हि प्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लि पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन की कुनिहार उप इकाई की मासिक बैठक आज कुनिहार में आयोजित हुई।बैठक में दूर दराज क्षेत्रो से आए इकाई सदस्यों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। बैठक के आरंभ में आर एन कश्यप इकाई महासचिव ने सभी उपस्थित सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि बोर्ड की वित्तीय स्थिति इस समय बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रही है, इसलिए अपनी पेंशन को बचाने के लिए सभी पेंशनर्स को अपनी एकता को बनाए रखना बहुत जरूरी है। सभा की अध्यक्षता करते हुए ई रत्तन तनवर इकाई प्रधान ने कहा कि बोर्ड में लिए जा रहे जनविरोधी ,कर्मचारी / पेंशनर्स विरोधी निर्णयों को बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने समय रहते संशोधित वेतनमान के एरियर तथा 4% डी ए जारी करने के आदेश कर दिए थे, लेकिन बोर्ड ने आचार संहिता लगने तक भी उन दोनो आदेशों को लागू नहीं किया। इससे ही बोर्ड की हठधर्मिता का पता चल जाता है। बोर्ड प्रबंधन इस समय पूरी तरह से सरकार विरोधी कार्य करने में व्यस्त है तथा सरकार की छवि को धूमिल करने पर तुला हुआ है और सरकार कुंभकर्णी नींद में सो रही हैं। बोर्ड में पेंशनर्स के संशोधित वेतनमान की नोशनल पे फिक्सेशन का कार्य भी बंद कर दिया गया है। इस कार्य करने के लिए जो चार कंसल्टेंट्स लगाए गए थे उन्हें भी बोर्ड ने निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड आजतक पेंशनर्स का बकाया पेंडिंग एरियर की राशी उनको नही बता पाया है, जिसको जानना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सच्चाईपूर्ण तथ्यों को ध्यान में रखकर एसोसिएशन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह करती है कि बोर्ड की नकेल कस कर जनहित तथा कर्मचारी/पेंशनर्स हित में उपरोक्त सभी मुद्दों पर जल्द से जल्द सकारात्मक आदेश करवाए। मीटिंग में ई रत्न तंवर, ई रूपेंद्र कौशल, ई आर पी तंवर, ई राजेंद्र तंवर, ई देवेंद्र पाल, सर्वश्री आर एन कश्यप, प्रेम सिंह चौहान, संत राम कश्यप,सुरेश मेहता, हेम चंद तंवर,दलबीर, ओ पी तंवर,रामदास तंवर,बाबूराम, ओमी दत्त कश्यप, कश्मीरसिंह,नरेंद्र पाल, अशोक चौधरी,बृज लाल, परस राम, दलीप कुमार,हंसराज,रामप्रकाश, राजेंद्र कंवर,शीशराम,भूपेंद्र पाठक, रिशीराम,किरपाराम,रोशन लाल आदि सदस्य मौजूद रहे।
पेंशनर एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन जिला सोलन कार्यकारिणी की त्रैमासिक बैठक 7 अप्रैल 2024 को सुबह 11 बजे पेंशनर्ज भवन तालाब कुनिहार में आयोजित होगी। बैठक की जानकारी जिला मीडिया प्रभारी डीडी कश्यप ने दी। उन्होंने बताया कि इस त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष केडी शर्मा करेंगे। बैठक में पेंशनरो की मांगों व समस्याओं पर विचार विमर्श किया जायेगा। केडी शर्मा व जिला महासचिव जगदीश पंवर ने जिला कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारियों व जिला की सभी इकाइयों के पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि इस त्रैमासिक बैठक में समय पर पहुंचे ताकि बैठक में पेंशनरो की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हो सके। डी डी कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी दिन जिला कार्यकारणी की बैठक के बाद कुनिहार यूनिट का स्थापना दिवस प्रधान जगदीश सिंह की अध्यक्षता में धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राज्य पेंशनर्ज कल्याण संघ के प्रदेशाध्यक्ष आत्मा राम शर्मा शिरकत करेंगे। तथा जिला अध्यक्ष केडी शर्मा विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। कुनिहार इकाई ने जिला के सभी इकाइयों के कार्यकारणी पदाधिकारियों व सदस्यो को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।
पूर्व सैनिक लीग कुनिहार इकाई की त्रैमासिक बैठक 7 अप्रैल रविवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह चौधरी कम्प्लेक्स में होगी। यह बैठक इकाई अध्यक्ष कैप्टन रणधीर सिंह कंवर की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे आयोजित की जाएगी। इकाई अध्यक्ष कैप्टन रणधीर सिंह कंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि लीग के सभी पूर्व सैनिक भाइयों व वीर नारी बहनों से अनुरोध किया गया है कि अधिक से अधिक संख्या में बैठक में पहुंचे ताकि पूर्व सैनिकों की समस्याओं पर मिलजुलकर चर्चा व विचार विमर्श किया जा सके। अध्यक्ष ने सभी पूर्व सैनिकों व वीर नारियों से आग्रह किया है कि अपने साथ जरूरी दस्तावेज डिस्चार्ज बुक, पी पी ओ, आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक पास बुक साथ लेकर आए ताकि उनमें जो कमियां है उन्हें दूर किया जा सके।
सीबीएसई संचालित द एसवीएन स्कूल वडोर घाटी कुनिहार ने सत्र 2023_24 की परीक्षाओं का वार्षिक परिणाम घोषित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में विद्यालय चेयर मैन टी सी गर्ग व पुष्पा गर्ग ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता एस एम सी अध्यक्ष मदन कपूर ने की। विद्यालय का नर्सरी से नवमीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा I जानकारी देते हुए विद्यालय निदेशक लुपीन गर्ग ने बताया की इस वर्ष विद्यालय का वार्षिक परिणाम वहुत ही सराहनीय रहा है। विद्यालय के अध्यापक व स्कूल प्रबंधन ने निर्धारित समय पर परीक्षाओं का रिजल्ट जारी किया। द एसवीएन विद्यालय में कक्षा नौ तक के सभी बच्चे पास हुए है। विद्यालय चेयर मैन टी सी गर्ग ने विद्यालय प्रबंधन समिति सहित इस उपलब्धि के लिए बच्चों तथा उनके अभिभावकों को बधाई दी।उनकी कड़ी मेहनत व लगन की प्रशंसा करते हुए अपने संबोधन में कहा कि इस विद्यालय का परीक्षा परिणाम हर वर्ष सराहनीय रहता है। यह विद्यालय पढ़ाई खेलकूद व अन्य गतिविधयों में भी हमेशा अव्वल रहता है यह विद्यालय जिला व प्रदेशभर में नाम रोशन करता आ रहा है। प्रधानाचार्य उमा शर्मा व स्कूल प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मदन कपूर ने सभी बच्चों को वार्षिक परीक्षाओं में पास होने पर बधाई दी। वहीं इस मौके पर निदेशक लूपिन गर्ग, उमा यादव, मदन कपूर, पुष्पा गर्ग सहित बच्चो के अभिभावक मौजूद रहे।
शिक्षा खंड धर्मपुर के अंतर्गत राजकीय केंद्र प्राथमिक पाठशाला गमझून में निपुण मेले का आयोजन किया गया। जिसमे बच्चों के माता-पिता, अभिभावकों , राजकीय माध्यमिक पाठशाला गमझून के अध्यापकों एवं बच्चों,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर एवं ग्रामवासियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। केंद्र मुख्य शिक्षक रोशन लाल तथा पाठशाला प्रबंधन समिति अध्यक्षा ममता देवी द्वारा सभी उपस्थित जनों का स्वागत पूरी गर्म जोशी के साथ किया गया। पाठशाला के जेबीटी अध्यापक कमल कुमार शर्मा तथा जेबीटी अध्यापिका शिल्पा शर्मा ने भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे निपुण भारत कार्यक्रम तथा इसके अंतर्गत की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने सभी को निपुण कार्यक्रम के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। पाठशाला को निपुण मेले हेतु बहुत ही आकर्षक तरीके से सजाया गया था। बच्चों द्वारा तैयार की गई आर्ट एवं क्राफ्ट सामग्री को एक कमरे में प्रदर्शित किया गया था। सेल्फी प्वाइंट सभी के आकर्षण का केंद्र था। विभिन्न गतिविधियों हेतु कुल आठ स्थल बनाए गए थे जिनमें पंजीकरण स्थल, आर्ट एवं क्राफ्ट स्थल, बौद्धिक विकास स्थल, पूर्व गणित अवधारणा स्थल, भाषा विकास स्थल, शारीरिक विकास स्थल, सामाजिक एवं मानसिक विकास स्थल तथा बच्चों का कोना शामिल था। निपुण मेले में बच्चों ने उपस्थित जनसमूह के समक्ष बौद्धिक विकास, पूर्व गणित अवधारणा, भाषा विकास, शारीरिक विकास, सृजनात्मक विकास, सामाजिक तथा भावात्मक विकास से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन किया । पूर्व गणित अवधारणा में कंचों की सहायता से गिनती, जमा और घटा , अंक पहचान खेल, फर्श पर बनी आकृति एवं अंक कूद, कंचा दौड़ आदि गतिविधियां की गईं। भाषा विकास के लिए टार्सिया, आइसक्रीम बनाना, चित्र देखकर कहानी कहना, कविता पाठ जैसी गतिविधियां संचालित की गई। पजल साॅलविंग, मुखौटे बनाना के माध्यम से बौद्धिक विकास से संबंधित गतिविधियां प्रदर्शीत की गई। बच्चों ने सामूहिक पहाड़े, खेलकूद एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शारीरिक विकास एवं सामाजिक विकास हेतु किए जा रहे नवीन प्रयोग प्रस्तुत किए। प्राथमिक और माध्यमिक पाठशाला के बच्चों द्वारा बहुत ही सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। सभी उपस्थित जनों एवं माध्यमिक पाठशाला के अध्यापकों ने पाठशाला द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की। पाठशाला प्रबंधन द्वारा उपस्थित सभी लोगों का कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु धन्यवाद व्यक्त किया गया। वर्तमान में पाठशाला प्राथमिक कक्षाओं के साथ-साथ पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन भी कर रही है। सभी लोगों को सूचित किया गया की उनके परिवार एवं आसपास के 3 वर्ष एवं उससे अधिक के सभी बच्चे पाठशाला में नामांकित हो सकते हैं। पाठशाला में उनके लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उपस्थित सभी लोगों से कार्यक्रम की फीडबैक भी ली गई एवं सभी लोगों को अंत में प्रीतिभोज कराया गया।
25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़ने के बाद होते हैं श्रीखंड महादेव पर्वत के दर्शन हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं। इनमें से श्रीखंड महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भगवान शिव को समर्पित है। श्रीखंड महादेव दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित धार्मिक स्थलों में से एक है। समुद्रतल से लगभग 18,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। श्रीखंड महादेव मंदिर की यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी दुर्गम माना जाता है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीखंड महादेव के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। लोगों का विश्वास है कि इस स्थान पर भगवान शिव का वास है। श्रीखंड पर्वत को पंच कैलाशों में से एक माना जाता है। यहां प्राकृतिक शिवलिंग स्थापित है। मान्यता है कि भस्मासुर नाम के राक्षस को भगवान शिव से वरदान मिला था कि वह जिस भी जीव के सिर पर हाथ रखेगा वह भस्म हो जाएगा। वरदान पाकर भस्मासुर घमंडी हो गया और भगवान शिव को ही भस्म करने की कोशिश करने लगा। ऐसे में भगवान शिव ने भस्मासुर से बचने के लिए निरमंड के देओढांक में स्थित एक गुफा में शरण ली। भगवान शिव कई महीनों तक इस गुफा में रहे। जब भगवान विष्णु ने मोहिनी नाम की एक सुंदर महिला का रूप धारण कर भस्मासुर का वध कर दिया, तो सभी देवता गुफा के बाहर पहुंचे और भगवान शिव से बाहर आने की विनती की। लेकिन भगवान शिव गुफा से बाहर नहीं आ पा रहे थे। जिसके बाद वह एक गुप्त रास्ते से होते हुए इस पर्वत की चोटी पर शक्ति रूप में प्रकट हो गए। मान्यता है कि जब भगवान शिव यहां से जाने लगे तो एक जोरदार धमाका हुआ। जिसके बाद शिवलिंग आकार की एक विशाल शिला बच गई। इसे ही शिवलिंग मानकर उसके बाद पूजा जाने लगा। इसके साथ ही यहां दो अन्य चट्टाने भी हैं, जिन्हें मां पार्वती और भगवान गणेश के नाम से पूजा जाता है। श्रीखंड महादेव की यात्रा के मार्ग में निरमंड में सात मंदिर, जाओं में माता पार्वती का मंदिर, परशुराम मंदिर, दक्षिणेश्वर महादेव, हनुमान मंदिर अरसु, जोताकली, बकासुर वध, ढंक द्वार जैसे पवित्र स्थान भी आते हैं। मार्ग में आने वाले पार्वती बाग में श्रद्धालुओं को दुर्लभ ब्रह्म कमल के दीदार होते हैं। यहां पार्वती झरना भी दर्शनीय है। माना जाता है कि मां पार्वती इस झरने का स्नानागार के रूप में इस्तेमाल करती थीं। बता दें कि श्रीखंड महादेव की यात्रा बेहद दुर्गम मार्ग से होकर गुजरती है। यहां ऑक्सीजन की कमी के चलते कई बार श्रद्धालुओं की मौत भी हो जाती है। जिसके बाद श्रीखंड महादेव ट्रस्ट ने यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की आयु सीमा भी तय की गई है। साथ ही ट्रस्ट ने यह भी तय किया है कि किसी भी यात्री को उनकी फिटनेस देखकर ही श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए अनुमति दी जाएगी। ट्रस्ट, प्रशासन के सहयोग से श्रीखंड महादेव यात्रा का आयोजन करता है। यात्रा के तीन पड़ाव में सिंहगाड़, थाचड़ू, और भीम डवार हैं। श्रीखंड महादेव तक कैसे पहुंचे श्रीखंड महादेव तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कई पड़ाव पार करके यात्रा करनी पड़ती है। सबसे पहले शिमला जिले के रामपुर से कुल्लू जिले के निरमंड होकर बागीपुल और जाओं तक गाड़ियों और बस से पहुंचना पड़ता है। यहां से आगे करीब 30 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। श्रीखंड महादेव से नजदीकी हवाई अड्डा लगभग 53 किलोमीटर दूर भुंतर हवाई अड्डा है। वहीं 76 किलोमीटर दूर शिमला में जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा और छोटी लाइन का रेलवे स्टेशन भी है। इसके अलावा लगभग 90 किलोमीटर दूर जोगिंदरनगर में भी छोटी लाइन का स्टेशन है।
आज साईं इंटरनेशनल स्कूल में होली का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कक्षा प्री नर्सरी से कक्षा आठवीं तक के सभी बच्चों ने भाग लिया व रंगारंग प्रस्तुतियां दी। होली का महत्व नाटिकाएं प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर अध्यापिकाओं ने होली के महत्व पर प्रहलाद और हिरण कश्यप की कहानी बताते हुए बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया। अध्यापिकाओं ने बच्चों को गुलाल का टीका लगाकर होली की शुभकामनाएं दी और बच्चों ने भी खूब मौज मस्ती की। स्कूल प्रबंधक श्री रविंद्र बाबा ने सभी बच्चों, अभिभावकों एवं स्टाफ को होली की शुभकामनाएं दी।
कुनिहार के गांव कोठी के 38 वर्षीय रिटायर फौजी का आज हार्टअटैक के कारण निध*न हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार 38 वर्षीय अजय पुत्र अमर सिंह गांव कोठी लगभग 3 वर्ष पहले आर्मी से रिटायर हुए थे। आजकल आगे की पढ़ाई कर जमा दो की परीक्षा दे रहे थे। कल रात अचानक तबियत खराब हुई सुबह सवा 6 बजे हार्टअटैक के कारण इनका देहांत हो गया। गांव के कोठी शमशान घाट पर हिन्दू रीतिरिवाज के साथ अजय का अंतिम संस्कार कर दिया गया । अजय के 6 वर्षीय बेटे दक्ष ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। आर्मी के जवानों ने अजय के शव पर तिरंगा लपेटा व शमशान घाट पहुंचकर मृत*क रिटायर फौजी को पुष्पांजलि देकर सलामी दी।
मन में लग्न हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा तो कोई भी मंजिल असंभव नहीं होती। इस कहावत को सच कर दिखाया है कुनिहार ब्लाक के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने। जो स्वयं सहायता समूह की नाव पर सवार होकर स्वरोजगार अपना रही हैं। और अन्य को भी इसके लिए प्रेरित कर रही हैं। खास बात तो यह है कि इस बार की होली में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की मेहनत से बनाए गए स्वदेशी व हर्बल रंग अपनी छटा बिखेरेंगे। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित होने वाले स्वयं सहायता समूहों ने होली के रंग तैयार करने का कार्य शुरू किया है। कुनिहार ब्लॉक के ग्राम पंचायत हाटकोट में चल रहे रंग बनाने के इस कार्य में क्षेत्र के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। स्वयं सहायता समूह जय भारती संगठन हाटकोट की अध्यक्ष की देखरेख में चल रहे इस कार्य में महिलाएं खूब रुचि ले रही हैं। समूह अध्यक्ष का कहना है कि होली का पर्व नजदीक होने के कारण इस समय काफी अधिक मात्रा में होली के रंगों की डिमांड भी आनी शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि वह महिलाओं को प्रशिक्षण देकर घर पर ही गुलाब, गेंदा जैसे फल व फूलों से शुद्ध, स्वदेशी व हर्बल रंग बनाने के तरीके बता रही हैं। जिससे ग्रामीण महिलाओं को होली के अवसर पर अच्छी आय भी हो सके। महिलाओ ने हरा रंग, हल्दी से पिला रंग एवं चुकंदर से लाल रंग के हजारों पैकेट बनाए है। जिसे होली के मध्यनजर न्यू बस स्टेंड पर स्टाल लगा के हर्बल गुलाल बेचा जाएगा। समूह से संतोष शर्मा, निशा, मीना, संतोष, मीनाक्षी, पूनम ,मीरा, अनीता, पूनम, कांता ,डेजी झांझी, शीला, शांता आदि महिलाओं द्वारा इन रंगों को तैयार किया जा रहा है।
बद्दी पुलिस द्वारा नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कसने के लिए चलाए गए अभियान के तहत नालागढ़ के दभोटा में पुलिस ने एक गाड़ी से नशे के लिए दुरुपयोग होने वाली दवाई की बड़ी खेप पकड़ी है। ये 28 हजार 140 गोलियां नालागढ़ को लाई जा रही थीं और यहां पर बेची जानी थीं, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। पुलिस ने एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला दर्जकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और गोलियों सहित गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। पुलिस के अनुसार बद्दी पुलिस द्वारा नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कसने के लिए चलाए गए अभियान के तहत डी.एस.पी. नालागढ़ थाना के अधीन एक पुलिस टीम की अगुवाई में टीम गुप्त सूचना के आधार पर इस व्यक्ति को पकड़ने के लिए कई दिनों से लगी थी और सोमवार शाम को दभोटा में पुलिस ने नाके के दौरान गाड़ी को चैक किया और गाड़ी के बॉनट में छिपाकर लाई जा रही गोलियां बरामद कीं। एएसपी बद्दी अशोक वर्मा के बोल एएसपी बद्दी अशोक वर्मा ने बताया कि पुलिस ने आरोपी सुरेश कुमार के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार कर लिया है और 28140 गोलियां, गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस जांच कर रही है कि यह गोलियां कहां से लाई गई थीं और कहां-कहां से सप्लाई की जानी थीं।
सैकड़ो लोगों ने नवाया शीश : जेष्ठ सोमवार के उपलक्ष पर प्राचीन शिव तांडव गुफा कुनिहार में गुफा विकास समिति व शम्भू परिवार द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। क्षेत्र के सैंकड़ो शिव भक्तों ने कतारबद्ध होकर गुफा में विराजमान प्राकृतिक शिव लिंग के दर्शन कर भण्डारा ग्रहण किया। समिति अध्यक्ष राम रत्तन तनवर ने जानकारी देते हुए बताया कि जेष्ठ सोमवार को दो दिवसीय रामचरित मानस कथा पाठ को हवन व पूर्णाहुति के साथ विराम दिया गया। उसके उपरांत दोपहर से शिव भक्तों ने अपने आराध्य शिव महादेव के दर्शनों के पश्चात समिति व शम्भू परिवार द्वारा आयोजित भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। यह भण्डारा देर रात तक चलता रहा।शाम को शिव भक्तों द्वारा सुंदर भजनों से शिव का गुणगान किया गया।इस अवसर पर समिति उपाध्यक्ष रितु ठाकुर, गुमान कंवर,मनोज भारद्वाज सहित समिति व शम्भू परिवार के सदस्य व सैंकड़ो शिव भक्त मौजूद रहे।
कुनिहार के समीप लोहारा ग्राम वासियों के इष्ट देवता डोमेश्वर जी महाराज की मूर्ति को पुराने मंदिर से नव निर्मित मंदिर में बहुत ही हर्षो उल्लास एवं उमंग के साथ सभी गांव वासियों द्वारा मिलकर विधि पूर्वक प्रस्थापित किया गया l इस धार्मिक आयोजन के बारे में जानकारी देते हुऎ मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष कामेश्वर ठाकुर ने बताया इस देव कार्य को विधि पूर्वक संपन्न करवाने में मूल स्थान के मुख्य पुजारी एवं देव गुर अमर सिंह की अगवाई में यह कार्य मंदिर समिति द्वारा बहुत ही भक्ति एवं श्रद्धा भाव के साथ यह धर्मिक कार्य संपन्न करवाया। लोहारा, बडोरी एवं नमोल गांव वासियों द्वारा भजन संकीर्तन भी किया और देवता का आश्रीवाद प्राप्त किया l साथ ही इस अवसर पर पुरी रात देवता जी की विशेष स्तुति एवं पूजन के लिए जागरे का आयोजन किया गया l मंदिर समिति द्वारा नारायण सेवा के रूप में भंडारे की व्यवस्था भी सभी गांव वासियों एवं पधारे हुऐ सभी भक्तजनों को की गई l इस अवसर पर महेंद्र सिंह ठाकुर, बिजयन्त, सुखदेव, ज्ञानचंद, सुरेंद्र कुमार,विनोद कुमार,रमेश कुमार, रोशन लाल, मदनलाल,जगदीश चंद्र मोहन एवं रामस्वरूप भी इस धार्मिक आयोजन में विशेष रूप से सम्मिलित रहे l
लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत मतगणना, प्रशिक्षण तथा बैठक के लिए प्रतिदिन आधार पर टेंट, मेज तथा कुर्सी इत्यादि सामान के लिए प्रतिष्ठित फर्मों से मोहर बंद निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। ये निविदाएं 21 माच की प्रात: 11.30 बजे तक अतिरिक्त उपायुक्त सोलन के कार्यालय में दी जा सकती हैं। निविदाएं इसी दिन सायं 3 बजे खोली जाएंगी। इस संबंध में किसी भी प्रकार के विवाद की स्थिति में अतिरिक्त उपायुक्त का निर्णय अंतिम होगा। इच्छुक फर्म द्वारा वेबसाइट hpsolan.nic.in पर निविदा से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। जिला निर्वाचन कार्यालय सोलन के कार्यालय दूरभाष नंबर 01792-223792 से भी अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
बहुप्रतीक्षित शूलिनी स्प्रिंग फेस्ट-2024 आज उत्साह के साथ शुरू हुआ, जिसने विश्वविद्यालय परिसर को रचनात्मकता और ज्ञानोदय के एक जीवंत केंद्र में बदल दिया। तीन दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में शूलिनी वार्षिक उत्सव मोक्ष, साहित्य उत्सव, टैक उत्सव और पुष्प उत्सव सहित कई कार्यक्रम प्रदर्शित किए जाएंगे। इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी की अध्यक्ष श्रीमती संजना गोयल उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि थीं, जिन्होंने कार्यक्रमों की एक प्रेरक श्रृंखला की रूपरेखा तैयार की। शूलिनी इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट की अध्यक्ष सरोज खोसला, निष्ठा शुक्ला आनंद ट्रस्टी और निदेशक शूलिनी विश्वविद्यालय भी उत्सव में उपस्थित थे। साहित्य उत्सव में, शर्मिष्ठा मुखर्जी, कवि अशोक चक्रधर और हास्यकार कवी सुरिंदर शर्मा जैसे दिग्गजों ने अपनी गहन अंतर्दृष्टि और काव्य प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता की विरासत पर विचार करते हुए भारतीय समाज पर उनके स्थायी प्रभाव पर जोर दिया। अशोक चक्रधर ने हिंदी भाषा के विकास और इसकी आंतरिक प्रतिध्वनि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस तरह भगवान कृष्ण के आगमन से वसंत ऋतु का आगमन होता है, उसी तरह हिंदी का विकास... क्रमिक और बहुमुखी रहा है। महिला सशक्तिकरण को समर्पित एक सत्र में सुनैनी शर्मा, विभा रानी और शिल्पा झा ने समाज में महिलाओं की क्षमता और ताकत पर चर्चा की और सामाजिक मानसिकता में बदलाव की वकालत की। शिमला पर सत्र में अतुल लाल और सिद्धार्थ पांडे के साथ लेखकों के संग्रहालय ने शिमला की कहानियों के बारे में बात की। पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ऑनलाइन जुड़े हुए थे और क्रिकेट प्रेमियों को भारतीय क्रिकेट के बारे में उत्साहपूर्ण बातचीत की । विवेक अत्रे द्वारा संचालित, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर अमृत माथुर, क्रिकेट लेखक सोहेल माथुर के साथ सत्र एक बड़ा हिट साबित हुआ। यह उत्सव साहित्य से लेकर विज्ञान तक विविध विषयों पर भी चर्चा की। प्रोफेसर नरेंद्र चिरमुले ने विज्ञान और रचनात्मकता के अंतर्संबंध की खोज करते हुए जीन और होमो सेपियन्स पर एक सत्र का नेतृत्व किया।थिंकिंग आउटसाइड द क्यूबिकल नामक सत्र में जिग्स अशर, शालिनी पी. सॉकर और गीता दुआ ने पेशेवर जीवन के लिए नवीन दृष्टिकोण पर विचार-विमर्श किया। मोक्ष शूलिनी वार्षिक उत्सव में हार्मनी ऑफ पाइन्स पुलिस बैंड के साथ सांस्कृतिक संध्या आयोजित की गई और मिस्टर मोक्ष और मिस मोक्ष प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
** कार्यालय खुलने से 24 पंचायतों के 61,816 लोग होंगे लाभान्वित मुख्य संसदीय सचिव (उद्योग, राजस्व एवं नगर नियोजन) राम कुमार ने आज दून विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बाड़ियां के पट्टा महलोग में खंड विकास अधिकारी कार्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पट्टा महलोग में खंड विकास अधिकारी कार्यालय खुलने से ग्राम पंचायत बढ़लग, कृष्णगढ़, जगजीत नगर, बाड़ियां, भावगुडी, बुघार कनैता, चंडी, दाड़वा, ढकरियाणा, घडसी, गोयला, नालका, बरोटीवाला, पट्टा नाली, मंधाला, सूरजपुर, कालुझंडा, कैंडोल, मंढ़ेसर, साई, सौडी, भटोली कलां, गुलरवाला, हरिपुर संडोली व जाडला के 61,816 लोग लाभान्वित होंगे। जिले में यह छठा खंड विकास अधिकारी कार्यालय होगा। इसके खुलने से ग्रामीणों को अब अपने विकास कार्य करवाने के लिए धर्मपुर और नालागढ़ जाने की आवश्यकता नहीं होगी। राम कुमार चौधरी ने स्थानीय ग्रामीणों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा अपने बद्दी प्रवास के दौरान खंड विकास अधिकारी कार्यालय खोलने की घोषणा की थी, जिसे रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। उन्होंने क्षेत्र में विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि क्षेत्र में भारी वर्षा से जो मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए थे उन्हें शीघ्र ही उचित भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बरोटीवाला-बनलगी-सोलन मार्ग के विस्तारीकरण के लिए 200 करोड़ रुपए की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि दून विधानसभा क्षेत्र में खनन निधि से भी लगभग 2.50 करोड़ रुपए के विकास कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दून विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिए दृढ़ संकल्प है। उन्होंने बीडीओ कार्यालय की चारदीवारी के लिए 2 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पट्टा ब्लॉक में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 2.35 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक करोड़ रुपए की लागत से पट्टा तथा आस-पास के मार्गों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने मुख्य संसदीय सचिव का स्वागत करते हुए कहा कि यहां खंड विकास कार्यालय खुलने से आस-पास की पंचायतों को लाभ मिलेगा और विकास कार्य समय पर पूर्ण करने में आसानी होगी तथा विकास कार्यों में तेजी भी आएगी।
220 केवी सब स्टेशन जाबल जमरोट में मरम्मत कार्य के चलते कुनिहार और अर्की 33 केवी लाईन के तहत रविवार 17 मार्च को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक डुमैहर, अर्की, शालाघाट, बातल, मांझू, गलोग, कोटली, कुनिहार, सायरी, ममलीग, कुफ्टु, रुगड़ा, पट्टा-बरावरी हरिपुर, जाड़ली में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। सहायक अभियंता इंजीनियर नीरज कतना ने उपभक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
ग्राम पंचायत कोटबेजा के उप प्रधान ने आज कसौली थाने में सूचना दी कि गांव जामली में एक व्यक्ति ने फंदे पर लटका मिला है। साथ ही एक महिला भी खेत में मृत अवस्था में पड़ी मिली है। सूचना मिलने पर पुलिस थाना कसौली की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौका की तस्दीक करने पर पाया गया कि मृतक तारा सिंह (50) पुत्र श्री दान सिंह मूल निवासी, राज्य उत्तराखंड, जिला चंपावत अपनी पत्नी वनीता (20) के साथ अक्तूबर 2023 से जामली में खेतीबाड़ी का काम करता था। इस संदर्भ में थाना कसौली में हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में आगामी छानबीन की जारी रही है।
** दूसरी किस्त का भुगतान भी एक मुश्त करने का आग्रह किया हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच अर्की इकाई की बैठक शुक्रवार को पेंशनर भवन कुनिहार में इकाई अध्यक्ष बलबीर चौधरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कल्याण मंच के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बृजलाल ठाकुर विशेष तौर पर उपस्थित हुए। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से आग्रह किया गया कि एचआरटीसी से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को जनवरी 2016 से लागू किए गए पे-स्केल के एरियर की पहली किस्त दी जाए। एचआरटीसी पेंशनर्स ने कहा कि पूर्व सरकार ने एरियर की पहली किस्त 50 हजार रुपये अन्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दे दी थी, लेकिन एसआरटीसी से सेवानिवृत्त करीब 7500 कर्मचारियों को इसका लाभ अब तक नहीं मिला है। पेंशनर्स ने कहा कि अब वर्तमान सरकार ने एक बार फिर प्रदेश के पेंशन धारकों को एरियर के संदर्भ में अधिसूचना जारी की है, जिसके अंतर्गत 75 वर्ष पूरे कर चुके पेंशनधारकों को कुल एरियर का 35 प्रतिशत, 70 से 75 वर्ष के आयु वर्ग को 20 प्रतिशत, 65 से 70 वर्ष आयु वर्ग को 18 प्रतिशत एवं 65 वर्ष से कम आयु वर्ग को कुल एरियर का 15 प्रतिशत भुगतान किया जाएगा। परिवहन निगम पेंशनर्स ने उप मुख्यमंत्री तथा प्रबंध निदेशक से आग्रह किया है कि इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी करें और यह सुनिश्चित करें कि निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 50 हजार रुपये की पहली किस्त तथा आयु के आधार पर निर्धारित की गई 15,18,20 व 35 प्रतिशत की दूसरी किस्त का भुगतान एक मुश्त किया जाए। बैठक में बृजलाल ठाकुर,बलबीर चौधरी, बृजलाल गर्ग, शेरसिंह ठाकुर, संतराम ठाकुर, रघुबर दास, हरिराम, प्रेमदास, भवानी शंकर, तारा सिंह, तुलसी राम, सुंदर लाल, चैतराम, हीरा सिंह, राम लाल, नेकराम, जीतराम, अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।
जिला सोलन पेंशनर्ज एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन ने प्रदेश सरकार की उस घोषणा का स्वागत किया है, जिसमें पेंशनरों को छठे वेतन आयोग के संशोधित एरियर को कैटागिरी वाइज मार्च, 2024 से देने की बात कही गई है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से पेंशनरों में खुशी की लहर है और इसके लिए पेंशनर्ज संघ ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित मंत्रिमंडल का आभार व्यक्त किया है। प्रेस को जारी बयान में जिला सोलन पेंशनर्ज एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के अध्यक्ष एवं राज्य पेंशनर्ज कल्याण संघ के मुख्य सलाहकार केडी शर्मा ने कहा कि साकार ने इस एरियर को मार्च-2024 से चार कैटागिरी में देने की घोषणा की है। पहली कैटागिरी में 75 वर्ष या इससे ऊपर के पेंशनरों को 35 प्रतिशत, दूसरे कैटागिरी में 70 से 75 वर्ष के बीच के पेंशनरों को 20 प्रतिशत, तीसरी कैटागिरी में 65 से 70 वर्ष के बीच के पेंशनरों को 18 प्रतिशत तथा 65 वर्ष के नीचे के तमाम पेंशनरों को कुल एरियर का 15 प्रतिशत मार्च, 2024 से मिलना आरंभ हो जाएगा। संगठन के जिलाध्यक्ष केडी शर्मा, जिला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीआर भारद्वाज, महासचिव जगदीश पंवर, पट्टाबरावरी-हरिपुर इकाई के अध्यक्ष एवं जिला मीडिया प्रभारी डीडी कश्यप, कोषाध्यक्ष मनसा राम पाठक, बेलीराम राठौर प्रधान सायरी यूनिट, जगदीश सिंह प्रधान कुनिहार यूनिट, कृष्ण सिंह चौहान प्रधान अर्की यूनिट, नरेश घई प्रधान नालागढ़ यूनिट, उदयराम चौधरी प्रधान बरोटीवाला यूनिट, जिया लाल ठाकुर प्रधान पट्टा महलोग यूनिट, ईश्वरदत्त शर्मा कार्यकारी अध्यक्ष कुठाड़ यूनिट, मनोहर सिंह कंवर प्रधान सिटी यूनिट सोलन, हरिदत्त शर्मा प्रधान चायल यूनिट, भूमिनंद राठौर महासचिव सायरी यूनिट, रूपराम शर्मा राज्य प्रतिनिधि, चेतराम भारद्वाज महासचिव कुनिहार यूनिट, राजेंद्र शर्मा महासचिव अर्को यूनिट, जगदेव गर्ग महासचिव पट्टाबरावरी-हरिपुर यूनिट, अंजना शर्मा उप प्रधान जिला सोलन महिला विंग, दलीप राणा उपप्रधान, रामलाल शर्मा उपप्रधान,जीतराम कश्यप महासचिव चायल यूनिट, पलकराम कश्यप मुख्य सलाहकार चायल यूनिट, सूर्यकांत जोशी राज्य प्रतिनिधि, बीएल गाजटा महासचिव सोलन यूनिट, नरेश कुमार महासचिव कुठाड़ यूनिट इत्यादि तमाम जिला पैंशनरों ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सहित मंत्रिमंडल का छठे वेतन आयोग के संशोधन एरियर को मार्च से देने की घोषणा का स्वागत किया है और इसके लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है।
** नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने विक्रेताओं को भेजा नोटिस, 30 दिन में मांगा जवाब हिमाचल प्रदेश में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। राज्य के सोलन शहर में कॉटन कैंडी के छह सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें हानिकारक केमिकल पाया गया है। जानकारी के अनुसार सोलन नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने 20 फरवरी को सोलन शहर से कॉटन कैंडी के सात सैंपल भरे गए थे, जिन्हें जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजा गया था। रिपोर्ट में छह सैंपलों में रोडामाइन-बी केमिकल पाया गया है, जिससे कैंसर हो सकता है। वहीं, नगर निगम सोलन के खाद्य सुरक्षा विभाग ने संबंधित विक्रेताओं को नोटिस भेज दिए हैं। 30 दिन में इसका जवाब मांगा है।
** स्कूल के एक अतिरिक्त कमरे के निर्माण को दो लाख देने की घोषणा ** नावीं के काटल अनुसूचित जाति बस्ती संपर्क मार्ग को 50 हजार मंजूर मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन संपर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी वर्गों के विकास के लिए ठोस कदम उठा रही है। संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दधोगी में लगभग 14 लाख रुपए की लागत से निर्मित कडयाह स्थित राजकीय माध्यमिक पाठशाला भवन का लोकार्पण करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा पाठ्यक्रमों को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। आरंभिक स्तर से ही बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने नवोन्मेषी पहल की है। इसके तहत पहली कक्षा से ही बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। आईटीआई स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन प्रौद्योगिकी जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीब मेधावी छात्रों को व्यावसायिक व उच्च शिक्षा के लिए कम दरों पर ऋण सुविधा भी प्रदान कर रही है। इसके लिए डॉ. वाई.एस.परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की गई है जिसमें एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपए तक शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना आरम्भ की है। स्थानीय विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़कों के रखरखाव तथा शैक्षणिक ढांचे को सुदृढ़ करने पर लगभग 5 करोड़ 60 लाख रुपए व्यय किए जा रहे हैं। इनमें खजलाघाटी-करयालु वाया दोची काटल सड़क के निर्माण पर नाबार्ड के माध्यम से लगभग 2.23 करोड़ रुपए, शालाघाट-सोरिया सड़क को पक्का करने पर 50 लाख रुपए, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बथालंग के दूसरी व तीसरी मंजिल के निर्माण पर लगभग 1 करोड़ 26 लाख रुपए की राशि शामिल है। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि राजकीय माध्यमिक पाठशाला कडयाह में शीघ्र ही अध्यापक के एक रिक्त पद को भरा जाएगा। उन्होंने स्कूल में डंगा लगाने के लिए एक लाख रुपए देने, पाठशाला में एक अतिरिक्त कमरे के निर्माण के लिए 2 लाख रुपए तथा नावीं के काटल अनुसूचित जाति बस्ती सम्पर्क मार्ग के लिए 50 हजार रुपए की अतिरिक्त राशि प्रदान करने की घोषणा भी की। संजय अवस्थी ने राजकीय माध्यमिक पाठशाला कडयाल के बच्चों के लिए ऐच्छिक निधि से 1100 रुपए देने की घोषणा की।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने न्यू मैक्सिको स्टेट यूनिवर्सिटी (एनएमएसयू), यूएसए के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस महत्वपूर्ण साझेदारी का उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए शैक्षिक अनुभवों और अनुसंधान के अवसरों को समृद्ध करना है। न्यू मैक्सिको स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रो. मनोज शुक्ला प्रो. विकास, अन्य प्रतिष्ठित डीन और निदेशकों के साथ हाल ही में शूलिनी यूनिवर्सिटी की यात्रा के दौरान सहयोग को और मजबूत किया गया। इस साझेदारी का मुख्य आकर्षण एनएमएसयू में एक साल का पेशेवर मास्टर कार्यक्रम शुरू करने की प्रक्रिया में समझौता है, जो विशेष रूप से इच्छुक पेशेवरों के लिए तैयार किया गया है। चर्चाओं में वैश्विक शैक्षणिक समुदाय को पोषित करने के लिए सरकारी नियमों के अनुरूप संयुक्त अनुसंधान पहल और विभाजित पीएचडी कार्यक्रमों के लिए संभावित रास्ते तलाशे गए। शूलिनी विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय मामलों के निदेशक प्रोफेसर आरपी द्विवेदी ने कहा कि यह साझेदारी शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्रों और संकाय सदस्यों दोनों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में कई अवसरों के द्वार खोलती है। यह हमारे वैश्विक पदचिह्न का विस्तार करने और हमारी अकादमिक संस्कृति को समृद्ध करने के प्रति हमारे समर्पण का प्रतीक है।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने शूलिनी परिसर में अपनी तरह का पहला ई-युवा सेंटर (ईवाईसी) स्थापित करने के लिए 1.07 करोड़ रुपये का सरकारी अनुदान हासिल करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। हिमाचल प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में पहली ईवाईसी के लिए यह अनुदान भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग, जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) द्वारा 1 मार्च को जारी किया गया था। यह पहल युवा शोधकर्ताओं और छात्रों के बीच जैव प्रौद्योगिकी में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। ई-युवा केंद्र (ईवाईसी) की स्थापना के प्रस्ताव और प्रस्तुति के कठोर मूल्यांकन के बाद शूलिनी विश्वविद्यालय को अनुदान प्रदान किया गया। प्रस्ताव ने चयन पैनल को प्रभावित किया और एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद अनुदान सुरक्षित कर लिया गया। इस पहल का नेतृत्व शूलिनी विश्वविद्यालय में फार्मास्युटिकल विज्ञान संकाय के प्रोफेसर दीपक कुमार ने किया। वह प्रमुख मुख्य अन्वेषक और परियोजना समन्वयक हैं। परियोजना के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए, प्रोफेसर दीपक कुमार ने कहा कि ई-युवा केंद्र छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। क्चढ्ढक्र्रष्ट क्चद्बशहृश्वस्ञ्ज-समर्थित बायो-इनक्यूबेटर के समर्थन से, श्वङ्घष्ट एक समर्पित केंद्र के रूप में काम करेगा जो फंडिंग सहायता, तकनीकी और व्यावसायिक सलाह, बायो-इन्क्यूबेशन मॉडल के संपर्क और उद्यमशीलता संस्कृति का परिचय प्रदान करेगा। ऐसे समर्पित केंद्रों के माध्यम से कार्यान्वित ईवाईसी योजना, स्नातक, स्नातकोत्तर और पोस्ट-डॉक्टरल विद्वानों सहित विभिन्न शैक्षणिक स्तरों पर छात्रों को लक्षित करती है। यह समर्थन की दो श्रेणियां प्रदान करता है: स्नातकोत्तर और उससे ऊपर के छात्रों के लिए बीआईआरएसी के इनोवेशन फेलो, और स्नातक छात्रों के लिए बीआईआरएसी के ई-युवा फेलो। बीआईआरएसी की इनोवेशन फेलो श्रेणी के तहत, स्नातकोत्तर फेलो को 30,000 रुपये का मासिक फेलोशिप अनुदान मिलेगा। इसके विपरीत, पोस्ट-डॉक्टरल फेलो को प्रति माह 50,000 रुपये से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उन्हें जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संभावित वृद्धि के साथ क्रमश: 2 लाख रुपये और 5 लाख रुपये का वार्षिक अनुसंधान अनुदान प्राप्त होगा। शूलिनी के संस्थापक चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए समन्वयक, संकाय सदस्यों और छात्रों को बधाई दी। कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा कि इससे शूलिनी विश्वविद्यालय और क्षेत्र को लाभ होगा क्योंकि यह हिमाचल और पड़ोसी क्षेत्रों में पहला ई-युवा केंद्र है। ई-युवा केंद्र की स्थापना के साथ, शूलिनी विश्वविद्यालय अगली पीढ़ी के फार्मास्युटिकल, कृषि, इंजीनियरिंग और जैव प्रौद्योगिकी नवप्रवर्तकों और उद्यमियों को तैयार करने में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार है।
पेंशनर्ज एसोसिएशन कुनिहार की बैठक एसोसिएशन अध्यक्ष जगदीश सिंह की अध्यक्षता में पेंशनर भवन कुनिहार में आयोजित की गई। अध्यक्ष ने बैठक बारे जानकारी देते हुए कहा कि इस बैठक में प्रस्ताव पास कर हिमाचल सरकार से 12 प्रतिशत डीए के आदेश शीघ्र जारी करने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व सरकार ने वर्ष 2022 से 4 प्रतिशत डीए दिए जाने के आदेश किए थे, जिसे सरकार ने वापिस ले लिया था। केंद्र सरकार ने 4 प्रतिशत डीए जनवरी, 2024 का दे दिया है, इसलिए प्रदेश सरकार से मांग की गई कि पेंशनरों के एरियर एकमुश्त देने के आदेश जारी किए जाए। अध्यक्ष ने बताया कि एसोसिएशन का स्थापना दिवस 14 अप्रैल, 2024 को धूमधाम से मनाने बारे भी सहमति बनाई गई, जिसमें आत्माराम शर्मा अध्यक्ष राज्य पेंशनर्ज संघ को मुख्यातिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाएगा। इस बैठक में जगदीश पंवर जिला महासचिव, ज्ञान जोशी,गोपाल सिंह पंवर, दिलाराम पंवर, मनसाराम पाठक, राम स्वरूप, दिलाराम तनवर, कृष्ण लाल परिहार, दयानंद परिहार, चेतराम भारद्वाज, पीसी पंवर आदि मौजूद रहे।
शूलिनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भारतीय पेटेंट कार्यालय द्वारा दिए गए 100 पेटेंट की ऐतिहासिक संख्या तक पहुंच गए हैं, जो उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के तहत बौद्धिक संपदा की देखभाल करता है। अपनी स्थापना के बाद से 14 वर्षों की अल्प समय सीमा में 100 पेटेंट प्राप्त करना, बायोइंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, इंजीनियरिंग, फार्मेसी और भौतिकी सहित विभिन्न विषयों में उत्कृष्टता और शीर्ष अनुसंधान के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को उजागर करता है। इस कार्य का नेतृत्व करते हुए, रसायन विज्ञान और भौतिकी विभागों ने वैज्ञानिक अनुसंधान में शूलिनी के गढ़ को प्रदर्शित करते हुए क्रमश: 23 और 29 पेटेंट हासिल किए हैं। इंजीनियरिंग और फार्मेसी विभागों ने भी क्रमश: 15 और 12 पेटेंट के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है, जो तकनीकी प्रगति के प्रति विश्वविद्यालय के समर्पण को रेखांकित करता है। इसके अलावा, क्रमश: 9, 8 और 4 पेटेंट के साथ जैव प्रौद्योगिकी, जैव इंजीनियरिंग और जीवविज्ञान विभागों का योगदान, अनुसंधान के लिए शूलिनी के अंत:विषय दृष्टिकोण को दर्शाता है। चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला और वाइस चांसलर प्रोफेसर अतुल खोसला ने 100 स्वीकृत पेटेंट की उपलब्धि हासिल करने के लिए शोधकर्ताओं को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना जारी रखेगा। शूलिनी विश्वविद्यालय का बौद्धिक संपदा अधिकार कार्यालय 2015 में अपनी स्थापना के बाद से, पेटेंट हासिल करने के लिए कड़े प्रयास कर रहा है। इसने पिछले कुछ वर्षों के दौरान शोधकर्ताओं द्वारा दायर पेटेंटों का सख्ती से पालन करके प्रयासों को तेज कर दिया है। रचनात्मक प्रयासों के पोषण और सुरक्षा की दृष्टि से स्थापित, सिपरो विभिन्न कार्यशालाओं और सेमिनारों के माध्यम से बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरा है। एसआईपीआरओ के निदेशक प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि यह सफलता टीम के कठिन प्रयास, प्रबंधन समर्थन और शूलिनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों के समाज की भलाई के लिए विकास पर उत्कृष्ट शोध कार्य का परिणाम है।
हिमाचल प्रदेश को देव भूमि कहा जाता है। इस राज्य में एक से बढ़कर एक प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर हैं, भगवान शिव के भी यहां कई पुरातन और चमत्कारिक मंदिर हैं। सोलन का जटोली मंदिर भी इन्हीं में से एक हैं। यह पवित्र गर्भगृह न केवल सबसे पुराना है, बल्कि सोलन में एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर भी माना जाता है। द्रविण शैली में बना यह मंदिर एशिया का सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर है। कहा जाता है कि इस मंदिर को बनने में 39 साल लगे थे। यही वजह है कि शिव भक्तों और स्वामी परमहंस की महानता लोगों को हिमाचल के सोलन की ओर खींच लाती है। पहाड़ों की गोद में बसे स्वामी परमहंस की तपोस्थली और जटोली के इस शिवालय को एशिया में सबसे ऊंचे शिव मंदिर का दर्जा दिया गया है। इस मंदिर का निर्माण 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस नाम के बाबा ने कराया था। इस मंदिर के निर्माण के दौरान ही 1983 में उन्होंने समाधि ले ली थी। वर्तमान में यह शिव मंदिर हिमाचल के सबसे भव्य मंदिरों में शुमार है, यहां शिवरात्रि और सावन के दौरान मेले का आयोजन होता हैं। सिर्फ हिमाचल ही नहीं बल्कि देश भर से श्रद्धालु यहां भगवान शिव के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं। जटोली शिव मंदिर समुद्र तल से 6,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। और आसपास की घाटियों और पहाड़ों का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। जटोली मंदिर की शुरुआत वैसे 1946 में यानि आजादी से पहले ही हो गई थी। बताया जाता है कि श्रीश्री 1008 स्वामी कृष्णा नंद परमहंस महाराज यहा पाकिस्तान से भ्रमण करने आए थे। जंगल में परमहंस महाराज को तप के लिए यह जगह बेहतर लगी वह दिनभर कुंड वाले स्थान पर बैठकर तप करते और रात को गुफा में जाकर सो जाते थे। अब जहा उनकी कुटिया मौजूद है वहां किसी समय गडरिये विश्राम के लिए रुकते थे। कुछ समय बाद उन्होंने यहां लाल झडा व नजदीक ही धूणा लगाया। लोगों को जब इसका पता चला तो वहा पहुंचने लगे। भगवान शिव की अराधना से महाराज परम हंस के पास भविष्यवाणी करने की दिव्य शक्ति थी। बताया जाता है कि उस समय इस जगह पर पानी की कमी थी। समस्या को समझते हुए स्वामी ने क्षेत्र में पानी के लिए तप किया और कुछ ही दिनों बाद वहा पानी की अटूट धारा बहने लगी। कहा जाता है कि सोलन के लोगों को पानी की समस्या से जुझना पड़ा था। जिसे देखते हुए स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने भगवान शिव की घोर तपस्या की और त्रिशूल के प्रहार से जमीन से पानी निकाला। तब से लेकर आज तक जटोली में पानी की समस्या नहीं है। लोग इस पानी को चमत्कारी मानते हैं। मान्यता है कि इस जल में किसी भी बीमारी को ठीक करने के गुण हैं। आज भी जो लोग मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते है वह इस पवित्र जल का ग्रहण जरूर करते हैं।
पुलिस थाना कुनिहार के अंतर्गत एक अज्ञात ट्रक चालक द्वारा पैदल चल रहे राहगीर को टक्कर मारकर भाग जाने का मामला दर्ज हुआ है। जितेंद्र कुमार पुत्र मदन लाल गांव कोठी (कुनिहार) के बयान पर मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित ने अताया कि वह अपने काम से तलौच्छी गया था। शाम तलोच्छी से सड़क से पैदल अपने घर कोठी को आ रहा था तो धर्मपुर की तरफ से आ रहे एक ट्रक ने उसे टक्कर मार दी, जिससे इसके सिर पर चोट आई है। वहीं ट्रक चालक टक्कर मार कर मौका से फरार हो गया। हादसा ट्रक को तेज रफ्तार व लापरवाही से चलाने के कारण हुआ है। थाने में अज्ञात ट्रक चालक पर मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा अगली कार्रवाई की जा रही है। मामले की पुष्टि थाना प्रभारी फूल सिंह ने की है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने गत देर सांय सोलन ज़िला के 50-अर्की विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) एवं वीवीपैट के लिए स्थापित स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया और अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश जारी किए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में निर्वाचन पूर्व एवं निर्वाचन उपरांत ईवीएम तथा वीवीपैट को सुरक्षित रखने के लिए स्ट्रांग रूम स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन स्ट्रांग रूम की सुरक्षा एवं अन्य मानक भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार निर्धारित किए गए हैं। मनमोहन शर्मा ने राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की में स्थापित स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया और विभिन्न व्यवस्थाओं की जांच की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की में स्थापित मतदान केन्द्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने मतदान केंद्र में मतदाताओं की सुविधा के दृष्टिगत विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। मनमोहन शर्मा ने कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं की सुविधा के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं स्थापित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा निर्वाचन-2024 में सभी आयु वर्ग के मतदाताओं के लिए भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा आवश्यक सुविधाएं बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के दृष्टिगत सुविधाएं बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं उपमंडलाधिकारी अर्की से अर्की विधानसभा क्षेत्र में स्वीप गतिविधियों की जानकारी भी प्राप्त की। पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, उपमंडलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन राज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक दाड़लाघाट संदीप शर्मा सहित निर्वाचन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
** अर्की में मिनी सचिवालय तथा दाड़लाघाट में संयुक्त कार्यालय खोलने की घोषणा की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सत्य सदैव जीतता है और प्रदेश के जन-जन के आर्शीवाद से हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के सपने को साकार करेंगे। मुख्यमंत्री आज अर्की के दाड़लाघाट में आयोजित जातर मेला में उपस्थित देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के बाद विशाल जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने तदोपरांत अर्की विधानसभा क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। उन्होंने 8.09 करोड़ रुपए की लागत से शालाघाट-कोठी-कोलका-चमयावल मार्ग को चौड़ा करने एवं पक्का करने, 6.38 करोड़ रुपए से पिपलूघाट-सरयांज मार्ग के स्तरोन्यन, 11.05 करोड़ रुपए की लागत से अर्की से शालाघाट तक सम्पर्क मार्ग के स्तरोन्यन, 8.09 करोड़ रुपए की लागत से अर्की-खरड़हट्टी मार्ग के स्तरोन्यन कार्य, 17.40 करोड़ रुपए की लागत से गलोग-टुकाना (जोखाघाटी) मार्ग के स्तरोन्यन कार्य तथा 10.42 करोड़ रुपए की लागत से कराड़ाघाट से बांवा मार्ग के स्तरोन्यन कार्य की आधारशिला रखी। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 2.11 करोड़ रुपए की लागत से वैटनरी मोड़-कोटला नुम्हाला-शिवनगर मार्ग का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने सरली में 7.94 करोड़ रुपए की लागत से 33 के.वी. विद्युत उप केन्द्र की आधारशिला रखी तथा 14.56 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय महाविद्यालय दाड़लाघाट के भवन का भूमि पूजन किया। उन्होंने 6.89 करोड़ रुपए की लागत से दाड़लाघाट में जलापूर्ति योजना के पुराने वितरण नेटवर्क के पुनरुद्धार कार्य का शिलान्यास किया तथा अर्की शहर की शेष बस्तियों के लिए 2.90 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित की जाने वाली मल निकासी योजना की आधारशिला रखी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कन्धर-समत्याड़ी मार्ग पर 3.28 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित समत्याड़ी पुल जनता को समर्पित किया। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंधन में 1.29 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित विज्ञान प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने अर्की में मिनी सचिवालय निर्मित करने तथा दाड़लाघाट में विभिन्न कार्यालयों के लिए एक संयुक्त कार्यालय निर्मित करने की घोषणा की। उन्होंने मांगू में 33 के.वी विद्युत उप केन्द्र निर्मित करने की घोषणा की। इससे क्षेत्र की लगभग 10 पंचायतों में कम वोल्टेज की समस्या दूर होगी। उन्होंने दिग्गल में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में स्तरोन्तन करने की घोषणा भी की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गनागुघाट में विज्ञान विषय में कक्षाएं आरम्भ करने, अर्की में इंडोर स्टेडियम निर्मित करने तथा प्रदेश सरकार की नीति के अनुसार मलौण में औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि भूमि की उपलब्धतता के अनुसार दाड़लाघाट में खेल मैदान के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुनिहार में नागरिक अस्पताल के लिए भूमि उपलब्ध होने पर नया भवन निर्मित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के परिवहन आपरेटरों की समस्याओं को सुलझाने के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह साधारण परिवार से प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचे है और प्रदेशवासियों की समस्याओं से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रथम दो बजट प्रदेश के हर वर्ग के कल्याण को समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व्यवस्था परिवर्तन के माध्यम से जन कल्याण की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के 15 महीनों में लोगों से किए गए वायदे के अनुरूप 05 गारंटियों पूरी की हैं। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से प्रदेश आपदा से उभकर धीरे-धीरे विकास पथ पर अग्रसर हो रहा है। आम जन को राहत पहुंचाने के प्रदेश सरकार के निर्णय फलीभूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के वित्तीय प्रबंधन से अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत सुधार हुआ है।
** अदाकारा पूनम ढिल्लो व रश्मि देसाई को फुलकारी देकर किया सम्मानित हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध फार्मा उद्योगपति सुमित सिंगला, जो अमित सिंगला सोशल वेलफेयर सोसाइटी के फाउंडर चेयरमैन भी हैं, को समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रिम पंक्तियों में काम करने पर एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा करनाल में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रीय आईकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया। प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री पूनम ढिल्लो ब सिने तारिका रश्मि देसाई ने सुमित सिंगला को उक्त प्रतिष्ठित अवार्ड देकर समानित किया। इस अवसर पर एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि देश भर में संगठन के तीस हजार सक्रिय सदस्य प्रत्येक प्रदेश में कार्यरत हैं। उक्त समारोह संस्था के छटे स्थापना दिवस पर आयोजित किया गया था। इस समारोह के संगठन के देश भर के पदाधिकारी हिस्सा लेने पहुंचे। इस अवसर पर अदाकारा पूनम ढिलों व रश्मि देसाई को फुलकारी प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुराना बस अड्डा सोलन में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल का सुनहरा भविष्य सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाएं और नीतियां बनाकर कार्यान्वित कर रही है। सरकार भ्रष्टाचार के दरवाजे बंद करके प्रदेश के संसाधनों का उपयोग जनकल्याण और प्रदेश के विकास के लिए कर रही है, जबकि भाजपा अनैतिक तरीके अपनाकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग आम जनता के धन के बल का उपयोग कर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को आघात पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के ध्येय के साथ कार्य कर रही है और सही नीतियों को आगे बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक संसाधनों की कमी के बावजूद प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक आपदा का मजबूती से सामना किया। प्रदेश सरकार को केंद्र से कोई विशेष सहायता प्राप्त नहीं हुई फिर भी हमने प्राथमिकताएं तय कीं और हर प्रभावित व्यक्ति को हरसम्भव सहायता प्रदान की। प्रदेश सरकार आम आदमी को केंद्र में रखकर अपनी योजनाओं व कार्यक्रमों का स्वरूप तय कर रही है। सरकारी नियमों व प्रक्रियाओं को सरल बनाकर सरकारी सेवाओं को आम आदमी के घर-द्वार पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इसी के दृष्टिगत राजस्व विभाग में विशेष राजस्व लोक अदालतों का आयोजन आरम्भ किया गया। इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना लाई गई है। इस योजना के तहत प्रदेश में ऐसी सभी विधवाओं के 27 साल तक की आयु वाले बच्चों, जिनकी सभी स्रोतों से वार्षिक आय एक लाख से कम हो, की शिक्षा पर होने वाले व्यय प्रदेश सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री ने सुख-आश्रय योजना, आपदा राहत पैकेज, अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई, ग्रामीण आर्थिकी को सशक्त बनाने, ओपीएस, कर्मचारी कल्याण सहित विभिन्न योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
** 32 करोड़ से निर्मित औषधि परीक्षण प्रयोगशाला बद्दी का किया लाकार्पण ** 12.17 करोड़ के कृषि विभाग के उप निदेशक कार्यालय भवन का उद्घाटन किया मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सोलन विधानसभा क्षेत्र में लोगों को लगभग 186 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने सात करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 33/11 के.वी. विद्युत उप केंद्र सायरी, 1.19 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लोक निर्माण विभाग के सायरी स्थित विश्राम गृह, 3.49 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महोग-मतिमू बशील मार्ग का लोकार्पण किया। उन्होंने पुलिस थाना सायरी, 12.17 करोड़ के कृषि विभाग के उप निदेशक कार्यालय भवन व आवासीय परिसर, 1.83 करोड़ रुपये के जाईका के अंतर्गत कृषक प्रशिक्षण केंद्र, 1.29 करोड़ रुपये लागत के राजस्व सदन सोलन, 1.10 करोड़ रुपये की स्ट्रीट बैंडर मार्केट सपरून और 32 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित औषधि परीक्षण प्रयोगशाला बद्दी का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 7.37 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले ममलीग से कोट तक मार्ग के स्तरोन्यन, 6.02 करोड़ रुपये लागत के शारड़ाघाट से डवलोग तक मार्ग के स्तरोन्यन, 15.76 करोड रुपये लागत के वाकनाघाट से सुबाथू मार्ग तथा 7 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले डूमैहर से गंम्बर पुल का शिलान्यास किया। उन्होंने 5.58 करोड़ रुपये लागत के पौघाट से पलाह मार्ग, 7.19 करोड़ रुपये के टिकरी टनांजी मार्ग, 29.30 करोड़ रुपये के सोलन से धरजा मार्ग के स्तरोन्यन कार्य की आधारशिला रखी। उन्होंने 9.60 करोड़ रुपये के चम्बाघाट से सलुमणा मार्ग के स्तरोन्यन कार्य, 5.11 करोड़ रुपये लागत के मालगा कून मार्ग समीप बलेनी खड्ड, 5.60 करोड़ रुपये की लागत के बनने वाले मालगा से सैंज मार्ग की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने 5.25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उपरला बडयोला से निचला बडयोला तक संपर्क मार्ग, 6.16 करोड़ रुपये लागत के लेहन कोटला से सुनु टिक्करी सेर चिराग सम्पर्क मार्ग, 5.56 करोड़ रुपये लागत के शमलेच-चिल्ला मार्ग के मेट्लिंग एवं टायरिंग कार्य, 12.22 करोड़ की लागत से लोक निर्माण विभाग के सोलन स्थित तृतीय वृत्त के अधीक्षण अभियता कार्यलय भवन और 1.35 करोड़ रुपये की लागत के राजकीय प्राथमिक पाठशाला भवन सलोगड़ा के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।
** वर्ष 2024-25 में 850 शिक्षण संस्थानों को इंस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस के रूप में किया जाएगा विकसित ज्ञान और अनुसंधान के इस युग में हर बच्चे का जीवन ज्ञान से प्रकाशित हो, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने नवोन्मेषी कदम उठाए हैं। प्रदेश सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर, उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर महाविद्यालय स्तर तक शिक्षा के विभिन्न गुणात्मक आयामों के सुधार के लिए नवीन कदम उठाए गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से इंग्लिश माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में वर्ष 2024-25 में 850 शिक्षण संस्थानों को इंस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा, इसमें 500 प्राईमरी, 100 हाई, 200 सीनियर सकैण्डरी स्कूल और 50 डिग्री कॉलेज शामिल हैं। इन संस्थानों में अध्यापकों के सभी स्वीकृत पदों को भरने के साथ-साथ स्मार्ट कक्षाओं सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। हिमाचल के बच्चे धन के अभाव में उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रहें इसके लिए प्रदेश सरकार ने महत्वाकांक्षी डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत 28 वर्ष से कम आयु के पात्र हिमाचली विद्यार्थियों को एक प्रतिशत ब्याज की दर से बैंकों से 20 लाख रुपये का शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। ऋण के अंतर्गत भोजन, आवास, ट्यूशन फीस और अन्य शैक्षणिक आवश्यकताओं के व्यय शामिल हैं। योजना के अंतर्गत पात्र हिमाचली विद्यार्थी मेडिकल, पैरा-मेडिकल, फॉर्मेसी, नर्सिंग, विधि, आईटीआई एवं पॉलीटेक्नीक के तकनीकी पाठ्यक्रम तथा विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने के लिए शिक्षा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदनकर्त्ता के पिछली कक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए और सालाना पारिवारिक आय 4 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। योजना के लाभ शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए 01 अपै्रल, 2023 से आरम्भ कर दिए गए हैं। शैक्षणिक ऋण यदि 01 अपै्रल, 2023 के बाद भी स्वीकृत हुआ हो तो वह विद्यार्थी भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना के अंतर्गत पात्र छात्र उच्च शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://द्गस्रह्वष्ड्डह्लद्बशठ्ठ.द्धश्च.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाकर नोटिस बोर्ड से योजना दिशानिर्देश और आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। फार्म भरने, जांच करने के बाद, आवेदक को दस्तावेज को स्कैन करना होगा और द्गस्रह्वह्म्द्बठ्ठस्रद्धद्गह्यद्वद्य2023ञ्चद्दद्वड्डद्बद्य.ष्शद्व के माध्यम से उच्च शिक्षा निदेशालय में जमा करवाना होगा। निदेशालय दो कार्य दिवसों के भीतर दस्तावेजों का सत्यापन करेगा और आवेदक, उपायुक्त और संबंधित बैंक को ई-मेल भेजेगा तथा यदि आवेदक ने कॉर्पस फंड का विकल्प चुना है, तो संबंधित उपायुक्त उस संस्थान के बैंक खाते में 24 घंटे के भीतर कॉर्पस फंड से पहली किस्त जारी करेगा, जहां आवेदक प्रवेश चाहता है। प्रदेश सरकार द्वारा मूलभूत साक्षरता, संख्या ज्ञान से लेकर कृत्रिम मेधा का प्रयोग कर, हर कौशल में बच्चों को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
** दुग्ध उत्पादन को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन दे रही प्रदेश सरकार ** ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए मील का पत्थर साबित दुग्ध संयंत्र ढगवार हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। पशुधन के संबंध में प्रदेश काफी समृद्ध है। प्रदेश में पशुपालन सहित मत्स्य पालन, मौन पालन और कुक्कुट पालन की अपार संभावनाएं हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति की मजबूती में यह क्षेत्र उल्लेखनीय भूमिका निभाते हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन दे रही है। वर्ष 2024-25 के वार्षिक बजट में किसानों को लाभान्वित करने तथा उनकी आय में वृद्धि करने के लिए गाय तथा भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रथम अपै्रल 2024 से क्रमश: 7 रुपये व 8 रुपये प्रति किलो वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। अब प्रदेश के किसानों को गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य 38 रुपये प्रति किलो के स्थान पर 45 रुपये प्रति किलो तथा भैंस के दूध का समर्थन मूल्य 47 रुपये प्रति किलो के स्थान पर 55 रुपये प्रति किलो मिलेगा। यह एक ऐतिहासिक निर्णय है क्योंकि पहली बार हिमाचल प्रदेश में दूध की खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है तथा पूरे देश में हिमाचल प्रदेश एकमात्र राज्य है, जहां ऐसा निर्णय लिया गया है जो किसानों व पशुपालकों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में कारगर सिद्ध होगा। किसानों को पशुपालन की ओर प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि इस वर्ष प्रथम अपै्रल से मिल्कफैड, कामधेनु हितकारी मंच इत्यादि दुग्ध उत्पादन समितियों से कृषि उपज विपणन समिति (ए.पी.एम.सी) द्वारा कोई भी मंडी शुल्क नहीं वसूला जाएगा। गुणवत्तापूर्ण दूूध उत्पादन, दुग्ध से विभिन्न उत्पादों को तैयार करना, इनकी खरीद, विपणन के लिए प्रदेश सरकार बुनियादी अधोसंरचना सुदृढ़ कर रही है। दुग्ध उत्पादकों को लाभान्वित करने के दृष्टिगत 'हिम गंगाÓ योजना के तहत कांगड़ा जिला के ढगवार में 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद संयंत्र मील पत्थर साबित होगा। इस संयंत्र में आधुनिक तकनीक से दूध का पाऊडर बनाया जाएगा ताकि लम्बे समय तक दूध को खराब होने से बचाया जा सके। इसके अलावा, इस संयंत्र में दहीं, खोया, घी, आईसक्रीम, पनीर आदि दुग्ध उत्पादों को तैयार किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इस संयंत्र की क्षमता को भविष्य की क्षमता को देखते हुए 1.5 लाख लीटर से बढ़ाकर तीन लाख लीटर प्रतिदिन करने का निर्णय भी सराहनीय है। इसके अतिरिक्त, शिमला जिला के दत्तनगर में भी 50 हजार लीटर प्रतिदिन क्षमता का एक अतिरिक्त संयंत्र शुरू करने का फैसला भी सराहनीय है। प्रदेश सरकार द्वारा हमीरपुर तथा ऊना में भी आधुनिक दुग्ध विद्यायन संयंत्र स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है जिसपर लगभग 50 करोड़ रुपये व्यय होंगे। इस संयंत्र की स्थापना से क्षेत्र की ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि ग्रामीण युवा अपने गांव में रह कर ही दुग्ध व्यवसाय से जुड़कर अच्छी कमाई कर सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 के बजट में स्थानीय युवाओं को किसानों अथवा एकत्रिकरण केंद्रों में दूध को दुग्ध विद्यायन संयंत्रों तक पहुंचाने के लिए 50 प्रतिशत उपदान पर 200 रेफरिजरेटिड दुग्ध वैन उपलब्ध करवाने की घोषणा की गई है जो नि:संदेह सराहनीय पहल है। दुग्ध उत्पादकों की आय में वृद्धि के लिए यह भी जरूरी है कि उन्हें उत्तम नस्ल के पशु उपलब्ध करवाएं जाएं। इससे न केवल दूध की मात्रा में वृद्धि होंगी अपितु दूध की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए भी राज्य सरकार ने एक सकारात्मक पहल की है। सरकार ने निर्णय लिया है कि सोलन जिला के दाड़लाघाट में एक 'कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्रÓ की स्थापना की जाए। सरकार के इन निर्णयों से प्रदेश के युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होंगे तथा वे पशुपालन की ओर आकर्षित भी होंगे। इसके अलावा रोजगार की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर हो रहे पलायन में भी कमी आएगी क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में ही आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी।
जिला सोलन के सभी न्यायालयों में आज राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन किया गया। इन लोक अदालतों का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्यवाहक अध्यक्ष एवं अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सोलन सपना पांडे की अध्यक्षता में हुआ। यह जानकारी ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यवाहक सचिव एवं मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी रमणीक शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि आज सोलन जिला के नालागढ़, कसौली, अर्की, कंडाघाट तथा सोलन मुख्यालय में 12 लोक अदालत बैंच गठित की गई। इनमें 3848 मामलों का निपटारा विभिन्न पक्षों की आपसी सहमति से किया गया। इन मामलों में कुल समझौता राशि 51,73,23,181 रुपए रही। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर कुल 8477 मामलों को सुनवाई के लिए पूर्व लोक अदालत बैठकों एवं लोक अदालत की विभिन्न बैंचों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इन मामलों में 7276 मोटर वाहन चालानों को भी विभिन्न बैंचों के समक्ष निपटारे के लिए प्रस्तुत किया गया। इनमें से 3115 मामलों का निपटारा किया गया। रमणीक शर्मा ने कहा कि मार्च माह में पूर्व लोक अदालतें बैठकें भी आयोजित की गई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 10 मार्च को सोलन, दून तथा अर्की विधानसभा क्षेत्र को करोड़ों रुपये की सौगात देंगे। वे सुबह 11.00 बजे चंबाघाट से 33/11 केवी विद्युत उप केंद्र सायरी तथा लोक निर्माण विभाग के सायरी स्थित विश्राम गृह का लोकार्पण करेंगे। सीएम सुक्खू महोग-मतिमू-बशील मार्ग को जनता को समर्पित करेंगे और पुलिस थाना सायरी का विधिवत शुभारम्भ करेंगे। मुख्यमंत्री सोलन स्थित कृषि विभाग के उप निदेशक के कार्यालय भवन एवं आवासीय परिसर, सोलन में जाईका के अंतर्गत कृषक प्रशिक्षण केंद्र, सोलन स्थित राजस्व सदन, सोलन के सपरुन स्थित स्ट्रीट वेंडर मार्केट तथा बद्दी स्थित औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का लोकार्पण भी करेंगे। सुखविंदर सिंह सुक्खू ममलीग से कोट तक मार्ग के स्तरोन्यन, शारड़ाघाट से डबलोग तक मार्ग के स्तरोन्यन कार्य का शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री वाकनाघाट से सुबाथू मार्ग, डुमैहर से गम्बर पुल, पौ घाट से पलाह मार्ग तथा टिक्क्री टनांजी मार्ग के कार्य की आधारशिला रखेंगे। वे सोलन से धरजा मार्ग के स्तरोन्यन तथा चंबाघाट से सलुमणा मार्ग के स्तरोन्यन कार्य का शिलान्यास भी करेंगे। मुख्यमंत्री मालगा से कून समीप बलेनी खड्ड, मालगा से सैंज मार्ग, उपरला बडयोला से निचला बडयोला तक संपर्क मार्ग एवं लेहन कोटला से सुनु टिक्करी सेर चिराग संपर्क मार्ग तथा शमलेच-चिल्ला मार्ग के मेटलिंग एवं टायरिंग कार्य की आधारशिला भी रखेंगे। वे प्रदेश लोक निर्माण विभाग के सोलन स्थित तृतीय वृत्त के अधीक्षण अभियंता कार्यालय भवन तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला भवन सलोगड़ा के निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री तदोपरांत प्रात: 11.30 बजे पुराना बस अड्डा सोलन में एक विशाल जनसभा को संबोधित भी करेंगे।
** स्वास्थ्य मंत्री ने किए 24 लाख की योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि महाशिवरात्रि का पर्व हमें जन-जन के कल्याण के लिए एकाग्रचित्त होकर निरंतर कार्य करने की प्रेरणा देता है। डॉ. शांडिल आज सोलन विधानसभा क्षेत्र के कंडाघाट उप मंडल के गम्भेश्वर मंदिर प्रांगण में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर गम्भेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की और सभी के सुखद जीवन एवं बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। डॉ. शांडिल ने सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिव और शक्ति ही संसार का मूल हैं और हमारी सनातन परंपरा इस विषय में वैज्ञानिकता के साथ विश्व का मार्गदर्शन करती है। उन्होंने कहा कि मानव जाति के साथ सम्पूर्ण सृष्टि का कल्याण ही धर्म का मूल है और हम सभी को धर्म के मर्म को जीवन में उतारना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी है। उन्होंने सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि स्त्री समाज की धूरी है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपनी समृद्ध संस्कृति और परम्परा के अनुरूप महिलाओं का सदैव सम्मान करें और लड़कियों को जीवन में आगे बढ़ने के समुचित अवसर प्रदान करें। उन्होंने कहा कि गंभेश्वर मंदिर के सौंदर्यकरण का विस्तार किया जाएगा और क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से निखारा जाएगा। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार आमजन के कल्याण को समर्पित है और सभी के सहयोग से आत्मनिर्भर हिमाचल की परिकल्पना को साकार किया जाएगा। मंत्री ने इस अवसर पर गम्भेश्वर मंदिर में लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को इनके उचित निपटारे के निर्देश दिए। उन्होंने इसे पूर्व शुलानी में 5.50 लाख रुपए की लागत सेे निर्मित सामुदायिक भवन तथा सामुदायिक भवन बोधन के समीप 5 लाख रुपए की लागत से निर्मित पक्के एंबुलेंस मार्ग का लोकार्पण किया। उन्होंने शूलानी माता मंदिर कोट की 1 लाख रुपए की लागत से निर्मित छत एवं सुरक्षा दीवार, हलडू नाला से काथली गांव तक 1 लाख रुपए की लागत से निर्मित एंबुलेंस मार्ग तथा 1 लाख रुपए की लागत से निर्मित पक्का मार्ग बोधन जनता को समर्पित किया। डॉ. शांडिल ने ग्राम पंचायत कोट में 4 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले बहुद्देशीय मैदान, ग्राम पंचायत कोट के गनरोड़ी में 2.50 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले सामुदायिक भवन की अधारशिला रखी। उन्होंने गरू में 3.50 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले की सामुदायिक भवन का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर जोगेेंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, खंड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव रमेश ठाकुर, ग्राम पंचायत कोट की प्रधान चम्पा देवी, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, मंदिर समिति के प्रधान हेमेेंद्र चंदेल, उपमंडलाधिकारी कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, खण्ड विकास अधिकारी कण्डाघाट नरेश शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा ग्रामीण उपस्थित थे।
** 20.3 करोड़ लगी द मॉल सोलन-ओच्छघाट-गौड़ा इकाई की बोली वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सोलन जिला में शराब की 6 आबकारी इकाइयों के आवंंटन की नीलामी एवं निविदा प्रक्रिया आज संपन्न हुई। इस प्रक्रिया के तहत वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सोलन जिला की सभी 6 शराब आबकारी इकाइयों का आवंंटन कुल 1,30,38,58,041 रुपये में हुआ। यह जानकारी आज यहां राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त देवकांत प्रकाश खाची ने दी। देवकांत प्रकाश खाची ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उक्त इकाईयों की बिक्री में आरक्षित मूल्य 1,23,93,79,974 की तुलना में 5.20 प्रतिशत अर्थात 6,44,78,067 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि आज संपन्न प्रक्रिया में सोलन जिला की 6 आबकारी इकाइयों की 144 आबकारी खुदरा दुकानों की नीलामी एवं निविदा प्रक्रिया संपन्न हुई। जानें किस इकाई की कितनी लगी बोली... देवकांत प्रकाश खाची ने कहा कि द मॉल सोलन-ओच्छघाट-गौड़ा इकाई के लिए अंतिम बोली 20,33,00,000 रुपये की रही। मैसर्ज राजेश कुमार एंड कंपनी को यह इकाई आवंटित हुई। चंबाघाट-कंडाघाट-चायल इकाई के लिए अंतिम बोली 15,96,36,530 रुपए की रही। मैसर्ज अरविंद भिक्टा को यह इकाई आवंंटित हुई। सोलन राष्ट्रीय राजमार्ग-बड़ोग-कुमारहट्टी इकाई के लिए अंतिम बोली 22,51,00,000 रुपए की रही। मैसर्ज राजेश कुमार एंड कंपनी को यह इकाई आवंंटित हुई। कसौली-सुबाथू-कुठाड़ इकाई के लिए अंतिम बोली 20,32,00,000 रुपए की रही। विनोद कुमार को यह इकाई आवंटित हुई। धर्मपुर-सनवारा-परवाणु इकाई के लिए अंतिम बोली 24,05,21,511 रुपए की रही। मैसर्ज केवी वाईन्स को इस इकाई का आवंटन हुआ। वहीं, अर्की-कुनिहार-दाड़लाघाट इकाई के लिए अंतिम बोली 27,21,00,000 रुपए की रही। मैसर्ज मदन राम को इस इकाई का आवंंटन हुआ। आवंटन प्रक्रिया की अध्यक्षता उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने की। अतिरिक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी (दक्षिण क्षेत्र) विवेक कुमार समाहर्ता के रूप में, सिरमौर जिला के राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त हिमांशु पंवार पर्यवेक्षक के रूप में तथा देवकांत प्रकाश खाची राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त जिला सोलन के रूप में इस अवसर पर उपस्थित रहे।
** स्वास्थ्य मंत्री बोले, शिक्षा पर इस वित्त वर्ष में व्यय होंगे 9560 करोड़ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा अधोसंरचना को सुदृढ़ करने के साथ-साथ छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए कार्य कर रही है। डॉ. शांडिल आज सोलन विधानसभा क्षेत्र के कोठों में 72 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के अतिरिक्त भवन की आधारशिला रखने के उपरांत लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री ने कोठों के 3.50 लाख रुपए की लागत से निर्मित संपर्क मार्ग का लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए इस वर्ष 9560 करोड़ रुपए व्यय करेगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा एवं नैतिक मूल्यों का ज्ञान दिया जाना जरूरी है। उन्होंने अध्यापकों से आग्रह किया कि अपने ज्ञान को अद्यतन रखें और यह प्रयास करें कि छात्रों को किताबी शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाए। डॉ. शांडिल ने कहा कि शिक्षा युवाओं के जीवन को आधार देती है और गुणात्मक शिक्षा पर सभी का अधिकार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी सरकारी विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने के निर्णय से छात्रों के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल चरणबद्ध तरीके से स्थापित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त होंगे। उन्होंने कहा कि मेधावी छात्रों को प्रदेश सरकार द्वारा श्रीनिवास रामानुजन योजना के तहत टैबलेट प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कुंदला स्थित प्राचीन शिव में पूजा-अर्चना की और वर्षा से क्षतिग्रस्त प्रांगण का निरीक्षण किया। डॉ. शांडिल 7 मार्च को सोलन विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल 7 मार्च को सोलन विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर रहेंगे। वे दोपहर 2.15 बजे सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ममलीग के बशील में सामुदायिक भवन का लोकार्पण करेंगे। तदोपरांत दोपहर 2.40 बजे काकरा (ममलीग) में सामुदायिक भवन का लोकार्पण करेंगे।डॉ. शांडिल तत्पश्चात सायं 3 बजे ममलीग स्थित बगलामुखी मंदिर के समीप किचन शेड का लोकार्पण करेंगे तथा सामुदायिक भवन की आधारशिला रखेंगे। सायं 3.15 बजे ग्राम पंचायत ममलीग में विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का लोकार्पण करेंगे एवं आधारशिला रखेंगे। डॉ. शांडिल तत्पश्चात ममलीग में किसान मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे।
शैक्षिक उत्कृष्टता और नेतृत्व की एक उल्लेखनीय स्वीकृति में शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला को भारत सरकार द्वारा भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) सोसायटी के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा एक अधिसूचना में नामांकन की आधिकारिक घोषणा की गई। भारत के दो प्रमुख संस्थानों, आईआईटी कानपुर और जेबीआईएमएस, मुंबई के पूर्व छात्र के रूप में, प्रोफेसर अतुल खोसला की शैक्षणिक और व्यावसायिक यात्रा तकनीकी दक्षता और प्रबंधन कौशल का मिश्रण है। प्रोफेसर खोसला का नामांकन विश्वविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागों के प्रतिनिधियों की श्रेणी में आता है। वह बेंगलुरु नॉर्थ यूनिवर्सिटी, सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के अन्य प्रतिनिधियों के साथ शामिल हुए हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला ने शिक्षा क्षेत्र में प्रोफेसर अतुल खोसला के योगदान को मान्यता देने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय को धन्यवाद दिया। प्रोफेसर पीके खोसला ने आगे कहा कि यह सम्मान न केवल प्रोफेसर अतुल खोसला की उपलब्धियों का जश्न मनाता है, बल्कि उन्हें आईआईएमसी के साथ अपनी वैश्विक अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता साझा करने के लिए एक मूल्यवान मंच भी प्रदान करता है, जो मीडिया और संचार शिक्षा में संस्थान की विरासत को और समृद्ध करता है। 17 अगस्त, 1965 को दिल्ली में स्थापित भारतीय जनसंचार संस्थान, पूरे भारत में पांच क्षेत्रीय केंद्रों तक फैल गया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त समाज के रूप में कार्य करते हुए, आईआईएमसी मीडिया शिक्षा के एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है, जो संचार पेशेवरों की अगली पीढ़ी को आकार दे रहा है। प्रोफेसर अतुल खोसला, कुलपति के रूप में अपने प्रशासनिक कौशल से परे, शैक्षिक नवाचार और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में एक प्रेरणादायक व्यक्ति रहे हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय में उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने संस्थान को वैश्विक मान्यता और पाठ्यक्रम में अत्याधुनिक अनुसंधान और टिकाऊ प्रथाओं को एकीकृत करने ओर अग्रसर किया है।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने विधानसभा क्षेत्र अर्की के अंतर्गत आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया। इस कार्यक्रम में भाजपा के प्रत्याशी गोविंद राम शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भजपा महिला मंडल अध्यक्ष रीना भारद्वाज ने की। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष राकेश ठाकुर, महिला मोर्चा प्रदेश सचिव प्रतिभा कंवर, महामंत्री भावना गुप्ता, रमेश ठाकुर, दयानंद शर्मा, आशा परिहार, हीरा कौशल, भुवनेश्वरी शर्मा, रमेश, हीरा कौशल और अनेकों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कर्ण नंदा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की वर्तमान कांग्रेस सरकार ने प्रतिमाह 1500 रुपये देने का झूठ एक और बार बोल दिया है। पहले झूठी गरंटिया देते हुए वह सत्ता में आए और अब झूठ बोलकर महिलाओं को गुमराह करना चाहते हैं। नंदा ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा में हमारी सरकार ने 33 फीसदी सीटों को आरक्षित करने का काम किया है। यह काम 30-40 सालों से लटका हुआ था, लेकिन हमारी सरकार ने महिलाओं की बेहतरी के लिए यह काम किया है। अगर हिमाचल प्रदेश में किसी ने प्रदेश में महिला आरक्षण लगाया तो वह पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल थे आज हमें जान कर खुशी है कि हिमाचल में 3,615 में से 1,825 पंचायतों में महिलाएं प्रधान हैं। 45 अनारक्षित सीटों पर भी महिलाओं का कब्जा है। जिला सोलन में भी 240 सीटों में से 124 महिला प्रधान हैं, जो कि 50 फीसदी से अधिक है। महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए नंदा ने कहा कि पीएम मोदी ने गरीबों को सहायता देने, आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को इसका लाभ देने के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की है। उन्होंने रूफ टॉप सोलर अभियान का उल्लेख किया, जहां 1 करोड़ परिवार मुफ्त बिजली का लाभ उठाएंगे, साथ ही सरकार को अतिरिक्त बिजली बेचकर प्रति वर्ष 15,000 रुपये से 18,000 रुपये की आय भी अर्जित करेंगे। प्रधानमंत्री ने आज घोषित आयकर छूट योजना का उल्लेख किया जिससे मध्यम वर्ग के लगभग 1 करोड़ नागरिकों को राहत मिलेगी। आज लगभग 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ चुकी हैं। इन समूहों को 8 लाख करोड़ रुपए बैंक लोन और 40 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन जिला सोलन के प्रधान धनीराम तनवर एवं समस्त कार्यकारिणी सदस्य दिप राम ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर, रती राम शर्मा, ओम प्रकाश, पतराम पंवर, नेकी राम, वेद ठाकुर, पुष्पा सूद, बीना चौहान, धर्म सिंह ठाकुर, श्यामलाल ठाकुर, सतपाल शर्मा निर्मल ठाकुर देवराज ठाकुर, आशा राणा, संत राम चंदेल, जीत सिंह, जसवीर सिंह इत्यादि ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि पेंशनर के साथ उनके वित्तीय लाभ जो काफी समय से सरकार के पास पेंडिग पड़े हैं, उसका जो फार्मूला बनाया गया है, वह पेंशनर के साथ मजाक है। पुलिस पेंशनर के साथ यह बड़ा मजाक सरकार द्वारा किया जा रहा है। पुलिस पेंशनर सरकार से मांग करती है कि जो भी वित्तीय लाभ पेंशनर के सरकार के पास काफी सालों से पेंडिंग पड़े हैं, उनका जल्दी से भुगतान किया जाए। जैसे कि पहले दिए जाने की घोषणा की गई थी व बड़े हुए वेतन की राशि एक मुश्त दी जाए। क्या सरकार पेंशनर को मरने के बाद देगी बकाया राशि ? ऐसा फार्मूला आज तक किसी भी सरकार ने नहीं किया जो वर्तमान में हो रहा है। वित्तीय विभाग के अधिकारी, कर्मचारी ऐसे मामले को निपटाने में असमर्थ है। इस फार्मूले के अनुसार तो जो पुलिस पेंशनर 80 वर्ष की आयु में है क्या वह 35 साल तक जीवित रहेंगे। सरकार को शर्म आनी चाहिए की वह पेंशनर के साथ ऐसा मजाक कर रही है जिन्होंने 38 से 40 साल अपनी सवाएं प्रदेश सरकार को दी है। यह सम्मान पुलिस पुलिस पेंशनर के साथ दिया जा रहा है, जिसकी संगठन निंदा करती है।
शूलिनी विश्वविद्यालय में कानूनी विज्ञान संकाय ने नए आपराधिक कानूनों पर संवेदनशीलता पर पांच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) और कार्यशाला का आयोजन किया। प्रतिभागियों को यूआईएलएस, पंजाब विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. अजय रंगा जैसे कानूनी प्रणाली के दिग्गजों से अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का मौका मिला। उनके सत्र ने भारत के आपराधिक कानूनों के ऐतिहासिक आधारों और वर्तमान युग में उनके महत्व पर गहरी जानकारी दी। सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील और भारत के पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल, एडवोकेट पिंकी आनंद ने आपराधिक कानून के विकसित प्रतिमानों और कानूनी प्रथाओं पर इसके प्रभाव पर अपनी विशेषज्ञता से दर्शकों को समृद्ध किया। पूर्व पुलिस महानिदेशक सोमेश गोयल ने कानून प्रवर्तन के दृष्टिकोण से चुनौतियों और दृष्टिकोणों को स्पष्ट करने के साथ-साथ नए आपराधिक कानूनों का व्यापक अवलोकन दिया। इंस्टीट्यूट ऑफ करेक्शनल एडमिनिस्ट्रेशन, चंडीगढ़ की उप निदेशक और प्रमुख डॉ. उपनीत लाली ने नए कानूनों के व्यावहारिक कार्यान्वयन पर अपने बहुमूल्य दृष्टिकोण साझा किए। एनएफएसयू गांधीनगर में पुलिस विज्ञान और सुरक्षा अध्ययन स्कूल के प्रोफेसर अक्षत मेहता द्वारा एफडीपी को एक यादगार समापन तक लाया गया, जिन्होंने आपराधिक कानून में हाल के बदलावों के संदर्भ में कानून के शासन और शासन के महत्वपूर्ण महत्व को रेखांकित किया। कानूनी विज्ञान संकाय के एसोसिएट डीन डॉ. नंदन शर्मा ने एफडीपी का समन्वय किया, और उपस्थित लोगों और संकाय दोनों का धन्यवाद किया, प्रमाण पत्र वितरण के साथ वर्कशॉप संपन्न हुई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना की घोषणा कर प्रदेश की महिलाओं के साथ किया वादा निभाया है। कांग्रेस की पांचवीं गारंटी को पूरा करने के लिये युवा कांग्रेस सरकार का हार्दिक धन्यवाद करती है। 18 साल से ऊपर की पात्र माताओं-बहनों को वित्तीय वर्ष 2024-25 से 1500 रुपये प्रति माह देने के एलान से प्रदेश भर की महिलाओं में ख़ुशी की लहर है। यह बात युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने में महिला शक्ति का प्रबल योगदान रहा है। प्रदेश की महिलाओं से 1500 रुपये हर महीने की गारंटी को पूरा कर सरकार ने महिलाओं के प्रति सम्मान के साथ ही प्रदेश के हित के लिए सरकार की कार्यनिष्ठा को भी साबित किया है। भंडारी ने कहा कि पहले वित्तीय वर्ष में ही पांच गारंटियों को पूरा करना मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की हिमाचलवासियों की सेवा में समर्पित वचनवद्धता का सबूत है। युवा कांग्रेस हर परिस्थिति में प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के साथ खड़ी है।
** बोले, भगवान शंकर का श्रवण-कीर्तन और मनन करना मुक्ति के हैं मार्ग ** 7 मार्च को संपन्न होगी महाशिव पुराण कथा, 8 को मनाई जाएगी महाशिवरात्रि शिव तांडव गुफा में आयोजित हो रही महाशिव पुराण कथा के अंतर्गत आज 9वें दिन कथावाचक आचार्य हेमंत भारती ने भक्तजनों को बताया कि मानव को महेश्वर का श्रवण-कीर्तन और मनन सदैव करते रहना चाहिए। भगवान शंकर का श्रवण-कीर्तन और मनन ये तीनों साधन वेद सम्मत हैं और मुक्ति के मार्ग हैं। उन्होंने बताया कि शिवलिंग भगवान शिव के निराकार स्वरूप का प्रतीक है और मूर्ति साकार रूप का। इस संसार में सिर्फ महादेव को ही मूर्ति एवं लिंग दोनों के रूप में पूजा जाता है। वहीं, कथा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए शिव तांडव गुफा विकास समिति के प्रधान राम रतन तंवर ने बताया कि इस कथा को 7 मार्च को यज्ञ में पूर्ण आहुति के साथ विराम दिया जाएगा और 8 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जाएगा। 9 मार्च को सभी भक्तजनों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर शंभू परिवार के सदस्यों के के साथ साथ अमरीश ठाकुर, मन्नू भारद्वाज, गुमान सिंह कंवर, हरि सिंह पाल, लायक राम शर्मा, कुनिहार एवं उसके आसपास की सैकड़ों भक्तजन प्रतिदिन इस कथा में सम्मिलित होकर के इस कथा का श्रवण एवं रसास्वादन कर रहे हैं।
** बोले, एरियर मिलने में लगेंगे 33 वर्ष, सरकार एकमुश्त करे बकाया राशि का भुगतान सरकार ने जनवरी, 2016 से फरवरी 2022 तक पेंशन एरियर तथा 1 जुलाई, 2022 से मार्च, 2024 तक चार प्रतिशत महंगाई भत्ता की बकाया राशि के भुगतान बारे 4 मार्च को अधिसूचना जारी की है, जिसका पेंशनरों ने कड़ा विरोध किया है। जिला पेंशनर्सर् एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन सोलन के जिला अध्यक्ष केडी शर्मा तथा महासचिव जगदीश पंवर ने प्रेस को जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि इस अधिसूचना के अनुसार बकाया संशोधित पेंशन भुगतान में करीब 33 वर्ष लगेंगे और महंगाई भत्ता के बकाया भुगतान को 5 वर्ष 7 महीने की अवधि सरकार को देने में लगेगी। जिला अध्यक्ष व महासचिव सहित सभी जिला कार्यकारणी पदाधिकारियों ने ऐसी अधिसूचना पर आपत्ति जाहिर की है तथा यह आशंका जाहिर की है कि सरकार पर अफसरशाही हावी है और इसे बदनाम करने हेतु उलूल-जुलूल अधिसूचना जारी करवा कर एक मिसाल पेश की है। पेंशनरों ने इस अधिसूचना को तुरंत निरस्त करने की मांग की है। समस्त जिला पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस अधिसूचना बारे कड़ा संज्ञान लेकर बकाया राशि को एकमुश्त जारी करने के आदेश जारी करे, अन्यथा पेंशनर संघ कठोर कदम उठाने पर विवश होगा।
हिमाचल की कांग्रेस सरकार को प्रदेश हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाई कोर्ट ने सुक्खू सरकार के वाटर सेस एक्ट को असंवैधानिक करार दिया है। इस फैसले के बाद राज्य सरकार जल विद्युत परियोजनाओ से वाटर सेस नहीं वसूल सकेगी। यह फैसला मंगलवार को जस्टिस त्रिलोक चौहान और सत्येन वैद्य की बेंच ने सुनाया। जानकारी के अनुसार करीब 40 बिजली उत्पादन कंपनियों ने कोर्ट में एक्ट को लेकर सरकार को चुनौती दी थी। इन कंपनियों की ओर से कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी रहे वकील अभिषेक मनु सिंघवी और भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता वर्चुअली हाई कोर्ट में पेश हुए थे। हिमाचल सरकार की ओर से दुष्यंत दवे और अन्य वकीलों ने न्यायालय में हिमाचल सरकार का पक्ष रखा था। सरकार को हर साल करोड़ों की आय की थी उम्मीद बता दें कि सुक्खू सरकार ने सत्ता में आते ही आर्थिक संसाधन जुटाने के लिए प्रदेश में चल रही बिजली परियोजनाओं पर जल उपकर लगाने का फैसला लिया था। इसके लिए विधानसभा में एक्ट बनाया गया। सरकार को इस कवायद से हर साल करीब 4000 करोड़ रुपये की आय की उम्मीद थी। हालांकि बाद में वॉटर सेस की दर की समीक्षा की गई, जिसके बाद हिमाचल को 2000 करोड़ रुपये की उम्मीद थी ।
हिमाचल के सोलन जिला में सोमवार देर रात भूस्खलन होने से गिरे मलबे में दो मजदूर दब गए, जिनकी दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार कसौली विधानसभा हलके के गाहर गांव में निजी कंपनी की ओर से फ्लैट का निर्माण किया जा रहा था। सोमवार देर रात 12:30 बजे पहाड़ी से लैंडस्लाइडिंग हुई और मलबा मजदूरों के अस्थायी शेड पर आ गिरा। मजदूर मलबे के नीचे दब गए। वहीं, जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। हालांकि, दोनों मजदूरों को बचाया नहीं जा सका। मलबे से शवों को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए एमएमयू अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के पूर्व छात्र विश्वविद्यालय में आयोजित अलुम्नी मीट के लिए इक_ा हुये। यह कार्यक्रम विभिन्न बैचों के पूर्व छात्रों का एक साथ लाया, जो अपने विश्वविद्यालय के दिनों की यादगार यादों को ताजा करने के लिए उत्सुक दिखे। इस अवसर पर हरियाणा विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. नंद लाल शर्मा मुख्य अतिथि रहे। भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद के डीडीजी और निदेशक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विनय कुमार और ओमनी फ्लावर कनाडा के एमडी देवेंदर आसी विशिष्ट अतिथि थे। उपस्थित लोगों में कई भारतीय वन सेवा अधिकारी, विभिन्न सरकारी और सार्वजनिक उद्यमों के प्रशासक, प्रगतिशील किसान और उद्यमी शामिल थे। इस कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय सोलन से 1971 बैच के पासआउट राम लाल शर्मा ने भाग लिया, जो इस बैठक में उपस्थित सबसे पुराने पूर्व छात्र थे। इस अवसर पर पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष डॉ. राज कुमार ठाकुर ने इस यादगार कार्यक्रम के लिए नौणी में एकत्र हुए देश-विदेश के आए पूर्व छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया। अपने संबोधन के दौरान, डॉ. नंद लाल शर्मा ने अपने विश्वविद्यालय के दिनों को याद किया और पूर्व छात्र एसोसिएशन द्वारा स्थापित कॉर्पस फंड में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि सभी विश्वविद्यालय के विकास में अपनी भूमिका निभा सके। उन्होंने पूर्व छात्रों से वर्तमान छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा करने, मार्गदर्शन और कौशल वृद्धि चर्चाओं को बढ़ावा देने का आग्रह किया। डॉ. नंद लाल शर्मा और देविंदर आसी दोनों ने कॉर्पस फंड में 1 लाख रुपये का योगदान दिया जबकि अनेक प्रतिभागियों ने भी इस फंड में अपना योगदान दिया। इस मौके पर आभार व्यक्त करते हुए कुलपति डॉ. राजेश्वर सिंह चंदेल ने संस्थान के भविष्य को आकार देने में पूर्व छात्रों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन और पूर्व और वर्तमान छात्रों के बीच संबंध मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
** मुख्यमंत्री सुक्खू ने किया एलान, 5 लाख से अधिक महिलाएं होंगी लाभान्वित ** योजना से जुड़ेगा हर परिवार, प्रति वर्ष 800 करोड़ रुपये होंगे खर्च हिमाचल में 18 से 80 वर्ष की सभी महिलाओं को 1500 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी और यह पेंशन वित्त वर्ष 2024-25 में मिलना शुरू हो जाएगी। यह बड़ा एलान प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला लाहौल-स्पीति के बाद वित्त वर्ष 2024-25 से इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया गया है। योजना से पांच लाख से अधिक महिलाओं को लाभ होगा। इसके लिए फॉर्म भरे जाएंगे। इस योजना से प्रत्येक परिवार सीधे-सीधे जुड़ेंगे। इस योजना पर 800 करोड़ रुपये प्रति वर्ष खर्च होगा। जब सरकार बनी तो प्रदेश की आर्थिक स्थिति थी खराब मुख्यमंत्री ने शिमला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को पहले से दी जा रही 1150 रुपये पेंशन को बढ़ाकर 1500 रुपये किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वर्ष पहले जब कांग्रेस की सरकार बनी, तो उस समय प्रदेश की आर्थिक स्थिति बदहाल थी। प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज था, कर्मचारियों की 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां थीं। लेकिन अपनी सार्थक नीतियों व कार्यक्रमों के बाद हमने इसका सामना किया। एक-एक कर पूरी की जा रहीं सभी गारंटियां सीएम ने कहा कि सरकार ने अपनी पहली ही कैबिनेट बैठक में पहली गारंटी पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया। दूसरी 650 करोड़ रुपये की गारंटी राजीव गांधी स्टार्टअप योजना को तीन चरणों में शुरू की। तीसरी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलने की थी, उसे इस सत्र से पूरा किया जा रहा है। चौथी गारंटी के रूप में गाय के गोबर खरीद योजना को लागू किया। गाय के दूध की खरीद में 13 और भैंस के दूध में 23 रुपये की वृद्धि की। प्राकृतिक खेती पर भी एमएसपी को लागू किया।