मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार बर्ड फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग तथा सतर्क है। इसके लिए पौंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की पूरी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है तथा त्वरित प्रतिक्रिया दल भी गठित कर दिए हैं। धर्मशाला के केबिनेट सभागार में शुक्रवार को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बर्ड फ्लू की रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग तथा वन्य प्राणी विभाग आपसी समन्वय के साथ बर्ड फ्लू के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तत्परता के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पौंग बांध क्षेत्र में अभी तक बर्ड फ्लू से 3410 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है तथा इन पक्षियों को पूरे प्रोटोकाॅल के साथ दफनाया जा रहा है, ताकि किसी भी स्तर पर संक्रमण का खतरा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग तथा वन्य प्राणी विभाग की 65 टीमें पौंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की निगरानी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू की गंभीरता को देखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा पोल्ट्री के सेंपल भी आरडीडीएल जालंधर को जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंनेे कहा कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है तथा इसके लिए भी विभागीय अधिकारी आवश्यक कदम उठाएं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के 1200 के करीब पाॅजिटिव मामले हैं, जिसमें कांगड़ा जिला के तीन सौ पाॅजिटिव मामले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर के बाद कोरोना पाॅजिटिव मामले कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन अभी भी सभी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण अभियान की तैयारियां भी प्रदेश में पूर्ण कर ली गई हैं तथा निर्धारित निर्देशों के अनुसार ही टीकाकरण अभियान को सफल बनाया जाएगा। जय राम ठाकुर ने जोनल अस्पताल धर्मशाला में टीकाकरण के पूर्वाभ्यास का जायजा भी लिया। इससे पहले उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कांगड़ा जिला के पौंग बांध में बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर पशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. विक्रम सिंह, वन्य प्राणी विभाग की अरण्यपाल उपासना पटियाल ने बर्ड फ्लू से बचाव पर आधारित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. गुरदर्शन ने कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, विधायक अर्जुन ठाकुर, विधायक विशाल नैहरिया, विधायक रीता धीमान, विधायक रविंद्र धीमान, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल सरकार द्वारा 15 मई 2003 से 18 सितंबर 2017 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लिए ग्रेजुएटी की अधिसूचना जारी की है l जिसके लिए नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने सरकार का आभार जताया l संघ के राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि 2003 से 2017 के बीच के कर्मचारियों के लिए सरकार ने पिछले बजट सत्र के दौरान घोषणा की थी कि इन कर्मचारियों को भी ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाएगा जबकि इसके बाद के कर्मचारियों को ग्रेजुएटी पहले से ही मिल गई थीI इससे लगभग 7000 से कर्मचारियों को राहत मिलेगी l संगठन के मुख्य संस्थापक नरेश ठाकुर, महासचिव भरत शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ वैद, महिला विंग अध्यक्ष सुनेश शर्मा, कोषाध्यक्ष शशि पाल शर्मा, संविधान पर्यवेक्षक श्याम लाल गौतम, महिला विंग वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनीता चौहान इत्यादि ने सामूहिक बयान में कहा है कि सरकार का यह बहुत ही सराहनीय फैसला है क्योंकि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए यह बहुत बड़ी राहत है सभी ने सामूहिक बयान में कहा कि नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश में लगातार पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रयासरत है l अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संगठन द्वारा लगातार सरकार के साथ वार्ता का क्रम भी जारी रखा है तथा संघर्ष का रास्ता भी अपनाया है l संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि पिछले वर्ष 4 मार्च को संगठन का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री महोदय से अपनी मांगों को लेकर मिला था तथा उन्होंने 6 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ग्रेजुएटी की घोषणा की थी l कोविड-19 के समय संगठन द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष मे 24 लाख दिए थे जब संघ द्वारा यह चेक मुख्यमंत्री महोदय को दिया था उस समय भी मुख्यमंत्री महोदय ने ग्रेजुएटी की अधिसूचना को जल्द हिमाचल प्रदेश में लागू करने बारे आश्वासन दिया था lआज हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों की ग्रेजुएटी प्रदान कर मुख्यमंत्री महोदय ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ी राहत दी है जिसमें संगठन उनका व सरकार का तह दिल से धन्यवाद करता हैl उन्होंने कहा कि संगठन अपनी मुख्य मांग पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार प्रयासरत है और अपनी मांग पूरी होने तक यह प्रयास लगातार जारी रखेगा l संगठन ने केंद्र सरकार की 2009 की मृत्यु और अपंगता पर पुरानी पेंशन संबंधित अधिसूचना को भी जल्द लागू करने बारे आग्रह किया है l उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है यह अधिसूचना भी हिमाचल प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा जल्द लागू की जाएगी। संगठन के मुख्य प्रवक्ता सुभाष शर्मा, कानूनी सलाहकार अरुण धीमान, पंकज शर्मा, उपाध्यक्ष नित्यानंद, सुनील तोमर, भिंदर सिंह अजय राणा बलदेव बिष्ट मोनिका राणा मुख्य सलाहकार अश्वनी राणा, जावेद इकबाल, संदीप चंदेल, शैल चौहान, घनश्याम, जिला कांगड़ा के अध्यक्ष रजिंदर मिन्हास जिला चंबा के अध्यक्ष सुनील जी जरियाल जिला उन्ना के अध्यक्ष कमल महासचिव नीरज सैनी, हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश कुमार मंडी के अध्यक्ष लेखराज कुल्लू के अध्यक्ष विनोद डोगरा, बिलासपुर के अध्यक्ष राजेंद्र वर्धन, सोलन के अध्यक्ष अशोक ठाकुर, सिरमौर के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, किन्नौर के अध्यक्ष वीरेंद्र जिंटू, लाहौल के अध्यक्ष प्रताप कटोच वीरेंद्र ठाकुर देशराज पूर्व उपाध्यक्ष कपिल राघव तथा समस्त पेंशन विहीन कर्मचारियों ने सरकार का आभार व्यक्त किया है l
करीब 7 माह के लम्बे इंतज़ार के बाद हिमाचल में एक बार फिर कोचिंग संस्थानों को खोलने के आदेश जारी हो गए हैं। आज हिमाचल में सभी कोचिंग संसथान खोले जा सकेंगे। हिमाचल सरकार ने संस्थान खोलने के लिए एसओपी जारी कर दी है। एसओपी के मुताबिक विद्यार्थियों को अभिभावकों के सहमति पत्र पर ही कोचिंग संस्थान में प्रवेश मिलेगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। कोचिंग संस्थान के कमरे की क्षमता के 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही संचालक बिठा सकेंगे। वहीं, छात्रों शिक्षकों व अभिभावकों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। इसके अलावा सैनिटाइजेशन का भी नियमित तौर पर बंदोबस्त करना होगा। संस्थान में सैनिटाइजर और हैंड वॉश/साबुन भी उपलब्ध करवाने होंगे। बता दें, बीते वर्ष दो नवंबर से सरकार ने कोचिंग संस्थान खोलने को मंजूरी दी थी। इस दौरान शिक्षण संस्थानों में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आने के बाद 11 नवंबर को दोबारा से संस्थान बंद कर दिए गए थे। अब हिमाचल मंत्रिमंडल ने प्रतियोगी और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों के लिए दोबारा से कोचिंग संस्थान खोल दिए हैं।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला महानगर इकाई की वर्ष 2020-2021 की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमे सूरज जमालटा को शिमला महानगर अध्यक्ष व रितिक पालसरा को शिमला महानगर मंत्री चुना गया। महानगर कार्यकारिणी गठन समारोह में संजय शर्मा ( शिमला विभाग प्रमुख) विशेष रूप से उपस्थित रहे। संजय शर्मा ने संगठनात्मक जानकारी देते हुए बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् वर्ष 1949 से छात्र व राष्ट्र हित में कार्य करती आई है व छात्रों में राष्ट्र पुर्ननिर्माण की भावना प्रवाहित करती आई है। पूर्व शिमला महानगर मंत्री निखिल ठाकुर ने विद्यार्थी परिषद द्वारा साल भर में किए गए कार्यों का ब्योरा देते हुए बताया कि विद्यार्थी परिषद ने पिछले वर्ष से शिमला महानगर इकाई में बहुत सी गतिविधियां की जैसे छात्र मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन, कोविड काल में पीएम केयर फंड में सहायता राशि दान कि, पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण कार्यक्रम किया तथा इस तरह के बहुत से कार्य साल भर में किए। इसके साथ साथ निखिल ने पुरानी नगर कार्यकारिणी भंग करने की घोषणा की। नव नियुक्त शिमला महानगर अध्यक्ष सूरज ने दायित्व ग्रहण करते हुए आश्वासन दिया कि विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में भी पहले कि तरह छात्रों कि मांगो के लिए संघर्षरत रहेगी और छात्र व समाज हित में हमेशा कार्यशील रहेगी। इसके साथ साथ शिमला महानगर मंत्री रितिक पालसरा जी ने आश्वासन दिया कि वे परिषद् के कार्य को बखुबी निभाएंगे।
शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना व मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की समीक्षा करते हुए बताया कि योजना के तहत जिला उद्योग केन्द्र, खादी ग्रामोद्योग आयोग व खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 में 19 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, जिस पर लगभग 34 लाख रुपये की सब्सिडी के रूप में लाभार्थियों को प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि योजना के कार्यान्वयन से संबंधित आ रही विभिन्न समस्याओं का सभी अधिकारी समन्वय स्थापित कर निष्पादन करें ताकि योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ प्रदान किया जा सके। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने बताया कि वर्ष 2020-21 में 132 परियोजनाआंे को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि योजना से संबंधित बैंकों में लंबित मामलों का जल्द से जल्द निपटारा करें ताकि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से लाभार्थियों को लाभ प्रदान किया जा सके। इस अवसर पर सदस्य सचिव जीएमडीआईसी योगेश गुप्ता, विभिन्न बैंकों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय इकाई ने पुस्कालय प्रभारी को ज्ञापन सौंपा। इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी ने जानकारी देते हुए बताया है कि बीते एक साल से पूरे विश्व मे कोरोना महामारी के चलते जहाँ एक तरफ जीवन अस्त व्यस्त है। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी सबसे ज्यादा परेशानी वर्तमान के छात्रों को हो रही है। सकलानी ने बताया की प्रदेश विश्विद्यालय के शोधर्थियों के लिए पुस्तकालयों को शारीरिक दूरी के साथ खोला जाएं जिससे वे अपने शोध कार्य पूर्ण कर सकें और उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्याएं न आए। साथ ही हम देखते है कि इस वर्ष का सत्र भी प्राम्भ हो गया है परंतु अभी तक भी आम छात्रों को प्रदेश विश्विद्यालय के पुस्तकाल से किताबों को जारी नहीं किया जा रहा है जिससे आम छात्रों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा है अतः विश्विद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द छात्रों के लिए किताबे जारी करने का प्रावधान करें। साथ ही पुस्तकालय की सारी किताबों का डिजिटलाइजेशन किया जाए। पुस्तकालय का सारा पुराना फर्नीचर बदल कर उसके स्थान पर नए फर्नीचर की व्यवस्था भी की जाए। अतः विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि जिस प्रकार देश के अन्य विश्विद्यालय खोले गए है, उस ही तरह प्रदेश विश्विद्यालय के पुस्तकालय को भी खोला जाए।
हिमाचल प्रदेश के सेब विश्व विख्यात हैं। हिमाचल की वादियों में मिलने वाले सेब की डिमांड कभी कम नहीं होती। बरसों पहले हिमाचल में आया सेब का पहला पौधा यहां के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जा सकता। सेब ही वो कारण है की यहां के बागवानों के पास पैसे की कोई कमी नहीं। प्रदेश के लाखों परिवार सेब बागवानी से अच्छी कमाई कर लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते है की हिमाचल के लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने वाले इस सेब को हिमाचल लाने की सोच किसी हिमाचल के व्यक्ति कि नहीं बल्कि एक अंग्रेज़ की थी। इस सेब ने हिमाचल पहुँचने तक एक लम्बा सफर तय किया है। आज इस कहानी के माध्यम से हम आपको रूबरू करवाएंगे उस सफर से जिसने हिमाचल की छवि बदल कर रख दी। कहानी उस अंग्रेज़ की जो सैम्युल से सदानंद बन गया, कहानी उस रॉयल वैरायटी कि जिसने हिमाचल के बागवानों की किस्मत खोल दी। जब फेल हुई थी सेब की फसल हिमाचल में सेब कि खेती सबसे पहले मेजर लार्ड विलियम ने की थी। उस समय भारत अंग्रेज़ों के अधीन था और मेजर लार्ड विलियम कुल्लू के उपायुक्त थे। मेजर को कुल्लू की आबो हवा बेहत पसंद थी, साथ ही उन्हें लगा की यहां का वातावरण सेब की खेती के लिए पर्याप्त है। उन्होंने अपने साथियों को घाटी में सेब के उत्पादन के लिए प्रेरित किया और तब हिमाचल में सेब का पहला पौधा आया। ये बात सन 1870 की है। मेजर की इसी सोच को मुकाम तक पहचाने के लिए लार्ड विलियम के दोस्त कैप्टन आर सी ली ने कुल्लू से 5 किलो मीटर आगे बंदरोल में 38 एकड़ जमींन खरीदी और इंग्लैंड से अपने पिता से सेब की किस्में भारत मंगवाई। 1915 तक कुल्लू घाटी में 10 अंग्रेज़ सेब बागान बन चुके थे। इन बागानों में तैयार होने वाला सेब शिमला और जोगिंदर नगर भेजे जाने लगा। यातायात की सुविधा न होने की कारण सेब कुलियों द्वारा ढुलवाकर भेजा जाता था। हिमाचल में सेब की खेती शुरू तो हो गई थी मगर न तो ये सेब देखने में अच्छे थे और न ही इनका स्वाद अच्छा था। शायद इसीलिए हिमाचल में सेब लाने का श्रेय कैप्टन आर सी ली को नहीं बल्कि सैमुएल इवांस स्टोक्स को जाता है। कौन थे सैमुएल इवांस स्टोक्स सैमुएल इवांस स्टोक्स एक अमरीकी पुरुष थे, जो फिलाडेल्फ़िया के समृद्ध खानदान से थे। वह सन 1904 में भारत आए थे। स्टोक्स एक ईसाई मिशनरी थे व् ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार में व्यस्त रहते थे। स्टोक्स हमेशा गरीब व बीमार लोगों की सेवा करते रहते थे। 1912 में उन्होंने यहीं की एक स्थानीय राजपूत-ईसाई लड़की से शादी कर अपनी बाकी ज़िंदगी यहीं गुज़ारने का फैसला किया। सैमुएल स्टोक्स से बने सत्यानंद स्टोक्स वह भारतीय संस्कृति तथा गुलामी के चलते भारतीयों पर हो रहे शोषण से इतने प्रभावित हुए कि आजादी की लड़ाई में कुद पड़े। वह खुद को हिन्दुस्तानी मान कर देश की सेवा में जुट गए और अपना नाम बदल कर सत्यानंद सटोक्स और पत्नी का नाम प्रिया देवी रख लिया। यंहा के लोगोँ की गरीबी देख कर उन्होंने सोचा की सिर्फ अनाज उगकर लोगोँ की गरीबी कम नहीं होगी। काफी शोध के बाद उन्होंने ने अमेरिका के स्टोक्स ब्रदर्स से सेब कि अच्छी किस्म मंगवाई। 1928 में स्टॉक्स के सेब के बगीचे के सेब तैयार हुए वो देखने में काफी सुंदर और स्वाद में भी काफी अच्छे थे। लोगों तक कैसे पहुंचा सेब स्टोक्स के बगीचे को देख कर स्थानीय लोग बेहद प्रभावित हुए। लोग उनके बागीचे में लगे सेब की कलमे चुरा कर अपने खेतो में लगाने लगे और इसी तरह सेब की यह किस्म किन्नौर, कुमारसेन और नारकंडा तक पहुँच गई। 1940 में पहली बार उनका सेब शिमला के बाजार में 50 व् 80 रुपये पेटी बिका जिसे देख स्टोक्स बेहद खुश हुए। उन्होंने सेब की खेती का प्रचार करना शुरू कर दिया, जिससे हिमाचल में सेब के बागानों का विस्तार होता गया। हिमाचल प्रदेश से स्टोक्स के बगीचे की 15 हजार पेटी सेब 1954 में दिल्ली की मार्किट में पहली बार पंहुचा, जो हिमाचल प्रदेश के लिए एक बड़े गर्व की बात थी। आज भी स्टोक्स के नक्शे कदमों पर चलते हुए बड़े बेटे स्वर्गीय प्रेम चंद के बेटे डा. विजय कुमार अपनी पुश्तैनी बगीचे पर नई किस्मों को ईजाद करने में जुटे हुए हैं। यहां प्रदेश का सबसे बड़ा सेब की नई किस्मों को तैयार करने वाला शोध केन्द्र बन गया है, जो हिमाचल प्रदेश के बागवानों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।
हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी है। पौंग डैम में हज़ारों प्रवासी पक्षी मृत मिलने के बाद अब बिलासपुर में भी 18 से 20 मृत कौवे मिले हैं। यह कौवे कोलबांध से सटे जमथल गांव में एक नाले में मरे हुए पाए गए। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। इसकी सूचना तुरंत ही सम्बंधित विभाग को दी गई जिसके बाद विभाग ने मौके पर पर पहुंच कर सैंपल जांच के लिए भेजे। मरे हुए कौवों को दफना दिया गया है। वहीं, ग्रामीणों के अनुसार मरे हुए कौवों की चोंच से झाग निकल रहा था। हालांकि, विभाग द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है। फिलहाल, विभाग ने इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए है। इन कौवों की मौत का कारन तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
देश के कई राज्यों में स्कूल खोलने के बाद अब हिमाचल प्रदेश सरकार भी स्कूल खोलने को लेकर विचार कर रही है। बुधवार को प्रदेश के मुखयमंत्री जयराम ठाकुर ने विद्यार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, जिस दौरान विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग के साथ वार्षिक परीक्षाओं को स्कूलों में ही आयोजित करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारीयों को स्कूल खोलने की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश दिए है। सबसे पहले बोर्ड की परीक्षाओं को स्कूल में आयोजित करवाने की संभावनाओं को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसी के साथ ऐसे विद्यार्थी जो ऑनलइन पढाई शुरू होने के समय किन्हीं कारणों से सिलेबस कवर नहीं कर पाए, उनके लिए रिवीजन करवाने के लिए भी योजना बनाई जा रही है। एक सप्ताह के भीतर रिवीजन शुरू हो सकती है। विद्यार्थियों के साथ हुए संवाद के बाद शंकाएं दूर करने के लिए सप्ताह में एक दिन विशेष ऑनलाइन सत्र शुरू करने की भी तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश में बीते साल दो नवंबर से स्कूलों को खोला गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले अधिक आने के चलते इन्हें बंद करना पड़ा था। अब कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। ऐसे में स्कूलों को खोला जा सकता है। अभी प्रदेश में 12 फरवरी तक छुट्टियां घोषित की गई है। संभावित है की जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में स्कूल खोल दिए जाएंगे।
कोरोना वायरस के कारन ठप पड़ी परिवहन सेवा धीरे-धीरे अब पूरी तरह सुचारु होने लगी है। आज हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (HRTC) ने 10 माह के लम्बे अंतराल के बाद लग्जरी बस सेवा शुरू कर दी है। मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत पहले दिन ट्रायल के तौर पर चंडीगढ़ और दिल्ली रूट पर 7 बसों का संचालन किया जा रहा है। सुबह के समय शिमला से 9 बजे दिल्ली के लिए लग्जरी बस रवाना हुई। धर्मशाला से चंडीगढ़ और मनाली से चंडीगढ़ के लिए भी सुबह के समय लग्जरी चलाई गई। रात्रि सेवा के तहत शिमला से दिल्ली, बीड़-बैजनाथ-दिल्ली, धर्मशाला-दिल्ली और मनाली-दिल्ली रूट पर गुरुवार को वोल्वो बसें रवाना की गईं। प्रदेश सरकार की ओर से 100 फीसदी ऑक्युपेंसी पर बसें चलाने के निर्णय के बाद लग्जरी बसों का संचालन भी सौ फीसदी ऑक्युपेंसी पर हो रहा है। बस को रूटों पर भेजने से पहले कोरोना के सभी नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। बसों को रूट पर भेजने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा। सभी यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। अस्वस्थ यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी। चालक और परिचालकों को कोरोना से बचाव के लिए सभी आवश्यक एहतियात का पालन करना होगा। जैसे-जैसे रूटों पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, लग्जरी बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
आज हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला द्वारा साहित्य कला संवाद का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश की प्रख्यात लेखिका कथाकार कवियत्री उपन्यासकार बाल साहित्य की सुप्रसिद्ध रचयिता स्व संतोष शैल्जा को श्रद्धासुमन एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने चण्डीगढ़ के फोर्टिज अस्पताल से संवाद कायम किया। इस दौरान उन्होंने विरह और दृढ़ता के मिश्रित भाव से जीवन संगिनी के साथ बिताए समय को सांझा किया। उन्होंने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में, राजनीतिक जिम्मेदारी, प्रदेश व पार्टी के प्रति जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभाने में शैल्जा के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता था। आपातकाल के समय में जेल जाना और शासन के आगे न झुकना केवल संतोष की दृढ़ता से ही संभव हो सका। उन्होंने संतोष को याद करते हुए पंक्ति दोहराई ‘‘तुम्हारे होंठ भी थे बंद और मैं भी चुप था, फिर वो क्या था जो इतनी देर बोलता रहा, वो प्यार का एहसास था, वो प्यार का एहसास था।’’ उन्होंने ओशो के शब्द दोहराते हुए कहा कि ‘‘मौन के भी शब्द होते हैं और सन्नाटे का भी संगीत होता है।’’ उन्होंने कहा कि मृत्यु उपरांत संतोष का माथा स्निग्ध और चेहरा जीवन की पूर्णतया के आश्वासन का एहसास दिला रहा था। उन्होंने लोगों से निवेदन किया कि वे अपना प्यार उन्हें देते रहे। उन्होंने कहा कि मैंने हिम्मत से जीने का निर्णय किया है। हिम्मत प्रभु देंगे, प्यार आप देना और उन्होंने महामारी की इस काल में सभी के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की कामना की, सभी को अपने-अपने घर पर नियमों का पालन करने का सलाह दी।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की उपस्थिति में सिक्स सिगमा हेल्थ केयर के साथ जिला शिमला और चूड़धार क्षेत्र में एशिया का प्रथम पर्वतीय संस्थान स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश के लिए आज एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया। सिक्स सिगमा हेल्थ केयर विशेषज्ञ पर्वतीय स्वास्थ्य टीम है, जिन्हें भारतीय सशस्त्र सेना द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। सिक्स सिगमा वर्ष 2009 से अधिक ऊंचाई वाली धार्मिक यात्रा जैसे अमरनाथ, कैलाश मानसरोवर, केदारनाथ, मणिमहेश और उत्तराखंड बाढ़ व नेपाल भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है। बैठक में सिक्स सिगमा के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी डाॅ. प्रदीप भारद्वाज और सदस्यों मेजर जनरल अतुल कौशिक व शौविक चन्द्र दत्ता ने इस संस्थान को स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकार शिमला और सिरमौर जिलों में इस संस्थान को स्थापित करने के लिए भूमि खरीद के लिए सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कैलाश मणिमहेश यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सिक्स सिगमा स्वास्थ्य देखभाल की टीम के प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों और धार्मिक यात्राओं में गुणवत्ता सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। डाॅ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि इस संस्थान के क्रियाशील होने के उपरांत 727 युवाआंे को रोजगार उपलब्ध होगा। संस्थान का उद्देश्य अधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में ऐलोपेथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद, न्यूरोपैथी, योग में सभी प्रकार के शोध विकसित करना और पर्वतीय चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञों को शिक्षित करना है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डाॅ. आरएन बत्ता, सिक्स सिगमा बोर्ड के सदस्य मेजर जनरल अतुल कौशिक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में 18 बिस्तरों वाले प्रीफैब्रिकेटिड कोविड अस्पताल का विधिवत शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आईजीएमसी में कार्यरत सुरक्षा कर्मचारी, वार्ड अटैंडेंट, चीफ सुरक्षा अधिकारी भीम सिंह गुलेरिया व आउटसोर्स कर्मचारी संघ की देखरेख में रक्तदान शिविर का भी शुभारम्भ किया। इस दौरान 75 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर सभी रक्तदाताओं का गर्म स्वैटर भेंट कर धन्यवाद किया। उसके उपरान्त लोक कल्याण समिति के इंचार्ज राजेश सरस्वती व उनके सहयोगियों को कोरोना काल के दौरान कोविड ग्रसित मृतक लोगों के दाह संस्कार के लिए अपनी सेवाएं देने के लिए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने ई. क्लीनिक, ई. कोर्ट एविडैंस, वीडियो काॅफ्रेंसिंग व टैलीमैडिसिन की सुविधा को प्रदेश की जनता के लिए समर्पित किया। इस अवसर पर किसान मोर्चा शिमला द्वारा भी रक्तदान शिविर में हिस्सा लिया गया और मुख्यमंत्री द्वारा सफाई कर्मचारियों को कंबल वितरित किए गए। लोक कल्याण समिति और समस्त कर्मचारियों द्वारा वहां उपस्थित सभी लोगों व उनके तामीरदारों को खिचड़ी व हलवा वितरित किया गया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल का भी दौरा किया और नोफल चेरिटेबल संस्था द्वारा प्रदान की गई रोटी बनाने की मशीन का शुभारंभ किया। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज व सांसद सुरेश कश्यप, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डाॅ. रवि चन्द शर्मा, प्रधानाचार्य डाॅ. रजनीश पठानिया, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जनकराज व प्रशासनिक अधिकारी डाॅ. राहुल गुप्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
बीते कल नारकण्डा में एक बेहत दुखद घटना पेश आई है। नारकण्डा से हाटु की ओर जा रहे हरियाणा के पर्यटकों की कार दुर्घटना के शिकार हो गई। कार में सवार 4 पर्यटकों में से 2 ने मौके पार ही दम तोड़ जबकि अन्य 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक हरियाणा से आए पर्यटक भारी बर्फ़बारी के बीच हाटु की और बढ़ रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें सावधान भी किया पर उन्होंने एक न सुनी। वह हाटु की ओर शाम को 6:00 बजे रवाना हो गए। कुछ ही दूर चलने के बाद उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिस से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना की जानकारी SDM कुमारसैन ने अपने सोशल मीडिया पर दी है। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया है। SDM ने अपने पोस्ट में लिखा, "कल एक बहुत दुखद घटना नारकंडा में घटी हरियाणा से आए 4 पर्यटक मना करने के बावजूद भी हाटु की ओर शाम को 6:00 बजे रवाना हो गए कुछ ही दूर चलने के बाद उनकी गाड़ी फिसल गई जिस से दो युवकों की जान मौके पर ही चली गई।" साथ ही उन्होंने बताया है कि प्रशासन ऐतिहातन तौर पर हाटु की तरफ बढ़ रही सड़क को आज से वाहनों कि आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। उन्होंने चेतावनी भी दी है यदि कोई शरारती तत्व पर्यटन के नाम पर पर्यटकों को हाटु तक ले जाने कि व्यवस्था करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लिखा, "प्रशासन ऐतिहातन तौर पर हाटु की तरफ बढ़ रही सड़क को आज से वाहनों के लिए बंद करने का आदेश देती है। पर अगर तब भी कुछ शरारती तत्व पर्यटन के नाम पर पर्यटकों को हाटु तक ले जाने का कोई भी व्यवस्था करते हैं तो उन पर उचित कार्रवाई जरूर होगी।" उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि आपकी सुरक्षा आपके अपने हाथ है इसलिए प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने दूसरे पर्यटकों को भी सचेत करने का आग्रह किया है। "व्यवसाय जरूरी है पर जान उससे भी ज्यादा कीमती है। मेरा आप सभी से आग्रह हैं अगर आप किसी पर्यटक को Hatu की तरफ जाते देखें तो अगर मौका लगे तो उनको जरूर सचेत करें कि आगे की राह उनके लिए सुरक्षित नहीं है। यह न केवल उन पर्यटकों के लिए लाभदायक होगा परंतु हमारे प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर एवं स्थानीय वालंटियर जिन्होंने कल पूरी रात काम करके एक शव को नीचे से निकालने में मदद की उनकी जान के लिए भी राहत की बात होगी।" उन्हें लिखा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप भाजपा पदाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ आईजीएमसी एवं दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जयराम सरकार के 3 वर्ष उपलब्धि भरे रहे हैं और यह पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में हर वर्ग का ख्याल रखा है। उन्होंने कहा की राज्य सरकार का अगला 1 वर्ष समावेशी विकास का रहेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ेगा। और ऊर्जावान, समर्पित, दृढ़ निश्चय एवं सरल स्वभाव वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं। आपके कुशल नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश उन्नति एवं समृद्धि के पथ पर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ एवं आनंदित रहें। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शासनकाल में‘जन-जन को स्वस्थ बनाना है, हिमाचल को आगे बढ़ाना है। इस संकल्प के साथ हिमाचल सरकार द्वारा ''हिमकेयर योजना'' के अंतर्गत अब तक चार लाख इकसठ हजार से अधिक को पंजीकृत किया जा चुका है और एक लाख पच्चीस हजार से अधिक मरीजों को लाभ दिया जा चुका है और हिमाचल देश का पहला धुआंमुक्त राज्य बना है। यह सब हिमाचल सरकार द्वारा शुरू की गई ‘‘मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा’’ योजना के प्रभावी कार्यान्वयन से संभव हुआ है। राज्य सरकार ने इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में दो लाख नब्बे हजार से अधिक गैस कनेक्शन वितरित किए हैं। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना एवं सह प्रभारी संजय टंडन ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दी। प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सुशासन वाली सरकार चल रही है, और आने वाले समय में भी हिमाचल प्रदेश में विकास कार्य उत्तम गति से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेशवासियों के घर पर जाकर समस्याओं का समाधान कर रही है। इसी दृष्टि से प्रदेश सरकार ने राज्य में "जनमंच" कार्यक्रम को प्रभावी तरीके से चलाया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के हजारों परिवार लाभान्वित हो चुके हैं। जनमंच का पूर्ण श्रेय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दिया जाता है।
अभी कोरोना का खतरा पूरी टला नहीं की भारत में एक और बीमारी ने अपने पैर पसार लिए है, कोरोना महामारी के बीच अब भारत के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। पोल्ट्री फार्म, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने को भी कहा गया है। साथ ही संक्रमण वाली जगहों पर मांस बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इस बर्ड फ्लू के आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। हिमाचल में सात दिन के भीतर मृतक परिंदों का आंकड़ा 2,403 पहुंच गया है। दिसंबर 2020 में जापान, साउथ कोरिया, वियतनाम और चार यूरोपीय देशों में बर्ड फ्लू के मामले आने शुरू हुए थे और अब ये भारत के कई हिस्सों में फैल चुका है। ये वायरस सिर्फ पक्षियों के लिए ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी घातक साबित हो सकता है। WHO द्वारा जारी की गई वार्निंग में भी बर्ड फ्लू को इंसानों के लिए घातक बताया गया है? आइए जानते हैं कि आखिर बर्ड फ्लू होता क्या है और ये कैसे फैलता है? क्या होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) भी कहते हैं। ये एक पक्षी से दूसरे पक्षियों में फैलता है। बर्ड फ्लू का सबसे जानलेवा स्ट्रेन H5N1 होता है। H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षियों की मौत भी हो सकती है। ये वायरस संक्रमित पक्षियों से अन्य जानवरों और इंसानों में भी फैल सकता है और इनमें भी ये वायरस इतना ही खतरनाक है। इंसानों में बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हॉन्ग कॉन्ग में आया था। उस समय इसके प्रकोप की वजह पोल्ट्री फार्म में संक्रमित मुर्गियों को बताया गया था। 1997 में बर्ड फ्लू से संक्रमित लगभग 60 फीसदी लोगों की मौत हो गई थी। ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह की लार या आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होती है। H5N1 बर्ड फ्लू इंसानों में होने वाले आम फ्लू की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से नहीं फैलता है। एक इंसान से दूसरे इंसान में तभी फैलता है जब दोनों के बीच बहुत करीबी संपर्क हो। जैसे कि संक्रमित बच्चे की देखभाल करने वाली मां या घर के किसी अन्य संक्रमित सदस्य का ख्याल रखने वाले लोग। किन पक्षियों में होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू प्रवासी जलीय पक्षियों खासतौर से जंगली बतख से प्राकृतिक रूप से फैलता है। इन जंगली पक्षियों से ये वायरस घरेलू मुर्गियों में फैल जाता है। जंगली पक्षियों से ये बीमारी सूअरों और गधों तक भी फैल जाती है। साल 2011 तक ये बीमारी बांग्लादेश, चीन, मिस्र, भारत, इंडोनेशिया और वियतनाम में फैल चुकी थी। इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू- बर्ड फ्लू इंसानों में तभी फैलता है जब वो किसी संक्रमित पक्षी के संपर्क में आए हों। ये करीबी संपर्क कई मामलों में अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोगों में ये संक्रमित पक्षियों की साफ-सफाई से फैल सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ये पक्षियों के बाजार से फैला था। संक्रमित पक्षियों से दूषित पानी में तैरने-नहाने या मुर्गों और पक्षियों की लड़ाई छुड़वाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित जगहों पर जाने वाले, कच्चा या अधपका मुर्गा-अंडा खाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू फैलने का खतरा होता है। H5N1 में लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता होती है। संक्रमित पक्षियों के मल और लार में ये वायरस 10 दिनों तक जिंदा रहता है। बर्ड फ्लू के लक्षण बर्ड फ्लू के लक्षण- बर्ड फ्लू होने पर आपको कफ, डायरिया, बुखार, सांस से जुड़ी दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपको लगता है कि आप बर्ड फ्लू की चपेट में आ गए हैं तो किसी और के संपर्क में आने से पहले डॉक्टर को दिखाएं। क्या है इलाज अलग-अलग तरह के बर्ड फ्लू का अलग-अलग तरीकों से इलाज किया जाता है लेकिन ज्यादातर मामलों में एंटीवायरल दवाओं से इसका इलाज किया जाता है। लक्षण दिखने के 48 घंटों के भीतर इसकी दवाएं लेनी जरूरी होती हैं। बर्ड फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के अलावा, उसके संपर्क में आए घर के अन्य सदस्यों को भी ये दवाएं ली जाने की सलाह दी जाती है, भले ही उन लोगों में बीमारी के लक्षण ना हो। कैसे करें बचाव जो भी बचाव के तरीके हम कोरोना महामारी के लिए इस्तेमाल कर रहे है जैसे मास्क लगाना, संक्रमितों से दुरी बनाएं रखना, सांइटिज़ेर का इस्तेमाल करना, ये सभी आदतें हमें बर्ड फ्लू से बचा सकती है। इसके साथ ही हमें संक्रमण वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए, अधपक्के मास का सेवन नहीं करना चाहिए।
Avian Influenza (AI) viruses have been circulating worldwide for centuries with four known major outbreaks recorded in the last century. India notified the first outbreak of avian influenza in 2006. Infection in humans is not yet reported in India though the disease is zoonotic. There is no direct evidence that AI viruses can be transmitted to humans via the consumption of contaminated poultry products. Implementing management practices that incorporate bio security principles, personal hygiene, and cleaning and disinfection protocols, as well as cooking and processing standards, are effective means of controlling the spread of the AI viruses. In India, the disease spreads mainly by migratory birds coming into India during winter months i.e. from September – October to February – March. The secondary spread by human handling (through fomites) cannot be ruled out. Present outbreak After confirmation of positive samples from ICAR-NIHSAD, AI has been reported from the following States (at 12 epicentres) – Rajasthan(crow) - Baran, Kota, Jhalawar Madhya Pradesh(crow) - Mandsaur, Indore, Malwa Himachal Pradesh (migratory birds) - Kangra Kerala (poultry-duck) - Kottayam, Allapuzha (4 epicentres) Accordingly, an advisory has been issued each to the States of Rajasthan and MP on 1st January 2021, so as to avoid further spread of the infection. As per the information received from State of Madhya Pradesh and Rajasthan control measures is being taken as per the guidelines of National Action Plan of Avian Influenza. Another advisory has been issued on 5th January, 2021 to HP where the State has been advised to take measures so as to avoid further spread of disease to poultry. As per the report received, Kerala has already initiated control and containment operations from 05.01.20121 at epicentres and culling process is in operation. Department of Animal Husbandry & Dairying, Government of India has also set up a control room in New Delhi to keep watch on the situation and to take stock on daily basis of preventive and control measures undertaken by State authorities. The measures suggested to the affected States to contain the disease and prevent further spread as per the Action Plan on Avian Influenza include strengthening the bio security of poultry farms, disinfection of affected areas, proper disposal of dead birds/carcasses, timely collection and submission of samples for confirmation and further surveillance, intensification of surveillance plan as well as the general guidelines for prevention of disease spread from affected birds to poultry and human. Coordination with forest department for reporting any unusual mortality of birds was also suggested to the States. The other states were also requested to keep a vigil on any unusual mortality amongst birds and to report immediately to take necessary measures.
कोरोना महामारी के बाद अब प्रदेश में बर्ड फ्लू के घातक H5N1 वायरस के काले बादल मंडरा रहा है। इस घातक वायरस से पक्षी ही नहीं इंसान भी खतरे में हैं। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के लिए प्रदेश सरकार से इंसानों में बर्ड फ्लू की टेस्टिंग के लिए अनुमति मांगी है। विभाग ने यह कदम इसलिए उठाए हैं ताकि बर्ड फ्लू के लक्षणों की समय पर जांच व उपचार हो सके। इसके अलावा फील्ड कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि फ्लू के लक्षण मिलने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। मंगलवार को विभाग ने एच5 एन1 फ्लू को हराने के लिए कांगड़ा जिले में ब्लॉक स्तर पर दवाइयां पहुंचा दी हैं। आयुर्वेद विभाग लोगों को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक काढ़ा इस्तेमाल करने की सलाह दे रहा है। अधिकारियों का कहना है कि घर में भी लोग तुलसी, लौंग, काली मिर्च और आंवले का इस्तेमाल कर अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं। उनका कहना है कि किसी भी फ्लू से बचने के लिए इम्युनिटी और विटामिन-सी लेना बेहद जरूरी है।
सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटिड ने आज राज भवन शिमला में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य रेडक्राॅस को एक एम्बूलेंस भेंट की। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एसजेवीएनएल के अध्यक्ष और प्रबन्धन निदेशक नन्द लाल शर्मा द्वारा निगम की ओर से भेंट की गई एम्बूलेंस की चाबियां प्राप्त कीं। हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस कल्याण शाखा की अध्यक्षा डाॅ. साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह एक पुनीत कार्य है। इसके माध्यम से आपात परिस्थितियों में मरीजों को सुविधा प्रदान करने और रेडक्राॅस की गतिविधियों को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी। दत्तात्रेय ने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन करने के लिए एसजेवीएनएल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे अन्य संस्थानों को भी प्रेरणा मिलेगी और वह समाज के गरीब व वंचित वर्गों के लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा के लिए कार्यरत राज्य रेडक्राॅस को उदारतापूर्वक अंशदान के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने प्रदेश में जल विद्युत क्षमता के दोहन के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के लिए निगम के प्रयासों की सराहना की। डाॅ. साधना ठाकुर ने राज्यपाल को शाखा की गतिविधियों से भी अवगत करवाया और कहा कि आने वाले दिनों में रेडक्राॅस की गतिविधियों को और अधिक गति प्रदान की जाएगी। इसके उपरान्त, डाॅ. साधना ठाकुर ने मानसिक स्वास्थ्य एवं पुनर्वास केन्द्र शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. संजय पाठक को एम्बूलेंस की चाबियां सौंपी। नन्द लाल शर्मा ने एसजेवीएनएल द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों और विदेश में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में राज्यपाल को अवगत करवाया। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर और राज्य रेडक्राॅस के महासचिव पी.एस. राणा, राज्य रेडक्राॅस के सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश राज्य मंत्रिमंडल की बैठक मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमंडल ने भारत में कोरोना वैक्सीन के प्रयोग को अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करने के लिए प्रस्ताव पारित किया। इससे भारत विश्व के अन्य देशों में अग्रणी बना है। मंत्रिमण्डल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वैक्सीन के उत्पादन के लिए देश के वैज्ञानिकों का भी आभार व्यक्त किया। मंत्रिमण्डल ने अमेरिका की डेटा फर्म माॅर्निंग कंसल्ट द्वारा देश में कोविड-19 महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ और सबसे लोकप्रिय राजनेता आंके जाने पर बधाई दी है। मंत्रिमण्डल ने शिमला, कांगड़ा, मण्डी और कुल्लू जिलों में लगाए गए रात्रि क्फ्र्यू को हटाने और प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में पहले की तरह छः दिन के कार्य दिवस को बहाल करने का निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने राज्य में प्रशिक्षण कक्षाओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अनुमति प्रदान करने का निर्णय लिया। इसके लिए राज्य शिक्षा विभाग द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया जारी की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के आग्रह पर मंत्रिमण्डल ने आंतरिक बैठकों में 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं देने की शर्त में छूट देने का निर्णय लिया है। इससे आयोग को चुनाव से सम्बन्धित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावी तरीके से चलाने में मदद मिलेगी। राज्य में कोविड-19 की परिस्थिति के दृष्टिगत मंत्रिमण्डल ने आईजीएमसी शिमला, सीएचसी नालागढ़ और डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा मंे मेक शिफ्ट अस्पतालों को कार्यशील बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए वार्ड सिस्टर, स्टाफ नर्सों, डीईओज और चतुर्थ श्रेणी को कुछ समय के लिए आउट सोर्स आधार पर जबकि चिकित्सा अधिकारियों की व्यवस्था फ्रेश अथवा सीधे वाॅक इन इन्टरव्यू के माध्यम से की जाएगी। भविष्य में कोविड की परिस्थिति के दृष्टिगत एचएलएल के प्रस्ताव को अस्थगित रखने का निर्णय लिया गया है। मंत्रिमण्डल ने राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, हिम केयर योजना और राजकीय चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निजी अस्पतालों के पंजीकरण हेतु सिंगल विंडो एम्पेन्लमेंट शुरू करने को भी स्वीकृति प्रदान की। मंत्रिमण्डल के समक्ष बागवानी विभाग ने मार्च, 2021 तक छः माह के लक्ष्यों और अपै्रल, 2021 से मार्च, 2022 तक के लक्ष्यों के बारे में प्रस्तुति दी। इस अवसर पर पशु पालन विभाग ने भी एवियन इन्फ्लुएंजा के बारे में प्रस्तुति दी। मंत्रिमण्डल ने स्वास्थ्य और पशु पालन विभाग को एवियन फ्लू की उचित दवाओं और कर्मचारियों के लिए पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का परामर्श दिया। मंत्रिमण्डल ने उपायुक्त जिला कांगड़ा द्वारा आवागमन के लिए लगाए गए प्रतिबन्धों की सख्ती से अनुपालना करने की सलाह दी।
उपमंडल चौपाल में नामांकन जांच के दौरान वार्ड 14 पौडीया नेरवा से भाजपा की बागी उम्मीदवार रमला रांटा का नामांकन रद्द हो गया है। रमला रांटा वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण नामांकन रद्द हो गया। गौरतलब है कि रमला रांटा ने हाल ही में भाजपा महिला मोर्चा के पद से इस्तीफा दिया था और जिला परिषद के लिए बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन भरा था। रमला निवर्तमान पंचायत समिति चौपाल के देवत वार्ड से भी सदस्य हैं। एसडीएम नरेंद्र चौहान ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण रमला रांटा का नामांकन रद्द किया गया है। अब जिला परिषद वार्ड 12 सराह (चौपाल) से 4 उम्मीदवार, वार्ड 13 मझौली (कुपवी) से 8 उम्मीदवार जबकि वार्ड 14 पौडीया (नेरवा) से तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इसके अलावा पंचायत समिति में भी दो उम्मीदवारों वार्ड 6 धनत से शक्ति कुमारी और सपना के नामांकन रद्द हो गए हैं। तहसीलदार चौपाल उमेश शर्मा ने बताया कि शक्ति कुमारी और सपना के नामांकन पत्रों में त्रुटियां होने के कारण नामांकन रद्द किए गए हैं। काबिले गौर रहे की रमला रांटा जिला परिषद की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही थी लेकिन नामांकन रद्द होने के चलते उनके समर्थकों में खासी निराशा देखी जा रही है और इसका सीधा फायदा भाजपा को मिलना तय माना माना जा रहा है।
शहर में नशे के बढ़ते कारोबार के चलते पुलिस ने नशा तस्करो पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने किन्नौर से चंडीगढ़ जा रही एचआरटीसी की बस से नशे की बड़ी खेप बरामद की है। जिला पुलिस को यह कामयाबी किन्नौर के छितकुल से चंडीगढ़ जा रही एचआरटीसी बस की चेकिंग के दौरान मिली है। जानकारी के अनुसार शोघी के खवारा पुलिस स्टेशन के पास पुलिस की टीम ने नाका लगाया था। नाके के दौरान बस की चेकिंग की गई। इस दौरान बस में सवार नेपाली मूल के भगत सिंह के पास से 6.855 किलो ग्राम अफीम बरामद की गई है। वहीं इस बारे में एसपी मोहित चावला ने बतया कि आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एनडीपीएस के तहत करवाई की जाएगी।
कोरोना के नए स्ट्रेन की चिंता के बाद अब देश भर में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा गया है। हरियाणा में 1लाख मुर्गिओं की मौत ने देश भर में डर का माहौल बना दिए है। 5 दिसंबर को हरियाणा के बरवाला क्षेत्र में रहस्यमय तरीके से मुर्गियों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ,जिसके चलते यहां करीब एक लाख मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है। राज्य के पशुपालन विभाग ने प्रभावित फार्मो में पाई गई मृत मुर्गियां के 80 सैम्पल इकट्ठे कर उन्हें जांच के लिए जालंधर की रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री में भेज दिए है। राजस्थान, मध्यप्रदेश के बाद हिमाचल और केरल में बर्ड फ्लू की चिंता को मध्यनज़र राज्य सरकारों ने अब अलर्ट जारी कर दिए है। पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बताया कि 'कौओं के सैम्पल भोपाल की स्टेट डी.आई. लैब भेजे गए हैं. इंदौर और मंदसौर से भेजे गए सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के पॉन्ग डैम की झील में मरे प्रवासी पक्षिओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, जिसके चलते प्रशासन ने डैम के नजदीक मांस व अंडा बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जयराम सरकार की इस साल की पहली कैबिनेट बैठक सचिवालय में शुरू हो गई है। आज की इस कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले होने के आसार है। हालांकि, पंचायती राज चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते सरकार कोई बड़ी घोषणा तो कैबिनेट में नहीं कर सकती है, लेकिन कोविड-19, हिमाचल दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कैबिनेट में रणनीति बन सकती है। इसके अलावा बर्ड फ्लू की दस्तक को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा की जाएगी। कोरोना वैक्सीन ट्रायल को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। वही चार ज़िलों में लागू रात्रि कर्फ्यू को लेकर भी कैबिनेट में आज नया फैसला लिया जा सकता है। कैबिनेट में विभिन्न विभागों की प्रेजेंटेशन दी जा सकती है। इसके अलावा कई अन्य निर्णय लिए जा सकते है जो चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं आते हों। बता दें कि जयराम सरकार ऐसी पहली सरकार है जिसने सत्ता में आने से पहले हर माह 3 कैबिनेट बैठक करने का निर्णय लिया था। यही वजह है कि हर माह पहले तीसरे और चौथे हफ्ते में कैबिनेट हो जाती है। इसके अलावा बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 25 जनवरी, 2021 को प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती समारोह के शानदार आयोजन हेतु तैयारियों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के लिए आज रिज मैदान का दौरा किया। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक मोहित चावला, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने धारा 144 के अंतर्गत निहित शक्तियों का प्रयोग कर आदेश जारी करते हुए बताया कि जिला शिमला में रात्रि कर्फ्यू रात 10 बजे सुबह 6 बजे तक 31 जनवरी, 2021 तक प्रभावी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान 28 नवम्बर, 2020 को जारी किए गए आदेशों में निहित शर्तें लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि यह आदेश जिला शिमला में 06 जनवरी, 2021 से 31 जनवरी, 2021 तक लागू रहेंगे। उन्होंने बताया कि आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188, 269 व 270 के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के उस बयान पर घोर आपत्ति व्यक्त की है जिसमें उन्होनें कहा है कि भातरीय जनता पार्टी स्थानीय निकायों के चुनावों में अपने पैनल घोषित करके राजनीति कर रही है। इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रभारी पुरषोतम गुलेरिया तथा प्रदेश उपाध्यक्ष रतन सिंह पाल ने संयुक्त वक्तव्य में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है जिसमें पन्ना प्रमुख से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से होते हैं। उसी लोकतांत्रिक तरीके से इस पार्टी में हर चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है जिन्हें पार्टी के छोटे से लेकर बड़े से बड़े कार्यकर्ता का समर्थन मिलता है। हमने तो कार्यकर्ताओं की आवाज के अनुसार भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के पैनल दिए हैं यदि आप के अंदर दम है तो आप अपना पैनल घोषित करें। भाजपा नेताओं ने कहा कि वास्तव में कुलदीप राठौर की समस्या यह है कि ये कांग्रेस पार्टी में केवल एक धड़े के अध्यक्ष हैं, बाकि तीन धड़े तो इन्हें अपना अध्यक्ष भी नहीं मानते। इस कारण से यह खुद तो कांग्रेस अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर नहीं सकते यदि भाजपा ने हर जिले में पहले ही कर दिए हैं तो इनको अपनी जमीन खिसकती नजर आ रही है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी पूरी गंभीरता व योजनाबद्ध तरीके से चुनाव मैदान में उतर चुकी है। पार्टी का हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करके तथा किए गए विकास के नाम पर लोेगों से वोट मांग रहे हैं जबकि कांग्रेस के पास लोगों में भ्रम फैलाने के सिवाये कोई मुद्दा नहीं है। भाजपा नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता दिन-रात एक करके भारी बहुमत से इन पंचायतीराज एवं स्थानीय निकाय चुनावो में पार्टी को विजय दिलायेंगे क्योंकि प्रदेश की जनता जागरूक है और कांग्रेस की भ्रमित करने वाली राजनीति में नहीं आने वाली। उन्होनें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को सलाह देते हुए कहा कि वह भाजपा की चिंता छोड़े और अपने बिखरते हुए कुनबे को संभाले।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार और मंगलवार को भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश, ओलावृष्टि तथा तेज हवाओं के आसार भी जताए गए हैं। प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है परंतु फिर भी प्रदेश के कुछ एक क्षेत्रों में शून्य से नीचे तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक मनमोहन सिंह ने कहा कि आज और कल के लिए हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फ़बारी की चेतावनी जारी की गई है जिसके चलते आज मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं 5 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र शिमला, नारकंडा, चंबा, कांगड़ा तथा लौहल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने भी सैलानियों से वाहन चलाने को लेकर सावधानी बरतने के लिए कहा है।
कोरोना महामारी के बीच अब बर्ड फ्लू भी तांडव मचा रहा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश में दस्तक के बाद झारखंड, हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बता दें, हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पोंग डैम सेंक्चुरी में भी 1200 प्रवासी पक्षियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। जिस के बाद डीसी कांगड़ा ने फतेहपुर, जवाली और देहरा के एसडीएम को भी अलर्ट कर दिया है। बर्ड फ्लू फैलने की आशंका के चलते डीसी कांगड़ा ने सोमवार को फतेहपुर, जवाली और देहरा के एसडीएम के साथ हालात पर काबू पाने को लेकर आपातकालीन बैठक रखी है। इसमें वन्य जीव प्राणी और पशुपालन विभाग के अधिकारी भी भाग लेंगे। अभी तक सिर्फ प्रवासी पक्षियों की ही मौत हुई है। हो सकता है कि इन पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू की वजह से हुई हो। मृत परिंदों के सैंपल लेकर मध्यप्रदेश के भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। जिसकी रिपोर्ट सोमवार को आ सकती है। इससे पता चलेगा कि आखिर पक्षियों की मौत हुई कैसे। पौंग झील के किनारे एक किलोमीटर तक के एरिया को मानव गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित किया गया है। झील के आसपास करीब 11 किलोमीटर के एरिया को निगरानी में रखा जा रहा है। उधर, पौंग झील में अभी तक 1177 प्रवासी पक्षियों की मौत की पुष्टि हुई है। बारिश की वजह से रविवार को मृतक पक्षियों की गणना नहीं की जा सकी। वहीं, बताया जा रहा है कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक से अधिकारियों के भी हाथ-पांव फूल गए है अब तक झालावाड़ में 100, कोटा में 47, बारां में 72, पाली में 19 और जयपुर के जलमहल पर 10 कौए सहित प्रदेश भर में 245 कौओं की मौत हो चुकी है। कौओं की मौत से हरकत में आई पशुपालन विभाग की कोटा संभाग की टीम जांच करने झालावाड़ पहुंची। जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सैनिटाइज भी कराया साथ ही सभी मृत कौओं को प्रोटोकॉल के मुताबिक गड्ढे खोदकर जलवाया भी, जिससे इलाके में संक्रमण का खतरा ना बढ़ सके। क्या इंसानों के लिए खतरनाक है बर्ड फ्लू? बर्ड फ्लू के नाम से पहचाने जाने वाली यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 के कारण होती है, यह वायरस पक्षियों और इंसानों को अपना शिकार ज्यादा बनाता है। जिसकी चपेट में आकर पक्षी तो दम तोड़ ही देते हैं। साथ ही यह इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है। इससे जान जाने का भी खतरा है। बर्ड फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, नाक बहना, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना। यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है। डॉक्टर अकसर सलाह देते हैं कि अगर बर्ड फ्लू का संक्रमण इलाके में फैला है तो नॉनवेज खरीदते वक्त साफ-सफाई रखें और संक्रमित एरिया में मास्क लगाकर ही जाएं। बर्ड फ्लू के कहर को देखते हुए केंद्र समेत राज्य सरकारों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।
नए साल में कोरोना महामारी से निजात मिलने की उम्मीद है। देश में वैक्सीन का ड्राई रन आज किया गया है और जल्दी ही वैक्सीन लोगों लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा। पूरे देश के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। प्रदेश के शिमला में तीन जगहों डीडीयू अस्पताल, तेंजिन अस्पताल और कसुम्पटी के सरकारी स्कूल में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया जिसमें 25-25 लोगों को ट्रायल के तौर पर वैक्सीन लगाई गई। ड्राई रन के बाद देश में वैक्सीन लगाने का फाइनल दौर शुरू हो जाएगा। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी उसके बाद अन्य लोगों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा। शिमला में डब्ल्यूएचओ की टीम की निगरानी में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। वेक्सिनेशन में 5 मेम्बर की टीम रहेगी। पहले से रजिस्ट्रेशन होगी फिर जिन लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए मेसेज किया है उनकी लिस्ट वेरिफिकेशन होगी और उसके बाद उसको वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के बाद मरीज को आधे घंटे के लिए ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा जंहा पर देखा जाएगा कि वैक्सीन का मरीज को कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हुआ।ऑब्जरवेशन के बाद मरीज को घर भेज दिया जाएगा और वैक्सीन लगाने की अगली डेट भी दी जाएगी। ड्राई रन का मकसद वैक्सीन के लगाए जाने पर किसी भी तरह की खामी न हो उसको दूर करना है। ड्राई रन के आधार पर ही प्रदेश में वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा।
भाजपा अध्यक्ष एवं संसद सुरेश कश्यप ने कहा विश्व के नेताओं की उनके कार्यकाल में स्वीकृति या दूसरे शब्दों में कहें तो उनकी लोकप्रियता पर नजर रखने वाली डेटा फर्म के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अप्रूवल रेटिंग सबसे ज्यादा है। वैश्विक स्तर पर सर्व और रिसर्च करने वाली फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के नवीनतम सर्वेक्षण के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेट अप्रूवल रेटिंग 55 प्रतिशत रही है जो सबसे अधिक है। इसी तरह जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की स्वीकृति रेटिंग 24 प्रतिशत रही जबकि मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर का स्कोर 29 और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का स्कोर 27 था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अप्रूवल रेटिंग नकारात्मक रही है जिसका मतलब है कि उनका समर्थन करने वालों के मुकाबले विरोध करने वालों की संख्या अधिक है। लोकप्रियता के हर पैमाने पर हमारे प्रधानमंत्री अव्वल उन्होंने कहा स्विट्जरलैंट के पोलिंग संगठन गैलअप इंटरनेशनल एसोसिएशन के अप्रैल में जारी सर्वे के मुताबिक भारत की 91 प्रतिशत जनता ने माना कि मोदी सरकार कोरोना महामारी में बहुत अच्छा काम कर रही है। इससे पहले 2019 के गैलप सर्वे में भी देश के 69 % लोगों ने कहा था कि वे मोदी जी के नेतृत्व में सुरक्षित हैं। 12 सितंबर, 2020 को आईएएनएस सीवोटर कोविड-19 ट्रैकर के सर्वे में पीएम मोदी की रणनीति को 75.8 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदानोम गेब्रिएसस ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भरपूर सराहना की। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी से भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC ) के अस्थाई सदस्य के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू किया। रिषद में भारत नॉर्वे, केन्या, आयरलैंड और मेक्सिको के अलावा पांच स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका और asthai सदस्यों एस्तोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट, ट्यूनीशिया और वियतनाम के साथ बैठेगा। भारत अगस्त 2021 में 15 देशों वाली शक्तिशाली परिषद के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाएगा। ऐसा नेतृत्व भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गर्व की बात है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम बदलेगा। शनिवार को छह मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। तीन से पांच जनवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावना है। चार और पांच जनवरी को अधिक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव आ रहा है। इसमे 3 से पांच तक प्रेदेश में मौसम खराब रहेगा। इसमे 4 ओर 5 जनवरी को प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है।
साल 2021 की जयराम सरकार की पहली कैबिनेट बैठक 5 जनवरी को होने जा रही है। 5 जनवरी को यह कैबिनेट की बैठक राज्य सचिवालय में रखी गई है। सुबह साढ़े दस बजे शिखर सम्मेलन हॉल में ये कैबिनेट आयोजित की जाएगी। पंचायती राज चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते सरकार कोई बड़ी घोषणा तो कैबिनेट में नही कर सकती हैं। कोविड-19 को हिमाचल दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कैबिनेट में रणनीति बन सकती है। कोरोना वैक्सीन ट्रायल को लेकर कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। कैबिनेट में विभिन्न विभागों की प्रेजेंटेशन दी जा सकती है। इसके अलावा कई अन्य निर्णय लिए जा सकते है जो चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं आते हों। बता दे कि जयराम सरकार ऐसी पहली सरकार है जिसने सत्ता में आने से पहले हर माह 3 कैबिनेट बैठक करने का निर्णय लिया था। यही वजह है कि हर माह पहले तीसरे और चौथे हफ्ते में कैबिनेट हो जाती है। इसके अलावा बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जा सकते हैं।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई, 2021 से शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण उत्पन्न स्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा यह निर्णय सीबीएसई की परीक्षा तिथियों की घोषणा तथा पिछले दिनों सरकार, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, अध्यापकों एवं अभिभावकों के साथ हुई चर्चा के बाद लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। स्कूलों में भीड़ जमा न हो, इसके लिए नाॅन-बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं 10 अपै्रल, 2021 से स्कूलों द्वारा आयोजित की जाएंगी। इसी प्रकार, दसवीं एवं बाहरवीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई, 2021 से ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षाओं की डेट शीट शीघ्र जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं 15 से 30 अपै्रल, 2021 के बीच आयोजित की जाएंगी, इन परीक्षाओं के प्रश्न पत्र इस वर्ष स्कूलों द्वारा अपने स्तर पर तैयार किए जाएंगे, लेकिन परीक्षाएं बोर्ड द्वारा निर्धारित तिथियों पर ही ली जाएंगी।
कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। वैक्सीनेशन चार फेज में किया जाएगा। पहले फेज में हेल्थ वर्कर, दूसरे में फ्रंट लाइनर, जिसमें पुलिस, होमगार्ड, सफाई कर्मचारी व सेना के कर्मचारी शामिल हैं। तीसरे फेज में 50 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई जाएगी और चौथे फेज में 50 साल से कम उम्र के बीमार लोगों को वैक्सीन का इंजेक्शन लगाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में अभी 300 सेंटर बनाने का फैसला लिया है। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक हिमाचल में तीन दिन में करीब 90 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगा दिया जाएगा। एक दिन में एक सेंटर पर 100 लोगों को टीके लगाए जाएंगे। हर सेंटर में 4 लोगों की टीम होगी। सेंटर में उन्हीं लोगन को एंट्री मिलेगी जिनके पास स्वास्थ्य विभाग दिए गए आईडी नंबर होंगे। इस टीके को बाजु में लगाया जाएगा। इसको लेकर भी टीम को प्रशिक्षण दिया गया है। वैक्सीन के अलावा सिरिंज केंद्र सरकार ही उपलब्ध कराएगी।
हिमाचल प्रदेश में अब राशन कार्ड में नया नाम दर्ज करवाने और नाम कटवाने के लिए लोगों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी l हिमाचल प्रदेश में अब राशन कार्ड पंचायतीराज विभाग ही बनाएगा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राशन कार्ड बनाने के लिए पंचायत सचिवों को ट्रेनिंग दी है। अब पंचायत सचिव ही राशन कार्ड बनाएँगे l साथ ही विभाग ने पंचायत सचिवों को राशन कार्ड के डाटाबेस से संबंधित यूआईडी और पासवर्ड भी जारी कर दिया गया है। प्रदेश में राशन कार्ड फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पंचायत सचिव को यह जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले भी प्रदेश में बड़े स्तर पर राशन कार्ड फर्जीबाड़ा हुआ था। लोगों को पहले राशन कार्ड में अपडेट करवाने या नया राशन कार्ड बनाने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के कार्यालय जाना पड़ता था। अगर किसी ने डिपो बदलना होता था तो भी खाद्य आपूर्ति विभाग के दफ्तर जाना पड़ता था। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि खाद्य आपूर्ति नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतीराज विभाग ही लोगों के राशनकार्ड बनाएगा।
शिमला : भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर ने संयुक्त बयान में कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि कांग्रेस को झूठ बोलने की आदत है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकटकाल में कांग्रेस धरातल से गायब थी और केवल अपने एयर कंडीशन ऑफिस या ड्राइंग रूम से पार्टी को चला रही थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि यह जनता जानती है कि भाजपा के विधायक और मंत्री अस्पतालों के अंदर निरीक्षण के लिए गए इस समय कांग्रेस का योगदान शून्य था। उन्होंने कहा कांग्रेस तो यू-टर्न संगठन बनकर रह गया है पहले उनके नेता सरकार को सुझाव देते हैं और जब उनके सुझाव मान लिए जाते हैं तो उन्हीं सुझावों की कांग्रेस द्वारा निंदा की जाती है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा रोस्टर में किसी भी प्रकार की धांधली नहीं की गई है रोस्टर 100% पारदर्शी है, उन्होंने कहा कि बार-बार कुलदीप राठौर अपने संगठन को चुस्त दुरुस्त करने की बात करते हैं 3 साल हो गए हैं संगठन तो जैसे का तैसा ही है। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय में जो नियुक्तियां चल रही है उसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं है अगर कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि कोई नियम तोड़े गए हैं तो वह कोर्ट में इनको चुनौती क्यों नहीं देते। कांग्रेस के नेता केवल आरोप लगाकर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं। कोविड-19 संकटकाल में भी जयराम सरकार ने नौकरियों का पिटारा खोला है इसका मतलब साफ है कि हिमाचल सरकार बेरोजगारी के खिलाफ एक जंग लड़ रही है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक, शादियों के आयोजन के लिए कंटेनमेंट जोन के बाहर 50 लोगों की सीमा निर्धारित की गई है। यह बात जिला दण्डाधिकारी एवं उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने कही। उन्होंने बताया कि यह नियम जिला में कोविड महामारी की रोकथाम एवं सार्वजनिक हितों के मद्देनजर लिए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि सामुदायिक धाम में स्वच्छता एवं साफ-सफाई के लिए बायोडिग्रेडेबल प्लेट एवं कपों का प्रयोग करना तथा कैटरिंग स्टाफ को 96 घंटे पूर्व रेपिड एंटिजन टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा, जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बताया कि उपमण्डल स्तर पर किसी भी आयोजन के लिए एसडीएम की अनुमति एक सप्ताह पूर्व लेना आवश्यक है तथा संबंधित आयोजकों को एसडीएम के समक्ष लिखित रूप में देना होगा कि कोविड महामारी के सुरक्षा नियमों की पूर्ण रूप में अनुपालना की जाएगी। आदित्य नेगी ने बताया कि कोविड की सुरक्षा के दृष्टिगत इस दौरान आयोजन स्थल पर थर्मल स्क्रिनिंग, सामाजिक दूरी एवं सैनेटाइजर का प्रयोग करना अनिवार्य होगा तथा मास्क संबंधित आदेशों का भी सख्ती से पालन किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी की रोकथाम के लिए एसडीएम, तहसीलदार/नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी को बेहतर समन्वय स्थापित करना होगा, ताकि धरातल पर सामुदायिक जागरूकता उत्पन्न हो सके। उन्होंने सामुदायिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, युवक मंडलों, समाज के प्रबुद्ध नागरिकों, व्यापार मण्डल के सदस्यों से सहयोग की अपील की, जिससे इस वैश्विक महामारी की रोकथाम में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि यह आदेश 31 जनवरी, 2021 तक तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी तथा समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील की।
शिमला के तारादेवी में कालका रेलवे लाइन पर टनल 91 में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है , हादसे में एक युवक ट्रेन की चपेट आ गया। ट्रेन की टक्कर से युवक की मौत हो गई है । मृतक की पहचान अजय खरे (26) पुत्र अशोक खरे निवासी ग्वालियर मध्यप्रदेश के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार ग्वालियर मध्यप्रदेश के 6 युवक तारा देवी कैंपिंग साइट पर आए थे। इनके साथ उनका इंचार्ज विवेक भी शामिल था। इस दौरान टनल 91 में अजय ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन की टक्कर से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को इलाज के लिए आईजीएमसी लाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नववर्ष के आगमन पर सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा जिला शिमला में पंथाघाटी, संजौली और बनूटी में ट्रस्ट और विद्यार्थी परिषद शिमला के कार्यकताओं द्वारा जरूरतमंदों को वस्त्र एवं कंबल वितरित किए गए। सरकार द्वारा दिये गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए उचित दूरी बना कर ये कार्य पूरा किया गया । सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा आयोजित वस्त्र बैंक कार्यक्रम में पिछले 16,19 और 22 दिसंबर को वस्त्र एकत्रीकरण किया गया था। जिसमें शिमला के लोगों ने काफी उत्साह दिखाया व अपने घरों से पुराने वस्त्रों को दान किया। शिमला के संजौली बस स्टैंड, बीसीएस, पुराना बस स्टैंड, समरहिल चौक, टुटु चौक आदि स्थानों पर ट्रस्ट के कार्यकताओं द्वारा वस्त्र एकत्र किए गए थे। इस वस्त्र बैंक में शिमला की जनता ने अपना भरपूर सहयोग एवं योगदान दिया ट्रस्ट के सचिव डॉ सुरेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष विभिन्न कार्यक्रम समाज एवं राष्ट्र हित में करवाता आ रहा है। सर्दियों के इस मौसम में ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष वस्त्र बैंक का आयोजन करता है . जिसमें जरूरतमंदों को वस्त्र वितरित किए जाते हैं उसी के अंतर्गत आज शिमला के अन्दर निधारित स्थानों पर जरूरतमंदों को ठंड से बचने के लिए ट्रस्ट द्वारा वस्त्र और कंबल दिए गए। सुरेंद्र शर्मा ने सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की तरफ से सभी शिमला वासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं और इस अभियान को सफल बनाने के किए सभी शिमला के निवासियों का आभार जताया और कहा कि आने वाले समय में भी आप सभी का सहयोग हमे इस तरह मिलता रहे।
हिमाचल प्रदेश में होने वाले शहरी निकाय चुनाव के लिए वीरवार को नामांकन वापिस लेने की आखरी तारीक तय की गयी थी। राज्य चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक वीरवार शाम 6 बजे तक कुल 310 उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं। हिमाचल के पचास शहरी निकाय के चुनाव में अब 1191 उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान में रह गए है । नाम वापस लेने वाले प्रत्याशी चुनाव मैदान छोड़ गए हैं। इसके साथ ही उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिए गए हैं। बता दें की शहरी निकाय चुनाव के लिए 10 जनवरी को मतदान होगा। मतदान के बाद मतों की गणना होगी और इसी दिन चुनाव नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। 12 जनवरी को चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उधर, राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार अब शहरी निकाय चुनाव में 1191 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएंगे। जिला नामांकन वापस कुल मैदान में कुल्लू 27 82 मंडी 28 152 सिरमौर 02 92 बिलासपुर 11 76 चंबा 43 94 ऊना 73 125 कांगड़ा 31 230 हमीरपुर 09 118 सोलन 46 93 शिमला 40 129
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेशवासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की है कि नव वर्ष प्रदेशवासियों के जीवन में खुशियां व समृद्धि लेकर आएगा। उन्होंने सभी लोगों से सामाजिक बुराइयां समाप्त करने और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए आगे आकर सहयोग देने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने बधाई संदेश में प्रदेश के लोगों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य सरकार के प्रयासों और प्रदेशवासियों के सहयोग से हिमाचल प्रदेश आने वाले समय में प्रत्येक क्षेत्र में विकास एवं उन्नति की नई ऊंचाईयां हासिल करेगा।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नई दिल्ली के द्वारिका में राज्य के अतिथि गृह के निर्माण के सम्बन्ध में आज यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण विभाग को इस कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अतिथि गृह का निर्माण 1135 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें 74 सूट्स, चार वीआईपी सूट्स और एक डाॅरमैट्री होगी। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को इस परियोजना के निर्माण कार्य को तुरन्त शुरू करने के निर्देश दिए ताकि इसे निर्धारित समय अवधि में पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण में पारम्परिक और आधुनिक हिमाचली वास्तुकला का मेल होना चाहिए। अतिथि गृह से प्रदेश के लोगों को समय-समय पर दिल्ली आने-जाने पर ठहरने की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि आतिथि गृह में हवादार और रोशनी वाले कमरों के निर्माण पर विशेष बल दिया जाना चाहिए, जिससे ऊर्जा की बचत में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता और नवीनतम तकनीक के उपयोग को भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगंतुकों की सुविधा के लिए वाहनों की पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था के साथ-साथ परिसर को सुन्दर बनाने के लिए पर्याप्त हरित क्षेत्र सुनिश्चित किया जाए। प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग जेसी शर्मा, सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार, इंजीनियर-इन-चीफ लोक निर्माण विभाग भवन शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भाजपा दीप कमल चक्कर शिमला में पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार की पत्नी संतोष शैलजा के देहावसान को लेकर एक शोक सभा का आयोजन किया गया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, सचिव पायल वैद्य, कुसुम सदरेट, भाजपा प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश शर्मा, भाजपा सह मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, शिमला जिला के अध्यक्ष रवि मेहता एवं समस्त कार्यकर्ताओं ने संतोष शैलजा को पुष्पांजलि अर्पित की। शोक सभा में संतोष शैलजा की आत्मिक शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया। प्रदेश सचिव पायल विद्या ने संतोष शैलजा की जीवनी का वृतांत रखा। भाजपा द्वारा एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसका वाचन प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जमवाल ने किया। प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जमवाल ने बताया कि शोक प्रस्ताव भाजपा के सभी मंडलों में पारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संतोष शैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के जीवन में कंधे से कंधा मिलाकर चलीं और उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही। वह एक शिक्षाविद, प्रसिद्ध लेखिका एवं कवियत्री भी थी। उनके अनेक कहानी-संग्रह, उपन्यास एवं कविता-संग्रह प्रकाशित हुए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं की ओर से संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि संतोष शैलजा का हिमाचल प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा। जब आपातकाल में शांता कुमार कारावास में रहे तो उन्होंने अकेले ही अपने पूरे परिवार को देखा। वह एक सरल एवं मधुर भाषणी स्वभाव वाली मजबूत व्यक्तित्व थीं, भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए अभिभावक के तौर पर चिंता करती हुई मार्गदर्शक के रुप में कार्यकर्ताओं को संभालती हुई और चुनाव में प्रचार के दायित्व को भी निभाते हुए शैलजा ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया। शैलजा, शांता कुमार द्वारा किए गए हर संघर्ष में उनके साथ रही।
हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने कारोना पॉजिटिव व होम क्वारंटीन व्यक्तियों के लिए SOP जारी कर दी है। अब कोरोना पॉजिटिव और होम क्वारंटीन मतदाता भी शहरी निकाय और पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में वोट डाल पाएंगे। ऐसे व्यक्ति मास्क में ही वोट डाल पाएंगे। ऐसे वोटरों की अंगुली में स्याही नहीं लगेगी और न ही हस्ताक्षर लिए जाएंगे। मतदान से पहले ऐसे वोटरों को फेस शील्ड और दस्ताने पहनाए जाएंगे। यदि कोई ऐसा मतदाता वोट डालने चाहते है तो वह सामान्य वोटरों के बाद कोविड वोटर 4 बजे से मतदान कर सकेंगे। शारीरिक दूरी और एसओपी का सख्ती से पालन करना होगा। कोविड संक्रमित होम क्वारंटीन और पॉजिटिव की अलग कतारें लगेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी या स्वास्थ्य नोडल अधिकारी एक दिन पहले ऐसे वोटरों की सूचना चुनाव अधिकारी को देंगे। ऐसे वोटर का नाम, पता और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया जाएगा। यह जानकारी नोडल अधिकारी के अधीनस्थ कर्मी, पटवारी या पंचायत सचिव सुरक्षित तरीके से जुटाएंगे।
हिमाचल के पूर्व सीएम शांता कुमार की पत्नी के निधन के बाद अब शांता कुमार और उनके बेटे को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक बेटे को हल्का बुखार है जबकि शांता कुमार की स्थिति सामान्य है। डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने बताया कि शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की पत्नी संतोष शैलजा का मंगलवार तड़के करीब चार बजे टांडा मेडिकल कॉलेज में देहांत हो गया था। वह कोरोना पाजिटिव थीं और उनका इलाज टांडा में चल रहा था। शांता कुमार और उनके पूरे परिवार की रिपोर्ट शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव आई थी। संतोष शैलजा को बुखार था। गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शुक्रवार को उन्हें टांडा लाया गया था। शुक्रवार शाम को ही शांता समेत पूरे परिवार के लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर शांता कुमार को भी शनिवार को टांडा में आइसोलेट किया गया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीस) के निदेशक मंडल की 155वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में निगम की इकाइयों को लाभप्रद और व्यवहार्य बनाने के लिए अधिक सक्रिय और व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया। जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने प्रदेश के पर्यटन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है। निगम 1 अपै्रल से 30 नवम्बर, 2020 तक 18.42 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने में सफलता हासिल की जबकि पिछले वर्ष इस अवधि के दौरान 63.24 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई। निगम ने महामारी के दौरान क्वारंटीन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार को अपनी संपत्तियां उपलब्ध करवाकर 70 लाख रुपये की धनराशि अर्जित की। उन्होंने कहा कि निगम को अपने कार्य में कुशलता लाने के लिए परिभाषित मापदण्डों और केन्द्रित लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। बुकिंग और ऑक्यूपेंसी के लिए लक्ष्य निर्धारित किए जाने चाहिए और प्रतिस्पर्धा की भावना से कार्य करने को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए, जिसके लिए इन कार्यों को प्रोत्साहनों के साथ जोड़ा जा सकता है। जय राम ठाकुर ने कहा कि अटल टनल रोहतांग के खुलने से कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों में पर्यटकों की आवाजाही में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है इसलिए पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। जिला लाहौल-स्पीति में सिसू से केलांग के बीच पर्यटकों को ठहरने और खाने-पीने की सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को सरकार की होम-स्टे योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, जिससे न केवल उनकी आर्थिकी सुदृढ़ होगी बल्कि पर्यटकों को जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध और अनूठी संस्कृति व जीवनशैली की झलक भी देखने को मिलेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि निगम को जिस्पा और सिसू में पर्यटकों को ठहरने की सुविधा प्रदान करने के लिए टेंट और प्री-फैब्रीकेटिड ढांचे की सुविधाएं उपलब्ध करवाने की सम्भावनाएं तलाशी जानी चाहिए। पर्यटकों की सुविधा के लिए केलांग में निगम के चन्द्रभागा होटल का जीर्णोंद्धार और विस्तार किया जाएगा। उन्होंने पर्यटकों को सड़क के किनारे सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विशेष कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री न कहा कि निगम ने अगले वर्ष 31 मार्च तक अपनी सभी परिसम्पत्तियों में किराये में 40 प्रतिशत छूट दी है, जबकि पहले पर्यटकों को 25 से 40 प्रतिशत की छूट मिल रही थी। इसी कारण कोविड-19 के बावजूद निगम की परिसम्पत्तियों में ठहरने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दृष्टिगत मेहमानों को विभिन्न प्रकार के रोग प्रतिरोधक व्यंजन परोसे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम कुछ वर्षों से घाटे में चल रही कुछ परिसम्पत्तियों को पट्टे पर देने पर विचार कर सकता है जिससे निगम को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा और इनमें तैनात कर्मचारियों की सेवाएं अन्य स्थानों पर ली जा सकती हैं। इसी प्रकार, काफी अर्से से उपयोग में नहीं लाई जा रही सड़क किनारे सुविधाओं को भी निगम के लाभ के लिए अन्य विभागों को या पट्टे पर हस्तांतरित किया जाना चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि निगम के मौजूदा कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर अधिक बल दिया जाना चाहिए ताकि वे पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें। सचिव पर्यटन देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि निगम अधिक व्यावसायिक दृष्टिकोण के साथ कार्य कर वांछित परिणाम प्राप्त करने की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम करेगा। निगम की प्रबन्ध निदेशक कुमुद सिंह ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन यूनुस सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
कोरोना 1 का कहर अभी देश एवं प्रदेश में समाप्त हुआ भी नहीं कि अब कोविड 2 को लेकर ब्रिटैन तथा आसपास के देशों में लॉकडाउन की तैयारी चल रही है। भारतवर्ष में पहले ही ब्रिटेन से आने वाले फ्लाइटों पर प्रतिबंध 31 दिसंबर तक बनाया हुआ है और जिस तरह से यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है उसको देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी प्रदेशों को अलर्ट पर रहने को कहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ब्रिटेन से शुरू हुआ कोरोना का नए आकार का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है जिसके चलते केंद्र सरकार ने पहले ही सभी प्रदेश को अलर्ट पर रहने को कहा है। हिमाचल प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों पर पैनी नज़र रखी जा रही है। हिमाचल प्रदेश तमाम स्तिथि को लेकर पूरी तरह अलर्ट है।
सोमवार को हुई बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को एक बार फिर संजीवनी मिल गई है। सोमवार को शिमला, मानली, डलहौज़ी सहित कई पर्यटन स्थलों पर होटलों में फुल ऑक्यूपेंसी रही। इससे कोरोनकाल के चलते मायूस हुए पर्यटन कारोबारियों के चेहरे एक बार फिर खिल उठे हैं। आस लगाए जा रही है की समर सीजन में हुए नुकसान की भरपाई अब विंटर सीजन में होगी। रविवार शाम मौसम बदलते ही पड़ोसी राज्यों से पर्यटकों ने प्रदेश की ओर रुख किया। चंडीगढ़, दिल्ली व हरयाणा से कई सैलानी हिमाचल पहुंचे। सोमवार सुबह तक प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली जिससे सभी सैलानी रोमांचित हो गए। पर्यटकों ने बर्फबारी का खूब लुत्फ उठाया। बात दें, कोरोना संकट के चलते इस साल पर्यटन कारोबार को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। मार्च में लोकडाउन लगने से पर्यटन कारोबारियों, टैक्सी चालकों, टूरिस्ट गाइड्स को भारी नुकसान झेलना पड़ा। लॉक डाउन के कारण पर्यटक हिमाचल नहीं आ पाए। पर अब सरकार द्वारा सभी शर्तें हटा दी गई हैं। बीते दिनों हुई बर्फबारी से अब पर्यटन फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। सीजन की पहली बर्फबारी ने प्रदेश में पर्यटन को पंख दे दिए है।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की धर्मपत्नी संतोष शैलजा का आज सुबह करीब 4:30 बजे ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया। बता दें कुछ ही समय पहले शांता कुमार व धर्मपत्नी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। दोनों का इलाज टांडा मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। आज सुबह शांता कुमार की पत्नी ने ह्रदय गति रुकने से प्राण त्याग दिए। संतोष शैलजा एक लेखक थीं और उन्होंने कई किताबें और कहानीयां लिखी थीं। शैलजा ने बीए, एमए (हिंदी) और बीएड किया था और कुछ सालों तक उन्होंने दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में भी पढ़ाया था। 1964 में उनकी शादी शांता कुमार से हुई और वह कांगड़ा जिले के पालमपुर में शिफ्ट हो गईं। इस दुःख की घड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पूर्व मुख्यमंत्री को ढांढस बंधाया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा, किशन कपूर, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी, पूर्व भाजपा अध्यक्ष डाॅ राजीव बिन्दल, सतपाल सिंह सत्ती, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, त्रिलोक कपूर, राकेश जम्वाल सहित समस्त पदाधिकारियों, मंत्रियों, विधायकों, जिलाध्यक्ष पालमपुर हरिदत शर्मा ने भाजपा के वरिष्ठतम नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की धर्मपत्नी संतोष शैलजा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उनके देहावसान से समस्त भाजपा परिवार सदमे में है। भाजपा नेताओं ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।