आज पूरा देश व प्रदेश कोरोना की चपेट में है, लेकिन कई महीनो बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो चुकी है। ऐसे में अब पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है की प्रदेश में पंचायत चुनाव नहीं टलेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही पंचायत चुनावों की तिथि प्रदेश चुनाव आयोग द्वारा घोषित की जाती है वैसे ही पंचायत चुनाव करवाने के लिए पंचायती राज विभाग पूरी तरह से तैयार है। कंवर ने जानकारी देते हुए कहा कि पंचायती चुनावों से पहले जनसंख्या के आधार पर नई पंचायतों का पुनर्गठन किया गया है। गौरतलब है कि लगभग 3770 पंचायतों में दिसंबर तथा जानवरी में पंचायती चुनाव करवाए जाएंगे। तिथियां प्रदेश चुनाव आयोग पर निर्भर रहेंगी।
प्रदेश में छात्र हित के मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है जिसमें एबीवीपी अपने आंदोलन को अलग-अलग तरीके से आगे बढ़ाएगी। उसी के तहत आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला द्वारा शैक्षणिक जगत से जुड़ी विभिन्न माँगों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश एवं संसद शिमला सुरेश कश्यप को सौंपा ज्ञापन। एबीवीपी इस ज्ञापन के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के छात्र युवाओं व शिक्षा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को ध्यान में रख कर उचित समाधान की मांग करती हैं। एबीवीपी शिमला जिला संयोजक सचिन ने जानकारी देते हुए कहा कि जिस प्रकार पिछेल 11 सालों से राजनितिक भेंट के कारण केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक आरम्म नहीं हुआ है, प्रदेश भर के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों की कमी के कारण इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है और प्रदेश में चरमराई चिकित्सा व्यवस्था एवं मेडिकल महाविद्यालयों के आधारभूत ढांचे को सुधारा की भी माँग विद्यार्थी परिषद ने की है। विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगे- 1.केंद्रीय विवि के स्थाई परिसर का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर पूरा किया जाए। 2. कलस्टर विवि, हि.प्र विवि, तकनीकी विवि में शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाए। 3. नौणी विवि के भ्रष्ट कुलपति को बर्खास्त किया जाए। 4. निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों का शोषण बंद किया जाए। 5. प्रदेश में चरमराई चिकित्सा व्यवस्था एवं मेडिकल महाविद्यालयों के आधारभूत ढांचे को सुधारा जाए। 6. छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाए। 7. एससी एसटी छात्रवृति जल्द जारी की जाए। 8. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम में आ रही अनियमितताओं को शीघ्र सुधारा जाए। 9.जेबीटी कमिशन में जेबीटी छात्रों को प्राथमिकता दी जाए। सचिन ने कहा कि यदि उपरोक्त मागों को लेकर सकारात्मक कदम जल्द से जल्द प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं उठता है तो आने वाले समय में इससे भी बड़ा आंदोलन खड़ा करने में विद्यार्थी परिषद पीछे नहीं हटेगी।
बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा मंगलवार सुबह मां चिंतपूर्णी के दरबार में शीश नवाने पहुंची हैं। उन्होंने आज माता के दर्शन किए और अपने परिवार के कुशलक्षेम के लिए मन्नत मांगी। सुनीता आहूजा ने बताया कि वह माता चिंतपूर्णी के दरबार में लंबे समय से आना चाह रही थी लेकिन देश भर में चल रहे लॉकडाउन के चलते वे यहां नहीं पहुंच पाई। अब जैसे जैसे परिस्थितियों सामान्य हो रही हैं वैसे ही उन्होंने मां चिंतपूर्णी के दरबार पहुंच शीश नवाया है। मंदिर के पुजारियों ने सुनीता आहूजा से मंदिर में पूजा अर्चना करवाई। वहीं उन्हें माता की चुनरी और चित्र भेंट कर सम्मानित भी किया गया। बता दें गोविंदा का परिवार पहले भी कई बार माता के दर्शन करने आ चूका है।
शिमला। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल शिमला की रोगी कल्याण समिति की शासकीय निकाय की 11वीं बैठक आज स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं आयुर्वेद मंत्री डाॅ. राजीव सैजल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में वर्ष 2020-21 के लिए 69 करोड़ 40 लाख रुपये के बजट व्यय को अनुमोदित किया गया। उन्होंने बताया कि बैठक में लिए गए निर्णयों के तहत 50 रुपये से कम यूजर्ज चार्जिज में 5 रुपये की बढ़ौतरी की गई है। आईजीएमसी में चल रहे दवाईयों के एवं अन्य विभिन्न एक्सटेंशन काउंटर को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया गया है, जिसके उपरांत नए टेंडरों के माध्यम से कांउटर प्रदान किए जाएंगे, जोकि 1 अप्रैल, 2021 से कार्य करना आरम्भ करेंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में तय किया गया है कि संस्थान परिसर में विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं को सेवाएं प्रदान करने के लिए आवश्यकता एवं जगह की उपलब्धता के उपरांत ही अनुमति प्रदान की जाएगी। संस्थान की रसोई सेवा को आउटसोर्स करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी बैठक में प्रदान की गई। आयुष्मान मित्र एवं हिम केयर साथी योजना को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से 10 आयुष्मान मित्र एवं हिम केयर साथी की नियुक्ति के लिए मंजूरी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक है जिसे निश्चित समयावधि पर किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने गैर सरकारी सदस्यों को बैठक का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया, जिनके सुझाव सदैव आपेक्षित है। उन्होंने कहा कि इन सदस्यों का जुड़ाव सीधा जनता से होता है, जिससे लोगों की मांग के प्रति जानकारी प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान का मानव संसाधन जीवंत पक्ष है और उसकी बेहत्तरी के लिए हमें मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी समन्वय स्थापित कर एकजुट होकर संस्थान की प्रगति एवं रोगियों के कल्याण व सुविधा प्रदान करने के लिए कार्य करें। उन्होंने बैठक के दौरान संस्थान के विभिन्न अन्य बिंदुओं पर चर्चा करते हुए उसे प्रदेश सरकार के समक्ष रखने तथा उन पर जल्द निर्णय लेकर क्रियान्वित करने का आश्वासन् दिया। बैठक में स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डाॅ. रवि शर्मा, प्रधानाचार्य आईजीएमसी डाॅ. रजनीश पठानिया, चिकित्सा अधीक्षक आईजीएमसी डाॅ. जनक राज, चिकित्सा अधीक्षक कमला नेहरू अस्पताल डाॅ. अंबिका चैहान, संयुक्त निदेशक आईजीएमसी डाॅ. आर.एन. शर्मा, सेम डिकाॅट के अध्यक्ष डाॅ. यू.के. चंदेल, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश कपूर, कर्मचारी यूनियन के प्रदान सुखदेव वर्मा, वित्त अधिकारी देवेन्द्र पाल, एसीएफ प्रणव नेगी तथा चिकित्सा अधिकारी स्टोर डाॅ. साद रिजवी भी उपस्थित थे।
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ने खुद अपने सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने लिखा की "कुछ दिनों पहले मैं किसी कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से अपने आवास पर क्वारंटाइन था। गत दो दिनों से कोरोना के कुछ लक्षण आने के कारण आज कोरोना टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।" कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से मुख्यमंत्री अपने आवास में ही आइसोलेट हो गए हैं। बता दें मुख्यमंत्री 3 अक्टूबर को हुए रोहतांग टनल उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे जिस का उद्घटान प्रधान मंत्री मोदी ने किया था। तत्पश्चात समारोह में शामिल बंजार के विधायक अरुण शौरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और मुख्यमंत्री सहित अन्य नेता विधायक के प्राथमिक संपर्क में आए थे। जिस के बाद सीएम व अन्य नेता सेल्फ आइसोलेट हो गए थे। आज मुख्यमंत्री की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।
आज से हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में 100 फीसदी शिक्षक व गैर शिक्षक लौट आएं हैं। सरकार द्वारा 12 अक्टूबर से सभी स्कूलों में नई व्यवस्था लागु कर दी है। वहीं स्कूलों को स्कूल आने वाले विद्यार्थियों की संख्या और कमरों के हिसाब से माइक्रो प्लान बना कर 17 अक्टूबर तक शिक्षा उपनिदेशकों को भेजने को खा गया है। साथ ही 15 से 17 अक्टूबर तक ई-पीटीएम कर अभिवावकों के साथ भी संवाद स्थापित करने कोख गया है। हालांकि विद्यार्थियों के स्कूलों में नियमित तौर पर बुलाने के फैसले का अभी इंतज़ार रहेगा। केंद्र सरकार द्वारा 15 अक्तूबर के बाद शिक्षण संस्थान खोलने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा गया है। हिमाचल में इसको लेकर कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया जाना था पर BJP के विधायक के पॉजिटिव आने के मुख्यमंत्री क्वारंटाइन हो गए। कारणवश कैबिनेट की बैठक स्थगित करनी पड़ी। ऐसे में शिक्षा विभाग अपने स्तर पर फैसला लेते हुए अब स्कूलों को छात्रों के लिए खोलने से फ़िलहाल इनकार किया है। केंद्र की एसओपी को लागू करते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल सोमवार से सौ फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को बुलाने का फैसला लिया है। 12 से 16 अक्तूबर तक विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का माइक्रो प्लान बनाया जाएगा।
चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में आवश्यक कृषि वस्तुओं का निर्यात 43.4 प्रतिशत से बढ़कर 53,626.6 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल इस अवधि में 37,397.3 करोड़ रुपये था: कश्यप भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि भारत ने कोविड-19 के संकट काल के समय भी अच्छा कार्य किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ निश्चय और सकारात्मक नीतियों के कारण भारत विश्व में सशक्त छवि वाला देश बनकर उभरा। पिछले छह महीनों में भारत का कृषि निर्यात फल-फूल रहा है, जबकि अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों को कोविड -19 महामारी के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होनें कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में आवश्यक कृषि वस्तुओं का निर्यात 43.4 प्रतिशत से बढ़कर 53,626.6 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले इस अवधि में 37,397.3 करोड़ रुपये था। प्रमुख कमोडिटी समूह में गैर बासमती चावल निर्यात में 105 प्रतिशत की छलांग लगाई है। इसी तरह बासमती चावल 13 प्रतिशत, जमीनी अखरोट 35 प्रतिशत, परिष्कृत चीनी 104 प्रतिशत और गेहूं में 206 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि महीने-दर-महीने आधार पर, सितंबर, 2020 के दौरान आवश्यक कृषि वस्तुओं के निर्यात में सितंबर में 81.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 9,296 करोड़ रुपये है, जबकि 2019 में 5,114 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था। उन्होंने कहा निर्यात में छलांग नई कृषि निर्यात नीति का परिणाम है, जिसे 2018 में लॉन्च किया गया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में, सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये की एग्री इंफ्रा फंड की भी घोषणा की है। इससे देश और प्रदेश के कृषकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रदेश की बालिकाओं और महिलाओं को बधाई दी और राज्य के लोगों से सामूहिक रूप से समाज में लैंगिक समानता सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि हम अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर लड़कियों को एक ऐसा विश्व प्रदान करने का संकल्प लें, जो सुरक्षित, समरूप, प्रगतिशील और अवसरों से भरपूर हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं के कल्याण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है और उनके सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के अन्तर्गत लड़की के जन्म पर बीपीएल परिवारों को दी जाने वाली एकमुश्त सहायता राशि को 10,000 रूपए से बढ़ाकर 12,000 रूपए किया गया है। मदर टैरेसा असहाय मातृ सम्बल योजना के अन्तर्गत दो बच्चों के पालन-पोषण के लिए प्रदान की जाने वाली सहायता राशि को 4000 रूपए से बढ़ाकर 6000 रूपए प्रति वर्ष प्रति बच्चा किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत निराश्रित लड़कियों की शादी के लिए सहायता अनुदान को 40000 रुपये से बढ़ाकर 51000 रुपये किया गया है, जिससे लगभग दस हजार लड़कियां लाभान्वित हुई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में लड़कियों और किशोरियों को सशक्त बनाने और उनके खिलाफ अपराधों पर रोक लगाने के उद्देश्य से सक्षम गुड़िया बोर्ड का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11 साल से 45 साल के मध्य की किशोरियों और महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने, उनका कौशल विकास करने और उन्हें आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के उद्देश्य से राज्य में सशक्त महिला योजना लागू की गई है। जय राम ठाकुर ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और संरक्षण हेतु नीतियों के सुझाव के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में महिला कल्याण बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है। इसी प्रकार, मुख्यमंत्री बाल उद्धार योजना के अन्तर्गत दूसरी कक्षा से आठवी कक्षा में प्रथम दो स्थान प्राप्त करने वाले बाल एवं बालिका आश्रमों के बच्चों को वित्तीय वर्ष 2019-20 में 10000 रूपए की वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई है।
हिमाचल प्रदेश वर्ष भर मछली की विभिन्न किस्मों को जुटाने के लिए प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत आरएएस तकनीक का उपयोग कर भूमि आधारित मछली पालन शुरू करेगा। राज्य इस योजना के तहत आरएएस तकनीक का उपयोग करते हुए वर्ष 2020-21 से 2024-25 के बीच 15 मछली तालाब स्थापित करेगा। मछली किसानों के पहले बैच को आरएएस प्रौद्योगिकी का उपयोग करके ठंडे पानी की मछली पालन के तहत नवीनतम एक्वाकल्चर तकनीकों में प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, हैदराबाद भेजा जाएगा। आरएएस तकनीक मछली की खेती करने का एक नया तरीका है, जिसके अंतर्गत पानी के जलाशयों, खुले टैंकों, तालाबों और नदियों में मछली पालन की पारंपरिक विधि के बजाय नियंत्रित वातावरण में पानी के सीमित उपयोग के साथ इन्डोर टैंकों में मछलियों को पाला जाता है। स्वच्छ पानी की सीमित मात्रा की नियमित आपूर्ति एक नियंत्रित तापमान पर सुनिश्चित की जाती है जो एक बंद और सुव्यवस्थित प्रणाली में विकास के लिए उचित है। यह विधि गर्मियों में पानी की कमी के दौरान राज्य के मछली किसानों के लिए आदर्श है क्योंकि किसान आरएएस प्रौद्योगिकी का उपयोग करके अंतर्देशीय मत्स्यपालन के माध्यम से पानी के कम उपयोग के साथ अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। कुल 15 मछली फार्मों में से पांच मछली फार्म ऊना, मंडी, कांगड़ा (पालमपुर और पोंग बांध) और सिरमौर जिलों में सामान्य पानी में और दस किन्नौर, सिरमौर, शिमला, मंडी में आरएएस तकनीक के तहत ठंडे पानी के मत्स्य केंद्रों में स्थापित किए जाएंगे। अगले पांच वर्षों के दौरान चंबा और कुल्लू जिलों में एकीकृत और समग्र रूप से राज्य में मछली उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने का लक्ष्य है। यह अनुमान है कि कुल 40 टन प्रति यूनिट वार्षिक मछली उत्पादन सामान्य आरएएस इकाई में प्राप्त किया जाएगा, जबकि ठंडे पानी के आरएएस में चार टन और 10 टन उत्पादन क्षमता इकाइयां हैं, जो महानगरीय शहरों में ट्राउट मछली की बढ़ती मांग को पूरा करेगा और संबंधित क्षेत्रों में अतिरिक्त रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को सृजित करेगा। मत्स्य मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जब आरएएस प्रौद्योगिकी के तहत सभी 15 मछली फार्मों का संचालन किया जाएगा, राज्य में इस प्रौद्योगिकी के अंतर्गत हर साल लगभग 270 टन मछली का उत्पादन होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इंद्रधनुष ट्राउट को ठंडे पानी के आरएएस में जबकि सामान्य पानी में आरएएस पंगासियस, तिलापिया और काॅमन कार्प को पाला जाएगा। प्रारंभ में, कुल्लू, मंडी, चंबा, सिरमौर, शिमला, और किन्नौर जिलों में ठंडे पानी के क्षेत्रों में भूमि आधारित मछली फार्म स्थापित किए जाएंगे और जिला कुल्लू और किन्नौर में दो नए मछली फार्म आरएएस प्रौद्योगिकी के दौरान स्थापित किए जाएंगे। अनुमान है कि पीएमएमएसवाई के तहत अगले पांच वर्षों में राज्य में आरएएस प्रौद्योगिकी के तहत नई भूमि आधारित मछली फार्म स्थापित करने के लिए ढांचागत विकास के लिए 5 करोड़ निजी निवेश प्राप्त होगा। राज्य सरकार आरएएस प्रौद्योगिकी के तहत मछली फार्म स्थापित करने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन प्रदान करेगी, जिसके तहत सामान्य वर्ग को 40 प्रतिशत की दर से वित्तीय सहायता दी जाएगी जबकि अनुसचित जाति एवं जनजाति और महिलाओं को 60 प्रतिशत सहायता प्रदान की जाएगी। इस पहाड़ी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की स्थलाकृति और भूगोल को ध्यान में रखते हुए पीएमएमएसवाई के तहत 50 लाख रुपये और 20 लाख यूनिट लागत के आरएएस प्रौद्योगिकी मछली फार्म स्थापित करने का प्रस्ताव है। राज्य में मछली को पूरे वर्ष भर पाला जाता है, हालांकि गर्मियों का मससैम मछलियों की वृद्धि के लिए सबसे अनुकूल है। मौसम की स्थितियों के बावजूद आरएएस प्रौद्योगिकी से पूरे वर्ष मछली की वृद्धि को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। आरएएस तकनीक के तहत नए मछली फार्मों से किसानों को पानी के कम इस्तेमाल से साल भर विभिन्न किस्मों की मछलियों के उत्पादन में मदद मिलेगी और साथ ही वे कृषि,घरेलू और सिंचाई के लिए अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग भी कर सकेंगे। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि नियमित रूप से मछली पालन के दौरान तालाबों या टैंकों से पानी को पूरी तरह से पंप करके फेंकने की जरूरत होती है क्योंकि यह विषाक्त अमोनिया से संतृप्त हो जाता है।
जन कल्याण समिति मांझू पलोग राहू का एक प्रतिनिधि मंडल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप से प्रदेश कार्यालय दीप कमल चक्कर शिमला में मिला उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप को अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवाया और साथ ही पुणे एक ज्ञापन भी सौंपा। इस प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षता जन कल्याण समिति के महासचिव कृष्ण चंद्र शर्मा ने की उन्होंने बताया कि पलोग पंचायत अर्की से मंजू गांव तक जो रास्ता जाता है वहां कमेटी स्वयं ही कचरा फेंक देती है जिससे वहां की जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में मेट्रो नाला में काफी सीवरेज की समस्या भी है जिसके कारण पीलिए की गंभीर समस्या हल लोगों को गिरफ्तार कर सकती है पहले एक बार जब हेपेटाइटिस के मामले बढ़े थे तब आईपीएच महकमे ने नई पाइप लाइन यहां डाली थी पर फिर भी उसके टूटने का भाई जनता को लगता है। समिति ने मांग की कि मटरू नाला में एक चेक डैम लगाया जाए जिससे जनता आने वाले समय में सुरक्षित रहें। साथ ही समिति ने बथालंग से पलोग तक का जो संपर्क मार्ग है जो हर चीज से मिलता है उसको पीडब्ल्यूडी के हवाले कर दिया जाए जिसकी आने वाले समय में रखरखाव पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट करें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि इन सभी समस्याओं पर शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी।
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थापित पेन एण्ड पैलीएटिव इकाई को और विकसित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी ताकि रोगियों के अंतिम समय में परामर्श व अन्य सहयोग प्रदान कर उनके दुख और दर्द को कम करने में सक्षम हो सके। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान शिमला में विश्व हाॅस्पिटल एवं पैलिएटिव दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चिकित्सा विज्ञान के साथ-साथ चिकित्सा क्षेत्र में नई विद्या देश में विकसित हो रही है, जिस पर आज सार्थक चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि इस इकाई का गठन इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में अभी हाल ही में हुआ है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस इकाई को और अधिक विकसित किया जाएगा ताकि यह पूर्ण विकसित विभाग के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर सके। उन्होंने बताया कि कई रोगों में रोगी की अवस्था ऐसी आ जाती है जब किसी भी चिकित्सा से लाभ नहीं मिलता और रोगी के अंतिम क्षण दुख और दर्द भरे होते हैं तब इस विद्या के माध्यम से रोगी के दुख-दर्द को कम करने तथा चिकित्सा दृष्टि से रोगी को मानसिक सहारा प्रदान कर परिवार वालों के परामर्श से विभिन्न दवाइयों और प्रयोगों के माध्यम से रोगी का उपचार किया जाता है। इस अवसर पर उपस्थित चिकित्सकों ने विभाग के विस्तार के लिए विभिन्न सुझाव एवं मांगे प्रस्तुत की। डॉ. सैजल ने कहा कि विभिन्न मांगों व सुझावों पर जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानाचार्य आईजीएमसी डॉ. रजनीश पठानिया, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक राज, डॉ. राकेश शर्मा (नेशनल फाउंडर चेयर पर्सन ऑफ पेन एंड पिलीएटिव) तथा डॉ. विनय सौम्या भी उपस्थित थे।
रोहड़ू। रोहड़ू उपमंडल की रोहल पंचायत के जतवानी गांव ने स्थानीय महिला मण्डल ने गांव मे दो सोलर लाइट स्थापित की है। महिला मण्डल जतवानी की प्रधान मनोरमा ज़िंटा ने बताया की ये दोनों सोलर लाइट समोली गांव की समाज सेविका उर्मिला ब्राक्टा ने अपने निजी कोष से प्रदान की है जिसकी कीमत करीब 12 हज़ार है। उन्होंने बताया कि इन पैनल के लगने से गांव मे सार्वजनिक स्थानों पर अँधेरे की समस्या ख़त्म हों चुकी है। उर्मिला ब्राक्टा की ओर से गांव को दी गई इन सोलर लाइट्स के लिए महिला मंडल की उप प्रधान सपना ज़िंटा, सचिव मनोरमा, कोषाध्यक्ष छोटी देवी व सदस्य प्रिया, आशा, रुमा देवी, मज़ल देवी, विजय ज़िंटा ने उनका आभार व्यक्त किया है।
रोहड़ू। आम आदमी पार्टी रोहड़ू की बैठक अध्यक्ष वीर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता मे रिवर व्यू होटल मे हुई। इस बैठक मे पार्टी के ऑक्सीमीटर अभियान को विधान सभा के हर घर ले जाने को लेकर रणनीति तैयार की गई। वहीं युथ हिमाचल के नामो पर भी चर्चा की गई। इस बैठक के दौरान चार नए लोग आप मे शामिल हुए जिनमें रणसार के कुतरा गांव से सुन्नी जेहटा, सचिन, नरेश व देवीधार से दया नन्द ठाकुर शामिल हुए। इस मौके पर उपाध्यक्ष नवीन चौहान, सुनील नेकटा, मेशर सिंह, सितेन्दर शोंगी, गोविन्द व प्रेम लाल पुहारता उपस्थित रहे।
स्कैंडल पॉइंट......शिमला आए हर व्यक्ति ने ये नाम तो सुना ही होगा, इस पॉइंट से गुज़रे भी होंगे लेकिन इस जगह पर ऐसा क्या स्कैंडल हुआ की इसका नाम स्कैंडल पॉइंट रख दिया गया, ये सवाल भी बहुचर्चित है। बात बहुत पुरानी है तो कहानियां भी बहुत सी बन गईं है। कुछ कहते की इस जगह पर हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हुआ था तो कुछ इस तथ्य को मानने से इंकार करते है। स्कैंडल पॉइंट से जुड़ी कहानियों में से एक कहानी है पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह की। बात 1892 की है, ब्रिटिश शासन में शिमला के वाईस रॉय और पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अक्सर वाइसराय के घर पर आया जाया करते थे। उसी समय पटियाला के राजा को वाईसरॉय की बेटी से महब्बत हो गई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया लेकिन वाईस रॉय को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन दोनों प्रेमी अपना मन मना चुके थे। ब्रिटिश काल में शिमला के मालरोड पर शाम के समय ब्रिटिश अधिकारी अपने परिवार के साथ टहलने आया करते थे मगर यहां हिन्दुस्तानियों को आने की अनुमति नहीं थी। एक दिन शाम जब सब मॉलरोड पर टहल रही थे तो पटियाला के महाराजा ने अंग्रेज वाइसराय की बेटी को उठा लिया था। इसे पहला लव स्कैंडल कहा जाता है और जिस जगह पर यह कथित वारदात हुई उसे आज स्कैंडल प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। महाराजा भूपिंद्र सिंह ने वाइसराय लार्ड कर्जन की बेटी को उठाया था। कहा जाता है कि महाराजा भूपिंद्र सिंह घोड़े पर सवार होकर आए और मालरोड पर टहल रही लार्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गए। गुस्से में वायसराय ने उनका शिमला आने पर प्रतिबंध लगा दिया। महाराजा ने भी अपनी आन-बान और शान के लिए शिमला से भी ऊंचा नगर बसाने की ठान ली और चायल का निर्माण कर डाला। पटियाला के महाराजा भूपिंद्र सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 में हुआ। वर्ष 1900 में उन्होंने राजगद्दी संभाली और 38 साल तक राजपाट किया। उन्होंने ऑनरेरी लेफ्टीनेंट कर्नल के तौर पर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। लीग ऑफ नेशंज में 1925 में भूपिंद्र सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। महाराजा क्रिकेट के शौकीन थे। वर्ष 1911 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी वही थे। यहां हुआ था हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हालांकि कुछ इतिहासकार इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। उनका दावा है कि लार्ड कर्जन साल 1905 तक वाइसराय रहे। उनकी तीन बेटियां थीं। देखा जाए तो 1905 में महाराजा की आयु 14 साल की थी। लार्ड कर्जन की बड़ी बेटी आइरिन की उम्र उस समय महज 9 साल थी।पंजाब यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर रह चुकी मंजू जैदका अपनी किताब स्कैंडल पॉइंट में लिखती है की इस जगह से उनकी बहुत सी यादें जुडी है, उन्होंने इसपर काफी शोध भी किया है लेकिन महाराजा भूपेंदर सिंह की उम्र का तकाज़ा रखते हुए ये कहानी सच नहीं हो सकती। लेखिका का मानना है की इस कहानी में भूपेंदर सिंह के पिता राजेंदर सिंह को होना चाहिए क्यूंकि उनकी एक अँगरेज़ बीवी और बेटा था। हलाकि सच क्या है ये तो एक रहस्य ही रहेगा जो इतिहास में दफ़न हो चूका है।
रेलवे स्टेशन शिमला में तैनात कांस्टेबल पूर्णानंद को रेलवे मिनिस्टर्स मेडल फॉर ब्रेवरी अवार्ड से नवाजा गया है। पुरस्कार स्वरूप पूर्णानंद को रेलवे की ओर से नकद एक लाख रुपये की राशि दी गई है। रेल प्रबंधक गुरिंद्र मोहन सिंह ने कांस्टेबल पूर्णानंद के लिए सराहना स्वरूप पुरस्कार के लिए उच्च अधिकारियों को अनुशंसा की थी। शिमला रेलवे स्टेशन के आरपीएफ प्रभारी शेर सिंह ने बताया कि साल 2019 में कांस्टेबल पूर्णानंद रात्रि ड्यूटी पर स्टेशन परिसर में तैनात थे। इस बीच, एक चोर रेलवे स्टेशन परिसर में चोरी के इरादे से दाखिल हुआ। कांस्टेबल ने उसे देखा तो पकड़ने के लिए पीछे दौड़ लगाई। चोर ने चाकू से पूर्णानंद की छाती पर तीन वार किए। लहूलुहान हालत में भी कांस्टेबल ने करीब 50 मीटर तक चोर का पीछा किया। अंधेरे का फायदा उठाकर चोर भागने में कामयाब रहा, लेकिन कांस्टेबल ने उसका चेहरा पहचान लिया था। इसी बिनाह पर चोर को पकड़ने में कामयाबी मिली। अपनी जान की फिक्र किए बिना रेलवे संपत्ति की रक्षा करने पर कांस्टेबल पूर्णानंद को ब्रेवरी अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
शिमला। राजधानी के ढली क्षेत्र में पेट्रोलपंप के पास पुलिस ने तीन युवकों को चिट्टा संग धर दबोचा है। युवकों के पास से 4 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ है। पुलिस ने तीनों युवकों को गिरफतार कर लिया है। युवकों की पहचान 19 वर्षीय अरीन चौहान इंदर नगर ढली, 23 वर्षीय सीधांशु गांव मेल्थी तहसील टिक्कर रोहड़ू, 19 वर्षीय क्षितिज वर्मा गांव शाहनी तहसील आनी जिला कुल्लु के तौर पर हुई है। पुलिस को यह कामयाबी गश्त के दौरान मिली है। पुलिस की टीम जब ढली क्षेत्र में गश्त पर थी तो इनकी शक के आधार पर तलाशी ली। यह तीनों युवक गाड़ी में बैठे हुए थे, तभी इनके पास से यह चिट्टा बरामद हुआ। पुलिस की तीनों युवकों से पूछताछ जारी है। पुलिस यह पता लगा रही है कि इन युवकों ने चिट्टा कहां से लाया था और इसकी सप्लाई कहा करनी थी। पुलिस इस मामले को लेकर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है। पुलिस को शक है कि इनके पिछे कोई बड़ा तस्कर तो नहीं है। पुलिस जल्द ही इन्हें कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने युवकों को चिट्टा संग पकड़ा है। तीनों युवकों से पुलिस की पूछताछ जारी है। जल्द ही इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। मामले को लेकर पुलिस की कार्रवाई जारी है।
कंडक्टर भर्ती को लेकर कोर्ट गए 44 अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर आई है। अब ये अभ्यर्थि पथ परिवहन निगम की बस कंडक्टर की भर्ती परीक्षा दे सकेंगे। बता दें कर्मचारी चयन आयोग ने एचआरटीसी बंस कंडक्टर पोस्ट कोड 762 के अंतर्गत 568 पदों को भरने के लिए दिसंबर 2019 में ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। नियमों के अनुसार बस कंडक्टर के लिए 12वीं पास होना व वैध बस कंडक्टर लाइसेंस होना अनिवार्य है। आयोग के पास करीब 65,000 आवेदन पहुंचे जिसमें से 5,000 आवेदन अपात्र पाए जाने के बाद रद्द कर दिए गए। भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की शर्त के कारण पूर्व में एचआरटीसी में कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके करीब 44 अभ्यर्थी इस परीक्षा से बाहर हो गए। आरएंडपी रूल से नाखुश यह अभ्यर्थी प्रदेश उच्च न्यायालय में चले गए। हाल ही में न्यायालय ने कर्मचारी चयन आयोग को निर्देश दिए कि एचआरटीसी में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके दसवीं पास युवाओं को बस कंडक्टर के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाए। चयन आयोग ने इन सभी 44 अभ्यर्थियों से 7 दिन के भीतर ऑफलाइन आवेदन परीक्षा शुल्क सहित मांगे हैं। इन अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड भी ऑफलाइन ही प्रदान किए जाएंगे।
भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के उपायुक्तों के साथ आगामी नवरात्री की तैयारियों संबंधी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को नवरात्रों में प्रदेश और अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ कोविड-19 संबंधी नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि सभी उपायुक्त अपने संबंधित जिलों की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 के दृष्टिगत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर श्रद्धालुओं को सुविधाजनक दर्शन की सुविधा उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि इस दौरान शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर को अधिक समय तक खुला रखने की व्यवस्था भी स्थापित की जाएं। उन्होंने कहा कि नवरात्री के दौरान मंदिरों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाए। कोविड-19 से संबंधित स्वच्छता संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाने के साथ पुजारियों, दुकानदारों आदि को भी आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की अपनी एक समृद्ध धार्मिक संस्कृति है जिसका वृत्तचित्र के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से सभी मंदिरों से जुड़े वृत्तचित्र का दूरदर्शन के माध्यम से प्रसारित करके प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को देश के कोने-कोने में पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिरों के परिसरों में नवग्रह वाटिका का निर्माण कर संबंधित मंदिर न्यास और ग्रामीण लोग इसका रख-रखाव करें। मंदिर न्यास अपने साथ स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर मंदिर में चढ़ने वाले फूलों से अग्रबत्ती या धूप तैयार कर महिलाओं को आर्थिक लाभ प्रदान करने के प्रयास करें। श्रद्धालुओं को मंदिरों से जुड़ी जानकारी से अवगत करवाने के लिए जिलों में सांस्कृतिक केन्द्रों को भी स्थापित किया जाए। अतिरिक्त मुख्य सचिव भाषा, कला एवं संस्कृति आरडी धीमान, निदेशक भाषा, कला एवं संस्कृति कुमुद सहित सभी संबंधित जिलों के उपायुक्त इस बैठक में उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश सर्कल की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल नीरा रंजन शेरिंग ने राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट की। विश्व डाक दिवस के अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि डाक कर्मी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करते हुए अपने जीवन को जोखिम में डालकर न केवल पत्र, बल्कि आवश्यक वस्तुओं, दवाओं, भोजन और सुरक्षा किटों को कोरोना योद्धाओं की लड़ाई के लिए वितरित किया है। उन्होंने कहा कि आज डाक सेवाओं में आम आदमी का भरोसा बढ़ा है और अधिक से अधिक लोग इन सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने इन सेवाओं में अधिक प्रौद्योगिकी शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने कोरोना महामारी की अवधि के दौरान पात्र लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने में डाक कर्मियों की सेवाओं की सराहना की। उन्होंने वाययुमार्ट नामक ई-काॅमर्स कंपनी की मदद से चुनिंदा शहरों में पोस्ट ऑफिस के माध्यम से सेब के वितरण और महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए हिमाचल प्रदेश पोस्टल सर्कल की पहल की सराहना की। राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश के पक्षियों पर बीस चित्र पोस्टकार्डों का एक सेट जारी किया और हिमाचली गुड़िया पर आधारित एक चित्र पोस्टकार्ड का भी विमोचन किया। नीरा रंजन शेरिंग ने राज्य में डाक सेवाओं की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश डाक मंडल अपने 2795 डाकघरों के माध्यम से पूरे राज्य में डाक सेवाएं प्रदान कर रहा है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत राज्य के लगभग 3.65 लाख पेंशनरों को पोस्ट आॅफिस के माध्यम से हर तिमाही में पेंशन वितरित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी डाकघरों में लगभग 51.9 लाख विभिन्न प्रकार के बचत खाते हैं। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के नए पद के साथ लगभग 3.5 लाख खाते खोले गए हैं। निदेशक, डाक सेवाएं दिनेश कुमार मिस्त्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शिमला जिले के चौपाल पुलिस थाना को देश के शीर्ष दस पुलिस थानों में स्थान दिया है। यह निर्णय अपराध की रोकथाम, सक्रिय उपायों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई जैसे मापदंडों के आधार पर किया गया है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय के रैंकिंग इंटेलिजेंस ब्यूरो ने विभिन्न मापदंडों के आधार पर देश के शीर्ष पुलिस थानों का चयन किया है। पुलिस थानों की उपलब्धि का आकलन करते हुए मामलों के निपटान, मामलों की खोज, सामुदायिक पुलिस, बैक एंड वर्क और कानून व्यवस्था के रख-रखाव को भी पुलिस थानों की उपलब्धियों में मद्देनजर रखा गया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष नई दिल्ली में नवंबर अथवा दिसंबर महीने के दौरान होने वाले सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष अपनी उपलब्धियों के बारे में एक छोटी प्रस्तुति देने के लिए देश के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले थानों के एसएचओ/प्रभारी को आमंत्रित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और पुलिस के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी है और आशा व्यक्त की है कि वे अपना अच्छा काम जारी रखेंगे और हिमाचल को गौरवान्वित करते रहेंगे।
आज प्रदेश में कोरोना से दो मौते हो गई हैं। बता दें नेरचौक मेडिकल कॉलेज में बिलासपुर के एक व्यक्ति और एक कुल्लू के व्यक्ति की मृत्यु हो गई हैं। बिलासपुर निवासी मृतक 58 वर्ष का था और कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित था। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से देर रात उसने दम तोड़ दिया। वहीं कुल्लू निवासी मृतक ने शुक्रवार सुबह दम तोडा। वह 55 वर्षीय थे व कुल्लू के भुंतर से ताल्लुक रखते थे।
शिमला। पिछले कुछ समय से हिमाचल के चम्बा, मंडी, शिमला, किन्नौर में लगातार भूकम्प के झटके महसूस किए जा रहे हैं। अब स्पीति जिला में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं। शुक्रवार रात 2 बजकर 43 मिनट पर स्पीति में भूकंप का झटके महसूस किया गया। भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.3 आंकी गई है। भूकंप का केन्द्र जमीन के भीतर 5 किलोमीटर भीतर लाहौल स्पीति में ही था। फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई ख़बर नहीं है।
एक तरफ प्रदेश के लोग कोरोना नामक महामारी का दंश झेल रहे हैं तो वहीं दूसरी मार केंद्र सरकार ने किसान बिल को लागू करके किसानों पर डाल दी है। यह बात आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व मंत्री एवं सचिव AICC सुधीर शर्मा ने कही। पहले तो प्रदेश के लोगों ने कोरोना काल में बमुश्किल खेती-बाड़ी कर खाद्यान्न का उत्पादन किया लेकिन अब जब उनकी फसल तैयार होकर बाजार में आ रही है तो उन्हें अपनी फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। प्रदेश के किसानों को मक्की व धान का वाजिब दाम तक नहीं मिल रहा। जिस किसान बिल को केंद्र व राज्य सरकार किसान हितैषी बता रही है उसके शुरुआती परिणामों से पता चल रहा है कि किसान बिल के दूरगामी परिणाम क्या होंगे। केंद्र सरकार ने इस बार मक्की का एमएसपी 1,850 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है लेकिन प्रदेश के किसानों से कोई भी सरकारी ऐजेंसी मक्के की खरीद नहीं कर रही परिणामस्वरूप किसानों को अपनी फसल 800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से व्यापारियों को बेचनी पड़ रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने 2630 एसएमसी शिक्षकों को राहत पहुंचाई है। बता दें SC ने हिमाचल हाईकोर्ट के एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने के फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी के माध्यम से हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाले शिक्षक संघ अध्यक्ष मनोज रोंगटा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी गई है। मनोज रोंगटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का SC में प्रदेश सरकार की ओर से एसएलपी दायर करने और शिक्षकों के हित में खड़े होने के लिए आभार जताया है। बता दें की हिमाचल प्रदेश HC ने बीते महीने 2630 एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने का फैसला सुनाते हुए इनकी जगह छह माह में नियमित शिक्षकों की भर्ती करने का फैसला दिया था। ये एसएमसी शिक्षक प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों में काफी वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अस्थाई तौर पर इनकी तैनाती की थी। एसएमसी शिक्षकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को लेकर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए शिक्षकों के साथ प्रदेश सरकार ने भी एसएलपी दायर की थी।
हिमाचल के पूर्व डीजीपी, सीबीआई के पूर्व निदेशक व नागालैंड के राज्यपाल रहे अश्वनी कुमार ने बुधवार को अपने शिमला स्तिथ आवास पर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। उस नोट में कुमार के सुसाइड के पीछे का राज़ छुपा हुआ है। अब उस राज़ पर से पर्दा हिमाचल डीजीपी संजय कुंडू ने उठा दिया है। कुंडू ने बताय की अश्वनी ने बीमारी और विकलांगता के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त की। डीजीपी ने कहा, 'हमें एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह अपनी मर्जी से बीमारी और विकलांगता के कारण अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी आत्मा एक नई यात्रा पर जा रही है और किसी को दुखी होने की आवश्यकता नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके मरने पर कोई अनुष्ठान या समारोह न हो।' जानकारी के अनुसार बुधवार शाम करीब सात बजे, सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर के बेटे और बहु ने उन्हें अपने कमरे में लटके हुए पाया था। वह हर दिन शाम 7 बजे के आसपास ध्यान लगाते थे और सभी दरवाजे खुले रखते थे। बुधवार शाम लगभग 7.00 बजे जब उनका बेटा और बहू टहलने जा रहे थे, तो उन्होंने अटारी के सभी दरवाजों को बंद पाया। जब दरवाजों को तोडा गया तो कुमार वहां रस्सी से लटके पाए गए जिस के बाद पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेकर जांच शुरू कर दी है। आज सुबह बॉडी का पोस्टमॉर्टम होगा। अधिकारियों के मुताबिक, पिछले छह महीने में कुमार के सक्रिय जीवन में आया ठहराव, उनका अचानक यूं घर में बंद होकर रह जाना आत्महत्या का कारण जान पड़ता है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है।
परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने राज्य परिवहन विकास और सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश में सड़क सुरक्षा अभियान को जन अभियान बनाया जाएगा और इसे ‘सड़क सुरक्षा संस्कृति’ के रूप में स्थापित किया जाएगा। बिक्रम सिंह ने कहा कि लगभग 95 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं मानवीय गलतियों के कारण होती हैं। इनमें से 62.86 प्रतिशत दुर्घटनाएं ओवर स्पीड के कारण होती हैं जिन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करके कम किया जा सकता है। विभाग ने प्रदेश और जिलों में व्यापक रूप से सड़क-सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाए हैं जिसके फलस्वरूप पिछले वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में 7.62 प्रतिशत, मृत्यु दर में 5.13 प्रतिशत और घायलों की संख्या में 11.65 प्रतिशत की कमी आई है। परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन और पुलिस विभाग संयुक्त रूप से ओवर स्पीडिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना, ओवर लोडिंग और ओवर टेकिंग जैसी गलत आदतों के प्रति लोगों को जागरूक कर हिमाचल प्रदेश को सुरक्षित राज्य बनाने के प्रयास करेंगे। परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सड़कों के ब्लैक स्पाॅट्स को ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समयबद्ध कार्य पूरा न करने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लोक निर्माण, स्वास्थ्य और परिवहन विभाग को समन्वय स्थापित करके कार्य करना सुनिश्चित करें। परिवहन मंत्री ने कहा कि अधिकतर 20 से 30 आयु वर्ग लोग अधिकतर सड़क दुर्घटना के शिकार होते हैं। इसलिए विद्यालय स्तर पर बच्चों को सड़क-सुरक्षा के प्रति जागरूक करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शीघ्र ही विद्यालयों में सड़क-सुरक्षा संबंधी पाठ भी पढ़ाए जाएंगे। सरकारी एवं निजी क्षेत्र से जुड़े हुए वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए प्रदेश भर में सेमीनार और जागरूकता शिविर आयोजित करवाए जाएंगे। बैठक की कार्यवाही का संचालन निदेशक परिवहन कैप्टन जे.एम. पठानिया ने किया। प्रधान सचिव परिवहन के.के पंत, प्रबंधन निदेशक हिमाचल पथ परिवहन निगम युनूस, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग हरबंस सिंह ब्रसकोन और निदेशक स्वास्थ्य भारत भूषण सहित सरकारी और गैर सरकारी सदस्य इस बैठक में उपस्थित थे।
कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह कोविड-19 के बचाव के लिए निर्धारित नियमों की खुली अवहेलना कर रही है। उन्होंने कहा है कि मनाली में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जिस प्रकार कोविड-19 के नियमों की धज्जियां भाजपा के नेताओं ने उड़ाई उससे साफ है कि इसके नियम और कानून कांग्रेस व आमजन के लिए ही है और भाजपा के नेताओं को इसकी खुली छूट है। किमटा ने कहा कि मनाली में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समारोह में कोरोना संक्रमित बंजार के भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी का आम लोगों से मिलना बेहद ही गंभीर मसला है। उन्होंने कहा कि शौरी पर कानून तोड़ने के लिए एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। उन्होंने जानबूझकर कर लोगों को में इस संक्रमण को फैलाने की कोशिश की है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए जिन्होंने इस रिपोर्ट पर अपनी कोई कार्यवाही नहीं की और न ही उन्हें आइसोलेशन में किया।उन्होंने कहा कि जबकि सरकार ने इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सभा स्थल से पूर्व कोविड जांच की बात कही थी, पर ऐसा कुछ नही किया गया। किमटा ने कहा है कि सरकार अपने ही कायदे कानून की धज्जियां उड़ाने में लगी है।यही कारण है कि मुख्यमंत्री कार्यालय भी अब कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री के कोरोना पोस्टिंब होना भी चिन्ता का विषय है। राज्य सचिवालय पर भी इस संक्रमण का भय बढ़ता जा रहा है और इस सबके लिए भाजपा सरकार पूरी तरह दोषी है। किमटा ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप को कांग्रेस अध्यक्ष को छोड़ अपनी पार्टी की चिन्ता करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि मनाली में प्रधानमंत्री का इतना बड़ा कार्यक्रम हुआ उसमें उनका नाम तक नही आया, ऐसे में उन्हें अपने प्रदेशाध्यक्ष होने के महत्व का पता चल ही गया होगा। भाजपा में जिस प्रकार अंतर्कलह चल रही है कश्यप को उसकी चिंता करनी चाहिए न कि कांग्रेस अध्यक्ष की।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना का असर अब जयराम सरकार के मंत्रियों पर भी देखने मिल रहा है। सीएम के क्वारंटाइन होने के बाद अब शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है की बुधवार सुबह अचानक स्वास्थ्य खराब होने के चलते शहरी विकास मंत्री की पत्नी को शिमला के आईजीएमसी अस्पताल लाया गया। यहां पर उनका कोविड टेस्ट हुआ जो कि पॉजिटिव आया। इसके बाद शहरी विकास मंत्री और उनकी बेटी का कोविड टेस्ट किया गया जिसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
चौपाल में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। देहि नदी में कार गिरने से एक महिला सहित तीन की मौत हो गई। वहीं कार चालक भी गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा मंगलवार देर शाम का बताया जा रहा है। देहा थाना क्षेत्र के माई पुल के पास एक कार अनियंत्रित हो कर नदी में गिर गई। हादसे के दौरान कार के कुल चार लोग शामिल थे जिन में से तीन की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल है। बताया जा रहा है की कार में दो सगे भाई और उनके रिश्तेदार सवार थे व धगाली की तरफ जा रहे थे। इसी बीच माई पुलिस के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई। पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान 23 वर्षीय लोकेंद्र, 22 वर्षीय निखिल और 50 वर्षीय लीला शर्मा के रूप में हुई है। दोनों मृतक युवक धगाली जबकि मृतक महिला कुमारसेन की निवासी थी। कार को मृतक लोकेंद्र का भाई, यशपाल (19) चला रहा था और वह गंभीर रूप से जख्मी हुआ है। शवों को पोस्टमार्टम के उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है।
कोरोना पॉजिटिव विधायक के समपर्क में आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। मुख्यमंत्री के तीन दिन क्वारंटाइन होने के कारण 9 अक्तूबर को प्रस्तावित कैबिनेट की मीटिंग टल गई है। मिली जानकारी के अनुसार 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। बता दें सीएम तीन दिनों के लिए स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं, ऐसे में अब कैबिनेट की बैठक ताल दी गई है। इस बार की कैबिनेट बैठक को अहम मन जा रहा था। इस बार इंटरस्टेट बसों के चलने और स्कूल खोलने जैसे मुद्दों पर फैसले होने वाले थे।
हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोकपुर ने आज राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट कर उन्हें प्रदेश के भेड़ पालकों की समस्याओं के बारे में एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कुल पशुधन में 44 प्रतिशत भेड़ें और बकरियां शामिल है और इनका प्रदेश की आर्थिकी में योगदान है। उन्होंने कहा कि भेड़ पालकों के व्यवसाय को संरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होंने राज्यपाल को भेड़ पालकों की अन्य समस्याओं से भी अवगत करवाया। राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि उनकी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा और भेड़ पालकों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी ताकि वे अपना व्यवसाय जारी रख सकें।
शिमला। प्रदेश सचिवालय में कोरोना का कहर थम नहीं रहा है। अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रधान निजी सचिव डॉ आर एन बत्ता की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव को पिछले कुछ दिनों से बुखार था और आज उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह किसके संपर्क में आए फिलहाल इसका पता लगाया जा रहा है। प्रदेश में कोरोना के आज 36 नए मामले आए हैं।
मंगलवार को अटल टनल रोहतांग के पास बड़ा हादसा होते-होते टला है। बता दें मनाली-केलांग मार्ग पर, अटल टनल से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे, आलू की बोरियों से लदा ट्रक एक कार पर पलट गया। गनीमत रही उस समय कार में मौजूद व्यक्ति ने ट्रक की स्पीड को भांप लिया और कार से छलांग मार सुरक्षित दूरी पर चला गया, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के मुताबिक कार हरयाणा से हिमाचल घूमने आए पर्यटकों की थी व हादसे के समय हाईवे के किनारे पर पार्क थी। इस दौरान विपरीत दिशा से आता हुआ एक ट्रक अचानक कार पर पलट गया। ऑय विटनेसेस की मने तो हादसे से पहले गाड़ी की पिछली सीट पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जिसने ट्रक की स्पीड भांपते हुए सुरक्षित जगह के लिए छलांग लगा दी। हालाँकि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई पर व्यक्ति बाल-बाल बचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के हिमाचल दौरे के बाद कुल्लू के बंजार से विधायक सुरेंदर शौरी के कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि 3 अक्टूबर को पीएम ने रोहतांग अटल टनल का शुभारम्भ किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया पीएम के संपर्क में रहे। अब वहीं बीते कल कुल्लू के बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिस के बाद से ही सीएम ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। बताया जा रहा है कि सीएम पॉजिटिव आए विधायक के प्राइमरी कांटेक्ट में थे। स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले 2 अक्तूबर को ही मिल गई थी। हिमाचल सरकार की इस बड़ी चूक से पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के लिए भी कोरोना का खतरा पैदा हो गया है। इस खबर ने हिमाचल में हड़कंप मचा दिया है। स्वास्थ्य विभाग कि इस चूक से सीएम कार्यालय से लेकर पीएम कार्यालय तक कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री कि माने तो शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें 3 अक्तूबर को मिली थी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे। वह भी आइसोलेट हो गए हैं। पठानिया ने कहा कि शौरी के पॉजिटिव आने की जानकारी मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद मिली है। उन्होंने बताया कि शौरी से दूर से ही उनकी मुलाकात हुई थी और दोनों ने ही मास्क लगाए थे। फिर भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुद को क्वारंटीन कर लिया है। मुख्यमंत्री, मंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम से ही प्रदेश के कई दिग्गज नेता, राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत अन्य क्वारंटीन हो गए हैं। वही शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी। इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए हैं।
परिवहन विभाग की ओर से इंटरस्टेट बसों में व्यवस्था को लेकर एसओपी तैयार कर दी गई है। जारी निर्देशों के मुताबिक अब हिमाचल सरकार द्वारा बहरी राज्यों के लिए जाने वाली बसों में बच्चों, बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी। सीट नंबर 2 से 6 तक सीटें इनके लिए रिज़र्व रहेंगी, वहीं 1 नंबर सीट कंडक्टर के लिए रहेगी। कंडक्टर सवारियों को बस में चढ़ने से पहले टिकट देगा। साथ ही बिना मास्क बसों में किसी को सफर नहीं करने दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने एसओपी तैयार कर सरकार को भेज दी है। अब इस मामले को कैबिनेट बैठक में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इंटर स्टेट बसें 60 प्रतिशत सीटों के साथ शुरू होंगी। डीलक्स बसों में 50 प्रतिशत सीटों पर यात्री सफर कर सकेंगे। यानी अब 100 सीटर बसों में 50 यात्री सफर कर सकेंगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश की प्रांत कार्यसमिति बैठक 1 और 2 अक्टूबर 2020 को शिमला में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रांत अध्यक्ष डॉ सुनील ठाकुर, प्रान्त मंत्री राहुल राणा व प्रांत संगठन मंत्री कौल नेगी ने की। बैठक में विशेष रूप से राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल अकांत, उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ नागेश ठाकुर जी उपस्थित रहे। बैठक का विधिवत उद्घाटन राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल अकांत, प्रान्त अध्यक्ष डॉ सुनील ठाकुर, प्रान्त मंत्री राहुल राणा व प्रान्त संगठन मंत्री कोल नेगी ने किया। बैठक में विद्यार्थी परिषद के पूर्व में हुए कार्यक्रमों व गतिविधियों की समीक्षा की गई व आगामी कार्यक्रमों की योजना एवं रूपरेखा तैयार की गई। इस बैठक में रचनात्मक एवं आंदोलनात्मक कार्यों की समीक्षा भी की गई । विद्यार्थी परिषद के विविध आयामों के कार्य की भी चर्चा की गई। प्रांत मंत्री राहुल राणा ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पैदा हुई विपरीत परिस्थितिओं को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष विद्यार्थी परिषद् का सदयस्ता अभियान ऑनलाइन माध्यम से होना तय हुआ है। इस अभियान का द्वितीय चरण 12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। पिछेल 11 सालों से राजनितिक भेंट के कारण केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक आरम्म नहीं हुआ है प्रदेश भर के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों की कमी के कारण इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। प्रांत कार्यसमिति बैठक में आगामी विषयों को लेकर प्रदेश स्तर में विभिन्न निम्नलिखित ज्वलत मुद्दों को लेकर आंदोलन करने जा रही है। 1. केंद्रीय विवि के स्थाई परिसर का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर पूरा किया जाए। 2. कलस्टर विवि, हि.प्र विवि, तकनीकी विवि में शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाए। 3. नौणी विवि के भ्रष्ट कुलपति को बर्खास्त किया जाए। 4. निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों का शोषण बंद किया जाए। 5. प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था चरमराई हुई है मेडिकल महाविद्यालयों के आधारभूत ढांचे को तुरंत सुधारा जाए। 6. छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं। 7. एससी/एसटी स्कॉलरशिप जल्द जारी की जाए। 8. जेबीटी कमिशन में जेबीटी छात्रों को प्राथमिकता दी जाए। विद्यार्थी परिषद ने प्रांत कार्यसमिति बैठक में सभी मांगों को लेकर आंदोलन की रूपरेखा बनाई है जिसमें 7 अक्टूबर को DC व SDM के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन; 9,10 अक्टूबर को शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को मास ईमेल एवं प्लेकार्ड अभियान; 12,13,14 अक्टूबर को हस्ताक्षर अभियान, MLA/ MP को ज्ञापन; 16 अक्टूबर को जिला केंद्रों पर प्रदर्शन। उपरोक्त मागों को लेकर सकारात्मक कदम जल्द से जल्द प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं उठता है तो आने वाले समय में इससे भी बड़ा आंदोलन खड़ा करने में विद्यार्थी परिषद पीछे नहीं हटेगी ।
अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन समारोह के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को होम क्वारंटाइन कर लिया है। बता दें, अटल टनल कार्यक्रम में शामिल भाजपा विधायक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मुख्यमंत्री भाजपा विधायक के संपर्क में आए थे जिस के बाद से ही उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया। सीएम अगले तीन दिनों तक अपने सरकारी आवास ओकओवर में ही रहेंगे। एहतियात के तौर पर मुख्यमंत्री तीन दिन अब किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। बताया जा रहा है विधायक मुख्यमंत्री के साथ गाड़ी में सवार हुए हैं। सीएम जयराम को विश्व शिक्षक दिवस के मौके पर सोमवार को पीटरहाफ में शिक्षकों के सम्मान समारोह में उपस्थित रहना था लेकिन उनके होम आईसोलेशन में होने के कारण वे समारोह में शामिल नहीं हो पाए।
नेरवा। चौपाल का मशडोह गांव ग्रामीण क्षेत्र है। ग्रामीण क्षेत्रों में आजकल घास काटने का कार्य बदस्तूर जारी है। मशडोह में घास काट रहे एक व्यक्ति की मशीन में अचानक आग लगने का मामला सामने आया है जिसके चलते कुछ समय के लिए तो वहां पर लोगों में अफरा-तफरी मच गई। परंतु जब यह समझ आया कि यह वाकया कैसे घटित हुआ तो समस्त ग्रामीण उस व्यक्ति की मदद के लिए दौड़ पड़े। स्थानीय ग्रामीणों ने आग बुझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। आग की चपेट में तीन टोली सूखा घास व आसपास की वनस्पति भी जलकर स्वाहा हो गई। लेकिन गनीमत यह रही कि जिस घास काट रहे व्यक्ति की मशीन में आग लगी, न तो उसे कोई नुकसान हुआ और न ही किसी अन्य को कोई जानी नुकसान उठाना पड़ा।
नेरवा। खंड चौपाल नेरवा कुपवी एन पी एस कर्मचारी संघ ने 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री पुण्य जयंती के अवसर पर दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके मार्गदर्शन पर चलने का संकल्प लिया। गौरतलब है कि राष्ट्रस्तर के इस संगठन ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए विभिन्न माध्यमों से केंद्र व राज्य सरकार को अपनी समस्या से अवगत करवाया लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला। उल्लेखनीय है कि विभिन्न विभागों के सभी कर्मचारियों के सबसे बड़े इस संगठन का एकमात्र मुद्दा पुरानी पेंशन बहाली है। खंड प्रधान दिनेश गजटा ने बताया कि कोरोना के कारण हमारे संगठन की गतिविधियों में बाधा आई लेकिन शीघ्र ही संघर्ष तेज हो जाएगा। कर्मचारियों का आरोप है कि अटल सरकार में जब कर्मचारियों की पेंशन खत्म की गई तो विधायक व सांसदों को पेंशन क्यों दी जा रही है। कर्मचारी बनने के लिए पहले पढ़ाई फिर कमीशन व साक्षात्कार के बाद नौकरी मिलती है लेकिन एक बार नेता विधायक या सांसद बन जाने पर ताउम्र पेंशन दी जाती है इस तरह के मापदंड कहां तक न्याय संगत। जीवन भर सेवा के बाद भी पेंशन ना होना गलत बात है। इस अवसर पर खंड महासचिव प्रीतम शर्मा, अध्यक्ष हर्ष नंटा, महिला मोर्चा वीना चौहान, गीता चौहान, सलाहकार डॉ धर्मेंद्र सिसोदिया, प्रेस सचिव भूषण खतरेट, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, संतराम तुलयान, पवन कुमार, रवि कलसाईक सहित वीरेंद्र शर्मा आदि कर्मचारी सदस्य उपस्थित थे। संघ ने सरकार के कर्मचारियों की इस समस्या को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का जिला कुल्लू के मनाली में सासे हेलीपैड पहुंचने पर स्वागत किया। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केंद्रीय वित्त एवं काॅर्पोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ अटल टनल रोहतांग का दौरा किया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 अक्तूबर, 2020 को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने टनल के उत्तर और दक्षिण छोर का भी दौरा किया और लोकार्पण समारोह के दृष्टिगत किए गए प्रबन्धों की समीक्षा की। सीमा सड़क संगठन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने केंद्रीय मंत्री को अटल टनल की मुख्य विशेषताएं और सामरिक महत्व की जानकारी दी। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को इस परियोजना के लोकार्पण से सम्बन्धित तैयारियांे से भी अवगत करवाया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने जिला कुल्लू के सोलंग और जिला लाहौल स्पीति के सिस्सू में रैली स्थलों का दौरा किया और इस मेगा इवेंट की गई तैयारियों का जायजा लिया। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा, विधायक सुरेन्द्र शौरी, मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार डाॅ. आर.एन बत्ता, उपायुक्त कुल्लू डाॅ. ऋचा वर्मा और अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
We have come to know from a reliable source that railways are intending to terminate the Howrah -Kalka train at Chandigarh instead of Kalka. The termination of Howrah- Kalka train at Chandigarh will hit the tourism of Shimla Circuit badly in particular and of Himachal in general because Shimla is a gateway for tourists coming to Himachal. The majority of tourists start their yatra of Himachal from Shimla. Kalka Howrah train is a very popular train and contributes a large number of tourist inflow from West Bengal. This is the most convenient train for tourists coming from Bengal because of its direct connectivity up to Shimla by the World heritage Kalka Shimla train. During the Durga puja holidays, maximum tourists from west Bengal travel by this train to come to Shimla. Howrah- Kalka train is running well before the Shimla Kalka rail line came into existence in 1903. In case the train will stop connecting Kalka the existence rail service for Shimla will come under a threat because the railway has also decided to terminate Bandra - Kalka train service at Chandigarh from next week. the tourists from West Bengal and Maharashtra contributes a large Inflow of tourists to Himachal. The occupancy of hotels not approachable by car depends on tourists coming by rail not only this the business of local travel agents and taxi operators also depends on tourists coming by train. The density of traffic will also increase because the tourist will be having no option except to travel by road. There is already a scarcity of parking in Shimla town. This will harm the tourism of Shimla in particular and the state in general because maximum tourists visiting Himachal start their journey from Shimla. we urge the railway authority to review their decision to terminate both the trains From Howrah and Bandra at Chandigarh instead of Kalka in the larger interest of tourism and the convenience of tourists. The tourism industry stakeholders association has decided to take up the matter with the honorable Chief minister also requesting him to take up the matter with the Ministry of Railways to continue the termination of both the trains at Kalka to save the tourism. Mohinder Seth President, TOURISM INDUSTRY STAKE HOLDERS ASSOCIATION.
रोहड़ू। आम आदमी पार्टी रोहड़ू की ओर से रोहड़ू बाजार मे अपने ऑक्सीजन जाँच अभियान के तहत पांच सौ लोगों की ऑक्सीजन जांची गई। इस अवसर पर आप के प्रदेश अध्यक्ष निका सिंह पटियाला विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते आप की ओर से देश व्यापी अभियान चलाया गया है। इस सुविधा के माध्यम से लोगों के गिरते ऑक्सीजन स्तर का पता समय पर लगा कर जागरूक किया जा रहा। उन्होंने बताया कि प्रदेश मे मौजूदा जयराम सरकार लोगो को कोरोना महामारी से बचाने को लेकर हर मोर्चे पर विफल रही है जबकि आप शासित दिल्ली राज्य का आज देश के अन्य राज्यों के साथ विदेशो मे भी महामारी पर काबू पाने अग्रणीय रहा है। इस दौरान किसान सेल के प्रदेश सयोंजक विकेन्द्र सूद, जिला महासू अध्यक्ष लक्ष्मण नेगी, रोहड़ू विधानसभा अध्यक्ष वीर सिंह ठाकुर, नवीन चौहान, सूर्य प्रकाश सहित सभी पदादिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल आने पर स्वागत है, लेकिन इस बार प्रदेश प्रेम भाषणों में नहीं हकीकत में दिखा कर जाएं। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हों या इंदिरा गांधी हो, जब-जब हिमाचल आए हैं, तब-तब उन्होंने हिमाचल के प्रति अपना स्नेह प्रदर्शित करते हुए हिमाचल को बड़े-बड़े पैकेज व बड़ी-बड़ी विकास योजनाएं समर्पित की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस रोहतांग टनल का उद्घाटन करने आज हिमाचल पहुंचे हैं। वह रोहतांग टनल भी कांग्रेस के हिमाचल के स्नेह व सम्मान की देन है, जो अब देश और प्रदेश के विकास के बड़े सपने को साकार कर रही है। हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने वाली पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने सपना देखा था। रोहतांग टनल का सपना 1983 में इंदिरा गांधी द्वारा जनजातीय जिला की पहली महिला विधायक स्वर्गीय लता ठाकुर के आग्रह पर देखा था। 1984 में इसका जियोलॉजिक्ल सर्वे किया गया। 2005 यूपीए वन में इस प्रोजेक्ट को कैबिनेट क्लीयरेंस मिली जबकि 2009 में यूपीए टू ने इस प्रोजेक्ट को बजट के प्रावधान के सहित पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा क्लीयर किया गया। 28 जनू 2010 को रोहतांग टनल का शिलान्यास कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा किया गया। जिसका उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब हिमाचल पहुंचे हैं। राणा ने कहा कि सरकारें आती है, जाती हैं। विकास सतत क्रिया है, जो कि सरकारों के दम पर आगे बढ़ता है, लेकिन इसमें यह कह देना कि रोहतांग टनल बीजेपी ने बनाई है, तो यह गलत होगा जबकि असलियत यह है कि कांग्रेस के काम को बीजेपी ने आगे बढ़ाकर अब उद्घाटन तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री रहते हुए संभवत यह तीसरा दौरा है जबकि प्रधानमंत्री बनने से पहले वह सुजानपुर भी आए थे। प्रधानमंत्री के हर दौरे में जन संवाद के दौरान हिमाचल प्रेम खूब छलका है, लेकिन यह प्रेम अब तक सिर्फ भाषणों तक ही सीमित रहा है। उन्होंने कहा, मेरा प्रधानमंत्री से निवेदन है कि अगर बकौल मोदी वह हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं व सच में हिमाचल की देवभूमि व वीरभूमि से प्रेम करते हैं तो महंगाई, बेरोजगारी व महामारी के साथ कर्जे के पहाड़ के नीचे दबे प्रदेश को इस दौरे में कोई बड़ा पैकेज देकर राहत देकर जाएं। राणा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के हिमाचल से दूसरे घर जैसे रिश्ते हैं तो रिश्ते दिखाने के लिए नहीं निभाने के लिए होते हैं? और इस बार वह बड़े पैकेज की घोषणा करके इन रिश्तों को निभाकर जाएं।
रोहड़ू। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी रोहड़ू ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वी जयंती व देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती कांग्रेस कार्यालय में अध्यक्ष करतार सिंह कुल्ला की अध्यक्षता में मनाई गई। इस अवसर पर अध्यक्ष करतार सिंह कुल्ला ने कहा कि महात्मा गाँधी ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने स्वतंत्र भारत के लिए रामराज्य का सपना देखा था। गाँधी को श्रद्धांजलि देने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि पूरी दुनिया यह प्रण ले कि हम किसी भी हिंसासे परहेज करेंगे, अहिंसा के विचारों से ही समानता, मैत्री भाईचारे को दुनियाभर में स्थापित किया जा सकता है। कुल्ला ने कहा कि गाँधी के सिद्धांत आज भारत ही नही पूरी दुनिया ने प्रासंगिक है जैसे एक दूसरे के धर्म को समझना और उसका समान करना, ऐसी आर्थिक नीति बनाना जिससे सभी का विकास हो और प्रकृति को कम से कम नुकसान पहुँचे। दुनिया भर के कई देशों में महात्मा गाँधी की प्रतिमाएं लगी है। कांग्रेस मंडल ने यह जयंती किसान मजदूर बचाओ दिवस के रूप में भी मनाई गई जिस पर सरकार द्वारा किसान विरोधी बिल का भी सामूहिक विरोध किया गया। इस को लेकर किसानों के हक में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया जो आगामी 10 अक्टूबर तक चलेगा। वही मौके पर यूपी के हाथरस में हुए रेप का ब्लॉक कांग्रेस ने कड़े शब्दों में निदा करते हुए कहा कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। मृतक लडक़ी के आत्मा के शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया। कुल्ला ने कहा हाथरस की पीड़िता के परिजनो से मिलने जा रहे राहुल गांधी व प्रियंका गांधी जो सांत्वना देने जा रहे थे जिनको यूपी की भाजपा सरकार के इशारे पर जिस तरह से पुलिस ने बलपूर्वक ज़बर्दस्ती रोका, उनके साथ धक्का मुक्की की गई, अभद्र व्यवहार किया गया, वो बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय है। इस मौके पर करतार सिंह कुल्ला, सोहन लाल चौहान, सुरेन्द्र चौहान, कुलदेव ठाकुर, रविन्द्र जोरटा, सतपाल गोल्डी, रविन्द्र ठाकुर, सुदेश चौहान, मेहर सिंह चौहान, अश्वनी शर्मा, ललित घेष्टा, अलोद चौहान, विकी कवालटा, रक्षा जोकटा, अंकिता ठाकुर आदि उपस्थित रहे।
हमे विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि रेल विभाग कालका हावड़ा ट्रैन को चंडीगड़ तक टर्मिनेट करने का फैसला ले रही है। यदि इस रेल गाड़ी को चंडीगढ़ तक चलाया गया तो इसका सीधा असर शिमला सर्किट के पर्यटन पर पड़ेगा। हावड़ा -कालका ट्रैन बहुत ही पॉपुलर ट्रैन है तथा वेस्ट बंगाल से आने वाले पर्यटकों के लिए बहुत ही सुविदाजनक है क्योंकि इसकी कनेक्टिविटी नैरो गेज वर्लड हेरिटेज ट्रैन द्वारा शिमला तक है। हिमाचल के पर्यटन में बंगाल तथा मुबई से आने वाले पर्यटकों का बहुत बड़ा योगदान है। दुर्गा पूजा सीजन में इस ट्रेन की अहमियत और भी बढ़ जाती है क्योंकि इस दौरान बहुत बड़ी संख्या में पर्यटक वेस्ट बंगाल से दुर्गा पूजा की छुटियों में शिमला आते है तथा यही से हिमाचल के अन्य पर्यटक स्थालों में घूमने जाते है। हावड़ा कालका रेलगाड़ी 1903 से भी पहले से कालका तक चल रही है तथा एक बहुत ही लोकप्रिय रेल गाड़ी है। यदि इस ट्रेन को चंडीगड़ तक ही रोक दिया तो विश्व विख्यात हेरिटेज दहरोहर शिमला कालका रेल सेवा भी बंद होने की कगार पर आ जायेगी क्योंकि मुम्बई बांद्रा कालका रेल सेवा भी आने वाले सप्ताह से पहले ही कालका की बजाय चंडीगढ़ तक शिफ्ट कर दी गई है। रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों पर शिमला के होटल्स जहा वाहन नही जाते ,ट्रेवल एजेंट्स,टैक्सी ऑपरेटर्स का वयवसाय निर्भर है। यदि इन रेल गाड़ियों को चंडीगढ़ तक ही चलाया गया तो इससे ट्रैफिक की समस्या और बढ़ जाएगी क्योंकि अभी तक जो पर्यटक रेल सेवा से शिमला तक आ रहे थे वह सड़क मार्ग से आएंगे तो शिमला की ट्रैफिक समस्या और विकराल हो जाएगी तथा इसका पर्यटन पर विपरीत असर पड़ेगा। हम रेलवे ऑथोर्टीज़ से आग्रह करते है कि कालका हावड़ा सर्विस को कालका तक ही चलाया जाय तथा बांद्रा कालका ट्रैन को भी कालका तक ही चलाया जाए क्योंकि हिमाचल के पर्यटन में इसका बहुत बड़ा योगदान है। हमारी एसोसिएशन पर्यटन की दृष्टि से इन दोनी ट्रैन को कालका तक ही चलाने के विषय को मुख्यमंत्री के समक्ष भी उठाएगी तथा आग्रह करेगी इस विषय को रेल मंत्रालय से उठाया जाए ताकि हिमाचल के पर्यटन को इसका नुकसान न हो। -मोहिंद्र सेठ -प्रेजिडेंट -टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर्ज असोसिएशन।
अटल टनल रोहतांग के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौलियों को एक और बड़ी सौगात दी है। बता दें अटल टनल रोहतांग के उत्तरी पोर्टल में पीर पंजाल की पहाड़ी में जल्द ही बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा बनाई जाएगी। यह प्रतिमा लगभग 328 फीट यानि 100 मीटर ऊंची होगी। यह प्रतिमा अफगानिस्तान के बामियान की तर्ज बनाई जाएगी। इस निर्माण में लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट को खुद प्रधानमंत्री ने सहमति दी है। हिमाचल सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रतिमा का निर्माण केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की देखरेख में गुजरात की एक निजी फर्म को सौंपा जाएगा। सिस्सू गांव के पार विख्यात वॉटर फाल के पास पीरपंजाल की पहाड़ी को कुरेद कर बुद्ध प्रतिमा बनाई जाएगी। इस निर्माण से जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आय के नए द्वार खुलेंगे।
रोहड़ू। विधृत मंडल सरस्वती नगर एवं जुब्बल में 4 अक्टूबर को 22 के वी लाइन मे ज़रूरी मरमत कार्य के चलते सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक विधुत आपूर्ति बादित रहेगी जिसके चलते विधृत अनुभाग हाटकोटी, अंटी, पंद्राणू, मांदल और जुब्बल मंडल के तहत शीलघाट, खडाप्तथर, बटारगलू क्षेत्रो में विधृत आपूर्ति बंद रहेंगी। विभाग के दोनों मंड़लों के सहायक अभियंता जेएस काल्टा ने बताया कि 22 केवी एचटी लाईन में जरूरी मुरम्मत के चलते यहा शटडाउन लिया जा रहा हैं। संबधित क्षेत्र के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की जाती है।
हिमाचल प्रदेश दलित शोषण मुक्ति मंच, कोली समाज छौहारा इकाई, समता सैनिक दल व भीम आर्मी ने सयुंक्त रूप से उत्तरप्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ हुए अमानवीय दुष्कृत्य के विरोध मे प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। पीढ़िता को न्याय दिलाने को लिए एसडीएम रोहड़ू बीआर शर्मा के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजा। दलित शोषण मुक्ति मंच व कोली संमाज छौहारा इकाई के अध्यक्ष मीर सुख, महासचिव शेर चंद, विनोद, श्याम लाल, अजय दुल्टा ने कहा की उत्तर प्रदेश में दलित युवती के साथ हुई अमानवीयता यूपी सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है। दलित समाज की बेटी के साथ हुए अमानवीय घटना के बाद भी उत्तर प्रदेश की सरकार में इस दलित लड़की की प्राथमिकी दर्ज होने में पुलिस ने आठ दिन लागाए। पुलिस के अधिकारियों ने जिस तरह से मामले में लापरवाही दिखाई है। इससे प्रतीत होता है कि उत्तर प्रदेश में सरकार का पूरा तंत्र असमाजिक तत्वों के साथ खड़ा है इसलिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मांग उठाई गई है कि जिला हाथरस के एसपी और डीएम को गलत व झूठी बयानबाजी करने के लिए तुरन्त बर्खास्त किया जाए। दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस दुष्कृत्य के लिए बराबर का दोषी समझ कर तत्काल उनके पद से हटाया जाए। इस मौके पर सिंह नाथ, पदम चंद, कान्ता देवी, सरन दास, रविंदर, नरेंद्र, सतीश, आकाश, नमित, सोनू, वीरेंदर, बालचंद, गुलाब, योगराज, शीशी राम, रोहित, विक्की व शांता देवी भी मौजूद रहे।
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में चलते काफिले के दौरान सड़क हादसे में हिमाचल के सिरमौर का 42 वर्षीय जवान शहीद हो गया। सिरमौर के धारटीधार इलाके की नौनी (जामटा) पंचायत के कटीयार गांव के सुरेश कुमार, सेना की 155 टी ए बटालियन में शोपियां में तैनात थे। गत 29 सितंबर को सेना की लगभग 100 गाड़ियों का काफिला जम्मू से श्रीनगर के लिए निकाला। उनमें से बीच की गाड़ी उधमपुर के समीप दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें हवलदार सुरेश कुमार भी सवार थे जिन्हें दुर्घटना के बाद सैनिक अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया। 30 सितंबर को शहीद की पार्थिव देह उधमपुर से घर के लिए रवाना कर दी गई। देर रात शहीद की पार्थिव देह नाहन पहुंची और रात को नाहन मे ही रखी गई। गुरूवार को प्रातः 8:00 बजे शहीद की पार्थिव देह भूतपूर्व सैनिक संगठनों व स्थानीय लोगों के कफिले के साथ शहीद के पैतृक गांव कतयाड़ के लिए लाया गया। रास्ते में कई स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। पिता जोगेंद्र सिंह, माता शीला देवी व शहीद की पत्नी शीला देवी तथा बेटे आर्यन एवं विवेक व परिवार तथा गांव के लोग पार्थिव देह को देखकर बिलखने- चिल्लाने लगे। गांव तथा पूरे इलाके में शोक की लहर है। शहीद के जेष्ठ पुत्र विवेक ने पवित्र देह को मुखाग्नि दी। उपस्थित सभी लोगों ने भारत माता की जय, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। उपस्थित सभी लोगों ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा को शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। नौनी ग्राम पंचायत के प्रधान नरेश ठाकुर ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर श्मशान घाट के लिए पहाड़ी और संकरा रास्ता होने के बावजूद भी साफ-सफाई तथा देह संस्कार के लिये बहुत अच्छी व्यवस्था की जिसके लिए सभी लोगों ने उनकी सराहना की। इस मौके पर मुख्यतः परिवार के सदस्यों और सगे संबंधियों के अलावा डीसी सिरमौर डॉ० आर के परूथी, अतिरिक्त एसपी सिरमौर बबीता राणा, एसडीएम विवेक, नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा-शिलाई से अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान, सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू, पूर्व सैनिक सगंठन धारटीधार, पूर्व सैनिक सगंठन रेणुका जी- सगड़ाह, भूतपुर्व सैनिक सगंठन नाहन, स्थानीय पंचायत व गांव के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
हिमचाल प्रदेश में कोरोना महामारी का कहर जारी है। प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 15 हज़ार पार करने वाला है। वीरवार को भी कोरोना ने प्रदेश में कहर दिखाया। आज दोपहर तक 21 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इनमें कांगड़ा से 2 व ऊना से 19 मामले सामने आए हैं। वहीं 6 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा 218 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 14997 पर पहुँच गया है, वहीं 11588 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। प्रदेश में अब 3197 मामले सक्रिय हैं व 187 मरीजों की मौत हो चुकी है।