दयानंद आदर्श विद्यालय सोलन के प्रांगण में आज 'फीट टचिंग सेरेमनी' (चरण स्पर्श समारोह) का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने अपनी माताओं के चरण धोकर उनका आशीर्वाद लिया और उनके प्रति अपना आदर-भाव प्रकट किया। प्रिंसिपल उषा मित्तल ने बताया कि इस तरह के आयोजन का उद्देश्य बच्चों में अपनी संस्कृति और संस्कारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, जो आधुनिक युग में कहीं न कहीं लुप्त होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह डीएवी स्कूल की सदियों से चली आ रही परंपरा है। इस गतिविधि का आयोजन वीणा कौशिक और एक्टिविटी इंचार्ज रोहिनी द्वारा कक्षा छठी के छात्र-छात्राओं के लिए किया गया। समारोह में बच्चों की माताओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया, जिन्होंने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया। इसमें दृष्टि ने अपनी माता सुप्रीत, मन्नत ने अपनी माता ज्योति ठाकुर, गौरिक ने दमयंती, परिनीति ने इंदु ठाकुर, ऋतिका ने रेखा, अयान ने निर्मल मेहता, नक्ष ने रंजना, अयान ने सुनीता ठाकुर और दिव्यांशु सहित अन्य बच्चों ने अपनी माताओं के चरण धोकर आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का आगाज प्रिंसिपल उषा मित्तल द्वारा दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। इसके बाद, हेड बॉय हिमांशु और हेड गर्ल सिमरत सहित अन्य बच्चों ने प्रिंसिपल उषा मित्तल के चरण धोकर उनका आशीर्वाद लिया और उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां, जैसे नृत्य और गीत भी प्रस्तुत किए गए। अंत में, स्कूल प्रिंसिपल उषा मित्तल ने सभी माताओं को 'टोकन ऑफ लव' देकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में भाग लेकर सभी माताएं बहुत प्रसन्न थीं कि उनके बच्चे ऐसे विद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जहाँ उन्हें आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्य भी दिए जाते हैं। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ के साथ हुआ।
शनिवार को राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में विश्व तंबाकू निषेध दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य हेमराज गौड़ की अध्यक्षता में तंबाकू निषेध पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य हेमराज गौड़ और राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी लीला शंकर ने प्रातःकालीन सभा में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि तंबाकू के सेवन से मनुष्य मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है, और इसके सामाजिक दुष्परिणाम भी देखने को मिलते हैं। उन्होंने बच्चों से अपील की कि हमें यह प्रण लेना चाहिए कि जीवन में हम कभी भी किसी भी तरह के नशे से दूर रहेंगे, और जो कोई इस आदत में पड़ा हो, उसे इससे बाहर निकालने में मदद करेंगे। विद्यालय की स्वयंसेवी छात्रा मुस्कान व पूजा ने नशा निवारण पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके पश्चात विद्यालय की सभी इकाइयों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें पोस्टर, स्लोगन व नारों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूकता का संदेश दिया गया। इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
शनिवार सुबह मंडी जिले में कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर एक बड़ा हादसा टल गया। दिल्ली से मनाली जा रही एक टेम्पो ट्रैवलर मंडी शहर के पास बिंद्रावनी इलाके में अचानक बेकाबू होकर सड़क के डिवाइडर पर चढ़ गई और एक बिजली के खंभे से टकरा गई। हादसा उस समय हुआ जब टेम्पो ट्रैवलर पंडोह टनल से बाहर निकल रही थी। उसी समय सड़क पर एक बड़ा पत्थर आ गया, जिससे चालक ने गाड़ी को मोड़ने की कोशिश की और वाहन डिवाइडर से टकरा गया। गाड़ी में सवार सभी 20 पर्यटक पूरी तरह सुरक्षित हैं। गनीमत रही कि वाहन डिवाइडर से टकराकर रुक गया और सड़क की दूसरी ओर नहीं गया। यदि ऐसा होता तो सामने से आ रहे तेज रफ्तार वाहनों से टक्कर हो सकती थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसा चालक की फुर्ती और सूझबूझ से टल गया।
विमल नेगी मौत मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लगी CBI जांच को लेकर IPS संजीव गांधी ने सरकार के फैसले के खिलाफ लिव इन पुश्त रिव्यू आवेदन (LPA) दायर कर नया मोड़ दे दिया है। इससे पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ़ कर दिया था कि वे सरकार की बात नहीं मानेंगे और जांच में पारदर्शिता की मांग की थी। सरकार ने विवाद बढ़ने के बाद संजीव गांधी को फिलहाल छुट्टी पर भेज दिया है, जिससे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत मिला है। SIT की जांच पर खुद डीजीपी ने सवाल उठाए थे, जिसके बाद कोर्ट ने मामले की CBI जांच का आदेश दिया था। पुलिस विभाग के अंदर चल रहे अंतर्कलह के बीच संजीव गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस विवाद के कारण सरकार ने संजीव गांधी के साथ-साथ डीजीपी और एसीएस को भी छुट्टी पर भेजा था। हालांकि सरकार ने पहले CBI जांच के खिलाफ न जाने का निर्णय लिया था, लेकिन संजीव गांधी ने सरकार की मंशा के विरुद्ध जाकर कोर्ट में याचिका दायर कर जांच को सशक्त बनाने की मांग की है। भाजपा ने इस कदम को सरकार के इशारे पर जांच में देरी कराने की कोशिश करार दिया है।
हिमाचल प्रदेश के जोगिंद्रनगर के पहलून गांव में शनिवार सुबह अंधड़ की तेज हवा में पैराग्लाइडर पायलट घायल हो गया। सुबह करीब 10:30 बजे पायलट ने बीर-पैराग्लाइडिंग साइट से उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान के दौरान अचानक अंधड़ आ गया, जिससे वह नियंत्रण खो बैठा। अंधड़ की चपेट में आने के बाद पायलट करीब 20 किलोमीटर दूर तक उड़ता रहा और अंततः जोगिंद्रनगर के पहलून गांव में एक घर के लेंटर पर जाकर गिर गया। गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल पायलट को स्थानीय लोगों और रोटरी क्लब के सदस्यों की मदद से तुरंत एम्बुलेंस के माध्यम से जोगिंद्रनगर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका उपचार जारी है। अधिकारियों ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पायलट की हालत स्थिर है और आवश्यक चिकित्सीय मदद दी जा रही है।
कुल्लू जिला के मणिकर्ण घाटी में बीते साल 1 जुलाई को मलाणा डैम फटने से भरी नुकसान हुआ था। डैम फटने के चलते सड़कें और नदी किनारे कई गांव भी इसकी चपेट में आए। वहीं डैम फटने के दौरान मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव को जोड़ने वाला पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया। लेकिन हैरानी की बात यह कि इस घटना को एक साल बीत जाने के बाद भी इस पुल को दुरुस्त नहीं किया गया, और पुल न होने के कारण 40 छात्रों ने भी स्कूल जाना बंद कर दिया। एक साल तक पुल का निर्माण न होने के कारण ग्रामीणों ने अपने स्तर पर नदी के ऊपर एक पुलिया बना दी,लेकिन अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से उस पुलिया के बहने का भी खतरा बन गया है। जिसके बाद बलाधी गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को डीसी कुल्लू और प्रदेश सरकार से मांग रखी है कि जल्द यहां पर पुल की व्यवस्था की जाए। डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश से मिलने के बाद प्रतिनिधिमंडल में शामिल जिला परिषद सदस्य रेखा गुलेरिया ने बताया कि 1 साल बीत जाने के बाद भी पुल का निर्माण न होने के कारण स्थानीय लोगों को कई दिक्कते पेश आ रही है, साथ ही बच्चों कि पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों नदी का बहाव बढ़ने के चलते यहां स्कूल से घर वापस आ रहे स्कूली छात्र फंस गए. जिन्हें ग्रामीणों के द्वारा कड़ी मशक्कत से पुलिया के आर पार करवाया गया ,और ऐसी स्थिति देख ग्रामीणों ने फैसला लिया है कि जब तक पुल का निर्माण नहीं होता तब तक वह अपने बच्चों को स्कूल ना भेज कर घर पर ही रखेंगे। जिला परिषद सदस्य रेखा गुलेरिया ने कहा कि पुल के निर्माण को ले कर ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय विधायक के साथ भी मुलाकात की, लेकिन विधायक भी उनकी समस्या का समाधान नहीं कर रहे है। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में मानसून दस्तक देगा उससे नदी पर बनी पुलिया के बहने का भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में नदी को पार करने के लिए पहले पुल की व्यवस्था की जानी चाहिए. ताकि बलाधी गांव के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के निर्माण कार्य में हो रही अनियमितताओं और लापरवाही से नाराज़ स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को चोलथरा में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर तीन घंटे तक धरना दिया गया। इस प्रदर्शन से आम जनजीवन प्रभावित रहा और बाजार क्षेत्र पूरी तरह ठप हो गया। प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व जिला पार्षद भूपेन्द्र सिंह, पंचायत प्रधान मेहर चंद गारला, व्यापार मंडल अध्यक्ष बिहारी लाल, किसान सभा के खंड अध्यक्ष रणताज राणा, सर्वोदय जन सेवा समिति के राजीव आर्य तथा अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया। धरने में सैकड़ों ग्रामीणों, महिलाओं और युवाओं ने भाग लिया और एनएच निर्माण में हो रही अनदेखी के खिलाफ एकजुटता दिखाई। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि एनएच निर्माण के कारण चोलथरा बाजार, पंचायत भवन, स्कूल, बैंक, सहकारी समिति और आसपास के घरों को लगातार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने सड़क की कटिंग के बाद सुरक्षा दीवारें नहीं बनाई हैं, जिससे लोगों के घरों के गिरने का खतरा मंडरा रहा है। इसके अलावा सड़कों, पुलियों और नालियों की मरम्मत नहीं की गई है और जल निकासी की समुचित व्यवस्था भी नहीं की गई। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बीस दिन पहले एसडीएम सरकाघाट को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें विशेष रूप से बरसात से पहले सुरक्षा दीवारें बनाने और बाजार की टूटी सड़कें ठीक करने की मांग की गई थी। लेकिन मांगों पर कोई कार्रवाई न होते देख लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए। पिछले सप्ताह दमसेहड़ा में भी ऐसा ही प्रदर्शन हुआ था, लेकिन वहां न तो प्रशासन आया और न ही पुलिस, उल्टा प्रदर्शनकारियों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया। इसी अनुभव से सबक लेते हुए इस बार प्रदर्शन की पूर्व सूचना दी गई थी, जिसके चलते सुबह से ही पुलिस बल तैनात रहा। धरनास्थल पर बाद में एसडीएम स्वाति डोगरा, डीएसपी संजीव गौतम और मौर्थ के अभियंता तन्मय पहुंचे। लेकिन प्रदर्शनकारी तब तक नहीं माने जब तक हमीरपुर से परियोजना निदेशक मौके पर नहीं पहुंचे और लिखित समझौता नहीं किया गया। दोपहर साढ़े बारह बजे परियोजना निदेशक के आने के बाद तीन घंटे की बातचीत के बाद एक औपचारिक समझौता हुआ। लिखित समझौते में यह तय किया गया कि चोलथरा और सरौन पंचायतों की समस्याओं का समाधान अगले 15 दिनों में किया जाएगा। कंपनी ने बाज़ार क्षेत्र की टूटी सड़कें व नालियां बहाल करने, घटिया पुलिया को सुधारने, प्रभावित लोगों के घरों के पास सुरक्षा दीवारें बनाने, तोड़े गए रास्ते व जलस्रोतों को पुनः निर्मित करने, जल निकासी के लिए नालियां बनाने, निजी भूमि से अवैध डंपिंग हटाने और सड़क को पक्का करने का वादा किया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों में वादा पूरा नहीं हुआ, तो एनएच प्रभावित क्षेत्र के लोग और संगठन बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। उनका कहना था कि प्रशासन को निर्माण कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए, न कि प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे। प्रशासन का यह रवैया निंदनीय है और जनभावनाओं के खिलाफ है।
सुक्खू सरकार ने युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के लिए कौशल विकास की आवश्यकता पर बल दिया है। यह बात शुक्रवार को पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कही। उन्होंने कहा कि बाजार की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम की कार्ययोजना बनाने और उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि युवाओं की क्षमता का निर्माण हो सके और छोटे पैमाने के स्टार्ट-अप स्थापित करने के लिए सहयोग प्रदान किया जा सके। इन भवनों के निर्माण उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कौशल विकास निगम के प्रशिक्षुओं की सुविधा के लिए राज्य में 67 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में उपकरणों के उन्नयन के लिए धन उपलब्ध करवाया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने निगम के आठ निर्माणाधीन भवनों के निर्माण को पूरा करने के लिए 25 करोड़ रुपये आवंटित करेगी। उन्होंने कहा कि पहली जनवरी, 2023 से अब तक 38713 युवाओं को हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम की विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं में नामांकित किया गया है। इनमें से 38572 को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र दिए जा चुके हैं और 8630 प्रशिक्षुओं की प्लेसमेंट हुई है। पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाना सरकार की पहली प्राथमिकता है तथा इस बाबत रोजगार मेलों का आयोजन भी किया जा रहा है ताकि युवाओं को घर द्वार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जा सकें। बाली ने कहा कि नगरोटा विस क्षेत्र में वर्ष में दो बार रोजगार मेले आयोजित किए जाते हैं इसके साथ ही युवाओं को विदेशों में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किए गए हैं।
राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खुंडिया के 2019 बैच के छात्र रजित राणा ने UPSC द्वारा आयोजित संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने माता-पिता, विद्यालय और पूरे खुंडिया क्षेत्र का नाम गर्व से रोशन किया है। उनकी इस उपलब्धि पर विद्यालय परिवार ने उन्हें स्कूल परिसर में विशेष रूप से आमंत्रित कर सम्मानित किया। प्रार्थना सभा में प्रधानाचार्य व समस्त स्टाफ ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट कर शुभकामनाएं दीं। रजित ने विद्यार्थियों के बीच अपने सफर के अनुभव साझा करते हुए कहा, “एक अफसर बनने का सफर घर से शुरू होता है, और जब हम पहले एक अच्छा इंसान बनते हैं, तभी ऐसे मुकाम हासिल होते हैं।” उन्होंने विद्यार्थियों से जीवन में चुनौतियों के आगे हार न मानने की अपील की। विद्यालय प्रधानाचार्य ने कहा कि रजित की सफलता से आज पूरा स्कूल गौरवान्वित है। उन्होंने रजित और उनके परिवार को उज्ज्वल भविष्य के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।
अर्की के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डुमैहर में चल रहे 5 दिवसीय जिला स्तरीय भारत स्काउट एंड गाइड समर कैंप के दौरान प्रतिभागी विद्यार्थियों को शुक्रवार को हाइकिंग के लिए डुमैहर के देवधार स्थित मनसा माता मंदिर का भ्रमण करवाया गया। इस समर कैंप के इंचार्ज तथा जिला सोलन स्काउट एंड गाइड के जिला आयुक्त राजकुमार गौतम द्वारा 28 मई को इस कैंप का शुभारंभ किया गया। राजकुमार गौतम ने बताया कि भारत स्काउट एंड गाइड के इस जिला स्तरीय तृतीय सोपान समर कैंप में 323 स्काउट्स 245 गाइड्स तथा विभिन्न पाठशालाओं से आए अध्यापकों सहित कुल 667 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस कैंप का समापन 1 जून को होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों का सामाजिक विकास होता है जो उनके भावी जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इस अवसर पर स्काउट एंड गाइड के जिला संयुक्त सचिव अरुण कुमार, डी सी धीमान, मीना भट्टी, महेंद्र पाल, आशीष कुमार, कल्पना देवी, सुनीता कुमारी, हनी कुमार, सतीश कुमार, राजेश कुमार, मेहर चंद, अमरजीत कौर, स्थानीय पाठशाला के प्रधानाचार्य अरुण कुमार,उप प्रधानाचार्य हितेश कुमार सहित स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।
कांग्रेस नेता सुरिंदर मनकोटिया ने प्रेस में बयान जारी करते हुए कहा कि देहरा उपमण्डल के जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव सुकाहर निवासी अभिषेक भारद्वाज द्वारा देश की एकता और अखंडता को खतरे में डाल कर। देहरा के नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक, डाडा सीबा के नव नियुक्त उप पुलिस अधीक्षक व उनकी टीम ने अच्छा कार्य किया है। मनकोटिया ने कहा कि देशद्रोह एक ऐसा अपराध है जो किसी भी राष्ट्र की जड़ों को कमजोर करता है। देशद्रोही को कभी माफ नहीं करना चाहिए। देश की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करना हर नागरिक का परम कर्तव्य है। आजकल नई पीढ़ी के कुछ युवा साथी, नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। फिर इस नशे की आदत को पूरा करने के लिए, या अपने निजी स्वार्थ या लालच में आकर देश के खिलाफ काम करने से भी नहीं चूकते हैं। देशद्रोह का दंड कठोर होना चाहिए, राष्ट्रद्रोह किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा। देश की प्रतिष्ठा, एकता, अखंडता और गौरव की रक्षा करना हम सब सच्चे नागरिक का कर्तव्य है। मनकोटिया ने सरकार से अनुरोध किया है कि जासूसी करने का आरोप अगर सच साबित होता है तो उक्त युवक को कड़ा दंड मिलना चाहिए।a
हिमाचल प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप की अहम बैठक 2 जून को सोलन में आयोजित होगी, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। बैठक से पहले नड्डा के नेतृत्व में सोलन शहर में भाजपा तिरंगा यात्रा भी निकाली जाएगी। इस बैठक में वर्ष 2025 के लिए पार्टी के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। साथ ही, साल 2023 और 2024 में आयोजित पार्टी कार्यक्रमों की राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा समीक्षा भी की जाएगी। बैठक के दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की नियुक्ति, चीफ इंजीनियर विमल नेगी के निधन, राज्य की कांग्रेस सरकार की नीतियों और नाकामियों सहित हिमाचल प्रदेश से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी व्यापक मंथन होगा। प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और प्रेमकुमार धूमल को शामिल किया गया है, हालांकि दोनों नेताओं के सोलन की बैठक में शामिल होने के संभावना कम बताई जा रही है।
**पंजाबी, बॉलीवुड और हिमाचली व स्थानीय कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुतियां शिमला ग्रीष्मोत्सव 2025 का आयोजन 01 से 05 जून 2025 तक किया जा रहा है जिसमे पंजाबी, बॉलीवुड और स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से लोगों का मनोरंजन करेंगे। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त एवं अध्यक्ष शिमला ग्रीष्मोत्सव समिति अनुपम कश्यप ने बताया कि प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन मेला क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर किया जायेगा और इस दौरान रिज मैदान को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जायेगा। सांस्कृतिक संध्याओं में यह होंगे मुख्य आकर्षण, अंतिम संध्या में पंजाबी गायक अखिल मचाएंगे धमाल पहली सांस्कृतिक संध्या में बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर निधि रस्तोगी अपनी प्रस्तुति देंगी। इसी प्रकार, दूसरी संध्या हास्य कवि सम्मेलन के नाम रहेगी जिसमें अरुण जैमिनी, सुरेंद्र शर्मा, चिराग जैन, शम्भू चौधरी, वेद प्रकाश और डॉ. सीता सागर अपनी हास्य कविताओं से लोगों को लोटपोट करेंगे। उन्होंने बताया कि तीसरी संध्या हिमाचली संध्या के रूप में आयोजित की जा रही है जिसमें पहाड़ी गायक हनी नेगी और गीता भारद्वाज अपनी प्रस्तुतियां देंगे। चौथी सांस्कृतिक संध्या में फिरदौस बैंड और इंडियन आइडल फेम कुमार साहिल लोगो का मनोरंजन करेंगे। इसी प्रकार, पांचवी व अंतिम सांस्कृतिक संध्या में इंडियन आइडल फेम नेहा दीक्षित, वॉइस ऑफ शिमला की विजेता अंजलि नानक और मशहूर पंजाबी गायक अखिल अपनी प्रस्तुतियां देंगे। एनजेडसीसी पटियाला से 3 राज्यों के कलाकार भी होंगे शामिल उन्होंने बताया कि उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला से 3 राज्यों के सांस्कृतिक दल भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे जिसमें हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर राज्य के दल शामिल रहेंगे। इसके अतिरिक्त, मेला क्षेत्र में पुलिस रिपोर्टिंग रूम के सामने और एम्फीथियेटर में 2 बैंड और स्थानीय सांस्कृतिक दल भी लोगों का मनोरंजन करेंगे। ड्राइव अगेंस्ट ड्रग्स और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर आयोजित होंगी गतिविधियां उपायुक्त ने बताया कि शिमला ग्रीष्मोत्सव का आयोजन ड्राइव अगेंस्ट ड्रग्स और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की थीम पर आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी में 01 से 05 जून तक प्रतिदिन पुलिस रिपोर्टिंग रूम के सामने दोपहर 3 बजे महानाटी का आयोजन और इंदिरा गाँधी खेल परिसर में जिला के सभी स्कूलों के छात्रों के लिए टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा जिसमें दूरदराज क्षेत्र कुपवी और डोडरा-क्वार के स्कूली छात्र भी भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त, फ्लावर शो, बेबी शो इत्यादि का आयोजन भी शिमला ग्रीष्मोत्सव के दौरान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्कूलों में वाद-विवाद, निबंध लेखन, नारा लेखन इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जायेगा।
राज्य स्तरीय मां शूलिनी मेला को सफल बनाने के लिए विभाग ने तैयारियां तेज करदी है। उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा गत दिवस 20 से 22 जून तक आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय मां शूलिनी मेला के सम्बन्ध में तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मनमोहन शर्मा ने मेला अवधि में विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यक तथा आपातकालीन सेवाओं को सुचारू रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि मेले में विभिन्न स्थानों से आए लोगों तथा शहर वासियों को उचित व्यवस्था प्रदान करना ज़िला प्रशासन का दायित्व है। उपायुक्त ने कहा कि यह सुनिश्चित बनाना होगा कि इस अवधि में विद्युत, पेयजल एवं स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं सतत क्रियाशील रहे। उन्होंने सभी विभागों को योजनाबद्ध कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम मेले का अभिन्न अंग है और यह प्रयास किया जाना चाहिए कि लोगों को बेहतर कार्यक्रम सुनने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि मेले में अति विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन के दौरान कलाकारों द्वारा हिमाचल प्रदेश के पारम्परिक वस्त्रों में लोक संगीत व वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुतियां दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि कलाकारों की प्रस्तुतियों के लिए ऑडिशन 10 से 15 जून तक आयोजित किए जाएंगे। कलाकारों को प्रस्तुति के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने कहा कि कलाकार मेले में प्रस्तुति देने के लिए अपना पंजीकरण hpsolan.nic.in पर जाकर शूलिनी मेला, 2025 लिंक पर जाकर करना होगा। किसी अन्य माध्यम से आवेदन व पंजीकरण स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेले में पूर्व की भांति विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं एवं प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने सभी विभागों को खेल प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनियों के लिए उचित तैयारी करने के निर्देश दिए उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला अवधि में स्थानीय रूटों पर निःशुल्क मुद्रिका बस सेवा चलाना सुनिश्चित करें। वही अतिरिक्त उपायुक्त सोलन राहुल जैन ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कला कार्यशाला 2025 में हिमाचल प्रदेश के देहरा निवासी समकालीन कलाकार और केंद्रीय विश्वविद्यालय देहरा के सहायक प्रोफेसर मनीष कुमार गोंड को आमंत्रित किया गया। इस 10 दिवसीय वर्कशॉप में इन्होंने दो बड़े आकार के चित्र बनाए, जिनमें भारत के सैन्य पराक्रम और शौर्य को दर्शाया गया है। मनीष कुमार गोंड के चित्रों का मुख्य विषय था ऑपरेशन सिंदूर, जो हाल ही में पाकिस्तान की कायराना हरकतों के जवाब में भारत की सैन्य शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक बना। उनके चित्रों में भारत की दृढ़ संकल्प शक्ति और गौरवशाली सैन्य बल की झलक मिलती है। कार्यशाला का आयोजन नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) द्वारा किया गया था, जिसका निर्देशन प्रो. हर्षवर्धन शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में देश के 5 पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त कलाकारों समेत कुल 14 प्रतिष्ठित कलाकारों ने भाग लिया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता NDMC के उपाध्यक्ष श्री कुलजीत चहल ने की। केंद्रीय विश्वविद्यालय देहरा के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, कुलसचिव सुमन शर्मा, दृश्य कला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. उज्ज्वल कडोडे और अन्य वरिष्ठ शिक्षक डॉ. दिनेश पाल एवं डॉ. वेद प्रकाश ने मनीष कुमार गोंड को इस सम्मान के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रेरणादायक चित्र न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए बल्कि आने वाली पीढ़ी के युवा कलाकारों के लिए भी भारत की गौरवशाली सैन्य शक्ति और इतिहास को उजागर करने वाला संदेश लेकर आएंगे।
नेपाल में हाल ही में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एवरेस्ट पर्वतारोही सम्मेलन में भारत के 10 पर्वतारोहियों को सम्मानित किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश की बेटी बलजीत कौर भी शामिल हैं। यह सम्मान 100 से अधिक पर्वतारोहियों को एवरेस्ट फतह के उपलक्ष्य में दिया गया। बलजीत कौर ने बताया कि उन्हें "एवरेस्ट एलायंस नेपाल" द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में सम्मानित किया गया है, जो उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि भारत के अन्य 9 पर्वतारोहियों के साथ वे भी इस सम्मान के पात्र बनी हैं।नेपाल के पर्यटन, संस्कृति और नागरिक उड्डयन मंत्री बद्री पांडे ने 29 मई को अंतरराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस से पहले नेपाल और अन्य देशों के पर्वतारोहियों को सम्मानित किया। मंत्री पांडे ने कहा कि नेपाल सरकार पर्वतीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्वतारोहियों की सुरक्षा और हिमालय की संरक्षण को भी प्राथमिकता देती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पहाड़ों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। इस कार्यक्रम में नेपाल के अलावा भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, फिलीपीन, फलस्तीनी क्षेत्र, ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों के पर्वतारोहियों को प्रशंसा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कुनिहार के अर्की रोड पर चार दिन पहले महादेव स्टील दुकान के बाहर खड़ी बोलेरो कैम्पर गाड़ी के चार टायर और एक जैक चोरी हो गए थे। इस मामले को पुलिस ने तेजी से सुलझाते हुए चोरी के सामान के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गांव जघाणा निवासी प्रेम चन्द ने पुलिस थाना कुनिहार में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनकी दुकान के पास खड़ी बोलेरो कैम्पर गाड़ी के टायर और अंदर रखा जैक चोरी हो गया है। चोरी की कीमत लगभग 50,000 रुपये बताई गई थी।पुलिस ने जांच के दौरान CCTV फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से आरोपी की पहचान की। बुधवार को थाना कुनिहार की पुलिस ने रामशहर से 26 वर्षीय बबलू उर्फ बलबीर (पुत्र स्व. राम लाल) निवासी गांव बहलम, तहसील रागशहर, जिला सोलन को गिरफ्तार किया। चोरी हुए चारों टायर और जैक बरामद कर लिए गए हैं। इसके साथ ही चोरी में इस्तेमाल किए गए वाहन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है। आरोपी को आज माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा। मामले की जांच अभी जारी है।
हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग, हमीरपुर ने अपनी पहली भर्ती की अधिसूचना जारी कर दी है, जो अब आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। अधिसूचना में आवेदन शुल्क के भी नए नियम लागू किए गए हैं। आयोग ने सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क 400 रुपये तय किया है, जबकि आरक्षित वर्ग के लिए यह 325 रुपये है। सबसे बड़ा बदलाव महिलाओं के लिए है, जिन्हें अब आवेदन शुल्क में कोई छूट नहीं मिलेगी। पहले प्रदेश सरकार महिलाओं को आवेदन शुल्क से छूट देती थी, जिससे महिलाएं निशुल्क आवेदन कर सकती थीं, लेकिन अब महिलाओं को भी अपने वर्ग के अनुसार शुल्क भरना होगा। पूर्व में भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के दौर में सामान्य वर्ग से 360 रुपये और आरक्षित वर्ग से 120 रुपये आवेदन शुल्क लिया जाता था, जो अब क्रमशः 400 और 325 रुपये कर दिया गया है। इससे सरकारी नौकरियों के आवेदन महंगे हो गए हैं। राज्य चयन आयोग अब पूरी भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन कर रहा है और सभी परीक्षाएं कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से कराई जाएंगी। भर्ती प्रक्रिया में खर्च बढ़ने की वजह से आवेदन शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले पायलट आधार पर आयोजित ओटीए परीक्षा में आयोग को 35 लाख रुपये से अधिक खर्च करना पड़ा था। आयोग ने अब सभी भर्तियों को आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से करवाने का फैसला किया है। इसी संदर्भ में प्रदेश सरकार और सीडैक कंपनी के बीच एमओयू साइन करने की प्रक्रिया भी चल रही है। आवेदन शुल्क का विवरण: सामान्य अनारक्षित वर्ग, ईडब्ल्यूएस, पूर्व सैनिक, दिव्यांग, फ्रीडम फाइटर के वार्ड : 400 रुपये तय किया गया है। आरक्षित वर्ग (बीपीएल, एससी, एसटी, ओबीसी, पूर्व सैनिक वर्ग) : 325 रुपये तय किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में देहरा पुलिस ने 20 वर्षीय युवक अभिषेक को भारत की अखंडता को खतरे में डालने के आरोप में शक के आधार पर गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया है। अभिषेक देहरा का रहने वाला है । पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर अभिषेक को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान उसके मोबाइल से संवेदनशील और आपत्तिजनक सामग्री मिली है। पुलिस ने मोबाइल से डिलीट हुई सामग्री को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा है। एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि कुछ दिनों से युवक पर नजर रखी जा रही थी, फिर बुधवार सुबह उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि अभिषेक ने संवेदनशील सैन्य जानकारी और रणनीतिक स्थानों का विवरण खुफिया एजेंसी को दिया हो सकता है। यह जानकारी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जुटाई गई थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है कि क्या उसका किसी संदिग्ध संगठन से संबंध है। डीएसपी संजीव कुमार यादव ने कहा कि जांच पूरी होने तक कोई पुष्टि नहीं की जा सकती। उन्होंने लोगों से अफवाह फैलाने से बचने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने बहुतकनीकी प्रवेश परीक्षा (पैट) का परिणाम घोषित कर दिया है। 18 मई को आयोजित इस परीक्षा में प्रदेश भर के 34 से अधिक केंद्रों पर कुल 4215 छात्रों ने हिस्सा लिया था। परीक्षा में हमीरपुर के अनिकेत वर्मा और शिमला की मन्नत ने संयुक्त रूप से 540 अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया। दूसरे स्थान पर त्रिभुवन नरेश शारता रहे, जिन्होंने 521 अंक प्राप्त किए, जबकि बिलासपुर के अश्मित कुमार 515 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहे। पैट परीक्षा कुल 600 अंकों की थी, जिसमें सही उत्तर के लिए 4 अंक और गलत उत्तर के लिए 1 अंक की कटौती की गई थी। तकनीकी शिक्षा बोर्ड के सचिव अशोक पाठक ने बताया कि परिणाम घोषित कर दिया गया है और शीघ्र ही काउंसलिंग की तारीखें भी जारी कर दी जाएंगी। अभ्यर्थी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकृत नंबर और पासवर्ड से लॉगिन कर अपना रिजल्ट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए छात्र और अभिभावक बोर्ड की हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से लेटरल एंट्री एंट्रेस टेस्ट (लीट) का परिणाम 4 जून तक जारी किया जाएगा। यह परीक्षा 25 मई को प्रदेश के 13 केंद्रों पर आयोजित हुई थी, जिसमें लगभग 1783 अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। इसके बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं, एक जुलाई से 31 जुलाई तक संस्थानों में गर्मियों की छुट्टियां रहेंगी, जिसके बाद पैट और लीट के प्रवेशित विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू होंगी।
हिमाचल प्रदेश भाजपा का प्रतिनिधिमंडल बुधवार सुबह 11 बजे नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के नेतृत्व में राज्यपाल से मिला। इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश की वर्तमान स्थिति, खासकर पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर उच्च न्यायालय के सीबीआई जांच के आदेशों को लेकर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की। भाजपा ने सरकार और पुलिस प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाते हुए इस मामले की न्यायसंगत और पारदर्शी जांच की मांग की। भाजपा प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, सह प्रभारी संजय टंडन, सभी सांसद और विधायक भी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोप लगाया गया कि यह मामला केवल एक व्यक्ति की मौत से जुड़ा नहीं है, बल्कि प्रदेश में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था, प्रशासनिक अनियमितताओं, अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार की गंभीर समस्याओं को उजागर करता है। ज्ञापन में भाजपा ने यह सुनिश्चित करने की मांग की कि विमल नेगी की मौत से संबंधित सभी सबूतों से छेड़छाड़ न हो और उन्हें नष्ट न किया जाए। साथ ही, उच्च न्यायालय में प्रस्तुत पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों की रिपोर्ट में छेड़छाड़ के सबूत पाए जाने के कारण संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की गई। इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक शिमला द्वारा उच्च अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच सीबीआई से कराने की भी मांग की गई। भाजपा ने कहा कि सीबीआई जांच का दायरा बढ़ाकर हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन में व्याप्त भ्रष्टाचार की भी गहन जांच करवाई जाए, या फिर इस जांच को प्रवर्तन निदेशालय के सुपुर्द किया जाए। साथ ही, प्रदेश में अफसरशाही में अनुशासन लाने के लिए पुलिस अधीक्षक शिमला को बर्खास्त करने की भी मांग की गई। भाजपा का यह कदम प्रदेश में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और प्रशासनिक कुप्रबंधन के प्रति चिंता जताने के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की कोशिश माना जा रहा है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि सरकार और प्रशासन में सुधार के बिना प्रदेश के विकास और सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती। उन्होंने राज्यपाल से इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया है ताकि प्रदेश में न्याय और शासन व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।
हिमाचल प्रदेश ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अपनी जेलों की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए एक अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (ICCC) स्थापित किया है। शिमला के जिला कारागार कैथू में स्थापित यह सेंटर पूरे प्रदेश की 14 जेलों से जुड़ा हुआ है और लगभग 750 CCTV कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग करता है। इस हाई-टेक सुरक्षा सिस्टम के तहत यदि कोई कैदी जेल से भागने की कोशिश करता है, आपस में भिड़ता है या जेल की बाउंड्री पार करता है तो कमांड सेंटर में तुरंत अलार्म बज जाता है। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग कर कैदियों की फोटो और वीडियो तुरंत कैप्चर कर संबंधित अधिकारियों को अलर्ट भेजा जाता है। इससे जेलों में सुरक्षा बढ़ेगी और मानवाधिकारों का उल्लंघन भी रोका जा सकेगा। ICCC की मदद से त्वरित कार्रवाई संभव होगी, जिससे अपराध नियंत्रण में भी सुधार होगा। यह पहल हिमाचल प्रदेश को देश का पहला ऐसा राज्य बनाती है जिसने जेल सुरक्षा के लिए इस तरह का हाई-टेक समाधान अपनाया है। इस कदम से हिमाचल प्रदेश की जेल सुरक्षा व्यवस्था में एक नई क्रांति आएगी और कैदियों की निगरानी तथा नियंत्रण और भी प्रभावी बनेगा।
द एसवीएन स्कूल में मंगलवार को स्कूल कमेटी का गरिमामय अलंकरण व कार्यभार ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर नव-निर्वाचित छात्र परिषद के सदस्यों को उनके पद और जिम्मेदारियों की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में स्कूल चेयरमैन टी.सी. गर्ग ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उनके साथ स्कूल निदेशक लूपिन गर्ग, पुष्पा गर्ग, सोना गर्ग और पीटीए अध्यक्ष मदन कपूर भी उपस्थित थे। समारोह की शुरुआत वंदे मातरम के साथ हुई। सबसे पहले चारों सदनों ने मार्च पास्ट करते हुए अपने परिचय के साथ सलामी दी। इसके बाद मुख्य अतिथि टी.सी. गर्ग ने स्कूल कमेटी के सदस्यों को सेशे व बैजेस पहनाकर सम्मानित किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सिम्मी ने सभी चयनित छात्रों को ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से अपना दायित्व निभाने की शपथ दिलाई। गौरतलब है कि 17 मई, 2025 को विद्यालय में चुनाव द्वारा पूरी स्कूल कमेटी का चयन किया गया था, जिसमें कक्षा 4 से कक्षा 12वीं तक के विद्यार्थियों ने मतदान किया था। हेड बॉय के रूप में अतुल, हेड गर्ल- हर्षिता, स्पोर्ट्स कैप्टन- प्रबल जोशी, कल्चरल सेक्रेटरी - शेली , हेल्थ व हाइजीन - शौर्य, डिसिप्लिन इंचार्ज- तनिष्क अरोड़ा , उदय सदन के केप्टन सूर्यांश, वाइस कैप्टन अन्वी ठाकुर , उमंग सदन के केप्टन अदम्य, वाइस कैप्टन निकिता , उड़ान सदन के मुस्कान, वाइस कैप्टन ईशांत व उज्जवल सदन के केप्टन रोहिणी व वाइस कैप्टन नितिका चयनित हुए। समरोह के अन्त मे मुख्य अतिथि टीसी गर्ग ने सभी चयनित छात्र नेताओं को शुभकामनाए दी और पूरे सत्र में पूर्ण निष्ठा, उत्साह व आत्मविश्वास के साथ अपने-अपने पद के कर्तव्य का वहन करने का आह्वाहन किया।
** हरित उर्जा के विकास के लिए मिलेगी एक करोड़ की ग्रांट ** सौर माॅडल विलेज बनने की दौड़ में शामिल थे कांगड़ा जिला के 43 गांव इंदौरा के राजा खास गांव को सोलर माॅडल विलेज के रूप में चयनित किया गया है। यह प्रदेश का पहला सौर माॅडल विलेज बना है इस गांव को सौर उर्जा के लिए एक करोड़ की ग्रांट दी जाएगी। मंगलवार को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत गठित जिला स्तरीय समन्वय समिति (डीएलसीसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि करते हुए कि कांगड़ा जिला में 43 गांवों को आदर्श सौर ऊर्जा गांव के चयन के लिए होने वाली प्रतिस्पर्धा के लिए प्रतिभागी गांव घोषित करने का निर्णय डीएलसीसी द्वारा लिया गया था। उन्होंने कहा कि उक्त 43 प्रतिभागी गांवों में ’छह माह’ तक प्रतिस्पर्धा चली तथा छह माह के भीतर इन 43 गांवों में से सबसे ज्यादा डिस्टब्यूशन सोलर इंस्टालेशन करने वाले गांव राजा खास को आदर्श सौर उर्जा गांव के लिए रूप में चयनित किया गया है चयनित आदर्श सौर ऊर्जा गांव के विकास के लिए तथा गांव में हरित ऊर्जा के विस्तार के लिए सरकार एक करोड़ रुपए की ग्रांट प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा नामित ’मॉडल सोलर विलेज कार्यान्वयन एजेंसी’ गांव को सोलर पावर्ड विलेज में बदलने के लिए एक डीपीआर विकसित कर उस पर काम करेगी। उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को जिला कांगड़ा में प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा हैं। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी हिमऊर्जा एवं डीएलसीसी के सदस्य सचिव रमेश ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का क्रियान्वयन ’हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद सीमित’ द्वारा किया जा रहा है जबकि सरकार द्वारा हिम ऊर्जा को योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा के लिए नोडल एजेंसी के रूप में अधिसूचित किया गया है। योजना के मुख्य घटकों में घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं के लिए केंद्रीय वित्तीय सहायता (सीएफए), सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा संतृप्ति, स्थानीय निकायों को प्रोत्साहन के लिए प्रोत्साहन राशि तथा आदर्श ऊर्जा ग्राम का विकास आदि शामिल हैं। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष रमेश बराड़, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद सीमित की ओर से वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता विकास ठाकुर, विशाल ठाकुर तथा कुलबीर सहित विभिन्न हिम उर्जा के जेई गोपाल उपस्थित थे।
** मेडिकल टेक्नोलॉजी पर खर्च कर रहे 1350 करोड़ रुपयेः सीएम **मुख्यमंत्री ने आईजीएमसी और चमियाणा अस्पताल की फैक्लटी के साथ किया संवाद मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आईजीएमसी शिमला व अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशिलिटी, चमियाणा के फैकल्टी सदस्यों के साथ संवाद करते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के विभाग प्रमुखों ने अपनी प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक चिकित्सा महाविद्यालय की आवश्यकताओं के अनुरूप राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वर्ष के भीतर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में 20 वर्षों से अधिक पुरानी मशीनों और उपकरणों को बदला जाएगा। सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल चमियाणा व टांडा मेडिकल कॉलेज में दो माह के भीतर रोबोटिक सर्जरी की सुविधा को आरंभ कर दिया जाएगा। सभी मेडिकल कॉलेजों में चरणबद्ध तरीके से थ्री टेस्ला एमआरआई मशीनें भी स्थापित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कोई विशेष ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण मरीजों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार को प्राथमिकता दी है और मेडिकल टेक्नोलोजी पर 1350 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल बनाने को सरकार धन उपलब्ध करवाएगी और मरीजों के साथ-साथ स्टाफ के लिए भी पार्किंग सुविधा को सुदृढ़ किया जाएगा। राज्य सरकार डॉक्टरों के पदों को भर रही है और नर्सों की भर्ती में कोरोना महामारी के समय काम करने वाली नर्सों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ टेक्नीशियन की भर्ती भी की जा रही है। हम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार डॉक्टर-मरीज अनुपात तथा नर्स-मरीज अनुपात को सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि उन्हें काम के लिए बेहतर वातावरण मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश के प्रीमियम स्वास्थ्य संस्थान मात्र रेफरल स्वास्थ्य संस्थान बनकर रह गए हैं, इसलिए इनमें व्यापक सुधार की आवश्यकता है। आईजीएमसी शिमला में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और आने वाले समय में इसे बेहतर बनाने के लिए 200 करोड़ रुपये और प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने के कारण हिमाचल प्रदेश पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए हैं, लेकिन राज्य सरकार इसके बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मरीज हमेशा ठीक होने की उम्मीद लेकर अस्पताल आते हैं, ऐसे में अगर डॉक्टर अच्छे ढंग से उनसे बात करें तो उनकी तकलीफ कम हो जाएगी। डॉक्टरों को अपने व्यवहार में परिवर्तन करने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल (डॉ.) धनी राम शांडिल ने कहा कि इस तरह के संवाद कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में महत्वपूर्ण होते हैं। सभी मेडिकल प्रोफेशनल राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर काम कर रहे हैं और इसे अधिक बेहतर बनाने के लिए प्रयास जारी रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में बहुत तरक्की हो रही है और हिमाचल प्रदेश में आधुनिक मशीनें उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार गंभीरतापूर्वक प्रयास कर रही है, ताकि लोगों को घर-द्वार के निकट ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी ने राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, विधायक हरीश जनारथा सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
EuroKids प्ले स्कूल में आज नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए एक रंगारंग फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मकता, आत्मविश्वास और मंच पर प्रस्तुति कौशल को प्रोत्साहित करना था। प्रधानाचार्या सीमा बेहल ने बताया कि बच्चों ने विभिन्न वेशभूषाओं में हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा से सबका मन मोह लिया। बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कुछ बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण, स्वतंत्रता सेनानी, परीकथाओं के पात्रों की अद्भुत झलक पेश की। प्रतियोगिता में विजेता घोषित किए गए बच्चों में आदितिल शर्मा, शारविल, अरिहन, सारिका, समदर्श, काव्यांश, अवयुक्ता, वैभवी, दीविशा, मिताक्षी, हैयांश, स्वर्णिका, शौर्य, राशि और कीरत शामिल है। प्रधानाचार्या ने सभी बच्चों की भागीदारी की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के बारंग गांव में शराब के नशे में 'साली को पत्नी' कहने पर एक नेपाली मूल के शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में मृतक की साली समेत परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान भीम बहादुर के रूप में हुई है, जो अपनी पत्नी विनता राज के साथ बारंग गांव में मजदूरी का काम करता था। यह घटना 24 और 25 मई की है। 24 मई की शाम को विनता की बहन देवी सरा अपने पति प्रकाश और बच्चों के साथ उनके घर आई थी। बताया जा रहा है कि शराब के नशे में धुत प्रकाश ने विनता का हाथ पकड़ लिया और उसे अपनी पत्नी कहने लगा। इस पर भीम बहादुर ने कड़ा विरोध जताया, जिससे विवाद शुरू हो गया। अगले दिन, 25 मई को, यह विवाद और बढ़ गया। विनता की बहन देवी सरा ने भीम बहादुर को फोन पर गालियां दीं। इसके बाद देवी सरा अपने परिवार के साथ भीम बहादुर और विनता के घर पहुंच गई। वहां, उन्होंने भीम बहादुर को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों में से एक, राजेंद्र ने भीम बहादुर पर पत्थर से भी हमला किया। इस क्रूर पिटाई के कारण भीम बहादुर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।पुलिस ने विनता राज की शिकायत के आधार पर 5 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब इस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है और आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने की उम्मीद है। Deep Research Canvas Video Gemini can make mistakes, so double-check it Google Account First Verdict Media firstverdictnews@gmail.com
उपमंडल देहरा के लोअर सुनहेत स्थित दिल्ली कान्वेंट स्कूल के 23 छात्रों ने सैनिक स्कूल परीक्षा में सफलता हासिल कर कक्षा छठवीं में चयन प्राप्त किया है। चयनित छात्रों में आरव ठाकुर, आरुषि, आयान, अनिकेश, अनवी ठाकुर, अनवी, अश्मिता, आयांश चौधरी, आयांश ठाकुर, मानविक, नामित डढवाल, पलक, प्रतीक्षा, पूर्वांश, शानवी, शिवम, शिवांगी, शिवांश गुलेरिया, श्री अनया, सिमृत, तृकांश, आयान और आर्यन शामिल हैं। दिल्ली कान्वेंट स्कूल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष अध्यापकों की नियुक्ति की गई है। इस परीक्षा के लिए बिहार से आने वाली अध्यापिका राधा झा द्वारा छात्रों को समर्पित प्रशिक्षण दिया गया है। स्कूल प्रबंधक डॉक्टर प्रवीण राजपुत और प्रधानाचार्य गुंजन परमार ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई दी। प्रधानाचार्य गुंजन परमार ने कहा, "यह हमारे स्कूल के लिए गर्व की बात है कि 23 छात्र सैनिक स्कूल परीक्षा में सफल हुए हैं। यह हमारी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।"
बिलासपुर: हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक एवं प्राचार्य पर कई छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के गंभीर आरोप लगे हैं। यौन उत्पीड़न समिति की जांच रिपोर्ट भी प्राचार्य के खिलाफ है, जिसके बाद तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी प्राचार्य को निलंबित करने का भी विकल्प विचाराधीन है। मामले की जांच 21 अप्रैल से तीन महिला सदस्यों वाली यौन उत्पीड़न कमेटी द्वारा की गई, जिसमें करीब तीस छात्राओं से विस्तृत पूछताछ की गई। जांच के दौरान छात्राओं द्वारा प्राचार्य के खिलाफ दिए गए साक्ष्यों में उनके अनुचित संदेश भी शामिल हैं। यह शिकायत 8 अप्रैल को सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज के एक पूर्व छात्र द्वारा समग्र ई-समाधान पोर्टल पर दर्ज कराई गई थी। शिकायत में बताया गया कि आरोपी प्राचार्य पहले भी सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज में संकाय सदस्य रहते हुए छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार करते थे और यह रवैया अब भी जारी है। मामले का विवाद तब और बढ़ा जब 22 मई को प्राचार्य का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन पर छेड़छाड़ का आरोप था। इसी दिन कॉलेज में छात्र-छात्राओं ने पांच घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया। शाम को पुलिस ने एक छात्रा की शिकायत पर प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें छात्रा ने पिछले साल अस्पताल में इलाज के दौरान प्राचार्य द्वारा छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगाया था। फिलहाल आरोपी जमानत पर है और सदर थाना पुलिस मामले की अलग से जांच कर रही है। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने पुष्टि की है कि यौन उत्पीड़न समिति की रिपोर्ट प्राचार्य के खिलाफ है और विभाग जल्द ही आवश्यक कार्रवाई करेगा, जिसमें निलंबन भी शामिल हो सकता है।
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान को झारखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने सोमवार को की है। कॉलेजियम ने इसी के साथ मध्य प्रदेश, दिल्ली और पटना हाईकोर्ट के लिए भी नए मुख्य न्यायाधीशों की तैनाती की सिफारिश की है। न्यायाधीश तर्लोक सिंह चौहान अपनी तर्कशीलता और बेबाक फैसलों के लिए न्यायिक क्षेत्र में जाने जाते हैं। उनकी इस नियुक्ति से झारखंड हाईकोर्ट की कार्यप्रणाली और न्यायिक गुणवत्ता को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट की यह सिफारिश अब केंद्र सरकार को भेजी गई है, जो जल्द ही इस पर अंतिम फैसला लेगी। न्यायाधीशों की इस नियुक्ति से संबंधित प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उच्च न्यायालयों में नेतृत्व की भूमिका को सुदृढ़ किया जा सके।
कलेहड़ गांव में लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई निकासी नालियां लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। शनिवार को हुई मामूली वर्षा ने ही बंद पड़ी नालियों की हकीकत सामने ला दी है। नालियों के बंद होने से सड़क किनारे बने घरों के सामने जलभराव हो गया और राहगीरों को कीचड़ व गंदे पानी के बीच से गुजरना पड़ा। स्थानीय निवासी अचल पठानिया ने बताया कि नालियां तो बना दी हैं, लेकिन पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था नहीं की हैं। वर्षा होते ही पानी सड़क पर जमा हो जाता है और इससे राहगीरों व स्थानीय लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। आरोप लगाया कि इस समस्या के समाधान के लिए विभाग से कई बार शिकायत की लेकिन आजतक कोई कदम नहीं उठाया । अचल पठानिया ने आरोप लगाया कि नालियों का निर्माण योजना के तहत नहीं किया है। यदि निकासी के लिए चैनल बनाया होता तो आज ये हालात पैदा नहीं होते। बरसात शुरू होने वाली है और अभी से हालत यह है कि सड़क पर पानी भरने लगा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग के पास कर्मचारियों की कमी नहीं है, बावजूद इसके समय रहते नालियों की सफाई नहीं करवाई जाती। लोक निर्माण विभाग डाडासीबा के सहायक अभियंता नीतेश कौंडल ने बताया कि जल्द नालियों की सफाई करवाई जाएगी। उन्होंने कहा, स्थानीय लोग घरों का गंदा पानी नालियों में छोड़ते हैं।
जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को बैंक के मुख्य कार्यालय, सोलन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता बैंक के चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा ने की। बैठक में 75 से अधिक महत्वपूर्ण एजेंडा बिंदुओं पर गहन चर्चा की गई, जिसमें बैंक की वित्तीय स्थिति, परिचालन योजनाओं, ग्राहक सेवाओं में सुधार, और भविष्य की रणनीतियों जैसे विषय शामिल थे। यह बैठक मौजूदा बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की अंतिम बैठक थी, वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल आगामी 15 सितंबर 2025 को समाप्त होने जा रहा है। इस अवसर पर चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा ने बोर्ड के कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों की समीक्षा की और बैंक की प्रगति व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, पिछले वर्षों में बोर्ड के सामूहिक प्रयासों और समर्पण से बैंक ने अपनी सेवाओं और विश्वसनीयता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। हमने ग्राहकों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए कई नवाचार किए, जो भविष्य में भी बैंक की मजबूती का आधार बनेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चुनाव की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। इस प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और सहकारी सिद्धांतों के अनुरूप संपन्न कराने पर बल दिया। नए बोर्ड के गठन के साथ बैंक के विकास और ग्राहक सेवाओं में और अधिक प्रगति की उम्मीद जताई गई है।
खुंडियां, कांगड़ा: बीते 15 मई को बद्दी में आयोजित स्टेयर्स हिमाचल प्रदेश स्टेट लेवल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में खुंडियां क्षेत्र की हिमाचल ताइक्वांडो एकेडमी ने शानदार प्रदर्शन किया। एकेडमी के 9 बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। प्रतियोगिता में खुशी देवी, वर्णिका राणा, प्रांजल धीमान, मनिका राणा, ऋषभ चौधरी और उदय राणा ने स्वर्ण पदक हासिल कर एकेडमी का नाम रोशन किया। वहीं, दिव्यांशी राणा और आदित्य शर्मा ने रजत पदक जीता, जबकि कृष्व राणा ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के परिणामस्वरूप, खुशी देवी, प्रांजल धीमान, दिव्यांशी राणा, वर्णिका राणा, मनिका राणा, ऋषभ चौधरी, उदय राणा और आदित्य शर्मा का स्टेयर्स नेशनल प्रतियोगिता के लिए चयन हो गया है। यह प्रतियोगिता दिल्ली में आयोजित की जाएगी, जहां ये युवा खिलाड़ी हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर एकेडमी के संचालक सुनील कुमार और मीना कुमारी ने सभी पदक विजेता बच्चों और उनके माता-पिता को हार्दिक बधाई दी। सुनील कुमार ने गर्व से बताया कि इस प्रतियोगिता में उनकी एकेडमी ने पूरे जिला कांगड़ा में पहला स्थान हासिल किया है, और इसी के साथ जिला कांगड़ा तीसरे स्थान पर रहा, जिसकी ट्रॉफी भी एकेडमी ने प्राप्त की है। सुनील कुमार ने विशेष रूप से माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को, खासकर लड़कियों को, मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग जरूर दें। उन्होंने कहा कि यह न केवल उन्हें आत्मरक्षा में सक्षम बनाएगा बल्कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी उन्हें आगे बढ़ने में मदद करेगा।
खुंडिया, कांगड़ा: 19 से 22 मई, 2025 तक दिल्ली में आयोजित स्टेयर्स नेशनल गेम्स में जिला कांगड़ा के खुंडिया स्थित हिमाचल ताइक्वांडो एकेडमी के युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है। इन प्रतिभाशाली बच्चों ने, जिनका चयन राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता के लिए हुआ था, अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिचय दिया। अकादमी के कोच सुनील कुमार और मीना कुमारी के मार्गदर्शन में, मनिका राणा, खुशी देवी और वर्णिका राणा ने सिल्वर मेडल हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। वहीं, दिव्यांशी, प्रांजल धीमान, ऋषभ चौधरी और उदय राणा ने कांस्य पदक जीतकर क्षेत्र और अपने गुरुजनों का मान बढ़ाया। अकादमी के संचालक सुनील कुमार ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि नेशनल स्तर तक पहुंचना ही अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है, और हमारे बच्चों ने नेशनल में मेडल हासिल कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को ताइक्वांडो जैसी खेलों में जरूर शामिल करें ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बन सकें और उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके। इस अवसर पर, सुनील कुमार ने सभी पदक विजेता बच्चों के माता-पिता को हार्दिक बधाई दी और उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। यह सफलता हिमाचल ताइक्वांडो एकेडमी के समर्पण और खुंडिया क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा का एक शानदार उदाहरण है।
शिमला जिले के हाटकोटी में एक चार मंजिला रिहायशी मकान में भीषण आग लगने से 15 से ज़्यादा कमरे जलकर राख हो गए, जिससे लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे तीसरी मंजिल से भड़की आग ने तेज़ी से पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ और आसपास के घर सुरक्षित रहे। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर फायर ब्रिगेड की प्रतिक्रिया में देरी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि आग लगने की सूचना के करीब एक घंटे बाद दमकल वाहन मौके पर पहुंचे, जबकि हाटकोटी से रोहड़ू की दूरी मात्र 10-12 किलोमीटर है। यह देरी कई लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है। यह मकान चार-पांच महीने बनाकर तैयार हुआ था। फिलहाल अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मनाली पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी मुहिम में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए, मनाली पुलिस ने आज कोर्ट परिसर के पीछे गोंपा रोड स्थित एक मकान में दबिश दी और एक युवक को 44.920 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान संदीप सिंह (26 वर्ष) पुत्र स्वरूप सिंह, निवासी जबोवाल, डाकघर भेगोनाल, तहसील पुलाथ, जिला कपूरथला (पंजाब) के रूप में हुई है। संदीप मनाली में किराये के कमरे में रह रहा था। पुलिस थाना मनाली में आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। संदीप सिंह को हिरासत में ले लिया गया है और नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मनाली पुलिस अब इस बरामद नशे की खरीद-फरोख्त से जुड़े आपराधिक नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करने के लिए गहन जांच कर रही है।
धर्मपुर, मंडी/डिंपल शर्मा : सरकाघाट से धर्मपुर तक बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य से स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं। इस संबंध में पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह और किसान सभा के अध्यक्ष रणताज राणा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही से आधे दर्जन से अधिक घर और करीब एक दर्जन रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बरसात का मौसम नजदीक आने से प्रभावित परिवारों की चिंताएं बढ़ गई हैं। भूपेंद्र सिंह और रणताज राणा ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण कंपनी प्रशासन के किसी भी दिशा-निर्देश का पालन नहीं कर रही है और अपनी मनमर्जी से काम कर रही है। इससे ऐसा लगता है कि क्षेत्र में सरकार और प्रशासन नहीं, बल्कि कंपनी राज कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से हिमाचल किसान सभा इन क्षतिग्रस्त घरों के पास सुरक्षा दीवारें बनाने, टूटे हुए रास्तों और पेयजल स्रोतों का पुनर्निर्माण जल्द करने तथा सड़क निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने की मांग कर रही है, जिसके लिए प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं। कोई सुनवाई न होने के कारण किसान सभा ने 27 मई को प्रभावितों के साथ सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत दमसेड़ा से होगी, जहां जगदीश, सोहन सिंह, सरवन कुमार और भाग सिंह के घरों पर गिरने का खतरा मंडरा रहा है। इन घरों के रास्ते भी दोनों ओर से तोड़ दिए गए हैं। इसके अलावा, दमसेड़ा गांव का रास्ता, सम् साई और आल्याण गांव का रास्ता, श्मशान घाट का रास्ता तथा हरदेव सिंह, बक्सी राम, अनंत राम, कांशी राम के घरों के रास्ते डेढ़ साल पहले तोड़ दिए गए हैं, जिन्हें अभी तक नहीं बनाया गया है। आल्याण और जमसाई में लगे हैंडपंप उखाड़ कर फेंक दिए गए हैं और आल्याण की बावड़ी क्षतिग्रस्त कर दी गई है। जमसाई से गासियां पुल तक की सड़क दो साल से अधूरी है और कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिससे अब तक सैकड़ों गाड़ियों का लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। गासियां खड्ड में अवैध डंपिंग की गई है और वहां सड़क की स्थिति बहुत खराब है, जिससे कभी भी दुर्घटना घट सकती है। प्रशासन ऐसे स्थानों को भी कंपनी से ठीक नहीं करवा पा रहा है और न ही स्थानीय प्रतिनिधि कुछ कर रहे हैं। स्थानीय लोगों की समस्या का हल न होने के कारण उन्हें सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी कंपनी, प्रशासन और सरकार की है। पंचायत प्रधान सलिता, उपप्रधान लश्करी राम, महिला मंडल प्रधान बिमला देवी और प्रभावित जगदीश चंद, दलीप सिंह, सोहन सिंह, सरवन कुमार, भाग सिंह, नेक राम, हरदेव सिंह, अनंत राम, कांशी राम, निर्मला देवी, गुड्डी देवी आदि ने आम जनता से भी अपील की है कि वे इस प्रदर्शन में भाग लें ताकि बरसात से पहले घरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उधर, लोंगनी में बीआरएन कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा खड्डों और नालों में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। खनिज इंस्पेक्टर, पुलिस, वन विभाग और प्रशासन इस अवैध खनन को नजरअंदाज कर रहे हैं, जबकि 2 मई को इस पर विस्तृत चर्चा हुई थी और पुलिस को इस पर नजर रखने के लिए कहा गया था। कोई कार्रवाई न होने के कारण किसान सभा इस अवैध खनन के खिलाफ भी लोंगनी में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी।
सोमवार को दयानंद आदर्श विद्यालय सोलन के प्रांगण में कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों के लिए इतिहास, नागरिक शास्त्र और भूगोल प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता में कुल चार टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें प्रत्येक टीम में चार-चार मेधावी छात्र शामिल थे। इस प्रकार कुल 16 युवा प्रतिभागियों ने अपने ज्ञान का प्रदर्शन किया। मित्तल ने अपने प्रेरक संबोधन में इस बात पर विशेष जोर दिया कि ऐसी प्रतियोगिताएं केवल जीतने-हारने के लिए नहीं होतीं बल्कि ये विद्यार्थियों के मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उनके मनोबल को बढ़ाती हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हार-जीत से ज्यादा महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में पूरे उत्साह और लगन के साथ भाग लेना है। इस प्रतियोगिता का आयोजन गुरमिंदर कौर,अंजना, संगीता ठाकुर और अनुपमा घोष द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में चार जोरदार राउंड थे। प्रतिभागियों ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। प्रतियोगिता के समापन पर, प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच परिणाम घोषित किए। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, टीम-ए, जिसमें नितिन, नमन, सम्राट और रोहिन शामिल थे, ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। वहीं, टीम-सी, जिसमें सलोनी, कुमुद, गुंजन और आदित्य ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और द्वितीय स्थान प्राप्त किया। वही टीम-डी, जिसमें इशिका, मन्नत, आयुष और अभिनव ने भी जोरदार प्रदर्शन करते हुए तृतीय स्थान पर कब्जा जमाया। इसके अतिरिक्त, टीम-बी, जिसमें तन्वी, सिद्धिका, न्यानेशिया और तेजस को उनके सराहनीय प्रयास के लिए सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया। अंत में, प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने सभी प्रतिभागियों को उनकी कड़ी मेहनत, उत्साह और खेल भावना के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने छात्रों को भविष्य में भी ऐसी प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और अपने ज्ञान को निरंतर बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का समापन एक शांति पाठ के साथ किया गया, जिसने पूरे आयोजन को एक सकारात्मक और प्रेरणादायक माहौल दिया।
केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने सी. एस.आई.आर.(हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान) पालमपुर में अपने दो दिवसीय दौरे के तहत कांगड़ा जिले के बिआरा गांव में बायोफर्टिलाइजर उत्पादन इकाई, बीओबी ऑर्गेनिक्स, का उद्घाटन किया, जिसे संस्थान के तकनीकी सहयोग से स्थापित किया गया है। इस दौरान मंत्री ने किसानों से बातचीत की और उन्हें सी.एस.आई.आरआई.एच.बी.टी में उपलब्ध विशेषज्ञता का पूर्ण उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि फ्लोरिकल्चर एक अच्छा विकल्प है जो न केवल जैव-आर्थिकी को बढ़ावा देने की क्षमता रखता है अपितु पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगा।
कुनिहार विकास सभा के मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर ,प्रधान गोपाल पंवर, दीप राम ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर ,भागमल तनवर,बाबूराम तनवर, जगदीश ठाकुर ,बलबीर चौधरी, सन्नी राघव, ज्ञान ठाकुर, ओम प्रकाश ठाकुर ,हेमराज पंवर, विनोद जोशी ,प्रेम राज चौधरी, इत्यादि ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि आजकल सोशल मीडिया व अखबारों पर देखने को मिल रहा है कि कुनिहार सिटी में कुछ ऐसी आपराधिक घटनाएं हो रही है जिसे आम आदमी चिंता में है। जैसा की मिडीया द्वारा मालूम हुआ है कि किसी व्यक्ति द्वारा सिविल हॉस्पिटल कुनिहार से सिरिंज की चोरी करना और मुख्य सड़क पावर हाउस की साइड पर दुकान के बाहर खड़ी हुई गाड़ी से टायरों का चोरी करना चिंता का विषय है इसलिए कुनिहार विकास सभा सीएमओ सोलन, बीएमओ अर्की से आग्रह करती है कि कुनिहार सिविल हॉस्पिटल में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाऐ जाए, अगर लगे हुए हो तो उन्हें दुरुस्त किया जाए ताकि किसी भी अपराधिक घटनाएं होने पर इनकी सहायता ली जा सके और स्थानीय पुलिस से भी आग्रह है कि कृपा करके रात को गश्त बढ़ाई जाए । उन्होंने कहा कि अब तो कुनिहार में चौकी के बजाय पुलिस स्टेशन है किसी प्रकार की नफरी की कमी भी नहीं है और सिविल कपड़ों में भी कुछ-पुलिस कर्मियों को ऐसे नौजवानों पर नजर रखनी चाहिए जो नशे के आदी है ऐसे नौजवानों का भी पता करना चाहिए कि सिरिंज की चोरी करना किसी चिट्ठे जैसे नशे के लिए चोरी करने को मजबुर है। विकास सभा द्वारा उठाए गए मांगों को पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से ले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो और आम लोगों का दोनों विभाग के प्रति विश्वास बना रहे।
हिमाचल प्रदेश के रामपुर से सटे कुल्लू जिले के निरमंड ब्लॉक के जगातखाना में शनिवार शाम बादल फटने से नाले में बाढ़ आ गई। बाढ़ के साथ आए मलबे में सड़क किनारे खड़े करीब 15 वाहन बहकर सतलुज नदी में पहुंच गए। रामपुर उपमंडल में कई जगह ओलावृष्टि भी हुई। इससे सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ज्योति राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना कुल्लू जिले के तहत हुई है। रामपुर में भारी बारिश के कारण तीन सड़कें अवरुद्ध हुई थीं। देर रात तक तीनों सड़कों को बहाल कर दिया था।
हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने शुक्रवार को शाम नई दिल्ली में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी से भेंट की। शांडिल ने निर्भया निधि से मुख्य मंत्री आदर्श ग्राम सुख-आश्रय परिसर परियोजना के लिए 132.41 करोड़ रुपये की धनराशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने अवगत करवाया कि मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सुख-आश्रय परिसर परियोजना के तहत एक ही स्थान पर आवासीय सुविधा के साथ-साथ प्रशिक्षण केंद्र और स्कूल/व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र व मनोरंजन से सम्बंधित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इस केंद्र में अनाथ, परित्यक्त बच्चों, वृद्धाश्रमों में रहने वाले वृद्धजनों तथा शक्ति सदन में रहने वाली महिलाओं को रहने की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बाल देखभाल संस्थानों के लम्बित भुगतान के रूप में 3,68,76,538 रुपये की राशि जारी करने का भी आग्रह किया। उन्होंने पूर्ववर्ती राष्ट्रीय क्रेच योजना/पालना योजना के तहत वित्त वर्ष 2020-21 व 2021-22 के लिए 91.33 लाख रुपये, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1.80 करोड़ रुपये तथा वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 2.22 करोड़ रुपये की लम्बित राशि जारी करने का भी आग्रह किया। धनी राम शांडिल ने कहा कि वन-स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन, शक्ति सदन, सखी निवास और महिला सशक्तिकरण हब के तहत प्रबन्धन लागत वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतनमानकों से कम है। उन्होंने आग्रह किया कि इन मानकों को राज्य में प्रचलित न्यूनतम वेतन के बराबर लाया जाना चाहिए। उन्होंने जिला सिरमौर स्थित पावंटा साहिब में सखी निवास के निर्माण के लिए अंतिम किस्त के रूप में 27.85 लाख रुपये की राशि भी जारी करने का आग्रह किया। डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि पोषण अभियान के तहत केंद्र सरकार ने 2799.79 लाख रुपये की राशि जारी की है। उन्होंने कहा कि इस राशि के अतिरिक्त स्मार्ट फोन के लिए 804.68 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि के साथ-साथ 1831 लाख रुपये की लम्बित देनदारियां भी हैं। उन्होंने इसके दृष्टिगत भी धनराशि के लिए आग्रह किया।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र पांगी में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव से परेशान लोगों की आवाज अब सीधे हाईकोर्ट तक पहुंच गई है। भाजपा विधायक डॉ. जनक राज ने प्रदेश सरकार पर पांगी के साथ 'सौतेला व्यवहार' करने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की गुहार लगाई है। शिमला में शनिवार को एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. जनक राज ने कहा कि अपने एक सप्ताह के पांगी प्रवास के दौरान उन्होंने पाया कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमराई हुई हैं। अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है, और अल्ट्रासाउंड जैसी मूलभूत सुविधा न होने के कारण मरीजों को उपचार के लिए कुल्लू या जम्मू तक का सफर तय करना पड़ रहा है। विधायक ने आरोप लगाया कि पांगी में विकास नाम की कोई चीज नहीं है और सरकार द्वारा कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है। उन्होंने हिमाचल दिवस समारोह को भी मात्र 'शिष्टाचार' करार दिया, जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं पूरी नहीं हुईं और लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। जनक राज ने मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में उद्घाटन किए गए पांगी के मिनी सचिवालय की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के बाद से ही मिनी सचिवालय बंद पड़ा हुआ है, और मुख्यमंत्री का 15 अप्रैल का दौरा केवल औपचारिकता निभाने जैसा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विधानसभा क्षेत्र को सरकार जानबूझकर अनदेखा कर रही है। विधायक ने महिलाओं को ₹1500 देने की घोषणा पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि यह पैसा सब्सिडी के रूप में गरीबों के घरों के लिए स्वीकृत हुआ था, जिसे डायवर्ट किया गया। उन्होंने पांगी में मोबाइल नेटवर्क की खराब स्थिति, कई गांवों तक बिजली न पहुंचने और गंदे पानी की आपूर्ति पर भी चिंता व्यक्त की। उनका कहना था कि नालों से सीधे पाइप लगाकर बिना फिल्टर के पानी घरों में पहुंचाया जा रहा है, जिससे लोगों के बीमार होने का खतरा बढ़ गया है। हिमस्खलन प्रभावितों की अनदेखी और शिक्षा व्यवस्था का हाल जनक राज ने बताया कि सर्दियों में हिमस्खलन के कारण पांगी की कुमार पंचायत में कई घरों को नुकसान हुआ था, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी प्रभावित परिवारों को कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अभी तक न तो तहसीलदार और न ही एसडीएम मौके पर पहुंचे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी पांगी की स्थिति दयनीय है, क्योंकि स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। इसके अलावा, किलाड़ से चंबा के लिए चलने वाली बस को कुल्लू में बदला जा रहा है, जिससे लोगों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ रही है। विधायक ने बताया कि इन मुद्दों को विधानसभा में कई बार उठाया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है। अब प्राइवेट स्कूलों के बस पास के मासिक शुल्क में कटौती की गई है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज इसकी घोषणा करते हुए बताया कि छात्रों को अब पहले से कम किराया देना होगा, जिससे अभिभावकों पर वित्तीय बोझ कम होगा। उपमुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि पहले बस पास किराए के दो स्लैब थे—0 से 5 किलोमीटर तक ₹1800 और 5 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए ₹2500। अब छात्रों को राहत देने के लिए तीन स्लैब बनाए गए हैं। पहले स्लैब के तहत दूरी को बढ़ाकर 0 से 6 किलोमीटर किया गया है और किराए को ₹600 घटाकर ₹1200 किया गया है। दूसरे स्लैब में 6 से 12 किलोमीटर की दूरी के लिए किराया ₹700 कम करके ₹1800 कर दिया गया है। तीसरे स्लैब में अब 12 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए बस पास किराया ₹2000 होगा। उपमुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि बहुत जल्द छात्रों के लिए बस पास की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि अभिभावकों को कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने कहा कि हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) जनकल्याण की भावना से सेवाएं दे रही है और यह निर्णय उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मौके पर अभिभावकों ने उपमुख्यमंत्री का आभार जताया और इस फैसले की सराहना की। इस मौके पर HRTC के प्रबंध निदेशक डॉ. निपुण जिंदल, निगम के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूलों के छात्रों के अभिभावक उपस्थित रहे।
करसोग, राज सोनी: हिमाचल प्रदेश के पांगणा में आज एक विशाल मुफ्त नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 300 से अधिक महिला और पुरुषों की आंखों की जांच की गई। इस दौरान जरूरतमंदों को निःशुल्क दवाइयां और चश्मे भी दिए गए। यह शिविर "मंथन एक नई पहल" की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और जिला परिषद सदस्य चेतन गुलेरिया द्वारा पांगणा-सुकेत के पंचायत भवन में आयोजित किया गया। इसमें चंडीगढ़ के सीटीआई बैंक और कॉर्निया नेत्र चिकित्सक केंद्र के एमएस डॉ. अशोक शर्मा का विशेष सहयोग रहा। डॉ. शर्मा लगभग पांच दशक बाद अपनी प्राथमिक शिक्षा स्थली पांगणा पहुंचे, जहां उन्होंने अपने बेटे और भाई के साथ मिलकर यह सेवा कार्य किया। शिविर में लायंस नेत्र चिकित्सालय बेंगलुरु के नेत्र विशेषज्ञ राजन शर्मा, नेत्र चिकित्सक मेहता, अग्निवेश और कुलेश्वर ने भी अपनी सेवाएं दीं। मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रणधीर शर्मा और राकेश जमवाल मौजूद रहे, जबकि करसोग के पूर्व विधायक हीरालाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विधायकों ने डॉ. अशोक शर्मा के सेवा भाव और मातृभूमि के प्रति उनके लगाव की सराहना की। इस शिविर से पांगणा, कलाशन, मसोग, सोरता सहित विभिन्न दुर्गम पंचायतों के लोगों को लाभ मिला, जिन्हें आंखों की देखभाल के लिए आवश्यक सहायता मिली। शिविर में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ढलियारा: शनिवार को राजकीय महाविद्यालय ढलियारा स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र-1140 में जनवरी-2025 सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए एक इंडक्शन बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नए छात्रों को इग्नू की कार्यप्रणाली से परिचित कराना और उनकी प्रारंभिक शंकाओं का समाधान करना था। इग्नू अध्ययन केंद्र 1140 के सह-समन्वयक डॉ. संजीव कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने सत्रीय कार्य (असाइनमेंट) जमा करने और परीक्षा फॉर्म भरने से संबंधित प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत और महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने ने छात्रों के सभी सवालों के जवाब दिए और उन्हें इग्नू अध्ययन केंद्र से लगातार जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया। संजीव कुमार ने इग्नू को एक प्रतिष्ठित संस्था बताया जो हर साल दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से हजारों विद्यार्थियों को शिक्षित कर रही है। उन्होंने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करने और जीवन में सफल मुकाम हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने यह भी बताया कि अगर विद्यार्थियों को कोई समस्या आती है, तो वे निर्धारित समय पर फोन के माध्यम से या स्वयं केंद्र पर आकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल नए छात्रों को इग्नू के साथ अपनी शैक्षणिक यात्रा शुरू करने में मदद करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेगी।
सुनील/बिलासपुर: जिला बिलासपुर के एक प्रतिष्ठित विद्यालय गुरुकुल शिवा इंटरनेशनल स्कूल झंडूता के छात्र वरुण चंदेल ने हाल ही में 21 मई को आयोजित जिला स्तरीय अंडर-17 योगा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है। यह उपलब्धि वरुण की कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम है। वरुण पिछले वर्ष भी नेशनल स्तर पर चुने गए थे, और इस वर्ष भी उनकी तैयारी ने एक बार फिर उनकी प्रतिभा को साबित कर दिया। विद्यालय को विश्वास है कि वरुण राष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। विद्यालय के प्रबंधक पंकज चंदेल प्रधानाचार्य दिनेश सुद ने वरुण चंदेल को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और प्रबंधक पंकज चंदेल का कहना है कि वह स्कूल के छात्रों के लिए हर संभव प्रयास कर रहे उनको आगे तक ले जाने के लिए। विद्यालय परिवार, शिक्षकों तथा मित्रों ने वरुण को उनकी इस शानदार उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की छोंज़िन एंगमो ने इतिहास रच दिया है। वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली भारत की पहली और दुनिया की पांचवीं नेत्रहीन महिला बन गई हैं। उन्होंने सबसे ऊंचे पर्वत पर तिरंगा फहराया। एंग्मो, हेलेन केलर को अपना आदर्श मानती हैं। उनकी यह असाधारण उपलब्धि अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प की एक जीवंत मिसाल है। छोंजिन अंगमो के लिए एवरेस्ट पर चढ़ना बचपन का सपना था। उन्होंने बताया कि इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कई दरवाज़े खटखटाए, लेकिन हर जगह निराशा ही मिली। हालांकि, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया उनके लिए उम्मीद की किरण बना और उनके इस सपने को पूरा करने में आर्थिक मदद की। वर्तमान में, अंगमो दिल्ली में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में ग्राहक सेवा सहयोगी के पद पर कार्यरत हैं। 2016 में, उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान से प्रशिक्षण लिया और अपनी कड़ी मेहनत के लिए 'सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु' का पुरस्कार भी जीता। यह उनकी पर्वतारोहण यात्रा का पहला महत्वपूर्ण कदम था। जिसने उनके भीतर छुपी अदम्य शक्ति को पहचान दिलाई। छोंजिन अंगमो का जीवन चुनौतियों से भरा रहा है। जब वह तीसरी कक्षा में थीं, तब आठ साल की उम्र में एक दवा से एलर्जी के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई। लेकिन इस शारीरिक बाधा ने उनके जज्बे को कभी कम नहीं किया। उनके माता-पिता, अमर चंद और सोनम छोमो, ने 2006 में उन्हें लेह के महाबोधि स्कूल और दृष्टिबाधित बच्चों के छात्रावास में दाखिला दिलाया, जहां से उनकी शिक्षा और जीवन को एक नई दिशा मिली। चंडीगढ़ से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह दिल्ली के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। शिक्षा के साथ-साथ अपने पर्वतारोहण के जुनून को भी जारी रखा। उन्होंने लद्दाख की कई चोटियों पर चढ़ाई की और 2021 में, सशस्त्र बलों के दिग्गजों के समूह, टीम क्लॉ के नेतृत्व में सियाचिन ग्लेशियर में एक विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के अभियान 'ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम' का भी हिस्सा बनीं। 28 वर्षीय अंगमो पहले भी कई चुनौतीपूर्ण चोटियों को फतह कर चुकी हैं, जिनमें सियाचिन कुमार पोस्ट (15632 फीट) और लद्दाख की एक अज्ञात चोटी (19717 फीट) शामिल हैं। उनकी असाधारण उपलब्धियों को देखते हुए, 2024 में भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें 'सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन' के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।
सोलन: कंडाघाट पुलिस की विशेष अन्वेषण इकाई (SIU) ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 ग्राम से अधिक चिट्टा (हेरोइन) के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई कंडाघाट थाना क्षेत्र में गश्त और अपराधों की रोकथाम के दौरान की गई। पुलिस के अनुसार, 23 मई 2025 को SIU टीम कंडाघाट में गश्त कर रही थी, तभी उन्हें गुप्त सूचना मिली कि फोरलेन पर स्थित एक ढाबे के पास एक स्विफ्ट गाड़ी खड़ी है, जिसमें तेनज़िन गेशे और अंकित नाम के दो युवक बैठे हैं। सूचना मिली थी कि ये दोनों युवक भारी मात्रा में चिट्टा/हेरोइन सप्लाई के लिए लाए हैं और कंडाघाट क्षेत्र में इसे बेचने की फिराक में हैं। इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने स्विफ्ट गाड़ी में बैठे दोनों युवकों को धर दबोचा। इनकी पहचान तेनज़िन गेशे नेगी (उम्र 29 वर्ष), पुत्र थुपथन गेशे गलदन नेगी, निवासी गांव, डा.ख., तहसील पुह, जिला किन्नौर और अंकित (उम्र 25 वर्ष), पुत्र कृष्ण चंद, निवासी गांव फौला, डा.खा. थैली चकटी, तहसील ननखड़ी, जिला शिमला, हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को 10 ग्राम से अधिक चिट्टा/हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। इस संबंध में थाना कंडाघाट में NDPS अधिनियम की धारा 21 और 29 के तहत मामला (FIR दिनांक 23-05-2025) दर्ज किया गया है। सोलन एसपी गौरव सिंह ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद, वारदात में संलिप्त स्विफ्ट गाड़ी को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस उनके पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की भी पड़ताल कर रही है। मामले में आगे की जांच जारी है।
डिंपल शर्मा/धर्मपुर-मंडी: हिमाचल प्रदेश: सरकाघाट उपमंडल के सज्जाओ पंचायत के भेड़ी गांव में अनियंत्रित ब्लास्टिंग से डेढ़ दर्जन घरों को नुकसान पहुंचने के मामले में ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा है। हिमाचल किसान सभा की शिकायत पर हुई जांच के बाद प्रशासन द्वारा कंपनी को क्लीन चिट दिए जाने से नाराज़ ग्रामीण अब कंपनी और प्रशासन के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। गत माह 11 अप्रैल को हिमाचल किसान सभा की शिकायत पर एसडीएम सरकाघाट स्वाति डोगरा ने तहसीलदार धर्मपुर की अगुवाई में एक जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने पाड़छु से हुक्कल के बीच हुई ब्लास्टिंग से भेड़ी गांव के घरों में पड़ी दरारों की जांच की थी। 2 मई को एसडीएम की अध्यक्षता में धर्मपुर में हुई बैठक में तहसीलदार धर्मपुर ने स्वीकार किया था कि ब्लास्टिंग से घरों को नुकसान हुआ है। हालांकि, एसडीएम द्वारा जारी बैठक की कार्यवाही में घरों में पड़ी दरारों का कारण दो साल पहले हुई भारी बारिश को दर्शाया गया है, और कंपनी को क्लीन चिट दे दी गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह जगजाहिर है कि घरों में दरारें ब्लास्टिंग से पड़ी हैं, न कि बारिश से। आरटीआई से मिली जानकारी, प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि 2 मई को हुई बैठक की कार्यवाही और जांच रिपोर्ट उन्हें अभी तक जारी नहीं की गई है। उन्हें यह सब सूचना के अधिकार कानून (RTI) के तहत हासिल करना पड़ा है। उनका कहना है कि इससे साफ ज़ाहिर है कि प्रशासन कंपनी का बचाव कर रहा है और जांच केवल औपचारिकता पूरी करने के लिए की गई थी। भूपेंद्र सिंह ने हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष रणताज राणा, मोहनलाल, अमीचंद, इंद्र सिंह, नानक चंद, रतन चंद, प्रभावित महावीर, सूरत सिंह, बलबीर, भाग सिंह, बृजेश, तुलसी, मीरा, शकुंतला और अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर एसडीएम द्वारा हस्ताक्षरित बैठक की कार्यवाही को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने डीसी मंडी और कोर्ट में याचिका दायर करने का निर्णय लिया है। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 2 मई की बैठक में दर्जनों लोगों के सामने यह रिपोर्ट किया गया था कि कुल 16 मकानों में दरारें आई हैं। यही नहीं, बैठक में कंपनी प्रशासन ने यह भी कबूल किया था कि उनके पास नवंबर 2024 तक ही नियंत्रित ब्लास्टिंग करने की अनुमति थी, लेकिन वे अप्रैल 2025 तक अनियंत्रित ब्लास्टिंग करते रहे। रिपोर्ट में इसे भी दर्ज नहीं किया गया है। इसके अलावा, गासीयां खड्ड पर पुल निर्माण के लिए जो मलबा डाला गया है, वह भी बिना अनुमति के ही डाला गया है, जिसे कंपनी प्रशासन ने बैठक में स्वीकार किया था। टौरी नाले से नीचे खड्ड में जो मलबा फेंका गया है, उसे भी रिपोर्ट में दर्ज नहीं किया गया है, जबकि वन विभाग ने कंपनी के खिलाफ डैमेज रिपोर्ट काटी है। माइनिंग निरीक्षक ने भी कंपनी को नोटिस जारी किए हैं, लेकिन एसडीएम ने उन्हें भी रिपोर्ट में अंकित नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी प्रशासन जो भी निर्देश जारी करता है, उन्हें कंपनी लागू नहीं करती है, बावजूद इसके उनके खिलाफ अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है, जिससे साफ है कि प्रशासन कंपनी का बचाव कर रहा है। पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि यहां के विधायक ने भी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का प्रचार किया था, लेकिन उसका क्या हुआ, किसी को जानकारी नहीं है और अब वे भी एक साल से चुप हो गए हैं। इसलिए, अब हिमाचल किसान सभा और अन्य जनसंगठन प्रभावितों के साथ मिलकर कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे और प्रशासन को भी इसमें पार्टी बनाया जाएगा।