कोरोना वायरस के संकट में देशभर के तमाम डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व अन्य स्वास्थ्य कर्मी अपनों से दूर होकर एक सैनिक की तरह मोर्चे डटे हुए हैं। उपमंडल नूरपुर के जौंटा क्षेत्र के गांव अमनी का 30 बर्षीय डाॅक्टर मनोज कुमार भी चार माह से बिना छुट्टी किए चंडीगढ़ स्थित अस्पताल में निरंतर आपात सेवा दे रहे हैं। डॉक्टर मनोज ने एक भी छुट्टी नहीं की है। परिवार को भी संकट के समय में बेटे की इस सेवाभाव पर गर्व है। हालांकि इस दौरान घर में उनकी मां का अचानक स्वास्थ्य बिगड़ गया और वह कुछ दिन बेहद नाजुक हालत में रहीं। इस दौरान स्वजनों ने मनोज को घर आने के लिए कहा लेकिन मनोज ने कहा कि एक डाक्टर होने के नाते इस समय संकट से झूझ रहे लोगों को मेरी जरूरत है, इसलिए मैं घर नहीं आ सकता। मनोज की माता वीना देवी ने बताया वह लगातार मेरे स्वास्थ्य की जानकारी भी लेता रहा और बराबर दवाओं के बारे में भी अवगत करवाता रहा। वीना देवी के अनुसार यह बेटे की सेवाभाव का ही फल है कि अब मैं भी बिल्कुल स्वस्थ हूं। बकौल वीना उसे अपने बेटे पर गर्व है कि घर में मां के गंभीर रूप से बीमार होने के बाबजूद बेटे ने अपना फर्ज निभाते हुए चडीगढ़ में लोगों की सेवा में लगा रहा।
जल जीवन मिशन, हर घर में जल, हर घर में नल के तहत 40 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट लेकर आए जवाली के विधायक अर्जुन ठाकुर कई वर्षों से पानी काे तड़प रही काेटला उपमण्डल की 14 पंचायतें काेटला, त्रिलाेकपुर, जाेल, भाली, सिहुणीं, कुठेड़, जांगल, नढाे़ली, साेलधा, डाेल पधर, बेहीपठियार, काेठीवण्डा, ठेहडू, आंवल की 60 हजार से ज्यादा की आबादी आने वाले समय में पानी की किल्लत से मुक्त हो जाएगी। जल जीवन मिशन के तहत आईपीएच मंत्री और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लोकसभा चुनाव के वक्त जवाली के विधायक अर्जुन सिंह ने विशेष मांग की थी जो अब पूरी हुई है।14 पंचायतों के लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, आईपीएच मंत्री और जवाली के विधायक अर्जुन सिंह ठाकुर का इस प्रोजेक्ट योजना को घर-घर तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद किया।
यहाँ कोरोना महामारी के इस दौर में जिला काँगड़ा के उपमंडल नूरपुर की एक संस्था युथ ऑफ नूरपुर अगेन्ट्स ड्रग्स ने सुरक्षाकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मचारियों को खाना उपलब्ध करवाया। वहीँ इस संस्था के द्वारा नूरपुर के सफाई कर्मचारियो को सम्मानित किया गया। सफाई कर्मचारियों को मास्क व सेनिटाइजर दिए गए तथा उन पर पुष्प वर्षा की गई। युथ ऑफ नूरपुर अगेन्ट्स ड्रग्स के अध्यक्ष रवि मेहरा ने बताया कि इन सफाई कर्मचारी योद्धाओं को सम्मानित किया गया। रवि ने बताया कि टीम के सचिव मुनीश घई ने सेनिटाइजर दिए। रवि मेहरा ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि इन कोरोना योद्धाओं को सरकार नियमित करने के बारे में विचार करें। इनको मिलने वाले वेतन की भी बढ़ोतरी की जाए। इस मौके पर प्रशांत गुलेरिया, अमित कुमार, रिशू पठानिया व शुभम आदि मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश वन्य जीव बोर्ड की बैठक हिमाचल प्रदेश सचिवालय परिसर में हुई जिसकी अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की। इस बैठक में बन मंत्री गोविंद ठाकुर, ज्वाली के विधायक अर्जुन ठाकुर व वभाग के सचिव व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में वन्य प्राणियों के सरंक्षण, जन दुविधाओं तथा विकास कार्यों को साथ साथ चलाए रखने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में पूंजी बांध सहित अन्य सेंचरी एरिया के निवासियों की समस्याओं को सुलझाने बारे भी विस्तृत चर्चा हुई। ज्ञात रहे कि सेंचुरी एरिया में पौंग बांध का हिस्सा बहुत अधिक है और इसमे में भी पौंग बांध का एक बड़ा हिस्सा ज्वाली विधानसभा के अंतर्गत आता है। ज्वाली विधानसभा में समलाना गांव से लेकर वरयाल तक पौंग झील एक विशाल भूखंड में फैली है। इसीके मद्देनजर विधायक अर्जुन ठाकुर ने सेंचुरी एरिया के किनारे बसने बाले लोगो की समस्याओं को बैठक में जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने सुझाव रखा कि पौंग के किनारे खाली भूमि पर लोगो को खेती करने की इजाजत दी जाए। इससे एक तो प्रदेश में भारी मात्रा में खाद्यान उपन्न होगा जबकि लोगों को रोजगार भी मिलेगा और मेहमान परिंदों को भोजन भी प्राप्त होता है। उन्होंने बेटलेंड एरिये व रेंजर टापू को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का भी आग्रह भी किया। विशेषकर नगरोटा सुरियाँ को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए उन्होंने वहां पर अत्याधुनिक वोट डालने का भी सुझाब रखा। विधायक अर्जुन ठाकुर ने बताया उन्हें विश्वास है कि हम वेटलैंड एरिया की सभी समस्याओं का शीघ्र हल करेंगे ।
नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने नुरपुर के अस्प्ताल में कोरोना टेस्ट के लिए 12 लाख रुपये मूल्य की एक नई मशीन अस्पताल प्रशासन को समर्पित की। कोरोना जांच की इस टरनेट मशीन से 30 मिनट में ही कोरोना की रिपोर्ट आ जाती है। विधायक राकेश पठानियाँ ने कहा कि एक तरफ कोरोना की जंग में हमारे अग्रणी योद्धाओं को इस मशीन से लाभ होगा वहीं लोगों को भी इस मशीन से बहुत लाभ मिलेगा। इस अवसर पर विधायक राकेश पठानियाँ ने नूरपुर अस्पताल में 2.5 करोड की लागत से बन रहे नए एमरजेंसी वार्ड का भी निरीक्षण किया और इस वार्ड को 3 महीने के अंदर बनाने का आदेश दिया और उन्होंने तय समय मे ही इस अस्पताल को जनता को समर्पित करने का भी भरोसा दिया। इस अवसर पर उन्होंने मरीजों का कुशलक्षेम भी पूछा और तीमारदारों से अस्पताल बारे और उनकी समस्याओं बारे बातचीत भी की। इस अवसर पर नूरपुर के एस डी एम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर और एस एम ओ दिलबर सिंह और अन्य भाजपा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
नुरपुर कांग्रेस ने शुक्रवार को गलवान घाटी में हुए शहीद सैनिको के सम्मान में श्रदांजलि कार्यक्रम का आजोजन किया जिसमें जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नुरपुर मुख्यरूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर शहीदों के सम्मान के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। अजय महाजन ने कहा कि हमे अपने सैनिको पर गर्व है और उन्ही की वजह से हम सुरक्षित है। उन्होनें कहा कि हमारी तीनो ही सेनाएं हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम हैं और किसी भी दुश्मन में इतनी हिम्मत नही कि हमारी एक इंच भी जमीन का वह अतिक्रमण कर सके। उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों में हिमाचल के हमीरपुर से भी एक शहीद ने शहादत पाई है। उन्होंने हिमाचल सरकार से अपील की है कि वे भी शहीद के परिजनों को पंजाब की तर्ज पर 50 लाख रुपए व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे। इस अवसर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षक सुशील मिंटू , पूर्व ब्लॉक समिति अध्यक्ष सन्देश डडवाल बलदेव पप्पी व शाम सिंह मौजूद रहे।
ज्वाली के विधायक अर्जुन सिंह ने विकास खंड नगराेटा सूरियां की 11 पंचायतों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि आखिरी पंक्ति में बैठे गरीब, बेरोजगार व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं की जानकारी व लाभ पहुंचाना हम सबकी जिम्मेवारी बनती है ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि 14वां वित्तायोग जब से शुरू हुआ है तब से आज तक इन पंचायतों काे प्रति पंचायत के हिसाब से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के सहयोग से लाखों रुपए सीधे हर पंचायत काे विकासत्मक कार्याें के लिए और मनरेगा में भी लाखों रुपए के विकास कार्य पंचायतों में हुए हैं। उन्होंने कहा जितना पैसा दिया जा रहा है अगर इसका सही तरीके से प्रयोग हाे तो काेई भी कार्य ऐसा नहीं जाे नहीं हो सकता। उन्होंने पंचायत सचिवाे काे आदेश दिए की आखिरी पंक्ति में में बैठे ब्यक्ति तक अगर योजनाएं पहुंचनी है तो उसमें पंचायती राज का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं जैसे एक बीघा योजना, जिसमें महिला सैल्फ हैल्प ग्रुपों काे बागवानी, पाैधाराेपण जैसी याेजनाएं जिसमें 10 मरले जमीन पर 1लाख तक के कार्य; मनरेगा समग्र राेजगार विकास योजना जिसके तहत आज की परिस्थितियों के कारण बेरोजगार हुए युवाओं को रोजगार देने के लिए वाटर टैंक, वर्षा जल संग्रहण टैंक, पाैधाराेपण, उपजाऊ भूमि काे कटाव से बचने के लिए भूमि समतलीकरण जैसे 17 कार्य जिनमें बिना शैल्फ पास किए बेरोजगाराे काे राेजगार व गांव का विकास हाे के उद्देश्य से शुरू की गई योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने पंचायत सचिवों को निर्देशित किया कि इन सरकारी योजनाओं की जानकारी हर नागरिक तक पहुंचाने की शुरुआत करें। इस दौरान खंड विकास अधिकारी ओशिन शर्मा, svpo राज कुमार, नरिद्र कुमार वरिष्ठ सहायक, जे.ई ब्लाक सुशील कुमार, रंजना, विश्वास गुलेरिया, व पंचायत सचिव मौजूद रहे। इस दौरान विधायक अर्जुन सिंह ने विकास खंड नगराेटा सूरियां काे कोविड-19 कि जांच के लिए थर्मल स्कैनर उपलब्ध करवाए।
जिला कांगड़ा पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाये गये अभियान के तहत थाना डमटाल की पुलिस टीम ने गश्त के दौरान भदरोया के पास के गाड़ी न0 HP 33B 8550 PUNTO में बैठे तीन लड़को व एक लड़की से 8.38 ग्राम हेरोइन व 1102 नशीले कैप्सूल बरामद करने में सफलता हासिल की। आरोपियों पर थाना डमटाल में मुकद्दमा अंडर सेक्शन 21,22 of NDPS Act दर्ज थाना किया गया। आरोपियों की पहचान शिदान्त ठाकुर पुत्र नरदेव सिंह गांव मदेच डाकघर द्रमन तहसील शाहपुर जिला कांगड़ा, अभिशान्त पुत्र अनेक सिंह VPO द्रमन तहसील शाहपुर जिला कांगड़ा, रजत कुमार पुत्र स्वर्ण सिंह गांव परेही डा भजरेहड़ तहसील शाहपुर जिला कांगड़ा व चौथी लड़की की पहचान रीना (काल्पनिक नाम) चेतडु जिला कांगड़ा हि.प्र उम्र 23 साल के रूप में हुई है। एस पी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस आगामी करवाई अमल में ला रही है।
वाकया जिला काँगड़ा के नूरपुर की पंचायत बरंडा का है जहाँ एक बच्ची, जिसकी उम्र लगभग 16 बर्ष है ने आरोप लगाया था कि स्वर्ण सिंह जिसकी उम्र लगभग 50 वर्ष है, ने उससे छेड़-छाड़ की है। इस बात की शिकायत लड़की द्वारा पुलिस को किए जाने पर पुलिस ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी, लेकिन स्वर्ण सिंह का कोई पता नहीं चल पा रहा था कि वह कहाँ है। तभी दो दिन के बाद स्वर्ण सिंह को एक पेड़ से मृत अवस्था में लटका पाया गया। बता दें कि स्वर्ण सिंह की दो बेटियां और एक बेटा है। कहा जा रहा है कि समाजिक लज्जा के कारण उन्होंने आत्महत्या की है लेकिन अभी तक इसका खुलासा पूर्ण रूप से होना शेष है। उक्त व्यक्ति का शव अभी नूरपुर अस्पताल में रखा गया और उसे बुधवार को ही पोस्ट मोर्टेम के लिए टांडा भेजा जाएगा। बरंडा पंचायत प्रधान ने बताया कि उन्होंने पूर्वकाल में स्वर्ण सिंह के बारे में ऐसा कभी नहीं सुना था।
जीवन में आगे बढ़ने का अवसर सबको मिलता है परन्तु कुछ ही ऐसे लोग होते हैं जो अवसरों का उपयोग कर सफलता प्राप्त करते हैं। कांगड़ा जिला के तहसील शाहपुर का एक गांव है दुरगेला, यहीं रहते हैं प्रगतिशील, मेहनतकश और क्षेत्र के लिए अनूठी मिसाल बने बागवान कर्म चन्द। 2008 में सीआरपीएफ से सेवा निवृत हुए कर्म चन्द ने घर पर आने के बाद कुछ समय तक अपनी जमीन पर पारम्परिक खेती-बाड़ी जैसे कि मक्की, गेहूं इत्यादि की खेती की। लेकिन मन में चाह थी कि कुछ हटकर किया जाए। लगभग तीन वर्ष पूर्व उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क किया तथा सेब का बगीचा लगाने सम्बन्धी जानकारी ली। फिर कर्म चन्द ने लगभग आठ कनाल भूमि पर सेब के 500 पौधे लगाए। कर्मचंद व उनके परिवार की मेहनत और बागवानी विभाग के विशेषज्ञों द्वारा समय समय पर दी गई जानकारी रंग लाई। आज की तारीख में कर्मचंद के बगीचे में सेब पूरी तरह से तैयार हैं और सबसे खास बात यह है कि उन्होंने अपने सेब के बगीचे में किसी तरह का रसायन प्रयोग नहीं किया है। यह सेब पूरी तरह से ऑर्गेनिक हैं। कर्म चन्द का कहना है कि वह अब तक लगभग दो से तीन किवंटल सेब बेच चुके हैं। लोग उनके घर द्वार आकर ही सेब खरीद कर ले जाते हैं। वे बताते हैं कि आसपास के बाजार में ही इनको बेचा जा रहा है। दुकानदार उनके पास आकर उनके घर से ही सेब खरीद कर ले जाते हैं। सरकार के उद्यान विभाग द्वारा उन्हें पॉवर टिल्लर, पानी के भंडारण टैंक, सेब के पौधों, तथा एन्टी हेलनेट पर उपदान दिया गया है। विभिन्न उपदानों के लिए करमचंद ने सरकार का धन्यवाद किया व आभार जताया है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह जागरूक हों और विभाग द्वारा दी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। कर्म चन्द ने विभाग से भी निवेदन किया है कि किसानों के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूकता तथा प्रशिक्षण शिविर लगाये जाएं, ताकि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभागीय योजनाएं पात्र लोगों तक पहुंच सके।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर व जिला कांगड़ा कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन के निर्देश अनुसार ब्लॉक कांग्रेस नूरपुर अध्यक्ष सुशिल मिंटू व सेवा दल नूरपुर अध्यक्ष शाम सिंह, नूरपुर ब्लॉक युवा अध्यक्ष सतवीर सिंह, शहरी युवा अध्यक्ष चिराग गुप्ता, ब्लॉक नूरपुर की समस्त टीम औऱ युवा साथियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में सेनिटाइजर और पीपीई किट खरीद में हुए भ्रष्टाचार मामले के प्रति महामहिम हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को एसडीम नूरपुर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा व निष्पक्ष जांच की मांग की। इस मौके पर सुशील मिंटू ने कहा कि भाजपा सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है और मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। इससे पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एस डी एम परिसर में जमकर नारेबाजी की।
विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि लोगों को कुशल प्रशासन देने और जन कल्याणकारी योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुँचाना ही सरकार का लक्ष्य है, ताकि गरीब लोग उनका लाभ उठा सकें। सरवीण चौधरी सोमवार को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत अनसुई (शिव मंदिर उपरली अनसुइ) व ग्राम पंचायत अम्बाडी में महिला मंडलों को चेक वितरण करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बोल रहीं थीं। इस दौरान उन्होंने अंसुई में 5 महिला मंडलों तथा अम्बाड़ी में 6 महिला मंडलों को चेक व मास्क देकर सम्मानित किया। इस दौरान सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं, कमजोर वर्गों के उत्थान, किसानों की समृद्धि, महिलाओं की सुरक्षा हेतु वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना का लाभ उठाकर जहां महिलाएं आत्मनिर्भर होने लगी हैं, वहीं आम लोगों को भी स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां मिलने लगी हैं। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि सामाजिक गतिविधियों एवं विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने करने तथा उन्हें सक्षम बनाने के लिए प्रभावशालाी योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा असहाय योजना मातृ संबल योजना के अन्तर्गत दो बच्चों के पालन-पोषण पर दी जाने वाली सहायता राशि को को गत वर्षों में 4 हजार रुपये से बढ़ाकर 6 हजार रुपये किया गया है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से हिमाचल भी अछूता नहीं रहा, परन्तु मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा समय पर लिए गए ठोस निर्णयों एवं प्रभावी उपायों के कारण प्रदेश में इस महामारी पर काफी हद तक अंकुश लगया जा सका है। उन्होंने कहा कि लोग सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित करें तथा फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर फ्लू कार्नर में ही तुरंत चेकअप करवाएं ताकि किसी भी स्तर पर कोरोना का संक्रमण नहीं फैल सके। उन्होंने सभी लोगों से वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बार-बार हाथ धोनें और सैनिटाईजर का प्रयोग करने का आग्रह किया। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि रजोल अन्सुई चड़ी सम्पर्क मार्ग पर 1.27 लाख रुपये, झिकली अन्सुई में खेल मैदान पर एक लाख रुपये, कृष्णा के घर से वीर सिंह के घर तक पकका मार्ग पर 2.30 लाख रुपये, टिक्का बोल में पुलिया निर्माण पर एक लाख रुपये, रक्कड़ का बाग में मेला मैदान के लिए दो लाख रुपये, झिकला अन्सुई में शेड निर्माण पर 40 हजार रुपये, रक्कड़ का बाग में शेड निर्माण पर एक लाख रुपये तथा मेन अन्सुई रोड सक महिन्द्र सिंह के घर तक सम्पर्क मार्ग पर 50 हजार रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चड़ी से झिकली अन्सुई तक सड़क उन्नयन पर एक करोड़ रुपये व्यय किया जा रहा है तथा इस सड़क का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त अन्सुई में विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर 4.27 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे। इस अवसर पर मंडलाध्यक्ष प्रीतम चौधरी, महामंत्री सतीश, अश्वनी चौधरी, तिलक राज शर्मा्र, योगराज चड्ढा, पूर्व प्रधान अनसुई अश्वनी, प्रधान अम्बाड़ी कल्पना देवी, प्रेम चन्द, मांगों राम, रिंकू, धर्म चन्द, बिट्टू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे।
थाना डमटाल की पुलिस टीम ने नशे के लिए कुख्यात गांव छन्नी में अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की। पुलिस टीम ने छन्नी गांव में अवैध शराब का धंधा करने वालों के रिहायशी मकानों में रेड की जिस में पुलिस ने लाखों लीटर कच्ची शराब नष्ट की व 5 आरोपियों के घरों से करीब एक लाख साठ हजार(160000) ML Illicit liquor बरामद की। थाना डमटाल में आरोपियों के खिलाफ अलग अलग 5 मुकद्दमे दर्ज करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। नशा तस्करी और अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों को कतई नही बक्शा जाएगा तथा पुलिस की इस तरह की कार्यवाहियां निरंतर जारी रहेगी। थाना डमटाल ने क्षेत्र की जनता से निवेदन है कि चिट्टे या अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों बारे में कोई भी सटीक जानकारी होने पर थाना में सूचित करें। जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
कोरोना महामारी के बीच जहाँ समूचा देश लॉक डाउन है वहीँ लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक भी है। रविवार को भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में इसका नज़ारा देखने को मिला। अवसर था छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का । इस मौके पर लोग अपने घरो में ही योग करते देखे गए। फतेहपुर विधानसभा के अंतर्गत लरनुह गांव के शिवांग, आरव गर्ग, भावनी आदि घर मे ही अपने स्कूल टीचर्स व माता पिता के मार्गदर्शन में योग कर रहे थे तो दूसरी तरफ नुरपुर भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रवक्ता ओंकार धीमान भी अपने घर हरनोटा मे अपनी पत्नी, बेटा व बेटी संग योगा करते देखे गए । बेटी ऋचा ने कुछ मुश्किल आसन भी किए । नूरपुर से स्कूल प्रवक्ता भारतेन्दु भी स्कूल छात्रों को ऑनलाइन योगासन करवाते दिखे । भारतेन्दु ने कहा कि योग के द्वारा हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते है जो कि हमे बीमारियों से लड़ने में सहायक होती है ।
कोरोना काल में बहुत सतर्क शाहपुर थाना प्रभारी हेम राज तथा उनकी टीम ने जहाँ अभैद धंधो में संलिप्त लोगों पर लगाम कसी, वहीं उन्होंने शाहपुर बाजार या सार्वजनिक स्थलों पर बिना मास्क पहने घूम रहे लोगों पर शाहपुर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। शाहपुर पुलिस ने थाना प्रभारी हेमराज शर्मा के नेतृत्व में बिना मास्क घूम रहे आठ लोगों के चालान कर 4 हज़ार रुपए बतौर जुर्माना वसूल किया किया है। एसएचओ हेम राज ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी लोगों को आगे आकर सरकारी आदेशों व नियमों की पालना करनी होगी, जिनमें मास्क पहना अनिवार्य है, लेकिन कुछ लोग इन नियमों को धत्ता बताकर बिना मास्क बाहर घूम रहे है। यह लोग ऐसा करके अपनी व अन्य लोगों की जान खतरे में डाल रहे है। उन्होंने कहा कि बार-बार आग्रह करने के बावजूद कुछ लोग नियमों की पालना नही कर रहे है तथा इसी के चलते पुलिस को सख्त होना पड़ा है। पुलिस ने शाहपुर में बिना मास्क घूम रहे 8 लोगों के चलान काटकर 4 हज़ार जुर्माना वसूला है।
भारत व चीन के सैनिकों के मध्य गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए हिमाचल इंस्टिच्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग (हाईट) के प्रबन्धन ने दो मिनट को मौन रखा। संस्थान के चेयरमैन रमन कायस्था, एमडी दुष्यंत कायस्था, प्रिंसिपल डा अर्जुन कुमार, रविन्द्र राणा तथा संस्थान का स्टाफ मौजूद रहा। इन्होंने चीनी सेना द्वारा की गई कार्रवाई को कायराना तथा दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शहीद भारतीय सैनिकों के परिजनों से संवेदना जताई है ।
तलवाड़ा मुख्य मार्ग पर परौल के समीप ट्रक की टक्कर से एक महिला की मौत हो जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। मिली जानकारी अनुसार पंचायत बगड़ोली के गांव बनाड़ की महिला परीक्षा अपने देबर के साथ बाईक (एचपी-54बी-8561) पर घर से बाया बनकड़ोली होती हुई रैहन जा रही थी कि परौल नामक स्थान पर मुख्य मार्ग पर जुड़ते हुए रैहन से फतेहपुर की तरफ आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिस कारण महिला बुरी तरह जख्मी हो गई, जिसे तुरंत राजा का तालाब स्थित सूर्या अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक महिला ने प्राण त्याग दिए थे। बता दें महिला परीक्षा की शादी करीब 3 वर्ष पूर्व बनाड़ के कुशल के साथ हुई थी। उनकी करीब दो वर्ष की छोटी बेटी भी है। महिला की मौत की खबर लगते ही पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक बाइक को टक्कर मारने के बाद ट्रक सहित मौके से फरार हो गया। पुलिस चौकी रैहन प्रभारी हंस राज ने बताया पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट चुकी है।
कांगड़ा में गृह मंत्रालय में तैनात 44 वर्षीय सीमा सुरक्षा बल का जवान कोरोना संक्रमित पाया गया है। जवान 13 जून को दिल्ली से हिमाचल पहुंचा था। जिला कांगड़ा के देहरा में उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन किया गया था। यहां बुखार आने के बाद जवान को जोनल अस्पताल धर्मशाला शिफ्ट किया गया था। 15 जून को कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था, जो बुधवार को पॉजिटिव पाया गया है।
मिल्ट्री अकादमी देहरादून में हुए पासिंग आउट परेड में देश को मिले 333 सैन्य अधिकारीयों में जिला कांगड़ा के ज्वाली के तिहाल गांव के अमन शर्मा ने भी अपना नाम लिखवा कर माता-पिता के साथ साथ इलाके का नाम भी रोशन किया है। ज्ञात रहे हर वर्ष में दो बार होने वाली इस परेड से देश ही नहीं बल्कि मित्र विदेशी सेना को भी बेहतरीन अफसर मिलते है। इस वर्ष की प्रथम पासिंग आउट परेड पर भी कोरोना का साया मंडरा गया और सोशल डिस्टेंसिंग नियम के चलते अकादमी के इतिहास में प्रथम बार बिना माता-पिता की मौजूदगी के यह परेड हुई जिसमे 333 भारतीय अधिकारीयों व 90 मित्र देशो के सेनाधिकारियों ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण समाप्त कर, थल सेनाअध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को सलामी देकर, इन जांबाज़ सैन्य अफसरों ने संविधान को साक्षी मान कर देश सेवा की शपथ ली। इन्ही 333 अधिकारियो में ज्वाली तहसील के अंतर्गत तिहाल गांव के अमन शर्मा ने भी अपनी उपस्तिथि दर्शा कर इलाके का नाम रोशन किया है। कमेंट मेन्सा पब्लिक स्कूल देहरी से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात अमन शर्मा ने राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला से वी एस सी की और फिर सी डी एस की प्रतिष्ठित परीक्षा उतीर्ण कर सेना में कमीशन प्राप्त किया। अमन के पिता राजेश शर्मा पिछले वर्ष ही शिक्षा विभाग से टी जी टी सेवानिवृत हुए है जबकि माता मंजू लता गृहणी है। अमन के माता पिता को हालाँकि रंज है कि बेटे की इस उपलब्धि को कोरोना के चलते जश्न में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उन्हें यह भी भरोसा है कि वह दिन भी दूर नहीं जब उनका आँगन जश्नोगुलजार होगा। वहीं अमन की बहन आकृति शर्मा को बेसब्री से भाई का इन्तजार था, लेकिन हर्षिता का यह इन्तजार लम्बा खिंच गया है क्योकि पुरातन रीतिनुसार इस बार इन सैन्य अधिकारीयों को घर छुट्टी के बजाय सीधे उनकी युनिटो में भेजा जा रहा है। अमन शर्मा देहरादून से सीधे ही जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर में अर्टलरी रेजिमेंट में अपनी सेवाएं देगा। अमन के पिता राजेश ने बताया कि अच्छा लगता यदि अमन घर आकर ड्यूटी पर जाता लेकिन उन्हें गर्व है कि बिना किसी सैनिक पृष्ठभूमि कर उनके बेटे ने यह मुकाम हासिल किया है ।
दिसंबर 2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों में उम्मीद जागी थी कि अब उनको पेंडिंग वित्तीय लाभों पर नई सरकार सकारात्मक सोच के साथ विचार करेगी, परंतु ढाई साल बीत जाने के बाद में स्थिति जैसी की तैसी है। परिवहन निगम की पूर्व कर्मियों को जुलाई 2015 से जून 2018 के मध्य काल का 27 फ़ीसदी महंगाई भत्ते का बकाया आज दिन तक पेंडिंग है। विभाग चुप्पी साधे हुए हैं, यहां तक कि गत 1 वर्ष में जितने भी कर्मी सेवानिवृत्त हुए हैं उन्हें एक फूटी कौड़ी तक नसीब नहीं हुई है। ऐसे में परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का जीना दुश्वार हो चुका है। यह बात परिवहन पेंशनर कल्याण संगठन के जिला महासचिव रघुवीर सिंह ने कही है। उन्होंने आगे बताया कि निगम के पेंशनर्स को पेंशन की धनराशि हर माह सरकार से मिलती है, परंतु यहां भी निगम के लेखाधिकारी उक्त धन अन्य मदों पर खर्च करके पेंशनरों की बुढ़ापे में अनावश्यक आर्थिक प्रताड़ना करते हैं। इसी कड़ी में मई माह 2020 की पेंशन भी विभाग ने जारी नहीं की है जिससे पेंशनर्स में भारी रोष है। रघुवीर सिंह ने परिवहन निगम के प्रबंधक निदेशक से मांग की है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मई की पेंशन व अन्य वित्तीय लाभ तुरंत जारी किए जाएं।
आपने नायक फिल्म में एक दिन के मुख्यमंत्री का किरदार देखा होगा, लेकिन वो रील लाइफ थी। कांगड़ा में ऐसा रियल लाइफ में हुआ है।एसडीएम कांगड़ा जतिन लाल ने दसवीं की परीक्षा में 94 फीसदी अंक हासिल करने वाली अपने ऑफिस के चपरासी की बेटी को एक दिन की एसडीएम बनाया है। 14 साल की हिना ठाकुर सुबह 11 बजे से एसडीएम कांगड़ा की कुर्सी पर बैठी हैं। एसडीएम जतिन लाल हिना के बगल में बैठे हैं। हिना सुबह से एसडीएम ऑफिस की बैठ एसडीएम के मार्गदर्शन में ले रही हैं। बाहर से आ रहे लोग अपनी समस्याएं एक दिन की एसडीएम हिना को बता रहे हैं। एक दिन की एसडीएम हिना ठाकुर का कहना है कि यह उनके लिए सपने की तरह है। वह इस सपने को साकार करेंगी। एसडीएम जतिन लाल सर ने मुझे सपना दिखाया है, उसे मैं पूरा करूंगी। मैं पहले डॉक्टर बनूंगी, उसके बाद आईएएस ऑफिसर। एसडीएम जतिन लाल ने बताया कि मुझे कल मेरे चपरासी ने बताया कि उसकी बेटी ने दसवीं में 94 फीसदी अंक लिए हैं। बेटी ने मेरिट में 34वा अंक हासिल किया है। मैंने बेटी को सम्मानित करने के लिए कार्यालय बुलवाया। बेटी ने कहा कि वो आईएएस अफसर बनना चाहती है। फिर मैंने सोचा कि बेटी को एक दिन की एसडीएम बनाया जाए। आज हिना ही एसडीएम है व पूरा कामकाज वही देख रही है। मैं बगल में बैठ कर उसे समझा रहा हूं। ऐसा करने का मेरा मकसद बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान को बढ़ावा देना है ताकि देश की हर बेटी अपराजिता बने।
पंजाब के पठानकोट में लश्कर के दो आंतकियों की गिरफ्तारी के बाद हिमाचल प्रदेश में पंजाब से सटी सीमाओं पर पहरा बढ़ाया गया है। कांगड़ा और चंबा की सीमा पर पुलिस की अतिरिक्त चौकसी बढ़ाई गई है। बता दें कि पुलिस ने फल और सब्जियों के ट्रक से दो आंतकियों को गिरफ्तार भी बरामद हुए हैं। ऐसे में पंजाब और जम्मू से सटे कांगड़ा और चंबा के बॉर्डर पर पुलिस ने तलाशी अभियान छेड़ा है। गिरफ्तारी के बाद अब अब कांगड़ा-चम्बा पुलिस अलर्ट हुई है। कॉम्बिंग ऑपरेशन के तहत सीमाओं को सील किया गया है। SP कांगड़ा विमुक्त रंजन ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि चम्बा में पहले भी आतंकी घटनाएं हुई हैं और दर्जनों लोग जान गवां चुके हैं साल 1998 में यहां 35 लोगों को एक साथ कतारों में खड़ा कर गोलियों से भून दिया गया था। इसके अलावा, किहार में 2 चरवाहों की निर्मम हत्या साल 1993 में की गई थी। इसको देखते हुए बाद में चम्बा में ITBP का बेस कैंप बनाया गया था और जिसे लंबे अरसे तक आतंकी घटना न होने के चलते अब हटा भी लिया गया है। फिलहाल, पुलिस आने जाने वाली गाड़ियों की चैंकिंग कर रही है और संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है।
पंजाब पुलिस ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर आधारित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो गुर्गों की गिरफ्तारी के साथ कश्मीर घाटी में हथियारों की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया। संदिग्ध आतंकवादियों से दो मैगजीन और 60 जिंदा कारतूस के साथ एक एके-47 राइफल और दस हैंड ग्रेनेड भी जब्त किए गए हैं। इनकी पहचान 26 साल के आमिर हुसैन वानी और 27 वर्षीय वसीम हसन वानी के रूप में हुई। पंजाब से घाटी तक स्वचालित (ऑटोमेटिक) हथियारों और हथगोले को पहुंचाने के काम में सक्रिय इन दोनों आतंकियों को पठानकोट पुलिस ने पकड़ा है। ये आतंकी अमृतसर-जम्मू राजमार्ग पर एक ट्रक से जा रहे थे, जिसे पुलिस ने रोक लिया। पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि ट्रक की तलाशी से हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी हुई और आरोपियों ने प्रारंभिक जांच के दौरान यह खुलासा किया कि उन्हें पंजाब से इस हथियार की खेप को इश्फाक अहमद डार उर्फ बशीर अहमद खान ने इकट्ठा करने के लिए निर्देशित किया था, जो कि एक पूर्व कांस्टेबल है। वर्तमान में घाटी में लश्कर का एक सक्रिय आतंकवादी, डार 2017 में फरार हो गया था। गिरफ्त में आए आतंकियों ने आगे कहा कि उन्होंने आज (गुरुवार) सुबह अमृतसर की सब्जी मंडी के पास मकबूलपुरा-वल्लाह मार्ग पर पहले से ही निर्धारित किए गए स्थान पर दो अज्ञात व्यक्तियों से ये खेप एकत्र की थी। इसके बाद उन्होंने ट्रक में हथियारों की इस खेप को छुपाया, जिसे वे अमृतसर मंडी से सब्जियां और फल लादने के उद्देश्य से लाए थे। आमिर हुसैन वानी ने खुलासा किया है कि ट्रक में पंजाब की अपनी पिछली यात्राओं में उन्होंने अपने हैंडलर्स – इश्फाक अहमद डार और रमीज राजा के कहने पर हवाला के 20 लाख रुपये से अधिक की रकम इकट्ठा की थी। उन्होंने यह भी कहा कि अमृतसर की पिछली यात्राओं के दौरान, उन्होंने हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर के एक-एक आतंकियों को पंजाब से घाटी में प्रवेश कराया था। हालांकि ये दोनों आतंकी अब मर चुके हैं। उनकी पहचान आमिर ने हिजबुल मुजाहिदीन के सद्दाम अहमद पद्दार और लश्कर के जसीम अहमद शाह के रूप में की है। गुप्ता ने कहा कि यह गिरफ्तारी हालिया खुफिया सूचनाओं के बाद हुई है, जिसमें यह संकेत मिला था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सीमा पार से घुसपैठ करने के साथ ही हथियारों की खेप को कश्मीर घाटी में पहुंचाने की फिराक में है।
उपमंडल फतेहपुर में अभी भी कई प्रवासी फंसे हुए हैं, इनमे से कुछ प्रवासियों को तो गांवस्तर पर काम मिल रहा है जिस कारण उनका जीवन यापन सही चल रहा हैं। कुछ प्रवासी ऐसे हैं जिन्हें कोई भी काम नही मिल रहा है जिस कारण वो पैसे-पैसे को मोहताज होते हुए प्रशासन से उन्हें अपने घर भेजने की गुहार लगाने के लिए पैदल ही लंबा सफर तय कर उपमंडलाधिकारी के पास पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां से भी फिलहाल उनके हाथ निराशा ही लग रही है। ऐसे ही करीब डेढ दर्जन प्रवासी बुधवार को उपमंडलाधिकारी फतेहपुर से मिलने टकोली से पैदल ही फतेहपुर पहुंचे थे। उपमंडलाधकारी से मिलने के बाद छतीषगढ़ से संबंधित प्रवासियो में उमेद राम, अभिषेक, सौरभ, रत्न, गोपाल, राम प्रसाद, राजन, संतोष, ईश्वरी, गौतम, बेनी राम, भैरों चन्द, श्याम लाल, नेत राम, राहुल, शतराम, कर्ल सहित अन्य ने बताया वो टकोली स्थित एसएम ईंट के भट्टे के प्रशासन की मांग पर हिमाचल के टकोली मजदूरी करने करीब 24 फरवरी को आए थे लेकिन कुछ ही दिन मजदूरी करने उपरांत लॉकडाउन दौरान भट्टे का काम बंद हो गया जिस कारण परिवार सहित करीब 52 प्रवासी बेकार हो गए। जैसे-तैसे उनके खाने का प्रबंध तो होता रहा लेकिन पैसों की तंगी कारण उन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने छतीसगढ़ व हिमाचल प्रदेश की सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन से भी गुहार लगाई है कि उन्हें जैसे तैसे कर अपने-अपने घरों में पहुंचाया जाए ताकि वो वहां पर हल्की-फुल्की खेती कर अपना व परिवार का पालन पोषण कर सकें। काम न मिलने की वजह से उनके पास पैसे भी नही रहे हैं। वहीं ईंट भट्ठा के मुंशी प्रकाश ने बताया ईंट भट्ठा प्रशासन ने ही इन्हें जहां मजदूरी करने बुलाया था लेकिन लॉकडाउन लगने कारण काम पूरी तरह बंद हो गया। वहीं अब कारीगर न मिलने कारण काम फिर भी ठप्प पड़ा है। प्रवासियां के लिए जैसे तैसे करते हुए राशन मुहैया करवाया जाता रहा है, वहीं अब डिपू के माध्यम से भी प्रवासियों को राशन उपलब्ध करवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया की जैसे ही प्रशासन की हिदायत उन्हें मिलेगी उसके हिसाब से प्रवासियां के लिए सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। वहीं एसडीएम फतेहपुर बलवान चंद मंडोत्रा ने बतायाः छतीसगढ़ के प्रवासियों की प्रशासन द्बारा पहले भी एक लिस्ट मांगी गई थी, लेकिन फतेहपुर से छतीसगढ़ के किसी भी प्रवासी का नाम नही आया था। लेकिन अब छतीसगढ़ के प्रवासी सामने आए हैं तो इन्हें अपनी लिस्ट सबंधित पटवारी के पास देने के लिए कहा गया है, ताकि छतीसगढ़ के लिए चलने वाली अगली ट्रेन से इन्हें अपने घर भेजा जा सके।
सोमवार देर शाम करीब साढ़े आठ बजे कर्फ्यू समय दौरान जसूर-तलवाड़ा मार्ग पर स्थित उपमंडल फतेहपुर के हाड़ा चौक के समीप एक ट्रैक्टर व वेगनार (निजी गाड़ी) की टक्कर हो गई, जिसमें वेगनार गाड़ी (डीएल-9सीएक्स-2268) में बैठे रिश्ते में लगते जीजा-साला घायल हो गए। बता दें पंचायत दियाना के कस्बा छत्राल (कियारी) संबंधित सनजीवन अपने साले सोमराज के साथ ससुराल क्षेत्र जखाड़ा की तरफ जा रहे थे कि अचानक हाड़ा चौक के समीप हल जोड़े ट्रैक्टर के साथ टक्कर हो गई, जिसमें गाड़ी की ड्राइवर साइड लगभग पूरी तरह तहस-नहस हो गई, जिसमें सनजीवन की टांग पर गहरी चोट आई है, तो वहीं सोमराज को भी चोटें आई हैं। पुलिस में दी शिकायत अनुसार सोमराज ने बताया उक्त चौक के समीप अचानक हल जोड़े हुए ट्रैक्टर ने गाड़ी की ड्राइवर साइड में जोरदार टक्कर मार दी। बताया टक्कर मारने के ट्रैक्टर चालक वहां से भाग निकलने में सफल रहा। वहीं, घायल सनजीवन को राजा का तालाब में स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया गया है। वहीं, पुलिस ने भी मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जानकारी थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने सांझी की है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से मंगलवार को शैक्षणिक सत्र 2019-20 का दसवीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। एक लाख चार हजार नियमित विद्यार्थियों ने दसवीं की परीक्षा दी थी, जिसमें से 70571 उत्तीर्ण हुए। परीक्षा परिणाम 68.11 फीसद रहा है। टॉप टेन में इस बार 37 विद्यार्थियों ने स्थान बनाया है, बीते वर्ष दसवीं की मेरिट लिस्ट में 39 विद्यार्थियों ने स्थान पाया था। मेरिट में 23 लड़कियां और 14 लड़के हैं। 5617 विद्यार्थियों को कंपार्टमेंट आई है। कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां क्षेत्र के समलोटी की कुमारी तनु ने टॉप किया है। इशान पब्लिक स्कूल हार समलोटी की छात्रा तनु ने 700 में से 691 अंक हासिल किए। दूसरे स्थान पर रहे हमीरपुर के न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपाल नगर के क्षितिज शर्मा ने 690 अंक हासिल किए।
शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है। महिलाओं को पंचायत स्तर पर संगठित कर उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने, उनके उत्थान के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से अवगत करवाने तथा कौशल विकास प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से नई सशक्त महिला योजनाएं आरम्भ की गई हैं। सरवीण चौधरी सोमवार को शाहपुर में विभिन्न महिला मंडलों को चेक वितरण कार्यक्रम के दौरान बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा विधायक निधि से शाहपुर विधानसभा के अंर्तगत 174 महिला मंडलों को आठ हजार प्रति महिला मण्डल के हिसाब से लगभग 14 लाख रुपये की धनराशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा जरूरतमन्द लोगों को खाने-पीने के सामान के अतिरिक्त विभिन्न तरह से राहत पहुंचाई गई है। शाहपुर प्रशासन द्वारा भी इस समय के दौरान सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि महिला मंडलों को चेक वितरण करने के साथ-साथ विभिन्न पंचायतों के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करना भी इस कार्यक्रम का हिस्सा है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि कोविड 19 के प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए जागरूकता के साथ साथ विभिन्न विकास कार्यों को भी आगे बढ़ाना प्राथमिकता रहेगी। प्रदेश सरकार ने भी विभिन्न विकास कार्यों को शुरू करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा सदस्यों द्वारा अपने अपने स्तर पर लोगों को मास्क बांटें गए हैं। उन्होंने शाहपुर में दुर्गा महिला मंडल, प्रीतमनगर महिला मंडल, सारनु महिला मंडल, दिव्या महिला मंडल, आस्था महिला मंडल तथा शिव महिला मंडल को चेक भेंट किए। शहरी विकास मंत्री ने उपस्थित लोगों को मास्क भी वितरित किए। इस अवसर पर विभिन्न महिला मंडल की महिलाओं ने अपने क्षेत्र से सम्बंधित विकास कार्यों से जुड़ी बातों को भी मंत्री के सम्मुख रखा। शाहपुर की प्रधान अरुणा देवी ने पंचायत में आने पर शहरी विकास मंत्री का स्वागत किया व आभार जताया। इसके उपरान्त उन्होंने गोरडा में भी सरस्वती, प्रगति, विकास, सूर्या, एकता तथा नारी विकास महिला मंडलों को चेक व मास्क भेंट किए । इस अवसर पर भाजपा मंडलाध्यक्ष प्रीतम चौधरी, महासचिव सतीश, दीपक अवस्थी, राकेश मनु, अमरीश परमार अनूप शर्मा, गोरडा के प्रधान जसविंद्र जस्सू, मनोज, तिलक शर्मा, विभिन्न महिला मंडल सदस्य उपस्थित रहे।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल अस्पताल फतेहपुर में 26 लोगों के व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 लोगो के सैम्पल लेकर कोविड 19 टैस्ट के लिए भेज दिए। बता दें गत करीब 3 दिन पूर्व फतेहपुर से 3 युवक कोरोना पोस्टिव पाए गए थे जिनमे एक युवक हाड़ा का था जो दिल्ली से हवाई जहाज के माध्यम से पहले अपने घर फिर संस्थागत कवारंटीन सैन्टर फतेहपुर में रहा था जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग को उसके परिवार वालों के भी सैम्पल लेने पड़े। वहीं पंचायत लुठियाल के गांव बढाल के युबक ने अपने आप को टैरेस स्थित संस्थागत सैंटर में अपने आप को क्वारंटाइन कर लिया लेकिन साथ रह रही अपनी पत्नी को उसके मायके जगनोली में छोड़ दिया। जिसके चलते उसकी पत्नी के भी सैम्पल लेकर जांच को भेजे गए हैं । वहीं तीसरा युवक गोलबां क्षेत्र का था जोकि पहले से ही फतेहपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा था। बीएमओ आरके मैहता ने बताया शनिवार को उपमंडल फतेहपुर से 50 लोगों के सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं जिनकी रिपोर्ट रविवार तक आने की उम्मीद है।
पुलिस थाना नूरपुर की पुलिस चौकी रैहन के अंतर्गत आते क्षेत्र रौड़ के निवासी अशवनी कुमार पुत्र देस राज से नारकोटिक्स विभाग की टीम ने बुधवार रात लगभग पौने ग्यारह बजे| रैहन स्टेडियम के पास 2 किलो 400 ग्राम चूरा पोस्त भुक्की बरामद की। बुधवार देर रात नारकोटिक्स विभाग के इंचार्ज हैड कांस्टेबल अर्जुन सिंह, कांस्टेबल सोम राज,अजय कुमार व गुरुदीप सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर रैहन स्टेडियम के पास नाका लगाया हुआ था। इतने में रात लगभग पौने ग्यारह बजे फ़तेहपुर से रैहन की तरफ एक स्कूटी न. एचपी 88-4719 आईं। स्कूटी सवार को नारकोटिक्स विभाग की टीम रोका। रैहन स्टेडियम के पास नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा पकड़ा गया स्कूटी सवार जिससे दो किलो 400 ग्राम चूरा पोस्त भूकी बरामद हुई। टीम को देखकर स्कूटी सवार अशवनी कुमार घबरा गया। नारकोटिक्स विभाग की टीम ने उससे पूछताछ करके जब तलाशी ली तो उसकी स्कूटी की सीट के नीचे बने लगेज बॉक्स से 2 किलो 400 ग्राम चूरा पोस्त भूक्की बरामद की गई। टीम ने आरोपी स्कूटी सवार के खिलाफ मादक प्रदार्थ एक्ट के तहत मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी डॉ साहिल अरोड़ा ने मामले की पुष्टि की है।
जिला कांगड़ा के फतेहपुर को कोरोना का जोरदार झटका लगा है। एक साथ ही फतेहपुर में तीन कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं। एक साथ तीन लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के समाचार से लोग सहम गए हैं। उपमंडल फतेहपुर की पंचायत लुठियाल के बडा़ल गांव का 30 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि 27 मई को मध्य प्रदेश से लौटा था जोकि संसारपुर टैरेस में इंसिट्यूशनल क्वारन्टीन था। गोलवां का 25 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। उक्त युवक कार चलाता था तथा कंटेन्मेंट जोन से आल्टो कार के माध्यम से अपने भाई और उसके दोस्त को चंडीगढ़ छोड़ने भी गया था जिस एवज में उस पर कंटेन्मेंट जोन की उलंघना का भी केस दर्ज है। फतेहपुर की हाड़ा पंचायत का 22 वर्षीय युवक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि 29 मई को फ्लाइट के जरिए दिल्ली पहुंचा था व फतेहपुर के शिबा पैलस मे क्वारन्टीन था। इसके अतिरिक्त गंगथ से भी एक 31 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि गंगथ में होम क्वारंटाइन था। बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति गंगथ में एक सुनार के पास कारीगर कर रूप।में काम करता था और किसी अन्य प्रदेश से तालूक रखता था। तब्लीगी जमात के सदस्य के बाद गंगथ का यह दूसरा मामला है। इससे पूर्व भी गंगथ के लोग कंटेन्मेंट जोन में रह चुके है अतः उन्हें फिर डर सताने लगा कि उन्हें फिर से कंटेन्मेंट ज़ोन की असुविधा न उठानी पड़ी। वहीं एसडीएम फतेहपुर बलवान चन्द ने बताया कि गोलवां वार्ड नम्बर 4 से जो युवक कंटेन्मेंट जोन से गाड़ी लेकर कुछ लोगों को छोड़ने चला गया था, उसकी हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि उसके संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए जाएंगे।
इंडियन आइडल सीजन-2 अपनी मखमली आवाज के दम पर लोगों के दिलों पर राज करके उपविजेता के रूप में पहचान बनाने वाले रैहन निवासी अनुज शर्मा का नया हिंदी गाना 'मंजिलें भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था', मंगलवार को यू ट्यूब पर रिलीज हो गया। साया फ़िल्मज के बैनर तले गए उक्त गाने के संगीतकार विरगी-वीर, गीतकार बोमिया राजा जबकि एलबम का नाम मंजिलें हैं। गाने को चंडीगढ़ व पौंग डैम झील किनारे फिल्माया गया है। गाने में सूचि बिरगी ने मॉडल के रूप में डेव्यू किया है। इससे पहले अनुज शर्मा का एक पंजाबी फ़िल्म में गाया गाना "सोहना तू हजार, तैनूं दसां बार बार, लॉक डाउन के दौरान 8 अप्रैल को रिलीज हुआ था। जिसे यू ट्यूब पर एक लाख से ज्यादा लोगों ने पसन्द किया है। वहीं सोशल मीडिया में गाया पहाड़ी गाना "सायें- सायें मत कर रावीये, मिंझो तेरा डर लगदा भी लोगों को बेहद पसंद आया। इंडियन आइडल में अपनी मधुर आवाज से सभी को आश्चर्यचकित करने वाले अनुज शर्मा को मशहूर संगीतकार व जज अनु मलिक ने हिमाचल का मीठा सेव कहकर संबोधित किया।
एक तरफ सरकार विकास के बड़े बड़े दावे करती है लेकिन दूसरी तरफ गंगथ विधानसभा में बलिर समून डेकवाँ रोड़ अपनी बेबसी की कहानी बयां कर रही है। नावार्ड की सहायता से इस सड़क के निर्माण का व्यय 287.02 लाख रुपये आंका गया था और इसे अगस्त 2016 तक पूरा किया जाना था लेकिन पहले कांग्रेस सरकार ने व अब भाजपा सरकार ने इसकी सुध नही ली है। पिछली बार के कांग्रेस के एसोसिएट विधायक मनोहर धीमान इस सरकार में सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष है तो मौजूदा विधायक भी भाजपा से ही सम्बंधित है। यह सड़क बलिर समून, डंकवां माजवा, रंडो, ताजवाँ, भोजपुर गांव के असंख्य लोगो को जसूर व इंदौरा के लिए विल्कुल शॉर्टकट रोड़ है। युवा शक्ति संघ के बलिर ने सरकार मांग की है कि इस सड़क का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
उपमंडल फ़तेहपुर में बुधवार को कोरोना का दूसरा मामला प्रकाश में आया है। उपमंडल फ़तेहपुर की पँचायत तलाड़ा के नलाड़ी गांव का एक व्यक्ति उम्र 29 वर्ष बुधवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उक्त व्यक्ति अपने परिवार के अन्य 4 सदस्यों पत्नी, भाई- भाभी व माता के साथ दिल्ली से अपने गांव तलाड़ा नलाड़ी 24 मई सुबह पहुंचा था। युवक 23 मई रात को दिल्ली से पँजाब न० की गाड़ी से अपने गांव पहुंचा था। युवक ने अपने परिवार के आने की जानकारी तलाड़ा पँचायत प्रधान को दे दी थी। दिल्ली से आने वाले उक्त व्यक्ति को परिवार के सभी सदस्यों के साथ होम क्वारंटाइन किया गया था। युवक को मामूली सा जुकाम था। इसी बीच मंगलवार को दिल्ली से आने वाले उक्त परिवार के सभी सदस्यों के सैंपल स्वास्थ्य विभाग ने राजा का तालाब में लिए थे। वहीं बुधवार को उक्त व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। फतेहपुर के तहसीलदार की अगुवाई में इलाके को कन्टोन्मेंट व बफर ज़ोन में बांटा गया व दुकानदारों के नामों व उनसे संपर्क करने की कोशिश की ताकि लोगों को असुविधा न हो। पुलिस प्रशासन ने नलाड़ी गांव के सभी सम्पर्क मार्गों की नाकेबंदी कर दी है। वहीं उक्त व्यक्ति को एम्बुलेंस के द्वारा ढाड स्थित कोविड केयर सेंटर में ले जाया गया।
विपिन वर्मा ने नूरपुर में तहसीलदार के पद पर अपना कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले वह शिमला ज़िला के कोटखाई में नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त थे। वह शिमला शहरी के सुन्नी क्षेत्र से संबंध रखते हैं। वर्मा ने नूरपुर में अपना कार्यभार ग्रहण करने पर बताया कि लोगों के राजस्व संबंधी मामलों एवम उनकी समस्याओं के शीघ्र निपटारे हेतु विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त तहसील स्तर पर पुराने लंबित मामलों का अध्ययन करने पर उनके निपटारे की दिशा में विशेष पग उठाए जाएंगे, ताकि लोगों के राजस्व संबंधी मामलों में अनावश्यक विलम्ब न हो। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर जारी किए जाने वाले सभी प्रमाण -पत्रों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।
समाजसेवा के जज़्बे और अन्ना हजारे के आंदोलन से प्रेरित होकर विदेश में अच्छी खासी नौकरी को लात मारकर अशोक पठानियाँ आज इंदौर व नुरपर में एक चर्चित नाम है। कोरोना काल मे वे एक कोरोना योद्धा के रूप में सामने आए हैं। उन्होंने सेनिटाइजेशन व मास्क वितरण में इंदौरा में अग्रणी भूमिका निभाई है। मंगलवार शाम जब पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से हिमाचल में आने बाले प्रवासियों को इंदौरा के डिग्री कालेज में ठहराने की व्यवस्था की जा रही थी तो अशोक पठानियाँ किसी फरिश्ते के समान वहां पहुंच गए व पूरे कालेज केम्पस को सेनेटाइज किया। उसके इस कदम से प्रशासन को भी सुगमता हुई। देर रात तक क्वारंटाइन सेंटर को आगंतुकों की मेजबानी के लिए तैयार कर दिया। बुधवार सुबह प्रवासी इंदौरा डिग्री कालेज में 14 दिन क्वारंटाइन के लिए पहुंच चुके हैं।
राज्य स्वास्थ्य विभाग में कोविड किट के नाम पर लाखों की लेनदेन में कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की है। यह बात हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग के अध्यक्ष दिलावर सिंह छोटू ने कही। उन्होने जयराम सरकार पर करोना संकट में भ्रष्टाचार को बढावा देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि स्वास्थ्य निदेशक के वायरल आडियो सामने आने के बाद यह पुरी तरह स्पष्ट हो गया है कि सरकार व सिस्टम भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होने यह कहा, ताज्जुब यह है कि संवेदनहीनता की सारी हदें लांघते हुए सरकार के संरक्षण में माहामारी के दौरान भी भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है। उन्होने आरोप लगाया है कि वायरल आडियो में घुस की पेशकश करने वाला कोई और नहीं सत्तापक्ष पार्टी का नेता बताया जा रहा है और कांग्रेस भ्रष्टाचार को लेकर शुरू से ही सरकार को आगाह करती आ रही है, लेकिन अब साफ हो गया है कि सरकार भ्रष्टाचार को लगाम लगाने की बजाय भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है। उन्होने कहा कि इसकी जांच सीबीआई को सोंपी जाए और दोषियों के ऊपर सख्त कार्यवाही की जाए।
26 मई को जिला काँगड़ा के उपमंडल फतेहपुर तथा रैहन के आस पास इलाको में बिजली रहेगी बंद। उपमंडल फतेहपुर बिद्युत बिभाग के द्वारा शनिवार को एक प्रैस नोट जारी किया है जिसमें सर्वसाधारण को सूचित करते हुए, रोहित गुलेरिया सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल रैहन तथा फतेहपुर निर्देशानुसार 26/05/20 को 33kv लाइन फतेहपुर से रैहन एवं 33/11kv उपकेंद्र रैहन के आवश्यक कार्य एवं रख रखाव हेतु विजली की आपूर्ति बाधित रहेगी। बिजली आपूर्ति वाले स्थानों के नामों की सूची में रैहन, राजा का तलाव, नेरना, खेर, दीनी, छत्तर, मकडोली, घेटा हैं। इन सूचीवद्व इलाकों में बिजली सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक बाधित रहेगी। अभियंता रोहित गुलेरिया ने सभी लोगों से अपील की है कि उक्त इलाकों से संबंधित लोग इस रख-रखाव के कार्य में विभाग का सहयोग करें।
एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संगठन नूरपुर के महासचिव रघुवीर सिंह ने पेंशनर्स की व्यथा ज़ाहिर करते हुए कहा है की हिमाचल प्रदेश की लाइफ लाइन कहलाए जाने वाली एचआरटीसी की बसों के चालक व परिचालक अपनी जिंदगी को जोखिम में डालकर कैसे कैसे पांगी, लाहौल स्पीति की घाटियों में तंग व घुमावदार खतरनाक मार्गों पर प्रदेश की जनता की सेवा करते हैं, परंतु अफसोस होता है कि जब यह कर्मचारी जब सेवानिवृत्त होंगे इन्हें अपनी पेंशन तथा अन्य आर्थिक लाभों के लिए 3-4 वर्षों तक इंतजार करना पड़ेगा। इस दौरान इन्हें या तो उधार मांग मांग कर या मजदूरी करके घर परिवार चलाना पड़ता है। उन्होंने कहा की एक ओर सरकार वरिष्ठ नागरिकों को पूरा पूरा सम्मान देने तथा उचित देखभाल करने की बात कहती है तो वही परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन तथा अन्य आर्थिक लाभों से सालों साल वंचित रखती है। इसी तरह जिन पुराने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन लग चुकी है उन्हें भी प्रायः तीसरे महा पेंशन का भुगतान हो रहा है। अर्थात आज तक अप्रैल माह की पेंशन का भुगतान अभी शेष है। कांग्रेस सरकार के समय भी परिवहन मंत्री ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की बार-बार आर्थिक प्रताड़ना की थी तथा सरकार बदलने पर आस बांधी थी कि अच्छे दिन आएंगे परंतु विभाग की सोच नहीं बदली। आज भी पेंशनर्स का हजारों रुपए महंगाई भत्ता बकाया पेंडिंग है। गत फरवरी में परिवहन निगम की बीओडी की बैठक में पेंशनर्स को 4% अंतरिम राहत देने की का फैसला हुआ था परंतु इस अदायगी पर भी कैंची चल चुकी है। क्या इसे ही वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान कहते हैं? चिंता का विषय है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अनुरोध किया है कि परिवहन निगम के पेंशनर की सुध लें ताकि यह लोग बुढ़ापे में अपना सामान्य गुजर बसर कर सके।
लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की घर वापिसी का सिलसिला लगातार जारी है। केरल से रविवार को एक विशेष ट्रेन में दोपहर बाद 35 हिमाचलियों को लेकर पठानकोट रेलवे स्टेशन पर पहुंची जहां पर एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर सहित उपस्थित अन्य नोडल अधिकारियों ने उनका तालियों से स्वागत किया। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी एक विशेष ट्रेन 484 हिमाचलियों को लेकर ठाणे महाराष्ट्र से पठानकोट पहुंची थी। इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि इन सभी लोगों को एचआरटीसी की विशेष बसों के द्वारा अपने-अपने जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा ज़िला के यात्रियों को प्रशासन द्वारा कोटला में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र में भेजा गया है, जबकि अन्य जिलों के यात्रियों को उनके जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जाएगा, जहां पर प्रशासन द्वारा इनके ठहरने खान-पान की विशेष व्यवस्था की गई है। धर्मशाला से छोटू राम जो केरल से आया था व तनुजा के अतिरिक्त अन्यों के चेहरों पर देवभूमि में पहुंचने की खुशी साफ झलक रही थी।
उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहरी राज्यों से ट्रेन में आने वाले नागरिकों के मेडिकल चेकअप तथा संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में ठहराने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने शुक्रवार को चक्की बैंक पठानकोट केंट रेलवे स्टेशन से नागरिकों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाने के व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए तथा पठानकोट के डीएसपी, एसडीएम तथा रेलवे के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की गई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन, एडीएम मस्त राम, डीएसपी डा साहिल अरोड़ा तथा एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन से एचआरटीसी की बसों के माध्यम से नागरिकों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचाया जाएगा, क्वारंटाइन सेंटर में सभी नागरिकों के सेंपल भी लिए जाएंगे व सभी क्वारंटाइन सेंटर्स को नियमित तौर पर सेनेटाईज भी किया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल पर्यटन निगम के होटलों में भी पेड क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बाहर से आए नागरिक के पास अलग मकान, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था हो तो उसे भी वहां पर प्रोटोकॉल की अनुपालना करते हुए स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में क्वारंटाइन करने का प्रावधान भी किया गया। बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं बुर्जुगों को स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में होम क्वारंटाइन में रखने की व्यवस्था भी की गई। उपायुक्त ने कहा कि बाहर से आने वाले सभी नागरिकों को सामाजिक दूरी की अनुपालना के साथ ही क्वारंटाइन केंद्रों तक पहुंचाने के दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन करने पर चार के खिलाफ एफआईआर उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को मंगरेला में किरयाने की दुकान कर्फ्यू में खोलने तथा जयसिंहपुर बाजार में रेहड़ी लगाने वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है इसी तरह से नौहरा बैजनाथ तथा नुरपुर में बाहरी राज्य से बिना अनुमति के पहुंचे दो लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कर्फ्यू में ढील का समय प्रातः सात से दोपहर बजे तक का है तथा इसके समयावधि के अतिरिक्त दुकानें खोलने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन किए गए लोगों को भी घरों में ही रहना सुनिश्चित करना होगा अन्यथा उनके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
फतेहपुर लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की घर वापिसी का सिलसिला लगातार जारी है। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक विशेष ट्रेन दोपहर एक बजे 118 हिमाचलियों को लेकर पठानकोट रेलवे स्टेशन पर पहुंची। जहां पर एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर सहित उपस्थित अन्य नोडल अधिकारियों ने उनका तालियों से स्वागत किया। गौरतलब है कि गत सोमवार को भी एक विशेष ट्रेन 259 हिमाचलियों को लेकर चेन्नई से पठानकोट पहुंची थी। स्टेशन पहुंचने पर डॉ सन्नी जरयाल ने सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की। इस बारे जानकारी देते हुए एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि इन सभी लोगों को एचआरटीसी की सात विशेष बसों के द्वारा अपने-अपने जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारन्टीन केंद्रों के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा ज़िला के यात्रियों को प्रशासन द्वारा कोटला में बनाए गए संस्थागत क्वारन्टीन केंद्र में भेजा गया है, जबकि अन्य जिलों के यात्रियों को उनके जिलों में बनाए गए संस्थागत क्वारन्टीन केंद्रों में रखा जाएगा, जहां पर प्रशासन द्वारा इनके ठहरने खान-पान की विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन से कांगड़ा ज़िला के 37 , मंडी के 19 , शिमला व हमीरपुर ज़िला के 10-10, ऊना व सिरमौर के 7-7, कुल्लू व चंबा के 9-9, बिलासपुर के 6, जबकि सोलन जिला के 4 यात्री पहुंचे। हैदराबाद में टूरिज्म व्यवसाय में एचएम के तौर पर काम करने वाले मंडी ज़िला के निवासी विक्की रावत जो अपनी पत्नी सपना व 4 वर्षीय बेटे पर्व रावत के साथ पठानकोट रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि उन्हें कभी नहीं लगता था कि लॉकडाउन के बीच वे अपने-अपने घरों में वापस पहुंच पाएंगे। इसी ट्रेन में मंडी ज़िला के यात्री गोपाल ठाकुर पत्नी हंसा ठाकुर तथा बेटे कार्तिक के साथ पहुंचे तो उन्होंने बताया कि हमारे परिवार ने अपने घर पहुंचने की उम्मीद ही छोड़ दी थी, परंतु हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रयासों से उनका घर पहुंचने का सपना पूरा हुआ है। शिमला ज़िला के ठियोग की प्रिंयका, इसी ज़िला के चिड़गाव तहसील के संजय, चंबा ज़िला के तीसा के छिन्दों खान के चेहरों पर देवभूमि में पहुंचने की खुशी साफ झलक रही थी।
उपायुक्त काँगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा है कि कर्फ्यू में ढील का समय अगले आदेशों तक प्रतिदिन सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक होगा। इस अवधि के दौरान दुकानें खुली रहेंगी। मॉर्निंग वॉक और रनिंग टाइमिंग पहले की तरह ही रोजाना सुबह 5:30 बजे से सुबह 7 बजे तक होगी।लेकिन मास्क पहनना आवश्यक है और दुकानदारों सहित सभी के लिए सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा और उन्हें अपनी दुकानों के बाहर प्रत्येक 1.5 मीटर की दूरी पर हलकों को चिह्नित करना होगा। डीसी ने बताया कि स्टांप वेंडर और डॉक्यूमेंट्री राइटर हर सोमवार और गुरुवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रख सकते हैं। तहसीलदार कार्यालयों में प्रतिदिन सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक भूमि का पंजीकरण किया जा सकता है। सैलून और ब्यूटी पार्लर मालिक अधिसूचित अधिकारियों से निर्धारित प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अपने आउटलेट खोल सकते हैं। इन उपक्रमों के मालिकों को श्रम अधिकारी के माध्यम से आवेदन करना होगा और अपने संबंधित उप-प्रभागों में प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। उन्हें प्रशिक्षण के बाद अपना सैलून और पार्लर खोलने की अनुमति दी जाएगी। राकेश प्रजापति ने बताया कि सभी सरकारी और निजी कार्यालय अधिसूचना के अनुसार बने रहेंगे और सभी वर्ग तीन और चार कर्मचारी रोटेशन के आधार पर अपने कार्यालयों में भाग लेंगे। यदि कोई कर्मचारी लक्षणों जैसे फ्लू से पीड़ित है, तो स्वास्थ्य अधिकारियों को तुरंत सूचित किया जाना चाहिए और इन परिस्थितियों में कार्यालय परिसर को साफ कर दिया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि दूसरे राज्यों और जिलों में जाने के लिए कर्फ्यू पास होना अनिवार्य था। ई-पास पाने के लिए जिला प्रशासन की वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है।
हिमाचल में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को कांगड़ा जिले में कोरोना का नया मामला आया है। चंबा के चुवाड़ी के 21 वर्षीय युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। युवक 13 मई से कांगड़ा जिला के डमटाल में एक निजी क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती था। उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मामले की पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार चंबा जिला का युवक दुबई से लौटा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को डमटाल से बैजनाथ स्थित कोविड-19 केयर सेंटर शिफ्ट कर दिया है। वहीं, हिमाचल में मंगलवार को तीन और मरीजों ने कोरोना महामारी का मात दे दी। इनमें कांगड़ा जिले से भाई-बहन समेत तीन मरीज शामिल है। स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 केयर सेंटर बैजनाथ में भर्ती कांगड़ा उपमंडल के झीरबल्ला गांव के भाई-बहन और नगरोटा बगवां उपमंडल के घीण गांव के युवक के सैंपल सोमवार को जांच के लिए भेजे थे, जिनकी मंगलवार को रिपोर्ट निगेटिव आई है। सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने ने बताया कि तीनों को घर भेज दिया है। आगामी सात दिन तक स्वास्थ्य विभाग इन पर निगरानी रखेगा।
कांगड़ा जिला के जीरबल्ला के भाई-बहिन कोरोना को मात देकर सकुशल घर लौट आए हैं, मंगलवार को उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन तथा सीएमओ ने उनके घर जाकर पुष्पगुच्छ भेंटकर उनको बधाई दी तो भाई और बहिन ने डीसी-एसपी को उनके घर आने और कुशलक्षेम पूछने के लिए थैंक्यू कहा, इन क्षणों के प्रत्यक्षदर्शी बने परिजन तथा गांव के लोग भी गदगद हो गए। इस अवसर पर सीएमओ गुरदर्शन तथा बीएमओ भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। उपायुक्त ने कहा कि यह बहुत खुशी का समय है कि जीरबल्ला के दोनों भाई बहिन ठीक होने के उपरांत अपने परिवार में सकुशल लौट आए हैं। उन्होंनेे कहा कि कोरोना जैसी बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर किसी भी स्तर पर सामाजिक भेदभाव नहंीं होना चाहिए तथा लोगों को भी इस बारे जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना कोई सामाजिक कलंक नहीं है और कोरोना रोगियों तथा उनके परिवारों के प्रति भी किसी तरह का भेदभाव का दृष्टिकोण समाज में नहीं पनपना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए इसके साथ ही अपने गांव या परिवार में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों के बारे में तुरंत प्रशासन को सूचित करना चाहिए ताकि समाज को सुरक्षित रखा जा सके और कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इस दौरान उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों से बेवजह बाहर नहीं निकलें तथा लॉकडाउन का पूरा अनुपालन सुनिश्चित करें। गौरतलब है कि झीरबल्ला के उक्त भाई बहिन की कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों को बैजनाथ आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया था। आइसोलेशन में रहने के बाद युवक व युवती की कोरोना रिपोर्ट नेगटिव आई। मंगलवार को दोनों को एंबुलेंस के द्वारा अपने घर पहुंचे तो क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। कोरोना संक्रमण की वजह से किया गया था आइसोलेट दोनों बताते हैं कि कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था जहां स्वास्थ्य विभाग ने बहुत ही अच्छी तरह से देखभाल की व दवाईयां समय पर दीं। कोरोना वायरस से जंग जीते दोनों ने बताया कि अब वह स्वस्थ होकर घर लौट आएं हैं उनके लिए आज खुशी का बहुत बड़ा दिन है। सामाजिक दूरी का रखें ध्यान किसी को भी नजला, खांसी व बुखार है तो तुरन्त स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क करें। उन्होंने सभी लोगों से लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करने के साथ सोशल डिस्टेसिंग अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से ठीक हो गये हैं और उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगटिव आई है अब वह अपने घर पर ही रहेंगे और मास्क का लगातार प्रयोग करेंगे और तब तक करेंगे जब तक कोरोना जैसी बीमारी जड़ से खत्म नहीं हो जाती। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूरी तरह से पालन किया गया।
नोवल कम्युनिटी फाउंडेशन के स्वयंसेवियों ने फतेहपुर में अस्पताल, उपमंडलाधिकारी कार्यालय, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, कांगड़ा कॉपरेटिव बैंक, बाल विकास परियोजना अधिकारी आफिस, बिजली विभाग फतेहपुर और पुलिस थाना फतेहपुर को सेनेटाइज किया। फाउंडेशन के सदस्यों का मानना है कि कोरोना योद्धा दिनरात इस महामारी से लड़ रहे हैं और अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसे में नोवल कम्युनिटी फाउंडेशन भी अपने दायित्व से कैसे पीछे हट सकती है। फाउंडेशन के अध्यक्ष ने बताया कि फतेहपुर में जो नया कोविड सेंटर बनेगा उसमे अलग अलग संस्थाओ के साथ मिलकर नोवल कम्युनिटी फाउंडेशन उपायुक्त और उपमंडलाधिकारी के दिशाअनुसार काम करेगा।
जिला पठानकोट जोकि नूरपुर का ही नहीं समूचे जिला काँगड़ा का प्रमुख व्यापारि कस्बा है। थोक, स्पेयर पार्ट, इत्यादि का कारोबार काँगड़ा के साथ जिला पठानकोट साँझा करता है, के क्षेत्र मामून जोकि जिला काँगड़ा के उपमंडल नूरपुर से स्टा हुआ क्षेत्र है में कोरोना मरीजों की तादात लगातार बढ़ती जा रही ह। यह पठानकोट के प्रशासन के लिए ही नहीं बल्कि जिला काँगड़ा के नूरपुर तथा इंदौरा के प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ ह। मामून के वार्ड नम्बर 19 के वासी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के पश्चात उसे ज़िला पठानकोट के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बाद में अमृतसर के गुरु नानक मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया था का पिछले एक महीने से इलाज चल रहा था l कुछ दिनों से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थ। उसको 6 घण्टों से वेंटिलेटर पर रखा गया था, जिसकी सोमवार सुबह मौत हो गई l अमृतसर अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि मृतक कोरोना वायरस पीड़त था व उसे सांस लेने में परेशानी थी l गुरु नानक अस्पताल प्रशासन ने मृतक के शव को पठानकोट प्रशासन के सपुर्द कर दिया है l वहीं इस सबंधी एसएमओ भूपिंदर सिंह ने बताया कि मृतक की अंतिम दो रिपोटें नेगिटिव आई थी। अगर उसकी सेहत में सुधार हो जाता तो आज उसको अस्पताल में छुट्टी मिल जाती l वहीं देर शाम कोमृतक के पैतृक गांव मामून के श्मशान घाट पर एम्बुलेंस के द्वारा लाया गया तथा प्रशासन की देखरेख में उसका का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
फतेहपुर तहसील के अंतर्गत गोलवां गाँव में 4 दिन पूर्व दिल्ली से आए कोरोना पॉजिटिव युवक के घर व आसपास एन डी आर एफ की टीम द्वारा फतेहपुर प्रशासन की देखरेख में सेनेटाइज किया गया। एन डी एफ आर की टीम ने घर व गली में यहां भी संक्रमण की सम्भाबना हो सकती थी ,बारीकी से मुआयना कर कोरोना के समूल नाश हेतु सेनेटाइज किय। इसी के साथ सोमवार को कोरोना पीड़ित 22 वर्षीय छात्र की माता पिता व बहन सहित 12 अन्य पड़ोसियों के कोरोना टेस्ट भी लिए। वही स्वास्थ्य अधिकारी फतेहपुर आर के मेहता ने बताया कि सोमबार को लिए इन 15 टेस्ट की रिपोर्ट मंगलबार शाम तक आने की सम्भाबना है । बताया जाता है कि उक्त छात्र दिल्ली से घर आकर अपने घर मे ही क्वारन्टीन हो गया था और वह किसी से नही मिला फिर भी प्रशासन अपनी तरफ से कोई कोताही नही बरतना चाहता और परिजनों व अन्य लोगों के कोरोना टेस्ट लिए गए। वही पीड़ित छात्र बैजनाथ स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन है।
एक तरफ कोरोना वायरस के चलते जहां प्रशासन व सरकार द्वारा लॉकडाउन का पालन करने की अपील जनता से कर रही है और इसे सुनिश्चित बनाने के लिए नियम व कानून का सहारा ले रही है। वहीं नशा तस्करों में न तो कोरोना का भय नजर आ रहा है और न ही नियम कानून का सम्मान अथवा खौफ नाम की कोई चीज इनमें है और यह नशा तस्करी के अपने गोरखधंधे से बाज नहीं आ रहे। ऐसा ही एक मामला जिला कांगड़ा के कंडवाल में सामने आया है जिसमें स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल सेल व सीआईडी की टीम ने एक 31 वर्षीय युवक को नशीले कैप्सूल सहित गिरफ्तार किया है। मामले के संदर्भ में जानकारी देते हुए राज्य मादक द्रव नियंत्रण दल कांगड़ा के डिप्टी एसपी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कंडवाल व आसपास नशीले पदार्थ की तस्करी को अंजाम दिया जा सकता है। जिस पर सेल व पुलिस के सब इंस्पेक्टर मोहिंद्र कुमार, मानद मुख्य आरक्षी कश्मीर सिंह, आरक्षी रॉकी कुमार व गृह रक्षक दल के रछपाल को वहां गश्त करने व मुस्तैद रहने के निर्देश दिए। इस दौरान टीम जब कंडवाल स्थित बाड़ी खड्ड नामक स्थान पर पहुंची तो एक युवक मोटरसाइकिल ( एचपी 38डी 0664 ) पर सवार होकर जसूर की तरफ आ रहा था। जिसे रोके जाने पर वह लॉकडाउन में वाहन ले जाने का कोई पास न दिखा पाया और उससे 86 नशीले कैप्सूल रिडले बरामद किए गए। पुलिस ने उससे बरामद कैप्सूल को जब्त कर उसके मोटरसाइकिल भी कब्जा में ले लिया है। पुलिस के अनुसार युवक ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह छन्नी गांव से यह कैप्सूल लेकर आया है। युवक की पहचान कुलदीप उर्फ टीटू पुत्र प्रेमचंद निवासी गांव बौड, डाकघर जसूर, तहसील नूरपुर जिला कांगड़ा बताई है। ऊधर एसएसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि उक्त युवक के विरुद्ध एनडीपीएस अधिनियम के साथ-साथ लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला भी दर्ज किया जाएगा।
नुरपर उपमंडल के तहत पुन्दर पंचायत के मनेड़ गांव के वार्ड नौ में शनिवार को कोरोना पाजिटिव का एक मामला सामने आने के पश्चात इस वार्ड को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर ने इस एरिया का पुलिस व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। सुरेन्द्र ठाकुर ने क्षेत्र का दौरा करने के बाद जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के साथ-साथ पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस पंचायत के जौंटा के वार्ड एक व दो सहित मनकोट के वार्ड तीन को बफर जोन में रखा गया है, जबकि साथ लगती खेल पंचायत के मट गांव के वार्ड 4 को भी बफर जोन की श्रेणी में रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। एसडीएम ने बताया कि इन क्षेत्रों में कर्फ्यू में किसी भी तरह की ढील नहीं रहेगी। आम लोगों तथा वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण रोक रहेगी। केवल मेडिकल सेवाओं, आवश्यक सेवाओं के लिए तैनात कर्मचारी या लोग विशेष अनुमति पत्र के साथ ही आवाजाही कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि गांव के प्रवेश तथा निकास हेतु नाके स्थापित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि नाकों पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की टीमों को तैनात किया गया है जो गांव में बाहर से आने वाले लोगों की थर्मल स्कैनिंग करने सहित उनकी हर जानकारी दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सभी तरह के निर्माण कार्यों पर भी रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने घरों में रहें तथा निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि आदेशों की अवहेलना करने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को सैनिटाइज करने का कार्य शुरू कर दिया गया है जो शाम तक पूरा कर लिया जाएगा। कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों के भी होंगे टैस्ट सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि पॉजिटिव मरीज 8 मई को गुरुग्राम से गांव के एक अन्य व्यक्ति के साथ टैक्सी के द्वारा अपने घर मनेड़ गांव पहुंचा था तथा प्रशासन द्वारा इन सभी लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा इस व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है तथा संपर्क में आए सभी लोगों के सेंपल लिए जाएंगे ताकि किसी भी स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन भी किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति इस संक्रमित के संपर्क में आया हो तो वह इसकी सूचना तुरन्त प्रशासन को देना सुनिश्चित करें। सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में प्रशासन के स्तर पर आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि होम डिलीवरी के दौरान भी कोविड-19 प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी तथा सभी हो मास्क पहनाना जरूरी होगा। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में रहने वाले सभी लोगों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना भी अनिवार्य किया गया है, ताकि आसपास के क्षेत्रों में कोरोना सक्रंमितों के बारे में जानकारी हासिल हो सके। नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर, एसएचओ मोहन भाटिया, जेई राकेश चौधरी, पंचायत प्रधान सरला कुमारी, उपप्रधान देव राज सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
फतेहपुर उपमंडल के अंतर्गत पौंग डैम जलाशय में शनिवार को एक तैरती हुई लाश मिली जिसे देखकर लोगो मे दहशत फैल गई। लोगों ने इसकी सूचना तत्काल स्थानीय पंचायत व पुलिस थाना फतेहपुर को दी। शव की शिनाख्त शुक्रवार को पौंग जलाशय में डूबे मछुआरे के रूप में हुई । जानकारी के अनुसार गत दिवस जगनोली गांव का रमेश उर्फ गुड्डू नाम का मछुआरा अपने एक सहयोगी के साथ पौंग जलाशय में नाव पर बैठकर जाल लगाने गया था कि नाव में पानी भरने लगा जिस कारण नाव डगमगाने लगी और रमेश ने नाव से छलांग लगा दी जबकि दूसरा सहयोगी नाव पर चप्पू लगाकर किनारे तक पहुंच गया। बाहर निकल कर उसने शोर मचाया तो स्थानीय लोग व प्रशासन मौके पर पहुंच गया। काफी मशक्कत करनी के बाद भी रमेश का कोई अता पता न चला और अंधेरा हो गया। आखिरकार शनिवार सुबह रमेश का शव तैरता हुआ जलाशय के किनारे मिला। पंचायत पूर्व उपप्रधान रणवीर सिंह ने शव की शिनाख्त करते हुए बताया कि शव जगनोली निवासी रमेश उर्फ गुड्डू का ही है। वहीँ फतेहपुर थाना प्रभारी रमेश शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को देर तक शव की तलाश की परन्तु अंधेरा होने के कारण कामयावी न मिल सकी। इस बीच शनिवार एन एफ डी आर की टीम को भी बुलाया गया था परन्तु टीम के पहुंचने से पहले ही रमेश उर्फ गुड्डू का शव तैरता हुआ पौंग डैम जलाशय के तट पर मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।