हिमाचल की राजधानी शिमला आए हर व्यक्ति ने ये नाम तो सुना ही होगा, इस पॉइंट से गुज़रे भी होंगे लेकिन इस जगह पर ऐसा क्या स्कैंडल हुआ, जिससे इसका नाम स्कैंडल पॉइंट रख दिया गया, ये सवाल भी बहुचर्चित है। बात बहुत पुरानी है तो कहानियां भी बहुत सी बन गईं है। कुछ कहते कि इस जगह पर हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हुआ था तो कुछ इस तथ्य को मानने से इंकार करते है। स्कैंडल पॉइंट से जुड़ी कहानियों में से एक कहानी है पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह की। बात 1892 की है, ब्रिटिश शासन में शिमला के वाईस रॉय और पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अक्सर वाईसरॉय के घर पर आया जाया करते थे। उसी समय पटियाला के राजा को वाईसरॉय की बेटी से महब्बत हो गई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया लेकिन वाईसरॉय को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन दोनों प्रेमी अपना मन मना चुके थे। ब्रिटिश काल में शिमला के मालरोड पर शाम के समय ब्रिटिश अधिकारी अपने परिवार के साथ टहलने आया करते थे मगर यहां हिन्दुस्तानियों को आने की अनुमति नहीं थी। एक दिन शाम जब सब मॉलरोड पर टहल रही थे तो पटियाला के महाराजा ने अंग्रेज वाइसराय की बेटी को उठा लिया था। इसे पहला लव स्कैंडल कहा जाता है और जिस जगह पर यह कथित वारदात हुई उसे आज स्कैंडल प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। महाराजा भूपिंद्र सिंह ने वाइसराय लार्ड कर्जन की बेटी को उठाया था। कहा जाता है कि महाराजा भूपिंद्र सिंह घोड़े पर सवार होकर आए और मालरोड पर टहल रही लार्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गए। गुस्से में वायसराय ने उनका शिमला आने पर प्रतिबंध लगा दिया। महाराजा ने भी अपनी आन-बान और शान के लिए शिमला से भी ऊंचा नगर बसाने की ठान ली और चायल का निर्माण कर डाला। पटियाला के महाराजा भूपिंद्र सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 में हुआ। वर्ष 1900 में उन्होंने राजगद्दी संभाली और 38 साल तक राजपाट किया। उन्होंने ऑनरेरी लेफ्टीनेंट कर्नल के तौर पर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। लीग ऑफ नेशंज में 1925 में भूपिंद्र सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। महाराजा क्रिकेट के शौकीन थे। वर्ष 1911 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी वही थे। यहां हुआ था हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हालांकि कुछ इतिहासकार इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। उनका दावा है कि लार्ड कर्जन साल 1905 तक वाइसराय रहे। उनकी तीन बेटियां थीं। देखा जाए तो 1905 में महाराजा की आयु 14 साल की थी। लार्ड कर्जन की बड़ी बेटी आइरिन की उम्र उस समय महज 9 साल थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर रह चुकी मंजू जैदका अपनी किताब स्कैंडल पॉइंट में लिखती है कि इस जगह से उनकी बहुत सी यादें जुडी है, उन्होंने इस पर काफी शोध भी किया है लेकिन महाराजा भूपेंदर सिंह की उम्र का तकाज़ा रखते हुए ये कहानी सच नहीं हो सकती। लेखिका का मानना है कि इस कहानी में भूपेंदर सिंह के पिता राजेंदर सिंह को होना चाहिए क्यूंकि उनकी एक अँगरेज़ बीवी और बेटा था। हालाँकि सच क्या है ये तो एक रहस्य ही रहेगा, जो इतिहास में दफ़न हो चुका है।
नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आई है। हिमाचल प्रदेश बेरोजगार चयन सेवाएं संगठन आउटसोर्सिंग एजेंसी (एचपीयूएसएसए) मुख्य कार्यालय शिमला ने विभिन्न श्रेणियों के (687) पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदो के लिए आवेदन एजेंसी के व्हाट्सएप पर नंबर पर ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। प्रदेश के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए अपना बायोडाटा फोन नंबर सहित, पदनाम सहित, साधारण एप्लीकेशन लिखकर ,अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, हिमाचली बोनाफाइड , पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय कार्ड, पीडीएफ फाइल/ स्कैनड बनाकर एजेंसी के व्हाट्सएप नंबर 89881-14000 पर अपना आवेदन निर्धारित तिथि तक भेज सकते है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 फरवरी 2023 निर्धारित की गई है। संघ के निदेशक विनीत शर्मा ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में क्लर्क ऑफिस एग्जीक्यूटिव, एचआर कोऑर्डिनेटर, बैंक सेल्स ऑफिसर , बैंक डिलीवरी एसोसिएट्स , फोन बैंकिंग ऑफीसर, सिक्योरिटी गार्ड, आईटीआई ऑल ट्रेड पासआउट, कंपनी भर्ती अधिकारी , एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी सुपरवाइजर , बस कंडक्टर, कार्यालय सहायक, अकाउंट्स एग्जीक्यूटिव , ऑफिस कोऑर्डिनेटर, बैंक कैश हैंडलिंग एग्जीक्यूटिव, ब्रांच सेल्स ऑफिसर, स्टोरकीपर, कंप्यूटर ऑपरेटर ,बिजनेस प्रमोशन एग्जीक्यूटिव , एक्स सर्विसमैन जेसीओ, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, जनरल वर्कर हेल्पर, ड्राइवर, लैब असिस्टेंट , आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , एमआई रिकवरी मैनेजर, फ्लाइंग ऑफिसर, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मैकेनिकल, वेल्डर, पंप ऑपरेटर, एक्स सर्विसमैन गनमैन पीएसओ, जेसीबी ऑपरेटर, बैंक रिलेशनशिप मैनेजर , पेपर सैटर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव, पीएन कम चौकीदार के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है। इन पदों के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट का प्रावधान है. उम्मीदवार शैक्षणिक योग्यता वांछनीय योग्यता संबंधी जानकारी के लिए एजेंसी की आधिकारिक/ ऑफिशल वेबसाइट www.hpussa.in से जानकारी ले सकते हैं। एजेंसी द्वारा उम्मीदवारों का चयन छटनी/ लिखित परीक्षा एवं इंटरव्यू द्वारा ही चयन किया जाएगा. लिखित परीक्षा (150) क्रमांक एवं इंटरव्यू (30) क्रमांक का होगा. लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस ,भूगोल, गणित, इतिहास, जनरल हिंदी, इंग्लिश, कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट से बहुविकल्पीय ऑब्जेक्टिव टाइप एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे. एजेंसी द्वारा लिखित परीक्षा 19 फरवरी 2023 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। लिखित परीक्षा का परिणाम 17 मार्च 2023 को संघ की आधिकारिक ऑफिशियल वेबसाइट www.hpussa.in पर देख सकते है। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता आठवीं, दसवीं, 12वीं , ग्रेजुएट, बीएससी बीएड, एमकॉम, बीकॉम, डीसीए, पीजीडीसीए, डिप्लोमा/ डिग्री होल्डर होनी चाहिए. संघ द्वारा नियुक्त किए गए उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान 10750/- ग्रेड पे- से लेकर 40870/- सीटीसी ग्रेड पे- तक दिया जाएगा। इसके अलावा जनरल प्रोविडेंट फंड, पीएफ, ईएसआई, मेडिकल इंश्योरेंस , प्रमोशन , बोनस ओवरटाइम की सुविधा भी मिलेगी. यह सभी पद 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे, जिन्हें बाद में पॉलिसी एक्ट के तहत रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवार प्रदेश की एमएनसी कंपनियों, सिपला, गोदरेज, कैडबरी , चेकमेट , डाबर, मारुति ,हीरो होंडा, विभिन्न बैंकिंग, मेडिकल कॉलेज , हिमाचल स्टेट रूरल कॉरपोरेशन, स्टेट पावर कॉरपोरेशन, पीएचसी हॉस्पिटल, हिमाचल स्टेट पावर प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, एलआईसी, स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी, मॉल, एनजीओ, सरकार के पंजीकृत औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देंगे। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, मंडी, सोलन, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर ,उना ,मोहाली ,चंडीगढ़, जीरकपुर , दिल्ली, नोएडा, जालंधर क्षेत्रों में कहीं भी तैनाती दी जा सकती है। यह तमाम भर्ती प्रक्रिया मार्च माह के अंत में पूरी कर ली जाएगी। चुने गए उम्मीदवारों की सूची अधिकारिक वेबसाइट में भी प्रेषित कर दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर 94181-39918 94184-17434 62305-90985 पर संपर्क कर सकते हैं।
मनीष। घुमारवीं बच्चे देश हमारे देश का भविष्य हैं तथा इन्हें सही दिशा देना हम सब का कर्तव्य है। यह बात घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी की पत्नी सोनिका धर्माणी ने आज चुवाड़ी स्कूल के पास स्थानीय लोगों तथा बच्चों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी जोड़ना चाहिए, ताकि वे आगे चलकर एक बेहतर नागरिक बनें। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे यह प्रण लें कि हर साल अपने जन्मदिन पर एक पौधा जरूर लगाएंगे। जैसे हम इंसानों से प्यार करते हैं, उसी तरह हमें पेड़ पौधों से भी प्यार करना चाहिए, ताकि हम अपने आसपास एक बेहतर वातावरण तैयार कर सकें। इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय लोगों का भी आभार किया कि आप लोगों ने जो भरपूर प्यार हमें इन चुनावों में दिया है, उसे हमेशा याद रखेंगे तथा आपकी हर समस्या का समाधान करने की कोशिश करेंगे। इस अवसर पर सोनिका धर्माणी ने स्थानीय लोगों तथा स्कूल के बच्चों को एक हजार आड़ू तथा पलम के पौधे बांटे तथा सभी से अपील की कि इन पौधों को अपने घरों के आसपास रोपें। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतरीन किस्म के फलदार पौधे उपलब्ध करवाए गए हैं, ताकि आने वाले समय में लोग फलदार पौधों की ओर आकर्षित हों तथा इसे अपनी आमदनी का साधन बनाएं। इस मौके पर स्थानीय स्कूल की मुख्या अध्यापिका व स्कूल स्टाफ ने बच्चों और स्कूल स्टाफ को फलदार पौधे उपलब्ध करवाने के लिए सोनिका धर्माणी जी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर राजीव शर्मा, वार्ड मैंबर श्याम लाल, शकुंतला देवी, देवराज, माला देवी, रति राम व राजेंदर कुमार आदि उपस्थित थे।
मनीष। घुमारवीं घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने नगर परिषद घुमारवीं के बजोहा वार्ड में पार्क का दौरा किया। वहां पर उन्होंने निरिक्षण के दौरान अधिकारियों को पार्क को सुधारने तथा सुंदर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस पार्क के चारों ओर घनी आबादी है, लेकिन लोग अभी तक इसका सही तरीके से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसका मुख्य कारण सुविधाओं का अभाव होना है। उन्होंने कहा कि अगर शहर के पार्क सुंदर और व्यवस्थित होंगे, तो सुबह शाम सभी इसका प्रयोग करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस काम को तुरंत शुरू करें तथा लोगों के बैठने की ढंग से व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि पार्क की तुरंत साफ-सफाई करवाएं तथा जहां उबड़-खाबड़ हैं, उसे समतल करवाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश किए कि पार्क में अच्छी किस्म के झूले तथा बड़ों के लिए व्यायाम करने के उपकरण भी इसमें स्थापित करें, ताकि सभी लोग इस पार्क का फायदा उठा सकें। उन्होंने कहा कि पार्क को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर के हर वार्ड में जहां-जहां जमीन उपलब्ध होगी। इस तरह के पार्क बनाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत इस पर काम करने के आदेश दिए तथा मेलों से पहले इसे पूरा किया जाए। इस अवसर पर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी, जेई, नगर परिषद उपाध्यक्ष श्याम शर्मा, पार्षद कपिल शर्मा, मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा, सुरजीत ठाकुर व राजेंदर भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में फिर मौसम खराब होनेकि संभावना है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में आज मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार से लेकर शनिवार तक प्रदेश के कई भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने निचले व मैदानी भागों के लिए 8 व 9 फरवरी को अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि ताजा बर्फबारी के बाद बंद हुई अटल टनल रोहतांग मंगलवार को फोर बाई वाई वाहनों के लिए मनाली से जिस्पा तक खुल गई है। वहीं पांगी-किलाड़ को जोड़ने वाला मार्ग भी उदयपुर से तिंदी तक खुल गया है। मौसम खुलने के बाद बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं बीते दिनों हुई बर्फबारी से राज्य में 138 सड़कों पर अभी भी आवाजाही ठप है। प्रदेश में 46 बिजली ट्रांसफार्मर व सात पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे अधिक 121 और चंबा में नौ सड़कें बाधित हैं। उपमंडल पांगी में 36 बिजली टांसफार्मर बंद पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
मनीष। बिलासपुर जिला में बन रही फोरलेन सड़क चारों विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ने का काम करेगी तथा यह सड़क हमारे लिए वरदान साबित होगी। यह बात घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने पंचायत पनोह तथा औहर में लोगों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब यह सड़क सुचारु रूप से चल पड़ेगी, तो काफी संख्या में पर्यटकों का आना-जाना हमारे क्षेत्र से होगा,लेकिन इसका फायदा लेने के लिए हम सब को कुछ प्रयास करने होंगे, ताकि पर्यटक यहां रुके तथा हमारे लोगों को भी इसका फायदा मिले। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को यहां रोकने के लिए हमें कुछ ऐसे काम करने होंगे, ताकि हमारा क्षेत्र भी पर्यटन की दृष्टि से उभरे तथा सुंदर लगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम फोरलेन के साथ वाले क्षेत्राें में फलदार तथा सजावटी पौधे लगाकर पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। इसके अलावा होम स्टे जैसी सुविधाओं का भी प्रयास करना होगा, ताकि हमारे लोगों की कमाई का भी साधन तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से जगातखाना से लेकर मंडी सीमा तक फोरलेन के दोनों ओर सजावटी व फलदार पौधे लगाने का प्रयास किया जाएगा। इसमें लोगों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। क्योंकि यह काम जनसहयोग से ही पूरा हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि सरकार आपके हित में काम कर रही है तथा विकास की गति को बढ़ाना हमारा फर्ज है, लेकिन जनता का सहयोग भी इसमें जरूरी है। हम केवल मात्र दिखाने के लिए, बल्कि लोगों को गुणवता पूर्ण सुविधाएं देने के लिए काम करेंगे तथा जनहित के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने लोगों का उनके पक्ष में मतदान कर जीत सुनिश्चित करने का भी धन्यवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने पनोह तथा औहर में 4 हजार आड़ू और पलम के पौधे वितरित किए। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जागीर सिंह मेहता, जिला परिषद् सदस्य गौरव शर्मा, कुलजीत ठाकुर व सचिन चंदेल आदि भी उपस्थित थे।
मनीष । घुमारवीं शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह और महिला मंडल टटोह ने आज संयुक्त रूप में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को "विश्व कैंसर दिवस" पर कैंसर के प्रति जागरूक किया। हर वर्ष 4 फरवरी को विश्व में वर्ल्ड कैंसर-डे मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी की पहचान, लक्षण और रोकथाम के बारे में जागरूक करना और इस बीमारी के संकेतों को पहचनाने के लिए जानकारी देना है। बढ़ते प्रदूषण, बदलते पर्यावरण और लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण कई तरह की बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं। इनमें से ही एक बीमारी है कैंसर। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 10 मिलियन लोगों की मौत कैंसर के कारण होती है, मगर इस बीमारी के प्रति सजग होकर इसे मात दिया जा सकता है। युवक मंडल के प्रधान अभिषेक ठाकुर ने लोगों को बताया कि कैंसर शब्द की उत्पत्ति का श्रेय यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स को दिया जाता है। इन्हें चिकित्सा का जनक भी कहा जाता है। हिप्पोक्रेट्स ने ही गैर-अल्सर बनाने और अल्सर बनाने वाले ट्यूमर के बारे में बताते हुए कार्सिनो और कार्सिनोमा शब्द का इस्तेमाल किया था। ग्रीक भाषा में ये शब्द एक केकड़े को संदर्भित करता है, जो संभवतः बीमारी पर लागू होता है। 2003 में कई शोध के बाद इस बात का पता चला था। यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल की स्थापना इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी।
सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को पूंजीपतिपरस्त व मजदूर विरोधी करार दिया है। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा है कि यह बजट नवउदारवादी नीतियों की रफ्तार व सरकारी ढांचे को तोड़ कर निजीकरण की गति को तेज़ करने वाला है। इससे केवल पूंजीपतियों को फायदा होगा व महंगाई के मध्यनज़र मजदूरों की स्थिति और बिगड़ेगी। इस बजट में बैंक, बीमा, दूरसंचार, रेल, एयरपोर्ट, ऊर्जा, यातायात, परिवहन सहित सार्वजनिक क्षेत्र के सभी उपक्रमों की खुली बिक्री का दरवाजा खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में मजदूरों व कर्मचारियों के हित में कुछ भी खास नहीं है। विजेंद्र महरा ने कहा कि आंगनबाड़ी, आशा, मिड डे मील, एनएचएम सहित सभी योजनकर्मियों के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। औद्योगिक मजदूरों को भी इस बजट से निराशा ही हाथ लगी है।
मनीष । घुमारवीं एक स्वस्थ समाज बनाने के लिए तथा देश को आगे बढ़ाने के लिए बालिकाओं को मजबूत करना बहुत जरूरी है। यह बात घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने बाल विकास विभाग द्वारा घुमारवीं द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही हैं, लेकिन अभी भी बेटियों की मजबूती के लिए काम करना पड़ेगा और इस में हम सभी को सहयोग करना होगा। क्योंकि केवल सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं से ही बेटियां मजबूत नहीं होंगी, बल्कि इसके लिए सभी को अपने-अपने स्तर पर योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम सब को एक अभियान चलाना होगा तथा एक ऐसा वातावरण तैयार करना होगा, ताकि बेटियां बिना किसी डर के आगे बढ़े। इस के लिए हमें निरंतर काम करना होगा। इस अवसर पर जहां बेटियों व महिलाओं ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। वहीं, केक काट कर बालिका दिवस मनाया। वहीं, बहुत सी महिलाएं अपने घरों से तरह तरह के पकवान लेकर आई थी, जिन का आनंद राजेश धर्माणी ने भी लिया तथा महिलाओं की पाक कला की जमकर तारीफ की। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी रंजना, बीएमओ घुमारवीं पुष्पेंदर राणा, प्रधान ग्राम पंचायत घुमारवीं अनीता शर्मा, घुमारवीं कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा, पार्षद कपिल शर्मा,फुलां चंदेल व सभी वृत पर्यवेक्षक आदि उपस्थित थे।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को एक्सटेंड करने के बाद क्या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप के कार्यकाल को भी एक्सटेंड करेगी, ये यक्ष प्रश्न है। नड्डा का कार्यकाल इसी साल 20 जनवरी को समाप्त हो रहा था, लेकिन बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की परफॉर्मेंस को देखते हुए पार्टी ने नड्डा के कार्यकाल को जून, 2024 तक एक्सटेंड कर दिया है। अब हिमाचल प्रदेश भाजपा की कमान संभाले सुरेश कश्यप का कार्यकाल भी 18 जनवरी को समाप्त हो रहा है, लेकिन सुरेश कश्यप के कार्यकाल में भाजपा के खाते में एक के बाद एक शिकस्त दर्ज हुई है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भी प्रदेश भाजपा संगठन सवालों के घेरे में है। ऐसे में जाहिर है कि अब भाजपा को मजबूत नेतृत्व की दरकार है। जानकार मान रहे है कि नड्डा को तो विस्तार मिल गया, लेकिन सुरेश कश्यप के कार्यकाल को भी विस्तार मिलेगा इसकी संभावना कम ही है। दरअसल पार्टी ने 2019 अंत में डॉ राजीव बिंदल को प्रदेश संगठन की कमान सौंपी थी। कोरोना काल में हुए स्वास्थ्य घोटाले में बिंदल का नाम खूब उछला तो बिंदल ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि इसके बाद बिंदल को क्लीन चिट मिली। बिंदल के स्थान पर सुरेश कश्यप को नया अध्यक्ष बनाया गया। तब तक पार्टी की परफॉरमेंस भी अव्वल थी। 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर चुकी थी और दो उपचुनाव भी जीत चुकी थी। पर सुरेश कश्यप के आने के बाद पार्टी सिंबल पर हुए चार नगर निगम चुनाव में से पार्टी को दो में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद एक लोकसभा उपचुनाव और तीन विधानसभा उपचुनाव भी पार्टी हार गई। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। जाहिर है ऐसे में सवाल उठना तो लाजमी है। गौर करने वाली बात ये भी है कि प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप शिमला से सांसद भी है और उनके अपने संसदीय क्षेत्र में भाजपा सबसे ज्यादा पिछड़ी है। शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। ऐसे में पार्टी सुरेश कश्यप पर फिर भरोसा जतायेगी, इसकी सम्भावना कम ही लगती है। बहरहाल माना जा रहा है कि जल्द भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा और नए अध्यक्ष के सामने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले शिमला नगर निगम चुनाव की कड़ी चुनौती होगी। दरअसल शिमला नगर निगम के 41 वार्ड तीन निर्वाचन क्षेत्रों के अधीन आते है, शिमला शहरी, कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण। विधानसभा चुनाव में इन तीनो ही निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस को शानदार जीत मिली है, तो भाजपा का सूपड़ा साफ हुआ है। ऐसे में अध्यक्ष जो भी बने, डगर कठिन होने वाली है।
मनीष । बिलासपुर बिलासपुर जिला में 16 जनवरी 2023 को एसआईएस सिक्योरिटी कंपनी द्वारा सिक्योरिटी गार्ड्स के 200 पदों के लिए केंपस इंटरव्यू का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी जिला रोजगार अधिकारी राजेश मेहता ने दी। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू का आयोजन जिला रोजगार कार्यालय बिलासपुर में प्रातः 10:30 बजे से शुरू होगा।इंटरव्यू में चयनित उम्मीदवारों को मासिक मानदेय 14500 से 19000 रुपए के बीच देय होगी। इंटरव्यू में 21 वर्ष से लेकर 37 आयु वर्ग के केवल पुरुष उम्मीदवार जिनकी न्यूनतम ऊंचाई 168 सेंटीमीटर और उम्मीदवार का वजन 54 किलोग्राम होना चाहिए आवश्यक है। इच्छुक उम्मीदवार अपने सभी अनिवार्य दस्तावेजों सहित 16 जनवरी को सुबह 9:00 बजे रोजगार कार्यालय बिलासपुर में पहुंचना सुनिश्चित करें।
मनीष। घुमारवीं मानव अधिकार संरक्षण संस्थान के अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर, महासचिव जय किशन शर्मा, शिव शक्ति युवक मंडल कव्वाली टटोह के प्रधान अभिषेक ठाकुर ने कहा की अदानी कंपनी द्वारा लगभग एक माह पूर्व जो एसीसी सीमेंट प्लांट बंद करने का जो तानाशाही पूर्वक फैसला लिया है, उसका असर हर जगह दिखना शुरू हो गया है। बीडीटीएस बरमाना द्वारा धार टटोह स्थित कल्याण गौ सदन, जिसमें लगभग 250 बेसहारा गोवंश के पालन-पोषण की जिम्मेदारी लगभग 22 वर्षों से निभा रहा है। इस क्षेत्र के प्रमुख सिद्ध पुरुष तपस्वी रहे बाबा कल्याण दास जी के मार्गदर्शन में बीडीटीएस के उस समय के प्रधान रहे स्व. रामदास ठाकुर के नेतृत्व में सभा के सदस्यों के सहयोग से 16 जनवरी, 1997 को हिमाचल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रामलाल ठाकुर द्वारा शिलान्यास किया गया। लगभग 3 वर्ष में इस भवन का निर्माण पूर्ण करके 19 अप्रैल,2000 को रामदास ठाकुर द्वारा सड़क पर रह रहे बेसहारा गोवंश के लिए इसे समर्पित कर यहां पर लगभग 100 गोवंश के लिए रहने,चारे और दवाइयों की व्यवस्था की गई। इसके बाद बीडीटीएस द्वारा रामदास ठाकुर की अध्यक्षता में कल्याण गौ सदन के दूसरे चरण का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा 4 मई 2003 को तथा 2005 में इसका उद्घाटन किया गया। अब कल्याण गौ सदन में 250 बेसहारा गोवंश के पालन पोषण की पूर्ण जिम्मेदारी बीडीटीएस द्वारा ट्रक ऑपरेटरों के सहयोग से लगभग 22 वर्षाें से की जा रही है, लेकिन अदानी कंपनी द्वारा एकाएक जिस तरीके से तानाशाही पूर्वक फैसला लेकर रातों-रात सीमेंट कारखाने को बंद कर दिया, जिससे ट्रक ऑपरेटरों के सामने गाड़ियों की किस्त देना तथा परिवारों के पालन-पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। ट्रक ड्राइवर, मकैनिक, टायर पंचर स्पेयर पार्ट्स तथा इस कारोबार से जुड़े हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। अगर स्थिति को तुरंत ना संभाला गया, तो कल्याण गौ सदन में रह रहे बेसहारा गोवंश का क्या होगा। संस्थान द्वारा इसे लेकर चिंता व्यक्त की है। संस्थान बीडीटीएस का पूर्ण समर्थन करता है तथा हर स्थिति में सभा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का आश्वासन देता है तथा प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से भी इस मसले के तुरंत समाधान की अपील करता है।
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने छः मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, दून से विधायक राम कुमार चौधरी, पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल, बैजनाथ से विधायक किशोरी लाल और अर्की से विधायक संजय अवस्थी को सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इनमें से सूंदर सिंह ठाकुर, आशीष बुटेल और राम कुमार चौधरी को मंत्री पद की दौड़ में भी माना जा रहा था, लेकिन इन्हें सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी 6 विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुंदर सिंह ठाकुर : दूसरी बार बने है विधायक 57 वर्षीय सुंदर सिंह ठाकुर लगातार दूसरी बार कुल्लू सदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे है। सुंदर सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। ठाकुर बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। सूंदर सिंह ठाकुर ने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे। ठाकुर ने 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। सुंदर सिंह दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवलपमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए। मोहन लाल ब्राक्टा : लगातार तीसरी बार बने विधायक 57 वर्षीय मोहन लाल ब्राक्टा ने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। ब्राक्टा वर्ष 2012 में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए है। मोहन लाल ब्राक्टा को होली लॉज खेमे का माना जाता है। राम कुमार चौधरी : मंत्री पद की दौड़ में थे शामिल राम कुमार चौधरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके पिता लज्जा राम कई बार विधायक और मुख्य संसदीय सचिव रहे है। राम कुमार चौधरी ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। राम कुमार चौधरी हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त चौधरी वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए है। आशीष बुटेल : शांता कुमार के गृह क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत किया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र आशीष बुटेल दूसरी बार पालमपुर से विधायक बने है। पालमपुर भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का गृह क्षेत्र है और यहाँ से बुटेल ने दोनों मर्तबा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराया है। 2017 में उन्होंने इंदु गोस्वामी को हराया था और इस बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर को हराया है। बुटेल ने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आशीष बुटेल को वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के भी अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। किशोरी लाल : बैजनाथ से दूसरी बार बने है विधायक किशोरी लाल जिला कांगड़ा के बैजनाथ से दूसरी बार विधायक बने है। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं। बैजनाथ पंडित संत राम की कर्मभूमि रही है और इसी सीट से उनके पुत्र सुधीर शर्मा भी दो बार विधायक बने है। ये सीट आरक्षित होने बाद यहाँ से कांग्रेस ने किशोरी लाल को चेहरा बनाया और वे तीन में से दो चुनाव जीतने में सफल रहे। संजय अवस्थी : क्रिकेट के मैदान से सियासी मैदान तक पहुंचे अवस्थी 57 वर्षीय संजय अवस्थी अर्की से दूसरी बार विधायक बने है। अवस्थी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। संजय अवस्थी वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है। संजय अवस्थी 30 अक्टूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। संजय अवस्थी ने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।
मनीष। बिलासपुर सूबे में एसीसी व अंबुजा सीमेंट कारखाने बंद करने के बाद निजी ट्रक ऑपरेटरों का धरना प्रदर्शन जारी है। बुधवार को निजी ट्रक ऑपरेटरों ने दधोल चौक पर अदानी के खिलाफ नारेबाजी की तथा अदाणी का पुलला फूंका। दर्जनों ट्रक ऑपरेटरों ने जमकर नारेबाजी करते हुए कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगाया। इससे पहले दधोल चौक पर अदाणी के नाम बनाये गए पुतले की शव यात्रा निकाली गई। बीडीटीएस ट्रक ऑपरेटर जगह जगह वाहरी जगहों से सिंमेंट लेकर आ रहे ट्रकों को रोक रहे हैं। धरने प्रदर्शन का दौर जारी है। निजि ट्रक ऑपरेटरों के ट्रकों को बिना काम के खड़े हुए 20 दिन से ज्यादा समय बीत गया है। ट्रक मालिकों को किश्ते भरने के लाले पड़ चुके हैं। अदानी समूह बाहर से सिंमेंट की आपूर्ति करने में जुट गई है, तो निजी ट्रक ऑपरेटर बाहरी गाड़ियों को रोकने में जुटे हैं। इससे पहले भी दधोल के नजदीक बाहर से आई सीमेंट की एक गाड़ी को निजी ट्रक ऑपरेटरों ने पकड़ा था। उस गाड़ी को ओवरलोड सहित टैक्स के तौर पर कैब एक लाख 14 हजार रुपए का जुर्माना लगा था। ऐसे में अब निजी ट्रक ऑपरेटरों ओर कंपनी के बीच आपसी लड़ाई तेज हो गई है। दधोल चौक पर धरने के दौरान निजी ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि कम्पनी मनमानी पर उतर आई है। निजी ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि आठ तारीख तक कम्पनी के फैसले का इंतजार करेंगे उसके बाद लदरौर व घुमारवी में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अदानी समूह की मनमर्जी नही चलने दी जाएगी। ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि बेबजह बिना किसी सूचना दिए फैक्ट्रियां बंद कर दी गई। अब अदानी समूह द्वारा ओवरलोड ट्रकों में माल भेजा जा रहा है। इसके साथ ही टैक्स चोरी करने का मामला भी सामने आया है। ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि सभी ट्रक मालिक एक साथ एकजुट हैं। अपने हितों की रक्षा करने के लिए जो भी संभव होगा वह कदम ट्रक मालिकों द्वारा उठाए जाएंगे। सीमेंट प्रबंधन व ट्रक ऑपरेटरों के बीच छिड़ी इस जंग के कारण क्षेत्र में सिंमेंट की कमी हो गई है। कई लोगों के घरों के निर्माण कार्य अधर में लटक नए हैं। खासतौर में बिलासपुर में उग्र हो रहे निजी ट्रक ऑपरेटरों के रवैये के कारण वाहर से ट्रक भी इस क्षेत्र में सिंमेंट लेकर आने की मनाही कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व सैनिक ट्रक युनियन के अध्यक्ष जगरनाथ, निजी बस ट्रक यूनियन के अध्यक्ष राजेश पटियाल, बीडीसी सदस्य अभिषेक चन्देल, राजेश, राकेश, नूतन, मदन व सुनील सहित कई ट्रक आपरेटर मौजूद थे।
मनीष। बिलासपुर वेटलैंडस इंटरनेशनल, साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा आयोजित गोविंद सागर झील में एकीकृत प्रबन्धन परियोजना के तहत शामिल किये जाने वाले बिन्दु व तथ्य से इस क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों की आमद के लिए किये जाने वाले प्रयासों में अत्याधिक प्रभावी सावित होगें। यह विचार आज वन मण्डाधिकारी बिलासपुर अवनी भुषण राय ने वेटलैंडस इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा गोविन्द सागर झील के लिए एकीकृत प्रबन्धन योजना के विषय पर सागर व्यू होटल में गोविन्द सागर झील हितधारकों के साथ बुलाई गई प्रामर्श बैठक व कार्याशाला की अध्यक्षता करते हुए यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत गोविन्द सागर झील क्षेत्र में जैविक विविधता को पुनर्जिवित करने व प्रवासी पक्षियों के आवागमन की बढ़ाेतरी के साथ साथ समबद्ध विभिन्न विभागों की क्षमता का विकास भी होगा तथा आगामी समय में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैडस प्राधिकरण अधिकारी रवि शर्मा ने कहा कि गोविन्द सागर झील हिमाचल प्रदेश की तीस महत्वपुर्ण वेटलैडस में से एक है। यह परियोजना वेटलैंडस संरक्षण को एकीकृत रूप से सुदृढ़ करने के लिए अत्यतं महत्वपूर्ण है। उन्होंने झील में गाद जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह वेटलैंडस संरक्षण और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है। इसीलिए गोविन्द सागर झील का सरक्षण अत्यतं आवश्यक है। जूलॉजीकल सर्वे ऑफ इंडिया देहरादून के प्रभारी निदेशक अनिल कुमार ने वन्य जीवन के लिए वेटलैंड को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया साथ ही उन्होंने पक्षियों के आवासीय विनाश, जलवायू परिवर्तन जैसे प्रमुख खतरों के प्रति भी इंगित किया। प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए आद्र भूमि के महत्व व आवश्यकताओं पर सहायक वन सरंक्षक बिलासपुर ने अपने विचार प्रकट किए। वेटलैंडस इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के विषय विशेषज्ञों ने तकनीकी सत्रों का नेतृत्व किया। वेटलैंडस इंटरनेशनल के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी धु्रव वर्मा ने भारत सरकार के जलीय परिस्थितिक तंत्र के संरक्षण के लिए वेटलैंडस संरक्षण व बेहतर उपयोग के लिए एकीकृत प्रंबधन योजना के संबंध में जानकारी दी। बीएनआईआईएस के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुब्रत देबता ने बैठक व कार्याशाला में उपस्थित हितधारकों को सैन्ट्रल एशिया फलाईवे की राष्ट्रीय कार्य योजना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गोविंद सागर झील एकीकृत प्रबन्धन योजना के अन्तर्गत प्राप्त सुझावों के मुख्य बिन्दुओं पर रिपोर्ट बनाकर केन्द्रिय ऐजेसिंयो को सौंपा जाएगा, ताकि वेटलैड के रूप में इसका निर्माण व बेहतर इस्तेमाल कर जैव विविधता को बढावा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में 50 हितकारकों न भाग लिया। तकनीकी अधिकारी आर्घ्य चक्रवर्ती ने गोविंद सागर मे परिस्थितिकीय स्थिती को संरक्षित करने तथा परियोजना के उदेश्यों व परिणामों कों सांझा किया। कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी अपूर्व थापा ने गोविन्द सागर की परिस्थितिक स्थिती व प्रबन्धन की आवश्यकताओं पर विचार व्यक्त किए। चर्चा सत्रों में विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा स्थानीय हितधारकों द्वारा परियोजना के तहत होने वाले लाभों चुनौतियों व खतरों के प्रति अपने अमुल्य सुझाव प्रकट किये। चर्चा के तहत उभरे विचार बिन्दुओं में संबद्ध विभागों के साथ-साथ बीबीएमबी के साथ निरंतर एकीकृत संस्थागत रूपरेखा तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया गया, ताकि अपशिष्ठ प्रबंधन व्यवस्था में सुधार किया जा सके।
मनीष। बिलासपुर युवाओं की साकारात्मक रचना शक्ति किसी भी राष्ट्र को मजबूती प्रदान करती है। ये विचार शिक्षा विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक एवं प्रबुद्ध समाज सेवक सुशील पुंडीर ने नेहरू युवा केंद्र बिलासपुर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक विकास आवासीय प्रशिक्षण शिविर के अवसर पर अपने संबाेधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र की सामाजिक, सांस्कृतिक राजनैतिक और आर्थिक पहचान की प्रगतिशिलता है, जिसे युवाओं को समय समय पर स्मरण करना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को साकारात्मक अभिव्यक्ति को अपनाकर आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा बाहुल्य इस देश में आज लोगों को युवाओं से अनेक अपेक्षाए हैं। जिला लोक संपर्क अधिकारी संजय सूद ने अपने संबाेधन में कहा कि नेहरू युवक केंद्र द्वारा देश में युवाओं के व्यक्तित्व को विकसित करने और उनमें राष्ट्र भाव भरने के लिए अनेक गतिविधियां और शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं का बड़ा समुह क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास में पांरगत होकर आज विविध क्षेत्रों में कार्य कर रहा है। उन्होंने युवाओं में नेतृत्व क्षमता के माध्यम से सामुदायिक विकास के सम्बन्ध में विचार सांझा किए। उन्होंने कहा कि नेतृत्व क्षमता के लिए अनुशासन, प्रतिबधता, शानार्जन की भावना तथा निर्णय लेने की क्षमा का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन्हीं भावों को आत्मसात कर सामुदायिक विकास को किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं को सोशल मीडिया और मोबाईल का सही प्रयोग कर इससे ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहकर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए आगे आना चाहिए। राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर की पत्रकारिता व जन संचार विषय की प्रवक्ता नवेन्दु बंसल ने युवाओं को नेेतृत्व कौशल व व्यक्तित्व विकास के लिए अपने अंदर निहित खुबियों और खामियों का अंाकलन कर आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने नेतृत्व क्षमता निर्माण में सहायक तत्व प्रभावित कर की क्षमता, प्रतिबद्धता, सहयोग की भावना तथा व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक तत्वों के संबंध में युवओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवा अपने आत्म विश्वास को केंद्रीत करें, जो व्यक्तित्व विकास क्षमता निर्माण के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम संयोजक नेहरू युवा केंद्र बिलासपुर की युवा समन्वयमक प्रियंका ने बताया कि केंद्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में बिलासपुर जिला के विभिन्न क्षेत्रों के 50 युवक व युवतियां भाग ले रही हैं। शिविर का उद्देश्य युवाओं को सामुदायिक, विकास और नेत्त्व भाव उत्पन्न करने के लिए आवश्यक विन्दुओं व कर्त्तव्यों के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान करना है, ताकि बड़ी संख्या में युवओं की भागीदारी राष्ट्र निमार्ण में सुनिश्चित की जा सके। इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी रेवती सैणी विशेष रूप से उपस्थित रही।
मनीष। घुमारवीं करुणामूलक संघ हिमाचल प्रदेश की बैठक गूगल मीट के माध्यम से प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें प्रदेश भर के करुणामूलक आश्रितों ने भाग लिया। इस मीटिंग के माध्यम से सपष्ट हो गया है कि करुणामूलक संघ संघर्ष की राह पर है और अपनी मांगों के चलते धर्मशाला में सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट करेगा व और अपनी मांगों के चलते प्रदेश सरकार को मांग पत्र साैंपा जाएगा, ताकि सरकार अपने कार्यकाल की पहली कैबिनेट में करुणामूलक परिवारों के हित में फैसला लें और जितने भी केस पेंडिंग चले हुए हैं, उन्हें मध्यनजर रखते हुए पहली कैबिनेट में पॉलिसी संशोधन हो, ताकि जितने परिवार नौकरी से वंचित रहे हैं, उन्हें नौकरी मुहैया हो सके। बता दें कि करुणामूलक संघ काफी समय से संघर्ष कर रहा है। हाल ही में पिछले वर्ष करुणामूलक संघ नें शिमला में 432 दिन की भूख हड़ताल भी की गई थी, कुछ एक मांगे इनकी पूरी भी हुई हैं, पर कुछ मांगों को पूर्व सरकार ने पूरी तरह से दरकिनार भी किया था, जिसका खामियाजा पूर्व सरकार को सता गवाकर चुकाना पड़ा है। अब करुणामूलक परिवार नई सरकार के समक्ष मांग पत्र साैपेंगे, ताकि पहली कैबिनेट से पहले सरकार करुणामूलक संघ के पदाधिकारियाें को बुलाएं और सरकार पहली कैबिनट में करुणामूल्कों को संशोधित पॉलिसी का तोफा दे सकें। प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने प्रदेश भर के करुणामूलक परिवारों से निवेदन किया है कि मुख्यमंत्री को बधाई देने व मांग पत्र सौंपने के लिए 6 तारीख को सुबह 10.30 बजे जोराबर स्टेडियम पहुंचे, ताकि उसके बाद मुख्यमंत्री को विधानसभा में बधाई के साथ साथ मांग पत्र भी साैपेंगे।
साइलेंट किल्लर से घुमारवीं वाॅरियर्स को हराकर अपने नाम किया खिताब फर्स्ट वर्डिक्ट। बिलासपुर क्षेत्र के ऐतिहासिक लुहणू क्रिकेट मैदान में चल रही विरासत-ए-कहलूर क्रिकेट प्रतियोगिता के तृतीय संस्करण का बुधवार को समापन हो गया। इस दौरान फाइनल मैच साइलेंट किल्लर और घुमारवीं वाॅरियर्स के मध्य खेला गया। जिसमें साइलेंट किल्लर से घुमारवीं वाॅरियर्स को हराकर खिताब को अपने नाम किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर हिम सर्वोदय पब्लिक स्कूल घुमारवीं की प्रबंधन निदेशिका नीलम महाजन ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में बच्चों से खेल भावना से खेलने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल से जुड़कर जहां मानसिक और शारीरिक विकास होता है। वहीं, बच्चे नशे आदि से भी दूर रहते हैं। घुमारवीं वाॅरियर्स ने पहले टाॅस जीतकर क्षेत्र रक्षण का निर्णय लिया। साइलेंट किल्लर ने निर्धारित बीस ओवरों में 118 रन बनाए। जिसमें नरेश ने 14, सुमित ने 11, सूर्या ने 22 व रवि ने 18 रन अपनी टीम के लिए जोड़े। घुमारवीं वाॅरियर्स की ओर से अनिल ने चार, संचित ने तीन और अनर्व ने एक विकेट हासिल की। लक्ष्य का पीछा करने उतरी घुमारवीं वाॅरियर्स की शुरूआत अच्छी नहीं रही। घुमारवीं वाॅरियर्स 81 रनों पर आल आउट हो गई और साइलेंट किल्लर 31 रनों से विजयी रही। घुमारवीं वाॅरियर्स की ओर से अनर्व ने सर्वाधिक 39 रन बनाए, जबकि अन्य कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू नहीं पाया। साइलेंट किल्लर की ओर से दीपक ने चार विकेट चटकाए, जबकि सूर्या ने तीन, रवि ने दो और अश्वनी ने एक विकेट हासिल किया। आयोजकों की ओर से विजेता टीम को ट्राफी तथा 51 हजार रूपए नकद इनाम के तौर पर दिए गए, जबकि उपविजेता टीम को ट्राफी और 31 हजार रूपए नकद बतौर इनाम दिए गए। हिमाचल सर्वोदय पब्लिक स्कूल की ओर से ट्राफी भेंट की गई। बिलासपुर क्रिकेट संघ के सचिव तथा बीसीसीआई सीनियर टूर्नामेंट कमेटी सदस्य विशाल जगोता ने इस चैंपियनशिप का पूरा विवरण दिया। इस अवसर पर विशाल जगोता, आशीष कपिल, करण चंदेल, सतीश ठाकुर, कमल महाजन, अनिरूद्ध, करप्रीत, राजीव ठाकुर, पंकज ठाकुर, जितेंद्र ठाकुर, विनोद ठाकुर व क्रिकेट कोच चेतन ठाकुर आदि मौजूद रहे।
मनीष। घुमारवीं मिनर्वा शिक्षण व कोचिंग संस्थान घुमारवीं के लिए नया वर्ष एक बहुत ही बड़ी खुशखबरी लेकर आया है। यहां से शिक्षा व कोचिंग लेकर गांव टकरेडा, पंचायत व तहसील घुमारवीं की आक्षी शर्मा पुत्री पूनम शर्मा व केशवनंद शर्मा ने अपने सुनहरे भविष्य की एक सुंदर व सशक्त इबारत लिखी है। सन् 2018 में मिनर्वा संस्थान से 10+2 की पढ़ाई व कोचिंग पूरी करने के बाद आक्षी शर्मा ने मिलट्री नर्सिंग सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण कर सेंटर कमान लखनऊ से अपना नर्सिंग कोर्स का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अब उनका चायन मिलट्री नर्सिंग सर्विस में बतौर लेफ्टिनेंट हुआ है। इस मौके पर जहां एक ओर आक्षी के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है,ताे वहीं दूसरी और मिनर्वा संस्थान में भी उत्सव का माहौल है। इस उपलब्धि के लिए मिनर्वा संस्थान के संस्थापक व संयोजक प्रवेश चंदेल, राकेश चंदेल ने आक्षी व उनके माता-पिता को बधाई देते हुए संस्थान के सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की है। साथ ही साथ उन्होंने सभी बच्चों को आक्षी शर्मा से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का आह्वान भी किया। चंदेल बंधुओं ने सभी शिक्षा प्राप्त कर चुके व शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकाें का मिनर्वा में विश्वास व्यक्त करने के लिए धन्यवाद व अभिवादन भी किया और इस उपलब्धि के लिए में कार्यरत सभी अध्यापकों और कर्मचारियों का पूर्ण कार्य करने के लिए धन्यवाद किया।
मनीष । घुमारवीं भारत की पहली महिला शिक्षिका और समाजसेवी सावित्रीबाई फुले की आज जयंती है। वह समाज सुधारक और महिलाओं के लिए काम करने के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने 19वीं शताब्दी में पुणे (महाराष्ट्र) के समाज में व्याप्त दमनकारी सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई थी। उनका योगदान तर्कसंगतता और मानवीय कारणों जैसे सत्य, समानता और मानवता के इर्द-गिर्द घूमता है। उनका जन्म 03 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र (नायगांव-सतारा) में हुआ था। वह अपने परिवार में सबसे छोटी थीं। उनके तीन भाई-बहन थे। वह माली समुदाय से थीं, जो आज अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के अंतर्गत आता है। सावित्रीबाई फुले जब महज 9 वर्ष की थीं, तभी उनका विवाह हो गया, वे पढ़-लिख नहीं सकती थीं। उनके पति ज्योतिराव फुले ने उन्हें घर पर शिक्षित करने की जिम्मेदारी ली, जिसके बाद में उन्होंने महाराष्ट्र, विशेष रूप से पुणे में व्याप्त असमानता, पितृसत्ता और सामाजिक उत्पीड़न से लड़ने के लिए काम किया।
मनीष । बिलासपुर जिला बिलासपुर में आवारा व लावारिस कुत्तों से निजात के लिए जिला स्तरीय डॉग एडॉप्शन स्कीम चलाया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने आज बचत भवन में जिला स्तर पर आवारा कुत्तों से निजात के लिए आयोजित बैठक के दौरान दी। उपायुक्त ने बताया कि आवारा व लावारिस कुत्तों से पेश आ रही समस्याओं से निपटने के लिए आज बैठक में 2 पहलुओं पर चर्चा कर योजना तैयार की गई है, जिसके तहत पशुपालन विभाग द्वारा बड़े स्तर पर लावारिस कुत्तों की नसबंदी की जाएगी, ताकि इन कुत्तों की जनसंख्या को बढ़ने से रोका जा सके और जिला में व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर कुत्ते को गोद लेने की योजना चलाई जाएगी। समुदाय स्तर पर जिसमें कोई भी संगठन, व्यापार मंडल, महिला मंडल और युवा मंडल इन लावारिस कुत्तों को गोद ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि आगामी समय में शहर में आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए सेंटर बनाए जाएंगे और आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। उपायुक्त ने जिला के सभी नगर परिषद एवं नगर पंचायतों के चुने गए पार्षदों को आगामी जनरल हाउस में लावारिस कुत्तों को गोद लेने वाले लोगों के लिए निःशुल्क पार्किंग स्लॉट, वार्षिक कचरा शुल्क से छूट व मुफ्त टीकाकरण आदि की सुविधाएं देने की पेशकश आदि पर विशेष चर्चा करने के निर्देश दिए और नगर परिषद एवं नगर पंचायत स्तर पर भविष्य में आवारा व लावारिस कुत्तों को गोद लेने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए और बेहतर योजनाएं बनाने के सुझाव भी दिए। उन्होंने बताया कि गोद लिए गए लावारिस कुत्तों को पशुपालन विभाग द्वारा रेबीज के टीके मुफ्त में दिए जाएंगे और समय-समय पर इन कुत्तों की स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर अब तक 40 से अधिक कुत्तों को गोद लिया जा चुका है। उपायुक्त बिलासपुर ने बताया कि शिमला में आयुक्त नगर निगम रहते हुए उन्होंने डॉग एडॉप्शन स्कीम को चलाया था, जिसके तहत शहर वासियों को आवारा व लावारिस कुत्तों को गोद लेने पर निःशुल्क पार्किंग, स्लॉट वार्षिक कचरा शुल्क से छूट व मुक्त टीकाकरण आदि की सुविधाएं दी। शिमला शहर में 200 से अधिक आवारा कुत्तों को डॉग लवर्स ने गोद लिया है। उपायुक्त ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि इस योजना को सफल बनाने में सहयोग करें, ताकि बिलासपुर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों को आवारा व लावारिस कुत्तों से निजात मिले। इस बैठक में नगर परिषद अध्यक्ष बिलासपुर कमलेंद्र कश्यप, उपाध्यक्ष कमल गौतम, अध्यक्ष नगर परिषद घुमारवीं श्याम शर्मा, पार्षद पंकज धीमान, उर्वशी वालिया ईओ एमसी, सचिव विनोद कुमार तलाई और प्रतिमा श्री नैना देवी जी से बैठक में उपस्थित रहे।
मनीष । घुमारवीं राज्य सूचना आयोग हिमाचल प्रदेश द्वारा स्वामी विवेकानंद राजकीय डिग्री कॉलेज घुमारवीं में 'सूचना के अधिकार' विषय पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न वर्गों जैसे भाषण प्रतियोगिता, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता चित्र कला, पोस्टर मेकिंग व निबंध लेखन में जिला के 8 महाविद्यालयों के लगभग 63 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह जानकारी देते हुए बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि कॉलेज के छात्रों ने इस प्रतियोगिता के 6 वर्गों में से तीन वर्गों भाषण, प्रश्नोत्तरी व चित्रकला में प्रथम स्थान हासिल कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। भाषण प्रतियोगिता में कॉलेज के छात्र गौरव शर्मा ने प्रथम, प्रश्नोत्तरी में तेंजिन दोर्जे, नेहा भाटिया व आमना कुमारी की टीम ने प्रथम, चित्रकला में ओशल कुमारी ने प्रथम स्थान हासिल किया है। इसके अलावा में कॉलेज की छात्रा आकांक्षा ने निबंध लेखन में द्वितीय तथा वाद-विवाद प्रतियोगिता में अभय व अनन्या की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। इस मौके पर प्रार्थना सभा के बाद एक लघु सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कॉलेज के प्रबंध निदेशक इंजीनियर पुरुषोत्तम शर्मा ने कार्यकारी निदेशक आयुष शर्मा व स्टाफ की उपस्थिति में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इस उपलब्धि पर सबको बधाई दी तथा छात्रों को उनकी कड़ी मेहनत पर शाबाशी दी। इन प्रशिक्षुओं को इस प्रतियोगिता के लिए तैयार करने में अध्यापकों की भूमिका की भी सराहना की व इसी क्रम को भविष्य में भी जारी रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर मिठाई वितरण भी किया गया।
लददा-चौगान स्कूल ने धूमधाम से मनाया वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह मनीष । घुमारवीं राजकीय उच्च पाठशाला लददा-चौगान में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव बंबर ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी पाठशाला के लिए वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि वर्ष भर शिक्षा के क्षेत्र में और अन्य क्षेत्रों में जिन विद्यार्थियों ने उपलब्धियां हासिल की होती है, उन्हें इस समारोह में सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह प्रतिस्पर्धा के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। क्योंकि प्रथम स्थान पर आने वाले छात्र छात्राएं आने वाले समय के लिए यह संकल्प कर सकते हैं कि उन्हें भी अगले वर्ष प्रथम आना है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों के लिए और अभिभावकों के लिए भी यह दिन बड़ा महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इस दिन अध्यापक और अभिभावक भी आपस में मिलते हैं। उन्होंने स्कूल के सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को पारितोषिक वितरित करते हुए कहा कि जिन विद्यार्थियों ने मेहनत की है, उन्हें आज सफलता का पारितोषिक मिल रहा है। उन्होंने अन्य विद्यार्थियों से भी आग्रह किया कि वह भी पढ़ाई और खेलकूद के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए स्कूल का नाम रोशन करें। इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। इस अवसर पर पूर्व विधायक तथा कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव बंबर ठाकुर को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी की जिला अध्यक्ष अंजना धीमान भी उपस्थित रहीं।
केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर के निर्देश अनुसार प्रयास संस्था द्वारा सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की टीम ने अस्पताल हर घर, हर द्वार कार्यक्रम के तहत जिला बिलासपुर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान की। विधानसभा क्षेत्र श्री नैना देवी, घुमारवीं एवं बिलासपुर सदर में बजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गई। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा टीम ने बिलासपुर सदर के इंडस्ट्रियल एरिया, वार्ड नम्बर 1 में 57 लोगों के स्वास्थ्य की जांच एवं 40 लोगों की रक्त जांच की गई। वहीं मोबाईल स्वास्थ्य सेवा टीम श्री नैना देवी ने विधानसभा क्षेत्र के राजकीय महाविद्यालय में डॉ कानव के नेतृत्व मे 66 छात्रों के स्वास्थ्य की जांच की। स्वास्थ्य जांच मे 4 छात्र त्वचा रोग से ग्रसित पाए गए जबकि 62 छात्र अन्य बिभिन रोगों से ग्रसित पाए गए । बच्चों को उचित उपचार एवं नि:शुल्क दवाईयों का वितरण भी किया गया। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की घुमारवीं टीम ने गांव कुरसवाई, ग्राम पंचायत बरोटा में जनता के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया । इस दौरान 42 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई।
मनीष । घुमारवीं सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने हमीरपुर जिला की निर्माणाधीन धौलासिद्ध बिजली परियोजना में दो मजदूरों घनश्याम व रमेश के पानी में डूबने से हुई मौत होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सीटू ने मांग की है कि उक्त घटनाक्रम के लिए एसजेवीएन व रित्विक कंपनी के प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। सीटू ने मांग की है कि मृतक मजदूरों के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने उक्त घटनाक्रम के लिए एसजेवीएन व ऋत्विक कंपनी के प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। जिन दो मजदूरों की पानी में डूबने से मौत हुई है, वे दोनों अपने कपड़े धोने के लिए ब्यास नदी के रुके हुए पानी के पास गए थे। कंपनी साइट पर पानी की सुविधा न होने के कारण इन मजदूरों को मजबूरन कपड़े धोने के लिए नदी किनारे जाना पड़ा, जहां कपड़े धोते हुए एक मजदूर का पांव फिसल गया व वह नदी में डूबने लगा। इस मजदूर की जान बचाने के लिए दूसरे मजदूर ने पानी में छलांग लगा दी जिसके कारण दोनों मजदूरों की असामयिक मौत हो गई। अगर एसजेवीएन व ऋत्विक कंपनी ने कार्यस्थल पर पानी की उचित व्यवस्था की होती तो इन मजदूरों को कपड़े धोने के लिए नदी किनारे नहीं जाना पड़ता व इनकी जान न जाती। यह सब मुख्य नियोक्ता व ठेकेदार कंपनी की गैर कानूनी कार्यप्रणाली व लापरवाही के कारण हुआ है इसलिए इन दोनों के प्रबंधन के खिलाफ तुरंत एफ आई आर दर्ज की जानी चाहिए। इन मजदूरों की असामयिक मौत को देखते हुए इनके परिवारों को 25 लाख रुपए प्रति मजदूर आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए। यह घटनाक्रम मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में हुआ है इसलिए उन्हें इसका तत्काल कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। केंद्र व राज्य के श्रम विभागों को तुरंत हस्तक्षेप करके धौलासिद्ध परियोजना में श्रम कानूनों की पालना करवानी चाहिए व मजदूरों को बुनियादी सुविधाएं दिलानी चाहिए। प्रबंधन द्वारा श्रम कानूनों को लागू न करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। इस परियोजना में मजदूरों के रहने, खाने व पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की हालत दयनीय है। परियोजना में मजदूरों को न्यूनतम वेतन, ओवरटाइम वेतन, छुट्टियां, मेडिकल, ईपीएफ, आई कार्ड, सुरक्षा उपकरण आदि कानूनी सुविधाएं तक नसीब नहीं हो रही हैं व श्रम विभाग मौन है। श्रम विभाग की लापरवाही व कंपनियों से मिलीभगत के कारण ही इन दो मजदूरों को अपनी जान देनी पड़ी। अगर कार्यस्थल पर पानी की सुविधा होती तो यह हादसा किसी भी सूरत में न होता। इस हादसे के लिए प्रबंधन व श्रम विभाग ही पूर्णतः जिम्मेदार हैं।
मनीष । घुमारवीं उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र राजकीय महाविद्यालय संजौली के एनएसएस स्वयंसेवियों ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फागली जाकर मिशन ज्ञानोदय के तहत पुस्तकें एकत्रित की। संजौली महाविद्यालय के स्वयंसेवियों ने फागली विद्यालय के स्वयसेवियों को मिशन ज्ञानोदय के बारे में पूरी जानकारी दी और उन्हें प्रेरित किया। फागली के एनएसएस स्वयंसेवियों ने मिशन ज्ञानोदय से प्रभावित होकर महाविद्यालय को लगभग 50 पुस्तकें दान की, जिसमें पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा की पुस्तकें शामिल थी। स्वयंसेवियों ने आगे आकर अधिक से अधिक सहयोग दिया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला फागली के स्वयंसेवियों ने मिशन ज्ञानोदय को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है। महाविद्यालय से एनएसएस के अध्यक्ष और स्वयंसेवी हर्ष ठाकुर तथा अध्यक्षा अवंतिका पामटा , इकाई सचिव मुकेश वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी विकास वर्मा तथा एनएसएस के अन्य स्वंयसेवी फागली जाकर पुस्तकें लेकर आए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चंद्रभान मेहता तथा कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विकास नाथन तथा कामायनी बिष्ट ने स्वयंसेवियों की सराहना की तथा मिशन को इसी प्रकार आगे बढ़ाते रहने की प्रेरणा दी।
मनीष। घुमारवीं प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम का आयोजन उपमंडलाधिकारी कार्यालय घुमारवीं के माध्यम से ग्राम पंचायत हरलोग मे किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नायब तहसीलदार कृष्ण चंद शर्मा ने की। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं को सुना गया तथा समस्याओं का निपटारा मौके पर किया गया। उन्होंने लोगों से आग्रह किया की राजस्व विभाग से संबंधित प्रमाणपत्रों को ऑनलाइन माध्यम से अप्लाई करें, जिससे उनके धन और समय की बचत होगी। उन्होंने बताया की कार्यक्रम में 20 इंतकाल, 40 प्रमाण पत्र, 12 परिवार रजिस्टर नकल, 14 जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, 2 विवाह प्रमाण पत्र, 12 विविध प्रमाण पत्र, मौके बनाए गए तथा पांच शिकायत पत्र प्राप्त हुए। इस कार्यक्रम में महिला एवं वाल विकास विभाग, स्वस्थ्य, कृषि, कल्याण और पशुपालन विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारियों ने अपनी विभागीय योजनाओं का प्रचार प्रसार किया। इस अवसर पर विभागीय अधिकारी व कर्मचारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
मनीष। घुमारवीं शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह, नेहरू युवा केंद्र संगठन बिलासपुर के अंतर्गत एक पंजीकृत संस्था है, जिसकी पंजीकरण संख्या 61/04 है। शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह पिछले 3 वर्षों से विभिन्न समाजिक कार्यों में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है। युवा कल्याण, रक्तदान शिविर आयोजित करना, महिला सशक्तिकरण, नशा निवारण अभियान, खेल गतिविधियों का आयोजन, पौधारोपण, सफाई अभियान, पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक विकास, राष्ट्रीय दिवसों का आयोजन करना एवं उनको मनाना, सरकारी योजनाओं का प्रचार- प्रसार करना, जल सरंक्षण, बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ, कोरोना महामारी में नागरिकों को जागरूक करना और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करके लोगों को गुणवत्ता पूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहा है। शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह ऐसा युवक मंडल है, जो न केवल पंचायत स्तर पर बल्कि जिला स्तर पर अन्य युवक मंडलों के लिए एक आदर्श युवक मंडल बनकर उभरा है। इसी वर्ष सितंबर माह में नेहरू युवा केंद्र संगठन इंडिया के फेसबुक पेज, ट्वीटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह के सामाजिक कार्यों की राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई है। अन्य युवक मंडल भी इस युवक मंडल की सक्रियता से प्रभावित होकर सामाजिक विकास के कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी बढ़ा रहे हैं। युवक मंडल द्वारा आयोजित किए जाने वाले विभिन्न आयोजनों में बतौर मुख्यतिथि ग्राम-पंचायत प्रधान, धार- टटोह जाने का अवसर मिला है। मैं शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों को मान्यता प्रदान करता हूं और इनके सामाजिक कार्यों से प्रभावित होकर उन्हें बधाई एवं शुभ कामनाएं देता हूं।
मनीष। घुमारवीं भराड़ी तहसील को डिनोटीफाई करने पर गुस्साई घुमारवीं भाजपा इसे दोबारा बहाल करवाने के लिए अब घर-घर जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाएगी। इस अभियान को 18 पंचायतों में चलाया जाएगा। जिनमें कोट, हटवाड़, पंतेहड़ा, हम्बोट, बम्म, सलौंअ, घंडालवीं, मरहाणा, बरोटा, तड़ौन, भराड़ी, भपराल, गतवाड़, गाहर, लंजता, लैहड़ी-सरेल, डंगार व पड़यालग शामिल हैं। तहसील की पुन: बहाली के लिए भाजपा ने लगभग 200 लोगों की उपस्थिति में रविवार को भराड़ी में बैठक का आयोजन कर इस पर रणनीति तय की। बैठक में भराड़ी तहसील की दोबारा बहाल करने के लिए घर-घर जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इस अभियान के लिए हर पंचायत में कमेटी गठित करने का भी फैसला लिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि भराड़ी तहसील को दोबारा बहाल करने के लिए भाजपा ने तहसील परिसर घुमारवीं में धरना-प्रदर्शन किया था। इस दौरान एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी प्रेषित किया था। जिसमें भराड़ी तहसील सहित अन्य कार्यालयों व संस्थानों को दोबारा बहाल करने के लिए 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया था। बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि इस अल्टीमेटम में दो जनवरी तक इन्हें दोबारा बहाल नहीं किया गया, तो 18 पंचायतों के लोग तीन जनवरी को भराड़ी तहसील परिसर में उग्र आंदोलन करेंगे। बैठक में उपस्थित लोगों, पंचायत प्रतिनिधियों व भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बनी नई नवेली कांग्रेस सरकार ने तुगलकी फरमान जारी कर प्रदेश में सैकड़ों संस्थानों व कार्यालयों को डिनोटीफाई कर दिया। कांग्रेस सरकार केवल बदले की भावना से कार्य कर रही है। कांग्रेस सकरार पूर्व भाजपा सरकार द्वारा लोगों की सुविधा के लिए खोले गए संस्थानों व कार्यालयों को बंद कर रही है। उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि कांग्रेस सरकार इसके पीछे बजट का राग अलाप रही है, लेकिन जब भाजपा सरकार ने इन संस्थानों व कार्यालयों को नोटीफाई किया था, तो पहले वित्त विभाग से चर्चा की गई थी। उसके बाद ही इनको खोला गया है। भराड़ी तहसील को लोगों की मांग पर खोला गया था। इस तहसील का कार्यालय अक्तूबर माह से शुरू हो गया था तथा तहसीलदार भराड़ी कार्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे थे। इस क्षेत्र के लोगों ने अपने आधार कार्ड सहित अन्य कई कागजातों में अपना अपना पता भी बदल दिया था। लेकिन, अब इसको डिनोटीफाई करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक घुमारवीं चुनाव क्षेत्र के नवनियुक्त विधायक राजेश धर्माणी की चुप्पी भी समझ से परे है। गर्ग ने कहा कि वह लोगों के साथ अड़िग खड़े हैं। लोगों की सुविधा के लिए खोले गये इन कार्यालय व संस्थानों को डिनोटीफाई करना खेदजनक है। इनकी दोबारा बहाली के लिए हर रास्ता अख्तियार किया जाएगा। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष सुरेश ठाकुर, महामंत्री राजेश ठाकुर, जिला महामंत्री नवीन शर्मा, जिला सचिव चमन शर्मा, जिला पार्षद मदन धीमान व शीतल भारद्वाज व गायत्री सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि व लोग उपस्थित रहे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल की फोटो पर अर्पित किए पुष्प घुमारवीं भाजपा ने रविवार को भराड़ी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन मनाया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग सहित अन्य भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के फोटो पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
फर्स्ट वर्डिक्ट। बिलासपुर सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश की बैठक प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा की अध्यक्षता में ज्योति बासु भवन हमीरपुर में संपन्न हुई। बैठक में सीटू राष्ट्रीय सचिव डॉ. कश्मीर ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि मजदूरों और किसानों की मांगों पर 8 जनवरी को सीटू व हिमाचल किसान सभा का मंडी में राज्य स्तरीय अधिवेशन होगा। इन मांगों को लेकर मजदूर किसान 5 अप्रैल 2022 को दिल्ली में संसद मार्च करेंगे। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार मजदूरों के कानूनों पर हमले कर रही है। इसी कड़ी में मोदी सरकार ने मजदूरों के चबालिस कानूनों को खत्म करके चार लेबर कोड बनाने, सार्वजनिक क्षेत्र के विनिवेश व निजीकरण के निर्णय लिए हैं। उन्होंने आउटसोर्स नीति बनाने, स्कीम वर्करज़ को नियमित कर्मचारी घोषित करने, मनरेगा मजदूरों के लिए 350 रुपए दिहाड़ी लागू करने आदि विषयों पर केंद्र व प्रदेश सरकार की मज़दूर व कर्मचारी विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूंजीपतियों के हित में कार्य कर रही है व मजदूर विरोधी निर्णय ले रही है। पिछले सौ सालों में बने चौबालिस श्रम कानूनों को खत्म करके मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताएं अथवा लेबर कोड बनाना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल का फायदा उठाते हुए मोदी सरकार के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश जैसी कई राज्य सरकारों ने आम जनता,मजदूरों व किसानों के लिए आपदाकाल को पूंजीपतियों व कॉरपोरेट्स के लिए अवसर में तब्दील कर दिया है। यह साबित हो गया है कि यह सरकार मजदूर, कर्मचारी व जनता विरोधी है व लगातार गरीब व मध्यम वर्ग के खिलाफ कार्य कर रही है। सरकार की पूंजीपतिपरस्त नीतियों से देश की नब्बे प्रतिशत आम जनता सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है। सरकार फैक्टरी मजदूरों के लिए बारह घण्टे के काम करने का आदेश जारी करके उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने की कोशिश कर रही है। आंगनबाड़ी,आशा व मिड-डे-मील योजनकर्मियों के निजीकरण की साज़िश की जा रही है। उन्हें वर्ष 2013 के 45वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार नियमित कर्मचारी घोषित नहीं किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 26 अक्तूबर, 2016 को समान कार्य के लिए समान वेतन के आदेश को आउटसोर्स, ठेका, दिहाड़ीदार मजदूरों के लिए लागू नहीं किया जा रहा है। केंद्र व राज्य के मजदूरों को एक समान वेतन नहीं दिया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के मजदूरों के वेतन को महंगाई व उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के साथ नहीं जोड़ा जा रहा है। सातवें वेतन आयोग व 1957 में हुए 15वें श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार उन्हें 21 हज़ार रुपए वेतन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की है कि मजदूरों का न्यूनतम वेतन 21 हज़ार रुपए घोषित किया जाए। केंद्र व राज्य का एक समान वेतन घोषित किया जाए। आंगनबाड़ी, मिड-डे-मील, आशा व अन्य योजना कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। मनरेगा में 200 दिन का रोज़गार दिया जाए व उन्हें राज्य सरकार द्वारा घोषित 350 रुपए न्यूनतम दैनिक वेतन लागू किया जाए। श्रमिक कल्याण बोर्ड में मनरेगा व निर्माण मजदूरों का पंजीकरण सरल किया जाए। निर्माण मजदूरों की न्यूनतम पेंशन तीन हज़ार रुपए की जाए व उनके सभी लाभों में बढ़ोतरी की जाए। कॉन्ट्रैक्ट, फिक्स टर्म, आउटसोर्स व ठेका प्रणाली की जगह नियमित रोज़गार दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्णयानुसार समान काम का समान वेतन दिया जाए। सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश व निजीकरण बंद किया जाए। 44 श्रम कानून खत्म करके मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताएं (लेबर कोड) बनाने का निर्णय वापस लिया जाए। सभी मजदूरों को ईपीएफ, ईएसआई, ग्रेच्युटी, नियमतित रोज़गार,पेंशन व दुर्घटना लाभ आदि सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाया जाए। भारी महंगाई पर रोक लगाई जाए। पेट्रोल, डीडल, रसोई गैस की कीमतें कम की जाएं। रेहड़ी, फड़ी तयबजारी क़े लिए स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट को सख्ती से लागू किया जाए। बैठक में विजेंद्र मेहरा, डॉ कश्मीर ठाकुर, प्रेम गौतम, जगत राम, एनडी रणौत, जोगिंद्र, अजय दुलटा, राजेश, केवल, संतोष, रंजन शर्मा, सुरेश, नीलम, विजय, सुमित्रा, सुदेश, हिमी, हिमिंद्री, आशीष, गुरदास, अनिल, संजय, विक्की, सर चंद, भूप सिंह, पदम, बालक राम, मदन नेगी, गुरनाम व रामप्रकाश आदि शामिल रहे।
मनीष । घुमारवीं रोटरी क्लब घुमारवीं द्वारा 25 दिसंबर दूसरा रक्तदान शिविर आज लिली होटल घुमारवीं में लगाया गया। इस उपलक्ष्य पर क्लब के प्रधान रवि शर्मा, क्लब सेक्रेटरी शशी गौतम, क्लब के संस्थापक प्रधान अनिल शर्मा व रोटेरियन सचिन गुप्ता क्लब सदस्य संजय इत्यादि सदस्यों ने रक्तदान शिविर में अपनी सेवा दी। आज के रक्तदान शिविर में सिविल अस्पताल से डॉ. आशुतोष केंथ, इंदु गुप्ता, कमल किशोर मेहता, मनोज ठाकुर व श्याम लाल आदि सदस्यों ने इस शिविर में अपनी सेवाएं दी। रोटरी क्लब घुमारवीं द्वारा यह कार्यक्रम सुबह 10:00 बजे से दोपहर के 2:00 बजे तक किया गया। क्लब का लक्ष्य है कि 30 से 35 यूनिट का ब्लड बिलासपुर ब्लड बैंक को दिया जाएगा जो जरूरतमंद लोगों के काम आएगा। रोटरी क्लब के प्रधान ने क्लब द्वारा की जा रही गतिविधियों पर प्रकाश डाला और आगे भी क्या-क्या करेगा उस पर अपने विचार रखे और घुमारवीं के लोगों को रोटरी संस्था में अपना सहयोग देने के साथ-साथ इसकी सदस्यता ग्रहण करने का भी आह्वान किया। रोटरी क्लब घुमारवीं सभी रक्तदाताओं का स्वागत और उनका आभार प्रकट करते हैं।
मनीष। घुमारवीं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से सम्बद्ध एवं पर प्रबद्ध हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ का दो दिवसीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग बिलासपुर जिला के घुमारवीं में आयोजित किया गया, जिसमें प्रांत व जिलों से लगभग 60 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।अभ्यास वर्ग का प्रारम्भ अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेन्द्र कपूर द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय सचिव पवन मिश्रा, प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार, प्रांत संगठन मंत्री विनोद सूद एवं प्रांत महामंत्री डॉ. माम राज पुंडीर भी मंच पर उपस्थित रहे। अभ्यास वर्ग के प्रथम सत्र में अभ्यास वर्ग का महत्व विषय पर पवन मिश्रा द्वारा मार्गदर्शन किया गया। द्वितीय सत्र में संगठन परिचय पर डॉ. माम राज पुंडीर ने कार्यकर्ताओं को विस्तार से जानकारी दी। तृतीय सत्र में कार्यकर्ता विषय पर विनोद सूद ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। चतुर्थ सत्र में अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने संगठन की कार्य पद्धति पर अपना उद्बोधन चर्चा के साथ रखा। उन्होंने बताया कि संगठन दायित्व पद्धति पर कार्य करता है। राष्ट्र हित में शिक्षा, शिक्षा हित में शिक्षक और शिक्षक हित में समाज के ध्येय को लेकर चलने वाला अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ एक पारिवारिक संगठन है। इसमें सामूहिक निर्णय की प्रक्रिया पर कार्य होता है। पंचम सत्र में प्रांत उपाध्यक्ष प्राथमिक संवर्ग हेम राज ने प्रवास विषय पर अपने विचार रखे। षष्टम सत्र में प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार ने आगामी वर्ष हेतु वार्षिक योजना प्रस्तुत की।उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ द्वारा 12 जनवरी से 23 जनवरी, 2023 तक पूरे प्रांत में प्रांत, जिला, खंड एवं मंडल स्तर पर कर्तव्य बोध के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।फरवरी माह में वार्षिक योजना बैठक, मार्च में नव वर्ष शुभेच्छा कार्यक्रम, अप्रैल-मई में सदस्यता अभियान, जून में विभागश: अभ्यास वर्ग, जुलाई में गुरु वंदन कार्यक्रम,अगस्त में प्रांत मीडिया बैठक, सितंबर में प्रांत अभ्यास वर्ग, अक्तूबर नवंबर में शाश्वत मूल्य कार्यक्रम और दिसंबर माह में प्रांत अभ्यास वर्ग एवं प्रांत कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया जाएगा। सप्तम सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिमाचल प्रांत के प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार ने वैचारिक सत्र लिया। उन्होंने आह्वान किया कि भारत की स्वतंत्रता के अमृत काल में देश के प्रत्येक शिक्षक को अपनी आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए नई पीढ़ी के मार्गदर्शन हेतु प्रयास करना होगा। अभ्यास वर्ग के अष्टम सत्र को अखिल भारतीय सचिव पवन मिश्रा ने संबोधित किया। संगठन की रीति, नीति एवं ध्येय पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आह्वान किया कि हर विद्यालय तक पहुंचना संगठन का उद्देश्य है। 25 दिसंबर, 2022 को हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश व जिला स्तर के सभी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में विशेष रूप से जिलाश: वृत प्रस्तुत किया गया और आगामी कार्यक्रमों की रणनीति पर भी विचार किया गया। शिक्षा और शिक्षकों सहित गैर शिक्षक समस्याओं को लेकर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें सभी वर्गों से संबंधित समस्याओं का संकलन कर एक विस्तृत आग्रह पत्र तैयार किया गया। आग्रह पत्र केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और शासन तथा प्रशासन को प्रेषित किया जाएगा। बैठक में विशेष रूप से अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर का मार्गदर्शन रहा। अंत में अध्यक्षीय उद्बोधन एवं कल्याण मंत्र के साथ बैठक का समापन हुआ। इस अवसर पर प्रांत कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी, सदस्य, जिलों से जिलाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संगठन मंत्री, जिला मंत्री और कोषाध्यक्ष उपस्थित रहे।
मुनीष। घुमारवीं स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में एसजेवीएन लिमिटेड की ओर से आर्थिक मदद की गई। लगभग तीन लाख की लागत से सिंथेटिक बैडमिंटन मैट स्थापित किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य ने इसे स्थापित करवाने के लिए एसजेवीएन तथा प्रो. रिपन कुमार के प्रयासों की सराहना की। इस बैडमिंटन मैट को महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रामकृष्ण ने विद्यार्थियों को समर्पित किया। इस अवसर पर पहले ही दिन महाविद्यालय परिसर के इंडोर बैडमिंटन हाल में एक मैच का आयोजन किया गया। यह मैच प्रो. रिपन कुमार तथा छात्र वर्ग में राम लखन की टीम के मध्य खेला गया, जिसमें प्रो.रिपन की टीम ने 3-0 से यह मैच जीत लिया। इस अवसर पर प्राचार्य ने महाविद्यालय की खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा सहयोग देने के लिए एसजेवीएन लिमिटेड का धन्यवाद किया। इस अवसर पर महाविद्यालय सहपाठ्य गतिविधियों के संयोजक प्रो. सुरेश शर्मा, प्रो.सीता राम, प्रो.अवनीश शर्मा, प्रो. शक्ति सिंह, डॉ. राकेश शर्मा, गौरव ठाकुर तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।
मनीष। घुमारवीं ग्राम पंचायत दाबला के गांव पलसोटी में नाबार्ड की सहायता से हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा घुमारवीं के सौजन्य से वित्तिय डिजिटल लेन-देन की जानकारी देने हेतू वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर को संबोधित करते हुए वरिष्ठ प्रबंधक राजेंद्र ठाकुर ने बचत के महत्व तथा बैंक में बचत खाता खोलने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने लोगों से अपने सभी बैंक खातों में नामांकन करवाने का आग्रह किया, ताकि भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचा जा सके। उपस्थित जनसमूह को नितेश धुलिया प्रबंधक ने ऐटीएम, गूगल-पे, भीम ऐप, फोन-पे व हिम पैसा आदि भिन्न भिन्न डिजिटल माध्यमों से लेन देन करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डिजिटल माध्यम से लेन-देन करते समय सावधानी बरतें, अपना एटीएम का नंबर, पिन नंबर, आधार कार्ड नंबर, ओटीपी, सिविवि नंबर किसी अनजान व्यक्ति से साझा न करें। ठाकुर ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना का लाभ उठाने का आग्रह किया। उपस्थित मातृ शक्ति से बच्चों पर कड़ी नजर रखने व मोबाइल फोन पर अनाधिकृत ऐप्स जिनमें बिना ब्याज के ऋण देने का प्रलोभन दिया जाता है से बचने की जानकारी भी दी। उन्होंने शिक्षा ऋण, मुख्यमंत्री संवलमबन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पशु पालन क्रेडिट कार्ड व बैंक द्वारा भिन्न-भिन्न ऋण योजनाओं का लाभ अपनी आवश्यकता अनुसार लेकर स्वरोजगार शुरू करने का आह्वान किया। उपस्थित मातृ शक्ति से अनुरोध किया कि स्वयं सहायता समूह बनाऐं व अपना बैंक खुद चलाएं तथा बैंक से ऋण लेकर स्वरोजगार शुरू करने का आग्रह किया। शिविर में पंचायत सदस्यों, स्वयं सहायता समूहों, महिला मंडल, युवक मंडल के पदाधिकारियों व सदस्यों, सहकारी सभा सचिव प्रिय व्रत व सदस्यों, सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक रमेश भारद्वाज, सेवानिवृत्त प्रबंधक सुरेश वशिष्ठ, लेख राम वशिष्ठ सेवानिवृत्त प्रबंधक स्टेट बैंक सहित लगभग 70 गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
मनीष। घुमारवीं स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में सत्र 2022-2023 की के लिए केंद्रीय छात्र परिषद के पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो.रामकृष्ण ने सभी पदाधिकारियों तथा सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की पूजा, दीप प्रज्वलन तथा पुष्पांजलि तथा सरस्वती वन्दना से हुआ। इस अवसर पर प्रो.रामकष्ण ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था तथा चुनाव प्रक्रिया को समझने तथा जानने के लिए छात्र संसद एक उदाहरण है। उन्होंने महाविद्यालय के पदाधिकारियों को सकारात्मक तथा रचनात्मक सहयोग देने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में सीएससीए समिति के संयोजक प्रो. पीएल जनेऊ ने मुख्यातिथि सभी प्राध्यापकों तथा मनोनीत छात्र पदाधिकारियों तथा सदस्यों का स्वागत किया। इस अवसर पर मंच संचालन करते प्रो. सुरेश शर्मा ने सभी छात्रों को महाविद्यालयों में केंद्रीय छात्र परिषद की भूमिका, पदाधिकारियों के अधिकार तथा कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की इस संसद से विद्यार्थियों को प्रदेश तथा राष्ट्रीय संस्थानों में नेतृत्व का प्रशिक्षण मिलता है। यह नेतृत्व के गुणों की प्रयोगशाला है तथा सभी विद्यार्थियों को अपने में नेतृत्व तथा सहयोग के गुणों का विकास करना चाहिए। इस कार्यक्रम में चार मुख्य पदाधिकारियों, छत्तीस विभाग प्रतिनिधियों, कक्षा प्रतिनिधियों तथा एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एंड गाइड सांस्कृतिक गतिविधियों तथा खेल-कूद के सदस्यों ने शपथ ली। इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों को मिठाई वितरित की गई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू के आदेशों पर प्रशासन ने तुरंत तैयार किया प्रस्ताव मनीष। बिलासपुर बिलासपुर जिला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के आदेशों पर बंदला के समीप चनालग में आज सदर उपमंडलाधिकारी रामेश्वर दास सहित राजस्व अधिकारियों ने हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए 10 बीघा भूमि चिन्हित करने के लिए उपयुक्त स्थान का निरिक्षण किया। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सभी जिला के उपायुक्तों को प्रत्येक जिला में हेलीपोर्ट बनाने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए। सरकार के आदेशों पर बिलासपुर प्रशासन ने भी तुरंत इस दिशा में कार्य शुरू किया और हेलीपोर्ट के लिए जगह चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बंदला के समीप चनालग में जगह चिन्हित किया जा रहा है और प्रस्तावित हेलीपोर्ट को लेकर प्रपोजल जल्द सरकार को भेजी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार की स्वीकृति मिलते ही जल्द यहां हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा सकता है। यदि यहां हेलीपोर्ट का निर्माण होता है, तो इससे जिलावासियों और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। गौरतलव है कि हैलिपोर्ट वह जगह होता है, जहां एक से अधिक हैलिकॉप्टर एक साथ उतर सकते हैं। चनालग में वन भूमि होने की स्थिति में इस हेलीपोर्ट का निर्माण जिला स्तर पर ही किए जाने की योजना है। प्रशासन की मानें तो चनालग में हेलीपोर्ट के लिए एक बेहतर स्थान हैं। यदि यहां हेलीपोर्ट लाई गई। लिहाजा अब हेलीपोर्ट की योजना सिरे चढ़ती हैं, तो निसंदेह बिलासपुर जिलावासियों को बड़ा लाभ मिलेगा। सुविधा मिलने से पर्यटक भी हेलीकॉप्टर के माध्यम से आसानी से यहां पहुंच सकेंगे। इससे जिला में पर्यटक को काफी बढ़ावा मिलेगा।
मनीष। घुमारवीं स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट सोसायटी द्वारा संचालित स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम यानी सैल्फ फाईनेसिंग कोर्स बीसीए तथा बीबीए के दो अलग-अलग दो समूहों को तीन दिवसीय औद्योगिक भ्रमण पर भेजा गया। भ्रमण का पूरा व्यय महाविद्यालय एचईआईएस प्रबंधन द्वारा अनुमोदित किया गया है। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रामकृष्ण ने औद्योगिक भ्रमण के लिए विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए इस भ्रमण से रोजगार के अवसरों को खोजने का आह्वान किया। इस अवसर पर एचईआईएस के सचिव प्रो. सुरेश शर्मा ने विद्यार्थियों को औद्योगिक भ्रमण के महत्व तथा व्यवसायिक महत्व के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि ऐसे एक्स्पोज़र, कमर्शियल तथा इंडस्ट्रियल विजिट से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ता है तथा उनमें आत्मविश्वास पैदा होता है और महाविद्यालय विद्यार्थियों को इस तरह के अवसर प्रदान करता रहता है। इन दो भ्रमण दलों का नेतृत्व प्रो. अमर पाल, प्रो. प्रियंका प्रो. रोहित, डॉ. रवि व प्रो. रश्मि पठानिया कर रहे हैं।
सीटू का शिमला में धरना। सरकार से इन कारखानों को तुरंत शुरू करवाने की मांग की मनीष। बिलासपुर सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने अडानी समूह द्वारा बरमाणा एसीसी और दाड़लाघाट अंबुजा सीमेंट प्लांटों को अचानक बंद करने के खिलाफ डीसी ऑफिस शिमला पर प्रदर्शन किया। सीटू ने इन प्लांटों को अडानी कम्पनी द्वारा तानाशाहीपूर्वक गैर कानूनी तरीके से बंद करने की कड़ी निंदा की है और सरकार से इस कंपनी के खिलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। सीटू ने मांग की है कि इन उद्योगों को तुरंतु शुरू करवाया जाए तथा 50 हज़ार से ज़्यादा मजदूरों, ड्राइवरों, ट्रांसपोर्टरों व अप्रत्यक्ष तौर से कार्य कर रहे लोगों के रोज़गार की सुरक्षा की जाए। प्रदर्शन में विजेंद्र मेहरा, जगत राम, बालक राम, विनोद बिरसांता, दलीप सिंह, राकेश कुमार, राम प्रकाश, रंजीव कुठियाला, किशोरी ढटवालिया, पूर्ण चंद, कपिल नेगी, मनोहर लाल, विद्यादत्त, बलवंत मेहता, नरेश कुमार, अंजू, सुकर्मा, किरन, अंजू , अमृता, प्रीति, सरीना व सीता राम आदि मौजूद रहे। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा है कि अडानी कंपनी हिमाचल प्रदेश में तानाशाही व अराजकता पर उतारू है, जिसका ताज़ा उदाहरण एसीसी बरमाणा व अम्बुजा दाड़लाघाट सीमेंट प्लांटों को गैरकानूनी तरीके से बंद करना है। इस से प्रदेश के लगभग दो लाख लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ना तय है। उन्होंने कहा है कि यह सब केंद्र सरकार द्धारा लागू की जा रही नवउदारवादी नीतियों का परिणाम है जिसके कारण अडानी कम्पनी खुली लूट व भारी मुनाफाखोरी करने पर आमदा है। इन कारखानों को अचानक बन्द करने से इनमें काम कर रहे हज़ारों कर्मचारियों और मजदूरों की नौकरी पर संकट पैदा हो गया है। अडानी कंपनी के इस गैरकानूनी कदम से सीमेंट ढुलान में लगे हज़ारों ट्रक ऑपरेटरों और उनमें काम करने वाले ड्राइवरों व कर्मचारियों का रोज़गार छिन जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम से साफ हो गया है कि केंद्र सरकार ने अपने उद्योगपति मित्रों को यह छूट दे दी है कि वे बिना किसी पूर्व सूचना व नोटिस के ऐसा क़दम उठा सकते हैं। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में 44 श्रम कानूनों को खत्म करके बनाए गए चार लेबर कोडों के ज़रिए मजदूरों के शोषण को तेज करने का हिमाचल प्रदेश में यह पहला उदाहरण है, जिसने लेबर कोडों के शोषणकारी रूप को जगज़ाहिर कर दिया है। उन्होंने कहा कि अडानी समूह जो पिछले पांच साल के समय में दुनिया का दूसरा सबसे अमीर उद्यमी बन गया है उस ने कुछ समय पहले इन दोनों सीमेंट कारखानों को खरीदा था। उसके बाद से ही प्रभावितों,लैंड लूज़रों,कर्मचारियों व मजदूरों पर हमला तेज हो गया था जिसका प्रतिबिम्बन गैर कानूनी तरीके से सीमेंट प्लांटों को बन्द करने तथा ट्रांसपोर्टरों, ड्राइवरों, कर्मचारियों व मजदूरों के रोज़गार पर अघोषित बंदी के रूप में हुआ है। यह कम्पनी अन्य कम्पनियों की तरह ही सीमेंट के भारी रेट लेकर हिमाचल की जनता का खून चूस रही है। हिमाचल प्रदेश में सीमेंट बनने के बावजूद भी सीमेंट प्रदेश में पंजाब से भी ज़्यादा महंगा बिक रहा है, जो कि प्रदेश की विभिन्न सरकारों की सीमेंट कंपनियों से मिलीभगत को पोल खोलता है। प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में ही सीमेंट के दाम दो सौ रुपये प्रति बैग बढ़ा दए गए हैं, जो कि लगभग दोगुना हैं। वर्तमान नई सरकार के गठन के दिन भी इस कम्पनी ने पांच रुपये प्रति बैग रेट बढ़ा दए हैं। इतने रेट बढ़ाने के बावजूद भी कर्मचारियों,मजदूरों व ट्रांसपोर्टरों की आय में कोई वृद्धि नहीं हुई है, जिससे साफ है कि कंपनी खुल्लमखुल्ला लूट पर उतारू है व महंगे भाड़े का बेबुनियाद तर्क देकर ट्रांसपोर्टरों के रोज़गार पर हमला करना चाहती है। उन्होंने सीमेंट के दामों में कटौती करने की मांग की है। ज़मीनों को कौड़ियों के भाव लेने के बाद अब स्थानीय ट्रांसपोर्टरों को अडानी कंपनी प्लांट बंद करने की रणनीति के ज़रिए दबाव में लाना चाहती है, जो कि गैर कानूनी है। प्रभावितों पर यह कम्पनी दो महीने पहले भी हमला कर चुकी है, जब प्रभावितों को ट्रांसपोर्टर अथवा प्लांट में रोज़गार में से किसी एक ऑप्शन को चुनने के लिए बाध्य करके दर्जनों प्रभावितों से उनकी नौकरी से त्यागपत्र ले चुकी है। यह तानाशाही है व स्थानीय जनता के रोज़गार पर सीधा हमला है। अब अचानक कम्पनी ने औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 व कारखाना अधिनियम 1946 की अवहेलना करके इन कारखानों को बन्द करने का नोटिस लगा दिया है और सभी कर्मचारियों को काम पर न आने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार को इस कम्पनी के विरुद्ध तुरंत मुकद्दमा दायर करके इन कारखानों को शुरू करवाना चाहिए। उन्होंने अडानी समूह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फैक्टरी एक्ट और आईडी एक्ट जैसे श्रम क़ानूनों की खुली उल्लंघना की है इसलिए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए और इन कारखानों को पुनः चालू करने के लिए उचित क़दम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कंपनी की उस दलील को भी हास्यस्पद बताया है जिसमें उसने कहा है कि ये कारखाने घाटे में चल रहे हैं, इसलिए इन्हें शट डाउन किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले जो कारखाने मुनाफ़े में थे वे अचानक कैसे घाटे में चले गए। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से इन कारखानों को जल्दी शुरू करवाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
फर्स्ट वर्डिक्ट। बिलासपुर भोपाल में होने जा रही राष्ट्रीय जूनियर कायकिंग एंड कनोइंग चैंपियनशिप के लिए हिमाचल प्रदेश की टीम पूरी तरह तयार होकर आज यहां से भोपाल के लिए रवाना हो गई। टीम को बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं देते हुए जिला कायकिंग एंड कनोइंग एसोसिएशन ने सुंदर किट प्रदान की और हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन करके मेडल हासिल करने की उम्मीद जताई। हिमाचल प्रदेश की इस जूनियर टीम का भोपाल जाने से पूर्व बिलासपुर की गोविंदसागर झील में एक दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किया गया। जिसमें सभी खिलाड़ियों को कायकिंग एंड कनोइंग के विभिन्न गुर सिखाए गए। वहीं, जल क्रीड़ा केंद्र प्रभारी जमुना ठाकुर ने बताया की सभी खिलाड़ियों ने अपने प्रशिक्षण शिविर के दौरान बेहरीन प्रदर्शन किया है और उन्हें उम्मीद है कि हिमाचल प्रदेश की यह जूनियर टीम राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी अपना अव्वल प्रदर्शन करेगी। वहीं, कायकिंग एंड कनोइंग एसोसिएशन के जिला प्रधान कमल गौतम ने कहा कि राज्य संघ के निर्देशानुसार सभी खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट प्रदान की गई है और सभी खिलाड़ीयो ने इस प्रतियोगिता के लिए अपनी ट्रेनिंग कैंप में जो उत्साह दिखाया है, उससे पूरा विश्वास है कि टीम हिमाचल प्रदेश के लिए मेडल हासिल करके राज्य का नाम रोशन करेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से बिलासपुर की गोविंदसागर झील और कोलडैम झील में वाटर स्पोर्ट्स की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी, जिसके लिए एसोसियशन ने अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं। जल्द ही बिलासपुर की इन दो बड़ी झीलों में वाटर स्पोर्ट्स से जुडी अन्य खेलों की योजनाएं बनाने के लिए एक्सपर्ट्स को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि भविष्य का संभावित खाका तैयार किया जा सके। वहीं, हिमाचल प्रदेश की जूनियर टीम में भाग ले रहे बच्चों ने अपनी खुशी जाहिर करते विश्वास दिलाया कि पूरी टीम हिमाचल प्रदेश को मेडल लाने का पूरा प्रयास करेगी और इस राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिमाचल प्रदेश नाम ऊंचा करेगी। इस अवसर पर जिला कायकिंग एंड कनोइंग एसोसिएशन के जिला प्रधान कमल गौतम सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य निर्मला राजपूत, हर्ष दबड़ा, बृजेश सिंह, सुनील राणा, मनोज शर्मा, प्रविंद्र शर्मा, कमल, कमल चंदेल, कन्हैया लाल, दिवेश चंदेल, पंकज ठाकुर, कंचन शर्मा, वरिष्ठ जल क्रीड़ा खिलाड़ी बिंदिया चंदेल, सरोज चंदेल, सोमनाथ, विजय ठाकुर तथा जल क्रीड़ा केंद्र प्रभारी जमुना ठाकुर भी उपस्थित रहे।
सरकार की अनुमति के बिना ही ले लिया मनरेगा मज़दूरों के लाभ रोकने का फ़ैसला फर्स्ट वर्डिक्ट। घुमारवीं हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण मज़दूर यूनियन ने 12 दिसंबर को राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड के सचिव द्धारा मनरेगा मज़दूरों के आवेदन पत्र लेने और उन्हें मिलने वाले लाभ रोकने सबंधी पत्र को उक्त अधिकारी की मनमर्ज़ी और अनुशासन हीनता वाला फैसला बताया है और मुख्यमंत्री से इस अधिकारी को तुरंत पद से हटाने की मांग की है। जोगिंद्र कुमार हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष व श्रमिक कल्याण बोर्ड के सदस्य ने बताया कि वर्ष 2013 में यूपीए-2 सरकार ने मनरेगा मज़दूरों को राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड का सदस्य बनाने का फ़ैसला किया था, लेक़िन 2017 में केंद्र की मोदी सरकार ने मनरेगा मज़दूरों को इससे बाहर रखने सबंधी एक पत्र राज्य सरकारों को भेजा था, लेकिन हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस पर कोई कार्यवाई नहीं की, बल्कि इस दौरान मनरेगा मज़दूरों को बोर्ड से सभी लाभ मिलते रहे, लेक़िन इस बर्ष 12 सितंबर को बोर्ड के सचिव ने केंद्र सरकार के स्मरण पत्र के संदर्भ में फ़िर से राज्य सरकार के श्रम विभाग को एक पत्र लिखा था, जिसमें इस बारे दोबारा क्लेरिफिकेशन मांगी थी, जो पिछली सरकार ने लंबित रखी थी। हालांकि इस मुद्दे को गुपचुप तरीके से दस घंटे के नोटिस पर 24 सितंबर को मंडी में बुलाई गई बोर्ड की मीटिंग में एजेंडा बनाया गया था, जिसकी अध्यक्षता श्रम मंत्री ने की थी, लेकिन सीटू से सबंधित हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण यूनियन के राज्य अध्यक्ष जो बोर्ड के सदस्य भी हैं उनके विरोध के कारण मंत्री ने इसे स्थगित करने के निर्देश दिए थे। बाबजूद इसके बोर्ड के सचिव ने मौखिक तौर पर मनरेगा मज़दूरों के प्रपत्रों की छंटाई करवा दी थी और उनके लाभ भी रोक दिए थे, जिसके ख़िलाफ़ सीटू से सबंधित यूनियन ने प्रदेश भर में खंड स्तर पर सितंबर माह में प्रदर्शन किए थे और 6 अक्तूबर को हमीरपुर में एक विशाल रैली निकाल कर सरकार को मांगपत्र भेजे थे, लेकिन उस समय उक्त सचिव ने कोई आदेश जारी नहीं किए थे और जिलों में आवेदन स्वीकार किए जा रहे थे और उसके बाद विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लागू हो गई, जिस कारण ये मामला अभी तक लंबित था, लेकिन बड़ी हैरानी की बात तब हुई, जब चुनावों में भाजपा की हार हो गई और राज्य में नई सरकार बनी जिसका शपथ ग्रहण समारोह 10 दिसंबर को शिमला में हुआ और मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने 12 दिसंबर को कार्यभार ग्रहण किया और उन्होंने भाजपा सरकार द्धारा अप्रैल माह के बाद लिए गए सभी निर्णयों की समीक्षा करने का फ़ैसला लिया, लेकिन उसी दिन श्रमिक कल्याण बोर्ड के सचिव ने बिना सरकार की अनुमति के सभी श्रम अधिकारीयों को आदेश जारी कर दिए कि मनरेगा मज़दूरों के आवेदन प्रपत्र न लेने और बोर्ड के कर्मचारियों को उनके लाभ रोकने के लिए भी निर्देश जारी कर दिए। यही नहीं उन्होंने ये पत्र भाजपा नेताओं को भी उपलब्ध करवाया, जिन्होंने इसे सोशल मीडिया पर पूरे प्रदेश में जारी कर दिया और इसे मुख्यमंत्री का मनरेगा मज़दूरों के लिए पहला तोहफ़ा बताया। इससे ये साबित हो गया कि बोर्ड के सचिव ने जो मामला पूर्व भाजपा सरकार के समक्ष पेश किया था, उसे नई सरकार की गठन प्रक्रिया और बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले ही किस हैसियत से जारी किया, ये सब इस अधिकारी भी मनमर्ज़ी और मुख्यमंत्री के आदेशों की उलंगन्ना का काम है और ये सब नई सरकार की छवि खराब करने के उद्देश्य से किया गया है। जोगिंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बोर्ड के सचिव के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाई की जाए और उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए। उन्होंने नई सरकार से ये भी मांग की है कि मनरेगा मज़दूरों को पहले की भांति बोर्ड का सदस्य बनने का प्रावधान जारी रखा जाए और लंबित लाभ जल्दी जारी किए जाएं, जो भाजपा सरकार ने अगस्त माह के बाद बिना किसी नोटिफिकेशन के रोके हुए हैं। जोगिंद्र कुमार ये भी मांग की है कि बोर्ड ने पिछले छह महीने से किस आधार पर मजदूरों के लाभ रोके थे उसकी भी जांच कराई जाए।
बिलासपुर में वीरवार को एसीसी सीमेेंट कारखानों को कंपनी द्धारा अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद करने के बाद जहां ट्रक आपरेटरों के सामने संकट पैदा हो गया हैं। वहीं इससे एसीसी में काम करने वाले कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा होे गया है। इसी गतिरोध को कम करने के उददेश्य से जिला मुख्यालय पर उपायुक्त पंकज राय की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। जिसमेें एसीसी के प्लांट हैड अभिताव सिंह व बीडीटीएस की ओर से प्रधान जीत राम गौतम, ध्यान सिंह ठाकुर व बालक राम सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। लेकिन बैठक में किराए बढोतरी को लेकर बहरहाल दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बनी तथा 20 दिसंबर को फिर से उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में एसीसी सीमेंट प्रबंधन वर्ष 2005 में तय किराया छह रूपये प्रति विक्टल व बीडीटीएस प्रबंधन वर्तमान में मिल रहे किराया भाडा 11.40 पैसे पर अडा रहा। जिस कारण यह बैठक बेनतीजा रही। बैठक में मौजूद बीडीटीएस के प्रधान जीत राम गौतम व ध्यान सिंह ठाकुर ने कहा कि सीमेंट कारखाना प्रबंधन में जुलाई माह में किराया भाडा बढोतरी में 3.97 पैसे की बढोतरी की सहमति बनी थी। लेकिन यह बढोतरी आज तक नहीं मिली है। बल्कि अब एसीसी सीमेंट प्रबंधन वर्ष 2005 में तय किराया छह रूपये प्रति विक्टल के हिसाब से ढुलाई कार्य करने के लिए दवाब बनाने का प्रयास कर रहा है। जिससे ट्रक आपरेटरों के सामने आर्थिक संकट गहरा जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां पहले हर दिन 1200 -1300 गाडियों का डिस्पैच जाता था । वहां पर 300 गाडियों का डिस्पैच जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस बैठक में दोनों पक्षों से उपायुक्त ने सुझाव मांगे है। उधर, इस बैठक को लेकर उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से एसीसी मेें पैदा हुए संकट को लेकर एसीसी सीमेंट प्रबंधन व बीडीटीएस प्रबंधन की बैठक सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन हुई। बैठक में बीडीटीएस ने कुछ समय मांगा है ताकि इस मुददे को साधारण अधिवेशन मेें रखा जाएगा। अब यह बैठक 20 दिसंबर को बुलाई गई है। उन्हें उम्मीद है कि बीस दिसंबर को बैठक में यह मसले हल हो जाएंगेे।
घुमारवीं से नव निर्वाचित विधायक राजेश धर्माणी ने जनता का आभार जताया है। इस दौरान प्रेस को जारी ब्यान में उन्होंने कहा कि वह लोगों के हितों के साथ किसी भी सूरत में खिलवाड़ नहीं होने देंगे। साथ उन्होंने एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा द्वारा काम बंद करने को लेकर कहा कि सीमेंट कंपनियों की मनमानी किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगी। इस समस्या को जल्द सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने बताया किइस मुद्दे पर मुख्य मंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू से मुलाकात की गयी है। साथ ही डीसी बिलासपुर से भी मामले को लेकर चर्चा कर जल्द समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए गया है। उन्होने कहा कि मैं बिलासपुर की जनता के साथ हर कदम पर खड़ा हूँ। इनके हर हक की लड़ाई लड़ी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा कलरी द्वारा ग्राम पंचायत सेऊ के भदरोग गांव में वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में स्थानीय ग्रामीणों के अलावा स्वयं सहायता समूह की सदस्यों ने भाग लिया। शिविर को संबोधित करते हुए शाखा प्रबंधक विक्रांत शर्मा ने कहा कि स्वयं सहायता समूह बनाऐं व अपना बैंक खुद चलाऐं तथा बैंक से ऋण लेकर स्वरोजगार शुरू करें। इस दौरान उन्होंने बचत के महत्व तथा बैंक में बचत खाता खोलने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को एटीएम, गूगल पे, भीम ऐप, फोन पे, हिम पैसा, आदि भिन्न-भिन्न डिजिटल माध्यमों से लेन-देन करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। विक्रांत शर्मा ने शिक्षा ऋण, मुख्यमंत्री संवलमबन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना व बैंक द्वारा भिन्न-भिन्न ऋण योजनाओं का लाभ अपनी आवश्यकता अनुसार होशियारी, समझदारी व जिम्मेदारी से बैंकों से ऋण लेकर स्वरोजगार शुरू करने का आह्वान किया। इस शिविर में स्थानीय शाखा से रजनीश कुमार व सुषमा कुमारी ने भाग लिया।
पुलिस थाना घुमारवीं के तहत कूलारू में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर एक सड़क हादसे में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार दोनों युवक बाइक पर सवार होकर बिलासपुर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान बिलासपुर की तरफ से आ रही एक कार से उनकी टक्कर हो गयी। इस टक्कर में दीपक पुत्र पवन निवासी गांव बणी भपराल व अजय पुत्र राजेश निवासी गांव नाल्टी कंदरौर गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक दीपक को हमीरपुर तथा अजय को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। डीएसपी घुमारवीं अनिल ठाकुर ने बताया कि पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।
शिविर में 213 लोगों के स्वास्थ्य की कि जांच अनीमिया मुक्त अभियान के तहत नैना देवी में की 79 छात्रों की जांच फर्स्ट वर्डिक्ट। बिलासपुर केंद्रीय मंत्री एवं सांसद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन में प्रयास संस्था द्वारा संचालित सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की टीम ने अस्पताल हर घर, हर द्वार कार्यक्रम के तहत जिला बिलासपुर के विभिन विधानसभा क्षेत्रों मे आज अपनी सेवाएं प्रदान की। विधानसभा क्षेत्र श्री नैना देवी, घुमारवीं, झंडूता एवं बिलासपुर सदर में बजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गई। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा टीम ने बिलासपुर सदर के गांव कन्नौन, ग्राम पंचायत धोन कोठी में 30 लोगों के स्वास्थ्य की जांच एवं 25 लोगों की रक्त जांच की गई। 02 लोग उच्च रक्तचाप से, 02 लोग मधुमेह, 10 लोग हड्डियों से संबंधित बीमारी एवं 16 लोग अन्य बीमारियों से ग्रसित पाएं गए। स्वास्थ्य शिविर मे लोगों को उपचार सलाह के साथ नि:शुल्क दवाइयों का वितरण भी किया गया। केंद्रीय मंत्री एवं सांसद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन मे प्रयास संस्था द्वारा संचालित अस्पताल सेवा की टीम यह सुविधा विधानसभा क्षेत्र में घर द्वार पर जनता को उपलबद्ध करवा रही है। अनिमिया मुक्त अभियान के तहत श्री नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के हिम पब्लिक स्कूल बडोह में डॉ. कानव के नेतृत्व मे 79 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की। इस दौरान 79 छात्रों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए रक्तजांच की गई।इनमें से 62 बच्चों का हीमोग्लोबिन ठीक पाया गया, जबकि 17 बच्चों में रक्त की कमी पाई गई। बच्चों को उचित उपचार एवं रक्त की कमी को पूरा करने के लिए नि:शुल्क दवाईयों का वितरण भी किया गया। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की घुमारवीं टीम ने डॉ. देवेश के नेतृत्व में गांव बोनी धलयानी, ग्राम पंचायत सलौन उपरली में जनता के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। इस दौरान 55 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई एवं 30 लोगों की रक्तजांच की गई। 22 लोग हड्डियों की बीमारी से, 07 लोग उच्च रक्तचाप, 03 लोग मधुमेह एवं 23 लोग अन्य बीमारियों से ग्रसित पाए गए। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की झंडूता टीम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थथल जंगल में जनता की सहूलियत के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया। इस स्वास्थ्य शिविर के दौरान 49 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई एवं 27 लोगों की रक्तजांच की गई। 06 लोग हड्डियों की बीमारी से, 04 लोग उच्च रक्तचाप से ग्रसित एवं 39 लोग अन्य बीमारियों से ग्रसित पाए गए। केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन में सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा द्वारा, पंचायत स्तर पर पिछले चार वर्षाें से निःशुल्क मेडिकल कैंप लगाए जा रहे हैं, ताकि जनता को घर द्वार पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
फर्स्ट वर्डिक्ट। घुमारवीं घुमारवीं के कसोहल के अभिषेक चौहान 21 वर्ष की आयु में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। अभिषेक के पिता अनिल चौहान घुमारवीं में दुकान करते हैं। वहीं, माता अंजु चौहान निजी स्कूल में अध्यापिका हैं। उनके दादा धर्म सिंह चौहान नेहरू युवा केंद्र से सेवानिवृत्त उप निदेशक हैं। अभिषेक चौहान ने अपनी शुरुआती पढ़ाई डीएवी घुमारवीं से पूरी की। वहीं, आठवीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए देहरादून चले गए, वहां पर आरआईएमसी देहरादून से जमा दो तक की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए पुणे गए और वहां से ग्रेजुएट हुए। अब अभिषेक आरआईएमसी देहरादून से पासआउट हुए। इस मौके पर उनके साथ उनके माता-पिता और दादा व नाना मौजूद रहे।
जिला किन्नौर में इस बार भी विधानसभा चुनाव में भरपूर रोमांच देखने को मिला। पहले दिन से ही कांग्रेस और भाजपा दोनों तरफ जमकर खींचतान दिखी। कांग्रेस में जहाँ सीटिंग विधायक और वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी का टिकट अंतिम समय तक लटका रहा, तो भाजपा ने पूर्व विधायक तेजवंत नेगी का टिकट काटकर युवा सूरत नेगी को मैदान में उतारा। खफा होकर तेजवंत भी चुनावी समर में कूद गए और इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। नतीजन, भाजपा के बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी जगत सिंह नेगी को मिला और जगत नेगी हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। जगत सिंह नेगी को 20696 मत मिले और भाजपा प्रत्याशी सूरत नेगी को 13732 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा के बागी तेजवंत नेगी ने 8574 मत लेकर भाजपा को डैमेज किया। किन्नौर के चुनावी इतिहास पर नज़र डाले तो अब तक सिर्फ ठाकुर सेन नेगी (तेते जी) ही जीत की हैट्रिक लगा सके है। ठाकुर सेन नेगी 1967 से 1982 तक लगातार चार चुनाव जीते। दिलचस्प बात ये है कि वे तीन बार निर्दलीय और एक बार लोकराज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। फिर वे भाजपा में शामिल हो गए और एक बार 1990 में भाजपा टिकट से भी जीतने में कामयाब हुए। ठाकुर सेन नेगी के अलावा जगत सिंह नेगी ही इकलौते ऐसे नेता है जो हैट्रिक लगाने में सफल हुए है।
सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के उपलक्ष्य में उप निदेशक सैनिक कल्याण बिलासपुर कैप्टन (से०नि०) कुलदीप कपिल ने उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय को सशस्त्र सेना का झण्डा लगाया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्र रक्षा में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सैनानियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता एवं सम्मान प्रकट करने के लिए नागरिक सामर्थय के अनुरूप वृहद दान करने के लिए आगे आंए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वे सैनिकों के सम्मान व उनके कल्याण में भरपूर सहयोग दें। उन्होंने बताया कि इस फंड का उपयोग युद्ध में घायल सैनिकों, उनकी विधवाओं और परिवार के लोगों की भलाई के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि वीर शहीद सैनिको के सम्मान के लिए यह आवश्यक है कि समस्त भारतवासी सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर देश भक्ति की भावना को प्रकट करने के लिए सशस्त्र सेना झण्डे को व्यापक रूप से प्रचारित करें और उसका सम्मान करे ताकि समस्त देशवासी शहीदों के बलिदान को याद करके सशक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करें। उन्होंने समस्त वर्गो व कर्मचारियों से आहवान किया है कि वे यथा संभव योगदान करें ताकि देश की सीमा पर 24 घंटे सुरक्षा देने वाले सैनिकों और उनके परिजनों की मदद की जा सके।
जिला रोजगार अधिकारी बिलासपुर राजेश मैहता ने जानकारी देते हुए बताया कि एस.आई.एस सिक्योरिटी द्वारा सिक्योरिटी गाडर्स के 100 पदों हेतु 12 दिसम्बर को उप रोजगार कार्यालय श्री नयना देवी जी में तथा 15 दिसम्बर 2022 को उप रोजगार कार्यालय घुमारवीं में साढे 10 बजे कैंपस इंटरव्यू का आयोजन किया गया है। उन्होने बताया कि उमीदवार की शैक्षणिक योग्यता दसवीं या बारहवीं पास तथा न्युनतम ऊचांई 168 व वजन 56 किग्रा और आयुसीमा 21 से 37 वर्ष होना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताय कि उमीदवार अपने सभी अनिवार्य दस्तावेजो सहित 12 दिसम्बर को उप रोजगार कार्यालय श्री नयना देवी जी में तथा 15 दिसम्बर 2022 को उप रोजगार कार्यालय घुमारवीं में पहुच कर कैम्पस इंटरव्यू मे भाग ले सकते है। अधिक जानकारी हेतु एस.आई.एस सिक्योरिटी के अधिकारी 8558062252 पर सम्पर्क करें ।