भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन किल्लत का संकट जारी है। गोवा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बृहस्पतिवार के तड़के ऑक्सीजन के अभाव में और 15 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। राज्य में कई दिनों से ऑक्सीजन कमी के चलते लोगों की मौत हो रही है। दो दिन पहले ही यहां 26 कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई थी। प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है। सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट की गोवा बेंच को बताया गया कि अस्पताल में ऑक्सीजन का दबाव कम होने के कारण अधिकांश मरीजों की मौत हुई। कोर्ट ने केंद्र से गोवा के हालात के मद्देनजर जल्द कोटा के मुताबिक ऑक्सीजन की आपूर्ति करने को कहा है। हालांकि जस्टिस नितिन डब्ल्यू साब्रे और एमएस सोनाक ने कहा कि 12 मई के आदेश के बावजूद बृहस्पतिवार को करीब 40 कोरोना मरीजों की मौत हुई जिनमें 15 की मौत तड़के 2 से 6 बजे के बीच हुई। घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन भी सवालों के घेरे में है।
देश में कोरोना से हो रही मौतों की संख्या घट नहीं रही है। भले ही रोजाना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही हो, लेकिन उच्च मृत्यु दर बनी हुई है। गुरुवार को देश में कुल 3,43,122 मामले सामने आए जबकि 3994 मरीजों की मौत हो गई। एक दिन पहले बुधवार को 3,62,720 मरीज संक्रमित पाए गए थे और चार हजार से अधिक की मौत हुई थी। हालांकि पिछले सात दिन के आंकड़े बता रहे हैं कि रोजाना के मामलों में कमी आई है। कुछ राज्यों में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। कर्नाटक में गुरुवार को 35,297 मामले सामने आए जबकि 5 मई को ये 50,112 तक पहुंच गए थे। इसी तरह दिल्ली में 10,489, उत्तर प्रदेश में 17,775, छत्तीसगढ़ में 9,121, मध्यप्रदेश में 8,419, बिहार में 7,752 और तेलंगाना में 4,693 मामले दर्ज किए गए।
देश के साढ़े नौ करोड़ से ज्यादा किसानों के लिए आज राहत की खबर है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत वित्तीय लाभ की आठवीं किस्त को जारी किया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसकी जानकारी दी गई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साढ़े नौ करोड़ किसानों के खातों में 19 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि भेजी। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम से जुड़े किसानों से बात भी की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे छोटे किसानों को फायदा हो रहा है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री और कई सांसद भी उपस्थित थे।
देश में जारी कोरोना संकट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ्रेंस में मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, डॉ बलराम भार्गव, आईसीएमआर और नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल मौजूद रहे। लव अग्रवाल ने बताया कि देश के 187 जिलों में पिछले 2 हफ्तों से कोरोना मामलों में गिरावट जारी है। 24 राज्य में पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी तक है, जबकि 12 राज्य ऐसे हैं जहां एक लाख से अधिक कोरोना के केस हैं । इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अगले हफ्ते से स्पुतनिक (Sputnik V) वैक्सीन की बिक्री भारत में शुरू हो जाएगी। साथ ही स्पुतनिक अक्टूबर तक भारत में उत्पादित होकर मिलने लगेगी। मंत्रालय के बयान से साफ है कि भारत में अब रूसी वैक्सीन स्पूतनिक अगले हफ्ते से बाजारों में दिखने लगेगा। अगले 2 महीनों में ऐसी योजना है कि भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर रूस की कंपनी भारत में ही इस वैक्सीन का उत्पादन करेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि अब धीरे-धीरे फिर से रिकवरी रेट बढ़ रहा है। मौजूद समय में रिकवरी रेट 83.26% है। अब केस भी घट रहे हैं। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग भी अब सबसे अधिक हो रही है ।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना जीवन गंवा चुके 43 फ्रंटलाइन वर्कर के परिवार वालों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है। इसके साथ ही अप्रैल महीने के लिए फ्रंटलाइन स्टाफ को इंसेंटिव देने की भी बात कही।
देश में इस वक्त कोरोना का कहर चरम पर है, ऐसे में इस महामारी के प्रकोप से बचने के लिए और अगली लहर का डट कर मुकाबला करने के लिए टीकाकरण में तेजी लाना जरूरी है। लेकिन यह संभव नहीं है कि कोई एक कंपनी ही भारत जैसे बड़े देश की वैक्सीन जरूरतों को पूरा कर सके। ऐसे में अलग-अलग कंपनियां जब तक वैक्सीन उत्पादन के क्षेत्र में नहीं उतरेंगी देश की मांग पूरी कर पाना आसान नहीं है। इसी को ध्यान में रखते हुए अब भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन को अब बुलंदशहर स्थित कंपनी बिबकोल भी बनाएगी। यहां हर माह कोवैक्सीन की 10 लाख डोज का निर्माण किया जाएगा। इस बात की पुष्टि बिबकोल के जनरल मैनेजर/ कंपनी सेक्रेटरी संदीप कुमार लाल ने की है। उन्होंने कहा कि यहां हर माह एक मिलियन डोज का उत्पादन होगा और ऑर्डर मिलते ही उत्पादन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम आ रहे हैं, लेकिन इससे हो रही मौतों का सिलसिला अभी भी जारी है। बीते 24 घंटे में देश में संक्रमण के 3,48,371 मामले सामने आए हैं जबकि 4208 मरीजों की मौत हुई है जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। पहली बार मौत का आंकड़ा सर्वाधिक स्तर पर पहुंचा है। लगातार तीसरे दिन संक्रमण का आंकड़ा गिरा है। मार्च के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 2.5 लाख पार कर चुका है। इनमें से 50 हज़ार मौतें पिछले 14 दिनों में हुई हैं। मौत का औसत रोजाना 3528 है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोवैक्सीन की टीके खत्म होने की वजह से हमें इसके केंद्र बंद करने पड़े। उन्होंने बताया कि करीब 17 स्कूलों में चल रहे 100 से ज्यादा केंद्रों को बंद कर दिया गया है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमने भारत बायोटेक से 1.34 करोड़ खुराकें मांगी थी लेकिन कंपनी ने मना कर दिया है। वहीं अब दिल्ली में कोविशील्ड वैक्सीन ही लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र को इस पर ध्यान देना चाहिए और वैक्सीन के निर्यात पर पूरी तरह से रोक लगानी चाहिए।
देश में कोरोना वायरस का कोहराम अभी भी जारी है। पिछले तीन दिनों से भले ही कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में गिरावट आ रही हो लेकिन मौत के आंकड़ों पर कोई लगाम नहीं लग रही है। पिछले 24 घंटे में देश में रिकॉर्ड तोड़ 4205 मौत दर्ज की गई हैं। वहीं संक्रमित मामलों से ज्यादा एक दिन में ठीक हुए मरीजों के मामले सामने आए हैं। वहीं गुजरात के भावनगर में एक अस्पताल में आग लग गई है। इधर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने 2-18 साल के बच्चों के लिए क्लीनिकल ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण के लिए कोवैक्सीन को मंजूरी दी। वहीं डॉ. हर्षवर्धन आठ राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाज पीयूष चावला के पिता प्रमोद कुमार चावला का कोरोना से निधन हो गया। सोमवार को पीयूष चावला ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से इस बात की पुष्टि की। उन्होंने इंस्टाग्राम पर उनकी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज उनके बिना जीवन पहले जैसा नहीं रहा, आज मेरी ताकत का स्तंभ खो गया है। प्रमोद कुमार चावल ने नोएडा के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह 12 दिन से कोरोना से जूझ रहे थे। हालत बिगड़ने पर रविवार को उन्हें मुरादाबाद के निजी कोविड अस्पताल से नोएडा रेफर किया गया था। जहां सोमवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रमोद कुमार चावला मुरादाबाद में विद्युत विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे।
सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई। बैठक में पार्टी ने अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर एक बड़ा फैसला लिया। अगले महीने की 23 तारीख को कांग्रेस अध्यक्ष के पद का चुनाव किया जाएगा। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में देश में कोरोना के व्यापक प्रसार को लेकर चर्चा की गई। इसके अलावा हाल ही में हुए चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेशों के चुनाव नतीजों में कांग्रेस के प्रदर्शन पर भी विचार किया गया और आगे की रणनीति तय की गई।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित राजभवन में आज सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार के मंत्रिमंडल ने शपथ ली, जिसमें कुल 43 मंत्री शामिल हुए तथा कुछ विधायक वर्चुअली कार्यक्रम में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गई हैं। ममता बनर्जी ने शपथ लेकर कामकाज भी संभाल लिया है, लेकिन उनके मंत्रिमंडल ने आज शपथ ली है। बंगाल में आज ममता सरकार के 43 विधायकों ने शपथ ली, जिनमें 24 कैबिनेट रैंक के मंत्री है। ममता के मंत्रिमंडल के 3 मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए शपथ ली। क्रिकेटर मनोज तिवारी को राज्य मंत्री बनाया गया। मंत्रियों के शपथ ग्रहण के दौरान ममता बनर्जी भी राजभवन में मौजूद रहीं।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते देश भर में हाहाकार मचा हुआ है | देश में बीते 24 घंटे में 3.66 लाख से अधिक नए मामले सामने आए और 3,754 लोगों की जान चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। इससे पहले, पिछले चार दिनों से लगातार हर रोज 4 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिल रहे थे। लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की वजह से देशभर के अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की भारी किल्लत जारी है। सैकड़ों मरीज बिना इलाज के ही दम तोड़ रहे हैं। श्मशान घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2,26,62,575 पहुंच गई है। देश में सक्रिय मामले बढ़कर 37,45,237 पहुंच गए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या अमेरिका के बाद सबसे अधिक भारत में है।
भाजपा नेता हिमंत बिस्व सरमा सोमवार को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। सरमा ने रविवार को राजभवन में राज्यपाल जगदीश मुखी से मुलाकात कर सरकार गठन का दावा पेश किया। राज्यपाल ने दावे को स्वीकार करते हुए सरमा को सरकार गठन का निमंत्रण दिया। इस दौरान कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे, इससे पहले दिन में भाजपा और राजग विधायक दल के नेता चुने गए सरमा ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें गठबंधन के नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंपी। श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में सोमवार को दिन में 12 बजे राज्यपाल सरमा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर लग रही अटकलें भी खत्म हो गई हैं क्योंकि सोनोवाल और सरमा दोनों को दावेदार माना जा रहा था। भाजपा नेतृत्व ने दोनों नेताओं को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए शनिवार को दिल्ली बुलाया था और ऐसी संभावना है कि सोनोवाल को केंद्र सरकार में स्थान मिलेगा
देश में जहां कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कोहराम मचाया हुआ है वहीं ऐसे में सेंट्रल विस्टा परियोजना को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विपक्षी दल लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमले किए जा रहे हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि देश को पीएम आवास नहीं, सांस चाहिए। केंद्र सरकार की सेंट्रल विस्टा परियोजना लगातार विवादों में फंसती दिख रही है। कोरोना काल में इसे रोकने की मांग जोर पकड़ रही है। बीते शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई है। याचिकाकर्ता की तरफ से जोर देकर कहा गया है कि समय की गंभीरता को समझते हुए इस परियोजना को अभी के लिए रोक देना चाहिए। क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट? राजपथ पर करीब 2.5 किमी लंबे रास्ते को सेंट्रल विस्टा कहा जाता है। वहीं इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक सेंट्रल विस्टा मार्ग में करीब 44 इमारत संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक आदि शामिल हैं। इस पूरे क्षेत्र को रि- प्लान किया जा रहा है जिसका नाम सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रखा गया है। इसकी लागत करीब 30 हजार करोड़ रुपए है। विस्टा प्रोजेक्ट में पुराने गोलाकार संसद भवन के सामने करीब 13 एकड़ जमीन पर नया तिकोना संसद भवन बनाया जाएगा। नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक-एक इमारत होगी लेकिन सेंट्रल हॉल नहीं होगा।
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा लगाया गया लॉकडाउन अब एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया गया है। दिल्ली में जो लॉकडाउन पहले 10 मई को खत्म होना था अब वो 17 मई की सुबह तक लागू होगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बार लॉकडाउन के चलते ज़्यादा सख्ती बरती जाएगी ताकि संक्रमण की रफ्तार को काबू में लाया जा सके। दिल्ली में सोमवार से मेट्रो सर्विस को भी बंद कर दिया जाएगा। राजधानी के सीएम ने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन का अच्छा असर देखने को मिल रहा है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब थोड़ी कम होने लगी है। पिछले कुछ दिनों में संक्रमण की दर 35% से घटकर 23% पर आ गई है। शनिवार को बीते 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना के 17,364 नए मामले सामने आए और 332 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ दिल्ली में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 19 हजार का आंकड़ा पार कर गई है। दिल्ली में अब तक 19,071 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 13,10,231 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, एक्टिव केसेस की संख्या अभी 87,907 है।
भारत में कोरोना महामारी बेकाबू हो रही है। कोरोना संकट के बीच संक्रमण की चेन तोड़ने के उद्देश्य से देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लगाया गया है। जिसका असर भारतीय रेलवे (Indian Railways) पर भी देखने को मिल रहा है। इस बीच पश्चिम रेलवे (Western Railways) ने कई स्पेशल ट्रेनों (Special Trains) को रद्द करने का ऐलान किया है। पश्चिम रेलवे द्वारा जारी कैंसिल ट्रेनों की लिस्ट में मुंबई, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत कई जगहों की ट्रेनें शामिल।
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच शनिवार को एक और राहत भरी खबर सामने आई। ड्रग्स कंट्रोलर ने डीआरडीओ की बनाई कोरोना की दवा के इमरजेंसी यूज को मंजूरी दे दी है। ये दवा अब तक हुए क्लीनिकल ट्रायल्स में सफल साबित हुई है। इसकी मैनुफैक्चरिंग की जिम्मेदार हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज को दी गई है साथ ही मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता भी कम हो गई। ये भी दावा है कि दवा के इस्तेमाल से मरीजों की कोरोना रिपोर्ट बाकी मरीजों की तुलना में जल्दी निगेटिव यानी, वो जल्दी ठीक भी हो रहे हैं।
बिहार में कोरोना संक्रमण की वजह से जदयू नेता और विधान परिषद के सदस्य तनवीर अख्तर का निधन हो गया है। वो कई दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार को उनका निधन हो गया। सीएम नीतीश कुमार ने ट्वीट कर उनके निधन पर दुख जताया है। सीएम नीतीश ने ट्वीट कर लिखा, "बिहार विधान परिषद के सदस्य मो. तनवीर अख्तर का निधन अत्यंत दुखद है। वे एक कुशल राजनेता थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें जन्नत में आला मक़ाम अता करें। "
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है की सिस्टम फेल नहीं हुआ है, मोदी सरकार फेल हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव जीतने में मशगूल रहे जिसके चलते तमाम चेतावनियों को अनदेखा किया गया। मोदी सरकार ने लोगों की मदद करने की जगह अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियां त्याग दी हैं। इसके साथ ही सोनिया ने कोरोना संकट पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की भी मांग भी की है। सोनिया गांधी ने कहा कि संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने भी करोना की स्थिति को लेकर चिंता जताई थी लेकिन प्रधानमंत्री ने उसकी भी अनदेखी की। इन पहलुओं पर मोदी सरकार बिल्कुल विफल हुई है, सही समय पर वैक्सीन का आर्डर नहीं दिया गया, तमाम चेतावनियों को अनदेखा किया गया, और ना ही ऑक्सीजन,दवाईयों या वेंटिलेटर की व्यवस्था को मजबूत किया। लोगों के ज़ख्मों पर मरहम लगाने की जगह कई भाजपा शासित सरकारें तानाशाह रवैया अपनाते हुए कार्रवाई कर रही हैं, सोशल मीडिया और बाकी प्लेटफार्म पर लोगों की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है। सोनिया गांधी ने कहा कि सिस्टम फेल नहीं हुआ है, मोदी सरकार का नेतृत्व विफल रहा है। भारत आज इसलिए बेबस है क्योंकि मोदी सरकार की लोगों के प्रति कोई संवेदना नहीं है। कांग्रेस पार्टी की मांग है कि मोदी सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाए क्योंकि यह विपक्ष बनाम सरकार की लड़ाई नहीं, यह हमारी कोरोना के खिलाफ जंग है। इसके साथ ही एक स्टैंडिंग कमेटी बनानी चाहिए ताकि एक एकजुट होकर कार्रवाई की जा सके। कांग्रेस कार्यसमिति जल्द ही बैठक बुलाएगी।
कोरोना का संकट दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है और हजारों लोगों की जान ले रहा है। शुक्रवार की सुबह मीडिया जगत के लिए कोविड एक और बुरी खबर लेकर आया है। वरिष्ठ हिन्दी पत्रकार शेष नारायण सिंह का निधन हो गया, वह कोरोना संक्रमित थे। शेष नारायण सिंह का ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल में इलाज चल रहा था। बीते दिन ही उन्हें प्लाज़्मा थैरेपी दी गई थी लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। शेष नारायण सिंह के निधन के बाद मीडिया जगत में शोक की लहर है। कई वरिष्ठ पत्रकारों व राजनेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शेष नारायण सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह का निधन अत्यंत दुखद है। पत्रकारिता जगत में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए वे हमेशा जाने जाएंगे। शेष नारायण सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से थे। बीते कई वर्षों से हिन्दी पत्रकारिता में वह अपना योगदान दे रहे थे। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया और ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी। कई पत्रकार इस महामारी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं जिसके कारण अब कई राज्य सरकारों ने अपनी ओर से पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में शामिल किया है, ताकि जल्द से जल्द सभी पत्रकारों को वैक्सीन लगाई जा सके।
हिंदुस्तानी और पाश्चात्य शास्त्रीय संगीत पर बराबर की पकड़ रखने वाले दिग्गज म्यूजिक डायरेक्टर और नेशनल अवॉर्ड विनर वनराज भाटिया का शुक्रवार सुबह मुंबई में अपने आवास पर निधन हो गया। उम्र संबंधी बीमारी से ग्रस्त होने के कारण प्रसिद्ध संगीतकार वनराज भाटिया ने 93 साल की उम्र में इस दुनिया से विदा लेली। वनराज सिंगल थे और साउथ मुंबई के घर में अकेले रहते थे। उनके निधन पर एक्टर फरहान अख्तर ने शोक व्यक्त कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उनके काम को याद किया है। वनराज ने 70s,80s और 90s में एडवर्टाइजिंग जिंगल कंपोज किए थे। उन्होंने लगभग 7000 जिंगल कंपोज किए। वनराज ने फिल्मों व टीवी शोज के लिए भी म्यूजिक बनाया है। उन्होंने मंथन, भूमिका, जाने भी दो यारों, 36 चौरंगी लेन, जुनून जैसी फिल्मों के लिए म्यूजिक कंपोज किया है। भारत एक खोज और तमस जैसे टीवी शोज के लिए भी उन्होंने म्यूजिक बनाया। उन्हें भारत के वेस्टर्न क्लासिकल म्यूजिक का सबसे बड़ा कंपोजर कहा जाता है। उन्होंने 1988 में टीवी शो तमस के लिए अपने म्यूजिक स्कोर के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता वहीं, 2012 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया था।
कोरोना की दूसरी लहर देश में प्रतिदिन नए रिकॉर्ड बना बना रही है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 4,14,433 नए मामले सामने आए हैं और 3,920 मरीजों की मौत हुई है। यह पहली बार है जब एक दिन में कोरोना के नए आंकड़े 4.14 लाख से ज़्यादा हैं और ऐसा तीसरी बार है जब देश में कोरोना के नए आंकड़े 4 लाख पार पहुंचे हों। इससे पहले बुधवार को देश में कोरोना के कोरोना के 412,618 नए मामले सामने आए थे। वहीं, 30 अप्रैल को कोरोना के नए मामलों का आंकड़ा 4,02,351 था। लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच इस महामारी की संभावित तीसरी लहर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से तैयारियों पर सवाल किया है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि तीसरी लहर में अगर बच्चे कोरोना से संक्रमित होते हैं तो सरकार के पास उनके इलाज के लिए क्या प्लान है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि अगर बच्चे संक्रमित हुए तो क्या माता-पिता अस्पताल में रहेंगे। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह सवाल भी किया कि क्या हम नए ग्रेजुएट डॉक्टर और नर्स का तीसरी लहर के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं।
कोरोना महामारी के इस काल में जहां हज़ारों कि संख्या में लोग मर रहें हैं वहीं मानवता भी अब मरती नज़र आ रही है। मानवता को शर्मसार करने वाला एक किस्सा कानपुर में दिखा है जहां खांसी, बुखार आने पर एक बुजुर्ग को परिजनों ने सड़क पर फेंक दिया। जिसके दरवाजे फेंका उसने बुजुर्ग के दूसरे रिश्तेदार को बुलाया लेकिन उस रिश्तेदार ने भी बुजुर्ग को एक किलोमीटर दूर दुकान के बाहर छोड़ दिया। पुलिस ने कार को ट्रेस कर रिश्तेदार को बुलाया और हिदायत देकर बुजुर्ग को उसके हवाले कर दिया। सुरेंद्र सिंह (52)की शादी नहीं हुई थी। वह 20 सालों से गुजैनी के ब्लॉक निवासी रिश्तेदार गौरव और सौरभ के यहां रह रहे थे। दो दिन पूर्व खांसी, जुकाम और बुखार आने पर रिश्तेदारों ने उन्हें कोरोना के डर से घर से ही बाहर निकाल दिया। सोमवार को सुरेंद्र गुजैनी सब्जीमंडी में किसी के घर के बाहर लेट गए। इस पर लोगों ने विरोध किया और उनके रिश्तेदारों को ले जाने को कहा। गुजैनी में ही रहने वाले सुरेंद्र के सगे भतीजे मुकेश को सूचना दी गई। मुकेश कार से वहां पहुंचा और बुजुर्ग को कार में लिटाकर करीब एक किमी दूर स्थित जैना पैलेस के अंदर एक दुकान के बाहर एक बिस्कुट का पैकेट थमाकर चला गया। दुकानों की देखरेख करने वाले कर्मचारियों ने इसकी जानकारी रतनलाल नगर चौकी इंचार्ज अरविंद सिंह को दी। दरोगा ने कार के नंबर को ट्रेस कर दोबारा मुकेश को बुलाया और जमकर फटकार लगाई। इस पर मुकेश ने बताया कि पहले वह अस्पताल गया था भर्ती न होने पर उन्हें यहां छोड़ा था। पुलिस कार्रवाई के डर से मुकेश सुरेंद्र को लेकर चला गया।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसात्मक घटनाएं थमती नज़र नहीं आ रही हैं। इस बीच केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन पर मेदिनीपुर में हमले हुआ है। उन पर केजीटी ग्रामीण विधानसभा के पंचखुड़ी में हमला किया गया। उनकी कार के शीशे तोड़ दिए गए। हमले पर वी मुरलीधरन ने कहा कि पश्चिमी मिदिनापुर के दौरे के दौरान उनकी गाड़ी पर टीएमसी के गुंडों ने हमला किया, शीशे तोड़ दिए गए, और उनके पर्सनल स्टाफ पर भी हमला किया गयाजिस कारण उन्हें अपना दौरा बीच में ही छोड़कर वापस आना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन उस प्रतिनिधमंडल का हिस्सा हैं जो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अगुवाई में पश्चिम बंगाल आई है। इस प्रतिनिधिमंडल में बीएल संतोष और भूपेंद्र यादव भी शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल हिंसा में मारे गए या घायल बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर-घर जा रहे हैं और जमीनी रिपोर्ट जुटा रहे हैं।
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे देश में स्थिति बेहद गंभीर हैं। इसी बीच केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन ने इस महामारी को लेकर एक और गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने बुधवार को कहा कि जिस तरह तेजी से वायरस का प्रसार हो रहा है कोरोना महामारी की तीसरी लहर आनी तय है, लेकिन यह साफ नहीं है कि यह तीसरी लहर कब और किस स्तर की होगी। उन्होंने कहा कि हमें बीमारी की नई लहरों के लिए तैयारी करनी चाहिए।
दिल्ली में कोरोना का कहर कम नहीं हो रहा है। लगातार बढ़ते मामलों के साथ ही ऑक्सीजन और अस्पतालों में बेड की किल्लत से कोरोना मरीज जूझ रहे हैं। मौत के रोजाना डराने वालें परिणाम सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। इन्हीं बदहाल व्यवस्थाओं की वजह से एनएसजी के ग्रुप कमांडर की सांसें थम गईं।
यूपी की राजधानी लखनऊ में ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने के दौरान बड़ा हादसा हो गया। रिफिलिंग के दौरान सिलेंडर फटने से मौके पर मौजूद तीन लोगों की मौत हो गई ,जबकि कई लोग घायल हो गए। हादसे के बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत और बचाव काम शुरू कर दिया। हादसा चिनहट के केटी ऑक्सीजन प्लांट में हुआ।
दिल्ली हाईकोर्ट में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर आज भी सुनवाई जारी है। कोर्ट ने एक बार फिर ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर केंद्र सरकार को फटकार लगाई है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र से कहा कि आप आंखें मूंद सकते हैं, लेकिन हम नहीं।
एक्ट्रेस कंगना रनौत अपने बयानों के चलते अक्सर चर्चा में रहती है। कई बार ट्रोलिंग का भी सामना उन्हें करना पड़ता है। ट्विटर पर कंगना काफी एक्टिव हैं और बेझिक अपनी राय लिखती हैं। हालांकि, इस बार उन्हें ये भारी पड़ गया है। कंगना रनौत लगातार ममता बनर्जी और उनकी सरकार के खिलाफ ट्वीट कर रही थीं। माना जा रहा है कि बंगाल चुनाव रिजल्ट के बाद ममता बनर्जी पर की गई टिप्पणी के बाद कंगना का अकाउंट सस्पेंड किया गया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच आईपीएल को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया है। पिछले कुछ दिनों से आईपीएल की कई टीमों में कोरोना के मामले सामने आए थे। टीम के खिलाड़ियों ओर सदस्यों के लगातार पॉजिटिव होने के बाद BCCI ने ये फैसला लिया है। आखिरकार मंगलवार को विश्व की सबसे ज्यादा लुभावनी टी20 लीग को अनिश्चितकाल काल के लिए निलंबित कर दिया गया।
कोरोना के बढ़ते कहर के बीच हरियाणा ने संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है। हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने ऐलान किया है कि 3 मई से अगले सात दिन तक संपूर्ण लॉकडाउन लागू रहेग। इससे पहले शुक्रवार को ही सरकार ने 9 जिलों में वीकेंड लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी। हरियाणा सरकार ने ये फैसला इसलिए लिया है ताकि कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके। हरियाणा में हालात पूरी तरह से बेकाबू होने लगे हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हरियाणा में अब तक 5,01,566 मामले सामने आ चुके हैं और 4,341 मरीजों की जान जा चुकी है। यहां एक्टिव केसेस की संख्या 1,02,516 पहुंच गई है।
दिल्ली में कोरोना लगातार बेकाबू होता जा रहा है। रविवार दोपहर को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के पिता का निधन हो गया। सत्येंद्र जैन के पिता कोरोना से पीड़ित थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इस पर दुख जताया। सीएम केजरीवाल ने कहा की ,"हमारे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना से संक्रमित अपने पिता को खो दिया है। ये बेहद दुखद है। दिल्ली के लोगों के लिए सत्येंद्र दिन रात कड़ी मेहनत कर रहे है। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे । "
पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल में तृणमूल कांग्रेस का परचम लहराता दिख रहा है। दोपहर तक के ट्रेंड के अनुसार, टीएमसी 200 के पार पहुंच गई है, जबकि बीजेपी 90 से नीचे पर ही रुक गई है. अभी टीएमसी 203 और बीजेपी 86 सीटों पर आगे चल रही है। रविवार को आ रहे नतीजे में दोपहर तक ही ममता बनर्जी की पार्टी ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया था। जबकि भारतीय जनता पार्टी 90 के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाई है। समक्ष आ रहे परिणामों से साफ है कि ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनने जा रही है। वहीं, हावड़ा की शिवपुर विधानसभा सीट से टीएमसी के मनोज तिवारी ने जीत दर्ज कर ली है। मनोज तिवारी ने 32 हजार वोटों से जीत हासिल की। पश्चिम बंगाल में टीएमसी की पकड़ मज़बूत होती जा रही है।
देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते ओडिशा सरकार ने प्रदेश में 14 दिन का लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण ओडिशा में 5 मई से 19 मई तक लॉकडाउन रहेगा। ओडिशा सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस दौरान आवश्यक सेवाओं, हेल्थ सेवाओं को ही छूट रहेगी। इसके अलावा सुबह के 7 बजे से दोपहर के 12 बजे तक लोग अपने घरों से 500 मीटर के दायरें में निकल सकेंगे, ताकि वे अपने जरूरी कार्य कर सकें। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटो में राज्य में कोरोना के 8015 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, कोरोना से अब तक 2068 मौत हो चुकी हैं। वहीं, अगर पूरे देश की बात करें तो 24 चौबीस घंटे में कोरोना के 3,92,488 नए मामले सामने आएं हैं और 3689 लोगों की मौत हो गई है। राहत वाली बात यह रही कि करीब 3 लाख 7 हजार 865 लोग इस बीमारी को मात देकर घर लौट चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश के चौपाल क्षेत्र से सम्बंध रखने वाली और बिग बॉस-14 की विजेता अभिनेत्री रुबीना दिलैक कोरोना पॉजिटिव पाई गईं हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए ये जानकारी साँझा की है। ट्वीट कर रुबीना ने ये लिखा की वे हमेशा बेहतर चीज़ों की तरफ देखती है। अब एक माह बाद वे अपना प्लाज़्मा दान करने की पात्र हो जाएंगी। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है और अब 17 दिनों के लिए वह घर पर ही कवारन्टाइन रहेंगी। रुबीना ने कहा की पिछले 5 -7 दिनों में जो भी उनके सम्पर्क में आया है वह अपनी जांच करवाना सुनिश्चित करे।
राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी होते देख उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को अब 10 मई तक बंद रखने निर्देश जारी कर दिए है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी के अनुसार कक्षा 01 से 12 तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल तथा कोचिंग संस्थान 10 मई तक बंद रहेंगे। इस दौरान ऑनलाइन क्लासेज़ आयोजित करने पर भी प्रतिबंध होगा। इससे पहले सरकार ने 30 अप्रैल तक राज्य में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया था जिसे अब बढ़ाकर 10 मई कर दिया गया है।
Over 1.3 crore Indians registered themselves online on the government's dedicated portal Cowin on Wednesday for the mass vaccination drive. However, a lot of them struggled a lot to get themselves registered and complained about the technical problems they faced while trying to register themselves on the Cowin portal. Some of them even complained that the portal was not responding while others said that it had crashed. In the second wave of infection, it has been seen that at least 300,000 people test positive each day for the past week. At this moment, India's best hope is to vaccinate its vast population. On Wednesday it opened registrations for everyone above the 18 to be vaccinated from Saturday. Many state governments have already said that may not be able to begin the drive on May 1 as they are still short of supplies. Another major roadblock is the large number of people registering themselves for vaccination. As the situation stands, COVID-19 vaccination is currently available in private hospitals only for 45-plus people till the end of the month. Thereafter the Centre-supported vaccine rollout for this category will be available only in government hospitals. The Centre has recently announced that states, private hospitals, and corporates can access 50% production of Covishield and Covaxin for the 18 and above category.
All people aged 18 years and above are going to get the corona vaccine from May 1, but the Arogya Setu app to be registered has not been updated yet. After getting registered on the Arogya Setu app, the message is still received that currently only those who are 45 years and above can get vaccinated. The same is also the case with the Kovin Portal and Umang App. In such a situation, people aged 18 years and above are worried about registration. Registration was to start from today. It was earlier told that from April 28, registration will start for those above 18 years of age on all three platforms Kovin, Arogya Setu, and Umang App, but now when the people of registration are getting upset, then Arogya Setu's statement has come that registration will be on April 28 from 4 pm. Arogya Setu has officially stated that registration will start from 4 pm on all three platforms Kovin, Arogya Setu, and Umang App.
दिल्ली में कोरोना के हालात में सुधार न होने के चलते दिल्ली में लाॅकडाउन को अगले सोमवार सुबह 5 बजे के लिए बढ़ाया जा रहा है। यह एलान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कोरोना के बिगड़ते हालातों को देखते हुए किया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोरोना के मामले तेज़ी बढ़ रहे हैं जिस कारण लाॅकडाउन लगाना जरूरी था। लाॅकडाउन के दौरान पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर थोड़ी कम हुई है और आज 30 फीसदी के नीचे आई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। पांच दिनों में ही एक लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। ऑक्सीजन की किल्लत भी बनी हुई है। इससे दिल्ली में कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। वहीं, सक्रिय मामले भी बढ़कर 93 हजार से ज्यादा हो चुके हैं। बढ़ते मामलों के साथ कंटेनमेंट जोन भी 24 हजार से ज्यादा हो गए हैं। परिस्थितियां खराब से बदतर होती जा रही हैं।
दिल्ली में कोरोना को लेकर बिगड़े हालात के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ऑक्सीजन की कमी से कुछ दिनों से दिल्ली में अफरातफरी मची है। दिल्ली को 700 मीट्रिक टन आक्सीजन चाहिए। सरकार की मांग पर केंद्र सरकार ने बुधवार दिल्ली को 378 मीट्रिक टन से कोटा बढ़ाकर 480 मीट्रिक टन कर दी है। इसके लिए उन्होंने केंद्र का आभार व्यक्त किया। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को कई कंपनियों से आक्सीजन आनी है। लेकिन दूसरे राज्यों ने कुछ समस्या खड़ी की है। दिल्ली की आक्सीजन रोक दी गई है। उन्होंने कहा कि पहले अपने राज्य को आक्सीजन देंगे फिर दिल्ली को जाने देंगे। यह ठीक बात नहीं है ऑक्सीजन का कोटा केंद्र ने दिया है। केंद्र ने कुछ ऑक्सीजन ओड़िशा से देने की स्वीकृति दी है। वहां से ऑक्सीजन आने में समय लगेगा। इसलिए हवाई जहाज के जरिए ऑक्सीजन लाई जाएगी और उन्होंने कहा कि दिल्ली को ऑक्सीजन की कमी से दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे।
महाराष्ट्र के नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक होने से 22 मरीजों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में वॉल्व खुला रहने की वजह से ऑक्सीजन लीक हो गई थी। लीकेज बंद करने के लिए अस्पताल में सप्लाई रोक दी गई। उस वक्त अस्पताल में 23 मरीज वेंटिलेटर पर थे, जिन्हें ऑक्सीजन मिलनी बंद हो गई। इनमें 22 मरीजों ने दम तोड़ दिया। बता दें कि उद्धव ठाकरे सरकार ने इस हादसे की जांच कराने का आदेश दिया। साथ ही, मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने का एलान किया। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि टैंकर के वॉल्व में दिक्कत होने के कारण काफी ऑक्सीजन लीक होने लगी थी। उन्होंने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। नासिक के निगम कमिश्नर ने हादसे की जानकारी दी। साथ ही, बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बिगड़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 8वीं बार देश को संबोधित किया। उन्होंने देश को लॉकडाउन से बचने का संदेश दिया साथ ही राज्य सरकारों से इसे आखिरी विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करने का आग्रह किया है। पीएम मोदी के कोरोना पर राष्ट्र के नाम दिए गए संदेश की विपक्षी दल निंदा कर रहे हैं। नेताओं ने कहा कि देश को इस वक्त भाषण की नहीं ऑक्सीजन की ज़रुरत है। पीएम मोदी ने अपने 19 मिनट के संबोधन में कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है ताकि लॉकडाउन जैसे हालात ना बने। इसपर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पीएम मोदी का भाषण कुछ अलग ही अंदाज का था। पिछले साल कोरोना की पहली लहर में केंद्र ने सबकुछ अपने हाथों में रखा था यहां तक कि लॉकडाउन भी केंद्र सरकार की ओर से लगाया गया था। लेकिन एक साल बाद कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने की ज़िम्मेदारी राज्य सरकारें और मोहल्ला समितियों पर डाल दी गई है। आखिर एक साल में ऐसे बदलाव कैसे हो गया। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी के भाषण का लबोलुआब यही रहा कि दोस्तों आप स्वयं की सुरक्षा करो। अगर आप कोरोना को मात देकर निकलने में सक्षम रहे तो निश्चित रूप से हम किसी उत्सव और महोत्सव में मिलेंगे। तब तक के लिए शुभकामनाएं। भगवान आपके साथ रहे। इंडियन यूथ कांग्रेस के नेता श्रीनिवास ने भी पीएम मोदी के भाषण पर ट्वीट किया। क्षमा कीजिए, देश को 'भाषण' की नही, 'ऑक्सीजन' की ज़रुरत है ।
दिल्ली सरकार ने मजदूरों का पलायन रोकने के लिए विशेष प्लान बनाया है। सरकार ने लॉकडाउन के दौरान उनके खाने-पीने, रहने ,कपड़े व दवा इत्यादि के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से लॉकडाउन के दौरान प्रवासी, दैनिक व निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के लिए उचित कदम उठाने पर रिपोर्ट मांगी थी। सरकार ने पेश रिपोर्ट में कहा कि सरकार ने श्रमिकों की भलाई के लिए कई कदम उठाए हैं। सभी प्रकार की व्यवस्था देखने के लिए एक कमेटी का गठन किया है और प्रधान सचिव-गृह भूपिन्द्र सिंह भल्ला को इसका चेयरमैन बनाया गया है जो राज्य के नोडल अधिकारी रहेंगे। रिपोर्ट के अनुसार श्रमिको की बुनियादी सुविधाएं जैसे खाना, पानी, दवा, आश्रय, कपड़े इत्यादि की व्यवस्था के अलावा यह भी सुनिश्चित किया गया है कि निर्माण कार्य में लगे श्रमिको को कार्यस्थल पर ही खाने-पानी व अन्य सुविधाएं मिले। वित्त विभाग फंड की व्यवस्था करेगा। मंगलवार को दिल्ली सरकार की ओर से हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया गया और कहा गया कि दिल्ली सरकार प्रवासी, दिहाड़ी और निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के रहने, खाने और उनकी अन्य जरूरतों को पूरा करेगी।
दिल्ली में लॉकडाउन की पहली सुबह में रेलवे स्टेशन के बाहर की सड़कों पर प्रवासी मजदूरों की काफी भीड़ है। दिल्ली में सिर्फ 6 दिन का लॉकडाउन लगा है पर मजदूरों को भरोसा नहीं है कि सब कुछ जल्दी सही हो जाएगा। बस अड्डों पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूर घर वापस जाने के लिए उमड़ पड़े हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लॉकडाउन का ऐलान करने के बाद आनंद विहार बस अड्डे पर अपने-अपने शहरों की ओर लौटने वाले मजदूरों का जमघट लग गया और रात होते-होते मजदूर हज़ारों की संख्या में उमड़ पड़े। इस वजह से कोरोना के फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में हर किसी को यह डर सताने लगा है कि यह भीड़ कोरोना के खतरे को बढ़ा सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों ने मास्क नहीं लगाया और सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी। ऐसे में वायरस कैरियर होने का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ गया है। लोग घर जाने के लिए प्राइवेट बसों के दफ्तरों के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में लगे हैं। दिल्ली में एक बार फिर कोरोना ने अपना आतंक दिखाना शुरू कर दिया है। हर रोज़ मामलों का नया आंकड़ा सामने आ रहा है। अस्पतालों में मरीज़ों के लिए बेड्स की कमी है जिसके चलते लोगों को इलाज करवाने के लिए भटकना पड़ रहा है। ऐसे हालात में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए दिल्ली सरकार को 6 दिन का लॉकडाउन लगना पड़ा। सीएम केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि लॉकडाउन सिर्फ 6 दिनों का ही है, इसके बावजूद भी मजदूर बड़ी तदाद में पलायन कर रहे हैं। यूपी बॉर्डर पर बसों में यात्री भरे पड़े हैं। ऐसे में वायरस के फैलने का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ गया है।
देश में कोरोना की नई लहर के कारण हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में नेशनल लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने पाबंदियों को लेकर राज्य सरकारों को अधिकार दे दिए हैं। कोरोना के बढ़ते केहर के कारण कई राज्यों ने इसी वजह से मिनी लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाई हैं। लेकिन जैसे हालात बन रहे हैं उसपर एक बार फिर नेशनल लॉकडाउन का खतरा मंडराने लगा है। इस मामले में केंद्र ने अब पाबंदियों को लेकर फैसला लेने की छूट राज्यों को दी है। अमित शाह ने कहा कि विगत 3 महीनों से पाबंदियां लगाने के अधिकार राज्यों को दिए गए हैं क्योंकि हर राज्य की स्थिति एक समान नहीं है। ऐसे में राज्य सरकारों को अपनी परिस्थितियों के अनुसार फैसला लेना होगा। अमित शाह ने कहा कि जब पहली बार लॉकडाउन लगा तब देश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर काफी कमज़ोर था, बेड्स-टेस्टिंग-ऑक्सीजन समेत कई तरह की सुविधाएं पहले नहीं थी। हालांकि, अब केंद्र और राज्यों की सहायता से काफी तैयारियां हो चुकी हैं। कोरोना से लड़ने के लिए हर राज्य को अपने स्थिति के हिसाब से खुद निर्णय लेने होंगे और केंद्र सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया। ये वीकेंड कर्फ्यू शुक्रवार रात 10 बजे शुरू होगा और सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। ये फैसला तब हुआ जब दिल्ली में पिछले दिन 17 हज़ार से अधिक कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए जो अब तक का एक रिकॉर्ड है। वीकेंड कर्फ्यू को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जरूरी सेवाओं को खुला रखा जाएगा, जिनकी शादियों की तारीख तय है उन्हें पास दिए जाएंगे। मॉल, जिम, स्पा, बाजार और अन्य चीज़ें बंद रहेंगी, सिनेमा हॉल 30 फीसदी के हिसाब से चल सकते हैं। वीकेंड में सिर्फ इलाके के हिसाब से बाजार को खोला जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि पांच दिन लोग काम करें, लेकिन वीकेंड में घरों में रहने की कोशिश करें। अगर किसी को अस्पताल, एयरपोर्ट, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन जाना है तो उन लोगों को वीकेंड कर्फ्यू के दौरान छूट रहेगी लेकिन इसके लिए उन्हें पहले पास लेना होगा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग ने प्रचार करने पर 24 घंटे की रोक लगा दी है। ममता बनर्जी 12 रात आठ बजे से 13 अप्रैल रात आठ बजे तक प्रचार नहीं कर सकतीं। पाबंदी लगाए जाने के निर्वाचन आयोग के फैसले के विरोध में ममता बनर्जी शहर के बीचों बीच धरने पर बैठ गईं हैं। पिछले महीने चोटिल होने के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व्हीलचेयर पर बैठकर कोलकाता के मायो रोड पहुंचीं और उन्होंने परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास बैठकर धरना शुरू कर दिआ। इस दौरान ममता बनर्जी के साथ तृणमूल का कोई नेता या समर्थक नहीं था। चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के केंद्रीय बलों के खिलाफ बयानों और कथित धार्मिक प्रवृत्ति वाले एक बयान के कारण 24 घंटे तक उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। इसकी निंदा करते हुए ममता बनर्जी ने आयोग के इस फैसले को असंवैधानिक एवं अलोकतांत्रिक कहा है जिसके खिलाफ वह मंगलवार को करीब 11 बजकर 40 मिनट पर शहर में धरना देने पहुंची। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी रात आठ बजे के बाद बारासात और बिधाननगर में दो रैलियों को संबोधित करेंगी। वहीं, ममता बनर्जी के धरने पर बंगाल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वे चुनाव को बाधित करने का प्रयास कर रही हैं। चुनाव आयोग को निशाना बना रही हैं। केंद्रीय बलों पर हमला कराया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है। वे आयोग का निर्णय न मानकर आंदोलन कर रही हैं। एक सीएम को यह शोभा नहीं देता।
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के बीच भी कई जगहों से हिंसक झड़प की खबरें सामने आई हैं। कूचबिहार के सितालकुची में बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। झड़प में कई लोग घायल हो गए। इस दौरान बूथ नंबर 285 में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके गए और गोलीबारी हुई। फायरिंग में वोट डालने आए एक युवक की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार घटना स्थल से कई क्रूड बम भी बरामद किए गए। युवक की मौत के बाद टीएमसी ने बीजेपी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। बीजेपी ने ऐसे आरोपों से इनकार कर दिया है। वहीं, चुनाव के चौथे चरण के दौरान हुगली में बीजेपी उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी की कार पर भी हमला किया गया। हमले में बीजेपी उम्मीदवार की कार के शीशे टूट गए। उन्होंने इस हमले का आरोप टीएमसी के लोगों पर लगाया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मध्यप्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया है। लॉकडाउन 60 घंटे का रहेगा। एक दिन पहले ही प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि उनकी मंशा कभी भी लॉकडाउन की नहीं रही है। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जबरदस्त रफ़्तार पकड़ ली है। दिन प्रतिदिन दिन देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा कई तरह की पाबंदियां भी लगाई जा रही हैं। महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित दिल्ली में भी हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। इसीके चलते मध्यप्रदेश में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है।