हिमाचल प्रदेश सरकार ने नौ एचपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं। एएसपी आईआरबी बस्सी नरेंद्र कुमार को एएसपी सिरमौर, एएसपी सिरमौर सोम दत्त को एएसपी आईआरबी बस्सी, डीएसपी पीटीसी डरोह अमित ठाकुर को डीएसपी लीव रिजर्व शिमला, डीएसपी सिटी शिमला तजिंदर कुमार को डीएसपी सेकंड आईआरबी सकोह, एसडीपीओ कांगड़ा मदन लाल धीमान को डीएसपी फर्स्ट आईआरबी बनगढ़, डीएसपी फर्स्ट आईआरबी बनगढ़ अंकित शर्मा को एसडीपीओ कांगड़ा, डीएसपी विजिलेंस एसआईयू शिमला, वरुण पटियाल को डीएसपी सिटी शिमला, एसडीपीओ आनी चंद्र शेखर को डीएसपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स शिमला और एसडीपीओ सुंदरनगर दिनेश कुमार को डीएसपी सेकंड आईआरबी सकोह लगाया गया है। इसके साथ ही नियुक्ति का इंतजार कर रहे भरत भूषण को एसडीपीओ सुंदरनगर और निशा सिंह को डीएसपी लीव रिजर्व धर्मशाला लगाया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इसे देखते हुए आज ऑरेंज अलर्ट और कल के लिए यलो अलर्ट दिया गया है। परसों से मानसून के कमजोर पड़ने के आसार हैं।रहा है। वहीं किसानों को मार्केट तक अपने उत्पाद पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
44 मरीजों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि, 59 मरीजों में टाइफाइड के लक्षण हिमाचल प्रदेश में जलजनित रोग पांव पसारते जा रहे हैं। दिन प्रतिदिन बढ़ रहे जलजनित रोग को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों को आसपास साफ-सफाई और उबालकर पानी पीने की सलाह दी है। जानकारी के अनुसार स्क्रब टाइफस बीमारी की आशंका के चलते प्रदेश के अस्पतालों में 129 मरीजों के सैंपल लिए गए। इसमें 44 लोगों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि हुई। इसके अलावा 217 लोगों की टाइफाइड को लेकर जांच की गई। इनमें 59 मरीजों में बीमारी के लक्षण पाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने बीमारियों को लेकर मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अलर्ट किया है। ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के टेस्ट कराने को कहा गया है। अस्पताल प्रशासन को पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में मूसलाधार बारिश के चलते लोगों के घरों में मटमैला पानी की सप्लाई हो रही है। इससे जलजनित के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। एनएचएम के निदेशक सुदेश मोक्टा ने कहा कि प्रदेश में जलजनित रोग के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया गया है। प्रतिदिन जिलों से बीमारी से ग्रसित मरीजों की रिपोर्ट ली जा रही है। बीमारी के लक्षण तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक आ सकता है जोड़ों में दर्द और कंपकंपी के साथ बुखार आना शरीर में अकड़न या शरीर टूटा लगना अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे कूल्हों के ऊपर गिल्टियां आना
इंडियन ऑयल कारपोरेशन में छूट न देने का फैसला वापस लिया हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के बीच एचआरटीसी को बड़ी राहत मिली है। एचआरटीसी को डीजल पर मिलने वाली प्रति लीटर डेढ़ रुपए की छूट अब जारी रहेगी। इंडियन ऑयल कारपोरेशन में छूट न देने का अपना फैसला वापस ले लिया है। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के फैसले से निगम को प्रति माह करीब एक करोड़ रुपए की बचत होगी। वहीं, सालाना 10 से 15 करोड़ रुपए की बचत होने का अनुमान है। गौरतलब है को इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने पहले एचआरटीसी को डीजल पर मिलने वाली छूट को बंद करने का फैसला लिया था। इसके बाद एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर की ओर से केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के समक्ष यह मामला उठाया गया था। इनके आग्रह पर इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने फैसला वापस ले लिया है। इस बारे में एक पत्र के माध्यम से एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर को इंडियन ऑयल कारपोरेशन की ओर से जानकारी प्रदान की गई है।
चंद्रयान-3 की सफलता प्रत्येक भारतवासी के लिए खुशी और गर्व भरे पल लेकर आई है। कई दिनों से हम सबको बड़ी ही बेसब्री से इस ऐतिहासिक घड़ी का इंतजार था। चंद्रयान तीन मिशन की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए महिला मंडल देवठना नानड़ी की महिलाओं ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि चंद्रमा की धरती पर चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराकर इसरो ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित इसरो एवं इस मिशन से जुड़े तमाम वैज्ञानिकों और उनकी टीम को महिला मंडल देवठना नानडी की महिलाओ ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। महिलाओं ने कहा कि आज भारतवर्ष इस बड़ी सफलता पर फूले नहीं समा रहा है। इस खुशी के मौके पर महिला मंडल देवठना नानड़ी की महिलाओं ने आपने गांव पर पटाखे फोड़े गए और आतिशबाजी भी की गई तथा इन पलों को और भी यादगार बनाया गया महिला मंडल देवठना नानड़ी की सभी महिला मौजूद रही।
जिला सिरमौर व सोलन में मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था करेगी रजिस्ट्रेशन प्रदेश के 12 जिलों से लगभग 1500 छात्र करेंगे प्रतिभाग टाइम्स ऑफ इंडिया की टीच इंडिया डिवीजन टीम इंडिया भारतीय सेना की राष्ट्रीय क्विज प्रतियोगिता बैटल ऑफ माइंड 2023 का प्रतिनिधित्व कर रहा है। इसके लिए पहली प्रतियोगिता करवाई जा रही है, जिसके लिए पूर्व पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था को जिला सिरमौर व सोलन के लिए अधिकृत किया गया है कि वह स्कूलों से प्रति स्कूल चार बच्चे इस प्रतियोगिता के लिए निशुल्क रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। यह प्रतियोगिता ऑल इंडिया लेवल पर करवाई जा रही है तथा 762 जिलों के निजी व सरकारी सभी स्कूलों के 10-15 वर्ष के बच्चे भाग ले सकते हैं। इसके लिए पहले दो राउंड आनलाइन होंगे तथा इसका ग्रैंड फिनाले कारगिल दिवस पर आईएमए देहरादून में होगा तथा विजेता स्कूल व छात्रों को 2 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता के लिए बच्चों में काफी उत्साह है तथा यह भारतीय सेना प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता इसीलिए करवाई जा रही है छात्रों के लिए भारत और देश की यात्रा को आकार देने में हमारे सशस्त्र बलों द्वारा निभाई गई अपरिहार्य भूमिका के बारे में उनकी समझ बढ़ाने का अनूठा अवसर है। भारत की असाधारण विकास गाथा में योगदान देने के लिए प्रेरित कर सके तथा साथ ही हम भारतीय होने के लिए प्रेरणा दे सकते हैं प्रबुद्ध कर सकते हैं और गर्व पैदा कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के मोबाइल नंबर 9736402006 पर संपर्क कर सकते हैं।
स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति में संशोधन का लिया निर्णय, अब 40 वर्ष की अवधि के लिए होगा एमओयू हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में शिमला में आयोजित हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में भारी बारिश के कारण हुई भारी तबाही के कारण जान गंवाने वाले लोगों पर दुख व्यक्त किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। राजस्व विभाग ने आपदा प्रबंधन और सार्वजनिक एवं निजी संपत्तियों को हुए भारी नुकसान पर विस्तृत प्रस्तुति दी। कैबिनेट ने बैठक में शिक्षा विभाग में उन अंशकालिक जलवाहकों की सेवाओं को नियमित करने को मंजूरी दी गई, जिन्होंने 31 मार्च, 2023 और 30 सितंबर, 2023 को संयुक्त दैनिक वेतन और अंशकालिक सेवाओं के 11 वर्ष पूरे कर लिए हैं। बैठक में स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति में संशोधन करने का निर्णय लिया, जिसमें एमओयू 40 वर्ष की अवधि के लिए होगा। रॉयल्टी पहले 12 वर्षों के लिए 15 प्रतिशत, अगले 18 वर्षों के लिए 20 प्रतिशत और शेष 10 वर्ष की अवधि के लिए 30 प्रतिशत होगी। इसके बाद परियोजना राज्य सरकार को नि:शुल्क और सभी बाधाओं और देनदारियों से मुक्त होकर वापस कर दी जाएगी। हालांकि विस्तारित अवधि के लिए राज्य को देय रॉयल्टी 50 प्रतिशत से कम नहीं होगी। इसमें 210 मेगावाट लूहरी चरण-एक, 66 मेगावाट धौलासिद्ध, 382 मेगावाट सुन्नी बांध और 500 मेगावाट डुगर जलविद्युत परियोजनाओं के लिए एसजेवीएनएल और एनएचपीसी के पक्ष में क्रमबद्ध मुफ्त बिजली रॉयल्टी के लिए दी गई छूट को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया। मंत्रिमंडल ने जल विद्युत परियोजनाओं पर लिए जाने वाले जल उपकर की दरों को तर्कसंगत बनाने का निर्णय लिया। मंत्रिमंडल ने राज्य में वर्ष 2023-24 के लिए बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत खरीदे जाने वाले सेब, आम और नींबू वर्गीय फलों के समर्थन मूल्य को बढ़ाने की मंजूरी दी। अब से सेब और आम का समर्थन मूल्य 12 रुपये प्रति किलो होगा। साथ ही किन्नू, माल्टा और संतरे का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 20 रुपए कर दिया गया है। बैठक में मिड डे मी योजना के तहत कुक कम हेल्पर का मानदेय 1 अप्रैल 2023 से बढ़ाकर 2000 रुपये करने पर सहमति दी गई। इसके अलावा मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी भी बढ़ाई गई। इसके तहत गैरजनजातीय क्षेत्रों में 240 रुपए जनजातीय क्षेत्रों में 294 रुपए दिहाड़ी मिलेगी। बैठक में कीरतपुर-मनाली चार पर यातायात प्रबंधन और नियंत्रण तथा सडक़ सुरक्षा मानदंडों को सुनिश्चित करने के लिए बिलासपुर, मंडी और कुल्लू जिलों में नव स्थापित तीन यातायात सह पर्यटक पुलिस स्टेशनों के लिए विभिन्न श्रेणियों के 48 पद बनाने और भरने को मंजूरी दी गई। इसके अलावा, कैबिनेट ने ग्रामीण विकास विभाग में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) के 35 पद भरने का भी फैसला किया। कैबिनेट ने श्रम एवं रोजगार विभाग का नाम बदलकर श्रम रोजगार एवं विदेशी प्लेसमेंट विभाग करने पर सहमति दे दी। सफाई कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा कैबिनेट ने राज्य के सफाई कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने के लिए उन्हें आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने पर सहमति दी। इसने राज्य में अगले पांच वर्षों में तैनात किए जाने वाले पटवारियों और 16 चेन-मैन के रूप में 874 उम्मीदवारों का चयन और प्रशिक्षण करने का निर्णय लिया। वन भूमि से पेड़ कटान को मंजूरी वन भूमि से बचे पेड़ों की गणना, चिन्हांकन, निष्कर्षण और निपटान के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अपनी मंजूरी दे दी। इससे स्थानीय स्तर पर लकड़ी की उपलब्धता, परिवहन लागत में कमी, राजस्व में वृद्धि, फील्ड स्टाफ की बेहतर और बढ़ी हुई दक्षता और कच्चे रूपों में रूपांतरण सुनिश्चित होगा। ई टैक्सी पर सबसिडी बैठक में किसी भी सरकारी विभाग/स्थानीय प्राधिकरण/ स्वायत्त निकाय/ बोर्ड/ निगम/सरकारी उपक्रम या किसी अन्य प्रतिष्ठान द्वारा राजीव गांधी स्वरोजगार योजना-2023 के तहत ई-टैक्सी किराए पर लेने के लिए मानक संचालन प्रक्रिक्रयाओं (एसओपी) को अपनी मंजूरी दे दी। इस योजना से राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे और राज्य सरकार ई-टैक्सी खरीदने के लिए 50 प्रतिशत की सबसिडी प्रदान करेगी जो प्रदूषण को कम करने में काफी मदद करेगी और हरित राज्य बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएगी। इसे 2 अक्तूबर, 2023 से लागू किया जाएगा।
हिमाचल सरकार ने ग्रुप सी और डी यानी क्लास 3 और क्लास 4 कर्मचारियों के तबादलों से बैन हटा दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश के अनुसार 21 अगस्त से 31 अगस्त और फिर 20 सितंबर से 30 सितंबर के बीच प्रतिबंध हट जाएगा। इस दौरान संबंधित कैबिनेट मंत्री ट्रांसफर आर्डर कर सकेंगे। इसके बाद फिर से प्रतिबंध लागू हो जाएगा। ट्रांसफर बैन की अवधि में सिर्फ मुख्यमंत्री को ही तबादला आदेश जारी करने का अधिकार है। सोमवार को जारी आदेशों के अनुसार सभी प्रशासनिक सचिवों, विभाग अध्यक्षों, मंडल युक्त और जिला उपायुक्तों को ये निर्देश भेजे गए हैं। इसके अनुसार संबंधित मंत्री 3 साल का स्टे पूरा करने वाले कर्मचारियों के आवेदनों पर ही विचार करेंगे, लेकिन यदि प्रशासनिक जरूरत है तो 2 साल एक स्टेशन पर पूरा करने वाले कर्मचारी भी तबादले के लिए कंसीडर किए जा सकेंगे। ये तबादले कुल कैडर के 3 फ़ीसदी से ज्यादा नहीं होंगे। यदि तबादले का आवेदन कंप्रिहेंसिव गाइडिंग प्रिंसिपल 2013 के अनुसार नहीं है, तो मुख्यमंत्री को मामला अनुमति के लिए भेजना होगा। तबादला आदेश करती बार संबंधित विभाग अध्यक्ष को यह भी ध्यान होगा कि आपदा राहत और पुनर्वास के कामों में लगे कर्मचारियों के तबादले न हों।
निगम की बसों में पहली बार बिना यात्री भी भेज सकेंगे सामान हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) निगम प्रबंधन ने लोगों की सुविधा, आय बढ़ाने और परिचालकों की मनमानी रोकने के लिए बसों में ले जाने वाले सामान के टिकट की दरें तय की हैं। सब्जी, फल, फूल सहित लोग अब ऑफिस और डाइनिंग चेयर, टेबल, सोफा सेट, बेड बॉक्स और अलमारी भी निगम की बसों पर ले जा सकेंगे। नई दरों में निगम की बस में अब लैपटॉप व वॉशिंग मशीन का फुल और अलमारी का डबल टिकट कटेगा। यात्री अब सफर के दौरान बिना अतिरिक्त किराया चुकाए 30 किलो घरेलू सामान या दो बैग साथ ले जा सकेंगे। इसके अलावा बसों में पहली बार बिना यात्री सामान भेजने की सुविधा मिलेगी। 40 किलो का आधा टिकट और 80 किलो का पूरा टिकट बनता था। अब 30 किलो से अधिक सामान के लिए 15 किलो का एक चौथाई टिकट लेना होगा। पहले 25 किलो पर एक चौथाई टिकट लेना होता था। सेब का हाफ बॉक्स मुफ्त जाएगा। फुल बॉक्स के लिए आधा टिकट लगेगा। बिना यात्री हाफ बॉक्स के लिए आधा टिकट, फुल बॉक्स के लिए पूरा टिकट लगेगा। अब तक एक यात्री अपने साथ सेब का एक फुल बॉक्स मुफ्त ले जा सकता था। पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, एसिड, गन पाउडर, गुटका, पान मसाला सहित 25 अन्य सामान ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। यात्री के साथ दो लैपटॉप मुफ्त और बिना यात्री के पूरे टिकट के पैसे देने होंगे। यात्रियों को सुविधा मिलेगी, आय भी बढ़ेगी एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि यात्रियों की सुविधा, आय में बढ़ोतरी और गड़बड़ी करने वालों पर नकेल के लिए व्यवस्था लागू की है। कुछ लोग बिना यात्रा किए बसों से सामान भेजते हैं, लेकिन निगम को इससे आय नहीं हो रही, अब यात्री साथ हो या न हो सामान की टिकट अनिवार्य होगी। बिना टिकट सामान मिला तो कंडक्टर ड्राइवर नपेंगे नई व्यवस्था के तहत अब अगर बस में बिना टिकट सामान मिला कंडक्टर, ड्राइवर पर कार्रवाई होगी। दोषी पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। सवाल : बिना कैरियर बसों में कैसे जाएगा सामान? दिल्ली सहित अन्य लंबी दूरी के रूटों पर निगम की बिना कैरियर वाली बीएस-6 बसें संचालित की जा रही हैं। इन बसों में छोटी डिग्गी की सुविधा है ऐसे में लंबी दूरी के लिए भारी सामान का परिवहन कैसे होगा यह बड़ा सवाल है।
जवाहर नवोदय चयन परीक्षा-2024 के लिए प्रवेश हेतु ऑनलाइन फार्म भरने की तिथि को 17 अगस्त से बढ़ाकर 25 अगस्त कर दिया गया है। जो अभ्यर्थी कक्षा 6 के लिए परीक्षा हेतु आवेदन करने के इच्छुक हैं वह 25 अगस्त तक अपना आवेदन फार्म भर सकते हैं। प्रधानाचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन द्वारा यह जानकारी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इच्छुक अभ्यर्थी नवोदय विद्यालय समिति की की वैबसाईट पर जाकर अपने ऑनलाईन आवेदन भर सकते हैं। आवेदन फार्म जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन तथा शिक्षा विभाग के खंड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों में उपलब्ध हैं। परीक्षा का आयोजन 4 नवंबर को किया जाएगा।
भारी बारिश के कारण प्रदेश भर में बंद हुए करीब 3700 रूटों में से एचआरटीसी ने 2500 रूटों पर बस सेवा को बहाल कर दिया है, लेकिन अभी भी 1226 रूट प्रदेश भर में बंद हैड्ड। इन रूटों के बंद होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रूट बंद होने से जहां प्रदेश के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। वहीं एचआरटीसी को रोजाना लाखों रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है। एचआरटीसी प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में सबसे ज्यादा रूट मंडी और कुल्लू जिला में प्रभावित हैं। मंडी जिला में 130 और कुल्लू जिला में 167 रूट प्रभावित हैं। इसके अलावा रामपुर यूनिट में 118 और सुंदरनगर यूनिट में 96 रूट प्रभावित है। वहीं प्रदेश में एचआरटीसी की 180 बसें अभी भी प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में फंसी हुई हैं। एचआरटीसी की बसें ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचाने, नौकरी पेशा लोगों को दफ्तरों तक पहुंचाने और किसानों-बागबानों व दुग्ध उत्पादकों के उत्पादों को मार्केट तक पहुंचाती हैं। ऐसे में एचआरटीसी की सेवाएं बंद होने से प्रदेश के हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां सरकार व एचआरटीसी प्रबंधन एचआरटीसी को घाटे से निकालने के लिए योजनाएं बना रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल में आई आपदा से एचआरटीसी की मुश्किलें और अधिक बढ़ गई है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल में आई प्राकृतिक आपदा का जायजा लेने के लिए पहुंच गए हैं। वह सबसे पहले सिरमौर जिले के सतौन गांव में पहुंचे हैं, जहां उन्होंने आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। इसके बाद वह शिमला और बिलासपुर के आपदा प्रभावितों से मिलेंगे। बता दें कि हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोकसभा के मानसून सत्र में प्रदेश के सांसदों द्वारा हिमाचल में आई आपदा को लेकर सवाल नहीं पूछने को लेकर उन्हें घेरा था। उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद केंद्र से मदद लाने की बजाय आपदा में राजनीति कर रहे हैं। वह एक बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से आपदा को लेकर नहीं मिले। दोपहर बाद बिलासपुर जाएंगे नड्डा दोपहर बाद जेपी नड्डा बिलासपुर के सर्किट हाउस पहुंचेंगे। वे यहां भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण हुए नुकसान और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे और स्थानीय प्रशासन से राहत, बचाव एवं पुनर्वास कार्यक्रमों को लेकर चर्चा करेंगे।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शुक्रवार देर शाम श्री नयनादेवी जी मंदिर में शीश नवाया और प्रदेश के लोगों की सुख-समृद्धि की कामना की। नयनादेवी मंदिर न्यास की ओर से घवांडल सीएचसी के लिए पांच करोड़ जारी किए। मुकेश ने कहा कि श्री नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के विकास में पैसे की कमी नहीं आएगी। मंदिर के लिए लिफ्ट बनाने के कार्य को भी जल्द स्वीकृति दी जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने श्री नयनादेवी क्षेत्र के लिए जो घोषणाएं की थीं उन सभी को वर्तमान सरकार पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष में नयना देवी मंदिर न्यास की ओर से दो करोड़ और बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की ओर से एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। समस्त मंदिर ट्रस्ट के सदस्य शिमला में मुख्यमंत्री से मिलेंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश के बड़े मंदिरों की तरह हिमाचल के मंदिरों का भी कायाकल्प होगा। बसों के माध्यम से सभी तीर्थ स्थलों को आपस में जोड़ा जाएगा। कहा कि हिमाचल प्रदेश के मंदिरों के लिए योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलेंगी। अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भरमौर में आपदा के दौरान पेयजल योजना की स्कीम में कार्य करते हुए गुड्डू राम की जान चली गई। उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। वहीं विभाग के अंतर्गत जिन व्यक्तियों ने आपदा के दौरान अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों को सरकार अकेला नहीं छोड़ेगी। परिवार के किसी एक सदस्य को रोजगार देगी।
शिमला के बालूगंज में शिव मंदिर हादसे में अविनाश नेगी के निधन पर युवा सद्भावना मिशन हिमाचल प्रदेश के राज्य अध्यक्ष संजय नेगी एवं संयोजक प्रदेश समन्वयक डीपीई संघ हिमाचल प्रदेश ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश ने एक होनहार युवक को खोया है। वे प्रदेश के अच्छे क्रिकेटर होने के साथ योग्य शारीरिक शिक्षक भी रहे थे। उनका इन सभी क्षेत्रों में योगदान अतुल्य है। इस दुख की घड़ी में वे सभी ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं एवं शोकयुक्त परिवार को इस दुख की घड़ी में ईश्वर शक्ति प्रदान करे यही कामना करते हैं।
मेरा गांव, मेरा देश हो नशा मुक्त अभियान के अंतर्गत राजकीय बहुतकनीकी पांवटा साहिब धौलाकुआं में मेरा गांव, मेरा देश एक सहारा संस्था द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया जिसमें छठी भारतीय रिजर्व बटालियन धौलाकुआं से इंस्पेक्टर परवीन ठाकुर व हेड कांस्टेबल अर्जुन,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से संजीव शर्मा व मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संचालक अनुराग गुप्ता, पुष्पा खंडूजा व नीरज बंसल ने बच्चों को नशें से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे जागरूक किया। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा मेरा गांव मेरा देश हो नशा मुक्त अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत राजकीय बहुतकनीकी पांवटा साहिब धौलाकुआं में जागरूकता अभियान चलाया गया जिसमें संस्था के संचालक अनुराग गुप्ता ने व पुष्पा खंडूजा ने में बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावो के बारे में बताया साथ ही छठी भारतीय रिजर्व बटालियन से आए इंस्पेक्टर प्रवीण ठाकुर ने बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों, मोटर व्हीकल एक्ट अधिनियम ,साइबर अपराध आदि के बारे में जागरूक किया उन्होंने बताया कि नशा एक ऐसी लत है जो एक बार हो जाए तो उससे बाहर निकलना बहुत ही मुश्किल है इसलिए से नो टू ड्रग्स। नशे के कारण व्यक्ति अपराधिक मामलों में उलझ जाता है तथा आज के समय में 20 में से 15 आपराधिक मामले नशे के कारण हो रहे हैं। इसलिए यह समय आप घर से बाहर पढ़ाई करने के लिए आए हैं तो इसमें आप लोग अपना ध्यान पढ़ाई में लगाएं तथा जो लोग आपको नशा करने के लिए उकसा रहे हैं, उनकी शिकायत पुलिस को करें। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संचालकों ने पॉलिटेक्निक के छात्रों को संस्था का हेल्पलाइन नंबर 97364 02006 भी उपलब्ध करवाया तथा कहा कि अगर बच्चों को किसी भी तरह की कोई भी समस्या आ रही है तो वह बेझिझक होकर संस्था के संचालकों से बात कर सकते है. संस्था के द्वारा जरूरतमंद बच्चों के लिए खुशियों का सहारा योजना चलाई गई है जिसमें बच्चों को पढ़ाई लिखाई संबंधित ज़रूरत का सामान संस्था के द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है। मेरा गांव, मेरा देश हो हराभरा मुहिम भी चलाई राजकीय बहुतकनीकी पांवटा साहिब धौलाकुआं में मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था द्वारा 6वीं भारतीय रिजर्व बटालियन के इंस्पेक्टर परवीन ठाकुर, हेड कांस्टेबल अर्जुन प्रिंसिपल वी के चौधरी, कॉलेज लेक्चरर सचिन, राजीव वर्मा व अन्य स्टाफ राम चंद, डीएलएसए से संजीव के साथ मिलकर पौधरोपण भी किया गया। तथा मेरा गांव मेरा देश हो हरा-भरा मुहिम भी चलाई गई है जिसमें संस्था के द्वारा अभी तक लगभग 1500 पौध का रोपण करवाया जा चुका है।
सीएम बोले प्रदेश में 10 हजार करोड़ से भी अधिक का नुकसान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान के दृष्टिगत राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश को 'प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्रÓ घोषित किया है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों से जारी भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से प्रदेश में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। राज्य में पेयजल, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था व सड़कों सहित अन्य संसाधनों को भी भारी क्षति पहुंची है। अभी तक राज्य में 12 हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 330 लोगों की बहुमूल्य जान चली गई हैं। प्रदेश में अभी तक 10 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक का नुकसान आंका गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कृषि और बागवानी को भी भारी नुकसान हुआ है। राज्य में संचार व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। राज्य में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है और व्यावसायिक गतिविधियां भी आपदा से अछूती नहीं रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है। खतरे के दृष्टिगत बहुत से लोगों को उनके घरों से सुरक्षित निकालकर दूसरे स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रदेश सरकार राहत, बचाव एवं पुनर्वास के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। आपदा प्रभावितों को हरसंभव मदद सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि मौसम के अनुकूल होने पर संबंधित जिलों और विभागों द्वारा संपत्ति, पशुधन, आधारभूत संरचना और अन्य नुकसान का आकलन कर पुनर्निर्माण और उपयुक्त कार्रवाई के लिए प्रदेश सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
पावंटा-शिलाई राजमार्ग के स्थाई समाधान को कच्ची ढांक में पुल निर्माण की घोषणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सिरमौर जिला के तीन विधानसभा क्षेत्रों पावंटा साहिब, शिलाई तथा नाहन के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि इस बार की बरसात प्रदेश के हजारों परिवारों को गहरे घाव दे गई है और प्रदेश सरकार प्रभावितों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने बादल फटने की घटना, बाढ़ व भूस्खलन के कारण प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण कर वहां हुई क्षति का जायज़ा लिया। मुख्यमंत्री ने शिलाई विधानसभा क्षेत्र के अंबौण में गत दिनों भारी बाढ़ की चपेट में आए 22 मकानों के प्रभावित प्रत्येक परिवार को एक-एक लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों की फसलें खराब हुई हैं, प्रदेश सरकार उन्हें भी उपयुक्त मुआवज़ा प्रदान करेगी। बरसात में अपने आशियाने तथा खेत-खलियान पूरी तरह से खो चुके परिवारों के पुनर्वास को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में व्यापक चर्चा के उपरांत एक नीति बनाई जाएगी ताकि सरकार अपने संसाधनों से ही प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था कर सके। उन्होंने कहा कि पावंटा-शिलाई राष्ट्रीय राजमार्ग के कच्ची ढांक में एक बड़े पुल का निर्माण किया जाएगा जिससे राजमार्ग पर बार-बार मलबा गिरने से यातायात बाधित होने की समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित हो सकेगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अभी तक प्रदेश में निजी व सरकारी संपत्ति को लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है और इसकी भरपाई में समय लगेगा। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश सरकार संकट की इस घड़ी में प्रत्येक प्रभावित के साथ है। उन्होंने आश्वस्त किया कि क्षतिग्रस्त घरों के लिए मुआवज़े के साथ ही जिन मकानों में सिल्ट आई है, उन्हें भी आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पशुधन की मौत पर बढ़े हुए मुआवज़े का भी प्रावधान किया गया है। आपदा में अपने परिवार को खो चुके विनोद कुमार को सांत्वना देने मुख्यमंत्री उनके घर पहुंचे। सिरमौरी ताल में आई भयंकर बाढ़ के कारण विनोद का परिवार मकान सहित दब गया था और इसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने विनोद कुमार व अन्य परिजनों को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने राहत शिविर में पहुंचकर सिरमौरी ताल में बेघर हुए 17 परिवारों से भी संवाद किया और प्रशासन को इन परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री नाहन विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कंडईवाला भी पहुंचे। इस क्षेत्र में लगभग डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र बादल फटने के कारण आई बाढ़ से प्रभावित हुआ है जिसमें मकानों समेत लोगों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को सड़क के दोनों ओर से मलबा तुरंत हटाने तथा सड़क में कलवर्ट और नालियां बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री बाढ़ में बहने से मृत्यु को प्राप्त इमरान तथा बिंदरो देवी के परिजनों से भी मिले और दोनों के परिवारों को 3.75 लाख रुपये प्रत्येक के चेक प्रदान किए। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि सिरमौर जिला में प्राकृतिक आपदा से अभी तक कुल 372 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें 21 लोग काल का ग्रास बने और 22 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि 40 मकान मलबे में दबकर तबाह हो गए जबकि 35 पशुधन की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि बहाली कार्यों के लिए लोक निर्माण, विद्युत व जल शक्ति विभाग को लगभग 10 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने जिला के लिए उदारतापूर्वक धनराशि उपलब्ध करवाने तथा राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। इस अवसर पर विधायक विनय कुमार, अजय सोलंकी व सुखराम चौधरी, पूर्व विधायक किरनेश जंग, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आनंद परमार, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता रूपेन्द्र ठाकुर, मंडल अध्यक्ष सीताराम, अश्वनी शर्मा, ज्ञान चौहान तथा तपेंदर चौहान, निदेशक राज्य सहकारी बैंक भारत भूषण मोहिल, निदेशक जोगेंद्रा बैंक असगर अली, खाद्य एवं आपूर्ति निदेशक मंडल की सदस्य नसीमा बेगम, उपायुक्त सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि, कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी व विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा की नवगठित विधायक संघ के अध्यक्ष एवं शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया और नाहन के विधायक अजय सोलंकी ने केंद्र सरकार से प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के कारण हुई भारी जान-माल की क्षति के दृष्टिगत इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। पिछले 56 दिनों के दौरान भारी बारिश, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की इस त्रासदी में प्रदेश में अब तक 330 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई हैं, इसके अलावा 38 लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 113 भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं और प्रदेश को लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि ऑडिट आपत्तियों के कारण पिछले कुछ वर्षों से केंद्र सरकार के पास लंबित 315 करोड़ रुपये की राहत राशि में से केंद्र ने 189 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसके अतिरिक्त राज्य आपदा राहत निधि (एसडीआरएफ) के तहत राज्य को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रति वर्ष दो किस्तों में कुल 360 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाती है। केंद्र सरकार ने इसमें से 180 करोड़ रुपये की पहली किस्त जून माह में तथा दिसंबर माह में मिलने वाली 180 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त राज्य को अग्रिम रूप से जारी कर दी है। इस 360 करोड़ रुपये की राशि पर हिमाचल प्रदेश का हक है, जो सभी राज्यों को प्रदान की जाती है और इसके अलावा केंद्र की ओर से अलग से कोई वित्तीय सहायता जारी नहीं की गई है। इस प्रकार राज्य को अब तक 549 करोड़ रुपये की राशि के रूप में केंद्र सरकार के पास लंबित राज्य का उचित हिस्सा मिला है। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं पर कटाक्ष करते हुए विधायकों ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेता हिमाचल को अपना दूसरा घर कहते नहीं थकते हैं बाजवूद इसके प्रदेश के सौतेला व्यहार कहां तक सही है। उन्होंने कहा कि यह नेता अपने संबोधनों में हिमाचल के व्यंजनों का 'सेपू बड़ी, चंबा का 'मदराÓ, सिड्डू का जिक्र करते थे पर जब प्रदेश पर विपदा की स्थिति आई तो मदद के लिए हाथ बढ़ाने के बजाए ये नेता ओछी राजनीति कर रहे हैं। राज्य में आपदा को 'राष्ट्रीय आपदाÓ घोषित करने में हो रहे विलंब से प्रदेश के लोगों की पीड़ा और अधिक बढ़ रही है। विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लोगों का दुख-दर्द साझा करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं तथा आर्थिक तंगी के बावजूद प्रभावित परिवारों को हरसंभव राहत राशि प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर जीवन और सार्वजनिक तथा निजी संपत्ति दोनों को हुए भारी नुकसान के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है, लेकिन भाजपा का ढुलमुल रुख सामने आया है। नेताओं ने राज्य के लोगों को असहाय स्थिति में छोड़ दिया है। पठानिया और सोलंकी दोनों ने टिप्पणी की, कि राज्य के भाजपा नेता भी जरूरत की इस घड़ी में सहयोग करने के बजाय सकारात्मक छाप छोड़ने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग 2024 में लोकसभा चुनाव से काफी पहले उनकी शरारतों को समझने के लिए काफी समझदार थे। इसके बजाय उन्हें राज्य के सर्वोत्तम हित में मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली जाना चाहिए था और अपने केंद्रीय नेतृत्व से विशेष राहत पैकेज की मांग करनी चाहिए थी।
जल्द ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से करेंगे मुलाकात हाटी विकास मंच के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉ. रमेश सिंगटा की अगुवाई में शिमला में राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल का आभार जताया और उन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपा इस ज्ञापन में हाटी समुदाय की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष आभार जताया गया है। उन्होंने कहा कि हाटी मसले को तार्किक अंत तक सीधे चढ़ाने में राजभवन की बड़ी भूमिका रही है। अब जल्द ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात होगी। राज्यपाल ने कहा कि जैसे ही केंद्र से आदेश आएगा वैसे ही इसे क्रियान्वित करने के निर्देश जारी किए जाएंगे। शुक्ल ने कहा कि सिरमौर के गिरीपार के लोगों को अब अपनी पुरातन संस्कृति का बेहतर तरीके से संरक्षण और संवर्धन करना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि उत्सवों और त्यौहारों के मौके पर अपनी पारंपरिक वेशभूषा जरूर पहने और अपने पूर्वजों और उनकी समृद्ध संस्कृति को ना भूले। प्रधानमंत्री और राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि करीब छह दशक के लंबे तर्कपूर्ण, तथ्य पूर्ण और शांतिपूर्ण संघर्ष के बाद माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का औपचारिक दर्जा दे दिया है। सुदीर्घ सांस्कृतिक परंपरा को संजो कर रखने वाले हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने में बहुत से पक्षों का सहयोग मिला है। महामहिम राज्यपाल ने हाटी समुदाय को अपना मार्गदर्शन और अपना स्नेह प्रदान किया। राज्यपाल के ही प्रयासों का ही नतीजा रहा कि राज्यसभा में अनुसूचित जनजाति संशोधन विधेयक पारित हो सका। हाटी विकास मंच ने जनजाति अधिकार दिलाने के लिए राजभवन में कई बार भेंट की थी और इस दौरान राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल जी आशीर्वाद हाटी समुदाय को मिला था। हम विनीत शब्दों में महामहिम राज्यपाल का कोटिश कोटिश आभार व्यक्त करते हैं। हाटी समुदाय दृढ़ विश्वास करता है कि निकट भविष्य में भी महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल जी का अमूल्य मार्गदर्शन मिलता रहेगा। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी हाटी समुदाय की ओर से आभार ज्ञापन सौंपा गया। इस प्रतिनिधिमंडल में हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा, लीगल एडवाइजर बीएन भारद्वाज, मीडिया प्रभारी रविंद्र जस्टा, मुकेश ठाकुर, पवन शर्मा, सुरेंद्रा ठाकुर, सोलन हाटी यूनिट से राजेन्द्र छाजटा, विवेक तोमर, प्रदीप अजटा, अंकित शर्मा, रिसर्च स्कॉलर विपिन, कपिल कपूर, वीरेंद्र सिंह आदि हाटी समुदाय के लोग उपस्थित रहे।
उप मंडल शिलाई के रोनहाट में एक ऑल्टो कार के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरवार देर शाम एक ऑल्टो कार HP85-1696 रोनहाट से लाणी-बोराड़ की तरफ जा रही थी की अचानक जासवीं केंची के समीप अनियंत्रित होकर करीब 300 मीटर गहरी गहरी खाई में लुढ़क गई। दुर्घटना के समय कार में तीन लोग सवार थे, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई है। मृतकों की पहचान डॉ. रमेश भारद्वाज पुत्र शिव राम उम्र 47 वर्ष निवासी गांव बोरॉड, साक्षी पुत्री भरत उम्र 18 वर्ष निवासी गांव किणु-पनोंग, जय राम उफ़र् पंगा पुत्र सिया राम उम्र 39 वर्ष निवासी गांव लाणी-बोराड, उपतहसील रोनहाट जिला सिरमौर के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार हादसे में जान गँवाने वाले डॉ. रमेश भारद्वाज राजकीय महाविद्यालय रोनहाट में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे और कार्यकारी प्रधानाचार्य का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाल रहे थे। वहीं मृतक युवती भी रोनहाट कॉलेज की छात्रा बताई जा रही है जो अपने मामा जय राम के साथ लाणी-बोराड गांव में मेहमान जा रही थी। उधर, पुलिस थाना शिलाई के प्रभारी प्रीतम सिंह लालटा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया की पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएँगे। फ़िलहाल पुलिस मामला दर्ज करके दुर्घटना के कारणों की जाँच कर रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रदेश में स्वचालित मौसम केंद्र ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) की संख्या बढ़ाने के लिए उपयुक्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। वह बुधवार सायं यहां आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एडब्ल्यूएस स्थापित करने से मौसम से संबंधित अद्यतन (रियल टाइम) डाटा उपलब्ध होगा, जिससे मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों में समय पर उचित कदम उठाने में मदद मिलेगी। उन्होंने प्रदेश में ऑब्जर्वेटरी सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) को और सशक्त बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ को आपात स्थिति से निपटने के लिए आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे। इन उपकरणों से गिरे हुए लेंटर व स्लैब उठाने और भारी स्टील की कटिंग सुविधा उपलब्ध होने से आपदा की स्थिति में बचाव कार्यों में अत्यधिक मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश के कारण प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में काफी संख्या में पेड़ गिरे हैं। इन पेड़ों की कटाई व निपटान वैज्ञानिक तरीके से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि गिरे हुए पेड़ों के स्थान पर पौधरोपण करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएं ।उन्होंने अधिकारियों को कहा कि कुल्लू जिला में सड़कें बाधित होने के दृष्टिगत गंभीर मरीजों को आपात चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए अतिरिक्त (स्टैंड बाई) हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से प्रदेश के विभिन्न भागों में चलाए जा रहे राहत व बचाव कार्य की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, प्रधान सचिव, सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने शिक्षा सचिव के कार्यालय से 15 अगस्त को जारी अवकाश संबंधित आदेश को छेड़कर सोशल मीडिया में वायरल करने वाले शरारती तत्व पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। दरअसल 15 अगस्त को जारी आदेश के अनुसार सम्पूर्ण राज्य मे 16 अगस्त को शिक्षा संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी हुए आज उन्ही आदेशो को छेड़कर किसी शरारती तत्व ने 16 अगस्त के स्थान पर 17 अगस्त को भी शिक्षा संस्थान बंद करने का झूठा पत्र सोशल मीडिया में जारी कर दीया यद्यपि उच्च अधिकारियों के ध्यान मे आते ही उक्त पत्र को जाली करार दे दिया गया तथापि कुछ समय के लिए सभी विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षक काफी परेशान रहे। प्रवक्ता संघ जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, निवर्तमान राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, महासचिव आईडी राही, रमेश नेगी, संजय शर्मा, देवराज कनयाल, रमा शर्मा, संध्या चौहान आदि ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि आज जब संपूर्ण राज्य अभूतपूर्व प्राकृतिक आपदा को झेल रहा है। सरकार, संपूर्ण सरकारी तंत्र एवं समाज का बुद्धिजीवी वर्ग इस भयावह चुनौती से जूझने के दिन रात प्रयास कर रहा है ऐसी अवस्था में इस प्रकार के झूठे एवं भ्रामक प्रचार अत्यंत निंदनीय है।
कांगड़ा में 6, शिमला में 2 और मंडी व सिरमौर में 1-1 टीम कर रही बचाव कार्य हिमाचल प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में बादल फटने और लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़, भूस्खलन और इमारत ढहने की घटनाएं हो रही हैं। इस आपदा की घड़ी में मानसून सीजन के शुरुआत से ही 14 वाहिनी एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थान पर राहत एवं बचाव कार्य कर रही हैं। पिछले 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश से ब्यास नदी का जलस्तर भी बहुत बढ़ गया है, जिसके कारण पौंंग डैम का पानी खतरे के निशान पर पहुंच गया है तथा पौंग डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है पौंंग डैम से पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बन गया है। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ की 6 टीमें बलजिंदर सिंह, सेनानी के मार्गदर्शन में कांगड़ा जिले के विभिन्न स्थानों पर दिन-रात राहत एवं बचाव कार्य कर रही हैं। कांगड़ा जिले में 3 टीमें इंदौरा, 1 टीम ज्वालामुखी और 2 टीमें फतेहपुर में, जबकि जिला शिमला में समर हिल में 2 टीमें, सिरमौर जिला के काला कालाअंब में 1 और जिला मंडी के धर्मपुर में 1 टीम राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई है। एनडीआरएफ द्वारा अभी तक ज्वालामुखी क्षेत्र से 67 लोगों को, इंदौरा से 138 लोगों को एवं फतेहपुर से 7 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और वाहिनी की 2 अन्य टीमों द्वारा समर हिल शिमला से भूस्खलन रेस्क्यू ऑपस के दौरान अभी तक 4 मृत देह को मलबे से बाहर निकाला गया है। ऑप्स के दौरान सभी रेसस्क्यूर्स का मोराल बहुत उच्च दर्जे का है और सभी रेसस्क्यूर्स पूरे जोश के साथ रेस्क्यू ऑप्स में तैनात हैं। राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है।
लोक निर्माण मंत्री ने पांवटा और नाहन में प्रभावित लोगों का जानी समस्याएं लोक निर्माण, युवा सेवायें एव खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज मंगलवार को नाहन में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करने के उपरांत पांवटा साहिब के राजबन, नारीवाला, मालगी, सिरमौरी ताल तथा कच्चीढांग में भारी बरसात तथा बादल फटने के कारण हुये जान-माल के नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित परिवारों को उपलब्ध करवाये गये राहत तथा बचाव सम्बन्धी कार्यों की समीक्षा भी की। विक्रमादित्य सिंह ने पावंटा स्थित विश्राम गृह में आपदा से पीड़ित परिवारों से भेंट की और जन समस्यायें भी सुनी। इस अवसर पर क्षेत्र के लोगों ने उन्हें अपनी समस्यायों से अवगत करवाया। विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को जन समस्यायें विशेषकर भारी बारिश से प्रभावित परिवारों की समस्याओं के शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। विक्रमादित्य सिंह ने सिरमौरी ताल में बादल फटने से अकाल मृत्यु का शिकार बने विनोद के परिवार के पांच सदस्यों की अकस्मात मृत्यु पर शोक प्रकट किया। उन्होंने नारीवाला में विनोद व उनके बड़े भाई कमल से भेंट कर इस त्रासदीपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि त्रासदी की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ है। लोक निर्माण मंत्री ने बादल फटने वाले स्थल मालगी का निरीक्षण भी किया। उन्होंने मालगी की एक मात्र सड़क को शीघ्र ठीक करने का भरोसा स्थानीय लोगों को दिया। उन्होंने सिरमौरी ताल में आपदाग्रस्त परिवारों से भेंट की और घटनास्थल का निरीक्षण भी किया। राजबन से सिरमौरी ताल के बीच प्रभावित परिवारों ने लोक निर्माण मंत्री से मिलकर उन्हें आपदा से प्रभावित होने की आप बीती सुनाई। गिरि बस्ती के प्रतिनिधिमंडल ने भी लोक निर्माण मंत्री से भेंट कर सड़क की मांग रखी। लोक निर्माण मंत्री ने राजबन सीमेंट फैक्टरी परिसर में सिरमौरी ताल के प्रभावित परिवारों के लिए स्थापित राहत शिविर में जाकर पीड़ितों से भी भेंट की। जिला प्रशासन द्वारा यहां पर सिरमौरी ताल क्षेत्र के 17 प्रभावित परिवारों के करीब लगभग 220 लोगों को आवास और भोजन व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई है। प्रभावित परिवारों को क्षेत्र के लोगों द्वारा भी सहयोग और मदद उपलब्ध करवाई जा रही है। पांवटा साहिब के विधायक सुख राम चौधरी, रेणुका के विधायक विनय कुमार, नाहन के विधायक अजय सोलंकी, पावंटा के पूर्व विधायक किरणेश जंग, निदेशक जोगिन्द्र बैंक असगर अली, निदेशक खाद्य एवं आपूर्ति नसीमा बेगम, एसडीएम पांवटा गुंजीत चीमा, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण अरविंद शर्मा के अलावा लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली व अन्य विभाग के अधिकारी एवम् गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश में 72 घंटों से लगातार जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। सावन के सोमवार को भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच राज्य में जगह-जगह बादल फटने और भूस्खलन से 51 लोगों की मौत गई। करीब 30 लोग मलबे में दबने और बहने से लापता हैं। मंडी जिले में 18, राजधानी शिमला में 14, सोलन में 11, कांगड़ा-हमीरपुर में 3-3, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है। शिमला, सोलन, कांगड़ा में एक-एक और मंडी में दो जगह बादल फटे हैं। शिमला में 15, मंडी में 3, हमीरपुर में दो और सिरमौर में एक व्यक्ति लापता है। मंडी में छह लोग घायल हुए हैं। प्रदेश सरकार ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। केवल रस्मी तौर पर ही तिरंगा फहराया जाएगा। प्रदेश में रविवार रात को सामान्य से 357 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। सूबे में आठ नेशनल हाईवे और 621 सड़कें बंद हो गईं हैं। मंडी के पराशर रोड पर 250 पर्यटक फंसे हैं। इन्हें सुरक्षित निकालना चुनौती बन गया है। शिमला में भी पर्यटक होटलों में ही कैद हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि प्रदेश में भारी बारिश तथा बाढ़ के कारण हुए भारी नुकसान के दृष्टिगत १५ अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में किसी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समारोह केवल सेरेमोनियल होगें। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण प्रदेश में जानमाल की भारी क्षति हुई है। प्रदेश सरकार आपदा की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ है। मुख्यमंत्री ने आज इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला का दौरा भी किया तथा शिमला शहर के विभिन्न स्थानों में भूस्खलन से घायल हुए लोगों का कुशलक्षेम पूछा तथा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
भारी बारिश के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर लिया निर्णय सभी जिलों के डीसी से फोन पर बात कर बारिश से हुए नुकसान का लिया फीडबैक हिमाचल प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान (स्कूल, कॉलेज) 14 अगस्त को बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारी बारिश के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री के आदेश पर शिक्षा सचिव ने सभी सरकारी, निजी स्कूलों, कॉलेजों को १४ अगस्त को बंद रखने की अधिसूचना जारी कर दी है। मुख्यमंत्री ने जिलों में भारी बारिश से हो रहे नुकसान की फीडबैक सभी डीसी से ली। उन्होंने सड़क मार्गों के बंद होने की जानकारी भी हासिल की। भूस्खलन और मकानों के क्षतिग्रस्त के कारण हुए नुकसान के बारे में भी उन्होंने जाना। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव, गृह सचिव के साथ ही सभी डीसी को निर्देश दिए हैं कि भारी बरसात के कारण बने हालात पर पूरी नजर बनाए रखें। प्रशासनिक अमला मुस्तैद रहे और सड़क मार्ग, बिजली, पानी की व्यवस्था सुचारू बनाए रखें।
लोक निर्माण व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह अगले दो दिन सिरमौर जिला के प्रवास पर रहेंगे। वह 14 अगस्त को दोपहर एक बजे पांवटा साहिब में उपमंडलाधिकारियों के साथ बैठक करके पांवटा विधानसभा क्षेत्र में अप्रत्याशित बरसात व बाढ़ से हुए नुकसान तथा राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे। लोक निर्माण मंत्री इसके उपरांत 3 बजे सिरमौरी ताल व मालगी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे जहां हाल ही की बाढ़ में भारी तबाही हुई है। वह आपदा प्रभावित लोगों से मिलेंगे।
मंडी जिले के नाचन के चुनाहन में बादल फटा बल्ह घाटी में सबसे ज्यादा तबाही पहाड़ी राज्य हिमाचल में भारी बारिश का कहर जारी है। पिछले 35 घंटे से अधिक समय से भारी बारिश हो रही है। इससे 500 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध हो गई हैं। चंडीगढ़-मनाली, कालका-शिमला और शिमला-बिलासपुर नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद पड़ा है। शनिवार रात से हो रही बारिश हसे मंडी जिले की बल्ह घाटी में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। पूरी घाटी जलमग्न होने से 300 से ज्यादा घरों, 35 से ज्यादा गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा है। किसानों की फसलें तबाह हुई हैं। मंडी जिले के नाचन के चुनाहन में भी बादल फटने से घर खेत और पशु बह गए। लोगों का कहना है कि पहली बार उन्होंने ऐसी तबाही देखी है। पंचायत घर, पशु चिकित्सालय, क्क॥ष्ट, हटगढ़ स्कूल जलमग्न है। सलवाहन का गोसदन भी खतरे में है। 75 पशु कभी भी बह सकते हैं। 8 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी मौसम विभाग ने आज प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। इसे देखते हुए 8 जिलों शिमला, कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और सोलन में फ्लैश फ्लैड की चेतावनी दी गई है। बिलासपुर के डीब में भारी नुकसान बिलासपुर जिला में डीब नामक स्थान पर बारिश से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। यहां पर बारिश के कारण आई बाढ़ और मलबे में 2 ट्राले, एक कार, गाय भैंस और बकरियां बह गईं। गनीमत रही कि कोई जानी नुक़सान नहीं हुआ। यहां पर पहाड़ी में दरारें आ जाने से मकानों को खतरा पैदा हो गया है। लोगों घरों से बाहर निकल गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज सिरमौरी ताल पहुंचकर प्राकृतिक आपदा के कारण एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मुत्यु होने से शोक में डूबे परिजनों से मिलकर गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मृत्यु होना अत्यंत दु:खद और पीड़ादायक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिजनों को संबल प्रदान करें।
सीटू जिला सिरमौर के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शनिवार को नाहन में किया गया। शिविर में सीटू के राज्य अध्यक्ष विजेंदर मेहरा ने राजनीति व मजदूर वर्ग पर उसके प्रभाव के विषय पर अपना वक्तव्य रखा। मेहरा ने कहा कि आज देश की राजनीति को समझे बिना मजदूर वर्ग की बुनियादी समस्याओं को समझना मुश्किल है। विजेंदर मेहरा ने कहा कि आज देश के अंदर मजदूर वर्ग विरोधी सरकार चल रही है। इस सरकार का मुख्य उद्देश्य लगातार पूंजीपति वर्गर् को फायदा पहुंचाना है। आज आंगनबाड़ी मिड-डे मील को जो कम वेतन मिल रहा है। ये सीधा और सीधा सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का नतीजा है। आज देश की सरकार मजदूर वर्ग को धर्म, क्षेत्र और जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है। सीटू राज्य उपाध्यक्ष जगत राम ने बताया कि पूरे प्रदेश में इस तरह के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस तरह जे प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से मजदूर वर्ग को उनके बुनियादी अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है और संगठन को मजबूत् और चुस्त दुरुस्त करने को कोशिश की जा रही है ताकी मजदूर वर्ग की मांगो को मजदूर विरोधी और तानाशाही सरकार के समक्ष पूरे जोरों शोरों से रखा जा सके। इस प्रशिक्षण शिविर मे सीटू राज्य सचिवालय सदस्य वीना शर्मा , सीटू राज्य कमेटी एवं सीटू जिला महसचिव आशीष कुमार और जिला अध्यक्ष लाल सिंह, जिला कोषाध्यक्ष अरुण कश्यप, शीला ठाकुर, सुदेश, विनीत , निर्माला वीरेंदर आदि 6 दर्जन के करीब लोगों ने भाग लिया।
सिरमौर जिला के श्री रेणुका विधानसभा क्षेत्र का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को प्रदेश की राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बृजराज ठाकुर की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में भारी बारिश से हुई तबाही के दौरान उठाए गए कदम की प्रशंसा की। साथ ही मुख्यमंत्री से मांग की कि जिला सिरमौर में बारिश से जो तबाही हुई है, उसको लेकर उचित बजट जारी किया जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बृजराज ठाकुर ने कहा नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन से मांग मंगवाई गई है। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर बारिश के दौरान जो नुकसान हुआ लोगों को आश्वासन दिया है कि जल्दी ही इसका उचित मुआवजा दिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बृजराज ठाकुर के अलावा बीडीसी के पूर्व अध्यक्ष विद्या दत्त, पूर्व प्रधान राजेश ठाकुर, लव राज, रमेश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के रणदीप, जयपाल ठाकुर, विजेंद्र ठाकुर, मनोज ठाकुर, विजय ठाकुर, विनीत संजय कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि वर्तमान सरकार कांग्रेस पार्टी की सरकार, सुखविंद्र सिंह सुक्खू की सरकार के मंत्री जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह लोकतंत्र में अवांछनीय है, अनापेक्षित हैं। मंत्री अनिरुद्ध सिंह द्वारा भाजपा के वरिष्ठ विधायक बलवीर वर्मा पर की गई टिप्पणी अमर्यादित है और लोकतंत्र के उपर सीधा हमला है। अनिरुद्ध सिंह का यह कहना कि बलवीर वर्मा भीख का कटोरा लेकर मुख्यमंत्री के साथ घूमते रहे, यह अपमानजनक शब्द है। भाजपा इन शब्दों की कड़ी निंदा करती है। बलवीर वर्मा को चैपाल की जनता ने बहुमत देकर चुना है और चैपाल की जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ना उनका धर्म है और वह अपने धर्म का पालन कर रहे हैं और इसी नाते मुख्यमंत्री जी के प्रवास के दौरान जनता की भलाई के लिए वे मुख्यमंत्री के साथ गए और उन्हें जाना भी चाहिए। डॉ. बिंदल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से सवाल किया है कि क्या वे सिर्फ कांग्रेसियों के मुख्यमंत्री हैं? क्या कांग्रेसी विधायकों के विधानसभा क्षेत्र ही हिमाचल के हिस्से हैं? क्या भाजपा व अन्य दलों के विधायक जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के वह मुख्यमंत्री नहीं हैं? यदि कोई राशि सरकारी खजाने से विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री या सरकार आबंटित करती है तो वो जनता के लिए भीख है? डॉ. बिंदल ने कहा कि उक्त स्पष्टीकरण निश्चित अवधि में जनता को प्राप्त होना चाहिए। बिंदल ने अनिरुद्ध सिंह की इस ओछी हरकत पर उन्हें सलाह दी कि वे बलवीर वर्मा के प्रति की गई अवांछनीय, अभद्र टिप्पणी के लिए खेद व्यक्त करें।
रेणुकाजी-ददाहू बस स्टैंड पर चालक परिचालकों द्वारा खुलेआम शौचालय के आसपास व बस में शराब पिए जाने के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को भी ऐसा ही एक वाकया सामने आया जब कुछ चालक परिचालक सरकारी बस में बैठकर जब दिन में खुलेआम शराब पी रहे रहे थे और एक स्थानीय पत्रकार ने अपनी बाइक निकालने वहां पंहुचे। उसने उन्हें टोका तो झुंड में मौजूद एक निजी बस के चालक ने उससे पहले गाली-गलौज की और फिर हमला कर दिया। पत्रकार की शिकायत पर रेणुकाजी चुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ददाहू अस्पताल में उसका मेडिकल करवाया गया और आगामी कार्रवाई अमल में लाई गई। डीएसपी संगड़ाह मुकेश कुमार डडवाल ने कहा कि, चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और तहकीकात जारी है।उन्होंने कहा कि, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने अथवा नशा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने आम लोगों से भी सार्वजनिक स्थानों पर नशा करने वालों की सूचना पुलिस को देने की अपील की।
उपमंडल संगड़ाह के राजकीय प्राथमिक विद्यालय संगड़ाह में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले जुड़वां बहन-भाई कामिनी और कार्तिक ने पैसों से भरा पर्स लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह स्कूल जाते वक्त जुड़वां बहन भाई को संगड़ाह पुरानी तहसील के पास सड़क किनारे एक पर्स दिखाई दिया। उस समय यह सोचकर नहीं उठाया कि किसी और का होगा और अगर उठाया तो स्कूल में मैडम का डांट पड़ेगी। उन्होंने उसेे पैर से सड़क किनारे कर दिया। स्कूल पहुंचने पर दोनों भाई-बहन ने यह बात मैडम को बताई। मैडम ने मल्टी टास्क वर्कर्स को साथ में भेजा और पर्स उठाकर स्कूल में लाने को कहा। प्राथमिक पाठशाला संगड़ाह में तैनात अध्यापिका वीना कपिला ने बताया कि बच्चों को जो पर्स मिला वह राजेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति का था और उसमेंं 4000 के करीब रुपये थे। पैसे उसके मालिक तक पहुंचा दिए हैं। उन्होंने बच्चों कि इस ईमानदारी के लिए माता को फोन कर बधाई दी है। हरिपुरधार के रहने वाले बच्चों के पिता का कुछ साल पहले निधन हो गया है। अब बच्चों के पालन पोषण कि जिम्मेदारी माता पर ही है। उधर पुलिस थाना संगड़ाह में तैनात होमगार्ड के जवान राजेंद्र ने बताया कि बीती रात को ड्यूटी के दौरान जेल में से कहीं पर्स गिर गया था उन्होंने बच्चों की इस ईमानदारी की सराहना की है।
जल शक्ति मंडल राजगढ़ द्वारा सराहं विकास खंड की तीन पंचायतों में वन महोत्सव का आयोजन किया गया। अधिशासी अभियंता डॉ. मनदीप गुप्ता की अध्यक्षता में स्थानीय लोगों ने जल शक्ति विभाग की तीन योजनाओं घनयार, गढ़ासर, नैनाटिककर व डिलमन योजनाओं के समीप औषधीय पौधों का रोपण किया और हरड़, भेड़ा, आंवला, जामुन, शहतूत, सागवान व अमरूद के पौधे लगाए। अधिशासी अभियंता ने कहा कि जल योजनाओं के आसपास पौध रोपण का कार्य किया जा रहा है, जो निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने लोगों से भी पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन के लिए पौधारोपण करने का आह्वान किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि जिला सिरमौर के पांवटा साहिब क्षेत्र में सिरमौरी ताल गांव में आफत के रूप में बरसा पानी (बादल फटा), 100-100 फुट लंबे साल के पेड़ जड़ों को उखड़कर 1-1 किलोमीटर दूर तक ले गया। मकानों से भी बड़ी चट्टानें पानी में बहकर पक्के घरों को अपने साथ बहा कर ले गई। जहां आलीशान मकान हुआ करते थे वे दलदल में तबदील हो गए, जहां लहलहाती फसलें होती थीं वे पत्थरों के ढेर में बदल गई। शायद 4 सदी बाद ऐसा भयावह दृष्य सिरमौरी ताल में पैदा हुआ होगा। 402 वर्ष पहले सिरमौर रियासत की राजधानी थी सिरमौरी ताल और वह राजधानी किसी प्राकृतिक आपदा से खंडहरों में तबदील हो गई थी जहां से महाराजा ने नाहन की और रूख किया व नाहन सिरमौर रियासत की राजधानी बनी। आज दोबारा 4 सदी बाद यह आफत आई। एक ही परिवार के 5 सदस्य जमींदोज़ हो गए, कुलदीप, जीतो देवी, रजनी व दो मासूम बच्चे- नितेश 12 वर्ष व दीपिका 10 वर्ष, सिर्फ जीवित रहा तो रजनी का पति विनोद। यानि विनोद ने अपने माता-पिता, पत्नी व दोनों बच्चों को अपनी आंखों के आगे सैलाब में दफन होते देखा। सिरमौरी ताल गांव में बादल फटने से जो भयावह त्रासदी हुई है, उस स्थल पर सुखराम चौधरी पांवटा साहिब के साथ जाना हुआ। मलबे में 5 व्यक्तियों के दबे होने की संभावनाओं के साथ राहत और बचाव कार्य जारी है दो शव मौके से प्राप्त हो चुके हैं।
उपायुक्त सुमित खिमटा राहत व बचाव के लिए स्वयं डटे रहे मोर्चे पर सिरमौर जिला के पांवटा साहिब उपमंडल की ग्राम पंचायत मुगलावाला के सिरमौरी ताल के लिए बुधवार की रात काली रात बनकर आई। सिरमौरी ताल में बादल फटने से चारों ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है। गांव में बादल फटने से आई भयंकर बाढ़ की जद में एक मकान पूरी तरह जमींदोज हो गया और इसमें एक ही परिवार के पांच लोग दब गए। उपायुक्त सुमित खिमटा घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक रमण कुमार मीणा तथा बचाव दल सहित मौके लिये रवाना हो गए और राहत व बचाव कार्यों के लिये लगातार मोर्चे पर डटे हुए हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन बचाव दल सहित रात को ही मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गया। उन्होंने बताया कि बाढ़ में लापता लोगों में कुलदीप सिंह 63 साल, उनकी पत्नी जीतो देवी 57 साल, विनोद कुमार की पत्नी रजनी 31 साल व पुत्र नितेश 10 साल तथा 8 वर्षीय पुत्री दीपिका शामिल हैं। इनमें से कुलदीप सिंह व उनकी पोती दीपिका के शवों को मशक्कत के बाद बचाव दलों द्वारा निकाला गया है। खबर लिखने तक शेष लापता व्यक्तियों की तलाश का कार्य जारी है। उपायुक्त ने कहा कि आज दिनभर बारिश के बीच लापता लोगों को खोजने के अभियान में किसी प्रकार की कमी नहीं रही। कल प्रात: पुन: लापता लोगों को खोजने का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि लापता लोगों को तलाशने के लिये आवश्यक मशीनरी काम में लगी है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ की सेवाएं भी ली जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने स्थानीय लोगों के सहयोग से सात परिवारों के लगभग 50 लोगों को उनके घरों में मलबे केे बीच से निकालकर बचाया। उन्होंने कहा कि मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर आ जाने से सड़क का बड़ा भाग अवरूद्ध हो गया है। मार्ग को बहाल करने के लिये भी उपायुक्त ने संबंधित विभाग को आवश्यक निर्देश दिये हैं। पूर्व विधायक किरणेश जंग घटना स्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्यों में अपना सहयोग किया। उन्होंने कहा कि लोगों की जान इस प्रकार से जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिस प्रकार से प्रदेश के अन्य भागों में आपदा के दौरान लोगों को राहत प्रदान करने का काम किया है, वह सिरमौरी ताल के लिये भी हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। वह प्रभावित परिवारों को मिले, उन्हें सांत्वना दी तथा प्रदेश सरकार की ओर से जल्द हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
पांवटा साहिब के सिरमौरी ताल में बादल फटने से घर में मलबे में दबे दो बच्चों समेत लापता हुए पांच लोगों में से 65 वर्षीय कुलदीप का शव बरामद हुआ है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है। एलएनटी मशीन से मलबा हटाया जा रहा है। बता दें कि पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के मुगलावाला पंचायत के सिरमौरी ताल में बुधवार को बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बादल फटने से कुलदीप सिंह का मकान मलबे में दब गया था। सिरमौरी ताल के लगभग 70 परिवारों के लोग रात को ही अपना घर छोड़ नेशनल हाईवे पर आ गए। हालांकि आसपास के गांवों के लोग बचाव कार्य में जुटे रहे।
मलबे तले लोगों के दबने की भी संभावना, प्रशासन मौके की और रवाना एडवाइजरी: शिलाई-पांवटा सड़क मार्ग पर सफर करने से बचें लोग जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के सिरमौरी ताल में बादल फटने से भारी तबाही की सूचना मिली है। देर शाम गांव के उपर जंगल में अचानक बादल फटा, जिसके सैलाब ने जंगल, सड़क और सिरमौरी ताल गांव को अपनी चपेट में ले लिया है। सूचना पर पांवटा साहिब का प्रशासन और विधायक मौके पर रवाना हुए हंै, लेकिन राजबन कांटा से थोड़ा आगे बाबा पत्थर नाथ मंदिर के पास से बड़े बड़े पेड़ सैलाब के साथ सड़क पर आए हैं, जिस कारण समाचार लिखे जाने तक प्रशासन मौके पर नहीं पंहुचा था। उधर, ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दी है कि बादल फटने से गांव में भारी तबाही हुई है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव मे एक मकान मलबे तले दब गया है जिसके नीचे लोंगों के होने की संभावना है। एनएच को भी भारी नुकसान हुआ है। उधर, भारी आपदा को देखते हुए प्रशासन ने शिलाई-पांवटा एनएच पर सतौन से राजबन तक सफर न करने की सलाह दी है। उधर, एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने कहा कि जगह जगह पेड़ गिरे हुए है। मशीने लगाई गई है। गांव तक पंहुचने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि फिलहाल शिलाई-पांवटा साहिब एनएच पर सतौन और राजबन के बीच कोई सफर न करें। नुकसान की पूरी जानकारी मौके पर पंहुचकर ही बताई जा सकती है।
जवाहर नवोदय चयन परीक्षा-2024 के लिए प्रवेश हेतु ऑनलाईन फार्म भरने की तिथि को 10 अगस्त से बढ़ाकर 17 अगस्त कर दिया गया है। जो अभ्यर्थी कक्षा 6 के लिए परीक्षा हेतु आवेदन करने के इच्छुक हैं वह 17 अगस्त तक अपना आवेदन फार्म भर सकते हैं। प्रधानाचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन द्वारा यह जानकारी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इच्छ ुक अभ्यर्थी नवोदय विद्यालय समिति की की वैबसाईट पर जाकर अपने ऑनलाईन आवेदन भर सकते हैं। आवेदन फार्म जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन तथा शिक्षा विभाग के खंड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों में उपलब्ध हैं।परीक्षा का आयोजन 4 नवंबर 2023 को किया जायेगा।
'माटी को नमन, वीरों को वंदन' थीम के तहत 30 तक अनके कार्यक्रम आयोजित करेगा स्कूल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सनियो-दीदग द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 'मेरी माटी, मेरा देशÓ कार्यक्रम के तहत 'माटी को नमन, वीरों को वंदनÓ थीम को टैग लाइन बनाते हुए 9 से 30 अगस्त तक अनेक कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में आज विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तथा ईको क्लब के द्वारा, एनएनएस कार्यक्रम अधिकारी विजेश पाल पुंडीर प्रवक्ता जीव विज्ञान, इंदु ठाकुर प्रवक्ता अर्थशास्त्र एवं विद्यालय के ईको क्लब के इंचार्ज अनिल कुमार तथा समस्त स्टाफ द्वारा प्रधानाचार्य श्याम सिंह के मार्गदर्शन में सभी स्वयं सेवकों, तथा अन्य विद्यार्थियों द्वारा, मेरी माटी,मेरा देश कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शपथ ली गई। इसके उपरांत एनएनएस इकाई तथा ईको क्लब द्वारा संयुक्त रूप से 350 वान (ओक) प्रजाति के पौधे का रोपण किया गया। इस कार्यक्रम में माटी को नमन, वीरों को वंदन थीम को चरितार्थ करते हुए, क्षेत्र के भारतीय सेना से सेवानिवृत्त युवा डिंपल ठाकुर तथा गांव सनियो दीदग के युवाओं ने ओर एसएमसी अध्यक्ष अजित पाल ठाकुर तथा विद्यालय के शिक्षकों टीजीटी कला प्रवीण ठाकुर, विक्रांत स्माइक (पर्यटन विभाग) ने भी पौधरोपण किया और राष्ट्र सेवा के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया। प्रधानाचार्य एवं एसएमसी अध्यक्ष ने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस इसी थीम के अंतर्गत बहुत हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाएगा तथा इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा अनेक देश भक्ति और लोक संस्कृति से प्रेरित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से निवेदन किया है कि लगातार 15 वर्षों से कम वेतन एवं कठिन परिस्थितियों में हिमाचल प्रदेश की दूरदराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे एसएमसी शिक्षकों को बेहतर सेवा सुविधाएं दी जाएं। प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, जिला महासचिव डॉ. आईडी राही, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, कोषाध्यक्ष विजय वर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश नेगी पूर्व महासचिव संजय शर्मा राज्य कार्यकारिणी सदस्य ने सरकार से मांग की है कि जब तक एसएमसी शिक्षकों के लिए स्थाई नीति नहीं बनती तब तक कम से कम इन शिक्षकों को अनुबंध के बराबर वेतन, यात्रा भत्ता एवं आकस्मिक तथा विशेष अवकाश आदि सभी सुविधाएं दी जाएं। प्रवक्ता संघ ने आश्वस्त किया है कि यदि यह आधारभूत सेवा सुविधाएं इन शिक्षकों को दी जाती है तो यह शिक्षक भी अन्य शिक्षकों की भांति सभी कार्य को करने के लिए सहज तैयार होंगे । दरअसल हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा खेलकूद प्रतियोगिताओं में एस एम सी शिक्षकों को ना भेजने के निर्देश दिए गए हैं जिसके कारण दूर दराज के क्षेत्रो में जहां अधिकतर विद्यालय केवल ओर केवल एस एम सी शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं वहां असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है क्योकि एक तरफ कुछ आहारण एवं वितरण अधिकारी इन निर्देशों के तहत एस एमसी शिक्षकों को अपने विद्यालय संस्थान से बाहर नहीं भेज पा रहे हैं वहीं खेल जगत से जुड़े शिक्षक जो दिन रात कड़ी महनत से विद्यार्थीयो को इन प्रतियोगिताओ के लिए तैयार करते हे वह शारीरिक शिक्षक भी प्रतियोगिताओ मे प्रतिभागियों के साथ न हो कर अपमानित महसूस कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए जाने वाले शारीरिक शिक्षकों एवं अन्य महिला शिक्षकों को अन्य कर्मचारीयो के समान बेहतर सेवा सुविधा दिए जाना नितांत आवश्यक है। जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि जिला सिरमौर के दूरदराज के अधिकतर विद्यालय केवल और केवल एस एम सी शिक्षकों के द्वारा चलाए जा रहे हैं और वर्तमान में धड़ाधड़ हो रहे स्थानांतरण के बाद इन शिक्षको पर कुछ विद्यालयो का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व भी आ गया हैं । अत प्रवक्ता संघ माननीय शिक्षा मंत्री महोदय एवं शिक्षा निदेशक से एस एमसी शिक्षकों को खेलकूद प्रतियोगिताओं में ना भेजने के आदेश को संशोधित कर उन्हें संपूर्ण यात्रा भत्ता एवं अन्य कर्मचारियों के अनुरूप सुविधाए के साथ भेजने के निर्देश जारी करने तथा इसके लिए विशेष बजट का प्रावधान करने का निवेदन करता है ताकि यह शिक्षक भी आत्मसम्मान के साथ विद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य सभी गतिविधियों में अन्य शिक्षकों की भांति अपनी सेवाएं दे पाए।
हथकरघा एवं हस्तशिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान पर तीन श्रेणियों में शुरू होंगे राज्य स्तरीय पुरस्कार राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां गेयटी थिएटर में आयोजित एक कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड का नाम च्हिमक्राफ्ट कॉर्पोरेशनज् करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस रीब्रॉडिंग का उद्देश्य निगम के कार्य को विस्तार प्रदान करना और बाजार में एक विशिष्ट ब्रांड के रूप में उत्पादों को बढ़ावा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हथकरघा एवं हस्तशिल्प के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करते हुए तीन श्रेणियों में राज्य स्तरीय पुरस्कार शुरू करने पर विचार कर रही है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के पारंपरिक शिल्प में उत्कृष्ट हुनर की पहचान कर प्रोत्साहन प्रदान करना है। व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से परिवर्तन की इस प्रक्रिया में सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य में आर्थिक संकट के लिए पूर्व सरकार एवं उनकी नीतियां जिम्मेवार हैं। वर्तमान सरकार राज्य को आत्मनिर्भर बनाने और कर्ज पर निर्भरता कम करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी चार वर्षों में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा और अगले दस वर्षों में हिमाचल देश का सबसे समृद्ध राज्य बन कर उभरेगा। मुख्यमंत्री ने राज्य में हाल ही में प्राकृतिक आपदा के कारण ८ से १० हजार करोड़ रुपये के अनुमानित नुकसान और पर्यटन क्षेत्र में इसके प्रतिकूल प्रभाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार स्थिति सामान्य करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। सरकार क्षतिग्रस्त सड़कों के बावजूद किसानों के सेब और सब्जियों जैसे उत्पादों को परिवहन सुविधा प्रदान कर इन्हें समयबद्ध बाजार तक पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने राहत नियमावली में बदलाव कर मुआवजा राशि में कई गुणा बढ़ौतरी की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया और उनसे अंतरिम राहत की पहली किस्त शीघ्र प्रदान करने का अनुरोध किया है ताकि राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सके। उन्होंने एनडीआरएफ के पिछले कुछ वर्षों से लंबित ३१५ करोड़ रुपये भी जारी करने का अनुरोध किया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की है। सरकार ने रिकॉर्ड समय में लगभग ७०,००० पर्यटकों और १५,००० वाहनों को सुरक्षित निकाला। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने माइनस चार डिग्री तापमान में लाहौल-स्पीति जिला के चंद्रताल पहुंच कर वहां फंसे २९० लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी आमूल-चूल परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ रही है। प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के कौशल में वृद्धि की जा सके। इसके साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का समावेश किया जा रहा है और सभी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से रोबोटिक सर्जरी शुरू की जा रही है। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर हथकरघा एवं हस्तशिल्प पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारम्भ भी किया। इस अवसर पर गेयटी थिएटर में पारंपरिक और आधुनिक परिधानों में फैशन शो का भी आयोजन किया गया। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि प्रदेश के उच्च गुणवत्ता वाले ऊनी उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं जिनकी देश और विदेशों में भारी मांग है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों, संस्कृति और हथकरघा को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल हथकरघा उत्पादों को एक ब्रांड के रूप में बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया जा रहा है और हिमक्राफ्ट नाम से एक नया लोगो भी जारी किया गया है।
हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद हाटी समुदाय द्वारा इस संघर्ष के अविस्मरणीय सहयोग देने के लिए जयराम ठाकुर का आभार समारोह शिमला के पीटरहॉफ में आयोजित किया गया। इस समारोह में हाटी समुदाय के लोगों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत अभिनंदन किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अपने भांजे भांजियों द्वारा इस तरह का सम्मान पाकर अभिभूत हूं। कई पीढ़ियों की लंबे संघर्ष के बाद यह दिन आया है। यह आंदोलन जब शुरू हुआ तो मेरी उम्र दो साल की थी। इस संघर्ष को जिस तरह धैर्य और लोकतांत्रिक तरीक़े से चलाया गया उसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक था, इसका लाभ हमारे हाटी भांजे-भांजियों को मिलेगा। इस उपलब्धि के लिए मैं अपने सभी हाटी भांजे-भांजियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। इस मौक़े पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि जयराम ठाकुर के प्रयासों और केंद्रीय नेतृत्व की वजह से यह दिन आया है। जयराम ठाकुर सिरमौर के मामा हैं। इस बार भांजे पूरा सहयोग देकर सिरमौर में रिकॉर्ड बनायेंगे।
नप राजगढ़ की महिलाओं ने अधिकारी को सौंपा मांग पत्र नगर पंचायत राजगढ़ में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की दीन दयाल अंतोदय योजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में राजगढ़ नप के 10 स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं सरकारी स्कूलों की लड़कियों की वर्दियां सिलकर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाना चाहती हैं। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने एसडीएम राजगढ़ व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजगढ़ के प्रधानाचार्य को एक मांग पत्र सौंपा और कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्कूलों की लड़कियों की वर्दियां बनाना चाहती हंै। यदि प्रशासन और स्कूल इसकी अनुमती दे तो ये महिलाओं की आजीविका का एक अच्छा साधन बन सकता है। नगर पंचायत में कार्यरत सामुदायिक प्रबंधक सुरक्षा संधू ने कहा कि यदि प्रशासन की अनुमति मिल जाती है तो ये महिलाओं के रोजगार का एक स्थाई साधन बन जाएगा। सुरक्षा संधु ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दीन दयाल अंतोदय योजना के तहत सिलाई का प्रशिक्षण भी दिया गया है और यदि प्रशसन से अनुमति मिल जाए तो नगर पंचायत राजगढ़ वार्ड-1 में गठित स्वयं सहायता समूहों द्वारा वर्दियों की सिलाई का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एसडीएम व प्रधानाचार्य दोनों ने इस विषय में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर जिन्हे राहत एवं पुनर्वास के लिए जिला सिरमौर का प्रभारी मंत्री बनाया गया है ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के साथ अपने सिरमौर प्रवास कार्यकम के दौरान शनिवार सांय शिलाई विधानसभा क्षेत्र में भारी बरसात से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। शिलाई विधानसभा क्षेत्र में अपनी व्यथा सुनाने के लिए जगह-जगह भारी बारिश से प्रभावित लोग उनसे मिले। इन प्रभावित लोगों में किसी का मकान क्षतिग्रस्त हो गया, किसी का डंगा गिर गया और किसी के खेत खत्म हो गये तो किसी की खड़ी फसल नष्ट हो गई। उन्होंने सभी प्रभावित लोगों से मिलकर उन्हें यथा संभव राहत पहुंचाने का भरोसा दिया। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर तथा उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बड़वास में क्षतिग्रस्त रोड का निरीक्षण किया। सतौन, कमरऊ तथा कफोटा में लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया तथा उन्हें अपनी समस्याएं भी बताई। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने राष्टीय उच्च मार्ग 707 का निरीक्षण किया तथा जगह- जगह रुक कर आपदा प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनी। शिक्षा मंत्री ने लोक लोक निर्माण विभाग के शिलाई विश्राम गृह में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि भारी बारिश के कारण शिलाई क्षेत्र में सड़कों, पेयजल योजनाओं, बिजली ढांचों, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों का अत्याधिक नुकसान हुआ हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी बाधित सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली आपूर्ति को शीघ्र बहाल किया जाये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी प्रभावित परिवारों के नुकसान का आकलन समय पर करके उन्हें राहत राशि तुरंत प्रदान की जाये। उन्होंने कहा कि प्रशासन सहित विभिन्न विभाग आपदा की इस कठिन समय में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं, किंतु हमें अभी और अधिक सजग रहना है, क्योंकि बरसात अभी भी लगातार हो रही है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि शिलाई क्षेत्र में पेयजल योजनाओं को 12.95 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जबकि लोक निर्माण विभाग को 22.294 करोड़ का नुकसान आंका गया है। उन्होंने बताया कि शिलाई क्षेत्र में 1.64 करोड़ रुपये की कृषि फसलों को, जबकि 5 लाख रुपये की बागवानी फसलों को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि शिलाई क्षेत्र में भारी बारिश के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु होने की रिपोर्ट है। क्षेत्र में 5 पशुधन के अलावा 14 गौशालाओं को नुकसान होने की सूचना है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 31 मकानों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर तथा उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने लोक निर्माण विभाग के शिलाई विश्राम गृह में लोगों की समस्याएं भी सुनी। इस दौरान मंडल अध्यक्ष सीताराम शर्मा, डीपीआर ओ प्रेम ठाकुर, एसडीएम सुरेश सिंघा, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, जिला आयुष अधिकारी राजन सिंह, सदस्य सचिव उद्योग रचित शर्मा, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग एवं अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, पंचायती राज संस्थान के चुने हुए प्रतिनिधि कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी इस दौरान मंत्री के साथ उपस्थित रहे।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा की अध्यक्षता में गत शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी इंटैनसिफाइड मिशन इंद्रधनुष, यू विन पोर्टल, एमआर एलेमिनेशन तथा रूटीन इम्यूनाइजेशन के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। उपायुक्त सुमित खिमटा ने बताया कि आगामी 7 अगस्त से 12 अगस्त तक सिरमौर जिला में मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत नियमित टीकाकरण में छूटे हुए सभी 0-5 साल तक के बच्चे को बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा ताकि जो भी बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए हैं उन्हें कवर किया जा सके। उन्होंने बताया कि यह अभियान तीन चरणो में होगा, पहला 7 अगस्त से 12 अगस्त तक, दूसरा 11 सितंबर से 16 सितंबर तक तथा तीसरा 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक आयोजित होगा। सुमित खिमटा ने कहा कि मिशन इंद्रधनुष का उददेश्य कोई भी बच्चा बिना टीकाकरण के ना रहे तथा जो छूट गए हैं उनका भी टीकाकरण सुनिश्चित हो। उन्होंने स्वाथ्य विभाग को निर्देश दिए कि यूविन पोर्टल के बारे में विभाग के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि लोगों को अवगत करवाया जाये कि ''फीवर विद् रैशÓÓ किस प्रकार हो सकता है और उपचार हेतु नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान तुरंत संपर्क किया जाये। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. विनोद संगल ने यू विन पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह गर्भवती माताओं तथा बच्चों के लिए रूटीन इम्यूनाइजेशन पोर्टल है। इसके अंतर्गत सभी बच्चों तथा गर्भवती माताओं का टीकाकरण रजिस्ट्रेशन करके बच्चों की अगला टीका लगने की जानकारी तथा कहीं भी टीकाकरण करवाने पर पिछला टीकाकरण का स्टेटस कही भी देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि यह एक रजिस्ट्रेशन पोर्टल है तथा कोई भी व्यक्ति स्वयं भी तथा आशा वर्कर या कोई विभाग का कर्मचारी बच्चे की रजिस्ट्रेशन कर सकता है तथा देख सकता है कि उसके बच्चे को कौन सा टीका लग चुका है। उन्होंने कहा कि यह रूटीन इम्यूनाइजेशन तथा मीजल्स रूबैल्ला एलिमिनेशन का लक्ष्य है जो कि दिसंबर 2023 तक रखा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय पाठक, जिला पंचायत अधिकारी विक्रम ठकाुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील शर्मा, मैडिकल कॉलेज के मैडिकल सुप्रीडेंट डा. नवीन गुप्ता, डा. एस.के. सबलोक, पर डा. पीटर डिसूजा, डा. अनिता जैन, डा.प्रतिभा, डा.अरविंद, डा. मनीषा अग्रवाल, डा. मनीष शर्मा, नसीम दीदान, स्वास्थ्य और शिक्षा व अन्य विभाग के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि निगम प्रदेश के राशनकार्ड धारकों को चीनी का निर्धारित कोटा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा जुलाई माह के लिए 36,206 क्विंटल चीनी का आपूर्ति आदेश जारी किया गया था। इसमें से 25,202 क्विंटल चीनी अत्याधिक वर्षा के कारण शाहबाद चीनी मिल में सभी गोदामों में पानी भरने के कारण प्राप्त नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस चीनी की मात्रा को अगस्त माह के लिए जारी किए गए आपूर्ति आदेश में सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि अगस्त माह के लिए 60,121 क्विंटल चीनी का आपूर्ति आदेश जारी किया गया है और एक-दो दिनों में प्रदेश के सभी गोदामों में चीनी की प्राप्ति शुरू होने की संभावना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगस्त माह के आवंटित चीनी के साथ जुलाई माह की शेष बची चीनी की मात्रा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
देवना थनगा में छात्राओं की अंडर-14 खेलकूद प्रतियोगिता का आज शुभारंभ हुआ। इस प्रतियोगिता में 9 क्लस्टर एवं 3 निजी विद्यालयों की 170 छात्राएं भाग ले रही हैं। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि रामस्वरूप भारद्वाज शिक्षा अधिकारी उपनिदेशक निरीक्षण कार्यालय जिला सिरमौर शकुंतला भारद्वाज, एडीईपीओ सिरमौर धर्मपाल सिंह, खेलकूद प्रतियोगिताओं के जिला ऑब्जर्वर एवं प्रवक्ता संघ जिलाध्यक्ष प्रवक्ता संघ सुरेंद्र पुंडीर, जितेंद्र चौहान खंड परियोजना अधिकारी, स्थानीय विद्यालय के मुख्याध्यापक एवं संगठन सचिव देवराज पुंडीर स्थानीय विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जोगेंद्र भारद्वाज, खेलकूद प्रतियोगिताओं के प्रभारी रणबीर सिंह एवं सहप्रभारी शशीपाल चौहान, शिक्षक नरेंद्र चौहान, रूपेश चौहान, जियालाल, दमयंती धीमान, लाजवंती चौहान आदि दर्जनों शिक्षक एवं शारीरिक शिक्षक उपस्थित रहे।