हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के जनजातीय क्षेत्र कल्पा में 103 साल के देश के पहले वोटर श्याम सरन नेगी के स्वास्थ्य बिगड़ने की सुचना मिली है। बता दें श्याम सरन नेगी लोकसभा चुनाव 2019 के ब्रांड एम्बेसडर भी रह चुके हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसे ही उनके स्वास्थ्य बिगड़ने की सूचना हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, विपिन सिंह परमार को प्राप्त हुई। उन्होंने तुरन्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य विभाग किन्नौर को निर्देश दिए कि उनके गांव कल्पा में जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच की जाए। स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग किन्नौर के दल ने उनके घर कल्पा में जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच की और जाचं के पश्चात उनके स्वास्थ्य अनुसार उन्हेें दवाई भी दी। स्थ्वास्थ्य मन्त्री ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें लम्बी आयु की शुभकामनाएं दी।
सायरी के साथ लगते गावं बड़ोग में पूर्व सयुंक्त निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग से सेवानिवृत्त जगदीश शर्मा द्वारा अपनी स्वर्गीय धर्मपत्नी उषा शर्मा के वार्षिकी पर उनकी आत्मिक शांति के लिए परिवार सहित श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। आचार्य महेंद्र मोहन ने छटे दिवस की कथा में व्यास गदी से बाल कृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तृत कथा सुनाई। इस दौरान उन्होंने पूतना वध सहित कई बाल लीलाओं को अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को सुनाया।भोले शंकर का बाल कन्हैया को गोकुल में दर्शन के लिए आना सहित कई रोचक प्रसंग सुनाये। कथा में कृष्ण द्वारा माखन चोरी की सुंदर कथा का व्याख्यान करते हुए कहा,कि गोपियों द्वारा नित्य माखन चोरी के आरोपों से तंग आकर एक रोज माखन चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। मुख पर माखन लगा होने पर भी कान्हा द्वारा मैया मैने नही माखन खाया।मैया द्वारा कान्हा को जब ऊखल से बांधने लगी तो रस्सी दो उंगल छोटी पड़ जाती। आखिर जब मैया थक गई तो कान्हा स्वयं ही ऊखल से बन्ध गए। व्यास जी ने ऊखल के माध्यम से कान्हा के हाथों कुबेर के बेटों मणीगरीब व नल कुबर के उद्धार की कथा का व्याख्यान किया। यह कान्हा की गोकुल में अंतिम लीला थी।इसके बाद भगवान कृष्ण की लीलाएं बृन्दावन की पावन धरा पर रची गई,जंहा पर अगासुर वध,कालिया मर्दन,वकासुर मर्दन सहित कई रोचक प्रसंग सुनाये।
देवों के देव महादेव की लीला अपरंपार है, यही कारण है कि कई भक्त महादेव के दीवाने हैं। हमारे देश भारत में भगवान शिव के कई शिवलिंग स्थित हैं और इससे जुड़े कई रहस्य है। आज जिस शिवधाम के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो कई रहस्यों का सागर है। ऐसा कहा जाता है की इस धाम की यात्रा इंसान अपने जीवन में सिर्फ एक बार ही कर पाने की हिम्मत रखता है। यह शिव धाम हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है। यह समुन्द्र तल से 24 हज़ार फीट की ऊंचाई पर है। किन्नर कैलाश पर्वत पर स्थित शिवलिंग 79 मीटर की ऊंचाई पर सीना ताने खड़ा है। इस स्थान को भगवान शिव का शीतकालीन प्रवास स्थल भी माना जाता है। किन्नर कैलाश स्थित शिवलिंग अपने कई रहस्यों के लिए जाना जाता है। शिवलिंग से जुड़ी पौराणिक कथा किन्नर कैलाश के बारे में कई कथाएं कही जाती हैं। कुछ धार्मिक विद्वान ये बताते हैं की महाभारत काल में इस कैलाश का नाम इन्द्रकीलपर्वत था और यहां भगवान शिव और अर्जुन के बीच युद्ध हुआ था। ये भी कहा गया है की पांडवों ने अपने वनवास का अंतिम समय यही पर गुज़ारा था। किन्नर कैलाश को वाणासुर का कैलाश भी कहा जाता है। कहा जाता है की किन्नर कैलाश के आगोश में श्री कृष्ण के पोते का विवाह हुआ था। यहाँ शिवलिंग दिन में कई बार बदलता है रंग यहाँ पर स्थित शिवलिंग की एक चमत्कारी बात है कि यह दिन में कई बार यह रंग बदलता है। सूर्योदय से पूर्व सफेद, सूर्योदय होने पर पीला, मध्याह्न काल में यह लाल हो जाती है और फिर क्रमश:पीला, सफेद होते हुए संध्या काल में काली हो जाती है। क्यों होता है ऐसा, इस रहस्य को अभी तक कोई नहीं समझ सका है। शिवलिंग की परिक्रमा करना बहुत ही मुश्किल किन्नर कैलाश को हिमाचल का बद्रीनाथ भी कहा जाता है। इस विशाल शिवलिंग की परिक्रमा करना बहुत ही मुश्किल काम है जहाँ कई भक्त स्वयं को रस्सियों से बांधकर परिक्रमा पूरी करते हैं। इस पुरे पर्वत का एक चक्कर पूरा करने में 7 से 10 दिन तक का समय लग जाता है। ये कहा जाता है की किन्नर कैलाश पर्वत की यात्रा करने से सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। रास्ते पर स्थित है चमत्कारी पार्वती कुंड गणेश पार्क से तक़रीबन 500 मीटर की दुरी पर पार्वती कुंड स्थित है। इसके बारे में ये कहा जाता है की अगर पूरी सच्ची श्रद्धा के साथ इसमें सिक्का डाला जाएं तो मन की मुराद ज़रूर पूरी होती है। किन्नर कैलाश जाने वाले भक्त इस कुंड में स्नान करने के बाद तक़रीबन 24 घंटे का कठिन सफर पार कर किन्नर कैलाश स्थित शिवलिंग के दर्शन कर पाते हैं। विशेषताएं यह हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है। किन्नर कैलाश को हिमाचल का बद्रीनाथ भी कहा जाता है। किन्नर कैलाश पर्वत पर शिवलिंग स्थित है। इस शिवलिंग से जुड़ा एक रहस्य ये है की इसका रंग दिन के हर पल के साथ बदलता रहता है जो की अपने आप में एक गुत्थी है। सावन का महीना शुरू होते ही किन्नर कैलाश यात्रा शुरू हो जाती है। इस यात्रा के लिए देश भर से लाखों भक्त किन्नर कैलाश के दर्शन के लिए आते हैं। रास्ते पर स्थित पार्वती कुंड के बारे में मान्यता है कि इसमें श्रद्धा से सिक्का डाल दिया जाए तो मुराद पूरी होती है। इस धाम से लौटते वक़्त भक्त ब्रह्मकमल और औषधीय फूल प्रसाद के रूप में ले जाते हैं।
हिमाचल प्रदेश के ज़िला किन्नौर में लगभग चार स्थानों पर बादल फटने और बाढ़ आने से 4 जल विद्युत परियोजनाओं से 3212 मेगावॉट बिजली उत्पादन ठप हो गया है। जब कि नेशनल हाइवे-5 दो स्थानों पर अवरुद्ध है। पूर्वनि को जोड़ने वाला तांगलिंग पुल भी बह गया है। वहीं कानम में बाढ़ की चपेट में आने से एक पिकअप बह गई। शुक्रवार को किन्नौर ज़िला के ऊपरी क्षेत्र कानम, मूरँग नाला, तंगलिंग और सांगला घाटी के टोंगतोंगचे नाला में बादल फटने के बाद बनी बाढ़ की स्थिति से जल विद्युत परियोजनाओं को बन्द करना पड़ा है। सतलुज नदी में अधिक सिल्ट के कारण एक हजार मैगावट की करछम वांगतू, बास्पा नदी में बनी 300 मेगावाट की बास्पा चरण दो, सतलुज नदी में बनी 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी और 412 मेगावाट की रामपुर हाइड्रो परियोजना से बिजली उत्पादन बन्द कर दिया गया है। सिल्ट अधिक होने के कारण करछम और नाथपा बांध के द्वार खोल दिए गए है। इससे सतलुज नदी का जलस्तर ऊंचा उठ गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सतलुज तट में लोगों को न जाने की सलाह दी है और तट क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है। रिब्बा नाला और रूंग नाला में जलस्तर बढ़ गया है। ऊपरी क्षेत्र में बारिश लगातार जारी है। कुछ स्थानों पर बाढ़ के कारण लोगों के सेब बागों को भी क्षति पहुँची है। हालांकि स्थिति नियंत्रण में है। किन्नौर और रामपुर पुलिस ने नदी तट के लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा है।
The owner of a tailoring shop in Keran near Line of Control (LoC) in Kupwara district was arrested on Sunday after 15 hand grenades were recovered from his shop. The man, identified as Parvez Khawaja. As per the information received, a local resident, identified as Abdul Hamid Bajad, had died in the explosion, sunday morning. After an explosion was heard in the area, a joint team of police and the Indian Army reached the spot and arrested the tailoring shop owner and rcovered 15 hand grenades from his shop.
प्रदेश सरकार ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को गम्भीर रोग की स्थिति में त्वरित सहायता पंहुचाने के उद्देश्य से ‘सहारा’ योजना आरम्भ हो गई है। योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के रोगियों को शीघ्र सहायता प्रदान की जाएगी। सहारा योजना पूरे प्रदेश में 15 जुलाई, 2019 से आरम्भ कर दी गई है। योजना के तहत कैंसर, पार्किंसनस रोग, लकवा, मस्कुलर डिस्ट्राफी, थैलेसिमिया, हैमोफिलिया, रीनल फेलियर इत्यादि ये ग्रस्त रोगियों को वित्तीय सहायता के रूप में 2000 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। योजना के तहत किसी भी आयुवर्ग का इन रोगों से ग्रस्त रोगी आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत बीपीएल परिवार से सम्बन्धित रोगियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। रोगी को अपना चिकित्सा सम्बन्धी रिकाॅर्ड, स्थाई निवासी प्रमाण पत्र, फोटोयुक्त पहचान पत्र, बीपीएल प्र्रमाण पत्र अथवा पारिवारिक आय प्रमाण पत्र तथा बैंक शाखा का नाम, अपनी खाता संख्या, आईएफएससी कोड से सम्बन्धित दस्तावेज प्रदान करने होंगे। चलने-फिरने में असमर्थ रोगी के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी जीवित होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। सहारा योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र रोगी को अपना आवेदन सभी दस्तावेजों सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में जमा करवाना होगा। आशा कार्यकर्ता व बहुदेशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी रोगी के सभी दस्तावेज खण्ड चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं। खण्ड चिकित्सा अधिकारी इन दस्तावेजों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय को प्रेषित करेंगे। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेेदन पत्र जिला स्तर के अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा हेल्थ वेलनेस केन्द्रों में 03 अगस्त, 2019 से उपलब्ध होंगे। जिला चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. आर.के. दरोच ने सहारा योजना के विषय में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना से जिला के सभी लोगों को अवगत करवाने के लिए विभाग ने आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर जागरूक बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सहारा योजना के तहत पात्र रोगियों को 2000 रुपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता आरटीजीएस के माध्यम से ही उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि सहारा योजना के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करें ताकि आवश्यकता के समय विभिन्न गम्भीर रोगों से पीड़ित रोगियों के परिजनोें को जानकारी देकर लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन के कार्यालय के कक्ष संख्या 132 में योजना के सम्बन्ध में सम्पर्क किया जा सकता है। डाॅ. आर.के. दरोच ने कहा कि सहारा योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने एवं उनकी देखभाल की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी।
राज्यसभा में बुधवार को मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक, 2019 पारित हो गया। यह न केवल एक मोटर वाहन अधिनियम है, बल्कि एक सड़क सुरक्षा बिल भी है। इस बिल का मकसद सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है, इसके लिए नियमों को और कड़ा किया गया है। वहीं जुर्माने में भी वृद्धि की गई है। जानिए क्या है मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक, 2019 में यातायात नियमों और विनियमों के उल्लंघन के लिए न्यूनतम जुर्माना 100 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया है। कई अपराधों के लिए अधिकतम जुर्माना 10,000 रुपए तय किया गया है। बिना लाइसेंस के वाहन चलाने के मामले में जुर्माना 500 रुपए से बढ़ाकर 5,000 रुपए कर दिया गया है। सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 1,000 रुपए का जुर्माना लगेगा। यह अब तक केवल 100 रुपए था। शराब पीकर वाहन चलाने के मामलों में जुर्माना 2,000 रुपए से 10,000 रुपए तक का है। खतरनाक ड्राइविंग के लिए जुर्माना 5,000 रुपए है। इमरजेंसी वाहनों को पास नहीं देने पर 10 हजार रुपए जुर्माना के रूप में लगेगा। पिछले कानून के तहत ऐसा कोई प्रावधान नहीं था। ओवर-स्पीडिंग के मामलों में चालक को हल्के मोटर वाहनों जैसे कारों के लिए 1,000 रुपए और भारी वाहनों के लिए 2,000 रुपए का जुर्माना देना होगा। रेसिंग में लिप्त पाए जाने पर चालक को 5,000 रुपए का जुर्माना देना होगा। यदि आपके वाहन का बीमा कवरेज समाप्त हो गया है और आप अभी भी इसे चला रहे हैं, तो आपको 2,000 रुपए का जुर्माना देना होगा। जुर्माने में हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। मौजूदा कानून के तहत हिट-एंड-रन मामलों में क्षतिपूर्ति 25,000 रुपए है। इसे बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दिया गया है। चोटों के मामलों में, मुआवजा 12,500 रुपए से बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दिया गया है। सभी सड़क उपयोगकर्ताओं को अनिवार्य बीमा कवरेज और सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मुआवजा प्रदान करने के लिए केंद्रीय स्तर पर एक मोटर वाहन दुर्घटना निधि बनाई जाएगी।
हिमाचल में स्क्रब टायफस बीमारी से निपटने की तैयारी व नियंत्रण को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आरडी धीमान की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। आरडी धीमान ने कहा कि स्क्रब टायफस बीमारी की जांच व इलाज की सुविधा सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है और सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इसके इलाज के लिए दवाइयों भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में जनवरी, 2019 से अब तक स्क्रब टायफस के 220 मामले दर्ज किए गए हैं। बिलासपुर में सर्वाधिक मामले दर्ज हुई हैं। आरडी धीमान ने कहा कि पिछले चार सालों में स्क्रब टायफस के मामलों में वृद्धि हुई हैं। स्क्रब टायफस फैलाने वाला पिस्सू शरीर के खूले भागों को ही काटता है। इसके लिए उन्होंने लोगों को सलाह दी घरों के आसपास खरपतवार आदि न उगने दें व शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि 104 से 105 डिग्री का तेज बुखार, सिर व जोड़ों में दर्द व कंपकंपी, शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना आदि स्क्रब टायफस के लक्षण हैं। यदि ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नज़दीकी अस्प्ताल में संपर्क करें।
हिमाचल प्रदेश की हरियाली बढ़ाने के लिए यूं तो वन विभाग हर साल हर संभव प्रयास करता है। पर अब नई योजना से यह जन अभियान बन सकेगा। अब नवजात कन्या के नाम पर बूटा लगाकर हिमाचल प्रदेश में हरियाली बढ़ाई जाएगी । हिमाचल इस तरह की अनूठी पहल करने जा रहा है। प्रदेश में जहां भी बेटी पैदा होगी, उस परिवार को वन विभाग पौधा भेंट करेगा। इसे संबंधित क्षेत्र में रोपा जाएगा। कन्या कहां पैदा हुई, इसका पता लगाने की जिम्मेदारी वन रक्षक की रहेगी। वह पंचायतों से लेकर तमाम विभागों से संपर्क में रहेगा। किस प्रकार की भूमि में कौन से पौधे रोपे जाएंगे, यह जल्द ही तय होगा। इस सिलसिले में सरकार ने प्रारंभिक खाका खींच लिया है। इस योजना का नाम ‘एक बूटा बेटी के नाम’ होगा। इसे मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा। रोपे पौधे की देखभाल बेटी के मां-बाप करेंगे। बजट सत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नई योजना शुरू करने का ऐलान किया था। इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। जैसे ही सरकार स्वीकृति देगी, यह धरातल पर उतरेगी।
बिजली खपत पर रहेगी निगरानी अब आप जल्द ही मोबाइल फ़ोन के ज़रिये अपने घर और कार्यालय में हो रही बिजली की खपत में नज़र रख सकेंगे। इसके लिए हिमाचल सरकार सभी पुराने मीटरों को बदल कर स्मार्टबिजली मीटर लगाने जा रही है। राज्य बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक जे पी कालटा ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने का काम जल्द शुरू होगा। एक मोबाइल एप्लीकशन करनी होगी डाउनलोड स्मार्ट बिजली मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को एक मोबाइल ऐप्प अपने फ़ोन पर डाउनलोड करनी होगी। इसकी मदद से उपभोक्ता किसी भी समय यह जान सकेंगे कि उन्होंने कितनी बिजली इस्तेमाल की। इस मीटर को उपभोक्ता प्री-पेड मीटर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकेंगे। प्री-पेड मीटर मोबाइल फ़ोन की तरह ही इस्तेमाल होंगे। इसके अलावाउपभोक्ताओं को बिल जमा करवाने का विकल्प भी मिलेगा। अब रीडिंग लेने के लिए उपभोक्ताओं के घर नहीं जायेंगे बिजली बोर्ड कर्मचारी स्मार्ट बिजली मीटर लगने के बाद बिजली बोर्ड कर्मचारियों को उपभोक्ता के घर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस मीटर से ऑनलाइन रीडिंग ले ली जाएगी। लो वोल्टेज, बिजली बंद होने और बिजली चोरी होने की भी कण्ट्रोल रूम में जानकारी पहुंचेगी। बिल जमा न करने पर कंट्रोल रूम से ही कनेक्शन काट लिया जाएगा। मीटर लगाने के लिए उपभोक्ताओं को भी चुकाना होगा शुल्क एक स्मार्ट बिजली मीटर 2800 से 3000 रूपए में पडेगा। इसके लिए केंद्र करीब 1200 रूपए प्रति मीटर सब्सिडी देगा। शेष खर्च राज्य बिजली बोर्ड और उपभोक्ताओं को उठाना पडेगा। पुराने बिजली मीटरों की राशि उपभोक्ताओं के शेयर में एडजेस्ट करने की भी योजना है। 2022 तक लगेंगें प्रदेश में 24 लाख स्मार्ट बिजली मीटर पहले चरण में शिमला और धर्मशाला दोनों शहरों में इस साल 1.35 लाख मीटर बदले जायेंगें। इसके बाद पुरे प्रदेश में साल 2021-22 तक 24 लाख स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद में रोड शो किया। ये रोड शो राज्य में निवेश आमंत्रित करने हेतु था। प्रदेश सरकार ने गुजरात के कई बड़े औद्योगिक घरानों के साथ 880 करोड़ रुपये के एमओयू हस्ताक्षरित किए हैं। ये कंपनियां करेगी हिमाचल में निवेश:- सेंटौर एनर्जी 360 करोड़ रुपये अल्ट्राकैब इंडिया 110 करोड़ गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट लिमिटेड 100 करोड़, ईएसएसएसीटी प्रोजेक्ट (क्रिएटिव च्वाइस ग्रुप) 100 करोड़, इसेक्ट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट 100 करोड़ जेजे पीवी सोलर प्राइवेट लिमिटेड 40 करोड़ मैसर्ज चंद्रेश केबल्स 40 करोड़ ईशान नेटसोल प्राइवेट लिमिटेड 20 करोड़ रुपये ब्लू रे एविएशन 10 करोड़ कचरे से ऊर्जा परिवर्तित करेगी एबिलॉन क्लीन गुजरात स्थित एबिलॉन क्लीन एनर्जी के प्रबंध निदेशक आदित्य हांडा ने हिमाचल प्रदेश में पीपीपी मोड पर कचरे को ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए इकाई स्थापित करने की इच्छा जताई। अंबुजा एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनीष गुप्ता ने खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने, ईएसएसएसीटी के सह-संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमंत काचरू ने थैरेपी तैयार कर वैलनेस केंद्र खोलने में रुचि दिखाई। चंद्रेश केबल्स लिमिटेड के प्रतिनिधि अभिवंदन सी लोधा और आरके जैन ने केबल निर्माण इकाई स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की।
मोदी सरकार भाग दो का पहला बजट शुक्रवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश कर दिया है। बजट में पेट्रोल-डीजल पर एक रूपया सेस बढ़ाने की घोषणा की गई है जिससे आने वाले दिनों में महंगाई बढ़ सकती है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई पर आने वाला खर्च बढ़ जाएगा, जिसका प्रभाव लगभग हर सामान की कीमत पर होना तय माना जा रहा है।बजट में सोना पर शुल्क 10 फीसद से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया है। साथ ही ये भी घोषणा की गई है कि आने वाले दिनों में तंबाकू पर भी अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा। सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों के इस्तेमाल को भी प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया हैं। बजट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर जीएसटी रेट 12 पर्सेंट से घटाकर 5 पर्सेंट कर दिया गया। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने हेतु लिए गए लोन पर चुकाए जाने वाले ब्याज पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त इनकम टैक्स छूट भी देने का एलान किया है। मुख्य बिंदु... ''हर घर जल, हर घर नल'' के तहत 2024 तक हर घर में नल से होगी जल की आपूर्ति। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में 1,25,000 किलोमीटर लंबी सड़क को अगले पांच सालों में अपग्रेड किया जाएगा। मार्च 2020 तक 45 लाख रुपये तक की घर खरीद पर ब्याज के पुनर्भुगतान पर 1.5 लाख की अतिरिक्त छूट मिलेगी। 114 दिनों में जरूरतमंदों को घर बनाकर देने का लक्ष्य। 1.95 करोड़ घर बनाने का लक्ष्य। सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक की नकदी निकासी पर अब दो फीसदी टीडीएस। सोने के आयात शुल्क पर 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी की है। सालाना 2-5 करोड़ रुपये की कमाई वाले व्यक्तियों के सरचार्ज में 3 फीसदी व 5 करोड़ रुपये से अधिक की आय पर सरचार्ज में सात फीसदी का इजाफा। 400 करोड़ रुपये तक के रेवेन्यू वाले कंपनियों को अब 30 फीसदी के मुकाबले 25 फीसदी कॉरपोरेट टैक्स देना होगा। ये हुआ सस्ता - साबुन, शैंपू, हेयर ऑयल, टूथपेस्ट, डिटरजेंट वाशिंग पाउडर, बिजली का घरेलू सामानों पंखे, लैम्प, ब्रीफकेस, यात्री बैग, सेनिटरी वेयर, बोतल, कंटेनर, रसोई में इस्तेमाल होने वाले बर्तनों के अलावा गद्दा, बिस्तर, चश्मों के फ्रेम, बांस का फर्नीचर, पास्ता, मियोनीज, धूपबत्ती, नमकीन, सूखा नारियल, सैनिटरी नैपकिन, ऊन खरीदना सस्ता हुआ।