मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आग्रह को स्वीकार करते हुए दिल्ली को ऑक्सीजन की आपातकालीन आपूर्ति करने की सहमति प्रदान की है। कोविड-19 महामारी के संकट के कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र मेंऑक्सीजन का भारी संकट चल रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि दिल्ली में उत्पन्न स्थिति से हिमाचल प्रदेश काफी चिन्तित है और दिल्ली सरकार को हर सम्भव सहायता प्रदान करने में प्रदेश को प्रसन्नता होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारी ऑक्सीजन की आपूर्ति का प्रबन्ध करने के लिए हिमाचल प्रदेश के उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक से सम्पर्क कर सकते हैं। अरविन्द केजरीवाल ने इस उदारता के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते एक बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ़्त में वैक्सीन दी जाएगी। राज्य सरकार ने 1.34 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर दिया है, 1 मई से दिल्ली में वैक्सीनेशन का काम बड़े स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने कहा की वो यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि इसे जल्द से जल्द खरीदा जाए और लोगों को जल्द से जल्द प्रशासित किया जाए। वहीं, वैक्सीन के एक निर्माता ने कहा है कि वो राज्य सरकारों को 400 और दूसरे ने कहा कि वो 600 रुपये में वैक्सीन देंगे और केंद्र सरकार को 150 रुपये में देंगे। इसकी एक ही कीमत होनी चाहिए। केजरीवाल ने वैक्सीन निर्माताओं से अपील कि की वे कीमत 150 रुपये डोज़ तक कम करें। उन्होंने कहा कि मुनाफा कमाने के लिए तो पूरा जीवन पड़ा है यह ऐसा करने का समय नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से भी अपील करते हुआ कहा कि जरूरत पड़ने पर टीकों की कीमत तय करें।
हिमाचल प्रदेश में बेकाबू होती कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। कोरोना की रोकथाम के लिए बढ़ती सख्ती और पाबंदियों से पर्यटन उद्योग की रफ़्तार एक बार फिर धीमी कर दी है। हिमाचल प्रदेश में लगातार दूसरे साल ग्रीष्म पर्यटन सीजन पिट गया है। कोरोना के खतरे और बंदिशों ने देश-विदेश से आने वाले सैलानियों के कदम जकड़ लिए हैं। प्रदेश के अधिकांश होटलों और होमस्टे में ऑक्यूपेंसी शून्य हो चुकी है। एडवांस बुकिंग भी धड़ाधड़ रद्द होने लगी है। परेशान पर्यटन कारोबारी फिर से अपना काम-धंधा समेटने लग पड़े हैं। लगातार दूसरे साल भी सीजन पिटने से कारोबारी चिंतित हैं। हिमाचल में पर्यटन सीजन शुरू होना ही था की इससे पहले ही बढ़ते कोरोना के चलते सरकार को कई बंदिशों को लेकर फरमान जारी करना पड़ा। इसके बाद अब होटल व्यवसाय पर इसका असर देखने को मिल रहा है। पर्यटन हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी का एक बड़ा हिस्सा है, परन्तु लगातार दूसरे साल स्थिति खराब होने से पर्यटन व्यवसाइयों की चिंता बढ़ गई है। होटल, रेस्टोरेंट ईकाइयों को फिक्स्ड खर्चों का वहन कर पाना असंभव हो गया है। हालाँकि सरकार ने अभी बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों पर कोई रोक नहीं लगाई है, लेकिन इसके बावजूद भी प्रदेश के होटलों में कम ही पर्यटक देखने को मिल रहे है। बता दें की हिमाचल की पर्यटन इकाइयों की आमदन का बहुत बड़ा हिसा समर सीजन पर ही निर्भर करता है, लेकिन इस बार भी कोरोना की दूसरी लहर के चलते समर सीजन पर संकट के बादल छाए हुए है। पर्यटन से जुड़ा है राज्य का हर घर और परिवार: सेठ स्टेट टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहेंद्र सेठ का कहना है कि पर्यटन से राज्य का हर घर और परिवार जुड़ा हुआ है। ऐसे में पर्यटन राज्य में पयटकों के आने पर किसी प्रकार का अनावश्यक प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए। पर्यटक केवल होटलों में नहीं रहता है बल्कि अन्य उद्योग भी इससे जुड़े है। बहुत मुश्किल से प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय पटरी पर लौटने लगा था , लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने अब फिर से चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जो इंटरेस्ट सुबवेंशन स्कीम के तहत ऋण के रूप में पर्यटन से जुड़े करोबारियों को आर्थिक मदद करने का नोटिफिकेशन जारी की हुई थी, उस स्कीम के अंतर्गत प्रदेश के किसी भी पर्यटन कारोबारी को वर्किंग कैपिटल ऋण बैंकों द्वारा नही दिए गए है। पर्यटन कारोबारियों में इस बात का रोष है कि आर्थिक मदद तो दूर विभागों द्वारा लॉकडाउन अवधि के भी पानी, टैक्स के बिल होटलों को भेजे जा रहे है।
देशभर में कोरोना वायरस बेकाबू होता जा रहा हैं। प्रतिदिन कोरोना के नए मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है। देश में पिछले 24 घंटे में 3.53 लाख नए कोरोना मरीज मिले हैं और 2812 से ज़्यादा लोगों की संक्रमण से जान चली गई। यह दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में मिले नए कोरोना मरीज़ और कोविड से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या है। देश में कोरोना मरीज़ों की संख्या लगातार बढ़ने के चलते सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अबतक देश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,73,13,163 हो गई है। बीते 24 घंटे में 2812 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया। इसके साथ कोविड से मरने वालों की संख्या 1,95,123 पहुंच गई। महामारी के दस्तक देने से लेकर अब तक एक दिन में मिले नए कोरोना मरीजों की यह सर्वाधिक संख्या है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 2,19,272 कोरोना मरीज़ स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं।
राज्य में कोविड के मामलों की संख्या में तेज वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने हिमाचल के चार जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। यह कर्फ्यू कांगड़ा, ऊना, सोलन और सिरमौर में 27 अप्रैल से 10 मई तक रात 10 से सुबह 5 बजे तक होगा। यह फैसला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में लिया गया। राज्य में आने वाले सभी आगंतुकों के लिए 72 घंटे के भीतर आरटीपीआर परीक्षण अनिवार्य करने का भी निर्णय लिया गया। यह निर्णय लिया गया कि यदि राज्य में आने वाले व्यक्तियों ने RTPCR परीक्षण नहीं किया है, तो उन्हें चौदह दिनों के लिए अपने निवास स्थान पर घर में संगरोध/अलगाव में रहना होगा। उनके पास अपने आगमन के सात दिनों के बाद खुद को जांचने का विकल्प भी होगा, और यदि परीक्षण नकारात्मक आता है, तो उन्हें अलग रहने की आवश्यकता नहीं है। यह भी निर्णय लिया गया कि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में स्थानीय निकाय, अपने-अपने क्षेत्रों में सभी एसओपी और दिशानिर्देशों के प्रभावी प्रवर्तन में शामिल होंगे और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का अधिकार देंगे ताकि इस महामारी के प्रसार की जांच की जा सके। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक समारोहों के दौरान एसओपी के प्रभावी प्रवर्तन के लिए स्थानीय स्तर पर स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। उन्हें समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों और एसओपी का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने का अधिकार होगा। राज्य सरकार समय-समय पर स्थिति की समीक्षा करती रहेगी और उसके अनुसार निर्णय लिए जाएंगे।
दिल्ली पुलिस कोरोना के मरीजों को इलाज के लिए प्लाज्मा उपलब्ध कराने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए प्लाज्मा डोनेशन के इच्छुक लोगों का एक डाटा बैंक तैयार कर रही है। जिसे जीवन रक्षक प्लाज्मा डोनर्स डाटा बैंक नाम दिया गया है। दिल्ली पुलिस की वेबसाइट www.delhipolice.nic.in के होम पेज पर इसे लॉन्च कर दिया गया है। कोरोना के जिन मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर प्लाज्मा थैरेपी की सलाह देंगे, उनके परिजन इस डिजिटल डाटा बैंक की मदद से तुरंत ऐसे लोगों से संपर्क कर सकेंगे, जो प्लाज्मा डोनेट करने के इच्छुक होंगे। दिल्ली पुलिस की इस पहल को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिलना भी शुरू हो गया है। पहले दिन ही प्लाज्मा डोनेट करने के इच्छुक 12 लोग इस पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। कैसे करें रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रेशन लिए दिल्ली पुलिस ने अपनी वेबसाइट के होम पेज पर Donate Plasma, Save Lives नाम से एक लिंक अपलोड है, जिस पर क्लिक करते ही एक विंडो ओपन होगी। इसमें दो ऑप्शन दिए गए हैं। प्लाज्मा डोनेट करने के इच्छुक लोगों को I am a Plasma Door बटन को क्लिक करना होगा और जिन्हें प्लाज्मा की जरूरत है, उन्हें I am a Plasma recipient (Patient/Care Taker) पर क्लिक करना होगा। इसके बाद जो गूगल फॉर्म खुलेगा, उसमें मरीज या डोनर को अपनी डीटेल्स भरनी होंगी, जिसके बाद रिक्वेस्ट रजिस्टर्ड हो जाएगी। दिल्ली पुलिस की एक डेडिकेटेड टीम इस डेटा बैंक की मदद से प्लाज्मा की जरूरत के लिए मिले आवेदनों को चेक करके उसके अनुसार यह देखेगी कि कौन सा डोनर किसकी मदद कर सकता है और फिर दोनों को एक दूसरे के नंबर देकर उनके बीच संपर्क स्थापित करवाएगी, ताकि मरीज को प्लाज्मा मिल सके। इससे कई मरीजों की जान बचाने में मदद मिलेगी।
दिल्ली में कोरोना के हालात में सुधार न होने के चलते दिल्ली में लाॅकडाउन को अगले सोमवार सुबह 5 बजे के लिए बढ़ाया जा रहा है। यह एलान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कोरोना के बिगड़ते हालातों को देखते हुए किया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोरोना के मामले तेज़ी बढ़ रहे हैं जिस कारण लाॅकडाउन लगाना जरूरी था। लाॅकडाउन के दौरान पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर थोड़ी कम हुई है और आज 30 फीसदी के नीचे आई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। पांच दिनों में ही एक लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। ऑक्सीजन की किल्लत भी बनी हुई है। इससे दिल्ली में कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। वहीं, सक्रिय मामले भी बढ़कर 93 हजार से ज्यादा हो चुके हैं। बढ़ते मामलों के साथ कंटेनमेंट जोन भी 24 हजार से ज्यादा हो गए हैं। परिस्थितियां खराब से बदतर होती जा रही हैं।
देशभर में कोरोना के मामले बेकाबू होते नज़र आ रहे हैं। कोरोना के मामलों में रोज़ाना तेज़ी से उछाल देखने को मिल रहा है। रोजाना के केस तीन लाख के आंकड़े को पार कर गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,49,691 नए मामले सामने आए हैं वहीं 2,767 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। बीते 24 घंटे में 2,17,113 लोग ठीक भी हुए हैं। सबसे ज़्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं और इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल और दिल्ली के मामले हैं। इन पांच राज्यों से नए केसों का कुल 53 फीसदी हिस्सा है। इससे पहले शनिवार को देश में कोरोना के रिकॉर्ड 3,46,786 नए मामले सामने आए थे जबकि 2,624 मरीजों की मौत हो गई थी इस दौरान 2,19,838 मरीज ठीक भी हुए। इससे पहले शुक्रवार को भी देश में कोरोना के 3.32 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए थे। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कई राज्यों में बेड्स, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर जैसी जरूरी दवाओं की भी किल्लत के मामले सामने आ रहे हैं। कई राज्यों में लॉकडाउन और तमाम एहतियात बरतने के बाद भी संक्रमण पर लगाम नहीं लग पा रही है। राजधानी दिल्ली में छह दिन के लॉकडाउन के बाद अब लॉकडाउन एक हफ्ते और बढ़ाने की चर्चा है। महाराष्ट्र में पहले से ही लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हैं।
सचिन तेंदुलकर का आज 48वां जन्मदिन है। मास्टर-ब्लास्टर हर साल इस दिन को खास बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। हाल ही में कोरोना से उभरे इस महान क्रिकेटर ने एक सराहनीय घोषणा की है। बीते माह कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती होेने वाले सचिन ने प्लाजमा थैरेपी के लिए रक्त दान की घोषणा की है। साथ हीउन्होंने कोविड महामारी से जंग जीतने वाले तमाम लोगों से आगे आने की अपील की है। फैंस के बीच 'क्रिकेट के भगवान' नाम से मशहूर तेंदुलकर ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिर अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस क्रिकेटर ने कहा, 'मैं डॉक्टर्स का एक संदेश आगे बढ़ाना चाहता हूं। पिछले साल, मैंने एक प्लाज्मा दान केंद्र का उद्घाटन किया। डॉक्टरों ने मुझे संदेश दिया है कि अगर सही समय पर प्लाज़्मा दिया जाए तो मरीज़ तेजी से ठीक हो सकते हैं। मैं खुद, यह करने जा रहा हूं। मैंने अपने डॉक्टरों से बात की है। आप में से जो कोविड-19 से उबर चुके हैं, कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें, और जब अनुमति हो, तो कृपया अपना रक्त दान करें। इससे बहुत सारी समस्याओं का समाधान होगा। मेरा आपसे आग्रह है कि कृपया रक्त दान करें और अपने साथी भारतीयों की मदद करें। आपकी शुभकामनाओं और प्रार्थनाओं के लिए एक धन्यवाद।
कोरोना की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना वायरस के चलते जहाँ लोग शारीरिक रूप से परेशान है, वंही लोग को मानसिक तौर पर भी अपना संतुलन खो रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है यूपी के ग्रेटर नोएडा से, जहां एक कोरोना संक्रमित महिला डॉक्टर ने 14वीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। यह मामला ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र का है। जहाँ दो दिन पहले ही महिला डॉक्टर व उसके पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सेक्टर 137 के पैरामाउंट सोसायटी में यह घटना घटी है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। गौरतलब है कि देश में कोरोना से अभी भी 98 फीसदी लोग ठीक हो रहे हैं। ऐसे कोरोना से एकदम घबराये नहीं। बल्कि कोरोना सम्बन्धी नियमों की पालना कर जरुरी एहतियात बरते।
कोरोना काल में संक्रमण से बचाव में मास्क बड़ा उपाय रहा है। कोरोना काल में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन समेत दुनियाभर के देश इसपर लगातार ज़ोर दे रहे हैं। हर जगह पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जा चुका है। इस बीच हाल ही में सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर डबल मास्किंग ज्यादा प्रभावी है। क्या है डबल मास्किंग जैसा कि नाम से ही समझा जा सकता है, एक की बजाए दो मास्क पहनने को डबल मास्किंग कहा जा रहा है। लेकिन अगर एक के ऊपर एक दो कपड़े के मास्क पहन लें या फिर कोई दूसरा एक तरह का मास्क पहनें तो ये प्रभावी नहीं होगा, बल्कि इसका भी एक खास तरीका है। इसमें पहले सर्जिकल मास्क और फिर कपड़े का मास्क पहनना होता है। हालांकि अगर सर्जिकल मास्क न हों तो कपड़े के दो मास्क भी पहनें जा सकते हैं, ये सिंगल मास्क से ज्यादा प्रभावी है। डबल मास्किंग के फायदे डबल मास्किंग से मास्क चेहरे पर बेहतर तरीके से फिट होगा। जैसे कई बार देखने में आया है कि कई तरह के मास्क चेहरे पर फिट दिखते हैं लेकिन हवा इसके हर कोने से आती रहती है। ऐसे में संक्रमित के जरिए हवा में फैले ड्रॉपलेट कोनों से मुँह तक पहुंच सकते हैं। डबल मास्किंग से ये खतरा लगभग खत्म हो जाता है क्योंकि एक के ऊपर एक मास्क से चेहरा सीलबंद रहता है। कोरोना वायरस के फैलने का मुख्य जरिया हवा ही है। जब कोई व्यक्ति खांसता-छींकता है, बोलता या गाता है तो वायरस हवा से होते हुए स्वस्थ व्यक्ति के नाक, मुंह या आंखों तक पहुंच जाते हैं। यहीं से चेन चल पड़ती है। वहीं मास्क पहनने पर इसकी लेयर हवा को फिल्टर करके नाक तक ले जाती है। अगर लेयर दो से तीन हों तो फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया और बढ़िया होती है। कौन सा मास्क, कितना असरदार डबल मास्किंग पर CDC ने स्टडी की। इसमें तीन तरह के मास्किंग मेथड लिए गए। शोधार्थियों ने पाया कि डबल मास्क में हवा 85.4% तक फिल्टर हो जाता है। वहीं केवल सर्जिकल मास्क पहनने पर ये 56.1%, जबकि केवल कपड़े का मास्क पहनने पर ये घटकर 51.4% रह जाती है। कैसे पहनते हैं डबल मास्क डबल मास्किंग के लिए मास्क का सही कॉम्बिनेशन इस्तेमाल करें। CDC के मुताबिक एक सर्जिकल मास्क पर एक साधारण या कपड़े का मास्क होना चाहिए। इसके लिए पहले सर्जिकल मास्क ले उसके दोनों कोने यानी इलास्टिक पर छोटी गांठें लगा दें। अब मास्क को पूरा खोलते हुए उसे नाक के ऊपरी हिस्से यानी आंखों के ठीक नीचे से लेते हुए ठुड्डी के नीचे तक फैलाएं। अब इसपर लगभग समान चौड़ाई का कपड़े का मास्क लगा लें। मास्क की फिटिंग जांचने के लिए गहरी सांस लें। अगर हवा कोनों से आती-जाती लगे तो मास्क को एडजस्ट करना बाकी है। आइने में देखते हुए दोबारा मास्क लगाएं। चश्मा पहनने पर अगर मास्क के साथ भाप जमने लगे तो मास्क ठीक से फिट नहीं हुआ है। इसे दोबारा ठीक से पहनने की जरूरत है। इसके अलावा ये भी ध्यान में रखे कि एक साथ दो सर्जिकल या फिर N95 मास्क नहीं पहना जाना चाहिए। कहां पहना जाए डबल मास्क गौरतलब है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर बहुत ही भयानक व खतरनाक है। इसके लिए भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों, जैसे पब्लिक ट्रासंपोर्ट, बाजार, अस्पताल या स्कूल जाते हुए डबल मास्किंग जरूरी है। इसके अलावा अगर ऐसी जगह जा रहें हों, जहां परिचित लोग हों और भीड़ न हो, वहां सिंगल मास्क से काम चल सकता है। हालांकि ऐसी जगहों पर भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना न भूलें। जैसे हर समय मास्क में रहना और लगातार हाथ साबुन से धोना।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से बैंक अब शाम 4 बजे बंद होंगे। बैंक में पब्लिक डीलिंग का समय सुबह 10 बजे दोपहर 2 बजे तक का होगा। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर देश के कई राज्यों ने बैंकों के समय में बदलाव कर दिया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को प्रदेश की राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति ने मुख्य बैंकों के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर यह फैसला लिया। प्रदेश के वित्त महकमे ने भी समिति के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है। अभी तक बैंक बंद करने का समय शाम पांच बजे रहता था। इसके अलावा पब्लिक डीलिंग का समय दस से चार बजे तक था। कुछ जिलों में नाइट कर्फ्यू के चलते बैंकों के समय में बदलाव किया गया है। 26 अप्रैल से एक मई तक प्रदेश में यह व्यवस्था लागू होगी। स्थिति की समीक्षा करने के बाद आगामी फैसला होगा। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि बिना मास्क के बैंक शाखाओं में आने वाले लोगों को सेवा नहीं दिन जाएगी। सभी बैंकों को 1 मई तक शाखाओं में रोजाना सिर्फ पचास फीसदी स्टाफ को ही बुलाने को कहा है। सरकार से मांग की गई कि एक मई से 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों के लिए शुरू होने वाले वैक्सीन अभियान में बैंक कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाए।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी होती नज़र आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में 3,46,786 नए मामले सामने आए, और 2,624 लोगों की मौत हुई। हालांकि इस दौरान 2,19,838 मरीज ठीक भी हुए। देश में कोरोना के कुल 1,66,10,481 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 1,38,67,997 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। कोरोना के नए मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी ऐसे समय में हो रही है जब राजधानी दिल्ली समेत कई अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। दिल्ली और अमृतसर में ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की मौत भी हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 3,46,786 नए केस दर्ज हुए। जबकि कल शुक्रवार को देश में 3.32 लाख से ज़्यादा नए कोरोना केस आए थे। इस दौरान 2,263 लोगों की मौत के साथ ही अब तक 1,89,544 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल अभी 25,52,940 एक्टिव केस है। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब तक 13,83,79,832 टीका लग चुका है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक ली। उन्होंने 4 मार्च को कोरोना की पहली खुराक ली थी। इसके उपरान्त, इलैक्ट्राॅनिक मीडिया के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका लगवाने के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण अभियान सुचारू रूप से चल रहा है और अब तक वैक्सीन की 13.89 लाख खुराकें दी जा चुकी हैं। फेस मास्क का उपयोग, परस्पर दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन और नियमित रूप से हाथ धोना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान देश में सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा रहा है, जो हमारे वैज्ञानिकों तथा डाॅक्टरों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि वीरवार को आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य सरकार ने भी 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण करवाने का निर्णय लिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.सुरेखा चौपड़ा और चिकित्सा अधीक्षक डाॅ.रविंद्र मोक्टा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में फैली महामारी के हालात को देखते हुए उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की जहां हाहाकार मचा है। इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऑक्सीजन की किल्लत का जिक्र किया और कहा, 'इस वक्त दिल्ली में ऑक्सीजन का बहुत बड़ा संकट चल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार का दिल्ली में ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए धन्यवाद किया और कहा की इस बढ़े हुए कोटे को दिल्ली तक पहुंचाने में हमारी मदद करें।' दिल्ली के अस्पतालों में जल्द से जल्द ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत है। ऐसे में बंगाल और ओडिशा से आने वाले ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करवा दीजिए ताकि बड़ी मात्रा में स्टॉक जल्द से जल्द मिल सके। केजरीवाल बोले, 480 टन में से 380 टन ऑक्सीजन ही अब तक दिल्ली पहुंची है। दिल्ली के हालात बेहद खराब हैं। अन्य राज्य वाले ऑक्सीजन की ट्रकें दिल्ली आने से रोक रहे हैं। उन्होंने गुजारिश करते हुए कहा कि जो ऑक्सीजन की ट्रकें निकलती हैं उन्हें सेना की निगरानी में निकाला जाए और प्लांटों में भी सेना तैनात की जाए।
कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र के अस्पतालों में एक के बाद एक बड़े हादसे हो रहे हैं। नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन लीकेज की वजह से अभी 22 कोरोना मरीजों की मौत का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि मुंबई के विरार स्थित विजय वल्लभ अस्पताल का मामला सामने आया है। मुंबई के विरार स्थित विजय वल्लभ अस्पताल में आज सुबह आग लग गई। इस हादसे में 13 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। अस्पताल के आईसीयू में 17 मरीजों का इलाज चल रहा था, सुबह सवा तीन बजे शार्ट सर्किट से आग लगी। घटना के बाद विजय बल्लभ अस्पताल के जिन मरीजों को ऑक्सीजन की ज़रूरत थी उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। देश में हर दिन कोरोना के नए आंकड़े रिकॉर्ड बना रहे हैं, मरने वालों की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर दिल दहलानेवाले मामलें सामने आ रहे है।
देश में कोरोना की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। देश में 24 घंटे में 3.32 लाख नए मामले सामने आए है और 2,263 मरीजों की मौत हुई। देश में इस वक्त सक्रिय मामलों की संख्या 24,28,616 हैं, जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,86,920 पहुंच गई। 24 घंटे के दौरान 1,93,279 मरीज ठीक होकर अपने घर गए। ऐसे में ठीक होने वाले कुल मरीजों की संख्या 1,36,48,159 हो गई है। अगर मामले इसी रफ्तार से बढ़ते रहे तो भारत में तीन दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख पार कर जाएगी। कोरोना ने किसी और देश में स्वास्थ्य तंत्र को इस तरह नहीं झकझोरा है। चिंता की बात है कि देश में लगातार 17वें दिन एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं और आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। रोजाना होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। लगातार 10वें दिन देश में 1000 से अधिक मौतें हुई हैं और पिछले तीन दिनों से वायरस 2000 से अधिक लोगों की जान ले रहा है। पिछले 10 दिनों में ही 15000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बता दें कि देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। वहीं, देश में अब तक 13,54,78,420 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य ने टीका लगने के बाद संक्रमितों की आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक की। इसके अनुसार, टीका लगवाने वाले 10 हज़ार में से दो से चार लोग संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में अब तक 93,56,436 ने कोवाक्सिन की पहली डोज मिली जिनमें से 4208 संक्रमित हुए। वहीं 17,37,178 में से 695 दूसरी डोज के बाद संक्रमित हुए।
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। कोरोना के इस बढ़ते रूप के कारण भारत ने कोरोना के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में 3,14,835 नए मामले सामने आए है और 2,104 संक्रमितों की मौत हो गई। यह दुनिया में कोरोना के एक दिन में आए मामलों में सबसे ज़्यादा आंकड़ा है। कोरोना के मामले में भारत के अंदर इस समय दुनिया में सबसे ज़्यादा मामले सामने आ रहे है। पिछले सात दिनों में 18 लाख से ज़्यादा संक्रमित बढ़ गए हैं, जबकि उससे पहले के हफ्ते में 10 लाख से ज़्यादा मामले बढ़े थे। कोरोना के रिकॉर्डतोड़ मामले के साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ 59 लाख 30 हज़ार 965 है। अब तक एक करोड़ 34 लाख 54 हज़ार से ज़्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं और 1,84,657 लोगों की जान जा चुकी है। देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 22,91,428 हो गई है।
कोविड-19 की दूसरी लहर को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार सहित प्रदेश पदाधिकारी, जिला प्रभारी, मोर्चोें के प्रदेश अध्यक्ष, सभी मंत्री, सभी विधायक, 2017 के सभी प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष एवं मण्डल अध्यक्ष उपस्थित रहे। बैठक को सम्बोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि जागरूकता के लिए पार्टी पूर्व की भांति सेवा ही संगठन फेज-2 अभियान की शुरूआत करने जा रहा है जिसके तहत जरूरतमंदो को फेस कवर, सैनिटाईजर, दवाईयां, भोजन, रक्तदान शिविर, प्लाज्मा डोनेशन, काढ़ा आदि जरूरत की चीजे वितरित की जाएगी। इसके अतिरिक्त पार्टी ने एक डेडिकेटिड हैल्पलाईन नं0 0177-2832764 जारी कर दिया है। इस नम्बर पर कोरोना से संबंधित किसी भी प्रकार की सहायता के लिए लोग काॅल कर सकते हैं और भारतीय जनता पार्टी का संगठन उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास करेगा। सुरेश कश्यप ने बताया कि सेवा ही संगठन फेज-2 के लिए प्रदेश स्तर पर 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष एवं हथकरघा निगम के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल को प्रमुख, प्रदेश सचिव पायल वैद्य, वीरेन्द्र चैधरी तथा कार्यालय सचिव प्यार सिंह को सह प्रमुख बनाया गया है। उन्होनें कहा कि भाजपा महिला मोर्चा स्वयं सहायता समुहों के साथ मिलकर फेस कवर बनाएगा और उसका वितरण करेगा। जिन परिवारों के सभी सदस्य कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं उस परिवार को भाजपा परिवार सम्पर्क करेगा और हर संभव मदद करेगा। युवा मोर्चा के कार्यकर्ता रक्तदान शिविर एवं प्लाजमा डोनेशन कैम्प लगाएगा। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हर कार्यक्रम में भाजपा के चुने हुए प्रतिनिधी अग्रणी भूमिका निभाएंगे। आज की बैठक के तीन दिन के अंदर संसदीय प्रभारी अपने संसदीय क्षेत्र, जिला प्रभारी अपने प्रभारी जिला एवं मण्डल अध्यक्ष अपने-अपने मण्डल की वर्चुअल बैठकें करेंगे। उन्होनें कहा कि पार्टी के आगामी सभी बैठकें एवं कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम से होंगे। भाजपा कार्यकर्ता अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता की माॅनिटरिंग भी करेंगे तथा 18 वर्ष से उपर के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करेंगे और वैक्सीन के बारे में फैलाई जा रही भ्रांतियों के बारे में भी लोगों को जागरूक करेंगे। वैक्सीनेशन केन्द्रों के बाहर हैल्प डैस्क लगाए जाएंगे तथा लोगों की हर संभव सहायता भी की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर साहित्य प्रकाशित किया जाएगा जिसको किसान मोर्चा के माध्यम से वितरित किया जाएगा। सुरेश कश्यप ने कहा कि भाजपा कोविड महामारी से बचाव एवं जागरूकता के लिए धरातल स्तर तक कार्य करेगी और मेरा बूथ कोरोना मुक्त बूथ अभियान भी चलाया जाएगा और यदि कोविड के कारण किसी की मृत्यु होती है तो उसकी मदद भी की जाएगी। उन्होनें बताया कि सभी सामाजिक संस्थाओं मठ, मंदिर इत्यादी से सतत संपर्क रखा जाएगा। भारतीय जनता पार्टी का संगठन इस कोरोना संकटकाल में प्रदेश की जनता की हर संभव मदद के लिए तत्पर है। उन्होनें कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है और हम सभी को इससे बचने के लिए प्रशासन द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का स्वयं भी पालन करना है और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना है ताकि प्रदेश का हर नागरिक इस महामारी के प्रकोप से बच सके।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर मचे हाहाकार के बीच केंद्र सरकार ने टीकाकरण अभियान में तेज़ी लाने का फैसला किया है। सरकार ने 1 मई से 18 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की घोषणा की है। इसके बाद सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड वैक्सीन की कीमतों की घोषणा कर दी है। राज्य सरकारों को वैक्सीन की एक डोज 400 रुपये में मिलेगी। वहीं, निजी अस्पतालों को इसके लिए 600 रुपये प्रति डोज चुकाने होंगे। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बयान जारी कर कहा, भारत सरकार के निर्देशों के बाद हम कोविशील्ड वैक्सीन की कीमतों की घोषणा कर रहे हैं।
जानलेवा कोरोना वायरस का साया अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के घर पर भी पड़ गया है। एमएस धोनी के माता-पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें रांची के पल्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक धोनी के पिता पान सिंह और माता देविका देवी की स्थिति फिलहाल ठीक है। राहत की बात है कि संक्रमण फेफड़ों तक नहीं पहुंचा है। यह जानकारी सीटी स्कैन से पता चली। धोनी का परिवार मूलत: उत्तराखंड से है, उनके पिता पान सिंह 1964 में रांची स्थित मेकॉन में नौकरी मिलने के बाद बिहार में ही बस गए, यह हिस्सा अब झारखंड में आता है। इस मुश्किल घड़ी में महेंद्र सिंह धोनी अपने परिवार के साथ मौजूद नहीं हैं। वह फिलहाल आईपीएल खेलने में व्यस्त हैं, जो कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बंद स्टेडियम में खेला जा रहा है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर घातक साबित होती जा रही है, हर दिन के साथ सर्वाधिक मौतों का रिकॉर्ड बना रही है। पिछले 24 घंटे में 2,95,041 नए मामले सामने आए, 2023 संक्रमितों की मौत हो गई। पहली बार देश में एक दिन में दो हज़ार से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इसी के साथ सक्रिय मरीजों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। इसी के साथ महामारी से मरने वाले कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,82,570 हो गई है, जबकि अब तक कुल संक्रमित हुए लोगों की संख्या 1,56,09,004 है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 21,50,119 पर पहुंच गई। यह कुल संक्रमितों की संख्या का 13.8 फीसदी है। 77 फीसदी मौतें केवल आठ राज्यों में हुई हैं। देश में 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 519 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। इसके बाद दिल्ली में 277, छत्तीसगढ़ में 191, यूपी में 162, गुजरात 121, कर्नाटक में 149, पंजाब में 60 और मध्य प्रदेश में 77 लोगों की मौत हुई। वहीं, संक्रमण के 60 फीसदी मामले छह राज्यों में मिले हैं। इस दौरान महाराष्ट्र में सर्वाधिक 62,097 नए संक्रमित मिले। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 29574, दिल्ली में 28395, कर्नाटक में 21794, केरल में 19577 और छत्तीसगढ़ में 15625 नए कोरोना मरीज मिले। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना की दूसरी लहर तूफान बनकर आई है। हालांकि उन्होंने राज्यों को यह भी सलाह दी कि कोरोना से मुकाबले के लिए लॉकडाउन का इस्तेमाल अंतिम विकल्प के रूप में किया जाए। राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की संभावना को खारिज किया और राज्यों को भी इससे बचने की सलाह दी।
भारत बायोटेक ने घोषणा की है कि देश और पूरे विश्व में वैक्सीनेशन कैंपेन को सपोर्ट देने के लिए कोवैक्सीन कैपेसिटी का विस्तार किया जा रहा है। हैदराबाद और बेंगलुरु जैसी जगहों पर भी कैपेसिटी विस्तार लागू किया जा रहा है। इसके तहत प्रति वर्ष 700 मिलियन यानी कि 70 करोड़ डोज बनाने की योजना है। IMDG मॉलिकूल सिंथेसिस और निर्माण सफलतापूर्वक भारत में ही हो पाएगा। इसके उत्पादन के लिए आयात पर भी निर्भर रहने की जरूरत नहीं होगी। इसके उत्पादन के लिए रॉ मैटेरियल, पैकिंग मैटेरियल और सिंगल यूज कंज्यूमेबल्स की आवश्यकता यहीं से पूरी होगी। इसकी कैपेसिटी बढ़ाने के लिए भारत बायोटेक ने इंडियन इम्युनोलॉजिकल्स (IIL) के साथ पार्टनरशिप की है। जिससे कि कोवैक्सीन के लिए ड्रग सबस्टैंस का निर्माण किया जा सके। टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रक्रिया फिलहाल चल रही है। IIL में इतनी कैपेबिलिटी और एक्सपर्टीज है कि वो इनैक्टिवैटेड वायरल वैक्सीन का निर्माण कॉमर्शियल स्केल पर कर सके। बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक भारत में कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी है। भारत बायोटेक कोवैक्सीन बना रहा है, जबकि SII कोविशील्ड बना रहा है।
देश में कोरोना के बढ़ते मामले के कारण बहुत सारे निवेशक सतर्क हो गए हैं। आज सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुई। जानकारी के अनुसार, देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच घरेलू निवेशकों की चौतरफा बिकवाली से दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद बीएसई का सेंसेक्स 243.62 अंक लुढ़क कर 47,705.80 और एनएसई का निफ्टी 63.05 अंक का गोता लगाकर 14,296.40 अंक पर बंद हुआ। बता दें कि मंगलवार सुबह शेयर बाजार हरे निशान पर खुलता हुआ नजर आया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स आज 500 से ज्यादा अंकों के बढ़ोतरी के साथ 48,473 के स्तर पर खुला तो वहीं निफ्टी में करीब एक फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी करीब 150 अंकों की बढ़त के साथ 14,500 के स्तर पर खुला। केंद्र सरकार की ओर से 18 साल से ऊपर आयु के लोगों को वैक्सीन लगाने के फैसले के बाद बाजार में बढ़त देखने को मिली। बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को बाजार लाल निशान पर बंद हुआ था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस जानकारी को उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया और अपील की है कि हाल के दिनों में जो भी उनके संपर्क में आए हों, कोरोना से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का पालन करें और सुरक्षित रहें। बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के कारण ही राहुल गांधी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल की अपनी सभी सभाओं को रद्द करने का फैसला किया था। राहुल गांधी ने बंगाल में सिर्फ दो ही रैलियों को संबोधित किया था, उसके बाद अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द करने का फैसला लिया था। वंही, पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह भी बीते दिन कोरोना की चपेट में आ गए थे। मनमोहन सिंह के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्हें भर्ती करवाया गया है। एम्स के डॉक्टरों की टीम उनपर निगरानी रख रही है। गौरतलब है कि इस वक्त भारत में कोरोना के कारण हाहाकार मचा है। देश में पिछले एक हफ्ते से हर रोज दो लाख से अधिक कोरोना के नए मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। बीते तीन दिनों से ये आंकड़ा ढाई लाख को भी पार कर चुका है। दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में बेड्स व ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा है।
हिमाचल में बढ़ते कॅरोना के मामलों को देखते हुए सामाजिक व विवाह सामारोह में अब केवल 50 ही लोग शामिल हो पाएंगे। सरकारी कार्यालयों में 5 डे वीक होगा, शनिवार व रविवार को छुट्टी रहेगी। बाक़ी दिनों में भी 50 फ़ीसदी कर्मचारियों के साथ दफ्तरों में कामकाज होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नवरात्रों के बाद मंदिर आम जनता के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बस 50 फ़ीसदी सवारियों के साथ चलेंगी। 22 अप्रैल से मंदिरों को केवल पूजा के लिए ही खोला जाएगा। मुखयमंत्री ने आगामी 22 अप्रैल को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना पर अन्य महत्वपूर्ण फैसले लेने के भी संकेत दिए है। बाहर से आने वाले लोगों पर भी बंदिशे लगाने के संकेत मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने दिए है। गौरतलब है कि हिमाचल में बीते 24 घंटो के दौरान 1700 मामले सामने आए है और 13 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब 10 हज़ार के करीब एक्टिव मामले हो चुके है। वंही 1202 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की कोरोना पॉजिटिव आई है। मंगलवार को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सुनीता केजरीवाल ने खुद को घर पर आइसोलेट कर लिया है। सीएम केजरीवाल ने भी खुद को क्वारंटीन कर लिया है। अरविंद केजरीवाल को पिछले साल जून में भी कोरोना से संबंधित कुछ शिकायतें हुई थीं, हालांकि उनकी रिपोर्ट तब नेगेटिव आई थी। दिल्ली की मौजूदा स्थिति के बीच अरविंद केजरीवाल लगातार एक्टिव हैं और बैठकों के साथ कई जगहों का दौरा भी कर रहे हैं। वंही, दिल्ली में रोजाना कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। सोमवार को बीते 24 घंटे में 23,500 कोरोना के नए मामले सामने आए थे। रविवार को 24 घंटे में लगभग 25,500 मामले सामने आए थे। संक्रमण दर की रफ्तार 24 से बढ़कर 30 प्रतिशत पहुंच गई। दिल्ली में हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना के मामले आने की वजह से अस्पतालों में बेड्स की कमी हो रही है, जबकि ऑक्सीजन की भी किल्लत है। अब राज्य सरकार की ओर से तेजी से अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं और बेड्स की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संकट के कारण ही दिल्ली में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है। जो 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए लगातार नए प्रयास कर रही है। सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक हफ्ते के कंपलीट लॉकडाउन के निर्देश को भले ही मानने से इनकार कर दिया, लेकिन सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-11 के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा के बाद प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन यानी शुक्रवार रात नौ बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक लॉकडाउन का फैसला लिया है। इस दौरान अतिआवश्यक सेवा जारी रहने के साथ ही शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का भी वृहद अभियान चलेगा। वंही, जिन जिलों में 500 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, वहां पर नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा। बता दें कि यूपी सरकार ने इससे पहले भी बीते रविवार को प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया था। इस रविवार को करीब दस जिलों में लॉकडाउन था, लेकिन अब पूरे प्रदेश में शनिवार-रविवार को लॉकडाउन होगा। यूपी सरकार ने अपने निर्देश में अपील की है कि जहां तक जरूरी हो, घर से बाहर न निकलें। पर्व और त्योहार घर पर ही मनाएं, निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ न हो। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बीच महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली से बड़े स्तर पर मजदूरों की वापसी के लिए भी निर्देश दिए हैं। मजदूरों के लिए सीमा पर ही टेस्टिंग की व्यवस्था की जाएगी। राज्य सरकार का कहना है कि कोरोना के ताजा हालात की वजह से लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, झांसी, गोरखपुर, मेरठ जनपदों सहित प्रदेश के सभी जिलों में कोविड बेड की संख्या को दोगुना करने की आवश्यकता है। फौरी तौर पर सभी जिलों में 200-200 बेड का विस्तार किया जाए।
दिल्ली में लॉकडाउन की पहली सुबह में रेलवे स्टेशन के बाहर की सड़कों पर प्रवासी मजदूरों की काफी भीड़ है। दिल्ली में सिर्फ 6 दिन का लॉकडाउन लगा है पर मजदूरों को भरोसा नहीं है कि सब कुछ जल्दी सही हो जाएगा। बस अड्डों पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूर घर वापस जाने के लिए उमड़ पड़े हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लॉकडाउन का ऐलान करने के बाद आनंद विहार बस अड्डे पर अपने-अपने शहरों की ओर लौटने वाले मजदूरों का जमघट लग गया और रात होते-होते मजदूर हज़ारों की संख्या में उमड़ पड़े। इस वजह से कोरोना के फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में हर किसी को यह डर सताने लगा है कि यह भीड़ कोरोना के खतरे को बढ़ा सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों ने मास्क नहीं लगाया और सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी। ऐसे में वायरस कैरियर होने का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ गया है। लोग घर जाने के लिए प्राइवेट बसों के दफ्तरों के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में लगे हैं। दिल्ली में एक बार फिर कोरोना ने अपना आतंक दिखाना शुरू कर दिया है। हर रोज़ मामलों का नया आंकड़ा सामने आ रहा है। अस्पतालों में मरीज़ों के लिए बेड्स की कमी है जिसके चलते लोगों को इलाज करवाने के लिए भटकना पड़ रहा है। ऐसे हालात में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए दिल्ली सरकार को 6 दिन का लॉकडाउन लगना पड़ा। सीएम केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि लॉकडाउन सिर्फ 6 दिनों का ही है, इसके बावजूद भी मजदूर बड़ी तदाद में पलायन कर रहे हैं। यूपी बॉर्डर पर बसों में यात्री भरे पड़े हैं। ऐसे में वायरस के फैलने का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ गया है।
जिला हमीरपुर में एक पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के सभी मीडिया कर्मियों को भी कोरोना वैक्सीन लगेगी। सीएम ने कहा कि फ्रंट लाइन वर्कर्स की तरह मीडिया कर्मियों का योगदान भी इस मुश्किल समय में सराहनीय रहा है। उन्होंने बताया कि हेल्थ वर्कर आउटसोर्स पर रखे जाएंगे। जिसमें स्टाफ नर्स, लैब तकनीशियन और सफाई कर्मी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सभी ऑक्सीजन प्लांट का कार्य तुरंत पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम ने कहा कि प्रेम कुमार धूमल से मुलाकात को कोई और रूप देने आवश्यकता नहीं है, यह शिष्टाचार भेंट थी। उन्होंने कहा, जब भी हमीरपुर आता हूं तो पूर्व मुख्यमंत्री कार्यक्रम में होते हैं, लेकिन इस बार नहीं आए तो मिलने घर चला गया।
दिल्ली में कोरोना की बेकाबू रफ्तार के बीच लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बैठक में ये फैसला हुआ। सोमवार रात 10 बजे से लेकर 26 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन लागू रहेगा। इस दौरान बेवजह बाहर निकलने पर मनाही होगी और वीकेंड लॉकडाउन जैसे ही पाबंदियां होंगी। अस्पताल, मेडिकल स्टोर जाने वाले तथा वैक्सीन लगवाने जाने वाले लोगों को लॉकडाउन में छूट मिलेगी। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टेशन जाने वाले लोगों को भी छूट मिलती रहेगी। मेट्रो, बस सर्विस चालू रहेंगी, लेकिन 50 फीसदी यात्रियों को इजाज़त मिलेगी। बैंक, एटीएम, पेट्रोल पंप खुले रहेंगे धार्मिक स्थलों को भी खुला रखा जाएगा, लेकिन किसी विजिटर को जाने की इजाज़त नहीं है। सभी थियेटर्स, ऑडिटोरियम, स्पा, जिम, स्वीमिंग पूल को बंद रखा जाएगा। पहले से तय शादी कार्यक्रम को छूट मिलेगी लेकिन सिर्फ 50 से कम लोग ही बुला सकेंगे और उसके लिए भी ई-पास लेना होगा। एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले सार्वजनिक परिवहन जारी रहेंगे। किसी भी सार्वजनिक, राजनीतिक, धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन पर पाबंदी रहेगी।
देश में कोरोना की नई लहर के कारण हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में नेशनल लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने पाबंदियों को लेकर राज्य सरकारों को अधिकार दे दिए हैं। कोरोना के बढ़ते केहर के कारण कई राज्यों ने इसी वजह से मिनी लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाई हैं। लेकिन जैसे हालात बन रहे हैं उसपर एक बार फिर नेशनल लॉकडाउन का खतरा मंडराने लगा है। इस मामले में केंद्र ने अब पाबंदियों को लेकर फैसला लेने की छूट राज्यों को दी है। अमित शाह ने कहा कि विगत 3 महीनों से पाबंदियां लगाने के अधिकार राज्यों को दिए गए हैं क्योंकि हर राज्य की स्थिति एक समान नहीं है। ऐसे में राज्य सरकारों को अपनी परिस्थितियों के अनुसार फैसला लेना होगा। अमित शाह ने कहा कि जब पहली बार लॉकडाउन लगा तब देश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर काफी कमज़ोर था, बेड्स-टेस्टिंग-ऑक्सीजन समेत कई तरह की सुविधाएं पहले नहीं थी। हालांकि, अब केंद्र और राज्यों की सहायता से काफी तैयारियां हो चुकी हैं। कोरोना से लड़ने के लिए हर राज्य को अपने स्थिति के हिसाब से खुद निर्णय लेने होंगे और केंद्र सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में कोरोना के 2 लाख 73 हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं और 1619 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेहद खतरनाक रूप से बढ़ रही है। पहली बार एक दिन में इतने ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। इसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 50 लाख 61 हज़ार को पार कर गया है। इनमें से 1 करोड़ 26 लाख 53 हज़ार से ज़्यादा मरीज पूरी तरह से ठीक भी हो चुके हैं। मरीजों के उबरने की दर गिरकर 86 फीसद पर आ गई है। वंही, महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हालात बेहद चिंताजनक है। इनमें महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात शामिल हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक देश भर में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक कुल 26 करोड़ 78 लाख 94 हज़ार 549 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। इनमें रविवार को किए गए 13 लाख 56 हज़ार 133 नमूनों की जांच भी शामिल है।
देश में कोरोना वायरस का केहर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 2 लाख 61 हज़ार से ज़्यादा नए मामले सामने आए हैं और 1501 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है। वहीं देशभर में अब तक 12 करोड़ 26 लाख से ज़्यादा लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू हो चुकी है, लगातार चौथे दिन दो लाख से ज़्यादा नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। यही नहीं महामारी शुरू होने से लेकर अब तक पहली बार एक दिन में सबसे ज़्यादा संक्रमितों की मौत हुई है। कोरोना वायरस अपना स्वरूप बदल रहा है जिसकी संक्रमण प्रसार की क्षमता पहले से ज़्यादा है। राजधानी दिल्ली के हालात भी चिंताजनक हैं, कोरोना के नए मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। शनिवार को शहर में 24,375 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, जबकि इसी दौरान 167 संक्रमित लोगों की जान चली गई। वहीं 15,414 लोग कोरोना को हरा कर ठीक भी हुए। अब तक यहां 8.28 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं, इनमें 7.46 लाख ठीक हो चुके हैं जबकि 11,960 मरीजों की जान जा चुकी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया। ये वीकेंड कर्फ्यू शुक्रवार रात 10 बजे शुरू होगा और सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। ये फैसला तब हुआ जब दिल्ली में पिछले दिन 17 हज़ार से अधिक कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए जो अब तक का एक रिकॉर्ड है। वीकेंड कर्फ्यू को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जरूरी सेवाओं को खुला रखा जाएगा, जिनकी शादियों की तारीख तय है उन्हें पास दिए जाएंगे। मॉल, जिम, स्पा, बाजार और अन्य चीज़ें बंद रहेंगी, सिनेमा हॉल 30 फीसदी के हिसाब से चल सकते हैं। वीकेंड में सिर्फ इलाके के हिसाब से बाजार को खोला जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि पांच दिन लोग काम करें, लेकिन वीकेंड में घरों में रहने की कोशिश करें। अगर किसी को अस्पताल, एयरपोर्ट, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन जाना है तो उन लोगों को वीकेंड कर्फ्यू के दौरान छूट रहेगी लेकिन इसके लिए उन्हें पहले पास लेना होगा।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि शुरुआती लक्षण दिखने पर उन्होंने कोविड की जांच करवाई और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है और वे चिकित्सकों के परामर्श का पूर्णतः पालन कर रहे है। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश सरकार की सभी गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। इस बीच जो लोग भी उनके संपर्क में आएं हैं वह अपनी जांच अवश्य करा लें और एहतियात बरतें। बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री के करीबी अफसरों मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल, विशेष सचिव अमित कुमार सिंह, ओएसडी अभिषेक कौशिक के अलावा एक निजी सचिव व एक निजी सहायक में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद को आइसोलेट कर लिया था। संक्रमण के मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच जाने से शासन में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री के साथ रहने वाले तीन अफसरों के साथ निजी सचिव जयशंकर व निजी सहायक प्रताप के संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर उनके सरकारी आवास तक सतर्कता बरती जा रही है। शासन व सरकार में बेहद अहम जिम्मेदारी निभाने वाले कई अन्य अफसर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बता दें कि बुधवार सुबह ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कोरोना की चपेट में आए हैं। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी और अब खुद को उन्होंने आइसोलेट कर लिया है। अखिलेश यादव हाल ही में कुंभ का दौरा करके भी लौटे थे।
हिमाचल प्रदेश में काेराेना बेकाबू हाे चुका है। हालांकि लाेग काेविड-19 के नियमों का पालन भी कर रहे हैं लेकिन हर रोज़ कम से कम पांच साै का आंकड़ा पार हाे रहा है। बीते साेमवार काे 1 हजार 89 केस सामने आए थे। आज दाेपहर दाे बजे तक प्रदेश में 148 लाेग पाॅजिटिव आए और चार लाेगाें की माैत भी हाे गई। ऐसे में अब शाम सात बजे की रिपोर्ट आने तक यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। प्रदेश में अभी 5840 एक्टिव केस हैं और 1115 लाेगाें की माैत हाे चुकी है। वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पिछले कल काेराेना पाॅलिटिव पाए गए और आज उन्हें इलाज के लिए माेहाली एक निजी अस्पताल में ले जाया गया।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बीच कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। आठ चरणों में चुनाव से गुजर रहे पश्चिम बंगाल में राजनीतिक रैलियों में भीड़ के साथ ही कोरोना के केस भी बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर 1.7 प्रतिशत हो गई है, जो देश में तीसरे नंबर पर है और महाराष्ट्र के बराबर ही है। जबकि पूरे देश में यह आंकड़ा 1.3 प्रतिशत का है। इससे पता चलता है कि चुनावी राज्य में भी कोरोना जमकर पैर पसार रहा है। देश में संक्रमण दर के मामले में पश्चिम बंगाल 7वें नंबर पर है। बंगला में संक्रमण दर 6.5 प्रतिशत है, जबकि पूरे देश में यह आंकड़ा 5.2 प्रतिशत का है। वहीं पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड, असम और ओडिशा से तुलना करें, तो पश्चिम बंगाल में कोरोना मरीजों की तुलना में तेज़ी से इजाफा देखने को मिला है। कुल संक्रमण दर का आंकड़ा कुल जांच संख्या में संक्रमित पाए गए लोगों के आधार पर निकाला जाता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,61,736 नए मामले आए और 879 संक्रमितों की मौत हुई। इसके बाद महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 1,36,89,453 हो गई और मरने वालों का आंकड़ा 1,71,058 है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, भारत में अब तक कोरोना वायरस के लिए कुल 25,92,07,108 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 14,00,122 सैंपल केवल मंगलवार को टेस्ट किए गए। देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई और अब तक यहां कुल 10,85,33,085 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हालांकि कई राज्यों से वैक्सीन के स्टॉक की कमी बताई जा रही है। इसके मद्देनजर कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने स्पुतनिक-V वैक्सीन इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए भी मंजूरी दे दी है। मंत्रालय के अनुसार, देश में संक्रमण से स्वस्थ होने के दर में गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक आज दर्ज 879 नए संक्रमितों की मौत में महाराष्ट्र से 258, छत्तीसगढ़ से 132, दिल्ली से 72, उत्तर प्रदेश से 72, गुजरात से 55, कर्नाटक और पंजाब से 52-52, मध्यप्रदेश से 37, राजस्थान से 25, तमिलनाडु और झारखंड से 19-19, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से 14-14,और आंध्र प्रदेश व केरल से 11-11 नई मौतें दर्ज हुई हैं। मंत्रालय इस बात पर जोर दे रही है कि 70 फीसद से अधिक संक्रमितों की मौत का कारण कोमोरबिड यानि अन्य गंभीर बीमारियां हैं।
पिछले 24 घंटे में सभी अर्धसैनिक बलों में 407 कोरोना संक्रमण के नए केस सामने आए, इनमें CRPF में 46 कोरोना के केस सामने आए हैं तो वहीं BSF में सबसे अधिक 288 कोरोना संक्रमित पाए गए है। CISF में पिछले 24 घंटे में 65 जवान कोरोना पॉजिटिव हुए हैं, तो SSB में कोरोना के सिर्फ 6 केस में सामने आए। ITBP और NSG में भी एक-एक जवान कोरोना संक्रमित हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक इस समय अर्धसैनिक बलों में कुल एक्टिव कोरोना केस की संख्या 1540 हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आज दोपहर 12 बजे समीक्षा बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव शामिल होंगे। बता दें कि रविवार को दिल्ली में कोरोना के नए मामलों ने नया रिकॉर्ड बनाया,10,774 नए मामले सामने आए।