वीरवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मंडी इकाई द्वारा क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी की विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बिपाशा सदर मंडी में मांग पत्र सौंपा। उसमें विद्यार्थी परिषद ने मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी को स्थाई भूमि जल्द से जल्द दी जाए और क्लस्टर विश्वविद्यालय में इसी वर्ष से कक्षाएं शुरू की जाए। साथ ही क्लस्टर विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए तथा क्लस्टर विश्वविद्यालय के स्थाई भवन निर्माण में और तेज गति से काम किया जाए। सीएम जयराम ठाकुर ने आश्वस्त किया है कि मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।
कोविड-19 महामारी के दौर में डॉक्टर जहां बतौर कोरोना वॉरियर बीमारी से लड़ रहे हैं वहीं कई विशेषज्ञ डॉक्टर दो कदम आगे बढ़ते हुए सर्जरी और सफल प्रस्व करवाने में भी जुटे हुए हैं। गर्भवती मां के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद प्रस्व जैसा कार्य और चुनौतीपूर्ण हो रहा है, लेकिन नेरचौक के डाक्टरों के जज्बे के सामने कोरोना महामारी भी हार मानती दिख रही है। अस्पताल के डॉक्टरों ने दो कोरोना पॉजीटिव महिलाओं का एक बार फिर सफल प्रस्व करवाया है। 3 अगस्त की सुबह दो बच्चों ने जन्म लिया है। 34 वर्षीय एक महिला जो हमीरपुर से नेरचौर अस्पताल में रेफर की गई थी व कोरोना पॉजीटिव पाई गई थी। इस महिला ने बेटी को जन्म दिया है और सामान्य प्रस्व हुआ है। एक अन्य महिला 35 वर्षीय बिलासपुर से अस्पताल में रेफर की गई थी। महिला भी कोरोना पॉजीटिव पाई गई थी। इस महिला ने प्रीमेच्योर बच्चे को जन्म दिया है। इस बच्चे की हालत भी स्थिर है। इन महिलाओं के प्रस्व के लिए डॉक्टरों के लिए कोविड महामारी की चुनौती एक बार फिर सामने थी, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपनी ड्यूटी को निभाया और कोविड पॉजीटिव महिलाओं का सफल प्रस्व करवाया। इससे पहले भी डॉक्टरों ने अस्पताल में हिमाचल का पहला सिजेरियन द्वारा सफल प्रस्व करवाया है जिसमें महिला कोरोना पॉजीटिव थी। सफल प्रस्व के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बार ड्यूटी को पूरी लगन से अंजाम दिया है। डॉक्टरों की टीम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सोमदत्त, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल जम्वाल, इंटर्न डॉ. अलीशा और डॉ. अपूर्वा, स्टाफ नर्स सुनीता शामिल रहे।
नेर चौक के वार्ड नम्बर 5 में थोड़ी सी बरसात से ही मुख्य NH 21 में सटे नीलम होटल, अभिलाषी कालेज और बल्ह ट्रक यूनियन के कार्यालय के आसपास सड़क की नालियां ब्लाक हो गई हैं। ब्लॉक नालियों के कारण साथ लगे घरों में बरसात का गंदा पानी जा रहा है, इससे बीमारियों के बढ़ने का खतरा और संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। नगर परिषद नेर चौक ने इस बारे में कई बार लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर सूचित किया पर कोई परिणाम नहीं निकला। वीरवार सुबह जब अचानक बारिश हुई तो नेर चौक के वार्ड नम्बर 5 के स्थानीय लोगों ने पार्षद रजनीश सोनी को जानकारी दी। पार्षद ने सुबह मौके पर पहुंचकर स्थिति को देखा और उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही नालियों का निर्माण शुरू किया जाएगा। पार्षद रजनीश सोनी ने मीडिया के माध्यम से SDM बल्ह से मांग रखी है कि नेर चौक से डडोर तक कि नालियों के बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता से बात करें व नगर परिषद के द्वारा प्रदान किए बजट पर स्थित स्पष्ट की जाए।
आजकल ईमानदार होने का दवा तो हर कोई करता है, पर पैसे को देखकर हर किसी का ईमान डोल जाता है। लेकिन अभी भी हमारे देश मे बहुत सारी इमानदारी देखने को मिलती है। ऐसा ही वाक्य एक उपमंडल करसोग से 30 किलोमीटर दूर पांगणा में देखने को मिला है। पांगणा के एक युवक जिनका नाम टिंक्कम गुप्ता है की ईमानदारी की मिसाल के चर्चे हमीरपुर तक जा पहुंचे है। जानकारी के मुताबिक टिक्कम गुप्ता अपने व्यावसायिक कार्य से मंडी गए हुए थे उस दौरान उन्हें सौली खड़ के पास एक पर्स मिला जिसमें 8788 रुपए नगद राशि व वेदप्रकाश के नाम का आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, एटीएम कार्ड था। टिक्कम गुप्ता ने इसके बारे में तुरन्त पांगणा पुलिस को जानकारी दी व इसके बारे में सोशल मीडिया में पोस्ट डाली, जिससे जल्दी ही उक्त व्यक्ति तक जानकारी पहुँच गई जिसका यह पैसों से भरा पर्स खोया हुआ था। बुधवार को पांगणा पुलिस स्टेशन में टिक्कम गुप्ता द्वारा राशि व पर्स व्यक्ति को लौटाया गया। इस ईमानदारी के कार्य के लिए वेदप्रकाश अपनी ओर से टिक्कम गुप्ता को इनाम राशि दे रहे थे जिसे टिक्कम गुप्ता ने अपनी ईमानदारी को अपना फ़र्ज समझकर लेने से मना कर दिया। समाज में ईमानदारी के ऐसे उदहारण बहुत ही सराहनीय होते है, समाज के हर व्यक्ति को टिक्कम गुप्ता से इस तरह की ईमानदारी की सिख लेनी चाहिए।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर अपने दो दिवसीय प्रवास पर मंडी पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री का कांगनी धार हैलीपैड पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपाशा सदन में जिला अधिकारियों के साथ जिला मंडी में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की बैठक ली। इसमें मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न अधिकारियों से हर कार्य की समीक्षा कर फीडबैक ली गई। इसके उपरांत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बल्ह निर्वाचन क्षेत्र के मंडल कार्यकर्ताओं के साथ मंडल मिलन कार्यक्रम के तहत बात करेंगे।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोनावायरस से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है ताजा घटनाक्रम में मंडी जिला के बल्ह में एक 80 वर्षीय व्यक्ति ने कोविड-19 से दम तोड़ दिया है। अब जिला में कोरोना से मरने वालों की संख्या 7 हो गई है। पुष्टि करते हुए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल नेरचौक के एसएमएस डा. जीवानंद चौहान ने कहा कि पिछले कल जोनल अस्पताल मंडी से बल्ह घाटी के गांव सरद्वाड़ा के रहने वाले 80 वर्षीय व्यक्ति मिर्चु राम को जोनल अस्पताल मंडी से नेरचौक रेफर किया गया था। उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति का उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज नेरचौक में दम तोड़ दिया है। मरीज की कोविड-19 को लेकर सेंपल लिया गया था और इसके उपरांत इसकी रिपोर्ट पाजिटिव आई है। उन्होंने कहा कि मृतक विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त था। डा. जीवानंद ने कहा कि मृतक का अंतिम संस्कार कोविड-19 को जारी दिशानिर्देशानुसार किया जाएगा जिसके लिए प्रशासन को सूचित कर दिया गया है।
पुलिस थाना नूरपुर के अंतर्गत आती पुलिस चौकी रैहन के हैड कांस्टेबल अशोक कुमार एचएचसी नीरज कुमार, कांस्टेबल लेखराज ने गदराणा-रैहन रोड पर भटोली नामक स्थान पर एक व्यक्ति से 1.28 ग्राम चिट्टा बरामद किया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रमेश कुमार 48 वर्ष पुत्र सतपाल सिंह गाँव जसूर से आल्टो कार नम्बर एचपी- 97 4633 पर सवार होकर दो बजे के उपरांत रैहन की तरफ आ रहा था। ऐसे में जब उसने भटोली में पुलिस नाके पर पुलिस को खड़ा देखा। तो उसने गाड़ी को भगाने की कोशिश की। परन्तु पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए तत्काल उक्त व्यक्ति को कार सहित धर दबोचा।इस दौरान जब पुलिस ने उक्त व्यक्ति व उसकी कार की तलाशी ली।तो तालाशी के दौरान पुलिस ने गाड़ी में लगी ऐस ट्रे में से 1.28 ग्राम हैरोइन बरामद की। जानकारी के अनुसार उक्त व्यक्ति गाड़ियों की खरीद फरोख्त का कार्य करता है। और उक्त व्यक्ति पर पहले भी एनडीपीसी के मामले दर्ज हैं।रैहन पुलिस चौकी प्रभारी हंस राज ने बताया कि उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और गाड़ी को जब्त कर लिया गया है। मामले की पुष्टि एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने की है।
जोगिन्दरनगर के रामलीला मैदान में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एसडीएम जोगिंदरनगर अमित मेहरा द्वारा तिरंगा फहराया गया और पुलिस व होमगार्ड के जवानों ने तिरंगे को सलामी दी। राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगिन्दरनगर की छात्राओं ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। बाद में एसडीएम अमित मेहरा ने पुलिस, नगरपंचायत, स्कूली छात्राओं और मीडिया कर्मियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मीडिया से बात करते हुए एसडीएम अमित मेहरा ने कहा कि मैं उन सभी लोगों का धन्यवादी हूँ जिन्होंने कोरोना महामारी में लॉकडाउन और अनलॉक के इस दौर में सरकार की व प्रशासन की मदद की है।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
खंड करसोग की तेवन पंचायत के महिला मंडल तेवनी महादेव एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने वुधवार को अपने गांव में कइ जगह पर खाली रकवे में पौधे रोपित किए गए। व गाव के आसपास साफ सफाई भी की। महिलामंडल की सचिव चंम्पा देवी ने जानकारी देते हुए वताया कि यहाँ कि महिलाओं ने अपने गांव तथा लोगों को पर्यावरण के बारे में एक संदेश दिया है कि पौधें लगाने से हमारा पर्यावरण सुरक्षित व प्रदूषण रहित हो सकता है। इसके लिए हम सभी लोगों को पर्यावरण सरक्षण के प्रति जागरूक होना होगा। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए सभी को अपने घरों के आस-पास हर बर्ष पौधे रौपित करने चाहिए। बेटी जन्मदिन पर भी पौधरोपण करना चाहिए।यदि हम समय रहते अपने पर्यावरण को सुरक्षित करेंगे तभी हमारी आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण लाभ हो पाएगा। यदि हम सभी लोग वनों को केवल काटते ही रहे तो इससे हमारी आॅजोन परत क्षतिग्रस्त हो जाएगी और हमें पराबैंगनी किरणों का सामना करना पड़ेगा। ऑजोन परत के सुरक्षा कवच से हमारा वातावरण भी साफ और शुद्ध रहता है। मानव के प्रगतिशील परिवर्तन के कारण वनों का लगातार कटान तथा मृदा अपर्द्न हो रहा है। यदि यही स्थिति रही तो हमें बाढ़, भूकंप तथा आपदा का सामना करना पड़ेगा तथा पीने के पानी की कमी भी होगी। हमें अपने घरों के आसपास ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करना चाहिए जिससे शुद्ध हवा, शुद्ध पानी तथा शुद्ध वस्तुएं प्राप्त हो सके। अपने जंगलों को आग से भी बचाना होगा क्योंकि आग लगने के खतरे के कारण बहुत से जंगल हमारे नष्ट हो चुके हैं।
करसोग अस्पताल में कई वर्षो से जनता को कोई भी स्वस्थ्य सुविधा नहीं मिल रही है, न तो समय पर नियमित रूप से डॉक्टरों की तैनाती न सही ढंग से इलाज का प्रावधान। वर्षो से अल्ट्रासाउंड मशीन को करसोग अस्पताल में जंग लगा पड़ा था, साथ ही डॉक्टरों-विशेषज्ञ न होने के कारण भी करसोग में जनता को कोई सुविधा नही मिलती। बहुत ही दुख और शर्म की बात है जहां सरकार और क्षेत्रीय प्रतिनिधि को यहाँ जनता की सुविधा के लिए स्टाफ लाने का प्रयास करना चाहिए था बजाए इसके करसोग अस्पताल से अल्ट्रासाउंड की मशीन मण्डी भेज दी गई। क्षेत्रीय प्रतिनिधि को करसोग की जनता की कोई परवाह नहीं, करसोग की जनता को सिर्फ सुनने को मिलता की यँहा डॉक्टरों विशेषज्ञों की तैनाती हो रही है। परन्तु यहाँ कब डॉक्टरों ने जॉइन किया कब चले गए इसका पता ही नहीं चलता। कागजों में तैनाती के आश्वासन मिलते है, परन्तु इसका कोई फायदा नहीं मिलता। यँहा छोटी सी बीमारी या टेस्ट के लिए शिमला या मण्डी का रुख करना पड़ता है। करसोग अस्पताल की बात करें तो कही छोटी सी चोट लगने पर भी यहाँ लोंगो को प्राथमिक जाँच भी सही ढंग से नहीं होती। यहाँ हालात ये है कि अस्पताल में कोविड-19 महामारी के समय मे भी अस्पताल में आम आदमी के लिए न कोई हाथ धोने का प्रावधान न कही हैंड-सैनीटाइजर मिलता है। अस्पताल में महामारी के समय मे आम जनता के लिए कोई सुविधा नहीं। कई बार आम जनता और कई संगठनों द्वारा करसोग अस्पताल में चल रही समस्याओं के बारे मे धरने भी दिए गए परन्तु सरकार हमेशा नाकाम रही। सरकार से निवेदन है कि यँहा अल्ट्रासाउंड मशीन भी जल्दी वापिस दी जाए और डॉक्टरों विशेषज्ञों को भी सही ढँग से तैनात किया जाए ताकि करसोग की जनता को फायदा और सुविधा मिल सके। निर्मला चौहान सदस्य ज़िला परिषद एवं सचिव प्रदेश काँग्रेस कमेटी
सरकार द्वारा अनेको योजनाओं के तहत गांव-गांव के लिए सड़के निकाली जा रही है वही भारत को आजाद होने के 72 साल बाद भी कई लोग सड़क सुविधा से वंचित है ऐसा ही एक मामला उपमडल करसोग की ग्राम पंचायत भंथल के तहत पड़ने वाले गांव वथार का आया है जिसके चलते वीरवार को कृषि युवक मंडल सौट व महिला मंडल वथार ने करसोग के विधायक हीरालाल के साथ एक शिष्टाचार भेंट की। जिस भेंट का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत भथल के विकास कार्य व समस्याओं के बारे में विधायक को अवगत कराना था जिसमें गांव वथार के लिए शंकर देहरा से वथार रोड के लिए विधायक से मुख्य बात की गई। कृषि युवक मंडल सौट के प्रधान देवेन्द्र कुमार ने first verdict media को जानकारी देते हुए बताया कि आज भारत को आजाद हुए 70 साल हो गए है लेकिन उसके बावजूद भी लगभग 250 लोगों की आबादी वाले वथार गांव के लोगों को शंकर देहरा से लगभग 5 किलोमीटर पैदल चलकर अपने घरो तक पहुंचना पड़ता है। यहाँ तक की आज भी इन लोगों को रोगी व गर्भवती महिलाओ को पीठ पर या चारपाई पर मेन रोड तक निकालना पड़ता है। इस समस्या के बारे में वीरवार को कृषि युवक मंडल सॉट व महिला मंडल वथार की महिलाओं ने विधायक हीरालाल को बताया। स्थानीय विधायक हीरालाल ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही इस रस्ते को लेकर कोई कदम उठाया जाएगा ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। वही उन्होंने सुबे के मुख्य मत्रीं जयराम ठाकुर से भी मांग की है कि जल्द ही इस सम्स्या का समाधान किया जाए ताकि लोगों को सड़क सुविधा मिल सके व इन लोगों को परेशानी का सामना न करना पडे।
सिनेमा की नई पीढ़ी, नई सोच, नई तकनीक के सहारे प्रसिद्ध गायक मिक्का सिंह की कंपनी के बैनर तले एम्स एण्ड एम्बिशन मीडिया के सहयोग से बनी फिल्म "अंटू की अम्मा" का पोस्टर विधिवत रूप से जारी होने के अवसर पर इस फिल्म के सभी कलाकारों, सहयोगियों और इस फिल्म की शूटिंग से संबंधित ऐतिहासिक पांगणा गांव, करसोग और शिमला में खुशी का माहौल है। इस फिल्म का निर्देशन जहाँ अनेक फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रीति सूद ने किया है वहीं पटकथा, सक्रीनप्ले, डायलाग भी प्रीति सूद ने ही लिखे हैं। इस फिल्म के अभिनेता हिमाचल प्रदेश के स्टार गायक और चुनाव विभाग के अंबेस्डर विक्की चौहान, प्रीति सूद, सौरभ अग्निहोत्री, बाल कलाकार अरिहंत सोबटा, संजय सूद हैं। इस फिल्म के एडिटर पंजाबी फिल्मों और अनेक धारावाहिकों के निदेशक राहुल सिंह और सुनील यादव, फोटोग्राफी निदेशक राजगोगना, डी आई कलरिस्ट वैभव वामन, बैकग्राउंड स्कोर गुरचरण सिंह, मेकअप बिट्टू, कास्टयूम राधा सूद है। इस फिल्म में स्थानीय लोगों को भी सहयोग करने का सौभाग्य मिला है। "अंटू की अम्मा" फिल्म के इस पोस्टर को लोगों ने बहुत पसंद किया है। अंटू की अम्मा फिल्म की पटकथा गौधन की सुरक्षा और बालक के गाय के प्रति प्रेम पर आधारित है। पूरी फिल्म की शूटिंग ऐतिहासिक नगरी पांगणा के खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण में ही हुई है। फिल्म में सुकेत अधिष्ठातात्री राज-राजेश्वरी महामाया पांगणा का छः मंजिला देवीकोट, बाग गांव, प्राथमिक पाठशाला पांगणा, पुलिस चौकी पांगणा, बाजार की पुरानी शैली की दुकानों, चौकीनुमा पारंपरिक घरों के दृश्य दर्शकों के आकर्षण के केन्द्र होंगे। सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जन कल्याण मंच पांगणा के अध्यक्ष डाक्टर हिमेन्द्र बाली 'हिम', करसोग उप-मंडल के समाजसेवी नरेन्द्र शर्मा, डाक्टर जगदीश शर्मा, व्यापार मंडल पांगणा के अध्यक्ष सुमित गुप्ता, पंचायत प्रधान शांता शर्मा, पंचायत समिति सदस्या तारा गौतम, सुकेत होम स्टे के प्रबंधक डिंपल चौहान, सेवानिवृत्त अधिषाशी अभियंता के डी चौहान, युवा प्रेरक पुनीत गुप्ता, अध्यापक भोलाराम गौतम, अध्यापक देवी सिंह, सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के मास्टर प्रशिक्षिका लीना शर्मा, सोमकृष्ण गौतम, प्रथम श्रेणी ठेकेदार सुरेश शर्मा, युवा वैज्ञानिक विपुल शर्मा सहित अंटू के सहपाठियो, फिल्म से जुड़ी महिलाओं तथा समस्त पांगणा-करसोग वासियों ने 'अंटू की अम्मा' फिल्म का पोस्टर जारी करने के लिए प्रीति सूद को बधाई दी है तथा सुकेत अधिष्ठातात्री राज-राजेश्वर महामाया पांगणा तथा करसोग के सभी देवी-देवताओं से इस फिल्म की सफलता की कामना की है।
करसोग में कोरोना का पहला मामला सामने आया है। उपमंडल के खनेयोल बगड़ा के शाओट में 2 वर्षीय बच्ची को रिपोर्ट कोरोना पोजिटिव आई है। शाओट गांव सहित करसोग में 15 जुलाई को 43 सैंपल लिए गए थे। इसमें शाओट में 2 वर्षीय बच्ची सहित कुल 5 लोगों के सैम्पल लिए गए थे। इसमें बच्ची के माता पिता दादा और दादी शामिल थे। इन सैम्पलों को जांच के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा गया था। बच्ची का परिवार 6 जुलाई को दिल्ली से लौटा था। ये पूरा परिवार होम क्वारंटाइन पर रखा गया था। कोरोना संक्रमित बच्ची को उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर मंडी शिफ्ट किया जा रहा है। कोरोना का मामला सामने आने पर प्रशासन शाओट के लिए रवाना हो गया है। बता दें कि मंडी जिला में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 45 हो गई है जिसमें 12 केस एक्टिव और 30 मरीज ठीक हो चुके है। वहीं अभी तक कोरोना वायरस से जिला के 2 लोगों की मौत भी हो चुकी हैं। अब तक लिए जा चुके हैं 400 सैंपल: उपमंडल करसोग में बाहरी राज्यों से वापस लौटे 400 लोगों के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जा चुके हैं। सभी की रिपोर्ट नेगटिव आई है। करसोग वासियों के लिए ये राहत भरी खबर है। करसोग में अभी भी बड़ी संख्या में लोगों का दिल्ली सहित अन्य बाहरी राज्यों के रेड जोन वाले क्षेत्रों वापस आना जारी है। इन लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटरों व होम क्वारंटाइन पर निगरानी के लिए रखा जा रहा है। ऐसे लोगों पर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर रख रहा है। यही नहीं कोरोना वायरस के संक्रमण के अंदेशे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम बाहरी राज्यों से लौट रहे लोगों के सैंपल भी भर रही है। ए एम ओ डॉ. अनिल ने बताया कि खनेयोल बगड़ा के शाओट में 2 वर्षीय बच्ची की सैम्पल रिपोर्ट पोजटिव आई है। उन्होंने कहा बच्ची को कोविड सेंटर मंडी शिप्ट किया जा रहा है।
पेड़ पौधे हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है तथा एक अच्छा जीवन जीने के लिए पेड़ पौधे होना अति आवश्यक भी है। यह बात करसोग के एक पौधारोपण कार्यक्रम मे कही गई। वर्तमान में सभी सरकारी व गैर सरकारी संगठन पर्यावरण संरक्षण में प्रयास करते रहते है, इसी की चलते उपमंडल करसोग में प्लैटिनम सोशल वेल्फेयर फाउंडेशन (NGO) द्वारा पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इन्होंने करसोग से लगभग 40 किलोमीटर दूर शाओट पंचायत के बेलुधार गाँव मे वृक्षरोपण किया। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में युवक मंडल बेलुधार तथा बजरंग दल के सदस्यों के साथ संपूर्ण गांव वासियों का विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम मे अनेको प्रकार के पौधे रोपे गए। NGO प्रमुख अनुराग गुप्ता एवम लक्ष्य शर्मा ने बताया कि आगामी दिनों मे इनके द्वारा बहुत से सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका आगामी उद्देश्य.है की करसोग के विभिन्न क्षेत्रों में जो बेसहारा पशु है उनके लिए गौ सदन की व्यवस्था के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा ताकि इस पशुओं को रहने व चारे की सही व्यवस्था हो सकें।
शनिवार को भाजपा युवा मोर्चा करसोग मंडल की पहली मासिक बैठक का आयोजन मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में भाजपा जिला सुंदर नगर के अध्यक्ष अमी चंद, उनके साथ आए जिला महामंत्री तेजेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष खुशी राम विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक का मंच संचालन महामंत्री बिहारी लाल और महेश कुमार द्वारा किया गया। बैठक में युवा मोर्चा के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने अमी चंद को जिला अध्यक्ष बनने पर उनका जोरदार स्वागत और अभिनंदन किया गया। युवा मोर्चा अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि युवा मोर्चा भाजपा का एक भी अंग है जो पार्टी के साथ हमेशा तत्पर खड़ा रहता है। उन्होंने सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से निवेदन किया कि अपनी बूथ लेवल पर सभी युवाओं को जोड़ा जाए और पार्टी का प्रचार प्रसार किया जाए। उसके बाद जिला महामंत्री तिजेनद्र शर्मा ने भी अपने विचार बैठक में रखें। अंत में जिला अध्यक्ष अमी चंद ने अपने संबोधन में कहा कि युवा शक्ति राष्ट्र शक्ति है और उन्होंने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी अवगत करवाया। साथ ही साथ उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के बारे में भी अवगत करवाया और पार्टी का प्रचार प्रसार करने के लिए भी युवाओं से आग्रह किया। मीडिया प्रभारी हीरालाल ने जानकारी देते हुए कहा की इस बार करसोग युवा मोर्चा की कार्यकारिणी सदस्य में महिला वर्ग को भी लिया गया जिसमें यामिनी शर्मा पुराना बाजार से और रंजना डवरोट पंचायत से है। अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा ने बैठक में यह भी चर्चा की गई कि पार्टी का प्रचार प्रसार करने के लिए तत्तापानी से इस कार्य का शुभारंभ किया जाएगा और आगामी रणनीति के विषय को लेकर चर्चा हुई। इस बैठक में सभी मंडल करसोग युवा मोर्चा के पदाधिकारी व् सदस्यो ने भाग लिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने वीरवार काे 72वां स्थापना दिवस दुर्गा माता आनी मन्दिर सराय में मनाया । इस वर्ष कोरोना कहर के चलते कोई कार्यक्रम नहीं हो पाया। कार्यकर्ताओं ने सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए संक्षिप्त कार्यक्रम किया। परिषद गीत गाकर कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम का आगाज़ किया और स्वामी विवेकानंद व माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इकाई अध्यक्ष डालमी राम ने सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एसएफएस रामपुर आशीष ने कहा कि विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है जो छात्र हित समेत राष्ट्र हित के लिए कार्य करता है। उन्होंने कहा कि छात्रों का राष्ट्र निर्माण में विशेष योगदान है। उन्होंने विद्यार्थी परिषद के लक्ष्यों, उद्देश्यों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं, कार्यक्रम में विद्यार्थी परिषद द्वारा करवाई गई स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया जिसमें एसवीएम आनी, एसवीएम कुंगश, राजकीय उत्कृष्ठ जमा दो विद्यालय आनी, राजकीय जमा दो विद्यालय शवाड़, राजकीय कन्या जमा दो आनी, एलपीएस आनी, डीपीएस आनी, जेपीएन कुंगश जैसे विद्यालयों के मेधावियों को परीक्षा में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने के लिए नवाज़ा गया। वहीं, विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कोरोना काल मे भी विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों तरह से अपना योगदान दे रहे हैं। छात्र शक्ति का राष्ट्र निर्माण में बड़ा याेगदान है। एबीवीपी के द्वारा समय समय पर वृक्षणरोपण,रक्तदान शिविर,लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए मिशन साहसी, स्वामी विवेकानन्द सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा विद्यार्थी परिषद किसी भी आपदा में न केवल आर्थिक सहयोग प्रदान करता है बल्कि लोगों की मदद के लिए भी तैयार रहते हैं। इकाई महासचिव प्रिया चौहान ने कार्यक्रम के अंत में सभी कार्यकर्ताओं का आभार जताया। इस अवसर पर एबीवीपी के कंवर चौहान, आशीष, पूर्व इकाई अध्यक्ष व पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी विजय ठाकुर, इकाई अध्यक्ष डालमी राम, महासचिव प्रिया चौहान, सन्नी, मनीष, ऋषभ, विक्रम, विजय, रीना, हिमानी, दीक्षा समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वीरवार को करसोग ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी की अध्यक्षता में नायब तहसीलदार सार्थक शर्मा के माध्यम से करोना काल में पी पी ई किट घोटाले की निष्पक्ष जांच तथा देश में पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों की रोकथाम के लिए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। पृथ्वी सिंह नेगी ने कहा कि आज प्रदेश और देश बुरे दौर से गुजर रहा है लेकिन प्रदेश सरकार को प्रदेश के अंदर मजदूरों ने भी कोविड-19 फंड में अपनी अंशदान देकर सरकार की मदद की ताकि राहत कार्य में धन की कोई कमी ना हो, लेकिन प्रदेश सरकार की नाक के नीचे स्वास्थ्य विभाग में इतना बड़ा घोटाला हुआ जिसकी भेंट स्वास्थ्य विभाग के निदेशक तथा भाजपा अध्यक्ष भी चढ़े। लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा इसकी निष्पक्ष जांच के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। इस मौके पर पूर्व मंत्री मनसाराम तथा प्रदेश सेवा दल के उपाध्यक्ष संतराम धीमान ब्लॉक समिति अध्यक्षा चमेलु देवी कश्यप जिला परिषद सदस्य निर्मला चौहान, पूर्व पीसीसी सदस्य महेश राज, युवा कांग्रेस अध्यक्ष रूपलाल, कमला वर्मा, अशोक शर्मा, रमेश कुमार, एनएसयूआई अध्यक्ष रित्विक पवन, रंगीला नेगी, देश राज, तिलकशर्मा, तथा कांग्रेस पार्टी के अनेकों कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर भाग लिया।
आओ! मिलकर आज ,देश को जगाएं हम 21 जून ही नहीं हर रोज योग दिवस मनाए हम करोड़ों रुपए पास हो, पर भूख नहीं मिट सकती है खाली पेट कब तक योग करोगे ,कैसे निरोग रहोगे? सोंधी माटी में फसलें उगाएं हम तभी यह पेट की आग बुझ सकती हैं यह बात समझे और समझाएं हम ये अमीरों के चोंचले है, गरीबों को न बहकाएं हम खाने को रोटी नहीं, योग से कब तक स्वस्थ रह पाएंगे हम योग का मतलब जोड़ना है तो क्यों न आज खेतों से जुड़ जाएं हम आज हकीकत में योग की शिक्षा पाएं हम इसमें न कोई खर्चा है न कोई पाखण्ड है इस योग ज्योति को जगाएं जो अखण्ड है धरती पर बैठने को, चटाई की जरूरत नहीं है मिट्टी ही चादर बन जाती है हो जाता है अनुलोम विलोम खुद ही जब हमारी कुदाली ऊपर नीचे जाती है गढ़ देती है इतिहास कुदाली ,फसलें लिखकर आती हैं सूर्य नमस्कार हो जाता है ,जब टोकरी सिर पर उठाई जाती है यही है असली योग दिखा दो जमाने में गहरी लम्बी सांसे लेकर हल चलाने में आओ! मिलकर आज, खेतों को सजाएंगे चक्रासन, वज्रासन, पद्मासन; सब हो जाते हैं, फसल कटाई में फिर क्यों बैठें हम सफेद चटाई में? है योग फायदेमंद इस बात में कोई शक नहीं है पर सोंधी माटी पर फसले उगाना किसी योग से कम नहीं है भान्ति -भान्ति के आसन खुद ही हो जाते हैं मुझे तो सारे ही किसान ,योगी नजर आते हैं सूर्य उदय से पहले खेतों में पहुंच जाते हैं रहते स्वस्थ और निरोग सुन्दर काया पाते हैं क्रिया भ्रामरी और भस्त्रिका खुद ही हो जाती है जब खेतों में श्रम सुंदरियां गुनगुनाती हैं अपने खेतों से मिला शुद्ध अन्न खाएंगे आओ! ज्ञान और विवेक से खेतों को सजाएंगे पानी और हवा को दूषित नहीं बनाएंगे रास्ते में प्लास्टिक फेंक कर गंदगी नहीं फैलाएंगे आओ मिलकर आज जागरूकता फैलाएंगे जिएं और जीने दे, यह नारा अपनाएंगे वेद ,पुराणों और शास्त्रों की शिक्षा को सार्थक बनाएंगे उदाहरण पेश करेंगे ऐसा, लोग देखते रह जाएंगे आओ! मिलकर पुरानी परम्परा को दोहराएंगे हो जाएगा योग खुद ही, खेतों को सजाएंगे पालक धनिया मेथी से खेतों को महकाएंगे नकली चादर की जगह हरियाली की चादर बिछाएं योग का अर्थ मानव को प्रकृति से जोड़ना है तो आओ! खेतों की मिट्टी से जुड़ जाएं हम बहाकर अपना खून पसीना फसलों को लहराएं हम सभी शक्तियों का यह शरीर खजाना है चलो !फिर से शक्तिशाली बन जाएं हम आधुनिक उपकरणों से खेतों को सजाएं हम आओ! मिलकर आज देश को जगाएं हम 21 जून ही नहीं हर रोज योग दिवस मनाएं हम रचनाकार:-नर्बदा ठाकुर, जिला मण्डी (हि.प्र) narbadathakur66@gmail.com
ज़िन्दा रहा तो शान से घर आऊंगा। जिंदा रहा तो शान से घर आऊंगा मर गया तो इस शरीर को ताबूत में सजाकर घर पहुंचा देना तुम मेरे तमगे को हृदय पर रखकर मेरी माॅ॑ को बता देना तुम वह चाँद था तेरा, चमकता रहेगा इतिहास के आसमान पर अमर हुआ है तेरे कलेजे का टुकड़ा भारत माँ की आन पर भाई से कहना जमकर मेहनत करना तू वतन की रक्षा कर, गद्दारों से बदला लेना तू। बहन से कहना खो गई है तेरी राखी गलवान के पानी में ,उसे ढूंढ नहीं पाया मैं गया हूँ ऐसी राह से, जहां से मेरी वापसी नहीं इन्तजार था तेरी राखी का पर पहन नहीं पाया मैं। पापा से कहना तेरे बुढ़ापे की लाठी बनकर तेरा सहारा न बन पाया में चाहता था ,वतन की रक्षा कर घर लौट जाऊंगा माफ करना! घर लौट कर तेरी सेवा नहीं कर पाया मैं थम जाएगी सागर की गर्जन पर्वत भी झुक जाएगा कितना दर्दनाक होगा वह मंजर मेहंदी लगी होगी हाथों में पर मंगलसूत्र उतर जाएगा। मेरी हीर से कहना घर लौट कर तेरे सपने सजा न सका महकाना चाहता था तेरे अरमानों की बगिया, पर लौट के घर आ न सका! दोस्तों से कहना अब क्रिकेट के लिए विकेट मत सजाना तुम मैं आऊंगा अन्तिम बार ,श्मशान तक साथ निभाना तुम! रचनाकार-नर्बदा देवी ठाकुर
सरकार द्वारा अब आनलॉक 0.1 मे जनता को काफी हद तक कार्य करने के लिए छुट दे दी गई है, लेकिन फिर भी कोरोना वायरस के चलते देश की अर्थव्यवस्या वहुत बिगड़ गई है। ऐसे में मजदूर ओर गरीबो को खाने के लिए तरसना न पड़े इसको लेकर लोग लगातार सीएम राहत कोष मे अंशदान दे रहे है। वही इसमें महिलाए भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को महिला मंडल चेखवा द्वारा CM राहत कोष मे 3000 रु की राशि एस डी एम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष मे दी गई। वहीं महिला मंडल चेखवा की प्रधान संध्या देवी ने कहा कि अभी तक उपमडल करसोग के अनेको महिला मडलो ने कोरोना वायरस के चलते अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा सभी महिला मंडलो ने अपना भरपूर सहयोग दिया है। ऐसे समय में जहां तक संभव हो जरूरतमंदों की मदद के लिए हमें आगे आना चाहिए। इसमे इनके साथ उपप्रघान विशन दास, प्रेमलता, मैनादेवी, रेनु, अरुणा व रम्भा भी उपस्थित रहे।
वो मौन रहकर सब सह गई, उसकी चुप्पी बहुत कुछ कह गई। ये सबक इनसानों के लिए कम नहीं है, तीन दिन तक तड़पती रही वो पानी में ये मंजर देखकर किस की आॅ॑खे नम नहीं है। आज इंसानियत शर्मसार हुई है, एक बेजुबान माॅ॑ की कोख में पटाखों की बौछार हुई है। धोखा दे गए बेजुबान को, अरे!क्या कहूं मैं ऐसे इनसान को नहीं बख्शा उसकी नन्ही जान को। जॅ॑गल से आई थी बस्ती की ओर सोचा था यहाॅ॑ इनसान रहते हैं, उसे क्या पता था ,नहीं छोड़ेंगे उस मासूम को यहाॅ॑ हैवान रहते हैं। मुखौटा पहना था इनसानों का हैवान निकले, इनकी आत्मा में जानवर बसते हैं यहाॅ॑ जानवर तो क्या इनसान भी तरसते हैं राज्य शिक्षित हो सकता है पर लोग अशिक्षित हैं मल्लापूरम में मौत का तांडव देखकर इनसानियत शर्मसार हुई है एक भूखी माॅ॑ की चीख-पुकार जानवरों की बस्ती में बेकार हुई है कब तक चढ़ते रहेंगे ये बेजुबान स्वार्थ की भेंट क्रूरता की हद हो गई है आई थी एक माॅ॑ दया की भीख मांगने, आज वो मौत के आगोश में सो गई है। नन्हा बच्चा कहे कोख से माँ इन बहसी मनुष्यों के बीच कभी ना आना तू, ये सिर्फ मुखौटा पहने हुए हैं इनसानियत का, फिर कभी न धोखा खाना तू इस नफरत की दुनिया को छोड़ कर,प्यार की दुनिया में आवाद रहना तू यहाॅ॑ इनसान की सूरत में भेड़िए हैं, तू कभी इनके भरोसे मत रहना अरे! घटनाएं अभी पुरानी नहीं हुई थी, जब अमेजन के जंगलों में जिंदा जीव जला दिए ऑस्ट्रेलिया में भी हजारों ऊँट पानी के बहाने मार दिए हर बेजुबान की जुबान होती है वह भोजन मांगने आई थी अपने पेट में पल रहे बच्चे के खातिर, उसे क्या पता था तुम निकलोगे फरिश्ते के वेश में कातिल अरे! क्यों इनसानियत को शर्मसार करते हो? क्यों हमेशा बेजुबानों पर वार करते हो? वह निकली थी अपने पेट की आग बुझाने को तुम्हें शर्म नहीं आई उसे जिंदा बम बनाने को तेरी बेदर्द मौत ने मानवता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं खाना माँगा था मौत मिल गई मूर्खों ने बवाल खड़े कर दिए हैं पटाखे खिला दिए फल की आड़ में खाक पढ़े लिखे हो तुम तुम्हारी पढ़ाई जाए भाड़ में वह शिक्षा ही क्या जिसमें दया का भाव न हो कुछ ऐसा पाठ पढ़ाओ जिसमें मानवता का अभाव न हो पढ़े-लिखे राज्य में लोग कैसे अशिक्षित हो गए? मार दिया भूखी माॅ॑ को क्या यह विक्षिप्त (पागल) हो गए? बहुत सुनते हैं केरल पढ़ा लिखा राज्य है, नर्बदा कहती है सिर्फ पढ़ना लिखना ही पढ़ाई नहीं होती जिसमे इनसानियत न हो, काश! ऐसी शिक्षा उन्हें दिलाई न होती तो इन मूर्खों ने अन्नानास में भरकर मासूम केे पेट में पटाखों की बौछार करवाई न होती जिसमें दूसरों के दर्द का एहसास न हो वह पढ़ाई नहीं होती, यह सच में शिक्षित होते तो आज एक बेजुबान माॅ॑ ने अपनी जान गॅ॑वाई न होती निरर्थक है वह शिक्षा जिसमें मानवता का कोई पाठ न हो चाॅ॑द पर पहुंच गए तो क्या हुआ? मानवता की खोज अभी बाकी है, जिसके सीने में दर्द न हो बेजुबानों के लिए ,घोर नाइंसाफी है। नाम और औधे से कुछ नहीं होता आदमी बन जाओ तुम, जिसमें दया का भाव न हो ऐसी शिक्षा न दिलाओ तुम। एक अनपढ़ कबीर मानवता का पाठ पढ़ा गए, तुम पढ़े लिखे हो कर जिंदा जीवो को जला गए। आज एक हथिनी के रुप में इनसानियत मरी है, मल्लापूरम के शिक्षितों ने अशिक्षितों की मिसाल गढ़ी है। तड़पते हुए बच्चा कहे, सुन ले मेरी दास्तां, कभी न आना इस बस्ती में मेरी माॅ॑। रचनाकार:- नर्बदा ठाकुर जिला मंडी, हिमाचल प्रदेश
आज किया है परमार्थ उन सबने जिनको कभी समझा नहीं इस दुनिया ने अचानक हुए (करोना) युद्ध के हमले में सच्ची वीरता दिखाई इन्होंने कभी सोचा ना था यह वक्त भी आएगा एक आंधी की तरह सब को बहा ले जाएगा नमन है ऐसे वीरों को जिन्होंने बदला तस्वीरों को स्वजनों से बढ़कर परमार्थ किया अपनी बहादुरी का सच्चा सबूत दिया मानवता के इतिहास में साहस का बलिदान दिया अपने हर कर्म को अंजाम दिया ना की परवाह अपनी ना परिवार की बस आगे बढ़ कर सबका साथ दिया आगामी समय के लिए एक इतिहास दिया कार्यक्षेत्र कोई भी रहा हो इनका फिर भी एकता का परिचय दिया देश के सेनापति का हर एक आदेश मान्य किया ऐसे योद्धा पहली बार हुए जो बिना हथियार लड़े कूद पड़े जंग में जन कल्याण के लिए धन्यवादी हैं हम ऐसे वीरों के जो खेल गए खेल तकदीरों के ऐसी ही महान हस्तियों ने कार्य किए दानवीरों के हम सौभाग्यशाली हैं, जो छत्रछाया मिली इन सज्जनों की वरना हाल सभी जानते हैं, दूर देश के जनमानयों की मेरे भी हाथ उठे दुआ में सम्मान मिले इन्हें प्यार मिले जिनके कारण परमार्थ के फूल खिले धन्यवाद! भारती बहल जिला मंडी (हि.प्र.)
सरकार द्वारा लगाई जा रही बहुत सी पाबंदियों के बाद भी कोरोना का कहर थमता हुआ नज़र नहीं आ रहा है। बाहर से लौटे लोग कहीं न कहीं प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। कोरोना को लेकर मण्डी जिला विशेषकर सुंदरनगर वासियों की परेशानियां बढ़ती हुई नजर आ रही हैं क्योंकि ताज़ा मिल रही जानकारी के अनुसार सुन्दरनगर का मलोह निवासी 33 वर्षीय युवक, जो 27 मई को मुम्बई महाराष्ट्र से लौटा था, की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सम्बन्धित व्यक्ति अभी तक कनैड के एक होटल में क्वारन्टाइन था व रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर प्रशासन व डॉक्टरों की टीम के द्वारा उपचार हेतु ले जाया गया है।
नौलखा में जहाँ फोरलेन का काम शुरु किया जा रहा है वहां मशीनों द्वारा खुदाई की जा रही है जिस कारण से गावँ को जा रही पाइप लाइन टूट गए है और पानी की सप्लाई पूरी तरह से ठप्प हो गई है। कंपनी को SDM द्वारा पहले की निर्देश दिए गए थे कि कम शुरू करने से पहले टेम्परेरी पाइप लाइन बिछानी पड़ेगी लेकिन कंपनी ने निर्देशों को अवहेलना करते हुए काम शुरू कर दिया है जिस कारण से गावँ वालो को कल से पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा। पाइप लाइन टूटने की वजह से साथ लगने वाले खेतों को भी काफी नुकसान पहुंचा है और रात भर पानी भी व्यर्थ बहता रहा। कंपनी को बार बार कॉल किया जा रहा है रिपेयरिंग के लिए लेकिन अभी तक उस पे कोई काम नही किया गया है।
2014 2015 में जिलाधीश की अध्यक्षता में हुए समझौते के अनुसार नौलखा से डडोंर की सड़क 29 मीटर के दायरे में सड़क की दोनों ओर 1 मीटर पैदल पथ वह नाली बनाए जानी थी। लेकिन अब राष्ट्रीय उच्च मार्ग नाली और पथ मार्ग को सर्विस रोड और मुख्य रोड के बीच मे बनाए जा रही है। यह प्रस्तावित बदलाव फोरलेन संघर्ष सिमिति और आम जनता को मंजूर नहीं है क्योंकि बरसात का पानी नालियो से होता हुआ नीचे चला जाता और पुलियों के माध्यम से रोड के दूसरी तरफ चला जात। अगर सड़क के किनारे नालिया नहीं बनाई गई तो यह पानी खेतो में भर जाने से फसल बर्बाद होगी और सड़क के बीच फुटपाथ सर्विस रोड और मेन रोड के बीच होने के कारण पैदल चलने वाले लोगो को अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर होना पड़ेगा और आए दिन दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहेगा। संघर्ष सिमिति के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया ने बताया कि इस विषय के बारे में हमने DC मंडी के माध्यम से मुख्य मंत्री को पत्र भेजा की समझौते के अनुसार ही काम किया जाए। पिछले कल हुई बारिश के कारण सारा पानी खेतो में चल गया और रोड तालाब की भांति बन गए अगर कंपनी पुराने नक़्शे के हिसाब से काम नहीं करेगी तो यहां हमेशा बारिश में ऐसा ही होता रहेगा।
सेवा परमो धर्म: यह कहावत मंडी शहर के दो बच्चों ने पूरा करके दिखाया जहां पूरी दुनिया के साथ हमारा देश भी इस समय कोरोना की महामारी से दो दो हाथ कर रहा है। दिन प्रतिदिन बढ़ती इस महामारी से बचने के लिये सरकार द्वारा लॉकडाउन, सोशल डिस्टन्सिंग आदि के प्रयोग बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इसी निवेदन से प्रेरित होकर मंडी के दो बच्चों रिद्धिमा(11 वर्ष) और नमिश(10 वर्ष) ने पैलेस में अपने हमउम्र बच्चों को masks का वितरण कर बड़ों को भी सीख दी है। छोटे बच्चों का यह जज़्बा बड़ों को भी प्रेरित करता है कि इस महामारी से बचने का उपाय मास्क का उपयोग ही है।
निच्छल आँखे मद्धम साँसे, प्यार से प्यारी सूरत है। सहस्त्र देवों का वास देह पर, श्रद्धा की वो मूरत है। मात्र दूध नही, मल-मूत्र भी पावन है जिसका, अमृतदायिनी वो गौमाता धरा की मूल जरूरत है।। क्या अलंकरण करें उसका ,जो सवयं देवदेहधारी है। नव रस क्या गुणगान करें उसका,जो सवयं पयोनिधी सारी है। देवता भी जिसकी सेवा मे है नतमस्तक, ऋषि विशिष्ठ नें रक्षा मे उसकी सौ पूत्रों की जान वारी है।। मैया कहलाई गुरू गोरखनाथ की,पूत्र गजानन गणेश। कंठ में विष्णु, पीठ में ब्रह्मा, मुख मे बसे महेश। लक्ष्मी चरण में, मुत्र में नदियां, नेत्र में रवि राकेश। धरा को सवर्ग बनाने वाली माँ का अदभुत है भेस।। गौसेवा प्रसाद राजा दिलीप ने पाया,तभी रामलल्ला आए। कान्हा ने गौऊए चराई वृदावन में, शिव को नंदी भाए। गौदान आधार सनातन धर्म का, भवसागर पार लगाए। समुन्द्र मंथन के अमुल्य रतन ‘कामधेनू’ को कलियूग में मूढ़ मानव मगर समझ न पाए।। सोम्यता की मूरत सुरभि, खुन के अश्रु रो रही है। कोई कटती कत्लखानों में, कोई सड़क में सो रही है।। जग को अमृत पिलाने वाली, सवंय बिष पी रही है। अपनी संतानों से होकर प्रताडित, वेदना में जी रही है।। कभी राजनिति के गलियारों ने, कभी अखबार-समाचारों ने। चर्चा का विषय बनाया जगमाता को धर्म के पेहरेदारों ने। ममतामयी माँ ने दूध पिलाया सबको, मगर धर्मांधता में काटा उसको देश के गद्दारों ने।। न रहेगी जगमाता अगर तो पंच्चामृत कैसे बनाओगे। कैसे पालोगे शिशुओ को, ईद में सैवइयां कैसे बनाओगे। जगमाता विहीन जग में, न ममता न प्यार रहेगा। धर्मग्रंथ कहते है, गौमाता के बिना नही संसार रहेगा।। सुनिता ठाकुर महिला पुलिस कर्मी
पूरी दुनिया का एक ही रोना, ये कोरोना कैसी बीमारी है। हर देश में फैल रहा संक्रमण, बन गयी बीमारी से महामारी है।। चारों ओर मचा है हाहाकार, कोरोना से प्रभावित दुनिया सारी है। अपनों से मिल रहा वायरस उपहार, क्या बीमारी से हमारी रिश्तेदारी है।। बन्द कमरे में बिखर गयी जिन्दगी, गरीबों पर पड़ रही भारी है। कामकाज सब बन्द हो गये, चारों तरफ फैली बेरोजगारी है।। अपनी यात्रा के राज छुपाकर, लोगों से मेलजोल जारी है। कुछ लोगों की ना समझी से ही, फैल रही ये महामारी है। एक दिन जरूर हारेगा कोरोना, पर अभी खेलनी शायद लंबी पारी है। सामाजिक दूरी से ही होगा बचाव, ये समझना,समझाना नैतिकता हमारी है।। लॉक डाउन के नियमों का पालन ही, करने में हमारी समझदारी है। बीमार,बुजुर्ग और बच्चों का ख्याल रखना, ये हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।। सन्देश दे रही है सुनीता, छूने से भी फैल रही महामारी है। समझदारी से लेंगे काम तो, अन्त में जीत निश्चित ही हमारी है। सुनीता चौहान करसोग हिमाचल प्रदेश
भाव मेरे मन के जागे, जीत गए कुछ मन की राग ये बदलाव आज किस तरह का जमाने में आ गया हर इंसान मतलबी सा हो गया। रिश्ते भी रिश्ते नहीं रहे, हर एक रिश्ता अजनबी सा हो गया, इंसानियत कहां खो गई, इंसान के खिलाफ हो गया कुदरत का कहर कुछ यूं देखा हमने, आज इंसान कैद, और जानवर आजाद हो गया। कुदरत के आगे सब डर से गए अमीरी के नशे में चूर थे, वह भी वक्त के आगे झुक से गए। इंसान अब भी ना तू समझा तो कहर बहुत बरस जाएगा, कुदरत का कहर कुछ यू बरसा, जो छोड़ गए थे कुछ अपने, आज वह भी अपनों के लिए तरसा। याद आ गया मुझे अपने बचपन का जमाना, मां बापू का प्यार और उनका धमकाना, आज फिर वो संस्कार लौट कर आए, जो इस पाश्चात्य सभ्यता को नहीं थे भाय। धरती मां जिसको बांझ सा था कर दिया , आज वह खेत खलियान फिर से हैं लहराए, घर से गए बुद्धू घर को लौट आए, सुबह का भूला शाम को घर आए तो बुलाना कहलाए। कुछ इस तरह से मंजू के मन के भाव आज जाग आए, वाह री कुदरत तूने टूटे हुए रिश्ते फिर से है मिलवाए, ये थे मेरे मन के भाव जो आज बाहर निकल कर के आए। मंजुला वर्मा भाषा अध्यापिका जिला मंडी हिमाचल प्रदेश
इस दुख की घड़ी में जहाँ पूरा विश्व महामारी की चपेट में है। जहाँ अन्य स्कूल ऑनलाइन पढाई का बहाना बनाकर अभिभावकों से फीस की मांग कर रहे है, वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी तहसील सूंदर नगर के नौलखा स्थित सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल ने अभिभावकों को राहत देते हुए एडमिशन फीस और दो महीने की फीस माफ् कर दी है, जो मध्यम वर्ग के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है क्योकि इस आपदा की घड़ी में सबसे ज्यादा माध्यम वर्ग ही प्रभावित है और इस विद्यालय की यह पहल बहुत ही सराहनीय है | प्रिन्सिपल ऋतु राणा ने अभिभावकों को यह भी निर्देश दिए कि बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखें तथा होम वर्क समय पर कार्रवाएं और फीस की चिंता बिल्कुल न करे। महामारी के इस दौर में हम आपके साथ है।
उपमंडलाधिकारी करसोग ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समय समय पर दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करने व सहयोग देने के लिए उपमंडल की जनता का धन्यवाद कीया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में करसोग उपमंडल में ग्रीन और ऑरेंज जोन से आए सभी 140 लोगों को होम कवारन्टीन में रखा गया है जबकि रेड जोन से आए 37 लोगों को प्रशासन द्वारा विभिन्न संस्थागत होम कवारन्टीन में रखा गया है तथा 34 लोगों को होम कवारन्टीन समय पूरा करने के उपरांत घर भेजा जा चुका है। संस्थागत होम कवारन्टीन में रखे सभी लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। तथा उपमंडलाधिकारी करसोगने सुरेन्द्र ठाकुर ने सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग अफवाहों पर विश्वास न करें। करसोग उपमंडल में अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित मामला सामने नहीं आया है। उन्होने कहा कि कुछ लोगों द्वारा उपमंडल करसोग मे कोरोना पाजिटिव केस के वारे मे अफवाहे फैलाई जा रही है जो कि गलत है। उन्होंने सोशल मीडिया में भ्रम फैलाने वाले लोगों के साथ कानूनी कार्रवाई करने की भी जानकारी दी। बीमार व्यक्ति स्वाथ्य चेकअप के लिए जा सकते है अस्पताल उपमंडलाधिकारी करसोग ने कहा कि लोग अपने स्वास्थ्य चेकअप के लिए करसोग अस्पताल में जा सकते हैं। अस्पताल में सोशल डिस्टेनसिंग व मास्क का प्रयोग जरूर करें जिससे आपकी सुरक्षा के साथ समाज के दूसरे लोगों की सुरक्षा भी निहित है।
करसोग क्षेत्र के तेज तर्रार युवा भाजपा नेता अमी चन्द को भाजपा युवमोर्चा जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर करसोग युवामोर्चा ने प्रदेश नेतृत्व का आभार जताया। करसोग युवामोर्चा के अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा व महामन्त्री महेश ठाकुर ने इस महत्वपूर्ण ज़िमेबारी के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव विंदल, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन राणा, प्रदेश महामन्त्री राकेश जम्वाल,प्रदेश अध्यक्ष अमित ठाकुर, मुख्यमंत्री के ओएसडी शिशु भाई धर्मा, सांसद रामस्वरूप शर्मा, विधायक हीरालाल ज़िला अध्यक्ष भाजपा दलीप ठाकुर, मण्डल अध्यक्ष कुंदन ठाकुर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह करसोग क्षेत्र के लिए पहला मौका है कि ज़िला अध्यक्ष का पद करसोग क्षेत्र के लिए संगठन ने दिया। इसके लिए करसोग क्षेत्र के भाजपा युवानेता अमी चन्द को युवामोर्चा हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देता है और आशा करते हैं कि अमी चन्द के नेतृत्व में ज़िले में संगठन का कार्य गति पकड़ेगा ओर संगठन मजबूती मिलेगी। भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि अमी चन्द एक साधारण परिवार से संबंध रखते है संगठन के प्रति इनकी लग्न और मेहनत से आज इन्हें यह दाईत्व पार्टी ने सौंपा है इसके लिए बधाई के पात्र हैं। अमी चन्द छात्र राजनीति से करसोग महाविद्यालय से अपना सफर शुरू किया करसोग महाविद्यालय में विद्यार्थी परिषद में बतौर इकाई सचिव कार्य शुरू किया उसके बाद करसोग कॉलेज में 2008 में एससीए के सचिव चुने गए। 2009 से 2015 तक विद्यार्थी परिषद में बतौर पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में कार्य किया। विद्यार्थी परिषद में प्रदेश कार्यलय सचिव चम्बा व कांगड़ा विभाग संगठन मंत्री रहे उसके बाद प्रदेश प्रबंधक छात्र उदघोष के रहे। वर्ष 2016 में भाजपा में बतौर ज़िला उपाध्यक्ष युवामोर्चा के बने इस इन्होंने पार्टी के लिए एक बूथ 20 अभियान के तहद पार्टी के साथ हजारो युवाओं को जोड़ा इस दौरान इन्होंने पार्टी के लिए बतौर पूर्णकालिक विस्तारक के रूप में जिला बिलासपुर में बतौर सेवाए दी पार्टी में बतौर अल्पकालीन विस्तारक के रूप में पांगी भरमौर व धर्मपुर मण्डल व रेणुका मण्डल में भी अपनी सेवाएं दी। आज पार्टी ने इनको ज़िला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण ज़िमेबारी सौंपी है इसके लिए करसोग क्षेत्र में खुशी की लहर है। इस मौके पर क्षेत्र के सभी युवामोर्चा कार्यकर्ताओं ने बधाई दी है जिसमे किशोर शर्मा, महेश ठाकुर मनोज वर्मा, पंकज शर्मा, रतन राणा, महेंद्र, सोनू मस्तान, खेम सिंह, कृष्ण लाल, राकेश शर्मा, रविन्द्र भंडारी, बलवीर आदि कार्यकर्ताओं ने बधाई दी
सिद्ध बाबा युवक मंडल महोग का चुनाव उप प्रधान दीवान चंद की अध्यक्षता में किया गया जिसमें नई कार्यकारिणी का चुनाव करवाया गया। पिछली कमेटी का 1 साल का कार्यकाल संपूर्ण होने की दिशा में संपूर्ण कार्यकारिणी का सामूहिक त्यागपत्र लिया गया। जिन युवाओं का चुनाव अगले आगामी वर्षों के लिए किया गया उनके नाम निम्नलिखित है.- सर्वप्रथम प्रधान ईश्वरदास उप प्रधान ओम प्रकाश सचिव जगदीश कुमार सह सचिव हरीश कुमार कोषाध्यक्ष दारा सिंह सहायक कोषाध्यक्ष लीलाधर कॉर्डिनेटर,:-सुनील कुमार, हेमंत कुमार मीडिया प्रभारी :- राजेश कुमार, रॉकी कुमार ,कंबर सिंह वह विवेक राठौर को चुना गया वरिष्ठ सलाहकार के रूप में पूर्व प्रधान युवक मंडल महोग श्री डालम सिंह महेंद्र कुमार दुर्योधन कुमार, नवल कुमार को चुना गया इस चुनाव प्रक्रिया में 31 सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। यह जानकारी टी सी ठाकुर ने दी।
मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के गृह क्षेत्र की बरयोगी पंचायत के ग्रामीणों ने उपयुक्त मंडी को एक शिकायत पत्र भेजकर पंचायत कार्यों के जांच की मांग की है। ग्रामीणों द्वारा भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि 14वें वित आयोग के फंड से हुए कार्यों की जांच की जाए, ग्रामीणों ने घोटाले की आशंका जताई है। 1. पत्र में लिखा है कि दो-तीन साल पहले एक सिंचाई टैंक बनाया गया है जो कि अब सूखा हुआ है, उसकी बची हुई 150 फुट बजरी को एक मेंबर के घर लगाया जा रहा है। 2. कयुमानाल से भमार तक की सिंचाई स्कीम में 20 पाईप आए थे, जिसमें 18 ही लगे हुए हैं। 3. पंचायत के सबसे गरीब परिवार को मनरेगा के तहत रोजगार नहीं दिया गया, कोरोना के समय पंचाय अपने पास से 287 रुपये के हिसाब से मजदूरी दे। 4. 14वें वित्त आयोग के फंड से आई सिमेंट को बेच दिया गया है। 5. मनरेगा के तहत लगाया जाने वाला किसी और के नाम से है, लगाया किसी और के पास जा रहा है। 6. सौर लाई अपने चहेतों के पास लगाई गयी है। 7. भेडवाली खड्ड पर पुल बनाया गया है, उसकी इंजिनियर से जांच करवाई जाए। 8. 14वें वित्त आयोग के 15 लाख रुपये आए थे उनका बराबर बंटवारा नहीं किया गया, 7 वार्डों में से दो वार्डों को 5-5 लाख रुपये दिए गए जबकि अन्य को एक-एक लाख. ग्रामीणो ने मुख्यमंत्री महोदय को जल्द-से-जल्द उचित कार्रवाई करने की प्रार्थना की है। इस से पहले ग्रामीणों ने उपायुक्त मंडी को वट्सएप के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई थी। जिला प्रशासन ने शिकायत दर्ज कर दी गई है और ग्रामीणों को इसकी रशीद भेज दी गई थीं लेकिन कार्रवाई न होता देख मंगलवार को उन्होंने तहसीलदार को शिकायत भेजी है. शिकायत भामर गांव के महिला मंडल द्वारा तहसीलदार को सौंपी गई है।
करोडो रूपये खर्च करते हूए उठाऊ पेयजल योजना स्थापित करने के बावजुद उप मड़ल करसोग के देव बड़ेयोगी उठाऊ पेजल योजना के दो मोटरे खराब होने के कारण सात पंचायतो के लोगो को पानी की किल्लत का सामना करना पड रहा है ज़िसमे बिन्दला, शाकरा , बगशाड, सावीधार (जसल), मेहरन, थली और कांढा इत्यादी पंचायते शामिल है। इसमे कुल तीन मोटरे है ज़िसमे से एक पिछले कई सालो से खराब पडी है और दुसरी पिछले लगभग दो महीनो से खराब पडी है। एक मोटर जो चालू हालात मे है ये भी सूचारू रुप से काम नही कर रही है। स्वर्ण भूमि युवक मडल बगशाड ने कई बार विभाग को अवगत भी करवाया लेकिन न ही तो मोटरे बदली जा रही है और न ही समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई प्रभावशाली कदम उठाया गया। सेवा सुरक्षा सहयोग के प्रभागिय निदेशक टी सी बरागटा,युवक मड़ल प्रधान कमल ठाकुर और संस्थापक संजय ठाकुर ने जानकारी देते हूए बताया कि इस योजना का बड़े योग मे बना स्टोर टैंक एक लाख फ्जानवे हजार लिटर का है ज़िसमे हर रोज तीन से चार फूट पानी ही आ रहा है जोकी इतने बड़े एरीये के लिए पर्यापत नही है पिने का पानी न मिलने के कारण कुछ लोगो को घोड़े और खच्चर के ऊपर कई किलो मिटर दुर पानी लाना पड रहा है। अगर इस उठाऊ पेजल योजना को नियमित रुप से नही चलाया गया को सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं जे ई बुली चन्द ने बताया कि बहुत जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा व मोटर ठीक करवाने का काम शुरु कर दिया गया है।
कोरोना महामारी के चलते पूरे देश की अर्थव्यवस्था चरमरा रही है। जिसके चलते सरकारों ने लोगों से दान देने की भी अपील की है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से करोड़ों रुपये प्रधानमंत्री के नये राहत कोष और मुख्यमंत्री के नये राहत कोष में जमा हो चुके हैं। करसोग विधानसभा क्षेत्र से भी 15,03,295 रुपये जमा किये गए हैं। इसका एक चैक करसोग के विधायक हीरालाल ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को सौंपा है। करसोग विधान सभा क्षेत्र के विधायक हीरा लाल ने करसोग क्षेत्र के महिला मडलों, युवक मंडलों, मंदिरों, व्यापारियों और अन्य लोगों की ओर से इक्ठठा किया 15,03,295 रुपये का अंशदान मुख्य मत्री को सौपा है। मुख्यमंत्री ने इस पुनीत कार्य के लिए सभी का आभार व्यक्त किया है।
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में कर्फ्यू लगा हुआ है और ऐसे में मजदूर ओर गरीबो को खाने के लिए तरसना न पड़े इसको लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ धार्मिक संस्थाओं व उपमडल करसोग मे अनेक दानी सज्जन मदद के लिए आगे आ रहे है। वही इसमे महिला मंडल भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। इसी कडी मे महिला मडल रैनाधार दारा C M राहत कोष मे 4000 रु की राशि एस डी एम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष मे दी गई। यह जानकारी समाजसेवी रजनीश ठाकुर ने दी। वहीं महिला मंडल रैनाधार की प्रधान दीपा कुमारी ने कहा कि अभी तक उपमडल करसोग के अनेको महिला मडलो ने कोरोना वायरस के चलते अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा सभी महिला मंडलो ने अपना भरपूर सहयोग दिया है। ऐसे समय में जहां तक संभव हो जरूरत मदो की मदद के लिए हमें आगे आना चाहिए। इसमे इनके साथ महिला मंडल सचिव कमलेश कुमारी भी उपस्थित रही।
बंद करो मोमबत्ती जलाना संस्कारों के दीये जलाओ तुम दिन के उजाले में मोमबत्ती रातों को कहर न ढाओ तुम बंद करो सड़कों पर भीड़ लगाना घरों में ही अपने सपूतों को समझाओ तुम मत छीनों किसी असहाय की आबरू सुनसान डगर पे हो सकती है तुम्हारी माँ बहन भी उसकी जगह देखो इस नजर से बहसी बनना छोड़ दो, नेक इंसान बन जाओ तुम बंद करो मोमबत्ती जलाना संस्कारों के दीये जलाओ तुम हाथों में है मोमबत्ती मन में कपट का घोर अंधेरा है चौराहे पर रैली, वीराने में लूट क्या यही भारत मेरा है? दूधमुंही बच्ची हो या 80 वर्ष की दादी अम्मा सबको बहसियों की गंदी नजरों ने घेरा है बंद करो यह नकली रोशनी जब मन में विलासिता का अँधेरा है अपने अंतर्मन में ज्ञान का एलईडी लगाओ तुम बंद करो मोमबत्ती जलाना संस्कारों के दीये जलाओ तुम दिन के उजाले में मोमबत्ती जलाते हो रात के अँधेरे में बहसी बन जाते हो क्यों आज बेटियां घरों में ही सुरक्षित नहीं है होती है आए दिन ऐसी घटनाएं, इनसे कौन परिचित नहीं है नारी है कोई भोग का सामान नहीं, इस सोच से ऊपर उठ जाओ तुम बंद करो मोमबत्ती जलाना संस्कारों के दीये जलाओ तुम धिक्कार है ऐसी सोच पर, क्यों सूरज को रोशनी दिखाते हो दिन भर सड़कों पर रैली, रात को लूट मचाते हो मैं कहती हूॅ॑, मत बनो देवता! इंसान ही बन जाओ तुम सुनसान अँधेरी सड़कों पर किसी मासूम का आँचल तार-तार न बनाओ तुम बंद करो मोमबत्ती जलाना संस्कारों के दीये जलाओ तुम। रचनाकार : नर्बदा देवी ठाकुर भाषा शिक्षिका राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोट तुंगल तहसील कोटली जिला मण्डी हिमाचल प्रदेश
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में कर्फ्यू लगा हुआ है और ऐसे में मजदूर ओर गरीबो को खाने के लिए तरसना न पड़े इसको लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ धार्मिक संस्थाओं व उपमंडल करसोग मे अनेक दानी सज्जन मदद के लिए आगे आ रहे है। वही इसमे महिला मंडल भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। इसी कडी मे महिला मडल थर्मी द्वारा 4100 रु की राशि एस डी एम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष मे दी गई। साथ ही समाजसेवी रजनीश ठाकुर भी मौजुद रहे। वहीं महिला मंडल थर्मी की प्रधान रीना कुमारी ने कहा कि अभी तक उपमडल करसोग के अनेको महिला मडलो ने कोरोना वायरस के चलते अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा सभी महिला मंडलो ने अपना भरपूर सहयोग दिया है और ऐसे समय में जहां तक संभव हो जरूरतमंदों की मदद के लिए हमें आगे आना चाहिए। इसमे इनके साथ महिला मंडल सचिव शाता ठाकुर व खेम सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।
उपमंडल आनी के अंतर्गत कुठेड़ पंचायत के कुठेड़, कटाहर व लौंण लोट में रविवार रात तेंदुए ने दुधारू गाय को पशुशाला में हमला बोलकर उन्हें बुरी तरह नोचकर मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय कुठेड़ पंचायत की प्रधान रोशनी देवी ने इसकी सूचना पुलिस,पशुपालन विभाग व वन विभाग को दी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर तेंदुए के हमले से मृत व जख्मी हुए गायों का निरीक्षण व छानबीन की। प्रधान रोशनी देवी ने बताया कि उनकी पंचायत के गांव कुठेड़, कटाहर व लौण लोट में तेंदुए ने पिछले तीन दिन में लगातार गांव में धाबा बोलकर 4 दुधारू गायों को नोंचकर उन्हे मौत के घाट उतारा है, जबकि 6 गायों को नोचकर उन्हें बुरी तरह से जख्मी किया है। जिन लोगों की गायों को तेंदुए ने मारा है उनमें मरने किशोरी लाल कुठेड़ की 2 गाय, दूनी चन्द कुठेड़ की एक गाय और प्रीतम कटाहर की एक गाय शामिल हैं, जबकि सत पाल लौण लोट, यशपाल कटाहर, किशोरीलाल कुठेड़ व प्रीतम कटाहर की एक-एक गाय और दुनी चन्द कुठेड़ की 2 गायों को बुरी तरह जख्मी किया है। प्रधान रोशनी देवी ने इस बारे में सरकार से प्रभावित लोगों को उचित मुआवजे की मांग की है और वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग की है। उन्होंने कहा कि तेंदुए के लगातार हमलों से ग्रामीण बेहद ख़ौफ़ज़दा है। लोगों को भय है कि तेन्दुआ आने वाले दिनों में ग्रामीणों पर भी हमला बोल सकता है, ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग इस विषय को गम्भीरता से लेकर तेंदुए को पकड़ने के लिए पंचायत क्षेत्र में जल्द पिंजरा लगाए। उधर इस बारे में वन मण्डलाधिकारी चंद्रभूषण शर्मा ने बताया कि कुठेड़ क्षेत्र में तेंदुए द्वारा गायों पर किये गए हमलों को लेकर संबंधित वन परिक्षेत्र अधिकारी को उचित दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
UHL विद्युत परियोजना में उत्पादन शुरू करने के पहले दिन ही एक हादसा पेश आया , जिसमें करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। कई सालों के इंतजार के बाद शनिवार रात करीब 11.30 बजे उत्पादन शुरू हुआ था। आठ मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू कर सप्लाई हमीरपुर के मट्टन सिद्ध ग्रीड को भेजी जा रही थी। करीब एक घंटे बाद 12.30 बजे इंजीनियरों ने लोड 8 से बढ़ाकर 16 मेगावाट करने के लिए प्रेशर बढ़ाया तो पाॅवर हाउस से 150 मीटर की दूरी पर पैन स्टॉक में ब्लास्ट हो गया। पानी के प्रेशर तेज़ होने के कारण पॉवर हाउस की दीवार को तोड़कर अंदर घुस गया। पाॅवर हाउस पूरी तरह पानी व मिट्टी से भर गया। इस दौरान एक इंजीनियर ने हिम्मत कर पेन स्टॉक वॉल्व बन्द कर दिया। पावर हाउस में पानी भर जाने से 30 कर्मचारी अंदर फंस गए थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद सुबह के समय रेस्क्यू किया गया।
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में कर्फ्यू लगा हुआ है और ऐसे में मजदूर व् गरीबो को खाने के लिए तरसना न पड़े इसको लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ धार्मिक संस्थाओं व उपमडल करसोग मे अनेक दानी सज्जन मदद के लिए आगे आ रहे है। वही इसमे महिला मंडल भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। इसी कडी मे महिला मडल शलोगी द्वारा 5100 रु की राशि एस डी एम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष मे दी गई व महिला मडल बहल द्वारा 2100रु की राशि रैड क्रास सोसाईटी को दी गई तथा इनके द्वारा लोगो को 300 मास्क भी बांटे गए। इनके साथ समाजसेवी रजनीश ठाकुर भी मौजुद रहे। वहीं महिला मंडल वहल की प्रधान SD ठाकुर ने कहा कि अभी तक उपमंडल करसोग के अनेको महिला मंडलो ने कोरोना वायरस के चलते अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा सभी महिला मंडलो ने अपना भरपूर सहयोग दिया है। ऐसे समय में जहां तक संभव हो जरूरतमांदो की मदद के लिए हमें आगे आना चाहिए। इसमे इनके साथ महिला मंडल सचिव सरिता ठाकुर भी उपस्थित रहे।
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में कर्फ्यू लगा हुआ है और ऐसे में मजदूर और गरीबो को खाने के लिए तरसना न पड़े इसको लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ धार्मिक संस्थाओं व उपमडल करसोग मे अनेक दानी सज्जन मदद के लिए आगे आ रहे है। वही महिलाएं भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी मे महिला मडल नराहन द्वारा C M राहत कोष मे 4100 रु की राशि एस डी एम करसोग के माध्यम से दी गई। वहीं महिला मंडल नराहन की प्रधान मीना ठाकुर ने कहा कि अभी तक उपमडल करसोग के अनेको महिला मडलो ने कोरोना वायरस के चलते अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा सभी महिला मंडलो ने अपना भरपूर सहयोग दिया है। ओर ऐसे समय में जहां तक संभव हो जरूरत मदो की मदद के लिए हमें आगे आना चाहिए।
प्रदेश मे न्यूरो सर्जरी को लाने और इसे डवेलप करने मे महत्वपूर्ण योगदान देने वाले डा. आर सी ठाकुर ने सोमवार को श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कालेज एंव अस्पताल के प्रिसींपल का कार्य भार संभाल लिया। डा. आर सी ठाकुर नेरचौक मेडिकल कालेज मे ही जनरल सर्जरी विभाग मे प्रोफेसर और बतौर विभागाध्यक्ष कार्य कर रहे थे। इससे पहले यहां के प्रिसींपल व प्रदेश के जाने माने हार्ट सर्जन डा. रजनीश पठानिया को आईजीएमसी का प्रिसींपल बनाए जाने के बाद डा. आर सी ठाकुर को नेरचौक मेडिकल कालेज के प्रिसींपल का कार्यभार सौंपा है। नेरचौक मेडिकल कालेज मे प्रिसींपल की जिम्मेवारी संभालने के बाद डा. आर सी ठाकुर ने कहा कि अब वह नेरचौक मेडिकल कालेज मे भी न्यूरो सर्जरी का सेटअप बनाने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होने कहा कि यहां एक्सीडेंट रेसो भी ज्यादा है और ऐसे मे न्यूरो सर्जरी सेंटर यहां की जरूरत भी है। उन्होने कहा कि नेरचौक मेडिकल कालेज का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत अच्छा है और वह इसे और बेहतर बनाने का प्रयास करेगें। लौहुल जिला से संबध रखने बाले डा. आर सी ठाकुर ने 1992 मे आईजीएमसी मे बतौर एसीस्टेटं प्रोफेसर ज्वाईन किया था जबकि शिमला से पहले वह पीजीआई चंडीगढ़ मे सात वर्ष कार्यरत रहे। डा. आर सी ठाकुर ने 15 साल आईजीएमसी के न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट मे बतौर एचओडी अपनी सेवाएं दी और आईजीएमसी तथा टांडा मे न्यूरो सर्जरी के सेंटर चलाने का श्रेय भी डा. आर सी ठाकुर को ही जाता है। उन्होने कहा कि नेरचौक के इस अस्पताल को सपर्पित कोविड 19 अस्पताल बनाया गया है और अभी उनका फोकस इसी ओर है।
नर्बदा देवी ठाकुर भाषा शिक्षिका राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोट-तुंगल तहसील कोटली जिला मण्डी हिमाचल प्रदेश को कोरोना काव्य "सांझा संग्रह" में अपनी रचनाओं "आधा शहर गांव आ गया","अदृश्य आतंकी" , "ये जंग सीमा पर नहीं है" और प्रधानमंत्री केयर फंड में योगदान के लिए निखिल प्रकाशन समूह आगरा उत्तर प्रदेश द्वारा 11 मई 2020 को "कोरोना वरियर सम्मान" से ऑनलाईन सम्मानित किया गया। इन्होंने अपनी ये रचनाएं 4 मई 2020 को निखिल प्रकाशन समूह आगरा उत्तर प्रदेश को भेजी थी जो कोरोना काव्य "सांझा संग्रह"में प्रकाशन हेतु चुन ली गई है।
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में कर्फ्यू लगा हुआ है और ऐसे में मजदूर ओर गरीबो को खाने के लिए तरसना न पड़े इसको लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ धार्मिक संस्थाओं व उपमडल करसोग मे अनेक दानी सज्जन मदद के लिए आगे आ रहे है। वही महिलाएं भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में महिला मडल पोखी द्वारा 5000 रु की राशि एस डी एम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष मे दी गई। वहीं महिला मंडल पोखी की प्रधान नैना देवी ने कहा कि अभी तक उपमडल करसोग के अनेको महिला मडलो ने कोरोना वायरस के चलते अपनी अहम भूमिका निभाई है तथा सभी महिला मंडलो ने अपना भरपूर सहयोग दिया है। ऐसे समय में जहां तक संभव हो जरूरतमंदो की मदद के लिए हमें आगे आना चाहिए। इसमे इनके साथ समाजसेवी कृष्ण लाल व महिला मंडल सचिव जमना देवी भी उपस्थित रहे।
एकजुटता ही कोरोना से हमें विजयश्री दिला सकती है- हमारा राष्ट्र विभिन्न विविधताओं के लिए जाना जाता है! हमारी धर्मनिरपेक्षता, हमारी भौगोलिक परिस्थिति, हमारी भाषायी विवधता,भेषभूषा, रहन-सहन, खान-पान आदि विभिन्न भिन्नताएं है लेकिन फिर भी पुरा विश्व हमें विभिन्नता में एकता के लिए जानता है और हमें नालंदा, तक्षशिला और गंगा जैसे पवित्र नदी के लिए आज भी याद करता है। आज पुरा विश्व कोरोना जैसी महामारी के कारण जुझ रहा है! जिससे निपटने के लिए विश्व की विभिन्न महाशक्तियों के भी पसीने छूट गए। और अब मुल प्रशन यह है कि भारत इस खतरे से कैसे निपटेगा। यह चिंता और मन्थन का विषय है सरकार विभिन्न तरह के प्रयास कर रही है लेकिन यह तब तक सम्भव नहीं है जब तक देश की कोटि कोटि जनता इस राष्ट्र पर आए घोर सकंट में अपनी भुमिका का निर्वहन न करें। इस समय आपसी द्वेष भाव भुल कर हमें कोरोना से निपटने के लिए मेहनत करनी होगी! सरकार के आदेशों का पालन करना है और एक जिम्मेदार नागरिक की तरह सरकार का साथ देना चाहिए! और समाज में कोरोना से बचने के लिए सभी में अलख जगानी चाहिए!स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे लोगों का उत्साहवर्धन करना चाहिए और राष्ट्र सेवा के इस सच्चे यक्ष में अपनी आहुति डालनी चाहिए। यह वही देश है जहाँ अबदुल कलाम जैसे महान लोग राष्ट्रपति और लालबहादुर शास्त्री जैसे लोगों ने प्रधानमंत्री बनकर देश की सेवा की। ज्ञानी जैल सिंह और अटलबिहारी वाजपेयी जी ने राष्ट्र सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई। हम सब को जाति, धर्म और आपसी भेदभाव से ऊपर उठकर इस कोरोना रूपी राक्षस से लडना है और मानवीय मूल्यों और मानवता के लिए लडाई लडनी है यही हमारी राष्ट्रीय एकता और कोरोना से बचने के लिए इस यज्ञ में सच्ची आहुति होगी।