सोमवार को चम्बा-लंगेरा मार्ग पर शिरवास के पास एक पिकअप जीप सड़क पर पलट गई। इस हादसे में 20 से अधिक लोग घायल हो गए। जानकारी के अनुसार मंगलवार को 35 लोग पिकअप जीप (एचपी 73ए-3864) में सवार होकर शादी समारोह के लिए किहार से लंगेरा की ओर छक के लेकर जा रहे थे। जब पिकअप जीप शिरवास के पास पहुंची तो चालक ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते गाड़ी सड़क पर पलट गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके प पहुंची तथा लोगों के सहयोग से घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नागरिक अस्पताल किहार पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा रैफर कर दिया, जबकि हल्की चोटों से ग्रस्त मरीजों को प्राथमिक उपचार देने उपरांत छुट्टी दे दी। घायलों को फौरी राहत राशि न देने पर जताया रोष वहीं पुलिस टीम ने मौके पर दुर्घटना संबंधित साक्ष्य जुटने के उपरांत गाड़ी चालक के खिलाफ लापरवाही और तेज राफ्तरी में वाहन चलाने पर भारतीय दंड सहित की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पूर्व अध्यक्ष डीएस पठानिया ने भी दुर्घटनास्थल और अस्पताल में पहुंचे और घायलों का कुशलक्षेम जाना। वहीं दुर्घटना में घायलों को प्रशासन की ओर से फौरी राहत राशि न देने पर लोगों ने प्रशासन के प्रति रोष व्यक्त किया है। वहीं नायब तहसीलदार संजय कुमार ने बताया प्रशासन ने घायलों की सूची तैयार कर ली है और घायलों को अस्पताल में जाकर फौरी राहत राशि कल वितरित की जाएगी। उधर, एसपी चम्बा अभिषेक यादव ने बताया कि पुलिस थाना किहार में चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसे में ये हुए घायल जीप हादसे में अमरो पुत्र पृथ्वीराज निवासी गांव कशीरी पंचायत किहार, रिया देवी पुत्री सुरिंदर कुमार निवासी गांव घुडेई, मुकेश पुत्र शिव राम निवासी गांव कशीरी, उत्तम पुत्र अमरु निवासी गांव जंदराई, ओम प्रकाश पुत्र अमर सिंह निवासी गांव गरेली पंचायत स्नूह, अशोक कुमार पुत्र प्रह्लाद निवासी गांव जंदराई, मनोज कुमार पुत्र नरेश कुमार निवासी गांव गगल पंचायत स्नूह, तिलक राज पुत्र अमरु निवासी गांव जंदराई, मान सिंह पुत्र पंछी राम निवासी गांव चोईनंडी, हंसराज पुत्र वजीरु निवासी गांव भसुआ, रीता पत्नी जोगिंद्र कुमार निवासी गांव गगल, निशा कुमारी पत्नी नरेश कुमार निवासी गांव गगल, जय सिंह पुत्र बेसु राम निवासी गांव गगल, पूजा देवी पत्नी देस राज निवासी गांव कशीरी, गीता पत्नी बेसु राम निवासी गांव गगल, बबीता पत्नी राज कुमार निवासी गांव गगल, कांता निवासी गांव गगल, भारती पत्नी रविन्द्र कुमार निवासी गांव गगल, बॉबी पुत्री किशन लाल निवासी गांव भसुआ, हंसराज पुत्र पुन्नू राम निवासी गांव उछानू पंचायत डांड, सन्नी पुत्र जय राम निवासी गांव गंहेत्रा, विजय कुमार पुत्र माधो राम निवासी गांव गरेली, दरुण शर्मा पुत्र तिलक राज निवासी गांव चाउइंडी और जय सिंह घायल हुए हैं।
हरियाणा के यमुनानगर जिले में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने तीन परिवारों को उजाड़ दिया। सढौरा-काला मार्ग पर गांव असगरपुर के समीप शिलाई (हिमाचल प्रदेश) नंबर की ऑल्टो कार को एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के एक तरफ के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर के बाद कार में बैठे चारों युवक सड़क पर इधर-उधर गिर पड़े। हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे। कार हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र की थी। सभी युवक वहीं के रहने वाले बताए जा रहे हैं। घायल युवक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपी का पता लगाया जा सके।
जिला ऊना मुख्यालय के सरकारी गवर्नमेंट कॉलेज के नजदीक एक मिनी टेंपो द्वारा खड़ी कार को अचानक टक्कर लगने से कार सड़क से नीचे जा गिरी। वहीं अनबैलेंस होने के कारण टेंपो भी सड़क पर पलट गया। इस दौरान वहां पर खड़ी एक स्कूटी भी इसकी चपेट में आ गई । इस हादसे में तीन लोगों को चोट आई है, जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया है। कार सड़क के किनारे खड़ी थी और उसमें कोई भी व्यक्ति सवार नहीं था। वहीं जानकारी के अनुसार ऊना की तरफ से आ रहे हैं टेंपो जब टर्न होने लगा तो अचानक सड़क के किनारे खड़ी कार को हिट कर गया, जिस कारण कार सड़क से कई फीट नीचे जा गिरी और अनबैलेंस होने के कारण टेंपो भी सड़क पर पलट गया स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों द्वारा तुरंत मौके पर इकट्ठे होकर टेंपो क़ो खड़ा किया गया और उसमें से लोगों को निकाला गया। यह टेंपो ऊना के ही एक कारोबारी का बताया जा रहा है फिलहाल एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है।
सराज के कांडा में वन विभाग की टीम ने नाके के दौरान देवदार लकड़ी के 50 अवैध स्लीपार बरामद किए है। वहीं टिप्पर चालक समेत एक अन्य सवार मौके से फरार बताए जा रहे हैं। वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए लकड़ी और टिप्पर को जब्त कर लिया है तथा पुलिस थाना जंजैहली ने वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम कांडा के समीप नाके पर तैनात थी। इस दाैरान एक टिप्पर (एचपी 11सी-2239) बगस्याड़ से कांडा की ओर आ रहा था। नाके पर तैनात टीम ने टिप्पर को जांच के लिए रोका। जांच के दौरान टिप्पर में देवदार की लकड़ी के 50 स्लीपर लदे पाए गए, जिन्हें अवैध रूप से ले जाया जा रहा था। मौके की नजाकत को भांपते हुए टिप्पर में सवार चालक सहित 2 लोग मौके से फरार हो गए। पकड़ी गई लकड़ी में किसी प्रकार का कोई हैमर नहीं लगा था। पैमाइश करने पर टिप्पर से 3.3936 घन मीटर लकड़ी बरामद की गई, जिसका बाजार में मूल्य 3,38,708 रुपए बनता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और फरार चालक और अन्य दूसरे व्यक्ति की तलाश की जा रही है। वही डीएफओ नाचन सुरेंद्र कश्यप ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जंगलों से लकड़ी की तस्करी पर रोक लगाने के लिए विभाग ने विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत वन विभाग की टीम लगातार नाके और छापेमारी कर रही है। अवैध लकड़ी के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई जारी है।
मंगलवार को ओक ओवर, शिमला में मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त ‘वन मित्रों’ के लिए प्रशिक्षण मैनुअल जारी किया। इस मैनुअल का उपयोग वन मित्रों को वन अग्नि प्रबंधन, विभागीय कार्यप्रणाली, नर्सरी प्रबंधन, विभिन्न वृक्षारोपण कार्यक्रमों और समग्र वन प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए किया जाएगा। वन मित्र इस वर्ष 1 मई से 5 मई तक अपने-अपने रेंज में प्रशिक्षण लेंगे। सभी वन मण्डल अधिकारियों (डीएफओ) को प्रशिक्षण के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो इसकी निगरानी करेंगे। मुख्यमंत्री ने मैनुअल को प्रशिक्षण केंद्रों और प्रशिक्षकों को शीघ्र वितरित करने के निर्देश देते हुए दक्ष प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि वन मित्र विभाग की कार्यप्रणाली से अच्छी तरह जानकर अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन कर सकें। उन्होंने प्रशिक्षण मैनुअल को विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे 15 मई के बाद नवनियुक्त वन मित्रों से संवाद करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वन विभाग को सशक्त करने के लिए कर्मचारियों की भर्ती और आधुनिक तकनीक उपलब्ध करवाने पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि आगामी गर्मी के मौसम को देखते हुए वन विभाग को आग की घटनाओं के बारे में सतर्क रहना चाहिए और वनों के संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। वन मित्र भर्ती कार्यक्रम के तहत अब तक पूरे प्रदेश में 1,896 वन मित्र अपने-अपने स्थानों पर कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं। इस अवसर पर विधायक संजय अवस्थी, प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) समीर रस्तोगी सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मंगलवार को मंडी जिला के अंतर्गत जाहू-मंडी रोड पर भोलूघाट के समीप एक निजी बस (HP 40C-9937) अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गई। हादसे में बस में सवार 15 यात्रियों को चोटें आई है। इनमें से 5 घायलों को नागरिक अस्पताल बल्द्वाड़ा ले जाया गया है, जबकि अन्य घायलों को मौके पर ही 108 एंबुलेंस के माध्यम से प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया। स्थानीय लोगों की मदद से यात्रियों को निकाला बाहर स्थानीय लोगों ने बताया कि कुल्लू से कांगड़ा की ओर जा रही यह बस भोलूघाट मोड़ के पास अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। बस के पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस थाना हटली से थाना प्रभारी बृजलाल शर्मा अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू करवाया। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और घायलों को इलाज के लिए तुरंत एंबुलैंस के जरिए अस्पताल भेजा। फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने में जुट गई। वहीं मार्ग को बहाल करने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है, ताकि यातायात प्रभावित न हो।
सोलन शहर में पक रही मुरादाबादी और हैदराबादी चिकन बिरयानी खानेलायक नहीं है। दरअसल बीते माह राजगढ़ रोड पर नाली में मिली हड्डियों के बाद नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने बिरयानी के सैंपल भरे थे। सैम्पल लेने के बाद इसे जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजा था। प्रयोगशाला से दो सैंपल की रिपोर्ट हाल ही में आई है। इसमें दोनों सैंपल फेल हो गए है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग को पता चला कि बिरयानी में रंग का इस्तेमाल किया गया था। वही सैंपल फेल होने के बाद विभाग ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। संबंधित ढाबा संचालक को 30 दिन का नोटिस जारी किया गया है। ढाबा संचालक से जवाब मांगा गया है और लाइसेंस प्रस्तुत करने के लिए कहा है। बता दे खाद्य पदार्थ सैंपल असुरक्षित निकलने पर एक्ट में सजा के साथ जुर्माना का भी प्रावधान है। वही सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा विभाग नगर निगम सोलन डॉ. अतुल ने बताया कि हाल ही में शहर में चल रहे ढाबा के दो सैम्पल लिए गए थे। इसमें हैदराबादी बिरयानी चिकन मसाला और मुरादाबादी चिकन बिरयानी के सैम्पल असुरक्षित आए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित ढाबा संचालक को नोटिस जारी कर दिया है और कार्रवाई की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में आज और कल लू चलने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार के लिए मंडी, कुल्लू और ऊना जिला में येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को गर्मी से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रदेश में 1 मई से 4 मई तक मौसम में बदलाव की संभावना जताई गई है। इस दौरान, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। इसके साथ ही ऊंचे क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हिमपात और वर्षा का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से वर्षा और हिमपात की स्थिति बन रही है। हालांकि, पहले दो दिनों के दौरान प्रदेश में तेज गर्मी और लू के तेवर भी देखने को मिल सकते हैं। मौसम में बदलाव के बाद अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आई है। धौलाकुआं में अधिकतम तापमान में 2.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जबकि शिमला, मनाली और अन्य स्थानों पर 2 डिग्री तक तापमान में कमी आई। दूसरी ओर, कल्पा में तापमान में 2.3 डिग्री की वृद्धि हुई है। न्यूनतम तापमान में भी 1 से 2 डिग्री की गिरावट देखी गई है। वही मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे लू से बचने के लिए उचित एहतियात बरतें और गर्मी के दौरान बाहर जाने से बचें। साथ ही, हिमपात और बारिश के लिए ऊंचे इलाकों में यात्रा करते समय सावधानी बरतें।
हिमाचल प्रदेश में अब सभी टैक्सी चालकों, एचआरटीसी और निजी सार्वजनिक परिवहन वाहनों में 'कार बिन' यानी कूड़ेदान लगाना अनिवार्य हो गया है, और यदि किसी भी वाहन में कूड़ेदान नहीं मिलता है तो 10 हजार तक का जुर्माना लग सकता है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 29 अप्रैल से सभी टैक्सी चालकों, एचआरटीसी और निजी सार्वजनिक परिवहन वाहनों में 'कार बिन' यानी कूड़ेदान लगाना अनिवार्य कर दिया है। इससे वाहन में उत्पन्न कचरे को एकत्रित कर निर्धारित स्थानों पर फेंका जा सके। आरटीओ और एमवीआई अब केवल उन्हीं वाहनों को पास करेंगे या पंजीकरण देंगे, जिनमें कार बिन लगाए गए हों। वाहन में कार बिन न लगाने पर 10 हजार और जैव कचरा इधर-उधर फेंकने पर 1500 रुपये जुर्माना लगेगा और यह प्रावधान पूरे राज्य में लागू होंगे।
शिमला के चौड़ा मैदान में 26 अप्रैल को मनाही के बावजूद सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने वाले शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों से प्राथमिक शिक्षकों की 26 अप्रैल की हाजिरी का रिकॉर्ड तलाश है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को सभी जिला उपनिदेशकों को पत्र जारी कर दो दिन के भीतर ऐसे प्राथमिक शिक्षकों के नामों की सूची देने को कहा है, जो 26 अप्रैल को अवकाश लिए बिना स्कूलों से गैरहाजिर रहे। ऐसे शिक्षकों का रिकॉर्ड एकत्र होने के बाद इन्हें पहले कारण बताओ नोटिस दिए जाएंगे। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर इन शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इनका एक दिन का वेतन भी काटा जाएगा। निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है। सरकार के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने वाले शिक्षकों की पहचान के लिए सोशल मीडिया के वीडियो खंगाले जा रहे हैं। इस आरोप में चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है और अन्य की पहचान की जा रही है। वही शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि शिक्षा निदेशालय के पुनर्गठन का फैसला वापस नहीं लिया जाएगा। देश के अधिकांश राज्यों में शिक्षा निदेशालयों का ढांचा जिस प्रकार का है, वैसा ही स्वरूप हिमाचल में भी तैयार किया गया है। वर्ष 1984 से पहले शिक्षा निदेशालय इस प्रकार से ही कार्य करते थे। प्राथमिक शिक्षक संघ को सरकार के किसी फैसले से आपत्ति है तो उसे वार्ता के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए था। सार्वजनिक तौर पर सरकार की नीतियों पर अपमानजनक टिप्पणियां करना शोभा नहीं देता। प्राथमिक शिक्षकों के मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार के दरवाजे हमेशा खुले हैं।
विकास खण्ड कुनिहार की ग्राम पंचायत कोठी के गांव बनिया देवी में हर वर्ष पंचायत स्तर पर मनाए जाने वाले कुश्ती मेले को लेकर मेला कमेटी बनिया देवी की एक अहम बैठक कमेटी प्रधान लेखराम चौधरी की अध्यक्षता में मंदिर परिसर में आयोजित की गई। जिसमें 21 मई को होने वाले कुश्ती मेले की रूपरेखा तैयार की गई। कमेटी सचिव लायकराम भारद्वाज ने जानकारी देते हुए बताया कि मेला कमेटी के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने मेले के आयोजन बारे चर्चा कर अपने सुझाव साझा किए तथा इस कुश्ती मेले का आयोजन बेहतरीन ढंग से हो इसके लिए सभी को अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई। इस बैठक में लेखराम चौधरी,विनोद कुमार ,अशोक कुमार, गोविन्द ठाकुर,लायक राम चौधरी, दीपक चौधरी, लायक राम भारद्वाज, सीताराम,राजेश,श्याम सिंह,रघुवीर सिंह,दीपराम,बलबीर चौधरी,राम सिंह,कांशीराम,रामलाल,अशोक कुमार,तारा चन्द ने भाग लिया।
कुनिहार (सोलन): विकास खंड कुनिहार की हाटकोट पंचायत में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य भूमि का सुपोषण और संरक्षण करना था। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रूप से भूमि पूजन के साथ हुई, जिसमें एक अनूठी पहल देखने को मिली। भूमि पूजन के लिए पंचायत के सभी सदस्य अपने-अपने खेतों से मिट्टी लेकर आए थे, और इस प्रकार सभी की लाई हुई मिट्टी का विधिवत पूजन किया गया। भूमि पूजन के उपरांत, संदीप जोशी ने उपस्थित जनसमूह को भूमि के सुपोषण और संरक्षण के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने रासायनिक खादों के हानिकारक प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई। जोशी ने घर में कचरा प्रबंधन के महत्व पर भी ज़ोर दिया और सभी से जैविक तथा अजैविक कचरे को अलग-अलग एकत्र कर जैविक खाद तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि जैविक कचरे को एकत्र करके कुछ ही समय में उत्तम खाद बनाई जा सकती है, और इस जैविक खाद का उपयोग करके उगाया गया अनाज स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। साथ ही, जैविक खेती भूमि के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कार्यक्रम में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सभी को वृक्षारोपण करने के लिए भी प्रेरित किया गया। अजैविक कचरे, जैसे थर्मोकोल, प्लास्टिक, डिस्पोजल, और सीमेंट के कचरे के उचित निपटान पर भी चर्चा की गई। यह बताया गया कि इस प्रकार के कचरे को ऐसे स्थान पर एकत्र करके निपटाना चाहिए जिससे पर्यावरण और भूमि को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। इस महत्वपूर्ण विषय पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने एक सामूहिक संकल्प लिया कि वे भविष्य में भूमि के संरक्षण के लिए केवल जैविक खाद का ही उपयोग करेंगे। भूमि पूजन कार्यक्रम के समापन के बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में हाटकोट पंचायत की महिलाओं और पुरुषों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिनमें उषा शर्मा, कौशल्या कंवर, लता अत्री, संतोष योगीराज, मीरा शर्मा, रामेश्वरी शर्मा, कांता जोशी, राजीव शर्मा, सत्यप्रकाश ठाकुर, पारिश, विनायक, रोहित, और भूपेंद्र प्रमुख थे। इस पहल को पंचायत के लोगों ने खूब सराहा और भूमि संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में विद्यालय प्रबंधन समिति की आम सभा की बैठक का आयोजन किया गया l बैठक में अभिभावक गण, अध्यापक एवम् पूर्व एस एम सी के अध्यक्ष उपस्थित रहे l इस बैठक में विद्यालय प्रबंधन समिति की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया तथा विद्यालय विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया l विद्यालय प्रबंधन समिति की नई कार्यकारिणी में राजेंद्र ठाकुर को सर्वसम्मति से अध्य्क्ष बनाया गया l इसके साथ कृष्ण चंद को मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया l प्रधानाचार्य दीपिका शर्मा ने नवनियुक्त अध्यक्ष एवम् कार्यकारिणी को शुभकामनाएं दी l इस अवसर पर विद्यालय के सभी अध्यापक सुशील कुमार, मनीषा शर्मा, विनोद पाठक, विजय प्रकाश, पूनम, वीरेन्द्र कुमार, अजय कुमार, पुष्पांजलि, रीना, मीना ठाकुर एवम् धीरज परिहार उपस्थित रहे।
हमीरपुर/ मीनाक्षी सोनी: खेलों का जीवन में न केवल युवावस्था बल्कि हर आयु वर्ग में अहम स्थान है व राष्ट्र में सशक्त , स्वस्थ व समरस समाज निर्माण में खेलों का अहम स्थान है, यह बात एनआईटी,हमीरपुर में चल रही तीसरी डिपार्टमेंटल प्रीमियर लीग 2025 , टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता में ,खेलो में हिमाचल का राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व एवं प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा प्रदेश सचिव नरेंद्र अत्री ने बतौर मुख्य अतिथि कही। इससे पहले एनआईटी खेल मैदान पहुंचने पर आयोजक वर्ग ने प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र सोनी, प्रो. डॉ. टी पी शर्मा, प्रोफेसर जमाल्टा की अगवाई में मुख्य अतिथि नरेंद्र अत्री का गर्म जोशी से अभिनंदन किया एवं टोपी व मफलर पहनकर सम्मानित किया। नरेंद्र अत्री ने प्रो. डॉ सुरेंद्र सोनी, व आयोजकों को इस शानदार पहल के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता में जल शक्ति विभाग, बिजली विभाग, राजस्व विभाग, एसबीआई बैंक सहित विभिन्न विभागों के विभिन्न आयु वर्ग के अधिकारियों, कर्मचारियों, पूर्व खिलाड़ियों, अधिवक्ताओं, बिजनेसमैन की सहभागिता से सामाजिक समाजस्य, समरसता व स्वस्थ समाज निर्माण की दिशा में एक श्रेष्ठ पहल हुई है। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड हमीरपुर ने एन आई टी हमीरपुर की टीम को हरा कर व रॉयल 11 ने एसबीआई बैंक, टीम को हरा कर सेमी फाइनल में अपना स्थान पक्का किया। एसबीआई के 20 ओवरों में 170 रन के जवाब में रॉयल 11 ने एक ओवर शेष रहते 8 विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाकर दो विकेट से जीत दर्ज की। संदीप कुमार को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। नरेश राणा व पंकज कपूर ने रॉयल 11 के लिए 33-33 रन बनाएं।
देहरा उपमंडल के युवा कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक नरोत्रा ने क्षेत्र के लोगों से जल स्रोतों को कूड़ादान न बनाने और पानी के महत्व को समझने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जल एक अनमोल धरोहर है और इसकी सुरक्षा प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। यदि आज हम जागरूक नहीं हुए, तो भविष्य में जल संकट की भयावह स्थिति का सामना करना पड़ेगा। नरोत्रा ने वैश्विक स्तर पर पेयजल की कमी को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में पीने के पानी की कमी बढ़ती जा रही है। भू-जल स्तर तेज़ी से नीचे जा रहा है और नदियाँ व अन्य जल स्रोत प्रदूषित हो रहे हैं। तालाबों और झीलों का सूखना और सिकुड़ना स्पष्ट संकेत है कि यदि अब भी हम सचेत नहीं हुए, तो आने वाले समय में पीने के पानी के लिए हाहाकार मचेगा। उन्होंने बताया कि जिस गति से विश्व की जनसंख्या बढ़ रही है, उस अनुपात में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना दुनिया भर के देशों, खासकर विकासशील देशों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। यदि पानी की बर्बादी पर अब भी नियंत्रण नहीं किया गया, तो निकट भविष्य में हालात और भी गंभीर हो सकते हैं। अभिषेक नरोत्रा ने जल स्रोतों को कूड़ादान की तरह इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने कहा कि यह आदत न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के अस्तित्व के लिए भी खतरा है। उन्होंने जल स्रोतों को बचाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को इस अभियान से जुड़ना चाहिए और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलानी चाहिए। उन्होंने पेयजल के दुरुपयोग को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता बताई। साथ ही, उन्होंने पानी के स्रोतों की नियमित सफाई और संरक्षण के प्रयासों को तेज़ करने का आह्वान किया, ताकि इनका अस्तित्व बना रहे और आने वाली पीढ़ियाँ जल संकट से सुरक्षित रहें।
हिमाचल प्रदेश का सबसे लंबा पुल जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र व ऊना को जोड़ने का काम करता है। हरोली- रामपुर पुल का निर्माण प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा करवाया गया है और अब यह पुल रोज रात को तिरंगे की रोशनी में रोशन रहेगा। इस पुल पर 50 पोल को भारत के तिरंगे के रंगों की रोशनी से रोशन करेगी। इसका ट्रायल किया गया जो सफल रहा, अब लगातार यह पूल तरंगे की रोशनी में रोशन रहेगा। वही हरोली उत्सव पर हरोली- रामपुर पुल का नजारा अद्भुत दिखाई दिया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि यह पुल आकर्षण का केंद्र बने। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस पुल के आसपास मेला ग्राउंड बनाया जायगा और यहां एक घाट बने इसके लिए भी प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरोली व ऊना को जोड़ने का काम यह पुल करता है और अब देश भक्ति का संदेश भी देगा। उन्होंने कहा कि इस पुल पर मौजूद तिरंगे की रोशनी पहलगाम के शहीदों को समर्पित है।
पुलिस थाना कंडाघाट के तहत आने वाले डुमैहर गांव में रविवार को एक ट्रक हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में ट्रक में सवार 8 लोगों में से एक 14 वर्षीय किशोर की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि 7 लोगों को चोटें आईं हैं। घायलों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल कंडाघाट में लाया गया है। जानकारी के अनुसार यह घटना रविवार को उस समय हुई जब डुमैहर गांव में रहने वाले नेपाली मूल के लोग ट्रक में बैठ कर डुमैहर गांव के साथ लगती खड्ड में नहाने के लिए जा रहे थे। इस दौरान सड़क पर मोड़ काटते समय ट्रक अनियंत्रित हो गया और पहाड़ी से 200-300 मीटर लुढ़क कर नीचे जा रही सड़क पर आ गिरा। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना कंडाघाट पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद कंडाघाट पुलिस मौके पर पहुंची तथा मृतक किशोर के शव को कब्जे में लिया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। डीएसपी हैडक्वार्टर अनिल धोलटा ने बताया कि कंडाघाट पुलिस ने इस सम्बंध में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
शूलिनी विश्वविद्यालय के विधि विज्ञान संकाय ने विश्वविद्यालय परिसर में द्वितीय इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रारंभिक राउंड में 12 टीमों ने भाग लिया। जिसमे चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचीं और दो टीमों ने ग्रैंड फिनाले में भाग लिया। 8वें सेमेस्टर की अनन्या और उनकी टीम वाली टीम आईएमसीसी 8001 विजेता बनकर उभरी। एलएलबी और बीएएलएलबी द्वितीय वर्ष के अमित और उनके साथियों वाली टीम आईएमसीसी 4002 उपविजेता रही। प्रतियोगिता के दौरान छात्रों ने प्रभावशाली वकालत कौशल, कानूनी तर्क और कोर्ट रूम शिष्टाचार का प्रदर्शन किया। ग्रैंड फिनाले का निर्णायक वरिष्ठ अधिवक्ता आर.एस. गौतम, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय, शिमला से, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रेणु पाल सूद, प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस एडवोकेट राजीव चौहान थे और उनके विशेषज्ञ मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि ने अंतिम दौर को सभी के लिए एक समृद्ध सीखने का अनुभव बना दिया। इस कार्यक्रम का संयोजन विधि विज्ञान संकाय के सहायक प्रोफेसर विनीत कुमार ने किया तथा विधि विज्ञान संकाय की सहायक प्रोफेसर डॉ. मोनिका ठाकुर ने सह-संयोजक की। विनीत कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित किया तथा कानून को "जैसा है" तथा "जैसा होना चाहिए" के रूप में समझने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को अकादमिक अध्ययन को व्यावहारिक अनुभव के साथ संतुलित करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा व्याख्यात्मक कानून और सेंसरशिप न्यायशास्त्र के बीच अंतर को समझाया।
राज्य सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने और विशेषज्ञ चिकित्सकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य संस्थानों में आधुनिक तकनीकों के उपयोग और चिकित्सा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के साथ-साथ, सरकार ने वरिष्ठ रेजिडेंट, विशेषज्ञ और सुपर स्पेशलिस्ट के स्टाइपंड में बढ़ोतरी की घोषणा की है। राज्य सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए, चिकित्सा विशेषज्ञों के मासिक स्टाइपंड में 50 से 170 प्रतिशत की वृद्धि की है। वरिष्ठ रेजिडेंट और ट्यूटर स्पेशलिस्ट के लिए स्टाइपंड 60,000-65,000 रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है, जबकि सुपर स्पेशलिस्ट और वरिष्ठ रेजिडेंट (सुपर स्पेशलिस्ट) के लिए स्टाइपंड 60,000-65,000 से बढ़ाकर 1.30 लाख रुपये तक कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में छह मेडिकल कॉलेज और एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल हैं। आईजीएमसी शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा जैसे संस्थान पोस्टग्रेजुएट सुपर स्पेशलिस्ट और सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के सहयोग से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। हालांकि, राज्य के मेडिकल कॉलेजों में स्वीकृत 751 पदों में से, वर्तमान में केवल 375 ही भरे हुए हैं, 376 विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद रिक्त हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इस चुनौती की गंभीरता को समझते हुए, वर्तमान राज्य सरकार ने निर्णायक कदम उठाए हैं, जो पूर्व सरकार नहीं उठा सकी। बढ़ाए गए स्टाइपंड से कुशल चिकित्सा पेशेवरों के लिए सरकारी सेवा को और अधिक आकर्षक बनाने की उम्मीद है, जिससे इस महत्वपूर्ण अंतर को मिटाने और सभी स्तरों पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में मदद मिलेगी। राज्य में चिकित्सा विशेषज्ञों को आकर्षित करने के एक अन्य कदम में, अध्ययन अवकाश पर गए चिकित्सकों को पूरा वेतन मिलेगा, जिससे उनके पेशेवर विकास को और बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार डॉक्टर-नर्स-रोगी अनुपात के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों को लागू करने के लिए कार्य कर रही है और इन मानदंडों को पूरा करने के लिए भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है, जिससे राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकंे। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, हर वर्ष लगभग 9.5 लाख मरीज इलाज के लिए हिमाचल प्रदेश से बाहर जाते हैं, जिससे राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को 1350 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान होता है। अगर राज्य के भीतर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएं तो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का वार्षिक 550 करोड़ रुपये बचाया जा सकता है, साथ ही मरीजों का बहुमूल्य समय भी बचेगा।
रविवार को विकास खंड द्रंग की ग्राम पंचायत कस के गांव कटवाली में बाबा लखदाता को समर्पित वार्षिक कुश्ती दंगल का भव्य आयोजन किया गया। दंगल में तीन सौ से अधिक पहलवानों ने अखाड़े में दमखम दिखाया। शानदार प्रदर्शन करते हुए होशियारपुर के बिल्लू पहलवान ने फाइनल मुकाबले में चंडीगढ़ के आशीष पहलवान को पटखनी देकर प्रतिष्ठित गुर्ज अपने नाम किया। आधे घंटे तक चले इस बेहद रोमांचक फाइनल मुकाबले में दोनों पहलवानों ने दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन आखिर में बिल्लू ने बाजी मार ली। मेला समिति द्वारा विजेता बिल्लू को 18,000 रुपये नकद पुरस्कार और गुर्ज प्रदान कर सम्मानित किया गया, जबकि उपविजेता आशीष को 15,000 रुपये की नकद राशि भेंट की गई। आयोजन समिति ने बताया कि बाबा लखदाता पीर को समर्पित यह कुश्ती दंगल बीते चार-पांच वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है और हर वर्ष इसमें अधिक उत्साह व भागीदारी देखने को मिल रही है। भविष्य में इसे और भव्य रूप देने की योजना है। इस अवसर पर दंगल कमेटी सदस्य सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक मौजी राम राव, कश्मीर सिंह राव, बबलू राम, मेघ सिंह, सेवानिवृत्त खंड शिक्षा अधिकारी सुंदर लाल यादव, संतोष कुमार, ज्ञान चंद, उमेश यादव, मान सिंह, चरण सिंह, हुक्म सिंह और नंद लाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी व पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया काॅआर्डिनेटर रहे एडवोकेट विश्व चक्षु ने कहा कि धर्मशाला के पूर्व एसडीएम संजीव कुमार भोट द्वारा दिए गए इस ब्यान को लेकर कि "मुझे दूसरा नेगी नहीं बनना है" को लेकर प्रदेश सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि बिमल नेगी की मौत में यह बात सामने आई है कि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनका मानसिक उत्पीड़न किया गया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। भाजपा लगातार इस मामले में सीबीआई की जांच की मांग करती आ रही है, परंतु प्रदेश की सुक्खू सरकार इस मामले में पर्दा डालने में लगी हुई है। विश्व चक्षु ने कहा कि अब पूर्व एसडीएम संजीव भोट द्वारा दिए गए ब्यानों से स्पष्ट हो गया है प्रदेश को मुख्यमंत्री सुक्खू नहीं सरकार के आला अधिकारी सरकार को चला रहे हैं। इन अधिकारियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। सरकार के वरिष्ट अधिकारी निचले तबके के अधिकारियों को मानसिक दबाव में कार्य करने को मजबूर कर रहे हैं। बार-बार तबादला कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। यह कारण है कि धर्मशाला के पूर्व एसडीएम संजीव भोट को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने पर मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने साफ शब्दों में सरकार को यह भी संदेश दिया है कि उन्हें दूसरा बिमल नेगी नहीं बनना है। विश्व चक्षु ने कहा कि पूर्व एसडीएम संजीव भोट के ब्यानों के बाद न तो मुख्य सचिव और न ही सरकार के किसी मंत्री का ब्यान सामना आ पाया है, जबकि खुद मुख्यमंत्री भी अपनी आंखे व कानों को बंद किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार को चलाने में पूरी तरह से असफल हुई है। जो मुख्यमंत्री वरिष्ठ अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं रख पा रहा हो वह अन्य व्यवस्थाओं पर क्या नियंत्रण रख पाएगा। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार की व्यवस्थाओं के कारण प्रदेश में खौफजदा का माहौल पैदा हो चुका है। जनता परेशान है तो कर्मचारी व अधिकारी समय से पहले नौकरी छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार को प्रदेश की जनता, बेरोजगारों, कर्मचारियों से कोई लेना देना नहीं है। सत्ता सुख में मदहोश सुक्खू सरकार अपनों को खुश करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग तीन सालों के दौरान सुक्खू सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश बर्बादी की दहलीज़ पर खड़ा हो गया है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद, केंद्र सरकार ने सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत, पाकिस्तान से हिमाचल घूमने आए या अपने रिश्तेदारों के पास आए नागरिकों को राज्य छोड़ने का निर्देश दिया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 13 पाकिस्तानी नागरिक वीजा लेकर हिमाचल आए थे। इन सभी को 29 मई तक प्रदेश छोड़ने के लिए कहा गया है। राज्य गृह विभाग ने पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं और उन्हें तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश भी दिया गया है। अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक निर्धारित तिथि के बाद राज्य में न रहे। अगर ऐसा पाया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें जेल की सजा भी हो सकती है। इसके अलावा, जिन लोगों के पास ये पाकिस्तानी नागरिक ठहरे थे, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशों का पालन करने की पूरी तैयारी की है। पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार और शनिवार को इस मुद्दे पर बैठकें आयोजित की गईं। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, ओंकार शर्मा ने कहा कि मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जा रहा है। उधर, जम्मू-कश्मीर के कृषि मंत्री जावेद अहमद ने शनिवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना था। मंत्री जावेद अहमद ने मुख्यमंत्री को बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने अपने मंत्रियों को विभिन्न राज्यों में भेजा है ताकि वहां के जम्मू-कश्मीरियों की सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की जा सके।
रोहड़ू उपमंडल के चिड़गांव थाना के तहत अपने ही साथी का मर्डर करके नेपाली मौके से फरार हो गया। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में तेश चौहान पुत्र केशव राम निवासी गांव बराल डाकघर जड़ग रोहड़ू ने बताया कि 16 अप्रैल को हरिद्वार से दो नेपाली कृष्ण और हरी मजदूरी व चौकीदारी के लिए अपने बगीचे में रखे थे। 26 अप्रैल को जब बगीचे में गया तो देखा कि ढारा बाहर से बंद था। जब दरवाजा खोला तो अन्दर कृष्ण नेपाली की लाश पड़ी थी और हरी फरार था, जिससे अंदाज़ा लगाया जा रहा है की हरी ने ही कृष्ण का कत्ल किया है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 103,(1) के तहत मामला दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर फरार नेपाली हरी की तलाश शुरू कर दी है।
प्रदेश में मौसम साफ होते ही गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है। ऊना में इस सीजन में पहली बार पारा 40 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। मैदानी क्षेत्रों के साथ अब पहाड़ों में भी गर्मी सताने लगी है। राज्य के 15 स्थानों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री पार हो गया है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में शनिवार को इस सीजन का सबसे अधिक तापमान दर्ज हुआ। उधर, प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार को भी बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। एक और दो मई को पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावना है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के मध्य पर्वतीय और मैदानी जिलों में 30 अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में दोपहर के समय गर्मी ज्यादा होने से लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। वही तीन दिन पहले मर्थालु नाला में 15 मीटर ऊंचे ग्लेशियर को काटकर सड़क बना दी गई थी लेकिन मौसम खराब होने पर दोबारा वहां ग्लेशियर आ गया और सड़क बंद हो गई। ऊना में 40, धौलाकुआं 37.9, कांगड़ा 36.9, हमीरपुर 36.8, मंडी 36.2, बरठीं 35.9, नाहन 35.1, बजौरा 32.7, चंबा 32.4, धर्मशाला 31.1, शिमला 26.6 और मनाली 25.7 डिग्री और बिलासपुर में 37.3 सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
शिमला जिला के प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय (जीपीएस) शिलाल, शिक्षा खंड कुपवी के दो जेबीटी शिक्षकों रणवीर चौहान और दलवीर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बीईईओ कुपवी द्वारा 25 अप्रैल 2025 को दोपहर 1:40 बजे स्कूल निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दोनों शिक्षक, अन्य स्टाफ तथा छात्र बिना किसी पूर्व सूचना के स्कूल में अनुपस्थित थे। निरीक्षण के समय स्कूल के सभी कमरे भी बंद पाए गए। इस अनुशासनहीनता के चलते विभाग ने नियम के तहत कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों को निलंबित किया है। निलंबन अवधि के दौरान अब दोनों शिक्षकों का मुख्यालय खंड प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय, डोडरा-क्वार, जिला शिमला रहेगा। वे बिना उप तहसीलदार डोडरा-क्वार की अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे। इसके साथ ही डिप्टी डायरैक्टर प्रारंभिक शिक्षा, जिला शिमला द्वारा आदेश दिया है कि छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए 28 अप्रैल से जीपीएस शिलाल में एक नए शिक्षक की नियुक्ति की जाए। यह आदेश डिप्टी डायरैक्टर प्रारंभिक शिक्षा, जिला शिमला द्वारा जारी किया गया है।
कुनिहार (सोलन), 26 अप्रैल 2025: विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत मान के बवासी गांव में आज दोपहर एक हृदयविदारक घटना सामने आई। किसान मेहर सिंह की गौशाला में अचानक आग लगने से उसमें बंधी एक भैंस और उसके मासूम बछड़े की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस घटना से किसान पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, क्योंकि आग ने उनकी रोजी-रोटी का सहारा छीन लिया। मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब दो बजे जब मेहर सिंह का परिवार घर में सो रहा था, तभी ग्रामीणों ने उनकी गौशाला से धुआं उठता देखा। जब ग्रामीण और मेहर सिंह का परिवार मौके पर पहुंचे, तो गौशाला पूरी तरह से आग की लपटों में घिरी हुई थी। दुर्भाग्यवश, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और गौशाला में बंधी भैंस और उसका बच्चा जिंदा जल चुके थे। इस दुखद घटना की सूचना मिलते ही ग्राम पंचायत मान के प्रधान सुरेंद्र ठाकुर, राजस्व विभाग, वन विभाग और पशुपालन विभाग के कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। राजस्व विभाग ने पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 5 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान की है। ग्राम पंचायत प्रधान सुरेंद्र ठाकुर ने विभाग से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की अपील की है, ताकि वे इस भारी नुकसान से उबर सकें। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
ऊना जिले के हरोली क्षेत्र में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय हरोली उत्सव-2025 को लेकर कांगड़ मैदान पूरी तरह सज-धज कर तैयार है। यह उत्सव 27 से 29 अप्रैल तक मनाया जाएगा, जिसकी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सात वर्षों के लंबे अंतराल के बाद यह भव्य आयोजन उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों से फिर से संभव हो पाया है। शनिवार को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने स्वयं कांगड़ मैदान का निरीक्षण किया और वहां की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री पीजी कॉलेज, हरोली से कांगड़ मैदान तक प्रस्तावित शोभायात्रा मार्ग का भी जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। हरोली उत्सव का शुभारंभ 27 अप्रैल को सायं 5 बजे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा किया जाएगा। वे शोभायात्रा की अगुवाई करने के बाद कांगड़ मैदान में आयोजित मुख्य समारोह का उद्घाटन करेंगे। उत्सव के दूसरे दिन यानी 28 अप्रैल को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मुख्य अतिथि होंगे, जबकि 29 अप्रैल को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समापन समारोह में विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस वर्ष उत्सव की थीम “नशा निवारण” रखी गई है, जिसके तहत “नशा मुक्त ऊना - नशा मुक्त हिमाचल” का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। शोभायात्रा में स्वयं सहायता समूहों, स्कूलों के विद्यार्थियों, सांस्कृतिक दलों और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि भाग लेंगे, जो “नशे को ना, जिंदगी को हां” का संदेश देंगे। तीनों दिन उत्सव में सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन होगा, जिनमें हिमाचल, देश और विदेश के कलाकार अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। 27 अप्रैल को पंजाबी गायक मनकीरत औलख, हिमाचली गायक कुमार साहिल और अर्शप्रीत अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे। 28 अप्रैल को इंडियन आइडल फेम नितिन कुमार, अनुज शर्मा और प्रसिद्ध गायक एसी भारद्वाज अपनी प्रस्तुति देंगे। समापन दिवस 29 अप्रैल को स्टार पंजाबी गायक गैरी संधू और जसबीर जस्सी अपने गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर देंगे। इसके अलावा, अफ्रीकन डांस, रशियन फायर डांस और यूक्रेनियन ड्रम बैंड जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुतियां भी दर्शकों को आकर्षित करेंगी। उत्सव के दौरान पारंपरिक खेलों जैसे छिंज, कुश्ती, कबड्डी, रस्साकशी और मटका दौड़ का आयोजन भी किया जाएगा। महिला मंडलों, युवक मंडलों, विद्यालयों और अन्य संस्थाओं के लिए मनोरंजक प्रतियोगिताएं भी रखी गई हैं। साथ ही विभिन्न विभागों की विकास प्रदर्शनी और स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल भी उत्सव की शोभा बढ़ाएंगे।
कुनिहार:- राजकीय (छात्र) वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में एस एम सी अध्यक्ष रंजीत ठाकुर की अध्यक्षता में एक आम सभा का आयोजन।किया गया जिसमें बच्चों के अभिभावकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। आम सभा का मुख्य एजेंडा नई एस एम सी का गठन करना था । एस एम सी अध्यक्ष रंजीत ठाकुर द्वारा पुरानी एस एम सी को भंग किया गया। विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य भूपेंद्र कौशिक व अध्यापक लीला शंकर ने अपने संबोधन में बताया कि पूर्व एसएमसी अध्यक्ष रंजीत ठाकुर ने अपनी कार्यकारणी के साथ पिछले 7 सालों तक इस विद्यालय के विकासात्मक कार्यों के लिए अपना भरपूर सहयोग दिया। और अनेक कार्यों को प्रशासन के साथ मिलकर विद्यालय के लिए सरकार से फंड मुहैया करवाया। उन्होंने कहा कि रंजीत ठाकुर हर समय विद्यालय के कार्य के लिए हर समय आगे रहते थे। इसके बाद नई एस एम सी के गठन की प्रक्रिया शुरू की गई जिसमें सर्वसम्मति कृष्ण चन्द को एस एम सी का अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा रंजीत ठाकुर को मुख्य सलाहकार ,अजय जोशी को सलाहकार , डी एस पी सोलन अशोक चौहान व रोहित जोशी जिन्होंने विद्यालय को गोद लिया है को सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में शामिल किया गया। इसके अतिरिक्त विद्यालय अध्यापक दुर्गानंद शास्त्री व अनिल ठाकुर तथा अभिभावकों में आशा राम,यशोधा शर्मा,सुनील कुमार,रक्षा शर्मा,राजेश शर्मा,संतोष,विजेंदर,सबीना,संजीव,सरला देवी,मनीष कुमार,पुष्पा,अमर नाथ,संतोष को कार्यकारणी सदस्य बनाया गया।
करसोग, 26 अप्रैल (राज सोनी): उपमंडल करसोग की ग्राम पंचायत खड़कन के तहत दृष्टि गांव में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब गांव के पास बहने वाली बिमला खड्ड में दो युवकों के शव संदिग्ध हालात में पाए गए। दोनों युवकों की मौत किस कारण से हुई, इसका फिलहाल कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।स्थानीय लोगों के अनुसार, शुक्रवार दोपहर दोनों युवक खाना खाने के बाद किसी कार्य से घर से निकले थे। कुछ ही दूरी पर बिमला खड्ड में दोनों को अचेत अवस्था में देखा गया। तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें नागरिक चिकित्सालय करसोग पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान भगत राम (43) पुत्र बंगालु राम और संजय (26) पुत्र गुलाब सिंह, दोनों निवासी गांव दृष्टि, डाकघर भंथल, तहसील करसोग के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि भगत राम ड्राइवरी का काम करता था जबकि संजय मजदूरी करता था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मौत के असली कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। डीएसपी करसोग गौरवजीत सिंह ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की गहनता से जांच कर रही है
धर्मपुर, 26 अप्रैल (डिंपल शर्मा): धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लौंगनी के हुक्कल गांव निवासी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में तैनात 34 वर्षीय जवान बंटी कुमार, पुत्र पवन कुमार, का शुक्रवार सुबह दिल्ली में हृदय गति रुकने से आकस्मिक निधन हो गया। वह बीते सोमवार को ही घर से छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर दिल्ली लौटे थे। बंटी कुमार 13 वर्ष पहले सीआईएसएफ में भर्ती हुए थे। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार रात को उनके पैतृक गांव हुक्कल पहुंचा, जहां शनिवार सुबह शिवद्वाला स्थित श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल तथा हिमाचल प्रदेश पुलिस की टुकड़ियों ने उन्हें सलामी दी। इस दौरान उनके 7 वर्षीय बेटे अर्पण ने उन्हें मुखाग्नि दी। बंटी कुमार अपने पीछे पत्नी, 7 वर्षीय पुत्र, डेढ़ वर्षीय मासूम बेटी, माता तथा पिता को छोड़ गए हैं। उनके पिता पवन कुमार वर्तमान में असम राइफल्स में सेवारत हैं। जवान की अंतिम विदाई में गांववासियों सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दुखद अवसर पर भाजपा के युवा नेता एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रजत ठाकुर, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जोगिंदर धलारिया, लौंगनी पंचायत के पूर्व प्रधान देशराज पालसरा, उप प्रधान पृथ्वी सिंह और राजकुमार चौहान ने भी शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उनके असमय निधन से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और माहौल गमगीन बना हुआ है।
डिंपल शर्मा/धर्मपुर (मंडी), 26 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 28 हिंदुओं की निर्मम हत्या के विरोध में आज धर्मपुर बाजार में क्षेत्र के जागरूक नागरिकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने तहसीलदार धर्मपुर रमेश कुमार के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन प्रेषित किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर में हिंदू समुदाय पर हो रहे लगातार अत्याचारों और लक्षित हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि कश्मीरी हिंदू समुदाय दशकों से कट्टरपंथी ताकतों का निशाना बना हुआ है। उन्हें न केवल धमकियां दी जा रही हैं, बल्कि उनकी जान और संपत्ति भी खतरे में है। 1990 के दशक में हुए नरसंहार और पलायन की त्रासदी आज भी हिंदू समाज के मन में ताजा है। नागरिकों ने हाल के वर्षों में हुई लक्षित हत्याओं और सांप्रदायिक हमलों का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि हिंदू समुदाय को अपने ही देश में डर के साए में जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो लोकतंत्र और मानवाधिकारों के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है। उन्होंने राष्ट्रपति से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित करने की मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ितों को न्याय मिले। इस अवसर पर क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और नागरिक समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और उन्होंने पीड़ित समुदाय के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।
मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के गोहर में शनिवार का दिन खुशियों की जगह गहरे शोक में बदल गया। उपमंडल तरौर गांव से सराज क्षेत्र के भाटकीधार गई एक बारात लौटते समय पंडोह डैम के पास दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में दूल्हे शेर सिंह के बड़े भाई, भाभी, मासूम भतीजी और नेपाल मूल की एक महिला की जान चली गई। यह दुखद घटना शनिवार दोपहर बाद हुई। दूल्हे शेर सिंह की बारात दुल्हन को लेकर वापस आ रही थी। दूल्हे के बड़े भाई दूनी चंद (40), उनकी पत्नी कांता देवी (35), उनकी 11 महीने की बेटी किंजल और नेपाल निवासी मीना देवी (32) एक कार में सवार होकर पहले ही घर के लिए रवाना हो गए थे। बताया जा रहा है कि दूनी चंद बारात के स्वागत की तैयारियों में मदद करने के लिए जल्दी निकल गए थे। लेकिन पंडोह-बाखली सड़क पर उनकी कार अनियंत्रित होकर लगभग 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और प्रशासन की टीमें भी मौके पर पहुंचीं। कार डैम के पास खुले क्षेत्र में गिरी थी, जिससे वह पानी में नहीं गई, लेकिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। शवों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी और उन्हें किश्ती की मदद से सड़क तक लाया गया। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए जोनल अस्पताल मंडी भेजा गया। इस हादसे में मरने वालों की पहचान दूनी चंद (40), उनकी पत्नी कांता देवी (35), उनकी बेटी किंजल (11 माह), नेपाल निवासी मीना देवी (32) और दाहलु राम (निवासी गांव नौण) के रूप में हुई है। थाना सदर के प्रभारी देश राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। रविवार को तरौर के नगालनी नाला श्मशान घाट पर दूनी चंद, कांता देवी, किंजल और मीना देवी का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस भावुक पल में दूल्हे शेर सिंह ने स्वयं अपने परिजनों को मुखाग्नि दी, जिससे वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। जिस घर में कुछ घंटे पहले शादी की खुशियां मनाई जा रही थीं, वहां मातम पसर गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
हिमाचल प्रदेश के राजभवन में शिमला समझौते की ऐतिहासिक मेज पर रखा गया पाकिस्तान का स्मृति झंडा, जो पिछले 53 वर्षों से वहाँ मौजूद था, अब हटा दिया गया है। यह घटनाक्रम जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आया, जिसके बाद इस झंडे की तस्वीरें सार्वजनिक हुईं। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान ने भी शिमला समझौते को रद्द करने की घोषणा की है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश के राजभवन के सेक्रेटरी सीपी वर्मा ने झंडा हटाने के पीछे कोई विशेष कारण नहीं बताया है। बता दे कि यह झंडा 2 जुलाई 1972 को हुए शिमला समझौते के बाद से ही उस मेज पर रखा गया था। उस समय, भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने इसी स्थान पर, जो तब बार्नेस कोर्ट कहलाता था और अब राजभवन है, इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। झंडे को वहाँ एक यादगार के रूप में स्थापित किया गया था ताकि आगंतुकों को इस ऐतिहासिक घटना की जानकारी मिल सके। वर्तमान में, शिमला समझौते की उस मेज पर अब केवल भारत का राष्ट्रीय ध्वज ही विराजमान है। शिमला समझौता, जो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने और युद्ध बंदियों की रिहाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया था।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने डीएलएड के लिए अंतिम तिथि बढ़ाई, अब 500 रुपये लेट फीस के साथ आवेदन करें
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 2025-27 के लिए आयोजित होने वाले दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स इन एलिमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। जिन अभ्यर्थियों ने शनिवार तक आवेदन नहीं किया, उन्हें 27 अप्रैल से 29 अप्रैल तक 500 रुपये अतिरिक्त फीस के साथ आवेदन करने का मौका मिलेगा। शिक्षा बोर्ड ने पहले 26 अप्रैल तक बिना बिलंब शुल्क के आवेदन आमंत्रित किए थे, लेकिन अब अभ्यर्थियों को 29 अप्रैल तक 500 रुपये लेट फीस के साथ आवेदन करने की अनुमति दी जाएगी। 30 अप्रैल से 2 मई तक जमा किए गए आवेदनों की शुद्धीकरण प्रक्रिया की जाएगी। बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि आवेदन शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा और श्रेणी तथा उप-श्रेणी में ऑनलाइन सुधार की अनुमति नहीं होगी। यदि किसी अभ्यर्थी को श्रेणी और उप-श्रेणी में सुधार करना हो, तो उन्हें निर्धारित तिथियों पर बोर्ड कार्यालय में जाकर ऑफलाइन आवेदन करना होगा। निर्धारित तिथि के बाद किसी भी पत्र या ईमेल पर सुधार के संबंध में विचार नहीं किया जाएगा। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि प्रवेश परीक्षा 29 मई को आयोजित की जाएगी।
आईईसी यूनिवर्सिटी ने अटल शिक्षा कुंज में विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें रचनात्मकता और बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व पर चर्चा की गई। इस अवसर पर लॉ विभाग के छात्रों ने बौद्धिक संपदा से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया, जिसमें भाषण, पोस्टर निर्माण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता शामिल थीं। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया और उन्हें उपहार दिए गए। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों और कर्मचारियों को बौद्धिक संपदा के महत्व और उसकी सुरक्षा के तरीकों के प्रति जागरूक करना था, जिससे रचनात्मकता को बढ़ावा मिले। आईईसी यूनिवर्सिटी की मैनेजमेंट ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए लॉ विभाग के छात्रों और कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों के कौशल को बढ़ाने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैनेजमेंट ने अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, ताकि छात्रों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज वित्त विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग के ठेकेदारों की लंबित देनदारियों को 30 अप्रैल, 2025 से पहले जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लंबित देनदारियों की पहली किस्त 28 अप्रैल तक और शेष राशि 30 अप्रैल तक जारी कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने दोनों विभागों के अधिकारियों को बिल तैयार करने और उन्हें समय पर कोषागार में प्रस्तुत करने के लिए शीघ्रता से कार्य करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को हर महीने की 10 तारीख के बाद विभागीय बिल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, क्योंकि राज्य को केंद्रीय कर 10 तारीख को प्राप्त होते हैं। बैठक में विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, सचिव वित्त डॉ. अभिषेक जैन, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग एन.पी. सिंह, प्रमुख अभियंता जल शक्ति विभाग अंजू शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में हो रही नेशनल मास्टर गेम्स में हिमाचल के खिलाड़ियों ने शतरंज में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीते और बने विजेता।ज्वाला चैस क्लब के प्रधान मोहिंदर धीमान ने मास्टर नेशनल गेम्स में हिमाचल के शतरंज खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन पर उन्हें बधाई दी।उन्होंने बताया कि ज्वाला चैस क्लब की सचिव बंदना धीमान ने भी नेशनल मास्टर गेम्स में शतरंज में महिला वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर ज्वाला चैस क्लब का नाम पूरे देश में रोशन किया।बंदना धीमान लॉरेंट इंस्टीट्यूट कथोग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है और लम्बे समय से शतरंज से जुड़ी हुई है।देहरा के 77 वर्षीय एस एस राणा जो की बिजली बोर्ड से मुख्य अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए है, ने भी अपनी श्रेणी में गोल्ड मेडल जीता वो इस शतरंज टूर्नामेंट में सबसे वृद खिलाड़ी थे। सुनहेत के अक्षय पंडित ने भी गोल्ड मेडल जीता।ये सभी खिलाड़ी ज्वाला चैस क्लब में खेलते है।
सिविल अस्पताल डाडा सीबा में एक्सरे करवाने के लिए मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। अस्पताल की एक्सरे मशीन पिछले 6 महीनों से खराब होने के कारण मरीजों को निजी अस्पतालों में अपनी जेब ढीली करके एक्सरे करवाने पड़ रहे हैं। लगभग 6 महीनो से ही नागरिक अस्पताल में एक्सरे मशीन खराब है। डाडा सीबा अस्पताल में लगभग 25 पंचायतों के 50 हजार से भी ज्यादा लोगों को इस अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा मिलती है। एक्स-रे मशीन खराब होने के कारण लोगों को दूर दराज पंजाब तलवाड़ा मेडिकल कॉलेज टांडा देहरा व अन्य अस्पतालों में जाकर एक्स- रे करवाने पड़ रहे हैं। जिसके बाद लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि डाडा सीबा सिविल अस्पताल में एक्स-रे की सुविधा लोगों को दी जाए जिससे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े उधर इस संबंध में डाडा सीबा खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सतीश कुमार फोतेदार ने बताया कि इस बारे में उन्होंने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है एक्स-रे मशीन पिछले 6 महीनों से खराब चल रही है। जिसे जल्द ही ठीक किया जायेगा।
शिमला: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में शिमला में भारी आक्रोश देखने को मिला। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए शिमला के प्रमुख बाजारों को बंद रखने का निर्णय लिया। मॉल रोड सहित शिमला के अन्य प्रमुख बाजार दोपहर 1:00 बजे तक बंद रहेंगे। इस दौरान दुकानदारों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त किया और शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। शिमला के व्यापारिक संगठनों और नागरिकों ने एकजुट होकर इस हमले के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया और सरकार से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
थाना कुनिहार की पुलिस ने दिग्गल गांव के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जब उसके पास से 4.81 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद हुआ। पुलिस को एक विश्वसनीय स्रोत से सूचना मिली थी कि बढ़लग से एक मोटरसाइकिल (नं. HP12L-7902) कुनिहार की तरफ आ रही है, जिसे सोमनाथ शर्मा चला रहा है। सूचना के अनुसार, यदि मोटरसाइकिल की तलाशी ली जाए तो उसमें भारी मात्रा में नशीला पदार्थ हो सकता है। सूचना मिलने के बाद, पुलिस ने नाकाबंदी की और बढ़लग से आ रही मोटरसाइकिल को रोका। मोटरसाइकिल चालक से पूछताछ की गई, जिसने अपना नाम सोमनाथ शर्मा, निवासी गांव कामल, तहसील नालागढ़, जिला सोलन बताया। पुलिस ने उसकी तलाशी ली और उसके पास से 4.81 ग्राम चिट्टा बरामद किया। आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। कुनिहार पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल लगातार फैलता जा रहा है और इसके ताजा उदाहरण के तौर पर मंडी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक अपने सैलून की आड़ में चिट्टे का कारोबार करता पाया गया। मामला केवल अवैध नशे तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें परिवारिक भरोसे के टूटने की एक मार्मिक कहानी भी छुपी है। मंडी शहर के दरम्याना मोहल्ला निवासी जतिन को पुलिस ने 17 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, जतिन अपने सैलून से नशे का सौदा करता था। उसका पिता गंभीर रूप से बीमार है और डायलिसिस पर है, बावजूद इसके उसने बेटे के लिए सैलून खुलवाया था। यह सोचकर कि बेटा कुछ अच्छा करेगा, लेकिन जतिन ने उस भरोसे को चिट्टे के धंधे से तोड़ दिया। इसी तरह बलोह गांव निवासी हेमंत उर्फ अन्नू को भी पुलिस ने उसके घर से 27 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों मामलों में पुलिस को पहले से ही इन युवकों की गतिविधियों पर शक था और सूचना के आधार पर छापेमारी की गई। इसके अलावा औट थाना क्षेत्र में एक अन्य युवक को चरस के साथ गिरफ्तार किया गया है। तीनों मामलों की पुष्टि एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने की है और बताया कि नशे के खिलाफ लगातार अभियान जारी है
सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) नैहरनपुखर में इन दिनों जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन जोरों पर है। इस आयोजन में जिले भर के विभिन्न क्षेत्रों से आई 22 टीमों के करीब 700 छात्र खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। खेलों में उत्साह और प्रतिस्पर्धा का माहौल बना हुआ है, लेकिन संस्थान में मूलभूत सुविधाओं की कमी आयोजन की सफलता पर सवाल खड़े कर रही है। सबसे गंभीर समस्या पानी की है, जिसकी एक बूंद तक आईटीआई परिसर में उपलब्ध नहीं है। आयोजकों को रोजाना एक या दो पानी के टैंकर मंगवाकर खिलाड़ियों और अन्य लोगों की जरूरतें पूरी करनी पड़ रही हैं। पानी जैसी बुनियादी आवश्यकता की अनुपलब्धता ने न केवल आयोजन समिति को परेशान किया है, बल्कि बाहर से आए खिलाड़ियों को भी असुविधा झेलनी पड़ रही है। हालांकि, आयोजक इस बात के लिए सतर्क हैं कि किसी भी खिलाड़ी को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। संस्थान के प्राचार्य ललित मोहन ने बताया कि खिलाड़ियों के ठहरने, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की गई है। लेकिन पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है, जिससे कार्यक्रम के संचालन में कठिनाइयाँ आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हम हर दिन एक-दो पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं ताकि खिलाड़ियों की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। पानी की इस समस्या के बावजूद हमने आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारी प्राथमिकता है कि दूर-दराज़ से आए खिलाड़ियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पूरे आयोजन के दौरान संस्थान का स्टाफ, शिक्षक और स्थानीय प्रशासनिक सहयोगी लगातार कार्य कर रहे हैं, ताकि खेल प्रतियोगिता सुचारू रूप से चलती रहे। यह जिला स्तरीय टूर्नामेंट 25 अप्रैल तक चलेगा। इस आयोजन से स्थानीय युवाओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ रही है और खिलाड़ियों को एक मंच मिल रहा है जहाँ वे अपने हुनर को प्रदर्शित कर सकें। लेकिन पानी की समस्या ने यह साफ कर दिया है कि भविष्य में इस तरह के बड़े आयोजनों से पहले बुनियादी सुविधाओं की पुख्ता तैयारी अत्यंत आवश्यक है। यह न केवल प्रतिभागियों की सुविधा के लिए जरूरी है, बल्कि आयोजन की गरिमा और सफलता के लिए भी अनिवार्य है। संस्थान प्रशासन की तत्परता और टीम भावना प्रशंसनीय है, लेकिन यह घटना आने वाले आयोजनों के लिए एक सीख है कि खेलों के साथ-साथ सुविधाओं की तैयारी भी समान रूप से ज़रूरी होती है।
गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 23 अप्रैल को छात्र कैबिनेट के चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हुए। यह आयोजन विद्यालय के लोकतांत्रिक मूल्यों को जीवंत करता है और छात्रों को नेतृत्व एवं नागरिक जिम्मेदारियों के लिए प्रेरित करता है। चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत कक्षा +2 के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न पदों के लिए नामांकन के साथ हुई। सभी उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न कक्षाओं का दौरा किया और अपनी योजनाओं, विचारों तथा दृष्टिकोण को साझा करते हुए अन्य छात्रों को मतदान के लिए प्रेरित किया। मतदान दिवस पर विद्यालय परिसर में व्यवस्थित और पारदर्शी रूप से मतदान की व्यवस्था की गई थी। मतदान की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने पहला वोट डालकर की। इसके पश्चात शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक मतदान में भाग लिया। यह पहली बार नहीं था कि विद्यालय ने इस प्रकार का लोकतांत्रिक आयोजन किया हो, किंतु इस बार छात्र-छात्राओं का उत्साह विशेष रूप से देखने योग्य था। सीनियर छात्रों ने प्रचार-प्रसार में पूरी सक्रियता दिखाई, वहीं जूनियर्स ने पहली बार मतदान करने के अनुभव को बेहद खास बताया। विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने कहा कि विद्यालय में इस प्रकार के चुनाव छात्रों को न केवल नेतृत्व के अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि उनमें निर्णय क्षमता, उत्तरदायित्व और लोकतांत्रिक सोच को भी विकसित करते हैं। यह आयोजन हमारे विद्यार्थियों को भावी नागरिक के रूप में तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।"
हिमाचल में शिमला के चौपाल में बीती शाम को कार गहरी खाई में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में पुलवाहल के शिहली गांव के रहने वाले 55 वर्षीय राम लाल शर्मा और उनके 28 वर्षीय बेटे दीपक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। कार में सवार राम लाल की पत्नी सुमन समेत तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना शिमला-चौपाल हाईवे पर रिवनी के पास नर्सरी नामक स्थान पर हुई। बताया जा रहा है कि कार, जिसका नंबर HP-08 5934 था, सड़क से लगभग 100 मीटर नीचे गहरी खाई में लुढ़क गई। कार में सवार सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे और अपने गंतव्य की ओर बढ़ने से पहले ही चौपाल के समीप इस हादसे का शिकार हो गए। शाम के अंधेरे में गाड़ी गिरने की तेज आवाज सुनकर स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल की ओर गए। उन्होंने पुलिस और दमकल कर्मियों को सूचित किया और उनकी सहायता से घायलों को खाई से निकालकर सड़क तक पहुंचाया। इसके बाद सभी घायलों को चौपाल के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गई। गंभीर चोटों को देखते हुए, चिकित्सकों ने उन्हें तुरंत आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया। इस बाद पिता-पुत्र के शवों का आज चौपाल में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। इस दुखद घटना से पूरे चौपाल क्षेत्र में शोक की गहरी लहर व्याप्त हो गई है। तहसीलदार चौपाल रेखा शर्मा ने तत्काल सहायता प्रदान करते हुए मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपये और घायल सुमन सहित अन्य घायलों को 7-7 हजार रुपये की फौरी राहत राशि प्रदान की है। फिलहाल, इस भीषण हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है और पुलिस इस दिशा में अपनी जांच कर रही है।
मनाली के बाहंग में मंगलवार की शाम एक खुशगवार पर्यटन गतिविधि उस वक्त मातम में बदल गई, जब एक हॉट एयर बैलून से नीचे गिरने के कारण उत्तर प्रदेश के एक पर्यटक की जान चली गई। मृतक की पहचान मुरादाबाद के कुशल पुर निवासी 24 वर्षीय अनिकेत के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, अनिकेत, जो मनाली घूमने आया था, शाम लगभग 5 बजे हॉट एयर बैलून की सवारी कर रहा था। दुर्भाग्यवश, उड़ान के दौरान वह करीब 80 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गया। बैलून कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायल अनिकेत को मनाली के मिशन अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने अनिकेत के परिवार वालों को इस दुखद घटना की जानकारी दे दी है। आज मृतक के शरीर का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा, जिसके बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस अब इस हादसे की तहकीकात में जुट गई है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह दुर्घटना किन परिस्थितियों में हुई, क्या इसमें किसी की लापरवाही थी और क्या सुरक्षा नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया था। गौरतलब है कि मनाली और पतलीकूहल के बीच लगभग 15 हॉट एयर बैलून प्रतिदिन उड़ान भरते हैं, जिनमें रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक रोमांच का अनुभव करते हैं। इन बैलून में एक बार में चार से पांच लोग सवार हो सकते हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने निश्चित रूप से इस लोकप्रिय गतिविधि की सुरक्षा पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
आयुष मंत्रालय की समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने की पहल के अनुरूप, शूलिनी विश्वविद्यालय गुरुवार, 24 अप्रैल को युवराज सिंह स्टेडियम, शूलिनी विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के 58वें दिन की उल्टी गिनती समारोह की मेजबानी करेगा। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने युवाओं और शैक्षणिक समुदाय के बीच योग, तंदुरुस्ती और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय के समर्पण को मान्यता देते हुए मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (MDNIY) को इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के समन्वय का काम सौंपा है। यह कार्यक्रम सुबह 7:00 बजे शुरू होगा और इसमें लगभग 400 योग साधक, संकाय सदस्य और छात्र भाग लेंगे तथा स्थानीय आगंतुक भी इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण आयुष मंत्रालय द्वारा निर्धारित कॉमन योग प्रोटोकॉल का सामूहिक अभ्यास होगा। प्रतिभागी योग के गहन कायाकल्प प्रभावों का अनुभव करने के लिए अपनी सांस, मन और शरीर को एक साथ जोड़ेंगे। इस अवसर को बौद्धिक गहराई प्रदान करते हुए, इस कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा विशेषज्ञ वार्ताएँ भी होंगी, जिनमें आईआईटी खड़गपुर के प्रख्यात न्यूरोसाइंटिस्ट प्रोफेसर मानस मंडल शामिल होंगे, जो मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में योग के न्यूरोलॉजिकल लाभों पर अंतर्दृष्टि साझा करेंगे। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में योग के सहायक प्रोफेसर डॉ. एस. पी. पाठक, जो योग की पारंपरिक जड़ों और इसकी समकालीन प्रासंगिकता के बारे में दर्शकों को बताएंगे। प्रोत्साहन के प्रतीक के रूप में, सभी प्रतिभागियों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मुफ़्त योग टी-शर्ट वितरित की जाएंगी। सुबह का समापन जलपान के साथ होगा, जो सामुदायिक बंधन और उत्सव का अवसर प्रदान करेगा।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में मंगलवार के दिन एन. एस. एस. यूनिट द्वारा सड़क सुरक्षा नियम को लेकर एक कार्यक्रम रखा गया।जिसमें देहरा पुलिस स्टेशन से असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रवि कुमार व आरक्षी पंकज ठाकुर ने शिरकत की। एन. एस. एस. यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी अमित वालिया व संयोजक कवि पंकज ने बताया कि इन दिनों परिसर में शास्त्री व आचार्य के छात्रों को विभिन्न विषयों पर इंटर्नशिप करवाई जा रही है।वहीं एन एस एस की भी इंटर्नशिप करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि एन. एस. एस. की इंटर्नशिप के दौरान स्वच्छता अभियान,स्वच्छता व सड़क सुरक्षा संबंधी रैलियां आदि विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं।इसी कड़ी में मंगलवार को सड़क सुरक्षा नियम को लेकर एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।जिसमें ट्रैफिक पुलिस देहरा से असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रवि कुमार ने सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न जानकारियों छात्रों संग साझा कीं। उन्होंने छात्रों को यातायात के नियमों का गंभीरतापूर्वक पालन करने का आग्रह किया।वहीं उन्होंने बाइक चलाते वक्त हेलमेट नहीं पहनने के दुष्परिणामों से भी छात्रों को अवगत करवाया। साईबर क्राइम व एन डी पी एस एक्ट(नशे से संबंधित एक्ट) बारे भी छात्रों को विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए रवि कुमार ने बताया कि किसी भी अनजान मोबाईल नंबर से आने वाली वीडियो कॉल को कभी ना उठाएं।इस अवसर पर वेदव्यास परिसर के एसोसिएट डायरेक्टर प्रो मंजू नाथ इस जी भट्ट सहित,एन एस एस संयोजक कवि पंकज कुमार व कार्यक्रम अधिकारी अमित वालिया भी मौजूद रहे।
उपमंडल देहरा के अन्तर्गत लोअर सुनहेत स्थित दिल्ली कान्वेंट स्कूल में मंगलवार को पृथ्वी दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का थीम 'हमारी शक्ति हमारा ग्रह’ रखा गया था। इस अवसर पर विद्यार्थियों को पृथ्वी दिवस के महत्त्व के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर प्रश्रोत्तरी ,भाषण,पोस्टर, प्रतियोगिताव व पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग यानी कक्षा 8वीं से 10वीं में अनन्या ने पहला,विपुल परमार ने द्वितीय व आभा, स्थान हासिल किया 11वीं कक्षा में गरिमा ने पहला,सुहानी ने द्वितीय,अलाइस ने तीसरा स्थान हासिल किया व 12वीं कक्षा में अंशिका शर्मा पहला,सोनम द्वितीय, प्रिया तीसरे स्थान पर रही व आर्ट प्रतियोगिता में सारा ने पहला व सियोन ने दूसरा स्थान हासिल किया । इस कार्यक्रम में छात्रों ने ग्रहों की रक्षा के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा की व पृथ्वी के महत्त्व पर प्रकाश डाला। विद्यालय के एमडी डॉक्टर प्रवीण राजपूत,प्रधानाचार्य गुंजन परमार व स्कूल के समस्त स्टाफ ने इस अवसर पर छात्रों को संबोधित किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य गुंजन परमार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है । स्कूल समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता है, ताकि विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल सके।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में नौकरी का झांसा देकर शातिर ठगों ने चार पूर्व सैनिकों को लाखों का चूना लगा दिया। घुमारवीं के रहने वाले सेवानिवृत्त सैनिक कमलेश कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद भराड़ी थाना पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और विश्वासघात का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता कमलेश कुमार के अनुसार, 2022 में सेना से रिटायर होने के बाद उनके एक साथी सैनिक त्रिलोक चंद ने उन्हें संजय ठाकुर उर्फ लक्की नाम के एक व्यक्ति के बारे में बताया, जो नौकरी दिलाने में मदद करता था। संजय ने बैंक ऑफ बड़ौदा में भर्ती होने की बात कहकर सात लाख रुपये की मांग की। विश्वास करके कमलेश ने मई 2022 में संजय और उसके साथी नीतीश कुमार के खाते में 35 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसी दौरान, कमलेश के तीन अन्य पूर्व सैनिक मित्र भी संजय ठाकुर, नीतीश कुमार और लवप्रीत सिंह के जाल में फंस गए और नौकरी के नाम पर उन्हें मोटी रकम दे बैठे। इन शातिर ठगों ने कुल मिलाकर 20 लाख 35 हजार रुपये की ठगी को अंजाम दिया। कमलेश से 8.85 लाख, दिल्ली के घनश्याम से नौ लाख, राजस्थान के शीशराम से डेढ़ लाख और राजस्थान के ही ओमाराम से एक लाख रुपये ठगे गए। आरोपियों ने पीड़ितों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी थमा दिए। जब लंबे समय तक नौकरी नहीं मिली और आरोपी टालमटोल करने लगे, तब पूर्व सैनिकों को ठगी का एहसास हुआ। कमलेश कुमार ने संजय ठाकुर उर्फ लक्की (निवासी हमीरपुर), नीतीश कुमार (निवासी हरियाणा) और लवप्रीत सिंह (निवासी पंजाब) पर सुनियोजित तरीके से ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे नौकरी दिलाने के नाम पर किसी को भी पैसे न दें और ऐसे मामलों की तुरंत पुलिस को सूचना दें। उन्होंने कहा कि सतर्कता ही ऐसे अपराधों से बचने का सबसे कारगर उपाय है।
प्रताप वर्ल्ड स्कूल, इन्दौरा चनौर में आज एक भव्य हवन का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के अध्यक्ष भरत भूषण महाजन, डायरेक्टर डॉ. विशाल महाजन, एमडी डॉ. रिचा महाजन, प्रधानाचार्य रेणु परमार, स्कूल के शिक्षकगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। एमडी डॉ. रिचा महाजन ने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र के उपलक्ष्य में विद्यालय के प्रांगण में यह हवन यज्ञ आयोजित किया गया, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ईश्वर से छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई। उन्होंने यह भी बताया कि हवन का संचालन आचार्य जी द्वारा किया गया, जिन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों को वैदिक परंपराओं के महत्व के बारे में बताया। हवन के दौरान विद्यालय के सभी शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। मंत्रों की दिव्यता और अग्नि की आहुतियों ने पूरे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। विद्यालय की प्रधानाचार्य रेणु परमार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल भारतीय संस्कृति से जुड़ाव को बढ़ाते हैं, बल्कि विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का भी संचार करते हैं। उन्होंने कहा, "हवन न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है, बल्कि यह छात्रों में नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक चेतना का विकास भी करता है। हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को समग्र रूप से विकसित करना है, जिसमें शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों की भी अहम भूमिका है।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रताप वर्ल्ड स्कूल में इस प्रकार के आयोजन भविष्य में भी निरंतर होते रहेंगे और विद्यार्थियों को एक सकारात्मक एवं प्रेरणादायक वातावरण प्राप्त होता रहेगा। कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण और सभी के मंगलमय भविष्य की कामना के साथ किया गया।