हिमाचल प्रदेश स्कूल क्रीड़ा संघ जहां खेलो के क्षेत्र में नए-नए आयाम स्थापित कर रहा है, वहीं देश के विभिन्न विद्यालयों में शारीरिक शिक्षकों के खाली पड़े पद बाधक बन रहे हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल डीपीईज संघ के उपाध्यक्ष कपिल मोहन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि हाल ही में दिल्ली, भोपाल और ग्वालियर में संपन्न हुई स्कूली राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रदेश के विद्यालयों में अध्ययनरत खिलाड़ियों द्वारा 3 स्वर्ण पदक, 4 रजत और 8 कांस्य पदक समेत 16 पदक जीतकर इतिहास रचा है। लेकिन प्रदेश में शारीरिक शिक्षकों के अभाव के कारण यहां के खिलाड़ी प्रशिक्षण से वंचित रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी असमंजस की स्थिति तो तब पैदा हो गई जब शिक्षा विभाग द्वारा एसएमसी के तहत रखे गए शिक्षकों को खेल प्रतियोगिताओं में न भेजने के आदेश जारी किए गए, जबकि प्रदेश में 103 डीपीईज एसएमसी के तहत लगे हैं और 2000 के करीब शारीरिक शिक्षकों एवं 500 के करीब डीपीईज के पद खाली हैं। इसी कारण जिन विद्यालयों में एसएमसी पर डीपीई तैनात हैं उन विद्यालयों के बच्चे चिंता में है कि इतनी मेहनत के बावजूद वे खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले पाएंगे भी या नहीं। जिन प्रशिक्षकों ने पूरे वर्ष कड़ी मेहनत के साथ प्रशिक्षण दिया है, उनके बिना खेलों में सफलता पाना संभव नहीं है। बिना प्रशिक्षकों के सरकार का फिट इंडिया मूवमेंट भी धरातल पर सफल होता नहीं दिखता। एसएमसी पर कार्यरत शिक्षकों को अभी तक सरकार द्वारा कोई भी टीए डीए का प्रावधान नहीं किया गया है। जबकि एसएमसी पर कार्यरत डीपीई खेलों के प्रशिक्षण और खेल प्रतियोगिताओं को संपन्न करवाने में पिछले 10-12 सालों से सहयोग कर रहे हैं। कपिल मोहन ने कहा कि हिमाचल में सुक्खू सरकार कर्मचारी हितैषी है और सरकार द्वारा कर्मचारियों के सभी हितों का ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि एसएमसी शिक्षकों को सरकार द्वारा यात्रा भत्ता समेत सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं तथा खेल प्रतियोगिताओं को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विभाग द्वारा एसएमसी पर कार्यरत शारीरिक शिक्षकों को प्रतियोगिता में न भेजने के आदेशों को वापस लिया जाए।
हाटी समुदाय ने करार दी ऐतिहासिक जीत हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गिरीपार में रहने वाला हाटी समुदाय अब अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल हो गया है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने संशोधित अनुसूचित जनजाति विधेयक को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। अब यह विधायक कानून बनेगा। हाटी समुदाय ने इसे ऐतिहासिक जीत करार दिया है। इसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन सिंह मुंडा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ,केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल, शिमला के सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष भाजपा सुरेश कश्यप, पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप, सांसद डॉ. सिकंदर कुमार, शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव सिंह तोमर, भाजपा के प्रदेश नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार जताया है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला का भी विशेष आभार जताया है। इस संबंध में हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा ने कहा कि केंद्र सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के बूते असंभव सा काम संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मंच के पदाधिकारियों ने मुलाकात की थी इस मुलाकात के गहरे मायने निकाले जा रहे हैं। पिछले महीने 26 जुलाई को यह विधेयक राज्यसभा से पारित हुआ था और अब इस पर राष्ट्रपति ने अपनी सहमति दे दी है। इसे अब राजपत्र में प्रकाशित किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अथक प्रयास रंग लाए हैं। उनके सम्मान में रविवार को सिरमौर के हाटी शिमला में जुड़ेंगे और उनका स्वागत करेंगे,आभार जताएंगे। अध्यक्ष और मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि हाटी आंदोलन देशभर का ऐसा अनूठा आंदोलन रहा है, जहां हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई। 56 वर्षों के संघर्ष का नतीजा सबके सामने आया है। आंदोलन की शुरुआत पिछले वर्ष महाखुमली के जरिए 1 जनवरी को रोनहाट से हुई थी। इसमें हजारों लोगों ने एसटी बनने का दृढ़ संकल्प लिया था। इसके बाद शिलाई, पझौता, संगड़ाह जैसे क्षेत्र में महाखुंबलिया हुई। इसके बाद पिछले वर्ष अप्रैल महीने में रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया में हाटी समुदाय की 14 जातियां और उपजातियां पंजीकृत हुई। आंदोलन की जीत का यह पहला पड़ाव था दूसरा पड़ाव तब आया जब सितंबर महीने में केंद्रीय कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए हाथी को एसटी का दर्जा दे दिया इसके बाद दिसंबर महीने में लोकसभा में संशोधित एसटी विधेयक पारित हुआ। बेशक तब तयो ने किंतु परंतु लगाएं लेकिन मौजूदा सत्र में पिछले ही महीने 26 जुलाई को राज्यसभा ने भी बिल पर अपनी मुहर लगाई। पुरोधाओं के तौर पर दर्ज हो गया नाम आंदोलन को लीड करने वालों का नाम पुरोधाओं के तौर पर सिरमौर के इतिहास में अंकित हो गया है। इन्होंने रणनीतिकार और आंदोलनकारी दोनों की सशक्त भूमिका निभाई.. जब विरोधी प्रहार कर रहे थे तब हाटी समाज के लिए सुरक्षा कवच भी बने। इन्हें हाटी निर्माता के तौर पर भी याद रखा जाएगा....इनमें डॉक्टर रमेश सिंगटा, प्रदीप सिंगटा सबसे चर्चित रहे। निस्वार्थ भावना से अपने समाज के प्रति समर्पित रहे ऐसे चेहरे बिरले ही मिलते हैं।धरातल पर आंदोलन की न केवल पूरी स्क्रिप्ट लिखी बल्कि लोगों को हकों की लड़ाई के लिए शांतिपूर्ण तरीके से एकत्र भी किया। जब जब संकट आता दिखा तब तक इन्होंने अग्रिम पंक्ति में आंदोलन की अगुवाई की। एक पेशेवर पत्रकार और दूसरे रिसर्च स्कॉलर हैं। इनके साथ-साथ डॉक्टर अमि चंद कमल, महासचिव कुंदन शास्त्री और उनकी टीम का योगदान भी अविस्मरणीय रहेगा। एकेडमिक इनपुट देने में अमित चंद कमल की बड़ी भूमिका रही। जबकि कुंदन सिंह शास्त्री कुशल रणनीतिकार माने जाते हैं। क्या बोले हाटी विकास मंच के पदाधिकारी हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉ. रमेश सिंगटा, महासचिव अतर सिंह तोमर प्रवक्ता जी एस तोमर , ठाकुर खजान सिंह, मदन तोमर, कपिल चौहान, दलीप सिंगटा, काकू राम ठाकुर, मुकेश ठाकुर, नीतू चौहान, शूरवीर ठाकुर, अनुज शर्मा, दिनेश कुमार, भीम सूर्यवंशी, अमित चौहान, पिंकू बिरसांटा, विक्की ठाकुर , कपिल कपूर, विपिन पुंडीर, भीम सिंह, बलबीर राणा, दिनेश ठाकुर, दीपक नेगी, प्रताप मोहन चौहान खदराई कपिल शर्मा,,लाल सिंह, श्याम सिंह, खजान सिंह ठाकुर,सुशील, आशु चौहान, सुरजीत ठाकुर, अमन ठाकुर, राकेश शर्मा, सुरेश सिंह, जय ठाकुर, ओमप्रकाश शर्मा, ओमप्रकाश ठाकुर, चंद्रमणि शर्मा, आत्माराम शर्मा, गोपाल ठाकुर, सचिन तोमर ,खजान ठाकुर, भरत पुंडीर ,दलीप सिंह तोमर, भीम सिंह तिलकान, कपिल शर्मा, सहित पवन शर्मा, रण सिंह ठाकुर, सतीश चौहान, दिनेश चौहान ने बड़ी जीत के लिए केंद्र का आभार जताया।
होनहार बिरवान के होत चिकने पात। इस सूक्ति को चरितार्थ किया है सिरमौर जिला के गिरीपार के पिछड़े क्षेत्र हरिपुरधार के निकट गांव थौला के नौजवान प्रियांशु तोमर ने। प्रियांशु तोमर की का चयन पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में एमबीबीएस के लिए हुआ है। प्रियांशु की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है और परिजनों एवं गुरुजनों के अलावा क्षेत्र के लोग भी गदगद हो रहे हैं। प्रियांशु तोमर के पिता लाल सिंह तोमर हिमाचल प्रदेश आयुष विभाग में मुख्य फार्मेसिस्ट के पद पर कार्यरत हैं और उनकी माता हेमा देवी एक साधारण गृहिणी है। प्रियांशु तोमर ने दसवीं कक्षा सरस्वती विद्या मंदिर नाहन से उत्तीर्ण की और उसके बाद 11वीं और 12वीं की परीक्षा कैरियर अकादमी विद्यालय नाहन से पास की। उसके पश्चात उन्होंने इसी अकादमी से 2 वर्ष की नीट की कोचिंग ली और अंतत: प्रथम प्रयास में ही एमबीबीएस के लिए प्रवेश परीक्षा में मेरिट हासिल कर पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में प्रवेश के लिए स्थान प्राप्त किया। अपने तीन भाई बहनों में सबसे छोटे प्रियांशु तोमर इस उपलब्धि से बेहद खुश है। वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों के अलावा अपने माता-पिता को देते हैं। वह बताते हैं कि उन्हें अपनी बहन प्रीति तोमर, जो अटल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शिमला में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है, उनसे भी काफी मार्गदर्शन मिलता रहा। उन्होंने बताया कि उनके बड़े भाई शुभम तोमर एनआईटी हमीरपुर में बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र है, उनसे भी काफी प्रोत्साहन मिलता रहा। प्रियांशु की इस उपलब्धि पर उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है और रिश्तेदार और सगे संबंधियों में बहुत खुशी का माहौल देखा जा रहा है।
विधायक अजय सोलंकी ने आज नाहन के निहोग क्षेत्र के राहोर में वन विभाग द्वारा आयोजित वन महोत्सव के अवसर पर पौधरोपण कार्यक्रम में भाग लिया। अजय सोलंकी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि इस वन विहार का नाम डॉ. यशवंत सिंह परमार के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वन विहार को बेहतरीन ढंग से ईको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। वन विहार में महिलाओं को प्राथमिकता पर इसकी देखरेख के कार्य पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बनेठी से जमटा तक वन विभाग द्वारा साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जाएगा, जिसकी डीपीआर स्वीकृति के लिए भेजी गई है। इस साइकिल ट्रैक से पर्यटन को लाभ होगा। अजय सोलंकी ने हिमाचल निर्माता डॉक्टर यशवंत सिंह परमार के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा डॉक्टर परमार की देन है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिमाचल के लिए विशेष आर्थिक पैकेज मांगा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से हुए भारी नुकसान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री से हिमाचल को जल्द अंतरिम राहत राशि जारी करवाने का अनुरोध किया। साथ ही बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम भेजने पर उनका धन्यवाद किया।
श्री रेणुका जी: सभी उपभोक्ता 15 अगस्त तक इकेवाईसी करवाएं, वरना बंद हो सकता है राशन मिलना : विजय सिंह
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने जिला के सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि 15 अगस्त 2023 तक किसी भी उचित मूल्य की दुकान पर अपना ईकेवाईसी करवा लें, ताकि सरकार द्वारा दिये जाने वाला सस्ता राशन उन्हें उपलब्ध हो सके। जिला नियंत्रक खाद्य एवं आपूर्ति सिरमौर विजय सिंह ने कहा कि जो उपभोक्ता निर्धारित तिथि तक अपना ईकेवाईसी नहीं करवायेगा उसे सरकार द्वारा दिये जाने वाला राशन नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता के हितों को देखते हुए, ईकेवाईसी किसी भी उचित मूल्य की दुकान पर करवाई जा सकती है। जो उपभोक्ता निजी कारणों से अपने मूल स्थान के अलावा हिमाचल के किसी अन्य जिले में रह रहा है वह अपने नजदीकी उचित मूल्य की दुकान पर जाकर अपना इकेवाईसी करवा सकता है, यह सुविधा हर जगह उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भेंट की। मुख्यमंत्री ने 830 करोड़ रुपये की विशेष केंद्रीय सहायता के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री का आभार व्यक्त किया और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने, संसाधन सृजन और बहाली कार्यों की गति में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त विशेष केंद्रीय सहायता का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के दौरान सड़कों, पुलों, जलापूर्ति योजनाओं, सिंचाई योजनाओं, शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य संस्थानों, पशुधन व मानव जीवन, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुई भारी क्षति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि लगभग 8000 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने स्वयं के अल्प संसाधनों से राहत और बहाली अभियान चलाया जो राज्य के बुनियादी ढांचे को पटरी पर लाने के लिए अपर्याप्त है। ऐस में उन्होंने केंद्र से समर्थन और सहायता का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री से किया आग्रह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्रीय समिति को प्रदेश में भेजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने केंद्रीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राज्य को शीघ्रातिशीघ्र राशि जारी करने का आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश में क्षतिग्रस्त आधारभूत संरचना के पुनर्निर्माण में लगभग एक से दो वर्ष का समय लगेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने इत्यादि की घटनाओं से हुए भारी नुकसान से उन्हें अवगत करवाया और राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए 2 हजार करोड़ रुपये की तुरंत राहत प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने अवगत करवाया कि आपदा राहत के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए केंद्र से प्राप्त निधि सम्बंधित विभागों और उपायुक्तों को राहत अभियान के लिए जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-2020 तथा वर्ष 2020-2021 के लिए राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत निधि के तहत लम्बित 315 करोड़ रुपये की राशि शीघ्र जारी की जाए, क्योंकि अभी तक प्राप्त राशि प्रदेश में बड़े स्तर पर हुई क्षति के विपरीत बहुत कम है। गृह मंत्री ने राज्य को हरसम्भव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा भी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला ग्राम पंचायत लाना चैता के उप प्रधान गुमान सिंह ग्राम रामपुर का हिमसोना टमाटर आज सब्जी मंडी दिल्ली में एक क्रेट का रिकॉर्ड 7200 रुपये दाम मिले है, जिसकी विडियो सोशल मिडिया पे बहुत वायरल हो रही है। हिमसोना टमाटर के अलावा अन्य टमाटर का क्रेट 4000 रुपये तक बिका है। इससे पहले टमाटर का एक क्रेट सबसे ज्यादा 2600 रुपये बीते सप्ताह सब्जी मंडी दिल्ली में बिका था। मगर अब टमाटर के महंगा बिकने का यह नया रिकॉर्ड बना है। इससे किसानों के चेहरे पर भी लाली आ गई है। सब्जी मंडी दिल्ली के आढ़तियों की मानें तो आने वाले दिनों में भी टमाटर के दामों में तेजी रहने की संभावना है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पांवटा साहिब में आयोजित होने वाले उपमंडल स्तरीय समारोह की तैयारियों को लेकर आज एसडीएम कार्यालय पांवटा साहिब के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम पाँवटा साहिब गुंजीत सिंह चीमा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह नगर पालिका मैदान में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान मौजूद उपमंडल स्तरीय अधिकारियों, निजी तथा सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों से समारोह को सफल बनाने के लिए विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए की स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए उन्हें दी गई जिम्मेवारी का गंभीरता से निभाएं ताकि स्वंत्रता दिवस समारोह सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके। एसडीएम ने बताया कि 15 अगस्त स्वंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यातिथि पांवटा साहिब शहीद स्मारक पर देश की रक्षा करते, शहीद हुए योद्धाओं को पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके पश्चात मुख्यातिथि द्वारा ध्वजारोहण कर, मार्च पास्ट की सलामी ली जाएगी। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर निजी तथा सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। उन्होंने ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शहीदों के परिजनों, गोताखोरों ,ऐसे सामाजिक संगठनों व लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, बीडीओ प्रताप चौहान, अध्यक्ष हिमोत्कर्ष राजेंद्र तिवारी, अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित विभिन्न निज़ी व सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्य तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
भारतीय वायु सेना ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर वायु प्रवेश जनवरी, 2024 के लिए चयन परीक्षा के लिए अविवाहित भारतीय पुरुष और महिला उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। कमांडिंग आफिसर विंग कमांडर एसवीजी रेड्डी ने आज यहां बताया कि इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है और 17 अगस्त को रात 11 बजे तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा 13 अक्तूबर से ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि 27 जून, 2003 से 27 दिसंबर, 2006 के बीच जन्में युवा आवेदन के लिए पात्र होंगे, जिसमें यह दोनों तिथियां भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक योग्यता के तहत विज्ञान विषय तथा विज्ञान के अलावा अन्य विषयों के अभ्यर्थी पात्र होंगे। पंजीकरण और परीक्षा शुल्क 250 रुपये निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रवेश स्तर की योग्यता पर विस्तृत जानकारी तथा चिकित्सा मानक, नियम और शर्तें, ऑनलाइन आवेदन और पंजीकरण के लिए निर्देश इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
हिमाचल में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार सुबह कुल्लू पहुंचे। भुंतर हवाई अड्डे में नितिन गडकरी के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। इसके बाद गडकरी फोरलेन के निरीक्षण के लिए मनाली रवाना हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी उनके साथ मौजूद रहे। मनाली पहुंचकर गडकरी ने भारी बारिश व बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए फोरलेन का निरीक्षण किया। इस दौरान वे बाढ़ प्रभावितों से भी मिले। ञ्जह्म्द्गठ्ठस्रद्बठ्ठद्द ङ्कद्बस्रद्गशह्य कुल्लू पहुंचने से पहले गडकरी ने मंडी में बाढ़ प्रभावित इलाकों और फोरलेन का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के अलावा लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। हेलिकाप्टर में विक्रमादित्य ने केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री व अन्य के साथ सेल्फी भी ली। बताया जा रहा है कि फोरलेन का निरीक्षण करने के बाद नितिन गडकरी नग्गर के बड़ागढ़ रिजॉर्ट में एनएचएआई के साथ बैठक करेंगे। बता दें, बीते दिनों में भारी बारिश, बाढ़ व बादल फटने से सबसे अधिक फोरलेन को नुकसान कुल्लू और मनाली में हुआ है। यहां पर कई स्थानों पर तो फोरलेन का नामोनिशान तक मिट गया है। बारिश और बाढ़ से कारण एनएचआई को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह कालका-शिमला फोरलेन को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
संसद से संशोधित अनुसूचित जनजाति संशोधन विधेयक पारित होने के बाद हाटियों के हौसले सातवें आसमान पर है। जैसे ही राष्ट्रपति से संशोधित विधेयक पर स्वीकृति की मुहर लग जाती है वैसे ही यह मामला क्रियान्वित होने के लिए राज्य सरकार के पास आएगा। केंद्रीय हाटी समिति और हाटी विकास मंच पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से शिमला में मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने हाटी समुदाय की भावी पीढ़ियों के हितों की ना केवल चिंता की बल्कि इस मसले को केंद्र से हल करवाने के लिए गंभीर प्रयास किए थे। शिमला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंच के पदाधिकारियों ने कहा की नरेंद्र मोदी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही हाटी मामला सिरे चढ़ा। उन्होंने संसद से विधेयक पारित करवाने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर , पूर्व विधायक बलदेव सिंह तोमर,,पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ,पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप, मौजूदा सांसद सुरेश कश्यप समेत भाजपा के प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार जताया। उन्होंने जीत का श्रेय जनता के आंदोलन और आंदोलन के तमाम पुरोधा को दिया।उन्होंने कहा कि यह हाटी की जीत है, माटी की जीत है आधी आबादी महिलाओं की जीत है। यह युवाओं के जोश की जीत है और बुजुर्गों के होश की जीत है। उन्होंने केंद्रीय हाटी समिति के 1980 से लेकर रहे तमाम पदाधिकारियों मौजूदा पदाधिकारियों का भी आभार जताया। इसके अलावा शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर के प्रयासों की भी विशेष सराहना की। उन्होंने महाखुंबलियों के माध्यम से आंदोलन में आए सभी लोगों अलग-अलग वर्गों के प्रतिनिधियों नंबरदार और जेलदारों ,पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, कर्मचारियों ,सेवानिवृत्त कर्मियों का विशेष आभार जताया। उन्होंने केंद्रीय हाटी समिति की चंडीगढ़, सोलन, शिलाई, राजगढ़ , रोनहाट , पाओंटा, नाहन, हरिपुरधार,संगड़ाह, पझोता, कफोटा समेत तमाम इकाइयों और उनके पदाधिकारियों का भी आभार जताया। दांव पर रखा रोजगार शिमला इकाई के हाटी योद्धाओं ने अपने रोजगार की भी परवाह नहीं की। आंदोलन की खातिर उन्होंने अपने रोजगार, अपने कैरियर को दांव पर रखा। आंदोलन की मशाल को तार्किक अंत तक पहुंचाने तक जलाए रखा। हाटी समुदाय इनके योगदान को हमेशा याद रखेगा।हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा,मुख्य प्रवक्ता डॉ रमेश सिंगटा, महासचिव अतर सिंह तोमर प्रवक्ता जी एस तोमर, ठाकुर खजान सिंह ,मदन तोमर, कपिल चौहान, दलीप सिंगटा, काकू राम ठाकुर, मुकेश ठाकुर, नीतू चौहान, शूरवीर ठाकुर,अनुज शर्मा, दिनेश कुमार, भीम सूर्यवंशी, अमित चौहान, पिंकू बिरसांटा, विक्की ठाकुर, कपिल कपूर, विपिन पुंडीर, भीम सिंह, बलबीर राणा, दिनेश ठाकुर, दीपक नेगी, प्रताप मोहन चौहान खदराई कपिल शर्मा,,लाल सिंह, श्याम सिंह , खजान सिंह ठाकुर,सुशील, आशु चौहान, सुरजीत ठाकुर, अमन ठाकुर, राकेश शर्मा, सुरेश सिंह, जय ठाकुर ,ओमप्रकाश शर्मा, ओमप्रकाश ठाकुर, चंद्रमणि शर्मा, आत्माराम शर्मा, गोपाल ठाकुर, सचिन तोमर ,खजान ठाकुर, भरत पुंडीर ,दलीप सिंह तोमर, भीम सिंह तिलकान, कपिल शर्मा, सहित पवन शर्मा, रण सिंह ठाकुर, सतीश चौहान, दिनेश चौहान,सहित मंच के हाटी नेता उपस्थित रहे।
कहा-सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़क बहाली को दी जाएगी प्राथमिकता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां लोक निर्माण विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और भू-स्खलन के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने दोहराया कि सेब उत्पादक क्षेत्रों की सड़कों की बहाली को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि बागवानों की उपज को समय पर बाजार तक पहुंचाया जा सके। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित सड़कों की शीघ्र बहाली के लिए 23 करोड़ रुपये और स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि इस राशि में से पांच करोड़ रुपये यशवंत नगर से छैला तक की सड़क के मरम्मत कार्य पर खर्च किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, शिमला जिले के सेब उत्पादक क्षेत्रों के तहत लोक निर्माण विभाग के सात मण्डल में प्रत्येक को सड़कों की मरम्मत एवं बहाली के लिए एक-एक करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उन लोक निर्माण विभाग मण्डलों को भी एक-एक करोड़ रुपये आबंटित किए गए हैं, जहां प्राकृतिक आपदा के कारण क्षति अधिक हुई है, जिनमें कुल्लू जिले के चार विकास खण्ड, सिरमौर जिले के शिलाई और राजगढ़ विकास खंड शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही वह चौपाल और जुब्बल-कोटखाई क्षेत्रों का दौरा करेंगे तथा इन क्षेत्रों में किए जा रहे मरम्मत कार्यों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों पर गिरा मलबा हटाने के लिए मशीनरी खरीदने से लेकर उसे प्रभावित क्षेत्रों में तैनात करने का कार्य समयबद्ध सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत के लिए राज्य सरकार धन की कोई कमी नहीं आने देगी। उन्होंने अधिकारियों को अग्रिम भुगतान के साथ लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृहों की ऑनलाइन बुकिंग प्रारम्भ करने को कहा साथ ही कहा कि जल शक्ति विभाग को भी इस प्रक्रिया का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने निर्माण कार्यों की अनुमानित लागत में बढ़ोतरी की प्रथा को रोकने पर बल देते हुए अधिकारियों को क्लॉज 10 सीसी को हटाने के भी निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक चंद्रशेखर और चैतन्य शर्मा, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा, प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग भरत खेड़ा, सचिव वित्त अक्षय सूद, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग अजय गुप्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
सिरमौर पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट ने आज कोलर पंचायत के पूर्व प्रधान अमर सिंह के घर से अवैध शराब का जखीरा बरामद किया है। कोलर में शराब तस्करों के ऊपर सिरमौर पुलिस की कार्यवाही जारी है पिछले कुछ वर्षों में लगातार इन तस्करों का अवैध शराब का कारोबार चलाया जा रहा था उसके ऊपर सिरमौर पुलिस की कार्रवाई जारी है तथा पिछले कई महीनों से लगातार अवैध शराब की खेप बरामद की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार के अनुसूचित जनजाति विकास विभाग के तत्वावधान में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेश के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए २९ जुलाई को आयोजित होने वाली परीक्षा (ईएमआरएसएसटी-२०२३) स्थगित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा भारी बारिश से सम्पर्क मार्गों के अवरूद्ध होने तथा संचार सुविधा में बाधा उत्पन्न होने के दृष्टिगत स्थगित गई है। परीक्षा की आगामी तिथि पुनः घोषित की जाएगी।
12 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार चोटी के जंगल में बिलासपुर का युवक लापता हो गया, जिसे शुक्रवार सुबह पुलिस ने रेस्क्यू कर लिया। मिली जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय युवक अभिषेक शर्मा निवासी गांव बकैन बिलासपुर अपने दो दोस्तों के साथ चूड़धार यात्रा के लिए पहुंचा था। वीरवार सुबह 10 बजे के करीब शिरगुल महाराज के दर्शन कर तीनों वापस नौहराधार लौट रहे थे। इसी बीच रास्ते में दो दोस्त आगे निकल गए, जबकि अभिषेक फोन सुनते हुए रास्ते से भटक गया। धुंध के कारण कई घंटे जंगल में भटकने के बाद भी उसे रास्ता नहीं दिखाई दिया। डरा-सहमा युवक रात भर जंगल में भटकता रहा। उधर, लापता हुए युवक के साथियों ने नौहराधार पहुंच कर पुलिस को सूचना दी। साथ ही दोस्त के रेस्क्यू की मांग की। सूचना मिलते ही पुलिस दल चूड़धार के लिए रवाना हुआ। रात भर चले सर्च अभियान के बाद पुलिस ने शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे अभिषेक को रेस्क्यू कर लिया गया। डीएसपी मुकेश कुमार ने बताया कि अभिषेक शर्मा बिलासपुर से अपने दो अन्य दोस्तों के साथ चूड़धार मंदिर में माथा टेक कर गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे के बीच नौहराधार वापस लौट रहा था। इस दौरान जंगल में वो अपने साथियों से बिछड़ गया, जिसे आज सुबह रेस्क्यू कर लिया गया है। डीएसपी ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में श्रद्धालु चूड़धार की यात्रा से बचें। ख़राब मौसम में यात्रा जोखिमपूर्ण हो सकती है।
संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला में पिछले एक माह से लगातार हो रही भारी बारिश से जिला में करीब 283 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इसमें मुख्यत सड़क, पुल, पेयजल, बिजली, कृषि, उद्यान, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जन सेवाओं के अलावा आमजन के जान-माल का नुकसान भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के काराण जिला में बहुत भारी नुकसान हुआ है और सारा साल जनसेवाओं की बहाली में लग जायेगा। उद्योग मंत्री गुरुवार को नाहन में सिरमौर जिला में भारी बारिश के कारण हुये नुकसान की जिला के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। हर्षवर्धन चौहान ने जिला प्रशासन और सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए की जिला में राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जाये ताकि आम को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशा दिए की फील्ड स्तर पर जाकर स्वयं राहत एवं पुनर्वास कार्यों की देखरेख करें और आम लोगों को हुये नुकसान का मुआजवा जल्दी प्रदान करें। उद्योग मंत्री ने कहा कि जिला में लोक निर्माण विभाग को करीब 154 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शिलाई क्षेत्र में 102 सड़कों में से 16 सड़कों को नुकसान हुआ और कुल नुकसान 55 करोड़ के करीब है। नाहन में 76 सड़कों में 16 सड़कें बंद हैं जिसमें 35 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राजगढ़ में 60 सड़कों में से 2 सड़कें बंद हैं करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। पांवटा में 217 सड़कों में से 6 सड़कें बंद हैं 14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सराहां में 64 सड़कों में से 2 बंद हैं 18 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसी प्रकार जिला में कुल 47 सड़कें भारी बारिश के कारण बंद हैं तथा 32 जेसीबी के साथ 11 टिप्पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग को जिला में 9 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। उन्होंने कहा कि जिला में लगभग सभी जगह पर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नाहन डिविजन में 165 किलोमीटर लाईन डैमेज हुई, पांवटा में 259 किलोमीटर, राजगढ़ में 168 किलोमीटर लाईन डैमेज हुई हैं। इसके अलावा सभी पेयजल योजनाओं में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। हर्ष वर्धन चौहान ने बताया कि सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग को 103 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। जिला की कुल 1405 जलापूर्ति योजनाओं में से 485 योजनायें प्रभावित हुई हैं जिसमें लगभग सभी को बहाल किया जा चुका है। नाहन पेयजल आपूर्ति योजना को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है इसके अलावा सिवरेज की तीन योजनायें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने उद्योग मंत्री को जिला में सड़क, पुल, पेयजल, बिजली आदि क्षेत्र में हुये नुकसान की प्रेजेंटेशन देते हुए अवगत करवाया कि राजस्व व अन्य संबन्धित विभाग के अधिकारी फील्ड स्तर पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर भी लगातार नुकसान की समीक्षा करने के साथ राहत एवं पुनर्वास की मानिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगो और पटवारी सभी फील्ड में मुस्तैदी से नुकसान का जायजा ले रहे हैं। इस मौके पर सहायक आयुक्त विवेक शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोम दत्त, जिला राजस्व अधिकारी चेतन चौहान, परियोजना अधिकारी डीआरडीए अभिषेक मित्तल, जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. राजन सिंह, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा राजीव ठाकुर, उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्म चंद, योजना अधिकारी संजय परमार, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति राजीव महाजन, अधिशासी अभियंता वी.के. अग्रवाल, अधिशासी अभियंता बिजली राहुल राणा व अन्य अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने बताया कि आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का 75 वर्ष पूर्ण होने पर गेयटी सभागार शिमला में बहुत ही धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजशरण शाही मुख्य अतिथि व वशिष्ठ अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान बबिता फोगाट उपस्थित रहीं। फोगाट ने संबोधन करते हुए विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित मिशन साहसी कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद को ऐसे ओर कार्यक्रम छात्राओं के लिए करवाने चाहिए व यहां मेरे सहयोग व सहायता की जरूरत होगी वह मैं करूंगी। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम अमृत महोत्सव समारोह की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। आकाश नेगी ने बताया कि इस अमृत महोत्सव समारोह कार्यक्रम में देश व प्रदेश कानाम ऊंचा करने वाले व सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले महानुभावों को भी सम्मानित किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इस अमृत महोत्सव समारोह कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति की भी झलक सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से देखने को मिली। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से अभाविप के पूर्व कार्यकर्ता, शिमला जिला की विभिन्न इकाइयों के कार्यकर्ता व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने और लोगों को लाभान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी 'परिवार रजिस्टर' बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के परिवार रजिस्टर के रखरखाव नियम, 2023 के एक प्रारूप को हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। शहरी क्षेत्रों में परिवार रजिस्टर को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 48 ए धारा 308 ए और हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 43 (5) और धारा 393 में संशोधन किया गया है ताकि परिवार रजिस्टर के रखरखाव का प्रावधान किया जा सके। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का यह नवोन्मेषी कदम शहरी क्षेत्रों के लिए योजनाओं को तैयार करने के दृष्टिगत निर्णय लेने में मील पत्थर साबित होगा। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के बारे में महत्वपूर्ण डॉटा उपलब्ध होगा, जिसके उपयोग से संसाधनों के बेहतर आबंटन सुनिश्चित कर जन कल्याण के लिए स्टीक योजनाएं बना जा सकेंगी। अभी तक केवल ग्राम पंचायतों में ही परिवार रजिस्टर रखे जाते थे। इस पहल के साथ, शहरी आबादी की आपत्तियों और सुझावों के उपरांत अंतिम मंजूरी मिलने के बाद शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं का प्रभावी ढंग से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त प्रत्येक वर्ष 31 जनवरी तक परिवार रजिस्टर को संशोधित किया जा सकता है और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आवश्यक संशोधन किए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में रहने वाले सदस्यों, उनके व्यवसाय, जाति, शैक्षणिक स्थिति और अन्य आवश्यक विवरणों का रिकार्ड रखना महत्वपूर्ण है। पारिवारिक रिकार्ड सुनिश्चित होने से सरकार द्वारा प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय निकायों के लोगों को लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी। संशोधित नियमों के तहत वार्ड समिति के संबंधित सचिव को वार्ड के वास्तविक निवासियों के परिवारों के विवरण के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना आवश्यक होगा। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी या नगर पंचायत के सचिव या इसके लिए विशेष रूप से नामित सत्यापन अधिकारी द्वारा रजिस्टर सत्यापित किया जाएगा। सभी आवश्यक संशोधन और सत्यापन पूरे होने के उपरांत तैयार किया गया अंतिम परिवार रजिस्टर अनुमोदन के लिए सदन के समक्ष रखा जाएगा और राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद संबंधित अधिकारी द्वारा यह डाटा ऑनलाइन मोड के माध्यम से आम जनता को उपलब्ध करवाया जाएगा।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा राशन वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के दृष्टिगत उपभोक्ताओं के राशन कार्डों में उनकी आधार संख्या पंजीकृत की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 99.60 प्रतिशत राशनकार्ड लाभार्थियों के राशनकार्ड को आधार संख्या से जोड़ा जा चुका है। प्रदेश में कुल 74,60,584 लाभार्थी हैं, जिनमें से 74,30,737 लाभार्थियों के आधार राशनकार्ड से जोड़ दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों ने अभी तक अपने राशनकार्ड को आधार से नहीं जोड़ा है वह 15 अगस्त से पूर्व नजदीकी राशन डिपो में जाकर अपना आधार दर्ज करवा सकते हैं। यदि कोई अपना आधार 15 अगस्त तक दर्ज नहीं करवाता है तो इस स्थिति में राशनकार्ड को अस्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा तथा आधार की जानकारी उपलब्ध करवाने के बाद ही राशनकार्ड को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राशनकार्ड धारकों की सुविधा के लिए लाभार्थिर्यों के मोबाइल नंबर को भी उनके राशनकार्ड के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि उचित मूल्य की दुकानों पर उपलब्ध करवाए जा रहे खाद्यान्नों की सुविधा संबंधित जानकारी उपभोक्ताओं को पंजीकृत मोबाइल पर दी जा सके। उपभोक्ता विभागीय वेबसाइट/पारदर्शिता पोर्टल पर जाकर अपडेट मोबाइल नम्बर विकल्प के अधीन अपने 12 अंकों के आधार नम्बर दर्ज करवाने के उपरांत अपना मोबाइल नम्बर अपडेट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभाग उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से ई-केवाईसी के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रहा है कि राशनकार्ड में दर्ज व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि तथा लिंग आधार में दर्ज डाटा के अनुरूप ही हो। इस विषय में उपभोक्ता अधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट/पारदर्शिता पोर्टल पर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी उचित मूल्य दुकानदारों को समयबद्ध ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
एसडीएम पांवटा साहिब गुंजीत सिंह चीमा सहित वीरनारीयों, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधकारियों द्वारा शहीद स्मारक पांवटा साहिब में देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए योद्धाओं को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने उपस्थित सभी लोगों को राष्ट्र और सैनिकों के प्रति निष्ठावान रहने की शपथ दिलाई। पूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र द्वारा सैनिक विश्राम गृह पांवटा साहिब में आयोजित कार्यक्रम में एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की तथा इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि देश के सैनिक हमारे राष्ट्र का गौरव है और उन्होंने देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है इसलिए हमेशा हमें उनका सम्मान करना चाहिए। एसडीएम गुंजित चीमा ने उपस्थित सभी लोगों तथा युवाओं से आव्हान किया कि राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करना चाहिए और नशे जैसी कुरीतियों से दूर रहना चाहिए। इस दौरान पूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई संगठन द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के सम्बन्ध में भी अवगत करवाया गया। इस मौके पर तहसीलदार ऋषभ शर्मा व विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों सहित नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया तथा पार्षद एवं भूतपूर्व संगठन की तरफ से वीरनारी वीना देवी, रजनी देवी एवं वीना अध्यक्ष करनैल सिंह, उपाध्यक्ष नरेेंद्र सिंह ठुंडू व सवर्णजीत सिंह, सह-सचिव मोहन सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष तरुण गुरुगं के अलावा कोर कमेटी से संरक्षक डॉ एस पी खेड़ा, विरेन्द्र सिंह चौहान, जीवन सिंह एवं कई भूतपूर्व सैनिक तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के लोगों के पांच दशकों का शांतिपूर्ण संघर्ष लाया रंग, अब बिल जाएगा राष्ट्रपति के पास हिंदुस्तान की सबसे बड़ी पंचायत संसद भवन से सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी और अच्छी खबर आई है। बुधवार को चर्चा के बाद राज्यसभा में गिरिपार क्षेत्र का हाटी समुदाय जनजातीय संशोधन बिल को पारित हो गया है। लोकसभा में यह बिल पहले ही पारित हो चुका था। इस खबर के बाद गिरिपार क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है और इस ऐतिहासिक फैसले के लिए केेंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्यसभा के सांसद और जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा का तहेदिल से आभार प्रकट किया है। गौर हो कि बीते मंगलवार को छत्तीसगढ़ के 12 समुदाय के एसटी संशोधन बिल को पास करने के बाद हिमाचल प्रदेश के गिरिपार क्षेत्र के लोगों की उम्मीदें और अधिक बलवान हो गई थीं कि बुधवार को उनका संशोधन बिल भी पास होगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी हाटी समुदाय जनजातीय संशोधन बिल का समर्थन किया था। बुधवार को दोपहर दो बजे के बाद हाटी समुदाय को हिमाचल प्रदेश की अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करने के बिल पर चर्चा शुरू हुई। हिमाचल के राज्यसभा सासद प्रोफेसर सिकंदर कुमार ने हाटी समुदाय के बारे में जानकारी के साथ-साथ पचास वर्ष के शांतिपूर्ण संघर्ष के बारे में बताया। उसके बाद अन्य सांसदों ने भी इसका समर्थन किया। गौर हो कि हाटी समिति के पदाधिकारियों ने मॉनसून सेशन शुरू होने से पहले ही कहा था कि हाटी समिति को पूरा भरोसा है कि यदि राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चली तो हिमाचल प्रदेश जनजातीय संशोधन बिल में हाटी समुदाय को भी जनजाति का संवैधानिक अधिकार मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। हाटी समीति केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष डॉ. अमीचंद कमल और महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। क्षेत्र के लोगों का पांच दशकों से अधिक का शांतिपूर्ण संघर्ष आज उस मुकाम पर पंहुच गया है जहां से हम बहुत जल्द अपनी मंजिल हासिल कर लेंगे। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार सहित प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से इस संघर्ष में सहयोग देने वालों का समिति आभार प्रकट करती है। पिछली बार ऐसे रुकी प्रक्रिया इसी वर्ष फरवरी माह में केंद्रीय हाटी समिति का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा और राज्य मंत्री रेणुका सिंह से मिला था जिसमें अर्जुन मुंडा ने विश्वास दिलाया था कि हाटी समुदाय को जनजाति का अधिकार दिलाना हमारी प्राथमिकता है,लेकिन फरवरी का संसद सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ा और 5 बार कार्य सूची में आने के बावजूद भी पास नहीं हो सका।
सिरमौर जिला के Police Station Sangrah संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले हरिपुरधार के समीप से करीब 12 quintal वजन वाले Road Roller Tyre को चुराने वाले शिमला जिला के 2 आरोपियों को Police ने Arrest कर लिया है। पुलिस द्वारा चोरी में इस्तेमाल JCB machine को भी कब्जे में लिया जा चुका है और चोरों की तलाश जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उक्त लोहे के इस पहिए अथवा बेलन को इन्होंने Government College हरिपुरधार के समीप जंगल में रातों रात दबा दिया था और मामला ठंडा पड़ने पर इसे किसी कबाड़ी अथवा Scrap Dealer को बेचने की योजना थी। पहली बार इलाके के इतनी भारी भरकम चोरी को लेकर Social Media user तरह तरह के comment कर रहे हैं और The Great Khali के गृह क्षेत्र में बाहूबली चोर जैसे शीर्षक से भी यह खबर चली। DSP संगड़ाह मुकेश डडवाल ने बताया कि, चोरी के मुख्य आरोपी शिमला जिला की चौपाल तहसील के बोरा गांव के 21 वर्षीय JCB Operator अरविंद कुमार व काफलां के 24 वर्षीय उसके Helper अरूण कुमार को Arrest किया जा चुका है। SHO संगड़ाह बृजलाल मेहता के नेतृत्व वाली Police ने चोरी में इस्तेमाल JCB जब्त कर ली है और अन्य आरोपी चोरों की तलाश जारी है। ददाहू के रहने वाले ठेकेदार महेश कुमार ने कल Police में इस बारे शिकायत मे JCB machine व Tipper की मदद से इस वारदात को अंजाम देने का अंदेशा जताया था। रोलर को काफी अरसे से यहां खड़ा करने का कारण उन्होंने गेहल Road का कुछ Maintenance work शेष होना बताया। लोहे के ऐसे नए टायर की कीमत अढ़ाई लाख के करीब बताई जाती है और पहली बार इलाके मे इतनी भारी चोरी हुई। एक टन से भी ज्यादा वजनी इस चोरी में कुछ और लोगों के शामिल होने का भी अंदेशा है और Police Invitation जारी रखें हुए हैं। इससे पूर्व गत वर्ष नौहराधार के समीप 4 quintal के JCB Rock Breaker की चोरी के मामले में स्थानीय चोरों व बाहर के Scrap dealer को संगड़ाह पुलिस पकड़ चुकी है। बहरहाल पहली बार इलाके में हुई यह भारी-भरकम चोरी जहां चर्चा में है वहीं महज 24 घंटे के भीतर 2 चोरों का पता लगाने के लिए लोग पुलिस की सराहना कर रहे हैं।
जिला परिषद सिरमौर की त्रैमासिक बैठक आज मंगलवार को नाहन में अध्यक्ष, सीमा कन्याल की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें विभिन्न एजेंडा आईटम पर जिला परिषद सदस्यों ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा में भाग लिया। जिला परिषद की बैठक में सिरमौर जिला में भारी बारिश से हुये नुकसान पर चिंता जाहिर की गई। बैठक में सभी विभागों विशेषकर लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली, कृषि, बागवानी आदि ने भारी बरसात के कारण हुये नुकसान से अवगत करवाया और अपने-अपने विभागों की नुकसान संबंधी रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल ने कहा कि सिरमौर जिला में पिछले एक माह से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जिला में करोड़ों का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग इस आपदा की घड़ी में मुस्तैदी से कार्य करते हुए सड़क, पेयजल, बिजली आदि जन सेवाओं की बहाली का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में जिला परिषद के सभी सदस्य प्रशासन और विभागों के साथ खड़े हैं और हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है। सीमा कन्याल सभी विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया कि परिषद सदस्यों द्वारा बैठकों में रखे गये विषयों पर गंभीरतापूर्वक कार्य करें क्योंकि यह कार्य जनहित और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के हितों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारी बरसात के कारण सड़कों के बंद होने के बावजूद भी सभी विभागों के उप मंडल स्तर के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहकर अपने विभाग का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो कि प्रशंसनीय है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि सदस्यों द्वारा उठाये गये सभी विषयों पर संबंधित विभाग समयबद्ध अवधि के भीतर कार्रवाई करेंगे ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके। जिला परिषद की बैठक में मुख्यत: सड़क, पेयजल, बिजली के अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, खनन, आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। जिला पंचायत अधिकारी विक्रम ठाकुर ने बैठक का संचालन करते हुए विभिन्न एजेंडा आईटमों को विस्तार से रखा और उपस्थित विभागीय अधिकारियों से अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा। जिला परिषद की बैठक में जिला परिषद सदस्य आनंद परमार, सुमिता देवी, पुष्पा देवी, निर्मला देवी, नीलम देवी, श्रवण कुमार, ओम प्रकाश, सुरेन्द्र सिंह, माम राज शर्मा, सतीश ठाकुर, विद्या देवी, चमेली देवी, अमृत कौर ने अपने-अपने क्षेत्रों से सम्बन्धित विषयों को विस्तार से रखा तथा विभागों से इनके निपटारे का आग्रह किया। जिला परिषद उपाध्यक्ष अंजना शर्मा, बीडीसी अध्यक्षा अनिता शर्मा, बीडीसी अध्यक्ष सुरेन्द्र नेहरू के अलावा लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्यान, बीएसएनएल सहित विभिन्न विकास खंडों के खंड विकास अधिकारी, भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
राजगढ़ के छोग टाली पंचायत की नेहा ठाकुर अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी वॉलीबॉल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन चीन में किया जाना है और नेहा ठाकुर का चयन भारतीय यूनिवर्सिटी वॉलीबॉल टीम में हुआ है। छोगटाली स्कूल से वॉलीबॉल व एथलेटिक्स में 4 नेशनल खेलने के बाद नेहा का चयन जुब्बल स्पोर्ट्स हॉस्टल के लिए हुआ था और वह अंडर 19 नेशनल प्रतियोगिता में देश की वेस्ट स्पाईकर चुनी जा चुकी है। खेलो इंडिया में पंजाब यूनिवर्सिटी से खेलने के बाद अब उनका चयन भारतीय टीम में हुआ है जो कि राजगढ़ और जिला सिरमौर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। नेहा ठाकुर के पिता मोहन ठाकुर एक किसान हैं। नेहा के भारतीय टीम में चयन से पूरे राजगढ़ क्षेत्र में खुशी की लहर है।
जिला सिरमौर के मंडल श्री रेणुका जी के विकास खंड संगड़ाह तहसील नोहराधार के अंतर्गत ग्राम पंचायत देवामानल के श्री शिरगुल स्पोर्ट्स एवं कल्चर क्लब देवामानल द्वारा नेहरू युवा केंद्र संगठन नाहन के सौजन्य से पौधरोपण किया गया। क्लब का कहना है कि इस समय हिमाचल प्राकृतिक आपदा और त्रासदी से जूझ रहा है जिसका मुख्य कारण मनुष्य द्वारा अपने स्वार्थ के लिए पेड़ों का कटाव है। इस समस्या का एकमात्र समाधान पौधरोपण ही है। कार्यक्रम में श्री शिरगुल स्पोर्ट्स एंड कल्चर क्लब देवामानल के प्रधान दीपक पुंडीर ने अपना सहयोग दिया। सभी सदस्य रजत चौहान, विशाल, नीरज पुंडीर, नितिन रपटा, राकेश वर्मा, सत्यम वर्मा, पदम देव, अंकित वर्मा का धन्यवाद किया व लोगों से अधिक से अधिक पौधरोपण करने की अपील की।
जिला सिरमौर के मंडल श्री रेणुका जी के विकास खंड संगड़ाह की तहसील हरिपुरधार के भलोना युवक मंडल द्वारा आपदा प्रबंधन विषय को लेकर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भलाड भलोना में कार्यक्रम किया गया। युवक मंडल अपनी स्थापना से लेकर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम करता आ रहा है, चाहे वह मतदाता जागरण अभियान हो, सफाई अभियान हो या फिर कोई भी सामाजिक कार्य हो। युवक मंडल का भलाड भलोना स्कूल में आयोजित यह कार्यक्रम प्रदेश में आ रही बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए आगे आने वाली आपदाओं से जागरूक रहने के लिए समाज में एक विषय को लेकर समाज को संदेश देने के लिए किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व आई पीएच अधिकारी दयाराम शर्मा रहे और विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य रहे। इस कार्यक्रम में मंडल द्वारा प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें की भाषण प्रश्न प्रतियोगिता स्लोगन राइटिंग डिजास्टर पेंटिंग एवं बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। मुख्य अतिथि ने कहा कि आपदा से लड़ने के लिए हमें हमेशा तैयार रहना एवं सजग रहना चाहिए और लोगों को भी आपदा से बचाने के लिए जागरूक करना चाहिए। किस प्रकार से बाढ़ आती है और उससे कैसे बचना चाहिए, सिलेंडर जैसे विस्फोटक घटनाएं भी हो सकती हैं, उससे बचने के लिए उसको कैसे बंद करें और कैसे बुझाए यह संदेश मुख्य अतिथि द्वारा दिए गए। युवक मंडल सचिव रोहित शर्मा का कहना है कि युवक मंडल हमेशा से अनेक कार्यक्रम कार्यक्रम कर रहा है और आगे भी ऐसे करता रहेगा। युवा मंडल ने समाज को संदेश दिया कि इस आपदा से निपटने के लिए हम सभी को तत्पर रहना चाहिए और एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इस कार्यक्रम में युवक मंडल के कार्यकर्ता प्रेम दत्त शर्मा कमल राज शर्मा प्रकाश चंद प्रकाश शर्मा नरेंद्र शर्मा तपेंद्र शर्मा पवन भारद्वाज सुरेश भारद्वाज आदि मौजूद रहे।
महाबली द ग्रेट खली ने समूची दुनिया में 'ताकतÓ का झंडा गाड़ा है। खली के पैतृक क्षेत्र नैनीधार से करीब 60 से 70 किलोमीटर दूर हरिपुरधार में चोरी का अनोखा कारनामा सामने आया है। क्या आपने पहले सुना है कि सड़कों को पक्का करने में इस्तेमाल होने वाले 'रोड रोलरÓ का करीब एक टन वजनी टायर ही चोरी हो गया। बड़ी बात यह है कि पहाड़ी इलाके से ऐसे समय में ये लोहे का ये टायर चोरी किया गया है, जब बारिश के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं। लाजमी तौर पर आपके जहन में एक सवाल उठ रहा होगा कि हैरतअंगेज चोरी में टायर को कैसे ले जाया गया होगा। लिहाजा आशंका जाहिर की जा रही है कि जेसीबी मशीन या टिप्पर की मदद से चोर वारदात को अंजाम देने में सफल हुआ। ददाहू के रहने वाले ठेकेदार महेश गोयल ने शिकायत दर्ज करवाई है, इसके मुताबिक रोलर के टायर की कीमत करीब अढ़ाई लाख रुपए है। हरिपुरधार के हेलीपैड के समीप रोड रोलर को पार्क किया गया था, क्योंकि बारिश थमने के बाद गैहल मार्ग पर मरम्मत का कार्य किया जाना है। बता दें कि इससे पहले भी बाहुबली चोरों ने नौहराधार के नजदीक जेसीबी रॉक ब्रेकर की चोरी की थी। इस मामले में स्थानीय चोरों को गिरफ्तार किया गया था।संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही पुलिस बाहुबली चोरों का पता लगा लेगी। संगड़ाह के डीएसपी मुकेश डढवाल ने कहा कि जांच जारी है। रोड रोलर जिसका टायर चोरी हुआ।
विधायक श्री रेणुका जी विनय कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सहित सिरमौर जिला में भारी बारिश के कारण करोड़ों रुपये की सार्वजनिक और निजी संपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा नियमानुसार प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने के साथ उनका पुनर्वास भी किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन और सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को भारी बारिश से हुए नुकसान की जांच मौके पर पहुंच कर करने के लिए कहा, ताकि नुकसान का सही आकलन करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि नुकसान के सही आकलन के उपरांत ही प्रदेश सरकार प्रभावितों को राहत और मुआवजा दे सकती है। जिला कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं विधायक श्री रेणुका जी विनय कुमार सोमवार को नाहन में जिला कल्याण समिति की प्रथम बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कल्याण विभाग सीधे रूप से गरीब और जरूरतमंद लोगों के साथ जुड़ा है और विभाग सामाजिक सुरक्षा पैंशन सहित गृह निर्माण व अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समय पर जरूरतमंदों तक पहुंचाना सुनिश्चित बनाये। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में जिन जरूरी विषयों पर सर्वसम्मति से जनहित में निर्णय लिया गया है उनकी समयबद्ध अनुपालना सुनिश्चित बनाई जाये ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर लाभ मिल सके। विधायक विनय कुमार ने बताया कि सिरमौर जिला में समाज कल्याण गतिविधियों लिए इस वित्त वर्ष के लिए 24.24 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। उन्होंने कहा कि इस आवंटित राशि से अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्प संख्यक वर्ग के दिव्यांगों, एकल नारियों, कुष्ठ रोगियों एवं वृद्धजनों तथा अन्य जरूतमंदों का कल्याण सुनिश्चित बनाया जायेगा। उन्होंने जानकारी दी है कि सिरमौर जिला में वर्तमान में 55242 पात्र लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है, जिसमें 5981 राजगढ़ तहसील, 5139 पच्छाद, 8163 नाहन, 8675 रेणुका जी, 19787 पांवटा साहिब तथा 7497 लाभार्थी शिलाई तहसील के शामिल हैं। इन पैंशन धारकों में वृद्धावस्था, विधवा, अपंग, कुष्ट, आदि श्रेणियां शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में जिला में 3321 नवीन प्रार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन का लाभ प्रदान किया गया है। जिला कल्याण समिति के अध्यक्ष ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत सिरमौर जिला में अनुसूचित जाति, जन जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग व अन्य हेतु करीब 1..61 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है जिसके तहत अनुसूचित जाति वर्ग के लिए जिला में 94 आवास, अनुसूचित जन जाति के लिए 03, अन्य पिछड़ा वर्ग के 11 आवास बनवाये जाने प्रस्तावित हैं। उन्होंने बताया कि जिला में समाज कल्याण विभाग द्वारा इस वित्त वर्ष में अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र लोगों को अनुदान पर 858 शिलाई मशीनें प्रदान करने के लिए 15.50 लाख रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार जिला में अन्तर्जातीय विवाह योजना के तहत 24 दंपतियों को लाभ देने पर 12 लाख रुपये की राशि व्यय की गई हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दिव्यांग विद्यार्थियों को मासिक दरों पर छात्रवृति प्रदान की जाती है जिसका लाभ उठाने के लिए पात्र लोंगो को कल्याण विभाग के जिला और तहसील स्तर के कार्यालयों में संपर्क करना चाहिए। विनय कुमार ने कंप्यूटर एप्लीकेशन प्रशिक्षण में विभाग द्वारा अधिकृत प्रशिक्षण केंद्रों की समय-समय पर जांच व निरीक्षण करने के लिए कहा। उन्होंंने कहा कि यह गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़ा हुआ मामला है, इसलिए इस बात का ध्यान रखा जाये कि किसी भी कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर न लगे। विधायक पावंटा साहिब सुख राम चौधरी, विधायक पच्छाद रीना कश्यप, विधायक नाहन अजय सोलंकी ने अपने-अपने क्षेत्र से सम्बन्धित समाज कल्याण सम्बन्धी विषयों को प्रमुखता से बैठक में उठाया और शीघ्र जरूरतमंदो तक विभाग की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का अग्रह किया। जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा ने बैठक का संचालन करते हुए विभाग की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। अतिरिक्त उपायुक्त मनेश कुमार यादव, एसडीएम नाहन रजनेश कुमार, एसडीएम पांवटा गुंजीत सिहं चीमा, एसडीएम पच्छाद डा.संजीव धीमान, परियोजना अधिकारी डीआरडीए अभिषेक मित्तल, अध्यक्ष नगर परिषद नाहन श्यामा पुंडीर, उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्म सिंह, डाईट प्रधानाचार्य राजीव ठाकुर, जिला पंचायत अधिकारी विक्रम ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील शर्मा के अलावा स्वास्थ्य, समाज कल्याण, बाल विकास तथा अन्य सम्बन्धित विभाग के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
शिमला जिले के रामपुर बुशहर में दिन-प्रतिदिन आपराधिक मामले, बढ़ते जा रहे हैं। अभी पिछले कल रामपुर बुशहर के समीप रचोली गांव में किन्नौर की दो लड़कियों के साथ वहां के स्थानीय युवाओं द्वारा छेड़छाड़, मारपीट और अश्लील शब्दों का प्रयोग किया। हैरानी की बात तो यह है कि वहां के स्थानीय लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे थे, जो कि एक शर्म की बात है। हिमाचल प्रदेश के फिटनेस यूट्यूबर राणा द वाइपर उर्फ कमलकांत राणा का कहना है कि रामपुर बुशहर में आज के समय में इस तरह के मामले आम बात बन चुकी है। इसकी मुख्य वजह यहां बढ़ता जा रहा नशे का कारोबार है। यहां के युवक-युवतियां नशे की दलदल में इस कदर धंस चुके है कि उनको अच्छे बुरे का पता ही चलता। कमलकांत राणा ने कहा कि इस नशे को खत्म करने के लिए मिलकर आगे आना होगा और इस तरह के अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलानी होगी, नहीं तो हमारी देवभूमि हमारा हिमाचल इस तरह बदनाम होता रहेगा। राणा ने प्रशासन से भी मांग की है कि ऐसे क्षेत्रों में पुलिस की गश्त लगा दी जाए और इन लोगों के प्रति कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि आने वाले समय में ऐसी घटनाएं न हों।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा कि जिला में कार्यरत सभी 1486 आंगनबाड़ी केंद्रों में पात्र बच्चों और गर्भ धात्री माताओं को समय पर पोषित आहार की आपूर्ति सुनिश्चत बनाई जाये। इसके अलावा सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी माह में कम से कम 20 दिन आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण अनिर्वाय रूप से करें ताकि पता चल सके कि केंद्र में राशन की आपूर्ति के साथ अन्य सुविधायें लाभार्थियों को सही प्रकार से मिल रही हैं या नहीं। उपायुक्त गत सांय नाहन में पोषण आहार मिशन के तहत आयोजित जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सुमित खिमटा ने बताया कि आगामी सितम्बर माह में 'महिला एवं स्वास्थ्यÓ तथा 'बच्चा एवं शिक्षाÓ थीम पर जिला में पोषाहार माह का आयोजन किया जायेगा जिसके लिये सम्बन्धित विभाग समय पर आवश्यक प्रबंध पूरे करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि नियमानुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए अधिकृत स्वास्थ्य कार्यकर्ता को नियमित तौर पर केंद्र में भेजा जाये। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्कूलों में पोषाहार के बारे में भी जानकारी प्रदान की जा सकती है। उपायुक्त ने भवन रहित आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भवन निर्माण हेतु पंचायत स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों के साथ तालमेल स्थापित कर भूमि का चयन करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 60 भवनों की जिला में मनरेगा के अंतर्गत निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें 24 आंगनबाड़ी भवन प्राथमिक पाठशालाओं में बनने प्रस्तावित है। उन्होंने इस सम्बन्ध में शिक्षा और समेकित बाल विकास विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में समुचित मात्रा में पेयजल की व्यवस्था करने के लिए भी जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए। सुमित खिमटा ने बताया कि जिला के 1486 आंगनबाड़ी केंद्रों में 19380 सामुदायिक आधारिक कार्यक्रम (सीबीई) का आयोजन किया गया, जिसमें वर्ष 2022-23 के दौरान 48.45 लाख रुपये की राशि व्यय की गई। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को सीबीई के आयोजन के लिए 250 रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है। जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस सुनील शर्मा ने बैठक का संचालन करते हुए पोषाहार मिशन की संपूर्ण जानकारी प्रदान की। जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल, पीओ डीआरडीए अभिषेक मित्तल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय पाठक, जिला कल्याणा अधिकारी विवेक अरोड़ा, उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्म सिंह, उप पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी शाह, प्रधानाचार्य डाईट राजीव ठाकुर के अलावा विभिन्न खंडों के बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि निगम अपने होटलों में कमरों की बुकिंग पर 50 प्रतिशत तक छूट प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह छूट तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है और 15 सितंबर, 2023 तक जारी रहेगी। प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के दृष्टिगत प्रदेश में पर्यटकों को सुलभ आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने तथा निगम के होटलों में आमद दर (अक्युपेंसी) बढ़ाने के दृष्टिगत लिया गया है।
राज्य में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में आशातीत बदलाव लाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दृष्टिकोण के लिए आभार व्यक्त करते हुए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज यहां कहा कि विश्व बैंक और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमओएमएसएमई) की सहायता से भारत सरकार की एक प्रमुख योजना, राइजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉरमेंस (आरएएमपी) कार्यक्रम की शुरुआत के लिए प्रदेश में सार्थक प्रयास आरंभ कर दिए गए हैं। उद्योग मंत्री के निर्देश पर अर्नस्ट एंड यंग कंपनी को रणनीतिक निवेश योजना (एसआईपी) की तैयारी के लिए बोली प्रक्रिया के माध्यम से परामर्श एजेंसी के रूप में चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने एसआईपी तैयार करने का कार्य आरंभ कर दिया है और राज्य में क्लस्टर विकास कार्यक्रम में भी सहायता कर रही है। एजेंसी ने सिरमौर जिले के काला अंब और पावंटा साहिब में उद्योग हितधारकों के साथ संवाद किया। संवाद के दौरान सामने आए विभिन्न पहलू हिमाचल में रैम्प योजना (आरएएमपी) कार्यक्रम की विशिष्ट आवश्यकताओं और उद्देश्यों को पूरा करने के लिए तैयार रणनीतिक निवेश योजना को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मंजूरी मिलने के उपरांत एसआईपी वित्त, बाजार, प्रौद्योगिकी, क्षमता निर्माण और अन्य आवश्यक समर्थन तक पहुंच के माध्यम से एमएसएमई की प्रतिस्पर्धात्मकता प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा। एसआईपी को अगले चार वर्षों में राज्य एमएसएमई और उद्योग संघों के माध्यम से सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा। परामर्श एजेंसी उद्योग की जरूरतों को पूरा करने और रैम्प योजना व क्लस्टर विकास कार्यक्रम के बारे में जागरूकता साझा करने के लिए शीघ्र ही विभिन्न जिलों में संवाद, कार्यशालाएं और केंद्रित समूह चर्चाएं आयोजित करेगी। निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति ने एमएसएमई और उद्योग संघों से सक्रिय रूप से इस संवाद में भाग लेने और बाजार व ऋण प्रौद्योगिकी तक पहुंच और एमएसएमई से संबंधित अपनी आवश्यकताओं और शंकाओं को साझा करने का आग्रह किया। हिमाचल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सतीश कुमार गोयल और महासचिव नवीन अग्रवाल, फार्मा एसोसिएशन काला अंब के अध्यक्ष केशव सैनी और उद्योग संघों के अन्य प्रमुख सदस्य व पदाधिकारी इस संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए।
पांवटा साहिब के एक निजी होटल में आज मशहूर गायक अतिकांत वर्मा ने अपनी टीम के साथ 'मेरा शिव' भजन की ग्रैंड लांचिंग किया, जिसमें पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग उन्हें आशीर्वाद देने पहुंचे। प्रेस वार्ता कर अतिकांत वर्मा ने बताया की सावन का पवित्र माह चल रहा है, और काफ़ी लंबे समय अंतराल के बाद उनकी वापसी हुई, जिसमें उन्होंने महादेव का भजन गाकर शानदार कमबैक किया। अतिकांत वर्मा व डायरेक्टर अनुराग तोमर ने बताया की सावन का माह चला है शिव भक्तों को खासकर कांवड़ियों को संदेह की नजर से अब देखा जाता है। इतना ही नहीं भक्त भी अब यह मानते हैं कि भांग और धतूरा चढ़ाना उसका सेवन करना ही शिव भक्ति है, लेकिन ऐसा नही है क्योंकि आरंभ भी वही है और अंत भी इसलिए सकारात्मकता के साथ शिव भक्ति करें। इस भजन की शूटिंग पौड़ीवाला प्राचीन शिव मंदिर (नाहन ) में हुई है,जिसमें अतिकांत वर्मा ने अपनी आवाज़ दी है जबकि म्यूसिक ,मास्टरिंग और मिक्सिंग नवदीप धात्रा ने किया है। भजन के लिरिक्स विक्रम वर्मा जो की नाहन से उन्होंने लिखे हैं। वहीं शृंगार -मोनू सिंह ने, जबकि स्पोंसर अतिकांत ज्वेलर्स ने किया है। अतिकांत वर्मा ने स्पेशल धन्यवाद विनय चौहान (नाहन), रिक्की टी गिफ्ट ट्रूलर, राहुल, हर्ष (गणपति टूर एंड ट्रेवलद्ध), युवराज सिंह, अजयपाल (रावण ) आदि को किया है। इस अवसर पर पूर्व विधायक किरनेश जंग ने अतिकांत और उनकी पूरी की उज्जवल भविष्य की कामना की, गायक अतिकांत वर्मा, विक्रम वर्मा, डायरेक्टर अनुराग तोमर, हर्ष कश्यप आदि मौजूद रहे।
सिरमौर हाटी विकास मंच ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के सांसद राज्यसभा में व्यवधान डालकर जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के लाखों लोगों के हितों पर कुठाराघात कर रहे हंै। सिरमौर हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा, उपाध्यक्ष कपिल चौहान, सचिव मदन तोमर व गोपाल ठाकुर हरगोविंद राणा, कपिल कपूर, दलीप सिंगटा आत्मा राम शर्मा, जगत ठाकुर, अनुज शर्मा, आशु चौहान, बंसी ठाकुर, नीटू चौहान, ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता व सांसद राज्यसभा में जनता के हितों के लिए प्रस्तुत किए जाने वाले बिलों व विधायी कार्यों के समय ही व्यवधान डालते हैं, जिससे पांच दशकों से पुराना हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिए जाने का बिल जो लोकसभा से गत 16 दिसंबर को पारित हो चुका है, वह राज्यसभा में पारित नहीं हो पा रहा है। सिरमौर हाटी मंच के पदाधिकारियों ने कांग्रेस पार्टी से आग्रह किया कि वह हिमाचल प्रदेश के तीसरे जनजातीय संशोधन बिल को पारित करने में सहयोग दे। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु व प्रदेश कांग्रेस सरकार से भी आग्रह किया कि वह इस मामले में पार्टी की स्थिति स्पष्ट करे और केंद्रीय नेतृत्व को इस बिल को पारित करवाने में सहयोग करने के लिए प्रभावी संदेश दें, ताकि यह बिल पारित हो पाए। सिरमौर हाटी विकास मंच ने छतीसगढ़ की कांग्रेस सरकार व मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया कि वह भी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बनाए क्योंकि उनका व हाटी समुदाय का यह बिल राज्यसभा में लंबित है। मंच ने कहा कि यदि कांग्रेस के सांसदों का नकारात्मक रवैया यूंही जारी रहा तो सिरमौर हाटी विकास मंच लाखो लोगो को लामबंद कर कांग्रेस सांसदों, प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्रियों व विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर विवश होगी।
प्रदेश के अन्य जिलों की भांति, सिरमौर जिला भी भारी बरसात से हुई तबाही से अछूता नहीं रहा। जिले में सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं और बिजली आदि का भारी नुकसान हुआ है। जिला में सर्वाधिक नुकसान शिलाई विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। शिलाई क्षेत्र में जैसे ही आवाजाही बहाल हुई उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने तुरंत अपने विधानसभा क्षेत्र का रुख किया। हर्षवर्धरन चौहान पिछले दो दिन से लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र के प्रभावित लोगों के बीच पहुंचकर उनका हाल जान रहे हैं। उद्योग मंत्री अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान शिलाई विधानसभा क्षेत्र के लगभग उन सभी क्षेत्रों तक पहुंचे जहां सार्वजनिक तथा निजी संपत्ति को, सड़कों को, खेतों व खलिहान को सर्वाधिक नुकसान पहुंचा है। हर्षवर्धन चौहान रास्ते में लगभग सभी गांव में रुके जहां लोग पहले से ही अपनी व्यथा सुनाने के लिए उनके इंतजार में खड़े थे। हर जगह पर वह अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास करते दिखाई दिए। उन्होंने जहां राष्ट्रीय राजमार्ग तथा स्थानीय संपर्क मार्गो की बहाली के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए वहीं लोगों को निजी संपत्तियों के नुकसान के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा भी की। शिलाई क्षेत्र में अपने प्रवास के दूसरे दिन उद्योग मंत्री ने शिलाई से रोनहाट जाते समय बांदली में राष्ट्रीय उच्च मार्ग में भारी भू-स्खलन का जायजा लिया। यहां पर एक पहाड़ का पूरा हिस्सा खिसक गया है जिससे बांदली गाँव पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अधिकारियों और प्रशासन को इस जगह को शीघ्र प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त कर बहाल करने के आदेश दे दिए । उन्होंने जनता से भी आग्रह है कि सभी यहां पर पूर्ण सावधानी बरतें। शिलाई से रोनहाट के बीच भी जगह जगह पर कई गाँव भू-स्खलन से प्रभावित हैं। उद्योग मंत्री ने रास्ते में कांडो भटनोल, क्यारी, धारवा, द्राबिल, फागु, जामली क्षेत्र का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासन को पानी, सड़क, बिजली व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं को जल्द सुचारू रूप से बहाल करने व सभी सड़को को युद्ध स्तर पर दुरुस्त करवाने के कड़े निर्देश दिये। उद्योग मंत्री ने रोनहाट पहुंचकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने यहां पर कई जगहों पर भू-स्खलन से खराब हुए सड़कें, पानी की लाइनों, स्कूल, बागवानों की फसल बर्बादी व बरसात में हुए नुकसान का जायजा लिया तथा क्षेत्र में बारिश से पीड़ित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को पानी, सड़क, बिजली व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं को जल्द सुचारू रूप से बहाल करवाने के कड़े निर्देश दिये। इससे पूर्व आज प्रात: उद्योग मंत्री ने शिलाई विश्राम गृह में क्षेत्र के लोगों की जन समस्यायें सुनी। उन्होंने लोगों द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुरूप प्रशासन तथा सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निश्चित अवधि के भीतर इन शिकायतों का निवारण करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण आई आपदा के समय प्रदेश सरकार, प्रशासन और जनप्रतिनिधि के रूप में वह स्वयं जनता के साथ खड़ें हैं। उन्होंने कहा कि हम प्राकृतिक आपदा को तो रोक नहीं सकते किन्तु हमारा प्रयास रहेगा कि इस आपदा से सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को जो नुकसान पहुंचा है उसे शीघ्र अति शीघ्र भरपाई की जाये। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को शीघ्र ही नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जायेगा।
विनय गुप्ता को एक बार फिर से सिरमौर जिला भाजपा का अध्यक्ष चुना गया है। यह नियुक्ति प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने की है। हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी कार्यालय द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। जिला सिरमौर की पांचों विधानसभा क्षेत्र नाहन, पांवटा, शिलाई, पच्छाद, श्री रेणुका जी समस्त पार्टी के कार्यकर्ताओं वरिष्ठ एवं कनिष्ठ पदाधिकारियों ने जिला सिरमौर से तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बनने पर विनय गुप्ता को बधाई दी साथ ही प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल का भी आभार जताया।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने मांग की है कि विद्यालय के प्रधानाचार्य पद के लिए प्रवक्ता एवं मुख्याध्यापक के अनुपात मे काडर संख्या के अनुपात मे ही वृद्धि कर प्रवक्ताओं के लिए 90 प्रतिशत पद संरक्षित रखे जाए। प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, महासचिव डॉ. आईडी राही, जिला कोषाध्यक्ष विजय वर्मा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य सतीश शर्मा, संजय शमा, रमेश नेगी, महिला अध्यक्ष सीमा वर्मा, भावना साथी, रमा शर्मा, संध्या चौहान आदि ने तर्क दिया कि वर्तमान परिस्थित मे जहां मुख्याध्यापक मात्र 3 वर्ष के सेवाकाल बाद प्रधानाचार्य बन जाते हे वही प्रवक्ता 20 से 25 वर्ष की सेवाकाल उपरांत भी प्रवक्ता पद से ही सेवानिवृत्त हो रहै है। आश्चर्य का विषय यह है कि मुख्याध्यापक काडर से कनिष्ठ शिक्षक भी वरिष्ठ प्रवक्ताओं से पहले प्रधानाचार्य बनने लगे है।अत वर्तमान परिस्थित मे प्रवक्ताओं की काडर संख्या के अनुपात मे प्रधानाचार्य पद पर इस वर्ग के लिए कोटा बढाना नितांत आवश्यक है। यह भी आश्चर्य का विषय है कि जहां सभी विभागों में राजपत्रित पद के लिए विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है वही मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य के लिए किसी प्रकार की कोई विभागीय परीक्षा अनिवार्य नहीं ओर सबसे अधिक चिंतनीय विषय तो यह है कि वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जहां प्रवक्ता पद के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातकोत्तर है वही प्रधानाचार्य पद पर मुख्याध्यापक कोटे से केवल प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भी प्रधानाचार्य बनते आ रहे हैं । ज हां संख्या की बात की जाए आज 50 प्रतिशत पद मात्र 750 मुख्य अध्यापकों के संरक्षित हैं, जबकि 18000 प्रवक्ताओं के लिए भी केवल 50त्न ही पद ही है जो शायद ही न्यायसंगत हो। प्रवक्ता संघ ने इस तथ्य को भी गुमराह करने वाला बताया जिसमे मुख्याध्यापक पद के लिए प्रशिक्षित स्नातक शिक्षको को जोड़कर बताया जा रहा है क्योकि यदि फिडींग काडर की बात करे तो वर्तमान मे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक अधिक योग्यता होने के कारण पदोन्नति का विकल्प केवल प्रवक्ता पद के लिए देते हैं ओर दुर्भाग्य से अधिक शिक्षित होने के बावजूद भी प्रवक्ता ही सेवानिवृत्त हो जाते है ऐसी परिस्थित मे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक आज मुख्याध्यापक से अधिक प्रवक्ता वर्ग का फिडींग काडर है। इसके अतिरिक्त प्रवक्ता संघ ने मांग की है कि सभी शैक्षणिक योग्यता को पूरा करने वाले विद्यालय प्रवक्ताओ को अन्य विभागो की तरह उच्च पद अर्थात महाविद्यालय सहायक प्रोफेसर महाविद्यालय के पद पर पदोन्नती दी जाए जिससे जहा दशको तक ही पद पर रहने वाले विद्यालय प्रवक्ताओ को पदोन्नती के अवसर मिलेगे वही अधिक अनुभवी प्राध्यापको की सेवाओ का लाभ महाविद्यालय स्तर पर भी मिलेगा। संघ अध्यक्ष ने कहा कि यदि विभाग द्वारा प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नती को संख्या के अनुपात मे नही बढाया गया तो मजबूरन संघ को इस अन्याय के विरुद्ध उचित न्यायलय मे चुनौती देनी पड़ेगी।
व्यवस्था परिवर्तन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने राज्य में फील्ड दौरों के दौरान सामान्य तौर पर विभिन्न माननीयों को पुलिस द्वारा दिए जाने वाले 'गार्ड ऑफ ऑनरÓ (सलामी) को 15 सितंबर तक स्थगित कर दिया है। हालांकि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इन आदेशों में छूट रहेगी। यह निर्णय प्रदेश में हाल ही में आई आपदा से वृहद स्तर पर जारी राहत व बचाव कार्यों के दृष्टिगत लिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में संचालित किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों में पुलिस बल की तैनाती में वृद्धि पर बल देते हुए इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को गार्ड ऑफ ऑनर जैसे कार्यों में संलग्न करने के बजाए इस संकट के समय में प्रभावित लोगों को सहायता उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निर्णय आपदा के प्रभावों से निपटने के लिए प्रदेश के संसाधनों के सही उपयोग के उद्देश्य से लिया गया है। बचाव कार्यों के दृष्टिगत पुलिस बल द्वारा प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है। सीएम सुक्खू ने कहा कि गार्ड ऑफ ऑनर स्थागित करने से सरकार प्रदेश में आपदा से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य के संसाधनों तथा श्रम शक्ति का और बेहतर उपयोग करेगी। इस निर्णय से सरकार की आपदा प्रभावित क्षेत्रों को तुरंत राहत पहुंचाने तथा इस कठिन समय में प्रभावी प्रशासन की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राहत तथा बचाव कार्य जारी है और प्रदेश सरकार इस आपदा से प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए मज़बूती से कार्य कर रही है। यह निर्णय प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च अधिमान देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि देवभूमि हिमाचल को शर्मसार करने वाली घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोटखाई में हैवान चाचा द्वारा अपनी चार साल की भतीजी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उस मासूम बच्ची की हत्या कर दी जाती है। ऐसे आपराधिक मामले हिमाचल प्रदेश में वर्तमान सरकार में बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान सरकार के राज में ऐसी घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उस मासूम बच्ची से उसके चाचा ने पहले दुष्कर्म किया, फिर उसकी हत्या कर उसका शव बगीचे में छुपा कर रख दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसी निंदनीय घटना का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ऐसी अपराधिक घटनाओं पर मौन धारण करके बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि उस आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जाए।ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने के बारे में सोच भी ना सके। अन्यथा विद्यार्थी परिषद उग्र से उग्र आंदोलन करेगी।
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला सिरमौर की राजगढ़ व नौहराधार इकाई के चुनाव आज निर्विवाद संपन्न हुए, जिसमें राजगढ़ खंड से अरुण चौहान को तथा नौहराधार खंड से रामलाल शर्मा को खंड अध्यक्ष की कमान मिली इसके अतिरिक्त नौहराधार खंड से वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमोहन जनशक्ति विभाग, महासचिव कुलदीप कुमार राजस्व विभाग, कोषाध्यक्ष अनीता कोष एवं लेखाकार विभाग, मुख्य सलाहकार सतेंद्र शिक्षा विभाग उप प्रधान प्रधान शिवम कनिष्ठ अभियंता लोक निर्माण विभाग शिवम व वन विभाग के अशोक कुमार को चुना गया, सयुक्त सचिव तपेंद्र चौहान जनशक्ति विभाग विनीत चौहान पशुपालन विभाग, प्रेस सचिव हजारी ठाकुर राजस्व विभाग, संगठन सचिव सुरेश चौहान शिक्षा विभाग, कानूनी सलाहकार जितेंद्र सिंह जलशक्ति विभाग इसी प्रकार राजगढ़ खंड से महासचिव पद के लिए नंदलाल पशुपालन विभाग, वरिष्ठ उप प्रधान पद के लिए शजगदीश कुमार उद्यान विभाग, मुख्य सलाहकार पद के लिए नागेंद्र ठाकुर पशुपालन विभाग, उप प्रधान लिए श्जोगिंदर सिंह पशुपालन विभाग,रविंद्र कुमार वन विभाग, रामस्वरूप स्वास्थ्य विभाग एवं रंजना उद्यान विभाग, वित्त सचिव नरेंद्र चौहान जल शक्ति विभाग तथा संयुक्त सचिव समर सिंह शिक्षा विभाग व घनश्याम लोक निर्माण विभाग, कानूनी सलाहकार अनिल शर्मा वन विभाग, प्रेस सचिव दिनेश कंवर वन विभाग व संगठन सचिव राजू लोक निर्माण विभाग से निर्विवाद निर्वाचित हुए। इन बैठकों में विभिन्न विभागो के 100 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर राजगढ़ मे एन पी एस ई खंड अध्यक्ष प्रवीण शर्मा तथा नोहराधार मे एन पी एई जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर विशिष्ट आमंत्रित रूप से उपस्थित रहे तथा नवनिर्वाचित कार्यकारणी को हार्दिक बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि शीघ्र ही संपूर्ण हिमाचल मे अराजपत्रित संघ के निर्विवाद चुनाव सम्पन्न होंगे तथा नई कार्यकारणी कर्मचारी हितार्थ ऐतिहासिक कदम उठाएगी।
ब्लॉक कांग्रेस पच्छाद मुख्यमंत्री राहत कोष में जल्द ही राशि जमा करवाएगी। यह निर्णय पच्छाद कांग्रेस कमेटी ने राजगढ़ में ब्लॉक अध्यक्ष जयप्रकाश चौहान की अध्यक्षता में राजगढ़ में आयोजित मासिक बैठक में लिया। कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी आपदा की इस घड़ी में आमजनताके बीच जाकर सहायता कार्य में भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। साथ ही सभी विभाग भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं, ताकि आम लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े। बैठक में पिछले कई वर्षों से बंद पड़ी सोलन से मानवा वाया शरगाव एक मात्र सरकारी बस सेवा को बहाल करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। यह डाक बस भी थी। नगर पंचायत राजगढ़ के वार्ड नंबर 5 का एक प्रतिनिधिमंडल ब्लॉक अध्यक्ष के समक्ष वर्षा से हुए नुकसान को लेकर बैठक में मिला। लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन व सहायक अभियंता से संपर्क करने पर एसडीओ मौके पर आए व समस्या के समाधान हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में राजेंद्र ठाकुर, दिलावर चौहान, अमन ठाकुर, रत्न कश्यप, शकुंतला प्रकाश, कपिल ठाकुर, ज्योती साहनी, विक्रम जैलदार, अनिल पुंडीर, हरिओम खेड़ा आदि उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश में आकस्मिक आई प्राकृतिक आपदा ने जहां हजारों करोड़ की संपत्ति एवं कई अमूल्य जीवन को अपना ग्रास बनाया। वही अब आपदा प्रबंधन और पुन: व्यवस्था में मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा किए जा रहे व्यक्गित प्रयासों से प्रेरित होकर उनके संपूर्ण मंत्रिमंडल के साथ-साथ प्रदेश के विभिन्न विभागों एवं सामान्य प्रशासन के कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी को असाधारण कर्तव्यनिष्ठा से पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल कर अपन उत्तरदायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण जिला सिरमौर के संगड़ाह उप मंडल के जल शक्ति विभाग में पंप अटेंडेंट के पद पर कार्यरत कपिल शर्मा का सामने आया है। कपिल शर्मा ने बहुत ही तेज प्रवाह से बह रहे झरने के नीचे टूटी पाइपलाइन को जोड़ने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की। झरने के नीचे कई फुट गहरी खाई होने के बावजूद कपिल ने अपने कर्तव्य पर ध्यान केंद्रित रखा। वायरल हुए वीडियो पर अपनी टिप्पणी देते हुए उप मंडल के कनिष्ठ अभियंता संतोष शर्मा ने कहा कि डूंगी गांव की क्षतिग्रस्त पाइपलाइन को जोड़ने वाले कपिल शर्मा सदैव कार्य को संपूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से करते हंै। वहीं, नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कपिल शर्मा की भरपूर प्रशंसा की तथा मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री तथा जिलाधीश सिरमौर से कपिल शर्मा जैसे कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों को सम्मानित करने का निवेदन किया, जो अन्य कर्मचारियों के लिए मिसाल कायम करते हैं। पुंडीर ने सभी कर्मचारियों से आपदा प्रबंधन एवं पुनर्व्यवस्था में सरकार तथा प्रशासन का तन, मन व धन से सहयोग करने की अपील की।
प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार में शनिवार से लेकर फंसे 200 से अधिक श्रद्धालुओं को चुड़ेश्वर सेवा समिति द्वारा वहां से रवाना कर दिया है। गुरुवार को समिति ने दो दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं का आखिरी जत्था चूड़धार से नौहराधार के लिए रवाना किया। सभी श्रद्धालुओ ने नौहराधार तक अपनी गाड़ियां मगाई है। वहां से वह अपनी गाड़ियों से अपने-अपने घर जाएंगे। पांच दिनों तक चुड़ेश्वर सेवा समिति ने सभी श्रद्धालुओं को ठहरने व खाने की व्यवस्था मुफ्त में उपलब्ध कराई। समिति ने सभी यात्रियों का विशेष ध्यान रखा। इस दौरान कुछ श्रद्धालु बीमार भी हो गए। चुड़ेश्वर सेवा समिति के पास हर समय विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयां उपलब्ध रहती हंै। इसलिए बीमार यात्रियों को दवाइयां उपलब्ध करवाके उनका उपचार किया गया। समिति की और से मुफ्त में खाने पीने व ठहरने के अलावा फ्री मेडिकल सुविधा प्रदान करने के लिए यात्रियों ने चूड़ेश्वर सेवा समिति का आभार प्रकट किया है।
उपायुक्त सुमित खिमटा ने भारत मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा आगामी 17 जुलाई तक प्रदेश के कुछ अन्य जिलों सहित सिरमौर जिला में भारी बरसात की चेतावनी के दृष्टिगत जिला के लोगों को नदी-नालों की ओर रूख न करने की एडवाईजरी जारी की है। उन्होंने जिलावासियों तथा सैलानियों से आग्रह किया है कि बारिश, हिमस्खलन एावं भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के अलावा ऊपरी तथा पहाड़ी भागों में जाने से परहेज रखें। उन्होने कहा कि खराब मौसम में ट्रैकिंग करने से बचे। बिजली चमकने की सूरत में कम से कम आधे घंटे तक अपने घरों में ही रहें। सुमित खिमटा ने कहा कि हाल ही में हुई भारी वर्षा के कारण जिला के सभी नदी व नाले उफान पर हैं। ऐसे में नदी नालों के समीप जाना जान को आफत हो सकता है। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को नदी नालों से दूर रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि वर्षा के कारण कभी भी जल स्तर बढ़ सकता है। उपायुक्त ने पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं, ट्रैकर्ज व पैदल यात्रियों से आग्रह किया है कि मौसम की चेतावनी से लोगों को जागरूक करें ताकि जान व माल के नुकसान को बचाया जा सके। उन्होंने लोगों को रात्रि के समय वाहनों का उपयोग करने से बचने तथा वाहन को पहाड़ी की ओर पार्क न करने की भी अपील की है। सुमित खिमटा ने लोगों को प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की एडवाइजरी का गंभीरतापूर्वक अनुसरण करने को कहा है। उन्होंने रेडियो, टी.वी. तथा सोशल मीडिया में भी मौसम को लेकर जारी की जा रही चेतावनी को सुनने व इसपर गौर करने की अपील की है। उन्होंने जिलावासियों से आपदा की घड़ी में एक दूसरे की मदद व सहयोग करने का भी आग्रह किया है। उपायुक्त ने आपातकाल की स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन के टोल फ्री नंबर 1077 पर सूचित करने के लिये भी लोगों से अपील की है।
जिला की नगर निकायों व ग्राम पंचायतों में प्रत्येक घर से कचरा एकत्र कर इसका निष्पादन बेशक एक कठिन प्रक्रिया और चुनौतिपूर्ण कार्य है, लेकिन पर्यावरण संरक्षण के लिये कचरा निष्पादन का प्रबंधन सुव्यवस्थित ढंग से होना नितांत जरूरी है। यह बात उपायुक्त सुमित खिमटा ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स की पांचवी बैठक तथा सिरमौर जिला पर्यावरण योजना 2022-23 की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उपायुक्त ने साडा क्षेत्रों, नगर निकायों तथा ग्राम पंचायत स्तर पर विशेषकर ठोस कचरा प्रबंधन की आवश्यकता पर बल देते हुए संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने इस संबंध में लोगों में व्यापक जागरूता उत्पन्न करने के लिये पंचायत स्तर पर शिविरों का आयोजन करने को भी कहा। उन्होंने लोगों से भी पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का कचरा घरों के बाहर कहीं पर न फैंके और इसकी छंटाई करके उपयुक्त निष्पादन के लिये नगर निकायों को सौंपे। सुमित खिमटा ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, पानी की गुणवत्ता, मल निकासी प्रबंधन, मल निकास संयत्रों की स्थापना व रखरखाव, हवा की गुणवत्ताा का प्रबंधन तथा ई. वाहनों को प्रोत्साहित करने जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विभागों को प्रतिबद्धता के साथ कार्य करके व्यवहारिक तौर पर प्रगति को दर्शाना होगा। जिला पर्यावरण योजना पर विभागवार प्रगति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने शहरी स्थानीय निकायों को आरंभिक स्तर पर ही कचरे की छंटाई को सुनिश्चित बनाने को कहा। हालांकि ग्राम पंचायतों में यह प्रक्रिया अभी लागू नहीं है क्योंकि वहां गीला कचरा पशुचारे के लिये उपयोग में लाया जा रहा है। बैठक में अवगत करवाया गया कि नगर परिषद क्षेत्र में सड़कों की सफाई मैनुअली दिन में दो बार की जा रही है जबकि ग्राम पंचायतों में इस प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कचरा एकत्रिकरण मशीनरी को बढ़ाने के लिये नगर निकायों को कहा। बैठक में अवगत करवाया गया कि पांवटा साहिब कचरा प्रबंधन संयंत्र की क्षमता 12 से 14 टन की है जबकि हर रोज लगभग 16 से 18 टन कचरा एकत्र होता है। उपायुक्त ने इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये। उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग को कालाअंब तथा मोगीनंद क्षेत्रों के लोगों को मल निकासी कनेक्शन लेने के लिये प्रेरित करने को कहा। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि प्रदूषण न फैले इस दृष्टि से यह कनेक्शन लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सिवरेज लाईनें पहले ही बिछा दी गई है और सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना भी की जा चुकी है। इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारियों को भी निर्देश दिये गए हैं कि वह साथ लगती पंचायतों के लोगों को भी कनेक्शन उपलब्ध करवाने में सहयोग करें। कालाअंब तथा पांवटा में हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये उपायुक्त ने आवश्यक कदम उठाने को कहा। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण को नियमित तौर पर निरीक्षण करने, सड़कों पर धूल के लिये पानी का नित्य प्रति छिडकाव करने अथवा धूल को हटाने, वाहनों का प्रदूषण चैक करने, निजी वाहनों का कम उपयोग करने के लिये लोगों को जागरूक बनाने तथा प्रेशर हॉर्न की चालान करने जैसे पहलुओं का सख्त कदम उठाने के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होनें पांवटा साहिब में इ. रिक्शा व इ. वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिये कहा। उन्होनें कचरा अथवा पराली इत्यादि को खुले में जलाने पर कड़ी नजर रखने के लिये कहा। बैठक की कार्यवाही का संचालन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी पवन शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि पीसीबी की प्रदूषण को लेकर प्रत्येक क्षेत्र में कड़ी नजर है और किसी प्रकार का उल्लंघन करने पर कड़ी कारवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर धूल की समस्या हो, पानी प्रदूषण की बात हो या फिर वाहनों अथवा कचरे व औद्योगिक संस्थापनाओं में प्रदूषण की शिकायत हो, त्वरित कारवाई करके सभी क्षेत्रों में प्रदूषण की समस्या का समाधान संबंधित विभागों के सहयोग से किया जा रहा है। पवन शर्मा ने काला अंब स्थित मारकण्डा नदी की पानी की गुणवत्ता पर चर्चा करते हुए अवगत करवाया कि नदियों में पानी के प्रदूषण को पांच श्रेणियों में बांटा गया है। रिपोर्ट के आधार पर मारकंडा नदी को पांचवी प्राथमिकता में स्तरोन्नत किया गया है। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोम दत, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक सकोही साथी, जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर सहित अन्य विभागों से रचित शर्मा, जितेन्द्र सिंह, वी.के. अग्रवाल, विजय कौशल, सोम दत, जैसी राम ठाकुर, विकास बंसल, अनिल शर्म रमेश भारद्वाज, संजय कुमार, पिंकी देवी व सलिन्द्र चौधरी भी उपस्थित थे।
उपायुक्त एवं समाहर्ता सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि रेणुका जी बांध परियोजना प्रभावित परिवार अब 22 जुलाई तक अपने दावे व आक्षेप प्रस्तुत कर सकते हैं। यह दावे व आक्षेप रेणुका जी बांध परियोजना कार्यालय ददाहू तथा तहसीलदार ददाहू, संगड़ाह, नौहराधार, राजगढ़ और पच्छाद के कार्यालयों में प्रस्तुत किये जा सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि दावे और आक्षेप की तिथि में संशोधन करने का निर्णय पिछले कई दिनों से जिला में हो रही भारी वर्षा व सड़क मार्ग अवरूद्ध होने के दृष्टिगत संबन्धित व्यक्तियों की मांग पर लिया गया है ताकि छूटे हुये प्रभावित व्यक्ति भी लिखित में अपने दावे व आक्षेप प्रस्तुत कर सकें। उन्होंने बताया कि रेणुका जी बांध परियोजना में 20 पंचायतों के कुल 1408 परिवार मुख्य परियोजना प्रभावित परिवार हैं जिन्हें मुआवजा प्रदान किया गया है। रेणुका बांध प्रभावित परिवारों की विस्तृत सूचियां उपायुक्त सिरमौर की अधिकारिक वैबसाईट .पर उपलब्ध है जहां पर इसका अवलोकन किया जा सकता है। इसके अलावा आमजन की जानकारी हेतु सम्बन्धित पटवार वृतों, पंचायत कार्यालयों में भी यह सूची 16 मई से 22 जुलाई 2023 तक अवलोकनार्थ उपलब्ध रहेगी। उपायुक्त ने कहा कि सभी सम्बन्धित व्यक्ति जिनकी भूमि या घर इस परियोजना हेतु अधिगृहिति हुए हैं और उनका नाम इस सूची में सम्मिलित नहीं है या गलत रूप से सम्मिलित है, उन्हें सार्वजनिक नोटिस के माध्यम से सूचित किया गया है कि इस संबन्ध में यदि किसी का कोई दावा या आक्षेप हो तो वह लिखित रूप में रेणुका जी बांध परियोजना कार्यालय ददाहू व सम्बन्धित तहसीलदार कार्यालयों में 22 जुलाई 2023 तक व्यक्तिगत रूप से या पंजीकृत डाक द्वारा प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके उपरांत प्राप्त दावे व आक्षेप मान्य नहीं होंगे।
हिमाचल प्रदेश में अत्याधिक बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने राज्य पर विनाशकारी प्रभाव डाला है और कृषि विभाग के प्रारंभिक अनुमान में फसलों को 83 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य भर में हुई तबाही अभूतपूर्व है, इसलिए केंद्र को हिमाचल में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर बचाव एवं राहत कार्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करना चाहिए। आज आयोजित एक बैठक में चंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में प्रभावित कुल 28,495 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में से 6,978 हेक्टेयर में सब्जी उत्पादन को लगभग 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मक्का, धान, रागी, बाजरा और खरीफ दलहन को लगभग 21,517 हेक्टेयर पर करीब 17 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, खेती की जमीन बह जाने और खेतों में आई गाद के कारण फसलों को लगभग 26 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ जोकि 23.38 करोड़ रुपये आंका गया है। इसके बाद शिमला में 17.63 करोड़ रुपये, सिरमौर में 13.29 करोड़ रुपये, सोलन में 8.16 करोड़ रुपये, लाहौल स्पिति में 5.74 करोड़ रुपये, कुल्लू में 4.38 करोड़ रुपये, कांगड़ा में 3.99 करोड़ रुपये, ऊना में 2.99 करोड़ रुपये, चंबा में 1.53 करोड़ रुपये, बिलासपुर में 1.01 करोड़ रुपये, किन्नौर में 59 लाख रुपये और हमीरपुर में 29 लाख रुपये का नुकसान हुआ। भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मृदा संरक्षण पर बल देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में मृदा संरक्षण की तकनीकों और तरीकों को बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र में गज खड्ड के उचित तटीकरण और राजोल, अवाड़ी, अनसुई और डेग गांवों के निवासियों द्वारा मिट्टी संरक्षण को अपनाने के कारण हाल ही में हुई भारी बारिश से न्यूनतम नुकसान दर्ज किया गया हैै। चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि और पशुधन के नुकसान के संबंध में उप निदेशकों को अंतिम रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है और शीघ्र ही इससे संबंधित बैठक की जाएगी। बैठक में शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, निदेशक कृषि डॉ. राजेश कौशिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
भाजपा नेत्री एवं विधायक रीना कश्यप ने पच्छाद विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया, हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा भी लिया। रीना कश्यप कहा कि विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और इसका जायजा भी कर रहे हैं। हमारे विधानसभा क्षेत्र में जितने भी नुकसान हुआ है उसका एक पूरा खाखा बनाया जाएगा जो कि संगठन एवं सरकार को सौंपा जाएगा। पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में जनता को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। हम प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर कार्य कर रहे हैं और पूरे क्षेत्र में जेसीबी के माध्यम से रोड खोले जा रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय आवागमन तेजी से खुल रहा है। हम अनेकों परिवार को मिले उनसे बातचीत भी की और प्रशासन के साथ मिलकर इन परिवारों को राहत पहुंचाने का कार्य भी किया।