पालमपुर को केंद्रीय कृषि विवि बनाने को लेकर एग्रीकल्चर सांइटिस्ट फोरम ने कवायद तेज कर दी है। फोरम की ओर से गठित कमेटी ने भारतीय सरकार को अपनी सिफारिशें भी भेज दी हैं। उत्तर पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के मध्य में पालमपुर का स्थित होना आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता और विश्वविद्यालय का अब तक का उत्कृष्ट प्रदर्शन पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय को केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के रूप में स्तरोन्नत करने के प्रमुख बिंदु हैं। समिति ने 14 सूत्रीय बिंदुओं को लेकर अपनी संस्तुति दी है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने हर एग्रो क्लाइमेटिक रीजन के आधार पर एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया है। उत्तर पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, जिसके तहत हिमाचल, उत्तराखंड तथा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश आते हैं, जिसमें एक केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना प्रस्तावित है। इसे देख एग्रीकल्चर साइंटिस्ट फोरम ने एक कमेटी का गठन पूर्व शोध निदेशक प्रो. एसके शर्मा के नेतृत्व में किया है। समिति में डॉ. एके पांडा, डॉ. एनके संख्यान, डॉ. संजय शर्मा व डॉ. प्रवीण शर्मा को शामिल किया गया है। एग्रीकल्चर साइंटिस्ट फोरम के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार ने कहा कि एग्रीकल्चर साइंटिस्ट फोरम ने केंद्रीय कृषि विवि की स्थापना के लिए समिति की सिफारिशों को भी अपनाने का निर्णय लिया है।
आज प्रदेश में कोरोना से दो मौते हो गई हैं। बता दें नेरचौक मेडिकल कॉलेज में बिलासपुर के एक व्यक्ति और एक कुल्लू के व्यक्ति की मृत्यु हो गई हैं। बिलासपुर निवासी मृतक 58 वर्ष का था और कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित था। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से देर रात उसने दम तोड़ दिया। वहीं कुल्लू निवासी मृतक ने शुक्रवार सुबह दम तोडा। वह 55 वर्षीय थे व कुल्लू के भुंतर से ताल्लुक रखते थे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पालमपुर इकाई ने प्रदेश भर में छात्र छात्राओं की शिक्षा के क्षेत्र में चल रही विभिन्न समस्याओं को ध्यान में लाने एवं इन सभी समस्याओं पर शीघ्र कार्यवाही की मांग करते हुए एसडीएम पालमपुर के माध्यम से प्रदेश शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा। पालमपुर इकाई अध्यक्ष अभिषेक ने बताया की विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से लेकर आज तक हमेशा छात्रहित एवम राष्ट्रहित में खड़ी रही है और समय समय पर छात्र छात्राओं को आने वाली समस्याओ को प्रशासन के माध्यम द्वारा उठाती आयी है इसी कड़ी में आज पालमपुर इकाई ने अपनी कुछ मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें मांग की गई है कि केंद्रीय विश्विद्यालय के स्थायी परिसर का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर पूरा किया जाए साथ ही क्लस्टर विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय में शिक्षक एवं गैर शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाएं। इसके अतिरिक्त नौणी विश्वविद्यालय के भ्रष्ट कुलपति को बर्खास्त किया जाए तथा निजी विश्विद्यालय में छात्रों का शोषण बन्द किया जाए। विद्यार्थी परिषद ने छात्र संघ चुनाव शीघ्र करवाने व अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रवृति जल्द जारी किये जाने व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम में आ रही अनिमितताओं को शीघ्र सुधारने का भी आग्रह किया है। इसके अतिरिक्त जेबीटी कमीशन में जेबीटी छात्रों को प्राथमिकता दिए जाने व प्रदेश में चरमराई चिकित्सा व्यवस्ता एवम मेडिकल महाविद्यालय के आधारभूत ढांचे को सुधाराने का भी अनुरोध सरकार से किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने 2630 एसएमसी शिक्षकों को राहत पहुंचाई है। बता दें SC ने हिमाचल हाईकोर्ट के एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने के फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी के माध्यम से हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाले शिक्षक संघ अध्यक्ष मनोज रोंगटा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी गई है। मनोज रोंगटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का SC में प्रदेश सरकार की ओर से एसएलपी दायर करने और शिक्षकों के हित में खड़े होने के लिए आभार जताया है। बता दें की हिमाचल प्रदेश HC ने बीते महीने 2630 एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने का फैसला सुनाते हुए इनकी जगह छह माह में नियमित शिक्षकों की भर्ती करने का फैसला दिया था। ये एसएमसी शिक्षक प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों में काफी वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अस्थाई तौर पर इनकी तैनाती की थी। एसएमसी शिक्षकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को लेकर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए शिक्षकों के साथ प्रदेश सरकार ने भी एसएलपी दायर की थी।
कोरोना पॉजिटिव विधायक के समपर्क में आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। मुख्यमंत्री के तीन दिन क्वारंटाइन होने के कारण 9 अक्तूबर को प्रस्तावित कैबिनेट की मीटिंग टल गई है। मिली जानकारी के अनुसार 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। बता दें सीएम तीन दिनों के लिए स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं, ऐसे में अब कैबिनेट की बैठक ताल दी गई है। इस बार की कैबिनेट बैठक को अहम मन जा रहा था। इस बार इंटरस्टेट बसों के चलने और स्कूल खोलने जैसे मुद्दों पर फैसले होने वाले थे।
मंगलवार को अटल टनल रोहतांग के पास बड़ा हादसा होते-होते टला है। बता दें मनाली-केलांग मार्ग पर, अटल टनल से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे, आलू की बोरियों से लदा ट्रक एक कार पर पलट गया। गनीमत रही उस समय कार में मौजूद व्यक्ति ने ट्रक की स्पीड को भांप लिया और कार से छलांग मार सुरक्षित दूरी पर चला गया, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के मुताबिक कार हरयाणा से हिमाचल घूमने आए पर्यटकों की थी व हादसे के समय हाईवे के किनारे पर पार्क थी। इस दौरान विपरीत दिशा से आता हुआ एक ट्रक अचानक कार पर पलट गया। ऑय विटनेसेस की मने तो हादसे से पहले गाड़ी की पिछली सीट पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जिसने ट्रक की स्पीड भांपते हुए सुरक्षित जगह के लिए छलांग लगा दी। हालाँकि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई पर व्यक्ति बाल-बाल बचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
बैजनाथ। आज बैजनाथ कृषि सहकारी समिति चुनाव सर्वसम्मति से हुआ जिसके प्रधान अमित कपूर चुने गए। वहीं साथ में नागेश अवस्थी उप प्रधान एवं सरदार जसवंत सिंह सन्नी को कोषाध्यक्ष चुना गया। बता दें की पूर्व प्रधान के द्वारा अपना इस्तीफा दे दिया गया था तथा यह पद खाली चल रहा था। आज सभी चयनित सदस्यों द्वारा मीटिंग बुलाई गई तथा यह चुनाव सर्वसम्मति से सम्पन्न हुआ। वही अमित कपूर का कहना है कि समिति से सम्बंधित लोगों के कार्यों को शीघ्र पूरा करने में वह प्रयासरत रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के हिमाचल दौरे के बाद कुल्लू के बंजार से विधायक सुरेंदर शौरी के कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि 3 अक्टूबर को पीएम ने रोहतांग अटल टनल का शुभारम्भ किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया पीएम के संपर्क में रहे। अब वहीं बीते कल कुल्लू के बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिस के बाद से ही सीएम ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। बताया जा रहा है कि सीएम पॉजिटिव आए विधायक के प्राइमरी कांटेक्ट में थे। स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले 2 अक्तूबर को ही मिल गई थी। हिमाचल सरकार की इस बड़ी चूक से पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के लिए भी कोरोना का खतरा पैदा हो गया है। इस खबर ने हिमाचल में हड़कंप मचा दिया है। स्वास्थ्य विभाग कि इस चूक से सीएम कार्यालय से लेकर पीएम कार्यालय तक कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री कि माने तो शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें 3 अक्तूबर को मिली थी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे। वह भी आइसोलेट हो गए हैं। पठानिया ने कहा कि शौरी के पॉजिटिव आने की जानकारी मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद मिली है। उन्होंने बताया कि शौरी से दूर से ही उनकी मुलाकात हुई थी और दोनों ने ही मास्क लगाए थे। फिर भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुद को क्वारंटीन कर लिया है। मुख्यमंत्री, मंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम से ही प्रदेश के कई दिग्गज नेता, राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत अन्य क्वारंटीन हो गए हैं। वही शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी। इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए हैं।
परिवहन विभाग की ओर से इंटरस्टेट बसों में व्यवस्था को लेकर एसओपी तैयार कर दी गई है। जारी निर्देशों के मुताबिक अब हिमाचल सरकार द्वारा बहरी राज्यों के लिए जाने वाली बसों में बच्चों, बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी। सीट नंबर 2 से 6 तक सीटें इनके लिए रिज़र्व रहेंगी, वहीं 1 नंबर सीट कंडक्टर के लिए रहेगी। कंडक्टर सवारियों को बस में चढ़ने से पहले टिकट देगा। साथ ही बिना मास्क बसों में किसी को सफर नहीं करने दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने एसओपी तैयार कर सरकार को भेज दी है। अब इस मामले को कैबिनेट बैठक में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इंटर स्टेट बसें 60 प्रतिशत सीटों के साथ शुरू होंगी। डीलक्स बसों में 50 प्रतिशत सीटों पर यात्री सफर कर सकेंगे। यानी अब 100 सीटर बसों में 50 यात्री सफर कर सकेंगे।
बैजनाथ। आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है। आज सिर्फ अटल जी का ही सपना पूरा नहीं हुआ बल्कि आज हिमाचल प्रदेश के करोड़ लोगों का सपना पूरा हुआ। इस मौके पर हिमाचल अटल टनल के उद्घाटन का लाइव प्रसारण लगभग हर जगह किया गया। इस मौके पर बैजनाथ के आईपीएच ऑफिस के बाहर भी बैजनाथ बीजेपी के कार्यकर्तओं के द्वारा लाइव उद्घाटन देखा गया। इस मौके पर बहा पर मण्डल अध्यक्ष, युवा अध्यक्ष, एसटी मोर्चा अध्यक्ष चमन, किसान मोर्चा अध्यक्ष, सुनील राणा, महामंत्री मुलख राज शर्मा और एसटी मोर्चा महामंत्री शुभम् कपूर और अन्य बीजेपी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस अवसर पर एसटी मोर्चा महामंत्री शुभम कपूर ने बताया की आज का दिन हिमाचल प्रदेश के लिए बहुत ही खुशी का दिन था साथ ही हमने सरकार के दिशा निर्देशों और COVID-19 के नियमो का पालन करते हुए यहां पर व्यवस्था की थी।
अटल टनल रोहतांग के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौलियों को एक और बड़ी सौगात दी है। बता दें अटल टनल रोहतांग के उत्तरी पोर्टल में पीर पंजाल की पहाड़ी में जल्द ही बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा बनाई जाएगी। यह प्रतिमा लगभग 328 फीट यानि 100 मीटर ऊंची होगी। यह प्रतिमा अफगानिस्तान के बामियान की तर्ज बनाई जाएगी। इस निर्माण में लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट को खुद प्रधानमंत्री ने सहमति दी है। हिमाचल सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रतिमा का निर्माण केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की देखरेख में गुजरात की एक निजी फर्म को सौंपा जाएगा। सिस्सू गांव के पार विख्यात वॉटर फाल के पास पीरपंजाल की पहाड़ी को कुरेद कर बुद्ध प्रतिमा बनाई जाएगी। इस निर्माण से जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आय के नए द्वार खुलेंगे।
पालमपुर। शहीद कैप्टन बिक्रम बत्रा कालेज पालमपुर की प्राचार्य डॉ प्रज्ञा मिश्रा ने नए सत्र (2020-21) मे स्नातक प्रथम वर्ष (B.A, B.Sc, B.Com) में प्रवेश लेने वाले छात्रो की आनलाइन इंडक्शन मीटिंग की। उन्होंने इस मीटिंग मे नए छात्र - छात्राओ का स्वागत किया व कालेज के इतिहास, पाठ्यक्रम तथा अन्य सुविधाओ की जानकारी दी। उन्होंने विधार्थीयो को कालेज के सुचारू रूप से खुलने तक आनलाइन क्लास के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रखने को कहा तथा मार्गदर्शन के लिए अपने अपने विषय के प्राध्यापको से सम्पर्क कर इस कोरोना काल मे पढ़ाई जारी रखने को कहा। कालेज के उप प्राचार्य डा अश्विनी पराशर ने भी छात्र छात्राओ को संबोधित किया। इस अवसर पर डा संजय गुप्ता, डा सुरेश शर्मा, प्रो अरूण, प्रो अनुपमा, प्रो आशुफुल आदि उपस्थित थे।
बैजनाथ। आज बैजनाथ कांग्रेस के पूर्व विधायक किशोरी लाल और बैजनाथ कांग्रेस के सदस्य हाथरस रेप कांड और किसान बिल के विरोध में सड़कों पर उतरे और रैली निकली। इस मौके पर उन्होंने हाथरस रेप को आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिलने की बात कही और साथ ही पूर्व विधायक किशोरी लाल ने कहा कि कल दिनांक 2 अक्टूबर को किसान बिल के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी बैजनाथ कांग्रेस। इस मौके पर रमेश परिहार, पृथी करोटी, अजय अवस्थी,रमेश चड्ढा, रमेश शर्मा, अमित शर्मा, त्रिलोकानंद, जमुना गोयल, कुसुम राणा, सचिन अवस्थी, रविन्द्र राव, मदन ठाकुर, सुरेश ठाकुर,सतीश मैहरा, सुमित सती, चमन धिमान, लवजीत चौधरी, सपना, सुरेश शर्मा, राहुल कपुर, हरि सिंह, चमारु राम, पृथ्वीराज आदी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में चलते काफिले के दौरान सड़क हादसे में हिमाचल के सिरमौर का 42 वर्षीय जवान शहीद हो गया। सिरमौर के धारटीधार इलाके की नौनी (जामटा) पंचायत के कटीयार गांव के सुरेश कुमार, सेना की 155 टी ए बटालियन में शोपियां में तैनात थे। गत 29 सितंबर को सेना की लगभग 100 गाड़ियों का काफिला जम्मू से श्रीनगर के लिए निकाला। उनमें से बीच की गाड़ी उधमपुर के समीप दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें हवलदार सुरेश कुमार भी सवार थे जिन्हें दुर्घटना के बाद सैनिक अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया। 30 सितंबर को शहीद की पार्थिव देह उधमपुर से घर के लिए रवाना कर दी गई। देर रात शहीद की पार्थिव देह नाहन पहुंची और रात को नाहन मे ही रखी गई। गुरूवार को प्रातः 8:00 बजे शहीद की पार्थिव देह भूतपूर्व सैनिक संगठनों व स्थानीय लोगों के कफिले के साथ शहीद के पैतृक गांव कतयाड़ के लिए लाया गया। रास्ते में कई स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। पिता जोगेंद्र सिंह, माता शीला देवी व शहीद की पत्नी शीला देवी तथा बेटे आर्यन एवं विवेक व परिवार तथा गांव के लोग पार्थिव देह को देखकर बिलखने- चिल्लाने लगे। गांव तथा पूरे इलाके में शोक की लहर है। शहीद के जेष्ठ पुत्र विवेक ने पवित्र देह को मुखाग्नि दी। उपस्थित सभी लोगों ने भारत माता की जय, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। उपस्थित सभी लोगों ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा को शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। नौनी ग्राम पंचायत के प्रधान नरेश ठाकुर ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर श्मशान घाट के लिए पहाड़ी और संकरा रास्ता होने के बावजूद भी साफ-सफाई तथा देह संस्कार के लिये बहुत अच्छी व्यवस्था की जिसके लिए सभी लोगों ने उनकी सराहना की। इस मौके पर मुख्यतः परिवार के सदस्यों और सगे संबंधियों के अलावा डीसी सिरमौर डॉ० आर के परूथी, अतिरिक्त एसपी सिरमौर बबीता राणा, एसडीएम विवेक, नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा-शिलाई से अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान, सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू, पूर्व सैनिक सगंठन धारटीधार, पूर्व सैनिक सगंठन रेणुका जी- सगड़ाह, भूतपुर्व सैनिक सगंठन नाहन, स्थानीय पंचायत व गांव के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
हिमचाल प्रदेश में कोरोना महामारी का कहर जारी है। प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 15 हज़ार पार करने वाला है। वीरवार को भी कोरोना ने प्रदेश में कहर दिखाया। आज दोपहर तक 21 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इनमें कांगड़ा से 2 व ऊना से 19 मामले सामने आए हैं। वहीं 6 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा 218 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 14997 पर पहुँच गया है, वहीं 11588 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। प्रदेश में अब 3197 मामले सक्रिय हैं व 187 मरीजों की मौत हो चुकी है।
ग्राम पंचायत कलूण्ड नगरी के प्रधान नरिंदर भट्ट ने अपनी पंचायत में हर घर तक कूड़ेदान पहुंचाने का जो संकल्प लिया था बो आज पूरा कर दिया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बूल फेडरेशन के चेयरमैन ओर भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर के करकमलों द्वारा सभी लोगों को एक-एक कूड़ेदान दिया गया। त्रिलोक कपूर ने प्रधान नरिन्द्र भट्ट के आग्रह पर आश्वासन दिया है कि नगरी में वूल फेडरेशन के विभाग की एक बहुत बड़ी इकाई लगाई जाएगी जिस से यहां के आसपास के लोगो को रोजगार के साथ-साथ उनकी आजीविका बढ़ाने का भी साधन मिलेगा। कपूर ने प्रधान नरिन्द्र भट्ट की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके कार्यकाल में पंचायत ने कई कीर्तिमान स्थापित किए है और कई ऐसे काम हुए है जो कई वर्षों से रुके पड़े थे। एक छोटी सी पंचायत में दो-दो सामुदायिक भवन, सुलभ शौचालय, टाइल युक्त रास्ते और पूरे ब्लॉक की 46 पंचायतों में से एक मात्र प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत चुनी गई जिसके कारण इस पंचायत को 20 लख की अतिरिक्त धनराशि मिली। इस उपलक्ष्य पर BDO KS राणा, बिजली विभाग के एक्सन पी सी कपूर, SDO परवीन और SDO अनिल धीमान, PWD के SDO संजय सूद, जल शक्ति विभाग से JE अशोक कुमार, भू संरक्षण अधिकारी राकेश पटियाल, BDC स्वर्णा देवी, डॉ बंटी, सुमन वर्मा, सचिव संसार चंद, तकनीकी सहायक पवन गुलेरिया, संजय, पराक्रम, साहिल, चंचल, सभी वार्ड मेंबर, मौजूद रहे।
पालमपुर। भवारना जोन से केंद्रीय कांगड़ा सहकारी बैंक के निदेशक चुने गए रंजीत राणा ने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से उनके निवास स्थान ननाओं में भेंट की। विधान सभा अध्यक्ष ने रंजीत राणा को बैंक का निदेशक चुने जाने की बधाई दी। इसके पश्चात नगरोटा बगवां जोन से कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के निदेशक चन्द्र भूषण नाग को भी उन्हें बधाई दी। चन्द्र भूषण नाग ने भी विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार के निवास स्थान पर भेंट की। विधान सभा अध्यक्ष ने निदेशक मंडल को प्रदेश सरकार तथा अपनी ओर से भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक प्रदेश का महत्वपुर्ण बैंक है और नए निदेशक मंडल में के नेतृत्व में बैंक और अधिक बुलंदियां प्राप्त करेगा।
हमारे जीवन में पोषण का बहुत ख़ास महत्व है, जहाँ एक ओर उचित पोषण मानसिक व शारीरिक विकास के लिए अति आवश्यक है वहीं कुपोषण पतन का प्रारम्भ है। यह बात भारतीय खाद्य निगम के मंडल प्रबंधक विशाल गुप्ता ने बुधवार को अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि भारतीय खाद्य निगम 1 से 30 सितम्बर तक “राष्ट्रीय पोषण माह” मन रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत विभिन्न कार्यक्रमों जैसे भारतीय खाद्य निगन के स्टाफ तथा जन प्रतिनिधि काउंसलर तेजिंदर कौर के सहयोग से स्थानीय तथा औषधीय पौधों का रोपण, काढ़ा वितरण, पोषकता पर बेविनार, पोष्टिक पाक विधि प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया, जिसमे अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इसके साथ ही पोषण माह से जुड़े सभी कार्यक्रमों का समापन 30 सितम्बर को माह के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओ के विजेताओ को पुरस्कार वितरण के साथ किया गया।
प्रधानमंत्री के दौरे तक अटल टनल को सील कर दिया गया है। उद्घाटन तक किसी को भी अटल टनल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। आज उद्घाटन की तैयारियों का जायज़ा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के काफिले को भी अटल टनल पार करने के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ी। मुख्यमंत्री का काफिला लाहुल की तरफ अटल टनल के नाॅर्थ पोर्टल सिस्सु में रोका गया। उनके काफिले में एक वाहन वाहन ज्यादा था जिस कारण एसपीजी ने उनके काफिले को रोक दिया। एसपीजी के अधिकारियों ने दिल्ली से अनुमति ली जिसके बाद ही मुख्यमंत्री के काफिले को आगे बढ़ने की इजाज़त दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तैयारियों का जायज़ा लेने आज सुबह लाहुल-स्पीति के सिस्सू पहुंचे। जयराम ठाकुर वहां जिला प्रशासन कुल्लू व लाहुल-स्पीति के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। साथ ही वह सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के साथ भी बैठकें करेंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक अक्टूबर तक वहां पर मौजूद रहेंगे।
प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को भी प्रदेश में कोरोना से दो मौते हुई हैं। शिमला के आईजीएमसी में कोरोना से दो व्यक्तियों ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति सिरमौर के नहान और दूसरा जिला शिमला के घणाहटी का रहने वाला बताया जा रहा है। सिरमौर निवासी मृतक 62 वर्षीय था व नाहन से आईजीएमसी के लिए रेफर किया गया था। 28 सितम्बर को व्यक्ति का टेस्ट हुआ जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और देर रात इनकी मौत हो गई है। शिमला निवासी मृतक का 28 सितम्बर को ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट हुआ था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
प्रधानमंत्री मोदी के 3 अक्टूबर को मनाली आ रहे हैं। लेकिन PM के दौरे से पहले पुलिस को मानली में एक गाड़ी से 3 रिवाल्वर बरामद हुई हैं। रिवाल्वर पकड़े जाने के बाद से ही पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां और भी ज़्यादा सतर्क हो गई है और पहरा कड़ा कर दिया गया है। पुलिस ने प्रीणी के एक उद्योगपति की गाड़ी से ये हथियार बरामद किए हैं। तीन में से दो रिवाल्वर के लाइसेंस हैं जबकि एक अवैध हैं। ये सभी हरियाणा में बनी हैं और दो के प्रदेशस्तरीय लाइसेंस हैं, ऐसे में इन्हें दूसरे राज्य में ले जाना अपराध हैं। ये कामयाबी पुलिस को प्रीणी में चेकिंग करते हुए मिली। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने होटलों में भी चेकिंग का काम शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में हिमाचल का एक जवान शहीद हो गया है। जानकारी के मुताबिक, जवानों को लेकर सेना का वाहन उधमपुर से श्रीनगर की तरफ जा रहा था, जो उधमपुर से कुछ ही दूरी पर जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 2 जवानों की मौत हो गई। इन दो जवानों में से एक हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में नाहन विधानसभा क्षेत्र के कांडों का कथ्याड इलाके से ताल्लुक रखता है। जवान का नाम सुरेश कुमार, उम्र 47 साल बताई जा रही है। शहीद के परिवार में दो बेटे, पत्नी व बूढ़े मां-बाप हैं। शहादत की खबर मिलते ही गांव में मातम का माहौल है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर बुधवार को गांव लाया जाएगा।
शनिवार, हिमाचल कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हो रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री के दौरे के साथ साथ पर्यटन विकास, कोरोना व ऐसे कई अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आज की इस बैठक में बाहरी राज्यों के लिए बसें चलाने और डिपुओं में पॉस मशीनों से राशन देने पर भी फैसला हो सकता है। बैठक में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, मंत्री सरवीण चौधरी व अन्य नेतागण शामिल हुए है। हालांकि बैठक से सरकार के दो मंत्री नदारद रहे। उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर और पंचायती राज एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर अनुपस्थित रहे। बिक्रम ठाकुर स्टाफ सदस्य के संक्रमित पाए जाने के बाद क्वारंटाइन हैं।
उपमंडल बैजनाथ के साथ लगते गांव 78 मील में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें बाइक सवार ट्रक के अगले पहिए के नीचे आ गया जिस कारण उसकी ऑन द स्पॉट डेथ हो गई। वहीँ साथ में एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। मृत युवक मझैरना गांव का बताया जा रहा है।
भाजपा की तेज़तर्रार नेता व पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने सोमवार को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में आखिरी सासें लीं। उनके आकस्मिक निधन से पुरे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें श्यामा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। सोमवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें नाहन स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ से उन्हें चंडीगढ़ PGI रेफेर कर दिया गया पर श्यामा ने बीच रस्ते में ही दम तोड़ दिया। पूर्व मंत्री श्यामा ने 16 सितम्बर को ही प्रधानमंत्री मोदी को फेसबुक पर शुभकामनाएं प्रेषित की थीं, पर उस समय कौन जनता था वह चंद रोज़ में दुनिया को अलविदा कह देंगी। श्यामा अपनी आखिरी समय तक राजनीती व समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उनका राजनितिक करियर 42 सालों का रहा। वह तीन बार विधायक और एक बार मंत्री भी रहीं। उन्होंने भाजपा को जिला सिरमौर में पहचान दिलाई व संगठन के लिए कई बड़े कार्य किए। उन्होंने छात्र राजनीती से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने पहली बार 1977 में नाहन विधानसभा से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की। श्यामा शर्मा नाहन से तीन बार विधायक 1977, 1982 व 1990 में रही। 1977 में वह तात्कालीन सरकार मेें पंचायती राज, खाद्य एवं आपूर्ति तथा विधि मंत्री रही। इसके बाद प्रेम कुमार धूमल की सरकार में राज्य योजना बोर्ड की उपाध्यक्ष भी रही। मुख्यमंत्री ने जताया शोक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सीएम ने कहा श्यामा शर्मा ने पार्टी और जनता की निस्वार्थ एवं समर्पण भाव से सेवा की है। भगवान उनकी दिवंगत आत्मा काे शांति प्रदान करे व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।
शहीद कैप्टन बिक्रम बत्रा कॉलेज पालमपुर में "कोविड -19 दुनिया मे समाजशास्त्र की प्रासंगिकता" विषय पर 25 से 26 सितंबर तक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बेबिनार का आयोजन किया जाएगा। जानकारी देते हुए आयोजन समिति के सचिव प्रोफेसर सुजीत सरोच ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय बेबिनार मे देश -विदेश के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के शिक्षाविद, प्रोफेसर, रिसर्च स्कॉलर व विधार्थी भाग ले रहे है जो कोविड -19 वैश्विक महामारी के समाज पर पड़ने वाले प्रभाव व समाजशास्त्र की भूमिका पर अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेगे। उन्होंने कहा कि इस बेबिनार का आयोजन सोशलोजी सोसायटी आफ हिमाचल प्रदेश व समाजशास्त्र विभाग, शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा कॉलेज पालमपुर द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस वेबिनार का संचालन बत्रा कॉलेज पालमपुर के सम्मेलन कक्ष से किया जाएगा जिसमें प्रतिभागी अपने -अपने शोध पत्र आनलाइन प्रस्तुत करेंगे।
शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाने को लेकर अगले सप्ताह एसओपी जारी होगी। केंद्र सरकार से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के अनुसार 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 21 सितंबर से स्कूलों में बुलाने को हरी झंडी मिल गई है। केंद्र ने अभिभावकों के सहमति पत्र पर बच्चों को स्कूलों भेजने को मंजूरी दी है। केंद्र ने इसका अंतिम फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है। केंद्र की ओर से बीते दिनों एसओपी भी जारी की गई है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने भी एसओपी तैयार कर अंतिम मंजूरी के लिए फाइल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को भेज दी है। केंद्र से जारी गाइडलाइन में 30 सितंबर तक स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों को अपने स्तर पर फैसले लेने के लिए कुछ छूट भी दी है। प्रदेश शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन से बाहर वाले स्कूलों में नवीं से जमा दो कक्षा को शुरू करने के लिए एसओपी जारी कर दी है। हिमाचल ने भी अपनी एसओपी तैयार कर ली है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से 50 फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को भी स्कूल बुलाने को कह दिया है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई की मानीटरिंग 21 सितंबर से शिक्षक स्कूल आकर ही करेंगे। एसओपी में शिक्षकों और विद्यार्थियों के आने-जाने को लेकर सभी नियम तय किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जारी एक प्रैस बयान में कहा कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितम्बर को जन्मदिवस है तथा पार्टी प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री का जन्मदिवस "सेवा सप्ताह’’ के रूप में मनाती है। प्रत्येक वर्ष पार्टी के सभी कार्यकर्ता विभिन्न प्रकार के सेवा के कार्यक्रम पूरे सप्ताहभर करके प्रधानमंत्री की दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। यह सेवा सप्ताह 14 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2020 तक पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा जिसके लिए प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सुरेश कश्यप ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का 70वां जन्मदिवस है इसलिए इस सेवा सप्ताह में प्रत्येक मण्डल में कम से कम 70 दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान करने का पार्टी ने निर्णय लिया है। इसी प्रकार गरीब भाईयों एवं बहनों को आवश्यकतानुसार चश्में प्रदान किए जाएंगे। उन्होनें कहा कि प्रत्येक जिले में गरीब बस्ती एवं अस्पतालों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फल वितरण के कार्यक्रम किए जाएंगे तथा कोविड-19 से प्रभावित 70 लोगों को स्थानीय आवश्यकतानुसार एवं अस्पताल के माध्यम से प्लाजमा डोनेट किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा को प्रभारी बनाया गया है।
सरकार ने 4 सितंबर को कैबिनेट बैठक में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया था जिसके बाद आज प्रदेश में धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है। इसे ले कर एसओपी जारी किए गए। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी आज सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। शिमला स्थित प्रसिद्ध तारादेवी मंदिर , जाखू मंदिर एवं संकटमोचन मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं ने दिशा-निर्देशों के अनुसार ही दरशन किए। एसओपी के तहत मंदिर परिसरों में सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सराहन स्थित प्रसिद्ध मां भीमाकाली मंदिर में सुबह सात से शाम साढ़े छह बजे तक भक्तों को माता के दर्शन करने की अनुमति रहेगी। शाम सात बजे मंदिर के कपाट बंद होंगे। मां चिंतपूर्णी का दरबार सुबह 9 से शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। श्रद्धालु प्रसाद ले जा सकेंगे, लेकिन इसे चढ़ाने पर मनाही रहेगी। श्री नयना देवी जी मंदिर में रोजाना एक हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। मंदिर में 60 साल से अधिक और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर फिलहाल रोक रहेगी। शक्तिपीठ बज्रेश्वरी मां के दर्शन भक्त सुबह सात से शाम सात बजे तक करेंगे। मां चामुंडा के दर्शन भी इसी समय हो सकेंगे। हरियाणा और हिमाचल की सीमा पर त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर, पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में सुरक्षा के विशेष इंतजाम हैं। दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ई-पास बनवाना होगा। मंदिर प्रतिदिन सुबह छह बजे खुलेगा और शाम 7 बजे बजे बंद होगा। प्रतिदिन लगभग 500 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
मेष आज के दिन आत्ममथंन कई मुश्किलों से बाहर निकालने में आपकी मदद करेंगे। ऑफिशियल कार्यों में भी जल्दबाजी के चलते गलती होने की प्रबल आशंका बनी हुई है, हो सकता है पिछला कार्य पुनः करना पड़ जाए। कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी क्षमता व योग्यता का पूरा प्रदर्शन करेंगे जिसमें सफलता भी मिलेगी। युवाओं के कुछ सपने अधुरे रहने से मन उदास रहेगा। सेहत में शारीरिक कमजोरी महसूस होगी जो किसी स्वास्थ्य संबंधित बीमारी का कारण बन सकती है, थैरपी लेने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है। घर पर रहते हुए सदस्यों के साथ फैमली डिनर की प्लानिंग कर सकते हैं। वृष आज के दिन मन में द्वंद की स्थिति रहेगी जो कार्यों में अनेक अवरोध डाल सकती है। जिस पर आप सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं अविश्वास का कारण बन सकता है। कर्मक्षेत्र में सहकर्मियों से संपर्क को कमजोर न होने दें, वर्तमान समय में यह बेहद जरूरी है। व्यावसायिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से चलती रहेंगी, साथ ही छोटे-मोटे निवेश करने के लिए दिन उपयुक्त है। हेल्थ की बात करें तो आंखों में दर्द या इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है इसका तुरंत इलाज करना ही सही रहेगा, अन्यथा भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ेगी. संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिलने की संभावना है। मिथुन आपके मूड में बारंबार परिवर्तन आने के कारण मन में अनिश्चितता रहेगी । परिणामस्वरूप मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करके और आवश्यक लगे तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर बेचैनी कम कर सकेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखने की गणेशजी की सलाह है। कर्क गणेशजी की कृपा से आज आप जो कुछ भी विचार करेंगे और युक्ति-प्रयुक्तियों को अजमाएँगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। विद्यार्थी अध्ययन में अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा अधूरे कार्य पूरे होंगे। आप अपनी कल्पनाशक्ति का अच्छा चमत्कार दर्शा सकेंगे। संक्षेप में आज का दिन आपके लिए खुशी का और विविधतापूर्ण रहेगा सिंह आज के दिन आध्यात्मिकता की तरफ भी थोड़ा रूझान बढ़ाना चाहिए, जिससे आप प्रसन्नता व आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। ऑफिशियल कार्य समय रहते पूर्ण होंगे जिससे अन्य कार्यों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा। व्यापारियों का बैंकिग संबंधित कार्य में रुकावट आने की वजह से मन में झुंझलाहट रहने की आशंका है। युवाओं को मनपसंद विषयों में अच्छे परिणाम मिलने से वह प्रसन्न रहेंगे। मुंह में छालें हो सकते हैं, यह समस्या पेट की गर्मी की वजह से होगी। संतान की हैबिट्स पर ध्यान रखें. अगर आपकी संतान छोटी है तो खेलते समय उसका विशेष ध्यान रखें, गिर कर चोट लग सकती है। कन्या आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आप और आपका हमदम एक-दूसरे से आज एक-दूसरे की ख़ूबसूरत भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। तुला ससुराल वालों से नाराजगी और किसी बात को लेकर लड़ाई हो सकती है। बात करते समय अपना संयम न खोए किसी पेचीदा बात को रखते समय ना सीमा का उल्लंघन करें, ना होने दें। वरिष्ठ व्यक्ति की जिद के आगे आज आपको झुकना पड़ेगा। अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु होगा। बहुत कष्ट से किए हुए काम में असफलता मिल सकती है। लेकिन, अपना आत्मविश्वास कम ना होने दें। अगर बात किसी जमीन से जुड़े मुद्दे की है, तो अपनी बात पर कायम रहें। वृश्चिक शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ प्यार, अपनापन और स्नेह महसूस करें। मुहब्बत की टीस आज रात आपको सोने नहीं देगी। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आपके पास समय तो होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप कुछ ऐसा नहीं कर पाएंगे जो आपको संतुष्टि दे। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा। धनु आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आपको अपने विरोधियों से कुछ परेशानी हो सकती है। घर परिवार के लोग किसी बात को लेकर वाद-विवाद कर सकते हैं। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की तरह उन्हें कोई काम की सलाह देंगे जो बहुत काम आएगी। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग रिश्ते में कुछ दिक्कतें महसूस करेंगे। आपका प्रिय गुस्से में आकर आपको उल्टा सीधा बोल सकता है। इनकम सामान्य रहेगी और सेहत बढ़िया रहेगी। काम के सिलसिले में दिनमान आपके पक्ष में रहेगा। मकर अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। आप रोमांटिक ख़यालों और सपनों की दुनिया में खोए रहेंगे। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। मुमकिन है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा। कुंभ आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाएंगे और सेहत को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं लेकिन परिवार वालों का सहयोग हर काम में आपको मिलेगा जिससे काम के सिलसिले में आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आपके मित्र और आपके साथ काम करने वाले लोग आपको सपोर्ट करेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन में तनाव दिखाई देगा। मीन ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
विक्रम बत्रा के जन्मदिन पर जानिए उनकी कहानी... 'ये दिल मांगे मोर'... हर हिन्दुस्तानी के जहन में ताजा हैं कैप्टन विक्रम बत्रा के ये शब्द
पहाड़ों की वादियों के बीच बसे चंबा शहर का सौंदर्य और इतिहास बहुत ही निराला है। यहां की वादियां और इमारतें बहुत सी कहानियां सुनाती हैं। ऐसे ही एक कहानी है रानी सुनैना की। रानी सुनैना यानी बलिदान और साहस कि मूर्ति। ये चंबा रियासत की वो रानी है जिन्होंने अपनी प्रजा और राज्य के उत्थान के लिए बिना किसी हिचकिचाहट के अपना बलिदान दे दिया। यूं तो चंबा शहर रावी और साल नदी के मध्य में बसा है पर एक समय ऐसा भी था जब यह शहर पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहा था। दो नदियों के बीच बसे होने के बावजूद भी यहां पीने के लिए पानी की एक बूंद नहीं थी। उस समय चम्बा रियासत के राजा साहिल वर्मन हुआ करते थे। राजा भी इस समस्या से पूर्णतः वाकिफ थे पर वो करते भी क्या। एक रात उनकी पत्नी, रानी सुनैना को उनकी कुल देवी ने स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि राज घराने में से किसी को बलिदान देना होगा तभी पानी की कमी पूरी होगी। जब राजा साहिल वर्मन को रानी सुनैना ने पूरी कहानी सुनाई तो राजा वर्मन बलिदान देने के लिए तैयार हो गए। फिर रानी सुनैना ने सोचा यदि राजा बलिदान देंगे तो उनका सुहाग छिन जाएगा और राज्य के सर से भी साया उठ जाएगा, और यदि उनके पुत्र राजकुमार युगाकर बलिदान देते है तो कुल का दीपक बुझ जाएगा और वंश को आगे कौन बढ़ाएगा। ये सब सोचकर रानी सुनैना ने स्वयं बलिदान देने का फैसला लिया। इस निर्णय से पुरी चंबा रियासत में शोक व विस्मय की लहर दौड़ गई। आखिरकार रानी सुनैना बलिदान देने के लिए महल से निकल पड़ीं। आंखों में आंसू लिए उनके इस काफिले में चंबा की जनता भी शामिल थी। रास्ते मे सूही के मढ़ से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा शहर पर नज़र डाली और फिर आगे बढ़ते हुए ये काफिला मलून नामक स्थान पर रुक गया। ममता और बलिदान की मूरत रानी सुनैना बलिदान देने से पहले कहा 'मेरी इच्छा है कि मेरी याद में हर वर्ष मेला लगे। इस मेले को सिर्फ स्त्रियां मनाएं और पुरुष इस में भाग न लें और न ही राज परिवार की बहुएं इस में भाग लें। इस मेले में पूजा केवल राज परिवार की कुंवारी कन्या के हाथों करवाई जाए।' बस इतना कहकर रानी सुनैना ने जिंदा समाधि ले ली। उसी समय पानी की धार फूट पड़ी और रानी सुनैना का बलिदान चंबा के लोगों के लिए अमृत बन कर बहने लगा। रानी सुनैना के बलिदान को याद करते हुए राजा साहिल वर्मन ने जिस स्थान से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा को देखा था उसी सूही के मढ़ नामक स्थान पर उनके मंदिर का निर्माण करवाया। हर वर्ष इस जगह सूही के मेले का भी आयोजन किया जाता है। ये मेला 3 दिन तक चलता है और यहां केवल बच्चे और महिलाएं ही उपस्थिति दर्ज करवाते है। महिलाएं रानी की प्रशंसा में लोकगीत गाती हैं और समाधि तथा प्रतिमा पर फूल की वर्षा की जाती है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह कोरोना से एक और मौत का मामला सामने आया है। बिलासपुर की 57 वर्षीय महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया है। वहीं, एक सरकाघाट और तीसरा शिमला के व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 60 पहुंच गया हैै। प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7660 पहुंच गया है। 2234 सक्रिय मामले हैं। 5359 मरीज ठीक हो गए हैं। बता दें सोमवार को 262 कोरोना पॉजिटिव मामले आए थे।
पहाड़ी भाषा एवं संस्कृति को संरक्षित रखने की बेहतरीन सोच के साथ, तेज़ी से आगे बढ़ रहा है दी मॉडर्न फोक नोट। हाल ही में रिलीज़ हुए दी मॉडर्न फोक नोट 6 को दुनिया भर में पसंद किआ जा रहा है । ए सी भरद्वाज द्वारा गाई गई इन सीरीज को प्रदेश और देश के साथ साथ विश्व के भी अन्य 35 देशों की जनता से भरपूर प्यार मिल रहा है । इस प्यार की ख़ास वजह यह भी है कि मॉडर्न फोक नोट एक नई सोच ले कर सामने आया है जिसमे उन्होंने युवाओं के बीच लोक संगीत का रुझान बढ़ाने के लिए, मॉडर्न बीट्स एवं पहाड़ी गानों का मिश्रण किया है। मॉडर्न फोक नोट की 5 सीरीज पहले ही यू ट्यूब पर आ चुकी हैं जिन्हें दुनिया भर से बहुत प्यार एवं सम्मान मिला है । मॉडर्न नोट 6 इसी सीरीज को आगे बढ़ाते हुए प्रसारित किया गया , एवं कुछ ही दिनों में 3 लाख से भी ज़्यादा लोगों द्वारा देखा जा चूका है।
हिमाचल के चंबा में दो स्वास्थ्य कर्मियों समेत तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए गए है। इनमें एक सीआईडी यूनिट चंबा का कर्मचारी भी शामिल है। 4 सितम्बर को जाँच के लिए कुल 239 सैंपल लिए गए थे जिसमे से तीन पोसिटिव पाए गए है, वहीं 176 सैम्पल की रिपोर्ट आना अभी बाकि है। पॉजिटिव पाए गए तीन व्यक्तियों में से एक 26 वर्षीय महिला है जो की JLNMC चम्बा की स्वस्थ्य कर्मी है। DIET सरु का एक 26 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी जो की इंस्टीटूशनल क्वारंटाइन में था, और एक 41 वर्षीय CID यूनिट चम्बा का कर्मचारी भी कोरोना पोसिटिव पाया गया है। चम्बा जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 478 पहुंच गया है। 112 सक्रिय मामले हैं और 361 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा मंडी से 12 नए मामले, काँगड़ा से 9 नए मामले और कुल्लू से 1 नया पॉजिटिव मामला सामने आया है जिनकी पूरी जानकारी आना अभी बाकी है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6855 पहुंच गया है। 1823 सक्रिय मामले हैं। 4932 मरीज ठीक हो गए हैं। 45 मरीज राज्य के बाहर चले गए हैं और 51 की मृत्यु हो चुकी है।
प्रदेश में कोरोना से एक और मौत हो गई है। डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में एक 70 वर्षीय महिला ने वीरवार देर रात दम तोड़ दिया। सिरमौर में कोरोना से यह तीसरी मौत हुई है। मृतक महिला पांवटा साहिब की रहने वाली थी जिसे 1 सितंबर को पांवटा साहिब सिविल अस्पताल से डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। डायबटीज व हाईपरटेंशन रोग से ग्रसित इस महिला का नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। 3 सितंबर को देर रात आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इस महिला ने दम तोड़ दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ केके पराशर ने बताया कि पांवटा साहिब में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मृतक का अंतिम संस्कार किया गया है। इसी के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 48 हो गया है।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
सरकार जल्द ही वन माफिया के खिलाफ सख्त कानून बनाकर वन कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। वन, युवा सेवियों एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया सोमवार को डॉ राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, टांडा में घायल डिप्टी रेंजर सुनील कुमार से मिले। उन्होंने वहां पर पहुंच कर घायल का हाल चाल भी जाना तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी कड़े निर्देश जारी किए कि घायल डिप्टी रेंजर की हर संभव सहायता की जाए। वन मंत्री राकेश पठानिया ने घायल सुनील को हौंसला देते हुए कहा कि पूरी सरकार आपके साथ एक चट्टान की तरह खड़ी है तथा जिन वन माफिया ने यह ओछी हरकत की है उनके साथ अब सख्ती से पेश आया जाएगा। वन मंत्री ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है कि वन रक्षकों या फिर डिप्टी रेंजरों पर वन माफिया द्वारा हमला किया गया हो। आए दिन ऐसी घटनाएँ हुई हैं लेकिन अब सरकार इस पर सख्त कानून बनाकर ऐसे वन माफियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी।
जिला कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भदरौआ के जंगल में रविवार को हैंड ग्रेनेड मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने इसे कब्जे में लेकर इसे निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते से संपर्क साधा है। रविवार दोपहर को स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई कि भदरौआ के जंगल में एक ग्रेनेड पड़ा हुआ है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस स्टेशन डमटाल की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस द्वारा ग्रेनेड का दूर से ही निरीक्षण किया। पुलिस ने इसे डिफ्यूज करने के लिए बम निरोधक दस्ते से संपर्क साधा है। स्थानीय पुलिस ने इस क्षेत्र को सील कर दिया है। एएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि भदरौआ के जंगल में हैंड ग्रेनेड मिलने की जानकारी स्थानीय लोगों दवारा पुलिस स्टेशन डमटाल को मिली जिसपर क्षेत्र को सील कर सेना के बम निरोधक दस्ते से संपर्क साधा गया है।
ज्वालामुखी के गुम्मर गांव में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गाय बेचने वाले कुलदीप की मदद को फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद ने बढ़ाया हाथ। सोनू सूद ने ट्वीट कर कुलदीप की मदद करने का भरोसा दिलाया है। एक शख्स ने एक खबर शेयर की थी जिसमें बताया गया था कि एक शख्स ने अपने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई की खातिर अपनी गाय को बेचकर एक स्मार्टफोन खरीदा। सोनू सूद ने जैसे ही इस खबर को देखा तो वह एक्शन में आए गए और उन्होंने ट्वीट किया, 'आओ इस शख्स की गाय वापस लाते हैं। क्या कोई मुझे इस शख्स के डिटेल्स भेज सकता है।' इस तरह बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने इस शख्स की मदद करने की बात कही है। सोनू सूद लॉकडाउन के दौरान जिस तरह जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए थे, वह काफी सराहनीय था। लेकिन सोनू सूद का मदद करने का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है। बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद अब भी लगातार जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं। यहां बता दे कि स्कूल बंद होने के चलते आजकल ऑन लाइन पढ़ाई चल रही है तथा ज्वालामुखी के कुलदीप ने स्मार्ट फोन खरीदने के लिए अपनी गाय बेच दी थी।
विधानसभा क्षेत्र ज्वाली के ग्रामीण केंद्र भरमाड़ में भारतीय जनता पार्टी ज्वाली मंडल की ओबीसी मोर्चा की बैठक, मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें संगठनात्मक जिला नूरपुर के ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष मलकीत धधोच विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इन योजनाओं के माध्यम से हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं, इसके लिए आदरणीय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सरकार का धन्यवाद किया गया। बैठक में ओबीसी वर्ग की समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया जिसमें ओबीसी वर्ग के जाति प्रमाण पत्र की वैधता की अवधि 1 साल से बढ़ाकर कम से कम 3 साल तक करने की सरकार से मांग की गई। यह जानकारी संगठनात्मक जिला नूरपुर के ओबीसी मोर्चा के मीडिया प्रभारी ओंकार सिंह धीमान ने दी। बैठक में मोर्चा के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे जिनमें जिला नूरपुर के महामंत्री दिनेश निखिल, आईटी संयोजक अंकुर वढ़वाल, महामंत्री मनोज व पंकज इत्यादि उपस्थित रहे। बैठक में कोरोना महामारी से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक किया गया तथा बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद लिमिटेड उपमंडन न.1 कांगड़ा के अंतर्गत आने वाले 11 के.वी.फीडर न.1कांगड़ा के तहत नई लाईन व ट्रांसफार्मर के कार्य करने हेतू 22 जुलाई रविवार को प्रात: 10 बजे से कार्य समाप्ति तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। इसके अंतर्गत आने वाले गांव वीरता, रिहालपुरा, भटटा रोड़, सच्चिदानंद एनक्लेव, उज्जैन,बालाजी रोड़, कालरा का पलैक्स, के.डी.हास्पीटल, नीना पाहवा हास्पीटल, फोर्टिज व कृष्णा होटल की विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। बिद्युत बिभाग एस डी ओ संजीव रात्रा ने बताया की खराब मौसम होने के कारण यह कार्य अगले दिन किया जाएगा।
जिला कांगड़ा के बैजनाथ के अंतर्गत विभिन्न पंचायतों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के पद भरे जाने हैं। इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार 7 अगस्त तक उनके कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकती हैं। भर्ती के लिए दस अगस्त को बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय बैजनाथ में प्रातः दस बजे साक्षात्कार लिए जाएंगे। बाल विकास परियोजना अधिकारी, बैजनाथ वंदना कटोच ने बताया कि साक्षात्कार के दौरान वॉक इन इंटरव्यू की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि वत्त बीड़ की ग्राम पंचायत चौगान के आंगनबाड़ी केंद्र चौगान, वृत्त गदियाड़ा की ग्राम पंचायत टिक्करी डूहकी के टिक्करी एक, ग्राम पंचायत टिक्करी डूहकी के डूहकी, वृत्त महाकाल की ग्राम पंचायत बंडियां के आंगनबाड़ी केंद्र नगेहड़, वृत्त बैजनाथ की ग्राम पंचायत सेहल के आंगनबाड़ी केंद्र कंजारहड़ तथा वृत्त बैजनाथ की नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के आंगनबाड़ी केंद्र कस्बा बैजनाथ में एक-एक पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का भरा जाना है। सहायिकाओं के पद-वृत्त मुल्थान की ग्राम पंचायत बडाग्रां के आंगनबाड़ी केंद्र बडाग्रां एक, वृत्त लोहारड़ी की ग्राम पंचायत लुआई के आंगनबाड़ी केंद्र लुआई, वृत्त लोहारड़ी की ग्राम पंचायत पोलिंग के आंगनबाड़ी केंद्र अन्दरली मलांह, वृत्त अवैरी की ग्राम पंचायत सपैडू के आंगनबाड़ी केंद्र सपैडू तथा रछियाड़ा, वृत्त बीड़ की ग्राम पंचायत क्योर के आंगनबाड़ी केंद्र सूजा तथा ग्राम पंचायत बीड़ के आंगनबाड़ी केंद्र बीड़ खास कुटिया, वृत्त गदियाड़ा की ग्राम पंचायत टिक्करी डूहकी के आंगनबाड़ी केंद्र कोठी राख, वृत्त फटाहर की ग्राम पंचायत संसाल के आंगनबाड़ी केंद्र चौगान थाथी, वृत उतराला की ग्राम पंचायत कंद्राल के आंगनबाड़ी केंद्र कालोनी, वृत्त फटाहर की ग्राम पंचायत धरेड़ के आंगनबाड़ी केंद्र धरेड़ तथा कंडकोसरी तथा ग्राम पंचायत भट्टू पंजाला के आंगनबाड़ी केंद्र पंजाला, वृत्त महाकाल की ग्राम पंचायत नरघोड चौबू के आंगनबाड़ी केंद्र चौबू, वृत्त चौबीन की ग्राम पंचायत कुदैल के आंगनबाड़ी केंद्र मलेहड़, वृत्त अवैरी की ग्राम पंचायत अवैरी के आंगनबाड़ी केंद्र अवैरी, वृत्त पपरोला की ग्राम पंचायत खडानाल के आंगनबाड़ी केंद्र नागन तथा नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के आंगनबाड़ी केंद्र कस्बा पपरोला में एक-एक पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का भरा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला से विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 71वें वनमहोत्सव का शुभारंभ शिमला से किया तो वहीं नुरपुर उपमंडल में ये कार्यक्रम नुरपुर के गहीं लगोड़ में इंदौरा की विधायक रीता धीमान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। रीता धीमान ने बताया कि नुरपुर उपमंडल में 7,23, 000 पौधे रोपे जाएंगे। इस पौधारोपण कार्यक्रम में वन विभाग, भाजपा कार्यकर्ता, महिला मंडल, यूथकलव और स्वंय सेवियों की मदद ली जाएगी। रीता धीमान ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की है तभी तो आज यह दिन देखना पढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमे पेड़ लगाने ही नही अपितु उनकी देखभाल भी करनी है। इस अवसर पर एस डी एम नुरपुर डॉ सुरेंद्र ठाकुर व गौरव महाजन, डी एफ ओ नुरपुर वासु कौशल, मंडलाध्यक्ष बलवान सिंह, जिला भाजयुमो अध्यक्ष आदर्श शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य घनश्याम सिंह आदि उपस्थित रहे।
विधानसभा क्षेत्र ज्वालामुखी के तहत गुम्मर गांव के एक गरीब छोटे से किसान ने अपनी गाय को बेचा और फिर ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तरस रहे अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदा। दरअसल, यह स्वाभिमान से जुड़ी ख़बर उस कुलदीप की है, जिसकी आजीविका उसकी पत्नी के साथ से और पशुओं के सहारे ही चलती आ रही थी। अचानक कोरोना का कहर टूटा तो बच्चे स्कूल से घर पर बैठ गए। सरकारी ऐलान हुआ कि अब ऑनलाइन स्टडी होगी। कुलदीप उर्फ दीपू का दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला बेटा वंश और चौथी में पढ़ने वाली बेटी अनु लाचार हो गए। वक़्त की मार और गरीबी के कारण कुलदीप के पास स्मार्ट फोन तक नहीं था। पर कुलदीप ने आत्मविश्वास का सहारा लेते हुए मात्र छह हजार में अपनी एक गाय बेच कर 6 हजार का मोबाइल खरीदा और वंश समेत अनु के लिए राहत का प्रबंध किया। कुलदीप एक छोटी सी गौशाला के बरामदे में खुद सोता है और पशुओं को एक कमरे में बरसात से बचा कर रखता है। कुलदीप की आंखों में गाय को बेचने का दर्द भी उतना ही दिखता है, जितना बच्चों के भविष्य के प्रति चिंता।
एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में वीरवार को स्थानीय मिनी सचिवालय में मानसून सीजन तथा आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बरसात के मौसम के दृष्टिगत विशेष सतर्कता व सजगता बरतें, ताकि किसी भी आपदा से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी घटित होने वाली प्राकृतिक आपदा को रोका नहीं जा सकता है, परंतु बेहतर प्रबंधन व विभागीय तालमेल से आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व नगर परिषद के अधिकारियों को बंद पड़ी नालियों को शीघ्र खोलने व उनकी सफाई करवाने के निर्देश दिये, ताकि बरसात के मौसम के दौरान पानी की समुचित निकासी हो सके। उन्होंने सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग को सभी जलापूर्ति श्रोतों सभी पेयजल लाइनों की समय- समय पर निगरानी व मरम्मत करने तथा जल भंडारण टैंकों की प्रतिदिन क्लोरीनेशन करने के भी निर्देश दिए, ताकि बरसाती पानी से उत्पन्न होने वाले रोगों से बचाव हो सके। एसडीएम ने अधिकारियों को लोगों द्वारा नदी-नालों के लिये अनाधिकृत तौर पर बनाए गए रास्तों को तुरन्त बंद करने व इसके नजदीक चेतावनी बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस विभाग को नदी नालों के किनारे रहने वाले प्रवासी परिवारों तथा मवेशियों को वहां से तुरन्त हटाने व सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए। एसडीएम ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे बरसात के मौसम के दौरान अपना फ़ोन स्विचऑफ न रखें और न ही बिना किसी पूर्व अनुमति अपना मुख्यालय छोड़ें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में उनसे आसानी से संपर्क स्थापित किया जा सके। उन्होंने बताया कि उपमंडल अधिकारी के कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसके दूरभाष नंबर 01893-220024 पर भी कोई सूचना दी जा सकती है। उन्होंने सभी विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी को पंचायत प्रतिनिधियों से शीघ्र बैठक करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उनसे उनके क्षेत्र में जानमाल के लिए खतरा बन चुके पेड़ों व अन्य खतरनाक स्थलों की रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित बनाए रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्नेक बाईट आदि के टीके तथा अन्य जरूरी दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए। ये रहे मौजूद बीडीओ डॉ रोहित शर्मा, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर, सीडीपीओ सुरेंद्रा राणा, उद्यान विकास अधिकारी डॉ अनामिका शर्मा, सहायक अभियंता देविंद्र राणा, एसएचओ मोहन भाटिया, एनडीआरएफ से रविन्द्र कुमार, अनिल कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला काँगड़ा के पुलिस थाना नूरपुर की चौकी कंडवाल के तहत टोल बैरियर पर ट्रक की चपेट में आने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार 65 वर्षीय सोमा देवी पत्नी ध्यान सिंह निवासी ढांगू सरां अपने बेटे दिलबाग के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर रिश्तेदार के घर रहने आई थीं और बुधवार सुबह बेटे के साथ घर ढांगू जा रही थी। कंडवाल बैरियर क्रॉस करते समय बाइक अनियंत्रित हो गईव महिला गिर गई व पास से गुजर रहे ट्रक के पिछले टायर के नीचे आ गई। महिला की मौके पर मौत हो गई। ट्रक का चालक विजय कुमार पुत्र राम मूर्ति निवासी पठानकोट जसूर की तरफ जा रहा था। इस मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी साहिल अरोड़ा ने बताया कि पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
उपमंडल फ़तेहपुर के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजा का तालाब में शुक्रवार को विभिन्न बाहरी राज्यों से आए 40 लोगों के थ्रोट सैंपल लिए गए। सभी सैंपल को टांडा भेजा गया है। सभी सैंपल की रिपोर्ट शनिवार शाम तक आने की संभावना है। इससे पहले शुक्रवार सुबह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत राजा का तालाब में थ्रोट सैंपल लेने वाली टीम में डॉ. गौरव नाग, डॉ. त्रिनेत्रा भारती, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक राकेश नाग, फार्मासिस्ट सतविंदर कौर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता शबनम, आशा वर्कर सरोज कुमारी, सुदेश कुमारी, तृप्ता देवी, संजना देवी , रमेश सिंह शामिल रहे। खण्ड चिकित्सा अधिकारी फ़तेहपुर डॉ.रंजन मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजा का तालाब में कुल विभिन्न बाहरी राज्यों से आये 40 लोगों के थ्रोट सैंपल लिए गए हैं। सभी सैंपल को मेडिकल कॉलेज टांडा भेजा जा रहा है। इनकी रिपोर्ट शनिवार शाम तक आने की संभावना है। डॉ. मेहता ने लोगों से आग्रह किया कि क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को बुखार, गले मे खराश व खांसी से संबंधित कोई समस्या नजर आती है, तो वो घबराएं नहीं। अपितु इसकी जानकारी तुरन्त स्वास्थ्य विभाग को दें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया हैं कि बार बार हाथ धोएं, मास्क पहनें, हैंड सेनिटाइजर व सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखकर खुद्द भी कोरोना संक्रमण से बचें व औरों को भी इस वायरस से बचाएं।