-1226 पदों को भरने के लिए कैबिनेट ने दी संशोधित मंजूरी -मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना में जोड़े जाएंगे कुछ और प्रावधान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर 30 प्रतिशत महिला आरक्षण प्रदान करने का निर्णय लिया गया और कांस्टेबल के 1226 पदों को भरने के लिए संशोधित मंजूरी दी गई। कैबिनेट ने अनाथों और समाज के वंचित वर्गों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना में कुछ और प्रावधान जोड़ने को भी मंजूरी दी। नए प्रावधानों के तहत राज्य का प्रत्येक अनाथ 27 वर्ष की आयु तक 4,000 रुपये प्रतिमाह जेब खर्च प्राप्त करने का पात्र होगा। इसके अलावा योजना शुरू होने के बाद बाल देखभाल संस्थान छोड़ने वाले ऐसे अनाथ बच्चों को 2 लाख रुपये विवाह अनुदान देने का भी निर्णय लिया, जिन्होंने योजना के शुरू होने बाद विवाह किया। यह राशि एक बार ही देय होगी। सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों में विद्युत अधोसंरचना होगी सुदृढ़ बैठक में पूह से काजा तक के सीमावर्ती क्षेत्रों में भरोसेमंद एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत 486.47 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को स्वीकृति प्रदान की गई। राज्य के लाहौल-स्पीति जिला के स्पीति ब्लॉक और किन्नौर जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों के 32 गांवों में विद्युत अधोसंरचना विकसित व सुदृढ़ करने के लिए 6.49 करोड़ रुपये की विस्तृत योजना रिपोर्ट को भी स्वीकृति प्रदान की गई। इन पदों को भरने के लिए मिली मंजूरी बैठक में कृषि विभाग में कृषि विकास अधिकारियों के 40 पद, गृह रक्षक और नागरिक सुरक्षा विभाग में हवलदार प्रशिक्षकों के 10 पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अलावा शिमला के चमियाना में अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशलिटीज के नेफ्रोलॉजी विभाग में सहायक प्रोफेसर के दो पद, आईजीएमसी शिमला में ओर्थोपेडिक्स विभाग में सहायक प्रोफेसर का एक पद और जिला मंडी के नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं अस्पताल के ईएनटी विभाग में सहायक प्रोफेसर का एक पद भरने का भी निर्णय लिया गया। 40 नए शहरी स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर खुलेंगे मंत्रिमंडल ने प्रदेश के लोगों की सुविधा के लिए शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश में 40 नए शहरी स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर खोलने को स्वीकृति प्रदान की। कांगड़ा जिले के देहरा के बनखंडी में वन्य प्राणी उद्यान की चाहरदीवारी, जल संचयन निर्माण और सेवा पथों के निर्माण और हिमाचल प्रदेश चिड़ियाघर संरक्षण प्रजनन सोसायटी के माध्यम से परियोजना लागू करने को स्वीकृति प्रदान की। औद्योगिक निवेश नीति में भी होगा संशोधन मंत्रिमंडल ने हिमाचल प्रदेश औद्योगिक निवेश नीति-2019 में संशोधन करने और इसके संबंधित नियमों में संशोधन करने की स्वीकृति प्रदान की। इससे उदार प्रोत्साहन को बढ़ावा मिलेगा। अब बिजली परियोजनाएं 40 साल की लीज पर ही दी जाएगी( लोगों को सुविधा प्रदान करने के दृष्टिगत हमीरपुर में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड निगम लिमिटेड का जोन सृजित करने तथा हमीरपुर में मुख्य अभियंता (ऑपरेशन) का कार्यालय स्थापित करने को भी स्वीकृति प्रदान की। कैबिनेट ने ग्रांट इन एड के उपयोगिता प्रमाणपत्र सरकार को भेजने के लिए एक समय सीमा निर्धारित करने को भी स्वीकृति प्रदान की।
-कहा, जागरूकता से एड्स के प्रति समाज के दृष्टिकोण में आया बदलाव मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां 'लेट कम्यूनिटीज लीड' विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय विश्व एड्स दिवस समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आने वाले बजट में एड्स पीड़ित बच्चों की सहायता के लिए एक योजना लेकर आएगी, जिसमें ऐसे बच्चों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने और उन्हें मुख्य धारा में शामिल करने के प्रावधान होंगे। उन्होंने कहा कि पहले समाज में एड्स ग्रसित व्यक्ति को घृणा की दृष्टि से देखा जाता था, लेकिन लगातार जागरूकता कार्यक्रमों के कारण आज एड्स के प्रति समाज के दृष्टिकोण में बदलाव आया है। उन्होंने आह्वान किया कि बीमार अपनी बीमारी न छुपाएं, बल्कि समाज के सामने स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि एड्स पीड़ित व्यक्तियों की सहायता के लिए वर्तमान राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी बजट में सरकार विधवाओं और मूक बधिर बच्चों के लिए भी एक योजना लाने जा रही है। दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई के लिए एक अच्छा स्कूल और कॉलेज खोलने पर भी सरकार विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उस वर्ग की आवाज बन रही है, जो सहज अपनी आवाज सरकार तक पहुंचा नहीं सकते। मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित बच्चों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना चलाई गई है, जिसके तहत बच्चों के रहने और उनके भरण-पोषण का दायित्व राज्य सरकार का होगा। उन्होंने कहा कि अब 27 वर्ष की आयु तक अनाथ बच्चों को रहने और उनके पालन पोषण के लिए सरकार की ओर से व्यवस्था की गई है तथा इसके लिए राज्य सरकार ने कानून भी बना दिया है। उन्होंने युवाओं से जीवन में सफलता के लिए चुनौतियों का दृढ़ता के साथ सामना करने का आह्वान भी किया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ''मैं आपके सामने सबसे बड़ा उदाहरण हूं। सब कहते थे कि सरकारी नौकरी करो, लेकिन कड़ी मेहनत से मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचा।ÓÓ मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार लाने जा रही है। अगले शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी की कक्षाएं शुरु करेंगे। स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध करवाए जाएंगे व खेल की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसके साथ-साथ राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल भी खोले जा रहे हैं। सरकारी शिक्षण संस्थानों में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्धता के साथ कार्य कर रही है। राज्य सरकार गेस्ट फेकल्टी लेक्चरर लगाने पर विचार कर रही है। इसके साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित नए समय से कोर्स शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव करने जा रही है, ताकि प्रदेश के लोगों को राज्य में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सकें। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सीमित संसाधनों और कर्ज का भारी बोझ होने के बावजूद राज्य सरकार चार साल में हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाएगी और दस वर्षों में हिमाचल प्रदेश देश का सबसे समृद्ध राज्य होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए कड़े फैसले कर रही है, जिनके सकारात्मक परिणाम आने वाले समय में दिखेंगे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस बीमारी को फैलने से रोकने में, बहुमूल्य योगदान देने पर विभिन्न संगठनों को पुरस्कार प्रदान किए। स्टैंड अलोन इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर ऊना, डॉ. राधा कृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर (एसटीआई क्लीनिक), एआरटी आईजीएमसी शिमला (एआरटी सेंटर) और एनजीओ सनराइज-टार्गेटेड इंटरवेंशन प्रोजेक्ट (टीआईपी) ऊना को सर्वश्रेष्ठ सेवा केंद्र के रूप में सम्मानित किया गया। सुखविंदर सिंह ने जिला बिलासपुर के राजकीय आईटीआई बरठीं, जिला चंबा के राजकीय महाविद्यालय चौरी, जिला हमीरपुर के सिद्धार्थ राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय नादौन, जिला कांगड़ा के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर, जिला किन्नौर के टीएस नेगी राजकीय महाविद्यालय रिकांगपिओ, जिला कुल्लू के रामेश्वरी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान शाढ़ाबाई, जिला लाहौल-स्पीति के राजकीय महाविद्यालय कुकुमसैरी उदयपुर, जिला मंडी के वल्लभ राजकीय महाविद्यालय, जिला शिमला के राजकीय महाविद्यालय धामी, जिला सिरमौर के इंस्टीट्यूूट ऑफ डेंटल साईसिंस पांवटा साहिब, जिला सोलन के राजकीय महाविद्यालय अर्की और जिला ऊना के राजकीय महाविद्यालय अंब को सर्वश्रेष्ठ रेड रिबन क्लब के रूप में पुरस्कृत किया। उन्होंने राज्य स्तरीय समारोह को सफल बनाने के लिए आरकेएमवी कॉलेज शिमला, आरजीजीडीसी कोटशेरा शिमला, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस राजकीय महाविद्यालय संजौली, जेएलएन फाइन आर्ट्स कॉलेज, चौड़ा मैदान, सेंट बीड्स कॉलेज शिमला, राजकीय संस्कृत महाविद्यालय शिमला, राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय शिमला, एचपी कॉलेज ऑफ एजुकेशन टुटू शिमला, शिवालिक नर्सिंग महाविद्यालय भट्टाकुफर शिमला, आईटीआई शिमला, मॉडर्न नर्सिंग महाविद्यालय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टुटू, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संजौली और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अनाडेल के प्राचार्यों के प्रयासों की भी सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर एड्स पीड़ित एक महिला ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने इस महिला को एक लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की।
सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं परीक्षा की डेटशीट रिलीज करने से पहले एक अहम नोटिस जारी किया है। बोर्ड ने आगामी 10वीं और 12वीं परीक्षाओं 2024 के संबंध में जारी एक अहम सूचना में कहा है कि बोर्ड दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में कोई ओवरऑल डिवीजन या डिस्टिंक्शन नहीं देगा। जारी नोटिस में कहा है कि बोर्ड परीक्षाओं में स्टूडेंट्स के मार्क्स कैलकुलेट करने के लिए क्या क्राइटेरिया रहेगा, इस संबंध में सीबीएसई को कई अनुरोध प्राप्त हो रहे थे। परीक्षा उपनियमों के अध्याय-7 के सब सेक्शन 40.1 (3) के अनुसार, कोई समग्र डिवीजन/डिस्टिंक्शन या एग्रीगेट नहीं दिया जाएगा। विदित रहे कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई जल्द ही कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 की डेट शीटजारी करेगा। संभावना है कि बोर्ड इसी महीने के आखिर में या फिर दिसंबर माह के सेकंड वीक तक टाइमटेबल जारी कर दे। सीबीएसई बोर्ड की इस बार भी फरवरी में आयोजित होनी है। बोर्ड की ओर से पहले जारी सूचना के अनुसार 15 फरवरी 2024 से परीक्षाएं शुरू होंगी। वहीं यह एग्जाम अप्रैल तक आयोजित किए जाएंगे। डेटशीट आधिकारिक वेबसाइट पर रिलीज की जाएगी। स्टूडेंट्स पोर्टल पर जाकर इसे पीडीएफ मोड में डाउनलोड कर पाएंगे।
-इच्छुक अभ्यर्थी 30 दिसंबर तक कर सकते हैं आवेदन हिमाचल प्रदेश में वन मित्र भर्ती प्रक्रिया आज से शुरू हो गई। इच्छुक अभ्यर्थियों को 30 दिसंबर तक आवेदन करना होगा। सरकार वन विभाग में 2,061 वन मित्र भर्ती कर रही है। भर्ती के लिए वन विभाग की वेबसाइट या संबंधित वन परिक्षेत्राधिकारी (रेंज ऑफिसर) कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। वन मित्र के लिए आयु सीमा 18 से 25 वर्ष है। वन मित्रों के लिए 100 अंकों का टेस्ट होगा। जो टॉप पर होगा, उसे वन मित्र लगाया जाएगा। अभ्यर्थियों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास रखी है। वन मित्रों को 10 हजार रुपये प्रति माह मानदेय और सरकारी छुट्टियों के अलावा साल में 12 अतिरिक्त छुट्टियां मिलेंगी। ग्राउंड टेस्ट पास करने के बाद ही वन मित्र बन सकेंगे। वन मित्रों को वनों की आग से सुरक्षा, पौधरोपण समेत अन्य काम करने होंगे। जिस बीट में वन मित्र रखे जाएंगे, वहां से उनका तबादला नहीं होगा।
जम्मू के कठुआ में तैनात सीआरपीएफ जवान पवन कुमार का उनके पैतृक गांव पूबोवाल में बुधवार शाम को राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे रोबिन कुमार ने उनकी देह को मुखाग्नि दी। सीआरपीएफ 13 बटालियन के सब इंस्पेक्टर डीडी वानखेड़े की टुकड़ी पवन कुमार की पार्थिव देह को लेकर उनके गांव पहुंची, जहां पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। बता दें कि पवन कुमार वर्ष 1990 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे और अब उनकी ड्यूटी जम्मू के कठुआ में थी। कुछ समय पहले पवन कुमार किडनी की बीमारी से पीड़ित हो गए, जिनका उपचार कठुआ में ही चल रहा था। कुछ दिनों पहले इनको उपचार के लिए चंडीगढ़ के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उपचार के दौरान 28 नवंबर रात को इनका स्वर्गवास हो गया। पवन कुमार के निधन पर पंचायत उप प्रधान संदीप सिंह, पूर्व बीडीसी सदस्य मदन लाल सीधर, मास्टर किशन कुमार, अजय शर्मा, सुभाष चंद्र, राम कुमार सीधर, चंद्रभान, सतीश चांदला, जोगिंदर सिंह, महिंद्र सिंह ने पवन कुमार के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार के साथ गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्राथर्ना की है।
-विद्यार्थियों-शिक्षकों को समय पर सामग्री और जानकारी उपलब्ध करवाएगा केंद्र राज्य सरकार की अभिनव पहल विद्या समीक्षा केंद्र (वीएसके) सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में निर्णायक कदम है। यह केंद्र एआई तकनीक को एकीकृत करके डेटा विश्लेषण के माध्यम से विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रशासकों को समय पर सामग्री और जानकारी उपलब्ध करवाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि स्विफ्टचैट एआई हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रौद्योगिकी और डाटा संचालित संस्थागत प्रणाली में सक्षम करेगा। यह केंद्र इन टूलकिट के डाटा को राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर के लिए डैशबोर्ड और रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इससे छात्र की प्रगति, शिक्षक प्रशिक्षण और स्कूल के समग्र प्रदर्शन संबंधी डाटा उपलब्ध होगा। वास्तविक समय में प्रतिक्रिया और सुधार के आधार पर शिक्षक, शिक्षण संबंधी रणनीतियों में सकारात्मक बदलाव किया जाएगा ताकि प्रत्येक विद्यार्थी को सीखने के अवसर प्रदान किए जा सके। वीएसके विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षण की ज्ञानता प्रदान करता है, जिससे उनकी वैश्विक सामग्री और जानकारी तक सार्वभौमिक पहुुंच सुनिश्चित होती है। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को डिजिटल होम लर्निंग तथा अनुभव प्रदान कर शैक्षिक असमानताओं को समाप्त करना है। चैटबॉट पर साप्ताहिक अभ्यास विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर उत्तर तथा जानकारीपूर्ण वीडियो के साथ पाठयक्रम के अनुरूप उन्हें विषयों को सुदृढ़ करने में मदद करता है। विद्यार्थी विभिन्न भाषाओं में गणित का अभ्यास कर सकते हैं और वीडियो देख कर अपने संदेह दूर कर सकते हैं। चैटबॉट विद्यार्थियों की आवाज का उपयोग कर विभिन्न भाषाओं का उपयोग कर, क्विज के माध्यम से सामान्य ज्ञान और ज्ञानवर्द्धन कर उनकी शिक्षा में गुणात्मक सुधार में सहयोग करता है। चैटबॉट विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को ऑन डिमॉंड (आवश्यकतानुसार) कार्य योजना, पाठ तैयार करना, वर्कशीट और वीडियो बनाने में भी सहायता प्रदान करता हैै। इससे शिक्षक समयबद्ध शिक्षण सामग्री तैयार कर सकते हैं और विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड का त्वरित अध्ययन करने के साथ-साथ उनकी उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं। चैटबॉट शिक्षण विधियों को विद्यार्थी अनुकूल बनाने में सहायता करता है। इसके माध्यम से अभिवावक शिक्षा संबंधी प्रश्नों का समाधान कर सकते हैं। इसके माध्यम से प्रशासक राज्य स्तर पर शैक्षणिक प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सीखने के परिणामों के आधार पर रणनीति, योजना और प्रशिक्षण पहल का मूल्यांकन कर सकते हैं, जिसके माध्यम से राज्य स्तर पर प्रशासक विद्यार्थी, अध्यापक और विद्यालय संबंधी जानकारी अपडेट कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र एआई चैटबॉट के माध्यम से विद्यार्थियों के एक डिजिटल साथी के रूप में, शिक्षक को शिक्षण में सहायक और प्रशासक को महत्वपूर्ण डाटा उपलब्ध करवाएगा। चैटबॉट का डेटा शिक्षकों को विद्यार्थी आधारित रणनीतियों को समायोजित करने में सशक्त बनाता है, जिससे विद्यार्थियों के प्रदर्शन में और सुधार होगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ऊना विधानसभा क्षेत्र में पढ़ाई में अव्वल रहे छात्रों को दो दिसंबर को टैबलेट्स बाटेंगे। यह पूरा कार्यक्रम जिला मुख्यालय में पुराने वस अड्डे के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी हिमाचल जिला ऊना उप निदेशक शिक्षा देवेंद्र सिंह चंदेल ने दी। मेधावी विद्यार्थियों का पंजीकरण ठीक 9:30 बजे प्रात: शुरू होगा, ताकि सभी की बैठने की व्यवस्था की जा सके और टेबलेट वितरण समारोह सुचारू रूप से किया जा सके। उन्होंने बताया कि 2 दिसंबर को ऊना विधानसभा क्षेत्र के सरकारी एवं निजी विद्यालयों के 2021-22 सत्र के मैट्रिक, 10 + 2 और महाविद्यालय के कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय के हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट बाटेंगे। कार्यक्रम में बच्चों को अपना पहचान प्रपत्र संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य/मुखिया से प्रमाणित करवाना अनिवार्य है। यदि विद्यार्थी उच्च शिक्षा हेतु स्वयं नहीं आ सकता तो विद्यार्थी के माता-पिता प्रमाणित पहचान पत्र के साथ अपना स्वयं का भी पहचान पत्र साथ लेकर आएं। संबंधित विद्यार्थी या माता-पिता को पहचान पत्र दिखाने पर ही टैबलेट दिया जाएगा।
-सिख फॉर जस्टिस गुरवंत पन्नू ने ली जिम्मेदारी -वीडियो बनाकर किया गया प्रसारित, जांच में जुटी पुलिस -खंगाली जा रहीं सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चिंतपूर्णी मंदिर के तलवाड़ा बाईपास की दुकानों के शटर और दीवारों पर हिमाचल बनेगा खालिस्तान, शहीद भिंडरावाले जिंदाबाद के नारे लिखे हैं और इसका वीडियो बनाकर प्रसारित भी किया गया है, जिसके बाद बुधवार सुबह से ही यह खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। इसकी जिम्मेदारी सिख फॉर जस्टिस गुरवंत पन्नू ने ली है। सुरक्षा की दृष्टि से चाक चौबंद मंदिर क्षेत्र और सुरक्षा बल तैनात होने के बावजूद ये नारे यहां कैसे लिखे गए, यह हैरान करने वाली बात है। न सिर्फ नारे लिखे गए, बल्कि उनका वीडियो भी बनाकर सब जगह प्रसारित किया गया है। वीडियो में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम संदेश जारी किया गया है, जिसमें 1984 के दंगों में कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है। एसडीपीओ अंब वसुधा सूद ने मौके पर पहुंचकर आगामी जांच शुरू कर दी है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व हरोली के संगठन के प्रस्ताव पर हरोली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी में पांच नए जोन गठित किए हैं। 5 ज़ोन के लिए ने प्रभारी का ऐलान भी कर दिया गया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस संगठन के मजबूती के लिए गठित 5 ज़ोन के प्रभारियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में 5 जोन के प्रभारी उपस्थित रहे। वहीं जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा,हरोली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विनोद बिट्टू व प्रदेश कांग्रेस के सचिव अशोक ठाकुर सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे । उप मुख्यमंत्री ने पंडोगा जोन के प्रभारी मेहताब सिंह, हरोली के प्रभारी राजकुमार, पालक्वाह के प्रभारी संदीप अग्निहोत्री, ललडी के प्रभारी सुरेश जोशी वव बीत के प्रभारी जोगिंदर सिंह को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। इस बैठक में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब की प्राथमिकता कांग्रेस के संगठन को मजबूत करना है, बूथ तक कांग्रेस का संगठन मजबूत हो,कार्यकर्ता सक्रिय हो सभी वर्ग कांग्रेस के साथ मिलकर आगे बड़े, यह हम सब का लक्ष्य है। इसके लिए हरोली कांग्रेस के नेतृत्व में बेहतर काम किया जा रहा है। अब जोन स्तर पर प्रभारी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए अपने-अपने क्षेत्र में फील्ड में रहकर के काम करें, पार्टी को मजबूत करें। उन्होंने कहा कि हरोली की जनता ने सदैव कांग्रेस को सम्मान दिया है। लगातार पांच चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मुझे जीताए हंै। मुकेश ने कहा कि हम जनता की उम्मीद पर खरे उतरें, विकास को आगे बढ़ाए, गांव व गरीब की मदद के लिए काम करें, हरोली को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने के साथ-साथ हरोली की जनता के सुख-दुख में शामिल हो इसके लिए जरूरी है कि हम हर घर तक पहुंचे।
हिमाचल प्रदेश बॉल बैडमिंटन संघ का चुनाव गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल अंबोट में केसी ठाकुर सचिव हिमाचल प्रदेश बाल बैडमिंटन संघ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। संघ ने सर्वसम्मति से बीएल गोयल को प्रधान, केसी ठाकुर को सचिव, आरके भारद्वाज को कोषाध्यक्ष, दीपक कुमार शारदा जिला ऊना, कुलभूषण शर्मा जिला कांगड़ा, नर्मदा देवी, सुरेश कुमार को उप प्रधान तथा सचिव के पद पर सुरेंद्र ठाकुर, सुमित पराशर उन्ना, सौरभ कुमार कांगड़ा, टीना शर्मा को चुना गया। वहीं, अनिल कुमार शर्मा को प्रेस सचिव चुना गया। मदन सिंह ठाकुर, रितिका राणावत, संजीव कुमार हमीरपुर, कृतिका उन्ना को सदस्य चुना गया।
- सात लोग हुए घायल, अस्पताल में उपचाराधीन - जालंधर से ऊना में एक शादी समोराह में आ रहे थे सभी लोग ऊना के पंडोगा में एक छोटी पिकअप गाड़ी ब्रेक फेल होने के कारण सड़क पर पलट गई। इसमें सवार १० लोगों में से ७ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला सरकारी अस्पताल लाया गया है। हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। पिकअप गाड़ी में सवार सभी लोग पंजाब के जालंधर से ऊना में एक शादी समोराह में कारीगरों का काम करने के लिए आ रहे थे कि अचानक पंडोगा पहुंचते ही गाड़ी की ब्रेक फेल हो जाने के कारण वह सड़क पर पलट गई। हादसे में घायल लोगों का इलाज जिला के सरकारी अस्पताल में करवाया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के अनुसार आगामी 72 घंटे में मौसम खराब होने का पूर्वानुमान जताया गया है। इस दौरान ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है। बर्फबारी का असर तापमान पर भी पड़ेगा। 26 नवंबर की शाम से प्रदेश में तेजी से तापमान में गिरावट आने की संभावना जताई गई है। बर्फबारी का यह असर किन्नौर, चंबा और कुल्लू जिलों में देखने को मिलेगा। जबकि मैदानी इलाकों में बादल छाये रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने इस दौरान कम विजिविल्टी होने की भी बात कही है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार से मौसम करवट बदलेगा और सोमवार को यैलो अलर्ट रहेगा। प्रदेश में 30 नवम्बर तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 26 नवम्बर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जो उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा और इसका असर हिमाचल में भी देखने को मिलेगा।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री ने आज ऊना विश्रामगृह में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. पे्रम कुमार धूमल से शिष्टाचार की। पूर्व मुख्यमंत्री धूमल किसी रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में आए थे। जब मुकेश अग्निहोत्री को उनके आने की जानकारी मिली तो वे उनसे मिलने के लिए उनके कमरे में पहुंचे। जहां उप मुख्यमंत्री ने पांव छूकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से आशीर्वाद लिया। दोनों नेताओं के बीच पारिवारिक बातचीत हुई। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी।
-कहा, रोगियों को बेहतर सुविधा देना रहेगी प्राथमिकता क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में प्रदेश सरकार ने हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में डॉक्टर पुनीत बंसल की तैनाती की है। डॉ. पुनीत बंसल हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं। वे हरोली के सिविल अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे थे, उन्हें अब क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में भेजा गया है। डॉक्टर पुनीत बंसल ने कहा कि रोगियों को बेहतर सुविधा देना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हड्डी रोग को लेकर जिस प्रकार से रोगी पीड़ित रहते हैं, उसमें उन्हें आराम मिल सके, बेहतर सलाह मिल सके, बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक सुविधाओं के साथ बेहतरीन इलाज करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में बेहतर से बेहतर व्यवस्था हड्डी रोग विभाग में देने का काम करूंगा।
-कई आरोपी विदेश भाग चुके, कई भागने की फिराक में हिमाचल में करोड़ों रुपये के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में एसआईटी ने 19 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज की है। हालांकि 2500 करोड़ की ठगी के इस मामले में 19 करोड़ की संपत्ति बहुत कम है। वहीं, एसआईटी आरोपियों की संपत्ति का पता लगा रही है, लेकिन धीमी कार्रवाई के चलते कई आरोपी विदेश भागने की फिराक में हैं। क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले से जुड़े कई आरोपी विदेश भाग चुके हैं। ठगी मामले में पंजाब और हिमाचल प्रदेश पुलिस की टीमें कार्रवाई कर रही है। करोड़ों के इस क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने पैसा लगाया है। बताया जा रहा है कि इस रैकेट के सरगनाओं ने सबसे पहले नेताओं और बड़े अधिकारियों को ही जाल में फंसाया। उसके बाद धीरे-धीरे ठगों की चेन बढ़ती गई। करोड़ों के इस ठगी मामले में कई पुलिस कर्मी भी शामिल बताए जा रहे है। शातिरों ने प्रदेश में करीब एक लाख से अधिक लोगों को ठगा है। एसआईटी की कार्रवाई के बाद प्रदेश में क्रिप्टो करंसी ठगी की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही है। ठगी मामले की राशि का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। क्रिप्टो रैकेट में शातिरों ने करीब अढ़ाई लाख आईडी बनाकर क्रिप्टो करेंसी के नाम पर प्रदेश की जनता को करोड़ों का चूना लगाया है। क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले में एसआईटी ने अभी तक चार पुलिस कर्मियों सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। ठगों ने हिमाचल के अलावा बाहरी राज्यों में भी बनाई संपत्ति क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी के इस स्कैम में करीब एक लाख लोग शामिल बताए जा रहे हंै। बताया जा रहा है कि अब तक की जांच में करीब 2500 करोड़ की ट्रांजेक्शन मिली है। बताया जा रहा है कि लोगों से करोड़ों रुपए ठगने वाले शातिरों ने हिमाचल के अलावा बाहरी राज्यों में भी संपत्ति बनाई है। ठगी मामले में कई अहम साक्षय एसआईटी के हाथ लगे है। फर्जी वेबसाइट से बनाया शिकार शातिरों ने वेबसाइट बनाकर लोगों को फर्जी कॉईन के नाम पर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। शातिरों ने कोर्वियो कॉइन, डीजीटी कॉइन, फिश टोकन हाइपनेक्सट, बिटपेड एक, बिटवेड दो और एडड फाइनांस कॉइन के झांसे में फंसाकर लोगों को ठगा है। क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में पंजाब और हिमाचल प्रदेश पुलिस की टीमें कार्रवाई कर रही हैं। करोड़ों के इस क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने पैसा लगाया है। एसआईटी क्रिप्टो करेंसी के सभी मास्टरमाइंड की प्रॉपर्टी की मैपिंग कर रही है।
बाथू में निर्मित राजीव गांधी कॉमन फैसिलिटी सेंटर भवन में सोमवार को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बल्क ड्रग पार्क के कॉरपोरेट ऑफिस का शुभारंभ किया। इसके निर्माण पर एक करोड़ 35 लाख रुपए की लागत आई है। इसके उपरांत उन्होंने दुलैहड़ में 31.05 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले बल्क ड्रग के लिए 15 एमएलडी की पेयजल योजना, 10.06 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली प्रशासनिक खंड बल्क ड्रग पार्क के लिए उठाऊ पेयजल योजना तथा 11.75 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली बल्क ड्रग पार्क की पेयजल के भूजल स्त्रोतों के पुनर्भरण हेतु परियोजना का शिलान्यास भी किया। इस दौरान उनके साथ उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान भी उपस्थित रहे। बाथू में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हरोली विस क्षेत्र शिक्षा का हब बन चुका है। विस क्षेत्र में अकादमिक और व्यवसायिक शैक्षणिक संस्थान खोले गए हैं जिससे क्षेत्र के विद्यार्थियों को घर द्वार पर ही उच्च शिक्षा मिल रही है और बड़े-बड़े संस्थानों में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक ओर जहां दो दशक पूर्व हरोली विधानसभा क्षेत्र में केवल चार वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थे वहीं वर्तमान में हरोली विधानसभा क्षेत्र में 33 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, दो औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, एक केंद्रीय विद्यालय तथा तीन महाविद्यालय क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बल्क ड्रग पार्क के लिए लगभग 32 करोड रुपए की पेयजल योजना, बल्क ड्रग पार्क के प्रशासनिक खंड के लिए लगभग 10 करोड रुपए की पेयजल योजना तथा बल्क ड्रग पार्क की पेयजल योजनाओं के भूजल स्रोतों के पुनर्भरण हेतु लगभग 12 करोड़ रुपए की इन सभी परियोजनाओं के निर्माण कार्य को अगले 6 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश का सबसे लंबा पुल बनने के बाद अब सबसे बड़ा जल भंडारण टैंक पोलियां में बनाया जा रहा है। इसके अलावा स्वां नदी पर लगभग 52 करोड़ पर की लागत से पंडोगा व त्यूड़ी के मध्य एक पुल का निर्माण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरोली हल्के के हर खेत को सिंचाई की सुविधा प्रदान करने के लिए बीत सिंचाई योजना-दो बनाई जा रही है जिसके लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना पर तीव्रता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सम्पूर्ण हरोली, विकसित हरोली होगी जिसके लिए वह कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा कि हरोली विस में तीव्र गति से विकास कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है ताकि भावी पीढ़ी को किसी भी समस्या का सामना न करना पडे। इसके अतिरिक्त उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग का नया डिवीज़न स्थापित किया गया है। यहां पर जल शक्ति विभाग का पूरा स्टाफ बैठेगा। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग में 4500 पैरा कर्मचारियों के पद भरे जाएंगे। इससे पूर्व उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में बनने वाले ड्रग पार्क से न केवल हरोली विधानसभा क्षेत्र बल्कि समूचे जिला ऊना की आर्थिकी में अभूतपूर्व सुधार होगा तथा हजारों लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि बल्क ड्रग पार्क में सड़क निर्माण कार्यों के लिए लोक निर्माण विभाग को तथा विद्युत संबंधी परियोजनाओं के लिए 34 करोड रुपए उद्योग विभाग द्वारा जारी किए गए हैं। उद्योग मंत्री ने बताया कि क्षेत्र के गांव पंजुआना में 175 एकड़ भूमि पर एक बड़ी टाउनशिप विकसित की जा रही है जिसमें बल्क ड्रग पार्क में स्थापित होने वाले उद्योगों के लगभग 10 हजार अधिकारियों व कर्मचारी को को उच्च स्तरीय आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने 10 माह के कार्यकाल के दौरान सरकारी क्षेत्र में लगभग 10 हजार पद स्वीकृत किए हैं। उन्होंने जानकारी दी की वन विभाग में 2100 वनरक्षक तथा आयुष विभाग में 1500 योग अनुदेशक प्रत्येक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों में रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार चुनावों से पूर्व दी गई गारंटीयों को पूरा करने के लिए कृत संकल्प है जिसकी शुरुआत सरकार ने अपने कार्यकाल के आरंभ में ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के साथ कर दी गई है। इसके साथ ही प्रत्येक विस क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के साथ जो वायदे किए गए हैं उन्हें पांच वर्षों में प्राथमिकता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नए उद्योग स्थापित किए जाएंगे। उद्योग मंत्री ने कहा कि हरोली ली विधानसभा क्षेत्रवासी सौभाग्यशाली हैं जिन्हें उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जैसे ईमानदार जुझारू व सक्षम नेता मिले हैं जो विधानसभा में सदैव अपने क्षेत्र वासियों के हितों की मजबूती के साथ पैरवी करते हैं। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में सत्ता की बागडोर संभालते ही भ्रष्टाचार तथा नशे के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है जिसकी बदौलत पूर्व सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का अड्डा बने अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड हमीरपुर के कई घोटाले उजागर हुए तथा कई दोषी सलाखों के पीछे हैं। उन्होंने कहा कि नशा तस्करी तथा अवैध खनन जैसे कामों में लगे दोषियों के खिलाफ भी सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है।
-कहा, आधुनिक तकनीक के साथ चलकर होगा विकास सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में किसी भी कार्य को करने के लिए निरंतर नई.नई तकनीकों का विकास व इस्तेमाल हो रहा है जिससे कम श्रम शक्ति से अधिक उत्पादकता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सूचना प्रौद्योगिकी का ही एक अग्रिम चरण है जो कि अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ मीडिया से संबंधित कार्यों के लिए भी सुअवसर के साथ-साथ एक चुनौती भी है। यह बात उपायुक्त राघव शर्मा ने जिला मुख्यालय में आयोजित जिला स्तरीय राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर जिला भर से आए प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी विकास के साथ हो रहा कोई भी परिवर्तन कितना लाभदायक या हानिकारक है यह व्यक्ति के इस्तेमाल और विवेक पर निर्भर करता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एआई का इस्तेमाल मीडिया जगत के लिए आम जनता तक गुणात्मक व रचनात्मक समाचार पहुंचाने तथा मीडिया से संबंधित कार्य को सुगम बनाने के लिए एक कारगर साबित होगा। इस अवसर पर उपायुक्त ने जिला के सभी पत्रकारों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पत्रकार बेहतर सूचना दें, सामाजिक बदलाव के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का समाज को अहम योगदान है, इसलिए पत्रकार लोकतंत्र का चौथा मजबूत स्तंभ है। उन्होंने कहा कि निरंतर होने वाला विकास व तकनीक का आधुनिककरण व्यवसाय व प्रोफेशन के लिए लाभदायक रहता है। उन्होंने कहा कि हमें सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए नशे पर भी प्रहार करना है। कार्यक्रम में सर्वप्रथम जिला लोक संपर्क अधिकारी मीना बेदी ने उपस्थित मीडिया कर्मियों का स्वागत किया तथा उन्हें राष्ट्रीय प्रेस दिवस की बधाई दी। उन्होंने बताया कि प्रेस परिषद की ओर से जो विषय रखा गया है, यह आधुनिक तकनीक से संबंधित है, जिसमें नए आविष्कार हो रहे हैं, नई तकनीक आगे बढ़ रही है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सूचना क्षेत्र में भी नया अवतार ला रही है, इसका सदुपयोग निश्चित रूप से क्रांति लेगा। कार्यक्रम के अंत में प्रेस क्लब ऊना के महासचिव जितेंद्र कंवर ने कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर वरिष्ठ पत्रकार जोगिंदर देव आर्य व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबंधित सूरज शर्मा ने भी अपने विचार रखें और नई तकनीक को लेकर विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में जिला ऊना के विभिन्न प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े संवाददाता गण उपस्थित रहे।
-उप मुख्यमंत्री ने की राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज यहां राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर 'कृत्रिम मेधा के दौर में मीडिया की भूमिकाÓ विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता की और मीडिया जगत से जुड़े लोगों को इस दिवस पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि पत्रकार महत्वपूर्ण सामाजिक घटनाओं, सरकार के काम से सम्बंधित जानकारी और अन्य सूचनाओं को सच्चाई और तथ्य के आधार पर समाज के समक्ष प्रस्तुत करने का दायित्व निभाते हैं। उन्होंने कहा कि खबरों से ही एक पत्रकार की पहचान होती है और पाठकों के बीच पत्रकार की विश्वसनियता ही उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में सत्यता, वस्तुनिष्ठा, पारदर्शिता और निष्पक्षता की अपेक्षा रहती है। पिछले दो दशकों में पत्रकारिता के क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन का प्रभाव साफ देखा जा सकता है। आधुनिक युग में सूचनाओं का आदान-प्रदान बहुत तेजी से हो रहा है। इसमें सोशल मीडिया की भूमिका भी लगातार बढ़ रही है। समय के साथ पत्रकारिता के तरीकों में भी बदलाव देखने को मिला है और मीडिया में आज नयी तकनीकें अपनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया और ब्रॉडकास्ट मीडिया के साथ ही आज सोशल मीडिया का दौर है, लेकिन हर माध्यम की अपनी एक महत्ता है जो कभी कम नहीं होगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी नवीन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को अपने विभागों में शामिल करने की पहल की है। इसी का परिणाम है कि आज सरकारी क्षेत्र के सभी विभाग ई-ऑफिस से जुड़ रहे हैं। इसके अलावा सड़क सुरक्षा, अपराध नियंत्रण, पुलिस विभाग व शिक्षा आदि क्षेत्रों में सरकार नवीनतम प्रौद्योगिकी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से उल्लेखनीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के विस्तार से आज प्रत्येक व्यक्ति सूचना सम्प्रेषण का एक माध्यम बन चुका है। हाल ही की प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान से संबंधित विभिन्न वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से आम लोगों द्वारा ही प्रसारित किए गए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रेस लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में आज भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सरकार व जनता के मध्य संवाद कायम करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आह्वान किया कि वर्तमान प्रदेश सरकार के विकासात्मक कार्यक्रमों एवं कल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश के लोगों तक पहुंंचाने में अपनी सार्थक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की बसों में न्यूनतम शुल्क पर सामान भेजने की सुविधा, वाहनों के नम्बरों की ऑनलाइन नीलामी और चिंतपूर्णी मंदिर में वीआईपी दर्शन की सुविधा जैसी नवोन्मेषी पहलों से प्रदेश के राजस्व में करोड़ों रुपयों की वृद्धि होने के साथ ही पारदर्शिता भी बढ़ी है। ऐसे निर्णयों के सकारात्मक पहलुओं को सही परिप्रेक्ष्य में लोगों तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका सराहनीय रही है। मुख्य संसदीय सचिव, सूचना एवं जन संपर्क संजय अवस्थी ने कहा कि आजादी से लेकर वर्तमान तक मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। परिवर्तन के इस दौर को आत्मसात करते हुए हमें अपने मूल्यों एवं आदर्शों पर ही अडिग रहना होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आयोजित परिचर्चा हमें सामयिक मुद्दों पर विमर्श का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान मीडिया की भूमिका सराहनीय रही है। परिचर्चा में विभिन्न मीडिया प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर स्थानीय विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, सूचना एवं जन संपर्क विभाग की अतिरिक्त निदेशक आरती गुप्ता, संयुक्त निदेशक प्रदीप कंवर एवं महेश पठानिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी व शिमला स्थित विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
रोटरी क्लब ऊना के पूर्व प्रधान बरजिंद्रजीत सिंह गोल्डी को रोटरी जिला 3070 का वर्ष 2024-25 के लिए जिला सचिव मेंबरशिप ग्रोथ मनोनीत किया गया है। रोटरी जिला 3070 के वर्ष 2024-25 के लिए जिला गर्वनर डा. पीएस ग्रोवर ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। उन्होंने रोटे. बरजिंद्रजीत सिंह गोल्डी की सेवाओं को देखते हुए उन्हें इस पद के लिए नामित किया है। बरजिंद्रजीत सिंह गोल्डी इससे पहले तीन बार सहायक गर्वनर रह चुके है। जबकि चार बार वह जिला सचिव का भी दायित्व निभा चुके है। उन्होंने 2002 में रोटरी क्लब ऊना में सदस्यता ली थी। वहीं वह 2009-10 में रोटरी क्लब ऊना के प्रधान भी रहे। उन्हें बेहतरीन सेवाओं के लिए उत्कृष्ठ रोटरी प्रधान का अवार्ड भी मिल चुका है। रोटरी क्लब ऊना ने उनकी नियुक्ति का स्वागत किया है। रोटरी क्लब ऊना के प्रधान जगदीश राव, सचिव संजीव पुरी, रोटे. एचएन चीटू, रोट. बलदेव, रोटे. संजीव अग्रिहोत्री व अन्य सदस्यों ने इस नियुक्ति का स्वागत करते हुए जिला गर्वनर पीएस ग्रोवर का धन्यवाद किया है।
शिमला। एसआईटी ने करोड़ों रुपये के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में बड़ी कार्रवाई की है। एसआईटी ने आरोपियों की सात गाड़ियां जब्त की हैं। गौर रहे कि मामले में एसआईटी ने अब तक चार पुलिस कर्मियों समेत 18 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इसके आलावा एसआईटी ने अब तक 12 करोड़ की प्रॉपटी भी फ्रीज की है, जिसमें क्रिप्टो करंसी ठगी मामले के मास्टरमाइंड सुभाष शर्मा की तीन करोड़ प्रॉपटी मंडी और जीरकपुर में फ्रीज की गई है। जानकारी देते हुए डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि करोड़ों की इस ठगी में कई सरकारी कर्मचारी और पुलिस कर्मी शामिल हैं। एसआईटी की जांच में पता चला है कि पुलिस कर्मी पहले इन्वेस्टर बने और फिर एजेंट बन गए। क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी सुनील स्याल भी इस ठगी का किंग पिन है। एसआईटी ने क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में वेबसाइट डीकोट कर ली है, जिसमें कई ट्रांजेक्शन मिले हैं।
-वापिस लौटने पर शिमला में कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आज दिल्ली से वापिस शिमला लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने होटल मरीना से लेकर ओक ओवर तक मुख्यमंत्री पर पुष्प वर्षा की और ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि हिमाचल प्रदेश के देवी-देवताओं और जनता की दुआओं से वह स्वस्थ होकर वापस लौटे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों ने कुछ दिनों तक उन्हें आराम करने और समय पर खाना खाने की सलाह दी है, लेकिन वह सरकार की जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करेंगे। उन्होंने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि चार वर्षों में हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और अगले 10 वर्षों में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है और वर्तमान राज्य सरकार इसी दिशा में प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि 18 नवंबर को मंत्रिमंडल की बैठक भी रखी गई है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी कुछ दिन की अनुपस्थिति के दौरान मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों और अधिकारियों ने अपने दायित्व को बखूबी निभाया है, जिसके लिए वह उनके धन्यवादी हैं। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पांच राज्यों के चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे, लेकिन इन चुनावों में कांग्रेस की जीत निश्चित है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को दीपावाली की शुभकामनाएं दी और प्रदेश में सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि अब सभी मिलकर दोबारा से विकास कार्यों में जुटेंगे और हिमाचल प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे लेकर जाएंगे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव चौधरी राम कुमार, संजय अवस्थी, आशीष बुटेल, विधायक, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न बोर्डों एवं निगमों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, कांग्रेस के पदाधिकारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मेधा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सत्र 2023-24 के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इच्छुक एवं पात्र विद्यार्थी इस योजना का लाभ उठाने के लिए 25 नवम्बर, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दृष्टिगत बारहवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राएं अपना आवेदन संबंधित जिला के उच्चतर शिक्षा उप-निदेशक के पास डाक द्वारा अथवा ई-मेल के माध्यम से भेज सकते हैं। स्नातक स्तर के छात्र-छात्राएं अपना आवेदन पत्र अतिरिक्त/संयुक्त निदेशक (कॉलेज), शिक्षा निदेशालय के पास डाक अथवा ई-मेल medha.protsahan@gov.in के माध्यम से भेज सकते हैं। आवेदन जमा करवाने की अन्तिम तिथि 25 नवंबर निर्धारित की गई है और इसके उपरांत कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक ई-मेल से केवल एक ही आवेदन पत्र स्वीकार किया जाएगा। योजना से संबधित पूर्ण जानकारी उच्चत्तर शिक्षा निदेशक की वैबसाईट www.education.hp.gov.in पर उपलब्ध है। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि योजना के तहत कोचिंग संस्थानों को उच्चतर शिक्षा विभाग को एक लाख रुपये की बैंक गारंटी जमा करवानी अनिवार्य है। यदि अभी तक किसी संस्थान द्वारा यह राशि जमा नहीं की होगी तो उन्हें यह तुरन्त प्रभाव से यह जमा करवानी होगी और तभी वह कोचिंग संस्थान इस उद्देश्य के लिए पात्र होगा।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में दिवाली की रात 8 से 10 बजे के बीच ही ग्रीन पटाखे जलाए जा सकेंगे। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर आदेशों को सख्ती से लागू करवाने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने बताया कि एनजीटी की ओर से वायु प्रदूषण के लिहाज से अति संवेदनशील शहरों में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है। जबकि मॉडरेट और सामान्य श्रेणी में आने वाले शहरों में सिर्फ ग्रीन पटाखे दो घंटे चलाने की छूट दी गई है।
कृषि सचिव सी पालरासू ने बताया कि प्रदेश में गेहूं के बीज का उत्पादन बढ़ाने के दृष्टिगत विभाग द्वारा इस वर्ष 800 क्विंटल प्रजनक बीज राज्य के विभिन्न जिलों में आबंटित किया जा रहा है। इस वर्ष गेहूं के प्रजनक बीज का मूल्य 7050 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जिसे विभाग के अपने फार्मों व पंजीकृत किसानों को वितरित किया जा रहा है। इसके अलावा गेहूं के प्रमाणित बीज पर राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष 1500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अनुदान दिया जा रहा हैै। राज्य में किसानों की आर्थिकी को देखते हुए इस वर्ष लगभग 600 क्विंटल प्रजनक बीज किसानों में वितरित किया जा रहा है, प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं के प्रजनक बीजों पर 3000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अनुदान देने का फैसला लिया है, जिसे सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इसके अलावा 200 क्विंटल प्रजनक बीज जिलों में स्थित विभागीय फार्मों में उपलब्ध करवाया जाएगा। सरकार के इस निर्णय से किसानों में बीज उत्पादन के प्रति और ज्यादा जागरूकता आएगी व इससे प्रदेश में बीज उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। कृषि निदेशक कुमद सिंह ने बताया कि प्रदेश में अधिकतर किसान लघु एवं सीमांत है। कृषि व्यवसाय की सफलता व पैदावार बहुत कुछ उच्च गुणवता बीजों की उपलब्धता पर निर्भर करती है। प्रदेश में उत्तम बीजों की मांग बढ़ती जा रही है क्योंकि कोरोना महामारी के बाद अधिकतर नौजवान कृषि से जुड़े है। विभाग खाद्यान्नों आदि के बीजों को प्रदेश में ही उत्पादित कर किसानों को वितरित करने की ओर आत्मनिर्भर हो रहा है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज यहां उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री तथा डॉ. विजय सिंह द्वारा लिखित पुस्तक 'एम्पावरिंग ट्राईब्स-ए पाथ टूवॉर्ड्स सस्टेनेबल डेवेल्पमेंटÓ का विमोचन किया। राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत ने दुनिया को अपनी ओर आकृष्ट किया है। प्रदेश में हुए अभूतपूर्व विकास के फलस्वरूप अब जनजातीय क्षेत्रों में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। प्रकाशित पुस्तक में लेखक-द्वय द्वारा विश्व के जनजातीय क्षेत्रों में विकास के बाद हुए बदलाव के बारे में बताया गया है, जो पाठकों के लिए रूचिकर होगा। इसके अतिरिक्त पुस्तक में वैश्विक स्तर पर जनजातीय आबादी के समक्ष पेश आ रही चुनौतियों, इनके सशक्तिकरण, अनूठी जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और इनके सतत् भविष्य के दृष्टिगत नवोन्मेषी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की सुपुत्री आस्था अग्निहोत्री व अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।
-उप मुख्यमंत्री ने हरोली में किए 43 करोड़ 20 लाख के शिलान्यास व लोकार्पण -बोले, प्रदेश के विकास में आड़े नहीं आने देंगे धन की कमी हिमाचल प्रदेश का संपूर्ण एवं संतुलित विकास प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसे धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं व कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं। यह बात उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हरोली विधानसभा क्षेत्र में 43 करोड़ 20 लाख के विभिन्न 22 विकास कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण के अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने ने बताया कि आज 33.56 करोड़ के विभिन्न विकासात्मक कार्यों के शिलान्यास तथा 9.64 करोड़ के विकास कार्यों के लोकार्पण किए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विकास कार्यों के लिए धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा तथा शुरू किए जा रहे प्रत्येक विकास कार्य को न्यूनतम निर्धारित समयावधि में पूरा करना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शुरू किए गए कार्यों की गति के अलावा गुणवत्ता का भी खास ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र निर्णायक विकास की ओर अग्रसर है तथा यहां पर सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल जल तथा सिंचाई के क्षेत्र में परियोजनाओं का सुनियोजित ढंग से निर्माण किया जा रहा है ताकि क्षेत्र की वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओ के अलावा भावी पीढ़ियों के लिए भी इनका लाभ सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने जानकारी दी कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे बल्क ड्रग पार्क में पेयजल जल उपलब्ध करवाने के लिए 32 करोड रुपए, सड़क निर्माण के लिए 40 करोड रुपए तथा विद्युत आपूर्ति उपलब्ध करवाने के लिए लगभग 15 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि भाखड़ा - जमालपुर विद्युत लाइन को हरोली से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा बल्क ड्रग पार्क की विद्युत संबंधी आवश्यकताओं के मध्य नजर नैहरियां से पेखूबेला तथा पोलियां तक 95 करोड़ की लागत से विद्युत लाइन बनाई जा रही है। इसके अतिरिक्त 31 करोड रुपए की लागत से टाहलीवाल में एक नया विद्युत उपकेंद्र स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन सभी विद्युत परियोजनाओं के पूर्ण होने पर इस क्षेत्र में आने वाले कई दशकों के लिए विद्युत संबंधी आवश्यकताएं पूर्ण हो जाएंगी। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि जिला ऊना में एशियन विकास बैंक के माध्यम से 19 पेयजल योजनाएं निर्माणाधीन हैं जिन पर 139 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने एशियन विकास बैंक के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में एडीबी की सभी परियोजनाओं को मई 2024 तक तथा बालीआल व नगनोली में निर्माणाधीन परियोजनाओं को आगामी 1 माह के भीतर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हरोली में लगभग 7 करोड रुपए की लागत से बनाया जा रहे बस अड्डे का निर्माण कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सबसे लम्बे रामपुर-हरोली पुल को पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत विकसित किया जा रहा है तथा यहां पर आने वाले लोगों सुरक्षा व सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रामपुर-हरोली पुल पर सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जा रहे हैं। जबकि लोगों की सुविधा के लिए प्याऊ तथा रैंन शैल्टर यहां बनकर तैयार हो गए हैं।
-जिला पुलिस ने चलाया विशेष सतर्कता अभियान -शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर हो रही गश्त दीपावली व अन्य त्यौहारी के दृष्टिगत जिला पुलिस ऊना द्वारा आम जनता की सुविधा के लिए 7 से लेकर 14 नवंबर तक विशेष सतर्कता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिला पुलिस के समस्त अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में सायं 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक बाजारों, बस एवं टैक्सी स्टैंडों व अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कर्मचारियों सहित उपस्थित रहकर असामाजिक एवं उपद्रवी तत्वों पर पैनी नजर रख रहे हैं। इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य आम जनता के मध्य सुरक्षा की भावना को विकसित करना और त्योहार के कारण अपेक्षित भीड़ को ध्यान में रखते हुए सटीक यातायात प्रबंधन एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना है। पुलिस अधीक्षक ऊना ने आम लोगों का आह्वान किया है कि वे भी अपने स्तर पर सतर्कता बनाए रखें व किसी भी संदेहजनक या आपातकालीन अवस्था में तुरंत पुलिस को सूचित करें।
हिमाचल को पर्यटन राज्य बनाने के लिए साहसिक गतिविधियों पर दिया जा रहा ध्यान आधुनिक जरूरतों के अनुरूप पर्यटन गतिविधियों के विकास को दिया जा रहा बढ़ावा 'पर्यटक ग्राम' जहां हिमाचली संस्कृति से रू-ब-रू होंगे सैलानी हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सरकार हिमाचल को पर्यटन राज्य के रूप में विकसित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है, ताकि युवाओं के लिए रोजगार तथा स्थानीय लोगों की आय में बढ़ोतरी सुनिश्चित की जा सके। इसके दृष्टिगत ट्रैकिंग, कंैपिंग, पैराग्लाइडिंग तथा रिवर राफ्टिंग जैसी साहसिक गतिविधियों को विशेष तौर पर बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार के प्रयास अब हकीकत में भी नज़र आने लगे हैं। हाल ही में हमीरपुर जिला के नादौन में ब्यास नदी में तीन दिवसीय एशियन राफ्टिंग चैंपियनशिप का सफल आयोजन किया गया। इसमें नेपाल, भूटान और कजाकिस्तान जैसे देशों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। कुल्लू-मनाली के उपरान्त नादौन ब्यास नदी पर राफ्टिंग का नया केंद्र बनकर उभरा है। नादौन क्षेत्र में पर्यटन विकास के दृष्टिगत एशियन विकास बैंक की मदद से 2500 करोड़ रुपये की परियोजना भी प्रस्तावित है। इससे पूर्व बिलासपुर जिला में स्थित गोविन्द सागर झील में भी जल क्रीड़ा से संबंधित गतिविधियां आयोजित की गईं। मण्डी जिला के ततापानी में कोल बांध झील में भी जल क्रीड़ा पर आधारित साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। कांगड़ा जिला के पौंग डैम में वाटर स्पोर्ट्स, शिकारा, क्रूज़ तथा यॉट इत्यादि की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश सरकार पारम्परिक पर्यटन के साथ-साथ आधुनिक जरूरतों के अनुरूप पर्यटन गतिविधियों के विकास को बढ़ावा दे रही है। पर्यटन राजधानी कांगड़ा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गोल्फ कोर्स का निर्माण प्रस्तावित है। बनखण्डी में 300 करोड़ रुपये की लागत से चिड़िया घर का निर्माण किया जा रहा है। सरकार ने अपने प्रथम बजट में ही 60 करोड़ रुपये का प्रावधान इसके पहले चरण के निर्माण के लिए किया है। स्थानीय कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए 'पर्यटक ग्रामÓ की स्थापना भी की जा रही है। इसमें स्थानीय कला, संस्कृति, हस्तकला, संगीत इत्यादि को प्रसारित करते हुए स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। पर्यटन क्षेत्र को नए आयाम देते हुए वरिष्ठ नागरिकों के लिए 'ओल्ड एज होमÓ विकसित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त एशियन विकास बैंक की सहायता से 1311 करोड़ रुपये की एक व्यापक पर्यटन विकास योजना की घोषणा सरकार ने इस वर्ष के बजट में की है। इसके अंतर्गत कांगड़ा जिला में 390 करोड़ रुपये, हमीरपुर जिला में 257 करोड़ रुपये, कुल्लू जिला में 229 करोड़ रुपये, शिमला जिला में 123 करोड़ रुपये तथा मण्डी जिला में 138 करोड़ रुपये व अन्य स्थानों पर 174 करोड़ रुपये पर्यटन विकास पर व्यय किए जाएंगे। इसके तहत पर्यटन स्थलों पर आधुनिक सुविधाएं, इलैक्ट्रिक बसें, जल क्रीड़ा, थीम पार्क, सड़क किनारे प्रसाधन सहित अन्य सुविधाएं, उच्च स्तरीय फूड कोर्ट, विरासत स्थलों के सौन्दर्यकरण और ईको टूरिज्म के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। ग्रीष्म एवं शीतकालीन खेलों का सुचारू आयोजन सुनिश्चित करने के दृष्टिगत शिमला आईस स्केटिंग रिंक का उन्नयन करने के साथ ही मनाली में आईस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का मानना है कि स्थानीय युवाओं को पर्यटन के साथ जोड़कर रोजगार के स्थायी अवसर सृजित किए जा सकते हैं। इससे पर्यटन विकास सुनिश्चित होगा और प्रदेश के राजस्व में भी बढ़ौत्तरी हो सकेगी। पर्यटन तथा आतिथ्य क्षेत्रों में क्षमता निर्माण से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान कर युवाओं को पर्यटन क्षेत्र की वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप दक्ष बनाने पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।
-देवदूत बनकर पहुंची कुठार खुर्द की दामिनी -सांप को पकड़ संगत को किया भयमुक्त ऊना के राधा स्वामी सत्संग भवन में आज कुछ संगत सेवा में लगी थी तो एक जगह संगत को एक सांप दिखाई दिया। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत दामिनी को दी और कुछ ही देर में दामिनी वहां पर पहुंच गई। दामिनी ने कुछ ही मिनट के अंदर इस सांप को पकड़ लिया। सभी संगत ने इस कार्य के लिए दामिनी का धन्यवाद किया। वहीं, दामिनी ने बताया कि यह रसल वाइपर प्रजाति का सांप है, जो कि बहुत खतरनाक होता है। इसमें बहुत ज्यादा जहर होता है। अगर यह एक बार किसी को काट ले तो सबसे पहले उसको सूजन आती है और कुछ ही टाइम बाद उस इंसान की मौत हो जाती है। संगत ने जब दामिनी से पूछा कि उसे सांप से डर नहीं लगता तो उसने कहा, 'सांप से हर कोई डरता है, लेकिन इसे पकड़ने का एक तरीका होता है, जो कि मैंने अपने पिता से सीखा और आज लोगों की सेवा में जुटी हूं।' उसने बताया कि अगर कोई आर्थिक योगदान देता है तो वो पैसा काल भैरव के भंडारे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। दामिनी ने लोगों को 5 दिसंबर को काल भैरव जी के भंडारे में आने को आमंत्रित भी किया।
-कहा, सांसद अनुराग और विधायक सत्ती द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्य -नगर परिषद के कार्यक्रम में भाजपा पार्षदों को किया जा रहा नजरअंदाज नगर परिषद ऊना की चेयरपर्सन पुष्पा देवी ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस नेताओं पर नगर परिषद को विकास कार्यों के लिए कोई भी पैसा नहीं देने का आरोप लगाया है। पुष्पा देवी का आरोप है कि कांग्रेस के नेता बेवजह गलत बयानबाजी कर राजनीतिक चमका रहे हैं, जबकि हकीकत में नगर परिषद के विकास के लिए कांग्रेस सरकार और उसके किसी नेता ने एक रुपये तक का योगदान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के विकास के लिए सांसद अनुराग ठाकुर और विधायक सतपाल सत्ती द्वारा विकास करवाए जा रहे हैं। वहीं, अध्यक्ष ने नगर परिषद में करवाए जा रहे कार्यक्रमों में उनको न बुलाने पर भी कांग्रेस नेताओं पर पलटवार किया। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नगर परिषद के कार्यक्रम में भाजपा पार्षदों को न बुलाकर उनकी अनदेखी की जा रही है, जबकि बीजेपी सरकार के समय में ऐसा नहीं होता था।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में एक स्कूल प्रधानाचार्य सहित एक दर्जन पूर्व सैनिकों की फर्जी डिग्री का पर्दाफाश होने के बाद जिला शिक्षा विभाग की ओर से की गई जांच में भी बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक की जांच में 12 शिक्षकों के प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए हैं। इसमें पहली से आठवीं कक्षा को पढ़ाने वाले 8 और 4 शिक्षक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाने वाले बताए जा रहे हैं। इनमें शारीरिक शिक्षक ज्यादा हैं। इनके प्रमाण पत्रों को जांच के लिए संबंधित विश्वविद्यालयों में भेजा गया है। रिपोर्ट एक सप्ताह में आने की उम्मीद है। क्षेत्र के सभी सात शिक्षा खंडों के प्रमुखों को निर्देश दिए गए थे कि स्कूलों में तैनात अध्यापकों की डिग्रियां जांची जाएं और कोई संदिग्ध मामला आता है तो तुरंत विभाग को सूचित करें। इस पड़ताल के दौरान लगभग 12 शिक्षकों की डिग्री को लेकर संदेह जाहिर किया गया। बताया जा रहा कि सभी शिक्षकों ने डिग्री बाहरी राज्यों के विश्वविद्यालयों से हासिल की हैं। ऐसे में उनकी डिग्री असली है या नहीं, इसकी जानकारी उन विश्वविद्यालयों से मांगी गई है। ध्यान रहे कि शिक्षा निदेशालय ने फर्जी प्रमाण पत्र मामले को गंभीरता से लिया है। इसमें शिक्षा उपनिदेशक को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं कि हर स्कूल में तैनात अध्यापकों के शैक्षणिक रिकॉर्ड की जांच हो। उधर, जिले के शिक्षक संगठनों ने भी फर्जी डिग्री जैसे मामलों की गंभीरता से जांच की मांग उठाई है। जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष राकेश शर्मा, महासचिव सत्येंद्र मिन्हास सहित सभी खंडों के प्रधानों ने कहा कि शिक्षा निदेशालय को ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। इस बारे में जिला प्रारंभिक एवं उच्चतर शिक्षा विभाग के उप निदेशक देवेंद्र चंदेल ने बताया कि जिले के स्कूलों में अध्यापकों की डिग्री की जांच प्रक्रिया जारी है। अभी तक करीब 12 डिग्रियां संदिग्ध पाई गई हैं। संबंधित विश्वविद्यालयों से जानकारी मांगी गई है। जल्द ही सच सामने आएगा।
- एसएचजी की महिलाएं गोबर के दीप और मोमबत्तियां बनाने में जुटी -जिले में 2700 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं 27 हज़ार महिलाएं - वित्तीय वर्ष में महिलाओं को 6 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की गई आधुनिकता के दौर में लोगों ने मिट्टी के दीयों को अंधेरे में धकेल दिया था, मिट्टी के दीयों की पहचान बरकरार रखने के लिए स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं दिन-रात एक करके अपनी पुरानी परंपरा को बनाए रखने के लिए गोबर के दीये और मोमबत्तियां बनाने में जुटी हैं। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का कहना है कि त्यौहारों में मिट्टी के दीपक जलाने से घर में सुख, समृद्धि और शांति आती है तथा पर्यावरण को भी नुक्सान नहीं पहुंचता। उनका कहना है कि जैसे-जैसे लोगों को मिट्टी के दीयों की महत्ता के बारे में पता चला रहा है, लोग इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं और इनकी बाजार में मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है। ग्राम पंचायत रामपुर की अनीता राणा ने बताया कि नौ स्वयं सहायता समूह संगठित करके एक समूह बनाया है जिसे महाकाल ग्राम संगठन का नाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी नौ स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं दीपावली त्यौहार के लिए मोमबत्ती और दीये बनाने में लगी हुई हैं। महिलाएं विभिन्न रंगों की सुंदर आकार की मोमबत्तियां तथा गाय के गोबर और मिट्टी के मिश्रण से सजावटी दिये बना रही हैं। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा इनकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। लोगों की मांग को ध्यान में रखकर समूह की महिलाएं मोमबत्तियां व दीये निर्मित कर रही हैं। महाकाल ग्राम संगठन की प्रधान अनीता राणा ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से गु्रप जुड़ा हुआ है। एनआरएलएम के माध्यम गु्रप को 2,500 रुपये स्टार्टअप फंड तथा 15,000 रुपये रिवॉल्विंग फंड के रूप में मिलते हैं। इसके अतिरिक्त गु्रप की महिलाएं अपनी सेविंग से 100-100 रुपये प्रतिमाह एकत्रित करके जमा करती हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ी बल्कि जमा राशि में से ही एक प्रतिशत ब्याज पर ऋण लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया जिससे उन्हें काफी लाभ हुआ और महिलाओं को भी घर बैठे रोजगार का अवसर मिला। अनीता राणा ने बताया कि एसएचजी समूह की सभी महिलाएं दिये और मोमबत्तियां बनाने में प्रशिक्षित हैं और कड़ी मेहनत करके सुंदर और आकर्षक दिये बनाने में काफी मेहनत कर रही हैं ताकि लोग दीये और मोमबत्तियों के सुंदर और आकर्षक डिजाइनों से आकर्षित होकर इन्हें खरीदें। उन्होंने बताया कि निर्मित दीये और मोमबत्तियों की बिक्री के लिए प्रशासन द्वारा उन्हें उचित स्थल उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने बताया कि अभी दीवाली के लिए कुछ दिन शेष हैं कि लेकिन संबंधित क्षेत्रों के लोग घरों में आकर ही दिये व मोमबत्तियां ले जा रहे हैं तथा और अधिक मांग कर रहे हैं। घर से ही अभी तक 5 हज़ार रूपये की बिक्री कर चुकी हैं जिससे समूहों को काफी लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ समय पूर्व ही समूह द्वारा मैहतपुर में स्टॉल स्थापित किया गया था जिसका समूह को काफी लाभ हुआ। अब दीवाली उत्सव पर एमसी पार्क ऊना में भी स्टॉल लगया जाएगा जिसमें रंग-बिरंगी विभिन्न आकार की मोमबत्तियां और मिट्टी-गोबर से बने दीप बिक्री के लिए रखे जाएंगे। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया है कि यदि हमें अपनी प्राचीन कला को विलुप्त होने से बचाना है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है दीपावली के पर्व को मिट्टी के दियों और मोमबत्तियों की रोशनी से रोशन करें। बाजारों में मंहगी लडियां अन्य सजावटी सामान खरीदने की बजाए स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्त निर्मित वस्तुओं को खरीदकर प्रोत्साहित करें ताकि अन्य महिलाएं भी समूहों से जुडें। धन-धन बाबा साहिब सिंह स्वयं सहायता समूह की प्रधान मीनू ने बताया कि गतवर्ष उनके समूह से कम महिलाएं जुड़ी थी। लेकिन वर्तमान में उनके गु्रप से 11 महिलाएं जुड़ी हैं। सभी महिलाएं दीप और मोमबत्तियां बनाने में लगी हुई हैं जिसका समूह की महिलाओं को भरपूर लाभ मिल रहा है और अपने परिवार का काफी सहयोग भी कर रही हैं। वहीं राधे-राधे स्वयं सहायता समूह की प्रधान वंदना कुमारी का कहना है कि समूह की सभी महिलाएं दीप और मोमबत्तियां बनाने का कार्य कर रही हैं। विभिन्न आकार की सुंदर मोमबत्तियां और दीप बना रही हैं जिससे सभी महिलाओं को रोजगार मिला है। वंदना ने बताया कि उनका मोमबत्तियां बनाने का कार्य अच्छे तरीके से चल रहा है जिसका समूह की महिलाओं का काफी लाभ मिल रहा है। उन्होंने अन्य महिलाओं को भी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ने का अपील की ताकि वह भी अपने लिए आय के साधन सृजित कर आत्मनिर्भर बन सके। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार कर रही बेहतर प्रयास पीओ डीआरडीए शेफाली शर्मा ने बताया कि जिला ऊना एनआरएलएम के क्षेत्र में एक अग्रणी जिला है जिसमें लगभग 2700 स्वयं सहायता समूह में लगभग 27 हज़ार महिलाएं जुड़ी हुई हैं। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को विभाग की ओर से रिवॉल्विंग फंड, स्टार्ट अप फंड व लोन की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष में अब तक लगभग 6 करोड़ रूपये के ऋण की सुविधा भी एसएचजी की महिलाओं को मुहैया करवाई गई है जिसके माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है और उनकी आर्थिकी भी मजबूत हो रही है। उन्होंने बतााय कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए उत्पादों को सभी ब्लॉकों में हिम ईरा शॉप में बिक्री के लिए रखती हैं। उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न समूहों से जुड़ी महिलाएं दीवाली त्यौहार के लिए मिलेटस से बनी मिठाईयां और गोबर-मिट्टी से बने दीये और मोमबत्तियां बना रही हैं। उन्होंने बताया कि समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को बिक्री के लिए एमसी पार्क ऊना में विशेष स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि वहां पर आसानी से एक स्थान पर ही अपने उत्पादों को बेच सकें। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे एसएचजी द्वारा निर्मित उत्पादों को खरीदें क्योंकि यह गुणवत्तायुक्त हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए सरकार द्वारा एक बेहतर प्रयास है।
- शीघ्र लाभ की लालसा में धोखाधड़ी वाली योजनाओं से बचने की अपील की उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज यहां प्रदेश में क्रिप्टो करंसी धोखाधड़ी की जांच सम्बंधी एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो करंसी के माध्यम से कम समय में अधिक लाभ का झांसा देकर प्रदेश के भोले-भाले लोगों को सुनियोजित तरीके से ठगा गया है। प्रदेश में 2500 करोड़ रुपये के अवैध निवेश से जुड़ी क्रिप्टो करंसी धोखाधड़ी पर चिंता व्यक्त करते हुए उप-मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की अनाधिकृत योजनाओं में निवेश न करें। उन्होंने कहा कि नियमन के अभाव में निवेशकों को ऐसे निवेश से धोखाधड़ी और हेराफेरी का जोखिम बना रहता है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग फोरलेन और राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं से मिले मुआवज़े का पैसा भी क्रिप्टो करेंसी में लगा कर डिजिटल धोखाधड़ी का शिकार बने। उन्होंने कहा कि लोगों को सतर्क रहते हुए इस तरह की धोखाधड़ी वाली योजनाओं के झांसे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो करंसी के झांसे में आकर लोगों की मेहनत की कमाई के लगभग 500 करोड़ रुपये डूब गए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भी क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन में प्रमाणिकता के संबंध में अस्पष्टता की पुष्टि की है। राज्य के विभिन्न जिलों से क्रिप्टो धोखाधड़ी की शिकायतें निरंतर सामने आ रही हैं। अब तक क्रिप्टो करंसी धोखाधड़ी की 300 से अधिक शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई हैं। इसके सरगनाओं ने प्रदेश के लोगों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस क्रिप्टो करेंसी सरगनाओं के खिलाफ उचित कार्रवाई कर प्रदेश के लोगों को न्याय दिलाएगी। उप मुख्यमंत्री ने क्रिप्टो नेटवर्क को तोड़ने और मंडी से आरोपी हेमराज और सुखदेव, ऊना से अरुण गुलेरिया और अभिषेक सहित कई गिरफ्तारियां करने के लिए हिमाचल पुलिस की सराहना की। उन्होंने कहा कि मंडी जिला के सरकाघाट का एक अन्य आरोपी सुभाष शर्मा शीघ्र ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। पुलिस महानिदेशक, संजय कुंडू ने बताया कि विभाग ने क्रिप्टो घोटाले में संलिप्त लगभग 2.5 लाख अलग-अलग आईडी वाली वेबसाइटों का पता लगाया है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो करंसी के इस जाल में आरम्भिक स्तर पर 70 से 80 धोखेबाज शामिल होने का अनुमान है। पुलिस ने धोखेबाजों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर हिमाचल और जीरकपुर में विभिन्न स्थानों पर अब तक 8.5 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। उन्होंने कहा कि इसमें पंजाब पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है और गृह मंत्रालय ने भी हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ अनियत्रित जमा योजना पाबंदी विधेयक, 2019 के तहत कार्रवाई की जा रही है। इस अधिनियम के तहत दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान है। क्रिप्टो डिजिटल घोटाले की जांच कर रहे विशेष जांच दल के प्रमुख एवं डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर ने मामले पर विस्तृत प्रस्तुति दी। इस अवसर पर सचिव गृह डॉ. अभिषेक जैन और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी भी उपस्थित थे।
- नशा मुक्त ऊना अभियान के तहत हुई स्टडी में हुआ खुलासा किशोरावस्था सबसे अहम आयु वर्ग है। इस उम्र में जहां भविष्य का आधार बनता है, वहीं नशीले पदार्थों की शुरुआत भी इसी उम्र से होती है। किशोर नशे की शुरुआत अक्सर देखादेखी में करते हैं। इसमें उनके दोस्तों और आस-पड़ोस के वातावरण की महत्वपूरण भूमिका रहती है। यह खुलासा नशामुक्त ऊना अभियान के तहत की गई स्पेशल स्टडी में किया गया। डीआरडीए हाल ऊना में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान इस स्टडी के जरूरी पहलुओं को साझा किया गया। उपायुक्त राघव शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रेस वार्ता में स्टडी रिपोर्ट को सांझा करते हुए बताया कि स्कूलों में वरिष्ठ कक्षाओं में अध्ययनरत छात्रों में तकरीबन हर सातवें छात्र ने किसी न किसी तरह के नशीले पदार्थ का सेवन किया है। इनमें से लगभग पचास फीसदी छात्रों को यह नशीला पदार्थ उनके दोस्तों द्वारा ऑफर किया गया। स्टडी में यह भी पाया गया कि जिन छात्रों के परिजन नशा करते हैं उनमे नशा करने का जोखिम दोगुना बढ़ जाता है। लगभग अठतीस फीसदी छात्रों ने बताया कि उनके घरों में नशीले पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे उनमें नशा के इस्तेमाल के प्रति जोखिम बढ़ जाता है। स्टडी में यह पाया गया कि किशोरों का भावनात्मक जुड़ाव परिजनों के अपेक्षाकृत दोस्तों के साथ अधिक रहता है। दिलचस्प पहलू यह है कि जूनियर कक्षाओं में यह जुड़ाव पिता की अपेक्षा माँ के साथ होता है जबकि आयु बढ़ने के साथ दोस्तों के प्रति झुकाव बढ़ता जाता है। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि नशे से बचाव के लिए शुरुआती हस्तक्षेप जरूरी है। इसके लिए अविभावकों की भूमिका सबसे महत्वपूरण है। उन्होंने कहा की इस दिशा में जिला प्रशासन ऊना ने आवश्यक कदम बढ़ाते हुए हर घर दस्तक अभियान शुरू किया है जिसमें हर घर में बच्चों को सुरक्षित रखने की जानकारी साझा की जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि दोस्तों की अहम भूमिका को देखते हुए स्कूल कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है जहां छात्रों को विशेष रूप से सक्षम बनाया जा रहा है ताकि वह उचित निर्णय ले सकें और स्वस्थ विकल्पों का चयन कर सकें।
- प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर मोर्च पर हुई विफल - खनन, चोरी, डकैती, गोली चलना हुआ आम बात ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार पर कड़ा हमला बोला है। भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सतपाल सत्ती ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कानून-व्यवस्था का जनाजा निकल गया है। सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल हो गई है, पूरे प्रदेश में गोलियां चलना, अवैध खनन, चोरी, डकैती, गैंगवार आम बात हो गई है और पुलिस नकेल कसने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक इशारों पर माफिया को संरक्षण मिल रहा है, पैसा कमाने में कांग्रेस के नेता लगे हुए हैं जो आसामाजिक तत्वों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से नियमों को तक पर रखकर खनन हो रहा है यह अपने आप में चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि सरकार बताएं ?अधिकारी बताएं कि ऐसे खनन को नियमों के विपरीत जो हो रहा है किसका संरक्षण प्राप्त है? सतपाल सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के नेता सरकार के संरक्षण में धंधा चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से गोलीबारी की घटनाएं हो रही है उसे लोगों में दहशत है .उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र में गोली चली, लोग बच गए लेकिन आज तक यह पता नहीं चला कि कौन लोग हैं? जिन्होंने गोली चलाई पुलिस उसे पर क्या कार्रवाई कर रही है? उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में जो विकास के लिए पैसा आया उसी से विकास के कार्य हो रहे हैं ।केंद्र सरकार से जो पैसा आ रहा उस विकास के कार्य हो रहे हैं और कांग्रेस की सरकार व नेता अपना श्रेय लेने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हारे हुए नेता किस प्रकार से उद्घाटन व शिलान्यास कर रहे हैं, उनकी क्या हैसियत है। सरकार को यह बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्मचारी व अधिकारी को भी किसी पार्टी का एजेंट बनकर काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना सदर के पूर्व विधायक बताएं कि वह किस हैसियत से स्कूलों में और अन्य कार्यक्रमों में जा रहे हैं । सत्ती ने कहा कि नगर परिषद के क्षेत्र में हुए एक कार्यक्रम में जिस प्रकार से नगर परिषद की अध्यक्ष व उपाध्यक्ष , वार्ड के पार्षद व अन्य पार्षदों को बुलाया नहीं गया यह साबित करता है कि कांग्रेस के इशारे पर भाजपा के प्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का काम हो रहा है ।उन्होंने कहा कि नगर परिषद भाजपा की है ऐसे में हम अपने जनप्रतिनिधियों का अपमान नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम पूरी लड़ाई लड़ेंगे, मान सम्मान की। इस अवसर पर ऊना भाजपा के मंडल अध्यक्ष हरपाल गोगी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोहर लाल शर्मा ,जिला भाजपा महामंत्री राज कुमार पठानिया, मंडल महामंत्री अशोक उपस्थित रहे।
- डीसी, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, अमरजोत बेदी ने शुरू करवाया कार्य ऊना मुख्यालय की ऐतिहासिक 84 पौड़ियों के जीर्णोद्धार के कार्य जिसकी लंबे समय से मांग चली आ रही थी ,उसे जिला प्रशासन द्वारा पहल के आधार पर करवाया जा रहा है, लंबे समय से ऐतिहासिक 84 पौड़ियों की खस्ता होती हालत पर ध्यान आकर्षित किया जा रहा था । 84 पौड़ियों के महत्व को देखते हुए इनका जीर्णोद्धार किया जाए इसको लेकर लगातार मांग उठ रही थी। जिलाधीश ऊना राघव शर्मा के पास इस मांग को लेकर रिप्रेजेंटेशन भी दी गई, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिलाधी ऊना ने लगातार इस पर प्रयास किया और अंत तक केंद्र सरकार की एजेंसी इंटेक के साथ संपर्क कर इस कार्य को आगे बढ़ाने की इच्छा शक्ति दिखाते हुए अंतत: इस काम को शुरू करवाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इंटेक हेरिटेज स्थानों का जीर्णोद्धार करने का काम करती है। जिसमें एक्सपर्ट शामिल है ,जीर्णोद्धार कार्य में इंटेक को काफी महारत हासिल है ,इंटेक हिमाचल चैप्टर द्वारा अब इस कार्य को अपने हाथों में जिला प्रशासन के कहने पर लिया गया है ,करीब 40 लाख रुपए की राशि इस पर खर्च होगी ऐसे में जिला प्रशासन व इंटेक् मिलकर इस जीर्णोद्धार के हेरिटेज कार्य को कर रहे हैं। जिला ऊना में इंटेक् का यह पहला कार्य है जिसको लेकर इंटेक की टीम भी आशावान है, गुरुवार को 84 पोडियों पर ऐतिहासिक कार्य के शुभारंभ पर पूजा अर्चना का कार्यक्रम किया गया, जिसमें जिलाधीश राघव शर्मा, ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत बेदी सहित गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे । वहीं एसडीएम उन विश्वा देव मोहन, नगर परिषद के एसडीओ राजेंद्र सैनी भी उपस्थित रहे। इस कार्य का शुभारंभ पर जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने बताया कि 224 वर्ष पुरानी यह 84 पोडियां बाबासाहीब सिंह जी बेदी द्वारा बनाई गई थी, इनका अपना ऐतिहासिक महत्व है, शहर का ऐतिहासिक स्थल है ,इसी स्थल को शहर की एंट्री के लिए प्रयोग किया जाता था ।उन्होंने कहा कि इस कार्य को इंटैक्ट भारत सरकार की हेरिटेज भावनों को बेहतर करने की एजेंसी करेगी, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा ।उन्होंने कहा कि जिला ऊना के इस ऐतिहासिक स्थल को ऐतिहासिक स्वरूप में बरकरार रखते हुए बेहतर करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन से पांच महीने के अंदर इस कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, इतिहास की जानकारी भी लोगों को मिले और यह रमणीक स्थल बने, लोग जहां आए इसका प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि इंटेक की अच्छी टीम है, स्थानीय लोगों के सहयोग से यह बेहतर काम करेगी। ऐसी मुझे उम्मीद है।उन्होंने की इसके अलावा जीर्णोद्धार के और क्या कार्य हम कर सकते हैं, इसको लेकर के भी भविष्य में चर्चा की जाएगी। वहीं पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि जिलाधीश ऊना राघव शर्मा के प्रयासों से एक ऐतिहासिक कार्य की शुरुआत हो रही है यह अपने आप में ऐसा स्थल है जिसको बेहतर बनाने का लक्ष्य होना चाहिए और आने वाले समय में यह बेहतर स्थल के रूप में हमें देखने को मिलेगा ,इसके लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना है । वहीं नगर परिषद पुर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत बेदी ने कहा कि उनके पूर्वजों द्वारा यह 84 पोडियां बनाई गई यह शहर का प्रवेश द्वार रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार इसका प्रयास भी किया है कि इसको बेहतर किया जाए, हमने नगर परिषद के माध्यम से भी कई बार इसका कार्य किया लेकिन अब जिलाधीश राघव शर्मा के प्रयासों से इंटेक एक अनुभव भी एजेंसी इस काम को करेगी यह खुशी का विषय है ,उन्होंने की जल्द लोगों को एक अच्छा स्थल मिलेगा। इस अवसर पर इंटेक की तरफ से उपस्थित मिताली ने कहा कि 84 पौड़ियों के कार्यों को शुरू किया जा रहा है, जितना जल्द हो सकेगा हम इस कार्य को खत्म करेंगे ,इसका ऐतिहासिक महत्व बरकरार रखा जाएगा।
-एसआईटी के पास पहुंचा ढाई लाख निवेशकों का रिकॉर्ड -घोटाले में संलिप्त आरोपियों का जल्द होगा पर्दाफाश क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का लालच देकर बनाई गई ढाई लाख निवेशकों की आईडी का पूरा रिकॉर्ड एसआईटी ने जुटा लिया है। ढाई लाख आईडी में नेता, डॉक्टर, अधिकारी, पुलिस, ठेकेदार और किसान शामिल हैं। अब यह देखा जा रहा है कि किस व्यक्ति ने डबल रिटर्न के लालच में कितने का निवेश किया है। किसके खाते में कितनी राशि आई है। इस रिकॉर्ड से एसआईटी जल्द ही घोटाले में संलिप्त आरोपियों का पर्दाफाश करेगी। इस मामले में और गिरफ्तारियां होनी हैं। 2000 करोड़ रुपये का घोटाला जांच में सामने आया है कि क्रिप्टोकरेंसी घोटाला में ढाई लाख के करीब लोगों की आईडी बनी और करीब 2,300 करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन सामने आई है। इसमें 2000 करोड़ का घोटाला है। आरोपियों ने साल दर साल धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए नए-नए नाम से कंपनियां बनाईं। अब तक की जांच में पूरे फ्रॉड का मास्टरमाइंड सुभाष और अभिषेक को माना जा रहा है। इसके साथ ही घोटाले में संलिप्त कुछ अन्य आरोपियों को भी विभिन्न कपंनियों के एमएलएम से जुड़े बिजनेस में काम करने का अनुभव था। ऐसे में घोटाले से जुड़ी गैंग के सदस्यों को मालूम था किस तरह से लोगों को लालच देकर में जल्द से जल्द चेन को आगे बढ़ाना है। यही कारण रहा कि चंद सालों में करोड़ रुपये के घोटाले को अंजाम देने में आरोपी सफल रहे। इसी बीच जब आरोपियों को पूरे खेल का भंडाफोड़ होने का अंदेशा हुआ तो मास्टर माइंड सुभाष पुलिस का शिकंजा कसने से पहले ही विदेश फरार हो गया। कई आरोपी भूमिगत हो गए। पुलिस एसआईटी घोटाले में अब तक साढ़े 9 करोड़ की संपत्तियों को सीज किया जा चुका है। एसआईटी की ओर से इन दिनों आरोपियों की संपत्तियों को सीज करने का सिलसिला जारी है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विभाग द्वारा उपभोक्ताओं के राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवाने की तिथि 30 नवंबर तक बढ़ा दी गई है। पहले यह 31 अक्तूबर तक निर्धारित की गई थी। उन्होंने कहा कि कुछ उपभोक्ता अपना व अपने परिवार के सदस्यों का ई-केवाईसी करवाने से वंचित रह गए थे। विभाग द्वारा ऐसे लोगों की सुविधा के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण करने की तिथि बढ़ाई गई है। विभाग द्वारा राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए ई-केवाईसी के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि राशन कार्ड में दर्ज व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि तथा लिंग, आधार में दर्ज डाटा के अनुरूप हो, इसके दृष्टिगत प्रदेश भर में ई-केवाईसी की प्रक्रिया आरम्भ की गई है। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे ई-केवाईसी की प्रक्रिया को सयमबद्ध पूर्ण करने में सहयोग प्रदान करें। सरकार की
-हिमाचल अंबेडकर संयुक्त मोर्चा ने नोटिफिकेशन रद्द करने की उठाई मांग -मुख्यमंत्री, राज्यपाल और राष्ट्रपति को प्रेषित किए ज्ञापन प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार देने के लिए वन विभाग में वन मित्र के पदों को भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी की गई है। इसके तहत राज्य के अलग-अलग जिलों में वन मित्र रखे जाएंगे। लेकिन इस नोटिफिकेशन का हिमाचल अंबेडकर संयुक्त मोर्चा ने विरोध किया है। मोर्चा के सदस्यों का मानना है कि नोटिफिकेशन के तहत आरक्षण का प्रावधान नहीं किया गया है, जिसके चलते एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग को बड़ा धक्का लगा है। इसलिए उन्होंने इस नई नोटिफिकेशन को जल्द रद्द किए जाने को लेकर डीसी के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री, राज्यपाल और देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर इसको जल्द निरस्त करने की मांग की है। हिमाचल अंबेडकर संयुक्त मोर्चा ने साफ कहा है कि अगर सरकार द्वारा इस नोटिफिकेशन को जल्द रद्द नहीं किया गया तो इसको लेकर मोर्चा विरोध प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेगा। ज्ञापन देने वालों में कांग्रेस के पूर्व उद्योग मंत्री कुलदीप कुमार धीमान भी शामिल हैं और उन्होंने इस नोटिफिकेशन में आरक्षण का प्रावधान न किए जाने पर अपनी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
उप मुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वाटर सेस पर हम केंद्र सरकार के सुझाव को नहीं मानेंगे। यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है और फैसला भी न्यायालय का ही लागू होगा। मंगलवार को मीडिया से बातचीत में अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बहने वाली नदियों पर कंपनियों ने बिजली प्रोजेक्ट लगाए हैं। पानी हमारा, बिजली हमारी और प्रोजेक्ट की जमीन भी हमारी है। इसलिए प्रदेश सरकार ने अपना राजस्व बढ़ाने के लिए इन कंपनियों पर वाटर सेस लगाने का निर्णय लिया है, वाटर सेस कमीशन स्थापित किया है, उसी की अनुशंसा पर कंपनियों पर सेस लगाया है। इससे सरकार को 1,842 करोड़ राजस्व आने की संभावना है। वाटर सेस न लगाने के संबंध में केंद्र सरकार का बार-बार पत्र लिखना अनुचित है। वाटर सेस लगाना प्रदेश के अधिकार क्षेत्र में आता है। केंद्र से पिछले दिनों प्रदेश सरकार को पत्र आया है, जिसमें वाटर सेस को अनुचित करार दिया गया है। मुकेश ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मियों और पेंशनरों को हर महीने वेतन और पेंशन दी जा रही है। उनका हड़ताल पर जाने की धमकियां देने का तरीका सही नहीं है। प्रदेश आपदा का सामना कर चुका है। मुख्यमंत्री अस्वस्थ हैं। कर्मचारी धैर्य रखें, अपनी समस्याएं निगम प्रबंध निदेशक को बताएं, उन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। सीएम के स्वास्थ्य में हो रहा सुधार, शीघ्र लौटेंगे हिमाचल मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू के स्वास्थ्य को लेकर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। टेस्ट रिपोर्ट ठीक आई है। मुख्यमंत्री स्वस्थ होकर जल्द हिमाचल हिमाचल आएंगे।
-एक घंटे में 700 यात्री दोनों ओर कर सकेंगे आवाजाही -रज्जू मार्ग के बनने से भीड़ भी होगी नियंत्रित प्रदेश सरकार हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठा रही है। विशेषतौर पर राज्य में स्थित शक्तिपीठों में आने वाले श्रद्धालुओं व अन्य पर्यटकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही इन स्थलों तक पहुंच आसान बनाने के लिए आधारभूत संरचना विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। ऊना जिला में स्थित विश्व विख्यात चिंतपूर्णी मंदिर के लिए रोप-वे निर्माण पर 76.50 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया है। लगभग 1.1 किलोमीटर लंबे इस रोप-वे का कार्य निर्धारित समयावधि में पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार त्वरित कदम उठा रही है। इस अत्याधुनिक परिवहन प्रणाली से दोनों ओर प्रति घंटा 700 यात्रियों की आवाजाही सुनिश्चित होगी। साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं को एक नया यात्रा अनुभव भी होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस परियोजना की अहमियत के दृष्टिगत इस पर विशेष बल दे रहे हैं। उनका मानना है कि चिन्तपूर्णी मंदिर का ऐतिहासिक एवं अध्यात्मिक दृष्टि से काफी महत्व है। हिमाचल प्रदेश में स्थित शक्तिपीठों में इसका प्रमुख स्थान है। वर्तमान में इस मंदिर को बाबा माईदास भवन पार्किंग क्षेत्र से सिंगल लेन सड़क से जोड़ा गया है। नवरात्रों सहित अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भारी भीड़ और यातायात जाम इत्यादि जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। इन समस्याओं के समाधान के दृष्टिगत रज्जू मार्ग की परिकल्पना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रदेश सरकार की धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की नीति के भी अनुकूल है। चिंतपूर्णी मंदिर में इस रज्जू मार्ग प्रणाली के स्थापित होने से भीड़ नियंत्रण में सुविधा होगी और श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम मार्ग भी उपलब्ध हो सकेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और इस पवित्र स्थल तक लोगों की यात्रा सुगम्य एवं आरामदायक होगी। इसके साथ ही देश के मुख्य धार्मिक स्थलों में भी यह प्रमुखता से शामिल हो सकेगा। मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल में प्रतिवर्ष 5 करोड़ पर्यटकों के आगमन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में धार्मिक पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका है। हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से भी विख्यात है और यहां के प्राचीन मंदिर व शक्तिपीठों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शीश नवाने पहुंचते हैं। इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने इन शक्तिपीठों व अन्य धार्मिक स्थलों में आधारभूत ढांचे के विकास को विशेष प्राथमिकता प्रदान की है। श्रद्धालुओं की यात्रा को अविस्मरणीय एवं आरामदायक बनाने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ठोस कदम उठा रही है। चूंकि पर्यटन प्रदेश की आर्थिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से स्थानीय युवाओं के रोजगार व स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सकेंगे।
-'मेरी माटी, मेरा देश' कार्यक्रम में हिमाचल की रही शानदार भागीदारी 'मेरी माटी, मेरा देश' कार्यक्रम के अंतर्गत वीरभूमि हिमाचल के गांवों की मिट्टी लेकर दिल्ली पहुंचे 143 युवाओं ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के साथ कर्तव्य पथ पर विशाल कलश में अर्पित की। इसी विशाल कलश की मिट्टी से कर्तव्य पथ पर अमृत उद्यान का निर्माण होगा। इस दौरान मीडिया कर्मियों से वार्तालाप करते हुए ठाकुर ने बताया कि हमारी वीरभूमि हिमाचाल वीरों की जननी है, वीरों की भूमि है। वीरभूमि हिमाचल प्रदेश बलिदानियों की भूमि है। यहां गांव के गांव हमारे वीरों के किस्सों से पटे पड़े हैं। मेरी माटी मेरा देश हमारे शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को याद करने का उन्हें श्रद्धांजलि देने का प्रयास है। मेरी माटी, मेरा देश आजादी के अमृत महोत्सव का अंतिम कार्यक्रम है। पूरे देश ने पिछले दो वर्षों में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया। लाखों कार्यक्रम हुए, करोड़ों लोग इससे जुड़े। माननीय प्रधानमंत्री जी ने मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम की शुरुआत करने को कहा तो पूरे देश के 6 लाख से ज्यादा गांवो और 7500 ब्लॉक्स में अमृत कलश यात्राएं निकलीं और मिट्टी इक_ा की गई और हिमाचल प्रदेश ने भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया। पूरे देश से इक_ी की गई इस मिट्टी से कर्तव्य पथ पर अमृत उद्यान बनेगा। आज विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक युवाओं का हुजूम देश की मिट्टी को नमन और वीरों का वंदन करने हेतु जमा है। केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम का विधिवत समापन कर देशवासियों को संबोधित करेंगे। आज कर्तव्य पथ पर आपकी विशाल कलश देख सकते हैं जिसमें पूरे देश के 6 लाख गांव से आई मिट्टी रखी गई है।तमिलनाडु से लेकर जम्मू कश्मीर तक और नागालैंड से लेकर गुजरात तक संपूर्ण देश के युवाओं में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी है। आज तपती धूप में पूरे देश से युवा नई दिल्ली में एकत्रित हैं। हाथों में तिरंगा लिए युवाओं का जोश देखते ही बनता है।
-विजेता लड़कियों ने खुद ढोल बजाकर मनाया जीत का जश्न -स्कूल प्रिंसिपल ने कहा, यह स्कूल के लिए गौरव की बात जिला स्तरीय अंडर-14 और अंडर-19 खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्राओं ने दोनों वर्गों में जिला की ओवरऑल ट्रॉफी अपने नाम की है। विद्यालय पहुंचने पर विजेता छात्राओं का बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया गया। ऑलओवर ट्रॉफी जीतने पर लड़कियों ने खुद ढोल बजाकर ट्रॉफी हाथ में उठाकर भंगड़ा डाला। लड़कियों द्वारा हाथों में मेडल लेकर एक पंक्ति में खड़े होकर संदेश दिया गया कि टीचर का तबादला होने के बाद भी उन्होंने हौसला नहीं छोड़ा और कड़ी मेहनत के दम पर जिला स्तर पर ऑलओवर ट्रॉफी अपने नाम की है। वहीं, स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि दोनों वर्गों में जिला की ओवरऑल ट्रॉफी प्राप्त करना विद्यालय के लिए बहुत ही गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की 12वीं कक्षा की छात्रा वंशिका वशिष्ठ का जूडो में राष्ट्रीय स्तर पर अंडर-17 और अंडर-19 में चयन हुआ है, जोकि विद्यालय के लिए बहुत ही गर्व की बात है।
-अविनाश कपिला ने कहा, रामलीला के आयोजन से जुड़ेंगे समाज के लोग श्री रामलीला कमेटी ऊना के चेयरमैन प्रिंस राजपूत व अध्यक्ष अविनाश कपिला ने सोमवार को जारी एक प्रेस बयान में बताया कि श्री राम लीला कमेटी ऊना द्वारा गुरू का लंगर सेवा समित ट्रस्ट के अध्यक्ष व समाजिक, धार्मिक कार्यकर्ता अशवनी जैतिक को श्री राम लीला कमेटी ऊना का मुख्य संरक्षक नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अशवनी जैतिक समाजिक व धार्मिक कार्यों में सदैव आगे रहते हंै। ऐसे में श्री रामलीला आयोजन में उनका मार्ग दर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि रामलीला मंचन में हर वर्ष उनका सहयोग रहता है। उन्होंने कहा कि श्री रामलीला का आयोजन शहर का आयोजन है, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने का प्रयास रहता है, ताकि सभी बेहतर आयोजन में अपनी भमिका अदा कर सके। अविनाश कपिला ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी को सभी पदाधिकारियों का बेहतरिन सहयोग मिलता है, जिसके चलते श्री रामलीला कमेटी ने अपनी भव्यता को बनाया है और भविष्य में और भी बेहतरिन आयोजन करने का प्रयास रहेगा। वहीं, श्री रामलीला कमेटी के नवनियुक्त मुख्य संरक्षक अशवनी जैतिक ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी ऊना का आयोजन में भागीदार बनाने के लिए आभार है। उन्होंने कहा कि यह समाज के सहयोग का धार्मिक आयोजन है। जिसमें श्रीराम लीला कमेटी का आभार जो जिम्मेदारी देंगे उसका निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अविनाश कपिला, प्रिंस राजपूत व उनकी टीम लगातार बेहतरिन आयोजन कर रही है और लोगों को श्री राम की शिक्षाओं से जोडें़ने का बेहतर प्रयास कर रहे हंै, जोकि अपने आप में सराहनीय है।
-निदेशक एवं प्रारक्षी मत्स्य ने दियोली स्थित कार्प फिश फॉर्म का किया निरीक्षण निदेशक एवं प्रारक्षी मत्स्य हिमाचल प्रदेश विवेक चंदेल ने जिला ऊना के दियोली स्थित कार्प फॉर्म का भ्रमण किया और फार्म पर की जाने वाली मत्स्य गतिविधियों का विस्तृत अवलोकन किया। इस दौरान सहायक निदेशक मत्स्य ऊना विवेक शर्मा व वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी गगरेट राम सिंह उपस्थित रहे। सहायक निदेशक मत्स्य, ऊना विवेक शर्मा ने फार्म पर किए जाने वाले मत्स्य प्रजन्न की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्प फार्म पर छ: प्रकार की मछलियों का प्रजन्न करवाया जा रहा है जिसमें इंडियन मेजर कार्प की तीन प्रजातियों में रोहू, कतला, मृगल तथा कॉमन कार्प व अमूर कार्प शामिल हैं। इसके अलावा सजावटी मछली में कोई कार्प मछली का प्रजन्न भी करवाया जा रहा हैं। निदेशक विवेक चंदेल ने फार्म पर स्थित चाइनींज हैचरी थी एफआरपी हैचरी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विभागीय मत्स्य बीज फार्म, मत्स्य उत्पादन य मत्स्य कृषकों को मत्स्य पालन से जोड़ने के लिए अत्यंत जरूरी कड़ी हैं, तथा सभी मत्स्य कृषकों को उच्च किस्म का बीज उपलब्ध करवाना विभाग की जिम्मेदारी व कर्तव्य हैं। यदि मत्स्य पालकों का उच्च कोटि का बीज फार्म पर उपलब्ध होगा तभी उनका रूझान मत्स्य पालन की तरफ बढ़ेगा और इससे ज्यादा उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। विवेक चंदेल ने कहा कि आने वाले समय में फार्म पर मत्स्य प्रजन्न से संबन्धित सभी आधारभूत संरचनाओं की कमियों को समाप्त किया जाएगा। यह फार्म को पूर्ण सक्षमता के साथ चलाया जाएगा। उन्होंने फार्म पर स्थापित फीड मिल का निरीक्षण किया तथा तैयार किए गए मत्स्य आहार का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मत्स्य आहार को तैयार करने हेतू सभी स्थापित नियमों का पालन करने तथा संपूर्ण रूप से संतुलित व स्वच्छ आहार मछलियों के लिए बनाने और किसानों को भी निम्न दरों पर उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से संतुलित, स्वच्छ व पौष्टिक मत्स्य आहार, मत्स्य प्रजन्न व मत्स्य उत्पादन हेतु अत्यंत जरूरी कड़ी हैं। निदेशक विवेक चंदेल ने कहा कि ऊना जिला कार्प मत्स्य पालन में सबसे अग्रणी जिला बनने की क्षमता रखता है। इस बारे में सभी जरूरी कदम उठाए जाएं तथा ऊना जिला में कार्प मछली उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए। इसके पश्चात उन्होंने फार्म पर हो रही निर्माण संबन्धी गतिविधियों का जायजा लिया तथा फार्म पर स्थापित किए जाने वाले उत्कृष्टता केंद्र तथा फार्म पर स्थापित इंस्पेक्शन हट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस फार्म को एक मॉडल फार्म के रूप में विकसित करने के लिए भरसक प्रयास किए जाए। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी समय में कोशिश की जाएगी कि फार्म पर स्टाफ की कमी को पूरा किया जा सके। इसके अलावा सहायक निदेशक मत्स्य ऊना ने निदेशक महोदय को जिला ऊना में की जा रही विकासात्मक गतिविधियों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अन्तर्गत किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी प्रदान की।
बल्क ड्रग पार्क से संबंधित सभी विकास परियोजनाओं में संबंधित विभागीय अधिकारी तीव्रता लाएं तथा निर्धारित समयावधि में पूरा करना सुनिश्चित करें ताकि राष्ट्रीय महत्व की इस परियोजना को अति शीघ्र पूरा किया जा सके। यह निर्देश मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के प्रधान सलाहकार रामसुभग सिंह ने जिला मुख्यालय ऊना में जिला के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान दिए। उन्होंने बल्क ड्रग पार्क के लिए निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं, सड़क निर्माण कार्यों तथा विद्युत आपूर्ति के बारे में विशेष रूप से चर्चा की तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला में बनने वाले लठियानी-मंदली पुल के अलावा शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग से संबंधित परियोजनाओं बारे भी विस्तृत चर्चा की गई। इससे पूर्व उन्होंने पेखुबेला में बनने वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट स्थल का भी दौरा किया तथा एचपीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों से परियोजना से संबंधित विभिन्न पहलुओं बारे विस्तृत चर्चा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेंद्र पाल गुर्जर, हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के निदेशक शिवम प्रताप सिंह व सहायक महाप्रबंधक विवेक वर्मा, एसडीम ऊना विश्व मोहन देव चौहान, एसडीम अंब विवेक महाजन, एसडीएम बंगाना मनोज कुमार के अलावा विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता अनिल सहगल, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता नरेश कुमार धीमान लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जीएस राणा सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
-डिप्टी सीएम ने कमेटी अध्यक्ष अविनाश व टीम की सराहना की श्री रामलीला कमेटी ऊना ने श्री रामलीला मंचन व दशहरा के सफल आयोजन में दिए गए सहयोग के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सम्मानित किया है। श्री रामलीला कमेटी के चेयरमैन प्रिंस राजपूत व अध्यक्ष अविनाश कपिला के नेतृत्व में श्री रामलीला कमेटी ऊना की टीम ने विश्राम गृह ऊना में पहुंचकर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ मुलाकात की। श्री रामलीला व दशहरा को लेकर उन्हें जानकारी दी। वहीं श्री रामलीला कमेटी की तरफ से स्मृति चिन्ह, शॉल व सरोपा पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा, हरोली कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद बिट्टू, प्रदेश कांग्रेस के सचिव अशोक ठाकुर, पंकज दत्ता, मेहताब ठाकुर को भी श्री रामलाल कमेटी की ओर से सिरोपा दिया गया। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने श्री रामलीला कमेटी ऊना द्वारा लंबे समय से व्यवस्थित व अनुशासनात्मक तरीके से करवाए जा रहे आयोजन के लिए बधाई दी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी ऊना ने श्री रामलीला मंचन व दशहरे की भव्यता को बढ़ाया है और इसका भव्य रूप देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में प्रशासन के द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं भी की गई है,भविष्य में और अधिक सहयोग दिया जाएगा, ताकि यह आयोजन और भव्यता के साथ आयोजित हो। मुकेश अग्निहोत्री ने श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अविनाश कपिला द्वारा समर्पण भाव से करवाए जा रहे हैं इस आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्री रामलीला कमेटी ऊना इस आयोजन से श्री राम की लीलाओं के साथ जहां जनता को जोड़ कर रखने का काम कर रही है, वही युवा पीढ़ी को भी श्री राम की शिक्षाओं से परिचित करवाया जा रहा है ,जो कि सराहनीय है ।इस अवसर पर श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अविनाश कपिला उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा दिए जा रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया ।उन्होंने कहा कि यह जिला ऊना का आयोजन है, शहर वासियों के सहयोग से यह आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसकी भव्यता और बड़े इसके लिए बेहतर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री रामलीला कमेटी के सभी सदस्यों, पदाधिकारी व कलाकारों की मेहनत का परिणाम है कि हम अच्छा आयोजन कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वृंदावन से श्री मधुर बिहारी रास मंडल के संस्थापक जय प्रिया शरण व कथा व्यास विष्णु शर्मा व उनकी टीम ने बेहतरीन रामलीला मंचन किया है जिसको सब ने सराहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में और बेहतर करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर श्री रामलीला कमेटी ऊना के मुख्य संरक्षक अश्विनी जेतिक, राजिंदर वशिष्ठ,महामंत्री डॉ सुभाष शर्मा,सलाहकार हरि ओम गुप्ता ,मास्टर चमन लाल चौधरी, राजीव भनोट,एमएल शर्मा, संजय कोहली,पवन कालिया, विजय पुरी, राजा मक्कड़, रजत कोहली, गणेश साम्भर,मिन्हास, ओंकार कपिला, गोपाल कृष्ण, तिलक राज मैहरा, ठाकुर मनमोहन सहित अन्य उपस्थित रहे।
-भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगाकर लोगों को किया जागरूक ऊना जिला मुख्यालय में आज सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत स्कूली बच्चों ने रैली निकाली। यह रैली बॉयज स्कूल ऊना से शुरू की गई, जो कि बाजार से होते हुए गुजरी। लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने भ्रष्टाचार के विरोध में नारे लगाए। रैली में स्कूली बच्चों ने लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर सामने आने की अपील भी की, ताकि समाज को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके।
-उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने की सेवा की शुरुआत -चिंतपूर्णी ट्रस्ट व जिलाधीश के प्रयासों को सराहा विश्व भर में प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी से श्रद्धालु अब घर बैठे प्रसाद व मां चिंतपूर्णी का स्वरूप मंगवा सकते हैं। चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट द्वारा यह नई सुविधा श्रद्धालुओं के लिए शुरू की गई है। इस नई सेवा का शुभारंभ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने स्थानीय विश्राम गृह में किया। इस अवसर पर चिंतपूर्णी ट्रस्ट के अध्यक्ष व जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने प्रसाद व मां चिंतपूर्णी के स्वरूप के स्मृति चिन्ह का अवलोकन उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को करवाया। वहीं, उनके माध्यम से इस सेवा की शुरुआत करवाई। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मां चिंतपूर्णी के दरबार को भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है, बेहतर व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं को मिले इसके लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है, इसके लिए धार्मिक स्थलों के लिए परिवहन निगम की बस से चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि खाटू श्याम के लिए बस चलाई गई है। वहीं, अब अयोध्या के लिए भी परिवहन निगम जल्द बस चलाएगा। उन्होंने कहा कि मां चिंतपूर्णी मंदिर के विस्तार को तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए 3-डी दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध उन्होंने कहा कि 3-डी दर्शन की सुविधा भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवा दी गई है। सुगम दर्शन योजना सफलता से चल रही है जिसके माध्यम से एक करोड़ से ज्यादा चिंतपूर्णी मंदिर को श्रद्धालुओं से प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की बड़े स्तर पर यह मांग भी रही है की मां चिंतपूर्णी का प्रसाद ऑनलाइन मिल सके। मां चिंतपूर्णी जी का स्वरूप मिल सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए मां चिंतपूर्णी ट्रस्ट के अध्यक्ष व जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने बेहतरीन प्रयास किया है 1100 रुपये में ऑनलाइन घर बैठे मां चिंतपूर्णी का प्रसाद मंगवाया जा सकता है, जिसकी पैकिंग बेहतर डिब्बे में कई गई है, प्रसाद योजना के तहत इसमें मां की चुन्नी, प्रसाद, भोग व चरणामत सभी श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहेगा।उन्होंने कहा कि यही नहीं मां चिंतपूर्णी का स्वरूप स्मृति चिन्ह के रूप में बनाया गया है। यह भी ऑनलाइन मंगवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार ऐसा प्रयास है जिससे श्रद्धालु मां चिंतपूर्णी के मंदिर के स्मृति चिन्ह को अपने घर में स्थापित कर सकते हैं, प्रसाद घर बैठे मंगवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मां चिंतपूर्णी ट्रस्ट की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए बेहतरीन व्यवस्थाएं की जा रही है और आने वाले समय में सुविधाओं में और इजाफा किया जाएगा। प्रसाद व स्मृति चिन्ह के लिए लगेगा काउंटर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि मां चिंतपूर्णी ने ट्रस्ट के अध्यक्ष जिलाधीश ऊना ने बताया है कि ऑनलाइन प्रसाद व समिति चिन्ह के अलावा प्रसाद व स्मृति चिन्ह मां चिंतपूर्णी मंदिर से भी प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए विशेष काउंटर मां चिंतपूर्णी मंदिर में स्थापित किया जा रहा है। यहां से श्रद्धालु प्रसाद व स्मृति चिन्ह ले सकते हैं।
-मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अंशदान भी दिया हरोली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे स्व. कश्मीरी लाल जोशी के पुत्र व भाजपा के नेता विनोद कुमार जोशी ने रविवार को कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में आस्था जताते हुए विनोद जोशी ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। वहीं, आपदा प्रबंधन में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे बेहतर कार्यों से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए विनोद जोशी ने अंशदान भी दिया, जिसका चेक उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को सौंपा। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा व हरोली कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद बिट्टू ने उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की उपस्थिति में विनोद जोशी द्वारा कांग्रेस पार्टी का दामन थामने पर स्वागत किया। वहीं इस मौके पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय कश्मीरी लाल जोशी का हरोली क्षेत्र के विकास में अहम योगदान रहा है। प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रहा, जिला की राजनीति में उनका उच्च स्थान रहा है। उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद भी उन्हें मिला, उनके पुत्र विनोद जोशी कांग्रेस पार्टी में आए हैं, इन्हें पूरा मान सम्मान कांग्रेस पार्टी में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य विकास है और विकास के काफिले को आगे बढ़ाने में सब का सहयोग लेना हमारा दायित्व भी है और विनोद जोशी का सहयोग भी लिया जाएगा। वहीं, विनोद जोशी ने कहा कि परिवार ने लंबे समय तक भाजपा की सेवा की है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं लंबे समय से भाजपा से जुड़ा रहा हूं, लेकिन अब वहां कार्यकर्ता की कदर नहीं है। कार्यकर्ता को दूसरे दर्जे में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय बना, वहां जिला अध्यक्ष के नाते उनके पिता का फोटो नहीं लगाया गया। यह कहा गया कि उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। उन्होंने कहा कि जब अध्यक्ष बने तब तो भाजपा में थे। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें संकीर्ण मानसिकता का परिचय भाजपा में बन गई है। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री बेहतर काम कर रहे हैं। विकास को आगे बढ़ा रहे हैं उनके नेतृत्व में हरोली विधानसभा क्षेत्र आगे होगा और आगे बढ़े जिला ऊना को नई पहचान राजनीतिक क्षेत्र में मुकेश अग्निहोत्री ने दी है। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री जो भी जिम्मेदारी देंगे, उसका निर्वहन करुंगा, मेरा लक्ष्य विकास को आगे बढ़ाने के मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों को और गति देना है। उन्होंने कहा कि सभी के साथ मिलकर के आगे बडूंगा और पार्टी नेतृत्व की नीतियों के अनुसार कार्य करेंगे।


















































