किन्नौर: राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के पूह विकास खण्ड की ग्राम पंचायत पूह के लिए होजो नाला से गार्डन कॉलोनी पूह तक 02 करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से निर्माणाधीन उठाऊ पेयजल योजना के चरण-2 का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को बचे हुए कार्य को निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए। राजस्व मंत्री ने इसके उपरान्त रोपा वैली की ग्राम पंचायत सुन्नम का दौरा किया तथा सुन्नम पंचायत के लिए 06 करोड़ 73 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास किया। इसके अलावा उन्होंने सुन्नम गांव से बारो कण्डा तक 02 करोड़ 37 लाख रुपये की राशि से बनने वाले लिंक रोड़ का भी शिलान्यास किया। कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर जनसभा को मंदिर परिसर में संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल की जनता ने विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी को जीताकर प्रदेश में धनबल की राजनीति को शिकस्त दी है तथा भारतीय लोकतंत्र एवं संविधान को मजबूत किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू लघु एवं सीमान्त बागवानों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और 20 किलो के यूनिवर्सल कॉर्टन की पहल बागवान हितैषी निर्णय है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि वन अधिकार अधिनियम-2006 को तत्काल प्रभाव से राज्य के जनजातीय जिलों में लागू किया जाएगा और समयबद्ध अवधि में लोगों को भूमि का अधिकार प्रदान किया जाएगा जिससे निर्धन एवं उपेक्षित वर्गों को सम्मानजनक जीवनयापन में मदद मिलेगी। इसके उपरान्त बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने युवा कल्ब सुन्नम द्वारा आयोजित की गई क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की तथा खिलाड़ियों का खेल से जुड़े रहने के लिए हौंसला बढ़ाया। जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि आज की युवा पीढ़ी को एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए उनके जीवन में खेल का होना अत्यंत आवश्यक है ताकि वह गलत संगत में न पढ़कर जीवन में आगे बढ़े और अपने मां-बाप सहित देश का नाम रोशन करें। उन्होंने बताया कि जनजातीय जिला किन्नौर में युवा पीढ़ी में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए खेल स्पर्धाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है और इसी कढ़ी में खेल मैदान स्थापित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर क्रिकेट प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली मूरंग इंडियन टीम को 01 लाख 01 हजार 10 रुपये की नकद राशि प्रदान की गई और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली दुर्गा स्पोर्टस कल्ब कोठी को 50 हजार 50 रुपये की नकद राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त बागवानी मंत्री ने यूथ कल्ब सुन्नम को इस प्रकार की खेल स्पर्धाओं को भविष्य में बनाए रखने के लिए 01 लाख रुपये की धनराशि प्रदान की। इस दौरान उपपुलिस अधीक्षक किन्नौर नवीन जालटा, तहसीलदार मूरंग विक्रमजीत सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी पीयूष शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी बलबीर ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के कार्यकताओं सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उप-चुनाव के दृष्टिगत आज ईलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ई.वी.एम.) तथा वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वी.वी.पैट) की प्रथम स्तरीय जांच अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव की अध्यक्षता में की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय भारतीय कांग्रेस की संधीरा दुल्टा तथा शिवदत्त ठाकुर, भारतीय जनता पार्टी से चन्द्रकांत शर्मा सहित तहसीलदार निर्वाचन ऊषा चौहान, नायब तहसीलदार दीवान सिंह ठाकुर उपस्थित थे।
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर वायु भर्ती का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है। भारतीय वायुसेना ने अग्निवीर वायु भर्ती के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इस भर्ती के तहत अविवाहित भारतीय पुरुष और महिला उम्मीदवारों से आवेदन मांगे जाते हैं। उम्मीदवार भारतीय वायुसेना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आधिकारिक अधिसूचना देख सकते हैं। पात्र उम्मीदवार 8 जुलाई से IAF अग्निवीरवायु भर्ती के लिए पंजीकरण कर सकेंगे। आधिकारिक नोटिस के अनुसार, आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि 28 जुलाई है। परीक्षा 18 अक्तूबर को आयोजित होने वाली है। पंजीकरण करने के लिए उम्मीदवारों को 550 रुपये का आवेदन शुल्क देना होगा।
मंडी क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार प्राप्त करने का सुनहरा मौका है। मंडी में रोजगार अधिकारी, उप रोजगार कार्यालय थूनाग ने बताया कि एसबीआई लाइफ इन्स्योरेन्स कंपनी लिमिटेड करसोग जिला मण्डी द्वारा फाइनेंशियल एडवाईजर सेल्स और मार्केटिंग के 20 पदों को भरने हेतु 21 जून को प्रातः 10-30 बजे से 2ः00 बजे तक उप रोजगार कार्यालय थुनाग में साक्षात्कार लिए जाएंगे, जिसमें सामान्य आवेदकों के साथ-साथ भूतपूर्व सैनिक भी पात्र है। साक्षात्कार में भूतपूर्व सैनिकों को अधिक प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए निर्धारित योग्यता दसवीं पास व इससे अधिक है। आयु 25 से लेकर 45 वर्ष तक होनी चाहिए। भूतपूर्व सैनिकों के लिए आयु सीमा में छूट रहेगी। आवेदक का नाम किसी भी रोजगार कार्यालय में दर्ज होना चाहिए। चयनित आवेदकों को वार्षिक पैकेज 2.20 लाख से 2.50 लाख तक रहेगा। उन्होंने बताया कि इच्छुक आवेदक 21 जून को सुबह 10ः30 बजे अपने सभी मूल शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्रों सहित उप-रोजगार कार्यालय थुनाग में साक्षात्कार हेतु नियोक्ता के समक्ष उपस्थित हो सकतें है। साक्षात्कार में भाग लेने वाले आवेदकों को यात्रा भत्ता देय नहीं देना होगा।
हिमाचल प्रदेश उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने दो विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। हिमाचल की हमीरपुर सीट के लिए कांग्रेस ने पुष्पेंद्र वर्मा को टिकट दिया है तो वहीं नालागढ़ के लिए हरदीप सिंह बावा को कैंडिडेट बनाया है। फिलहाल, देहरा विधानसभा के लिए कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। हमीरपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा विधानसभा 2022 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। त्रिकोणीय मुकाबले में वह दूसरे नंबर पर रहे थे, जबकि भाजपा के प्रत्याशी तीसरे नंबर पर। उस वक़्त इंडिपेंडेंट कैंडिडेट आशीष शर्मा ने जीत हासिल की थी। अब इस बार दूसरी बार पुष्पेंदर वर्मा और आशीष शर्मा आमने सामने है। उधर, नालागढ़ सीट से हरदीप सिंह बावा भी पहले कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। 2022 के आम चुनावों में कांग्रेस की ओर से हरदीप सिंह बावा कांग्रेस, लखविंद्र राणा बीजेपी और केएल ठाकुर ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर लड़ा था।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार सोलन जिले के कण्डाघाट में दिव्यांगजनों के लिए उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) स्थापित करने जा रही है। विशिष्ट सुविधाओं से सुसज्जित इस केंद्र में 27 वर्ष की आयु तक के विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए आवासीय सुविधाएं, खेल मैदान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सहित व्यापक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए परियोजना को समयबद्ध पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस परियोजना को दो वर्ष के भीतर पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और इसके लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान किया जाएगा। सोलन के कण्डाघाट क्षेत्र के टिक्करी गांव में 45 बीघा सरकारी भूमि को चिन्ह्ति कर, इस परियोजना को स्थापित करने के लिए भूमि का स्वामित्व सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग को दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग को कंटूर मैपिंग करने तथा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि डीपीआर तैयार होने के पश्चात निविदा प्रक्रिया आरम्भ की जा सके। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस केंद्र के माध्यम से 300 दिव्यांग विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। विभाग ने इस परियोजना को तैयार करने के लिए प्रारंभिक कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए विभाग ने विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानों का अध्ययन किया है तथा दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रमों की पहचान की है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र की रूपरेखा तैयार करने के लिए दृष्टि एवं श्रवण बाधित विशेषज्ञों तथा समग्र क्षेत्रीय केंद्र सुंदरनगर के प्रतिनिधियों की एक समिति गठित की गई है। परियोजना को और बेहतर बनाने के लिए चेन्नई में ‘दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण संस्थान’ का दौरा करने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य संस्थान के उत्कृष्ट मॉडल का अध्ययन करना है ताकि कण्डाघाट केंद्र में सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं को शामिल किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में प्रदेश सरकार ने समाज के वंचित वर्गों के कल्याण एवं उत्थान के लिए अनेक नवोन्मेषी कदम उठाए हैं।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने 24 जून, 2024 (सोमवार) को माँ शूलिनी मेला के अवसर पर सोलन उपमण्डल की परिधि में स्थानीय अवकाश घोषित किया है। उपायुक्त ने इस सम्बन्ध में कार्यालय आदेश जारी किए हैं।
शिमलाः मैदानी राज्यों में गर्मी की मार इस कदर पड़ रही है कि अब कूलर-एसी भी काम कर नहीं रहा है। इस बीच लोग पहाड़ी राज्यों की तरफ निकल रहे हैं। ऐसे में हिमाचल और उत्तराखंड से सटे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और यूपी के लोग लाखों की संख्या में पहुंच रहे हैं। पहाड़ों पर लोगों की भीड़ का आलम यह है कि ट्रैफिक जाम के साथ-साथ होटलों की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पर्यटकों की भारी आमद के कारण पिछले दो हफ्तों में राज्य की राजधानी और देश के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक शिमला को पांच लाख से अधिक वाहन पार कर चुके हैं। इसमें सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंट से शहर में एंट्री करने और बाहर निकलने वाले सभी प्रकार के वाहन शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार तक 13 दिनों में शहर में 5,12,345 वाहन आए, जो शहर की कुल क्षमता की तुलना में बहुत बड़ी संख्या है। प्रतिदिन औसतन 25,000 से अधिक वाहन शहर में प्रवेश कर रहे हैं और बाहर निकल रहे हैं। शिमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव गांधी ने कहा कि शहर में पिछले दो हफ्तों में रिकॉर्ड संख्या में वाहनों की आमद देखी गई है। भारत के विभिन्न राज्यों में बढ़ती गर्मी हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों के लिए वरदान साबित हो रही है। भारी गर्मी से बचने के लिए सैलानी लगातार पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। ऐसे में हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की बात करें तो यहां पर मनाली, बंजारा, मणिकर्ण सहित अन्य पर्यटन स्थल इन दिनों सैलानियों से गुलजार है।
जिला हमीरपुर में एक कार दुर्घटना का शिकार हो गई। देर रात करीब 1:00 बजे एक कार ज्वालाजी की ओर से आ रही थी और ब्यास पुल के नजदीक सड़क के किनारे बने एक पैरापिट से टकरा गई। जिसके बाद गाड़ी में भीषण आग लग गई। गनीमत यह रही कि कार में सवार तीनों ही लोग आग लगते ही कार के शीशे तोड़कर बाहर निकल गए और देखते ही देखते कार आग की लपटों में समा गई। घटनास्थल के समीप बने एक होटल के कर्मचारी आवाज सुनकर बाहर आ गए, तब तक कार में सवार तीनों ही लोग बाहर निकल चुके थे और कार को आग लग चुकी थी। होटल के कर्मचारियों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन पर सूचित किया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया परंतु तब तक कार जलकर राख हो चुकी थी। क्रेन की मदद से कार को सड़क के एक किनारे पर धकेला गया, ताकि रोड अवरुद्ध न हो। गाड़ी में सवार तीनों ही लोगों को हल्की चोटें आई है, जिनका उपचार नादौन अस्पताल में चल रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी घटनास्थल का जायजा लिया और घायलों के बयान कलमबद्ध किए। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
गर्मी से झुलस रहे हिमाचल के लिए बड़ी खुशखबरी है। अगर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही रहा तो हिमाचल में 18 जून से मौसम बदलना शुरू हो जाएगा। मौसम के करवट बदलते ही 19 से 21 जून के बीच हिमाचल के कई हिस्से राहत की रिमझिम से रू-ब-रू होंगे। मौसम विभाग की मानें तो 19 जून से हिमाचल में प्री मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी और उसके बाद 21 जून तक इसका असर रहेगा। फिर 22 जून को ड्राई मौसम का अनुमान है, जबकि इसके बाद फिर मानसून शुरू हो जाएगा। मौसम में संभावित परिवर्तन की बावजूद 17 और 18 जून को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में हीटवेव का असर देखने को मिलेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास रह सकता है। पिछले 24 घंटे में भी मौसम विभाग के अनुसार राज्य के सिरमौर और मंडी में गंभीर हीट वेव देखने को मिली है, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, कांगड़ा और कुल्लू में भी गर्मी का असर देखा गया है। यदि तापमान की बात करें तो सबसे ज्यादा तापमान कांगड़ा के देहरा गोपीपुर में 40 डिग्री दर्ज किया गया है, जबकि सबसे कम लाहुल -स्पीति के कुकुमसेरी में 7.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई अंतर नहीं आया है। मौसम विभाग के अनुसार एक नया पश्चिम विक्षोभ तैयार हो रहा है, जिसका असर दो दिन के बाद से देखने को मिलेगा।
आज दिनांक 14 जून 2024 को दयानंद आदर्श विद्यालय के प्रांगण में आईएससी 10+2 व आईसीएसई 10th के टॉपर व उनके अभिभावकों को सम्मानित किया गया। प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने बताया कि टॉपर को व अभिभावकों का तिलक लगा कर स्वागत किया गया व उन्हें मंच तक लाया गया और उन्हें सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन व मंत्र उच्चारण द्वारा किया गया। अभिभावकों के सम्मान में बच्चों द्वारा वेलकम सॉन्ग गाया गया। आईएससी के टॉपर्स तनिश ठाकुर, मनिंदर सिंह, हीर राणा, सौरभ ठाकुर, एंजेल भंडारी, भूमि भसीन और आईसीएसई के टॉपर साक्षी कौंडल, शौर्य शर्मा, भावना चंदेल ,रक्षितगुप्त ,हर्षिता ठाकुर, शिवांश राज सिंह ,अन्वी को मेडल पहनाकर व फूलों की वर्षा करके आशीर्वाद दिया गया। अभिभावकों को टोकन ऑफ लव देकर उनका धन्यवाद किया गया। प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने छात्रों व अभिभावकों को बधाई देते हुए छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की, उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भविष्य में भी शत-प्रतिशत परिणाम देने की परंपरा को कायम रखें। उन्होंने ईश्वर से यह भी प्रार्थना की कि हमारे बच्चे शिक्षा के साथ-साथ समाज के अच्छे नागरिक सिद्ध हो व समाज के लिए ईमानदारी से कार्य करें। बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई। अंत में अभिभावकों, छात्रों व अध्यापको द्वारा नृत्य करके इस सेलिब्रेशन में चार चांद लगा दिए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि मेले एवं त्यौहार युवा पीढ़ी को इतिहास एवं संस्कृति की जानकारी देने का साधन हैं। डॉ. शांडिल ने आज सोलन के दयोंघाट में सिद्ध बाबा बालक नाथ मेले में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. शांडिल ने कहा कि राज्य में सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित रहता है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि स्थानीय स्तर पर आयोजित किए जा रहे मेलों की परम्परा को टूटने न दें। उन्होंने कहा कि मेले, कुश्ती एवं कबड्डी जैसे पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देने में भी सहायक रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों की सुविधा के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक स्वास्थ्य अधोसंरचना को मज़बूत बनाया जा रहा है। डॉ. शांडिल ने इससे पूर्व बाबा बालक नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के सुखी जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि देहूंघाट में पानी की समस्या के निदान के लिए समिति गठित कर पेयजल आपूर्ति को सुचारू किया जाएगा ताकि स्थानीय लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। स्वास्थ्य मंत्री ने हीरो होडा शोरूम कमला निवास व अन्य घरों तक सम्पर्क मार्ग के लिए 02 लाख रुपए, कमला निवास से बाबा बालक नाथ मंदिर तक टाईलों व डंगे कार्य के 02 लाख रुपए तथा बाबा बालक नाथ मंदिर प्रवेश द्वार तक सम्पर्क मार्ग के प्रारम्भिक निर्माण कार्य के लिए 05 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर सिद्ध श्री बाबा बालक नाथ मंदिर समिति देहूघाट के प्रधान रणजीत वर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, मनीष सोपाल, पूजा, ईशा सूद, संगीता ठाकुर, मनोनीत पार्षद विजय ठाकुर, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, खण्ड कांग्रेस समिति के सचिव लोकेन्द्र शर्मा, कुनाल सूद, रोगी कल्याण समिति के सदस्य विनीश धीर, कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदाधिकारी एवं ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित थे।
नगर निगम सोलन क्षेत्र में संपत्ति कर के लिए आधारभूत सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है। यह जानकारी आज यहां नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता काप्टा ने दी। एकता काप्टा ने कहा कि सर्वेक्षण के तहत सोलन शहर में कुल 14105 संपत्तियों का सर्वेक्षण किया गया है व 442 संपत्तियां व भवन निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के पश्चात संपत्ति कर के बिल यूनिट एरिया मेथड से जारी किए जा रहे हैं जोे 04 अगस्त, 2022 से 31 मार्च, 2024 तक की अवधि के होंगे। उन्होंने कहा कि बिलों को जारी करने की तिथि से 15 दिनों के भीतर जमा करने वालों को कुल राशि में 10 प्रतिशत की छूट का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि सभी करदाता इन बिलों का भुगतान दो किश्तों में भी कर सकते है, परन्तु 10 प्रतिशत छूट का लाभ दो किश्तों में बिल जमा करने पर नहीं मिलेगा तथा दो किश्तों का भुगतान अधिकतम बिल जारी करने के तीन माह के भीतर करना होगा अन्यथा विलम्ब शुल्क का भुगतान करना होगा।एकता काप्टा ने कहा कि सभी संपत्ति बिल ऑनलाईन मोड में जारी किए जाएंगे व करदाता एवं संपत्ति मालिक को इस बारे में एस.एम.एस प्राप्त होगा जिससे वे ऑनलाईन भुगतान कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गत सायं ऐतिहासिक रिज मैदान के पदम कम्पलैक्स में ‘इंदिराज हिमाचल-टूवर्ड्ज़ न्यू फ्रंटियर्ज’ प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का राष्ट्र निर्माण में असाधारण योगदान रहा है। उनकी कूटनीति से देश को विश्व भर में एक विशेष पहचान मिली। यह प्रदर्शनी आमजन से उनके लगाव, उनके जीवन संघर्ष, हिमाचल एवं प्रदेश के लोगों के प्रति लगाव एवं उनकी विरासत को नए परिप्रेक्ष्य में दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भारत की पहली प्रधानमंत्री थीं, जिन्होंने देश की सेवा करते हुए अपना जीवन बलिदान किया। प्रदर्शनी में दर्शाए गए अधिकतर छायाचित्र इंदिरा गांधी मैमोरियल ट्रस्ट नई दिल्ली की आरकाईव का हिस्सा हैं। यह प्रदर्शनी छायाचित्र के माध्यम से उनकी सामाजिक और राजनीतिक जीवन यात्रा को दर्शाती है जब वह पहली बार प्रधानमंत्री बनीं। इसके अलावा यह प्रदर्शनी उनके 1966-71, 1971-77 और 1980-84 के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल तथा 1977-80 के उनके विपक्ष के नेता के कार्यकाल पर प्रकाश डालती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी का हिमाचल प्रदेश के प्रति गहरा लगाव था और यहां के विकास लिए उनके दूरदर्शी प्रयासों को हिमाचलवासी सदैव याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश को आधिकारिक रूप से पूर्ण राज्यत्व का दर्जा मिला और यह देश का 18वां राज्य बना। उस पल कोे हिमाचल प्रदेश की विकास गाथा का एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी पूर्ण राज्यत्व प्राप्ति दिवस पर भारी बर्फबारी के बावजूद शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर आयोजित समारोह में शामिल हुईं, जो उनके प्रदेश के प्रति गहरे लगाव को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी की विकास संबंधी पहलों से प्रदेश की विद्युत उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उनके प्रयासों से कृषि एवं बागवानी उत्पादकता के बढ़ने से यहां के मेहनतकश लोगों को खाद्य सुरक्षा एवं आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित हुई है और किसानों एवं बागवानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने प्रदेश के बुनियादी संपर्क के ढांचे के सुदृढ़ीकरण के अलावा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को भी प्राथमिकता दी, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में प्रतिष्ठित अकादमिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य एवं अन्य संस्थान स्थापित हुए। यह संस्थान आज प्रदेश के विकास में उत्कृष्ट योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के साथ इंदिरा गांधी का आत्मिक जुड़ाव भी रहा है। राजनीतिक जीवन त्यागने के उपरांत इंदिरा गांधी की मशोबरा की पहाड़ियों में बसने की चाह तथा राजीव गांधी द्वारा हिमालय पर उनकी अस्थियों को विसर्जित करने की इच्छा इस क्षेत्र के लिए उनके एवं उनके परिवार के गहरे प्रेम को दर्शाती है। मुख्यमंत्री ने इस आकर्षक प्रदर्शनी के लिए ईका आरकाईविंग सर्विसिज के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि छायाचित्रों के उल्लेखनीय संग्रह वाली यह प्रदर्शनी हिमाचल की प्रगति और समृद्धि के लिए इंदिरा गांधी की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है और उनकी ‘‘हिमालय की बेटी’’ की छवि को स्थापित करती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, उपायुक्त अनुपम कश्यप सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मण्डी मध्यस्थता योजना के तहत सभी लंबित देनदारियों के निपटारे के लिए 153 करोड़ रुपये जारी: मुख्यमंत्री
**हाटू मंदिर तक रोपवे स्थापित करने की संभावनाएं तलाश रही सरकार: मुख्यमंत्री **मुख्यमंत्री ने हाटू माता मंदिर में की पूजा-अर्चना मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र के नारकण्डा का दौरा किया और स्थानीय लोगों से भेंट कर जन समस्याएं सुनीं। उन्होंने क्षेत्र के विभिन्न प्रतिनिधिमण्डलों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार प्रदेश सरकार ने मण्डी मध्यस्थता योजना (एमआईएस) के तहत सेब उत्पादकों की सभी देनदारियों का भुगतान किया है। राज्य सरकार ने पिछली भाजपा सरकार की 90 करोड़ रुपये की देनदारी सहित सभी देनदारियों को निपटाने के लिए 153 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों और बागवानों को सेब कीटनाशकों और उर्वरकों इत्यादि पर मिलने वाली सब्सिडी को पिछली भाजपा सरकार ने बंद कर दिया था लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने इसे बहाल कर दिया है। किसानों को अब गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राज्य सरकार ने सेब के समर्थन मूल्य में 1.50 रुपये प्रति किलोग्राम की ऐतिहासिक वृद्धि की है, जिससे सेब का समर्थन मूल्य अब 12 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। गत वर्ष प्रदेश सरकार ने प्रति किलोग्राम के आधार पर सेब की बिक्री सुनिश्चित की थी तथा इस वर्ष यूनिवर्सल कार्टन प्रणाली लागू की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष बरसात में आपदा के दौरान राज्य सरकार ने क्षतिग्रस्त सड़कों को बहाल करने के लिए पंचायतों को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई। किसानों को वित्तीय हानि से बचाने के लिए राज्य सरकार ने सेब को मंडियों तक पहुंचाने की सुविधा प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना के तहत नारकण्डा क्षेत्र की 173 लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में तीन महीने की सम्मान निधि के रूप में 4500 रुपये हस्तांतरित किए हैं और शेष आवेदनों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत शिमला जिला में 2569 महिलाओं को 4500 रुपये प्रति महिला प्रदान किए गए हैं, जिसपर कुल 1.15 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नारकण्डा में आइस स्केटिंग रिंक स्थापित करने के लिए 5 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और यहां एक बहुउद्देशीय खेल हॉल भी निर्मित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए ढली से नारकंडा सड़क को फोर लेन राजमार्ग के रूप में स्तरोन्नत करने और सुरंगों की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ शीघ्र ही इस परियोजना पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश सरकार हाटू मंदिर तक रोपवे स्थापित करने पर भी विचार कर रही है और पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए हाटू मंदिर सड़क को चौड़ा करने की योजना पर कार्य कर रही है। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने हाटू माता मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश के लोगों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने नारकण्डा परिधि में एक पौधा भी रोपित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर, विधायक कुलदीप राठौर, राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेन्द्र श्याम, पूर्व विधायक राकेश सिंघा, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शूलिनी विश्वविद्यालय का समर पेटेंट स्कूल इसमें भाग लेने वाले स्कूली छात्रों के लिए शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी अध्याय साबित हुआ। कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला द्वारा परिकल्पित अग्रणी पहल ने स्कूली छात्रों को नए विचारों के साथ सशक्त बनाया, जिससे उन्हें सपनों को वास्तविकता में बदलने में मदद मिली। 2021 में शुरुआत के बाद से, समर पेटेंट स्कूल के छह सफल समूह देखे गए और हाल ही में इसका सातवां समूह संपन्न हुआ, जिसमें पूरे भारत से 200 से अधिक छात्र शामिल हुए। समर पेटेंट स्कूल टीम आइडियाज़ दैट मैटर और बौद्धिक संपदा अधिकार कार्यालय के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास का प्रतिनिधित्व करता है। कार्यक्रम ने एक पोषणकारी वातावरण प्रदान किया जहां छात्रों ने अनंत संभावनाओं की जांच की, चुनौतियों पर काबू पाया और पेटेंट दाखिल करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित किया। आलोचनात्मक सोच, समस्या-समाधान और डेटा विश्लेषण को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया, इसने छात्रों को एक नवाचार-संचालित दुनिया के लिए तैयार किया। छात्रों को उद्योग विशेषज्ञों, प्रोफेसरों और तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया, जिन्होंने उनकी बौद्धिक संपदा पर स्पष्टता सुनिश्चित करते हुए, उनके विचारों, लेखों और डिजाइनों को परिष्कृत करने में मदद की। कार्यक्रम ने छात्रों को अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्हें बाद में चर्चा और मार्गदर्शन के माध्यम से निखारा गया। यह एक व्यापक कार्यक्रम था जो 10 से 14 जून और 17 से 21 जून, 2024 तक निर्धारित दो समूहों में फैला था। इस व्यापक अनुभव ने पूरे गर्मियों में परिसर में युवा शोधकर्ताओं के एक विविध समूह को एक साथ लाया। कार्यक्रम ने 55 बौद्धिक संपदा (आईपी) दाखिल करने का एक उल्लेखनीय मील का पत्थर हासिल किया, जो शूलिनी समुदाय के सामूहिक समर्पण, टीम वर्क और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला ने कहा, समर पेटेंट स्कूल ने न केवल बौद्धिक संपदा के बारे में ज्ञान प्रदान किया, बल्कि छात्रों को नए युग की प्रगति से भी अवगत कराया और उन्हें पेटेंट दाखिल करने के लिए आवश्यक कौशल सिखाएं गए।
कुनिहार क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर विशालकाय पेड़ हादसों को न्योता दे रहे हैं। तेज हवाओं के चलते अक्सर इनकी मोटी-मोटी टहनियां तो कभी पूरा पेड़ ही जड़ से गिर जाता है। आज भी थोड़ी सी हवा से विशालकाय पेड़ की एक मोटी टहनी वहां खड़ी गाडियों पर गिरी, गनीमत यह रही की कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। अक्सर इस मार्ग पर प्रतिदिन हजारों छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही रहती है। तो वहीं इन पेड़ों के साथ से विद्युत विभाग की तारे भी गुजर रही है, जो इनकी चपेट में आकर टूट जाती है। इतना ही नहीं इन विशालकाय पेड़ो से आस-पास के मकानों को तो खतरा हो गया है। कुनिहार विकास सभा के अध्यक्ष धनीराम तनवर ने कहा कि कुनिहार क्षेत्र के कोठी चौक से ऊंचा गांव, तालाब मार्ग में वर्षो पुराने विशालकाय सफेदे के पेड़ हादसों को न्योता दे रहे हैं। कई पेड़ सूख चुके हैं। तेज हवाओं व बरसात के दौरान कई बार इनकी मोटी-मोटी टहनियां टूट जाती है, जिसके कारण मकानों के अतिरिक्त सड़क में वाहनों को भी खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि मुख्य मार्ग होने की वजह से इसमें वाहनों, राहगीरों के साथ-साथ स्कूली बच्चों की काफी आवाजाही रहती है। थोड़ा सी भी आंधी आने पर कई पेड़ जड़ों तक हिलते नजर आते हैं, यदि ये पेड़ दुर्भाग्यवश गिर जाते हैं तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त वन विभाग से आग्रह किया है कि सफेदे के विशालकाय पेड़ो की छांग कराई जाए व सूखे पेड़ो को जड़ से काटा जाए। उन्होंने अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने की मांग की है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शनिवार सायं ऐतिहासिक रिज मैदान पर चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल भी उपस्थित रहीं। राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मोत्सव में आयोजित किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थानीय लोगों और पर्यटकों को हिमाचल की लोक कला के विविध रंगों से अवगत करवाते हैं। शिमला के उपायुक्त एवं शिमला ग्रीष्मोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष अनुपम कश्यप ने राज्यपाल का स्वागत किया और उन्हें हिमाचली टोपी, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर लेडी गवर्नर, लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह और स्थानीय विधायक हरीश जनारथा को भी सम्मानित किया। राज्यपाल ने सांस्कृतिक संध्या का भी आनंद उठाया। ‘नाटी किंग’ कुलदीप शर्मा की प्रस्तुति सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण रही। इस अवसर पर नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में गर्मी के सीजन में आए दिन जंगल में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। लाखों-करोड़ों की वन संपदा आग में जल कर राख हो रही है। इस बार भीषण गर्मी के बीच मैदानी राज्यों की तहत जहां देवभूमि हिमाचल प्रदेश के पहाड़ भी तप रहे हैं। वहीं, जंगलों में भी लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे आए दिन बेशुमार वन संपदा जलकर राख हो जा रही है। इसी बीच एक ऐसा वीडियो भी सामने आया है, जिसमें प्रदेश की सुक्खू सरकार में शामिल कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान स्वयं ही ग्रामीणों के बीच जंगल में लगी आग पर काबू करते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान सिरमौर जिले के शिलाई विधानसभा क्षेत्र से ही ताल्लुक रखते हैं और वो यही से विधायक भी हैं। वह अपने दो दिवसीय प्रवास के तहत शिलाई पहुंचे हैं। इसी बीच उन्होंने शिलाई के नाया क्षेत्र के जंगल में आग लगी देखी और खुद ही ग्रामीणों के साथ आग बुझाने के लिए उतर गए। गर्मी के इस सीजन में सिरमौर सहित हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के जंगलों में आग की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं और अब तक प्रदेश भर में वन संपदा का एक बड़ा हिस्सा आग की चपेट में आ कर नष्ट हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते रोज़ प्रदेश के आठ जिलों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, मंडी और सिरमौर में लू चली। नौ क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रिकॉर्ड हुआ। लगातार बढ़ रही गर्मी ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। न्यूनतम पारा चढ़ने से रात को भी राहत नहीं मिल रही है। 17 जून तक प्रदेश में लू चलने के आसार हैं। 18 जून से प्रदेश में प्री मानसून की बौछारें पड़ने से कुछ राहत मिलने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में 18 से 21 जून तक बारिश के आसार हैं। जून के अंत तक प्रदेश में मानसून के प्रवेश करने का पूर्वानुमान है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में शनिवार को चटक धूप खिली। मैदानी जिलों के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी सूरज की तपिश बढ़ी है। प्रदेश के अधिकांश पर्यटन स्थल इन दिनों सैलानियों से गुलजार हो गए हैं। मैदानी राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत लेने के लिए सैलानी पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में इन दिनों अधिकतम तापमान करीब 30 डिग्री चल रहा है। मैदानी राज्यों में पारा 40 से 45 डिग्री के बीच पहुंच गया है। राजधानी शिमला, मनाली, डलहौजी, कसौली और धर्मशाला के अधिकांश होटलों में इन दिनों सैलानियों की ऑक्यूपेंसी फुल चल रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार और सोमवार को भी अधिकांश क्षेत्रों में लू चलने का येलो अलर्ट जारी किया है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सहायक आचार्य का पदभार संभाला। विवि के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज यूआईएलए में आस्था की सहायक आचार्य के पद पर नियुक्ति हुई है। बीते शुक्रवार को हुई कार्यकारिणी परिषद की बैठक में विधि विभाग के दो, मैनेजमेंट के तीन, सहायक आचार्य पदों के लिफाफे खोले गए थे। इसमें उपमुख्यमंत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री भी शामिल थीं। शनिवार को पदभार संभालने के बाद डा. आस्था अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी सांझा की।
**योजनाओं की समयबद्ध समीक्षा और समुचित निगरानी के निर्देश दिए कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने बीते रोज़ कृषि विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। कृषि मंत्री ने विभागीय गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को लाभान्वित करने के लिए अधिकारियों को फील्ड स्तर पर जाकर कार्य सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में जाकर किसानों की समस्याएं सुनें और उनका निराकरण करने के लिए हर सम्भव प्रयास करें। उन्होंने कृषि क्षेत्र में नवाचारों को शामिल करने पर विशेष अधिमान देते हुए कहा कि वे नए सुझावों और वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित कार्यशैली अपनाएं। उन्होंने भू-संरक्षण और सिंचाई योजनाओं के कार्यान्वयन पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कृषि को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। कृषि क्षेत्र में सुदृढ़ होने से प्रदेश की आर्थिकी को संबल मिलेगा, साथ ही मुख्यमंत्री की आत्मनिर्भर हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने में भी मदद मिलेगी। प्रो. चन्द्र कुमार ने आपसी समन्वय से कार्य करने तथा नई योजनाओं के बारे में सुझाव देने को भी कहा। उन्होंने योजनाओं की प्रगति की समयबद्ध समीक्षा करने और उनकी निरंतर निगरानी करने के निर्देश भी दिए। कृषि निदेशक कुमुद सिंह ने विभागीय गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश सरकार की योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए समयबद्ध कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर अधिकारियों ने विभिन्न सुझाव दिए। बैठक में विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 19 जून, 2024 को आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत 33 के.वी. कण्डाघाट फीडर से संचालित कुछेक क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी विद्युत मण्डल सोलन के अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता राहुल वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि 19 जून, 2024 को प्रातः 09.00 बजे से सायं 05.00 बजे तक कण्डाघाट, सिरीनगर, धाली, पलेच, सलुमणा, जदारी, डोलग, परोंथा, देढ़घराट, मेहली, माही, सनेच, कोहारी, वाकनाघाट, क्यारीघाट, कवारग, शालाघाट, कैथलीघाट, बीशा, छोवशा, डुमैहर, बाशा, कदौर, गरू, पावघाट, कून, आंजी, सुनारा, साधुपुल, कलहोग, दोची, सोनाघाट, सैंज, कोटला, चायल, नगाली, हिन्नर, कुरगल, झाझा, दधील, आल्मपुर, जनेड़घाट, टिक्कर एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति में अथवा किन्हीं अन्य अपरिहार्य कारणों के दृष्टिगत निर्धारित तिथि व समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
एचआरटीसी का दिल्ली-लेह रूट अब देश का सबसे लंबा बस रूट नहीं रहा। एचआरटीसी केलांग डिपो से अब यह दर्जा छिन गया है। हमीरपुर डिपो की अवाहदेवी-अयोध्या रूट पर चलने वाली बस सेवा अब सबसे लंबे रूट में शुमार हो गई है। हालांकि, 15,000 से 17,000 फुट की ऊंचाई पर चलने के कारण दिल्ली-लेह बस को सबसे ऊंचे रूट का दर्जा बरकरार रहेगा। करीब 16 साल तक हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम की दिल्ली-लेह सेवा को भारत में सबसे लंबे रूट का दर्जा प्राप्त था। अब यह खिताब हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर डिपो को मिल गया है। मार्च 2024 में अवाहदेवी (हमीरपुर) से अयोध्या बस सेवा शुरू की गई थी। इस रूट की एक तरफ की दूरी 1205 किलोमीटर है। इस सफर को 24 घंटों में पूरा किया जा रहा है। इसमें दो चालक बदले जाते हैं। अवाहदेवी से अयोध्या जाने के लिए प्रति व्यक्ति 1,577 रुपये किराया लिया जा रहा है। वहीं, दिल्ली-लेह बस रूट की दूरी 981 किलोमीटर है। यानी अवाहदेवी-अयोध्या रूट से 224 किलोमीटर कम है। पहले यह दूरी 1072 किलोमीटर थी, लेकिन अटल टनल के बाद यह 1026 और अब फोरलेन बनने से इसकी दूरी घटकर 981 किलोमीटर रह गई। दिल्ली-लेह रूट पर खूबसूरत वादियों का आनंद लेने का अलग ही रोमांच है। यह रूट अवाहदेवी-अयोध्या की तुलना में अधिक खतरनाक भी है। इस रूट पर करीब 33 घंटे लग जाते हैं। एकतरफा यात्रा का किराया 1657 रुपये है। इस पूरे सफर में तीन चालक और दो परिचालक बदले जाते हैं। देश के सबसे लंबे और सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित दर्रों से गुजरने वाली एचआरटीसी की रोमांचकारी दिल्ली-लेह बस सेवा की पहचान बरकरार रहेगी। सबसे लंबा रूट भले ही न रहा हो, लेकिन सबसे ऊंचे रूट का दर्जा अभी भी बरकरार है।
**जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े तीन स्वयं सहायता समूहों ने लगाए स्टाल मंडी: पर्यटन स्थल पराशर में आयोजित सरना हुली मेले में जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के पाइन नीडल प्रोडक्ट्स आकर्षण का केंद्र बना। तीन दिवसीय इस मेले में पारंपरिक एवं आर्गेनिक उत्पादों की बिक्री के लिए तीन स्वयं सहायता समूहों ने स्टाल लगाए। जिसमें पत्तल, आचार, चटनी, सीरा-बड़ी और पाइन नीडल के प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं। भारती स्वयं सहायता समूह, एकता स्वयं सहायता समूह और लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह ने एक स्टाल में भिन्न-भिन्न प्रकार के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। बाजार से उचित दाम पर मिलने वाले उत्पादों की खरीद के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रही। इस अवसर पर फोरेस्ट रेंज कटौला के खंड अधिकारी तेज सिंह, वन रक्षक सुरेंद्र, एसएमएस मंडी जितेन शर्मा, एफटीयू कॉ-ऑर्डिनेटर कटौला प्रोमिला ठाकुर और एफटीयू कॉ-ऑर्डिनेटर मंडी सुनीता समेत स्वयं सहायता समूहों के सदस्य मौजूद रहे। तीन दिनों तक चलने वाला यह मेला रविवार यानी 16 जून को संपन्न होगा। मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने वन विभाग और जाइका परियोजना टीम की सराहना की।
**आईजीएमसी में इंडोर टेस्ट बंद होने की खबरों पर बोले नेता प्रतिपक्ष शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला से वक्तव्य जारी कर कहा कि सरकार ने पहले संस्थानों पर तालाबाज़ी की और अब आम लोगों को मिल रही सुविधाओं पर तालाबाज़ी कर रही है। जिससे प्रदेश के लोग परेशान हों। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से पता चल रहा है कि आईजीएमसी में अब इंडोर टेस्ट बंद होने वाले हैं क्योंकि अस्पताल प्रशासन ने जांच में प्रयुक्त होने वाले रीजेंट्स का परचेज़ ऑर्डर ही नहीं दिया है। जिससे अस्पताल में भर्ती मरीज़ों की सामान्य से सामान्य जाँच नहीं हो पाएगी। अस्पताल में भर्ती मरीज़ों और उनके परिजनों को अब निजी लैब से यह जांच करवाने के लिए भटकना पड़ेगा। अस्पताल में भर्ती अस्वस्थ्य व्यक्ति के लिए यह किसी आफ़त से कम नहीं है। इस तरह से बीमारी के समय में भी सुक्खू सरकार प्रदेश के लोगों को परेशान करने का प्रयास कर रही है। जिससे यह साफ़ है कि सुक्खू सरकार को प्रदेश के लोगों के सुख-दुःख से कोई मतलब नहीं हैं। यह सरकार पूरी तरह संवेदनहीन सरकार है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता सम्भालने के बाद से ही प्रदेश सरकार का प्रदेश के लोगों से कोई लेना देना नहीं हैं। प्रदेश सरकार का हर फ़ैसला जनविरोधी और प्रदेश के लोगों को परेशानी देने वाला रहा। सत्ता में आते ही डीज़ल के दाम बढ़ा देने से लेकर संस्थान बंद करने के फ़ैसले से सुक्खू सरकार की जनविरोधी मंशा साफ़ दिखी। सरकार ने प्रदेश के अस्पतालों को भी नहीं बख्शा। पूर्व सरकार की जनहित योजनाओं को भी बंद करने या उनके बजट रोकने का भी काम किया। सुक्खू सरकार के निशाने पर स्वास्थ्य व्यवस्था भी रही। सत्ता में आने के बाद से लाखों लोगों के लिए लाइफ लाइन बनी हिमकेयर योजना का पैसा रोक दिया। जिससे लोगों का इलाज रुक गया। शेड्यूल हुए ऑपरेशन रुक गये। लोगों की डायलिसिस रुक गई। इसके बाद सरकार ने अस्पतालों में निःशुल्क जाँच करने वाली कंपनियों का पैसा रोक दिया । बार-बार पेमेंट का रिमाइंडर देने के बाद कंपनियों ने अस्पतालों में जांच भी बंद कर दी, तब भी सुक्खू सरकार तमाशाई बनी रही। अब अस्पताल में बेड पर लेटे हज़ारों मरीज़ों की इंडोर जांचे बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था की जो उपेक्षा की जा रही है, वह दुःखद है। जब कोई भी व्यक्ति बीमार होता है उस समय उसे सहारे की सबसे ज़्यादा जरूरत होती है लेकिन वर्तमान सुक्खू सरकार उन्हें भी परेशान करने से बाज़ नहीं आ रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह से काम नहीं चलेगा, सरकार हर ज़रूरतमंद का सहारा होती है इसलिए वह लोगों की मदद करे उन्हें परेशान नहीं। भाजपा सुक्खू सरकार के जनविरोधी और मनमानी वाले फ़ैसलों का डटकर विरोध करेगी।
**विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों के मैत्री कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के पूर्व विद्यार्थियों के दो दिवसीय ‘मैत्री’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने ‘मैत्री’ के इंटरनेशनल चैप्टर का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही उन्हें बाहरी राज्यों से आने वाले विद्यार्थियों की संस्कृृति को समझने का अवसर भी मिला। उन्होंने कहा कि अनुभव से परिपक्वता और जीवन में आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में रहकर ही राजनीतिक संघर्ष सीखा है। विश्वविद्यालय में बिताए लम्हों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी कई अविस्मरणीय स्मृतियों को भी साझा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश विश्वविद्यालय में एससीए चुनाव करवाने की संभावनाएं तलाशेगी क्योंकि ये चुनाव विद्यार्थियों को समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को लोभ और मोह से बचना चाहिए और समाज की निस्वार्थ सेवा करने की भावना आत्मसात करनी चाहिए। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है। राज्य सरकार शिक्षा में सुधार के लिए भी कई अहम कदम उठा रही है। पहली कक्षा से ही सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम पढ़ाई शुरू कर दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों से भी जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा में बदलाव लाने जा रही है, ताकि नई तकनीक पर आधारित नए पाठ्यक्रम शुरू किए जा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संसाधनों का सदुपयोग सुनिश्चित कर प्रदेश को देश का सबसे सम्पन्न राज्य बनाना चाहती है। प्रदेश की आय बढ़ाने के लिए कई क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है और वर्तमान सरकार वर्ष 2032 तक राज्य को सबसे समृद्ध राज्य बनाने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने 4000 अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में अपनाया है और 27 वर्ष तक उनकी शिक्षा और देख-रेख का दायित्व अब राज्य सरकार का है। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित युवाओं का डाटा तैयार किया जा रहा है। जिला सोलन में कण्डाघाट क्षेत्र के टिक्करी में लगभग 300 दिव्यांगजनो को शिक्षा प्रदान करने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पूर्व छात्र एसोसिएशन के भवन के निर्माण के लिए दो करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस अवसर पर तीन पुस्तकों का विमोचन भी किया। उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार संजीव शर्मा की पुस्तक ‘जूनी’ पुस्तक का विमोचन किया जिसमें एक प्रेम कहानी के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों का विशिष्ट रूप से उल्लेख किया गया है। मुख्यमंत्री ने जेपी शेखपुरा की ‘मैं और मेरी एचपी यूनिवर्सिटी’ और ‘यादें बुरांस की’ पुस्तक का विमोचन भी किया। यादें बुरांस की पुस्तक में 450 लेखकों ने अपना योगदान दिया है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से सक्षम चार विद्यार्थियों को एसोसिएशन का आजीवन फ्री मेम्बरशिप सर्टिफिकेट भी प्रदान किया। विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने छात्र जीवन के दिनों को याद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू विश्वविद्यालय के उनके पुराने साथी हैं। उस समय विश्वविद्यालय का माहौल बहुत अच्छा था और सभी एक-दूसरे की सहायता करते थे। विश्वविद्यालय में आनेवाले छात्रों को हर संभव मदद प्रदान की जाती थी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लगभग 25 छात्र नेता वर्तमान हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में तीन विचारधाराओं का संगम होता है और यह संघर्ष की भूमि है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा सहित हजारों पूर्व विद्यार्थियों ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। इससे पहले, पूर्व छात्र एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. चंद्रमोहन परशीरा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि एसोसिएशन जिला शिमला के नेरी क्षेत्र को गोद लेकर उसमें अधोसंरचना विकास करेगी। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर, विधायक केवल सिंह पठानिया, उपायुक्त अनुपम कश्यप और देश-विदेश से आए विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी भी शामिल हुए।
जयसिंहपुर: कंवर दुर्गा चन्द राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में शैक्षणिक सत्र 2024–25 की प्रवेश प्रक्रिया 03 जून 2024 से शुरू हो चुकी है, जिसमें बीसीए और पीजीडीसीए सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस की भी प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह कोर्सेस महाविद्यालय में कैबिनेट मंत्री ई. यादवेंद्र गोमा के सौजन्य व उनके अथक प्रयासों से इस सत्र से ही शुरू किए जा रहे है। प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र शर्मा व महाविद्यालय के समस्त प्रध्यापकवर्ग ने आयुष एवं खेल कानून मंत्री यादविंदर गोमा के इस योगदान के लिए उनका धन्यवाद किया और बताया कि इन कोर्सेस से यहां के छात्रों को इसका लाभ होगा। छात्रों को अब इन व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए दूर के महाविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए नहीं जाना पड़ेगा जो इस क्षेत्र के लिए अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। महाविद्यालय के प्राचार्य ने इन कोर्सेस को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के अंतर्गत सभी शिक्षकों ने सरकारी व निजी स्कूलों में जाकर छात्रों को इन कोर्सेस के बारे में विस्तृत जानकारी दी, तथा उनको इन कोर्सेस से होने वाले लाभ व भविष्य से जुड़े विभिन्न अवसरों के बारे में भी अवगत करवाया। महाविद्यालय के सभी शिक्षकों ने चार टीमें बनाकर चौदह स्कूलों का दौरा किया, जिनमें संधोल से लेकर कोटलू, कोसरी और दगोह तक के विद्यालय शामिल रहे। प्राचार्य प्रो.उपेन्द्र शर्मा ने सभी शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया व सफल दौरे के लिए उनको बधाई दी।
धर्मशाला: उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि वन हमारी अमूल्य सम्पदा है जिसकी सुरक्षा करना हमारा कर्त्व्य है। वनों में लगने वाली आग पर नियंत्रण पाने के लिए जन सहभागिता और लोगों को जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को वनों में आग लगने पर उसे बुझाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि जंगल में धुंआ या आग की जानकारी मिलने पर निकटतम वन विभाग कार्यालय या आपातकालीन सेवाओं के टोल-फ्री नम्बर-1077 सूचना अवश्य दें। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से वनों की आग की घटनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि आमजन को वनों की आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों और अग्निशमन के प्रयासों में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अवैध रूप से जंगल में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों के बारे में जानकारी हिमाचल प्रदेश वन विभाग और कानून प्रवर्तन एंजेंसी को देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आग लगने के कारण बनने वाली गतिविधियों जैसे वन क्षेत्रों में कैंप फायर, आतिशबाजी तथा किसी भी तरह से भी झाड़ियां इत्यादि हटाने के लिए आग इत्यादि नहीं लगाएं।
हेल्पऐज इंडिया एवं ओल्ड ऐज हेल्पलाइन सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में दुर्गा क्लब के सभागार में आज वर्ल्ड एल्डर अब्यूज अवेयनेस डे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता ज़िला कल्याण अधिकारी गावा सिंह नेगी ने की। गावा सिंह नेगी ने इस अवसर पर ओल्ड ऐज हेल्पलाइन सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को संस्कारित शिक्षा देना सुनिश्चित करें ताकि समाज का बेहतर निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए हर वर्ग का अपना महत्वपूर्ण स्थान है और वरिष्ठ नागरिकों का स्थान उनमें से सर्वोपरि है। बच्चों का यह कर्तव्य बनता है कि वृद्धावस्था में वह अपने माता-पिता को एक बेहतरीन वातावरण प्रदान करें ताकि वह समाज में अकेला व असहाय महसूस न करें। हेल्पऐज इंडिया के राज्य प्रमुख डॉ. राजेश कुमार ने इस अवसर पर हेल्पऐज इंडिया द्वारा किए गए सर्वे के बारे में उपस्थितजनों को विस्तृत रूप से जानकारी दी। इस अवसर पर हेल्पऐज इंडिया सर्वे रिपोर्ट की पत्रिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा वृद्धावस्था से जुड़े विभिन्न पहलुओं और चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त किए गए। हेल्पऐज इंडिया की ओर से कार्यक्रम में उपस्थित सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया गया। सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मनोज वर्मा, एस.आई.एल.बी. की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा, ओल्ड ऐज हेल्पलाइन सोसायटी के अध्यक्ष शैलेन्द्र कंवर, डॉ. बी.एन. कोरला, डॉ. वी.एस. ठाकुर, डॉ. वी.वी. लाल, आर.के. पठानिया, एस.पी. मरजारा, बी.एल.गुप्ता, वरिष्ठ नागरिक फोरम के अध्यक्ष रोमेश अग्रवाल, सचिव अरूण गोयल, केयर एण्ड शेयर संस्थान के सदस्य खुशी डे केयर सेंटर के सदस्य एवं दुर्गा क्लब के उपाध्यक्ष कंवर केशविन्द्र, सचिव रोहित सभलोक, देश राज गुप्ता सहित विभिन्न संस्थाओं के सदस्य इस अवसर पर उपस्थित थे।
थाना देहरा की संसारपुर टैरस के अंतर्गत बैटरियों की फैक्टरी में सिक्का चोरी के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों पर मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। वीरवार रात को फैक्टरी में करीब एक लाख का सिक्का चोरी के आरोपी फैक्टरी में ही काम करते थे। दोनों आरोपी हर्ष कुमार सुपुत्र रमेश कुमार निवासी हलेड़ पंजाब व गुरेन्द्र सिंह सुपुत्र बलविंदर सिंह निवासी रजवाल पंजाब, बैटरी फैक्टरी में रात की शिफ्ट में काम करते थे। वहीं उन्होंने रात को ही चोरी को अंजाम दिया। कैमरे में कैद हुए दोनों आरोपियों की संसारपुर टैरस चौकी इंचार्ज एस.आई संजय शर्मा व पुलिस टीम ने शिनाख्त कर दोनों को हिरासत में लेकर उनपर मामला दर्ज कर लिया। वहीं शनिवार को दोनों आरोपियों को पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किया गया। डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने मामले की पुष्टि की है व कहा कि आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
बीएल स्कूल कुनिहार में लायन इको क्लब इकाई द्वारा सात दिवसीय समर कैंप का सफल आयोजन किया गयाI जानकारी देते हुए लायन इको क्लब प्रभारी दिनाक्षी ठाकुर ने बताया कि शिक्षा विभाग सोलन के मार्ग दर्शन से विद्यालय में 5 जून से 14 जून तक सात दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमे विद्यालय से लायन इको क्लब के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ जैसे- पौधा रोपण, किचन गार्डन का निर्माण, इ – वेस्ट का संग्रहण, जल संरक्ष्ण का रख-रखाव, रैली, चित्रकला प्रतियोगिता, नारा लेखन, उर्जा संरक्ष्ण, सिंगल नो यूज़ प्लास्टिक वाद-विवाद प्रतियोगिता करवाई गई I इस सभी गतिविधियों में सभो ने बढ़ चड़ कर भाग लिया I इस समर कैंप के समापन पर विद्यालय प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियों द्वारा की गई गतिविधियों के लिए बधाई दी I विद्यालय अध्यक्ष ने भी इको क्लब प्रभारी दिनाक्षी ठाकुर व बच्चों को इस समर कैंप के सफल आयोजन के लिए बधाई दी I विद्यालय मुख्याध्यापिका व पी.टी.ए अध्यक्ष ने सभी बच्चों और अध्यापकों इस प्रकार के आयोजन के लिए बधाई दी I
**28 वर्षीय मृत*क नवीन गवारड़ू का था निवासी ***सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना पुलिस थाना सदर हमीरपुर के तहत एक 28 वर्ष से युवक की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। बाईपास हमीरपुर में लाहलड़ी के पास सुबह 11:00 के करीब यह मामला सामने आया। युवक तेज रफ्तार से बाइक चला रहा था तथा विपरीत दिशा से आ रही गाड़ी से बचता हुआ खड़े ट्रक से टकरा गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी जारी हुआ है। पुलिस ने धारा 279,304ए आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। युवक की पहचान नवीन कुमार निवासी गवारड़ू के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जिला पुलिस हमीरपुर द्वारा नशे के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए गश्त के दौरान हमीरपुर के वार्ड नंबर 10 निवासी के कब्जे से 2.42 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) बरामद किया गया है। पुलिस ने आशीष गौत्तम निवासी वार्ड़ 10 तहसील व जिला हमीरपुर को गिरफ्तार कर एनडीपीएस अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
वीडियो वायरल होने के बाद सिरमौर जिला के कालाअंब पुलिस थाना में तैनात लापता हैड कांस्टेबल को हरियाणा के नारायणगढ़ क्षेत्र से ढूंढ निकाला है। इस खबर की पुष्टि मामले की जांच कर रहे क्राइम डिपार्टमेंट के स्टेट सीआईडी के डीआईजी डीके चौधरी ने की है। डीके चौधरी ने बताया कि देर शाम नारायणगढ़ क्षेत्र से हैड कांस्टेबल जसवीर को ढूंढ निकाला गया है। मामले में पूरी जानकारी एसपी सिरमौर की तरफ से सांझा की जाएगी। हैड कांस्टेबल जसवीर पूरी तरह से स्वस्थ है, जिसका मेडिकल करवाया जा रहा है। सूचना देने के बाद परिजन भी पहुंच गए हैं। मामले से जुड़ी अधिक जानकारी शनिवार को पत्रकारवार्ता में ही दी जाएगी।
मेला अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार यादव ने बताया कि माँ शूलिनी मेला-2024 की सांस्कृतिक संध्याओं में प्रस्तुति के लिए जारी ऑडिशन प्रक्रिया आज सम्पन्न हो गई। ऑडिशन के तीसरे एवं अंतिम दिन 76 से अधिक लोक कलाकारों एवं स्थानीय मंचों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। उन्होंने बताया कि ऑडिशन के लिए संगीत व नृत्य विधा में पारंगत निर्णायक मण्डल का गठन किया गया था। उन्होंने ऑडिशन प्रक्रिया में सहयोग के लिए सम्बन्धित विभागों और निर्णायक मण्डल का आभार व्यक्त किया।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से आज प्रदेश के सभी जिलों में 85 स्थलों पर मेगा मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। राज्य सचिवालय शिमला में इसके लिए कमांड सेंटर स्थापित किया गया था। कमांड सेंटर में विभिन्न जिलों में की जा गई मॉकड्रिल की निगरानी की गई। इस दौरान कमांड सेंटर शिमला में राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने उपायुक्तों से वर्चुअल माधम से बातचीत की और धरातल पर किए जा रहे अभ्यास के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि संचार स्थापित करने और प्रतिक्रिया में लगने वाले समय को न्यूनतम किया जाए ताकि जान-माल का जोखिम कम से कम हो। जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा के दौरान यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कम से कम समय में बिजली, पानी, चिकित्सा सुविधा लोगों तक पहुंचे। उन्होंने मनाली, कुल्लू, मंडी और लाहौल जैसे आपदा संभावित क्षेत्रों में आपातकालीन स्थिति में सैटेलाइट फोन के माध्यम से संचार स्थापित करने पर भी बल दिया। बागवानी मंत्री ने कहा कि रेडियो आधारित संचार आपात स्थित में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान संयुक्त सचेतक प्रणाली (सीएपी) की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। इस प्रणाली से आपदा से पूर्व ही लोगों को मोबाइल पर संदेश भेजकर दूसरी जगह स्थानांरित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जागरूकता के लिए इस तरह के कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किए जाने चाहिए। उन्होंनेे कहा कि आगामी समय में कई जगहों पर वेदर स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे जिससे आपदा का जोखिम कम करने में सहायता मिलेगी। जगत सिंह नेगी ने हिमस्खलन से संभावित खतरे को लेकर सेंसर तकनीक का इस्तेमाल करने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भी बढ़ाया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने आपदा के प्रति जागरुकता सामग्री का विमोचन किया। नेगी ने आपातकालीन ऑपरेशन केंद्र (ईओसी) का भी दौरा किया। विशेष सचिव आपदा प्रबंधन डीसी राणा ने जगत सिंह नेगी को आपदा के दौरान सचेत, आरएमएस रिलीफ, समर्थ, मेघदूत, दामिनी, मौसम और ड्रोन मैपिंग एप्पीलीकेशन के महत्व के बारे में जानकारी दी। एनडीआरएफ के वरिष्ठ सलाहकार मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सुधीर बहल ने सभी जिलों से मॉकड्रिल के दौरान पेश आई चुनौतियों के बारे में जानकारी ली और समस्याओं के समाधान के सुझाव भी लिए।विशेष सचिव आपदा प्रबंधन डीसी राणा ने सभी जिलों को शीघ्र मॉकड्रिल की रिपोर्ट बनाकर प्रेषित करने का आग्रह किया। इस दौरान एनडीआरएफ 14वीं बटालियन के कमाडेंट बलजिंद्र सिंह, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी, एसडीआरएफ के एसपी अर्जित सेना ठाकुर और सभी विभागों से वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
**धर्मशाला के चेतडू में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाया **कांगड़ा जिले में माॅक ड्रिल से बाढ़-भूस्खलन से निपटने की तैयारी का आकलन कांगड़ा जिला में आपदा से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा तैयार आपदा प्रबंधन प्लान को धरातल पर परखने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की गई। शुक्रवार को प्रातः नौ बजे मॉक ड्रिल अलर्ट मिलते ही आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी दल पुलिस ग्राउंड स्टैजिंग एरिया में डट गए। जिला प्रशासन ने पूरी माॅक ड्रिल को वास्तविक घटना की तरह लेकर ही अपनी प्रतिक्रिया की। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने मॉक ड्रिल के पश्चात प्रेस वार्ता में कहा कि ने इस मॉक ड्रिल का मकसद आपदा के समय में जिला प्रशासन की आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना और मानक संचालन प्रक्रियाओं का मूल्यांकन करना था। इसमें प्रतिक्रिया में लगने वाले समय, समन्वय में गैप समेत अन्य कमियों को जांचा गया, साथ ही फील्ड में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं की पहचान की गई। इससे प्राप्त सीख और अनुभव के आधार पर आगे सुधारात्मक कदम उठा कर आपदा प्रबंधन योजना को और कारगर बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम आने को है और इसमें सम्भावित भारी बारिश, बाढ़, बादल फटना, भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी से आपदा की स्थिति बनती है। ऐसे में जन सुरक्षा तय बनाने और आपदा से होने वाले संभावित नुकसान को कम करने के लिए अधिकारियों को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से अपने दायित्वों की जानकारी, विभागों की आवश्यक पूर्व तैयारी और मुस्तैदी बहुत आवश्यक है। इसमें यह माॅक ड्रिल बहुत सहायक रही। अधिकारियों की आपदा प्रबंधन को लेकर क्षमता विकास में भी यह अभ्यास मददगार है। इस पूरे घटनाक्रम में आपदा प्रबंधन योजना, रेस्क्यू आॅपरेशन, आपात संचार प्रणाली, विभागीय तालमेल, आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल, संसाधन मैपिंग, रास्ते बहाल करने को मशीनरी का प्रयोग, स्वास्थ्य व्यवस्था, घायलों को मौके पर मेडिकल सहायता देने, एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल ले जाने, प्रभावितों को राहत शिविरों में पहुंचाने, राशन एवं पेयजल वितरण व्यवस्था देखने, स्थानीय स्तर पर जन सहयोग समेत स्थिति को सामान्य बनाने से जुड़े आपदा प्रबंधन के हर पहलू पर गौर करने के साथ सभी उपायों को परखा गया। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि कांगड़ा जिला के सभी उपमंडलों में भी बाढ़ तथा भूस्खलन को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित की गई है।
नाहन: उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सुमित खिमटा ने बताया कि आज शुक्रवार को 8वें राज्य स्तरीय मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन सिरमौर जिला के 5 उप मंडलों में चिन्हित स्थलों पर किया गया। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल में पुलिस, होमगार्ड, राजस्व, स्वास्थ्य व अन्य सभी सम्बन्धित विभागों ने इस अभ्यास में भाग लिया। सुमित खिमटा ने बताया कि आगामी मौनसून के दृष्टिगत फलैश फलड और लैंड स्लाईड की संभावना को देखते हुये यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि जिला में 5 स्थानों पर सफलतापूर्वक मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। कालाअंब में क्लोरीन गैस के रिसाव से बचाव के लिए हुई मॉक ड्रिल नाहन उपमंडल के तहत औद्योगिक स्थल मैसर्ज रुचिरा पेपर्स इंडस्ट्रीज, कालाअंब में आगजनी के कारण क्लोनीन गैस के रिसाव पर औद्योगिक आपदा का अभ्यास किया गया। कालाअंब में कार्यकारी एसडीएम उपेन्द्र चौहान की देखरेख में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें पुलिस, होमगार्ड, राजस्व, स्वास्थ्य, उद्योग तथा अन्य सम्बन्धित विभागों ने भाग लिया। संगड़ाह उपमंडल के तहत एसडीएम सुनील कायथ की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र संगडाह में पूर्वाभ्यास करवाया गया। यहां पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र संगड़ाह में भारी वर्षा के कारण लैंड स्लाईड की घटना घटित हुई थी जहां पर ऐहतियात के तौर पर 8 लोगों को स्वास्थ्य केन्द्र से बाहर निकाला गया। पांवटा साहिब उप-मंडल के तहत नजदीक कच्ची ढांग- सिरमौरी ताल में फ्लैश फ्लड एवं भूस्खलन, बादल फटना-व सुरक्षित निकासी योजना आदि पर पूर्वाभ्यास करवाया गया। एसडीएम गुंजीत चीमा की अध्यक्षता में सिरमौरी ताल में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। यहां पर भू-स्खलन और बादल फटने की संभावित स्थिति पर मॉक ड्रिल हुई जिसमें करीब 3 लोगों के घायल होने सूचना मिली थी जिन्हें सुरक्षित निकाल कर पांवटा साहिब अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसी प्रकार कफोटा उपमंड के तहत गांव अंबोन में एसडीएम राजेश वर्मा की अध्यक्षता में भूस्खलन,भू-धंसाव क्षेत्र, फ्लैश फ्लड स्थिति पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। यहां पर अति वर्षा होने की स्थिति के कारण फंसे 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल कर रिलीफ कैंप तक पहुंचाया गया। पच्छाद उपमंडल में एसडीएम संजीव धीमान की अगुवाई में लाना-रोना गांव में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र की स्थिति पर अभ्यास करवाया गया। यहां पर भारी वर्षा के कारण लैंड स्लाइड होने के कारण लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी जिसमें 29 घायल लोगों को पुलिस द्वारा सुरक्षित रेस्क्यु कर एंबुलेंस के माध्यम से बड़ू साहिब चैरिटी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। सिरमौर जिला में चलाये गए 8वें मेगा मॉक ड्रिल की राज्य स्तर पर शिमला से वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से मॉनिटरिंग की गई। सिरमौर जिला में मेगा मॉक ड्रिल की मॉनिटरिंग के लिए उपायुक्त कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। इस कंट्रोल रूम में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल.आर. वर्मा, सहायक आयुक्त गौरव महाजन, जिला राजस्व अधिकारी चेतन चौहान के अलावा विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी उपथित रहे।
बड़सर भाजपा मंडल व भाजयूंमो ने इन चुनावों में दिन-रात एक करके मुझे जिताया मैं इसके लिए पार्टी सहित बड़सर विधानसभा क्षेत्र की जनता का दिल से आभार व्यक्त करता हूं। लेकिन मैं इस बात का भी खंडन करता हूं कि चुनाव में एक वोट पीएम और एक वोट सीएम का नारा चला है लेकिन यह भी सही है कि इस दौरान 5 से 7 प्रतिशत लोगों ने बड़सर में पार्टी विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया है। उनकी लिस्ट पार्टी के शेष नेतृत्व को जरूर भेजी जाएगी, जिससे आगामी समय में भारतीय जनता पार्टी को बड़सर में और मजबूती मिले। उन्होंने कहा कि बड़सर में एक-एक भाजपा कार्यकर्ता ने मेरी जीत में अहम भूमिका निभाई है। इन्ही कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही देश के ययस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं और हिमाचल के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की झोली में लोकसभा की चारों सीटे भी डाली हैं। उन्होंने कहा कि आगामी समाय में केंद्र सरकार के माध्यम से हिमाचल में भी बड़ी एवम कल्याणकारी योजनाओं का सृजन होगा।
जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांग पिओ में आज जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भविष्य में किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन कर पूर्वाभ्यास प्रशिक्षण किया गया जिसमें आई.टी.बी.पी, पुलिस, होमगार्ड, राजस्व, अग्निशमन व स्वास्थ्य विभाग के त्वरित प्रतिक्रिया दलों द्वारा बाढ़ व भू-स्खंलन जैसी आपातकालीन स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य किया गया। मॉक ड्रिल में किन्नौर जिला के टी-डाँग पॉवर प्रोजेक्ट, पवारी की मजदूर बस्ती व नाथपा में भू-स्खलन वाले संवेदनशील स्थान को चिन्हित कर आपदा की स्थिति दर्शाई गई। टी-डाँग पॉवर प्रोजेक्ट में गलेशीयर झील के फटने से बाढ़ की स्थिति, पवारी की मजदूर बस्ती में बाढ़ की स्थिति तथा नाथपा में भू-स्खलन की स्थिति को दर्शाया गया तथा त्वरित प्रतिक्रिया दलों को रवाना कर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस व एचआरटीसी की बसों को भेजकर घायलों व आपदा के कारण फंसे हुए लोगों की त्वरित निकासी की गई। इस दौरान राजस्व विभाग द्वारा राहत एवं बचाव शिविर भी लगाया गया तथा आपदा के कारण लोगों को हुए जान-माल के नुकसान का आंकलन किया गया। इस अवसर पर घटना कमांडर-सहायक आयुक्त किन्नौर विजय कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए तथा इस संदर्भ में स्थानीय लोगों को समय-समय पर जागरूक करना चाहिए ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से तत्काल प्रभाव से निपटा जा सके। इसी संदर्भ में आज इस मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया तथा पूर्वाभ्यास प्रशिक्षण के माध्यम से भविष्य में होने वाली वास्तविक आपदा के समय किए जाने वाले कार्यों से बचाव व राहत कार्य दलों सहित आम लोगों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर आई.टी.बी.पी के अधिकारी, कमांडेन्ट होमगार्ड पंकज शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कविराज नेगी, क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी पीयूष शर्मा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
बीएल सेंट्रल पब्लिक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार में अध्यापकों द्वारा विद्यालय के बच्चों को आपदा प्रबंधन के गुर सिखाएं गए I विद्यालय प्रधानाचार्य ने बताया कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग के मार्गदर्शन से विद्यालय में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमे किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा आने पर विद्यालय भवन से किस तरह से बचाव कार्य किया जाए और कौन-कौन सी सावधानियां बरती जाए आदि के बारे विस्तार से व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया I इस प्रशिक्षण में विद्यालय के सभी एन एस एस, एन सी सी, और अन्य बच्चों, अध्यापकों ने व्यवहारिक मॉक ड्रिल किया, जिसमे कोई भी प्राकृतिक आपदा आने पर एक सायरन बजाकर संकेत दिया गया और सभी बच्चों को विद्यालय भवन से बाहर निकला और एक खुले मैदान में एकत्रित किया I इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने इस मॉक ड्रिल की जानकारी को जीवन उपयोगी बताया और कहा कि इस तरह के उपायों से किसी भी बड़ी घटना से बचा जा सकता है I इससे बच्चों में आत्मविश्वास पैदा होता है और वे हर तरह की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तत्पर रहते हैं I उन्होंने यह भी बताया कि भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और इनमें लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर ध्वस्त कर सकने की क्षमता होती है I विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने इस मॉक ड्रिल का आयोजन करने के लिए प्रधानाचार्य और सभी प्रभारियों की सराहना की I
मिनर्वा कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन इंदौरा में इवेवैक्युएशन ड्रिल कम हेड काउंट एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। यह आयोजन कॉलेज की सी सी ए कमेटी औरआईक्यूएसी के सौजन्य से करवाया गया। इस कार्यक्रम में बी.एड के द्वितीय व चतुर्थ सत्र के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इसमें छात्रों को आपातकालीन निकास योजना, निकासी मार्गों आपातकाल के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसके बारे में जागरूक किया गया। सभी छात्रों को मॉक ड्रिल का उद्देश्य भी समझाया गया कि कैसे अप्रत्यशित आपत्ति स्थितियों में निपटने और उनके लिए तैयार रहने में मदद करता है। छात्रों ने आग ,भूकंप और बाढ़ के लिए कौन सी सावधानियां अपनानी चाहिए, उनको नाटकीय प्रतिक्रिया में समझा। इस कार्यक्रम में छात्रों के साथ -साथ सभी अध्यापक वर्ग भी वहां उपस्थित रहे।
कुल्लू जिला में सेब सीजन 2024 की तैयारियों को लेकर उपायुक्त तोरुत एस रवीश की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन बहुदेश्यीय अधिवेशन हाल में किया गया। उपायुक्त ने कहा कि सेब सीजन शुरू हो रहा है और बागवानी विभाग के एक अनुमान के अनुसार इस साल जिला में पिछले साल की तुलना में सेब की फसल अधिक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सेब सीजन सुचारू ढंग से चले इसके लिए अभी से सभी हितधारक तैयारियां शुरू कर दें। बैठक में अवगत करवाया गया कि सेब विपणन के लिए कार्टन की कोई कमी नहीं है। इसी प्रकार ट्रकों की भी कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि फल उत्पादक संघों व आढ़तियों ने इस बात को सुनिश्चित बनाया है कि टुकों की उपलब्धता तथा किराए की दरें वे आपसी सहमति से तय कर लेते हैं। इसमें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आती है। उपायुक्त ने कहा कि जिला की किसी भी सब्जी मण्डी में आने वाले ट्रक व छोटे वाहन बेतरतीब पार्क न हो इसके लिए एपीएमसी सचिव और पुलिस विभाग यह सुनिश्चित बनाएं। ट्रक केवल फल व सब्जी लोड करने के लिए सब्जी मण्डी में प्रवेश करें और तुरंत वहां से बाहर निकल जाएं। सब्जी मंडियों के आस-पास यातायात की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए उन्होंने पुलिस तथा होमगार्ड के अतिरिक्त बलों की तैनाती करने को कहा। उन्होंने कहा कि मुख्य सड़कों पर दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए जरूरी है कि मुख्य राजमार्ग के किनारे फल लाने व ले जाने वाले वाहनों की अनावश्यक पार्किंग न की जाए। इसके लिए कुछ अन्य स्थलों का निर्धारण करने के लिए तथा उन्हें अधिसूचित करने के लिए आरटीओ कुल्लू की आयक्षता में कमेटी गठन के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में आढ़तियों व ट्रक यूनियनों से भी सहयोग करने की अपील की। उपायुक्त ने कहा कि सीजन के दौरान सब्जी मंडियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उपायुक्त ने निर्देश दिए की लुहरी से खेम्सू सडक, तथा खराहल घाटी के देहनीधार सड़क को यातायात के लिए ठीक करवाएं। उन्होंने उपमंडल स्तर पर भी सभी उपमंडल अधिकारियों को इससे संबंधित बैठक करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं से कहा कि विशेषकर सेब सीजन के दौरान संपर्क मार्गों को सही हालत में रखें। ट्रकों की उपलब्धता पर ट्रक यूनियनों ने कहा कि वे अपने स्तर पर यह व्यवस्था कर लेते हैं और ट्रकों को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं होती। फल उत्पादकों संघों के प्रतिनिधियों ने कहा कि ट्रकों में निर्धारित मानदंडों के आधार पर ही फलों की लोडिंग की जानी चाहिए। ओवरलोडिंग से अनेक फल वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं जिससे ठेकेदार व फलोत्पादक सभी को नुकसान पहुंचता है। एपीएमसी की ओर से जानकारी दी गई कि सीजन की शुरुआत लोअर बेल्ट से हो चुकी है तथा पलम की फसल मंडी में आनी शुरू हो गई है। सेब की अर्ली वैरायटी भी जून के माह में मंडी में पहुंच जाएगी तथा इटालियन वैरायटी के सेब जैसे कि रेडलम गाला, रेड वेलोक्स इत्यादि भी जून के माह में ही मंडी में पहुंचने हैं।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शुक्रवार को 3.39 बजे रिक्टर पैमाने पर 3.0 तीव्रता का भूकंप आया। यह सूचना राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी। इस भूकंप से अभी किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। हालांकि, भूकंप आने के बाद लोग दहशत में जरूर आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक पुलिस कर्मी (हिमाचल प्रदेश पुलिस ) के लापता होने का मामला सामने आया है। बड़ी बात है कि पुलिस कर्मी ने लापता होने से पहले एक वीडियो जारी किया और एसपी सिरमौर पर बड़ा आरोप लगाया। फिलहाल, पूरे मामले में सिरमौर पुलिस विवादों में घिर गई है। दो दिन से पुलिस कर्मी का कुछ पता नहीं चला है और गुरुवार को उसकी पत्नी और परिजन थाने पहुंचे थे। दरअसल, सिरमौर पुलिस के काला अंब का यह मामला है। यहां पर पावंटा साहिब के नवादा के शिवपुर गांव का जसबीर थाने में बतौर हेडकॉन्सटेबल तैनात था। उन्हें एक वीडियो जारी करते हुए एसपी सिरमौर पर प्रताड़ित करने और एक केस में दवाब बनाने का आरोप लगाया। इस दौरान जसबीर ने कहा कि वह अपनी जान भी दे सकता है। 6 मिनट 60 सेकंड का वीडियो वायरल होने के बाद अब हड़कंप मचा हुआ है। जसबीर कालाअंब में करीब डेढ़ वर्ष से तैनात था। वीडियो में जसबीर ने आरोप लगाया कि एक एफआईआर में उसने जो धाराएं लगाई गई थी, वह बेलेबल ऑफेंश है, लेकिन लोग उस पर धारा-307 के तहत मामला दर्ज करने का दबाव बना रहे थे। एसपी ने भी उसे दफ्तर में बुलाकर धमकाया है। वीडियो में जसबीर ने कहा कि वह अपनी नौकरी से इस्तीफा दे रहा है। हालांकि, वीडियो के बाद से ही उसका कोई पता नहीं चला है।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने देहरा विधानसभा सीट से भाजपा ने होशियार सिंह चंबयाल, हमीरपुर से आशीष शर्मा और नालागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा ने कृष्ण लाल ठाकुर को टिकट दिया है। अब कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होने का इंतज़ार है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2024 की तैयारियों को लेकर आज योग जागरूकता अभियान के तहत राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन में योग शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी आज यहां ज़िला आयुष अधिकारी डॉ. प्रवीण शर्मा ने दी। डॉ. प्रवीण शर्मा ने कहा कि इस अवसर पर स्कूली बच्चों को योग के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि आज के तनाव व भाग-दौड़ वाले समय में हमें अपनी शरीर व मन को स्वस्थ रखने के लिए एक स्वस्थ व संतुलित जीवन शैली की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि योगाभ्यास से कई शारीरिक व मानसिक लाभ होते है। उन्होंने कहा कि योगाभ्यास से बेहतर मुद्रा, लचीलापन, संतुलित शरीर व सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इस अवसर पर बच्चों से गर्दन के व्यायाम, कंधों के आसन, ताड़ासन, अनुलोम-विलोम प्रणायाम, भ्रामरी इत्यादि योग मुद्राएं करवाई गई। शिविर में डॉ. मंजेश शर्मा, डॉ. अनिता शर्मा, स्कूल के अध्यापगण व लगभग 700 बच्चों ने भाग लिया।
देहरा विधानसभा उपचुनाव-2024 के दृष्टिगत जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है इसके साथ ही निष्पक्ष तथा शांतिपूर्वक निर्वाचन के लिए विभिन्न स्तरों पर कमेटियां भी गठित कर दी गई हैं। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी, उपायुक्त हेमराज बैरवा ने वीरवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में निर्वाचन के लिए गठित कमेटियों के नोडल अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता प्रबंध किए गए है। उन्होंने कहा कि व्यय निगरानी समिति राजनीतिक दलों तथा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार व्यय की पूरी तरह से निगरानी करेगी जबकि आदर्श आचार संहिता की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए एमसीसी कमेटी का गठन किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा चुनाव विज्ञापन के प्रमाणीकरण के लिए जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन निगरानी समिति (एमसीएमसी) का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को समाचार पत्रों, संचार माध्यम इंटरनेट में कोई भी विज्ञापन देने से पहले जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन निगरानी समिति की अनुमति लेना अनिवार्य होगा। उपायुक्त ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष तथा शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने के लिए सभी नोडल अधिकारियों को नियमित तौर को चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्रपत्र पर रिपोर्ट भी प्रेषित करने के आदेश दिए गए हैं। इससे पहले तहसीलदार निर्वाचन संजय राठौर ने लोकसभा निर्वाचन के लिए चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग को शराब इत्यादि की बिक्री तथा अवैध तौर पर शराब जब्त करने की प्रतिदिन रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है इसके साथ ही नाकों पर सुचारू चेकिंग भी करने के लिए कहा गया है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर तथा एडीएम डा हरीश गज्जू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि कांगड़ा जिला के सभी उपमंडलों में 14 जून को मेगा माॅक ड्रिल आयोजित की जाएगी माॅक ड्रिल के दौरान राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से तैनात पर्यवेक्षक भी उपस्थित रहेंगे तथा माॅक ड्रिल की कर्मियों को लेकर रिपोर्ट भी प्रेषित करेंगे ताकि भविष्य में तैयारियां बेहतर हो सकें। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि सभी विद्यालयों में भी निकासी अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि माॅक ड्रिल को लेकर 12 जून को टेबल टाॅप अभ्यास भी किया गया है ताकि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से सभी विभागों में आपसी समन्वय स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में राहत बचाव कार्य प्रभावी तरीके से पूरा करने के लिए विभागों में आपसी तालमेल जरूरी है। इस तालमेल की परख 14 जून को मॉक ड्रिल में की जाएगी। इससे जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण होगा और आपदा प्रबंधन योजना को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी। उपायुक्त ने इस दौरान आम जनता से अपील की है कि वे इस मॉक ड्रिल के दौरान किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और भयभीत न हों। यह ड्रिल उनकी सुरक्षा के लिए आपदा प्रबंधन क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए आयोजित की जा रही है।