स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा आज को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय चंबा के सभागार में मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिस की अध्यक्षता सयुंक्त निर्देशक दिनेश महाजन ने की जिसमें जिला के सभी खंड चिकित्सा अधिकारी और कार्यक्रम अधिकारी और चिकित्सा अधिकारियो ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ राजेश गुलेरी ने संयुक्त निर्देशक और उन के साथ आए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सलाहकार को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संयुक्त निदेशक द्वारा कोरोना महामारी से बचने के लिए स्थानीय चंबयाली भाषा में लिखे गए गीत और गायन के लिए गुलशन पाल को स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया। बैठक में सयुंक्त निर्देशक ने जिला चंबा में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बैठक में जिला में चल रहे राष्ट्रीय हेल्थ मिशन के तहत चल रहे कार्यकर्मो की समीक्षा की जिस में क्षय रोग कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ट रोग कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, एन सी डी कार्यक्रम, नेशनल एड्स कन्ट्रोल प्रोग्राम, एच एम आई एस का खंड सतरीय समीक्षा, हेल्थ वेलनेस सेंटर की गतिविधिया, जायजा लेते हुए सभी कार्यक्रमों और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कहा। साथ ही लोगो को स्वास्थ विभाग की और से चलाई जा रही हर कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने को कहा जिस से हर व्यक्ति इन योजनाओं का लाभ ले सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बैठक में जिले में चल रहे डी एडिक्शन सेंटर, अर्श क्लिनिक, एम एच् पी कार्यक्रम आर बी एस के कार्यक्रम में चल रही गतिविधियों का आकलन भी किया मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ राजेश गुलेरी ने सभी खंड चिकित्सा अधिकारी और चिकित्सा अधिकारियो को PPMSMA के अंतर्गत सभी गर्ववती महिलाओं का सम्पूर्ण चेकअप तथा ज़रूरी परीक्षण अवशय किए जाए। यदि कोई महिला जोखिम पूर्ण अवस्था में हो तो उसे जल्द ही उचित उपचार और संस्थगत प्रसव के लिए अस्पताल में भेजे। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी हरित पूरी और समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
चंबा। पंचायत चुनाव आते ही मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर अपने पूरे लश्कर के साथ लोगों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री का राज्य के मंत्रियों व विधायक व अधिकारियों पर पूर्ण रुप से कोई नियंत्रण नहीं है जबकि कांग्रेस कार्यकाल के विकास कार्य का श्रेय भी लेने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। यह बात जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चंबा नीरज नैय्यर जारी एक प्रैस ब्यान में कहें। उन्होंने बताया नगर निगम व पंचायती चुनाव आते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उद्घाटन व शिलान्यास पर जोर दे रहे है। वर्तमान सरकार द्वारा अधिकांश विकास कार्य को अपना बताकर कांग्रेस कार्यकाल के दौरान निर्माण अधीन कार्यों का श्रेय लेकर जनता का गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि नगर निगम पंचायत चुनाव में जनता के वोट हासिल कर सके। उन्होंने बताया पंडित जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालय चंबा में विशेषज्ञ चिकित्सक के पद खाली चल रहे हैं। वहीं ऐसे कई गंभीर रोग है जिनके उपचार के लिए आज भी जिला चंबा के लोगों को कांगड़ा व शिमला जाना पड़ रहा है जिसमें ह्रदय रोग से चंबा का हर चौथा व्यक्ति पीड़ित है। मगर इसके बाबजूद भी चंबा में गत तीन सालों यह अहम पद भरने में वर्तमान सरकार विफल रही है। वहींं एन्डोस्कोपी टेस्ट करवाने के लिए भी चंबा के लोगों को पठानकोट व कांगड़ा क्षेत्रों का रूख करना पड़ रहा है। जहां सरकारी चिकित्सालय में यह सेवा में विलंब होने पर गैर सरकारी अस्पतालों में अत्यधिक मूल्य पर करवाने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस कार्यकाल आरंभ किए गए मेडिकल कॉलेज में रखे गए चिकित्सक सरकार बदलते ही स्थानांतरण कर दिए गए जिससे यहां चिकित्सकों भारी कमी आ गई। वहीं अनुबंध पर रखे के युवाओं का रोजगार छीन कर बेरोजगार बनाने में भी वर्तमान सरकार के प्रतिनिधियों ने चंबा में कोई कसर नहीं छोड़ी है। राज्य सरकार देश की भावना से कार्य कर रही है जिसे कांग्रेस पार्टी कभी सहन नहीं करेगी।
भरमौर। आज सुबह करीब नौ बजे ग्राम पंचायत खणी के इसी गांव में लकड़ी से बने एक पुराने घर में आग लग गई। आग लगने का कारण शॉर्टशर्किट बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने कड़ी मश्क्कत से आग को बुझाया। इस घर में इस समय एक नेपाली मजदूर रह रहा था व नीचे वाली मंजिल में मवेशी रखे गए थे, जिन्हें समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया। आगजनी के कारण इसमें रखा राशन व बर्तन जल गए हैं। आग की लपटों में घिरे इस घर के साथ सटे संजीव व रोशन के घर को आग से बचाने के प्रयास में काफी नुक्सान हो गया है। ग्रम पंचायत प्रधान अंजू देवी ने कहा कि यह घर सांझा रूप मेघराज, रणजीत, ओमराज, सरताज, प्रताप, हरबंस आदि का है। यह सब लोग इस समय अपने अलग बनाए गए घरों में रह रहे हैं। लेकिन इस घर में उनका काफी सामान रखा जाता है। पंचायत प्रधान ने कहा कि लोगों ने काफी मुस्तैदी से कार्य करते हुए पूरे गांव को आग की चपेट में आने से बचा लिया। आग बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग की गाड़ी भी पहुंची लेकिन तब आग पर काबू पा लिया गया था। अभी तक प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी मौकै पर नहीं पहुंचा था।
चंबा। चंबा जिला के बागवानों को उनकी मांग के अनुरूप बागवानी विभाग द्वारा सेब के पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे। विभाग के मुताबिक चंबा जिला में इस समय 20 हजार पौधों की जरूरत है लेकिन यदि इससे ज्यादा की मांग हुई तो विभाग द्वारा उसे भी पूरा किया जाएगा। जल शक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने यह बात आज भरमौर विधानसभा क्षेत्र के तहत सुनारा पंचायत में आयोजित 21वें जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि बागवानी, कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारी फील्ड में जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी योजनाओं और तकनीक को जब लोगों तक लेकर जाएंगे तो ही सही मायनों में उनका मार्गदर्शन होगा और वे योजनाओं से लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश को बागवानी विकास के माध्यम से आर्थिक तौर पर सुदृढ़ करने के लिए विश्व बैंक पोषित 1134 करोड़ रुपए की बागवानी विकास परियोजना कार्यान्वित की जा रही है। इसके अलावा 1688 करोड़ की हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना विशेषकर निचले क्षेत्रों में बागवानी विकास को लेकर चलाई जा रही है। विधायक जिया लाल कपूर द्वारा उठाई गई पेयजल की समस्याओं का जिक्र करते हुए महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सुनारा- लोथल- ब्रेही पेयजल योजना के संवर्धन के लिए 6 करोड़ की राशि उपलब्ध की जाएगी। इसके अलावा गैहरा- लेच अतिरिक्त स्रोत योजना के लिए भी दो करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने जल शक्ति विभाग को लोथल पंचायत में कूहल निर्माण का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए ताकि उसके लिए आवश्यक धनराशि जारी की जा सके। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक घर को नल की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत यदि कुछ बस्तियां छूट जाएंगी उन्हें पेयजल की सुविधा देने के लिए एशियन विकास बैंक की भी एक परियोजना आ चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि अब यह फैसला लिया गया है कि जल शक्ति विभाग अब 25 हजार लीटर से कम क्षमता के भंडारण टैंक निर्मित नहीं करेगा। यह फैसला पेयजल की दीर्घकालिक मांग के मद्देनजर लिया गया है और इसके दूरगामी और सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि चंबा जिला में एनएचपीसी के अलावा निजी क्षेत्र में कई जल विद्युत परियोजनाएं संचालित हैं।उन्होंने कहा कि विद्युत परियोजना प्रबंधन को स्थानीय लोगों के हितों को हर हाल में सुरक्षित करना होगा। लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के अलावा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए भी हर समय तत्पर रहना होगा। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि पंचायती राज चुनाव में ऐसे प्रतिनिधियों का चुनाव करें जो क्षेत्र का विकास करने में पूरी तरह से सक्षम हों। इससे पूर्व जल शक्ति मंत्री द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करने के अलावा देवदार का पौधा भी रोपा गया। इस मौके पर भरमौर के विधायक जिया लाल कपूर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भरमौर विधानसभा क्षेत्र के गैर जनजातीय क्षेत्र में सड़कों के नेटवर्क में जो विस्तार हुआ है वह पहले कभी नहीं हुआ। जनमंच कार्यक्रम के दौरान 7 पंचायतों के लोगों द्वारा 67 मांगों और समस्याओं को प्रस्तुत किया गया। जिनमें से अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। जनमंच कार्यक्रम में उपायुक्त डीसी राणा, पुलिस अधीक्षक अरुल कुमार, एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता हिमाचल प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन मदन शर्मा अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दिवाकर पठानिया, अधीक्षण अभियंता बिजली बोर्ड रुमेल सिंह ठाकुर, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति रोहित दुबे के अलावा विभिन्न विभागों के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
आज एसएफआई जिला कमेटी चंबा ने महाविद्यालय में आए हुए हिमाचल प्रदेश वन विभाग के मंत्री राकेश पठानिया के माध्यम से प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन पत्र सौंपा जिसमें एसएफआई जिला कमेटी चंबा ने जिला के सभी महाविद्यालयों में छात्रों को आ रही समस्या को प्रदेश सरकार के समक्ष रखा जिसमें मुख्य तौर पर मांगे निम्नलिखित है: जिला चंबा के सभी कॉलेजों में अध्यापकों की रिक्त पड़े पदों को जल्द से जल्द भरें। कोरोना काल में हॉस्टल के सभी छात्रों की हॉस्टल फीस माफ की जाए। भरमौर कॉलेज के छात्रों को निरंतर पढ़ाई जारी रखने के लिए शीघ्र अति शीघ्र भवन निर्माण करवाया जाए। तिस्सा कॉलेज में पानी की उचित व्यवस्था, बाउंड्री वॉल व सफाई कर्मचरियों का प्रावधान किया जाए। चंबा कॉलेज में छात्राओं के लिए छात्रावास की सुविधा दी जाए। सभी कॉलेज में लैब असिस्टेंट व क्लर्क के खाली पद भरे जाए। भलेई कॉलेज में टॉयलेट व्यवस्था की जाए व बिल्डिंग का कार्य जल्द शुरू किया जाए। SCA चुनाव बहाल किए जाए। जिला चंबा के सभी कॉलेजों में गेटकीपर की सुविधा होनी चाहिए। SFI जिला कमेटी चंबा प्रदेश सरकार से उम्मीद करती है कि हमारी इन समस्याओं को नजरंदाज नहीं करेगी और जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा करेगी अन्यथा एसएफआई छात्र समस्याओं से विवादित रहते हुए छात्र आंदोलन करने पर विवश होगे।
आज से 10 नवम्बर 2020 तक पुरे प्रदेश भर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा ड़ा राजेश गुलेरी ने बताया कि इस पूरे अभियान में बच्चो को एल्बेड़ाजोल और विटामिन ए की दवाई दी जा रही है। इस पूरे कार्यक्रम में कोविड-19 बीमारी से बचाव हेतु सभी दिशा निदेशो व् आवश्यक सुरक्षा उपायों की पालना की जा रही है सभी आगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता कृमि मुक्ति की दवाई एल्बेड़ाजोल को घर-घर जा कर 1 बर्ष से 19 वर्ष तक की आयु वर्ग के सभी बच्चो और किशोरों को यह दवा देगी। इसी के साथ नौ माह से पाच बर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक भी दी जा रही है। इस पुरे कार्यक्रम में सभी स्वास्थ कार्यकर्त्ता कोविड-19 बीमारी से बचाव के लिए सभी दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं जिस में सामाजिक दूरी, मास्क का प्रयोग, और व्यक्तिगत स्व्च्छता पर विशेष बल दिया जा रहा है
आज सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हिमाचल कैबिनेट की बैठक की जाएगी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कैबिनेट स्कूल पूरी तरह खोलने और कॉलेज के फर्स्ट और सेकेंड ईयर के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा अगली कक्षाओं में प्रमोट करने को लेकर भी फैसला कर सकता है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को घर-द्वार पर सस्ता राशन मुहैया कराने के लिए 50 राशनकार्डों पर भी डिपो खोलने और प्याज की आसमान छूतीं कीमतों पर मंथन किया जाएगा। सरकार ने उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे प्याज के भाव पर नजर रखें। प्रतिदिन प्याज के दाम सरकार को भेजने के लिए कहा गया है। सरकार डिपो में भी आलू और प्याज बेचने पर विचार कर रही है। हालांकि, पूर्व में भी प्याज के दाम बढ़ने से सरकार ने डिपो में प्याज भेजा था, लेकिन सप्ताह बाद दाम गिरने से यह प्याज डिपो में ही खराब हो गया था। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के लिए नवंबर से नियमित कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। शिक्षा विभाग ने दो विकल्पों सहित इस बारे में सरकार को प्रस्ताव भेजा है। पहले विकल्प के तहत दसवीं और बारहवीं, दूसरे विकल्प के तहत नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं को खोलने की योजना है। पहली से आठवीं तक की कक्षाओं को शुरू करने को लेकर अभी सरकार का कोई विचार नहीं है।
चंबा। डीसी राणा ने चंबा जिला के बतौर नए उपायुक्त अपना कार्यभार संभाल लिया। वर्ष 2014 बैच के आईएएस अधिकारी डीसी राणा इससे पूर्व भी सहायक आयुक्त (विकास) एवं खंड विकास अधिकारी तीसा के अलावा एसडीएम भरमौर और एसडीएम डलहौजी के पदों पर भी सेवारत रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि चंबा जिला जोकि एस्पिरेशनल जिला भी है इसमें जिला के विकास के लिए पहले से शुरू विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। इसके अलावा सरकार की योजनाओं और स्कीमों को आमजन तक पहुंचाना भी लक्ष्य रहेगा। उन्होंने कहा कि चंबा जिला में पूर्व में रहे कार्यकाल के कारण जिला की भौगोलिक परिस्थितियों और यहां की समस्याओं से अवगत रहा हूं। चंबा जिला में कई ऐसी जल विद्युत परियोजनाएं हैं जो यह तो पूरी हो चुकी हैं या उनके निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। जिला में जल विद्युत परियोजनाओं के माध्यम से निवेश और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों को जुटाने की भी पूरी संभावनाएं मौजूद है। कोविड-19 के इस दौर में त्योहारों के सीजन के मद्देनजर उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना वायरस और उसको लेकर बरती जाने वाली एहतियातों को लेकर जागरूक किया जाएगा। डीसी राणा इससे पूर्व निदेशक पर्यावरण, विज्ञान एवं तकनीक के अलावा विशेष सचिव मुख्य मंत्री, राजस्व और आपदा प्रबंधन का दायित्व संभाल रहे थे।
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार के ढाई साल पूरा होने के बाद से बहुप्रतीक्षित प्रशासनिक फेरबदल सोमवार देर रात हो गया। कार्मिक विभाग ने सात जिलों के डीसी समेत कुल 21 आईएएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें चंबा जिले के उपायुक्त, राजधानी शिमला, ऊना, किन्नौर, बिलासपुर, लाहौल स्पीति और हमीरपुर जिले के डीसी बदल दिए गए। सदस्य सचिव राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदित्य नेगी को डीसी शिमला लगाया गया है। इसके अलावा विवेक भाटिया को हटाकर विशेष सचिव राजस्व एवं निदेशक पर्यावरण विज्ञान एवं तकनीकी दुनी चंद राणा को डीसी चंबा, विशेष सचिव ऊर्जा हेमराज बैरवा को डीसी किन्नौर, एमडी पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम राघव शर्मा को डीसी ऊना, एमडी एचपीएमसी देबश्वेता बनिक को डीसी हमीरपुर, निदेशक टीसीपी रोहित जम्वाल को डीसी बिलासपुर और नगर आयुक्त शिमला पंकज राय को डीसी लाहौल-स्पीति लगा दिया है। वहीं, डीसी शिमला रहे अमित कश्यप को श्रम आयुक्त के साथ-साथ एमडी सामान्य उद्योग निगम का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इसी तरह डीसी ऊना रहे संदीप कुुमार को बिजली बोर्ड के निदेशक कार्मिक, डीसी किन्नौर गोपाल चंद को विशेष सचिव ऊर्जा, डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा को निदेशक ऊर्जा, डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल को एमडी एचपीएमसी के साथ-साथ प्रोजेक्ट डायरेक्टर बागवानी विकास सोसायटी शिमला, प्रबंध निदेशक एग्रो इंडस्ट्रियल पैकेजिंग इंडिया लिमिटेड और एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन का भी अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
तीसा मार्ग पर कल्हेल के समीप एग्जाइलो से टकराने के बाद कार के गहरी खाई में जा गिरने से मां- बेटे संग चार लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में एग्जाइलो वाहन चालक को भी चोटे आई है। हादसा इतना भयंकर था कि कार के खाई में गिरते ही आग लग गई। समाचार लिखे जाने तक हादसे में मारे गए तीन लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे। बताया जा रहा है कार अध्यापक की थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई है।
सात महीनों के लम्बे इंतज़ार के बाद सोमवार को प्रदेश भर में 10 वीं और 12 वीं के बच्चे स्कूल पहुंचे। शिक्षा विभाग द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक स्कूल आ रहे बच्चों के लिए तमाम सावधानियां बरती जा रही हैं। छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइज करने के बाद ही स्कूलों में एंट्री मिल रही है। अभिभावकों के सहमति पत्र के साथ स्कूल आने वाले छात्रों को शिक्षक कक्षाओं में नियमित रूप से पढ़ाएंगे। कोरोना वायरस के चलते बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई और प्रभावित न हो, इसके लिए सरकार ने शिक्षकों से गाइडेंस लेने स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को कक्षाओं में बिठाकर पढ़ाने का फैसला लिया है। वहीं जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक शिक्षक छात्रों पर स्कूल आने का दबाव नहीं डाल सकते। विद्यार्थियों की अटेंडेंस नहीं लगेगी। केंद्र की एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा। अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं तो उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी।
हिमाचल प्रदेश में आए दिन कोरोना के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। आलम ये है की अब हिमाचल सरकार भी इस से अछूती नहीं रही है। बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार कोरोना संक्रमित पाए गए है। परमार के अलावा प्रदेश भर में 234 नए मामले आए। इन मामलो में शिमला से 46, कुल्लू से 34, मंडी से 31, सिरमौर से 27, बिलासपुर से 23, सोलन से 22, काँगड़ा से 17, हमीरपुर से 16, चम्बा 9, लाहौल 5 और ऊना में 4 केस सामने आए हैं। वहीं नेरचौक में उपचारधीन दो लोगों की मौत भी हुई है। बुधवार को परमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनसे पहले मुख्यमंत्री, बंजार के विधायक और शहरी विकास मंत्री भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। बंजार के विधायक सुरेंदर शौरी के साथ सरकार के नुमाइंदों में कोरोना संक्रमितों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। विधायक के प्राथमिक संपर्क में आए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले पॉजिटिव पाए गए और फिर कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। हालाँकि अब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मुख्यमंत्री से पहले शहरी विकास मंत्री सुरेश भरद्वाज भी परिवार समेत कोरोना की चपेट में आए थे। वहीं, उनसे पहले बिजली मंत्री सुखराम चौधरी, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी कोरोना संक्रमित हुए थे। हिमाचल प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल मामले 18008 पहुंच गए हैं। वहीं, अब तक सूबे में 250 लोगो की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि, बीते कुछ दिन से सूबे में कोरोना के मामलों में गिरावट देखी गई है। अब 200 से नीचे केस रिपोर्ट हो रहे हैं, जबकि इससे पहले 300 से 400 लोग संक्रमित प्रतिदिन आ रहे थे।
कोरोना कल के बिच महीनो से बंद पड़ी अंतर्राज्यीय बस सेवा आखिरकार बुधवार को बहाल कर दी गई। 25 रूटों पर शुरू हुई बसों में पहले ही दिन से यात्रियों का जमावड़ा देखने को मिला। पेहले ही दिन बसों में 70 से 100 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही। यात्रियों के is रिस्पांस को देखते हुए HRTC ने 35 और नए रुटों पर बस सेवा बहाल करने का फैसला लिया है। साथ ही इंटरस्टेट बस सेवा के लिए आज से यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी मिलेगी। बुधवार को ऑनलाइन पोर्टल न खोलने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई थी।
बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा मंगलवार सुबह मां चिंतपूर्णी के दरबार में शीश नवाने पहुंची हैं। उन्होंने आज माता के दर्शन किए और अपने परिवार के कुशलक्षेम के लिए मन्नत मांगी। सुनीता आहूजा ने बताया कि वह माता चिंतपूर्णी के दरबार में लंबे समय से आना चाह रही थी लेकिन देश भर में चल रहे लॉकडाउन के चलते वे यहां नहीं पहुंच पाई। अब जैसे जैसे परिस्थितियों सामान्य हो रही हैं वैसे ही उन्होंने मां चिंतपूर्णी के दरबार पहुंच शीश नवाया है। मंदिर के पुजारियों ने सुनीता आहूजा से मंदिर में पूजा अर्चना करवाई। वहीं उन्हें माता की चुनरी और चित्र भेंट कर सम्मानित भी किया गया। बता दें गोविंदा का परिवार पहले भी कई बार माता के दर्शन करने आ चूका है।
जिला चंबा पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान के अंतर्गत रविवार रात जिला चंबा पुलिस की विशेष अन्वेषण इकाई, नाकाबंदी के लिए तीसा पुल (नजदीक शिकारी मोड़) पर मोजूद थी और नियमित वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। उसी समय एक व्यक्ति हाथ मे बैग लेकर पैदल शिकारी मोड़ से भंजराड़ू की तरफ जा रहा था जिसे पुलिस दल ने रोका और पूछताछ करने पर उसने अपना नाम व पता जय दयाल सपुत्र भगत राम गाँव गगेई डाकघर बोंडेरी तहसील चुराह जिला चंबा बताया। पुलिस दल ने शक के आधार पर व उक्त व्यक्ति की संदिग्ध हरकतों को देखते हुए उसके बैग की तलाशी ली तो उसमे से कुल 1.212 किलोग्राम चरस/भांग बरामद की गई जिस पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ पुलिस थाना तीसा मे मादक द्रव्य अधिनियम की धारा 20 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे मे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है व आगामी अन्वेषन जारी है।
आज से हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में 100 फीसदी शिक्षक व गैर शिक्षक लौट आएं हैं। सरकार द्वारा 12 अक्टूबर से सभी स्कूलों में नई व्यवस्था लागु कर दी है। वहीं स्कूलों को स्कूल आने वाले विद्यार्थियों की संख्या और कमरों के हिसाब से माइक्रो प्लान बना कर 17 अक्टूबर तक शिक्षा उपनिदेशकों को भेजने को खा गया है। साथ ही 15 से 17 अक्टूबर तक ई-पीटीएम कर अभिवावकों के साथ भी संवाद स्थापित करने कोख गया है। हालांकि विद्यार्थियों के स्कूलों में नियमित तौर पर बुलाने के फैसले का अभी इंतज़ार रहेगा। केंद्र सरकार द्वारा 15 अक्तूबर के बाद शिक्षण संस्थान खोलने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा गया है। हिमाचल में इसको लेकर कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया जाना था पर BJP के विधायक के पॉजिटिव आने के मुख्यमंत्री क्वारंटाइन हो गए। कारणवश कैबिनेट की बैठक स्थगित करनी पड़ी। ऐसे में शिक्षा विभाग अपने स्तर पर फैसला लेते हुए अब स्कूलों को छात्रों के लिए खोलने से फ़िलहाल इनकार किया है। केंद्र की एसओपी को लागू करते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल सोमवार से सौ फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को बुलाने का फैसला लिया है। 12 से 16 अक्तूबर तक विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का माइक्रो प्लान बनाया जाएगा।
आज राजकीय महाविद्यालय चम्बा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सम्बंधित जिला स्तरीय वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर सुनील गुप्ता, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद एवम पूर्व कुलपति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला जी ने मुख्यवक्ता व अध्यक्ष के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन वेबिनार के संगठन सचिव एवम सहायक प्रोफेसर अविनाश द्वारा किया गया। सर्वप्रथम जिला स्तरीय टास्क फ़ोर्स के अध्यक्ष डॉ विद्या सागर शर्मा द्वारा मुख्यवक्ता, महाविद्यालय के प्राचार्यों व सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिला स्तरीय टास्क फ़ोर्स के सदस्य राजकीय महाविद्यालय चम्बा के प्राचार्य डॉ शिव दयाल, तेलका के प्राचार्य प्रोफेसर किशन चंद मिन्हास, भरमौर के प्राचार्य प्रोफेसर मोहिंदर पाल, चुवाड़ी के प्राचार्य डॉ नंद लाल, लिहल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रदीप कौंडल, सेवानिवृत्त सह आचार्य डॉ पी के गुप्ता, डॉ लेख राज, प्रोफेसर परविंदर कुमार, डॉ हेमन्त पाल, डॉ मनेष वर्मा, प्रोफेसर अविनाश, डॉ तेज सिंह, डॉ चमन सिंह, प्रोफेसर रविन्द्र डोगरा, प्रोफेसर लेख राज, डॉ सन्तोष, डॉ संजीव टपयाल, डॉ सुभान खान, प्रोफेसर प्रशांत रमन रवि, प्रोफेसर शेल्ली महाजन सहित राजकीय महाविद्यालय चम्बा, भरमौर, तेलका, चुवाड़ी, सिहुंता, लिहल, पांगी, भलेई, तीसा, सलूणी, डी ए वी बनीखेत के प्राचार्य व प्रोफेसर वेबिनार के माध्यम से जुड़े रहे। प्रोफेसर सुनील गुप्ता द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तारपूर्वक अपने विचार रखे गए। इस नीति की ऐतिहासिक पृष्टभूमि, क्रियान्वयन, संवैधानिक बदलाव इत्यादि के बारे में बताया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पहले खण्ड स्कूली शिक्षा, दूसरे खण्ड उच्च शिक्षा के ऊपर अपने विस्तृत विचार सांझा किए। प्रोफेसर गुप्ता ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन की रणनीति पर अपनी बात रखी जिसमें व्यवसायिक शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, कला संस्कृति का सम्वर्धन, प्रौद्योगिकी का उपयोग, ऑनलाइन और डिजिटल शिक्षा, केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड का सशक्तिकरण व इस नीति का सफल क्रियान्वयन इत्यादि मुद्दे शामिल रहे। सभी उपस्थित सदस्यों ने विषय पर व्यापक चर्चा की। राजकीय महाविद्यालय चम्बा के प्राचार्य डॉ शिव दयाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए मुख्यवक्ता प्रोफेसर सुनील गुप्ता जी, चम्बा के विभिन्न महाविद्यालयों से वेबिनार में जुड़े प्राध्यापकों का वेबिनार को सफल बनाने पर धन्यवाद किया गया। विभिन्न महाविद्यालय के आचार्यों द्वारा शिक्षा नीति सम्बंधित प्रश्न किए गए, जिसका प्रोफेसर गुप्ता द्वारा संतोषजनक उत्तर व निवारण बताया गया।
आज प्रदेश में कोरोना से दो मौते हो गई हैं। बता दें नेरचौक मेडिकल कॉलेज में बिलासपुर के एक व्यक्ति और एक कुल्लू के व्यक्ति की मृत्यु हो गई हैं। बिलासपुर निवासी मृतक 58 वर्ष का था और कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित था। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से देर रात उसने दम तोड़ दिया। वहीं कुल्लू निवासी मृतक ने शुक्रवार सुबह दम तोडा। वह 55 वर्षीय थे व कुल्लू के भुंतर से ताल्लुक रखते थे।
सुप्रीम कोर्ट ने 2630 एसएमसी शिक्षकों को राहत पहुंचाई है। बता दें SC ने हिमाचल हाईकोर्ट के एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने के फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी के माध्यम से हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाले शिक्षक संघ अध्यक्ष मनोज रोंगटा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी गई है। मनोज रोंगटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का SC में प्रदेश सरकार की ओर से एसएलपी दायर करने और शिक्षकों के हित में खड़े होने के लिए आभार जताया है। बता दें की हिमाचल प्रदेश HC ने बीते महीने 2630 एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने का फैसला सुनाते हुए इनकी जगह छह माह में नियमित शिक्षकों की भर्ती करने का फैसला दिया था। ये एसएमसी शिक्षक प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों में काफी वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अस्थाई तौर पर इनकी तैनाती की थी। एसएमसी शिक्षकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को लेकर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए शिक्षकों के साथ प्रदेश सरकार ने भी एसएलपी दायर की थी।
कोरोना पॉजिटिव विधायक के समपर्क में आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। मुख्यमंत्री के तीन दिन क्वारंटाइन होने के कारण 9 अक्तूबर को प्रस्तावित कैबिनेट की मीटिंग टल गई है। मिली जानकारी के अनुसार 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। बता दें सीएम तीन दिनों के लिए स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं, ऐसे में अब कैबिनेट की बैठक ताल दी गई है। इस बार की कैबिनेट बैठक को अहम मन जा रहा था। इस बार इंटरस्टेट बसों के चलने और स्कूल खोलने जैसे मुद्दों पर फैसले होने वाले थे।
चंबा। आज जिला कार्यक्रम अधिकारी चंबा डॉ करन हितेंषि ने खंड चूडी के तहत उप स्वास्थ्य केंद्र मंगला का दौरा किया। इस दौरान उन्होनें वहा तैनात स्वास्थ्य कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता के द्वारा COVID-19 के दौरान उनके द्वारा किए गए कार्य की सराहना की। उन्होंने उप स्वास्थ्य केंद्र में दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का जायज़ा भी लिया और उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम और स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंनेे स्वास्थ्य कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता को उन के क्षेत्र में गर्भावस्था के दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं जेसे सम्पूर्ण टीकाकरण, सुरक्षित प्रसव के बारे में जागरूक करने को कहा। उन्होंने उप स्वास्थ्य केंद्र मंगला में कार्य कर रही हेम लता महिला स्वस्थ्य कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता को उन के बेहतरीन कार्य प्रदर्शन पर सराहा। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्य की अच्छी प्रथाओं को अन्य संस्थानों में भी दोहराया जाना चाहिए।
मंगलवार को अटल टनल रोहतांग के पास बड़ा हादसा होते-होते टला है। बता दें मनाली-केलांग मार्ग पर, अटल टनल से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे, आलू की बोरियों से लदा ट्रक एक कार पर पलट गया। गनीमत रही उस समय कार में मौजूद व्यक्ति ने ट्रक की स्पीड को भांप लिया और कार से छलांग मार सुरक्षित दूरी पर चला गया, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के मुताबिक कार हरयाणा से हिमाचल घूमने आए पर्यटकों की थी व हादसे के समय हाईवे के किनारे पर पार्क थी। इस दौरान विपरीत दिशा से आता हुआ एक ट्रक अचानक कार पर पलट गया। ऑय विटनेसेस की मने तो हादसे से पहले गाड़ी की पिछली सीट पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जिसने ट्रक की स्पीड भांपते हुए सुरक्षित जगह के लिए छलांग लगा दी। हालाँकि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई पर व्यक्ति बाल-बाल बचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के हिमाचल दौरे के बाद कुल्लू के बंजार से विधायक सुरेंदर शौरी के कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि 3 अक्टूबर को पीएम ने रोहतांग अटल टनल का शुभारम्भ किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया पीएम के संपर्क में रहे। अब वहीं बीते कल कुल्लू के बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिस के बाद से ही सीएम ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। बताया जा रहा है कि सीएम पॉजिटिव आए विधायक के प्राइमरी कांटेक्ट में थे। स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले 2 अक्तूबर को ही मिल गई थी। हिमाचल सरकार की इस बड़ी चूक से पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के लिए भी कोरोना का खतरा पैदा हो गया है। इस खबर ने हिमाचल में हड़कंप मचा दिया है। स्वास्थ्य विभाग कि इस चूक से सीएम कार्यालय से लेकर पीएम कार्यालय तक कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री कि माने तो शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें 3 अक्तूबर को मिली थी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे। वह भी आइसोलेट हो गए हैं। पठानिया ने कहा कि शौरी के पॉजिटिव आने की जानकारी मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद मिली है। उन्होंने बताया कि शौरी से दूर से ही उनकी मुलाकात हुई थी और दोनों ने ही मास्क लगाए थे। फिर भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुद को क्वारंटीन कर लिया है। मुख्यमंत्री, मंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम से ही प्रदेश के कई दिग्गज नेता, राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत अन्य क्वारंटीन हो गए हैं। वही शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी। इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए हैं।
परिवहन विभाग की ओर से इंटरस्टेट बसों में व्यवस्था को लेकर एसओपी तैयार कर दी गई है। जारी निर्देशों के मुताबिक अब हिमाचल सरकार द्वारा बहरी राज्यों के लिए जाने वाली बसों में बच्चों, बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी। सीट नंबर 2 से 6 तक सीटें इनके लिए रिज़र्व रहेंगी, वहीं 1 नंबर सीट कंडक्टर के लिए रहेगी। कंडक्टर सवारियों को बस में चढ़ने से पहले टिकट देगा। साथ ही बिना मास्क बसों में किसी को सफर नहीं करने दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने एसओपी तैयार कर सरकार को भेज दी है। अब इस मामले को कैबिनेट बैठक में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इंटर स्टेट बसें 60 प्रतिशत सीटों के साथ शुरू होंगी। डीलक्स बसों में 50 प्रतिशत सीटों पर यात्री सफर कर सकेंगे। यानी अब 100 सीटर बसों में 50 यात्री सफर कर सकेंगे।
चंबा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त विवेक भाटिया ने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत हर दौर में प्रासंगिक रहेंगे। वर्तमान परिपेक्ष्य में समाज में फैली विभिन्न कुरीतियों पर गांधी का दर्शन पहले से भी अधिक महत्वपूर्ण हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि मानवीय जीवन में नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों के समावेश के लिए गांधी जी के दर्शन को अपनाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के पथ पर चलते हुए देश को आजादी दिलाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता के लिए उनके आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरणा ली जानी चाहिए। उपायुक्त ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर उपायुक्त ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर गांधी के विचारों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता विषय पर गोष्ठी का शुभारंभ भी किया। इस दौरान एसडीएम सलूणी किरण भडाना ने ग्राम स्वराज, आर्थिक विकास एवं पर्यावरण पर गांधी का चिंतन पर विस्तृत चर्चा की। जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजय कुमार ने गोष्ठी के दौरान गांधी जी के जीवन की अनुकरणीय व स्मरणीय घटनाओं पर जानकारी प्रदान की। राजकीय महाविद्यालय चंबा के सहायक प्राध्यापक अविनाश ने महिला सशक्तिकरण एवं राष्ट्रभाषा के संबंध में गांधी जी का दर्शन और सहायक प्राध्यापक एवं कवि प्रशांत रमण ने समतामूलक समाज की परिकल्पना और गांधीजी की प्रासंगिकता पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में संगीत प्रवक्ता गुलशन कुमार व उनके सहयोगियों ने गांधी जी के भजनों की प्रस्तुति दी। गोष्ठी का संचालन जिला भाषा अधिकारी तूकेश शर्मा ने किया। इससे पहले उपायुक्त कार्यालय परिसर के समीप गांधी स्मारक में उपायुक्त विवेक भाटिया, पुलिस अधीक्षक एस आरुल कुमार, अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल, एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह, एसडीएम सलूणी किरण भडाना, जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजय कुमार और सहायक आयुक्त रामप्रसाद शर्मा ने गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी मैहला रजनीश शर्मा, खंड विकास अधिकारी चंबा ओपी ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अटल टनल रोहतांग के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौलियों को एक और बड़ी सौगात दी है। बता दें अटल टनल रोहतांग के उत्तरी पोर्टल में पीर पंजाल की पहाड़ी में जल्द ही बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा बनाई जाएगी। यह प्रतिमा लगभग 328 फीट यानि 100 मीटर ऊंची होगी। यह प्रतिमा अफगानिस्तान के बामियान की तर्ज बनाई जाएगी। इस निर्माण में लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट को खुद प्रधानमंत्री ने सहमति दी है। हिमाचल सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रतिमा का निर्माण केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की देखरेख में गुजरात की एक निजी फर्म को सौंपा जाएगा। सिस्सू गांव के पार विख्यात वॉटर फाल के पास पीरपंजाल की पहाड़ी को कुरेद कर बुद्ध प्रतिमा बनाई जाएगी। इस निर्माण से जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आय के नए द्वार खुलेंगे।
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में चलते काफिले के दौरान सड़क हादसे में हिमाचल के सिरमौर का 42 वर्षीय जवान शहीद हो गया। सिरमौर के धारटीधार इलाके की नौनी (जामटा) पंचायत के कटीयार गांव के सुरेश कुमार, सेना की 155 टी ए बटालियन में शोपियां में तैनात थे। गत 29 सितंबर को सेना की लगभग 100 गाड़ियों का काफिला जम्मू से श्रीनगर के लिए निकाला। उनमें से बीच की गाड़ी उधमपुर के समीप दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें हवलदार सुरेश कुमार भी सवार थे जिन्हें दुर्घटना के बाद सैनिक अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया। 30 सितंबर को शहीद की पार्थिव देह उधमपुर से घर के लिए रवाना कर दी गई। देर रात शहीद की पार्थिव देह नाहन पहुंची और रात को नाहन मे ही रखी गई। गुरूवार को प्रातः 8:00 बजे शहीद की पार्थिव देह भूतपूर्व सैनिक संगठनों व स्थानीय लोगों के कफिले के साथ शहीद के पैतृक गांव कतयाड़ के लिए लाया गया। रास्ते में कई स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। पिता जोगेंद्र सिंह, माता शीला देवी व शहीद की पत्नी शीला देवी तथा बेटे आर्यन एवं विवेक व परिवार तथा गांव के लोग पार्थिव देह को देखकर बिलखने- चिल्लाने लगे। गांव तथा पूरे इलाके में शोक की लहर है। शहीद के जेष्ठ पुत्र विवेक ने पवित्र देह को मुखाग्नि दी। उपस्थित सभी लोगों ने भारत माता की जय, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। उपस्थित सभी लोगों ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा को शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। नौनी ग्राम पंचायत के प्रधान नरेश ठाकुर ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर श्मशान घाट के लिए पहाड़ी और संकरा रास्ता होने के बावजूद भी साफ-सफाई तथा देह संस्कार के लिये बहुत अच्छी व्यवस्था की जिसके लिए सभी लोगों ने उनकी सराहना की। इस मौके पर मुख्यतः परिवार के सदस्यों और सगे संबंधियों के अलावा डीसी सिरमौर डॉ० आर के परूथी, अतिरिक्त एसपी सिरमौर बबीता राणा, एसडीएम विवेक, नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा-शिलाई से अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान, सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू, पूर्व सैनिक सगंठन धारटीधार, पूर्व सैनिक सगंठन रेणुका जी- सगड़ाह, भूतपुर्व सैनिक सगंठन नाहन, स्थानीय पंचायत व गांव के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
हिमचाल प्रदेश में कोरोना महामारी का कहर जारी है। प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 15 हज़ार पार करने वाला है। वीरवार को भी कोरोना ने प्रदेश में कहर दिखाया। आज दोपहर तक 21 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इनमें कांगड़ा से 2 व ऊना से 19 मामले सामने आए हैं। वहीं 6 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा 218 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 14997 पर पहुँच गया है, वहीं 11588 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। प्रदेश में अब 3197 मामले सक्रिय हैं व 187 मरीजों की मौत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री के दौरे तक अटल टनल को सील कर दिया गया है। उद्घाटन तक किसी को भी अटल टनल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। आज उद्घाटन की तैयारियों का जायज़ा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के काफिले को भी अटल टनल पार करने के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ी। मुख्यमंत्री का काफिला लाहुल की तरफ अटल टनल के नाॅर्थ पोर्टल सिस्सु में रोका गया। उनके काफिले में एक वाहन वाहन ज्यादा था जिस कारण एसपीजी ने उनके काफिले को रोक दिया। एसपीजी के अधिकारियों ने दिल्ली से अनुमति ली जिसके बाद ही मुख्यमंत्री के काफिले को आगे बढ़ने की इजाज़त दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तैयारियों का जायज़ा लेने आज सुबह लाहुल-स्पीति के सिस्सू पहुंचे। जयराम ठाकुर वहां जिला प्रशासन कुल्लू व लाहुल-स्पीति के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। साथ ही वह सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के साथ भी बैठकें करेंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक अक्टूबर तक वहां पर मौजूद रहेंगे।
प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को भी प्रदेश में कोरोना से दो मौते हुई हैं। शिमला के आईजीएमसी में कोरोना से दो व्यक्तियों ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति सिरमौर के नहान और दूसरा जिला शिमला के घणाहटी का रहने वाला बताया जा रहा है। सिरमौर निवासी मृतक 62 वर्षीय था व नाहन से आईजीएमसी के लिए रेफर किया गया था। 28 सितम्बर को व्यक्ति का टेस्ट हुआ जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और देर रात इनकी मौत हो गई है। शिमला निवासी मृतक का 28 सितम्बर को ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट हुआ था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
प्रधानमंत्री मोदी के 3 अक्टूबर को मनाली आ रहे हैं। लेकिन PM के दौरे से पहले पुलिस को मानली में एक गाड़ी से 3 रिवाल्वर बरामद हुई हैं। रिवाल्वर पकड़े जाने के बाद से ही पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां और भी ज़्यादा सतर्क हो गई है और पहरा कड़ा कर दिया गया है। पुलिस ने प्रीणी के एक उद्योगपति की गाड़ी से ये हथियार बरामद किए हैं। तीन में से दो रिवाल्वर के लाइसेंस हैं जबकि एक अवैध हैं। ये सभी हरियाणा में बनी हैं और दो के प्रदेशस्तरीय लाइसेंस हैं, ऐसे में इन्हें दूसरे राज्य में ले जाना अपराध हैं। ये कामयाबी पुलिस को प्रीणी में चेकिंग करते हुए मिली। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने होटलों में भी चेकिंग का काम शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में हिमाचल का एक जवान शहीद हो गया है। जानकारी के मुताबिक, जवानों को लेकर सेना का वाहन उधमपुर से श्रीनगर की तरफ जा रहा था, जो उधमपुर से कुछ ही दूरी पर जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 2 जवानों की मौत हो गई। इन दो जवानों में से एक हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में नाहन विधानसभा क्षेत्र के कांडों का कथ्याड इलाके से ताल्लुक रखता है। जवान का नाम सुरेश कुमार, उम्र 47 साल बताई जा रही है। शहीद के परिवार में दो बेटे, पत्नी व बूढ़े मां-बाप हैं। शहादत की खबर मिलते ही गांव में मातम का माहौल है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर बुधवार को गांव लाया जाएगा।
शनिवार, हिमाचल कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हो रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री के दौरे के साथ साथ पर्यटन विकास, कोरोना व ऐसे कई अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आज की इस बैठक में बाहरी राज्यों के लिए बसें चलाने और डिपुओं में पॉस मशीनों से राशन देने पर भी फैसला हो सकता है। बैठक में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, मंत्री सरवीण चौधरी व अन्य नेतागण शामिल हुए है। हालांकि बैठक से सरकार के दो मंत्री नदारद रहे। उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर और पंचायती राज एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर अनुपस्थित रहे। बिक्रम ठाकुर स्टाफ सदस्य के संक्रमित पाए जाने के बाद क्वारंटाइन हैं।
भाजपा की तेज़तर्रार नेता व पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने सोमवार को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में आखिरी सासें लीं। उनके आकस्मिक निधन से पुरे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें श्यामा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। सोमवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें नाहन स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ से उन्हें चंडीगढ़ PGI रेफेर कर दिया गया पर श्यामा ने बीच रस्ते में ही दम तोड़ दिया। पूर्व मंत्री श्यामा ने 16 सितम्बर को ही प्रधानमंत्री मोदी को फेसबुक पर शुभकामनाएं प्रेषित की थीं, पर उस समय कौन जनता था वह चंद रोज़ में दुनिया को अलविदा कह देंगी। श्यामा अपनी आखिरी समय तक राजनीती व समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उनका राजनितिक करियर 42 सालों का रहा। वह तीन बार विधायक और एक बार मंत्री भी रहीं। उन्होंने भाजपा को जिला सिरमौर में पहचान दिलाई व संगठन के लिए कई बड़े कार्य किए। उन्होंने छात्र राजनीती से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने पहली बार 1977 में नाहन विधानसभा से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की। श्यामा शर्मा नाहन से तीन बार विधायक 1977, 1982 व 1990 में रही। 1977 में वह तात्कालीन सरकार मेें पंचायती राज, खाद्य एवं आपूर्ति तथा विधि मंत्री रही। इसके बाद प्रेम कुमार धूमल की सरकार में राज्य योजना बोर्ड की उपाध्यक्ष भी रही। मुख्यमंत्री ने जताया शोक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सीएम ने कहा श्यामा शर्मा ने पार्टी और जनता की निस्वार्थ एवं समर्पण भाव से सेवा की है। भगवान उनकी दिवंगत आत्मा काे शांति प्रदान करे व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।
शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाने को लेकर अगले सप्ताह एसओपी जारी होगी। केंद्र सरकार से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के अनुसार 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 21 सितंबर से स्कूलों में बुलाने को हरी झंडी मिल गई है। केंद्र ने अभिभावकों के सहमति पत्र पर बच्चों को स्कूलों भेजने को मंजूरी दी है। केंद्र ने इसका अंतिम फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है। केंद्र की ओर से बीते दिनों एसओपी भी जारी की गई है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने भी एसओपी तैयार कर अंतिम मंजूरी के लिए फाइल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को भेज दी है। केंद्र से जारी गाइडलाइन में 30 सितंबर तक स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों को अपने स्तर पर फैसले लेने के लिए कुछ छूट भी दी है। प्रदेश शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन से बाहर वाले स्कूलों में नवीं से जमा दो कक्षा को शुरू करने के लिए एसओपी जारी कर दी है। हिमाचल ने भी अपनी एसओपी तैयार कर ली है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से 50 फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को भी स्कूल बुलाने को कह दिया है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई की मानीटरिंग 21 सितंबर से शिक्षक स्कूल आकर ही करेंगे। एसओपी में शिक्षकों और विद्यार्थियों के आने-जाने को लेकर सभी नियम तय किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जारी एक प्रैस बयान में कहा कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितम्बर को जन्मदिवस है तथा पार्टी प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री का जन्मदिवस "सेवा सप्ताह’’ के रूप में मनाती है। प्रत्येक वर्ष पार्टी के सभी कार्यकर्ता विभिन्न प्रकार के सेवा के कार्यक्रम पूरे सप्ताहभर करके प्रधानमंत्री की दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। यह सेवा सप्ताह 14 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2020 तक पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा जिसके लिए प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सुरेश कश्यप ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का 70वां जन्मदिवस है इसलिए इस सेवा सप्ताह में प्रत्येक मण्डल में कम से कम 70 दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान करने का पार्टी ने निर्णय लिया है। इसी प्रकार गरीब भाईयों एवं बहनों को आवश्यकतानुसार चश्में प्रदान किए जाएंगे। उन्होनें कहा कि प्रत्येक जिले में गरीब बस्ती एवं अस्पतालों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फल वितरण के कार्यक्रम किए जाएंगे तथा कोविड-19 से प्रभावित 70 लोगों को स्थानीय आवश्यकतानुसार एवं अस्पताल के माध्यम से प्लाजमा डोनेट किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा को प्रभारी बनाया गया है।
सरकार ने 4 सितंबर को कैबिनेट बैठक में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया था जिसके बाद आज प्रदेश में धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है। इसे ले कर एसओपी जारी किए गए। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी आज सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। शिमला स्थित प्रसिद्ध तारादेवी मंदिर , जाखू मंदिर एवं संकटमोचन मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं ने दिशा-निर्देशों के अनुसार ही दरशन किए। एसओपी के तहत मंदिर परिसरों में सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सराहन स्थित प्रसिद्ध मां भीमाकाली मंदिर में सुबह सात से शाम साढ़े छह बजे तक भक्तों को माता के दर्शन करने की अनुमति रहेगी। शाम सात बजे मंदिर के कपाट बंद होंगे। मां चिंतपूर्णी का दरबार सुबह 9 से शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। श्रद्धालु प्रसाद ले जा सकेंगे, लेकिन इसे चढ़ाने पर मनाही रहेगी। श्री नयना देवी जी मंदिर में रोजाना एक हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। मंदिर में 60 साल से अधिक और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर फिलहाल रोक रहेगी। शक्तिपीठ बज्रेश्वरी मां के दर्शन भक्त सुबह सात से शाम सात बजे तक करेंगे। मां चामुंडा के दर्शन भी इसी समय हो सकेंगे। हरियाणा और हिमाचल की सीमा पर त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर, पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में सुरक्षा के विशेष इंतजाम हैं। दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ई-पास बनवाना होगा। मंदिर प्रतिदिन सुबह छह बजे खुलेगा और शाम 7 बजे बजे बंद होगा। प्रतिदिन लगभग 500 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
मेष आज के दिन आत्ममथंन कई मुश्किलों से बाहर निकालने में आपकी मदद करेंगे। ऑफिशियल कार्यों में भी जल्दबाजी के चलते गलती होने की प्रबल आशंका बनी हुई है, हो सकता है पिछला कार्य पुनः करना पड़ जाए। कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी क्षमता व योग्यता का पूरा प्रदर्शन करेंगे जिसमें सफलता भी मिलेगी। युवाओं के कुछ सपने अधुरे रहने से मन उदास रहेगा। सेहत में शारीरिक कमजोरी महसूस होगी जो किसी स्वास्थ्य संबंधित बीमारी का कारण बन सकती है, थैरपी लेने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है। घर पर रहते हुए सदस्यों के साथ फैमली डिनर की प्लानिंग कर सकते हैं। वृष आज के दिन मन में द्वंद की स्थिति रहेगी जो कार्यों में अनेक अवरोध डाल सकती है। जिस पर आप सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं अविश्वास का कारण बन सकता है। कर्मक्षेत्र में सहकर्मियों से संपर्क को कमजोर न होने दें, वर्तमान समय में यह बेहद जरूरी है। व्यावसायिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से चलती रहेंगी, साथ ही छोटे-मोटे निवेश करने के लिए दिन उपयुक्त है। हेल्थ की बात करें तो आंखों में दर्द या इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है इसका तुरंत इलाज करना ही सही रहेगा, अन्यथा भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ेगी. संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिलने की संभावना है। मिथुन आपके मूड में बारंबार परिवर्तन आने के कारण मन में अनिश्चितता रहेगी । परिणामस्वरूप मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करके और आवश्यक लगे तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर बेचैनी कम कर सकेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखने की गणेशजी की सलाह है। कर्क गणेशजी की कृपा से आज आप जो कुछ भी विचार करेंगे और युक्ति-प्रयुक्तियों को अजमाएँगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। विद्यार्थी अध्ययन में अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा अधूरे कार्य पूरे होंगे। आप अपनी कल्पनाशक्ति का अच्छा चमत्कार दर्शा सकेंगे। संक्षेप में आज का दिन आपके लिए खुशी का और विविधतापूर्ण रहेगा सिंह आज के दिन आध्यात्मिकता की तरफ भी थोड़ा रूझान बढ़ाना चाहिए, जिससे आप प्रसन्नता व आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। ऑफिशियल कार्य समय रहते पूर्ण होंगे जिससे अन्य कार्यों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा। व्यापारियों का बैंकिग संबंधित कार्य में रुकावट आने की वजह से मन में झुंझलाहट रहने की आशंका है। युवाओं को मनपसंद विषयों में अच्छे परिणाम मिलने से वह प्रसन्न रहेंगे। मुंह में छालें हो सकते हैं, यह समस्या पेट की गर्मी की वजह से होगी। संतान की हैबिट्स पर ध्यान रखें. अगर आपकी संतान छोटी है तो खेलते समय उसका विशेष ध्यान रखें, गिर कर चोट लग सकती है। कन्या आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आप और आपका हमदम एक-दूसरे से आज एक-दूसरे की ख़ूबसूरत भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। तुला ससुराल वालों से नाराजगी और किसी बात को लेकर लड़ाई हो सकती है। बात करते समय अपना संयम न खोए किसी पेचीदा बात को रखते समय ना सीमा का उल्लंघन करें, ना होने दें। वरिष्ठ व्यक्ति की जिद के आगे आज आपको झुकना पड़ेगा। अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु होगा। बहुत कष्ट से किए हुए काम में असफलता मिल सकती है। लेकिन, अपना आत्मविश्वास कम ना होने दें। अगर बात किसी जमीन से जुड़े मुद्दे की है, तो अपनी बात पर कायम रहें। वृश्चिक शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ प्यार, अपनापन और स्नेह महसूस करें। मुहब्बत की टीस आज रात आपको सोने नहीं देगी। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आपके पास समय तो होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप कुछ ऐसा नहीं कर पाएंगे जो आपको संतुष्टि दे। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा। धनु आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आपको अपने विरोधियों से कुछ परेशानी हो सकती है। घर परिवार के लोग किसी बात को लेकर वाद-विवाद कर सकते हैं। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की तरह उन्हें कोई काम की सलाह देंगे जो बहुत काम आएगी। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग रिश्ते में कुछ दिक्कतें महसूस करेंगे। आपका प्रिय गुस्से में आकर आपको उल्टा सीधा बोल सकता है। इनकम सामान्य रहेगी और सेहत बढ़िया रहेगी। काम के सिलसिले में दिनमान आपके पक्ष में रहेगा। मकर अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। आप रोमांटिक ख़यालों और सपनों की दुनिया में खोए रहेंगे। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। मुमकिन है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा। कुंभ आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाएंगे और सेहत को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं लेकिन परिवार वालों का सहयोग हर काम में आपको मिलेगा जिससे काम के सिलसिले में आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आपके मित्र और आपके साथ काम करने वाले लोग आपको सपोर्ट करेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन में तनाव दिखाई देगा। मीन ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
पहाड़ों की वादियों के बीच बसे चंबा शहर का सौंदर्य और इतिहास बहुत ही निराला है। यहां की वादियां और इमारतें बहुत सी कहानियां सुनाती हैं। ऐसे ही एक कहानी है रानी सुनैना की। रानी सुनैना यानी बलिदान और साहस कि मूर्ति। ये चंबा रियासत की वो रानी है जिन्होंने अपनी प्रजा और राज्य के उत्थान के लिए बिना किसी हिचकिचाहट के अपना बलिदान दे दिया। यूं तो चंबा शहर रावी और साल नदी के मध्य में बसा है पर एक समय ऐसा भी था जब यह शहर पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहा था। दो नदियों के बीच बसे होने के बावजूद भी यहां पीने के लिए पानी की एक बूंद नहीं थी। उस समय चम्बा रियासत के राजा साहिल वर्मन हुआ करते थे। राजा भी इस समस्या से पूर्णतः वाकिफ थे पर वो करते भी क्या। एक रात उनकी पत्नी, रानी सुनैना को उनकी कुल देवी ने स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि राज घराने में से किसी को बलिदान देना होगा तभी पानी की कमी पूरी होगी। जब राजा साहिल वर्मन को रानी सुनैना ने पूरी कहानी सुनाई तो राजा वर्मन बलिदान देने के लिए तैयार हो गए। फिर रानी सुनैना ने सोचा यदि राजा बलिदान देंगे तो उनका सुहाग छिन जाएगा और राज्य के सर से भी साया उठ जाएगा, और यदि उनके पुत्र राजकुमार युगाकर बलिदान देते है तो कुल का दीपक बुझ जाएगा और वंश को आगे कौन बढ़ाएगा। ये सब सोचकर रानी सुनैना ने स्वयं बलिदान देने का फैसला लिया। इस निर्णय से पुरी चंबा रियासत में शोक व विस्मय की लहर दौड़ गई। आखिरकार रानी सुनैना बलिदान देने के लिए महल से निकल पड़ीं। आंखों में आंसू लिए उनके इस काफिले में चंबा की जनता भी शामिल थी। रास्ते मे सूही के मढ़ से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा शहर पर नज़र डाली और फिर आगे बढ़ते हुए ये काफिला मलून नामक स्थान पर रुक गया। ममता और बलिदान की मूरत रानी सुनैना बलिदान देने से पहले कहा 'मेरी इच्छा है कि मेरी याद में हर वर्ष मेला लगे। इस मेले को सिर्फ स्त्रियां मनाएं और पुरुष इस में भाग न लें और न ही राज परिवार की बहुएं इस में भाग लें। इस मेले में पूजा केवल राज परिवार की कुंवारी कन्या के हाथों करवाई जाए।' बस इतना कहकर रानी सुनैना ने जिंदा समाधि ले ली। उसी समय पानी की धार फूट पड़ी और रानी सुनैना का बलिदान चंबा के लोगों के लिए अमृत बन कर बहने लगा। रानी सुनैना के बलिदान को याद करते हुए राजा साहिल वर्मन ने जिस स्थान से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा को देखा था उसी सूही के मढ़ नामक स्थान पर उनके मंदिर का निर्माण करवाया। हर वर्ष इस जगह सूही के मेले का भी आयोजन किया जाता है। ये मेला 3 दिन तक चलता है और यहां केवल बच्चे और महिलाएं ही उपस्थिति दर्ज करवाते है। महिलाएं रानी की प्रशंसा में लोकगीत गाती हैं और समाधि तथा प्रतिमा पर फूल की वर्षा की जाती है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह कोरोना से एक और मौत का मामला सामने आया है। बिलासपुर की 57 वर्षीय महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया है। वहीं, एक सरकाघाट और तीसरा शिमला के व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 60 पहुंच गया हैै। प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7660 पहुंच गया है। 2234 सक्रिय मामले हैं। 5359 मरीज ठीक हो गए हैं। बता दें सोमवार को 262 कोरोना पॉजिटिव मामले आए थे।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा 7th सितंबर के दिन पहला अंतर्राष्ट्रीय ‘स्वच्छ वायु दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चंबा, डॉ राजेश गुलेरी ने बताया कि भारत में बाहरी वायु प्रदूषण के कारण प्रतिवर्ष 670,000 लोगों की और घरेलू वायु प्रदूषण के कारण 480,000 मृत्यु होने का अनुमान है। वायु प्रदूषण के कारण फेफड़ों के कैंसर, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और स्ट्रोक सहित श्वसन और हृदय रोग जैसी बिमारियों को बढ़ाता है। इसके नतीजे कमजोर आबादी जैसे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और वृद्धों और जो लोग निर्माण या विनिर्माण उद्योगों में काम कर रहे हैं, उनके कब्जे के कारण वायु प्रदूषण के संपर्क में हैं। इस अवसर पर उन्होंने कार्यालय परिसर में पौधे लगाए। उन्होंने जिले के लोगों से वायु को स्वच्छ रखने की अपील की जिसके लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए जाएं, लोगों को घर पर जीवाश्म ईंधन और आग के चूल्हे का उपयोग कम कर देना चाहिए, दो पहिया और चार पहिया वाहनों का उपयोग करने के बजाय कम दूरी के लिए पैदल चलना चाहिए। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ गुरमीत कटोच, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डॉ हरित पुरी, डॉ जालम, दीपक जोशी भी उपस्थित रहे।
पहाड़ी भाषा एवं संस्कृति को संरक्षित रखने की बेहतरीन सोच के साथ, तेज़ी से आगे बढ़ रहा है दी मॉडर्न फोक नोट। हाल ही में रिलीज़ हुए दी मॉडर्न फोक नोट 6 को दुनिया भर में पसंद किआ जा रहा है । ए सी भरद्वाज द्वारा गाई गई इन सीरीज को प्रदेश और देश के साथ साथ विश्व के भी अन्य 35 देशों की जनता से भरपूर प्यार मिल रहा है । इस प्यार की ख़ास वजह यह भी है कि मॉडर्न फोक नोट एक नई सोच ले कर सामने आया है जिसमे उन्होंने युवाओं के बीच लोक संगीत का रुझान बढ़ाने के लिए, मॉडर्न बीट्स एवं पहाड़ी गानों का मिश्रण किया है। मॉडर्न फोक नोट की 5 सीरीज पहले ही यू ट्यूब पर आ चुकी हैं जिन्हें दुनिया भर से बहुत प्यार एवं सम्मान मिला है । मॉडर्न नोट 6 इसी सीरीज को आगे बढ़ाते हुए प्रसारित किया गया , एवं कुछ ही दिनों में 3 लाख से भी ज़्यादा लोगों द्वारा देखा जा चूका है।
हिमाचल के चंबा में दो स्वास्थ्य कर्मियों समेत तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए गए है। इनमें एक सीआईडी यूनिट चंबा का कर्मचारी भी शामिल है। 4 सितम्बर को जाँच के लिए कुल 239 सैंपल लिए गए थे जिसमे से तीन पोसिटिव पाए गए है, वहीं 176 सैम्पल की रिपोर्ट आना अभी बाकि है। पॉजिटिव पाए गए तीन व्यक्तियों में से एक 26 वर्षीय महिला है जो की JLNMC चम्बा की स्वस्थ्य कर्मी है। DIET सरु का एक 26 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी जो की इंस्टीटूशनल क्वारंटाइन में था, और एक 41 वर्षीय CID यूनिट चम्बा का कर्मचारी भी कोरोना पोसिटिव पाया गया है। चम्बा जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 478 पहुंच गया है। 112 सक्रिय मामले हैं और 361 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा मंडी से 12 नए मामले, काँगड़ा से 9 नए मामले और कुल्लू से 1 नया पॉजिटिव मामला सामने आया है जिनकी पूरी जानकारी आना अभी बाकी है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6855 पहुंच गया है। 1823 सक्रिय मामले हैं। 4932 मरीज ठीक हो गए हैं। 45 मरीज राज्य के बाहर चले गए हैं और 51 की मृत्यु हो चुकी है।
हिमाचल को देवभूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां के तीर्थ स्थल और देवी देवताओं के मंदिर इस बात के गवाह हैं की भगवन स्वयं यहां बसते हैं। प्रदेश का कोई ऐसा जिला नहीं है जहां ऐतिहासिक मंदिर न हों। इन्ही में से एक मंदिर है चंबा का ऐतिहासिक लक्ष्मी नारायण मंदिर, जिसकी अनूठी निर्माण कला और उसका इतिहास लोगों में बरबस ही मंदिर की प्रति जिज्ञासा पैदा करता है। कब हुआ था निर्माण? चंबा क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक, इस मंदिर का निर्माण 10वीं सदी में राजा साहिल वर्मन द्वारा करवाया गया था। राजा साहिल वर्मन ने इस मंदिर को 920 और 940 ई. के बीच अपने शासनकाल के दौरान बनवाया। मंदिर में कुल 6 श्राइन है जिसमें हिंदू देवताओं की मूर्ति स्थापित की गई हैं। मंदिर परिसर में अन्य मंदिरों में शामिल राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण रानी शारदा ने 1825 में करवाया था। वहीं चंद्रगुप्त का शिव मंदिर साहिल वर्मन व गौरी शंकर मंदिर को उनके पुत्र युगकर वर्मन ने बनवाया था। मंदिर की खासियत यह मंदिर शिखर शैली में निर्मित है। मंदिर में एक विमान और गर्भगृह है। मंदिर का ढांचा मंडप के समान है। मंदिर की छतरियां और पत्थर की छत इसे बर्फबारी से बचाती है। मंदिर के मुख्य द्वार पर विष्णु का वाहन गरुड़ की धातु की बनी प्रतिमा सुशोभित हो रही है। मूलतः यह मंदिर भगवान विष्णु पर केंद्रित है। मंदिर में स्थित लक्ष्मी नारायण की मूर्ति दुर्लभ संगमरमर (marble) से बनी हुई है जिसे विंध्य पर्वत से यहाँ लाया गया था। इस मूर्ति के चार मुख और चार हाथ हैं। मूर्ति की पृष्ठभूमि में तोरण है, जिस पर दस अवतारों की लीला चित्रित की गई है। मंदिर से जुड़ी धारणा क्षेत्र में लोकप्रिय धारणा है कि राजा साहिल वर्मन ने संगमरमर लाने के लिए अपने आठ पुत्रों की बलि दी थी। अंत में उनके सबसे बड़े पुत्र, जिनका नाम युगकारा था, संगमरमर हासिल करने में सफल रहे। राजा पर भी लूटेरों ने हमला किया था पर एक संत की मदद से वह अपने आप को बचाने में सफल रहे। इस मंदिर के बारे में एक और धारणा यह भी है की सबसे पहले ये मंदिर चंबा के चौगान में स्थित था परन्तु बाद में इसे वर्तमान स्थल पर स्थापित किया गया।
प्रदेश में कोरोना से एक और मौत हो गई है। डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में एक 70 वर्षीय महिला ने वीरवार देर रात दम तोड़ दिया। सिरमौर में कोरोना से यह तीसरी मौत हुई है। मृतक महिला पांवटा साहिब की रहने वाली थी जिसे 1 सितंबर को पांवटा साहिब सिविल अस्पताल से डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। डायबटीज व हाईपरटेंशन रोग से ग्रसित इस महिला का नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। 3 सितंबर को देर रात आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इस महिला ने दम तोड़ दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ केके पराशर ने बताया कि पांवटा साहिब में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मृतक का अंतिम संस्कार किया गया है। इसी के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 48 हो गया है।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
SFI ईकाई चम्बा परिसर सह सचिव रहमतुल्ला ने बताया कि प्रदेश में सभी महाविद्यालयों में 1st ओर 2nd वर्ष के छात्रों की रोल ऑन के आधार पर अगली कक्षा में एडमिशन हो गयी है और अगली कक्षा में ऑनलाइन क्लास भी लग रही है ।लेकिन अभी भी यह स्पष्ट नही हो पा रहा है कि छात्र प्रमोट हो गए है या उनके एग्जाम अभी होने है। छात्रों को समझ ही नही आ रहा है कि वो किस क्लास की पढ़ाई करें। प्रदेश के हजारों छात्र अभी मझधार में लटके हुए है । कोरोना महामारी के दौर में अभी UG 1st ओर 2nd वर्ष की परीक्षाएँ करवाना छात्रों के स्वास्थ्य के साथ साफ तौर पर खिड़वाड होगा । स्थिति स्पष्ट न होने की वजह से छात्रों पर मानसिक दबाव बढ़ता जा रहा है । ईकाई उपाध्यक्ष प्रेम लाल ने कहा एक जनवादी , वैज्ञानिक ओर प्रगतिशील छात्र संगठन होने के नाते SFI यह मांग कर रही है कि जल्द से जल्द UG 1st ओर 2nd वर्ष के छात्रों के प्रमोशन के सम्बंध में अधिसूचना जारी की जाए ताकि छात्रों का मानसिक दबाव कम हो सके अन्यथा यह मानसिक दबाव उसके पढ़ाई करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। प्रेम लाल ने सरकार और hpu प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द छात्रों को प्रमोट नही किया जाता है तो SFI छात्र समुदाय को इकठा कर आंदोलन करने को तैयार है जिसके परिणाम की सारी जिम्मेदारी हिमाचल सरकार और hpu प्रशासन की होगी । इस मौके पर प्रेम लाल , भूपेंद्र सिंह, रहमतुल्ला सहित ओर भी ईकाई सदस्य मौजूद रहे।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा सोमवार को स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं के तहत बनी कमेटियों की बैठक का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के सभागार में किया गया जिस की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ राजेश गुलेरी ने की। उन्होंने बताया कि इस बेठक मे परिवार क्षतिपूर्ति योजना, गुणवत्ता बीमा योजना, जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन, बाल मृत्यु समीक्षा, मातृ मृत्यु समीक्षा और प्रतिरक्षण के बाद प्रतिकूल घटना विषयों पर आकलन किया गया। इस बैठक में चिकित्सा अधीक्षक डॉ मोहन सिंह, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गुरमीत कटोचं, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ हरित पूरी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ विशाल महाजन, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अभिनव, डॉ सुनील दत्त, डॉ सुरेश और स्वस्थ्य पर्यवेक्षक और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।