देश में जारी कोरोना संकट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ्रेंस में मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, डॉ बलराम भार्गव, आईसीएमआर और नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल मौजूद रहे। लव अग्रवाल ने बताया कि देश के 187 जिलों में पिछले 2 हफ्तों से कोरोना मामलों में गिरावट जारी है। 24 राज्य में पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी तक है, जबकि 12 राज्य ऐसे हैं जहां एक लाख से अधिक कोरोना के केस हैं । इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अगले हफ्ते से स्पुतनिक (Sputnik V) वैक्सीन की बिक्री भारत में शुरू हो जाएगी। साथ ही स्पुतनिक अक्टूबर तक भारत में उत्पादित होकर मिलने लगेगी। मंत्रालय के बयान से साफ है कि भारत में अब रूसी वैक्सीन स्पूतनिक अगले हफ्ते से बाजारों में दिखने लगेगा। अगले 2 महीनों में ऐसी योजना है कि भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर रूस की कंपनी भारत में ही इस वैक्सीन का उत्पादन करेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि अब धीरे-धीरे फिर से रिकवरी रेट बढ़ रहा है। मौजूद समय में रिकवरी रेट 83.26% है। अब केस भी घट रहे हैं। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग भी अब सबसे अधिक हो रही है ।
देश के अन्य राज्यों की तरह ही कोरोना महामारी के बीच हरियाणा में ब्लैक फंगस के मामले सामने आने लगे है । प्रदेश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है। कोरोना से ठीक होने के बाद अब ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिन्हें शुगर है और उन पर ब्लैक फंगस ने हमला बोल दिया है। पीजीआई रोहतक के बाद अब करनाल स्थित कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में भी ऐसे दो मरीजों को दाखिल किया है। दोनों मरीजों की एक-एक आंख पर फंगस बढ़ने लगी है। हालांकि, डाक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया है। स्टेरायड, एंटी बायोटिक दवाओं के कारण व अधिक समय तक इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) व हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) में रहने से म्यूकारमाइकोसिस (काली फफूंदी या ब्लैक फंगस) कोरोना संक्रमितों की आंखों पर हमला कर रहा है। यह समस्या कोरोना से ठीक होने के बाद भी आ रही है। जानिए क्या है Black Fungus के लक्षण यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, म्यूकॉमिकोसिस या ब्लैक फंगस एक दुर्लभ फंगल संक्रमण है। इसे श्लेष्मा रोग या ज़ाइगोमाइकोसिस भी कहा जाता है। यह एक गंभीर संक्रमण है जो श्लेष्म या कवक के समूह के कारण होता है जिसे श्लेष्माकोशिका कहा जाता है। ये मोल्ड पूरे वातावरण में रहते हैं। यह आमतौर पर हवा से फंगल बीजाणुओं को बाहर निकालने के बाद साइनस या फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह त्वचा पर कट, जलने या अन्य प्रकार की त्वचा की चोट के बाद भी हो सकता है। Black Fungus कब नजर आता है कोरोना संक्रमण से उबरने के दो-तीन दिन बाद काली फफूंद के लक्षण दिखाई देते हैं। यह फंगल संक्रमण सबसे पहले साइनस में तब होता है जब रोगी कोविड -19 से ठीक हो जाता है और लगभग दो-चार दिनों में यह आंखों पर हमला करता है। सूरत के किरण अस्पताल के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. संकेत शाह के मुताबिक, इसके अगले 24 घंटों में यह संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच जाता है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां बताया कि राज्य में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों, क्षेत्रीय अस्पतालों, कोविड समर्पित अस्पतालों आदि में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के अलावा प्रदेश के विभिन्न भागों में मेक शिफ्ट अस्पतालों का निर्माण भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी जिला के भंगरोटू में कोरोना मरीजों के लिए मेक शिफ्ट अस्पताल लगभग बनकर तैयार है और आॅक्सीजन आपूर्ति सम्बन्धी में जाॅंच प्रक्रिया अन्तिम चरण में है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल विशेष रूप से मण्डी जिले और पूरे क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित होगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि भंगरोटू के मेक शिफ्ट अस्पताल में प्रभावी केन्द्रीय ऑक्सीजन न आपूर्ति के साथ 90 ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की सुविधा है। इस मेक शिफ्ट अस्पताल में गम्भीर रूप से बीमार मरीजों के लिए आईसीयू की सुविधा भी होगी। इस अस्पताल के कार्यान्वित होने से श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल नेरचैक में ईलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भंगरोटू के अलावा मण्डी के निकट खलियार में मेक शिफ्ट अस्पताल के निर्माण कार्य में तेजी लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 200 बिस्तरों वाले इस अस्पताल का कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इस अस्पताल के सभी 200 बिस्तरों के लिए केन्द्रीय ऑक्सीजन सुविधा के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। मण्डी जिला में चरणबद्ध तरीके से ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हेांने कहा कि श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल नेरचैक में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की सुविधा को 120 बिस्तरों से बढ़ाकर 220 कर दिया गया है और इसे 300 बिस्तरों तक बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने इसी प्रकार बीबीएमबी अस्पताल सुन्दरनगर में 40 ऑक्सीजनयुक्त बिस्तर, मातृ एवं शिशु अस्पताल सुन्दरनगर में 50 बिस्तर और नागरिक अस्पताल रत्ती में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की संख्या को 25 से बढ़ाकर 45 किया गया है
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने दिल्ली में रह रहे प्रवासी हिमाचलियों को कोरोना आपदा के दौरान ऑक्सीजन सम्बन्धी कोई समस्या ना आने पाए इस हेतु दिल्ली के विभिन्न हिमाचली कल्याणकारी संस्थाओं को अपने निजी प्रयासों से 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वितरित किए। अनुराग ठाकुर ने कहा “ कोरोना आपदा की इस घड़ी में हमारे लिए हर जान क़ीमती है । केंद्र सरकार व राज्य सरकारें आपसी समन्वय से इस विपदा से निपटने के लिए सारे ज़रूरी कदम उठा रही हैं। दिल्ली में रह रहे प्रवासी हिमाचली भाई बहन को कोरोना महामारी के इस दौर में आपातक़ालीन स्थिति में ऑक्सीजन कमी ना हो इसलिए 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यहाँ पर विभिन्न हिमाचली कल्याणकारी संस्थाओं को उपलब्ध कराया है। ये संस्थाएँ दिल्ली में रह रहे प्रवासी हिमाचलियों के लिए एक परिवार के तरह से है और मैं यहाँ दिल्ली में रहने वाले विशेष तौर पर अपने प्रदेशवासियों के लिए किसी भी परिस्थिति में पूरे सेवा भाव से सदैव उपलब्ध हूँ। अनुराग ठाकुर ने कहा “कोरोना की दूसरी लहर के कारण संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है और इस बढ़ते संक्रमण के चलते पूरे देश में ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ी है । सिर्फ़ हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में यह माँग 60 गुना तक बढ़ गई है। इसे दृष्टिगत रखते हुए आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा हमीरपुर में वर्चुअली एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया गया जिसके लिए उनका आभार प्रकट करता हूँ”
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने वित्त मंत्रालय द्वारा कोरोना आपदा की इस घड़ी में स्वास्थ्य संस्थानों जैसे निजी अस्पताल, कोविड सेंटर, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम समेत सभी मेडिकल सेंटरों द्वारा अब दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकने के निर्णय की जानकारी दी है। अनुराग ठाकुर ने कहा “ मोदी सरकार कोरोना आपदा की इस घड़ी में देशवासियों की हरसम्भव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है कोरोना मरीज़ों के परिजनों को उपचाराधीन मरीज़ों के इलाज में पेमेंट संबंधी समस्या लगातार हमारे ध्यान में लाई जा रही थी। इसे दृष्टिगत रखते हुए वित्त मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों जैसे निजी अस्पताल, कोविड सेंटर, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम समेत सभी मेडिकल सेंटर को अब दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकने संबंधी आदेश जारी कर दिया है। यह छूट 31 मई तक लागू रहेगी। दो लाख रुपए से ऊपर की कैश पेमेंट के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड देना होगा। मरीज का विवरण, भुगतानकर्ता का पैन या आधार, मरीज और भुगतानकर्ता के बीच रिश्ते की जानकारी लेकर अस्पताल दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकेंगे। अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज और उनके रिश्तेदारों को पेमेंट को लेकर हो रही समस्याओं को दूर करने के लिए हमने यह निर्णय लिया है” अनुराग ठाकुर ने कहा “ आयकर कानून की धारा-269ST के अंतर्गत देश में किसी भी व्यक्ति को 2 लाख रुपए से ज्यादा के नकद लेनदेन को प्रतिबंधित करती है।मगर महामारी के इस समय में इलाज करा रहे लोगों को इस क़ानूनी बाध्यता के चलते किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े इसलिए वित्त मंत्रालय द्वारा यह कदम उठाया गया। वित्त मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने कोविड संबंधी आयात से जुड़े सवालों के समाधान के लिए एक सहायता प्रकोष्ठ बनाया है, ताकि सीमा शुल्क विभाग से ऐसे सामान की त्वरित निकासी हो सके जिसके त्वरित व सकारात्मक परिणाम हमें मिले हैं।वित्त मंत्रालय पूरी गम्भीरता के साथ प्रधानमंत्री जी के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना से राहत देने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रहा है”
देश में कोरोना का कहर लगातार जारी है। बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामले एक बार फिर बढ़े हैं। बुधवार को कोरोना के 3.82 लाख से ज़्यादा नए मामले सामने आए। इतना ही नहीं कोरोना वायरस से होने वाली दैनिक मौतों के आंकड़ों ने भी स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3,82,315 नए मामले सामने आए हैं, 3780 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि तीन लाख से ही ज़्यादा मरीज ठीक होकर घर वापस लौटे है। देश में अब कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 1,69,51,731 हो गया है। इतना ही नहीं कोरोना से संक्रमित मामलों का आंकड़ा दो करोड़ के पार चला गया है। वैक्सीनेशन अभियान के तहत देश में 16,04,94,188 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है।
देश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले हफ्ते से लगातार प्रतिदिन साढ़े तीन से ज़्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 3.68 लाख से ज़्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं और 3,417 लोगों की मौत हो गई। कोरोना मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है, जिससे देश की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई। देशभर के अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है। सैकड़ों लोग बिना इलाज़ के ही दम तोड़ रहे हैं। वहीं श्मशान घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। भारत दुनिया में तीसरा ऐसा देश है, जहां कोरोना से सबसे अधिक लोगों की मौतें हुई हैं। वहीं, पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे नंबर पर ब्राजील है।
शहर-शहर कोरोना का कहर मचा है। देश में लगातार नौवें दिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3 लाख के पार पंहुचा है। ऐसे में कोरोना से स्वयं को बचाने के लिए सावधानी बरतना बरतना जरुरी है। पढ़िए कोरोना संबंधी कुछ सवालों के जवाब जो कोरोना से स्वयं के बचाव में करेंगे मदद.... साबुन या सैनिटाइज़र: घर पर साबुन और पानी से हाथ धोने का तरीका सबसे अच्छा है। हाथों को साबुन से काम से काम 20 सेकेंड तक धोना चाहिए। हाथों के हर कोने को अच्छी तरह से साफ करें। दिन में बार-बार हाथों को साबुन से धोएं। कौन सा सैनिटाइज़र सही है: यदि आप घर से बाहर है जहाँ साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें। कैसे करें सैनिटाइज़र का उपयोग : हैंड सैनिटाइज़र को एक हथेली पर लगाने के बाद दोनों हाथों को एक साथ रगड़ना चाहिए। रगड़ते समय, जेल को हाथ की सभी सतहों को कवर करते हुए अंगुलियों पर फैलाया जाना चाहिए। यह प्रक्रिया तब तक कीजिए जब तक जेल के पूरी तरह हाथों पर सूख न जाए। अल्कोहल आधारित सैनिटाइज़र क्यों : अल्कोहल वायरस और बैक्टीरिया सहित विभिन्न प्रकार के रोगाणुओं को मारने में प्रभावकारी है। कोरोना वायरस एक ऐसे प्रकार का वायरस है, जिसमें एक बाहरी आवरण होता है। इसे आवरण को इनवेलप कहा जाता है। अल्कोहल इस आवरण को खत्म कर सकता है। चीज़ो को कैसे करें कीटाणुरहित: क्लीन्ज़र और वाइप्स उन वस्तुओं, सतहों की सफाई करने और कीटाणुरहित करने में प्रभावी होते हैं, जिन्हें अक्सर छुआ जाता है। इसके इलावा बाहर से आने वाले सामान को डेटॉल वाले वाले पानी से धोकर और सैनिटाइज़र स्प्रे से साफ़ करके धुप में सूखा कर घर में लाएं। फल-सब्ज़ियों को कैसे करें साफ: बाहर से आने वाली फल व सब्ज़ियों को अच्छी तरह से गरम पानी में धोने के बाद धूप में सुखा कर उनका उपयोग करें। सब्ज़ी बनाने से पहले ग्राम पानी में नमक डाल कर सब्ज़ियों को साफ़ करें। घर से निकलते वक़्त जरूर पहने मास्क: कोरोना काल में संक्रमण से बचाव में मास्क बड़ा उपाय रहा है। कोरोना काल में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन समेत दुनियाभर के देश इसपर लगातार ज़ोर दे रहे हैं। हर जगह पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जा चुका है। घर से बाहर जाते वक़्त मास्क जरूर पहने और लोगों से 2 गज की दूरी बनाए।
Over 1.3 crore Indians registered themselves online on the government's dedicated portal Cowin on Wednesday for the mass vaccination drive. However, a lot of them struggled a lot to get themselves registered and complained about the technical problems they faced while trying to register themselves on the Cowin portal. Some of them even complained that the portal was not responding while others said that it had crashed. In the second wave of infection, it has been seen that at least 300,000 people test positive each day for the past week. At this moment, India's best hope is to vaccinate its vast population. On Wednesday it opened registrations for everyone above the 18 to be vaccinated from Saturday. Many state governments have already said that may not be able to begin the drive on May 1 as they are still short of supplies. Another major roadblock is the large number of people registering themselves for vaccination. As the situation stands, COVID-19 vaccination is currently available in private hospitals only for 45-plus people till the end of the month. Thereafter the Centre-supported vaccine rollout for this category will be available only in government hospitals. The Centre has recently announced that states, private hospitals, and corporates can access 50% production of Covishield and Covaxin for the 18 and above category.
भारत में कोरोना का कहर लगातार जारी है। देश में आए दिन मौतों का आकड़ा बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह जारी किए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 3,79,257 नए मामले सामने आए है। वहीं 3,645 संक्रमितों की मौत हो गई। 2,69,507 लोगों ने कोरोना को मात दे दी और वो स्वस्थ होकर वापस अपने घर लौट गए है। इसके बाद अब तक देश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1,83,76,524 हो गया और मरने वालों की संख्या 2,04,832 हो गई है। फिलहाल देश में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 1,50,86,878 है, सक्रिय कोविड संक्रमितों का आंकड़ा 30,84,814 है। देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी जिसके तहत अब तक कुल 15,00,20,648 वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, भारत में बुधवार तक कोरोना वायरस के लिए कुल 28,44,71,979 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 17,68,190 सैंपल कल टेस्ट किए गए।
Corona outbreaks are being seen in different parts of the country. The number of new patients is constantly increasing. Such a situation is increasing the pressure on hospitals. Many hospitals have complaints of beds and oxygen shortage. People are wandering from rate to rate for oxygen. At the same time, the negligence of the hospital is also being seen in many cities. Some cases of negligence are coming out from different cities of Uttar Pradesh where the private hospital in Rohania area crossed the limits of negligence. The doctors and staff were seen missing in the hospital in Bacchana area of Rohania. A family alleges that the hospital has admitted the Covid patient to the hospital, but is not receiving any kind of care. Angry families created a fierce commotion and vandalized the hospital. The sad part is that despite this ruckus, the patient's life could not be saved.
All people aged 18 years and above are going to get the corona vaccine from May 1, but the Arogya Setu app to be registered has not been updated yet. After getting registered on the Arogya Setu app, the message is still received that currently only those who are 45 years and above can get vaccinated. The same is also the case with the Kovin Portal and Umang App. In such a situation, people aged 18 years and above are worried about registration. Registration was to start from today. It was earlier told that from April 28, registration will start for those above 18 years of age on all three platforms Kovin, Arogya Setu, and Umang App, but now when the people of registration are getting upset, then Arogya Setu's statement has come that registration will be on April 28 from 4 pm. Arogya Setu has officially stated that registration will start from 4 pm on all three platforms Kovin, Arogya Setu, and Umang App.
भारत में जारी कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार हर दिन के साथ तेज़ होती जा रही है। देश में कोरोना के मामलें आए दिन नया रिकॉर्ड दर्ज कर रहे है। पिछले करीब एक हफ्ते से रोजाना तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में भारत में 3.60 लाख कोरोना के नए मामले सामने आए, जबकि 3293 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ भारत में कुल मौतों का आंकड़ा भी दो लाख को पार कर गया है। दुनिया में कोरोना के कारण हुई कुल मौतों के मामले में अब भारत चौथे नंबर पर आ गया है। सबसे अधिक मौतें अमेरिका, ब्राजील और मैक्सिको में हुई हैं, उसके बाद भारत का नंबर आता है।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेज़ रफ़्तार से बढ़ रही है, जिसके चलते स्थिति दिनोंदिन भयावह हो रही है। देश में कोरोना के मामलें आए दिन नया रिकॉर्ड दर्ज कर रहे है। बीते 6 दिनों से कोरोना वायरस के मामले तीन लाख से ज़्यादा ही पाए जा रहे हैं। मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में 3.23 लाख से अधिक मामले आए और 2771 लोगों की मौत हुई। इस दौरान देश में 25182 लोग डिस्चार्ज किए गए और बीते 24 घंटे में 68546 एक्टिव केस बढ़े। देश में अब तक 14,52,71,186 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। देश में फिलहाल एक्टिव केस का 16.34%, डिस्चार्ज मरीजों का प्रतिशत 82.54 और मृतकों का प्रतिशत 1.12 है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से मंडी जिले के सुंदरनगर में 12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मातृ एवं शिशु अस्पताल का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने शिमला से सुंदरनगर के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस अस्पताल को वर्तमान राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष और तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने वर्ष 2017 में राज्य के लिए स्वीकृत किया था और पिछले तीन वर्षो के दौरान इस परियोजना के कार्य में तेज़ी लाने के उपरान्त आज जनता को समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य सरकार इस अस्पताल को वर्चुअल माध्यम से लोगों को समर्पित करने के लिए मजबूर हुई। इस अस्पताल का उपयोग समर्पित कोविड-19 अस्पताल के रूप में किया जाएगा और यह जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करेगा। नेरचैक मेडिकल कालेज को कोविड-19 अस्पताल के रूप में समर्पित किया गया है और अतिरिक्त 100 बिस्तरों की क्षमता वाले प्री-फैब्रिकेटिड अस्पताल का कार्य भी कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा। नागरिक अस्पताल सुंदरनगर को 150 बिस्तर वाले अस्पताल में स्तरोन्नत किया गया है और यह क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान कर रहा है। राज्य सरकार अस्पताल में लिफ्ट और अन्य आवश्यक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए अतिरिक्त धन उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि चिंता का विषय है। राज्य सरकार ने प्रदेश में आने वाले लोगों से 72 घंटे पहले किए गए आरटीपीसीआर परीक्षण की रिपोर्ट अनिवार्य रूप से साथ लाने और उन्हें चौदह दिनों की अवधि के लिए अपने निवास स्थान पर होम आईसोलेशन में रहने का आग्रह किया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के निर्वाचित प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई आरंभ करने का आग्रह किया ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।
हिमाचल प्रदेश में कुछ दवा उद्योगों के सैंपल लगातार फेल हो रहे है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन (सीडीएससीओ) के ड्रग अलर्ट में लगातार इसका खुलासा हो रहा हैं। पिछले 9 महीनों के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो हिमाचल में बनी कुल 41 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। जुलाई 2020 में कुल 11, अगस्त में 4, सितम्बर में 3, अक्टूबर में 2, नवंबर में 5, दिसंबर में 2, जनवरी 2021 में 8, फरवरी में 3 और मार्च में भी 3 सैंपल फेल हुए हैं। मार्च महीने में हिमाचल प्रदेश के दवा उद्योगों की तीन और देश की 18 दवाइयां मानकों पर खरी नहीं उतरी है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के मार्च के ड्रग अलर्ट में प्रदेश में बनी एंटी एलर्जी, पेन किलर और एंटीबायोटिक दवा के सैंपल फेल हो गए है। सिरमौर के पांवटा साहिब स्थित मैसर्ज जी लैबोरेटरीज कंपनी में बनने वाली एंटी एलर्जी दवा टरबीनापाइन, नालागढ़ के दवा औद्योगिक क्षेत्र में मैसर्ज एक्मे जेनेरिक्स कंपनी की पेन किलर दवा ट्रीपसिन एंड किमो ट्रीपसिन और औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी की एंटीबायोटिक दवा अमोक्साइक्लीन के सैंपल फेल हुए हैं। चौंकाने वाली बात तो ये है की इनमें एक कंपनी ऐसी है जहां बनी दवाओं के सैंपल पिछले 8 महीनो में कई बार फेल हो चुके है। पौंटा की जी लैबोरेट्रीज में बनी दवाओं के सैंपल कई बार फेल हो चुके हैं। प्रदेश दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया तीनों दवा कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। फेल सैंपलों के बैच बाजार से हटाने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन ने मार्च में देश की कुल 1572 दवाओं के सैंपल लिए थे, जिनमें 1553 मानकों पर खरे उतरे और 18 सैंपल फेल हुए हैं। खराब हुए सैंपलों में तमिलनाडु के छह, हिमाचल की तीन, मुंबई, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा और उत्तराखंड का एक-एक सैंपल शामिल है। एक सैंपल आयुर्वेदिक फार्मेसी का खराब निकला, जबकि दो सैंपल बिना लेवल के थे।
देशभर में कोरोना वायरस बेकाबू होता जा रहा हैं। प्रतिदिन कोरोना के नए मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है। देश में पिछले 24 घंटे में 3.53 लाख नए कोरोना मरीज मिले हैं और 2812 से ज़्यादा लोगों की संक्रमण से जान चली गई। यह दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में मिले नए कोरोना मरीज़ और कोविड से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या है। देश में कोरोना मरीज़ों की संख्या लगातार बढ़ने के चलते सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अबतक देश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,73,13,163 हो गई है। बीते 24 घंटे में 2812 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया। इसके साथ कोविड से मरने वालों की संख्या 1,95,123 पहुंच गई। महामारी के दस्तक देने से लेकर अब तक एक दिन में मिले नए कोरोना मरीजों की यह सर्वाधिक संख्या है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 2,19,272 कोरोना मरीज़ स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं।
कोरोना काल में संक्रमण से बचाव में मास्क बड़ा उपाय रहा है। कोरोना काल में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन समेत दुनियाभर के देश इसपर लगातार ज़ोर दे रहे हैं। हर जगह पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जा चुका है। इस बीच हाल ही में सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर डबल मास्किंग ज्यादा प्रभावी है। क्या है डबल मास्किंग जैसा कि नाम से ही समझा जा सकता है, एक की बजाए दो मास्क पहनने को डबल मास्किंग कहा जा रहा है। लेकिन अगर एक के ऊपर एक दो कपड़े के मास्क पहन लें या फिर कोई दूसरा एक तरह का मास्क पहनें तो ये प्रभावी नहीं होगा, बल्कि इसका भी एक खास तरीका है। इसमें पहले सर्जिकल मास्क और फिर कपड़े का मास्क पहनना होता है। हालांकि अगर सर्जिकल मास्क न हों तो कपड़े के दो मास्क भी पहनें जा सकते हैं, ये सिंगल मास्क से ज्यादा प्रभावी है। डबल मास्किंग के फायदे डबल मास्किंग से मास्क चेहरे पर बेहतर तरीके से फिट होगा। जैसे कई बार देखने में आया है कि कई तरह के मास्क चेहरे पर फिट दिखते हैं लेकिन हवा इसके हर कोने से आती रहती है। ऐसे में संक्रमित के जरिए हवा में फैले ड्रॉपलेट कोनों से मुँह तक पहुंच सकते हैं। डबल मास्किंग से ये खतरा लगभग खत्म हो जाता है क्योंकि एक के ऊपर एक मास्क से चेहरा सीलबंद रहता है। कोरोना वायरस के फैलने का मुख्य जरिया हवा ही है। जब कोई व्यक्ति खांसता-छींकता है, बोलता या गाता है तो वायरस हवा से होते हुए स्वस्थ व्यक्ति के नाक, मुंह या आंखों तक पहुंच जाते हैं। यहीं से चेन चल पड़ती है। वहीं मास्क पहनने पर इसकी लेयर हवा को फिल्टर करके नाक तक ले जाती है। अगर लेयर दो से तीन हों तो फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया और बढ़िया होती है। कौन सा मास्क, कितना असरदार डबल मास्किंग पर CDC ने स्टडी की। इसमें तीन तरह के मास्किंग मेथड लिए गए। शोधार्थियों ने पाया कि डबल मास्क में हवा 85.4% तक फिल्टर हो जाता है। वहीं केवल सर्जिकल मास्क पहनने पर ये 56.1%, जबकि केवल कपड़े का मास्क पहनने पर ये घटकर 51.4% रह जाती है। कैसे पहनते हैं डबल मास्क डबल मास्किंग के लिए मास्क का सही कॉम्बिनेशन इस्तेमाल करें। CDC के मुताबिक एक सर्जिकल मास्क पर एक साधारण या कपड़े का मास्क होना चाहिए। इसके लिए पहले सर्जिकल मास्क ले उसके दोनों कोने यानी इलास्टिक पर छोटी गांठें लगा दें। अब मास्क को पूरा खोलते हुए उसे नाक के ऊपरी हिस्से यानी आंखों के ठीक नीचे से लेते हुए ठुड्डी के नीचे तक फैलाएं। अब इसपर लगभग समान चौड़ाई का कपड़े का मास्क लगा लें। मास्क की फिटिंग जांचने के लिए गहरी सांस लें। अगर हवा कोनों से आती-जाती लगे तो मास्क को एडजस्ट करना बाकी है। आइने में देखते हुए दोबारा मास्क लगाएं। चश्मा पहनने पर अगर मास्क के साथ भाप जमने लगे तो मास्क ठीक से फिट नहीं हुआ है। इसे दोबारा ठीक से पहनने की जरूरत है। इसके अलावा ये भी ध्यान में रखे कि एक साथ दो सर्जिकल या फिर N95 मास्क नहीं पहना जाना चाहिए। कहां पहना जाए डबल मास्क गौरतलब है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर बहुत ही भयानक व खतरनाक है। इसके लिए भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों, जैसे पब्लिक ट्रासंपोर्ट, बाजार, अस्पताल या स्कूल जाते हुए डबल मास्किंग जरूरी है। इसके अलावा अगर ऐसी जगह जा रहें हों, जहां परिचित लोग हों और भीड़ न हो, वहां सिंगल मास्क से काम चल सकता है। हालांकि ऐसी जगहों पर भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना न भूलें। जैसे हर समय मास्क में रहना और लगातार हाथ साबुन से धोना।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी होती नज़र आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में 3,46,786 नए मामले सामने आए, और 2,624 लोगों की मौत हुई। हालांकि इस दौरान 2,19,838 मरीज ठीक भी हुए। देश में कोरोना के कुल 1,66,10,481 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 1,38,67,997 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। कोरोना के नए मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी ऐसे समय में हो रही है जब राजधानी दिल्ली समेत कई अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। दिल्ली और अमृतसर में ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की मौत भी हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 3,46,786 नए केस दर्ज हुए। जबकि कल शुक्रवार को देश में 3.32 लाख से ज़्यादा नए कोरोना केस आए थे। इस दौरान 2,263 लोगों की मौत के साथ ही अब तक 1,89,544 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल अभी 25,52,940 एक्टिव केस है। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब तक 13,83,79,832 टीका लग चुका है।
देश में कोरोना की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। देश में 24 घंटे में 3.32 लाख नए मामले सामने आए है और 2,263 मरीजों की मौत हुई। देश में इस वक्त सक्रिय मामलों की संख्या 24,28,616 हैं, जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,86,920 पहुंच गई। 24 घंटे के दौरान 1,93,279 मरीज ठीक होकर अपने घर गए। ऐसे में ठीक होने वाले कुल मरीजों की संख्या 1,36,48,159 हो गई है। अगर मामले इसी रफ्तार से बढ़ते रहे तो भारत में तीन दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख पार कर जाएगी। कोरोना ने किसी और देश में स्वास्थ्य तंत्र को इस तरह नहीं झकझोरा है। चिंता की बात है कि देश में लगातार 17वें दिन एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं और आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। रोजाना होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। लगातार 10वें दिन देश में 1000 से अधिक मौतें हुई हैं और पिछले तीन दिनों से वायरस 2000 से अधिक लोगों की जान ले रहा है। पिछले 10 दिनों में ही 15000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बता दें कि देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। वहीं, देश में अब तक 13,54,78,420 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य ने टीका लगने के बाद संक्रमितों की आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक की। इसके अनुसार, टीका लगवाने वाले 10 हज़ार में से दो से चार लोग संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में अब तक 93,56,436 ने कोवाक्सिन की पहली डोज मिली जिनमें से 4208 संक्रमित हुए। वहीं 17,37,178 में से 695 दूसरी डोज के बाद संक्रमित हुए।
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। कोरोना के इस बढ़ते रूप के कारण भारत ने कोरोना के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में 3,14,835 नए मामले सामने आए है और 2,104 संक्रमितों की मौत हो गई। यह दुनिया में कोरोना के एक दिन में आए मामलों में सबसे ज़्यादा आंकड़ा है। कोरोना के मामले में भारत के अंदर इस समय दुनिया में सबसे ज़्यादा मामले सामने आ रहे है। पिछले सात दिनों में 18 लाख से ज़्यादा संक्रमित बढ़ गए हैं, जबकि उससे पहले के हफ्ते में 10 लाख से ज़्यादा मामले बढ़े थे। कोरोना के रिकॉर्डतोड़ मामले के साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ 59 लाख 30 हज़ार 965 है। अब तक एक करोड़ 34 लाख 54 हज़ार से ज़्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं और 1,84,657 लोगों की जान जा चुकी है। देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 22,91,428 हो गई है।
हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के मार्च के ड्रग अलर्ट में प्रदेश में बनी एंटी एलर्जी, पेन किलर और एंटीबायोटिक दवा के सैंपल मानकों पर सही नहीं उतरे हैं। सिरमौर के पांवटा साहिब में स्थित मैसर्ज जी लैबोरेटरीज कंपनी में बनने वाली एंटी एलर्जी दवा टरबीनापाइन, नालागढ़ के दवा औद्योगिक क्षेत्र में मैसर्ज एक्मे जेनेरिक्स कंपनी की पेन किलर दवा ट्रीपसिन एंड किमो ट्रीपसिन और औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी की एंटीबायोटिक दवा अमोक्साइक्लीन के सैंपल फेल हुए हैं। प्रदेश दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने तीनों दवा कंपनियों को कारण बताने के लिए नोटिस जारी कर दिया है। फेल सैंपलों के बैच बाजार से हटाने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन ने मार्च में देश की कुल 1572 दवाओं के सैंपल लिए थे जिनमें 1553 मानकों पर खरे उतरे और 18 सैंपल फेल हुए हैं। खराब हुए सैंपलों में तमिलनाडु के छह, हिमाचल की तीन, मुंबई, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा और उत्तराखंड का एक-एक शामिल है। एक सैंपल आयुर्वेदिक फार्मेसी का खराब निकला जबकि दो सैंपल बिना लेबल के थे।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर घातक साबित होती जा रही है, हर दिन के साथ सर्वाधिक मौतों का रिकॉर्ड बना रही है। पिछले 24 घंटे में 2,95,041 नए मामले सामने आए, 2023 संक्रमितों की मौत हो गई। पहली बार देश में एक दिन में दो हज़ार से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इसी के साथ सक्रिय मरीजों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। इसी के साथ महामारी से मरने वाले कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,82,570 हो गई है, जबकि अब तक कुल संक्रमित हुए लोगों की संख्या 1,56,09,004 है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 21,50,119 पर पहुंच गई। यह कुल संक्रमितों की संख्या का 13.8 फीसदी है। 77 फीसदी मौतें केवल आठ राज्यों में हुई हैं। देश में 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 519 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। इसके बाद दिल्ली में 277, छत्तीसगढ़ में 191, यूपी में 162, गुजरात 121, कर्नाटक में 149, पंजाब में 60 और मध्य प्रदेश में 77 लोगों की मौत हुई। वहीं, संक्रमण के 60 फीसदी मामले छह राज्यों में मिले हैं। इस दौरान महाराष्ट्र में सर्वाधिक 62,097 नए संक्रमित मिले। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 29574, दिल्ली में 28395, कर्नाटक में 21794, केरल में 19577 और छत्तीसगढ़ में 15625 नए कोरोना मरीज मिले। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना की दूसरी लहर तूफान बनकर आई है। हालांकि उन्होंने राज्यों को यह भी सलाह दी कि कोरोना से मुकाबले के लिए लॉकडाउन का इस्तेमाल अंतिम विकल्प के रूप में किया जाए। राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की संभावना को खारिज किया और राज्यों को भी इससे बचने की सलाह दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में कोरोना के 2 लाख 73 हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं और 1619 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेहद खतरनाक रूप से बढ़ रही है। पहली बार एक दिन में इतने ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। इसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 50 लाख 61 हज़ार को पार कर गया है। इनमें से 1 करोड़ 26 लाख 53 हज़ार से ज़्यादा मरीज पूरी तरह से ठीक भी हो चुके हैं। मरीजों के उबरने की दर गिरकर 86 फीसद पर आ गई है। वंही, महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हालात बेहद चिंताजनक है। इनमें महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात शामिल हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक देश भर में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक कुल 26 करोड़ 78 लाख 94 हज़ार 549 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। इनमें रविवार को किए गए 13 लाख 56 हज़ार 133 नमूनों की जांच भी शामिल है।
देश में कोरोना वायरस का केहर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 2 लाख 61 हज़ार से ज़्यादा नए मामले सामने आए हैं और 1501 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है। वहीं देशभर में अब तक 12 करोड़ 26 लाख से ज़्यादा लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू हो चुकी है, लगातार चौथे दिन दो लाख से ज़्यादा नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। यही नहीं महामारी शुरू होने से लेकर अब तक पहली बार एक दिन में सबसे ज़्यादा संक्रमितों की मौत हुई है। कोरोना वायरस अपना स्वरूप बदल रहा है जिसकी संक्रमण प्रसार की क्षमता पहले से ज़्यादा है। राजधानी दिल्ली के हालात भी चिंताजनक हैं, कोरोना के नए मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। शनिवार को शहर में 24,375 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, जबकि इसी दौरान 167 संक्रमित लोगों की जान चली गई। वहीं 15,414 लोग कोरोना को हरा कर ठीक भी हुए। अब तक यहां 8.28 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं, इनमें 7.46 लाख ठीक हो चुके हैं जबकि 11,960 मरीजों की जान जा चुकी है।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. हर्ष वर्धन ने राष्ट्रीय तृतीय आयुष्मान भारत-हैल्थ एण्ड वैलनेस दिवस समारोह में भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए निर्धारित लक्ष्य को पार करने के लिए हिमाचल प्रदेश को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअल माध्यम से हुआ जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डायरेक्टर डाॅ. निपुण जिन्दल ने प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2020-21 के लिए 983 स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र क्रियाशील करने का लक्ष्य दिया था जबकि प्रदेश ने इस लक्ष्य को पार करते हुए 31 मार्च तक राज्य में 1022 स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र क्रियाशील कर दिए हैं जो कि निर्धारित लक्ष्य का 104 प्रतिशत है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तृतीय आयुष्मान भारत हैल्थ एण्ड वैलनेस डेे अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान इस उपलब्धि के लिए प्रदेश को बधाई दी। डाॅ. निपुण जिन्दल ने इस उपलब्धि को प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, जिला कार्यक्रम अधिकारियों, खण्ड चिकित्सा अधिकारियों और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल टीमों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि इन सभी की निष्ठा और प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप ही प्रदेश को यह उपलब्धि हासिल हुई है। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले वर्षों में स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों के माध्यम से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं ज़मीनी स्तर तक और अधिक सुदृढ़ होंगी।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि शुरुआती लक्षण दिखने पर उन्होंने कोविड की जांच करवाई और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है और वे चिकित्सकों के परामर्श का पूर्णतः पालन कर रहे है। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश सरकार की सभी गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। इस बीच जो लोग भी उनके संपर्क में आएं हैं वह अपनी जांच अवश्य करा लें और एहतियात बरतें। बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री के करीबी अफसरों मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल, विशेष सचिव अमित कुमार सिंह, ओएसडी अभिषेक कौशिक के अलावा एक निजी सचिव व एक निजी सहायक में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद को आइसोलेट कर लिया था। संक्रमण के मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच जाने से शासन में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री के साथ रहने वाले तीन अफसरों के साथ निजी सचिव जयशंकर व निजी सहायक प्रताप के संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर उनके सरकारी आवास तक सतर्कता बरती जा रही है। शासन व सरकार में बेहद अहम जिम्मेदारी निभाने वाले कई अन्य अफसर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बता दें कि बुधवार सुबह ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कोरोना की चपेट में आए हैं। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी और अब खुद को उन्होंने आइसोलेट कर लिया है। अखिलेश यादव हाल ही में कुंभ का दौरा करके भी लौटे थे।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बीच कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। आठ चरणों में चुनाव से गुजर रहे पश्चिम बंगाल में राजनीतिक रैलियों में भीड़ के साथ ही कोरोना के केस भी बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर 1.7 प्रतिशत हो गई है, जो देश में तीसरे नंबर पर है और महाराष्ट्र के बराबर ही है। जबकि पूरे देश में यह आंकड़ा 1.3 प्रतिशत का है। इससे पता चलता है कि चुनावी राज्य में भी कोरोना जमकर पैर पसार रहा है। देश में संक्रमण दर के मामले में पश्चिम बंगाल 7वें नंबर पर है। बंगला में संक्रमण दर 6.5 प्रतिशत है, जबकि पूरे देश में यह आंकड़ा 5.2 प्रतिशत का है। वहीं पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड, असम और ओडिशा से तुलना करें, तो पश्चिम बंगाल में कोरोना मरीजों की तुलना में तेज़ी से इजाफा देखने को मिला है। कुल संक्रमण दर का आंकड़ा कुल जांच संख्या में संक्रमित पाए गए लोगों के आधार पर निकाला जाता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,61,736 नए मामले आए और 879 संक्रमितों की मौत हुई। इसके बाद महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 1,36,89,453 हो गई और मरने वालों का आंकड़ा 1,71,058 है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, भारत में अब तक कोरोना वायरस के लिए कुल 25,92,07,108 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 14,00,122 सैंपल केवल मंगलवार को टेस्ट किए गए। देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई और अब तक यहां कुल 10,85,33,085 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हालांकि कई राज्यों से वैक्सीन के स्टॉक की कमी बताई जा रही है। इसके मद्देनजर कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने स्पुतनिक-V वैक्सीन इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए भी मंजूरी दे दी है। मंत्रालय के अनुसार, देश में संक्रमण से स्वस्थ होने के दर में गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक आज दर्ज 879 नए संक्रमितों की मौत में महाराष्ट्र से 258, छत्तीसगढ़ से 132, दिल्ली से 72, उत्तर प्रदेश से 72, गुजरात से 55, कर्नाटक और पंजाब से 52-52, मध्यप्रदेश से 37, राजस्थान से 25, तमिलनाडु और झारखंड से 19-19, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से 14-14,और आंध्र प्रदेश व केरल से 11-11 नई मौतें दर्ज हुई हैं। मंत्रालय इस बात पर जोर दे रही है कि 70 फीसद से अधिक संक्रमितों की मौत का कारण कोमोरबिड यानि अन्य गंभीर बीमारियां हैं।
पिछले 24 घंटे में सभी अर्धसैनिक बलों में 407 कोरोना संक्रमण के नए केस सामने आए, इनमें CRPF में 46 कोरोना के केस सामने आए हैं तो वहीं BSF में सबसे अधिक 288 कोरोना संक्रमित पाए गए है। CISF में पिछले 24 घंटे में 65 जवान कोरोना पॉजिटिव हुए हैं, तो SSB में कोरोना के सिर्फ 6 केस में सामने आए। ITBP और NSG में भी एक-एक जवान कोरोना संक्रमित हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक इस समय अर्धसैनिक बलों में कुल एक्टिव कोरोना केस की संख्या 1540 हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आज दोपहर 12 बजे समीक्षा बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव शामिल होंगे। बता दें कि रविवार को दिल्ली में कोरोना के नए मामलों ने नया रिकॉर्ड बनाया,10,774 नए मामले सामने आए।
सुप्रीम कोर्ट के 50 फीसदी से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना का प्रकोप देश की सर्वोच्च अदालत में भी दिखाई दे रहा है जिसके चलते ये फैसला लिया गया है कि सोमवार से सुप्रीम कोर्ट के सभी जज अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए सुनवाई करेंगे। कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित आने के बाद कोर्ट रूम समेत पूरी अदालत परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। बता दें कि सोमवार को देश में एक लाख 70 हजार से ज़्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं, जोकि महामारी के दस्तक देने से लेकर एक दिन में मिले मरीजों की सर्वाधिक संख्या है। सोमवार को ही कोरोना से देशभर में नौ सौ से ज़्यादा लोगों की जान चली गई है। सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल ने कहा है कि वे कोरोना संक्रमित होने वालों का डाटा कलेक्ट कर रहे हैं। उनके संपर्क आए लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है, डिटेल 12 बजे तक जारी की जाएगी।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे में करीब 1.69 लाख नए कोरोना के मामले सामने आए हैं और 900 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। कोरोना वायरस के नए मामले और संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या ने लोगों में खौफ पैदा कर दिया है। देश में पिछले पांच दिन से लगातर एक लाख से ज़्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। रविवार को यह संख्या 1.52 लाख के पार पहुंच गई। देश में नए संक्रमितों के साथ मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,35,27,717 पहुंच गए हैं। कोविड से मरने वालों की संख्या 1,70,179 हो गई। यह पिछले 6 महीने में एक दिन में जान गंवाने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले पिछले साल 17 अक्तूबर को सबसे ज़्यादा 1,032 लोगों की मौत हुई थी।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के तीन दिन में करीब दो हजार केस सामने आए। शुक्रवार को सात कोरोना संक्रमितों की मौत हुई। वहीं, प्रदेशभर में 662 कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। हमीरपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोटा की महिला डॉक्टर वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद शुक्रवार को पॉजिटिव निकली है। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन ने घाटी में प्रवेश करने वाले बाहरी राज्यों के कामगारों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। डल्हौज़ी में होटल कारोबारियों सहित जिला चंबा में 14 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं, जिला काँगड़ा में जेएनवी पपरोला के छह छात्रों समेत 165 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं और जिला किन्नौर में कोरोना संक्रमण के पांच नए मामले सामने आए हैं, ये सभी बाहरी राज्यों के पर्यटक हैं, जो सांगला घूमने पहुंचे थे। शुक्रवार को कांगड़ा में सबसे अधिक 165 केस रिपोर्ट हुए हैं। इसके अलावा, सोलन में 132, ऊना 75, सिरमौर 63, हमीरपुर 57, लाहौल-स्पीति 42, मंडी 40, शिमला में 39 केस आए हैं। प्रदेश में कुल संक्रमित संख्या 68173 पहुंच गई है और एक्टिव केस 4659 हैं, शुक्रवार को 7 लोगों की जान जाने से कुल मृतकों का आंकड़ा 1090 पहुंच गया है।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फैली महामारी का कहर बढ़ता जा रहा है, इस विषय में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी होने वाले आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में आने वाले नए मामलों की संख्या आज सवा लाख से अधिक है। इसके अनुसार, पिछले 24 घंटे में भारत में COVID-19 के 1,45,384 नए मामले आए और 794 संक्रमितों की मौत हो गई। इसके बाद देश में अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1,32,05,926 हो गया और मरने वालों की संख्या 1,68,436 हो गई है। संक्रमण के इन आंकड़ों से संक्रमित देशों में भारत तीसरे नंबर पर है। पहला नंबर अमेरिका का और दूसरा ब्राजील का है । भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद का कहना है कि भारत में शुक्रवार तक कोरोना वायरस के लिए कुल 25,52,14,803 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 11,73,219 सैंपल कल टेस्ट किए गए। मंत्रालय के अनुसार, अभी देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 10,46,631 है और संक्रमण से स्वस्थ हो डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,19,90,859 है।
शुक्रवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया की, सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में जहां 100 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी होंगे, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहुंचकर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाएंगी। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने हिमाचल को पांच लाख वैक्सीन की डोज दी। इसके अलावा कंपनियों में भी यह वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रदेश सरकार ने जिला उपायुक्तों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और ब्लॉक मेडिकल अफसरों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य दिया है। उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को मास्क न पहनने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के 4500 कर्मचारियों और अधिकारियों को फील्ड में उतारने का फैसला लिया, पहले 2500 कर्मचारियों को फील्ड में तैनात किया था।
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीनेशन को लेकर विवाद चल रहा है। कई राज्यों में वैक्सीन की कमी की बात सामने आई है, लेकिन केंद्र सरकार वैक्सीन की कमी से इंकार कर रही है। शुक्रवार को नागपुर से एक तस्वीर सामने आई, जहाँ बाहर बोर्ड लगा दिया है कि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। बता दें कि सिर्फ नागपुर ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के कई जिलों में वैक्सीनेशन सेंटर्स पर वैक्सीन की डोज़ खत्म हो गई थी। बीते दिन सतारा, मुंबई समेत आधा दर्जन के करीब जिलों में वैक्सीनेशन का काम रोकना पड़ा था, क्योंकि वैक्सीन का स्टॉक ही खत्म हो गया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को वैक्सीनेशन के मामले में पक्षपात नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी हालत में राज्यों को वैक्सीन मिलनी चाहिए। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिठ्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने सात मांगे रखी है। कई अन्य राज्यों ने भी केंद्र के सामने वैक्सीन की मांग की है। ओडिशा में इसी हफ्ते वैक्सीन की कमी के कारण करीब 700 सेंटर्स पर वैक्सीनेशन रोका गया था, जिसके बाद राज्य सरकार ने केंद्र से अतिरिक्त वैक्सीन मांगी है। ओडिशा की तरह ही छत्तीसगढ़, झारखंड में भी वैक्सीन का स्टॉक जल्दी खत्म होने की बात कही है।
देश में कोरोना वायरस का संकट बेकाबू होता जा रहा हैं। देश के कई हिस्सों में नाईट कर्फूय लगा दिया गया है, और कई राज्यों में आज से वीकेंड लॉकडाउन की शुरुआत हो रही है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए महाराष्ट्र, मुंबई व मध्यप्रदेश के सभी शहरों में वीकेंड लॉकडाउन लगाया जाएगा , जो पूरे अप्रैल तक लागू रहेगा। यानी शुक्रवार की शाम से सोमवार की सुबह तक लॉकडाउन रहेगा। वंही, मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में तो 8 अप्रैल से 7 दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन लग चुका है। कोलार में 9 अप्रैल से नौ दिनों का लॉकडाउन और शाजापुर में भी आज से दो दिनों का लॉकडाउन लगया गया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में संपूर्ण लॉकडाउन कि वापसी हो गई है, 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक सबकुछ बंद रहेगा और दुर्ग में भी टोटल लॉकडाउन लागू है। यहां 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है। मुंबई में आज सुबह लोग बड़ी संख्या में दादर की सब्जी मंडी पहुंचे और लॉकडाउन से पहले ही सामान खरीदने की कोशिश में दिखे।
देश में एक बार फिर कोरोना ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते दिन कुल 1.31 लाख नए केस दर्ज किए गए हैं, जो कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वंही, 24 घंटे के अंदर 780 संक्रिमतों कि मौत हो गई। अगर इस हफ्ते कि बात करें तो सोमवार से अबतक देश में कोरोना के 5 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। भारत में इस वक्त सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है। जहाँ बीते करीब 10 दिन से हर रोज 50 हज़ार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे है। इसके अलावा दिल्ली में भी बीते दिन साढ़े सात हज़ार मामले सामने आए हैं, जिन्होंने पिछले करीब 6 महीने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली-महाराष्ट्र के अलावा यूपी में भी अब कोरोना बेकाबू हो चला है। यूपी में बीते दिन 8 हज़ार से ज़्यादा केस दर्ज किए गए, जो कोरोना महामारी की शुरुआत से अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। ऐसे में कई राज्य अपने कोरोना पीक को पार कर रहे हैं, जोकि चिंता का विषय बना हुआ हैं। कोरोना महामारी के बढ़ते मामलो को देखते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा। जो राज्य नाइट कर्फ्यू लगा रहे हैं, वो सही साबित हो सकता है। पीएम मोदी ने अपील की है कि इसे कोरोना कर्फ्यू कहें। साथ ही पीएम मोदी ने टेस्टिंग बढ़ाने को कहा और RT-PCR टेस्टिंग की संख्या 70 फीसदी तक रखने की बात की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटों में देश भर में कोविड-19 के कुल 1,26,789 नए मामले सामने आए और 685 संक्रमितों की मौत हो गई। इसके बाद अब तक देश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1,29,28,574 हो गया और कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या 1,66,862 हो गई। वहीं अब तक देश में स्वस्थ हुए लोगों का आंकड़ा 1,18,51,393 है। देश में अब तक 9 करोड़ से अधिक कोविड-19 वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नई दिल्ली स्थित एम्स में कोरोना वायरस वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगवाई। देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन के अभियान की शुरुआत हुई और अब तक कुल 9,01,98,673 वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
सोलन की एक महिला डॉक्टर में यूके का नया स्ट्रेन पाया गया है, जो पिछले वायरस से 70 फीसदी ज़्यादा संक्रामक है। ये स्ट्रेन दिल और फेफड़ों को पूरी तरह से प्रभावित करता है। प्रदेश सरकार ने नए कोरोना स्ट्रेन को लेकर सभी जिलों को अलर्ट किया और सभी सीएमओ को सावधानी बरतने के निर्देश दिए। इसके अलावा सोलन की महिला डॉक्टर के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेने के निर्देश भी दिए गए। इस विषय पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हमें और सावधानी बरतने की जरूरत है। सोलन जिले में सबसे ज़्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं, एक्टिव केस 673 पहुंच गए हैं। लगातार मामले बढ़ने से स्वाथ्य विभाग और सरकार की चिंता बढ़ गई है। जिस तरह चुनावों में लोगों की भीड़ उमड़ी है, उससे 15 अप्रैल के बाद मामले और ज्यादा बढ़ने की आशंका है।
तीनों केंद्रीय कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डरपर चल रहा किसानों का प्रदर्शन सोमवार को 130वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच चारों बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। इस बीच कृषि कानूनों के विरोध में चारों बॉर्डर पर चल रहा आंदोलन कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है। जहां एक ओर कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर बढ़ रही है और आंदोलन स्थल पर इसको लेकर पूरी तरह से लापरवाही बरती जा रही है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन टीकाकरण पर जोर दे रहा है, लेकिन आंदोलन स्थल पर डटे प्रदर्शनकारी इसके प्रति उदासीनता बरत रहे हैं। सोनीपत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अनुरोध के बावजूद कुंडली बॉर्डर के आंदोलन स्थल को छोड़कर कहीं भी आंदोलनकारी कोरोना का टीका नहीं लगवा रहे हैं, जबकि आंदोलन स्थल पर बुजुर्ग व 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की संख्या ज्यादा है। कुंडली, सिंघु, टीकरी और यूपी गेट पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी रोड जाम करके बैठे हैं। भीड़ में बढ़ा कोरोना का खतरा देश व प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ गई है और ऐसे में एक जगह इतनी भीड़ एकत्रित होने से कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन की ओर से आंदोलनकारियों को टीका लगवाने का अनुरोध किया जा रहा है और आंदोलन स्थल पर इसके लिए कैंप भी लगाए गए हैं, लेकिन आंदोलनकारी इसके प्रति उदासीनता बरत रहे हैं। कुंडली बॉर्डर पर पिछले 15 दिनों में यहां लगे कैंप में मात्र 490 आंदोलनकारियों ने टीकाकरण कराया है। टीकरी बॉर्डर की स्थिति ज्यादा गंभीर आंदोलनकारियों की सबसे अधिक भीड़ टीकरी बॉर्डर पर है। अनुमान के मुताबिक यहां 10 से 12 हजार की संख्या में आंदोलनकारी बैठे हैं, लेकिन टीकाकरण के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहे हैं। बॉर्डर पर बैठे आंदोलनकारियों में लगभग सभी की उम्र 45 वर्ष से अधिक और इनमें से 75 फीसदी से अधिक संख्या 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग की ही है। बावजूद इसके यहां अब तक एक भी आंदोलनकारी ने टीका नहीं लगवाया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से यहां पर 18 मार्च से ही दो कैंप लगाए गए हैं। रोजाना 20 फीसद आंदोलनकारी मिल रहे बुखार से पीड़ित कुंडली के आंदोलन स्थल पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाए गए कैंप में रोजाना करीब 100 मरीज आ रहे हैं। इनमें 20 से 25 मरीज बुखार से पीड़ित और इतने ही मरीज सर्दी-जुखाम के मिलते हैं, लेकिन अनुरोध के बाद भी ये कोरोना जांच नहीं करवा रहे हैं। यही नहीं, टीकरी, सिंघु या यूपी गेट पर भी बैठे आंदोलनकारी कोरोना की जांच नहीं करवाते हैं।
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार इन दिनों कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे हैं। उन्होंने रविवार सुबह खुद के इस खतरनाक वायरस से संक्रमित होने के बारे में बताया था। अब खबर है कि अक्षय कुमार की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। अभिनेता को मुंबई के पवई स्थित हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं अक्षय कुमार ने रविवार सुबह सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर खुद के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बारे में बताया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक नोट साझा किया था। इस नोट में उन्होंने बताया है कि रविवार को वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। साथ ही अभिनेता ने अपने करीबियों को भी कोरोना की जांच करवाने की अपील की जो बीते कुछ दिनों में उनके संपर्क में आए थे। अक्षय के अलावा उनकी अपकमिंग फिल्म राम सेतु के 45 जूनियर आर्टिस्ट्स भी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉइज के जेनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे ने कहा- 'राम सेतु की टीम पूरी सावधानी बरत रही है। यह बदकिस्मती है कि जूनियर आर्टिस्ट्स एसोसिएशन के 45 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वे सभी क्वारनटीन में हैं'।
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 24 घंटे में 1 लाख के पार पंहुचा संक्रमितों का आंकड़ा
देश में कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक होती जा रही है। देश में कोरोना वायरस के दस्तक देने के बाद से पहली बार सोमवार को एक दिन में मिले कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई है। देश में बीते 24 घंटे में 1,03,558 नए कोरोना मरीज मिले हैं और 478 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। इससे पहले,17 सितंबर, 2020 को देश में सर्वाधिक 97,894 कोरोना के नए मरीज मिले थे, जो देश में एक दिन में मिलने मरीजों की संख्या सबसे अधिक थी। दैनिक मामलों में भारत नंबर एक पर पहुंचा दुनिया भर में नए कोरोना मरीज मिलने के मामले में अमेरिका और ब्राजील को पीछे छोड़कर भारत पहले नंबर पर आ गया है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में पहले नंबर पर अमेरिका, दूसरे नंबर पर ब्राजील और तीसरे नंबर पर भारत है। सोमवार को अमेरिका में 36,983, ब्राजील में 31,359 और भारत में 1,03,558 नए केस आए हैं।
देश में इन दिनों कोरोना वायरस ने फिर रफ़्तार पकड़ ली है। पिछले कुछ दिनों से देश में दिनोंदिन बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। फिर से बेकाबू होते कोरोना संक्रमण से संबंधित मामलों की समीक्षा और कोरोना वैक्सीनेशन पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में पीएम के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, स्वास्थ्य सचिव और डॉ. विनोद पॉल शामिल हुए हैं। पीएम मोदी वरिष्ठ अफसरों के साथ कोरोना संक्रमण के मुद्दे पर चर्चा कर रहे है। कोरोना संक्रमण के इस बेकाबू होते हालात पर नियंत्रण के लिए इस बैठक में कोई अहम निर्णय भी लिया जा सकता है। बता दें कि भारत में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 93,249 नए मामले सामने आए जो इस साल एक दिन में आए कोविड-19 के सर्वाधिक केस हैं। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,24,85,509 हो गई है।
देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार बेहद तेज है। इससे देश में स्थिति भयावह होती जा रही है। देश एक बार फिर लॉकडाउन के मुहाने पर खड़ा है। बीते 24 घंटों में रविवार को रिकॉर्ड 93 हजार से ज्यादा नए कोरोना के मरीज मिले हैं। वहीं कोरोना संक्रमण के चलते 500 से ज्यादा की जान चली गई है। एक दिन में मिलने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की बात करें, तो इससे पहले पिछले साल, 19 सितंबर को 92,574 नए केस मिले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी किए गए ताजा आंकड़ों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के साथ कोरोना संक्रमण के 93,249 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 513 मरीज कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,24,85,509 पहुंच गए हैं और कोविड से मरने वालों की संख्या 1,64,623 हो गई। बता दें कि इससे एक दिन पहले 89,129 से अधिक कोरोना के नए मरीज मिले थे और 714 की मौत हुई थी। शनिवार की तुलना में दैनिक मामलों में वृद्धि हुई है, जबकि मौतों की संख्या में गिरावट आई है।
देश में पिछले एक साल से अधिक समय से कोरोना वायरस के कहर है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार बेहद तेज है, इससे देश में स्थिति भयावह होती जा रही है। बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 89,000 से ज्यादा नए मरीज मिले हैं। वहीं कोरोना संक्रमण से 714 मरीजों की जान चली गई। संक्रमितों का यह आंकड़ा पीक से सिर्फ नौ हजार दूर है। इससे पहले 16 सितंबर को सबसे ज्यादा 97,860 मरीज मिले थे, इसके बाद यह आंकड़ा कम होना शुरू हो गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के साथ कोरोना संक्रमण के 89,129 नए मामले आए हैं और 714 मरीज कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,23,92,260 पहुंच गए हैं और कोविड से मरने वालों की संख्या 1,64,110 हो गई। बता दें कि इससे एक दिन पहले 81 हजार से अधिक कोरोना के नए मरीज मिले थे और 469 की मौत हुई थी।
भारत में कोरोना ने फिर अपनी रफ्तार तेज़ कर दी है। देश की बड़ी आबादी संक्रमण की चपेट में आ रही है। कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर सरकार भी घबरा गई है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को कैबिनेट सचिव की सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक जारी है। कैबिनेट सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रभावित राज्यों के साथ बातचीत कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बैठक के बाद केंद्र राज्यों के लिए नई गाइडलाइन जारी करेगा। देश के 8 राज्यों में कोरोना के नए केसों में भारी उछाल देखा गया है। आंकड़ों के मुताबिक देश पिछले 24 घंटे में 81 हजार कोरोना के नए मामले आए हैं। पिछले साल सिंतबर-अक्टूबर 2020 के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा केस आए हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, एवं मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले में लगातार इजाफा हो रहा है। इन 8 राज्यों में कोरोना के 84.61 फीसदी मामले दर्ज हुए हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमित सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सचिन तेंदुलकर ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'आपकी शुभकामनाओं और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद। चिकित्सीय सलाह के तहत एहतियात के रूप में मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुझे कुछ दिनों में घर वापस आने की उम्मीद है। ध्यान रखें और सभी सुरक्षित रहें।' साथ ही उन्होंने विश्व कप जीत की 10वीं वर्षगांठ पर सभी भारतीयों और अपने साथियों को बधाई दी। गौरतलब है कि सचिन ने 27 मार्च को ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद उन्होंने खुद को घर पर ही क्वारंटीन कर लिया था और जरूरी प्रोटोकॉल फॉलो कर रहे थे। हालांकि, सचिन तेंदुलकर के अलावा उनके परिवार में किसी के अंदर कोरोना के लक्षण नहीं मिले थे। इस वक्त मुंबई समेत पूरा महाराष्ट्र कोरोना की चपेट में है। भारत में सबसे ज्यादा कोरोना के नए मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। सचिन तेंदुलकर भी मुंबई में रहते हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच महानायक अमिताभ बच्चन ने भी कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है। एक्टर ने गुरुवार को कोविड का टीका लगवाया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए ये जानकारी फैन्स के बीच शेयर की है और अपनी सेहत को लेकर भी विस्तार से बताया। अमिताभ ने कहा है कि उनके परिवार ने भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। ट्वीट कर अमिताभ ने लिखा है- लग गई है इस दोपहरी सब ठीक है। वहीं अपने ब्लॉग के जरिए महानायक ने इस एक्सपीरियंस के बारे में डिटेल में बात की है। वे बताते हैं कि कल परिवार के साथ कोविड टेस्ट करवाया था। रिजल्ट भी आ गया। सभी निगेटिव हैं। इसलिए वैक्सीन ले ली है। सिर्फ अभिषेक को छोड़कर सभी को लग गई है। वो अभी कही और हैं, जल्दी ही अभिषेक भी वैक्सीन लगवा लेंगे। एक्टर का ये ट्वीट वायरल हो गया है। फैन्स उनकी सेहत को लेकर हमेशा टेंशन में रहते हैं, ऐसे में उनका वैक्सीन लगाना सभी के लिए रहत कि खबर है। गौरतलब है कि पिछली साल अमिताभ बच्चन को कोरोना हो गया था। उनके साथ अभिषेक, ऐश्वर्या और अराध्या भी कोविड के शिकार हो गए थे। सभी कुछ दिनों तक अस्पताल में भी भर्ती रहे और अपना इलाज करवा फिर वापसी करते दिख गए। अब जब बच्चन परिवार को वैक्सीन लग गई है, ऐसे में इस महाामरी से लगने के लिए उन्हें बड़ा सुरक्षा कवच मिल गया है।
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है। शुक्रवार को कोरोना के सर्वाधिक 81 हजार से ज्यादा मामले सामने आए और 469 मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ अब देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 6 लाख को पार कर गई है। जबकि अब तक कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा भी 1.63 लाख पहुंच गया है। इसके अलावा कोरोना टीकाकरण अभियान की रफ्तार तेज हो गई है। एक अप्रैल को 36 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया, वहीं अब तक छह करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की खुराक ले चुके हैं। बता दें कि होली से पहले ही कई राज्यों में कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की गई थी। लेकिन अब होली के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र में देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए वहां एक बार फिर लॉकडाउन लग सकता है। महाराष्ट्र के कई जिलों में पहले ही नाइट कर्फ्यू और आंशिक लॉकडाउन लगा हुआ है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दोबारा लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है।