उपायुक्त लाहौल- स्पिति नीरज कुमार ने मंगलवार को बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित उदयपुर क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात भी की और उनकी समस्याओं को सुना। उपायुक्त चोखंग, नैनगार, छोगजिंग भी गए और उन्होंने ना केवल नुकसान का जायजा लिया बल्कि भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान के बाद की बनी परिस्थितियों से भी रूबरू हुए। उपायुक्त ने कहा कि चांगुट और करपट में रेस्क्यू शेल्टर का निर्माण किया जाएगा ताकि इस तरह की प्राकृतिक आपदा के समय लोगों को सुरक्षित शरण्य स्थल उपलब्ध हो सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि इस दिशा में जल्द कदम उठाए जाएं। उपायुक्त ग्राम पंचायत तिंगरिट के तहत चांगुट और चिमरिट ग्राम पंचायत के करपट भी गए। उपायुक्त ने प्रभावित परिवारों को भरोसा देते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनकी हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है। लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, कृषि विभाग और बागवानी विभाग के अलावा बिजली बोर्ड को भी सभी आवश्यक दिशा- निर्देश इस संबंध में दिए जा चुके हैं। उपायुक्त ने मड़ग्रां, जाहलमा और शांशा में सड़क बहाली के कार्य की प्रगति का भी जायजा लिया। इस मौके पर उनके साथ एसडीएम उदयपुर राजकुमार ठाकुर के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
वनों का आदिवासी समाजों के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। पर्यावरण में हो रहे बदलावों के चलते वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर पौधरोपण करने की आवश्यकता है। यह बात आज विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य पर लाहौल में वैज्ञानिक आधार पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा शाशूर में आयोजित पौधरोपण अभियान के अवसर पर उपायुक्त नीरज कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि लाहौल में जिस प्रकार से जलवायु में बदलाव हो रहे हैं उसके चलते यहां पर वैज्ञानिक विधि के अनुसार पौधरोपण की महती आवश्यकता है। नदी और नालों के साथ पड़ने वाले कैचमेंट एरिया में पौधे लगाने का कार्य किया जाएगा ताकि नालों में जलप्लावन की स्थिति से होने वाले नुकसान को रोका जा सके। वृक्षारोपण से काफ़ी हद तक तेज़ पानी का वेग नियंत्रण में रहता है। हाल ही में लाहौल में अतिवर्षा के कारण आई प्राकृतिक आपदा की स्थिति में नदी नालों के साथ वृक्ष लगाकर काफ़ी हद तक नुकसान होने से रोका जा सकता है। साथ ही साथ पिघलते ग्लेशियरों की तेज़ गति को कम किया जा सकता है क्योंकि प्रचुर मात्रा में हिमपात होने से ग्लेशियरों में साल भर बर्फ़ रहती है जो कि सन्तुलित मात्रा में हमें जल की आपूर्ति करती रहती है। उपायुक्त ने शाशूर गोम्पा के पास देवदार का पौधा रोपकर इस अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को पूरे विश्व में आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष इसे 'लीविंग नो वन बिहाइंड' सूत्रवाक्य के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आईसीएमआर की वैज्ञानिक डॉ तनुजा मिश्रा, मैडिकल ऑफ़िसर डॉ राहुल, वन विभाग के अजय कुमार सहित आईसीएमआर के स्टाफ़ सदस्य उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश सरकार की लोक कल्याणकारी नीतियों के बारे सहायक लोक संपर्क कार्यालय काजा की ओर से सोमवार को काजा, रंगरिक, खुरिक गांव में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। इसके साथ ही प्रचार प्रसार सामग्री भी लोगों में वितरित की गई। सहायक लोक संपर्क अधिकारी अजय बन्याल ने बताया कि लोगों को प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे जागरूक किया गया। प्रदेश सरकार ने अनेकों योजनाएं लोगों के हितों के लिए चलाई है। इस योजनाओं से लोगों को काफी लाभ हो रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश में वृद्धा पेंशन योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, हिम केयर योजना, जनमंच कार्यक्रम, प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना, सहारा योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, जल से कृषि को बल, मोक्ष धाम योजना, सौर सिंचाई योजना आदि योजनाओं के बारे में बताया गया। स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार की योजनाओं की जमकर सहराना की।
ज़िला लाहौल स्पीति में सड़क हादसों का एक बड़ा कारण तेज रफ्तार व तेज गति से वाहन चलाना है। जिला में मनाली-लेह हाईवे पर तेज रफ्तार और तेज गति से वाहन चलाने के कारण वाहन विशेषकर ट्रकों के दुर्घटनाग्रस्त होने की कई घटनाएं देखी गई हैं। रैश ड्राइविंग और ओवर स्पीडिंग पर नजर रखने के लिए तादीं के पास लाहौल स्पीति पुलिस ने डॉपलर रडार के साथ नाका लगा दिया है। नाके के दौरान वाहनों की गति पर पुलिस आधुनिक उपकरणों से नजर बनाए हुए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लाहौल में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
विश्व प्रसिद्ध अटल टनल रोहतांग के बाद अब एक और कीर्तिमान सीमा सड़क संगठन रचेगा। दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग 15 हजार फुट की ऊंचाई में अब श्रृंकुला दर्रे में बनेगी। जो सवा चार किलोमीटर लंबी होगी तथा इसके बन जाने से मनाली से लेह की दूरी 104 किलोमीटर घटेगी, वहीं दर्रे का सफर डेढ घण्टे कम होगा। यह जानकारी बीआरओ के अटल टनल रोहतांग के मुख्य अभियंता इंजीनियर वीके सिंह ने दी है। उन्होंने कहा है कि यह सुरंग तीन वर्षों में बन कर तैयार होगी। उन्होंने बताया कि अटल टनल का मुख्यालय धुंधी में है। वह अब लाहुल के जिस्पा में बीआरओ के 70 आरसीसी के डेट के बगल में ही खुलेगा, जिसके लिए जगह चिन्हित हो गई है। कुछ ही दिनों में धुंधी की भांति अस्थाई शेड बनने का कार्य शुरू होगा और अक्तूबर माह तक कार्यलय जिस्पा शिफ्ट हो जाएगा।उन्होंने आगे बताया कि बरालचला 14 किलोमीटर, तंगलंगला 8 किलोमीटर तथा लाचुंगला 12 किलोमीटर सुरंगों का डीपीआर भी प्रगति पर है जिसे बीआरओ के इसी परियोजना की देखरेख में बनाया जाएगा। मुख्य अभियंता ने कहा कि सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण इन सुरंगों के बन जाने से जहां राष्ट्र की सरहदों में सेना की सहूलियतें बहुत बढ़ेगी, वहीं लाहौल, जांस्कर तथा लेह-लदाख की सुंदरता का दीदार भी लोग करेंगे।
लाहौल-स्पीति के तोजिंग नाला में आई बाढ़ में बहे बीआरओ के जेई का शव नौ दिन बाद बरामद कर लिया गया है। पुलिस और सेना के खोजी कुत्तों की मदद से तोजिंग नाला में चिनाव नदी के किनारे जेई का शव मिला है। चाचा ने मृतक की पहचान की है। दो लोग अभी भी लापता हैं। लापता लोगों को खोजी कुत्तों की मदद से तलाश किया जा रहा है। दूसरी ओर ब्रह्मगंगा नाले में बाढ़ में बहे चार लोगों का अभी कोई पता नहीं चल सका है। उधर, ब्रह्मगंगा में लापता लोगों का पता लगाने के लिए गुरुवार को रेस्क्यू टीम और परिजन डटे रहे। पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने कहा कि लापता लोगों की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज विधानसभा सदन में जारी वक्तव्य में कहा कि राज्य में मॉनसून के दौरान लाहौल घाटी से हुई भारी वर्षा से जान व माल की भारी क्षति हुई है। उन्होंने सदन को बताया कि लाहौल घाटी में फंसे 372 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। जिसमें पर्यटक भी शामिल है। वहीं एक बीमार महिला सहित 19 लोगों को हैलीकाप्टर से निकाला गया है। अब घाटी में कोई भी नहीं है। उन्होंने कहा कि बीआरओ, लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग को तुरंत प्रभाव से राहत कार्यों के आदेश दे दिए है। इस समय घाटी में मुख्य मार्गों में केवल तांदी-संसारीनाला सड़क अवरूद्ध है। लाहौल घाटी के लिए तुरंत आपदा प्रबंधन राशि में से 10 करोड़ राहत राशि प्रदान की गई है। सड़कों के बंद होने के कारण किसानों की नगदी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए समस्या आ रही है। इसके दृष्टिगत पिकअप का प्रावधान किया गया है जिसका किराया मात्र 2500 से 3000 रुपये होगा। यह सुविधा घाटी में सड़क सुविधा सुचारू होने तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि किरलिंग व हवाई मोड नजदीक गांव कुकुमसेरी में भूस्खलन हुआ है। जाहलमा नाला, साक्स नाला, चांगुट व उरगोश नाला और दारचा-शिंकुला संड़क पर दो नालों में भारी बाढ़ आई है। जिससे सड़कों, पुलों, पेयजल व सिंचाई योजनाओं को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह तोजिंग नाला में भारी बाढ़ आने से सात लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अभी भी लापता है और दो घायलों को सुरक्षित बचा लिया गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि जिला में 8 सड़कों एवं पुलों को तथा 10 नये जल योजनाओं व 35 बहाव सिंचाई योजनाओं को भारी क्षति हुई है। लोगों की जमीन भी बह गई है तथा कृषि एवं बागवानी उत्पाद जिसमें मुख्यतः नकदी फसलें मटर, आइस बर्ग, फूल गोभी, बंद गोभी, जावटी फूल इत्यादि है को भारी नुकसान हुआ है। ऐसी स्थिति में जनजातीय विकास मंत्री वहीं पर पहले से ही स्थानीय प्रशासन व स्थानीय लोगों को राहत कार्यो का संचालन कर रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैने भी नुकसान का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गत सायं जिला मुख्यालय में लाहौल स्पीति के जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की। उन्होंने अधिकारियों को प्रदेश सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड, कृषि एवं बागवानी विभाग से बाढ़ से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। उन्होंने वर्ष भर पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवाने के लिए आधुनिक वैज्ञानिक अध्ययनों पर आधारित समग्र एवं सतत् योजना तैयार करने के जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि अटल टनल रोहतांग के माध्यम से भूमिगत बिजली आपूर्ति केबल बिछाने के संबंध में सीमा सड़क संगठन से लंबित स्वीकृति संबंधी मामले पर चर्चा केे लिए जल्द ही बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह अति आवश्यक है क्योंकि थिरोट पावर हाउस ही बिजली का एकमात्र स्रोत है। स्पीति उपमंडल में हुई क्षति के संबंध में रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बीआरओ कमांडेंट को उदयपुर क्षेत्र में मुख्य सड़क के जीर्णोद्धार के लिए समय सीमा सुनिश्चित करने को भी कहा। जनजातीय विकास मंत्री डाॅ.राम लाल मारकंडा ने मुख्यमंत्री को सम्पर्क सड़क की समस्या से नकदी फसलों को हुए नुकसान से अवगत कराया। इस अवसर पर उपायुक्त नीरज कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने प्रातः थिरोट तक बाढ़ से हुई क्षति का जायजा लेने के लिए थिरोट तक हवाई सर्वेक्षण किया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के नए हेलीकाॅप्टर को लाहौल घाटी में फंसे लोगों को राहत प्रदान करने के लिए तैनात किया है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ से पांच दिनों तक सड़क मार्ग बंद होने के कारण लाहौल घाटी में फंसे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए अधिकारियों को घाटी में हेलीकाॅप्टर तैनात करने के निर्देश दिए। इस प्रकार प्रदेश के नए हेलीकाॅप्टर की पहली सेवाएं परोपकारी कार्यों के लिए ली जा रही हैं। हेलीकाॅप्टर की दिन भर की उड़ानों से तांदी में फंसे सभी लोगों को कुल्लू पहुंचाया जाएगा। कुल्लू से यह लोग सार्वजनिक परिवहन द्वारा अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचाए जाएंगे।
लोकसभा उपचुनाव की निर्वाचन प्रक्रिया को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त नीरज कुमार ने विभिन्न समितियों और टीमों के गठन के आदेश जारी कर दिए हैं। जिनमें वीडियो सर्विलेंस टीम, वीडियो व्युइंग टीम, अकाउंटिंग टीम, एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम, फ्लाइंग स्क्वाड, स्टेटिक सर्विलांस टीम समेत अन्य टीमें और समितियां शामिल हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े मामलों के लिए भी एक स्थाई समिति का गठन जिला स्तर पर किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त इस समिति के अध्यक्ष होंगे। जबकि पुलिस अधीक्षक, एसडीएम उदयपुर व केलांग, लाहौल स्पीति जिला में राजनीतिक दलों के अध्यक्ष अथवा सचिव, चुनाव में हिस्सा लेने वाले सभी प्रत्याशी और जिला लोक संपर्क अधिकारी इसके सदस्य रहेंगे। मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति के अध्यक्ष भी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त रहेंगे। जबकि जिला लोक संपर्क अधिकारी, प्रधानाचार्य केंद्रीय विद्यालय केलांग और आकाशवाणी के केलांग स्थित संवाददाता सदस्य के तौर पर शामिल किए गए हैं। स्वीप ( सिस्टेमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन प्रोग्राम) से जुड़ी गतिविधियों के संचालन के लिए भी जिला स्तर पर कोर कमेटी गठित की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में सदस्य के तौर पर एसडीएम, जिला लोक संपर्क अधिकारी, शिक्षा उपनिदेशक, सहायक लोक संपर्क अधिकारी और नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा समन्वयक शामिल रहेंगे। स्पीति क्षेत्र के लिए भी अलग से कमेटी गठित की गई है। इसके अध्यक्ष अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी होंगे। एसडीएम, सहायक लोक संपर्क अधिकारी, शिक्षा उपनिदेशक और यूथ ऑर्गेनाइजर इसके सदस्य रहेंगे।
प्रदेश में बीते दिन हुई बारिश ने हिमाचल में भारी कोहराम मचाया है। भारी बारिश के कारण हिमाचल में पांच पुल टूटे व 400 सड़कें बंद है। वंही, लाहौल-स्पीति के तोजिंग नाले की बाढ़ ने मंडी के भमसोई गांव को कभी न भूलने वाले जख्म दिए हैं। बाढ़ की चपेट में आने से इस गांव के चार लोग काल का ग्रास बने हैं। हादसे की सूचना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। कई घरों में बुधवार को दिन भर चूल्हा नहीं जला। वीरवार को एक ही गांव से चार अर्थियां उठेंगी। नाले में बही जीप में मंडी जिले के भमसोई और न्योलीधार के सात लोग ठेकेदार के माध्यम से पांगी में रोप-वे का निर्माण कार्य करने जा रहे थे। जीप में भमसोई गांव के छह और पनारसा के न्योलीधार का एक व्यक्ति सवार था। मंगलवार दोपहर बाद सातों ने अपने अपने घरों से पांगी का रुख किया और बुधवार सुबह तोजिंग नाले के पास हादसा हो गया। मृतक निरत राम अपने पीछे पत्नी लता देवी और एक बेटा व तीन बेटियां छोड़ गया है। परिवार में निरत राम ही कमाने वाला था। शेर सिंह के परिवार में पत्नी बिमला देवी और दो बेटे, रूम सिंह के परिवार में पत्नी व एक बेटा और एक बेटी हैं और मेहर चंद अपने पीछे पत्नी और बेटी छोड़ गया है। भमसोई गांव के देसराज और तेजराम के अलावा होतम राम हादसे में बाल-बाल बचा है। बुधवार को जैसे ही सूचना मिली पूरे गांव में हड़कंप मच गया। प्रभावित परिवार फोन पर एक अपनों का हाल जानने में जुट गए। चारों मृतकों का अंतिम संस्कार पैतृक गांव भमसोई के श्मशानघाट में होगा।
रात को मनाली-लेह सड़क मार्ग पर होने वाला यातायात भी रहेगा बंद : मंगलवार दोपहर बाद हुई भारी बारिश के चलते लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने कहा कि बारिश की वजह से उदयपुर से लेकर पांगी और काजा से केलांग के बीच भी बरसाती नालों में उफान से सड़क जगह-जगह बाधित हुई हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल सड़क बहाली तक पर्यटकों के अलावा अन्य सभी लोग पूरी एहतियात बरतें और सफर ना करें। बीआरओ सड़क की बहाली में जुट गया है। उन्होंने कहा कि रात को मनाली-लेह सड़क मार्ग पर भी यातायात बंद रहेगा। उपायुक्त ने बताया कि लेह प्रशासन से भी इस सम्बंध में सूचना प्राप्त हुई है। लिहाजा पर्यटक और अन्य लोग सावधानी बरतें और सड़क बहाल होने के बाद ही आगे का सफर जारी करें।
केलांग : उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने रविवार को चंद्रताल झील का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने चंद्रताल झील का भ्रमण करने आए पर्यटकों को कोरोना वायरस के प्रति सचेत रहने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि पर्यटक मास्क का प्रयोग अवश्य करें। कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से दूर नहीं हुआ है। ऐसे में इसको लेकर कोई भी कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। अभी भी हमें विशेष तौर से सार्वजनिक जगहों पर कोविड सम्मत व्यवहार हमेशा सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी निर्देश दिए कि मास्क का उपयोग नहीं करने वालों के बाकायदा चालान भी किए जाएं। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण कहीं भी हो सकता है। यदि लोग बड़ी संख्या में बिना मास्क पहने घूमेंगे तो ऐसी परिस्थितियों में संक्रमण का खतरा पूरी तरह से बरकरार रहता है। उन्होंने कहा कि पर्यटक बेशक लाहौल- स्पीति की खूबसूरत वादियों का भ्रमण करके लुत्फ लें लेकिन कोरोना वायरस की एहतियात को भी अवश्य अपनाएं।
उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने कहा कि 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' व्यवस्था पूरी तरह से नागरिक केंद्रित है। इस व्यवस्था के लागू होने से लोगों को अब अपने विभिन्न तरह के कार्य करवाने या अनुमति लेने के लिए कार्यालयों में नहीं जाना पड़ता है। उपायुक्त आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस व्यवस्था के लिए नोडल विभाग के तौर पर कार्य कर रहे उद्योग विभाग के तत्वावधान में 'ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस के तहत हुए सुधारों' पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला के आयोजन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी सुगम हिमाचल- उन्नत हिमाचल के मूल मंत्र के साथ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस व्यवस्था को शुरू किया है। राज्य सरकार ने इस व्यवस्था के तहत विभिन्न विभागों में कई तरह की पहल शुरू की हैं। उद्योग विभाग में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में सेल्फ सर्टिफिकेशन की शुरुआत की जा चुकी है। इसके अलावा सात विभिन्न अधिनियमों में भी स्वतः पंजीकरण की व्यवस्था मौजूद है। उपायुक्त ने ये भी बताया कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की ऑल इंडिया रैंकिंग में हिमाचल प्रदेश वर्ष 2015 में 17वें स्थान पर था। लेकिन 2019 में हिमाचल प्रदेश की यह रैंकिंग अब 7वें स्थान पर आ चुकी है। इससे जाहिर होता है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की इस व्यवस्था से लोगों को लाभ मिल रहा है और विभाग भी इस दिशा में तत्परता के साथ कार्य कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश निवेशक मित्र राज्य के तौर पर भी उभर रहा है। इससे पूर्व उद्योग विभाग के उप निदेशक संजय शर्मा ने कार्यशाला में भाग लेने वाले विभिन्न विभागों के अधिकारियों और उद्यमियों को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के बारे में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस में केवल मात्र उद्योग विभाग के कार्यकलापों को ही शामिल नहीं किया गया है बल्कि विभागों की विभिन्न सेवाओं को भी इस दायरे में लाया गया है। इस मौके पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र नितिन शर्मा, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विनोद धीमान, जिला कृषि अधिकारी डॉ चौधरी राम, पुलिस उपअधीक्षक हेमंत ठाकुर समेत अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
लाहौल- स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर की भूमिका लाहौल-स्पीति के संदर्भ में भी अहम साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा विकसित 100 से ज्यादा विभिन्न तकनीकों और सेवाओं की उपलब्धता और हस्तांतरण से ये साबित होता है कि संस्थान अपने कार्यकलापों को लेकर तत्पर और गंभीर प्रयास कर रहा है। जिसके कई परिणाम भी सामने हैं। उपायुक्त ने कहा कि लाहौल- स्पीति में उच्च गुणवत्ता के हींग के उत्पादन को लेकर जो पहल हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा की जा रही है उसके आने वाले समय में बहुत ही सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे। हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिक डॉ अमित चावला ने उपायुक्त को बताया कि संस्थान द्वारा एथ्निक फूड के तौर पर कांगड़ी धाम के अलावा हर्बल साबुन, हाई एनर्जी चॉकलेट बार और शिटाके मशरूम के उत्पादन की तकनीक भी विकसित की गई है। टिन पैकेजिंग में कांगड़ी धाम, हर्बल साबुन और चॉकलेट बार के उत्पाद उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान ने जो तकनीक विकसित की है उसके माध्यम से 3 महीने के भीतर शिटाके मशरूम तैयार किया जा सकेगा। इस मौके पर उनके साथ हिमालय जलसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी अमरजीत भी मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल- स्पीति स्थित चंद्रताल झील में डूबे युवक के मृत शरीर को खोजी दल द्वारा बरामद कर लिया गया है। लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि खोजी दल द्वारा मृत शरीर को निकाल लिया गया है और उसे पोस्टमार्टम के लिए काजा भेजा जा रहा है। उपायुक्त ने चंद्रताल झील की ओर जाने वाले पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे झील के समीप पहुंचने के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी एहतियात अवश्य बरतें। उपायुक्त ने यह भी कहा कि चूंकि बरसात का मौसम जारी है, ऐसे में तेज बारिश होने की सूरत में पर्यटक सावधानी बरतते हुए अनावश्यक ऐसी जगहों का रुख ना करें जहां उनकी सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में मार्च 2021 में मंडी, कुल्लू और लाहौल- स्पीति जिलों के नवयुवकों के लिए आयोजित की गई खुली भर्ती में सफल उम्मीदवारों की लिखित परीक्षा 25 जुलाई को बल्लभ राजकीय कॉलेज मंडी में हो रही है। सेना भर्ती निदेशक मंडी, कर्नल एम राजा राजन ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा के लिए अपने एडमिट कार्ड अभी तक प्राप्त नहीं किए हैं वे मंडी स्थित कार्यालय से इन्हें जल्द प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि बिना एडमिट कार्ड के उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि लिखित परीक्षा में भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों को बल्लभ राजकीय कॉलेज मंडी में 25 जुलाई को सुबह 5 बजे अपने एडमिट कार्ड और दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ पहुंचना होगा।
तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा 23 जुलाई को परियोजना सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक उपायुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित होगी। डॉ राम लाल मारकंडा इसके अलावा विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बैठक भी करेंगे। वे 24 और 25 जुलाई को उदयपुर में जन समस्याओं को भी सुनेंगे। 24 जुलाई को वे उदयपुर से वापिस रवाना होंगे।
केलांग : जैव विविधता के संरक्षण, आजीविका में विविधता लाने, वन्यजीव अपराध को रोकने और वनों के प्रति ज्ञान को विस्तार देने पर आधारित लक्ष्यों को लेकर तैयार सिक्योर हिमालय परियोजना के जरिए जनजातीय लाहौल वन मंडल में ग्रामीणों की वनों पर निर्भरता को कम करके वनों के संरक्षण के साथ लोगों की आर्थिकी को सुदृढ़ किए जाने की कवायद शुरू की जा चुकी है। सिक्योर हिमालय परियोजना के इस चरण में लाहौल घाटी के मयाड़, तिन्दी और उदयपुर क्षेत्रों को चयनित किया गया है। उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने बताया कि प्रदेश के वन विभाग द्वारा इस परियोजना का कार्यान्वयन हाई रेंज हिमालयन इको सिस्टम के संपोषणीय उपयोग एवं पुनः स्थापन के अलावा स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका को सुरक्षित रखते हुए वन संरक्षण को सुनिश्चित करने के मकसद से किया जा रहा है। इस परियोजना को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और यूएनडीपी की ग्लोबल एनवायरमेंट फैसिलिटी (जीईएफ) के सहयोग से पूरा किया जाएगा। इससे जहां एक ओर चयनित क्षेत्रों के इकोसिस्टम को संरक्षित किया जा सकेगा, वहीं स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। इस परियोजना की कार्य योजना 16 विभिन्न स्टडीज पर आधारित है। जिनमें वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट द्वारा किया गया अध्ययन भी शामिल है। टिन्गरिट क्षेत्र में सीबकथोर्न उत्पादों में वैल्यू एडिशन के लिए स्थापित होने वाले संयंत्र को भी इस परियोजना में शामिल किया गया है। स्थानीय लाभार्थियों का समूह गठित करके ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत पंजीकरण करवा कर इस समूह का उद्योग विभाग द्वारा संचालित केंद्र सरकार की 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' योजना के तहत भी इसका कन्वर्जंस किया जाएगा ताकि इस उद्यम के लिए समुचित वित्तीय सहायता और तकनीकी ज्ञान उपलब्ध किया जा सके। उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीणों की वनों पर विशेष तौर से इंधन की लकड़ी पर निर्भरता कम करने के लिए परियोजना के तहत खंजर क्षेत्र में 6 सोलर वाटर हीटर भी स्थापित किए जा चुके हैं ताकि ग्रामीणों को पानी गर्म करने के लिए लकड़ी की आवश्यकता ना रहे। इस कार्य को इनोवेटिव वाटर सोल्युशन के तहत किया जा रहा है। सामुदायिक जागरूकता और सहभागिता के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी इस परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पारंपरिक हथकरघा उत्पादों को लेकर स्थानीय महिलाओं के लिए इस वर्ष भी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी कांगड़ा के तकनीकी सहयोग से महिलाओं के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा ताकि नई तकनीक और सोच के समावेश से इन उत्पादों को मार्केट की मांग के अनुसार तैयार किया जा सके। इसके अलावा वन विभाग के कर्मियों के लिए भी फॉरेस्ट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट सुंदर नगर में वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल के अलावा सस्टेनेबल फॉरेस्ट मैनेजमेंट पर प्रशिक्षण दिया जा चुका है। हिम तेंदुए का संरक्षण परियोजना का अहम हिस्सा है और इसके तहत स्नो लेपर्ड मॉनिटरिंग टूल पर आधारित प्रशिक्षण भी दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि थिरोट के समीप जैव विविधता हेरिटेज साइट विकसित की जाएगी जिसे राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा चयनित किया गया है। इसके अलावा लाहौल के कुछ पारंपरिक उत्पादों को भौगोलिक संकेतक यानि जीआई टैग प्रदान करने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि यह परियोजना हाई रेंज हिमालयन इको सिस्टम की चरागाहों और वनों के संपोषणीय प्रबंधन को बढ़ावा देने में कारगर साबित होगी। वन मंडल अधिकारी लाहौल दिनेश शर्मा बताते हैं कि इस परियोजना के तहत विभिन्न विभागों के सहयोग से भी प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा ताकि परियोजना के समग्र लक्ष्यों को हासिल करने के लिए स्थानीय लोगों का सतत और प्रभावी सहयोग सुनिश्चित हो सके।
हिमाचल प्रदेश में अब तक कुल 25,43,840 लोगों का कोविड-19 परीक्षण किया जा चुका है, जिनमें से 2,03,245 लोग कोविड पाॅजिटिव पाए गए ये जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को दी उन्होंने कहा कि राज्य में इस महामारी से अब तक कुल 1,98,441 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और प्रदेश में पाॅजिटिव मामलों की संख्या अब 1307 रह गई है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कारण राज्य में कुल 3470 मृत्यु दर्ज की गई हैं । इनमें 11 लोगों में ब्लैक फंगस पाए जाने के कारण मृत्यु हुई है। जिनमें से 5 लोगों की जिला कांगड़ा में, 3 लोगों की हमीरपुर में, 2 लोगों की जिला शिमला में और एक व्यक्ति की मृत्यु जिला सोलन में दर्ज की गई है। प्रवक्ता ने कहा कि जिला कागड़ा इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिला में कुल 46012 कोविड के मामले पाए गए हैं, जिनमें से 44807 स्वस्थ हो गए हैं जबकि 1033 लोगों की इस महामारी से मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि जिला मंडी दूसरा सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां पर कोविड-19 के 27332 पाॅजिटिव मामले पाए गए हैं और 393 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई हैं। जिला शिमला में कोविड महामारी से 599 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिले जिनमें 20 हजार से अधिक कोविड के मामले पाए गए हैं, उनमें जिला शिमला में 25343 और जिला सोलन में 22290 जबकि जिला बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, सिरमौर और ऊना में कोविड-19 में 10 हजार से अधिक पाॅजिटिव मामले पाए गए हैं। इसके अतिरिक्ति, जिला किन्नौर व लाहौल स्पीति में अन्य जिलों की अपेक्षा बहुत कम मामले दर्ज किए गए है। राज्य में वर्तमान में कोविड के कुल 1307 पाॅजिटिव मामलों में जिला कागड़ा में 168, जिला शिमला में 203, मंडी में 137 और जिला चंबा में 255 सक्रिय मामले है। जबकि अन्य जिलों में 120 से भी कम मामले सक्रिय हैं। कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रभाव कम हुआ है लेकिन विश्व में यह महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।
देश में लगातार बढ़ती महंगाई, पेट्रोल डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी के चलते महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव नीतू वर्मा ने एक अनूठा काम किया है। उन्होंने विश्व में सबसे ऊंचाई पर बने डाकघर हिक्किम से प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है। पत्र में महंगाई से आम लोगों की परेशानियों का हवाला देते हुए रोक लगाने की मांग की गई। बता दें कि महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव नीतू वर्मा इन दिनों जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के दौरे पर हैं। गुरूवार को वह हिक्किम पहुंची। उन्होंने हिक्किम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लोग आर्थिक परेशानी से झूझ रहे है। ऐसे में लोगों पर महंगाई कि मार पड़ रही है जोकि सरे आम जनता के साथ नाइंसाफी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से महंगाई कम कर अच्छे दिन लाने का वायदा किया था। लेकिन, भाजपा की सरकार बनते ही सारे वायदे ठंडे बस्ते में हैं। उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस ने विश्व में सबसे ऊंचाई पर बने हिक्किम डाकघर के माध्यम से पत्र के जरिये प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार तक देश के लोगों खासकर महिलाओं की आवाज पहुंचाने का प्रयास किया है।
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति होकर स्पीति के समदो स्थित चीन सीमा को जोडऩे वाले ग्रांफू-काजा हाईवे 505 फिर भूस्खलन से बंद हो गया है। पहाड़ी से चट्टाने गिरने से हाईवे पर कुछ वाहन भी फंसे होने की सूचना भी मिली है। बीआरओ अपनी मशीनरी के साथ हाईवे को बहाल करने में जुटा है। सुरक्षा की दृष्टि से यातायात के लिए यह मार्ग अति संवेदनशील है। खासकर कोकसर से कुछ दूर से यह मार्ग चंद्रनदी होकर निकलता है। वहीं इस क्षेत्र में पहाड़ी दरकने के साथ डोहनीनाला समेत कई ऐसे स्थान है जहां भूस्खलन का खतरा बना रहता है। मौसम साफ रहने पर भी इस हाईवे पर सफर करना आसान नहीं है। वहीं रोहतांग दर्रा के साथ बारालाचा, कुंजुम दर्रा सहित लाहौल की ऊंची पहाडिय़ोंं में ताजा बर्फबारी हुई है। मनाली-लेह मार्ग भी अभी यातायात के लिए नहीं खुला है। मनाली से लेह जाने वाले वाहन अभी दारचा के आसपास फंसे है। गुरुवार रात को जिला कुल्लू में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। वंही ब्यास के साथ नदी नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है।
हिमाचल प्रदेश के बीते चौबीस घंटें हुई बारिश से जहां गर्मी से राहत मिली है। वहीं, परेशानी भी सामने आई है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बुधवार से ही बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हुआ। बुधवार शाम के समय काजा मार्ग पर भी पहाड़ी से पत्थर गिरने के चलते सड़क पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई थी। काजा सड़क पर 3 बाइक और 11 एलएमवी भूस्खलन के कारण ग्राम्फू जंक्शन से 8 किमी आगे फंसे हुए थे। यह वाहन लोसर से आ रहे थे। जिसमें 5 बच्चों समेत करीब 30 यात्री सवार थे। इसके बाद बीआरओ की मशीनरी मौके पर भेजी गई। बता दें कि कुल तीन जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं घटी है। दरसल लाहौल-स्पीति के ग्रांफू-काजा हाईवे 505 स्थित डोरनी नाला में हुए भूस्खलन से फंसे करीब 35 लोगों को बीआरओ, पुलिस तथा स्थानीय लोगों ने रात साढ़े 12 बजे रेस्क्यू किया है। इसमें कुछ यात्री मनाली गए और कुछ को कोकसर में लोनिवि के रेस्ट हाउस और आसपास के होटलों में ठहराया गया। करीब साढ़े छह घंटे तक यह लोग ठंड में गाडिय़ों में फंसे रहे। वहीं करीब 14 वाहनों के साथ चार लोग अभी भी डोरनी नाला में फंसे हैं, जिन्होंने आने से मना कर दिया है। इसके अलावा यात्रियों को जल्द से जल्द बचाने के लिए बीआरओ के टिप्पर, पांच जिप्सी और एक बोलेरो कैंपर सहित पुलिस कर्मियों और स्वयंसेवकों का एक दल भी घटनास्थल पर पहुंचा। बीआरओ हाईवे को बहाल करने में जुटा है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय क्षेत्रों के कल्याण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है और जनजातीय उप योजना के तहत बजट में काफी वृद्धि की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी विकास की गति निर्बाध रूप से चलती रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 31 मई, 2021 से दुकानों और अन्य व्यावसायिक संस्थानों को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुले रहने की अनुमति देकर प्रदेश में कुछ राहत देने का निर्णय लिया है। सरकारी कार्यालय भी 30 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कार्य करेंगे। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि कोविड के मामलों की संख्या 40,000 से घटकर 18000 हो गई है, लेकिन कोविड से होने वाली मृत्यु की संख्या में वृद्धि अभी भी चिंता का विषय है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य संस्थानों की क्षमता बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की है। राज्य में बिस्तरों की क्षमता 1200 से बढ़ाकर लगभग 5000 बिस्तर कर दी गई है। इसी प्रकार, राज्य सरकार ने आॅक्सीजन की भंडारण क्षमता को बढ़ाकर 25 मीट्रिक टन तक किया है। राज्य सरकार की मांग पर केंद्र सरकार ने प्रदेश का आॅक्सीजन कोटा 15 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 40 मीट्रिक टन कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की उदार सहायता से आज राज्य में लगभग 6300 डी-टाइप और 2250 बी-टाइप आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य संस्थानों में 1700 से अधिक आॅक्सीजन कन्संट्रेटर उपलब्ध करवाए गए हैं। सभी मेडिकल काॅलेजों में पीएसए आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं। राज्य में सात पीएसए संयंत्र कार्यशील कर दिए गए हैं, जबकि दो अतिरिक्त पीएसए संयंत्र शीघ्र ही कार्यशील बनाए जाएंगे। लगभग एक वर्ष पूर्व, राज्य में केवल 50 कार्यशील वेंटिलेटर थे, जिनकी संख्या बढ़ाकर लगभग 700 की गई है। जनजातीय विकास मंत्री डाॅ. राम लाल मारकंडा, राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, जिला परिषद के अध्यक्ष निहाल चारस, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक आर.एस. राणा, भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस के कमांडेंट देवेंद्र कुमार तथा अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में इंटरनेट की सुविधा सुचारु न होने पर राज्य सरकार ने 18 से 44 आयु वर्ग वालों को टीकाकरण में बड़ी राहत दी है। अब टीकाकरण के लिए 80 फीसदी पंजीकरण ऑफलाइन माध्यम से होगा। इसके लिए फोन करके बुकिंग करनी होगी, उनमें लॉटरी के आधार पर नंबर आएगा। इसके अलावा 20 फीसदी लोगों का पंजीकरण ऑनलाइन ही होगा। टीकाकरण के लिए पहले लोगों को पंजीकरण करना होगा। इसके लिए प्रशासन ने लोगों को तीन विकल्प दिए हैं। लोग बुधवार सुबह 10 से दोपहर 3 बजे के बीच केलांग में आधार, पैन, पेंशन, वोटर, ड्राइविंग लाइसेंस लेकर पुलिस ग्राउंड पहुंचकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा फोन और एक विशेष लिंक से भी पंजीकरण हो सकता है। इस प्रक्रिया में 18 से 44 साल के अलावा 45 से अधिक आयु वाले भी पंजीकरण कर सकते हैं। हालांकि 45 साल से ऊपर वालों का अलग कोटे से टीकाकरण होगा।
हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल-स्पीति के सिस्सू में देश के सबसे ऊँचे क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की पहली बाधा पार कर ली गई है। स्टेडियम के लिए स्थानीय पंचायत और राजस्व विभाग ने 38 बीघा ज़मीन की निशानदेही के बाद फाइल वन विभाग को भेज दी है। वन विभाग अब हिमाचल प्रदेश सरकार से लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के इंतजार में है। स्टेडियम के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ ने सात साल पहले सिस्सू में स्टेडियम निर्माण की कवायद शुरू की। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल से महज आठ किमी दूर 11000 हजार फीट की ऊंचाई पर बनने वाला 10 हजार दर्शक क्षमता वाला क्रिकेट स्टेडियम देश में सबसे ऊंचा होगा। अभी सोलन के चायल में 7500 फीट की ऊंचाई पर देश का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसे 1891 में पटियाला के महाराजा भूपेंद्र सिंह ने बनवाया था। लाहौल-स्पीति क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर का दावा है कि स्टेडियम चंदे के पैसे से तैयार होगा। वहीं, जिला खेल अधिकारी एवं एसडीएम केलांग राजेश भंडारी ने बताया कि सिस्सू झील के समीप क्रिकेट स्टेडियम निर्माण के लिए 38 बीघा जमीन लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ के लिए दी गई है। यह स्टेडियम मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा की प्राथमिकता में है। मारकंडा ने कहा कि सरकार से स्टेडियम निर्माण के लिए जल्द लेटर ऑफ इंटेंट जारी करवाकर भूमि अधिग्रहण की फाइल को देहरादून भेजा जाएगा। बारिश और प्रचंड गर्मी के कारण अप्रैल से सितंबर तक देश में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों नहीं हो पाते। इस दौरान लाहौल घाटी में तापमान 20 से 25 डिग्री रहता है और बारिश न के बराबर होती है। लिहाजा, सिस्सू में यूरोपियन देशों की तर्ज पर यहां क्रिकेट खेला जा सकता है।
चम्बा व लाहौल स्पीति में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। लाहौल स्पीति में सुबह 3 बजकर 39 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 2.8 आंकी गई है। इसके अलावा चंबा जिले में भी एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोमवार को चंबा में 2 बजकर 1 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 2.4 थी। गनीमत ये रही कि भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की कोई ख़बर सामने नहीं आई है।
लाहौल-स्पीति के केलांग, योचे, दरचा, जिस्पा और चिका रारीक में जिला प्रशासन तथा महिला मण्डल द्वारा स्वत्छता अभियान चलाया गया। अभियान में शामिल जिला प्रशासन तथा महिला मंडल ने स्थानीय लोगों को गीले व सुखे कचरे के निपटान के बारे में जागरूक किया। बता दें कि 75 दिन तक चले स्नो फेस्टिवल के बाद लाहौल को स्वच्छ रखनें में लाहौल-स्पीति प्रशासन का यह एक छोटा सा कदम है। जिलाधिश पंकज राय ने कहा कि 15 अप्रैल को यह स्वत्छता अभियान सम्पूर्ण लाहौल-स्पीति में चलाया जाएगा, ताकि घाटी में कचरे का सही निपटान किया जाए। साथ ही पर्यटकों से भी आग्रह किया जाएगा कि वे लाहौल-स्पीति को साफ रखने में जिला प्रशासन का साथ दें। बरलचा दर्रा खुलने के बाद लाहौल-स्पीति में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से, घाटी में गन्दगी फैलने की आशंका बढ़ गई है ।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं। सूबे के लाहौल-स्पीति में भूकंप से धरती हिली है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3 रही। मौसम विज्ञान ने शिमला केंद्र की ओर से भारतीय समय के अनुसार आधी रात 12 बजकर 10 मिनट पर भूकंप आने की पुष्टि की है। भूकंप के कारण किसी जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई। बता दें की इससे पहले भी पिछले महीने में दो बार हिमाचल की धरती हिली है। पिछले महीने के पहले पखवाड़े में हिमाचल के चम्बा में लगातार 2 दिन भूकंप आया था, जिससे लोगों में दहशत फैल गई थी।
हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब सस्ता राशन लेने के लिए दूर के डिपो में जाने से मिलेगा छुटकारा। सरकार शहरी क्षेत्रों में तीन और ग्रामीण क्षेत्रों में दो किलोमीटर के दायरे में सस्ते राशन के डिपो खोलने जा रही है। पहले पांच व इससे ज्यादा किलोमीटर में डिपो खोले जाते थे। कैबिनेट की मंजूरी के बाद खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। विभाग पंचायतों व अन्य क्षेत्रों में मांग पर भी सरकार डिपो खोलेगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में नए मिट्टी के तेल के डिपो नहीं खुलेंगे। वर्तमान में जिन डिपुओं में केरोसिन तेल मिल रहा है, उन्हीं डिपो में मिलता रहेगा।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलें दिनोंदिन बढ़ते जा रहे है। इसका पर्यटन कारोबार पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। मनाली के सरकारी और निजी होटलों में ऑक्यूपेंसी 15 दिनों के अंदर 50 फीसदी तक गिर गई है। इसके चलते होटलों में एडवांस बुकिंग रद्द कर दी गई है। 15 से 20 फीसदी आक्यूपेंसी पहुंचने से मनाली का पर्यटन कारोबार छह माह के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इसके कारण पहले से नुकसान झेल रहे हजारों होटलियरों, टैक्सी यूनियन और वोल्वो यूनियन की चिंता बढ़ गई है। मनाली और कुल्लू में लगभग तीन हजार होटल व होम स्टे हैं। इनमें से करीब 2200 होटल व होम स्टे खुल चुके है। जबकि बाकि बचे होटलों की मार्च और अप्रैल में खुलने की तैयारी थी। कुल्लू-मनाली में पर्यटन विकास निगम के सबसे अधिक होटल चल रहे हैं। यहाँ भी पिछले सप्ताह से सन्नाटा छाया है। पर्यटकों की संख्या में कमी आने से निगम के होटलों में 15 प्रतिशत ही कमरे लग रहे है। कई राज्य जैसे पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने से प्रदेश पर्यटन पटरी से निचे उतर गया है। पर्यटन विकास निगम के डीजीएम अनिल तनेजा ने कहा कि पर्यटन 60 फीसदी से घटकर 15 प्रतिशत तक आ गया है। ऑनलाइन बुकिंग के साथ एडवांस बुकिंग भी रद्द हो गई है। गौरतलब है कि शिमला में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों के प्रदेश में आने पर रोक नहीं लगाई जाएगी। होटल व होम स्टे में सख्ती से मानव संचालन प्रक्रिया का पालन करने को कहा गया है, क्योंकि इस बार हालात बिगड़े तो रोजगार व आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। वंही मरीजों की संख्या बढ़ने पर आगे के निर्णय लिए जाएंगे।
कोविड-19 पॉजिटिव विद्यार्थियों की परीक्षा अब नहीं रुकेगी। कोविड-19 पॉजिटिव भी अपनी परीक्षा दे सकेंगे। इसके लिए प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इंतजाम कर लिए हैं। अप्रैल से शुरू हो रही वार्षिक परीक्षाओं में इस बार कोविड-19 के विशेष इंतजाम हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा किए गए हैं। अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा की तय तिथियों में कोरोना संक्रमित होता है तो भी उसे परीक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा, इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। शिक्षा बोर्ड की ओर से पॉजिटिव परीक्षार्थी के लिए अलग कक्ष की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा देने से पहले विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। इस दौरान यदि किसी बच्चे को बुखार या जुकाम लगता है तो उसकी भी परीक्षा उसी दिन ली जाएगी। परीक्षाएं कोविड-19 एसओपी गाइडलाइन के तहत होंगी। कैसे बच्चों की परीक्षा लेनी है, क्या सावधानियां इस दौरान अपनाई जाएंगी, इंविजलेटर को क्या सावधानियां बरतनी हैं, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। कोविड-19 संक्रमित विद्यार्थी की उत्तरपुस्तिका का पैकेट कैसे बनाना है तथा उसको सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना है, संबंधी विभिन्न सुरक्षा उपायों को अपनाया जाएगा। लेकिन परीक्षा निर्धारित तिथि को ही होगी।
काजा में हिमाचल प्रदेश गृहिणी सुविधा के तहत सिलेंडर और चूल्हा कनेक्शन लाभार्थियो को वितरित किया गया। सोमवार को एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हिमाचल प्रदेश गृहिणी सुविधा योजना के तहत स्पीति के लाभार्थियोँ को सिलेंडर और चूल्हा वितरित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर घर को धुआं मुक्त और पर्यावरण को बेहतर बनाया जा रहा है। गैस चूल्हे के इस्तेमाल से जहां महिलाओं को धुएं से निजात मिलता है बल्कि समय की बचत भी होती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य के वे सभी घर जिनके पास एलपीजी कनेक्शन नहीं है, साथ ही वे लोग जो प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ का लाभ लेने में असमर्थ थे| वे इस योजना का हिस्सा बनने के लिए योग्य हैं| परंतु उन लोगो का बीपीएल के दायरे मे होना आवश्यक हैं| हिमाचल प्रदेश की सरकार गरीब परिवारों को एलपीजी गैस एवं गैस स्टोव प्राप्त करने के लिए सुरक्षा राशि प्रदान करती है। इस दौरान एसडीएम जीवन सिंह नेगी, खाद्य आपूर्ति विभाग का स्टाफ और लाभार्थी विशेष तौर पर मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हिमाचल महिला पुलिस की अलग झलक शिमला के रिज मैदान में देखने को मिलेगी। 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पूरे हिमाचल प्रदेश में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को महिला पुलिस नियंत्रित करेगी। इसके पीछे का मकसद महिला सशक्तिकरण और महिला पुलिस को उनकी सेवाओं के प्रति सम्मान देना है। इसके अलावा हिमाचल के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला पुलिस हिमाचल प्रदेश में अपने 50 वर्ष के सफर की झलकी लोगों को दिखाएंगे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रिज मैदान में महिला पुलिस परेड, बाइक स्टंट और साहसिक कर्तव्य दिखाएगी। 1973 में हिमाचल प्रदेश में केवल 3 महिलाएं थी, लेकिन अब इनकी संख्या 2300 हो गई है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष के मौके पर महिला पुलिस के योगदान व महिलाओं को सम्मान देने के मकसद से "women in hp police" कार्यक्रम किया जाएगा। जिसका शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। सुमेधा द्विवेदी ने बताया कि महिला दिवस पर राजधानी शिमला में वीमेन परेड, महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अभी तक के शौर्य को बताने वाली प्रदेशनी का आयोजन होगा। पुलिस में महिला सशक्तिकरण को लेकर कई तरह के प्रयासों को शो केस ज़रिए दिखाया जाएगा। महिला सशक्तिकरण में योगदान देेने वाले देश के बड़े अभिनेताओं और बुद्धिजीवियों के बधाई और शुभकामनाएं संदेश भी प्रदेश महिला पुलिस को मिले हैं, जिसमें हेमा मालिनी, अमीर खान, अनुपम खेर, प्रकाश झा, हंसराज हंस जैसे फिल्मी दिग्गजों ने महिला दिवस पर महिला पुलिस के इस खास कार्यक्रम के लिए संदेश के ज़रिए उत्साह वर्धन किया है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। शिमला जिले के सिद्धपुर क्षेत्र में सुबह ताजा बर्फबारी हुई है। कुल्लू और लाहौल-स्पीति में सुबह से बादल छाए है। शनिवार रात को लाहौल के कई इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रा में 10 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। जलोड़ी दर्रा में हुई पांच सेंटीमीटर बर्फबारी से बस सेवा बंद हो गई है। हाईवे-305 से फॉर बाई फॉर वाहन ही चल रहे हैं जिससे लोगों को पैदल सफर करना पड़ा। कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आई है। तापमान लुढ़कने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पिछले कई दिनों से घाटी में दिन के समय गर्मी महसूस की जा रही थी। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। वहीं किसानों व बागवानों को एक बार फिर अच्छी बारिश की उम्मीद जगी है।
राज्य बिजली बोर्ड का प्रबंध निदेशक अब कौन होगा इसे लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी है। बोर्ड में वर्तमान एमडी का कार्यकाल 6 मार्च को समाप्त हो जाएगा। अब देखना यह होगा की एमडी के पद पर कोई नया अधिकारी आएगा या फिर वर्तमान एमडी को ही सेवा विस्तार दिया जाएगा। इसी मामले को लेकर पावर इंजीनीर्स ने आपत्ति जताई है। पावर इंजीनीर्स व अन्य एसोसिएशन नहीं चाहती कि इस पद पर अब किसी को भी सेवाविस्तार मिले। बता दें कि इससे पहले पूर्व सरकारे सेवाविस्तार देती रही हैं, जिससे पावर इंजीनियरों को नुकसान हुआ है। वरिष्ठता के आधार पर सौंपा जाए एमडी का पद पावर इंजीनीर्स , नॉन डिप्लोमा एसोसिएशन, आईटीआई डिप्लोमा संघ , कनिष्ट अभियंता संघ का कहना है कि वरिष्ठता के आधार पर ही बोर्ड में एमडी का पद सौंपा जाए जिससे निचले स्तर पर भी प्रमोशन चैनल चलता रहे। हालाँकि राज्य सरकार ने वरिष्ठता की तर्ज दी है, लेकिन फिर भी जुगाड़तंत्र से कुछ लोग अपनी इच्छाओं को बरकरार रखना चाहते हैं। उधर हिमाचल प्रदेश स्टील उद्योग एसोसिएशन ने भी प्रदेश विद्युत बोर्ड में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के विस्तार देने का विरोध किया है। एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लिखे पत्र में स्टील उद्योग संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में विद्युत बिजली बोर्ड में अपनी सेवाएं दे चुके कर्मचारियों को दोबारा सेवाएं पर रखना युवा बेरोजगार के खिलाफ एक खिलवाड़ है। उन्होंने बताया जहां एक तरफ तो देश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है दूसरी तरफ विद्युत बोर्ड लगातार सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सीमा विस्तार देकर युवाओं के साथ धोखा कर रहा है। संघ ने बताया कि पुराने कर्मचारियों को सेवा विस्तार देने से भ्रष्टाचार के मामले बढ़ने की संभावना भी सबसे अधिक रहती हैं। विभिन्न एसोसिएशन ने कहा है कि यदि इस पद पर वर्तमान प्रबंध निदेशक को ही सेवाविस्तार दिया गया तो सरकार को विरोध का सामना करना पड़ेगा। वहीँ विभिन्न संघों का कहना है की यदि सरकार इस बार प्रबंध निदेशक को विस्तार देती है तो इसका खामियाजा सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
लाहुल-स्पिति व मनाली की ऊंची पहाड़ियों पर हल्की बारिश व बर्फ हुई है। मौसम ने एकदम करवट बदली है। निचले क्षेत्रों में भी बारिश हुई है। जिससे किसानों व बागवानो में खुशी की लहर है। पिछले कुछ माह से बारिश न होने से सभी परेशान थे। फसलों को भी नुकसान हो रहा था। शुक्रवार शाम से कुल्लु मनाली के मौसम में बदलाव हुआ है। जिसमें तूफानी हवाएं व हल्की बारिश की बूंदे भी हुई हैं। शनिवार को सुबह से ही मौसम खराब होने और पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हुई है। वहीं मनाली-केलांग वाया अटल टनल रोहतांग मार्ग वाहन सेवा बंद हो गई है। रोहतांग में 15 सेंटीमीटर, कोकसर में 10 सेंटीमीटर और अटल टनल में 5 सेंटीमीटर बर्फ़बारी हुई है। ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। खराब मौसम को देखते हुए लाहौल-स्पीति प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। लोगों से अटल टनल रोहतांग होकर यात्रा न करने की अपील की गई है। अगर आपात्त स्थिति में यात्रा करनी पड़े तो प्रशासन को सूचित करें।
बर्फबारी के कारण 6 जनवरी से बंद हुई अटल टनल रविवार को पर्यटकों के लिए खुल गई है। कुल्लू प्रशासन ने सभी पर्यटकों को अटल टनल के दीदार करने की अनुमति दे दी है। अटल टनल के कारण ही दिसम्बर व जनवरी में रिकार्ड पर्यटकों ने मनाली में दस्तक दी। पर्यटन स्थल सोलंगनाला में बर्फ पिघल गई थी, जिस कारण पर्यटक बर्फ के दीदार से वंचित हो रहे थे। पर्यटन से जुड़े कारोबारी प्रशासन से अटल टनल की बहाली की मांग कर रहे थे। पर्यटकों सहित पर्यटन कारोबारियों की समस्या को देखते हुए कुल्लू प्रशासन ने अटल टनल पर्यटकों के लिए खोल दी है, हालांकि लाहौल-स्पीति प्रशासन ने अभी हालात सामान्य न होने की बात कर पर्यटकों के लिए लाहौल को नहीं खोला है, लेकिन पर्यटकों को लाहौल के पर्यटन स्थल सिस्सू तक जाने की अनुमति मिल गई है। रविवार सुबह से ही अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल और सिस्सू में पर्यटकों ने दस्तक देनी शुरू कर दी थी, जिससे पर्यटन स्थल में पर्यटकों का मेला लग गया है। बर्फबारी के चलते दिसम्बर माह में रोहतांग के सभी पर्यटन स्थल सैलानियों के लिए बंद हैं। प्रशासन ने मशहूर पर्यटन स्थल गुलाबा भी पर्यटकों के लिए खोल दिया है। अब सैलानी गुलाबा पर्यटन स्थल में बर्फ के दीदार कर सकेंगे। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने कहा कि रविवार से अटल टनल सभी पर्यटकों के लिए बहाल कर दी गई है, परंतु अटल टनल पर पर्यटकों की आवाजाही मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर रहेगी। गुलाबा के पास सड़क पर बर्फ जमने से सफर अभी जोखिम भरा है। बीआरओ उस स्थान पर बर्फ हटा रहा है। पर्यटकों व वाहन चालकों से आग्रह है कि वह सावधानी पूर्वक वाहन चलाएं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो0 प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल, सतपाल सिंह सत्ती, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन राणा, सांसद किशन कपूर, रामस्वरूप शर्मा, इंदू गोस्वामी, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, त्रिलोक कपूर, राकेश जम्वाल, प्रदेश प्रवक्ता प्रो0 राम कुमार, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुमित शर्मा सहित सभी पदाधिकारीगण, सभी मंत्रीगण, विधायकगण ने हरोली मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र जसवाल के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। वे 60 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रविन्द्र जसवाल पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता थे। पार्टी उनके योगदान को सदैव याद रखेगी। उन्होनें कहा कि रविन्द्र जसवाल के निधन से पार्टी को बहुत बड़ी क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य करना कठिन होगा। उन्होनें रविन्द्र जसवाल के परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवदेनाएं व्यक्त की और कहा कि इस दुख की घड़ी में पार्टी उनके साथ खड़ी है। भाजपा नेताओं ने दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
हिमाचल प्रदेश के आयकरदाताओं को राशन डिपो में 117 रुपये लीटर खाद्य तेल, 39 रुपये किलो चीनी और 15 रुपये किलो नमक मिलेगा। खाद्य आपूर्ति विभाग ने आयकर देने वालों का राशन कोटा संबंधित क्षेत्रों के डिपो में भेज दिया है। जिन आयकरदाताओं के कार्ड बंद किए गए थे, उन कार्डों को भी खोला जा रहा है। आयकर देने वालों को राशन गरीबी रेखा से ऊपर उपभोक्ताओं से महंगा मिलेगा, लेकिन बाजार रेट के हिसाब से यह 10 से 20 रुपये तक सस्ता है। आटा और चावल केंद्र सरकार उपलब्ध कराती है। ऐसे में यह राशन आयकर दाताओं और एपीएल को एक ही रेट पर दिया जाता है। दालें, तेल, चीनी और नमक प्रदेश सरकार खुद उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर उपलब्ध कराती है। यह राशन आयकर दाताओं को बंद किया गया था। अब सरकार ने इन उपभोक्ताओं को बिना सब्सिडी बाजार से कम रेट पर राशन देने का फैसला किया है। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आयकरदाताओं का राशन डिपो में भेज दिया है। यह बाजार मूल्य की अपेक्षा काफी सस्ता है। हिमाचल में पौने तीन लाख के करीब आयकरदाता हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में 21 से 23 फरवरी तक येलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश मेँ शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में अंधड़ और बारिश की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है। मैदानी क्षेत्रों में 24 और 25 फरवरी को मौसम साफ रहेगा। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 21 से 25 फरवरी तक बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 23 फरवरी को पूरे प्रदेश में अंधड़, बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। ऊना में अधिकतम तापमान 27.4, बिलासपुर में 26.0, हमीरपुर में 25.8, सुंदरनगर में 24.2, कांगड़ा-मंडी में 24.1, भुंतर में 23.2, नाहन में 23.0, सोलन-चंबा में 22.8, धर्मशाला में 18.4, मनाली में 16.0, शिमला में 15.8, कल्पा में 12.5, डलहौजी में 9.9 और केलांग में 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.7, कल्पा में माइनस 1.4, मनाली में 2.0, सोलन में 4.0, मंडी में 4.1, भुंतर में 4.3, शिमला में 5.6, धर्मशाला में 6.0, ऊना में 7.0, हमीरपुर में 8.2, कांगड़ा में 8.4, बिलासपुर में 8.5 और नाहन में 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
प्रदेश के गर्म इलाकों में कृषि-बागवानी क्षेत्र को बढ़ाने के लिए उद्यान विभाग की ओर से क्लस्टर तैयार किए जा रहे हैं। इसमें प्रदेश सरकार की एचपीशिवा योजना में 1688 करोड़ से फलदार पौधे लगाए जाएंगे। किसानों और बागवानों को इसी बजट से सिंचाई और फेंसिंग की सुविधा भी दी जाएगी। सस्ते दामों पर पौधे भी मुहैया करवाए जाएंगे। विभाग ने सात जिलों के 27 खंडों में 347 क्लस्टर तैयार किए गए हैं। इसमें सोलन, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा और सिरमौर शामिल हैं। सोलन को छोड़कर अन्य जिलों में पौधों की रोपाई का कार्य भी शुरू हो गया है। सोलन में जून माह तक तैयार किए क्लस्टरों में रोपाई का कार्य शुरू हो जाएगा। जिला उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉ. राजेंद्र कुमर शर्मा ने बताया कि योजना में सोलन के दो गर्म क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
तायूल यूथ एसोसिएशन द्वारा स्टिंगरी हेलीपैड कैंपस में सुपर -8 क्रिकेट टूर्नामेंट करवाया गया। इसमें घाटी के कई टीमों ने हिस्सा लिया। लाहौल स्पीति पुलिस ने टूर्नामेंट जीता। पुलिस टीम ने फाइनल मैच में बिलिंग टीम को हराकर टूर्नामेंट की विजेता ट्राफी पर कब्जा किया। फ़ाइनल मैच में आए चीफ़ गेस्ट ने विजेता टीम को ट्राफी से सम्मानित किया। वहीं उप विजेता टीम को भी सम्मानित किया। खिलाड़ी विनोद ने मैन आफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया। विजेता टीम के खिलाड़ियों ने कहा पुलिस की भागदौड़ भरी दिनचर्या में स्वस्थ होना जरूरी है। इससे सभी पुलिस कर्मी तनावमुक्त व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहकर अपने दायित्वों का अच्छे से निर्वहन कर सके। इसलिए जब भी मौक़ा मिलता है फ़िट रहने के लिए माइनस तापमान में भी स्पोर्ट्स में भाग लेते रहते हैं। टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि ने शिरकत करते हुए खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर नेहरू युवक केंद्र केलांग, यूथ एसोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला, पर्यटन नगरी मनाली, डलहौजी और धर्मशाला के नड्डी में गुरुवार को नए साल की पहली बर्फबारी हुई। हिमचाल प्रदेश में घूमने आए सैलानी जमकर झूमते व मज़े करते दिखाई दिए। सुबह 10 बजे शुरू हुई बर्फबारी के बाद दोपहर 12 बजे शिमला शहर में यातायात ठप हो गया। हिमाचल में जारी भारी बर्फबारी से तीन नेशनल हाईवे समेत करीब 650 सड़कें बंद हो गई हैं। प्रदेश भर में 472 बस रूट प्रभावित हैं और परिवहन निगम की 400 से अधिक बसें जगह-जगह फंस गई हैं। हिमाचल के आठ जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्र बर्फ के लकदक हो गए हैं। राजधानी का अपर शिमला से संपर्क कट गया है। लाहौल, किन्नौर और पांगी घाटी भी अलग-थलग पड़ गई।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति आने वाले सैलानियों को सरकार वाटर एटीएम के जरिये पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाएगी। अटल टनल रोहतांग देखने के लिए आने वाले पर्यटकों को एक रुपये में एक लीटर स्वच्छ पानी पीने को मिलेगा। सरकार पहला वाटर एटीएम सिस्सू में लगेगी। इसके लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में सड़क किनारे बहने वाले चश्मों के पानी को पीने योग्य बनाया जाएगा। अतिथि देवो भव की तर्ज पर सरकार और जिला प्रशासन ने जगह-जगह वाटर एटीएम स्थापित करने की योजना बनाई है। तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि पर्यटकों के साथ पेयजल के नाम पर लूटखसोट होने नहीं दी जाएगी। इसके अलावा प्रशासन की ओर से निर्धारित किए गए रेट पर ही कारोबारियों को पर्यटकों के लिए खाने-पीने की वस्तुएं देनी हाेंगी, जिससे लाहौल आने वाले पर्यटक अपने साथ अच्छी यादें लेकर जाएं। घाटी वासी मनोज, अनिल, राजेश, कमल तथा देवराज ने कहा कि यह सरकार व जलशक्ति विभाग की अच्छी पहल है।
हिमाचल पूर्ण राज्यत्व की स्वर्ण जयन्ति पर प्रदेश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं
राज्य वन विभाग के वन्य प्रणाली प्रभाग ने भारतीय प्राणी विज्ञान सवेण (जेडएसआई) कोलकाता के सहयोग से उच्च हिमाचल के लाहौल-पांगी परिदृश्य में जंगली कुत्तों के फैलाव, संख्या और उनके खाने के साधनों पर पहली बार अध्ययन किया है। यह अध्ययन भारत सरकार के वैश्विक पर्यावरण सुविधा-संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत वित्त पोषिण सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत किया गया। मुख्य वन्य प्राणी संरक्षक एवं राज्य परियोजना निदेशक सिक्योर हिमालय परियोजना अर्चना शर्मा पूरे विश्व में जंगली कुत्तों का वन्य जीवों पर पड़ने वाले प्रभाव का पता लगाने के लिए बहुत कम अध्ययन किए गए हैं इसलिए इनकी वर्तमान जनसंख्या का पता लगाने एवं लाहौल-पांगी परिदृश्य में इनके प्रभाव का अध्ययन करने के लिए यह सर्वेक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि उच्च हिमालय क्षेत्र महत्त्वपूर्ण वन्य जीवों जैसे बर्फानी तंेदुए का आवासीय क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में जंगली कुत्ते जैवविविधता को हानि और वन्य जीवों की प्रजाति को कम करने के साथ-साथ बड़े शिकारी जानवरों जैसे बर्फानी तेंदुए के साथ प्रतिस्पर्धा का कारण बन रहे हैं जिस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण कोलकाता के वैज्ञानिक डा. ललित कुमार शर्मा ने बताया कि अध्ययन के दौरान कैमरा ट्रैप, बिना किसी हस्तक्षेप के ट्रैल सैम्पलिंग और प्रश्नावली के माध्यम से लाहौल-पांगी प्रदेशों में जंगली कुत्तों के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए प्रयोग की गई। सीसीआईआर माॅडल के आधार पर जंगली कुत्तों की जनसंख्या का घनत्व 2.78 प्रति 100 वर्ग किलोमीटर पाया गया जिसका औसत घनत्व लाहौल और पांगी परिदृश्य में 1.4 से 5.5 प्रति वर्ग किलोमीटर है। मुख्य अरण्यपाल वन्यजीव सिक्योर हिमालय परियोजना के राज्य नोडल अधिकारी अनिल ठाकुर ने बताया कि भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार जंगली कुत्तों के मल के अध्ययन से पता चलता है कि जंगली कुत्तों के आहार में मारमोट, भरल और जंगली जंगली चूहे या कृंतक प्रजातियां शामिल हैं लेकिन आहार का मुख्य अंश पालतु जानवर है जो इस प्रकार के अध्ययन के लिए मुख्य बिंदु है। जंगली कुत्तों की जनसंख्या का घनत्व क्षेत्र में इतना अधिक नहीं है परन्तु जंगली कुत्तों की समस्या को कम करने के लिए हिमालय परितंत्र में योजना तैयार करने का यह सही समय है। उन्होंने कहा कि भविष्य में जंगली कुत्तों को वन्य जीवों पर प्रभाव का पता लगाने के लिए लंबी अवधि के अध्ययन विभिन्न आंकलन प्रोटोकोल के तहत भी किए जा जाएंगे। राज्य परियोजना अधिकारी सिक्योर हिमालय परियोजना मनोज ठाकुर ने कहा कि इस अध्ययन के आधार पर वन विभाग हिमाचल प्रदेश और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) अन्य विभागों और स्थानीय समुदायों के संगठन भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण जंगली कुत्तों के प्रबंध के लिए प्रस्तावित सुझावों को लागू करने के लिए, जंगली कुत्तों की नजबन्दी और लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां इस वर्ष मुख्य रूप से उच्च हिमालय क्षेत्रों में आरम्भ की जाएगी। उन्होंने कहा कि वन विभाग के साथ अन्य विभाग व (यूएनडीपी) सिक्योर हिमालय परियोजना के साथ उच्च हिमाचल परितंत्र में संरक्षक और आजीविका की चुनौतियों का सामना करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
-काजा की आठ छात्राओं ने हिमाचल टीम का किया प्रतिनिधित्व - काजा में बुधवार को सभी खिलाड़ियों का किया स्वागत लाहुल स्पीति के काजा में बने प्राकृतिक आइस हाॅकी रिंक में प्रशिक्षित आठ छात्राओं ने राष्ट्रीय खेलों में ब्रॉन्ज मैडल हासिल किया है। सभी खिलाड़ी बुधवार को काजा में पहुंचे। एडीएम काजा ज्ञान सागर नेगी विशेष तौर मौजूद रहे। एडीएम ने सभी खिलाड़ियों को आशी पहनाकर स्वागत किया। काजा के 15 बच्चों का चयन नेशनल आइस हॉकी कैंप के लिए हुआ था। कैंप 1 जनवरी से 15 जनवरी तक गुलमर्ग में चला इसके बाद आठ छात्राओं का चयन हिमाचल टीम के लिए हुआ। हिमाचल टीम ने J&K की टीम को 13-0 से हराकर ब्रॉन्ज पदक हासिल किया। एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने सभी खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाया और बेहतर भविष्य की कामना करते हुए कहा कि अधिक से अधिक बच्चे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय टीम में खेलते रहे। पहली बार आइस हॉकी राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की टीम पदक जीत कर लाए। आप सभी को वजह से आज हिमाचल ने इतिहास रचा है। खेलों में उज्जवल भविष्य होता है। हम कामना करते है हमारी स्पिती की लड़कियां अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले। इसके लिए आप सभी खिलाड़ी खूब मेहनत करो। इस मौके पर राष्ट्रीय कोच अमित बेरबाल ने कहा कि स्पीति की लड़कियां आईस हाॅकी में पदक हासिल करके हमारे हौसलों को और मजबूत कर दिया है। इससे बच्चों में आइस हाॅकी के प्रति उत्साह बढ़ेगा। हमें उम्मीद है कि कुछ हमारे बच्चें राष्ट्रीय टीम के लिए भी चयनित हो। काजा में शुरू हुए कैंप में 30 बच्चों को हमने बेसिक आईस हाॅकी के लिए चय न किया था। हमारा लक्ष्य है कि स्पीति का वातावरण विंटर स्पोटर्स के लिए काफी अनुकुल है। यहां से बच्चें तैयार होकर राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लें। मैं काजा प्रशासन का काफी आभारी हूं जिन्होंने बच्चों को बेसिक सुविधाएं मुहैया करवाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। खिलाड़ियों के साथ तीन शिक्षक सोनम छोडन, लोबजंग छोजंम और छविंग दोरजे भी जा रहे है। इस मौके पर एसडीएम जीवन सिंह नेगी, डीएसपी सुशांत शर्मा, नायब तहसीलदार विद्या सिंह नेगी आदि मौजूद रहे। इन खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा कर्मा येषी खांडो उम्र 12 वर्ष, छेरिंग डोलमा 13 वर्ष, नवांग लामो 15 वर्ष, सोनम आंगमो 12 वर्ष, रिगजिन डोलमा उम्र 13, तेजिंन डोलमा,नवांग छुटिक, और सोनम देचेन है।
हिमाचल प्रदेश में जनवरी के अधिकतम दिनों में साफ़ रहा मौसम फरवरी में करवट ले सकता है। फरवरी के पहले सप्ताह में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार एक फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और दो फरवरी को प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात और निचले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। पांच फरवरी तक मौसम ऐसा ही रहेगा। ऊंचे इलाकों में बर्फ़बारी की संभावना भी जताई जा रही है। वहीं, प्रदेश में अभी तीन दिन के दौरान मौसम साफ़ रहेगा। तापमान में बढ़ोतरी होने से ठंड कम होने के आसार हैं। अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक की वृद्धि की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होगी। मंगलवार को प्रदेश के अधिकतम इलाकों में मौसम साफ़ रहा। बिलासपुर में अधिकतम तापमान 21.0, ऊना 23.3, भुंतर 19.4, सोलन 19.8, सुंदरनगर 20.1, कांगड़ा 19.8, नाहन 16.9, हमीरपुर 20.8, चंबा 18.2, धर्मशाला 16.8, शिमला 13.0, मनाली 11.8, कल्पा 9.6, डलहौजी 6.5 और केलांग में माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
गणतंत्र दिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश पुलिस के एडीजी सीआईडी एन वेणुगोपाल समेत पांच पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया है। एडीजी सीआईडी को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक मिला है। सराहनीय सेवाओं के लिए एसपी विजिलेंस ओमापति जम्वाल, एसपी वेलफेयर पीएचक्यू भगत सिंह ठाकुर, पीटीसी डरोह में तैनात सब इंस्पेक्टर सतपाल और एक एचपीएपी जुन्गा में तैनात एचएचसी राजेंद्र कुमार को पुलिस पदक से नवाजा गया है। वेणुगोपाल ने 25 साल के सेवाकाल के दौरान कई बड़े मामलों में अहम भूमिका अदा की। सहायक पुलिस अधीक्षक कांगड़ा रहते हुए उन्होंने फर्जी शस्त्र लाइसेंस स्कैंडल, अवैध विदेशी नकदी रैकेट जैसे मामलों की बेहतरीन जांच की, जिसकी वजह से बाद में आरोपियों को ट्रायल कोर्ट से सजा भी हुई। 1999 में किन्नौर में भीषण बाढ़ के दौरान बतौर एसपी किन्नौर वेणुगोपाल ने बचाव कार्य की कमान खुद अपने हाथों में रखी और लोगों को बचाने के लिए मुश्किल हालात में भी टीम के साथ तीन महीने तक डटे रहे।