रोगी कल्याण समिति की बैठक का आयोजन एसडीएम अर्की विकास शुक्ला (अध्यक्ष रोगी कल्याण समिति )की अध्यक्षता में नागरिक चिकित्सालय कुनिहार में किया गया। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई और प्रस्ताव भी पास किए गए। बैठक में 2018-19 में किए गए कार्यों एवम खर्चों की समीक्षा की गई। 2018-19 में कुल 1075854 रू खर्च किए गए। वित्त वर्ष 2019- 20 के लिए 3845000 रु का अनुमानित बजट पारित किया गया। बैठक में सिविल हॉस्पिटल के पुराने भवन पर टीन चदर व हॉस्पिटल की चार दिवारी पर ग्रील लगाने के लिए बजट का प्रावधान ,हॉस्पिटल में जनरेटर व सीसी टीवी कैमरों के प्रावधान, संस्थान में जो तीन स्वयंसेवी कार्यरत है उनके लिए भी बजट का प्रावधान, 0 से 1 वर्ष के बच्चों के लिए प्रयोग होने वाली दवाइयां ,एक्स-रे मटेरियल, गर्भवती महिलाओं के लिए ट्रीटमेंट, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत मुफ्त चिकित्सा सेवाएं मुद्दों पर विशेष चर्चा की। इस बैठक में विकास शुक्ला अध्यक्ष रोगी कल्याण समिति /एसडीएम अर्की, डॉ राधा शर्मा बीएमओ अर्की, डॉक्टर मनीष मित्तल सचिव रोगी कल्याण समिति कुनिहार ,सुधीर कुमार,सुरेन्द्र सिंह ,शानिया चौहान ,अश्वनी कुमार,राकेश कुमार, प्रेमचंद प्रधान कोठी पंचायत ,सुधीर,सीमा महंत बीडीसी सदस्य,राजीव अंगिरस, लोकेंदर कंवर प्रेस सचिव सहित अन्य समिति के सदस्य मौजूद रहे।
भाजपा महिला मोर्चा अर्की मंडल ने शनिवार को से सदस्यता अभियान शुरू किया। इस अवसर पर कालेज में शिक्षा प्राप्त कर रही युवतियों को भाजपा का प्राथमिक सदस्य बनाया गया। इस अवसर पर महिला मोर्चा ने डिलीटल सदस्यता भी की। इस मोके पर महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने कहा कि पुरे विधानसभा क्षेत्र में हर बुथ पर महिलाओं को भाजपा का सदस्य बनाया जाएगा। महिला मोर्चा ने 3000 महिलाओं को सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा है। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य आशा परिहार व सोनिया ठाकुर, मंडल महिला मोर्चा की अध्यक्षा विनती मुकुल व महासचिव सरस्वती कश्यप मौजुद रहे।
प्रदेश पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती के लिए सोलन ज़िला की लिखित परीक्षा 11 अगस्त, 2019 को आयोजित की जाएगी। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक सोलन मधुसूदन शर्मा ने दी। मधुसूदन शर्मा ने कहा कि यह लिखित परीक्षा 11 अगस्त, 2019 को प्रातः 10.00 बजे से एलआर ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूट(इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलाॅजी) ओच्छघाट ज़िला सोलन में आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस लिखित परीक्षा में केवल वही अभ्यर्थी भाग ले सकेंगे, जिन्होंने 2 जुलाई 2019 से 6 जुलाई 2019 तक सोलन में आयोजित पुलिस भर्ती की शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण की है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस संदर्भ में सभी पात्र अभ्यर्थियों को उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस द्वारा सूचित कर दिया गया है। प्रवेश पत्र उनके द्वारा आवेदन पत्र में दर्शाए गए ई-मेल पते पर भेज दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि पात्र अभ्यर्थियों ने किसी अन्य व्यक्ति का मोबाइल नंबर अथवा ईमेल प्रयोग किया है तो उक्त व्यक्ति से संपर्क करके एसएमएस चैक कर लें और ईमेल से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लें। उन्होंने कहा कि यह कार्य 8 अगस्त, 2019 से पूर्व सुनिश्चित कर लें। मधुसूदन शर्मा ने कहा कि यदि किसी पात्र उम्मीदवार को प्रवेश पत्र न मिला हो तो वह 8 अगस्त, 2019 से पूर्व पुलिस अधीक्षक कार्यालय सोलन में संपर्क करें। उन्होंने कहा कि बिना प्रवेश पत्र के किसी भी उम्मीदवार को लिखित परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी व ऐसे उम्मीदवार को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लिखित परीक्षा में किसी भी प्रकार के इलैक्ट्राॅनिक उपकरण जैसे कि मोबाइल फोन, केलकुलेटर एवं इलैक्ट्राॅनिक वाॅच इत्यादि मान्य नहीं होंगे। अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नंबर 01792-223836 पर संपर्क किया जा सकता है।
देवरा पंचायत के गांव जखौली में महिला मंडल जखौली की महिलाओं द्वारा बीडीसी सदस्य राकेश कुमार की अगुवाई में पौधरोपण किया गया । हनुमान मंदिर से भद्रकाली मन्दिर जखौली तक बनी सड़क के किनारे 50 पौधे रोपित किए गए। वहीं सड़क किनारे उगी झाड़ियों को भी काटा गया। बीडीसी सदस्य राकेश कुमार ने कहा कि जल संकट को दूर करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए पौधरोपण करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने सभी से आग्रह किया वह स्वयं पौधरोपण कर उसकी सही से देखभाल कर अन्य लोगों को भी जागरूक करे। उन्होंने कहा की जल्द ही आगामी दिनों में पंचायत के अन्य वार्डो में भी पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर वार्ड सदस्य रीता भारद्वाज, सत्या शर्मा, शर्मिला, मंगला शर्मा, कांता, निर्मला, बिमला, गीता व प्रोमिला,खेमराज सहित अन्य महिलाएं मौजूद रही ।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत जाबली के आदर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला राजड़ी में जाबली को सुरक्षा कारणों से शीघ्र स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं। डाॅ. सैजल ने आज जाबली स्थित इस विद्यालय का निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि छात्रों की सुरक्षा एवं शिक्षा के दृष्टिगत इस विद्यालय को समीप स्थित हिम प्रोसेस फ्रूट ग्रोवर मार्केटिंग कोऑपरेटिव सोसायटी के भवन में स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने फोरलेन कार्य में संलग्न कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोसायटी के भवन को तीन दिन के भीतर तैयार कर छात्रों को बैठने के उपयुक्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से इस विद्यालय भवन को अन्यत्र स्थानांतरित करना आवश्यक है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। डाॅ. सैजल तथा जिला प्रशासन एवं स्कूल प्रबंधन समिति ने सोसायटी के भवन का निरीक्षण किया तथा स्थानीय लोगों से चर्चा के उपरांत विद्यालय की कक्षाएं इस भवन में स्थानांतरित करने पर सहमति बनने के उपरांत यह निर्णय लिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने उपायुक्त सोलन को निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्ग के फोरलेन कार्य में संलग्न कंपनी को निर्देश दिए जाएं कि फोरलेन निर्माण कार्य में समूचे क्षेत्र के पारिस्थितिकीय संतुलन एवं भौगोलिक परिस्थितियों का ध्यान रखा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्ग के फोरलेन कार्य में प्राकृतिक जल स्त्रोतों का संरक्षण भी सुनिश्चित बनाया जाए। ग्राम पंचायत जाबली के प्रधान दुनीचंद धीमान ने डाॅ. सैजल एवं जिला प्रशासन को विद्यालय भवन सहित क्षेत्र की अन्य आवश्यकताओं के संबंध में अवगत करवाया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत गुल्हाड़ी के प्रधान एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के सदस्य मदन मोहन मेहता, ग्राम पंचायत के अन्य सदस्य, उपायुक्त सोलन केसी चमन, पुलिस अधीक्षक मधुसूदन शर्मा, तहसीलदार कसौली कपिल तोमर, उपनिदेशक उच्च शिक्षा योगेंद्र मखैक, उप जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ. चंद्रमोहन शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
विद्युत उपमंडल भूमती के अंतर्गत बलि गांव डुमैहर,भूमती, बलेरा,जयनगर व मान गांव में 05 अगस्त 2019 को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी देते हुए सहायक अधिशाषी अभियंता विद्युत उपमंडल भूमती गौरव अधीर ने बताया कि विद्युत उपमंडल भूमती की लाइन में बिजली के आवश्यक रखरखाव हेतु प्रात 10:00 बजे से 6:00 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने सभी संबंधित लोगों से असुविधा हेतु सहयोग की अपील की है। उन्होंने सभी अनुभागों के उपभोक्ताओं को सूचित किया कि जिन्होंने अपने विद्युत बिल जमा नहीं करवाए हैं,वह आगामी 2 दिनों के अंदर अपना विद्युत बिल प्रातः10:00 बजे से 3:00 बजे तक जमा करवाएं अन्यथा किसी भी प्रकार की सूचना दिए बिना विद्युत सप्लाई काट दी जाएगी।
पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अंतर सदनीय प्रतियोगिता में चिनार, देवदार, ओक और टीक सदन के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सभी चार सदनों से कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग में चार -चार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का विषय 'हैकिंग कानूनी भी हो सकती है' रखा गया। देवदार सदन ने जीता ओवरआल खिताब दिव्यांशी बुंदेला के बेहतरीन प्रदर्शन के बुते देवदार सदन ने ये प्रतियोगिता अपने नाम की। जबकि टीक सदन दूसरे और चिनार व ओक सदन तीसरे स्थान पर रहे। प्रतियोगिता का ओवरआल खिताब भी देवदार सदन के ही नाम रहा। अंत में हेड टीचर देवेंद्र वर्मा ने सभी विजेता छात्रों को पुरुस्कृत किया। इस अवसर पर शिक्षकगण व सत्र मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश में बारिश कहर बरपाने लगी है। बारिश ने प्रदेश को अब तक लगभग 300 करोड़ का नुक्सान पहुंचाया है। वहीं लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक 158 करोड़ 51 लाख और आईपीएच विभाग को 104 करोड़ चार लाख का नुकसान हुआ है। राज्य में 186 सड़कें बंद हैं। मंडी में सबसे अधिक 102 मार्ग अवरुद्ध हैं। इसके अलावा शिमला सर्किल में 47, हमीरपुर में 22 और कांगड़ा में 15 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। लोक निर्माण विभाग की मानें तो राज्य में बंद पड़ी 186 सड़कों मेें से 153 सड़कें जल्द ही आवाजाही के लिए बहाल होे जाएंगी। बारिश से मकानों को भी भारी नुकसान प्रदेश भर में बारिश से पक्के व कच्चे मकानों को नुकसान हुआ है। ऊना में बारिश से एक पक्का मकान गिरा है। वहीं, मंडी में तीन, हमीरपुर में दो,सोलन के जाबली में एक स्कूल, कांगड़ा में चार कच्चे मकानों कोे आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा कांगड़ा में दो कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। आईपीएच विभाग की 2516 योजनाएं प्रभावित राज्य में भारी बारिश होने से आईपीएच विभाग की 2561 योजनाएं प्रभावित चल रही है। राज्य में सबसे अधिक पेयजल परियोजनाएं सुंदरनगर में प्रभावित हैं। सुंदरनगर में 474 पेयजल परियोजनाएं प्रभावित चल रही हैं। सोलन मे 238 व कुल्लू में 201 और 238 योजनाएं प्रभावित हैं।
यहां पता लगाना मुश्किल, सड़क है या कीचड़ हिमाचल प्रदेश के ज़िला सोलन के कुमारहट्टी चौक में सड़क का हाल देखने वाला है। यहा यह समझ नहीं आ रहा है कि सड़क है या कीचड़। बारिश के कारण आसपास की मिट्टी सड़क पर फैल चुकी है। सड़क की ख़स्ता हालात यात्रियों खासकर वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। अकसर ऐसा होता है कि गीली मिट्टी में गाड़ियों के टायर फिसल जाते हैं जो किसी बड़े हादसे को रुप दे सकती है। बता दें कि सोलन के कुमारहट्टी में फ्लाईओवर का काम चल रहा है जो लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। इस फ्लाईओवर के निर्माण कार्य के चलते यहां घंटों जाम लग रहा है।
ज़िला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सोलन स्थित कल्याण भवन में विश्व स्तनपान सप्ताह पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी शारदा सारस्वत ने की। उन्होंने कहा कि मां का दूध नवजात शिशु के लिए अमृत समान है। इसमें वे सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि शिशु के लिए विकास व वृद्धि के लिए आवश्यक होते हैं। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर 6 माह तक शिशु को केवल स्तनपान करवाया जाना चाहिए। शिशु के मानसिक व बौद्धिक विकास मां के दूध से होता है। मां का दूध सुपाच्य होता है और यह डायरिया, न्यूमोनिया और अस्थमा से बचाता है। उन्होंने कहा कि शिशु के जन्म के एक घंटे के भीतर केवल 45 प्रतिशत महिलाएं ही बच्चे को स्तनपान करवाती हैं। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने कहा कि स्तनपान करवाना केवल शिशु के लिए ही नहीं बल्कि मां के लिए भी लाभदायक है। स्तनपान महिलाओं में स्तन कैंसर, गर्भाश्य कैंसर, दिल का दौरा और स्ट्रोक के जोखिम को कम करता है। उन्होंने कहा कि यह शरीर की चर्बी को भी कम करता है। स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को संतुलित भोजन करवाना चाहिए जिसमें उचित मात्रा में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाईड्रेट, खनिज पदार्थ और विटामिन हों ताकि बच्चे को भरपूर दूध मिल सके। इस अवसर पर मेहंदी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगिता में नीना देवी प्रथम, बिट्टु द्वितीय तथा सोनिया तृतीय स्थान पर रही। नारा लेखन प्रतियोगिता में पुष्पा प्रथम, सुमन द्वितीय तथा ज्योति तृतीय स्थान पर रही।
बाल विकास परियोजना धर्मपुर में आंगनवाड़ी सहायिका के रिक्त पदों को भरने के लिए 28 अगस्त, 2019 को प्रातः 11 बजे बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय धर्मपुर के सभागार में वाक-इन-इन्टरव्यू (साक्षात्कार) आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी विभागीय प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि इन पदों पर सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित मानदेय देय होगा। इच्छुक अभ्यर्थी बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय धर्मपुर के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन पदों के लिए वही महिला उम्मीदवार पात्र हैं जो सम्बन्धित आंगनवाड़ी केन्द्र के लाभान्वित क्षेत्र में प्रथम जनवरी 2019 को सामान्य रूप से रह रहे परिवार से सम्बन्ध रखती हो। उम्मीदवार की आयु 21 से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आंगनवाड़ी सहायिका के लिए शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होनी चाहिए। सहायिका पद के लिए आठवीं पास शैक्षणिक योग्यता के उम्मीदवार उपलब्ध न होने की स्थिति में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता पांचवी पास मान्य होगी। उन्होंने कहा कि इन पदों के लिए उम्मीदवार के परिवार की वार्षिक आय 35 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में उम्मीदवार को तहसीलदार अथवा नायब तहसीलदार द्वारा जारी तथा प्रतिहस्ताक्षरित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि आवेदक को आवेदन पत्र के साथ आयु, शैक्षणिक योग्यता, जाति, अपंगता, अनुभव, हिमाचली, परिवार रजिस्टर की नकल व अन्य योग्यता प्रमाणपत्रों की प्रमाणित प्रतियां साक्षात्कार के समय या इससे पूर्व जमा करवाने होंगे। आय प्रमाण पत्र तहसीलदार अथवा नायब तहसीलदार या इनसे अधिकर स्तर के अधिकारी प्रतिहस्ताक्षरित होना चाहिए। उम्मीदवारों को साक्षात्कार के दिन इन सभी प्रमाणपत्रों की मूल प्रतियां अपने साथ लाना अनिवार्य है। साक्षात्कार की तिथि बारे अलग से सूचित नहीं किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक उम्मीदवार नजदीक के आंगनवाड़ी केन्द्र अथवा बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के कार्यालय दूरभाष नम्बर 01792-264037 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
परवाणू के गाब्रिएल रोड तथा रेहड़ी मार्किट में अवैध खोखा धारकों को कुछ दिन की मोहल्लत दी गई है। इस दौरान खोखा धारक खुद नई जगह पर विस्थापित होंगे। दरअसल न्यायपालिका के आदेशानुसार हिमुडा को परवाणू के गाब्रिएल रोड तथा रेहड़ी मार्किट में अवैध खोखों को हटाने के निर्देश जारी किये गए थे । न्यायपालिका के आदेश की पालना करने के लिए शुक्रवार को हिमुडा, नगर परिषद के अधिकारी /कर्मचारी व तहसीलदार अवैध कब्जों को हटाने के लिए मौके पर पहुंचे। खोखा धारकों ने हिमुडा से मांग की कि उन्हें हटाने से पहले विस्थापन के लिए स्थान दिया जाये ताकि वह अपने खोखे वहां स्थानांतरित कर सकें। स्थिति का जायजा लेने के लिए न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सैजल भी मौके पर पहुंचे जहाँ खोखा धारकों ने उनके सामने अपनी समस्या रखी। इसके बाद खोखा धारकों के साथ पीडब्ल्यूडी रेस्ट हॉउस में बैठक की गई , जिसमें खोखा धारकों ने अपना पक्ष रखा। खोखा धारकों ने कहा कि हम स्वयं खोखा हटाने को तैयार हैं परन्तु हमें वेंडिंग कमेटी द्वारा अभी तक विस्थापन का स्थान नहीं दिया गया है। इस बारे में हिमुडा के अधिकारीयों ने जानकारी दी कि खोखों के लिए हिमुडा द्वारा विभिन्न स्थानों पर नगर परिषद् को जगह चिन्हित करा दी गयी है। वहीँ नगर परिषद् के अधिकारीयों ने बैठक में बताया कि जो जगह हिमुडा द्वारा दी गयी है वह अभी विस्थापन के लिए ठीक नहीं है , उन जगहों को पहले समतल करना होगा तब वहां खोखे लगाए जा सकते हैं । तमाम पक्षों को सुनने के बाद डा. सैजल ने कहा कि न्यायपालिका के आदेशों की अवहेलना नहीं की जा सकती परन्तु गरीबों की समस्याओं को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। इसलिए नगर परिषद् जल्द से जल्द खोखा धारकों को जगह दे ताकि बिना किसी नुकसान के खोखा धारक विस्थापन कर सकें व न्यायपालिका के आदेश को भी पूरा किया जा सके। 2-3 दिन में जगह उपलब्ध करवाएगी नगर परिषद् नगर परिषद् के कार्यकारी अधिकारी सुधीर शर्मा ने कहा कि हिमुडा द्वारा जो स्थान चिन्हित किया गया है उसे समतल कर खोखा लगाने लायक बनाया जायेगा, जिसके लिए दो या तीन दिन का समय लगेगा। इसके बाद खोखा धारक सव्य अपने खोखे वेंडिंग जोन में विस्थापित कर सकेंगे।
सोलन के नौणी गांव में वीरवार रात को कुछ घरों की दीवारों में अचानक विद्युत प्रवाह होने से सनसनी फैल गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार नौणी के कुछ घरों की दीवारों में अचानक विद्युत प्रवाह होने के चलते कुछ लोगों को करंट के झटके लगे। इसी दौरान करंट की चपेट में आने से पशुशाला में बंद एक गाय की मौत भी हो गई। फिर बड़ी मुश्किल से लोगों ने बिजली आपूर्ति को काट कर पशुशाला में बांधे गए बाकी पशुओं को बाहर निकाला। इस दौरान लोगों को कई दफा करंट के झटके लगे। गनिमत इस बात की रही कि समय रहते ही बिजली को बंद करवा दिया गया और इस तरह एक बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग से अपील करते हुए कहा कि वह इसे जल्द से जल्द व्यवस्थित करे ताकि यहां कोई अप्रिय घटना नहीं घटे।
108 एंबुलेंस में करवाए गए 1043 प्रसव सोलन जिला में 108 एंबुलेंस सेवा के माध्यम से इस वर्ष जून माह तक विभिन्न प्रकार की आपाताकालीन सेवाओं में 1 लाख 12 हजार 272 रोगियों को आपातकालीन स्थिति में प्रदान की गई। इस अवधि के दौरान पुलिस द्वारा सूचित 4325 आपात मामलों, अग्निशमन के 1373 आपात मामलों तथा चिकित्सा आपाताकाल के एक लाख 6 हजार 574 मामलों में सेवाएं प्रदान की गई। आपाताकालीन चिकित्सा तकनीशियन (ईएमटी) द्वारा 1043 प्रसव एंबुलेंस में ही करवाए गए। ये जानकारी डीसी सोलन केसी चमन ने जीवीके ईएमआरआई 108 राष्ट्रीय आपाताकालीन एंबुलेंस सेवा के संबंध में आयोजित एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। डीसी ने कहा कि सोलन जिला में 11 पुरानी 108 एंबुलेंस को बदला जा चुका है तथा शीघ्र ही 5 अन्य पुरानी 108 एंबुलेंस को भी बदल दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के सभी बस अड्डों तथा सभी बसों में 108 सेवा के स्टीकर चिपकाएं जाएं और लोगों को इस सेवा के विषय में प्रचार-प्रसार के माध्यम से जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 के अंत तक धर्मपुर, जाबली, चेवा, सलोगड़ा तथा राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित अन्य ग्राम पंचायतों में त्वरित राहत प्रणाली (आईआरएस) से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने अगली बैठक से पूर्व पुलिस, अग्निशमन तथा 108 एंबुलेंस सेवा की सामूहिक माॅकड्रिल करवाने के निर्देश भी दिए।
ग्राम पंचायत आंजी और शामती के करीब आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाली संपर्क सड़क खस्ताहाल है। कीचड़ से लबालब इस रास्ते में सड़क का नामोनिशान तक नहीं बचा है। करीब 200 परिवार इसी रास्ते से होकर गुजरते है और इस मार्ग पर दुर्घटना होना आम हो चूका है। आये दिन कोई न कोई दुपहिया वाहन यहाँ गिरता है या कीचड़ में फंस जाता है। इस मार्ग से शमलेच, मझोटी, बग्गर, बड़ल्याना, चिलड़ी, चिल्ला गावों के सड़कों लोग रोज गुजरते है। लम्बे समय से इस मार्ग की हालत ऐसी ही है और स्थानीय लोग इसे दुरुस्त करने की मांग करते रहे है, किन्तु अब तक इस दिशा में कोई उचित कदम नहीं उठाया गया वादा किया, पर पूरा नहीं किया 2017 के विधानसभा चुनाव में जब नेता इस क्षेत्र में वोट मांगने पहुंचे तब भी लोगों ने इस मार्ग को दुरुस्त करने की मांग उठाई थी। नेताओं ने वादे तो किये लेकिन उसे पूरा नहीं किया। इसी तरह हालहीं में हुए लोकसभा चुनाव में भी स्थानीय नेताओं ने इस मार्ग को जल्द दुरुस्त करवाने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कुछ नहीं हुआ। इस सड़क की खस्ताहालत को लेकर लोगों में भारी रोष है। खासतौर से नेताओं के प्रति। विधायक धनीराम शांडिल को भी लोग इस बारे में कई बार अवगत करवा चुके है लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। करीब दो दशक पूर्व इस सड़क का निर्माण हुआ था लेकिन सम्बंधित विभाग ने कभी ही इसे दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठाई।
हिमाचल प्रदेश में मौसम फिर से रौद्र रूप दिखाएगा। राज्य के मैदानी इलाकों सहित शिमला, कुल्लू, सोलन, सिरमौर, मंडी व चंबा के कुछ स्थानों पर तीन व चार अगस्त को भारी बारिश होगी। विभाग ने राज्य के इन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य मे सात अगस्त तक मौसम खराब बना रहेगा। इस दौरान राज्य के अनेक स्थानों पर बारिश होगी। जो राज्य में जनता की दिक्कतों को बढ़ा सकता है। बारिश से अधिकतम तापमान में एक से चार डिग्री तक की गिरावट रिकार्ड की गई है। सोलन के अधिकतम तापमान में सबसे अधिक चार डिग्री की गिरावट आंकी गई है। नाहन, भुंतर के तापमान में तीन, चंबा, डलहौजी, सुदंरनगर, ऊना व केलांगं के तापमान में एक डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के मैदानी व मध्यम ऊचांई वाले क्षेत्रों में तीन व चार अगस्त को भारी बारिश होगी। सात अगस्त तक मौसम खराब बना रहेगा।
भारत वर्ष में ‘कटहल’ की खेती अनिवार्य होगी। हिमाचल में भी 500 करोड़ के बागबानी प्रोजेक्ट में कटहल की खेती को शामिल करने की योजना पर व्यापक मंथन चल पड़ा है। देश व प्रदेश में किसानों की आय को दो गुना करने की राष्ट्रीय महत्त्वाकांक्षी योजना को कटहल फल की मार्फत त्वरित गति से पूरा करने का खाका तैयार किया जा रहा है। बागबानी विशेषज्ञों ने कटहल की खेती के व्यावसायिक प्रयोग पर अपने अनुसंधानित विचार सरकार को प्रेषित किए हैं। पद्मश्री से सम्मानित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष केएल चड्डा के नेतृत्व में गठित राष्ट्र स्तरीय छह सदस्यीय कमेटी ने भी कटहल की खेती से किसानों की पैदावार को डबल करने के सुझाव लोकसभा की कमेटी को दिए हैं। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के मुताबिक बागबानी वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के मुताबिक देश के सभी 29 प्रदेशों में कटहल फल को उगाया जाता है। किसी राज्य में इसकी बहुतायत में पैदावार होती है तो किसी प्रदेश में शौकिया तौर पर इस फल को उगाया जाता है। कटहल किसी भी प्रकार की मिट्टी व जलवायु में 4500 फुट की ऊंचाई में उगाया जा सकता है। देश में 29 में से सिर्फ ओडिशा व तमिलनाडु में ही कटहल की व्यावसायिक रूप से खेती होती है। पूरे देश को 56 सेक्टरों में बांटकर इस फसल की प्रमाणिकता को लेकर सर्वे किया जा चुका है तथा कुल 13 कृषि केंद्रों में इस बाबत व्यापक तौर पर रिसर्च कार्य चल रहा है। कटहल फल की खासियत हिमाचल के सोलन, बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, ऊना इत्यादि मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कटहल की फसल को उगाने के लिए उपयुक्त माहौल है। कटहल फल की खासियत यह है कि एक वृक्ष सीजन से 200 फल तक दे देता है। बाजार में इसकी कीमत 30 रुपए किलो से लेकर 60 रुपए प्रति किलो तक है। व्यावसायिक खेती के रूप में इस्तेमाल व उचित देख-रेख से एक वृक्ष 20 से 25 हजार का फल एक साल में दे सकता है। कटहल में आयरन, कैल्शियम, पोटाशियम व प्राकृतिक फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके साथ-साथ इसके लिए किसी भी प्रकार के स्प्रे व दवाइयों की आवश्यकता नहीं पड़ती है। भूमि में जड़ों की अधिक गहराई होने के कारण भूमि कटाव को रोकने में भी यह वृक्ष सहायक है। कटहल की खेती को शुरू करने की सिफारिशें भेजी गई केंद्र सरकार के पास राष्ट्रीय स्तर पर गठित कमेटी क्यूआरटी के सदस्य व नौणी विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर डा. विजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश भर में कटहल की व्यावसायिक खेती को शुरू करने की सिफारिशें केंद्र सरकार के पास भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 500 करोड़ के बागबानी प्रोजेक्ट में कटहल की खेती को शामिल करने के भी उन्होंने सुझाव भेजे हैं। डा. विजय सिंह ठाकुर के अनुसार प्रदेश में परंपरागत फसलों के साथ कटहल की व्यावसायिक खेती को शुरू करके निश्चित तौर पर आगामी चार-पांच वर्षों में किसानों की आय को दोगुना किया जा सकता है। बंदर भी नहीं करते नुकसान कटहल फल की एक खास विशेषता यह है कि इसे बंदर नहीं खाते क्योंकि बाहर से यह खुरदरा(खसरा) होता है। दक्षिण भारत में इसे जैक फ्रूट कहा जाता है।
अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन प्राइवेट आईटीआई दाड़लाघाट में केंपस प्लेसमेंट आयोजित किया गया। इसमें हीरो मोटो कॉपर्स लिमिटेड नीमराना ज़िला अलवर राजस्थान की कंपनी ने साक्षात्कार लिए। इस दौरान हिमाचल के विभिन्न जिलों से आईटीआई पास कर चुके विद्यार्थी व वर्तमान में अंतिम सेमेस्टर के एग्जाम दे रहे विद्यार्थी व वर्तमान में छात्रों ने भाग लिया। आईटीआई के प्लेसमेंट अधिकारी विनोद वर्मा ने बताया कि कंपनी को फिटर मकैनिक,इलेक्ट्रॉनिक्स, कोपा इलेक्ट्रिशियन इत्यादि की जरूरत के अनुसार साक्षात्कार व लिखित परीक्षा ली गई। इसमें हरियाणा, लखनऊ, मुजफ्फरपुर, करनाल, सिरमौर, कालका व मुरादाबाद से भी छात्र उतीर्ण हुए। इस अवसर पर लगभग 220 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। जो छात्र चयनित होंगे उन्हें ₹13500 मासिक दिए जाएंगे। इसके अलावा अन्य सुविधाएं जैसे पीएफ,ईएसआई व खाने में विशेष छूट का प्रावधान है। कंपनी को 150 विद्यार्थियों की जरूरत है। आईटीआई के प्लेसमेंट अधिकारी विनोद वर्मा ने बताया कि एचआर पुनीत हीरो मोटो कॉपर्स लिमिटेड ने कहा कि इस आईटीआई में बच्चों का व्यवहारिक ज्ञान अच्छा है, जिसके आधार पर इनका चयन किया गया है।संस्थान के प्रधानाचार्य राजेश शर्मा ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के कैंपस इंटरव्यू का आयोजन 6 महीने में एक बार जरूर किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर घर पर ही मुहैया हो जाएंगे।
प्रदेश सरकार ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को गम्भीर रोग की स्थिति में त्वरित सहायता पंहुचाने के उद्देश्य से ‘सहारा’ योजना आरम्भ हो गई है। योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के रोगियों को शीघ्र सहायता प्रदान की जाएगी। सहारा योजना पूरे प्रदेश में 15 जुलाई, 2019 से आरम्भ कर दी गई है। योजना के तहत कैंसर, पार्किंसनस रोग, लकवा, मस्कुलर डिस्ट्राफी, थैलेसिमिया, हैमोफिलिया, रीनल फेलियर इत्यादि ये ग्रस्त रोगियों को वित्तीय सहायता के रूप में 2000 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। योजना के तहत किसी भी आयुवर्ग का इन रोगों से ग्रस्त रोगी आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत बीपीएल परिवार से सम्बन्धित रोगियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। रोगी को अपना चिकित्सा सम्बन्धी रिकाॅर्ड, स्थाई निवासी प्रमाण पत्र, फोटोयुक्त पहचान पत्र, बीपीएल प्र्रमाण पत्र अथवा पारिवारिक आय प्रमाण पत्र तथा बैंक शाखा का नाम, अपनी खाता संख्या, आईएफएससी कोड से सम्बन्धित दस्तावेज प्रदान करने होंगे। चलने-फिरने में असमर्थ रोगी के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी जीवित होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। सहारा योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र रोगी को अपना आवेदन सभी दस्तावेजों सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में जमा करवाना होगा। आशा कार्यकर्ता व बहुदेशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी रोगी के सभी दस्तावेज खण्ड चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं। खण्ड चिकित्सा अधिकारी इन दस्तावेजों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय को प्रेषित करेंगे। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेेदन पत्र जिला स्तर के अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा हेल्थ वेलनेस केन्द्रों में 03 अगस्त, 2019 से उपलब्ध होंगे। जिला चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. आर.के. दरोच ने सहारा योजना के विषय में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना से जिला के सभी लोगों को अवगत करवाने के लिए विभाग ने आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर जागरूक बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सहारा योजना के तहत पात्र रोगियों को 2000 रुपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता आरटीजीएस के माध्यम से ही उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि सहारा योजना के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करें ताकि आवश्यकता के समय विभिन्न गम्भीर रोगों से पीड़ित रोगियों के परिजनोें को जानकारी देकर लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन के कार्यालय के कक्ष संख्या 132 में योजना के सम्बन्ध में सम्पर्क किया जा सकता है। डाॅ. आर.के. दरोच ने कहा कि सहारा योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने एवं उनकी देखभाल की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी।
राज्यसभा में बुधवार को मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक, 2019 पारित हो गया। यह न केवल एक मोटर वाहन अधिनियम है, बल्कि एक सड़क सुरक्षा बिल भी है। इस बिल का मकसद सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है, इसके लिए नियमों को और कड़ा किया गया है। वहीं जुर्माने में भी वृद्धि की गई है। जानिए क्या है मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक, 2019 में यातायात नियमों और विनियमों के उल्लंघन के लिए न्यूनतम जुर्माना 100 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया है। कई अपराधों के लिए अधिकतम जुर्माना 10,000 रुपए तय किया गया है। बिना लाइसेंस के वाहन चलाने के मामले में जुर्माना 500 रुपए से बढ़ाकर 5,000 रुपए कर दिया गया है। सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 1,000 रुपए का जुर्माना लगेगा। यह अब तक केवल 100 रुपए था। शराब पीकर वाहन चलाने के मामलों में जुर्माना 2,000 रुपए से 10,000 रुपए तक का है। खतरनाक ड्राइविंग के लिए जुर्माना 5,000 रुपए है। इमरजेंसी वाहनों को पास नहीं देने पर 10 हजार रुपए जुर्माना के रूप में लगेगा। पिछले कानून के तहत ऐसा कोई प्रावधान नहीं था। ओवर-स्पीडिंग के मामलों में चालक को हल्के मोटर वाहनों जैसे कारों के लिए 1,000 रुपए और भारी वाहनों के लिए 2,000 रुपए का जुर्माना देना होगा। रेसिंग में लिप्त पाए जाने पर चालक को 5,000 रुपए का जुर्माना देना होगा। यदि आपके वाहन का बीमा कवरेज समाप्त हो गया है और आप अभी भी इसे चला रहे हैं, तो आपको 2,000 रुपए का जुर्माना देना होगा। जुर्माने में हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। मौजूदा कानून के तहत हिट-एंड-रन मामलों में क्षतिपूर्ति 25,000 रुपए है। इसे बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दिया गया है। चोटों के मामलों में, मुआवजा 12,500 रुपए से बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दिया गया है। सभी सड़क उपयोगकर्ताओं को अनिवार्य बीमा कवरेज और सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मुआवजा प्रदान करने के लिए केंद्रीय स्तर पर एक मोटर वाहन दुर्घटना निधि बनाई जाएगी।
हिमाचल में स्क्रब टायफस बीमारी से निपटने की तैयारी व नियंत्रण को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आरडी धीमान की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। आरडी धीमान ने कहा कि स्क्रब टायफस बीमारी की जांच व इलाज की सुविधा सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है और सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इसके इलाज के लिए दवाइयों भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में जनवरी, 2019 से अब तक स्क्रब टायफस के 220 मामले दर्ज किए गए हैं। बिलासपुर में सर्वाधिक मामले दर्ज हुई हैं। आरडी धीमान ने कहा कि पिछले चार सालों में स्क्रब टायफस के मामलों में वृद्धि हुई हैं। स्क्रब टायफस फैलाने वाला पिस्सू शरीर के खूले भागों को ही काटता है। इसके लिए उन्होंने लोगों को सलाह दी घरों के आसपास खरपतवार आदि न उगने दें व शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि 104 से 105 डिग्री का तेज बुखार, सिर व जोड़ों में दर्द व कंपकंपी, शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना आदि स्क्रब टायफस के लक्षण हैं। यदि ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नज़दीकी अस्प्ताल में संपर्क करें।
There is a need to provide the farmers with the latest technical know-how so that they can reap the benefits from the development in the agricultural sector. Dr. Parvinder Kaushal, Vice-Chancellor of Dr. YS Parmar University of Horticulture and Forestry (UHF), Nauni, stated this during his visit to the Regional Horticultural Research Station (RHRS), Jachh and Litchi and Mango Research Station (LMRS) at Nagrota on Wednesday. Dr JN Sharma, Director Research of the university was also present on the occasion. During the visit, Dr. Kaushal interacted with Dr ML Bhardwaj, Associate Director (RHRS), scientists and staff of the station. He asked the scientists of the station to establish natural farming demonstration models on different fruits and crops so that the farmers can be apprised about the benefits of the model. He urged the scientists to work with increased determination to fulfil the goal of doubling farmers’ income in the state and continue to disseminate the latest agri-technology to the farming community. Dr. Kaushal also visited the experimental fields of the RHRS and LMRS. Dr. Atul Gupta, In-charge of the station explained about the activities of the station. At present, the station has Litchi, Mango, Papaya, Citrus and Indian Gooseberry (Amla), and jackfruit plantations. Dr Kaushal also inspected the groundwater supply scheme installed at the LMRS through support from the Government of India. He also visited the fields of Suresh Upadhyay, a progressive farmer who is raising apple orchards of low chilling varieties besides other fruits. The research station of the university serves as a centre for developing strategies for the improvement of fruits, vegetables, flowers, forest species, and medicinal plants in low hills subtropical areas. It works towards developing horticulture and forestry-based farming systems to increase and stabilize farm production through efficient use of natural and human resources.
बुधवार को विभिन्न सरकारी विभागों से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। सेवानिवृत्ति के अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दाड़लाघाट से सुरेश कुमार जो प्रयोगशाला परिचालक के पद पर लगभग 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे थे,उन्हें भी अपने 20 वर्ष का सेवाकाल ईमानदारी,लग्नशीलता व सामाजिक सामंजस्य के साथ पूर्ण करने पर सम्मानित किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या इंदु शर्मा ने कहा कि सुरेश कुमार को उनकी कर्तव्यनिष्ठा व इमानदारी के लिए हमेशा स्मरण किया जाएगा। इस अवसर पर हंसराज शर्मा,राजेंद्र ठाकुर,महेंद्र कौंडल,अश्वनी कुमार शर्मा,लच्छीराम,कल्पना सिंह,कमला देवी,लता देवी,अनिल शर्मा,भोपाल सिंह,जयपाल शर्मा,कामेश्वर आदि उपस्थित रहे। इस दौरान उपमंडल के अंतर्गत विभिन्न विभागों के कर्मचारियों में उप कोषागार दाड़ला से कोषाधिकारी मेहर सिंह ठाकुर,शंकर भारद्वाज यूको बैंक दाड़लाघाट,तुलसी राम स्वास्थ्य विभाग दाड़लाघाट,कर्म सिंह एचआरटीसी विभाग से सेवानिवृत्त हुए। इन सभी सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के सुखद भविष्य की कामना संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने की।
समेकित बाल विकास परियोजना के तहत खण्ड स्तरीय अनुश्रवण समिति तथा बेटी बचाओ बेटी पढाओ के अन्तर्गत गठित खण्ड टास्क फोर्स की सोलन तथा धर्मपुर खण्डों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपमण्डलाधिकारी सोलन रोहित राठौर ने की। रोहित राठौर ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागीय कर्मचारी निश्चित समय अवधि में आंगनबाडी केन्द्रों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य का निरीक्षण करें तथा उनके स्वास्थ्य के बारे में अभिवावकों को उचित परामर्श प्र्रदान करें। उन्होंने कहा कि इससे दीर्घ अवधि में बच्चों को स्वस्थ रखने में सहायता मिलेगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों के स्वास्थ्य निरीक्षण की तिथि की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पहले से उपलब्ध करवाई जाए ताकि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी लड़की का जन्म चयनित बीपीएल परिवार में हुआ है और उन्हें ‘बेटी है अनमोल’ योजना के तहत सरकार द्वारा प्रदान की जा रही 12,000 रूपये की राशि नही मिली है तो पात्र अभिभवावक एसडीएम कार्यालय या खण्ड विकास अधिकारी के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उन्होने कहा कि ‘बेटी जन्मोत्सव’ के अन्तर्गत विकास खण्ड सोलन में 72,000 रूपये जबकि विकास खण्ड धर्मपुर में 87,532 रुपए की राशि व्यय की गई। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सभी घरों में ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ योजना के स्टीकर चिपका कर इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत पंचायत स्तर पर जागरूकता शिविरों, रैलियों तथा विशेष महिला ग्राम सभा का आयोजन भी किया जा रहा है। रोहित राठौर ने कहा कि सोलन जिला में लिगांनुपात में बढ़ौतरी करने के लिए शीघ्र ही उपायुक्त सोलन की अगुआई में एक व्यापक कार्य योजना पर कार्य आरम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह प्रयास करेगा कि केन्द्रित सघन जागरूकता अभियान के माध्यम से जिले में लिगांनुपात को बेहतर किया जाए। उन्होंने कहा कि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग उन सभी आंगनबाडी केन्द्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे जहां अभी यह व्यवस्था नहीं है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि डा.वी.के.गोयल, खण्ड विकास अधिकारी सोलन ललित दुल्टा, खण्ड विकास अधिकारी धर्मपुर रवि कुमार बैंस, समेकित बाल विकास परियोजना अधिकारी सोलन पवन गुप्ता, समेकित बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर वीना कश्यप उपस्थित थे।
ग्राम पंचायत दधोगी के गांव प्योथा के नवयुवक मंडल के सदस्यों ने प्योथा के जंगल में पौधरोपण किया। युवक मंडल के प्रधान खेमराज ने बताया कि युवक मंडल के सदस्यों ने लगभग 30 पौधे रोपे। इस मौके पर युवक मंडल के प्रधान खेमराज,राजू, खेमराज,हेमराज,हेमशंकर,पवन, सतीश,पंकज,जीतराम,लीलाशंकर ने भाग लिया।
डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कुलपति डॉ॰ परविंदर कौशल ने सोमवार को विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, नेरी हमीरपुर का दौरा किया। इस अवसर पर डॉ कौशल ने महाविद्यालय के सभी विभागों, क्लासरूम और प्रयोगशालाओं का निरक्षण किया और महाविद्यालय के सभी संकाय और छात्रों के साथ बातचीत की। डॉ कौशल ने इस बैठक में संकाय के कामकाज और महाविद्यालय द्वारा की जा रही शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार गतिविधियों के बारे में जाना। डॉ कौशल ने अपने सम्बोधन में महाविद्यालय के मॉडर्न क्लासरूम और प्रयोगशालाओं की प्रशंसा की। उन्होनें कहा महाविद्यालय की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से महाविद्यालय की मान्यता के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन प्रयासरत है। उन्होनें महाविद्यालय के छात्रों और संकाय को विश्वविद्यालय की देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों में 12वीं रैंकिंग आने पर बधाई दी। इस मौके पर डॉ कौशल ने नेरी महाविद्यालय के परिसर में पौधारोपण भी किया और सभी को प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण का संदेश दिया। नेरी महाविद्यालय के डी ऐन डॉ पीसी शर्मा, फ़ैकल्टि और स्टाफ के अलावा कॉलेज के छात्र भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
भाजपा मंडल सोलन की बैठक रविंद्र परिहार मंडल अध्यक्ष की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में सदस्यता अभियान के तहत समीक्षा करने हेतु प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष व ज़िला सोलन प्रभारी गणेश दत्त शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में पार्टी के पदाधिकारियों व ग्राम केंद्र प्रभारियों व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गणेश दत्त शर्मा ने कहा कि हमें लोकसभा चुनावों में प्रचंड जीत हासिल हुई है और अब लोगों को पार्टी की विचारधारा से जोड़कर सभी को पार्टी के सदस्य बनाना है। बैठक में डॉ राजेश कश्यप, रश्मि धर, लोकेशवर शर्मा, मदन ठाकुर, धर्मेंद्र ठाकुर, संजीव प्रधान, सुनील ठाकुर, अमर सिंह ठाकुर, भाजयुमो ज़िला अध्यक्ष भरत साहनी मौजूद रहे ।
सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि वृक्षारोपण तथा गौ वंश सवंर्द्धन का पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान है। डाॅ. सैजल सोलन ज़िला के कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़ोग में पंचायत स्तरीय वन महोत्सव का शुभारम्भ करने के उपरान्त उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दाड़ू का पौधा रोप कर सभी से आग्रह किया कि न केवल पौधरोपण करें अपितु रोपेे गए पौधों की शिशुओं की तरह देखभाल भी करें। इस अवसर पर विभिन्न प्रजातियों के 200 पौधे रोपे गए। कुम्हारहट्टी में हुए हादसे के मृतकों की आत्मिक शांति के लिए इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि अर्पित की गई। डाॅ. सैजल ने कहा कि वृक्ष जहां पर्यावरण की सुरक्षा करने के साथ-साथ औषधीय गुणों के कारण स्वास्थ्य एवं आर्थिकी को सम्बल प्रदान करते हैं वहीं गौवंश आध्यात्मिक एवं आर्थिक रूप से परिवार का अभिन्न अंग माना गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती एवं भारतीय तथा पहाड़ी नस्ल की देसी गाय को बढ़ावा देने के लिए ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना’ आरम्भ की गई है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पौधरोपण में जन-जन की सहभागिता बढ़ाने के लिए ‘सामुदायिक वन संवर्द्धन योजना’ तथा विद्यार्थी वन मित्र योजना’ आरम्भ की हैं। यह योजनाएं वृक्षारोपण कार्यक्रमों में जन सहभागिता बढ़ाने में कारगर सिद्ध हुई हैं। डाॅ. सैजल ने सभी से आग्रह किया कि एक-एक औषधीय पौधा लगाने के साथ देसी गाय अवश्य पालें। उन्होंने कहा कि कुम्हारहट्टी में एक गौशाला का निर्माण किया जा रहा है जिससे आस पास की 7-8 पंचायतों को लाभ होगा। उन्होंने गौशाला निर्माण के लिए गौवर्धन गौ सेवा समिति को एक लाख 51 हजार रूपये देने की घोषणा की। ग्राम पंचायत बड़ोग की प्रधान बीना पराशर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा उनके समक्ष पंचायत की समस्याएं रखीं। इस अवसर पर सोलन भाजपा मण्डल के उपाध्यक्ष मदन मोहन मेहता, खलोगडा सहकारी समिति के अध्यक्ष यशपाल, ग्राम पंचायत बड़ोग के उपप्रधान हुकम चन्द, ग्राम पंचायत चेवा के उपप्रधान मुकेश कुमार, प्रदेश विद्युत बोर्ड के अधिषासी अभियन्ता सी.एस चावला, एसीएफ पवन अचल, तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी, बीडीओ सोलन ललित दुल्टा, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी वन्दना चैहान, गौवर्धन गौ सदन सेवा समिति के प्रधान शंकर लाल मेहता एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।
उपायुक्त सोलन केसी चमन ने कहा कि हर वर्ष की भान्ति इस वर्ष भी ज़िला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में आयोजित किया जाएगा। उपायुक्त मंगलवार को इस संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। केसी चमन ने कहा कि प्रातः 11.00 बजे ठोडो मैदान में मुख्यातिथि द्वारा ध्वजारोहण किया जायेगा। पुलिस, होमगार्डस, एन.सी.सी., स्काउट एण्ड गाईडज तथा विभिन्न स्कूली बच्चों की टुकड़ियां आकर्षक मार्चपास्ट में भाग लेंगी। उपायुक्त ने इस अवसर पर विभिन्न विभागों को निर्देश दिए कि वे ठोडो मैदान में आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने पुलिस विभाग को कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं नगर परिषद को निर्देश दिए कि वे ठोडो मैदान में ऐहतियात के तौर पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि इस दिन मैदान में पेयजल की व्यवस्था एवं रोगी वाहन की तैनाती सुनिश्चित करें। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों, मेधावी छात्रों, खिलाड़ियों एवं अन्य को सम्मानित भी किया जाएगा। इस कार्य के लिए इच्छुक विभाग 08 अगस्त, 2019 तक सहायक आयुक्त सोलन के कार्यालय को सूचित कर सकते हैं। उपायुक्त ने कहा कि परेड की रिहर्सल 11, 12 तथा 13 अगस्त, 2019 को प्रातः 10.30 बजे ठोडो मैदान में आरम्भ होगी। अधिक जानकारी के लिए उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय के दूरभाष नम्बर- 01792-223836 पर सम्पर्क किया जा सकता है। केसी चमन ने कहा कि इस अवसर पर विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामाजिक विषयों पर भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय पर्व है तथा इनमें सहभागिता से ही हम युवा पीढ़ी को सकारात्मक सन्देश दे सकते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यक्रम में उपस्थित रहें। बैठक में नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेन्द्र ठाकुर, भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिवीक्षाधीन अधिकारी डाॅ. निधि पटेल, जिला उद्योग केन्द्र के महा प्रबन्धक मनोज चैहान, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विवेक चन्देल, उप पुलिस अधीक्षक अनिल वर्मा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
राजकीय महाविद्यालय दाड़लाघाट में इको क्लब,एनएसएस और यूथ रेडक्रास के संयुक्त तत्वावधान में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। इसके तहत महाविद्यालय परिसर के लिए चयनित भूमि के चारों ओर पोंगेमिया के 100 से अधिक पौधे रोपे गए। एनएसएस,इको क्लब और यूथ रेडक्रास के स्वयंसेवियों द्वारा इस अवसर पर बढ़-चढ़कर भाग लिया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जनेश कपूर ने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण करना अत्यावश्यक हो गया है। पौधारोपण के साथ-साथ रोपित पौधों की सुरक्षा करना भी आवश्यक है। इस अवसर पर उनके साथ अन्य शिक्षक एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
राजधानी शिमला के सदर थाना में नाबालिग़ लड़की से रेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज़ कर लिया है। वहीं मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार भी कर लिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी अर्की का बताया जा रहा है। वहीं मामला नाबालिक से जुड़ा है इसलिए पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है।
विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिन्दल करेंगे अध्यक्षता आमजन की शिकायतों को उनके घर-द्वार के समीप सुलझाने एवं प्रशासन को जनता के मध्य पंहुचाने के दृष्टिगत सोलन ज़िला का 13वां जनमंच 11 अगस्त, 2019 को दून विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरोेटीवाला में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त सोलन केसी चमन ने इस सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। केसी चमन ने कहा कि प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिन्दल इस जनमंच की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि यह जनमंच राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरोटीवाला में आयोजित किया जाएगा। जनमंच प्रातः 10.00 बजे आरम्भ होगा। इस जनमंच में विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत बरोटीवाला, सूरजपुर, मन्धाला, कालूझिण्डा तथा पट्टा नाली एवं विकास खण्ड नालागढ़ की ग्राम पंचायत भटोलीकलां तथा सौरी की समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि पूर्व में आयोजित किए गए जनमंचों की लम्बित शिकायतों को निपटाया जाए तथा मांगों पर भी नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होंने चिन्हित ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण, निर्मित गड्डों की लीकेज इत्यादि के सम्बन्ध में रिपोट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस जन मंच के लिए अपनी शिकायतें शीघ्र उपरोक्त कार्यालयों में पहुंचाएं तथा बड़ी से बड़ी संख्या में जन मंच में भाग लें। केसी चमन ने कहा कि कार्यक्रम में महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री गृहणी सुविधा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पैंशन, जन धन योजना, बेटी है अनमोल योजना, डिजिटल राशन कार्ड, टीकाकरण, बाहृा शौचमुक्त पंचायत इत्यादि विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। लोगों को न केवल इन कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी अपितु पात्र व्यक्तियों तक इन योजनाओं के लाभ भी पहुंचाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि जन मंच में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुर्वेद विभाग तथा पशु चिकित्सा विभाग द्वारा निःशुल्क जांच एवं दवा वितरण शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
जाबली में पंचायत स्तरीय वन महोत्सव का डा. राजीव सैजल ने किया शुभारम्भ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डा. राजीव सैजल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है तथा हम सभी को पुरातन परम्पराओं को अपनाकर प्रकृति को सहेजने की दिशा में कार्य करना होगा। डाॅ. सैजल सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत जाबली में पंचायत स्तरीय वन महोत्सव में पौधरोपण के उपरान्त उपस्थित जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. सैजल ने औषधीय अर्जुन का पौधा रोपकर पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत 500 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा आंवला, कचनार, तुनी, अर्जुन, रीठा, झकरींडा व शीशम के पौधे लगाए जाएगें। उन्होंने कहा कि यह सभी पौधे औषधीय गुणों से भरपूर हैं तथा ये मनुष्य एवं प्रकृति के लिए अमूल्य हैं। उन्होंने कहा कि पहले भारतीय परम्परा में वृक्षों एवं वनस्पतियों की पूजा की जाती थी। इसका एक उद्देश्य प्रकृति का संरक्षण भी था। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस परम्परा को अपनाएं ताकि बहुमूल्य वनस्पतियों को बचाकर पर्यावरण को अक्षुण्ण जा सके। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि सृष्टि के सभी प्राणी अपने अस्तित्व के लिए प्रकृति पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि केवल मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो प्रकृति से केवल लेना जानता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सन्तुलन को बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि पौधरोपण के साथ-साथ रोपे गए पौधों की सुरक्षा भी सुनिश्चित बनाएं। डाॅ. सैजल ने इस अवसर पर प्रदेेश एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए लोगों से आग्रह किया कि इनका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सोलन वन वृत में अभी तक लगभग 2 लाख के करीब पौधारोपण किया जा चुका है। ग्राम पंचायत जाबली के प्रधान दुनी चन्द धीमान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा उनके समक्ष पंचायत की समस्याएं रखीं। इस अवसर पर बीडीसी सदस्य किरण प्रकाश अत्री, शोंक राम, कसौली भाजपा मण्डल के सचिव किरपाल सहगल, महिला मण्डल प्रधान कोटी बिल्लो नेगी, महिला मण्डल प्रधान दतयार चिन्तो देवी, तहसीलदार कसौली कपिल तोमर, एसीएफ पवन कुमार अचल उपस्थित थे।
जल संरक्षण एवं जल संवर्द्धन समय की मांग- केसी चमन उपायुक्त सोलन केसी चमन ने केन्द्र सरकार के महत्वाकांक्षी ‘जल शक्ति अभियान’ के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केसी चमन कहा कि जल संरक्षण एवं जल संवर्द्धन समय की मांग है तथा हम सभी का कर्तव्य है कि इस दिशा में सहयोग प्रदान करें। केसी चमन ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा इस महत्वाकांक्षी अभियान को दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। अभियान का प्रथम चरण 15 जुलाई, 2019 से 15 सितम्बर, 2019 तक देश के सभी राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों में कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि जल संचय पर आधारित इस अभियान को समयबद्ध सीमा में मिशन मोड के तहत पूरा किया जाना है ताकि जल संरक्षण से जन-जन परिचित हो कर इस दिशा में अपना सहयोग प्रदान करे। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य जल संरक्षण को जन आन्दोलन बनाना है। इस दिशा में जिला सोलन को पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करना होगा। केसी चमन ने कहा कि भविष्य में जल की कमी को दूर कर सभी घरों में स्वच्छ पेयजल तभी उपलब्ध करवाया जा सकता है जब जन-जन जल संरक्षण को अपना कार्य समझ कर करें। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी खण्ड विकास अधिकारी पंचायत स्तर पर इस अभियान के सम्बन्ध में बैठक आयोजित करें और इस दिशा में उचित कार्यवाही करने के विषय में जन प्रतिनिधियों एवं लोगों को जागरूक बनाएं। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी और घटते भू-जल स्तर को देखते हुए यह आवश्यक है कि ज़िला के सभी क्षेत्रों में वर्षा जल प्रबन्धन अपनाया जाए तथा तालाबों, कुओं एवं बावड़ियों का जीर्णोद्धार किया जाए। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाना भी आवश्यक है। बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिवीक्षाधीन अधिकारी डाॅ. निधि पटेल, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विवेक चन्देल, सभी उप मण्डलाधिकारी, सहायक आयुक्त भानु गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित उद्यमिता एवं कौशल प्रशिक्षण संस्थान दाड़लाघाट में 1 अगस्त 2019 को सरकारी या गैर सरकारी आईटीआई द्वारा प्रशिक्षित तथा रोजगार प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवारों हेतु हीरो मोटर कॉरपोरेशन लिमिटेड नीमराना ज़िला अलवर (राजस्थान) ने नौकरी हेतु साक्षात्कार रखे हैं। इनमें कटर-फिटर,माचिनिस्ट,टर्नर, मोटर मकैनिक वाहन, ऑटोमोबाइल,डीजल मैकेनिक,वेल्डर,इंस्ट्रूमेंट मेक,इलेक्ट्रीशियन,वायरमैन, इलेक्ट्रॉनिक्स,पेंटर,कॉपा,आरएसी इत्यादि ट्रेड्स को शामिल किया गया है। इसके तहत प्राइवेट आईटीआई दाड़लाघाट तहसील अर्की जिला सोलन में 1 अगस्त 2019 प्रातः 8:30 बजे लिखित तथा मौखिक साक्षात्कार हेतु इच्छुक उम्मीदवारों को आमंत्रित किया गया है। कैंपस प्लेसमेंट इंचार्ज विनोद वर्मा ने कहा है कि प्रार्थी की आयु 18 से 24 वर्ष होनी चाहिए। चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा होगी, उसके बाद उम्मीदवारों को अंतिम साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। चयनित उम्मीदवारों को 12457 रू मासिक पारिश्रमिक दिया जाएगा।अधिक जानकारी हेतु उम्मीदवार कैंपस प्लेसमैंट इंचार्ज विनोद वर्मा से फ़ोन नंबर 9816006816 पर संपर्क कर सकते हैं ।
डेंगू, पीलिया, स्क्रब टाईफस, गेस्ट्रोएनट्राइटिस, अतिसार तथा हैजा जैसे विभिन्न जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए समुचित पग उठाने के लिए जिला स्तरीय समन्वय समिति की एक बैठक आज यहां आयोजित की गई। उपायुक्त सोलन केसी चमन ने बैठक की अध्यक्षता की। केसी चमन ने बैठक में निर्देश दिए कि पीने के पानी की आवश्यकतानुसार क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं टैंकरों के माध्यम से जल उपलब्ध करवाया जाना है तो इस पेयजल की पूरी तरह क्लोरिनेशन व परीक्षण करने के उपरांत ही वितरण किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी पेयजल स्त्रोतों से समय-समय पर जल के नमूने एकत्र किए जाएं तथा नमूने फेल होने की स्थिति में पेयजल स्त्रातों के निरीक्षण के लिए गठित समिति नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाए। उपायुक्त ने कहा कि शहर में सभी पेयजल प्राकृतिक जल स्रोत, बावड़ियों इत्यादि की जांच करना सुनिश्चित किया जाए और जिन बावड़ियों का पानी पीने के योग्य नहीं है, वहां इस संबंध में सूचना पट्ट लगाए जाएं। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे केवल उन्हीं प्राकृतिक जल स्रोतों, बावड़ियों का पानी प्रयोग में लाएं जो सुरक्षित हैं। जिन बावड़ियों पर पानी न पीने के संबंध में चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं वहां का पानी प्रयोग में न लाएं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस मौसम में पेयजल को कम से कम 20 मिनट तक उबालकर ही प्रयोग में लाएं। उन्होंने लोगों से अपील की कि स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखें। केसी चमन ने कहा कि विभिन्न जल जनित रोगों से बवाच के लिए लोगों को विभिन्न स्तरों पर जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूकता अभियान में स्क्रब टाईफस एवं जल जनित रोगों के लक्षणों के सम्बन्ध में समुचित जानकारी दी जाए। उन्होंने जिला की विभिन्न नगर परिषदों एवं नगर पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल भराव एवं ठहराव के स्थान पर फोगिंग की जाए तथा जल स्त्रोतों की क्लोरीनेशन की जाए। उन्होंने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर भी ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आर.के. दरोच ने कहा कि ज़िले के सभी चिकित्सा संस्थानों में क्लोरिन व ओआरएस का भंडारण पर्याप्त मात्रा में कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों के उपचार के लिए समुचित मात्रा में दवाएं भी उपलब्ध हैं। ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. गुप्ता ने विभिन्न रोगों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिवीक्षाधीन अधिकारी डाॅ. निधि पटेल, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विवेक चन्देल, सभी उप मण्डलाधिकारी, सहायक आयुक्त भानु गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन के टाइनी टोट्स किया गया। इसमें नर्सरी व यूकेजी तक के बच्चों ने भाग लिया। मानसून पार्टी का मुख्य उद्देश्य बच्चों को वर्षा ऋतु के मौसम से अवगत करवाना था। मानसून पार्टी में नौनिहालों ने वर्षा की फुहारों के बीच में झूमते हुए नृत्य का आनंद लिया। इस पार्टी में नौनिहालों ने रंग-बिरंगे छाते लेकर अपने अध्यापिकाओं के साथ झमाझम बारिश में नृत्य का लुत्फ उठाया। प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने भी बच्चों के साथ मानसून पार्टी का आनंद लिया और बच्चों को इस तरह की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
सोलन ज़िला के धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बाड़ियां में विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। शिविर की अध्यक्षता सिनियर सिविल जज कसौली नेहा शर्मा ने की। नेहा शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि आम जन तक विभिन्न नियमों एवं कानूनों की उचित जानकारी पंहुचाने तथा समाज के कमजोर वर्गों की आवश्यक कानूनी सहायता करने के लिए नियमित अन्तराल पर विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि शिविरों में सम्मिलित होकर इनका लाभ उठाएं। सिनियर सिविल जज ने इस अवसर पर लोगों को दिवानी एवं फौजदारी मामलों की बारीकियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि विभिन्न मामलों को न्यायालय से बाहर निपटाने के लिए लोक अदालतों एवं न्यायालय द्वारा नियुक्त मध्यस्थों की सहायता ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि आपस में निपटने वाले मामलों को न्यायालय में लाने के स्थान पर स्वयं अथवा पंचायत स्तर पर या मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए बनाए गए मध्यस्थता केन्द्रों में विभिन्न मामले दोनों पक्षों के हितों को ध्यान में रखकर ही सुलझाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण न्याय से वंचित न रहे इसके लिए निःशुल्क कानूनी सहायता का प्रावधान है। इसके लिए हर न्यायालय में फ्रन्ट कार्यालय खोले गए हैं। अधिवक्ता यादविन्द्र सिंह ने इस अवसर पर घरेलू हिंसा, 138 एनआई अधिनियम सहित अन्य कानूनी प्रावधानों की जानकारी प्रदान की। ग्राम पंचायत प्रधान ममता गुप्ता ने विधिक साक्षरता शिविर के आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हुए आशा जताई कि भविष्य में भी ऐसेे शिविर आयोजित किए जाते रहेंगे।
इन्नरव्हील क्लब सोलन मिडटाउन द्वारा हिमानी होटल में दायित्व ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शूलिनी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर पी के खोसला ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। पदाधिकारियों में शैली पहुजा सचिव,रेणु शर्मा उप प्रधान,रैना गुप्ता कोषाध्यक्ष, मोनिका बंसल आयी.एस.ओ. ,और अंजू पब्याल ने एडिटर ने अपने-अपने पदभार संभालें। इस अवसर पर नए सदस्यों ने सदस्यता ग्रहण की । क्लब ने दो सिलाई मशीन ज़रूरतमंद महिलाओं को दी जो कि रोटरी के पूर्व प्रधान जितेंद्र भल्ला द्वारा प्रयोजक की गई। क्लब प्रधान ने पिछले साल की विशेष उपलब्धियों के बारे में बताया। इसमें क्लब को डिस्ट्रिक्ट द्वारा वुमैन एमपावरमेंट के लिए रनिंग ट्रोफ़ी,नशाबंदी के ख़िलाफ़ रैली और ब्रेस्ट फ़ीडिंग के लिए सम्मान पत्र मिले । क्लब प्रधान ने बताया की वह आगे भी अपने क्लब मेंबरो के सहयोग से सामाजिक बुराइयों के ख़िलाफ़ जागरुकता कार्यक्रम चलाएंगी । इस कार्यक्रम में उषा ठाकुर,नीलम अग्रवाल,सुनिता अग्रवाल शामिल रहीं।
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य पर परवाणू के हिमाचल राज्य विद्युत निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने निगम कार्यालय में खाली भूमि पर पौधरोपण किया। इस दौरान करीब 125 पौधे रोपे गये। इस अवसर पर महिला आयोग की प्रदेश अध्यक्ष डेजी ठाकुर भी उपस्थित रही। डेज़ी ठाकुर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण का जिम्मा सभी का है। आए दिनों पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई हो रही है जिस कारण पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी पूर्ति कर पाना तो असंभव है पर हमें होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए पौधरोपण करना चाहिए व मानवीय वजह से नुकसान न पहुंचे इस बात का सभी को ख्याल रखना चहिए। इस दौरान परवाणू डिविजन के एक्सईन राहुल वर्मा ने सभी का धन्यवाद करते हुए आशा जताई कि भविष्य में भी पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जाने वाले कार्यो में सबका सहयोग मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस पौधारोपण में माइक्रोटैक ग्रुप का विशेष सहयोग रहा, उन्होंने माइक्रोटैक ग्रुप का भी धन्यवाद किया।
रोटरी क्लब, इनर व्हील क्लब व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सोलन के तत्वधान में रविवार को बड़ोग वेल्ली सोलन में पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पौधरोपण कार्यक्रम में 110 पौधे लगाए गए। इसमें मुख्य रूप से देवदार , सिल्वर ओक, कपूर आदि के पौधे लगाए गए। इस दौरान कारगिल विजय में जान की बाजी लगाने वाले देश के वीर जवानों को पौधा लगा कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मोके पर प्रोजेक्ट चेयरमैन डॉ राकेश प्रभाकर व प्रधान मनीष तोमर ने बताया की रोटरी क्लब पौधरोपण व अन्य समाज सेवा के कार्य में अग्र्णी भूमिका निभा रहा है। हमें अपनी पुरानी सँस्कृति को अपनाते हुए वृक्षों को देव तुल्य सम्मान देना चाहिए। कार्यक्रम में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सोलन के मुख्य प्रबंधक शिवाली बंगा, रितेश कुमार, पार्षद पुनीत शर्मा, सेक्रेटरी अनिल चौहान, अरुण त्रेहन, तीरथ राम ठाकुर, बहु शर्मा, एस डी रतन, रोमेश अग्रवाल, कार्तिक सूद, वीरेंदर साहनी, डॉ कमल अटवाल, प्रवीण गुप्ता, निर्मल भान, विजय भुवनेश, लक्ष्मि नारायण शर्मा, संगीता त्रेहन, ऋतू पूरी, डॉ सुधीर मोहिंद्रू, मनोज कोहली व इनरव्हील क्लब प्रधान आरती दुगल मुख्य रूप से उपस्तिथ रहे।
प्रोफेसर प्रेम कुमार खोसला ने की क्लब के प्रयासों की तारीफ़ समाज के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए रोटरी क्लब सोलन मिडटाउन उल्लेखनीय कार्य कर रहा हैं। क्लब पोलियो उन्मूलन, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में बढ़चढ़ कर अपना योगदान दे रहा है तथा समाज को नशा मुक्त बनाने हेतु सराहनीय प्रयास कर रहा है। यह बात प्रोफेसर प्रेम कुमार खोसला वाइस चांसलर शूलिनी विवि ने सोलन में रोटरी क्लब सोलन मिटाउन, रोटरेक्ट एवं इनरव्हील क्लब के स्थापना समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने सदस्यों से उक्त कार्यों के लिए बधाई दी व इसी प्रकार निस्वार्थ तरीके से समाज के उत्थान के लिए कार्य करने व सेवा करने का आह्वान किया। इससे पूर्व डॉ कैलाश पराशर को रोटरी क्लब सोलन मिडटाउन की विधिवत कॉलर सेरेमनी द्वारा कमान सौंपी गई। इस अवसर पर डॉ कैलाश ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग को नशे से दूर रखना व योग एवं खेलकूद की सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि क्लब द्वारा पौधरोपण, मुफ्त चिकित्सा शिविर ,स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पोलियो उन्मूलन, शिक्षा के सुदृढ़ीकरण तथा विभिन्न समाज सेवा के लिए अभियान चलाया जाएगा। युवा एवं बुजुर्गों के लिए योग एवं जीवन शैली के रोगों की रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाया जाता है वह भविष्य में भी चलाया जाएगा। असिस्टेंट गवर्नर अतुल टांगरी ने डिस्ट्रिक्ट 3080 द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी तथा रोटरी इंटरनेशनल द्वारा क्लब के प्रोजेक्टों को पूर्ण रूप से आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर कुल राकेश पंत, सदस्य प्रदीप अग्रवाल, डॉक्टर अरविंद गुप्ता, डॉ उपेंद्र कोल, रमन शर्मा, डॉ सीमा गुप्ता, शगुन शर्मा, विकास चोपड़ा, संदीप आनंद, जितेंद्र मल्ला, शिमला क्लब से नेहा शर्मा, रश्मि सलवान, डॉ राजेंद्र शर्मा, कर्नल शशि सलमान, उषा शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
पांच वैरायटी के कलाकंद, सब लाजवाब कलाकंद एक ऐसा मिष्ठान है जिसका नाम सुनते ही मुँह में पानी आ जाता है और जब कलाकंद की बात होती है तो सबसे पहले ईशर स्वीट्स का नाम जहन में आता है। क्वालिटी से कोई समझौता नहीं और स्वाद ऐसा कि पेट भर जाए पर मन नहीं, ईशर स्वीट्स के कलाकंद के न सिर्फ स्थानीय लोग, बल्कि शिमला -कसौली आने वाले लाखों पर्यटक भी मुरीद है। यहाँ एक दो नहीं बल्कि पुरे पांच किस्म का कलाकंद मिलता है, सादा सफ़ेद कलाकंद, बटर स्कॉच कलाकंद, केसर कलाकंद, अंजीर कलाकंद और शुगर फ्री कलाकंद। सब एक से बढ़कर एक और लाजवाब ! करीब पिछले 5 दशक से लोग ईशर स्वीट्स के कलाकंद के मुरीद है और कई लोग तो ऐसे है जो कई किलोमीटर का सफर तय कर सिर्फ ईशर स्वीटस का कलाकंद खाने आते है। तीसरी पीढ़ी बढ़ा रही व्यवसाय श्री ईशर दास किसी ज़माने में शादी-ब्याह में खाना बनाने का कार्य करते थे। धीरे -धीरे उनके हाथ का स्वाद रंग लाने लगा और दूर -दूर से लोग उन्हें खाना बनाने बुलाने लगे, खासतौर से कलाकंद। इसके बाद श्री ईशर दास ने कालका में पहली दूकान खोली, जहां वहां अब भी बैठते है। वर्तमान में ईशर स्वीट्स की तीन दुकानें है और उनकी तीसरी पीढ़ी यानी की उनके पोते कमल और निखिल उनका व्यवसाय आगे बढ़ा रहे है। हर वैरायटी के लिए रखे गए है विशेष कारीगर : कमल श्री ईशर दस के पोते कमल ने बताया कि कलाकंद के अतिरक्त ईशर स्वीट्स दवार निर्मित ड्राई फ्रूट्स की मिठाइयों की भी काफी मांग है। विशेषकर सात प्रकार की बकलावा स्वीट्स की डिमांड न सिर्फ हिमाचल और हरियाणा से, बल्कि अन्य प्रदेशों से भी आती है। उन्होंने बताया कि हर वैरायटी की मिठाई और पकवान बनाने के लिए विशेष कारीगर रखे गए है, मसलन बंगाल से आये कारीगर बंगाली मिठाई तैयार करते हैं, तो राजस्थान से आये कारीगर घेवर और जलेबी बनाते है।
काली माता मंदिर के नाम पर ही शहर का नाम कालका पड़ा हिमाचल के प्रवेश द्वार और हरियाणा के कालका में स्थित सिद्ध शक्तिपीठ काली माता मंदिर में भक्तों की अटूट आस्था है। देश के हर कोने से माँ काली के भक्त यहाँ आते है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, काली माता मंदिर के नाम पर ही शहर का नाम कालका पड़ा था। मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। वैसे तो श्री काली देवी का सर्वप्रसिद्ध शक्तिपीठ कलकत्ता में स्थित है, पर मान्यता है कि यहाँ पर भगवती सती के केश (बाल) गिरे थे। हालांकि इस स्थान की गणना 51 शक्तिपीठो में नहीं है लेकिन इस स्थान के बारे में मान्यता है कि भगवती देवी सती के केशो के कुछ अंश इस स्थान पर भी गिरे थे। कालिका माता मंदिर में माता के दर्शन एक पिण्डी के रूप में किए जाते है। देवताओं का दुख सुनकर माता ने किया था अपना स्वरूप विस्तार किंवदंति के अनुसार, सतयुग में महिषासुर, चंड-मुंड, शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज आदि राक्षसों का उपद्रव बढ़ गया था, जिससे देवता भी डरकर कंदराओं में छिपे फिरते थे। एक दिन सभी देवताओं ने आदिशक्ति श्री जगदंबा मातेश्वरी की स्तुति की, जिससे प्रसन्न होकर माता एक बालक के रूप में प्रकट हुईं। देवताओं का दुख सुनकर माता ने अपने स्वरूप को विस्तृत किया, जिसके हजारों हाथ पैर थे। सभी देवाताओं ने आदिशक्ति को अपना एक-एक शस्त्र दिया। विष्णु ने चक्र, शिव ने त्रिशूल, ब्रह्मा ने कमंडल, इंद्र ने वज्र, शेषनाग ने शेषफांस, यमराज ने यमफांस आदि शस्त्र माता को अर्पण किए। इसके बाद माता जगदंबा रणभूमि में उतरीं और महिषासुर सहित अन्य दैत्यों का संहार करके कालका भूमि स्थल पर स्थित हुईं, जो कालांतर में कालका में काली माता के नाम से प्रसिद्ध हुई। एक दंत कथा के अनुसार बहुत प्राचीन काल में यहा राजा जयसिंह देव का राज्य था। राजा जयसिंह देव सिंह ने ही इस मंदिर में श्री कालिका देवी की एक प्रतिमा स्थापित की थी।एक बार नवरात्रो के अवसर पर भगवती जागरण हो रहा था। राजमहल की स्त्रियां इकट्ठे होकर कालिका जु का स्तवन गान कर रही थी। स्वयं भगवती भी एक दिव्य स्त्री का वेश धारण करके उन राज महल की स्त्रियो में सम्मिलित होकर कीर्तन करने लगी। कीर्तन की समाप्ति पर कामातुर राजा ने देवी का हाथ पकड़ लिया और विवाह का प्रस्ताव दिया। इससे कालिका देवी क्रोधित हो गई और उन्होंने राजा को श्राप दे दिया कि – जिस राज्य के अभिमान से तुझे यह अहसास हुआ है उस राज्य सहित तेरा भी सर्वनाश हो जाएगा। तभी कालिका माता मंदिर में सिंह गर्जन होने लगा। पर्वत जमीन में धसने लगे और श्री कालिका जी की मूर्ती भी पहाड़ में प्रवेश करने लगी। इसके बाद एक साधू के निवेदन पर मात शांत हुई और तब देवी की वह मूर्ती जो पहाड़ के अंदर प्रवेश कर रही थी पहाड़ के साथ वैसी ही अवस्था में रह गई। आज भी यहा देवी का केवल सिर दिखाई देता है। मात के श्राप के कारण नष्ट हो गया था राज्य देवी के श्राप के चलते शत्रुओं ने राजा देव सिंह पर हमला कर दिया और राजा अपने दोनों पुत्रों सहित मारा गया। कहा जाता हैं कि पूरा नगर कालिका देवी जी के श्राप के कारण नष्ट हो गया। इस स्थान पर बिल्कुल उजाड़ हो गया था। राज्य का कही नामोनिशान नहीं था। वर्तमान में स्थित कस्बे का निर्माण उसके कई सौ वर्षो उपरांत हुआ माना जाता है। श्यामा गाय करती थी माता की पिंडी का अभिषेक कालका मंदिर की स्थापना को लेकर एक धारणा ऐसी है कि भगवान कृष्ण के द्वापर युग में जब पांडव जुए में हार गए थे तो उन्हें 12 वर्ष का वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास हुआ। इसी दौरान पांडव विराटनगर में 12 वर्ष रहे। उस समय केवट राजा के राज्य में गाय की बहुत सेवा की जाती थी। वहीं एक श्यामा नामक गाय रोजाना अपने दूध से माता की पिंडी का अभिषेक करती थी। यह करिश्मा देख पांडव आश्चर्यचकित रह गए और पांडवों ने इसी स्थान पर माता के मंदिर मंदिर की स्थापना की।
परवाणू में रोटरी क्लब द्वारा शनिवार को वन महोत्सव मनाया गया। इसमें रोटरी क्लब के प्रधान आरटीएन रोटेरियन चांद कमल शर्मा, रोटेरियन योगेंद्र दीवान, रोटेरियन अनिल सहगल, पुनीत कपूर, राकेश भंडारी, पिंकी गुप्ता व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। रोटेरियन प्रधान चांद कमल ने बताया कि पौधरोपण अभियान के तहत आम, आंवला व अन्य किस्मों के पौधे परवाणू के दशहरा ग्राउंड में लगाए गए हैं जिनकी देखभाल की जिम्मेवारी भी क्लब ने ली है। इस अवसर पर उद्योग इकाइयों से आई हुई महिलाएं वह मजदूर भी उपस्थित थे।
लगभग 1.47 करोड़ रुपये के कार्यों का किया लोकार्पण उद्योग, श्रम एवं रोजगार तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार आम आदमी की सरकार है और यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे। बिक्रम सिंह आज सोलन जिला के दून विधानसभा क्षेत्र के लोदीमाजरा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इससे पूर्व बद्दी में 1.15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ट्रक पार्किंग का लोकार्पण किया। इस पार्किंग में 50 से 60 ट्रक खड़े किए जा सकेंगे। उन्होंने लोदीमाजरा में बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण द्वारा 31.50 लाख रुपये की लागत से निर्मित वर्षा शालिकाओं का लोकार्पण भी किया। बिक्रम सिंह ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में न केवल नवीन योजनाएं कार्यान्वित की हैं अपितु उनके लाभ लक्षित वर्गों तक पहुंचाएं भी हैं। राज्य सरकार जहां एक ओर शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क एवं उद्योग जैसे आवश्यक क्षेत्रों में मूलभूत अधोसंरचना को सुदृढ़ कर रही है वहीं रोजगार एवं स्वरोजगार के व्यापक अवसर भी सृजित किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए स्वयं भी पहल करें। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि क्षेत्र में औद्योगिक निवेश के साथ-साथ ग्राम स्तर तक अधोसंरचना निर्माण पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर लोदीमाजरा से खरयाणाा तक साढ़ तीन किलोमीटर लंबे संपर्क मार्ग को पक्का करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की विभिन्न जायज मांगों को निश्चित अवधि में पूरा किया जाएगा। बिक्रम सिंह ने इससे पूर्व ट्रक यूनियन के सदस्यों से आग्रह किया कि वे उद्योग जगत के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखें। उन्होंने उद्योग जगत से आग्रह किया कि विभिन्न नियमों की अनुपालना सुनिश्चित बनाएं। ग्राम पंचायत लोदीमाजरा की प्रधान ममता खटाना ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मांगे प्रस्तुत की। इस अवसर पर दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक परमजीत सिंह पम्मी, भाजपा मंडल के अध्यक्ष बलबीर ठाकुर, जिला भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा, दून भाजपा के उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा, जिला भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कृष्ण कौशल, ग्राम पंचायत थाना के प्रधान तरसेम, गोसेवा आयोग के सदस्य देवराज शर्मा, बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनोद कुमार, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर शर्मा, एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सोलन जिला के विद्यालयों में शीघ्र आयोजित होंगे योग जारूगता शिविर उपायुक्त सोलन केसी चमन ने कहा कि योग मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और यह सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए कि छात्रों को विद्यालय स्तर पर ही योग का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हो। केसी चमन ने आज यहां योग एवं प्राणायाम जागरूकता अभियान कार्यक्रम की रूपरेखा सुनिश्चित करने के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। केसी चमन ने कहा कि विशेष रूप से विद्यालय एवं अन्य स्तरों पर योग एवं प्राणायाम के विषय में सभी को जागरूक बनाने के लिए व्यापक स्तर पर शीघ्र ही जागरूकता अभियान आरंभ किया जाएगा। उन्होंने जिला आयुर्वेद अधिकारी को निर्देश दिए कि इस विषय में शीघ्र तिथि निर्धारित कर कार्य आरंभ करें। उपायुक्त ने कहा कि अभियान के तहत सोलन जिला के सभी विद्यालयों में प्रातःकालीन सभा में विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ द्वारा योग जागरूकता के संबंध में अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न विद्यालयों में चार-चार बच्चों के समूह बनाकर एक स्थान पर 50 से 150 तक बच्चों को योग का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे प्रार्थना सभाओं में सभी को योग करवा सकें। केसी चमन ने कहा कि सोलन स्थित एससीईआरटी एवं डाईट में अध्यापकों को भी योग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण में उन्हें जीवन शैली के संबंध में भी जागरूक बनाया जाएगा। उन्होंने इन संस्थानों में आवासीय प्रशिक्षण पर बल दिया। केसी चमन ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए वे स्वयं जिला में कार्यरत 40 एलोपैथिक एवं 10 आयुर्वेदिक वेलनेस केंद्रों से विचार-विमर्श करेंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के धर्मपुर एवं सोलन खंडों में कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं तथा महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए भी ये शिविर आयोजित किए जाएंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए भी ये शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों सहित सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए भी योग शिविर आयोजित होंगे। पुलिस विभाग के लिए इस प्रकार का शिविर पुलिस लाइन्स में किया जाएगा। उन्होंने उप कारागार सोलन के लिए भी शिविर आयोजित करने की संभावनाएं तलाशने पर बल दिया। उन्होंने पंचायती राज विभाग से आग्रह किया कि ग्राम सभाओं में इस तरह के शिविर आयोजित किए जाएं। केसी चमन ने कहा कि योग युवाओं को नशे की लत से बचाने में विशेष रूप से सहायक है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि योग को दैनिक रूप से अपनाएं। उन्होंने कहा कि छात्रों को सर्वप्रथम सूर्य नमस्कार का पूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए क्योंकि सूर्य नमस्कार मस्तिष्क एवं संपूर्ण शरीर की पूर्ण यौगिक क्रिया संपन्न करवाता है। इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. राजेंद्र शर्मा ने अभियान की विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. अरविंद्र गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सोलन जिला राईफ्ल एसोसिएशन के महासचिव एवं जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष विजय सिंह ठाकुर ने कहा कि एसोसिएशन प्रदेश के उभरते निशानेबाजों को सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक निशानेबाज राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में देश तथा प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। विजय सिंह ठाकुर आज सोलन जिला के दून विधानसभा क्षेत्र के कुठाड़ में आयोजित 3 दिवीय शूटिंग प्रतियोगिता में उपस्थित प्रतिभागियों एवं अन्यों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिताओं में हिमाचल के निशानेबाजों ने देश तथा प्रदेश को अनेक पदक दिलाए हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमीरपुर के निशानेबाज विजय कुमार तथा जिला सिरमौर के समरेश जंग को जाना जाता है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के प्रयासों से शीघ्र ही हिमाचल से अनेक उद्यीयमान निशानेबाज प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि 3 दिवसीय शूटिंग प्रतियोगिता का आयोजन जिला राईफ्ल शूटिंग एसोसिएशन द्वारा किया जा रहा है। यह इस तरह की आठवीं प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब एवं हिमाचल सहित साथ लगते क्षेत्रों के निशानेबाज भाग ले रहे हैं। 138 प्रतियोगी विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुठाड़ स्थित टैगारे वनस्थली पब्लिक स्कूल में इंडारे प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है। इसमें 37 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। प्रतिभागियों में 12 निशानेबाज राष्ट्रीय स्तर के हैं। इनमें से 7 सोलन जिला से संबंधित हैं। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य राईफ्ल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूरत सिंह ठाकुर, महासचिव ईश्वर रोहाल, अन्य पदाधिकारी तथा निशानेबाज उपस्थित रहे। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता का 28 जुलाई, 2019 को समापन होगा।
Queries addressed through farmer-scientist interaction A one-day field visit of farmers from various clusters under the Himachal Pradesh Horticulture Development Project (HP-HDP) was held at the high-density apple plantations of Dr YS Parmar University of Horticulture and Forestry (UHF), Nauni. The main aim of the event was to apprise the farmers of the benefits of high-density apple plantations and their management. Over 100 farmers from different clusters in Shimla, Sirmour, Mandi, Kullu, Kinnuar and Chamba chosen by the Project Control Unit of the HP HDP and officers of the Horticulture Department took part in the event. This event was organised by the Department of Fruit Science of the university. The idea behind the event was to apprise and address the queries of farmers who are raising high-density apple plantations under this project. Dr Parvinder Kaushal, Vice Chancellor of the University was the Chief Guest on the occasion. Dr JN Sharma, Director Research and Nodal Officer of the HP HDP at the University, Dr JS Chandel, Professor and Head, Department of Fruit Science, all the statutory officers and heads of department also took part in the occasion. Speaking on the occasion, Dr Kaushal said that the university has always been at the forefront of providing the latest knowhow to the farmers. He said that the research on high-density apple plantations at different altitudes is an effort to provide the apple growers the technical knowhow so that they can benefit from increased production through this modern technology. The university raised the plantations in the year 2016 keeping in view the importance of high-density plantations in fruit crops in general and apple in particular. Various varieties being studied are Jeromine, Red Velox, Red Cap Valtod, Scarlet Spur-II, Super Chief, Gale Gala, Redlum Gala and Auvil Early Fuji grafted on M9 and MM106 rootstocks. The university has been studying the performance of various varieties on different rootstocks namely M9 and MM106. The plant spacing i.e. 2.5 X 0.75 m (5333 plants/ha), 2.5 X 1.0 m (4000/plants/ha) and 2.5 X 1.5 m (2666 plants/ha) and training systems viz., Vertical Axis, Slender Spindle and Tall Spindle are being tested. “The University’s Department of Fruit Science has been conducting trials for development of Packages of Practices on high-density apple plantations under the World Bank funded HP HDP. The trials are being conducted in different agro climatic conditions at various research stations of the University including the main campus at Nauni to identify the suitable varieties and rootstocks along with ideal plant spacing and canopy management techniques and the results will be shared with the growers in the future,” said Dr Kaushal. During the field visit, the scientists of the Department of Fruit Science apprised the farmers about the various important aspects of high-density plantations, which can enable them to get best yield. A farmer scientist interaction was also held where all the queries of the farmers were addressed. What is high density plantations High-density planting refer to the planting of higher number of plants per unit area than the convention system of plantings. Conventionally, standard apple plants raised on seedling rootstocks are planted at a spacing of 7.5 X 7.5 m with a planting density of 178 trees/ha and spur varieties on seedling rootstocks are planted at a spacing of 5.0 X 5.0 m with a planting density of 400 plants/ha. The average productivity of these orchards is approximately 6 to 8 MT/ ha, which is much below the productivity obtained in high-density orchards (40-60 MT/ ha). In high density planting, apple plants on clonal rootstocks can be planted at 5333 plants/ha to increase the production per unit area basis and improves the quality of the produce. With the increasing pressure on land and reduction in average land holdings, shifting from low density planting systems to high density planting systems is need of the hour, as the trees in high density are more precocious, heavy yielders and produce better quality fruits. High-density orcharding can be done on flat and fertile lands with assured irrigation using dwarf/semi dwarf clonal rootstocks which can be trained to modern methods of canopy management viz., vertical axis, slender spindle and tall spindle etc. The technology is helpful in best utilization of land and resources and ease in orchard inter-culture operations, plant protection as well as harvesting and to obtain export quality of the produce. Canopy management has paramount importance in high density planting to control vigour of the trees and harvest quality fruits. Training and pruning are two important horticultural practices of canopy architecture that plays significant role in quality fruit production. Generally, training of trees aims at more penetration of sunlight, support to main branches for desired tree architecture to increase the planting density and finally increasing the production. The training systems like tall spindle, vertical axes, slender-spindle, head and spread are recommended for high-density apple orchards. Under these training systems, branches are trained to horizontal positions/below horizontal, using cloth pins on 8-10 cm shoots and tying of branches during summer months. Pinching of shoots at 8-10 cm growth is carried out to develop the fruiting spurs and to check the growth of branches.