राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पांगणा में स्काउट एंड गाइड के प्रथम सोपान का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। इसमें बीपी सिक्स एक्सरसाइज, स्काउट एंड गाइड सैलूट, ओथ और सांग की ट्रेनिंग दी जा रही है। स्काउट एंड गाइड प्रभारी टीजीटी आर्ट्स रमेश चौहान और कमलेश शर्मा ने बताया कि इसके लिए विद्यालय में एक विशेष सत्र चलाया जा रहा है, जिसमें विद्यालय के सीनियर अध्यापक इंग्लिश प्रवक्ता मुनीश शर्मा के सहयोग से विद्यार्थियों को अपना ध्यान रखने और अनुशासन सेवा सहित कई कार्यों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। स्काउट एंड गाइड के विद्यार्थियों ने एजुकेशनल और करिकुलर एक्टिविटी फंड के लिए सभी से 5100 रुपये एकत्रित कर ये राशि प्रधानाचार्य को भेंट की। विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कुमार ने विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए उन्हें समाज कल्याण के लिए प्रेरित किया।
स्यांज बगड़ा का ऐतिहासिक ठिरशु मेला नाग धमुनी मंदिर स्यांज के परिसर में विधिवत संपन्न हुआ। मेले के समापन समारोह में स्थानीय विधायक दीप राज भन्थल ने शिरकत की। जानकारी देते हुए आशुतोष सारस्वत ने कहा कि इस मेले का आयोजन कई सदियों से किया जा रहा है। इस मेले का आयोजन सुकेत रियासत के सैन वंशज के राजाओं के कटवाल द्वारा क्षेत्र में लगे असाध्य रोग की मुक्ति के निवारण हेतु नाग धमुनी के मंदिर में किया गया था। आज भी इस परंपरा का निर्वहन नाग धमुनी के गणो के झाड़े से किया जाता है। ठिरशु मेला वसन्तोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। यह मेला वसंत ऋतु के मध्य में 11 व 12 प्रविषठे वैशाख को नाग धमुनी मंदिर स्यांज में विधिवत मनाया जाता है। मेले में डॉ . गोपाल चौहान राज्य कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य विभाग, एडी शर्मा समाजसेवी व सेवानिवृत महाप्रबंधक पर्यटन विभाग एवं नेक राम शर्मा पदम श्री 2023 को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधायक भन्थल ने नाग धमुनी मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। एक लाख रुपये की राशि डॉ. गोपाल चौहान ने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए भेंट की। कल्याण चौहान ने दस हजार रुपये की राशि आयोजन समिति को प्रदान की। विधायक दीप राज द्वारा 9 महिला मंडल तथा 4 युवक मंडलों को पांच पांच हजार रुपये की राशि प्रदान की। इस दौरान विशेष तौर पर केसर सिंह ठाकुर, गुलाब सिंह ठाकुर, राज कुमार, पन्ना लाल वर्मा, लाल चन्द वर्मा, दाखु राम शर्मा, बिट्टू वर्मा आदि उपस्थित रहे।
एसडीएम जोगिंद्र नगर कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि भारत सरकार के वर्ष 2025 तक देश को क्षयरोग (टीबी) मुक्त बनाने के लक्ष्य प्राप्ति के लिए चौंतड़ा चिकित्सा खंड में क्षय रोग मुक्त पंचायत अभियान शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि विभाग के इस कदम से न केवल टीबी मुक्त पंचायत का लक्ष्य प्राप्त होगा, बल्कि क्षयरोग मुक्त भारत बनाने में भी मदद मिलेगी। एसडीएम आज चिकित्सा खंड लडभड़ोल की खंड स्तरीय क्षयरोग उन्मूलन समिति बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में जिला क्षय रोग निगरानी अधिकारी डॉ. अरिंदम रॉय तथा डब्ल्यू.एच.ओ. सलाहकार हिमाचल डॉ. सैजल भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। बैठक का संचालन खंड चिकित्साधिकारी लडभड़ोल डॉ. ए.के. सिंह ने किया। कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि देश से क्षयरोग के संपूर्ण उन्मूलन के लिए लोगों में टीबी के प्रति जागरूकता व गंभीरता होना बेहद आवश्यक है। उन्होने विभागीय अधिकारियों को ग्रामीण स्तर पर लोगों को क्षयरोग से जुड़े विभिन्न लक्षणों एवं बचाव के साथ व्यापक जन जागरूकता लाने पर भी बल दिया। एसडीएम ने विभागीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि वर्तमान में लडभड़ोल चिकित्सा खंड में कुल 58 क्षयरोग पीड़ित मरीज उपचाराधीन हैं, जिनमें एक मरीज एमडीआर वर्ग का है। उन्होने बताया कि सरकार टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज की पूर्ण अवधि तक प्रतिमाह 500 रुपये बतौर पोषण सहायता प्रदान करती है। साथ ही राज्य सरकार बिगड़ी टीबी के इलाज की पूर्ण अवधि तक मरीज को 1500 रुपये की राशि प्रदान करती है। चिकित्सा खण्ड लडभड़ोल के अंतर्गत वर्ष 2022 में 166 क्षयरोग लाभार्थियों को 4 लाख 77 हजार रुपये तथा वर्ष 2023 मे 36 क्षयरोग लाभार्थियों को 55 हजार रुपये की राशि का निर्वहन किया जा चुका है।
नगर परिषद जोगिंद्र नगर के तीन मनोनीत पार्षदों को एसडीएम जोगिंद्र कृष्ण कुमार शर्मा ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें रंजन शर्मा, प्रशांत शर्मा व अधिवक्ता सुनित कुमार शामिल हैं। एसडीएम जोगिंद्र नगर कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने नगर परिषद जोगिंद्र नगर में तीन सदस्यों को मनोनीत किया है, जिन्हें आज पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई है। नगर परिषद में मनोनीत तीनों पार्षदों ने नियुक्ति के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है तथा कहा कि नगर परिषद के विभिन्न विकास कार्यों में वे अपना पूरा सहयोग प्रदान करेंगे। वहीं, प्रदेश कांग्रेस सचिव जीवन ठाकुर भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह बात उन्होंने आज जिला मंडी के श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक में एमबीबीएस चिकित्सकों के प्रथम दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। समारोह में उन्होंने प्रथम बैच के चिकित्सकों को इंटरनशिप सर्टिफिकेट प्रदान किए। उन्होंने विद्यार्थियों की मांग पर चिकित्सा महाविद्यालय में खेल मैदान तथा अतिरिक्त हॉस्टल का निर्माण करने के लिए महाविद्यालय प्रबन्धन को भूमि का चयन करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में चिकित्सकों को भी चुनौतियों से गुजरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों से निपटने के लिए कड़ा परिश्रम करना पड़ता है और मेहनत के बाद ही सफलता हासिल होती है। सरकारी क्षेत्र में रोजगार के सीमित अवसर होने के बावजूद राज्य सरकार चिकित्सकों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान में तकनीकी बदलावों के दृष्टिगत चिकित्सकों को नई तकनीक अपनाकर आगे बढ़ना होगा। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी मेडिसन बना रही है, जिसके तहत चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे। इससे आपातकालीन सेवाओं में गुणवत्ता बढ़ने के साथ-साथ चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ स्वस्थ भी रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के चार चिकित्सा महाविद्यालयों शिमला, टांडा, नेरचौक, हमीरपुर में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने जा रही है। शिमला और टांडा चिकित्सा महाविद्यालयों में लेटेस्ट पैट स्कैन और सीटी स्कैन की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में चिकित्सा महाविद्यालयों में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी और राज्य सरकार इस पर गंभीरता के साथ कार्य कर रही है। हमीरपुर में कैंसर का आधुनिक अस्पताल निर्मित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन का गठन किया है, जिससे सरकारी खरीद में पारदर्शिता आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पेयजल की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास कर रही है और प्रदेश की सभी पेयजल योजनाओं में चरणबद्ध तरीके से यूवी आधारित वॉटर प्यूरिफाइर की तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति चिंताजनक थी, जिस कारण राज्य सरकार को 6 हजार करोड़ रुपये का ऋण लेना पड़ा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चार वर्ष में पटरी पर लाया जाएगा, जिसके लिए कड़े फैसले लेने होंगे। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी महाविद्यालय, शिमला ने देश को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक प्रदान किए हैं। आईजीएमसी से शिक्षा ग्रहण करने के उपरान्त चिकित्सक दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानों में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालय संजौली के सीएसए का चुनाव जीता और 17 वर्ष की आयु में वह सीआर बने थे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बिताए दिनों को भी याद किया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि विद्यार्थी के जीवन में कॉलेज का समय महत्वपूर्ण होता है। सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस महाविद्यालय की स्थापना के लिए काफी प्रयास किए हैं और आज यहां बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे आम लोगों को भी सुविधाएं मिल रही हैं।
प्रदेश सरकार की स्वर्ण जयंती आश्रय योजना करसोग क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग के लोगों के लिए सच में ही गोल्ड साबित हुई है। इस योजना के माध्यम से क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग के लोगों का अपना पक्का घर होने का सपना साकार होगा। योजना के तहत करसोग क्षेत्र में बनने वाले सैकड़ों घरों का निर्माण करने को राज्य सरकार नेे स्वीकृति प्रदान कर दी है। इन घरों को बनाने पर राज्य सरकार लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि व्यय करेगी। योजना का लाभ पाने के लिए चयनित प्रत्येक लाभार्थी को योजना के तहत अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए प्रति घर एक लाख 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। करसोग क्षेत्र के लिए यह पहला मौका है कि एक साथ इतने अधिक, सैकड़ों मकान क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग के लोगों के लिए स्वीकृत किए गए हैं। गत वर्षो में क्षेत्र के लोगों के लिए स्वीकृत किए गए मकानों की संख्या पर नजर डाली जाए तो एक वर्ष में 50-60 से ज्यादा मकान स्वीकृत नहीं होते थे, जबकि इस वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार की ओर से एक साथ 215 लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी स्वीकृती प्रदान की है। क्षेत्र के लोगों को यह सौगात, राज्य की सुख की सरकार के प्रयासों से संभव हुई है। दो किस्तों में मिलेगा पैसा चयनित सभी पात्र लाभार्थियों को पैसा दो किस्तों में दिया जाना है। क्षेत्र के लिए स्वीकृत कुल 215 घरों का निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए विभाग की ओर से पहली किस्त के रूप में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि सभी चयनित लाभार्थियों को प्रदान की जानी है। जिसकी प्रक्रिया विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है। करसोग के तहसील कल्याण अधिकारी भोपाल शर्मा ने बताया कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत करसोग क्षेत्र के लिए इस वर्ष 215 मकान स्वीकृत हुए है। इन मकानों के निर्माण पर लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि व्यय की जानी है। सभी चयनित लाभार्थियों को योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंडी की अदालत में एक व्यक्ति रमेश कुमार गांव सिंहज को अनुसूचित जाति जनजाति से संबंधित एक व्यक्ति भूपेंद्र के साथ मारपीट करने और पीड़ित भूपेंद्र की मृत्यु का कारण बनने का दोष सिद्ध होने पर रमेश कुमार को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 भाग 2 के तहत 7 वर्ष के कठोर कारावास के साथ 1,00,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। साथ ही अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा 3(2)(अ) के तहत आजीवन कारावास के साथ 1,00,000 रुपये के जुर्माने की भी सजा सुनाई । आदेश के अनुसार यदि उक्त दोषी जुर्माना अदा नहीं करता है तो दोनों सजा में एक 1 वर्ष का अतिरिक्त कठोर कारावास दोषी को भुगतना पड़ेगा। कारावास की दोनों सजाएं साथ-साथ चलेंगी। लोक अभियोजक मंडी नवीन राही ने बताया कि दिनांक 23-10- 2018 को पुलिस को शिकायत प्राप्त हुई थी कि 22- 10 -2018 को भूपेंद्र कुमार अपनी बेटी के साथ बाजार गया था। उसकी बेटी घर वापस आ गई थी, जबकि वह घर नहीं आया था। 22-10 -2018 को रात 9:20 पर फोन पर सूचना मिली कि भूपेंद्र कुमार जख्मी हालत में करसोग अस्पताल में था। वहां से उसको शिमला आईजीएमसी और शिमला से चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। इस घटना के आधार पर दोषी के खिलाफ पुलिस थाना करसोग जिला मंडी में अभियोग संख्या 157- 2018 दर्ज हुआ था। इस मामले की छानबीन के दौरान ही पीजीआई में पीड़ित भूपेंद्र की मृत्यु हो गई थी। मामले की छानबीन पूरी होने पर मामले का चालान थाना अधिकारी करसोग द्वारा अदालत में दायर किया गया था। न्यायालय के समक्ष मामले में सरकार की तरफ से पैरवी जिला न्यायवादी कुलभूषण गौतम ने अमल में लाई थी और अभियोजन पक्ष ने इस मामले में 31 गवाहों के बयान कलमबद्ध करवाए थे।
बाल विकास परियोजना रिवालसर के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पड़े कुल आठ पदों को भरा जाना हैं। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का एक पद तथा सहायिका के सात पद शामिल हैं। इन पदों के लिए पात्र व इच्छुक उम्मीदवार एक मई को सायं 5 बजे तक बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) रिवालसर कार्यालय में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं, जबकि साक्षात्कार 4 मई को प्रात 11 बजे से उपमण्डलाधिकारी कार्यालय बल्ह में लिया जाएगा। यदि किसी कारणवश कोई उम्मीदवार निर्धारित तिथि व समय तक आवेदन पत्र जमा नहीं करवा पाता है तो ऐसे पात्र उम्मीदवार आवश्यक दस्तावेजों के साथ साक्षात्कार वाले दिन भी अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। इस बारे जानकारी देते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी रिवालसर संजीव ने बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ता का रिक्त पद ग्राम पंचायत बैरी के आंगनबाड़ी केंद्र अंद्रेटा में भरा जाना है। इसी तरह आंगनबाड़ी सहायिका के कुल सात रिक्त पदों में से ग्राम पंचायत रियूर का आंगनबाड़ी केंद्र सुक्का रियूर, ग्राम पंचायत दूसरा खाबू का सेरला खाबू-।।, लोअर रिवालसर के आंगनबाड़ी केंद्र धार-1 और धार-।।, डहणु का डहणु, कोठी का समलेहड़, बैहल पंचायत का मोहरी में एक-एक पद भरा जाना है। चयनित होने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को निर्धारित दर पर प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। उन्होने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता व सहायिका के पदों हेतु केवल ऐसी महिला उम्मीदवार ही पात्र होंगी जिनकी आयु 21 से 45 वर्ष के मध्य होगी। इसके अलावा प्रार्थी का नाम संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के परिवारों की सूची में शामिल हो तथा प्रार्थी के परिवार की वार्षिक आय 35 हजार रुपये से अधिक न हो एवं इस बारे कार्यकारी दंडाधिकारी द्वारा आय प्रमाण पत्र जारी किया हो। इसके अतिरिक्त आवेदक का नाम पंचायत रजिस्टर में एक जनवरी, 2023 से पहले पंजीकृत होना चाहिए। सीडीपीओ ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास जबकि सहायिका के लिए आठवीं पास होना अनिवार्य है। इन रिक्त पदों के लिए इच्छुक व पात्र महिला उम्मीदवार सभी आवश्यक दस्तावेजों सहित एक मई सायं पांच बजे तक बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय रिवालसर को अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। यदि किसी कारणवश कोई उम्मीदवार निर्धारित तिथि व समय तक अपना आवेदन प्रस्तुत नहीं करवा पाता है तो साक्षात्कार वाले दिन भी सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होने बताया कि 4 मई को प्रातः 11 बजे से एसडीएम कार्यालय बल्ह में साक्षात्कार लिया जाएगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय रिवालसर से संपर्क किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना की रफ़्तार लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के आंकड़ों में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, कोरोना की संक्रमण दर भी अब आठ प्रतिशत को पार कर चुकी है। बीते कल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में कुल 5226 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 422 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि दो लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें एक मौत ऊना और एक मौत कुल्लू जिला में हुई है। कोरोना के नए मामले कोरोना वायरस के नए मामलों में बिलासपुर जिला में 30, चंबा में 10, हमीरपुर में 71, कांगड़ा में 126, किन्नौर में सात, कुल्लू में आठ, लाहुल-स्पीति में आठ, मंडी में 85, शिमला में 23, सिरमौर में 21, सोलन में 20 और ऊना जिला में 14 नए मामले आए हैं। इन मामलों के साथ ही प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 1762 हो चुके हैं, जबकि संक्रमण दर प्रदेश में 8.7 प्रतिशत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा है। एक्टिव केस की बात करें तो कांगड़ा जिला में 394, बिलासपुर में 143, चंबा में 171, हमीरपुर में 314, कांगड़ा में 392, किन्नौर में 26, कुल्लू में 60, लाहुल-स्पीति में 20, मंडी में 315, शिमला में 136, सिरमौर में 112, सोलन में 117 और ऊना में 56 एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को नशामुक्त राज्य बनाने में हम सभी को सामूहिक जिम्मेदारी के साथ नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान को गति प्रदान करते हुए इसे आगे ले जाना होगा। आज मंडी के समीप रघुनाथ का पधर में स्थित नशा निवारण केंद्र के दौरे के दौरान उन्होंने यह बात कही। राज्यपाल ने कहा कि इस कार्य में समय अवश्य लग सकता है लेकिन यह असंभव कदापि नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग से हम नशा निवारण अभियान में निश्चित तौर पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं। शुक्ल ने कहा कि राज्य सरकार नशीले पदार्थों के विरुद्ध प्रभावी ढंग से कार्य कर रही है। राज्यपाल के तौर पर उन्होंने भी एक अभियान के रूप में इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए सभी के सहयोग से हिमाचल को नशामुक्त बनाने की दिशा में प्रयास आरंभ किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के क्षय रोग मुक्त भारत अभियान को भी इसी तर्ज पर आगे बढ़ाते हुए हिमाचल को भी क्षय रोग मुक्त राज्य बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। राज्यपाल ने केंद्र में उपचाराधीन आवासियों से संवाद भी किया। इस दौरान प्राप्त जानकारी पर संज्ञान लेते हुए राज्यपाल ने उपायुक्त को निजी स्तर पर संचालित किए जा रहे नशा निवारण केंद्रों की निगरानी के निर्देश भी दिए। इससे पहले, राज्यपाल ने क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में आईसीयू, कैजुअल्टी ओपीडी और हंस रिनल केयर सेंटर का दौरा किया और रोगियों को उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा भी की। राज्यपाल ने जिला रेडक्रॉस के माध्यम से अस्पताल में रोगियों को डिजिटल एक्स-रे, ईसीजी और एंबुलेंस इत्यादि की सुविधा उपलब्ध करवाने पर संतोष व्यक्त किया। स्थानीय विधायक अनिल शर्मा, उपायुक्त अरिंदम चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में हुए 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सत्ता में तो आई मगर पार्टी के कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए। हारने वाले इन दिग्गजों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर का नाम भी शामिल था। कौल सिंह ठाकुर चुनाव से पहले लगातार मुख्यमंत्री पद पर भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे मगर वो चुनाव तक नहीं जीत पाए और कौल सिंह ठाकुर को चुनाव हराने वाले नेता थे भाजपा की ओर से पहली बार चुनाव लड़े पूर्ण चंद ठाकुर। द्रंग की जनता ने पूर्ण चंद ठाकुर को चुनाव जीता कर विधानसभा भेजा और अब वे सदन में लगातार अपने क्षेत्र की जनता की आवाज़ उठा रहे है। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान द्रंग के किन मुद्दों को पूर्ण चंद ठाकुर ने सदन में उठाया, इस पर फर्स्ट वर्डिक्ट ने उनसे ख़ास बातचीत की। पेश है बातचीत के कुछ मुख्य अंश ..................... सवाल : सदन में आपने आउटसोर्स कर्मचारियों को लेकर सवाल उठाए, क्या आपके विधानसभा क्षेत्र में भी आउटसोर्स कर्मचारियों की स्थिति खराब है? जवाब : देखिए आउटसोर्स पूरे प्रदेश से सम्बंधित मुद्दा है लेकिन मैंने द्रंग चुनाव क्षेत्र का विधायक होने के नाते अपने क्षेत्र की ही बात की। जयराम सरकार ने द्रंग क्षेत्र में जल शक्ति और पीडब्ल्यूडी विभाग में आउटसोर्स के माध्यम से कुछ कर्मचारी लगाए थे। इसके बाद 2022 में सत्ता का परिवर्तन हुआ और जल शक्ति विभाग से आउटसोर्स कर्मचारियों को हटा दिया गया। इससे संबंधित मैंने सवाल विधानसभा में लगाया था। इसके सम्बन्ध में मुझे जो जवाब आया उसमे मुझे बताया गया कि जो कर्मचारी हटाए गए है वह प्राइवेट कंपनी के जरिये लगाए गए थे और उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो चुका है। मैंने यह मांग की थी कि जो कर्मचारी निकाले गए है या तो उन्हें वापिस नौकरी पर रखा जाये या किसी और को उनके स्थान पर भर्ती किया जाए। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी विभाग में भी जो आउटसोर्स पर कर्मचारी लगाए गए थे उन्हें भी 30 से 40 किलोमीटर दूर लगाया गया है। कई कर्मचारी तो ऐसे है जिनके राजनैतिक द्वेष की भावना से तबादले किये जा रहे है। इन कर्मियों को 3 से 4 हज़ार रूपए मिलता है और उन्हें 30 से 40 किलोमीटर भेजा गया है। मैंने सरकार के समक्ष यह बात रखी है कि जिन्हें पंचायत स्तर पर रखा गया था उन्हें पंचायत में ही रखा जाए ताकि ये लोग अपने लोगों की सेवा भी कर सके। यह लोग इतना दूर जाएंगे तो मानदेय से ज्यादा पैसा इनके आने-जाने में ही लग जायेगा या इतना दूर जाकर रहेंगे तो इतना खर्च केवल किराये के कमरे में लग जाएगा। सरकार ने मुझे आश्वासन दिया है कि इस पर विचार किया जाएगा। सवाल : द्रंग विधानसभा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी का मुद्दा भी काफी गरमाया है, इस पर आप क्या कहेंगे ? जवाब : द्रंग विधानसभा क्षेत्र में कुल 300 प्राथमिक पाठशाला है जिसमें 365 पद शिक्षकों के स्वीकृत है। यहाँ 365 पद स्वीकृत होने के बावजूद 178 जेबीटी की पोस्टें खाली है और इसके बावजूद भी शिक्षकों के तबादले किये जा रहे है जो बच्चों के साथ खिलवाड़ है। इसके अलावा 7 से 8 पाठशाला ऐसी है जो बिना शिक्षकों के चल रही है जिनमे प्रत्येक पाठशाला में करीब 20 से 30 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। द्रंग के हमारे कांग्रेस पार्टी के नेता एक ओर कहते है कि शिक्षा को सुदृढ़ करना है और दूसरी ओर शिक्षकों के तबादले कर रहे है। यह भेदभाव की राजनीति कर रहे है और यदि ऐसा चलता रहा तो लोग सड़कों पर धरने पर बैठ जायेंगे और हम भी उनके साथ इसमें हिस्सा लेंगे। मैंने सरकार से आग्रह किया है कि यदि किसी शिक्षक का तबादला हो रहा है तो उसके स्थान पर किसी दूसरे शिक्षक की नियुक्ति भी की जाए। सवाल : द्रंग दूरदराज का क्षेत्र है, इस क्षेत्र के और किन-किन मुद्दों को आप विधानसभा के अंदर और बाहर उठा रहे है ? जवाब : द्रंग के ज्वलंत मुद्दों को लेकर मैंने विधानसभा में बात रखी है। चाहे वह शिक्षा है, स्वास्थ्य है या अन्य मुद्दे है। पिछली सरकार में द्रंग विधानसभा क्षेत्र में बहुत काम हुए है लेकिन अभी भी वहां पर बहुत काम किया जाना बाकी है। द्रंग चुनाव क्षेत्र का क्षेत्रफल 900 वर्ग किलोमीटर है जो पूरे हमीरपुर जिले के बराबर है। कई ऐसे गाँव है जो अभी तक सड़कों से नहीं जुड़े है और जो सड़कें है उनकी भी हालत ठीक नहीं है। इसके साथ ही कई लिंक रोड है जिनका काम होना है, ऐसे कई कार्य है जो क्षेत्र में अभी होने है। मैं अपनी समझ के अनुसार कहता हूँ कि इन सभी छोटे कार्यों को मनरेगा के अंदर डाला जाना चाहिए क्यूंकि मनरेगा में बहुत पैसा है। इससे लोगों को भी काम मिलेगा और सड़कों का कार्य पूरा होने से लोगों को सुविधाएँ भी मिलेगी। इसके अलावा हमारे क्षेत्र में डॉक्टरों के पद खाली चले हुए है हमने इसके बारे में भी सरकार से बात की है। लेकिन द्रंग के कांग्रेस नेता शायद द्रंग का विकास नहीं चाहते है। मैं उन नेताओं से कहना चाहूंगा कि यदि आपको संस्थान नहीं चाहिए, अध्यापक, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ नहीं चाहिए तो आप लिख कर दे दीजिए कि हमें इन सब की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद हम देखेंगे कि जनता उन नेताओं का क्या हश्र करेगी। सवाल : हिमाचल प्रदेश की नई सरकार के पहले बजट पर आपकी क्या राय है ? जवाब : सरकार ने अपने हिसाब से बजट को बनाया है और इसके बारे में बेहतर होगा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही बात करे । सवाल : अंत में जनता को क्या सन्देश देना चाहेंगे ? जवाब : द्रंग की जनता को मैं यह सन्देश देना चाहूंगा कि मैं पिछले 30 से 40 सालों से चाहे किसी भी पद पर रहा हूँ मैंने केवल जनता की सेवा की है। आगे भी मैं जनता से यही कहना चाहूंगा जो भी मेरे क्षेत्र की, जनता की समस्याएं या कार्य होंगे मैं सरकार से उन्हें पूरा करवाने के लिए हमेशा तत्पर रहूँगा।
विधानसभा बजट सत्र के दौरान विधायकों द्वारा अपने क्षेत्र के विभिन्न मुद्दे सदन में उठाये जा रहे है। कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक चंद्रशेखर द्वारा भी विभिन्न मुद्दों को सदन में उठाया गया और वह भाजपा की पूर्व सरकार पर भी हमलावर रहे। फर्स्ट वर्डिक्ट मीडिया द्वारा मंडी जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक चंद्रशेखर से ऐसे ही विषयों को लेकर चर्चा की गई, पेश है चर्चा के मुख्य अंश........................... सवाल : धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के किन मुद्दों को आपने सदन में उठाया है ? जवाब : धर्मपुर दूर दराज़ क्षेत्र है और लोगों की आर्थिकी मुख्य तौर पर मनरेगा पर निर्भर करती है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा को हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया जा रहा है, वह दुखद है। इस विषय को लेकर मैं भी मुखर हूँ और मैंने सदन में भी इस विषय पर चर्चा की मांग की है और प्रश्न भी उठाये है। दिहाड़ीदार महिलाओं की 3 बार दिन की हाज़री असहनीय है। इसके अलावा भी कई मसलें है जिनको लेकर हम सदन में अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे है। पिछले मंत्री तो हमारे लिए वहां बहुत कुछ अधूरे कार्य छोड़ कर चले गए लेकिन हम सभी कार्यों को साथ में लेकर आगे बढ़ेंगे और जनता के लिए कार्य करेंगे। सवाल : विधायकों के अधिकारों को लेकर सदन में मुद्दा गूंजा था जिसपर आपने भी सहमति जताई थी, हम आपसे जानना चाहेंगे कि आपके अनुसार विधायकों के किन मुद्दों का हनन हो रहा है ? जवाब : विधायकगण इस बात से बड़ा आहत हुए जब विधायकों का चालान काटने का एक रिवाज़ ही पड़ गया। इसी सत्र के दौरान 3 विधायकों का चालान हो गया। यह बात किसी पार्टी विशेष की नहीं है बल्कि सभी पार्टी के विधायकों के चालान किये जा रहे है। मुझे स्वयं परवाणू बॉर्डर पर पुलिस ने पार्टी का झंडा लगाने पर चालान के लिए रोका हालाँकि चालान नहीं हुआ। इसके अलावा दूसरा प्रश्न यह था कि सब डिवीज़न स्तर पर जैसे एसडीएम या अन्य अधिकारियों के लिए चैम्बर्स या रूम्स है तो विधायकों के लिए वहां चैम्बर का प्रावधान किया जाए ताकि विधायक जनता से मिल सके और उनकी समस्यों को सुन सके। इसके साथ ही जिला मुख्यालय में भी किसी चैम्बर या रूम का प्रावधान हो ताकि जब हम अपने क्षेत्र के लोगों की आवाज़ लेकर जाए तो एक सम्मान जनक स्थिति में हम उनका निपटारा अधिकारियों से करवा सके। इसके साथ ही जो तीसरा प्रश्न था कि विधायकों के लिए यदि एक झंडी मिल जाये तो विधायकों की भी एक गरिमा बनी रहेगी क्यूंकि लाखो जनता के सामने हम भी नतमस्तक हो कर यहाँ पहुँचते है तो विधायकों को भी यह अधिकार मिलना चाहिए। सवाल : क्या आप मानते है कि मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर कुछ बदलाव होने चाहिए ? जवाब : मुख्यमंत्री ने इस विषय को लेकर दरियादिली दिखाई है। उन्होंने कहा है कि हम कार्यपालिका और न्यायपालिका के कार्यों में व्यवधान ना डालें और इसके साथ ही विधायकों की गरिमा को भी बरकरार रखा जाना चाहिए। इसको लेकर मुख्यमंत्री द्वारा कमेटी को बनाने का आश्वासन दिया है। मुझे पूरी आशा है कि इसी सत्र के दौरान इस कमेटी का गठन किया जायेगा और इसके साथ ही न्यायपालिका के जो लोग होंगे उनके साथ भी चर्चा करने के बाद एक सकारात्मक कदम इस ओर उठाया जायेगा। सवाल : सदन में जनमंच का मुद्दा गूंजा था। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही जनमंच को बंद कर दिया लेकिन भाजपा का तर्क है की जनमंच के जरिए दूरदराज़ के क्षेत्रों के लोगों कि समस्याओं को सुलझाया जा सकता था। इस मसले पर आपकी व्यक्तिगत राय क्या है ? क्या जनमंच को बंद किया जाना चाहिए था ? जवाब : हर सरकार में इसके नाम बदले जाते है लेकिन प्रयास, मंशा और इच्छा वही रहती है। जब वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री थे तो हमारी सरकार में प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम चलता था, भाजपा ने उसे बदल कर जनमंच कर दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी आश्वासन दिया है कि हम भी बहुत जल्द अपने कार्यक्रम लांच करेंगे और जनता की समस्याओं को सुनेंगे, लेकिन भाजपा के जनमंच में कई खामियां थी, जैसे अधिकारियों को बेइज़्ज़त किया गया, जो सरासर गलत था। इसके अलावा 3 करोड़ रूपए लंच पर खर्च कर दिया गया और इतना ही पैसा टेंट पर भी खर्च कर दिया गया जो किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं था। इस पर सुक्खू सरकार अपने तरीकों से आगे बढ़ेगी। मुख्यमंत्री हमेशा जनता के पक्ष को तरजीह देते है और मेरा मानना है कि आने वाले समय में इससे भी बेहतर कार्यक्रम मुख्यमंत्री ले कर आएंगे। सवाल : क्या आपका मानना है कि कांग्रेस ऐसे कार्यक्रमों पर खर्च नहीं करेगी ? जवाब : जन आकांक्षाओं पर यदि खरा उतरना है तो साधारण तरीकों से भी ऐसे कार्यक्रमों को किया जा सकता है। करीब साढ़े 5 करोड़ रूपए लंच और टेंट पर भाजपा द्वारा खर्च किया गया जो केवल एक फिजूल खर्ची थी। जनता की समस्याओं को सुनने के कार्यक्रमों को और भी आसान और साधारण तरीकों से किया जा सकता है। हमे केवल जनता का पक्ष सुनना है और उसमे अधिकारियों का पक्ष रखना है तो उसमे फिजूलखर्ची करना तर्कसंगत नहीं है। सवाल : सुक्खू सरकार के पहले बजट को लेकर आपकी क्या राय है? जवाब : यह एक लोक प्रिय बजट है। कांग्रेस द्वारा ओपीएस दिए जाने के बाद विपक्ष पहले ही बैकफुट पर चला गया था, इसके अलावा 2 लाख 31 हज़ार महिलों को 1500 रूपए प्रतिमाह देना भी आसान कार्य नहीं था। मनरेगा जैसी स्कीम में पिछली सरकार ने 5 सालों में कुल 23 रूपए बढ़ाये और इस सरकार ने पहले ही साल में 28 रूपए बढ़ा दिए। मनरेगा में करीब 9 लाख महिलाएं कार्यरत है और उनके लिए यह एक हर्ष का विषय है। हम मनरेगा को और मजबूत करना चाहते है यह हमारे घोषणा पत्र का भी हिस्सा है। इसके अलावा मुख्य्मंत्री ने हर पक्ष को फायदा दिया है। ग्रीन कॉरिडोर वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बना है और यह हम नहीं कह रहे है, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह घोषणा हुई है और प्रधानमंत्री मोदी ने उस पर हस्ताक्षर किये है। हिमाचल प्रदेश को ग्रीन कॉरिडोर में नंबर एक आँका गया है। इसके साथ ही ई-व्हीकल को बढ़ाने की बजट में बात की गई है, 1500 इलेक्ट्रिक बसों को लेने की भी बात की गई है। इसके साथ ही सरकार ने 25 हज़ार नौकरियां देने की बात कही है और गैर सरकारी क्षेत्र को मिला कर एक लाख नौकरियां देने की बात कही गई है। पिछली सरकार में बेरोज़गारों के साथ जो छल हुआ है उसका भी हमारी सरकार ने पर्दाफाश किया है। एसएससी को भंग करना पड़ा है, यदि वह फैसला सही नहीं होता तो उसके खिलाफ आवाज़ उठती, लेकिन उसके खिलाफ एक भी आवाज़ नहीं उठी जिसका मतलब था कि वह फैसला एक दम सही था। मंडी के सरदार पटेल विश्वविधालय, हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय, पुलिस भर्ती में अनियमितताएं हुई है, जेओए के 4 टेस्ट अभी भी लंबित पड़े है और सैकड़ों युवा शिमला और सचिवालय के चक्कर काट रहे है। यह वही लोग है जो अपनी मेहनत से टेस्ट क्लियर करने के लिए तैयारियां कर रहे है लेकिन इनकी बातों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। केवल राजनीति की जाती है लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण मसलों पर भाजपा क्यों चुप है। आने वाले लम्बे समय के लिए इस बजट की गूंज रहेगी। यह बजट आने वाले पांच वर्षों की दिशा तय कर रहा है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, यह एक मुद्दा विहीन विपक्ष है। क्यूंकि यह विपक्ष है इस लिए बजट को ऑप्पोज कर रहे है। सवाल : मंडी जिला से आप एक मात्र कांग्रेस विधायक है, क्या मंडी को तरजीह दी जाएगी या भेदभाव होगा ? जवाब : मंडी के साथ पिछली सरकार में भेदभाव हुआ है, मंडी में बड़े बड़े प्रोजेक्टों को लाने की बात हुई, कहाँ है वह हवाई अड्डा ? नेरचौक से मंडी ऊना को जोड़ने वाला एक रोड बनना था वह भी नहीं बन पाया, सरदार पटेल विश्वविधालय क्लस्टर विश्वविधालय बनना था जिसके लिए भाजपा ने केंद्र के पैसे को ठुकरा दिया और कहा कि हम अपना पैसा लाएंगे। क्या प्रदेश इतना आमिर हो गया कि अपना पैसा लगा कर अपनी यूनिवर्सिटी लॉन्च की और बैक डोर से सारे नियमों को ताक पर रख कर अपने लोगों को उसमे भर्ती करवाया। टूरिज्म के नाम पर क्या विकसित हुआ ? मात्र 40 करोड़ रूपए आप एडीपी से लाए जबकि शिवधाम को बनाने में करीब 200 से 250 करोड़ तक पैसा लगना था। मंडी से पिछली सरकार ने वोट तो लिए लेकिन मंडी को क्या दिया यह आज तक मंडी के लोग समझ नहीं पाए है। मंडी शिवरात्रि को लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार चलना था वह कार्य भी पिछली सरकार नहीं कर पायी तो पिछली सरकार ने किया क्या। सवाल : इससे पहले जब कांग्रेस विपक्ष में थी तो कांग्रेस भाजपा पर आरोप लगाती थी कि पूरे प्रदेश से सब कुछ उठा कर जयराम मंडी ले गए है लेकिन अब आप कह रहे है कि मंडी को भाजपा ने कुछ नहीं दिया? जवाब : कांग्रेस जिस नज़रिये से कह रही थी वह अब सामने आ रहे है। 20 रेस्टहाउस जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र में बन गए, 14 रेस्टहाउस हमारे विधानसभा क्षेत्र में बन गए, लेकिन वह किसने मांगे यह बड़ा सवाल है। जयराम ठाकुर अपने विधानसभा क्षेत्र में अटल स्कूल तक नहीं बना पाए। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में स्कूल का केवल 60 प्रतिशत कार्य हुआ और नाचन विधानसभा क्षेत्र में केवल 30 प्रतिशत कार्य हुआ। जयराम ठाकुर अपनी महत्वकांशी योजना को अपने ही जिला में लागू नहीं कर पाए तो उन्होंने मंडी जिला को दिया ही क्या है। मंडी पर केवल मुख्यमंत्री का एक फट्टा लगा दिया गया और मंडी की जनता को भाजपा ने उसी में गोलबंद कर दिया जिसमे जनता इस बार भी फंस गई, लेकिन अब सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार है और बिना किसी भेदभाव के कार्य करने वाली सरकार है। मैं मानता हूँ कि मैं पूरे जिला से कांग्रेस का एक मात्र विधायक चुन कर आया हूँ लेकिन आने वाले समय में आपके सामने हम एक एक प्रमाण लेकर आएंगे कि पिछले 5 वर्षों में मंडी के साथ क्या क्या हुआ है। भाजपा के हल्ले का जवाब हम आने वाले समय में देंगे और आगामी चुनावों में भाजपा के मंडी किले को हम भेद कर दिखाएंगे।
राज्य स्तरीय लघु शिवरात्रि मेला जोगिंद्र नगर की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में हारमनी ऑफ पाइन्स पुलिस बैंड सहित प्रदेश के सुप्रसिद्ध गायक इंशांत भारद्वाज, राखी गौतम, मांडव्य कला मंच मंडी के कलाकारों व स्थानीय कलाकारों ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। हालांकि मेले की जलेब के समय मौसम साफ रहा पर जैसे ही सांस्कृतिक संध्या का आगाज़ हुआ रिमझिम बारिश शुरू हो गई। पुराने मेला मैदान में प्रशासन द्वारा बारिश के मिजाज को भांपते हुए वाटर प्रूफ डॉम को भी स्थापित किया गया है, जिसमें बैठकर लोगों ने सांस्कृतिक संध्या का लुत्फ उठाया। हारमनी ऑफ पाइन्स पुलिस बैंड के कलाकारों ने देशभक्ति के गीतों से अपने कार्यक्रम की शुरूआत की तथा उसके बाद पुराने व नए फिल्मी गानों सहित पहाड़ी गीतों द्वारा लोगों का मनोरंजन किया। इसके बाद इंशांत भारद्वाज ने शिवा रे कैलाशा, सिमलो, जिंदड़ी नमाणी, कान्हा री मुरली, बिन्द्रा बणा ओ खेरी गोजरिए व निक्की जिन्नी गोजरी गाकर मेले में आए लोगों को झृूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं, राखी गौतम ने तारे हैं बाराती, तेरी आखया का यो काजल, ले जाएं जाने कहां हवांए, ओ मेरे सोना रे, पतली कमरिया आदि गीत गाकर जनता का भरपूर मनोरंजन किया। मांडव्य कला मंच मंडी के कलाकारों ने मंडी का सुप्रसित्र लोकनृत्य लुड्डी प्रस्तुुत कर दर्शकों को मंत्रमुगध किया। इससे पूर्व दीपिका बंसल, दिनेश गुप्ता व मनीश पराशर व चमन कौशल ने नृत्य तथा सौरभ शर्मा, संदीप शर्मा, सुभाष राणा, संदीप शर्मा, गोपाल सिंह, देवी सिंह ठाकुर, राज कुमार व परीक्षित ने लोगों का मनोरंजन किया।
एसडीएम जोगिंद्र नगर कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि राज्य स्तरीय लघु शिवरात्रि मेले की आय-व्यय संबंधी जानकारी सार्वजनिक तौर पर लोगों के लिए उपलब्ध रहेगी। मेला समिति के आय-व्यय में व्यापक पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है। कोई भी व्यक्ति मेले की आय-व्यय की जानकारी उनके कार्यालय से ले सकता है। एसडीएम ने कहा कि इस बार मेले की सांस्कृतिक संध्याओं को थीम आधारित आयोजित किया जा रहा है। इनमें महिला विशेष, युवा एवं पहाड़ी विशेष सांस्कृतिक संध्याएं शामिल रहेंगी। मेले के दौरान महिला मंडलों के साथ-साथ स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए सांस्कृतिक एवं खेल स्पर्धाएं भी आयोजित की जा रही हैं। गत वर्ष की भांति इस बार भी बेटियों को मंच प्रदान करते हुए ब्यूटी कॉन्टेस्ट (मिस जोगिंद्र नगर) आयोजित किया जा रहा है। कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने तथा खेलों के प्रति आकर्षित करने के लिए विभिन्न खेल स्पर्धाएं भी आयोजित की जा रही हैं। इसके अलावा कुश्ती, मैराथन व पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित होंगी। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद राशि प्रदान कर पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी पहली अप्रैल को मेले का शुभारंभ व पांच अप्रैल को मेले का समापन देवी देवताओं की भव्य जलेब के साथ किया जाएगा। इस बार मेला समिति ने एक सौ से अधिक देवी देवताओं को मेले में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। एसडीएम ने कहा कि मेला अवधि के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने तथा पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था करने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े। साथ ही सांस्कृतिक संध्याओं के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों का भी व्यापक इंतजाम किया जाएगा तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखते हुए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
जिला मंडी कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गुरु शरण परमार ने राहुल गांधी को अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गई रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी न्यायपालिका को अपने मनमुताबिक निर्णय सुनाने के लिए मजबूर कर रहे हैं l यह देश के लोकतंत्र के लिए एक अच्छा संकेत नहीं है l 2019 में मोदी उपनाम वाले बयान पर अब 2023 में आकर लगा कि यह इतना बड़ा जुर्म है कि उनको दो साल की सजा सुनाई गई l आज मोदी अभिव्यक्ति की आजादी को छीनकर लोकतंत्र का गला घोंटना चाहते हैंl चुनावों के समय प्रधानमंत्री भी पद की गरिमा को भुलाते हुए कई कुछ कह जाते हैं, ऐसे में उनको भी बहुत बड़ी सजा होनी चाहिए।
जोगिंदर नगर उपमंडल की मसौली पंचायत के छतर गांव में मंगलवार सुबह 3 बजे शरारती तत्वों ने एक बाइक को आग लगा दी। आग की चपेट में आने से साथ खड़ी की गईं दो अन्य कारें भी आंशिक रूप से जल गईं। जानकारी के अनुसार गांव के सुरेश कुमार पुत्र कालू राम की बाइक को किसी ने आग लगा दी। आग की चपेट में सुरेश कुमार की एक गाड़ी एवं संजय कुमार की गाड़ी भी आ गई, दोनों कारें आंशिक रूप से जल गईं। घटना की पुष्टि करते हुए जोगिंदर नगर थाना प्रभारी प्रितम जरियाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इस बारे में मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं, पंचायत प्रधान अंजना शर्मा ने घटना पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए पुलिस से ऐसे शरारती तत्वों को जल्द से जल्द पकड़ कर उन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश करने के लिए इलेक्ट्रिक कार में पहुंचे। हिमाचल प्रदेश में बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने विरोध शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में विपक्ष के विधायक काली पट्टी लगाकर सदन में पहुंचे। सीएम सुक्खू ने कई ऐलान किये है, जानिए प्रदेशवासियों की झोली में इस वर्ष प्रदेश सरकार ने क्या दिया ** प्रदेश के युवाओं को उनकी अपनी भूमि पर या लीज पर ली गई भूमि पर 200 किलो वाट से 2 मेगा वाट की परियोजना स्थापित करने के लिए 40 फीसदी सब्सिडी अनुदान सहित दी जाएगी **प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को E -BUS खरीद के लिए 50 प्रतिशत की दर से 50 लाख तक की सब्सिडी दी जाएगी ** नादौन और शिमला में ई बस डिपो बनेंगे, HRTC चलाएगी 1500 ई बस ** एनपीएस कर्मचारियों के 8 हजार करोड़ रुपये केंद्र से वापस लाने के लिए भी सदन में विपक्ष से सहयोग मांगा ** हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन की 1500 डीजल बसों को ई-बसों में बदलने की घोषणा, एक हजार करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान की कही बात **नादौन और शिमला में ई-बस डिपो बनाया जाएगा **प्राइवेट ऑपरेटर्स को चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 50 प्रतिशत की दर से सब्सिडी दी जाएगी **हिमाचल प्रदेश में हर उपमंडल की दो पंचायतें ग्रीन पंचायतें बनेगी, प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन नीति लाई जाएगी: सुक्खू ** वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओल्ढ एज होम विकसित किए जाएंगे: CM सुक्खू ** सभी जिले हेलीपोर्ट से जोड़े जाएंगे: CM सुक्खू **मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी एयरपोर्ट के लिए 1000 करोड़ रुपये जारी करवाने के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा ** हिमाचल के सभी मेडिकल कालेजों में इस साल रोबोटिक्स सर्जरी शुरू होगी, इस पर 100 करोड़ खर्च होंगे: CM सुक्खू ** प्रदेश के सभी विधानसभा में खुलेंगे राजीव गांधी डे बोर्डिग स्कूल ** सभी मेडिकल कालेजों में पेट स्केन स्थापित होंगे **हमीरपुर मेडिकल में कैंसर केयर के लिए एक सेण्टर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा **नाहन, चम्बा, एवं हमीरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज स्थापित किये जाएगे : सीएम सुक्खू **इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के लिए 150 करोड़ का बजट प्रावधान **सुक्खू सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 3,139 करोड़ का बजट किया प्रस्तावित **हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा ,134 तरह के टेस्ट की होगी सुविधा ** प्रत्येक सीनियर सैकेंडरी स्कूल में स्थापित होगी लाइब्रेरी **हर विधानसभा क्षेत्र में एक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा **प्रदेश के युवाओं को विभिन्न कॉम्पिटिटिव एक्साम्स की तैयारी के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की एक्सेस ओर आवश्यक पुस्तकों से लैस लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा **1311 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास योजना शुरू होगी ** परवाणू -नालागढ़-ऊना, हमीरपुर-अंब-नूरपूर, पांवटा-नाहन-शिमला, शिमला-बिलासपुर हमीरपुर-चंबा, मंडी-पठानकोट, मनाली-केलोंग नेशनल हाईवे को ग्रीन कौरिडेर के तौर पर विकसित किया जाएगा **हर अनाज के अलग अलग क्लस्टर बनाएं जायेंगे ** विद्यार्थिओं को खेल में भाग लेने के लिए प्रेरित करने को स्पोर्ट्स हॉस्टल में रह रहे खिलाडियों की डाइट मनी को 120 रूपए से बढाकर 240 रूपए प्रतिदिन करने की घोषणा ** शिक्षा क्षेत्र के लिए कुल 8 ,828 करोड़ प्रस्तावित किया गया **40 हजार नए लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने की घोषणा ** पहले चरण में 2 लाख 31 महिलाओं को मिलेंगे 1500 रुपये मासिक दिए जाएंगे **हिम गंगा योजना होगी शुरू, दूध उत्पादकों की True Cost मिलेगी *विधवा और एकल नारी आवास योजना शुरू होगी, इसके तहत 7 हजार महिलाओं को डेढ़ लाख की राशि आवास के लिए दी जाएगी **20 हजार मेधावी छात्राओं को इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए 25 हजार सब्सिडी दी जाएगी **40 हजार नए लोगों को सोशल सिक्योरिटी पेंशन **नशाखोरी रोकने के लिए नशा एवं मादक पदार्थ मुक्त अभियान शुरू करने की घोषणा ** नशाखोरी का कारोबार करने वालों के विरुद्ध इसी विधानसभा के बजट सत्र में कानून लाएगी सरकार **मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए जालीदार फेंसिंग को सब्सिडी देंगे **युवाओं को अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा ** अब से अनाथ बच्चे 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' कहलाएंगे ** साल में एक बार अनाथ बच्चों को हवाई यात्रा और तीन सितारा होटल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी : सीएम सुक्खू ** निराश्रितों को हर महीने चार हजार रुपए की आर्थिक मदद **दूध उत्पादन, सब्जी, फलों-फूलों के उत्पादन को कृषि कल्स्टर बनाए जाएंगे ** सुरक्षित बचपन अभियान की शुरुआत **हिम उन्नति योजना शुरू करने का ऐलान **किसानों, पशुपालकों के लिए हिम गंगा योजना शुरू होगी, इस योजना के लिए 500 करोड़ की घोषणा ** नए मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किए जाएंगे और मौजूदा प्लांट्स को अपग्रेड किया जाएगा ** प्रदेश के गरीब परिवारों के बच्चों को तकनीकी कोर्स करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, इसके लिए 200 करोड़ रूपए की विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना शुरू करने का ऐलान ** 1292 करोड़ की लागत से हिमाचल में शिवा प्रोजेक्ट के तहत सात जिलों में 28 विकास खंडों में 6000 हेक्टेयर क्षेत्रों में बागवानी का विकास करेगी, 15 हजार बागवान लाभान्वित होंगे ** मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा ** पंचायत जनप्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी ** मनरेगा के तहत ट्राइबल एरिया में मिलने वाली दिहाड़ी 266 रुपए से बढ़ाकर 294 रुपए किया, दिहाड़ी बढ़ने से 100 करोड़ अतिरिक्त खर्च होगा। इससे 9 लाख लोग लाभान्वित होंगे ** मनरेगा योजना के तहत मनरेगा दिहाड़ी को 212 से बढ़ाकर 240 रुपए करने की घोषणा ** मछली पालन के लिए तालाब निर्माण के लिए 80 फीसदी की सब्सिडी की घोषणा किसानों को ट्रेक्टर पर 50 फीसदी उपदान दिया जाएगा ** पंचायती राज प्रतिनिधयों का मानदेय बढ़ा **जिला परिषद् अध्यक्ष को 15 के बजाए 20 हज़ार मिलेगा, उपाध्यक्ष को 15 हज़ार ** नई पंचायतों में पंचायत घर बनाने के लिए 10 करोड़ के बजट का प्रावधान, 164 पंचायत सचिव के पद भरेगी सरकार ** ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग के लिए 1916 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है ** शिमला के पास जाटिया देवी में नया शहर बसाने का ऐलान **हिमाचल में नया वाटर मैनेजमेंट एंड रेगुलेशन बिल लाएगी सरकार **जलशक्ति विभाग में 5 हजार पद भरने की घोषणा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा
किसान सभा व सीटू ने आज जोगिंदर नगर व चौंतड़ा में संयुक्त रूप से धरना-प्रदर्शन किया। कुशाल भारद्वाज, रविंदर कुमार व संजय जंवाल के नेतृत्व में एसडीएम जोगिंदर नगर तथा बीडीओ चौंतड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि कमरतोड़ महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं। दालों, खाद्य तेल, चीनी, सब्जियों व अन्य खाद्य पदार्थों के दाम कम किए जाएं। राशन डिपुओं के माध्यम से मिलने वाले राशन की मात्रा बढ़ाई जाये तथा पिछली सरकार के दौरान बढ़ाई गई कीमतें कम की जाएं। चौंतड़ा पीएचसी में रिक्त पड़े डॉक्टरों व अन्य स्टाफ के पद भरे जाएं। संगनेहड़ व पसल के बीच रेलवे लाइन के ऊपर ट्रैफिक ब्रिज बनवाया जाए। इसके अलावा जंगली जानवरों व आवारा पशुओं के प्रकोप से किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं तथा जानवरों द्वारा नष्ट फसल का किसानों को मुआवजा दिया जाए। चौंतड़ा में किसान भवन में को किसानों की सुविधा के लिए खाली करवाया जाए तथा इस जल शक्ति के मंडल कार्यालय के लिए अलग से भवन बनवाया जाए। लगातार चल रहे सूखे के चलते पूरे उपमंडल को सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाए।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शनिवार को निर्माणाधीन कुमारसैन बस अड्डे का निरक्षण किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बस अड्डे का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है। बस अड्डे को जल्द ही लोगो को समर्पित किया जायेगा। इस दौरान स्थानीय कार्यकर्ताओं एवं लोगो ने फूल मालाओं से उप मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष महेश्वर चौहान, शिमला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष अतुल शर्मा, कुमारसैन कांग्रेस जोन अध्यक्ष प्रवीण वर्मा, व्यापार मंडल कुमारसैन अध्यक्ष सुधीर तनेजा, कुमारसैन पंचायत उपप्रधान, पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
खेलो खूब, नशे से रहो दूर रहा मैच के आयोजन का थीम, बार इलेवन रही विजेता क्रान्ति सूद। जोगिंद्रनगर खेल मैदान चौंतड़ा में आज एसडीएम इलेवन व बार इलेवन के बीच क्रिकेट का फ्रेंडली मैच आयोजित किया गया। एसडीएम इलेवन टीम का एसडीएम कृष्ण कुमार शर्मा ने नेतृत्व किया, जबकि बार इलेवन का नेतृत्व सिविल जज जोगिंद्रनगर राहुल वर्मा ने किया। 20-20 ओवर के इस मैच में बार इलेवन ने एसडीएम इलेवन को तीन विकेट से पराजित किया। इस मैच के आयोजन का मुख्य थीम खेलो खूब, नशे से रहो दूर रखा गया था। एसडीएम इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 150 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए बार इलेवन ने 19.1 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 151 रन बनाकर मैच तीन विकेट से जीत लिया। इस मैच में एसडीएम इलेवन के खिलाड़ी आनंदमूर्ति ने सर्वाधिक 43 रन बनाए जबकि बार इलेवन की ओर से सुरेंद्र ने सर्वाधिक 30 रन का योगदान दिया। एसडीएम इलेवन की ओर से किशोर तथा बार इलेवन की ओर से सुनित ने सर्वाधिक तीन-तीन विकेट लिए।
फर्स्ट वर्डिक्ट। मंडी किशोरों को नशीली दवाओं से दूर रखने के लिए अब मेडिकल स्टोरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सभी X व H साल्ट्स बेचने वाली केमिस्ट दुकानों की निगरानी होगी। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत मंडी में सशर्त आदेश जारी किए हैं, जिसके अंतर्गत शेडयूल एक्स और एच दवाओं की बिक्री करने वाले प्रत्येक मेडिकल स्टोर पर केमिस्ट को सीसीटीवी कैमरे लगाना जरूरी हैं, ताकि बच्चों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से दूर रखा जा सके। उपायुक्त मंडी द्वारा यह आदेश राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की संयुक्त कार्य योजना को लागू करने और बाल अधिकारों और अन्य मामलों की रक्षा के लिए किए गए हैं। इसके अंतर्गत स्कूल व अन्य शैक्षणिक संस्थाओं और बाल देखभाल करने वाले संस्थानों के आसपास के क्षेत्रों में ऐसी दवाओं की बिक्री को रोका जा सकता है। उपायुक्त मंडी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी के कार्यालय के सहायक नियंत्रक-सह-लाइसेंसिंग प्राधिकरण औषधि नियंत्रण मंडी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार इस जिला में ऐसे स्थानों पर कुल 179 सीसीटीवी कैमरे लगाने की आवश्यकता है। एनसीपीसीआर के आदेशों को अक्षरशः लागू करने के लिए अपयुक्त मंडी ने इसके लिए पुलिस अधीक्षक मंडी और सहायक नियंत्रक-सह-लाइसेंसिंग प्राधिकरण औषधि नियंत्रण को प्रत्येक मेडिकल दुकान और शिक्षण संस्थान पर सीसीटीवी कैमरे अपने संरक्षण में लगवाने के आदेश जारी किए हैं।
क्रान्ति सूद। जोगिंद्रनगर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के पधर क्षेत्र में बुधवार रात हुए सड़क हादसे में 2 युवक जिंदा जल गए। पधर-जोगेंद्रनगर वाया नौहली राजमार्ग में दमेला के पास हुई टक्कर के बाद कार में ब्लॉस्ट हुआ और आग लग गई, जिसमें कारसवार 2 युवक जल गए और तीसरा गंभीर रूप से घायल हाे गया। एक युवक को राहगीरों ने समय रहते कार से निकाल लिया, लेकिन बाकी 2 को नहीं बचा पाए। घायल युवक नेरचौक मेडिकल कॉलेज रेफर हादसा रात करीब साढ़े 11 बजे हुआ। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल युवक को पधर सिविल अस्पताल पहुंचा, जहां उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर किया गया है। वहीं, कार में आग लगने से जिंदा जले दोनों युवकों के कंकाल मात्र शेष बचे हैं, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में लिया। कार भी जब्त कर ली गई है। हादसे के कारणों की जांच जारी है। हादसे के कारणों की जांच पधर लोकेंद्र नेगी ने हादसे की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान भुवन सिंह (38) और सुनील कुमार (28) निवासी सजेहड़ डाकघर नौहली तहसील पधर जिला मंडी हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। जख्मी युवक पदम् सिंह (27) पुत्र दौलत राम नौहली पंचायत के चाभ भराड़ू गांव का रहने वाला है। उसके होश में आने पर पता चलेगा कि वे कहां से आ रहे थे और कहां जा रहे थे।
धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण सिमस व ऊटपुर पंचायतों में मूलभूत सुविधाएं सुदृढ़ करने पर दिया बल क्रांति सूद। लडभड़ोल एसडीएम जोगिंद्रनगर कृष्ण कुमार शर्मा ने आज तहसील क्षेत्र लडभड़ोल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सिविल अस्पताल लडभड़ोल व राजकीय महाविद्यालय लडभड़ोल का भी दौरा किया। तहसील कार्यालय परिसर लडभड़ोल में विभिन्न विकास कार्यों को लेकर बैठक भी आयोजित की। इस दौरान तहसीलदार लडभड़ोल मेघना गोस्वामी, नायब तहसीलदार महेंद्र कुमार भी मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लडभड़ोल क्षेत्र की ग्राम पंचायत सिमस व ऊटपुर धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। प्रतिवर्ष प्रसिद्ध संतान दात्री मां सिमसा तथा त्रिवेणी महादेव मंदिर घटोड में हजारों श्रद्धालु दर्शनार्थ पहुंचते हैं। ऐसे में इन पंचायतों में श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं प्राप्त हों, इस दृष्टि से मिलकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने संबंधित पंचायत प्रधानों से अपने स्तर पर विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण, सोलर लाइट्स इत्यादि कार्य करवाने पर भी बल दिया। एसडीएम ने लडभड़ोल बाजार में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए। साथ ही स्थानीय व्यापारियों से भी दुकान के बाहर सामान न रखने का भी आह्वान किया, ताकि यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा जा सके। इसके बाद उन्होंने सिविल अस्पताल लडभड़ोल का भी निरीक्षण किया तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। साथ अस्पताल में उपलब्ध मूलभूत सुविधाएं की भी जानकारी हासिल की। उन्होंने क्षयरोग उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम भी जानकारी ली तथा विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में लडभड़ोल क्षेत्र में 72 क्षय रोगियों का ईलाज किया जा रहा है। इसके अलावा ओपीडी में भी रोगियों की संख्या प्रतिदिन 100 के आसपास रह रही है। इसी बीच उन्होने राजकीय महाविद्यालय लडभड़ोल का दौरा किया तथा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की युवा रोजगार कार्यक्रम बारे चर्चा की। उन्होंने कॉलेज प्रशासन को टाटा कंसल्टेंसी की इस सेवा के साथ ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को जोड़ने का आह्वान किया, ताकि उन्होंने इस सुविधा का लाभ मिल सके। उन्होने इसे आगामी शैक्षणिक सत्र से प्राथमिकता के आधार पर विद्यार्थियों को जोड़ने पर बल दिया।
कृषि टुअर पर निजी बस में बगशाड़ से करसोग जा रहे थे छात्र सनारली के समीप फटा प्रेशर पाइप राज सोनी । करसोग करसोग में आज (मंगलवार को) छात्रों को ले जा रही एक निजी बस के सड़क के साथ डंगे से टकरा गई। ये हादसा बस की प्रेशर पाइप फटने की वजह से हुआ, लेकिन चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को डंगे से भिड़ाकर 49 छात्रों की जान बचा ली। हालांकि इस हादसे में 4 छात्राओं को हल्की चोटी आई है, जिन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल करसोग ले जाया गया। बगशाड़ से करसोग जा रही थी बस निजी बस (HP-21A-5806) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगशाड़ से कृषि प्रसार कार्यालय करसोग जा रही थी। ये बस कृषि विषय के वोकेशनल छात्रों को एक दिवसीय प्रशिक्षण के लिए 49 छात्रों को ले जा रही थी, लेकिन सनारली के समीप अचानक बस का प्रेशर पाइप फट गया, लेकिन चालक ने छात्रों की जान बचाने के लिए बस को डंगे से भिड़ा दिया। ऐसे में चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। तकनीकी जांच के बाद ही टुअर के लिए भेजी जाएं बसें एसडीएम ओमकांत ठाकुर ने सभी संस्थाओं को पहले बसों की तकनीकी जांच करवाए जाने का संदेश दिया है। इसके बाद ही छात्रों को टुअर पर भेजा जाए। इस तरह की सावधानी बरतने से हादसों के अंदेशों को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि घायलों को नियमानुसार आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने के लिए फील्ड अधिकारियों को जरूरी निशा-निर्देश जारी किए गए हैं। डीएसपी गीतांजलि ठाकुर का कहना है कि सनारली के समीप के निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 4 छात्राएं घायल हुईं है। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने तीन करोड़ से निर्मित क्राइम रिस्पांस सेंटर का किया लोकार्पण फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज मंडी स्थित ओल्ड पुलिस लाइन में तीन करोड़ रुपये की लागत से निर्मित व्योमनेत्र (इंटीग्रेटिड सर्विलैंस एंड क्राइम रिस्पांस सेंटर) का लोकार्पण किया। यह सेंटर किसी भी आपातकालीन स्थिति में बेहतर संचार और निगरानी के साथ आपदा की प्रतिक्रिया की क्षमता में बढ़ोतरी करेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर कानून व्यवस्था प्रदान करने के लिए शहर में अत्याधुनिक तकनीक युक्त 250 कैमरे स्थापित किए गए हैं, जिससे शहर के आने-वाले वाले स्थलों पर निगरानी की जा सकेगी। व्योमनेत्र चोरी, अपराध नियंत्रण जैसे संदिग्ध मामलों में निगरानी करने में भी सहायक सिद्ध होगा। यह प्रणाली सुंदरनगर में स्थापित इंटैलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट के साथ क्लाउड बेसड तकनीक के साथ एकीकृत की गई है, जिससे मंडी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था की निगरानी की जाएगी। भविष्य में व्योमनेत्र को ड्रोन के माध्यम से निगरानी और अन्य तकनीक से भी जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कंट्रोल पोस्ट ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने में तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया में मददगार साबित होगी। व्योमनेत्र आपातकालीन स्थिति में राहत प्रदान करने में आने वाली समस्याओं का भी समाधान करेगा और त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने में प्रभावशाली तंत्र प्रदान करेगा। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चंद्रशेखर, कांग्रेस के नेता सोहन लाल ठाकुर, चंपा ठाकुर, पवन ठाकुर, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, डीआईजी मधुसूदन शर्मा, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल की राजधानी शिमला आए हर व्यक्ति ने ये नाम तो सुना ही होगा, इस पॉइंट से गुज़रे भी होंगे लेकिन इस जगह पर ऐसा क्या स्कैंडल हुआ, जिससे इसका नाम स्कैंडल पॉइंट रख दिया गया, ये सवाल भी बहुचर्चित है। बात बहुत पुरानी है तो कहानियां भी बहुत सी बन गईं है। कुछ कहते कि इस जगह पर हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हुआ था तो कुछ इस तथ्य को मानने से इंकार करते है। स्कैंडल पॉइंट से जुड़ी कहानियों में से एक कहानी है पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह की। बात 1892 की है, ब्रिटिश शासन में शिमला के वाईस रॉय और पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अक्सर वाईसरॉय के घर पर आया जाया करते थे। उसी समय पटियाला के राजा को वाईसरॉय की बेटी से महब्बत हो गई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया लेकिन वाईसरॉय को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन दोनों प्रेमी अपना मन मना चुके थे। ब्रिटिश काल में शिमला के मालरोड पर शाम के समय ब्रिटिश अधिकारी अपने परिवार के साथ टहलने आया करते थे मगर यहां हिन्दुस्तानियों को आने की अनुमति नहीं थी। एक दिन शाम जब सब मॉलरोड पर टहल रही थे तो पटियाला के महाराजा ने अंग्रेज वाइसराय की बेटी को उठा लिया था। इसे पहला लव स्कैंडल कहा जाता है और जिस जगह पर यह कथित वारदात हुई उसे आज स्कैंडल प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। महाराजा भूपिंद्र सिंह ने वाइसराय लार्ड कर्जन की बेटी को उठाया था। कहा जाता है कि महाराजा भूपिंद्र सिंह घोड़े पर सवार होकर आए और मालरोड पर टहल रही लार्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गए। गुस्से में वायसराय ने उनका शिमला आने पर प्रतिबंध लगा दिया। महाराजा ने भी अपनी आन-बान और शान के लिए शिमला से भी ऊंचा नगर बसाने की ठान ली और चायल का निर्माण कर डाला। पटियाला के महाराजा भूपिंद्र सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 में हुआ। वर्ष 1900 में उन्होंने राजगद्दी संभाली और 38 साल तक राजपाट किया। उन्होंने ऑनरेरी लेफ्टीनेंट कर्नल के तौर पर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। लीग ऑफ नेशंज में 1925 में भूपिंद्र सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। महाराजा क्रिकेट के शौकीन थे। वर्ष 1911 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी वही थे। यहां हुआ था हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हालांकि कुछ इतिहासकार इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। उनका दावा है कि लार्ड कर्जन साल 1905 तक वाइसराय रहे। उनकी तीन बेटियां थीं। देखा जाए तो 1905 में महाराजा की आयु 14 साल की थी। लार्ड कर्जन की बड़ी बेटी आइरिन की उम्र उस समय महज 9 साल थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर रह चुकी मंजू जैदका अपनी किताब स्कैंडल पॉइंट में लिखती है कि इस जगह से उनकी बहुत सी यादें जुडी है, उन्होंने इस पर काफी शोध भी किया है लेकिन महाराजा भूपेंदर सिंह की उम्र का तकाज़ा रखते हुए ये कहानी सच नहीं हो सकती। लेखिका का मानना है कि इस कहानी में भूपेंदर सिंह के पिता राजेंदर सिंह को होना चाहिए क्यूंकि उनकी एक अँगरेज़ बीवी और बेटा था। हालाँकि सच क्या है ये तो एक रहस्य ही रहेगा, जो इतिहास में दफ़न हो चुका है।
जोगिंद्रनगर । क्रांति सूद शांति निकेतन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल जोगिंद्रनगर के स्कूल परिसर में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह थीम तरंग-2023 के साथ मनाया। समारोह में सेवानिवृत प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार शर्मा ने मुख्यातिथि व जिप नेरघरवासड़ा विजय भाटिया ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की। बच्चों द्वारा सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। अपने संबोधन में रविंद्र शर्मा ने कहा कि स्कूल में सालाना समारोह मनाने के पीछे यही उद्देश्य होता है कि बच्चों की जो सालाना गतिविधियां होती हैं, उसके लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिसके मन में जीवन में मेहनत करने का जज्बा हो सफलता उनके कदम चूमती है। उन्होंने बच्चों से नशे से दूर रहने का भी आह्वान किया।
नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आई है। हिमाचल प्रदेश बेरोजगार चयन सेवाएं संगठन आउटसोर्सिंग एजेंसी (एचपीयूएसएसए) मुख्य कार्यालय शिमला ने विभिन्न श्रेणियों के (687) पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदो के लिए आवेदन एजेंसी के व्हाट्सएप पर नंबर पर ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। प्रदेश के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए अपना बायोडाटा फोन नंबर सहित, पदनाम सहित, साधारण एप्लीकेशन लिखकर ,अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, हिमाचली बोनाफाइड , पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय कार्ड, पीडीएफ फाइल/ स्कैनड बनाकर एजेंसी के व्हाट्सएप नंबर 89881-14000 पर अपना आवेदन निर्धारित तिथि तक भेज सकते है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 फरवरी 2023 निर्धारित की गई है। संघ के निदेशक विनीत शर्मा ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में क्लर्क ऑफिस एग्जीक्यूटिव, एचआर कोऑर्डिनेटर, बैंक सेल्स ऑफिसर , बैंक डिलीवरी एसोसिएट्स , फोन बैंकिंग ऑफीसर, सिक्योरिटी गार्ड, आईटीआई ऑल ट्रेड पासआउट, कंपनी भर्ती अधिकारी , एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी सुपरवाइजर , बस कंडक्टर, कार्यालय सहायक, अकाउंट्स एग्जीक्यूटिव , ऑफिस कोऑर्डिनेटर, बैंक कैश हैंडलिंग एग्जीक्यूटिव, ब्रांच सेल्स ऑफिसर, स्टोरकीपर, कंप्यूटर ऑपरेटर ,बिजनेस प्रमोशन एग्जीक्यूटिव , एक्स सर्विसमैन जेसीओ, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, जनरल वर्कर हेल्पर, ड्राइवर, लैब असिस्टेंट , आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , एमआई रिकवरी मैनेजर, फ्लाइंग ऑफिसर, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मैकेनिकल, वेल्डर, पंप ऑपरेटर, एक्स सर्विसमैन गनमैन पीएसओ, जेसीबी ऑपरेटर, बैंक रिलेशनशिप मैनेजर , पेपर सैटर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव, पीएन कम चौकीदार के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है। इन पदों के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट का प्रावधान है. उम्मीदवार शैक्षणिक योग्यता वांछनीय योग्यता संबंधी जानकारी के लिए एजेंसी की आधिकारिक/ ऑफिशल वेबसाइट www.hpussa.in से जानकारी ले सकते हैं। एजेंसी द्वारा उम्मीदवारों का चयन छटनी/ लिखित परीक्षा एवं इंटरव्यू द्वारा ही चयन किया जाएगा. लिखित परीक्षा (150) क्रमांक एवं इंटरव्यू (30) क्रमांक का होगा. लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस ,भूगोल, गणित, इतिहास, जनरल हिंदी, इंग्लिश, कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट से बहुविकल्पीय ऑब्जेक्टिव टाइप एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे. एजेंसी द्वारा लिखित परीक्षा 19 फरवरी 2023 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। लिखित परीक्षा का परिणाम 17 मार्च 2023 को संघ की आधिकारिक ऑफिशियल वेबसाइट www.hpussa.in पर देख सकते है। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता आठवीं, दसवीं, 12वीं , ग्रेजुएट, बीएससी बीएड, एमकॉम, बीकॉम, डीसीए, पीजीडीसीए, डिप्लोमा/ डिग्री होल्डर होनी चाहिए. संघ द्वारा नियुक्त किए गए उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान 10750/- ग्रेड पे- से लेकर 40870/- सीटीसी ग्रेड पे- तक दिया जाएगा। इसके अलावा जनरल प्रोविडेंट फंड, पीएफ, ईएसआई, मेडिकल इंश्योरेंस , प्रमोशन , बोनस ओवरटाइम की सुविधा भी मिलेगी. यह सभी पद 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे, जिन्हें बाद में पॉलिसी एक्ट के तहत रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवार प्रदेश की एमएनसी कंपनियों, सिपला, गोदरेज, कैडबरी , चेकमेट , डाबर, मारुति ,हीरो होंडा, विभिन्न बैंकिंग, मेडिकल कॉलेज , हिमाचल स्टेट रूरल कॉरपोरेशन, स्टेट पावर कॉरपोरेशन, पीएचसी हॉस्पिटल, हिमाचल स्टेट पावर प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, एलआईसी, स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी, मॉल, एनजीओ, सरकार के पंजीकृत औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देंगे। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, मंडी, सोलन, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर ,उना ,मोहाली ,चंडीगढ़, जीरकपुर , दिल्ली, नोएडा, जालंधर क्षेत्रों में कहीं भी तैनाती दी जा सकती है। यह तमाम भर्ती प्रक्रिया मार्च माह के अंत में पूरी कर ली जाएगी। चुने गए उम्मीदवारों की सूची अधिकारिक वेबसाइट में भी प्रेषित कर दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर 94181-39918 94184-17434 62305-90985 पर संपर्क कर सकते हैं।
फर्स्ट वर्डिक्ट । मंडी हिमाचल में विधायक विकास निधि की चौथी किश्त रोकने पर सुक्खू सरकार घिरती नजर आ रही है। भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं सुंदरनगर से विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बने 2 महीने बीत गए है, मगर मुख्यमंत्री कार्यालय विधायक निधि पर कुंडली मारकर बैठा है। इससे सभी 68 विधायक अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में नहीं जा पा रहे हैं। उनके पास विकास कार्य के लिए बजट नहीं है, जबकि जनता विभिन्न कामों के लिए बजट मांग रही है। विधायक खाली हाथ हैं। उन्होंने कहा कि विधायक फंड का बजट नहीं मिलने से सड़कों व सामुदायिक भवन निर्माण के निर्माण कार्य के अलावा दूसरे सभी काम रुक गए हैं। अब विधायक निधि की चौथी किश्त के लेप्स होने का संकट मंडरा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में फिर मौसम खराब होनेकि संभावना है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में आज मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार से लेकर शनिवार तक प्रदेश के कई भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने निचले व मैदानी भागों के लिए 8 व 9 फरवरी को अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि ताजा बर्फबारी के बाद बंद हुई अटल टनल रोहतांग मंगलवार को फोर बाई वाई वाहनों के लिए मनाली से जिस्पा तक खुल गई है। वहीं पांगी-किलाड़ को जोड़ने वाला मार्ग भी उदयपुर से तिंदी तक खुल गया है। मौसम खुलने के बाद बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं बीते दिनों हुई बर्फबारी से राज्य में 138 सड़कों पर अभी भी आवाजाही ठप है। प्रदेश में 46 बिजली ट्रांसफार्मर व सात पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे अधिक 121 और चंबा में नौ सड़कें बाधित हैं। उपमंडल पांगी में 36 बिजली टांसफार्मर बंद पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
हिमाचल के मंडी जिले की बेटी चांदनी शर्मा ने माया नगरी में प्रदेश का नाम ऊँचा किया है। चांदनी शर्मा बेस्ट टेलीविजन एक्ट्रेस चुनी गई है। चांदनी को सोनी टीवी के कामना सीरियल में बेहतरीन अदाकारी करने के लिए दादा साहेब फालके टीवी अवार्ड से नवाजा गया है। मुंबई के सेंटाक्रूज स्थित ताज होटल में हुए अवार्ड शो में उन्हें यह सम्मान मिला। इस दौरान कार्यक्रम में टीवी इंडस्ट्री के जाने माने लोग मौजूद रहे। चांदनी शर्मा ने अवार्ड लेने के बाद कहा कि यह सम्मान पाकर वह बेहद खुश हैं। उन्हें भविष्य में और अधिक बेहतर करने की प्रेरणा मिली है और उनके लिए यह अवार्ड प्रेरणास्त्रोत का काम करेगा। बता दें कि चांदनी जिला के गोहर गांव कि रहने वाली है। चांदनी ने ग्रेजुएशन करने के बाद अपने करियर की शुरुआत नेटवर्किंग से की थी। 2014 में उन्हें भारतीय राजकुमारी विजेता 2014 के खिताब से नवाजा गया। इसके बाद उन्हें मिस टूरिज्म इंटरनेशनल प्रतियोगिता में ड्रीम गर्ल ऑफ द ईयर इंटरनेशनल 2015 से टाइटल से सम्मानित किया गया। इसके बाद कुछ वर्षों तक वे नेटवर्किंग उद्योग में सक्रिय रहीं। वर्ष 2018 में चांदनी ने अपना एक्टिंग डेब्यू पंजाबी म्यूजिक नखरे दा मुल से किया था। इस एल्बम को गुरपिंदर पनाग ने कंपोज़ किया था। चांदनी इस एल्बम के बाद वह अनेक पंजाबी एल्बम में नजर आई। 2019 में उन्होंने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू डार्क लाइट से किया। इस फिल्म में उन्होंने लीड एक्ट्रेस की भूमिका निभाई। 2020 में चांदनी ने टेलीविज़न इंडस्ट्री में डेब्यू सीरियल इश्क़ में मरजावां 2 से किया।
क्रांति सूद । जोगिंद्रनगर माइंड ऑपरेशन अकादमी से भारतीय सेना आर्मी क्लर्क में चौंतड़ा ब्रांच से 3 बचे लिखित परीक्षा में चयनित हुए हैं, जिसमें मुनीश ठाकुर निखिल और केशव कुमार का चयन हुआ है। मंडी, कुल्लू व लौहल-स्पिति से मात्र 14 बच्चे चयनित हुए हैं, जिसमें 3 छात्र माइंड ऑपरेशन अकादमी से है, अकादमी हमेशा से बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए प्रयासरत रही है। निदेशक राम प्रकाश ठाकुर ने कहा कि कोरोना के बाद ज्यादातर बच्चों का मोबाइल फोन की और ध्यान आकर्षित हुए था और पढ़ाई से ध्यान भटक गया था, जिसकी बजह से बहुत कम बच्चे आर्मी क्लर्क का प्रशिक्षण ले इसके बाबजूद अकादमी का परिणाम बहुत अच्छा रहा है। राम प्रकाश ठाकुर ने कहा अकादमी का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाना है। उन्होंने कहा कि आर्मी जीडी का परिणाम अभी आना बाकी है, जिसमें भी अकादमी के बहुत बच्चे चयनित होंगे, इसका श्रय अकादमी के अध्यापकों को जाता है, जिन्होंने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करते हुए सही दिशा दिखाई है। अकादमी में हमेशा से बच्चों को मैडिटेशन मोटिवेशन व्यवहारिक और पढ़ाई की नई तकनीकों के साथ बच्चों को लिखित परीक्षा की तैयारी करवाई जा रही है। अकादमी उन्होंने कहा की सभी ब्रांचों में सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जा रही है और बच्चे अलग-अलग विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और भविष्य में भी देंगे।
हिमाचल दिवस के उपलक्ष्य में 25 जनवरी को राम म्युजिक प्रोडक्शन द्वारा पहाड़ी भाषा में "क़व्वाली "के रूप मे अपना नया गीत लांच किया गया है। इस गाने को लोक निर्माण विभाग जोगिन्दरनगर के अधीक्षक सुभाष पुरषान ने लांच किया और साथ ही इसे यू ट्यूब पर भी रिलीज कर दिया गया। जोगिन्दरनगर के गीतकार एवं निर्माता राम चन्द्र ठाकुर ने इस क़व्वाली को शब्दों में पिरोने के साथ-साथ इसे अपने मधुर स्वर भी दिए हैं। गौरतलब है कि राम म्यूजिक के बैनर तले फ़िल्माये गई इस क़व्वाली में जोगिन्दरनगर के घोघर धार की ख़ूबसूरती और सुन्दर नजारों को प्रस्तुत करने के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया गया है। राम चंद्र ने कहा कि आने वाले समय में भी भजन एवं पहाड़ी लोकगीतों को जनता तक पहुंचाने के उनके प्रयास जारी रहेंगे। राम चन्द्र ने बताया कि इस भजन में संगीत देव नेगी ने दिया है। जबकि वीडियो डायरेक्टर विशाल ठाकुर व कैमरामैन के रूप मे सचिन थापा और सुनील राणा ने अपनी प्रतिभा दिखाई है। बता दें कि इससे पहले भी राम चंद्र के जोगिंदरनगरा रे नजारे, मैया जी तेरा भवन बड़ा है दूर एवं बाबा बालकनाथ जी के भजन को जनता द्वारा खूब प्यार मिला है।
क्रान्ति सूद । जोगिंद्रनगर आईटीआई जोगिंद्रनगर में एवन फायर टेक बद्दी द्वारा प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं को अग्निशमन यंत्र के प्रयोग बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस बारे जानकारी देते हुए संस्थान की प्रधानाचार्य नवीन कुमारी ने बताया कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जोगिंद्रनगर में प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं के लिए अग्निशमन यंत्र के प्रयोग बारे डेमो देकर बच्चों को जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रशिक्षु को अग्निशमन यंत्र बारे पूर्ण रूप से जानकारी प्रदान की गई। उन्हें बताया गया कि किस प्रकार आपदा के समय अग्निशमन यंत्र का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। साथ ही प्रशिक्षुओं को यह भी बताया गया कि कितने प्रकार के अग्निशमन यंत्र होते हैं और उनमें कौन सी गैस भरी जाती है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सभी को बताया गया कि अपने साथ-साथ दूसरे लोगों की भी आग लगने पर किस प्रकार से सहायता की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रशिक्षण संस्थान के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे और उन्होंने पूर्ण रूप से इस प्रदर्शन में भाग लिया।
जोगिन्दरनगर से रोपा बनवार रूट पर निगम की बस एक बार ट्रायल के चलते शुरू हुई। यह बस सेवा बीते पांच महीने से भजेरा गाँव के पास भारी बरसात के चलते सड़क धसने के कारण बंद थी। परिवहन निगम द्वारा इस रूट के ट्रायल के लिए बस भेजी गई, जो रोपा बनवार के लिए तो निकली पर बनवार गाँव न पहुँच कर मगरूनाले के पास से ही वापिस हो गई, जिसके चलते गांव के लोगों ने आक्रोश जताया। गांव के लोगों का कहना है कि इस प्रकार से आधी अधूरी बस सेवा बहाल करने का उन्हें कोई लाभ नहीं है। उन्होंने परिवहन विभाग से मांग की है की इस बस रूट को पहले की भांति सुचारू रूप से चलाया जाए।
मंडी जिला के द्रंग क्षेत्र की दुर्गम चौहारघाटी में देर रात भीषण आगजनी की घटना सामने आयी है। इस घटना में 8 कमरों वाले एक मकान में आग लग गई, जिससे 2 परिवार बेघर हो गए। आगजनी की यह घटना रात साढ़े 11 बजे सुधार पंचायत के घघटयाण गांव में हुई। घटना के वक्त दोनों परिवारों के सभी सदस्य सो रहे थे। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी प्रकार का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। सूचना मिलते ही पधर पुलिस और उपमंडल प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और नुकसान का आंकलन किया। पंचायत के जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। पंचायत प्रधान निशा ठाकुर ने कहा कि देर रात करीब 12 बजे उन्हें घघटयाण गांव में आग लगने की सूचना मिली। जहां दो भाइयों रूप लाल और प्रेम सिंह के आठ कमरों का मकान और रसोई घर पूरी तरह जल कर राख हो गए थे। परिवार के किसी बुजुर्ग ने मकान में लगी आग की लपटों की आवाज को सुना। मुस्तैदी दिखाते हुए पूरे परिवार को मकान से बाहर निकाल सुरक्षित बचाया। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाने के लिए बहुत प्रयास किए, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई।घटना में लाखों रुपये का नुकसान हो गया। एसडीएम पधर संजीत सिंह ने कहा कि पुलिस और राजस्व विभाग की टीम को मौके पर जाकर नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएसपी पधर लोकेंद्र नेगी ने आग लगने के कारणों की जानकारी दी और कहा की मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी I
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने छः मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, दून से विधायक राम कुमार चौधरी, पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल, बैजनाथ से विधायक किशोरी लाल और अर्की से विधायक संजय अवस्थी को सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इनमें से सूंदर सिंह ठाकुर, आशीष बुटेल और राम कुमार चौधरी को मंत्री पद की दौड़ में भी माना जा रहा था, लेकिन इन्हें सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी 6 विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुंदर सिंह ठाकुर : दूसरी बार बने है विधायक 57 वर्षीय सुंदर सिंह ठाकुर लगातार दूसरी बार कुल्लू सदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे है। सुंदर सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। ठाकुर बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। सूंदर सिंह ठाकुर ने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे। ठाकुर ने 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। सुंदर सिंह दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवलपमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए। मोहन लाल ब्राक्टा : लगातार तीसरी बार बने विधायक 57 वर्षीय मोहन लाल ब्राक्टा ने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। ब्राक्टा वर्ष 2012 में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए है। मोहन लाल ब्राक्टा को होली लॉज खेमे का माना जाता है। राम कुमार चौधरी : मंत्री पद की दौड़ में थे शामिल राम कुमार चौधरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके पिता लज्जा राम कई बार विधायक और मुख्य संसदीय सचिव रहे है। राम कुमार चौधरी ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। राम कुमार चौधरी हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त चौधरी वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए है। आशीष बुटेल : शांता कुमार के गृह क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत किया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र आशीष बुटेल दूसरी बार पालमपुर से विधायक बने है। पालमपुर भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का गृह क्षेत्र है और यहाँ से बुटेल ने दोनों मर्तबा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराया है। 2017 में उन्होंने इंदु गोस्वामी को हराया था और इस बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर को हराया है। बुटेल ने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आशीष बुटेल को वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के भी अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। किशोरी लाल : बैजनाथ से दूसरी बार बने है विधायक किशोरी लाल जिला कांगड़ा के बैजनाथ से दूसरी बार विधायक बने है। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं। बैजनाथ पंडित संत राम की कर्मभूमि रही है और इसी सीट से उनके पुत्र सुधीर शर्मा भी दो बार विधायक बने है। ये सीट आरक्षित होने बाद यहाँ से कांग्रेस ने किशोरी लाल को चेहरा बनाया और वे तीन में से दो चुनाव जीतने में सफल रहे। संजय अवस्थी : क्रिकेट के मैदान से सियासी मैदान तक पहुंचे अवस्थी 57 वर्षीय संजय अवस्थी अर्की से दूसरी बार विधायक बने है। अवस्थी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। संजय अवस्थी वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है। संजय अवस्थी 30 अक्टूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। संजय अवस्थी ने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बेटे है। महज 28 साल की उम्र में विक्रमादित्य सिंह 2017 में पहली बार शिमला ग्रामीण सीट से विधायक बने थे। इस बार विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार विधायक बने है और अब 33 साल की उम्र में मंत्री भी बन गए है। अलबत्ता विक्रमादित्य सिंह को सियासत विरासत में मिली है लेकिन वे हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से है। अमूमन प्रदेश के हर निर्वाचन क्षेत्र में उनके समर्थक है और वे बीते चुनाव में कोंग्रस के स्टार प्रचारक भी थे। विक्रमादित्य ने इतिहास में स्नातक उपाधि सेंट स्टीफनज महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। विक्रमादित्य 2013 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह के मंत्री बनने के बाद उनके समर्थकों में ख़ासा उत्साह है और होली लॉज में एक बार फिर दिवाली सा माहौल है। गौरतलब है कि उनकी माता और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी सीएम पद की दौड़ में थी लेकिन पार्टी ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम बनाया। इसके बाद होली लॉज समर्थकों में निराशा थी लेकिन अब विक्रमादित्य सिंह के मंत्री बनने से फिर नए उत्साह का संचार हुआ है।
एसडीएम ने सहयोग के लिए कहा थैंक्स, लाइब्रेरी में अच्छी सुविधाएं जुटाने में मिलेगी मदद क्रान्ति सूद । जोगिंद्रनगर आईफ्लेक्स स्कूल धनैतर चौंतड़ा ने सार्वजनिक पुस्तकालय जोगिन्दर नगर के लिए 10 हजार रुपए की धनराशि का सहयोग किया है। स्कूल के प्रबंधक अमित कुमार तथा प्रधानाचार्य दीपिका वर्मा ने एसडीएम जोगिंद्रनगर डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा को आज एसडीएम कार्यालय में 10 हजार रुपए की धनराशि भेंट की। एसडीएम डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने सार्वजनिक पुस्तकालय जोगिंद्रनगर के लिए 10 हजार रुपए की धनराशि का सहयोग प्रदान करने के लिए आईफ्लेक्स स्कूल प्रबंधन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि उनके इस सहयोग से पब्लिक लाइब्रेरी जोगिंद्रनगर में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे युवाओं को ओर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने में मदद मिलेगी। एसडीएम ने कहा कि इससे पहले भी समाज के विभिन्न वर्गों के लोग सार्वजनिक पुस्तकालय जोगिंद्रनगर के संचालन के लिए पुस्तकों सहित अन्य सुविधाएं जुटाने में जोगिंद्र प्रशासन का सहयोग करते रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई की भविष्य में भी लोग इसी तरह सार्वजनिक पुस्तकालय के बेहतर संचालन एवं अच्छी सुविधाएं जुटाने में प्रशासन का सहयोग करते रहेंगे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। बिलासपुर सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश की बैठक प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा की अध्यक्षता में ज्योति बासु भवन हमीरपुर में संपन्न हुई। बैठक में सीटू राष्ट्रीय सचिव डॉ. कश्मीर ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि मजदूरों और किसानों की मांगों पर 8 जनवरी को सीटू व हिमाचल किसान सभा का मंडी में राज्य स्तरीय अधिवेशन होगा। इन मांगों को लेकर मजदूर किसान 5 अप्रैल 2022 को दिल्ली में संसद मार्च करेंगे। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार मजदूरों के कानूनों पर हमले कर रही है। इसी कड़ी में मोदी सरकार ने मजदूरों के चबालिस कानूनों को खत्म करके चार लेबर कोड बनाने, सार्वजनिक क्षेत्र के विनिवेश व निजीकरण के निर्णय लिए हैं। उन्होंने आउटसोर्स नीति बनाने, स्कीम वर्करज़ को नियमित कर्मचारी घोषित करने, मनरेगा मजदूरों के लिए 350 रुपए दिहाड़ी लागू करने आदि विषयों पर केंद्र व प्रदेश सरकार की मज़दूर व कर्मचारी विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूंजीपतियों के हित में कार्य कर रही है व मजदूर विरोधी निर्णय ले रही है। पिछले सौ सालों में बने चौबालिस श्रम कानूनों को खत्म करके मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताएं अथवा लेबर कोड बनाना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल का फायदा उठाते हुए मोदी सरकार के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश जैसी कई राज्य सरकारों ने आम जनता,मजदूरों व किसानों के लिए आपदाकाल को पूंजीपतियों व कॉरपोरेट्स के लिए अवसर में तब्दील कर दिया है। यह साबित हो गया है कि यह सरकार मजदूर, कर्मचारी व जनता विरोधी है व लगातार गरीब व मध्यम वर्ग के खिलाफ कार्य कर रही है। सरकार की पूंजीपतिपरस्त नीतियों से देश की नब्बे प्रतिशत आम जनता सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है। सरकार फैक्टरी मजदूरों के लिए बारह घण्टे के काम करने का आदेश जारी करके उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने की कोशिश कर रही है। आंगनबाड़ी,आशा व मिड-डे-मील योजनकर्मियों के निजीकरण की साज़िश की जा रही है। उन्हें वर्ष 2013 के 45वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार नियमित कर्मचारी घोषित नहीं किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 26 अक्तूबर, 2016 को समान कार्य के लिए समान वेतन के आदेश को आउटसोर्स, ठेका, दिहाड़ीदार मजदूरों के लिए लागू नहीं किया जा रहा है। केंद्र व राज्य के मजदूरों को एक समान वेतन नहीं दिया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के मजदूरों के वेतन को महंगाई व उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के साथ नहीं जोड़ा जा रहा है। सातवें वेतन आयोग व 1957 में हुए 15वें श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार उन्हें 21 हज़ार रुपए वेतन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की है कि मजदूरों का न्यूनतम वेतन 21 हज़ार रुपए घोषित किया जाए। केंद्र व राज्य का एक समान वेतन घोषित किया जाए। आंगनबाड़ी, मिड-डे-मील, आशा व अन्य योजना कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। मनरेगा में 200 दिन का रोज़गार दिया जाए व उन्हें राज्य सरकार द्वारा घोषित 350 रुपए न्यूनतम दैनिक वेतन लागू किया जाए। श्रमिक कल्याण बोर्ड में मनरेगा व निर्माण मजदूरों का पंजीकरण सरल किया जाए। निर्माण मजदूरों की न्यूनतम पेंशन तीन हज़ार रुपए की जाए व उनके सभी लाभों में बढ़ोतरी की जाए। कॉन्ट्रैक्ट, फिक्स टर्म, आउटसोर्स व ठेका प्रणाली की जगह नियमित रोज़गार दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्णयानुसार समान काम का समान वेतन दिया जाए। सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश व निजीकरण बंद किया जाए। 44 श्रम कानून खत्म करके मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताएं (लेबर कोड) बनाने का निर्णय वापस लिया जाए। सभी मजदूरों को ईपीएफ, ईएसआई, ग्रेच्युटी, नियमतित रोज़गार,पेंशन व दुर्घटना लाभ आदि सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाया जाए। भारी महंगाई पर रोक लगाई जाए। पेट्रोल, डीडल, रसोई गैस की कीमतें कम की जाएं। रेहड़ी, फड़ी तयबजारी क़े लिए स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट को सख्ती से लागू किया जाए। बैठक में विजेंद्र मेहरा, डॉ कश्मीर ठाकुर, प्रेम गौतम, जगत राम, एनडी रणौत, जोगिंद्र, अजय दुलटा, राजेश, केवल, संतोष, रंजन शर्मा, सुरेश, नीलम, विजय, सुमित्रा, सुदेश, हिमी, हिमिंद्री, आशीष, गुरदास, अनिल, संजय, विक्की, सर चंद, भूप सिंह, पदम, बालक राम, मदन नेगी, गुरनाम व रामप्रकाश आदि शामिल रहे।
क्रांति सूद। जोगिंद्रनगर माइंड ऑपरेशन अकादमी के निदेशक राम प्रकाश ठाकुर ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुफरी में बच्चों को पढ़ाई को आसान बनाने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा पढ़ाई करना इस दुनिया में सबसे आसान कार्य है, परंतु बच्चे उन सभी तकनीकों को नहीं जानते हैं,जिससे वह अपनी पढ़ाई आसान बना सकें। निदेशक ने कहा कि कुफरी स्कूल के प्रधानाचार्य बालकृष्ण यादव ने सराहनीय प्रयास किया है कि बच्चों को एक ऐसी शिक्षा के बारे में जागरूक करवाया गया, जो शिक्षा बच्चे की मानसिकता पर सकारात्मक असर डालती है। निदेशक ने बच्चों को एक बार पढ़ कर याद कैसे करना है। उन्होंने मेमोरी डेमो दे कर के बताया कि किसी भी चीज को हम एक बार पढ़कर आसानी से याद कैसे रख सकते हैं। निदेशक राम प्रकाश ठाकुर का मानना है कि बच्चों की पढ़ाई को आसान बनाने के लिए यह शिक्षा बहुत अहम किरदार निभाती है और ऐसे सेमिनार सभी सरकारी स्कूल महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में होने अति आवश्यक है। जिन बच्चों को पढ़ाई करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, उनके लिए पढ़ाई एक मनोरंजन का माध्यम बन सकता है। इस सेमिनार में प्रधानाचार्य बालकृष्ण यादव तथा अन्य सभी अध्यापक वर्ग ने भी भाग लिया। वहीं, ग्राम पंचायत कुफरी के उप प्रधान ओम प्रकाश ठाकुर ने भी सेमिनार में हिस्सा लिया और उन्होंने भी अपने शब्दों के माध्यम से बच्चों को प्रेरित किया। निदेशक राम प्रकाश ठाकुर ने प्रिंसिपल और सभी अध्यापक वर्ग का बच्चों को ऐसी शिक्षा से अवगत करवाने के लिए धन्यवाद किया और कहा इस तरह के सेमिनार माइंड ऑपरेशन अकादमी के माध्यम से आगे भी सरकारी स्कूलों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में करवाते रहेंगे।
क्रांति सूद। लडभड़ोल एचआरटीसी जोगिंद्रनगर में कार्यरत चालक सागर सिंह पुत्र सरद सिंह निवासी धानग तहसील बैजनाथ ने पुलिस चौकी लडभड़ोल में दर्ज शिकायत अनुसार बयान दिया कि वह बतौर चालक एचआरटीसी जोगिंद्रनगर में कार्यरत हैं तथा 22 दिसंबर को जोगिंद्रनगर से बस (एचपी 67-2580) को परिचालक संजय कुमार के साथ 4:10 बजे ग्राम पंचायत सिमस के लिए आया था औ सायं 7:10 बजे सिमस पहुंचे और बस खड़ी करके अपने कमरे में चले गए तथा खाना खाकर अपने कमरे में सो गए। उन्होंने कहा कि आज सुबह 7:35 बजे जब वह तथा परिचालक बस के पास पहुंचे, तो देखा कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने बस के फ्रंट शीशे को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें मालूम नहीं है कि बस का शीशा किसने तोड़ा है और किसने इस वारदात को अंजाम दिया है और किसी भी व्यक्ति पर कोई शक नहीं है। उन्होंने पुलिस से मामले की छानबीन करने की गुहार लगाई है।
मंडी के पड्डल मैदान में 18 व 19 दिसम्बर को एकल अभियान द्वारा अभ्युदय खेल कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए एकल अभियान के संभाग अध्यक्ष सुभाष जरयाल ने बताया कि एकल अभियान समय समय पर अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। इसी क्रम में एकल अभियान द्वारा सम्भाग स्तरीय अभ्युदय खेल कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन मंडी के पड्डल मैदान में 18 व 19 दिसम्बर को करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में उत्तर हिमाचल संभाग के 20 अंचलों से अव्वल रहे 6 से 14 आयु वर्ष के 600 खिलाड़ी कबड्डी, दौड़, लम्बी कूद, ऊंची कूद व कुश्ती प्रतिस्पर्धा में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि सम्भाग में भी अव्वल रहने वाले खिलाड़ियों को लखनऊ में राष्ट्र स्तरीय खेलों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
पांवटा साहिब में भाजपा के तीन बागी उम्मीदवारों के मैदान में होने से क्या निवर्तमान ऊर्जा मंत्री बेहतर कर पाएंगे, इस सवाल पर आठ दिसंबर को आये नतीजों ने विराम लगा दिया है। सुखराम चौधरी ने तमाम कयासों को गलत साबित करते हुए बड़े मार्जिन से चुनाव जीता। जयराम सरकार में कैबिनेट मंत्री सुखराम चौधरी इस सीट से छठी बार भाजपा टिकट के साथ मैदान में थे। चौधरी ने 1998 में हार के साथ शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद 2003 और 2007 में वे जीते। तब इस सीट का नाम पौंटा दून था, फिर 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट पौंटा साहिब हो गयी। 2012 में उन्हें फिर हार का सामना करना पड़ा लेकिन 2017 में वे फिर जीते। इसके बाद वर्ष 2020 में हुए जयराम कैबिनेट के विस्तार में उन्हें मंत्री पद भी मिल गया। सुखराम चौधरी इस बार जीत का चौका लगाने के फ़िराक में थे और वे सफल भी हुए। सुखराम चौधरी ने 8596 मतों से जीत हासिल की। उधर, कांग्रेस ने फिर इस सीट से किरनेश जंग को मैदान में उतारा। किरनेश पहली बार 2003 में लोकतान्त्रिक मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे। फिर 2007 में कांग्रेस के टिकट पर हारे। 2012 में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया लेकिन वे निर्दलीय चुनाव जीतने में कामयाब रहे। पर 2017 में कांग्रेस टिकट पर फिर हार गए। ऐसे में इस बार कांग्रेस से उनके टिकट को लेकर संशय बना हुआ था लेकिन आखिरकार उन्हें पार्टी ने टिकट दे दिया। ये किरनेश जंग का पांचवा चुनाव था और उनके खाते में सिर्फ एक जीत है। स्वाभाविक है ऐसे में उनके लिए इस बार जीत हासिल करना बेहद जरूरी था लेकिन वे इस बार भी चुनाव हार गए। अब निसंदेह हार के बढ़ते क्रम से किरनेश जंग की राह बेहद मुश्किल होने वाली है। खेर, निवर्तमान ऊर्जा मंत्री के जीतने से पांवटा साहिब में भाजपा फिर पावर में आ गयी है
आख़िरकार कसौली विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने 15 वर्षों के बाद वापसी कर ही ली। बीते तीन चुनावों की तरह इस बार भी कसौली सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिली। इस बार निवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल के साथ भाजपा की पूरी टीम जीत का चौका लगाने के लिए मैदान में थे, तो दूसरी तरफ कांग्रेस और विनोद सुल्तानपुरी जीत का सूखा खत्म करने के लिए जदोजहद करते दिखे। डॉ राजीव सैजल खुद जीत को लेकर आश्वस्त थे लेकिन कांग्रेस के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने इस बार चुनाव जीत कर निवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल के सियासी चौका लगाने के फ़िराक पर पानी फेर दिया और 6768 मतों से जीत हासिल कर ली। अतीत पर गौर करें तो कसौली निर्वाचन क्षेत्र लम्बे अर्से तक कांग्रेस का गढ़ रहा। 1982 से 2003 तक हुए 6 विधानसभा चुनावों में से पांच कांग्रेस ने जीते और पांचों बार प्रत्याशी थे रघुराज। सिर्फ 1990 की शांता लहर में एक मौका ऐसा आया जब रघुराज भाजपा के सत्यपाल कम्बोज से चुनाव हारे। 2003 में प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनी और वीरभद्र सरकार में रघुराज मंत्री बने। मंत्री बनने के बाद कसौली के लोगों की अपेक्षाएं भी बढ़ी और शायद इसी का खामियाजा रघुराज को 2007 में उठाना पड़ा, जब वे चुनाव हार गए। इसके बाद राजीव सैजल ने जीत की हैट्रिक लगाकर जयराम सरकार में मंत्री पद भी हासिल किया। वर्ष 2012 में कांग्रेस ने चेहरा बदला और युवा विनोद सुल्तानपुरी को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया। दो युवा नेताओं के बीच इस चुनाव में कांटेदार टक्कर हुई और हार व जीत का मार्जिन भी काफी करीबी रहा। राजीव सैजल ने विनोद सुल्तानपुरी को मात्र 24 मतों से शिकस्त दी। वर्ष 2017 में कांग्रेस व भाजपा दोनों दलों ने एक बार फिर इन्हीं दोनों प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतार दिया। इस बार भी दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। हालांकि डा. सहजल ने वर्ष 2012 के मार्जिन व अपनी स्थिति को थोड़ा बेहतर करते हुए 442 मतों से जीत प्राप्त की। लगातार दो चुनावों में मामूली अंतर से हार का मुंह देख रहे कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी के लिए वर्ष 2022 का चुनाव उनके राजनीतिक करियर के लिए काफी महत्वपूर्ण था। कांग्रेस के टिकट चाहवानों को दरकिनार करते हुए विनोद सुल्तानपुरी एक बार फिर पार्टी टिकट पाने में कामयाब रहे। भाजपा ने भी जीत की हैट्रिक लगा चुके डा. राजीव सैजल पर ही दांव खेला। तीसरी बार विनोद सुल्तानपुरी और राजीव सैजल चुनावी मैदान में आमने सामने थे। नतीजन भाजपा के 15 सालों के तिलिस्म को तोड़ते हुए विनोद सुल्तानपुरी ने कसौली में वापसी करवाई।
रामपुर निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस का अभेद गढ़ रहा है। देश में आपातकाल के बाद हुए 1977 के चुनाव को छोड़ दिया जाएं, तो यहां हमेशा कांग्रेस का परचम लहराया है। वहीं भाजपा की बात करें तो 1980 में पार्टी की स्थापना के बाद से 9 चुनाव हुए है, लेकिन पार्टी को कभी यहां जीत का सुख नहीं मिला। पर बीते कुछ चुनाव के नतीजों पर नजर डाले तो कांग्रेस और वीरभद्र परिवार के इस गढ़ में पार्टी की जीत का अंतर कम जरूर हुआ है। 1990 की शांता लहर में भी कांग्रेस के सिंघीराम यहाँ से 11856 वोट से जीते थे, लेकिन 2017 आते -आते ये अंतर 4037 वोटों का रह गया। 1993 में कांग्रेस यहाँ 14478 वोट से जीती तो 1998 में जीत का अंतर 14565 वोट था। जबकि 2003 के चुनाव में ये अंतर बढ़कर 17247 हो गया। तीनों मर्तबा यहाँ से सिंघी राम ही पार्टी प्रत्याशी थे। 2007 में कांग्रेस ने यहाँ से प्रत्याशी बदला और नंदलाल को मैदान में उतारा। नंदलाल को जीत तो मिली लेकिन अंतर घटकर 6470 वोट का रह गया। 2012 में नंदलाल 9471 वोट से जीते तो 2017 में अंतर 4037 वोट का रहा। इस बार भाजपा ने रामपुर विधानसभा क्षेत्र में टिकट बदल युवा चेहरे कौल सिंह नेगी को मैदान में उतारा था जबकि कांग्रेस ने भारी विरोध के बावजूद वर्तमान विधायक नंदलाल पर ही दांव खेला। नंदलाल को लेकर क्षेत्र में एंटी इंकम्बेंसी दिखी है, मगर उनके प्रचार का ज़िम्मा खुद राज परिवार ने संभाला था। उधर कौल नेगी ने भी प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। कौल नेगी इस सीट पर कमल तो नहीं खिला पाए लेकिन कांग्रेस के प्रत्याशी को जबरदस्त टक्कर दे कर जीत के अंतर को न के बराबर साबित किया। इस चुनाव में नन्द लाल मात्र 567 वोट से जीत दर्ज कर गए।
जिला कांगड़ा प्रदेश की सियासत का रास्ता प्रशस्त करता है और कांगड़ा के नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में सियासी पारा हमेशा से हाई रहा है। नूरपुर भाजपा के तेजतर्रार नेता राकेश पठानिया का क्षेत्र है। बावजूद इसके इस बार चुनाव से पहले ही भाजपा में काफी उठापठक और अंतर्कलह देखने को मिली। दरअसल भाजपा के जिला महामंत्री रणवीर सिंह निक्का चुनाव से पहले ही काफी सक्रिय दिखे और लगातार टिकट की मांग करते आये। निक्का ने यह तक ऐलान कर दिया था कि यदि पार्टी टिकट नहीं देती है तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। निक्का ने विभिन्न रैली और आयोजनों में उनके साथ जन समर्थन का बेहतर प्रदर्शन किया। शायद पार्टी निक्का के शक्ति प्रदर्शन से भांप चुकी थी कि निक्का अगर बागी लड़ते है तो भाजपा को इसका नुकसान होगा। नतीजन भाजपा ने रणवीर सिंह निक्का को टिकट दिया और राकेश पठानिया को फतेहपुर भेज दिया। निक्का ने बेहतरीन तरीके से चुनाव लड़ा और बड़े मार्जिन के अंतर् से कांग्रेस के प्रत्याशी अजय महाजन को हरा दिया। हालाँकि नूरपुर सीट पर तो निक्का का सिक्का चला लेकिन राकेश पठानिया फतेहपुर सीट पर चुनाव हार गए। उधर, नूरपुर निर्वाचन क्षेत्र में पिछले चार चुनाव के नतीजों पर गौर फरमाएं तो यहाँ की जनता ने हर पांच वर्ष में बदलाव किया है। 2003 के विधानसभा चुनाव में सत महाजन ने कांग्रेस को इस सीट पर जीत दिलाई। 2007 के विधानसभा चुनाव में राकेश पठानिया आज़ाद उमीदवार के रूप में मैदान में उतरे और जीत का परचम लहराया। 2012 में कांग्रेस ने अजय महाजन पर दांव खेला और जनता ने कांग्रेस पार्टी पर विश्वास जताया। 2017 के विधानसभा चुनाव में राकेश पठानिया भाजपा में शामिल हुए और इस सीट पर भाजपा की जीत हुई। इस बार कांग्रेस ने फिर अजय महाजन को टिकट दिया था जबकि भाजपा ने निक्का को चुनावी मैदान में उतार था। इस चुनाव में नूरपुर में रणवीर सिंह निक्का ने जीत दर्ज की है और पहली बार विधानसभा पहुंचे, जबकि अजय महाजन विजय प्राप्त नहीं कर सके।
जिला किन्नौर में इस बार भी विधानसभा चुनाव में भरपूर रोमांच देखने को मिला। पहले दिन से ही कांग्रेस और भाजपा दोनों तरफ जमकर खींचतान दिखी। कांग्रेस में जहाँ सीटिंग विधायक और वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी का टिकट अंतिम समय तक लटका रहा, तो भाजपा ने पूर्व विधायक तेजवंत नेगी का टिकट काटकर युवा सूरत नेगी को मैदान में उतारा। खफा होकर तेजवंत भी चुनावी समर में कूद गए और इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। नतीजन, भाजपा के बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी जगत सिंह नेगी को मिला और जगत नेगी हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। जगत सिंह नेगी को 20696 मत मिले और भाजपा प्रत्याशी सूरत नेगी को 13732 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा के बागी तेजवंत नेगी ने 8574 मत लेकर भाजपा को डैमेज किया। किन्नौर के चुनावी इतिहास पर नज़र डाले तो अब तक सिर्फ ठाकुर सेन नेगी (तेते जी) ही जीत की हैट्रिक लगा सके है। ठाकुर सेन नेगी 1967 से 1982 तक लगातार चार चुनाव जीते। दिलचस्प बात ये है कि वे तीन बार निर्दलीय और एक बार लोकराज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। फिर वे भाजपा में शामिल हो गए और एक बार 1990 में भाजपा टिकट से भी जीतने में कामयाब हुए। ठाकुर सेन नेगी के अलावा जगत सिंह नेगी ही इकलौते ऐसे नेता है जो हैट्रिक लगाने में सफल हुए है।