स्वतंत्रता दिवस का पर्व डाडासिबा में पूरे जोश के साथ मनाया गया। जसवां-परागपुर के दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने पंचायत भवन में तिरंगा फहराकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जैसे ही तिरंगा लहराया, पूरा परिसर “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा। ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा कि आज का दिन हर भारतियों के लिए गर्व और आत्मसम्मान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आजादी हमें अनेक बलिदानों के बाद मिली है, और हमें इसका मान-सम्मान बनाए रखना होगा। “यह तिरंगा सिर्फ कपड़े का एक टुकड़ा नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावनाओं, बलिदानों और उम्मीदों का प्रतीक है। इसकी आन-बान-शान की रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है।” मनकोटिया ने युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा, तकनीक, कृषि और सामाजिक सेवा में आगे बढ़कर देश की प्रगति में योगदान दें। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि हम भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ मिलकर लड़ें, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक सशक्त और समृद्ध भारत मिल सके। कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधि, महिला मंडल की सदस्याएं, स्कूली बच्चे और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। बच्चों ने देशभक्ति गीत, कविताएं और नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को भावनाओं से भर दिया। कार्यक्रम के अंत में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करते हुए, उनके बलिदान को नमन किया गया। डाडासिबा पंचायत भवन में आयोजित यह समारोह स्वतंत्रता दिवस के गौरव, एकता और देशभक्ति का जीवंत प्रतीक बना। सुरेंद्र सिंह मनकोटिया का जोशीला भाषण और तिरंगे की शान में किए गए वचनों ने लोगों में नई ऊर्जा और देश के प्रति समर्पण की भावना भर दी।
नई पंचायत से शुरू की गई पहल को आज भी रखा कायम - संजीव ठाकुर सुबाथू के साथ लगती ग्राम पंचायत रणों में 79वे स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर पूर्व सैनिक अमर सिंह ठाकुर एवं उनकी पत्नी पुष्पा देवी के द्वारा पंचायत भवन में तिरंगा फहराया गया। इस दौरान सरकार के आदेश पर पंचायत के विभिन्न स्थानों पर भी तिरंगा फहराया गया। नहलोगी अमृत सरोवर में हमारी पंचायत के वरिष्ठ नागरिक मस्तराम एवं त्रासड़ी गांव के अमृत सरोवर में वरिष्ठ नागरिक नेकराम एवं मोहनलाल ने तिरंगा फहराया। इस अवसर पर उपस्थित सैन्य कर्मचारियों के परिवारों को भी सम्मानित किया गया एवं पंचायत की आशा वर्करों को भी पंचायत द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर यूको बैंक द्वारा भी कैंप का आयोजन किया गया जिसमें बैंक मैनेजर जितेंद्र एवं बैंक कर्मचारी सतीश के द्वारा पंचायत में उपस्थित लोगों की केवाईसी की गई और उन्हें बैंक से संबंधित सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी गई । पंचायत प्रधान संजीव ठाकुर ने सभी को 79वे स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा की जब रणों पंचायत बनी थी तब से हमने एक नई पहल शुरू की थी कि हर 15 अगस्त को पंचायत में सेवानिवृत्त सैनिक द्वारा ही झंडा फहराया जायेगा, उसे आज भी कायम रखा है। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उपस्थित सभी लोगों का आभार व धन्यवाद व्यक्त किया है।
एसडीएम ने स्वतंत्रता सेनानियों व कारगिल शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित 79वां उपमंडल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी (नागरिक) करसोग गौरव महाजन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मुख्यातिथि ने ध्वजारोहण कर समारोह का शुभारंभ किया और पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एंड गाइड और रेंजर्स एंड रोवर्स द्वारा प्रस्तुत आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली। उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों को पुष्पांजलि भी अर्पित की। इस अवसर पर, अपने संबोधन में मुख्यातिथि ने प्रदेश व क्षेत्रवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की आजादी के लिए दी गई शहीदों की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने आह्वान किया कि महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाने में हम सभी अपना योगदान दें। समारोह के दौरान मुख्य अतिथि ने स्वतंत्रता सेनानी सुंदर लाल व गयारु राम, तथा क्षेत्र के कारगिल शहीदों के परिजनों को शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसके अलावा, गत 30 जून की रात्रि को करसोग में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभिन्न विभागों के लगभग 2 दर्जन कर्मचारियों सहित अन्य व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों, मार्चपास्ट प्रस्तुत करने वाले पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस, रेंजर्स एंड रोवर्स के प्रतिभागियों को भी स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्षा सविता गुप्ता, उपाध्यक्ष बंसी लाल, प्रधान ग्राम पंचायत भडारणू दलीप शर्मा, तहसीलदार करसोग वरुण गुलाटी, बीएमओ डॉ. गोपाल चौहान, विद्युत विभाग के एक्सियन चंद्रमणि शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, पूर्व सैनिक और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भड़ोली कोहाला में 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसकी शुरुआत ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान से की गई। कार्यक्रम की मेजबानी प्रधानाचार्य श्री रविंदर शर्मा ने की, जिन्होंने सभी मुख्य अतिथियों, विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों का स्वागत किया। विद्यार्थियों ने देशभक्ति की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश कीं जिनमें नृत्य, गीत और अन्य कार्यक्रम भी शामिल थे जिससे पूरा माहौल देशभक्ति से भर गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बहुत से भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहे जिनमें प्रकाश चंद, जगदीश चंद, रविंदर कुमार शर्मा, सतीश कुमार, जगत राम, हंस राज, रूप लाल और लायक चंद शामिल रहे। अंत में सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया और साथ ही विद्यार्थियों को मिठाईयां भी बांटी गईं।
हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई जगह भारी नुकसान देखने को मिला है। शिमला जिला में इसबार सामान्य से 77 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज़ की गई है। पिछले 24 घंटों में शिमला, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना में बारिश-भूस्खलन से भारी क्षति हुआ है। मंडी के जोगनी मोड़ के नज़दीक चंडीगढ़-मनाली फोरलेन बंद है जिसकी वजह से सड़क किनारे वाहनों की लंबी कतारे लगी हुई हैं। मनाली-लेह सड़क बंद है वहीं किन्नौर जिला में पिछले रात बाढ़ और लैंडस्लाइड के चलते शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 जगह जगह अवरुद्ध है। 4 जिलों में आज भी येलो अलर्ट जारी मौसम विभाग के अनुसार 6 दिन लगातार बारिश होने की सम्भावना जताई गई है। आज भी 4 जिलों कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर में तेज़ बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। कल ऊना, चंबा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में मध्यम बारिश की चेतावनी है वहीं 17 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में येलो अलर्ट जारी किया गया है। सड़कें, बिजली और पेयजल योजनाएं ठप बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग समेत राज्य भर में 470 सड़कें बंद हो गई हैं। प्रदेश में 721 ट्रांसफार्मर तथा 192 पेयजल योजनाएं ठप हैं जिसकी वजह से कई इलाकों में ना हि बिजली है और ना हि पानी। मानसून में 247 लोगों की मौत राज्य में इस मानसून अभी तक 247 लोगों की जान जा चुकी है जिसमें 33 लोगों की मौत लैंडस्लाइड,बाढ़ और बादल फटने के कारण हुई है। वहीं 36 लोग अभी भी लापता हैं। राज्य में नुकसान राज्य में इस मानसून में सरकारी और प्राइवेट संपत्ति को अभी तक 2104.85 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अभी तक कुल 71 जगह बाढ़ आई हैं और 34 जगह बदल फटे हैं।
आज सुबह चामुंडा धर्मशाला रोड पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें पंजाब के मोगा से आए तीर्थयात्रियों से भरी एक पिकअप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा इक्कू मोड़ के पास एक होटल के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, पिकअप में 20 से 25 लोग सवार थे। दुर्घटना में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल हुए तीन और लोगों - एक महिला और दो पुरुषों - ने डॉ. आरपीजीएमसी टांडा अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हादसे में कई अन्य तीर्थयात्री भी घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए टांडा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका उपचार चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही योल पुलिस चौकी की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। एसएचओ टांडा भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि हादसा ड्राइवर की लापरवाही के कारण हुआ या कोई तकनीकी खराबी थी। पुलिस की ओर से आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
आज भारत सरकार के राष्ट्रव्यापी आउटरीच कार्यक्रम के तहत, प्रतिष्ठित 95 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर, ब्रिगेडियर संदीप एसएम मदान ने शूलिनी विश्वविद्यालय में ऑपरेशन सिंदूर पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी। इस सत्र में संकाय, छात्र और विशिष्ट अतिथि शामिल हुए जिसमें आतंकवाद के विरुद्ध भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया रणनीतियों पर प्रकाश डाला गया। इस प्रस्तुति में ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें 2025 के पहलगाम आतंकवादी हमले और अन्य पाकिस्तान समर्थित घटनाओं के अपराधियों को दंडित करना, नागरिकों को नुकसान पहुँचाए बिना आतंकवादी ढाँचे को निष्क्रिय करना, एक मज़बूत निवारक संदेश देना, संपूर्ण राष्ट्र के दृष्टिकोण के माध्यम से राष्ट्रीय एकता बनाए रखना, बढ़ते तनाव को नियंत्रित करना, सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा करना, और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता पर भारत के रुख पर ज़ोर देना शामिल था। इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान, पाकिस्तान समर्थक प्रचार को बढ़ावा देने वाले प्रतिबंधित सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, ब्रिगेडियर मदन ने स्पष्ट किया कि प्रतिबंध केवल गहन मूल्यांकन और राष्ट्र विरोधी गतिविधि के सबूत मिलने के बाद ही लगाए जाते हैं। इस कार्यक्रम में शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रो. पी. के. खोसला, शूलिनी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. सुनील पुरी, शूलिनी विश्वविद्यालय के योजना निदेशक प्रो. जे.एम. जुल्का, शूलिनी विश्वविद्यालय के संचालन निदेशक ब्रिगेडियर एस. डी. मेहता और शूलिनी विश्वविद्यालय की मुख्य शिक्षण अधिकारी डॉ. आशु खोसला ने भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन देते हुए, डॉ. आशु खोसला ने भारतीय सेना के प्रति आभार व्यक्त किया और सैनिकों को "आधुनिक कृष्ण" यानी सत्य के रक्षक, रणनीतिकार और रक्षक बताया। उन्होंने रक्षा बंधन और जन्माष्टमी की उत्सवी भावना का आह्वान किया और विश्वास और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में सशस्त्र बलों को प्रतीकात्मक रूप से एक "आभासी पवित्र धागा" भेंट किया। चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी के पूर्व छात्र ब्रिगेडियर मदान ने चुनौतीपूर्ण इलाकों में कमान संभालते हुए लगभग 27 वर्षों की विशिष्ट सेवा की है। उनके अनुकरणीय करियर में सेना पदक (वीरता), संयुक्त राष्ट्र बल कमांडर का प्रशस्ति पत्र, और कमांडर-इन-चीफ स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांडर प्रशस्ति पत्र शामिल हैं। उनके साथ ऋचा मदान भी मौजूद थीं, जो एक प्रख्यात शिक्षाविद्, पूर्व प्रधानाचार्य और कल्याणकारी पहलों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए कोर आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित हैं।
इटरनल यूनिवर्सिटी में नए छात्रों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का सफल आयोजन किया गया। इस वार्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के वातावरण, संकाय सदस्यों, नियमों और परिसर की संस्कृति से परिचित कराना है। इसे हर वर्ष नियमित कक्षाओं के शुरू होने से पहले आयोजित किया जाता है, ताकि छात्र-छात्राएँ सहज रूप से विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और सामाजिक माहौल में अभ्यस्त हो सकें। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के माहौल, शैक्षणिक प्रणाली और उपलब्ध संसाधनों की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्हें विश्वविद्यालय के अधिकारियों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों से मिलवाया गया, साथ ही पाठ्यक्रम संरचना, कक्षाओं की कार्यप्रणाली और मूल्यांकन प्रक्रिया के बारे में बताया गया। छात्रों को पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब, खेल सुविधाएँ, तथा अन्य आधारभूत संरचनाओं के साथ-साथ विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले आध्यात्मिक कार्यक्रमों और गतिविधियों से भी अवगत कराया गया। इस अवसर पर कलगीधर ट्रस्ट के प्रेज़िडेंट डॉ. दविंदर सिंह ने छात्राओं को उच्च शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा दी। उन्होंने संस्था के इतिहास और संतों के योगदान पर प्रकाश डाला तथा सभी नई छात्राओं का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। डॉ. नीलम कौर ने भी छात्राओं का स्वागत करते हुए उन्हें एक आदर्श, चरित्रवान और अनुशासित विद्यार्थी बनने का संदेश दिया। विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने सभी डीन और डायरेक्टर्स का परिचय कराया तथा उनके द्वारा दी जाने वाली शैक्षणिक और प्रशासनिक सेवाओं का उल्लेख किया। मंच संचालन डॉ. अम्बिका शर्मा और डॉ. निविआ ने किया। इस दौरान विश्वविद्यालय की एक विशेष प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत की गई, जिसमें संस्थान की उपलब्धियों, विशेषताओं और शैक्षणिक माहौल का विस्तार से परिचय कराया गया।
हिमाचल प्रदेश गर्ल्स बटालियन एनसीसी सोलन का वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (एटीसी) 204 आज बडू साहिब में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। ये कार्यक्रम कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विवेक भटारा के मार्गदर्शन और नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसमें विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों की एनसीसी कैडेट्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बता दें कि 13 अगस्त को शिविर में सांस्कृतिक संध्या और पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसने पूरे वातावरण को भक्ति और उत्साह से भर दिया। इसके बाद जेपी यूनिवर्सिटी और जीडीसी संगड़ाह की कैडेट्स ने मधुर समूह गीत प्रस्तुत किए और साथ ही जीसी नालागढ़, जीडीसी कुल्लू और यूएचएफ नौणी की कैडेट्स ने शानदार समूह नृत्य प्रस्तुत किये जिसने सभी का मन मोह लिया। पुरस्कार वितरण समारोह में फायरिंग प्रतियोगिता, सर्वश्रेष्ठ कैडेट पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ संस्था पुरस्कार के विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सभी एएनओ/सीटीओ को स्मृति चिह्न स्वरूप कैप प्रदान की गईं। 14 अगस्त को कैंप कमांडेंट ने समापन संबोधन में कैडेट्स की अनुशासन, समर्पण और सक्रिय भागीदारी की सराहना की। कुछ कैडेट्स ने अपने अनुभव साझा किए और आगामी शिविरों के लिए मूल्यवान सुझाव भी दिए। शिविर का समापन बडू साहिब परिसर के संक्षिप्त शैक्षणिक भ्रमण के साथ हुआ, जिसमें कैडेट्स ने वहां की शांत व प्रेरणादायी वातावरण से महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं। वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 204 ने न केवल कैडेट्स के शारीरिक कौशल, ड्रिल दक्षता और फायरिंग क्षमता को निखारा, बल्कि उनमें नेतृत्व, टीम भावना और सांस्कृतिक समन्वय की भावना को भी प्रबल किया — जो कर्नल विवेक भटारा के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश गर्ल्स बटालियन एनसीसी सोलन के गौरवशाली सफर का एक और सफल अध्याय साबित हुआ।
वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सायरी जिला सोलन के 13 पर्यटन व्यावसायिक प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं ने होटल ओबेरॉय द सिसल चौड़ा मैदान शिमला में 1 दिन का कार्यस्थल पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस दौरान छात्रों के साथ महेंद्र भारद्वाज व्यवसायिक अध्यापक तथा राम कोंडल कला अध्यापक उपस्थित रहे। विद्यालय प्रधानाचार्या इंदु शर्मा ने कार्यस्थल पर प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई दी तथा भविष्य में इस तरह के प्रशिक्षण में बच्चों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया साथ ही उन्होंने विद्यालय की ओर से महाप्रबंधक द सिसल स्वाति का उक्त प्रशिक्षण के लिए धन्यवाद तथा आभार व्यक्त किया।
16 अगस्त को जल शक्ति विभाग उपमंडल डाडा सीबा के अंतर्गत के गांवों में पेयजल आपूर्ति बाधित रहने वाली है। अधिक जानकारी देते हुए जल शक्ति विभाग उपमंडल डाडा सीबा के सहायक अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि पेयजल योजना नारी, सांडा, दड़ब अमलेहड़ और खनोडी के मुख्य टैंकों व पानी वितरण, टैंकों की साफ-सफाई के कारण कई गांवों में पेयजल आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान घाटी, कुट, गुदाज, नारी, गुजरेड़, दड़व, अमलेहर, खनूडी, बरनाली, बुहारा और घमरूर गांवों में जल आपूर्ति बाधित रहेंगी । अभियंता राकेश कुमार ने उपभोक्ताओं से इस दौरान सहयोग करने और पानी की बचत करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि यह रखरखाव कार्य आवश्यक है ताकि पेयजल आपूर्ति प्रणाली को सुचारु रूप से चलाया जा सके और उपभोक्ताओं को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके। जल शक्ति विभाग का कहना है कि यह कार्य उपभोक्ताओं की सुविधा और भविष्य में बेहतर सेवा के लिए किया जा रहा है, इसलिए सभी लोग आवश्यकतानुसार पानी का संग्रह कर लें और फिजूलखर्ची से बचें।
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार हुई भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में नुकसान पहुंचाया है। धर्मपुर उपमंडल स्थित राजकीय उच्च पाठशाला रियूर भी इससे अछूता नहीं रहा। लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण स्कूल परिसर की जमीन धंस गई है, जिससे स्कूल का पुराना भवन पूरी तरह से जर्जर हो गया है। वहीं, नये भवन के सामने स्थित खेल मैदान में भी दरारें आई हैं, हालांकि स्कूल का नया भवन पूरी तरह से सुरक्षित है और यहीं पर बच्चों की कक्षाएं नियमित रूप से संचालित हो रही हैं। सोमवार को छुट्टियों के बाद जैसे ही स्कूल दोबारा खुला, तो वहां का दृश्य चिंताजनक था। जगह-जगह जमीन धंसी हुई थी और पुराने भवन की स्थिति गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त दिखी। बच्चों के अभिभावक भी इस स्थिति से चिंतित नजर आए। मुख्याध्यापक राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें पहले सोशल मीडिया से इस स्थिति की जानकारी मिली थी। मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने पुष्टि की कि पुराना भवन, जो पहले ही असुरक्षित घोषित किया जा चुका था, और जिसमें अब कोई कक्षाएं नहीं लगती थीं, बारिश के चलते और अधिक क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि पुराने भवन को पहले ही खाली कर दिया गया था और वहां कोई गतिविधि नहीं हो रही थी। इसके लिए एक संयुक्त निरीक्षण कमेटी का गठन भी किया गया है, जो इस भवन को गिराने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी। राजेश कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि नया भवन पूरी तरह से सुरक्षित है, और बच्चों की पढ़ाई नियमित रूप से जारी है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों या सोशल मीडिया पर वायरल हो रही असत्य जानकारी से भ्रमित न हों।
वीरवार को राजकीय महाविद्यालय सुबाथू में स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता एवं तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों में 50 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को स्वतंत्रता के महत्व एवं इसके प्रति जागरूकता के बारे में बताया गया। तिरंगा रैली महाविद्यालय परिसर से प्रारंभ होकर सुबाथू बाज़ार तक निकाली गई, जिसमें विद्यार्थियों ने देशभक्ति के नारे लगाए। इस अवसर पर डॉ. दीपिका, डॉ. सुभाष एवं प्रो. कविता की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें देश के प्रति कर्तव्यों के निर्वहन का संकल्प दिलाया।
ब्रिटिश काल में स्थापित सुबाथू उप डाकघर को प्रदेश का पहला डाकघर माना जाता है। हालांकि किसी अधिकृत दस्तावेज में इसके प्रदेश का पहला डाकघर होने का उल्लेख नहीं है, लेकिन अंबाला से कालका और कालका से खच्चरों में सुबाथू उप डाकघर तक चिठ्ठी आने का इतिहास सर्वविदित है। माना जाता है कि ये 1836 में स्थापित हुआ था। स्वर्गीय ज्योतिषचार्य एवं प्रसिद्द लेखक मदन गुप्ता स्पाटू के अनुसार डाक के थैले कलकत्ता से दिल्ली, फिर अंबाला और कालका पहुँचाए जाते थे। कालका से, थैलों को खच्चरों पर लादकर कसौली और फिर सुबाथू ले जाया जाता था। यहाँ तक कि इन थैलों को ढोने के लिए हरकारे भी रखे जाते थे, जिन्हें कंधे पर रखी बाँस की छड़ पर बाँधकर कुछ मील चलने के बाद बदल दिया जाता था। बाद में, ब्रिटिश डाक के संचालन के लिए सुबाथू में एक छोटा सा डाकघर अस्तित्व में आया। 1856 में जब हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग खुला, तो डाक के थैलों को तांगों या बैलगाड़ियों पर धर्मपुर से सुबाथू छावनी तक पहुँचाया जाता था। स्थानीय बुजुर्गों के अनुसार कभी चिट्ठी कम होती तो लाठी पर बैग लटका कर डाकिया भी डाक लाता। तकनीक के इस दौर में इतिहास को सैंकड़ो वर्षों से समेटे सुबाथू डाकघर आज खस्ताहाल है। आलम यह है की सुबाथू उप डाकघर के मुख्य द्वार का गेट जर्जर हालत में है। वर्षों से रंग रोगन को तरसता हुआ। भारतीय डाक विभाग इस ऐतिहासिक धरोहर के इतिहास को संजोए रखने में नाकाम साबित हो रहा है। स्थानीय लोगो ने भारतीय डाक विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है की जल्द से जल्द सुबाथू उप डाकघर के गेट पर पेंट करवाया जाए , साथ ही गेट के साइड की दोनों दीवारों पर इसका इतिहास भी अंकित किया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ी को ये पता लग सके कि सुबाथू उप डाकघर भी हिमाचल प्रदेश में स्थापित ऐतिहासिक धरोहर में से एक है। इस बारे पोस्टमास्टर बी एस नेगी ने बताया की मुख्यद्वार के पेंट के लिए कोटेशन मांगी गई है। जल्द ही पेंट का काम शुरू होगा। जहाँ तक उप डाकघर के इतिहास लिखने की बात है इस विशेष को उच्चाधिकारियों के समक्ष रखा जायेगा।
हाल ही में हमीरपुर और कांगड़ा लोकसभा सांसदों ने रेलवे मंत्री से कांगड़ा को रेलवे लाइन से जोड़ने का आग्रह किया है। इसी बीच भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अचल पठानिया ने सुझाव दिया है कि मुबारकपुर से कांगड़ा तक हाईवे और रेल लाइन बनाई जाए, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, देवस्थल लाभान्वित होंगे और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि देहरा में बन रही सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही, संसारपुर टेरेस से पोंग डैम के किनारे-किनारे रेलवे लाइन का विस्तार किया जाए, तो इस पिछड़े इलाके में भी विकास के नए द्वार खुलेंगे और पर्यटन की अपार संभावनाएं पैदा होंगी। अचल पठानिया ने बताया कि पोंग बांध के निर्माण के समय डैम तक रेल लाइन पहुंची थी और सारा सामान रेल के जरिए ही लाया गया था। टेरेस और डैम रोड के पुलों पर आज भी उस समय की रेल पटरी का प्रमाण मौजूद है। उन्होंने अफसोस जताया कि उस दौर की सरकारों ने प्रयास नहीं किए, वरना यह इलाका आज काफी विकसित होता। उन्होंने कहा कि तलवाड़ा तक रेल लाइन का काम जारी है और यदि इसे जोड़ने की पहल की जाए, तो सफर भी कम होगा और पूरा क्षेत्र आर्थिक व सामाजिक रूप से विकसित होगा। पठानिया ने सांसद अनुराग ठाकुर और राजीव भारद्वाज से इस विषय पर गंभीरता से विचार कर इसे अमलीजामा पहनाने का आग्रह किया है।
प्रदेश में मानसून का कहर लगातार जारी है। बीते कल 5 जगहों पर बादल फटने की घटना सामने आई हैं जिससे शिमला सहित राज्य के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। श्रीखंड के भीमडवारी तथा नंती, किन्नौर के पूह, लाहौल के मयाड़ और कुल्लू की तीर्थन घाटी में बादल फटने से कई मकानों को क्षति हुआ है। लाहौल की मयाड़ घाटी में करपट गांव को खाली करवाकर 22 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। कांगड़ा में आज सुबह से ही लगातार बारिश, ख़राब मौसम और कम दृश्यता के चलते इंडिगो की दिल्ली से कांगड़ा हवाई अड्डा के लिए 1 उड़ान रद्द रही। चंबा, कांगड़ा और मंडी में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी माैसम विभाग ने आज 3 जिलों चंबा, कांगड़ा और मंडी के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जबकि दूसरे जिलों में येलो अलर्ट है। कल 15 अगस्त के लिए सिरमौर, शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा और चंबा में हल्की बारिश की सम्भावना बताई गई है। 241 लोगों की जान गई, करोड़ो का नुकसान इस मानसून राज्य में लगभग 241 लोगों की जान जा चुकी है वहीं 326 लोग घायल और 36 लोग लापता हैं। सड़क हादसों मे लगभग 116 लोगों की मौत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन एवं बाढ़ से अब तक 2,507 घरों और दुकानों को क्षति हुई है। अब तक लगभग 2031 करोड़ रुपये का सरकारी और प्राइवेट संपत्ति का नुकसान हुआ है। सैकड़ों सड़कें बाधित एवं बिजली आपूर्ति ठप लगातार तेज़ बारिश के चलते 2 नेशनल हाईवे समेत 323 सड़कें बंद हैं। इसके साथ ही 130 पेयजल योजनाएं और बिजली के ट्रांसफार्मर भी ठप हैं।
राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में बुधवार रात भारी बारिश हुई और दिनभर बादल छाए रहे। वहीं शिमला में दोपहर बाद हल्की बारिश और रात में लगातार बारिश हुई जिसके चलते जगह-जगह भूस्खलन हुई और शहर में यातायात सुबह बुरी तरह प्रभावित रहा। इन जिलों में येलो-आरेंज अलर्ट चंबा, कांगड़ा व मंडी जिले में आज तेज़ बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है वहीं प्रदेश के दूसरे हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। किन्नौर व लाहुल-स्पीति को छोड़कर 15 से 19 अगस्त के बीच बाकि के सभी जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। भूस्खलन से कई सड़कें बंद राजधानी शिमला में भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिरने और भूस्खलन हुआ है जिससे भारी नुकसान हुआ है। शहर में 20 से ज्यादा पेड़ गिरे हैं जिससे कई सड़कें ठप हो गईं और कई स्थानों पर गाड़ियां भी मलबे में दब गईं। शिमला शहर की पेयजल परियोजनाओं भी ठप है जिसके चलते अगले दो दिनों तक शिमला में पानी की आपूर्ति ठप रहने की संभावना जताई गई है। इन स्थानों पर बादल फटने की घटना प्रदेश के कुल्लू, शिमला और लाहौल-स्पीति में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। शिमला और कुल्लू में बुधवार शाम को 4 जगहों पर बदल फटे हैं जिसके चलते नदी नालों में जल स्तर बढ़ जाने से बाढ़ जैसी बन गई। शिमला में बाढ़ से पुल, मकान व दुकानें और साथ ही कुल्लू में भी पुल बह गए जिसकी वजह से तीन पंचायतों का संपर्क इनसे टूट गया। लाहौल-स्पीति में भी पुल बहने से सड़कें बाधित हुई हैं। भारी बारिश से नुकसान हिमाचल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बीते 24 घंटों में बारिश की वजह से 323 सड़कें बाधित हो गई हैं।
लोक निर्माण विभाग के तहत आने वाले परमाणु-पट्टा मार्ग पर बुधवार सुबह कसौली क्षेत्र के टिपरा गांव के पास भूस्खलन होने से मार्ग करीब एक घंटे के लिए बाधित हो गया। विभाग को जैसे ही सूचना मिली, फील्ड स्टाफ की तत्परता से जेसीबी मशीन भेजी गई और मार्ग को तत्काल बहाल कर दिया गया। भूस्खलन से मार्ग के किनारे बनी कूहल (नहर) को भी काफी नुकसान पहुंचा है। हालांकि दोपहर बाद तक सड़क पर यातायात सामान्य रूप से चलता रहा, लेकिन शाम को पुनः भारी बारिश के कारण सड़क पर दोबारा मलबा आ गया। विभाग ने तुरंत जेसीबी लगाकर मार्ग को फिर से खोल दिया। लगातार हो रही बारिश लोक निर्माण विभाग के लिए एक चुनौती बन चुकी है। विभाग के अनुसार, वाहन चालकों, उद्योगों में कार्यरत कर्मचारियों और किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए मार्ग को खुले रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों और वाहन चालकों ने विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना की है। उन्होंने बताया कि जैसे ही मार्ग पर मलबा आता है, विभाग जेसीबी और कर्मचारियों की सहायता से तुरंत सफाई कर मार्ग खोल देता है। जंगेशु पंचायत के टिपरा वार्ड सदस्य भगत राम ठाकुर ने बताया कि बुधवार सुबह मार्ग बंद हो गया था, लेकिन विभाग की सक्रियता से उसे समय रहते खोल दिया गया। शाम को भी मार्ग पर कुछ समय के लिए मलबा आया, लेकिन जेसीबी के मौके पर होने के कारण यातायात तुरंत बहाल कर दिया गया। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता अंकुश कोंडल ने जानकारी दी कि बुधवार को सुबह और शाम दोनों समय भूस्खलन के कारण मार्ग बाधित हुआ था, लेकिन विभाग की तत्परता से सड़क को तुरंत यातायात के लिए खोल दिया गया है।
श्री राम लीला जन कल्याण समिति कुनिहार के सौजन्य से प्राचीन ठाकुर द्वारा मंदिर हाटकोट में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में कथा श्रवण कर श्रोता निहाल हो रहे हैं। दिन प्रतिदिन कथा में श्रोताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इस पावन कथा का श्रवण करवा रही बाल व्यास स्मृति भारद्वाज ने अपनी ज्ञान भक्ति मई मधुर वाणी से कथा के चतुर्थ दिवस श्री कृष्ण जन्म की कथा का सुंदर वर्णन कर कथा के अनेक प्रशंग सुनाए। इस दौरान बाल रूप में श्री कृष्ण की सुंदर झांकी निकाल कर श्री कृष्णा प्रकट उत्सव मनाया गया l कथावाचक ने अपने कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए बताया कि जब जब इस धरा पर अधर्म का बोलबाला होता है, तब तब इस धारा की रक्षा के लिए भगवान विष्णु चौबीस अवतार धारण करके मानव रूप में अवतरित हुए और इस धारा की रक्षा की l द्वापर युग में भगवान विष्णु ने मां देवकी के गर्भ में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में रोहिणी नक्षत्र में मथुरा में कंस के कारागार में जन्म लिया और वासुदेव ने उन्हें गोकुल में नंदबाबा और यशोदा के पास पालने के लिए छोड़ दिया ल भगवान कृष्ण ने जन्म से ही अपनी दिव्य अलौकिक शक्तियों का दिखाना आरंभ कर दिया था l भगवान कृष्ण ने बाल रूप में गोकुल में बहुत सारी लीलाएं की l इसके साथ कथावाचक ने अपने कथा प्रसंग में आधुनिक युग में गंभीर चुनौतियां और समस्याओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने युवा शक्ति में बढ़ते नशे के प्रचलन के प्रति सभी को आगाह किया साथ ही सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकने का आह्वान भी किया l उन्होंने युवा शक्ति को संस्कार पूर्ण नैतिक शिक्षा देने का सभी अभिभावकों से आह्वान किया l आज का मानव असीमित इच्छाओं के कारण इस भौतिकता वादी युग में बहुत आत्म केंद्रित हो गया है वह देह से मानव प्रतीत होता है परंतु विचार से दानव जैसे कृत्य वह करता है। उन्होंने कथा प्रसंग में उपस्थित जनसमुदाय से श्रीमद् भागवत में लिखी हुई शिक्षाओं को अपने व्यावहारिक जीवन में अपनाने का आह्वान किया। वहीं राम लीला जन कल्याण समिति के अध्यक्ष रितेश जोशी, हाटकोट पंचायत प्रधान जगदीश अत्री, देवेंद्र उपाध्याय, अमन अत्री, सूर्यांश गर्ग, दीपक कुमार, हितेंद्र, प्रियांशु शर्मा, कार्तिक भारद्वाज, योगेश, राकेश झांझी , जय, सुमित, गौतम, रूपेश शर्मा,हितेंद्र, मनीष, गौरव, मृदुल गर्ग, अच्युतम, तन्मय, अजय जोशी, प्रदीप पूरी सहित समिति के सभी सदस्यों के अलावा सैकड़ों ने कथा का रसपान किया।
ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन की सचिव आकांक्षा डोगरा की अध्यक्षता में आज यहां ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से ‘कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (निवारण, निषेध एवं निवारण अधिनियम, 2013)’ पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। आकांक्षा डोगरा ने कहा कि जहां नारी की पूजा की जाती है वहां देवता निवास करते हैं, इसलिए हम सभी को नारी का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक चेतना के माध्यम से अपराध एवं कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराई को रोकने एवं समाज में जागरूकता बढ़ाने पर बल देना चाहिए। उन्होंने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 की पृष्ठ भूमि से लेकर वर्तमान प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कार्यालय में सभी अधिकारियों का कर्तव्य है कि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि यदि आंतरिक शिकायत समिति का गठन नहीं किया गया हो तो स्थानीय शिकायत समिति को भी शिकायत की जा सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की झूठी शिकायत पाए जाने पर महिलाओं के विरूद्ध भी दण्ड के प्रावधान हैं। उन्होंने कहा कि सभी समितियां ऑनलाइन शी पोर्टल पर अपडेट होनी चाहिए। आकांक्षा डोगरा ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों और कानूनी प्रावधानों की जानकारी होनी आवश्यक है ताकि वह कार्यस्थल पर होने वाले यौन उत्पीड़न सम्बन्धी अपराधों के खिलाफ आवाज उठा सके। उन्होंने कहा कि यौन उत्पीड़न प्रकरणों की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए प्रकरणों की त्वरित सुनवाई करें ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि कई मामले में अज्ञानता एवं बदनामी के डर से महिलाओं के साथ होने वाले अपराध दर्ज नहीं हो पाते, कई महिलाएं अपराध होने के बाद भी शिकायत दर्ज कराने से सामाजिक बदनामी के डर से झिझकती हैं। उन्होंने सभी महिलाओं को अपने अधिकारों और कानूनी प्रावधानों की जानकारी रखने की बात कही। कार्यशाला में भ्रष्टाचार विषय पर तथा इसकी ऑनलाइन शिकायत लोकपाल के समक्ष रखने की जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नशा निवारण पर शपथ भी दिलाई गई। समेकित बाल विकास परियोजना अधिकारी सोलन कविता गौतम, पुलिस विभाग, चिकित्सा, शिक्षा विभाग तथा अन्य विभाग की महिला कर्मचारियों ने कार्यशाला में भाग लिया।
बुधवार को भारत में पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एस. आर. रंगनाथन की जयंती के उपलक्ष्य में, राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस के अवसर पर, शूलिनी विश्वविद्यालय के योगानंद ज्ञान केंद्र (पुस्तकालय) ने एक पुस्तक प्रदर्शनी और बिक्री का आयोजन किया। प्रदर्शनी में 200 से अधिक दान की गई पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया, जो अपनी खराब स्थिति के कारण पुस्तकालय के वर्तमान भंडार का हिस्सा नहीं थीं। इनमें पुराने संस्करण, बहुप्रयुक्त पुस्तकें, प्रतियोगी परीक्षा गाइड, फिक्शन और नॉन-फिक्शन शीर्षक, साथ ही मॉडर्न एबीसी जैसी स्कूल स्तर की पुस्तकें और एनसीईआरटी के पुराने संस्करण शामिल थे। पढ़ने को प्रोत्साहित करने और संसाधनों के पुन: उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ये पुस्तकें 10 रुपये और 20 रुपये की मामूली कीमतों पर उपलब्ध करवाई गयी । इस कार्यक्रम का उद्घाटन ब्रिगेडियर सुनील दत्त मेहता ने किया, जिन्होंने पुस्तकालय टीम की समर्पित सेवाओं और पठन संस्कृति को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों की सराहना की। कर्नल टी.पी.एस. गिल वाईकेसी के निदेशक ने छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रति उनकी सक्रिय भागीदारी और पुस्तकों के प्रति उत्साह के लिए आभार व्यक्त किया। प्रदर्शनी को ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली और 100 से ज़्यादा किताबों को नए मालिक मिले। विभिन्न विभागों के डीन ने छात्रों से प्रदर्शनी देखने का आग्रह किया, जबकि संकाय सदस्यों ने उन्हें पठन-पाठन से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व पुस्तकालयाध्यक्ष पूजा ठाकुर ने वाईकेसी लाइब्रेरी टीम - नीलम ठाकुर, दीपक वर्मा, नेहा ठाकुर और राकेश शर्मा के साथ मिलकर किया। उनके सामूहिक प्रयासों से एक सुव्यवस्थित और प्रभावशाली कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित हुआ, जिसने ज्ञान और सामुदायिक जुड़ाव के केंद्र के रूप में पुस्तकालय की भूमिका को और मज़बूत किया।
आज साईं इंटरनेशनल स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा जन्माष्टमी की तैयारियां खूब उत्साह और उमंग के साथ की गईं। इन बच्चों ने वृंदावन के जैसे कृष्ण कन्हैया और राधा रानी के रूप में मोरपंख, बांसुरी और रंग-बिरंगी पोशाक पहन और सज-धज कर माखन लीला और भजन गायन किए जिसने उपस्थित सभी का मन मोह लिया। स्कूल अध्यक्ष रामिन्दर बावा और प्राचार्या मीरा गुप्ता ने बच्चों की इस रचनात्मकता व उत्साह की भरपूर सराहना की और उन्हें ढेरों आशीर्वाद दिए कि उनका जीवन हमेशा प्रेम, आनंद और सफलता से भरा रहे।
किन्नौर कैलाश यात्रा को प्रशासन ने एक बार फिर से शुरू कर दिया है। 13 और 14 अगस्त को यात्रा केवल ऑफलाइन पंजीकरण के माध्यम से होगी। पंजीकरण का समय प्रातः 6:00 बजे से शुरू होगा। इन दो दिनों में प्रतिदिन 250 यात्री ही यात्रा कर सकेंगे। उपमंडलाधिकारी कल्पा अमित कल्थाईक ने बताया 15 अगस्त से ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से भी यात्रा कर सकेंगे। इसके लिए प्रतिदिन की सीमा निम्न प्रकार से होगी। इसमें 100 यात्रा ऑनलाइन पंजीकरण से, 100 ऑफलाइन पंजीकरण, जबकि 500 श्रद्धालुओं का पंजीकरण केटीए के स्लॉट से होगा। इसके अलावा 15 अगस्त के लिए पंजीकरण स्लॉट 13 अगस्त को दोपहर 2:30 बजे से खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा से संबंधित अन्य सभी प्रक्रियाएं पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही रहेंगी। गौरलतब है कि भारी बारिश के चलते यात्रा मार्ग पर कई जगह रास्ते ध्वस्त हो गए थे। इस वजह से यात्रा करीब सात दिन तक बंद रही। अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है। यात्रा शुरू होने से श्रद्धालुओं में उत्साह है। यह धार्मिक यात्रा 30 अगस्त तक चलेगी।
बुधवार को राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में 12 अगस्त से 18 अगस्त तक एंटी रैगिंग सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न सृजनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। एंटी रैगिंग कमेटी के संयोजक डॉ. राजीव रत्न के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में स्लोगन राइटिंग, पोस्टर मेकिंग तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताएं संपन्न हुई। इन प्रतियोगिताओं का संचालन समिति सदस्य डॉ. आरती कौशल, डॉ. राजेश कुमार एवं प्रो. राज परमार ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अंजू रानी चौहान ने प्रतिभागियों के उत्साहवर्धन हेतु प्रतियोगिता में उपस्थिति दर्ज करवाई। उन्होंने विद्यार्थियों को इस तरह की सृजनात्मक एवं रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि सामाजिक संदेश प्रसारित करने में भी प्रभावी भूमिका निभाते हैं। प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल के रूप में प्रो. सुनीता, डॉ. सुरेश, प्रो सुरेन्द्र कुमार, प्रो. पूजा, डॉ. श्याम कालिया, प्रो. जगदीप, डॉ. देवन महाजन एवं डॉ. पूर्णेदु ने अपनी भूमिका निभाई। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में 37 प्रतिभागी जबकि निबंध लेखन प्रतियोगिता में 42 प्रतिभागी, वहीं स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता में 24 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रो. ब्रजेश्वर, प्रो. कंचन एवं प्रो. धर्मेन्द्र सहित अनेक शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें कार्यक्रम संयोजक डॉ. राजीव रत्न ने सभी प्रतिभागियों, निर्णायकों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
एचपी परियोजना के तहत पौधारोपण का शुभारंभ ज्वालामुखी उपमंडल के तहत जखोटा में किया गया । इस परियोजना के तहत जखोटा धनोट और अधवानी में हिमाचल का सबसे बड़ा बगीचा स्थापित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जॉइंट डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर डॉक्टर कमलशील और नोडल ऑफिसर एचपी शिवा डॉक्टर राजेश्वर परमार, जिला कोर्डिनेटर एचपी शिवा डॉक्टर नीरज शर्मा और जखोटा पंचायत के प्रधान सुमित राणा मुख्यतिथि के रूप में उपस्थित रहे और साथ में एसएमएस हॉर्टिकल्चर डॉक्टर विवेक गर्ग, एचडीओ डॉक्टर आरती, क्लस्टर इंचार्ज डॉक्टर काजल और क्लस्टर जखोटा-धनोट के अध्यक्ष अक्षय कुमार और डब्ल्यूए के प्रधान जोगिंदर सिंह और उर्मिला देवी, प्रोजेक्ट के फेसिलिटेटर शिप्रा, रजनी, रोहित और जखोटा पंचायत, धनोट ओर अधवानी, घुरकाल के किसान उपस्थित रहे।
राज्य के कई क्षेत्रों में बीते रात लगातार बारिश जारी रही। मौसम विभाग ने आज 5 जिलों के लिए भारी बारिश का यलो-ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऊना, हमीरपुर, चंबा, कुल्लू और सोलन जिला में आज और कल यलो अलर्ट दिया गया है। वहीँ बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है और साथ ही यहाँ लैंडस्लाइड, बाढ़ तथा जल भराव की स्थिति भी बन सकती है। इन 5 जिलों में कल के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। सामान्य से 13% ज्यादा बारिश राज्य में सामान्यतः जून से जुलाई के बीच 473 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि इस बार 535.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज़ की गई है। जो सामान्य से 13% ज्यादा बारिश है। शिमला जिला में नार्मल से 73 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। मंडी में 57% ज्यादा, बिलासपुर में 40%, हमीरपुर में 44%, कुल्लू में 39%, सिरमौर में 18%, सोलन में 31%, ऊना में 46%, कांगड़ा में 6% जबकि किन्नौर में नार्मल से 1% ज्यादा बारिश दर्ज़ हुई है। 15 अगस्त के बाद मानसून कमजोर राज्य में मानसून 15 अगस्त से थोड़ा कमजोर होगा। पर ऊना, चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला में हल्की बारिश होने की सम्भावना जरूर बनी हुई है जबकि अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। कई क्षेत्रों में यातायात बाधित पहाड़ी से पत्थर गिरने की वजह से कालका-शिमला NH मंगलवार को दिन भर प्रभावित रहा। पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाला पठानकोट-चंबा-भरमौर NH 24 घंटे बाद भी ठीक से बहाल नहीं हो पाया है जबकि दुनेरा के समीप सड़क को अभी सिर्फ छोटी गाड़ियों के लिए वन-वे खोला गया है। सड़कें और बिजली ट्रांसफार्मर ठप प्रदेश में मंगलवार शाम तक राज्य में 2 एनएच समेत 330 सड़कें, 198 बिजली ट्रांसफार्मर तथा 141 पेयजल योजनाएं बाधित भी रहीं। लगभग सवा दो सौ लोगों की गई जान इस मानसून में अभी तक करीब सवा दो सौ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 36 लोग लापता हैं।
विकास खण्ड कुनिहार के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुनिहार के ग्रामीण क्षेत्रों को जाने वाले तीन संपर्क मार्ग बहुत जल्द लोक निर्माण विभाग के अधीन आने वाले हैं। जिसका पंचायत व लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा मंगलवार को संयुक्त निरीक्षण किया गया। जानकारी देते हुए पंचायत प्रधान राकेश ठाकुर ने बताया कि लंबे समय से इन संपर्क मार्गो जिनमें कुफ़्टु मार्ग से बानी-हरडी संपर्क मार्ग, कुनिहार शिमला मार्ग से शहीद मनीष मार्ग गांव दोची व सिहांवा से संपर्क मार्ग गांव काहनी को लोक निर्माण विभाग के अधीन करने की मांग की जा रही थी। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों को जाने वाले इन संपर्क मार्गों की हालत थोड़ी सी बारिश से ही काफी खराब हो जाती है तथा यह मार्ग अत्यधिक बरसात के कारण बंद हो जाते हैं । जिससे ग्रामीणों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब लोक निर्माण विभाग की देखरेख में इन संपर्क मार्गो का सुधार होगा। राकेश ठाकुर ने बताया कि आज इन संपर्क मार्गो को लोक निर्माण विभाग के अधीन करने का कार्य शुरू हो गया है। आज पंचायत सहित लोक निर्माण विभाग, रेवेन्यू विभाग, जल शक्ति विभाग व विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा इन मार्गो का संयुक्त निरीक्षण किया गया तथा सभी विभागों द्वारा रिपोर्ट तैयार कर इसको अंतिम रूप देकर इसका कार्य शुरू किया जाएगा। प्रधान राकेश ठाकुर ने बताया कि इसके लिए विधायक निधि से टोकन बजट आ चुका है। जिसके लिए हम पंचायत की तरफ से विधायक संजय अवस्थी का आभार व्यक्त करते है। इस अवसर पर उप प्रधान हरिदास सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
आज स्वतंत्रता सेनानी पंडित सुशील रतन राजकीय महाविद्यालय ज्वालामुखी में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर रेड रिबन क्लब, एन एस एस, इको क्लब, आर एन्ड आर तथा हिमाचल प्रदेश वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन द्वारा एक विशेष जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डॉ सुशील कुमार बस्सी के मार्गदर्शन में हुआ l कार्यक्रम की शुरुआत में रैली का आयोजन किया गया जो महाविद्यालय परिसर से आरंभ होकर अंब पठियार तक निकाली गई। इस रैली में छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। रैली के दौरान विद्यार्थियों ने एड्स और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रभावशाली नारे लगाए l रैली का समापन अंब पठियार चौक पर किया गया, जहाँ सभी प्रतिभागियों ने एकजुट होकर युवा जागरूकता और सामाजिक उत्तरदायित्व का संकल्प लिया। उसके बाद रेड रिबन क्लब द्वारा पोस्टर मेकिंग और "सेल्फी फॉर ट्यूबरक्लोसिस अवेयरनेस" का आयोजन करवाया गया जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया l
• क्लीन हिमाचल, ग्रीन हिमाचल का देंगे संदेश ! सोलन के अटल शिक्षा कुंज स्थित प्रसिद्ध आईईसी विश्वविद्यालय में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दो दिवसीय भव्य 'बीबीएन बाइक राइड' का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम से युवाओं को मातृभूमि के सम्मान का सन्देश दिया जायेगा। "क्लीन हिमाचल, ग्रीन हिमाचल'' थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में अब तक लगभग 70 बाइकर्स ने अपना पंजीकरण करवा लिया है। इस भव्य बाइक रैली का शुभारंभ 14 अगस्त को दिल्ली में होगा जहाँ से दिल्ली के प्रसिद्ध डी आर ई आर (दिल्ली रॉयल एनफील्ड राइडर्स) समूह को मातृभूमि के सम्मान के सन्देश के साथ आईईसी यूनिवर्सिटी की ओर रवाना किया जायेगा। इस रैली के लिए सुरक्षा के सभी जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। इस कार्यक्रम के तहत 15 अगस्त को आईईसी विश्वविद्यालय के प्रांगण में सभी मिल कर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और छात्रों द्वारा देश प्रेम पर आधारित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। इसके बाद दिल्ली रॉयल एनफील्ड राइडर्स, आईईसी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर बीबीएन में रैली निकाल कर क्लीन हिमाचल, ग्रीन हिमाचल का संदेश देंगे। यह कार्यक्रम आईईसी विश्वविद्यालय, इगनाइट हेलमेट व स्टीलबर्ड हेलमेट, बद्दी के सहयोग से आयोजित किया जायेगा जिसका उद्देश्य दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहन कर ही बाइक चलाने के लिए प्रेरित करना है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर अभी भी जारी है। माैसम विज्ञान के अनुसार प्रदेश में अगले कई दिनों तक बारिश का दाैर बना रहेगा। 12 से 14 अगस्त के बीच कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है जबकि 15 से 18 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मानसून में अब तक 229 लोगों की गई जान राज्य में इस मानसून में 229 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 323 लोग घायल और 36 लोग लापता हैं। वहीं सड़क हादसों में 116 लोगों की जान गई है। बादल फटने, भूस्खलन एवं बाढ़ से अब तक 1,611 पालतु पशुओं की माैत हुई है वहीं 2,388 घरों और दुकानों को क्षति हुई है। लगभग 2007 करोड़ रुपये का सरकारी और प्राइवेट संपत्ति का अब तक नुकसान हुआ है। सैकड़ों सड़कें बाधित एवं बिजली व पेयजल की आपूर्ति ठप लगातार तेज़ बारिश के चलते कई जगहों में भूस्खलन व पेड़ गिरने की घटनाएं देखने को मिली हैं। प्रदेश में आज सुबह 10:00 बजे तक भूस्खलन से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 398 सड़कें बंद हैं जबकि 669 बिजली ट्रांसफार्मर व 529 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। वहीं मंडी जिला की सड़कें सबसे अधिक प्रभावित हुई है और अकेले यहां 213 सड़कें बंद हैं जबकि कुल्लू में 84 सड़कें व 367 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं। शिमला में भूस्खलन और पेड़ गिरे शिमला में बीते रात से लगातार हो रही तेज़ बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ गिरने और भूस्खलन से बहुत नुकसान हुआ है। शिमला के विकास नगर में पेड़ गिरने के कारण एक मकान की छत टूट गई और सड़क बंद हो गई है वहीं टुटीकंडी में आधा दर्जन से ज्यादा पेड़ गिरने के चलते कई गाड़ियां चूर-चूर हो गईं साथ ही सड़क भी बंद हो गई। चंबा-पठानकोट हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप, ट्रांसफार्मर व पेयजल स्कीमें प्रभावित दुनेरा के समीप चंबा-पठानकोट हाईवे धंस जाने से गाड़ियों की आवाजाही बंद हो गई है जिसके चलते दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं। इस जिला की 24 सड़कें, 35 ट्रांसफार्मर और 18 पेयजल स्कीमें प्रभावित हुई हैं। 10 घंटे बाद बहाल हुआ चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे मंडी-कुल्लू मार्ग पर जोगणी मोड़ के पास कल रात पहाड़ी से पत्थर गिरने की वजह से चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बाधित रही। बहुत मशक्कत के बाद सुबह 7:00 बजे के करीब हाईवे को फिर से बहाल किया गया। लेकिन कई स्थानों पर सड़क वनवे है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राज्य में इस बार मानसून में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है जिससे जलस्तर बढ़ने के साथ भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 15 अगस्त तक राज्य के कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा और कुल्लू में भारी बारिश हो सकती है वहीँ कांगड़ा, मंडी व सिरमौर में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। शिमला जिले में सामान्य से 70% ज्यादा बारिश हुई है और जिसके चलते कई जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं देखी गयीं। इन जिलों में ऑरेंज व येलो अलर्ट कांगड़ा और मंडी में आज भारी बारिश के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी है। 13 अगस्त को भी कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीँ 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में भारी वर्षा की सम्भावना जताई गई है जबकि दूसरे जिलों में येलो अलर्ट है। 15 अगस्त को केवल शिमला और कुल्लू जिला में येलो अलर्ट जारी किया गया है जबकि दूसरी जगहों पर मानसून कमजोर होने की सम्भावना है। बादल फटने की 30 घटनाएं राज्य में इस बार के मानसून में 54 घटनाएं लैंडस्लाइड की, फ़्लैश फ्लड की 59 और बादल फटने की 30 घटनाएं हो चुकी हैं। अब तक 229 लोगों की गई जान प्रदेश में इस मानसून में अभी तक लगभग 229 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 323 लोग घायल हैं और 36 लोग लापता हैं। वहीँ सड़क हादसों में 116 लोगों की जान गई है। अभी तक लगभग 2007 करोड़ रुपये की प्राइवेट और सरकारी संपत्ति का नुकसान हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी है। आज सुबह भी चंबा में चलती बस पर पहाड़ी से पत्थर गिर गए। इससे दो यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं। बताया जा रहा है कि 40 के करीब सवारियां लेकर निजी बस चांजू से भंजराड़ू के लिए निकली थी। चांजू से तीन किमी सफर तय करने के बाद बस चूरसेऊ के समीप पहुंची। इस दौरान अचानक पहाड़ी से गिरे पत्थर बस की छत को तोड़कर अंदर आ गिरे। इससे दो यात्री घायल हो गए। बस में पत्थर गिरने सवारियों में चीख-पुकार मच गई। चालक-परिचालक ने बस को सड़क के किनारे रोक कर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। घायलों को निजी वाहन के जरिये पीएचसी बघेईगढ़ ले जाया गया। जहां पर उन्हें प्राथमिक उपचार देखकर छुट्टी कर दे दी गई।
कुल्लू टकोली टोल प्लाजा को बंद करने की आवाज चारों तरफ से उठ रही हैं। अब भुंतर सुधार समिति ने नितिन गडकरी सहित मुख्यमंत्री प्रशासन को पत्र प्रेषित कर टकोली टोल को अस्थाई तौर पर बंद करने की मांग उठाई हैं। भुंतर सुधार समिति के अध्यक्ष मेघ सिंह कश्यप, उपाध्यक्ष मनीष कौडल, रोशन लाल, सोनू चौहान, सहसचिव झावे राम, महिला विंग की अध्यक्षा नीना घई, सचिव मीना जसवाल, प्रवक्ता नीलम घई आदि सदस्यों का कहना हैं कि मंडी कुल्लू रोड़ के हालात ठीक नहीं हैं। वहीं लोग भी फोरलेन की खस्ता हालत के बावजूद टकोली टोल बेरियर में उगाही पर ऐतराज जता रहें है। भुंतर सुधार समिति ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सीएम सुखविंदर सिंह सुखू और डीसी मंडी को चिठ्ठी लिखकर टकोली टोल प्लाजा को बंद करने की जोरदार मांग उठाई है। उन्होंने साफ तौर पर चिठ्ठी में लिखा है कि जब तक फोरलेन की हालत में सुधार नहीं होता और सफर आरामदायक नहीं होता तब तक टकोली टोल प्लाजा बंद किया जाए ।
जिला कुल्लू के शमशी की अक्षिता सूद ने एलएलएम की परीक्षा में द्वितीय स्थान हासिल कर जिला सहित परिजनों का नाम रोशन किया। बेटी की इस कामयाबी से परिजनों व शमाशी भुंतर शहर में खुशी की लहर दौड़ गई हैं। बेटी की इस कामयाबी पर अक्षिता के साथ परिजनों को चारों ओर से बधाइयां मिल रही हैं। अक्षिता सूद वर्तमान में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, शिमला में एलएलएम की छात्रा हैं। उन्होंने एलएलएम की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा इसी वर्ष यूजीसी-नेट क़ानून की परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है। अक्षिता सूद ने एलएलएम की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त करके शानदार सफलता हासिल अपने सपनों को नई उड़ान दी। इस उपलब्धि ने न केवल छात्र का बल्कि उनके परिवार और संस्थान सहित जिला कुल्लू का भी नाम रोशन किया है। एलएलएम कानून में मास्टर की परीक्षा में द्वितीय स्थान हासिल करना एक बड़ी बात है, क्योंकि इसमें उच्च स्तर की कानूनी ज्ञान और समझ की आवश्यकता होती है। अक्षिता सूद के पिता वरिंदर सूद बताते हैं कि यह सफलता बेटी की कड़ी मेहनत की है।
शूलिनी विश्वविद्यालय में आज उन्नत रासायनिक विज्ञान संकाय के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. प्रदीप सिंह ने पर्यावरण विज्ञान में अपने असाधारण योगदान से संस्थान को वैश्विक पहचान दिलाई है। 324 से अधिक SCOPUS-अनुक्रमित प्रकाशनों, 25023 Google Scholar उद्धरणों और 90 के h-इंडेक्स (i-10 इंडेक्स 268) के साथ, डॉ. सिंह ने पर्यावरण सुधार के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। उनका वर्तमान शोध ग्राफीन-आधारित फोटोकैटलिटिक सामग्री, जैव-अपशिष्ट-व्युत्पन्न सक्रिय कार्बन और प्रदूषक निष्कासन के लिए शून्य-संयोजी लौह-आधारित सुधार विधियों पर केंद्रित है। उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा 2019-2024 तक शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिक पुरस्कार, 2018 का यंग एकेडमिशियन ऑफ द ईयर पुरस्कार और Careers360 द्वारा 2023 का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार शामिल हैं। डॉ. सिंह को SERB-DST (2013-2016) से यंग साइंटिस्ट फास्ट ट्रैक अवार्ड भी मिला है। 27-11-2024 (रिसर्च.कॉम) को प्राप्त बिब्लियोमेट्रिक डेटा के अनुसार, उन्हें सर्वश्रेष्ठ रसायन विज्ञान वैज्ञानिकों में भारत में 15वाँ और विश्व में 2244वाँ स्थान प्राप्त है। डॉ. सिंह डिसेलिनेशन, जर्नल ऑफ़ हैज़र्डस मैटेरियल्स और एसीएस कैटेलिसिस जैसी शीर्ष पत्रिकाओं के एक प्रतिष्ठित समीक्षक भी हैं, जो स्थायी पर्यावरणीय समाधानों को आगे बढ़ाने के प्रति उनके प्रभाव और समर्पण को रेखांकित करते हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. खोसला ने डॉ. सिंह की उपलब्धियों की प्रशंसा की और कहा कि डॉ. प्रदीप सिंह न केवल एक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक हैं, बल्कि हमारे शैक्षणिक समुदाय के लिए एक आदर्श भी हैं। पर्यावरण अनुसंधान के प्रति उनका समर्पण, उनकी वैश्विक मान्यता और अगली पीढ़ी के वैज्ञानिकों को मार्गदर्शन देने की उनकी प्रतिबद्धता उन्हें शूलिनी विश्वविद्यालय के लिए एक सच्ची संपत्ति बनाती है।
प्रदेश पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन जिला सोलन के धनीराम तनवर संयोजक एवं वरिष्ठ मुख्य सलाहकार एवं श्यामलाल ठाकुर, सतपाल शर्मा, जसबीर सिंह, संत राम चंदेल, पतराम, दीपराम ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर , नेकीराम, वेद ठाकुर, पुष्पा सूद, निर्मल ठाकुर, प्रेम कंवर, विनोद कुमार, दिला राम, श्याम लाल भाटिया, चमन लाल, धर्म सिंह ठाकुर, रतिराम शर्मा, बीना देवी, जीत सिंह व समस्त कार्यकारिणी ने अपने संयुक्त बयान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग उठाई है कि उन्हें अपनी घोषणाओं का मान सम्मान रखना चाहिए क्योंकि उन्होंने पेंशनरों के कुछ वित्तीय लाभ की घोषणा विधानसभा के अंदर की थी मगर आज तक उस 3% डीए का नोटिफिकेशन भी सरकार द्वारा नहीं जारी की गई। पुलिस पेंशनर भी इस आपदा की घड़ी में चिंतित है जहां प्रदेश में लाखों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है वहां सैकड़ो लोगों ने अपने घर बार जगह जमीन मकान सब इस आपदा में खो दिया। उन्होंने कहा कि संगठन मुख्यमंत्री से पुरजोर मांग करता है कि वह इस 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर अपनी घोषणा पूरी करें और जल्दी से इस तीन परसेंट डी ए जो घोषणा के अनुसार दिया जाना है, उसका नोटिफिकेशन जारी करें और सालों से पेंडिंग पड़े मेडिकल बिलों का जल्दी से जल्दी जिला को बजट देकर उन्हें प्रदान करें। ताकि जो पेंशनर मेडिकल बिल न मिलने के कारण अपना सही इलाज नहीं करवा पा रहे हैं, उनकी इस कठिनाई को दूर करें जिन्होंने अपनी पुलिस की नौकरी के समय अपनी जवानी के 30- 40 साल प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने में लगाए हैं।
हिमाचल में एनएचएआई पिछले कुछ महीनों से लगातार सुर्खियों में है, चाहे वह शिमला क्षेत्र हो, मंडी-मनाली हो या कांगड़ा। बिना उचित योजना के बनाए गए हाईवे स्थानीय जनता के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। इसी संदर्भ में विकास धीमान, जिन्होंने हाल ही में उपमुख्यमंत्री एवं रघुवीर बाली की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी जॉइन की थी, ने सवाल उठाया है कि कांगड़ा फोर लेन अभी पूरी तरह से सुविधाजनक नहीं है, फिर भी कंपनी ने टोल वसूली शुरू कर दी है। विकास धीमान ने कहा कि हाल ही में केरल हाईकोर्ट ने एनएच 544 के एडापल्ली–मानुथी टोल पर यह कहते हुए रोक लगाई है कि वहां अब भी कई असुविधाएं हैं। इसी संदर्भ में विकास धीमान ने कहा कि कांगड़ा फोर लेन की स्थिति तो और भी खराब है, यहां तो सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है, फिर जनता से टोल क्यों वसूला जा रहा है? उन्होंने ये भी कहा कि जब तक पूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो जातीं, टोल वसूली पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने बताया कि वे इस मुद्दे को जल्द ही पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के समक्ष रखेंगे, ताकि बिना पूरी सुविधाएं दिए जनता से टोल वसूली पर रोक लगाई जा सके।
पीएम केंद्रीय विद्यालय नलेटी में सोमवार को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर एवं संस्कृत भारती के संयुक्त तत्वावधान में 10 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का आरंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के प्रधानाचार्य सतनाम सिंह एवं मुख्य वक्ता के रूप में वेदव्यास परिसर बलाहर के शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा के अध्यक्ष डॉ.सत्यदेव उपस्थित रहे। शिविर शिक्षक के रूप में वेदव्यास परिसर बलाहर के व्याकरण विद्या शाखा के प्राध्यापक डॉ. रूपलालशर्मा एवं डॉ.भूपेंद्र कुमार ओझा रहे। डॉ सत्यदेव ने बताया कि उक्त 10 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर केंद्रीय विद्यालय नलेटी के छठी से आठवीं तक की कक्षा के छात्रों के लिए आयोजित किया जा रहा है। जिसमें लगभग 70 की संख्या में छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर विद्यालय के संस्कृत विषय के प्राध्यापक आचार्य किशोरी लाल ने उपस्थित सभी अतिथियों एवं शिविर शिक्षकों का परिचय करवाया व छात्रों को रुचि पूर्वक 10 दिन तक संस्कृत सीखने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य सतनाम सिंह ने सभी छात्रों को नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित होने एवं संभाषण की दक्षता प्राप्त करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत एक भाषा ही नहीं अपितु यह भारत की आत्मा है और हम सभी को इसे अत्यंत श्रद्धा से सीखना चाहिए । मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ.सत्यदेव ने कहा कि संस्कृत की हमारे जीवन में उपयोगिता एवं संस्कृत सीखने से न केवल हम भाषा सीखते हैं अपितु संस्कृत हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी हुई है। संस्कृत हमें सिखाती है कि मनुष्य को किस प्रकार से जीवन जीना चाहिए । मुख्य वक्ता के रूप में डॉ सत्यदेव ने सभी का आवाहन किया कि 10 दिन तक संस्कृत सीखने का प्रयास करेंगे और अपने नित्य जीवन में भी इसको अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए आगे आएंगे। इसके बाद शिविर शिक्षक के द्वारा संभाषण शिविर का आरंभ किया गया। संस्कृत सप्ताह महोत्सव के दौरान यह शिविर लगाया जा रहा है। डॉ सत्यदेव के अनुसार हिमाचल प्रदेश में ऐसे शिविरों का आयोजन कई स्थानों पर संस्कृत भारती द्वारा किया जा रहा है।
आज हिमाचल प्रदेश चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि की ओर कदम बढ़ा रहा है। शिमला स्थित अटल सुपर स्पेशिलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान, चमियाणा में पहली बार रोबोटिक तकनीक से सर्जरी की जाएगी। यह केवल एक सर्जरी नहीं, बल्कि आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है। इस अत्याधुनिक तकनीक की मदद से अब ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर के अनुभव और मशीन की सटीकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज, तेज़ रिकवरी और कम दर्द की सुविधा मिल सकेगी। प्रदेश को मिलेगी नई पहचान यह पहल न केवल उपचार को अधिक सुरक्षित बनाएगी, बल्कि हिमाचल को राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं के मानचित्र में एक नई पहचान दिलाने में भी मदद करेगी। यह दिन सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए नहीं, बल्कि उन सभी मरीजों के लिए विशेष है जिन्होंने कभी दर्दरहित, सटीक और आधुनिक इलाज का सपना देखा था। महेंद्र पाल होंगे पहले मरीज इस ऐतिहासिक शुरुआत में महेंद्र पाल पहले मरीज होंगे जिनकी प्रोस्टेट की रोबोटिक सर्जरी की जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह सर्जरी न केवल अधिक सटीक होगी, बल्कि कम समय में पूरी की जा सकेगी, जिससे मरीज को जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन इस अत्याधुनिक तकनीक की शुरुआत का शुभारंभ सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा किया जाएगा। यह दिन चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। अब नहीं जाना पड़ेगा बड़े शहरों में रोबोटिक सर्जरी में हाई डेफिनिशन कैमरा और मशीन-नियंत्रित रोबोटिक आर्म्स का प्रयोग किया जाता है, जो बेहद सूक्ष्म स्तर पर भी ऑपरेशन करने में सक्षम होते हैं। इससे मरीजों को कम खून बहने, कम दर्द और तेज़ रिकवरी जैसे लाभ मिलते हैं। इस सुविधा के शुरू होने से अब मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। 42 करोड़ रुपये के उपकरणों से लैस होगा संस्थान अटल सुपर स्पेशिलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान में करीब 42 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। इनमें यूरोलॉजी, रीनल ट्रांसप्लांट, कार्डियक एनेस्थीसिया, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, प्लास्टिक सर्जरी, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी, कार्डियोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी और न्यूरोसर्जरी जैसी महत्वपूर्ण चिकित्सा सेवाओं के लिए आधुनिक उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का कहर जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार से चार दिनों तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 11 और 12 अगस्त को चंबा, कांगड़ा एवं मंडी, 13 को कांगड़ा, मंडी और सिरमौर और 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य क्षेत्रों में येलो अलर्ट रहेगा। 15 से 17 अगस्त तक कई क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार राज्य भर में भूस्खलन से एक नेशनल हाईवे व 359 सड़कें बंद हैं। वहीं, 145 बिजली ट्रांसफार्मर व 520 पेयजल स्कीमें ठप हैं। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 214 सड़कें बाधित हैं। जबकि कुल्लू में 91 व कांगड़ा में 22 सड़कें अवरूद्व हैं। कुल्लू जिला में नेशनल हाईवे 305 जहेड खनग के पास अवरुद्ध है। मंडी जिला में 85 और कुल्लू जिला में 50 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। राज्य विद्युत बोर्ड ने अधिकतर खराब पड़े ट्रांसफार्मरों को ठीक कर दिया है। इसके अलावा कुल्लू जिला में 367, मंडी में 78 व कांगड़ा जिला में 72 पेयजल स्कीमें ठप रहीं। वही राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मानसून सीजन में अब तक राज्य भर में वर्षा जनित हादसों में 224 लोगों की मौत हुई है, 37 लापता हैं और 315 घायल हुए।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का कहर जारी है। बारिश-भूस्खलन के चलते दो और लोगों की मौत हो गई है। बिलासुपर में कनफारा के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने से श्री नयनादेवी जी में माथा टेककर बाइक पर वापस जा रहे बठिंडा (पंजाब) के कुलविंदर सिंह की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। खराब मौसम के बीच किन्नौर कैलाश यात्रा पर गए कोलकाता के श्रद्धालु सूरज दास की मौत हो गई है। उधर, पौंग बांध से पानी छोड़ने के कारण कांगड़ा के मंड क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पंजाब से सटे इस क्षेत्र में कई घरों में पानी घुस गया। प्रशासन ने 16 लोग रेस्क्यू किए हैं। इसी बीच, मौसम विभाग ने बाज चार दिनों तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शिमला में भी माैसम खराब बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार से चार दिनों तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 11 और 12 अगस्त को चंबा, कांगड़ा एवं मंडी, 13 को कांगड़ा, मंडी और सिरमौर और 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य क्षेत्रों में येलो अलर्ट रहेगा। 15 से 17 अगस्त तक कई क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। बीती रात घाघस में 61.0, बिलासपुर 50.2, सराहन 30.0, मुरारी देवी 28.6, मालरांव 19.2, स्लैपर 18.9, देहरा गोपीपुर 16.0, धर्मशाला में 14.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वही बारिश-भूस्खलन के चलते मनाली-चंड़ीगढ नेशनल हाईवे समेत प्रदेश भर में 300 से अधिक सड़कें बंद हैं, जबकि 100 से अधिक ट्रांसफार्मर और 500 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। नालागढ़ के कुमारहट्टी के समीप पहाड़ी से मलबा आने के कारण कृत्रिम झील बन गई है। खतरे को भांपते हुए एक मकान खाली करवा दिया है। कुल्लू के सैंज में काला छौ पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं। इससे भूपन गांव को खतरा बन गया है।
आज साई इंटरनेशनल स्कूल में राखी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विद्यार्थियों ने अपने हाथों से बनाई सुंदर राखियां एक दूसरे को पहनाई और शुभकामनाएं दीं। वहीं स्कूल के चेयरमैन रमिंदर बावा और प्रिंसिपल मीरा गुप्ता ने विद्यार्थियों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं, जिससे यह समारोह और भी विशेष एवं यादगार बन गया। वहीं स्कूल के चेयरमैन रमिंदर बावा ने कहा कि स्कूल में हर एक त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य रहता है कि बच्चों को हमारी समृद्ध संस्कृति के साथ जोड़ें रखें।
कश्मीर से सोलन सब्जी मंडी में लहसुन ने दस्तक दे दी है। इस साल लहसुन की पैदावार ज्यादा होने से इसकी कीमत आधी हो गई है। सोलन, सिरमौर और शिमला के लिए यहां से बीज की आपूर्ति की जाएगी । पिछले बार की तुलना में इस बार इसके दाम लगभग आधे 90 रुपये किलो हो गए हैं। पिछले वर्ष इसकी कीमत 140 से 170 रुपये के बीच थी। सोलन, सिरमौर, कुल्लू समेत दूसरे जिलों में लहसुन की बिजाई का कार्य सितंबर-अक्तूबर में किया जाता है। इसीलिए इन जिलों के किसान इन दिनों सोलन मंडी से लहसुन बीज खरीदना भी शुरू कर दिया है। सोलन जिला में लहसुन से हर साल करोड़ों का कारोबार होता है। इस मंडी से देश और विदेश में भी सोलन और सिरमौर का लहसुन सप्लाई किया जाता है। लहसुन की मांग मंडी में सालों भर रहती है। इस साल भी किसानों को लहसुन से अच्छी कमाई हुई है। वहीं 250 रुपये प्रति किलो तक मंडी में बिका है। जिला सोलन के लगभग 500 हेक्टेयर भूमि पर लहसुन की खेती की जाती है। कुछ लहसुन का बीज कृषि विभाग द्वारा भी किसानों को वितरित किया जाता है, पर ज्यादातर किसान बीज की खरीद मार्केट से ही करते हैं।
7 अगस्त को राजकीय प्राथमिक पाठशाला पुंजविला में शिक्षा खण्ड सोलन की पाठशालाओं में कार्यरत पाचको की खण्ड स्तरीय कुकिंग कॉम्पिटिशन प्रारम्भिक खण्ड शिक्षा अधिकारी हरिराम चन्देल की अध्यक्षता में करवाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल डॉक्टर संजय शांडिल रहे एवं विशिष्ट अतिथि उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा जिला सोलन महेंद्र सिंह पीरता एवं उप जिला शिक्षा अधिकारी कम जिला MDM नोडल अधिकारी सोलन राजकुमार पाराशर विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन राजेश शर्मा द्वारा किया गया। इस खण्ड स्तरीय प्रतियोगिता में भिन्न-भिन्न पाठशालाओं से चयनित 7 प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं उनको दिए गए मेनू के अनुसार से खाना बनाने के लिए दिया गया। सभी पाचकों ने नियमों का पालन करते हुये स्वादिष्ट एवं अच्छा खाना बनाया, जिसकी सभी ने सराहना की। इस प्रतियोगिता के सही आकलन व निर्णय हेतु चार निर्णायकों को नियुक्त किया गया, जिन्होंने बने भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता, भोजन परोसने एवं समय निर्धारण को मद्दे नजर रखते हुए प्रथम, द्वितीय व त्रितया स्थान में रहे प्रतिभागियों को चयनित किया। प्रथम स्थान GSSS स्कूल भोज-अंजी से रीना, दिवतीय स्थान GPS पुंजविला से बबली और तीसरा स्थान सावित्री राजकीय प्राथमिक पाठशाला कथेड़ से रही। इस प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के साथ अन्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे एवं विभिन्न पाठशालाओं से अध्यापक , पुंजविला विद्यालय से विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्षा एवं उनकी कार्यकारिणी भी उपस्थित रहीं। विभिन्न पाठशालाओं से आए छात्रों ने भी इनके द्वारा बनाए गए भोजन को चखा एवं उन्होंने इसकी खूब सराहना की। मुख्य अतिथि ने अपने उदघोष में कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगताओं से भोजन की गुणवत्ता आएगी और सभी पाचको में अपने कार्य को करने में और अधिक रुचि बढ़ेगी।
हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में आज और कल बारिश होने की सम्भावना है। मौसम विभाग ने इन 5 जिलों ऊना, बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन दो दिनों के दौरान भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड, जल भराव और बाढ़ जैसे हालात भी देखने को मिल सकते हैं। वहीँ 10 और 11 अगस्त को राज्य के कुछ इलाकों में तेज़ बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। इसे देखते हुए विभाग लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। बारिश- लैंडस्लाइड के चलते राज्य में बिजली के 861 ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं। इसकी वजह से चंबा के 20 गांवों में ब्लैक आउट की स्थिति बन चुकी है। शिमला में भी कई जगहों पर पेड़ गिरने से क्षति हुई है। बारिश से रास्ते बंद होने की वजह से किन्नर कैलाश यात्रा आगे और दो दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है। इस मानसून में अभी तक 51 लैंडस्लाइड की घटनाएं, 58 जगह बाढ़ और 30 जगह पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। 202 लोगों की मौत इस मानसून में राज्य में अभी तक 202 लोगों की जान चली गई है। इनमें 32 लोगों की जान बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से हुई, जबकि 36 लोग लापता हैं। वहीँ सड़क हादसों में 94 लोगों की मौत हुई है। बारिश से 1952 करोड़ की संपत्ति हुई नष्ट प्रदेश में भारी बारिश से सरकारी व निजी संपत्ति को मिलाकर अब तक लगभग 1952 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। वहीँ बारिश से चलते लगभग 477 घर पूरी तरह से जमींदोज हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के भंजराड़ू-शहवा-भड़कवास मार्ग पर हुए भीषण हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर के कारण वीरवार रात सफेद रंग की स्विफ्ट साउआ पधरी के समीप लुढ़क कर करीब 500 मीटर गहरी खाई में गिर गई। मृतकों की पहचान राजेश कुमार 40 वर्षीय पुत्र नरेन सिंह, गांव बुलवास, डाकघर जुंगरा, हंसो 36 वर्षीय पत्नी राजेश कुमार, गांव बुलवास, डाकघर जुंगरा, आरती 17 वर्षीय पुत्री राजेश कुमार, गांव बुलवास, डाकघर जुंगरा, दीपक 15 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार, गांव बुलवास, डाकघर जुंगरा, राकेश कुमार 44 वर्षीय पुत्र हरि सिंह, गांव बुलवास, डाकघर जुंगरा और चालक हेम पाल 37 वर्षीय पुत्र इंदर सिंह, गांव सलांचा, डाकघर के रूप में हुई है। चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचित किया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग और पुलिस टीमों ने ग्रामीणों की मदद से सभी छह लोगों के शव गहरी खाई से निकालकर सड़क तक पहुंचाए। शुक्रवार को मृतकों का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल तीसा में किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जेबीटी अध्यापक राजेश कुमार जो वर्तमान में प्राथमिक स्कूल बुलवास में कार्यरत थे। यह दुर्घटना कार पर अचानक एक बड़ी चट्टान गिरने और फिर गहरी खाई में गिरने के कारण हुई। पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
माँ बगलामुखी युवा क्लब, हरिपुर-भटोली द्वारा वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर बतौर मुख्यतिथि भाजपा जिला उपाध्यक्ष डॉ. सुकृत सागर उपस्तिथ रहे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल जीवन में अनुशासन, ऊर्जा और राष्ट्र सेवा की भावना का संचार करते हैं। उन्होंने युवाओं से नशा मुक्ति का आह्वान करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहकर खेल, शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के माध्यम से राष्ट्र के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। डॉ. सागर ने भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रहितकारी नीतियों पर भी चर्चा की और बताया कि भाजपा युवाओं के शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास के लिए संकल्पबद्ध है। आयोजक कुणाल शर्मा ने डॉ सुकृत सागर का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनका हमारे बीच आना सौभाग्य की बात है तथा हम सभी युवा इनकी बातों का अनुसरण करते हुए नशे के विरुद्ध लड़ाई लड़ेंगे। आयोजन समिति ने प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक संपन्न कर एक अनुकरणीय प्रयास किया, जिसके लिए क्लब के सभी सदस्यों को बधाई दी गई।
बी एल स्कूल कुनिहार के दो बच्चों भानु प्रिया परिहार व् दीक्षित शर्मा का चयन MBBS के लिए हुआ है I यह जानकारी विद्यालय अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय के दो पूर्व छात्र-छात्रा का चयन MBBS के लिए हुआ है I उन्होंने यह भी बताया की भानु प्रिया परिहार का चयन इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में व दीक्षित शर्मा का चयन पंडित जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज चंबा में हुआ है I विद्यालय अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने भानु प्रिया परिहार व उनके अभिभावक माता शीला देवी तथा दीक्षित शर्मा व उनके अभिभावक माता पूनम शर्मा पिता हीरा दत्त शर्मा को इस उपलब्धि की बधाई दी है और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है I विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि इन दोनों बच्चों ने विद्यालय का, अपने माता पिता का, कुनिहार और जिला सोलन का नाम रोशन किया है साथ ही विद्यालय खुलने पर इन दोनों बच्चों और इनके अभिभावकों को विद्यालय में सम्मानित किया जायेगा I विद्यालय अध्यापक अभिभावक संघ अध्यक्ष रतन तंवर व् सभी सदस्यों, उप- प्रधानाचार्य पुर्षोत्तम लाल, मुख्याध्यापिका सुषमा और सभी अध्यापक वर्ग ने भानु प्रिया परिहार व् दीक्षित शर्मा को MBBS में चयन होने पर बधाई दी है।
HRTC की डाडा सीबा -तलवाड़ा- पठानकोट बस तीन दिन से सेवा में नहीं प्रबंधन ने नहीं दी कोई सूचना, आम जनता त्रस्त डाडा सीबा से तलवाड़ा होते हुए पठानकोट तक चलने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम पठानकोट डिपो की नियमित बस सेवा बीते तीन दिनों से रूट से नदारद है। इस बस की अनुपस्थिति ने स्थानीय ग्रामीणों की दिनचर्या को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। रोज़ सुबह 6:30 बजे डाडा सीबा से चलने वाली यह बस स्यूलखड्ड, मेहड़ा, घाटी और तलवाड़ा के रास्ते फैक्ट्रियों, कॉलेजों और आईटीआई संस्थानों तक जाने वाले यात्रियों की जीवनरेखा मानी जाती रही है। लेकिन बीते सोमवार से न तो बस आई और न ही उसके बंद होने की कोई सूचना दी गई। सोमवार, मंगलवार व बुधवार को यात्रियों की भीड़ रोज की तरह सुबह बस स्टैंड पर जमा हुई, लेकिन इंतज़ार के बाद उन्हें मायूसी और गुस्से के साथ लौटना पड़ा। फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूरों की शिफ्टें छूट गईं और दर्जनों छात्रों की कक्षाएं मिस हो गईं। ग्रामीणों ने मजबूरी में निजी गाड़ियों का रुख किया, जिनके किराए उनके रोजमर्रा के बजट से कई गुना ज्यादा हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बस उनके लिए सिर्फ एक साधन नहीं, बल्कि शिक्षा और रोज़गार तक पहुँचने की ‘एकमात्र कड़ी’ है। यह बस ही सुबह की पहली और शाम की आखरी उम्मीद होती है, खासकर उन ग्रामीणों के लिए जो दूरदराज़ इलाकों से तलवाड़ा और पठानकोट तक जाते हैं। रविवार जैसे दिन भी जब अधिकतर निजी वाहन उपलब्ध नहीं होते, तब यह बस उनकी वापसी का एकमात्र सहारा होती है। ऐसे में इसका अचानक गायब हो जाना पूरे गांव के लिए एक बड़ी परेशानी बन चुकी है। ग्रामीणों ने इस लापरवाही पर गहरी नाराज़गी जताते हुए मांग की है कि बस सेवा को तुरंत बहाल किया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब लिया जाए। उन्होंने चेताया है कि यदि आने वाले दिनों में स्थिति नहीं सुधरी, तो वे परिवहन विभाग के खिलाफ सामूहिक विरोध करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
राजकीय महाविद्यालय खुंडियां में हुआ विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन राजकीय महाविद्यालय खुंडियां के वाणिज्य विभाग द्वारा छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें प्रमुख तौर पर प्रोडक्ट मेकिंग, एड मेकिंग कंपटीशन तथा क्विज कंपटीशन का आयोजन हुआ। प्रोडक्ट मेकिंग कंपटीशन के लिए बच्चों ने अलग-अलग तरह की सुंदर राखियां बनायी, जबकि एड मेकिंग कंपटीशन में बच्चों ने विभिन्न प्रोडक्ट्स की ऐड प्रस्तुत की। एड मेकिंग कंपटीशन में बीकॉम फर्स्ट ईयर के अमित ने प्रथम स्थान, आकांक्षा व उसकी टीम ने द्वितीय स्थान जबकि शिवानी और उसकी टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। क्विज कंपटीशन में रोहित और रोहन ने प्रथम स्थान, लक्ष्य और सरबजीत ने द्वितीय स्थान जबकि सुमित और सुधीर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रोडक्ट मेकिंग कंपटीशन में कशिश ने प्रथम स्थान, शिल्पा ने द्वितीय स्थान व पूनम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन गतिविधियों का सुचारू संचालन वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य सुरेंद्र कुमार और शिवानी शर्मा द्वारा किया गया। इन प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल के रूप डॉ. चेतना नेगी व सहायक आचार्या स्मृति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। राजकीय महाविद्यालय खुंडियां के प्राचार्य शिव कुमार ने इन प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के लिए सभी विद्यार्थियों व अध्यापकों को बधाई दी।


















































