उपमण्डल ज्वालामुखी के अंतर्गत सिविल अस्पताल ज्वालामुखी में एक 17 वर्षीय लड़की द्वारा गलती से जहरीला पदार्थ खाने का मामला प्रकाश में आया है। एक नाबालिग लड़की जिसकी उम्र 17 वर्ष बताई जा रही है। गलती से जहरीले पदार्थ को खाने के उपरांत उसकी हालत को देखते हुए सिविल अस्पताल ज्वालामुखी लाया गया।सुचने मिलते ही पुलिस तुरंत सिविल अस्पताल पहुँचीव् पाया की उक्त 17 वर्षीय युवती निवासी गांव मतियाल डाकघर सिहोरपाई को सिविल अस्पताल ज्वालामुखी में गंभीर स्थिति में लाया गया था और एमओ सिविल ज्वालामुखी के अनुसार युवती कोई भी ब्यान देने लायक नहीं है। चिकिस्तकों ने प्राथमिक उपचार के बाद नाबालिग लड़की को आगामी इलाज हेतु टांडा मेडिकल अस्पताल रैफर कर दिया है।मामले की पुष्टि करते हुए एसएचओ ज्वालामुखी जीत सिंह ने बताया कि पुलिस मामले पर कार्यवाही कर रही है। वहीं बताया कि उक्त युवती की माँ ने अपने बयान में कहा है कि उनकी बेटी ने कोई गलती से जहरीली दवाई खा ली है। पुलिस मामले की गहनता से तफ्तीश रह रही है।
देहरा :शुभम डडवाल पुत्र दलबीर सिंह गाँव लछुं डाकघर बनखंडी सेना मे लेफ्टिनेन्ट के पद पर सलेक्ट हुए है। यह खबर सुनते ही इलाके में खुशी की लहर फैल गई। बता दें कि शुभम ने अपनी प्रार्थमिक पढ़ाई डीएवी बनखंडी से, दसवीं आर्मी स्कूल जोधपुर से तथा बाहरवीं जिएवी काँगड़ा से की उसके बाद उन्होंने आर्मी ज्वाइन कर ली। आर्मी मे रहते हुए उन्होंने एसीसी रिटेन टेस्ट दिया जिसमे वे सफल हुए उसके बाद एसएसबीक्लियर कर चार साल की ट्रेनिंग के बाद उन्हें ये लेफ्टिनेन्ट रैंक हासिल हुआ, अब उनकी पोस्टिंग जोधपुर मे हुई है। शुभम के माता-पिता राजकुमारी तथा दलबीर सिंह से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं तथा उम्मीद जताई कि वे आगे भी इसी तरह मेहनत करते रहेंगे और देश की सेवा करेंगे। शुभम के भाई अंचल डडवाल ने कहा कि उन्हें अपने भाई पर गर्व है उनके भाई ने इसके लिए बहुत मेहनत की जिनका उन्हें फल मिला साथ ही अंचल ने बताया कि उनके परिवार मे उनके पिता तथा दादाजी सभी ने आर्मी मे रहकर देश की सेवा की है तथा शुभम भी उसी राह पर चलकर देश की सेवा करने के लिए तत्पर है।
देहरा :जसवां-प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते परागपुर(गढ़) के 21 वर्षीय आदित्य से पटियाल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं आपको बता दें लेफ्टिनेंट आदित्य पटियाल के पिता डॉ प्रमोद पटियाल ढलियारा कॉलेज में बतौर प्रधानाचार्य रूप से कार्य कर रहे हैं आदित्य सिंह पटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई सैक्रेट हार्ट स्कूल धर्मशाला से की है वहीं 12वीं कक्षा की पढ़ाई श्री गुरु गोविंद सिंह स्कूल चंडीगढ़ से ग्रहण की है लेफ्टिनेंट आदित्य सिंह पटियाल ने बताया कि उन्होंने हाल ही में कंप्यूटर साइंस में बीएससी की डिग्री भी प्राप्त की है साथ ही कहा कि उनका बचपन से ही सपना था कि वह भारतीय सेना में सेवाएं दे आज उनका यह सपना साकार हुआ है और उनके आइडल उनके पिता डॉक्टर प्रमोद सिंह पटियाल हैं उन्होंने कहा कि उनकी दादी रजनी देवी माता कविता पटियाल भाई पार्थ पटियाल ने हमेशा ही उनका मनोबल बढ़ाया है वही आज इन सब के आशीर्वाद एवं साथ ही वह इतना बड़े मुकाम को हासिल कर पाए हैं । आदित्य सिंह पटियाल ने युवाओं से आह्वान किया है कि हमें हमेशा अपने लक्ष्य पर ध्यानार्थ रहना चाहिए साथ ही फिजिकल फिटनेस पर भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए आदित्य पटेल के पिता डॉ प्रमोद पटियाल ने अपने अपने बेटे की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है वही इस युवक की इस उपलब्धि पर समस्त पंचायत एवं क्षेत्र में खुशी की लहर दौर उठी है।
देहरा: कोरोना की दूसरी लहर ने जहां सबको एक भय और निराशा की स्थिति में डाल दिया था, वहीं देहरा उपमंडल में प्रशासन सबको हिम्मत देकर सहायता देने का कार्य निरंतर करता रहा। 14 अप्रैल 2021 को एसडीएम कार्यालय देहरा में कोविड से निपटपने के लिए जिला प्रशासन के निर्देशानुसार कंट्रोल रूम की स्थापना की गई। इस दौरान उपमंडल प्रशासन की ओर से 24 कर्मचारियों ने दिन-रात इस कंट्रोल रूम के माध्यम से लोगों से संपर्क साधा। इस दौरान कंट्रोल रूम ने 24 घंटे खुला रहकर एक फोन काॅल पर ही कार्रवाई करने का काम किया। एसडीएम देहरा धनबीर ठाकुर बतातें हैं कि संकट बड़ा था लेकिन कंट्रोल रूम के माध्यम से कभी ऐसा समय नहीं आया कि स्थिती को नियंत्रित न किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस दौरान देहरा उपमंडल में लगभग 2500 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। जिनमें से 01 व्यक्ति को धर्मशाला अस्पताल और 05 को टांडा मेडिकल अस्वताल उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। उन्होंने बताया कि कुल संक्रमितों में से 1900 के करीब लोग अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं और करीब 550 लोग आज भी होम आईसोलेशन में स्वास्थ लाभ ले रहे हैं। एसडीएम बताते हैं कि उपमंडल में इस दौरान करीब करीब 38 लोगों की दुःखद मृत्यु भी हुई। इस दौरान एसडीएम कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम द्वारा सभी 2500 संक्रमितों से संपर्क साधा गया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक संक्रमित से 3 से 4 बार संपर्क करके उनके स्वास्थ का पूरा ब्योरा कंट्रोल रूम में संकलित किया जाता रहा। वहीं संक्रमितों से बात करके उनके उपचार में आ रही किसी प्रकार की दिक्कत या अन्य किसी प्रकार की आवश्यकता के बारे में भी जानकारी ली गई। तदोपरांत फील्ड में तैनात अधिकारीयों, कर्मचारीयों व स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करके घर-घर जाकर लोगों को जरूरत की चीजें उपलब्ध करवाई गई। संक्रमितों के अलावा भी कंट्रोल रूम के माध्यम से उपमंडल में किसी भी जरूरतमंद को इस दौरान एक फोन काॅल पर ही आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई। एसडीएम ने कहा कि इस दौरान उपमंडल में सेवाएं दे रहे सभी तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, बीडीओ और उनके स्टाफ ने प्रतिदिन घर-घर जाकर संक्रमितों का हाल जाना, उनका हौसला बढ़ाया और जरूरी वस्तुएं उपलब्ध करवाई। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ई-पास के लिए भी लोगों को 24 घंटे सुविधा उपलब्ध करवाई गई, जिसके तहत अब तक लगभग 1750 पास देहरा कंट्रोल रूम द्वारा जारी किए गए हैं। एसडीएम ने कहा कि इस दौरान प्रशासन ने समाज के साथ हर समय खड़े रहकर अपना शत प्रतिशत देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आगे भी समाज से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा है। समज के लेाग अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कोरोना उपयुक्त व्यवहार अपनाएं, प्रशासन आगे भी लोगों को संकट से बाहर निकालने के लिए इस प्रकार दिन-रात प्रयासरत रहेगा।
देहरा :उपमण्डल देहरा के अन्तर्गत डाडासीबा ,जंबल बस्सी, चनौर,नैहरनपुखर,ढलियारा,करियाडा,खबली,मूहल आदि इलाको मे गत शुुक्रवार आधी रात को अचानक भारी बारिश के साथ आए तेज तूफान से खूब तबाही मचाने की खबरे सामने आई है। विगत करीब तीन दिन पहले यहां तेज आंधी तूफान के कारण डाडासिबा जंबल बस्सी ,बड्डल, ठोर आदि मे टूटे करीब 14 बिजली के पोल को विभागीय प्रशासन अभी सही ढंग से चालू भी नहीं कर पाया था कि गत शुुक्रवार आधी रात को आसमान से बस्सी आपदा ने विद्युत विभाग के 20 बिजली के खम्बे तोड़कर दुबारा फिर परेशानी मे डाल दिया है। वहीं इस आपदा ने विद्युत विभाग के 8 लाख रुपये का नुुकसान किया है। खबर की पुष्टि करते हुए विद्युत विभाग देेेेहरा कार्यलय मे तैनात एक्सन कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि जगह-जगह वृक्ष की बड़ी भरकम टहनियां टुटने से बिजली की तारे जमीन पर बिछ चुकी है। विभागीय कर्मचारी उक्त बिजली की तारो को जोड़ने के लिए युद्ध स्तर पर जटे हुए है ताकि विद्युत सप्लाई तुरन्त बहाल हो सके। वही इस दौरान न केवल बिजली विभाग को भारी चपत लगी है बल्कि यहां इलाको मे स्लेटपोश रिहायशी मकानो व गौशालाओं की छते उड़ गई तो वहीं नेहरनपुखर, घियोरी, ढलियारा, डाडासिबा, करियाडा आदि गावों मे दर्जनो बिजली के खम्बे गिरने से रात भर समूचा उपमन्डल देहरा इस चिडचडाती गर्मी के बीच अन्धेरे मे रहा लिहाजा शुक्रवार आधी रात व शनिवार देर सांय तक कई इलाको मे विगत करीब 18 घन्टो के बाद भी बिजली सप्लाई बहाल नही हो पाई थी जबकि विभागीय कर्मचारी शनिवार सुबह तड़के से ही युद्ध स्तर पर बिजली की तारो व् खम्बों को जोड़ने मे डटे हुए थे। बताते चलें इस भारी तबाही से बिजली के खंभे गिर गए और कई बिजली की लाइनें भारी-भरकम पेड़ गिरने से जमीन पर बिछ गई तूफान ने करीब एक से डेढ़ घंटे तक गरजना के साथ इतनी तबाही मचा रखी कि लोग बुरी तरह से सहमे उठे जगह-जगह पेड़ गिरने से मकानों व्यवसायिक परिसरों में विद्युत लाइनों को भारी क्षति पहुंची है बिजली व्यवस्था का ढांचा पूरी तरह से चरमरा गया है अधिकांश क्षेत्रों में बिजली गुल है बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बहाल करने में काफी समय लगा बिजली सप्लाई बाधित होने से जल शक्ति विभाग की मशीनरी नहीं चल पाई तूफान से ज्यादा तबाही आम फसलों में हुई है। क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में विद्युत विभाग देहरा मे तैनात एक्शिएन कुलदीप सिह राणा ने बताया कि शुक्रवार आधी रात को आधी तुफान से 20 बिजली के पोल गिरने से कई बिजली की तारे बृक्ष के नीचे बिछ गई है जिसमे करीब 8 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
देहरा :पुलिस थाना ज्वालामुखी के अंतर्गत खुंडिया के देहरू निवासी 29 वर्षीय को चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और उसके कब्जे से चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई है। जिसे उसने पिछली रात बोहन ज्वालामुखी से चुराया था। वहीं मोटरसाइकिल मालिक गौरव शर्मा सुपुत्र कमल शर्मा निवासी वार्ड नं०5 बोहन ज्वालामुखी की शिकायत पर उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की पुष्टि करते हुए एसएचओ ज्वालामुखी जीत सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
हिमाचल प्रदेश राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला ने ज्वालामुखी में पत्रकारों को बताया कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के चंगर इलाके के ऐतिहासिक स्थल भीमगोडा को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा जिसके लिए जिलाधीश कांगड़ा राकेश प्रजापति से इस ऐतिहासिक स्थल के विकास के लिए धनराशि स्वीकृत करवाई जाएगी उन्होंने बताया कि और भी संसाधनों से इस क्षेत्र का विकास कराया जाएगा ताकि यहां की महत्ता बढ़ सके और यहां पर आने वाले लोगों को यहां पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सके रमेश धवाला ने बताया कि यहां पर एक दंतकथा के अनुसार महाबली भीम की लाठी (एक लकड़ी) खड्ड के पानी में आज भी दिखाई देती है जो सदियों से यहां पानी में पड़ी है ना गलती है न सड़ती है ना कहीं बहती है भारी भरकम इस लकड़ी के टुकड़े को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं और अपनी मान्यता अनुसार यहां पर स्नान करते हैं यहां पर बैसाखी वाले दिन और अन्य कई धार्मिक पर्व स्नान वाले दिनों में भक्तों की काफी संख्या में भीड़ होती है यहां पर मेला भी लगता है और लोग इस पावन तीर्थ स्थल को छोटा हरिद्वार और छोटी काशी के नाम से भी पुकारते हैं यहां पर नहाने से कई पापों का नाश होता है और पुण्य फल प्राप्त होता है यहां कई तीर्थस्थलों के पानी का संगम कहा जाता है।इस ऐतिहासिक स्थल को विकसित करने के लिए क्षेत्र की कई पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने भी उनसे मांग की है और वे इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और शीघ्र ही यहां पर विकास की दृष्टि से काम किया जाएगा यहां पर खड्ड के सभी किनारों पर चेक डैम जैसे बनाए जाएंगे ताकि पानी का बहाव ठीक किया जा सके यहां पर स्नान करने के लिए महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग घाट भी बनाए जा सकते हैं ताकि लोगों को सुविधा मिल सके और यहां पर 2 मूर्तियां हैं और भी अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां यहां पर लगाकर लोगों को आकर्षित किया जा सकता है यहां पर छोटी सी सराय और बैठने के लिए रेन शेल्टर आदि की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि दूरदराज से आने वाले लोगों को यहां पर बैठने की व्यवस्था हो सके शौचालय की व्यवस्था की जाएगी।यहां पर लोग एक तरह से धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थल दोनों को मानकर आएंगे। ताकि लोग यहां पर आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकें इस मौके पर उनके साथ महात्मा रामनाथ जी ,राम स्वरूप शास्त्री,अनिल कुमार,विजय मेहता आदि भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकल के लिए ‘वोकल’ के नारे को समाजसेवी, नेशनल शिपिंग बोर्ड के सदस्य और वीआर मेरीटाइम के प्रबंध निदेशक कैप्टन संजय पराशर ने सही अर्थों में धरातल पर उतार दिया है। उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में रक्कड़ तहसील के चमेटी गांव की महिलाओं के स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार इम्यूनिटी बूस्टर संक्रमित मरीजों के घरों तक पहुंचाए। एक तरफ आयुष क्वाथ, तुलसी का शर्बत और तुलसी मधुयष्ठि सिरप जैसे इम्यूनिटी बूस्टर से कोरोना को हराने में मरीजों को मदद मिली, वहीं सेल्फ हेल्फ ग्रुप की महिलाओं की आर्थिकी में भी सुधार हुआ। पराशर ने सवा माह में दो लाख रूपए से ज्यादा के इम्यूनिटी बूस्टर स्वयं सहायता समूह से खरीदे। चमेटी गांव में विश्व पूजिता ग्राम संगठन नाम से 24 महिलाओं का समूह है, जोकि प्राकृतिक तरीके से हर्बल उत्पाद बना रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीवका मिशन व नेशनल अायुष मिशन के संयुक्त तत्वाधान में समूह के उत्पादों में दर्दनाशक तेल, घृतकुमारी जूस, प्राकृतिक शैंपू, तुलसी अर्क, माधव घन जीवामृत, कड़ी पत्ता साबुन, प्राकृतिक गिलोय, आयुष क्वाथ, आंवला कैंडी, हरड़ मरब्बा आैर प्राकृतिक कीट नियंत्रक शामिल हैं। हालांकि बिना खाद व कैमीकल से तैयार इन उत्पादों को लेकर स्थानीय स्तर प्रशंसा हो रही थी, लेकिन बाजार ने मिलने से महिलाओं को उस तरह से आय नहीं हो रही थी, जिसकी मेहनत करने के बाद अपेक्षा महिलाओं द्वारा की जाती थी। सहकार भारती संस्था ने इस विषय के बारे में जब कैप्टन संजय पराशर से जानकारी सांझा की तो न सिर्फ सेल्फ हेल्प ग्रुप के प्रयासों को सराहा, बल्कि उन्हाेंने उत्पादों के बेहतर बाजार उपल्ब्ध करवाने को भरोसा भी दिलाया। कोरोना की दूसरी लहर में पराशर ने सेल्फ ग्रुप द्वारा तैयार सारा सामान खरीद लिया और उन्होंने व उनकी टीम ने विशुद्ध रूप से प्राकृतिक उत्पाद कोरोना की जंग लड़ रहे मरीजों को उपलब्ध करवाए। इतना ही नहीं अब व्यापार को गति देने के लिए इस समूह की वह बेवसाईट भी तैयार करवा रहे हैं। पराशर ने इन उत्पादों की और ग्रुप की सदस्यों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है कि वे इन उत्पादों के आॅनलाइन बिजनेस को खुद बढ़ावा दे सकें। पराशर ने इस समूह को एक कंप्यूटर व एक प्रिंटर इंटरनेट कनेक्शन के साथ निशुल्क दिया है। पराशर ने इस समूह की दो सदस्यों की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी भेंट करवाई। स्वयं सहायता समूह की प्रधान पूजा ने बताया कि पराशर द्वारा समूह को दिया गया योगदान महिला सशक्तीकरण की दिशा में जसवां-परागपुर क्षेत्र केे लिए यह क्रांतिकारी कदम है। वहीं, संजय पराशर ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी से प्रेरणा मिली है। कोरोनाकाल के संकट में बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं, लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति व उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है। हमें न सिर्फ लोकल प्रॉडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। बताया कि अगर हम सभी लोकल के लिए वोकल रहें तो ग्रामीण परिवेश में कार्य व मेहनत करने वाले लोग आर्थिक रूप से भी सशक्त हो पाएंगें।
उपमंडल देहरा के अंतर्गत पड़ती पंचायत नलेटी में नवनिर्वाचित पँचायत सदस्यों ने एक बैठक का आयोजन किया । जिसमें कोविड-19,की मौजूदा परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा हुई और भविष्य में इस महामारी से निपटने हेतु एक पँचायत द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया है ओर गांववासीयों से इस गम्भीर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरतने का आह्वान भी किया गया है। लोगों को कोविड-19 सम्बंधित जानकारी पंचायत तक पहुंचने का निवेदन किया गया ताकि समय रहते इलाज न अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में मदद मिल सके। पंचायत ने सामुदायिक तौर पर कहा है कि वे अपने लोगों को हर सम्भव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं । इसलिए पंचायत का सहयोग करें ताकि इस महामारी से निपटने में मदद मिल सके। इस मौके पर प्रधान अंकुश शर्मा,उपप्रधान संदीप,वरूण , मुकेश ,समाजसेवी पवन बजंरगी ,आशा वर्कर , आंगनबाड़ी,सरकारी स्कूलों के अध्यापकों के सहित महिला मंडल पदाधिकारियों ने उपस्थिति दर्ज करवाई।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी - युवा कांग्रेस कमेटी व महिला कांग्रेस कमेटी जसवां प्रागपुर के संयुक्त तत्वधान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर डीजल और पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में लगातार हो रही वृद्धि के खिलाफ जारी प्रदर्शनों के तहत पेट्रोल पंप डाडा सीबा के समीप सरकार के विरूद्ध संकेतिक विरोध प्रदर्शन किया । इस दौरान युवाओं ने डाडासीबा बाजार से पट्रोल पम्प तक साईकल रैली निकाल कर , पेट्रोल व डीजल में हो रही वृद्धि का विरोध जताया । पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में हो रही लगातार बढ़ोतरी से आम आदमी परेशान है। कांग्रेस का कहना है कि इस वृद्धि के कारण आम आदमी की रोजमर्रा की वस्तुओं के मूल्य में भी लगातार वृद्धि हुई है। आज महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच गई है जिसके कारण गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों पर महंगाई का बोझ बढ़ता जा रहा है। एक ओर कोरोना महामारी ने लोगों के रोजगार छीन कर कमर तोड़ रखी है तो दूसरी तरफ बढ़ती महंगाई ने कसर पूरी कर दी है । भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार दिन प्रतिदिन महंगाई का बोझ लोगों पर डाल रही है। इस महंगाई को रोकने में यह सरकार नाकाम साबित हुई है। एक ओर जहां कड़वे तेल के रेट आसमान छू रहे हैं डबल सेंचुरी मार रहे हैं वहीं दूसरी ओर पेट्रोल व डीजल के साथ साथ, डिपो में मिलने वाले सस्ता राशन भी सरकार ने महंगा कर दिया है। जो सरकार किसानों को 2-2000 रूपये दे रही है उसके बदले में कई गुना ज्यादा उन किसानों से गुप्त रूप से मंहगाई बढ़ाकर वापस ले रही है।इस मौके पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जसवां प्रागपुर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमेल ठाकुर, महिला अध्यक्ष अनुराधा ठाकुर, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष कौशल शर्मा, उपप्रधान परमेश्वरी दास शर्मा पंच रीता कुमारी आदि शामिल रहे।
ब्लॉक परागपुर के अंतर्गत पड़ती नलसुहा पँचायत में गुरुवार देर सायें आसामानी बिजली गिरने के कारण उक्त पँचायत के वार्ड-5 निवासी जय सिंह सुपुत्र संत राम के 4 मवेशियों की दुखद मौत होने की खबर प्रकाश में आई है।खबर की पुष्टि एवम अधिक जानकारी देते हुए नलसुहा पंचायत वार्ड 5 के पँच दीपक कुमार ने बताया कि देर शाम उन्हें मामले की जानकारी मिलते ही वह मौके पर उक्त स्थान पर पहुंचे साथ ही पाया आसमानी बिजली गिरने से 4 मवेशी जिसमें 2 गाय एवम 2 बकरियां शामिल है मौत का ग्रास बन चुकी हैं।आपको बता दें गुरुवार शाम उपमण्डल देहरा के अंतर्गत विभिन्न स्थान पर जोरदार वर्षा,तूफान,आसामानी बिजली गिरने से भारी नुकसान हुआ है वहीं बिजली गिरने से नलसुहा पँचायत में भी खासा नुकसान पहुंचा है।वार्ड-5 पंच दीपक कुमार ने कहा कि 4 मवेशियों की अचानक मौत होने से जय सिंह एवम उनके परिवार का लगभग 1 लाख का नुकसान आंका गया है।उन्होंने एसडीएम देहरा धनबीर सिंह ठाकुर एवम समस्त प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस परिवार की ज्यादा से ज्यादा मदद की जाए।
देहरा :जिला कांगड़ा तहसील देहरा के छोटे से गाँव पाइसा के लोकगायक मोहित गर्ग ने अपना एक ओर हिमाचली लोकगीत बनजारू आया हो सारंग स्टूडियो प्रोडक्शन के यूट्यूब चैनल पर रिलीज कर दिया है। बता दें कि मोहित गर्ग जिला कांगड़ा के एक मात्र ऐसे लोकगायक हैं जिनके द्वारा गाये गए लोकगीतों को करोड़ों व्यूज मिल रहे हैं । रुनझुनुआं फेम मोहित गर्ग ने एक और काँगड़ी लोकगीत रिलीज किया जिसे संगीत सुशील गोगी ने दिया है और फ्रंटलाइन फ़िल्म से अखिल चौधरी द्वारा फिल्माया गया है। कमल हिमाचली, अंकित राणा व रेणुका रांगड़ा ने इस लोकगीत में अभिनय किया है। मोहित ने बताया कि उनका शुरू से एक ही सपना था कि अपने हिमाचली लोकगीतों को एक नई पहचान दिलवाऊं और मेरे चाहने वालों की बदौलत मेरा वो सपना साकार होता दिख रहा है,क्योंकि जिस तरह लोगों ने मेरे रुनझुनुआं गाने को प्यार दिया है वो सच में काबिले तारीफ है। और मुझे उम्मीद है की जिस तरह मेरे चाहने वालों ने मेरे बाकी गानों को इतना प्यार दिया है उसी तरह इस गाने को भी उतना ही पसन्द करेंगे।
देहरा : जलशक्ति विभाग सुनहेत से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर गांव नेहरन पुखर दयाल वार्ड नंबर 4 में करीब 25-30 परिवार करीब 3 दिनो से लगातार पानी की एक एक बूंद को तरस रहे है। वहीं इस गम्भीर परेशानी से तंग लोगो ने शुक्रवार को जल शक्ति विभाग के खिलाफ रोष व्यक्त किया है। स्थानीय वाशिंदों में प्रदीप कुमार, सुषमा देवी, त्रिशला,संजना, रजिंदर सिंह, विचित्र सिंह,विधि चन्द, रसीला राम, परमजीत कौर, रमेश चंद, संतोष कुमारी, विनायक, रीता कुमारी, रोहित, हरि सिंह,धर्मेंद्र सिंह, कांता देवी, बलदेव राज,रीना कुमारी इत्यादि का आरोप है कि हमारे इलाके मे पानी का सकंट इस कद्र गहरा चुका है की पानी के जुगाड़ हेतु लोग मारे-मारे फिर रहे है तो बेजुबान पशुओ को भी पानी की किल्लत पैदा हो गई है। जिससे हर कोई जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली को कोसता हुआ नज़र आ रहा है। वही इनका आरोप है कि माना गर्मियां अब शुरू हुई है। पहले जब सुबह पानी आता था तो एक या दो बाल्टी ही पानी आता था लेकिन पिछले 3 दिनों से पानी नहीं आया है। उन्होंने बताया की 3 दिनों से पानी की बूंद बूंद के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने विभागीय प्रशासन से मांग की है कि तुरन्त स्थिति का जायजा लेते हुए समस्या हल की जाए तो वहीँ कुछ ग्रामीणों का कहना है विभाग को चाहिए की शीघ्र ही पेयजल की सप्लाई बहाल की जाए ताकि हम ग्रामीणों को इस कोरोना कर्फ्यू के दौरान पानी के लिए भटकना ना पड़े।
देहरा :उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सिविल हस्पताल गरली के लिए एंबुलेंस सेवा प्रदान करने व उसका उद्घाटन करवाने आए थे। जिससे ग्राम पंचायत गरली के प्रधान शशिलता देवी और उप प्रधान सुशांत मोदगिल एवम पंचायत के सभी सदस्य तथा गांव वासियों ने मिलकर उनका स्वागत किया और उनके स्वागत में धरोहर गांव गरली के एक बहुत ही अच्छे आर्टिस्ट ऋतिक वर्मा की पेंटिंग जो कि उन्होंने उद्योग एवम परिवाहन मंत्री की तस्वीर बनाई थी, वह उन्हें भेंट की जिससे मंत्री बिक्रम ठाकुर ने उनकी पेंटिंग की काफी तारीफ की। बता दें कि रितिक वर्मा पहले भी बहुत पेंटिंग बना चुके हैं और बहुत से आर्ट अपने नाम कर चुके हैं। अभी वह हिमाचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी देहरा में अपनी फाइन आर्ट्स की शिक्षा ले रहे हैं। उनका कहना है कि वह बहुत ही खुशनसीब इंसान है कि उनकी कला को उनके माता-पिता और पूरा गांव व पंचायत के सभी सदस्य इतना सपोर्ट करते हैं। इसलिए वह चाहते हैं कि वह आगे भी ऐसा काम करते रहेंगे और कई जानी-मानी हस्तियों की पेंटिंग्स बनाते रहेंगे साथ ही उनका कहना है कि उद्योग मंत्री का बहुत ही धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने उनकी पेंटिंग की तारीफ की और उसको स्वीकार किया।
पालमपुर: दुनिया भर में सेल्फ़ी ब्रिज के नाम से मशहूर बंदला का कंडी ब्रिज जल्द नई सूरत में नज़र आएगा। इसके समीप शहीद सौरभ वन विहार ही एकमात्र पर्यटक स्थल है। जहां पर्यटक देश विदेश से पहुँचते हैं। बॉलीवुड की कई हस्तियों ने 1987 से निर्मित इस ब्रिज पर फ़िल्मों के गानों को फ़िल्माया है। पिछले वर्ष शहीद विक्रम बत्रा पर बन रही फ़िल्म शेरशाह के गाने की शूटिंग भी यंही हुई थी, जो अगले माह जुलाई में रिलीज़ हो सकती है। कलाकार सिद्धार्थ मल्होत्रा एवं अभिनेत्री कियारा आडवाणी पर गाना फ़िल्माया है। 1987 से बने इस ब्रिज को मरम्मत व साज सजा की ज़रूरत है। इसको लेकर बुधवार को विधायक आशीष बुटेल ने पार्षदों समेत इस ब्रिज का निरीक्षण किया और इसकी मरम्मत का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इसका उद्घाटन किया था, वर्तमान में ब्रिज को देखने कई पर्यटक आते हैं। इस बाबत इस ब्रिज की मरम्मत का कार्य और सौन्दर्यकरण का कार्य जल्द आरम्भ करवाया जाएगा। साथ ही स्ट्रीट लाइट का प्रावधान भी करवाया जाएगा।
पुलिस थाना भवारना की टीम ने मंगलवार को गश्त के दौरान परौर के जंगल में दो व्यक्तियों से 1 किलो 212 ग्राम चरस बरामद की है। भवारना पुलिस इलाके में गश्त कर रही थी। इस दौरान परौर के समीप जंगल में दो व्यक्तियों को संदिग्ध अवस्था में देखा। पूछताछ के दौरान दोनों संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने जब उनके बैग की तलाश ली तो चरस बरामद हुई। पुलिस ने 34 वर्षीय रामलाल व 40 वर्षीय श्याम ¨सह निवासी पद्धर जिला मंडी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी अमित कुमार शर्मा ने बताया कि नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ छेड़ा गया अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आते ही अब अस्पतालों में ओपीडी की व्यवस्था शुरू हो गई है। टांडा मेडिकल कॉलेज में भी लंबे समय बाद करीब सभी ओपीडी शुरू हो गई हैं। जानकारी के अनुसार पहले टांडा मेडिकल कॉलेज में बने मेक शिफ्ट अस्पताल में कोविड मरीजों के उपचार के लिए ज्यादातर डॉक्टर ड्यूटी दे रहे थे। इस कारण टांडा में ज्यादातर ओपीडी बंद पड़ी थी और कोरोना के अलावा अन्य मरीजों को निजी अस्पताल का रुख करना पड़ा रहा था। टांडा अस्पताल में केवल इमरजेंसी में ही मरीजों को देखा जा रहा था। मगर अब अस्पतालों और जिला कांगड़ा में कोरोना के मामलों में भारी कमी आई है। अस्पतालों में भी अब बेहद कम संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है। जिस कारण अब डॉक्टर फिर से अस्पताल में अन्य मरीजों की ओर ध्यान दे रहे हैं। इस समय टांडा मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन, ऑर्थो , बच्चों, ईएनटी आदि की ओपीडी शुरू की जा रही है।
जिला कांगड़ा के उपमंडल देहरा के अंतर्गत बनखंडी के हड़ियाल गांव की सोनिका शर्मा का चयन भारतीय सेना में एम.एन.एस लैफ्टिनैंट के पद पर हुआ है जिससे पूरे क्षेत्र में काफी खुशी का माहौल है। बनखंडी के हड़ियाल गांव की सोनिका शर्मा ने लैफ्टिनैंट बनकर अपने गांव तथा प्रदेश का नाम रोशन किया है। सोनिका शर्मा की पोस्टिंग जम्मू में हुई है। बतौर लैफ्टिनैंट अब वे जम्मू में अपनी सेवाएं देंगी। प्राप्त जानकारी अनुसार सोनिका शर्मा जिला बिलासपुर से हैं। उनकी शादी बनखंडी के हड़ियाल गांव के अरुण चंदेल से हुई है। सोनिका शर्मा इससे पहले गुरुग्राम में एक प्राइवेट अस्पताल में बतौर स्टाफ नर्स काम करती थीं और उनके पति प्राइवेट कंपनी में इंजिनियर हैं। 2017 में उन्होंने कमीशन का एग्जाम दिया था जिसका रिजल्ट अब निकला है जिसमें वो उतीर्ण हुईं हैं। सोनिका शर्मा ने बताया कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा-दादी, माता पिता, पति, सास-ससुर तथा परिजनों को ही देती है। वहीं सोनिका शर्मा के पति अरुण चंदेल, ससुर पवन कुमार और दादा गणपत राम चंदेल को सोनिका शर्मा की इस उपलब्धि पर काफी नाज है और वह इस कामयाबी से बहुत गौरवपूर्ण महसूस कर रहे हैं।
पालमपुर :कायाकल्प संस्थान पालमपुर के प्रशासक एवम मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष गुलेरी ने बताया कि जो लोग कोरोना को हराकर वापिस आएं हैं उनकी शारीरिक क्षमता कमजोर हो जाती है इसलिये उन्हें अपने काम पर वापिस आने पर दो या तीन महीने अपनी मासपेशियों पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिये क्योंकि इससे उनके दिल पर ज्यादा जोर पड़ने से उन्हें और समस्याओं से झूझना पड़ सकता है। आशुतोष गुलेरी ने बताया कि लोकडाउन के कारण भी घरों में रहकर लोगों में मोटापे और मानसिक तनाव की समस्या आ रही है जिसके लिए उन्हें निरंतर योगाभ्यास और प्राणायाम करना चाहिए। बता दें कि कोरोना काल में कायाकल्प में लोग अपने शारीरिक असंतुलन का उपचार यहां उपलब्ध नेचुरोपैथी, फिजियोथेरेपी तथा पंचकर्मा विधियों से करवा रहे हैं। जहाँ बिना सुई और बिना चीरे के इलाज हो रहा है। आहार थैरेपी, चुम्बकीय थैरेपी तथा एक्यूप्रेशर का भी यहां इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग बाहरी क्षेत्रों से आकर अपना इलाज करवा रहें है उन्हें रहने, खाने पीने तथा दवाइयों की पूरी सुविधा मात्र 900 रुपये से शुरू हो जाती है। हर व्यक्ति चाहे वह इनडोर इलाज करवा रहा है या आउटडोर उन्हें इलाज में वरिष्ठ नागरिकों को 15 प्रतिशत, बी पी एल परिवारों को 25% तथा अंत्योदय को 100 प्रतिशत छूट है। कायकल्प संस्थान द्वारा शुरू की गई फेसबुक लाइव स्ट्रीम पर भी योगा तथा प्राणायाम की ट्रेनिंग ली जा सकती तथा लोग संस्थान आकर विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श ले सकते हैं।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने एनपीएस कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर एक अनोखी पहल की है। इस आशय की जानकारी देते हुए कांगड़ा जिला प्रधान राजिन्दर मन्हास ने बताया कि कर्मचारी महासंघ पिछले लंबे समय से प्रदेश सरकार से केंद्र की 2009 की अधिसूचना को हिमाचल में लागू करने की मांग करता आया है। जिसके तहत सेवा के दौरान एनपीएस कर्मचारी की मौत पर परिवार को पेंशन का प्रावधान है। परन्तु जब सरकार ने पिछले तीन साल से इस मांग को नजरअंदाज किया तो इससे मायूस होकर महासंघ ने कोरोना के खतरे को देखते हुए अपने एक लाख कर्मचारियों की सुरक्षा का जिम्मा उठाया है। जिसके तहत अगस्त माह में संगठन ने 5000 कर्मचारियों को एल आई सी के माध्यम से 5 लाख का ग्रुप इन्सुरेंस दिलवाया जो सामान्य मृत्य पर भी कवरेज प्रदान करता है। जिला प्रधान ने बताया कि इस योजना के तहत अभी तक 10 परिवारों को 5 -5 लाख की राशि इसी योजना के तहत मिल चुकी है। जिला प्रधान ने बताया कि इन 10 कर्मचारियों में 4 की मौत कोरोना की वजह से हुई थी। कांगड़ा जिला प्रधान राजिन्दर मन्हास ने बताया कि महासंघ के राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर और समस्त राज्य कार्यकारणी ने अब यह मन बना लिया है कि हिमाचल के एक लाख कर्मचारियों को इस ग्रुप इन्सुरेंस प्लान से जोड़ा जाएगा। इसके लिए हिमाचल के 12 जिलों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। जिसे लेकर पिछले कल मंडी में जिला प्रधान लेखराज , चम्बा में सुनील जरयाल, सिरमौर में जिला प्रधान सुरिंदर पुंडीर और कांगड़ा में राजिन्दर मन्हास की अगुवाई में ओपन गूगल मीट हुई। इन बैठकों में राज्य अध्यक्ष के साथ राज्य महासचिव भरत शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ वैद्य, राज्य मीडिया प्रभारी पंकज शर्मा के साथ बिलासपुर जिला प्रधान राजिन्दर वर्मन , सोलन जिला प्रधान अशोक ठाकुर भी उपस्थित रहे,अन्य जिलों में भी ऐसी बैठके रखी जा रही हैं। संगठन राज्य महासचिव भरत शर्मा ने कहा कि सरकार की इस अनदेखी से हिमाचल के एक लाख कर्मचारी बहुत मायूस हैं। कई कर्मचारियों का कोरोना काल में देहान्त हुआ और उन कर्मचारियों के परिवारों को भी कर्मचारी का जमा एनपीएस का पैसा भी अब 20% नगद दिया जा रहा है। और 80% उसी के पैसे की नाम मात्र पेंशन दी जा रही है। जबकि केंद्र अपने कर्मचारियों की मौत पर परिवार को फैमिली पेंशन दे रहा है। तो हिमाचल में यह अलग कानून क्यूँ फॉलो किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि तत्काल आगामी बैठक में 2009 की अधिसूचना को लागू किया जाए नही तो आगामी विधानसभा चुनाव में जैसे संगठन ने ग्रुप इन्सुरेंस का विकल्प खोजा है उसी प्रकार कर्मचारी और विकल्प ना खोज लें।
कांगड़ा : राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा में ऑनलाइन पर्यावरण दिवस मनाया गया। बच्चों ने पर्यावरण सुरक्षा संबंधी संदेश देने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां की सुंदर-सुंदर चित्र बनाये ,पौधारोपण किया, स्लोगन बनाएं, पर्यावरण सुरक्षा संबंधी कविताओं का गान किया। भाषा अध्यापक राजीव डोगरा ने कहा कि पर्यावरण दिवस मनाने का तात्पर्य बच्चों को पर्यावरण के साथ जोड़ना तथा बच्चों के अंदर के कलात्मक गुणों को बाहर निकालना ही मुख्य लक्ष्य है। मुख्याध्यापक प्रवेश शर्मा ने बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा संबंधी संदेश दिया और कहा कि ठाकुरद्वारा स्कूल में हर दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उनके कलात्मक गुणों का भी विकास किया जा सके। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी अध्यापकों अमीचंद, सुनील कुमार, ज्योति प्रकाश,रविंद्र कुमार,राकेश कुमार और प्रवीण लता का सहयोग रहा।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने शुक्रवार को सिविल हॉस्पिटल भवारना में हो रहे वैक्सीनेशन का जायज़ा लिया। वैक्सीनेशन करवाने आए लोगों का होंसला बढ़ाया तथा अन्य लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने की अपील की। परमार ने कोविड काल में बेहतर सेवा देने के लिए चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों, पुलिस प्रशासन, पत्रकारों, अन्य कर्मचारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की प्रशंसा की। साथ उन्होंने कहा कि भवारना चिकित्सा खण्ड में 34 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की डोज़ ले ली है जोकि एक बड़ा आंकड़ा है। इसी बाबत उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की वैक्सीनेशन और टेस्टिंग को बढ़ाया जाए। परमार ने टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को संस्थान से बाहर किसी खुले स्थान पर करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर हॉस्पिटल को पीपीई किट, ग्लव्स, मास्क और सैनिटाइजर भेंट किए। इस अवसर पर उन्होंने 24 करोड़ की लागत से बनने वाले सिविल हॉस्पिटल भवारना के बहुमंजिला निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया और विभाग को समयबद्ध कार्यपूर्ण करने के निर्देश दिए। इस मौके पर भड़गवार की प्रधान सोनिया बंटा, उपप्रधान शिवालिक, भवारना की प्रधान बंदना अवस्थी, उपप्रधान तनु भारती, भाजपा मंडलाध्यक्ष देश राज शर्मा, अंकुर कटोच सहित बीएमओ भवारना, चिकित्सक उपस्थित रहे।
पूर्व मंत्री एवम अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सुधीर शर्मा द्वारा संचालित शक्ति हेल्पलाइन से कोरोना मरीजों को घर द्वार पर निशुल्क दवाइयां, ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर सहित मास्क इत्यादि उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। वंही धर्मशाला विधानसभा और साथ लगते क्षेत्रों में ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जो भोजन बनाने में असमर्थ हैं उन्हें भी हेल्पलाइन द्वारा दो वक़्त का पोष्टिक भोजन उनके घर पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिसका लाभ अभी तक लगभग 1800 कोरोना संक्रमित ले चुके हैं। गौरतलब है कि सुधीर शर्मा ने पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमित मरीज़ों सहित उनके परिवारों, गरीब लोगों व दूसरे प्रदेशों से यहां काम करने आए मजदूरों को राशन, मास्क एवम सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए थे। इस वर्ष भी उन्होंने पूरे प्रदेश में सबसे पहले पहल करते हुए अपने घर को कोविड सेंटर बनाने की पेशकश की थी तथा शक्ति हेल्पलाइन चलाकर उन्होंने कोरोना संक्रमित गरीब परिवारों को निशुल्क भोजन, ऑक्सीजन सिलिंडर, अस्पतालों में बेड प्रबंधन इत्यादि करवाकर मानवता की मिसाल कायम की है। इसी क्रम को जारी रखते हुए सुधीर शर्मा गावों और शहरी क्षेत्र धर्मशाला को अपने स्तर पर सनिटाइज करवा रहे हैं। एक नई पहल की शुरुवात करते हुए उन्होंने सभी आशावर्करों को अपनी ओर से ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर, दवाइयां सहित अन्य उपयोगी सामान देने का क्रम भी शुरू किया है। साथ ही साथ उनके द्वारा पुलिस कर्मचारियों, डाक विभाग के कर्मचारियों को भी सैनिटाइजर, फेसशील्ड, मास्क इत्यादि उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। हिमाचल कॉंग्रेस के दिशानिर्देश अनुसार ब्लॉक कांग्रेस तथा अग्रणी संगठनों द्वारा "अपना शहर,अपना दायित्व" एवं “अपना गाँव, अपना उत्तरदयित्व” के तहत प्रथम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहित करते हुए तथा उनकी सुरक्षा हेतु हर संभव सहायता पहुँचाई जा रही है।
पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीर बिलिंग घाटी से जनवरी माह में लापता हुए पैराग्लाइडर पायलट रोहित भदोरिया का शव मिल गया है। जालसू पास और बड़ा भंगाल की पहाड़ियों के बीच में एक संकरे पहाड़ के निकट शव मिलने की सूचना है। हालांकि, आधिकारिक रूप से पुलिस ने इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं की है। लेकिन सर्च अभियान में जुटी टीम ने यह सूचना बीर में दी है। जहां शव मिला है, उसी स्थान में पिछले महीने रोहित का काफी सामान भी मिला था। रोहित को ढूंढने के लिए लगातार एक बड़ा सर्च अभियान चल रहा था। इस दौरान अप्रैल में उसका कुछ सामान जालसू जोत के समीप मिला था। उसी क्षेत्र में अब बर्फ कम होने के बाद रोहित का शव मिलने की सूचना मिली है। मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले 48 वर्षीय रोहित भदोरिया काफी समय से बीड़ में रह रहे थे। इसी साल 8 जनवरी को रोहित ने बिलिंग से उड़ान भरी थी। कुछ घंटों की उड़ान के बाद उतराला से ऊपर की पहाड़ियों से अचानक रोहित लापता हो गए थे।
देश एक ओर जहाँ कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में वैश्विक महामारी कोविड से निपटने के लिए कई समाजसेवी संस्थाएं भी सहयोग के लिए आगे आ रही। पालमपुर के इनरव्हील क्लब की महिला स्वयंसेवियों ने आज एसडीएम पालमपुर को 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट किए। इस अवसर पर सिविल हॉस्पिटल के एमएस डॉ विनय महाजन, एसएमओ डॉ जयदेश राणा भी उपस्थित रहे। एसडीएम ने कहा इस महामारी में उपचार के लिए सबसे अधिक जरूरत किसी चीज़ की है तो वे ऑक्सीजन है। ऐसे समय में इनरव्हील क्लब द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाना बहुत अनुकरणीय कार्य है। उन्होंने इनरव्हील क्लब का इस भेंट के आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे किसी जरूरतमंद को उपयोग के लिए उपलब्ध होने से उसकी जान बच सकेगी। उन्होंने कहा कि इस संकट काल में बहुत से लोग तथा संस्थाए मदद के लिए आगे आए हैं और इनके माध्यम से कोविड से लड़ने के लिए दवाई और उपकरण इत्यादि उपलब्ध करवाए गए हैं।
कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल की ममूह गुरचाल पंचायत के मैहरका गांव के कोरोना संक्रमित व्यक्ति जिनका गत दिवस दिल्ली से अपने पैतृक गांव आते समय बीच रास्ते में निधन हो गया था और स्थानीय प्रशासन की देखरेख में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, तहसीलदार सुरभि नेगी, बीडीओ डॉ रोहित शर्मा तथा नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा सहित भाजयुमो के प्रदेश सचिव भवानी पठानिया भी उपस्थित रहे। सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि स्थानीय स्वयंसेविओं की मदद से उनके पैतृक गांव में पूरे कोविड प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार की रस्म निभाई गई। उन्होंने बताया कि उपमंडल में इन दिनों में कोविड के कारण जिन मरीजों की मौत हुई है प्रशासन अपनी देखरेख में उनके अंतिम संस्कार की रस्म निभा रहा है। उन्होंने बताया कि उपमंडल के तहत 100 से अधिक स्वयंसेविओं ने कोविड के मरीजों की सहायता तथा इसके कारण किसी व्यक्ति की मौत हो जाने पर उसके अंतिम संस्कार के लिए अपनी सेवाएं देने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया कि संकट के इस समय में प्रशासन को स्थानीय पंचायतों तथा स्वयंसेवियों का पूरा सहयोग मिल रहा है।
एसडीएम देहरा धनबीर ठाकुर ने बीते दिनों रक्कड़ तहसील के अंतर्गत अलोह पंचायत में घरों में जाकर कोरोना संक्रमितों का हाल जाना। उन्होंने कहा कि कोरोना से लगभग सभी लोग घरों में ही ठीक हो रहे हैं, इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग घरों में ही रहकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गई चिकित्सा विधि का पालन करें और पूरे जज्बे से कोरोना को हराने की मनोस्थिति रखें। एसडीएम ने यह भी सुनिश्चित किया कि संक्रमितों या उनके परिवारों को किसी प्रकार की कोई आवश्यक वस्तु की कमी न हो। उन्होंने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मचारियों को संक्रमितों के परिवारों से निरंतर संपर्क में रहने को कहा। एसडीएम ने कोरोना संक्रमितों से मिलने के उपरांत क्षेत्र में कोरोना नियमों की अनुपालना का जायजा लिया। उन्होंने आवश्यक सेवाओं में लगे सभी विभागों के कर्मचारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को कोरोना नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने को कहा।
पालमपुर में राज्य सभा सांसद इंदु गोस्वामी ने मेक शिफ्ट अस्पताल राधा स्वामी सत्संग परौर के लिए गर्म एवं ठंडे पानी के डिस्पेंसर तथा एलईडी टीवी भेंट किए। सांसद ने रविवार को यह उपकरण एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा को भेंट किए। उन्होनें आश्वाशन दिया कि भविष्य में भी उनके द्वारा यथासंभव सहयोग उपलब्ध करवाया जायेगा। सांसद ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास का आभार प्रकट करते कहा कि संस्था द्वारा कोरोना संकट में जो सहयोग प्राप्त हो रहा है वो मानवता की सेवा में बहुत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी संत्सग परौर में 256 का बिस्तरों का अस्पताल बनाया गया है और इसमें मनिफोल्ड ऑक्सीजन की व्यवस्था का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि ज़िला में अतिरिक्त 256 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध होने से कोरोना संक्रमित लोगों को उपचार के लिये लाभ उपलब्ध होगा। एसडीएम ने सांसद इंदु गोस्वामी का उपकरण उपलब्ध देने के लिए आभार प्रकट किया और कहा कि सांसद द्वारा इससे पूर्व भी डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर पपरोला के लिए भी उपकरण उपलब्ध करवाए गये हैं।
जिला कांगड़ा के भंगवार में मां की अर्थी को अकेले कंधे पर उठाने का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि मंडी जिले में भी मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां अर्थी को कंधा देने के लिए जब लोग आगे नहीं आए तो शव को डंडे से बांधकर एक किलोमीटर दूर सड़क तक पहुंचाया गया। मंडी जिले के जोगेंद्रनगर उपमंडल के लडभड़ोल तहसील के गवाला गांव में जब लोगों ने बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार से किनारा कर लिया तो एथलेटिक्स सेंटर जोगेंद्रनगर के खेल प्रशिक्षक गोपाल ठाकुर सामने आए। दरअसल धर्मपुर के संधोल की रहने वाली बुजुर्ग महिला करीब पांच-छह दिन पहले ही गवाला गांव में अपनी बेटी के घर आई थी। इसी बीच बेटी संक्रमित हो गई। शनिवार को वृद्धा की मौत हो गई, लेकिन उसकी अर्थी को उठाने के लिए गांव के लोग सामने नहीं आए, जबकि वृद्धा संक्रमित नहीं थी। प्रशासन को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने एथलेटिक्स सेंटर जोगेंद्रनगर के खेल प्रशिक्षक गोपाल ठाकुर से संपर्क किया। वह अपने सेंटर के खिलाड़ी विशाल व सुमित के साथ गवाला गांव पहुंच गए। उन्होंने डंडों से बांधकर वृद्धा के शव को सड़क तक पहुंचाया। उधर, शव सड़क में पहुंचने के बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए अपने गांव संधोल ले गए।
हिमाचल प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। प्रदेश में मृत्युदर बढ़ रही है। इसी बाबत हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने कोरोना संक्रमण के चलते अपनी चिंता व्यक्त की है उन्होने कहा हिमाचल कोरोना संक्रमण जैसे भयवाह बीमारी है झुह रहा है और प्रदेश में कांगड़ा जिला कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक पीड़ित है। उन्होंने कहा की इसका सबसे बड़ा कारण पिछले महीने तीन हजार से अधिक हुई शादियां है। उससे पहले लोगों बहुत खबरदार किया था परन्तु सब नहीं संभले, नियमों का उलंघन किया गया। कई जगह धामें की गई जिसके परिणाम सामने है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर ही इतना पीड़ित कर रही है। अब तीसरी भी आने वाली है। सरकार और जनता को बहुत अधिक सावधान होने की आवष्यकता है। शान्ता कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को जगत प्रकाश नडडा, अनुराग ठाकुर तथा कुछ और दानी बहुत मदद कर रहे है। बहुत से समाजसेवी विभिन्न स्थानों पर कई प्रकार से सेवा में लगे हुए है। उन सबका हम बहुत बहुत धन्यवाद करते है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुरसे आग्रह किया है कि लाॅकडाउन की सख्ती तब तक और अधिक बढ़ाई जाए जब तक बिमारी पूरी तरह से नियन्त्रण में नही आती।
कोरोना महामारी के बीच मरीजों के लिए मंदिर न्यास चिंतपूर्णी ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं। मंदिर न्यास मरीजों के लिए मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराएगा। श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर न्यास चिंतपूर्णी की वेबसाइट पर लिंक बनाया गया है। श्रद्धालु मास्क, ऑक्सीमीटर समेत 13 तरह के मेडिकल उपकरण दान कर सकते हैं। माता श्री चिंतपूर्णी की ऑफिशियल वेबसाइट खोलते ही मेडिकल सामग्री दान देने के लिए लिंक दिखेगा। श्रद्धालु अपनी श्रद्धा के अनुसार मेडिकल उपकरण दान कर सकते हैं। ऐसे करें सामग्री दान इनमें पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पीपीई किट, मास्क, ऑक्सीजन सिलिंडर और दवाइयां आदि शामिल हैं। सारा सामान मंदिर अधिकारी श्री माता चिंतपूर्णी तहसील जिला ऊना हिमाचल प्रदेश को कुरियर के माध्यम से भेजा जा सकता है। इसके अलावा श्रद्धालु खुद चिंतपूर्णी सदन में आकर भी मेडिकल सामग्री दान कर सकते हैं। वेबसाइट के लिंक पर रजिस्टर किए गए श्रद्धालुओं से मंदिर कर्मचारी खुद संपर्क करेंगे। मंदिर न्यास को मेडिकल सामग्री दान करने के मामले की पुष्टि मंदिर अधिकारी अभिषेक भास्कर ने की है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु धन के बजाय मेडिकल सामग्री दान करें। एसडीएम अंब मनेश यादव का कहना है कि कोरोना से जंग लड़ने के लिए सभी लोगों को मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस आपदा के समय मेडिकल उपकरणों की बहुत ज्यादा जरूरत है, इसलिए मंदिर न्यास को अगर कोई मेडिकल उपकरण दान करना चाहता है तो वे मंदिर ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर सामान कुरियर से भेज सकते हैं।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन ने सरकार से आग्रह किया है कि कोविड ड्यूटी में लगाए गए 18 से 44 साल के कर्मचारियों को सरकार वैक्सीन लगा कर ही ड्यूटी पर भेजे। एसोसिएशन के कांगड़ा जिला प्रधान राजेंद्र मन्हास ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें पिछले सप्ताह में 15 से अधिक कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई है, जिसमें अधिकतर 45 साल से कम उम्र के कर्मचारी हैं। ऐसे में कर्मचारी बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से 2009 की केंद्र की अधिसूचना की भी मांग करते हुए कहा कि समय की नजाकत को देखते हुए सरकार को यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू कर देनी चाहिए क्योंकि इस अधिसूचना के तहत सेवा के दौरान कर्मचारी की मौत पर एनपीएस कर्मचारी के परिवार को परिवारिक पेंशन का प्रावधान है। जिला प्रधान ने कहा कि सरकारी कर्मचारी सरकार के हर आदेश का पालन बड़ी मुस्तैदी से कर रहे हैं और वैक्सीन, कोविड एंट्री से लेकर कोविड मरीजों की मॉनिटरिंग जैसे कई कार्य कर रहे हैं, जिसमें उनके संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में सरकार का भी फर्ज बनता है कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं।
हिमाचल प्रदेश में सत्ता सुख उसी राजनैतिक दल का नसीब होता हैं जिसपर जिला कांगड़ा की कृपा बरसती हैं। इतिहास भी इस बात की तस्दीक करता हैं कि प्रदेश की सत्ता का रास्ता कांगड़ा से होकर गुजरता हैं। जो कांगड़ा फ़तेह नहीं कर पाता उसे सत्ता हासिल नहीं होती। वर्ष 1985 से ये सिलसिला चला आ रहा हैं। 1985, 1993, 2003 और 2012 में कांग्रेस पर कांगड़ा का वोट रुपी प्यार बरसा तो सत्ता भी कांग्रेस को ही मिली। वहीं 1990, 1998, 2007 और 2017 में कांगड़ा में भाजपा इक्कीस रही और प्रदेश की सत्ता भी भाजपा को ही मिली। यानी 1985 से 2017 तक हुए आठ विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सत्ता में जिला कांगड़ा का तिलिस्म बरकरार रहा हैं। इससे पहले 1982 के चुनाव में भाजपा को 10 सीटें मिली थी लेकिन प्रदेश में सरकार कांग्रेस की बनी थी। जिला कांगड़ा का सियासी मिजाज समझना बेहद मुश्किल हैं। कांगड़ा वालों ने मौका पड़ने पर किसी को नहीं बक्शा, चाहे मंत्री हो या मुख्यमंत्री। जो मन को नहीं भाया उसे कांगड़ा वालों ने घर बैठा दिया। अतीत पर नज़र डाले तो 1990 में जब भाजपा-जनता दल गठबंधन प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुआ तब शांता कुमार ने जिला कांगड़ा की दो सीटों से चुनाव लड़ा था, पालमपुर और सुलह। जनता मेहरबान थी शांता कुमार को दोनों ही सीटों पर विजय श्री मिली थी। पर 1993 का चुनाव आते -आते जनता का शांता सरकार से मोहभंग हो चूका था। नतीजन सुलह सीट से चुनाव लड़ने वाले शांता कुमार खुद चुनाव हार गए। वहीँ पिछले चुनाव में वीरभद्र कैबिनेट के दो दमदार मंत्री सुधीर शर्मा और जीएस बाली को भी हार का मुँह देखना पड़ा। वर्ष कुल सीट कांग्रेस भाजपा अन्य 1985 16 11 3 2 1990 16 1 12 3 ( जनता दल जिसका भाजपा के साथ गठबंधन था ) 1993 16 12 3 1 1998 16 5 10 1 2003 16 11 4 1 2007 16 5 9 2 2012 15 10 3 2 2017 15 3 11 1 2017 में मिले थे चार मंत्रिपद, अब तीन मंत्री 2017 के विधानसभा चुनाव में जिला कांगड़ा की 15 में से 11 सीटें भाजपा के खाते में आई थी। सरकार गठन के बाद जिला को चार कैबिनेट मंत्री पद मिले। विपिन सिंह परमार को स्वास्थ्य, किशन कपूर और खाद्य आपूर्ति, सरवीण चौधरी को शहरी विकास और विक्रम सिंह को उद्योग मंत्रालय मिला। यानी जयराम कैबिनेट में जिला कांगड़ा को दमदार महकमे मिले। इसके बाद 2019 में किशन कपूर सांसद बनकर लोकसभा चले गए। जबकि विपिन सिंह परमार से मंत्री पद लेकर उन्हें माननीय विधानसभा स्पीकर बना दिया गया। तदोपरांत 2020 में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में सरवीण चौधरी से शहरी विकास जैसा महत्वपूर्ण महकमा लेकर उन्हें सामजिक न्याय मंत्रालय का ज़िम्मा दे दिया गया। वंही राकेश पठानिया की कैबिनेट में वन, युवा एवं खेल मंत्री के तौर पर एंट्री हुई। विक्रम सिंह ही एकमात्र ऐसे मंत्री है जो शुरू से जयराम कैबिनेट में बने हुए है और जिनका वजन भी बढ़ा है। मंत्रिमंडल विस्तार में उनके पोर्टफोलियो में परिवहन जैसा महत्वपूर्ण महकमा भी जोड़ दिया गया। वर्तमान में तीन मंत्रिपद और विधानसभा स्पीकर का पद कांगड़ा के हिस्से में है। सियासी माहिर मानते है की स्वास्थ्य और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय छीनने की टीस जरूर कही न कही कांगड़ा में मन में रह सकती है। मिशन 2022 में क्या ध्वाला के लिए जगह होगी ज्वालामुखी के विधायक रमेश चंद ध्वाला के ज़िक्र के बिना कांगड़ा में भाजपा का सियासी जोड़ भाग अधूरा है। कांगड़ा में भाजपा का बड़ा ओबीसी चेहरा माना जाने वाले ध्वाला को कैबिनेट रैंक तो मिली लेकिन पद नहीं। इतना ही नहीं पार्टी संगठन के साथ उनकी खींचतान भी जगजाहिर है। कई मौकों पर ध्वाला ने खुलकर अपनी ही सरकार काे घेरने से भी गुरेज नहीं किया। हालांकि अब तक ध्वाला सीएम के खिलाफ खुलकर बोलने से बचते दिखे है, पर उनके मन की टीस साफ दिखती है। 2022 आते-आते ध्वाला की ज्वाला और भड़कती है या नहीं, ये देखना दिलचस्प होगा। इसी तरह क्या भाजपा की 2022 योजना में उनके लिए स्थान है या नहीं, ये भी बड़ा सवाल है। कांग्रेस: एकजुट रहकर ही 2022 फ़तेह संभव कांगड़ा में कांग्रेस की बात करें तो हालहीं में हुए दो नगर निगमों के चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा है। पालमपुर में कांग्रेस को शानदार जीत मिली तो धर्मशाला में भी मामला ठीक ठाक रहा। अब फतेहपुर में उप चुनाव होना है जिसके लिए भी पार्टी तैयार दिख रही है। खासबात ये है कि पिछले चुनाव में धराशाई होने वाले कांग्रेसी दिग्गज भी अब वापस मुख्यधारा में दिख रहे है। पर पार्टी के दो बड़े नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई हमेशा ही पार्टी की परेशानी बढ़ाती रही है। इन दो ब्राह्मण नेताओं की खींचतान से न सिर्फ पार्टी का नुक्सान हुआ है बल्कि इन दिग्गजों की निजी साख भी धूमिल हुई है। ऐसे में 2022 फ़तेह करने के लिए जरूरी है कि पार्टी एकजुट रहे।
विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार कोरोना संक्रमित लोगों का कुशलक्षेम जानने रविवार को स्वयं सिविल अस्पताल थुरल पहुंचे। उन्होंने कोविड-19 संक्रमित लोगों से बात की और उन्हें उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी हासिल की। उन्होंने संक्रमित लोगों के उपचार के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहायता की प्रतिबद्धता जताते हुए उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पूरा विश्व बुरी तरह प्रभावित है और प्रदेश में भी कोविड की दूसरी लहर का व्यापक असर देखने में आया है। उन्होनें कहा कि हमारे चिकित्सक, नर्सेज एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ पूरी तन्मयता से दिन रात संक्रमितों के उपचार में लगे हैं और आशा वर्कर होम आइसोलेशन में रखे लोगों का ध्यान रख रही हैं। दिन-रात सेवा के लिए थपथपाई स्वस्थ कर्मचारियों की पीठ उन्होंने कहा कि वैश्विक संकट में चिकित्सक, नर्सेज, सफाई कर्मचारी, आशा वर्कर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और प्रशासन निःस्वार्थ मानव सेवा का अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के लोग बिना आराम दिन रात कोविड संक्रमितों को बचाने में लगे हैं। उन्होंने चिकित्सकों, नर्सेज के साथ बैठक कर मौजूदा स्तिथि पर चर्चा की। उन्होंने अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता और दवाइयों की जानकारी हासिल करने के साथ आशा वर्करों को होम आइसोलेशन में रखे गए कोरोना संक्रमित के लिये दवाई और ऑक्सीमीटर और पीपीई किट इत्यादि की उपलब्धता के बारे में जानकारी हासिल की साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को भरोसा दिलाया की सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए उन्हें हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए गंभीरतापूर्वक कार्य कर रही है। संक्रमितों के प्रति संवेदनशीलता जरूरी परमार ने कहा कि लोग कोरोना की भेंट चढ़ असमय मौत का ग्रास बन रहे हैं। कोरोना संक्रमण से निधन के उपरांत कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार पीड़ित परिवार के समुख सबसे बड़ी चुनोती का कार्य बन रहा है और यह समाज और प्रदेश के लिए बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण हैं। पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनशील होने के स्थान पर लोग उनसे दूर भाग रहे हैं। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों, आशा वर्करों को किसी के कोरोना संक्रमित होने पर उसकी हर सम्भव सहायता और दुर्भाग्यवश किसी की मौत होने पर उसके अंतिम संस्कार के लिए सभी कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर की अनुपालना के साथ सहयोग की अपील की। 6 करोड़ से बनेगा थुरल अस्पताल का अतिरिक्त भवन इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने सिविल हॉस्पिटल थुरल के 6 करोड़ की लागत से बनने वाले अतिरिक्त भवन निर्माण स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि थुरल अस्पताल को 100 बिस्तरों के अस्पताल में स्तरोन्नत करने के उपरांत यहां अतिरिक्त भवन का निर्माण किया जा रहा रहा है। साढ़े 19 करोड़ से हो रहा दो पुलों का निर्माण इसके उपरांत विपिन सिंह परमार ने थुरल बछवाई सड़क निर्माण और न्यूगल नदी में साढ़े 10 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल के कार्य और हमीरपुर पालमपुर सड़क मार्ग पर मोल खड्ड पर बैरघट्टा के पास 9 करोड़ 40 लाख से निर्मित होने वाले पुल के कार्य का भी निरीक्षण किया और लोक निर्माण विभाग को इन्हे समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर भाजपा मंडलाध्यक्ष देश राज शर्मा, महामन्त्री विपिन जम्वाल, बीएमओ डॉ केएल कपूर, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण मुनीष सहगल उपस्थित रहे।
पालमपुर : जिला में कोरोना संक्रमितों के निधन पर अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख में सुनिश्चित किया जा रहा है। पालमपुर, बैजनाथ, धीरा में आज विभिन्न स्थानों पर कोरोना संक्रमितों के निधन पर अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख तथा कोविड प्रोटोकॉल के साथ किया गया। जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने बताया कि विकास खंड पंचरुखी ग्राम पंचायत गदियाडा के राजकुमार का दाह संस्कार विकास खंड पंचरुखी के अधिकारी राजेश्वर भाटिया ने सम्पन्न करवाया। राजकुमार के पिता प्रकाश चंद का भी निधन कोरोना के कारण पिछले कल ही हुआ था। घर में छोटी बेटी तथा बेटा और पत्नी ही होने के कारण अंतिम संस्कार प्रशासन ने करवाया। संस्कार मे स्थानीय पंचायत के उप प्रधान विनोद कुमार एवं वार्ड पंच ने मिलकर कार्य किया। प्रवक्ता ने बताया कि गांव मझेरना तहसील बैजनाथ की मीना देवी, पंचायत महलपट्ट के नरेश कुमार का दाह संस्कार महाकाल मे प्रशासन द्वारा करवाया गया। इसके अलावा गांव कोटली व रीत में विधि राम और प्रकाशो देवी का अंतिम संस्कार तहसीलदार की मौजूदगी में कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया। रीत की प्रधान भी दाह संस्कार के लिए आगे आए और बीडीओ भी मृतक के घर पहुंचे। उपमंडल धीरा के अतंर्गत कोविड 19 के कारण मरने वाले गांव पनापर की वीना देवी और गांव धनियारा के कुलदीप चंद राणा का अंतिम संस्कार पीपीई किट इत्यादि उपलब्ध करवा कर कोविड नियमों की अनुपालना के साथ प्रशासन द्वारा किया गया l
जिला कांगड़ा के उपमंडल ज्वाली के अधीन सिविल हस्पताल ज्वाली की एक थ्रोट सैंपल ले जाने वाली एंबुलेंस का ज्वाली हड़सर रोड पर एक्सीडेंट हो गया । जिसमें दोनों चालकों को स्थानीय लोगों की सहायता से बचा लिया गया तथा ज्वाली उपमंडल की पुलिस को भी सूचित कर दिया गया । सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
हिम जन कल्याण संस्था द्वारा पालमपुर के साथ-साथ गांव में भी सेनिटीज़िंग का कार्य शुरू किया गया है। इसी कड़ी में पट्टी में भी संस्था के स्वयंसेवियों द्वारा सेनिटीज़िंग का कार्य किया गया व् मास्क भी बांटे गए। जानकारी देते हुए संस्था के उपाध्यक्ष रमन अवस्थी ने बताया कि संस्था द्वारा घर में आइसोलेटेड लोगों के लिए खाने का प्रबंध किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सेनिटीज़िंग का कार्य भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज पट्टी में सेनिटीज़िंग की गई। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा समय-समय पर समाज सेवा के कार्य किए जाते हैं तथा कोरोनाकाल में लोगों को कोरोनावायरस से बचाने के लिए सेनिटीज़िंग तथा मास्क वितरण का कार्य किया जा रहा है।
नर्सिंग करियर मानव जाति की सेवाए के लिए समर्पित एक महान कार्य है। वे दिन-रात काम करती हैं। वे दूसरों के प्रति बहुत विनम्र और सहानुभूति रखती हैं। इसी के चलते 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है। इसी उपलक्ष्य पर फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अस्पताल की सभी नर्सिंस को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने के लिए नवाजा गया और उनका हौसला अफजाई किया गया। इस अवसर पर फोर्टिस अस्पताल के एमएस डाॅ अनिल कायस्था एवं नर्सिंग हैड मेजर बलजीत कौर ने कहा कि कोविड-19 के इस मुश्किल दौर में नर्सिंस समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझती हुईं बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रही हैं। साथ ही वे अपने परिवार को भी संभाल रही हैं। उन्होंने कहा कि एक नर्स का विनम्र स्वभाव एवं मुस्कान मरीज के जीवन में नई सफूर्ति लाता है और उसे जीने के लिए प्रेरित करता है।
हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ ने आज सरकार की जारी उस अधिसूचना का संज्ञान लेते हुए उस पर कड़ा अफसोस और विरोध जताया है जिसमें उनके सन्ग्रोध पीरियड को खतम किया गया है। प्रदेश महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि सरकार को इस महामारी के समय में इस तरह के फरमान जो कि दूसरे प्रदेशों में या दूसरी बड़े शहरों में जारी हो रहे हैं उनका अनुसरण करने से बचना चाहिए। यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारे करोना वारियर्स के लिए दुखदाई है कि सरकार 10 दिन लगातार कोविड वार्ड में ड्यूटी देने के बाद 7 दिन के आइसोलेशन के पीरियड को खत्म कर रही है,जोकि इस समय बहुत ही गलत निर्णय है। चिकित्सक, स्टाफ नर्सेज अन्य पैरामेडिकल स्टाफ 10 दिन एक बहुत ही बड़े वायरल लोड के वातावरण के अंदर काम कर रहे हैं और इसलिए उसके बाद उनको आइसोलेशन पीरियड वैसे ही जारी रहना चाहिए जैसे पहले था ।सरकार का कहना है कि इनको दोनों वैक्सीन की डोज लग चुकी है , इसलिए आप तब तक काम करते रहें जब तक आप का शरीर करोना संक्रमित नहीँ हो जाता, जो कि एक बहुत ही असंवेदनशील और मानवीय मूल्यों के हितों के विरोधात्मक तर्क है। सरकार कहती है कि एम्स दिल्ली में इस तरह की व्यवस्था है, इसलिए हम भी ऐसी करेंगे, तो सरकार से हम पूछना चाहते हैं कि एम्स दिल्ली में तो और भी बहुत सारी व्यवस्थाएं हैं अपने चिकित्सकों के लिए , तो क्या वह भी आपने आज तक लागू करी है? AIIMS स्वास्थ्य संस्थान अपने हर चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को आवासीय सुविधा परिसर में उपलब्ध करवाता है क्या हिमाचल में भी सरकार ऐसा कर रही है? और सबसे बड़ा सवाल वैक्सीन तो करोना वॉरियर्स को लगी है उनके बच्चों को या उनके घर वालों को नहीं लगी है, तो क्या करोना वारियेर्स के परिवार वालों की जान की कोई कीमत नहीं है? दूसरा सरकार को हम यह बता देना चाहते हैं कि सबसे ज्यादा जो मृत्यु दर है वह क्रोना वारियेर्स और उनकी परिवारों के सदस्यों की है। पूरे देश में आज तक 750 से ऊपर चिकित्सक और 1200 सौ से ऊपर पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान की आहुति इस महामारी के साथ लड़ाई में अपने प्रदेश और देश के लोगों की जान बचाने के लिए दे चुके हैं। सबसे मजेदार सवाल यह है कि क्या सरकार इस बात की गारंटी दे सकती है के कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगने के बाद वह करोना से संक्रमित नहीं होंगे और हुए तो क्या उनका और उनके परिजनों का पूरा ख्याल रखेगी? और रही ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट को अनुसरण करने की बात तो सरकार के ध्यान अर्थ हम लाना चाहते हैं के एम्स में जो भी कोरोना वॉरियर्स कोविड वार्ड में ड्यूटी दे रहे हैं वह सिर्फ 6 घंटे प्रतिदिन की ड्यूटी दे रहे हैं और 1 सप्ताह में उनको सिर्फ 5 बार ही यह ड्यूटी करनी पड़ती है और उसके बाद उनको 2 दिन का अवकाश दिया जाता है, और साथ में हम यह भी बता देते हैं कि इस समय एम्स दिल्ली में ओपीडी सर्विस बंद है केवल टेली मेडिसन सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा हर समय एक चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम हमेशा तैनात रहती है अगर ड्यूटी पर किसी भी चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को कोई भी समस्या हो रही हो तो उसको स्थानांतरित करने के लिये। अंत में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि जितने चिकित्सक ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज दिल्ली में है उतने पूरे हिमाचल प्रदेश के अंदर नहीं है , तो इसलिए सरकार को अपने प्रदेश के हिसाब से सबको विश्वास में लेकर क्रोना वारियेर्स के बारे में कोई नीति बनानी चाहिए।हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर इस अधिसूचना का विरोध करती है और इस विरोध में हमारे साथ प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजेस के रेजिडेंट डॉक्टर संघ हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। अगर इस अधिसूचना को 3 दिन के भीतर वापस नहीं लिया जाता है तो सारे प्रदेश के चिकित्सक काले बिल्ले लगाकर इसका विरोध करेंगे। यह समय महामारी का है इसलिए हम अपनी जनता को एक भी पल का कष्ट नहीं दे सकते इसलिए सरकार इस मसले पर गंभीरता पूर्वक विचार करें और इस अधिसूचना को तुरंत वापस लिया जाए ।हम माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी से यह विशेष अनुरोध करते हैं कि इस मामले में आप खुद विशेष रूप से हस्तक्षेप कर पुनर्विचार करके इस अधिसूचना को जल्द से जल्द रद्द करवा कर करोना वारियेर्स के मनोबल को बढ़ाएं।
पालमपुर : कोविड की दूसरी लहर समूचे देश में चुनौती के रूप में उभर रही है। जहाँ सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए भरसक प्रयास कर रही है, वहीँ कई स्वयं सेवी संस्थायें भी इस अभियान से जुड़ रही हैं और इस पुनीत कार्य मे बहुमूल्य योगदान निभा रहे है। इसी कड़ी में दिल्ली में विशेष बच्चों की सशक्तिकरण, रोजगार, आर्थिक स्वावलम्बन, व् वेस्ट प्रबंधन मे कार्यरत संस्था शक्ति फाउंडेशन ने हिमाचल के पालमपुर क्षेत्र में बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते प्रशासन की मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। राधा स्वामी सत्संग परौर में बनाये जा रहे डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के लिए संस्था ने 5 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर शक्ति फॉउंडेशन के प्रतिनिधि राजीव अहल ने उपमंडल अधिकारी धर्मेश रमोत्रा को सपुर्द किये। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजेश सूद,समाजसेवी एवं हिमोत्कर्ष प्रदेश सचिव मनोज कंवर भी उपस्थित रहे। संस्था ने होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों की मदद के लिए ऑक्सीजन सेचुरेशन व् बुखार जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर व् डिटिजल थर्मामीटर भी प्रशासन को प्रदान किये। शक्ति फॉउंडेशन के प्रतिनिधि राजीव अहल ने इस अवसर पर जानकारी दी कि इस संस्था ने पिछले 11 वर्ष से दिल्ली मैं विशेष बच्चों के लिए 85000 थेरेपी सेशन, 550 स्कूल के छूटे बच्चों को पढ़ाकर वापिस शिक्षा से जोड़ा, 150 महिलाओं को कूड़े कचरे के काम से आगे बढ़ाते हुए वैलाकपिक रोजगार दिए, और पिछले वर्ष से लॉकडाउन में 6000 जरूरतमंद परिवारों को राशन उपलब्ध कराया। शक्ति फॉउंडेशन के संस्थापक अनुराग कश्यप ने बताया कि उत्तराखंड के कुछ कोविड प्रभावित पहाड़ी क्षेत्रों में भी इस प्रकार की मदद कर रही है। वहीँ उन्होंने अन्य समाज सेविओं से इस कार्य में जुड़ने का आह्वान किया। एसडीएम धर्मेश रमोत्रा ने शक्ति फाउंडेशन की पहल का स्वागत किया।उन्होंने कहाँ की संस्था द्वारा मुहैया करवाई गई मदद कोरोना से पीड़ित लोगों के काम आएगी।
बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ लोग मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। जिला काँगड़ा बढ़ते कोरोना मामलों के चलते सूबे का हॉटस्पॉट बन चूका है। इसी बीच पालमपुर के बुड्ढा मल एंड संस ज्वेलर्स के एमडी मानिक करवाल ने कोरोना के खिलाफ सराहनीय कदम बढ़ाया है। मानिक करवाल ने आज एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा को 51 हजार रुपये का चेक भेंट किया। यह धनराशि ऑक्सीमीटर, फ्लोमीटर, पीपीई किट इत्यादि सामान खरीदने के लिए भेंट किये गए हैं। एसडीएम धर्मेश रामोत्रा ने उक्त राशि भेंट करने के लिए मानिक करवाल का आभार जताया है।
कोविड-19 संक्रमण तेज़ी से फेल रहा है। हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। बढ़ते मामलों के चलते जिला कांगड़ा सूबे में कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। रोजाना एक हजार के अधिक मामले सामने आने के बाद जिला काँगड़ा प्रदेश में संक्रमण और मौत के आंकड़ों में सबसे अधिक चल रहा है। पिछले 38 दिनों में जिला कांगड़ा में एक साल के मुकाबले डेढ़ गुना से भी अधिक मामले सामने आए हैं। जिला कांगड़ा में कोरोना संक्रमण के 16035 मामले और 272 मरीजों की मौत दर्ज की गई है। यानी पिछले 38 दिनों में औसतन हर दिन 422 लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं और करीब सात संक्रमित मरीजों की मौत दर्ज की गई है। बढ़ते मामलों के साथ जिला कांगड़ा में टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है। अब रोजाना जिला में चार हजार के करीब लोगों की कोरोना जांच की जा रही है, जिसमें से एक हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जा रही है। यानी रोजाना टेस्ट करवाने वाले लोगों में करीब 25 फीसदी की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जा रही है।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के कांगड़ा जिला प्रधान राजिंदर मन्हास ने सरकार से आग्रह किया है कि कोविड ड्यूटी में लगाए गए 18 से 44 साल के कर्मचारियों को सरकार वैक्सीन लगा कर ही ड्यूटी पर भेजे जिला प्रधान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें लगातार कर्मचारियों के फोन आ रहे हैं कि इस मांग को सरकार के सामने रखा जाए क्योंकि पिछले 10 दिनों में 15 कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई है जिसमें अधिकतर 45 साल से कम उम्र के कर्मचारी हैं। ऐसे में कर्मचारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से 2009 की केंद्र की अधिसूचना की भी मांग करते हुए कहा कि समय की नज़ाकत को देखते हुए सरकार को यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू कर देनी चाहिए क्योंकि इस अधिसूचना के तहत सेवा के दौरान कर्मचारी की मौत पर एनपीएस कर्मचारी के परिवार को परिवारिक पेंशन का प्रावधान है। जिला प्रधान ने कहा कि सरकारी कर्मचारी सरकार के हर आदेश का पालन बड़ी मुस्तेदी से कर रहे हैं और वैक्सीन और कोविड एंट्री से लेकर कोविड मरीजों की मॉनिटरिंग जैसे कई कार्य कर रहे हैं जिसमें उनके संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में सरकार का भी फर्ज बनता है कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा हेतु जरूरी कदम उठाएं।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के लंबागांव इलाके की एक पंचायत मझेड़ा में एक बहु ने अपने ही 102 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी सुसर सुखीराम को डंडो से बुरी तरह से पीटा है। एसडीएम जयसिंहपुर और पुलिस ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए अब आरोपी बहु को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद एसडीएम ने डीएसपी बैजनाथ को इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बाद पुलिस ने धारा 452, 323, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और महिला को गिरफ्तार भी कर लिया है। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है। जिस के बाद हर कोई अब बहु की निंदा कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लंबागांव विकास खंड की मझेड़ा पंचायत में स्वतंत्रता सेनानी को उसकी बहु डंडो से पीट रही है। वहीं इस महिला का पति यानि बुजुर्ग का बेटा इस मामले को चुपचाप देख रहा है। इस आरोपी महिला का पति क्लास वन अधिकारी बताया जा रहा है। ससुर को पिटता देख दूसरी बहु सुसर को जब अपने कमरे में ले आई तो बुजुर्ग उनके सामने काफी रोने लगा। वहीं जब पिटाई करने वाली इस आरोपी महिला को इस बात का पता चला कि उसकी इस हरकत का वीडियो बन चुका है तो उसने डंडा लेकर अपने भतीजे के ऊपर भी हमला कर दिया। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया। एसडीएम जयसिंहपुर पवन कुमार ने डीएसपी बैजनाथ को इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। डीएसपी बैजनाथ बीडी भाटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय विधायक रविंद्र रवि धीमान ने भी इस घटना को शर्मसार बताया है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा है।
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में शनिवार से कोविड-19 से संक्रमित रोगियों के लिए ऑक्सीजन सहित सभी सुविधाएं आरंभ हो चुकी हैं। कोविड मरीज को सीएमओ कार्यालय धर्मशाला की अनुमति द्वारा ही फोर्टिस अस्पताल में दाखिला मिलेगा। इस संबंध में फोर्टिस कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ अनिल कायस्था ने बताया कि मरीजों को चिंता करने जरूतरत नहीं है, फोर्टिस कांगड़ा में कोविड वार्ड अलग बिल्डिंग में स्थापित किया गया है, ताकि नाॅन कोविड पेंशेंट को संक्रमण का कोई खतरा न हो और वे अपना इलाज सुचारू रूप से करवा सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि फोर्टिस कांगड़ा की मुख्य बिल्डिंग में ओपीडी सेवाओं के साथ-साथ आईपीडी एवं एमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह ही पूर्ण रूप से चल रही हैं। कोविड सुरक्षा के मद्देनजर थर्मल सक्रिनिंग के साथ-साथ रेपिड एंटीजन की पूरी सुविधा मरीजों को दी जारी है।
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने वित्त मंत्रालय द्वारा कोरोना आपदा की इस घड़ी में स्वास्थ्य संस्थानों जैसे निजी अस्पताल, कोविड सेंटर, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम समेत सभी मेडिकल सेंटरों द्वारा अब दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकने के निर्णय की जानकारी दी है। अनुराग ठाकुर ने कहा “ मोदी सरकार कोरोना आपदा की इस घड़ी में देशवासियों की हरसम्भव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है कोरोना मरीज़ों के परिजनों को उपचाराधीन मरीज़ों के इलाज में पेमेंट संबंधी समस्या लगातार हमारे ध्यान में लाई जा रही थी। इसे दृष्टिगत रखते हुए वित्त मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों जैसे निजी अस्पताल, कोविड सेंटर, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम समेत सभी मेडिकल सेंटर को अब दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकने संबंधी आदेश जारी कर दिया है। यह छूट 31 मई तक लागू रहेगी। दो लाख रुपए से ऊपर की कैश पेमेंट के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड देना होगा। मरीज का विवरण, भुगतानकर्ता का पैन या आधार, मरीज और भुगतानकर्ता के बीच रिश्ते की जानकारी लेकर अस्पताल दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकेंगे। अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज और उनके रिश्तेदारों को पेमेंट को लेकर हो रही समस्याओं को दूर करने के लिए हमने यह निर्णय लिया है” अनुराग ठाकुर ने कहा “ आयकर कानून की धारा-269ST के अंतर्गत देश में किसी भी व्यक्ति को 2 लाख रुपए से ज्यादा के नकद लेनदेन को प्रतिबंधित करती है।मगर महामारी के इस समय में इलाज करा रहे लोगों को इस क़ानूनी बाध्यता के चलते किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े इसलिए वित्त मंत्रालय द्वारा यह कदम उठाया गया। वित्त मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने कोविड संबंधी आयात से जुड़े सवालों के समाधान के लिए एक सहायता प्रकोष्ठ बनाया है, ताकि सीमा शुल्क विभाग से ऐसे सामान की त्वरित निकासी हो सके जिसके त्वरित व सकारात्मक परिणाम हमें मिले हैं।वित्त मंत्रालय पूरी गम्भीरता के साथ प्रधानमंत्री जी के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना से राहत देने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रहा है”
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज चम्बा से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कांगड़ा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिले में कोविड के मामलों में हुई तीव्र वृद्धि के दृष्टिगत कोविड रोगियों की सुविधा के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के परौर में अस्थाई प्रबन्ध किए जाएंगे जिससे अगले दस दिनों में 250 अतिरिक्त बिस्तरों की क्षमता उपलब्ध होगी। आने वाले दिनों में यहां बिस्तरों की क्षमता को लगभग 1000 तक बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आईसीयू बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के अलावा ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति की जानी चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भी सूचीबद्ध किया जाना चाहिए ताकि अधिक संख्या में कोविड के लिए जांच की जा सके और रोगियों को जल्द से जल्द जांच की रिपोर्ट उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि रोगियों को अस्पताल ले जाने और उपचार के उपरांत घर वापिस छोड़ने को वाहनों की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए छह पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए हैं। इन्हें नागरिक अस्पताल पालमपुर, क्षेत्रीय अस्पताल मण्डी, शिमला जिले के नागरिक अस्पताल रोहड़ू व नागरिक अस्पताल खनेरी, डाॅ. यशवंत सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नाहन और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित किया जाएगा। इससे इन स्वास्थ्य संस्थानों में 1400 बिस्तरों को ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पताल में तैनात विभिन्न श्रेणियों के चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को 30 जून तक प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। चैथे व पांचवें वर्ष के एमबीबीएस विद्यार्थियों, अनुबंध चिकित्सकों, सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डाॅक्टरों को 3000 रुपये प्रतिमाह का प्रोत्साहन दिया जाएगा। कोविड ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग विद्यार्थियों, जीएनएम तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों और अनुबंध प्रयोगशाला स्टाफ को 1500 रुपये प्रतिमाह का प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। प्रदेश सरकार पूरे राज्य और विशेषकर उन जिलों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के हर संभव प्रयास कर रही है जहां कोविड-19 के मामले अधिक हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा परौर में बिस्तरों की क्षमता को 1000 तक बढ़ाया जाएगा। मण्डी के राधास्वामी सत्संग ब्यास परिसर में 200 बिस्तरों की क्षमता और आईजीएमसी शिमला के नए ओपीडी ब्लाॅक में अतिरिक्त 300 बिस्तरों की क्षमता सृजित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा बद्दी-बरोटीवाला क्षेत्र में कोविड रोगियों के लिए अतिरिक्त 500 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त स्थान चयनित कर लिया गया है। इसके साथ उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि अब तक जिले में कोविड के 359489 सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 19570 पाॅजीटिव पाए गए है। वर्तमान में जिले में 5384 सक्रिय मामले हैं और जिले की पाॅजीटिविटी दर 5.44 प्रतिशत जबकि रिकवरी दर 70.34 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जिला में टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है और अभी तक अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं, कोरोना योद्धाओं और 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वैक्सीन की 3,82,851 खुराकें दी जा चुकी हैं। प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, उपाध्यक्ष हंस राज, सांसद इन्दु गोस्वामी, विधायक मुल्ख राज प्रेमी, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा, डा. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा के प्रधानाचार्य डाॅ. भानु अवस्थी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के आह्वान पर आज कांगड़ा के अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों ने अपने दिवंगत कर्मचारी सुरेश गौतम को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आशय की जानकारी देते हुए कांगड़ा जिला प्रधान रजिंदर मन्हास ने बताया की 30 अप्रैल 2018 को जिला बिलासपुर से संबंध रखने वाले जल शक्ति विभाग के कर्मचारी सुरेश गौतम बिलासपुर के कर्मचारियों के साथ दिल्ली में पेंशन बहाली के आंदोलन में शामिल होने गए थे और वापसी में आज ही के दिन एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी याद में एनपीएस कर्मचारियों ने आज उनका तीसरा शहीदी दिवस मनाया और कर्मचारियों ने प्रण लिया की सुरेश गौतम की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा और पेंशन बहाली तक यह आंदोलन जारी रखा जाएगा। जिला प्रधान ने कहा कि कांगड़ा के 20 खंडों में संगठन की 20 खण्ड कार्यकारणी ने यह श्रद्धांजलि समारोह मनाया और कोविड-19 नियमों का पालन कर श्रदांजलि अर्पित की। सभी कर्मचारियों ने सरकार से मांग की सुरेश गौतम की धर्मपत्नी को अभी तक करुणामूलक आधार पर नौकरी नहीं मिल पाई है। अतः सरकार उन्हें तत्काल नियुक्ति पत्र प्रदान करें। जिला प्रधान ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में 9 कर्मचारियों की कोविड की वजह से सेवा के दौरान मृत्य हो चुकी है आज संगठन ने उन्हें भी श्रद्धासुमन अर्पित की। साथ ही सरकार से आग्रह किया कि 2009 की अधिसूचना को तत्काल एनपीएस कर्मचारियों के लिए लागू किया जाए जिससे दिवंगत कर्मचारी के परिवार को परिवारिक पेंशन का लाभ मिल सके।
वैश्विक महामारी कोरोना ने पुरे विश्व में हाहाकार मचाया हुआ है। दो साल से विश्व में इस महामारी का संकट छाया हुआ है। इसी के चलते हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने इस महामरी को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इतिहास की किसी भी बड़ी से बड़ी विपत्ति के मुकाबले में आज का कोरोना सबसे बड़ा संकट है जिसने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखी है। टी.वी. देखना और अख्बार पढ़ना कठिन हो गया है। उन्होंने कहा इस प्रकार की भयंकर परिस्थिति में राजनितिक नेताओं की एक-दूसरे पर तीखी कड़वी अलोचना उन्हें कोरोना से भी अधिक दुखी करती है। यह आलोचना का समय नहीं, सहयोग का समय है। गलतियां सबसे होती है परन्तु उन पर कड़वी आलोचना करना बहुत बड़ा पाप है। इससे जनता का मनोबल टूटता है। आज की स्थिति में मनोबल सबसे अधिक आवश्यक है। शान्ता कुमार ने सभी दलों के नेताओं से आग्रहपूर्वक निवेदन किया है कि परस्पर आलोचना बिलकुल बन्द कर दीजिए। यदि सरकार में कोई कमी है तो उसे एक सुझाव के रूप में सरकार को बताएं। उन्होंने कहा कि राजनीति में उनके आदर्श अटल बिहारी वाजपेयी रहे है। वे बार-बार कहते थे कि दलों की दीवारें बहुत छोटी होती है परन्तु राष्ट्र का मन्दिर बहुत ऊँचा होता हैं। बांग्लादेश के युद्ध में भाजपा ने खुल कर सरकार की मदद की। यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी ने इन्दिरा गांधी को दुर्गा तक कह दिया। बाद में पार्टी के भीतर इस पर आलोचना भी हुई थी। शान्ता कुमार ने सभी से आग्रहपूर्वक निवदेन किया है कि कोई किसी की आलोचना न करे तथा सहयोग दें। कोई ऐसा काम न करे कि विपक्ष को आलोचना का मौका मिले। सरकार को गरीब दुखियों की सहायता करनी है। सरकार कर रही है। जयराम ठाकुर बहुत अच्छे तरीके से सरकार का संचालन कर रहे है। सरकार को साधन चाहिए। साथ ही कहा कि, उन्हें विश्वास है प्रदेश के सभी कर्मचारियों ने कटौती पर बिलकुल बुरा नहीं मना होगा।
विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के अंतर्गत आती ग्राम पंचायत बड़ी बतराहण के सभी लोगों से पंचायत के उपप्रधान रमेश धीमान ने अपील की है कि कोविड-19 और दो दिवसीय लॉकडाउन के चलते सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। यदि उनके वार्ड में कोई व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है, तो तुरंत इसकी सूचना अपने वार्ड मेंबर को दे। उन्होंने लोगों से कोविड-19 के नियमों का पालन करने की अपील की। हमेशा मास्क पहने, समय-समय पर हाथों को धोए, सैनिटाइज करें और 2 गज की दूरी बनाए रखें। पॉजिटिव व्यक्तियों से भी अनुरोध किया है कि वह सरकार द्वारा निर्धारित समयावधि तक खुद को क्वारंटाइन रखें। अपने वार्ड से संबंधित आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क बनाए रखें। दवाई या किसी अन्य सहायता के लिए वार्ड मेंबर को बताएं ताकि इस बीमारी को रोका जा सके। ग्राम पंचायत बड़ी बतराहण और उसके प्रतिनिधि सहायता के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।