मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ० प्रकाश दरोच ने बताया कि पूरे प्रदेश की तरह बिलासपुर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग, एहतियात बरतते हुए कोविड-19 से बचाव हेतु पूरे सुरक्षा कदम उठा रहा है और मरीजों को जल्द उपचार व अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं देने के लिए तत्पर है। उन्होंने बताया कि जिला के अस्पतालों में सर्दी जुखाम के मरीजों को सर्वप्रथम उपचार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। ऐसे मरीजों को अन्य मरीजों की अपेक्षा पहले जांच करवाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि संदिग्द मरीजों के लिए जिला में आइसोलेशन सुविधा हेतु क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में 20 बैड कैपेसिटी के 10 कमरों का एक वार्ड तथा नागरिक चिकित्सालय घुमारवीं में 10 बैड का एक बार्ड बनाया गया है। संगरोध हेतु अलग कमरों की व्यवस्था सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मारकंड, झंडुता, घुमारवीं तथा आयुवैदिक चिकित्सालय तलाई में 5-5 बैड की व्यवस्था तथा जिला आर्युवैदिक चिकित्साल्य बिलासपुर में व आर्युवैदिक चिकित्साल्य कंदरौर में 2-2 बैड की व्यवस्था की गई है। भविष्य में अगर और अधिक स्थानों की आवश्यकता पडती है तो विभाग ने इसके लिए अन्यों स्थानों का भी चयन कर लिया है। जिला के प्रवेश द्वारों पर आवश्यक कर्मचारियों व अधिकारियों की तैनाती थर्मल स्क्रीनिंग के लिए।विभाग द्वारा की गई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी के तहत काम किया जा रहा है। अन्य प्रभावित देशों से भारत आने वाले सभी पर्यटकों तथा भारत के नागरिकों की काउंसलिंग की जा रही है तथा उन्हें 28 दिन के लिए निगरानी में रखा जा रहा है। उन्होंने सभी बिलासपुर वासियों से अनुरोध किया कि अपना सहयोग निरंतर जारी रखें और स्वास्थ्य विभाग के सम्पर्क में रहें, घवराएं नहीं, सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि सरकार व विभाग आपकी सेवा में रात दिन तत्पर है। जो लोग कोरोना सस्पैक्टीड है उनके सैम्पल टैस्टींग फैसीलिटी के लिए भेजे जा रहे हैं। कोरोना वायरस के संबंध में कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकता है। सावधानी के तौर पर सर्दी जुखाम से ग्रसित व्यक्तियों से अपने बचाव के लिए खांसते व छिंकती बार मुंह को रुमाल या टीसू तथा बाजू मोडकर भी मुंह को ढक सकते है प्र्याप्त दूरी रखें, हाथ न मिलाएं, मुंह और नाक स्पर्श करने के पहले व बाद साबुन से हाथ बार-बार लगभग 20 सैकिंड तक अच्छी तरह धोएं, इधर-उधर न थूकें, भीड-भाड वाली जगहों में जाने से बचें तथा मांस व अण्डों को खाने से पहले अच्छी तरह से पकाएं, अभिावादन के लिए हाथ न मिलाएं और न ही गले मिलें। बिलासपुर जिले में जो लोग प्रभावित देशों व अन्य राज्यों से आए हैं वे अपनी सूचना प्रशासन व नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में दें तथा वे अपने घर पर ही अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर कम से कम 14 दिनतक सावधानी बरतें, परिवार के अन्य स्दस्य भी उनसे दूरी बनाकर रखें, अति आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलें, अस्पतालों में अनावश्यक भीड ना करें, सरकार के आदेशों का हमेशा पालन करें। उन्होंने बताया कि इस वाइरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने पहले ही स्कूल, कालेज, प्रशिक्षण संस्थान, थियेटर आदि बंद करने का निर्णय लिया है तथा सरकार ने बसें व किसी भी प्रकार के वाहन की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है तथा पूरे प्रदेश में तालाबंदी भी लगा दी है, आवश्यक सेवाओं को छोडकर, ताकि इसके नियंत्रण में मदद मिल सके। इसके बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए जिला के महत्वपूर्ण स्थानों पर हौर्डींग, बोर्ड स्थापित किए गए हैं। प्रैस, रेडियो एसएमएस माईकिंग, जिंगल, हैंड वील, पम्फलैटस इत्यादि के द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है। आशा वर्कर, आगनवाडी कार्यकर्ता, हैलफर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरुक कर रहें हैं तथा कोरोना वाइरस के लिए घर-घर सर्वे भी कर रहे हैं। पंचायत प्रतिनिधियों को भी लोगों को अपने स्तर पर जागरुक करने का निवेदन किया है। उन्होंने बिलासपुर की जनता से अनुरोध किया है कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग के लोगों पर भरोसा कायम रखें तथा घर से बाहर बहुत ही जरुरी होने पर निकलें, एतिहात बरतें, अस्पतालों में अनावश्यक भीड न करें। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में विभाग सभी से सहयोग की अपेक्षा करता है ताकि जिला में इसके प्रसार को रोकने में मदद मिले। आमजन का सहयोग ही इस बीमारी से छुटकारा दे सकता है।
लाइफस्टाइल में दूध का महत्वपूर्ण योगदान है। यह कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम और विटामिन डी का प्रमुख स्त्रोत है। ज्यादातर भारतीय गाय भैंस का दूध को पसंद करते हैं। लेकिन बकरी का दूध भी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यह इम्यून सिस्टम का मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का कार्य करता है और डेंगू व वायरल बुखार में काफी लाभदायक हो सकता है। जैसे आजकल कोरोना वायरस की बीमारी फैल रही है इसमें भी बकरी के दूध का इस्तेमाल किया जा सकता है और लाभ प्राप्त किया जा सकता है, इसका नुकसान तो कुछ नहीं है। शरीर का इम्यून सिस्टम ठीक होने से बीमारियां दूर भागती है ऐसे में आपको उन आकारों का सेवन करना चाहिए जिसमें इम्यूनिटी को बढ़ाने की क्षमता हो। बकरी का दूध उन्हीं में से एक है बकरी का दूध सेलिनियम का एक स्रोत है जो इम्यून सिस्टम या रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है। सफेदे के पत्ते पानी में उबालकर उसके भाप लेकर भी श्वसन तंत्र को मजबूत किया जा सकता है। मेटाबॉलिज्म को बढ़ाएं:- अगर आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म सही है, तो आप ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रूप से काम कर पाएंगे। बकरी का दूध कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है,इसमें कैल्शियम, विटामिन बी,फास्फोरस और पोटेशियम पाया जाता है। साथ ही इसका दूध आयरन और कॉपर से भी समृद्ध है जो आपके मेटाबॉलिज्म रेट को बेहतर करने में मदद करता है। हड्डियों को करें मजबूत:- हड्डी का कमजोर होना आज के समय में एक बड़ी समस्या है। बकरी का दूध इसमें आपकी मदद कर सकता है। यह कैल्शियम से भरपूर है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। कैल्शियम के साथ-साथ बकरी का दूध अमीनो एसिड ट्रिप्टोफेन से भी समृद्ध है जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत रखता है। इसका दूध पीने से ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना कम रहती है। आपके दिल के लिए फायदेमंद:- खराब जीवनशैली के चलते दिल के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बता दें कि बकरी के दूध में अच्छे फैटी एसिड पाए जाते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखते हैं। दूध में पोटेशियम के स्तर की प्रचुरता रक्तचाप को कम करने में मदद करती है क्योंकि यह एक वेसोडाइलेटर है। जो रक्त वाहिकाओं को आराम देता है। Anti-inflammatory गुणों से भरपूर:- बकरी का दूध Anti-inflammatory गुणों से भरपूर होता है। और इसमें सूजन को कम करने में मदद मिलती है। अगर आप बकरी का दूध पीते हैं तो पेट में सूजन की शिकायत दूर करने में मदद मिलेगी। डेंगू में असरदार है,बकरी का दूध:- मानसून में डेंगू महामारी की तरह फैलता है। वैसे डेंगू से बचने के लिए हर किसी को सतर्कता बरतनी चाहिए। फिर भी किसी को यह बीमारी हो जाए तो बकरी का दूध उसके लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल डेंगू बुखार में ब्लड प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में बकरी का दूध एक आसान और प्रभावी उपाय है,क्योंकि इसमें सेलेनियम होता है। और ब्लड प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इस प्रकार विश्व भर में कोरोना वायरस से फैली बीमारी में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बकरी का दूध मरीज को पिलाकर *कोविड-19* से लड़ा जा सकता है। बकरी का दूध क्षय रोग में भी लाभ देता है। इस प्रकार गिलोय, काली मिर्च, तुलसी पत्ते का काढ़ा भी इसमें कारागार हो सकता है। मरीज को पपीते के पत्ते का रस भी दिया जा सकता है। जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। श्वसन तंत्र को मजबूत करने के लिए अनुलोम- विलोम प्राणायाम करवाया जा सकता है। रोगी की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए धूप स्नान भी कारागार है। इस प्रकार उपरोक्त बातों को ध्यान में रखकर व साफ-सफाई का ध्यान रखकर इस समय विश्व में आई जैविक आपदा से हम लड़ सकते हैं। इन चीजों से अगर लाभ नहीं होगा तो नुकसान भी नहीं होगा। ज्योतिष (मेडिकल) के अनुसार पक्षियों को बाजरा और सतनाजा बुधवार व शनिवार को देना चाहिए।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए सरकार हर आवश्यक उपाय कर रही है। सरकार मुस्तैद है और कोरोना वायरस के निटने के लिए कड़े कदम उठा रही है। यह बात प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष पुरूषोतम गुलेरिया ने जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि इस महामारी की कड़ी में प्रदेश की जनता का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। जनता कर्फ्यू पुरी तरह सफल होने के बाद प्रदेश में लागू लॉक डाउन में भी एकदुका घटनाओं को छोडक़र जनता का सरकार को सहयोग मिल रहा है। गुलेरिया ने कहा कि सरकार ने सभी जिला में स्वास्थ्य सेवाओं को हाई अर्लट पर रखा है। जिलों के ऐलापेथी, आयर्वेदिक अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की गई है। जबकि विदेशों लौटे लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारनटाइंन किया जा रहा है जबकि बीमारी के लक्षण वाले संदिग्ध को घर से उठाकर उनकी स्वास्थ्य जांच की जा रही है। गुलेरिया ने कहा कि सोलन जिला प्रशासन और पुलिस हर जरूरी उपाए किए जा रहे हैं। सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल और जिला आयुवेर्दिक अस्पताल में 25-25 बैड के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। जरूरत पडऩे पर कुमारहट्टी स्थित एमएमयू अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा है। इसके अतिरिकत नौणी यूनिवर्सिटी के रेस्ट हाउस, सरकार रेस्टहाउस और टूरिजम के कमरों को प्रयोग किया जाएगा। वहीं आपात स्थिति में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के भवनों को भी प्रशासन द्वारा अधिग्रहण होगा। उन्होंने कहा कि यदि लोग सामाजिक दुरिया रखेंगे तो कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने अफवाहों की तरफ ध्यान न देने और सरकार व प्रशासन की तरफ से किए जा रहे उपायों में सहयोग देने का आह्वान किया। गुलेरिया ने लोगों से घरों में ही रहने और सयंम व संकल्प के साथ प्रशासन का सहयोग कर कोरोना महामारी को हराने की अपील की है।
कांगड़ा जिले में लगभग 2500 लोगों को चिह्नित कर होम आइसोलेट करने की योजना सामने आई है। प्रशासन सभी उपमंडलों में पिछले 28 दिनों में देश व विदेश से यात्रा कर लौटे लोगों का डाटा तैयार कर रहा है। सभी उपमंडल अधिकारियों को ये डाटा प्रशासन को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन मंगलवार को यह आंकड़ा सार्वजनिक कर सकता है। इन लोगों को मंगलवार से अगले 28 दिनों तक होम आईसोलेशन में रहने की सलाह दी जाएगी। जो सहयोग नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। बाहर से आए लोगों का डाटा तैयार करने के निर्देश प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग और आशा कार्यकर्ता को दिए हैं। उधर, उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहर से आए हर जिलावासी की सूची तैयार की जा रही है। उसके बाद उसे तीन कैटेगिरी में बांटा जाएगा। उसी के आधार पर सभी को होम आइसोलेट किया जाएगा। प्रशासन ने आह्वान किया है जिले के जो दो कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं, सफर के दौरान उनके साथ आए लोग खुद को होम आइसोलेट कर लें। कांगड़ा की एक महिला मरीज दुबई से हवाई जहाज से दिल्ली 18 मार्च को सुबह 6:30 बजे पहुंची थीं। सुबह 8:30 बजे दिल्ली हवाई अड्डे से गगल एयरपोर्ट पहुंचीं। हवाई जहाज में महिला के संपर्क में जो भी लोग आए हैं, उन्हें खुद को आइसोलेट करने की सलाह दी गई है। टांडा में दाखिल दूसरा पॉजिटिव मरीज 18 मार्च को सिंगापुर से हवाई जहाज से बंगलूरू से आया था। इसी दिन हवाई जहाज से शाम को दिल्ली पहुंचा। शाम 6:15 बजे वह हिमसुता एचआरटीसी की वोल्वो बस से कांगड़ा 19 मार्च को सुबह रानीताल में उतरा। उसके संपर्क में जो भी व्यक्ति आया है, वह आइसोलेशन में जाए।
देश में करोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रदेश के प्रसिद्ध श्री मूल गींह नाग सरही मंदिर में शनिवार को आपतकालीन बैठक बुलाई गई। सरही मंदिर से डिम्पल कुमार राठौर ने जानकारी देते हुए कहा कि मंदिर के कपाट 21 मार्च से 14 अप्रैल (विशु वैशाखी पर्व) तक बंद कर दिए हैं। आगामी नवरात्रि के 9 दिन मंदिर में प्रदेश के अलग अलग जगह से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु सरही पहुँचते हैं। परंतु वर्तमान में करोना महामारी के कारण नवरात्रि के सभी दिन मंदिर के कपाट बंद रहेगे केवल पुजारी द्वारा ही विधिवत रूप से पूजा की जाएगी इसलिए अन्य लोगों को मंदिर आना वर्जित रहेगा। अप्रैल महीने में होने वाले नाग देवता के दौरो पर भी रोक लगा दी गई है। मंदिर में होने वाले और क्षेत्र के सभी आयोजन रद्द कर दिए गए हैं। नाग देवता के नव मंदिर के निर्माण कार्य को भी कुछ समय तक रोक दिया गया है। मंदिर कमेटी का मानना है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते तब तक मंदिर में कोई आयोजन नहीं होंगे। मंदिर कमेटी ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि सरकार के दिशा निर्देश का पालन करें। बताई गई सावधानीयां बरते और देश में फैली इस गंभीर महामारी को खत्म करने में सरकार का सम्पूर्ण सहयोग करें। देव संस्कृति की दृष्टि से देखें तो यदि हम चिकित्सको द्वारा बताए गए नियमों का पालन करेंगे तभी देवताओं का आशीर्वाद भी सदैव बना रहा। श्री मूल गींह नाग मंदिर कमेटी सरही भी आशा करती है कि जल्द से जल्द करोना जैसी भयंकर महामारी समाप्त हो जाए।
दिनांक 24 मार्च को SFI हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी द्वारा जारी एक प्रेस वक्तकय के माध्यम से SFI ने कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार के सामने कुछ सुझाव पेश करते हुए प्रदेशवासियों से भी अपील की है। ●प्रदेश और देश के लोग COVID -19 के प्रसार के खिलाफ गंभीर लड़ाई के बीच में हैं। कई राज्यों में, इस घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एक सामान्य लॉकडाउन लागू किया जा रहा है जो हमारे प्रदेश में भी किया गया है। ●इस तरह के लॉकडाउन के दौरान, विशेष रूप से घोषित लक्षणों वाले लोगों के परीक्षण को और अधिक स्तर पर करना अनिवार्य है। इस आधार पर, विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान की जा सकती है और ऐसे क्षेत्रों में लागू किए जाने वाले लॉकडाउन की पहचान की जा सकती है। ●नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी द्वारा अनुमोदित सभी परीक्षण किटों का उपयोग किया जाना चाहिए। यह अजीब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक परिपत्र जारी किया है कि केवल यूएस एफडीए(अमरीकी दवा प्राधिकरण) और यूरोपीय ईसी द्वारा अनुमोदित परीक्षण किट का ही उपयोग किया जाएगा। रिपोर्टों से पता चलता है कि केवल गुजरात में एक निर्माता है जो इस तरह की किट का उत्पादन करता है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, इस परिपत्र को वापस ले लिया जाना चाहिए और एनआईवी द्वारा अनुमोदित सभी किटों को तत्काल उपयोग के लिए तैनात किया जाना चाहिए। ●करोड़ों परिवार जो अपने परिवार की दैनिक कमाई पर जीवित रहते हैं, वे वर्तमान में इस तरह के लॉकडाउन के कारण गंभीर रूप से पीड़ित हैं। यह आवश्यक है कि तुरंत कम से कम ₹ 5,000 जन धन खातों और बीपीएल लाभार्थियों को हस्तांतरित किया जाना चाहिए। ●मध्याह्न भोजन योजना से लाभ पाने वाले बच्चों के परिवारों को राशन किट की आपूर्ति की जानी चाहिए। ●छात्रों की परीक्षा व प्रेक्टिकल को स्थगित किया जाना चाहिए। ● SFI कोरोना वायरस की गम्भीरता को देखते हुए आम जनता से अपील भी करती है कि हमें हर तरह के आवशयक ऐहतियात बरतते हुए अफवाहों से बचना चाहिए तथा इस संदर्भ में फैलाई जा रही भ्रांतियों व गैरवैज्ञानिक पाखण्ड से दूर रहने की आवश्यकता है। ●सभी बीपीएल / एपीएल परिवारों को पीडीएस के माध्यम से मुफ्त राशन एक महीने के लिए दिया जाना चाहिए। ●दुनिया के कई देशों की तरह कोरोना से बचने के लिये आवश्यक दवाएं व सामग्री जैसे सेनेटीज़र, मास्क,आदि का प्रदेश में भी इसी तरह मुफ्त प्रबंधन करना चाहिए। ●इसके साथ ही मझले व छोटे उद्योगों (एसएमई) और खुदरा व्यापारियों के साथ-साथ ईएमआई पर एक वर्ष के लिए बैंक ऋण पर स्थगन होना चाहिए। ●अब जब विधानसभा में बजट पर चर्चा हो ही रही है , तो प्रदेश सरकार को लाखों लोगों के जीवन और आजीविका को बचाने के लिए पर्याप्त पैकेज के लिए अलग से धनराशि निर्धारित करनी चाहिए। Sfi राज्य सचिव अमित ठाकुर ने बताया कि आज जीवन बचाने के लिए हमारे संसाधनों का उपयोग करने का समय है और हमें राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने के लिए चिंताओं का शिकार नहीं होना चाहिए।
प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटिड सोलन के वरिष्ठ अधिशाषी अभियन्ता अशोक धीमान ने कहा कि कोराना वायरस (कोविड-19) के खतरे के दृष्टिगत बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि उपभोक्ताओं के विद्युत बिल निर्धारित अवधि के एक माह बाद तक बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के जमा किए जा सकेंगे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे विद्युत बिल जमा करवानेे के लिए विद्युत बोर्ड के काउंटरों पर एकत्रित न हों। कोराना वायरस (कोविड-19) के खतरे के दृष्टिगत ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ आवश्यक है और इसके लिए किसी भी स्थान पर भीड़ एकत्र नहीं होनी चाहिए। लोग अपने बिजली के बिल ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। अशोक धीमान ने कहा कि विद्युत सम्बन्धी पूछताछ, शिकायत इत्यादि कार्य के लिए बोर्ड के दूरभाष नम्बरों एवं अधिकारियों के मोबाईल नम्बरों पर सम्पर्क किया जा सकता है। वरिष्ठ अधिशाषी अभियन्ता अशोक धीमान से उनके कार्यालय दूरभाष पर 01792-221418, मोबाईल नम्बर 94184-65666, ईएसडी नम्बर-1 के सहायक अभियन्ता सन्नी जोगटा से कार्यालय दूरभाष पर 01792-221418, मोबाईल नम्बर 94591-75377, ईएसडी नम्बर-2 के सहायक अभियन्ता विदुर से कार्यालय दूरभाष पर 01792-223611, मोबाईल नम्बर 78070-00900, ईएसडी नम्बर-3 के सहायक अभियन्ता बलदेव चन्द से कार्यालय दूरभाष पर 01792-220732, मोबाईल नम्बर 98179-36737, ईएसडी कण्डाघाट के सहायक अभियन्ता दिनेश ठाकुर से कार्यालय दूरभाष पर 01792-227131, मोबाईल नम्बर 94180-11375, ईएसडी सुबाथु के सहायक अभियन्ता रमेश शर्मा से कार्यालय दूरभाष पर 01792-256128, मोबाईल नम्बर 94188-28250, सहायक अभियन्ता दिनेश कौंडल से कार्यालय दूरभाष पर 01792-275054, मोबाईल नम्बर 98168-31654, कनिष्ठ अभियन्ता चन्दन से मोबाईल नम्बर 78070-48563, कनिष्ठ अभियन्ता सुरिन्द्र पाल से मोबाईल नम्बर 98161-73608, कनिष्ठ अभियन्ता पंकज ठाकुर से मोबाईल नम्बर 70183-42474, कनिष्ठ अभियन्ता पंकज चैहान से मोबाईल नम्बर 89882-41919, कनिष्ठ अभियन्ता हिमांशु से मोबाईल नम्बर 70180-00474, कनिष्ठ अभियन्ता अनुज से मोबाईल नम्बर 94596-82715 तथा कनिष्ठ अभियन्ता वेद प्रकाश सेे मोबाईल नम्बर 70183-31423 पर सम्पर्क कया जा सकता है।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी. चमन ने कोराना वायरस (कोविड-19) के खतरे के दृष्टिगत जिला में स्थापित आवश्यक वस्तुएं उत्पादित करने वाले विभिन्न उद्योगों में कार्यरत कामगारों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार जिला में सभी उद्योगपतियों एवं उनके कामगारों की आवाजाही पर तुरन्त प्रभाव से प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। इन सभी को प्रदेश के भीतर ही रहना होगा। इन्हें जिला में स्थापित होटलों, गेस्ट हाऊस इत्यादि में ठहराया जा सकेगा। इसके लिए इन्हें सम्बन्धित उपमण्डलाधिकारी, सहायक आयुक्त परवाणु को आवेदन करना होगा। यह अधिकारी उपरोक्त को अपनी सीमा में समीप के होटलों, गेस्ट हाऊस इत्यादि में सामान्य भुगतान पर ठहराने के लिए अधिकृत होंगे। यह भुगतान सम्बन्धित कम्पनी द्वारा किया जाएगा। सम्बन्धित उपमण्डलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि इन होटलों, गेस्ट हाऊस इत्यादि में उद्योगपतियों एवं उनके कामगारों के अतिरिक्त कोई अन्य न ठहरे। सम्बन्धित उपमण्डलाधिकारी, सहायक आयुक्त परवाणु को इन कामगारों को कार्यस्थल से उद्योग परिसर लाने-ले जाने के लिए कान्ट्रेक्ट कैरियेज को छूट देने के लिए प्राधिकृत किया गया है। कान्ट्रेक्ट कैरियेज को कुल यात्री क्षमता के 70 प्रतिशत से अधिक कर्मी ही ले जाने के नियम का पालन करना होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं तथा आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेंगे।
प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार सोलन जिला में भी आगामी आदेशों तक तत्काल प्रभाव से लाॅकडाउन अधिसूचित किया गया है। इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह जानकारी उपायुक्त सोलन के.सी. चमन ने दी। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के तहत राज्य के भीतर और राज्य से बाहर सार्वजनिक एवं निजी स्टेज तथा कान्ट्रेक्ट कैरियेज जिसमें टैक्सी, ऑटो रिक्शा इत्यादि सम्मिलित हैं की आवाजाही पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। रेल तथा व्यावसायिक विमानों की आवाजाही पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। निजी वाहन भी केवल आपातकाल स्थिति, अस्पताल आने-जाने और आवश्यक सेवाओं के लिए ही प्रयोग किए जा सकेंगे। इस आदेश के उपखण्ड 2 में लिखित सेवाओं के लिए माल वाहक वाहनों को आवाजाही की अनुमति होगी। के.सी चमन ने कहा कि इन आदेशों के उपखण्ड 2 के अनुसार जिला में किराना, दूध, ब्रेड, फल, सब्जी, मीट, मछली और अन्य बिना पके खाद्य पदार्थ विक्रय करने वाली दुकानों और इनकी परिवहन संबंधी गतिविधियों एवं भण्डारण के अतिरिक्त अन्य सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, कारखाने, कार्यशालाएं, भण्डारण इत्यादि बन्द रहेंगे। उन्होंने कहा कि अस्पताल, दवा की दुकानें, ऑप्टिकल स्टोर, दवा एवं साबुन निर्मित करने वाली इकाईयां तथा इनसे संबंधित परिवहन गतिविधियां जारी रहेंगी। इसके अतिरिक्त पेट्रोल पंप, रसोई गैस, तेल एजेंसियां, इनके भण्डारण और इनकी परिवहन संबंधी गतिविधियां भी जारी रहेंगी। खाद्य पदार्थों, दवा एवं चिकित्सा उपकरणों सहित सभी आवश्यक वस्तुओं का ई-काॅमर्स (वितरण) भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि उपखण्ड 2 केे तहत उपायुक्त की अनुमति से निरंतर प्रक्रिया वाली उत्पादन और विनिर्माण इकाइयां कार्य कर सकेंगी। इन इकाईयों को समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिसूचित नियमों एव सावधानियों का पालन करना होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिसूचित सभी बचाव नियमों की अनुपालना के अनुरूप दवाओं एवं सैनिटाईजर के लिए मदिरा उत्पादन करने वाली इकाइयां भी कार्य कर सकेंगी। आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन कर रही इकाईयां भी कार्यरत रहेंगी, किन्तु इस विषय में उपायुक्त का निर्णय अंतिम होगा। के.सी. चमन ने कहा कि 9 मार्च, 2020 या उसके उपरान्त विदेश से देश में आने वाले सभी नागरिकों को होम क्वारन्टाईन के निर्णय का पालन करना अनिवार्य होगा। ऐसे सभी नागरिकों को जिला निगरानी अधिकारी सोलन को सूचित करना अनिवार्य होगा और 104 टोल फ्री नंबर पर होम क्वारन्टाईन के लिए स्वंय को पंजीकृत करवाना होगा। इन आदेशों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उपायुक्त नेे कहा कि इन आदेशों के अनुसार लोगों को घर पर रहना होगा और केवल बुनियादी आवश्यकताओं जैसे किराना, सब्जी, दवा, आदि की पूर्ति तथा अनिवार्य कार्य सम्बन्धी यात्राओं की ही अनुमति होगी। इसके लिए भी समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों एवं ‘सोशल डिस्टैंसिंग’ प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य होगा। किसी भी परिस्थिति में सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल-कूद, राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षणिक, पारिवारिक समारोह सहित सामूहिक समारोहों या अन्य किसी भी सभा की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिन प्रतिष्ठानों को खुला रखने की अनुमति है में परिसर के भीतर और बाहर दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों में कार्य को 21 मार्च, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत विनियमित किया जाएगा। कानून एवं व्यवस्था तथा दण्डाधिकारी कार्य मंे सल्गंन कार्यालय, पुलिस, सशस्त्र बल, केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल, स्वास्थ्य, कोषागार, शहरी स्थानीय निकाय, ग्रामीण विकास, अग्निशमन, विद्युत, जल, नगर परिषद सेवाएं, बैंक व एटीएम, प्रिंट, इलेक्ट्राॅनिक व सोशल मीडिया, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी सहित इंटरनेट सेवाएं, डाक सेवाएं, आपूर्ति श्रृंखला व संबंधित परिवहन तथा उपायुक्त द्वारा निर्देशित अन्य सेवाएं यथावत कार्यरत रहेंगी। आवश्यक सेवा एवं संस्थान के सम्बन्ध में उपायुक्त का निर्णय अन्तिम होगा। उपरोक्त विभागों में कार्यरत कर्मचारी मातृत्व अवकाश के अतिरिक्त अन्य किसी अवकाश पर नहीं जा सकेंगे। पूर्व में स्वीकृत अवकाश को तत्काल प्रभाव से रद्द माना जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा आधार पर अवकाश जिला स्वास्थ्य बोर्ड द्वारा प्रमाणित किए जाने पर ही स्वीकार्य होगा। उन्होंने कहा कि धारा 144 के तहत 21 मार्च को जारी आदेशों में आवश्यक संशोधन किए गए हैं। इस संशोधनों के अनुसार जिला में विभिन्न विभागों, बोर्डों एवं निगमों द्वारा कार्य के लिए किराए पर ली गई टैक्सी पर यह आदेश लागू नहीं होंगे। दवा उद्योग तथा आवश्यक उत्पाद बनाने वाले उद्योगों के कर्मियों को लाने-ले जाने वाले कान्टैªक्ट कैरियेज वाहनों पर भी यह आदेश लागू नहीं होंगे। इन वाहनों में कुल यात्री क्षमता के 70 प्रतिशत से अधिक यात्री नहीं होने चाहिएं। दवा उद्योग तथा आवश्यक उत्पाद बनाने वाले उद्योगों के कर्मियों को राज्य के भीतर ले जाने वाली निजी कारों में चालक सहित स्वीकृत क्षमता में ही कर्मी ले जाने की अनुमति होगी। विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों को लाने-ले जाने वाली निजी कारों में चालक सहित स्वीकृत क्षमता में ही कर्मी ले जाने की अनुमति होगी। दवा उद्योग तथा आवश्यक उत्पाद बनाने वाले उद्योगों को कान्टैªक्ट कैरियेज वाहनों की सूची पुलिस अधीक्षक सोलन एवं बद्दी, सम्बन्धित उपमण्डलाधिकारी तथा परवाणु से सम्बन्धित सूची सहायक आयुक्त परवाणु को सौंपनी होगी। इन आदेशों की अवहेलना पर विधि अनुसार कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बिलासपुर जिला के सभी लोगों से जनता कर्फ्यू की तरह ही लॉकडाउन में भी सहयोग करने की अीपल की है। वह बिलासपुर में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए हिमाचल सरकार ने संपूर्ण प्रदेश को आगामी आदेशों तक पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया है। इन आदेशों के तहत बिलासपुर जिला में भी जरूरी सेवाओं को छोड़ कर अन्य सभी सेवाएं बंद रहेंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे कारगर उपाय है। घर से अनावश्यक बाहर न निकलने और सोशल डिस्टेंसिंग से वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि लॉकडाउन अवधि में अपने घर में ही रहें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोगी बनें। खुली रहेंगी राशन की दुकानें उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान मेडिकल स्टोर, चश्मों की दुकानें, राशन, करियाना, फल-सब्जी, दूध, ब्रैड, मीट-मछली, बिना पक्का खाने के सामान की दुकानों खुली रहेंगी। इसके अतिरिक्त पेट्रोल-पंप, गैस एजेंसियां व उनके गोदाम खुले रहेंगे। उपरोक्त दुकानों के अलावा अन्य सभी दुकानें, उद्योग, वर्कशॉप, व्यापारिक प्रतिष्ठान व गोदाम पूरी तरह से बंद रहेंगे। वाहनों की आवाजाही पर रोक इस दौरान राज्य तथा अंतरराज्यीय रूटों पर चलने वाली बसों, स्टेज तथा कॉन्ट्रैक्ट कैरिज वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक रहेगी। इस दौरान टैक्सियों, ऑटो रिक्शा पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। लोग अपने निजी वाहन केवल अस्पताल या केमिस्ट के पास आने जाने एवं अत्यावश्यक परिस्थितियों में ही इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सेना, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड तथा आपातकालीन वाहनों, आवश्यक सेवाओं में तैनात स्टाफ सहित जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहनों की आवाजाही पर छूट रहेगी। इन कार्यालयों में जारी रहेंगे आवश्यक कार्य उन्होंने बताया कि पुलिस, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग, ट्रेजरी, बैंक, एटीएम, डाकघर, बिजली, पानी, इंटरनेट व टेलीकॉम सेवाएं, प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया और शहरी व ग्रामीण विकास के कार्यालयों में आवश्यक कार्य जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिला में सभी धार्मिक, सामाजिक आयोजनों पर पहले से ही रोक लगा दी गई है। लॉकडाउन से जुड़ी जानकारी के लिए इन नंबरों पर करें कॉल उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर परिस्थिति में लोगों की सहायता के लिए तत्पर है। लॉकडाउन से जुड़ी किसी समस्या अथवा स्पष्टीकरण के लिए लोग जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री नंबर 1077 पर कॉल कर सकते हैं। उनकी हर समस्या का तुरंत समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर भी कॉल की जा सकती है। इन नंबरों पर फोन कर कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी लेने अथवा किसी मामले की सूचना भी दी जा सकती है। पत्रकार वार्ता में एस पी दिवाकर भी मौजूद थे।
सोलन के कोटलनाल में धारा 144 के उल्लंघन का मामला सामने आया है। सोमवार सोलन पुलिस को कोटलानाला में फैजान हेयर ड्रेसर नाम की एक नाई की दुकान खुली मिली। दुकान के अंदर एक व्यक्ति पाया गया जिसने अपना नाम मोहम्मद सादिक निवासी गांव अलीपुरा बिजनौर उत्तर प्रदेश बताया। गौरतलब है की देश-दुनिया व हिमाचल प्रदेश में वर्तमान समय में तेज़ी से फ़ैल रहे कोरोना वायरस (COVID-19) के चलते जिला सोलन में धारा 144 द०प्र०सं० दिनांक 15-04-2020 तक लागू की गई है तथा उपायुक्त सोलन के आदेशानुसार सभी हैयर स्लून /बारबर शॉ, ब्यूटी पार्लर व माल्स को अगले आदेश तक बन्द करने के आदेश जारी किए गए है। जो मोहम्मद सादिक उपरोक्त द्वारा यह जानते हुए की दुकान खोलने से इसके पास लोग बाल कटवाने, शेव करवाने आदि आऐंगे जिससे लोगो में महामारी फैलने का खतरा व मानव जीवन को खतरे में डालने की लापरवाही को दर्शाता है। जिस सन्दर्भ में उपरोक्त मोहम्मद सादिक के विरूद्ध अभियोग धारा 269,188 भारतीय दण्ड संहिता व धारा 51 आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 में पंजीकृत करके आगामी कार्यवाही अम्ल में लाई जा रही है
गुरुद्वारा सिंह सभा सपरून ने कोरोना वायरस की वैश्विक त्रासदी से निपटने के लिए सोलन प्रशासन का पुरा सहयोग करने का निर्णय लिया है। सिंह सभा सपरून के सदस्यों की फोन पर हुई बात में सभी ने सहमति जताई कि यदि प्रशासन को किसी भी आपात स्थिति जरूरत पड़ती है तो गुरुद्वारा साहिब के कमरे व् हाल खोल दिए जाएंगे। इसी तरह सभा ने प्रशासन को आश्वस्त किया की जरुरत पड़ने पर लंगर का प्रबंध भी गुरुद्वारा साहिब में किया जाएगा। सभा की संगत ने सभा के सभी सदस्यों को फ़ोन पर जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेशों के बारे में भी अवगत करवाया है। सभा ने सभी सिख संगत से अपील की है कि इस मुश्किल की घड़ी में घर पर रहकर पाठ करें और बेवजह घर से बाहर न निकले। साथ ही बीमारी के बचाव के लिए दिन में कई बार हाथ अच्छे से साफ करें और अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें। यह निर्णय सभा के अमरप्रीत सिंह, मनमोहिन्दर सिंह, जतिंदर सिंह, गुरमीत सिंह, जतिंदर सिंह, शमिंदर सिंह, इंदरजीत सिंह, परविंदर सिंह, जसपाल सिंह, अमनदीप सिंह, मनमोहन सिंह व राजिंदर सिंह की सहमति से लिया गया।
शहीदे आजम भगत सिंह व उनके क्रांतिकारी साथियों सुखदेव व राजगुरू के शहादत दिवस पर बिलासपुर के शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय नौजवान सभा के प्रवेश चंदेल, अर्धनारीश्वर समाज सेवा समिति की अध्यक्षा बिजली महंत, समिति के प्रेस सचिव तनुज सोनी व संस्था के सदस्य मौजूद थे। इन लोगों ने पहले भगत सिंह व उनके छाया चित्र पर पुष्प अर्पित किए और भगत सिंह के आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया वक्ताओं ने कहा आज जब देश में हिंदू मुस्लिम कि राजनीति हावी हो रही है तब देश में भगत सिंह और ज्यादा प्रासंगिक हो जाते है। जिन्होंने देश की ख़ातिर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। भगत सिंह ने नारा दिया था इंकलाब जिंदाबाद और उस नारे का मतलब समझाया था कि इंसान के हाथों इंसान का शोषण बन्द हो वो आज़ादी के बाद एक ऐसी इस देश मे चाहते थे।उनका सपना आज भी अधूरा है। सब लोगों संकल्प किया कि भगत सिंह की राह चलकर उनके सपने को साकार करेंगे ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लागू करने की पहल से प्रभावित होकर पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू और धर्मपुर के निर्देशक कैप्टन एजे सिंह व स्कूल स्टाफ भी आगे आए है। सोशल डिस्टेंस कायम रखने के लिए पाइनग्रोव आवासीय विद्यालय के कर्मचारियों और शिक्षकों ने परिसर में ही रहने का दृढ़ संकल्प लिया है। सभी कर्मचारी अप्रैल महीने तक लॉक डाउन करने के लिए तैयार है। वहीं सभी कर्मचारियों को कोई कठिनाई ना पेश आए इस हेतु स्कूल प्रबंधन ने भी व्यापक इंतजाम किए है। प्रत्येक व्यक्ति के मानसिक समाधान और स्वास्थ्य की निगरानी चिकित्सा अधिकारी द्वारा की जाएगी। स्कूल निदेशक कैप्टन ए जे सिंह ने अलगाव में रहने के लिए सहमत सभी कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि परिसर में रहने के लिए मानसिक संकल्प अर्थात ताकत की आवश्यकता होती है। पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर व सुबाथू दोनों परिसरों में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी इच्छा दृढ़ता व कुशलता से अलगाव में रहने की सहमति व्यक्त की है। स्कूल परिसर में रहने वाले सभी कर्मचारियों ने अनिश्चित समय तक अलगाव में ठहरने के लिए मन बना लिया है। अधिक जानकारी देते हुए कैप्टन ए जे सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को उनके वेतन का भुगतान किया जाएगा जबकि इस समय कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं। स्कूल के सभी कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित रहेगी।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी.चमन ने हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफा खोरी रोकथाम आदेश 1977 के खण्ड 3 (1) के उप खण्ड (डी) के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए विभिन्न वस्तुओं पर थोक एवं परचून स्तर पर अधिकतम लाभ की दरें निर्धारित कर दी हैं। इन आदेशों के अनुसार गेहूं, चना, जौं, चावल तथा इनके उत्पादों पर, गुड़ तथा शक्कर, चीनी, सभी प्रकार की दालों पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 2.5 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतक लाभ 5.5 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। रसोई गैस पर रिटेल बिक्री दर तथा इसके अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी द्वारा निर्धारित भाड़ा दर ही वसूली जा सकेगी। मिट्टी के तेल की दर जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर निर्धारत दर होगी। डीजल की कीमत तेल कम्पनियों द्वारा समय-समय पर निर्धारित दर होगी। ऊन तथा साधारण कपड़े पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 2.5 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 5.5 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। अण्डों पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 05 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 07 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। ब्रेड पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 05 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 07 प्रतिशत अथवा मुद्रित दर निर्धारित किया गया है। मीट, चिकन तथा मछली पर जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर निर्धारत दर के अनुरूप लाभ लिया जा सकेगा। सरसोें का खुला तेल तथा पैकेट में बिकने वाले तेल के अतिरिक्त खाद्य तेल, वेजीटेबल आयल एवं एच.वी आयल पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 2.5 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 04 प्रतिशत अथवा मुद्रित दर निर्धारित किया गया है। पर्यटन विभाग के साथ पंजीकृत होटलों एवं रेस्तरां के अतिरिक्त अन्य संस्थानों में भोजन की दर जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर निर्धारत दर होगी। दूध, दही तथा काॅटेज पनीर की दर जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर निर्धारत दर होगी। फलों पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 5 प्रतिशत एवं एक प्रतिशत मार्किट शुल्क तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 24 प्रतिशत, जिसमें भाड़ा दर, लोडिंग, अनलोडिंग, क्षति तथा अन्य आकस्मिक शुल्क सम्मिलित हैं निर्धारित किया गया है। प्याज, आलू, लहसुन, अदरक, जिमिकन्द तथा अरबी जैसी शीघ्र खराब न होने वाली सब्जियों पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 5 प्रतिशत एवं एक प्रतिशत मार्किट शुल्क तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 24 प्रतिशत, जिसमें भाड़ा दर, लोडिंग, अनलोडिंग, क्षति तथा अन्य आकस्मिक शुल्क सम्मिलित हैं निर्धारित किया गया है। अन्य सभी शीघ्र खराब होने वाली सब्जियों पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 5 प्रतिशत एवं एक प्रतिशत मार्किट शुल्क तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 39 प्रतिशत, जिसमें भाड़ा दर, लोडिंग, अनलोडिंग, क्षति तथा अन्य आकस्मिक शुल्क सम्मिलित हैं निर्धारित किया गया है। बोतल पेय पदार्थों पर कम्पनी द्वारा मुद्रित मूल्य देय होगा। सर्जिकल तथा एन-95 मास्क पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 05 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ 10 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। हैंड सैनीटाईजर पर पर थोक भाव पर अधिकतम लाभ 05 प्रतिशत तथा परचून भाव पर अधिकतम लाभ एमआरपी से अधिक नहीं होना चाहिए।
पुलिस पेंशनर्ज चाँदराम के निधन पर हिप्र पुलिस पेंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन मुख्यालय कुनिहार के प्रधान धनीराम तनवर, संतराम चन्देल, रूपराम ठाकुर, पतराम पंवर, जगदीश चौहान, केदार सिंह ठाकुर, गुरदयाल चौधरी, मुनीलाल, आशा ठाकुर, पुष्पा सूद, दीपराम ठाकुर, रतीराम शर्मा, लेखराम कायथ आदि पेंशनरों ने शोक व्यक्त किया है। एसोसिएशन के प्रधान धनीराम तनवर ने बताया कि लॉक डाउन के चलते एसोसिएशन की बैठक नही हो पाई। यह बैठक देश के हालात ठीक होने पर आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने अपने साथी सदस्य स्वर्गीय चाँदराम रिटायर हवलदार गम्भरपुल( नालागढ़ ) के कुछ दिनों पहले हुए निधन पर दुख प्रकट किया व उनके परिवार से सवेंदना प्रकट करते हुए परिवार की किसी भी समस्या में साथ होने का आस्वासन दिया है।
कांगड़ा जिला के लॉक डाउन होने के बाद सोमवार सुबह संसारपुर टैरेस टोल बैरियर पर लंबा जाम लग गया। इस जाम में संसारपुर टैरेस उद्योगों के कर्मचारियों व बीबीएमसी के कर्मचारियों के अलावा बड़ी तादात में घर जाने वाले लोगों व उद्योगों का सामान ले जाने वाले ट्रक का जमावड़ा रहा। इस भीड़ के चलते पुलिस को लोगों को भेजने में काफी मशक्कत करनी पड़े , साथ ही धारा 144 का भी उल्लंघन होते दिखा। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लोगों को समझाया व जो उद्योग बंद थे उन्हें बैरियर से ही वापिस भेज दिया। पुलिस ने ज़्यादा भीड़ होने के कारण लोगों को वापस घर भेज और केवल फार्मा व एल्कोहल से संबंधित वाहनों व जिला कांगड़ा के निवासियो को जाने दिया। कांगड़ा लॉक डाउन के बाद पुलिस पूरी एहतियात से सभी आने जाने वालों की जांच कर रही है। जनता कर्फ्यू के बाद सड़को पर कई गाड़िया दिखी जिस से प्रशासन सतर्क हो गया है, और हर आने जाने वाले से पूछताछ हो रही है। आवश्यक वस्तु की दुकानों के अलावा सभी दुकाने बन्द पड़ी है। प्रशाशन ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सख्ती अपनानी शुरू कर दी है।
विदेश से लौटे रोहड़ू के एक परिवार के खिलाफ अपनी हालिया यात्रा प्रशासन से छुपाने पर मामला दर्ज किया गया है। बताय जा रहा है की यह परिवार हल ही में थाईलैंड से वापस आया था। प्रशासन की एक सर्वेक्षण टीम ने एक परिवार का पता लगाया, जिसने थाईलैंड की अपनी हालिया यात्रा की बात छुपाई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अंशुल परिवार सहित हाल ही में थाईलैंड से वापिस आया था। लेकिन इस बात से प्रशासन को अंधेरे में रखा गया। थाईलैंड से लौटकर यह परिवार अपने चंडीगढ़ के फ्लैट में ठहरा था और बीते शनिवार ही रोहड़ू पहुंचा था। परिवार के सदस्यों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं 188 व 271 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है की कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखकर प्रशासन ने संज्ञान ली है। विदेशों से आने वाले लोगों को कोरोना वायरस के खतरे के कारण अनिवार्य रूप से पृथक रहने को कहा गया है, भले ही उनमें बीमारी के लक्षण दिखाई दें या नहीं। ऐसे में कोई भी प्रशासन के निर्देशों के खिलाफ जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने सदन में नियम 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव लाया और बढ़ते हुए कोरोना के प्रकोप को देखते हुए हिमाचल प्रदेश को लॉक डाउन करने की मांग की। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि लॉक डाउन में किसी भी कर्मचारी चाहे वो आउटसोरस, दिहाड़ी दार, मजदूर और निजी कंपनियों में काम कर रहे लोगों को पेड हॉलिडे हो ऐसे निर्देश दिए जाएं ताकि लोग इस महामारी में बच सके। प्रदेश में आज सरकारी और निजी बसों और टैक्सी को बंद किया है और सरकारी दफ्तरों को खुला रखा गया है जिससे लोगों को आज खासे परेशान होना पड़ा है। प्रदेश को 15 दिन के लिए लॉक डाउन किया जाए केवल एमरजेंसी सेवा को ही चलाया जाए तभी प्रदेश को बचाया जा सकता है क्योंकि अभी स्थिति उतनी बिगड़ी नहीं है अगर स्थिति हाथ से बाहर हो गयी तो प्रदेश को बचाना मुश्किल हो जाएगा। साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने विधायक निधि से विधायकों को मास्क और सेनेटाइजर खरीद कर विधानसभा क्षेत्र में बांटने की इजाजत दी जाए। वंही कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने भी प्रस्ताव में भाग लेते हुए सरकार को त्वरित कार्यवाही करने की मांग की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में कोरोना वायरस को लेकर वक्तव्य दिया और कहा कि कोरोना से दुनिया परेशान है और हिमाचल प्रदेश सरकार भी इस महामारी को लेकर चिंतित है। प्रदेश में भी कोरोना के दो मामले पाए गए हैं सरकार ने कोरोना को रोकने के लिए कदम उठाए हैं। भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं प्रधानमंत्री के आह्वान पर जनता कर्फ्यू में खुल कर समर्थन किया है। सर्वदलीय बैठक में भी सभी दलों के सुझाव लिए और सरकार के प्रयासों के बारे में बैठक में अवगत करवाया। प्रदेश में 1237 लोग आइसोलेशन में रखे गए हैं। जिनमें से 426 लोगों ने कोरेंटाइन के 28 दिन पूरे किए हैं, जबकि 57 संदिग्ध लोगों के टेस्ट किए हैं जिनमें से 55 नेगटिव आए हैं जबकि दो मामले कांगड़ा में पॉजिटिव आए हैं। 667 लोग होम आइसोलेशन में रखे हुए है, जबकि 13 लोग अस्पताल में आइसोलेशन में रखे गए हैं। प्रदेश में इस समय 80 से 90 टेस्ट एक दिन में हो रहे हैं और अगर कोरोना के मामले बढ़ने पर मंडी, कसौली की लैब में टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करवाने की केंद्र सरकार से मांग की गई है। सरकार ने प्रदेश में दूसरे राज्यों और विदेशी पर्यटकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा है कि लोगों को अफवाहों से बचने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कांगडा की तरह ही पूरे प्रदेश को आगामी निर्देश तक लॉक डाउन करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में कहा कि कोरोना वायरस के चलते सरकार काफी सचेत है और आगे भी जनहित में जो जरूरी होगा सरकार कदम उठाने के लिए तैयार है। लॉक डाउन के समय मे जरूरी सेवाएं चलती रेंहेगी। मास्क, सेनेटाइजर और राशन की कालाबाजारी को लेकर सरकार सख्त है और लोगों को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी.चमन ने कोरोना वायरस महामारी (कोविड-19) के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में स्थापित सभी नागरिक सेवा केन्द्रों, सुगम केन्द्रों को आगामी आदेशों तक सामान्य सेवाओं के लिए बन्द कर दिया है। इस सम्बन्ध में आदेश आपदा प्रबन्धन अधिनियम, 2005 की धारा 34 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किए गए हैं। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू हो गए हैं तथा आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेंगे। जिला दण्डाधिकारी ने लोगों से आग्रह किया है कि वे विभिन्न सेवाओं विशेषकर ड्राईविंग लाईसैंस, वाहन पंजीकरण, शस्त्र लाईसैंस तथा विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र जैसी सेवाओें के लिए ऑनलाइन पोर्टल का प्रयोग करें। उन्होंने आदेश दिए हैं कि उपमण्डल अथवा तहसील स्तर पर न्यायालय से सम्बन्धित असाधारण मामलोे को छोड़कर अन्य मामले लम्बित रखे जाएं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि आवश्यक सेवाओं तथा शिकायतों के लिए ई-मेल एवं ई-समाधान का प्रयोग करें। जिला दण्डाधिकारी ने आदेश दिए हैं कि मिनी सचिवालय सोलन, सभी उपमण्डलाधिकारी कार्यालयों, तहसील कार्यालयों तथा उप तहसील कार्यालयों में आगंतुकों का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि इन सभी कार्यालयों के द्वार पर टेª रखी जाएं ताकि आवश्यक सेवाओं के लिए आने वाले लोगों के प्रार्थना पत्र एवं कागज़ इनमें एकत्रित किए जा सकें। इन आदेशों के अनुसार आपातकालीन सेवाएं जारी रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 जैसी फैलने वाली महामारी से बचाव के लिए ‘सोशल डिस्टन्सिंग’ को चिकित्सीय तौर पर अत्यन्त प्रभावी माना गया है। इसके लिए यह आवश्यक है कि किसी भी स्थान पर भीड़ एकत्र न हो। इसी लिए प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न दिशा-निर्देशों के पालन का आग्रह किया जा रहा है।
बिलासपुर में रविवार सुबह ही जनता कर्फ्यू व्यापक असर देखने को मिला। रोजाना लोगों से खचाखच भरा रहने वाला बस स्टैंड, गांधी बाजार और में मार्किट सुनसान रही। सुबह से शाम तक भीड़भाड़ वाले बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा कोई भी बस न तो आयी और न ही गई। बिलासपुर की जनता ने पहले ही जनता पहले ही कोरोना को हराने के लिए जनता कर्फ्यू के समर्थन का ऐलान कर दिया था। जिसका व्यापक असर रविवार को खाली पड़े बाजार और बस स्टैंड में देखने को मिला। सड़क एक भी व्यक्ति नजर नहीं आया। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सहित किसी भी तरह के छोटे वाहन सड़कों पर दौड़ते हुए नजर नहीं आ रहे है। कारोबारियों ने भी जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग दिया। बिलासपुर में सभी राजनीतिक दल जनता कर्फ्यू के समर्थन में एकजुट रहे। ऐसे में कहा जा सकता है कि बिलासपुर की जनता कोरोना से जंग जीतने में देश के साथ खड़ी रही। पांच बजते ही गूंज उठी थालियां बजाने की आवाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का असर बिलासपुर में व्यापक रूप से देखने को मिला। पांच बजते ही सभी ने अपने अपने घरों की बालकनी में आकर जहां थालियां बजाई वही घंटी और शंख ध्वनि भी हुई। कई लोग तालियां बजाते भी देखे गए कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बिलासपुर की जनता ने पूरी तरह से करोना को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री की अपील का सम्मान किया है। बिलासपुर के उपायुक्त ने किया शहर का दौरा बिलासपुर के उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने भी जनता कर्मियों के दौरान पूरे शहर का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर ना केवल व्यवस्था को जांचा बल्कि लोगों में जागरूकता भी लाई।
कोरोना वायरस को मात देने को पूरे देश ने जँहा एक जुटता दिखाई है उसी कड़ी में कुनिहार के ग्रामीण क्षेत्रो में भी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर जनता कर्फ्यू का पूरा समर्थन किया। लोग सुबह से ही अपने घरों में रहे व प्रधानमंत्री के आवाहन पर लोगो ने शाम ठीक 5 बजे अपने घरों की बालकनियों व छतों पर खड़े होकर ताली, थाली, घण्टी व शंख बजाकर अलग अलग ध्वनियां निकाल कर इस मुहिम का हिसा बने। पूरा दिन जनता कर्फ्यू से जँहा क्षेत्र में सन्नाटा पसरा था वन्ही शाम ठीक 5 बजे पूरे क्षेत्र में लोगो ने अपने घरों में कंही ताली, कंही थाली तो कंही घण्टियाँ व शंख बजाकर पूरे क्षेत्र को रोमांचित कर दिया। लगातर 5 से 10 मिनट तक लोगों ने यह ध्वनियां निकाली व फिर से अपने घरों के अंदर जनता कर्फ्यू का समर्थन शुरू कर दिया।
हिमाचल प्रदेश कनिष्ठ अभियंता संघ के अध्यक्ष राजीव कुमार ने चंबा के तीसा में संदिग्ध हालात में मृत मिले कनिष्ठ अभियंता के मामले में मुख्यमंत्री और प्रदेश पुलिस प्रमुख से हस्तक्षेप कर जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि कनिष्ठ अभियंता भसीन शर्मा गांव किल्लार (पांगी) शाम साढ़े छह बजे तक साइट पर काम करते देखे गए, लेकिन अगली सुबह उनका शव संदिग्ध अवस्था में सड़क के किनारे नाली में मिला। शव की हालत को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह हत्या का मामला है। राजीव कुमार ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं कानून व्यवस्था को सवालों के कटघरे में खड़ा करती हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला हत्या का है या और किसी कारण से मौत हुई है यह जांच का विषय है। पुलिस को चाहिए कि वे इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत इस रहस्य से पर्दा उठाए। यदि इस मामले में कोई दोषी है तो उसे बेनकाब करे। राजीव कुमार ने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा कनिष्ठ अभियंता संघ पीड़ित परिवार के साथ है। उन्होंने मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक हिमाचल प्रदेश से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
In an effort to provide good quality sanitizers to the employees and researchers amid the increasing demand for good quality sanitizers as a preventive measure against the spread of COVID-19, Nauni based Dr YS Parmar University of Horticulture and Forestry (UHF) has come out with an in house herbal moisturizing hand sanitizer. The product has been developed by the scientists of the Department of Forest Products and was released by Vice-Chancellor Dr Parvinder Kaushal on Saturday evening on the occasion of International Day of Forests. The scientist team led by Principal Phytochemist Dr Yash Pal Sharma, includes scientists Dr Meenu Sood, Dr Rohit Sharma and analyst Chitralekha Bhardwaj, developed the product as per World Health Organization (WHO) guidelines using herbal products grown at the university research farm. In the first phase, the sanitizers will be distributed free of cost to all the offices and department of the university. “The product has been developed using local herbal products grown at the university. The alcohol content in this hand-sanitiser is as per the guidelines of the World Health Organization (WHO) and can be used to protect against viral and bacterial strains. Apart from using alcohol which acts as a disinfectant, the product uses several herbal and forest products which further enhances the quality of the sanitizer," said Dr Yashpal Sharma. The sanitizer has natural extracted oils and products, which increase the antiseptic properties and act against bacterial contamination. It also provides cooling and natural fragrance along with moisturizing the skin upon use. Dr Parvinder Kaushal, UHF Vice-Chancellor appreciated the efforts of the scientists in developing the sanitizer. He said that it was a proud day that the university was releasing an eco-friendly product developed from forest wealth on the International Day of Forests and at a time when everyone needed such products. He urged the scientists to conduct further studies on the parameters where the product can be further improved. Dr Kaushal exhorted the scientists to develop more such eco-friendly products, which can be easily developed from the locally available raw materials. Dr Kulwant Rai Sharma, Dean College of Forestry, Dr KK Raina, Professor and Head, Department of Business Management, Dr Ravinder Sharma, Joint Director Research and the scientists of the Forest Products department were present on the occasion.
उपमड़ल करसोग के चौरीधार के समीप एक दर्दनाक हादसा हुआ है जिसमें चालक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस पोस्ट मार्टम करवा कर शव को परिजनों के सपुर्द कर दिया है। जानकारी के अनुसार शनिवार देर रात दुनीचन्द, पुत्र सुरतराम गांव शिल्ह डाकखाना सेरी बंगलो गाड़ी न० एचपी 30-7187 में अपने किसी रिश्तेदार को छोड़कर वापिस आ रहा था। वापिस लौटते हुए अचानक जगलोट कैची मोड़ के समीप वाहन करीब 100 फ़ीट गहरी खाई में जा गिरा। इस घटना का पता रविवार सुबह उस वक्त चला जिस समय एक पिकअप साथ लगते गांव से दूध इकठ्ठा करने गई। चालक ने गाड़ी को खाई में गिरे देखा। जिसकी सूचना स्थानीय प्रधान को दी गई। प्रधान ने आगे थाना करसोग को इस घटना के बारे में सूचित किया। जिस पर पुलिस ने घटना स्थलं का मुआयना किया। इस दौरान गाड़ी के अंदर व्यक्ति देखा, जिसकी हादसे के दौरान ही मौत हो गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर करसोग अस्पताल मे पोस्ट मार्टम करवाया और परिजनों के सुपर्द कर दिया। प्रशासन ने परिवार को 20000 की फौरी राहत दी है। डीएसपी अरूण मोदी ने मामले की पुष्टि की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कोरोना वायरस चेन को तोड़ने के लिए किया गया राष्ट्रव्यापी आह्वान का अर्की उपमंडल में पूर्ण असर देखने को मिला। जनता द्वारा स्वयं जनता कर्फ्यू का पूर्णतः असर अर्की मुख्यालय के साथ- साथ ग्रामीण क्षेत्रो में पूरी तरह कामयाब होता दिखा। क्षेत्र की सड़कों पर कोई भी गाड़ी बस नजर नहीं आई वही चारों तरफ दुकानें बंद दिखाई दी । मुख्यालय व गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ था। सरकारी व प्राइवेट बसें पुर्णत्या बन्द रही। सड़कों पर कोई इक्का दुक्का निजी वाहन ही दिखा। लोगो ने प्रधानमंत्री व मुख्य मंत्री के राष्ट्रीय व प्रदेश की कोरोना वायरस से सुरक्षा आह्वान को कंधे से कंधा मिला कर पूरा किया। इससे साफ ज्ञात होता है कि देशहित के लिए जात पात, राजनीति, धर्म कुछ नही है केवल राष्ट्र धर्म सर्वोच्च है।
रविवार को कुनिहार व आसपास के क्षेत्रों मे लोग जनता कर्फ्यू का भरपूर पालन कर कोरोना वायरस की चेन तोड़ने में अपना सहयोग दे रहे हैं। लोग सुबह से ही अपने घरों में दुबक गए हैं। कुनिहार बाजार में रविवार को जँहा भारी भीड़ रहती है, सभी व्यापारियों ने जनता कर्फ्यू का पालन कर होटल, ढाबे, किरयाना व सब्जी की दुकाने भी बंद रखी। पूरे कुनिहार शहर में सन्नाटा छाया हुआ है। जब कुनिहार बाजार का दौरा किया गया वहां एक भी व्यक्ति नही मिला। बसों व अन्य वाहनों की आवाजाही भी बंद रही। सभी निजी व सरकारी बसे बस स्टैंड पर खड़ी रही। सभी लोग इस महामारी के खात्मे के लिए जनता कर्फ्यू का पालन करते हुए एक जुट नजर आए।
जिला बिलासपुर में कोरोना वायरस से निपटने के स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के तमाम दावों की पोल खुल गई है। घुमारवीं उपमंडल की मोरसिंघी पंचायत क्षेत्र में पिछले 48 घंटे से खुद को कोरोना वायरस का संदिग्ध बता रहे ओमान से लौटे एक इंजीनियर की अब तक जांच नहीं की गई है। उक्त शख्स जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अपना चेकअप करवाने के लिए स्वेच्छा से कह रहा है, लेकिन न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही जिला प्रशासन या पुलिस की ओर से उन्हें अब तक जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। हालात ऐसे हैं कि पिछले कल शाम को करीब 4 घंटे यह इंजीनियर सड़क पर एंबुलेंस का इंतजार करता रहा लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाने के लिए एंबुलेंस नहीं भेजी। पिछली रात से लेकर अब तक इन इंजीनियर और इनके परिवार के लोग स्वास्थ्य विभाग को तमाम नंबरों पर फोन करके एंबुलेंस भेजने के लिए कह रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। ओमान से लौटे इंजीनियर ने बताया वह 8 मार्च को अपने गांव मसधान पहुंचे थे। जब वह लौटे थे तब दिल्ली रिपोर्ट पर उनकी जांच हुई थी, तब उन्हें कोई बीमारी नहीं थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से उन्हें जुकाम और बुखार आदि है, इस कारण वह सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को कुठेड़ा में भी जांच करवा चुके हैं। लेकिन इस दौरान वह पिछले 10 दिनों से अपने अलग-अलग रिश्तेदारों में हर गांव में शादियों में धाम भी खा चुके हैं और शिरकत कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि अब तक कोरोना वायरस के मामले में टेस्ट आदि के लिए तथा दूसरी जानकारियां जुटाने के लिए तय किए गए 104 नंबर पर भी वह लगातार फोन कर रहे हैं लेकिन उन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार नहीं है। उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल का कहना है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी. चमन ने कोरोना वायरस कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में तुरन्त प्रभाव से धारा 144 के तहत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार सोलन जिला में किसी भी सार्वजनिक स्थल, पार्क, खेल मैदान अथवा किसी वाहन के भीतर चार से अधिक लोग एकत्र नहीं होंगे। जिला की सीमा में कोई भी व्यक्ति किसी कार्यक्रम, बैठक, जलसा रैली, कार्यशाला, सामुदायिक अथवा धार्मिक कार्यक्रम में न तो भाग ले सकेगा और न ही इनका आयोजन कर सकेगा। कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत जिला में किसी भी स्थान पर भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के दलों, अग्निशमन सेवा, पुलिस, सेना, अर्द्ध सैलिक बलों, कार्य पर तैनात सरकारी अथवा अर्द्ध सरकारी कर्मियों, औद्योगिक ईकाईयों के अन्दर तथा बाहर आने-जाने के स्थान पर कामगारों के आने-जाने पर यह आदेश लागू नहीं होंगे। निजी कारों, टैक्सी, ऑटो रिक्शा पर यह आदेश उस स्थिति में लागू नहीं होंगे जब इनमें चालक के अतिरिक्त केवल एक ही व्यक्ति हो। परिवहन निगम की बसों तथा निजी बसों पर भी आदेश केवल उस स्थिति में लागू नहीं होंगे जब इनमें बैठने की कुल क्षमता की 20 प्रतिशत सवारियां ही हों। रेस्तरां, ढाबों जैसे ईटिंग प्वाईंटस पर भी यह आदेश लागू नहीं होंगे। ईटिंग प्वाईंटस में बैठने के स्थान के मध्य एक मीटर की दूरी के नियम की अनुपालना अनिवार्य होगी तथा साफ-सफाई का पूर्ण ध्यान रखना होगा। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं तथा आदेश 15 अप्रैल, 2020 तक लागू रहेंगे। आदेशों की अनुपालना न करने पर विधि अनुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। यह आदेश जनहित को ध्यान में रखकर लिए गए हैं।
थाना बागा में एक अभियोग पंजीकृत हुआ है जिसमें दी माँगल ट्रक ऑपरेटर सोसाइटी के ट्रक ऑपरेटर हीरालाल, भगतराम, बबलू, जीतराम, लालमन इत्यादि कई ट्रांसपोर्टर्स द्वारा अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन तथा उपमंडल प्रशासन ने कई बार इन ट्रांसपोर्टर्स को विश्वव्यापी कोरोना वायरस के संक्रमण बारे में सचेत किया। स्थानीय पुलिस द्वारा भी क्षेत्र में जाकर लोगों को एहतियात बरतने हेतु जागरूक किया गया। ट्रांसपोर्टर्स को भी इस संक्रमण से बचने हेतु सार्वजनिक स्थलों पर सामूहिक रुप से एकत्रित होने से मना किया गया लेकिन ट्रांसपोर्टर्स इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने अल्ट्राटेक कंपनी के खिलाफ अपने धरना प्रदर्शन जारी रखें। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने जगह-जगह जाकर दीवारों पर पोस्टर भी चस्पा किए लेकिन ट्रांसपोर्टर्स ने अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा। शनिवार को भी ट्रांसपोर्टर्ज अपनी मांगों के बारे में अल्ट्राटेक कंपनी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रशासन के मना करने पर भी कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए व कोर्ट के आदेशों की अवहेलना को मानते हुए इन लोगों पर आईपीसी की धारा 188/270 के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई। किसी भी धरना प्रदर्शन पर कोरोना वायरस की वजह से कोर्ट द्वारा रोक लगाई गई है इसके बावजूद भी धरना प्रदर्शन कर रहे ट्रांसपोर्टर्स के खिलाफ उपरोक्त अभियोग पंजीकृत किया है। स्थानीय पुलिस कानूनी कार्यवाही अमल में ला रही है। डीएसपी दाड़लाघाट प्रताप सिंह ने मामले की पुष्टि की है।yhb
जिला दण्डाधिकारी सोलन केसी चमन ने कोरोना वायरस कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में 23 से 29 मार्च, 2020 तक सभी दुकानें बन्द रखने के निर्देश दिए हैं। यह आदेश आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर लागू नहीं होंगे। राशन, करियाना, सब्जी, दवाई की दुकानों तथा ढाबा, रेस्तरां एवं बेकरी की दुकानों पर यह आदेश लागू नहीं होंगे। जिला दण्डाधिकारी ने जिला की सभी नाई की दुकानों, सैलून, ब्यूटी पार्लर तथा माॅल को भी आगामी आदेशों तक बन्द रखने के निर्देश भी दिए हैं। यह आदेश ईटिंग प्वाईंटस पर लागू नहीं होंगे। ईटिंग प्वाईंटस में बैठने के स्थान के मध्य एक मीटर की दूरी के नियम की अनुपालना अनिवार्य होगी तथा साफ-सफाई का पूर्ण ध्यान रखना होगा। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं। यह आदेश जनहित को ध्यान में रखकर लिए गए हैं।
दाड़लाघाट पुलिस ने करोना से बचाव के लिए दुकानदारों और ढाबा संचालकों को निर्देश जारी किए है। शुक्रवार को थाना प्रभारी मोती सिंह ने पुलिस टीम के साथ होटलों ढाबों, मंदिरों आदि सभी सार्वजनिक जगहों पर जाकर सभी को जागरूक किया गया और दीवारों पर प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशो को चस्पा किया। थाना प्रभारी ने एक प्रेस बयान जारी कर लोगों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा है कि आपके पास होटल या अन्य स्थान में कोई विदेशी मूल का पर्यटक घूमने आता है या कोई व्यक्ति विदेश घूम कर वापीस घर आता है तो उसकी सूचना प्राथमिकता के आधार पर तुरन्त थाना दाडलाघाट व पुलिस अधीक्षक कार्यालय सोलन से सुरक्षा शाखा को उपलब्ध करवाये तथा होटल सावर्जनिक स्थान में लोगो को एकत्रित ना करे तथा ना ही किसी प्रकार की पार्टी, प्रोग्राम का आयोजन करके भीड को इक्टठा ना करे ताकि कोरोना वायरस से बचाव किया जा सके उपरोक्त सूचना उपलब्ध ना करवाने की सूरत में आप स्वय जिम्मेवार होगे। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों की सख्ती से पालना की जाए आदेशो की पालना ना करने पर उल्लंघना करने वालो के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
शिवगण देवता मंदिर सुधार समिति कोटला पुजारिया के अध्यक्ष जयचंद चंदेल, सचिव देवी चंद चंदेल, बजीर प्रेम चंद चंदेल ने कहा कि सभा के सदस्यों द्वारा निर्णय लिया गया है कि सभा द्वारा जो देवजात्राओं के आयोजन की तारीखें लोगों को दी गई थी, उन जात्राओं को 21 मार्च से 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है क्योंकि देश प्रदेश में कोरोना वायरस का समूह में फैलने का अंदेशा बना हुआ है। भारत सरकार व प्रदेश सरकार सहित जिलाधीश सोलन उपमंडल अधिकारी नागरिक अर्की द्वारा सूचित किया गया है कि किसी भी प्रकार की बैठक या समूह में कोई भी कार्यक्रम अगले आदेशों तक नहीं किए जाएं जिसके तहत मंदिर सुधार समिति ने इन जात्राओं के आयोजन पर रोक लगा दी है। वहीं शिवगण मंदिर सुधार सभा द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि कमेटी सचिव देवता बजीर लोगों को फोन द्वारा भी सूचित करें तथा जो भी सरकार द्वारा निर्देश दिए जाएंगे उसके अनुरूप अगला जात्रा का निर्णय लिया जाएगा सभी के लिए यह सूचना अति आवश्यक होनी चाहिए कि कोरोना से लड़ने के लिए सभी को समूह नहीं बनाना चाहिए और न ही किसी कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए।
मास्टर्ज़ गेम्स एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश के महासचिव तेजस्वी शर्मा ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर चिंता जाहिर करते हुए समस्त मास्टर्ज़ गेम्स पदाधिकारियों व ख़िलाड़ितों से अनुरोध किया कि भय व शंशय की इस घड़ी में समाज के सजग प्रहरी बन कर अपने आस पास के आम जनों में व्यक्तिगत तौर पर कोरोना से बचाव के नियमों का प्रचार प्रसार व सावधानियों से अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना से आसानी से बचा जा सकता है बशर्ते आमजन लापरवाही न बरतें। तेजस्वी शर्मा ने साथ ही कहा कि इस वायरल प्रहार से बचने हेतु आम जन सचेत तो है लेकिन भविष्य में एक चिंता और सामने आने वाली है। प्रत्येक व्यक्ति जहां पर अपनी रक्षा हेतु दूसरे व्यक्ति से दूर रह कर एतिहातन हाथ न मिला कर या मास्क पहन कर नियमावली का सही से पालन कर रहा है वहीं दूसरी ओर पिछले करीब 5-6 दिनों से यह भी देखने मे आया है कि प्रत्येक नागरिक समाज के अन्य नागरिकों के प्रति उदासीनता का रवैया अपनाता दिख रहा है और हर व्यक्ति को सन्देह की नजर से देखते हुए सम्पूर्ण सम्बन्धविच्छेद या कन्नी काटता नजर आ रहा है। परिणामस्वरूप आपसी प्यार व भावनात्मक सम्बन्धों के क्षीण होने का खतरा समक्ष नजर आ रहा है जो भविष्य में कहीं हमारी आदत में परिवर्तित न हो जाये और सदियों से चली आ रही भारतीय सामाजिक व भावनात्मक एकता व सहिष्णुता के लिए चिंता का विषय बन कर न उभर आए । उन्होंने कहा कि इस विषम परिस्थिति से जूझते हुए जहां समस्त देशवासी कोरोना को हराने के लिए कृतसंकल्प हैं वहीं पर भविष्य के सम्बन्धों व एकता को और प्रगाढ़ करने हेतु मित्रों, सगे सम्बन्धियों व हो सके तो जाने अनजाने आप के सन्मुख आये प्रत्येक आम जन को दूर से ही मौखिक या संकेतों से अपनी प्यारी भावनाओं की अभिव्यक्ति में कोई कमी न आने दे और यथासम्भव एक दूसरे का हौसला बढ़ाते रहें। तेजस्वी शर्मा ने मास्टर्ज़ गेम्स से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति से आवाहन किया कि वे इस प्रक्रिया मे सक्रिय भागीदारिता निभाएं व देश हित में अपना योगदान देकर सजग नागरिक का प्रमाण दें।
कांग्रेस सरकार के समय घुमारवीं विधान सभा क्षेत्र के साथ सदर विधान सभा क्षेत्र की कुठेड़ा के साथ सटी 6 ग्राम पंचायतों की पेय जल आपूर्ती के लिए ब्यास नदी से 150 करोड़ रू की बृहद योजना स्वीकृत हुई थी जिसे वर्तमान सरकार ने रद्द कर दिया है। यह बात घुमारवीं के पूर्व विधायक सीपीएस एवं सचिव, ए आई सी सी राजेश धर्माणी ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि इसे वर्तमान विधायक की नालायकी कहा जा सकता है और इसी नालायकी के चलते उन्हें आम जनता से माफी मांगनी चाहिए। वर्तमान विधायक ने सतलुज नदी से मात्र 53 ड़ रूपये की एक छोटी योजना स्वीकृत करवाई है जिसमे सारा क्षेत्र लाभावंवित नहीं हो पाएगा। अपनी राजनीति के लिए लोगों के हितों से खिलवाड़ करना संकीर्ण सोच का परिचायक है। धर्माणी ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में विधायक प्राथमिकता में जो योजना डाली थी उसमें सतलुज या ब्यास नदी से योजना बनाने के लिए लिखा था। विभाग ने दोनों नदियों से योजना बनाने का तुलनात्मक अध्ययन किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि ब्यास नदी से बेहतर योजना बनाई जा सकेगी क्योंकि वहां पर बेहतर गुणवत्ता पेय जल प्रदान कर रही परकोलेशन वैल आधारित एक बड़ी योजना हमीरपुर जिले के बमसन क्षेत्र के लिए सफलतापूर्वक चल रही है। इसकी डीपीआर तैयार की जिसे प्रदेश सरकार ने मंजूर कर भारत सरकार को वित पोषण के लिए भेजा लेकिन भारत सरकार ने कांग्रेस सरकार के समय से चल रही एन आर डीडब्ल्यू पी (अब इसका नाम जल शक्ति मिशन रखा) योजना में रोक लगा दी और यह केस वापिस भेज दिया। हलान्कि तकनीकि सीक्रिति प्रदान कर दी। राज्य सरकार ने अंतराष्ट्रीय वित एजेन्सी से लोन लेकर बनाने की इजाजत लेने के लिए दोबारा भारत सरकार को भेजा। उन्होंने कहा कि वह स्वयं केन्द्रीय अधिकारियों से भी मिले। भारत सरकार की कैबिनेट सब कमेटी ऑन एक्नोमिक अफेयर्ज ने भी एक्सटर्नल एजेन्सी से लोन लेने की इजाजत दे दी थी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने लोन लेने के लिए 'ब्रिक्स बैंक' और 'जिका' में एप्प्लाई किया था और इसकी स्वीक्रिति का इंतजार था लेकिन सरकार बदलने के बाद सरकार ने इस योजना ने इस योजना का 'आकार, स्वरूप और स्थान' भी बदल दिया। विभाग ने जो 2-3 साल इस योजना को सिरे चढ़ाने के प्रयत्न किये थे वो घटिया रजनीति सोच के कारण सब व्यर्थ चले गए।
करसोग चुनाव क्षेत्र की जिला परिषद सदस्य (बगशाड वार्ड) निर्मला चौहान ने नव गठित प्रदेश काँग्रेस कार्यकारणी में उनकी सचिव पद पर नियुक्ति होने पर राष्टीय काँग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, आनन्द शर्मा, हिमाचल प्रदेश की प्रभारी रजनी पाटिल, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी गुरकीरत सिंह, प्रदेश काँग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री तथा प्रदेश काँग्रेस कमेटी के महा सचिव रजनीश कीमटा का हार्दिक धन्यवाद किया। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय काँग्रेस कमेटी व प्रदेश काँग्रेस कमेटी के सभी दिग्गज नेताओं के प्रति अपना आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी हाई कमान ने उन्हें पार्टी में जो ज़िम्मेवारी दी है वे उसे अपनी पूरी निष्ठा पूर्वक निभाने का भरसक प्रयास करेगी। निर्मला चौहान ने कहा वे पार्टी के सभी बरिष्ठ नेतागण, पार्टी पदाधिकारीगण व सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान करते हुए पार्टी को संगठित करने में उनका पूरा सहयोग देंगी और विश्वाश व्यक्त किया कि 2022 में होने बाले हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव में करसोग विधानसभा क्षेत्र से काँग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को भारी मतों से जीत हासिल करेगा।
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनता कर्फ्यू की अपील के तहत व हिमाचल प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशानुसार 22 मार्च, 2020 को शाम 5 बजे तथा 5 बजकर 5 मिनट पर सायरन बजाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना तथा मानव जाति के बचाव के लिए निरंतर कार्य कर रहे व आवश्यक सेवाओं की निरंतरता बनाए रखने में सहयोग करने वाले सभी कर्मचारियों, स्वास्थ्य सेवाओं में तैनात सभी कर्मियों, अधिकारियों, रेल यातायात तथा हवाई अड्डों पर सेवाएं प्रदान कर रहे सभी कर्मचारियों, सैनिक व अर्धसैनिक बलों व पुलिस के जवानों तथा प्रशासन व उन सभी व्यक्तियों के प्रति, जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव के सेवा कार्य में लगे हैं का अपने दरवाजों, बालकनियों अथवा खिड़कियों के पास आकर 5 मिनट तक ताली या थाली बजा कर आभार व्यक्त करें। उन्होंने बताया कि जिला एवं उपमण्डल स्तर पर इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जनता कर्फ्यू के समर्थन में रविवार 22 मार्च को कुनिहार बाजार बन्द रहेगा। व्यापार मण्डल कुनिहार के अध्यक्ष सुमित मित्तल ने बताया कि विश्व व्यापी महामारी कोरोना को मात देने के लिए सभी व्यापारी भाइयों व लोगो से अपील की गई है कि हमे केंद्र व राज्य सरकार के दिशा निर्देश अनुसार 22 मार्च रविवार को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घरों में रहकर सहयोग करना है। सभी के सहयोग से इस महामारी से निजात पाई जा सकती है अगर अभी इस समस्या को गम्भीरता से नही लिया तो आने वाले समय मे यह बीमारी विकराल रूप ले सकती है। उन्होंने बताया कि व्यापार मण्डल द्वारा बाजार के पुराने बस अड्डे पर व्यापारियों व आने जाने वाले लोगो के लिए हाथ धोने को पानी की टँकी व साबुन की व्यवस्था की गई है ताकि जो भी बाजार आए तो साबुन से हाथ धोकर अपना लेनदेन का काम करें। कुनिहार व्यापार मण्डल ने कोरोनो के संक्रमण से लड़ने के लिए हर सम्भव सहयोग का आस्वासन दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने प्रदेश कार्यालय दीपकमल चक्कर में कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों से अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने चर्चा के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर कल 22 मार्च 2020 रविवार को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है जिसमें हम सबको बढ़-चढ़कर भाग लेना है। जनता कर्फ्यू स्वयं अपने पर प्रतिबंध है और हम सब सुबह 7:00 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक घर पर रहेंगे, सभी बाजार और विभिन्न कार्यालय भी बंद रहेंगे। उन्होंने बताया कि जनता कर्फ्यू के तहत कल भाजपा प्रदेश कार्यालय भी बंद रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समस्त जनता से आव्हान किया है की कोरोना वायरस के चलते जनसंपर्क घटाएं और एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें। अति आवश्यक कार्य हम फोन या व्हाट्सएप के माध्यम से करें। उन्होंने कहा कि हिमाचल वासी सदा सजग है और जो सजग है वह सुरक्षित है। हम सबको मिलकर के स्वयं भी जागरूक रहना है और सब को जागरुक भी करना है। डॉ बिन्दल ने कहा कि समाज का वह वर्ग चिकित्सक, पैरामैडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मी, सरकारी अधिकारी विशेषकर सफाई कर्मचारी वर्ग, जो हमारी सेवा में लगा है उन सबका आभार व्यक्त करने के लिए 22 मार्च को ही सांय 5 बजे 5 मिनट तक अपने घरों से बाहर निकलकर, बॉलकोनी में जाकर थाली बजाकर, घंटी बजाकर या ताली बजाकर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें, अपना आभार व्यक्त करें। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के चलते भाजपा ने अपनी सभी जिला एवं मंडल स्तरीय बैठकों को स्थगित कर दिया है और भाजपा के समस्त कार्यकर्ता केवल फोन या व्हाट्सएप के माध्यम से कार्य करेंगे।
पुलिस स्टेशन अर्की में कोरोना वायरस से बचाव के दृष्टिगत होम क्वारंटाइन की गई महिला व पुरुष के भागने के कारण जनहित में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार राधा शर्मा बीएमओ अर्की ने विकास शुकला एसडीएम अर्की व पुलिस स्टेशन अर्की को एक शिकायत पत्र दिया जिसमें बताया गया है कि एक दम्पति जो 10 मार्च को इंडोनेशिया से भ्रमण कर भारत आए थे, उन्हें कोविड-19 की सुरक्षा के तहत होम क्वारंटाइन किया गया था। परंतु वे 19 मार्च को जनहित में दिए गए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की पालन ना कर व बिना सूचना दिए कही चले गए इसलिए कोविड -19 के लिए जारी की गई हिमाचल प्रदेश के द्वारा तय किए गए मानदण्डो के अनुसार जनहित में तुरन्त उचित कार्यवाही की जाए। इस सन्दर्भ में विकास शुक्ला एसडीएम अर्की ने बताया की शिकायत प्राप्त होते ही U/S 188,271 IPC के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है व पुनः क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके अलावा अल्ट्राटेक कम्पनी में हड़ताल कर रहे 14 व्यक्तियों के खिलाफ भी जनहित को देखते हुए आईपीसी की धारा 270,188 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शेड्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट के छात्र रजत पुंडीर ने एक बार फिर शेड्स के अन्य छात्रों की तरह ही अपनी प्रतिभा का प्रमाण देते हुए, शेड्स कॉलेज सोलन का नाम रोशन किया। कॉलेज का होनहार छात्र सऊदी अरब के सुल्तान के पांच सितारा होटल में चयनित हुआ है। उनका वेतन सात लाख बीस हज़ार वार्षिक पैकेज एवं उनके रहने एवं खाने का प्रबंध भी होटल में किया गया है। छात्र ने इस तरह के करियर के अवसर को प्रदान करने के लिए, शेड्स सी एच एम को धन्यवाद् दिया है। कॉलेज के चेयर पर्सन सुनीता ठाकुर ने छात्र को उसके चयन व उसके मंगल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। उधर छात्र रजत पुंडीर ने इस उपलब्धि का श्रेय शेड्स सी एच एम एवं माता पिता को दिया है।
The Corona virus which has caused awe in the world has also knocked in Himachal. So far untouched by the Corona virus, Himachal has received two positive cases on Friday. Both are residents of Kangra. They had been admitted to Dr. Rajendra Prasad Medical College Tanda. The sample investigation report of both has come positive. Chief Minister Jairam Thakur and Deputy Commissioner, Kangra Rakesh Prajapati have confirmed that the Women have returned from Dubai and the men from Singapore lately. The samples of both have now been sent to a lab in Pune for examination. According to the information, the 63-year-old victim woman returned from Dubai on 19 March, while the 32-year-old victim returned from Singapore on 18 March. CMO Kangra Dr. Gurdarshan Gupta said that both the patients were admitted to the isolation ward set up at Tanda Medical College late in the evening. Initial investigations have found both reports of corona virus positive. Now the samples of both have been sent to a lab in Pune for examination. People have been stirred up in Himachal for the first time with two cases. Now the health department is trying to find out how many people have come in contact with the two of them . They will also be brought under surveillance. The family of both has also been placed on observation. A young boy who has come from Malaysia Via Ship to Mumbai and then to Solan on Thursday, is admitted in isolation ward at Solan Hospital. Have sent his samples to Shimla. At the same time, two Nepali people of Rampur are admitted in isolation ward at DDU Shimla. People from other countries and Corona affected 85 people have arrived in Himachal. Their number was 748 on Thursday, which has now risen to 823. Of these, 283 people have completed their 28-day monitoring period. They have been allowed to meet people. Samples of 10 suspects have come negative. Reports of three are yet to come. 100 people have left Himachal, while 431 people are still on surveillance Chief Medical Officer Kangra Dr. Gurdarshan Gupta said that earlier people from only 19 countries identified were being monitored, but now local or foreign tourists from any country are being kept under surveillance. The suspect is being advised to stay in the hospital while the normal person is in home isolation. Prime Minister Narendra Modi on Friday held a video conference with Chief Ministers of all states across the country, including Himachal Pradesh, in the context of corona virus infection. Chief Minister Jairam Thakur gave information about Himachal's preparations and steps taken, while also expressing grief over two positive cases in the state. The Union Health Ministry suggested Himachal authorities to take more stringent measures. The Chief Minister, while holding a video conference with all the Deputy Commissioners of the state, asked them to ensure that the Janata curfew will be successful on March 22 at the call of the Prime Minister. He also gave instructions to stop black marketing. The CM said that it is difficult to interfere in weddings but appealed that people shorten the event and postpone the Dham.
आज जारी एक बयान में बजरंग दल प्रान्त संयोजक अधिवक्ता तुषार डोगरा ने कहा कि विश्वव्यापी महामारी को हराने के लिए हमारे प्रधानमंत्री जी ने 'संकल्प और संयम' का जो मन्त्र दिया वह इस संघर्ष में बहुत कारगर सिद्ध होने वाला है। भारत वर्ष का सम्पूर्ण समाज इस महामारी से संघर्ष में अपनी भूमिका निभाएंगे। माननीय प्रधानमंत्री जी के संकल्प में सहभागी बनते हुए 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' तथा उसी दिन शाम को 5 बजे 5 मिनट के लिए ताली, थाली या घण्टी बजा कर इस लड़ाई के सैनिकों,स्वास्थ्य कार्यकर्ता,आवश्यक सेवा में लगे सभी कर्मचारियों व अन्य सभी जो इस लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए उनका मनोबल बढाएंगे। शासन व प्रशासन के निर्देशों का स्वयं भी पालन करें व अन्यों को भी प्रेरित करें। यह समय इस महामारी से संघर्ष का है। प्रधानमंत्री जी के मंत्र ' संकल्प और संयम' से हम निश्चित रूप से इस महामारी को हराएंगे। यह समय आपसी मतभेद को भुलाकर माननीय प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार संपूर्ण राजनीतिक दलों को सामाजिक व धार्मिक सांस्कृतिक संगठनों को इसमें एकजुटता दिखानी चाहिए ताकि ऐसी वैश्विक बीमारी को हम अपने भारत भूमि से बाहर भगाने में कामयाब हो। हम सभी को इस संघर्ष के समय में अपने शासन व प्रशासन का भी सहयोग करना चाहिए क्योंकि वह हम सभी की सुरक्षा के लिए यह कदम उठा रहे हैं। जो लोग हम सभी की सुरक्षा के लिए दिन-रात कार्य कर रहे हैं उनके मान सम्मान के लिए 22 तारीख को 5:00 बजे हम सभी लोगों को अपने अपने घर में उनका उत्साहवर्धन करने के लिए प्रधानमंत्री के दिशा निर्देश को मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 मार्च से नववर्ष व नवरात्र का आरंभ भी हो रहा है मां दुर्गा संपूर्ण भारतवर्ष को इससे वैश्विक बीमारी से निजात दिलाएगी ऐसी हम सभी कामना भी करें और उसके लिए अपना कर्म भी करें। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी प्रशासन के दिशा निर्देशों तक विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के सभी कार्यक्रम जैसे नववर्ष मनाने के कार्यक्रम,25 मार्च से 8 अप्रैल तक राम महोत्सव के कार्यक्रम हनुमान जयंती के कार्यक्रम,सभी बैठकें स्थगित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पूर्व मंत्री रिखी राम कौंडल के आकस्मिक निधन पर उनके पैतृक घर जोल घराण में जाकर शोक व्यक्त किया तथा उनके परिवार के साथ संवेदना प्रकट की। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, कृषि मंत्री डाॅ। राम लाल मारकण्डा, विधायक सदर सुभाष ठाकुर, विधायक घुमारवीं राजेन्द्र गर्ग, विधायक झंडूता जे।आर। कटवाल, मुख्यमंत्री के ओएसडी महेन्द्र कुमार धर्मानी, राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल, उपायुक्त शिमला अमित कश्यप, पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा भी मौजूद रहे।
प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार अतिरिक्त जिलादण्डाधिकारी विनय धीमान ने जिला बिलासपुर की सीमा में (घरेलू और विदेशी नागरिकों दोनों) की आवाजाही पर पूर्व प्रतिबंध लगाया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर को उचित दिशानिर्देश जारी किए गए है। उन्होंने बताया कि यह निर्णय कोरोना वायरस कोविड-19 के दृष्टिगत लिया गया है। जारी निर्देशों के अनुसार जिला बिलासपुर की सीमा में आने वाले सभी घरेलू और विदेशी नागरिकों पर्यटकों के वाहनों को वापिस भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य के निवासियों को प्रदेश में आने दिया जा रहा है। जिला की सीमा पर उपस्थित पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए है कि जिला की सीमा पर आने वाले प्रदेशवासियों के लिए एक रजिस्टर रखें तथा उस रजिस्टर में उनके वाहन का नम्बर व मोबाईल नम्बर तथा यात्रा का उद्देश्य एवं गंतव्य स्थल की पूरी जानकारी रखें। उन्होंने बताया कि इन आदेशों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने प्रैस को जारी ब्यान में कहा कि आज बिलासपुर युवा कांग्रेस के संघर्ष की बहुत बड़ी जीत हुई है,कंदरौर पुल जो कि एशिया में ऊंचाई की दृष्टि से द्वितीय स्थान पर है उस पुल की जो स्थिति थी वह बहुत ही खस्ता हो रखी थी,बारिश के समय मे पुल तालाब का रूप धारण कर लेता था,उन्होंने कहा कि उस पुल पर कभी भी दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती थी इस पुल की मुरम्मत के लिए युवा कांग्रेस बिलासपुर ने कई बार सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से आवाज बुलंद करने की कोशिश की पर पिछले लगभग 3 महीने से सरकार और प्रशासन के कानों में जूं तक नही रेंग रही थी फिर युवा कांग्रेस को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ा और युवा कांग्रेस बिलासपुर ने हाल ही में एनएचएआई प्रशासन का पुतला दहन किया युवा कांग्रेस के संघर्ष और आक्रामकता को देखते हुए प्रशासन ने पुल की मुरम्मत का कार्य शुरू करवा दिया,आशीष ठाकुर ने प्रशासन का भी धन्यवाद किया और कहा कि प्रशासन पुल की मुरम्मत के कार्य पर पूरा निरीक्षण रखकर काम करवाये ताकि आने वाले समय मे आम जनता को दिक्कतों का सामना न करना पड़े ओर लोगों को आवगमन के लिए उचित सुविधा मुहैया हो सके।
जिला उद्योग केंद्र सोलन के महाप्रबंधक राजीव कुमार ने कोरोना वायरस, कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत औद्योगिक इकाइयों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सोलन औद्योगिक संघ के अध्यक्ष से आग्रह किया है कि वे कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत विभिन्न औद्योगिक परिसरों को सेनेटाइज करना सुनिश्चित करें ताकि कर्मियों एवं कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित हों। राजीव कुमार ने आग्रह किया है कि औद्योगिक इकाईयों में कार्यरत सभी कामगारों को मास्क तथा हैंड सेनेटाइजर उपलब्ध करवाएं जाएं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह के अनुरूप 22 मार्च 2020 को जनता कर्फूय के पालन का अनुरोध भी किया है। उन्होंने कहा कि इससे कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में सहायता मिलेगी। उन्होंने आग्रह किया है कि केंद्र तथा प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन सोलन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि सभी की इस वायरस से सुरक्षा सुनिश्चित हों।
उपायुक्त सोलन केसी चमन ने प्रदेश तथा जिला में कोराना वायरस, कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में वर्तमान में उपस्थित पर्यटकों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार सोलन जिला की सीमा में वर्तमान मैं ठहरे घरेलू तथा विदेशी पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वे 21 मार्च, 2020 की सांय 5.00 बजे तक जिला छोड़ दें। यह निर्णय जनहित में लिया गया है।
वर्ष 2020-21 के लिए राजस्व जिला सोलन व बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ के शेष बचे आबकारी ठेकों का आबंटन आज यहां लॉटरी के माध्यम से किया गया। यह आबंटन उपायुक्त सोलन केसी चमन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में किया गया। आबकारी ठेकों के आबंटन के दौरान देहूंघाट तथा जाबली-परवाणू स्थित आबकारी इकाई के लिए कोई भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ। इन दोनों इकाईयों को सम्मिलत करके नीलामी गई। इस प्रकार देहूंघाट-जाबली-परवाणू आबकारी इकाई 13,28,13,396 रुपए में विक्रय हुई। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ की बरोटीवाला इकाई-21 को 2,45,18,309 रुपए, बद्दी स्थित इकाई-22 को 2,39,17,995 रुपए तथा बरोटीवाला के एक्सपोर्ट पार्क स्थित इकाई-36 को 7,43,21,623 रुपए में विक्रय किया गया। नीलामी पांच सदस्यीय चयन समिति की अध्यक्षता में आयोजित की गई। चयन समति में उपायुक्त सोलन एवं पीठीसीन अधिकारी केसी चमन, राज्य कर एवं आबकारी (दक्षिण जोन) के अतिरिक्त आयुक्त एवं समाहर्ता हरबंस सिंह ब्रासकॉन, दक्षिण प्रवर्तन क्षेत्र परवाणू के संयुक्त आयुक्त एवं पर्यवेक्षक यूएस राणा, उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी हिमांशु आर पंवार तथा उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी बद्दी वरूण कटोच उपस्थित थे।
जिला दंडाधिकारी सोलन केसी चमन ने कोरोना वायरस, कोविड-19 के संबंध में ग्रामीण क्षेत्रों में आम लोगों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक करने के आदेश जारी किए हैं। जिला के सभी खंड विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत प्रधान एवं संबंधित ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिव होर्डिंग तथा पेम्पलेट के माध्यम से लोगों को जागरूक करें तथा ध्वनि प्रसार सेवा के माध्यम ऑटो रिक्शा व मोबाइल वैन द्वारा ऑडियो संदेश सुनाकर आमजन कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में बताएं। उन्होंने कहा कि इन जागरूकता संदेशों के माध्यम से लोगों को बताया जाए कि वे अपने घरों में ही निवास करें तथा अनिवार्य परिस्थितियों में ही घर से बाहर निकलें। केसी चमन ने कहा कि ग्रामीणों को कोविड-19 के संबंध में अपनाएं जाने वाले एहतियाती उपायों के बारें में बताएं ताकि कोरोना वायरस के सामुदायिक स्तर पर संक्रमण को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त सोलन को कोविड-19 के संबंध में सूचना, शिक्षा तथा संचार गतिविधियों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त आदेशों की कड़ाई से अनुपालना सुनिश्चित बनाई जाए।


















































