हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग, हमीरपुर ने उन सभी 148 उम्मीदवारों को 5 अप्रैल प्रातः 10 बजे तक आयोग के हमीरपुर स्थित कार्यालय में रिपोर्ट करने के निर्देश जारी किए हैं जिनकी नियुक्ति पोस्ट कोड-939 के अंतर्गत एचपीएसईबीएल को अनुशंसित की गई है। आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा है कि इन उम्मीदवारों को आयोग के कार्यालय इसलिए आने के निर्देश दिए गए हैं ताकि संबंधित विभागों, बोर्ड और निगमों को आगे की संस्तुति के लिए अपने विकल्प का प्रयोग कर सकें। अगर कोई उम्मीदवार निर्धारित तिथि को अपना विकल्प चुनने में विफल रहता है तो यह माना जाएगा कि वह पोस्ट कोड-939 के अंतर्गत उक्त पद को स्वीकार करने का इच्छुक नहीं है। उसके बाद अपेक्षित बोर्ड अथवा निगमों को उनके नाम की सिफारिश नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि चयनित उम्मीवारों का विवरण आयोग की वैबसाइट पर भी उपलब्ध है तथा सभी उम्मीदवारों को उनके ई-मेल के साथ-साथ मोबाइल नम्बर के माध्यम से भी सूचित किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में सुक्खू सरकार ने आर्थिक संकट का हवाला देते हुए मंत्रियों, विधायकों, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के वेतन में वृद्धि की है। बजट सत्र के अंतिम दिन, शुक्रवार को, विधायकों के वेतन में 24 से 26 प्रतिशत की वृद्धि करने वाला संशोधन विधेयक विधानसभा में पेश किया गया। इससे पहले, सरकार पर लगातार आर्थिक संकट का आरोप लगाने वाले विपक्षी दल भी इस विधेयक के समर्थन में खड़े नजर आए। हिमाचल प्रदेश में पिछले नौ वर्षों बाद इनके वेतन में यह वृद्धि की गई है। अब प्रत्येक विधायक को 55 हजार रुपये का बेसिक वेतन और विभिन्न भत्तों के रूप में कुल 2 लाख 10 हजार रुपये मासिक दिए जाएंगे। इस राशि में पांच प्रकार के भत्ते शामिल हैं, जिनमें से 20 हजार रुपये का टेलीफोन भत्ता समाप्त कर दिया गया है। साथ ही, विधायकों को बिजली और पानी की सब्सिडी भी नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मासिक वेतन में वृद्धि के साथ अब उन्हें 95 हजार रुपये का बेसिक वेतन और कुल 2 लाख 50 हजार रुपये तक के भत्ते मिलेंगे। वहीं, कैबिनेट मंत्रियों का वेतन 80 हजार रुपये है और कुल भत्तों के साथ उनका वेतन 2 लाख 40 हजार के करीब होगा। विधायकों की कुल वेतन राशि में लगभग 50 हजार रुपये या उससे अधिक का इजाफा होने का अनुमान है। हालाँकि प्रदेश सरकार ने 20 हजार रुपये टेलीफोन भत्ता के अलावा बिजली व पानी बिल भत्ता खत्म कर दिया है। टेलिफोन, बिजली व पानी भत्ते खत्म होने पर वृद्धि से अधिक अदायगी वेतन से करनी पड़ेगी। मुख्यमंत्री सदन में वेतन वृद्धि के साथ विधायकों के तीन भत्ते खत्म करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में विधायकों का वेतन प्राइस इंडेक्स के अनुसार 1 अप्रैल 2030 से प्रारंभ हुए प्रत्येक पांच वर्षों के बाद बढ़ाया जाएगा। विधायकों को अब केवल विधानसभा क्षेत्र व कार्यालय भत्ते ही मिलेंगे। पूर्व विधायकों का टेलिफोन भत्ता भी खत्म किया गया। गौरतलब है कि राज्य का कर्ज़ लगातार बढ़ता जा रहा है और यह एक लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है। सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों के संशोधित वेतनमान 2016 की देनदारियों के लिए 10 हज़ार करोड़ रुपये के भुगतान का हवाला दिया, जिसे चुकता करने में सरकार आर्थिक तंगी का बहाना बना रही है। लेकिन, अपनी ही सरकार के अधिकारियों के वेतन में वृद्धि करने के मामले में आर्थिक संकट आड़े नहीं आया। विपक्ष इस मुद्दे पर खामोश रहा और विधेयक के पारित होने में सहमति व्यक्त की।
अभिलाषी विश्वविद्यालय में नशा उन्मूलन को लेकर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने मुख्यातिथि के तौर उपस्थित रही। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के बढ़ते प्रभाव और उससे होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना था। एसपी साक्षी वर्मा ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहकर एक सकारात्मक और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। एसपी ने कहा की आज की युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए हमें मिलकर प्रयास करने होंगे। नशे की लत से बचने के लिए आत्म-संयम और जागरूकता सबसे जरूरी है।" इस कार्यक्रम के दौरान अभिलाषी विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. एच. के. चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि अब तक विश्वविद्यालय परिसर में नशे से जुड़ी कोई भी घटना नहीं हुई है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी संस्थान की स्वच्छ और अनुशासित वातावरण की परंपरा बनी रहेगी। वही एसपी ने नशे से जुड़ी कानूनी धाराओं और पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियानों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि यदि वे अपने आसपास किसी भी प्रकार की नशे की गतिविधि देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। वहीं कुलपति प्रो. एच के चौधरी ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा कि छात्रों को एक सकारात्मक और स्वस्थ वातावरण मिले, जिससे वे अपने जीवन में सफल हो सकें। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को नशा मुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
शूलिनी लिटरेचर फेस्टिवल के बहुप्रतीक्षित पांचवें संस्करण की शुरुआत बड़े उत्साह के साथ हुई, जिसमें साहित्य, सिनेमा, संगीत और मीडिया की जानी-मानी हस्तियां एक साथ आई। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता इम्तियाज अली ने अपने जीवन दर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और दर्शकों से केवल अंतिम लक्ष्य का पीछा करने के बजाय अपनी यात्रा को अपनाने का आग्रह किया। चीफ लर्निंग ऑफिसर डॉ. आशू खोसला के साथ बातचीत में इम्तियाज अली ने छात्रों से कहा कि “हर किसी को यात्रा का आनंद लेना चाहिए” और उनसे “अपनी प्रवृत्ति का पालन करने, अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेने और जो वास्तव में आपके साथ प्रतिध्वनित होता है उसका पीछा करने” के लिए कहा। जमशेदपुर में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए, अली ने बताया कि कैसे कहानी कहने के प्रति उनका आकर्षण बचपन में शुरू हुआ, कल्पनाशील कहानियां बुनने से सिनेमा में उनके भविष्य की नींव पड़ी। उन्होंने अपनी अनूठी कहानी कहने की आवाज़ को अपनाने के महत्व पर जोर दिया, और महत्वाकांक्षी कलाकारों को प्रामाणिक कथाएँ बनाने के लिए व्यक्तिगत अनुभवों और सांस्कृतिक जड़ों से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके स्पष्ट उपाख्यानों ने दर्शकों को रचनात्मक प्रक्रिया और अपनी कलात्मक दृष्टि के प्रति सच्चे रहने के महत्व की गहरी समझ प्रदान की। एक अन्य सत्र में अनुभवी अभिनेता कंवलजीत सिंह ने डिजिटल विकर्षणों के युग में पढ़ने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यवाओं को अपने मोबाइल फोन को एक तरफ रखकर किताबों में डूबने की जरूरत है। पढ़ने से शब्दावली और ज्ञान समृद्ध होता है, दृष्टिकोण को उस तरह से आकार मिलता है जो कोई स्क्रीन नहीं दे सकती।” अनुभवी पत्रकार और स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशंस के निदेशक विपिन पब्बी के साथ एक रोमांचक सत्र में, सिंह ने अपने करियर और फिल्म मिसेज में अपनी भूमिका के किस्से साझा किए, जिसमें बताया कि कैसे इस अनुभव ने उन्हें व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से बदल दिया। हास्य और ज्ञान से भरे उनके सत्र ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने कहा, “जीवन में हर भूमिका के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की फिटनेस महत्वपूर्ण है। व्यक्ति को हमेशा तैयार रहना चाहिए, जोखिम उठाना चाहिए और आराम के दायरे से बाहर निकलना चाहिए।” लिटफेस्ट निदेशक डॉ. आशू खोसला ने महोत्सव की विविध कार्यशालाओं पर प्रकाश डाला, जिसमें स्क्रीन अनुकूलन, माइंडफुलनेस, कठपुतली और फिलैटली जैसे विषयों को शामिल किया गया, जिससे प्रतिभागियों को सीखने के अनुभव प्राप्त हुए। इसके साथ ही, शूलिनी फ्लावर फेस्ट का उद्घाटन किया गया, जिसमें जीवंत पुष्प प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दिया गया। इसके पूरक के रूप में, ग्लिच टेक फेस्ट में हैकथॉन, ई-स्पोर्ट्स चैंपियनशिप और इंटरैक्टिव टेक शोकेस शामिल थे, जिसमें युवाओं की अभिनव भावना को उजागर किया गया।
4 अप्रैल 1905 को जिला कांगड़ा में आए भयावह भूकंप की स्मृति में जिला प्रशासन द्वारा मार्च, श्रद्धांजलि सभा सहित विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। एसडीएम धर्मशाला संजीव कुमार ने बताया कि 4 अप्रैल, 2025 को कांगड़ा भूकंप के 120 वर्ष पूरे हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि उस दुर्भाग्यपूर्ण घड़ी में विपत्ति-ग्रस्त लोगों की याद में सुबह 10ः30 बजे डीसी ऑफिस से पुलिस ग्राउंड तक मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान आपदा का शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ आपदा प्रबंधन को लेकर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा। बकौल एसडीएम, कांगड़ा भूकंप की स्मृति में स्कूली बच्चों के लिए भाषण और नारा लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन इस दौरान किया जाएगा। इसके साथ लोगों को जागरूक करने के लिए लोक कलाकारों द्वारा आपदा प्रबंधन को लेकर एक नाटक का मंचन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1905 में भूकंप के दौरान 20 हजार के करीब लोगों ने जान गंवाई थी जबकि एक लाख से भी ज्यादा भवन क्षतिग्रस्त हुए थे। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति दोबारा कभी उत्पन्न न हो और इस तरह की आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि आपदा की स्थिति में नुकसान को कम किया जा सके। इस दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित डीडीएमए के कर्मचारी उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग (एचपीआरसीए) ने पोस्ट कोड 928 के तहत स्टेनो टाइपिस्ट के 66 पदों की भर्ती के लिए अन्तिम परीक्षा परिणाम आज घोषित कर दिया है। प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, बोर्डां और निगमों ने इन पदों को भरने के लिए सिफारिश की थी जिसके लिए 1 दिसंबर, 2021 को विज्ञापन जारी किया गया था। इनमें सामान्य श्रेणी (अनारक्षित) के 16 पद, सामान्य श्रेणी (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग) के सात पद, सामान्य श्रेणी (स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रित) का एक पद, सामान्य श्रेणी (पूर्व सैनिकों के आश्रित) के आठ पद, अन्य पिछड़ा वर्ग (अनारक्षित) के 11 पद, अन्य पिछड़ा वर्ग (बीपीएल) के पद, अन्य पिछड़ा वर्ग (पूर्व सैनिकों के आश्रित) के दो पद, अनुसूचित जाति (अनारक्षित) के 11 पद, अनुसूचित जाति (पूर्व सैनिकों के आश्रित) के तीन पद, अनुसूचित जनजाति (बीपीएल) का एक पद और अनुसूचित जनजाति (पूर्व सैनिकों के आश्रित) का एक पद शामिल हैं। पोस्ट कोड 928 के तहत स्टेनो टाइपिस्ट के 66 पदों में से 15 पद सक्षम उम्मीदवार न मिलने के कारण रिक्त रखे गए हैं। लिए विज्ञप्ति परीक्षा परिणाम हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग की अधिकारिक वेबसाइट www.hprca.hp.gov.in पर भी उपलब्ध है।
मंडी जिले के नेरचौक में बस में सफर कर रही एक महिला के पर्स से 35 हजार रुपए चोरी करने की कोशिश की गई। घटना में शामिल प्रवासी महिलाओं का गिरोह नंगल का बताया जा रहा है। चोरी की यह वारदात बस में लगे भीड़ का फायदा उठाकर अंजाम दी गई, लेकिन महिला की सतर्कता के चलते चोरों का खेल ज्यादा देर नहीं चला। जानकारी के अनुसार, पीपली की महिला वनिता देवी नेरचौक जाने के लिए बस में सवार हुई थी। महिला की गोद में बच्चा भी था और कुछ प्रवासी महिलाएं भी उसी बस में चढ़ी थीं। भीड़ का फायदा उठाकर इन महिलाओं ने वनिता के पर्स से पैसे चुराने की कोशिश की, लेकिन वनिता को इसका एहसास होते ही उसने एक महिला का हाथ पकड़ लिया और उसे बस से नीचे उतार दिया। चोर महिला ने पैसे वापस कर दिए और कहा कि लो, अपने पैसे ले लो, शोर मत मचाओ। वनिता देवी ने बताया कि वह अपनी बीमार बहू के इलाज के लिए 35 हजार रुपए लेकर जा रही थी। हालांकि, यह महिलाएं बस में कब चढ़ीं, उन्हें नहीं पता। फिर भी, इस पूरी घटना के बावजूद पुलिस ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि वायरल वीडियो में महिलाएं खुद चोरी की बात मान रही हैं!
सोलन शहर के राजगढ़ रोड पर पलक साड़ी दुकान के पास मिली हड्डियों और मांस के टुकड़ों से मचा बवाल सुलझ गया। सोलन पुलिस की गहन जाँच में सामने आया कि ये हड्डियाँ सुअर की थीं। जिन्हें एक मीट शॉप कर्मचारी ने कूड़े में फेंका था और बाद में कुत्तों ने इन्हें सड़क पर फैला दिया। हालाँकि, हड्डियों की अंतिम पुष्टि के लिए इन्हें SFSL जूंगा भेजा गया है। वीरवार को सोलन पुलिस चौकी को सूचना मिली कि पलक साड़ी दुकान के पास सड़क किनारे जानवर की हड्डियाँ और मांस के टुकड़े पाए गए हैं। सूचना पर तुरंत थाना प्रभारी को अवगत कराया गया और पुलिस टीम मौके पर पहुँची। वहाँ भारी भीड़ जमा थी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर जाँच शुरू की। मौके से 6 हड्डियाँ नाली के पास, 8 हड्डियाँ टेलीफोन खंभे के पास और 3 हड्डियाँ बघाट बैंक के बाहर बरामद हुईं। ये हड्डियाँ किसी जानवर के जबड़े की प्रतीत हुई। जिनमें दाँत भी थे। इन्हें सुरक्षित कर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के साथ पुलिस कब्जे में लिया गया। जाँच के दौरान पास के जायका बिरयानी ढाबे की तलाशी ली गई, लेकिन कुछ संदिग्ध नहीं मिला। फूड सेफ्टी टीम ने सैंपल लिए जिनको परीक्षण के लिए जुन्गा भेजे जा रहे हैं। सोलन एसपी गौरव सिंह ने बताया कि ओल्ड डीसी ऑफिस से सर्कुलर रोड तक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में रात 2 बजे एक कुत्ता सफेद थैले को ऑटो स्टैंड की ओर ले जाता और हड्डियाँ फैलाता दिखा। जाँच में पता चला कि यह थैला कूड़े के ढेर से उठाया गया था, जहाँ लोग कचरा फेंकते हैं। सीसीटीवी में रात 8:43 बजे एक स्कूटी सवार खंभे के पास थैला रखता दिखा। स्कूटी मनोज कुमार (सुबाथु) के नाम दर्ज थी, जो रेलवे स्टेशन रोड पर मनोज मीट शॉप चलाते हैं। पूछताछ में मनोज ने बताया कि उनकी दुकान में सुअर, मुर्गा और मछली का मांस बिकता है। सुअर पंजाब से लाकर सुबाथु में काटा जाता है। दुकान में काम करने वाले राजेंद्र उर्फ सोनू से पूछताछ हुई। जिसने खुलासा किया कि 26 मार्च को उसने सुअर का सिर काटा और बेकार हड्डियों को सफेद थैले में डाला। शाम को दुकान बंद करते वक्त वह थैला भूल गया था, लेकिन बाद में उसे साथ ले गया और ऑटो स्टैंड के पास कूड़े में रख दिया। सोनू ने कहा कि उसे नहीं पता था कि इससे बवाल मच जाएगा वरना वह थैला दुकान पर ही छोड़ देता। दुकान के सीसीटीवी फुटेज में सोनू शाम 5:22 बजे सुअर का सिर काटते और रात 8:35 बजे थैला लेकर निकलते दिखा। अन्य कैमरों में वह स्कूटी से थैला कूड़े में रखते हुए भी रिकॉर्ड हुआ। नगर निगम को कूड़ा प्रबंधन के लिए सूचित किया गया है। पुलिस ने इस त्वरित जाँच से मामले को सुलझाया और नागरिकों से भविष्य में भी सहयोग की अपील की।
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में कुछ ऐसा हुआ, जिसने सभी को चौंका दिया। वीरवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाते हुए एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध का तरीका भी कुछ हटके था, पांच लोगों ने अपना सिर मुंडवाकर सरकार को जगाने का काम किया। बद्दी-साईं मार्ग की खस्ता हालत ने श्रीराम सेना के नेतृत्व में 24 से ज्यादा सामाजिक संगठनों को एकजुट कर दिया। ये संगठनों की टोली एसडीएम बद्दी ऑफिस तक आक्रोश रैली लेकर पहुंची। श्रीराम सेना के प्रांत संयोजक, राजेश जिंदल ने स्पष्ट तौर पर प्रशासन और नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि बद्दी-साईं मार्ग और दून विधानसभा की सड़कों की हालत के लिए केवल सरकारी लापरवाही है। उनका कहना था कि बद्दी क्षेत्र से सरकार को हर साल करोड़ों का राजस्व मिलता है, लेकिन इस पैसे का कुछ भी ठिकाना नहीं। यहां तक कि पूरे साल में इस क्षेत्र में सड़क मरम्मत पर 12 करोड़ रुपये भी खर्च नहीं किए जाते। इस कारण बद्दी की सड़कों का हाल दिन-ब-दिन बिगड़ता जा रहा है। श्रीराम सेना के प्रांत संयोजक राजेश जिंदल ने दो हफ्ते पहले ही घोषणा कर रखी कि अगर सड़कें ठीक नहीं हुई तो वो अपना मुंडन करवाएंगे। हालांकि विधानसभा लगी हुई थी लेकिन फिर भी सड़कें दुरुस्त नहीं हुई जिसके बाद उन्होंने मुंडन करवा दिया। प्रदर्शन में नगर व्यापार मंडल, आर्य समाज, रोड सेफ्टी क्लब, महलोग सभा, हिम औद्योगिक कल्याण सभा और मानवाधिकार न्याय मंच जैसे कई बड़े संगठन शामिल हुए। ये सब एकजुट हो गए थे, और सड़कों की मरम्मत की मांग को लेकर आवाज़ उठाई। इन संगठनों का कहना था कि अगर जल्द ही सड़कों की हालत सुधारी नहीं गई, तो आंदोलन और तेज़ हो सकता है।
बीते बुधवार को जिला पुलिस की विशेष अन्वेषण इकाई (SIU) सोलन ने शहर में गश्त के दौरान दो व्यक्तियों से दौरान 270 नशीली टैबलेट्स बरामत की है। पुलिस ने ये कार्यवाही गुप्त सुचना के आधार पर की। दरअसल पुलिस की SIU को गुप्त सूचना मिली कि शमलेच की तरफ से एक ऑटो चम्बाघाट की ओर आ रहा है, जिसमें दो व्यक्ति कैलाश जोशी और युगल किशोर भारी मात्रा में मादक पदार्थ और अवैध नशीली दवाइयां सप्लाई करने के लिए ले जा रहे हैं। सूचना के आधार पर, SIU ने चम्बाघाट फ्लाईओवर के पास नाकाबंदी की और संदिग्ध ऑटो को रोका। ऑटो में सवार व्यक्तियों की पहचान युगल किशोर (उम्र 36 वर्ष) पुत्र स्व.विद्या दत्त शर्मा, निवासी गांव मन्सार, डाकघर सलोगड़ा, तहसील और जिला सोलन और कैलाश जोशी (उम्र 42 वर्ष) पुत्र गोविन्द वल्लभ जोशी, निवासी गांव कठार, डाकघर बसाल, तहसील और जिला सोलन के रूप में हुई। तलाशी के दौरान, उनके कब्जे से 270 नशीली टैबलेट्स बरामद हुईं। ये टैबलेट्स ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत प्रतिबंधित हैं, और आरोपियों के पास इन दवाइयों के वैध लाइसेंस या दस्तावेज नहीं थे। आरोपियों के खिलाफ धारा 18 (ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों के पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
बीते कल सोलन पुलिस ने दोहरी दवाल के पास नाकाबंदी के दौरान तीन युवको से 800 नशीली टैबलेट्स बरामत की। नाके के दौरान रबौण की तरफ से तीन युवक आते हुए दिखाई दिए और पुलिस को सामने देख भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने शक के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें पकड़ लिया। आरोपियों की पहचान, विशाल सिंह (उम्र 21 वर्ष) पुत्र श्री लाल सिंह, निवासी गांव राम नगर, तहसील डा.खा. और तहसील नैनीताल, जिला काशीपुर, उत्तराखंड, अमन कुमार (उम्र 20 वर्ष): पुत्र श्री मन बहादुर, मूल निवासी नेपाल और सोनू (उम्र 19 वर्ष)पुत्र श्री अजय के रूप में हुई। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से बिना किसी वैध लाइसेंस या दस्तावेज के 800 नशीली टैबलेट्स बरामद हुईं, जो कि Drug & Cosmetic Act के तहत प्रतिबंधित हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 18 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें ड्रग निरीक्षक के हवाले किया गया है। उनके पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
नरेंद्र डोगरा/ जयसिंहपुर, 27 मार्च: लोक निर्माण विभाग जयसिंहपुर के अंतर्गत हलेड मुंगल चढ़ियार मुख्य सड़क मार्ग के पास स्थित प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक शक्तिपीठ स्थल नाग नगुली (नाग मंदिर) में वर्षाशालिका के अभाव में भक्तों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर सावन माह और नवरात्रि पर्व के दौरान यहां भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में आते हैं, जिससे भीड़-भाड़ अधिक हो जाती है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बस का इंतजार करने के लिए सड़क मार्ग पर खड़ा होना पड़ता है, जिससे उन्हें कठिनाई होती है। मंदिर और आसपास के इलाकों के निवासियों ने स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार के मंत्री यादविंदर गोमा से मांग की है कि इस मुख्य सड़क मार्ग पर वर्षाशालिका बनाई जाए ताकि श्रद्धालुओं को बरसात और अन्य मौसम में आरामदायक इंतजार की सुविधा मिल सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षाशालिका के निर्माण से न केवल श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, बल्कि इलाके के लोगों की समस्याओं का भी समाधान होगा। विभाग और संबंधित अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि वे इस महत्वपूर्ण मांग पर शीघ्र ध्यान देंगे और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करेंगे।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर बलाहर में गुरुवार को विश्व मातृभाषा दिवस के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्यातिथि के रूप में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर परिसर के भारतीय भाषा विभाग की संयोजक रेखा पाण्डेय ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें अपनी मातृभाषाओं में व्यवहार करने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में बतौर विशिष्टातिथि परिसर के सह निदेशक मञ्जुनाथ एस जी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि हमें कुछ भी बोलने से पहले ठीक ढंग से सोचना चाहिए और अपनी मातृभाषा का प्रयोग करना चाहिए। सारस्वत अतिथि के रूप में शिक्षा शास्त्र विभाग के संयोजक सत्यदेव ने अपनी मातृभाषा एवं हिन्दी में अपना वक्तव्य दिया। परिसर की निदेशक सत्यम कुमारी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अपनी अपनी मातृभाषा में प्रस्तुति के लिए सभी को प्रेरित किया एवं उन्हें मातृभाषा का महत्व बताया। अतिथियों का स्वागत जहां मनीष कुमार ने स्वागत भाषण देकर किया,वहीं इस समस्त कार्यक्रम का संयोजनपियुष कुमार त्रिपाठी व सह संयोजन अमित वालिया ने किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवादज्ञापन ज्योतिष विभाग के सहायकाचार्य डॉ विनोद शर्मा ने किया। कार्यक्रम में परिसर के प्राध्यापक एवम् अन्य कर्मचारी व काफी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश में नशे के बढ़ते मामलों को लेकर पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया है। इस कड़ी में जिला ऊना पुलिस के एसआईयू टीम ने दो युवकों से तलाशी के दौरान 11.44 ग्राम चिट्ठा बरामद किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें अरेस्ट कर लिया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है। वहीं, एक अन्य मामले में टाहलीवाल पुलिस स्टेशन के तहत पंजाब के चार युवकों से 24 ग्राम अफीम और चरस भी बरामद की गई है। जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी, ऊना संजीव भाटिया ने बताया कि इन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अब इस मामले की भी जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये नशे की खेप कहां से लाई गई थी और इसे आगे किसे सप्लाई किया जाना था। उन्होंने यह भी कहा कि नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
चौड़ा मैदान में भाजपा ने किया आज सुक्खू सरकार के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन किया है। प्रदेश भर से भाजपा कार्यकर्ता हजारों की तादात में चौड़ा मैदान में जुटे। इस दौरान भाजपा हिमाचल प्रभारी श्रीकांत शर्मा सह प्रभारी संजय टंडन, नेता विपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कांग्रेस सरकार ने सुक्खू सरकार के दो साल के कार्यकाल को कुशासन, भ्रष्टाचार और माफिया राज करार दिया हैं। बीजेपी के समक्ष शीर्ष नेताओ ने राज्य मे माफिया राज, बिगड़ती क़ानून व्यवस्था, भ्रस्टाचार, माफिया राज और गारंटियों को लेकर हमला बोला। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने आज कार्यकर्ताओं के रास्ते रोके हैं। हमने कहा कि कांग्रेस सरकार सदन और सदन से बाहर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है हरियाणा से वाटर केनन लाए गए हैं। -हिमाचल में कानून व्यवस्था नाम की चीज़ नहीं रहीं है। दिन दहाड़े गोलियां चल रहीं हैं। पूर्व विधायक पर होली के दिन गोलियां चलाई जा रही। उन्होंने कहा कि ईमानदार अधिकारी विमल नेगी मामले में असंवेदनशील हैं मुख्यमंत्री भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के अढाई साल पूरे हो गए हैं बाकी अब सरकार की उतराइ का समय है। भाजपा सरकार के खोले गए संस्थानों और योजनाओं को बंद कर दिया गया है। झूठ बोलकर कॉंग्रेस सत्ता में आई और झूठ बोलकर सरकार चलाई जा रही हैं। सरकार खजाना खाली होने का शोर मचा रहीं। भाजपा सरकार ने जितना लोन 5 साल मे लिया, उससे ज्यादा कॉंग्रेस अभी तक ले। लिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र के सहयोग से ही हिमाचल में सभी काम हो रहे हैं। वही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बिंदल ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल चिट्टा माफिया, शराब माफिया, कबाड़ माफिया, खनन माफिया और वन माफिया के चंगुल में फंस चुका है। कांग्रेस सरकार इन माफियाओं को खुला संरक्षण दे रही है, जिससे प्रदेश की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। नृशंस हत्याओं का सिलसिला चंबा से किन्नौर और ऊना से सिरमौर तक जारी है। युवा पीढ़ी बर्बादी के कगार पर: चिट्टा माफिया ने हिमाचल की युवा पीढ़ी को नशे की लत में झोंक दिया है, लेकिन कांग्रेस सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है। बिलासपुर में माफियाओं की खुलेआम गोलीबारी हो रही है, मंडी में खनन माफिया SDM को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहा है, चंबा में वन माफिया ने फॉरेस्ट गार्ड को तीन किलोमीटर तक घसीटा। यह घटनाएं साबित करती हैं कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को अपराधियों के हवाले कर दिया है।
सिरमौर: अकाल एकेडमिज ने ग्रामीण पंजाब के बच्चों के लिए एक नई और अनोखी पहल शुरू की है, जिसमें उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसे अत्याधुनिक कौशल सिखाए जाएंगे। इस पहल के तहत, पंजाब के 100 से अधिक अकाल एकेडमिज स्कूलों में कक्षा 7 से 12 तक के छात्रों को एआई, मशीन लर्निंग (एमएल), रोबोटिक्स, ड्रोन और 3डी प्रिंटिंग जैसे तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण 2025-26 के शैक्षिक वर्ष से शुरू होगा और इसका लाभ 15,000 से अधिक छात्रों को मिलेगा। इस पहल में यूएसए से लौटे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञ संदीप सिंह संधा ने अहम भूमिका निभाई है, जो कि आईआईटी रुड़की के पास आउट और लॉस एंजिल्स से एआई में डॉक्टरेट हैं, अब पंजाब के छात्रों को एआई के विभिन्न पहलुओं की शिक्षा देंगे। उनका एआई, मशीन लर्निंग, और रोबोटिक्स में लंबा अनुभव है और उनकी रिसर्च को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। कलगीधर ट्रस्ट के अध्यक्ष दविंदर सिंह ने संदीप और उनकी पत्नी इंदरजोत कौर से मुलाकात की और इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। संदीप ने भारत लौटने और अपनी मातृभूमि में एआई शिक्षा देने का संकल्प लिया है। अब वे न केवल पंजाब के छात्रों को सिखा रहे हैं, बल्कि पूरे देश के आईआईटी संस्थानों को मार्गदर्शन भी दे रहे हैं। संदीप ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने छात्रों को एआई की प्रगति से अवगत कराएं ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें। एआई अब कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, उद्योग और शोध में एक सामान्य और आवश्यक तकनीक बन चुकी है। उन्होंने कहा कि पंजाब को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए तैयारी करनी चाहिए। संदीप और उनकी पत्नी इंदरजोत कौर, जो कि नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी और मिसिसिपी स्टेट यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त हैं, अब पंजाबी बच्चों को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस दंपति ने अमेरिका में अपनी सफल करियर को छोड़कर भारत में शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने का निर्णय लिया है। कलगीधर ट्रस्ट एक रजिस्टर्ड गैर सरकारी संगठन है जो मूल्य आधारित शिक्षा के माध्यम से बच्चों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह ट्रस्ट 100 से अधिक अकाल एकेडमिज स्कूलों का संचालन करता है और साथ ही बाडू साहिब में इटरनल यूनिवर्सिटी और तलवंडी में अकाल यूनिवर्सिटी का संचालन भी करता है। इसके अतिरिक्त, यह ट्रस्ट मानवीय सेवा गतिविधियों में भी सक्रिय है।
आज शिमला के चौड़ा मैदान में भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन का रही है। इस प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित भाजपा के कई विधायक और कार्यकर्त्ता भी शामिल हो रहे है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि राज्य में माफियाराज स्थापित हो चुका है, जिसमें चिट्टा माफिया, खनन माफिया, ट्रांसफर माफिया, और कबाड़ माफिया का बोलबाला है। बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के ढाई साल के शासन में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। चंबा में एक दलित युवक की हत्या से लेकर महिलाओं के उत्पीड़न और शोषण की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है और सरकार इन घटनाओं पर पूरी तरह से मूक दर्शक बनी हुई है। उन्होंने राज्य में बढ़ते माफिया तंत्र के बारे में भी खुलकर बोला। बिंदल ने कहा कि पूर्व में बिहार और उत्तर प्रदेश की बदनामी होती थी, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश उस दिशा में बढ़ रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार पर आर्थिक मोर्चे पर भी हमला किया। उनका कहना था कि कांग्रेस ने जनता के लिए महंगाई बढ़ाई है। पेट्रोल-डीजल, राशन, बिजली, पानी, और सीमेंट जैसे जरूरी सामानों की कीमतों में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारों, कर्मचारियों और किसानों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए और लोगों को धोखा दिया। इसके अलावा, उन्होंने सरकारी दफ्तरों और संस्थाओं को बंद करने के फैसले को भी कड़ी आलोचना की।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने शिक्षा और अनुसंधान में सहयोग के लिए यूके के एबरडीन विश्वविद्यालय के एक प्रतिष्ठित प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इस यात्रा ने अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक साझेदारी को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई , जिसमें छात्र विनिमय कार्यक्रम, संकाय सहयोग और दोहरी डिग्री पहल पर केंद्रित चर्चाएं हुईं। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एबरडीन विश्वविद्यालय के प्रिंसिपल और कुलपति प्रोफेसर जॉर्ज बॉयने और एबरडीन विश्वविद्यालय के लोगों की निदेशक डेबी डाइकर ने किया। उनकी यात्रा ने वैश्विक जुड़ाव और अकादमिक उत्कृष्टता के लिए एबरडीन विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, एबरडीन विश्वविद्यालय वर्तमान में क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में प्रभावशाली 236 रैंक रखता है। यात्रा के हिस्से के रूप में, प्रोफेसर जॉर्ज बॉयने ने स्थिरता और हरित पहल के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए शूलिनी विश्वविद्यालय के पारिस्थितिक पार्क की आधारशिला रखी। उन्होंने इनोवेटर्स ट्रेल का भी उद्घाटन किया, जो अनुसंधान, रचनात्मकता और अभूतपूर्व विचारों का उत्सव है। अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ाने के लिए रणनीतिक चर्चाएँ की गईं। शूलिनी विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के उप निदेशक डॉ. रोज़ी धन्ता ने 2+2 कार्यक्रमों, दोहरी डिग्री और विदेश में अध्ययन के अवसरों के विस्तार पर विचार-विमर्श का नेतृत्व किया, जिसका उद्देश्य छात्रों को वैश्विक शिक्षण अनुभव प्रदान करना था। इसके अतिरिक्त, एबरडीन विश्वविद्यालय के लोगों की निदेशक डेबी डाइकर ने बीएससी ग्लोबल यूओएम + एसआरपी छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया, जिसमें करियर विकास और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा पर अंतर्दृष्टि साझा की गई। प्रतिनिधिमंडल को शूलिनी विश्वविद्यालय के अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्रों का दौरा कराया गया, जिसमें एआई और फ्यूचर सेंटर, आईपीआर और नैनो टेक्नोलॉजी लैब शामिल हैं। आगंतुकों ने विश्वविद्यालय के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और नवाचार-संचालित शैक्षिक दृष्टिकोण की प्रशंसा की। सुश्री डाइकर ने विशेष रूप से परिसर की लुभावनी सुंदरता की सराहना की। शूलिनी विश्वविद्यालय और एबरडीन विश्वविद्यालय उच्च प्रभाव वाली शैक्षणिक पहलों पर सहयोग करने के लिए तैयार हैं
करसोेग में अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में मनाये जाने वाले सात दिवसीय जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के आयोजन को लेकर एसडीएम करसोग गौरव महाजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। इस मौके पर एसडीएम ने कहा कि देवों के देव ममलेश्वर महादेव के आर्शीवाद व उनके निर्देशानुसार ही मेले का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर एसडीएम गौरव महाजन ने कहा कि नलवाड़ मेला एक पौराणिक व प्राचीन मेला है। इस वर्ष मेले को वर्तमान परिस्थितियों और युवा पीढ़ी की आवश्यकताओं को मध्यनजर रखते हुए आधुनिक समयानुसार आयोजित किया जाएगा। उन्होंने नलवाड़ मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न विभागों को दिशा निर्देश जारी कर मेले से संबंधित सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी के आपसी सहयोग से ही मेले को एक भव्य व आकर्षक रूप प्रदान किया जा सकता है। जिसके लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। एसडीएम ने कहा कि मेले के दौरान विभिन्न खेल गतिविधियां, विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियां भी लगाई जाएगी, जिनमें युवाओं व आमजन को विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। मेले में स्वास्थ विभाग की ओर से हेल्थ कैंप का भी आयोजन किया जाएगा। कैंप में स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ विभिन्न बीमारियों से संबंधित बचाव, नशे से बचाव की जानकारी प्रदान करने के अतिरिक्त आपातकालीन स्थिति में किसी की जान बचाने के लिए सीपीआर देने से संबंधति लाइव डेमोस्ट्रेशन भी दिया जाएगा ताकि आमजन व युवाओं को आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान लोगों के मनोरंजन के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएगे, ताकि मेले के माध्यम से लोगों का स्वस्थ मनोरंजन भी हो सके। उन्होंने कहा कि मेले को आकर्षक बनाने के लिए मेले के दौरान अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएगी। जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के सफल आयोजन के लिए तहसीलदार डाॅ. वरूण गुलाटी को मेला अधिकारी लगाया गया है। बैठक में तहसीलदार डाॅ. वरूण गुलाटी, ममेल पंचायत प्रधान नारायण सिंह, भडारणू पंचायत के प्रधान दलीप सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
मापतोल विभाग जिला कांगड़ा द्वारा देहरा वृत में बुधवार को केसों को निपटाने हेतु विभागीय समझौता किया गया । जिसमें सहायक नियंत्रक प्रिया चंदेल द्वारा कुल 19 केसों का निपटारा किया गया। यह केस मापतोल उपकरणों को सत्यापित न करवाने, कम तोलने तथा पैकेट पर अनिवार्य घोषणाएं एमआरपी या मैन्युफैक्चरिंग डेट न होने के चलते माप तोल विभाग द्वारा दर्ज किए गए थे। 19 केसों का निपटारा कर कल 45000 में जुर्माना वसूला गया। जिन भी व्यापारियों ने विभागीय समझौते में अनुपस्थित दिखाई है। उनके केस न्यायालय में प्रेषित किए जाएंगे। इस विभागीय समझौते के मौके पर निरीक्षक मापतोल देहरा वृत नीरज भारती भी उपस्थित रहे।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर (परागपुर) स्थित वेदव्यास परिसर की एन एस एस यूनिट द्वारा स्थानीय राधा कृष्ण मंदिर के में चल रहे साप्ताहिक शिविर के दौरान बुधवार को तहसीलदार प्रागपुर चिराग शर्मा बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए।वहीं वशिष्ट अतिथि के तौर पर पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष कमलेश शर्मा ने शिरकत की। एन एस एस यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी अमित वालिया व संयोजक कवि पंकज कुमार ने स्मृति चिन्ह देकर अतिथियों का स्वागत किया। वहीं अपने संभाषण के दौरान तहसीलदार चिराग शर्मा ने एन एस एस यूनिट के छात्र छात्राओं को एच ए एस सहित प्रदेश की विभिन्न परीक्षाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एन एस एस स्वयंसेवियों ने एच ए एस अधिकारी एवं तहसीलदार चिराग शर्मा से प्रदेश की विभिन्न पदों हेतु होने वाली परीक्षाओं से संबंधित कई प्रश्न पूछे। चिराग शर्मा के अनुसार किसी भी कम्पीटीटिव एग्जाम को पास करने के लिए भाग्य के साथ साथ मेहनत बहुत ही जरूरी है।
नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत दवा निरीक्षक अर्की और पुलिस टीम कुनिहार ने कुनिहार थाना क्षेत्र की दवाइयों की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दुकानों के सेल और परचेज रजिस्टर की गहनता से जांच की गई। दवा विक्रेताओं को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए कि वे बिना डॉक्टर की पर्ची के कोई भी दवाई या सिरिंज न बेचें। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों ने दुकानों में रखी सभी दवाइयों को बारीकी से चेक किया और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी दवा बिना डॉक्टर की पर्ची के न बेची जाए। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नशे के अवैध कारोबार को रोकना और लोगों को नशे के प्रति जागरूक करना है। दवा निरीक्षक अर्की, राकेश कौशल ने कहा कि यदि कोई मेडिकल स्टोर संचालक शेड्यूल्ड दवाइयां बिना डॉक्टर की पर्ची के बेचता हुआ पकड़ा जाएगा, तो उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में इस तरह की छापेमारी लगातार की जाएगी। डीएसपी अशोक चौहान ने जनता से अपील की कि वे नशे के खिलाफ जारी इस संघर्ष में पुलिस का साथ दें और अवैध तरीके से नशा बेचने वालों के खिलाफ पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि पुलिस नशे के अवैध कारोबार को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए जनता का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मौके पर एसएचओ कुनिहार, मुकुल शर्मा और अन्य स्टाफ भी मौजूद थे।
मंगलवार को शिमला में शोघी-आंनदपुर-मैहली बाईपास पर रात सड़क हादसे में मां-बेटी समेत चार लोगों की मौत हो गई है। हादसा उस समय हुआ जब कार सवार शोघी की तरफ से मैहली आ रहा था। इसी दौरान शील गांव के पास पुल के समीप गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 100 फीट की गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में कार सवार चार लोगों की मौके पर मौत हो गई। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं। मृतकों की पहचान रूपा सूर्यवंशी (45) पत्नी भगवान दास, प्रगति (15) पुत्री भगवान दास, मुकुल (10) पुत्र हेतराम निवासी जानकी निवास नवबहार और जय सिंह नेगी (40) पुत्र पद्मदेव नेगी निवासी अंबिका कॉटेज ओमकार लॉज संजौली के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि हादसा रात करीब 8 बजे हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को भी सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची लेकिन अंधेरा होने के कारण ढांक से खाई में उतरने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसे देखते हुए एसडीआरएफ और अग्निशमन के कर्मचारियों को रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। जब तक बचाव दल गहरे खाई में पहुंचा, तब तक चारों दम तोड़ चुके थे।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने विमल नेगी मौत मामले में निलंबित निदेशक देशराज की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। बुधवार को हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। मामले में न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की अदालत ने 24 मार्च को दोनों पक्षों को सुनने के बाद इस मामले में फैसला सुरक्षित रखा था। याचिकाकर्ता देशराज की ओर से अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई। उन्होंने अदालत से गुहार लगाई थी कि जो एफआईआर दर्ज की गई है, वह गलत है। उन्होंने अदालत से अग्रिम जमानत मांगी थी। इसी पर हाईकोर्ट ने बुधवार को अपना फैसला सुनाया, जिसमें देशराज की अंतरिम जमानत याचिका खारिज हुई है। विमल नेगी की मौत में परिजनों ने देशराज और हरीकेश मीणा सहित अन्य उच्च अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि इन अधिकारियों ने विमल नेगी को गलत काम करने के लिए उकसाया और उन पर दवाब बनाया।
ऊना नगर के संस्थापक गुरु नानक देव जी के वंशज बाबा साहिब सिंह जी बेदी का पावन जन्म दिवस 26, 27 और 28 मार्च को उनके वंशजों और देश-विदेश से आए संगत के साथ हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है। सिख जगत के 12 मिशनों को एकत्र कर खालसा राज की स्थापना करने वाले बाबा साहिब सिंह जी का जन्म दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन वरदान से हुआ था। गुरु नानक देव जी के 9वें वंशज, बाबा कलाधारी जी, जो गुरु गोबिंद सिंह जी के समकाली थे, अक्सर संतोषगढ़ के पास गुरपलाह नामक स्थान पर गुरु साहिब से मुलाकात करते थे। यहीं गुरु साहिब ने बाबा कलाधारी जी को बाबा साहिब सिंह जी के जन्म का वरदान दिया था। बाबा साहिब सिंह जी का जन्म 1756 में डेरा बाबा नानक, जिला गुरदासपुर में हुआ था। उनके पिता बाबा अजीत सिंह जी और माता सरुपा देवी के घर में उनका जन्म हुआ। बाबा साहिब सिंह ने प्रारंभिक शिक्षा और धार्मिक संस्कार अपने पिता से प्राप्त किए, जबकि विद्वान पंडित सोमनाथ जी से भारतीय दर्शन और इतिहास की विद्या प्राप्त की। वे शास्त्र और शस्त्र विद्या में भी माहिर थे। बाबा साहिब सिंह जी बेदी जी ने युवा अवस्था में ही सिख धर्म और गुरबाणी के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाई। 1775 में, बाबा साहिब सिंह जी ने अपनी धर्मपत्नी माता गुलाब देवी के साथ तख्त श्री आनंदपुर साहिब में अमृतपान किया और मीरी-पीरी के सिद्धांत पर राज योग कमाया। बाबा साहिब सिंह जी के तीन सुपुत्र बाबा बिशन सिंह, बाबा तेग सिंह और बाबा बिकरमा सिंह थे, जिन्होंने धर्म प्रचार में अहम योगदान दिया। उनका प्रभाव इतना था कि उन्होंने कई राजाओं के आपसी विवादों का समाधान किया और उनकी बातों को सभी ने माना। सिख सरदारों और राजाओं द्वारा बाबा साहिब सिंह जी को जागीरें भेंट की गईं। बाबा साहिब सिंह जी 117 गांवों की रियासत के मालिक थे और उनके पास 14,000 की सेना हर समय तैयार रहती थी। जब भी बाबा साहिब सिंह जी युद्ध के लिए जाते, तो अपनी सेना के साथ नगर की परिक्रमा करते थे, जो एक रक्षा कवच का प्रतीक थी। इस परिक्रमा में नगरवासी, बिना किसी जातिभेद के, शामिल होते थे और संत-फकीर भी इसका हिस्सा बनते थे। बाबा साहिब सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर 27 मार्च को नगर कीर्तन और नगर की परिक्रमा की जाती है, जिससे उस याद को ताजा किया जाता है। बाबा साहिब सिंह जी ने 1801 में वैसाखी के पावन पर्व पर विभिन्न सिख धड़ों को एक निशान के तले इकठ्ठा किया और सरदार रणजीत सिंह शुकरचरिया को राज तिलक देकर "शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह" का खिताब दिया। ऊना में एतिहासिक किले की स्थापना 1784 में हुई थी, जो 117 गांवों की रियासत से संबंधित था। हालांकि, अंग्रेजों ने बाबा साहिब सिंह जी के छोटे सुपुत्र, बाबा बिकरमा सिंह जी की बगावत के कारण इन किलों को तोपों से उड़ा दिया। अब यहां पुलिस थाना है, जबकि किले के भीतर बाबा तेग सिंह जी का स्थान और लंगर स्थल मौजूद है, जहां एक दिन में 35 मण कच्चा नमक लंगर में प्रयोग किया जाता था। बाबा साहिब सिंह जी के तपस्थल और गुरुद्वारा तपोवन ऊना से लगभग चार किलोमीटर दूर स्थित है। वर्तमान गद्दीनशीन, बाबा सरबजोत सिंह बेदी, जो 1989 में इस दायित्व को संभाल चुके हैं, ने क्षेत्र और समुदाय के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक जीवन में अहम योगदान दिया है। वे नगर परिषद के अध्यक्ष रहे और उनके बेटे अमरजोत सिंह बेदी भी इस पद पर रह चुके हैं। बाबा सरबजोत सिंह बेदी को उत्तरी भारत में एक सम्मानित धार्मिक शख्सियत माना जाता है। उनके नेतृत्व में ऊना में अत्यधिक विकास हुआ है और उन्होंने मंदबुद्धि बच्चों के लिए प्रेमाश्रम की स्थापना भी की। हर साल 26, 27 और 28 मार्च को बाबा सरबजोत सिंह जी बेदी के नेतृत्व में बाबा साहिब सिंह जी बेदी का जन्म उत्सव हर्षोउल्लास से मनाया जाता है।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते राशन की दुकानों में खाद्यान्नो की गुणवत्ता पर भी कडी निगरानी रखने तथा नियमित निरीक्षण के निर्देश खाद्य आपूर्ति विभाग को दिए हैं। इस बाबत मंगलवार को उपायुक्त हेमराज बैरवा ने सार्वजनिक वितरण कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि समय पर सस्ते राशन की दुकानों पर खाद्य वस्तुएं उपलब्ध करवाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं ताकि उपभोक्ताओं को किसी भी तरह से दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। उपायुक्त ने कहा कि पोलिथीन के प्रयोग को लेकर भी नियमित तौर पर दुकानों की चेकिंग की जाए ताकि किसी भी स्तर पर पोलिथीन का उपयोग नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि पाॅलिथीन का प्रयोग करने वाले दुकानदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि खाद्यान्न वस्तुओं की दुकानों पर रेट लिस्ट प्रदर्शित करना जरूरी है इस के लिए भी खाद्य आपूर्ति विभाग नियमित तौर पर रेट लिस्ट चेक करने के लिए कारगर कदम उठाएं।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के भारतीय ज्ञान प्रकोष्ठ के तत्वावधान में 25-27 मार्च तक राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इस तीन दिवसीय कार्यशाला में कुल 12 सत्र होंगे,जिनमें भारतीय ज्ञान परंपरा के विविध विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण डीन, प्रो. रंजन त्रिपाठी रहे। उहोने अपने उद्बोधन में कहाकि भारतीय ज्ञान परंपरा न केवल प्राचीन काल में बल्कि आज भी विज्ञान, चिकित्सा, गणित और अन्य क्षेत्रों में अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए है। भारत के मनीषियों का योगदान आने वाले समय में भी अमूल्य रहेगा। भारतीय ज्ञान की यह परंपरा हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। कार्यशाला की अध्यक्षता केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि आज भारत आत्मप्रत्यय के युग में है और विश्व के प्रत्येक विषय को देखने के लिए भारतीय दृष्टि आवश्यक है। भारतीय ज्ञान परंपरा एकत्व का भाव समाहित करती है और इसमें समन्वय की शक्ति है। आधुनिकता के साथ समन्वय कर शास्त्रों को समाज में पुनर्स्थापित करना आवश्यक है। कार्यशाला के संयोजक डॉ. डी. दयानाथ ने बताया कि इस राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्देश्य भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित विषयों पर गहन विमर्श करना है। भारत सदियों से ज्ञान का पर्याय रहा है, और भारतीय दर्शन, विज्ञान, गणित, साहित्य एवं अध्यात्म ने विश्व में विशिष्ट स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय ज्ञान परंपरा अखंड भारत की अवधारणा को दर्शाती है, जिसमें वेद, वेदांग, पुराण, वास्तुशास्त्र, ज्योतिषशास्त्र आदि अमूल्य ज्ञान के स्रोत हैं। वैदिक काल से ही भारतीय संस्कृति ज्ञान का केंद्र रही है, और अपनी संस्कृति का ज्ञान होना प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है क्योंकि संस्कृति से ही व्यक्ति की पहचान होती है। कार्यशाला में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के विभिन्न परिसरों एवं आदर्श महाविद्यालयों के प्राध्यापक प्रतिभागी के रूप में भाग ले रहे हैं। संसाधकों में नवीन भट्ट (चाणक्य विश्वविद्यालय, बेंगलुरु), मुनीत धीमान (बेंगलुरु), साई सुसरल (एमआईटी, पुणे), गिरीश भट्ट (तिरुपति), जे. श्रीनिवास (हैदराबाद),केतु रामचंद्रशेखरन, शिवकुमार (इंडिका), गंटी एस. मूर्ति (आईकेएस डिवीजन, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार), वी. आदिनारायण, वरलक्ष्मी,तमिलनाडु,राघवकृष्ण (वृहत फाउंडेशन), सर्व नारायण झा (लखनऊ), भागीरथी नंद (दिल्ली) सहित कई विद्वान शामिल है। विश्वविद्यालय के अकादमिक डीन मदनमोहन झा ने अतिथियों का स्वागत किया। जानकारी हिमाचल के परागपुर (बलाहर)स्थित वेदव्यास परिसर की निदेशक सत्यम कुमारी ने बताया कि इस मौके पर कुलदीप शर्मा (विशेषाधिकारी, नियुक्ति प्रकोष्ठ) ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सत्र का संचालन डॉ. पवन व्यास ने किया। इस अवसर पर काशीनाथ न्योपाने (शोध एवं प्रकाशन विभाग के निदेशक), मधुकेश्वर भट्ट,जी सूर्यप्रसाद, अमृता कौर, यशवंत त्रिवेदी, प्रसाद भट्ट, दीपिका सहित सभी प्रतिभागी और शोध छात्र उपस्थित रहे।
मंगलवार को उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बागवानी अध्ययन मिशन के तहत जनजातीय जिला किन्नौर के पूह, कल्पा व निचार विकास खण्ड की 20 ग्रामीण महिलाओं को हरियाणा राज्य में बागवानी भ्रमण के लिए ले जा रहे वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उपायुक्त ने बताया कि जिला किन्नौर की ग्रामीण महिलाएं हरियाणा राज्य में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान का दौरा करेंगी तथा वहां पर डेयरी की आधुनिक तकनीकों पर जानकारी प्राप्त करेंगी ताकि जिला किन्नौर में दूध उत्पादान में बढ़ौतरी दर्ज हो सके। इसके अतिरिक्त बागवानी भ्रमण में अनुसंधान केंद्र घरोण्डा में ट्रॉपिकल फल उत्पादन पर जानकारी हासिल करेंगे व हरियाणा राज्य में प्रगतिशील किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती सहित पशुधन पर ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त करेंगे ताकि जिला में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संबल मिल सके। इस अवसर पर उपनिदेशक उद्यान डॉ. भूपेंद्र सिंह नेगी, बागवानी विशेषज्ञ डॉ. शमशेर नेगी, डॉ. अजित नेगी सहित उद्यान विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
मंगलवार को शूलिनी विश्वविद्यालय में हिमाचल प्रदेश में कृषि उद्यमिता के बारे में क्षमता निर्माण और युवाओं की धारणा पर आईसीएसएसआर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हुआ। कृषि विभाग और उद्योग विभाग के सहयोग से शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रबंधन विज्ञान संकाय (एफएमएस) और राजकीय कन्या महाविद्यालय (आरकेएमवी) शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य युवाओं को कृषि उद्यमिता में सशक्त बनाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। इस सम्मलेन में हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. रविंदर सिंह जसरोटिया मुख्य अतिथि रहे। उद्घाटन सत्र का नेतृत्व एफएमएस के अध्यक्ष और डीन मुनीश सहरावत ने किया, जिन्होंने गणमान्य व्यक्तियों का परिचय कराया और सम्मेलन का एजेंडा निर्धारित किया। आरकेएमवी की प्रिंसिपल डॉ. अनुरीता सक्सेना ने कृषि उद्यमिता में आरकेएमवी संकाय के सक्रिय शोध योगदान पर प्रकाश डाला और इस क्षेत्र में शूलिनी विश्वविद्यालय की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि आरकेएमवी के 20 संकाय सदस्यों और 30 छात्रों के साथ-साथ छह उद्यमियों ने ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए सम्मेलन में भाग लिया। मजबूत सरकारी समर्थन की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा, "हमारी रिपोर्ट सरकार को बेहतर नीतियां बनाने में मदद करेगी। उद्यमियों का समर्थन करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी एजेंसियों के बीच सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण हैं।" उन्होंने छात्र स्टार्टअप के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय की सलाह भी मांगी और 'हिम इरा' हिम्मतोत्सव जैसी पहलों पर प्रकाश डाला। सभा को संबोधित करते हुए, मुख्य अतिथि डॉ. जसरोटिया, जिनके पास कृषि में 26 वर्षों का अनुभव है, ने कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन के उपयोग सहित नवीन कृषि तकनीकों पर जोर दिया। छात्रों को अपने ‘घर की खेती’ को लाभदायक उपक्रमों में बदलने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, “क्षमता निर्माण भविष्य के लिए बीज बोने के बारे में है। यह मंच विचारों को कार्रवाई में बदलने में सक्षम बनाता है, और हम यहां समर्थन और सहयोग करने के लिए हैं।” चांसलर प्रो. पी.के. खोसला ने सफलता प्राप्त करने में दृढ़ संकल्प और ज्ञान की भूमिका पर जोर देकर प्रतिभागियों को प्रेरित किया। शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर विशाल आनंद ने मेहमानों का स्वागत किया और स्थायी कृषि पहलों के माध्यम से हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
मंगलवार को सहायक आयुक्त सुभाष गौतम ने बताया कि टांडा फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना द्वारा 28 मार्च को सुबह 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायत कोहाला, कच्छयारी, खोली, घुरकड़ी व साथ लगते क्षेत्रों के लोगों से अपील की है कि इस दौरान वह फायरिंग रेंज में न स्वयं जाएं तथा अपने पालतु पशुओं को भी न जाने दें ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि से बचा जा सके।
धर्मपुर पुलिस ने गश्त के दौरान दो आरोपियों को 11 ग्राम चिटटा/हेरोइन बरामद के साथ उनके घर से गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक, गौरव (23 वर्ष) और चेतन (25 वर्ष) निवासी गांव बठोल, डाकखाना धर्मपुर, तहसील कसौली, जिला सोलन, अपने घर में चिटटा/हेरोइन बेचने का अवैध धंधा कर रहे हैं और उन्होंने अपनी निर्माणाधीन इमारत के नीचे इन नशीले पदार्थों को छिपा रखा है। सूचना मिलते ही थाना धर्मपुर की पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की और मौके पर छापेमारी की। इस दौरान दोनों के पास से करीब 11 ग्राम चिटटा/हेरोइन बरामद हुई। पुलिस ने इस मामले में एक अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। जांच के दौरान यह भी पता चला कि गिरफ्तार आरोपी गौरव के खिलाफ पहले भी थाना धर्मपुर में चिटटा तस्करी का मामला दर्ज है, जिसमें पुलिस ने उससे 7 ग्राम से अधिक चिट्टा/हेरोइन बरामद की थी। पुलिस ने अब इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर और राजकीय महाविद्यालय नगरोटा सूरियाँ के बीच उभरती शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण ज्ञापन समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर के परिसर में संपन्न हुआ, जहां महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र शर्मा और राजकीय महाविद्यालय नगरोटा सूरियाँ के प्राचार्य प्रो. अरुण चंद्र ने हस्ताक्षर किए। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों महाविद्यालयों के बीच शैक्षणिक सहयोग, अनुसंधान, छात्र विनिमय कार्यक्रम, संकाय विकास और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही, दोनों संस्थाओं के बीच अनुसंधान नेटवर्क को और सुदृढ़ किया जाएगा। समझौते के तहत संकाय सदस्यों का आदान-प्रदान किया जाएगा और यह तीन वर्षों तक प्रभावी रहेगा, जिसे समय-समय पर संशोधित किया जा सकता है। समझौते के कार्यान्वयन के लिए एक संयुक्त समिति गठित की जाएगी, जो दोनों संस्थाओं के अधिकारियों द्वारा निगरानी रखेगी। प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र शर्मा और प्रो. अरुण चंद्र ने इस समझौते को दोनों महाविद्यालयों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिससे छात्रों और शिक्षकों को नए अवसर प्राप्त होंगे और शिक्षा, विकास और शोध के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
खुंडियां में ब्लॉक स्तरीय तकनीकी ज्ञानवर्धक कार्यशाला का आयोजन 24 मार्च 2025 से 28 मार्च 2025 तक किया गया है। कार्यक्रम 24-3-2025 से 28-3-25 तक दो सत्र में चलेगा,जिसमें प्रत्येक सत्र दो दो रिसोर्स पर्सन तकनीकी शिक्षा ज्ञानवर्धन हेतु ट्रेनिंग देंगे। आज सूचना प्रौद्योगिकी का युग है, जिसका ज्ञान प्रत्येक के लिए आवश्यक है। इसका प्रचार बढ़ाने के लिए ही डाइट धर्मशाला के सौजन्य से इस तरह के कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है ताकि आने वाले विद्यार्थियों को इसका पूरा लाभ प्राप्त हो सके। कार्यशाला का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य व खण्ड परियोजना अधिकारी श्री कमलेश कुमार शर्मा जी के द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों के लगभग चालीस अध्यापकों को सात तकनीकी शिक्षा विषय विशेषज्ञों द्वारा स्मार्ट क्लास रूम टीचिंग के लिए तैयार किया जाएगा।
मंडी में गत दिनों ढाबा मालिक पर देसी कट्टे से गोली चलाने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों का नाम आजम और अजमल है, दोनों भाई हैं और मुजफ्फरनगर के निवासी हैं। आजम की उम्र करीब 20 साल और अजमल की उम्र लगभग 24 साल है। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किया गया कट्टा पिस्टल और उनके कमरे से कारतूस भी बरामद किए हैं। यह दोनों आरोपी नेरचौक के ढांगू में एक किराए के कमरे में अपने छोटे भाई के साथ रहते थे। सभी तीनों भाई मिस्त्री हैं और एल्यूमिनियम के दरवाजे-खिड़कियां लगाने का काम करते हैं। हमले के दौरान जिन मोटरसाइकिल पर वे आए थे, वह भी पुलिस को मिल गई है। पुलिस अधीक्षक मंडी साक्षी वर्मा ने इस मामले की पुष्टि की है। गौरतलब है कि यह हमला गत शुक्रवार रात पुलघराट में हुआ था, जब दो बाइक सवारों ने ढाबे पर आकर ढाबा संचालक पर गोली चला दी थी। इसके बाद आरोपी शातिर तरीके से अपनी बाइक पर सवार होकर सुंदरनगर की दिशा में भाग गए थे। पुलिस ने बाइक और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। मामले की जांच के लिए एएसपी एलआर सचिन हीरेमठ की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है और आरोपियों के खिलाफ सदर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है।
अत्याधुनिक शोध और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, शूलिनी विश्वविद्यालय और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रोपड़ के AWaDH (प्रौद्योगिकी नवाचार हब) ने एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य अनुवाद संबंधी शोध, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और कौशल विकास में उल्लेखनीय प्रगति सुनिश्चित करना है। एमओयू पर शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रो. प्रेम कुमार खोसला और आईआईटी रोपड़ के डॉ. पुष्पेंद्र पी. सिंह (डीन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट व परियोजना निदेशक, iHUB-AWaDH) ने हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत दोनों संस्थान एक साइबर-फिजिकल सिस्टम (CPS) प्रयोगशाला स्थापित करेंगे, जो उन्नत शोध और अंतःविषय तकनीकी विकास के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करेगी। इसके अलावा, एमओयू के तहत 15 क्रेडिट का संयुक्त माइनर प्रोग्राम (AI + X) शुरू किया जाएगा, जो ‘लर्निंग बाय प्रैक्टिस’ पद्धति पर आधारित होगा और इसमें छात्रों को शूलिनी विश्वविद्यालय और आईआईटी रोपड़ से संयुक्त प्रमाणन प्राप्त होगा। इस कार्यक्रम में ‘X’ का अर्थ कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों का अंतःविषय एकीकरण है, जिससे छात्रों को विभिन्न उद्योगों में विशेषज्ञता हासिल करने का अवसर मिलेगा। इस अवसर पर दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सहयोग को शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने वाला एक महत्वपूर्ण कदम बताया और इसे नवाचार के पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाने के साथ-साथ छात्रों को भविष्य के उद्योगों के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया। अनुमान है कि यह साझेदारी न केवल शोध क्षमताओं को मजबूत करेगी बल्कि अकादमिक और औद्योगिक संबंधों को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
केंद्रीय संस्कृत यूनिवर्सिटी के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में सोमवार को एनएसएस यूनिट के साप्ताहिक शिविर का विधिवत उद्घाटन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि गवर्नमेंट हाई स्कूल न्याड़( चिंतपूर्णी )के मुख्याध्यापक अनुराग सूद ने शिरकत की। परागपुर स्थित राधा कृष्ण मंदिर के प्रांगण में हुए इस उद्घाटन अवसर पर एन एस एस के काफी बच्चों ने भाग इस शिविर में भाग ले रहे हैं। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि ने एनएसएस के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बच्चों को कई ज्ञानवर्धक बातें बताएं व उन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत आने वाले कई कार्यों के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर एनएसएस यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी अमित वालिया ने एन एस एस के इस साप्ताहिक शिविर के दौरान होने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में छात्रों को अवगत करवाया ।वहीं इस एनएसएस इकाई के संयोजक कवि पंकज कुमार ने आए हुए मुख्य अतिथि एवं छात्र-छात्राओं का इस कैंप के उद्घाटन में शामिल होने के लिए स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि को एनएसएस यूनिट द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
अधीक्षक डाकघर देहरा मण्डल द्वारा सूचित किया जाता है कि कार्यालय अधीक्षक डाकघर देहरा मण्डल में पेंशन अदालत दिनांक 28-03-2025 को सुबह 10:00 बजे आयोजित की जाएगी। इस दिन अदालत डाक पेंशन भोगियों और फैमिली पेंशन भोगियों की पेंशन संबंधित शिकायतों को सुनेगी। यदि किसी पेंशन भोगी या फैमिली पेंशन भोगी को पेंशन से संबंधित कोई शिकायत हो, तो कृपया उसे कार्यालय अधीक्षक डाकघर देहरा मण्डल, देहरा को 27-03-2025 तक अवश्य भेजें।
कुनिहार के बालाजी बैंक्वट हॉल (नजदीक बीएसएनएल टावर ) में अत्री परिवार द्वारा सात दिवसीय श्री हनुमंत बाल अखंड कथा का आयोजन किया जा रहा है। 25 से 31 मार्च तक आयोजित की जाने वाली इस कथा का आज कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। जिसमें क्षेत्र की महिलाओं व पुरुषों ने काफी संख्या में पहुंचकर बढ़चढ़ कर भाग लिया । आयोजक सदस्य प्रधान ग्राम पंचायत हाटकोट जगदीश अत्री ने बताया कि श्री ग्यारह मुखी हनुमान जी की प्रेरणा से परम पूज्य बाल ब्रह्मचारी संत श्री रघुवंशी जी की अमृत वाणी से श्री हनुमंत बाल अखंड कथा का श्रवण करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 25से 31 मार्च तक दोपहर 1बजे से शाम 4 बजे तक प्रतिदिन कथा का समय रहेगा, तथा कथा के बाद प्रतिदिन श्रोताओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाएगा। अत्री परिवार ने सभी क्षेत्रवासियों से इस आयोजन में बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सोशल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा डाडासीबा रेस्ट हाउस में सोमवार को बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता सभा के अध्यक्ष रजिंदर सिंह (गोगा) ने की। बैठक के दौरान कार्यक्रम से संबंधित हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई। डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती इस बार खंड स्तरीय डाडासीबा पेबल होटल में मनाई जाएगी। इस अवसर पर पूर्व प्रधान धर्मचंद, सेवानिवृत्त हेड मास्टर गुरदास राम, महासचिव नवजीत भाटिया, सेवानिवृत्त हेड मास्टर रतन चंद कौडल, मास्टर गुरवतन सिंह, एक्स सर्विसमैन लाजपत राय, डॉक्टर रामकृष्ण, सरदार जसविंदर सिंह, अनिल कुमार, अनूप कुमार, मास्टर यशवंत, नरेश कुमार, भजन दास, पवन कुमार, विजयपाल, होशियार सिंह, सुभाष, कैप्टन जतिंदर सिंह, गुरबचन सिंह, राम चंद और अन्य व्यक्तियों ने बैठक में भाग लिया।
ऊना पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया हुआ है इसी कड़ी में आज ऊना पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ पांच अलग-अलग जगह पर सरप्राइज रेड आज सुबह की गई यह रेड पुलिस थाना हरोली और टाहलीवाल के अधीन की गई है पुलिस को इस सरप्राइस रेड में एक बड़ी सफलता भी हाथ लगी है पुलिस ने रेड के दौरान एक दुकान से तलाशी के दौरान एक देसी कटा वैपन भी मिला है पुलिस ने व्यक्ति के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है पुलिस के मुताबिक यह पता लगाया जाएगा कि यह देशी कटा व्यक्ति कहां से लाया था और इसका आगे कहां इस्तेमाल करना था पुलिस द्वारा इस मामले की तह तक जाया जाएगा बही पुलिस को आज एक अलग जगह पर एक बाइक भी बरामद हुई है बाइक का चेसी नंबर मिटाया गया था और उस पर टेंपरिंग की गई थी पुलिस ने इस रेड के दौरान कुछ मात्रा में भुक्की मिलने की भी जानकारी दी है पुलिस के मुताबिक वह नशे के खिलाफ, इल लीगल वैपन के खिलाफ बिना नंबर प्लेट्स वाहन और गैंगस्टर गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने के लिए विशेष अभियान चलाए हुए है जिसको इसी प्रकार जारी रखा जा रहा है उन्होंने कहा आजकल क्राइम की वारदात को अंजाम देने के लिए दो पहिया वाहनों का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है जिसके चलते वीना नंबर प्लेट्स वाले वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा और एक स्पेशल ड्राइव भी को जाएगी वहीं उन्होंने होशियारपुर और रोपड़ एसपी के साथ नशे और क्राइम की को लेकर बातचीत किए जाने की जानकारी दी है
विद्युत उपमंडल-1 धर्मशाला के सहायक अभियंता रमन भरमौरिया ने उपमंडल के अधीन आने वाले सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि अपने बिजली के बिल लंबित न रखें और इसी माह उनका भुगतान सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि इस माह अंत तक बिल जमा न करने की स्थिति में बिना आगामी सूचना के नियमानुसार विद्युत कनेक्शन काट दिया जाएगा तथा मीटर का कनेक्शन दोबारा जोड़ने के लिए उपभोक्ताओं से 250 से 1500 रूपये तक वसूल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बिजली के बिल बिजली बोर्ड की वेबसाइट या किसी भी यूपीआई पेमेंट ऐप के माध्यम से ऑनलाइन भी जमा करवाए जा सकते हैं।
सोमवार को ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन द्वारा पंचायत स्तर पर टास्क फोर्स के गठन सम्बन्धी दूसरे बैच के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आरम्भ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता खण्ड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा ने की। रमेश शर्मा ने कहा कि आपदा के समय जानो-माल के नुकसान को न्यून करने में एक प्रशिक्षित व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि यदि आपदा के समय प्रभावित क्षेत्रों के नागरिक आपदा प्रबंधन में निपुण होंगे तो आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को अचानक आई आपदा के लिए तैयार करना है। वही प्रशिक्षण में स्वयं सेवकों को प्राथमिकता चिकित्सा पेटी, सीपीआर व उपचार की विस्तृत जानकारी भी दी गई। साथ ही इस कार्यक्रम में पांच ग्राम पंचायतों के लगभग 50 लोगों ने भाग लिया।
सुनील/बिलासपुर: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने रविवार शाम नलवाड़ी मेले के समापन समारोह के बाद एम्स बिलासपुर पहुंचकर पूर्व विधायक बाबर ठाकुर पर हुए हमले में घायल पुलिस सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) संजीव कुमार से मुलाकात की। उन्होंने संजीव कुमार का हालचाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। डॉ. शांडिल ने अस्पताल प्रशासन और चिकित्सकों से उनके उपचार की विस्तृत जानकारी ली और निर्देश दिए कि संजीव कुमार को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनके इलाज में कोई कमी न रहे। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
आज कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने हिमाचल प्रदेश की पहली इलेक्ट्रॉनिक कूड़ा गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर जनता को समर्पित किया। यह आयोजन शाडियाना पंचायत के थड़ी में स्थित श्री शनि देव मंदिर में हुआ। इस अवसर पर सुबाथु छावनी की अधिशाषी अधिकारी रिधीपाल भी मुख्य रूप से उपस्थित रहीं। विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने पहले शनि देव की पूजा अर्चना की और फिर कूड़ा गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद उन्होंने आयोजित सभा में पंचायत की जनता को इस इलेक्ट्रॉनिक गाड़ी के लिए बधाई दी। यह वाहन बडीसी की निधि व 15वें वित्त से क्रय किया गया है। विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने घोषणा करते हुए बताया कि बडीसी सदस्य देवेंदर शर्मा द्वारा उठाई गई युवाओं के खेल मैदान के लिए 15 लाख रुपये और क्वारग से सुबाथु को जोड़ने के लिए संपर्क मार्ग के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। साथ ही, पंचायत की मांग पर पनु, क्वारग, तुनी, जोहार और गद्दो गांव की पानी की स्कीम के लिए एक स्मरसिबल पंप लगवाने की घोषणा की।
शम्मी धीमान/ इंदौरा: नशे की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एसपी नूरपुर अशोक रतन द्वारा चलाए गए अभियान के तहत पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान के तहत पुलिस थाना डमटाल के अंतर्गत गांव छन्नी बली में छापेमारी के दौरान बलविंदर उर्फ सूरज, जो कि जिला गुरदासपुर का निवासी है, से 7.92 ग्राम हीरोइन बरामद की गई। पूछताछ में सूरज ने बताया कि उसने यह हीरोइन गांव छन्नी बेली की मुख्य तस्कर पिंकी पत्नी दिलीप कुमार से खरीदी थी। गौरतलब है कि पिंकी को पिछले साल पुलिस ने गिरफ्तार किया था, और उसके खिलाफ पहले भी कई मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामले दर्ज हैं। बावजूद इसके, जमानत पर छूटने के बाद पिंकी लगातार नशा तस्करी के काम में संलिप्त थी। इस मामले को लेकर पुलिस ने गृह सचिव को एक प्रस्ताव भेजा, जिस पर कार्रवाई करते हुए गृह सचिव ने नवंबर में पिंकी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत निरोध आदेश जारी करने की अनुमति दी थी। इसके बाद, शनिवार को गृह सचिव ने पिंकी के खिलाफ धारा 3(1) पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही, आरोपी पिंकी की संपत्ति की वित्तीय जांच भी शुरू की गई है, और इसके बाद संबंधित नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
चाइल्ड हेल्पलाइन कांगड़ा व पुलिस टीम ज्वालामुखी ने ज्वालामुखी मंदिर में भीख मांग रहे तीन बच्चों को रेस्क्यू किया है। चाइल्ड हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1098 के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी कि ज्वालामुखी मंदिर में बच्चे भीख मांग रहे हैं, जिससे मंदिर आने वाले श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं। इस शिकायत के आधार पर चाइल्ड हेल्पलाइन यूनिट कांगड़ा की टीम, जिसमें पर्यवेक्षक रिंकल, केस वर्कर मोहन लाल और ललिता शामिल थे, ज्वालामुखी मंदिर परिसर पहुंची और भिक्षावृति रोकने के लिए अभियान शुरू किया। इस अभियान में स्थानीय पुलिस और मंदिर प्रशासन ने भी सहयोग किया। चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने मंदिर परिसर, आसपास के बाजार और बस अड्डे में भीख मांगने वाले बच्चों की तलाश की। इसके साथ ही, स्थानीय दुकानदारों, श्रद्धालुओं और मंदिर स्टाफ को जागरूक किया कि वे बच्चों को भीख न दें, क्योंकि ऐसा करने से भिक्षावृति जैसी गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, लोगों को यह भी बताया गया कि अगर कोई बच्चा भीख मांगता हुआ दिखे, तो इसकी सूचना तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर दें, ताकि बच्चे भिक्षावृति छोड़कर स्कूल जा सकें। चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक मनमोहन चौधरी ने बताया कि इस अभियान के दौरान तीन बच्चों को मंदिर परिसर में भीख मांगते हुए पाया गया। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन टीम और पुलिस ने इन बच्चों को रेस्क्यू किया और बच्चों की मां को बुलाकर भीख मंगवाने का कारण पूछा। पुलिस विभाग की ए.एस.आई. सुरिंद्रा देवी ने बच्चे की मां को समझाया और चेतावनी दी कि अगर भविष्य में वह बच्चों के साथ मंदिर में भीख मांगते हुए पाई जाती हैं, तो बच्चों को उनके हवाले नहीं किया जाएगा और मां के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद बच्चों को मां के हवाले कर दिया गया।
देहरा उपमंडल के तहत खैरियां में रविवार को कृषि सेवा सहकारी सभा समिति की वार्षिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। बैठक में समिति के एक साल के आय-व्यय, खर्च आदि के बारे में जानकारी साझा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रधान जसवीर सिंह गुलेरिया ने की। इस बैठक में पूर्व प्रधान रमेश बैंस, फौजा सिंह पांबडिया, कुलदीप सिंह, परमजीत सिंह, शशी देवी, मंगल सिंह बैंस, सचिव नीलाक्षी कंग, और पूर्व सचिव राज कुमार बग्गा सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे। इस बैठक ने समिति के कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की, और किसानों के हित में बेहतर कदम उठाने के लिए सुझाव दिए गए।
सुनील/बिलासपुर: बिलासपुर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तरीय पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन जिला प्रशासन बिलासपुर एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस चार दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारंभ रविवार को प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने किया। इस अवसर पर तकनीकी की शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानीपूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक तिलक राज, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, एटीडीओ (ATDO) रितेश पटियाल एवं पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के विभिन्न सदस्य— पुनीत चंदे, विशाल, अतुल खजुरिया, मनोज शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। मंत्री धनीराम शांडिल ने जानकारी दी कि बिलासपुर की बंदला धार स्थित पैराग्लाइडिंग साइट को एक्रोबेटिक उड़ानों के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। यह प्रतियोगिता 23 मार्च से 27 मार्च तक चलेगी, जिसमें अब तक 6 देशों के पैराग्लाइडर्स सहित 70 से अधिक प्रतिभागी रजिस्टर कर चुके हैं। इनमें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मास्टर पैराग्लाइडर्स, पेशेवर खिलाड़ी एवं विभिन्न सुरक्षा बलों के सदस्य शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन से बिलासपुर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। साथ ही, यह आयोजन स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य बिलासपुर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इस दिशा में सरकार पहले ही गोविंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का शुभारंभ कर चुकी है और जल्द ही कोलडैम में भी एडवेंचर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं और इससे बिलासपुर के पर्यटन को नई गति मिलेगी। इस आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यक्तियों में उत्साह देखा जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि इस प्रतियोगिता से बिलासपुर में एडवेंचर टूरिज्म को नई गति मिलेगी और राज्य की पर्यटन नीति को मजबूती मिलेगी। प्रतियोगिता के सुचारू आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है, और मेडिकल टीम, रेस्क्यू टीमें व अन्य व्यवस्थाएं तैनात की गई हैं। बता दे कि बिलासपुर में पहली बार इतनी बड़ी अंतरराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले प्रदेश में बीर-बिलिंग को पैराग्लाइडिंग के लिए जाना जाता था, लेकिन अब बंदला धार भी विश्वस्तरीय पैराग्लाइडिंग साइट के रूप में उभर रही है। इस चैंपियनशिप के माध्यम से बिलासपुर को पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
इंदौरा में देर रात बुजुर्ग पर लोक निर्माण विभाग के SDO ने किया जानलेवा हमला, इलाके में दहशत का माहौल
शम्मी धीमान इंदौरा: इंदौरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव इंदौरा के वार्ड नंबर 07 में बीती रात एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। देर रात करीब 11 बजे एक व्यक्ति ने बुजुर्ग जगजीत सिंह (79) पर तेजधार हथियार से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी ने सुनियोजित तरीके से इस हमले को अंजाम दिया, जिसने न केवल पीड़ित परिवार, बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। जानकारी के मुताबिक, आरोपी रात के समय ट्रैक्टर लेकर जगजीत सिंह के घर के बाहर पहुंचा। उसने ट्रैक्टर को तेजी से चलाकर शोर मचाया और फिर अंधेरे में छिप गया। ट्रैक्टर की आवाज सुनकर जैसे ही जगजीत सिंह बाहर निकले, घात लगाए बैठे आरोपी ने तेजधार हथियार से उन पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले के बाद जगजीत सिंह गंभीर हालत में जमीन पर गिर पड़े और बेहोश हो गए। परिजनों ने तुरंत उन्हें सरकारी अस्पताल इंदौरा पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत को देखते हुए नूरपुर रेफर कर दिया गया। हालांकि, परिवार ने उन्हें पठानकोट के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और इलाज जारी है। हमलावर की पहचान वीर भूषण (55) के रूप में हुई, जो लोक निर्माण विभाग (PWD) नूरपुर में बतौर SDO कार्यरत है। चौंकाने वाली बात यह है कि वीर भूषण का आपराधिक इतिहास पुराना रहा है। कुछ दिन पहले उसने अपनी पत्नी, जो एक अध्यापिका है, पर भी जानलेवा हमला करने की कोशिश की थी, जिसके बाद वह अपने मायके में रह रही है। इतना ही नहीं, आरोपी के पिता शमशेर सिंह ने साल 2012 में अपनी पत्नी और पोती की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। पुलिस की कार्रवाई और कानूनी प्रक्रियाघटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और आरोपी वीर भूषण को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 333 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 118(2) (जानलेवा हमला), और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया। डीएसपी इंदौरा संजीव कुमार यादव ने बताया कि आरोपी को नूरपुर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में नूरपुर जेल भेज दिया गया है।
शिमला में एक निजी स्कूल द्वारा बच्चों को ईद के अवसर पर कुर्ता-पायजामा और टोपी पहनकर स्कूल आने का आदेश जारी किया गया है, जिसके कारण शहर में विवाद पैदा हो गया है। इसके साथ ही, बच्चों से यह भी कहा गया है कि वे टिफिन में सवइयां लेकर आएं। ईद 31 मार्च को मनाई जानी है, लेकिन स्कूल ने यह फरमान जारी किया। इस आदेश के बाद सोशल मीडिया पर हिंदू नेताओं ने स्कूल के खिलाफ अभियान चलाया है। देवभूमि संघर्ष समिति ने इस कदम का विरोध करते हुए इसे संविधान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के खिलाफ बताया है। समिति के संयोजक भारत भूषण ने चेतावनी दी है कि अगर स्कूल ने यह आदेश वापस नहीं लिया तो स्कूल का घेराव किया जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। भारत भूषण ने इसे स्कूल की सोची-समझी साजिश करार दिया और कहा कि इस कदम से हिमाचल प्रदेश में इस्लाम को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए चेतावनी दी कि यदि स्कूल अपनी बात से पीछे नहीं हटता तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मामले पर फिलहाल स्कूल की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।