भारत में कोरोना महामारी का संकट बरकरार है। एक बार फिर देश में 40 हजार से ज़्यादा कोरोना के नए केस दर्ज किए गए हैं। गुरुवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 41,383 नए कोरोना केस आए और 507 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले बुधवार को 42,015 नए मामले आए थे। वहीं पिछले 24 घंटे में 38,652 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 2224 एक्टिव केस बढ़ गए।
15 जुलाई तक देशभर में 39 करोड़ 53 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 38 लाख 78 हजार टीके लगाए गए। वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, अबतक 44 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 19.55 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम है। देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.33 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 97 फीसदी से ज्यादा है। एक्टिव केस डेढ़ फीसदी से कम हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का छठा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
देश में करीब पिछले 15 दिनों से कोरोना संक्रमण की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। हर दिन करीब 40 हजार नए केस सामने आ रहे हैं और रोजाना 500-1000 संक्रमितों की मौत हो रही है। शुक्रवार सुबह को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 38,949 नए कोरोना केस आए और 542 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले गुरुवार को 41,806 नए केस आए थे। वहीं पिछले 24 घंटे में 40,026 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 1619 एक्टिव केस कम हो गए। वर्तमान में कोरोना एक्टिव केस चार लाख से ज्यादा हैं। 4 लाख 30 हजार लोग अभी भी कोरोना संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कोरोना से अब तक कुल 4 लाख 12 हजार 531 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि अब तक कुल 3 करोड़ 1 लाख 83 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक कुल तीन करोड़ 10 लाख 26 हजार लोग संक्रमित हुए हैं।
देश में आज लगातार तीसरे दिन कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी हुई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 41,806 नए मरीज मिले हैं और 581 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। वहीं 39,130 मरीज कोरोना संक्रमण को मात देकर अपने घरों को लौट गए। सात दिन बाद नए मरीजों की संख्या ठीक होने वालों से ज्यादा रही है। इससे पहले 7 जुलाई को 45,701 मरीजों की पहचान हुई थी और 44,529 ठीक हुए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,095 मामलों की वृद्धि हुई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों की 1.39 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.28 प्रतिशत है।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इंग्लैंड में कोरोना के मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी का असर भारतीय टीम पर भी पड़ा है।जानकारी के मुताबिक टीम इंडिया को 2 खिलाड़ी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यह जानकारी मिलने के बाद खिलाड़ी को आइसोलेट कर दिया गया है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि टीम इंडिया में कोरोना संक्रमित खिलाड़ियों की संख्या बढ़ सकती है। न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने के बाद टीम इंडिया इन दिनों तीन हफ्ते के ब्रेक पर है। इस दौरान भारत के कई खिलाड़ी ब्रिटेन की अलग-अलग जगहों पर घूमने भी गए। इसी दौरान उनके कोरोना की चपेट में आने की आशंका की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 13 जुलाई तक देशभर में 38 करोड़ 76 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 37 लाख 14 हजार टीके लगाए गए। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, अबतक 43 करोड़ 59 लाख कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 19.15 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम है। वंही, देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.33 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 97 फीसदी से ज्यादा है। एक्टिव केस डेढ़ फीसदी से कम हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर थोड़ी कमजोर जरूर हुई है, लेकिन अभी खत्म नहीं हुई है। हर दिन करीब 40 हजार नए लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 38,792 नए कोरोना केस आए और 624 संक्रमितों की जान चली गई है। वहीं पिछले 24 घंटे में 41,000 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 2832 एक्टिव केस कम हो गए है। वर्तमान में 4 लाख 29 हजार 946 लोग कोरोना संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कोरोना से अब तक कुल 4 लाख 11 हजार 408 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि अब तक कुल 3 करोड़ 1 लाख 4 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक कुल तीन करोड़ 9 लाख 46 हजार लोग संक्रमित हुए हैं।
देश में टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू होने के बाद 18 से 44 साल के 11 करोड़ 41 लाख 34 हजार 915 लोगों को सोमवार तक वैक्सीन की पहली और 38 लाख 88 हजार 828 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, यूपी, एमपी, राजस्थान, बिहार, तमिलनाडु, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र यानी इन आठ राज्यों में 18-44 आयु वर्ग समूह में 50 लाख से ज्यादा को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। जबकि, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, केरल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में 18-44 आयु वर्ग समूह में 10 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। फिलहाल सबसे राहत की बात ये है कि देश में एक्टिव केस में लगातार कमी आ रही है और रिकवरी रेट बढ़ा है। अब रिकवरी रेट 97.3 फीसदी हो चुका है। देश में 73 जिले ऐसे हैं जहां पर 100 से ज्यादा केस रिपोर्ट हो रहे हैं। जबकि 55 जिले ऐसे हैं जहां पर केस पॉजिटिविटी 10 फीसदी से ज्यादा है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने मंगलवार को चेताते हुए कहा कि दुनिया में तीसरी लहर दिखाई दे रही है और हमारे देश में न आए इसके लिए हमें जुटने है। ऐसे में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को लगातार तेज करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन कई राज्यों में वैक्सीनेशन की कमी इसमें एक बड़ी बाधा बनी हुई है।
कोरोना के मोर्चे पर अच्छी खबर है, देश में कोरोना की रफ्तार धीरे धीरे कम हो रही है। रोज आने वाले नए मामलों और मौत की संख्या में लगातार कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 32 हजार 906 नए मामले सामने आए हैं। बीते दिन कोरोना से 2020 लोगों की मौत हुई है। जिसके बाद अबतक कोरोना से 4 लाख 10 हजार 784 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पिछले दिन 49 हजार 07 लोग डिस्चार्ज हुए हैं। इसी के साथ रिकवरी रेट 97.22% पर पहुंच गया है। बता दें कि देश में अबतक कोरोना वायरस वैक्सीन की 38 करोड़ 14 लाख 67 हजार 646 से ज्यादा डोज़ दी जा चुकी हैं। वहीं कल वैक्सीन की 40 लाख 65 हजार 862 डोज दी गई हैं। अब तक 30,66,12,781 लोगों को पहली डोज़ और 7,48,54,865 लोगों को दूसरी डोज़ दी जा चुकी हैं। देश में टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू होने के बाद से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग में 11,41,34,915 लोगों को पहली खुराक और 38,88,828 को दूसरी खुराक लगी है। मंत्रालय ने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, बिहार, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र, इन आठ राज्यों में 18 से 44 वर्ष आयु समूह में 50 लाख से अधिक लोगों को पहली खुराक दी गई है।
देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब धीमी हो गई है। हालाँकि, देश में संक्रमण के मामलों व मौतों के आंकड़ों में लगातार उतार चढ़ाव जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 42,766 नए मामले सामने आए है। वंही, 1206 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। इससे एक दिन पहले 43,393 नए मरीज मिले थे और 911 लोगों की मौत हुई थी। गौरतलब है कि वर्तमान में देश में कोरोना संक्रमण के 4 लाख 55 हजार 33 एक्टिव मामले हैं और अब तक कुल 4 लाख 7 हजार 145 मौतें हुई हैं। वंही संक्रमण से अब तक कुल 2 करोड़ 99 लाख 33 हजार 538 लोग ठीक हो चुके हैं। बता दें कि महामारी की शुरुआत से अब तक कुल तीन करोड़ 7 लाख 95 हजार 716 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश में अब तक कुल 25,43,840 लोगों का कोविड-19 परीक्षण किया जा चुका है, जिनमें से 2,03,245 लोग कोविड पाॅजिटिव पाए गए ये जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को दी उन्होंने कहा कि राज्य में इस महामारी से अब तक कुल 1,98,441 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और प्रदेश में पाॅजिटिव मामलों की संख्या अब 1307 रह गई है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कारण राज्य में कुल 3470 मृत्यु दर्ज की गई हैं । इनमें 11 लोगों में ब्लैक फंगस पाए जाने के कारण मृत्यु हुई है। जिनमें से 5 लोगों की जिला कांगड़ा में, 3 लोगों की हमीरपुर में, 2 लोगों की जिला शिमला में और एक व्यक्ति की मृत्यु जिला सोलन में दर्ज की गई है। प्रवक्ता ने कहा कि जिला कागड़ा इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिला में कुल 46012 कोविड के मामले पाए गए हैं, जिनमें से 44807 स्वस्थ हो गए हैं जबकि 1033 लोगों की इस महामारी से मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि जिला मंडी दूसरा सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां पर कोविड-19 के 27332 पाॅजिटिव मामले पाए गए हैं और 393 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई हैं। जिला शिमला में कोविड महामारी से 599 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिले जिनमें 20 हजार से अधिक कोविड के मामले पाए गए हैं, उनमें जिला शिमला में 25343 और जिला सोलन में 22290 जबकि जिला बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, सिरमौर और ऊना में कोविड-19 में 10 हजार से अधिक पाॅजिटिव मामले पाए गए हैं। इसके अतिरिक्ति, जिला किन्नौर व लाहौल स्पीति में अन्य जिलों की अपेक्षा बहुत कम मामले दर्ज किए गए है। राज्य में वर्तमान में कोविड के कुल 1307 पाॅजिटिव मामलों में जिला कागड़ा में 168, जिला शिमला में 203, मंडी में 137 और जिला चंबा में 255 सक्रिय मामले है। जबकि अन्य जिलों में 120 से भी कम मामले सक्रिय हैं। कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रभाव कम हुआ है लेकिन विश्व में यह महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब थमने का नाम ले रही है। पिछले कई दिनों से देश में कोविड के दैनिक मामले 50 हजार से कम दर्ज किए जा रहे हैं। 21 जून से देश में वैक्सीनेशन अभियान को तेजी मिल गई है, जिसके बाद से अबतक देश में 34 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है। देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में उतार चढाव जारी है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 43 हजार 71 नए मामले सामने आए और 955 मरीजों की मौत हो गई। नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 3,05,45,433 हुई। 955 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 4,02,005 हो गई है। 52,299 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 2,96,58,078 हुई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,85,350 है।
यूरोप जाने वाले भारतीयों के लिए राहत की खबर सामने आई है। कोविशील्ड का टीका लगाने के बाद भारतीय स्विटजरलैंड समेत 9 यूरोपीय देशों की यात्रा कर सकते हैं। ये 9 देश ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्लोवेनिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड, स्पेन, स्विट्जरलैंड और इस्टोनिया हैं। दरअसल, कोरोना के कारण यूरोपीय यूनियन ने भारत समेत गैरयूरोपीय देश के लोगों की यात्रा पर रोक लगाई थी। फाइजर, मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन वैक्सीन लगा चुके गैर यूरोपीय देश के लोगों को ही यूरोप में आवाजाही की छूट थी। जिसके बाद सीरम इंस्टीट्यूट के अदर पूनावाला ने विदेश मंत्री को पत्र लिखकर मांग की थी कि कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालें लोगों को यूरोपीय देशों की यात्रा की इजाजत दिलवाए। वहीं, दूसरी ओर संयुक्त अरब अमीरात ने भारत ने आने वालों पर 21 जुलाई तक पाबंदी लगा दी है। पहले 23 जून से उड़ानें शुरू होनी थी। यूएई ने सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि 13 दूसरे देशों से भी आने वालों पर रोक लगाई है। संयुक्त अरब अमीरात ने भारत समेत 14 देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर 21 जुलाई रोक लगाई है।
देश में कोरोना वैक्सीन की बढ़ती मांग और वैक्सीनेशन की रफ्तार को और तेज करने के लिए सरकार ने एक और अहम कदम उठाए हैं. केंद्र सरकार ने नए नियम के तहत अब प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन की खरीद सीधे कंपनियों से नहीं कर सकते हैं. वैक्सीन खरीदने के लिए उन्हें कोविन एप का इस्तेमाल करना होगा. साथ ही केंद्र सरकार ने यह भी कहा है कि अब टीके की खरीद के लिए एक लिमिट तय कर दी जाएगी. सरकार की ओर से जारी नए नियम के मुताबिक कोई भी प्राइवेट अस्पताल पिछले महीने के किसी खास हफ्ते में जितनी औसत खपत की थी, अधिकतम उसका दोगुना स्टॉक खरीद सकते हैं. सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि अस्पताल औसत निकालने के लिए अपनी पसंद का हफ्ता चुन सकते हैं.
यूरोप के आठ देशों ने कोविशील्ड वैक्सीन को डिजिटल सर्टिफिकेट के तौर पर मंजूरी दे दी है। यानी कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड को ग्रीन पासपोर्ट में शामिल कर लिया गया है। इन देशों में ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, सोल्वेनिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड और स्पेन शामिल हैं। ग्रीन पासपोर्ट के तहत उन लोगों को इन देशों की अंदर यात्रा पाबंदियों से छूट होगी जिन्होंने यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी द्वारा अधिकृत टीके लगवाए हैं। असल में कोविशील्ड को अब तक यूरोपियन यूनियन ने मंजूरी नहीं दी थी, जिससे भारतीयों को फिलहाल यूरोप जाने के लिए ग्रीन पास नहीं था। यूरोपियन यूनियन ने एक जुलाई से ग्रीन पास सिस्टम की शुरू कर दिया है। कोविशील्ड का निर्माण भारत में दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाले सीरम संस्थान द्वारा किया जाता है। कोविशील्ड को फरवरी में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूर किया गया था। भारत ने अब तक उपलब्ध तीन वैक्सीन में से सबसे अधिक कोविशील्ड वैक्सीन ही दी जा रही है। अब तक देश में दी गई कुल 33 वैक्सीन में से अकेले कोविशील्ड वैक्सीन ही 28 करोड़ से अधिक लोगों को दी जा चुकी है।
केंद्र से सप्लाई कम आने के कारण हिमाचल प्रदेश में वैक्सीन की कमी चल रही है। इसके चलते सरकार ने एक सप्ताह तक 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगानी बंद की है। अभी स्वास्थ्य विभाग के पास वैक्सीन की तीन लाख डोज हैं। यह सिर्फ 45 साल से अधिक आयु और विशेष श्रेणी के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रदेश में 18 से 44 साल तक के करीब 9 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा लोगों को डोज लगाने से वैक्सीन की कमी हो गई है। गौरतलब है कि प्रदेश में 21 जून से केंद्र सरकार की ओर से सभी वर्गों के लोगों को वैक्सीन लगाने को लेकर वैक्सीन मुहैया करवाई जा रही है। इसके तहत 18 से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। करीब 806 सेंटरों में वैक्सीनेशन ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है।
देश में लगातार चौथे दिन 50 हजार से कम नए कोरोना केस दर्ज किए गए हैं कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम आ रहे हैं लेकिन अभी भी संकट पूरी तरह से थमा नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 48,786 नए कोरोना केस आए और 1005 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले सोमवार को 46148, मंगलवार को 37566 और बुधवार को 45951 कोरोना केस आए थे। वहीं, पिछले 24 घंटे में 61,588 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 13,807 एक्टिव केस कम हो गए। वंही, देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.31 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट करीब 97 फीसदी है। एक्टिव केस 2 फीसदी से कम हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में अभी तक डेल्टा प्लस स्ट्रेन का कोई मामला सामने नहीं आया है, हालांकि दूसरी लहर में मृत्यु दर में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश से कोविड-19 के पाॅजिटिव मामलों के परीक्षण के लिए 1113 सैंपल राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), दिल्ली को भेजे गए थे। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 109 नमूनों में यूके स्ट्रेन की उपस्थिति देखी गई है जबकि आठ सैंपल ने कापा स्ट्रेन के लिए पाॅजिटिव और 76 सैंपल डेल्टा स्ट्रेन के लिए पाॅजिटिव पाए गए हैं। हालांकि, राज्य में अभी तक डेल्टा प्लस स्ट्रेन का कोई मामला सामने नहीं आया है। प्रवक्ता ने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी लहर में पहली लहर की तुलना में 1493 अधिक लोगों की मृत्यु हुई है। पहली लहर में मामलों की संख्या 58,403 थी, जो दूसरी लहर में 27 जून, 2021 तक 143262 हो गए। दूसरी लहर में पाॅजिटिविटी दर भी दोगुनी से अधिक हो गई। दूसरी लहर में 2475 मौतें हुई हैं, जबकि पहली लहर के दौरान केवल 982 मौतें हुई थीं। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में मृत्यु दर 1.68 से बढ़कर 1.72 हो गई, जबकि पाॅजिटिविटी दर भी पहली लहर की तुलना में दोगुनी हुई। पहली लहर में 5.48 की पाॅजिटिविटी दर देखी गई जो दूसरी लहर में बढ़कर 10.73 हो गई।
केंद्र सरकार जुलाई महीने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना वायरस वैक्सीन की 12 करोड़ डोज देगी। इसमें कोविशील्ड के 10 करोड़ शॉट्स और कोवैक्सीन के 2 करोड़ डोज वितरित होंगे। दरअसल भारत में वैक्सीनेशन के अपने सर्वश्रेष्ठ सप्ताह के रिकॉर्ड के बाद केंद्र सरकार ये फैसला लिया है। क्योंकि 21 जून से 27 जून के बीच देश में हर दिन औसतन 0.6 करोड़ से ज्यादा डोज दी गई है। वही, जून में 10.6 करोड़ डोज एडमिनिस्ट्रेट की गई हैं। जिसमें से निश्चित रूप से लगभग 4.2 करोड़ डोज को इसी सप्ताह एडमिनिस्ट्रेट किया गया है। जानकारी के मुताबिक केंद्र ने राज्यों को देने वाली वैक्सीन की डोज की गणना करने के लिए एक पद्धति तैयार की है, जिसमें 18 वर्ष और उससे ज्यादा आयु वर्ग की आनुपातिक आबादी शामिल है।
कोरोना संक्रमण की रफ़्तार अब देश में धीमी पड़ने लगी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 46,148 नए कोरोना केस आए और 979 लोगों की जान चली गयी। बता दें कि 76 दिनों बाद ऐसा हुआ है जब देश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा एक हजार से कम है। वहीं बीते दिन 58,578 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। इसी के साथ देश में एक्टिव केस की संख्या घटकर 5,72,994 पर आ गई है। कोरना से देश में अब तक 3,96,730 की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना से ठीक होने वालों की दर बढ़कर 96.80% पर पहुंच गई है।
हिमाचल प्रदेश के डिग्री कॉलेजों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों सहित शिक्षकों, गैर शिक्षकों और 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रदेश में 200 विशेष केंद्र बनाए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने 28 और 29 जून को चलाए जाने वाले विशेष टीकाकरण अभियान में करीब सवा लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है। विशेष टीकाकरण अभियान के तहत स्कूलों में 150 और कॉलेजों में 50 केंद्र बनाए जाएंगे। कॉलेजों के 18 हजार विद्यार्थियों सहित शिक्षकों और गैर शिक्षकों का टीकाकरण किया जाएगा। कॉलेज स्तर पर करीब 70 फीसदी ने वैक्सीन पहले ही लगवा ली है। स्कूलों में 18 वर्ष की अधिक आयु के विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी वैक्सीन लगा सकेंगे।
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि इस साल के अंत तक भारत की पूरी वयस्क आबादी के कोरोना टीकाकरण का प्रयास किया जा रहा है। 93 से 94 करोड़ की इस आबादी के लिए 186 से 188 करोड़ वैक्सीन की ज़रूरत पड़ेगी। इसके लिए भारत मे अब तक उपलब्ध टीकों के अलावा विदेशी वैक्सीन को भी मंजूरी दी जाएगी है। साथ ही 12 से 18 साल के आयु वर्ग के लिए भी जल्द ही कोविड टीका उपलब्ध होगा। ज़ाइडस कैडिला कंपनी के इस वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल पूरा हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट में 30 जून को देश मे कोरोना के इलाज के बेहतर प्रबंधन पर सुनवाई होनी है। इससे पहले कोर्ट ने केंद्र से पूछा था कि वह खुद सभी राज्यों को कोरोना वैक्सीन क्यों नहीं दे रहा। केंद्र ने बताया है कि उसने 21 जून से टीकाकरण का ज़िम्मा पूरी तरह अपने ऊपर ले लिया है। टीकाकरण अभियान को तेज़ करने के लिए उत्पादन बढ़ाया जा रहा है।
भारत में अब तक किए गए कोविड-19 टेस्ट की संख्या 40 करोड़ के पार पहुंच गई है। जबकि जून के महीने में अब तक प्रतिदिन औसतन 18 लाख से ज्यादा कोविड-19 टेस्ट किए गए है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने शनिवार को ये जानकारी दी है। ICMR के अनुसार रोजाना किए जा रहे रिकॉर्ड टेस्ट की संख्या ये बताती है कि देश में 'टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल' यानी 5T की रणनीति को प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है। ICMR ने अपने बयान में बताया कि देश में शुक्रवार की शाम तक 40 करोड़ 18 लाख 11,892 कोविड टेस्ट किए जा चुके थे। जून के महीने में बेहद तेजी से टेस्ट हुए हैं। 1 जून तक देशभर में 35 करोड़ कोविड टेस्ट किए गए थे। ICMR के अनुसार देश भर में टेस्टिंग के बुनियादी ढांचे और इनकी श्रमता को तेजी से बढ़ाया गया है जिसके चलते कोविड-19 टेस्ट के मामले में इस सफलता को हासिल कर पाए हैं। ICMR इसके लिए अपनी तरफ से देशभर में हर संभव प्रयास कर रहा है।
दो दिन की राहत के बाद एक बार फिर कोरोना के नए मरीजों की संख्या ने पचाल हजार का आंकड़ा पार कर लिया। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 50,040 नए कोरोना केस आए और 1258 लोगों की जान चली गई। वहीं देश में रिकरवी रेट बढ़कर 96.75% पर पहुंच गया। देश में अभी 5,86,403 एक्टिव मरीज हैं, जिनका अस्पतालों में या घरों में इलाज चल रहा है। बता दें कि शनिवार को 48,698 नए कोरोना केस आए और 1183 संक्रमितों की जान चली गई। इससे पहले 21 जून को 42,640 मामले आए थे। बीते दिन 64 लाख 25 हजार टीके लगाए गए। वहीं अबतक 32 करोड़ 17 लाख से ज्यादा लोगों को वैकसीन लगाई जा चुकी है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है हालांकि इसकी रफ्तार जरूर कम हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने ये बात कही है। साथ ही उन्होंने कोरोना टेस्ट के पॉजिटिविटी रेट की जिला स्तर पर निगरानी करने की बात कही है। जिससे महामारी को स्थानीय स्तर पर ही रोक लिया जाए और तीसरी लहर की संभावना को भी टाला जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, देश में अभी 75 जिले ऐसे हैं जहां साप्ताहिक पॉज़िटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है। जबकि 92 जिले ऐसे हैं जहां अब भी पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 प्रतिशत के बीच बना हुआ है। इसके अलावा देश के 565 जिले ऐसे हैं जहां ये पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से भी कम है। वहीं ICMR की एक रीसर्च स्टडी के अनुसार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर दूसरी लहर जितनी गंभीर और खतरनाक नहीं होगी। ये रीसर्च स्टडी इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में 'भारत में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना' शीर्षक से प्रकाशित हुई है। मैथमेटिकल मॉडल पर आधारित शोध के तहत इस रीसर्च स्टडी को तैयार किया गया है।
भारत में कोरोना संक्रमण मामले पिछले पांच दिनों में दूसरी बार 50 हजार से कम दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 48,698 नए कोरोना केस आए और 1183 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले 21 जून को देश में 42,640 मामले आए थे। वहीं पिछले 24 घंटे में 64,818 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 17,303 एक्टिव केस कम हो गए। देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.31 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट करीब 97 फीसदी है। एक्टिव केस करीब 2 फीसदी हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
देशभर में अबतक कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 51 मामले सामने आए हैं। कुल 12 राज्यों में ये केस दर्ज किए गए। इनमें से सबसे ज्यादा 22 मामले महाराष्ट्र से आए हैं। तमिलनाडु में डेल्टा प्लस के 9 मामले आए है, जबकि मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, कर्नाटक में एक-एक मामला सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से उन जिलों में प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण बढ़ाने के साथ ही भीड़ को रोकने, व्यापक जांच करने जैसे रोकथाम उपाय करने का आग्रह किया जहां कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट का पता चला है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने तमिलनाडु, राजस्थान, कर्नाटक, पंजाब, आंध्र प्रदेश, जम्मू कश्मीर, गुजरात और हरियाणा को लिखे पत्रों में इन उपायों का सुझाव दिया है। उन्होंने राज्यों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि कोविड संक्रमित पाए गए लोगों के पर्याप्त नमूने तत्काल भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक कंसोर्शिया की निर्दिष्ट प्रयोगशालाओं में भेजे जाएं ताकि क्लीनिकल महामारी विज्ञान संबंधी सहसंबंध स्थापित किए जा सकें। वहीं आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में किए गए नमूनों में 50 फीसदी से अधिक में डेल्टा वेरिएंट है। भारत में कोविड-19 के 90 फीसदी मामले बी.1.617.2 (डेल्टा) वेरिएंट के हैं। 35 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 174 जिलों में चिंताजनक कोविड स्वरूप के मामले पाए गए हैं।
कोविड टीकाकरण अभियान में हिमाचल प्रदेश देश भर में पहले स्थान पर है। हिमाचल के आसपास कोई भी राज्य नहीं हैं। पिछले एक सप्ताह में राज्य में रिकॉर्ड टीकाकरण किया गया है। प्रदेश में अब तक 49.7 फीसदी आबादी को वैक्सीन लग चुकी है। अभी 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग की 55 लाख की आबादी को टीका लगाया जाना है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 23 जून तक 27 लाख 44 हजार 942 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अभी तक केवल 16 फीसदी आबादी को ही वैक्सीन लगी है। देश के 24 राज्यों में हिमाचल प्रदेश पहले स्थान पर बना हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली भी नौवें स्थान पर है। यहां अभी तक 34.3 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन लगी है। हिमाचल में 18 से 44 साल आयु वर्ग के 6 लाख 69 हजार 27 लोगों को पहला टीका लगाया जा चुका है।
भारत में कोरोना का कहर अभी जारी है। लगातार तीसरे दिन 50 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 51,667 नए कोरोना केस आए और 1329 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले बुधवार को 54069, मंगलवार को 50,848 नए मामले आए थे। वहीं पिछले 24 घंटे में 64,527 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 14,189 एक्टिव केस कम हो गए। देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.30 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 96 फीसदी से ज्यादा है। एक्टिव केस करीब 2 फीसदी हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
भारत मे अब तक 30 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक कुल 30,16,26,028 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है जिसमें पहली और दूसरी डोज शामिल है. वहीं पिछले 24 घंटों में 64,89,599 वैक्सीन डोज दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जारी किए गए आंकड़ो के मुताबिक 30,16,26,028 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है जिसमे अब तक भारत मे 24,82,24,925 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज और 5,34,01,103 लोगों कोरोना के टीके की दोनो डोज दी जा चुकी हैं। गौरतलब है कि देश में एक बार भी बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 50 हज़ार से अधिक मामले दर्ज किए गए है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 54,069 नए कोरोना केस सामने आए है और 1321 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले मंगलवार को 50,848 नए मामले आए थे। वहीं बीते दिन 68,885 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 16,137 एक्टिव केस कम हो गए।
सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेजों के शिक्षकों के टीकाकरण के लिए दो दिन विशेष अभियान चलाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में कॉलेजों में परीक्षाओं से पहले 28 और 29 जून को अंतिम वर्ष के छात्रों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। 26 जून दोपहर 1:00 बजे तक सभी जिलाधिकारियों को वैक्सीन लगाने वालों की सूची भेजनी होगी। स्कूल और कॉलेज परिसरों में विशेष शिविर लगाकर 250 से 300 का टीकाकरण किया जाएगा। 18 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने स्नातक डिग्री कोर्स बीए, बीएससी, बीकॉम और शास्त्री के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का संभावित शेड्यूल जारी कर दिया है। ये परीक्षाएं एक जुलाई से शुरू होंगी और अधिकतम छह अगस्त तक चलेंगी। प्रदेशभर में 156 परीक्षा केंद्रों में 35 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। विवि ने ईयर सिस्टम के साथ ही बीएचएम, बीटेक और बीवॉक के ऑड सेमेस्टर की परीक्षाओं का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। एक जुलाई से कॉलेजों में प्रस्तावित परीक्षाओं को देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय ने 25 जून से शिक्षकों को भी कॉलेजों में बुलाया है। वहीं शीतकालीन स्कूलों और जिन स्कूलों में छुट्टियां नहीं की गई हैं, वहां एक जुलाई से शिक्षकों का आना अनिवार्य कर दिया गया है। 30 जून तक सभी शिक्षकों को वैक्सीन लगवाना सुनिश्चित करने की प्रिंसिपलों को जिम्मेवारी सौंपी गई है।
कोरोना मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। देश में 91 दिनों बाद सबसे कम कोरोना केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 42,640 नए कोरोना केस आए और 1167 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले 22 मार्च को 40,715 कोरोना केस दर्ज किए गए थे। बीते दिन 81,839 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 40,366 एक्टिव केस कम हो गए। देश में लगातार 40वें दिन कोरोना संक्रमण के नए मामलों से ज्यादा रिकवरी हुई हैं। 21 जून तक देशभर में 28 करोड़ 87 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन रिकॉर्ड 86 लाख 16 हजार टीके लगाए गए। वहीं, अबतक 39 करोड़ 40 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 16 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से ज्यादा है। देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.30 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट करीब 96 फीसदी है। एक्टिव केस घटकर 3 फीसदी से कम हो गए हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में 20 जून तक कुल 200410 व्यक्ति कोविड पाॅजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक माह के दौरान कोरोना पाॅजिटिव मामलों में निरंतर कमी आई है और कोविड पाॅजिटिव मामलों की संख्या 2711 रह गई हैं। 14 जून से 20 जून के दौरान कोविड के 1860 पाॅजिटिव मामले और पाॅजिटिविटी दर 1.3 प्रतिशत दर्ज की गई। इसी अवधि के दौरान जिला बिलासपुर में कुल 9655 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 104 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.1 प्रतिशत रही। चंबा में कुल 8899 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 222 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 2.5 प्रतिशत, हमीरपुर में कुल 9670 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 158 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.6 प्रतिशत, कांगड़ा में कुल 33060 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 434 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.3 प्रतिशत, किन्नौर में कुल 1994 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 48 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 2.4 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू में कुल 6355 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 99 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.6 प्रतिशत रही। लाहौल स्पीति में कुल 1081 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 21 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.9 प्रतिशत, मंडी में कुल 24342 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 276 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.1 प्रतिशत रही। शिमला में कुल 11714 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 211 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.8 प्रतिशत, सिरमौर में कुल 10032 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 116 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 1.2 प्रतिशत, सोलन में कुल 9626 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 83 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 0.9 प्रतिशत और जिला ऊना में कुल 12437 लोगों के कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 88 लोग पाॅजिटिव पाए गए और पाॅजिटिविटी दर 0.7 प्रतिशत दर्ज की गई। इसी अवधि के दौरान प्रदेश में 51 कोरोना मरीजों की मृत्यु दर्ज की गई हैं।
भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब थमने लगी है। देश में 81 दिनों बाद 60 हजार से कम कोरोना संक्रमण के 60 हज़ार से कम मामले सामने मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 58,419 नए कोरोना केस आए और 1576 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले 30 मार्च को 60 हजार से कम कोरोना केस दर्ज किए गए थे। बीते दिन 87,619 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 30,776 एक्टिव केस कम हो गए। देश में लगातार 38वें दिन कोरोना वायरस के नए मामलों से ज्यादा रिकवरी हुई हैं। 19 जून तक देशभर में 27 करोड़ 66 लाख 93 हजार कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 38 लाख 10 हजार टीके लगाए गए। वहीं अबतक 39 करोड़ 10 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 18 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से ज्यादा है।
कोरोना से मरने वाले सभी लोगों के परिवार को 4 लाख रुपये मुआवजा देने में केंद्र ने असमर्थता जताई है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में केंद्र ने बताया है कि इस तरह का भुगतान राज्यों के पास उपलब्ध स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड से होता है। अगर राज्यों को हर मृत्यु के लिए 4 लाख रुपए के भुगतान का निर्देश दिया गया तो उनका पूरा फंड खत्म हो जाएगा। इससे कोरोना से निपटने की तैयारी के साथ ही बाढ़, चक्रवात जैसी आपदाओं से भी लड़ पाना असंभव हो जाएगा। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में कोविड से होने वाली मौतों पर 4 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग को लेकर एक याचिका दाखिल हुई थी। याचिकाकर्ता का कहना था कि नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और 2015 में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की तरफ से गाइडलाइंस जारी की गई थी, जिसमें आपदा की वजह से होने वाली मौतों पर पर 4 लाख रुपए मुआवजा देने की बात है। इस पर केंद्र की ओर से कहा गया है कि ये नियम भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं पर ही लागू होता है। वंही, केंद्र ने कहा है कि इस वित्त वर्ष में राज्यों को 22,184 करोड़ रुपए SDRF में दिए गए इसका एक बड़ा हिस्सा कोरोना से लड़ने में खर्च हो रहा है। केंद्र ने 1.75 लाख करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज घोषित किया है। इसमें गरीबों को मुफ्त राशन के अलावा वृद्ध, दिव्यांग, असमर्थ महिलाओं को सीधे पैसे देने, 22.12 लाख फ्रंटलाइन कोरोना वर्कर्स को 50 लाख रुपए का इंश्योरेंस कवर देने जैसी कई बातें शामिल हैं। इस समय केंद्र और राज्यों को राजस्व की कम प्राप्ति हो रही है। ऐसे में कोरोना से हुई 3 लाख 85 हज़ार मौतों के लिए 4-4 लाख रुपए का भुगतान करना आर्थिक रूप से बहुत कठिन है। राज्यों को इसके लिए बाध्य किया गया तो आपदा प्रबंधन के दूसरे अनिवार्य कार्य प्रभावित होंगे।
Covid-19 claimed ten more lives in Himachal Pradesh, taking the death toll due to the disease to 3,423, while 239 fresh cases pushed the infection count to 2,00,282, according to the information provided by department of health and family welfare Himachal Pradesh . The active cases have now dipped to 2990. The overall recoveries so far has reached 1,93,850 with 432 patients getting cured of the infection in the past 24 hours .
पहले तो जानवरों में घातक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए लेकिन अब कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने भी जानवरों को अपनी चपेट में लेना शुरू कटर दिया है। तमिलनाडु के वंडालूर में स्थित अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क में कोविड-19 से संक्रमित 4 शेरों में यह वेरिएंट मिला है। इन शेरों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के बाद यह बात सामने आई है। गौरतलब है कि डेल्टा वेरिएंट काफी तेजी से अन्य जानवरों में संक्रमित कर सकता है, इसलिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। दरसल चिड़ियाघर प्रशासन ने 11 शेरों के नमूनों को भोपाल के आईसीएआर-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में जांच के लिए भेजा था। इसके बाद तीन जून को संस्थान ने बताया था कि नौ शेरों के नमूनों में कोरोना संक्रमण का पता चला है। इसके बाद एनआईएचएसएडी के निदेशक यह जानकारी दी कि अन्ना चिड़ियाघर की ओर से भेजे गए नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, जिसके विश्लेषण से पता चला कि इनमें से चार शेरों के नमूनों में कोरोना का डेल्टा स्वरूप पाया गया। इससे पहले चिड़ियाघर की नौ साल की एक शेरनी नाइला और 12 साल के पथबनाथन नाम के शेर की इस महीने की शुरुआत में कोरोना से मौत हो गई थी।
कोरोना वायरस के कम होते मामलों के बाद राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऐसे में दोबारा केस बढ़ने का खतरा भी बना हुआ है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की है। इसमें कोरोना से जुड़ी गाइडलाइंस के सख्ती से पालन करने की बात कही गई है। गृह मंत्रालय के सेक्रेटरी अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चीफ सेक्रेटरी को लेटर लिखकर निर्देश दिया है कि लॉकडाउन खोलते समय कोविड अनुकूल व्यवहार, टेस्टिंग-ट्रैकिंग-इलाज और टीकाकरण के लिए रणनीति अपनाना बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश यह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया सावधानीपूर्वक और व्यवस्थित हो।
भारत में धीरे-धीरे कोरोना वायरस की रफ़्तार थमने लगी और साथ ही संक्रमण से रिकवरी रेट में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही। देश में अब कोरोना वायरस के एक्टिव मामले 74 दिनों बाद सबसे कम हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 60,753 नए कोरोना केस सामने आए और 1647 संक्रमितों की जान चली गई है। बीते दिन 97,743 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 38,637 एक्टिव केस कम हो गए। 18 जून तक देशभर में 27 करोड़ 23 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बते दिन 33 लाख टीके लगाए गए। वहीं अबतक करीब 38 करोड़ 92 लाख कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 19 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 4 फीसदी से ज्यादा है। गौरतलब है कि कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। बकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि ट्रक यूनियनों, निजी बस ऑपरेटरों, टैक्सी यूनियनों और होटल उद्योग से जुड़े लोगों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्राथमिकता समूह श्रेणियों में शामिल किया गया है। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि संबंधित श्रेणियों के लोगों को टीकाकरण के लिए पंजीकरण और प्रमाणीकरण के उद्देश्य से टीकाकरण के लिए निर्धारित पपत्र का संबंधित बस, टैक्सी, ट्रक आॅपरेटर या होटल के मालिक द्वारा प्रमाणीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन समूहों को कोविड-19 टीकाकरण के उद्देश्य से इन नई श्रेणियों को जोड़ा गया है और इससे लाभार्थी के पक्ष में कोई अन्य लाभ अर्जित नहीं होगा। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के दृष्टिगत लगाए गए प्रतिबंधों में आंशिक छूट प्रदान करने, सार्वजनिक परिवहन शुरू करने और राज्य में पर्यटकों के आगमन से प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा मिलेगा। आर्थिक गतिविधियों में शामिल लोगों का टीकाकरण करने से इस महामारी को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के टीकाकरण के संबंध में भारत सरकार द्वारा संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए है, जो 21 जून से प्रभावी होंगे। उन्होंने कहा कि नए टीकाकरण अभियान के अन्तर्गत प्रदेश को कोविशिल्ड की 2.5 लाख खुराक की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान के सुचारू संचालन और टीकाकरण रणनीति के संबंध में स्वास्थ्य सचिव द्वारा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व जिला टीकाकरण अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रैस के माध्यम से चर्चा कर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी पात्र लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए जून, 2021 माह के लिए भारत सरकार की ओर से मिलने वाली वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर जिलों के लिए नई टीकाकरण रणनीति तैयार की गई है। जिसके अन्तर्गत लक्षित लाभार्थियों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। श्रेणी-ए के लिए पहली खुराक के लिए 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लाभार्थी, 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के कोविशील्ड की दूसरी खुराक के लिए सभी पात्र लाभार्थी, भारत सरकार द्वारा नामित सभी स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता, सभी अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता व राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित सभी प्राथमिकता समूहों के पात्र लाभार्थी, जिन्हें टीकाकरण की पहली व दूसरी खुराक लगाई जानी है को शामिल किया गया है। जबकि 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के लाभार्थी जो उपरोक्त श्रेणी में शामिल नहीं हैं को श्रेणी-बी में रखा गया है। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में 21 जून से 30 जून, 2021 तक दोनों श्रेणियों के लाभार्थियों का टीकाकरण करने के लिए प्रभावी रणनीति बनाई गई है ताकि दोनों श्रेणियों के लाभार्थियों का टीकाकरण अलग-अलग किया जा सके। दोनों श्रेणिायों के लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए दिन निर्धारित किए गए है जिसके अनुसार श्रेणी-ए के लाभार्थियों के लिए वीरवार, शुक्रवार व शनिवार के दिन टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे जबकि श्रेणी-बी के लाभार्थियों के लिए सोमवार, मंगलवार व बुधवार को टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे और रविवार के दिन टीकाकरण के लिए कोई सत्र आयोजित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि श्रेणी-बी 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लाभार्थियों के लिए तैयार की गई रणनीति के अन्तर्गत ग्रामीण, जनजातीय व दुर्गम क्षेत्रों में ऑन-स्पाॅट पंजीकरण की सुविधा जबकि शहरी क्षेत्रों जैसे नगर निगम, एनएसी व नगर परिषद आदि क्षत्रों में ऑनलाइन स्लाॅट बुकिंग के माध्यम से टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए सभी ऑनलाइन सत्र टीकाकरण की तिथि से एक दिन पूर्व दोपहर 12 से 1 बजे के बीच प्रदर्शित किए जाएंगे। प्रवक्ता ने कहा कि पिछले निर्देशों के अनुसार 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग और अन्य श्रेणियों जैसे स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता, अग्रिम पंकित कार्यकर्ता और प्राथमिकता वाले समूहों के लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए पहली खुराक की समय सीमा 30 जून, 2021 तक बढ़ाई गई है। उन्हांेने कहा कि जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों में 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की शत-प्रतिशत आबादी को कम से कम पहली खुराक प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके लिए आन-स्पाॅट सत्र आयोजित किए जाएंगे और यदि आवश्यक हो, तो रविवार व अन्य छुट्टियों के दिन भी आॅन-स्पाॅट सत्र आयोजित किए जाएगे। उन्होंने कहा कि जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पात्र लाभार्थियों का शत प्रतिशत टीकाकरण 25 जून, 2021 तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जुलाई में बच्चों पर वैक्सीन ट्रायल शुरू करेगा। इंस्टीट्यूट नोवावैक्स वैक्सीन बच्चों के इस्तेमाल के लिए टेस्ट करेगा जिसे अमरीका की बॉयोटेकनोलॉजी फर्म ने डेवेलप किया है, जिसे भारत में कोवोवैक्स के नाम से ब्रांडिड किया गया है। सीरम नोवावैक्स के साथ पार्टनर है और वो भारत में सितंबर तक कोवोवैक्स लांच करने की संभावना जाता रही है। टीका डेवलप करने वाली अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स ने अमेरिका में किए गए बच्चों पर ट्रायल के बाद कहा था कि अमेरिका राज्य मैक्सिको के 119 शहरों में इसके फेज-3 ट्रायल के बहुत अच्छे परिणाम सामने आए जिनका प्रतिशत 90.4% रहा। गौरतलब है कि भारत बायोटेक भी 12-18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन की क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर चुकी है। यह ट्रायल एम्स पटना और दिल्ली में कुल 525 बच्चों पर किया जाएगा। साथ ही जायडस कैडिला भी 12-18 साल के बच्चों के लिए अपनी कोविड वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर चुकी है। फार्मा कंपनी अब 5-12 साल के बच्चों पर भी क्लीनिकल ट्रायल की योजना बना रही है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर की बेकाबू रफ्तार पर अब धीरे-धीरे लगाम लग रही है। 73 दिनों बाद कोरोना के एक्टिव मामले 8 लाख से कम हुए हैं और 58 दिन बाद एक दिन में मौत का आंकड़ा 2 हजार से कम हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 62,480 नए कोरोना केस आए और 1587 संक्रमितों की जान चली गई है। बीते दिन 88,977 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 28,084 एक्टिव केस कम हो गए। इससे पहले बुधवार को 67,208 केस दर्ज किए गए थे। देश में लगातार 36वें दिन कोरोना वायरस के नए मामलों से ज्यादा रिकवरी हुई हैं। 17 जून तक देशभर में 26 करोड़ 89 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 32 लाख 59 हजार टीके लगाए गए। वहीं अबतक करीब 38 करोड़ 71 लाख कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 19 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 4 फीसदी से ज्यादा है। देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.29 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट करीब 96 फीसदी है। एक्टिव केस घटकर 3 फीसदी से कम हो गए हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
देश में कोरोना वायरस के संकट के बीच अब ब्लैक फंगस भी परेशानी बढ़ा रहा है। बड़ो के साथ-साथ अब बचे भी ब्लैक फंगस का शिकार हो रहे है। ऐसा ही एक मामला मुंबई से सामने आया है। मुंबई में ब्लैक फंगस के शिकार हुए तीन बच्चों की आंख निकालनी पड़ी है। जानकारी के मुताबिक, तीनों ही बच्चे कोरोना से रिकवर हो चुके थे, लेकिन बाद में ब्लैक फंगस की चपेट में आ गए। मुंबई के प्राइवेट अस्पतालों में आए इन केसों में तीनों बच्चों की उम्र 4, 6 और 14 साल है। डॉक्टर्स के मुताबिक, 4 और 6 साल के बच्चों में डायबिटीज़ के लक्षण नहीं हैं, जबकि 14 साल वाले बच्चे में हैं। इसके अलावा एक 16 साल का लड़की भी है, जो कोरोना से रिकवर होने के बाद डायबिटीज़ का शिकार हुई है। लड़की के पेट में ब्लैक फंगस पाया गया था। डॉक्टर के मुताबिक, 16 साल की बच्ची में पहले से डायबिटीज़ के लक्षण नहीं थे, लेकिन कोरोना से रिकवर होने के बाद उसमें कुछ दिक्कतें आईं। ब्लैक फंगस उसके पेट तक जा पहुंचा था, हालांकि बाद में उसे रिकवर किया गया। वहीं, 4 और 6 साल के बच्चों का इलाज एक अन्य प्राइवेट अस्पताल में हुआ। अस्पताल के मुताबिक, अगर बच्चों की आंख को नहीं निकली जाती उनकी जान बचाना काफी मुश्किल हो जाता। गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच ब्लैक फंगस के हजारों मामले देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आ रहे है। कई ऐसे केस हैं, जहां पर मरीजों की आंख या नाक को हटाना पड़ा है या उनके चेहरे पर फंगस का बुरा असर पड़ा है।
मध्यप्रदेश में कोरान संक्रमण की दूसरी लहर भले ही कमजोर हो गई है, लेकिन खतरा अब भी बरकरार है। राज्य में कोरोना के नए डेल्टा प्लस वैरिएंट केस सामने आने से चिंता बढ़ गई है। भोपाल में एक महिला में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। महिला के संपर्क में आए 20 अन्य लोगों की जांच की जा रही है। फिलहाल महिला घर पर है। दरअसल भोपाल में बरखेड़ा पठानी निवासी 65 साल की महिला में यह वैरिएंट मिला है। कुछ दिन पहले उसके सैंपल की जांच करने के लिए भेजा गया था। जीनोम सिक्वेंसिंग में महिला के सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने की पुष्टि हुई। साथ ही रिपोर्ट में डेल्टा और अन्य वैरिएंट भी मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अब महिला के संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटा रही है। अभी तक इसमें 20 लोग की पहचान की गई है, जिनकी जांच चल रही है। हालांकि, महिला की रिपोर्ट निगेटिव है और अपने घर पर आइसोलेट है। देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को जिम्मेदार माना जाता है। अब इसी वैरिएंट का बदला रूप डेल्टा प्लस है। यह पहली बार भारत में ही पाया गया। अभी तक देश में 6 डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले मिल चुके हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि इस नए डेल्टा प्लस वैरिएंट पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल का भी असर नहीं हो रहा है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर काफी भयावह रही। हालाँकि, इसपर पर अब धीरे-धीरे काबू हो रहा है। लेकिन इस बार कोरोना के दौरान ही एक नया इंफेक्शन सामने आया जिसे फंगस इंफेक्शन कहा गया। ये कोरोना मरीजों में भी देखने को मिला था जिसका असर आंखो पर दिखाई दिया था। इसे ब्लैक, व्हाइट और येला फंगस नाम दिए गए लेकिन मध्य प्रदेश में एक कोरोना से ठीक हुए मरीज में ‘ग्रीन’ फंगस देखने को मिला है। डॉक्टर्स भी इसे एक नई चिंता बता रहे है। मध्य प्रदेश के एक सीनियर डॉक्टर के हवाले से बताया गया कि यहां एक कोरोना सर्वाईवर में ग्रीन फंगस सामने आया है और ये संभवत: देश का पहला मामला है। उन्होंने कहा कि शुरूआत में ब्लैक और व्हाइट फंगस मिलने के बाद नया इंफेक्शन ग्रीन फंगस सामने आया है। वहीं, पिछले महीने ही एम्स चीफ रणदीप गुलेरिया ने फंगस को रंग वाले नाम देकर कंफ्यूजन पैदा करना बताया था। दरसल, मध्य प्रदेश के एक 34 वर्षीय मरीज ने दो महीने महामारी से लड़ाई लड़ने के बाद वह ठीक हो गया। इस दौरान उसे नाक से खून बहने और बुखार की परेशानी हुई थी जिसके बाद आशंका जताई गई उन्हें ब्लैक फंगस ने अपने शिकंजे में कस लिया है। लेकिन जब आगे टेस्ट हुए तो इस फंगस को ग्रीन फंगस पाया गया। ग्रीन फंगस की पहचान के बाद मरीज को इंदौर से मुंबई एयरलिफ्ट किया गया जहां उनका इलाज किया जाएगा।
देश में कोरोना के नए मामले पाए जाने की रफ्तार धीमी हो रही है। लगातार दसवें दिन संक्रमण के नए मामले एक लाख से कम दर्ज किए गए हैं। वहीं मौत का आंकड़ा भी पहले से कम हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 67,208 नए कोरोना केस आए और 2330 संक्रमितों की जान चली गई है। बीते दिन 1 लाख 3 हजार 570 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं, यानी कि कल 38,692 एक्टिव केस कम हो गए। इससे पहले मंगलवार को 62,224 केस दर्ज किए गए थे। देश में लगातार 35वें दिन कोरोना वायरस के नए मामलों से ज्यादा रिकवरी हुई हैं। 16 जून तक देशभर में 25 करोड़ 55 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 34 लाख 63 हजार टीके लगाए गए। वहीं अबतक करीब 38 करोड़ 52 लाख कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन करीब 19 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 4 फीसदी से ज्यादा है। देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.28 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट करीब 96 फीसदी है। एक्टिव केस घटकर 3 फीसदी से कम हो गए हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
देश में कोरोना संक्रमण का खतरा अभी भी बना हुआ है। हालांकि संक्रमण दर पहले से काफी कम हो गई है लेकिन कोरोना संक्रमण से हुई मौतें अभी भी बड़ी चिंता का विषय है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना के दैनिक मामले 1 लाख से कम दर्ज किए हैं। वहीं, बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीते 24 घंटे मेें देश में कोरोना के 62,224 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 2,542 मरीजों ने कोरोना संक्रमण से अपनी जान गवाई। इसी के साथ देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 8,65,432 है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई डाटा के मुताबिक, रिकवरी रेट बढ़कर 95.80 फीसदी हो गई है। साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम होकर वर्तमान में 4.17 फीसदी हुई है। दैनिक पॉजिटिविटी रेट 3.22 फीसदी है जो लगातार 9 दिनों से 5 फीसदी से कम है।
प्रदेश में अब 21 जून से हर आयु वर्ग के लोगों को अब बिना स्लॉट बुक करवाए कोरोना वैक्सीन लगेगी। अभी तक युवाओं यानी 18 से 44 आयु वालों को वैक्सीन लगाने के लिए स्लॉट बुकिंग करवानी पड़ रही है। 21 जून से युवाओं के लिए भी स्लॉट बुकिंग करवाने का झंझट खत्म हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इससे वैक्सीनेशन को बढ़ावा मिलेगा। राज्य के पास अभी भी 45 साल से ऊपर के लोगों के लिए 7 लाख से ज्यादा डोज उपलब्ध हैं। ऐसे में 21 जून के बाद अब सभी एक ही श्रेणी में आ जाएंगे और यह 7 लाख डोज सभी आयु वर्ग को लगना शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि युवाओं को स्लॉट बुक करवाने के लिए परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। कई लोगों ने शिकायत की है कि स्लॉट बुक नहीं हो रहे हैं और उनका वैक्सीन लगाने में नंबर आएगा या नहीं, ये सबसे बड़ी दुविधा है।
कोरोना वायरस के तेजी से फैलने वाला 'डेल्टा' वैरिएंट अपना रूप बदलकर 'डेल्टा प्लस' या 'एवाई.1' बन गया है। लेकिन भारत में अभी इसे लेकर चिंतित होने की कोई बात नहीं है क्योंकि देश में अब भी इसके बेहद कम मामले हैं। वैज्ञानिकों द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक 'डेल्टा प्लस' प्रकार, वायरस के डेल्टा या 'बी1.617.2' प्रकार में उत्परिवर्तन होने से बना है जिसकी पहचान पहली बार भारत में हुई थी। यह वैरिएंट महामारी की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था। हालांकि, वायरस के नए प्रकार के कारण बीमारी कितनी घातक हो सकती है इसका अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है, डेल्टा प्लस उस 'मोनोक्लोनल एंटीबाडी कॉकटेल' उपचार का रोधी है जिसे हाल ही में भारत में स्वीकृति मिली है। दिल्ली स्थित सीएसआईआर- जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान में वैज्ञानिक विनोद स्कारिया ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि के417एन उत्परिवर्तन के कारण बी1.617.2 प्रकार बना है जिसे एवाई.1 के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यह उत्परिवर्तन सार्स सीओवी-2 के स्पाइक प्रोटीन में हुआ है जो वायरस को मानव कोशिकाओं के भीतर जाकर संक्रमित करने में सहायता करता है। आगे स्कारिया ने ट्विटर पर लिखा कि भारत में के417एन से उपजा प्रकार अभी बहुत ज्यादा नहीं है। यह सीक्वेंस ज्यादातर यूरोप, एशिया और अमेरिका से सामने आए हैं। स्कारिया ने यह भी कहा कि उत्परिवर्तन, वायरस के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता से भी संबंधित हो सकता है।