों के बैंक खातों में 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर किया गया है इस प्रक्रिया से 2.73 लाख करोड़ रुपए की अनुमानित बचत इस प्रक्रिया से हुई है। उन्होंने कहा हमारी केंद्र सरकार ने किसान का कल्याण सुनिश्चित किया है, प्रधानमंत्री किसान योजना 2019 में लॉन्च की गई थी किसानों को तीन समान किस्तों में हर वर्ष 6000 रू प्राप्त होते हैं, पहली बार पूरे देश में प्रत्यक्ष नकद समर्थन शुरू किया गया। प्रधानमंत्री किसान योजना के अंतर्गत अब तक 11.39 करोड से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। किसान फसल बीमा योजना 2016 में लॉन्च की गई थी फसल क्षति से पीड़ित किसानों को इस योजना का बहुत बड़ा लाभ हुआ है 37.59 करोड किसान का पंजीकरण इस योजना के अंतर्गत हुआ और पिछले 7 वर्षों में 11.68 करोड़ से अधिक आवेदकों को 1.3 लाख करोड रुपए से अधिक के दावे प्राप्त हुई है। पंजीकृत किसानों में से 81% छोटे और सीमांत किसान है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आज हिमाचल प्रदेश में 1 विधानसभा क्षेत्र की टिफिन बैठक में भाग ले रहे हैं। इस प्रकार की बैठके पूरे देश भर में चल रही है और सभी भाजपा के नेता गण ऐसी बैठकों में भाग ले रहे हैं इस बैठक में केंद्र में मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर विस्तृत चर्चा भी की जा रही है। हिमाचल में भी इस प्रकार की टिफिन बैठक का आयोजन हर विधानसभा क्षेत्र में किया जा रहा है।
उपमंडल घुमारवीं के अंतर्गत आने वाले डंगार चौक के पास गांव सौग में एक महिला की दराट से गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या करने वाला पुरुष महिला का देवर है और सोलन जिला के किसी सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल है, वहीं मृतक महिला रोशनी देवी उम्र 54 पत्नी सुरेंद्र कुमार पंचायत डंगार व गांव सौग निवासी है। घटना के बाद थाना भराड़ी की पुलिस मौके पर पहुंची है और हत्या करने वाले पुरुष की हिरासत में ले लिया है। जानकारी के अनुसार महिला सुबह करीब साढ़े पांच बजे अपनी पशुशाला में पशुओं से दूध निकाल रही थी। इस दौरान उसका देवर मनोहर लाल शर्मा भी वहां किसी काम से आया। दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इस दौरान मनोहर ने वहां पड़े दराट से अपनी भाभी पर वार कर दिया, जिससे उसके गले पर गंभीर चोट आ गई व देवर घर वापस चला गया। पशुशाला घर से एनएच-103 के दूसरी ओर होने के कारण जब वह 6:30 बजे तक घर नहीं आई तो परिवार के सदस्य उसे देखने के लिए गए तो महिला अचेत अवस्था मे पड़ी थी और उसकी गर्दन दराट से कटी हुई थी और खून बह रहा था, जिसे देखते ही एंबुलेंस को फोन कर बुलाया गया। ऐंबुलेंस के स्टाफ ने उसे मौके पर ही मृत घोषित किया व पुलिस को सूचित कर थाना प्रभारी देवानंद शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंच कर छानबीन कर रहे हैं व एसपी-डीएसपी भी मौके पर पहुंचे। छानबीन में खून के धब्बों से सनी टी-शर्ट को घर से बरामद की व शक आधार पर मृतका के देवर को पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया। छानबीन के दौरान पुलिस टीम ने पशुशाला से खून से सन्ने दराट को भी बरामद किया। शक के आधार पर पकड़े गए मृतका का देवर कुछ दिन पहले ही कॉमर्स लेक्चरर से प्रिंसीपल प्रोमोट हुआ है व उसकी पत्नी अध्यापिका व तीन बच्चे एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। ये तीन भाई है जो ज्वाइंट फैमली मे एक साथ रहते हंै। आरोपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल तरवाड़ में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है। 10 दिन पहले ही आरोपी को प्रधानाचार्य पद पर प्रोमोशन मिली थी। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जसवाल, उपअधीक्षक चंद्रपाल भी मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने मौके पर साक्ष्य जुटाए। मृतका के मायके वालों ने घटनास्थल पर जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोपी को फांसी देने की मांग की।
देश में कई मौके ऐसे आएं है जब सरकारों ने अपने पक्ष में माहौल देखकर समय से पहले चुनाव करवा दिए। क्या आगामी लोकसभा चुनाव भी अपने तय वक्त से पहले हो सकते हैं, ये सवाल इन दिनों सियासी गलियारों में खूब गूंज रहा है। दरअसल, इसी साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है। क्या मोदी सरकार इन्हीं के साथ लोकसभा चुनाव करवाने पर विचार कर रही है? क्या सरकार का नौ साल की उपलब्धियों के प्रचार में ताकत झोंकना इसका संकेत है? ये अहम सवाल है। 'सेवा सुशासन और गरीब कल्याण' के नारे के साथ भाजपा आक्रामक तरीके से मैदान में उतर चुकी है, मानो चुनाव की घोषणा हो चुकी हो। संभवतः सरकार और पार्टी के शीर्ष स्तर पर लोकसभा चुनावों को लेकर गंभीर मंथन हो रहा है। बीते 6 महीनो में हिमाचल प्रदेश और कर्णाटक में सत्ता से बेदखल हुई भाजपा निश्चित तौर पर आत्ममंथन जरूर कर रही होगी। हालांकि पूर्वोत्तर के नतीजों ने भाजपा को कुछ उत्साहित जरूर किया है। पर पार्टी को इस बात का भी इल्म है कि बीते कुछ समय में कांग्रेस पहले से ज्यादा नियोजित दिख रही है और एंटी इंकम्बैंसी को पूरी तरह खारिज करना भी गलत होगा। ये कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा कुछ असहज है। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों को सोचने की जरुरत है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव इसी साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ कराने का विचार हो रहा है। इसके पीछे एक तर्क ये हो सकता हैं कि विपक्ष अपनी तैयारी अगले साल मार्च-अप्रैल के हिसाब से कर रहा है और उसे समय नहीं मिलेगा। एक तर्क ये भी हैं कि अगर विधानसभा चुनावों में भाजपा को अनुकूल नतीजे नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर नहीं होगा, बल्कि अगर दोनों चुनाव साथ हो जाते हैं, तो पीएम मोदी की लोकप्रियता का लाभ राज्यों के चुनावों में भी होगा। मुद्दे भांप रही हैं भाजपा ! कांग्रेस और भाजपा, दोनों तरफ सियासी पैंतरेबाजी तेज हो चुकी है। अगला लोकसभा चुनाव अमीर बनाम गरीब, हिंदुत्व बनाम सामाजिक न्याय और बेतहाशा बढ़ी अमीरी के मुकाबले गरीबी रेखा के नीचे की आबादी में बढ़ोत्तरी जैसे मुद्दों के बीच देखने को मिल सकता हैं। जातीय जनगणना भी बड़ा मुद्दा बन सकती हैं। शायद भाजपा इसे समझ रही हैं और ऐसे में जल्द चुनाव से इंकार नहीं किया जा सकता। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का फीडबैक भी कारण ! मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से मिलने वाले फीड बैक भाजपा के लिए अच्छा नहीं बताया जा रहा है। राजस्थान में जरूर पार्टी अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट के झगड़े में लाभ तलश रही हैं लेकिन वसुंधरा राजे अगर नहीं साधी गई, तो मुश्किलें शायद भाजपा के लिए अधिक हो। उधर गहलोत सरकार की लोकलुभावन योजनाओं को भी खारिज नहीं किया जा सकता। इसी तरह बिहार, प. बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले लोकसभा चुनावों के प्रदर्शन को न दोहरा पाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
मिनर्वा किड्स जोन घुमारवीं द्वारा बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास एवं पेरेंट्स के प्रति सम्मान के लिए पेरेंट्स डे मनाया गया। किड्स जोन द्वारा करवाए गए इस समारोह में नौनिहाल जहां रंग-बिरंगे परिधानों में सजकर पहुंचे वहीं बच्चों के माता पिता भी समारोह में विशेष रूप से उपस्थित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल प्रधानाचार्य परवेश चंदेल द्वारा सरस्वती की फोटो के समक्ष पूजा-अर्चना और दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए किड्स जोन की प्रभारी आरती चंदेल ने मौजूद सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी के छोटे-छोटे बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुति दी। लोक संस्कृति, देश भक्ति से ओतप्रोत परिधान में बच्चे नजर आए। किसी ने शिवाजी का तो किसी ने झांसी की रानी का रोल निभाया। स्कूल प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों को आमंत्रित किया था। अपने अभिभावकों के सामने छोट-छोटे बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में पेरेंट्स से गेम करवाई गई विनर को सम्मानित भी किया गया। प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल ने बच्चों के माता पिता का कार्यक्रम में पहुंचने पर स्वागत किया। बच्चों ने अपने पेरेंट्स के स्वागत में पापा हमारे पापा, नन्हे-मुन्हे बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है' वे तू लौंग वे मैं इलायची पर डांस करके सबका मन मोह लिया। बच्चों में ईशिता फैंसी ड्रेस मे, श्रव्या ने झांसी की रानी, ओजस ने टमाटर, समायरा ने जोकर, रिजुल ने शिवाजी, आराध्य, रिहान, नकक्ष, धु्रव, आदिश ने आर्मी मैन, आयना ने चाइनीस गर्ल, पूर्णिमा टीचर, द्विजेश ने हनुमान, माधव ने कृष्णा के रूप में पस्तुत होकर सबका मन मोह लिया। यूकेजी कक्षा से सारनय सीता, प्रणव ठाकुर, निकशित पेड़, शाख, अर्णव, दिव्यांश, परीक्षित, नूतन फौजी ग्रुप में रियास और अरनव ठाकुर ट्रैफिक लाइट, सात्विक, परी, अरिष्ठा अध्यापक, कृषिका एयर होस्टेस, अनिका पायलट, सानवी व सानया मॉडल, कियांश एटीएम, विनीता हनी बी, दक्षिणा, काव्य एकंर, प्रियांशी, सानया परी, एवीश रतन स्वामी विवेकानंद, सुजल पंडित, शिवन्या पहाड़न, कनिष्क धीमान, दिव्यांश नेता, वसुधा पंडित हेल्दी फूड, सार्थिका राधा, पांशुल बादल, विभोर फुटबॉल खिलाड़ी, नकक्ष सिंगर, युवान सिपाही, आर्य सृजन इंदिरा गांधी के रूप में प्रस्तुत हुए। नर्सरी कक्षा से निधिया राधा, द्विर्ताथ कृष्णा, आरविक डॉक्टर, आर्यन फौजी के रूप में प्रस्तुत हुए। बच्चों ने गलती से मिस्टेक, मम्मी को पापा से, एक बटा दो इत्यादि गानों पर डांस किया। अपने नन्हे मुन्हे बच्चों के साथ अभिभावाकों ने भी कार्यक्रम में खूब मनोरंजन किया। अभिभावक डॉ धर्मेंद्र पटियाल ने अध्यापकों और स्कूल प्रशासन की प्रशंसा की और अभिभावकों को बच्चों को घर पर भी स्कूल की तरह माहौल देने की सिफारिश की। इस मौके पर अनु चंदेल, कल्पना, अंजना, ऋतु, वीना, नीलम, अनीता, मोनिका आदि मौजूद रहे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने प्रदेश सरकार से बिलासपुर में बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के समीप जनजातीय क्षेत्र के लोगों को आवास सुविधा के लिए जमीन आवंटित करने की मांग की है, जिससे यहां कोई सरायं भवन बन सके। उन्होंने कहा है कि लाहौल-स्पीति के लोगों ने उनसे यहां जनजातीय भवन बनाने की मांग की है, जिससे एम्स में स्वास्थ्य लाभ लेने को आने वाले दूरदराज विशेषकर जनजातीय क्षेत्र के लोगों को एम्स के नजदीक ही कोई समुचित रहने की जगह उपलब्ध हो सकें। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि बिलासपुर में बने एम्स के नजदीक रोगियों या उनके तीमारदार की सुविधा के लिए भी यहां सरकारी स्तर पर आवास सुविधा उपलब्ध करवाने की बहुत जरूरत हैं। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि लोगों ने बिलासपुर एम्स में अपने चेकअप के लिए आने वाले लोगों के लिये यहां आवास सुविधा की मांग रखी हैं, इसलिए जनहित में प्रदेश सरकार यहां सरायं भवन का निर्माण करवाए। प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने जनजातीय क्षेत्र के भूमिहीनों के लिये, नौतोड़ उपलब्ध करवाने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से शीघ्र ही इस लक्ष्य को पूरा करने को कहा है जिससे इस क्षेत्र के भूमिहीनों को भूमि उपलब्ध हो सके। उन्होंने सरकार से इन लोगों से बिजली के बिलों की अनिवार्यता को भी निरस्त करने को कहा है।
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आज मिनर्वा पब्लिक स्कूल घुमारवीं में बच्चों ने स्कूल परिसर में पौधे लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। इसके साथ ही पर्यावरण दिवस पर पोस्टर, भाषण, कविता, स्लोगन तथा पेंटिंग के माधयम से बच्चों को शपथ दिलवा कर जागरूक किया गया और पृथ्वी को बचाने के लिए हर घर में पौधरोपण की अपील की गयी। इस मोके पर कक्षा 2 के बच्चों ने कविता का मंचन करते हुए पेड़ो को काटने से बचाने और पेड़ो को समय समय पर पानी देने व पेड़ लगाने और इनका संरक्षण करने का संदेश दिया। इसके साथ ही बच्चों ने लोगों से पेड़ लगाने,प्लास्टिक का प्रयोग न करने और पर्यावरण को बचाने का आहवान किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज बिलासपुर में जिला प्रशासन के साथ राज्य एवं केंद्र सरकार की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को आम जनता के साथ संवाद करने के निर्देश दिये ताकि कार्यों के संबंध में सही और सटीक जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि जनता की प्रतिक्रिया जानकर योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आगामी 25 साल को अमृत काल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि अमृत काल में हमें समाज, प्रदेश और देश के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान सुनिश्चित करना चाहिए। शुक्ल ने कहा कि यह उनका बिलासपुर का पहला दौरा है वे यहां की सफाई व्यवस्था से प्रभावित हुए हैैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी ही योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हैं ताकि लोग इनसे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर में स्टैंडअप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, एकीकृत बागवानी मिशन जैसी अनेक योजनाओं में बेहतर कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि क्षय रोग मुक्त राज्य बनाने की दिशा में और अधिक लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने प्राकृतिक खेती अपनाने और हिमाचल को नशामुक्त बनाने के लिए साझा प्रयास करने पर बल दिया। इससे पहले, बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने राज्यपाल का स्वागत किया और जिला में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. निधि पटेल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित प्रस्तुति दी।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज बिलासपुर जिला के प्रवास के दौरान कीरतपुर से मनाली के बीच बन रही फोर लेन परियोजना एवं रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी नई रेल लाईन परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होंने भूमिगत रेलवे क्रासिंग का निरीक्षण भी किया। उन्होंने 1.8 किलोमीटर लम्बी सुरंग नम्बर-1 में सुरक्षा व अन्य सुविधाओं का जायजा भी लिया। राज्यपाल ने कहा कि कीरतपुर से मनाली परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य को दिया गया एक बड़ा उपहार है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके पूरा होने से प्रदेश में पर्यटन विकास को भी नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि परियोजना के पूरा होने पर स्थानीय लोगों को भी सुविधा प्राप्त होगी तथा साथ लगते क्षे़त्रों में उद्योग स्थापित होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। उन्होंने इस परियोजना के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कीरतपुर-मनाली फोर लेन पर कीरतपुर से मंडी तक पांच सुरंगों का कार्य पूरा होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगले तीन महीनों में पांच और सुरंगें खोली जाएंगी। उन्होंने परियोजना के तहत सभी कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक वरुण चारी ने राज्यपाल को परियोजना कार्य की प्रगति से अवगत करवाया।
हिमाचल प्रदेश में मई माह में हुई ठंड ने पिछले 36 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सामान्य तापमान में 4 डिग्री से 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। इससे पहले साल 1987 में मई के महीने में तापमान में इतनी अधिक गिरावट दर्ज की गई थी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें, तो जून माह में भी हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के हर जिले में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 3 जून तक प्रदेश में बारिश और अंधड़ का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। उधर, चंबा जिले में हिमस्खलन की सूचना है। जानकारी के अनुसार बैरागढ़-साचपास-किलाड़ मार्ग पर कालाबन के समीप हिमस्खलन से आवाजाही कर रहे यात्री बाल-बाल बचे। सोलन, कांगड़ा, केलांग, किन्नौर, ऊना, सिरमौर, डलहौजी, नारकंडा और धौलाकुआं में भी जमकर बारिश हुई। बुधवार को भी अधिकतम तापमान में सामान्य से छह डिग्री की कमी दर्ज हुई।
*कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward * कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुनैना कश्यप। फर्स्ट वर्डिक्ट सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward
वो लोग जो बेहतर की उम्मीद में साथ छोड़ कर गए थे, शायद आज वापस हाथ पकड़ने की सोचते होंगे। हम बात कर रहे है कांग्रेस के उन तमाम नेताओं की, जिनका पूर्वानुमान एक दम गलत साबित हुआ। वो नेता जो चुनाव से पहले सत्ता में आती हुई कांग्रेस का साथ छोड़ सत्ता से बाहर होती हुई भाजपा के खेमे में जा मिले थे। इस फेहरिस्त में काँगड़ा से विधायक पवन काजल, नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा और हर्ष महाजन मुख्य तौर पर शामिल है। ये वो नेता है जिनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, मगर परिणाम सामने आए तो झटका इन्हें ही लग गया। सर्विदित है कि अगर ऐसा न हुआ होता तो निजी तौर पर आज इनके लिए सियासी परिस्थितियां बेहतर हो सकती थी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता की चाबी रखने वाले कांगड़ा जिले के ओबीसी नेता पवन काजल किसी समय कांग्रेस पार्टी की आंखों का 'काजल' माने जाते थे। मगर विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले भाजपा ने कांग्रेस के इस 'काजल' को अपनी आंखों का 'नूर' बना लिया था। यूँ तो काजल भाजपा से ही कांग्रेस में आए थे, मगर काजल की ऐसे भाजपा में वापसी होगी ये किसी ने नहीं सोचा था। दरअसल पवन काजल ने वर्ष 2012 में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बतौर निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में तब पवन काजल पहली बार जीते थे। पवन काजल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें कांग्रेस में ले आए। वीरभद्र सिंह ने ही वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पवन काजल को कांगड़ा से कांग्रेस का टिकट दिया। पवन काजल भी वीरभद्र सिंह के भरोसे पर खरा उतरे और लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। काजल अक्सर ये कहा भी करते थे कि वे कांग्रेस के साथ नहीं वीरभद्र सिंह के साथ है। कांग्रेस ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया, मगर काजल ने कांग्रेस को छोड़ जाना सही समझा। काजल तो चुनाव जीत गए, मगर भाजपा चुनाव हार गई। माना जाता है कि अगर काजल पार्टी न छोड़ते तो उनका मंत्री पद तय था। बात लखविंदर राणा की करें तो राणा तीन बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ विधानसभा पहुंचे थे । वर्ष 2010-11 में नालागढ़ के तत्कालीन विधायक हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और पहली बार विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राणा हार गए। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर नालागढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दिया मगर भाजपा में बगावत के चलते राणा चुनाव हार गए। इन दो विधायकों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले हर्ष महाजन भी चुनाव से पहले भाजपा के हो गए थे। शायद ही किसी ने सोचा हो कि वीरभद्र सिंह के हनुमान कहे जाने वाले हर्ष महाजन और कांग्रेस की राह अलग भी हो सकती है। हर्ष महाजन होलीलॉज के करीबी थे और वे कई बार वीरभद्र सिंह के चुनाव प्रभारी भी रह चुके थे। कहते है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाने में हर्ष महाजन का सबसे बड़ा योगदान रहा था। इस चुनाव से पहले भी कांग्रेस द्वारा इन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, मगर कांग्रेस पर नज़रअंदाज़गी का आरोप लगाते हुए महाजन भाजपा में शामिल हो गए थे। हालंकि अब भाजपा में हर्ष महाजन को कितनी तवज्जो मिल रही है, ये वे ही जानते होंगे। अगर महाजन कांग्रेस में रहते तो शायद बात कुछ और होती।
प्रदर्शन और आभार कार्यक्रम तो बहुत हुए मगर इस तरह पहले कभी सरकार का आभार व्यक्त करने को कर्मचारियों का हुजूम नहीं उमड़ा। लाखों की संख्या में कर्मचारी सीएम सुक्खू का दिल की गहराईयों से आभार करने को पहुंचे और धर्मशाला का पुलिस ग्राउंड जय सुक्खू के नारो से गूँज उठा। ऐसा स्वागत या स्नेह, सरकार को कर्मचारियों से शायद ही पहले कभी मिला हो, और हो भी क्यों न सीएम सुक्खू के नेतृत्व की इस कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की उस मांग को पूरा किया है जिसके लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी सालों तक नेताओं की दरों पर दस्तक देते रहे। सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के इस अनंत संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाया है, जिसके लिए कर्मचारियों ने सीएम सुक्खू को सर माथे लगा लिया। कभी उन्हें नायक बताया तो कभी पेंशन पुरुष। आभार के जवाब में सीएम सुक्खू भी कह गए कि मैं आपका सेनापति हूँ और आप मेरी सेना हो। 11 दिसंबर को कर्मचारियों के आशीर्वाद से कांग्रेस सरकार बनी और आगे भी ऐसे ही हमारा साथ देते रहना। कर्मचारियों की ये मांग कोई आम मांग नहीं थी। ये वो मसला था जिससे प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा था, वो कर्मचारी जो एनपीएस के अंतर्गत आते थे और जिन्हें शायद सेवानिवृत होने के बाद अपने बुढ़ापे में किसी और का सहारा लेना पड़ता। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के ऐसे कई मामले सामने आए है, जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद नाम मात्र पेंशन मिली। पूरे जीवन सरकार की सेवा करने के बाद ये कर्मचारी बुढ़ापे में इतने लाचार हो गए की जीवन व्यापन कठिन हो गया। इसी के बाद से पुरानी पेंशन बहाली के लिए महासंघर्ष का आरम्भ हुआ। न जाने कितनी ही हड़तालें, प्रदर्शन, अनशन इन कर्मचारियों ने किये मगर एक लम्बे समय तक इनकी नहीं सुनी गई। अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए संघर्षरत इन कर्मचारियों पर एफआईआर भी हुई, इन पर वाटर कैनन्स भी दागी गई और इनकी आवाज़ दबाने की कोशीश भी की गई, मगर संघर्ष थमने के बजाए और उग्र होता गया। आखिर जिस सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी वो सरकार सत्ता से बाहर हुई और सीएम सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों के लिए मसीहा बन गई। वादे अनुसार पहली कैबिनेट की बैठक में ही पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में केसा उत्साह है ये एक बार फिर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में देखने को मिल गया।
मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं के दसवीं के छात्रों ने वार्षिक परीक्षा परिणाम में परचम लहराया है। जहां बोर्ड की टॉप टेन मेरिट लिस्ट में स्कूल के चार बच्चों ने स्थान बनाया है, वहीं 34 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक लिए हैं अर्जित कर नाम चमकाया है। जबकि 75 बच्चे ऐसे हैं जिनके 90 प्रतिशत से अधिक अंक हैं। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मेधावी छात्रों को प्रधानाचार्य परवेश चंदेल व स्कूल स्टाफ ने सम्मानित किया। स्कूल के छात्रों में शैवी ठाकुर ने 687, आरव ठाकुर 687, नमन शर्मा ने 686 व पिनाक चंदेल ने 687 अंक प्राप्त कर बोर्ड की टॉप टेन मेरिट सूची में दबदबा कायम किया है। इसके संजीदा शर्मा, अंशुल धीमान, तन्मय शर्मा ने 683, सारा, आदर्श राणा ने 682, अदिविका पटियाल ने 680, गौरी शर्मा, रिधिमा ने 679, तन्मय कौशल ने 678, चाहत रतवान, शगुन ने 676, उमंगिता ने 675, आयुश कुमार ने 672, शगुन शर्मा ने 671, सैजल शर्मा ने 670, शिवांश शर्मा ने 668, आनवी, अनमोल, अर्शित, दिव्यांश ने 667, अंजली शर्मा, वंशिका, पियूष भभैरिया, पुनीत नड्डा, सूर्यांश ने 666, आदित्य रनावत, अर्पित शर्मा, राहुल, वैदिक भक्त व अर्पित शर्मा ने 665 अंक प्राप्त कर पाठशाला का नाम रोशन किया है। बता दें कि मिनर्वा स्कूल का बोर्ड की कक्षाओं में ही नहीं, बल्कि दूसरी कक्षाओं का भी परीक्षा परिणाम बेहतर रहता है। मिनर्वा स्कूल घुमारवीं के प्रिंसिपल परवेश चंदेल ने कहा कि दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। इसके लिए स्कूल स्टाफ व बच्चों के माता पिता बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मिनर्वा स्कूल में प्रतिदिन छुट्टी के बाद 4 बजे तक बच्चों की समस्याएं सुनीं जाती हैं तथा उसे हल किया जाता है। इस मौके पर स्टडी सर्कल के प्रभारी राकेश चंदेल, उप प्रधानाचार्य विनय शर्मा व मदन लाल मौजूद रहे। शिक्षकों की मेहनत, बच्चों का जुनून करता है प्रेरित मिनर्वा स्कूल के प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने कहा कि शिक्षकों की मेहनत, बच्चों का जुनून व अभिभावकों का विश्वास ही बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। स्कूल में सभी शिक्षक परिवार की तरह काम करते हैं। हर वर्ष बेहतर से बेहतर करने का प्रयास किया जता है।
मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं का जमा दो का वार्षिक परीक्षा शत-प्रतिशत रहा। स्कूल के 10 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक लेकर अपना अपना अपने माता पिता तथा स्कूल का नाम रोशन किया है। पाठशाला प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 89 विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने जमा दो की बोर्ड की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। बोर्ड की मेरिट सूची में अर्शिया नौवां स्थान प्राप्त कर स्कूल का रोशन किया है। वहीं स्कूल की टॉप टेन मेरिट लिस्ट में आयुषी शर्मा व तनिष्क चौधरी ने 482 अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान झटका। इसी तरह से संभव ने 480, दिया शर्मा ने 480, युविका चौहान ने 479, सौम्य चंदेल ने 479, शिव डोगरा ने 478, उपासना ने 475 व सुजल शर्मा ने 475 अंक प्राप्त किए हैं। 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने बताया कि जमा दो परीक्षा परिणाम में सभी बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल स्टाफ का हमेशा शिक्षा के हर क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने के लिए प्रयासरत रहता है। बच्चों के बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए समस्त स्कूल स्टाफ बच्चे व उनके अभिभावक बधाई के पात्र हैं। क्योंकि बच्चों के माता पिता व अध्यापकों को उनकी पढ़ाई के दौरान अहम योगदान रहता है। परवेश चंदेल ने सभी बच्चों को उनकी आगे की पढ़ाई व उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
***कुल्लू जिले के स्नॉवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा की छात्रा मानवी ने 99.14 प्रतिशत (694) अंक लेकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। हमीरपुर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चूबतरा की छात्रा दीक्षा कथयाल ने (693) 99 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं हमीरपुर जिले के ही दो छात्रों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। न्यू इरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल परोल के छात्र अक्षित शर्मा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारान के छात्र आकर्षक ठाकुर ने 98.86 प्रतिशत (692) अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमें से 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं और 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस बार का परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
एचएएस परीक्षा में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल करने अंशु चंदेल जिला बिलासपुर के गांव ओहर की रहने वाली है। अंशु चंदेल ने प्रदेश भर में उच्च गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने लिए पहचान रखने वाले मिनर्वा शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त की है। इसी कड़ी में अंशु चंदेल मंगलवार को मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं पहुंची, जहां उन्होंने अपने गुरुजनों का आशीर्वाद लिया। उनकी इस सफलता के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने अंशु चंदेल को शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। संस्थान के संचालक तथा प्रधानचर्य प्रवेश चंदेल ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी हैकि उनके स्कूल शिक्षा प्राप्त कर निकली एक बेटी प्रशासनिक अधिकारी बन कर प्रदेश की सेवा करेगी। उन्होंने अंशु चंदेल तथा उनके माता-पिता को शुभकामनाएं भी प्रेषित की। साथ ही कहा कि जिस तरह से आज अंशु चंदेल ने कड़ी मेहनत से अपना मुकाम हासिल किया है, उससे स्कूल का हर बच्चा प्रोत्साहित होगा। अंशु चंदेल ने कहा कि उन्होंने अपनी 11 और 12 की शिक्षा मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं से प्राप्त की है। अंशु चंदेल ने कहा कि बच्चे को अभी से इस तरह की तैयारी करना शुरू कर देनी चाहिए, ताकि वे भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी बन सके। अपनी इस सफलता के लिए अंशु चंदेल ने अपने माता-पिता के साथ साथ मिनेर्वा शिक्षण संस्थान का भी धन्यवाद किया।
साइंस स्ट्रीम में ओजस्विनी उपमन्यु ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल किए हैं। ओजस्विनी उपमन्यु जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। कॉमर्स स्ट्रीम में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। वृंदा ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। आर्ट्स स्ट्रीम में प्रदेशभर में पहले स्थान पर चार विद्यार्थी रहे हैं। चारों ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) 12वीं कक्षा का वार्षिक (12th Class Result) परिणाम इस बार 79.4 फीसदी रहा है। ऊना की सीसे स्कूल घनारी की ओजस्वनी उपमन्यु पुत्री राम कुमार ऑलओवर परीक्षा में 98.6 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रही। सिरमौर की वृंदा ठाकुर पुत्री अरुण कुमार ने 98.6 फीसदी अंक हासिल कर दूसरे नंबर पर रही वहीं सीसे स्कूल चूरड़ू की कनूप्रिया पुत्री संजय कुमार ने 98.2 फीसदी अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया।
**ओजस्विनी उपमन्यु ने साइंस संकाय में 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। **कॉमर्स संकाय में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। **आर्ट्स संकाय में प्रदेशभर में चार विद्यार्थी ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। जिसमे डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। परिणाम 79.4 प्रतिशत रहा है। 105369 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमे से 83418 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं।13335 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। 8139 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 93.90 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने जानकारी दी की विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर अपना परिणाम देख सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम शनिवार सुबह 11 बजे घोषित करेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. विशाल शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि तकनीकी कारणों के चलते आज परिणाम घोषित नहीं किया जा सका। शनिवार सुबह 11 बजे परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। रिजल्ट घोषित करने के लिए लगभग सारी औपचारिक्ताएं पूरी की जा चुकी हैं।
बिलासपुर जिला के उपमंडल घुमारवीं के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरोटा पंचायत के सरस्वती विद्या मंदिर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज एनजीओ प्रयास आयोजित कार्यक्रम में डंगार, देलग व दधोल क्षेत्र की 210 महिलाओं ब्यूटी एंड वैलनेस ट्रेनिंग सर्टिफिकेट और ब्यूटी किट वितरित किए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि एनजीओ के माध्यम से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में 4000 महिलाओं को ब्यूटी एंड वैलनेस निशुल्क ट्रेनिंग कोर्स करवाए जा रहे हैं जिसमे बिलासपुर जिला कि 500 से अधिक महिलाएं शामिल है। जिसके अंतर्गत आज ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली महिलाओं को सर्टिफिकेट और ब्यूटी किट वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि महिलाए वह आधारशिला हैं जिसके बिना किसी भी मजबूत परिवार, समाज और देश की परिकल्पना ही नहीं की जा सकती। इतिहास गवाह है कि, महिलाओं ने लगभग सभी क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में रोजगार के लिए हुनर होना आवश्यक है इसीलिए उनका प्रयास है कि हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए निशुल्क कोर्सों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई है। उन्होंने बताया कि 9 करोड़ 60 लाख परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया गया और कोरोना काल के दौरान 3 अतिरिक्त सिलेंडर उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने बताया कि सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा के अंतर्गत 9 लाख लोगो को घर द्वार जाकर सवास्थ्य सेवाए उपलब्ध करवाई गई है। मोबाइल स्वास्थ्य सेवा स्वास्थ्य की सभी आधुनिक जांच सुविधाओं, आवश्यक दवाओं, नर्स और डाक्टर से लैस रहती है और लोगों का निशुल्क स्वास्थ्य जांच किया जाता है। उन्होंने बताया कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ही सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा एम्बुलेंस में 100 से अधिक महिलाओं रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि उनके सांसद बनने के बाद बिलासपुर जिला का बहुत विकास हुआ है आज बिलासपुर में फोरलेन, एम्स, रेलवेलाइन, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि कीरतपुर से नरचौक फोरलेन को 1 महीने तक के लिए ट्रायल बेसिस पर खोलने का अनुरोध केंद्रीय परिवहन मंत्री से किया गया है ताकि इस मार्ग पर पेश आने वाली कमियों में सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि किरतपुर से नेरचौक का सफर 87 किलोमीटर से घटकर 57 किलोमीटर रह जाएगा और मात्र 40 मिनट में यह दूरी तय होगी जिससे क्षेत्र के सभी लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिलेगी लोगों के पैसे के साथ समय की भी बचत होगी और इंधन की खपत भी कम होगी और पर्यावरण को भी कम नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 2 सालों में बिलासपुर में ट्रेन पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे लाइन निर्माण के प्रथम चरण में केंद्र सरकार द्वारा 1500 करोड रुपए जबकि इस वर्ष द्वितीय चरण में 1000 करोड रुपए स्वीकृत किए गए है। रेलवे का कार्य पूरा होने से इस क्षेत्र के सभी लोगों का विकास होगा। उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल के दौरान बिलासपुर से हमीरपुर सड़क को चौड़ा करने के लिए 300 करोड़ रुपए किए गए। अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनके सांसद बनने के बाद सरस्वती विद्या मंदिर के विभिन्न विकास कार्यों के लिए उन्होंने अपने सांसद निधि से लगभग अब तक 5 करोड रुपए से अधिक की राशि उपलब्ध करवाई है । इस अवसर पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग बीडीसी चेयरमैन रमेश ठाकुर मंडल महामंत्री राजेश शर्मा व राजेश ठाकुर उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना की रफ़्तार लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के आंकड़ों में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, कोरोना की संक्रमण दर भी अब आठ प्रतिशत को पार कर चुकी है। बीते कल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में कुल 5226 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 422 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि दो लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें एक मौत ऊना और एक मौत कुल्लू जिला में हुई है। कोरोना के नए मामले कोरोना वायरस के नए मामलों में बिलासपुर जिला में 30, चंबा में 10, हमीरपुर में 71, कांगड़ा में 126, किन्नौर में सात, कुल्लू में आठ, लाहुल-स्पीति में आठ, मंडी में 85, शिमला में 23, सिरमौर में 21, सोलन में 20 और ऊना जिला में 14 नए मामले आए हैं। इन मामलों के साथ ही प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 1762 हो चुके हैं, जबकि संक्रमण दर प्रदेश में 8.7 प्रतिशत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा है। एक्टिव केस की बात करें तो कांगड़ा जिला में 394, बिलासपुर में 143, चंबा में 171, हमीरपुर में 314, कांगड़ा में 392, किन्नौर में 26, कुल्लू में 60, लाहुल-स्पीति में 20, मंडी में 315, शिमला में 136, सिरमौर में 112, सोलन में 117 और ऊना में 56 एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे।
केंद्रीय सूचना, प्रसारण व खेल मंत्री एवं सांसद अनुराग सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में प्रयास संस्था द्वारा संचालित सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की टीम ने आज श्री नैनादेवी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत राजपुरा के पंचायत भवन में डॉ. कनव शर्मा के नेतृत्व में जनता की नि:शुल्क स्वास्थ्य की जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसमें बुजुर्गों, मातृशक्ति एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं रक्त की जांच की गई। कैंप में कुल 42 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई, जिसमें 26 लोगों के खून की जांच की गई। कैंप में 2 लोगों में ब्लड प्रेशर, 4 पुरुषों को शुगर, एक को स्त्री रोग, 2 लोगों को त्वचा, 14 लोगों में हड्डियों, 4 में खून की कमी और अन्य में सर्दी व जुकाम संबंधित बीमारियां पाई गईं। वहीँ, घर द्वार निशुल्क चिकित्सा कैंप के लिए इलाकावासियों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का तहे दिल से धन्यवाद किया।
आज सुबह नैनादेवी में सड़क हादसा सामने आया है। श्री नैनादेवीजी के पुलाचड़ में एक निजी बस अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। हलांकि सड़क हदसे में किसी का कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। हादसे में चालक घायल हुआ है। बाकी सभी यात्री सुरक्षित हैं।जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब नौ बजे चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलाचड़ में एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बताया जा रहा है कि बस स्वारघाट से किरतपुर की ओर जा रही थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बस सवार सभी यात्रियों को बाहर निकाला। हादसे में घायल बस चालक को सीएचसी स्वारघाट पहुंचाया जहां उसका उपचार चल रहा है। हादसे के समय बस में करीब दस यात्री सवार थे। हादसे के बाद कुछ समय के लिए हाईवे पर आना जाना भी बंद हुआ। जिसे पुलिस कर्मियों ने पहुंच कर बहाल करवाया।
न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ बिलासपुर ने राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाल करने पर एवं एसओपी को कैबिनेट की सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के उपरांत जिला स्तरीय मीटिंग का आयोजन किया। इसमें जिला के सभी खंडों से आए खंड अध्यक्ष तथा उनके समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने सरकार का आभार व्यक्त किया। जिला अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा हिमाचल सरकार का अपनी तरफ से तथा अपने संघ की तरफ से धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि हिमाचल के 1 लाख 36 हजार कर्मचारी तथा उनके परिवार एवं आने वाली पीढ़ियां आपको हमेशा याद रखेंगी, क्योंकि आपने कर्मचारियों से जो वादा किया था उसे शत-प्रतिशत निभाया है और भविष्य में भी आपसे कर्मचारियों को बहुत सी उम्मीदें ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप उन सभी कर्मचारियों का जो हिमाचल के विकास में सदैव तत्पर रहते हैं के साथ कभी भी अन्याय नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया की पुरानी पेंशन बहाली से हर वर्ग का कर्मचारी लाभान्वित हुआ है। यही कारण है कि अप्रैल माह में धर्मशाला में बहुत बड़ी आभार रैली की जाएगी, जिसमें हिमाचल के लगभग 1 लाख कर्मचारी भाग लेंगे। इस बैठक में जिला कार्यकारिणी की तरफ से सुरजीत कुमार, अब्दुल रशीद, आदर्श गौतम, रजनीश शर्मा, बाबूलाल भारद्वाज एवं सभी खंडों से आए खंड अध्यक्ष विजय ठाकुर,बलदेव सहगल, अशोक चंदेल , अजय डोड, विनोद शास्त्री, प्यारेलाल, नंदपाल, राकेश संख्यान, सुनील कुमार, सुरेश कुमार , यशवीर चौहान, अमित, अनूप शास्त्री, प्रवीण कौंडल, सुभाष शर्मा सुंदर सिंह धीमान आदि ने भाग लिया।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुक्रवार को अपना पहला बजट पेश किया गया। इस बजट को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक राजेश धर्मानी ने विकासमुखी बजट करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस बजट सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। खासकर युवाओं को रोजगार देने पढ़ाई के लिए कम दरों पर ब्याज देने के साथ ही महिलाओं को 1500 और प्रदेश को ग्रीन राज्य बनाने के साथ ही प्रदेश के विकास का रोड मैप इस बजट में नजर आ रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में पेट स्कैन करने की मशीन लगाने की बजट में घोषणा की गई है। इससे प्रदेश के लोगों को बाहरी राज्यों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा वही घिसा पिटा अपना बयान दे रही है, लेकिन उन्हें देखना चाहिए कि इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश करने के लिए इलेक्ट्रिक कार में पहुंचे। हिमाचल प्रदेश में बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने विरोध शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में विपक्ष के विधायक काली पट्टी लगाकर सदन में पहुंचे। सीएम सुक्खू ने कई ऐलान किये है, जानिए प्रदेशवासियों की झोली में इस वर्ष प्रदेश सरकार ने क्या दिया ** प्रदेश के युवाओं को उनकी अपनी भूमि पर या लीज पर ली गई भूमि पर 200 किलो वाट से 2 मेगा वाट की परियोजना स्थापित करने के लिए 40 फीसदी सब्सिडी अनुदान सहित दी जाएगी **प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को E -BUS खरीद के लिए 50 प्रतिशत की दर से 50 लाख तक की सब्सिडी दी जाएगी ** नादौन और शिमला में ई बस डिपो बनेंगे, HRTC चलाएगी 1500 ई बस ** एनपीएस कर्मचारियों के 8 हजार करोड़ रुपये केंद्र से वापस लाने के लिए भी सदन में विपक्ष से सहयोग मांगा ** हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन की 1500 डीजल बसों को ई-बसों में बदलने की घोषणा, एक हजार करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान की कही बात **नादौन और शिमला में ई-बस डिपो बनाया जाएगा **प्राइवेट ऑपरेटर्स को चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 50 प्रतिशत की दर से सब्सिडी दी जाएगी **हिमाचल प्रदेश में हर उपमंडल की दो पंचायतें ग्रीन पंचायतें बनेगी, प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन नीति लाई जाएगी: सुक्खू ** वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओल्ढ एज होम विकसित किए जाएंगे: CM सुक्खू ** सभी जिले हेलीपोर्ट से जोड़े जाएंगे: CM सुक्खू **मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी एयरपोर्ट के लिए 1000 करोड़ रुपये जारी करवाने के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा ** हिमाचल के सभी मेडिकल कालेजों में इस साल रोबोटिक्स सर्जरी शुरू होगी, इस पर 100 करोड़ खर्च होंगे: CM सुक्खू ** प्रदेश के सभी विधानसभा में खुलेंगे राजीव गांधी डे बोर्डिग स्कूल ** सभी मेडिकल कालेजों में पेट स्केन स्थापित होंगे **हमीरपुर मेडिकल में कैंसर केयर के लिए एक सेण्टर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा **नाहन, चम्बा, एवं हमीरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज स्थापित किये जाएगे : सीएम सुक्खू **इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के लिए 150 करोड़ का बजट प्रावधान **सुक्खू सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 3,139 करोड़ का बजट किया प्रस्तावित **हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा ,134 तरह के टेस्ट की होगी सुविधा ** प्रत्येक सीनियर सैकेंडरी स्कूल में स्थापित होगी लाइब्रेरी **हर विधानसभा क्षेत्र में एक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा **प्रदेश के युवाओं को विभिन्न कॉम्पिटिटिव एक्साम्स की तैयारी के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की एक्सेस ओर आवश्यक पुस्तकों से लैस लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा **1311 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास योजना शुरू होगी ** परवाणू -नालागढ़-ऊना, हमीरपुर-अंब-नूरपूर, पांवटा-नाहन-शिमला, शिमला-बिलासपुर हमीरपुर-चंबा, मंडी-पठानकोट, मनाली-केलोंग नेशनल हाईवे को ग्रीन कौरिडेर के तौर पर विकसित किया जाएगा **हर अनाज के अलग अलग क्लस्टर बनाएं जायेंगे ** विद्यार्थिओं को खेल में भाग लेने के लिए प्रेरित करने को स्पोर्ट्स हॉस्टल में रह रहे खिलाडियों की डाइट मनी को 120 रूपए से बढाकर 240 रूपए प्रतिदिन करने की घोषणा ** शिक्षा क्षेत्र के लिए कुल 8 ,828 करोड़ प्रस्तावित किया गया **40 हजार नए लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने की घोषणा ** पहले चरण में 2 लाख 31 महिलाओं को मिलेंगे 1500 रुपये मासिक दिए जाएंगे **हिम गंगा योजना होगी शुरू, दूध उत्पादकों की True Cost मिलेगी *विधवा और एकल नारी आवास योजना शुरू होगी, इसके तहत 7 हजार महिलाओं को डेढ़ लाख की राशि आवास के लिए दी जाएगी **20 हजार मेधावी छात्राओं को इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए 25 हजार सब्सिडी दी जाएगी **40 हजार नए लोगों को सोशल सिक्योरिटी पेंशन **नशाखोरी रोकने के लिए नशा एवं मादक पदार्थ मुक्त अभियान शुरू करने की घोषणा ** नशाखोरी का कारोबार करने वालों के विरुद्ध इसी विधानसभा के बजट सत्र में कानून लाएगी सरकार **मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए जालीदार फेंसिंग को सब्सिडी देंगे **युवाओं को अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा ** अब से अनाथ बच्चे 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' कहलाएंगे ** साल में एक बार अनाथ बच्चों को हवाई यात्रा और तीन सितारा होटल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी : सीएम सुक्खू ** निराश्रितों को हर महीने चार हजार रुपए की आर्थिक मदद **दूध उत्पादन, सब्जी, फलों-फूलों के उत्पादन को कृषि कल्स्टर बनाए जाएंगे ** सुरक्षित बचपन अभियान की शुरुआत **हिम उन्नति योजना शुरू करने का ऐलान **किसानों, पशुपालकों के लिए हिम गंगा योजना शुरू होगी, इस योजना के लिए 500 करोड़ की घोषणा ** नए मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किए जाएंगे और मौजूदा प्लांट्स को अपग्रेड किया जाएगा ** प्रदेश के गरीब परिवारों के बच्चों को तकनीकी कोर्स करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, इसके लिए 200 करोड़ रूपए की विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना शुरू करने का ऐलान ** 1292 करोड़ की लागत से हिमाचल में शिवा प्रोजेक्ट के तहत सात जिलों में 28 विकास खंडों में 6000 हेक्टेयर क्षेत्रों में बागवानी का विकास करेगी, 15 हजार बागवान लाभान्वित होंगे ** मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा ** पंचायत जनप्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी ** मनरेगा के तहत ट्राइबल एरिया में मिलने वाली दिहाड़ी 266 रुपए से बढ़ाकर 294 रुपए किया, दिहाड़ी बढ़ने से 100 करोड़ अतिरिक्त खर्च होगा। इससे 9 लाख लोग लाभान्वित होंगे ** मनरेगा योजना के तहत मनरेगा दिहाड़ी को 212 से बढ़ाकर 240 रुपए करने की घोषणा ** मछली पालन के लिए तालाब निर्माण के लिए 80 फीसदी की सब्सिडी की घोषणा किसानों को ट्रेक्टर पर 50 फीसदी उपदान दिया जाएगा ** पंचायती राज प्रतिनिधयों का मानदेय बढ़ा **जिला परिषद् अध्यक्ष को 15 के बजाए 20 हज़ार मिलेगा, उपाध्यक्ष को 15 हज़ार ** नई पंचायतों में पंचायत घर बनाने के लिए 10 करोड़ के बजट का प्रावधान, 164 पंचायत सचिव के पद भरेगी सरकार ** ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग के लिए 1916 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है ** शिमला के पास जाटिया देवी में नया शहर बसाने का ऐलान **हिमाचल में नया वाटर मैनेजमेंट एंड रेगुलेशन बिल लाएगी सरकार **जलशक्ति विभाग में 5 हजार पद भरने की घोषणा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा
The National Cricket Academy (NCA) is holding a camp for U-16 boys at various venues from April 17 to May 11, 2023, and players must report on April 16, 2023 (afternoon) at the camp location. The Himachal Pradesh Cricket Association (HPCA) has selected six players for the given camps: Naunihaal from Solan distt.: Mumbai venue (Team A), Anush Dhiman from Kangra distt.: Mumbai venue (Team A), Siddhak Dhillon from Bilaspur distt.: Surat venue (Team C), Aditya Kataria from Bilaspur distt.: Vijayawada venue (Team D), Akshay Vashisht from Solan distt.: Vijayawada venue (Team D) and Vaasta Garg from Hamirpur: Anantpur venue (Team E). HPCA will check the physical fitness of the above players before the camp at the HPCA Cricket Stadium in Dharamshala, and then they will be permitted to attend the camp.
मनीष। घुमारवीं घुमारवी शहर में यलो लाइन लगाए जाने के लिए निरीक्षण कार्य शुरू हो गया है। यलो लाईन के बाहर जो जगह बचेगी, उस जगह पर टाइलें लगाई जाएंगी। टाइल लगाने के बाद स्थानीय दुकानदारों व रिहायशी मकान वालों को अपनी गाड़ी लगाने के लिए उचित पार्किंग योग्य जगह बनाई जाएगी, जो पेड पार्किंग होगी और इसके लिए लोगों के घरों के बाहर भी गाड़ियों को खड़ी करने के लिए जेब ढीली करनी पड़ सकती है। इस कार्य से नगर परिषद की आय में बढ़ोतरी होगी व जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए नगर परिषद ने पहल करते हुए यह निरीक्षण शुरू किया गया है। इस दौरान नेशनल हाइवे के अधिकारी भी साथ रहे। घुमारवी शहर के एक छोर अबढानीघाट से लेकर शहर के दूसरे छोर पुल तक यलो लाइन के लिए जगह चयनित कर ली गई। घुमारवीं शहर के बीचों-बीच से शिमला-मटौर नेशनल हाइवे गुजरता है। हाइवे के दोनों तरफ दुकानें व रिहायशी मकान हैं। शहर के बीच बस स्टैंड के लिए भी इसी हाइवे से टर्न करना पड़ता है। भीड़-भाड़ वाले इस शहर में अकसर जाम की स्थित बनी रहती है। बाहर से आने वाले लोग बेतरतीब अपने वाहनों को सड़क किनारे खड़ा कर देते हैं, जिस कारण स्थानीय दुकानदारों के साथ राहगीरों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। बाजार के दो किलोमीटर से ज्यादा हिस्से में अकसर हादसों खतरा बना रहता है। हादसों से निजात दिलाने व जाम की समस्या को खत्म करने के लिए शहर में अब यलो लाइन लगाई जाएगी। यलो लाईन लगने से कोई भी व्यक्ति अपने वाहन यहां खड़ा नही कर पाएगा। साथ ही यलो लाइन के बाहरी बचे हिस्से को नगर परिषद द्वारा पेड़ पार्किंग के तोर पर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा यलो लाइन के बाहर जो वाहन खड़ा करेगा, उसका पुलिस चालान करेगी। नगर परिषद द्वारा इस कार्य को करने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है, लेकिन इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए टैक्सी स्टैंड व ट्राला स्टैंड बड़ी चुनोती होगी। नगर परिषद किए जा रहे निरीक्षण के दौरान ही स्थानीय दुकानदारों व रिहायशी मकान वालों ने विरोध के स्वर उठाना शुरू कर दिए हैं। दुकानदारों का कहना है कि नगर परिषद पहले वाहनों को लगाने के लिए जगह उपलब्ध करवाए। लोगों ने कहा कि जैसे नगर परिषद द्वारा कहा जा रहा है कि दुकान मालिकों व रिहायशी मकान मालिकों की सुविधा के लिए दुकानों व मकानों के बाहर टाइलें लगाई जाएंगी व पार्किंग की व्यबस्था की जाएगी, तो पहले लोगों की सुविधा प्राथमिकता के तौर पर की जाए, उसके बाद यलो लाइन लगाने का काम शुरू किया जाए। नगर परिषद अध्यक्षा रीता सहगल ने कहा कि शहर में यलो लाईन लगाने का प्रावधान है। दुकानों के अलावा स्थानीय लोगों के घरों के बाहर उनकी गाड़ियां लगाने का प्राबधान किया जा रहा है। जल्द ही यह कार्य पूरा किया जाएगा।
कार्यप्रणाली काे करें दुरुस्त, नहीं ताे 15 मार्च को मजदूर करेंगे प्रदर्शन मनीष। बिलासपुर सीटू जिला कमेटी के आह्वान पर बीबीएन के मजदूरों ने सीटू के बैनर तले यूनियनों के पंजीकरण व श्रम कानूनों को लेकर श्रम कार्यालय झाड़माजरी पर जोरदार प्रदर्शन किया। 11 बजे से शुरू हुआ मजदूरों का प्रदर्शन दोपहर दो बजे तक चला। सीटू कार्यकर्ता श्रम विभाग की कार्यप्रणाली से काफी खफा नज़र आए। वे तीन घंटे तक जोरदार नारेबाजी करते रहे। इस दौरान श्रम मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल की बैठक में मौजूद श्रम अधिकारी श्री सुरेंद्र सिंह बिष्ट व श्रम निरीक्षक अमित ठाकुर को बैठक छोड़कर आना पड़ा व सीटू प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। सीटू नेताओं ने मांगों का तुरंतु समाधान मांगा, जिस पर श्रम अधिकारी ने मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिला महासचिव एनडी रणौत, ओमदत्त शर्मा, मोहित वर्मा व दलजीत सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबाेधित करते हुए आरोप लगाया कि बीबीएन का श्रम कार्यालय उद्योगपतियों के इशारों पर कार्य कर रहा है व कई-कई सालों तक यूनियनों का सत्यापन करने में आनाकनी कर रहा है। श्रम कार्यालय की इस लचर व पक्षपातपूर्वक कार्यप्रणाली के कारण मजदूरों को अपनी यूनियन का पंजीकरण करवाना लगभग नामुमकिन हो गया है। श्रम विभाग पूरी तरह पूंजीपतियों की गोद में बैठ गया है व मजदूरों की न्याय हासिल करने की उम्मीदें खत्म हो गई हैं। मजदूरों के मांग-पत्र भी सालों से श्रम कार्यालयों की फाइलों में धूल फांक रहे हैं। श्रम विभाग के अधिकारी मात्र इंस्पेक्शन करके अपनी डयूटी से पल्ला झाड़ रहे हैं व कम्पनी प्रबंधनों द्वारा श्रम कानूनों की अवहेलना पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने चेताया है कि अगर मजदूरों की मांगों का तत्काल समाधान न हुआ, तो बीबीएन के मजदूर 15 मार्च को बीबीएन में प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिलाध्यक्ष मोहित वर्मा, उपाध्यक्ष ओमदत्त शर्मा, महासचिव एनडी रणौत, दलजीत सिंह, मनदीप, रवि, अनिल, सुरेश, रविंद्र, दीप राम, कुशाल, प्रमोद, जितेंद्र साहू, प्रदीप, गुरदेव, राजेंद्र, धर्मेंद्र, रोहित कटयाल, कुलदीप, सतेंद्र रमेश, रामचन्द्र, चंदन व महेंद्र सहित सैकड़ों मजदूर शामिल रहे।
** दो आह से अधिक समय बीता, नहीं सुलझा विवाद हिमाचल प्रदेश में अदाणी समूह के सीमेंट प्लांट को बंद हुए दो महीने से ज़्यादा समय बीत चुका है लेकिन अब तक इस विवाद का समाधान नहीं निकला है। कई बैठकें, कई चर्चाएं अब तक हो चुकी है, मगर सब बेनतीजा रही। हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान दोनों पक्षों के बीच समन्वय स्थापित करने की कोशिश कर चुके है, मगर अब तक गतिरोध थम नहीं पाया है। खुद सीएम सुक्खू लगातार अपडेट ले रहे है। यानी प्रयास तो खूब हुए है लेकिन नतीजा सिफर रहा है। सीमेंट प्लांट विवाद को लेकर ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है कि अदाणी समूह अड़ियल रवैया अपनाए हुए है, तो वहीं अदाणी समूह का भी ट्रक ऑपरेटर्स के लिए कुछ ऐसा ही कहना है। इस विवाद के चलते प्रदेश के सैकड़ों ट्रक ऑपरेटरों की आमदनी बंद हो गई है। इस सीमेंट प्लांट से करीब एक लाख लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर सहकारी सभा बरमाणा का कहना है कि वर्तमान में ऑपरेटरों पर सरकारी बैंकों और निजी फाइनेंस कंपनियों का 98 करोड़ रुपये का कर्ज है। हालात यह हैं कि ऑपरेटर जिन पेट्रोल पंपों से गाड़ियों में डीजल भरवाते थे, उनकी भी पांच करोड़ की देनदारी है। प्लांट बंद होने के बाद उम्मीद थी कि जल्द सरकार इसका समाधान करेगी, लेकिन दो माह बाद भी मुद्दे को सुलझाया नहीं गया। सरकार की मध्यस्थता के बाद भी अदाणी समूह अपनी शर्तों पर अड़ा है। सीमेंट प्लांट विवाद की वजह से न केवल ट्रक ऑपरेटर यूनियन को नुकसान हो रहा है, बल्कि अदाणी समूह और हिमाचल प्रदेश सरकार भी नुकसान झेल रही है। सीमेंट प्लांट बंद होने की वजह से हिमाचल प्रदेश सरकार को रोजाना दो करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। जाहिर है प्रोडक्शन बंद होने से अडानी समूह को भी आर्थिक घाटा तो हो ही रहा है। अदाणी समूह का इन प्लांटों में अरबों का निवेश है। बहरहाल सवाल ये ही है कि जब सबको नुक्सान है तो समाधान क्यों नहीं हो पा रहा। ये है मामला : अदाणी समूह ने बीते 14 दिसंबर, 2022 को सीमेंट ढुलाई दरें अधिक होने का तर्क देकर एसीसी बरमाणा व अंबुजा प्लांट दाड़लाघाट को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया था। अब तक दोनों पक्षों के बीच कई दौर की वार्ता निष्फल रही है। यहाँ अटका है पेंच : अदाणी समूह की ओर से माल ढुलाई दरों को साढ़े आठ रुपये से 10 रुपये प्रति किलोमीटर तक रखा जाने का प्रस्ताव है, जिसे मानने पर ट्रक आपरेटर तैयार नहीं है। अंबुजा सीमेंट दाड़लाघाट से जुड़े आपरेटरों का कहना है कि वह 10.71 रुपये प्रति किलोमीटर से कम दर पर ढुलाई नहीं करेंगे। वहीँ एसीसी प्लांट से जुड़े आपरेटरों ने 12.04 रुपये किराये की मांग रखी है। ऐसे में सहमति नहीं बन पा रही है। नोटिस थमा सकती है सरकार : जानकार मानते है कि नतीजा न निकलने पर हिमाचल प्रदेश सरकार कंपनी को कारपोरेट कानून के तहत नोटिस थमा सकती है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में सरकार ने कानूनी राय ली है।
हिमाचल में सीमेंट फैक्ट्री विवाद को लेकर अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों के बीच बैठकों का दौर जारी हैं। शुक्रवार को भी DC बिलासपुर की अध्यक्षता में हुई अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों की बैठक बेनतीजा रही है। ACC फैक्ट्ररी विवाद को लेकर बचत भवन में करीब 3 घंटे तक बैठक चली। जानकारी के अनुसार ट्रक ऑपरेटर भाड़े की मांग को लेकर अड़े हैं। अडानी ग्रुप की बड़ी गाड़ियों के लिए 9 रुपए 30 पैसे और छोटी गाड़ियों का 10 रुपए 20 पैसे रेट देने की बात कही हैं। वहीं ट्रक ऑपरेटर 10 रुपए 71 पैसे का रेट मांग रहे है।
मनीष। बिलासपुर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार शिमला एवं जिला लोक संपर्क विभाग बिलासपुर के आदेशानुसार सोमवार को नटराज सांस्कृतिक कला मंच घुमारवीं के कलाकारों ने घराण व भडोलिया-कलां पंचायतों में सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से सम्बंधित कार्यकम पेश किया। घराण सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यकम के मुख्यातिथि चुनाव क्षेत्र के युवा नेता विवेक कुमार थे, जबकि इसकी अध्यक्षता पंचायत प्रधान राजकुमार कौंडल ने की। इस अवसर घराण सीनियर सेकेंडरी के प्रिंसिपल सुरेश धीमान एवं स्टाफ सहित कार्यकम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। भडोलिया-कलां पंचायत के भडोलिया खुर्द गांव में वार्ड सदस्य सुरेश कुमारी की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ। नटराज सांस्कृतिक कला मंच के कलाकरों ने अंतरराष्ट्रीय नृत्यांगना फूलां चंदेल के नेतृत्व में यह कार्यक्रम पेश किए। मंच के कलाकारों ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करना, उज्ज्वल योजना, मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष योजना तथा त्यौहार अनुदान योजना आदि अन्य कल्याणकारी योजनाओं को गीत-संगीत एवं नुकड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। कलाकारों ने अपनी विभिन्न प्रस्तुतियों से सरकार की कल्याणकारी योजना के बारे में उपस्थित लोगों को विस्तार से जानकारी दी।