हिमाचल प्रदेश में मानसून फिर से कहर बनकर बरस रही है। राजधानी शिमला के भी भारी बारिश से जगह-जगह लैंडस्लाइड हुए हैं। चौड़ा मैदान के पास राजीव गांधी डिग्री कॉलेज कोटशेरा के पास सड़क किनारे खड़ी कार (HP65-5644) मलबे में दब गई। संजौली कॉलेज के पास भी दो बड़े पेड़ गिरने से सड़क कुछ देर के लिए बंद हो गई और दो गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। शिमला-चौपाल मुख्य मार्ग पर भी कई जगह पेड़ गिरने से सेब से लदे ट्रक और अन्य वाहन फंस गए हैं। टूटू कर पास लैंडस्लाइड से नालागढ़ सड़क यातायात के लिए बंद है। 2 राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 468 सड़कें अभी भी बंद...... बीती रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से प्रदेश में जगह-जगह भूस्खलन हुए हैं, जिससे 2 राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 468 सड़कें बंद हो गई हैं और 1200 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़ने से कई क्षेत्रों में अंधेरा छा गया है। 600 पानी की स्कीमें बाधित है। ताज़ा बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान शिमला जिले में हुआ है, जहां कई जगह सड़कें बंद हुईं, गाड़ियां मलबे में दबीं और पेड़ धराशायी हुए। कुछ जिलों के उपमंडलों में आज स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इतने लोगों ने गंवाई जान......... मानसून सीजन में अब तक 125 लोगों की मौत हो चुकी है, 215 लोग घायल हुए और 34 लोग लापता हैं। प्रदेश में अब तक 382 मकान, 264 दुकानें और 945 गौशालाएं पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं, जबकि 739 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और नदी-नालों के पास न जाएं। मौसम विभाग ने आज और कल भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 23 से 27 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की भी संभावना है। -संदीप कुमार शर्मा, वैज्ञानिक,मौसम विज्ञान केंद्र शिमला
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर, बलाहर में संस्कृत भारती-हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह सोमवार को परिसर के भरतमंडप में सम्पन्न हुआ। यह कार्यक्रम 12 जुलाई से आरंभ हुआ था। समापन समारोह में संस्कृतभारती के उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री नरेन्द्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी के संरक्षण एवं कुलसचिव आर. जी. मुरलीकृष्ण के निर्देशन में संपन्न हुआ। समारोह में परिसर निदेशिका प्रो. सत्यम कुमारी कार्यक्रमाध्यक्ष, सह-निदेशक प्रो. मञ्जुनाथ एस. जी. भट्ट सारस्वत अतिथि, तथा संस्कृतभारती हिमाचल प्रदेश के प्रान्ताध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में गोरक्षनाथ संस्कृत महाविद्यालय के वेदाचार्य डॉ. सन्नी कुमार ने वैदिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया, जबकि डॉ. रूपलाल शर्मा (व्याकरण विद्याशाखा) ने लौकिक मंगलाचरण किया। इसके बाद प्रतिभागियों द्वारा सामूहिक दीप मंत्र, सरस्वती वंदना और संकल्प मंत्र का उच्चारण किया गया तथा कुलगीत का गायन भी हुआ। डॉ. प्रतिज्ञा आर्या ने उपस्थित अतिथियों का परिचय एवं वाचिक स्वागत किया। कार्यक्रम के प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. मुकेश कुमार (प्रान्त शिक्षण प्रमुख, संस्कृतभारती हिमाचल प्रदेश) ने प्रशिक्षण वर्ग की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके पश्चात प्रतिभागियों ने अनुभव कथन और प्रदर्शनात्मक गतिविधियाँ प्रस्तुत कीं। संसाधक डॉ. जयकृष्ण शर्मा एवं रजनी ने भी अपने अनुभव साझा किए। मुख्य अतिथि नरेन्द्र कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे विश्वविद्यालय परिसर के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु राज्य में संस्कृत प्रचार केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसकी स्थापना शीघ्र की जाएगी। विशिष्ट अतिथि डॉ. राजेश शर्मा ने सभी को कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी और भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियों को जारी रखने का आह्वान किया। सह-निदेशक प्रो. मञ्जुनाथ एस. जी. भट्ट ने संस्कृतमय वातावरण के निर्माण हेतु विद्यार्थियों को सदैव संस्कृत में वार्तालाप करने के लिए प्रेरित किया। इसके उपरांत सभी संसाधकों, प्रबंधकों एवं समिति सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। परिसर निदेशिका प्रो. सत्यम कुमारी ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कार्यक्रम की सफलता की सराहना करते हुए भविष्य में छात्रों के हित में ऐसे और आयोजनों की संस्तुति की। कार्यक्रम संयोजक डॉ. सत्यदेव ने अंत में सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र सदर से विधायक आशीष शर्मा ने हिमाचल प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन में ठेके के आधार पर 199 पदों को भरने के लिए टेंडर आमंत्रित करने का विरोध जताया है। उन्होंने के सरकार के इस निर्णय को निराशाजनक बताया है। विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि नौकरियों को ठेके पर देने का यह निर्णय प्रदेश के युवाओं के साथ सरासर धोखा है। प्रदेश कांग्रेस सरकार ने जहां पांच लाख सरकारी नौकरियों देने की घोषणा की थी, वो नौकरियां तो क्या देनी, लेकिन जिन पदों पर नौकरियां निकाली वह भी ठेके पर देने के फरमान जारी किए हैं। इससे प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा सरकार ने एक और फरमान जारी किए हैं जिसके तहत दो साल तक प्रदेश में कर्मचारी महज जॉब ट्रेनी के रूप में नियुक्त होंगे और दो सालों के बाद उन्हें उसी नौकरी को पाने के लिए टेस्ट देना होगा। इससे युवाओं में भारी रोष है और वह खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। नौकरियों को ठेके पर देकर उनका निजीकरण करवाना निंदनीय है। जो युवा सरकारी नौकरी पाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं, उन्हें अब सरकार के फरमानों के अनुसार या तो ठेके पर अस्थाई नौकरी मिलेगे या तो उन्हें नौकरी को पाने के लिए पहले जॉब ट्रेनी के रूप में कार्य करना होगा और उसके बाद उसी पद के लिए दोबारा परीक्षा देनी होगी। विधायक आशीष शर्मा ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि जो 199 पद ठेके पर देने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं उन्हें रद्द कर इन पदों को स्थाई भर्ती के आधार पर भरा जाए और जो दो साल ट्रेनी कर्मचारी रखने के फरमान हैं उन्हें वापिस लेकर अनुबंध आधार पर भर्ती कर कर्मचारियों को भर्ती नियमों के तहत नियमित किया जाए। आशीष शर्मा ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलबाड़ मंजूर नहीं होगा। अगर सरकार जल्द इन फरमानों को वापिस नहीं लेती है तो पार्टी नेतृत्व के साथ विचार विमर्श कर सरकार के खिलाफ उचित कदम उठाकर विरोध का रुख अपनाया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश बेरोजगार कला अध्यापक संघ ने प्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई नई ट्रेनी पॉलिसी का विरोध करते हुए इसे अन्यायपूर्ण और तर्कहीन बताया है। संघ का कहना है कि यह नीति युवाओं को भ्रमित करने और उन्हें मानसिक तनाव में डालने का कार्य कर रही है। संघ के अनुसार, यह कैसी नीति है जिसमें पहले अभ्यर्थी को कमीशन द्वारा परीक्षा पास करनी होगी और फिर नियुक्ति के बाद पुनः एक और परीक्षा देकर नियमित नियुक्ति प्राप्त करनी होगी। इस प्रकार की व्यवस्था से न केवल युवा तनाव में रहेंगे, बल्कि वह आर्थिक रूप से भी असुरक्षित हो जाएंगे और अपने परिवार का भरण-पोषण करना कठिन होगा। संघ ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार समय-समय पर नई-नई घोषणाएं कर बेरोजगार युवाओं को केवल भ्रमित कर रही है, जबकि हकीकत यह है कि वर्षों से नई भर्तियाँ नहीं निकाली जा रही हैं। तीन वर्षों में सरकार का बेरोजगारी के प्रति रवैया पूरी तरह से निराशाजनक रहा है। संघ ने कहा कि इससे पूर्व जो भी मुख्यमंत्री हुए हैं, उन्होंने बेरोजगारों की मांगों पर ध्यान दिया है। लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री के कार्यकाल में बेरोजगारों की अनदेखी की गई है और उनकी समस्याओं का उपहास उड़ाया गया है। चुनावों के समय युवाओं को रोजगार देने के वादे किए गए थे, लेकिन अब सरकार उन्हीं वादों के विपरीत कार्य कर रही है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो आने वाले चुनावों में कांग्रेस पार्टी को इसका गंभीर नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त संघ ने कहा है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिखकर इस अन्यायपूर्ण नीति की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन स्कूलों को हिमाचल प्रदेश में बंद किया गया है, उसकी पूरी सूची भी उन्हें भेजी जाएगी ताकि उन्हें वास्तविक स्थिति का ज्ञान हो सके। अंत में संघ ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि नई ट्रेनी नीति को अविलंब रद्द किया जाए और बेरोजगार युवाओं को स्थायी एवं न्यायसंगत रोजगार की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल के दालंग स्थित आर्मी कैंप के पास प्रवासी मजदूरों के दो बच्चों की पानी के टैंक में नहाते समय डूबने से मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार बच्चों के माता-पिता खेतों के काम कर रहे थे। इस बीच तीन बच्चे नहाने के लिए पानी के टैंक में उतरे लेकिन डूबने से दो की माैत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव अपने कब्जे में लिए। डीएसपी केलांग रश्मि शर्मा ने कहा कि शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए हैं।
*बलाहर प्रशिक्षण वर्ग में नवम दिन डॉ. प्रणयव्रत शर्मा ने किया दीप प्रज्ज्वलन केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर, बलाहर में चल रहे दस दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण वर्ग के नवम दिन विशेष सत्र का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। यह कार्यक्रम संस्कृतभारती-हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्वावधान में 12 से 21 जुलाई तक आयोजित किया गया है। गुरुनानक देव मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर, लुधियाना में सहायक आचार्य के रूप में कार्यरत तथा प्रागपुर निवासी डॉ. प्रणयव्रत शर्मा ने इस अवसर पर वंदना सत्र में दीप प्रज्ज्वलित किया। संबोधन में उन्होंने कहा कि संस्कृत के प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रतिभागियों को आयुर्वेद, योग और संहिताओं जैसे विषयों की ओर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने समाज में छिपे इस प्राचीन ज्ञान को उजागर कर उसकी उपयोगिता को व्यापक स्तर पर फैलाने का आह्वान किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ. सत्यदेव, डॉ. शैलेश तिवारी, डॉ. भूपेंद्र ओझा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
हिमाचल प्रदेश के चंबा ज़िले की चड़ी पंचायत से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। सोमवार को हुए भूस्खलन के चलते एक मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। घर के अंदर मौजूद पति-पत्नी मलबे में दब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान सन्नी और उनकी पत्नी पल्लवी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, पल्लवी हाल ही में अपने मायके आई थी और उसी दौरान यह हादसा हो गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और प्रशासन को सूचित किया गया। प्रशासन ने मलबा हटाकर शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। भारी बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और जोखिम वाले क्षेत्रों में न जाने की अपील की है।
भारी बारिश के चलते मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। रविवार रात 10:00 बजे से ही 4 मील, 9 मील, बांध के नजदीक, मून होटल और फ्लाईओवर के पास पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिससे मार्ग बंद पड़ा है। बारिश के चलते पहाड़ियों से पत्थर और मलबा गिरने का सिलसिला जारी है, जिससे एनएचएआई की मशीनों को मार्ग से मलबा हटाने में कठिनाई हो रही है। लगातार बारिश के बीच मार्ग को खोलना जोखिम भरा बना हुआ है। पंडोह थाना प्रभारी एएसआई अनिल कटोच ने बताया कि एनएचएआई की टीमें मौके पर मौजूद हैं और जैसे ही बारिश में थोड़ी राहत मिलेगी, तुरंत मार्ग से मलबा हटाकर सड़क को यातायात के लिए सुरक्षित बनाया जाएगा। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें और अनावश्यक रूप से यात्रा से बचें। स्थानीय प्रशासन और पुलिस टीम हालात पर नजर बनाए हुए हैं। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए किसी भी तरह का जोखिम नहीं लिया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में बीती रात से लगातार जारी भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज पांच जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। चंबा जिले में भारी बारिश ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। जगह-जगह सड़कें बंद हो गई हैं, मक्की की फसल पानी के तेज बहाव में बह गई। चंबा- तीसा मुख्यमार्ग नकरोड व पंगोला में भूस्खलन हुआ है। नकरोड़-थली सड़क पर भी काफी क्षति होने की सूचना है। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से अगले तीन घंटों तक शिमला, सिरमाैर, चंबा, कांगड़ा व मंडी जिले के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
देहरा गोपीपुर के हनुमान चौक के समीप अभी हाल ही में शुरू की गई मां ज्वाला कोचिंग ऑफ एक्सीलेंस अकादमी में कक्षाएं आरम्भ हो गई है। अधिक जानकारी देते हुए अकादमी के प्रबंध निदेशक मुनीश शर्मा ने बताया कि अकादमी में नीट से लेकर एन डी ए तक व एच ए एस से लेकर आई ए एस तक की प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य हेतु उन्होंने काफी कर्मठ और अनुभवी शिक्षकों को नियुक्त किया है। उन्होंने बताया कि यह उनका सपना था कि प्रदेश के जो छात्र दूसरे राज्यों में जा कर कोचिंग लेते हैं,उन्हें यह सुविधा अपने राज्य में ही मिल सके। वहीं कोचिंग अकादमी में गुरु वरुण नाथ जी का आगमन हुआ। गुरुजी के आगमन के साथ ही अकैडमी में कक्षाएं भी आरंभ की गईं।
सोलन जिले के कैथलीघाट इलाके में सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां हिमाचल सड़क परिवहन निगम (HRTC) की एक बस और एक पिकअप वाहन के बीच सीधी टक्कर हो गई। यह हादसा इतना जबरदस्त था कि पिकअप वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसका चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार, HRTC की बस सोलन की ओर जा रही थी, जबकि पिकअप वाहन विपरीत दिशा से आ रहा था। कैथलीघाट के पास एक मोड़ पर दोनों वाहनों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे।
पतलीकुहल की टीम द्वारा गश्त के दौरान शिव बावड़ी एनएच-03, 15 मील पुल के पास दो संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान दोनों के कब्जे से 24 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद किया गया है । आरोपियों की पहचान दिलवाग सिहं 35 वर्ष पुत्र मन्जीत सिंह निवासी हाउस न० 387/ए अप्पर बेली छराना सतवारी अलोरा जम्मू केंट (जम्मू-कश्मीर) तथा गुरमीत सिंह 43 वर्ष पुत्र चन्दा सिंह निवासी हाउस न० 21, KC कॉलोनी एक्सटैन्शन त्रिकुटा नगर जम्मू सिटी (जम्मू-कश्मीर) के रूप में हुई है। उपरोक्त दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस थाना पतलीकुहल में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21,29 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार कार्यवाही करने के उपरांत बरामदा नशा की खरीद फरोख़्त का पता लगाया जा रहा है इस मामले की पुष्टि कुल्लू एसपी ने की है
जिला सिरमौर के गिरिपार के हाटी क्षेत्र में बरसों बाद शादी की जोड़ीदार प्रथा फिर जिंदा हुई है। क्षेत्र के दो भाइयों ने एक दुल्हन के साथ एक ही मंडप में सात फेरे लिए। बीते दिनों दोनों भाइयों ने दुल्हन से पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी की। तीनों की रजामंदी से ऐसा हुआ है। शादी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस पांडव कालीन परंपरा की आम लोगों में चर्चा हो रही है। हिमाचल के सिरमौर, किन्नौर और उत्तराखंड के जौंसार बावर जैसे क्षेत्रों में बहुपति प्रथा रही है। शिलाई गांव के दो भाइयों प्रदीप सिंह व कपिल ने क्षेत्र की युवती से जोड़ीदारी प्रथा के अनुसार विवाह किया। दोनों भाइयों ने एक दुल्हन के साथ हजारों लोगों की मौजूदगी में विवाह की रस्में निभाईं। यह शादी हाटी समुदाय की जोड़ीदार परंपरा के अनुसार हुई, जिसमें एक पत्नी को दो या अधिक भाई साझा रूप से अपनाते हैं। प्रदीप और कपिल नेगी ने इस परंपरा से शादी का फैसला लिया, जिसे वे विश्वास, देखभाल और साझी जिम्मेदारी का रिश्ता मानते हैं। केंद्रीय हाटी समिति गिरिपार क्षेत्र के महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने कहा कि इस प्रथा के प्रचलन में महाभारत कालीन पांडव संस्कृति को मुख्य स्रोत के रूप में माना जाता है। क्षेत्र के बुजुर्गों ध्यान सिंह, जालम सिंह, नैन सिंह, दिवडू राम ने बताया कि जोड़ीदारी प्रथा से शादी करने का कारण पुश्तैनी संपत्ति का विभाजन रोकना, महिलाओं को विधवा होने से बचाना और परिवार में एकता बनाए रखना था।
हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है, जिसके चलते लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने आज कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, वहीं 22 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। इसका मतलब है कि 21 और 22 जुलाई को बारिश काफी तेज हो सकती है, इसलिए लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है। आज मौसम विभाग के अनुसार ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इन जगहों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बाकी हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। कल, यानी 19 जुलाई को, हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहे और कई जगहों पर बारिश हुई। बारिश के कारण ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। कल राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान कल्पा में 12.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे अधिक अधिकतम तापमान पोंटा साहिब में 39.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
हिमाचल की 59 दवाओं समेत देश की 188 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। इन दवाओं में 44 सोलन जिले में, 13 सिरमौर और एक-एक ऊना और कांगड़ा जिले में बनी हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्टेट ड्रग अथाॅरिटी की ओर से जारी ड्रग अलर्ट में सैंपल फेल पाए गए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें एंटी बायोटिक, एंटी डायबटिक, बीपी, पेट दर्द, प्रोस्टेट कैंसर, दर्द निवारक, विटामिन बी-12, कैंसर समेत कई दवाएं शामिल हैं। हिमाचल की 59 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरीं। इनमें राज्य के ड्रग अलर्ट में 36 और केंद्र के ड्रग अलर्ट में 23 दवाएं शामिल हैं। इसके अलावा कैंसर और सोरायसिस में इस्तेमाल होने वाली इंजेक्शन के सैंपल भी फेल हुए हैं। मिथोट्रीक्सेट इंजेक्शन-15 जो अगस्त 2026 में एक्सपायर होगा और मुंबई के बीडीएच इंडस्टी लिमिटेड उद्योग में निर्मित है। इसी तरह चीन के शंघाई के बाॅयो फार्मास्यूटिकल उद्योग में निर्मित पेट और स्तन कैंसर की दवा डोसिटैक्सल हाइड्रॉस आईपी का सैंपल फेल पाया गया है। हिमाचल व देश के अन्य राज्यों में निर्मित पैरासिटामोल, विटामिन सी इंजेक्शन, रेबाप्रेजोल, टेलिमिस्ट्रिन, पेंटाप्रोजोल सोडियम इंजेक्शन, एमॉक्सीलिन और पोटाशियम इंजेक्शन सहित अन्य के सैंपल गुणवत्ता मानकों पर सही नहीं पाए गए हैं। जांच में तीन दवाएं नकली भी निकली हैं। इनमें टैक्सिम-ओ 200 जो साइनस, नाक, गले, कान के संक्रमण में उपयोग होती है और जुलाई 2024 में बनी है। थ्रोमबोफोब दवा जिसे रक्त के थक्के बनने से रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नकली पाई गई। रोसूवास एफ-10 जिसे कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह भी नकली नकली। इन दवा उद्योगों के नाम फिलहाल अंकित नहीं किए गए हैं। वही राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि हिमाचल में बनी 59 दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। जुलाई के ड्रग अलर्ट में सैंपल फेल होने वाली 40 फीसदी दवाएं हैं। इन सभी संबंधित उद्योगों को नोटिस जारी किए जाएंगे और बाजार से सभी दवाओं को वापस मंगवाया जाएगा।
**मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञ रोबोटिक सर्जनों की भर्ती शुरू करने के निर्देश दिए हिमाचल प्रदेश में रोबोटिक सर्जरी सेवाएं शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार शीघ्र ही विशेषज्ञ रोबोटिक सर्जनों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। इससे मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर और उच्च गुणवत्तायुक्त चिकित्सा उपचार सुविधाएं उपलब्ध होंगी। शुक्रवार देर सायं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह जानकारी दी। इन विशेषज्ञ सर्जनों के लिए भर्ती नियमों का एक प्रस्ताव शीघ्र ही प्रदेश मंत्रिमंडल के समक्ष अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सक सर्जरी करने के अलावा अन्य चिकित्सकों को रोबोटिक सर्जरी तकनीकों का प्रशिक्षण भी देंगे। इससे राज्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम तैयार होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आधुनिक तकनीक और चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। चमियाना स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर-स्पेशलिटी में मरीजों को दिल्ली के एम्स के समान स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और संस्थान में शीघ्र ही रोबोटिक सर्जरी सेवाएं शुरू होंगी, साथ ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा में भी जल्द ही रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम स्थापित किया जाएगा। उन्होंने विभाग को चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर और इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला में रोबोटिक सर्जिकल मशीनें स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और मज़बूत करने के लिए रिक्त पद अविलंब भरने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में 100 नए चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती की जाएगी और चमियाना में जल्द ही 50 अतिरिक्त नर्सों की नियुक्ति भी की जाएगी। राज्य की स्वास्थ्य सेवा अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण के लिए पैरामेडिकल स्टाफ, तकनीकी स्टाफ और अन्य सहायक कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया भी प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऑपरेशन थियेटर सहायकों का मासिक मानदेय 17,820 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये और रेडियोग्राफरों व एक्स-रे तकनीकी स्टाफ का मानदेय 13,100 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये किया गया है। CM सुक्खू ने कहा कि सरकारी क्षेत्र में पैरामेडिकल स्टाफ की कमी दूर करने के लिए 23 वर्षों के बाद प्रमुख पाठ्यक्रमों में प्रवेश क्षमता बढ़ाने का सरकार ने निर्णय लिया है इससे स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। आईजीएमसी शिमला में बीएससी मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी, बीएससी रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग, और बीएससी एनेस्थीसिया एंड ओटी टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रमों में सीटों की संख्या 10 से बढ़ाकर 50 की गई है। टांडा चिकित्सा महाविद्यालय में बीएससी मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी, बीएससी रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग, और बीएससी एनेस्थीसिया एंड ओटी टेक्नोलॉजी में प्रत्येक पाठ्यक्रम में सीटों की संख्या 18 से बढ़ाकर 50 की है। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय युवाओं को राज्य में ही व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी, विशेष सचिव डॉ. अश्विनी कुमार शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण किन्नौर द्वारा आज जिला के मुख्यालय रिकांग पीओ में एक दिवसीय स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें मुख्यालय व आस-पास के क्षेत्रों में साडा के सफाई कर्मचारियों व उपायुक्त कार्यालय व अन्य कार्यालयों के कर्मचारियों ने सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। सदस्य सचिव, साडा एवं उपमंडलाधिकारी कल्पा अमित कल्थाईक ने बताया कि जिला किन्नौर को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने के दृष्टिगत इस स्वच्छता अभियान का आयोजन किया ताकि पर्यावरण संरक्षण के प्रति आम लोगों को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला किन्नौर को प्रकृति ने सुंदरता की पराकाष्ठा से नवाज़ा है, इसलिए हम सभी जिला को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने में एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका का पालन सुनिश्चित करें। सफाई अभियान में उपायुक्त कार्यालय परिसर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर, रिकांग पीओ बाजार व आस-पास के क्षेत्रों में सफाई कर लोगों को स्वच्छता बनाए रखने का संदेश दिया। इस अवसर पर उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर, उप पुलिस अधीक्षक नवीन जालटा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
कुनिहार विकास सभा की विशेष बैठक शनिवार को तालाब स्टेडियम स्थित पेंशनर हाउस में आयोजित की गई। बैठक में कार्यकारिणी सदस्यों ने सर्वसम्मति से धनीराम तनवर को एक बार फिर विकास सभा का प्रधान चुना। धनीराम पहले भी लगातार 14 वर्षों तक इस पद पर रहे थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से कुछ समय पहले उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब स्वस्थ होने के बाद उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी सौंपी गई। बैठक में गोपाल पंवर को पुनः वरिष्ठ उपप्रधान नियुक्त किया गया। कार्यकारिणी में अन्य सभी सदस्य यथावत रहेंगे। बैठक में भागमल तनवर, दीप राम ठाकुर, विनोद जोशी, संजय राघव, ओम प्रकाश ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर, बाबूराम तनवर, संतराम, धर्म सिंह, जगदीश ठाकुर समेत अन्य सदस्यों ने भाग लिया। यह भी निर्णय लिया गया कि अब हर तीसरे महीने नियमित रूप से विकास सभा की बैठक आयोजित की जाएगी। इनमें क्षेत्र की जनसमस्याओं पर चर्चा कर उनका समाधान निकाला जाएगा। साथ ही लोगों से आह्वान किया गया कि वे अधिक से अधिक संख्या में सभा की सदस्यता लें, ताकि 38 वर्षों से सक्रिय इस पंजीकृत संस्था के माध्यम से जनहित के कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सके।
पेंशनर एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन की पट्टा बराबरी-हरिपुर इकाई की मासिक बैठक पेंशनर कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता इकाई अध्यक्ष जगदेव गर्ग ने की। इस दौरान पेंशनरों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार पर नाराजगी जाहिर की और चेताया कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे 25 जुलाई को जिलाधीश कार्यालय के बाहर धरना देंगे। बैठक में प्रमुख रूप से लंबित महंगाई भत्ते और संशोधित वेतनमान का बकाया भुगतान मुद्दा बना रहा। पेंशनरों ने बताया कि 1 जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को अब तक संशोधित पेंशन और वेतन का बकाया नहीं मिला है। इससे पेंशनर वर्ग में भारी असंतोष है। बैठक में कहा गया कि सरकार बार-बार आग्रह के बावजूद पेंशनरों की मांगों को नजरअंदाज़ कर रही है, जो पूरी तरह अनुचित है। संगठन ने पुरजोर मांग की है कि सभी लंबित बकाए तुरंत जारी किए जाएं। बैठक में निर्णय लिया गया कि संगठन के सदस्य 25 जुलाई को प्रस्तावित जिला स्तरीय प्रदर्शन में भाग लेंगे। इस बैठक में कोषाध्यक्ष प्रेम चन्द कश्यप, संयुक्त सचिव बिशन दास कश्यप, प्रेस सचिव रोशन गौड़, नेक राम कोंडल, बलबीर सिंह ठाकुर, खेम चंद ठाकुर, राम नाथ कश्यप समेत कई अन्य सेवानिवृत्त कर्मचारी मौजूद रहे।
जब काग़ज़ों में करोड़ों का विकास हो, और ज़मीन पर सिर्फ़ धूल उड़ती मिले तो समझिए कि भ्रष्टाचार ने विकास की बुनियाद ही हड़प ली है। हिमाचल प्रदेश की मंडी ज़िला स्थित करसोग उपमंडल की ठाकुरठाणा पंचायत से ऐसी ही एक चौंकाने वाली कहानी सामने आई है , जहां पंचायत प्रधान माला मेहता को लाखों के गबन और सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप में पद से निलंबित कर दिया गया है। काग़ज़ी दावों में ठाकुरठाणा पंचायत में नालियां बनीं, रास्ते पक्के हुए, सड़कों की मरम्मत हुईलेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि गांव वालों ने किसी निर्माण कार्य का नामोनिशान तक नहीं देखा। लाखों के बिल पास हुए, यहां तक कि मशीनों की एंट्री भी दर्ज कर दी गई। लेकिन जब ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाकर शिकायत की, तो परत-दर-परत घोटाला सामने आया। करसोग बीडीओ सुरेंद्र कुमार से प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच के दौरान सबसे हैरान करने वाला तथ्य यह सामने आया कि एक स्कूटी के नंबर को जेसीबी मशीन का नंबर बताकर भुगतान कर दिया गया था। यानी सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली जेसीबी असल में एक दोपहिया वाहन निकली। यह तथ्य RTI से मिली जानकारी के बाद सामने आया, जिसे ग्रामीणों ने सटीक दस्तावेजों के साथ पेश किया था। सरकारी धन के गबन की प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए गए, जिस पर जिला पंचायत अधिकारी अंचित डोगरा ने प्रधान माला मेहता को 20 जून को कारण बताओ नोटिस जारी किया। मगर जवाब संतोषजनक नहीं रहा। आखिरकार पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 145(1)(ग) और नियमावली 1997 के नियम 142(1)(क) के तहत कार्रवाई करते हुए माला मेहता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
कुल्लू में नशे के खिलाफ एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ए.एन.टी.एफ.) की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गश्त के दौरान लेफ्ट बैंक सेऊबाग क्षेत्र में टीम ने दो युवकों को हेरोइन के साथ रंगे हाथों पकड़ा। पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमन शर्मा पुत्र स्व. ओम प्रकाश शर्मा, निवासी फतहपुर छबाला रोड, सतनाम नगर कॉलोनी, थाना हकीमा गेट, अमृतसर (पंजाब) और कुलदीप सिंह पुत्र संतोष सिंह, निवासी माला बली, पोस्ट ऑफिस जुज़र सिंह, थाना कैंट, अमृतसर (पंजाब) के रूप में हुई है। टीम ने इनके कब्जे से 11 ग्राम हेरोइन और 31,000 रुपये नकद बरामद किए हैं। मामले को लेकर पुलिस थाना कुल्लू में एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देने वाली ANTF टीम में मुख्य हेड कांस्टेबल राजेश रोपा, हेड कांस्टेबल समीर कुमार, एचएचसी नितेश कुमार और कांस्टेबल अशोक कुमार शामिल थे। कार्रवाई की पुष्टि एएनटीएफ डीएसपी हेमराज शर्मा ने की है।
डाडा सिबा से पठानकोट तक चलने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस पिछले दो दिनों से रूट से गायब है। यह बस रोज सुबह 6:30 बजे डाडा सिबा से स्यूलखड्ड, मेहड़ा, घाटी होते हुए तलवाड़ा और फिर पठानकोट तक जाती है। लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को यह बस नहीं चली, जिससे नौकरीपेशा मजदूरों और कॉलेज-आईटीआई छात्रों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यह बस न सिर्फ आम यात्रियों, बल्कि संसारपुर टेरेस स्थित उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों और दूर-दराज़ से आने वाले विद्यार्थियों के लिए 'लाइफलाइन' मानी जाती है। दो दिनों तक इसके न चलने से लोगों को महंगे निजी साधनों का सहारा लेना पड़ा, जिससे आर्थिक बोझ भी बढ़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बस ही उनके दिन की पहली और आखिरी उम्मीद होती है। रविवार जैसे दिनों में जब फैक्ट्रियों में काम होता है, तब यही एक मात्र साधन होता है। ऐसे में बिना सूचना के बस का बंद हो जाना सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। वहीं, पठानकोट डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि बस तकनीकी खराबी के कारण दो दिन सेवा से बाहर थी, लेकिन शुक्रवार को इसे दोबारा रूट पर बहाल कर दिया गया है।
मणिमहेश यात्रा नजदीक है और भरमौर बस स्टैंड पर सफाई और सुविधाओं को लेकर विभागीय तैयारियों की पोल खुलने लगी है। भरमौर बस स्टैंड में आमजन और यात्रियों के लिए बनाए गए सार्वजनिक शौचालयों में से एक पर किसी ने ताला जड़ दिया है, जिससे स्थानीय लोग और तीर्थयात्री परेशान हैं। समाजसेवी सोनू ठाकरे भरमोरी ने इस पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि यह शौचालय आम जनता के लिए बनाए गए हैं, न कि किसी एक व्यक्ति की निजी सुविधा के लिए। ऐसे में किसी का इस पर कब्जा जमाना न केवल अनुचित है, बल्कि यात्रियों की मूलभूत सुविधा से भी खिलवाड़ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब मेला शुरू होने ही वाला है तो प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी लापरवाहियों पर सख्त कदम उठाए।
जकीय महाविद्यालय चिंतपूर्णी में शुक्रवार के दिन आईक्यूएसी सेल के द्वारा भूकंप पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसके लिए परागपुर के निकटवर्ती गांव बलेहड़ा निवासी डॉ अरविंद कुमार (रिसर्चर) व एसोसिएट प्रोफेसर जो नेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग ताइपे (ताइवान) में कार्यरत है और दौरान मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अजय कुमार ने की। उन्होंने बताया कि डॉ अरविंद कुमार ने 50 से ज्यादा रिसर्च पेपर पब्लिश किए हैं। वहीं उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय (रूस, जापान ) कांफ्रेंस में भी भाग लिया है। वही मुख्य वक्ता डॉ अरविन्द कुमार ने छात्रों को भूकंप के कारण प्रभाव और बचाव के तरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने भूकंप की प्राइमरी और सेकेंडरी वेब्ज के बारे में बताते हुए कहा कि प्राइमरी वेव्ज से एहसास हो जाता है कि द्वितीय वेज आने वाली है। उन्होंने बताया कि भूकंप के केंद्र को मापने के लिए सीस्मोग्राफ का प्रयोग किया जाता है, जिससे यह पता चलता है कि भूकंप की तीव्रता कितनी है। उन्होंने बताया कि पांच की तीव्रता से ऊपर वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते है। वही कार्यक्रम के अंत में डॉ विनोद कुमार द्वारा मुख्य वक्ता का धन्यवाद किया गया।
दयानंद आदर्श विद्यालय की पेमा ठाकुर ने कूडो चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर देश और स्कूल का नाम रोशन किया है। पेमा ठाकुर का स्कूल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। प्रिंसिपल उषा मित्तल ने बताया कि अंडर 16 वर्ग में बुल्गेरिआ में कुडो चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत कर पेमा ठाकुर ने भारत का नाम रोशन किया है। सर्वप्रथम प्रिंसिपल उषा मित्तल ने तिलक लगाकर पेमा और उनके कोच संजय का स्वागत किया गया। साथ ही पेमा के शानदार प्रदर्शन के लिए प्रिंसिपल द्वारा मेडल पहनlकर व स्वामी दयानंद का स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
कभी देश के टॉप 30 स्वच्छ शहरों में गिना जाने वाला शिमला… आज 300 में भी नहीं है। करोड़ों की हाईटेक मशीनें, सफाई के तमाम दावे और योजनाएं…सब धरा का धरा रह गया और इस बार शिमला 347वें स्थान पर आ गया है। 2024 के स्वच्छता सर्वेक्षण में शिमला को 347वां स्थान मिला है, जो अब तक की सबसे निचली रैंकिंग है। इससे पहले 2023 में शहर 188वें और 2022 में 56वें पायदान पर था। 2016 में जब सर्वे में कम शहर शामिल थे, तब शिमला देश में 27वें स्थान पर था। करोड़ों रुपये की मशीनें और संसाधन झोंकने के बावजूद सफाई के मोर्चे पर यह गिरावट नगर निगम और जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। कभी मिसाल था शिमला, अब चिंता का विषय 2016 में शिमला ने स्वच्छता रैंकिंग में 27वां स्थान हासिल कर देशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा था। इसे सफाई व्यवस्था, कचरा प्रबंधन और नागरिक सहभागिता के लिए एक आदर्श मॉडल माना गया। मगर बीते कुछ वर्षों में नगर निगम की सुस्त कार्यप्रणाली, राजनीतिक अस्थिरता और अभियानात्मक ढिलाई ने शिमला को इस गर्त में धकेल दिया है। वर्ष शिमला की रैंक 2016 27 2017 47 2018 144 2019 127 2020 65 2023 56 2024 188 2025 347 रिपोर्ट में किन बिंदुओं पर फेल हुआ शिमला? स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, शिमला डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण, कचरा निपटान और स्रोत स्तर पर कचरे की छंटाई जैसे मूलभूत मानकों पर बेहद कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण: सिर्फ 42% कचरे का निपटान: 44% स्रोत स्तर पर कचरे की छंटाई: मात्र 2% डंपिंग साइट की स्थिति: 0% (पूर्ण असंतोषजनक) सार्वजनिक शौचालयों की सफाई: 67% जबकि आवासीय और बाजार क्षेत्रों की सफाई रिपोर्ट में 100% अंक दिए गए हैं, लेकिन असल तस्वीर इससे अलग प्रतीत होती है। नगर निगम ने बताया सर्वे को 'त्रुटिपूर्ण' हाई कोर्ट के निर्देशों और राज्य सरकार की निगरानी के बावजूद जब यह रिपोर्ट सामने आई, तो नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतन चौहान ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "इस सर्वे में कई तथ्यों को गलत दर्शाया गया है। शिमला में डोर-टू-डोर कूड़ा नियमित रूप से उठ रहा है, लेकिन आंकड़ों में सिर्फ 42% दिखाया गया है। हम इस रिपोर्ट को चुनौती देंगे।"
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले की विक्रमबाग पंचायत के डाडूवाला गांव में एक किसान ने आम की दुनिया की सबसे महंगी किस्म उगाने में सफलता पाई है। किसान नवीन कुमार ने अपने बगीचे में मियाजाकी नस्ल का आम उगाया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस आम की कीमत 2,70,000 रुपये से 3 लाख रुपये प्रति किलो तक है। जानकारी के अनुसार नवीन कुमार ने दो साल पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित नर्सरी से मियाजाकी नस्ल के आम के पौधों को कूरियर के माध्यम से मंगवाया था। पौधे आने के बाद इसे बगीचे में लगाया। दो साल में ही इन पौधों ने फल दे दिए हैं। नवीन कुमार ने विदेशी नस्ल के इस महंगे मियाजाकी आम के अलावा अकेरिकन रेड पामर, रेड आइवरी आम, रेड बनाना आम, येलो बनाना आम, चकापात आम, नामडोकमाई आम भी सफलतापूर्वक उगाए हैं। अब उनका मकसद इन आम के बगीचे तैयार करने का है।
प्लासी नाबार्ड वित्तपोषित प्लासी-मैड भगेटू संपर्क मार्ग (लंबाई: 2.5 किमी, लागत ₹1.85 करोड़) के निर्माण कार्य में स्थानीय ग्रामीणों ने गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क और डंगे के निर्माण में भारी धांधली की गई, और लगभग 100 फीट लंबे डंगे को केवल मिट्टी भरकर ढक दिया गया, जो भविष्य में जानलेवा साबित हो सकता है। मुख्य शिकायतकर्ता रवि कुमार उर्फ मोनू ठाकुर ने बताया कि उन्होंने और अन्य ग्रामीणों ने कई बार लोक निर्माण विभाग से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार सौरभ पठानिया के पिता राम चंद पठानिया, जो कांगड़ा एग्रीकल्चर बैंक के चेयरमैन हैं, और स्थानीय विधायक सुरेश कुमार के दबाव में विभाग ने चुप्पी साध ली। इतना ही नहीं, एक लाख रुपये की रिश्वत देकर मामला दबाने की भी कोशिश की गई। प्रकाश चंद, सुरेंद्र कुमार, पवन ठाकुर, जसबीर सिंह, सुशील कुमार सहित दर्जनों ग्रामीणों ने भी इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है और ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने और बिजलेंस इन्क्वायरी कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री,लोक निर्माण मंत्री एवं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से गुहार लगाई है कि दोषियों के खिलाफ रजिस्टर एफआईआर की जाए। पूरे निर्माण कार्य की तकनीकी ऑडिट करवाई जाए तथा भ्रष्टाचार में संलिप्त ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जाए। वही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर में संस्कृत भारती-हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्त्वावधान में 12 जुलाई से 21 जुलाई तक आयोजित दश दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के छठे दिन का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य दिनेश शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। कलोहा निवासी दिनेश शर्मा ने कहा कि बलाहर में निर्मित इस विद्यापीठ का होना क्षेत्रवासियों के लिए गर्व की बात है।केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के इस परिसर में सम्पूर्ण देश से छात्र अध्ययन हेतु आते हैं जिससे हम क्षेत्रवासियों का मस्तक गर्व से ऊँचा होता है। विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव एवं समस्त प्रशासनिक व शैक्षणिक अधिकारियों एवं वेदव्यास परिसर के समस्त आचार्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमाचल में स्थापित यह परिसर ऐसे ही समुन्नति करता रहे एवं राज्य के साथ-साथ देश के विविध राज्यों से अध्ययन हेतु आए छात्र इसका नाम रोशन करते रहें ।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने यूनाइटेड किंगडम (यूके) के साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य दोनों संस्थानों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को मजबूत करना है। साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें इसके अध्यक्ष और कुलपति प्रो. मार्क ई. स्मिथ और उपाध्यक्ष (अंतर्राष्ट्रीय और सहभागिता) प्रो. एंड्रयू एथरटन शामिल थे, ने शूलिनी विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के कार्यालय (ओआईए) द्वारा समन्वित दो दिवसीय सहभागिता के लिए विश्वविद्यालय का दौरा किया। प्रतिनिधियों ने वर्धमान अनुसंधान प्रयोगशाला, नैनो प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला, आईपीआर सेल और एआई एवं भविष्य केंद्र सहित प्रमुख अनुसंधान और नवाचार सुविधाओं का दौरा किया। उन्होंने शूलिनी के अधिकारियों के साथ रचनात्मक प्रौद्योगिकी केंद्र का औपचारिक उद्घाटन किया। उन्हें विश्वविद्यालय की स्थिरता पहलों और पर्यावरण के अनुकूल बुनियादी ढाँचे के बारे में भी जानकारी दी गई। शूलिनी सेंटर ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी एक ऐसा स्थान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जहाँ रचनात्मकता और तकनीक का मिलन होता है। इस केंद्र की शुरुआत एक शैक्षणिक और रचनात्मक पहल के रूप में हुई है। इसका उद्देश्य उत्पाद डिज़ाइन, डिजिटल मीडिया, एनीमेशन, उपयोगकर्ता अनुभव और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में छात्रों, शिक्षकों और पेशेवरों का समर्थन करना है। इस केंद्र का उद्देश्य मजबूत शैक्षणिक और उद्योग-आधारित शिक्षा के माध्यम से प्रौद्योगिकीविदों, उद्यमियों और मीडिया पेशेवरों की एक नई पीढ़ी का विकास करके भारत को रचनात्मक उत्कृष्टता में वैश्विक नेता बनने में मदद करना है। प्रो. मार्क ई. स्मिथ ने कहा कि दोनों संस्थानों का लक्ष्य अनुसंधान, नवाचार और शिक्षण में मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा, "एआई वैश्विक स्तर पर शैक्षणिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को नया रूप दे रहा है। प्रो. एंड्रयू एथरटन ने नवाचार और स्थिरता के प्रति शूलिनी के दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए कहा, "हम शिक्षा और अनुसंधान पहलों पर सहयोग करने में महत्वपूर्ण संभावना देखते हैं। कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने कहा कि यह साझेदारी ऐसे समय में हुई है जब वैश्विक शैक्षणिक परिदृश्य तेजी से विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा, "संस्थानों को बदलाव के प्रति चुस्त और उत्तरदायी होने की आवश्यकता है।" कुलपति प्रो. पी.के. खोसला ने कहा कि शोध शूलिनी के शैक्षणिक मिशन का केंद्रबिंदु बना हुआ है। यह समझौता ज्ञापन छात्र और संकाय आदान-प्रदान, संयुक्त अनुसंधान, दोहरी डिग्री कार्यक्रम, ग्रीष्मकालीन स्कूल और शैक्षणिक सम्मेलनों जैसे क्षेत्रों में सहयोग की रूपरेखा प्रस्तुत करता है। विश्वविद्यालय के नेतृत्व की उपस्थिति में प्रो. अतुल खोसला और प्रो. मार्क ई. स्मिथ ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में आज से बारिश का यलो अलर्ट किया गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिला में तेज वर्षा होगी। साथ ही आने वाले दो दिनों (18 व 19 जुलाई) में चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में यलो अलर्ट की स्थिति बनी रहेगी। प्रदेश में इस मानसून सीजन (20 जून से 16 जुलाई) की भारी बारिश व बादल फटने से 820 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। इसी तरह 106 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से लैंडस्लाइड, बाढ़ व बादल फटने से 24 लोगों की जान गई है, जबकि 34 लोग लापता है। 44 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई है।
हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में आज से बारिश का यलो अलर्ट किया गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिला में तेज वर्षा होगी। साथ ही आने वाले दो दिनों (18 व 19 जुलाई) में चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में यलो अलर्ट की स्थिति बनी रहेगी। 20 जुलाई को सिरमौर जिला में बारिश का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहने या हल्के बादल छाए रहने की संभावना है। मगर 21 व 22 जुलाई को फिर से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। वहीं बीते 24 घंटे के दौरान सिरमौर जिला के कई भागों में तेज बारिश हुई है। नाहन में सबसे ज्यादा 22.9 मिलीमीटर, धौलाकुंआ में 17 मिलीमीटर बादल बरसे है। धर्मशाला में भी 17.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान सामान्य से 26 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 9 से 16 जुलाई के बीच 59.7 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन 44.3 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। इस अवधि में कुल्लू में सामान्य से 125 प्रतिशत ज्यादा बारिश, शिमला में 59 प्रतिशत और मंडी में 38 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं। वहीं चंबा में सामान्य की तुलना में 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है। चंबा में इस अवधि में 70.8 मिलीमीटर बारिश होती है। मगर इस बार 22.4 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। कांगड़ा जिला में भी सामान्य से 134.3 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश की तुलना में इस बार 52.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो कि सामान्य से 61 प्रतिशत कम है। वहीं ऊना में सामान्य से 84 प्रतिशत कम, चंबा 72, हमीरपुर 18, सिरमौर 23, सोलन 40, हमीरपुर 18 और कांगड़ा जिला में नॉर्मल से 69 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
विश्व धरोहर माने जाने वाले कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर अब यात्रा और भी खास हो जाएगी। रेलवे बोर्ड ने इस ऐतिहासिक मार्ग पर नया आकर्षण जोड़ते हुए आधुनिक सुविधाओं से युक्त लोंगेज रेल कार आरए-100 को लॉन्च करने की तैयारी कर ली है। यह रेल मोटर कार यात्रियों के लिए न केवल एक आरामदायक अनुभव लेकर आएगी, बल्कि इसकी स्टाइलिश बनावट भी रोमांच बढ़ाएगी। इस नई रेल कार को खास लुक दिया गया है लाल रंग का बाहरी ढांचा और काले रंग की बड़ी शीशेदार खिड़कियां यात्रियों को सुंदर दृश्यों का बेहतर अनुभव देने के लिए तैयार की गई हैं। इसके अलावा, कार में एयर पावर ब्रेक सिस्टम, आरामदायक सीटें, और एसी की सुविधा भी दी गई है। सीटों के बीच पर्याप्त स्थान रखा गया है, जिससे सफर और भी सुकून भरा होगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लोंगेज आरए-100 की सेवाएं बुकिंग के आधार पर ही उपलब्ध होंगी। एक बार में 14 यात्री इसमें सफर कर सकते हैं। खासतौर पर यह कार परिवारों और पर्यटक समूहों के लिए उपयोगी साबित होगी, जो शिमला की सैर को यादगार बनाना चाहते हैं। रेल मंडल अंबाला के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन कुमार ने बताया कि, "कालका-शिमला ट्रैक पर जल्द ही लोंगेज आरए-100 का संचालन शुरू किया जाएगा। ट्रायल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। हमारा प्रयास है कि यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं मिलें और उनका अनुभव और भी खास बने।" इससे पहले रेलवे ने पैनोरमिक रेल कार की भी शुरुआत की थी, जिसे पर्यटकों से काफी सराहना मिली थी। अब नई रेल कार के जरिए रेलवे फिर से एक अनोखा अनुभव देने की तैयारी में है।
श्रीखंड महादेव यात्रा से लाैटते समय चंडीगढ़ के एक श्रद्धालु की रास्ते मे मौत हो गई है। मृतक की पहचान अभय(33) पुत्र कमल किशोर निवासी सेक्टर-15 डी चंडीगड़ के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार अभय अपने चचेरे भाई के साथ श्रीखंड यात्रा पर निकला था और दोनों श्रीखंड से दर्शन कर वापस आ रहे थे। पार्वती बाग के समीप अभय की तबीयत बिगड़ गई। जहां से रेस्क्यू टीम की ओर से उसे भीम डवारी तक लाया गया। जहां प्राथमिक चिकित्सा के बाद अभय की तबीयत में सुधार हो गया था। इसके बाद बचाव टीम की ओर से अभय को भीम डवारी से बेस कैंप सिंहगाड होते हुए जाओं और फिर निरमंड के सिविल अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन अभय ने सिंहगाड और जाओं के बीच ही दम तोड़ दिया। डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने इसकी पुष्टि की है। बता दें, 10 जुलाई को आधिकारिक तौर पर शुरू हुई श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान इस वर्ष यह पहली मौत हुई है। गौरतलब है कि हर साल इस कठिन यात्रा में खतरनाक रास्तों, ऑक्सीजन की कमी और अत्यधिक ठंड के कारण कई यात्री अपनी जान गंवा देते हैं।
जिला सोलन पेंशनर्स एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन की जिला संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं राज्य कार्यकारिणी के मुख्य सलाहकार केडी शर्मा की अध्यक्षता में आपातकालीन वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया। बैठक बारे जानकारी देते हुए संघ के मीडिया प्रभारी डीडी कश्यप ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि 11 जुलाई को पैंशनर्स कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश के राज्य अध्यक्ष आत्माराम शर्मा ने मुख्यमंत्री से मिलने के उपरांत प्रेस को जारी बयान में प्रदेश के सभी पैंशनर्स अपनी पैंशन में से एक दिन की पेंशन प्रदेश में भारी वर्षा के कारण आई आपदा से निपटने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। केडी शर्मा ने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष आत्माराम शर्मा का एक दिन की पैंशन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निजी फैसला हो सकता है। उन्होंने कहा कि पैंशनर्स संघ की तरफ ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो भयंकर आपदा आई है उसके लिए जिला पेंशनर्स संघ सोलन दुख व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन की पैंशन देने का निर्णय संघ के तमाम पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों से बातचीत करने के बाद ही लिया जाएगा। अपने सुझाव अनुसार हम पेंशनर मुख्यमंत्री राहत कोष में नहीं बल्कि खुद अपने स्तर पर आपदा पीड़ितों तक पहुचायेगे। जिलाध्यक्ष केडी शर्मा और महासचिव जगदीश पंवर ने संयुक्त बयान में यह भी कहा है कि जिला संघर्ष समिति के अनुसार 25 जुलाई को ग्यारह बजे उपायुक्त कार्यालय सोलन परिसर में संघ अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे। साथ ही उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
सुबाथू छावनी के साथ लगते कठनी स्थित माँ ज्वाला मंदिर की स्थापना व अखण्ड ज्योत को प्रजवल्लित हुए 7 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। जिसके उपलक्ष्य पर मंदिर में 21 जुलाई को अखण्ड ज्योति व स्थापना दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है । मंदिर की संस्थापक माँ साक्षी के सानिध्य में मंदिर प्रांगण में विशाल भण्डारा एवं माता की चौकी का आयोजन किया जा रहा है । माँ साक्षी ने सभी भगतजनो से आग्रह किया है की माता की दिव्य ज्योति एवं दिव्य चौकी में सम्मिलित होकर प्रभु प्रसाद ग्रहण करें व पुण्य के भागी बनना सुनिश्चित करें। सोमवार को सुबह साढ़े 9 बजे माता की विशेष पूजा व साढ़े 11 बजे हवन किया जायेगी । दोपहर 2 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। रात साढ़े 8 बजे से माता कागुणगान किया जायेगा।
18 जुलाई को रिकांगपिओ में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। अधिशाषी अभियंता विद्युत टाशी छोडुप नेगी ने बताया कि 22 के.वी ओल्ड व न्यू सांगला फीडर तथा 22 के.वी एक्सप्रेस सांगला फीडर के तहत आने वाली विद्युत लाइनों में मरम्मत कार्य के चलते 18 जुलाई को रिशाल, जनकपुरी, ऊरनी, मीरू, यूला, चोलिंग, कनई, करछम, सापनी, ब्रुआ, बटुरी व समस्त सांगला वैली में प्रातः 09 बजे से सायं 05 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने विद्युत आपूर्ति की असुविधा के चलते जनसाधारण से सहयोग की अपील की है।
हिमाचल प्रदेश वन विभाग ने इस बार 1820 हेक्टेयर भूमि पर हरियाली लाने का संकल्प लिया है। वन विभाग खुद एक हजार हेक्टेयर भूमि पर पौधे रोपेगा, जबकि राजीव गांधी वन संवर्द्धन योजना के तहत 600 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में जल्द ही राज्य स्तरीय वन महोत्सव से पौधरोपण अभियान शुरू होगा। प्रदेश की बंजर जमीन पर हरियाली लाने के लिए वन विभाग ने यह लक्ष्य रखा है। इसके साथ-साथ जाइका वानिकी परियोजना ने 220 हेक्टेयर भूमि पर पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है, जो विभागीय और जन सहभागिता के माध्यम से पूरा होगा। बता दें कि पिछली बार जाइका वानिकी परियोजना ने 1296 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री वन विस्तार योजना के तहत प्रदेश में 100 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण किया गया। प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने बीते दो जून को हमीरपुर में राजीव गांधी वन संवर्द्धन योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत प्रदेश की 600 हेक्टेयर जमीन पर पौधे रोपे जाएंगे। यह योजना न सिर्फ वन क्षेत्र बढ़ाने पर केंद्रित है, बल्कि स्थानीय समुदायों को आजीविका और रोजगार के नए अवसर भी देती है। बताया गया कि इस योजना के तहत बंजर भूमि पर फलदार वृक्ष लगाए जाएंगे, जिससे पर्यावरण को लाभ मिलेगा और लोगों को फल उत्पादन के माध्यम से आर्थिक मदद भी मिलेगी। यह एक दोहरा लाभ देने वाली योजना है। इस योजना के तहत स्थानीय लोगों खासकर महिला मंडलों, स्वयं सहायता समूहों और युवक मंडलों को वनों की देखरेख में भागीदार बनाना भी है। महिला मंडल, युवक मंडल और स्वयं सहायता समूह इस पहल की रीढ़ हैं। वे केवल पौधरोपण के साथ-साथ पांच वर्षों तक पौधों की देखभाल भी करेंगे। इससे पौधों की दीर्घकालिक जीवंतता सुनिश्चित होगी और सामुदायिक सहभागिता भी मजबूत होगी। वन विभाग ने इस बार एक हजार हेक्टेयर भूमि पर पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है, इसके साथ-साथ राजीव गांधी वन संवर्द्धन योजना के तहत 600 हेक्टेयर और जाइका वानिकी परियोजना ने 220 हेक्टेयर भूमि पर पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है। कुल मिलाकर 1820 हेक्टेयर भूमि पर पौधे रोपे जाएंगे।
बुधवार सुबह कुनिहार पुलिस ने सिरमौर के दो युवकों से 210 ग्राम चरस बरामद किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जब पुलिस थाना कुनिहार की एक टीम थाना क्षेत्र में गश्त पर थी तो उक्त टीम को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि अर्की की तरफ से एक मोटर साईकिल नम्बर एच०पी-64सी-1436 आ रही है। जिस पर दो युवक सवार है। इस सूचना पर उक्त टीम द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए पुराना बस स्टैंड कुनिहार के समीप नाकाबन्दी करके उक्त मोटर साईकिल को रोककर चैक किया गया तथा उक्त मोटर साईकिल पर बैठे दोनों युवक जिनके नाम मुकेश निवासी गांव काण्डी डा०खा० हरलोग तह० शिलाई कोटा जिला सिरमौर उम्र 21 वर्ष व माधव खिदडी निवासी छोटा चौक नाहन जिला सिरमौर उम्र 22 वर्ष से 210 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार कर लिया गया है। जिस पर पुलिस थाना कुनिहार में मामला दर्ज किया गया। डी एस पी सोलन अशोक चौहान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों आरोपियों के पूर्व अपराधिक रिकार्ड की पड़ताल की जा रही है।
बरसात के मौसम में एसीसी गोल्ड सीमेंट के दामों में इजाफा देखने को मिला है। पहले जहां एक बैग की कीमत 490 रुपये थी, अब वह बढ़कर 500 रुपये हो गई है। हालांकि, सामान्य सीमेंट की कीमत 440 रुपये प्रति बैग पर स्थिर बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार बरसात में छत डालने और प्लास्टर जैसे कार्यों में एसीसी गोल्ड सीमेंट की मांग बढ़ जाती है, जिसके चलते दामों में यह बढ़ोतरी की गई है। वहीं सरिए की कीमतें भी ऊपर गई हैं। जिले में 8 एमएम सरिया 6,200 रुपये प्रति क्विंटल, 12 एमएम 5,850 रुपये, 10 एमएम 6,090 रुपये और 16 एमएम सरिया 5,970 रुपये प्रति क्विंटल की दर से उपलब्ध है। बढ़ती कीमतों ने निर्माण कार्यों पर सीधा असर डालना शुरू कर दिया है, जिससे आम लोगों और ठेकेदारों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ने लगा है।
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बुधवार और वीरवार को बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 20 जुलाई तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है। इस मानसून सीजन में 20 जून से 14 जुलाई तक राज्य में बादल फटने, बाढ़, भूस्खलन सहित अन्य कारणों से 105 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 184 लोग घायल हुए हैं। अभी भी 35 लोग लापता हैं। 44 लोगों की सड़क हादसे में माैत हुई है। मानसून सीजन में अब तक करीब 1235 कच्चे-पक्के मकानों, दुकानों को क्षति पहुंची है। 798 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 953 पालतु पशुओं की माैत हुई है। नुकसान का कुल आंकड़ा 786 करोड़ रुपये पहुंच चुका है।
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बुधवार और वीरवार को बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 20 जुलाई तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है। मंगलवार शाम तक प्रदेश में 199 सड़कें, 68 बिजली ट्रांसफार्मर और 171 जल आपूर्ति योजनाएं ठप रहीं। आपदा की मार झेल रहा जिला मंडी सबसे अधिक प्रभावित है। चंबा के 50 गांवों में बिजली सप्लाई बंद हो गई है। कुल्लू में भूस्खलन से 35 सड़कें बंद होने से आवाजाही ठप है। मंगलवार को राजधानी शिमला में दोपहर बाद हल्की बारिश हुई। कांगड़ा में बादल छाए रहे। मैदानी जिलों में उमस भरी गर्मी से लोगों के खूब पसीने छूट रहे हैं। प्रदेश में सोमवार रात को हुई बारिश के बाद मंगलवार को मौसम भले ही खुल गया, लेकिन लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। चंबा जिले में 10 ट्रांसफार्मर बंद होने से 50 गांवों में अंधेरा पसरा है। डलहौजी परिक्षेत्र की दो सड़कें भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद हैं। मंगलवार को भुंतर से हवाई सेवा बहाल रही। ऊना जिले में मंगलवार सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर के समय बूंदाबांदी हुई। हमीरपुर जिले में मंगलवार को दिनभर मौसम साफ रहा।
कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र संसारपुर टैरेस में मंगलवार को नकली दवाओं के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने एक निजी फैक्ट्री में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली दवाएं बरामद कीं। जानकारी के मुताबिक, एक पंजीकृत दवा कंपनी ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके उत्पाद ‘कामराज कैप्सूल’ की नकल कर संसारपुर टैरेस स्थित फैक्ट्री में अवैध रूप से निर्माण और बिक्री की जा रही है। शिकायत में यह भी कहा गया कि यह कार्य बिना किसी अनुमति और कॉपीराइट नियमों का उल्लंघन करते हुए किया जा रहा है। थाना प्रभारी संजय शर्मा की अगुवाई में औषधि निरीक्षक, पंचायत प्रतिनिधि और कंपनी प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त टीम ने फैक्ट्री में छापेमारी की। तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली ‘कामराज कैप्सूल’ और अन्य दवा सामग्री बरामद की गई। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि फैक्ट्री के पास एलोपैथिक दवाओं का लाइसेंस था, लेकिन वहां चोरी-छिपे रात को आयुर्वेदिक दवाओं का भी निर्माण किया जा रहा था, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है। डीएसपी डाडासीबा राज कुमार ने बताया कि कॉपीराइट उल्लंघन, ट्रेडमार्क की नकल और नकली दवा निर्माण के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है। जब्त की गई दवाओं को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। पुलिस ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भू-स्खलन से हुए भारी नुकसान से अवगत करवाया। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों में सहयोग तथा प्रदेश की कुछ सड़कों को प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना में शामिल करने का आग्रह किया। सुक्खू ने राष्ट्रीय राजमार्ग परियोनाओं में विभिन्न कारणों से हो रहे विलंब के बारे में भी केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी और इन परियोजनाओं की सभी औपचारिकताएं पूरी करवाने का आग्रह किया ताकि निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में सुरंग निर्माण को प्राथमिकता देने पर भी बल दिया। इसके अलावा उन्होंने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कों के संबंध में भी चर्चा की जिनका मामला रक्षा मंत्रालय से उठाया गया है। उन्होंने इन सड़कों पर भी शीर्घ कार्यवाही करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अधिक संख्या में रोप-वे परियोजनाओं को स्वीकृति देने का अनुरोध किया ताकि यातायात की समस्या का समाधान कर लोगों को लाभान्वित किया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने राज्य को हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, सचिव लोक निर्माण अभिषेक जैन, प्रधान आवासीय आयुक्त सुशील कुमार सिंगला और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्री मणिमहेश यात्रा 2025 के सफल आयोजन को लेकर उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने आज हडसर से दुनाली तक यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यात्रा से पहले सफाई, सुरक्षा और अन्य मूलभूत सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की। यात्रा मार्ग पर 15 जुलाई से 30 जुलाई तक चलने वाले स्वच्छता अभियान का शुभारंभ भी उपायुक्त द्वारा किया गया। इस अभियान के तहत 15 टन कचरा हटाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर उपायुक्त ने मणिमहेश कैलाश की छवि को स्मृति चिन्ह के रूप में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर कुलबीर राणा को भेंट किया। निरीक्षण में पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, एसडीएम भरमौर अभिषेक मित्तल, बीडीओ भरमौर रमनवीर सिंह, विभिन्न विभागीय अधिकारी, हीलिंग हिमालय, धौलाधार क्लीनर्स, विश्व मानव रूहानी केंद्र, शाभं, स्वयं सहायता समूह, राजकीय महाविद्यालय भरमौर के विद्यार्थी और स्थानीय लोग शामिल रहे। उपायुक्त ने यात्रा मार्ग की सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं, पेयजल आपूर्ति, ठहराव स्थल, शौचालय और कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाए।
कुनिहार (सोलन): बरसात के मौसम में कुनिहार कस्बे की मुख्य सड़क पर जलभराव लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। शिमला मार्ग पर पुराने बस स्टैंड से लेकर तालाब तक दोनों ओर की नालियाँ पूरी तरह से बंद पड़ी हैं। परिणामस्वरूप हर बारिश में सड़क पर पानी भर जाता है जिससे राहगीरों और दुकानदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हिंदुस्तान जन सेवा समिति के अध्यक्ष और समाजसेवी आर.पी. जोशी ने कहा कि जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण पैदल चलने वालों पर वाहन चालकों के द्वारा पानी के छींटे पड़ते हैं, जिससे उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। यही नहीं, बारिश का पानी कई बार दुकानों और घरों के अंदर भी घुस जाता है, जिससे व्यापार और घरेलू जीवन दोनों प्रभावित होते हैं। उन्होंने चेताया कि अगर समय रहते सफाई नहीं की गई तो यह गंदा पानी बीमारियों का कारण बन सकता है। खासकर डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा लगातार बना रहता है। आर.पी. जोशी ने लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि वे शीघ्र ही इन बंद पड़ी नालियों को साफ करवाएं और दुरुस्त करें, ताकि पानी की निकासी सुचारु रूप से हो सके और स्थानीय लोगों को राहत मिले।
राजकीय स्नातक महाविद्यालय मझीन में रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विद्यार्थियों के लिए स्क्रब टाइफस, हेपेटाइटस और टीबी जैसे संक्रामक रोगों पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चंदन भारद्वाज के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। रेड रिबन क्लब की नोडल अधिकारी आरती गुप्ता ने जानकारी दी कि इस सत्र में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर कुमारी स्मृति और नंदिका चौधरी ने विद्यार्थियों को इन बीमारियों के कारण, लक्षण, बचाव और उपचार की विस्तृत जानकारी दी।नंदिका चौधरी ने बताया कि स्क्रब टाइफस एक प्रकार का जीवाणुजनित संक्रमण है, जो चूहों पर पाए जाने वाले छोटे कीटों के काटने से फैलता है। खासकर बरसात के मौसम में खेतों में काम करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कुमारी स्मृति ने हेपेटाइटस बी और टीबी जैसे गंभीर रोगों से जुड़ी अहम जानकारी देते हुए बताया कि बरसात के मौसम में साफ पानी और स्वच्छ, घर का बना भोजन ही सेवन करना चाहिए, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने टीबी की पहचान, इसके लक्षण और समय पर उपचार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में हेल्थ ऑफिसर्स ने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए। इस अवसर पर डॉ. सारिका, प्रो. मुक्ता मनी, डॉ. नीलम, प्रो. मोहिनी और प्रो. लक्की भी उपस्थित रहे।
हमीरपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने सिर्फ एक तोला चिट्टा खरीदने के लिए अपने पिता की लाखों की कार महज 90 हजार रुपये में बेच डाली। महिला की उम्र करीब 30 साल है और वह चार साल की बच्ची की मां है। कुछ साल पहले उसकी शादी शिमला में हुई थी, लेकिन अब वो मायके में रह रही थी। 28 जून को उसके पिता ने सदर थाना हमीरपुर में कार चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी महिला ने हमीरपुर शहर के एक युवक के साथ मिलकर कार को जालंधर में एक व्यक्ति को बेच दिया। दोनों आरोपी नशे के आदी पाए गए। ड्रग टेस्ट में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जांच के दौरान पुलिस ने युवक को हमीरपुर से गिरफ्तार किया। वह इस समय न्यायिक हिरासत में है। कार को जालंधर से बरामद कर लिया गया है। जिस व्यक्ति को कार बेची गई थी, उसे मैक्लोडगंज से गाड़ी सहित पकड़ा गया, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। महिला को भी पहले हिरासत में लिया गया, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद अब वह फिर से फरार हो गई है। उसके पिता ने कहा कि उनकी बेटी पहले भी नादौन थाना से चिट्टे के केस में पकड़ी जा चुकी है। अब वह दोबारा लापता हो गई है। चार साल का मासूम नाती अब अपने नाना के सहारे है। बेटी की हालत ने पिता को तोड़ कर रख दिया है। एसपी हमीरपुर ने बताया कि हर एंगल से जांच जारी है।
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की बैरी पंचायत के गांव चपटेड से धर्मपुर और गोहर के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री रवाना की गई। इस राहत सामग्री को स्थानीय विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम पूर्व सैनिक अनिरुद्ध सिंह के सानिध्य में आयोजित हुआ। विधायक रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश इस समय भयंकर प्राकृतिक आपदा की चपेट में है और ऐसे में हर गांव, हर संस्था को मिलकर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समय हाथ से हाथ पकड़ कर एकजुटता से आगे बढ़ने का है। जिनके सिर पर कभी छत थी, आज वे खुले आसमान तले हैं। जिनके पास खाना, कपड़े और पीने का पानी तक नहीं है, उनके लिए हमारी एक छोटी सी मदद भी बड़ी राहत बन सकती है। विधायक ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से भी हरसंभव सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदाग्रस्त परिवारों को 5,000 की फौरी राहत राशि दी है और नया घर बनाने के लिए ₹7 लाख तक की सहायता का ऐलान किया गया है। कैप्टन रणजीत सिंह ने लोगों से अपील की कि इस मुश्किल घड़ी में एकजुट होकर जरूरतमंदों की मदद करें। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से आपदाग्रस्त लोगों के साथ खड़ी है और हर संभव राहत पहुंचाई जा रही है।
सुजानपुर तहसील में एक गंभीर जालसाजी का मामला सामने आया है, जहां एक मृत व्यक्ति को कागजों में ‘जिंदा’ दिखाकर फर्जी शपथपत्र तैयार किया गया। इस मामले को लेकर सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर 2 के एक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक (SP) हमीरपुर के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता के अनुसार, नोटरी पब्लिक सुजानपुर के राज कुमार और गांव सोड डॉ घर जोललमवरी निवासी वरिंदर डोगरा पुत्र चंदू राम पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर जानबूझ कर जालसाजी की। उन्होंने मृत व्यक्ति प्रकाश चंद धीमान पुत्र इन्द्र राम, निवासी गांव चुनाहल झनियारा तहसील व जिला हमीरपुर को जीवित दर्शाते हुए फर्जी शपथपत्र तैयार किया और एक वाहन (HP22.5762) अपने नाम पर करवाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि प्रकाश चंद धीमान की मृत्यु करीब छह महीने पहले हो चुकी थी। बावजूद इसके, उनके नाम से शपथपत्र तैयार कराकर कथित तौर पर दस्तावेजों में हेराफेरी की गई। हालांकि, इस मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन शिकायत SP हमीरपुर को प्राप्त हो चुकी है और मामले की प्राथमिक जांच की तैयारी है। SHO सुजानपुर के अनुसार, दस्तावेजों की जांच और कानूनी प्रक्रिया के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।