हिमाचल प्रदेश डॉ. भीमराव अंबेडकर मिशन अनुसूचित जाति कल्याण समिति ने वीरवार को नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। उप मंडल देहरा में आयोजित बैठक की अध्यक्षता पूर्व विधायक दलीप सिंह ने की, जिसमें सर्वसम्मति से पूर्व चीफ इंजीनियर ई.एम.आर. दड़ोच को तीन वर्षों के लिए प्रदेशाध्यक्ष चुना गया। बैठक में समाज के विभिन्न वर्गों से आए सदस्यों ने एकजुट होकर संगठन को और मज़बूत बनाने का संकल्प लिया। नई टीम में गुरदास राम को मुख्य सलाहकार, प्रो. अमर सिंह को सलाहकार, शंकर सान्याल को वरिष्ठ महासचिव, भागी राम कृतनोरिया को महासचिव, पूर्ण चन्द को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, तिलोक संधू को उपाध्यक्ष और नरेश कुमार को कोषाध्यक्ष एवं कार्यालय सचिव नियुक्त किया गया। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का संदेश “शिक्षित बनो, संघर्ष करो” आज भी समाज सुधार की सबसे बड़ी प्रेरणा है। समिति का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति वर्ग को सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके लिए आने वाले वर्षों में शिक्षा, जागरूकता और सामाजिक न्याय पर विशेष अभियान चलाए जाएंगे। इस मौके पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और सदस्य मौजूद रहे, जिनमें परविंदर सिंह, देवराज, धर्मचन्द, लाजपतराय, रमेश कुमार, सतीश कुमार, जसवीर सिंह, प्रीतम चन्द, हरबांस लाल, किशोरी लाल, देशराज, वरिन्द्र कुमार, राजिन्द्र कुमार समेत अनेक गणमान्य शामिल थे। नई कार्यकारिणी के गठन के साथ ही समिति ने प्रदेशभर में डॉ. अंबेडकर के आदर्शों पर चलने और वंचित वर्ग की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने का संकल्प दोहराया।
राजकीय कन्या आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हमीरपुर में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया गया। वीरवार को नगर पंचायत हमीरपुर और स्कूल की छात्राओं ने पोस्टर मेकिंग, सेल्फी प्वाइंट और रैली का आयोजन किया। स्कूली छात्राओं ने बैनर, पोस्टर के माध्यम से हमीरपुर बाजार में रैली निकाल कर आम जनता को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। स्कूल की प्रधानाचार्य पूनम चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि 16 सितंबर 2025 से स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। हर दिन स्कूली छात्राओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हो रहा है पखवाड़े को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विद्यालय में वाद-विवाद प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता और नारा लेखन जैसी रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की गईं। छात्राओं ने स्वच्छता से संबंधित आकर्षक नारे लिखे और पोस्टर बनाए है। इन्हीं पोस्टर के माध्यम से रैली में छात्राएं आम जनता को भी जागरूक करने में अपनी भूमिका निभा रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूली छात्राओं ने शिक्षकों के साथ मिल कर "स्वच्छ भारत अभियान" पर एक सेल्फी पॉइंट भी बनाया है, इसमें छात्राएं स्वच्छता संदेश के साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर सांझा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों तथा स्टाफ सदस्यों ने मिलकर स्कूल परिसर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए विशेष प्रयास किए। कचरे को अलग-अलग करके निपटाया गया, जबकि पानी की टंकियों की सफाई करवाई गई। ताकि स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या उत्पन्न ना हो। इन गतिविधियों में भाग लेने वाले सभी लोगों ने बड़ी गर्मजोशी दिखाई, जो स्वच्छता के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। इस अभियान से न केवल विद्यालय परिसर स्वच्छ हुआ, बल्कि छात्राओं में पर्यावरण संरक्षण की भावना का प्रचार प्रसार भी हो रहा है। स्वच्छता पखवाड़े के तहत विद्यालय की छात्राओं और अध्यापकों ने स्वच्छता की शपथ ली, जिसमें उन्होंने अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया। छात्राओं से आह्वान किया गया कि अपने आस पास लोगों को स्वच्छता के बारे में अधिक से अधिक जागरूक करें। स्वच्छता पखवाड़े के तहत विद्यालय में कार्यरत राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), स्काउट एंड गाइड तथा इको क्लब की छात्राओं ने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने स्वच्छता को नियमित आदत बनाने का प्रण लिया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प व्यक्त किया। इस मौके पर एनएसएस प्रभारी सुनीता शर्मा, सह प्रभारी अमिता शर्मा, सुदर्शना शर्मा अंजू, अजय चौधरी, नरेंद्र पटियाल सहित समस्त स्कूल का स्टाफ मौजूद रहा।
प्रदेश पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन जिला सोलन की कार्यकारिणी के करीब 30,35 सदस्यों ने धनीराम तंनवर विशेष सलाहकार प्रदेश कार्यकारिणी व संयोजक एवं मुख्य सलाहकार पुलिस पेंशनर संगठन जिला सोलन की अध्यक्षता में पुलिस हैडक्वाटर शिमला में प्रदेश पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपना एक विशेष मांग पत्र पेश किया, जिसमें मांग रखी गई की जब भी पुलिस पेंशनर का निधन होने का समाचार स्थानीय थाना में प्राप्त हो तो साल 2022 के आदेश के अनुसार पुलिस विभाग की तरफ से उसके संस्कार में शामिल होकर अंतिम सम्मान के रूप में विभाग की तरफ से पुष्प चक्कर अर्पित किया जाए और एक चादर सम्मान के तौर पर चढ़ाई जाए। साथ ही उनके परिवार में जाकर संवेदना प्रकट करके उन्हें कुछ राशि भी राहत के तौर पर दी जानी चाहिए और प्रत्येक रैंक के पेंशनर के निधन होने पर गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया जाना चाहिए। यह आदेश पूरे प्रदेश के पुलिस अधीक्षकों के लिए जारी किया जाए और उपरोक्त जो भी निर्देश है उनका पुरी तरह से पालन करे, पालन न करने की सूरत में उनका जवाब तलब किया जाए और ऐसी घटना होने पर स्थानीय पुलिस द्वारा पहले की तरह उसी दिन एक स्पेशल रिपोर्ट पुलिस जिला मुख्यालय को भेजी जानी शुरू करें जिसमें मृतक का पूरा विवरण दिया हो जैसे की पहले भी इस प्रकार की रिपोर्ट जाती थी जिसमें मृतक का नाम पता और किस पद से रिटायर हुआ कब हुआ कहां से हुआ और अंतिम सम्मान किस प्रकार से प्रदान किया गया आदि शामिल होता था। धनीराम तनवर ने बताया कि पुलिस महानिदेशक ने आश्वासन दिया है कि इस पर जल्दी फैसला लिया जाएगा की अंतिम सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाए और फौजी तर्ज पर पीड़ित परिवार को कुछ राहत राशि देने की भी कोशिश की जाएगी व अंतिम सम्मान की रिपोर्ट भी पहले की तरह पुलिस जिला मुख्यालय में पूरे विवरण के साथ भेजी जाएगी।
गुप्त गंगा क्षेत्र में एक ढाबे में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। दोपहर करीब 1:30 बजे संजू नामक व्यक्ति के ढाबे में आग की लपटें दिखाई दीं। देखते ही देखते आग तेजी से फैलने लगी। आग की खबर मिलते ही स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी। इसी बीच, दमकल विभाग कांगड़ा को भी इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम बिना देरी किए महज पांच मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गई। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया। दमकल अधिकारियों के अनुसार, आग लगने का मुख्य कारण ढाबे में रखे गैस सिलेंडर में लीकेज था। आग की इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, इस हादसे में ढाबे के मालिक संजू को लगभग 15,000 रुपये का नुकसान हुआ है। लेकिन दमकल टीम की तत्परता और त्वरित कार्रवाई से लगभग 5 लाख रुपये की संपत्ति जलने से बचा ली गई। इस घटना पर स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि ढाबे के मालिक और कर्मचारी समय रहते बाहर नहीं निकलते, तो यह एक बड़ा हादसा बन सकता था। वहीं, दमकल विभाग कांगड़ा के इंचार्ज अनिल कुमार ने बताया कि उनकी टीम की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी त्रासदी टल गई और लगभग 5 लाख रुपये की संपत्ति सुरक्षित रही। यह घटना एक बार फिर गैस सिलेंडर के सही रख-रखाव के महत्व को बताती है।
कुल्लू जिले के भूस्खलन प्रभावित 89 गांवों का अध्ययन विशेषज्ञों की टीम करेगी। भूस्खलन के कारणों का पता लगाया जाएगा। इसके लिए उपायुक्त कुल्लू ने एक कमेटी का गठन किया है। एसडीएम की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में छह सदस्यों को शामिल किया गया है। इसमें जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान मौहल के आपदा विशेषज्ञ भी शामिल हैं। अगले साल मानसून से पहले इसकी रिपोर्ट तैयार होगी। भारी भूस्खलन के कारणों को तलाशने के अलावा गांवों को कैसे संरक्षित करना है, इसके भी उपाय तलाशे जाएंगे। कुल्लू में इस बार बरसात में शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। कई गांवों का वजूद पूरी तरह से खतरे में है। करीब ढाई माह तक लगातार बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। 2023 की बाढ़ और आपदा की घटनाओं के दौरान जिले के कई इलाके भू-धंसाव से प्रभावित हुए थे। जिला प्रशासन ने ऐसे संवेदनशील गांवों की पहले ही पहचान कर ली थी। इस बार 2023 के साथ-साथ नए क्षेत्र और गांव भूस्खलन को लेकर संवेदनशील बनकर उभरे हैं। एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। इसमें एसडीएम, वन विभाग से एसीएफ या डीएफओ, खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग और जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान मौहल के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है। भूस्खलन से प्रभावित जिले के 71 पटवार सर्कलों में 89 भूस्खलन प्रभावित गांवों में सबसे अधिक निरमंड खंड के 29 गांव शामिल हैं। इसके अलावा बंजार के 24, आनी के 19, कुल्लू के 12 और मनाली खंड में पांच गांव शामिल हैं। कुल्लू में भारी बरसात के कारण 71 पटवार सर्कलों के भूस्खलन से प्रभावित हुए 89 गांवों का अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए एसडीएम स्तर पर छह सदस्य कमेटी बनाई है। अतिरिक्त उपायुक्त कुल्लू अश्वनी कुमार ने कहा कि कमेटी इसका अध्ययन करेगी और कारणों के साथ इसके संरक्षण को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगी। यह रिपोर्ट 2026 के मानसून से पहले देनी होगी। मनाली खंड के पारशा, क्लाथ, सोलंग, समाहण और चचोगा। कुल्लू खंड में बागान, डाली, कटराईं, दवाड़ा, छरूडू, रामशिला, लंका केबर, धरमोट, पीणी, तलपीणी, पनोगी व पधर। निरमंड खंड के डुगुवी, कुटली, नौनी, थारधार, बारीलांच, कटमोरी लांज, परांतला, पांकवा, बाड़ी, जूनी, बाड़ीधार, पठाना, हाटल, जैधार, बजराह, भालसी, रालूधार, कुशवा, गुंधी, बिशलाई, बशाला, बंदल, धवांश, झांगरी, पाली, पिछवानया, बाडीगंचा, तराला और सेउबाग। बंजार खंड के शराई, बंदल, कोटलाधार, बराधा, छेत, होरनगाड़, बकशाहड़, न्यूली, धारा, कोशुनाली, रूपांजनी, शरची, पेखड़ी, गुरशाला, मातला, टिचना, मशीना नाला, सारी, खमीनी, जूही, शदोन, कठियार, न्यूल, आनी खंड के शामदी, गुहांडा, शाई, झेड़, बनशीरा, खादवी, जोह, काथला, जटेढ़, डगसारी, धारली, राणाजानी बालू, कूट, बनीगाड़, मरेछ, बगोली, टिपरी, छेहवा और थबोली गांव शामिल हैं।
अर्की उपमण्डल की ग्राम पंचायत भूमती के ग्राम धैणी से सम्बन्ध रखने वाले क्रिकेट खिलाड़ी सुमीत वर्मा ने बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। हिमाचल प्रदेश रणजी टीम के पूर्व कप्तान रहे सुमीत अब पुरुष टी-20 विश्व कप अफ्रीका क्वालिफायर प्रतियोगिता में युगांडा टीम से खेलते नज़र आएंगे। यह प्रतियोगिता दक्षिण अफ्रीका में आयोजित की जाएगी। वर्षों तक हिमाचल प्रदेश की रणजी टीम की ओर से शानदार प्रदर्शन करने और कप्तानी के दौरान कई अहम जीत दर्ज करने के बाद अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युगांडा की ओर से खेलने का अवसर मिला है। यह न केवल उनके खेल कौशल का प्रमाण है बल्कि प्रदेश के लिए भी गर्व की बात है। ग्राम पंचायत भूमती के प्रधान योगेश गौतम ने कहा कि सुमीत वर्मा ने अपनी मेहनत और लगन से क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। उनकी इस उपलब्धि से धैणी गाँव, भूमती पंचायत और पूरे अर्की क्षेत्र में हर्ष की लहर है। सुमीत के अर्की से जुड़े मित्रों प्रवीण ठाकुर, देवेन, पुष्पेंद्र, सचिन, पंकज, योगेंद्र, पवन, जेडी राजपूत सहित अन्य ने उन्हें हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्थानीय खेल प्रेमियों का कहना है कि सुमीत वर्मा ने अपने कठिन परिश्रम और संघर्ष के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। सभी को उम्मीद है कि वह अपने शानदार खेल से युगांडा टीम को सफलता दिलाएंगे और प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करेंगे।
हिमाचल प्रदेश में एसडीएम ऊना पर युवती ने रेप का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस को दी शिकायत में युवती ने आरोप लगाया है कि एसडीएम से उसे अपने कार्यालय में बुलाया था। वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी आपत्तिजनक वीडियो भी बनाई। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है। शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 69 व 351 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता ने शिकायत में बताया कि वह एम फार्मा की छात्रा है, एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान ने उसे व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया और दो-तीन बार अपने कार्यालय बुलाया। आरोप है कि एसडीएम ने 10 अगस्त को कोर्ट रूम से लाैटते समय शादी का झांसा देकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद एसडीएम ने उसे 20 अगस्त को विश्राम गृह ऊना बुलाया और फिर से दुष्कर्म किया। जब युवती ने शिकायत करने की बात कही, तो एसडीएम ने ऑफिस में बनाई गई वीडियो से ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उसने बात करना कम कर दिया। युवती जब उसके घर गई, तो उसे धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। पीड़िता ने 28 अगस्त को महिला आयोग में शिकायत दी। इसके बाद एसडीएम ने उसे व्हाट्सएप काॅल के माध्यम से धमकाना शुरू कर दिया। एसडीएम की एक गाड़ी ने उसका कई बार पीछा भी किया। पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने बताया कि शिकायत के आधार पर एसडीएम ऊना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। एसडीएम की तलाश जारी है।
अतिरिक्त सत्र न्यायालय देहरा ने आज एक बहुचर्चित जमीन विवाद मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपी हरी कृष्ण पुत्र रुलिया राम, तहसील रक्कड़, जिला कांगड़ा को विभिन्न धाराओं के तहत सजा सुनाई है। अदालत ने आरोपी को धारा 307 आईपीसी के तहत सात वर्ष का कारावास और 10 हजार रुपये जुर्माना, धारा 325 के तहत दो वर्ष का कारावास और 5 हजार रुपये जुर्माना तथा धारा 341 के तहत एक माह का कारावास दिया है। फैसले की जानकारी देते हुए उप जिला न्यायवादी संदीप शर्मा ने बताया कि आरोपी और पीड़ित जगदीश चंद के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जगदीश चंद ने अदालत से अपनी जमीन के लिए स्थगन आदेश (स्टे) लिया हुआ था। घटना 11 अक्टूबर 2021 की है, जब सुबह करीब साढ़े आठ बजे जगदीश चंद ने आरोपी को मकान निर्माण रोकने के लिए कहा, क्योंकि उसका कुछ हिस्सा उसकी जमीन पर आ रहा था। इस पर बौखलाए हरी कृष्ण ने बांस के डंडे से जगदीश चंद पर हमला कर दिया और सिर पर गंभीर चोटें पहुंचाईं। मामले की शिकायत हरबंस लाल द्वारा दर्ज करवाई गई थी। जांच की जिम्मेदारी तत्कालीन सहायक उप-निरीक्षक रघुजीत सिंह, थाना रक्कड़ ने निभाई। अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने हरी कृष्ण को दोषी करार देते हुए यह सजा सुनाई है।
तहसील कांगड़ा के गांव कच्छयारी की प्रसिद्ध भजन गायिका व जागरणकर्ता मीरा नरयाल का "आवा तेरे द्वारे" पहला भजन लॉन्च हो गया है। बुधवार को कांगड़ा के विधायक पवन काजल ने "आवा तेरे द्वारे" भजन के पोस्टर का विमोचन करते हुए मीरा नरयाल ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज कर दिया है। इस भजन का म्यूजिक राणा फोक स्टूडियो ओजी ने दिया है। इसी के साथ भजन की वीडियो अशोक कुमार ने बनाई है। "आवा तेरे द्वारे" भजन के बोल प्रमोद राणा ने लिखे है। मीरा नरयाल का कहना है कि मेरे इस भजन को रिलीज होने में मेरे माताजी, उस्ताद करनैल राणा व मेरी पूरी टीम का बहुत ज्यादा सहयोग है। मीरा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मेरे इस भजन को ज्यादा से ज्यादा सुने और शेयर करे।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस करीब 10 महीने से बिना संगठन के है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के अलावा बाकी कोई पदाधिकारी तैनात नहीं किया गया है। इस बीच हमीरपुर में बुधवार को कुछ वरिष्ठ नेताओं ने विकास कार्यों पर चर्चा को लेकर बैठक बुलाई। लेकिन यह बैठक लड़ाई का अखाड़ा बन गई। लेकिन इन सबके बीच कार्यकर्ता एक दूसरे के गिरेबान तक पहुंच गए और धक्का मुक्की शुरू हो गई। नेताओं के समझाने पर भी कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे। हमीरपुर में लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में बुधवार दोपहर 1 बजे यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने अनदेखी और क्षेत्र में कार्य पूरे न होने के आरोप लगाए। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच आपसी बहसबाजी और तनातनी का माहौल बन गया। हालात ऐसे बने कि चर्चा का फोकस विकास कार्यों से हटकर आपसी आरोप-प्रत्यारोप पर टिक गया। हालांकि वरिष्ठ नेताओं ने माहौल शांत करने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं की असहमति साफ तौर पर झलकती रही। कार्यकर्ता उलझते हुए रेस्ट हाउस से बाहर कैंपस तक पहुंच गए। डाॅ. पुष्पेंद्र वर्मा सहित अन्य नेता शांत करवाने का प्रयास करवाते रहे, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं था। गले से पकड़कर धक्का मुक्की हुई।
हिमाचल प्रदेश के ऊना में मंगलवार को शादी से एक दिन पहले युवती को जिंदा जला दिया गया है। घटना बंगाणा उपमंडल की है। जोल पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव बैरियां में 24 वर्षीय अंशिका ठाकुर का अधजला शव मिला है। युवती की शादी अगले दिन भिंडला गांव के एक युवक से होनी थी। मंगलवार दोपहर को फॉरेस्ट गार्ड ने बैरियां-रामनगर सड़क के पास शव देखा। उन्होंने तुरंत जोल पुलिस चौकी को सूचना दी। मृतका की पहचान स्वर्गीय विपिन ठाकुर की बेटी अंशिका के रूप में हुई। शव घर से करीब 500 मीटर दूर मिला हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि शव पर आग के निशानों के अलावा चेहरे और गले पर गहरे कट के निशान भी हैं। इससे स्पष्ट है कि युवती की हत्या की गई। पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया है। परिवार के अनुसार शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। घर में मेहमान भी आने लगे थे। 22 सितंबर की रात करीब 1:00 बजे अंशिका अचानक घर से लापता हो गई। पूरे परिवार और ग्रामीणों ने पूरी रात उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन 23 सितंबर को जंगल में ड्यूटी पर तैनात एक फॉरेस्ट गार्ड की नजर अधजले शव पर पड़ी। पुलिस को सूचना दी गई और मौके पर पहुंची टीम ने शव कब्जे में लेकर परिजनों को बुलाया। इस दर्दनाक घटना के बाद सबसे बड़े सवाल अंशिका के मंगेतर को लेकर उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह सेना में कार्यरत है और 23 सितंबर की सुबह ही ड्यूटी पर लौट गया। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि जब 24 तारीख को उसकी शादी तय थी, तो वह अचानक ड्यूटी पर क्यों चला गया, जबकि कुछ दिन पहले तक घर पर ही मौजूद था। यही सवाल अब पुलिस जांच का अहम हिस्सा बन गया है। शुरुआती जांच में कई बिंदु सामने आए हैं, लेकिन पुलिस अभी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। लोग और परिजन मांग कर रहे हैं कि मामले की गहन जांच हो, ताकि सच सामने आ सके और अंशिका की मौत की असली वजह का खुलासा हो।
हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक 17 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली। सोलन के एक क्षेत्रीय अस्पताल ने पुलिस को सूचना दी कि एक छात्रा को फंदा लगाने के बाद गंभीर हालत में लाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद, पुलिस टीम तुरंत अस्पताल पहुंची और मृतका की पहचान की। वह लद्दाख की रहने वाली थी। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि छात्रा 11वीं कक्षा में पढ़ती थी और काफी समय से मानसिक तनाव से जूझ रही थी। बताया गया है कि उसे पैर में दर्द की समस्या थी और वह पढ़ाई के दबाव के कारण परेशान रहती थी। घटना से एक दिन पहले, उसने अपने पिता से फोन पर बात की थी और इस दौरान वह रो भी रही थी। यह घटना सुबह हुई, जब उसके सहपाठी क्लास में चले गए थे। छात्रा ने अपने कमरे में खुद को अकेला पाया और एक स्टॉल का इस्तेमाल करके फंदा लगा लिया। सुबह लगभग 9 बजे, एक सफाई कर्मचारी ने उसे फंदे से झूलते हुए देखा और तुरंत स्कूल प्रशासन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद, छात्रा को सोलन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया। जांच के दौरान, पुलिस को लद्दाखी भाषा में लिखा हुआ एक हस्तलिखित नोट भी मिला है, जिसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा, फंदे के लिए इस्तेमाल किया गया स्टॉल और स्कूल बेल्ट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। इस मामले की जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (SFSL) की टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। सोलन पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतका के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। परिजनों के सोलन पहुंचने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। एसपी ने यह भी कहा कि हालांकि अभी तक किसी ने भी छात्रा की मौत पर कोई शक जाहिर नहीं किया है, फिर भी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हर पहलू से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने प्रतिष्ठित 'हिम आइकॉन पुरस्कार' से रमिंदर बावा को सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें शिक्षा, पर्यटन और समाजसेवा के क्षेत्रों में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। रमिंदर बावा, सोलन स्थित साईं इंटरनेशनल स्कूल में एक समर्पित शिक्षाविद् हैं, जो युवा मन को आकार देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। वे न केवल एक प्रसिद्ध ट्रैवल कंसल्टेंट और इवेंट प्लानर हैं, बल्कि लायंस क्लब इंटरनेशनल से जुड़े एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। बावा की प्रेरणादायक यात्रा केवल हिमाचल तक सीमित नहीं रही। वे अब तक 128 देशों की यात्रा कर चुके हैं, जिसके माध्यम से उन्होंने दुनियाभर में ज्ञान, संस्कृति और मानवीय संबंधों के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। उनकी ये यात्रा पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ भारत की विविधता को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का कार्य भी करती है। पुरस्कार प्राप्त करने के उपरांत रमिंदर बावा ने कहा, "यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि उन सभी विद्यार्थियों, सहकर्मियों और समाज के लोगों के लिए है, जिन्होंने मुझे निरंतर प्रेरित किया है। मेरा प्रयास रहेगा कि मैं शिक्षा, पर्यटन और समाजसेवा के माध्यम से अपने राज्य और देश का नाम रोशन करता रहूं।" हिम आइकॉन पुरस्कार उनके समर्पण, बहुआयामी प्रतिभा और समाज के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बन गया है।
सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में तीन लड़के यमुना नदी में डू*ब गए। पांवटा साहिब के यमुना घाट के पास पहले एक लड़का नहाने के लिए नदी में उतरा। उसे बचाने के लिए दो सगे भाई नदी में उतर गए और तीनों पानी के तेज बहाव में बह गए। यह हादसा मंगलवार सुबह करीब 11:30 बजे पेश आया। मगर अब तक तीनों लड़कों का सुराग नहीं मिल पाया है। स्थानीय प्रशासन ने इनकी तलाश के लिए गोताखोर बुलाए हैं। यमुना घाट के आसपास निरंतर पानी में डुबकी लगाकर लापता लड़कों की तलाश जारी हैं। तीनों लड़के शिलाई क्षेत्र के हैं। बताया जा रहा कि तीनों लड़के शिलाई के ग्वाली गांव अपने कुल देवता के स्नान के लिए हरिद्वार गए हुए थे। गांव के काफी संख्या में लोग भी देवता के साथ हरिद्वार गए थे। बीती शाम को ही ये लोग पांवटा साहिब पहुंचे। आज सुबह नदी में नहाने उतरने से यह हादसा हो गया। पुलिस के अनुसार, सबसे पहले अमित (23) पुत्र जोगी राम नदी में नहाने उतरा। जैसे ही अमित पानी में डूबने लगा, उसे बचाने के लिए पीछे कमलेश (22) पुत्र प्रेम सिंह और उसका भाई रजनीश (20) नदी में उतरे। मगर तीनों ही पानी में डू*ब गए। आसपास मौजूद लोगों ने तीनों को नदी में काफी दूर तक बहते हुए देखा। SHO पांवटा साहिब देवी सिंह नेगी ने बताया- गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। नदी में पानी अधिक होने से सुराग नहीं मिल पाया। एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा, DSP मानवेंद्र ठाकुर आदि अफसर मौके पर मौजूद हैं।
शिमला कोर्ट ने मंगलवार को नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में आरोपी को दोषी ठहराया है। रामपुर स्थित पॉक्सो कोर्ट ने 3 साल की जेल और 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। आरोपी की पहचान रामपुर तहसील के मझेवली गांव के 22 वर्षीय रीजन उर्फ गोलु के तौर हुई है। घटना 28 नवंबर 2024 की रात की है। 13 वर्षीय पीड़िता अपनी नानी के घर थी। रात 11 बजे आरोपी रीजन ने दरवाजा खटखटाया। नानी के दरवाजा खोलने पर उसने धक्का देकर अंदर घुसा। आरोपी ने पीड़िता का हाथ पकड़कर उसे बाहर खींचने की कोशिश की। उसने पीड़िता के बाल और गला भी पकड़ लिया। पीड़िता ने जब अपने चचेरे भाई का दरवाजा खटखटाया, तो आरोपी वहां से फरार हो गया। पीड़िता ने तुरंत अपनी मां को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया। कोर्ट में कुल 12 गवाहों और एक बचाव पक्ष के साक्ष्य दर्ज किए गए। कोर्ट ने पॉक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत सजा सुनाई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को बड़ी राहत देते हुए GST की दरों में कमी की है। इस ऐतिहासिक फैसले की खुशी में आज खुंडियां बाज़ार में भारतीय जनता पार्टी मंडल खुंडियां के द्वारा हलवा बनाकर और मिठाइयाँ बाँटकर जश्न मनाया गया। मोदी जी की जनहितैषी नीतियों से हर वर्ग को सीधा लाभ मिल रहा है। आम जनता से लेकर व्यापारी तक आज खुश हैं और हर कोई यही कह रहा है कि मोदी है तो मुमकिन है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष संजय राणा, पंचायत समिति उपाध्यक्ष सुरजीत राणा, प्रधान चिलगा विक्रम सिंह, बलदेव सिंह राणा, जनक सिंह, राजिंद्र खरियाल, अंकित राणा, वी.के. राणा, गौरव, विशाल राणा तथा युवा मोर्चा अध्यक्ष अजय राणा जी विशेष रूप से उपस्थित रहे। खुंडियां बाज़ार मोदी जी के जयकारों से गूंज उठा और हर चेहरा उत्साह और उमंग से चमक रहा था।
श्री राम लीला जन कल्याण समिति कुनिहार के सौजन्य से राजदरबार कुनिहार में आयोजित की जा रही 11 दिवसीय श्री राम लीला के दूसरे दिन रामलीला के पात्रों द्वारा अनेक मनमोहक दृश्य दर्शाए गए। दूसरे दिन का शुभारंभ अष्टभुजा धारी मां दुर्गा की सुंदर व आकर्षक झांकी के साथ हुआ। इस दौरान हाटकोट पंचायत प्रधान जगदीश अत्री ने मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचकर मां दुर्गा की आरती उतारी व मां का आशीर्वाद लिया। समिति सदस्यों द्वारा मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि राम लीला जन कल्याण समिति कुनिहार द्वारा हमारी सनातन संस्कृति को निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है जो कि बड़े हर्ष की बात है। हमें ऐसे धार्मिक कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने समिति को अपनी ओर से 11 हजार रुपए देने की घोषणा की। दूसरे दिन की रामलीला में पात्रों द्वारा श्रवण कुमार लीला का सुंदर मंचन किया गया कि कैसे श्रवण कुमार अपने अंधे माता पिता को पालकी में बिठाकर कंधे पर उठाकर तीर्थ यात्रा के लिए ले जाते है और माता पिता को प्यास लगने पर पानी लाने के लिए श्रवण कुमार सरयू नदी पर पहुंचते है जहां श्रवण कुमार की आहट सुनकर शिकार के लिए बैठे राजा दशरथ शब्दभेदी बाण चलाते हैं जो श्रवण कुमार को लगता है। जिससे श्रवण कुमार की मृत्यु होती है। उसके बाद श्रवण के माता पिता द्वारा राजा दशरथ को श्राप देने का दृश्य दर्शाया गया। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा और अभिनय करने वाले पात्रों का तालियां बजाकर उत्साह बढ़ाया। इसके अलावा रामलीला के अन्य दृश्य भी दर्शाए गए। इस रामलीला मंचन में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग पहुंच रहे है।
हाल ही में आई भीषण बाढ़ से धर्मपुर और सोनखड्ड क्षेत्र के लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस बाढ़ का सबसे बड़ा कारण प्राकृतिक नहीं बल्कि मानवीय लापरवाही है। क्षेत्र में सड़कों की कटाई के बाद ठेकेदारों और निजी लोगों द्वारा मिट्टी की अवैध डंपिंग खुलेआम की गई, जिसने पानी के प्राकृतिक बहाव को रोक दिया। जानकारी के अनुसार, सड़क निर्माण और चौड़ीकरण कार्यों के दौरान निकली मिट्टी को निर्धारित स्थलों पर डालने के बजाय नालों और नदी किनारों पर ही फेंका गया। इससे जलधाराओं का मार्ग अवरुद्ध हो गया। भारी बारिश के समय पानी को रास्ता न मिलने के कारण गांवों और खेतों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और संबंधित विभागों की लापरवाही के चलते यह स्थिति बनी। स्थानीय लोगों ने कई बार मिट्टी डंपिंग की शिकायत की, लेकिन समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब इसका खामियाजा किसानों को अपनी फसलों के नुकसान और लोगों को घरों में घुसे पानी के रूप में भुगतना पड़ रहा है। गांव वासियों की मांग है कि सरकार अवैध मिट्टी डंपिंग करने वाले ठेकेदारों और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करे। साथ ही, भविष्य में ऐसे हालात से बचने के लिए नालों की सफाई और उचित ड्रेनेज व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। धर्मपुर से आगे हाजरी क्रशर के पास भी मिट्टी सीधे सोनखड्ड में फेंकी जा रही है जिसके कारण सोनखड्ड का जलस्तर बढ़ गया जिसने भी तबाही मचाने में अहम रोल निभाया है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि प्राकृतिक आपदाएं पूरी तरह से टाली नहीं जा सकतीं, लेकिन मानवीय गलतियों से होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। धर्मपुर-सोनखड्ड का यह मामला इसका ताजा उदाहरण है। स्थानीय लोगों राम सिंह, विधी चंद, विकास कुमार, लता देवी, बबली देवी का कहना है कि अगर सरकार दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं करती, तो आने वाले समय में यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ खुंडियां ने प्राथमिक स्तर पर नई क्लस्टर व्यवस्था के विरोध में तहसीलदार खुंडियां को ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष भीम सिंह राणा ने बताया कि न्यू क्लस्टर व्यवस्था से 25000 शिक्षकों की पदोन्नति जैसे मुख्य शिक्षक, केंद्र मुख्य शिक्षक, खंड शिक्षा अधिकारी आदि पदोन्नतियां समाप्त हो जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पहले भी इसके विरोध में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हिमाचल प्रदेश द्वारा 42 दिन लगातार क्रमिक अनशन किया गया था जिसमें शिक्षक संघ को केवल आश्वासन मिला परंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अनुरोध करते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षा स्तर पर कोई छेड़छाड़ ना की जाए उसे पहले की तरह ही रखे। इस मौके पर अध्यक्ष भीम सिंह राणा, उपाध्यक्ष अंकज डोगरा, महासचिव संजीव कुमार, कैशियर रितु राम, विजय कुमार, सचिव मीनाक्षी शर्मा, जिला कार्यकारिणी से करनैल राणा, केंद्र मुख्य शिक्षक रामलाल शर्मा, रणजीत सिंह, तथा अन्य कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद रहे।
हिमाचल हाईकोर्ट ने शिमला के युग हत्याकांड के दो दोषियों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया है। अदालत ने फांसी की सजा की पुष्टिकरण और दोषियों की अपील पर मंगलवार को अपना फैसला सुना दिया है। अब दो दोषी पूरी उम्र जेल में रहेंगे, जबकि तीसरे आरोपी को बरी कर दिया गया है। यह मामला सत्र न्यायाधीश शिमला ने सजा के आदेशों की कन्फर्मेशन के लिए रेफरेंस के तौर पर हाईकोर्ट को भेज रखा था। सत्र न्यायाधीश शिमला की अदालत ने 6 सितंबर 2018 को इन तीनों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की अदालत ने इस अपराध को दुर्लभ से दुर्लभतम श्रेणी के दायरे में बताया था। इसके बाद, तीनों आरोपियों ने दोष सिद्धि के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर कर रखी थी। अपील व रेफरेंस पर आज विशेष खंडपीठ ने फैसला सुना दिया है। हाईकोर्ट के फैसले से युग के पिता संतुष्ट नहीं है। उन्होंने मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही हैं। बता दें कि, 14 जून, 2014 को शिमला के राम बाजार से तीन लोगों ने फिरौती के लिए 4 साल के युग का अपहरण किया। अपहरण के 2 साल बाद अगस्त 2016 में भराड़ी के पेयजल टैंक से युग का कंकाल बरामद हुआ। तीनों ने मासूम के शरीर में पत्थर बांध कर उसे जिंदा पानी से भरे टैंक में फेंक दिया था। मासूम युग को उसके ही पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने किडनैप किया। इसमें तीन लोग शामिल थे। तीनों ने युग के पिता से साढ़े तीन करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। युग के अपहरण व हत्या मामले की जांच करने वाली सीआईडी ने 25 अक्टूबर, 2016 को चार्जशीट अदालत में दायर की। 20 फरवरी 2017 से अदालत में ट्रायल शुरू हुआ। इसमें कुल 135 में से 105 गवाहों के बयान हुए और कोर्ट ने साढ़े 10 माह में ही सजा सुना दी थी।
रामलीला जन कल्याण समिति कुनिहार के सौजन्य से राजदरबार कुनिहार में विधिवत रूप से 11 दिवसीय श्री राम लीला का शुभारंभ हुआ। संभव चैरिटेबल संस्था की सयोंजक व क्षेत्र की प्रसिद्ध समाजसेविका कौशल्या कंवर ने मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया तथा दीप प्रज्वलन व भगवान गणेश की आरती पूजन के साथ इस 11दिवसीय श्री राम लीला का शुभारंभ किया। समिति अध्यक्ष रितेश जोशी ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि कौशल्या कंवर ने राम लीला जन कल्याण समिति के सभी सदस्यों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए समिति से जुड़े सभी युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि लगभग 40 वर्षों से लगातार इस मंच पर करवाई जा रही राम लीला का आज भी भव्य मंचन करवाया जा रहा हैं। उन्होंने उन युवाओं को जो आज समाज में फैल रहे जानलेवा नशों के जाल में फंस रहे है से अपील करते हुए कहा कि नशे से दूर रहकर सामाजिक कार्य में अपना योगदान दे। मुख्यातिथि ने अपनी ओर से समिति को 7100 रुपए भेंट किए। रामलीला के पहले दिन भगवान भोले नाथ के परिवार, नारद मोह के दौरान इंद्र के दरबार, भोले शंकर, ब्रह्मा जी व भगवान विष्णु के साथ नारद जी के सुंदर संवाद के दृश्य दिखाए गए। शीलनिधि दरबार में विश्वमोहिनी स्वयंवर में भगवान विष्णु के साथ विश्वमोहिनी के विवाह में नारद द्वारा भगवान विष्णु को श्राप देने की लीला का मंचन किया गया। कलाकारों द्वारा दर्शाए इन दृश्यों को दर्शकों ने खूब सराहा। अंत में सभी को भोग वितरित किया गया। इस मौके पर समिति के सभी सदस्यों सहित सैंकड़ों दर्शक मौजूद रहे।
रविवार रात चोर ने शिमला के चौपाल इलाके में स्थित एक बैंक के एटीएम को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका। यह घटना देर रात की है, जब अज्ञात ने बैंक की चौपाल शाखा के एटीएम को निशाना बनाया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अज्ञात ने एटीएम को गैस कटर से काटने की कोशिश की, लेकिन एटीएम में लगे अलार्म के बजने से वह घबरा गया और मौके से भाग निकला। एटीएम में लाखों रुपये की नकदी थी, जो सुरक्षित बच गई। शाखा प्रबंधक नाथू राम जस्टा ने तुरंत इसकी सूचना चौपाल पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने बैंक और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। पुलिस ने फुटेज के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया और शक के आधार पर नेपाल के रहने वाले एक व्यक्ति भीम बहादुर को गिरफ्तार किया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। एसडीपीओ चौपाल सुशांत शर्मा ने इस घटना की पुष्टि की है।
जिला बिलासपुर के गंगलोह (थेह) गांव के भारतीय सेना में हवलदार बलदेव चन्द (35) जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। शनिवार को शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव गंगलोह (थेह) पहुंचा, जहां पूरे राजकीय सम्मान और सैन्य परंपराओं के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल सहित प्रशासनिक अधिकारी, सुरक्षा बलों के जवान और भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने नम आंखों से शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उपायुक्त ने बताया कि शहीद हवलदार बलदेव चन्द करीब 14 वर्षों से भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे थे। शहीद को बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए सदैव स्मरणीय रखा जाएगा। शहीद अपने पीछे पत्नी शिवानी, छह वर्षीय पुत्र ईशान ठाकुर, माता-पिता और छोटे भाई दिनेश चन्द को छोड़ गए हैं।
सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट एवं ऊना जनहित मोर्चा के सौजन्य से आज ऊना के सुविधा पैलेस में आयोजित विशाल निशुल्क मेगा मेडिकल कैंप में लोगों का सैलाब उमड़ा। सुबह से लेकर देर शाम तक सैकड़ों मरीजों ने देश के जाने-माने विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लिया और निशुल्क दवाओं का लाभ उठाया। इस मौके पर स्वास्थ्य सेवाओं की भव्य व्यवस्था देखकर लोगों ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। इस कैम्प में 650 से अधिक रोगियों की जांच की गई। ऊना में हुए इस मेगा मेडिकल कैंप की सबसे खास बात यह रही कि देश के प्रख्यात हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं ऋषिकेश स्थित एम्स में हाल ही में भारत सरकार द्वारा बनाए गए अध्यक्ष डॉ. राज बहादुर स्वयं कैंप में पहुंचे और मरीजों को निशुल्क सेवाएँ प्रदान कीं। उनके साथ पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञ चिकित्सक भी पहुंचे, जिन्होंने विभिन्न रोगों की जांच और उपचार किया। कैंप में हड्डी रोग, आंख, त्वचा और नाक-कान-गला (ईएनटी) से संबंधित रोगों के विशेषज्ञ मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ. राज बहादुर, चंडीगढ़ सेक्टर-32 मेडिकल कॉलेज के त्वचा विभागाध्यक्ष डॉ. जी.पी. धामी, पीजीआई चंडीगढ़ की ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. जयवंती व उनकी टीम तथा पीजीआई से नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. एस. पांडव व टीम ने मरीजों की जांच की और जरूरतमंदों को निशुल्क दवाइयाँ दी। कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने संस्था के इस प्रयास की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “एक तरफ हम संत लोग भगवा वस्त्र धारण करते हैं और दूसरी तरफ सफेद वस्त्रों में डॉक्टर होते हैं, जो वास्तव में संतों से भी बड़े हैं और परमात्मा का रूप माने जाते हैं।” उन्होंने डॉ. राज बहादुर को ऊना का गौरव बताते हुए कहा कि उनकी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया मानती है और वह बेहद विनम्र व्यक्तित्व के धनी हैं। बाबा बाल जी महाराज ने सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष अभिषेक राणा को बधाई देते हुए कहा कि इस नौजवान ने पीड़ित मानवता की सेवा को अपना संकल्प बनाया है और उनके नेतृत्व में संस्था लगातार प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाकर लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचा रही है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कुटलैहड़ के पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो, ऊना जनहित मोर्चा के चेयरमैन हरिओम गुप्ता भी उपस्थित रहे। वहीं बाद में सुजानपुर के पूर्व विधायक एवं हिमाचल प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता राजेंद्र राणा ने भी कैंप का दौरा किया और मरीजों से उनका हाल-चाल जाना। सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष अभिषेक राणा ने बताया कि संस्था अब तक प्रदेश के कई हिस्सों में, विशेषकर ट्राइबल जिला लाहौल-स्पीति में, बड़े स्तर पर निशुल्क मेगा मेडिकल कैंप आयोजित कर चुकी है। उनका कहना था कि “प्रदेश के हजारों रोगी इलाज के लिए पीजीआई या अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर होते हैं, लेकिन आज ऊना और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएँ उनके घर-द्वार पर ही उपलब्ध करवाई गईं।” इस अवसर पर सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट के वरिष्ठ ट्रस्टी यशपाल अग्रवाल, ट्रस्टी गुरमीत बेदी, सामान्य उद्योग निगम के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, राजीव भनोट, दविंदर कौशल, अशोक धीमान, हरपाल गोगी, विनय शर्मा, राजेन्द्र मलांगड़, बलविंदर गोल्डी, राज कुमार पठानियाँ सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग और स्थानीय जनता उपस्थित रही।
सोलन जिला के नालागढ़ बद्दी उपमंडल के पहाड़ी क्षेत्र में करीब 25 ग्राम पंचायतों का जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया द्वारा सर्वे करवाया जाएगा। यहां के पहाड़ लगातार दरक रहे हैं इस कारण इन पहाड़ों पर बसे करीब 40 गांव का अस्तित्व खतरे में है। समय के साथ यह संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रकृति की इस आपदा के आगे सभी बेबस नजर आ रहे हैं। एडीसी सोलन राहुल जैन ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्र बवासनी, ग्राम पंचायत जामन दा डोरा, सौड़ी ग्राम पंचायत और भटौलीकलां सहित कई अन्य प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इन गांव में कई मकान जमींदोज हो गए हैं और जमीन भी लगातार धंस रही है। साथ ही भारी बारिश के कारण 3 माह की अवधि में 211 परिवार बेघर हो गए हैं, उनकी आंखों के सामने उनके मकान जमींदोज हो गए हैं। वर्ष 2023 में भी इन पंचायतों के कई गांव में इसी तरह की तबाही मची हुई थी।
राजकीय महाविद्यालय खुण्डियाँ में विश्व शांति दिवस के उपलक्ष्य पर रोवर रेंजर इकाई द्वारा विभिन्न गतिविधियां करवाई गई जिनमें स्टोन पेंटिंग, पॉट/बोटल पेंटिंग, कोलाज़ मेकिंग, रील मेकिंग व सेल्फी प्वाइंट आदि प्रमुख रहीं। जिसका विषय-वस्तु “शांतिपूर्ण विश्व के लिए अभी कार्य करें” था। कार्यक्रम के दौरान प्रो. यादव उमेश महेंद्र तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रभारी प्रो. प्रदीप कुमार ने अपने महत्वपूर्ण वक्तव्यों के द्वारा विद्यार्थियों को विश्व शांति के लिए उनके आवश्यक योगदान के बारे जागरूक किया। इन गतिविधियों में मुस्कान, नेहा हीर, नंदिनी व तमन्ना प्रथम स्थान पर, मुस्कान, निशा कुमारी, सुदिति व नेहा दूसरे स्थान पर तथा अंकिता, पूजा, दिशा व शायना तीसरे स्थान पर रहे। इसके उपरान्त रैली का आयोजन महाविद्यालय परिसर से लेकर समीपवर्ती गाँव सिहोटी तक किया गया था। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य द्वारा इन गतिविधियों के सफल आयोजन पर कार्यक्रम के प्रभारी बीरेंद्र सिंह व प्रोफेसर संदीपा, प्रतिभागियों व विद्यार्थियों द्वारा समाज के विभिन वर्गों को विश्व शांति के प्रति जागरूक करने के लिए आभार प्रकट किया। इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के समस्त शिक्षक वर्ग में डॉ. चेतना नेगी, प्रो. शिवानी शर्मा, प्रो. आशा, प्रो. नेहा, प्रो. स्मृति व प्रो. ज्योतिका, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. यादव उमेश महेंद्र विशेष रूप से उपस्थित रहे।
विद्युत उप-मंडल कुनिहार के अंतर्गत विद्युत खंड कुनिहार के उपभोक्ताओं को सूचित किया जाता है कि नए बस स्टैंड, 250 केवीए पुलिस चौकी ट्रांसफार्मर, 25 केवीए खंड कार्यालय, 250 केवीए कोठी के निकट वृक्ष/शाखाओं की कटाई तथा मरम्मत एवं रखरखाव कार्य के कारण उक्त ट्रांसफार्मरों से विद्युत आपूर्ति सोमवार को कार्य पूर्ण होने तक बाधित रहेगी। इसके कारण नए बस स्टैंड, निकटवर्ती खंड और आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी इंजीनियर मोहिंदर सिंह चौधरी, सहायक अभियंता, विद्युत उप-मंडल, एचपीएसईबीएल कुनिहार द्वारा साझा की गई है और सभी प्रभावित उपभोक्ताओं से सहयोग करने का अनुरोध किया है।
जसवां प्रागपुर क्षेत्र में एचआरटीसी के बंद रूटों को जल्द बहाल करने की मांग को लेकर भाजपा मुखर है। जसवां प्रागपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि जसवाँ में बंद किए रूट अगर जल्द बहाल न किए तो विधायक को साथ लेकर हिमाचल पथ परिवहन निगम देहरा का घेराव होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में हिमाचल पथ परिवहन निगम देहरा अपनी सेवायें देने में विफल हो रहा है। अकेले जसवाँ परागपुर के दुर्गामी क्षेत्रों के लोग, पिछले तीन महीने में टैरस से हरिद्वार, देहरा ज्वालाजी बंगाणा, चण्डीगढ़ और ज्वालाजी से देहली बया पीरसालूही शांतला बंगाणा व दर्जनों रूट पर बिना सूचना के बंद करने का निर्णय विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। विनोद ने कहा बार बार माइलेज का रोना रोने बाले अधिकारी ये भूल जाते हैं कि तय मानकों से लाखों किलोमीटर ऊपर चल चुकी बसों से आप आय की उम्मीद नहीं कर सकते। वहीं एक संयुक्त बयान में प्रधान राम पाल कुहना, उप:प्रधान संजीव शर्मा कुहना, मुकेश कुमार दोदूँ राजपूता, विनोद मेहता दोदू राजपूता , संजीव कुमार पीरसलूही, राहुल शांतला, यशपाल शांतला, अरविंद प्रभाकर निहारी, बिट्टू शर्मा हण्डाल, पंकज अलोह, हैप्पी राणा पुनन्नी, बीडीसी सदस्य सुदर्शन ठाकुर, परवीन धीमन, पिंकी देवी जिला परिषद सदस्य अश्वनी ठाकुर ने विभागीय अधिकारियों को चेताया है की अगर जल्द इन बसों को दुबारा से शुरू नहीं करवाया तो वह सभी विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर के साथ हिमाचल पथ परिवहन निगम के देहरा कार्यालय में जाकर प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में HRTC पर निर्भर लोग भाजपा मंडल प्रागपुर के अध्यक्ष विनोद शर्मा व मंडल जसवाँ के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने कहा कि एन एच पर तो लोगों को परिवहन सुविधा मिल जाती है किंतु ग्रामीण क्षेत्रों के आम लोगों को तो एक हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें ही सुविधा देती हैं या फिर उन्हें टैक्सी ले कर एनएच तक जाना पड़ता है, जिससे उनका धन और समय दोनों का नुकसान होता है। अत: सरकार से इन वर्षों पुराने रूटों पर नियमित रूप से बसें चलाने का निर्देश दें ताकि लोगों को संघर्ष करने की ज़रूरत न पड़े ।
बाबा कांशी राम राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा में शनिवार को सत्र 2025 -2026 के लिए अभिभावक शिक्षक संघ की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य प्रो जतिंदर कुमार ने की। इस कार्यकारिणी में सर्वसम्मति से सीमा को प्रधान, सुमन कुमारी को उप प्रधान, परवीन कुमारी को सह सचिव, ऊषा देवी को कोषाध्यक्ष और प्रो दविंदर सिंह को सचिव चुना गया। इस दौरान भारी संख्या में अभिवावकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस अवसर पर प्रो दविंदर सिंह, रामपाल, ख़ेम चंद, शीतल देवी तथा पलक सिंह उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने एक पेंशनधारक पूर्व पुलिसकर्मी के पक्ष में बड़ा और अहम फैसला सुनाया है। अदालत ने साफ कहा है कि पंजाब पुलिस नियम 12.25 के तहत पेंशन प्राप्त करने वाला व्यक्ति दोबारा सरकारी सेवा पाने का हकदार है, चाहे उसने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ही क्यों न ली हो। ये फैसला न्यायाधीश संदीप शर्मा की एकल पीठ ने सुनाया, जहां याचिकाकर्ता प्रेमलाल राव की अपील पर सुनवाई हो रही थी। प्रेमलाल राव 1986 में पुलिस विभाग में कांस्टेबल के रूप में शामिल हुए थे। हेड कांस्टेबल से लेकर 2010 में सहायक उप निरीक्षक तक के पद पर पदोन्नत हुए। लेकिन 2012 में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। दो साल बाद, 2014 में उन्होंने पंजाब पुलिस नियम 12.25 का हवाला देते हुए दोबारा नौकरी में आने के लिए आवेदन किया। लेकिन विभाग ने उनका आवेदन ये कहते हुए खारिज कर दिया कि ये नियम उनके मामले में लागू नहीं होता, क्योंकि उन्होंने स्वेच्छा से सेवा छोड़ी थी। यहीं से शुरू हुई उनकी कानूनी लड़ाई और आखिरकार 2025 में उन्हें इंसाफ मिला। हाईकोर्ट ने कहा कि ये नियम केवल उन कर्मचारियों पर लागू नहीं होता जिन्हें क्षतिपूर्ति या ग्रेच्युटी देकर सेवा से मुक्त किया गया हो बल्कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले कर्मचारी भी इस नियम के तहत दोबारा नियुक्ति के पात्र हैं। अदालत ने विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे प्रेमलाल राव के आवेदन पर दो सप्ताह के भीतर पुनर्विचार करे और उन्हें दोबारा नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू करे।
हिमाचल प्रदेश में अब बारिश का सिलसिला थमने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था, लेकिन अब लोगों को इससे राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने 20 और 21 सितंबर को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना जताई है, जबकि बाकी जगहों पर मौसम साफ रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 20 सितंबर को कुल्लू, कांगड़ा, मंडी और चंबा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, हमीरपुर, ऊना, सोलन, बिलासपुर, सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान है। इसके बाद, अगले 2-3 दिनों तक राज्य में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान, दिन के अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। राज्य में लगातार हो रही बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन, बाढ़ और सड़कों के बंद होने की घटनाएं सामने आई थीं। कई लोगों के घरों और फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। अब, जब बारिश का दौर थमने की ओर है, तो राहत और बचाव कार्यों में भी तेजी आने की उम्मीद है। मौसम विभाग का कहना है कि हिमाचल प्रदेश से मॉनसून की विदाई भी जल्द ही हो सकती है। राज्य में मॉनसून का सीजन आमतौर पर सितंबर के अंत तक खत्म हो जाता है। इस साल मॉनसून ने हिमाचल में सामान्य से अधिक बारिश दी है, जिससे कुछ जगहों पर तो फायदा हुआ है, लेकिन कई जगहों पर नुकसान भी हुआ है।
श्री नैना देवी जी के कोला वाला टोबा की जगदंबा टैक्सी ऑपेरटर यूनियन के द्वारा एक बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता प्रधान कुलवंत सिंह राणा के द्वारा की गई। इस बैठक में समस्त टैक्सी ऑपेरटर यूनियन के सदस्यों ने भाग लिया और यूनियन के विभिन्न विषयों पर चर्चा एवं मंथन किया। समस्त यूनियन के सदस्यों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि कोला वाला टोबा पंचायत के अलावा किसी भी अन्य पंचायत की गाड़ी डालने पर पाबंदी लगाई जाएगी । जो भी कोई इस यूनियन में प्रधान की अनुमति के बिना गाड़ी लगाएगा वह गाड़ी यूनियन में नहीं डाली जाएगी अगर कोई भी कोला वाला टोबा टैक्सी यूनियन में गाड़ी लेकर आता है तो वह उसका स्वयं जिम्मेदार होगा। इस बैठक में अध्यक्ष, दिनेश कुमार, उप प्रधान, शिव कुमार, सचिव, जीवन कुमार, कोषाध्यक्ष, राजेंद्र कुमार, सलाह कार, मनजिंदर सिंह, अश्विनी कुमार, नील मणि, और अन्य सभी टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के सदस्य उपस्थित रहे।
जिला सोलन पुलिस द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में कुनिहार क्षेत्र के कुख्यात नशा तस्कर धनीराम उर्फ गलू (72 वर्ष) निवासी गांव जाडली, तहसील व जिला सोलन को भारी मात्रा में अफीम व चरस के साथ गिरफ्तार किया गया है। एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि आरोपी लंबे समय से कुनिहार, सुबाथू और अर्की क्षेत्र में नशे की तस्करी कर रहा था तथा सुनियोजित तरीके से युवाओं को पक्का ग्राहक बनाकर नशा सप्लाई करता था। हाल ही में सायर मेले के दौरान उसकी गतिविधियां बढ़ने की सूचना मिली थी। पुलिस की 16 सदस्यीय टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कल तड़के स्वतंत्र गवाहों सहित आरोपी के घर व दीपक भोजनालय/होमस्टे में दबिश दी। तलाशी के दौरान आरोपी के मकान से 1.624 किलो अफीम और 1.622 किलो चरस बरामद हुई। नशे को आरोपी ने बड़ी शातिरता से लकड़ी की पैनलिंग, किचन कपबोर्ड और सोफे के अंदर छुपा रखा था, जिस पर भगवान की तस्वीर लगाई गई थी। मौके से दो इलेक्ट्रॉनिक तराजू भी बरामद किए गए। एसपी ने बताया कि आरोपी पर पहले से ही चार आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें दो मादक पदार्थ अधिनियम और दो भारतीय दंड संहिता की धाराओं (498A व महिला से छेड़छाड़) से जुड़े हैं। आरोपी को आज न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उसे 5 दिन का पुलिस रिमांड मिला है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह भी सामने आया है कि आरोपी ने नशे के कारोबार से भारी संपत्ति अर्जित कर रखी है, जिसकी जांच जारी है। पिछले दो वर्षों में सोलन पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत 209 मामले दर्ज किए हैं और 438 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। अन्य राज्यों से भी 146 आरोपी गिरफ्तार किए , जिनमें 140 बड़े इंटर-स्टेट सप्लायर और 9 नाइजीरियन नागरिक शामिल हैं। साथ ही नशे की तस्करी से अर्जित 9 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति जब्त (होटल, प्लॉट्स, लग्ज़री गाड़ियाँ, एफडी, कैश डिपॉजिट्स आदि) की गई है। एसपी गौरव सिंह ने स्पष्ट किया कि सोलन पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। नशे की सप्लाई रोकने के साथ-साथ, तस्करों की अवैध संपत्ति को भी जब्त/फ्रीज किया जा रहा है।
परवाणु से शिमला तक बदहाल NH पर लोग जान जोखिम में डालकर सफर भी करते रहे और टोल भी भरते है। उम्मीद थी जिला प्रशासन जागेगा, जनता को राहत देगा, पर ऐसा हुआ नहीं। पर अब एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए माननीय हाइकोर्ट ने सनवारा टोल बैरियर पर 20 सितम्बर से 30 अक्तूबर तक टोल वसूली रोकने के आदेश दिए हैं। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग की खराब हालत पर सख्त रुख अपनाते हुए ये आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने लोक निर्माण विभाग को भी निर्देश दिया कि कैथलीघाट से शिमला तक सड़क की मरम्मत और सुधार कार्यों को शीघ्र शुरू किया जाए। परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार वाहन चलते हैं और टोल प्लाजा से लाखों रुपये की आय होती है। इसके बावजूद सड़क की हालत खराब है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हाईकोर्ट के इस आदेश से सड़क की हालत में सुधार की उम्मीद की जा सकती है, वहीं वाहन मालिकों को राहत मिलेगी।
शिमला के सदर पुलिस थाने के भीतर ही विमल नेगी की पेन ड्राइव का डाटा डिलीट किया गया था। इस कारनामे को अंजाम दिया था ASI पंकज ने जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। बताया जा रहा है थाने की CCTV फुटेज से बरामद रिकॉर्डिंग से इसके पुख्ता सबूत एजेंसी के हाथ लगे हैं। यानी जांच करने वाली पुलिस के लोग ही सबूत मिटाने की कारस्तानी में जुटे थे। CBI के मुताबिक विमल नेगी को आत्महत्या के लिए उकसाने के षड्यंत्र में एक से अधिक व्यक्ति शामिल हैं। CBI के अनुसार ASI पंकज शर्मा बार-बार अपना अपना बयान बदल रहा है। बताया जा रहा है की वो पहले दिल्ली में जांच के दौरान पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए तैयार था। इसके लिए लिखित में स्वीकार भी किया। लेकिन अदालत के समक्ष इससे इन्कार कर दिया। बहरहाल उस पेन ड्राइव में क्या डाटा था ? फॉर्मेट करने से पहले उसने डाटा कहां सेव करके रखा ? और सबसे जरूरी किसके कहने पर पंकज ने ये किया, इस पर से पर्दा उठने का इन्तजार है। उधर विपक्ष लगतार इस मामले पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा की थाने में पेन ड्राइव कौन फॉर्मेट करवा रहा था ? ये किसके इशारे पर हुआ ? जयराम ने विमल नेगी मामले से जुड़े अधिकारियो को महत्वपूर्ण पदों पर पोस्टिंग देने पर भी सरकार पर निशाना साधा है।
आईईसी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग ने भारत के महान इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के अवसर पर इंजीनियर्स डे का आयोजन किया। इस अवसर पर छात्रों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं और सत्रों में भाग लिया, जिसमें उन्हें एआई, रोबोटिक्स और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में उपयोगी आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें विभाग के प्रोफेसरों और छात्रों ने भाग लिया। इसके उपरांत छात्रों ने पोस्टर मेकिंग, क्विज़ और डिबेट जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिससे उन्हें प्रैक्टिकल लर्निंग और उद्यमिता की प्रेरणा मिली। इस अवसर पर छात्रों ने स्किट, प्ले, नाटी, भंगड़ा सहित अनेक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं और सभी को प्रभावित किया। आईईसी यूनिवर्सिटी की सीनियर मैनेजमेंट ने इस कार्यक्रम को छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया और इंजीनियरिंग के छात्रों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
यूनिट 6 एच.पी. (आई) कंपनी ऊना का एनसीसी नामांकन अभियान सरकारी महाविद्यालय ढलियारा में लेफ्टिनेंट कर्नल रविन्द्र सिंह के निर्देशानुसार सम्पन्न हुआ। नामांकन प्रक्रिया में शारीरिक परीक्षण, चिकित्सीय परीक्षण तथा साक्षात्कार सम्मिलित थे। शारीरिक परीक्षण जेसीओ राकेश कुमार, हवलदार मोहन एवं हवलदार गुरदेव द्वारा सम्पन्न कराए गए। लगभग 140 प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने इस प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक भाग लिया और राष्ट्रीय कैडेट कोर से जुड़ने की अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। कार्यक्रम के समापन पर सीटीओ डॉ. कपिल सूद ने कमांडिंग ऑफिसर, स्टाफ सदस्यों तथा सभी प्रतिभागियों का सहयोग एवं प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अंजु आर. चौहान ने भी कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्हें एनसीसी में सक्रिय भागीदारी निभाने तथा अनुशासन, एकता और राष्ट्र सेवा के मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, नामांकन अभियान की सफलता ने जी.सी. ढलियारा में एनसीसी विंग को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा है ।
धर्मपुर बस स्टैंड के साथ लगती सोन खड्ड में हाल ही में आए फ्लैश फ्लड से प्रभावित लोगों को प्रशासन द्वारा अब तक लगभग 13 लाख 60 हज़ार रुपये की फौरी राहत राशि वितरित की जा चुकी है। एसडीएम धर्मपुर जोगिंद्र पटियाल ने बुधवार को बताया कि इस आपदा में प्रभावित 99 दुकानदारों, 15 मकान मालिकों और 22 किरायेदारों को यह राहत राशि दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से जेसीबी मशीनों और विभागीय उपकरणों के माध्यम से सड़कों की बहाली और बस स्टैंड धर्मपुर पर भरी सिल्ट को हटाने का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के 44 जवान और स्थानीय पुलिस मिलकर ड्रोन कैमरों की मदद से आपदा में लापता हुए लोगों की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह राहत और बहाली कार्यों में जुटा हुआ है और जल्द ही धर्मपुर में बस सेवाएं सामान्य हो जाएंगी। हिमाचल पथ परिवहन निगम के मंडलीय प्रबंधक, मंडी उत्तम सिंह ने बताया कि हाल ही में धर्मपुर में आई फ्लैश फ्लड से एचआरटीसी बस स्टैंड को भारी नुकसान पहुंचा है। सोन खड्ड में आए उफान के चलते अब तक 20 बसें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। बस स्टैंड की ग्राउंड फ्लोर और वर्कशॉप क्षेत्र में पानी घुसने से मोटी परत में सिल्ट भर गई है, जिसे निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। क्षतिग्रस्त बसों को रिकवर करने के लिए एचआरटीसी डिवीजनल डिपो हमीरपुर और धर्मशाला से मैकेनिकल टीमें धर्मपुर भेजी गई हैं, जो बुधवार शाम तक पहुंच जाएंगी। फिलहाल सरकाघाट–धर्मपुर मार्ग पर दो बसें सवारियों की सुविधा के लिए चलाई जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि धर्मपुर डिपो की 28 अन्य बसें अभी अलग-अलग स्थानों पर फंसी हुई हैं, जिन्हें सड़क मार्ग बहाल होने पर क्रमवार चलाया जाएगा। स्थानीय यात्रियों को असुविधा न हो इसके लिए नजदीकी डिपो से भी बसें मंगवाई गई हैं ताकि दूरदराज क्षेत्रों के लिए अस्थायी सेवाएं जारी रखी जा सकें। उन्होंने बताया कि डिपो की लगभग 33 लाख रुपये की इन्वेंट्री क्षतिग्रस्त हो गई है। शेष सामग्री की स्थिति की जांच जारी है और जो वस्तुएं उपयोग योग्य होंगी, उन्हें कार्य में लिया जाएगा। इसके अलावा बसों में ईंधन आपूर्ति के लिए स्थापित 20 हजार लीटर क्षमता वाले पंप में भी गाद घुस गई है। इसमें करीब 15 हजार लीटर ईंधन मौजूद था। इस संबंध में इंडियन ऑयल से संपर्क कर सफाई और ईंधन की रिकवरी का कार्य शुरू किया जा रहा है। गत 15 और 16 सितम्बर की रात को हुई मूसलाधार बारिश ने धर्मपुर विद्युत उपमंडल की अधोसंरचना को बुरी तरह प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बारिश से 33 केवी और 11 केवी एचटी लाइनों के साथ-साथ एलटी लाइनें, डीटीआर स्टोर तथा 33/11 केवी उप-स्टेशन को भारी क्षति पहुंची है। रिपोर्ट के मुताबिक 2 किलोमीटर 33 केवी एचटी लाइन और 6 किलोमीटर 11 केवी एचटी लाइन क्षतिग्रस्त हुई हैं। वहीं 12 ट्रांसफॉर्मर पूरी तरह या आंशिक रूप से खराब हो गए, जिससे अकेले इस मद में करीब 41.36 लाख का नुकसान हुआ। कुल मिलाकर 9.5 किलोमीटर एलटी लाइन और 110 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं। सबसे अधिक नुकसान 225 लाख रुपये के सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर को हुआ है। उप-स्टेशन की बाउंड्री वॉल, फेंसिंग, यार्ड, कंट्रोल रूम, और स्टोर सामग्री बह गई है। साथ ही विभाग के छह वाहन भी क्षतिग्रस्त बताए गए हैं। कुल मिलाकर विभाग को इस आपदा में 460.87 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। विभाग का कहना है कि विद्युत आपूर्ति बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। लगातार हो रही बारिश और सड़क संपर्क बाधित होने के कारण बिजली के खंभे और सामग्री साइट तक पहुंचाने की चुनौती के बावजूद विद्युत कर्मी बहाली के लिए दिन-रात जुटे हुए हैं।
पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां-प्रागपुर के विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित सेवा पखवाड़ा कार्यक्रमों में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया और कार्यकर्ताओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही अस्पताल में मरीजों को फल वितरित किए गए और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई। विक्रम ठाकुर ने कहा कि मोदी जी का जन्मदिवस सेवा और समर्पण को समर्पित दिन है, और पूरे देश में इस अवसर को सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश का परम सौभाग्य है कि भारत को नरेन्द्र मोदी जैसा सशक्त नेतृत्व मिला है। मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य को विकास का मॉडल बनाया और 2014 से प्रधानमंत्री रहते हुए भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था की श्रेणी में खड़ा किया। वर्ष 2014 तक भारत विश्व की 11वीं अर्थव्यवस्था था, आज मोदी जी के नेतृत्व में चौथे स्थान पर आ गया है और 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। विक्रम ठाकुर ने कहा कि नरेन्द्र मोदी वो शख्स हैं जिन्होंने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देकर उनके जीवन में राहत पहुँचाई, करोड़ों परिवारों को पक्के घर, शौचालय और नल से स्वच्छ जल उपलब्ध करवाया। किसानों के लिए सम्मान निधि से हर वर्ष आर्थिक सहयोग दिया और 50 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करवाकर उनके जीवन में नई आशा जगाई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में देश में उत्पादन बढ़ा, निर्यात बढ़ा, आयात घटा, प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई और किसानों तथा बागवानों की आय में बड़ा इजाफा हुआ। कृषि, दुग्ध और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में हुई प्रगति ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। यही नहीं, रक्षा के क्षेत्र में भी भारत की शक्ति को पूरी दुनिया ने देखा है और आज देश वैश्विक स्तर पर एक निर्णायक शक्ति के रूप में स्थापित हो चुका है। विक्रम ठाकुर ने कहा कि मोदी जी का शासन गरीब कल्याण, किसान उत्थान, महिला सशक्तिकरण और युवा सशक्तिकरण की गाथा है। स्टार्टअप्स की क्रांति ने युवाओं को रोजगार के अवसर दिए हैं, वहीं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बनी हैं। यही वजह है कि आज पूरा देश मोदी जी के जन्मदिवस को सेवा पखवाड़े के रूप में मना रहा है। रक्तदान शिविरों, स्वच्छता अभियानों और चिकित्सा सेवा जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से गरीब और जरूरतमंदों तक राहत पहुँचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जीएसटी में भारी कटौती कर मोदी जी ने आम जनता को राहत प्रदान की है। प्रधानमंत्री मोदी का मंत्र "सेवा ही संगठन" आज भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के जीवन का आधार बन चुका है। मोदी जी ने हमेशा गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को केंद्र में रखकर नीतियां बनाई हैं और यही कारण है कि आज भारत आत्मनिर्भर, सशक्त और विश्व मंच पर गौरव के साथ खड़ा है।
शूलिनी विश्वविद्यालय के नेतृत्व में प्रशिक्षण केंद्र ने पहल फाउंडेशन के सहयोग से, ग्रामीण महिला उद्यमी विकास कार्यक्रम, प्रोजेक्ट प्रगति शुरू किया है, जिसका उद्देश्य प्रशिक्षण, शिक्षा और आत्मनिर्भरता के माध्यम से आस-पास के गाँवों की महिलाओं का उत्थान करना है। शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर विशाल आनंद के सहयोग और दूरदर्शिता से, परियोजना का पहला चरण आज एक उपकरण हस्तांतरण समारोह के साथ पूरा हुआ। नवंबर 2024 में शुरू हुए इस कार्यक्रम ने पहले ही परिवर्तन और सशक्तिकरण की प्रेरक कहानियाँ गढ़ी हैं। वी-एम्पावर, सेंटर फॉर लीडरशिप कोचिंग के तत्वावधान में, सलोगरा और सनहोल पंचायतों के दो स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षण और विकास के लिए अपनाया गया है। महिला प्रतिभागियों, जिन्हें "सखी" कहा जाता है, को नवीन तरीकों से प्रशिक्षित किया गया, जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सत्र और व्यावहारिक कार्यशालाएँ शामिल थीं, जिनका उद्देश्य उनके कौशल को बढ़ाना और उनका आत्मविश्वास बढ़ाना था। सरोज खोसला, अध्यक्ष शूलिनी विश्वविद्यालय और एसआईएलबी की अध्यक्ष, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, जबकि मनोरमा आनंद विशिष्ट अतिथि थीं। अन्य विशिष्ट अतिथियों में प्रो. पी.के. खोसला, कुलाधिपति, शूलिनी विश्वविद्यालय; विशाल आनंद, प्रो-कुलपति, शूलिनी विश्वविद्यालय; प्रो. आशीष खोसला, निदेशक नवाचार और विपणन; और डॉ. सुनील पुरी, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार शामिल थे। समारोह को संबोधित करते हुए, प्रो. पी.के. खोसला ने सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति विश्वविद्यालय की गहरी प्रतिबद्धता पर बल दिया। उन्होंने कहा, हम न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए, बल्कि आसपास के समुदायों के विकास के लिए भी जिम्मेदार हैं। शूलिनी में, हम अपने छात्रों को समाज की सेवा के मूल्य को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ, विश्वविद्यालय ज्ञान और संसाधनों को साझा करके क्षेत्र के किसानों और कृषिविदों का समर्थन करता रहा है। शूलिनी हमेशा हर संभव तरीके से अपने समुदाय के साथ खड़ा रहेगा। अपने मुख्य भाषण में, सरोज खोसला ने विश्वविद्यालय की स्थापना के समय से ही इसके विजन को याद किया। उन्होंने कहा कि जब शूलिनी की स्थापना हुई थी, तब हमारा प्राथमिक लक्ष्य एक शोध-उन्मुख संस्थान बनाना था। हालाँकि, समय के साथ, हमें समाज की बेहतरी के लिए काम करने की एक मज़बूत ज़िम्मेदारी भी महसूस हुई। दशकों से, हम शैक्षिक सहायता प्रदान करने के लिए गाँवों को गोद ले रहे हैं। ग्रामीण महिला सशक्तिकरण की यह पहल महिलाओं के उत्थान और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम है। मुख्य अतिथि मनोरमा आनंद ने सरोज खोसला के साथ मिलकर प्रशिक्षित महिलाओं को उनकी उपलब्धियों को मान्यता देते हुए प्रमाण पत्र वितरित किए। समापन भाषण देते हुए, प्रो-चांसलर विशाल आनंद ने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा, "हम जेनरेशन Z की ऊर्जा और क्षमता देख रहे हैं। बड़ा सोचें, सकारात्मक सोचें, तभी सकारात्मक बदलाव आएगा।" कार्यक्रम में टिकर पंचायत और सलोगरा पंचायत की सभी महिला उद्यमियों को उनके सहयोग और सक्रिय भागीदारी के लिए भी सम्मानित किया गया। अपने विचार साझा करते हुए, कुसुम लता प्रधान, सनहोल पंचायत ने कहा, “महिलाओं के लिए अक्सर घर से बाहर निकलना मुश्किल होता है, लेकिन इन मेहनती महिलाओं ने दिखाया है कि वे उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कर सकती हैं। हम इस कार्यक्रम में और अधिक महिलाओं को शामिल करेंगे, और शूलिनी विश्वविद्यालय के सहयोग से, वे सार्थक रोज़गार भी प्राप्त कर सकेंगी। लीडरशिप कोचिंग केंद्र की निदेशक पायल खन्ना ने इस पहल के व्यापक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिला सशक्तिकरण विकास कार्यक्रम, सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शैक्षणिक जगत और सामाजिक संगठनों के बीच साझेदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। महिलाओं को सशक्त बनाकर, शूलिनी विश्वविद्यालय न केवल व्यक्तियों का पोषण कर रहा है, बल्कि परिवारों और समुदायों को भी मज़बूत बना रहा है, जिससे समग्र ग्रामीण विकास में योगदान मिल रहा है।
अटल शिक्षा कुंज स्थित आईईसी यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से स्टीलबर्ड कंपनी झाड़माजरी, बद्दी का औद्योगिक भ्रमण आयोजित किया। इस भ्रमण में कुल 134 छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया और कंपनी की कार्यप्रणाली और मशीनरी के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर कंपनी के महाप्रबंधक अरुण कुमार, मानव संसाधन प्रबंधक रेखा शर्मा और प्लांट हेड विक्रम गौतम विशेष तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को कंपनी की उत्पादन प्रक्रिया और मशीनरी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की और उद्योग में उपयोग होने वाली नवीनतम तकनीकों से छात्रों को अवगत कराया। छात्रों ने कंपनी के विशेषज्ञों से बातचीत कर अपने सवालों के विस्तृत उत्तर प्राप्त किए और हर तकनीक को बारीकी से समझा। आईईसी यूनिवर्सिटी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट अधिकारी ने स्टीलबर्ड कंपनी के प्रबंधन और कर्मचारियों को इस औद्योगिक भ्रमण को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आईईसी यूनिवर्सिटी और स्टीलबर्ड कंपनी का यह प्रयास छात्रों को उद्योग जगत की वास्तविकताओं से अवगत कराने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने में सहायक सिद्ध होगा। इस भ्रमण के माध्यम से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ, जो उनके करियर निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
शिमला: दो लोगों पर गोली चलाने वाले को 10 साल की सजा **मामले में आईपीएस गौरव सिंह ने गहनता से जांच कर जुटाए थे साक्ष्य रामपुर बुशहर की अदालत ने एक अहम फैसला सुनाते हुए आरोपी सुनील कुमार को धारा 307 भारतीय दंड संहिता के तहत 10 साल के कठोर कारावास और 25,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं देने पर आरोपी को एक साल की साधारण कैद की सजा होगी। बता दें कि14 अप्रैल 2015 को खोलीघाट बाजार में आरोपी सुनील कुमार और अनिल मेहता के बीच झगड़ा हुआ था। आरोपी ने अनिल मेहता पर डंडे से हमला किया और बाद में अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से गोली चलाई, जो अनिल मेहता के बाएं जांघ और पैर में लगी। जब अनिल मेहता का भाई प्रदीप मेहता उसे बचाने आया, तो आरोपी ने उस पर भी गोली चलाई, जो उसकी गर्दन में लगी। मुकदमे की तफ्तीश के दौरान 21 गवाहों के बयान दर्ज किए गए। अदालत में ट्रायल के दौरान जिला न्यायवादी लुद्र मणी शर्मा ने पैरवी की। आईपीएस गौरव सिंह ने मामले की जांच की। जिला न्यायवादी लुद्र मणी शर्मा ने बताया कि अदालत ने आरोपी सुनील कुमार को दोषी पाया और उसे सजा सुनाई। वहीं आईपीएस गौरव सिंह ने इस मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मामले की जांच को गहराई से किया और सबूत इकट्ठा किए, जिससे अदालत में आरोपी सुनील कुमार को दोषी साबित करने में मदद मिली। गौरव सिंह ने मामले की जांच में पेशेवर और निष्पक्ष तरीके से काम किया, जिससे न्यायालय में मजबूत सबूत प्रस्तुत किए जा सके। इसके अलावा, धारा 30 शस्त्र अधिनियम के तहत भी आरोपी को 6 महीने के कठोर कारावास और 2,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई है।
मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी पंडित सुशील रतन राजकीय महाविद्यालय ज्वालामुखी में विश्व ओज़ोन दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार बस्सी के मार्गदर्शन में भौतिकी एवं रसायन शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, विज्ञान प्रश्नोत्तरी तथा संगोष्ठी जैसी प्रतियोगिताएँ संपन्न हुई। भाषण प्रतियोगिता में साहिल प्रथम, रोनिका द्वितीय और शिवानशु तृतीय रहे, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में सायमा, मनीषा प्रथम, साक्षी, कशिश द्वितीय तथा अदिती तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को यह संदेश दिया गया कि ओज़ोन परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से पृथ्वी की रक्षा करती है, अतः भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसका संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन प्रो. शिवानी एवं प्रो. शबनम ने संयुक्त रूप से किया तथा इस अवसर पर डॉ. अनिका, डॉ. मीना और डॉ. अनुपम विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत सैंकड़ों मकानों को मंजूरी मिली है। जिसमें गरीब लोगों को अपने आशियाने मिलेंगे। इस योजना के तहत नगर पंचायत कुनिहार के 14 परिवारों को अपना मकान बनाने के लिए मंजूरी मिली है। जानकारी देते हुए प्रधान ग्राम पंचायत कुनिहार राकेश ठाकुर ने बताया कि लगभग 3 महीने पहले 18 ऐसे गरीब परिवारों को जिनके पास अपना आवास नहीं है या जिनके घर की हालत अति दयनीय है उन्हें प्रधान मंत्री आवास योजना (शहरी ) की मंजूरी के लिए भेजा गया था। जिनमें 14 परिवारों को इसकी मंजूरी मिल गई है। और जल्द ही इन परिवारों को अपने मकान मिल जाएंगे। इसके लिए 4 किश्तों में बजट आएगा। जिसकी पहली किश्त मंजूर हो गई है और इन मकानों का कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा। राकेश ठाकुर सहित अनिल तनवर पूर्व प्रधान ग्राम पंचायत कोठी, सूर्यकान्त जोशी, संतोष शर्मा, ज्ञान जोशी, विनोद जोशी, जय पाल योगीराज, धीरज जोशी, विनोद वेश, राजेश शांडिल, राम राज, कृष्ण चंद, विनोद कुमार व अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इसके लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार, व शहरी विकास मंत्रियों तथा अर्की विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय अवस्थी का आभार व्यक्त किया है।
जिला सोलन डी पी ई संघ के अध्यक्ष राज कुमार पाल ने अपनी जिला कार्यकारिणी के सभी सदस्यों के साथ 14 वर्ष से कम और 19 वर्ष से कम आयु की खेल प्रतियोगिताओं को आयोजित करने के बारे में विचार विमर्श किया। जिसमें शिक्षा निदेशक स्कूल एजुकेशन शिमला व उप निदेशक ( उच्च व प्राथमिक) सोलन से आग्रह किया गया कि स्कूली खेलों से संबंधित आदेशों में संशोधन किया जाए। संघ ने शिक्षा विभाग के उपरोक्त पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि जिन शिक्षा खंडों में स्थिति सामान्य है वहां पर 14 वर्ष से कम व 19 वर्ष से कम खंड व जोन स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता करवाई जाए। जोन स्तर पर ट्रायल करवाना बच्चों की प्रतिभा के साथ न्याय संगत नहीं है। संघ के अध्यक्ष राज कुमार पाल ने कहा कि जिला सोलन में 21 व 22 सितंबर, 2025 को राजकीय वरिष्ठ छात्र माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में लड़के व लड़कियों की जो फुटबॉल प्रतियोगिता होने जा रही है संघ उसका स्वागत करता है और विभाग से आग्रह करता है कि यदि जिला सोलन में फुटबॉल की स्कूली प्रतियोगिता हो सकती है तो खंड व जोन स्तर पर भी अन्य खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए ताकि सभी बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके। यह मांग जिला सोलन डी पी ई संघ के सभी पदाधिकारियों जिसमें संघ महासचिव जसपाल सिंह राणा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहिंदर राठौर, सुभाष चंद, राम किशन, धनीराम, लज्जाराम, लक्ष्मण दास, वीरेंद्र शर्मा, विकास सकलानी, राकेश ठाकुर, सुनीता ग्रोवर तथा रश्मि राठी आदि ने संयुक्त रूप से की है।
सोमवार रात शिमला में मूसलाधार बारिश के कारण कई भूस्खलन हुए और पेड़ गिर गए हैं। शिमला के हिमलेंड, बीसीएस, महेली और अन्य इलाकों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुए हैं। कई जगहों पर पेड़ गिरने से कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं, जिन्हें हटाने का काम चल रहा है। भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे यातायात ठप हो गया है। मंगलवार सुबह स्कूल जाने वाले छात्रों और यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बंद सड़कों को खोलने का काम तेजी से चल रहा है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में मानसून की सक्रियता जारी रहने का अनुमान लगाया है। मंगलवार को भी 6 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी है। सुंदरनगर उपमंडल के तहत आने वाली निहरी तहसील के ब्रगटा गांव में सोमवार रात को भूस्खलन की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि दो लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। जानकारी के अनुसार यहां भूस्खलन होने से पूरा घर जमींदोज हो गया। हादसे के समय घर में पांच लोग मौजूद थे। इस हादसे में तीन लोगों की माैत हो गई। मृतकों में दो महिलाएं और एक आठ महीने का बच्चा शामिल है। इसके अलावा दो लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। मृतकों में तांगू देवी(33) पत्नी जय सिंह, कमला देवी(33) पत्नी देव राज और भीष्म सिंह(8 महीने) पुत्र देव राज शामिल हैं। सुरक्षित बचाए गए लोगों में खूब राम(65) पुत्र धनी राम और दर्शन देवी(58) पत्नी खूब राम शामिल हैं। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमाार्टम के लिए भेज दिया है। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने हादसे की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि क्षेत्र के अधिकतर मार्ग बंद पड़े हैं, जिस कारण घटनास्थल तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। स्थानीय लोगों ने ही अपने स्तर पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को बाहर निकाला है। क्षेत्र में अभी भी रुक रुककर बारिश का दौर जारी है, जिस कारण बाकी राहत एवं बचाव कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं। साथ ही पहाड़ी से लगातार मलबा गिरने का खतरा भी बना हुआ है।
मंडी जिले में सोमवार रात को हुई भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई। सबसे ज्यादा असर धर्मपुर बाजार और आसपास के इलाकों में देखने को मिला, जहां से होकर बहने वाली सोन खड्ड और साने खड्ड अचानक विकराल रूप धारण कर गई। रात 11 बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ और करीब एक बजे तक हालात इतने बिगड़ गए कि लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। देखते ही देखते धर्मपुर का बस स्टैंड पूरी तरह पानी में डूब गया। यहां खड़ी निगम की बसें लबालब पानी में फंस गई और कुछ बसें तो तेज बहाव में बह भी गई। खड्ड के किनारे बने कई मकान पानी में डूब गए। घरों में पानी घुसने पर लोग दूसरी मंजिल और छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। निजी वाहन, बाइक, स्कूटर और कारें भी तेज धारा में बह गई। धर्मपुर में बने एक होस्टल में 150 बच्चे फंसे हुए थे, जिन्होंने समय रहते ऊपर की मंजिलों पर जाकर अपनी जान बचाई। लोगों की चीख-पुकार और चारों तरफ फैली अफरा-तफरी ने पूरे इलाके को दहला दिया। डीएसपी धर्मपुर संजीव सूद ने बताया कि जैसे ही रात को तेज बारिश शुरू हुई, पुलिस और रेस्क्यू टीमें तुरंत ही सक्रिय हो गई। लोगों को सुरक्षित निकालने का काम पूरी रात चलता रहा। प्रशासन का कहना है कि नुकसान का जायजा लिया जा रहा है और हालात को सामान्य बनाने की कोशिशें जारी हैं।
पुलिस थाना घुमारवीं की टीम ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत सफलता हासिल की है। रविवार देर शाम बलोह टोल प्लाजा के पास नाकाबंदी के दौरान चैकिंग में पुलिस ने हरियाणा के 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1 किलो 30 ग्राम चरस बरामद की। आरोपियों की पहचान संदीप (37) पुत्र राम करण, निवासी मकान नंबर 66/9 शास्त्री नगर गनौर, सोनीपत हरियाणा व प्रवीण (35) पुत्र सत्यवान, निवासी गांव गनौर, जिला सोनीपत हरियाणा के रूप में हुई है।पुलिस के अनुसार संदिग्ध हालत में चल रही गाड़ी (नंबर एचआर 72 2992) को रोककर नियमानुसार तलाशी ली गई। इस दौरान गाड़ी से चरस बरामद हुई। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर थाना घुमारवीं में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि नशे की यह खेप कहां से लाई गई थी और इसे किसे सौंपा जाना था। डीएसपी बिलासपुर मदन धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि नशे की अवैध तस्करी के खिलाफ जिला पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की जानकारी पुलिस के साथ सांझा करें ताकि इस सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सके। वहीं दूसरी तरफ बरमाणा पुलिस थाना टीम ने नालग हनुमान मंदिर के पास एक नेपाली युवक के पास 505.48 ग्राम चरस पकड़ी है। जानकारी के अनुसार पुलिस टीम बरमाणा-बैरी सड़क पर गश्त पर थी। जब पुलिस टीम मंदिर के पास पहुंची तो टीम ने मंदिर के बाहर बने सीमैंट पैराफिट पर एक व्यक्ति को अकेले बैठा पाया। पुलिस टीम को देख कर व्यक्ति घबरा सा गया, जिस पर पुलिस को शक हुआ व पुलिस टीम ने उसके बैग की तलाशी ली, जिसमें पुलिस को चरस बरामत हुई। डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने बताया कि इस मामले में बरमाणा थाना में केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है व आगामी कार्रवाई जारी है।
शिमला जिले के कोटखाई में सड़क हादसा हुआ है। कोटखाई के रामनगर के पास पिकअप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें चार लोगों की मौ*त हो गई है। मरने वालों में तीन नेपाली मूल के नागरिक और एक स्थानीय व्यक्ति शामिल है। इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। जानकारी के अनुसार, यह हादसा कोटखाई रामनगर के खोला कैंची के पास हुआ। गाड़ी में कुल सात लोग सवार थे, जिनमें से चार की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में जोगिंदर सिंह (पुत्र बालक राम, निवासी खोला गांव) और तीन नेपाली मूल के नागरिक शामिल हैं। फिलहाल, इन नेपाली नागरिकों की पहचान नहीं हो पाई है। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घायल हुए लोगों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।


















































