आजकल कोई झड़ते बालों से परेशान है, तो किसी के बाल ही नहीं बढ़ते। वहीं कुछ लोग असमय सफेद होते बालों से परेशान हैं। कोई बालों की डॉयनेस से तंग है टी कोई डैंड्रफ से। बालों को लेकर हर किसी की अपनी-अपनी परेशानी है। लेकिन इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता बस कुछ सिंपल स्टेप्स फॉलो कर के। सही प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करे : बालो मे कोई प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने से पहले उसका क्वालिटी का जाँच कर ले और सिर्फ़ अच्छे प्रॉडक्ट ही इस्तेमाल करने से नही चलेगा सही देखभाल भी ज़रूरी हैं। कई बार ग़लत प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने से बाल खराब, रूखे, और सफेद हो जाते हैं। इसलिए बालो पे केमिकल प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने से अच्छा नॅचुरल प्रॉडक्ट ही इस्तेमाल करे। सही आहार : अच्छे प्रॉडक्ट के साथ-साथ अच्छे आहार पे भी ध्यान देना होगा। उपयुक्त आहार सेवन करने से बालो को सभी पोशाक तत्व मिल जाते हैं। आहार मे आप गाजर, मछली का समावेश कर सकते हैं। खाने मे सभी चीज़ो का होना ज़रूरी हैं, विटामिन, प्रोटीन, ग्रावि वाली सब्जी। बालो मे तेल मसाज करे : बालो पे तेल का मसाज करना बहुत ही उपयोक्त हैं। अब सबसे बड़ी कन्फुजन रहता है की कॉन्सा तेल का इस्तेमाल करे क्यूंकी मार्केट मे बहुत सारे तेल मिलते हैं। तो मैं आपको बताता हूँ आप नॅचुरल तेल का इस्तेमाल करे, आप नारियल का तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं ये बहुत ही फ़ायदेमंद हैं। इससे आपके बाल मे रूखापन ख़तम हो जाएगा, और बाल रेशमी दिखने लगेंगे। टेंसन मे न रहे : बाल लंबा ना होने का एक मुख्य कारण टेंसन भी है, अगर आपको हाइपर टेंसन रहता है तो आपके बाल ज़्यादा झड़ते है, जिससे आपका बाल पतला ओर छोटा हो जाते है। कंघी ध्यान पूर्वक करे : बहुत बारीक कंघी का इस्तेमाल ना करे, क्यों की उसके इस्तेमाल से आपके बाल फँस जाते है और ज़्यादा झड़ते है। इसलिए खुले हुए यानी ब्रश जैसे कंघी का प्रयोग करे उससे आपके बाल कंघी मे कम फसेंगे ओर उन्हे हालता सा मसाज भी मिल जाता है। अच्छे कंडीशनर इस्तेमाल करे : हर बार शॅमपू करने के बाद अपने बाल अच्छे कंडीशनर से धोए। ताकि आपके बालो की मजबूती और चमक बनी रहे। नॅचुरल शॅमपू का इस्तेमाल : आपको हुमेशा शॅमपू खरीदने से पहले ये देख लेना चाहिए की उसमे केमिकल ना हों, यानी सस्ते शॅमपू को ना ले, बल्कि महेंगे ओर अच्छे ब्रांड का ही ले। अपने बालों को बाहरी नुकसान से बचाए : धूप में, पूल में, या सुबह के यातायत के समय, यदि आप बालों की सुरक्षा नहीं कर रहें है तो इससे बालों को नुकसान पहुंच सकता है। अपने बालों को सुरक्षित रखने के लिए उसी तरह से जागरूक रहें- जिस तरह की आप अपनी त्वचा के लिए रहते हैं- ऐसा करने से बाल लंबे समय तक घने बने रहेंगे। यदि आप ज्यादा देर तक धूप के संपर्क में रहने वाले हैं, तो हैट पहने, इस तरह से आपके बाल रूखे नहीं होंगे और झड़ेंगे भी नहीं। पूल में स्विम कैप पहने जिससे की क्लोरीन से आपके बालों को नुकसान न पहुंचे। प्रदूषण वाली जगह पर ज्यादा देर तक न रहें। यदि आपको ट्रैफिक में चलना पड रहा है, तो हैट या स्कार्फ पहने।
सरसों के तेल से खाना बनाना स्वस्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। लेकिन आप शायद ही जानते होंगे की सरसों का तेल सर्दियों में ब्यूटी एजेंट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सरसों के तेल के कई फायदे हैं। उन में से कुछ फायदे नीचे दिए गए हैं : 1. ठंड में स्किन को डीप क्लीन करने के लिए इससे बेहतर क्लेंजर नहीं है। मेकअप रिमूवर की तरह भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। 2. यह दांतों को साफ करने वाला नैचुरल एजेंट भी है। नींबू के रस और नमक के साथ मस्टर्ड ऑइल मिक्स करके दांतों पर मालिश करने से दातों में शाइन और मजबूती आती है। 3. ठंड के मौसम में ड्राय और पैची स्किन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो सुबह फेस वॉश करने से पहले ही मस्टर्ड ऑइल की कुछ बूंदों से चेहरे की मसाज कर लें। दिनभर स्किन मॉइश्चुराइज्ड रहेगी और ग्लो भी बना रहेगा। 4. चेहरे पर एक्ने और रैशेज हैं तो मस्टर्ड ऑइल की कुछ बूंदें लेकर 10 से 15 मिनट तक मसाज करने से स्किन हेल्दी बनी रहेगी और ग्लो भी करेगी। इस तेल में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ भी होती हैं, जिससे स्किन साफ रहती है। ठंड के दिनों में मस्टर्ड ऑइल की मसाज से स्किन पर मौजूद डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन कम होता है। 5. ठंड के मौसम में हर हफ्ते बालों में मस्टर्ड ऑइल की वॉर्म मसाज करने से बाल झड़ना और फ्रिज़ी हेयर की समस्या काफी हद तक थम जाती है।
The animal trials of Indian Covid19 vaccine ‘COVAXIN’ are successful. The Hyderabad based firm Bharat Biotech announced promising results of tests seen in monkeys given COVAXIN vaccine. The vaccine promises to have a good response to the immune system. The vaccine has now reached the phase 1/2 trials and is now ready for clinical trials. The volunteers have been selected for the clinical trials and the trial will begin AIIMS (Patna). Eighteen volunteers at AIIMS Patna will undergo these checkups before being trialed with the vaccine dosage. Worldwide, a total of 155 vaccines are in different stages of development, of which 22 have reached human trial stage, with Bharat Biotech’s COVAXIN being one among them.
कहते हैं कि बीड़ी सिगरेट का धुआं इसे पीने वालों को तो नुक्सान पहुंचाता ही है बल्कि न पीने वालों के लिए भी नुकसान दायक होता है। वहीं सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करने वालों को प्रतिबंधित कर रखा है। लेकिन लोग प्रतिबंधित स्थानों पर सरेआम धुंए के छल्ले उड़ा रहे हैं। कुनिहार के नये व पुराने बस अड्डे, कुनिहार बाज़ार, वर्षा शालिकाओं सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लोग बीड़ी व सिगरेट पीते अकसर देखे जा सकते है। इन बीड़ी सिगरेट पीने वालों से, इसे न पीने वाले खासकर महिला वर्ग खासा परेशान होता है। सार्वजनिक स्थानों पर बीड़ी सिगरेट पीने की वजह से उड़ रहे धुंए से बचने के लिए लोगो को अपना मुँह ढकना पड़ता है या उस स्थान को ही छोड़ना पड़ता है। क्षेत्र के लोगों राधा रमन शर्मा,प्रवीण, अनिल,महेंद्र,अंजली देवी,शांति देवी,रमा ठाकुर,सीमा, अनुराधा,विजय सिंह,राजेश का कहना है कि ऐसे लोग जो सार्वजनिक स्थानों पर सरेआम बीड़ी सिगरेट पीते है के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऐसे लोगों पर कड़ी नज़र रखकर लोगों को आ रही समस्या से निजात दिलाई जाए। थाना कुनिहार ए एस आई पूर्ण चन्द ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करने वालों पर खास नज़र रखी जाएगी व स्पॉट पर ही इनके चलान काटे जाएंगे व इन्हे भविष्य में सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग न करने की चेतावनी दी जाएगी।
प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे मादक पदार्थ एवं मदिरा व्यसन पर रोक अभियान के अन्तर्गत आज यहां भाषा एवं संस्कृति विभाग सोलन द्वारा नशा निवारण पर भाषण एवं नारा लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिला के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने नशे से होने वाली हानियों व नशे के पीडि़तों के लक्षण व बचाव के संबंध में भाषण व नारा लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला भाषा अधिकारी कान्ता नेगी ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन का उद्देश्य युवाओं को नशे जैसी बुराई से दूर रखना है। उन्होंने कहा कि युवाओं के कलात्मक गतिविधियों में भाग लेने से जहां उनका कलात्मक कौशल निखर कर सामने आएगा वहीं उन्हें समाज में जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि युवा दृढ़ संकल्प व इच्छा शक्ति से नशे जैसी दुष्प्रवृति से छुटकारा पा सकते हैं। भाषण प्रतियोगिता में गीता आदर्श विद्यालय सोलन के सौरभ प्रथम, राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के अजय द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गौड़ा की महक कंवर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नारा लेखन प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गौड़ा की महक कंवर पहले, राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के चंद्रशेखर दूसरे तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गौड़ा की मानसी कंवर तीसरे स्थान पर रहीं। राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के नवीन को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के मध्यम वर्ग में राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के सागर दीप्टा प्रथम, इसी पाठशाला के अमन द्वितीय तथा राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन की खुशी यादव तृतीय स्थान पर रही। सरस्वती विद्या मंदिर सोलन की सोनाली को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। नशा निवारण अभियान के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, ग्राम पंचायतों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 877 प्रतिभागियों को नशे से होने वाली हानियों व इससे बचाव के संबंध में जागरूक किया गया। शूलिनी विश्वविद्यालय के रेड रिबन क्लब में 10, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में 150, धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत जाबली में 130, ग्राम पंचायत दियोठी में 70, चिकित्सा खंड अर्की की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नवगांव में 68, चिकित्सा खंड चंडी के अंतर्गत ग्राम पंचायत नालका में 60, आंगनबाड़ी केंद्र लोअर बटेड़ में 20, चिकित्सा खंड सायरी के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में 50, धर्मपुर के राजकीय महाविद्यालय में 225, चिकित्सा खंड अर्की के आंगनबाड़ी केंद्र भूमती में 29, चिकित्सा खंड चंडी के आंगनबाड़ी केंद्र बटेड़ में 50 तथा चिकित्सा खंड सायरी के आंगनबाड़ी केंद्र दाउंटी में 15 प्रतिभागियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया गया। नशा निवारण अभियान के तहत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में भी 86 प्रशिक्षुओं को नशे से होने वाली हानियों व इसके बचाव के बारे में अवगत करवाया गया।
उप पुलिस अधीक्षक परवाणू योगेश रोल्टा ने कहा कि नशा एक ऐसी दुष्प्रवृति है जो युवा शक्ति को धीरे-धीरे खोखला कर रही है। योगेश रोल्टा सोलन जिला के धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत जाबली में नेहरू युवा केंद्र सोलन द्वारा मादक पदार्थ एवं मदिरा व्यसन पर रोक अभियान के अंतर्गत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के नशों के सेवन से युवा जहां इसके आदी बनते जा रहे हैं वहीं देश का भविष्य भी अक्षम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन द्वारा नशा निवारण को लेकर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की सफलता तभी सिद्ध हो सकती है जब युवा यह प्रण लें कि वे कभी नशा नहीं करेंगे और नशा बेचने वालों की सूचना पुलिस को देंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को नशे के सौदागरों की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है। पुलिस द्वारा हिमाचल ड्रग फ्री ऐप आरंभ की गई है। कोई भी व्यक्ति इस ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करके नशे के सौदागरों की जानकारी पुलिस को दे सकता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया इस ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करें और इसका प्रयोग करें। ग्राम पंचायत जाबली के प्रधान डीसी धीमान ने इस अवसर पर कहा कि युवाओं को आज से ही से दूर रहने के लिए दृढ़संकल्प होना होगा। उन्होंने कहा कि अध्यापकों व अभिभावकों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर ध्यान दें। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा. अमित रंजन तलवाड ने कहा कि एक अनुमान के अनुसार देश का 40 प्रतिशत युवा नशे की चपेट मे आ गया है। यह अत्यन्त चिंता का विषय है। युवाओं में नशे की प्रवृति को रोकने के लिए हमें सबको एकजुट होकर कार्य करना होगा तभी नशे का समूल नाश किया जा सकता है। नेहरू युवा केन्द्र के लेखराज कौशिक ने कहा कि नशा निवारण जागरूकता कार्यक्रमों में युवक मण्डलों व महिला मण्डलों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जाबली की प्रधानाचार्य मीना अग्रवाल ने युवाओं से नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय में नशा निवारण समिति गठित की गई है। समिति द्वारा छात्रों को नशे के विरूद्ध जानकारी देने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी रवि कुमार बैंस स्थानीय युवक व महिला मंडलों के सदस्य व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
कुनिहार क्षेत्र के लोगों व विभिन्न संस्थाओं द्वारा लम्बे समय से सिविल अस्पताल कुनिहार के लिए की जा रही 108 एम्बुलेंस सेवा की मांग की खानापूर्ति कर क्षेत्र के लोगों से एक भद्दा मजाक किया गया है। बता दे लगभग 20 पंचायतों का केंद्र बिंदु कुनिहार सिविल अस्पताल में प्रतिदिन सैंकड़ो मरीज अपने स्वास्थ्य की जांच के लिए आते हैं।तथा कई मरीजो को गम्भीर अवस्था मे सोलन शिमला रैफर किया जाता है।तथा सड़क दुर्घटना के गम्भीर मामले भी यंहा से सोलन शिमला या चंडीगढ़ रैफर किए जाते हैं।जिसके लिए लोगो को प्राइवेट वाहन या टैक्सी कर गम्भीर अवस्था मे बिना किसी स्वास्थ्य सेवा के मरीज को मजबूरी वश सोलन, शिमला या चंडीगढ़ पहुंचाना पड़ता है।कुनिहार से सोलन, शिमला की दूरी लगभग 45 किमी है तो चंडीगढ़ लगभग 80 किमी है।इतनी लम्बी दूरी तक पहुंचते पहुंचते गम्भीर अवस्था मे मरीज की हालत बहुत ही नाजुक हो जाती है तो कई बार मरीज यंहा तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं।इस समस्या को देखते हुए बड़े लंबे समय से क्षेत्र के लोग व सामाजिक संस्थाएं यहाँ 108 सेवा की मांग कर रहे थे। जिसे पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुछ दिन पहले चण्डी ब्लॉक से एक पुरानी एम्बुलेंस जिसका स्वास्थ्य खुद ही खराब है।सिविल अस्पताल कुनिहार में खड़ी कर दी है। क्षेत्र में चर्चा है कि इस एम्बुलेंस की पासिंग भी नही हुई है व इसे चलाने के लिए चालक तक नही है।विकास सभा कुनिहार के अध्यक्ष धनीराम तनवर,सर्व एकता मंच के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ठाकुर,नव चेतना संस्था के अध्यक्ष कुलदीप कँवर सहित अन्य सभी संस्थाओं के पदाधिकारियो ,सदस्यों व आम जनता ने कुनिहार व आसपास की पंचायतों के लोगो से इसे एक भद्दा मजाक बताया है। तथा क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग व सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है।इनका कहना है कि अगर सरकार व विभाग 108 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नही करवा सकती तो ऐसा भद्दा मजाक जनता के साथ क्यों किया जा रहा है। जब इस बारे बी एम ओ अर्की राधा शर्मा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि चण्डी ब्लॉक के सी एच सी में दो एम्बुलेंस थी जिसमे से एक को कुनिहार के लिए भेजा गया है।इसके सारे कागजात चैक करके व इसमें जो कुछ कमी होगी उसे पूरा कर व चालक का इंतजाम कर इसे जल्द ही लोगो की सेवा के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट में सोशल मीडिया तथा मानसिक स्वास्थ्य पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन नादिया कुमारी तथा सीमांन कुमारी द्वारा किया गया। कार्यशाला में विद्यार्थियों तथा अध्यापकों को सोशल मीडिया के अच्छे और बुरे प्रभावों के बारे मे अवगत करवाया गया। उन्होंने बताया कि किस तरह इस दौड़ भाग भरी जिंदगी में मनुष्य अपना मानसिक संतुलन बनाए रख सकता है, साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। विद्यालय प्रबंधन समिति के चैयरमेन अनुपम अग्रवाल तथा प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने रिसोर्स पर्सन का धन्यवाद किया तथा भविष्य में भी विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के समग्र विकास के लिए इस तरह की कार्यशाला का आयोजन करने का आश्वासन दिया।
राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंधन में 1 सितंबर से 7 सितंबर 2019 तक राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाया जा रहा है। हेल्थ केयर रंजना ने पोषण अभियान की रूपरेखा को इसका उद्देश्य व लक्ष्य रखा। अपने वक्तव्य में पौष्टिक आहार के बारे में उन्होंने विस्तार पूर्वक बताया। एनएसएस छात्रा तनुजा ने अपने वक्तव्य में कहा कि जीव चाहे कोई भी हो ऊर्जा की आवश्यकता सभी को होती है,यह सही आहार द्वारा प्राप्त होती है। हमें शरीर में प्रोटीन,विटामिन,मिनरल,कार्बोहाइड्रेट,वसा,पानी व जिंक का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इसका लक्ष्य हर एक साल कुपोषण की समस्या 2% तक कम करता है। एनीमिया से ग्रस्त छोटे बच्चो,स्त्रियों और किशोरियों की संख्या में प्रतिवर्ष 3% की कमी लाना है। कार्यकारी प्रधानाचार्य राजेंद्र वर्मा ने बताया कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए भरपूर अनाज,फल,हरी सब्जियां,दूध और दूध के उत्पाद आदि खाने चाहिए। आयरन की गोलियां स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त हर बुधवार को अवश्य लें। हिमाचली बच्चों में खून की कमी को लेकर यह अभियान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा है। इस सप्ताह रैली निकाल कर व पोस्टरमेकिंग प्रतियोगिता द्वारा बच्चों को जागरूक किया जा रहा है।
डेंगू तथा स्क्रब टाईफस रोग से बचाव के लिए सड़को,गड्डों,नालियों और अन्य किसी भी स्थान पर पानी को एकत्रित न होने दें, तथा अपने घर के आसपास खरपतवार व झाड़ियों की कटाई सुनिश्चित बनाएं, ताकि मच्छर तथा अन्य कोई जीवाणु पैदा न हो। यह जानकारी उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने डेंगू व स्क्रब टाईफस के बचाव के लिए आयोजित की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होने बताया कि डेंगू तथा स्क्रब टाईफस रोगों की रोकथाम के लिए नगर परिषद बिलासपुर,घुमारवीें,श्री नैना देवी जी और तलाई में अपने-अपने क्षेत्राधिकार में नियमित रूप से फॅागिंग करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि लोगों को डेंगू ,स्क्रब टाईफस तथा जलजनित रोगों के बारे में जागरूक करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं की बैठकों,आगंनबाडी कार्यकर्ताओं को भी जागरूक करें ताकि घर-घर जागरूकता संदेश पहुंचाया जा सके। उन्होने उच्च व प्रारम्भिक शिक्षा उपनिदेशक को भी निर्देश दिए कि वे सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दें कि वे प्रातःकालीन सभाओं में बच्चों को डेंगू, स्क्रब टाईफस तथा अन्य जलजनित रोगों के बारे में जागरूक करें ताकि घर-घर तक इन रोगों की रोकथाम का संदेश पंहुचाया जा सके। उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन-जिन स्थानों पर डेंगू के रोग के फैलने की अधिक संभावनाएं रहती हैं वहां पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा लोक निर्माण विभाग सड़कों में पड़े गड्डों को भरना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिए कि पेयजल पाईपों को दुरूस्त कर लें कहीं भी लीकेज नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही जल भंडारण केन्द्रों में क्लोरीनेशन करवाना सुनिश्चित बनाए। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि वे घरों में भी स्थापित पानी की टंकियों की सफाई व पानी के ठहराव के संदर्भ में पूर्ण जागरूकता बरतें, ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही के कारण डेंगू मच्छर को पनपने का अवसर ना मिल सकें। उन्होंने लोगों से आहवाहन किया कि डेंगू का ईलाज संभव है, इससे घबराएं नहीं, डेंगू के रोग की आंशका होने पर तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल में जांच करवाना सुनिश्चित बनाएं। सीएमओ. डा० प्रकाश दड़ोच ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक जिला बिलासपुर में डेंगू का कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया है। उन्होंने डेंगू के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि तेज सिर दर्द व बुखार, मांस पेशियों तथा जोड़ों में दर्द,आंखों के पीछे दर्द,जी मिचलाना अथवा उल्टी होना व नाक,मुंह,मसूड़ों से खून आने की स्थिति में तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल में संपर्क करें। उन्होंने बताया कि अस्पताल में डेंगू के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं। इस अवसर पर एडीएम. विनय धीमान, एसडीएम. नरेन्द्र कुमार, शशी पाल शर्मा, विकास शर्मा, सुभाष गौतम, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य, उपनिदेशक उच्च शिक्षा अमर सिंह ठाकुर, एसडीओ आईपीएच पुनीत शर्मा, एमओएच डा० परविन्द्र सिंह के अतिरिक्त सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
108 एंबुलेंस में करवाए गए 1043 प्रसव सोलन जिला में 108 एंबुलेंस सेवा के माध्यम से इस वर्ष जून माह तक विभिन्न प्रकार की आपाताकालीन सेवाओं में 1 लाख 12 हजार 272 रोगियों को आपातकालीन स्थिति में प्रदान की गई। इस अवधि के दौरान पुलिस द्वारा सूचित 4325 आपात मामलों, अग्निशमन के 1373 आपात मामलों तथा चिकित्सा आपाताकाल के एक लाख 6 हजार 574 मामलों में सेवाएं प्रदान की गई। आपाताकालीन चिकित्सा तकनीशियन (ईएमटी) द्वारा 1043 प्रसव एंबुलेंस में ही करवाए गए। ये जानकारी डीसी सोलन केसी चमन ने जीवीके ईएमआरआई 108 राष्ट्रीय आपाताकालीन एंबुलेंस सेवा के संबंध में आयोजित एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। डीसी ने कहा कि सोलन जिला में 11 पुरानी 108 एंबुलेंस को बदला जा चुका है तथा शीघ्र ही 5 अन्य पुरानी 108 एंबुलेंस को भी बदल दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के सभी बस अड्डों तथा सभी बसों में 108 सेवा के स्टीकर चिपकाएं जाएं और लोगों को इस सेवा के विषय में प्रचार-प्रसार के माध्यम से जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 के अंत तक धर्मपुर, जाबली, चेवा, सलोगड़ा तथा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित अन्य ग्राम पंचायतों में त्वरित राहत प्रणाली (आईआरएस) से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने अगली बैठक से पूर्व पुलिस, अग्निशमन तथा 108 एंबुलेंस सेवा की सामूहिक माॅकड्रिल करवाने के निर्देश भी दिए।
झारखण्ड ये है सरकारी अस्पतालों का हाल पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) के इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) में एक कैंसर मरीज शमीम मल्लिक के अंगों को चूहों ने कुतर खाया है। दरअसल , झरिया के शमशेर नगर निवासी मो. शमीम मल्लिक (73 वर्ष) के शरीर पर सोमवार की रात चूहों ने कई बार हमला बोला। शरीर के कई अंगों को चूहों ने कुतर दिया। चूहों ने उनके निजी अंग व पैर को चार जगहों पर कुतर दिया। सुबह में जख्म के स्थान पर जब परिजनों ने खून देखा तो उन्हें इसका पता चला। शमीम 28 जुलाई को अस्पताल में भर्ती हुए थे। मामले के बाद उनके परिजनों ने जमकर विरोध जताया है।
Doctors unhappy with National Medical Commission Bill OPDs in government hospitals across India will be shut on Wednesday as part of protests against the National Medical Commission (NMC) Bill. IMA believe that this bill will encourage quacks, so the the Indian Medical Association (IMA) has called for a nationwide 24-hour withdrawal of non-essential services. The OPDs will be shut from 6 a.m. on Wednesday till 6 a.m. on Thursday. However, emergency, casualty, ICU and related services will function normally. NMC Bill was passed in the Lok Sabha on Monday,
सोलन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कुमारहट्टी में कार्यशाला का आयोजन सोलन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कुमारहट्टी में 'आधुनिक जीवनशैली के रोग' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। ये कार्यशाला आयुर्वेदिक विभाग जिला सोलन के माध्यम से आयोजित की गई। कार्यशाला में कॉलेज प्रधानाचार्य, अध्यापकों चिकित्सकों एवं प्रशिक्षु चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। आधुनिक जीवन शैली से हो रहा सेहत को नुक्सान जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ राजेंद्र शर्मा ने बताया कि किस प्रकार आधुनिक जीवन शैली हमारी सेहत को नुक्सान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा पुराने समय में लोगों कि दिनचर्या व खानपान अच्छा होता था, इसलिए लोगों की सेहत भी अच्छी होती थी। पर आधुनिकता की अंधी दौड़ में मनुष्य बीमारी से ग्रस्त रहता है। उन्होंने कहा कि विकृत जीवन शैली के चलते खासतौर से मानसिक बीमारियां बढ़ रही है। डॉ अरविन्द गुप्ता ने दी योग अपनाने की सलाह इस मौके पर डॉ अरविन्द गुप्ता व डॉ मुंजेश ने भी जानकारी दी कि किस प्रकार योग अपनाकर हम अपनी जीवन शैली में परिवर्तन कर सकते है और रोग से दूर रह सकते है।कॉलेज प्रिंसिपल डॉ एनपी सिंह ने कॉलेज ने 2 से 5 अगस्त तक योग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
बरसात के मौसम में भी शहर में पेयजल आपूर्ति ठप है। ऐसा पहली बार नहीं है बल्कि सालों से ऐसा होता चला आ रहा है। दरअसल बरसात शुरू होते ही पेयजल स्तोत्रों में गाद आना शुरू हो जाती है जिससे पानी की लिफ्टिंग नहीं हो पाती। इसके चलते आईपीएच पर्याप्त पानी मुहैया नहीं करवा पाता। हालांकि एलम का इस्तेमाल कर विभाग कुछ हद तक पानी लिफ्ट करने क प्रयास करता है लेकिन गाद अधिक होने की स्थिति में ये पुरानी तकनीक कारगार सिद्ध नहीं हो पाती। इस वर्ष भी ऐसा ही हुआ है, दोनों मुख्य पेयजल योजनाओं, अश्वनी व गिरी में गाद के चलते लिफ्टिंग नहीं हो पा रही। आइये जानते है किस तरह शहर में पेयजल आपूर्ति होती है और इस समस्या क स्थायी हल क्या हैं। शहर को पेयजल आपूर्ति देने के लिए दो मुख्य योजनाएं हैं, अश्वनी पेयजल योजना और गिरी योजना। इन योजनों से आईपीएच विभाग पानी लिफ्ट करता हैं और वार्ड दस में बने मुख्य पेयजल टैंकों तक पहुंचाता हैं। पहले पानी को योजना के समीप बने टैंक में पहुंचाया जाता हैं, जहाँ से ट्रीटमेंट के बाद पानी लिफ्ट कर वार्ड दस के टैंक तक पहुँचता हैं। बरसात के मौसम में जब गाद आती हैं तो वाटर ट्रीटमेंट नहीं हो पाता और पानी वार्ड दस के मुख्य टैंकों तक लिफ्ट नहीं हो पाता। वार्ड दस में बने टैंकों से शहर में पेयजल वितरण का ज़िम्मा नगर परिषद् का हैं। परक्युलेशन वेल हैं समाधान: अश्वनी पेयजल योजना में काफी समय से परक्युलेशन वेल बनाने की योजना हैं। करीब 15 करोड़ की ये योजना अब तक सिरे नहीं चढ़ पाई हैं। यदि परक्युलेशन वेल बन जाता हैं तो गाद की समस्या से निजात मिल सकता हैं।आईपीएच विभाग ने करीब एक वर्ष पहले इस हेतु सरकार को योजना भेजी थी लेकिन अब तक इसे मंजूरी नहीं मिली हैं।एक्सईएन आईपीएच सोलन ई सुमित सूद काफी वक्त से इस योजना के लिए प्रयासरत हैं। उनका मानना हैं कि बहुत जल्द इसका शिलान्यास होगा और शायद अगली बरसात में शहर को पेयजल किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। धारों की धार टैंक ठीक होने से मिलेगी राहत: धारों की धार में वर्ष 2006 में 38 लाख लीटर क्षमता का एक स्टरगे टैंक बनाया गया था। ये वाटर टैंक लेकज़ हैं जिसके चलते इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा। यदि इसे दुरुस्त कर दिया जाए तो किल्लत के समय शहर को कुछ राहत मिल सकती हैं। हालांकि आईपीएच एक्सईएन की पहल पर इसे अमेरिकी तकनीक से ठीक किये जाने को स्वीकृति मिली हैं। यदि ये टैंक ठीक होता हैं तो शहर को कुछ राहत जरूर मिलेगी। लीकेज बड़ी समस्या: अनुमान के अनुसार करीब तीस प्रतिशत पेयजल लीकेज के चलते व्यर्थ बहता हैं। नगर परिषद् को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने की सख्त आवश्यकता हैं।काफी समय से नप पेयजल पाइप लाइन बदलने की बात कह रही है लेकिन कुछ वार्डों को छोड़ कर इस दिशा में पर्याप्त कार्य नहीं हुआ है। वैकल्पिक योजना का अभाव : क्षेत्र में गिरि व अवश्वनी दो बड़ी पेयजल योजनाएं हैं। गिरि पेयजल योजना से शहर सहित कसौली विस क्षेत्र के करीब 40 गांव के लिए पेयजल की सप्लाई की जाती है। वहीं अश्वनी योजना से शहर के कुछ हिस्से सहित लगभग 8 गावों में पेयजल आपूर्ति की जाती है। शहर में सुचारू पेयजल आपूर्ति हेतु एक नई योजना की सख्त आवश्यकता है गिरी पेयजल योजना सिर्फ सोलन शहर के लिए शुरू की गई थी ,लेकिन वर्तमान में अनेक गांव भी इस योजना से जोड़ दिए गए है। ऐसे में इस योजना पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है।सम्बंधित विभाग व सरकार को दूरदृष्टि दिखा कोई वैकल्पिक योजना तैयार करने की जरुरत है।
प्राकृतिक आपदा आने का कोई निर्धारित समय नहीं होता। इससे निपटने के लिए सभी विभागों को तत्पर रहते हुए आवश्यक मशीनरी व श्रम शक्ति सहित हमेशा तैयार रहना चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए आज सोलन में मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। भूकंप के काल्पनिक परिदृश्य के मुताबिक आज सुबह सोलन में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप पर आधारित मेगा मॉक ड्रिल के तहत भूकंप के झटके महसूस होने के बाद जिला आपदा प्रबंधन आथॉरिटी (डीडीएमए) की टीम ठोडो ग्राउंड स्थित जिला आपदा ऑपरेशन सेंटर पहुंची और भूकंप से हुए नुकसान का शुरुआती आकलन लेने के बाद राहत एवं बचाव दलों को घटना स्थल के लिए रवाना किया। मॉक ड्रिल में सोलन के विवान्ता मॉल, साईं संजीवनी अस्पताल , डिग्री कॉलेज, हाऊसिंग बोर्ड कालोनी और नगर परिषद कार्यालय भवन को भूकंप के चलते काफी प्रभावित माना गया था। मेडिकल टीमों को भूकंप से अत्यधिक प्रभावित जगहों पर भेज दिया गया था। गंभीर घायलों को अस्पताल जबकि हल्की चोट वालों को फर्स्ट एड के बाद स्टेजिंग एरिया में स्थापित मेडिकल शिविर में लाया गया। मॉक ड्रिल के तहत ठोडो ग्राउंड में मेडिकल और राहत शिविर की स्थापना की गई थी ताकि प्रभावितों को अस्थाई तौर पर ठहरने और खाने पीने की सुविधाएं मिल सकें।
Abhinam Eye Care Centre, Solan has become the most trusted hospital for treatment of eyes. Each day, large number of patients arrive from across the Himachal and sometimes from other states also. The Hospital is equipped with latest equipments required for diagnosis & treatment. Moreover, Abhinam Eye Care Centre, Solan is affiliated by the Himachal Pradesh government and here patients may also avail the benefit of Ayushman Bharat Yojna. It is the first eye hospital of the region which is affiliated for Ayushman Bharat Scheme.In special conversation with First Verdict, Dr Namita Thakur and Dr. Abiraj K. Sinha from Abhinam Eye Care Center shared very useful information related to care of eyes. If you are 40 plus, you need regular eye check–up According to Dr Namita, change in near vision in 40 plus age is a normal thing, perhaps a person need glasses to see up close or may find it uneasy to adjust to glare or distinguishing some colours. She said, with age there is more risk of developing age-related eye diseases and conditions, which includes age-related macular degeneration, cataract, diabetic eye disease, glaucoma, low vision and dry eye. Dr Namita recommended everyone with 40 plus age should regularly visit an eye care professional for a comprehensive eye check up. There are so many eye diseases which have no early warning signs or symptoms, but a dilated exam can detect eye diseases in their early stages before vision loss occurs. Early detection and treatment can help a person saving his sight. If you are a diabetic, your eyes need extra care As told by Dr. Abiraj, Retina consultant at Abhinam Eye Care Centre "If you are a diabetic, than you must take extra care of your eyes, as diabetic eye disease is a complication of diabetes and a leading cause of blindness.” He shared that the most common form of diabetic eye disease is diabetic retinopathy which occurs when diabetes damages the tiny blood vessels inside the retina. He prescribed regular eye check-up for diabetic people. According to him, with a healthy life style one may minimise the chances of diabetic retinopathy, it is must to control blood sugar and cholesterol, to do regular work out, consume adequate fruits and vegetables & to avoid smoking and liquor consumption Consult the doctor if you have dry eye syndrome symptoms "If someone feels Burning sensation in eyes, Itchy eyes, Aching sensations, Heavy eyes, Fatigued eyes, Sore eyes, Dryness sensation, Red Eyes, Photophobia or Blurred vision, then probably Dry eye syndrome is the reason,” Dr Namita says. “But it is curable,” she added. Dr Namita shared that with the routine use of artificial tears and minor behavioural modifications one can significantly reduce dry eye symptoms.
देशभर में 26 दवाओं के सैंपल फ़ैल हुए हैं। केंद्रीय दवा मानक एवं नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने जून 2019 में निर्मित दवाओं के संबंध में ड्रग अलर्ट जारी किया है। जारी रिपोर्ट के अनुसार देश भर में 843 दवाओं के सैंपल लिए गए, जिनमें से 26 के सैंपल सब स्टैण्डर्ड पाए गए। इनमें हिमाचल प्रदेश की 7 दवा कंपनियों के सैंपल भी फेल पाए गए है। उक्त दवाओं की सूची जारी की गई है और बाजार से इन दवाओं का स्टॉक वापस उठाने के निर्देश जारी किये गए है। इन दवाओं में कई जीवन रक्षक दवाओं के सैंपल भी शामिल है। विदित रहे कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन (सीडीएसओ) हर महीने राष्ट्रीय स्तर पर ड्रग अलर्ट जारी करता है। हालांकि बाजार में ये दवाएं उपलब्ध होने के कारण रोगी इन दवाओं का सेवन भी कर लेते हैं क्योंकि सैंपल फेल होने के बाद ही इन दवाओं के स्टॉक को वापस मंगवाया जाता है। TELMISARTAN TABLETS IP 40 MG(TELMIRAL 40) B. No.:78TML18002, Mfg dt: 11/2018, Exp dt: 06/2020, Mfd by: M/s. Crescent Therapeutics Limited Compound Sodium Lactate Injections I.P. B. No.: R-1/18/145, Mfg dt: 07/2018, Exp dt: 06/2020, Mfd by: M/s. Sanctus Drugs & Pharmaceutical Pvt. Ltd, Compound Sodium Lactate Injections I.P. B. No.: R-1/18/140, Mfg dt: 07/2018, Exp dt: 06/2020, Mfd by: M/s. Sanctus Drugs & Pharmaceutical Pvt. Ltd, Amoxycillin And Potassium Clavulanate Tablets I.P. (Clavage-1000) B. No.: SBPT- 4321, Mfg dt: 02/2018, Exp dt: 07/2019, Mfd by: M/s. Saitech Medicare Pvt. Ltd. Pantoprazole For Injection (Panzel) B. No.: 318-7, Mfg dt: 01/2018, Exp dt: 06/2019, Mfd by: M/s. Zee Laboratories Finzest (Terbinafine Hydrochloride Cream 1% w/w) B. No.: FZ0417, Mfg dt: 11/2017, Exp dt: 10/2019, Mfd by: M/s. Medizest Pharmaceuticals Pvt. Ltd. LEVOCETIRIZINE HYDROCHLORIDE TABLETS IP 5 MG B. No.: SHT8957, Mfg dt: 09/2018, Exp dt: 08/2021, Mfd by: M/s. SYNCOM Healthcare Limited ASPIRIN GASTRORESISTANT TABLETS IP B. No.: HAGT18004, Mfg dt: 09/2018, Exp dt: 08/2020, Mfd by: M/s. RAVIAN LIFE SCIENCE PVT.LTD Cefixime Tablets IP (MICRA-200 Tablets) B. No.: R-132, Mfg dt: 02/2018, Exp dt: 01/2020, Mfd by: M/s. Escape Lifesciences Pvt. Ltd. Ciprofloxacin Tablets IP (P-CIP 500 TABLETS ) B. No.: R-124, Mfg dt: 02/2018, Exp dt: 01/2020, Mfd by: M/s. Pansun Pharmaceuticals Amoxycillin and Potassium Clavulanate Tablets IP 625 mg (ANAXIM-CV 625 TABLETS) B. No.: R-20219, Mfg dt: 12/2018, Exp dt: 11/2020, Mfd by: M/s. AnA Pharmaceuticals Plot Cefixime Tablets IP(GECEFF-200 Tablets) B. No.: R-129, Mfg dt: 02/2018, Exp dt: 01/2020, Mfd by: M/s. GEFEX PHARMA Pvt. Ltd. Neomycin Sulphate, Polymixin-B Sulphate and Bacitracin Zinc Powder B. No.: GLEP-181020, Mfg dt: 10/2018, Exp dt: 09/2020, Mfd by: M/s. Grampus Laboratories Neomycin Sulphate, Polymixin-B Sulphate and Bacitracin Zinc Powder B. No.: GLEP-181006, Mfg dt: 10/2018, Exp dt: 09/2020, Mfd by: M/s. Grampus Laboratories Cefixime and Ofloxacin Tablets (P-XIME-O TABLETS ) B. No.: R-110, Mfg dt: 02/2018, Exp dt: 01/2020, Mfd by: M/s. PansunPharmaceuticals Ciprofloxacin HCl Tablets IP (PENCIP-500 TABLETS) B. No.: R-21719, Mfg dt: 12/2018, Exp dt: 11/2020, Mfd by: M/s. Pansun, Pharmaceuticals Glimepiride Tablets IP 3mg B. No.: GPDT18005, Mfg dt: 10/2018, Exp dt: 09/2020, Mfd by: M/s. RAVIAN LIFESCIENCE PVT. LTD Lignocaine and Adrenaline Injection IP B. No.: V-7079, Mfg dt: 11/2017, Exp dt: 10/2019, Mfd by: M/s. ALPA LABORATORIES LTD PRE AND PROBIOTIC CAPSULES-DS B. No.: UPPC-1801 Mfg dt: 08/2018, Exp dt: 01/2020, Mfd by: M/s. Heal (India) Laboratories Pvt METRONIDAZOLE BENZOATE ORAL SUSPENSION B. No.: MNSG18-255, Mfg dt: 11/2018, Exp dt: 10/2020, Mfd by: M/s. ORNATE LABS PVT. LTD. Drotaverine Hydrochloride Injection B. No.: DTB-003, Mfg dt: 10/2017, Exp dt: 09/2019, Mfd by: M/s. Radico Remedies Ofloxacin Tablets I.P. 400 mg B. No.: BT8291, Mfg dt: 10/2018 Exp dt: 09/2020, Mfd by: M/s. Omega Biotech Ltd Alprazolam Tablets I.P. B. No.: TAZP-002, Mfg dt: 11/2018, Exp dt: 10/2020, Mfd by: M/s. Medipol Pharmaceuticals India Pvt. Ltd M-BETASONE (Betamethasone Tablets I.P. 0.5 mg) B. No.: OPT7531, Mfg dt: 01/2018, Exp dt: 06/2020, Mfd by: M/s. Omega Pharma Domperidone Tablets I.P. 10 mg B. No.: DMP-18, Mfg dt: 02/2017, Exp dt: 01/2020, Mfd by: M/s. Bewell Labs Pvt. Ltd
प्रदेश में आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। बीते कुछ वक्त में प्रदेश सरकार ने भी आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रद्धति के प्रचार -प्रसार हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाये है। फिलवक्त प्रदेश के 32 आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में पंचकर्म चिकित्सा सुविधा व क्षार सूत्र चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध है जिसमें बवासीर व अन्य गुदा संबंधित रोग क्षारीय धाग से ऑपरेशन करके या बिना ऑपरेशन के ठीक किए जाते है। इसके बाद अब पूरे प्रदेश में सरकारी सेवा में चिकित्सकों को मर्म चिकित्सा, नाड़ी चिकित्सा, अग्नि कर्म, जलोका कर्म व प्रच्छान विधियों को जानने के लिए अलग से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुरे प्रदेश में आम लोग इन विधियों से चिकित्सा करवाकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। इसके अलावा विभाग के चिकित्सक अपनी सेवाओं के अतिरिक्त अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में बढ़- चढ़कर हिस्सा ले रहें है। विभाग के स्कूल अडॉशन कार्यक्रम के तहत चिकित्सक अपने स्वास्थ्य केंद्र के साथ लगते स्कूलों में भिन्न- भिन्न विषयों पर महीने में एक बार भाषण देते हैं। अनीमिया रहित हिमाचल योजना के तहत विकास खंडों में हर व्यक्ति का हीलोग्लोबिन जांचा जा रहा है व निशुल्क औषधियां वितरित की जा रही है। किसानों की आमदन बढ़ाने के लिए जड़ी बूटियों की खेती के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा हैं। किसानों को अलग- अलग वातवरण के हिसाब से कौन सी जड़ी बूटी उगाई जा सकती है इसके विषय में भी जानकारी दी जा रही है और उनको इस ओर प्रेरित करने के लिए सरकार वित्तीय सहायता भी दे रही है। सरकार की नीतियों को लागू करने के लिए विभागीय अधिकारी बहुत मेहनत कर रहे है। डॉ अरविन्द गुप्ता ने जानकारी दी कि सरकार द्वारा औषधियों की गुणवता जांचने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर भी लगाए गए है। औषधियों को स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचने से पहले सैंपल लेकर उनका परीक्षण करवाया जा रहा है। विभागीय ड्रग परीक्षण प्रयोगशाला को भी सुदृढ़ किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में डोर टू डोर गार्बेज एकत्रित करने को लेकर एनजीटी सख्त हो गया है। एनजीटी ने स्थानीय शहरी निकायों को पन्द्रहअप्रैल तक सभी क्षेत्रों में घर-घर से ठोस एवं तरल कचरा अलग-अलग उठाने का कार्य शुरू करने के निर्देश जारी किए है। ऐसा न करने पर और सख्त कार्रवाई के साथ जुर्माना करने की भी चेतावनी दी है। शिमला जिला के शहरी स्थानीय निकायों तथा विभिन्न विकास खंडों द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 की अनुपालना के संबंध में बचत भवन में बैठक आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण की ठोस कचरा प्रबंधन नियम कार्यान्वयन संबंधी राज्य समिति की अध्यक्ष राजवंत संधू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। संधू ने कचरे के निपटारे के लिए आवास स्तर पर कचरा तरल व ठोस अलग-अलग एकत्र करने के निर्देश दिए और कहा कि इससे कचरे के बेहतर प्रबंधन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि ठोस एवं तरल कचरा विभिन्न खड्डों एवं नदियों तक न पहुंचे। उन्होंने जिला के सभी स्थानीय शहरी निकायों एवं विकास खंडों को निर्देश दिए कि कचरे के उचित निपटारे के लिए विज्ञान एवं तकनीकी प्रोद्योगिकी विभाग तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन करें।समिति की अध्यक्ष ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि विभिन्न अस्पतालों में बायो वेस्ट के शत्-प्रतिशत निपटारे के लिए योजनाबद्ध कार्य करें। उन्होंने जिला के विभिन्न मंदिरों में पूजा के उपरांत एकत्र हो रहे फूल इत्यादि से धूप बनाने के लिए विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को इस कार्य के साथ जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कचरा प्रबंधन को सही दिशा प्रदान करने एवं नियमों की अनुपालना के लिए उनकी समिति अब तक सोलन, ऊना, हमीरपुर तथा कांगड़ा जिला में बैठकें आयोजित कर व्यापक दिशा-निर्देश जारी कर चुकी हैं।