देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना ने बुधवार को जो आंकड़े दिखाए, वो डराने वाले हैं। बीते 24 घंटे में यहां 1,819 नए मामले सामने आए और 11 मरीजों की जान गई। ढाई महीने बाद ये मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा था। इससे पहले 13 जनवरी को भी 11 मरीजों की ही मौत हुई थी। इस तरह दिल्ली में अब कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 11,027 हो गई है। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री अरविेंद केजरीवाल ने दिल्ली अस्पतालों में बेड बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं। कोरोना के मामले जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं, उतनी तेजी से लोग इससे ठीक नहीं हो रहे हैं। यही वजह है कि अब एक्टिव केसेस की संख्या फिर से भड़ने लगी है। बुधवार तक दिल्ली में एक्टिव केसेस की संख्या बढ़कर 8,838 हो गई। 21 दिसंबर के बाद ये सबसे ज्यादा है। पिछले साल 21 दिसंबर को दिल्ली में एक्टिव केस की 9,255 थी। एक तरफ जहां एक्टिव केस बढ़ रहे हैं, दूसरी तरफ रिकवरी रेट कम हो रहा है। रिकवरी रेट अब घटकर 97% पर आ गया है। वहीं डेथ रेट 1.66% पर पहुंच गया है। इसके अलावा एक बात ये भी डराने वाली है कि दिल्ली में कंटेंमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर 2,009 हो गई है। अब तक दिल्ली में 6,62,430 मामले आ चुके हैं जबकि 6,42,565 लोग ठीक हो चुके हैं।
देश में कोरोना ने तेज रफ्तार पकड़ ली है। वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के अंदर 72 हजार 182 नए मामले सामने आए हैं और 452 लोगों की मौत हुई है। अब देश में एक्टिव केस की संख्या 5 लाख 85 हजार को पार कर गया है। कोरोना से अब तक करीब 1 लाख 63 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। देश में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। वंही, महाराष्ट्र में कोरोना की नई लहर के चलते कोहराम मचा हुआ है। 31 मार्च को राज्य में 39,544 नए केस दर्ज हुए और 227 मौतें हुईं। बुधवार तक राज्य में 3,56,243 केस एक्टिव दर्ज हुए हैं।
देश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। महाराष्ट्र के बाद गुजरात में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। अब अहमदाबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) में 70 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अहमदाबाद नगर निगम के डिप्टी हेल्थ ऑफिसर डॉ.मेहुल आचार्या ने इसकी पुष्टि की। वहीं, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 56,211 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,20,95,855 हो गई है। 271 नई मौतों के बाद कुल मौतों कुल मौतों की संख्या 1,62,114 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 5,40,720 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,13,93,021 है। इस बीच दिल्ली में कल कोरोना के 1904 नए मामले सामने आए हैं। वंही ,महाराष्ट्र के कोरोना आंकड़े डराने वाले हैं। सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 31,643 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 27,45,518 हो गई। बता दें कि कोरोना वायरस के कहर के बीच देश में टीकाकारण जारी है। देश में कुल 6,11,13,354 कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई हैं। पिछले 24 घंटों में 5,82,919 टीके लगाए गए हैं। महाराष्ट्र में वैक्सीन की सबसे ज्यादा 57,82,665 खुराकें दी गई हैं।
देश में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 62 हजार 608 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन की तुलना में 62 हजार 336 के मामूली रूप से अधिक है। यह 15 अक्तूबर के बाद से सबसे अधिक दैनिक वृद्धि थी। भारत में कोविड-19 महामारी के कारण दैनिक मृत्यु 2021 में पहली बार 300 का आंकड़ा पार कर गई है। कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने के चलते शनिवार को 312 लोगों की मौत हो गई। बता दें, 24 दिसंबर के बाद संक्रमण के कारण हुई मौतों के यह उच्चतम मामले हैं। 15 राज्यों ने जनवरी या उससे पहले की अपनी उच्चतम दैनिक गणना की, जिसके बाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और पंजाब के बाद मार्च में एक दिन में 3 हजार से अधिक कोरोना वायरस के मामले दर्ज करने वाला तीसरा राज्य बन गया। पिछले 10 दिनों में दैनिक मामलों के सात-दिन का औसत लगभग दोगुना हो गया है, जो कि 27 मार्च को 27 हजार 4 से बढ़कर 53 हजार 198 पर पहुंच गया। यह संक्रमण में विस्फोटक वृद्धि की ओर इशारा करती है। पिछले 24 घंटों में हुई 312 मौतों में से आधे से अधिक मौतें महाराष्ट्र में हुईं। शनिवार को 166 मृत्यु दर की रिपोर्ट करते हुए पांच नवंबर के बाद से राज्य में सबसे अधिक पंजाब में 46 मौतें हुईं, केरल 14, छत्तीसगढ़ 13, और दिल्ली व मध्यप्रदेश 10-10 मौत के मामले दर्ज हुए। महाराष्ट्र में लगातार तीसरे दिन कोरोना वायरस के 35 हजार 726 नए मामले दर्ज किए गए। हालांकि शुक्रवार के रिकॉर्ड 36 हजार 902 की तुलना में यह संख्या थोड़ी कम थी। राज्य में मार्च माह में पांच लाख से अधिक संक्रमण के मामले दर्ज हुए हैं। मुंबई में 6 हजार 130 मामले दर्ज हुए, जो शहर में अब तक एक दिन में दर्ज हुए सबसे अधिक मामले रहे। छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण का प्रकोप जारी है। यहां शनिवार को 3 हजार 162 नए मामल सामने आए। इस बीच गुजरात में लगातार छठे दिन भी संक्रमण के उच्चतम दैनिक मामले सामने आए। राज्य में शनिवार को 2 हजार 276 मामले दर्ज किए गए। 2021 में दर्ज किए गए गुजरात के कुल मामलों में से एक-तिहाई पिछले 10 दिनों में सामने आए हैं। एक दर्जन से अधिक अन्य राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों ने अपनी उच्चतम संख्या जनवरी या उससे पहले दर्ज की थी। कर्नाटक में 2 हजार 886 नए मामले दर्ज किए गए, यह संख्या छह नवंबर के बाद से उच्चतम है। तमिलनाडु की बात करें तो यहां कोरोना वायरस के 2 हजार 89 नए मामलों सामने आए, जो कि 12 नवंबर के बाद से उच्चतम मामले रहे। मध्यप्रदेश में 27 सितंबर के बाद से सबसे अधिक 2 हजार 142 मामले दर्ज किए गए जबकि दिल्ली में 15 दिसंबर के बाद से उच्चतम एक हजार 558 और हरियाणा में 9 दिसंबर के बाद से उच्चतम एक हजार 383 नए मामले दर्ज किए गए।
देश में कोरोना वायरस बेकाबू हो रहा है। हर दिन कोरोना संक्रमण के दैनिक मरीजों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की जा रही है। महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है, इस पर नियंत्रण पाने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाईं जा रही हैं। देश में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 62 हजार से अधिक कोरोना मरीज मिले हैं और 291 की संक्रमण से जान चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह शनिवार को यह जानकारी दी। कोरोना वायरस को काबू करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के एक साल बाद भी हालात भयावह हैं। सक्रिय मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मौतों का आंकड़ा भी एक बार फिर रफ्तार पकड़ रहा है। महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं और इन्हीं राज्यों में मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के रिकॉर्ड 62,258 नए मामले दर्ज किए गए हैं। देश में कई महीनों बाद शनिवार को कोरोना मरीजों की यह संख्या सर्वाधिक है। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,19,08,910 पहुंच गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में इस जानलेवा संक्रमण से 291 लोगों की जान गई है, इसी के साथ मरने वालों की संख्या 1,61,240 पहुंच गई है।
देश में कोरोना वायरस का विकराल रूप एक बार फिर लौट आया है। पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस के 59 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले पांच महीने में देश में एक दिन में सामने आए ये सबसे अधिक केस हैं। इतना ही नहीं देश में 24 घंटे में कुल 257 लोगों की मौत हुई है, जो इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी के साथ एक बार फिर देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या भी चार लाख को पार कर गई है। देश में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या अब 1,18,46,652 पहुंच गई है। कोरोना का सबसे अधिक कहर देश में महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। जहां हर दिन कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में भी महाराष्ट्र 35 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए, जबकि 111 मौतें दर्ज हुईं. वहीं दिल्ली में भी गुरुवार को 1515 मामले सामने आए, जो इस साल की सबसे ऊंची उछाल है। गौरतलब है कि देश के कई राज्यों ने कोरोना के बढ़ते मामलों और होली के त्योहार को देखते हुए सख्ती बढ़ा दी है। महाराष्ट्र में आधा दर्जन से अधिक शहरों में लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है, मध्य प्रदेश में भी आठ जिलों में हर रविवार को लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों ने होली के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। राजस्थान, कर्नाटक जैसे राज्यों ने बाहरी राज्य से आने पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र समेत देश के आठ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ने से नए मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 43 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस दौरान करीब 200 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 43,846 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 197 लोगों की मौत हुई है। देश में बीते 24 घंटों में एक्टिव केस भी तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली और महाराष्ट्र समेत देश के आठ राज्योंकडा लॉउन ब और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। ज्यादातर नए मामले इन्हीं आठ राज्यों से हैं। इन राज्यों में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा शामिल हैं। महाराष्ट्र के नागपुर में 31 मार्च तक लॉकडाउन बढ़ गया है।
शिमला। विधानसभा बजट सत्र के अंतिम दिन भाजपा विधायक विनोद कुमार के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आईजीएमसी अस्पताल में मार्च 2020 से 18 मार्च 2021 तक 728 डॉक्टरों ने कोरोना काल के दौरान अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान 225 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए हैं। कोरोना काल के दौरान विशेष कोविड सेंटर में 205 डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दी। डॉ. सैजल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से लड़ाई में डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मियों ने भी सेवाएं दी हैं। सभी कर्मचारियों को सरकार सम्मानित करेगी। उन्होंने कहा कि कोविड काल में सभी श्रेणियों ने सराहनीय कार्य किया है। वहीं, मुकेश अग्निहोत्री के अनुपूरक सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 60207 हैं और अभी 1024 एक्टिव केस हैं। वहीं कोरोना संक्रमण से 1003 लोगों की मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक 1.90 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगी हैं और यह कार्य केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत हो रहा है। डॉ. सैजल ने सुखविंद्र सिंह सुक्खू के अनुपूरक सवाल पर कहा कि कोरोना काल में एक ही चिकित्सक की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। इसके अलावा किसी अन्य स्टाफ की इस संक्रमण से मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार का कोरोना सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को इंसेंटिव देने का अभी सरकार कोई विचार नहीं रखती है।
महामारी से संघर्ष कर रहे देश में मार्च आते ही फिर से कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है। पिछले 111 दिनों में कोरोना के नए मामलों का सबसे अधिक आंकड़ा आज दर्ज किया गया है। बीते 24 घंटों के दौरान 40,953 नए मामले आए और 188 संक्रमितों की मौत हो गई। यह आंकड़ा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार सुबह जारी किया है। इसके साथ ही देश में अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1,15,55,284 हो गया और मौतों की संख्या 1,59,558 हो गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, अब तक देश में कोरोना वायरस के लिए कुल 23,24,31,517 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 10,60,971 सैंपल केवल शुक्रवार को कल टेस्ट किए गए। वहीं देश में कुल 4,20,63,392 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 2,88,394 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,11,07,3 है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किया 24 घंटे का यह आंकड़ा इस साल का सबसे अधिक है। लगातार दसवें दिन संक्रमण के आए ये नए मामले कुल संक्रमण के मामलों का 2.49 फीसद है। इससे पहले पिछले साल के 29 नवंबर को 24 घंटे के दौरान 41,810 नए मामले दर्ज किए गए थे।
Him Care Yojana 2021 का मुख्य उद्देश्य उन सभी हिमाचल प्रदेश के नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना है जो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कवर्ड नहीं है। अब इस योजना के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के नागरिक अपना इलाज समय से करवा पाएंगे।
महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति चिंताजनक हो गई है। पाबंदियां बढ़ाने के बावजूद लगातार मामले बढ़ रहे हैं और रिकवरी रेट में गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान 110 दिनों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए है। इस दौरान लगभग 40 हजार मामले सामने आए हैं और 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस बीच बिहार सरकार ने कोरोना स्थिति को देखते हुए सभी डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की छुट्टी 5 अप्रैल तक रद कर दिया है। महाराष्ट्र में गुरुवार को रिकॉर्ड 25 हजार 833 मामले सामने आए। बढ़ते मामलों के कारण गुजरात में पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है। वहीं पंजाब में नौ जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। दिल्ली में भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना को देखते हुए गुजरात की सीमाएं सील, लाकडाउन नही गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने आठ बडे़ शहरों में 10 अप्रैल तक स्कूल-कालेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए हैं। विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी रद कर दी गई हैं। केवल 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आयोजित होंगी। इसके अलावा अहमदाबाद व सूरत में सार्वजनिक बस सेवा, गार्डन, जिम, जू आदि को बंद किया गया है और नाइट कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री ने लाकडाउन लागू करने से इन्कार किया है, लेकिन पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है। पंजाब के 9 जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक पंजाब में भी कोरोना संक्रमण से स्थिति खराब है। गुरुवार को यहां 2387 नए मामले सामने आए। वहीं इस दौरान 32 लोगों की मौत हो गई। राज्य में अबतक 2.05 लाख मामले सामने आ गए हैं और 6204 लोगों की मौत हो गई है। एक्टिव केस 14,366 है। इसके मद्देनजर राज्य के नौ जिलों अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला लुधियाना, जालंधर, पटियाला, मोहाली और रूपनगर (रोपड़) में नाइट कर्फ्यू लागू है। इन जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में और कई कदम उठाए जाएंगे व पाबंदियां लगाई जाएंगी। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से रोक कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी गई है। मध्य प्रदेश परिवहन प्राधिकरण ने इसकी जानकारी दी है। केरल में भी स्थिति खराब केरल में गुरुवार को कोरोना के 1,899 नए मामले सामने आए और 15 लोगों की मौत हो गई। राज्य में अब तक कुल 10.98 लाख मामले सामने आ गए हैं और 4,450 लोगों की मौत हो गई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि राज्य में पिछले 24 घंटों में 54,314 नमूनों का परीक्षण किया गया है। अब तक 1.25 करोड़ नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। दिल्ली में लगातार बढ़ रहे मामले राजधानी में कोरोना की संक्रमण दर भले ही अभी एक फीसद से कम है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इससे संक्रमण दर 0.66 फीसद से बढ़कर 0.76 फीसद हो गई। लिहाजा 71 दिन बाद कोरोना के नए मामले 600 के पार पहुंच गए। बृहस्पतिवार को 607 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले छह जनवरी को 654 मरीज मिले थे। एक दिन पहले 536 मामले आए थे। इससे दो दिन में ही 1143 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या करीब तीन हजार पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 384 मरीज ठीक हुए हैं और एक मरीज की मौत हुई है।
देश में लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में COVID-19 के 39,726 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,15,14,331 हुई। इस दौरान हुई 154 नई मौतों के बाद अब तक कुल मौतों की संख्या 1,59,370 हो गई है। मंत्रालय के अनुसार, देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 2,71,282 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,10,83,679 है। देश में टेस्टिंग के आंकड़े भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा दिए गए। इसके अनुसार, भारत में गुरुवार तक कोरोना वायरस के लिए कुल 23,13,70,546 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 10,57,383 सैंपल कल टेस्ट किए गए। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किया 24 घंटे का यह आंकड़ा इस साल का सबसे अधिक है। लगातार नौवें दिन संक्रमण के आए ये नए मामले कुल संक्रमण के मामलों का 2.36 फीसद है। इससे पहले पिछले साल के 29 नवंबर को 24 घंटे के दौरान 41,810 नए मामले दर्ज किए गए थे। कोरोना के बढ़ते केस के कारण महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संकट के दौर से गुजर रहा है। यहां 25,833 नए केस दर्ज किए गए हैं। ये सितंबर के बाद सबसे बड़ा सबसे बड़ा आंकड़ा है। पिछले साल 11 सितंबर को राज्य में 24,886 केस मिले थे। मुंबई में यानी गुरुवार को 2877 नए मामले सामने आए है।
हमारे आसपास प्रकृति में कई पेड़ पौधे हैं जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं। इन्हीं में से एक कचनार का पेड़ है जो हर तरह से लाभदायक है। मंडी जिला की स्थानीय भाषा में इसे कराले कहते हैं। मार्च के बाद फूलों से लदने वाले इस पेड़ की पत्तियां, तना व फूल, कलियां आदि सभी उपयोगी हैं। मंडी जिला के अधिकांश क्षेत्रों में भी आजकल कचनार के पेड़ फूलों और कलियों से लदे हैं। कचनार की अनेक प्रजातियां में पाया जाता है। इनमें से गुलाबी कचनार का सबसे ज्यादा महत्व है। कचनार के फूलों की कली लंबी, हरी व गुलाबी रंग की होती है। बुजुर्गों और शोधकर्ताओं की मानें तो कचनार के फूल और कलियां वातरोग, जोड़ों के दर्द के लिए विशेष लाभकारी होती हैं। इसकी कलियों की सब्जी व फूलों का रायता बड़े ही चाव से खाया जाता है।
संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ते दिखाई पड़ रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हर दिन रिकॉर्ड तोड़ रही है। देश में पिछले 24 घंटे के अंदर 35 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1,14,74,605 हो गई है। पिछले 24 घंटे में कारोना वायरस संक्रमण के 35,871 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 171 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक 1 करोड़ 10 लाख 63 हजार 25 लोग रिकवर हो चुके हैं, जबकि इस समय 2 लाख 52 हजार 364 एक्टिव केस हैं। पिछले 24 घंटे में हुई मौतों के बाद देश में मृतकों की संख्या बढ़कर अब 1 लाख 59 हजार 216 हो गई है। आईसीएमआर के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे के अंदर 10,63,379 कोरोना जांच की गई है। वंही, महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23,179 नए मामले सामने आए जो 2021 में एक दिन में दर्ज किए गए सबसे अधिक मामले हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि नए मामलों को मिलाकर राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 23,70,507 हो गई है। बुधवार को इस महामारी से 84 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 53,080 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिन के दौरान 9,138 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 21,63,391 हो गई है। राज्य में इस समय 1,52,760 मरीज उपचाराधीन हैं।
शिमला। हिमाचल में काेराेना के केस हर दिन बढ़ रहे हैं। बुधवार काे राज्य में 167 नए केस सामने आए हैं। जबकि 52 लाेग स्वस्थ हाे गए। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिला बिलासपुर में 13, हमीरपुर 18, कांगड़ा 33, किनौर 3, कुल्लू 2, मंडी 5, शिमला 15, सिरमौर 11, साेलन 25 और जिला ऊना में सबसे अधिक 42 नए केस आए हैं। ऐसे में अब हिमाचल में काेराेना के एक्टिव केस 935 हाे गए हैं।
देश में कोरोना वायरस के मामले पिछले साल की तरह एक बार फिर तेजी से बढ़ रह है। इस बीच महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा में कोरोना के नए मामलों ने सरकारों की टेंशन बढ़ा दी है। गुजरात सरकार ने अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू को 31 मार्च तक बढ़ा दिया है। मध्य प्रदेश ने भी पड़ोसी राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भोपाल और इंदौर शहर में नाइट कर्फ्यू लागू किया है। वहीं, महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने पुणे, औरंगाबाद, नागपुर में पहले ही पाबंदियां लागू कर दी हैं। महाराष्ट्र और पंजाब के बाद गुजरात में भी बढ़ते मामलों के कारण स्कूलों में एक बार फिर ताला लगना शुरू हो गया है। गुजरात में 31 मार्च तक नाइट कर्फ्यू कोरोना के मामलों में उछाल को देखते हुए गुजरात सरकार ने मंगलवार को चार महानगरों- अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू लागू करने का फैसला किया। राज्य सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इन चारों शहरों में 17 मार्च से 31 मार्च तक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच कर्फ्यू रहेगा। हालांकि, गुजरात के इन शहरों में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लगा हुआ था, लेकिन इसका समय रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक था। इसके अलावा अहमदाबाद के सभी उद्यानों और पार्कों को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। इस दौरान कांकरिया झील और चिड़ियाघर भी बंद रहेंगे। मध्य प्रदेश में होली पर नहीं होगा सामूहिक कार्यक्रम कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने कई अहम फैसले किए हैं। भोपाल और इंदौर शहर में रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। जबलपुर और ग्वालियर शहर में रात दस बजे से सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। इसके साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और खरगोन जिले में होली उत्सव के दौरान कहीं कोई सामूहिक कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे। मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार को निर्देश जारी कर वहां से आने वाले लोगों को सात दिन तक क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए थे। महाराष्ट्र में स्कूलों को सख्त निर्देश महाराष्ट्र में कोरोना से सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। रोजाना बढ़ रहे संक्रमण के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने लोगों से नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा है। इसके मद्देनजर पुणे, औरंगाबाद, नागपर, अमरावती, परभणी समेत 10 जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, बृहन्मुंबई नगर निगम ने स्कूलों को 17 मार्च से शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की उपस्थिती को 50 फीसद तक सीमित करने को कहा है। इशके साथ ही स्कूलों को वर्क फ्रॉम होम पैटर्न के तहत ई-लर्निंग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
पिछले एक साल से देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में कोरोना महामारी ने एक बार फिर इस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल बुधवार सुबह बीते 24 घंटे में पहली बार रिकॉर्ड करीब 29 हजार कोरोना संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 28,903 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,14,38,734 पहुंच गए हैं। बता दें कि इससे पहले, कोरोना संक्रमण के 28 हजार से अधिक मामले पिछले साल दर्ज किए गए थे। इस साल पहली बार आज कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में इस जानलेवा संक्रमण से 188 लोगों की जान चली गई है, इसी के साथ मरने वालों की संख्या 1,59,044 पहुंच गई है।
देश में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के तहत कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में तेजी आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि 20 लाख से अधिक कोविड-19 वैक्सीन की खुराक के साथ भारत ने शुक्रवार को एक ही दिन में सबसे अधिक टीकाकरण किया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 30,561 सत्रों के माध्यम से टीकाकरण अभियान के 56वें दिन यानी 12 मार्च को 20,53,537 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। इनमें 16,39,663 हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके की पहली खुराक का लाभ मिल चुका है। साथ ही 4,13,874 एचसीडब्ल्यू और एफएलडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है। अब तक, 4,86,314 सत्रों के माध्यम से वैक्सीन की कुल 2,82,18,457 खुराक दी गई है।
भारत में कोविड-19 के मामले एक बार फिर से बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। आलम ये है कि महाराष्ट्र में नागपुर में इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए जहां लॉकडाउन लगाया गया है वहीं पंजाब के कुछ इलाकों में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा की जा चुकी है। केंद्र और राज्य सरकारें दोनों ही स्थिति पर अपनी कड़ी निगाह रखे हुए हैं और लगातार रोकथाम के उपायों की समीक्षा भी की जा रही है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण बेकाबू होता नजर आ रहा हे। ऐसे में यहां के परभणी जिले में भी लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। परभणी में लॉकडाउन शुक्रवार रात 12 बजे से सोमवार सुबह 6:00 बजे तक रहेगा। महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने इसकी जानकारी दी। हालांकि, इस दौरान जरूरत की चीजें लोगों तक पहुंचती रहेंगी। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना मामलों में आई तेजी के मद्देनजर पहले भी तीन जिलों में लॉकडाउन लगाया गया था। उस वक्त कहा गया था कि लोग इसको लेकर लापरवाह हो रहे हैं। वर्तमान में जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं उनमें महाराष्ट्र (7067), पंजाब (667), कर्नाटक (345), गुजरात (239), हरियाणा (259), छत्तीसगढ़ (192) और दिल्ली (120) हैं। इसके अलावा जहां पर कोरोना के मामलों में जबरदस्त गिरावट देखी गई है उनमें केरल शामिल है।
देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, जिसमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य की उद्धव सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। बता दें की नागपुर में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 1,513 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद नागपुर शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2 लाख 43 हजार 726 तक पहुंच गया है। अब तक यहां 4 हजार 877 लोगों की मौत भी दर्ज की जा चुकी है। महाराष्ट्र में बुधवार को 13,659 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए, जो देश के दैनिक नए मामलों का लगभग 60 प्रतिशत है। विशेष रूप से, महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु सहित छह राज्यों ने पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस मामलों में 85.91 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
पिछले एक साल से देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में वृद्धि होने लगी है। गुरुवार को कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों ने पिछले कई महीनों को रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 22,854 नए मामले आए हैं और 126 लोगों की मौत हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 22,854 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,12,85,561 पहुंच गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटों में कोरोना की वजह से 126 मरीजों की जान जा चुकी है, जिसके चलते देश में कोरोना से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 1,58,189 हो गई हैं। इससे एक दिन पहले, बुधवार को कोरोना वायरस से 133 लोगों की जान गई थी।
भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ जारी सबसे बड़े टीकाकरण अभियान धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत देश भर में अब तक कोरोना वैक्सीन की 2.30 करोड़ डोज लाभार्थियों को लगाई जा चुकी है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 20 लाख से अधिक वैक्सीन की खुराक लोगों को दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टीकाकरण अभियान के 52 दिन कुल 20 लाख 19 हजार 723 वैक्सीन की डोज दी गई। जिसमें से 17 लाख 15 हजार 380 लाभार्थियों को पहली खुराक के लिए 28,884 सत्रों में टीका लगाया गया। इस दौरान 3,04,343 स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। आंकड़ों के मुताबिक टीका लगवाने वाले कुल लाभार्थियों में से 70,75,010 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली डोज दी गई, जबकि 37,39,478 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। वहीं, 67,92,319 अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीके की पहली डोज और 3,25,972 को दूसरी डोज दी गई है। टीके की पहली खुराक लगवाने वाले 43,74,145 लोगों की आयु 60 वर्ष से अधिक है, जबकि किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित 45-60 वर्ष आयु समूह के 7,01,809 लोगों को पहली खुराक दी गई है।
पिछले एक साल से देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु समेत कई राज्यों में लॉकडाउन जैसे हालत हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 18,711 नए मामले दर्ज किए गए और 100 लोगों ने इस संक्रमण से अपनी जान गंवा दी है। ये जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को दी। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 18,711 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,12,10,799 पहुंच गए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना की वजह से 100 मरीजों की जान जा चुकी है, जिसके चलते देश में कोरोना से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 1,57,756 हो गई हैं। वंही, रोजाना आधार पर दर्ज होने वाले नए कोरोना केसों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम होती जा रही है। इससे कोरोना के सक्रिय मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। फिलहाल, देश में कोरोना के सक्रिय मामले 1,84,523 हैं। बता दें की देश में दुनिया का सबसे बड़े कोविड टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण जारी है। वहीं देश में अब तक 2,09,22,344 लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है।
देश में कोरोना वैक्सीनेशन युद्धस्तर से हो रहा है। एक मार्च को पीएम मोदी समेत, गृहमंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू समेत तमाम दिग्गजों ने वैक्सीन की पहली डोज ले ली। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने लोगों से अपील की कि भारत को कोरोना मुक्त बनाने के लिए सभी लोग वैक्सीन लगवाएं। टीकाकरण के बाद राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है कि आरवी अस्पताल में आज मुझे COVID-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। इस इनोक्यूलेशन ड्राइव द्वारा देश को COVID मुक्त बनाने के भारत के संकल्प को मजबूत किया गया है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और परेशानी मुक्त है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं भारत के उन वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के प्रयासों को सलाम करता हूं जिन्होंने बहुत कम समय में वैक्सीन विकसित की है। मैं आरआर अस्पताल में टीकाकरण के लिए डॉक्टरों और पैरामेडिक स्टाफ को भी धन्यवाद देता हूं। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे वैक्सीन लेने के लिए और भारत को मुक्त बनाने के लिए पात्र हैं।
आज से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है।10 हजार सरकारी केंद्रों और 20 हजार निजी अस्पतालों में टीका लगाया जाएगा। वैक्सीनेशन के इस फेज के दौरान 60 साल से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन लगाई जाएगी। हालांकि 45 साल से 60 साल के बीच के लोगों को भी वैक्सीन की खुराक दी जाएगी लेकिन इस आयु वर्ग के उन्हीं लोगों को वैक्सीन मिलेगी जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। सरकारी वैक्सीन सेंटर्स पर वैक्सीन की खुराक मुफ्त में मिलेगी। हालांकि प्राइवेट अस्पतालों पर वैक्सीन की खुराक के बदले दाम चुकाने होंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्राइवेट अस्पताल या टीकाकरण केंद्र में लगने वाले टीके की कीमत अधिकतम 250 रुपये प्रति डोज़ तय की है। देश में इस समय 10,000 से ज्यादा प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत पैनल में हैं जबकि 687 प्राइवेट अस्पताल सीजीएचएस के पैनल में हैं। इन सब में टीकाकरण किया जा सकता है। 60 से अधिक उम्र के लोगों को टिका लगवाने के लिए केवल अपना पहचान पत्र दिखाना होगा जिससे उनकी उम्र कन्फर्म हो सके जिसके बाद उन्हें टीका लगा दिया जाएगा। जबकि 45-59 वर्ष के लोगों को ( जिन्हें कोई गंभीर बीमारी हो ) टिका लगवाने के लिए रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर से एक फॉर्म साइन करवाना होगा। वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। हिमाचल में 70 से अधिक निजी अस्पतालों में लगेगी वैक्सीन: केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चयनित किए गए हिमाचल में ऐसे करीब 70 निजी अस्पताल है जहां तय मानदंडों के अनुसार कोरोना की वैक्सीन लगवाई जा सकती है। इन अस्पतालों के नामों की सूची भी जारी कर दी गई है। सोलन, मंडी, सिरमौर, किन्नौर, कांगड़ा और ऊना समेत अन्य कुछ जिलों के अस्पतालों के नाम इसमें शामिल हैं। टीकाकरण अभियान के पहले चरण में 26 फरवरी तक देश भर में 1.42 करोड़ लोगों को टीका लगा है। इसमें 1,17,88,669 को पहली व 24, 53, 878 को दूसरी खुराक लग चुकी है।
एक मार्च से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो रहा है. वैक्सीनेशन के दौरान 60 साल से ऊपर की उम्र वालों को वैक्सीन लगाई जाएगी. हालांकि 45 साल से 60 साल के बीच के लोगों को भी वैक्सीन की खुराक दी जाएगी लेकिन इस एज ग्रुप के उन्हीं लोगों को वैक्सीन मिलेगी जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. जानिए कैसे होगा रजिस्ट्रेशन 1 मार्च से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन सबसे अहम है और यह तीन तरीकों से किया जा सकता है. पहला तरीका सेल्फ रजिस्ट्रेशन का है. आप Co-WIN 2.0 ऐप डाउनलोड करके या आरोग्य सेतु ऐप के जरिए 28 फरवरी के बाद रजिस्टर कर सकते हैं. फिलहाल सरकार Co-WIN 2.0 ऐप को अपडेट कर रही है. ऐप अपडेट होने के बाद आपको इसमें सरकारी और प्राइवेट कोविड वैक्सीन सेंटर्स नजर आएंगे. इसमें आपको शेड्यूलऔर अन्य अहम जानकारियां नजर आएंगी. इसके अलावा ऑन साइट रजिस्ट्रेशन यानी वैक्सीन सेंटर पर भी जाकर आप खुद को रजिस्टर कर सकते हैं. यह सुविधा उन लोगों के लिए है जिनके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट नहीं है. एडवांस में रजिस्टर नहीं कर सके लोगों को भी यह सुविधा मिलेगी. इसके अलावा राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भी वैक्सीनेशन के लिए कुछ लोगों को रजिस्टर करेगा. इनमें वो लोग शामिल होंगे जिनका चुनाव प्रशासन खुद करेगा. इसमें आशा, एएनएम वर्कर्स, पंचायती राज के प्रतिनिधि, महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप्स शामिल होंगे. सरकारी वैक्सीन सेंटर्स पर वैक्सीन की खुराक मुफ्त में मिलेगी.हालांकि प्राइवेट अस्पतालों पर वैक्सीन की खुराक के बदले दाम चुकाने होंगे. इस दौरान उन्हें फोटो आईडी, उम्र संबंधि दस्तावेज और जरूरत पड़ने पर गंभीर बीमारी से पीड़ित होने संबंधी साक्ष्य भी दिखाना होगा. प्राइवेट अस्पतालों में लगने वाली वैक्सीन के दाम कुछ दिनों में सरकार की तरफ से तय कर दिए जाएंगे.
भारत में बीते सप्ताह में कोरोना के 1,00,990 ताजा मामले दर्ज हुए। पांच सप्ताह के बाद किसी हफ्ते में 1 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए। पिछले हफ्ते कोरोना के 77,284 नए मामले सामने आए थे, ऐसे में पिछले हफ्ते के तुलना में इस हफ्ते 31 फीसदी केस बढ़ गए। रविवार को कोरोना के मामले 1.1 करोड़ के आंकड़े को पार कर गए। हालांकि, अंतिम 1 मिलियन मामले 65 दिनों में आए हैं जो कि इतने नए कोरोना मामलों के लिए सबसे बड़ा टाइम पीरियड है। पिछले 7 दिनों में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 14,199 नए मामले सामने आए और इसी के साथ कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,10,05,850 हो गई। वहीं, 83 नई मौतों के बाद देश में कोरोना से होने वाली कुल मौतों की संख्या 1,56,385 हो गई है।
कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था। टीकाकरण अभियान में दो स्वदेशी वैक्सीन दी जा रही हैं, जिनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन शामिल है। भारत ने वैश्विक महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार करते हुए अपने टीकाकरण अभियान में एक करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन दी है। टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में भारत को 34 दिन लगे। जो दुनिया में दूसरा सबसे तेज गति से हासिल किया गया आंकड़ा है।
भारत वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ने के लिए अब पूरी तरह तैयार है,16 जनवरी से टीकाकरण शुरू कर भारत एक इतिहास रचने जा रहा है। वैसे तो एक वैक्सीन को बनने में लगभग 5 साल का समय लग जाता है, लेकिन इस बार कोरोना के खतरे को देखते हुए वैक्सीन को जल्दी तैयार किया गया है। बता दें कि कोरोना महामारी के चलते बहुत से लोगों ने अपनी जान गवाई है साथ ही इससे देश की इकॉनमी को भी बड़ा झटका लगा है। इसी वजह से भारतीय वैज्ञानिकों ने बहुत तेज़ी से काम कर इस वैक्सीन को विकसित किया है। इस बात का भी विशेष धयान रखा गया है की वैक्सीन की गुणवत्ता पर कोई सवाल न उठ सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को ये खुशखबरी देते हुए ट्वीट किया है कि कोरोना से लड़ाई में 16 जनवरी को एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया जाएगा। इस दिन से नेशनल लेवल पर वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू होगा। इसमें हमारे डॉक्टरों, हेल्थकेयर वर्कर्स, सफाई कर्मचारियों सहित सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। देश, कोरोना के खिलाफ अपनी आखिरी लड़ाई की शुरुआत करेगा। वैक्सीनेशन के पूर्वाभ्यास के लिए अब तक 2 बार देशव्यापी ड्राई रन भी किए जा चुके हैं। ये पहले ही तय हो चुका है कि वैक्सीनेशन के पहले चरण में तीन करोड़ भारतीयों को वैक्सीन लगाई जाएगी, जिन्हें तीन दलों में बांटा गया है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के दैनिक मामलो में भारी गिरावट आई है जिसके बाद अब प्रदेश सरकार हिमाचल के बड़े अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने की तैयारी में है। इसे लेकर सरकार ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक और सीएमओ से फीडबैक माँगा गया है । कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश के कई अस्पतालों में ओपीडी बंद कर दी गई थी। इंदिरा गाँधी मेडिकल कॉलेज शिमला में भी मेडिसन ओपीडी बंद थी। डीडीयू अस्पताल में भी कोरोना के अलावा अन्य मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में एक्टिव मामलो की संख्या अब बस 1088 रह गई है। इसके साथ ही हिमाचल में कोरोना से डेथ रेट भी 0.4 रह गया है। 96 फीसदी के हिसाब से कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल अफसरों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में भले ही कोरोना के मामलों में कमी आ रही हो लेकिन, सैंपल की संख्या में कमी नहीं आनी चाहिए। प्रतिदिन 8 हजार से अधिक सैंपल लेने को कहा है। पिछले कल भी हिमाचल प्रदेश में 7841 लोगों के सैंपल कोरोना जाँच के लिए लिये गए।
अभी कोरोना का खतरा पूरी टला नहीं की भारत में एक और बीमारी ने अपने पैर पसार लिए है, कोरोना महामारी के बीच अब भारत के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। पोल्ट्री फार्म, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने को भी कहा गया है। साथ ही संक्रमण वाली जगहों पर मांस बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इस बर्ड फ्लू के आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। हिमाचल में सात दिन के भीतर मृतक परिंदों का आंकड़ा 2,403 पहुंच गया है। दिसंबर 2020 में जापान, साउथ कोरिया, वियतनाम और चार यूरोपीय देशों में बर्ड फ्लू के मामले आने शुरू हुए थे और अब ये भारत के कई हिस्सों में फैल चुका है। ये वायरस सिर्फ पक्षियों के लिए ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी घातक साबित हो सकता है। WHO द्वारा जारी की गई वार्निंग में भी बर्ड फ्लू को इंसानों के लिए घातक बताया गया है? आइए जानते हैं कि आखिर बर्ड फ्लू होता क्या है और ये कैसे फैलता है? क्या होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) भी कहते हैं। ये एक पक्षी से दूसरे पक्षियों में फैलता है। बर्ड फ्लू का सबसे जानलेवा स्ट्रेन H5N1 होता है। H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षियों की मौत भी हो सकती है। ये वायरस संक्रमित पक्षियों से अन्य जानवरों और इंसानों में भी फैल सकता है और इनमें भी ये वायरस इतना ही खतरनाक है। इंसानों में बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हॉन्ग कॉन्ग में आया था। उस समय इसके प्रकोप की वजह पोल्ट्री फार्म में संक्रमित मुर्गियों को बताया गया था। 1997 में बर्ड फ्लू से संक्रमित लगभग 60 फीसदी लोगों की मौत हो गई थी। ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह की लार या आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होती है। H5N1 बर्ड फ्लू इंसानों में होने वाले आम फ्लू की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से नहीं फैलता है। एक इंसान से दूसरे इंसान में तभी फैलता है जब दोनों के बीच बहुत करीबी संपर्क हो। जैसे कि संक्रमित बच्चे की देखभाल करने वाली मां या घर के किसी अन्य संक्रमित सदस्य का ख्याल रखने वाले लोग। किन पक्षियों में होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू प्रवासी जलीय पक्षियों खासतौर से जंगली बतख से प्राकृतिक रूप से फैलता है। इन जंगली पक्षियों से ये वायरस घरेलू मुर्गियों में फैल जाता है। जंगली पक्षियों से ये बीमारी सूअरों और गधों तक भी फैल जाती है। साल 2011 तक ये बीमारी बांग्लादेश, चीन, मिस्र, भारत, इंडोनेशिया और वियतनाम में फैल चुकी थी। इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू- बर्ड फ्लू इंसानों में तभी फैलता है जब वो किसी संक्रमित पक्षी के संपर्क में आए हों। ये करीबी संपर्क कई मामलों में अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोगों में ये संक्रमित पक्षियों की साफ-सफाई से फैल सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ये पक्षियों के बाजार से फैला था। संक्रमित पक्षियों से दूषित पानी में तैरने-नहाने या मुर्गों और पक्षियों की लड़ाई छुड़वाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित जगहों पर जाने वाले, कच्चा या अधपका मुर्गा-अंडा खाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू फैलने का खतरा होता है। H5N1 में लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता होती है। संक्रमित पक्षियों के मल और लार में ये वायरस 10 दिनों तक जिंदा रहता है। बर्ड फ्लू के लक्षण बर्ड फ्लू के लक्षण- बर्ड फ्लू होने पर आपको कफ, डायरिया, बुखार, सांस से जुड़ी दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपको लगता है कि आप बर्ड फ्लू की चपेट में आ गए हैं तो किसी और के संपर्क में आने से पहले डॉक्टर को दिखाएं। क्या है इलाज अलग-अलग तरह के बर्ड फ्लू का अलग-अलग तरीकों से इलाज किया जाता है लेकिन ज्यादातर मामलों में एंटीवायरल दवाओं से इसका इलाज किया जाता है। लक्षण दिखने के 48 घंटों के भीतर इसकी दवाएं लेनी जरूरी होती हैं। बर्ड फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के अलावा, उसके संपर्क में आए घर के अन्य सदस्यों को भी ये दवाएं ली जाने की सलाह दी जाती है, भले ही उन लोगों में बीमारी के लक्षण ना हो। कैसे करें बचाव जो भी बचाव के तरीके हम कोरोना महामारी के लिए इस्तेमाल कर रहे है जैसे मास्क लगाना, संक्रमितों से दुरी बनाएं रखना, सांइटिज़ेर का इस्तेमाल करना, ये सभी आदतें हमें बर्ड फ्लू से बचा सकती है। इसके साथ ही हमें संक्रमण वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए, अधपक्के मास का सेवन नहीं करना चाहिए।
भारत को कोरोना महामारी से बचाव के लिए पहली दो कोरोना वैक्सीन मिल चुकी है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिल गई है जिसके बाद कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तैयारी अंतिम चरण में पहुँच गई है। अब देश में कोविड टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है। लोगो के मन में इन वैक्सीन्स को लेकर कई सवाल उत्पन्न हो रहे है जिनमे से एक सवाल ये भी है की क्या इन टीकों का इस्तेमाल बच्चों पर भी किआ जाएगा ? बता दें की अबतक सरकार की मंजूरी के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड को 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को दिया जाएगा। जबकि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन अब 12 साल से ऊपर के बच्चों पर परीक्षण की अनुमति भी मिल गई है। दरअसल, भारत बायोटेक ने अपने फेज़ 2 के ट्रायल में कुल 380 वयस्क और बच्चों को वैक्सीन की डोज़ दी थी। जिसका रिजल्ट बेहतर आया है। इसके आधार पर डीसीजीआई ने क्लिनिकल ट्रायल मोड में आपातकालीन हालत में वैक्सीन के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दी है और इसमें 12 वर्ष या इससे ऊपर के बच्चे भी शामिल हैं। हालांकि, अभी सरकार की प्राथमिकता जिन 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की है, उनमें बच्चे शामिल नहीं हैं। पहली और दूसरी डोज़ में 4 से 6 हफ्ते तक का होगा अंतर 12 साल से छोटी उम्र के बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी या नहीं , या कब तक दी जाएगी , इसपर स्थिति स्पष्ट होना अभी बाकि है। वहीं, सरकार ने आधिकारिक बयान में कहा है कि देश में दी जाने वाली पहली वैक्सीन कोविशील्ड ही होगी, जो 18 साल से अधिक उम्र वालों को दी जाएगी। कोविशील्ड की लोगों को कुल दो डोज़ दी जाएंगी, पहली और दूसरी डोज़ में 4 से 6 हफ्ते तक का अंतर रह सकता है। कोविशील्ड वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री के तापमान में रखा जा सकता है।
देश में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है l देशभर के 116 जिलों में 259 सेंटरों पर वैक्सीन का ड्राई रन किया जा रहा है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हर भारतीय को मुफ्त लगाई जाएगी। इसके लिए किसी से भी किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन का जायजा लेने के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, 'सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि देशभर में हर भारतीय को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। बता दें की शुक्रवार को ही केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट के वैक्सीन कोविशील्ड को अनुमति दी है
भारत में कोरोना वैक्सीन का इंतज़ार अब ख़तम होने को आया है , आज वैक्सीन को लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की अहम बैठक हो रही है , जिसमे ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को इमरजेंसी अप्रूवल देने पर विचार किया जाएगा . बता दें की अब तक कमेटी की दो बैठकें हो चुकी हैं. इन बैठकों में वैक्सीन कंपनियों से कुछ और जानकारी मांगी गई थी. इस बैठक से अच्छी खबर आते ही कुछ घंटों के भीतर आपको पहली वैक्सीन लगने की खबर भी मिल जाएगी. भारत ने कोरोना को हराने की तैयारी पूरी कर ली है. पूरा एक्शन प्लान तैयार है. ड्राई रन की तैयारी शुरू वहीं, 2 जनवरी से देश के हर राज्य में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा. इसकी तैयारियों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अगुवाई में एक बैठक चल रही है. इससे पहले पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया था, जिसके रिज़ल्ट काफी सकारात्मक आए थे. वैक्सीन से जुड़ी कुछ अहम् बातें प्राथमिकता के आधार पर 30 करोड़ लोगों को पहले वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीन को लेकर भारत अब अपनी मुहिम को अंजाम तक पहुंचा चुका है. - ये वैक्सीन ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजेनेका द्वारा तैयार की गयी है. - भारत बायोटेक और आईसीएमआर की कोवैक्सीन भी तैयार है. - दोनों को इस्तेमाल का इमरजेंसी अप्रूवल किसी भी वक्त मिल सकता है - अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भी वैक्सीन तैयार कर ली है. - फाइजर की वैक्सीन भी भारत में मिलेगी. - फाइजर से एक्सपर्ट कमेटी ने कुछ जानकारी और मांगी है. - इसके मिलते ही फाइजर वैक्सीन को भी मंजूरी मिल जाएगी. - इसके अलावा चौथी वैक्सीन पर तेज काम हो रहा है. - ये वैक्सीन जायडस कैडिला बना रही है. - इसका थर्ड फेज ट्रायल शुरू होगा. - जायडस इसकी मंजूरी मांगने वाली है.
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 21 हजार 822 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 299 लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गवाई है। इस दौरान 26,139 मरीज ठीक भी हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,02,66,674 हो गई है। वहीं, इस दौरान 299 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है, इसके बाद कोरोना मृतकों की संख्या बढ़कर 1,48,738 हो गई है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमणमुक्त मरीजों की संख्या बढ़कर 98,60,280 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 26,139 मरीजों ने कोरोना वायरस को मात दी है और इलाज के बाद ठीक होकर घर लौटे हैं। वहीं, देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या तीन लाख से नीचे बनी हुई है। देश में कोविड-19 के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2,57,656 है, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।
30 जनवरी 2020 , ये वो दिन जो भारत भुलाए नहीं भूल सकता ,वो दिन जिसने पुरे 2020 की तस्वीर बदल कर रख दी , ये वो दिन है जब भारत में कोरोना बीमारी का पहला मामला सामने आया था . पहले लोगो ने भले ही इस बीमारी को तवज्ज़ो न दिया हो , लेकिन जनता में इसका खौफ मुसलसल बढ़ता गया , पहले लॉकडाउन फिर अनलॉक, लगातार बढ़ते नए मामले , अनगिनत मौतें , पुलिस के डंडे और चौपट कारोबार , इस कोरोना के चलते नजाने लोगों ने कितना कुछ सहा , लेकिन 2021 के लिए लोग मुन्तज़िर रहे, इस उम्मीद में की शायद अगला साल बेहतर होगा . साल ख़तम होने को था, कोरोना का खौफ कम हो ही रहा था की अब एक नए कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी , तारीख 29 दिसंबर 2020 , यानि ये साल जाते जाते एक और तोहफा दे कर जा रहा है . 29 दिसंबर को खबर आई की भारत में भी यूके वाले कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन (Coronavirus New Strain) की एंट्री हो गई है. ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज इस म्यूटेंट कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इनके संपर्क में आए करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन में रखा गया है. कुल 33,000 यात्री यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच आए थे, जिनमें से 114 कोरोना संक्रमित पाए गए . इनके सैंपल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया तो छह में नया स्ट्रेन मिला. इनमें से तीन सैंपल बेंगलुरू के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंसेज, 2 CCMB, हैदराबाद और 1 NIV, पुणे में मिला है . खौफ का एक नया पर्याय वापिस लौट आया है और इस बार ज़्यादा ताकतवर बनकर . ब्रिटेन कोरोना की वैक्सीन पर मोहर लगाने वाला दुनिया का पहला देश है . यहां दिसंबर के दूसरे हफ्ते से ही लोगो कको वैक्सीन लगाना शुरू कर दिए गया है , पर अब कोरोना के इस नए स्ट्रेन ने लोगो की चिंता बढ़ा दी है . बताया जा रहा है की कोरोना का ये नया स्ट्रेन 70 फीसदी ज़ादा संक्रामक है. भारत के पहले नए म्यूटेंट कोरोनवायरस वाले स्ट्रेन के केस अब तक डेनमार्क, नेदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, जर्मानी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देशों में सामने आ चुके हैं. इस नए कोरोना की खबर आते ही कई देशों ने ब्रिटेन के साथ अपना हवाई संपर्क मुल्तबी कर दिया , भारत भी उन देशों में से एक है , लेकिन अब काफी देर हो चुकी है और इस स्ट्रेन के 6 नए मामले सामने आ चुके है . इस वायरस के साथ साथ नई मुसीबतें भी भारत आई है .लोगो में आशंका है की ये वायरस फैलता कैसे है , क्या ये वायरस ज़्यादा सक्रीय है , क्या इसके लक्षण अलग है और सबसे बड़ा सवाल क्या इसपर कोरोना की वैक्सीन असर करेगी . आखिर क्या है ये नया म्युटेंट वायरस ........... बताया जा रहा है की कोरोना के इस नए स्ट्रेन के वायरल जेनेटिक लोड में कम से कम 17 बदलाव हुए है जिनमें 8 बेहद महत्वपूर्ण हैं और वायरस के जेनेटिक स्ट्रक्चर में हुए इस बदलाव को ही म्युटेशन कहते है . यह स्ट्रेन- B.1.1.7 - क्लीनिकल सीवीएरिटी या मृत्यु दर में कोई बदलाव नहीं करता है, लेकिन 70 प्रतिशत अधिक संक्रमणीय है. कोरोना के नए स्ट्रेन को 70 फीसदी अधिक संक्रामक बताया जा रहा है . कहा जा रहा है कि इसका म्यूटेशन कोरोना वायरस में 17 बदलावों के साथ हुआ है, इसलिए यह ज्यादा खतरनाक है . विशेषज्ञों का कहना है कि ये नया वायरस बच्चों और युवाओं को ज्यादा अपनी चपेट में ले रहा है . कितना खतरनाक नया स्ट्रेन ? ............ कोरोना के इस नए स्ट्रेन को इसलिए ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि इसके आठ रूप जीन में प्रोटीन बढ़ाने वाले हैं, जिसमें से दो सबसे ज्यादा खतरनाक हैं . पहला, नए स्ट्रेन का N501Y रूप, जिसकी वजह से वायरस शरीर की कोशिकाओं पर हमला कर सकता है और दूसरा, H69/V70 रूप, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को नुकसान पहुंचाता है. नया स्ट्रेन क्यों तेजी से फैल रहा है? .............. विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना का नया स्ट्रेन काफी तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है . कहा जा रहा है कि इस नए 'प्रकार' ने वायरस को बढ़ाने वाले प्रोटीन में बदलाव कर लिया है, जिसके जरिए यह शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर आसानी से हमला कर देता है . इसके तेजी से फैलने का कारण यही है . ब्रिटेन में मिले कोरोना के 40 हजार नए मरीज.......... गौरतलब है कि नया स्ट्रेन मिलने के बाद ब्रिटेन में मरीजों की संख्या में बहुत तेजी के साथ इजाफा हुआ है. ऐसा पहली बार हुआ है जब देश में 40 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज एक दिन के भीतर मिले हैं. हालांकि अभी इस पर रिसर्च जारी है कि ये नया स्ट्रेन कितना घातक है. अब तक कितने देशों में फैला है यह? कोरोना वायरस का यह नया रूप सबसे पहले ब्रिटेन में पाया गया था, जिसके बाद से यह अब तक कई देशों में फैल चुका है . इसमें डेनमार्क से लेकर हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देश शामिल हैं . क्या कोरोना के 'नए रूप' पर काम करेगी वैक्सीन? भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति का कहना है कि वायरस का यह नया स्ट्रेन (प्रकार) अधिक संक्रामक तो है, लेकिन फिलहाल यह मानने की कोई वजह उपलब्ध नहीं है कि विकसित किए जा चुके कोरोना के टीके वायरस के नए प्रकार पर प्रभावी नहीं होंगे . जर्मनी की दवा कंपनी बायोएनटेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उगुर साहीन ने भी कहा है कि इसकी पूरी संभावना है कि वैक्सीन इस वायरस के नए प्रकार पर भी प्रभावी रहेगी, लेकिन अगर जरूरत होती है तो कंपनी छह हफ्ते में नई वैक्सीन तैयार कर सकती है . तो वहीं भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी प्रभावी होगी. लोगों को नए स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं है. भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के विजय राघवन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वैक्सीन यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरिएंट के खिलाफ काम करेंगी. इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि वर्तमान वैक्सीन इन कोरोना वेरिएंट्स से बचाने में नाकाम रहेंगी. कोरोना के 'नए रूप' से कैसे करें बचाव ? दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. ए. के. वार्ष्णेय कहते हैं कि कोरोना के इस 'नए रूप' से घबराने के बजाय अगर हम नियमों का पालन करें तो हर प्रकार के स्ट्रेन से बच सकते हैं . ऐसे में आप विशेषज्ञों के बताए नियमों (जैसे- मास्क पहनना, सुरक्षित शारीरिक दूरी अपनाना और हाथ धोना) का पालन जरूर करें .
In a routine press briefing, Niti Aayog’s Dr. VK Paul said there was no cause for concern for the new strain of coronavirus found in the UK. A mutated and more aggressive strain of the novel coronavirus - which was first identified in the United Kingdom in September - has not been seen in India so far. He said the new strain of Covid-19 in the United Kingdom has increased transmissibility. This mutation is not affecting the severity of the disease. Case fatality is not affected by this mutation. The new strain of the virus - initial data suggests it is at least 70 percent more easily transmitted - has sparked concern worldwide, amid surging infection rates in the UK and fears the first lot of vaccines may not be as effective against the mutation.
कोविड -19 की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रदेशवासियों से अपील..
हिमाचल प्रदेश में कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है जो प्रदेश वासियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। हिमाचल में आज 6 कोरोना संक्रमितों ने अपनी जान गंवाई । इनमे जिला हमीरपुर में 2 व्यक्तियों की मृत्यु हुई जबकि चम्बा, काँगड़ा ,शिमला और सोलन में 1-1 मृत्यु हुई है। हिमाचल में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 735 पहुँच चुकी है। अब तक प्रदेश में कुल 45,779 कोरोना के मामले सामने आए है जिनमे से 7401 सक्रिय मामले है और 37,599 अब तक ठीक हो चुके है।
Haryana Home Minister Anil Vij has tested positive for the coronavirus he shared this information via a tweet . Mr Vij, 67, said he is admitted at the Civil Hospital in Ambala. This news comes out to be a big shocker as just two weeks before he has participated voluntarily in a corona vaccine trial campaign. The minister also urged all those who had come in close contact with him to get themselves tested. He tweeted, "I have been tested positive for Corona. I am admitted in Civil Hospital Ambala Cantt. All those who have come in close contact with me are advised to get themselves tested for corona,". On November 20, Mr Vij, who is also Haryana's Health Minister, participated in the third phase trial of Bharat Biotech's Covexin. He had earlier announced on Twitter that he will be the first volunteer in his state for the vaccine trials. "The antibodies against the infection build up in a human being only after a specific number of days pass after the second dose of the vaccine is taken, since this is a two-dose vaccine. The minister in question has taken only one dose of the vaccine," the Union Health Ministry said after Mr Vij's announcement. Bharat Biotech, that is developing the vaccine, said the clinical trials of Covaxin are based on a two-dose schedule, given 28 days apart. "The vaccine efficacy is determined after 14 days after the second dose. Covaxin has been designed to be efficacious when subjects receive both doses," the Hyderabad-based drug maker said, reacting to the news of the Haryana minister testing positive. Covaxin has been evaluated in about 1,000 subjects in the first two phases of clinical trials, with promising safety and immunogenicity data.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच देश के लिए एक अच्छी खबर आई है। दिल्ली-AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि दिसम्बर के आखिर या जनवरी कि शुरुआत में कोरोना कि वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिल सकता है। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि भारत में अब कुछ वैक्सीन्स ट्रायल के फाइनल स्टेज में हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि दिसंबर के अंत या जनवरी कि शुरुआत तक इन में से किसी को ड्रग रेगुलेटर से इमरजेंसी अप्रूवल मिल जाएगा। उसके बाद वक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। बता दें, भारत में इस समय 6 वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसमें ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राजेनेका और भारत बायोटेक के वैक्सीन फेज-3 ट्रायल में हैं। इसे भारत में बना रहे सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला ने पिछले हफ्ते कहा था कि वे जल्द ही इमरजेंसी अप्रूवल के लिए अप्लाई करने की तैयारी कर रहे हैं। डॉ. गुलेरिया ने गुरुवार को कहा कि जो डेटा अब तक सामने आया है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि वैक्सीन सेफ और इफेक्टिव है। वैक्सीन की सेफ्टी और एफिशिएंसी से कोई समझौता नहीं होगा। 70 से 80 हजार वॉलंटियर्स को वैक्सीन लगाई गई है। अब तक कोई गंभीर साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है। डेटा बताता है कि शॉर्ट टर्म वैक्सीन सुरक्षित है।
हिमाचल प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामले अब राज्य के लिए चिंता का विषय बन गए है, बात राजधानी शिमला कि करें तो यहां, कोरोना के मामले चौगुनी रफ़्तार से बढ़ रहे है जिसके बाद शिमला कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है । आलम यह है कि अब सैलानी भी यहां आने से कतराने लगे हैं। हर साल पर्यटक बर्फ़बारी का इंतज़ार करते है और बर्फ़बारी होते ही सुकून के कुछ पलों के लिए शिमला की शुद्ध आबोहवा का रुख करते है। मगर वर्तमान परिवेश में शिमला के अधिकतम होटल खाली पड़े है। हिमाचल में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए पर्यटक यहां नहीं आना चाहते। कोरोना के मामलों की बढ़ने की रफ्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अक्तूबर में जहां 1800 एक्टिव केस थे वहीं एक माह बाद नवंबर में यह मामले 7500 से पार चले गए। हिमाचल में अब तक 41,860 कोरोना के मामले सामने आए हैं और अब तक 667 लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों ने हिमाचल के पर्यटन उद्योग पर भारी चोट की है। सबसे ज़्यादा प्रभावित जिले की बात करें तो वो शिमला ही है जहां अब तक 7631 मामले सामने आए है जबकि दूसरे नंबर पर मंडी जिला है जहां अब तक 6777 मामले सामने आ चुके है।
विश्व एड्स दिवस (World Aids Day) हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली बीमारी एड्स के बारे में जागरुकता बढ़ाना है। इस बार की थीम एचआईवी महामारी समाप्त करना: लचीलापन और प्रभाव रखी गई है। एड्स वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। WHO के मुताबिक, साल 2019 के अंत तक पूरी दुनिया में इस बीमारी के 3 करोड़ 80 लाख मरीज थे। UNAIDS की रिपोर्ट कहती है कि साल 2019 में एड्स के 17 लाख नए मामले सामने आए हैं। इसी वर्ष 6 लाख 90 हजार लोगों की मौत इस बीमारी से जुड़े कारणों से हुई। कैसे हुई विश्व एड्स दिवस (World Aids Day) की शुरुआत? विश्व एड्स दिवस (World Aids Day) सबसे पहले अगस्त 1987 में जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर नाम के व्यक्ति ने मनाया था। जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर विश्व स्वास्थ्य संगठन में एड्स पर ग्लोबल कार्यक्रम (WHO) के लिए अधिकारियों के रूप में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में नियुक्त थे। जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने WHO के ग्लोबल प्रोग्राम ऑन एड्स के डायरेक्टर जोनाथन मान के सामने विश्व एड्स दिवस मनाने का सुझाव रखा। जोनाथन को विश्व एड्स दिवस (World Aids Day) मनाने का विचार अच्छा लगा और उन्होंने 1 दिसंबर 1988 को विश्व एड्स डे मनाने के लिए चुना। बता दें कि आठ सरकारी सार्वजनिक स्वास्थ्य दिवसों में विश्व एड्स दिवस शामिल है। इन वजहों से होता है एड्स -HIV पॉजिटिव महिला के बच्चे में। -एक बार इस्तेमाल की जानी वाली सुई को दूसरी बार यूज करने से। -इन्फेक्टेड ब्लेड यूज करने से। -अनसेफ सेक्स (बिना कनडोम के) करने से। -संक्रमित खून चढ़ाने से। ये है एड्स के सिम्पटम्स -गले में खराश -रात के दौरान पसीना -ठंड लगना -थकान -दुर्बलता -जोड़ो का दर्द -मांसपेशियों में दर्द -बढ़ी हुई ग्रंथियाँ -वजन घटना -बुखार
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को कोरोना से पांच मरीजों की मौत हो गई है । इनमे से 2 मृत्यु काँगड़ा में, 1 किन्नौर,1 शिमला और एक मृत्यु ऊनामें दर्ज की गयी है।हिमाचल में अब तक कोरोना से कुल 630 लोग अपनी जान गवां चुके है । अब तक प्रदेश कुल 40,139 कोरोना के मामले सामने ए है जिनमे से 8167 सक्रीय मामले है और 31,296 अब तक ठीक हो चुके है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों ने रफ़्तार पकड़ ली है नतीजन हिमाचल में जन जीवन दोबारा धीमा हो गया है। बता की प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 631 मामले सामने आए है जिसके बाद हिमाचल प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 40035 हो गयी है, साथ ही पिछले 24 घंटों में 7 संक्रमितों की मृत्यु भी हुई है जिसके बाद मृतकों की संख्या 630 पहुँच गयी है। अब तक 31296 लोग रिकवर भी हो गए है। कोरोना के मामलों में लगातार होती बढ़ौतरी हिमाचल के लोगों के लिए चिंता का सबब बन गया है।
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 38,772 नए मामले सामने आए है जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 94,31,692 हो गयी है। पिछले 24 घंटे में 443 नई मौतों भी हुई है जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,37,139 पहुँच गयी है। देश में सक्रिय मामले अब 4,46,952 हैं। 45,333 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 88,47,600 हो गयी है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना का कहर बरकरार है, नेरचौक मेडिकल कॉलेज में रविवार को कोरोना से तीन की मौत हो गई है । आज नेरचौक में मनाली की 70 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित महिला, हमीरपुर के भोरंज निवासी 70 वर्षीय संक्रमित और कुल्लू के तरगली निवासी 47 वर्षीय संक्रमित ने दम तोड़ दिया। हिमाचल प्रदेश में अब तक 39,406 लोग संक्रमित पाए जा चुकें है और 623 लोगों कि कोरोना के कजहालते मृत्यु भी हो चुकी है l कोरोना के बढ़ते मामलों को देख कर आज पुरे हिमाचल प्रदेश में बाज़ार बंद रहे और कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वालों चलन भी कटे गए l
कोरोना वैक्सीन का हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा है इसके लिए विश्व भर में प्रयास चल रहे हैं। वहीं अब इन प्रयासों में हिमाचल भी अपना योगदान देगा। बता दें कि खबर आ रही है कि रूस की कोरोना वैक्सीन हिमाचल के बद्दी में तैयार की जाएगी। इसके लिए बद्दी की एक कंपनी पनेशिया से करार हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में यह कंपनी स्पूतनिक टीके का उत्पादन शुरू करेगी। बताया जा रहा है कि सिरमौर जिले के पांवटा में स्थापित मैनकाइंड कंपनी के साथ भी दवा की मार्केटिंग को लेकर बातचीत चल रही है। जानकारी के अनुसार पनेशिया से करार से पहले बद्दी की दो और कंपनियों डा. रेड्डी और हेट्रो से वैक्सीन तैयार करने के लिए रूस की ओर से बातचीत चल रही थी। लेकिन उत्तर भारत में वैक्सीन बनाने वाली पनेशिया ही एकमात्र कंपनी है इसलिए रूस ने इसी कंपनी के साथ करार किया है। बताया जा रहा है कि इसकी वैक्सीन बनाने के लिए कंपनी को तकनीक ट्रांसफर हो चुकी है।
हिमाचल में कोरोना संक्रमण का कहर बढ़ता जा रहा है। कोरोना से मरने वालों के आंकड़े में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश में अब तक 37,544 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं जबकि 596 लोगों की कोरोना से मौत हो गयी है। जिलावार बात करें तो सबसे ज़्यादा प्रभावित हिमाचल की राजधानी हुई है, कोरोना से अब तक शिमला में 156 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, तो वहीं काँगड़ा में भी अब तक 117 लोग कोरोना के चलते अपनी जान गंवा चुके है l हिमाचल में कोरोना से मृत्यु दर अब 1.58 पहुँच चुका है जो हिमाचल के लोगों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है l वहीं राजधानी की बात करें तो मृत्यु दर सबसे अधिक है, शिमला में मृत्यु दर अब 2.46 हो चुका है। प्रदेश में स्थिति पिछले एक महीने से ही ज़्यादा बिगड़ी है l इस महीने हिमाचल में 15000 से ज़्यादा नए मामले सामने आये है l कोरोना पर काबू पाने के लिए हिमाचल सरकार कई प्रयास कर रही है और, मास्क न लगाने वालों के चालान भी किये जा रहे है l पर क्या सिर्फ मास्क लगाने से कोरोना रुकेगा ये एक बड़ा सवाल है l
सेंट्रल ड्रग्स लेबाेरेटरी (CDL) कसौली ने अहमदाबाद की एक कंपनी का रेबीज वैक्सीन का सैंपल फेल किया है। CDL में सैंपल फेल होने के बाद अब यह कंपनी उस बैच को बाजार में नहीं भेज सकेगी। जानकारी के अनुसार अहमदाबाद की कैडिला हेल्थ केयर कंपनी का रेबीज वैक्सीन का सैंपल सीडीएल में जांच के लिए आया था। तमाम टेस्टिंग से गुजरने के बाद यह वैक्सीन सीडीएल के गुणवत्ता के मानकों पर खरा नहीं उतर पाया। इसे सीडीएल द्वारा नॉट ऑफ स्टेंडर्ड क्वालिटी घोषित किया गया है। सीडीएल ने कंपनी को इस वैक्सीन को बाजार में न भेजने के निर्देश जारी किए है।