उपमंडल फतेहपुर में अभी भी कई प्रवासी फंसे हुए हैं, इनमे से कुछ प्रवासियों को तो गांवस्तर पर काम मिल रहा है जिस कारण उनका जीवन यापन सही चल रहा हैं। कुछ प्रवासी ऐसे हैं जिन्हें कोई भी काम नही मिल रहा है जिस कारण वो पैसे-पैसे को मोहताज होते हुए प्रशासन से उन्हें अपने घर भेजने की गुहार लगाने के लिए पैदल ही लंबा सफर तय कर उपमंडलाधिकारी के पास पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां से भी फिलहाल उनके हाथ निराशा ही लग रही है। ऐसे ही करीब डेढ दर्जन प्रवासी बुधवार को उपमंडलाधिकारी फतेहपुर से मिलने टकोली से पैदल ही फतेहपुर पहुंचे थे। उपमंडलाधकारी से मिलने के बाद छतीषगढ़ से संबंधित प्रवासियो में उमेद राम, अभिषेक, सौरभ, रत्न, गोपाल, राम प्रसाद, राजन, संतोष, ईश्वरी, गौतम, बेनी राम, भैरों चन्द, श्याम लाल, नेत राम, राहुल, शतराम, कर्ल सहित अन्य ने बताया वो टकोली स्थित एसएम ईंट के भट्टे के प्रशासन की मांग पर हिमाचल के टकोली मजदूरी करने करीब 24 फरवरी को आए थे लेकिन कुछ ही दिन मजदूरी करने उपरांत लॉकडाउन दौरान भट्टे का काम बंद हो गया जिस कारण परिवार सहित करीब 52 प्रवासी बेकार हो गए। जैसे-तैसे उनके खाने का प्रबंध तो होता रहा लेकिन पैसों की तंगी कारण उन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने छतीसगढ़ व हिमाचल प्रदेश की सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन से भी गुहार लगाई है कि उन्हें जैसे तैसे कर अपने-अपने घरों में पहुंचाया जाए ताकि वो वहां पर हल्की-फुल्की खेती कर अपना व परिवार का पालन पोषण कर सकें। काम न मिलने की वजह से उनके पास पैसे भी नही रहे हैं। वहीं ईंट भट्ठा के मुंशी प्रकाश ने बताया ईंट भट्ठा प्रशासन ने ही इन्हें जहां मजदूरी करने बुलाया था लेकिन लॉकडाउन लगने कारण काम पूरी तरह बंद हो गया। वहीं अब कारीगर न मिलने कारण काम फिर भी ठप्प पड़ा है। प्रवासियां के लिए जैसे तैसे करते हुए राशन मुहैया करवाया जाता रहा है, वहीं अब डिपू के माध्यम से भी प्रवासियों को राशन उपलब्ध करवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया की जैसे ही प्रशासन की हिदायत उन्हें मिलेगी उसके हिसाब से प्रवासियां के लिए सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। वहीं एसडीएम फतेहपुर बलवान चंद मंडोत्रा ने बतायाः छतीसगढ़ के प्रवासियों की प्रशासन द्बारा पहले भी एक लिस्ट मांगी गई थी, लेकिन फतेहपुर से छतीसगढ़ के किसी भी प्रवासी का नाम नही आया था। लेकिन अब छतीसगढ़ के प्रवासी सामने आए हैं तो इन्हें अपनी लिस्ट सबंधित पटवारी के पास देने के लिए कहा गया है, ताकि छतीसगढ़ के लिए चलने वाली अगली ट्रेन से इन्हें अपने घर भेजा जा सके।
सोमवार देर शाम करीब साढ़े आठ बजे कर्फ्यू समय दौरान जसूर-तलवाड़ा मार्ग पर स्थित उपमंडल फतेहपुर के हाड़ा चौक के समीप एक ट्रैक्टर व वेगनार (निजी गाड़ी) की टक्कर हो गई, जिसमें वेगनार गाड़ी (डीएल-9सीएक्स-2268) में बैठे रिश्ते में लगते जीजा-साला घायल हो गए। बता दें पंचायत दियाना के कस्बा छत्राल (कियारी) संबंधित सनजीवन अपने साले सोमराज के साथ ससुराल क्षेत्र जखाड़ा की तरफ जा रहे थे कि अचानक हाड़ा चौक के समीप हल जोड़े ट्रैक्टर के साथ टक्कर हो गई, जिसमें गाड़ी की ड्राइवर साइड लगभग पूरी तरह तहस-नहस हो गई, जिसमें सनजीवन की टांग पर गहरी चोट आई है, तो वहीं सोमराज को भी चोटें आई हैं। पुलिस में दी शिकायत अनुसार सोमराज ने बताया उक्त चौक के समीप अचानक हल जोड़े हुए ट्रैक्टर ने गाड़ी की ड्राइवर साइड में जोरदार टक्कर मार दी। बताया टक्कर मारने के ट्रैक्टर चालक वहां से भाग निकलने में सफल रहा। वहीं, घायल सनजीवन को राजा का तालाब में स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया गया है। वहीं, पुलिस ने भी मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जानकारी थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने सांझी की है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से मंगलवार को शैक्षणिक सत्र 2019-20 का दसवीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। एक लाख चार हजार नियमित विद्यार्थियों ने दसवीं की परीक्षा दी थी, जिसमें से 70571 उत्तीर्ण हुए। परीक्षा परिणाम 68.11 फीसद रहा है। टॉप टेन में इस बार 37 विद्यार्थियों ने स्थान बनाया है, बीते वर्ष दसवीं की मेरिट लिस्ट में 39 विद्यार्थियों ने स्थान पाया था। मेरिट में 23 लड़कियां और 14 लड़के हैं। 5617 विद्यार्थियों को कंपार्टमेंट आई है। कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां क्षेत्र के समलोटी की कुमारी तनु ने टॉप किया है। इशान पब्लिक स्कूल हार समलोटी की छात्रा तनु ने 700 में से 691 अंक हासिल किए। दूसरे स्थान पर रहे हमीरपुर के न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपाल नगर के क्षितिज शर्मा ने 690 अंक हासिल किए।
शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है। महिलाओं को पंचायत स्तर पर संगठित कर उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने, उनके उत्थान के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से अवगत करवाने तथा कौशल विकास प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से नई सशक्त महिला योजनाएं आरम्भ की गई हैं। सरवीण चौधरी सोमवार को शाहपुर में विभिन्न महिला मंडलों को चेक वितरण कार्यक्रम के दौरान बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा विधायक निधि से शाहपुर विधानसभा के अंर्तगत 174 महिला मंडलों को आठ हजार प्रति महिला मण्डल के हिसाब से लगभग 14 लाख रुपये की धनराशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा जरूरतमन्द लोगों को खाने-पीने के सामान के अतिरिक्त विभिन्न तरह से राहत पहुंचाई गई है। शाहपुर प्रशासन द्वारा भी इस समय के दौरान सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि महिला मंडलों को चेक वितरण करने के साथ-साथ विभिन्न पंचायतों के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करना भी इस कार्यक्रम का हिस्सा है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि कोविड 19 के प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए जागरूकता के साथ साथ विभिन्न विकास कार्यों को भी आगे बढ़ाना प्राथमिकता रहेगी। प्रदेश सरकार ने भी विभिन्न विकास कार्यों को शुरू करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा सदस्यों द्वारा अपने अपने स्तर पर लोगों को मास्क बांटें गए हैं। उन्होंने शाहपुर में दुर्गा महिला मंडल, प्रीतमनगर महिला मंडल, सारनु महिला मंडल, दिव्या महिला मंडल, आस्था महिला मंडल तथा शिव महिला मंडल को चेक भेंट किए। शहरी विकास मंत्री ने उपस्थित लोगों को मास्क भी वितरित किए। इस अवसर पर विभिन्न महिला मंडल की महिलाओं ने अपने क्षेत्र से सम्बंधित विकास कार्यों से जुड़ी बातों को भी मंत्री के सम्मुख रखा। शाहपुर की प्रधान अरुणा देवी ने पंचायत में आने पर शहरी विकास मंत्री का स्वागत किया व आभार जताया। इसके उपरान्त उन्होंने गोरडा में भी सरस्वती, प्रगति, विकास, सूर्या, एकता तथा नारी विकास महिला मंडलों को चेक व मास्क भेंट किए । इस अवसर पर भाजपा मंडलाध्यक्ष प्रीतम चौधरी, महासचिव सतीश, दीपक अवस्थी, राकेश मनु, अमरीश परमार अनूप शर्मा, गोरडा के प्रधान जसविंद्र जस्सू, मनोज, तिलक शर्मा, विभिन्न महिला मंडल सदस्य उपस्थित रहे।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल अस्पताल फतेहपुर में 26 लोगों के व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 लोगो के सैम्पल लेकर कोविड 19 टैस्ट के लिए भेज दिए। बता दें गत करीब 3 दिन पूर्व फतेहपुर से 3 युवक कोरोना पोस्टिव पाए गए थे जिनमे एक युवक हाड़ा का था जो दिल्ली से हवाई जहाज के माध्यम से पहले अपने घर फिर संस्थागत कवारंटीन सैन्टर फतेहपुर में रहा था जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग को उसके परिवार वालों के भी सैम्पल लेने पड़े। वहीं पंचायत लुठियाल के गांव बढाल के युबक ने अपने आप को टैरेस स्थित संस्थागत सैंटर में अपने आप को क्वारंटाइन कर लिया लेकिन साथ रह रही अपनी पत्नी को उसके मायके जगनोली में छोड़ दिया। जिसके चलते उसकी पत्नी के भी सैम्पल लेकर जांच को भेजे गए हैं । वहीं तीसरा युवक गोलबां क्षेत्र का था जोकि पहले से ही फतेहपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा था। बीएमओ आरके मैहता ने बताया शनिवार को उपमंडल फतेहपुर से 50 लोगों के सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं जिनकी रिपोर्ट रविवार तक आने की उम्मीद है।
पुलिस थाना नूरपुर की पुलिस चौकी रैहन के अंतर्गत आते क्षेत्र रौड़ के निवासी अशवनी कुमार पुत्र देस राज से नारकोटिक्स विभाग की टीम ने बुधवार रात लगभग पौने ग्यारह बजे| रैहन स्टेडियम के पास 2 किलो 400 ग्राम चूरा पोस्त भुक्की बरामद की। बुधवार देर रात नारकोटिक्स विभाग के इंचार्ज हैड कांस्टेबल अर्जुन सिंह, कांस्टेबल सोम राज,अजय कुमार व गुरुदीप सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर रैहन स्टेडियम के पास नाका लगाया हुआ था। इतने में रात लगभग पौने ग्यारह बजे फ़तेहपुर से रैहन की तरफ एक स्कूटी न. एचपी 88-4719 आईं। स्कूटी सवार को नारकोटिक्स विभाग की टीम रोका। रैहन स्टेडियम के पास नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा पकड़ा गया स्कूटी सवार जिससे दो किलो 400 ग्राम चूरा पोस्त भूकी बरामद हुई। टीम को देखकर स्कूटी सवार अशवनी कुमार घबरा गया। नारकोटिक्स विभाग की टीम ने उससे पूछताछ करके जब तलाशी ली तो उसकी स्कूटी की सीट के नीचे बने लगेज बॉक्स से 2 किलो 400 ग्राम चूरा पोस्त भूक्की बरामद की गई। टीम ने आरोपी स्कूटी सवार के खिलाफ मादक प्रदार्थ एक्ट के तहत मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी डॉ साहिल अरोड़ा ने मामले की पुष्टि की है।
जिला कांगड़ा के फतेहपुर को कोरोना का जोरदार झटका लगा है। एक साथ ही फतेहपुर में तीन कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं। एक साथ तीन लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के समाचार से लोग सहम गए हैं। उपमंडल फतेहपुर की पंचायत लुठियाल के बडा़ल गांव का 30 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि 27 मई को मध्य प्रदेश से लौटा था जोकि संसारपुर टैरेस में इंसिट्यूशनल क्वारन्टीन था। गोलवां का 25 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। उक्त युवक कार चलाता था तथा कंटेन्मेंट जोन से आल्टो कार के माध्यम से अपने भाई और उसके दोस्त को चंडीगढ़ छोड़ने भी गया था जिस एवज में उस पर कंटेन्मेंट जोन की उलंघना का भी केस दर्ज है। फतेहपुर की हाड़ा पंचायत का 22 वर्षीय युवक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि 29 मई को फ्लाइट के जरिए दिल्ली पहुंचा था व फतेहपुर के शिबा पैलस मे क्वारन्टीन था। इसके अतिरिक्त गंगथ से भी एक 31 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि गंगथ में होम क्वारंटाइन था। बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति गंगथ में एक सुनार के पास कारीगर कर रूप।में काम करता था और किसी अन्य प्रदेश से तालूक रखता था। तब्लीगी जमात के सदस्य के बाद गंगथ का यह दूसरा मामला है। इससे पूर्व भी गंगथ के लोग कंटेन्मेंट जोन में रह चुके है अतः उन्हें फिर डर सताने लगा कि उन्हें फिर से कंटेन्मेंट ज़ोन की असुविधा न उठानी पड़ी। वहीं एसडीएम फतेहपुर बलवान चन्द ने बताया कि गोलवां वार्ड नम्बर 4 से जो युवक कंटेन्मेंट जोन से गाड़ी लेकर कुछ लोगों को छोड़ने चला गया था, उसकी हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि उसके संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए जाएंगे।
इंडियन आइडल सीजन-2 अपनी मखमली आवाज के दम पर लोगों के दिलों पर राज करके उपविजेता के रूप में पहचान बनाने वाले रैहन निवासी अनुज शर्मा का नया हिंदी गाना 'मंजिलें भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था', मंगलवार को यू ट्यूब पर रिलीज हो गया। साया फ़िल्मज के बैनर तले गए उक्त गाने के संगीतकार विरगी-वीर, गीतकार बोमिया राजा जबकि एलबम का नाम मंजिलें हैं। गाने को चंडीगढ़ व पौंग डैम झील किनारे फिल्माया गया है। गाने में सूचि बिरगी ने मॉडल के रूप में डेव्यू किया है। इससे पहले अनुज शर्मा का एक पंजाबी फ़िल्म में गाया गाना "सोहना तू हजार, तैनूं दसां बार बार, लॉक डाउन के दौरान 8 अप्रैल को रिलीज हुआ था। जिसे यू ट्यूब पर एक लाख से ज्यादा लोगों ने पसन्द किया है। वहीं सोशल मीडिया में गाया पहाड़ी गाना "सायें- सायें मत कर रावीये, मिंझो तेरा डर लगदा भी लोगों को बेहद पसंद आया। इंडियन आइडल में अपनी मधुर आवाज से सभी को आश्चर्यचकित करने वाले अनुज शर्मा को मशहूर संगीतकार व जज अनु मलिक ने हिमाचल का मीठा सेव कहकर संबोधित किया।
एक तरफ सरकार विकास के बड़े बड़े दावे करती है लेकिन दूसरी तरफ गंगथ विधानसभा में बलिर समून डेकवाँ रोड़ अपनी बेबसी की कहानी बयां कर रही है। नावार्ड की सहायता से इस सड़क के निर्माण का व्यय 287.02 लाख रुपये आंका गया था और इसे अगस्त 2016 तक पूरा किया जाना था लेकिन पहले कांग्रेस सरकार ने व अब भाजपा सरकार ने इसकी सुध नही ली है। पिछली बार के कांग्रेस के एसोसिएट विधायक मनोहर धीमान इस सरकार में सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष है तो मौजूदा विधायक भी भाजपा से ही सम्बंधित है। यह सड़क बलिर समून, डंकवां माजवा, रंडो, ताजवाँ, भोजपुर गांव के असंख्य लोगो को जसूर व इंदौरा के लिए विल्कुल शॉर्टकट रोड़ है। युवा शक्ति संघ के बलिर ने सरकार मांग की है कि इस सड़क का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
उपमंडल फ़तेहपुर में बुधवार को कोरोना का दूसरा मामला प्रकाश में आया है। उपमंडल फ़तेहपुर की पँचायत तलाड़ा के नलाड़ी गांव का एक व्यक्ति उम्र 29 वर्ष बुधवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उक्त व्यक्ति अपने परिवार के अन्य 4 सदस्यों पत्नी, भाई- भाभी व माता के साथ दिल्ली से अपने गांव तलाड़ा नलाड़ी 24 मई सुबह पहुंचा था। युवक 23 मई रात को दिल्ली से पँजाब न० की गाड़ी से अपने गांव पहुंचा था। युवक ने अपने परिवार के आने की जानकारी तलाड़ा पँचायत प्रधान को दे दी थी। दिल्ली से आने वाले उक्त व्यक्ति को परिवार के सभी सदस्यों के साथ होम क्वारंटाइन किया गया था। युवक को मामूली सा जुकाम था। इसी बीच मंगलवार को दिल्ली से आने वाले उक्त परिवार के सभी सदस्यों के सैंपल स्वास्थ्य विभाग ने राजा का तालाब में लिए थे। वहीं बुधवार को उक्त व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। फतेहपुर के तहसीलदार की अगुवाई में इलाके को कन्टोन्मेंट व बफर ज़ोन में बांटा गया व दुकानदारों के नामों व उनसे संपर्क करने की कोशिश की ताकि लोगों को असुविधा न हो। पुलिस प्रशासन ने नलाड़ी गांव के सभी सम्पर्क मार्गों की नाकेबंदी कर दी है। वहीं उक्त व्यक्ति को एम्बुलेंस के द्वारा ढाड स्थित कोविड केयर सेंटर में ले जाया गया।
विपिन वर्मा ने नूरपुर में तहसीलदार के पद पर अपना कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले वह शिमला ज़िला के कोटखाई में नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त थे। वह शिमला शहरी के सुन्नी क्षेत्र से संबंध रखते हैं। वर्मा ने नूरपुर में अपना कार्यभार ग्रहण करने पर बताया कि लोगों के राजस्व संबंधी मामलों एवम उनकी समस्याओं के शीघ्र निपटारे हेतु विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त तहसील स्तर पर पुराने लंबित मामलों का अध्ययन करने पर उनके निपटारे की दिशा में विशेष पग उठाए जाएंगे, ताकि लोगों के राजस्व संबंधी मामलों में अनावश्यक विलम्ब न हो। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर जारी किए जाने वाले सभी प्रमाण -पत्रों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।
समाजसेवा के जज़्बे और अन्ना हजारे के आंदोलन से प्रेरित होकर विदेश में अच्छी खासी नौकरी को लात मारकर अशोक पठानियाँ आज इंदौर व नुरपर में एक चर्चित नाम है। कोरोना काल मे वे एक कोरोना योद्धा के रूप में सामने आए हैं। उन्होंने सेनिटाइजेशन व मास्क वितरण में इंदौरा में अग्रणी भूमिका निभाई है। मंगलवार शाम जब पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से हिमाचल में आने बाले प्रवासियों को इंदौरा के डिग्री कालेज में ठहराने की व्यवस्था की जा रही थी तो अशोक पठानियाँ किसी फरिश्ते के समान वहां पहुंच गए व पूरे कालेज केम्पस को सेनेटाइज किया। उसके इस कदम से प्रशासन को भी सुगमता हुई। देर रात तक क्वारंटाइन सेंटर को आगंतुकों की मेजबानी के लिए तैयार कर दिया। बुधवार सुबह प्रवासी इंदौरा डिग्री कालेज में 14 दिन क्वारंटाइन के लिए पहुंच चुके हैं।
राज्य स्वास्थ्य विभाग में कोविड किट के नाम पर लाखों की लेनदेन में कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की है। यह बात हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग के अध्यक्ष दिलावर सिंह छोटू ने कही। उन्होने जयराम सरकार पर करोना संकट में भ्रष्टाचार को बढावा देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि स्वास्थ्य निदेशक के वायरल आडियो सामने आने के बाद यह पुरी तरह स्पष्ट हो गया है कि सरकार व सिस्टम भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होने यह कहा, ताज्जुब यह है कि संवेदनहीनता की सारी हदें लांघते हुए सरकार के संरक्षण में माहामारी के दौरान भी भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है। उन्होने आरोप लगाया है कि वायरल आडियो में घुस की पेशकश करने वाला कोई और नहीं सत्तापक्ष पार्टी का नेता बताया जा रहा है और कांग्रेस भ्रष्टाचार को लेकर शुरू से ही सरकार को आगाह करती आ रही है, लेकिन अब साफ हो गया है कि सरकार भ्रष्टाचार को लगाम लगाने की बजाय भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है। उन्होने कहा कि इसकी जांच सीबीआई को सोंपी जाए और दोषियों के ऊपर सख्त कार्यवाही की जाए।
26 मई को जिला काँगड़ा के उपमंडल फतेहपुर तथा रैहन के आस पास इलाको में बिजली रहेगी बंद। उपमंडल फतेहपुर बिद्युत बिभाग के द्वारा शनिवार को एक प्रैस नोट जारी किया है जिसमें सर्वसाधारण को सूचित करते हुए, रोहित गुलेरिया सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल रैहन तथा फतेहपुर निर्देशानुसार 26/05/20 को 33kv लाइन फतेहपुर से रैहन एवं 33/11kv उपकेंद्र रैहन के आवश्यक कार्य एवं रख रखाव हेतु विजली की आपूर्ति बाधित रहेगी। बिजली आपूर्ति वाले स्थानों के नामों की सूची में रैहन, राजा का तलाव, नेरना, खेर, दीनी, छत्तर, मकडोली, घेटा हैं। इन सूचीवद्व इलाकों में बिजली सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक बाधित रहेगी। अभियंता रोहित गुलेरिया ने सभी लोगों से अपील की है कि उक्त इलाकों से संबंधित लोग इस रख-रखाव के कार्य में विभाग का सहयोग करें।
एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संगठन नूरपुर के महासचिव रघुवीर सिंह ने पेंशनर्स की व्यथा ज़ाहिर करते हुए कहा है की हिमाचल प्रदेश की लाइफ लाइन कहलाए जाने वाली एचआरटीसी की बसों के चालक व परिचालक अपनी जिंदगी को जोखिम में डालकर कैसे कैसे पांगी, लाहौल स्पीति की घाटियों में तंग व घुमावदार खतरनाक मार्गों पर प्रदेश की जनता की सेवा करते हैं, परंतु अफसोस होता है कि जब यह कर्मचारी जब सेवानिवृत्त होंगे इन्हें अपनी पेंशन तथा अन्य आर्थिक लाभों के लिए 3-4 वर्षों तक इंतजार करना पड़ेगा। इस दौरान इन्हें या तो उधार मांग मांग कर या मजदूरी करके घर परिवार चलाना पड़ता है। उन्होंने कहा की एक ओर सरकार वरिष्ठ नागरिकों को पूरा पूरा सम्मान देने तथा उचित देखभाल करने की बात कहती है तो वही परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन तथा अन्य आर्थिक लाभों से सालों साल वंचित रखती है। इसी तरह जिन पुराने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन लग चुकी है उन्हें भी प्रायः तीसरे महा पेंशन का भुगतान हो रहा है। अर्थात आज तक अप्रैल माह की पेंशन का भुगतान अभी शेष है। कांग्रेस सरकार के समय भी परिवहन मंत्री ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की बार-बार आर्थिक प्रताड़ना की थी तथा सरकार बदलने पर आस बांधी थी कि अच्छे दिन आएंगे परंतु विभाग की सोच नहीं बदली। आज भी पेंशनर्स का हजारों रुपए महंगाई भत्ता बकाया पेंडिंग है। गत फरवरी में परिवहन निगम की बीओडी की बैठक में पेंशनर्स को 4% अंतरिम राहत देने की का फैसला हुआ था परंतु इस अदायगी पर भी कैंची चल चुकी है। क्या इसे ही वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान कहते हैं? चिंता का विषय है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अनुरोध किया है कि परिवहन निगम के पेंशनर की सुध लें ताकि यह लोग बुढ़ापे में अपना सामान्य गुजर बसर कर सके।
लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की घर वापिसी का सिलसिला लगातार जारी है। केरल से रविवार को एक विशेष ट्रेन में दोपहर बाद 35 हिमाचलियों को लेकर पठानकोट रेलवे स्टेशन पर पहुंची जहां पर एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर सहित उपस्थित अन्य नोडल अधिकारियों ने उनका तालियों से स्वागत किया। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी एक विशेष ट्रेन 484 हिमाचलियों को लेकर ठाणे महाराष्ट्र से पठानकोट पहुंची थी। इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि इन सभी लोगों को एचआरटीसी की विशेष बसों के द्वारा अपने-अपने जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा ज़िला के यात्रियों को प्रशासन द्वारा कोटला में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र में भेजा गया है, जबकि अन्य जिलों के यात्रियों को उनके जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जाएगा, जहां पर प्रशासन द्वारा इनके ठहरने खान-पान की विशेष व्यवस्था की गई है। धर्मशाला से छोटू राम जो केरल से आया था व तनुजा के अतिरिक्त अन्यों के चेहरों पर देवभूमि में पहुंचने की खुशी साफ झलक रही थी।
उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहरी राज्यों से ट्रेन में आने वाले नागरिकों के मेडिकल चेकअप तथा संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में ठहराने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने शुक्रवार को चक्की बैंक पठानकोट केंट रेलवे स्टेशन से नागरिकों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाने के व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए तथा पठानकोट के डीएसपी, एसडीएम तथा रेलवे के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की गई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन, एडीएम मस्त राम, डीएसपी डा साहिल अरोड़ा तथा एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन से एचआरटीसी की बसों के माध्यम से नागरिकों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचाया जाएगा, क्वारंटाइन सेंटर में सभी नागरिकों के सेंपल भी लिए जाएंगे व सभी क्वारंटाइन सेंटर्स को नियमित तौर पर सेनेटाईज भी किया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल पर्यटन निगम के होटलों में भी पेड क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बाहर से आए नागरिक के पास अलग मकान, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था हो तो उसे भी वहां पर प्रोटोकॉल की अनुपालना करते हुए स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में क्वारंटाइन करने का प्रावधान भी किया गया। बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं बुर्जुगों को स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में होम क्वारंटाइन में रखने की व्यवस्था भी की गई। उपायुक्त ने कहा कि बाहर से आने वाले सभी नागरिकों को सामाजिक दूरी की अनुपालना के साथ ही क्वारंटाइन केंद्रों तक पहुंचाने के दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन करने पर चार के खिलाफ एफआईआर उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को मंगरेला में किरयाने की दुकान कर्फ्यू में खोलने तथा जयसिंहपुर बाजार में रेहड़ी लगाने वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है इसी तरह से नौहरा बैजनाथ तथा नुरपुर में बाहरी राज्य से बिना अनुमति के पहुंचे दो लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कर्फ्यू में ढील का समय प्रातः सात से दोपहर बजे तक का है तथा इसके समयावधि के अतिरिक्त दुकानें खोलने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन किए गए लोगों को भी घरों में ही रहना सुनिश्चित करना होगा अन्यथा उनके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
फतेहपुर लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की घर वापिसी का सिलसिला लगातार जारी है। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक विशेष ट्रेन दोपहर एक बजे 118 हिमाचलियों को लेकर पठानकोट रेलवे स्टेशन पर पहुंची। जहां पर एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर सहित उपस्थित अन्य नोडल अधिकारियों ने उनका तालियों से स्वागत किया। गौरतलब है कि गत सोमवार को भी एक विशेष ट्रेन 259 हिमाचलियों को लेकर चेन्नई से पठानकोट पहुंची थी। स्टेशन पहुंचने पर डॉ सन्नी जरयाल ने सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की। इस बारे जानकारी देते हुए एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि इन सभी लोगों को एचआरटीसी की सात विशेष बसों के द्वारा अपने-अपने जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारन्टीन केंद्रों के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा ज़िला के यात्रियों को प्रशासन द्वारा कोटला में बनाए गए संस्थागत क्वारन्टीन केंद्र में भेजा गया है, जबकि अन्य जिलों के यात्रियों को उनके जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारन्टीन केंद्रों में रखा जाएगा, जहां पर प्रशासन द्वारा इनके ठहरने खान-पान की विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन से कांगड़ा ज़िला के 37 , मंडी के 19 , शिमला व हमीरपुर ज़िला के 10-10, ऊना व सिरमौर के 7-7, कुल्लू व चंबा के 9-9, बिलासपुर के 6, जबकि सोलन जिला के 4 यात्री पहुंचे। हैदराबाद में टूरिज्म व्यवसाय में एचएम के तौर पर काम करने वाले मंडी ज़िला के निवासी विक्की रावत जो अपनी पत्नी सपना व 4 वर्षीय बेटे पर्व रावत के साथ पठानकोट रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि उन्हें कभी नहीं लगता था कि लॉकडाउन के बीच वे अपने-अपने घरों में वापस पहुंच पाएंगे। इसी ट्रेन में मंडी ज़िला के यात्री गोपाल ठाकुर पत्नी हंसा ठाकुर तथा बेटे कार्तिक के साथ पहुंचे तो उन्होंने बताया कि हमारे परिवार ने अपने घर पहुंचने की उम्मीद ही छोड़ दी थी, परंतु हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रयासों से उनका घर पहुंचने का सपना पूरा हुआ है। शिमला ज़िला के ठियोग की प्रिंयका, इसी ज़िला के चिड़गाव तहसील के संजय, चंबा ज़िला के तीसा के छिन्दों खान के चेहरों पर देवभूमि में पहुंचने की खुशी साफ झलक रही थी।
उपायुक्त काँगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा है कि कर्फ्यू में ढील का समय अगले आदेशों तक प्रतिदिन सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक होगा। इस अवधि के दौरान दुकानें खुली रहेंगी। मॉर्निंग वॉक और रनिंग टाइमिंग पहले की तरह ही रोजाना सुबह 5:30 बजे से सुबह 7 बजे तक होगी।लेकिन मास्क पहनना आवश्यक है और दुकानदारों सहित सभी के लिए सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा और उन्हें अपनी दुकानों के बाहर प्रत्येक 1.5 मीटर की दूरी पर हलकों को चिह्नित करना होगा। डीसी ने बताया कि स्टांप वेंडर और डॉक्यूमेंट्री राइटर हर सोमवार और गुरुवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रख सकते हैं। तहसीलदार कार्यालयों में प्रतिदिन सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक भूमि का पंजीकरण किया जा सकता है। सैलून और ब्यूटी पार्लर मालिक अधिसूचित अधिकारियों से निर्धारित प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अपने आउटलेट खोल सकते हैं। इन उपक्रमों के मालिकों को श्रम अधिकारी के माध्यम से आवेदन करना होगा और अपने संबंधित उप-प्रभागों में प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। उन्हें प्रशिक्षण के बाद अपना सैलून और पार्लर खोलने की अनुमति दी जाएगी। राकेश प्रजापति ने बताया कि सभी सरकारी और निजी कार्यालय अधिसूचना के अनुसार बने रहेंगे और सभी वर्ग तीन और चार कर्मचारी रोटेशन के आधार पर अपने कार्यालयों में भाग लेंगे। यदि कोई कर्मचारी लक्षणों जैसे फ्लू से पीड़ित है, तो स्वास्थ्य अधिकारियों को तुरंत सूचित किया जाना चाहिए और इन परिस्थितियों में कार्यालय परिसर को साफ कर दिया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि दूसरे राज्यों और जिलों में जाने के लिए कर्फ्यू पास होना अनिवार्य था। ई-पास पाने के लिए जिला प्रशासन की वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है।
हिमाचल में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को कांगड़ा जिले में कोरोना का नया मामला आया है। चंबा के चुवाड़ी के 21 वर्षीय युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। युवक 13 मई से कांगड़ा जिला के डमटाल में एक निजी क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती था। उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मामले की पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार चंबा जिला का युवक दुबई से लौटा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को डमटाल से बैजनाथ स्थित कोविड-19 केयर सेंटर शिफ्ट कर दिया है। वहीं, हिमाचल में मंगलवार को तीन और मरीजों ने कोरोना महामारी का मात दे दी। इनमें कांगड़ा जिले से भाई-बहन समेत तीन मरीज शामिल है। स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 केयर सेंटर बैजनाथ में भर्ती कांगड़ा उपमंडल के झीरबल्ला गांव के भाई-बहन और नगरोटा बगवां उपमंडल के घीण गांव के युवक के सैंपल सोमवार को जांच के लिए भेजे थे, जिनकी मंगलवार को रिपोर्ट निगेटिव आई है। सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने ने बताया कि तीनों को घर भेज दिया है। आगामी सात दिन तक स्वास्थ्य विभाग इन पर निगरानी रखेगा।
कांगड़ा जिला के जीरबल्ला के भाई-बहिन कोरोना को मात देकर सकुशल घर लौट आए हैं, मंगलवार को उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन तथा सीएमओ ने उनके घर जाकर पुष्पगुच्छ भेंटकर उनको बधाई दी तो भाई और बहिन ने डीसी-एसपी को उनके घर आने और कुशलक्षेम पूछने के लिए थैंक्यू कहा, इन क्षणों के प्रत्यक्षदर्शी बने परिजन तथा गांव के लोग भी गदगद हो गए। इस अवसर पर सीएमओ गुरदर्शन तथा बीएमओ भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। उपायुक्त ने कहा कि यह बहुत खुशी का समय है कि जीरबल्ला के दोनों भाई बहिन ठीक होने के उपरांत अपने परिवार में सकुशल लौट आए हैं। उन्होंनेे कहा कि कोरोना जैसी बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर किसी भी स्तर पर सामाजिक भेदभाव नहंीं होना चाहिए तथा लोगों को भी इस बारे जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना कोई सामाजिक कलंक नहीं है और कोरोना रोगियों तथा उनके परिवारों के प्रति भी किसी तरह का भेदभाव का दृष्टिकोण समाज में नहीं पनपना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए इसके साथ ही अपने गांव या परिवार में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों के बारे में तुरंत प्रशासन को सूचित करना चाहिए ताकि समाज को सुरक्षित रखा जा सके और कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इस दौरान उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों से बेवजह बाहर नहीं निकलें तथा लॉकडाउन का पूरा अनुपालन सुनिश्चित करें। गौरतलब है कि झीरबल्ला के उक्त भाई बहिन की कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों को बैजनाथ आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया था। आइसोलेशन में रहने के बाद युवक व युवती की कोरोना रिपोर्ट नेगटिव आई। मंगलवार को दोनों को एंबुलेंस के द्वारा अपने घर पहुंचे तो क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। कोरोना संक्रमण की वजह से किया गया था आइसोलेट दोनों बताते हैं कि कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था जहां स्वास्थ्य विभाग ने बहुत ही अच्छी तरह से देखभाल की व दवाईयां समय पर दीं। कोरोना वायरस से जंग जीते दोनों ने बताया कि अब वह स्वस्थ होकर घर लौट आएं हैं उनके लिए आज खुशी का बहुत बड़ा दिन है। सामाजिक दूरी का रखें ध्यान किसी को भी नजला, खांसी व बुखार है तो तुरन्त स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क करें। उन्होंने सभी लोगों से लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करने के साथ सोशल डिस्टेसिंग अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से ठीक हो गये हैं और उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगटिव आई है अब वह अपने घर पर ही रहेंगे और मास्क का लगातार प्रयोग करेंगे और तब तक करेंगे जब तक कोरोना जैसी बीमारी जड़ से खत्म नहीं हो जाती। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूरी तरह से पालन किया गया।
नोवल कम्युनिटी फाउंडेशन के स्वयंसेवियों ने फतेहपुर में अस्पताल, उपमंडलाधिकारी कार्यालय, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, कांगड़ा कॉपरेटिव बैंक, बाल विकास परियोजना अधिकारी आफिस, बिजली विभाग फतेहपुर और पुलिस थाना फतेहपुर को सेनेटाइज किया। फाउंडेशन के सदस्यों का मानना है कि कोरोना योद्धा दिनरात इस महामारी से लड़ रहे हैं और अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसे में नोवल कम्युनिटी फाउंडेशन भी अपने दायित्व से कैसे पीछे हट सकती है। फाउंडेशन के अध्यक्ष ने बताया कि फतेहपुर में जो नया कोविड सेंटर बनेगा उसमे अलग अलग संस्थाओ के साथ मिलकर नोवल कम्युनिटी फाउंडेशन उपायुक्त और उपमंडलाधिकारी के दिशाअनुसार काम करेगा।
जिला पठानकोट जोकि नूरपुर का ही नहीं समूचे जिला काँगड़ा का प्रमुख व्यापारि कस्बा है। थोक, स्पेयर पार्ट, इत्यादि का कारोबार काँगड़ा के साथ जिला पठानकोट साँझा करता है, के क्षेत्र मामून जोकि जिला काँगड़ा के उपमंडल नूरपुर से स्टा हुआ क्षेत्र है में कोरोना मरीजों की तादात लगातार बढ़ती जा रही ह। यह पठानकोट के प्रशासन के लिए ही नहीं बल्कि जिला काँगड़ा के नूरपुर तथा इंदौरा के प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ ह। मामून के वार्ड नम्बर 19 के वासी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के पश्चात उसे ज़िला पठानकोट के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बाद में अमृतसर के गुरु नानक मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया था का पिछले एक महीने से इलाज चल रहा था l कुछ दिनों से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थ। उसको 6 घण्टों से वेंटिलेटर पर रखा गया था, जिसकी सोमवार सुबह मौत हो गई l अमृतसर अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि मृतक कोरोना वायरस पीड़त था व उसे सांस लेने में परेशानी थी l गुरु नानक अस्पताल प्रशासन ने मृतक के शव को पठानकोट प्रशासन के सपुर्द कर दिया है l वहीं इस सबंधी एसएमओ भूपिंदर सिंह ने बताया कि मृतक की अंतिम दो रिपोटें नेगिटिव आई थी। अगर उसकी सेहत में सुधार हो जाता तो आज उसको अस्पताल में छुट्टी मिल जाती l वहीं देर शाम कोमृतक के पैतृक गांव मामून के श्मशान घाट पर एम्बुलेंस के द्वारा लाया गया तथा प्रशासन की देखरेख में उसका का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
फतेहपुर तहसील के अंतर्गत गोलवां गाँव में 4 दिन पूर्व दिल्ली से आए कोरोना पॉजिटिव युवक के घर व आसपास एन डी आर एफ की टीम द्वारा फतेहपुर प्रशासन की देखरेख में सेनेटाइज किया गया। एन डी एफ आर की टीम ने घर व गली में यहां भी संक्रमण की सम्भाबना हो सकती थी ,बारीकी से मुआयना कर कोरोना के समूल नाश हेतु सेनेटाइज किय। इसी के साथ सोमवार को कोरोना पीड़ित 22 वर्षीय छात्र की माता पिता व बहन सहित 12 अन्य पड़ोसियों के कोरोना टेस्ट भी लिए। वही स्वास्थ्य अधिकारी फतेहपुर आर के मेहता ने बताया कि सोमबार को लिए इन 15 टेस्ट की रिपोर्ट मंगलबार शाम तक आने की सम्भाबना है । बताया जाता है कि उक्त छात्र दिल्ली से घर आकर अपने घर मे ही क्वारन्टीन हो गया था और वह किसी से नही मिला फिर भी प्रशासन अपनी तरफ से कोई कोताही नही बरतना चाहता और परिजनों व अन्य लोगों के कोरोना टेस्ट लिए गए। वही पीड़ित छात्र बैजनाथ स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन है।
एक तरफ कोरोना वायरस के चलते जहां प्रशासन व सरकार द्वारा लॉकडाउन का पालन करने की अपील जनता से कर रही है और इसे सुनिश्चित बनाने के लिए नियम व कानून का सहारा ले रही है। वहीं नशा तस्करों में न तो कोरोना का भय नजर आ रहा है और न ही नियम कानून का सम्मान अथवा खौफ नाम की कोई चीज इनमें है और यह नशा तस्करी के अपने गोरखधंधे से बाज नहीं आ रहे। ऐसा ही एक मामला जिला कांगड़ा के कंडवाल में सामने आया है जिसमें स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल सेल व सीआईडी की टीम ने एक 31 वर्षीय युवक को नशीले कैप्सूल सहित गिरफ्तार किया है। मामले के संदर्भ में जानकारी देते हुए राज्य मादक द्रव नियंत्रण दल कांगड़ा के डिप्टी एसपी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कंडवाल व आसपास नशीले पदार्थ की तस्करी को अंजाम दिया जा सकता है। जिस पर सेल व पुलिस के सब इंस्पेक्टर मोहिंद्र कुमार, मानद मुख्य आरक्षी कश्मीर सिंह, आरक्षी रॉकी कुमार व गृह रक्षक दल के रछपाल को वहां गश्त करने व मुस्तैद रहने के निर्देश दिए। इस दौरान टीम जब कंडवाल स्थित बाड़ी खड्ड नामक स्थान पर पहुंची तो एक युवक मोटरसाइकिल ( एचपी 38डी 0664 ) पर सवार होकर जसूर की तरफ आ रहा था। जिसे रोके जाने पर वह लॉकडाउन में वाहन ले जाने का कोई पास न दिखा पाया और उससे 86 नशीले कैप्सूल रिडले बरामद किए गए। पुलिस ने उससे बरामद कैप्सूल को जब्त कर उसके मोटरसाइकिल भी कब्जा में ले लिया है। पुलिस के अनुसार युवक ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह छन्नी गांव से यह कैप्सूल लेकर आया है। युवक की पहचान कुलदीप उर्फ टीटू पुत्र प्रेमचंद निवासी गांव बौड, डाकघर जसूर, तहसील नूरपुर जिला कांगड़ा बताई है। ऊधर एसएसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि उक्त युवक के विरुद्ध एनडीपीएस अधिनियम के साथ-साथ लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला भी दर्ज किया जाएगा।
नुरपर उपमंडल के तहत पुन्दर पंचायत के मनेड़ गांव के वार्ड नौ में शनिवार को कोरोना पाजिटिव का एक मामला सामने आने के पश्चात इस वार्ड को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर ने इस एरिया का पुलिस व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। सुरेन्द्र ठाकुर ने क्षेत्र का दौरा करने के बाद जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के साथ-साथ पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस पंचायत के जौंटा के वार्ड एक व दो सहित मनकोट के वार्ड तीन को बफर जोन में रखा गया है, जबकि साथ लगती खेल पंचायत के मट गांव के वार्ड 4 को भी बफर जोन की श्रेणी में रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। एसडीएम ने बताया कि इन क्षेत्रों में कर्फ्यू में किसी भी तरह की ढील नहीं रहेगी। आम लोगों तथा वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण रोक रहेगी। केवल मेडिकल सेवाओं, आवश्यक सेवाओं के लिए तैनात कर्मचारी या लोग विशेष अनुमति पत्र के साथ ही आवाजाही कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि गांव के प्रवेश तथा निकास हेतु नाके स्थापित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि नाकों पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की टीमों को तैनात किया गया है जो गांव में बाहर से आने वाले लोगों की थर्मल स्कैनिंग करने सहित उनकी हर जानकारी दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सभी तरह के निर्माण कार्यों पर भी रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने घरों में रहें तथा निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि आदेशों की अवहेलना करने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को सैनिटाइज करने का कार्य शुरू कर दिया गया है जो शाम तक पूरा कर लिया जाएगा। कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों के भी होंगे टैस्ट सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि पॉजिटिव मरीज 8 मई को गुरुग्राम से गांव के एक अन्य व्यक्ति के साथ टैक्सी के द्वारा अपने घर मनेड़ गांव पहुंचा था तथा प्रशासन द्वारा इन सभी लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा इस व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है तथा संपर्क में आए सभी लोगों के सेंपल लिए जाएंगे ताकि किसी भी स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन भी किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति इस संक्रमित के संपर्क में आया हो तो वह इसकी सूचना तुरन्त प्रशासन को देना सुनिश्चित करें। सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में प्रशासन के स्तर पर आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि होम डिलीवरी के दौरान भी कोविड-19 प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी तथा सभी हो मास्क पहनाना जरूरी होगा। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में रहने वाले सभी लोगों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना भी अनिवार्य किया गया है, ताकि आसपास के क्षेत्रों में कोरोना सक्रंमितों के बारे में जानकारी हासिल हो सके। नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर, एसएचओ मोहन भाटिया, जेई राकेश चौधरी, पंचायत प्रधान सरला कुमारी, उपप्रधान देव राज सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
फतेहपुर उपमंडल के अंतर्गत पौंग डैम जलाशय में शनिवार को एक तैरती हुई लाश मिली जिसे देखकर लोगो मे दहशत फैल गई। लोगों ने इसकी सूचना तत्काल स्थानीय पंचायत व पुलिस थाना फतेहपुर को दी। शव की शिनाख्त शुक्रवार को पौंग जलाशय में डूबे मछुआरे के रूप में हुई । जानकारी के अनुसार गत दिवस जगनोली गांव का रमेश उर्फ गुड्डू नाम का मछुआरा अपने एक सहयोगी के साथ पौंग जलाशय में नाव पर बैठकर जाल लगाने गया था कि नाव में पानी भरने लगा जिस कारण नाव डगमगाने लगी और रमेश ने नाव से छलांग लगा दी जबकि दूसरा सहयोगी नाव पर चप्पू लगाकर किनारे तक पहुंच गया। बाहर निकल कर उसने शोर मचाया तो स्थानीय लोग व प्रशासन मौके पर पहुंच गया। काफी मशक्कत करनी के बाद भी रमेश का कोई अता पता न चला और अंधेरा हो गया। आखिरकार शनिवार सुबह रमेश का शव तैरता हुआ जलाशय के किनारे मिला। पंचायत पूर्व उपप्रधान रणवीर सिंह ने शव की शिनाख्त करते हुए बताया कि शव जगनोली निवासी रमेश उर्फ गुड्डू का ही है। वहीँ फतेहपुर थाना प्रभारी रमेश शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को देर तक शव की तलाश की परन्तु अंधेरा होने के कारण कामयावी न मिल सकी। इस बीच शनिवार एन एफ डी आर की टीम को भी बुलाया गया था परन्तु टीम के पहुंचने से पहले ही रमेश उर्फ गुड्डू का शव तैरता हुआ पौंग डैम जलाशय के तट पर मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा हिमाचल को एक लाख बीस हजार मास्क वितरण का कार्य शुक्रवार सुलयाली औन्द और ठेहड़ पंचायतों से शुरू हो गया। विधायक राकेश पठानियाँ के दिशा निर्देशों के अनुरूप मंडल अध्यक्ष कुलदीप पाठक और प्रदेश युवा मोर्चा के सचिव भवानी पठानियाँ समूची विधानसभा में कातिल कोरोना के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर डटे रहेंगे और मास्क वितरण में अवश्य दिशा निर्देश देंगे। पार्टी की रीढ़ अर्थात बूथ अध्यक्ष, बूथ लेवल अधिकारी और बूथ पालक विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे । कड़ी में आज सुलयाली पंचायत में 2600 औन्द पंचायत में 1100 व ठेहड़ पंचायत में 2200 मास्क वितरित किये गए। विधायक राकेश पठानियाँ ने आहवान किया है कि सभी लोग मास्क पहनने व सामाजिक दूरी का पालन करना सीख लें क्योंकि अब हमे जीवन कोरोना के साथ ही जीना है और जरूरत इस बात की है कि अपनी रोग क्षमता को बढ़ाकर कोरोना को हमे हर हाल में मात देनी है। मास्क वितरण टीम में मंडल अध्यक्ष के अतिरिक्त सुदर्शन लाला, जोगिंदर सिंह, व मंडल सचिव वरुण पठानिया भी उपस्थित रहे।
कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ कि हिमाचल सरकार बसों का किराया डेढ़ गुना बढ़ाने पर विचार कर रही है। उन्होंने सरकार के इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि आम जनता खासकर गरीब तबका जो ज्यादातर बसों में सफर करता है करोना संकट से पहले ही आर्थिक और मानसिक रूप से त्रस्त है। लोगों को जीविका उपार्जन के लिए भी जूझना पड़ेगा। इस समय उन पर आर्थिक रूप से वोट डालना कहीं से भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि गांव से लोग रोज नौकरी करने शहरों या छोटे कस्बों की ओर जाते हैं किराए में वृद्धि होने से आमद का हिस्सा खर्च हो जाएगा तो कमएंगे क्या? उन्होंने कहा की यदि सोशल डिसटेंसिंग के कारण निजी आपरेटर बसो को वर्तमान किराए पर चलाने के लिए चिंतित हैं तो डीज़ल पर वैट कम करके निजी आपरेटरों को राहत दी जाए, साथ ही सालाना जमा होने वाले करों में भी कमी की जाए। उनका कहना है कि सरकार को किराया न बढ़ाकर इस संकट से उत्पन्न आर्थिक नुकसान को फिलहाल अपने ऊपर झेलना चाहिए न कि गरीब लोगों पर बोझ बढ़ाना चाहिए। गरीबों को अभी रोजगार सुचारू होने, आर्थिकी को पटरी पर लाने घर परिवार के भविष्य की चिंता से पार पाना है।
धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि कोविड-19 विश्वव्यापी महामारी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की तारीफ हो रही है। देश को कोविड-19 से बचाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार उत्कृष्ठ कार्य कर रही है, तो हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी के नेतृत्व में कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी से प्रदेशवासियों को बचाने के लिए सरकार दिन-रात लगी हुई है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बधाई के पात्र हैं। कोविड-19 महामारी से देशवासियों की जिंदगी को बचाने के लिए तीन चरणों के लोकडाउन के बीच करीब दो माह से देश में आर्थिक गतिविधियां बंद हैं। इससे देश और देशवासियों को आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है, लेकिन इस नुकसान से देशवासियों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई २० लाख करोड़ रुपये की आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस घोषणा के बाद मध्यम वर्ग को आत्मनिर्भर बनने के लिए सहायता मिलेगी। योजना से देश के गरीब नागरिक, श्रमिक, प्रवासी मजदूर, पशुपालक, मछुआरे, किसान, संगठित क्षेत्र व असंगठित क्षेत्र के व्यक्ति, काश्तकार, कुटीर उद्योग, लघु उद्योग मध्यमवर्गीय उद्योग, होटल तथा टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा। वहीँ पीएम मोदी राहत पैकेज से 10 करोड़ मजदूरों को लाभ होगा, एमएसएमई से जुड़े 11 करोड़ कर्मचारियों, इंडस्ट्री से जुड़े 3।8 करोड़ लोगों, टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़े 4।5 करोड़ कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। हिमाचल प्रदेश में अधिकतर लोग लघु, कुटीर और मध्यम उद्योगों से ही संबंध रखते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की इस घोषणा के बाद हिमाचलवासियों को खासा लाभ मिलेगा।
पंजाब से सटे हिमाचल के प्रमुख व्यापारिक कस्बे डमटाल में जम्मू-जालंधर हाईवे पर एक निजी बस हादसे का शिकार हुई है। हादसा डमटाल पुलिस थाना के तहत सघेड़ पुल के पास हुआ है। उत्तर प्रदेश की निजी दिल्ली से 18 विद्यार्थियों को जम्मू कश्मीर के कारगिल छोड़ने जा रही थी। सघेड़ पुल के पास बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस में ड्राइवर और कंडक्टर समेत कुल 20 लोग सवार थे। इनमें से 18 घायल हैं, जिनमें पांच की हालत गंभीर है। जानकारी के अनुसार, नियंत्रण खोने के बाद बस सीधा सड़क किनारे बने डिवाइडर को तोड़ते हुए बिजली के ट्रांसफार्मर से जा टकराई। 5 घायलों को इलाज के लिए पठानकोट के अस्पताल में भेज गया है। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। सभी विद्यार्थी लदाख के रहने वाले हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। थाना डमटाल के प्रभारी हरीश गुलेरिया ने बताया कि सूचना मिलते ही थानां डमटाल की टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए गए हैं। चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर बस कब्जे में ली गई है। डीएसपी नूरपूर डॉक्टर साहिल अरोड़ा ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है ।
पठानकोट से जसूर में कारोबार करने वाले दुकानदारों को अपना कोविड टेस्ट दिखाने के बाद ही क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने सोमवार को जसूर कस्बा के कारोबारियों के साथ अहम बैठक के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि कस्बा में सीमांत राज्य से जसूर में कारोबार करने वाले करीब 77 लोग हैं, चूंकि पठानकोट कोरोना संक्रमित जोन में होने के बाद सरकार के ही आदेश थे कि जो भी उक्त जगह से आएगा, वह अपनी टेस्ट रिपोर्ट प्रशासन को दिखा कर ही अंदर आ सकता है। पठानिया ने कहा बैठक में अधिकांश लोगों का मत था कि पठानकोट से जसूर में कारोबार करने वाले दुकानदारों को प्रशासन के मानकों पर सही उतरने के बाद ही प्रवेश दिया जाए। इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। पठानिया ने कहा कि कुछ लोग बिना वजह मामले को तूल देने में जुटे हुए हैं और बतौर विधायक होने के चलते मुझे बेवजह इस विवाद में घसीटा जा रहा है। पठानिया ने कहा जो भी कारोबारी औपचारिकता पूरी कर कस्बा में अपनी दुकान खोलता है, उसका स्वागत है। लेकिन उसे प्रतिदिन आवागमन की अनुमति कतई नहीं दी जाएगी, बल्कि कस्बा में रहकर ही लाकडाउन का पालन करना होगा। बकौल पठानिया इस वक्त नूरपूर क्षेत्र में करीब 6600 लोग बाहरी राज्यों से आए हैं, जिनकी निगरानी के लिए दिन रात प्रशासन जुटा हुआ है और उसी का परिणाम है कि क्षेत्र में कोई भी कोरोना संक्रमित केस नहीं है। ऐसे में सुरक्षा की लिहाज से ऐसा कोई भी कदम नही उठाया जाएगा, जिससे क्षेत्र का सुरक्षा घेरा टूटे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि संकट की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन की समस्या बढ़ाने की बजाय सहयोग करें, ताकि इस जंग को मिलकर जीता जा सके।
एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया है कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से पिछले दिनों में नूरपुर उपमंडल के अंतर्गत 2734 लोग बाहरी राज्यों अथवा जिलों से ग्रीन और येलो पास के माध्यम से अपने-अपने घरों में पहुंचे है। उन्होंने बताया कि इस पास सुविधा के तहत प्रशासन द्वारा जिन लोगों को 28 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रखा गया हैं, उन्हें क्वारंटाइन प्रोटोकॉल के तहत निर्धारित सभी मानदंडों को घर में रह कर पूरी तरह अपनाना होगा। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग यदि घरों से बाहर निकलने की कोशिश करेंगे तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने होम क्वारंटाइन किए गए लोगों को आगाह किया है कि वे घरों से बाहर न निकलें। अगर कोई व्यक्ति बाहर घूमते पाया जाता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ उसे 28 दिनों तक इंस्टिटूशनल क्वारंटाइन में भेजा जाएगा।
जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां रेलवे स्टेशन से कुछ दूर रेलवे लाइन के पास एक अज्ञात व्यक्ति की आधी जली हुई लाश मिलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है। मौके पर पंहुचे रेलवे पुलिस के अधिकारी दिनेश कुमार ने कहा कि मामले की छानबीन जारी है तथा लाश की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। यह भी तथ्य जुटाए जा रहे हैं कि इसकी हत्या हुई है या कोई और मामला है फोरेंसिक टीम मौके पर पंहुच कर जांच करेगी।
आज पूरा देश कोरोना जैसी भयंकर महामारी से जूझ रहा है। देश में सारे काम धंधे ठप पड़े हैं लेकिन अवैध धंधे करने वालों को इससे कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दे रहा, ऐसा ही एक मामला जिला कांगड़ा के थाना शाहपुर के अंतर्गत आया है। थाना प्रभारी हेमराज उनकी टीम ऐसे लोगों पर अपने तरीके से नजर गड़ाए हुए हैं बता दें कि बीते दिनों भी इसी थाना के अंतर्गत एक व्यक्ति को भुक्की के साथ रंगे हाथों पकड़ा था और अब थाना प्रभारी हेम राज व उनकी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर निखिल कुमार गांव व डाकघर रेलू के घर पर रेड के दौरान 15000 मिलीलीटर देसी मारका शराब पकड़ी है।
नूरपुर उपमंडल के लँगलाहड़ गांव के निवासी व युवा करनी सेना के हिमाचल प्रदेश के आई टी संयोजक एकलव्य सेन की पहचान प्रदेश ही नही अपितु माया नगरी तक एक फ़िल्म मेकर व रंगकर्मी की है। एकलव्य सेन अब तक 27 शार्ट मूवी, 40 म्यूजिक वीडियो व 22 नाटकों का सफल निर्देशन कर चुके है। रिवाज जैसी पुरस्कृत शार्ट मूवी के निर्देशक, पटकथा लेखक एकलव्य सेन ने अभी हाल ही में ' सफर एक मेरा, गाने के द्वारा गायकी में कदम रखा तो लोगों ने उन्हें सिर आंखों पर बिठा लिया। यूट्यूब पर इनके इस गाने को 2 सप्ताह में ही अब तक 14 हजार से अधिक व्यूअर मिल चुके है। देश मे जब कोरोना का संकट आया तो संवेदनशील एकलव्य जुट गया लोगों को जागरूक करने ताकि कोरोना महामारी प्रदेश में लोगों की जीवन लीला को न लील सके ।
कोरोना महामारी के चलते देशभर में कर्फ्यू लगाया गया है। इसी बीच हिमाचल प्रदेश के जिला काँगड़ा के जिलाधीश राकेश प्रजापति ने बहुत दिनों से कटाई और गहाई के कार्य को लेकर परेशान किसानों के हित में राहत भरी खबर सुनाई गई है। इस संबंध में कांगड़ा के जिलाधीश राकेश प्रजापति ने फसल की कटाई व गहाई के कार्य को तीन चरणों में विभाजित किया है प्रथम चरण बिकास खंड इंदोरा, नूरपुर फतेहपुर और नगरोटा सुरियाँ मे 15 अप्रैल से, दूसरे चरण में परागपुर, रैत, देहरा व काँगड़ा 20 अप्रैल तथा तृतीय चरण में नगरोटा बगवां, धर्मशाला, भवारना, पंचरुखी, लंबागांव, बेडू महादेव को बैजनाथ में 25 अप्रैल से प्रारंभ किया जाएगा तथा अंतिम चरण में आलू की फसल निकालने का कार्य अप्रैल के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा। फसल कटाई का कार्य प्रात 9:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक किया जाएगा। लेकिन गेंहू की गुहाई को लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें अभी से स्पष्ट दिख रही है। बजह साफ है कृषि उपकरण जैसे थ्रैशर, ट्राली ट्रेक्टर आदि की मरम्मत । इस समस्या का समाधान करते हुए कांगड़ा जिलाधीश राकेश प्रजापति ने बताया कि जिला कांगड़ा के हर विकास खंड की दो दुकानें ट्रैक्टर व थ्रेैशर मरम्मत के लिए खुली रखने के आदेश दिए है लेकिन किसानों का मत हैं कि यह पर्याप्त नही है।
एक तरफ देश में कोरोना महामारी का कहर जिसके चलते पूरे देश में कर्फ्यू लगाया गया है तो दूसरी ओर अवैध धंधा करने वाले लोग भी अपने काले धंधे को विराम नहीं दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कांगड़ा जिला के पुलिस थाना फतेहपुर की चौकी रैहन के अंतर्गत आया है। नायब तहसीलदार फतेहपुर सुरेश शर्मा की अगुवाई में, पुलिस चौकी रैहन के प्रभारी हंसराज, इंद्रजीत व उनकी टीम ने शनिवार को एक गुप्त सूचना के आधार पर नेरना, नकोदर गोलबां आदि स्थानों पर दविश दी और 10,000 लीटर कच्ची लाहण और शराब बनाने की भट्टियाँ नष्ट की। पंचायत नेरना से एक ड्रम, नकोदर से तीन, गोलबां पंचायत में 4 ड्रम नष्ट किए ताकि वे फिर ऐसा धंधा न कर पाए। चौकी प्रभारी हंस राज ने इन बंगाली परिवारों को कड़ी चेतावनी भी दी कि वे संकट की इस घड़ी में प्रशासन का साथ दें।
नूरपुर विकास खण्ड के अंतर्गत पंधरेड पंचायत के युवा प्रधान, सनातन हिन्दू वाहिनी के युवा प्रदेश अध्यक्ष व बन्द पड़े सरकारी स्कूल को फिर से खोलकर उसे निजी स्कूलों के तुल्य बनाकर चर्चा में आए सिकन्दर राणा की पहचान एक विकासप्रिय प्रधान की बन चुकी है। पंधरेड पंचायत के विकास की एक झलक उसके आलीशान पंचायत घर को देखने से ही पता चल जाती है। चिट्टे के खिलाफ जंग छेड़कर व युवाओं के लिए एक बहुत ही बढ़िया खेल का मैदान बनाकर चर्चा में आए प्रधान सिकन्दर राणा कोरोना वायरस को लेकर भी बहुत संवेदनशील है। पंधरेड पंचायत को सेनेटाइज कर और मास्क बांटने के बाद अब वह लोगों को कर्फ्यू का पालन करने को लेकर जागरुक कर रहे है।
टांडा अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्टाफ की कठिन तपस्या की बदौलत ठीक हो रहे हैं। कोरोना वार्ड में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी दिन-रात 24 घंटे कठिन ड्यूटी दे रहे हैं। डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ 24 घंटे में तीन शिफ्टों में ड्यूटी देते हैं। एक शिफ्ट में तीन डॉक्टर और तीन नर्सें होती हैं, जिनकी लगातार आठ घंटे ड्यूटी होती है। लेकिन, कोरोना वार्ड में पॉजिटिव मरीजों का इलाज करते समय डॉक्टरों और नर्सों के लिए यह आठ घंटे की ड्यूटी बेहद कठिन होती है। इन आठ घंटों के दौरान कुछ भी खा-पी नहीं सकते हैं। ड्यूटी इतनी कठिन होती है कि डॉक्टर और नर्सें लघु शंका के लिए शौचालय तक नहीं जा सकते। उन्हें लगातार मरीजों की देखभाल करनी होती है। डॉक्टरों और नर्सों के लिए आठ घंटे की ड्यूटी इतनी कठिन इसलिए हो जाती है क्योंकि कोरोना वार्ड में जाने से पहले उनको पीपीई किट (पर्सनल प्रोटेक्शन एक्युपमेंट) पहननी पड़ती है। एक बार पीपीई किट पहनने के बाद इसे ड्यूटी के दौरान खोला नहीं जा सकता। ऐसा होने पर संक्रमण से ग्रसित होने का खतरा बन जाता है। इसलिए 8 घंटे तक डॉक्टर और नर्सें पीपीई किट पहनने के दौरान कोई भी खाद्य पदार्थ और जल ग्रहण नहीं कर पाते हैं। न ही शौच तक जा पाते हैं। टांडा अस्पताल के कोरोना वार्ड में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी अपने परिवार से 21 दिन से पहले नहीं मिल पाते हैं। रोजाना आठ घंटे की ड्यूटी करने के बाद डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ के रहने के लिए टांडा अस्पताल प्रबंधन ने अलग से व्यवस्था की है। कोरोना वार्ड में स्टाफ का ड्यूटी रोस्टर सात दिन का रहता है। सात दिन ड्यूटी देने के बाद डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ को 14 दिन के आईसोलेशन के लिए एकांत स्थान पर भेज दिया जाता है। फिर 21 दिन बाद डॉक्टर, नर्सें और अन्य स्टाफ अपने परिवार से मिल पाते हैं। टांडा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. भानु अवस्थी ने कहा कि कोरोना वार्ड में ड्यूटी का रोस्टर सात दिन का होता है। सात दिन बाद स्टाफ को 14 दिन के क्वारंटीन पीरियड पर भेजा जाता है। 21 दिन बाद स्टाफ अपने परिवार से मिल पाता है। आठ घंटे की ड्यूटी के दौरान पीपीई किट नहीं खोलने का नियम है। यह गाइडलाइंस स्वास्थ्य विभाग की हैं।
जन सेवा के प्रत्येक कार्य में आगे रहने वाली संस्था हिमोत्कर्ष साहित्य संस्कृति एवं जनकल्याण परिषद जोकि किसी भी सामाजिक व जनकल्याण कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह संस्था वास्तविक रूप से ऊना की एक संस्था है। जन सेवा में आगे रहने वाली इस संस्था के नूरपुर इकाई के अध्यक्ष मनोहरलाल कौंडल के द्वारा एसडीएम नूरपुर डॉक्टर सुरेंद्र ठाकुर को कोरोना पीड़ितों का इलाज कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिस कर्मियों की सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए 30 पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किटस भेंट की गई जिससे कि इस महामारी के चलते काम कर रहे सभी कर्मचारियों का मनोबल बना रहे । इस किट में ओवरऑल कोट 95 मास्क, सर्जिकल ग्लव्ज, आदि अनिवार्य सामग्री है जो कोरोना से लड़ने के लिए बहुत शनिवारी है। इस अवसर पर नूरपुर ब्लड डोनर क्लब के अध्यक्ष राजीव पठानिया भी शामिल रहे। एस डी एम सुरिंद्र ठाकुर ने हिमोत्कर्ष संस्था व मनोहर लाल कौंडल का दिल की गहराइयों से आभार जताया।
एक तरफ प्रदेश में कोरोना का कहर दूसरी तरफ अवैध धंधे में लिप्त लोग भी कोई मौका नही छोड़ना चाहते। वाकया है शाहपुर थाना के अंतर्गत सिहुंआँ गांव का। शाहपुर थाना प्रभारी हेमराज के नेतृत्व में हेडकांस्टेबल सुनील कुमार व कांस्टेबल रमेश सिंह ने नरेंद्र पुत्र जगनन्नाथ की सिहुंआँ स्थित दुकान में दविश दी तो तलाशी के दौरान उससे 5 किलो 368 ग्राम भुक्की और 519600 रुपये नगद बरामद किए। शाहपुर थाना प्रभारी हेमराज ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नरेंद्र के खिलाफ नारकोटिक ड्रग एक्ट 1985 की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उसे आज धर्मशाला न्यायलय में पेश किया गया।
सरकार द्वारा पूरे देश में कोरोना वायरस के चलते 21 दिन का कर्फ्यू लगाया गया है जिसके तहत विद्यार्थियों को पढाई से सम्बंधित विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन्ही दिक्कतों से निजात पाने के लिए दिल्ली कान्वेंट स्कूल द्वारा अपने स्कूली विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से पढ़ाई करवाई जा रही है। इसका शुभारंभ 28 मार्च को ही अध्यापक एवम स्कूल प्रशासन द्वारा कर दिया गया है जिसमें छात्रों को अध्यापक द्वारा लेसन प्लान साथ ही वीडियो भी भेजी गई हैं। इस दौरान छात्रों को पढ़ने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। वहीं बताते चलें कि क्षेत्र में सबसे पहले इस मुहिम को शुरू करने वाला डीसीएस क्षेत्र में प्रथम विद्यालय बन गया है। विद्यालय की चारों ब्रांच सुनहेत, जवालाजी, अम्ब, सुरानी में ऑनलाइन कक्षा शुरू कर दी गयी हैं। स्कूल प्रबंधक डॉक्टर प्रवीण राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया को कोरोना वायरस के चलते छात्रों की पढ़ाई पर असर न पड़े इसके तहत ही स्कूल प्रशासन द्वारा सत्र 2020-2021 की पढ़ाई ऑनलाइन शुरू कर दी गयी है। वहीं बताया कि जल्द ही दिल्ली कॉन्वेंट स्कूल ऑनलाइन कक्षा के मामले में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है जिसमें अध्यापक वर्ग घर पर ही कक्षा को संचालित करेगा। बच्चे ऑनलाइन के माध्यम से लाइव कक्षाएं ले पाएंगे। इस अभ्यास के तहत कक्षाओं के पश्चात प्रश्रोत्तरी कार्यकम छात्रों की तरफ से आमंत्रित किये जाएंगे जिसका जवाब अध्यापक वर्ग साथ में ही मुहैया करवाएगा। क्या कहते हैं छात्रों के अभिभावक.... जवालाजी से अभिभावक रितु शर्मा जिनका बच्चा डीसीएस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहा उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किया जा रहा है ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से छात्रों की पढ़ाई सुचारू रहेगी । दिल्ली कान्वेंट स्कूल अध्यापक वर्ग का संदेश डीसीएस स्कूल के अध्यापक गुंजन, रश्मि, सुरेश, निशित इत्यादि ने बताया कि स्कूल प्रशासन पूर्ण रूप से बच्चों की पढ़ाई से सम्बंधित फैसले ले रहा है साथ ही बच्चों को उनके द्वारा ऑनलाइन पढाई करवाई जा रही है ।
कोरोना ने जब कांगड़ा में दस्तक दी तो कांगड़ा देश का पहला जिला बना जिसने कोरोना की गम्भीरता को पहचाना और समूचे जिले में कर्फ्यू लगा दिया। इसके परिणाम भी सकारात्मक निकले लेकिन प्रशासन अभी भी किसी प्रकार की ढील नही कर रहा। कांगड़ा पुलिस गांव गांव तक दस्तक दे रही है और कर्फ्यू का उलंघन करने व अफवाहें फैलाने वालों पर कानून के तहत शिकंजा कस रही है। कांगड़ा पुलिस ने धर्मशाला देहरा पालमपुर में ड्रोन के द्वारा तीसरी नजर का पहरा भी बिठा रखा है। प्रशासन की सख्ती के परिणामस्वरूप कांगड़ा में लोगों में शोशल डिस्टेन्स की आदत बन रही है।
कोरोना के खिलाफ जंग ए आजादी का ऐलान कर चुके नूरपुर के विधायक राकेश पठानियाँ ने अपनी विधायक निधि से हिमाचल प्रदेश की पहली स्टीम वैपोराइज़्ड सैनिटाइजर मशीन को सिविल हॉस्पिटल नूरपुर को समर्पित किया। इस मौके पर उन्होंने खुद इसका डेमो दिया और अस्पताल परिसर में डॉक्टरों व नूरपुर के एस डी एम सुरेंद्र ठाकुर को अपने हाथों से इस मशीन से सेनेटाइज किया। उन्होंने कहा कि आज से अस्पताल के अंदर आने जाने वालों व पूरे हॉस्पिटल को sanitize किया जाएगा। इस मशीन के भापयुक्त सैनिटाइजर का छिड़काव से न तो कपड़े गीले होंगे व न ही चमड़ी को किसी प्रकार का नुकसान होगा। इस मशीन के लगने से मरीज और डॉक्टर के बीच इलाज़ के दौरान घबराहट व भय भी खत्म हो जाएगा । उन्होंने कहा वे शीघ्र टांडा में भी ऐसी मशीनें भेजेंगे ताकि हमारे मेडिकल स्टाफ बिना भय के कोरोना के खिलाफ जंग लड़ सके। विधायक के इस कार्य की समूचे उपमंडल में चर्चा हो रही है । इससे पूर्व भी राकेश पठानियाँ नूरपुर ही नही चम्बा तक सेनेटाइजर बांट कर अपनी संवेदनशीलता का परिचय दे चुके है । अब तो उनके विरोधी भी यह कहने लगे हैं - " यार, यह बन्दा है तो विंदास "
“गैया खाये साल में जितने का आहार उस से दस गुण मोल के देती है उपहार" धर्मशाला से सराह गौशाला में पिछले दिनों चारे को लेकर कई दिक्कतें आ रही थी। जब पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा को इन दिक्कतों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने तुरंत ही उनके संपर्क में जो समाज सेवी संस्थाएं थी उनसे चर्चा की। जिसके बाद यूनाइटेड यूथ ऑफ मॉडर्न इंडिया (UYMI) और स्वामी रामानंद ट्रस्ट संसाल (Swami Ramananda Trust Sansal) ने 100 बोरी फ़ीड सराह गौशला के लिए, 20 बोरी फ़ीड कांगडा गौशाला के लिए और 1800 किलोग्राम हरा चारा सराह गौशाला के लिए भेजने का निर्णय लिया है। इसके अलावा पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने निजी स्तर पर भी तूड़ी व हरे चारे का प्रावधान करने का निर्णय लिया है।
संगठनात्मक जिला नूरपुर के भाजपा के जिला महामंत्री रणवीर सिंह निक्का ने कोरोना राहत कोष कांगड़ा में 51 हजार रुपये दान के रूप में दिए है । रणवीर सिंह ने कहा है कि यह एक राष्ट्रीय आपदा है और हम सभी को आगे बढ़कर जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए । उन्होंने लोगो से अपील की है कि इस राष्ट्रीय आपदा के समय सभी सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें और कोरोना को हराने के लिए घर पर ही रहे । उन्होंने लोगों का आहवाहन करते हुए कहा कि वे सरकार का सहयोग करें क्योंकि इस वायरस के लिए अभी तक कोई वेकसीन नही बनी है अतः लॉक डाउन का पालन करना ही इसका उपचार है।
प्रज्ञा आश्रम बाघनी के संचालक स्वामी वेद प्रकाश और नूरपुर ब्लड डोनर क्लब के प्रधान राजीव पठानियाँ की अगुवाई में वीरवार को फिर 15 रक्तदानी जरूरतमंदों के लिए फरिश्ता बनकर आए। पंजाब व हिमाचल में कर्फ्यू लगा हुआ था और फिर पठानकोट का ब्लड बैंक खाली हाथ था, लेकिन जब हौसले बुलन्ध हो और इरादों में जान हो तो रास्ते खुद ही निकल आते है। नूरपुर के एस डी एम सुरिंदर ठाकुर फिर मार्गदर्शन की मशाल लेकर सामने आए। रक्तवीरों को कर्फ्यू पास जारी किए और चल पड़े रक्तवीर अपनी मंजिल की ओर। पंजाब सीमा में प्रवेश कर सिविल अस्पताल पठानकोट पहुँचे तो जरूरतमंद मरीजों को लगा जैसे फरिश्ते खुद उनके पास आ गए है। 15 रक्तवीरों ने रक्तदान किया व अस्पताल प्रशासन ने राजीव पठानियाँ व रक्तवीरों का तहेदिल से आभार जताया जबकि मरीजों व उनके परिजनों ने ढेरों आशीष दिए।
प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में कोरोना कर्फ्यू के कारण कोई व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिए व्यापक प्रबंध कीए गए है। जिले में जरूरतमंद व अप्रवासी मजदूरों की किसी भी वस्तु की आवश्यकता हो तो वे तत्काल सम्बंधित अधिकारियों से सम्पर्क कर सकते है। जिले के 14 उपमंडल के लगभग 36 अधिकारियों को इस बाबत तैनात किया गया है। उक्त अधिकारियों में इंस्पेक्टर, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त कुछ अन्य अधिकारी भी सहयोग करने को लगाए गए है। जिलाधीश कांगड़ा राकेश प्रजापति ने इसके लिए व्यापक प्रवन्ध किये है और उक्त अधिकारियो की जबाबदेही सुनिश्चित की है।
जिला कांगड़ा के एस पी विमुक्त रंजन ने बताया कि जिला काँगड़ा में आज तक 32 FIR दर्ज की जा चुकी हैं, जिसमे 2 वर्ष के कारावास का प्रावधान है। याद रखें कि कर्फ्यू के उल्लंघन करने पर आपके खिलाफ F।I।R दर्ज की जाएगी। उन्होंने यह जानकारी देते हुए कहा कि पहली अप्रैल को जो लोग कोरोना वायरस या कर्फ्यू बारे झूठी अफवाह फैलाएंगे उनके खिलाफ कानूनी करवाई की जाएगी। ज्ञात रहे कि पहली अप्रैल को लोग प्रायः झूठ बोलकर दूसरों को अप्रैल फूल बनाते है लेकिन इस बार ऐसा करना कानूनी जुर्म माना जाएगा।