हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के भोरंज जिला परिषद वार्ड से मनु बाला ने जिले में सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज की है। वहीं, लहड़ा वार्ड से संजीव कुमार सेठी जिला परिषद चुनाव जीतने वाले सबसे कम उम्र के प्रत्याशी बने हैं। भोरंज से भाजपा प्रत्याशी 38 वर्षीय मनु बाला जिला परिषद के चुनाव में पहली बार उतरीं और जिले में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीतने का कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। मनु बाला को 18,065 मतों में से 11,492 वोट मिले हैं। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी स्वतंत्रता भारद्वाज को 4,919 मतों के अंतर से हराया।
25 जनवरी 2021, हिमाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा मिले पूरे 50 साल हो जाएंगे। सन 1971 को हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। इस अवसर पर सवर्ण जयंती समारोह मनाया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे। समारोह मनाने के लिए प्रशासन ने तैयारियां पुरी कर ली हैं। अमित शाह व जेपी नड्डा की सुरक्षा के लिए भी इंतेज़ाम पुख्ता कर लिए गए हैं। हिमाचल कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाला प्रदेश है लेकिन 50 वर्षों की यात्रा महत्वपूर्ण है। इसके बारे में हर व्यक्ति जाने उसके लिए सरकार द्वारा पूरे साल 51 कार्यक्रम किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर तथा राज्यपाल रहेंगे। 11 बजे मुख्यतिथि शिमला पहुचेंगे। सभी विधानसभा क्षेत्र के उपमंडल स्तर पर एलईडी से कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। कार्यक्रम का डीडी के चेनलो पर भी प्रसारण होगा। इस अवसर पर किया डाक टिकट का अनावरण भी जाएगा। पंचायत चुनाव में चुने हुए सदस्यों को इन कार्यकर्मो के साथ जोड़ा जाएगा। नई पीढ़ी तक हिमाचल के इतिहास को पहुचने के लिए स्कूलों में प्रतियोगिता करवाई जाएगी। इसके अलावा जिस व्यक्ति ने किसी क्षेत्र में विशेष कार्य किया है उन्हें सम्मनित किया जाएगा। अंतराष्ट्रीय मेलों में एक दिन स्वर्ण जयंती हिमाचल की प्रदर्शनियां लगाई जाएगी। MLA और MP का भी इन कार्यकर्मो के तहत सम्मान किया जाएगा। सभी विभागों के अलग अलग कार्यक्रम किए जाएंगे जिसमे हिमाचल तब ओर अब की स्थिति प्रस्तुत की जाएगी। जिसमें आने वाले 50 वर्षों की परिकल्पना के लिए लोगों के सुझाव भी लिए जाएंगे आने वाले पचास वर्षों में हिमाचल कहा होना चाहिए इसकी परिकल्पना की जाएगी। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल को जब पूर्ण राज्य का दर्जा मिला उस समय प्रति व्यक्ति आय 651 रुपये थी और वर्तमान में 1 लाख 95 हजार दो सौ पछपन है। उस समय कृषि 911.7 हेक्टयर था वर्तमान में 959.2 हेक्टेयर है। सड़के उस वक्त 7370 किलोमीटर वर्तमान में 38470 किलोमीटर है। प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के समय साक्षरता दर 31.96 थी आज 86.60 है।
हमीरपुर। प्रदेश पंचायती राज प्रभारी एवं विधायक राजेंद्र राणा के पटलांदर हाऊस पर 23 जनवरी शनिवार को पंचायती राज चुनाव में जीते प्रतिनिधियों का तांता लगा रहा। जीत के जश्र में उत्साह व प्रसन्नता से लवरेज जन प्रतिनिधि सुबह 8 बजे से ही पटलांदर हाऊस पहुंचना शुरू हो गए थे। गहमागहमी के माहौल में पटलांदर हाऊस के कर्मचारी सवेरे से ही जन प्रतिनिधियों व उनके समर्थकों के स्वागत के लिए मुस्तैद हो गए थे, जबकि विधायक राजेंद्र राणा व कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा पूरी टीम के साथ स्वागती मुद्रा में पटलांदर हाऊस के द्वार पर जन प्रतिनिधियों का स्वयं आगे बढ़कर स्वागत कर रहे थे। सवेरे 8 बजे से शुरू हुआ बधाईयों का तांता देर शाम तक लगातार चलता रहा। इसमें सबसे बड़ी बात यह रही कि इस अवसर पर पटलांदर हाऊस में पहुंचे अनेकों जन प्रतिनिधि इस जश्र में राणा व उनकी टीम को आश्वस्त करवाते दिखे कि हमने चुनाव में भरपूर सहयोग व सहायता करवाई है। दिनभर मिठाइयों के बांटने व खिलाने का सिलसिला भी बदस्तूर चलता रहा है। जीत के जश्र का आलम यह रहा कि दोपहर का भोजन भी राजेंद्र राणा ने सहयोगियों व समर्थकों के साथ पटलांदर हाऊस में ही किया। प्रदेश पंचायती राज प्रभारी राजेंद्र राणा ने प्रदेश में जीतकर आए तमाम प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए मतदाताओं का आभार व धन्यावाद प्रकट किया है। इस अवसर पर राणा ने कहा है कि जन विश्वास हासिल करने का सबसे बड़ा मूलमंत्र लोगों की ईमानदारी से मदद व सतत विकास का निरंतर प्रयास है। इस मूलमंत्र को लेकर तमाम जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में विकास और लोगों की सेवा में जुटें। लोकतंत्र में प्रतिनिधियों का सबसे बड़ा धर्म व मकसद सेवा साधना हैै और जो इस साधना में ईमानदारी से तप करता है उसके लिए जनादेश के दरवाजे हमेशा ही खुले रहते हैं। राणा ने कहा कि सत्ता व धन, बल पर दुष्प्रचार में जुटे बीजेपी के विरोधियों का अंजाम इस चुनाव में सबने देखा है। अंतत: जीत ईमानदारी, सत्यता व सादगी की होगी है जोकि इस चुनाव में हुई है।
जिला परिषद् बिलासपुर सहित जिला की 4 पंचायत विकास समितियों के चुनाव के बाद मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हो गई थी। बैलेट पेपर पर मतों की गणना का कार्य काफी मुश्किल भरा रहा। जिसके चलते देर रात तक आधे नतीजे ही घोषित किए गए थे। सदर बीडीसी के वार्ड नंबर-9 छकोह व वार्ड नंबर-12 घ्याल में जीत का अंतर मात्र 16 वोटों का रहा, जिसके चलते दोनों वार्डों में गिनती को लेकर खूब गर्मा-गर्मी देखने को मिली। वंही सबसे कड़ा व रोचक मुकाबला में देखने को मिला। यहाँ हार जीत का अंतर मात्र 4 वोटों का रहा। विजेता संतोष चंदेल को 542 वोट मिले वंही उपविजेता रहे जगदीश को 538 मत मिले।
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। कई जगह मतगणना शनिवार सुबह करने का फैसला लिया गया है। प्रदेश को जिप के 239 और बीडीसी के 1638 नए सदस्य मिलेंगे। जिला परिषद हमीरपुर के निर्वाचित सदस्यों की सूची : वार्ड 1 बगेहड़ा रणजीत सिंह राणा वार्ड 2 करोट सुमना देवी वार्ड 3 दरोगण पति कोट बबली वार्ड 4 धलोट मोहिंद्र सिंह वार्ड 5 जंगलरोपा नरेश कुमार दर्जी वार्ड 6 अणु आशा देवी वार्ड 7 धीरड़ पवन कुमार वार्ड 8 जाहू राजकुमारी वार्ड 9 खरवाड़ रमन वर्मा वार्ड 10 भोरंज मनु बाला वार्ड 11 करेर राजेश कुमार वार्ड 12 बिझड़ी मीना कुमारी वार्ड 13 बड़सर बीना देवी वार्ड 14 दांदड़ू संजीव कुमार वार्ड 15 लहड़ा संजीव कुमार वार्ड 16 मालग संजय कुमार वार्ड 17 बेला इंदु बाला वार्ड 18 नौहंगी आशीष कुमार जिला परिषद की अणु वार्ड से कांग्रेस समर्थित आशा कुमारी ने भाजपा समर्थित बीना देवी को दी शिकस्त। 2024 मतों से भाजपा उम्मीदवार बीना देवी को हराया। जिला परिषद जंगल रोपा वार्ड आजाद उम्मीदवार नरेश कुमार दर्जी जीते। आजाद उम्मीदवार ने भाजपा और कांग्रेस दोनों उम्मीदवारों को हराया 810 मतों से जीत की हासिल। जिला परिषद के करेर वार्ड से भाजपा समर्थित उम्मीदवार राजेश कुमार उर्फ मानंगा ने जीत की हासिल अपने प्रतिनिधियों को दी करारी शिकस्त।
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। Latest Update.... कुल्लू में जिला परिषद के लिए रेखा गुलेरिया निर्वाचित। सिरमौर में जिला परिषद के शिलांजी वार्ड से भाजपा के सतीश ठाकुर विजयी घोषित। जिला परिषद के देवठी मझगांव वार्ड से कांग्रेस के विनय भगनाल जीते। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष होशियार सिंह जबकि भाजपा ने पूर्व पंचायत प्रधान महेंद्र सिंह को चुनाव में उतारा था। जिला परिषद वार्ड नंबर-5 नरेश कुमार उर्फ दर्जी को 6830, महेंद्र कुमार 6063 और होशियार सिंह 2830 को मत प्राप्त हुए। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस की आशा ठाकुर जिला परिषद चुनाव जीत गई हैं। मंडी के भराडू जिला परिषद वार्ड से माकपा के कुशाल भारद्वाज ने भाजपा के भागीरथ को 383 मतों से हराया ऊना के बसाल जिला परिषद वार्ड से कांग्रेस समर्थित उर्मिला शर्मा विजयी घोषित सिरमौर के राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचितजिला परिषद राजगढ़ में देवठी मझगांव से विनय भगनाल जीते मंडी के धर्मपुर से जिला परिषद के ग्रेहोय वार्ड से भाजपा महिला मोर्चा हि.प्र की महामंत्री व महेंद्र सिंह की बेटी वंदना गुलेरिया विजय घोषित राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचित जंगल रोपा वार्ड नंबर 5 से जिला परिषद नरेश कुमार दर्जी ने जीत की हासिल
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। शिमला की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ब्लॉक टुटू के वार्ड 1 पाहल से सरोज विजयी घोषित टुटू के वार्ड 2 धुधाहलटी से खेमावती विजयी वार्ड 3 सांगटी से निधि ठाकुर विजयी कोटखाई में वार्ड नंबर 6 थरोला-बगाहर से कमलेश विजयी घोषित कुमारसैन के करेवथी फराल वार्ड से जीवन विजय हूए सोलन की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे विकास खंड सोलन के नतीजे जाबल झमरोट से अमर सिंह जाडली से सुशील कुमार शडियाणा से देवेंद्र शर्मा देवठी से भानू शर्मा ओच्छघाट से अनिता बीडीसी निर्वाचित सोलन शमरोड से कालीराम निर्वाचित कसौली के कृष्णगढ़ से शिवानी वार्ड 5 बसाल से कुसुमलता सलोगड़ा से नेहा कश्यप बनी बीडीसी सदस्य जौणजी से लक्ष्मी दत बीडीसी निर्वाचित विकास खंड नालागढ़ के नतीजे घोलोंवाल सुरजीत कौर बघेरी से दाता राम मस्तानपुर से रविंद्र सिंह जोघों से हरदीप कुमार कुंडलू से हंसराज जुखाड़ी से सुमन नंड से अंजना देवी विकास खंड कुनिहार के नतीजे मांगल से वनिता सेवड़ा चंडी से मनीष दानोघाट से कांता देवी कोटली से गीता पलोग से सुनीता घनागुघाट से दीपिका कोठी से देवेंद्र तनवर कुनिहार से कमल ठाकुर शहरोल से बलदेव बलदेव डुमेहर से प्रताप सिंह बने बीडीसी सदस्य विकास खंड धर्मपुर के नतीजे बढलग से अमर लाल गोयला आशा कुमारी दाड़वा से जमना देवी जाडला से सुनील ठाकुर कृष्णगढ़ से शिवानी रौडी से मनोज जगजीत नगर से कमलेश कुमारी विकास खंड कंडाघाट के नतीजे छावशा चंदू राम तुंदल से प्रवीण बीशा से विजय बांजणी से राधा चायल से सत्या देवी धंगील से आंचल हिन्नर से मनीष ठाकुर सिरिनगर् मही से पुनीत कवारग से कुंता देवी हमीरपुर पंचायत समिति में ये रहे नतीजे बीडीसी बार्ड नंबर 1 : अमरोह व हनोह पंचायत से राजेन्द्र सिंह विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 2 : कक्कड़ व भुक्कड़ पंचायत से अंजू कुमारी विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 3 पपलाह से अनिता शर्मा बीडीसी बार्ड नंबर 4 धमरोल से रेशमु देवी बीडीसी बार्ड नंबर 5 धिरड़ से सरिता कुमारी वार्ड नंबर 1 शेर बलोणी से सतीश कंबल वार्ड नंबर 2 ब्राहलड़ी से नीतू रानी वार्ड नंबर 3 फरनोल से अंकुश वार्ड नंबर 4 नारा से हरीश शर्मा वार्ड नंबर 5 जंगलरोपा से सुनीता देवी वार्ड नंबर 6 ददूही से संजीव कुमार वार्ड नंबर 7 बजूरी से रेखा कुमारी वार्ड नंबर 8 नेरी से मीना कुमारी वार्ड नंबर 9 मझोग सुल्तानी से मधु देवी वार्ड नंबर 10 कुठेड़ा से नीलम कुमारी वार्ड नंबर 11 ख्याह लोहखरियां से प्रकाश चंद वार्ड नंबर 12 बस्सी झनियारा से संजीव कुमार वार्ड नंबर 13 अणु से कांता देवी वार्ड नंबर 14 बल्ह से सुमन लता वार्ड नंबर 15 दरोगण पति कोट से राजीव कुमार भोरंज ब्लॉक के वार्ड नंबर-2 कक्कड़ बीडीसी प्रत्याशी अंजु कुमारी बिझडी ब्लॉक के मोरसु सुल्तानी वार्ड से मंजु कुमारी विजयी सौर वार्ड से विनोद कुमार बीडीसी चमनेड़ और पंधेहड़ से सीमा देवी जीती ऊना पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ऊना ब्लॉक के धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए गगरेट ब्लॉक के जाडला कौयड़ी से प्रिंस जसवाल बीडीसी जीते हरोली ब्लॉक लोअर पंजावर से सुखविंदर कौर बीडीसी जीती बंगाणा ब्लॉक के सोहारी वार्ड से सौरभ कुमार बीडीसी चुने गए अंब ब्लॉक के नारी चिंतपूर्णी से ज्योति ठाकुर बीडीसी जीती गिन्दपुर मलौन से केवल सिंह बीडीसी जीते भटेड से निर्मला देवी बीडीसी जीते बंगाणा ब्लॉक के चौकी खास से अनीता कुमारी बीडीसी जीती टकोली से पूनम कुमारी जीती पनोह से रमेश सैनी बीडीसी जीते धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए बल्ह से मोनिका बीडीसी बने निशा देवी गगरेट बीडीसी जीती चलोला वार्ड से शोभित गौतम बीडीसी जीते मुबारिकपुर से सुरजीत जीते बीडीसी सोहरी से सौरभ कुमार बीडीसी जीते पंचायत समिति काजा में ये रहे नतीजे पंचायत समिति काजा से टकपा तोनयोत विजयी बीडीसी काजा वार्ड-दो से छेरिंग दिकित विजयी घोषित खुरिक वार्ड से पदमा दिकित विजयी पचायत विकास समिति मंडी के नतीज पंचायत समिति सराज के नतीजे रोड रीना देवी सिल्लीबागी लीला देवी बागाचुनोगी गुरुदेव भाटकीधार चूड़मणी तुगांधार नीलकमल सुनाह लंबाथाच ज्ञान चंद चियुणी नर्वदा थुुनाग पार्वती देवी लेहथाच डोलमा देवी बगड़ाथाच संतोष छतरी देवेंद्र कुमार ब्रियोगी बिहारी लाल नेहरा (मेहरीधार) प्रोमिला संगलवाड़ा चेतन कुमार बुंग रैलचौक लायक राम विकास खंड गोपालपुर मंडी चौरी अंजना कुमारी थौना अंजना देवी भद्रवाड विनित कुमार गैहरा रीता देवी जमनी अभिषेक कुमार गाहर गीता देवी पटडीघाट राजेश कुमार धनालग कर्मसिंह पंचायत समिति सुंदरनगर के नतीजे प्रेसी मीना कुमारी कलौहड महेश शर्मा खिलड़ा गीता देवी निहरी तेजेंद्रा कुमारी चमुखा हेम राज कपाही कुंता देवी मरहडा बदैण डैहर राज कुमार बरोटी जगतनाथ चनोल सुंदर सिंह सलवाणा धनवंत जड़ोल चंपा देवी बायला श्याम सिंह बटवाड़ा राजकुमार सलापड़ कॉलोनी विनीत ठाकुर सलापड़ शारदा देवी सेरी कोठी डिंपल देवी बंदली रूप सिंह सोझा गीता देवी मलोह अमरू राम घीड़ी नरेंद्र कुमार रोहांडा हेम चंद पौड़ा कोठी मीना देवी छातर हंसा देवी कनैड नर्वदा देवी डुगराई ताहिर हुसैन महादेव वीरेंद्र सिंह निचली बैहली माया देवी चांबी सुमन जैदेवी सुनीता कुमारी पंचायत समिति पच्छाद , पांवटा साहिब और नाहन के नतीजे पच्छाद के बजगा निर्वाचन क्षेत्र से ममता देवी पच्छाद के सुरला जनोट में भावना पच्छाद के बाग पशोग से सुरेंद्र नेहरू पच्छाद के डिलमन से सोहन लाल पांवटा साहिब के दुगना से नीता देवी विजयी रही पांवटा साहिब के कमरऊ से प्रताप सिंह पांवटा साहिब के कोडगा से प्रवेश कुमार लानाबांका से सुख चैन सिंह जीते बजगा से ममता देवी नौराधार वार्ड 1 से माधुरी बीडीसी जीती सराहां वार्ड 6 से शकुंतला देवी ने मारी बाज़ी देऊठी मजगाँव से संतोष कुमारी वार्ड नंबर 5 थाना कसोगा से जय सिंह शिलाई के ग्वाली से प्रकाश शिलाई के कोटापाब से मैदान सिंह नाहन के विक्रमबारा से सुनील कुमार जीते पंचायत समिति राजगढ़ के नतीजे कोटी पधोग से रणवीर शाया सनौरा से जितेंद्र कुमार नेहरटी बघोट से रक्षा देवी हाब्बन से सरोज शर्मा दाहन से निधिका कुमारी बोहल से टालिया प्रदीप कुमार दीदग से कमलेश शर्मा (निर्विरोध) भुईरा से अमिता देवी काथली भरण से रणजीत टिक्कर से संजीव करगाणु से सुमन शिलांजी से सत्यपाल राणाघाट से शकुंतला डिब्बर से प्रेम सिंह देवठी मझगांव से संतोष कुमारी संगड़ाह के सैंज से मेलाराम शर्मा पंचायत समिति चंबा के नतीजे घोषित भनौटा से अर्चना कुमारी सलूणी से विनोद कुमार जीते किन्नौर पंचायत समिति के नतीजे छोटा कम्बा वार्ड में सुजाता देवी विजयी कुल्लू पंचायत समिति के नतीजे पलचान से रेशमा बीडीसी जीती बंदरोंल से जीते गणेश ठाकुर वार्ड नंबर 17 कसोल पुथल से जीती ठाकरी देवी नम्होग वार्ड से आशा ठाकुर विजयी प्रीणी पंचायत समिति से किशोरी लाल बराधा में प्रवीण ठाकुर जीते भड़ेऊली वार्ड नं० 1 से पंच पद पर विजेता विनीत कुमार मौहल से जीते राजेश ठाकुर भुइँन वार्ड से जीते पंडित राजन कात्यायन वार्ड नंबर 7 मंगलौर से कमलेश ठाकुर (हैप्पी) जीते वार्ड 19 जरी बरधा से प्रवीण ठाकुर वार्ड 20 जलुग्रां से लता देवी वार्ड 30 देवगढ़ गोही से रेशमा देवी वार्ड 1 बन्दरोल पंचायत से गणेश ठाकुर वार्ड 16 वर्शेणी से सुवित्रा देवी जरड़ भुट्टी शमशी पंचायत से उषा देवी पंचायत विकास समिति बिलासपुर के नतीजे कुलदेईल से रंगी राम बीडीसी निर्वाचित बरमाणा से सीता देवी जीती स्वारघाट से वीणा देवी कुथैला वार्ड से रंगी राम जीते टाली से बबली देबी बनी BDC सदस्य ननावां से रमेश धीमान बने BDC सदस्य मेहरी काथला से बीडीसी सीट से सतीश ठाकुर जीते बरठी से धर्मु बने BDC सदस्य बैहनाजट्टा से अनिल कुमार बने BDC सदस्य मैहरी काथला से सतीश ठाकुर बने BDC सदस्य झंडूता वार्ड 1 बरठी से धर्मु जीते घुमारवीं के वार्ड 4 मेहरी काथला से सतीश कुमार विजयी रहे धार टटोह से हिरा पल 995 से जीते समोह से रीना बनी BDC सदस्य कुहमुझाड से कमला देवी बनी BDC सदस्य साईं खारसी से आत्म देव बने BDC सदस्य हरलोग से सन्तोष चंदेल बने BDC सदस्य धौण कोठी से सपना देवी बनी BDC सदस्य हरनोडा से अशोक कुमार पंजगाई से मीनाक्षी छौहारा से वार्ड 6 खशाधार से सरोज बाला सुई सुरहाड से सीता राम बने BDC सदस्य डमली से कान्ता देवी जीतीं तलयाणा से अति देबी कांगड़ा पंचायत समिति के नतीजे विकास खंड कांगड़ा पलेरा कंचना देवी नंदरूल स्नेह लता चकवन समीरपुर स्वरूप सिंह सहौडा बबली देवी दौलतपुर अनीता देवी खोली नवल किशोर मटौर विक्रम जीत अनसोली कविता देवी धुरकडी बबिता बीरता मुकेश कुमारी जोगीपुर कांता सरोच हलेडकलां ममता तकीपुर सुनीता देवी बलोल उर्मिला देवी रानीताल अनीता देवी झिकली इच्छी मीतू देवी रजियाना 53 मील देव राज सदरपुर सुशील कुमार हार जलाडी परीश कुमार बालू गलोआ सुरजीत सिंह मोरठ जसाई संजीव कुमार डडोली शेर सिंह अपपर लंज प्रीतम चंद जमानाबाद विकास चौधरी तियारा परमिंदर सिंह विकास खंड लंबागांव बरड़ाम सुषमा देवी कोटलू अमित कुमार रिट रितु देवी द्रमण कर्म सिंह आशापुरी हरवीन कौर मझेड़ा कुसुम लता टंबर मधु देवी मत्याल रिशव मल्होत्रा कूड़ंग ममता देवी मोलग संजीव कटोच संघोल विजय कुमार हलेड़ जगदीश चंद बागकुलंजा बिंता देवी कर्णघट्ट अमीश कुमार अप्पर ठेहड़ू कुलवंत राणा लंबागांव अनिता सूद तलवाड़ अनिता कुमारी सकोह कविता रानी जांगल विनय खरोटिया कूहण अश्विनी कुमार विकास खंड भवारना लमलेहड़ बृज स्वरूप नछीर तनु देवी सलोह प्रेमदा कुमारी कूलंड संजय कुमार लाहला रविंद्र कुमार राख रेखा देवी रमेहड़ महेंद्र सिंह मैंझा अनीता कुमारी फरेढ रक्षा देवी डाढ संतोष कुमारी परौर सुनीता कुमारी ठंडोल डिप्पल कुमार कोठी पाहड़ा राजेश कुमार भवारना सोनी गुप्ता घनेटा पवन कुमार दराटी विकास खंड बैजनाथ कोठी सिकंदर सिंह चोबीन अनिल कुमार महाकाल शिवानी सकडी तिलक चंद महालपटट संजय कुमार खडानाल पूजा देवी माधो नगर तिलक राज हरेड ववली अवेरी सुमना ननाहर दौलत नैण राजेंद्र कुमार मझेरणा अश्वनी कुमार दियोल चमन लाल धरेड रितू संसाल राधा देवी बीड़ स्नेह लता क्योरी राजकुमार बडा़ ग्रां कविता मुल्थान शांता कुमारी स्वाड प्रीति देवी विकास खंड नुरपूर पंजाहड़ा कृष्ण कुमार पुंदर प्रवीन कुमारी ठेहड़ राजरानी खज्जन लदोड़ी रीता देवी सदवां राकेश कुमार कोटपलाहड़ी विमला देवी लोहारपुरा संजय कुमार ममूहगुरचाल मदनलाल भड़वार बीना देवी धनेटीगारला नवीन सिंह खैरियां कमला देवी चरूड़ी पुष्पिदंर गहींलगोड़ संजीव कुमार छतरोली हरदेव सिंह कुलाहण ममता देवी वासा रछपाल खन्नीझिकली निशा कमनाला सुरेश कुमारी औंद काहन सिंह भलेटा शमशेर थोड़ा कुसुम देवी रिटउपरली सरोज बाला वरडां शकुंतला खन्नीउपरली संदीप लता
Soon after the polls for the Panchayat Samitis and Zila Parishad in Himachal Pradesh ended on Thursday, the counting of votes started early this morning. The candidates are making arguments against these elections as independents and not on party symbols. According to the State Election Commission, the election process will be completed by January 23. In the third and last stage of the panchayat elections on Thursday, nearly 81 percent turnout was recorded. The highest polling was listed to be 94 percent in Lodhi Majra panchayat of the Nalagarh development block in Solan. A total of 1,137-gram panchayats had gone to the polls in the last round of the three-phase panchayat Elections. In the first phase of the elections, a total of 1,227 panchayats had gone to the polls. In the second phase on Tuesday, the polling took place in over 1,208 panchayats. The state has 3,615-gram panchayats, of which polling was held for 3,583, except 32 in Keylong of Lahaul-Spiti district.
हमीरपुर। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण के मतदान के दौरान भी वीरवार को मतदाताओं ने काफी उत्साह दिखाया। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बताया कि तीसरे चरण में जिला की 81 ग्राम पंचायतों के कुल 457 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे वोटिंग शुरू हुई। कोरोना संकट के मद्देनजर तीसरे चरण के मतदान के दौरान भी सभी मतदान केंद्रों पर विशेष ऐहतियात बरती गई। मतदान केंद्रों के बाहर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही मतदाताओं को वोट डालने के लिए अंदर भेजा गया। अनावश्यक भीड़ रोकने तथा मतदाताओं के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर मार्क की गई जगहों पर ही लाईनें लगाई गईं। उपायुक्त ने बताया कि वीरवार को भी कई वयोवृद्ध मतदाताओं ने भी अपने परिजनों की मदद से मतदान केंद्रों तक पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनके अलावा पहली बार वोट डालने आए युवा मतदाता भी काफी उत्साहित दिखे।
हमीरपुर। सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा सुजानपुर नगर पंचायत चुनावों में घटे घटनाक्रम के बाद आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा है की प्रदेश सरकार को जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी के ऐसे कौन से नेता हैं जो सत्ता प्रायोजित गुंडागर्दी को बढ़ावा देकर न केवल सरकार की इमेज को तार-तार कर रहे हैं बल्कि जनता के चुने हुए विधायक गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहे हैं। आज एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा है कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दम भरने वाली जो भाजपा अपना अलग चाल, चरित्र, चेहरा होने का राग अलापती है, उस का घिनौना चेहरा सुजानपुर की जनता ने लगातार तीसरी बार देखा है। उन्होंने सवाल किया कि सत्ता की शपथ गुंडागर्दी करवाने वालों का आखिर सरगना कौन है और प्रदेश सरकार आत्मसमर्पण के मुद्रा में क्यों खड़ी है। राजेंद्र राणा ने तल्ख अंदाज में कहा कि उनकी छवि को तार-तार करने के लिए भाजपा द्वारा तीसरी बार सत्ता प्रायोजित धौंस व गुंडागर्दी का सहारा लिया गया और हर बार भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है। राजेंद्र राणा ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार की तर्ज पर भाजपा के कुछ नेता गुंडागर्दी के सहारे लोकतंत्र का अपहरण करना चाहते हैं और सच की आवाज को दबाना चाहते हैं लेकिन पहले भी उनको मुंह की खानी पड़ी है और भविष्य में भी उन्हें चारों खाने चित होना पड़ेगा। राजेंद्र राणा ने कहा कि नगर परिषद सुजानपुर के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाने के लिए जिस तरह सरेआम भाजपा नेताओं के इशारे पर कुछ गुंडों द्वारा मानवता की तमाम हदें लांघी गई और एक चुने हुए पार्षद पर मेरे खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाने का जिस तरह दबाव बनाया गया, उससे सत्ता पक्ष का घिनौना चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है। राजेंद्र राणा ने कहा कि तमाम हथकंडे अपनाने के बावजूद भाजपा अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई है। उन्होंने सवाल किया कि अगर कोई पार्षद अपने परिवार सहित अपने विधायक से मिलने उसके घर जाता है तो क्या यह लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि क्या कोई पार्षद अपनी समस्या अपने विधायक के समक्ष नहीं रख सकता। उन्होंने कहा कि जो पार्टी सुशासन का राग अलापती है और राजनीति में शुचिता की दुहाई देती है, वही पार्टी सत्ता प्रायोजित गुंडों को शह देकर हिमाचल प्रदेश को दूसरा बिहार व उत्तरप्रदेश बनाने की कोशिश कर रही है। राजेंद्र राणा ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है कि उनकी छवि को तार-तार करने की कोशिश की गई है। उन्होंने समरण दिलाते हुए कहा कि 2009 में भी सत्ता पक्ष के इशारे पर मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा बनाने का प्रयास हुआ था और तब सरकारी एजेंसियों की जांच के बाद तत्कालीन डीजीपी को प्रेस कांफ्रेंस करके यह कहना पड़ा था कि छानबीन में कुछ नहीं निकला। इसके बाद वर्ष 2017 में चुनावों के दौरान एक बार फिर से सुजानपुर में गुंडागर्दी को बढ़ावा देकर जनता पर दबाव बनाने के साथ-साथ वोटरों को धमकाने की कोशिश की गई लेकिन सुजानपुर की जनता ने ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया। अब तीसरी बार एक पार्षद पर यह दबाव बनाया गया कि वह विधायक पर अपहरण का मामला दर्ज करवाए लेकिन पार्षद ने सच्चाई की राह पर चलकर यह दर्शा दिया कि सत्ता प्रायोजित गुंडागर्दी से उसका हौसला टूटने वाला नहीं है। राजेंद्र राणा ने भाजपा सरकार को चेताया कि अगर राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इसी तरह गुंडागर्दी का सहारा लिया गया और सत्ता के गुंडों को खुली छूट दी गई तो पूरे प्रदेश की जनता चुनावों में भाजपा को करारा सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। उन्होंने कहा भाजपा के भीतर ऐसी आखिर कौन सी ताकत है जो खुलकर गुंडागर्दी करवाती है और सरकार के होंठ सिल जाते हैं।
पंचायती राज व स्थानीय नगर निकायों के चुनाव परिणामों की ज़मीनी हक़ीक़त से कोसों दूर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौड़ झूठी शेख़ी मार रहे हैं। हमीरपुर से ज़ारी सयुंक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी नरेन्दर अत्रि, ज़िला उपाध्यक्ष अनिल कौशल, राज कुमार वर्मा, जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा और कोषाध्यक्ष तेज प्रकाश चोपड़ा ने यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की गृह पंचायतों में कांग्रेस पार्टी को पंच से लेकर प्रधान पद तक कोई उम्मीदवार तक भी नहीं मिल सका, उस पर कांग्रेस अध्यक्ष का बयान कि भाजपा के दोनों बड़े नेताओं की पंचायतों में कांग्रेस के लोग जीते हैं, स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष के झूठ को उजागर करने वाला है। भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की गृह पंचायत में पंचायत का पूरे का पूरा पैनल निर्विरोध चुन के आया है और सभी भाजपा समर्थित लोग चुने गए हैं। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की गृह पंचायत समीरपुर में भी पंच से लेकर प्रधान तक सारा पैनल भाजपा समर्थित चुन कर आया है। हालांकि इन लोगों ने चुनाव जीता है लेकिन चुनाव में खड़े अन्य प्रत्याशी भी भाजपा के ही लोग थे। कांग्रेस के पास तो इन दोनों ही पंचायतों में चुनावों में देने को उम्मीदवार भी नहीं मिले। कुलदीप राठौड़ और कुलदीप पठानिया को बयानबाजी करते समय तथ्य जान लेने चाहिए तभी कुछ बोलना चाहिए अन्यथा यह अपनी और अपने पद की गरिमा को भी हंसी का पात्र बनाकर दोनों को ठेस पहुंचाते हैं।
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव होने जा रहे है। आज 1137 पंचायतों में मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित होम क्वारंटीन मतदाता वोट डालेंगे। पंचायतों में मतदान के बाद वोटों की गिनती होगी और देर शाम तक नतीजे घोषित किए जाएगें । इस दौरान जिला परिषद और पंचायत समिति के वार्ड सदस्यों के लिए भी मतदान होगा और इनके चुनाव नतीजे 22 जनवरी को घोषित होंगे। सभी मतदान केंद्रों को मतदान से एक दिन पहले सैनिटाइज कर दिया गया है। बता दें की राज्य में चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के चुनाव के लिए 6457 पोलिंग पार्टी को तैनात कर रखा हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण हो सकें। प्रत्येक मतदान केंद्र में सुरक्षा के लिए एक पुलिस कर्मी और एक होम गार्ड का जवान तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों में चुनाव आयोग ने सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। राज्य चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मतदान के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ की मतदान केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गयी है।
सुजानुपर में नगर परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मची धमाल-चौकड़ी के बीच आखिर विधायक राजेंद्र राणा के सियासी पैंतरे ने विधानसभा चुनावों के बाद एक बार फिर अपना कमाल दिखाया है। नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी व कांग्रेस के 4-4 समर्थित उम्मीदवार जीते हैं। इस तरह यहां बीजेपी व कांग्रेस नगर परिषद की जंग में बराबरी पर रही है। एक आजाद उम्मीदवार जीते हैं। बराबरी की इस जंग में यहां नगर परिषद की सरदारी का चुनाव जहां सत्ताधारी बीजेपी के लिए नाक का सवाल बना हुआ था, वहीं कांग्रेस ने भी चुनाव को साख का सवाल बनाया हुआ था। हालांकि जीते आजाद उम्मीदवार को भी जीत के बाद बीजेपी ने अपना करार दिया था। लेकिन समर्थन के नाम पर चुनाव में उतरती दफा समर्थन न देने के दगा को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना चुके इस उम्मीदवार की नाराजगी भी जीत के बावजूद भी बीजेपी से बरकरार रही। अगर बीजेपी के चुनावी गणित को समझें तो आजाद प्रत्याशी को मिलाकर बीजेपी के पास बड़ा नंबर था। एक तरह से बीजेपी के 9 में से यहां 4+1 पार्टी समर्थित जीते पार्षद माने जा रहे थे। ऐसे में बीजेपी को अपनी जीत पर पूरा भरोसा था लेकिन अब यहां बीजेपी को मतों से कौन मात दे गया और कौन दगा दे गया। यह सवाल बीजेपी के लिए हार के बावजूद सवाल ही बना हुआ है। आजाद उम्मीदवार को मिलाकर लॉयन शेयर होने के बावजूद यहां अगर बीजेपी औंधे मुंह गिरी है तो यह राणा के राजनीतिक कौशल का कमाल माना जा रहा है। हालांकि अध्यक्ष पद को नाक और साख का सवाल बना चुकी बीजेपी ने सरदारी के खेल में धौंस-दबाव के तमाम हथकंडे अपनाते हुए सरकारी तंत्र और मंत्र का भी खूब इस्तेमाल किया। मामला कोतवाली तक जा पहुंचा। लेकिन आखिर में इस सारे खेल में जहां बीजेपी औंधे मुंह धड़ाम हुई वहीं राणा के जलबे का जादू सुजानपुर शहर में हर किसी के सिर चढ़ कर बोला। बीजेपी के हर पैंतरे का तोड़ अपनी आस्तीन में रखने वाले राणा ने अपने राजनीतिक हुनर व विश्वास के दम पर चारों खाने चित्त किया। राणा के इस राजनीतिक कौशल की चर्चा दिन भर सुजानपुर शहर में चली रही। जबकि जीत के बावजूद हारी बीजेपी मन मसोस कर उदास व हताश रही। नगर परिषद सुजानपुर की सरदारी की जीत के बाद क्या बोले राणा सुजानपुर की नगर परिषद की सरदारी में सरकारी दबाव से आहत होने के बावजूद आत्मविश्वास से लबरेज राणा ने इस नाटक का पटाक्षेप करते हुए कहा कि सुजानपुर में बीजेपी की धौंस-दबाव को जनता ने नकारा और धिक्कारा है। यहां विकास व विश्वास की जीत हुई है। सुजानपुर नगर परिषद में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार वीना धीमान की अध्यक्ष पद की ताजपोशी के बाद प्रदेश पंचायती राज प्रभारी एवं सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा बोले कि गवर्नमेंट स्पॉन्सर्ड गुंडागर्दी के बावजूद सुजानपुर शहर की जनता की जन भावनाओं की जीत हुई है। यहां समाज में नफरत फैलाने व बांटने वालों के नापाक इरादों को जनता ने जम कर धिक्कारा और नक्कारा है। राणा ने कहा कि सुजानपुर नगर परिषद की एक पार्षद को जबरन किडनैप करने के बावजूद न बीजेपी की धौंस चली है और न ही दबाव काम आया है। आखिर इस चुनाव में सुजानपुर शहर की जनता ने विकास व भाईचारे को स्वीकारा है। राणा ने कहा कि हैरानी इस बात की है कि छोटे से चुनाव में भारी सरकारी दबाव के बावजूद सुजानपुर शहर को रातोंरात छावनी में तबदील कर दिया गया था। किडनैप किए गए पार्षद के परिजनों को रात भर बंधक बनाकर उन पर भारी मानसिक दबाव डाला गया। लेकिन निर्भीक और निष्पक्ष पार्षद ने धौंस और दबाव को दरकिनार करते हुए विकास और विश्वास पर मोहर लगाकर बीजेपी को करारा जवाब दिया है। राणा ने कहा कि बीजेपी बेशक जो मर्जी झूठ-फरेब की राजनीति कर ले लेकिन सुजानपुर की जनता उनके किसी भी झांसे में आने वाली नहीं है। इसका सीधा संदेश सुजानपुर के पंचायती राज चुनावों में जनता ने दिया है। उन्होंने कहा कि वह सुजानपुर की जनता की निर्भिकता व निष्पक्षता का उपकार मानते हुए शहर की जनता का आभार प्रकट करता हूं।
हमीरपुर। नगर पंचायत नादौन में अध्यक्ष पद पर तरुण कपिल तथा उपाध्यक्ष पद पर योगराज की ताजपोशी हुई। नगर पंचायत कार्यालय परिसर में आयोजित सादे समारोह में एसडीएम विजय धीमान जी ने यह घोषणा की। इस सुअवसर पर स्वयं मौके पर पहुंचकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवम् पार्षदों को बधाई दी। विजयी उम्मीदवारों ने कहा की वह भारतीय जनता पार्टी के मूलमंत्र #sabkasathsabkavikas को साथ लेकर मिल-जुल कर शहर का विकास किया जाएगा तथा विकास कार्यों में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। हम केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एवं प्रदेश की जयराम सरकार के नेतृत्व में विकास कार्यों को डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ाएंगे। इसके उपरांत ढोल नगाड़ों सहित शहर भर में विजय यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर शहरी भाजपा अध्यक्ष राजकुमार सौंधी, चुनाव प्रभारी भाजपा तरसेम कपिल, पार्षद सुषमा अवस्थी, सुरेंद्र कुमार, नवल अवस्थी, ओंकार शर्मा, निशांत शर्मा, हंसराज, मोहनलाल, मनोरंजन गुलाटी, अनिल गुलेरिया, यशपाल डोगरा व वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सुजानपुर नगर परिषद में बड़ा उलटफेर हुआ है। यहां भाजपा के बहुमत में होने के बावजूद कांग्रेस समर्थित वीना धीमान अध्यक्ष चुनी गई हैं। सुजानपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर 7 से निर्दलीय जीते पवन कुमार उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। नगर परिषद के कुल 9 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के पार्षद 4-4 वार्डों से जीते हैं। वार्ड-7 से निर्दलीय पवन कुमार ने चुनाव जीता है। बहुमत के लिए 5 पार्षदों का साथ चाहिए था। निर्दलीय सहित पांच पार्षद गत दिवस पूर्व सीएम धूमल से भी मिले थे। सूत्रों के मुताबिक सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा की चाणक्य नीति का जादू चला है।
हमीरपुर। जिला में बुधवार को आरटी-पीसीआर टैस्ट में 4 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि पॉजीटिव पाए गए लोगों में बड़सर उपमंडल के गांव नारा के एक ही परिवार के 3 लोग 40 वर्षीय व्यक्ति, 13 वर्षीय लड़का और 10 वर्षीय लड़की शामिल है। इनके अलावा गांव बड़सर की एक 20 वर्षीय युवती की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है।
हमीरपुर। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव के तीसरे एवं आखिरी चरण में वीरवार को हमीरपुर जिला की 81 ग्राम पंचायतों के 457 वार्डों के 457 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बताया कि जिला में पहले और दूसरे चरण की निर्वाचन प्रक्रिया की समाप्ति के बाद अब तीसरे चरण के मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 457 मतदान दल अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंच गए हैं और वहां सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि वीरवार को विकास खंड बमसन की 17, बिझड़ी की 17, भोरंज की 13, हमीरपुर की 8, नादौन की 19 और सुजानपुर की 7 ग्राम पंचायतों में सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इन पंचायतों से संबंधित जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्यों के लिए भी वोट डाले जाएंगे। देवाश्वेता बनिक ने उक्त पंचायतों के सभी मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 संबंधी सभी आवश्यक सावधानियों एवं नियमों की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पॉजीटिव लोगों को भी मतदान का अवसर प्रदान किया जाएगा, लेकिन वे 4 बजे के बाद ही मतदान कर सकेंगे। उपायुक्त ने सभी मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे लोकतंत्र की इस सबसे छोटी इकाई में अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें। उपायुक्त ने यह भी आग्रह किया है कि सभी सामान्य मतदाता निर्धारित समयावधि में प्रात:8.00 से सायं 4.00 बजे तक मतदान अवश्य कर लें, ताकि उसके उपरांत कोरोना संक्रमित एवं गृह-संगरोध में रह रहे मतदाताओं को मतदान के लिए पर्याप्त समय मिल सके। देवाश्वेता बनिक ने बताया कि मतदान के बाद पंचायत प्रधान, उपप्रधान और पंचायत सदस्यों के मतों की गिनती पंचायतों में आरंभ कर दी जाएगी और देर शाम तक इनके परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। जबकि, पंचायत समिति और जिला परिषद के मतों की गिनती विकास खंड मुख्यालयों पर 22 जनवरी को होगी। पंचायत चुनाव का तृतीय चरण : 81 ग्राम पंचायतें विकास खंड बिझड़ी : विकास खंड बमसन : विकास खंड भोरंज : विकास खंड सुजानपुर : विकास खंड नादौन : विकास खंड हमीरपुर : 1. सठवीं 2. बल्ह-विहाल 3. बल्याह 4. सकरोह 5. बणी 6. मक्कड़ 7. उसनाडक़लां 8. जजरी 9. जमली 10. ज्योली-देवी 11. कनोह 12. भकरेड़ी 13. महारल 14. क्यारा-बाग 15. भैल 16. दैण 17. पटेरा 1. बजरोल 2. पौहंज 3. भटेड़ 4. लग-कढियार 5. टपरे 6. नाड़सी 7. भरनांग 8. बजड़ोह 9. पटनौण 10. सराहकड़ 11. कोट लांगसा 12. दरव्यार 13. बोहणी 14. दिम्मी 15. बलोह 16. डबरेड़ा 17. सिकांदर 1. पलपल 2. भोरंज 3. भौंखर 4. भलवाणी 5. टिक्करी-मिन्हासा 6. झरलोग 7. खरवाड़ 8. गरसाड़ 9. बाहन्वीं 10. भकेड़ा 11. नाहलवीं 12. रौहीं 13. लझयाणी 1. जोल 2. दाड़ला 3. ठाणा धमडिय़ाणा 4. लम्बरी 5. डेरा 6. री 7. मनिहाल 1. चोडू 2. बड़ा 3. रैल 4. सपड़ोह 5. पुतडिय़ाल 6. करण्डोला प्लासी 7. बलडूहक 8. फस्टे 9. मण 10. रंगस 11. जोल-सप्पड़ 12. नौहगीं 13. दंगड़ी 14. बूणी 15. भूम्पल 16. कोटला-चिल्लियां 17. घलंू 18. बर्धियाड़ 19. जीहण 1. मझोग सुल्तानी 2. बस्सी झनियारा 3. दडूही 4. मति टिहरा 5. नाल्टी 6. धनेड 7. ख्याह लौहाखरियां 8. सासन
हमीरपुर। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव के लिए मंगलवार को दूसरे चरण में जिला के 6 विकास खंडों की 82 ग्राम पंचायतों के कुल 476 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे मतदान आरंभ हुआ। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बताया कि दूसरे दौर में भी मतदाताओं ने काफी उत्साह दिखाया। इन ग्राम पंचायतों में पहले दो घंटों के दौरान यानि सुबह 10 बजे तक 17.11 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके थे। दोपहर 12 बजे तक मतदान की प्रतिशतता 38.64 रही। उपायुक्त ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ग्राम पंचायत उखली के गांव गौटा के 102 वर्षीय संतराम, इसी पंचायत की 100 वर्षीय साहबदेई, ग्राम पंचायत चंबोह के वार्ड नंबर 4 के 100 वर्षीय देवी दास और कई अन्य वयोवृद्ध मतदाताओं ने अपने परिजनों की मदद से मतदान केंद्रों तक पहुंचकर वोट डाले। पूर्व विधायक 90 वर्षीय अमर सिंह निवासी रोपड़ी बलोहियां ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पहली बार मतदान कर रहे युवा भी अपने वोट देने के अधिकार के प्रति काफी उत्साहित दिखे। उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए सभी मतदान केंद्रों पर विशेष ऐहतियात बरती जा रही है। मतदाताओं के बीच पर्याप्त दूरी का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। मतदान केंद्रों पर थर्मल स्कैनिंग के बाद पहले से ही पर्याप्त दूरी पर मार्क की गई जगहों पर मतदाताओं की लाईनें लगाई जा रही हैं।
हमीरपुर जिला के गांव मासियाना में पानी के टैंक के नजदीक एक अज्ञात शव पेड़ से लटका हुआ मिला। शव के मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई। स्थानीय लोगों ने जब जंगल मे गले सड़े शव को देखा इसकी तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पेड़ से लटके शव को नीचे उतारा और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। मौके पर पहुंचे एएसपी विजय सकलानी ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं मौके पर एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि पेड़ पर लटका शव काफी पुराना हो चुका है। व्यक्ति की उम्र लगभग 45 वर्ष के आसपास है। पुलिस शव को कब्जे में ले लिया है और मामले की छानबीन की जा रही है। विजय सकलानी ने बताया कि शव किसका है इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं है। वहीं स्थानीय लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
नगर निकायों और ग्राम पंचायतों के पहले चरण के चुनाव सम्पन्न होने के उपरांत बिलासपुर , ऊना व् हमीरपुर ज़िला के जीते हुए जनप्रतिनिधियों ने समीरपुर की ओर रुख किया और पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल से आशीर्वाद लेने पहुंचे। लोकतंत्र के पर्व पर अपनी भूमिका निभाने केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर रविवार से ही समीरपुर आये हुए हैं, इस बात का भी फायदा उठाते हुए मिलने वाले नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों की संख्या ज्यादा हो रही है। इसी कड़ी सोमवार को हमीरपुर ऊना एवं बिलासपुर तीनों ज़िलों से नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से पहले चरण में विजयी रहे प्रधान उपप्रधान, पार्षद तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने काफी संख्या में समीरपुर पहुंच कर पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने जीते हुए सभी नए जनप्रतिनिधियों को कहा कि पार्टी के आदर्शों व नीतियों को अपनी कार्यशैली में अपना कर जनसेवा में सब लोग जुट जाएं। भाजपा के कार्यकर्ता के लिए सत्ता सेवा का साधन है इस बात को दिमाग में रख कर प्रधानमंत्री के भारत को विश्वगुरु बनाने के सपने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें l केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि सौभाग्य से देश की बागडोर प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी के हाथ में है, जो ग्राम पंचायतों व स्थानीय निकायों की मजबूती को देश की मजबूती का आधार मानते हैं व इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए केंद्र से सीधा पैसा ग्राम पंचायतों व स्थानीय निकायों को भेज रहे हैं जिसका सदुपयोग कर अपने अपने क्षेत्र के विकास में सभी लोग अच्छी भूमिका निभाएं।
प्रदेश में करोड़ों रुपए के मिल रहे नशे के भंडार भावी युवा पीढ़ी के भविष्य को बेखौफ बर्बाद करने लगे हैं। नशा हर तीसरे घर के चिराग को तबाह करने पर आमादा है। अब सिर्फ सरकार को ही लग रहा है कि सब ठीक है। अन्यथा नशे के लगातार बढ़े प्रचलन ने साबित कर दिया है कि सरकार इस मामले पर पूरी तरह फेल और फ्लॉप हो चुकी है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थों का निरंतर पकड़े जाना बता रहा है कि अब प्रदेश पूरी तरह नशे की चपेट में आ चुका है। जो कि प्रदेश के युवाओं को लगातार नशे का गुलाम बना रहा है। हिमाचल में एक दिन में 127 किलो चरस और 295 किलो गांजे की खेप पकड़े जाने के मामले का सीधा अर्थ है कि प्रदेश में नशे का कारोबार पूरी तरह फलफूल रहा है। नशे की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। करीब 400 किलो से ज्यादा नशे के पकड़े गए भंडार प्रदेश में नशे के कारोबार के व्यापक आधार व खतरनाक आकार को साबित कर रहे हैं। राणा ने कहा कि सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने तक नशे की संलिप्तता व कारोबार की स्थिति कैसे और क्यों पैदा हुई है? इसका जवाब सरकार को देना होगा। भारत सरकार की अपनी रिपोर्ट बताती है कि पूरी तरह नशे का गढ़ बन चुके प्रदेश के चार जिलों चंबा, कुल्लू, सोलन व हमीरपुर में स्थिति खतरनाक हो चुकी है। सवाल उठता है कि इन जिलों मेें ऐसी कौन सी ड्रग माफिया की पॉवर पैदा हो चुकी है, जिनके दम पर नशे का कारोबार व संसार बेखौफ लगातार बढ़ रहा है। मौत के सौदागरों को किसका संरक्षण है, यह प्रदेश सरकार को बताना होगा? क्योंकि यकायक यह खतरनाक स्थिति पैदा नहीं हुई है। नशे के इस्तेमाल से युवा पीढ़ी को बर्बादी के अंधकार में धकेलने की मैनेजमेंट कौन किसके इशारे पर कर रहा है? सरकार को इसकी जवाबदेही भी देनी होगी। नशे की लगातार पकड़ी जा रही खेपें इस बात का सबूत बनी हैं कि नशे का नेटवर्क प्रदेश में लगातार पनप व फलफूल रहा है। नशे के बढ़ते कारोबार व मौत के सौदागरों के प्रदेश में फले फूले संसार के लिए जवाबदेह व जिम्मेदार कौन है। यह भी सरकार को बताना होगा। राणा ने आरोप जड़ा है कि जब से प्रदेश में बीजेपी सरकार सत्तासीन हुई है आंकड़े बतातें है कि तब से इस प्रदेश में नशे का कारोबार लगातार बढ़ा है। जाहिर तौर पर नशे के फल फूल रहे संसार व कारोबार के लिए सीधे तौर पर सरकार और सिर्फ सरकार ही जिम्मेदार है।
पूरे देश भर के साथ-साथ हिमाचल में भी आज से कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है। आज प्रदेश के 27 सेंटरों में सुबह दस बजे से इसका आगाज़ हुआ। पहले चरण के पहले दिन 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए सभी 27 सेंटरों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पहुंचा दी गई है। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहना होगा। वैक्सीनेशन का पहला चरण 10 दिनों तक चलेगा। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। उधर, प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है। इन सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्रालय भी इसकी मानीटरिंग करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वॉरियर्स से बात करेंगे। बता दें, प्रदेश में यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे।
16 जनवरी से देश भर में कोविड टीकाकरण का महाअभियान शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन की तैयारियां पूरी है। देश की विभिन्न जगहों में कोविड वैक्सीन की डिलीवरी लगभग पूरी हो गई है। इसके साथ शुक्रवार सुबह हिमाचल के विभिन्न जिलों में भी कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की डिलीवरी हुई। गुरुवार को राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज परिमहल लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर अन्य सेंटरों के लिए भेज दिया गया। 16 जनवरी को प्रदेश के 27 केंद्रों में ये वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले चरण में यह अभियान 10 दिनों तक चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। इन जिलों में हुई वैक्सीन की डिलीवरी शिमला जिला में सबसे पहले 11050 कोरोना वररियरों को टिका लगाया जाएगा। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। IGMC में करीब 2200 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगा। वहीं, सोलन जिला में 4300 कोरोना वैक्सीन पहुंची हैं। पहला टीका एमएमयू के एक प्रशिक्षु और सोलन अस्पताल में रेडियोग्राफर को लगेगा। कुल्लू जिला अस्पताल में देर रात करीब ढाई बजे 2800 वैक्सीन पहुंचीं। इनमें से 200 डोज जिला अस्पताल केलांग के लिए अटल टनल रोहतांग होकर भेजी गई हैं जबकि 2600 डोज को कुल्लू में लगाया जाएगा। सिरमौर के नाहन में कोरोना वैक्सीन के 3400 डोज पहुंचे हैं। उधर, मेडिकल कॉलेज चंबा में 3800 वैक्सीन पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन विभिन्न केंद्रों के लिए रवाना कर दी है। ऊना जिले में 3300 डोज पहुंची हैं। बिलासपुर में कोरोना वैक्सीन की 2300 डोज पहुंची हैं। कांगड़ा जिले में 8600 वैक्सीन पहुंची हैं।
हमीरपुर 14 जनवरी। जिला में वीरवार को 9 लोग कोरोना पाॅजीटिव पाए गए हैं। इनमें से आरटी-पीसीआर टैस्ट में 5 और रैपिड एंटीजन टैस्ट में 4 लोग पाॅजीटिव निकले हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अर्चना सोनी ने बताया कि आरटी-पीसीआर टैस्ट में दियोटसिद्ध के 70 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक, कुलहेड़ा क्षेत्र के गांव टंगेर की 43 वर्षीय महिला, गांव सासन के 9 वर्षीय लड़के, इसी गांव के 40 वर्षीय व्यक्ति और मेडिकल कालेज अस्पताल हमीरपुर में 4 वर्षीय बच्चे की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। डाॅ. अर्चना सोनी ने बताया कि वीरवार को जिला में रैपिड एंटीजन टैस्ट के लिए कुल 136 सैंपल लिए गए, जिनमें से 4 पाॅजीटिव निकले। पाॅजीटिव पाए गए इन लोगों में गांव मैहरे के दो लोग 75 वर्षीय व्यक्ति और 73 वर्षीय महिला, रैल का 51 वर्षीय व्यक्ति और जलाड़ी क्षेत्र के गांव मण का 35 वर्षीय व्यक्ति शामिल है।
हमीरपुर जिला में कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आज यहां उपायुक्त देबाश्वेता बानिक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें टीकाकरण से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। देबाश्वेता बानिक ने बताया कि पूरे देश सहित हमीरपुर जिला में भी 16 जनवरी, 2021 से कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाने का अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है। जिला में टीकाकरण के प्रथम दिन तीन केंद्रों पर 260 पंजीकृत फ्रंटलाईन वर्कर को टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज, हमीरपुर, नागरिक अस्पताल नादौन एवं नागरिक अस्पताल बड़सर चिह्नित किए गए हैं। प्रथम चरण में स्वास्थ्य व आयुर्वेद विभाग से जुड़े कर्मी एवं उनके सहायक के तौर पर कार्य कर रहे आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता, सफाई कर्मी व अन्य स्टाफ शामिल हैं। टीकाकरण के लिए पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) गत 8 जनवरी एवं 11 जनवरी, 2021 को पूरा कर लिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि इसके बाद 18 जनवरी, 22 जनवरी, 23 जनवरी, 28 जनवरी, 30 जनवरी तथा एक फरवरी 2021 को जिला में चिह्नित 38 केंद्रों में टीकाकरण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। इन सात दिनों में जिला के लगभग 5,238 फ्रंटलाईन वर्कर को टीका लगाया जाएगा। सभी लाभार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है और उन्हें मोबाइल के माध्यम से टीका लगाने की तिथि, स्थान एवं समय के बारे में जानकारी प्रेषित की जाएगी। प्रथम चरण में हमीरपुर जिला के लिए कोवी-शिल्ड वैक्सीन की आपूर्ति की जा रही है और इसकी पहली खेप आज वीरवार सायं तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन निःशुल्क लगाई जा रही है। वैक्सीन की दो खुराक 28 दिनों के अंतराल में संबंधित व्यक्ति को लगाई जाएगी और इसके 14 दिनों के उपरांत उसमें विषाणु (वायरस) के विरुद्ध प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो सकेगी। इस 42 दिन की अवधि के दौरान और उसके उपरांत भी वैक्सीन लगाने वाले व्यक्ति को निश्चित दूरी, मास्क एवं सैनिटाईजेशन जैसी सावधानियां अपनानी होंगी। टीका लगाने के उपरांत निश्चित अवधि तक लाभार्थी को निगरानी में रखा जाएगा और उसे अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा करने के लिए हेल्पलाईन नंबर भी उपलब्ध करवाया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जितेंद्र सांजटा, आदेशक गृह रक्षक वाहिनी सुशील कौंडल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी, स्वास्थ्य अधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ. आर.के. अग्निहोत्री, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विरेंद्र शर्मा, उप निदेशक (उच्च शिक्षा) दिलवरजीत चंद्र, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद हमीरपुर किशोरी लाल सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बुधवार को भोरंज का दौरा करके वहां पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भोरंज के परिसर में मतपत्र तैयार करने की प्रक्रिया का जायजा लिया। उपायुक्त ने बीडीसी एवं जिला परिषद की मतपेटियों को रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम और मतगणना हॉल का भी निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। इस अवसर पर एसडीएम राकेश शर्मा, खंड विकास अधिकारी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
हमीरपुर। कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद नगर परिषद हमीरपुर के दो वार्डों के दो मकानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। एसडीएम डॉ. चिरंजी लाल चौहान ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं और ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं। आदेशों के अनुसार वार्ड नंबर एक हीरानगर और वार्ड नंबर 3 प्रतापनगर का एक-एक मकान कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
हिमचाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर ने चिकन के व्यवसाय को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है और अब बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू के खौफ से हिमाचल प्रदेश में चिकन और अंडों की डिमांड तेजी से घट रही है। प्रदेश में चिकन की मांग में करीब 50 से 70 फीसदी कमी आई है। इस कारण चिकन के दामों में भरी गिरावट देखने को मिल रही है। उधर, दामों में भारी गिरावट के बावजूद लोग चिकन और अंडों का सेवन करने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। पोल्ट्री का कारोबार करने वाले व्यापारियों के व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है। प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा जिलों में चिकन-अंडों की मांग में भरी गिरावट देखी गई। शिमला शहर में चिकन-अंडों की मांग 15 से 20 फीसदी तक घट गई है। मंडी जिले में बर्ड फ्लू की आशंका से अंडे, चिकन और मछली के कारोबार में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मांग कम हो गई है और दाम भी करीब 30 से 40 फीसदी तक गिर गए हैं। जबकि, कांगड़ा जिला में चिकन के दाम में 70 से 80 रुपये तक कम हुए हैं। मौजूदा समय में मुर्गे का मीट अब 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है। बावजूद इसके लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में थोक में मुर्गा 60 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया है। सोलन जिला में लोगों ने अंडे और चिकन की खरीद कम कर दी है। कारोबार 70 फीसदी कम हो गया है। चंबा व हमीरपुर में भी दो दिनों के भीतर ही चिकन और अंडे की मांग काफी कम हो गई है। वहीँ, इन सभी जिलों में पनीर, खोया और मटर की डिमांड बढ़ गई है।
तीन साल की नाकामी और कुप्रबंधन के बाद अब सरकार प्रशासनिक अम्ले को अपने पक्ष में वोट डलवाने के लिए सरकार तबादलों का खौफ दिखाने लगी है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। राणा ने कहा कि प्रदेशभर से मिली अधिकारियों को व कर्मचारियों की हजारों शिकायतों से यह खुलासा हुआ है कि सत्ता से जुड़े लोग पंचायती राज चुनावों में बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों को वोट करवाने का भारी दबाव बनाने लगे हैं। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर संकट खड़ा हो सकता है। राणा ने प्रदेश के तमाम चुनाव करवा रहे अधिकारियों व कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा है कि अधिकारी व कर्मचारी किसी भी दबाव में न आएं क्योंकि यह सरकार अब जाने वाली है और कांग्रेस सरकार आने वाली है। पंचायती चुनावों से पहले सरकार के जर्द चेहरे का दर्द बता रहा है कि अब यह सरकार टिकने वाली नहीं है। इस खौफ से सहमी सरकार अब सरकारी अम्ले पर दबाव बनाने लगी है। राणा ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार के कुशासन और कुप्रबंधन ने जनता को बड़े आर्थिक संकट में धकेला है जिसका करारा जवाब देने का समय अब आया है। राणा ने कहा कि लोग न सरकार के दबाव में आएं न डरें बल्कि निष्पक्ष वोट का प्रयोग करके निकमे लोगों को सत्ता से बाहर करने में अपना योगदान दें क्योंकि निष्पक्ष मत प्रदेश को फिर से विकास की मुख्य धारा में लाएगा। आज सरहदों पर सेना नायक सरकार की जिद्द के कारण संकट में हैं क्योंकि वह सड़कों पर हाल-बेहाल हो रहे अपने किसान परिवारों की चिंता में गहरे तनाव में हैं। किसान सड़कों पर हाल-बेहाल हैं और जवान सरहदों पर परिवारों के लिए चिंतित होने के बावजूद अपनी शहादतें देने को मजबूर हैं लेकिन बेदर्द सरकार अपनी जिद्द पर रहती हुई देश को विचित्र संकट में धकेल रही है। सरकार की जिद्द से स्पष्ट हो गया है कि सरकार आम जनता के बजाए कार्पोरेटर के हितों के लिए सत्तासीन हुई है। राणा ने कहा कि बेशक हिमाचल में बड़े किसान नहीं हैं लेकिन सरकार की नीति और नीयत को देखते हुए यह स्पष्ट है कि अब किसानों के बाद प्रदेश के बागवानों पर सरकार की हठधर्मिता के कारण संकट आने वाला है। इन सब संकटों से बचने का एक ही मूलमंत्र है कि तानाशाहों की सरकार को मत से मात देकर बाहर का रास्ता दिखाएं।
आज सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कहा की हिमाचल सरकार के कुशासन व कुप्रबंधन के कारण राजकोषीय घाटा 135 फीसदी जा पहुंचा है। स्टैटिकल डायरेक्टरेट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर माह में राजकीय कोषीय घाटा 10.75 लाख करोड़ रहा जबकि वित्त वर्ष 20-21 के लिए 7.96 करोड़ राजकोषीय घाटे का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। उन्होंने कहा कि धड़ाम हुई अर्थव्यवस्था के बीच आम आदमी का जन जीवन और दुश्बार हुआ है। महामारी, बेरोजगारी व आर्थिक तंगी से बिलबला रही जनता सरकार के कुप्रबंधन के लिए उसे हर चौराहे पर कोस रही है। जहां बीते नवंबर में देश का राजकोषीय घाटा 10.75 लाख करोड़ रहा है वहीं शाह खर्ची के लिए शाहों की बीजेपी सरकार ने इसी अवधि में 10.6 लाख करोड़ सरकार का खर्चा बताया है। वहीं सितंबर 2020 माह की तिमाही में सरकार का वकाया बढ़कर 107.4 लाख करोड़ हो गया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत तक कुल वकाया 101.3 लाख करोड़ था जिससे समझा जा सकता है कि सरकार पर लगातार देनदारियों का दबाव बढ़ रहा है। राणा ने कहा कि बेशक कोरोना का रोना रो रही सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था की खराबी के लिए कोविड-19 का बहाना लगा रही है लेकिन हकीकत यह है कि समाज चिंता छोड़ शाह खर्ची व सत्ता पर काबिज रहने के लिए सत्ता का दुरूपयोग करते हुए सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था का अब तक का सबसे बड़ा नुकसान किया है क्योंकि सरकार को समाज से ज्यादा सत्ता की चिंता है जिसके चलते सत्ता स्वार्थ में समाज को दरकनार सरकार लगातार गलत फैसले लेती आ रही है। एक तरफ सरकार स्वयं कह रही है कि देश में 80 करोड़ के करीब लोग गरीब हैं और दूसरी ओर सरकार जनता को दी जाने वाली सुविधाओं को लगातार निगलने व कम करने में लगी है। करोड़ों लोगों की रसोई गैस की कीमत 100 रुपए बढ़ाकर सरकार ने 9 हजार करोड़ रुपए कुछ किसानों के खातों में डालकर किसान हितैषी होने की बात कर रही है जबकि किसान अपनी बात रखने के लिए सड़कों पर ठंड से ठिठुर रहे हैं। राणा ने कहा कि सरकार में चले लगातार भ्रष्टाचार के बीच बीजेपी के राज में जनता का राजनीति पर भरोसा निरंतर कम हुआ है जोकि लोकतंत्र के लिए घातक साबित हो सकता है।
हमीरपुर। कृषि कानूनों के विरोध में हाल-बेहाल देश का किसान सड़कों पर ठंड से ठिठुर रहा है, मर रहा है लेकिन सत्ता अहम में मगरूर सरकार चैन की नींद सो रही है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दे पर अब बीजेपी सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक देश की अधिकांश आबादी मोर्चा खोल चुकी है। यही नहीं अब दुनिया की अधिकांश सरकारें भारत सरकार के बेदर्द रवैये को लेकर चिंतित हो रही हैं। देश का हर वर्ग किसानों की खराब होती हालत को लेकर संवेदनशीलता दिखाता हुआ किसानों के साथ आ खड़ा हुआ है लेकिन सत्ता घमंड में बेदर्द सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। कृषि कानूनों को लेकर देश में फसल उगाने वाले बड़ा किसान वर्ग इस वक्त सबसे ज्यादा नाराज है। अब पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, बिहार के साथ अधिकांश राज्यों के किसान इस आंदोलन से जुड़ चुके हैं। अब दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति अमेरिका के 7 प्रभावशाली सांसदों ने अमेरिकी विदेश मंत्री माईक पोपियो को पत्र लिखा है, जिनमें भारतीय-अमेरिकी मूल की सांसद प्रोमिला जयसवाल भी शामिल है। इन अमेरिकी सांसदों ने पत्र लिखकर पोपियो से अपील की है कि वह किसानों के विरोध प्रदर्शन का मुद्दा भारत सरकार के सामने उठाए। जबकि देश में आम आदमी से लेकर बॉलीवुड सेलिब्रिटी व अन्य शिक्षित वर्गों के लोग किसानों के इस आंदोलन को लेकर बेहद चिंतित हैं। इसके बावजूद बीजेपी सरकार किसानों की समस्या को लेकर बेदर्द बनी हुई है। राणा ने कहा कि यह तो वही बात हो गई कि देश जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा था। ऐसे ही केंद्र सरकार किसानों की समस्या से ज्यादा अपने हितों को साधते हुए सत्ता सुख में मशरूफ है। जबकि सरकार व अडानी-अंबानी के अंधभक्त कृषि बिलों को किसान का हितैषी बता रहे हैं। राणा ने चुटकी लेते हुए कहा कि देश भले ही सरकार की बात समझने में देरी कर चुका है, लेकिन सरकार ने तो पहले ही कह दिया था कि वह सिर्फ चौकीदार हैं। असली मालिक तो अडानी-अंबानी हैं और उन्हीं की पैरवी को लेकर सरकार किसानों को कुचलने की ज़िद पर अड़ी हुई है। राणा ने कहा कि सड़कों पर किसानों पर हो रहा जुल्म व कुर्बानियां बेकार नहीं जाएंगी। भले ही उसमें कुछ समय लगे लेकिन गरीब किसान को कुचलने पर अमादा हुई सरकार एक दिन औंधे मुंह जरुर गिरेगी। देश के कॉर्पोरेटरों की पैरवी करने वाली सरकार को एक न एक दिन इस सबका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। क्योंकि बेदर्द हाकिमों की हुकूमत ज्यादा देर नहीं चलती है।
कोविड -19 की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रदेशवासियों से अपील..
भारतीय दूतावासों के जरिए पीएम कोविड केयर फंड के लिए दान जुटाने के मामले में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने भाजपा व केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने सवाल किया कि अब 56 इंच का सीना कहां है, जिसके रहते धन जुटाने के लिए चीन, कतर व पाकिस्तान के सामने सरकार को गिड़गिड़ाना पड़ रहा है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि भाजपा व केंद्र सरकार ने झूठ की सारी हदें पार कर दी है, लेकिन झूठी की दीवारें ध्वस्त होने लगी हैं। जनता को इमोशनली ब्लैकमेल कर पाकिस्तान व चीन के खिलाफ सरकार बातें तो बड़ी-बड़ी करती है तथा चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा रही है, वहीं भारतीय दूतावासों को उन्हीं प्रतिबंधित ऐप से धन जुटाने को कहा जा रहा है, जोकि शर्म की बात है और देश की जनता से धोखा है। उन्होंने सवाल किया कि अगर पीएम केयर फंड चैरिटेबल ट्रस्ट है तो सरकारी एजैंसियों भारतीय दूतावासों ने पी.एम. केयर फंड के लिए प्रचार और दान क्यों प्राप्त किया। प्रतिबंधित चीनी ऐप्स पर फंड का विज्ञापन क्यों किया गया। अगर फंड आर.टी.आई. के भीतर लोक प्राधिकरण के दायरे में नहीं है तो दूतावासों ने पब्लिक डोमेन को छोड़कर क्लोज्ड चैनल से फंड के लिए विज्ञापन क्यों दिया। विदेशों से जुटाए धन का सी.ए.जी. या भारत सरकार द्वारा लेखा-जोखा क्यों नहीं किया गया है। सरकार द्वारा विदेशी योगदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम (एफ.सी.आर.ए.) के पूर्वावलोकन से इस ट्रस्ट के फंड को छूट क्यों दी गई है। ऐसा विशेष उपकार क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि पाकिस्तान, कतर व चीन सहित 27 विदेशी देशों से कितना फंड प्राप्त हुआ तथा किन विदेशी कंपनियों से धन मिला। उन्होंने कहा कि झूठ की सारी सीमाएं सरकार लांघ चुकी है। विदेशों से मिले फंड की जानकारी छिपाने के लिए इसे ट्रस्ट कहकर आर.टी.आई. के दायरे से बाहर किया, लेकिन दान जुटाने को भारतीय दूतावासों की ड्यूटी लगाई।एक तरफ पाकिस्तान व चीन से भारतीय सीमा पर घुसपैठ जारी है,हमारे जवान शहीद हो रहे है और दूसरी तरफ सरकार इन देशों से पीएम केयर में मदद की गुहार भी कर रही है।मोदी सरकार की कथनी और करनी में अंतर साफ दिखता है। आज इस विषय पर केंद्र सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी।
नादौन के बसारल गांव के पास एक निजी बस बैक करते समय बस की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है जिससे क्षेत्र में शोक व्याप्त है। मिली जानकारी के अनुसार एक निजी बस न० एचपी-55 बी 5901 का चालक बसारल के पास बस का बैक कर रहा था कि बसारल के ही सलाम गांव का देश राज पुत्र कांशी राम बस की चपेट में आ गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायला आवस्था में उसे उपचार के लिए नादौन अस्पताल लाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। खबर मिलते ही यातायात प्रभारी एएसआई नरेश कुमार टीम सहित मौका पर पहुँच गए। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि आरोपी बस चालक कमल किशोर के खिलाफ मामला दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
नादौन के भूंपल क्षेत्र में चोरों ने रात को तीन घरों के ताले तोडक़र लाखों के गहने व नकदी चोरी कर ली है जिससे क्षेत्र में दहशत का महौल है। मिली जानकारी के अनुसार चोरों ने बुधवार रात को भूंपल क्षेत्र के थुनियाल गांव के राजीव कुमार पुत्र रत्न चंद के घर के एक कमरे का ताला तोडक़र कमरे से करीब एक लाख चालीस हजार की नकदी, सोने की चेन, टॉक्स, झुमके व अंगूठी आदि चोरी कर लिए हैं। राजीव कुमार के अनुसार उनकी एक आरडी मैच्योर हुई थी जिसके पैसे मिले थे जो अभी घर में ही रखे थे। उन्होंने बताया कि परिजन साथ लगते कमरों में सोए थे और जिस कमरे से नकदी व गहने चोरी हुए हैं उस कमरे में कोई नहीं सोया था। उसी रात चोरों ने भूंपल क्षेत्र के ही गांव सुधियाल की माया देवी पत्नी महेन्द्र सिंह के नव निर्मित मकान के ताले तोड़ कर करीब 50 हजार की नकदी, सोने की चेन, टॉक्स, झुमके व अंगूठी आदि चोरी कर लिए हैं। तीसरा घटना भी सुधियाल गांव है। चोरों ने गांव की अनुराधा पत्नी पवन कुमार के नव निर्मित मकान के कमरे का ताला तोड़ कर कमरे से 6 हजार रूपये व चांदी के हार के सैट सहित अन्य सामान चोरी कर लिया है जिसका पता इन सभी को उस समय चला जब उन्होंने कमरों के ताले टूटे व दरवाजे खुले देखे। समाज सेवी सुनील शर्मा ने बताया इन चोरी की घटनाओं से लोगो दहशत में हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इन तीनों चोरी की घटनाओं को किसी भेदी ने ही अंजाम दिया है जिसे पता था कि इन कमरों में रात को कोई नहीं सोया है। इन चोरी की घटनाओं की पुष्टि एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि पुलिस ने चोरी की घटनाओं की खबर मिलते ही पुलिस टीम मौका पर भेज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुरे देश में आज किसानों के समर्थन में भारत बंद का एलान है। भारत बंद का असर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है, लेकिन हिमाचल की बात की जाए तो प्रदेश में भारत बंद का कोई भी असर देखने को नहीं मिला। हालाकिं कुछ जगहों पर सीटू व किसान संगठनों ने किसान समर्थन में रैली निकाली। बाजार बंद की बात की जाए तो प्रदेश में कहीं भी दुकानों के शटर बंद नहीं दिखें। सोलन व शिमला की बात की जाए तो किसानों के समर्थन में रैलियां तो की गई, लेकिन बाजार में लोगों की भीड़ पहले की तरह ही देखने को मिली। बता दें की देश में सरकार दवरा पास किए गए किसान बिल के विरोध में दिल्ली में किसान पिछले 13 दिनों में विरोध कर रहे है। किसानों ने आज पुरे भारत को बंद करने की अपील की थी। बात की जाए पंजाब व हरियाणा की तो वहां पर भारत बंद का असर देखने को मिला। पंजाब हरियाणा में किसानों द्वारा कई जगहों पर चक्का जाम किया गया। हिमाचल प्रदेश में किसानों के समर्थन में कम लोग ही देखने को मिले। प्रदेश सरकार ने पहले ही इस भारत बंद को नकार दिया था। ठियोग, शिमला, सोलन व मंडी में प्रदर्शन .... हिमाचल के कुछ ज़िलों में भारत बंद के समर्थन में रैली व प्रदर्शन किया गया। ठियोग में कुछ संगठनों ने चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में ठियोग के विधायक राकेश सिंघा भी मौजूद रहे, इसके अलावा शिमला, सोलन व मंडी में किसान संगठन व कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया व रोष प्रदर्शन किया। प्रदेश में किसानों के समर्थन में कांग्रेस का भी साथ देखने को मिला।
सुजानपुर के ऐतिहासिक चौगान में एन.एस.यू.आई. इकाई द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का सोमवार को समापन हो गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि नशे का सेवन केवल क्षणिक आनंद दे सकता है, लेकिन व्यायाम, ध्यान व खेलें न केवल शारीरिक रूप से बलिष्ठ बनाती है, बल्कि मन की एकाग्रता भी बनती है। उन्होंने कहा कि इनके अलावा जीवन में शिक्षा का अलग ही महत्व है। खेलकूद के साथ शिक्षा हमें मानवता सिखाती भी है और एक बेहतरीन इंसान भी बनाती है। ये जीवन का मूलमंत्र है। समापन सरोस कार्यक्रम से पहले फाइनल मैच डोली व आलमपुर टीम के बीच हुआ, जिसमें डोली की टीम ने 55 रनों से जीत हासिल की। विजेता डोली टीम को मुख्यातिथि विधायक राजेंद्र राणा ने अपने कर कमलों से 11,000 रूपए व उपविजेता आलमपुर की टीम को 71,00 रूपए इनामी के दिए। विधायक राजेंद्र राणा ने इस अवसर पर एन.एस.यू.आई. सुजानपुर इकाई को प्रोत्साहन राशि के रूप में 5,000 रूपए दिए। उन्होंने हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि एन.एस.यू.आई. इकाई पहले भी सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेती आई है तथा उम्मीद है कि भविष्य में भी पूरे उत्साह के साथ सामाजिक सरोकारों की परिपाटी को चलाती रहेगी। समापन समारोह में सुजानपुर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश, राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश महासचिव व जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष लेखराज ठाकुर, सुजानपुर कांग्रेस से महासचिव अशोक राणा, महिला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बीना धीमान, पार्षद महादेव, पार्षद मनोज ठाकुर, पार्षद दीप ज़िला कांग्रेस उपाध्यक्ष सुरिंदर कुमार, कुमार, पार्षद अनिता कुमारी, पार्षद सुमन अटवाल, शहरी इकाई के पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष सोहना व अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रदेश में काफी दिनों से साफ़ चल रहे मौसम के बाद अब खबर आ रही है की आगामी 7 दिसंबर को मौसम का हाल बिगड़ सकता है। मौसम विभाग द्वारा जारी एक सप्ताह के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 7 से 10 दिसंबर तक प्रदेश के अधिक ऊँचाई वाले इलाकों में बारिश और हिमपात होने की संभावना है। वहीं 7 और 8 दिसंबर को प्रदेश के माध्यम ऊँचाई वाले इलाकों में भी बारिश और बर्फ़बारी हो सकती है। इसके इलावा प्रदेश के मैदानी व कम ऊँचाई वाले इलाकों में भी 7 और 8 को बारिश की संभावना है। उधर, प्रदेश के सभी इलाकों में शीत लहर जारी है।
नगर परिषद हमीरपुर की मतदाता सूचियों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय नगर निकाय की सूचियों में बाहरी मतदाताओं को शामिल करने की बात सामने आ रही है। पूर्व पार्षद अजय शर्मा ने इस संबंध में डीसी हमीरपुर को शिकायत पत्र सौंपा है। उन्होंने शिकायत पत्र के माध्यम से कहा कि नगर परिषद हमीरपुर के विभिन्न वार्डों में बाहरी क्षेत्रों के लोगों को शामिल किया जा रहा है। मतदाता सूचियों में उनके नाम फोटो के बिना ही शामिल कर दिए गए हैं। पूर्व पार्षद अजय शर्मा का कहना है कि इस बारे में पहले भी कई बार प्रशासन और स्थानीय नगर निकाय को शिकायत सौंपी जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। डीसी हमीरपुर को शिकायत सौंपी गई है, जिससे इस मामले में शीघ्र कार्रवाई हो सके। उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई न करना अपने आप में बड़ा सवाल है। आपको बता दें कि इससे पहले भी मतदाता सूचियों पर भावी प्रत्याशी और कई पूर्व पार्षद सवाल उठा चुके हैं। इन शिकायतों पर तहसीलदार हमीरपुर में सुनवाई भी की थी, लेकिन अधिकतर शिकायतकर्ता इस सुनवाई से संतुष्ट नजर नहीं आए थे। वहीं अब एक बार फिर जिला प्रशाशन के पास ये मामला पहुंचा है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। आज कोरोना से 3 और लोगों ने जान गवाईं है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में 3 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया है। मृतकों में नग्गर कुल्लू का 73 वर्षीय बुजुर्ग, संधोल मंडी का एक 86 वर्षीय बुजुर्ग और झंडूता बिलासपुर की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल है। इसके साथ ही प्रदेश में 642 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कुल 58 नए संक्रमित पाए गए हैं। इनमे बिलासपुर से 9 लोग, किन्नौर से 5, मंडी से 12 और शिमला से 32 लोग संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में कोरोना से संक्रमितों की कुल संख्या 40576 हो गई है। फिलहाल प्रदेश में 7745 कुल एक्टिव केस हैं। साथ, 32145 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश में 12वीं पास बच्चों के लिए राहत भरी खबर आई है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने कॉलेजों में दाखिले की तारीख को 5 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। 12वीं पास बच्चे जिन्हें कॉलेज में एडमिशन की चिंता सता रही थी उन को बड़ी राहत मिली है। कोरोना वायरस की वजह से जो बच्चे कॉलेजों में दाखिला नहीं ले पाए थे उन्हें शिक्षा निदेशालय ने एक और मौका दिया है। वहीँ स्कूल शिक्षा बोर्ड ने हाल ही में दसवीं कक्षा के परिणाम भी घोषित किए थे पर विद्यार्थियों को कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहा था। लेकिन अब तिथि बढ़ाए जाने के बाद विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है। इससे कई विद्यार्थियों का 1 साल खराब होने से बच गया है।
हिमाचल प्रदेश के 2.50 लाख आयकर दाताओं को डिपो में एपीएल उपभोक्ताओं की तर्ज पर अगले महीने से सस्ता राशन मिलना शुरू हो जाएगा। हिमाचल सरकार की ओर से सब्सिडी पर मिलने वाला राशन अब उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगा। उपभोक्ताओं को आटा चावल 9 और 10 रुपए प्रति किलो और दालें, तेल, नमक और चीनी बाजार रेट से 4 से 5 रुपए तक सस्ती मिलेगी। सब्सिडी पर दी जाने वाली 3 दालें, 2 लीटर तेल मार्केट रेट या इससे कुछ कम रेट पर मिलेगा। बता दें सरकार ने कोरोना काल में करदाताओं को डिपो से सस्ते राशन देने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सरकार के निर्देशों व कैबिनेट में फैसला होने के बाद करदाताओं के राशन कार्ड ब्लॉक कर दिए गए थे। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आयकर दाताओं को डिपो में सस्ता आटा चावल देने के लिए फाइनल स्वीकृति दे दी गई है। निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द राशन बहाल करें। दाल और तेल भी मार्केट रेट से कुछ सस्ता मिलेगा।
पूरे विश्व में सबसे खराब अर्थव्यवस्थाओं में दूसरे स्थान पर चल रहे भारत देश की दुर्दशा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने सवाल किया है कि क्या ऐसे सुनहरे भारत की तस्वीर देश की जनता को दिखानी थी। क्या किसानों पर जुल्म करना व भारतीय सेना के जवानों को आर्थिक संकट में डालना अच्छे दिन हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि जुलाई-सितम्बर की दूसरी तिमाही में भी देश की जीडीपी दर 7.50 प्रतिशत गिरी है। सरकार से देश की अर्थव्यवस्था संभल नहीं पा रही है। सरकार अपने मन की बात कह रही है और उसे जनता पर थोप भी रही है, लेकिन जिन वर्गों पर इन्हें आजमाया जा रहा है, उनसे कोई सुझाव नहीं लिया जा रहा है। बदले में एक तानाशाही रवैया अपनाते हुए जनता की मन की बात को दबाया जा रहा है। सरकार के अब तक के निर्णय रहस्यमयी व नाटकीय ही रहे हैं, जोकि आधी रात को लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता में आक्रोश दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश सरकार को भी लपेटते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी उसी ढर्रे पर सरकार चल रही है। केंद्र के नक्शेकदम पर चलते हुए प्रदेश सरकार भी अब तक जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है। 3 साल केवल झूठे वायदों, जुमलेबाजी व आश्वासनों में ही बीते हैं। हर क्षेत्र में माफिया राज को सरंक्षण मिला है। प्रदेश सरकार के अपने लिए कानून अलग हैं और शेष वर्गों के लिए नियम बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि लाकडाऊन में सरकार ने सरकारी डिपुओं से गरीब लोगों को नि:शुल्क राशन मुहैया करवाने का निर्णय लिया था, जिसे अब बंद किया जा रहा है, लेकिन सरकार को समझना चाहिए कि बेशक लाकडाऊन नहीं है, लेकिन कोरोना महामारी के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं तथा गरीब लोगों की आर्थिकी में अभी सुधार नहीं हुआ है। ऐसे में सरकार ऐसे पात्र परिवारों का नि:शुल्क राशन बंद न करें, बल्कि इस घड़ी में राशन के अलावा स्वरोजगार व रोजगार के ऐसे संसाधन जुटाए, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हो सकें।
अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर शहीद हुए सिरमौर के 23 वर्षीय लाल अंचित कुमार का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव धार पंजेहरा पहुंचा। शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुँचते ही हज़ारों की संख्या में जनसैलाब उनके आखिरी दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। हर तरफ केवल "भारत माता की जय","अंचित शर्मा अमर रहे" के नारे ही सुनाई पड़ रहे थे। माँ-बाप का इकलौता लाल तिरंगे में लिपटा हुआ जब अपने घर पहुंचा तो उनकी परिवार वालों की आंसुओं से भरी आँखे उनके दर्द बयां कर रहीं थी। माँ और बहन के रो-रो कर बुरे हाल थे जबकि पिता की नम आँखे और उनका चौड़ा सीना उनके गर्व को दर्शा रहा था। दोपहर के समय अंचित शर्मा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिमसंस्कार किया गया।
हिमाचल प्रदेश के बिजली उपभोगताओं को हाई कोर्ट ने बड़ी राहत प्रदान की है। हिमाचल में अब बिजली के नये कनेक्शन पुरानी सिक्योरिटी राशि पर ही मिलेंगे। बता दें बिजली के मीटर लगाने के लिए उपभोगताओं से ली जाने वाली राशि कई गुना बढ़ा दी गई थी। पर अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद राज्य बिजली बोर्ड ने इस सिक्योरिटी राशि के आदेश स्थगित कर दिए हैं। एडवांस कंज्यूमर डिपॉजिट की नई दरें तय करने के लिए जल्द विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा जाएगा। आयोग द्वारा नई दरें तय करने तक प्रदेश में पुरानी सिक्योरिटी राशि पर ही नए बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। शुक्रवार को बोर्ड प्रबंधन की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सिक्योरिटी राशि की नई दरों पर स्टे दे दिया है। इससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल गई है। बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक आरके शर्मा ने बताया कि सिक्योरिटी की नई दरें तय होने तक प्रदेश में पुरानी दरें लागू रहेंगी। बिजली बोर्ड ने घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक कनेक्शनों पर एडवांस कंज्यूमर डिपॉजिट में भारी बढ़ोतरी कर दी थी। प्रदेश भर में विरोध के बाद सरकार ने बढ़ाई दरें वापस लेने का एलान किया था। शुक्रवार को बोर्ड प्रबंधन ने नई दरों के आदेश को स्थगित करते हुए पुरानी सिक्योरिटी राशि के मुताबिक ही नया बिजली कनेक्शन देने का फैसला लिया है।
हमीरपुर। कोरोना काल के दौरान आर्थिक संकट से जूझ रही जनता की जेब पर डाका डालते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ौतरी की गई। केंद्र सरकार व तेल कंपनियों ने उस दौर में जनता को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह बात प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि पिछले साल कच्चे तेल की प्रति बैरल लागत 4100 से 4400 रूपए तक थी, जोकि कोरोना काल में 2000 रूपए प्रति बैरल तक पहुंच गई, लेकिन उस समय डीजल-पेट्रोल की कीमतें कम कर जनता को फायदा पहुंचाने की बजाय पेट्रोल पर 10 रूपए तथा डीजल पर 13 रूपए प्रति लीटर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगा दी। अब भी कच्चे तेल की प्रति बैरल कीमत 3000 रूपए के करीब है, लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई कटोती नहीं की गई है। सबका साथ-सबका विकास की बात करने वाली केंद्र सरकार कोरोनाकाल में जनता का हमदर्द बनने की बजाए पर्दे के पीछे से खलनायक की भूमिका निभाती रही। यही कारण रहा कि अप्रैल-मई में कच्चे तेल की कीमत में कमी के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाने से सरकार व तेल कंपनियों ने इस साल सितम्बर माह तक ही 25 हजार करोड़ से ज्यादा कमाई की। तेल के दाम बढ़ने से मालभाड़ा में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे आम आदमी को महंगाई से भी जूझना पड़ रहा है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना काल में महामारी से खुद व परिवार को बचाए रखने के लिए आर्थिक संकट से जूझने के बावजूद लोगों में दोपहिया व चौपहिया वाहन खरीदने की होड़ मची हुई थी, लेकिन उस समय पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने की बजाय उनमें बढ़ौतरी कर सरकार ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। आम आदमी को लूटने के सरकार नित नए-नए तरीके इजाद कर रही है तथा तानाशाह की तरह जनता पर निर्णय थोपे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को आम आदमी से कोई मतलब नहीं है। चुनावों के समय स्वयं सरकार ने महामारी से बचने की एडवाइजरी की अनुपालना नहीं की और अब मामले बढ़ने के बाद नींद से जाग रही है। यही हाल प्रदेश सरकार का है, जिसने अपनी रैलियों में नियमों की जमकर उल्लंघना कर जनता की जान सांसद में डाली और अब नियमों का सख्ती से पालन करने की बात कही जा रही है।
आज पूरे केंद्र के साथ प्रदेश की भी कई ट्रेड यूनियनें राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। आज देश भर में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ करोड़ों लोग गरजेंगे। इस हड़ताल का असर प्रदेश में भी दिख रहा है। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के सभी जिलों में कुछ प्राइवेट बस यूनियनें हड़ताल पर हैं। इस कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही हैं। लोग घंटो से बसों का इंतज़ार कर रहे हैं। अगर बात की जाए राजधानी शिमला की तो शिमला में आज बसों से भरा लक्कड़ बाजार बस स्टैंड खाली नज़र आया। हालांकि वहां इक्का दुक्का सरकारी बसें नज़र आईं पर केवल 50% ऑक्यूपेंसी होने के कारण कई यात्रियों को अगली बस के लिए लम्बा इंतज़ार करना पड़ रहा है। वहीँ सीमेंट प्लांट में कार्यरत ट्रक ऑपरेटर यूनियनें भी इस हड़ताल का हिस्सा बन सकती हैं। इससे सीमेंट ढुलाई प्रभावित होगी। साथ ही कुछ टैक्सी ऑपरेटर्स भी हड़ताल पर रहेंगे। ये संगठन हड़ताल पर... हिमाचल में मजदूर संगठन सीटू, इंटक, एटक, केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति, पोस्टल कर्मचारी यूनियन, नॉर्थ जोन इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया ऑडिट एंड अकाउंट्स पेंशनर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन, प्रदेश प्राइवेट बस ड्राइवर कंडक्टर यूनियन, हिमाचल किसान सभा, जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई, एसएफआई, दलित शोषण मुक्ति मंच हड़ताल करेंगे।
हमीरपुर, 22 नवम्बर : सी.यू. विवाद को लेकर भाजपा में मचे आपसी घमासान को लेकर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रवास पर आए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी पानी डालने का काम कर रहे हैं, जबकि बखूबी जानते हैं कि वे भी भुक्तभोगी रहे हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि यह अंतर्कलह है और कुछ नहीं, जिसका बवाल थमने वाला नहीं है। कुछ लोगों को सी.एम. की कुर्सी छिन जाने का दर्द अब तक सता रहा है, जिसकारण सत्ता चले जाने से उठा तूफान उफान पर है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा स्वयं इन्हीं कुछ लोगों की कार्यशैली से द्रवित होकर दिल्ली गए थे। अब दर्द भी बयां कर दिया कि धैर्य बनाए रखें, लेकिन खेद है कि सत्ता दूर होती देख भाजपा के कुछ लोग अधीर होकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुद्दे ने राजनीतिक फिजाओं में ठंडक भर दी है। भाजपा हाईकमान का चाबुक चलने के बाद अब अनुराग ठाकुर के सुर बदल गए हैं। यह वही अनुराग हैं, जिन्होंने माननीय सुप्रीम कोर्ट में भी हलफनामा देकर माफी मांगी थी। राजेंद्र राणा ने कहा कि पहले बेमतलब कोसने के बाद माफी मांगने की अदा केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री को ही भाती है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सी.यू. विवाद में घसीटकर बखेड़ा खड़ा कर दिया और अब अपनी गलती होने पर सरकार की पीठ भी थपथपा रहे हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि नड्डा ने दो-चार शब्द कहकर जिस तरह अपना दुख जाहिर किया है, उससे सब साफ हो गया है कि प्रदेश में मंत्री पद छोड़कर नड्डा केंद्र की राजनीति में क्यों गए थे। जलील करने की राजनीति किस कद्र भाजपा की नस-नस में फैली है, वो जसवां-परागपुर की जनता ने देख लिया है। उन्होंने कहा कि इशारों-इशारों में नड्डा ने हाल-ए-दिल बयां कर दिया कि घबराएं नहीं, उनके साथ भी ऐसा ही हुआ था। ऐसा कहकर उन्होंने अपनी पीड़ा भी जाहिर की है।
सुजानपुर। बुधवार को सुजानपुर ब्लाक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक ब्लाक अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश की अध्यक्षता में पटलांदर में आयोजित की गई, जिसमें पी.सी.सी. की ओर से नियुक्त सुजानपुर प्रभारी संजीव कालिया व डी.सी.सी. की ओर से आर.सी. डोगरा, जुगल किशोर, शहंशाह आदि ने विशेष रूप से भाग लिया। बैठक में पंचायती राज चुनावों के लिए कमर कसते हुए रणनीति बनाने के साथ कमेटियों का गठन किया गया तथा निर्णय लिया गया कि पंचायत चुनावों में ही वर्तमान प्रदेश सरकार को सबक सिखाकर आगामी विधानसभा चुनावों की पटकथा लिखी जाएगी। इस अवसर पर विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान में देश बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में सत्तासीन केंद्र सरकार ने देश को पिछड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी त्रासदी क्या हो सकती है कि देश की सीमाओं की दिन-रात चौकसी करने वाले हमारे जवानों की पैंशन घटाने की तैयारी हो रही है, जिसके विरोध में पूर्व सैनिक केंद्र सरकार के खिलाफ 28 नवम्बर को सुजानपुर में विरोध-प्रदर्शन कर शंखनाद कर रहे हैं। यह विरोध-प्रदर्शन सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हर वर्ग केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका है। अपनी जनविरोधी नीतियों से आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी सरकार बिगाड़ने पर आ तुली है, जोकि कांग्रेस हरगिज होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि जनता ही सरकार चुनती है, लेकिन जब सरकार दमनकारी नीतियों को अपनाना शुरू कर दें तो ऐसी स्थिति में एक ही रास्ता बचता है कि ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अब जनता ने भी सरकार को जड़ से उखाड़ने का मन बना लिया है।
हमीरपुर। चंबा जिला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कोरोना व कांग्रेस से मुक्ति वाली टिप्पणी पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने पलटवार करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार को इतनी ही फ़िक्र है तो जनता को उन जनहित से जुड़े मुद्दों से मुक्ति दिलाए, जिनसे जनता परेशान व हताश हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि सत्तासीन पार्टी द्वारा देश को कांग्रेस मुक्त करने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। अगर सही मायने में मुक्ति दिलानी है तो सरकार द्वेष भावना से काम करना छोड़ दे। चुनावों में सरकार ई.वी.एम का सहारा लेना छोड़ दे, ताकि भाजपा को सच का आइना दिखे। उन्होंने कहा कि जिन देशों ने ई.वी.एम. से चुनाव करवाना शुरू किए थे, उन देशों ने भी ई.वी.एम. हैकिंग के मामलों के बाद पुरानी पद्धति बैलेट पेपर से चुनाव करवाने में ही बेहतरीन समझी है। इसलिए लोकतंत्र पर जनता का विश्वास कायम रखने के लिए सरकार ई.वी.एम. का सहारा छोड़कर पुरानी पद्धति अपनाए तो जमीन पर अपनी हैसियत का पता भी चल जाएगा। उन्होंने कहा कि जनसभाओं में बड़ी-बड़ी बातें करने वाले मुख्यमंत्री कांग्रेस की फिक्र करने की बजाय महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार से समाज को मुक्त करवाएं। बिगड़ी अर्थव्यवस्था से चौपट हुए व्यापार को पटरी पर लाएं। सड़कों की हालत ठीक करवाकर व अस्त-व्यस्त तथा चरमराए सरकारी सिस्टम को ही चुस्त-दुरुस्त कर दें तो इससे ही जनता सरकार को दुआएं देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को सपने में भी कांग्रेस ही दिखती है तथा दिन-रात यही सोचते हैं कि कांग्रेस से कैसे छुटकारा मिले, ताकि अपनी मनमानी कर जनता को परेशान कर सकें, लेकिन ऐसा हरगिज नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है, जोकि आजादी से पहले और बाद में भी अब तक जनता के सुख-दुख की साथी है, जबकि भाजपा उन फसली बटेरों की तरह है जोकि सत्ता में आने के बाद जन विरोधी फैसले लेकर जनता को निराश करती है और फसल बटोरकर चलती बनती है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि भाजपा में वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर वन मैन शो चल रहा है तथा बाकि केवल कठपुतलियां बनकर रह गए हैं, जिन्हें सही व ग़लत से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सलाह दी कि कांग्रेस मुक्त प्रदेश के सपने देखने की बजाय अपनी पार्टी में धधक रहे ज्वालामुखी को शांत करवाएं।