मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर अपने मंत्रिमण्डल के सहयोगियों सहित शिमला के ऐतिहासिक माल रोड पर भ्रमण किया। मुख्यमंत्री ने रिज पर आयोजित विंटर कार्निवल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनन्द लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बड़े स्तर पर बढ़ावा दे रही है और विंटर कार्निवल इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने आमजन और पर्यटकों को नए साल की शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रदेश की मनमोहक वादियां, हरित वन क्षेत्र और स्वच्छ वातावरण पर्यटकों को स्वतः ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उन्होंने बरसात में आई आपदा के दौरान लोगों द्वारा किए गए सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनता और सरकार के सामूहिक प्रयासों से ही हिमाचल पर्यटकों का स्वागत करने के लिए एक बार फिर तैयार है। नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रिमण्डलीय सहयोगियों को सम्मानित किया। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, कैनिबेट मंत्री यादविन्द्र गोमा, विधायक हरीश जनारथा और केवल सिंह पठानिया भी इस अवसर पर उनके साथ उपस्थित रहे।
हिमाचल में नए साल का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया गया . रविवार को करीब पांच लाख सैलानी नए साल को मानने के लिए हिमाचल पहुंचे । रविवार देर शाम तक प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब समेत राज्यों से सैलानियों के आने का क्रम रहा। देर रात तक लोगों ने जश्न मनाया। शिमला, मनाली, चायल, कसौली, धर्मशाला और डलहौजी के होटल सैलानियों से पैक रहे। सोमवार-मंगलवार के लिए भी होटलों में 80 से 100 फीसदी तक एडवांस बुकिंग है। बर्फ की चाह में बड़ी संख्या में सैलानियों ने मनाली और लाहौल का भी रुख किया। अटल टनल रोहतांग से रविवार को सुबह से शाम तक 11,850 गाड़ियां आर-पार हुईं। उधर, कांगड़ा में 6,000 और चंबा जिले में 2,000 पर्यटक वाहन रविवार को पहुंचे। पंजाब सीमा से सटे बिलासपुर के गरामोड़ा टोल बैरियर से रविवार को 8800 वाहन गुजरे। रविवार को हिमाचल में पर्यटकों ने ठंड के मौसम में बड़े की धूमधाम से नए साल का आगाज किया .
महाकाली नगर चंडीगढ़ के सेक्टर 26 किन्नर मंदिर में सुबह हवन का आयोजन माता कमली द्वारा किया गया .इस दौरान अयोध्या से आए हुए अक्षत कलश को सेक्टर 26 के अलग-अलग मंदिर में वितरण किया गया . इस भव्य शोभायात्रा को सेक्टर 26 में निकला गया। इसमें मुख्य रूप से अमृत सागर, महाकाली नगर कार्यक्रम संयोजक राज अग्रवाल, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र चंडीगढ़ के कार्यालय प्रमुख एवं महाकाली नगर पालक अंकुश गुप्ता, महानगर कार्यकारिणी सदस्य रेनू रोहिल्ला , सहसंयोजक बृजेश , आरएसएस नगर करवा आर एस नेगी, राजकिशोर, रघुवीर, नितिन,सुनील बागड़ी,अमित खेरवाल विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल गौ रक्षा के कार्यकर्ता विवेक , अरुण , प्रिंस ,राज, सुमित, अमन, हेमंत ,पारस , विकास, अभिषेक, राहुल, गौतम, अजय , सौरव, अजीत , मनी , मुकेश एवं समस्त समाज उपस्थित रहे .
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जल विद्युत परियोजनाओं से संबंधित एफसीए और एफआरए मामलों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्वीकृतियों संबंधी मामलों के कारण लगभग 11 हजार मेगावाट क्षमता की जल विद्युत परियोजनाएं रूकी हुई हैं। उन्होंने एफसीए और एफआरए प्रक्रिया को सुगम बनाने के दृष्टिगत वन और ऊर्जा विभाग को एक समिति गठित करने के भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त जिलों में आवश्यक वनीकरण के दृष्टिगत उपायुक्तों और वनमण्डलाधिकारियों को भूमि चिन्हित करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को आत्मनिर्भर राज्य बनाने के दृष्टिगत जल विद्युत क्षमता का समुचित दोहन सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में सभी संबंधित विभाग इन परियोजनाओं को समयबद्ध पूर्ण करने तथा लोगों को इसका समय पर लाभ उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत कार्य करें। उन्होंने 800 मेगावाट क्षमता की पार्वती और 100 मेगावाट की ऊहल तृतीय चरण जल विद्युत परियोजनाओं को वर्ष, 2024 तक पूरा करने के भी निर्देश दिए। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश व यहां के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय ले रही है और विद्युत परियोजनाओं में रॉयल्टी बढ़ाने का मामला इसी के दृष्टिगत उठाया गया है। उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा के लिए वे शीघ्र ही केन्द्रीय विद्युत मंत्री के साथ बैठक करेंगे ताकि प्रदेश के लिए और अधिक राजस्व सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति के अनुसार विद्युत परियोजनाओं को पहले 12 वर्षों में 20 प्रतिशत, अगले 18 वर्षांे में 30 प्रतिशत व शेष 10 वर्षांे में 40 प्रतिशत रॉयल्टी राज्य को देने का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने पांच मेगावाट से कम क्षमता की विद्युत परियोजनाओं के लिए हरसंभव मदद का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के चरण-2 की भी समीक्षा की। इसके तहत राज्य सरकार 100 किलोवाट से 500 किलोवाट क्षमता की सौर विद्युत परियोजनाओं के लिए युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र ही द्वितीय चरण की यह योजना शुरू करेगी, जिससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के समुचित अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना आरम्भ कर इसके प्रथम चरण में ई-टैक्सी की खरीद पर युवाओं को 50 प्रतिशत उपदान का प्रावधान किया है। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अधोसंरचना सलाहकार अनिल कपिल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, निदेशक ऊर्जा हरिकेश मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया, राज्य विद्युत बोर्ड के निदेशक कार्मिक डॉ. अमित कुमार शर्मा, हिमऊर्जा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुभकरण सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बलदेव ठाकुर ने कहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आउटसोर्स की जगह स्थाई भर्ती करने का फैसला युवाओं के सुरक्षित भविष्य का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स में युवाओं के साथ केवल शोषण होता रहा है। पिछली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए बलदेव ठाकुर ने कहा कि जयराम सरकार ने पांच साल में जितनी भी नौकरियां दी उनमें चहेतों को ही रोजगार मिला। जबकि योग्य उम्मीदवारों की अनदेखी की गई। जबकि वर्तमान की सुख की सरकार युवाओं के हित में फैसले ले रही रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के एक साल के कार्यकाल में 20 हजार के ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल चुका है जबकि भाजपा के पांच साल के कार्यकाल में बेरोजगारी चरम सीमा पर रही है। भाजपा के काल में बेरोजगारी की दर तेजी से बढ़ती रही और बेरोजगारों की संख्या 20 लाख तक पहुंच गई। और जयराम के पांच साल के शासन में बेरोजगारी की दर 15 फीसदी से उपर ही रही। बलदेव ठाकुर ने कहा कि आउटसोर्स के नाम पर धोखधड़ी की गई। लेकिन अब ऐसा नहीं होगी और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की अगुवाई में प्रदेश के युवाओं के भविष्य को एक नई दिशा मिलेगी।ै बलदेव ठाकुर ने कहा कि जयराम सरकार ने प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ धोखा किया है। जयराम सरकार के समय ही पुलिस पेपर भर्ती का पेपर लीक हुआ। पुलिस भर्ती का पेपर 8 से 10 लाख रुपए में बिका है। जिसमें सरकार ने फर्जी जांच कराई है। पेपर बेचे गए और भाजपा के चहेतों को नियमों के खिलाफ नौकरियां मिलती रही। भाजपा उन्हीं नौकरियों को अपनी उपलब्धि बताती रही और प्रदेश के लाखों युवाओं को धोखा देती रही। यही नहीं स्वास्थ्य जैसे महकमे में भी भाजपा के संरक्षण में घोटाले होते रहे। लेकिन कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में एक साल में ही भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था प्रदेश को दी जो सबसे बड़ी उपलब्धि है।
शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर विंटर कार्निवाल में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। रिज पर लगे स्टॉल्स को लेकर शिमला के स्थानीय दुकानदारों ने विरोध जताया है। लक्कड़ बाजार के दुकानदारों का कहना है कि विंटर कार्निवल होना चाहिए लेकिन रिज पर कपड़े व अन्य खाद्य पदार्थों के स्टॉल नही लगने चाहिए इससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। लक्कड़ बाजार दुकानदार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुरेंद्र पाल ने कहा कि शिमला के रिज मैदान का ऐतिहासिक महत्व है। यहां पर बनी पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गांधी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य महान नेताओं की प्रतिमाओं की गरिमा को दरकिनार कर स्टॉल से ढक दिया गया है। उन्होंने कहा कि रिज पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ी रहती है लेकिन लक्कड़ बाजार व शिमला के दूसरे बाजार खाली पड़े हैं जिससे दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। रिज पर खाने-पीने व कपड़ों के स्टॉल नहीं लगाए जाने चाहिए। उन्होंने पहले भी इसको लेकर प्रशासन के सामने आवाज उठाई थी लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। दुकानदारों ने कहा कि रिज पर लोग यहां की सुंदरता को निहारने के लिए आते हैं फोटो खिंचवाते हैं लेकिन अब स्टॉल व यहां की साजो सज्जा से रिज मैदान को ढक दिया गया है जो की सही नहीं है। उन्होंने प्रशासन से इन स्टॉल को हटाने की मांग की है।
हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने तथा ई-वाहनों को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी सरकारी विभागों को एक जनवरी, 2024 से डीजल या पैट्रोल वाहन न खरीदने के निर्देश दिए हैं। अति-आवश्यक होने पर केवल प्रदेश मंत्रिमण्डल की स्वीकृति के बाद ही विभाग पैट्रोल या डीजल वाहनों की खरीद कर सकेंगे। अपने पहले बजट में ही ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए विद्युत चालित वाहन (ई-वाहन) पर राज्य सरकार का विज़न स्पष्ट किया और आगे बढ़कर स्वयं भी इलेक्ट्रिक वाहन का उपयोग कर मिसाल पेश की। राज्य सरकार के प्रयासों के कारण ही आज सरकारी ई-वाहनों की संख्या 185 हो गई है, जबकि प्रदेश में पंजीकृत निजी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 2733 तक पहुंच गई है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘‘राज्य सरकार हिमाचल में ई-व्हीकल को बढ़ावा दे रही है। परिवहन विभाग पहला ऐसा विभाग है, जिसमें ई-वाहन का उपयोग शुरू किया गया तथा चरणबद्ध तरीके से सभी सरकारी महकमों में भी इन वाहनों का संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। ई-वाहन केवलमात्र एक नई शुरूआत नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें पर्यावरण को सुरक्षित बनाना होगा तथा इसकी शुरूआत आज से ही करनी होगी।’’ सरकारी विभागों में गाड़ियों की आवश्यकता पूरी करने के लिए राज्य सरकार ने ई-टैक्सी अनुबंध पर लेने की अनुमति प्रदान की है। 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना के तहत युवाओं को ई-टैक्सी के परमिट प्रदान किए जा रहे हैं। ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जा रही है। इन गाड़ियों को घर पर भी चार्ज किया जा सकता है तथा राज्य सरकार भी चार्जिंग के लिए आधारभूत ढांचा तैयार कर रही है। ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए 6 राजमार्गों को ग्रीन कोरिडोर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में ई-वाहन चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए परिवहन विभाग ने 54 स्थानों को अंतिम रूप दिया है, जिनमें से कुछ लगभग बनकर तैयार हैं। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की सभी डीजल गाड़ियों को चरणबद्ध तरीके से ई-बसों में बदला जा रहा है। हाल ही में ई-बसें बनाने वाली कंपनियों के साथ बैठक में हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप गाड़ियां तैयार करने का अनुरोध किया गया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘‘राज्य सरकार लंबे रूटों पर भी ई-बसें चलाने जा रही है। एचआरटीसी के बेड़े में टाइप-1, 2 और 3 ई-बसों को चरणबद्ध तरीके से शामिल किया जा रहा है, ताकि 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल को स्वच्छ व हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। ’’
-डीजीपी और एसपी मामले में विचार-विमर्श कर लेंगे फैसला मुख्यमंत्री दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ बैठक के बाद वापस शिमला लौट आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में आलाकमान के साथ आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि बैठक में तय हुआ कि पार्टी लोकसभा चुनाव में मजबूत और ईमानदारी प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। वहीं, लोकसभा चुनाव किन मुद्दों पर लड़े जाएंगे, इसको लेकर उन्होंने कहा कि ये मुद्दे आने वाले वक्त में तय होंगे। वहीं, प्रदेश उच्च न्यायालय की ओर से मुख्य पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्निहोत्री को वर्तमान पद से हटाए जाने के आदेश पर उन्होंने कहा कि वे इन ऑर्डर्स को पढ़ेंगे और इसके बाद विचार-विमर्श कर फैसला लेंगे। नए मंत्रियों को जल्द देंगे विभाग हाल ही में बने नए मंत्रियों को विभाग आवंंटित करने के मामले में सीएम ने कहा कि जल्द ही नए मंत्रियों को विभाग दे दिए जाएंगे। वहीं, लोकसभा चुनाव को लेकर सीएम सुक्खू ने कहा कि बैठक में तय हुआ कि पार्टी लोकसभा चुनाव में मजबूत और ईमानदारी प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी। साथ ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों का भी स्वागत किया है और कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है।
कोटखाई में एक एलपीजी सिलेंडर विस्फोट में एसडीएम अश्वनी कुमार शर्मा आंशिक रूप से झुलस गए। उन्हें हल्की चोटें आई हैं। उनको कोटखाई अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। यह घटना शुक्रवार अल सुबह करीब तीन बजे एसडीएम अश्वनी कुमार शर्मा के आवास में हुई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कोटखाई बाजार में स्थित प्रताप जस्टा बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल में वे किराये के आवास में रहते हैं। घटना के दौरान वह आवास में अकेले थे। तड़के करीब तीन बजे वह गर्म पानी पीने के लिए रसोई में गए और गैस चूल्हा चालू करने की कोशिश की। लेकिन जैसे ही उन्होंने गैस चूल्हा जलाने के लिए लाइटर जलाया, तो अचानक ब्लास्ट हुआ और पूरी रसोई में आग लग गई। उसके बाद पूरी मंजिल आग की चपेट में आ गई। साथ ही खिड़कियां और दरवाजे भी क्षतिग्रस्त हो गए। धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और एसडीएम को वहां से बाहर निकाला गया। पड़ोसियों ने रेगुलेटर पर गीला कपड़ा डालकर आग को बुझाया।
-पीडि़ता ने न्यू शिमला महिला थाना में दर्ज करवाई शिकायत -पंजाब के लुधियाना के रहने वाले युवक पर लगाया आरोप शिमला में पंजाब की एक मॉडल से रेप का मामला सामने आया है। जालंधर की रहने वाली पीडि़ता ने न्यू शिमला महिला थाना में मामला दर्ज करवाया है। उसने लुधियाना के युवक पर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। पुलिस को दी शिकायत में पीडि़ता ने कहा कि वह २२ दिसंबर को शूटिंग के लिए शिमला आई थी और रात को एक होटल में ठहरी थी तो आरोपी युवक ने उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। २३ साल की पीडि़ता मॉडल ने बुधवार को न्यू शिमला महिला थाना में शिकायत दी थी। वहीं, एएसपी शिमला सुनील नेगी बताया कि युवती की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी युवक पंजाब के लुधियाना का रहने वाला है।
-डिवाइस लगने से अभिभावक भी देख सकेंगे बसों की लोकेशन हिमाचल प्रदेश में अब बिना व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस के स्कूल बसों की पासिंग नहीं होगी। परिवहन विभाग ने स्कूल बसों में वीएलटीडी लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। विभाग की ओर से इसको लेकर सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों और मोटर व्हीकल निरीक्षकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। स्कूल बसों में वीएलटीडी लगने के बाद परिवहन विभाग के पास पूरी जानकारी होगी कि बस कब और कहां गई। यही नहीं वीएलटीडी लगने के बाद अभिभावक भी स्कूल बसों की लोकेशन देख सकेंगे। बता दें कि परिवहन मंत्रालय की ओर से भी इसको लेकर आदेश जारी हुए हैं। वीएलटीडी लगाने का फैसला स्कूल बसों में सफर करने वाले छात्रों की सुरक्षा को लेकर लिया गया है। इसके जरिये आपात स्थिति में बच्चों तक तुरंत मदद पहुंचाई जा सकेगी।
-पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस पर साधा निशाना -कहा, सुक्खू सरकार ने एक साल में नहीं किया कोई काम -दिल्ली में परफॉर्मेंस को लेकर भी उठे सवाल हिमाचल प्रदेश भाजपा के कार्यालय दीप कमल में आज संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किया गया। गठन के बाद एक बैठक भी हुई। इसमें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल शामिल हुए। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में आपसी तालमेल नहीं है और यह बात अब जग जाहिर हो गई है। इसी के चलते उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। वहीं, प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने एक साल में कोई काम नहीं किया है, ऐसे में सरकार की परफॉर्मेंस को लेकर भी दिल्ली में चर्चा हुई है। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा पूरी तरह से तैयार जयराम ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से तैयार है। प्रदेश अध्यक्ष अभी विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर रहे हैं। आज किसान मोर्चा के नए स्वरूप बनने के बाद यह पहली बैठक है। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है और आने वाले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की चारों की चारों सीटों पर बीजेपी की जीत होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को दिल्ली बुलाया गया । सरकार की परफॉर्मेंस को लेकर भी दिल्ली में चर्चा हुई, लेकिन इसका जिक्र कांग्रेस के नेता नहीं करेंगे। केंद्र से मदद मिलने के बाद भी कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, लिहाजा केंद्र सरकार के लगातार मदद करने के बाद भी कांग्रेस केंद्र से मदद ना मिलने को मुद्दा बना रही है। इसको मुद्दा बनाकर कांग्रेस चुनाव लड़ने का प्रयास कर रही है, लेकिन केंद्र में फिर एक बार बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की चारों सीटों पर 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की भांति बीजेपी की जीत होगी। बिंदल बोले, जल्द होगी आठों मोर्चा की बैठक प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले चुनाव को लेकर आज किसान मोर्चा का नया स्वरूप बनने के बाद पहली बैठक है। राजीव बिंदल ने कहा कि जल्द ही बीजेपी के आठों मोर्चों की बैठक भी हिमाचल प्रदेश के अंदर की जाएगी। जिसमें भाजयुमो, महिला मोर्चा, किसान मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, ट्राइबल मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, ओबीसी मोर्चा और आईटी सोशल मीडिया मोर्चा संयुक्त रूप से जुटेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर इस बैठक में रणनीति तैयार की जाएगी।
-101 करोड़ रुपये से बनाया गया यह प्लांट -अत्याधुनिक तकनीक और मशीनों से लैस -एक घंटे में 10 मीट्रिक टन सेब करेगा प्रोसेस देश के फलोत्पादन में हिमाचल की अपनी एक अलग पहचान है। प्रदेश की सेब अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार ने जिला शिमला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र के पराला में हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन एवं प्रसंस्करण निगम एचपीएमसी फल विधायन संयंत्र की इकाई प्रदेश की जनता को समर्पित की। यह अत्याधुनिक संयंत्र 101 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित है और अत्याधुनिक तकनीक और मशीनों से लैस है। यह संयंत्र एक घंटे में 10 मीट्रिक टन सेब को प्रोसेस कर सकता है। सेब की बेहतर पैदावार होने पर, यह संयंत्र 18,000 मीट्रिक टन सेब को संसाधित कर सकता है, जिससे 1800 मीट्रिक टन उच्च गुणवत्ता वाले सेब का जूस कॉन्सनट्रेट तैयार होगा। ये हैं संयंत्र की विशेषताएं इस अत्याधुनिक संयंत्र में एप्पल जूस कॉन्सनट्रेट, पैक्टिन, वाइन, विनेगर और रेडी टू सर्व जूस इकाइयां शामिल हैं। यह संयंत्र प्रति घंटे 2000 लीटर जूस बोतलों में पैक कर सकता है और पैक्टिन लाइन प्रति दिन 800 किलोग्राम सेब की क्रशिंग कर सकता है। वाइन इकाई की वार्षिक क्षमता 1,00,000 लीटर है और 50,000 लीटर विनेगर का वार्षिक उत्पादन किया जाएगा। अल्ट्रा फिल्ट्रेशन तकनीक का उपयोग कर ऐप्पल जूस कॉन्सनट्रेट को तैयार किया जाता है जिससे इसकी गुणवता में बढ़ोतरी होती है। सेब का होगा अधिकतम उपयोग, बागवानों की आय बढ़ेगी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह इकाई सेब उत्पादकों की आर्थिकी सुदृढ़ करने में मील पत्थर साबित होगी। सेब बहुल क्षेत्र में इस संयंत्र को स्थापित करने का उद्देश्य सेब का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित कर बागवानों की आय में बढ़ोतरी करना है। यह संयंत्र मंडी मध्यस्थता योजना के तहत खरीदे गए सेब का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करेगा। इससे उनके उत्पादों की परिवहन लागत पर होने वाला खर्चा कम होगा, जिससे बागवानों की आर्थिकी में वृद्धि होगी। हिमाचल की अर्थव्यवस्था में बागवानी की अहम भूमिका हाल के सेब सीजन के दौरान संयंत्र के परीक्षणों को सफल माना गया। इस दौरान 5706 मीट्रिक टन सेब का प्रसंस्करण किया गया और लगभग 15 करोड़ रुपये के 591 मीट्रिक टन एप्पल जूस कंसंट्रेट का उत्पादन किया गया। राज्य की अर्थव्यवस्था में बागवानी क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्ष 2022-23 में 2,36,466 हेक्टेयर में विविध फलों का उत्पादन किया गया। इसी वर्ष कुल फल उत्पादन 8,14,611 मीट्रिक टन तक पहुंच गया, जिसमें सेब का उत्पादन 84.54 प्रतिशत था, जो कुल 6,72,343 मीट्रिक टन था। पराला मंडी को जून, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री ने सेब उत्पादकों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि पराला मंडी को जून 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त, सेब बहुल क्षेत्रों में सड़क सुविधा को सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि छैला-कुमारहट्टी सड़क को सेंट्रल रोड एवं इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सेब के समर्थन मूल्य में 1.50 रुपये की बढ़ोतरी की है, जिससे सेब का समर्थन मूल्य 10.50 रुपये से बढ़कर 12 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है।
-शिमला शहरी विस क्षेत्र के विधायक जनारथा ने फहराया पार्टी ध्वज कांग्रेस पार्टी के 139वें स्थापना दिवस पर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में शिमला शहरी विस क्षेत्र के विधायक हरीश जनारथा ने पार्टी ध्वज फहराया। सेवादल के मुख्य संगठक अनुराग शर्मा के नेतृत्व में सेवादल की टुकड़ी ने सलामी दी और सेवादल के प्रदेश मुख्य प्रशिक्षक दीनू राही की टुकड़ी ने ध्वज बंदन की प्रक्रिया संपूर्ण की। इस दौरान पार्टी नेताओं ने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। पार्टी कार्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरीश जनारथा ने कहा कि कांग्रेस के कड़े संघर्ष व इसके नेताओं के बलिदान से देश को आजादी मिली। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पूरे देश मे अपना 139 वां स्थापना दिवस मना रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक राजनैतिक दल ही नही एक विचारधारा है जो देश में विघटनकारी शक्तियों के खिलाफ लड़ रही है। जनारथा ने सभा में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि उन्हें पार्टी की मजबूती के लिए पूर्व की भांति आगे भी एकजुटता से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में अब बहुत थोड़ा समय रह गया है इसलिए इन चुनावों में पार्टी की जीत के लिए सभी को तनमन से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भाजपा नेता झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते है। प्रदेश में आपदा के समय इन नेताओं ने राहत कार्यो में सरकार के साथ कोई भी सहयोग नहीं किया और न ही केंद्र सरकार ने प्रदेश की कोई मदद की। शिमला शहर के विकास कार्यों पर बोलते हुए जनारथा ने कहा कि शहर की सड़कों को चौड़ा करने के लिये मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 122 करोड़ स्वीकृति किये हैं। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह व ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी शिमला शहर के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन पूरे तालमेल के साथ कार्य कर रही है। वहीं, मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में पड़ता जा रहा है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों व तानाशाही से लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में देश मे सत्ता परिवर्तन तय है। उन्होंने कहा आगामी लोकसभा चुनावों के बाद देश की राजनीति की दिशा व दशा बदलेगी। वहीं, शिमला नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला शहर के लिये जल्द ही कोई बड़ी सौगात देंगे। उन्होंने कहा कि शिमला नगर निगम कांग्रेस पार्टी का है और शहर में विकास कार्यों को गति दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने साल 2008 बैच के पांच आईएएस अधिकारियों को सुपरटाइम स्केल दिया है। सरकार ने डिवीजनल कमिश्नर शिमला कदम संदीप बसंत, स्टडी लीव पर चल रहे आशीष सिंघमार, पर्यटन विकास निगम के एमडी अमित कश्यप, सेक्रेटरी राजभवन राजेश शर्मा और डिवीजनल कमिश्नर मंडी राखिल काहलो को प्रमोट किया है। सभी को सचिव पद मिल गया है। पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप सेवानिवृत्ति से तीन दिन पहले सचिव बने हैं।
-गाड़ी नंबर से धोखाधड़ी करने का अजीब मामला आया सामने हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में गाड़ी नंबर से धोखाधड़ी का अजीब मामला सामने आया है। संजौली निवासी धर्म सिंह नेगी ने ढली थाना में पुलिस को शिकायत दी है कि उसकी बेटी के नाम से पंजीकृत गाड़ी, जो कि घर पर खड़ी थी का 23 दिसंबर को फागू में ऑनलाइन चालान काटा गया। 26 दिसंबर को एक मैसेज आया कि उनकी गाड़ी का आईजीएमसी के पास चालान काटा गया है, जबकि गाड़ी तो घर पर ही पार्क की गई थी। उन्होंने पुलिस में शिकायत की कि कोई उनकी गाड़ी के नंबर का दुरुपयोग कर रहा है। उन्होंने बताया कि उनके पास मारुति स्विफ्ट कार है, जबकि जो मैसेज उन्हें आया है, उसमें यही नंबर मारुति आल्टो के10 में लगा है। वहीं, एएसपी सुनील नेगी ने बताया कि शिकायत मिलने पर पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि आखिरकार कौन व्यक्ति इस नंबर का दुरुपयोग कर रहा है।
-10 दिन में 1.60 लाख गाड़ियों ने स्मार्ट सिटी में किया प्रवेश - मनाली में 80 से 90 फीसदी होटल बुक वर्ष 2024 के शुभारंभ को चंद ही दिन शेष रह गए हैं। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए देश भर से लोग हिमाचल के पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। पिछले 10 दिनों में करीब 1.60 लाख गाड़ियों ने स्मार्ट सिटी में प्रवेश किया है। शिमला पहुंचे वाहनों में करीब 60 हजार वाहन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राज्यस्थान, उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्य से हैं। अभी और सैलानियों के शिमला पहुंचने की उम्मीद है। मनाली में 80 से 90 फीसदी होटल बुक 25 दिसंबर को मनाए गए क्रिसमस पर्व के बाद अब नव वर्ष पर पर्यटन नगरी मनाली में हजारों पर्यटकों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। यहां होटलों की एडवांस बुकिंग में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। होटलों के 80 से 90 फीसदी कमरे पैक बताए जा रहे हैं। नववर्ष पर मनाली में कई कार्यक्रम होंगे। क्रिसमस की अपेक्षा 31 दिसंबर को अधिक भीड़ जुटेगी। पर्यटन कारोबारी गदगद लगभग पांच महीने के बाद मनाली में रौनक लौटने से पर्यटन कारोबारी गदगद हो गए हैं। आपदा की वजह से पर्यटन कारोबार को पहुंचे नुकसान की नववर्ष में भरपाई होने की उम्मीद है।
-डिप्टी सीएम ने कहा, पूरी ताकत से लड़ेंगे चारों सीटों पर -हाई कमान के हर निर्देश का सरकार व संगठन करेगा पालन -भाजपा गारंटियों पर उछल-कूद न करे, हर गारंटी करेंगे पूरी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हाईकमान से हुई सरकार व संगठन की बैठक के बाद कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव के मोड में रहेगी। पार्टी चुनाव के लिए तैयार है और लोकसभा चुनाव में चारों सीटों पर पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस और संगठन पार्टी आलाकमान के हर निर्देश का पालन करेंगे। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा गारंटियों पर उछल-कूद करना बंद करे। गारंटियों को पूरा करना कांग्रेस का राज धर्म है और सरकार हर गारंटी को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता केवल राजनीति करने का काम कर रहे हैं जब हिमाचल के साथ आपदा में खड़ा होने का वक्त था तब यह भाग खड़े हुए। मुकेश ने कहा कि वे प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्यों को आगे रखकर जनता के बीच जाएंगे। आपदा के बीच केंद्र व प्रदेश के भाजपा नेतृत्व के नकारात्मक रवैया को लोगों के बीच ले जाएंगे। केंद्र द्वारा कोई आर्थिक पैकेज न देने को जनता के बीच लेकर जाएंगे। हिमाचल प्रदेश में 92000 करोड़ की देनदारियां भाजपा द्वारा खड़ी की गई, हर व्यक्ति पर कर्ज बढ़ा दिया गया। कर्मचारी व पेंशनर का हक नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि हमने कहा है कि हर हक को देंगे, थोड़ा समय लगेगा, लेकिन कर्मचारियों का पेंशनरों को उनका हक देंगे। सरकार जनता की उम्मीदों पर खतरा उतरेगी। ओपीएस को हमने पूरा कर दिया है, इसको लेकर जनता के बीच जाएंगे।
- कांग्रेस सरकार ने टनल के काम को प्राथमिकता में लिया होता तो पहले हो जाता लोकार्पण नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि ढली में नवनिर्मित टनल केंद्र सरकार और बीजेपी की प्रदेश सरकार की उपलब्धि है। कांग्रेस सरकार अनायास ही इस कार्य का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस टनल के निर्माण को पूरा करना पनी प्राथमिकता में शामिल किया होता तो इस टनल का लोकार्पण काफ़ी पहले हो जाता। सरकार की उदासीनता की वजह से इस टनल के पूरा होने में देरी हुई। नेता प्रतिपक्ष ने कहाकि कांग्रेस सरकार कुछ खुद के काम करे और उसका श्रेय लो तो अच्छा लगेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने 170 साल पहले शिमला में ढली टनल का निर्माण करवाया था। उसके बाद से शिमला में यातायात सुदृढ़ करने की दृष्टि से कोई टनल नहीं बनी। वहां पर यातायात को सुदृढ़ करने लिए टनल अत्यंत आवश्यक थी। इसके लिए हमने काम किया। वैज्ञानिक सर्वे के बाद यह स्पष्ट हुआ कि ढली टनल के साथ दूसरी टनल का निर्माण संभव है। हमारी सरकार के प्रयास से केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्ट्स के तहत इस टनल के निर्माण को मंज़ूरी देते हुए 48 करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया। 9 मार्च 2022 को मैंने इस डबल लेन टनल का उद्घाटन किया। इसके साथ ही पैदल पथ और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 12 करोड़ रुपये अलग से स्वीकृत किए थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस इस टनल के निर्माण कार्य में कुल 53 करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए गये थे। टनल के निर्माण से जुड़े ज़्यादातर काम हमारी सरकार के समय में पूरे हो गये थे। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साथ ही टनल के निर्माण कार्य धीमा पड़ गया। इस टनल को जल्दी से जल्दी पूरा करके प्रदेश के लोगों को समर्पित करना इस सरकार की प्राथमिकता में नहीं था। अत: इस टनल के निर्माण कार्य में इतना समय लग गया। जयराम ठाकुर ने कहा कि यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने में ढली टनल अत्यंत आवश्यकता थी। अत: इसका निर्माण के लिए पूर्व की बीजेपी सरकार ने प्रयास किए और केंद्र सरकार के सहयोग से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इस निर्माण की मंज़ूरी मिली। हमारी सरकार में इस टनल का जल्दी से जल्दी निर्माण हमारी प्राथमिकता रही। इसलिए मैं सरकार को स्पष्ट कहना चाहता हूं कि वह इस टनल के निर्माण का अनावश्यक श्रेय लेने के बजाय विकास से जुड़ी नई परियोजनाओं पर काम करे। जिससे प्रदेश के लोगों को सुविधा हो।
-डिप्टी सीएम ने आवंटन राशि को घटाकर 376 करोड़ करने पर जताया ऐतराज -दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत से की हिमाचल के प्रोजेक्टों की वकालत हिमाचल के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से उनके आवास पर मुलाकात की। अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री से राज्य में हाल ही में आई भारी प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर हिमाचल की मदद के लिए उदारता से हाथ बढ़ाने का आग्रह किया। अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी कि अनुमोदित वार्षिक कार्य योजना 2023-24 के अनुसार जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत हिमाचल के लिए आवंटन राशि 1274 करोड़ रुपये है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा घटाकर 376 करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि हिमाचल की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए इसकी वार्षिक कार्य योजना को 1274 करोड़ रुपये की राशि बहाल की जाए। उन्होंने कहा कि 376 करोड़ रुपये के आवंटन में सेे 25 प्रतिशत यानी लगभग 96 करोड़ रुपये क्षतिग्रस्त योजनाओं की बहाली के लिए खर्च करने होंगे। इसके परिणामस्वरूप जेजेएम पर चल रहे कार्यों के लिए धन की कमी हो जाएगी। वहीं, केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले को देखेंगे और हिमाचल से अनुरोध पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे। जेजेएम योजनाओं को पूरा करने के लिए 6 महीने का विस्तार मांगा अग्निहोत्री ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से अनुरोध किया कि हिमाचल को जेजेएम योजनाओं को पूरा करने के लिए 6 महीने का विस्तार दिया जाए, क्योंकि पिछले तीन महीनों के दौरान जल शक्ति विभाग, हिमाचल प्रदेश का पूरा ध्यान क्षतिग्रस्त योजनाओं की बहाली पर था जिसके परिणामस्वरूप चल रहे कार्यों की प्रगति में बाधा उत्पन्न हो रही है। 23 एंटी फ्रीज प्रस्तावों को शीघ्र मंजूरी देने का किया आग्रह अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री को याद दिलाया कि हिमाचल दौरे को दौरान उन्होंने राज्य सरकार को लेह और लद्दाख की तर्ज पर हिमाचल के बर्फीले क्षेत्र के लिए एंटी-फ्रीज जल आपूर्ति योजनाएं बनाने के निर्देश दिए थे। तदनुसार, राज्य सरकार ने जेजेएम के तहत 27 एंटी फ्रीज प्रस्तावों को मंजूरी के लिए केंद्र को भेजा है। हालांकि भरमौर, लाहौल, काजा और चांगों (जिला किन्नौर) के लिए 4 पॉयलट प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से शेष 23 प्रस्तावों को शीघ्र मंजूरी देने का अनुरोध किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि शेष प्रस्तावों पर प्राथमिकता के आधार पर विचार किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री से सिंचाई एवं बाढ़ संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गयी।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से लाभार्थियों के साथ संवाद किया, जिसका सीधा प्रसारण यहां राजभवन में किया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन में इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से ग्रामीण स्तर पर विकास का महोत्सव का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिलने से लोगों के विश्वास में वृद्धि हुई है। इस यात्रा के दौरान उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 4.50 लाख नए लाभार्थी जोड़े गए हैं और एक करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड तैयार किए गए हैं। इसके अलावा 1.25 करोड़ लोगों की चिकित्सा जांच की गई। अभी तक देश में 1.25 लाख ग्राम पंचायतों से गुजर कर इस यात्रा में देश के 5 करोड़ से अधिक लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में देश के लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की और इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को सरकारी योजनाओं से होने वाले लाभ से अवगत करवाना तथा इनका समयबद्ध लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचाना है। राज्यपाल ने कहा कि इस यात्रा को जनता का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। प्रधानमंत्री निरंतर लाभार्थियों तक पहुंचकर, उनके अनुभवों को जानकर सरकार की पहल और प्रमुख योजनाओं की सफलता सुनिश्चित कर रहे हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा देश की लगभग ग्राम पंचायत को कवर करेगी। इसके तहत हिमाचल प्रदेश के 3799 स्थानों को लक्षित किया गया है और अब तक 85 खंडों की 2966 ग्राम पंचायतों में यह यात्रा पहुंची है। यात्रा के पहले चरण में चंबा जिला के पांगी क्षेत्र तथा जनजातीय लाहौल-स्पीति और किन्नौर के क्षेत्रों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में स्वच्छता, वित्तीय सेवाएं, बिजली, एलपीजी कनेक्शन, मकान, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छ जल इत्यादि क्षेत्र शामिल है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में राज्य सरकार की दो महत्वाकांक्षी योजनाएं मुख्यमंत्री हिमकेयर स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना को भी शामिल किया गया है। राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर राजभवन में उपस्थित रहे।
-राज्य सरकार मौजूदा संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर रही सुनिश्चित व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार मौजूदा संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित कर रही है। इस दिशा में प्रभावी कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने प्रदेश के 6 प्रमुख सरकारी विभागों को खाली पड़ी टूटीकंडी ईमारत में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग, हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग, आबकारी एवं काराधान विभाग, हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य आयोग, ऊर्जा निदेशालय और हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक कार्यालय के आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली को जनवरी, 2024 तक किराए के आवासों से टूटीकंडी पार्किंग कॉम्पलेक्स शिमला में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्णय का उद्देश्य लंबे समय से खाली पड़े भवन का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने के साथ-साथ सार्वजनिक खर्चों में भी कटौती भी करना है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान में पुलिस हेल्पलाइन का कार्यालय पहले से ही बहुमंजिला पार्किंग टूटीकंडी में कार्यशील है और अब 6 अतिरिक्त विभाग इस इमारत से संचालित होंगे। प्रदेश सरकार जनता के धन का उचित उपयोग सुनिश्चित कर रही है। सरकार के इस निर्णय से सार्वजनिक धन से निर्मित भवन का उपयोग सुनिश्चित होने के साथ-साथ इन सरकारी कार्यालयों के लिए किराए के आवास पर खर्च किए जा रहे प्रति माह 10 लाख रुपये से अधिक के धन की भी बचत होगी। मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनुपालना करते हुए सामान्य प्रशासन विभाग ने संबंधित विभागों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप भवन की आन्तरिक सज्जा की जरूरतों को देखा लोक निर्माण विभाग ने कार्यालयों की आवश्यकता के अनुरूप भवन में परिवर्तन कर, इसे कार्यालय के रूप में उपयोग के लिए तैयार किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इन छह विभागों को नए भवन में कामकाज शुरू करने के लिए शीघ्र बिजली और पानी के कनेक्शन के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार संसाधन जुटाने और वित्तीय जिम्मेदारी के प्रति समर्पण भाव से कार्य कर रही है। उन्होंने राज्य की वित्तीय चुनौतियों के लिए पिछली भाजपा सरकार के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। सार्वजनिक धन को बचाने के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार रणनीतिक तौर पर मौजूदा बुनियादी अधोसंरचना का समुचित उपयोग सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक धन से निर्मित कम उपयोग वाली इमारत का सदुपयोग करना सरकार की फिजूलखर्ची को कम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शिमला विंटर कार्निवाल के दूसरे दिन 26 दिसंबर को दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक जिला ऊना, किन्नौर, सिरमौर और मंडी के सांस्कृतिक दलों ने लोगों का मनोरंजन किया। इसके अतिरिक्त एनजेडसीसी पटियाला के भांगड़ा दल और कालबेलिया नृत्य का भी लोगों ने खूब आनंद उठाया। सूफियाना महफिल, आर्मी बैंड और तंबोला गेयटी थियेटर में कश्मीर के झनकार ग्रुप ने सूफियाना महफिल का आयोजन किया, जिसमें सूफी गायक शफी सोपोरी ने समा बांधा। आज भी गेयटी थियेटर में सूफियाना महफिल का आयोजन किया जाएगा। इसी प्रकार पुलिस सहायता कक्ष के समीप आर्मी बैंड के जवानों ने अपनी धुनों से सभी लोगों का मनोरंजन किया। रोटरी क्लब के समीप तम्बोला का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में लोगों ने तंबोला खेला। स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की भारी मांग शिमला विंटर कार्निवाल में लगभग 50 स्टॉल विभिन्न विभागों, स्वयं सहायता समूह, संस्थाओं और व्यापारियों द्वारा लगाए गए हैं जिनपर लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के स्टॉल पर पारम्परिक परिधान और अन्य जैविक उत्पाद उपलब्ध हैं। बाहर से आए सैलानियों की भारी भीड़ इन स्टॉल पर देखने को मिल रही है। लंगूर ने लोगों के साथ की खूब मस्ती शिमला विंटर कार्निवल में लंगूर के रूप में एक कलाकार सबके आकर्षण का कारण बना हुआ है। जहां एक ओर लोग लंगूर को देखकर घबरा जाते हैं वहीं दूसरी ओर ध्यान से देखने पर खुद पर ही हंस देते हैं। लंगूर भी लोगों के साथ खूब मस्ती करता हुआ दिखाई दे रहा है। हर उम्र के लोग खासकर युवा इस लंगूर के साथ सेल्फी खिंचवाना पसंद कर रहे हैं।
-जनवरी के पहले सप्ताह में बारिश-बर्फबारी होने की संभावना -हालांकि प्रदेश में तीन दिनों तक साफ रहेगा मौसम हिमाचल प्रदेश में 29 दिसंबर से एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 29 दिसंबर से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि आगामी तीन दिन तक मौसम साफ बना रहेगा, लेकिन 29 दिसंबर को प्रदेश में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते मौसम करवट बदल सकता है। नए साल के पहले हफ्ते में ही प्रदेश में बर्फबारी हो सकती है। फिलहाल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी हुई है। शिमला की बात करें तो यहां पर भी तापमान में करीब 5 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
-हिमालयन फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट के साथ मिलकर होगा काम -मुख्यमंत्री वन विस्तार योजना में जाइका करेगा सहयोग -जनवरी में तैयार होगा ई-कॉमर्स, हर साल लगेगा जाइका मेला हिमाचल प्रदेश में विलुप्त हो चुके भोजपत्र को जिंदा करने के लिए जाइका वानिकी परियोजना कार्य करेगी। हिमालयन फोरेस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट के सहयोग से अगले साल यानी 2024 से भोजपत्र पर काम शुरू होगा। इसके लिए जाइका वानिकी परियोजना ने पूरा प्लान तैयार कर दिया है। मंगलवार को जाइका वानिकी परियोजना की कार्यकारी समिति यानी ईसी की 18वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता जाइका के मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने की। उन्होंने कहा कि ईसी की मीटिंग में ई-कॉमर्स पोर्टल शुरू करने का निर्णय लिया गया। जनवरी माह में यह पोर्टल तैयार होगा और स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री भी इसी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि जाइका के जड़ी-बूटी सैल ने दो मॉडल तैयार कर दिए हैं, जिसपर जल्द ही कार्य शुरू होंगे। बुरांश, वाइल्ड मैरीगोल्ड और सतुवा पर काम होगा, जिससे स्वयं सहायता समूह उत्पाद तैयार कर अपनी आर्थिकी कमा सकेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में प्रदेश के सभी वन मंडल स्तर पर आउटलैट खोलने का भी निर्णय लिया। नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि जाइका वानिकी परियोजना अब मेले का आयोजन भी करेगी, जिसमें स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार हर तरह के उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ-साथ बिक्री की जाएगी। मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री वन विस्तार योजना में जाइका वानिकी परियोजा पूरा सहयोग करेगी। इस कार्य को ग्राम वन विकास समितियों के सहयोग से पीएफएम मोड़ यानी सहभागिता वन प्रबंधन के माध्यम से किया जाएगा। आय सृजन गतिविधियों को और बढ़ाएगा जाइका मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि ईसी की बैठक में स्वयं सहायता समूहों की आय सृजन गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि जाइका वानिकी परियेाजना का अपना ब्रंाड हिमट्रेडिशन के तहत सभी आउटलैट्स में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स, हिमाचली टोपी, शॉल, आचार समेत कई अन्य उत्पादों की बिक्री होगी।
-कारोबारी निशांत शर्मा मामले में निष्पक्ष जांच के लिए दूसरी जगह तैनात करने को कहा हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने मंगलवार को प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और कांगड़ा जिले की एसपी शालिनी अग्निहोत्री को वर्तमान पद से मुक्त करने के निर्देश दिए। हिमाचल से संबंध रखने वाले नोएडा के कारोबारी निशांत शर्मा मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और न्यायाधीश ज्योत्सना रेवाल दुआ ने कहा कि निष्पक्ष जांच इन्हें दूसरे पद पर शिफ्ट करना जरूरी है।
मार्च तक पूरी हो जाएगी कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया : मुख्यमंत्री
-कहा, पर्यटकों की सुविधा के लिए आधारभूत ढांचा किया जा रहा है विकसित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में एक मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उन्हें अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। प्रदेश भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए आधारभूत ढांचा विकसित किया जा रहा है, ताकि उन्हें यहां आकर सुखद यात्रा अनुभव प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लगभग 9000 होटल हैं तथा पर्यटकों की संख्या को देखते हुए होम-स्टे के संचालन को भी विनियमित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर है तथा यहां पर 70 प्रतिशत तक वन क्षेत्र है इसलिए हिमाचल प्रदेश को उत्तर भारत के फेफड़े भी कहा जाता है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने दुबई जाकर निवेशकों को पर्यटन तथा अन्य क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। हिमाचल प्रदेश में बर्फ से ढका क्षेत्र स्विट्जरलैंड से भी अधिक सुंदर एवं आकर्षित लगता है। उन्होंने कहा कि मार्च तक कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। प्रत्येक जिला मुख्यालय को हेलीपोर्ट की सुविधा से जोड़ा जा रहा है। राज्य सरकार आपदा और आर्थिक तंगहाली के बावजूद हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को पटरी पर लाने में कामयाब हुई हैं तथा प्रदेश के सभी पर्यटक स्थलों पर रिकॉर्ड पर्यटक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष हिमाचल प्रदेश में डेढ़ करोड़ से अधिक पर्यटक आए हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य कर रही है। राज्य सरकार के इरादे मजबूत हैं और वर्ष 2026 तक अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में सफल होंगे और वर्ष, 2032 तक हिमाचल को देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाएंगे।
-कहा, अगले सीजन से यूनिवर्सल कार्टन में ही होगी सेब की बिक्री -ठियोग अग्निशमन चौकी को स्तरोन्नत करने की घोषणा भी की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस वर्ष बरसात के दौरान भारी बारिश, भू-स्खलन तथा बाढ़ से आई आपदा से प्रभावित परिवारों के 'पुनर्वास' के लिए आज जिला शिमला के आपदा प्रभावितों को ठियोग के आलू ग्राउंड में 22.81 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की। पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए घरों के लिए मुआवजा राशि के रूप में 395 प्रभावित परिवारों को प्रथम किस्त के रूप में 3-3 लाख रुपये के तौर पर 11.85 करोड़ रुपये तथा अन्य 1840 प्रभावितों को 10.96 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की। आपदा के दौरान जिला शिमला में 395 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 458 कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा है तथा 354 किसानों को पशुधन का नुकसान हुआ है। इस अवसर पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ठियोग अग्निशमन चौकी को स्तरोन्नत करने की घोषणा की तथा कहा कि यहां पर जिला स्तरीय अस्पताल बनाने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी, जिसके लिए राज्य सरकार सर्वे करवाएगी। उन्होंने ठियोग अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को जल्द पूरा करने तथा अत्याधुनिक मशीनें लगाने का आश्वासन दिया और कहा कि क्षेत्र के विकास में धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अगले वर्ष से सेब की बिक्री यूनिवर्सल कार्टन में ही होगी, ताकि 20 किलो की पेटी में 20 किलो सेब की ही बिक्री हो। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार ने सेब को प्रति किलो की दर से बेचना सुनिश्चित बनाया है, ताकि सेब बागबान लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि पराला मंडी के निर्माण कार्य को जून माह तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सड़क को चौड़ा करने के लिए अभी भी लगभग 10 करोड़ रुपये की आवश्यकता है, जिसका प्रावधान किया जाएगा तथा इसे भी जून तक पूरा किया जाएगा।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिशा-निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस अपने सभी जिलों, ब्लॉकों में बूथ स्तर तक 28 दिसंबर को पार्टी के झंडे तले अपना 139वां स्थापना दिवस मनाएगी। 'हैं तैयार हम' के नाम से होने वाले इस स्थापना दिवस समारोह का अखिल भारतीय स्तर का कार्यक्रम नागपुर में होगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, सभी मंत्री, प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक इस राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में विशेष तौर पर शिरकत करेंगे। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में भी स्थापना दिवस पर पार्टी का झंडा फहराया जाएगा व पार्टी की नीतियों व कार्यक्रमों पर संवाद भी होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने पार्टी के सभी नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि वे पार्टी के स्थापना दिवस पर अपने-अपने क्षेत्रों में होने वाले कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लें।
-सैहब सोसाइटी वर्कर्स यूनियन ने सीटू कार्यालय में बैठक कर जताया रोष -कहा, यूनियन की मांगों का तुरंत समाधान न हुआ तो तेज होगा आंदोलन सैहब सोसाइटी वर्कर्स यूनियन की बैठक सीटू कार्यालय किसान मजदूर भवन चिटकारा पार्क कैथू में हुई। यूनियन ने चेताया है कि अगर सैहब व आउटसोर्स कर्मियों की मांगों का समाधान तुरंत न हुआ तो आंदोलन तेज होगा। सैहब व आउटसोर्स कर्मी नगर निगम की तानाशाही के खिलाफ काले बिल्ले लगाकर ड्यूटी जारी रखेंगे। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व अन्य ने कहा है कि सैहब, आउटसोर्स मजदूरों व सुपरवाइजरों का शोषण हो रहा है। हर महीने एक दर्जन सुपरवाइजरों व सैकड़ों आउटसोर्स कर्मियों का वेतन रोका जा रहा है, जो कि वेतन भुगतान अधिनियम 1936 का उल्लंघन है। सुपरवाइजरों व गारबेज कलेक्टरों के हर महीने वेतन को रोकने के नगर निगम आयुक्त के निर्णय को श्रम अधिकारी शिमला द्वारा गैर कानूनी घोषित किया जा चुका है, बावजूद इसके वे तानाशाही कर रहे हैं। अगर यह परंपरा बंद न की गई तो मजदूर हड़ताल पर उतर जाएंगे। उन्होंने मांग की है कि सैहब वर्कर्स को नियमित कर्मचारी घोषित किया जाए। उन्हें 15वें भारतीय श्रम सम्मेलन, सुप्रीम कोर्ट के सन 1992 के आदेश, सातवें वेतन आयोग की जस्टिस माथुर की सिफारिशों व 26 अक्तूबर 2016 के माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार 26 हज़ार वेतन दिया जाए। उन्हें अतिरिक्त कार्य का अतिरिक्त वेतन दिया जाए। उन्हें कानूनी रूप से 39 छुट्टियां दी जाएं। सैहब में आउटसोर्स में कार्यरत कर्मियों को सैहब के अंतर्गत लाया जाए व उन्हें समय पर वेतन दिया जाए। सैहब कर्मियों को 4-9-14 का लाभ दिया जाए। सभी सैहब सुपरवाइजरों व मजदूरों को सरकार द्वारा घोषित वेतन दिया जाए। सुपरवाइजरों व मजदूरों के लिए पदोन्नति नीति बनाई जाए। उनकी ईपीएफ की बकाया राशि उनके खाते में जमा की जाए। उनसे अतिरिक्त कार्य करवाना बंद किया जाए। बैठक में सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिलाध्यक्ष कुलदीप डोगरा, सचिव अमित कुमार, रंजीव कुठियाला, यूनियन अध्यक्ष जसवंत सिंह, महासचिव ओमप्रकाश गर्ग, नरेश ठाकुर, पाला राम मट्टू, सुनील, योगेश, भरत, पवन, नरेंद्र, अमित भाटिया, रूपा, पूनम, शारदा, देवी सिंह, सूरत राम, नरेंद्र, राकेश, नरेश, राहुल, शिव राम, बूटा राम, विक्रम, दिगम्बर, मनोज, अजित आदि शामिल रहे।
-बोले, क्षेत्र के विकास में मील पत्थर साबित होगा यह संयंत्र मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के ठियोग के पराला में 100.42 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक फल विधायन संयंत्र का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह संयंत्र क्षेत्र के विकास में मील पत्थर साबित होगा। इस संयंत्र में वाइन, विनेगर तथा जूस तैयार किया जाएगा जिससे क्षेत्र के बागवानों को अपने उत्पाद के उचित दाम मिलेंगे तथा इनसेे बनने वाले उत्पाद तैयार करने में भी तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने एचपीएमसी की संपत्तियों को ठीक ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए, ताकि बागवानों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि एचपीएमसी के माध्यम से बागवानी औजार, खाद, कीटनाशक तथा फंफूदनाशक सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बागवानों के हितों को सुरक्षित करने के लिए अनेक कदम उठा रही है तथा भविष्य में भी लेती रहेगी। यूनिट में तैयार किए जाएंगे अलग-अलग उत्पाद: नेगी बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस यूनिट में अलग-अलग उत्पाद तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार बागवानों की सुविधा के लिए अनेक योजनाएं लागू कर रही हैं, ताकि बागवानों को आर्थिक तौर पर संबल किया जा सके। क्योंकि बागवानी प्रदेश के लोगों का प्रमुख व्यवसाय है। कांग्रेस सरकारों ने हमेशा ही बागवानों के हितों की रक्षा की : रोहित शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि इस फल विधायन संयंत्र से क्षेत्र में और समृद्धि आएगी तथा बागवानों को अपने उत्पाद के अच्छे दाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों ने हमेशा ही बागवानों के हितों को रक्षा की है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़क नेटवर्क को बेहतर किया जा रहा है। सरकार ने बागवानों के हितों में लिए ऐतिहासिक निर्णय: कुलदीप विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि वर्तमान सरकार ने बागवानों के हितों की रक्षा के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं तथा यूनिर्वसल कार्टन प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में किसानों बागवानों के हितों में अनेक निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र में स्थानीय लोगों को रोजगार देने में प्राथमिकता दी जाएगी। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, विधायक नंद लाल, विधायक हरीश जनारथा, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम केहर सिंह खाची, उपाध्यक्ष हिमुडा यशवंत छाजटा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठन रजनीश किमटा, सचिव बागवानी सी. पालरासु, प्रबंध निदेशक एचपीएमसी सुदेश मोक्टा तथा अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में शिलान्यास और उद्घाटन पट्टिकाओं को तोड़ने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ी गई लोकार्पण पट्टिका की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज (एफआईआर) करने और क्षतिग्रस्त पट्टिकाओं को पुन: स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार इस प्रकार के मामलों से सख्ती से निपटेगी।
हिमाचल की राजधानी शिमला में आज सुबह करीब 9:15 बजे एक निजी बस खाई में लुढ़क गई। यह बस शिमला से शोघी जा रही थी और इसमें करीब 15 यात्री सवार थे। गनीमत रही कि सभी यात्री बाल-बाल बच गए। दुर्घटना शिमला-सोलन नेशनल हाइवे पर एमएलए क्रॉसिंग के पास हुई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सामने से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक को बचाने के चक्कर में बस खाई में लुढ़क गई। हादसे में बाइक सवार घायल हो गया है। उसका अस्पताल में उपचार चल रहा है। वहीं, बालूगंज थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
-हजारों की संख्या में पर्यटकों के पहुंचने से मनाली जाम -अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल पर ड्रोन से हो रही निगरानी हिमाचल में क्रिसमस मनाने के लिए देश के कोने-कोने से पर्यटक प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पहुंचे हैं। शिमला, कुल्लू-मनाली, धर्मशाला और डलहौजी के साथ कई जगहों पर सैलानियों की भारी भीड़ जुटी है। हजारों की संख्या में पर्यटकों के पहुंचने से मनाली तो जाम हो गया है। अटल टनल की ओर जाने वाले पर्यटकों की संख्या अधिक होने के कारण मनाली से अटल टनल और सिस्सू तक वाहन रेंगते रहे। पर्यटकों को वाहनों की रफ्तार धीमी होने के कारण सिस्सू पहुंचने में एक के बजाय तीन से चार घंटे का समय लगा। पर्यटकों की भीड़ से मनाली की सड़कों पर यातायात दबाव बढ़ गया है। मनाली शहर से अटल टनल, वामतट मार्ग, कुल्लू-मनाली हाईवे और हिडिंबा मंदिर के अलावा बंजार, पार्वती घाटी जाने वाली सड़क पर लंबा जाम लगा रहा। मनाली शहर के अंदर के बाइपास मार्ग पर भी वाहन रेंगते रहे। पुलिस के मुताबिक क्रिसमस के लिए मनाली में पर्यटकों की भीड़ उमड़ी है। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि वाहनों का दबाव अधिक बढ़ गया। इस वजह से जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद यातायात सामान्य किया। वहीं, क्रिसमस के अवसर पर और नए साल से पहले यहां आने वाले पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए लाहौल और स्पीति पुलिस सिस्सू में अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल पर ड्रोन से निगरानी कर रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां प्रसिद्ध लेखिका मीनाक्षी चौधरी और प्रतिभाशाली युवाओं गौरी चौहान (12 वर्ष), अथर्व वत्स (14 वर्ष) और सिरिशा चौहान (19 वर्ष) के सहयोग से लिखी गई तीन पुस्तकों का विमोचन किया। 'पहाड़ों की रानी' शिमला पर केंद्रित यह पुस्तकें शिमला इन्वेस्टिगेटर्स सिरीज़ का हिस्सा हैं। मुख्यमंत्री ने इन साहित्यिक कृतियों को तैयार करने में युवा लेखकों के कौशल व समर्पण की सराहना की। पहली पुस्तक, 'लॉस्ट इन दि एप्पल कंट्री', मीनाक्षी चौधरी और कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी शिमला की छात्रा गौरी चौहान द्वारा सह-लिखित है, जिसमें सेब बहुल क्षेत्र जुब्बल से जुड़े रहस्य, विश्वासघात और आश्चर्य का आकर्षक प्रस्तुतिकरण किया गया है। दूसरी पुस्तक 'द फेटल अराइवल', मीनाक्षी और मॉडर्न स्कूल, कुंडली, सोनीपत, हरियाणा के नौवीं कक्षा के छात्र अथर्व वत्स के सहयोग से लिखी गई है। यह पुस्तक त्रासदी, ड्रग्स और अपहरण की एक मनोरंजक गाथा बुनती है। तीसरी पुस्तक 'द डेडली किटी' मीनाक्षी चौधरी द्वारा डॉ. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन की बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा सिरिशा चौहान के सहयोग से लिखी गई है। इस किताब में महिलाओं की किट्टी पार्टी के संसार की रोमांचक यात्रा का वर्णन है जो हत्या, रहस्य और साजिश जैसे पहलुओं पर आधारित हैं।
-पहले दिन 450 महिलाओं की महानाटी रही मुख्य आकर्षण मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज ऐतिहासिक रिज मैदान पर शिमला विंटर कार्निवाल का शुभांरभ किया। उन्होंने कहा कि शिमला में विंटर कार्निवाल का आयोजन पहली बार किया जा रहा है और इससे शहर के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि शिमला विंटर कार्निवल 5 जनवरी तक चलेगा तथा इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक परेड को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान लगभग 450 महिलाओं ने महानाटी प्रस्तुत की, जिसमें स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहीं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मॉनसून के दौरान बहुत नुकसान हुआ तथा पर्यटन क्षेत्र भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। आपदा के दौरान प्रदेश सरकार ने दिन-रात मेहनत की तथा अब हिमाचल प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक दो दिन में हिमाचल प्रदेश में 30 हजार पर्यटक वाहन आए हैं जो कि प्रदेश में पर्यटन उद्योग के एक बार फिर से खड़ा होने के अच्छे संकेत हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का हिमाचल की आर्थिकी में बहुत बड़ा योगदान है तथा प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। पर्यटन क्षेत्र के लिए पूर्व के 50 करोड़ बजट के स्थान पर वर्तमान राज्य सरकार द्वारा 3 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों का स्वागत अतिथि देव भव: की परंपरा के अनुरूप किया जा रहा है। सैलानियों के लिए 24 घंटे खुले रहेंगे होटल व रेस्टोरेंट मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य के सभी रेस्तरां तथा ढाबों सहित खाने की अन्य दुकानों को 20 दिसंबर से 5 जनवरी तक चौबिसों घंटे खुला रखने की छूट दी है। मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को आपदा से उबारने में प्रदेशवासियों केे साथ-साथ पर्यटकों के भरपूर सहयोग की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। सीएम ने सभी को क्रिसमस और नव वर्ष की शुभकामनाएं भी दीं। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने रिज पर लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया, जिसमें जिला प्रशासन शिमला सहित विभिन्न विभागों ने स्टॉल स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री का कार्निवल में पहुंचने पर पारंपरिक लोक गीत-संगीत के बीच स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रदेश की लोक संस्कृति पर आधारित कुल्लवी नाटी तथा सिरमौर जिला के सिंगटु सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। पांच जनवरी तक चलने वाले शिमला विंटर कार्निवाल में हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति के प्रदर्शन के साथ-साथ देसी पकवानों के स्टॉल भी लगाए गए हैं। इसके साथ-साथ इस आयोजन के दौरान लेजर शो भी प्रस्तुत किया गया।
-पराला में प्रोसेसिंग प्लांट का करेंगे उद्घाटन -ठियोग के आलू मैदान में होगा कार्यक्रम -कुलदीप राठौर ने दौरे को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मंगलवार को ठियोग में आपदा प्रभावित लोगों को राहत राशि के चेक बाटेंगे। ठियोग के आलू मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। सीएम पराला में बने फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे। स्थानीय विधायक व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कुलदीप राठौर भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। कुलदीप राठौर ने मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर सोमवार को सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में एडीएम ज्योति राणा, एसडीएम ठियोग, तहसीलदार सहित अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद विधायक कुलदीप राठौर ने अधिकारियों के साथ ठियोग के आलू मैदान का निरीक्षण किया। वहां पर कार्यक्रम स्थल देखा व अन्य व्यवस्थाओं का भी जायाजा लिया। कुलदीप राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री मंगलवार को ठियोग विधानसभा क्षेत्र आ रहे हैं। ठियोग पधारने पर मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह आपदा प्रभावित लोगों को राहत राशि का चेक वितरत करेंगे। इस दौरान विधानसभा क्षेत्र के कई मसले मुख्यमंत्री के समक्ष रखे जाएंगे। कुलदीप राठौर ने कहा कि ठियोग विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा बनाने का उनका प्रयास लगातार जारी है। कई नए प्रोजेक्ट हैं, जिन पर वह कार्य कर रहे हैं। पर्यटन की दृष्टि से ऊपरी शिमला में काफी संभावनाएं हैं, उन पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को सीएम का भव्य स्वागत होगा। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शिमला ग्रामीण अतुल शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष ठियोग नरेंद्र कंवर नगर परिषद ठियोग अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित अन्य पार्टी के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
-सैलानियों से पैक हुए प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल -शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी में उमड़ा सैलाब बरसात में आई आपदा की मार झेल चुके हिमाचल को क्रिसमस ने राहत दी है। प्राकृतिक आपदा के बाद पहली बार क्रिसमस पर राज्य के करीब सभी पर्यटन स्थल सैलानियों से पैक हो गए हैं। अगले एक हफ्ते पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को करोड़ों रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। हालांकि कसौली और चायल में अपेक्षाकृत कम भीड़ है। सैलानी ऐसे पर्यटन स्थलों को तरजीह दे रहे हैं, जहां आसपास बर्फ के दीदार हो सकें। दिल्ली से आने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें, पर्यटन विकास निगम की बसें और निजी वोल्वो पैक चल रही हैं। शिमला में एक सप्ताह तक लागू रहेगा विशेष ट्रैफिक प्लान शिमला के रिज मैदान पर पहली बार विंटर कार्निवाल का आयोजन हो रहा है। यहां आज से शुरू होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम न्यू ईयर तक चलेंगे। उेसे में जाम से निपटने के लिए शिमला में आज से एक सप्ताह तक विशेष ट्रैफिक प्लान लागू रहेगा।
-बोले, टनल से न केवल यातायात की समस्या हल होगी, पर्यटन को भी मिलेगा बल -55 मीटर लंबी सुरंग में दोनों ओर बने हैं फुटपाथ, दीवारों पर 200 चित्र शिमला के संजौली और ढली को जोड़ने वाली ढली डबल लेन टनल का आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उद्घाटन किया और आम जनता के लिए इसे खोल दिया गया है। इससे पहले यहां 172 वर्ष पुरानी सुरंग से ही आवाजाही हो रही थी, जो कि वन वे थी, जिससे यहां ट्रैफिक जाम लगा रहता था। अब डबल लेन टनल बनने से जाम से निजात मिलेगी। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले टनल का कार्य धीमी गति से चल रहा था, कांग्रेस सरकार के आने के बाद कार्य में तेजी लाई गई। टनल से न केवल यातायात की समस्या हल होगी, बल्कि पर्यटन को भी बल मिलेगा। नई टनल 155 मीटर लंबी है और इसमें दोनों ओर फुटपाथ की सुविधा है। दीवारों पर हिमाचली संस्कृति से जुड़े करीब 200 चित्र बनाए गए हैं।
-नए साल में बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद -हालांकि 28 तक पूरे प्रदेश में साफ रहेगा मौसम हिमाचल प्रदेश के मध्य और उच्च पर्वतीय इलाकों में 29 और 30 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। ऐसे में नए साल में बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद जग गई है। हिमाचल प्रदेश में भले ही क्रिसमस पर मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी, लेकिन 29 दिसंबर से एक बार फिर मौसम खराब हो रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 29 और 30 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। ऐसे में नए साल पर बारिश और बर्फबारी की उम्मीद जग गई है। हालांकि 28 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। उधर, रविवार को भी प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिलने से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में सुधार हुआ है। शिमला, धर्मशाला, डलहौजी, कुल्लू और मनाली के तापमान में सुधार हुआ है।
-विधानसभा सत्र में इन झूठी गारंटियों का जवाब नहीं दे पाई सरकार -कहा, सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस को याद दिलाती रहेगी भाजपा नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि चुनावी गारंटियां प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गले पड़ गई हैं। झूठी गारंटियां देने वाले इनके छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नेता तो घर बैठ गए हैं, लेकिन हिमाचल की जनता को वोट बैंक की खातिर धोखा देकर इन्होंने हजारों करोड़ के बोझ तले दबने को विवश कर दिया है। एक साल में जो सरकार 14 हजार करोड़ रुपए का ऋण ले चुकी है वो आगे पांच वर्ष कितना बोझ हिमाचल पर डालने जा रही है उसका अभी से अनुमान लगाया जा सकता है। भाजपा अब तक तक चुप नहीं बैठेगी जब तक ये सरकार अपनी दी इन गारंटियो को पूरा नहीं करती। भाजपा आगे भी सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस को इसकी याद दिलाती रहेगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार से इन झूठी गारंटियों का जवाब देते नहीं बन पा रहा था। पूरी सरकार सत्र में असहज दिखी। भाजपा विधायक दल और पार्टी ने तय किया था कि सरकार को इनकी चुनावों में दी गारंटियां विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह याद दिलाई जाए जो इन्होंने एक वर्ष पूर्व सत्ता में आने से पहले जनता को दी थी। एक वर्ष बीत गया लेकिन अभी भी कोई गारंटी धरातल पर नहीं उतरी है। सबसे बड़ा छल इन्होंने महिलाओं, बेरोजगारों और किसानों से किया है। सरकार की कमियों को इंगित करना विपक्ष का काम जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष का काम सरकार की कमियों को इंगित करने का है, चाहे वह सरकार को पसंद आये या न आये लेकिन यह विपक्ष की लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बाकी राज्यों के मुकाबले हिमाचल प्रदेश में जो लोकतांत्रिक व्यवस्था है वह बहुत स्वस्थ और बेहतर है। उन्होंने पक्ष तथा विपक्ष के सदस्यों का भी अपने क्षेत्र से संबंधित मुद्दों को इस सदन में संजीदगी से उठाने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि सदन में विभिन्न विषयों पर बहुत ही सार्थक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच में नोकझोंक चलती रहती है लेकिन प्रदेशहित के सुझावों पर सरकार द्वारा अमल भी किया जाता है। उप राष्ट्रपति का उपहास संवैधानिक पदों का अपमान पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लोकसभा के बाहर संसद से निलंबित सांसदों द्वारा नुक्कड़ सभा में उप राष्ट्रपति के उपहास को संवैधानिक पदों का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि बेशर्मी की हद देखिए कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी इस घटना का स्वयं वीडियो बना रहे थे और हंसते हुए विपक्षी सांसदों को ऐसा करने के लिए उकसा रहे थे जो बेहद हैरानी की बात है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्रिसमस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल ने कहा कि क्रिसमस ईसा मसीह के सत्य, प्रेम और भाईचारे के मार्ग पर निरन्तर चलने के गहन संदेश की याद दिलाता है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह त्योहार मानव जाति को सद्भाव से रहने और एक-दूसरे की देखभाल करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि ईसा मसीह का जीवन और महान शिक्षाएं आज कहीं अधिक प्रासंगिक हैं क्योंकि वे नि:स्वार्थ सेवा, दया और मानवता को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि क्रिसमस का पवित्र अवसर विश्वभर में शांति और प्रेम के संदेश को स्थापित करेगा और राज्य के लोगों के बीच एकजुटता को बढ़ावा देगा।
लाहौल-स्पीति जिले में आज एक बहुत ही दर्दनाक सड़क दुर्घटना पेश आई है। लाहौल में हिडिंबा मंदिर के समीप दोपहर बाद करीब तीन बजे हुए हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। ये लोग पांगी से मनाली की तरफ जा रहा थे, मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। गाड़ी में नेवी जवान के साथ उसके माता-पिता थे। वहीं, सूचना मिलते ही पुलिस चौकी जाहलमा की टीम मौके पर पहुंच गई है। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
-नाराज चल रहे विधायकों सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा को भी बुलाया कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश, कैबिनेट मंत्रियों और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को दिल्ली बुलाया है। 27 दिसंबर को होने वाली इस बैठक में कांग्रेस के दो विधायकों सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा को भी बुलाया गया है। ये दोनों विधायक मंत्री पद न मिलने से नाराज हैं। बता दें कि अभी हाल ही में प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है, लेकिन वरिष्ठ नेता होने के बावजूद भी इन दोनों को मंत्री पद नहीं मिला है। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को एकजुट करने और भविष्य की अन्य राजनीतिक संभावनाओं को तलाशने के लिए 27 दिसंबर को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। गौरतलब है कि शनिवार देर रात को मुख्यमंत्री सुक्खू ने पूर्व मंत्री और धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा के घर जाकर उनसे मुलाकात भी की थी। ऐसे में इस बैठक के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं। वाद्य यंत्रों से किया स्वागत
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने क्रिसमस पर प्रदेशवासियों विशेष तौर पर ईसाई समुदाय को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। प्रतिभा सिंह ने एक संदेश में कहा है कि 25 दिसंबर का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक ओर जहां हिन्दू इसे बड़े दिन के तौर पर मनाते है वही ईसाई धर्म के लोग इस दिन को प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाते है। यह दिन हमें आपसी प्रेम सौहार्द के पथ पर भी आगे बढ़ने को प्रेरित करता है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) परियोजना 'प्रॉसिक्यूशन पिलर' के सफल कार्यान्वयन में पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल करने पर राज्य के अभियोजन विभाग को बधाई दी। विभाग को हाल ही में दिल्ली में अपराध और अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम/आईसीजेएस में 'गुड प्रेक्टिसिज' पर आयोजित 5वें सम्मेलन के दौरान सम्मानित किया गया। इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका ने आज यहां सुखविंदर सिंह सुक्खू की गरिमामय उपस्थिति में गृह सचिव अभिषेक जैन और अभियोजन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर अभिषेक जैन ने मुख्यमंत्री को आईसीजेएस कार्यक्रम और अखिल भारतीय ई-प्रोसिक्यूशन पोर्टल के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि विभाग भविष्य में भी व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा ताकि गरीबों और जरूरतमंदों को शीघ्र न्याय दिलाया जा सके।
-खाद्य आपूर्ति निगम ने प्रति पैकेट 4 रुपये बढ़ाए दाम हिमाचल प्रदेश के सरकारी राशन डिपुओं में चीनी के बाद अब सरसों का तेल भी महंगा हो गया है। सरकार ने प्रति पैकेट चार रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। खाद्य आपूर्ति निगम की ओर से बढ़ी हुई कीमतें इसी माह से लागू कर दी गई हैं। इससे प्रदेश के करीब 19 लाख उपभोक्ताओं को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। उपभोक्ताओं को बीते माह 110 रुपये सरसों का तेल दिया गया था। लेकिन, अब 114 रुपये प्रति पैकेट दिया जाएगा। सभी कार्ड धारकों के लिए एक ही दाम गौर रहे कि कांग्रेस सरकार ने कुछ माह पहले एपीएल, बीपीएल और एनएफएसए समेत सभी कार्ड धारकों को तेल के एक ही दाम तय कर दिए थे। जिसके बाद अब सभी को एक ही दरों पर तेल उपलब्ध होता है। अधिकारियों के अनुसार तेल के दाम टेंडर पर निर्धारित होते हैं। जो हर माह बढ़ते-घटते हैं। लेकिन बीते कई माह से इसके दाम 110 रुपये पर टिके हुए थे। जो अब सरकार की ओर से फिर बढ़ा दिए गए हैं। वहीं इससे पहले इसी माह सरकार ने चीनी के दाम भी 30 रुपये से बढ़ाकर 33 रुपये प्रतिकिलो कर दिए थे, जो अगले माह से मिलेगी। वहीं मलका की दाल में भी नौ रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। यह दाल पहले एपीएल परिवारों को पहले 64 रुपये प्रति पैकेट दिया जा रहा था, अब 73 रुपये मिल रहा है। साथ ही एनएफएसए व अन्य कार्ड धारकों को 54 रुपये बढाकर 63 रुपये कर दिया है। उधर, खाद्य आपूर्ति नियंत्रक नरेंद्र धीमान ने बताया कि राशन डिपुओं में आने वाले राशन और तेल के दाम ऑनलाइन अपडेट होते हैं। जिसका पता पीओएस मशीनों में ही लग पाता है।
-विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कैग ने रखी रिपोर्ट धर्मशाला के तपोवन में हिमाचल विधानसभा के पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कैग की रिपोर्ट रखी गई। इसमें प्रदेश सरकार पर कर्ज और चुकाई जाने वाली ब्याज की राशि का ब्योरा पेश किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में हिमाचल पर 86 हजार 589 करोड़ का कर्ज है। बीते साल में सरकार ने 13 हजार 55 करोड़ रुपये कर्ज उठाया। वहीं, राजस्व घाटा 6 हजार 335 करोड़ बताया गया है, जो 2021-22 के 7 हजार 962 करोड़ से कुछ कम है। वित्तीय वर्ष 2022-23 की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2021-22 और 2022-23 में सरकार ने करीब 4 हजार 242 करोड़ की राशि खर्च की, लेकिन विभिन्न एजेंसियों से यूसी सर्टिफिकेट नहीं लिए। कैग ने इस पर सवाल उठाते हुए सरकार से इस बारे में आवश्यक कदम उठाने की बात कही है। छठा वेतन आयोग लागू होने से वेतन व पेंशन पर खर्च बढ़ा रिपोर्ट के मुताबिक जहां साल 2021-22 में वेतन पर 11 हजार 641 करोड़ रुपये सालाना खर्च हो रहा था, वहीं छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद इसमें चार हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ हर साल वेतन पर खर्च 15 हजार 669 करोड़ पहुंच गया है। वहीं, पेंशन के भुगतान पर भी खर्च की राशि 2021-22 के 6 हजार 88 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 9 हजार 283 करोड़ से अधिक हो गई। लगातार कर्ज लेने से सरकार को ब्याज पर भी 2021-22 के 4 हजार 472 करोड़ के मुकाबले 2022-23 के 4 हजार 828 करोड़ रुपये खर्च करना पड़ा। इसी तरह लोक लुभावन घोषणाओं को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा उपदानों पर खर्च की जा रही राशि भी 2021-22 के 1240 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 1973 करोड़ तक पहुंच गई है।
-लोगों को खूब पसंद आए हिमाचली व्यंजन, टोपी और अन्य उत्पाद कर्नाटक के बेलगावी में चल रहे पांच दिवसीय राष्ट्रीय रोवर रेंजर कार्निवल में हिमाचली व्यंजनों और हिमाचली टोपी की धूम मची रही। राजकीय महाविद्यालय ढलियारा की रोवर रेंजर की नौ सदस्यीय टीम इस कार्निवल में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रही है, जिसका नेतृत्व महाविद्यालय के रोवर लीडर प्रो. धर्मेंद्र सिंह कर रहे हैं। पूरे प्रदेश से इस बार ढलियारा महाविद्यालय को राष्ट्रीय कार्निवल में प्रदेश का नेतृत्व करने का अवसर राज्य मुख्यालय द्वारा प्रदान किया गया है। कार्निवल में शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें पूरे देश से आए प्रतिभागियों में हिमाचली वाद्य यंत्रों एवं हिमाचली टोपी पहनकर फोटो खिंचवाने की होड़ लगी रही। हिमाचली धाटू, मफलर और कुल्लू शॉल ने भी सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। हिमाचल की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। महाविद्यालय के रोवर रेंजर हिमाचल के पारंपरिक परिधान में नजर आए, जिन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। रोवर रेंजर ने फूड प्लाजा में भी खूब वाहवाही लूटी, विशेषकर हिमाचली सिड्डू के तो सभी दीवाने हो गए। इसके अलावा कांगड़ी मदरा, गलगल का खट्टा, मंडी की सेपू बड़ी और पारंपरिक छा गोस्त भी सभी के मन को भाया। रात्रि में लोक नृत्य प्रतियोगिता में भी ढलियारा महाविद्यालय के स्काउट्स ने पारंपरिक सिरमौरी देव नाटी पूजा करनी बिज्टो री पर सुंदर नाटी डाली, जिसने पूरे देश से आए प्रतिभागियों को झूमने पर मजबूर कर दिया और दक्षिण भारत में एक बार सभी को हिमाचल दर्शन करवा दिए।
-प्रदेश विधानसभा का 5 दिवसीय शीतकालीन सत्र में सदस्यों ने सरकार से पूछे 471 प्रश्न हिमाचल प्रदेश विधानसभा का 5 दिवसीय शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में शनिवार को संपन्न हो गया। सत्र में कुल पांच बैठेंगे आयोजित की गईं। वहीं सदन की कार्यवाही कुल 33 घंटे चली। सत्र में विधानसभा के सदस्यों द्वारा सरकार से 471 प्रश्न पूछे गए, जिसमें से 348 प्रश्न तारांकित तथा 123 अतारांकित थे। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि 14वीं विधानसभा का चौथा सत्र अपेक्षा अनुरूप सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि सत्र में मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों से संबंधित दस्तावेज भी रखे तथा महत्वपूर्ण वक्तव्य भी दिए। पठानिया ने सदन की कार्यवाही संपन्न होने पर मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष तथा सहित संसदीय कार्य मंत्री का भी धन्यवाद किया।