हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित जमा दो के परीक्षा परिणाम में मिनर्वा स्कूल घुमारवीं के बच्चों ने धाक जमाई है। स्कूल में तीन छात्रों ने टॉप टेन सूची में नाम दर्ज करवाया है। बच्चों की इस उपलब्धि पर स्कूल व परिजनों में खुशी का माहौल है। मेरिट सूची में आने वाले बच्चों को स्कूल प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया। विज्ञान संकाय में अनुभव धीमान ने पूरे प्रदेश भर में पांचवां स्थान हासिल किया है। अनुभव ने 500 में से 488 अंक हासिल किए। जबकि तेजस्वनी ने पूरे प्रदेश भर में 8वां स्थान हासिल किया है। इसके अलावा अक्षित शामा ने पुरे प्रदेश भर में 10वां रैंक हासिल किया। अक्षित शामा ने 500 में से 483 अंक प्राप्त किये हैं। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग ने स्कूल पहुंचकर बच्चों को बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। वहीं विद्यालय प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल ने इस मौके पर बच्चों को बधाई दी। प्रवेश चंदेल ने कहा कि स्कूल के तीन छात्रों ने जमा दो कक्षा के परीक्षा परिणाम में टॉप टेन सूची में जगह बनाई है। इन बच्चों में अभिनव धीमान, अक्षित व तेजस्वनी शामिल हैं। बच्चों की इस उपलब्धि पर बच्चों के साथ स्कूल स्टाफ के सदस्य बधाई के पात्र हैं। 5वां स्थान हासिल करने वाले अनुभव धीमान ने कहा कि उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए 8 से 9 घण्टे का समय दिया। अनुभव धीमान कांगड़ा के पंजेहड़ का रहने वाला है। अनुभव के पिता सुरजीत कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खनाग आनी में प्रिंसिपल के पद पर तैनात हैं जबकि माता पूजा धीमान टीजीटी आर्ट्स पद पर तैनात हैं। अनुभव ने इसका श्रेय अपने माता पिता व मिनर्वा स्कूल के गुरुजनों को दिया है। अनुभव डाक्टर बनकर समाज सेवा करना चाहते हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड परीक्षा परिणाम में 10वां स्थान हासिल करने वाले अक्षित घुमारवीं के लुहारवीं से हैं। अक्षित के पिता संजीव कुमार अध्यापक के पद पर नाल्टी स्कूल में कार्यरत हैं। जबकि माता वीना देवी गृहणी हैं। अक्षित ने बताया कि उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिये 7 से 8 घण्टे का समय दिया। वह आर्मी में जाकर देश सेवा करना चाहते हैं। इसका श्रेय अपने माता पिता व मिनर्वा स्कूल के गुरुजनों को दिया है। जमा दो परीक्षा परिणाम में 8वां स्थान हासिल करने वाली तेजस्वनी डॉक्टर बनना चाहती हैं। तेजस्वनी सरकाघाट के बड़ोई गांव की रहने वाली है। उसने परीक्षा में 500 में से 485 अंक प्राप्त किये हैं। तेजस्वनी के पिता अशोक कुमार व माता अनिता देवी अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व मिनर्वा स्कूल के अध्यापकों को दिया है।
शैक्षणिक सत्र 2022-23 के दौरान प्रदेश के किसी भी विद्यार्थी ने 153 प्राइमरी स्कूलों में दाखिले नहीं लिए हैं।प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इन स्कूलों में एक भी दाखिला नहीं होने से जिला शिक्षा अधिकारियों से कारण पूछे हैं। जिला शिमला में सबसे अधिक 39, कांगड़ा में 30 और मंडी जिला में ऐसे 26 स्कूल हैं। दस विद्यार्थियों की संख्या वाले 2100, 6 से 9 बच्चों वाले 1274 और 5 बच्चों वाले 673 स्कूल हैं। जिलों की इस रिपोर्ट के आधार पर इन स्कूलों के भविष्य सम्बंधी कार्यों के लिए प्रस्ताव रखा जायेगा। इसके आलावा शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर निदेशालय को समय-समय पर भेजे गए प्रस्तावों की जानकारी भी जिला अधिकारियों से मांगी गई है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सूबे के तीसरी से पांचवीं कक्षा के बच्चों के लिए संस्कृत की पढ़ाई शुरू करेगा।नए शैक्षणिक सत्र से शुरू होने वाली यह पढ़ाई अभ्यास वर्क बुक के आधार पर होगी।इन कक्षाओं को पढ़ाने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।तीसरी से पांचवी कक्षा तक संस्कृत पढ़ाने के लिए भर्ती नहीं होंगे शिक्षक। पढ़ाई केवल अभ्यास वर्क बुक के माध्यम से ही करवाई जाएगी। बच्चों को इन कक्षाओं में अक्षर ज्ञान की ही जानकारी मिलेगी। तीसरी और चौथी कक्षा में कोई परीक्षा नहीं ली जाएगी। पांचवीं कक्षा में संस्कृत विषय का टेस्ट लिया जाएगा।तीसरी से पांचवीं कक्षा के लिए शैक्षणिक सत्र 2023-24 में संस्कृत की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इन छोटी कक्षाओं में पढ़ाई अभ्यास वर्क बुक के माध्यम से करवाई जाएगी। - डॉ. सुरेश कुमार सोनी, अध्यक्ष, स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला।
अमेरिका में हर साल होने वाले दुनिया के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान और इंजीनियरिंग मेले में इस बार डीपीएस इंटरनेशनल स्कूल दिल्ली के स्टूडेंट देवज गुप्ता ने देश के लिए दो पुरस्कार जीत कर भारत का नाम रोशन किया हैं। अंटलाटा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान और इंजीनियरिंग मेले में 68 देशों के 1700 स्टूडेंट्स ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। देवज ने रसायन शास्त्र में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए न केवल दो पुरस्कार जीते, बल्कि भारत को भी दूसरी पोजीशन में लाने में अहम भूमिका रही। हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में यह सूचना इसलिए अहम है कि देवज गुप्ता की माता का मायका कुल्लू में हैं। नीति कुल्लू के एक्सीलेंस अवार्ड और फोकस हिमाचल सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध बागवान एवं होटलियर नकुल खुल्लर की बहन है और देवज गुप्ता उनका भांजा हैं। अटलांटा में 7 मई से 13 मई तक आयोजित अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान और इंजीनियरिंग मेले में देवज गुप्ता ने भारत का रसायन शास्त्र में प्रतिनिधित्व किया और दो पुरस्कार जीत कर भारतीय प्रतिभा का लोहा मनवाया। देवज ने दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ स्टूडेंट्स के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बाद इन पुरस्कारों को जीतकर बहुत सम्मान प्राप्त किया हैं।
बीते कई माह से अभ्यार्थी आयोग ने संशोधित की सूची जारी नहीं की थी ।11 मई को आयोग के सचिव डीके रत्न की ओर से संशोधित सूची जारी की गई है। राज्य लोकसेवा आयोग द्वारा यह सूचि करीब नौ माह बाद जारी की गयी। संशोधित सूची में 13 विषयों में 27 और अभ्यार्थी पास घोषित किए गए हैं। यह अभ्यार्थी अब प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में जारी असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए भी योग्य हो गए हैं। आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग में शामिल करने से यह बीपीएल अभ्यार्थी छूट गए थे। इन अभ्यर्थियों को जल्द अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता के दस्तावेज और केटेगिरी सर्टिफिकेट आयोग कार्यालय में जमा करवाने होंगे। इसके बाद इन्हें सेट पास करने का प्रमाणपत्र जारी होगा। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए अनिवार्य स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट 22 नवंबर 2020 को लिया गया था। परीक्षा में 10,557 अभ्यार्थी शामिल हुए थे। लोक सेवा आयोग ने 17 अगस्त 2021 को सेट का परिणाम घोषित किया था। हिमाचल प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 548 पद भरे जायेगे ,जिसकी प्रक्रिया इन दिनों चल रही है। इन पदों की भर्ती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 मई तक भरे जा सकते हैं। अब सेट पास करने वाले यह 27 अभ्यर्थी भी परीक्षा में शामिल हो सकेंग। गणित विषय में 35, हिंदी में 41, राजनीतिक शास्त्र में 47, सोशोलॉजी में 11, कॉमर्स में 67, अर्थशास्त्र में 39, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में आठ, संस्कृत में 17, म्यूजिक में 24, केमिस्ट्री में 37, म्यूजिक वोकल में 16, जूलॉजी में 22, भूगोल में 12, फिजिक्स में 40 पदों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती होनी है। इसके अलावा बॉटनी में 24, फिजिकल एजुकेशन में सात, एजुकेशन में तीन, अंग्रेजी में 50, इतिहास में 37, जियोलॉजी में चार, फिलॉसफी में पांच, साइकोलॉजी में पांच, टूर एंड ट्रेवल में तीन और कॉमर्शियल आर्ट, होम साइंस और जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन में एक-एक पद भरा जाएगा।
“Le Fiestus”- The 3 day long Annual Fest of JUIT begins from Friday, 6th May,2022. Hundreds of students will participate in various events in a blended program of technology and cultural activities. The Fest will be filled with exciting games and fun events for everyone to enjoy .The primary attraction on the first day will be "Cultural Night," which will feature numerous singing and dancing performances put on by college students. “War of the Bands” followed by performances of “Madhyam Band” and “Ankita Arya DJ” will be the main attractions of Day-2. On the last day of the festival there will be stand-up comedy by “Nishant Suri” and a melodious performance by famous singer and songwriter “Maninder Buttar”. College Festivals like this provide a platform for students to showcase one’s unique talents,boosting social interaction and exchanging many ideas and concepts and are important in the holistic development of the personality of the students, providing a break from the monotonous routine of evaluation and academics.
शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, देश भर में दुसरे नंबर पर है। प्रदेश की साक्षरता दर वर्ष 1971 में 31.96 प्रतिशत थी, 2021 में यह 86.60 प्रतिशत हो गई है और लगातार बेहतर होती जा रही है। हिमाचल में स्कूल, कॉलेजों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हुआ है। हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में उभरा है। वर्तमान में राज्य में 131 स्नातक महाविद्यालय, 1,878 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, 931 उच्च विद्यालय विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। सरकार द्वारा राज्य में शिक्षा क्षेत्र को सशक्त करने के लिए अनेक बहुआयामी कदम उठाए गए हैं। राष्ट्रीय उच्च स्तर शिक्षा अभियान को वर्ष 2013 में सबसे पहले हिमाचल ने ही लागू किया था। इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में हिमाचल देशभर में अग्रणी रहा है। पिछले वर्ष हिमाचल प्रदेश को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी किए जाने वाले परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में ग्रेड वन में शामिल किया गया था। वर्तमान में राज्य में 131 स्नातक महाविद्यालय, 1,878 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, 931 उच्च विद्यालय, पांच अभियान्त्रिकी महाविद्यालय, चार फार्मेसी महाविद्यालय 16 पॉलिटेकनिक महाविद्यालय और 138 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। एनआईटी हमीरपुर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर देश के 31 एनआईटी में से एक है, जो 7 अगस्त 1986 को क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में अस्तित्व में आया। स्थापना के समय, संस्थान में केवल दो विभाग थे, सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग। 26 जून 2002 को, आरईसी हमीरपुर को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में अपग्रेड किया गया। बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिहाज से विश्व बैंक द्वारा इस संस्थान को सबसे अच्छी एनआईटी का दर्जा प्रदान किया गया है। संस्थान के पास उद्योग की आवश्यकताओं और तकनीकी दुनिया में होने वाली घटनाओं के जवाब में विकसित होने और बदलने का लचीलापन है। आईजीएमसी : हिमाचल प्रदेश मेडिकल कॉलेज शिमला (HPMC) की स्थापना वर्ष 1966 में पहले बैच में 50 छात्रों के प्रवेश के साथ की गई थी। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से संबंधित है। इंदिरा गाँधी मेडिकल कॉलेज राज्य के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को स्वास्थ्य सेवाओं के मानकों के साथ पूरा कर रहा है। आईजीएमसी से अब तक 923 स्नातकोत्तर और 377 डिप्लोमा छात्र पास हो चुके हैं। आईजीएमसी में एमबीबीएस की सीटों को वर्ष 1978 बढ़ाकर 65 किया गया था। अब एमबीबीएस की सीटें 65 से बढ़ाकर 100 कर दी गई हैं। वर्ष 1981 में आईजीएमसी में 16 विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू किए गए थे। अब इन्हें 16 से 20 कर दिया गया है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला को भारत सरकार द्वारा क्षेत्रीय कैंसर केंद्र का दर्जा दिया गया है। आईआईटी मंडी आईआईटी मंडी के स्थाई परिसर के लिए 24 फरवरी 2009 को आधारशिला रखी गई थी। आईआईटी मंडी में बीटेक का पहला बैच वर्ष 2009 में बैठा। वर्ष 2013 में पहला बैच पास आउट हुआ उसके बाद आईआईटी मंडी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। देश भर से छात्र पढ़ाई करने के लिए यहां आ रहे हैं। अपनी स्थापना के बाद से ही यह संस्थान तेजी से प्रगति कर रहा है। आईआईटी मंडी में कई ऐसे पाठ्यक्रम पढ़ाए जा रहे हैं जो वास्तविक समस्याओं को हल करने के लिए सक्षम है। ये संस्थान मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 2008 में प्रौद्योगिकी संस्थान (संशोधन) अधिनियम, 2011 के तहत स्थापित आठ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) में से एक है। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्थापना 22 जुलाई 1970 को हिमाचल प्रदेश की विधान सभा के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। यह राज्य का एकमात्र बहु-संकाय आवासीय और संबद्ध विश्वविद्यालय है जो शहरी, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों को औपचारिक और डिस्टेंस शिक्षा प्रदान करता है। विश्वविद्यालय का मुख्यालय शिमला के सुरम्य उपनगर समर हिल में स्थित है। यह राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद द्वारा एक ग्रेड 'ए' मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय के छात्र खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में राष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन करते आ रहे हैं। हर साल पर्याप्त संख्या में छात्र NET, SET, JRF और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को उत्तीर्ण करते हैं। बागवानी यूनिवर्सिटी हिमाचल डॉ यशवंत सिंह परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय, सोलन की स्थापना 1 दिसंबर 1985 को बागवानी, वानिकी और सम्बंधित विषयों के क्षेत्र में शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और वास्तुकार स्वर्गीय डॉ यशवंत सिंह परमार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को विकसित करने और सुधारने के लिए बागवानी और वानिकी के महत्व को महसूस किया जिसके कारण इस विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। यह विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नौणी में स्थित है। विश्वविद्यालय के चार घटक कॉलेज हैं, जिनमें से दो मुख्य परिसर नौणी में स्थित हैं, एक बागवानी के लिए और दूसरा वानिकी के लिए। तीसरा कॉलेज यानी बागवानी और वानिकी कॉलेज, हमीरपुर जिले के नेरी में नादौन-हमीरपुर राज्य राजमार्ग पर स्थित है। चौथा कॉलेज यानि कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री, थुनाग (मंडी) थुनाग जिला मंडी में स्थित है। इसके अलावा, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पांच क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, 12 सैटेलाइट स्टेशन और पांच कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) स्थित हैं। पालमपुर यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना 1 नवंबर, 1978 को हुई थी। यह आईसीएआर से मान्यता प्राप्त और आईएसओ 9001:2015 प्रमाणित संस्थान है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने इस विश्वविद्यालय को देश के सभी कृषि विश्वविद्यालयों में 14वां स्थान दिया है। विश्वविद्यालय को कृषि और शिक्षा की अन्य संबद्ध शाखाओं में शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रावधान करने के लिए, विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण लोगों के लिए, इस तरह के विज्ञान के अनुसंधान और उपक्रम के विस्तार और अनुसंधान की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए जनादेश दिया गया है। आज राज्य ने पहाड़ी कृषि विविधीकरण के लिए अपना नाम कमाया है और कृषक समुदाय ने विश्वविद्यालय में अपना विश्वास स्थापित किया है।
About Education First : हिमाचल प्रदेश के हजारों छात्र हर वर्ष स्कूली शिक्षा पूर्ण कर विभिन्न कॉलेज - यूनिवर्सिटी में दाखिला लेते है। वहीँ कई छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए, तो कई पीएचडी व उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न यूनिवर्सिटीज का रुख करते है। इनमें से कुछ सरकारी संस्थानों को प्राथमिकता देते है तो कुछ निजी संस्थानों को। कुछ हिमाचल प्रदेश में ही बेहतर ऑप्शन तलाशते है तो कुछ बाहरी राज्यों को तवज्जो देते है। किस संकाय के लिए कौन सा संस्थान बेहतर है, कहाँ रिसर्च सुविधाएँ अन्य के मुकाबले इक्कीस है, कौन से संस्था नियामक आयोग के मापदंडो के अनुसार चल रहे है और कौन नियमो की अवहेलना कर रहे है, एडमिशन लेने से पहले इन तमाम सवालों के जवाब जरूरी है। हिमाचल प्रदेश के ही एक निजी विश्वविधालय में बरसो तक फर्जी डिग्रीयों का गोरखधंधा चलता रहा। अब भी हजारों छात्रों को डिग्री नहीं मिली है जो उक्त विश्वविधालय में अपने जीवन के कीमती वर्ष और पैसा लगा चुके है। वहीँ बीते दिनों ही नियामक आयोग ने कई निजी संस्थानों की मान्यता रद्द की है। न सिर्फ हिमाचल बल्कि देशभर में इस तरह के मामले आम है। ऐसे में सही संसथान का चयन बेहद जरूरी है। हिमाचल प्रदेश सरकार की सोच और प्रयासों की बदौलत कई सरकारी संस्थान ऐसे है जिनका मुकाबला निजी संस्थान नहीं कर पाते। इन संस्थानों की फीस भी जायज है और ये NIRF व अन्य रैंकिंग के मामले में कई निजी संस्थानों से बेहतर है। वहीँ कई निजी संस्थान रिसर्च के क्षेत्र में अच्छा कर रहे है तो कुछ की प्लेसमेंट बेहतर है। कोई संस्थान मैनेजमेंट के लिए ज्यादा उपयुक्त है तो कोई लिटरेचर व फाइन आर्ट्स के लिए। शिक्षा एक व्यक्ति की भविष्य की ही नहीं बल्कि पुरे राष्ट्र के भविष्य की नींव है, ऐसे में सही संस्थान का चयन बेहद आवश्यक है। सही संस्थान के चयन कैसे करे इस बाबत कई बार छात्रों को जानकारी नहीं होती, तो कई बार वे कंफ्यूज होते है कि कौन सा क्षेत्र उनके लिए बेहतर है। छात्रों की इसी दुविधा को हल करने के उद्देश्य से फर्स्ट वर्डिक्ट शुरू करने जा रहा है एक विशेष पहल ' Education First '. Education First में चर्चा होगी विभिन्न शिक्षण संस्थानों की, सरकार के मापदंडो की, नई शिक्षा नीति के बाद खुले अवसरों की, कोशिश रहेगी छात्रों की हर शंका को समाधान हो। यदि आप किसी भी संस्थान में प्रवेश लेने के इच्छुक है या किस संस्थान में प्रवेश ले इसी लेकर दुविधा में है, तो हम एक्सपर्ट्स के जरिये आपको देंगे सही जानकारी। आपको अवगत करवाएंगे सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों से, आपके लिए उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ विकल्पों से। अपनी query अपने नाम, नंबर और जानकारी के साथ हमे मेल करें education@firstverdict.com
एबीवीपी ने सरकार की ओर से नौणी विश्वविद्यालय के भ्रष्ट कुलपति के सेवा विस्तार का कड़ा विरोध किया है। एबीवीपी के इकाई मंत्री मनीष शर्मा ने कहा कि नौणी विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के कुलपति कुछ वर्षों से धांधलियों में लिप्त हैं। नियमों को ताक पर रखकर बैकडोर भर्तियां की गई हैं जो भ्रष्टाचार को दर्शाता है। एबीवीपी ने ऐसे भ्रष्ट कुलपति को सेवा विस्तार न दिए जाने की मांग की थी। अफसोस जहां सरकार को ऐसे भ्रष्ट कुलपति की जांच करवानी चाहिए थी, वहीं पर उसे सेवा विस्तार दिया जा रहा है। इससे पता चलता है कि सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है। एबीवीपी इसका कड़ा विरोध करती है। अब एबीवीपी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी। सरकार अपना फैसला जल्द से जल्द वापस ले वरना उग्र आंदोलन होगा।
बीएल सैंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार का शैक्षणिक सत्र 2022-23 1 अप्रैल से शुरू हो चुका है। इस संबंध पाठशाला के प्रैजीडेंट ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति इस सैशन में लगभग 240 बच्चों की आधी फीस माफ की है। वहीं लगभग 34 बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। निजी स्कूलों में 25 सीटों को नि:शुल्क शिक्षा हेतु आरक्षित करना सुनिश्चित किया है। प्रारम्भिक उप शिक्षा निदेशक सोलन दीवान चंदेल ने बताया कि पहली से आठवीं तक हर निजी स्कूल में 25 सीटों को फ्री एजुकेशन देना जरूरी है। पहली और छठी कक्षा में नि:शुल्क 6-6 सीटों के लिए आवेदन 5 अप्रैल से 8 अप्रैल 2022 तक मांगे गए हैं। इसके लिए बीपीएल प्रमाण पत्र, तहसीलदार की ओर जारी आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, हिमाचली प्रमाण पत्र, एक पासपोर्ट साइज फोटो और पिछली कक्षा का अंक प्राप्त प्रमाण लाना जरूरी होगा। 8 अप्रैल को 11 बजे से 1 बजे सभी आवेदनकर्ता छात्रों की लिखित परीक्षा ली जाएगी। परिणाम के बाद चयनित छात्रों के अभिभावकों को सूचित कर दिया जाएगा। यह शिक्षा आरटीई अधिनियम 2009 के तहत उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसका पूरा लेखा-जोखा प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की देख-रेख में किया जा रहा है।
मनोज शर्मा डीएवी अंबुजा विद्या निकेतन पब्लिक स्कूल दाड़लाघाट में ट्रेनिंग कैंप लगाया। यह कैंप अंबुजा सीमेंट लिमिटेड के सौजन्य से प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर के मार्गदर्शन में करवाया गया। इस दौरान अंबुजा हॉस्पिटल से डॉ. लताशा सिंह ने प्राथमिक उपचार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस कैंप का मकसद जरूरत के समय लोगों को तुरंत प्राथमिक उपचार प्रदान करना है। उन्होंने इमरजैंसी, स्ट्रेचर बनाना, पट्टी बांधना आदि के बारे में बताया।
मनोज शर्मा राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुंदन में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोग्राम करवाया गया। इस दौरान एसएमसी प्रधान नीम चंद ठाकुर, ग्राम पंचायत उपप्रधान मदन लाल शर्मा व विद्यालय प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। स्कूल के प्रांगण में 21 प्रतिभाशाली छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। वहीं इस कार्यक्रम की सफलता के लिए शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों ने अपना पूर्ण सहयोग दिया।
महाविद्यालय सुजानपुर टिहरा में शुक्रवार को वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह करवाया जा रहा है। इस दौरान मेधावी छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। इस महाविद्यालय में हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिला के छात्र पढ़ाई के लिए आते हैं। इस संबंध में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजैव सिंह वन्याल ने जानकारी दी। उन्होंने इस कार्यक्रम में आने के लिए आह्वान किया।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला बजीवण में वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। इस दौरान स्कूल मैनेजमेंट कमेटी ने छात्रों को इनाम बांटे। वहीं मेधावी छात्रों की सराहना की गई और भविष्य में उन्हें और मेहनत करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अध्यापक कामेश्वर वर्मा, शिक्षक शीश राम, विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष गीता, पंचायत सदस्य कुसुम, ईश्वर दत्त शर्मा, विद्यासागर शर्मा, महेंद्र शर्मा, उमेश शर्मा, दिवाकर शर्मा, सचिन शर्मा, प्रणव शर्मा व हेमन्त शर्मा सहित आदि मौजूद रहे।
अटल शिक्षा कुंज कालूझिंडा स्थित आईईसी विश्वविद्यालय के बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) सैल ने एक सैमीनार करवाया। यह सैमीनार हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद (हिमकोस्टे) के सहयोग से करवाया गया। दो दिन तक चला यह सैमीनार बौद्धिक संपदा अधिकार हाल के प्रतिमान विषय पर आधारित रहा। इसमें लगभग 250 प्रतिभागियों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन हिस्सा लिया। इस अवसर पर आईईसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डा. शमीम अहमद ने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य बौद्धिक संपदा के विभिन्न पहलुओं, पेटेंट फाइलिंग प्रक्रिया, कॉपीराइट प्रक्रिया के संबंध में जागरूकता पैदा करना रहा। इस दौरान छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों को एक बेहतर मंच प्रदान करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम दीप प्रज्वन से शुरू हुआ। तकनीकी सत्र में डा. सुरेश कुमार, सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर, फार्मास्युटिकल एंड ड्रग रिसर्च विभाग पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला द्वारा हर्बल उत्पादों के साथ आईपीआर पर विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रमाण पत्रों से संबंधित तकनीकी पहलू पर डा.राहुल तनेजा, वैज्ञानिक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (हरियाणा सरकार) पंचकूला की ओर से जानकारी साझी की गई। वहीं डा.शैलेश शर्मा, प्रो. और निदेशक अमर शहीद बाबा अजीत सिंह जुझार सिंह मेमोरियल कॉलेज ऑफ फार्मेसी, रूपनगर ने कॉपी राइट के संबंध में जागरूक किया। सैमीनार के दूसरे दिन के तकनीकी सैशन में डा. शशि धर समन्वयक एचपी रोगी सूचना केंद्र शिमला हिमकोस्टे द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार आदि पर चर्चा की। ड्रग रेगुलेटरी अप्रूवल विषय पर विपुल कुमार गुप्ता हेड रेगुलेटरी अफेयर्स, रोश प्रॉडक्ट्स, इंडिया प्रा. लिमिटेड नई दिल्ली ने जागरूक किया। वहीं डा. कांकीपति श्रीनिवास राव एसोसिएट प्रोफेसर ऑफ कॉमर्स विवेक वर्धिनी कॉलेज ऑफ आर्ट्स कॉमर्स साइंस एंड पीजी स्टडी (उस्मानिया यूनिवर्सिटी) जंबाग, कोटि हैदराबाद ने व्याख्यान दिया।
राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुंदन में शिक्षा संवाद कार्यक्रम करवाया गया। यह कार्यक्रम स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष अध्यक्ष नीम चंद की अध्यक्षता में करवाया गया। इस दौरान प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर ने संबोधित किया। वहीं प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर ने छठी से आठवीं कक्षा का वार्षिक परिणाम सुनाया। वहीं बेहतर पोजीशन हासिल करने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर नरेंद्र कपिला, अमर सिंह, धनी राम, जितेंद्र, सुरेन्द्र, मुकेश, जय प्रकाश, विनोद, सुमन, रेणुका, अनीता , सुषमा,जागृति, किरण बाला, विजय, रंजना, मंजू, अंजना, संतोष, नीरज, अनीता कौंडल, प्रबंधन समिति के सदस्य मेहर चंद, गीता राम, देवेंद्र, प्रेम भगत आदि मौजूद रहे।
राजकीय माध्यमिक पाठशाला कोलका में चतुर्थ शिक्षा संवाद करवाया गया। इस दौरान छात्रों के वार्षिक परिणाम भी घोषित किए गए। वहीं मेधावी छात्रों को पारितोषिक वितरण भी किया गया। वहीं कोरोना के चलते इस वर्ष ऑनलाइन स्टडी हुई थी। ऑनलाइन स्टडी में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी नवाजा गया। इस दौरान छात्रों कोरोना से बचने के लिए पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन किया था। इसलिए छात्रों को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया गया। इस दौरान अध्यापक और स्टाफ मौजूद रहा।
राजकीय उच्च विद्यालय टिप में सत्र 2021-22 में चतुर्थ शिक्षा संवाद करवाया गया। यह कार्यक्रम मुख्याध्यापक मुख्याध्यापक अजय कुमार आचार्य की अगुवाई में करवाया गया। इस दौरान छठी, सातवीं व आठवीं के छात्रों को नवाजा गया। इसके तहत छठी में शिवांशी प्रथम, हिमांशी, द्वितीय शवेता कुमारी द्वितीय, व तनिशा तृतीय स्थान पर रही। वहीं सातवीं की संगीता प्रथम, मालती राणा द्वितीय और रितेश मेहता तृतीय रहा। आठवीं कक्षा मनीश कुमार प्रथम, अंशिका राणा द्वितीय व सचिन मेहता तृतीय रहा। इन सभी छात्रों को रिपोर्ट कार्ड दिए गए। वहीं आठवीं के छात्रों को एलीमेंट्री पास सर्टिफिकेट व मोमेंटो दिए गए। इन छात्रों को मुख्याध्यापक अजय अजय कुमार आचाय ने सम्मानित किया। इस दौरान स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान बिशंबर दास, विक्रम राणा, संदीप राणा, अनिता कुमारी, रेणू बाला, राकेश कुमार, रशमा राणा, कल्पना देवी आदि मौजूद रहे।
कुनिहार राजकीय आदर्श प्राथमिक पाठशाला में शिक्षा सवांद करवाया गया। पाठशाला में आगामी सत्र 2022-23 में छात्रों को स्वर्ण जयंती ज्ञानोदय श्रेष्ठ विद्यालय के तहत शिक्षा दी जाएगी। इसके तहत अकादमिक शिक्षा के साथ कंप्यूटर और नौनिहालों को खेल-खेल में शिक्षा प्रदान की जाएगी। प्रदेश सरकार निजी पाठशालाओं की तरह ही सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने जा रही है। जिला सोलन में प्राथमिक पाठशाला केंद्र कुनिहार के केंद्राध्यक्ष व एसएमसी अध्यक्ष राजेश शर्मा ने करीब 15 लाख से पाठशाला का कायाकल्प करवाया है। इसके तहत 10 लाख की लागत से एक हॉल, डिजिटल कक्ष बनाए गए हैं। इसी तरह से करीब 5 लाख रुपए खेलकूद, कंप्यूटर लैब, साउंड सिस्टम आदि पर खर्च किए हैं। इसकी अभिभावकों ने प्रशंसा की है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सोलन द्वारा जिला स्तरीय उत्कृष्ट एसएमसी सम्मान मिलने पर भी बधाई दी। एसएमसी अध्यक्ष राजेश शर्मा व विद्यालय केंद्राध्यक्ष रमेश शर्मा को स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने सम्मानित किया था।
-अपवर्ड स्टडी धर्मशाला के 30 से ज्यादा विद्यार्थियों ने उत्तीर्ण की सैनिक स्कूल 2022 प्रतियोगी परीक्षा -विग्नेश ने प्राप्त किए सर्वाधिक 308 अंक अपनी परम्परा को कायम रखते हुए, प्रतिष्ठा को बढ़ाते हुए और इस करोना काल में भी अपना अनुशासन बरकरार रखते हुए धर्मशाला स्थित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की उच्चस्तरीय कोचिंग का पर्याय बन चुके अपवर्ड स्टडी ने वर्ष 2022 की सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में अपनी सफलता की एक और इबारत लिखी है। सैनिक स्कूल में आयोजित सन् 2022 की प्रवेश परीक्षा इस वर्ष 9 जनवरी को एन॰टी॰ ए॰ द्वारा पूरे भारत वर्ष में विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गई थी जिसका परिणाम घोषित किया गया है। इस अवसर पर जहाँ एक ओर सफल हुए सभी बच्चों के घरों पर खुशी का माहौल है वहीं दूसरी ओर अपवर्ड स्टडी में भी सबके चेहरे खुशी से सराबोर है। इससे पहले भी अपवर्ड स्टडी 50 से अधिक छात्रों का चयन सैनिक स्कुल में करवा चुके है। इन्होने उत्तीर्ण की परीक्षा: अपवर्ड स्टडी से इस प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग प्राप्त कर विग्नेश, अनमोल, प्रियांशु, यशश्वी, सूर्या, आदित्य, पुलकित, हर्ष, कनिष्क, अर्नव, प्रांशुल, आदित्य, सरयू, अर्सार्थक, विनायक, आशीविका, कात्यान, अर्धांश, सूर्यांश, अर्नव सोनी, शिवम्, आयुष, सात्विक, अन्वी, प्रिशा, अनन्या, अंशिका, अन्वेषा, नंदनी, अभावया, उदय, अरीशा ने इस बहुप्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण कर जहाँ एक ओर सभी को गौरवान्वित किया है वहीं दूसरी ओर अपने-अपने उज्जवल भविष्य की नींव को और सुदृढ किया है। प्रबंधन ने की छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना : अपवर्ड स्टडी के डारेक्टर ने जानकारी दी कि इस बार 30 से अधिक छात्रों का चयन सैनिक स्कुल के लिए हुए है और इससे पहले भी वह 50 से अधिक छात्रों का चयन करवा चुके है। उन्होंने सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इसी के साथ उन्होंने बताया कि इस बार के परिणाम बहुत अच्छे रहे है।
हिमाचल प्रदेश एक बहुसांस्कृतिक और बहुभाषी राज्य है। सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से कुछ हिंदी और पहाड़ी है। हिमाचल प्रदेश के नौनिहालों को हिमाचल की स्थानीय बोलियों के बारे में जागरूक करने के लिए अब सरकारी स्कूलों में पढ़ाया जायेगा। इसका मकसद विद्यार्थियों को शुरुआत से स्थानीय बोलियों के प्रति जागरूक कर बोलियों को संरक्षित करना है। प्राथमिक स्तर पर नौनिहाल विभिन्न जिलों के प्रचलित शब्दों को जानेंगे। इसके लिए सभी जिलों के शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान ने मैपिंग भी शुरू कर दी है। -बच्चों को मिलेगी हिमाचल संस्कृति कि जानकारी विश्व भर में हिमाचल कि अपनी अलग ही पहचान है यहां कई तरह की बोलियां और लोक संस्कृति हैं। प्रदेश में अब तक नौनिहालों को स्कूलों में अन्य राज्यों का इतिहास पढ़ाया जाता है, जबकि हिमाचल के इतिहास की जानकारी न होने के कारण लोग इसे भूलते जा रहे हैं। इसलिए बच्चों को अगर हिमाचल की स्थानीय लोक संस्कृति और स्थानीय भाषा में पढ़ाया जाएगा तो उन्हें समझने में आसानी रहेगी और पढ़ने के साथ साथ अपनी संस्कृति की भी जानकारी मिलेगी। प्रचलित वस्तुओं और शब्दों को किया जायेगा डिक्शनरी में शामिल : प्राथमिक स्तर पर डाइट जो मैपिंग तैयार करेगा, उसमें लोक संस्कृति पर अधिक फोकस रखा जायेगा। इसमें एक डिक्शनरी तैयार कि जाएगी, जिसमें स्थानीय लोक संस्कृति अधिक रहेगी। डाइट को निर्देश दिए गए हैं कि स्थानीय प्रचलित वस्तुओं और शब्दों को डिक्शनरी में ज्यादा से ज्यादा डालें। जैसे कुल्लू शॉल, चंबा के रूमाल के बारे में बच्चों को पढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। डिक्शनरी तैयार करने के लिए स्थानीय लोगों की मदद भी ली जाएगी। पक्ष : नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में शिक्षण सामग्री में बदलाव करने का प्रयास किया जा रहा है। बच्चों को प्राइमरी से ही स्थानीय लोक संस्कृति और बोली में कुछ पाठ पढ़ाए जाएंगे। इसके लिए डाइट अपने-अपने जिले में मैपिंग कर वहां की डिक्शनरी तैयार करेंगे। जिससे विद्यार्थियों को हिमाचली लोक संस्कृति के बारे में अवगत करवाया जाएगा।
विनायक ठाकुर। ज्वालामुखी कथोग के दिव्यांश धीमान ने पास की सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा। दिव्यांश लॉरेट ग्लोबल स्कूल कथोग में छठी कक्षा में पढ़ता है। दिव्यांश धीमान पढ़ाई में काफी होशियार है। उसने सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा में 238 अंक लेकर स्कूल और अपने क्षेत्र का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया। दिव्यांश दो बार शतरंज में नैशनल भी खेल चुका है। इससे पहले वह नवोदय स्कूल की प्रवेश परीक्षा भी पास कर चुका है। विद्यार्थी विज्ञान मंथन प्रतियोगिता में वो जिला कांगड़ा में प्रथम आया था। उसे किताबें पढ़ना, शतरंज खेलना और कोडिंग करना पसंद है। दिव्यांश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, दादी, ताया-ताई और माता-पिता को दिया। दिव्यांश के परिजन उसकी इस सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं।
क्रान्ति सूद। जोगिंद्रनगर राजीव गांधी स्मारक राजकीय महाविद्यालय जोगिंद्रनगर में सात दिवसीय विशेष शिविर शुभारंभ 6 मार्च, 2022 को हुआ । शिविर का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनीता सिंह ने किया । कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ. पवन कुमार और डॉ. आरती शर्मा ने किया तथा उन्होंने शिविर के दौरान होने वाली गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सात दिवसीय शिविर में सामाजिक कार्यों के साथ-साथ उनके मानसिक तथा शारीरिक विकास संबंधी गतिविधियां भी करवाई जाएगी। इस शिविर में दैनिक रूप से अकादमिक सत्र भी आयोजित होंगे, जिनमें भिन्न-भिन्न विभागों के अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। इस शिविर का शुभारंभ एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा सरस्वती वंदना और एनएसएस के गीत के द्वारा किया गया। इस सात दिवसीय विशेष शिविर में 25 स्वयंसेवी भाग ले रहे हैं। मुख्यातिथि प्राचार्य ने सभी स्वयंसेवकों को इस बीच शिविर के आयोजन के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया प्राचार्य ने छात्रों को एनएसएस के महत्व की जानकारी दी और शिविर के दौरान अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। इस शिविर की थीम "शिक्षित युवा और आत्मनिर्भर भारत" है। शिविर के पहले दिन स्वयंसेवकों के समूह बनाए गए और उनको सप्ताह भर के शिविर की जिम्मेदारी दी गई। स्वयंसेवकों ने पहले दिन कॉलेज कैंपस की साफ सफाई की। शिविर के समय कोविड -19 के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों की कढ़ाई से पालना की गई। इस अवसर पर डॉ धर्मवीर सिंह, विनोद कुमार व नेक राम विशेष रूप से उपस्थित रहे।
सुनील कुमार। मंडी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चौक में सड़क सुरक्षा क्लब द्वारा सड़क सुरक्षा जागरुकता रैली का आयोजन किया। इसमें स्कूली छात्रों ने नारों के माध्यम से स्थानीय जनता को जागरूक किया। इस उपलक्ष्य पर पाठशाला के प्रधानाचार्य प्रेम चंद जसवाल, क्लब के प्रभारी अनंत राम, प्रवक्ता सुरेंद्र ठाकुर, विनोद कुमार व पवन कुमार तथा स्टाफ के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल विश्वविद्यालय शोध समिति ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश किए गए आम बजट में विश्वविद्यालय के सभी शोधार्थियों के लिए 3000 हज़ार रुपए प्रति माह मुख्यमंत्री छात्रवृति योजना के तहत दिया जाएगा। केंद्रीय विश्वविद्यालय की तर्ज पर विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को प्रति माह स्कॉलरशिप योजना शुरू करने की मांग को लेकर विद्यार्थी परिषद शोध समिति पिछले काफी लंबे समय से आंदोलनरत थी। शोध समिति के सयोन्जक रिन्कू कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद करते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शोध समिति की इस मांग को पूरा किया व उन्होंने शोधार्थियों की समस्या को समझा। उन्होंने बताया कि ऐसे हजारों शोधार्थी हैं, जो आर्थिक स्थिति के कारण अपना शोध छोड़ देते हैं, लेकिन आज इस फैसले से तमाम छात्र समुदाय में एक खुशी की लहर देखने को मिल रही है। शोध समिति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला ने तहेदिल से प्रदेश सरकार के इस एतिहासिक फ़ैसले का स्वागत किया।
प्रतिमा राणा। पालमपुर धौलाधार सेवा समिति पालमपुर के सदस्यों द्वारा आज प्राथमिक विद्यालय धरेड़ के विद्यार्थियों को स्वेटर, जूते, जुराबे और अन्य पाठ्य सामग्री वितरित की गई। वितरण का कार्यक्रम समिति के मुख्य संरक्षक ठाकुर रविंद्र सिंह रवि की प्रेरणा एवं दिशा निर्देशन में आयोजित किया गया। समिति के वर्तमान अध्यक्ष इंजीनियर एसके मेहता एवं पूर्व अध्यक्ष शांति स्वरूप शर्मा की उपस्थिति में संपूर्ण किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यापक मिलाप चंद, विद्यालय के सदस्यों एवं ग्राम वासियों ने धौलाधार सेवा समिति के सभी सदस्यों की भारी प्रशंसा स्वागत एवं हार्दिक धन्यवाद किया। विदित है कि इस विद्यालय के बच्चों को कई वर्षों से समिति पाठ्य सामग्री इत्यादि वितरित कर रही है। क्योंकि समिति ने इस विद्यालय को गोद लिया है। इस कार्यक्रम में समिति के महासचिव इंजीनियर ओम प्रकाश, कुलदीप भट्ट, राजेश महाजन, कर्नल श्याम स्वरूप शर्मा, रमेश चंद राणा, राजकुमार चौधरी, रिजुल चौधरी व सुधीर कटोच एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मनाेज शर्मा। दाड़लाघाट राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुंदन में प्रधानाचार्य सरताज सिंह राठौर की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डीपीई धर्म दत्त ने अपने वक्तव्य में बताया कि यह दिवस प्रथम बार 4 मार्च ,1972 को मनाया गया था और इसी दिन नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना की गई थी। यह दिवस हर वर्ष एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का थीम सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करना है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विभिन्न प्रकार की सड़क व उद्योगों के कारखानों में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जाने वाले सुरक्षा के उपायों के बारे में जागरूकता को बढ़ाना है। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रवक्ता नरेंद्र कपिला, राकेश कुमार, धनी राम, अमर सिंह वर्मा, नरेंद्र लाल, विनोद कुमार, नरेंद्र कुमार, धर्म दत्त, सुमन, अनिता कौंडल, प्रवीण कुमार, वीना, मुकेश कुमार, रेखा, विजय कुमार, जागृति, रेणुका, नीलम शुक्ला, सुषमा, किरण बाला, नीलम ठाकुर, मंजू, जितेंद्र चंदेल, रजनीश गर्ग व अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
फर्स्ट वर्डिक्ट। धर्मशाला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने ईसाई मत में जबरन मत परिवर्तन के प्रयास के कारण लावण्या आत्महत्या मामले में जांच पर अपनी रिपोर्ट दी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा जारी जांच रिपोर्ट का स्वागत करती है, जिसमें लावण्या के उत्पीड़न और दुर्व्यवहार को उजागर किया गया है। ज्ञात हो कि अभाविप लंबे समय से तमिलनाडु सरकार के खिलाफ लावण्या के लिए न्याय की मांग कर रही है और शैक्षणिक संस्थानों में जबरन मतांतरण के प्रयासों के खिलाफ लगातार देश भर में आवाज उठा रही है। अभाविप ने एनसीपीसीआर में 17 वर्षीय लावण्या के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उनके आत्महत्या मामले की जल्द से जल्द जांच की मांग की गई थी। इसके बाद एनसीपीसीआर ने जांच प्रक्रिया शुरू की और तमिलनाडु के तंजावुर जिले का दौरा भी किया। एनसीपीसीआर की टीम ने उस स्कूल का दौरा किया जहां लावण्या को प्रताड़ित किया गया और ईसाई मत अपनाने के लिए मजबूर किया गया था। जांच के संचालन से एनसीपीसीआर द्वारा जारी रिपोर्ट में लावण्या के आत्महत्या मामले के संबंध में कई तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है, "नाबालिग को ईसाई मत में परिवर्तित करने के लिए मजबूर किया जा रहा था" और सबूतों को हटाने के लिए अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किए गए विभिन्न तरीकों पर भी प्रकाश डाला गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एनसीपीसीआर द्वारा की गई जांच की सराहना करती है। अभाविप के प्रांत सह मंत्री अभिषेक ने कहा कि लावण्या के लिए अभाविप की लड़ाई के परिणाम आने लगे हैं। नाबालिग लावण्या की आवाज अब अनसुनी नहीं रही और सच्चाई अपना रास्ता तलाश रही है। एनसीपीसीआर ने पूरे मामले को लेकर गंभीर चिंता जताई है। सबूत मिटाने में पुलिस की भूमिका भी सामने आ रही है। शैक्षिक परिसरों में जबरदस्ती मतांतरण के बारे में बहुत कुछ है, जो राष्ट्र को लावण्या के मामले की जांच से पता चल जाएगा।
मनाेज शर्मा। दाड़लाघाट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंडी अर्की में डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथोरिटी सोलन की ओर से संविधान एवं विधि व्यवस्था जागरुकता का व्याख्यान आयोजित किया गया। इस दौरान न्यायालय अर्की से एडवोकेट नीलम शर्मा ने कानून व्यवस्था की महत्ता पर प्रकाश डाला। कानून का प्रयोग, अधिकार कर्तव्य के प्रयोग के विषय में विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि आज कई सबसे बड़ी समस्या युवा वर्ग में फैलता नशा है। इससे युवा वर्ग का भविष्य अंधकारमय हो जाता है। अतः हमें अपने अधिकारों का उपयोग पता होना चाहिए तथा अपने भविष्य को उज्जवल बनाना चाहिए। इनके साथ एडवोकेट माधुरी भी उपस्थित रहीं। प्रधानाचार्य भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि आज का सत्र निश्चित ही छात्रों को संविधान में प्रदत्त अधिकारों की जानकारी एवं प्रयोग समझने की दृष्टि से महत्वपूर्ण था। इसके लिए प्रधानाचार्य ने इस कार्यक्रम के आयोजक डीएलएसए सोलन का आभार व्यक्त किया। विद्यालय में आए अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सम्पूर्ण विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।
मनोज कुमार। कांगड़ा राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में सड़क सुरक्षा के अंतर्गत आज सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनएन शर्मा ने की। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन से किया गया। इस कार्यक्रम में भरत भूषण एसएचओ कांगड़ा को रिसोर्स पर्सन के रूप में आमंत्रित किया गया। एसएचओ भारत भूषण ने विद्यार्थियाें को सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं के विषय में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त दुर्घटनाओं से बचाव, सड़क यातायात नियमों के बारे में बताया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनएन शर्मा ने रोड सेफ्टी के अंतर्गत की गई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य ने रिसोर्स पर्सन भरत भूषण को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में डॉ सुरेंद्र सोनी, डॉ भगवान दास, प्रो. विजय, प्रो. पवन, डॉ प्रीति वाला, डॉ. अश्विनी शर्मा, प्रोफ़ेसर श्रुति, डॉ. स्नेह, प्रो. लेखराज, रोड सेफ्टी के प्रभारी प्रोफ़ेसर सतपाल एवं विद्यार्थी कोविड-19 एसओपी की पालना करते हुए उपस्थित रहे।
मनीष ठाकुर। इंदाैरा ठाकुरद्वारा के प्राइमरी स्कूल में कार्यरत अध्यापक विवेक कुमार शर्मा के पुत्र अर्चित सरोच ने नौवीं कक्षा की ऑल इंडिया सैनिक स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण कर अपने अभिभावकों तथा अपने विद्यालय का नाम रोशन किया है। अर्चित के दादा प्रीतम चंद शिक्षा विभाग में वीपीओ तथा दादी सोमा देवी सीएसटी रिटायर हैं। अर्चित ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने दादा-दादी को दिया है।
छठी कक्षा के लिए 22 तथा कक्षा नवमीं के लिए 7 विद्यार्थी हुए उत्तीर्ण फर्स्ट वर्डिक्ट। घुमारवीं अपनी परंपरा को कायम रखते हुए, प्रतिष्ठा को बढ़ाते हुए और इस करोना काल में भी अपना अनुशासन बरकरार रखते हुए घुमारवीं स्थित गुणात्मक व मात्रात्मक पढ़ाई के लिए मशहूर, मिनर्वा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की उच्च स्तरीय कोचिंग का प्रयाय बन चुके मिनर्वा स्टडी सर्कल ने वर्ष 2022 की सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में अपनी सफलता की एक और इबारत लिखी है। सैनिक स्कूल में कक्षा छठी व कक्षा नवमी के लिए आयोजित 2022 की प्रवेश परीक्षा इस वर्ष 9 जनवरी को एनटीए द्वारा पूरे भारतवर्ष में विभिन्न परीक्षा केंद्राें पर आयोजित की गई थी, जिसका परिणाम सोमवार देर शाम को घोषित किया गया। मिनर्वा संस्थान से इस परीक्षा के लिए पढ़ाई/कोचिंग प्राप्त कर कक्षा छठी के लिए वैदिक शर्मा, पुत्र विनय शर्मा, अभिमन्यु शर्मा, पुत्र अश्वनी शर्मा, अक्षित शर्मा, पुत्र सुभाष चंद, अंतरिक्ष पुत्र नीरज कुमार, आराध्य रत्न भारद्वाज पुत्र राकेश कुमार, आर्यन पराशर पुत्र कमलेंद्र कुमार, अश्विका, पुत्री नवीन कुमार, आयुष जसवाल पुत्र मोहिंद्र सिंह, नंदिनी धीमान पुत्री नरोतम दत्त, रेयांश शर्मा पुत्र विपिन शर्मा, रोहित सूद पुत्र मोहित सूद, सारांश भारद्वाज पुत्र कुलदीप राम, शौर्य शमा पुत्र कपिल शमा, वेदाक्षी शर्मा पुत्री विनोद कुमार, आकाश भंडारी पुत्र अशोक कुमार, तरूण शर्मा पुत्र यशपाल, सोरव कुमार, पुत्र पवन कुमार, अनमोल शर्मा पुत्र मनदीप शर्मा, समीक्षा चौहान पुत्री पवन सिंह, अभिनंदन ठाकुर पुत्र राजेश ठाकुर, आयाशनी पुत्री कमल कुमार तथा वरूण गौतम, पुत्र सतीश कुमार ने ये परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसके साथ कक्षा नवमी के लिए करण राज पटियाल पुत्र राज कुमार पटियाल, आदित्य कशयप पुत्र प्रवीण कुमार, आर्यन कृष्ण शर्मा पुत्र अजय कुमार शर्मा, इशांत जसवाल पुत्र मोहिंद्र सिंह, अंकुश पुत्र आनंद किशोर, विहान पुत्र रेखा कुमारी तथा दिक्षांत कुमार पुत्र राजेश कुमार ने इस बहुप्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण कर जहां एक ओर सभी को गौरवान्वित किया है। वहीं, दूसरी ओर अपने-अपने उज्जवल भविष्य की नींव को और सुदृढ़ किया है। इस अवसर पर जहां एक ओर इन सभी बच्चों के घरों पर खुशी का माहौल है। वहीं, दूसरी ओर मिनर्वा संस्थान में भी सबके चेहरे खुशी से सराबोर है तथा इसी खुशी को जाहिर करते हुए मिनर्वा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा मिनर्वा स्टडी सर्कल के संस्थापक व संयोजक प्रवेश चंदेल तथा मिनर्वा स्टडी सर्कल के मुख्य प्रबंधक राकेश चंदेल ने सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों, उनके माता-पिता, परिवारजनों व संस्थान के सभी अध्यापकों व कर्मचारियों का मिनर्वा में विश्वास जताने और इस उपलब्धि के लिए सभी का धन्यवाद कर सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की। मिनर्वा स्टडी सर्कल के मुख्य प्रबंधक राकेश चंदेल ने बताया इस वर्ष की सैनिक स्कूल परीक्षा के लिए संस्थान जुलाई या अगस्त 2022 से कोचिंग कक्षाएं शुरू करेगा तथा उन्होंने ये भी बताया कि एनटीएससी, क्लैट, जेईई व नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की सुचारू रूप से पढ़ाई के लिए इस वर्ष से मिनर्वा स्टडी सर्किल दस जमा एक के साथ-साथ नवमी तथा दसवीं की कोचिंग भी जमा एक व जमा दो के आधार शुरू कर रहा है, जिसके लिए आजकल संस्थान में पंजीकरण प्रक्रिया जारी है।
-मिनर्वा स्टडी सर्कल घुमारवीं के 25 विद्यार्थियों ने उत्तीर्ण की सैनिक स्कूल 2022 प्रतियोगी परीक्षा -छठी कक्षा के लिए 19 तथा कक्षा नवमीं के लिए 6 विद्यार्थी हुए उत्तीर्ण -कक्षा छः के लिए वैदिक शर्मा 225 अंक व कक्षा नौ के लिए करण राज पटियाल 254 के सर्वाधिक अंक अपनी परम्परा को कायम रखते हुए, प्रतिष्ठा को बढ़ाते हुए और इस करोना काल में भी अपना अनुशासन बरकरार रखते हुए घुमारवीं स्थित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की उच्चस्तरीय कोचिंग का पर्याय बन चुके मिनर्वा स्टडी सर्कल ने वर्ष 2022 की सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में अपनी सफलता की एक और इबारत लिखी है। सैनिक स्कूल में कक्षा छठी व कक्षा नवमी के लिए आयोजित सन् 2022 की प्रवेश परीक्षा इस वर्ष 9 जनवरी को एन॰टी॰ ए॰ द्वारा पूरे भारत वर्ष में विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गई थी जिसका परिणाम सोमवार देर शाम को घोषित किया गया। इस अवसर पर जहाँ एक ओर सफल हुए सभी बच्चों के घरों पर खुशी का माहौल है वहीं दूसरी ओर मिनर्वा संस्थान में भी सबके चेहरे खुशी से सराबोर है। इन्होंने की परीक्षा पास : मिनर्वा स्टडी सर्कल से इस प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग प्राप्त कर कक्षा छठी के लिए वैदिक शर्मा पुत्र श्री विनय शर्मा, अभिमन्यु शर्मा पुत्र श्री अश्वनी शर्मा, अक्षित शर्मा पुत्र श्री सुभाष चन्द, अन्तरिक्ष पुत्र श्री नीरज कुमार, आराध्य रत्न भारद्वाज पुत्र श्री राकेश कुमार, आर्यन पराशर पुत्र श्रीकमलेन्द्र कुमार, अश्विका पुत्री श्री नवीन कुमार, आयुष जसवाल पुत्र श्री मोहिन्दर सिंह, नन्दिनी धीमान पुत्री श्री नरोतम दत्त, रेयांश शर्मा पुत्र श्री विपिन शर्मा, रोहित सूद पुत्र श्री मोहित सूद, सारांश भारद्वाज पुत्र श्री कुलदीप राम, शौर्य शर्मा पुत्र श्री कपिल शर्मा, वेदाक्षी शर्मा पुत्री श्री विनोद कुमार,आकाश भण्ड़ार पुत्र श्री अशोक कुमार, तरूण शर्मा पुत्र श्री यशपाल, सोरव कुमार पुत्र श्री पवन कुमार, अनमोल शर्मा पुत्र श्री मनदीप शर्मा तथा समीक्षा चौहान पुत्री श्री पवन सिंह ने ये परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसके साथ कक्षा नवमी के लिए करण राज पटियाल पुत्र श्री राजकुमार पटियाल, आदित्य कशयप पुत्र श्री प्रवीण कुमार, आर्यन कृष्ण शर्मा पुत्र श्री अजय कुमार शर्मा, इशांत जसवाल पुत्र श्री मोहिन्दर सिंह, अंकुश पुत्र श्री आन्नद किशोर, तथा विहान पुत्र श्रीमति रेखा कुमारी ने इस बहुप्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण कर जहाँ एक ओर सभी को गौरवान्वित किया है वहीं दूसरी ओर अपने-अपने उज्जवल भविष्य की नींव को और सुदृढ किया है। प्रबंधन ने की छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना : मिनर्वा स्टडी सर्कल के संस्थापक व संयोजक प्रवेश चन्देल तथा संस्थान के मुख्य प्रबंधक राकेश चन्देल ने सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों, उनके माता-पिता, परिवारजनों व संस्थान के सभी अध्यापकों/कर्मचारियों का मिनर्वा में विश्वास जताने के लिए आभार जताया तथा सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। जुलाई में शुरू होगी कोचिंग कक्षाएं : मिनर्वा स्टडी सर्कल के मुख्य प्रबंधक राकेश चन्देल ने बताया कि इस वर्ष की सैनिक स्कूल परीक्षा के लिए संस्थान जुलाई या अगस्त 2022 से कोचिंग कक्षाएं शुरू करेगा तथा उन्होंने ये भी बताया कि एन॰टी॰ एस॰सी॰, क्लैट॰, जे॰ई॰ई॰ व नीट॰जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की सुचारू रूप से पढाई के लिए इस साल से मिनर्वा स्टडी सर्कल दस जमा एक के साथ-साथ नवमी तथा दसवीं की कोचिंग भी जमा एक व जमा दो के आधार शुरू कर रहा है जिसके लिए आजकल संस्थान में पंजीकरण प्रक्रिया जारी है।
फर्स्ट वर्डिक्ट। दाड़लाघाट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरयांज में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर का समापन हुआ। समापन समारोह में पंचायत प्रधान सरयांज रमेश ठाकुर मुख्यातिथि रहे, जबकि पंचायत समिति सदस्य रीता ठाकुर व विद्यालय प्रबंधन समिति प्रधान जगदीश शर्मा विशेष अतिथि के रूप उपस्थित रहे। समापन समारोह की अध्यक्षता प्रधानाचार्य प्रेम लाल नेगी ने की। इस दौरान शिविर में स्वयंसेवकों ने एनएसएस प्रभारी दीपक ठाकुर के मार्गदर्शन में एक सुव्यवस्थित दिनचर्या का पालन करते हुए प्रतिदिन सराहनीय कार्य किए। शिविर के दौरान स्वयं सेवकों द्वारा विद्यालय, पंचायत कार्यालय सरयांज, मंदिर परिसर मनोल, बुइला व पट्टा में क्यारियों व रास्तों का निर्माण और रखरखाव किया गया व विशेष सफाई अभियान चलाया गया। इस मौके पर बाड़ादेव मंदिर परिसर में भी क्यारियों का निर्माण व पौधरोपण किया गया। शिविर के दौरान स्वयं सेवकों ने नियमित रूप से योगाभ्यास किया। बौद्धिक सत्र में स्वयं सेवकों को स्वास्थ्य, कैरियर, योग, मोबाइल सदुपयोग, संस्कार व जीवन मूल्यों पर विशेष जानकारी प्रदान की गई। स्वयंसेवक मंजु, दिक्षा देवी, ज्योति त्यागी, उमेश, जीवन व उमेश कुमार को उत्कृष्ट स्वयं सेवक पुरस्कार दिया गया। शिविर को सफल बनाने में गांव सरयांज, बुइला, मनोल व पट्टा के लोगों ने भी सराहनीय योगदान दिया। प्रधानाचार्य प्रेम लाल नेगी, पंचायत प्रधान रमेश ठाकुर, पंचायत समिति सदस्य रीता ठाकुर व विद्यालय प्रबंधन समिति प्रधान जगदीश शर्मा ने एनएसएस प्रभारी दीपक ठाकुर सभी स्वयंसेवकों व समस्त विद्यालय परिवार को इस सात दिवसीय शिविर के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। इस मौके पर विद्यालय सरयांज के अध्यापकों, स्थानीय ग्रामीणों सहित स्वयंसेवक मौजूद रहे।
उद्यांश सूद। लडभड़ोल क्षेत्र के निजी स्कूल भारती ज्ञान पीठ की छात्रा सुरभी और छात्र आदर्श ने सैनिक स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। सुरभी और आदर्श की इस सफलता से उसके माता पिता खुश हैं। वहीं, क्षेत्र में भी खुशी का माहाैल है। सुरभी और आदर्श की इस सफलता पर स्कूल प्रधानाचार्या मोनिका शर्मा ने दोनों बच्चों को बधाई दी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने सुरभी और आदर्श के माता-पिता को भी बधाई देते हुए कहा की भारती ज्ञान पीठ अपने बच्चों को निःशुल्क कोचिंग प्रदान करवाता है। उन्होंने स्कूल के अध्यापकों का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने करोना के दौर में भी बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। वहीं, सुरभी के माता-पिता ने भी स्कूल के अध्यापकों के प्रयास को सराहा है और बेटी की सफलता का श्रेय स्कूल के अध्यापकों को दिया है। आदर्श के माता-पिता ने भी स्कूल प्रबंधन और अध्यापकों को इसकी कामयाबी का श्रेय दिया है। सुरभी और आदर्श भी अपनी इस सफलता से खुश हैं।
मनाक्षी साेनी। हमीरपुर भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही व्यवसायिक शिक्षा में औद्याेगिक भ्रमण विद्यार्थियों को उद्योग एवं अन्य विभागों के कार्य संबंधी वातावरण से अवगत करवाने मे सहायक सिद्ध हो रहा है। इसी कड़ी में रावमा पाठशाला भोटा के 20 विद्यार्थियों ने भारत संचार निगम एक्सचेंज हमीरपुर मे औद्याेगिक भ्रमण किया। जिसमें छात्रों ने स्विचिंग टेक्नोलॉजी, ब्रॉडबैंड एवं फाइबर से संबंधित कार्य की जानकारी ली। बीएसनल के अधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बच्चों को बीएसनल के अलग-अलग कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। इस एक दिवसीय भ्रमण मे स्कूल की व्यवसायिक शिक्षिका इति शर्मा बच्चों के साथ उपस्थित रही। स्कूल प्रधानाचार्या अंजू मल्होत्रा ने कहा कि व्यवसायिक शिक्षा बच्चों के सर्वांगीण विकास तथा भविष्य में रोजगार के अवसर प्राप्त करने मे सहायक सिद्ध हो रही है। इस दिशा में सरकार के प्रयास काफी सराहनीय है।
मनाेज कुमार । कांगड़ा राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत आज निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति विद्यार्थियों में जागृति पैदा करना है। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने निबंध लेखन में सड़क पर होने वाली दुर्घटनाएं, सड़क सुरक्षा नियम एवं दुर्घटनाओं से बचाव के उपायों का उल्लेख किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनएन शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद दिया तथा चार पहिया वाहन सीट बेल्ट लगाकर और दाे पहिया वाहन हेलमेट लगाकर चलाने का संदेश भी दिया। इस प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका में प्रो. विजय कुमार एवं प्रो. श्रुति शर्मा रहे। इस कार्यक्रम में डॉ प्रीति वाला, प्रो. लेखराज, रोड सेफ्टी क्लब के प्रभारी प्रो. सतपाल एवं विद्यार्थी कोविड-19 एसओपी की पालना करते हुए उपस्थित रहे।
अंग्रेजी व विज्ञान-गणित के रिक्त सैकड़ों पदों पर नवीन चयनसूचि जारी करने की रखी मांग फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला एसएलपी वापसी के बाद भी रीट भर्ती 2016 में रिक्त पड़े सैकड़ों पदों पर नवीन चयनसूचि जारी कर नियुक्ति देने की मांग जोर पकड़ने लगी है। मंगलवार को वर्षों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे दर्जनों बेरोजगारों ने जयपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस बाबत लिखित ज्ञापन सौंपा। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत की अगवाई में पीड़ित अभ्यर्थियों ने उक्त भर्ती के मामले में एसएलपी वापस लेने के ऐतिहासिक निर्णय पर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। साथ ही सरकार के उक्त कदम के बाद भी रिक्त पड़े सैकड़ों पदों पर नवीन सूचि जारी कर वर्षों से भटक रहे पात्र बेरोजगारों के लिए नई सूचि जारी कर यथाशीघ्र नियुक्ति दिलवाने हेतु लिखित ज्ञापन सौंपा। बेरोजगारों ने ज्ञापन की मार्फत सीएम को अवगत करवाया कि वर्तमान में उक्त भर्ती में अंग्रेजी व विज्ञान-गणित के करीब 600 पद रिक्त हैं। इसलिए नई चयनसूचि जारी कर सरकार के एसएलपी वापसी के ऐतिहासिक कदम को सार्थक साबित करते हुए बेरोजगारों को यथाशीघ्र नियुक्ति दिलवाई जाए। मुख्यमंत्री ने उपस्थित प्रतिनिधिमंडल को मामले में सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। बेरोजगारों के दल में सोना टेलर, पूनम शेखावत, रिछपाल दून, रवि, अल्का, राजीव शर्मा, राकेश शर्मा, सुभाष यादव, दिनेश ओलान, देवेंद्र चाहर व पुरुषोत्तम वर्मा सहित दर्जनों अभ्यर्थी शामिल रहे। क्यों अटका है मामला रीट भर्ती-2016 वर्षों से लंबित है। गत वर्ष राजस्थान सरकार ने बेरोजगार हित में सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी वापस लेकर रिक्त पदों को भरने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया था, लेकिन निदेशालय ने बिना कागजात सत्यापन किए ही अस्थायी चयनसूचि जारी कर मामले से पल्ला झाड़ लिया था। कागजात सत्यापन के दौरान अंग्रेजी व विज्ञान-गणित के करीब 600 अभ्यर्थी अपात्र व अनुपस्थित पाए गए हैं, जिससे अस्थायी सूचि में से करीब आधे पद रिक्त रह गए हैं।
फर्स्ट वर्डिक्ट। दाड़लाघाट राजकीय प्राथमिक पाठशाला ग्याणा में शिक्षा संवाद व विद्यालय का सहारा समुदाय हमारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस दौरान विद्यालय प्रभारी ज्योति महाजन ने विद्यालयों के कार्यों, विद्यार्थियों का शिक्षण स्तर तथा एनईपी-2020 के अंतर्गत एफएलएन तथा निपुण भारत और निपुण हिमाचल के लक्ष्यों के बारे सभी के साथ चर्चा की, जबकि विद्यालय में सीखने कि प्रक्रिया प्रभावी बनाने तथा बच्चों का सर्वांगीण विकास करने बारे चर्चा की गई। ज्योति महाजन ने बताया कि शिक्षा संवाद के दौरान मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षा के लिए बच्चों की तैयारी करवाने के लिए अभिभावकों से आग्रह किया। इस अवसर पर प्रबंधन कमेटी के प्रधान राकेश, आशु, शर्मिला, नेकराम, मस्त राम, धनीराम सहित विद्यालय के एसएमसी कमेटी के सदस्य व अभिभावक सहित अन्य मौजूद रहे।
रंजीत सिंह। कुनिहार इग्नू स्पेशल स्टडी सेंटर कुनिहार में जुलाई सत्र-2021 के छात्रों के लिए परिचय सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में इग्नू स्पेशल स्टडी सेंटर कुनिहार के कॉर्डिनेटर डॉ रोशन लाल शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। डॉ रोशन लाल शर्मा ने इग्नू से जुड़े सभी नए छात्रों को उनके सभी पाठ्यक्रमों संबंधी विस्तृत व महतवपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई। साथ ही उन्होंने स्पेशल स्टडी सेंटर के बारे जानकारी देते हुए बताया कि कुनिहार में यह सेंटर 8 वर्षों से कार्य कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और दूरवर्ती माध्यम से गुणात्मक शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस परिचय सभा मे सभी नए छात्रों का स्वागत कर उनके द्वारा पूछे प्रश्नों का निदान किया गया। काउंसलरों द्वारा छात्रों के विषयों से जुड़ी समस्याओं का समाधान भी किया गया। साथ ही छात्रों को सत्रीय कार्यक्रम व परिक्षा फार्म व असाइनमेंट आदि जानकारियों से अवगत करवाया गया। समन्वयक ने बताया कि हर रविवार को काउंसलरों द्वारा पाठ्यक्रमों सम्बन्धी जानकारी प्रदान की जाएगी। इस बैठक में सुरेंद्र कुमार, अंजना ठाकुर, वीना कुमारी व चंद्रकांता आदि शामिल रहे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शाहपुर रैत शिक्षा खंड के दो अध्यापक ओम प्रकाश केंद्र मुख्य शिक्षक केंद्र सलावना व पवन धीमान मुख्य शिक्षक राजकीय प्राथमिक पाठशाला अंनसुई से सेवानिवृत्त हुए हैं। पवन धीमान ने कुल 26 वर्ष 6 महीने शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दी। ओम प्रकाश ने कुल सेवा 33 वर्ष 10 महीने शिक्षा विभाग में सेवाएं दी। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश पठानिया, प्रीतम ठाकुर ने दोनों अध्यापको को शुभकामनाएं दी। प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा आयोजित विदाई समारोह में शिक्षक संघ द्वारा दोनों अध्यापकों को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर खंड प्रधान राजीव शर्मा और महासचिव पंकज मनकोटिया ने दोनों अध्यापकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक का देश निर्माण में बहुमूल्य योगदान रहता है और शिक्षक संघ ने दोनों अध्यापकों के योगदान को खूब सराहा। इस अवसर पर बीआरसीसी सुनील धीमान, केंद्र मुख्य शिक्षक अरविंद धीमान, विजय कुमार, मिंटो देवी, निशा कुमारी, उर्मिला देवी, जगीर सिंह व सतनाम कौर और अलग सेंटर के अध्यापक शामिल रहे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। दाड़लाघाट हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ संगठनात्मक जिला दाड़लाघाट का कर्तव्य बोध कार्यक्रम राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सरयांज में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि प्रांत उपाध्यक्ष नरेंद्र कपिल रहे। इस दौरान जिला संगठन मंत्री अमर देव ने मंच संचालन करते हुए सर्वप्रथम समस्त उपस्थित शिक्षकों का परिचय मुख्यातिथि को करवाया। उसके पश्चात प्रमुख उद्बोधन के लिए आए नरेंद्र कपिल ने कर्तव्य बोध विषय पर अपने विचारों से सभी उपस्थित अध्यापकों व विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कर्तव्य को परिभाषित करते हुए कहा कि एक शिक्षक का बच्चों के प्रति कर्तव्य बच्चों का शिक्षकों के प्रति कर्तव्य हमारा अपने परिवार के प्रति तथा समाज के प्रति क्या कर्तव्य है। बड़े ही सहज व सुंदर ढंग से कई प्रेरक उदाहरणों की सहायता से समझाया। उन्होंने बच्चों को भी उनके कर्तव्यों का बोध करवाया। अध्यापकों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का एक महत्वपूर्ण भाग है, उसे यूं ही राष्ट्र निर्माता नहीं कहते, उसे अपनी उत्तरदायित्व को समझना होगा तथा ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए समाज को एक नई दिशा देनी होगी, तभी समाज भी शिक्षकों का सम्मान करेगा। उन्होंने अपने संघ के उद्देश्य को परिभाषित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ जो कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की प्रेरणा से कार्य करता है। यह एक ऐसा संगठन है, जो न केवल शिक्षक हित की बात करता है, बल्कि एक ऐसी शिक्षा व्यवस्था की बात करता है, जो राष्ट्र के हित में हो, शिक्षक भी शिक्षा के हित में हो। वे अपना कर्तव्य समझें, तभी समाज भी शिक्षक के हित में रहेगा। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष व प्रधानाचार्य सरयांज प्रेमलाल नेगी, जिला मंत्री प्रदीप चंदेल, मीडिया प्रभारी भीम सिंह, कार्यकारिणी सदस्य रमेश ठाकुर, डॉक्टर मुक्तेश, देवी सिंह, पुष्पेंद्र कुमार, केशव वर्मा, अमर सिंह, वीरेंद्र कुमार, दीपक ठाकुर, सरोज व कक्षा 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
मनोज कुमार। कांगड़ा राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग और स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने इन प्रतियोगिताओं में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागृति पैदा करना है। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा को दर्शाते हुए चित्रकारी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। इसी कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा से संबंधित नारे लिखकर छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनएन शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद दिया। इन प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल की भूमिका में डॉ सुरेंद्र सोनी, डॉ भगवान दास एवं डॉ अश्विनी शर्मा रहे। इस कार्यक्रम में डॉ प्रीति वाला, प्रोफ़ेसर लेखराज, रोड सेफ्टी क्लब के प्रभारी प्रोफेसर सतपाल एवं विद्यार्थी कोविड 19 एसओपी की पालना करते हुए उपस्थित रहे। वहीं, चित्रकारी प्रतियोगिता सात्विक शर्मा प्रथम, पस्थान काजल द्वितीय स्थान, बनिता तृतीय स्थान पर रही। इसी प्रकार पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में कामना देवी प्रथम स्थान, रजत कुमार द्वितीय स्थान, ज्योति एवं अंकिता तृतीय स्थान पर, नारा लेखन प्रतियोगिता बनिता प्रथम स्थान, ज्योति द्वितीय स्थान व अंकिता तृतीय स्थान पर रही।
डाडा सीबा के 25 वर्षीय आशीष भाटिया ने यूजीसी नेट परीक्षा पास करके क्षेत्र में अपने रिजल्ट का लोहा मनवाया है। आशीष भाटिया ने बताया कि हाल ही में उनका यह रिजल्ट आया जिसमें वह पास हुए हैं। आशीष भाटिया ने अपनी 10वीं एवं 12वीं की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डाडा सीबा से की है। वहीं ग्रेजुएशन की पढ़ाई ढलियारा कॉलेज से की है। इस परीक्षा को पास करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की जिसकी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता धर्म चन्द और माता चम्पा देवी को दिया है। 25 वर्षीय आशीष की इस सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ उठी है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पलौहड़ा की वोकेशनल टीम का तीन दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हो गया। इसके तहत वोकेशनल विषय के विद्यार्थियों ने टूर गाइड बनने के अलावा, टेलीकॉम, फूड प्रेपरेशन और संचार प्रक्रिया की बारीकियां जानी। स्कूल प्रधानाचार्य मोहिंद्र पठानिया ने बताया कि वोकेशनल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूल में कंप्यूटर शिक्षा के साथ टूरिज्म एवं कम्युनिकेशन विषय की पढ़ाई भी करवाई जाती है। वहीं, टूरिज्म प्रवक्ता सुनील शर्मा और कम्युनिकेशन प्रवक्ता गोविंद लाबरा का कहना है कि स्कूल में बच्चों का स्किल डिवेल्पमेंट पर विशेष लेक्चर आयोजित करवाए जाते हैं। बच्चों को व्यवसायिक क्रम से जोड़ने के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम से जोड़ा गया और इन बच्चों को जवाली के ही बीएम होटल ले जाकर खाना बनाने से लेकर परोसन तक की कला से अवगत करवाया गया। इसके अलावा ऑपटिकल फाइवर की जानकारी भी बच्चों को दी गई। इस मौके पर कंपनी संचालक अजय कुमार और नीरज गुलेरिया ने भी बच्चों को टूर प्रबंधन व कम्युनिकेशन की जानकारी दी।
वाणिज्य एवं प्रबंधन समिति एवं अर्थशास्त्र विभाग द्वारा किया गया कार्यक्रम मनाेज कुमार। कांगड़ा अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में 'केंद्रीय बजट 2022- 23' पर सेमिनार का आयोजन वाणिज्य एवं प्रबंधन समिति एवं अर्थशास्त्र विभाग द्वारा किया गया। सेमिनार का शुभारंभ करते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एनएन शर्मा ने मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए छात्रों को इस प्रतियोगी युग में उनके सर्वांगीण विकास हेतु इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन को मील पत्थर बताया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि डॉ मंजीत सिंह, सहायक प्रोफेसर गवर्नमेंट कॉलेज नगरोटा बगवां थे। इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय बजट के सभी पक्षों सामाजिक, आर्थिक और विकास के लिए केंद्र सरकार की दूरदर्शिता से अभिहित करवाया। इस अवसर पर उन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर प्रणाली पर विस्तृत व्याख्यान दिया और बताया कि किन-किन तरीकों से सरकार को राजस्व आय होने की संभावना है। इस अवसर पर बी.कॉम के छात्र राहुल ने बजट के विभिन्न बिंदुओं पर अपने विचार रखे, प्राचार्य डॉ एनएन शर्मा ने छात्र की सराहना करते हुए राहुल को बेस्ट ओरेटर अवार्ड से सम्मानित कर प्रेरणा संदेश दिया तथा आह्वान किया की छात्र-छात्राओं को अपने संसाधनों के अनुरूप व्यावहारिक होते हुए पूर्ण लगन के साथ कृत संकल्प होकर अपने उद्देश्य की प्राप्ति हेतु कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। मंच संचालन एवं कार्यक्रम का संयोजन डॉ स्नेह लता ने किया। सेमिनार के मुख्य संयोजक डॉ. भगवान दास तथा सह संयोजक प्रोफेसर पवन धीमान तथा सभी प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।
मनाेज कुमार। कांगड़ा राजकीय महाविद्यालय मटौर में सड़क सुरक्षा एवं यातायात संकेतों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए महाविद्यालय के सड़क सुरक्षा क्लब ने आज महाविद्यालय में पोस्टर मेकिंग एवं नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में बड़े ही उत्साह के साथ भाग लिया। सड़क सुरक्षा क्लब के संयोजक डॉक्टर प्रवेश गिल ने इस अवसर पर सड़क का प्रयोग करने वाले वाहन चालकों, पैदल यात्रियों व अन्य वाहनों के संबंध में विस्तार से बताया। राहगीरों चालक राहगीरों के कर्तव्य ओवर स्पीड, ओवरलोडिंग व टिप्पलिंग आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस गतिविधि में महाविद्यालय के लगभग 50 विद्यार्थियों ने पोस्टर मेकिंग और नारा लेखन में भाग लिया। इसमें पोस्टर मेकिंग में शालिनी बीए तृतीय ने प्रथम, अमृता बीकॉम द्वितीय, तुषार बीकॉम तृतीय स्थान पर रहे। वहीं, नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सूरज बीए दो, द्वितीय स्थान पायल बीकॉम दो व तृतीय स्थान सुरेंद्र बीकॉम तीन विजेता रहे।
यूजी एवं पीजी परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि आगे बढ़ाने की उठाई मांग फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने शनिवार विभिन्न छात्र मांगों को लेकर परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन सौंपा। विद्यार्थी परिषद ने ज्ञापन के द्वारा प्रशासन से मांग कि छात्रों से संबंधित इस मांग को प्रशासन जल्द पूरा करें। इकाई अध्यक्ष आकाश नेगी ने बताया कि आज विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता अपनी मांग को लेकर परीक्षा नियंत्रक से मिले। अपनी मांग को लेकर आकाश ने कहा कि आजकल विश्वविद्यालय में फाइनल एग्जाम के ऑनलाइन फॉर्म भरने का दौर चला है, लेकिन हम देखते हैं कि अभी भी सैकड़ों छात्रों की लॉगिंन आईडी अभी तक नहीं खुल रही है, जो कि प्रशासन की खामियों को दर्शाती है। लॉगिंन आईडी नहीं खुलने के कारण छात्र अपने एग्जाम फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। इसमें तकनीकी खामियां होने के कारण इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता है, जो कि छात्रों के साथ सरासर अन्याय है। आकाश ने कहा कि प्रशासन दो बार परीक्षा फॉर्म भरने की तिथियों को आगे बढ़ा चुका है, लेकिन अभी भी बहुत से छात्रों की लॉगिंन आईडी खुल नहीं रही है, जिसके कारण छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसीलिए विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि जो कि 19 फरवरी है, उसे आगे बढ़ा दिया जाए, ताकि सभी विद्यार्थी अपना परीक्षा फॉर्म भर पाए। आकाश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द उनकी इन मांगों को पूरा करेगा। साथ ही साथ उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए भी कहा कि अगर जल्द से जल्द इन छात्र मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो आने वाले समय में प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ेगा, जिसके लिए प्रशासन स्वंय जिम्मेदार होगा।
मनाेज शर्मा। दाड़लाघाट अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन प्राइवेट आईटीआई दाड़लाघाट में वित्तीय साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन यूको बैंक दाड़लाघाट के प्रबंधक गौरव शर्मा ने अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन प्राइवेट आईटीआई में करवाया। इसी दौरान महेश, मदन एसएलसी ऑफिसर ने प्रशिक्षणार्थियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की दुर्घटना बीमा पॉलिसी के बारे में जागरूक किया तथा एक सफल उद्यमी बनने के लिए सरकार को बहुत-सी योजनाओं के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के वित्तीय विषय डिजिटल चुनो सुरक्षा के साथ इस कार्यक्रम में भरत आनंद एजीएम आरबीआई ने भारतीय रिजर्व बैंक प्रत्येक वर्ष चुनिंदा महत्वपूर्ण वित्तीय विषय के बारे में आम जनता को जागरूक करता आ रहा है। इसी कड़ी में इस बार सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग जिसमे यूपीआई, नेट बैंकिंग और एटीएम के माध्यम से सुरक्षित वित्तीय लेन-देन किया जाता है।अंत में संस्थान के प्रधानाचार्य राजेश कुमार शर्मा ने कार्यक्रम में आए मेहमानों का उनके द्वारा बताए की जानकारी के लिए संस्थान की ओर से धन्यवाद किया। कार्यक्रम में संस्थान के 70 प्रशिक्षणार्थियों और प्रशिक्षकों ने भाग लिया।
रंजीत सिंह। कुनिहार छात्र विद्यालय कुनिहार की प्रबंधन समिति का प्रतिनिधिमंडल वीरवार को समिति अध्यक्ष रणजीत सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में विद्यालय की समस्याओं व मांगों को लेकर शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप से मिला। उन्हाेंने सांसद को विद्यालय की समस्याओं से अवगत करवाकर एक मांग पत्र दिया, जिसमें विद्यालय के कार्यों को फंड उपलब्ध करवाने की मांग की गई। सांसद ने प्रबंधन समिति को आश्वस्त करते हुए शीघ्र ही फंड की व्यवस्था करवाने का आस्वासन दिया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रतन सिंह पाल, मंडल अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, विद्यालय प्रधानचार्य बीएस ठाकुर व समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे।