हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों के चुनाव नतीजे घोषित किए जा चुके हैं। इस बार मुकाबला बहुत ही रोचक रहा। चुनाव में कई आउटसोर्स कर्मचारियों ने भाग लिया और जीत भी हासिल की। बिलासपुर के घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र की पंजगायी और बैरी ग्राम पंचायत से पंचायत समिति सदस्य मीनाक्षी, आउटसोर्स पर सुंदरनगर मंडी में तकनीकी शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। उन्होंने बिलासपुर में भारी मतों से विजय प्राप्त की है। वहीं सिरमौर से भि प्रधान पद के प्रत्याशी सुरेंदर धीमान ने भी भारी मतों से पंचायत घंडूरी से विजय प्राप्त की हैँ। आउटसोर्स कर्मचारियों की इस जीत पर आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ ने ख़ुशी ज़ाहिर की है। महासंघ प्रदेश अध्यक्ष शैलेंदर शर्मा ने इसका सारा श्रेय विजयी प्रत्याशियों के दृढ संकल्प को देते हुए उनको बधाई दी है। उन्होंने उम्मीद जताई है की विजयी प्रत्याशी गरीब जनता व अपने इलाके का विकास करने एवं युवाओं को रोज़गार के अवसर प्रदान करते हुए विकास की और बढ़ेंगे। वहीं शिमला के बसंतपुर वार्ड से जिला परिषद चुन्नी लाल जो आउटसोर्स कर्मचारियों के हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए जिला परिषद का चुनाव लड़ रहें थे उन्होंने भी विजय प्राप्त की है। शैलेंदर शर्मा ने उनसे वार्ता करते हुए उनको भी बहुत बहुत बधाई दी है। इसी के साथ शैलेंदर शर्मा ने सभी जीते हुए उम्मीदवारों को ढेर सारी शुबकामनाएं और हारे हुए उम्मीदवारों को हौंसला बढ़ाते हुए संदेश दिया की जीत हार से घबराना नहीं चाहिए। हारते वही हैँ जो मैदान -ऐ - जंग में उतरते हैँ। इस बार बहुत संख्या में युवाओं ने विजय हासिल की हैँ और आशा है वे समाज की भरपूर सेवा करेंगे। आम जन को और कई वर्षों से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को उनसे बहुत उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे घोषित हो चुके हैं। इसी के साथ प्रदेश को जिप के 239 और बीडीसी के 1638 नए सदस्य मिल गए हैं। इस बार चुनाव बहुत ही रोचक रहा। जहाँ एक तरफ युवाओं ने चुनाव में बढ़ चढ़ कर भाग लिया, वहीं जनता ने भी उन्हें अपना पूरा सहयोग दिया। ऐसे ही एक युवा है रिशु गर्ग उर्फ़ चुन्नी लाल जिन्हे जनता का भरपूर सहयोग मिला। शिमला के वार्ड 19 बसन्तपुर ज़िला परिषद से रिशु गर्ग ने जीत हासिल की है। उन्होंने पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा रख आउटसोर्स कर्मचारियों का समर्थन हासिल किया। उन्होंने पुरानी पेंशन बहाली, आंगनवाड़ी-आशा कार्यकताओं को नियमित करने, आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिलाने व उन्हें नियमित करवाने जैसे कई मुद्दों को आगे रखने व उन्हें पूरा करने के प्रयास करने की बात कही। साथ उन्होंने राजनीतिक संगठन से उपर उठकर क्षेत्र के विकास के लिए काम करने की भी बात कही। इससे उन्हें न केवल आउटसोर्स कर्मियाँ का साथ मिला बल्कि जनता ने भी उन्हें पूरा समर्थन दिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला महानगर द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वी जयंती के उपलक्ष पर शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री गौरव अत्री अभाविप के राष्ट्रीय शोध कार्य प्रमुख डॉक्टर आलोक पांडे विशेष रुप से उपस्थित रहे। जानकारी देते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष विशाल सकलानी ने बताया की 23 जनवरी 1897 को जन्मे नेता जी भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिए, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूँगा" का नारा भी उनका था जो उस समय अत्यधिक प्रचलन में आया। उन्हें नेता जी के नाम से सम्बोधित करते हैं। संजौली महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष करण सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश को आजादी दिलाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कटक के प्रोटेस्टेण्ट स्कूल से प्राइमरी शिक्षा पूर्ण कर 1909 में उन्होंने रेवेनशा कॉलेजियेट स्कूल में दाखिला लिया। कॉलेज के प्रिन्सिपल बेनीमाधव दास के व्यक्तित्व का सुभाष के मन पर अच्छा प्रभाव पड़ा। मात्र पन्द्रह वर्ष की आयु में सुभाष ने विवेकानन्द साहित्य का पूर्ण अध्ययन कर लिया था। 1915 में उन्होंने इण्टरमीडियेट की परीक्षा बीमार होने के बावजूद द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हर वर्ष नेताजी की जयंती हर्षोल्लास के साथ आयोजित करता है। इस वर्ष भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस मनाने की घोषणा की है। विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से लेकर ऐसे महापुरुषों के सिद्धांतों पर चलती आई है। विद्यार्थी परिषद पूरे देश भर में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को मनाती आई है और देश के युवाओ को इन सभी महापुरुषों के जीवन से प्रेरित करने का आह्वान देश के नौजवानों से करती है।
हिमाचल के रामपुर ब्लॉक से जिला परिषद् के वार्ड नंबर-2 झाकड़ी वार्ड से CPI समर्थित कविता कंटु ने जीत हासिल की है। कविता कंटु अभी महज 25 साल की है। उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस और भाजपा संबंधी थे। वह कई सालों से राजनीती करते आ रहे है, और उनमें से कुछ प्रत्याशी प्रधान भी रहे है। पहली बार राजनीती में उत्तरी कविता ने इन सभी प्रत्याशियों को हार का मुँह दिखाया है। कविता ने 4561 मत लेकर 13 वोटों से जीत हासिल की। बता दें की कविता कंटू अपने माता पिता की इकलौती संतान है। उन्होंने इतिहास विषय में एमफील की हुई है, और साथ ही यूजीसी की नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। पढ़ाई के साथ-साथ वे छात्र राजनीती में भी सक्रीय रही है।
जिला परिषद् चुनाव में शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का कब्जा बरकरार रहा है। हलोग धामी में जिला परिषद् का मुकाबला काफी रोचक रहा है। कांग्रेस ने घणाहट्टी की पूर्व प्रधान प्रभा वर्मा 202 वोटों से विजयी रही है। उन्होंने अपनी निकटम प्रतिद्व्दी अनीता शर्मा को मात दी है, और भाजपा समर्थित प्रत्याशी आखिरी स्थान पर रही है। वहीं विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर मतदाताओं का आभार जताया है। बात दें की प्रभा वर्मा को 4543 वोट प्राप्त हुए। अनीता शर्मा को 4341 मत प्राप्त हुए है। विजय ठाकुर को 4187 मत मिले है, जबकि भाजपा समर्थित कमलेश 3633 मत हासिल कर सबसे आखिरी पायदान पर रही है।
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। कई जगह मतगणना शनिवार सुबह करने का फैसला लिया गया है। प्रदेश को जिप के 239 और बीडीसी के 1638 नए सदस्य मिलेंगे। शिमला में कांग्रेस का दबदबा 1. त्यावल ज्यूरी से चंद्र प्रभा (कांग्रेस) 2. झाकड़ी से कविता 13 वोट से जीती (माकपा) 3. नरैण से त्रिलोक चंद (कांग्रेस) 4. बगलती से हुकुम चंद (कांग्रेस) 5. सीमा रणटाडी से उर्मिला(भाजपा) 6. खशधार से मोनिता चौहान(कांग्रेस) 7. अढ़ाल से सुरेंद्र सिंह (कांग्रेस) 8. टिक्कर से भारती जनारथा (निर्दलीय) 9. सरस्वती नगर से कौशल मुंगटा (कांग्रेस) 10. बढ़ाल से विशाल (माकपा) 11. कलबोग अनिल काल्टा (भाजपा) 12. सरांह-परिणाम आना बाकी 13. मझौली-परिणाम आना बाकी 14. पौड़िया-परिणाम आना बाकी 15. घोड़ना-परिणाम आना बाकी 16. देवरी-वोटिंग जारी 17. केलवी-वोटिंग जारी 18. बल्देआं से रीना (कांग्रेस) 19. बसंतपुर से चुन्नी लाल (माकपा) 20. कुमारसैन से उज्जवल सेन (कांग्रेस) 21. भुट्टी से सुभाष (आजाद) 22. चमियाणा से लता वर्मा (कांग्रेस) 23. जुन्गा से संतोष शर्मा (कांग्रेस) 24. हलोग धामी से प्रभा वर्मा (कांग्रेस)
हिमाचल बर्फानी तेंदुए व इसके शिकार बनने वाले जानवरों का मूल्यांकन करने वाला पहला राज्य बन गया है। राज्य वन विभाग के वन्यप्राणी प्रभाग ने प्रकृति संरक्षण फाउण्डेशन बेंगलुरू के सहयोग से राज्य में बर्फानी तेन्दुए की आबादी का आकलन पूरा किया है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मन्त्रालय के स्नो लैपर्ड पोपुलेशन असैसमेन्ट इन इण्डिया के प्रोटोकोल के आधार पर बर्फानी तेन्दुए का इस प्रकार का आंकलन करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बन गया है। बर्फानी तेन्दुआ हिमाचल प्रदेश का राज्य पशु है इसलिए प्रदेश के लिए इस आकलन का विशेष महत्व है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल में बर्फानी तेन्दुए की अनुमानित आबादी 73 है। वन मन्त्री राकेश पठानिया ने इस प्रयास के लिए वन्यप्राणी प्रभाग की सराहना करते हुए कहा कि लम्बी अवधि के ऐसे आकलन ज़मीनी स्तर पर संरक्षण के प्रभाव का पता लगाने में काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं और हिमाचल प्रदेश दूसरे राज्यों के लिए एक उदाहरण भी बन सकता है। राकेश पठानिया ने कहा कि राज्य में इस प्रकार के अध्ययन के परिणाम वन्य प्राणी प्रभाग द्वारा भविष्य में बर्फानी तेन्दुए और उसके जंगली शिकार की आबादी का आकलन करने के लिए एक लम्बी अवधि की परियोजना स्थापित करने के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान कर सकते हैं। प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी अर्चना शर्मा ने कहा कि हिम तेंदुए का घनत्व 0.08 से 0.37 प्रति सौ वर्ग किलोमीटर है। स्पीति, पिन घाटी और ऊपरी किन्नौर के हिमालयी क्षेत्रों में बर्फानी तेन्दुए और उसके शिकार जानवरों आइबैक्स और भरल का घनत्व सबसे अधिक पाया गया। पहाड़ी इलाकों में कैमरा ट्रैप की तैनाती किब्बर गांव के आठ स्थानीय युवाओं की एक टीम के नेतृत्व में की गई थी। इस तकनीक के अंतर्गत एचपीएफडी तकनीक के 70 से अधिक फ्रंटलाइन स्टाफ को भी परियोजना के हिस्से के रूप में प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने कहा कि सभी दस स्थलों- भागा, हिम, चंद्र, भरमौर, कुल्लू, मियार, पिन, बसपा, ताबो और हंगलंग में हिम तंेदुए का पता चला। भागा अध्ययन से यह पता भी चला है कि बर्फानी तेन्दुए की एक बड़ी संख्या संरक्षित क्षेत्रों के बाहर है जो यह दर्शता है कि स्थानीय समुदाय हिम तेंदुए के परिदृश्य में संरक्षण के लिए सबसे मजबूत सहयोगी हैं। एनसीएफ और वन्य जीव विंग ने इस प्रयास में सहयोग किया और मूल्यांकन को पूरा करने में तीन साल लग गए।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना टीकाकरण अभियान ज़ोरों पर है। कोरोना वैक्सीन की पहली खेप में हिमाचल को 93 हज़ार डोज़ मिले थे। अब, प्रदेश को 87500 और टीके मिल गए हैं। केंद्र ने पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज भेजी है। स्वास्थ्य विभाग ने इन टीकों को वैक्सीन सेंटर में भेजने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रदेश में 16 जनवरी से शुरू हुए अभियान के तहत अब तक 5112 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में वैक्सीनेशन की दर 60 से 70 प्रतिशत के बीच है। कांगड़ा में सबसे ज्यादा 1044 फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई गई है। मंडी में 676, हमीरपुर 639, ऊना 443, सोलन 405, बिलासपुर 279, चंबा 210, किन्नौर 79, कुल्लू 282, लाहौल-स्पीति 226, शिमला 312, सिरमौर 192 फ्रंटलाइन वर्करों की वैक्सीनेशन की गई है।
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। Latest Update.... कुल्लू में जिला परिषद के लिए रेखा गुलेरिया निर्वाचित। सिरमौर में जिला परिषद के शिलांजी वार्ड से भाजपा के सतीश ठाकुर विजयी घोषित। जिला परिषद के देवठी मझगांव वार्ड से कांग्रेस के विनय भगनाल जीते। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष होशियार सिंह जबकि भाजपा ने पूर्व पंचायत प्रधान महेंद्र सिंह को चुनाव में उतारा था। जिला परिषद वार्ड नंबर-5 नरेश कुमार उर्फ दर्जी को 6830, महेंद्र कुमार 6063 और होशियार सिंह 2830 को मत प्राप्त हुए। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस की आशा ठाकुर जिला परिषद चुनाव जीत गई हैं। मंडी के भराडू जिला परिषद वार्ड से माकपा के कुशाल भारद्वाज ने भाजपा के भागीरथ को 383 मतों से हराया ऊना के बसाल जिला परिषद वार्ड से कांग्रेस समर्थित उर्मिला शर्मा विजयी घोषित सिरमौर के राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचितजिला परिषद राजगढ़ में देवठी मझगांव से विनय भगनाल जीते मंडी के धर्मपुर से जिला परिषद के ग्रेहोय वार्ड से भाजपा महिला मोर्चा हि.प्र की महामंत्री व महेंद्र सिंह की बेटी वंदना गुलेरिया विजय घोषित राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचित जंगल रोपा वार्ड नंबर 5 से जिला परिषद नरेश कुमार दर्जी ने जीत की हासिल
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। शिमला की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ब्लॉक टुटू के वार्ड 1 पाहल से सरोज विजयी घोषित टुटू के वार्ड 2 धुधाहलटी से खेमावती विजयी वार्ड 3 सांगटी से निधि ठाकुर विजयी कोटखाई में वार्ड नंबर 6 थरोला-बगाहर से कमलेश विजयी घोषित कुमारसैन के करेवथी फराल वार्ड से जीवन विजय हूए सोलन की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे विकास खंड सोलन के नतीजे जाबल झमरोट से अमर सिंह जाडली से सुशील कुमार शडियाणा से देवेंद्र शर्मा देवठी से भानू शर्मा ओच्छघाट से अनिता बीडीसी निर्वाचित सोलन शमरोड से कालीराम निर्वाचित कसौली के कृष्णगढ़ से शिवानी वार्ड 5 बसाल से कुसुमलता सलोगड़ा से नेहा कश्यप बनी बीडीसी सदस्य जौणजी से लक्ष्मी दत बीडीसी निर्वाचित विकास खंड नालागढ़ के नतीजे घोलोंवाल सुरजीत कौर बघेरी से दाता राम मस्तानपुर से रविंद्र सिंह जोघों से हरदीप कुमार कुंडलू से हंसराज जुखाड़ी से सुमन नंड से अंजना देवी विकास खंड कुनिहार के नतीजे मांगल से वनिता सेवड़ा चंडी से मनीष दानोघाट से कांता देवी कोटली से गीता पलोग से सुनीता घनागुघाट से दीपिका कोठी से देवेंद्र तनवर कुनिहार से कमल ठाकुर शहरोल से बलदेव बलदेव डुमेहर से प्रताप सिंह बने बीडीसी सदस्य विकास खंड धर्मपुर के नतीजे बढलग से अमर लाल गोयला आशा कुमारी दाड़वा से जमना देवी जाडला से सुनील ठाकुर कृष्णगढ़ से शिवानी रौडी से मनोज जगजीत नगर से कमलेश कुमारी विकास खंड कंडाघाट के नतीजे छावशा चंदू राम तुंदल से प्रवीण बीशा से विजय बांजणी से राधा चायल से सत्या देवी धंगील से आंचल हिन्नर से मनीष ठाकुर सिरिनगर् मही से पुनीत कवारग से कुंता देवी हमीरपुर पंचायत समिति में ये रहे नतीजे बीडीसी बार्ड नंबर 1 : अमरोह व हनोह पंचायत से राजेन्द्र सिंह विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 2 : कक्कड़ व भुक्कड़ पंचायत से अंजू कुमारी विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 3 पपलाह से अनिता शर्मा बीडीसी बार्ड नंबर 4 धमरोल से रेशमु देवी बीडीसी बार्ड नंबर 5 धिरड़ से सरिता कुमारी वार्ड नंबर 1 शेर बलोणी से सतीश कंबल वार्ड नंबर 2 ब्राहलड़ी से नीतू रानी वार्ड नंबर 3 फरनोल से अंकुश वार्ड नंबर 4 नारा से हरीश शर्मा वार्ड नंबर 5 जंगलरोपा से सुनीता देवी वार्ड नंबर 6 ददूही से संजीव कुमार वार्ड नंबर 7 बजूरी से रेखा कुमारी वार्ड नंबर 8 नेरी से मीना कुमारी वार्ड नंबर 9 मझोग सुल्तानी से मधु देवी वार्ड नंबर 10 कुठेड़ा से नीलम कुमारी वार्ड नंबर 11 ख्याह लोहखरियां से प्रकाश चंद वार्ड नंबर 12 बस्सी झनियारा से संजीव कुमार वार्ड नंबर 13 अणु से कांता देवी वार्ड नंबर 14 बल्ह से सुमन लता वार्ड नंबर 15 दरोगण पति कोट से राजीव कुमार भोरंज ब्लॉक के वार्ड नंबर-2 कक्कड़ बीडीसी प्रत्याशी अंजु कुमारी बिझडी ब्लॉक के मोरसु सुल्तानी वार्ड से मंजु कुमारी विजयी सौर वार्ड से विनोद कुमार बीडीसी चमनेड़ और पंधेहड़ से सीमा देवी जीती ऊना पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ऊना ब्लॉक के धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए गगरेट ब्लॉक के जाडला कौयड़ी से प्रिंस जसवाल बीडीसी जीते हरोली ब्लॉक लोअर पंजावर से सुखविंदर कौर बीडीसी जीती बंगाणा ब्लॉक के सोहारी वार्ड से सौरभ कुमार बीडीसी चुने गए अंब ब्लॉक के नारी चिंतपूर्णी से ज्योति ठाकुर बीडीसी जीती गिन्दपुर मलौन से केवल सिंह बीडीसी जीते भटेड से निर्मला देवी बीडीसी जीते बंगाणा ब्लॉक के चौकी खास से अनीता कुमारी बीडीसी जीती टकोली से पूनम कुमारी जीती पनोह से रमेश सैनी बीडीसी जीते धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए बल्ह से मोनिका बीडीसी बने निशा देवी गगरेट बीडीसी जीती चलोला वार्ड से शोभित गौतम बीडीसी जीते मुबारिकपुर से सुरजीत जीते बीडीसी सोहरी से सौरभ कुमार बीडीसी जीते पंचायत समिति काजा में ये रहे नतीजे पंचायत समिति काजा से टकपा तोनयोत विजयी बीडीसी काजा वार्ड-दो से छेरिंग दिकित विजयी घोषित खुरिक वार्ड से पदमा दिकित विजयी पचायत विकास समिति मंडी के नतीज पंचायत समिति सराज के नतीजे रोड रीना देवी सिल्लीबागी लीला देवी बागाचुनोगी गुरुदेव भाटकीधार चूड़मणी तुगांधार नीलकमल सुनाह लंबाथाच ज्ञान चंद चियुणी नर्वदा थुुनाग पार्वती देवी लेहथाच डोलमा देवी बगड़ाथाच संतोष छतरी देवेंद्र कुमार ब्रियोगी बिहारी लाल नेहरा (मेहरीधार) प्रोमिला संगलवाड़ा चेतन कुमार बुंग रैलचौक लायक राम विकास खंड गोपालपुर मंडी चौरी अंजना कुमारी थौना अंजना देवी भद्रवाड विनित कुमार गैहरा रीता देवी जमनी अभिषेक कुमार गाहर गीता देवी पटडीघाट राजेश कुमार धनालग कर्मसिंह पंचायत समिति सुंदरनगर के नतीजे प्रेसी मीना कुमारी कलौहड महेश शर्मा खिलड़ा गीता देवी निहरी तेजेंद्रा कुमारी चमुखा हेम राज कपाही कुंता देवी मरहडा बदैण डैहर राज कुमार बरोटी जगतनाथ चनोल सुंदर सिंह सलवाणा धनवंत जड़ोल चंपा देवी बायला श्याम सिंह बटवाड़ा राजकुमार सलापड़ कॉलोनी विनीत ठाकुर सलापड़ शारदा देवी सेरी कोठी डिंपल देवी बंदली रूप सिंह सोझा गीता देवी मलोह अमरू राम घीड़ी नरेंद्र कुमार रोहांडा हेम चंद पौड़ा कोठी मीना देवी छातर हंसा देवी कनैड नर्वदा देवी डुगराई ताहिर हुसैन महादेव वीरेंद्र सिंह निचली बैहली माया देवी चांबी सुमन जैदेवी सुनीता कुमारी पंचायत समिति पच्छाद , पांवटा साहिब और नाहन के नतीजे पच्छाद के बजगा निर्वाचन क्षेत्र से ममता देवी पच्छाद के सुरला जनोट में भावना पच्छाद के बाग पशोग से सुरेंद्र नेहरू पच्छाद के डिलमन से सोहन लाल पांवटा साहिब के दुगना से नीता देवी विजयी रही पांवटा साहिब के कमरऊ से प्रताप सिंह पांवटा साहिब के कोडगा से प्रवेश कुमार लानाबांका से सुख चैन सिंह जीते बजगा से ममता देवी नौराधार वार्ड 1 से माधुरी बीडीसी जीती सराहां वार्ड 6 से शकुंतला देवी ने मारी बाज़ी देऊठी मजगाँव से संतोष कुमारी वार्ड नंबर 5 थाना कसोगा से जय सिंह शिलाई के ग्वाली से प्रकाश शिलाई के कोटापाब से मैदान सिंह नाहन के विक्रमबारा से सुनील कुमार जीते पंचायत समिति राजगढ़ के नतीजे कोटी पधोग से रणवीर शाया सनौरा से जितेंद्र कुमार नेहरटी बघोट से रक्षा देवी हाब्बन से सरोज शर्मा दाहन से निधिका कुमारी बोहल से टालिया प्रदीप कुमार दीदग से कमलेश शर्मा (निर्विरोध) भुईरा से अमिता देवी काथली भरण से रणजीत टिक्कर से संजीव करगाणु से सुमन शिलांजी से सत्यपाल राणाघाट से शकुंतला डिब्बर से प्रेम सिंह देवठी मझगांव से संतोष कुमारी संगड़ाह के सैंज से मेलाराम शर्मा पंचायत समिति चंबा के नतीजे घोषित भनौटा से अर्चना कुमारी सलूणी से विनोद कुमार जीते किन्नौर पंचायत समिति के नतीजे छोटा कम्बा वार्ड में सुजाता देवी विजयी कुल्लू पंचायत समिति के नतीजे पलचान से रेशमा बीडीसी जीती बंदरोंल से जीते गणेश ठाकुर वार्ड नंबर 17 कसोल पुथल से जीती ठाकरी देवी नम्होग वार्ड से आशा ठाकुर विजयी प्रीणी पंचायत समिति से किशोरी लाल बराधा में प्रवीण ठाकुर जीते भड़ेऊली वार्ड नं० 1 से पंच पद पर विजेता विनीत कुमार मौहल से जीते राजेश ठाकुर भुइँन वार्ड से जीते पंडित राजन कात्यायन वार्ड नंबर 7 मंगलौर से कमलेश ठाकुर (हैप्पी) जीते वार्ड 19 जरी बरधा से प्रवीण ठाकुर वार्ड 20 जलुग्रां से लता देवी वार्ड 30 देवगढ़ गोही से रेशमा देवी वार्ड 1 बन्दरोल पंचायत से गणेश ठाकुर वार्ड 16 वर्शेणी से सुवित्रा देवी जरड़ भुट्टी शमशी पंचायत से उषा देवी पंचायत विकास समिति बिलासपुर के नतीजे कुलदेईल से रंगी राम बीडीसी निर्वाचित बरमाणा से सीता देवी जीती स्वारघाट से वीणा देवी कुथैला वार्ड से रंगी राम जीते टाली से बबली देबी बनी BDC सदस्य ननावां से रमेश धीमान बने BDC सदस्य मेहरी काथला से बीडीसी सीट से सतीश ठाकुर जीते बरठी से धर्मु बने BDC सदस्य बैहनाजट्टा से अनिल कुमार बने BDC सदस्य मैहरी काथला से सतीश ठाकुर बने BDC सदस्य झंडूता वार्ड 1 बरठी से धर्मु जीते घुमारवीं के वार्ड 4 मेहरी काथला से सतीश कुमार विजयी रहे धार टटोह से हिरा पल 995 से जीते समोह से रीना बनी BDC सदस्य कुहमुझाड से कमला देवी बनी BDC सदस्य साईं खारसी से आत्म देव बने BDC सदस्य हरलोग से सन्तोष चंदेल बने BDC सदस्य धौण कोठी से सपना देवी बनी BDC सदस्य हरनोडा से अशोक कुमार पंजगाई से मीनाक्षी छौहारा से वार्ड 6 खशाधार से सरोज बाला सुई सुरहाड से सीता राम बने BDC सदस्य डमली से कान्ता देवी जीतीं तलयाणा से अति देबी कांगड़ा पंचायत समिति के नतीजे विकास खंड कांगड़ा पलेरा कंचना देवी नंदरूल स्नेह लता चकवन समीरपुर स्वरूप सिंह सहौडा बबली देवी दौलतपुर अनीता देवी खोली नवल किशोर मटौर विक्रम जीत अनसोली कविता देवी धुरकडी बबिता बीरता मुकेश कुमारी जोगीपुर कांता सरोच हलेडकलां ममता तकीपुर सुनीता देवी बलोल उर्मिला देवी रानीताल अनीता देवी झिकली इच्छी मीतू देवी रजियाना 53 मील देव राज सदरपुर सुशील कुमार हार जलाडी परीश कुमार बालू गलोआ सुरजीत सिंह मोरठ जसाई संजीव कुमार डडोली शेर सिंह अपपर लंज प्रीतम चंद जमानाबाद विकास चौधरी तियारा परमिंदर सिंह विकास खंड लंबागांव बरड़ाम सुषमा देवी कोटलू अमित कुमार रिट रितु देवी द्रमण कर्म सिंह आशापुरी हरवीन कौर मझेड़ा कुसुम लता टंबर मधु देवी मत्याल रिशव मल्होत्रा कूड़ंग ममता देवी मोलग संजीव कटोच संघोल विजय कुमार हलेड़ जगदीश चंद बागकुलंजा बिंता देवी कर्णघट्ट अमीश कुमार अप्पर ठेहड़ू कुलवंत राणा लंबागांव अनिता सूद तलवाड़ अनिता कुमारी सकोह कविता रानी जांगल विनय खरोटिया कूहण अश्विनी कुमार विकास खंड भवारना लमलेहड़ बृज स्वरूप नछीर तनु देवी सलोह प्रेमदा कुमारी कूलंड संजय कुमार लाहला रविंद्र कुमार राख रेखा देवी रमेहड़ महेंद्र सिंह मैंझा अनीता कुमारी फरेढ रक्षा देवी डाढ संतोष कुमारी परौर सुनीता कुमारी ठंडोल डिप्पल कुमार कोठी पाहड़ा राजेश कुमार भवारना सोनी गुप्ता घनेटा पवन कुमार दराटी विकास खंड बैजनाथ कोठी सिकंदर सिंह चोबीन अनिल कुमार महाकाल शिवानी सकडी तिलक चंद महालपटट संजय कुमार खडानाल पूजा देवी माधो नगर तिलक राज हरेड ववली अवेरी सुमना ननाहर दौलत नैण राजेंद्र कुमार मझेरणा अश्वनी कुमार दियोल चमन लाल धरेड रितू संसाल राधा देवी बीड़ स्नेह लता क्योरी राजकुमार बडा़ ग्रां कविता मुल्थान शांता कुमारी स्वाड प्रीति देवी विकास खंड नुरपूर पंजाहड़ा कृष्ण कुमार पुंदर प्रवीन कुमारी ठेहड़ राजरानी खज्जन लदोड़ी रीता देवी सदवां राकेश कुमार कोटपलाहड़ी विमला देवी लोहारपुरा संजय कुमार ममूहगुरचाल मदनलाल भड़वार बीना देवी धनेटीगारला नवीन सिंह खैरियां कमला देवी चरूड़ी पुष्पिदंर गहींलगोड़ संजीव कुमार छतरोली हरदेव सिंह कुलाहण ममता देवी वासा रछपाल खन्नीझिकली निशा कमनाला सुरेश कुमारी औंद काहन सिंह भलेटा शमशेर थोड़ा कुसुम देवी रिटउपरली सरोज बाला वरडां शकुंतला खन्नीउपरली संदीप लता
Soon after the polls for the Panchayat Samitis and Zila Parishad in Himachal Pradesh ended on Thursday, the counting of votes started early this morning. The candidates are making arguments against these elections as independents and not on party symbols. According to the State Election Commission, the election process will be completed by January 23. In the third and last stage of the panchayat elections on Thursday, nearly 81 percent turnout was recorded. The highest polling was listed to be 94 percent in Lodhi Majra panchayat of the Nalagarh development block in Solan. A total of 1,137-gram panchayats had gone to the polls in the last round of the three-phase panchayat Elections. In the first phase of the elections, a total of 1,227 panchayats had gone to the polls. In the second phase on Tuesday, the polling took place in over 1,208 panchayats. The state has 3,615-gram panchayats, of which polling was held for 3,583, except 32 in Keylong of Lahaul-Spiti district.
प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के अवसर पर 25 जनवरी, 2021 को आयोजित हाने वाले स्वर्ण जयन्ती समारोह को लेकर से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह जिला व उप-मण्डल स्तर पर शानदार तरीके से आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त स्वर्ण जयन्ती समारोह के विषय पर जिला मुख्यालय स्तर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित करना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार, उपमण्डलाधिकारी भी उपमण्डल स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों में कार्यक्रमों को इस प्रकार से आयोजित किया जाए कि प्रातः 11 बजे तक ये सम्पन्न हो जाएं। जिलों और उपमण्डल स्तर पर कार्यक्रमों के आयोजन के उपरांत शिमला में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसका इन सभी स्थानों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्तियों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाले लोगों को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होने का आग्रह किया जा सकता है। इसके साथ-साथ सम्बन्धित क्षेत्रों के पंचायती राज संस्थानों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों और शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जा सकता है। इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए महिला मण्डलों, युवक मण्डलों और अन्य निकायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि समारोह में पारस्परिक दूरी बनाकर और फेस मास्क का उपयोग करते हुए बैठने के उचित प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को सम्बन्धित जिलों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की स्वयं निगरानी करने के निर्देश दिए। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उपायुक्तों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, निदेशक पर्यटन युनूस, विशेष सचिव राकेश कंवर, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन, निदेशक भाषा, कला एवं संस्कृति सुनील शर्मा, नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली, पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला, संयुक्त सचिव सचिवालय प्रशासन सचिन कंवल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।
जिला शिमला में पंचायती राज संस्थाओं के तृतीय एवं अन्तिम चरण के लिए शाम 4 बजे तक 72.40 प्रतिशत मतदान हुआ। विकास खण्ड ठियोग में शाम 4 बजे तक सबसे अधिक 78.6 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। वहीं, रोहड़ू में 67.3 फीसदी, नारकंडा ब्लॉक में 67.6 फीसदी व जुब्बल कोटखाई में 69.2 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। इसके साथ जिला में कुल 72.40 प्रतिशत वोटिंग हुई। वोटिंग के दौरान हर आयु वर्ग के मतदाताओं में उत्साह देखा गया। पहली बार वोट डालने वाले युवाओं से लेकर वयोवृद्ध मतदाताओं ने अपने मूल्यवान मत का इस्तेमाल किया। वहीं, कल 22 जनवरी को जिला परिषद तथा बीडीसी सदस्यों के लिए मतगणना की जाएगी। वोटों की गिनती सुबह 8.30 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले सभी पंचायत समितियों के लिए गिनती होगी और फिर जिला परिषद के लिए मतगणना शुरू होगी।
कोरोना संक्रमण के चलते दस महीने से स्कूल बंद रहने के बाद हिमाचल प्रदेश में स्कूल एक फरवरी से खुलने जा रहे है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने 6 जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ हुए विद्यार्थीयो के संवाद में मिले सुझावों को लेकर निर्देश जारी कर दिए है। 15 फरवरी से स्कूल खुलने के बाद भी अगर दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी स्कूल नहीं आते है, तो इनके ऑनलाइन यूनिट टेस्ट होंगे। सरकार ने फैसला लिया है कि मार्च में प्रस्तावित प्री बोर्ड परीक्षाओं से पहले दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों के ऑनलाइन और ऑफलाइन यूनिट टेस्ट लिए जाएंगे। प्री बोर्ड परीक्षा में कम अंक लेने वाले विद्यार्थियों की अप्रैल में एक्सट्रा क्लासिज लगाई जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से बुधवार को स्कूल प्रिंसिपलों को पत्र जारी किया गया। जिसमे कहा गया है कि हर सप्ताह ऑनलाइन यूनिट टेस्ट लेने की व्यवस्था की जाए। जो विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे, उनके यूनिट टेस्ट व्हाट्सएप के माध्यम से लिए जाएं। जो विद्यार्थी स्कूल आएंगे, उनके टेस्ट कक्षा में लिए जाएं। इसके अलावा स्कूल खुलने पर अप्रैल 2020 में पढ़ाए गए सिलेबस की रिवीजन शुरू करने को भी कहा है। विद्यार्थियों को पूरा सिलेबस पढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। विद्यार्थियों की पढ़ाई से संबंधित शंकाओं को दूर करने के लिए विशेष सत्र करने के निर्देश भी दिए हैं। जिला उपनिदेशकों को इन सभी फैसलों का पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम को जल्द ही 400 चालक मिलेंगे। चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शिमला की मंडलीय कार्यशाला तारादेवी में प्रतिभागियों के ड्राइविंग टेस्ट लिए जा रहे हैं। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 8 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई है। इसमें 100 से अधिक प्रतिभागी यहां ड्राइविंग टेस्ट दे रहे हैं। एचआरटीसी के महाप्रबंधक नवीन कप्लस की अगुवाई में ड्राइविंग टेस्ट के लिए कमेटी गठित की गई है। कमेटी में उप मंडलीय प्रबंधक पवन शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक तारादेवी विनोद शर्मा सहित निगम के चार डिवीजनों से एक-एक ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर शामिल हैं। बता दें कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के पास 400 चालकों के पदों के लिए करीब नौ हजार आवेदन आए हैं। इसमें न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं कक्षा है। निगम में चालक की भर्ती अनुबंध आधार पर हो रही है। ये चालक तीन साल तक अनुबंध पर रहेंगे। इसके बाद नियमित होंगे। चालकों के ड्राइविंग टेस्ट 31 जनवरी तक लिए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव होने जा रहे है। आज 1137 पंचायतों में मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित होम क्वारंटीन मतदाता वोट डालेंगे। पंचायतों में मतदान के बाद वोटों की गिनती होगी और देर शाम तक नतीजे घोषित किए जाएगें । इस दौरान जिला परिषद और पंचायत समिति के वार्ड सदस्यों के लिए भी मतदान होगा और इनके चुनाव नतीजे 22 जनवरी को घोषित होंगे। सभी मतदान केंद्रों को मतदान से एक दिन पहले सैनिटाइज कर दिया गया है। बता दें की राज्य में चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के चुनाव के लिए 6457 पोलिंग पार्टी को तैनात कर रखा हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण हो सकें। प्रत्येक मतदान केंद्र में सुरक्षा के लिए एक पुलिस कर्मी और एक होम गार्ड का जवान तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों में चुनाव आयोग ने सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। राज्य चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मतदान के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ की मतदान केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गयी है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि विधायक प्राथमिकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि वे निर्वाचित प्रतिनिधि हैं और उन्हें संबंधित क्षेत्रों की विकासात्मक आवश्यकताओं और जन आकांक्षाओं की बेहतर जानकारी होती है। यह बात उन्होंने योजना विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महसूस किया गया है कि विधायक प्राथमिकताओं में अक्सर विलम्ब हो जाता है क्योंकि संबंधित विभागों द्वारा समय पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार नहीं की जाती है। विधायकों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को अंतिम रूप देते समय विश्वास में लिया जाना चाहिए और इसे तैयार करने में विलम्ब के कारणों के बारे में भी उन्हें अवगत करवाया जाना चाहिए ताकि इस दिशा में उचित कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि विधायकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर योजना के बारे में जिला स्तर पर नियमित बैठकें आयोजित की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे लीक से हटकर सोचें और अपने जिले में कम से कम एक विशेष योजना शुरू करें। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने समूचे विश्व को प्रभावित किया है, जिसके लिए कोई तैयारी नहीं थी। उपायुक्तों को आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बजट में शामिल करने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव देने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में लागू होने वाली सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए प्रभावी निगरानी तंत्र भी विकसित किया जाना चाहिए। एफसीए और एफआरए स्वीकृतियों पर विशेष बल दिया जाना चाहिए क्योंकि इनके कारण कई बड़ी परियोजनाओं में विलम्ब हो जाता है। उन्होंने कहा कि विकासात्मक परियोजनाओं के निष्पादन में देरी की जांच के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि आरआईडीएफ-एक्सएक्सवीआई के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग में 500 करोड़ रुपये की 114 परियोजनाएं जबकि जल शक्ति विभाग में 300 करोड़ रुपये की 137 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इन परियोजनाओं को पूरा करने की अवधि 2020-21 से 2023-24 तक है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड के अन्तर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को निर्धारित समय पर तैयार करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कुल योजना आकार अनुसूचित जाति उप-योजना और जनजातीय उप-योजना में निर्धारित अनुपात में संलग्न हो। उन्होंने कहा कि कार्यान्वयन और निगरानी संबंधित विभागों द्वारा प्रभावी आकलन के साथ की जानी चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं और बजट आश्वासनों के कार्यान्वयन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। राज्य सरकार ने नाबार्ड और अन्य फंडिंग एजेंसियों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए प्रति विधान सभा क्षेत्र की सीमा बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये जबकि विधायक क्षेत्र विकास निधि योजना के तहत आवंटन राशि को बढ़ाकर 1.75 करोड़ रुपये किया गया है। मुख्य सचिव अनिल खाची ने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की समयबद्ध तैयारी सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए निगरानी तंत्र को भी और अधिक मजबूत किया जाएगा। उन्होंने राज्य की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए वार्षिक गतिविधियों की योजना बनाने पर बल दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना ने कहा कि उपायुक्तों को ठोस प्रस्तावों के साथ आगे आना चाहिए ताकि इन प्रस्तावों को बजट में शामिल किया जा सके। योजना सलाहकार डा. बसु सूद ने इस अवसर पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। सचिव प्रशासनिक सुधार संदीप भटनागर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आर.डी. धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, प्रधान सचिव ओंकार शर्मा एवं के.के. पंत, सचिव रजनीश, देवेश कुमार, डा. अक्षय सूद, डा. राजीव शर्मा और अमिताभ अवस्थी, विशेष सचिव सी.पी. वर्मा, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. रवि शर्मा, इंजीनियर-इन-चीफ जल शक्ति विभाग नवीन पुरी, निदेशक स्वास्थ्य डा. बी.बी. कटोच सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया। सभी जिलों के उपायुक्त आॅनलाइन बैठक से जुड़े और अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
भारत संचार निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के समक्ष निर्भया परियोजना के अन्तर्गत सेफ सिटी प्रोजेक्ट मण्डी पर प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी शहर में निर्भया निधि के अन्तर्गत प्रस्तावित सेफ सिटी प्रोजेक्ट के क्रियान्वित होने से न केवल सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि बेहतर यातायात प्रबन्धन और भीड़ को नियंत्रित करने में भी स्मार्ट समाधान उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सरकार हिमाचल प्रदेश जैसी कठिन स्थलाकृति वाले राज्यों को निर्भया परियोजना के अन्तर्गत 90ः10 के अनुपात में वित्त पोषण कर रही है। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस परियोजना के अन्तर्गत मण्डी शहर के लिए योजना, विकास, कार्यान्वयन और संचालन के अलावा सीसीटीवी आधारित निगरानी प्रणाली की परिकल्पना की गई है। इस परियोजना के अन्तर्गत आधुनिक तकनीकों जैसे आईपी आधारित कैमरा अधोसंरचना, बिना रुकावट स्थिति पर नज़र रखना, निगरानी रिकाॅर्ड और डेटा संग्रहण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य सम्पूर्ण और एकीकृत निगरानी प्रणाली विकसित करना है, जिसमें पुलिस लाइन मण्डी के कमांड और कंट्रोल सेंटर का संचालन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से मण्डी शहर में महिलाओं, बालिकाओं और वरिष्ठ नागरिकों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ आपातकाल के दौरान पुलिस वैन, अग्निशमन वाहन और एम्बुलेंस की सुचारू आवाजाही भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि इससे पुलिस को महिलाओं के प्रति अपराध, कानून व्यवस्था और यातायात के प्रबन्धन में सुधार करने में भी सहायता मिलेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस परियोजना के अन्तर्गत संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों और वस्तुओं की प्रभावी निगरानी की अवधारणा भी की गई है, ताकि महिलाओं और सम्पत्तियों की सुरक्षा की जा सके। इस परियोजना से नियमित गतिविधियों पर नजर रखने के अलावा कुछ व्यस्त जगहों जैसे बस स्टैंड, इंदिरा मार्किट, चैहटा बाजार और क्षेत्रीय अस्पताल की निगरानी सुनिश्चित करने के साथ-साथ आपातकाल स्थिति में सहयोग प्रदान किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों और अपराध दृश्य को कवर करने के लिए पुलिस मोबाइल वैन पर कैमरों का प्रावधान किया जाएगा। इन कैमरों में ऐसी प्रणाली विकसित की जाएगी जिससे अपराध दृश्य की जानकारी सीधे कमांड और कंट्रोल सेंटर को मिलेगी। हिमाचल प्रदेश दूर संचार वृत्त के मुख्य महाप्रबन्धक जसविन्दर सिंह सहोटा ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि भारत संचार निगम लिमिटेड सैटेलाइट मोबाइल फोन सुविधा प्रदान करने वाली भारत की एकमात्र कम्पनी है। उन्होंने कहा कि ये फोन विभिन्न साहसिक गतिविधियां जैसे पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, रीवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण और आपदा प्रबन्धन के दौरान बेहतर संचार सुविधाएं प्रदान करने में बहुत सहायक सिद्ध हो सकते है। अतिरिक्त मुख्य सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता संजय गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कृतिका कुल्हारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल के सरकारी स्कूलों में पहली से चौथी और छठी सातवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं ऑनलाइन ही होंगी। इन परीक्षाओं के आधार पर ही विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। राइट टू एजूकेशन एक्ट में इन कक्षाओं में किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं किया जाता है। आंतरिक असेसमेंट के आधार पर उन्हें अगली कक्षा में दाखिला दिया जाता है। प्रदेश सरकार ने इन कक्षाओं को अभी खोलने का फैसला नहीं लिया है। ऐसे में संभावित है कि मार्च महीने में इन कक्षाओं की ऑनलाइन परीक्षा होंगी। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में पांचवीं कक्षा और आठवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नियमित तौर पर कक्षा लगाने का फैसला लिया गया है। प्रदेश के ग्रीष्मकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में 1 फरवरी और शीतकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में 15 फरवरी से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। इन कक्षाओं की परीक्षाओं को लेकर स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बीते दिनों संभावित डेटशीट भी जारी कर दी गई है। 10वीं और 12वीं कक्षा की फरवरी अंत या मार्च में प्री बोर्ड परीक्षा भी दी जानी है। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने बताया कि जिन कक्षाओं को अभी नियमित तौर पर नहीं खोला जाएगा, उनकी परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही होंगी।
राजधानी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने रफ़्तार पकड़ली है। शिमला में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किए जाने वाले कार्यों में अब तेजी दिखना शुरू हो गई हैं। शहर में नए साल में कई और नए प्रोजेक्टों में काम शुरू होने वाला है। राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार स्थित बस अड्डे से, रिज मैदान के साथ लगते पदम् देव काम्प्लेक्स तक प्रस्तावित लिफ्ट व एस्केलेटर लगाने के कार्य को जल्द शुरू कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इस कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है और आगामी सप्ताह तक इसका कार्य शुरू कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के एमडी आबिद हुसैन सादिक का कहना है कि इस कार्य को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए टेस्टिंग प्रक्रिया सहित अन्य औपचारिकताएं भी पूर्ण कर ली गई हैं।
प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के पहले चरण का चुनाव शुरू हो गया है। पंचायती चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी आज अपने गृह क्षेत्र स्थित पोलिंग बूथ में पंचायत के चुनाव में मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपना योगदान दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि राज्य में जिन पंचायतों के लिए आज मतदान हो रहा है, मेरा उन क्षेत्रों के समस्त मतदाताओं से आग्रह है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान अवश्य करें। उन्होंने लोगों को कोरोना संबंधी मतदान केंद्रों पर निर्धारित मानक संचालन का सख्ती से पालन करने को कहा। बता दें की शाम 4 बजे तक मतदान जारी रहेगा। इसके बाद एक घंटे तक कोरोना संक्रमित और होम क्वारंटीन वोट डालेंगे। जिसके बाद देर शाम तक चुनाव के नतीजे आयंगे।
हिमाचल में पंचायती राज संस्थाओं के पहले चरण का चुनाव आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गया है। पंचायत चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखे को मिल रहा है। शाम 4 बजे तक मतदान जारी रहेगा। इसके बाद एक घंटे तक कोरोना संक्रमित और होम क्वारंटीन वोट डालेंगे। कोरोना को देखते हुए मतदान केंद्रों पर निर्धारित मानक संचालन पक्रिया एसओपी का सख्ती से पालन किया जा रहा है। सुरक्षित शारीरिक दुरी बनाये रखने के लिए कई मतदान केंद्रों के बाहर निर्धारित गोले लगाए गए है। पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में मतदान को लेकर युवाओं से लेकर बुजुर्गों में जोश देखा जा रहा है। वहीं, देश के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी को लोग याद करना नहीं भूलते हैं। नेगी इस बार 17 जनवरी को राजकीय प्राथमिक पाठशाला कल्पा में मतदान करेंगे। प्रशासन की ओर से नेगी के स्वागत के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। पहले चरण में कुल 1227 पंचायतों के लिए मतदान होगा, और देर शाम नतीजे घोषित होंगे। बीडीसी और जिला परिषद सदस्यों का परिणाम तीसरे चरण के चुनाव के बाद 22 जनवरी को घोषित होगा। पहले चरण से मतदान के लिए 7593 पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों में तैनात की गई हैं। राज्य में 972 अतिसंवेदनशील, 2830 संवेदनशील और साधारण 7744 मतदान केंद्र बने हैं। प्रदेश भर की कुल 3583 पंचायतों में तीन चरणों में चुनाव होना है।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने आज प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व स्वर्ण जयंती समारोह के आयोजन संबंधी तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए अति विशिष्ट अतिथियों के लिए मंच की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को स्वर्ण जयंती कार्यक्रम से पूर्व एक बार फुल डे रिहर्सल करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के प्रसारण के लिए रिज पर अतिरिक्त एलईडी स्क्रीन स्थापित की जानी चाहिए तथा मीडिया कर्मियों के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह का एलईडी के माध्यम से प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों और जिला मुख्यालयों में सीधा प्रसारण कर प्रदेश के लोगों को इस कार्यक्रम की जीवंत झलक दिखाई जाए। उन्होंने कहा कि जो विभाग इस अवसर पर प्रदर्शनी लगा रहे हैं, वह बेहतर माध्यमों का प्रयोग कर प्रदेश की विकास यात्रा को प्रदर्शित करें। उन्होंने अधिकारियों को इस अवसर पर सुरक्षा एवं स्वच्छता संबंधी व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार, आरडी धीमान, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी आशुतोष गर्ग, निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन यूनुस, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन और निदेशक भाषा, कला एवं संस्कृति सुनील शर्मा, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम द्वारा देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आईजीएमसी शिमला से राज्य में इस अभियान की शुरुआत की और कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के पहले चरण में राज्य के स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों सहित अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को 93000 खुराकें दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज राज्य में 27 चिन्हित स्थलों के माध्यम से 2,529 स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताआंे को खुराक दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लगभग 74,500 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का टीकाकरण किया जाएगा और प्रत्येक लाभार्थी को दो खुराक दी जाएंगी। दूसरी खुराक 28 दिनों के अंतराल के बाद दी जाएगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण की प्रभावी निगरानी के लिए राज्य स्तरीय संचालन समिति, राज्य टास्क फोर्स, जिला टास्क फोर्स और खंड टास्क फोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य टीकाकरण स्टोर की स्थापना शिमला में की गई है, जबकि मंडी और धर्मशाला में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर और राज्य मंे 386 कोल्ड चेन प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि लाभार्थियांे के अनुसार राज्य द्वारा पर्याप्त मात्रा में एडी सिरिंज भी प्राप्त किए गए हैं और जिलों को भी वितरित किए गए हैं और 0.5 मि.ली. एडी सीरिंज का अतिरिक्त स्टाॅक राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला, क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी और धर्मशाला में संग्रहित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रैफरल तंत्र स्थापित करने और कोविन ऐप पर रिपोर्ट के लिए सैशन साइट वैक्सिनेटरों को प्रतिकूल घटना अनुगामी प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि एईएफआई मामलों की आकस्मिकता आंकलन के लिए पलमोनोलाॅजिस्ट और मेडिसिन विशेषज्ञों के अतिरिक्त सदस्यों के साथ राज्य और जिला स्तर पर एईएफआई समितियां अधिसूचित की गई हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि टीकाकरण अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न चिन्हित स्थलों पर ड्राई रन भी आयोजित किए गए हैं। उन्होंने राज्य के लोगों से कोविड-19 वैक्सीन प्रशासित होने के बावजूद सभी सावधानियां सुनिश्चित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, मिशन निदेशक एनएचएम डाॅ. निपुण जिंदल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डाॅ. रवि शर्मा, प्रधानाचार्य आइजीएमसी डाॅ. रजनीश पठानिया, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कोरोना आपदा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने का स्वागत करते हुए इसे कोरोना पर अंतिम वार बताया है। अनुराग ठाकुर ने कहा “भारत अवसरों का देश है व भारत के अंदर आपदा को अवसर में बदलने की अनूठी क्षमता है। सर्वे भवंतु सुखिन: के मंत्र के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना आपदा पर आख़िरी चोट के लिए भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। मोदी के मार्गदर्शन में देश ने कोरोना से बखूबी लड़ाई लड़ी है, अब देश के कोरोना मुक्त होने की बारी है। सबसे बड़ी बात हमारे वैज्ञानिकों के तपोबल से यह वैक्सीन भारत में बनी है जोकि देश की आत्मनिर्भरता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।आमतौर पर एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं, लेकिन इतने कम समय में एक नहीं, दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई हैं। आज वैज्ञानिकों, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों और स्वच्छता कर्मचारियों की कड़ी मेहनत रंग लाई है और पूरा राष्ट्र इनके प्रति कृतज्ञ है।” भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सुरेश कश्यप ने कहा “मोदी के निर्देशानुसार पहले चरण के टीकाकरण के लिए वैक्सीन की 1.65 करोड़ खुराकों में से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को डाटाबेस में उपलब्ध स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के हिसाब से टीकों का आवंटन कर दिया गया है। पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग शामिल होंगे। पहले चरण के टीकाकरण का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन कर रही है। इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। कुछ राजनैतिक दल व नेता अपनी विवशता के चलते वैक्सीन को राजनीति का विषय बना कर अपनी छोटी मानसिकता दिखा रहे हैं मगर देशभर में जगह जगह लोग खुले दिल से हमारे वैज्ञानिकों की साधना को सराहते हुए इस टीकाकरण अभियान का स्वागत कर रहे हैं व वैक्सीन लगवाने के लिए उत्सुक हैं।"
पूरे देश भर के साथ-साथ हिमाचल में भी आज से कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है। आज प्रदेश के 27 सेंटरों में सुबह दस बजे से इसका आगाज़ हुआ। पहले चरण के पहले दिन 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए सभी 27 सेंटरों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पहुंचा दी गई है। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहना होगा। वैक्सीनेशन का पहला चरण 10 दिनों तक चलेगा। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। उधर, प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है। इन सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्रालय भी इसकी मानीटरिंग करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वॉरियर्स से बात करेंगे। बता दें, प्रदेश में यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे।
The Accurate weather forecast was not only vital for the farmers to protect their crops from natural calamities but also help in tourism development as the tourists can decide about their travel plans according to the climate. This was stated by Union Minister for Earth Sciences, Health and Family Welfare and Science and Technology Dr. Harsh Vardhan after virtual inauguration of First Doppler Weather Radar (DWR) installed at Kufri, Shimla and at Mukteshwar, Nainital in Uttarakhand on the occasion of 146th India Meteorological Department Foundation Day. Union Minister also virtually inaugurated Multi Mission Meteorological Data Receiving and Processing System and online version of Mausam journal. While addressing the occasion virtually Chief Minister Jai Ram Thakur thanked the Union Minister for dedicating Radar at Kufri, Shimla. He said that two more Radars would be installed at Mandi and Dalhousie in Chamba district of the State. He said that site had already been finalized at Mandi and site for Radar at Dalhousie would be finalized soon. Chief Minister said that at present Radar installed at Kufri was on test mode for a period of two weeks and thereafter its data would be used for forecasting purposes. He said that range of this Radar was upto 100 kilometres in radial distance. He said that it would observe and provide the weather data of 100 kilometres in all directions, which would be used for forecasting purpose especially for short range forecast. He said that more précised area specific weather forecast and warning would be issued for particular place, for the weather phenomenon like thunderstorm, lighting, hailstorm, heavy rainfall/snowfall, gusty winds etc. Jai Ram Thakur said that following basic information from DWR would be obtained reflectivity- a measure of water content in the cloud and it would give the base and height of the cloud including area of the particular cloud cell and movement and direction of the clouds. He said that this Centre would help the horticulturists and farmers of the State by providing them accurate information regarding weather. Chief Minister said that DWR Kufri would run round the clock and it is fully automatic and computerized programme based. He said that it would transmit the data in various digital format and picture form. Chief Minister of Uttrakhand Trivendra Singh Rawat also addressed the occasion virtually. Secretary Ministry of Earth Sciences Dr. M. Rajeevan welcomed Union Minister, Chief Ministers of Himachal Pradesh and Uttrakhand and other dignitaries on the occasion. Head and Sc-G, Regional Meteorological Centre Anand Sharma presented vote of thanks. Member of Parliament Suresh Kashyap, Political Advisor to Chief Minister Trilok Jamwal, Principal Secretary, Science and Technology K.K. Pant, Special Secretary Revenue Sudesh Kumar Mokhta and other senior officers of the State Government were present at Shimla.
शिमला।हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल की बैठक आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि ग्रीष्मकाल में बंद होने वाले सरकारी स्कूलों के सभी अध्यापक इस माह की 27 तारीख से स्कूलों में उपस्थित होंगे। ग्रीष्मकाल में बंद होने वाले 5वीं व 8वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं की सख्ती से अनुपालना कर एक फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाएं लगाने की अनुमति होगी। इन स्कूलों के प्रबन्धन को स्कूल परिसरों में फेस मास्क, परस्पर दूरी और सेनेटाइजर का उपयोग सख्ती से सुनिश्चित करना होगा। इसी तरह औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और बहुतकनीकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय इस वर्ष एक फरवरी, 2021 से खोले जाएंगे। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि शीतकालीन बंद होने वाले स्कूलों में 5वीं और 8वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को शीतकालीन छुट्टियां समाप्त होने के बाद 15 फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाओं में आने की अनुमति होगी। हर घर पाठशाला के तहत शिक्षा के लिए आॅनलाइन प्रणाली जारी रहेगी। राज्य में निजी स्कूल भी यही प्रणाली अपना सकते हैं। शीतकालीन छुट्टियों के उपरांत सभी सरकारी महाविद्यालय 8 फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाओं के लिए खोले जाएंगे, उन्हें मानक संचालन प्रक्रियाओं की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने आइजीएमसी शिमला, सीएच नालागढ़, राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा तथा चिकित्सा महाविद्यालय नेरचैक में चार मेक शिफ्ट अस्पतालों का निर्माण किया है। अब कोविड-19 के मामलों में कमी आने पर मंत्रिमंडल ने इन मेक शिफ्ट अस्पतालों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने का निर्णय लिया। आईजीएमसी में मेक शिफ्ट अस्पताल को मेडिसिन इंटेन्सिव केयर यूनिट, राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में मेक शिफ्ट अस्पताल को संक्रामक रोग वार्ड, सीएच नालागढ़ में मेक शिफ्ट अस्पताल को ट्रामा केयर सेंटर तथा एसएलबीएसजीएमसी मंडी, नेरचैक में मेक शिफ्ट अस्पताल को सुपरस्पेशलिटी वार्ड के रूप में उपयोग किया जाएगा। मंत्रिमण्डल ने क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला तथा दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला को नाॅन कोविड अस्पताल अधिसूचित करने का भी निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने जिला शिमला की तहसील चैपाल के कमांदल, कुमारला, गीतारटा और आरा गांवों में 599.1935 हेक्टेयर क्षेत्र पर सीमेंट प्लांट के लिए चूना और खनन खनिज की निकासी के लिए मै. आर.सी.सी.पी.एल. प्राइवेट लिमिटेड नवी मुम्बई के पक्ष में पट्टे में देने पर तीन वर्ष के लिए लैटर आॅफ इन्टेंट जारी करने को मंजूरी प्रदान की। मंत्रिमण्डल ने पं. जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा परिसर के शीघ्र निर्माण के लिए निर्माण स्थल में से 28 पुराने सरकारी ढांचों को गिराने की अनुमति प्रदान की। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के पुलिस थानों को अधिक महिला मित्र और सुलभ बनाने के लिए जिला पुलिस कार्यालयों और पुलिस थानों में महिला हेल्प-डैस्क स्थापित करने का निर्णय लिया। बैठक में पुलिस विभाग में महिला हेल्प-डैस्क को सुदृढ़ बनाने के लिए 136 स्कूटी अथवा स्कूटर खरीदने के अलावा 272 हैलमेट और 136 डैस्क टाॅप कम्प्यूटर खरीदने की मंजूरी प्रदान की गई। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के छः जिलों शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चम्बा के एंटी हयूमन टैªफिकिंग यूनिट को सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी और उपकरण प्रदान करने के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। बैठक में बिलासपुर जिला के झण्डूता और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर में नए नागरिक न्यायालयों के लिए विभिन्न श्रेणियों के छः पदों को सृजित कर इन्हें भरने की स्वीकृति प्रदान की। वन विभाग ने मंत्रिमण्डल के समक्ष मार्च, 2021 तक के लक्ष्यों और वर्ष 2021 और 2022 तक के लक्ष्यों के बारे में प्रस्तुति दी। मंत्रिमण्डल ने लगाए गए पेड़ों की संख्या के बजाय पेड़ों की उत्तरजीविता पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया। राजस्व विभाग ने भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर प्रस्तुति दी।
16 जनवरी से देश भर में कोविड टीकाकरण का महाअभियान शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन की तैयारियां पूरी है। देश की विभिन्न जगहों में कोविड वैक्सीन की डिलीवरी लगभग पूरी हो गई है। इसके साथ शुक्रवार सुबह हिमाचल के विभिन्न जिलों में भी कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की डिलीवरी हुई। गुरुवार को राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज परिमहल लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर अन्य सेंटरों के लिए भेज दिया गया। 16 जनवरी को प्रदेश के 27 केंद्रों में ये वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले चरण में यह अभियान 10 दिनों तक चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। इन जिलों में हुई वैक्सीन की डिलीवरी शिमला जिला में सबसे पहले 11050 कोरोना वररियरों को टिका लगाया जाएगा। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। IGMC में करीब 2200 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगा। वहीं, सोलन जिला में 4300 कोरोना वैक्सीन पहुंची हैं। पहला टीका एमएमयू के एक प्रशिक्षु और सोलन अस्पताल में रेडियोग्राफर को लगेगा। कुल्लू जिला अस्पताल में देर रात करीब ढाई बजे 2800 वैक्सीन पहुंचीं। इनमें से 200 डोज जिला अस्पताल केलांग के लिए अटल टनल रोहतांग होकर भेजी गई हैं जबकि 2600 डोज को कुल्लू में लगाया जाएगा। सिरमौर के नाहन में कोरोना वैक्सीन के 3400 डोज पहुंचे हैं। उधर, मेडिकल कॉलेज चंबा में 3800 वैक्सीन पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन विभिन्न केंद्रों के लिए रवाना कर दी है। ऊना जिले में 3300 डोज पहुंची हैं। बिलासपुर में कोरोना वैक्सीन की 2300 डोज पहुंची हैं। कांगड़ा जिले में 8600 वैक्सीन पहुंची हैं।
वीरवार देर रात छैला-कैन्ची से सैन्ज सड़क पर एक कार हादसे की शिकार हो गई। इस हादसे में दो युवकों की मौत हो गई है। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल ठियोग भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है की छैला-कैन्ची से सैन्ज की तरफ जा रही एक गाड़ी सड़क से नाले में जा गिरी जिससे दो युवकों की मौत हो गई। दोनों युवकों के नाम प्रांज्य (24) नेरुवा व मनोज (23) फागु बताए जा रहे है।
हिमाचल प्रदेश में 27 जनवरी से स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। इस पर आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होनी वाली कैबिनेट बैठक में फैसला लिया जाएग। बैठक में शिक्षा विभाग इससे संबंधी प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के सामने रखेगा। प्रस्ताव के तहत प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 10वीं और 12वीं कक्षा की नियमित पढ़ाई शुरू करने की योजना है। बैठक में गैर बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं पर भी फैसला होने के आसार हैं। शीतकालीन स्कूलों को फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम देख कर खोले जाने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद स्कूलों में सैनिटाइजेशन प्रक्रिया होगी। 27 जनवरी से स्कूलों को नियमित पढ़ाई के लिए खोला जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा पीजी कोर्सों में बिना प्रवेश परीक्षा दाखिले को लेकर हाई कोर्ट के आदेशों के बाद विश्वविद्यालय ने 15 जनवरी 2021 को ईसी की आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक से पूर्व एनएसयूआई के छात्रों ने प्रदेश महासचिव यासीन बट्ट की अगुवाई में राज्यपाल सह विश्वविद्यालय कुलाधिपति को उनके सचिव राकेश कंवर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है। एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने कहा कि इस ज्ञापन पत्र के माध्यम से आजकल विश्वविद्यालय में चल रही अनियमित्ताओं और धांधलियों की जानकारी राज्यपाल महोदय के संज्ञान में लाए गए। एनएसयूआई ने पीजी दाखिला मामले से संबंधित कमेटी के अधिकारियों व सदस्यों पर ईसी बैठक में कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग की है। इसके अलावा विवि में चल रही शिक्षक भर्ती की छंटनी प्रक्रिया में नियमों के खिलाफ की गई धांधलियों की न्यायिक जांच करवाने की भी मांग एनएसयूआई ने की है। इसके अतिरिक्त इस ज्ञापन पत्र में दिसंबर 2019 में विज्ञप्त की गई शिक्षकों के रिक्त पदों की वैधता जो दिसंबर 2020 में पूर्ण हो गई है उसमें रिक्त बचे पदों को फिर से री-एडवरटाइज करने की मांग एनएसयूआई ने की है। प्रदेश संगठन महासचिव मनोज चौहान और महासचिव यासीन बट्ट ने सयुंक्त बयान में कहा कि राज्यपाल से उनके द्वारा नामित ईसी के दो सदस्यों को इन सभी मामलों को लेकर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने के आदेश देने की मांग की गई है। एनएसयूआई ने राज्यपाल व इसी के सदस्यों से प्रदेश विवि की गरिमा और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली इन सभी धांधलियों व भ्रष्टाचार की घटनाओं पर न्यायिक जांच बैठाए और प्रदेशभर के हज़ारो छात्रों व युवाओं के भविष्य व कैरियर के साथ खिलवाड़ करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को उचित सज़ा देने की अपील की है।
शिमला और कुल्लू जिला के देवी-देवता आज मकर संक्रांति के दिन से एक महीने के स्वर्ग प्रवास पर निकल गए। सुबह पक्षियों से चहचहाने से पूर्व लोगों ने पूजा-अर्चना कर अपने अराध्यों को विदाई दी। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सुबह 4 बजे अपने घरों में उठते हैं और अच्छे पकवान तैयार कर पूजा अर्चना के साथ देवी-देवताओं की विदाई करते हैं। देवताओं के स्वर्ग चले जाने पर मंदिर सूने हो गए हैं। देवताओं की विदाई के बाद मंदिर में कोई भी धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किया जाता। अब देवताओं को महीने भर आकाश की ओर धूप और जल अर्पित किया जाएगा। देव संसद में भाग लेने पर कुल्लू जिला के देवी-देवता एक सप्ताह के अंतराल में ही वापस लौट आते हैं। शिमला जिला के आधे देवी-देवता एक पखवाड़े के अंदर वापसी करते हैं, लेकिन अधिकांश देवी-देवता पूरे एक महीने स्वर्ग प्रवास पर रहकर फाल्गुन संक्रांति को ही अपने-अपने देवालयों में लौटेंगे। इस एक माह की अवधि में मंदिर में कोई भी धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा। इसके साथ-साथ घरों में भी विवाह समारोह एवं धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किए जाएंगे। देवी-देवताओं के जाने के बाद उनकी मूर्तियां शक्ति विहीन हो जाती हैं और गुरों को खेल भी नहीं आती।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सेवा पोर्टल का विस्तार कर उपभोक्ताओं को इसमें और सुविधाएं दी है। अब सेवा पोर्टल पर विभिन्न विभागों के 47 ऑनलाइन कार्य हो जाएंगे। व्यापारिक कार्यक्रमों एवं व्यापारिक सुधारों और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार के सूचना विभाग ने ये नई सेवाएं ऑनलाइन सेवा पोर्टल पर आरंभ करवा दी हैं। नई सेवाओं में सिनेमा के लिए लाइसेंस या फिल्म बनाने के लिए लाइसेंस, पेट्रोलियम पदार्थों को संग्रहित करने, बेचने, इनका ट्रांसपोर्ट करने का एनओसी, विस्फोटक पदार्थ उत्पादित करने, बेचने व रखने का एनओसी, पटाखे बेचने का एनओसी, गैर वन भूमि के सर्टिफिकेट बनाने, राजस्व कोर्ट में विभिन्न विवादों को फाइल करना, नए पानी कनेक्शन लेने, सीवरेज कनेक्शन, व्यापार लाइसेंस बनाने, मापतौल यंत्रों के लिए आवेदन व पर्यटन संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सरकार के सेवा पोर्टल पर लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पहले सेवा पोर्टल पर राजस्व विभाग से संबंधित 18 तरह की सेवाएं, जबकि अन्य विभागों सहित 36 तरह की सेवाएं मिलती थीं। सरकार ने 11 और नई सेवाओं को ई-डिस्ट्रिक्ट पर उपलब्ध करवाकर लोगों को राहत दी है। इन सेवाओं को लोकमित्र केंद्रों व स्वयं ही ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदोपती ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू के खिलाफ़ ब्यान जारी किया है। यदोपती ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार व पुलिस महानिदेशक के लिए बड़े ही शर्म की बात है कि वीरेंद्र कुमार (पुलिस जवान) 7 दिन तक आईजीएमसी मे जिंदगी और मौत से जुझता रहा लेकिन उसे किसी बड़े अस्पताल में हिमाचल से बाहर रैफर नहीं किया गया। शिमला पुलिस प्रशासन जो कर सकता था उसने किया लेकिन राजधानी शिमला मे होने के बावजुद मुख्यमंत्री जयराम, प्रदेश पुलिस महिनिदेशक संजय कुंडू, मंत्री और कोई बड़ा अफसर विरेंद्र को देखने यहाँ तक उसका कुलक्षेम पुछने तक नहीं गया। मुख्यमंत्री और मंत्री हिमाचल से बाहर अपना ईलाज करवाने बड़े नामीं हस्पतालों में जा सकते हैं लेकिन एक पुलिस जवान जो कांगडा के कोठी कोहड गांव का गरीब पुलिस में भर्ती हुआ था उसकी जिंदगी बचाने के लिए, उसका इलाज हिमाचल से बाहर सरकार नहीं करवा सकी। मुख्यमंत्री गरीब परिवार से थे आए दिन हर जगह ढ़िढोरा पीटते हैं। ऐसी सरकार और पुलिस प्रशासन को शायद ही मलाल हो कि उन्होंने एक जवान और परिवार ने एक जवान बेटा खोया है। यदोपती ठाकुर ने कहा कि पुलिस जवान वीरेंद्र कुमार ने अपना कर्तव्य निभाते हुए on duty अपनी जान दी है। इसलिए वीरेंद्र कुमार को शहीद का दर्जा दिया जाए। इसके साथ-साथ परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी, उचित मुआवज़ा व पीड़ित परिवार को पेंशन देने की मांग की है।
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में 15 जनवरी को हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में विधानसभा के बजट सत्र से सम्बंधित निर्णय लिया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्यत्व दिवस के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले स्वर्ण जयंती समारोह को लेकर भी चर्चा हो सकती है। मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश में 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर भी चर्चा होगी। इसके अलावा सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए लगी 50 लोगों की शर्त को लेकर भी समीक्षा की जा सकती है। प्रदेश में स्कूलों सहित अन्य शिक्षण संस्थान खोलने और बोर्ड की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। यह बैठक साढे दस प्रदेश सचिवालय में शुरू होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नए कृषि कानूनों को लेकर बनाई चार सदस्यीय कमेटी के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इन चारों सदस्यों का पहले से ही इस कृषि कानून का खुला समर्थन रहा है, ऐसे में इस कमेटी की रिपोर्ट की निष्पक्षता सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा है कि किसान भी इस कमेटी को पूरी तरह नकार चूके है। उन्होंने कहा है कि उन्हें भी ऐसा लगता है कि इस कमेटी का गठन किसानों के इस आंदोलन को दबाने मात्र का एक प्रयास है। उन्होंने कहा है कि जबकि इस कमेटी की कोई कानूनी वैद्यता ही नही है तो इसके किसी भी निष्कर्ष के क्या मायने होंगे। राठौर ने उच्चतम न्यायालय से अपने इस कमेटी गठन के फैंसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा है कि अगर न्यायालय को लगता है कि किसी भी कमेटी से इस कानून का कोई हल निकल सकता है तो उन्हें ऐसी कोई कमेटी बनानी चाहिए जिस पर इन किसानों को पूरा भरोसा हो। कमेटी में कृषि व बागवानी से सम्बंधित विशेषज्ञ, किसान संगठनों के प्रतिनिधि तथा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल किए जाने चाहिए। राठौर ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित इस कमेटी में शामिल किए गए सदस्य किसान हित की पेरबी नही कर सकते क्योंकि यह सभी पहले से ही सार्वजनिक तौर पर इस कानून के पक्ष में अपने विचार प्रकट कर चुकें है। इसलिए इस कमेटी से किसी भी न्याय या निष्पक्षता की उम्मीद नही की जा सकती।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने लोहड़ी और मकर संक्रान्ति के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभाकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने अपने संदेश में आशा व्यक्त की कि यह शुभ अवसर राज्य के लोगों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उत्सव हमें अपने प्रियजनों एवं मित्रों के साथ खुशियां बांटने का अवसर प्रदान करता है और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कामना की कि उत्साह और उल्लास से परिपूर्ण यह पावन पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और उन्नति लेकर आए।
हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में अगले सप्ताह से ऑनलाइन यूनिट टेस्ट शुरू होने की संभावना है। 6 जनवरी को विद्यार्थियों के साथ हुई मुख्यमंत्री की बैठक के बाद शिक्षा विभाग यूनिट टेस्ट के लिए योजना बनाने में जुट गया है। सप्ताह भर ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई पढ़ाई के आधार पर टेस्ट लेने को लेकर योजना तैयार की जा रही है। व्हाट्सएप से पढ़ाई के लिए शिक्षण सामग्री तैयार करने वाले शिक्षकों के समूह से इस बाबत विस्तृत योजना उच्च शिक्षा निदेशालय ने मांगी है। मुख्यमंत्री के साथ हुई संवाद के दौरान अधिकांश विद्यार्थियों ने सप्ताह भर हुई पढ़ाई का टेस्ट लेने की मांग की थी। विद्यार्थियों ने कहा था कि साप्ताहिक क्विज लेकर हालांकि यह प्रक्रिया चल रही है लेकिन अगर यूनिट टेस्ट होना शुरू हो जाएं तो विद्यार्थियों को इससे लाभ होगा। बीते दिनों शिक्षा सचिव की ओर से उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक और समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक को इस संदर्भ में लिखित में भी अवगत करवा दिया है। सरकार के निर्देशानुसार शिक्षा निदेशालय ने यूनिट टेस्ट लेने के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है। संभावित है कि इस सप्ताह के अंत तक टेस्ट लेने को लेकर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने नए कृषि कानून पर उच्चतम न्यायालय की रोक को किसानों की जीत करार दी है। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के स्थगनादेश से साफ है कि यह कानून किसान हित मे नहीं है। राठौर ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अबतक केंद्र वार्ता के नाम पर समय ही काटता रहा। केवल आश्वासन दिए जाते रहें और आंदोलनरत किसानों को इस कानून के नाम पर बांटने का प्रयास किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद प्रस्तावित कमेटी में किसान संगठनों को प्रमुखता दी जानी चाहिए। उन्होंने इन नए कानूनों को रद्द करने की मांग को पूरी तरह न्यासंगत बताया है। राठौर ने कहा है कि किसानों की सभी मांगे पूरी तरह न्यासंगत है और उन्हें उम्मीद है कि अब देश की सर्वोच्च अदालत इन किसानों के हितों को देखते हुए मोदी सरकार के इन नए कानूनों को तुरंत प्रभाव से निरस्त करेगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज बताया कि शिमला जिला में समस्त 13 विकास खंडो में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव के लिए 2302 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 153 अति संवेदनशील तथा 476 संवेदनशील घोषित किए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि 1673 मतदान केन्द्र सामान्य घोषित किए गए हैं। उन्होनें शिमला जिला के लोगों से आहवान किया कि वे पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाए।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित ठाकुर ने कहा कि आज प्रदेश में कुछ जगह युवा कांग्रेस के एक गुट द्वारा थाली बजाने का ड्रामा किया गया। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस को सही मायने में थाली अपने कांग्रेस के नेताओं के लिए बजानी चाहिए क्योंकि आज किसानों की जो हालत है उसके लिए स्वयं कांग्रेसी जिम्मेदार है। 2006 में जब नंदीग्राम एवं सिंगूर में नैनो प्लांट लगाए जाने के वक्त किसानों पर जब अत्याचार हो रहा था तब कांग्रेस कहां थी। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस दयनीय स्थिति में है और चंद मुट्ठी भर युवाओं द्वारा प्रदर्शन किया गया। ऐसा केवल कांग्रेस में ही संभव है कि एक मोर्चे के एक से अधिक अध्यक्ष बनते हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में नरेंद्र मोदी सरकार ऐसी पहली सरकार है जो किसान हित में कार्य कर रही है किसान हित में अनेकों योजनाएं बनाई जा रही है और किसानों को चौतरफा लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा जो किसान धरने पर बैठे हैं वह तो किसान अभी नहीं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पूरी गंभीरता से किसानों के कल्याण एवं उनकी भलाई के लिए कटिबद्ध है। विगत छः वर्षों में किसानों की भलाई के जितने काम मोदी सरकार ने किए हैं, उतने किसी और ने नहीं किए, साथ ही हमारी सरकार देश के हर नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा सरकार पहले दिन से यह कह रही थी कि एक कमिटी बनाई जाए जिसमें आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हों, वह कमिटी बिंदुवार कृषि कानूनों का अध्ययन करे और जहां भी उचित संशोधन की जरूरत हो, उसे प्रस्तावित करें जिस पर सरकार अमल करने को तैयार है। आज माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी हमारे इस स्टैंड को अनुमोदित किया है। उन्होंने कहा सरकार ने भी किसान संगठनों से बैठक में कई बार यह आग्रह किया था कि कोविड के कारण महिलाओं और बच्चों को इस आंदोलन से घर भेज दिया जाए, सुप्रीम कोर्ट ने भी आज किसान संगठनों से ऐसी ही अपील की है। उन्होंने कहा सरकार ने किसान संगठनों से अपील करते हुए कहा था कि आप हाइवे को छोड़ कर अन्य वैकल्पिक जगहों पर अपना आंदोलन जारी रखें, किसान संगठनों को प्रदर्शन के लिए सरकार ने वैकल्पिक जगह भी मुहैया कराई थी, गृह मंत्री ने स्वयं किसान संगठनों से बात की थी। आज सुप्रीम कोर्ट ने भी आंदोलनरत किसान संगठनों से यही अपील की है।
प्रदेश में नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई एवं मतदाताओं का आभार प्रकट किया है। उन्होंने मतदाताओं व कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि जीत का सिलसिला पंचायती राज संस्थाओं जिला परिषद, बीडीसी व ग्राम पंचायतों में भी जारी रहना चाहिए। वीरभद्र सिंह ने नगर निकाय चुनावों के परिणामों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लोग अब भाजपा की नीतियों व निर्णयों से परेशान हो गए हैं। उन्होंने कहा कि देश प्रदेश बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है। लोगों की समस्याओं को दूर करने में सरकार पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र के मतदाताओं ने कांग्रेस को जनादेश देकर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अपना फैंसला दिया है। उन्होंने कहा है कि अब आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में भाजपा को इसी तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा। वीरभद्र सिंह ने शिमला ग्रामीण सुन्नी, रोहड़ू, रामपुर सहित अपने चुनाव क्षेत्र अर्की सहित विभिन्न नगर परिषद व नगर पंचायतों में कांग्रेस की शानदार विजय पर खुशी व्यक्त करते हुए कांग्रेस को दिए जनमत के लिए लोगों का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस अपनी जीत का परचम लहराएगी और प्रदेश में कांग्रेस की एक मजबूत सरकार बनेगी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कहा कि जिला मंडी के बल्ह में एनडीआरएफ बटालियन के मुख्यालय की स्थापना के लिए भूमि चिन्हित करने और हस्तांतरित करने सम्बन्धी सभी आवश्यक औपचारिकताओं में तेजी लाई जाएगी, ताकि बटालियन सुचारू रूप से कार्य कर सके। जय राम ठाकुर ने एनडीआरएफ के कमांडेंट बलजिन्दर सिंह और प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग को इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाने और वन विभाग को एफसीए स्वीकृति शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों और आपदाओं के प्रति संवदेनशीलता को ध्यान में रखते हुए राज्य के लिए नई एनडीआरएफ 14वीं बटालियन को मंजूरी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदाओं के समय त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में लगभग छः स्थानों पर एनडीआरएफ क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केन्द्र्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के रासायनिक खतरे से निपटने के लिए बद्दी में एक कम्पनी स्थापित की जाएगी, क्योंकि इस क्षेत्र में अधिकांश औद्योगिक कारखाने हैं। कमांडेंट बलजिन्दर सिंह ने मुख्यमंत्री को फोर्स की विभिन्न गतिविधियों से अवगत करवाया। मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आर.डी. धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, विशेष सचिव राजस्व सुदेश मोक्टा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
शिमला। छराबड़ा में बीते 6 जनवरी के रात बर्फ में फंसे पर्यटको को बचाने गई क्यूआरटी टीम की गाड़ी गिरने मामले में एक गंभीर रूप से घायल पुलिस जवान कि मौत हो गई है। गाड़ी के स्किट हो कर सड़क से नीचे गिरने में पुलिस के 6 जवान घायल हो गए थे जिसमे विरेन्द्र को गम्भीर चोट आई थी। वीरेंद्र को आईजीएसमी में दाखिल करवाया गया था लेकिन वीरेंद्र सोमवार सुबह जिंदगी की जंग हार गया और उसकी मौत हो गई । गोरतलब है कि 6 जनवरी रात को कुफरी छराबड़ा में पर्यटको को सुरक्षा प्रदान करने गई पुलिस की गाड़ी के स्किट हो कर सड़क से नीचे गिर गई थी जिसमे 6 पुलिस जवान घायल हो गए थे। इस दुर्घटना में वीरेन्द्र को गंभीर चोट आई थी।
कोरोना का कहर अभी ख़तम नहीं हुआ था की देश भर में अब बर्ड फ्लू लगातार पैर पसार रहा है। यह अब देश के 9 राज्यों में फैल चुका है। केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में कहर मचाने के बाद अब दिल्ली और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। दिल्ली में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। पशुपालन विभाग के मुताबिक जालंधर भेजे गए 8 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। पुष्टि होने से पहले ही दिल्ली में बर्ड फ्लू के डर ने हड़कंप मचा दिया था। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने गाजीपुर मुर्गा मंडी को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया था। महाराष्ट्र में भी इस वायरस की पुष्टि हो गई है। इसे देखते हुए अब सभी राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है। देश में बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। विदेश मामलों की संसदीय समिति आज इस पर बैठक करेगी। यह समिति देश में पशु टीका की उपलब्धता और पशु चिकित्सा सेवाओं की स्थिति पर चर्चा करेगी। हिमाचल प्रदेश में 200 से ज्यादा प्रवासी पक्षी मिले मृत हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रविवार को पोंग बांध वन्यजीव अभयारण्य में 215 प्रवासी पक्षी मृत पाए गए। प्रदेश में बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों की संख्या अब बढ़कर 4,235 हो गई है। इसके अलावा नाहन, बिलासपुर और मंडी से भी जंगली पक्षियों की असामान्य मौत की खबरें आई हैं और नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं।
प्रदेश विश्वविद्यालय में लगातार घट रही शर्मनाक घटनाओं और शिक्षक भर्तियों में प्रशासन पर लगातार लगाए जा रहे धांधलियों के आरोपों के बीच अब युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष निगम भंडारी ने इसे बहुत बड़ा भ्रष्टाचार बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। निगम भंडारी ने विश्वविद्यालय द्वारा बीएड की अधिसूचना एबीवीपी के लेटर पैड पर जारी करने पर भी गहरा रोष व्यक्त करते हुए इसे प्रशासन द्वारा आरएसएस और भगवाकरण की विचारधारा की एडवरटाइजमेंट करने का आरोप लगाया है। निगम भंडारी ने विवि द्वारा शिक्षक भर्ती मामले में भी प्रशासन पर धांधली करने का आरोप लगाते हुए कहा कि योग्यता को दरकिनार रखते हुए आरएसएस व बीजेपी से संबंधित लोगों को नियुक्तियां दी जा रही है। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि इन भर्तियों में आरक्षण रोस्टर के साथ भी छेड़छाड़ की गई है जिससे एससी, एसटी व अन्य आरक्षित वर्गों के कई योग्य उम्मीदवारों को नियुक्तियों से वंचित रखा गया है। उच्च न्यायालय द्वारा विवि के बिना प्रवेश परीक्षा पीजी कोर्सों में छात्रों को दाखिला देने को गैरकानूनी बताए जाने के फैसले का युवा कांग्रेस ने स्वागत किया है और इससे संबंधित विवि प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल पदों से हटाए जाने की मांग की है। निगम भंडारी ने प्रदेश की भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि युवा कोंग्रेस देश प्रदेश के योग्य उम्मीदवारों और बेरोज़गार युवाओं के साथ इस प्रकार का भ्रष्टाचार कभी नहीं होने देगी और उच्च शिक्षण संस्थानों सहित अन्य सरकारी संस्थानों के भगवाकरण के खिलाफ प्रदेशभर में मोर्चा खोलेगी।
प्रदेश में 27 जनवरी से 10वीं व् 12वीं कक्षाओं के स्कूल खुल सकते हैं। प्रदेश में स्कूल खोलने की शुरुआत ग्रीषमकालीन पाठशालाओं से की जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने प्रस्ताव बनाकर राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए भेजने की तैयारी कर ली है। शीतकालीन जिलों के स्कूलों को फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम की स्थिति को देखकर खोलने का फैसला लिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने पड़ोसी राज्यों की एसओपी को स्टडी करने के बाद 27 जनवरी से नियमित पढ़ाई करवाने का फैसला लिया है। अधिकारियों का कहना है कि 21 जनवरी तक पंचायत चुनाव में शिक्षक व्यस्त रहेंगे। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। 27 जनवरी से ग्रीष्मकालीन जिलों में बोर्ड कक्षाओं की पढ़ाई शुरू करवाई जा सकती है।
GNA University, Phagwara organised two days Virtual International Conference on “Contemporary Issues in Engineering and Technology” (CIET-2021) on January 08-09, 2021. The researchers, presenters, delegates from all over the globe participated and shared their research work in CIET-2021. In this two-day International Conference, the world renowned speakers from Romania, Singapore, Japan, Spain presented their Keynote and Plenary addresses. On the first day, January 8, 2021, Dr Manoj Gupta, Professor, National University of Singapore and Dr. Ioan-Cosmin MIHAI, Cyber Training Officer, European Union Agency for Law Enforcement Training, Romania addressed the delegates from across the globe. Dr. Gupta, in his address mentioned how Magnesium is an abundant element in our planet and in our body and its non-toxicity and lightness (33% lighter then aluminum) makes it eligible for perhaps a trillion-dollar market in engineering and biomedical applications. Dr. Gupta also said, “I am thankful to GNA University for holding up the CIET 2021 in such a wonderful and organised way.” Dr. Cosmin discussed the main types of malware (ransomware, banking trojans, crypto jacking, botnet malware) and the main cyber attacks vectors. He added, So far, 2020 has been a challenging year for everyone. COVID-19 and the push for a more remote workforce have left many organizations vulnerable to the risk of a cyber-attack. Dr. Cosmin in his address felt indebted to GNA University for making striving endeavours in holding up the Conference in the virtual mode. On day 1, presenters discussed various emerging trends like Cyber Security, Cloud Computing, Data Analytics, IoT etc. during technical Sessions. The Technical sessions were wonderfully chaired by all the stalwarts from the Engineering background. Dr. Monika Hanspal, Dean Academics delivered the Inaugural address and fully apprised the august gathering about CIET2021. Dr. Disha Khanna, Deputy Dean Faculty of Liberal Arts in the capacity of the Master of the Ceremony wonderfully upheld the 2 days International Conference, CIET2021. On January 9, 2021, the second day, Dr. Hiroyuki KAMEDA from Tokyo University of Technology, Japan, Dr. Carlos J. Ochoa Fernández from Spain and Mr. Nitin Malvadkar Director, Siemens Digital Industries Software, Singapore delivered their talks. Dr. Kameda discussed the role of Natural Language Processing and deep learning in engineering applications. Dr. Fernández in his address said, “Opportunities are available for enterprises when the 4th Industrial Revolution begins to take shape basically are increasing productivity and efficiency, improved customer quality service, faster access to data and value information in real-time and massive improvements in an enterprise.” Mr. Nitin Malvadkar discussed various products available in the market which can enhance learning and industrial experiences and how Siemens is extending assistance to both the faculty and the zealous students. More than 50 researchers presented their work in five different technical sessions during two days and shared their findings. The sessions witnessed research acumen from the interdisciplinary fields as well. S. Gurdeep Singh Sihra, the Pro-Chancellor and the Chief Guest, GNA University said, “This International Conference was a long-awaited event. He added, “This will be our annual event from now onwards.” Dr. VK Rattan, the Vice-Chancellor, GNA University congratulated the organizing Team for organizing such a mega event during the unprecedented times. Dr. Vikrant Sharma, Dean Faculty of Engineering cum one of the Conveners of the Conference offered his Vote of Thanks and passed his in depth gratitude to everyone associated with the Conference in the most desired way. The 2 days Conference was well planned and organised by the co-conveners, Dr. Anurag Sharma and Mr. CR Tripathi. The whole Team of Engineering along with the other Deans and the Heads attended the Conference and every participant and delegate passed their gratitude in hope of CIET2022 the next year.
हिमचाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर ने चिकन के व्यवसाय को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है और अब बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू के खौफ से हिमाचल प्रदेश में चिकन और अंडों की डिमांड तेजी से घट रही है। प्रदेश में चिकन की मांग में करीब 50 से 70 फीसदी कमी आई है। इस कारण चिकन के दामों में भरी गिरावट देखने को मिल रही है। उधर, दामों में भारी गिरावट के बावजूद लोग चिकन और अंडों का सेवन करने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। पोल्ट्री का कारोबार करने वाले व्यापारियों के व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है। प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा जिलों में चिकन-अंडों की मांग में भरी गिरावट देखी गई। शिमला शहर में चिकन-अंडों की मांग 15 से 20 फीसदी तक घट गई है। मंडी जिले में बर्ड फ्लू की आशंका से अंडे, चिकन और मछली के कारोबार में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मांग कम हो गई है और दाम भी करीब 30 से 40 फीसदी तक गिर गए हैं। जबकि, कांगड़ा जिला में चिकन के दाम में 70 से 80 रुपये तक कम हुए हैं। मौजूदा समय में मुर्गे का मीट अब 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है। बावजूद इसके लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में थोक में मुर्गा 60 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया है। सोलन जिला में लोगों ने अंडे और चिकन की खरीद कम कर दी है। कारोबार 70 फीसदी कम हो गया है। चंबा व हमीरपुर में भी दो दिनों के भीतर ही चिकन और अंडे की मांग काफी कम हो गई है। वहीँ, इन सभी जिलों में पनीर, खोया और मटर की डिमांड बढ़ गई है।