भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर किया दुख व्यक्त भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रणव मुखर्जी का आज 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय बीमार थे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रणव मुखर्जी ने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है। पूर्व राष्ट्रपति और राजनेता प्रणब मुखर्जी के निधन से पूरे राष्ट्र में शोक की लहर है। प्रणब मुखर्जी ने परिश्रम और दृढ़ संकल्प के साथ कई भूमिकाओं में देश की सेवा की। वह अपनी बुद्धि और दृढ़ता के लिए सभी पक्षों में व्यापक रूप से प्रशंसित थे। उनके जाने से राजनीति के एक युग का अंत हो गया। उन्होनें कहा कि भारत रत्न मुखर्जी ने परंपरा और आधुनिकता के साथ काम किया। प्रणव मुखर्जी अपने लंबे राजनीतिक जीवन में सात बार संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। केन्द्रीय मंत्रीमण्डल में रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहकर उन्होनें देश के विकास में अहम योगदान दिया। 2012 में, मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति चुने गए। भाजपा अध्यक्ष ने प्रणव मुखर्जी के पारिवारिक सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
जिला सिरमौर गोबिंदगढ़ मोहल्ला नाहन से सोमवार को 31 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए है। कल भेजे गए सैंपल में से 137 की रिपोर्ट आनी बाकी थी जिसमें आज 31 की रिपोर्ट पॉजीटीव आई है जबकि 48 सैंम्पल की रिपोर्ट नेगिटिव तथा 33 की इनकनक्लुसिव आई है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ आर के परूथी ने बताया कि अभी आई रिपोर्ट के मुताबिक 31 नए पॉजिटिव मामलों में से 11 युवक/पुरूष जिनकी उम्र 15 से 68 वर्ष के बीच है तथा 14 युवती/महिलाए है जिनकी उम्र 12 से 60 वर्ष के बीच है और 6 बच्चे शामिल है जिनकी उम्र 2 से 8 वर्ष के बीच है। जिला में अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 210 हो गई है।
जिला सिरमौर के गोबिंदगढ़ मौहल्ला नाहन से शनिवार को 15 कोरोना पॉजिटिव मामले और सामने आए है। बेटे कल भेजे गए सैंपल में से 100 की रिपोर्ट आनी बाकी थी जिसमे आज 15 की रिपोर्ट पॉजीटीव जबकि 85 सैंम्पल की रिपोर्ट नेगिटिव आई है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ आर के परूथी ने बताया कि अभी आई रिपोर्ट के मुताबिक 15 नए पॉजिटिव आए मामलों में 4 युवक/पुरूष जिनकी उम्र 14 से 65 वर्ष के बीच है तथा 11 युवती/महिलाए जिनकी उम्र 11 से 68 वर्ष के बीच है। उन्होंने बताया कि जिला में अब कुल 169 एक्टिव मामले हैं।
शिमला संसदीय क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद सुरेश कश्यप को भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनने पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता बलदेव तोमर ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि सिरमौर जिले से संबंध रखने वाले ओर पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से लगातार 2 बार विधायक व वर्तमान में शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से प्रदेश भाजपा मजबूत होगी। उन्होंने सुरेश कश्यप को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा , गृह मंत्री अमित शाह जी व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का व राष्ट्रीय नेतृत्व, प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी, प्रदेश भाजपा शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट किया है। उन्होंने सुरेश कश्यप को बधाई देते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी हैं जिसमे एक साधारण परिवार से निकला कार्यकर्ता विधायक से संसद और प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर सम्भाल रहा हैं, यह भाजपा में ही सम्भव हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी हैं। उन्होंने कहा कि सुरेश कश्यप के प्रदेशाध्यक्ष बनने से न केवल सिरमोर जिला मजबूत होगा बल्कि प्रदेश भाजपा ओर मजबूत होकर उभरेंगी ओर 2022 में जयराम ठाकुर व सुरेश कश्यप के नेतृत्व में पुनः भाजपा की सरकार बनेगी।
जिला सिरमौर के गोबिंदगढ़ मोहल्ला से मंगलवार सुबह 10 कोरोना पॉजिटिव मामले और सामने आए हैं। बीते कल भेजे गए सैंम्पल में से 51 की रिपोर्ट आनी बाकी थी जिनमें से 41 की रिपोर्ट आज नेगिटिव तथा 10 की रिपोर्ट पॉजीटीव आई है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ आर के परूथी ने बताया कि अभी आई रिपोर्ट के मुताबिक 10 नए मामले पॉजिटिव आए हैं जिनमें एक 8 वर्षीय बच्ची, एक 11 वर्षीय बच्चा, 5 महिलाएं जिनकी उम्र 29 वर्ष से लेकर 58 वर्ष के बीच है तथा 3 युवक/ पुरुष शामिल हैं जिनकी उम्र 23 वर्ष से लेकर 34 वर्ष के बीच है। उन्होंने बताया कि जिला में अब कुल 80 एक्टिव मामले हैं।
नाहन शहर के गोविन्दगढ़ मौहल्ला में गत सांय 10 कोरोना पॉजीटीव मामले आने के बाद जिला प्रशासन सिरमौर ने शहर में गहन सैंपलिग करने तथा सामुदायिक संक्रमण की सम्भावना को रोकने के लिए नाहन शहर को तुरंत प्रभाव से लेकर मंगलवार प्रातः 7 बजे तक ऐतियातन बंद करने का निर्णय लिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ० आर के परूथी ने बताया कि इस बंद के दौरान नाहन शहर के सभी व्यापारिक गतिविधियाँ जिनमें सभी प्रकार की दुकानें बंद रहेगी। इसके अतिरिक्त मरीज़ों की सुविधा के दृृष्टिगत दवाईयों की दुकानों को खुला रखने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान आपातकालीन (मेडिकल एमरजेन्सी) स्थिति को छोड़कर लोगों की आवाजाही पर भी पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने बताया कि नाहन शहर के माजरी चौक-गोविन्दगढ़-दिल्ली गेट मार्ग भी तत्काल प्रभाव से आगामी मंगलवार प्रातः 7 बजे तक पूर्णतः बंद रहेगा तथा जो भी आवाजाही होगी वह यशवंत चौक-कच्चा टैंक वाले मार्ग से होगी। उन्होंने शहर वासियों से अपील की है कि वह जिला प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णयों में सहयोग दें ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। अगर कोई व्यक्ति इन आदेशों की अवेहलना करता हुआ पाया गया तो उसके विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएंगी।
जिला के ऐसे नाई व सैलून कर्मी जो किसी कारण से पहले प्रशिक्षण नहीं ले पाए है जिस वजह से उनकों अपनी दूकानें व सैलून बन्द रखने पड रहे है। उनकी मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने उन्हें एक विशेष अवसर देने के उददेश्य से एक दिवसीय प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर डा आर के परूथी ने देते हुए बताया कि प्रशिक्षण से वंचित रहे जिला के नाई व सैलून कर्मीयों को 07 जुलाई, 2020 को दोपहर 3ः00 बजे उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होने बताया कि इससे पूर्व में दिए गए प्रशिक्षणों में जिला के कुछ नाई व सैलून कर्मी प्रशिक्षण लेने से वंचित रह गए थे जिस कारण वह अपनी दूकानें नहीं खोल पाए थे ऐसे नाई व सैलून कर्मीयों का विशेष ध्यान रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य मानकों को ध्यान में रखकर काम करने और कोरोना बचाव के तरीकों के बारे में बताया जाएगा ताकि जब उनका काम शुरू हो तो कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होनें प्रशिक्षण प्राप्त न करने वाले सभी नाई व सैलून कर्मीयों से अपील करते हुए कहा कि 07 जुलाई को दिए जाने वाले प्रशिक्षण शिविर में आवश्य भाग ले ताकि प्रशिक्षण उपरान्त वह अपना सैलून खोल कर अपनी आजीविका कमा सके।
जिला प्रशासन सिरमौर की पहल पर आयुर्वेदिक विभाग द्वारा जिले के 6 प्रशासनिक ब्लोक में क्वाथ शाला प्रारम्भ करने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई गई है जिनमें से पांच क्वाथ शालाओं का शुभारम्भ व संचालन आयुर्वेद विभाग द्वारा कर दिया गया है। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परूथी ने दी। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में काढ़े का बड़ा महत्त्व है जिसका प्रयोग पुरातन काल से रोगों से बचाव व इलाज के लिए किया जाता था। वर्तमान में कोविड-19 की परिस्थिति को देखते हुए रोग प्रतिरोधि क्षमता बढाने के लिए काढ़े का महत्त्व और अधिक बढ़ गया है। इसी को ध्यान में रख कर आयुष मंत्रालय द्वारा नियमित रूप से काढा सेवन करने की सलाह व दिशा निर्देशों के बाद सामान्य जनता में काढ़े को लेकर जागरूकता उत्पन्न हुई है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सालय पौंटा साहिब की क्वाथशाला का शुभारंभ विधायक सुखराम चौधरी, क्वाथशाला राजगढ़ का शुभारम्भ विधायक रीना कश्यप, क्वाथशाला शिलाई का शुभारम्भ बलदेव तोमर उपाध्यक्ष खाद्य आपूर्ति निगम, क्वाथशाला नैना टिक्कर का शुभारम्भ एस डी एम सरांहा सोनाक्षी तोमर तथा क्वाथशाला श्री रेणुकाजी का शुभारम्भ सी ई ओ, रेणुकाजी विकास बोर्ड दीपराम शर्मा ने किया। जिला आयुर्वेद अधिकारी सिरमौर डॉ राजेन्द्र देव ने बताया कि इन सभी क्वाथशालाओं में सामान्य जन की इम्युनिटी बढाने के लिए प्रतिदिन काढा बनाकर पिलाया जाएगा। इनमे आयुष काढा, मधुयष्ठी कषाय सहित समय-समय पर अन्य काढ़े पिलाए जायेंगे। इसके अतिरिक्त आयुष काढ़ा में तुलसी, दालचीनी, सौंठ और कालीमिर्च जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हैं। यह आयुष काढा लोगों में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
जिला सिरमौर के वैली आयरन स्टील कम्पनी धौलाकुंआ में 4 मजदूरों के कोरोना पॉजीटिव पाएं जाने के बाद 13 जून, 2020 को लेबर कॉलोनी के संपूर्ण क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया था तथा पॉजिटिव आए व्यक्तियों की कांटेक्ट लिस्ट में सभी लोगों के टेस्ट किये जा चुके हैं। इसलिए अब इस क्षेत्र में थोड़ी छूट दी गई है जिसके तहत जिला प्रशासन ने अब मज़दूरों के लेबर कॉलोनी से फ़ैक्टरी परिसर तक आवागमन का एक निश्चित समय तय कर दिया है। यह जानकारी जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ0आर0के0परूथी ने दी। उन्होने बताया कि मज़दूर लेबर कॉलोनी से फ़ैक्टरी परिसर तक प्रातः 5:30 से 6 बजे, दोपहर 1:30 से 2:30 बजे तथा रात्री 9:30 से 10 बजे तक की समय अवधी के दौरान ही आवाजाही कर सकेगे। आवाजाही के दौरान मज़दूरों को मुंह पर मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि 13 जून, 2020 को जारी आदेशों के तहत कोई भी मजदूर घोषित कन्टेंनमेंट क्षेत्र से बाहर नही जा पाएंगे। फ़ैक्टरी प्रबंधन मज़दूरों की आवाजाही, सोशल डिस्टेंसिंग यानि दो गज की दूरी और मास्क पहनाना सुनिश्चित करेगा और किसी भी प्रकार के उल्लंघन के लिए खुद जिम्मेवार होगा। इन आदेशों की अवहेलना करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध भारतीय दण्ड सहिंता की धारा 269, 270 और 188 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51, 54 और 56 के तहत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
आगामी 27 जून, 2020 को 132 केवी गिरी पांवटा लाईन पर बिजली की लाईनों की मुरम्मत कार्य के चलते समस्त पांवटा साहिब के क्षेत्र में, जिसमें घरेलु और आद्यौगिक क्षेत्र शािमल है, विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त अधीक्षण अभियन्ता विद्युत गुरमीत सिंह ने देते हुए बताया कि विद्युत आपूर्ति सुबह 9ः00 से सांय 6ः00 बजे तक बाधित रहेगी।
हिमाचल सरकार द्वारा चलाई जा रही हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के अतंर्गत जिला सिरमौर में बिना गैस कनैक्शन के परिवारों को गैस कनैक्शन आबंटित किए जाएंगे। यह जानकारी जिला नियन्त्रक खाद्य नागरिक आपूर्तिं एवं उपभोक्ता मामले सिरमौर अभिनव बिद्रा ने दी। उन्होंने बताया कि पूर्व से अस्तिव में आए हिमाचली परिवार व वित्तिय वर्ष 2020-21 में बने नए परिवार, जिनके पास गैस कनैक्शन नहीं है, ऐसे पात्र परिवार सम्बन्धित ब्लॉक निरीक्षक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सम्बन्धित गैस एजैन्सी में समस्त दस्तावेजो सहित आवेदन कर सकते है।
सरकार जिला सिरमौर में विकास कार्यों को गति देने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। यह जानकारी मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा ने उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में आयोजित जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए प्रबन्धों, आर्थिक गतिविधियों को बहाल करने, विभिन्न विकासात्मक योजनाओं व मुख्यमंत्री के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के कार्यान्वयन समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में वित वर्ष 2001 से मार्च 2020 तक विभिन्न विकासात्मक कार्यों के लिए सरकार द्वारा 4514.39 करोड़ की मंजूरी दी गई थी जिसमें अब 4206 करोड रूपये खर्च किए गए है और 308.39 करोड़ शेष राशि को शीघ्र ही विकासात्मक कार्यों में व्यय करने के निर्देश जारी कर दिए है ताकि सिरमौर का विकास न रूक सके। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में लॉकडाउन के दौरान मनरेगा के तहत 7 हजार 927 परिवारों को रोज़गार उपलब्ध करवाया गया है जिसके तहत 15 करोड़ रूपये से अधिक की राशि व्यय की गई है। जिला में मनरेगा के तहत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के तहत सभी विकास खण्डों में 2017 से लेकर अब तक 3243 कार्य वितरित किए गए जिसमें नाहन विकास खण्ड में पानी व मृद्वा सरक्षण, सिंचाई संबंधी कार्य, जमीन संबंधी व पोन्ड निर्माण में 632 कार्य पच्छाद विकास खण्ड में 689 कार्य पांवटा साहिब विकास खण्ड में 383 कार्य राजगढ़ में 556 कार्य, संगडाह में 314, शिलाई विकास खण्ड में 669 कार्य में 131 कार्य सिंचाई संबंधी कार्य किए गए। बैठक में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिला सिरमौर में अब सीमेन्ट की कमी होने के कारण मनरेगा के कार्य नहीं रूकेगे, इसकेे लिए सीसीआई राजबन से सीमेन्ट की उपलब्धता के लिए अनुबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत वर्ष 2017-18 से अब तक जिला सिरमौर में 1324 आवास स्वीकृत करने थे जिसमें अब तक 645 आवास स्वीकृत किए गए है जिसमें लगभग 19 करोड़ रूपये से अधिक की राशि व्यय कि गई है। बैठक में उन्होंने सरकार द्वारा 2022 तक जिला सिरमौर को प्रधानमंत्री आवास योजना के अतंर्गत दिए गए लक्ष्यों को तेजी से पूरा करने और उपायुक्त को इन कार्यों का विश्लेषण करने तथा कार्योे में तेजी लाने के लिए अलग से बैठकों का आयोजन करने और उन बैठकों में सभी विधायकों को शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में अब तक 95 प्रतिशत कोविड-19 के पॉजिटीव केसों का पता लगाया गया है और प्रशासन के प्रयास से जिला सिरमौर में कोरोना से एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है इसके अतिरिक्त जिला में कोरोना टेस्टीग लैब की स्थापना की गई और जिला में हिमाचल का पहला आयुष समर्पित कोविड केयर अस्पताल का कार्य भी प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि सिरमौर हिमाचल का पहला ऐसा जिला है जहां कोविड 19 से लडने के लिए लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुष किट व चमनप्राश को लॉन्च किया। इसके अतिरिक्त जिला में लॉकडाउन के दौरान लोगों को आवश्यक वस्तुओं की सुविधा प्रदान करने के लिए फुड हेल्पलाइन नम्बर, मेडिसन हेल्पलाइन नम्बर, प्रवासी मजदूरों के लिए हेल्पलाईन नम्बर, पशु पालकों को सुविधा के लिए हेल्पलाइन नम्बर, किसान हेल्पलाईन नम्बर जारी किए है। जिला सिरमौर में सेल्यून, बार्बर, ब्यूटी पार्लर और जीम संचालकों को प्रशिक्षण देकर एसओपीज जारी किए गए। बैठक के बाद आयोजित प्रैस वार्ता में उन्होंने कोरोना महामारी में कोरोना वारियर्स को उनके योगदान के लिए सराहा और मीडिया को लॉकडाउन के दौरान लोगों को कोरोना से बचने और सावधानी बरतने के बारे में जागरूक करने के लिए आभार व्यक्त किया।
जिला सिरमौर में कोरोना योद्वाओं की शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद विभाग होम्योपैथिक एम्यूनिटी बूस्टर दवा आसेनिकम एल्बम 30 वितरित करेगा। इस अभियान की शुरुआत करते हुए उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परूथी ने बताया कि यह दवा जिला सिरमौर में कार्यरत कोरोना योद्वाओं जैसे सफाई कर्मचारी, पुलिस विभाग, मेडिकल स्टाफ इत्यादि को वितरित की जाएगी इसके अतिरिक्त आम लोगों के लिए यह दवा आयुर्वेदिक अस्पतालय की ओपीडी में उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 जैसे संक्रमणों से लडने के लिए शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर इस संक्रमण से अपने जीवन को बचा सकते है। डॉ० परूथी ने बताया कि यह दवा कोविड-19 संक्रमण का ईलाज नहीं है। यह केवल शरीर में शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है इसलिए कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए अन्य सावधानियों जैसे सामाजिक दूरी बनाएं रखना, बार-बार हाथ धोना व मास्क पहनना भी अत्यन्त आवश्यक है। इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी राजेन्द्र देव शर्मा ने बताया कि इस दवा की 6 गोलियां सुबह खालीपेट एक बार तीन दिन तक वयस्कों के लिए, 3 गोलियां सुबह खालीपेट एक बार तीन दिन तक 4 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त एक महीने के बाद चिकित्सक केे परामर्श कर इसे दोबारा ले सकते है। यह दवा अन्य किसी भी दवा के साथ ली जा सकती है, यह बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं दूध पिलानेवाली माताओं के लिए भी सुरक्षित है। इस दवा के कोई साईड इफेक्ट नहीं है। इस अवसर पर वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजकुमार शर्मा के अतिरिक्त अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
डॉ वाई एस परमार राजकीय मेडिकल कॉलेज नाहन में स्थापित कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला का शुभारम्भ उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परुथी की मौजूदगी में हुआ। शुभारम्भ के बाद 22 सैम्पल्स का प्रथम बैच प्रयोगशाला में लिया गया। डॉ परुथी ने कॉलेज प्रबंधन को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रयोगशाला के शुरू होने से अब कोविड-19 के सैम्पल्स की जाँच में तेजी आएगी जिससे संक्रमित व्यक्ति की पहचान करने में आसानी होगी और इस सक्रंमण को फैलने से रोका जा सकेगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला के महत्व और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट, सिरमौर ने इस प्रयोगशाला के लिए 1.18 करोड़ की राशि मुहैया करवाई थी। कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला आयुर्वेदिक अस्पताल के भूतल में स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि वक्त के साथ इस प्रयोगशाला में टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाया जायेगा और जल्द ही पूरे जिले के सैंपल की जांच इस प्रयोगशाला में संभव होगी। इस अवसर पर कॉलेज प्रबंधन ने उपायुक्त सिरमौर को इस प्रयोगशाला के लिए किये गए उनके व्यक्तिगत प्रयासों के लिए धन्यवाद किया।
जिला सिरमौर में दूसरे राज्यों के रेड जोन से आने वाले व्यक्ति को 7 दिनों के लिए संस्थागत क्वारन्टाइन रहना होगा जिसके बाद उसका कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। यदि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उसे होम क्वारन्टाइन के लिए भेज दिया जाएगा। यह आदेश जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ0आर के परूथी ने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 तथा हिमाचल प्रदेश महामारी रोग नियम-2020 2(जी) व हिमाचल प्रदेश पुलिस एक्ट-2007 की धारा में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए दिए। उन्होंने बताया कि ग्रीन जोन व ओरेन्ज जोन से आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वारन्टाइन रहना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि असाधारण परिस्थितियों में वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों और उनकी माताओं व अन्य गंभीर बिमारियों से ग्रस्ति लोगों को अस्पताल से डिसचार्ज होने के बाद ऐतिहात के दृष्टिगत 14 दिनों के लिए होम क्वारन्टाइन रहना होगा। उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति इन आदेशों की आवेलना करता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों के लिए जिला प्रशासन सिरमौर ने कालाआम्ब के होटल अश्विन में क्वारंटाइन रहने की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए अनुमति प्रदान की है। यह जानकारी उपायुक्तसिरमौर डॉ०आर के परूथी ने दी। उन्होंने बताया कि इस होटल में भुगतान के आधार पर इच्छुक व्यक्तियों को क्वारंटाइन उद्देश्य के लिए कमरे उपलब्ध कराने की मंजूरी प्रशासन ने दी है। इस होटल में एक व्यक्ति के लिए एक कमरा, सोशल डिस्टेन्स का पालन करना तथा समय-समय पर सेनेटाइजेशन करने से सम्बंधित निर्देश दिए गए है। उन्हाने बताया कि जिला में बाहरी राज्यों से आने वाले कई व्यक्तियो ने प्रशासन से संस्थागत क्वारंटाइन जाने के बजाय होटल में क्वारंटाइन की सुविधा प्रदान करने का निवेदन किया है, जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा पहले भी पांवटा साहिब में तीन अन्य होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाने की अनुमति दी थी। सहायक पर्यटन विकास अधिकारी सिरमौर राजीव मिश्रा ने बताया कि इस होटल में 18 कमरों की सुविधा है जिसमे एसी कमरे के लिए 990 रूपये व नॉन एसी कमरे के लिए 800 रूपये तथा लंच व डिनर के लिए 180 रूपये तथा ब्रेकफास्ट के लिए 100 रूपये एक व्यक्ति के लिए निर्धारित किया गया है।
जिला सिरमौर में लॉकडाउन के दौरान लोगों की सेवाओं संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए एक अनुठी पहल का आगाज करते हुए उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परूथी ने जिला में आवश्यक सेवाओं को घरद्वार पर मुहैया करवाने के लिए सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल का शुभारंभ किया है, जिसमें लोगों को 50 से अधिक सेवाए प्राप्त हो सकेगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि इस पोर्टल पर विभिन्न प्रकार के सेवा प्रदाता www.dcsirmaur.com पर जाकर निःशुल्क पंजीकरण कर सकते है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया के लिए सेवा प्रदाता के पास मोबाईल नम्बर अनिवार्य है जिस पर ओटीपी के माध्यम से ही पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होगी। इच्छुक व्यक्ति पंजीकरण स्वयं कर सकते है या व्यक्ति द्वारा दी गई जानकारी की जांच के बाद जिला प्रशासन द्वारा पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से जिला के लोगों को स्वास्थ्य, पलम्बर, कारपेन्टर, इलैक्ट्रीशियन, कार ड्राईवर, बेल्डर, पेन्टर, लेखाकार, माली, श्रमिक, दर्जी, कुक, धोबी इत्यादि मांग पर आधारित सेवाए उपलब्ध हो सकेगी। इन सेवाओं के लिए दर्रों का निर्धारण शीघ्र किया जाएगा। डॉ परूथी ने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से सेवा प्रदाताओं को मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना के तहत सम्मिलित किया जाएगा जिससे भविष्य में उन्हें स्वावलम्बी बनने के लिए इन योजनाओं के माध्यम से ऋण उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश से संबंधित जो लोग दूसरे राज्यों में कार्य कर रहे थे और लॉकडाउन की वजह से वर्तमान में जिला में हैं वह भी इस पोर्टल पर पंजीकरण कर अपनी सेवाए उपलब्ध करवाकर आर्थिकी को सुदृढ कर सकते है। उन्होंने बताया कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसे बाबर्र जो पंजीकृत नहीं है वह भी इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकते है। उन्होंने कहा कि श्रम अधिकारी तथा जिला रोजगार अधिकारी सिरमौर इस संबंधित कार्य के नोडल अधिकारी होंगे।
जिला सिरमौर में कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान कोरोना वारियर्स में शामिल एनएसएस व एनसीसी के स्वयंसेवकों को गत एक माह से अधिक समय तक जिला में लोगों को जागरूक करने के लिए तैनात किया गया था। उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परूथी ने उनकी सेवाओं के अंतिम दिन नाहन में तैनात 10 कैडेटस को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनकी द्वारा दी गई अमूल्य सेवाओं के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को मास्क पहनने व सेनेटाइजर का इस्तेमाल तथा सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसी आदतों के बारे में जागरूकता फैलाने में एनसीसी व एनएसएस स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि अब यह एनएसएस व एनसीसी स्वयंसेवक अपनी पंचायतों, गांव व घरों में जाकर लोगों को आयुष किट, सामाजिक दूरी, मास्क पहनने, कम से कम 20 सेकेण्ड तक साबुन से हाथ धोने व सेनेटाइजर के इस्तेमाल की आदत को आगामी समय में भी बनाए रखने का प्रचार अपने क्षेत्रों में करेंगे। उन्होंने बताया कि आयुष किट के इस्तेमाल से कोरोना महामारी से लड़ने में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी तथा साथ ही दूसरे रोगों से भी बचाव होगा। एनएसएस व एनसीसी के स्वयंसेवक अपने क्षेत्र के लोगों विशेषकर छोटे बच्चें तथा 60 साल से अधिक के बर्जुग, होम क्वारन्टीन में रह रहे व्यक्तियों के मनोबल को बढावा देगे तथा होम क्वारन्टीन के दौरान घर से बाहर न निकलने के लिए जागरूक करेंगे तथा आयुष किट के उपयोग के लिए प्रेरित करेंगे।
जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ० आर के परूथी ने 24 मार्च और 20 अप्रैल 2020 को जारी किए आदेशों की निरंतरता में आदेश जारी करते हुए बताया कि जिला में बैंकों, वितीय संस्थानों, जीवन बीमा और विभिन्न विभागों तथा निजी मालिकों द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों पर कर्फ्यू ढील की समय सीमा, सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक, लागू नहीं होगी।
जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ०आर के परूथी ने सीआरपीसी 1973 की धारा 144 (1) (2) के तहत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए विकास खण्ड पांवटा साहिब के क्षेत्र संत तेजा सिंह कॉलोनी से तारुवाला गुरुद्वारा, आदर्श कॉलोनी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) तारूवाला से संपूर्ण हरिओम कॉलोनी और वार्ड नंबर 13 से रोज ऑर्किड स्कूल तक के संपूर्ण क्षेत्र को कोविड-19 के दो पॉजीटीव मामले सामने आने के बाद सील करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि आपदा की स्थिति को छोड़कर, इस सम्पूर्ण क्षेत्र में सभी प्रकार की आवाजाही व सभी प्रकार के समारोह, प्रदर्शन, बैठके, जलूस, रैली, कार्यशाला, सामुदायिक व सभी प्रकार के धार्मिक आयोजन पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान प्रतिबंधित क्षेत्र के अंदर स्थित सभी दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। उन्होंने बताया कि सील किए गए क्षेत्र में सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नगर परिषद् पांवटा साहिब के कार्यकारी अधिकारी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद पांवटा सहिब को जिला प्रशासन द्वारा इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त समय-समय पर कार्यकारी अधिकारी सम्पूर्ण क्षेत्र को सेनेटाइज भी करेंगे। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए कार्यकारी अधिकारी के मोबाईल नम्बर 94180-16613 पर सम्पर्क कर सकते है। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति इन आदेशों का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो उस व्यक्ति के विरूद्व आईपीसी की धारा 269, 270 और 188 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51, 54 और 56 के तहत कानुनी कार्यवाही की जाएगी।
जिला प्रशासन सिरमौर ने कर्फ्यू में दी जा रही ढील को अब सात घंटों तक बढ़ा दिया है। अब दुकानें सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुली रहेंगी। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ आर के परुथी ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि केवल कर्फ्यू में दी जा रही ढील की अवधि को बढ़ाया गया है बाकि सभी निर्देश पूर्व में जारी आदेशों के अमरूप ही रहेंगे।
जिला सिरमौर में कोविड-19 हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन में रखी गई पांवटा साहिब विकास खण्ड की ग्राम पंचायत हरीपुरखोल पंचायत को हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है यह आदेश जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ आर के परूथी ने दिए। उन्होनें बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार इन ग्राम पंचायतों में पिछले 28 दिनों से कोई भी कोरोना संबंधित मामला सामने नही आया है जिस कारण हरीपुरखोल पंचायत को अब हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि माजरा, मिश्रवाला, पुरुवाला, पिलीवाला, हरीपुरखोल और पलोडी ग्राम पंचायतों को पहले ही हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया था। उन्होनें बताया कि जिला सिरमौर की इन पंचायतों के कुछ क्षेत्रों मे 11 मार्च, 2020 को 14 मरकज जमातियों ने प्रवास किया था जिस कारण 9 अप्रैल 2020 को इन सभी पंचायतों को हॉटस्पाट कंटेन्मेंट जोन में रखा गया था जिसे अब बहाल कर दिया गया हैं। उन्होनें बताया कि हरिपुरखोल ग्राम पंचायत, ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाली सभी दुकानें, शॉपिंग मॉल को छोड़कर कर्फ्यू में ढील के दौरान प्रातः 09ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक रविवार का दिन छोड़कर दैनिक आधार पर खोलने की अनुमति होगी व सभी दुकानदार मास्क के साथ अपने यहां काम कर रहे 50 प्रतिशत श्रमिक ही तैनात कर पाएंगे और सामाजिक डिस्टेंसिंग मानदंड बनाए रखेंगे। उन्होनें बताया कि सब्जियों और फलों की दुकानों, डेयरी की दुकानों, उचित मूल्य की दुकानों, बेकरी इकाइयों, आवश्यक वस्तुओं को बेचने वाली स्टैंडअलोन दुकानें और शराब की दुकानें प्रातः 09ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक दैनिक आधार पर खोलने की अनुमति होगी। हालांकि, आहता को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी दुकानदार अपनी दुकानों के अंदर व बाहर जमीन पर कम से कम 1 मीटर की दूरी पर वेटिंग एरिया में स्थायी मार्किंग करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग लागू करेंगे तथा बाल काटने वाले सैलून, नाई की दुकानें, ब्यूटी पार्लर, स्पा अगले आदेशों तक बंद रहेंगे व ढाबों, मिठाई की दुकानों को कर्फ्यू में छूट के दौरान खोलने की अनुमति होगी। रेस्तरां पकाये हुए भोजन को काउंटर बिक्री के लिए प्रातः 09ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे के बीच ही खोल पाएंगे। रेस्तरां या बार को खोलने की अनुमति नहीं होगी। इन आदेशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर आईपीसी के तहत धारा 269,270 और 188 के तहत कानुनी कार्यवाही की जाएगी।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए विश्वव्यापी प्रयासों के तहत आज सभी ओर भय और संशय की स्थिति व्याप्त है। मानव मानव को शंका व डर की दृष्टि से देख रहा है परस्पर सामाजिक दूरी बनाए रखने के अनुशासन को आंगीकार करते हुए भी संशय की छाया में जी रहा है। प्राथमिक तौर पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निरंतर साबुन से हाथ धोने या सैनिटाइजर का प्रयोग करने की स्वास्थ्य विभाग की सलाह और सरकार के संदेश को आत्मसात कर लोगों द्वारा इसे अपनाया जाने लगा। शुरुआती दौर में सैनिटाइजर की कमी आने लगी किंतु सरकार के प्रयासों से स्थिति से निपटा गया लेकिन दूरदराज के क्षेत्रों में यह कमी कुछ समय तक बरकरार रही। जिला सिरमौर के राजगढ़ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत लाना भाल्टा की प्रधान रूपिंदर कौर ने इस अवस्था को निर्माण और स्वावलंबन की ओर परिवर्तित करने की पहल की। सैनिटाइजर की उपलब्धता की कमी की पूर्ति के लिए रूपिंदर कौर ने महिलाओं में उत्साह का सृजन किया और संकट की इस घड़ी में अपने क्षेत्र की महिलाओं को समाज के लिए सहयोग और योगदान प्रदान करने के लिए प्रेरित करते हुए स्वावलंबी बनाने की दिशा में श्रम शक्ति का सूत्रपात किया। रूपिंदर कौर ने कलगीधर ट्रस्ट बडू साहिब के सहयोग से स्वयं का सैनिटाइजर उत्पाद तैयार करने की मन में ठानी। लाना भाल्टा महिला मंडल की उत्साही महिलाओं को संगठित कर इस दृष्टि से विचार किया गया। इस कार्य की पूर्ति के लिए स्वयं सहायता समूह व अकाल महिला मंडल बडू साहिब को सबल प्रदान किया ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक ललित जैन ने। सैनेटाइजर के लिए अल्कोहल एवं अन्य प्राथमिक उत्पाद का प्रबंध दिल्ली से किया गया तथा एक व्यक्ति महिलाओं को इस संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भी बुलाया गया। इस संबंध में पूरा कच्चा माल एक प्रमाणित एवं विश्वसनीय स्रोतों से लिया जा रहा है। महिला मंडल द्वारा अन्य शुद्ध एवं प्राकृतिक जड़ी-बूटियों जैसे एलोवेरा, हल्दी एवं अन्य सुगंधित पदार्थ शामिल है, का निर्माण स्वयं अकाल महिला मण्डल व स्वयं सहायता समूह द्वारा कर अल्कोहल में डाला गया। लोगों को कम दाम पर बेहतर सैनेटाइजर उपलब्ध हो इसके लिए महिला मण्डल व स्वयं सहायता समूह द्वारा निरंतर कार्य कर सैनेटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। विभाग द्वारा सैनिटाइजर की 100 मिलीलीटर की कीमत 40 रुपये है एवं 250 मिलीलीटर की कीमत 100 रुपये रखी गई है। अकाल महिला मण्डल द्वारा ग्रामीण विकास विभाग को 5000 सैनेटाइजर बोतल उपलब्ध करवाई गई है और अधिक सैनेटाइजर निर्मित कर विभाग को मुहैया करवाई जाएगी। इस कार्य के लिए ग्रामीण विकास विभाग ने प्रारम्भिक राशि महिला मण्डल को प्रदान की। कलगीधर ट्रस्ट श्री बडू साहिब राजगढ़ के बहुमूल्य योगदान से लाना भाल्टा की महिला मंडल द्वारा तैयार इस सैनिटाइजर के सैंपल को अधिकारिक तौर पर महिला मंडल समूह द्वारा निदेशक ललित जैन तथा संयुक्त निदेशक अनिल शर्मा की उपस्थिति में प्रस्तुत किया गया। विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह को सैनिटाइजर बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे एक ओर उनकी आमदनी बढ़ेगी वहीं गांव में रहने वाले लोगों को शुद्ध एवं प्राकृतिक पदार्थों से तैयार सैनिटाइजर उचित कीमत पर उपलब्ध होगा। विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सामूहिक स्तर पर यह अनूठी पहल है। पंचायत की प्रधान रूपिंदर कौर ने बताया कि उनका यह प्रयास महिलाओं में आर्थिक स्वावलंबन की जिज्ञासा को जागृत करना है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में लहसुन व टमाटर का उत्पाद बड़े पैमाने पर होता है, जिस पर आधारित प्रोसेसिंग प्लांट के तहत एक बड़ी परियोजना पर कार्य कर इस क्षेत्र के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक तौर पर सुदृढ़ व सक्षम बनाने का है।
एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के दूसरे दिन सिरमौर में 70,406 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसके बाद जिला में अभी तक 1,06,022 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ आर के परुथी ने बताया की कोरोना वायरस को लेकर जिला सिरमौर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया गया है जिसके अंतर्गत कोरोना संक्रमण की जांच को लेकर घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। इसके अंतर्गत कल देर साएं तक जिला के धगेड़ा खंड में 12,049 और पच्छाद खंड में 13,374 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसी प्रकार, राजपुर खंड में 25,890, संगड़ाह खंड में 7945 और शिलाई खंड में 11,148 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। उन्होंने बताया की जिला सिरमौर मे इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला व पुरुष, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के सदस्य एक दल के रूप कार्य कर रहे हैं, जिनमें आशा कार्यकर्ता भी घर-घर जा कर हरेक व्यक्ति की ट्रेवल हिस्ट्री व स्वास्थ्य की जांच कर रही है। सर्वे का कार्य सुबह 9 से शाम 4 बजे के बीच किया जा रहा है। बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक संघ हिमाचल प्रदेश के महासचिव रविदत्त भारद्वाज ने बताया कि हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता पूरे हिमाचल प्रदेश में इस अभियान को सफल बनाने में पुरजोर योगदान दे रहे हैं।
विधानसभा क्षेत्र पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने लोगों से अपील की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर रविवार 5 अप्रैल रात्रि 9 बजे अपने अपने घरों में दिया, मोमबती अथवा टार्च अवश्य जलाएं जिसका तात्पर्य करोना वायरस जैसी महामारी से निराश व हताश हुए लोगों को आशा की ओर ले जाना है। उन्होने कहा कि दिया अथवा मोमबती जलाने से पहले अपने घरों की लाईटों को जरूर बुझा दें । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपादा की यह लड़ाई पूरा देश मिलकर लड़ रहा है और 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए प्रकाश करके अंधकार को चुनौती देने के साथ साथ देशवासियों की सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन करना भी है। उन्होंने इस दौरान लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का भी आह्वान किया। उन्होने कहा कि इस राष्ट्रीय आपादा से लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है परंतु सरकार द्वारा जारी की गई एडवायजरी की अनुपालना करना जरूरी है । उन्होने बताया कि पच्छाद भाजपा मंडल द्वारा कोविड-19 सॉलिडेरिटी रिस्पोंस फंड के लिए दो किश्तों में 67 हजार रूपये की राशि प्रदान की गई है ।
वैश्विक कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू करवाने के लिए पुलिस मुलाजिमों की देश भर में खूब प्रशंसा हो रही है। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छठी आईआरबी बटालियन में तैनात पुलिस के एक अधिकारी ने भी एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी हर जगह तारीफ़ हो रही है। दरअसल 6th आईआरबीएन बटालियन कोलर में तैनात डीएसपी मनोज जोशी ने रोनहाट पुलिस चौकी में ड्यूटी पर कर रहे छठी आईआरबी बटालियन के एक कांस्टेबल तक मास्क और सेनेटाइजर पहुँचाने के लिए 120 किलोमीटर का सफर तय कर डाला। डीएसपी रैंक के अधिकारी द्वारा अपने जवान की सुरक्षा के लिए उठाए गए इस कदम की खूब तारीफ की जा रही है। जानकारी के अनुसार वीरवार दोपहर बाद रोनहाट बाजार में पहुँची एक सरकारी गाड़ी को ड्यूटी पर तैनात एक कांस्टेबल ने जब पूछताछ के लिए रोका तो उसने देखा की गाड़ी में उसी की 6th आईआरबीएन कोलर के डीएसपी मनोज जोशी सवार है। डीएसपी ने बड़ी ही नम्रता के साथ जवान का हाल चाल पूछा और उसके रहने और खाने की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। इसके बाद जवान को मास्क, सेनेटाइजर और दस्ताने देकर ड्यूटी पर मुस्तेद रहने के निर्देश दिए और वापिस चले गए। अपने घर की छतों और बालकनियों में खड़े लोगों ने जब इस पुरे वाक्ये को देखा तो मीडिया को इसकी जानकारी दी। कल्याण सिंह, आत्मा राम, जगत सिंह, अरविन्द कुमार, ज्ञान प्रकाश, चमेल सिंह, भगत राम, सूरत सिंह आदि लोगों ने बताया कि वैश्विक आपदा से उनको सुरक्षित रखने के लिए पुलिस के जवान खुद के जीवन को जोखिम में रखकर निरंतर ड्यूटी कर रहे है। ऐसे में एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा उनके खाने और रहने की व्यवस्था के बारे में जानकारी लेने और उनको सुरक्षा उपकरण देने के लिए 120 किलोमीटर का सफर तय करके रोनहाट आना काबिले तारीफ़ है।
माता भंगायनी मंदिर सेवा समिति की महासचिव बलबीर चौहान ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते सेवा समिति ने मंदिर को बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि आगामी आदेशों तक मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पूर्ण रूप से बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि मंदिर में जहां भंडारे पर प्रतिबंध लगा दिया गया है वहीं यहां आयोजित होने वाले अन्य सामूहिक कार्यक्रम पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। मंदिर सेवा समिति ने कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है।
वीरवार सुबह पांवटा साहिब में यमुना नदी के किनारे पुलिस को एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला। जिसके पश्चात व्यक्ति को सिविल अस्पताल पांवटा साहिब लाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। व्यक्ति की पहचान कल्लू , उम्र 52 वर्ष निवासी मानपुर, पांवटा साहिब के रूप में हुई है। बताया जा रहा है की व्यक्ति वीरवार सुबह यमुना नदी के किनारे बेसुध अवस्था में मिला, जिसकी सूचना लोगों ने स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसे सिविल अस्पताल लेकर गई लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। मौत के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। वहीं दूसरी तरफ इछाड़ी डैम में एक तैरता हुआ शव मिला, जिसे पुरुवाला पुलिस पांवटा साहिब लेकर पहुंची। फिलहाल शव की पहचान नहीं हो पाई है। सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि पुलिस को हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर इछाड़ी डैम में एक लाश मिली है लेकिन शव की फिलहाल कोई पहचान नहीं हो पाई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखा गया है।
Vandana Yadav, the engineer-turned journalist and writer, was bestowed with the prestigious WEF Exceptional Woman of Excellence Award, 2020 at the annual WEF event held in Cairo, Egypt the past week. Held under the auspices of H.E. Abdelfattah El Sisi, President of Egypt, the mega event brought together over 1,000 women from more than 75 countries who exchanged their experiences and knowledge with each other. Also a speaker at the event, Vandana spoke on how travelling contributes to emergence of new ideas and helps in experiential learning. While sharing her travel stories and experiences, she said, “Travelling not only makes for a very exciting recreation but also a source of adventure, learning and creativity. Travelling helps explore stories and histories around the world. No amount of reading can ever bring the kind of depth lent by a hands-on experience.” The forum arm of the global network ALL Ladies League (ALL), the Women Economic Forum (WEF) is an international platform enabling women leaders, entrepreneurs, authors, thought leaders and celebrities across the globe to expand business opportunities and enhance personal influence through networking. With over 100,000 members across 150 countries, ALL and WEF are amongst the largest women networks globally. In her own words, Vandana is a “serious editor”, a “thoughtful writer”, an “impulsive poet” and an “all-time ready traveller”. She believes those who tread on challenging paths and pursue their dreams with complete faith often turn out to be happy human beings. Vandana is married into a family from the Bagna village of Shillai (Sirmour). With this award, she has made Sirmour proud not only nationally but also globally. Previously, she has been awarded with The Lioness Inspiring Young Woman title by a Hyderabad-based NGO. Annual WEF 2020 @Cairo Women Economic Forum – Egypt, from 4-9 March, 2020, was a Six days event on the theme “Culture & Creativity: Creating Pathways to Prosperity.” Over the 6 days, they expected 2000+ participants from 120+ countries. Women Economic Forum – Egypt 2020 at The Nile Ritz Carlton. About Women Economic Forum (WEF) and ALL Ladies League (ALL). The forum arm of the global network ALL Ladies League (ALL), the Women Economic Forum (WEF) is an international platform enabling women and leaders from all walks of life worldwide to expand business opportunities and enhance personal influence through networking across borders while being inspired by some of the world’s most successful entrepreneurs, authors, thought leaders and celebrities. ALL is a multinational movement of “Sisters Beyond Borders,” fostering a worldwide web of women beyond borders, boundaries and bias. It operates via a network of chapters that are circles of self-help through support and sisterhood. WEF curates conversations, connections, community and collaborations toward our greater influence and impact through relentless inspiration and initiatives. It conducts editions globally encouraging local ALL chapters and widening networks to gather for peer exchange and networking enabling “Business Beyond Borders” in a spirit of support and sisterhood.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की महत्वाकांक्षी पहल " श्रीनिवासा रामानुजन डिजिटल स्टूडेंट योजना" जिसके अंतर्गत 10वीं 11वीं और 12वीं कक्षा में श्रेष्ठ विद्यार्थि शिक्षा के अंतर्गत, प्रथम आने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप देने का कार्य प्रदेश सरकार ने शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह पहल अतुल्य है जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस पहल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश सरकार और शिक्षा मंत्री को बधाई दी। उन्होंने कहा इस पहल के अंतर्गत दसवीं तथा जमा दो के विद्यार्थियों को 8981 एचपी के लैपटॉप बांटे जाने हैं जिसमें से आज नाहन में सिरमौर जिला के 63 विद्यार्थियों को इस श्रीनिवासा रामानुजन डिजिटल स्टूडेंट योजना के अंतर्गत श्रेष्ठ विद्यार्थियों को लैपटॉप आवंटित किए गए। सिरमौर जिला के दसवीं तथा जमा दो के 791 बच्चों को लैपटॉप की सूची प्रदेश सरकार की ओर से आई है। प्रदेश अध्यक्ष ने उन सभी बच्चों को बधाई दी जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र के अंदर उत्कृष्ट कार्य करते हुए और जीवन में शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का निश्चय किया। उन्होंने बताया कि आज शिक्षा के क्षेत्र में 96% 97% और 98% अंक लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है, हर्ष की बात यह है कि आज के समय में इस संख्या में कन्याओं ने बाजी मारी है। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश सरकार को, प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को और शिक्षा मंत्री को इस बड़ी पहल के लिए बधाई दी उन्होंने कहा यह योजना श्रीनिवास रामानुज के नाम पर शुरू की गई जो स्वयं एक महान भारतीय गणितज्ञ थे इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है इन्होंने गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्र में गहन योगदान दिया।
राजगढ से लगभग 20 कि मी दूर पुलिस चौकी गिरीपुल के एक पुलिस दल ने एक बाबा से लगभग नौ लाख रूपये की नगदी बरामद की है। देर रात जिस समय पुलिस दल ने गिरीपूल के पास नाका लगा रखा था और गाड़ियों की सामान्य चैकिग चल रही थी, तो गुजरात नंबर जी जे 12 टी एस 2314 को सनौरा की और से सोलन की तरफ जा रही थी तो उसे चैकिग के लिए रोका गया और कार की डिकी मे छूपा कर रखे लगभग नौ लाख रूपये मिले। इस गाडी मे एक बाबा जिसका नाम शंकर भारती बताया जा रहा है। इस पैसे को अपने आश्रम गुजरात ले जा रहा था इस गाडी मे बाबा सहित पांच लोग थे। ये सभी गुजरात के बताये जा रहै है मौके पर बाबा पैसो के बारे मे कोई पुख्ता दस्तावेज पुलिस को नही दिखा पाया। अब पुलिस ने आगामी कार्यवाही के लिए आयकर विभाग को सुचित कर दिया है। अब जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि बाबा के पास इतना पैसा कहा से आया।
प्रदेश सरकार ने हाल ही में 3636 शिक्षको की भर्ती करने का निर्णय लिया है। लेकिन निकट भविष्य में की जाने वाली इन भर्तियो में शारीरिक शिक्षको को कोइ तरजीह नही दी गई है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय का हिमाचल प्रदेश राजकीय शारीरिक शिक्षक संघ ने कड़ा विरोध किया है। संघ के प्रधान मस्त राम बडियाल, सचिव छोटा राम, वित् सचिव मनोहर लाल ठाकुर, वरिष्ठ उप-प्रधान सतीश चंद शर्मा, मुख्य सलाहकार रमेश सरैक, पुष्पराज सोनी, अरुण कुमार, यशवंत सिंह चौहान, बलबीर ठाकुर, मिडिया प्रभारी चंचल सिंह व् ओम प्रकाश ने प्रेस को जारी विज्ञप्ती में कहा कि सरकार एक तरफ तो खेलो इंडिया अभियान चला रही है और दुसरी ओर प्रदेश में लगभग 1500 से अधिक शारीरिक शिक्षको के पद रिक्त चल रहे है। मुख्य सलाहकार रमेश सरैक ने कहा कि संघ को सरकार से आशा थी कि इस बार कम से कम 1000 के करीब शारीरिक शिक्षको के पद भरे जायेंगे, लेकिन सरकार द्वारा शारीरिक शिक्षको का एक भी पद स्वीकृत न कर उनके साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। और इस निर्णय से संघ को बहुत दुःख हुआ है। उन्होंने संघ की ओर से सरकार को अवगत करवाया कि पिछले वर्ष अंडर -14 हैण्डबाल से हिमाचल की बेटियों ने राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान व हॉकी में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। इस वर्ष भी अंडर14 वर्ग में पुरे देश में पहला स्थान अर्जित कर प्रदेश का नाम रोशन किया है लेकिन सरकार प्रोत्साहन के स्थान पर शारीरिक शिक्षको के पदों को नजर अंदाज कर रही है। संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अन्य पदों के साथ शारीरिक शिक्षको के पदों को भी भरने की मांग की है।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा राजगढ़ द्वारा राजगढ़ व हाब्बन में वितीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। राजगढ़ में शिविर की अध्यक्षता वरिष्ठ शाखा प्रवन्धक जे के नेगी ने की और उनके साथ अमरेन्द्र कंवर व शिलाई से लिपिक बलबीर ने बैंकिंग से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाई। उन्होंने उपस्थित लोगो को डिजिटल बैंकिंग की सुविधाओं, उसकी सुरक्षा, डेबिट कार्ड के इस्तेमाल व राज्य सहकारी बैंक के मोबाइल एप्प हिमपैसा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि हिमपेसा एप्प बहुत ही सुरक्षित एवं तेज़ साधन है। हाब्बन में आयोजित शिविर में जे एस नेगी के साथ शाखा प्रवन्धक वेद प्रकाश व लिपिक विवेक ने अटल पेंशन योजना सहित बैंक की विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करवाई और लोगों से आग्रह किया गया कि वे अपने एटीएम के सीक्रेट पीन को किसी भी अन्य लोगो से शेयर ना करे। ऑनलाइन बैंकिंग प्रणाली के तेजी से बढ़ते प्रचलन में सुरक्षित ट्रांजेक्शन करने की प्रक्रिया के बारे में व बैंकों में खाता खोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया। शिविर के दौरान नये खाते भी खोले गए। दोनों शिविरों में 100 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
आधुनिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा के हब बडू साहिब मे कलगीधर ट्रस्ट द्वारा संचालित उतर भारत के एकमात्र कन्या इंटरनल विश्वविद्यालय में रविवार से बोद्विक संपदा अधिकारो का महत्व विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्यौग मंत्रालय नियंत्रक जनरल पेटेट डिजाईन व्यापार ट्रेड मार्क कार्यालय के सौजन्य से आई पी आर सैल द्वारा पी एच डी चैबर आफ कार्मस एवं इंडस्ट्री के सहयोग से किया गया। तीन दिवसीय इस कार्यशाला का शुभारंम सतनाम कौर द्वारा किया गया। इसमें प्रमुख वक्ताओं जैसे माननीय कुलपति, प्रो. एचएस धालीवाल और यूनाइटेड आईपीआर के सुदर्शन कुमार शामिल थे। मुख्य वक्ता के रूप में आईपीओ नई दिल्ली कार्यालय से पेटेंट डिजाइन और ट्रेडमार्क के नियंत्रक महानिदेशक डॉ. राजू तिवारी द्वारा दिया गया। इसके बाद अनिल सौंखला, उप-निदेशक निदेशक, क्षेत्रीय कार्यालय, शिमला, PHDCCI द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। पहला तकनीकी सत्र बौद्धिक संपदा - संकल्पना, पहचान और निर्माण पर था। इसने बौद्धिक संपदा अधिकारों के सभी रूपों और पेटेंट, कॉपिराइट्स, ट्रेडमार्क और सेवा के निशान, भौगोलिक संकेतक, औद्योगिक डिजाइन, व्यापार रहस्य, प्लांट वैरायटी, अर्ध-कंडक्टर एकीकृत सर्किट जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी डिजाइन को कवर किया। डॉ। राजू तिवारी द्वारा संचालित दूसरा तकनीकी सत्र, भारत में पेटेंट व्यवस्था पर था, जिसमें आईपी को भरने के लिए वैधानिक प्रक्रिया और आवश्यकताओं को शामिल किया गया था। व्यापक विषयों में पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क शामिल होंगे। तीसरा सत्र आईपी के व्यावसायीकरण और उद्योग में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के मुद्दों पर केंद्रित था। इस सत्र में दुनिया भर के व्यावसायीकरण और आईपी पोर्टफ़ोलियो / केस स्टडीज की परियोजनाओं की आवश्यकता पर चर्चा की गई, जो सफल रही हैं और राइट्स ओनर को लाभ पहुंचाया है। व्यापक विषयों में व्यावसायीकरण- अवधारणा, मॉडल और सफलता की कहानियां शामिल थीं। चौथा और अंतिम सत्र डॉ। मंदिरा रॉय द्वारा दिया गया था, और यह भारत में कॉपीराइट पर था। स्पीकर ने भारत में अवधारणा, कानूनी ढांचे, फाइलिंग प्रक्रिया और कॉपीराइट कानून के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। यह सफल कार्यशाला एक खुली मंजिल सत्र और सभी के बीच एक नेटवर्क के लिए और विचारों का आदान-प्रदान करने और बौद्धिक संपदा अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
सिरमौर : मुख्यमंत्री गृहणी योजना के अन्तर्गत राजगढ़ उपमंडल की 13 पंचायतो की 250 पात्र महिलाओं को मुफ्त गैस कनैक्शन विधायक रीना कश्यप द्वारा राजगढ़ में वितरित किये गए। मण्डल प्रवक्ता नवीन शर्मा ने बताया कि विधायक रीना कश्यप ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रहणी योजना गरीब महिलाओं के साथ साथ मध्यम वर्ग की महिलाओं को वरदान साबित हो रही है व प्रदेश में हज़ारों महिलाओं को लाभ मिल रहा है। प्रदेश व केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जनता हर क्षेत्र में लाभ ले रही है। उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र की मुख्य समस्याओ को सरकार के समक्ष रखेंगी और उनका हल किया जाएगा । रीना कश्यप ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़को को बेहतर करने की रहेगी और सभी साथ मिलकर क्षेत्र की समस्यओं का समाधान करेंगे। उन्होंने कहा कि सांसद सुरेश कश्यप संसद में क्षेत्र की आवाज को जोरो से रख रहे है व उनके विधायक रहते उन्होंने लगभग 300 करोड़ की योजनाओं को प्रदेश व केंद्र सरकार से स्वीकृत करवाया है।और इन योजनाओं को शीघ्र पूर्ण करवाया जाएगा। इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर, महामंत्री राजपाल ठाकुर ,पंचायत समिति की उपाध्यक्षा तारा ठाकुर ओबीसी मौर्चा पच्छाद के अध्यक्ष विनय शर्मा उपस्थित रहे।
कलगीधर ट्रस्ट द्वारा संचालित आधुनिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा के केंद्र इंटरनल विश्वविद्यालय द्वारा 30 नवंबर शनिवार को बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा। विश्व विधालय के उपनिदेशक व जन सम्पर्क अधिकारी पी के खन्ना ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नियंत्रक जनरल पेटेंट, डिजाइन और व्यापार चिह्नों के कार्यालय के तत्वावधान में आईपीआर सेल द्वारा पी एच डी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस एक दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आईपीआर के बारे में जानकारी का प्रसार करना और देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, प्रौद्योगिकी साँझा करने के लिए और आईपीआर से जुड़े वाणिज्यिक लाभ पैदा करना है। कार्यशाला के दौरान बौद्धिक संपदा, अवधारणा, पहचान और निर्माण, आईपी दर्ज करने के पीछे की प्रक्रिया, पेटेंट सूचना विज्ञान, व्यावसायीकरण और तकनीक हस्तांतरण आदी विषय सम्मिलित रहेंगे। यह कार्यक्रम संकाय सदस्यों, अनुसंधान और स्नातकोत्तर छात्रों, स्टार्टअप और अन्य पेशेवरों और शिक्षाविदों के लिए है।
भले ही जिला सिरमौर भाजपा जिला अध्यक्ष के चुनाव संपन्न हो गए हो, साथ ही पांच में से चार विधानसभा क्षेत्रों के मंडल अध्यक्ष चुन लिए गए हो मगर पच्छाद शुक्रवार तक बिना मंडल अध्यक्ष के ही चल रहा है। शनिवार को यानि कल पच्छाद कोर कमेटी की बैठक मुख्य चुनाव अधिकारी पवन गुप्ता की अध्यक्षता में रखी गई है। निश्चित ही कल इस विधानसभा क्षेत्र को नया मंडल अध्यक्ष मिल जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि क्या कोर कमेटी हमेशा भाजपा के लिए इस विधानसभा क्षेत्र में लक्की रहे प्रताप ठाकुर पर फिर से मुहर लगाएगी या फिर किसी और पर। यहां पर काबिल गौर है कि प्रताप ठाकुर भाजपा के लिए हमेशा लक्की रहै है पहली बार 32 सालो के बाद कांग्रेस से इस सीट को छुडाने मे प्रताप ठाकुर का अहम भूमिका रही है उनके पहली बार मंडल अध्यक्ष बनने के बाद ही विधायक सुरेश कश्यप ने जीत दर्ज की थी और प्रताप ठाकुर की अध्यक्षता मे लगातार हुये लोक सभा ,विधान सभा ,पंचायती राज,के चुनाव मे भाजपा जीत दर्ज करती आई है क्योंकि मंडल अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे चल रहा नाम टपरोली पच्छाद निवासी सुनील ठाकुर का है। तो वही अनूप सुरेंद्र नेहरू चक्रधर भंडारी आदि करीब 9: का नाम भी पैनल में शामिल बताया जा रहा है। मगर बड़ी बात तो यह है कि इस विधानसभा क्षेत्र के दोनों गिरी आर और गिरी पार के संगठन से जुड़े नेताओं की और कार्यकर्ताओं की पहली पसंद प्रताप ठाकुर को ही माना जाता है और इस बार के चुनाव में भी प्रताप ठाकुर काफी सक्रिय रहे थे पार्टी में तीन तरफा चले विरोध के बावजूद उन्होंने संगठन को पूरी तरह से जोड़े रखा। भले ही बमुश्किल इस बार उपचुनाव जीता गया हो मगर इस जीत के पीछे एक नाम मंडल अध्यक्ष का भी आता है। प्रताप ठाकुर दो बार पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के प्रति निष्ठा भी रखते हैं। मगर क्या वे या अन्य रखे गए नाम इस विधानसभा क्षेत्र में जब कि पार्टी की स्थिति काफी खराब चल रही हो तो वेब संगठन के लिए लकी साबित होंगे या नहीं इस पर सवालिया निशान है। सूत्रों की माने तो पूरे विधानसभा क्षेत्र का कार्यकर्ता प्रताप ठाकुर को तीसरी बार मंडल अध्यक्ष देखना चाहता है। सूत्रों का यहां तक भी मानना है कि जो कुछ उपचुनाव से पहले टिकट को लेकर हुआ था उसके बाद से इस विधानसभा क्षेत्र के पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर खुद इच्छा नहीं रख रहे हैं कि वे मंडल अध्यक्ष बने। बरहाल कल शनिवार को सांसद सुरेश कश्यप प्रदेश महामंत्री चंद्रमोहन ठाकुर विधायक रीना कश्यप विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी तथा दोनों महामंत्री कोर कमेटी की बैठक में शामिल होंगे। अब देखना यह है कि क्या पूर्व मंडल अध्यक्ष कि फिर से ताजपोशी करी जाएगी या फिर किसी और नाम पर मंडल अध्यक्ष की ताजपोशी होनी है। सूत्रों की माने तो मौजूदा विधायक को किस समय सुलझे हुए मंडल अध्यक्ष की जरूरत भी है और वक्त की नजाकत भी संगठन के लिए ऐसा ही इशारा करती है।
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई मुख्यमंत्री गृहणी योजना के अन्तर्गत राजगढ़ उपमंडल की ग्राम पंचायत ठोड निवाड़ में 5 पंचायतो की पात्र महिलाओं को 141 गैस कनैक्शन स्थानीय विधायक रीना कश्यप द्वारा वितरित किये गए। मण्डल प्रवक्ता नवीन शर्मा ने बताया कि विधायक रीना कश्यप ने जनता को संबोधित करते हुए जनता का धन्यवाद किया जो जनता ने उन्हें उपचुनाव में विजयी बना कर सेवा का मौका दिया है। रीना कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री आदरणीय जयराम ठाकुर द्वारा चलाई गई गृहणी योजना के तहत गरीब परिवारों को बहुत लाभ हुआ है। इसके इलावा भी अन्य बहुत सी योजनाओ से जनता लाभ ले रही है। इसके लिए हम सभी जयराम सरकार का धन्यवाद करते है, उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य व् सड़को को बेहतर करने की रहेगी और सभी साथ मिलकर क्षेत्र की समस्यओं का समाधान करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक व् सांसद सुरेश कश्यप ने अनेको योजनाओ को प्रदेश व् केंद्र सरकार से स्वीकृत करवाया है। इसके लिए हम उनके धन्यवादी है और इन योजनाओं को शीघ्र पूर्ण करवाया जायेगा। इस मौके पर मण्डल महामंत्री राजपाल ठाकुर, मण्डल प्रवक्ता नवीन शर्मा, स्थानीय प्रधान सचिन मेहता, प्रधान केहर सिंह, महिला मोर्चा महामंत्री सरोज ठाकुर, कुलदीप, सहदेव, अनिल ठाकुर, बलवीर चौधरी, धर्मेंद्र, संजीव मेहता, पंचायत सचिव विक्रम ठाकुर, सुनील ठाकुर, दलीप चौहान, आदि नेता उपस्थित थे।
राजगढ़ : हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर जिला सोलन के बद्दी में आयोजित एक समारोह में राजगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार गोपाल दत्त शर्मा को राज्य स्तरीय ऋषि नारदमुनि पुरस्कार से सम्मानित किया। हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर बद्दी में आयोजित एक समारोह में प्रदेश के करीब दो दर्जन पत्रकारों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश गौवंश आयोग के अध्यक्ष अशोक शर्मा ने उन्हें प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। गोपाल दत्त शर्मा पिछले दो दशकों से पत्रकारिता से जुड़े है और प्रेस क्लब राजगढ़ (रजिस्टर्ड) के महासचिव है। प्रेस क्लब (रजिस्टर्ड) राजगढ़ के अध्यक्ष वेद प्रकाश ठाकुर, मुख्य सलाहकार जयप्रकाश चौहान, उपाध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, सहसचिव अशोक कमल व सदस्य कृष्णदत्त, अजय व अरुण ने गोपाल दत्त शर्मा को बधाई दी।
सराहा विकास खंड के तहत पड़ने वाली ग्राम पंचायत नैरी नावण के चूनर, अंजी, फागू व ताप गांव मे विद्युत लाईन मे हाई वोल्टेज आने के कारण विद्युत उपकरण जल गए। इसके कारण लाखो रूपये का नुकसान होने का समाचार है। पंचायत पंच दलबीर सिह के अनुसार यह हादसा क्षेत्र के उपर से गुजर रही एक बडी टावर लाईन से एक तार के गिरने का कारण हुआ पर गनीमत यह रही कि इस हाई टैशन लाईन की तार रात्रि के समर गिरी नही तो लोग व मवेशी भी इसकी चपेट मे आ सकते थे। मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही यह तार क्षेत्र को विद्युत आपूर्ति करने वाली एल टी लाईन की तारो पर गिरी तो इन सभी गांव के घरो मे हाई वोल्टेज कंरट आ गया और बिजली के मीटर सहित सभी उपकरण जो उस समय चालू थे और जल गए। मिली जानकारी के अनुसार चूनर, अंजी, ताप, फागू गावं के धर्म सिह, खुशी राम, पदम सिह, भीम सिह, चतर सिह, पृथ्वी सिह, शमशेर सिह रवि कुमार, सही राम, रमेश, नरपत, हिरा सिह सोहन सिह, सागर सिह, ब्रजैश, रणवीर सिह भरत सिह, आदि के टी वी, फ्रिज, लेपटॉप, व अन्य बिजली के उपकरण जल गये है। इससे लाखो रुपये के नुकसान का अनुमान है और इन सभी गांव मे बिजली सप्लाई अभी बंद है। विद्युत विभाग के कर्मचारी विद्युत सप्लाई को ठीक करने मे जुटे है।
धरोहर गाँव परागपुर में फिर से एक बार लाइट कैमरा एक्शन गूंजेगा। वेदान्ता ग्रुप के सौजन्य से परागपुर में शूटिंग की जाएगी। इसको लेकर एक बार फिर परागपुर गाँव छोटे पर्दे पर नजर आएगा। वेदान्ता ग्रुप की शूटिंग 13 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगी। टीम के डायरेक्टर विवेक कक्कड़ ने बताया कि लोकेशन हेतु शूटिंग टीम ने शूटिंग स्पोर्ट का निरीक्षण पहले ही कर लिया था। शूटिंग हेतु जगह को उपयुक्त बताते हुए शूटिंग टीम में प्रोड्यूसर चेतन काले, अयूब मलिक, कोमल रावत, प्रोडक्शन डिजाइनर रुपिंदर डैनी, अमित ठाकुर टीम ने बताया कि शूटिंग धरोहर गांव परागपुर, गरली, चम्बपतन में कई स्थानों पर की जाएगी। ज्ञात रहे इससे पूर्व भी धरोहर गाँव परागपुर में कई दिग्गज कम्पनिया जैसे टाटा, फेविकोल की शूटिंग भी सम्पन्न हो चुकी है।
शिमला के चौपाल उपमंडल में एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। हादसे में एक ऑल्टो कार अनियंत्रित होकर 700 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया है। हादसे के शिकार सभी लोग सिरमौर के शिलाई के रहने वाले है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
राजगढ शिक्षा खंड के तहत दूर दराज क्षैत्र मे पडने वाली वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाल देवठी मंझगांव की तीन छात्राओ का चयन राष्ट्रीय स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता के लिए के लिए हुआ है। हाल ही में हमीरपुर में संपन हुए राज्यस्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला देवठी मझगांव के 15 छात्रों ने भाग लिया था। इसमें से राहुल भारती 51 की ग्रा वर्ग में और छाया 42 कि ग्रा, कृति 44 कि ग्रा भार वर्ग में राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। काबिले जिक्र है कि इन छात्रों ने राज्यस्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। पूर्व एडीपीईओ रहे रमेश सरैक ने बताया कि यह राष्ट्रीय प्रतियगिता 2 से 6 नवम्बर तक गुवहाटी में आयोजित की जा रही है। इसके लिए हिमाचल से लगभग 30 सदस्य दल गुवहाटी पहुंच चुका है। यह ज्ञात रहे कि रमेश सरैक की अगुवाई में जिला सिरमौर 2014 से 2018 तक हिमाचल में गवर्नर ट्रॉफी चैंपियन रहा है। विद्यालय लौटने पर इन छात्रों का गर्मजोशी से मालाओं के साथ स्वागत किया गया।रमेश कुमार सरैक़ ने इसी वर्ष इस पाठशाला में नियमित रूप से अपने पदभार संभाला है और इस उपलब्धि के लिए इलाके के वरिष्ठ और गणमान्य व्यक्ति शिवराम देवा ,केशवानंद शर्मा वजीर ,जाती राम कमल, सजारी, कल्याण भंडारी, ग्राम पंचायत प्रधान सीमा शर्मा, पूर्व प्रधान ओमप्रकाश सरैक, उपप्रधान सुरेश वर्मा, जबरसिंह, सुरेश शर्मा तथा वरिष्ठ नागरिक राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मानित विद्यानंद सरैक, जगतसिंह वर्मा व एसएमसी अध्यक्ष कुंदन सिंह व पूरी कार्यकारिणी तथा पाठशाला के वरिष्ठ प्रवक्ता गोविंद शर्मा, सी एच टी राकेश शर्मा, कुसुम शर्मा, सरिता भारती, सुनीता, वंदना शर्मा, शास्त्री गीताराम ,डीएम नरेश कुमार, वरुण, वनिता किरण, अंजू वर्मा, वीरेंद्र , अतर सिंह, बलबीर चौहान, रमा, पंकज ठाकुर व गीताराम, बलिराम, कलीराम ने इस उपलब्धि के लिए सरैक को बधाई दी है। पाठशाला में अन्य गतिविधियां प्रार्थना सभा से लेकर अनुशासन इत्यादि उत्कृष्ट है। इसकी हाल में ही विद्यालय की इंस्पेंस्शन में आए उपनिदेशक व पूरे दल ने भूरि भुरि प्रशंसा की। उन्होंने विशेष तौर पर पाठशाला की प्रार्थना सभा की प्रशंसा की है। सरैक ने बताया कि इस उपलब्धि के लिए पूर्व में इस पाठशाला में डीपी पद पर कार्यरत रहे। कमलेश ठाकुर की मेहनत रंग लाई जो आजकल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शरगांव में कार्यरत है, तथा उन्हें राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हिमाचल की टीम के मैनेजर का दायित्व सौंपा गया है।
सुर्दशन के परिवार के लिए दिवाली से ठीक एक दिन पहले बूरी खबर आई है। उनका घर और घर में रखा सामान उनकी आँखों के सामने जल कर राख हो गया। उपमंडल मुख्यालय राजगढ़ के साथ लगती ग्राम पंचायत कोठिया जाजर के टिक्कर रोड पर शनिवार को सुबह सिलेंडर लीक होने से सुर्दशन के घर में आग लग गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के समय सुदर्शन, उसकी पत्नी , दो बेटियां , एक बेटा व् भाई की दो बेटियां सहित उनका एक भाई घर में मौजूद थे। इस दौरान साथ में रहने वाले एक लड़के ने हिम्मत का परिचय देते हुए सिलेंडर को बाहर फेंका। सोलन से अग्निशमन की गाडी ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया। गनीमत यह रही की इस आगजनी में किसी की जान नहीं गई लेकिन आग पर काबू पाने की कोशिश में सुदर्शन का मुंह आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया और सुदर्शन के घर की रसोई व् दो कमरों के साथ साथ घर में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 7 लाख रूपये का नुकसान बताया जा रहा है एस डी एम राजगढ नरेश वर्मा के अनुसार घटना की सुचना मिलते ही प्रशासन की और से प्रभावित परिवार को 15 हजार रूपये की फोरी राहत प्रदान की गई है।
धर्मशाला और पच्छाद में होने वाले उपुचनाव के लिए प्रचार का शोर 19 अक्तूबर को सायं पांच बजे थम जाएगा। उसके बाद प्रत्याशी 20 अक्तूबर को डोर-टू-डोर वोट मांगेंगे। प्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दल करीब एक माह से प्रचार कर रहे हैं, ऐसे में अब अंतिम चरण के प्रचार में पूरी ताकत झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। अब तक हुए प्रचार के दौरान कांग्रेस और भाजपा के दुरंधरों ने खूब पसीना बहाया। हालांकि जीत और हार का फैसला 24 अक्तूबर को सामने आएगा, लेकिन भाजपा इस उम्मीद में है कि दोनों सीटें पार्टी की झोली में ही आएंगी। विपक्षी दल कांग्रेस भी उपचुनाव पर कब्जा जमाने की आस लगाए बैठी है। पच्छाद में कांग्रेस के पास पुराने उम्मीदवार के रूप में गंगूराम मुसाफिर मैदान में हैं, जबकि भाजपा ने महिला नेता पर भरोसा जताया है। धर्मशाला सीट पर दोनों दलों ने युवाओं पर दांव खेला है। धर्मशाला और पच्छाद में होने वाले उपचुनाव में 12 प्रत्याशियों में जंग होगी। हालांकि असली लड़ाई कांग्रेस और भाजपा में है, लेकिन कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी खेल बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोडेंगे। पच्छाद में पांच उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से कुल सात उम्मीदवारों में जंग होगी।
आधुनिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा के हब उतर भारत के एकमात्र कन्या विश्वविद्यालय इंटरनल विश्वविद्यालय बडू साहिब मे इंटर कॉलेज टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एम के खन्ना ने बताया कि टेबल टेनिस प्रतियोगिता के समापन अवसर पर डीन शेक्षणिक विभाग डॉ० बोपाराय व डीन छात्र कल्याण विभाग जसवंत सिंह बतौर मुख्यातिथी शामिल हुए। उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्राओं को खेलों में न केवल अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होता है बल्कि प्रतिस्पर्धा की भावना भी उत्पन्न होती है। एम के खन्ना ने बताया कि पूरी प्रतियोगिता में शिवानी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए इंटर कॉलेज का ख़िताब जीतकर चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। प्रतियोगिता के फाईनल में शिवानी और पलव्वी के मध्य भी रोमांचक मुकाबला देखने को मिला लेकिन अंत में ख़िताब शिवानी के नाम रहा और इंटर कॉलेज टेबल टेनिस में वह प्रथम स्थान पर रही। पलव्वी ने दूसरा, सपना ने तीसरा जबकी रुपिंदर ने चौथा स्थान प्राप्त किया। रमप्रीत और मंदीप कौर को सबसे होनहार खिलाड़ी के इनाम से नवाजा गया।