राजधानी के ऐतिहासिक रिज मैदान पर विंटर कार्निवल के लिए लगाए गए स्टॉलों में फिर बारिश का पानी घुस गया। इससे कई दुकानदारों का सामान खराब हो गया। शिकायत के बाद महापौर सुरेंद्र चौहान शनिवार दोपहर बाद खुद मौके पर पहुंची और दुकानदारों की शिकायतें सुनीं।दुकानदारों ने दुकानों में घुसा पानी मेयर को दिखाया और कहा कि उनका काफी सामान खराब हो गया है। बारिश के कारण पूरी जगह तालाब बन रही है जिससे कारोबार भी ठप हो गया है। यहां शहर के कारोबारियों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने स्टॉल लगाए हैं। दुकानदारों ने मेयर से मांग की कि स्टॉलों का किराया घटाया जाए। महापौर ने दुकानदारों की शिकायतों के बाद तुरंत निगम टीम को मौके पर बुलाया और पानी साफ करवाया। हालांकि, बारिश के कारण परिसर में फिर पानी जमा हो गया। कारोबारी गौरव नागपाल ने कहा कि यहां स्टॉल लगाने पर करीब एक लाख रुपये खर्च हो चुका है। सामान पानी से खराब हो गया है। पानी से भीगा हुआ बाकी सामान भी नहीं बिक रहा है। निरीक्षण के दौरान एक दुकानदार महापौर सुरेंद्र चौहान से उलझ गया। दुकानदार ने कहा कि निगम स्टॉलों का किराया घटाए। यदि ऐसा नहीं किया तो दुकानदारों को दूसरे तरीके से काम करना पड़ेगा। इस पर महापौर भड़क गए। पूछा कि दूसरा तरीका क्या होता है। बोले कि कम से कम यहां तो राजनीति न करो। कुछ देर के लिए मौके पर बहस चलती रही। बाद में अन्य दुकानदारों ने महापौर को शांत करवाया। बाद में दुकानदार महापौर से टाउनहॉल में भी मिले। महापौर ने कहा कि दुकानदारों की परेशानी पता है, इसलिए अब दो जनवरी की बजाए पांच जनवरी तक रिज परिसर पर स्टॉल लगे रहेंगे। इसकी कोई फीस निगम नहीं लेगा।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: जयसिंहपुर के गांव अप्पर लंबागांव के संजय मैहरा का नया गाना "कालू भेजेया पतरां" रिलीज हो गया है। इस गाने को उन्होंने खुद लिखा और धुन बनाई है। संजय मैहरा एक अच्छे कवि भी हैं और कई कवि गोष्ठियों में हिस्सा ले चुके हैं। वे विद्युत विभाग में एसडीओ के पद से रिटायर हुए हैं। इस गाने का संगीत सीपी स्टूडियो ने दिया है, जबकि वीडियो विक्की नरयाल ने बनाई है, और इसका फिल्मांकन पालमपुर में हुआ है। संजय मैहरा ने बताया कि इस गाने को आप उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर सुन सकते हैं।
** संचालकों ने निगम के खिलाफ भेदभाव के आरोप लगाकर मोर्चा खोला ** कहा, प्रतिदिन 6 हजार किराया, पानी तक नहीं किया नगर निगम ने साफ.. शिमला में विंटर कार्निवल के दौरान रिज मैदान पर नगर निगम ने स्टॉल लगाए हैं, जहां से हर दिन 6 हजार रुपए वसूल किए जा रहे हैं। लेकिन रिज मैदान पर आशियाना के पास लगाए गए स्टॉल में बारिश का पानी घुसने से सामान खराब हो गया है। इसके अलावा, स्टॉल के सामने जगह-जगह पानी इकट्ठा हो रहा है, जिससे लोग इन स्टॉलों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। स्टॉल संचालकों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भेदभाव का आरोप लगाया है और अपने पैसे वापस करने की मांग की है। उनका कहना है कि नगर निगम ने बाहरी राज्यों के लोगों को पद्मदेव काम्प्लेक्स में स्टॉल दिए हैं, जबकि उन्हें दूसरे कॉम्प्लेक्स में स्टॉल दिया गया, जहां बारिश के पानी से नुकसान हो रहा है। स्टॉल के सामने भी पानी जमा हो रहा है, जिससे ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं। नई बिल्डिंग में ड्रेनेज की व्यवस्था भी नहीं है। संचालकों का कहना है कि नगर निगम ने उनसे 70 हजार रुपए एडवांस में लिए थे, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। अब वे निगम से अपना पैसा वापस मांग रहे हैं।
** बारिश- बर्फबारी से खिले किसानों-बागवानों के चेहरे, खेतों में लौटी नमी सिरमौर जिले में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे ठंड बढ़ गई है और किसान व बागवान खुश हैं। बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है, जिससे किसानों ने सर्दियों के लिए मवेशियों के लिए चारे का इंतजाम भी कर लिया है। पहाड़ी इलाकों में सेब, आड़ू और नाशपाती के लिए बर्फबारी फायदेमंद मानी जाती है, जबकि मध्यवर्ती क्षेत्रों में मटर, गेहूं, लहसुन और जौ जैसी फसलों के लिए बारिश बहुत लाभकारी है। किसानों का कहना है कि बर्फ और बारिश होने से नगदी फसलों के लिए यह बारिश जरूरी है और अधिक बारिश से जल स्रोतों में पानी की कमी नहीं होगी। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगले दो दिनों तक सिरमौर और आसपास के क्षेत्रों में खराब मौसम का अनुमान है। सिरमौर प्रशासन ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से अपील की है कि वे यात्रा करते समय सतर्क रहें और फिसलन भरी सड़कों से बचें। प्रशासन ने यात्रा न करने की सलाह दी है, क्योंकि बारिश और ठंड से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
दयानंद आदर्श विद्यालय के प्रांगण में बीते कल जमा दो के छात्रों के लिए एक साधारण लेकिन भावपूर्ण विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करके हुई, इसके बाद कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई। जमा एक के छात्रों ने तिलक लगाकर सीनियर छात्रों का स्वागत किया। विद्यालय की प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने बताया कि आर्य समाज और शिक्षा समिति के अधिकारी, अवैतनिक मैनेजर शशि भूषण मित्तल, अध्यापकगण और जमा एक तथा जमा दो के छात्रों ने हवन में आहुति दी। सभी उपस्थित लोगों ने छात्रों पर पुष्प वर्षा कर उन्हें जीवन में सफलता और प्रगति का आशीर्वाद दिया। जमा एक के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। सीनियर छात्रों को टोकन ऑफ लव और उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जमा एक की छात्राओं साक्षी और दीपांशी ने एक्टिविटी इंचार्ज अंजना के मार्गदर्शन में किया। हेड बॉय अनमोल और हेड गर्ल काव्या ने छात्रों की ओर से प्रिंसिपल, अवैतनिक मैनेजर, अध्यापकगण और शिक्षा समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया। छात्रों ने गुरु दक्षिणा के रूप में कुछ धनराशि विद्यालय और आर्य समाज को दान स्वरूप प्रदान की। जमा दो के छात्रों द्वारा की गई मॉडलिंग समारोह का मुख्य आकर्षण रही। निर्णायक मंडल द्वारा चुने गए छात्रों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया, जिसमे फेयरवेल : बियांत सिंह और फेयरवेल : अनर्ग्या दीवान, काव्या वर्मा, डिसिप्लिन : अक्षित शर्मा,डिसिप्लिन : तनिषा चौहान, सोबर : हर्षित शर्मा,सोबर : सिमरन, अर्शिया नेगी,पॉपुलर : उज्जवल गुप्ता,पॉपुलर : दीपांशी शर्मा, ओबेडिएंट : अनमोल,ओबेडिएंट : आकृति मेहता, पर्सनालिटी : ध्रुव शर्मा, पर्सनालिटी : क्षितिका ठाकुर। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ से हुआ। यह विदाई समारोह छात्रों के लिए एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव रहा, जो उन्हें अपने जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगा।
ताजा बर्फबारी के बाद एकाएक हिमाचल में सैलानियों की संख्या बढ़ गई है। बर्फबारी के रोमांच का लुत्फ उठाने के लिए हजारों की संख्या में सैलानी शिमला और मनाली खिंचे चले आए हैं। वीकेंड पर शिमला, डलहौजी और कसौली में 90 फीसदी, जबकि मनाली में 80 फीसदी तक ऑक्यूपेंसी पहुंच गई है। शुक्रवार को पर्यटक वाहनों की भीड़ बढ़ने के चलते कालका-शिमला हाईवे पर जाम लग गया। शिमला और मनाली में बर्फबारी के बीच कई पर्यटक वाहन फंस गए। शुक्रवार सुबह से ही पर्यटक वाहनों के शिमला पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। दोपहर के समय शहर की पार्किंग पैक होने के बाद शहर की सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। मनाली में भी दिनभर बड़ी संख्या में पर्यटक वाहनों के पहुंचने का सिलसिला चला रहा। बर्फबारी का दौर शुरू होने के बाद चंबा के पर्यटन स्थल डलहौजी में ऑक्यूपेंसी 90 फीसदी तक पहुंच गई है। डलहौजी और खज्जियार में ऑनलाइन बुकिंग का क्रम जारी है। शुक्रवार दोपहर बाद शुरू बर्फबारी से जनजातीय क्षेत्र पांगी के किलाड़ मुख्यालय में 7.62 सेंटीमीटर और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 20.32 सेंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की गई। सैलानियों की संख्या बढ़ाने से प्रदेश के पर्यटन कारोबारी खासे उत्साहित हैं। फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि नए साल के जश्न से पहले वीकेंड पर भारी संख्या में पर्यटक हिमाचल पहुंचे हैं। शिमला, मनाली, डलहौजी सैलानियों से गुलजार हो गए हैं। नए साल के जश्न पर इस बार बंपर कारोबार की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन प्रदेश के ऊपरी इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई। वहीं, निचले व मैदानी इलाकों में बारिश के चलते प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आज भी प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है, जबकि मैदानी व निचले इलाकों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए प्रदेश में बर्फबारी व बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक बारिश-बर्फबारी के चलते प्रदेश के 5 शहरों का तापमान माइनस में रहा। प्रदेश में ताबो -11.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा। इसके अलावा कुकुमसेरी में -7.2, समदो में -6.5, केलांग में -6.4 और कल्पा में -1.1 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग शिमला के मुताबिक प्रदेश में आज 28 दिसंबर को ऊपरी और मध्य पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और बारिश रहेगी, जबकि निचले व मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। 29 दिसंबर को प्रदेश में ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। वहीं, 30 और 31 दिसंबर को मौसम साफ रहेगा। इसके अलावा नए साल पर बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने 1 जनवरी और 2 जनवरी को प्रदेश में ऊपरी और मध्य पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी को लेकर संभावना जताई है। इसके अलावा ऊना, सुंदरनगर और चंबा में शीतलहर के चलते लोग ठंड में ठिठुरते रहे। वहीं, मौसम विभाग शिमला ने 29 से 31 दिसंबर तक प्रदेश के निचले व मैदानी इलाकों में शीतलहर चलने को लेकर चेतावनी जारी की है, जिससे लोगों को कड़कड़ती ठंड से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, बिलासपुर और मंडी के कुछ हिस्सों में घना कोहरा रहने का भी अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली और लाहौल घाटी में बीते रोज से लगातार बर्फबारी हो रही है, जो कि आज, शनिवार को भी जारी है, जिससे कई फुट तक बर्फ जमा हो चुकी है। बर्फबारी के चलते अटल-टनल को आवाजाही के लिए बंद किया गया है। इसलिए सभी गाड़ियों को सोलंगनाला तक जाने की अनुमति है, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के चलते यहां पर हर ओर बर्फ जम चुकी है। बर्फबारी के चलते बीती रात को पुलिस द्वारा सोलंगनाला से गाड़ियों को निकाला गया। इसी दौरान एक मालवाहक ऑटो बर्फ पर फिसल गया और ऑटो खाई में जा गिरा। गनीमत ये रही कि इस दौरान ड्राइवर ने पहले ही ऑटो से बाहर छलांग लगा दी और तुरंत बाद ही ऑटो फिसलते हुए खाई में गिर गया, जिससे ड्राइवर की जान बच गई। अगर ड्राइवर ने समय से छलांग न लगाई होती तो बात उसकी जान पर भी बन सकती थी। बर्फबारी के चलते सड़कों पर बर्फ जम गई है, जिससे सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है। ऐसे में इस मौसम में हादसा होने का डर बना हुआ है, जिस कारण पुलिस प्रशासन द्वारा भी सैलानियों और लोगों से ये अपील की जा रही है कि वो बारिश और बर्फबारी को देखते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहें। वहीं, लाहौल घाटी, अटल टनल और सोलंगनाला समेत मनाली के कई हिस्सों में कई-कई फुट तक बर्फ जमा हो गई है। लाहौल घाटी में करीब 6 फुट, अटल टनल में करीब 4 फुट और सोलंगनाला में भी करीब 2 फुट बर्फ जमा हो गई है, जिससे जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया, सोलंगनाला में बीती रात के समय बर्फबारी के बीच सभी गाड़ियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और अभी भी बर्फबारी का दौर जारी है। ऐसे में सैलानी अपने होटल में ही रहें और मौसम साफ होने के बाद ही पर्यटन स्थलों का रुख करें।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होने के बाद एक बार फिर टूरिस्ट सीजन शुरू हो गया है। पर्यटन नगरी मनाली में भी हजारों की संख्या में सैलानी नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंच रहे हैं। कुल्लू-मनाली पहुंचने के लिए पर्यटक मंडी जिले से होकर ही गुजरते हैं। ऐसे में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही बढ़ गई हैं। इस दौरान हाईवे पर जाम की स्थिति पैदा ना हो, इसके लिए मंडी पुलिस ने 35 जवानों को हाईवे पर तैनात किया है। इसके अवाला 28 दिसंबर को 24 और अतिरिक्त जवान इनके साथ जुड़ जाएंगे। साथ ही सभी गाड़ियों पर नजर बनाए रखने के लिए शहर और हाईवे पर लगातार पुलिस टीमें पेट्रोलिंग पर रहेंगी। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया, हाईवे पर सुचारू रूप से ट्रैफिक चलता रहे, इसके लिए हाईवे पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है, जिसमें सुंदरनगर के भवाना और मंडी से आगे 9 मील के पास नाके भी लगाए गए हैं। 2 जनवरी तक यह जवान हाईवे पर दिन रात ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा संभाले रखेंगे। वहीं, एएसपी सागर चंद ने बताया कि ट्रैफिक कंट्रोल के साथ-साथ यह जवान अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखेंगे, ताकि हुंडदंग बाजी व लड़ाई झगड़े जैसी कोई भी घटना सामने ना आए। उन्होंने पर्यटकों व स्थानीय लोगों से हाईवे पर सुरक्षित व अनुशासनात्मक तरीके से गाड़ी चलाने की अपील की है, ताकि किसी भी तरह की कोई दुर्घटना पेश न आए। बता दें कि किरतपुर मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत मंडी जिले में फोरलेन का काम चला हुआ है। मंडी शहर के 4 मील से लेकर हणोगी तक अधिकतर स्थानों पर कार्य अभी भी प्रगति पर है। ऐसे में टूरिस्ट सीजन के दौरान इन स्थानों पर रूक-रूक कर ट्रैफिक गुजरता है। वाहन चालक इन स्थानों पर आगे निकलने की होड़ में गलत तरीके से ओवरटेक करते हैं। इस साल भी पहली जनवरी को नए साल का जश्न मनाकर मनाली से लौट रहे दो वाहन चालक ओवरटेक को लेकर बिंद्राबणी के पास आपस में उलझ गए थे। इस दौरान दोनों ड्राइवर लड़ते-लड़ते ब्यास नदी में जा गिरे थे और उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी।
जयसिंहपुर/नरेंद्र डोगरा: देवेन्द्र राणा को दूसरी बार सर्वसम्मति से जयसिंहपुर भाजपा मंडल का अध्यक्ष चुना गया। देवेन्द्र राणा को पुनः अध्यक्ष बनाने की घोषणा प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष पायल वैद्य ने की। इस अवसर पर जयसिंहपुर के पूर्व विधायक रविन्द्र धीमान, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य घनश्याम शर्मा, लंबागांव ब्लॉक समिति अध्यक्ष कुलवंत राणा, किसान मोर्चा अध्यक्ष अजय पठानिया, पूर्व मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा, राम रत्न शर्मा, अजय कबीर, अनुराधा शर्मा, ऊषा राणा, सरस्वती जरयाल, विंता मीरा राणा, कटोच, बनीता धीमान, रणवीर सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
शिमला: न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। वे रविवार, 29 दिसंबर को शपथ लेंगे। इस अवसर पर राजभवन में समारोह आयोजित किया जाएगा। मौजूदा समय में हिमाचल से ही संबंध रखने वाले न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाल रहे थे। वहीं, न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में सेवारत थे। जो अब हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में इसी साल जुलाई की 11 तारीख को न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया का नाम मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के सीजे के तौर पर अनुशंसित किया गया था। अब वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में कार्यभार संभालेंगे। इससे पहले 19 अक्टूबर 2024 को न्यायमूर्ति राजीव शकधर हिमाचल हाईकोर्ट से रिटायर हुए थे। उनकी रिटायरमेंट के बाद से न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद पर सेवाएं दे रहे थे। न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया ने साल 1986 में चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद साल 1989 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद वे पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में एडवोकेट के रूप में सक्रिय हुए। फिर साल 1983 से 1987 तक उन्होंने पटना में हाईकोर्ट में सेवाएं दीं। न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया के पिता साल 1978 और साल 1983 के दरम्यान पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं। फिलहाल, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में सेवारत न्यायाधीशों की बात करें तो अभी न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ, न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य, न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा, न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह, न्यायमूर्ति रंजन शर्मा, न्यायमूर्ति बीसी नेगी व न्यायमूर्ति राकेश कैंथला का नाम आता है। न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया के पदभार संभालने के बाद अब हिमाचल हाईकोर्ट में सीजे सहित 12 जज हो जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसों का दौर जारी है। आए दिन रोड एक्सिडेंट में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ताजा मामला शिमला के ढली थाने के तहत सामने आया है। ढली थाने के तहत आने वाले लोअर सांगटी लिंक रोड में एक गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गाड़ी सवार घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में इलाज चल रहा है। एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि गौरव शर्मा निवासी गवास, शिमला ने पुलिस में सड़क दुर्घटना को लेकर जानकारी दी है। उसने पुलिस को बताया कि उन्होंने लोअर सांगटी लिंक रोड पर कुछ भारी गिरने की आवाज सुनी। जब वो अपने किराएदार कमलेश के साथ मौके पर गए तो उन्होंने देखा कि 2 लोग घायल अवस्था में नाले में पड़े हुए हैं। इसके बाद उन्होंने एक गाड़ी भी पलटी हुई देखी। इस दौरान उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति गाड़ी के नीचे फंसा हुआ है, जब उन्होंने उस व्यक्ति को गाड़ी के नीचे से निकाला तो पाया कि वो अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। इसके बाद तीनों को अस्पताल ले जाया गया। जहां एक व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि बाकी दो का इलाज जारी है। मृतक की पहचान राजेश कुमार (उम्र 26 साल) निवासी बल्देयां, जिला शिमला के रूप में हुई है। वहीं, घायलों की पहचान कुलदीप (उम्र 27 साल) निवासी चमयाणा, जिला शिमला और विजय (उम्र 32 साल) निवासी घाटनी, जिला शिमला के तौर पर हुई है। एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया, लोअर सांगटी लिंक रोड पर एक कार खाई से गिर कर हादसे का शिकार हो गई, जिसमें एक गाड़ी सवार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो व्यक्ति घायल हो गए, जिनका अस्पातल में इलाज चल रहा है। मामले में पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है।
हिमाचल में महंगाई की मार झेल रहे लाखों उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। नए साल में उपभोक्ताओं को उड़द की दाल पांच रुपए किलो सस्ती मिलेगी। प्रदेश सरकार ने उड़द की दाल का भाव अप्रूव कर दिया है। ऐसे में सर्दियों के मौसम में सबसे अधिक खाई जाने वाली उड़द की दाल के रेट कम होने से लोगों को कुछ राहत मिलेगी। प्रदेश सरकार से उड़द की दाल के रेट अप्रूव होने से हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ने 38 हजार क्विंटल उड़द का सप्लाई ऑर्डर जारी कर दिया है,जिसके बाद अब होलसेल गोदाम में उड़द पहुंचनी शुरू हो जाएगी, ताकि नए साल में डिपुओं में समय पर उपभोक्ताओं को ये दाल उपलब्ध हो सके। हिमाचल के करीब 4500 डिपुओं में उपभोक्ताओं को नए साल में सस्ती उड़द की दाल मिलने वाली है, जिसके भाव सरकार ने अप्रूव कर दिए हैं। डिपुओं में एनएफएसए के तहत आने वाले उपभोक्ताओं को उड़द की दाल 58 रुपए प्रति किलो के हिसाब से दी जाएगी। पहले यही भाव 63 रुपए प्रति किलो था. इसी तरह से एपीएल परिवारों के लिए उड़द का रेट 68 रुपए किलो तय किया गया हैं। डिपुओं में पहले इन परिवारों को 73 रुपए किलो की दर से उड़द की दाल दी जा रही थी। वहीं, टैक्स पेयर को उड़द की दाल खरीदने के लिए पहले से अधिक जेब ढीली करनी होंगी। डिपुओं में टैक्स पेयर को उड़द की दाल अब 93 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिलेगी। पहले यही भाव 83 रुपए प्रति किलो था, लेकिन राहत की बात ये है कि खुले बाजार से उड़द की दाल का ये भाव काफी कम है। बाजार में उड़द की दाल का भाव 115 से 120 रुपए प्रति किलो है। ऐसे में डिपुओं में सस्ती दालें उपलब्ध होने से उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत मिल रही है। हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल का ने बताया, डिपुओं में उपभोक्ताओं उड़द की दाल पांच रुपए सस्ती दी जाएगी। उपभोक्ताओं को समय पर दालें उपलब्ध हो, इसके लिए पहले ही सप्लाई ऑर्डर जारी किया जा चुका है, जिसके बाद होलसेल गोदाम में दालों की सप्लाई पहुंचनी भी शुरू हो गई है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के चलते शिमला विंटर कार्निवल छह दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। पहली जनवरी तक राजधानी में अब किसी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। विंटर कार्निवल के लिए शिमला पहुंचे विभिन्न जिलों के कलाकारों को भी वापस भेज दिया गया है। हालांकि, दो जनवरी के बाद विंटर कार्निवल फिर से शुरू हो जाएगा। यह अब आठ जनवरी तक चलेगा। पहले तैयार किए गए शेड्यूल के अनुसार दो जनवरी तक विंटर कार्निवल का आयोजन होना था, लेकिन अब अचानक कार्यक्रम रद्द होने के बाद विंटर कार्निवल को आठ जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। नगर निगम प्रशासन के अनुसार राष्ट्रीय शोक के चलते शुक्रवार से लेकर पहली जनवरी तक होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। इस बारे में सभी प्रतिभागियों को भी सूचित कर दिया गया है। नगर निगम अब विंटर कार्निवल के लिए नया शेड्यूल तैयार कर रहा है। दो जनवरी के कार्यक्रम में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा। पहले तय कार्यक्रम के अनुसार ही इस दिन प्रस्तुतियां होंगी। स्टार नाइट में पंजाबी गायक सतिंदर सरताज ही शिरकत करेंगे। इसके अलावा अभी छह दिन रद्द किए गए कार्यक्रम तीन से आठ जनवरी तक करवाए जाएंगे। जल्द ही इसका पूरा शेड्यूल भी जारी किया जाएगा। राष्ट्रीय शोक के चलते ऐतिहासिक रिज मैदान पर लगे तिरंगे झंडे को भी शुक्रवार को आधा झुकाया गया। इसके अलावा विंटर कार्निवल के लिए सजे मंच को भी फिलहाल ढक दिया गया है। कार्निवल के जश्न के लिए रिज पर लगाए बड़े गुब्बारे को भी नगर निगम ने हटा दिया है। विंटर कार्निवल के लिए रिज मैदान, मालरोड, रानी झांसी में सजे कारोबारियों, स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल फिलहाल पहले की तरह ही सजेंगे। इन्हें बंद नहीं किया गया है। नगर निगम के अनुसार इन्हें बंद नहीं किया जाएगा। शिमला आने वाले सैलानी इनमें खरीदारी कर सकते हैं। हालांकि, इन्हें दो जनवरी के बाद अब आठ जनवरी तक सजाने की मंजूरी देनी है या नहीं, इस पर आने वाले दिनों में फैसला लिया जाएगा।राजकीय शोक के चलते शिमला विंटर कार्निवल छह दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। सरकार के निर्देशों के अनुसार पहली जनवरी तक कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। अब दो जनवरी से ही कार्निवल शुरू होगा। यह आठ जनवरी तक बढ़ाया जा रहा है।
वीर बाल दिवस के अवसर पर, जसवां-प्रागपुर विधान सभा के मंडल प्रागपुर के तहसील रक्कड़ स्थित होटल जामला में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर साहिबज़ादे बाबा जोराबर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।कार्यक्रम में भाजपा के जिला प्रवक्ता और अधिवक्ता नितिन ठाकुर ने साहिबज़ादों के बलिदान के बारे में सभी कार्यकर्ताओं को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरु के दोनों बच्चों ने अपने धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी, लेकिन मुगलों के सामने कभी घुटने नहीं टेके। नितिन ठाकुर ने कहा कि इतिहास में बाबा फतेह सिंह जी सबसे कम उम्र में शहीद होने वाले वीर बालक हैं, जिन्होंने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान दी। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार बनने के बाद 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की गई। नितिन ठाकुर ने कहा कि हमारे इतिहास में कई ऐसे वीरों ने बलिदान दिया जिन्होंने देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। आज की युवा पीढ़ी को साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए और देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा में हमेशा तत्पर रहना चाहिए। कार्यक्रम में मंडल प्रागपुर के अध्यक्ष विनोद शर्मा, बीडीसी चेयरपर्सन श्रीमती रेणु जामला, जिला परिषद सदस्य अश्वनी ठाकुर, प्रधान बनी बिंदु ठाकुर, उपप्रधान दोदूँ राजपूत, विनोद मेहता, जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष रमन शर्मा, बूथ अध्यक्ष शशि, गज़न, कुलबीर, कमल, शशि चोली और अन्य पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव ने आज दून विधानसभा क्षेत्र के संडोली के समीप हाउसिंग बोर्ड के नाले में सीवरेज की डपिंग करते हुए एक ट्रैक्टर का मौके पर 20 हजार रुपए का चलान किया। अजय यादव ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित व स्वच्छ रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन पर्यावरण के संरक्षण के प्रति गम्भीर है और सभी स्तरों पर प्रदूषण फैलाने वालों के विरूद्ध नियमित कार्यवाही की जा रही है।अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सीवरेज की डपिंग करने वाले ट्रैक्टर को पुलिस विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया है और नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। इस अवसर पर नगर परिषद बद्दी के कार्यकारी अधिकारी आर.एस. वर्मा, प्रदूषण बोर्ड बद्दी के पर्यावरण अभियंता अभिषेक गुप्ता सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होने के बाद बड़ी संख्या में सैलानी पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। कुल्लू जिले की पर्यटन नगरी मनाली में भी सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। मनाली के सोलंगनाला, कोठी, अटल टनल में हुई बर्फबारी के बाद अब सैलानी बर्फ से खेलने का आनंद ले रहे हैं, हालांकि सैलानियों के लिए अभी तक अटल टनल को बहाल नहीं किया गया है। ऐसे में सैलानी सोलंगनाला में ही स्कीइंग समेत अन्य खेलों का आनंद उठा रहे हैं। जिसके चलते सोलंगनाला समेत मनाली में सैलानियों की बहार लौट आई है। स्कीइंग के लिए मशहूर पर्यटन स्थल सोलंगनाला में सैलानी साहसिक गतिविधियों का आनंद ले रहे हैं। ताजा बर्फबारी के बाद स्की ढलान भी बर्फ से पूरी तरह से ढक गई है। आज वीरवार को मौसम साफ होते ही बर्फ से लदी वादियों में सैलानियों ने पैराग्लाइडिंग और माउंटेन बाइक का मजा लिया। इसके अलावा दिन के समय घुड़सवारी कर सैलानी बर्फ से लदे धार्मिक स्थल अंजनी महादेव भी पहुंचें। वहीं, बर्फबारी के चलते अटल-टनल सैलानियों के लिए बंद रही। सोलंगनाला के पर्यटन व्यवसायी गुरदयाल, रूप सिंह ठाकुर, वेद राम व रामलाल ने बताया कि एडवेंचर एक्टिविटी शुरू होने से उनका कारोबार भी चल पड़ा है। घुड़सवारी करवा रहे स्थानीय युवक निक्कू व रामू ने बताया, अंजनी महादेव में झरने का गिर रहा पानी शिवलिंग में तब्दील हो गया है। इन दिनों शिवलिंग का आकार 10 फीट ऊंचा हो गया है। जो फरवरी के अंत में 30 फीट से अधिक हो जाएगा। पैराग्लाइडिंग से जुड़े साहसिक व्यवसायी रामनाथ, डोले राज व अमन ने बताया कि सोलंगनाला की वादियों में हिमपात होने से निखार आ गया है। वहीं, रोपवे का आनंद उठाते हुए सैलानी फातरु की हसीन और बर्फीली वादियों का दीदार कर रहे हैं। स्की हिमालय के एमडी अमिताभ शर्मा ने बताया, पर्यटक रोपवे के सुहाने सफर के बीच फातरु की वादियों में पहुंच रहे हैं। क्रिसमस के चलते पर्यटन कारोबार ने भी गति पकड़ ली हैं और नए साल के जश्न मनाने के लिए भी सैलानी मनाली का रुख कर रहे हैं। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया, हिमपात के चलते अटल टनल पर्यटकों के लिए फिलहाल बंद है। हालात सामान्य होने पर पर्यटकों को लाहौल की और भेजा जाएगा।
सोलन: कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते हैं. शातिर अपराधी चाहे कहीं भी छिपा हो पुलिस के हाथ उस तक पहुंच ही जाते हैं। कोई भी अपराधी पुलिस की आंखों में ज्यादा दिन तक धूल नहीं झोंक सकता। ऐसा ही मामला सोलन जिले के कसौली से आया है। कसौली पुलिस ने 22 साल से फरार आरोपी को कांगड़ा के रानीताल से गिरफ्तार किया है। आरोपी यहां कुटिया में साधु बनकर रह रहा था। कोर्ट ने आरोपी को साल 2002 में भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। पुलिस के कई प्रयासों के बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ और बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। दरअसल 75 वर्षीय आरोपी धर्मसिंह निवासी बढलग, जिला सोलन के खिलाफ 2001 में कसौली थाने में पत्नी से मारपीट पर धारा 325, 326 के तहत मामला दर्ज हुआ था। आरोपी ने मारपीट के दौरान पत्नी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था और सालों से पुलिस को चकमा दे रहा था। पुलिस के भरसक प्रयासों के बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ। 2002 में कोर्ट ने आरोपी धर्मसिंह को भगौड़ा अपराधी घोषित कर दिया था। एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि,उक्त आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी, लेकिन आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। तलाश के दौरान पता चला कि उक्त आरोपी कांगड़ा में ही कहीं छिपा हुआ है। इसके बाद पुलिस थाना कसौली/चौकी की संयुक्त टीम को उक्त आरोपी की तलाश के लिए कांगड़ा भेजा गया था। पुलिस की टीम आरोपी की तलाश करते हुए कांगड़ा के रानीताल पहुंची। यहां आरोपी साधु बनकर कुटिया में रह रहा था। गिरफ्तार आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही ह। गिरफ्तार आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा मामले की जांच जारी है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 13 साल में सेब उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। बागवानी विभाग के आंकड़ों में यह चौकाने वाला खुलासा हुआ है। विभाग के मुताबिक हिमाचल में सेब उत्पादन में प्रति हेक्टेयर 50 फीसदी की गिरावट आई है। 2010-11 में जहां प्रदेश में 8.7 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर सेब उत्पादन हुआ था, वहीं 2023-24 में यह आंकड़ा घटकर 4.3 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर रह गया। इसका मुख्य कारण मौसम में हो रहे बदलाव और रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर अत्यधिक निर्भरता से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति का खत्म होना माना जा रहा है।वैज्ञानिकों के अनुसार कभी ज्यादा बारिश और ओले पड़ने और कभी दो से तीन महीने तक लगातार सूखा पड़ने से फसलों के उत्पादन पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। हिमाचल में फल उत्पादन करीब 76 फीसदी क्षेत्र में होता है। 46 प्रतिशत में सेब की खेती की जाती है। बढ़ती जनसंख्या और संतुलित आहार के प्रति जागरूकता के कारण भारत में फलों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस मांग को पूरा करने के लिए मौजूदा बगीचों में उत्पादन में सुधार करना आवश्यक है। कुछ वर्षों में राज्य में सेब उत्पादकता में काफी गिरावट आई है। खराब प्रबंधन पद्धतियां, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर अत्याधिक निर्भरता के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव हिमाचल प्रदेश के एक समय फलते-फूलते सेब उद्योग के लिए गंभीर चुनौती बन गए हैं। उद्यान विभाग के निदेशक विनय सिंह ने कहा कि सेब उत्पादकता में गिरावट का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन है। विभाग एचपी एचडीपी के तहत उच्च घनत्व वाले बगीचों को बढ़ावा दे रहा है और इसके परिणाम जल्द आएंगे। समय-समय पर उचित प्रबंधन के लिए उचित दिशा निर्देश जारी किए जाते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र शिमला की प्रभारी डॉ. उषा शर्मा ने बताया कि प्राकृतिक पद्धतियों में स्वस्थ मृदा पारिस्थितिकी तंत्र फलों की दृढ़ता, स्वाद, शर्करा की मात्रा और रंग को बढ़ाकर फलों की गुणवत्ता को बढ़ाता है। रासायनिक पदार्थों के उपयोग को समाप्त करके, प्राकृतिक खेती पर्यावरण प्रदूषण को कम करती है। किसान स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री जैसे गाय का गोबर, गोमूत्र, दरैक के पत्ते आदि का उपयोग करके अपना खुद का जैविक मिश्रण तैयार कर सकते हैं।
** कहा, प्रदेश में 6 नए डे बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण हो चुका हैं शुरू प्रदेश सरकार छात्रों को उनके घर के पास बेहतर शिक्षा और सुविधाओं से सुसज्जित स्कूल देने के लिए काम कर रही है। यह बात विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने आज रेणुका विधानसभा क्षेत्र में स्थित राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संगडाह के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में उपस्थित लोगों से कही।उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 6 नए डे बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण शुरू हो चुका है, और इनमें से एक स्कूल रेणुका विधानसभा क्षेत्र के संगडाह में भी खोला जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि नई पेंशन योजना के तहत 1,36,000 कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिल चुका है।इसके अलावा कार्यालय के ऊपर परीक्षा हाल का निर्माण करवाने का आश्वासन भी दिया।स्कूल के प्राचार्य एच आर भारद्वाज ने मुख्य अतिथि को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। स्कूल के प्राचार्य ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी तथा स्कूल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर तपेंदर चौहान कांग्रेस मंडल अध्यक्ष, राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्या डा मनु भास्कर के अतिरिक्त अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पधर: द्रंग ब्लाक युवा कांग्रेस के नव निर्वाचित उपाध्यक्ष अक्षय वर्मा का गरूवार को पार्टी मुख्यालय पधर में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्वागत समारोह में बड़ी संख्या में युवा सदस्य शामिल हुए, जिन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त करते हुए पार्टी के भविष्य को लेकर उत्साह प्रकट किया। इस अवसर पर नव निर्वाचित उपाध्यक्ष अक्षय वर्मा ने अपने संबोधन में युवा कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि युवा शक्ति ही भविष्य है। युवाओं की मेहनत और समर्पण से ही हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए एकजुट होकर काम करें। इस मौके पर उन्होंने पार्टी की नीतियों और आगामी रणनीतियों पर भी प्रकाश डाला। उनके नेतृत्व में कांग्रेस संगठन के पुनर्गठन और युवा वर्ग को अधिक अवसर देने की उम्मीद जताई जा रही है। कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर कांग्रेस के आदर्शों और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर कांग्रेस ओबीसी अध्यक्ष द्रंग देश राज, नवीन सकलानी अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी डलाह, जय सिंह प्रधान ग्राम पंचायत तरसवाण, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष चौहार ओम प्रकाश, पूर्व उप प्रधान शेष राम, सुरेश कुमार राव पूर्व उपाध्यक्ष द्रंग कांग्रेस, कमलेश वर्मा, दीक्षित वर्मा, नवीन ठाकुर, गौरव चौहान, दिव्यांशु शर्मा, शुभम शर्मा, दीपक ठाकुर, सुरेश चौहान तथा युवा नेता संजय कुमार सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
** मस्जिद से जुड़े दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की जताई शंका हिमाचल प्रदेश में संजौली मस्जिद मामला एक बार फिर गरमाता हुआ नजर आ रहा है। देवभूमि संघर्ष समिति ने दावा किया है कि संजौली की मस्जिद पूरी की पूरी अवैध है और सरकारी जमीन पर बनी है। देवभूमि संघर्ष समिति की ओर से इस मामले में स्थानीय पक्ष के वकील जगतपाल ने रेवेन्यू रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ होने की संभावना जताई है। उन्होंने कहा कि अब तक के रेवेन्यू रिकॉर्ड और जमाबंदी में जमीन का मालिकाना हक हिमाचल सरकार के पास है। ऐसे में वक्फ़ बोर्ड की ओर से रेवेन्यू रिकॉर्ड पेश करने के लिए समय मांगा जाना शक पैदा करता है। साथ ही जगतपाल ने नगर निगम आयुक्त की अदालत पर उच्च न्यायालय के आदेश की अवज्ञा का आरोप लगाया है। मामले पर जल्द निर्णय न होने को लेकर अधिवक्ता जगतपाल ने मामले पर हाई कोर्ट जाने की भी बात कही है। वही देवभूमि संघर्ष समिति के प्रांत सचिव विजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि संजौली मस्जिद लेकर देवभूमि का आंदोलन हिंसक नहीं था। मामले में कुछ लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि अभी देवभूमि संघर्ष समिति भी न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रही है। विजेंद्र पाल उत्तर प्रदेश उत्तराखंड जैसे विभिन्न राज्यों में सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण को तुरंत हटाने के आदेश दिए जाते हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश में दस्तावेजों से यह साबित होता है कि मस्जिद अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर बनी है लिहाजा जल्द से जल्द अवैध निर्माण को हटाया जाए। विजेंद्र पाल ने कहा कि देवभूमि संघर्ष समिति 15 दिसंबर को न्यायालय के निर्णय के बाद आगे का रुख तय करेगी।
**चम्बा के विभिन्न संगठनों ने की मांग, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन.. देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉ. बीआर अंबेडकर के खिलाफ की गई टिप्पणी के खिलाफ जिला चम्बा के विभिन्न संगठनों ने आज उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी दलित समाज को बहुत दुख पहुंचाने वाली है। उन्होंने कहा कि शाह की टिप्पणी ने अंबेडकर का अपमान किया है और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने वालों को गहरी ठेस पहुंचाई है। लेकिन इसके बावजूद न तो शाह ने और न ही बीजेपी ने खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता का अपमान किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा। इस मौके पर अंबेडकर मिशन सोसाइटी, श्री गुरु रविदास सभा चम्बा, श्री गुरु रविदास महासभा चम्बा, जिला चम्बा अनुसूचित जाति कल्याण समिति, अंबेडकर सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संघ चम्बा और भीमा बाई महिला मंडल चम्बा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मण्डी जिला के धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र में बहरी में हुए अवैध रूप से बालन कटान को लेकर भाजपा द्वारा सवाल उठाए जा रहे है ओर जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। वही सीएम मीडिया एडवाइजर नरेश चौहान ने इस पर पलटवार किया है और भाजपा पर इस पर राजनीति करने के आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि यह मामला विधानसभा के सदन में भी उठा था और मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस तरह का यदि कोई कटान हुआ होगा तो उसकी जांच की जाएगी। इसको लेकर भाजपा द्वारा जांच करने के लिए कमेटी बनाई गई है यह भाजपा की राजनीतिक मजबूरी है। जबकि सरकार की ओर से वन विभाग के अधिकारियों को इसको लेकर पहले ही निर्देश जारी कर रिपोर्ट तलब की गई है। वही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के उस बयान को हास्यास्पद् करार दिया है, जिसमें उन्होंने सरकार पर कर्मचारी विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर बौखला गए हैं और इसीलिए मीडिया के छाए रहने के लिए आए दिन अनाप -शनाप ब्यानबाजी करते रहते हैं। नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा ही कर्मचारियों की हितैषी रही है, जिसने समय पर उनके सभी देय लाभ दिए हैं लेकिन जय राम ठाकुर ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में कर्मचारियों को ठगने का काम किया और बार-बार डबल इंजन की सरकार का राग अलापने वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही कर्मचारियों को ना तो उनके संशोधित वेतनमान का पूरा बकाया दिया गया और ना ही समय पर मंहगाई भत्ते की किश्तें ही दी गई, जबकि वर्तमान सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों को अपने दो वर्ष के कार्यकाल में तीन मंहगाई भत्ते की किश्तें दी तथा साथ में दीवाली त्यौहार को देखते हुए उनका वेतन भी अग्रिम दिया गया।
शूलिनी विश्वविद्यालय परिसर में क्रिसमस बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया गया।उत्सव की शुरुआत विभिन्न खाद्य स्टालों, व्यापारिक स्टालों और एक आकर्षक क्रिसमस-थीम वाले सेल्फी बूथ के साथ हुई। ठंड और बारिश के मौसम के बावजूद, इस कार्यक्रम में छात्रों और संकाय सदस्यों की भारी उपस्थिति देखी गई, जो उत्सव के व्यवहार और गतिविधियों में शामिल हुए। आगंतुकों ने वड़ा पाव, पैनकेक, पेस्ट्री और खाद्य स्टालों पर दी जाने वाली अन्य स्वादिष्ट वस्तुओं का आनंद लिया, जबकि कई लोगों ने आभूषणों और अनूठी वस्तुओं के व्यापारिक स्टालों का आनद लिया । चांसलर प्रोफ पी.के. खोसला ने बच्चों को उपहार बांटे। उत्साह को बढ़ाते हुए, जर्नलिज्म स्टूडेंट अभिजीत ने, सांता क्लॉज़ की पोशाक पहनकर, बच्चों को कैंडी और चॉकलेट वितरित की। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कैरोल गायन सत्र था, जहां सभी ने मधुर क्रिसमस भजनों में शामिल होकर एकता और उत्सव का माहौल बनाया।
सिरमौर: जिला सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब के तहत बायकुआं गुर्जर कॉलोनी में स्थित एक कबाड़ के गोदाम में बुधवार को भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटें अचानक से बढ़ गईं और मौके पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। कबाड़ के गोदाम में काम कर रहे लोगों में आग लगने के बाद अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में 4 महिलाओं के बुरी तरह से झुलसने की खबर है। वहीं, एक चार साल की बच्ची जिंदा जल गई। आग की चपेट में आई चारों महिलाओं को तुरंत सिविल अस्पताल पांवटा साहिब लाया गया। इस आगजनी में झुलसने वाली महिलाओं में ओमवती 50 साल, सुमन 22 साल, सुनीता 40 साल और कमलेश 45 साल शामिल हैं। इनमें से तीन महिलाएं उत्तर प्रदेश और एक उत्तराखंड की रहने वाली बताई जा रही है। इस घटना में जिस चार साल की बच्ची की मौत हुई है वह सुमन की बच्ची थी जो इस हादसे में झुलसी है। बच्ची आग लगने के दौरान गोदाम में ही खेल रही थी। अचानक जैसे ही गोदाम में आग लगी तो बच्ची का पता नहीं चल पाया। शाम के समय सर्च अभियान के दौरान बच्ची का जला हुआ शव मिला। आग की सूचना प्रशासन व दमकल विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही पांवटा साहिब के तहसीलदार ऋषभ शर्मा और अग्निशमन की गाड़ियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने में जुट गई। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। पुलिस व स्थानीय लोगों ने घायल चारों महिलाओं को गोदाम से बाहर निकालकर 108 एम्बुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल पहुंचाया। पांवटा साहिब के तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने बताया कि फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। इसकी जांच की जा रही है। हादसे में एक बच्ची की मौत हुई है और चार महिलाएं घायल हुई हैं। सिविल अस्पताल में तैनात वरिष्ठ डॉक्टर एवी राघव ने बताया,चारों घायल महिलाओं में से एक की हालत नाजुक है, जिसे प्राथमिक उपचार करने के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बर्फबारी के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग शिमला ने आगामी 27, 28 और 29 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। 27 और 28 दिसंबर को जहां प्रदेश के ऊंचाई व मध्य पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और निचले व मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है। वहीं, 29 दिसंबर को प्रदेश के ऊंचे व मध्य पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी है, जबकि बाकी दिन मौसम साफ बताया गया है। वहीं, मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के निचले व मैदानी इलाकों में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। ऊना, हमीरपुर, सुंदरनगर और चंबा में शीतलहर का कहर जारी है। वहीं, बिलासपुर और मंडी जिले के कुछ जगहों पर घना कोहरा भी छाया रहा। वहीं, अगर बात करें न्यूनतम तापमान की तो प्रदेश के 8 शहरों का पारा माइनस में है। प्रदेश में ताबो -10.6 डिग्री सेल्सि न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा।
मंडी: नगर निगम मंडी ने शहर के सौंदर्यीकरण के लिए अपने स्तर पर मुहीम शुरू कर दी है, जिसके तहत निगम द्वारा शहर की सभी रेहड़ियों को एक जगह स्थापित किया जा रहा है। दरअसल नगर निगम द्वारा मंडी बाईपास पर नई रेहड़ी-फड़ी मार्केट का निर्माण किया जा रहा है। इन दिनों इस मार्केट का कार्य युद्व स्तर पर जारी है, आने वाले समय में इसी मार्केट में शहर की सभी रेहड़ियां नजर आएंगी। नगर निगम मंडी के मेयर वीरेंद्र भट्ट ने बताया, 3 करोड़ की लागत से नई रेहड़ी-फड़ी मार्केट तैयार की जा रही है। लोकनिर्माण विभाग के द्वारा इस मार्केट का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 400 रेहड़ियों को लगाने की जगह होगी। लोक निर्माण विभाग द्वारा मार्च माह तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके बाद यहां पेबर ब्लॉक बिछाई जाएगी व शौचालयों की भी निर्माण किया जाएगा। मेयर वीरेंद्र भट्ट ने बताया कि रेहड़ी-फड़ी मार्केट को ज्यादा सुविधाजनक बनाने के लिए रेहड़ी फड़ी धारक यूनिफॉर्म मार्केट साइज शेड का निमार्ण भी कर सकते है। साथ ही उन्होंने साफ किया कि इस मार्केट में नए रेहड़ी फड़ी धारकों को फिलहाल जगह नहीं दी जाएगी। आने वाले समय में मार्केट के विस्तारीकरण की आवश्यकता होगी तो सुंदरनगर की ओर इस मार्केट का विस्तार किया जाएगा। बता दें कि इस समय नगर निगम के पास 300 के करीब पंजीकृत रेहड़ियों की संख्या है, जो शहर के विभिन्न हिस्सों में लगाई जा रही हैं। नई रेहड़ी फड़ी मार्केट बनने के बाद शहर की यह रेहड़ियां मंडी बाईपास पर ही नजर आएंगी, जिससे अन्य स्थानों पर पड़ने वाला रेहड़ियों का बोझ भी कम होगा। ये शहर के सौंदर्यीकरण के लिए बेहतरीन कदम साबित होगा।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-4 में नई सड़कों के साथ पुरानी खराब सड़कों की मेटलिंग करने के प्रदेश के आग्रह को स्वीकार कर लिया है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नियमों का हवाला देते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज चौहान के समक्ष यह मामला उठाया था। हिमाचल में 2,000 करोड़ रुपये से 1,500 किलोमीटर सड़कें पक्की होंगी। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के चरण-एक में टारिंग, मेटलिंग से वंचित सड़कों को चरण-चार में शामिल कर दिया है। अब चरण-चार में ये सड़कें पक्की होंगी। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नियमों का हवाला देते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज चौहान के समक्ष यह मामला उठाया था। केंद्रीय मंत्रालय ने सरकार को स्वीकृति पत्र जारी कर इन सड़कों को चरण-चार में शामिल करने की हामी भरी है। अगले सप्ताह लोक निर्माण विभाग के अधिकारी दिल्ली जाएंगे, वहां केंद्रीय मंत्रालय के समक्ष इन सड़कों की प्रस्तुति देंगे। हिमाचल में चरण-दो और तीन में सभी सड़कों का निर्माण हो चुका है, लेकिन चरण-एक में 200 से ज्यादा सड़कें पक्की नहीं हो पाई थीं। इन सड़कों के पक्का होने से हिमाचल की 40 फीसदी जनता लाभान्वित होगी। इससे पहले चरण-तीन में हिमाचल को 3,000 करोड़ रुपये मिले थे। अब सड़कों को पक्का करने के लिए हिमाचल को केंद्र 2,000 करोड़ की राशि देगा। विक्रमादित्य ने कहा कि सड़कों का जायजा लेने के लिए जिलों के दौरे किए थे। कई सड़कें हैं जो 10 सालों से पक्की नहीं हो पाई हैं। इस बारे में सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसके बाद मामला केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री से उठाया था।
सपैल वैली के धार्मिक अनुष्ठान भूंडा महायज्ञ के लिए पांच बावड़ियों का पवित्र जल बुधवार को देवता बकरालू के मंदिर में पहुंच गया। इसके साथ ही वीरवार को मंदिर परिसर में भूंडा का आगाज हो जाएगा। 39 साल बाद हवन कुंड के खुलने से अनुष्ठान का आगाज होगा। हालांकि, सार्वजनिक तौर पर दो जनवरी से भूंडा की रस्में शुरू होंगी। नौ गांवों के हजारों लोगों ने मंदिर से लेकर अपने घरों तक की सभी तैयारियों पूरी कर ली हैं। बुधवार को ब्राह्मणाें के कंधों पर पवित्र जल को ढोल-नगाड़ों के साथ दलगांव में देवता बकरालू के मंदिर तक पहुंचाया गया। पूजा-अर्चना के बाद ग्रामीणों की ओर से मंदिर की बाहर से सफाई की गई। कारदार और हवन कमेटी की मंदिर में रात भर उपस्थिति रहेगी। मंदिर में तय मुहूर्त के अनुसार हवन कुंड को खोला जाएगा। अनुष्ठान की समाप्ति तक यहां लगातार हवन चलता रहेगा। भूंडा महायज्ञ की असली रस्में दो जनवरी से शुरू होंगी। दो जनवरी को यहां मेहमानों और देवताओं का स्वागत होगा। तीन जनवरी को देवता के मंदिर में शिखा पूजन मंदिर की छत पर पूजा-अर्चना के साथ होगा। चार जनवरी को मुख्य रस्म रस्सी पर आदमी को बांध पर खाई पार करवाई जाएगी। इसको स्थानीय भाषा में बेडा कहा जाता है। पांच जनवरी को देवताओं की विदाई का कार्यक्रम उच्छड़ पाछड़ रहेगा। दलगांव के इस मंदिर में 39 साल पहले भूंडा अनुष्ठान हुआ था। इस बार हो रहे अनुष्ठान की करीब पांच साल से मंदिर से हर घर तक तैयारी चल रही है। सपैल वैली से नौ गांवों के लोग अपने-अपने घरों में मेजबानी की पूरी तैयारी कर चुके हैं। रामपुर तहसील के दलोग, शरण जरासी सहित पूरी नरैण पंचायत के लोग भी इस अनुष्ठान के मेजबान माने जाते हैं। पूरे क्षेत्र के ग्रामीणों की ओर से दूर-दूर तक के रिश्तेदारों को बीते एक महीने से निमंत्रण बांटे जा रहे हैं। इधर, विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने मंदिर में पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मंदिर कमेटी से भी यातायात व्यवस्था, कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा की। देवता बकरालू के मोतमीन रधुनाथ झामटा ने कहा मंदिर की ओर से इस अनुष्ठान की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा यहां पर देवता मोहरिश, देवता बौंद्रा, देवता महेश्वर मुख्य रूप से शामिल होगे। उन्होंने कहा अब इसको सफल बनाने के लिए मेहमानों के सहयोग की जरूरत रहेगी। अनुष्ठान में हर दिन हजारों लोगों के पहुंचने का अनुमान है।
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को धूप तो खिली रही, लेकिन पिछले दिनों हुई बर्फबारी से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गईं। तीन नेशनल हाईवे समेत 134 सड़कें अभी बंद हैं। राजधानी से ऊपरी शिमला, मनाली से केलांग, कुल्लू से आनी के लिए बस सेवा ठप है। कुल्लू-मनाली एनएच-03, सैंज-लूहरी एनएच 305 और शिमला से रामपुर एनएच-5 बंद है। नई दिल्ली से भुंतर और अमृतसर की उड़ानें सातवें दिन भी बंद रहीं। वीरवार और शुक्रवार को मौसम साफ रहने के आसार हैं। 27 और 28 दिसंबर को फिर भारी बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 26 और 27 दिसंबर को शीतलहर चलने, बिजली चमकने और ओलावृष्टि का पूर्वानुमान है। बुधवार को ऊना, हमीरपुर, सुंदरनगर और चंबा में शीतलहर चली। प्रदेश में धूप खिलने के बाद सड़क बहाली का काम युद्ध स्तर पर शुरू हुआ और देर शाम तक करीब 100 सड़कें बहाल की गईं। शिमला जिला में अभी सबसे अधिक 77 सड़कें बंद हैं। लाहौल-स्पीति में 25, कुल्लू में 21 और मंडी जिला में 11 सड़कें बंद हैं। प्रदेश में 65 ट्रांसफार्मर बहाल नहीं हो पाए। लाहौल-स्पीति में 34, शिमला में 23, चंबा में 6 और किन्नौर में 2 ट्रांसफार्मर खराब हैं। 18 जलापूर्ति परियोजनाएं ठप पड़ी हैं। शिमला जिले में सबसे अधिक 12 और किन्नौर में 6 पेयजल योजनाएं ठप हैं। उधर, जिला चंबा में बंद छह ट्रांसफार्मर बुधवार को भी बहाल नहीं हो पाए। अटल टनल रोहतांग के साथ जलोड़ी दर्रा वाहनों के लिए अभी बंद है। मंगलवार रात जलोड़ी दर्रा में 30 सेंटीमीटर, कोकसर में 20, ग्रांफू में 30, रोहतांग 60, सिस्सू में आठ व अटल टनल के दोनों छोर में 10 से 12 सेंटीमीटर बर्फ गिरी है। लाहौल-स्पीति जिला पुलिस ने बुधवार को सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक बर्फ में फंसी 20 गाड़ियों को निकाला, जिसमें लगभग 80 से 100 के बीच पर्यटक थे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू को ग्रीनको कंपनी के महाप्रबंधक अनूप बन्याल ने शिमला जिला के समेज में आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए आज 1.35 करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। इस धनराशि का उपयोग इस वर्ष मानसून में आई विनाशकारी आपदा से प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस नेक कार्य के लिए कंपनी प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि जिन 32 परिवारों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें दो-दो लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। आपदा के दौरान अपने प्रियजनों को खोने वाले 33 परिवारों को भी दो-दो लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। जिन पांच परिवारों के घरों को आंशिक क्षति पहुंची है, उन्हें एक-एक लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योगदान प्रभावित परिवारों की सहायता और उनके जीवन को फिर से संवारने के प्रयासों को संबल प्रदान करेगा।
** दून विधानसभा क्षेत्र में 12.50 करोड़ रुपए के किए लोकार्पण उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई एवं पेयजल सुविधाओं को सुदृढ़ कर जन-जन का जीवन सरल बनाना प्रदेश सरकार का मुख्य धेय है। मुकेश अग्निहोत्री आज सोलन ज़िला के दून विधानसभा क्षेत्र में लगभग 12.50 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित विभिन्न सिंचाई एवं जलापूर्ति योजनाओं का लोकार्पण करने के उपरांत ग्राम पंचायत थाना में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।मुकेश अग्निहोत्री ने आज दून विधानसभा क्षेत्र में 08 सिंचाई एवं जलापूर्ति योजनाओं को लोगों को समर्पित किया। उन्होंने 04.23 करोड़ रुपए की लागत से 05 सिंचाई योजनाओं का लोकार्पण किया। इन योजनाओं से 95.57 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने लगभग 08.27 करोड़ रुपए लागत से निर्मित तीन पेयजल आपूर्ति योजनाएं भी लोगों को समर्पित की। इन सभी योजनाओं से 31 गांव के 8596 लोग लाभान्वित होंगे। मुकेश अग्निहोत्री ने 03.01 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ग्राम पंचायत थाना के गांव धर्मपुर, भूपनगर तथा कोटला में उठाऊ पेयजल योजना का लोकार्पण किया। उन्होंने 4.39 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ग्राम पंचायत चण्डी क्षेत्र की आंशिक रुप से छुटी हुई बस्तियों के लिए गम्बर खड्ड से उठाऊ पेयजल योजना तथा गांव रायपुर जखौली के लिए 86.39 लाख रुपए की लागत से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना का लोकार्पण किया। उन्होंने गांव नारंगपुर में लगभग 80 लाख रुपए की लागत से निर्मित नलकूप आधारित सिंचाई योजना, धर्मपुर तथा भूपनगर के लिए 01.23 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित के लिए नलकूप आधारित सिंचाई योजना का लोकार्पण भी किया।उप मुख्यमंत्री ने गांव भुड्ड उपरला के लिए 63.73 लाख रुपए की लागत से निर्मित नलकूप आधारित सिंचाई योजना, ग्राम पंचायत मलपुर के गांव मलकू माजरा घराट के लिए 76.01 लाख रुपए की लागत से निर्मित नलकूप आधारित सिंचाई योजना तथा ग्राम पचंायत मानपुरा के गांव ठेडा के लिए 80.27 लाख रुपए की लागत से निर्मित नलकूप आधारित सिंचाई योजना का लोकार्पण किया।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि दून विधानसभा क्षेत्र में जहां एक ओर पहाड़ी इलाका समाहित है वहीं इस विधानसभा क्षेत्र के मैदानी भाग में उद्योगों का बहुत बड़ा नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ दून विधानसभा क्षेत्र में पेयजल एवं सिंचाई सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को विकास की धारा से जोड़ने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बद्दी में बस अड्डे के निर्माण कार्य को शीघ्र आरम्भ किया जाएगा ताकि लोगों की इसकी सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि बद्दी में जल शक्ति विभाग का विश्राम गृह खोलने की सम्भावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों की पेयजल समस्याओं को चरणबद्ध तरीके से दूर किया जा रहा। उप मुख्यमंत्री ने जल शक्ति विभाग के उच्च अधिकारियों को बुघार कनैता तथा साथ लगते क्षेत्रों के लिए सिंचाई योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने भटोली खुर्द के निवासियों की पानी की समस्या के त्वरित निपटारे के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने सीमा से लगते क्षेत्रों में नशे पर लगाम लगाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े कदम उठाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने दाड़लाघाट-कुनिहार-चण्डी-गोयला से होकर चण्डीगढ़ मार्ग का पुनः मूल्यांकन करने के उपरांत बस सुविधा शीघ्र आरम्भ करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि साधन के अनुरूप एवं आवश्यकतानुसार लोगों को पथ परिवहन निगम की सेवा प्रदान की जाएगी।मुकेश अग्निहोत्री ने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और सम्बन्धित अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। राम कुमार चौधरी ने इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री का स्वागत किया और क्षेत्र में सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं से भी उप मुख्यमंत्री को अवगत करवाया। इस अवसर पर नालागढ़ के विधायक हरदीप सिंह बावा, नगर परिषद बद्दी पूर्व अध्यक्ष मदन लाल चौधरी, नगर परिषद बद्दी के अध्यक्ष सुरजीत चौधरी, ग्राम पंचायत बुघार कनैता की प्रधान हेमा कुमारी, ग्राम पंचायत दाड़वा के प्रधान रमेश ठाकुर, ग्राम पंचायत बड़लग के प्रधान सतीश कुमार, ग्राम पंचायत मानपुर के प्रधान नामदेव, ग्राम पंचायत चण्डी के प्रधान बलवंत ठाकुर, ग्राम पंचायत कृष्णगढ़ के प्रधान कैलाश शर्मा, ग्राम पंचायत घड़सी के प्रधान सुरेन्द्र कुमार, ग्राम पंचायत दाड़वा के पूर्व प्रधान हेम चन्द, ट्रक यूनियन ऑपरेटर बीबीएन के प्रधान भजन लाल चौधरी, बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनीक्षी सिंह तोमर, पुलिस अधीक्षक बद्दी विनोद धीमान, उपमण्डलाधिकारी कसौली महेन्द्र प्रताप सिंह, उपमण्डलाधिकारी बद्दी विवेक महाजन, जल शक्ति विभाग शिमला के मुख्य अभियंता जे.एस. चौहान, जल शक्ति विभाग सोलन के मुख्य अभियंता संजीव सोनी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य व्यक्ति व ग्रामीण उपस्थित थे।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज बताया कि केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-4 में नई सड़कों के साथ पुरानी खराब सड़कों की मेटलिंग करने के प्रदेश के आग्रह को स्वीकार कर लिया है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्रदेश ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से इसके दृष्टिगत विशेष आग्रह किया था। उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश में नई सड़कों के साथ पुरानी खराब सड़कों की मेटलिंग की अनुमति प्रदान करने से राज्य में लगभग 1000-1500 किलोमीटर सड़कों के मेटलिंग कार्य में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों को सुदृढ़ करने में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-4 के तहत विभिन्न प्रावधानों से उल्लेखनीय सहायता प्राप्त होगी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण बाधित सड़कों में यातायात के सुचारू संचालन के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। विभाग द्वारा अधिकांश बाधित सड़कों को समयबद्ध खोला गया है। बर्फबारी से प्रभावित होने वाले चिन्हित क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में कार्यबल और मशीनरी तैनात की गई है। यह प्रयास किया जा रहा है कि पर्यटन सीजन के दौरान पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
हिमाचल: भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की आज हिमाचल में 100वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर शिमला के रिज मैदान पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी पर आधारित एक प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल शुक्ल ने कहा अटल ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर पूरे विश्व को संदेश दिया था कि भारत अपनी शक्ति के आगे दूसरे की जबरदस्ती की शक्ति को स्वीकार नहीं करेगा। हम शांति के दूत हैं लेकिन क्रांति निश्चित रूप से करना जानते हैं। यह अटल जी ने सिखाया था। आज हम उनको अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। इस मौके पर बीजेपी के अन्य नेता भी मौजूद रहे। उन्होंने देश की प्रगति में ऐसा काम किया जिसे आज हम उनकी जयंती पर सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कुल्लू के ढालपुर में भी 100वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में बीजेपी ने अटल जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनके द्वारा भारत के विकास में किए गए कार्यों को याद किया गया। जिला कुल्लू भाजपा के अध्यक्ष अरविंद चंदेल ने बताया अटल जी द्वारा किए गए गए विकास कार्यों का आज आम जनता को लाभ मिल रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर हमीरपुर जिला के तहत समीरपुर में भी एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में भारत रत्न अटल जी को याद किया गया। इस मौके पर अपने संबोधन में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा यह जन्म अटल जी का शताब्दी वर्ष हैं। इसको लेकर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वाजपेयी जी ने अपने प्रधानमंत्री काल में जो कार्य देश के लिए किए हैं उनके लिए समस्त देशवासी उनके सदैव ऋणी रहेंगे। उन्होंने कहा कि विशेषकर प्रधानमंत्री सड़क योजना से हिमाचल जैसे पहाड़ी एवं दुर्गम क्षेत्रों को सड़कों की सौगात मिली है। ऐसी सड़कों के निर्माण के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा।
लाहौल-स्पीति: जिला के मुख्यालय लोअर केलांग में मंगलवार शाम एक दो मंजिला मकान में आग लग गई। यह मकान क्षेत्रीय अस्पताल के पास था। आग लगने के चलते मकान पूरी तरह से जल गया। वहीं, मकान के अंदर मौजूद 4 साल के बच्चे की आग की चपेट में आने से मौत हो गई। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक इस दो मंजिला मकान में नेपाली मूल की दंपति अपने 4 साल के बेटे के साथ रहती थी। मकान में जब आग लगी तो नेपाली मूल का व्यक्ति भीम बहादुर अपनी पत्नी के साथ घर के बाहर था और उनका 4 साल का बेटा घर के अंदर मौजूद था। ऐसे में अचानक मकान ने आग पकड़ ली और घर के अंदर रखा सिलेंडर भी ब्लास्ट कर गया जिसके चलते आग एकाएक बढ़ गई। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सभी लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। उसके बाद 4 साल के बच्चे की तलाश शुरू की गई लेकिन उसकी आग में जलने के चलते मौत हो गई थी। तहसीलदार केलांग, रमेश कुमार ने बताया, इस दो मंजिला भवन में चार कमरे थे और इसमें भीम बहादुर नाम का शख्स अपने परिवार के साथ किराये पर रहता था। मकान में हुए नुकसान का आंकलन 10 लाख रुपये से अधिक का है। अग्निकांड में चार साल के बच्चे की जलने से मौत हो गई है। अधिकारियों द्वारा मामले की जांच की जा रही है और आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
** बाजार से सस्ते और रसायन मुक्त उत्पादों की हो रही बिक्री शिमला: हिल्जक्वीन शिमला में आयोजित 10 दिवसीय विटंर कार्निवाल में जाइका वानिकी परियोजना के पाइन नीडल प्रोडक्ट्स पर्यटकों की पहली पसंद बन गई। रिज मैदान पर जाइका वानिकी परियोजना के लगे दो स्टॉल में बाजार से सस्ते और रसायन मुक्त उत्पादों की खूब बिक्री हो रही है। परियोजना से जुड़े दो स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद यहां बिक्री के लिए लाए गए हैं। वन परिक्षेत्र तारादेवी शिमला के अंतर्गत राधे कृष्णा स्वयं सहायता समूह घणाहट्टी के पाइन नीडल प्रोडक्ट्स की ब्रिकी हो रही है। हालांकि शिमला विंटर कार्निवाल 2 जनवरी 2025 तक चलेगा, मगर पहले ही दिन यहां पहुंचे सैलानियों को जाइका वानिकी परियोजना के उत्पादों ने अपनी ओर आकर्षित किया। जिला किन्नौर के निचार वन परिक्षेत्र के अंतर्गत जगत जननी स्वयं सहायता समूह तरांडा ने लोगों की मांग पर चुल्ली का तेल, लिंगड़ का आचार, कोदे का आटा, अखरोट, नमकीन चाय, सेब के जैम, टोपी, स्टाल समेत अन्य उत्पाद बिक्री के लिए लाए। इसके अलावा अप्पर शिमला का मशहूर व्यंजन सिड्डू खाने के लिए भी सैलानियों की लंबी लाइन लग रही है। वानिकी परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने खराब मौसम और प्रचंढ़ ठंड में पहुंचे सभी स्वयं सहायता समूहों की खूब प्रशंसा की।
जसवां:परागपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 104 के कुरियाल खेड़ा में भाजपा पन्ना प्रमुख मदन लाल शर्मा के घर पर कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि हम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी एक महान नेता थे, जिन्हें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने हमेशा सम्मान दिया। उनके प्रधानमंत्री रहते हुए कई महत्वपूर्ण कार्य हुए, जिसमें सफल परमाणु परीक्षण भी शामिल है। वह केवल एक जन नेता ही नहीं, बल्कि एक शानदार वक्ता और कवि भी थे। कार्यकर्ताओं ने इस दिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान पूर्व बूथ अध्यक्ष रामकिशन शर्मा, बूथ अध्यक्ष शेषपाल शर्मा, प्रधान दोदु मुकेश शर्मा, उप प्रधान विनोद मेहता, बिट्टू कुमार, वर्षा, कुसुम लता, सुधा, रितिका, मीनू कुमारी, सागर शर्मा और मंडल अध्यक्ष परागपुर जॉन विनोद शर्मा आदि उपस्थित थे।
** प्रदेश के विभिन्न प्रॉजेक्ट्स पर रखेंगे अपनी बात हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह आज दिल्ली रवाना हो रहे हैं, जहां से वह कर्नाटक जाएगें और दो दिन कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में हिस्सा लेंगे। दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री केंद्रीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न प्रॉजेक्ट्स को लेकर अपनी बात रखेंगे, ताकि आगामी बजट में हिमाचल का ध्यान रखा जाए। साथ ही जीएसटी कंपनसेशन का मामला भी उठाया जाएगा।
* कहा, स्पष्टवादी नेता थे अटल बिहारी वाजपेयी, हिमाचल से जुड़ा था गहरा नाता भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी 100वीं जयंती पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के रिज मैदान स्थित अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके देश के प्रति योगदान को याद किया और कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल प्रदेश से गहरा नाता था। अटल बिहारी वाजपेयी स्पष्टवादी नेता के रूप में जाने जाते हैं और देश के विकास में उनका अलग योगदान रहा है।
मंडी: हिमाचल की सर्द दोपहर में शॉल ओढ़े बैठी साकम्मा 20 साल बाद अपने घर जा रही है। अपने बच्चों के पास, जो करीब 20 साल पहले उसे मरा हुआ समझकर अंतिम संस्कार कर चुके थे। हिमाचल के मंडी से करीब 2000 किलोमीटर दूर कर्नाटक के अपने घर पहुंचने में साकम्मा को दो दशक लग गए। कहानी फिल्मी लगती है लेकिन रियल है। कई मुश्किलों और मजबूरियों के बीच साकम्मा की कहानी आपकी आंखे नम कर जाएगी। साकम्मा की कहानी की हैप्पी एडिंग की शुरुआत बीते 18 दिसंबर को हुई। जब एडीसी रोहित राठौर मंडी जिले के भंगरोटू स्थित एक वृद्धाश्रम में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। यहां उन्होंने साकम्मा नाम की महिला को देखा। पता चला कि वो कर्नाटक की रहने वाली हैं और हिंदी नहीं जानती हैं। उनकी मानसिक हालत भी कुछ ठीक नहीं थी, जिसके बाद एडीसी रोहित राठौर अन्य अफसरों के साथ साकम्मा को उनके घर पहुंचाने के मिशन में जुट गए। इसके बाद साकम्मा के साथ कन्नड़ में बात करने के लिए प्रदेश में तैनात कर्नाटक के अफसरों तक पहुंचने की कोशिश हुई। कर्नाटक की निवासी नेत्रा मैत्ती हिमाचल के कांगड़ा जिले में पालमपुर की एसडीएम हैं। फोन पर उनकी बात साकम्मा के साथ करवाई गई और उनके घर के बारे में जानकारी जुटाई गई। फिर मंडी जिले में ही तैनात आईपीएस प्रोबेशनर अधिकारी रवि नंदन को वृद्धाश्रम भेजकर साकम्मा के साथ बातचीत करवाई गई। महिला का वीडियो बनाकर कर्नाटक के अधिकारियों के साथ साझा किया गया। फिर हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के अफसरों के प्रयास से साकम्मा के परिवार को ढूंढ लिया गया। साकम्मा कर्नाटक के जिला विजय नगर के गांव दनायाकनाकेरे की रहने वाली हैं।जिला उपायुक्त, मंडी अपूर्व देवगन ने बताया, समय-समय पर ओल्ड एज होम और अनाथाश्रम की इंस्पेक्शन की जाती है। हाल ही में अतिरिक्त उपायुक्त मंडी की ओर से भंगरोटू अनाथाश्रम का निरीक्षण किया गया। इस दौरान एक महिला से उनकी बात हुई जो कर्नाटक से हैं लेकिन उनके घर का पता नहीं चल पा रहा था। फिर जिला प्रशासन ने कर्नाटक के अफसरों के साथ मिलकर उन्हें घर पहुंचाया जा रहा है। परिवार के लोगों तक जब कर्नाटक के अफसर पहुंचे तो उन्होंने बताया कि करीब 20 साल पहले उन्हें मरा हुआ समझकर वो साकम्मा का अंतिम संस्कार कर चुके हैं। दरअसल उन्हें एक सड़क हादसे में महिला का शव मिला था, जिसे साकम्मा समझकर परिवार ने अंतिम संस्कार कर दिया था। साकम्मा के जिंदा होने की खबर सुनकर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। स्मृतिका नेगी, एसडीएम, बल्ह ने बताया , ये महिला 20 साल से मिसिंग है और परिवार को लगा था कि इनकी मौत हो चुकी है। 20 साल के बाद साकम्मा का मिलना पुनर्जन्म जैसा ही है। ओल्ड एज होम से लेकर प्रशासन ने पूरा सपोर्ट किया है और हम साकम्मा को शुभकामनाएं देते हैं कि वो अब अपने परिवार के साथ खुश रहेंगी। साकम्मा को 20 साल पुरानी बातें ही याद हैं कि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं, लेकिन अब उनके बच्चों की शादी हो चुकी है। साकम्मा के चार बच्चे थे जिनमें से तीन जीवित हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी अपनी मां का इंतजार कर रहे हैं। साकम्मा भी जल्द अपने परिवार से मिलने वाली है। कर्नाटक सरकार के तीन अधिकारी उन्हें लेने के लिए हिमाचल पहुंचे हैं। कर्नाटक के सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के ऑफिसर इस प्रयास के लिए हिमाचल सरकार के अफसरों की सराहना करते हैं। बस्वराज एनजी, कर्नाटक सरकार के अधिकारी ने अपनी सरकार की तरफ से हिमाचल सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा, हिमाचल के सभी अधिकारियों ने साकम्मा को उसके घर पहुंचाने के लिए हमारी बहुत मदद की है। आश्चर्य की बात है 20 साल बाद साकम्मा मिली है। साकम्मा के तीन बच्चे उसका कर्नाकट में इंतजार कर रहे हैं। परिवार के लोगों ने साकम्मा को मरा हुआ समझकर अंतिम संस्कार कर दिया था लेकिन साकम्मा जिंदा है। साकम्मा 20 साल बाद 24 दिसंबर को कर्नाकट से आए अधिकारियों के साथ अपने घर के लिए रवाना हो चुकी हैं चंडीगढ़ से साकम्मा हवाई मार्ग से कर्नाटक जाएगी। प्रशासन ने सभी कागजी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद साकम्मा को कर्नाटक से आए अधिकारियों के हवाले कर दिया था, जिसके बाद साकम्मा को लेकर अधिकारी चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए थे।
आउटसोर्स भर्तियों को लेकर नियमों की उड़ रहीं धज्जियों पर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार की अस्थायी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने सरकार से पूछा है कि क्या एक फिनाइल बेचने वाली कंपनी नर्सों की भर्ती कर सकती है। सरकार ने इसके लिए कोई भी पैरामीटर और नियम नहीं बनाए हैं। हाईकोर्ट में जेके इंटरप्राइजेज की ओर से कंपनी को किन मापदंडों के तहत काम दिया जाता है और क्या पारदर्शिता है, इस पर याचिका दायर की गई है। सरकार ने इस पर अपना जवाब दायर किया है, जिस पर अदालत ने नाराजगी जताई। इस मामले की सुनवाई 31 दिसंबर को होगी। कंपनी की ओर से आरोप लगाया गया है कि कॉरपोरेशन की ओर से 5 फीसदी कमीशन तय किया है, जिससे ढाई-ढाई फीसदी कॉरपोरेशन और कंपनियों को जाता है। इस वजह से कंपनियों का वित्तीय नीलामी का अधिकार छिन गया है। काॅरपोरेशन कंपनियों को एंपैनल करता है, उसके बाद विभाग कॉरपोरेशन को संस्तुतियां भेजता है। अगर 10 लोगों से कम लेबर का काम है तो रोटेशन के तहत कंपनियों को काम देते हैं। अगर उससे अधिक है तो कोई नियम नहीं हैं। उसके लिए तकनीकी नीलामी करते हैं। विभाग की ओर से अगर किसी कंपनी के नाम की सिफारिश की जाती है तो उसी को काम दिया जाता है। कॉरपोरेशन ने 36 कंपनियां चयनित की हैं, जिससे विभागों के काम आउटसोर्स किए जाते हैं। कॉरपोरेशन इनसे 50-50 हजार रुपये लेता है। हिमाचल प्रदेश में वित्तीय नियम 2009 के तहत आउटसोर्स प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत सलाहकार बोर्ड, रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस और अधिसूचना होनी चाहिए, जबकि हिमाचल प्रदेश कॉरपोरेशन इन सभी नियमों को दरकिनार कर आउटसोर्स भर्तियां कर रहा है। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में आउटसोर्स भर्तियों पर लगाई गई रोक को हटाने के लिए सरकार की ओर से एक अर्जी दायर की गई है। महाधिवक्ता ने अदालत को बताया कि आउटसोर्स भर्तियों की प्रक्रिया के लिए कमेटी के गठन के निर्माण पर सरकार विचार कर रही है। प्रदेश सरकार इस कमेटी की देखरेख करेगी, जिससे भर्तियों की प्रक्रिया में पारदर्शिता होगी। सरकार की ओर से दायर अर्जी पर अब 31 दिसंबर को सुनवाई होगी। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और सत्येन वैद्य की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। अदालत ने 7 नवंबर को इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन की ओर से विभागों में की जा रही सभी भर्तियों पर रोक लगा दी थी। खंडपीठ ने कंपनियों और उम्मीदवारों का सारा डाटा बेवसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। याचिकाकर्ता ने आराेप लगाए हैं कि प्रदेश में करीब 110 कंपनियां फर्जी पाई गई हैं। भर्तियों की प्रक्रिया के लिए कोई नियम नहीं बनाए गए हैं। केंद्र की पॉलिसी के तहत केवल चतुर्थ श्रेणी के पदों को ही आउटसोर्स किया जाता है, जबकि हिमाचल प्रदेश में तृतीय श्रेणी को भी आउटसोर्स पर किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में आउटसोर्स भर्तियों पर लगाई गई रोक को हटाने के लिए सरकार की ओर से एक अर्जी दायर की गई है। महाधिवक्ता ने अदालत को बताया कि आउटसोर्स भर्तियों की प्रक्रिया के लिए कमेटी के गठन के निर्माण पर सरकार विचार कर रही है। प्रदेश सरकार इस कमेटी की देखरेख करेगी, जिससे भर्तियों की प्रक्रिया में पारदर्शिता होगी। सरकार की ओर से दायर अर्जी पर अब 31 दिसंबर को सुनवाई होगी। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और सत्येन वैद्य की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। अदालत ने 7 नवंबर को इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन की ओर से विभागों में की जा रही सभी भर्तियों पर रोक लगा दी थी। खंडपीठ ने कंपनियों और उम्मीदवारों का सारा डाटा बेवसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाए हैं कि प्रदेश में करीब 110 कंपनियां फर्जी पाई गई हैं। भर्तियों की प्रक्रिया के लिए कोई नियम नहीं बनाए गए हैं। केंद्र की पॉलिसी के तहत केवल चतुर्थ श्रेणी के पदों को ही आउटसोर्स किया जाता है, जबकि हिमाचल प्रदेश में तृतीय श्रेणी को भी आउटसोर्स पर किया जा रहा है।
महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के सम्मान में, शूलिनी विश्वविद्यालय के योगानंद स्कूल ऑफ एआई, कंप्यूटर और डेटा साइंसेज ने गणित क्लब, संचय के सहयोग से, आकर्षक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के साथ बीते कल राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया।उत्सव की शुरुआत विश्वविद्यालय के ईयूनिव प्लेटफॉर्म पर आयोजित एक योग्यता प्रश्नोत्तरी के साथ हुई। प्रश्नोत्तरी में प्रतिभागियों को 30 विचारोत्तेजक प्रश्नों को 25 मिनट के भीतर हल करने की चुनौती दी गई। विभिन्न विभागों के कुल 54 छात्रों ने भाग लिया और अपनी गणितीय कौशल का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक वेबिनार था, जिसमें अतिथि वक्ता डॉ. रमेश कुमार वत्स, एनआईटी हमीरपुर के एसोसिएट प्रोफेसर शामिल थे। डॉ. वत्स ने श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और गणित में उनके अभूतपूर्व योगदान पर व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्रों को वैदिक गणित के प्राचीन ज्ञान से भी परिचित कराया, इसके 16 सूत्रों और आधुनिक जीवन में उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों के बारे में बताया। समारोह का समापन संचय अध्यक्ष अंशिका जैन द्वारा प्रश्नोत्तरी विजेताओं की घोषणा के साथ हुआ। बी.टेक (सीएसई) प्रथम वर्ष के छात्र मोहित कुमार चैंपियन के रूप में उभरे, जबकि बी.टेक (सीएसई एआई) प्रथम वर्ष के छात्र पार्थ सारथी ने दूसरा स्थान हासिल किया। बी.टेक (जैव सूचना विज्ञान) द्वितीय वर्ष की छात्रा ऋचा ने उपविजेता स्थान का दावा किया। विजेताओं को प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि सभी प्रतिभागियों को भागीदारी के प्रमाण पत्र प्राप्त हुए। पुरस्कार चांसलर प्रो. पी.के. खोसला द्वारा प्रदान किए गए । एसोसिएट डीन छात्र कल्याण, प्रो. नीरज गंडोत्रा ने साझा किया कि राष्ट्रीय गणित दिवस का उत्सव व्यावहारिक और आकर्षक था। वेबिनार का आयोजन और समन्वयन डॉ. साहिल कश्यप, डॉ. कनिका, डॉ. सुशील कुमार और स्कूल के अन्य संकाय सदस्यों द्वारा किया गया।
जयसिंहपुर/ नरेंदर डोगरा: कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में बीते कल महाविद्यालय की आपदा प्रबंधन समिति के द्वारा दो -दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पहले दिन डी.डी. एम. ए. धर्मशाला की टीम को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया, जिसमें कॉर्डिनेटर हरजीत सिंह भुल्लर और उनकी टीम के दो सदस्य शामिल रहे। इस दो -दिवसीय कार्यशाला का संचालन आपदा प्रबंधन समिति के संयोजक प्रो. इंद्र कुमार के द्वारा किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आपदा प्रबंधन से सबंधित जानकारी प्रदान करना रहा, जिसमें एन एस एस के स्वयंसेवियों व अन्य छात्रों ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया। प्रशिक्षक टीम ने छात्रों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं के बारे में आधारभूत जानकारी प्रदान की व भूकंप, ज्वालामुखी, बाढ, आग इत्यादि के कारण व प्रभाव के बारे में विस्तार से समझाया। इसके साथ कुछ महत्वपूर्ण तकनीक जैसे सी पी आर देने के बारे में सिखाया। इसके अतिरिक्त कार्यशाला के दूसरे दिन एस डी आर एफ की टीम ने छात्रों को मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा के दौरान बचाव के उपायों के बारे में सिखाया। इस कार्यक्रम मे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे व उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें स्वयं को प्रत्येक आपदा के प्रति तैयार रखना है। इसके साथ ही प्राचार्य ने आपदा प्रबंधन समिति के संयोजक डॉक्टर इंद्र कुमार का धन्यवाद कर उन्हें बधाई दी।
करसोग/राज सोनी: पीएम श्री राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पांगणा का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बीते कल अत्यंत उल्लास और धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन क्लस्टर स्तर पर आयोजित किया गया, जिसमें राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला पांगणा ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात शिक्षाविद् और सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य लक्ष्मी दत्त शर्मा ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ाई। उनके साथ उनके सुपुत्र मंगलेश शर्मा भी शामिल रहे। कार्यक्रम में सेवानिवृत एक्शियन के. डी.चौहान , सेवानिवृत्ति एम. सी. पी. ओ दयानंद ठाकुर, पतंजलि योगपीठ से जगदीश शर्मा सहित कई व्यक्ति शामिल रहे। स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष नारायण सिंह और अन्य सदस्य भी कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहे। उनका स्वागत ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं से भव्य तरीके से किया गया। उन्होंने बच्चों द्वारा लगाई गई मॉडल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया। समारोह में विद्यार्थियों ने एकल गीत, समूह गान, पहाड़ी नाटी, पंजाबी नृत्य और लोक नृत्य जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रधानाचार्य संजय कुमार ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए शैक्षणिक सत्र 2024-25 की उपलब्धियों का उल्लेख किया और विद्यार्थियों की प्रतिभा और शिक्षकों के समर्पण की सराहना की। मुख्य अतिथि ने विद्यालय के दानदाताओं के नामों से सुसज्जित हॉनर बोर्ड का अनावरण किया और शैक्षणिक व सह-शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने आध्यात्मिक जीवन के महत्व को समझाते हुए बताया कि कैसे नैतिक मूल्यों और सकारात्मक सोच से जीवन को संतुलित और सफल बनाया जा सकता है। सामाजिक जागरूकता पर जोर देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना कितना महत्वपूर्ण है। अंत में प्रधानाचार्य संजय कुमार और उप प्रधानाचार्य मस्तराम सहित सभी स्टाफ सदस्यों ने अतिथियों, शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा को मंच प्रदान करने में सफल रहा, बल्कि विद्यालय और समुदाय के बीच सहयोग और समर्पण को भी मजबूत करने का माध्यम बना।
** अगली तिथि 18 जनवरी को हुई निर्धारित... जयसिंहपुर/नरेंद्र डोगरा: विकास खंड लंबागांव के अंतर्गत बाल विकास अधिकारी रोहित थापा ने बताया कि भागेत्तर, मोलग और जुलापट्ट के आंगनवाड़ी केंद्रों के आंगनवाड़ी हेल्पर के पद के लिए 26-12 -2024 को होने वाले साक्षात्कार अगले महीने के लिए स्थगित कर दिया गए है। साक्षात्कार की अगली तिथि 18 जनवरी निर्धारित की है। उन्होंने बताया कि अगर कोई उक्त पदों के लिए आवेदन करना चाहता है तो वे 15 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं।
** भाजपा की वजह से हुई हिमाचल में कई राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान की स्थापना: अनुराग ठाकुर देहरा: पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने बीते कल देहरा में निर्माणाधीन केंद्रीय विश्वविद्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया व सुनेहत में दिल्ली कॉन्वेंट स्कूल के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में पात्र विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित कर उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं व नशे जैसी सामाजिक बुराई से दूर रहने का आह्वाहन किया। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, अच्छी व सुगम शिक्षा किसी भी राष्ट्र के प्रगति की पहली मूलभूत आवश्यकता है। 2014 के बाद पूरे देश की शैक्षणिक व्यवस्था में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मोदी सरकार लगभग 30 वर्षों बाद नई शिक्षा नीति लाई जिससे हमारे युवाओं को क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई करने का मौका मिला है। इसके कारण आज छोटे शहरों के बच्चे भी ओपिनियन लीडर बन पा रहे हैं। मोदी सरकार के 10 वर्षों में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश एजुकेशन हब के रूप में उभर कर सामने आया है। यह मोदी जी का हिमाचल के प्रति प्रेम ही हैं ,जिसके कारण आज एक छोटे से पहाड़ी राज्य में लगभग देश के सभी बड़े शैक्षणिक संस्थान हैं। आज हिमाचल के युवाओं को प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा अपने ही राज्य में मिल पा रही है। आगे बोलते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, हमारे सभी युवाओं को एक साथ आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वाह्न के अनुरूप 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है, जिसमें शिक्षा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज पूरे देश में 10,000 से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब कार्यरत हैं। पहले देश में 350 मेडिकल कॉलेज थे, मोदी ने 700 बना दिए। आज देश में 1100 विश्वविद्यालय हैं। 2014 में 384 मेडिकल कॉलेज थे। आज 700 से ज्यादा हैं। 2014 में यूनिवर्सिटी की संख्या 450 थी आज 1100 से ज्यादा है। 2014 में मात्र 7 एम्स थे, आज 22 एम्स हैं। 2014 में लगभग 51,000 एमबीबीएस की सीटें थी, आज 1 लाख 8 हजार से ज्यादा है। 2014 में देश में पीजी की सीटें मात्र 31,000 के आसपास थीं, आज 70,000 से ज्यादा हैं। 2014 में 16 आईआईएम थे, आज 23 आईआईएम हैं। 2014 में आईआईटी की संख्या 12 थी, आज 19 आईआईटी हैं। देहरा में भी 500 करोड़ की लागत से केंद्रीय विश्वविद्यालय बन रहा है। अब हमारे क्षेत्र के बच्चे अपने घर पर ही केंद्रीय विद्यालय से पढ़ कर केंद्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ सकते हैं। हमीरपुर लोकसभा में कुल 9 केंद्रीय विद्यालय के माध्यम से छात्रों के केंद्रीय विद्यालय में पढ़ कर अच्छी शिक्षा पाने की राह और आसान हो गई है। हमने ऐसे ही हमीरपुर एनआईटी और स्लोह में ही ट्रिपल आईटी भी बनाया है। पहले हमारे यहां मेडिकल कॉलेज नहीं थे। मैंने आपकी आवाज उठाकर हमीरपुर में मेडिकल कॉलेज और बिलासपुर में एम्स बनवाया। इसके अलावा कई आईटीआई भी बनाए गए हैं। मैं यही चाहता हूं की हमारे युवा साथी अच्छी शिक्षा ग्रहण करें और आगे बढ़ें। अनुराग ठाकुर ने कहा कि आईआईएम, एनआईटी, एचपीटीयू से लेकर ट्रिपल आईटी तक के राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान आज हिमाचल में भाजपा सरकार की देन है। हिमाचल को मोदी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है ताकि हमारे यहाँ के छात्रों को अच्छी व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अन्य राज्यों की ओर पलायन ना करना पड़े। अनुराग ठाकुर ने आगे पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में आए परिवर्तन को रेखांकित करते हुए बताया, आज पूरे देश में 10000 से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब कार्यरत हैं। अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि मोदी के विकास के साथ कदमताल करते हुए मैंने भी अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में बिना किसी सरकारी सहायता के बच्चों को गुरुकुल पद्धति के साथ निशुल्क ट्यूशन की व्यवस्था के लिए एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम की शुरुआत की है। एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम सबके प्रयास से सभी वर्गों के बच्चों को शिक्षा देना और सबका विकास करना है। इसकी शुरुआत 5 अक्टूबर 2021 को विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर की गई थी ताकि हिमाचल प्रदेश की तीन समस्याओं: अनएम्प्लॉयमेंट, इमीग्रेशन और इकोनॉमी का एजुकेशन के द्वारा समाधान किया जा सके। आज पूरे क्षेत्र में एक से श्रेष्ठ के 580 से ज्यादा केंद्र कार्यरत है जहां 9500 से ज्यादा बच्चे शिक्षा पा रहे हैं। इनमें छात्राओं की संख्या भी 48% है।
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा की जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव बाड़ी के अभिनव जमवाल ने एयरफोर्स में आल इंडिया में नंबर वन रैंक हासिल किया है, जोकि प्रदेश और जसवां के लिए एक गौरव की बात है। आपको बता दें कि अभिनव जमवाल ने तीनों सेनाओं के लिए क्वालीफ़ाई किया था, जिसमें उन्होंने एयरफ़ोर्स में पूरे देश में प्रथम स्थान हासिल किया और एयरफोर्स में अभी अधिकारी का पद ग्रहण करेगें।अभिनव के पिता नरेश जमवाल इंडियन नेवी में सूबेदार मेजर के रैंक पर हैं और इनके बड़े भाई आर्मी में मेजर है। वहीं अभिनव को एयरफोर्स में प्रथम स्थान मिलने पर समस्त जसवाल परिवार, संजय जसवाल, गंधर्व सिंह जसवाल, अविनाश जसवाल, कुलवंत सिंह, संसार सिंह, विरेंद्र, जगवंत, शिवराम सिंह, अश्वनी जसवाल , सुभाष, संजय, अजय, नानक, सुरजीत सिंह एवम समस्त जसवाल परिवार सहित सभी ने बधाई दी है।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में राष्ट्रिय गणित दिवस के अवसर पर गणित विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन गणित विभाग के प्रो संजीव कुमार और प्रो प्रिया द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि यह दिन महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को सम्मानित करता है, जिनका काम दुनिया भर के छात्रों और विद्वानों को प्रेरित करता है। उन्होंने संख्या सिद्धांत, निरंतर अंश और अनंत श्रृंखला में महान योगदान दिया 1 भौतिकी विभाग के प्रो संजीव जसवाल ने इस अवसर पर कहा कि गणित हमारे दैनिक जीवन का एक हिस्सा है। हम हर जगह गणित देख सकते हैं। गणित विभाग के विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम के दौरान भाषण प्रतियोगिता, पॉवर पॉइंट, प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में डॉ. कपिल सूद, डॉ शगुन नाग, डॉ कुशमाक्षी, प्रो. राज कुमार परमार, डॉ आरती, प्रो भीष्म, प्रो. राजेश कुमार, प्रो वंदना राणा, प्रो शगुन आदि उपस्थित रहे।