अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं का उचित निदान करना और विधानसभा क्षेत्र में आधारभूत अधोसंरचना को सुदृढ़ करना उनकी प्राथमिकता है। संजय अवस्थी आज अर्की में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत उपस्थित जनसमूह से वार्तालाप कर रहे थे। विधायक ने इस अवसर पर सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी और आशा जताई कि सभी के सहयोग से हिमाचल देश में पहाड़ी क्षेत्रों में संतुलित विकास का आदर्श बनकर उभरेगा। संजय अवस्थी ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र का सर्वागींण विकास करने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि तथा रोज़गार एवं स्वरोज़गार क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बच्चों को सरकारी विद्यालयों में पहली कक्षा से ही अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्रदान करने के निर्णय से हमारे छात्र जहां विश्व स्तर पर अधिक प्रतियोगी बनेंगे वहीं तकनीक के क्षेत्र में होने वाले नित बदलावों को सहजता से ग्रहण भी कर पाएंगे। विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में दीर्घकालिक परिवर्तन करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चरणबद्ध आधार पर रॉबोटिक्स शल्य चिकित्सा सहित व्यापक स्तर पर टेलीमेडिसन और ड्रोन के माध्यम से दुर्गम क्षेत्रों में दवाई इत्यादि पहुंचाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इनसे बहुमूल्य जीवन बचाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र में विविधता लाने और किसानों को उनकी उपज के बेहतर मूल्य दिलाने के लिए कार्य कर रही है। प्राकृतिक कृषि के उत्पादों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए मक्की उत्पाद के साथ नवीन शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि युवाओं को बेहतर रोज़गार उपलब्ध करवाने और उन्हें वित्तीय रूप से ठोस स्वरोज़गार स्थापित करने की दिशा में राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना मील का पत्थर सिद्ध हो रही है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि प्रदेश सरकार की इन योजनाओं का लाभ उठाएं और प्रदेश तथा अपनी आर्थिकी को मज़बूत बनाएं। उन्होंने इस अवसर पर लोहारघाट में उप तहसील खोलने व कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अर्की से बसंतपुर, घड़याच, टेपरा, नम्होल इत्यादि 07 ग्राम पंचायतों को बिलासपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से जोड़ने के लिए बस सुविधा आरम्भ हो गई है। इस बस सुविधा से क्षेत्र के लोग व्यापक तौर पर लाभान्वित होंगे। विधायक ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र की दूर-दराज ग्राम पंचायत सारमा में शीघ्र ही पटवार वृत्त खोला जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर देश को गंभीर आर्थिक संकट से निकालने और अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं के सम्पर्ण के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. डॉ. मनमोहन सिंह को स्मरण किया। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को लोगों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं के शीघ्र निपटारे के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता, राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अर्की मण्डल के अध्यक्ष सतीश कुमार (विक्की), बाघल लैंड लूजर के प्रधान जगदीश ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के सतीश कश्यप, रोशन वर्मा, सुरेंद्र पाठक, धनीराम ठाकुर, प्यारेलाल, कमलेश शर्मा, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, पुलिस उपाधीक्षक दाड़लाघाट संदीप शर्मा, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता शशिपाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व पंचायतों के जन प्रतिनिधि तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में गुरुवार से एक बार फिर शिमला विंटर कार्निवाल की शुरुआत होने जा रही है। इस दौरान मशहूर गायक डॉ. सतिंदर सरताज अपनी परफॉर्मेंस देने के लिए शिमला पहुंचेंगे, जिनकी पिछली शिमला समर फेस्टिवल में की गई शानदार प्रस्तुति ने लोगों का दिल जीता था। इस बार विंटर कार्निवाल में लोगों की भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है। शिमला विंटर कार्निवाल की शुरुआत 24 दिसंबर को हुई थी और यह 2 जनवरी तक चलने वाला था, लेकिन 26 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद केंद्र सरकार ने 1 जनवरी तक राजकीय शोक घोषित किया, जिसके चलते कार्निवाल को स्थगित कर दिया गया था। अब यह कार्निवाल 2 जनवरी से लेकर 8 जनवरी तक आयोजित होगा। शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और अन्य कैबिनेट सदस्य भी रिज पर पहुंचकर कार्निवाल में भाग लेंगे। इसके साथ ही बाहरी राज्यों से आए हुए सैलानी भी शिमला में सांस्कृतिक संध्या का आनंद लेने के लिए पहुंच रहे हैं।
** कहा, रिपोर्ट के बाद नियमों और कानून के तहत की जाएगी कार्रवाई शिमला के ठियोग में करोड़ों के पानी के घोटाले के आरोपों पर ठियोग के विधायक कुलदीप राठौर का बयान सामने आया हैं। राठौर ने कहा है कि मामला उनके संज्ञान में आया हैं। मामले की जांच की जाएगी। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की होगी। कुलदीप राठौर ने कहा कि मामला ध्यान में आने के बाद डीसी, एक्सिन और एसडीएम से बात कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने घोटाले की बात को मानते हुए कहा कि जिस तरह से बताया जा रहा है उससे ये बहुत बड़ा घोटाला लग रहा है लेकिन जांच से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता। ये सरकार भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी जनता के पैसे की बर्बादी और इस तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। वहीं उन्होंने कहा कि ठियोग हॉस्टल और अस्पताल में भी घोटाले को लेकर जांच चल रही है वहां भी कई तरह की अनियमिताएं पाई गई हैं जिस पर भी कार्यवाही की जा रही है।
** शिविर में जिला चम्बा के 28 पटवारी ले रहे भाग जिला मुख्यालय चम्बा में स्थित बचत भवन में गुरुवार को राजस्व विभाग के कर्मचारियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आगाज हो गया है। जिला राजस्व अधिकारी चम्बा जगदीश संख्यान की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले इस शिविर में जिला चम्बा के 28 पटवारी भाग ले रहे हैं। इन सभी पटवारियों को मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा जोकि जिले के अन्य पटवारियों को प्रशिक्षण देंगे। जिला राजस्व अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में पटवारियों का काम ऑनलाईन हो गया है, जिससे राजस्व कार्यों के निष्पादन में सरलता, पारदर्शिता व समयबद्धता निश्चित हो रही है। इससे बहुस्तरीय निगरानी व्यवस्था भी प्रभावी हुई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 से लेकर 2013 के बीच राजस्व रिकॉर्ड का डिजिटल प्रारूप तैयार किया गया था। लेकिन पुनः निरीक्षण करने पर इस डिजिटल रिकॉर्ड में कई प्रकार की त्रुटियां सामने आई हैं। लिहाजा, अब 28 पटवारियों को रिकॉर्ड में मैनुअल सुधार करने के उपरांत डिजिटल सुधार करने को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण का समापन शनिवार को होगा।
** डीसी मुकेश रेपस्वाल को सौंपा मांग पत्र.. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चम्बा के कार्यकर्ताओं ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर बनीखेत में निजी होटल के मैनेजर की हुई हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच मांगी है। इस मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक अरुण पंडित की अगुवाई में गुरुवार को डीसी चम्बा मुकेश रेपस्वाल को एक मांग पत्र सौंपा है। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि बनीखेत में पुलिस कर्माचारियों पर ही हत्या का आरोप लगा है, जिस समाज में रक्षक ही भक्षक बन जाए तो लोगों की सुरक्षा कौन करेगा। इस मामले के उजागर होने के बाद लोगों का कानून व्यवस्था से विश्वास उठने लगा है। पर्यटन नगरी डलहौजी के समीप हुई इस घटना से पर्यटन कारोबार पर भी बुरा असर पड़ेगा। बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता होने लगी है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस मामले में उचित एवं निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर भवानी ठाकुर सहित एबीवीपी के विभिन्न कार्यकर्ता मौजूद रहे।
युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि जयपुर में आयोजित होने वाली वॉलीबाल (पुरुष) सीनियर नेशनल खेल प्रतियोगिता की टीम के लिए 26 दिसंबर 2024 को इंदिरा गांधी राज्य खेल परिसर शिमला में हुए ट्रायल रद्द कर दिए गए हैं। यह प्रतियोगिता 7 से 13 जनवरी 2025 तक आयोजित की जानी प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि नए ट्रायल एडहॉक कमेटी वॉलीबाल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा पर्यवेक्षक एवं चयनकर्ता नियुक्त होने के उपरांत करवाए जाएंगे।
** चंडीगढ़, दिल्ली और गोवा का भ्रमण करेंगे 22 अनाथ बच्चे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां 22 चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के पहले दल को 13 दिवसीय भ्रमण पर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों की वोल्वो बस को हरी झंडी दिखाई और उन्हें इस टूअर के लिए शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश के 6000 अनाथ बच्चों को कानून बनाकर चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में अपनाया है। उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना लागू की है, जिसके अन्तर्गत अनाथ बच्चों की देखभाल, उन्हें शिक्षा प्रदान करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रावधान किए गए हैं। इन 22 बच्चों को इसी योजना के अन्तर्गत चंडीगढ़, दिल्ली और गोवा के भ्रमण पर भेजा गया। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि भ्रमण पर निकले 22 बच्चों में 16 लड़कियां और छह लड़के शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ये बच्चे 2 जनवरी से 4 जनवरी तक का चंडीगढ़ भ्रमण करेंगे और हिमाचल भवन चंडीगढ़ में ठहरेंगे। इसके बाद 5 जनवरी को ये शताब्दी टेªन से दिल्ली जाएंगे और 8 जनवरी तक दिल्ली में ठहरेंगे वहां विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि 9 जनवरी को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट हवाई जहाज से गोवा के लिए रवाना होंगे और 13 जनवरी तक गोवा में एक थ्री स्टार होटल में ठहरेंगे और वहां के विभिन्न पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। उन्होंने कहा कि 14 जनवरी को ये सभी बच्चे गोवा से हवाई जहाज के माध्यम से चंडीगढ़ पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अनाथ बच्चों का हिमाचल की सम्पदा पर अधिकार है। इन बच्चों की सरकार ही माता है और सरकार ही पिता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम अपने परिवार के सदस्यों के साथ घूमने जाते हैं उसी तरह से राज्य सरकार ने इन्हें भ्रमण पर भेजा है। उन्होंने कहा कि भ्रमण करने से ज्ञान बढ़ता है और इसका लाभ बच्चों को आने वाले समय में मिलेगा। उन्होंने कहा कि ये बच्चे आने वाले समय में देश सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार की यह सराहनीय पहल है और अनाथ बच्चों की देखभाल राज्य सरकार कर रही है। पहले इन बच्चों की कोई सुनवाई नहीं होती थी, लेकिन अब वर्तमान राज्य सरकार उनकी हर जरूरत का परिवार की तरह ध्यान रख रही है। इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, उपायुक्त अनुपम कश्यप और अन्य लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां बताया कि प्रदेश सरकार 22 नई जल विद्युत परियोजनाओं का आबंटन करने जा रही है, जिनकी कुल विद्युत क्षमता 828 मेगावाट है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में 6.5 मेगावाट से लेकर 400 मेगावाट तक की परियोजनाएं शामिल है। उन्होंने कहा कि यह परियोजनाएं प्रदेश के कुल्लू, चम्बा, किन्नौर, लाहौल-स्पीति और शिमला जिलों में चिन्हित की गई हैं, जिनमें सबसे अधिक 595 मेगावाट क्षमता की नौ परियोजनाएं चिनाव नदी बेसिन, 169 मेगावाट क्षमता की आठ परियोजनाएं सतलुज नदी बेसिन, 55 मेगावाट की क्षमता की चार परियोजनाएं रावी व एक परियोजना नौ मेगावाट क्षमता की ब्यास बेसिन में लगाना प्रस्तावित है। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहली बार इन परियोजनाओं को देश के अन्य राज्यों एवं केन्द्र शसित प्रदेशों व अन्य राज्य व केन्द्रीय उपक्रमों को 10 लाख प्रति मेगावाट अपफ्रंट प्रीमियम के आधार पर 40 वर्ष के लिए आबंटित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में ऊर्जा निदेशालय द्वारा सभी राज्य के सचिवों व केन्द्रीय उपक्रमों को पत्र भी भेजा गया है। उन्होंने कहा इन परियोजनाओ के आबंटन के लिए अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार के लिए विज्ञापन भी जारी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं के लगने से बिजली की आपूर्ति, मुफ्त बिजली के रूप में राजस्व में बढ़ोतरी, स्थानीय लोगों को रोजगार व स्थानीय क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित होगा। हिमाचल प्रदेश देश के एक समृद्धतम राज्य के रूप में उभरेगा।
हमीरपुर जिले के बड़सर उपमंडल में सरकारी भूमि से पेड़ों के अवैध कटान का मामला सामने आया है। इस मामले की जानकारी सोशल एक्टिविस्ट परमजीत डटवालिया ने वन विभाग को दी थी, जिसके बाद विभाग ने जांच शुरू की और पाया कि सठवीं बीट में 9 पेड़ों का अवैध कटान किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने समैला पंचायत के प्रधान डीआर काटकर पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है और कटे हुए पेड़ों की लकड़ी को भी जब्त कर लिया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, विभाग को जैसे ही मामले की जानकारी मिली, टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच की और कार्रवाई की। बीट ऑफिसर विनोद कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि "जैसे ही हमें सूचना मिली, हम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और संबंधित प्रधान पर जुर्माना लगाया। सोशल एक्टिविस्ट परमजीत डटवालिया ने बताया कि उन्होंने खुद इस मामले के साक्ष्य जुटाए और वन विभाग को सौंपे, जिसके बाद कार्रवाई की गई। उन्होंने यह भी कहा कि यह अवैध कटान पहले से चल रहा था और विभाग ने उचित समय पर इस पर कदम उठाया। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2024 में प्रदेशभर में खैर को छोड़कर अन्य सभी प्रकार के पेड़ों के कटान पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब सफेदा और बांस जैसे पेड़ों के कटान की अनुमति भी समाप्त कर दी गई है, क्योंकि इनकी आड़ में देवदार जैसे प्रतिबंधित पेड़ों का भी कटान हो रहा था।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1988 बैच के आईएफएस अधिकारी समीर रस्तोगी को वन बल प्रमुख (हाफ) के अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। समीर रस्तोगी, जो वर्तमान में सीपीडी जाईका के पद पर तैनात हैं, अब वन विभाग के मुखिया के रूप में कार्य करेंगे। यह पद डॉ. पवनेश के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली हुआ था, जिनके योगदान को सम्मानित करने के लिए वन विभाग में एक सादे समारोह का आयोजन किया गया। समीर रस्तोगी को यह नई जिम्मेदारी मिलने के बाद उन्हें अपेक्स स्केल मिलने की उम्मीद है। उन्होंने पहले भी विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जैसे कि डीएफओ, सीसीएफ, और अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल के पदों पर। इसके अलावा, वह मिड हिमालयन परियोजना में क्षेत्रीय परियोजना निदेशक बिलासपुर और वन विकास निगम में भी महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दे चुके हैं। समीर रस्तोगी ने फरवरी 2019 से फरवरी 2024 तक केंद्र सरकार की सार्वजनिक उपक्रम, राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनसीएफएल), मुंबई में चीफ विजिलेंस अफसर के रूप में कार्य किया। वे छह अप्रैल से जाईका वानिकी परियोजना में मुख्य परियोजना निदेशक के पद पर तैनात हैं। वहीं, डॉ. पवनेश को उनके सेवानिवृत्त होने पर वन विभाग मुख्यालय शिमला में विदाई दी गई। उन्होंने वन बल प्रमुख के साथ-साथ वन निगम के महानिदेशक और आइडीपी प्रोजेक्ट सोलन के मुख्य परियोजना निदेशक के पद पर भी अपनी सेवाएं दी थीं। डॉ. पवनेश की सेवानिवृत्ति पर वन विभाग कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने उन्हें बधाई दी और उनके द्वारा कर्मचारियों के लंबित मामलों को सुलझाने की सराहना की।
** कहा, राज्य सरकार ने 6000 अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दिया दर्जा ** इस अवसर पर कर्नल धनी राम शांडिल भी रहे उपस्थित मुख्यमंत्री सुक्खू ने सचिवालय से 22 बच्चों को 13 दिनों के शैक्षिक भ्रमण पर रवाना किया। उन्होंने वोल्वो बस को हरी झंडी दिखाकर बच्चों को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने प्रदेश के 6000 अनाथ बच्चों को "चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट" का दर्जा देकर उनकी देखभाल की जिम्मेदारी ली है।इस भ्रमण दल में 16 लड़कियां और 6 लड़के शामिल हैं। ये बच्चे 2 जनवरी से 4 जनवरी तक चंडीगढ़ में रहेंगे और हिमाचल भवन में ठहरेंगे। इसके बाद 5 जनवरी को शताब्दी ट्रेन से दिल्ली जाएंगे और 8 जनवरी तक वहां रुककर ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे।कैबिनेट मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि सरकार इन बच्चों के अभिभावक के रूप में उनकी जिम्मेदारी निभा रही है।
जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के तांदी गांव में नए साल के पहले ही दिन भीषण अग्निकांड में 17 मकान, छह गोशालाएं एवं देवताओं का भंडार गृह राख हो गया। बुधवार दोपहरबाद करीब 3:00 बजे बिजली के तार में शॉर्ट सर्किट होने से सबसे पहले घास के पड़ाछे में आग लगी और इसके बाद एक-एक करके आधा गांव जल गया। अग्निकांड में छह घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। काष्ठकुणी शैली में बने मकानों में आग लगने से कड़ाके की ठंड में 35 परिवारों के 144 लोगों के सिर से छत छिन गई है। भंडार गृह में देवता के सोने-चांदी के आभूषण रखे थे, जो राख हो गए। पुलिस मामला दर्ज कर आग लगने के कारणों की छानबीन में जुट गई है। आग की इस घटना से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। आग लगने के बाद गांव में अफरातफरी मच गई। पंचायत प्रधान परस राम ने बताया कि अचानक एक मकान में चिंगारी भड़की और देखते ही देखते आग ने पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया। तांदी के यज्ञ चंद ने घास में आग लगते हुए देखी थी। आग की लपटें उठतीं देख गांव के लोग भी घटनास्थल की ओर दौड़े। काष्ठकुणी शैली के मकान होने के चलते आग ने एक के बाद एक कई मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि घरों से सामान निकालने का भी समय नहीं मिला। हालांकि, ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर मवेशियों को गोशालाओं से बाहर निकाल लिया। गांव में एक साथ कई घरों में उठ रहीं आग की लपटें देखकर हर किसी के रौंगटे खड़े हो गए। आसपास गांव के लोग भी घटनास्थल की ओर दौड़े। आग की सूचना दमकल विभाग को भी दी गई। दमकल टीम भी मौके पर पहुंची, लेकिन 17 मकानों और छह गोशालाओं को जलने से नहीं बचाया जा सका। देर रात तक घरों से चिंगारियां उठतीं रहीं। बंजार थाना के डीएसपी शेर सिंह ठाकुर ने बताया कि मामला दर्ज कर असल कारणों की छानबीन की जा रही है। वहीं बंजार के एसडीएम पंकज शर्मा ने कहा कि प्रभावित लोगों को 15-15 हजार रुपये फौरी राहत और तिरपाल, कंबल दिया गया है। प्रचंड आग को आगे बढ़ने से रोकने के लिए ग्रामीणों ने पांच मकानों को उखाड़ दिया। मकानों को उखाड़ने से तबाही कम हो गई। अगर इन घरों को नहीं उखाड़ते तो 38 घरों वाला पूरा गांव जल जाता। कुछ लोगों ने बेलचे से मिट्टी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग की घटना के बाद ग्रामीण अब गहरे सदमे में हैं। लकड़ी के बने मकानों में भड़की आग को काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग के साथ सैकड़ों लोगों को मशक्कत करनी पड़ी। सूचना मिलते आग बुझाने के लिए बंजार से दमकल कर्मियों की टीम समेत रवाना हुई, लेकिन वाहन 40 मिनट तक जाम में फंसा रहा। वाहन पहले बंजार बाजार में 25 और फिर जिभी में 15 मिनट तक जाम में फंसा रहा। इसके बाद जब वाहन गांव में पहुंचा तो आग ने चार से पांच घरों को चपेट में ले लिया था। ऐसे में आग पर काबू पाने के लिए एक वाहन नाकाफी रहा। पानी खत्म होने पर पानी भरने की सुविधा न होने से वाहन को सात किलोमीटर दूर जिभी जाकर भरवाना पड़ा। पड़ोसी गांव के लोग भी मौके पर पहुंचे और मिट्टी व पानी की बालटियां भरकर आग पर फेंकीं, लेकिन मकान नहीं बचाए जा सके। स्थिति गंभीर होने पर लारजी व कुल्लू से भी दमकल वाहन बुलाना पड़े।
नववर्ष के पहले दिन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने सरकारी और निजी आवास पर लगे बिजली मीटरों पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने की घोषणा की। सीएम ने कहा, मेरे नाम से बिजली के पांच मीटर हैं। मुझे ही 625 यूनिट बिजली उपदान में मिल रही है। यह उपदान गरीब आदमी को मिलना चाहिए। सीएम ने कहा कि मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों और कांग्रेस विधायकों ने भी सब्सिडी छोड़ने पर सहमति जताई है। सीएम ने समर्थ लोगों से स्वेच्छा से बिजली छोड़ने की अपील की है। बोर्ड ने प्रारूप तैयार किया है और इसे भरना होगा। सुक्खू ने सब्सिडी छोड़ने के लिए विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष को एक फार्म भरकर सौंपा। सीएम ने बुधवार को ओकओवर शिमला में प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समर्थ लोग इसे छोड़ें तो 200 करोड़ रुपये की मासिक बचत होगी। सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार ने जब सत्ता संभाली थी तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। उन्होंने फैसले किए, जिसके बाद अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है। सभी स्रोतों से प्रदेश की आय 14,000 करोड़ से लेकर 16,000 करोड़ रुपये तक है। वह कब तक कर्ज पर कर्ज लेकर राज्य की अर्थव्यवस्था को चलाते रहेंगे। इसे कमजोर करते रहेंगे। दो साल में हमने 28 हजार करोड़ का कर्ज लिया। कर्ज इसलिए लिया, क्योंकि जो पिछला लोन था, उसमें 10 हजार करोड़ रुपये ब्याज के दिए और 8,000 करोड़ रुपये मूलधन का वापस किया। राज्य की संपदा की बात करें तो बजट पेश करते हुए भी वह अनुमान लगाते हैं कि बजट कितने हजार करोड़ रुपये का होगा, मगर पिछले कई वर्षों से उस बजट में होल चलता रहा है। यानी बजट 58 हजार करोड़ रुपये का प्रस्तुत किया गया है, लेकिन चार हजार करोड़ रुपये तक का जो कर, राजस्व और अनुदान आना चाहिए था, वह नहीं मिला। 4000 करोड़ रुपये का उस बजट में होल चलता रहा है।
कुनिहार पुलिस ने बुधवार शाम गश्त के दौरान उत्तराखंड के दो युवकों से 276 ग्राम चरस बरामद की। जानकारी के अनुसार, जब कुनिहार पुलिस के एचसी राजेंद्र कुमार और अन्य पुलिसकर्मी सरकारी गाड़ी को शिव गुफा कुनिहार के पास खड़ी कर पैदल डुमैहर रोड की ओर गश्त करते हुए जा रहे थे, तभी डुमैहर की ओर से दो युवक पैदल शिव गुफा कुनिहार की ओर आ रहे थे। इनमें से एक युवक ने पुलिस को देखकर अपनी पैंट की बांई जेब से एक सफेद रंग का लिफाफा निकालकर सड़क के ऊपर की तरफ नाली में फेंक दिया। पुलिस को शक हुआ, तो उन्होंने दोनों युवकों को काबू किया। लिफाफा फेंकने वाले युवक ने अपना नाम अमन पुत्र राम सिंह, गांव मोरी, डॉ. घ. परोला, तहसील नौगांव, जिला उत्तरकाशी, उत्तराखंड बताया। दूसरे युवक ने अपना नाम अजीत पुत्र मोहनलाल, गांव सेवा, डॉ. घ. मसरी, तहसील मोरी, जिला उत्तरकाशी, उत्तराखंड बताया। पुलिस ने लिफाफे को खोलकर देखा, तो उसमें काले रंग का ठोस बती नुमा पदार्थ था, जो सूंघने और अनुभव से चरस पाया गया। आरोपियों ने भी इसे चरस ही बताया। चरस को तोलने पर पॉलिथीन लिफाफे सहित 283 ग्राम और बिना लिफाफे के 276 ग्राम चरस मिली। इस मामले की पुष्टि डीएसपी अशोक चौहान ने की है।
** 16 जनवरी से पुणे में शुरू होगी राष्ट्रीय जूडो प्रतियोगिता पधर उपमंडल की चौहारघाटी की राजकीय उच्च पाठशाला बल्ह की दो छात्राएं नेशनल जूडो प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी। बल्ह स्कूल की अलीशा शांडिल ने चौथी बार और यशवी शांडिल ने दूसरी बार राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक जीत कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हुई हैं। दोनों छात्राएं चौहारघाटी के बाघन गांव से हैं, जहां खेलकूद की सुविधाएं बहुत कम हैं। फिर भी, इन दोनों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। कोच जोगिंदर सिंह शांडिल ने बताया कि दोनों खिलाड़ी 16 जनवरी को पुणे (महाराष्ट्र) में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने जाएंगी। हाल ही में, दोनों शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय कोचिंग कैंप में हिस्सा लेकर अपने गांव लौटी हैं। इनकी सफलता से पूरी चौहारघाटी में खुशी का माहौल है। स्कूल के शिक्षक अजय कुमार, पंचायत प्रधान महेंद्र सिंह, उप प्रधान वीरी सिंह और अन्य ग्रामीणों ने इन दोनों खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।
हिमाचल प्रदेश में नए साल में उपभोक्ताओं को दालों के महंगे बाजार से राहत मिलेगी। पिछले दो महीने से डिपुओं में दालों का कोटा नहीं मिल रहा था, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ने उड़द, दाल चना और मलका दाल का सप्लाई ऑर्डर जारी कर दिया है। इसके बाद, ये दालें डिपुओं में पहुंचने लगी हैं। अब उपभोक्ताओं को इस महीने का कोटा मिलेगा, साथ ही दो महीने का बैकलॉग कोटा भी दिया जाएगा।हालांकि, उपभोक्ताओं को अभी सरसों का तेल मिलना बाकी है। इसके लिए 4 जनवरी को टेंडर खोला जाएगा और सरकार से मंजूरी मिलने के बाद सप्लाई ऑर्डर जारी किया जाएगा। अब, हिमाचल प्रदेश के करीब 4500 डिपुओं में उपभोक्ताओं को उड़द की दाल मिलेगी। एनएफएसए के तहत आने वाले परिवारों को यह दाल 58 रुपए प्रति किलो, एपीएल परिवारों को 68 रुपए किलो और टैक्स पेयर को 93 रुपए प्रति किलो मिलेगी। इसके अलावा, दाल चना भी बैकलॉग कोटे के साथ मिलेगा। गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को 65 रुपए प्रति किलो, एपीएल परिवारों को भी 65 रुपए किलो और टैक्स पेयर को 69 रुपए प्रति किलो चना दाल मिलेगी।हिमाचल में इस बार कनाडा से आयातित मलका दाल भी उपलब्ध होगी। बीपीएल परिवारों को मलका की दाल 56 रुपए प्रति किलो, एपीएल परिवारों को 66 रुपए किलो और टैक्स पेयर को 91 रुपए किलो मिलेगी। इस कदम से उपभोक्ताओं को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दालें मिलेंगी और बाजार में कीमतों पर नियंत्रण रहेगा।
हिमाचल प्रदेश में लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए नए वित्त वर्ष में नई सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। इस दिशा में सरकार ने काम शुरू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, प्रदेश में सड़क नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए 2025-26 में 500 नई सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा, जिसमें 300 किलोमीटर सड़कें नाबार्ड और 200 किलोमीटर सड़कें विशेष कोर विकास कार्यक्रम, ग्रामीण सड़क एवं मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई जाएंगी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि साल 2025-26 में 625 किलोमीटर नई सड़कों पर टायरिंग का काम शुरू किया जाएगा, जिनमें से 425 किलोमीटर सड़कें नाबार्ड और 200 किलोमीटर सड़कें विशेष क्षेत्र विकास, केंद्रीय सड़क और अवसंरचना कोष एवं मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तैयार की जाएंगी। इसके अलावा केंद्रीय सड़क व अवसंरचना कोष योजना के तहत 50 किलोमीटर सड़कों को अपग्रेड किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, प्रदेश के लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए साल 2025-26 के दौरान 50 पुलों और 35 नए भवनों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसके अलावा वार्षिक मरम्मत योजना के तहत 1800 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत एवं नवीनीकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 10 लाख वर्ग मीटर पैक वर्क किया जाएगा, जिससे 3500 किलोमीटर सड़कें गड्ढा मुक्त होंगी। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पीएमजीएसवाई-3 योजना के तहत 2000 किलोमीटर सड़कों को अपग्रेड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 679 किलोमीटर सड़कें एफडीआर और 468 किलोमीटर सड़कें सीटीबी के तहत बनाई जाएंगी। इसके अलावा अन्य सड़कें पारंपरिक तकनीक से बनाई जाएंगी। पीएमजीएसवाई-4 योजना के तहत 900 किलोमीटर सड़कों की डीपीआर तैयार की जानी प्रस्तावित है, जिनका निर्माण पीएमजीएसवाई-1 के तहत पहले ही शुरू हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसे के चलते नए साल की खुशियां मातम में बदल गई हैं। मामला शिमला जिले का है। यहां नए साल के जश्न के दौरान एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद सारी खुशियां मातम में बदल गई। डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि शिमला जिले के ठियोग के मतियाना में नए साल की पूर्व संध्या पर मंगलवार रात करीब 11:30 बजे एक पेट्रोल पंप के पास दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में किन्नौर के तीन युवकों की मौत हो गई है। ये तीनों युवक अपनी कार (नंबर HP 02A-0169) में सवार होकर शिमला से रामपुर की ओर जा रहे थे। इस दौरान मतियाना पहुंचने पर पेट्रोल पंप के पास उनकी गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में कार सवार तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। डीएसपी ठियोग ने बताया कि कार ड्राइवर का गाड़ी से अचानक कंट्रोल खो जाने पर ये हादसा हुआ है। वहीं, गाड़ी के गहरी खाई में गिरकर पलटने की आवाजें स्थानीय लोगों को सुनाई दी। स्थानीय लोग आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे, जिसके बाद वहां पर चीख-पुकार मच गई। लोगों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी। मगर हादसा इतना भयंकर था कि तीनों युवकों को बचाने का मौका नहीं मिला और तीनों मौके पर ही दम तोड़ चुके थे। डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया, सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच के मुताबिक ये तीन युवक किन्नौर के रहने वाले थे। अभी मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। ठियोग पुलिस ने पहचान की प्रक्रिया तेज कर दी है। सड़क दुर्घटना को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं। पुलिस द्वारा हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने सोलन के बड़ोग में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नियमों के विपरीत बनाईं बहुमंजिला इमारतों में किए गए अतिक्रमण को स्वयं हटाने के आदेश जारी किए हैं। प्रदेश सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के तहत अदालत ने कहा कि अगर भवन की ऊंचाई निर्धारित 21 मीटर से ऊपर है तो उसे हटाया जाए। प्रतिवादियों की ओर से अदालत को बताया गया कि जब इन भवनों का निर्माण किया गया, उस समय टीसीपी के नियम क्षेत्र में लागू नहीं होते थे। यह क्षेत्र पंचायतों के अधीन था। मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधावालिया और सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई की। खंडपीठ ने इस मामले में अगली सुनवाई में प्रतिवादियों को हलफनामा दायर करने को कहा है।अदालत ने सरकार से पूछा है कि भवनों को बनाने के लिए क्या मैकेनिज्म है? सरकार की ओर से अदालत को बताया गया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से पहले अनुमति लेनी होती है। भवनों का मैप, डिजाइन, मिट्टी की परख और इंजीनियर की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए भवनों का निर्माण किया जाता है। सरकार की ओर से अदालत को यह भी बताया गया है कि वर्तमान में घरेलू भवनों की ऊंचाई 21 मीटर है, जबकि व्यावसायिक भवनों की ऊंचाई 70 मीटर निर्धारित की गई है। उल्लेखनीय है कि बड़ोग में छह किलोमीटर तक के क्षेत्र में बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया गया है।
हिमाचल नए साल के जश्न में पूरी तरह डूबा गया। पहाड़ों की दिलकश वादियों में नए साल का इस्तकबाल करने तीन लाख से ज्यादा सैलानी पहुंचे। शिमला, मनाली, डलहौजी और धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों पर धमाल मचाया। कड़ाके की ठंड में पर्यटकों ने नाच-गाकर साल 2025 का स्वागत किया। शिमला और मनाली में नए साल का जश्न देखते ही बना। मालरोड व रिज मैदान पर आधी रात को आतिशबाजी के साथ लोगों ने जश्न मनाया। शहर में लोग सड़कों पर भी उतर आए। होटलों-रेस्तरां में देर रात तक रंगारंग कार्यक्रम चलते रहे। सैलानियों से पूरी तरह पैक होटलों में नए साल के जश्न के खास इंतजाम रहे। पर्यटन नगरी मनाली, धर्मशाला और चायल में रात 12 बजे के बाद न्यू ईयर क्वीन का चयन किया गया। साथ ही लेमन डांस, कैंडल डांस, बेस्ट कपल और बच्चों के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। उधर, शक्तिपीठ छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी और माता नयना देवी के मंदिर के कपाट मंगलवार की देर रात को मात्र एक घंटे बंद रहे। वहीं, शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी, ज्वालाजी और नंदिकेश्वर धाम चामुंडा मंदिर के कपाट बुधवार सुबह 5 बजे श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे।
** मैदानों में कल से घने कोहरे का अलर्ट हिमाचल में बारिश-बर्फबारी के बाद पहाड़ ठंड से कांप रहे हैं। मंगलवार को ताबो में पारा रिकॉर्ड माइनस 17 डिग्री पहुंच गया। भले ही साल 2024 के आखिरी दिन शिमला और मनाली के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बर्फबारी वाले इलाकों में पारा शून्य से नीचे चल रहा है। प्रदेश में नए साल के पहले दिन मौसम साफ रहेगा। एक जनवरी को अधिकांश क्षेत्रों में धूप खिली रहने की संभावना है। 2 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय हो रहा है। 5 और 6 को भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी हो गया है। इस दौरान कई जगह बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मैदानी जिलों ऊना, कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी के कई क्षेत्रों में कोहरा पड़ने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। 2 जनवरी तक सुबह और शाम के समय घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी हुआ है। जिला कुल्लू और लाहौल में बर्फबारी के बाद से अभी तक 138 सड़कें बंद हैं। इनमें कुल्लू के दो हाईवे के साथ आठ सड़कें और लाहौल की 130 सड़कें शामिल हैं। बर्फबारी के कारण अभी इन मार्गों पर वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी। मनाली में 60 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हैं। बुधवार को कुल्लू और लाहौल में सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। रोहतांग दर्रा के साथ ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे। कड़ाके की ठंड से लाहौल घाटी के साथ जलोड़ी दर्रा और सोलंगनाला में शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। राजधानी शिमला में मंगलवार को हल्के बादल छाए रहने के साथ धूप खिली। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी मौसम मिलाजुला बना रहा। मंगलवार को दिन में धर्मशाला में अधिकतम तापमान 19.9, हमीरपुर में 19.4, कांगड़ा में 19.1, बिलासपुर में 17.6, शिमला में 17.5, ऊना में 16.4, नाहन में 12.7, मनाली में 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्से मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड की चपेट में रहे। पश्चिमी हिमालयी राज्यों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां पारा शून्य या उससे नीचे दर्ज किया गया, वहीं मैदानी इलाकों में भी तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश के 50 जिलों में अधिकतम तापमान 5 डिग्री तक गिर गया। साल के आखिरी दिन दिल्ली समेत कुछ राज्यों में बादलों के साथ सूरज की आंखमिचौली चलती रही। इससे कंपकंपी बढ़ी। अगले सप्ताह पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं, मैदानों में भी 4 से 6 जनवरी तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार देर रात से मंगलवार सुबह तक चंडीगढ़, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बहुत घना कोहरा छाया रहा और दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही।
** पुलिस ने नशा माफिया की संपत्ति सील की, प्रदेश सरकार का बड़ा एक्शन.. जिला पुलिस नूरपुर ने नशे के खिलाफ अभियान के तहत 26 अक्टूबर 2023 को थाना नूरपुर के अटाहड़ा क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान नीरज कुमार उर्फ कोबरा को गिरफ्तार किया। वह गाँव माँव, डाकघर मोलवां, तहसील फतेहपुर, जिला कांगड़ा का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से 50.46 ग्राम हेरोइन बरामद की और उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 और 25 के तहत मामला दर्ज किया। जाँच में पता चला कि नीरज कुमार पहले भी नशे के कई मामलों में पकड़ा गया है। 18 नवंबर 2023 को पुलिस ने गृह विभाग को एक प्रस्ताव भेजा, जिसमें नीरज कुमार को पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करने की सिफारिश की। पुलिस ने उसकी संपत्तियों की जाँच की और पाया कि नीरज के नाम पर कोई ज़मीन नहीं है। उसके घर की जाँच में यह पता चला कि वह घर सरकारी ज़मीन पर बना है। 31 दिसंबर 2024 को, राजस्व विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने नीरज कुमार के इस घर को सील कर दिया। एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने कहा कि नशे के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश वॉलीबॉल टीम के चयन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। खिलाड़ियों ने चयन प्रक्रिया पर भेदभाव और पक्षपात के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की। उनका कहना है कि चयन समिति ने प्रतिभाशाली और अनुभवी खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर कोच के बेटे को टीम में शामिल किया। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी टीम से बाहर कर दिया गया। खिलाड़ियों ने ऑन-कैमरा ट्रायल दोबारा करवाने की मांग की है ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए खेल विभाग के निदेशक को जांच के आदेश दिए और दोबारा ट्रायल करवाने को कहा। दूसरी ओर, चयन समिति के सदस्य अर्जुन अवार्डी संजय कुमार फोगाट ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ट्रायल में 70 लड़के और 45 लड़कियों ने हिस्सा लिया, और चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही। खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और किसी भी अनियमितता पर सख्त कार्रवाई होगी। यह विवाद 26-27 दिसंबर को शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में हुए ट्रायल से जुड़ा है, जो 7-13 जनवरी को जयपुर में होने वाली सीनियर नैशनल वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए आयोजित किया गया था। खिलाड़ियों की शिकायत और सीएम के हस्तक्षेप से निष्पक्ष चयन की उम्मीद की जा रही है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ढलियारा के वाणिज्य विभाग के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने नागपुर स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में 45 दिन का कठिन प्रशिक्षण लिया और एनसीसी ऑफिसर का पद प्राप्त किया। इस प्रशिक्षण में उन्हें ड्रिल, वेपन ट्रेनिंग, शारीरिक प्रशिक्षण, मैप रीडिंग, और जनरल एनसीसी जैसे विषयों का ज्ञान प्राप्त हुआ। जब वे स्कूल लौटे, तो प्रधानाचार्य सुनील कुमार और स्कूल के सभी स्टाफ ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद, एनसीसी ऑफिसर मुकेश शर्मा ने कैडेट्स को अपने अनुभव साझा किए और उन्हें इन अनुभवों से सीखने के लिए प्रेरित किया।
** दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर की प्रार्थना.. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी फतेहपुर ने रैस्ट हाऊस फतेहपुर में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय मनमोहन सिंह के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर फतेहपुर विधायक और राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया भी उपस्थित रहे। स्थानीय विधायक भवानी सिंह पठानिया ने जानकारी दी कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई है। इसके अलावा, फतेहपुर के सम्माननीय वरिष्ठ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों पर चर्चा की और समस्याओं को सुना। उन्होंने बताया कि विधानसभा फतेहपुर के विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 450 करोड़ रुपये के कार्य स्वीकृत हो चुके हैं। इनमें से कुछ कार्यों के टेंडर हो चुके हैं, जबकि कुछ की प्रक्रिया अभी जारी है। इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रजिंदर पठानिया और अन्य लोग भी उपस्थित थे।
**नामया ने डिजाइनर ड्रेस के साथ जीता अवार्ड.. जसवां-प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र के सुहीं गांव की नन्ही बच्ची नामया शर्मा, जो अंकुश शर्मा और दीपिका शर्मा की बेटी हैं, ने मॉडलिंग में एक और उपलब्धि हासिल की है। हाल ही में, नामया ने पंजाब के जीरकपुर स्थित कोस्फो मॉल में आयोजित रनवे वंडर मॉडल ऑफ इंडिया 2024 में भाग लिया।इस प्रतियोगिता में नामया ने डिजाइनर ड्रेस पहनकर अपनी वॉक जजों के सामने पेश की। उनकी शानदार प्रस्तुति के लिए मिस इंडिया फेमिना अमृता ने उन्हें सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रिया और राजन ने किया, जो स्टार अकैडमी चलाते है।
** कहा, 100 किसानों से 378 क्विंटल गोबर खरीदा हिमाचल सरकार ने अपनी दस गारंटियों में से गोबर खरीद की गारंटी को पूरा करते हुए दस जिलों में गोबर खरीद शुरू कर दी है। 11 दिसंबर को सरकार के दो साल पूरा होने पर गोबर खरीद को हरी झंडी दिखाई थी। सरकार ने अभी तक 100 किसानों से 378 क्विंटल खाद खरीद ली है। किन्नौर और लाहौल स्पीति दो कबायली जिलों को छोड़कर दस जिलों में खाद खरीद शुरू कर दी है। ये जानकारी कृषि मंत्री ने दी है। उन्होंने कहा कि पांच और दस किलो के पैकेट में गोबर खरीद की जा रही है। ठेकेदार को पांच रुपए किलो के हिसाब से एकत्रित करने और ट्रांस्पोर्ट के दिए जा रहे हैं। आगे सरकार इसको 11 से12 रुपए किलो के हिसाब से बेचेगी। हालांकि सरकार ने दो रुपए किलो के हिसाब से गोबर खरीद की गारंटी दी थी। अब तीन किलो के हिसाब से खरीदे रहें हैं। लेकिन किसान अब 5 से आठ रुपए किलो के हिसाब गोबर बेचने की बात कह रहे हैं। यदि गोबर खरीद का अच्छा रिस्पॉन्स रहा तो रेट बढ़ाने के बारे में सोचेंगे।
चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुरांह स्थित कूड़ा संयंत्र में लगी आग का जायजा लेने के लिए सदर विधायक नीरज नैयर पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमित भरमौरी भी मौजूद थे। विधायक ने इस दौरान स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनीं और प्रशासन को आदेश दिया कि कूड़े में सुलग रही आग को तुरंत बुझाया जाए।स्थानीय लोगों ने विधायक को बताया कि इस कूड़ा संयंत्र में पहले भी कई बार नियमों का उल्लंघन कर कूड़े को जलाया गया है। इस बार आग लगने से नगर परिषद को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है और जहरीले धुएं के कारण आसपास के पंचायतों के लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश होने के बावजूद आग पूरी तरह बुझ नहीं पाई है।लोगों ने कूड़ा संयंत्र को बंद करने की मांग की। बुधवार रात अचानक कूड़ा संयंत्र में आग लग गई थी, जिसमें करीब ढाई करोड़ रुपये की मशीनें जलकर राख हो गईं। नगर परिषद ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई है। विधायक नीरज नैयर ने कहा कि आग को पूरी तरह बुझाने के लिए प्रशासन को आदेश दे दिए गए हैं। कूड़ा संयंत्र के स्थायी समाधान के लिए प्रयास किए जाएंगे।
शिमला: पर्यटन स्थल कुफरी में स्नो बूट बदलने को लेकर पर्यटकों और स्थानीय दुकानदारों के बीच रविवार को विवाद हो गया। यह विवाद अचानक हाथापाई में बदल गया और पर्यटकों ने चाकू से वार कर तीन लोगों को घायल कर दिया। स्थानीय लोगों से मामले की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल हुए तीनों लोगों को इलाज के लिए तुरंत प्रभाव से आईजीएमसी शिमला पहुंचाया गया। वहीं, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को कस्टडी में ले लिया है। आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। एसपी शिमला संजीव गांधी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया, चारों पर्यटक पंजाब से शिमला के कुफरी में घूमने आए थे। यहां वे एक दुकान में बर्फ में घूमने के लिए स्नो बूट लेने पहुंचे। स्नो बूट को पर्यटकों को किराये पर दिया जाता है। स्नो बूट लेते समय पर्यटकों की दुकानदार से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई जो बाद में मारपीट में बदल गई और पर्यटकों ने चाकू निकालकर हमला कर दिया। इस मामले की जांच ढली पुलिस कर रही है। इस हमले में स्थानीय दुकानदार जगदीश शर्मा, शेखर शर्मा और निखिल सिंगटा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही शिमला में कार्निवल के दौरान रात को आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में मारपीट की एक घटना सामने आई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ था।
प्रदेश में नए साल से उचित मूल्य की दुकानों में दालें मिलना शुरू हो जाएंगी। राज्य आपूर्ति निगम ने गोदामों में दालों की सप्लाई कर दी है। जनवरी से डिपुओं से सस्ती दालें खरीद पाएंगे। दो माह का कोटा एक साथ मिलेगा। दालों के दामों में फिलहाल कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। एक सप्ताह पहले ही उड़द की दाल गोदामों में पहुंच चुकी है। डिपुओं में जल्द दालें पहुंच जाने से प्रदेश के उपभोक्ताओं को बाजारों से दोगुना दामों पर मिलने वाली दालों को खरीदने से राहत मिलेगी। राज्य आपूर्ति निगम की ओर से प्रदेश भर में 1.60 लाख क्विंटल दालों की सप्लाई की गई है, जिसमें 80 हजार क्विंटल केवल चना दाल है। बची 80 हजार क्विंटल दाल मलका मसूर और उड़द की दाल है। निगम ने दालों का बफर स्टॉक भारत सरकार से खरीदा है। निगम की ओर से गुणवत्ता के आधार पर परख कर खरीदी गई दालों का दो माह का कोटा अगले माह से उपभोक्ताओं एक साथ दिया जाएगा, जिसमें सभी उपभोक्ताओं को चना दाल 65 रुपये किलो, मलका मसूर बीपीएल को 56 रुपये, एपीएल को 66 और आयकरदाताओं को 91 रुपये किलो मिल रही है। प्रदेश में खाद्य आपूर्ति विभाग के कुल 5300 डिपो हैं और कुल 19.65 लाख राशन कार्डधारक हैं, जो विभाग की ओर से मिल रहे सस्ते राशन का लाभ ले रहे है। निगम की ओर से प्रदेश में अगले माह से पूरा राशन उपलब्ध करवाया जाएगा। वहीं, तेल का टेंडर भी जनवरी माह में पहले सप्ताह में होने की संभावना है। उड़द दाल हुई सस्ती, पर आयकरदाताओं को मिलेगी महंगी राशन डिपुओं में नए साल से उड़द की दाल राशन कार्ड उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर मिलेगी। हालांकि आयकरदाताओं को महंगी मिलेगी। एनएफएसए (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम) उपभोक्ताओं को उड़द की दाल 58 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से दी जाएगी। पहले इसका भाव 63 रुपये प्रति किलो था। एपीएल परिवारों के लिए उड़द का मूल्य 68 रुपये किलो तय किया गया है। डिपुओं में पहले इन परिवारों को 73 रुपये किलो की दर से उड़द की दाल दी जा रही थी। आयकरदाताओं को उड़द की दाल अब 93 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिलेगी। पहले यह 83 रुपये प्रति किलो थी। सिविल सप्लाई के एरिया प्रबंधक संजीव वर्मा ने कहा कि जिला ऊना और हमीरपुर के लिए 2900 क्विंटल उड़द दाल प्राप्त हुई है। जनवरी माह से सभी दालें उपभोक्ताओं को मिल पाएंगी और दालों के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अगले माह से डिपुओं में दो माह का कोटा एक साथ दिया जाएगा।
बी एल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कुनिहार के छात्र जिगर तनवर, जो राँची (झारखंड) में होने वाली U-14 राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल प्रदेश का नेतृत्व करेंगे, को लेकर विद्यालय अध्यक्ष ने खुशी जाहिर की। उन्होंने बताया कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि जिगर राँची में होने वाली शॉट पुट प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहे हैं। जिगर ने राज्य स्तर की खेल प्रतियोगिता में शॉट पुट में सिल्वर मेडल हासिल किया था, जिसके कारण उनका चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ। विद्यालय अध्यक्ष ने जिगर और उनके अभिभावकों को राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि जिगर 31 दिसंबर से 6 जनवरी तक हमीरपुर के रा. व. मा. वि. चौकी ज्मवालन में आयोजित कोचिंग कैंप में भाग ले रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य स्तर की खेल प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया, और यह प्रतियोगिता उच्चतर शिक्षा निदेशक हिमाचल प्रदेश और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक हिमाचल प्रदेश के मार्गदर्शन में आयोजित की गई थी। विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने इस उपलब्धि के लिए उच्च शिक्षा निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक, महेन्द्र सिंह एडिपीओ और शारीरिक शिक्षक अमर देव व अरुणा शर्मा का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इन लोगों के मार्गदर्शन से ये बच्चे न केवल विद्यालय, बल्कि हिमाचल प्रदेश का नाम भी रोशन करेंगे।विद्यालय प्रधानाचार्य और मुख्याध्यापिका ने भी जिगर को राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
शिमला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया ने हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली है। सीएम सुक्खू ने कहा, मुझे पूर्ण विश्वास है कि उनका विस्तृत अनुभव और दृष्टिकोण हिमाचल प्रदेश को लाभान्वित करेगा और न्याय की भावना को और ऊंचाई प्रदान करेगा। वहीं, न्यायमूर्ति संधावालिया की न्यायिक सूझ-बूझ राज्य में न्याय के सिद्धांतों को कायम रखने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया ने साल 1986 में चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद साल 1989 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद वे पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में एडवोकेट के रूप में सक्रिय हुए। फिर साल 1983 से 1987 तक उन्होंने पटना में हाईकोर्ट में सेवाएं दीं। न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया के पिता साल 1978 और साल 1983 के दौरान पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं। फिलहाल, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में सेवारत न्यायाधीशों की बात करें तो अभी न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ, न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य, न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा, न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह, न्यायमूर्ति रंजन शर्मा, न्यायमूर्ति बीसी नेगी व न्यायमूर्ति राकेश कैंथला का नाम आता है। न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया के पदभार संभालने के बाद अब हिमाचल हाईकोर्ट में सीजे सहित 12 जज हो गए हैं।
** न्यूनतम तापमान -12.3°C दर्ज, हिमाचल प्रदेश में इन दिनों बर्फबारी का दौर जारी है। प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र में हुई जमकर बर्फबारी से हर तरफ चांदी सी सफेदी छाई हुई है। बर्फबारी की वजह से प्रदेश में कड़ाके की ठंड पर रही है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार नये साल में भी हिमाचल में बर्फबारी होने की संभावना है। प्रदेश में बीते दिन ताबो में सबसे कम -12.3°C तापमान दर्ज किया गया। हिमाचल में बीते 24 घंटे में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई। बीते 24 घंटे में राज्य के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई परिवर्तन नहीं देखा गया, जबकि अधिकांश जगहों पर न्यूनतम तापमान में 6 से 8 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा। वहीं, प्रदेश में सबसे कम तापमान ताबो में दर्ज किया गया, जहां -12.3°C तापमान दर्ज किया गया, जबकि उना में 20.4°C तापमान दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार साल 2025 में 2 और 3 जनवरी को कुछ जगहों पर और 4 जनवरी को राज्य के ऊंचे और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान जताया गया है। सप्ताह के अन्य दिनों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। अगले दो दिनों में राज्य के उच्च तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। इसके बाद कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। अगले 2 दिनों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है। इसके बाद कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक सुबह और देर रात के समय निचले पहाड़ी/मैदानी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने की संभावना है। 30, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को कुछ स्थानों पर शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर चलने की आशंका है। वहीं, 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक सुबह के समय निचले पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर पाला गिरने की संभावना है।
राजधानी से सटे पर्यटन स्थल कुफरी में पर्यटकों और स्थानीय घोड़ा संचालकों में मारपीट हो गई। इस घटना में चंद्रशेखर और जगदीश के सिर व पांव में गंभीर चोटें आई हैं। इनका आईजीएमसी अस्पताल से उपचार चल रहा है। घायल दोनों युवक मजदूरी करते हैं। बताया जा रहा है कि पर्यटकों पर तेजधार वस्तु से हमला करने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने मामले में छह लोगों के नामजद किए हैं। यह घटना रविवार को ढली थाना क्षेत्र की है। पंजाब के एक ही परिवार के चार लोग घूमने के लिए शिमला आए थे। रविवार देर शाम कुफरी में पुलिस चौकी के समीप यह घटना हुई। यहां से हाटू पीक के लिए घोड़े का संचालन होता है। बताया जा रहा है कि पंजाब के पर्यटक भी घोड़े पर वादियों का दीदार कर रहे थे। बाद में पैसे को लेकर विवाद मारपीट में बदल गया। स्थानीय लोगों के बीच बचाव से पहले ही दो लोग जख्मी हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल लेकर गए। पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल सभी लोगों के बयान लिए जा रहे हैं। दो पर्यटकों सहित चार लोगों का मेडिकल भी करवाया है। मामले की तफ्तीश जारी है।
**"टीम कोच सेंसेई पवन ने कहा, चैंपियनशिप में 350 खिलाड़ियों ने लिया था भाग शिहान अनिल कुमार राम द्वारा 29 दिसंबर रविवार को इनडोर स्टेडियम धर्मशाला में अयोजीत 2nd अंकुरास्त्र कप 2024 में कराटे अकादमी देहरा के खिलाड़ियों ने 10 मेडल जीत कर देहरा का नाम रोशन किया है। टीम कोच सेंसेई पवन ने बताया चैंपियनशिप में असम, बिहार, झारखंड, बेस्ट बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और हिमाचल के 350 खिलाड़ियों ने भाग लिया। हिमाचल की और से देहरा के 10 खिलाड़ियों ने चैंपियनशिप में भाग ले कर अपना दमखम दिखाया, जिसमें अरहत महाजन, तेनजिन नेगी, अथर्व शर्मा ने स्वर्ण पदक और छेकित नेगी, अंगद सिंह, शिवार्थ डोगरा ने रजत पदक और अमोघ वालिया, गोरवित, अविग्ना कश्यप, आयुष्मान मोदगिल ने कांस्य पदक जीत कर अपने माता और पिता देहरा का नाम रोशन किया है। सेंसेई पवन ने बताया कि बच्चे कराटे अकादमी देहरा में ट्रेनिंग कर रहे हैं और पिछले एक वर्ष में कई प्रतियोगिताओ में भाग ले चुके हैं।
बर्फबारी के बाद रविवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में धूप खिली, लेकिन दुश्वारियां बरकरार हैं। प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा 340 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं, जबकि 118 ट्रांसफार्मर बंद हैं। उधर, मंडी के पंडोह में चार मील के पास चलती कार पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक महिला कार सवार की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। मृतका की पहचान सेक्टर-10 सी रोड पाली न्यू कॉलोनी मुंबई निवासी प्रिया यादव (30) के रूप में हुई है। घायलों में प्रिया के पति चंचल यादव (32) और टैक्सी चालक हरियाणा के करनाल के वसन बिहार निवासी शिव कुमार शामिल हैं। चालक को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। दंपती मनाली घूमने के बाद वापस मुंबई जा रहा था। उधर, मौसम खुलने के बाद भी सैकड़ों ट्रांसफार्मर ठप होने से प्रदेश के कई क्षेत्र अंधेरे में हैं। किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला और चंबा में सैकड़ों पर्यटक वाहन फंसे हैं। नारकंडा में राष्ट्रीय राजमार्ग-5 वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। अटल टनल रोहतांग और जलोड़ी दर्रा अवरुद्ध है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने एक जनवरी तक मौसम साफ रहने और 2 जनवरी से दोबारा मौसम बिगड़ने के आसार जताए हैं। आज और कल के लिए शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट और कोहरा पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल और सिस्सू में बर्फ हटाने के लिए मशीनें लगा दीं हैं। एनएच-3 में मनाली-केलांग के बीच वाहन आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। मनाली से जिस्पा तक हाईवे सिंगल लेन फोर बाई फोर वाहनों के लिए बहाल हो गया है। एनएच-305 सोझा से जलोड़ी दर्रा की तरफ बंद है। चंबा-चुवाड़ी वाया जोत, बनीखेत-डलहौजी-खज्जियार और चंबा-किलाड़ मुख्य सड़कें बंद हैं।
थाना ऊना के अंतर्गत गांव जलग्रां में पिता-पुत्र की शनिवार रात को दम घुटने से मौत हो गई। बताया जा रहा कि पिता-पुत्र रात के समय कमरे में अंगीठी और हीटर जलाकर सोए थे। घटना का पता उस समय लगा, जब दूसरे कमरे में सोया बड़ा बेटा शरीफ रविवार सुबह चाय लेकर पिता शाहिद (48) और छोटे भाई सादिक (18) के कमरे में पहुंचा। उसने पिता-पुत्र को बेसुध हालत में देखा तो पुलिस व आसपास के लोगों को सूचित किया। मौके पर पुलिस और चिकित्सक पहुंचे। जांच करने पर पता चला कि दोनों की मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा कि दोनों की मौत दम घुटने से हुई है। मृतकों की पहचान मोहम्मद आजम नगर शाही ग्रामीण जिला बरेली, उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है। शाहिद करीब 20 साल से अपने दो बेटों के साथ अमर सिंह वार्ड-3, कुम्हारा दा मुहल्ला गांव जलग्रां तहसील ऊना में सब्जी बेचने का कारोबार करते थे। शाहिद के बड़े बेटे शरीफ ने बताया कि शनिवार रात को उसके पिता और छोटा भाई एक ही कमरे में सो रहे थे। तबीयत ठीक न होने के कारण वह दूसरे कमरे में सो गया। सुबह आठ बजे उसने चाय बनाई और पिता व भाई को उठाने गया, लेकिन पिता और भाई बिस्तर पर बेसुध पड़े थे। इसके बाद उसने अपने रिश्तेदारों को फोन किया। आसपास के ग्रामीणों व पंचायत पदाधिकारियों को बुलाया। उसने बताया कि उसे नहीं पता था कि दोनों अंगीठी और हीटर जलाकर सो रहे हैं। ऐसा पता होता तो वह खुद अंगीठी बाहर निकाल देता। इस बारे में पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में मौत का कारण दम घुटना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर दत्यार के बीच टूरिस्ट बस पलट गई। ये बस दिल्ली से शिमला के लिए आ रही थी। हादसा सुबह 7:05 बजे हुआ। बस में कुल आठ सवार यात्रियों को हल्की चोटे लगी। इस कारण दोनों ओर सड़क पर वनवे आवाजाही चल रही है।
**उपायुक्त ने बताया, महायज्ञ में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना ** महायज्ञ जनवरी 2025 के पहले सप्ताह में होगा शुरू उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने रोहड़ू क्षेत्र के दलगांव में होने वाले भूँडा महायज्ञ की तैयारियों का निरीक्षण किया। यह महायज्ञ जनवरी 2025 के पहले सप्ताह में होगा। उपायुक्त ने बताया कि इस महायज्ञ में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने मंदिर कमेटी द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली। महायज्ञ के दौरान पुलिस द्वारा विशेष ट्रैफिक व्यवस्था बनाई जाएगी, साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं और अग्निशमन दल की तैनाती भी की जाएगी। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे महायज्ञ के आयोजन में कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें। पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि दलगांव की जियो मैपिंग की गई है, और इसी के आधार पर ट्रैफिक व्यवस्था बनाई जाएगी। यहां पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इस अवसर पर ओएसडी कर्नल कुलदीप सिंह बांशटू, अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, एसडीएम रोहड़ू विजय वर्धन राठौर, मंदिर कमेटी अध्यक्ष रघुनाथ सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।
जिला ऊना आने वाली कुल नौ ट्रेनों में आठ सोमवार को रद्द रहेंगी। रेलवे की ओर से यह फैसला पंजाब में किसान आंदोलन के मद्देनजर लिया गया। केवल हिमाचल एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14053/54 ही सुबह और शाम को आवाजाही करेगी। उसके अलावा वंदे भारत सहित अन्य सभी रेलगाड़ियां रद्द रहेंगी। जानकारी के अनुसार सोमवार को किसान संगठनों के अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब बंद का एलान किया है। ऐसे में सड़क व ट्रेनों के रास्ते बाधित किए जाने की पूर्ण संभावना है। किसी अनहोनी घटना से बचाव के लिए देश के अलग-अलग स्थानों से आने वाली रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद कर दी गई है। हालांकि, सुबह करीब 6:45 बजे दिल्ली से ऊना आने वाली हिमाचल एक्सप्रेस ट्रेन का रूट पहले की तरह रखा गया है। यह ट्रेन सोमवार रात को दोबारा दिल्ली भी लौटेगी। जिन रेलगाड़ियों को रद्द किया गया है, उनमें 04501/04502 हरिद्वार-ऊना हिमाचल- हरिद्वार पैसेंजर, 22448/22447 नई दिल्ली-अंब अंदौरा-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, 04593/04594 अंबाला छावनी- अंब अंदौरा- अंबाला छावनी पैसेंजर रद्द, दौलतपुर चौक-अंबाला छावनी जंक्शन-दौलतपुर चौक पैसेंजर, साबरमती-दौलतपुर चौक-साबरमती एक्सप्रेस और जनशताब्दी रद्द रहेंगीं। रद्द ट्रेनों में जनशताब्दी अंबाला तक आएगी। जबकि साबरमती एक्सप्रेस कुरुक्षेत्र जंक्शन तक ही चलेगी। प्रदेश के कई लोग रविवार को छुट्टी के चलते घर आते हैं। दिल्ली व अन्य दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले लोग ट्रेन के माध्यम से घर आते हैं और वापसी भी ट्रेन के माध्यम से करते हैं। लेकिन एकाएक सभी ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को अलग से व्यवस्था करनी पड़ेगी। हालांकि, किसान आंदोलन के चलते बस सेवा भी प्रभावित होने की संभावना बनी हुई है। लेकिन बस रूट रद्द करने का कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। रविवार को ऊना के अंब अंदौरा रेलवे स्टेशन पहुंची सुपरफास्ट वंदे भारत ट्रेन में तकनीकी खराबी आ गई। इसकी मरम्मत करने में काफी देर लगी और दो घंटे यात्री परेशान रहे। तीन बजे के आसपास तकनीकी खराबी दूर हो पाई और 3:15 बजे वंदे भारत ट्रेन अंबाला से अनुमति मिलने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गई। सहायक अधीक्षक ऊना रेलवे स्टेशन राजवीर रंजन ने बताया कि सोमवार को किसान आंदोलन के कारण हिमाचल एक्सप्रेस को छोड़कर सभी ट्रेनें रद्द रहेंगी। कहा कि वंदे भारत में रविवार को तकनीकी खराबी आई थी। जिसे ठीक करने में समय लगा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नादौन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पुतड़ियाल के आदर्श नगर गांव के 35 वर्षीय हवलदार रिंकू कुमार के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनका असम के डिब्रूगढ़ में निधन हुआ। रिंकू कुमार कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति और शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की प्रार्थना की है। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रिंकू कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस दुःख की घड़ी में सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना की है।
** 6 राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण कार्य शुरू राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्त्मक सुधार लाने के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कदम उठा रही है। चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक स्कूल में प्री-प्राइमरी से कक्षा 12 तक कम से कम 1,000 छात्रों को समायोजित करने की क्षमता होगी। कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां, ज्वालामुखी, फतेहपुर, पालमपुर और जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ हमीरपुर जिले के भोरंज विधानसभा क्षेत्र में पहले से ही ऐसे छः स्कूलों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने 10 स्थानों पर स्थापित किए जाने वाले इन स्कूलों के लिए वास्तुशिल्प योजनाओं को स्वीकृति प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं जैसे हाईटेक स्मार्ट क्लासरूम, खेल मैदान, इंडोर स्टेडियम और स्विमिंग पूल आदि से सुसज्जित किया जाएगा। ये सरकारी स्कूल शिक्षण संस्थानों के मानकों में उल्लेखनीय सुधार लाएंगे और ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों में जीवन की चुनौतियों को प्रभावी ढंग से सामना करने का आत्मविश्वास पैदा करेंगे। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा में गुणात्त्मक सुधार के लिए 100 उच्च विद्यालय, 200 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, 48 कॉलेज और दो संस्कृत कॉलेजों को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में अधिसूचित किया है। मुख्यमंत्री ने बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के सरकार के प्रयासों पर भी बल दिया। राज्य सरकार ने खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों के लिए डाइट मनी में वृद्धि की है। जोनल और जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए डाइट मनी की राशि 120 से बढ़ाकर 400 रुपये कर दी गई है, जबकि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए इसे 250 से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार, राज्य के आठ खेल छात्रावासों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए डाइट मनी 240 से बढ़ाकर 400 रुपये कर दी गई है। उन्होंने कहा कि आधुनिक सुविधाएं, शिक्षा तथा खेलों पर केंद्रित प्रयासों से राज्य भर के छात्रों के लिए समग्र शिक्षण वातावरण और अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय को नया मुख्य न्यायाधीश मिल गया है। न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया ने शपथ ली। यह शपथ ग्रहण समारोह शिमला स्थित राजभवन में हुआ। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने जस्टिस संधावालिया को शपथ दिलवाई। समारोह सुबह 11:15 बजे शुरू हुआ, और मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने इसका संचालन किया। इस दौरान हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और विधायक रघुबीर सिंह बाली समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।शपथ लेने के बाद, मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह मीडिया से बात करते हुए बोले कि हिमाचल प्रदेश आकर उन्हें घर जैसा महसूस हो रहा है, क्योंकि वह पहले भी यहां आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल पंजाब का हिस्सा था, और यह एक छोटा राज्य है, जहां अपराध के मामले कम होते हैं। यहां ज्यादातर मामले सर्विस और सिविल से जुड़े होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह सबका सहयोग लेकर जल्द से जल्द मामलों का समाधान करना चाहेंगे। चूंकि वह खुद वकील रह चुके हैं, इसलिए वह लोगों की परेशानियों को बेहतर समझते हैं और कोशिश करेंगे कि उन्हें तारीखों के बजाय जल्दी न्याय मिले। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नए मुख्य न्यायाधीश को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि चूंकि जस्टिस संधावालिया पंजाब से हैं, वह हिमाचल प्रदेश को अच्छे से समझते हैं, और उन्हें राज्य की भलाई की दिशा में काम करने की पूरी उम्मीद है।
**यात्रा राजगढ़, सोलन, शिमला, परमाणु और चंडीगढ़ से होगी शुरू **अगर आप इस यात्रा में शामिल होना चाहते हैं तो - 8628827808 संपर्क करे.. महाकुंभ हर 12 साल में एक बार होता है, लेकिन जब 12 बार के बाद अगला कुंभ लगता है, तो उसे "पूर्ण महाकुंभ" कहा जाता है। इस बार ऐसा विशेष अवसर आ रहा है, और यह महाकुंभ मेला प्रयागराज में लगभग 144 साल बाद हो रहा है, जो एक ऐतिहासिक घटना है। इस महाकुंभ में गंगा स्नान का बहुत महत्व है। बांके बिहारी टूर एंड ट्रेवल्स राजगढ़ द्वारा महाकुंभ स्पेशल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह यात्रा राजगढ़, सोलन, शिमला, परमाणु और चंडीगढ़ से शुरू होगी, और आप भी इसमें शामिल हो सकते हैं। इस यात्रा में आप वृंदावन धाम, बरसाना, गोकुल, गोवर्धन, प्रेम मंदिर, चित्रकूट, प्रयागराज और मकर संक्रांति (14 जनवरी) के दिन शाही स्नान का लाभ ले सकते हैं। यात्रा के दौरान आप त्रिवेणी संगम, काशी विश्वनाथ, अयोध्या धाम, नैमिषारण्य और हरिद्वार भी देख सकते हैं। यात्रा 18 जनवरी को राजगढ़ लौटेगी। यात्रा का शुल्क 7100 रुपये प्रति व्यक्ति है, और आप 1000 रुपये एडवांस बुकिंग करके अपनी सीट पक्की कर सकते हैं। यात्रा के दौरान सुबह और शाम का खाना बांके बिहारी टूर एंड ट्रेवल्स द्वारा प्रदान किया जाएगा। कांगड़ा, बिलासपुर, मंडी और हमीरपुर के लोग भी इस यात्रा में शामिल हो सकते हैं। यदि आप इस यात्रा में भाग लेना चाहते हैं, तो जल्दी से संपर्क करें, क्योंकि सीटें सीमित हैं। संपर्क करें: घनश्याम ठाकुर - 8628827808 आचार्य रजत भारद्वाज - 7807217559
मंडी शहर के पड्डल मैदान में केंद्र सरकार के खेलो इंडिया अभियान के तहत इंडोर स्टेडियम बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस स्टेडियम का डिजाइन तैयार कर लिया गया है और जल्द ही इसकी डीपीआर बनाकर मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार के जरिए केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। ये बात मंडी सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने कही। विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि खेलो इंडिया अभियान 2025-26 में संपन्न होने जा रहा है और इस स्टेडियम को इसी प्रोजेक्ट के तहत बनवाने के चलते ही इस कार्य को तेज गति के साथ किया जा रहा है। अनिल शर्मा ने बताया, इस इंडोर स्टेडियम का अनुमानित बजट 28 से 30 करोड़ होगा, जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से 20 से 22 करोड़ की मदद मिल सकती है। बाकी पैसा प्रदेश सरकार के जरिए मंजूर करवाने का प्रयास किया जाएगा। प्रदेश सरकार के जरिए डीपीआर भिजवाने के बाद वे केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करके इसके लिए जल्द से जल्द बजट प्रावधान करवाने का प्रयास करेंगे। भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने बताया कि स्टेडियम निर्माण के लिए जमीन को खेल विभाग के नाम करवा दिया गया है। इसकी स्वाइल टेस्टिंग का काम भी हो चुका है, क्योंकि प्रदेश सरकार के पास बजट नहीं था तो उन्होंने विधायक निधि से इसके लिए 15 लाख देकर यह सारा कार्य करवाया है। इस स्टेडियम के दो फ्लोर होंगे जिसमें सभी प्रकार की इंडोर खेलों का आयोजन हो सकेगा। इसमें 12 टेबल टेनिस के टेबल, 10 मीटर की शूटिंग रेंज, 4 स्क्वैश कोर्ट, जुड्डो, बॉक्सिंग कोर्ट, 12 बैडमिंटन और 3 वॉलीबॉल कोर्ट बनाए जाएंगे। अनिल शर्मा ने कहा कि यहां पर भविष्य में हर तरह की इंडोर खेलों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन भी करवाए जा सकेंगे, जिससे मंडी को एक नई पहचान मिलेगी।
मंडी: हिमाचल प्रदेश में भी यूपी की तर्ज पर रेहड़ी-फड़ी वालों की रेहड़ियों पर नेम प्लेट लगाई जा रही हैं। मंडी शहर में रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों को नगर निगम ने नेम प्लेट्स जारी कर दी हैं। बता दें कि मस्जिद विवाद के बीच नेम प्लेट्स को लेकर प्रदेश में काफी हो हल्ला हुआ था। कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह का बयान भी काफी चर्चा में रहा था, जिसमें उन्होंने नेम प्लेट्स लगाने की सलाह दी थी। विक्रमादित्य सिंह के इस बयान का मंडी शहर के रेहड़ी-फड़ी धारकों ने समर्थन किया था। हालांकि उस वक्त भी कुछ रेहड़ी-फड़ी धारकों को नेम प्लेट्स जारी हो चुकी थी, लेकिन गत दिनों संपन्न हुई नगर निगम मंडी का टाउन वैंडिंग कमेटी की बैठक में सभी रेहड़ी-फड़ी धारकों को यह नमे प्लेट्स जारी करने का फैसला लिया गया था। नगर निगम मंडी के आयुक्त एचएस राणा ने बताया, टाउन वैंडिंग एक्ट में नेम प्लेट्स देने का प्रावधान पहले से ही है। शहर में 250 पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धारक हैं। इनमें से पहले कुछ को ही नेम प्लेट्स जारी हुई थी, लेकिन अब 200 से अधिक लोगों को यह जारी कर दी गई है। बाकी की वेरिफिकेशन का कार्य जारी है और उन्हें भी जल्द ही इसे दे दिया जाएगा। आयुक्त एचएस राणा ने कहा कि यह नेम प्लेट्स एक तरह से व्यक्ति की पूरी पहचान को दर्शाती है। वह कहां से है? क्या काम करता है? कितने समय से काम कर रहा है? इस प्रकार की सारी जानकारी उसमें अंकित की गई है। टाउन वैंडिंग एक्ट के तहत हर पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धारक को एक नंबर जारी किया जाता है और यह नंबर भी उस नेम प्लेट पर लिखा गया है। वहीं, मंडी शहर के रेहड़ी-फड़ी धारकों ने नगर निगम के इस फैसले का स्वागत किया है और छूटे हुए सभी धारकों को भी इसे जल्द से जल्द जारी करने की मांग उठाई है। मंडी शहर के महामृत्युंज्य चौक पर रेहड़ी लगाने वाले मनी राम ने कहा, नेम प्लेट लगनी जरूरी है, ताकि खरीददार को विक्रेता के बारे में जानकारी मिल सके।इससे हमें भी एक पहचान मिलती है, लेकिन नगर निगम को चाहिए कि इन नेम प्लेट्स को सभी को आबंटित किया जाए और सुविधाओं में भी ईजाफा किया जाए।
कुल्लू जिले के लोग लंबे समय से जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट की मंजूरी का इंतजार कर रहे थे। अब सुरंग निर्माण का कार्य शुरू होने की उम्मीद जगी है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अब जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को मंजूरी दे दी हैं। यह सुरंग औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर समुद्रतल से 10,280 फीट ऊंचे जलोड़ी दर्रे के नीचे बनेगी। भरगील खड्ड से सोझा कैंची तक जलोड़ी सुरंग 4.160 किलोमीटर लंबी होगी। हाल ही में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के दौरान जलोड़ी सुरंग का मामला उठाया था। अलाइनमेंट के लिए सभी प्रस्तावों और पहलुओं पर चर्चा के बाद केंद्रीय मंत्रालय ने इसे अंतिम रूप दिया है। इसमें सभी हितधारकों और सरयोलसर झील का विशेष ध्यान रखा गया है। सुरंग के निर्माण के लिए आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर, जबकि बंजार की ओर से 5.476 किलोमीटर मार्ग औट-लुहरी राष्ट्रीय राजमार्ग से बनाया जाएगा। समुद्रतल से 10.280 फीट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रे के नीचे सुरंग बनेगी और इसके बनने से खनाग से घीयागी तक आठ किलोमीटर की दूरी कम होगी। सुरंग के बनने से हर मौसम में वाहनों की आवाजाही होगी और बाहरी सिराज की 71 पंचायतों के लोगों का जिला मुख्यालय से सालभर संपर्क बना रहेगा। सर्दियों में जलोड़ी दर्रे पर हिमपात होने से बाहरी सिराज का संपर्क जिला मुख्यालय कुल्लू से कट जाता है। बर्फबारी के कारण भी औट-लुहरी सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बाधित होती है। लोगों को जिला मुख्यालय कुल्लू जाने के लिए वाया करसोग-मंडी होकर 171 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ता है। बाहरी सिराज के लोगों को वाया जलोड़ी दर्रा कुल्लू पहुंचने के लिए 97 किलोमीटर व वाया करसोग-मंडी होकर कुल्लू पहुंचने के लिए 268 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। एनएचएआई के अधिशासी अभियंता केएल सुमन ने बताया कि, जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को स्वीकृति मिल गई है। अब अंतिम डीपीआर और भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके बाद जल्द जलोड़ी सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जलोड़ी सुरंग की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर 17.32 करोड़ रुपये खर्च होंगें। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने अल्टीनाक कंपनी को टेंडर दिया है। कंपनी जल्द डीपीआर बनाने का कार्य करेगी।
हिमाचल प्रदेश में गन लाइसेंस की तर्ज पर चेन वुड कटर (लकड़ी काटने की मशीन) का भी अनिवार्य तौर पर लाइसेंस लेना होगा। अवैध वन कटान रोकने के लिए वन विभाग यह व्यवस्था लागू करने जा रहा है। चेन वुड कटर को हार्स पॉवर के आधार पर लाइसेंस जारी किए जाएंगे। छोटी मशीनों को लाइसेंस से छूट मिल सकती है। हिमाचल प्रदेश में घरेलू लकड़ी काटने के लिए बड़े पैमाने पर चेन वुड कटर का इस्तेमाल हो रहा है। कुछ लोग बड़े चेन वुड कटर का प्रयोग जंगलों में पेड़ काटने के लिए भी कर रहे हैं। चेन वुड कटर की मदद से मिनटों में पेड़ काटे जा रहे हैं। अवैध कटान से वन संपदा को रहे भारी नुकसान के मद्देनजर चेन वुड कटर प्रयोग करने के लिए लाइसेंस जारी करने का फैसला लिया गया है। वन विभाग नई व्यवस्था लागू करने के लिए नियमावली तैयार करेगा। बिना लाइसेंस चेन वुड कटर इस्तेमाल करने पर वुड कटर जब्त करने और जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जा सकता है। वन विभाग ने प्रारंभिक तौर पर प्रदेश में इस्तेमाल हो रहे चेन वुड कटर की संख्या पता लगाने के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिया है। विभाग की ओर से पंचायतों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके क्षेत्र में चेन वुड कटर का प्रयोग करने वाले लोगों को सूचित किया जाए कि वह इसकी सूचना संबंधित डीएफओ को दें ताकि विभाग को प्रदेश में इस्तेमाल किए जा रहे चेन वुड कटर की संख्या का अनुमान लगाया जा सके।प्रदेश में अवैध वन कटान रोकने के लिए गन लाइसेंस की तर्ज पर चेन वुड कटर के लिए भी लाइसेंस जारी करने की व्यवस्था लागू करना प्रस्तावित है। इसके लिए नियमावली तैयार की जाएगी ।
** कांगड़ा की बड़घवार पंचायत में देर रात हुआ अग्निकांड मकान में आग लगने एक युवक जिंदा जल गया। लेकिन उसके जलने का पता आग बुझाने के बाद चला। पुलिस थाना भवारना के तहत पंचायत बड़घवार के वार्ड नंबर पांच में यह दर्दनाक हादसा हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों के हवाले कर दिया। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात लगभग 11:45 बजे वार्ड नंबर 5 की मंजू बाला ने प्रधान सोनिया बंटा को फोन पर सूचना दी कि उसके मकान के साथ लगते स्लेटपोश मकान में आग लग गई है। इसके बाद प्रधान ने पुलिस को सूचित किया। कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। घर के अंदर रहने वाले दोनों भाइयों में से एक बंटू कुमार आग लगने से पहले घर के बाहर ही था। वह मानसिक रूप से थोड़ा बीमार चल रहा है। उसके शोर मचाने पर गांव वाले इकट्ठे हुए और पुलिस व प्रशासन के साथ आग बुझाने में मदद करने लगे। लेकिन छोटे भाई की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। सब यही सोच रहे थे कि छोटा भाई भी आग लगने के बाद घर से बाहर निकल गया होगा। लोगों ने आसपास के घरों में जाकर भी छोटे भाई को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद लोगों को शक हुआ कि कहीं वह मकान के अंदर ही न हो। आग बुझाने के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने कच्चे मकान की दूसरी मंजिल का नीचे गिरा मलबा हटाया तो संजू का शव अधजली हालत में मिला। संजू (29) अपने भाई बंटू (31) के साथ रहता था। जबकि उसकी मां रूमला देवी अपने मायके में रहती थी। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण मकान की दूसरी मंजिल में जल रहे चूल्हे को माना जा रहा है। हालांकि, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। मामले की पुष्टि एसएचओ केहर सिंह ने की है।
नए साल की शुरुआत में किसानों को आर्थिक रूप से झटका लगने वाला है। सरकार ने फसल की बिजाई से पहले इस्तेमाल होने वाली डीएपी और 12-32-16 खाद की कीमतों को बढ़ाने का फैसला लिया है। डीएपी खाद की एक बोरी की कीमत 240 रुपये बढ़ा दी गई है। वहीं, 12-32-16 खाद की बोरी की कीमत 200 रुपये बढ़ा दी गई है। एक जनवरी से किसानों को खाद की बढ़ी हुई कीमतें चुकानी होंगी। अभी डीएपी खाद की 50 किग्रा की एक बोरी देशभर में 1,350 रुपये की मिलती है। हिमाचल में राज्य सरकार इस पर 50 रुपये प्रति बोरी सब्सिडी देती है। इसलिए किसान प्रति बोरी 1,300 रुपये चुकाते हैं। एक जनवरी से इस खाद की कीमत 240 रुपये बढ़ने से 1,540 रुपये में बोरी मिलेगी। 12-32-16 खाद की बोरी अभी 1,470 रुपये में आती है। प्रदेश सरकार इसपर भी 50 रुपये प्रति बोरी सब्सिडी देती है। इसलिए हिमाचल में इसकी कीमत 1,420 रुपये है। एक जनवरी से इस खाद की कीमत 1,620 रुपये प्रति बोरी मिलेगी। सब्सिडी देने से केंद्र सरकार पर करोड़ों रुपये का बोझ बढ़ रहा है, जिसे कम करने के लिए अब तरल नैनो खाद खरीदने के लिए किसानों से अपील की जा रही है। इसलिए अब खाद की कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया है। डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) का इस्तेमाल जमीन के अंदर तैयार होने वाली फसलों पर अधिक होता है। जैसे आलू की फसल में बिजाई से पहले बड़े स्तर पर डीएपी का छिड़काव किया जाता है। इस खाद में नाइट्रोजन और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में होते हैं। दोनों तत्वों को पौधे की जड़ के विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं, 12-32-16 खाद पौधों के लिए जरूरी तीन मुख्य पोषक तत्वों यानी नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम से मिलकर बनी होती है। इसमें नाइट्रोजन 12%, फास्फोरस 32%, और पोटेशियम 16% होता है। यह खाद मिट्टी में फास्फोरस और पोटेशियम की मात्रा को सही रखती है। नए साल से खाद के दाम में बढ़ाए जा रहे हैं। हालांकि अभी आधिकारिक अधिसूचना आनी बाकी है। दामों को लेकर नए आदेश एक जनवरी से लागू होंगे।