कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में आजकरियर अवेयरनेस पर एक कार्यक्रम करियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल के द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बीडीओ लंबा गांव सिकंदर रहे। इस कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर रजनी द्वारा किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप कुमार कौंडल जी ने अतिथि वक्ता सिकंदर का स्वागत करते हुए, उनके जीवन के संघर्षों के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि सिकंदर ने किस प्रकार अध्यापक से लेकर बीडीओ तक का सफ़र तय किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सिकंदर ने कई महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला तथा छात्रों को किस तरह सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए, यह समझाया। उन्होंने बताया कि किस तरह समय व स्थिति के अनुसार हमें सही रास्ते का चयन करना चाहिए। इसके साथ-साथ मुख्य अतिथि ने अपने जीवन के निजी अनुभव को साझा किया और छात्रों को हमेशा कोशिश करते रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य और करियर काउंसलिंग में प्लेसमेंट सेल के संयोजक डॉ. सुरजीत सिंह राणा ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक गण मौजूद रहे। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु प्राचार्य ने करियर काउंसलिंग पर प्लेसमेंट सेल के सभी सदस्यों को बधाई दी।
-जयसिंहपुर कॉलेज में पर्यावरण संरक्षण व ओजोन संरक्षण पर करवाई प्रतियोगिता कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में 19 अक्तूबर को भूगोल विभाग, ईको क्लब व सामाजिक विज्ञान समिति के द्वारा संयुक्त रूप से पर्यावरण संरक्षण व ओजोन संरक्षण पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में भाषण व पोस्टर मेकिंग शामिल रहे। महाविद्यालय के सभी छात्रों ने प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भाषण प्रतियोगिता में महाविद्यालय की नेहा ने प्रथम स्थान, अंबिका ने द्वितीय व कनिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा रुचि, मुस्कान और लक्ष्मी ने पोस्टर मेकिंग में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र व सभी प्राध्यापक मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार कौंडल जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए सभी छात्रों को पर्यावरण के संरक्षण में योगदान करने के लिए प्रेरित किया तथा भूगोल विभाग इको क्लब को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ अपनी कार्रवाई लगातार जारी रखते हुए लगभग 20,500 लीटर लाहण तथा 115 पेटी अंग्रेजी शराब व बियर जब्त की। आबकारी आयुक्त डॉ. यूनुस ने बताया कि टीम सिरमौर ने गत 18 अक्तूबर को टोका-नागला के घने जंगलों में कार्रवाई करते हुए अलग-अलग स्थानों पर 7000 लीटर, 4000 लीटर तथा 9500 लीटर लाहण कर आबकारी अधिनियम के अंतर्गत नष्ट की। यह अवैध शराब घने जंगलों में एक नाले के पास तैयार की जा रही थी। इसके अतिरिक्त गत रात आबकारी विभाग की मंडी जिला की टीम ने भी 115 पेटियां अंग्रेजी शराब व बियर जब्त की जोकि चण्डीगढ़ में बिक्री हेतु तैयार की गई थी। इसके अतिरिक्त जीएसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए शिमला जिला की टीम ने 3,33,330 रुपये के चांदी के गहने पकड़े, बिना बिल या दस्तावेजों के पाए गए। इन गहनों के मामले में कार्रवाई करते हुए विभाग द्वारा 20,000 रुपये का जुर्माना बसूला गया। यूनुस ने बताया कि विभाग ने पिछले कुछ समय से एक विशेष अभियान में अलग-अलग अधिनियमों के अंतर्गत कार्रवाई की है। विभाग ने अब तक लगभग 23 करोड़ रुपये के आभूषण बिना बिल के पकड़े और जीएसटी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की है तथा लगभग 87000 बल्क लीटर अवैध शराब जब्त अथवा नष्ट की गई। अवैध शराब तथा कर चोरी के मामलों में विभाग ने जीरो टोलरैंस की नीति सुनिश्चित की है। 24 गुना 7 कंट्रोल रूम की जानकारी देते हुए उन्होंने जनता से एक बार पुन: अनुरोध किया है कि अवैध शराब तथा कर चोरी के मामले नजर में आते ही टोल फ्र्री ंबर 1800-180-8060 तथा व्हॅट्सऐप नम्बर 94183-31426 पर शिकायत दर्ज करें ताकि इस अभियान को और अधिक सफल बनाया जा सके।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने बताया कि 18 अक्टूबर को टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और गढवाल मंडल विकास निगम लि. (जीएमवीएनएल) के मध्य उत्तराखंड में जीएमवीएन के 14 अतिथि गृह एवं चार धाम यात्रा मार्ग पर विद्युत वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। विश्नोई ने अवगत कराया कि इन दोनों के सहयोगात्मक प्रयास से इस पवित्र मार्ग पर इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी। विश्नोई ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों संगठन अगले साल चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले चार्जिंग स्टेशनों को तेजी से चालू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पहल उत्तराखंड में सतत और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन विकल्पों की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाती है। टीएचडीसीआईएल की ओर से प्रवीण सक्सेना, महाप्रबंधक (व्यवसाय विकास) तथा जीएमवीएन की ओर से राकेश सकलानी, अपर महाप्रबंधक(पर्यटन) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनोद गिरी गोस्वामी, आईएएस तथा दोनों संगठनों के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने इस बात को पुन: सिद्ध कर दिया है कि विकास कार्यों के दौरान जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखना अति आवश्यक है। प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील होने के कारण हमारे क्षेत्र में विकासात्मक कार्यों के क्रियान्वयन में वैज्ञानिक तौर-तरीकों को अपनाने की जरूरत है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा 'बदलते परिवेश और भूकंपीय खतरे के समय में सतत विकास' विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा सौरभ जस्सल ने यह विचार प्रकट किए। एडीसी ने कहा कि प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश हैं कि सभी विभाग प्राकृतिक आपदाओं के न्यूनीकरण को लेकर काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बात पर विशेष बल दिया है कि भविष्य में सभी निर्माण कार्य पूर्ण वैज्ञानिकता के साथ किए जाएं, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के खतरे को कम से कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसी के दृष्टिगत निर्माण कार्यों से जुड़े विभागों के अधिकारियों के लिए इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का मकसद है कि हम बदलते प्राकृतिक परिदृश्य के अनुरूप अपना विकास मॉडल विकसित करें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को सतत विकास पर जोर देते हुए विकासात्मक कार्यों के दौरान विशेषज्ञों की राय पर अमल करना चाहिए। कार्यशाला में इन विशेषज्ञों ने लिया भाग डीडीएमए कांगड़ा द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में एनआईटी हमीरपुर से डॉ. राजेश्वर सिंह, डॉ. हेमंत कुमार विनायक, आईआईटी मंडी से डॉ. आशुतोष कुमार, राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां से क्रितिजा शर्मा और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सुरेश वालिया ने 'जलवायु परिवर्तन और सतत विकासÓ से संबंधित विषयों पर अपनी बात रखी। इस दौरान लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, विद्युत बोर्ड, पंचायती राज विभाग और निर्माण कार्यों से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारियों ने अपने प्रश्नों और जिज्ञासाओं को विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत कर विकासात्मक कार्यों से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की। विकासात्मक कार्यों में हो समाज की सहभागिता दो सत्रों में आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने विकासात्मक कार्य और आपदा न्यूनीकरण पर बहुमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की प्रकृति और भौगोलिक परिस्थिति अलग प्रकार की होता है। उन्होंने कहा कि हमें विकासात्मक कार्यों के लिए एक ही प्रकार की एप्रोच से हर क्षेत्र में कार्य करने की बजाए स्थान के हिसाब से योजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की भौगोलिक और प्राकृतिक स्थिति का अनुमान स्थानीय जनसंख्या को अधिक होता है। इसलिए हमें विकासात्मक कार्यों का एजेंडा बनाने के लिए स्थानीय लोगों के विचारों को सम्मिलित कर इसमें समाज की सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
राजस्व, बागवानी तथा जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को देश के फल राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए कृत संकल्प है। जगत सिंह नेगी आज डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में उन्नत मृदा एवं पत्ती विश्लेषण प्रयोगशाला में 50 लाख रुपए की लागत से निर्मित सैंपल प्रसंस्करण खंड का शुभारम्भ करने के उपरांत विश्वविद्यालय के अध्यापकों के साथ आयोजित संवाद सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल को देश का फल राज्य बनाने के लिए डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के वैज्ञानिकों को दिशा परक कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को हिमाचल प्रदेश की विविध जलवायु के अनुरूप विभिन्न फलों की किस्में तैयार करनी होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस दिशा में विश्वविद्यालय को समुचित सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पांच वर्षों में प्रदेश में हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना के तहत लगभग 1300 करोड़ रुपए खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश के 7 ज़िलों के 28 विकास खंडों में 06 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में दो चरणों में बागवानी क्षेत्र का विकास किया जाएगा। इससे लगभग 15 हजार से अधिक बागवान परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि परियोजना के अंतर्गत किसानों की निजी भूमि पर 'एक फसल एक क्लस्टरÓ विधि के तहत संतरा, अमरूद, अनार, लीची, प्लम, पीकन नट, परसीमोन, आम इत्यादि फलों को बढ़ावा दिया जाएगा। जगत सिंह नेगी ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वह टिशू कल्चर विधि को प्रदेश की आवश्यकताओं के अनुरूप विकसित करें ताकि बागवान इससे लाभान्वित हो सके। बागवानी मंत्री ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में भी वर्तमान में फलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमें यह सुनिश्चित बनाना होगा कि हम हिमाचल की विविध जलवायु परिस्थितियों का उचित उपयोग कर हिमाचल को फल राज्य बनाएं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय की विभिन्न समस्याओं का शीघ्र समाधान निकाला जाएगा। जगत सिंह नेगी ने इससे पूर्व डॉ. यश्वन्त सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के प्रशासनिक प्रागंण में टर्मिनलिया मेटालिका का पौधा रोपा। उन्होंने विश्वविद्यालय में सेब एवं अन्य फलों की नर्सरी पी.ई.क्यू स्थल, विभिन्न फलों के जीन बैंक, अनुसंधान प्रयोगशाला, तन्तु संवर्द्धन प्रयोगशाला, इलैक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप प्रयोगशाला, वानिकी विभाग में बने इनक्यूबेशन केन्द्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी तथा फूलों की खेती प्रदेश के ग्रामीणों की आय का प्रमुख साधन है। उन्होंने कहा कि डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी को बनाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने छात्रावासों में भोजन की व्यवस्था भी जांची। डॉ. यशवंत सिंह परवार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने जगत सिंह नेगी का स्वागत किया और विश्वविद्यालय के कार्यों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, खंड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजय ठाकुर, ग्राम पंचायत नौणी के प्रधान मदन हिमाचली, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, डॉ. यश्वंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी कुल सचिव नरेंद्र चौहान, प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष फल विज्ञान विभाग डॉ. धर्मपाल शर्मा, डॉ. अनिल हांडा, उपमंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
-बोले, पर्यटन को बढ़ावा देने से युवाओं को मिलेगा स्वरोजगार -विधायक ने नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में सुनीं लोगों की समस्याएं पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि प्रत्येक विस क्षेत्र में छोटे छोटे टूरिस्ट स्पॉट विकसित किए जाएंगे ताकि स्थानीय लोगों को स्वरोगार के अवसर मिल सकें और हिमाचल में टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सके। वीरवार को नगरोटा विस क्षेत्र में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि वर्तमान सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है तथा इसी दिशा में टूरिज्म में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं को धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल के रूप में विकसित करने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में कारगर कदम उठा रही है तथा पर्यटन के लिए अधोसरंचना विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है ताकि पर्यटकों की आमद में इजाफा हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में ईको-टूरिज्म पर्यटन को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए आवश्यक अधोसंरचना विकसित की जा रही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वन क्षेत्रों में 11 ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित किए गए हैं। इनमें पालमपुर वन मंडल में स्वार, सौरभ वन विहार, न्यूगल पार्क, बीड़-बिलिंग, पार्वती वन मंडल में कसोल, खीर गंगा व सुमारूपा, सिराज में सोझा, कोटगढ़ में नारकंडा और शिमला वन मंडल के तहत शोघी कैंपिंग स्थल व पोटर हिल कैंपिंग स्थल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ईको-पर्यटन स्थल एक हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल को अलौकिक सौंदर्य से नवाजा है और हिमाचल की मनभावन वादियां देश-विदेश सेे सैलानियों को आकर्षित करती हैं। उन्होंने कहा कि ईको-पर्यटन को प्रोत्साहित करने से राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में भी इजाफा होगा तथा प्रदेश में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में अन्य स्थानों पर भी ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित कर उन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।
-सीएम ने किया शिलान्यास, जिला को दी 8 करोड़ रुपये की सौगात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज बिलासपुर जिला को 8 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं की सौगातें दीं। उन्होंने बिलासपुर के रौड़ा सेक्टर में बनने वाली प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी का शिलान्यास किया, जिसके निर्माण कार्य पर लगभग 3 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने धौलरा क्षेत्र में 5.18 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कृषि भवन की भी आधारशिला रखी। उन्होंने इन भवनों का निर्माण कार्य दो वर्षों के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी में पुस्तकों का संग्रह डिजिटल दस्तावेज के रूप में पाठकों को प्राप्त होगा, जिसे इंटरनेट के माध्यम से हासिल किया जाएगा। इसी परियोजना के तहत जिला बिलासपुर के विभिन्न क्षेत्रों की 10 पंचायतों में भी ऐसी और डिजिटल लाइब्रेरी खोली जाएंगी ताकि ग्रामीण क्षेत्र के पाठकों को इसका लाभ मिल सके। इस कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम के साथ अनुबंध किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस डिजिटल लाइब्रेरी को इस वर्ष के अंत तक शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में 5.18 करोड़ रुपये की लागत से कृषि भवन भी निर्मित किया जाएगा, जिसमें पार्किंग, उप-निदेशक कार्यालय, किसानों की बैठकें आयोजित करने के लिए हॉल, वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल तथा अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए पर्याप्त कमरों की सुविधा होगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में आपदा से बहुत अधिक नुकसान हुआ है। आपदा प्रभावितों की मदद के लिए राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज जारी किया है और प्रभावितों को मदद प्रदान करने के कार्य का अनुश्रवण वे स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावित परिवारों की भरपूर मदद का प्रयास कर रही है। बिलासपुर जिला में आपदा प्रभावितों को 25 अक्तूबर को सहायता वितरित की जाएगी तथा वह स्वयं बिलासपुर जिला का दौरा करेंगे। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की उम्मीद दिन-प्रतिदिन धुंधली होती जा रही है, क्योंकि और राज्य से आपदा से संबंधित 12 हजार करोड़ रुपये के दावे केंद्र सरकार को भेजे गए हैं लेकिन कोई विशेष राहत जारी नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि भेजे गए दावों पर नियमानुसार केंद्र सरकार को जल्द से जल्द धनराशि जारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा आपदा में भी राजनीतिक रोटियां सेंकती रही और प्रभावित परिवारों के साथ उनका रवैया उदासीन ही रहा। प्रदेश में आई इस भीषण आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और विशेष राहत पैकेज प्रदान करने के लिए विधानसभा में लाए गए संकल्प का भाजपा ने समर्थन नहीं किया। उन्होंने आपदा राहत कोष में रिकॉर्ड दान के लिए दानी सज्जनों का आभार व्यक्त किया। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला परिषद कैडर कर्मचारियों को अपनी हड़ताल छोड़कर काम पर लौटना चाहिए। राज्य सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी आपदा प्रभावितों को मदद पहुंचाने का काम चल रहा है तथा उन्हें अपनी हड़ताल समाप्त कर देनी चाहिए। इस अवसर पर उनके साथ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक राजेश धर्माणी, पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर, बाबू राम गौतम, बीरू राम, सोहन लाल ठाकुर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अंजना धीमान, कांग्रेस नेता विवेक कुमार, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ज़िला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने पंचायती राज संस्थाओं के उप निर्वाचन, 2023 के लिए ज़िला के विभिन्न विकास खण्डों में मतदान केंद्रों की सूची प्रकाशित कर दी है। ज़िला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) द्वारा प्रकाशित सूची के अनुसार विकास खण्ड कण्डाघाट की ग्राम पंचायत सतडोल के वार्ड नंबर 1, कांशीपट्टा के लिए राजकीय प्राथमिक पाठशाला सतडोल तथा ग्राम पंचायत छावशा के वार्ड नंबर 4, पाडली के लिए आंगनवाड़ी केंद्र पाडली को मतदान केंद्र अधिसूचित किया गया है। विकास खंड धर्मपुर की ग्राम पंचायत आंजी मातला के वार्ड नंबर 1 रडोपैद के लिए राजकीय प्राथमिक पाठशाला रडोपैद को मतदान केंद्र के रूप में अधिसूचित किया गया है। विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत संघोई के वार्ड नंबर 5, मलावण-2 के लिए राजकीय प्राथमिक पाठशाला मलावण तथा ग्राम पंचायत सानन के वार्ड नंबर 4, सानण ब्रागिया के लिए राजकीय माध्यमिक पाठशाला सानण ब्रागिया को मतदान केंद्र अधिसूचित किया है।
जिला परिषद अधिकारी एवं कर्मचारी महान संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज 20वें दिन में प्रवेश कर गई है। इन कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पंचायत के विकास कार्य एवं अन्य कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए हैं। संघ का कहना है कि सरकार द्वारा कर्मचारी व अधिकारियों की मांगों को मानने की बजाय तानाशाही रवैया अपना कर तरह-तरह के पत्र निकालकर कर्मचारी एवं अधिकारियों को डराया धमकाया जा रहा है, जो कि किसी भी तरह से उचित एवं न्याय संगत नहीं है, क्योंकि इन कर्मचारियों की कोई भी मांग ऐसी नहीं है, जो उचित न हो इस तरह के पत्रों एवं फरमानों के द्वारा इन्हें डराया जाना लोकतंत्र के खिलाफ है। जिला परिषद कर्मचारी एवं अधिकारी महासंघ इकाई धर्मपुर द्वारा अध्यक्ष जिला परिषद रमेश ठाकुर का समर्थन करने पर उनका आभार जताया व 25 25 वर्षों की विभाग की सेवा करने के बाद भी इस प्रकार का रवैया अपनाने पर बहुत ही खेद जताया है। संघ इकाई द्वारा सरकार से प्रार्थना की गई कि सभी कर्मचारी एवं अधिकारियों की मांगों को मानकर उचित न्याय प्रदान करें, ताकि सभी लोग हड़ताल समाप्त कर अपने कार्य को प्रारंभ करें और पंचायत के कार्य पुन: सुचारू रूप से चल सकंे।
-पर्यटकों की सुविधा के लिए हिमाचल में शुरू होगी टूरिस्ट हेल्पलाइन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटक बसों, टंैपो ट्रैवलर व वाणिज्यिक पर्यटक वाहनों पर लगने वाले विशेष पथ कर (एसआरटी) व अन्य करों को कम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एसआरटी के दृष्टिगत हाल ही में जारी की गई अधिसूचना को संशोधित करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह बात आज यहां ओक ओवर में शिमला होटल्ज एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्ज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से भेंट के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शीघ्र ही होम-स्टे नीति लाने जा रही है। प्रदेश में पर्यटन अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है और सैलानियों की सुविधा के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए शीघ्र ही टूरिस्ट हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी और इसे 1100 हेल्पलाइन से जोड़ने पर भी विचार किया जाएगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में सड़क संपर्क के साथ-साथ हवाई सेवाएं भी सुदृढ़ की जा रही हैं। सभी जिलों को हेलीपोर्ट से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिमला में एक और हेलीपोर्ट के निर्माण पर भी विचार कर रही है। पर्यटन अधोसंरचना को सुदृढ़ करने से ही राज्य में पर्यटन गतिविधियों का विस्तार होगा और प्रति वर्ष 5 करोड़ पर्यटकों की आमद का लक्ष्य पूर्ण हो पाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जा रहा है कि प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों में पर्यटकों का अधिक दिन तक ठहराव हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटकों को वैश्विक स्तर की सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार वचनबद्ध है। इसी दिशा में अनेक नवोन्मेषी पहल की जा रही हैं। प्रदेशवासियों और पर्यटकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए चरणबद्ध तरीके से यूवी/अल्ट्रा फिल्टरेशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पर्यटन व्यवसायियों से आग्रह किया कि वे पर्यटन गतिविधियों में विद्युत चालित वाहनों का उपयोग सुनिश्चित कर प्रदेश को हरित राज्य बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। शिमला होटल्ज एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्ज एसोसिएशन के अध्यक्ष महेेंद्र सेठ ने मुख्यमंत्री को अपनी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, विधायक संजय रतन, चंद्रशेखर, राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, पूर्व विधायक सोहन लाल, एसोसिएशन के महासचिव बलजीत सिंह और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
नेहरू युवा केंद्र सोलन द्वारा 'मेरी माटी मेरा देश'कार्यक्रम के अंतर्गत विकास खंड धर्मपुर में 11 अक्तूबर को पूर्व स्वाथ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल, विकास खंड नालागढ में 13 अक्तूबर को मुख्य अतिथि मदन चौधरी, विकास खंड कंडाघाट में 16 अक्तूबर को सहीद रोशन लाल तथा विकास खंड कुनिहार के दारलाघाट में 18 अक्तूबर को पूर्व भारतीय सेना अधिकारी मनसा राम मुख्य अतिथि रहे। धर्मपुर में 600, नालागढ़ में 700 , कंडाघाट में 500 तथा कुनिहार में आयोजित कार्यक्रम में 600 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन सभी कार्यक्रमों में सर्वप्रथम कलश यात्राएं निकली गई, तत्पश्चात उपस्थित सभी प्रतिभागियों द्वारा पंच प्रण शपथ ली गई जिसके बाद उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद विभिन्न गांव, पंचायतों तथा विभिन्न संस्थानों से आये कलश की मिट्टी को एक पात्र में रख कर मिलाया गया तथा राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए एक कलश में मिट्टी डाली गई एवं बची हुई मिट्टी से पौधरोपण किया गया। जानकारी देते हुए नेहरु युवा केंद्र सोलन की उपनिदेशक इरा प्रभात में बताया की मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम संपूर्ण भारत में नेहरु युवा केंद्र द्वारा आयोजित करवाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत ग्रामीण स्तर से हुई तथा इसके पश्चात खंड स्तर और उसके बाद राज्य स्तर तथा अंत में ये कार्यकम का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में अमृत वाटिका के निर्माण से होगा। मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के अंतर्गत अगला कार्यक्रम जिला सोलन में 21 अक्तूबर को आयोजित होगा।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सिरमौर द्वारा 4-शिमला (अ.जा.) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में समाविष्ट 55-पच्छाद (अ.जा.) विधान सभा क्षेत्र के लिए मतदान केन्द्रों की सूची का अन्तिम रूप से प्रकाशन कर दिया गया है। मतदान केंद्रों की युक्तिकरण के बाद पच्छाद विधान सभा क्षेत्र में 11 नए मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम पच्छाद स्थित सराहां डॉ. संजीव कुमार धीमान ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में पच्छाद विधान सभा क्षेत्र में 113 मतदान केंद्र थे और युक्तिकरण के उपरांत 11 नए मतदान केंद्र स्थापित होने से अब वर्तमान में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर 124 हो गई है। मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के बाद धनेश्वर, मढ़ेड़ा, सेर जगास, बथाऊ धार, शमोगा, रेड़ी गुसाण, खरेटी, दाड़ीक डिंगरी, धार भडें़जी, कोटला पंजोला और चांडोग को नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं। संजीव धीमान ने बताया कि मतदान केंद्रों की सूचि का निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम पच्छाद स्थित सराहां, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम राजगढ़, तहसीलदार राजगढ़/पच्छाद स्थित सराहां और नायब तहसीलदार पझौता स्थित नोहरी व नारग के कार्यालय में नि:शुल्क निरीक्षण किया जा सकता है।
शूलिनी इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट (एसआईएलबी), सोलन ने खाद्य संरक्षण और हमारे जीवन में पानी की भूमिका के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों के साथ विश्व खाद्य दिवस मनाया। जल ही जीवन है, जल ही भोजन है, किसी को भी पीछे न छोड़ें थीम के तहत संस्थान ने आकर्षक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की, जिसमें विभिन्न विभागों के छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एसआईएलबी की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा थीं। डॉ. मीनू ठाकुर, शिवानी दत्त और वरुण गार्ला सहित एक प्रतिष्ठित पैनल ने छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए अपनी विशेषज्ञता प्रदान की। वहीं आ अवसर पर करवाई गई भाषण प्रतियोगिता में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने अपने वक्तृत्व कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें मुस्कान बिष्ट ने केंद्रीय विषय पर एक व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। बीबीए विभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए वंशिका चौहान और मीनाक्षी ने स्नातक वर्ग में प्रथम और द्वितीय पुरस्कार का दावा किया, जबकि एमएससी से सिमरन पटियाल और राहुल ठाकुर ने। वनस्पति विज्ञान कार्यक्रम ने स्नातकोत्तर श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया। फोटोग्राफी प्रतियोगिता में बीबीए के आदित्य नरोता और बीसीए विभाग के यश परमार ने दूसरा पुरस्कार जीता। चित्रकला प्रतियोगिता में एमएससी कर रही कीर्ति ठाकुर। जैव प्रौद्योगिकी में, उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया और प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि हर्षुल कौंडल, एम.एससी. वनस्पति विज्ञान के छात्र ने दूसरा पुरस्कार जीता। बीसीए विभाग के आकाश ठाकुर को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वनस्पति विज्ञान विभाग की नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि बीबीए विभाग के छात्र हरिओम ने रैप प्रस्तुत किया। एसआईएलबी की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा ने योग्य विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए। यह कार्यक्रम छात्रों और सहायक प्रोफेसरों की उत्साही भागीदारी के साथ संपन्न हुआ, जिन्होंने एसआईएलबी में विश्व खाद्य दिवस को एक शानदार सफलता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इंस्टट्यिूट ऑफ टूरिज्म स्टडी के तृतीय सत्र के छात्रों की प्लेसमेंट हेतु चयन प्रक्रिया आरंभ हो गई है। संस्थान के प्लेसमेंट ऑफिसर आचार्य नितिन व्यास ने बताया कि दिल्ली व मुंबई से विभिन्न टूर एंड ट्रेवल मल्टीनेशनल कंपनीज चयन प्रक्रिया हेतु हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय आ रही हैं। इस कड़ी में इंडो-एशिया मल्टीनेशनल टूर कंपनी न्यू दिल्ली ने 5 छात्रों की चयन प्रक्रिया को आरंभ किया है। इस प्रक्रिया में 15 एमटीए के छात्रों ने आवेदन किया है, जिनकी प्रक्रिया आरंभ हो गई है। डॉ. नितिन व्यास ने बताया कि कोविड के समय में पर्यटन व्यवसाय को आघात लगा था, जिसके कारण बहुत से लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा था, परंतु फिर से टूरिज्म इंडस्ट्रीज में सकारात्मकता आना एक अच्छा संकेत है। इन्होने बताया कि चयनित छात्र 1 जनवरी, 2024 से यहां पर ट्रेनिंग करेंगे इसके बाद यही पर नौकरी भी कर सकेंगे। डॉ. नितिन ने कहा कि भविष्य में और कंपनियां भी प्लेसमेंट के लिए विश्वविद्यालय आ रही हैं।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग की स्वीकृति मिलने के उपरांत सिरमौर जिला में मतदान केंद्रों की सूचियों को अंतिम रूप प्रदान किया गया है और सूचियों का अंतिम प्रकाशन 10 अक्तूबर को कर दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बताया कि मतदान केन्द्रों की युक्तिकरण की प्रक्रिया के उपरांत जिला में 26 नये मतदान केन्द्र बनाये गये हैं जिससे जिला में मतदान केंद्रों की कुल संख्या 563 से बढ़कर 589 हो गई है। इसके आलवा, युक्तिकरण प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं की सुविधा के लिए 8 मतदान केंद्रों के भवनों को बदला गया है, जबकि 16 मतदान केन्द्रों के सैक्शन का युक्तिकरण भी किया गया है। सुमित खिमटा ने बताया कि मतदान केंद्रों की सूची जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय नाहन के अलावा संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के एसडीएम कार्यालयों में निरीक्षण के लिए उपलब्ध है। अंतिम रूप से प्रकाशित मतदान केंद्रों की सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल प्रदेश की वैब साईट में भी उपलब्ध करवाई गई है।
बीफार्मेसी कॉलेज जोगिंदर नगर में आग लगने की घटना के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों से संबंधित मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में विद्यार्थियों को भूकंप आने पर गैस सिलेंडर में आग लग जाने पर या चोट लग जाने पर क्या करना चाहिए और क्या न नहीं, इन बातों की जानकारी दी गई। अग्निशमन अधिकारी तिलक कुमार व उनकी टीम ने सभी विद्यार्थियों को आपदा के समय हर प्रकार की सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी। इस कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्य सुरेश कुमार भंडारी तथा टींचिग नॉन टीचिंग स्टाफ सहित कॉलेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
एसपी नूरपुर अशोक रत्न के दिशा-निर्देशों के अनुसार चलाए गए नशा रोधी अभियान में पुलिस को एक और सफलता प्राप्त हुई है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार की गई कारवाई के दौरान एक व्यक्ति को 7.99 ग्राम हेरोइन सहित गिरफ्तार किया है। एसपी अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि छन्नी में एक व्यक्ति अपने घर में ही नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहा है। जिस पर पुलिस ने उसके रिहायशी मकान में दबिश दी। इस दौरान उक्त मात्रा में हेरोइन बरामद की गई। आरोपी की पहचान सन्नी उर्फ रीठा पुत्र सुरजन, निवासी गांव छन्नी, तहसील इंदौरा, जिला कांगड़ा के रूप में हुई है। पुलिस ने हेरोइन को कब्जा में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगामी कारवाई अमल में लाई जा रही है।
हिमाचल में करीब 80,000 शिक्षकों के तबादलों के लिए प्रदेश सरकार ने पुराने नियम बदल दिए हैं। अब शिक्षकों के तबादले 30 किलोमीटर के दायरे से बाहर होंगे। एक स्थान पर तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा करने के बाद अब शिक्षकों को 30 किलोमीटर दूर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। तबादले करने के लिए सरकार ने दूरी को पांच किलोमीटर बढ़ा दिया है। पहले 25 किलोमीटर के भीतर तबादले होते थे। राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है। प्रदेश में इसी माह से यह व्यवस्था लागू होगी। एक स्कूल में तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा होते ही आपसी सहमति से नजदीकी शिक्षक के साथ स्कूल बदलने के तबादला आदेश जारी करवाने वाले शिक्षकों के लिए अब राह आसान नहीं रहने वाली है। शहरों के आसपास सटे स्कूलों में ही सेवाएं देने वाले शिक्षकों को थोड़ा और बाहर के क्षेत्रों में भेजने के लिए सरकार ने तबादला नीति में बदलाव कर दिया है। विभागीय अधिकारियों की ओर से 30 की जगह 40 किलोमीटर के दायरे से बाहर शिक्षकों के तबादले करने का प्रस्ताव था, लेकिन सरकार ने इस दूरी को 30 किलोमीटर ही रखने की मंजूरी दी है। इस नई व्यवस्था से अब ऐसे स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी, जहां कोई भी जाने को तैयार नहीं होता था।
-गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान सिरमौर जिला के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के संचालन का जिम्मा जिला के अग्रणी बैंक यूको बैंक को मिला है। आरसेटी के माध्यम से जिला के बीपीएल परिवारों के युवा-युवतियों को हुनरमंद बनाने के लिये ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। आरसेटी के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए आरसेटी सिरमौर की निदेशक अमिता शर्मा ने बताया कि गांव के बीपीएल परिवारों के युवक युवतियों में मनरेगा कार्ड जॉब धारक, बीपीएल राशन कार्ड धारकों व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को योजना का लाभ प्रदान किया जा रहा है। यह एक नि:शुल्क प्रशिक्षण योजना है जो गरीब परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने की राह प्रशस्त करती है। संस्थान का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों के युवाओं को स्वरोजगार के लिये प्रेरित कर उन्हें अपनी आजीविका अर्जित करने के लिये सक्षम बनाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। अमिता ने बताया कि बीते वित्तीय साल के दौरान यूको आरसेटी ने जिला के विभिन्न क्षेत्रों में 21 प्रशिक्षण करवाए। इनमें कुल 547 युवा-युवतियों को मधुमक्खी पालन, डेयरी फार्मिंग, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, कृषि उद्यमी, रेशम कोष उत्पादन, बैंक सखी इत्यादि व्यवसाय में दक्ष बनाकर उन्हें स्व रोजगारोन्मुखी बनाया गया। संतोष इस बात का रहा कि इनमें से 70 फीसदी युवा-युवतियों ने अपना रोजगार अपनाकर घर-परिवार की आर्थिकी को संबल प्रदान किया। इस साल 660 को प्रशिक्षित करने का है लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2023-24 की प्रथम तिमाही में यूको आरसेटी ने जूट बैग उत्पादन, सॉफट खिलौने बनाना, पेपर बैग बनाना, ब्यूटी पार्लर, कॉस्टयूम व ज्वेलरी में 178 प्रशिक्षणार्थियों का कौशल उन्नयन किया। अमिता ने बताया कि भारत के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में जिला में कुल 23 प्रशिक्षणों के माध्यम से 660 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इन प्रशिक्षणों में सैल फोन मुरम्मत, मधुमक्खी पालन, सिलाई, वस्त्र चित्रकला, मशरूम उत्पादन व ब्यूटी पार्लर इत्यादि व्यवसायों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान में लड़के व लड़कियों को अलग से रहने व खाने-पीने की नि:शुल्क व्यवस्था रहती है। यह है आवेदन की प्रक्रिया ग्रामीण बीपीएल परिवार से संबंधित 18 से 45 वर्ष आयु के युवा व युवतियां आरसेटी के प्रशिक्षण के लिये आवेदन कर सकते हैं। यह आवेदन आरसेटी के शिमला रोड, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के समीप कार्यालय में जाकर किया जा सकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम आरसेटी के राज्य निदेशक तथा यूको बैंक के अग्रणी प्रबंधक के नेतृत्व में संपन्न किए जाते हैं। जिला आरसेटी के स्टाफ की भी प्रशिक्षण प्रदान करने में अहम भूमिका रहती है। जिला के पात्र युवा-युवतियों को प्रशिक्षण के लिये जागरूकता कार्यक्रम भी करवाए जा रहे हैं ताकि युवा आत्मनिर्भर बनने के लिये किसी न किसी व्यवसाय में दक्षता हासिल कर सके।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली मुलाक़ात की। जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री से प्रदेश में बारिश से हुई क्षति पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने केंद्र द्वारा प्रदेश को आपदा की घड़ी में दिये गये सहयोग के लिए व्यक्तिगतरूप से मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का व्यक्तिगत और भावनात्मक जुड़ाव रहा है। उनसे मैंने प्रदेश को और अधिक मदद देने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र को कीर्तपुर से सुंदरनगर फ़ोर लेन हाईवे के उद्घाटन के लिए हिमाचल प्रदेश आने के लिए निवेदन किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के द्वारा घोषित आपदा राहत पैकेज में केंद्र का बड़ा हिस्सा है।
-नई हेलीकाप्टर सेवाओं से राज्य में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि चंबा, पालमपुर, रक्कड़ (कांगड़ा) और रिकांगपिओ हेलीपोर्ट के लिए किफायती हवाई किराए पर हेलीकाप्टर सेवाएं शीघ्र ही शुरू होने वाली हैं। उन्होंने कहा कि यह हेलीपोर्ट उड़ान योजना के तहत चिन्ह्ति किए गए हैं और यहां के लिए उड़ानें शुरू होने से दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के लिए हवाई यात्रा अधिक सुलभ हो जाएगी और इससे इन क्षेत्रों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये नई हेलीकाप्टर सेवाएं पर्यटन और स्थानीय आबादी दोनों के लिए वरदान साबित होंगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल को पर्यटन राज्य के रूप में विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में पर्यटन बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने, पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और हवाई संपर्क में और सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिला मुख्यालयों पर हेलीपोर्ट स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार भी प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों से हवाई सम्पर्क सेवाओं का निरंतर विस्तार हो रहा है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अमृतसर से कुल्लू के भुंतर तक हवाई उड़ानें आरम्भ हो चुकी हैं जोकि राज्य में पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी में मददगार साबित होगा क्योंकि अमृतसर हवाई अड्डा विभिन्न घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ने वाला एक प्रमुख केंद्र है।
-विधायक ने समलोटी में जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता में नवाजे विजेता भाषा ही विकास की सारथी है विद्यार्थियों को सभी भाषाओं का ज्ञान होना जरूरी है। यह उद्गार पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने बुधवार को सीनियर सेकेंडरी स्कूल समलोटी में जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में हमारा देश अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए पहचाना जाता है। इसकी यह पहचान इसकी भाषा के कारण ही है। कई भाषाएं अपने भीतर कई परंपराओं को समेटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है तथा संस्कृत संस्कारों की भाषा है। उन्होंने कहा कि हमारे हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व में विद्यार्थियों को क्वालिटी शिक्षा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने इस संस्कृत प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यालयों के बच्चों और अध्यापकों की प्रशंसा की। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन के दौरान इस जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए इसके आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने स्कूल की छात्रा वंशिका गोस्वामी और उनके शारीरिक शिक्षा अध्यापक कैलाश शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग में सिल्वर मेडल प्राप्त करने के लिए बधाई दी। उन्होंने पाठशाला के विकास के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। संस्कृत अकादमी हिमाचल प्रदेश के अधिकारी केशवानंद ने मुख्य अतिथि को इस प्रतियोगिता के बारे में संबोधन दौरान जानकारी दी। उन्होंने मुख्य अतिथि से संस्कृत जो कि हमारी सबसे पौराणिक भाषा है इसे इसका उचित दर्जा दिलाने की अपील की। इसके उपरांत पाठशाला के प्रधानाचार्य एनडी शर्मा ने संबोधन दौरान मुख्य अतिथि को इस संस्कृत प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी। पाठशाला के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना सहित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्यातिथि ने जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता में विजय प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह और सम्मान राशि और सभी को प्रतियोगिता प्रमाण पत्र वितरित किए। आज के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहित एसडीएम मुनीष शर्मा, प्रधानाचार्य नारायण दत्त शर्मा, हिमाचल संस्कृत अकैडमी शिमला से केशवानंद, बृहस्पति मिश्रा, विजय अवस्थी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह, कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप रियाड़, सुमित्र, संतोष कुमार, मसंद, दिवाकर, सतपाल, डीएसपी, बीएमओ रूबी भारद्वाज, संदीप अवस्थी, लीलाधर, अमर सिंह वर्मा, अविनाश, विभिन्न स्कूलों से आए हुए अध्यापक और छात्र मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु का शाहपुर में भव्य स्वागत किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का 22 अक्तूबर को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रवास प्रस्तावित है। इसके साथ ही एक विशाल जनसभा भी शाहपुर विस क्षेत्र में आयोजित की जाएगी। प्रवास की तैयारियों को लेकर शाहपुर में विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शाहपुर एवं ब्लॉक् कांग्रेस के सभी अग्रणी संगठनों के पदाधिकारियों सहित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक भी आयोजित की गई। इसमें विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु के प्रवास की तैयारियों को लेकर सभी पदाधिकारियों को तैयारियों में जुटने के लिए कहा गया है इसके साथ ही विभिन्न कमेटियां भी गठित की जाएंगी। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए कई सौगातें दी हैं तथा उनका आशीर्वाद हमेशा शाहपुर विस क्षेत्र के लिए मिला है। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि आपदा के दौरान भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने ग्रांउड जीरो पर रहकर आपदा प्रभावितों की मदद में कोई कमी नहीं छोड़ी है इसी तरह से शाहपुर विस क्षेत्र के आपदा प्रभावितों के लिए भी खुलकर मदद प्रदान की है। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि वर्तमान सरकार बिना किसी भेदभाव के समग्र विकास सुनिश्चित कर रही है तथा राज्य सरकार ने 4500 करोड़ का आपदा पैकेज राज्य के प्रभावित क्षेत्रों तथा लोगों के जारी कर पूरे देश भर में एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु से शाहपुर विस क्षेत्र के लिए जो भी मांगा है उसको पूरा किया गया है।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 अक्तूबर को आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत सोलन के साथ लगते कुछ क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी आज यहां बोर्ड के अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 20 अक्तूबर को प्रात: 10.00 बजे से सायं 05.00 बजे तक ओच्छघाट, नन्दों, फगंड़ी, कुंडला, क्यार, बसाल, कालाघाट एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति तथा अन्य कारणों से उपरोक्त तिथि एवं समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री श्री जगत सिंह नेगी गुरुवार को डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस अवसर पर बागवानी मंत्री हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित उन्नत पत्ती और मिट्टी विश्लेषण प्रयोगशाला के सैंपल प्रसंस्करण खंड का उद्घाटन करेंगे। बागवानी मंत्री विश्वविद्यालय के फलों की नर्सरी और जीन बैंक का दौरा करेंगे। इसके अलावा, वह टिशू कल्चर, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी और वन उत्पाद प्रयोगशालाओं का भी दौरा करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ एक संवाद सत्र भी आयोजित किया जाएगा।
लोक निर्माण, युवा सेवाएं और खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह 20 अक्तूबर को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह दोपहर 12.10 बजे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मन्त्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल के साथ कण्डाघाट उपमण्डल के ध्यारीघाट से बीशा तक सड़क की आधाशिला रखेंगे। लोक निर्माण मंत्री तदोपरांत स्वास्थ्य मंत्री के साथ दोपहर 1.00 बजे कण्डाघाट खेल मैदान तथा 50 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल का निरीक्षण भी करेंगे। विक्रमादित्य सिंह तत्पश्चात इसी दिन दोपहर 1.45 बजे डॉ. शांडिल के साथ कण्डाघाट उपमण्डल के कशाउला में डीडीएल फैक्टरी से चौरा मार्ग पर अश्वनी खड्ड पर निर्मित किए जाने वाले पुल के स्थान का निरीक्षण करेंगे। खेल मन्त्री इसके उपरांत दोपहर बाद 2.30 बजे कण्डाघाट उपमण्डल की ग्राम पंचायत दंघील के गांव जखीड़ में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय महिला कबड्डी टीम की खिलाड़ी ज्योति ठाकुर के लिए आयोजित बधाई समारोह में उपस्थित रहेंगे।
बौद्धिक संपदा अधिकार सैल शूलिनी विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों ने कानूनी विज्ञान संकाय, शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ, ज्ञान अर्थव्यवस्था के लिए आईपी के विकास का पोषण विषय के तहत नई दिल्ली में आयोजित 2023 वार्षिक राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सम्मेलन में भाग लिया। वार्षिक राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सम्मेलन में भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पियूस गोयल और राज्य मंत्री सोम प्रकाश सहित प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण डब्ल्यूआईपीओ के महानिदेशक डेरेन टैंग द्वारा दी गई अंतर्दृष्टि थी। सम्मेलन के दौरान, पीयूष गोयल ने दूरदर्शी विचार साझा किए जो नवाचार और बौद्धिक संपदा में भारत की अग्रणी स्थिति को रेखांकित करते हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों, जिनमें हिमांशु शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक आईपी, और पवन, आईपी प्रबंधक शामिल थे, ने गर्व से अनुसंधान और नवाचार के प्रति संस्थान के समर्पण का प्रदर्शन किया। कानूनी विज्ञान शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्र और संकाय सदस्य सक्रिय रूप से सार्थक चर्चाओं में शामिल हुए, अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की, और बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में कुछ प्रतिभाशाली दिमागों के साथ नेटवर्क बनाया। शूलिनी विश्वविद्यालय के आईपीआर सेल ने पिछले तीन वर्षों से आईपी इंडिया रैंकिंग में शीर्ष 10 में लगातार उपस्थिति बनाए रखी है। यह उपलब्धि बौद्धिक संपदा की सुरक्षा और उन्नति के प्रति विश्वविद्यालय के अटूट समर्पण का प्रमाण है।
ढलियारा खड्ड में स्थित दयाल पंचायत के खेल मैदान में वीरवार से कबड्डी टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है। इसका आयोजन मां बगलामुखी खेल कमेटी नैहरन पुखर/ढलियारा करवा रही है। 19 से 21 अक्टूबर तक चलने वाली इस खेल प्रतियोगिता में हिमाचल समेत हरियाणा, पंजाब और दिल्ली की भी करीब 40 टीमें भाग लेने जा रही हैं। इसमें सीनियर और अंडर-19 के वर्ग बनाए गए हैं। कमेटी के संयोजक अजय कुमार व वीरेंद्र मनकोटिया और प्रधान मनोज कुमार ने बताया कि सीनियर टीम के विजेता को 71 हजार और उप विजेता को 51 हजार रुपये पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे। अंडर-19 वर्ग में यह इनाम 21 और 11 हजार रुपये है। प्रतियोगिता का उद्घाटन श्रीबाला जी अस्पताल कांगड़ा के प्रबंध निदेशक डॉ. राजेश शर्मा करेंगे। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले खिलाड़ियों के रहने और खाने का प्रबंध कमेटी की ओर से किया गया है। खेल को प्रोत्साहन देने के लिए किसी टीम से एंट्री फीस भी नहीं ली जा रही है। वहीं, संयोजक अजय कुमार व वीरेंद्र मनकोटिया ने कहा कि कबड्डी भारत में खेले जाने वाले सबसे रोमांचक खेलों में से एक है जिसमें जीतने के लिए ऊर्जा और रणनीति दोनों की आवश्यकता होती है। कबड्डी एक ऐसा खेल है जिसकी शुरुआत पहले भारत के दक्षिणी भाग में हुई थी, जहां खिलाड़ियों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था, लेकिन अब, यह पूरे देश में व्यापक रूप से खेला जाता है।
-कैंप में स्वयंसेवियों ने पूलन गांव के रास्तों की मरम्मत व सफाई की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पूलन में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर का आज समापन हो गया। समारोह कार्यक्रम में राजेश भोगल प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पूलन ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। एनएसएस अधिकारी उषा कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह समारोह सात दिन चला। उन्होंने समरोह के अंतिम दिन एनएसएस विशेष शिवर में स्वयसेवियों द्वारा किए गए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि स्वयसेवियों द्वारा शिविर के दौरान गोद लिए गांव पूलन में रास्तों की मरम्मत व सफाई के साथ प्रारंभिक स्वास्थ्य केंद्र पूलन की ओर जाने वाले रास्ते की सफाई भी की। शिविर के समापन पर कार्यक्रम अधिकारी ने स्वयंसेवियों को समाज की सुरक्षा व सेवा के लिए प्रेरित किया। एनएसएस अधिकारी उषा कुमारी ने कहा कि एनएसएस से बच्चों में समाज सेवा की भावना का संचार होता है। शिविरों में प्रतिभाग करने से बच्चों में निखार आता है। एनएसएस शिविर जागरूकता के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए सभी लोगों से एकजुट होने की जरूरत है।
लदोह के आदित्य राणा को राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए सोना जीतने पर वारिष्ठ भाजपा नेता घनश्याम शर्मा ने शुभकामनाएं दी हैं। गौरतलब है कि आदित्य ने मात्र 16 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्तर पर पॉवर लिफ्टिंग में दो स्वर्ण पदक जीतकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य घनश्याम शर्मा ने बुधवार को ग्राम पंचायत लदोह में आदित्य राणा के निवास स्थान पर पहुंचकर उन्हें टोपी और शॉल पहनाकर सम्मानित किया। शर्मा ने आदित्य को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। घनश्याम ने कहा कि जो युवा इस समय नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं, उन्हें आदित्य से प्रेरणा लेनी चाहिए और खेल जगत में अपना ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने बच्चों खास्कर युवाओं से नशे से दूर रहकर खेल गतिविधियों व साहसिक खेलों में भाग लेने का आग्रह किया, ताकि देश, प्रदेश व इलाके का नाम रोशन हो तथा आगामी पीढ़ी भी ऐसे प्रतिभावान युवाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े। घनश्याम शर्मा ने कहा कि देश के लिए समर्पित ऐसे युवाओं के लिए स्वयं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर विशेष अनुदान का प्रावधान करवाएंगे। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष जयसिंहपुर मनीषा शर्मा, लदोह पंचायत के उप्रधान राजेश कुमार (राजू) तथा अन्य गांव के स्थानीय लोग मौजूद रहे।
मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एवं जन संपर्क विभाग) संजय अवस्थी ने युवाओं से आग्रह किया कि जीवन में कभी भी संघर्ष से घबराएं नहीं। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अर्की में आयोजित ज़िला स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता को संबोधित कर रहे थे। प्रतियोगिता में ज़िला के 8 शिक्षा खंडों की 07 टीमों ने भाग लिया। संजय अवस्थी ने कहा कि युवा काल में सही दिशा में किया गया संघर्ष ही भविष्य में सफल जीवन का आधार बनता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को सदैव परिश्रम एवं समर्पण के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघर्ष की भट्टी में तपकर ही प्रतिभा उच्चतम स्तर का निखार प्राप्त करती है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में अग्रणी रहना होगा। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि देश एवं प्रदेश के सत्त विकास के लिए युवाओं की असीमित ऊर्जा को उचित दिशा दी जानी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जहां युवाओं को नशे से दूर रहना होगा वहीं हम सबको यह सुनिश्चित बनाना होगा कि युवाओं को बेहतर शिक्षा एवं समय पर अवसर मिलें। इस दिशा में प्रदेश सरकार योजनाबद्ध कार्य कर रही है। संजय अवस्थी ने कहा कि युवाओं को विश्व स्तरीय शिक्षा सुविधा एवं अन्य अधोसंरचना प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग विद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह विद्यालय समग्र शिक्षा के मन्दिर बन कर उभरेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू राज्य के प्रत्येक बच्चे का भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना इसी दिशा में सशक्त प्रयास है। उन्होंने कहा कि सुखाश्रय योजना के तहत प्रदेश सरकार ने 4000 अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रन ऑफ द स्टेटÓ के रूप में अपनाने का निर्णय लिया है। योजना के अन्तर्गत अब तक इन बच्चों को 4.68 करोड़ रुपए के लाभ हस्तांतरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की जन हितैषी सोच को आत्मसात करना होगा। संजय अवस्थी ने प्रतियोतिा में उपस्थित छात्रों से आग्रह किया कि राज्य सरकार की ऐसी सभी योजनाओं को समझकर ज़रूरतमंदों को इनकी जानकारी दें ताकि सभी पात्र इनसे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि युवा संसद कार्यक्रम छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए बेहतर रूप से तैयार करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं में नेतृत्व की भावना विकसित करते हैं। उन्होंने आशा जताई कि यह कार्यक्रम युवाओं को उचित राजनीतिक सोच प्रदान करने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की में संगीत एवं रसायन विज्ञान अध्यापक का पद शीघ्र भरने का आश्वासन दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालय में शौचालय निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार कर प्रेषित करें ताकि आवश्यकता अनुरूप धनराशि उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने आयोजन समिति को 21,000 रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की।
-सैकड़ों मजदूरों के साथ आईजीएमसी के बाहर किया प्रदर्शन आईजीएमसी के दो सौ के लगभग सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा, नर्सिंग, डेटा एंट्री ऑपरेटर व अन्य कोविड कर्मियों तथा 24 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर निकालने पर आईजीएमसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन संबंधित सीटू ने आईजीएमसी शिमला के बाहर मौन प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ों मजदूरों के साथ ही दो महीने के शिशु के साथ नौकरी से निकाली गई रेणु ठाकुर व पिछले एक महीने से तीन ऑपरेशनों से गुजरे उनके पति सुरेंद्र ठाकुर भी शामिल हुए। इस दौरान आईजीएमसी कर्मियों ने काम बंद रखा। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर नौकरी से निकाले गए सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों को न्याय न मिला तो आंदोलन तेज होगा। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व जिला कोषाध्यक्ष बालक राम ने कहा कि आईजीएमसी से दो सौ कोविड योद्धाओं को नौकरी से बाहर करना मानवता को शर्मसार करने की घटना है। उन्होंने कहा कि 24 सुरक्षा कर्मियों के नौकरी से बाहर करना देश के कानून का गला घोंटना है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा गार्ड को दिए गए सुरक्षा कर्मियों के ठेके में महाघोटाला हुआ है। इस पर कार्रवाई करने के लिए देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग की जाएगी। इस घोटाले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। टेक्निकल बिड इवैल्यूएशन के 70 अंकों के आधार पर सिक्योर गार्ड कंपनी ठेके के लिए एप्लाई करने के लिए भी पात्र नहीं थी क्योंकि उसके 70 में से शून्य अंक हैं। ठेके के लिए वर्ष 2019 से हर साल इनकम टैक्स रिटर्न भरना अनिवार्य था, परंतु कंपनी सितंबर 2020 में बनी तो फिर इसने वर्ष 2019 का आयकर कैसे भर दिया। कंपनी को ठेके की शर्तों के अनुसार वर्ष 2017 से 2022 तक के पांच वर्षों में एक जगह पर 100 से अधिक व कुल 300 सुरक्षा कर्मियों से कार्य अनुभव होना अनिवार्य था, परंतु कंपनी का कार्य अनुभव तो तीन वर्ष का भी नहीं है। इस तरह कंपनी को ठेका मिलना तो दूर की बात यह कंपनी बिडिंग प्रक्रिया में शामिल होने के लिए भी पात्र नहीं थी। इस घोटाले को जनता में उजागर किया जाएगा व इसके खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। उन्होंने आईजीएमसी में कर्मियों को नौकरी से बाहर करने व ठेके में हुए घोटाले के खिलाफ आंदोलन तेज करने का आह्वान किया है। आंदोलन के तहत जेल भरो, गिरफ्तारियां, चक्का जाम, राजभवन मार्च, सचिवालय मार्च व ओक ओवर मार्च किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी यूनियन प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र लाल, सुरक्षा कर्मी यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू, सफाई कर्मी यूनियन अध्यक्षा निशा व महासचिव सरीना ने कहा कि आईजीएमसी में अंग्रेजों के ज़माने के काले कानून आज भी जारी हैं। यहां हायर एंड फायर नीति जारी है व कानून का गला घोंट कर दो सौ कोविड कर्मियों व 24 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मियों को नौकरी से बाहर करने का निर्णय गैर कानूनी है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों की मानसिक प्रताड़ना की जा रही है। ठेकेदार बदलने पर उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है जोकि यूनियन से आईजीएमसी प्रबंधन द्वारा किए गए समझौते व औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 एच का खुला उल्लंघन है। आईजीएमसी प्रबंधन भी नए ठेकेदार के साथ मिलकर श्रम कानूनों की खुली अवहेलना कर रहा है।
सहायक आयुक्त सुभाष गौतम ने बताया कि टांडा फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना द्वारा 19 और 20 अक्तूबर को प्रात: 7 बजे से सायं 5 बजे तक फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायत कोहाला, कच्छयारी, खोली, घुरकड़ी के लोगों से अपील की है कि इस दौरान वह फायरिंग रेंज में न स्वयं जाएं तथा अपने पालतु पशुओं को भी न जाने दें ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि से बचा जा सके।
-21 से 25 अक्तूबर तक नाहन में कोचिंग लेंगे दोनों होनहार -27 से 30 अक्तूबर तक हमीरपुर में होंगी राज्य स्तरीय खेलें जिला सिरमौर के राजकीय प्राथमिक स्कूल कुफर कायरा के 2 बच्चों माधवी ठाकुर व दक्ष शर्मा का राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। ये खिलाड़ी 21 से 25 अक्तूबर तक नाहन में कोचिंग कैंप में भाग लेंगे और 27 से 30 अक्तूबर तक हमीरपुर में होने वाली स्टेट गेम्स में भाग लेंगे। स्कूल के मुख्य अध्यापक तपेंदर व अध्यापिका कमलेश ने बच्चों को राज्य स्तरीय खेलों के लिए शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बच्चों को खेल प्रतियोगिता के लिए तैयार करने के लिए धावक वीरेंद्र सिंह का भी आभार प्रकट किया है। वहीं, स्टेट गेम्स के लिए चयनित बच्चों ने कहा कि उन्हें तैयार करने में अध्यापक रूप राज और धावक वीरेंद्र की विशेष भूमिका रही है। उधर, धावक वीरेंद्र सिंह ने दोनों बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
हिमाचल सरकार ने चार पुलिस अफसरों के तबादला और एक के पूर्व में जारी आदेश रद्द किए हंै। पुलिस अधीक्षक लीव रिजर्व शिमला एवं 2006 बैच के एचपीएस शमशेर सिंह को पीटीसी डरोह कांगड़ा के लिए ट्रांसफर किया है। इसी बैच के स्क्क लोकायुक्त कार्यालय शिमला वीरेंद्र कालिया को पुलिस मुख्यालय शिमला भेजा गया है। साल 2008 बैच की एचपीएस बबीता राणा को एडिशनल एसपी छठी आईआरबीएन बटालियन धौलाकुंआ सिरमौर, एडिशनल एसपी सेकेंड आईआरबीएन सकोह दिनेश कुमार शर्मा को एएसपी पुलिस मुख्यालय शिमला तथा हमीरपुर के जंगलबैरी के लिए अंडर ट्रांसफर चल रहे योगेश दत्त को डीएसपी पांचवीं बटालियन बस्सी बिलासपुर के लिए ट्रांसफर किया है। वहीं एडिशनल एसपी लोकायुक्त ब्रजेश सूद को 30 सितंबर को एडिशनल एसपी छठी आईआरबीएन धौलाकुंआ सिरमौर ट्रांसफर किया गया था। उनके तबादला आदेश रद्द कर किए गए। ट्रांसफर किए गए सभी पुलिस अफसरों को तुरंत नए स्थान पर जॉइन करने के आदेश दिए गए हैं।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) का मुख्य उद्देश्य जन सहभागिता के माध्यम से समग्र स्वच्छता सुनिश्चित बनाना है। मनमोहन शर्मा गत दिवस यहां स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि केवल अपने परिवेश की सफाई कर हम स्वच्छ नहीं कहला सकते। उन्होंने कहा कि समग्र स्वच्छता के लिए न केवल नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनना होगा अपितु पर्यावरण संरक्षण एवं ठोस तथा तरल कचरा निष्पादन के विषय में सरकार के प्रयासों को सम्बल प्रदान करना होगा। इस मिशन का लक्ष्य गांवों में स्वच्छता, शौचालय, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा पेयजल व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाओं का निर्माण करके ग्रामीण परिवेश को विकसित करना है। मनमोहन शर्मा ने कहा कि ग्रामीण परिवेश में निजी शौचालय के निर्माण के पश्चात अब सार्वजनिक स्थान पर शौचालय की सुविधा, ठोस एवं तरल कचरे का उचित निष्पादन तथा मल निकासी की व्यवस्था पर भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ज़िला की समस्त ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस किया जा चुका है। उन्होंने सरकार के दिशा-निर्देशानुसार ज़िला सोलन के समस्त गांव को भी ओडीएफ प्लस की मॉडल श्रेणी में लाने के विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि 16 अक्टूबर तक 546 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया जा चुका है। शेष 495 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में अवगत करवाया गया कि सोलन जिला में प्लास्टिक कचरा निष्पादन इकाई सोलन विकास खंड की ग्राम पंचायत बड़ोग, कंडाघाट विकास खंड की ग्राम पंचायत चायल, धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत धर्मपुर, कुनिहार विकास खंड की ग्राम पंचायत कुनिहार तथा नालागढ़ विकास खंड की ग्राम पंचायत दभोटा में स्थापित की जाएगी ताकि प्लास्टिक कचरा का उचित निष्पादन हो सके। ठोस अपशिष्ट और गंदे पानी के उचित प्रबंधन के लिए 2281 गांव कवर किए जा चुके हैं। इसी तरह जिला के 2245 गांव को ओडीएफ प्लस किया जा चुका है तथा शेष बच्चे गांव को भी ओडीएफ प्लस की श्रेणी में लाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहे हैं। बैठक में जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी सीमा कंसल तथा जिला के खंड विकास अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
किन्नौर जिला के निचार विकास खंड की ग्राम पंचायत निचार में विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विभागों के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं से आम जनता को अवगत करवाया गया। जागरूकता शिविर में स्थानीय पंचायत के कुल 49 लोगों ने भाग लिया जिसमें 33 पुरुष व 16 महिलाएं शामिल रहीं। जागरूकता शिविर को कृषि विभाग द्वारा आयोजित किया गया। शिविर में उद्धान विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, उद्धोग विभाग, उद्यान विभाग, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग, अनुसूचित जाति व जनजाति निगम, खाद्य, नागरिक एवं आपूर्ति विभाग तथा लीड बैंक किन्नौर से आए अधिकारियों ने उनके संबंधित विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को विस्तृत जानकारी प्रदान कर जागरूक किया।
बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार के 11 खिलाड़ियों का राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। जानकारी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि यह बड़े गर्व की बात है इस वर्ष विद्यालय से 11 उम्दा खिलाडियों का अंडर-14/अंडर-19 छात्र-छात्रा खेल स्पर्धा के लिए हुआ है। अंडर-14 भाषण प्रतियोगिता में मिहिर कौशल, चेस प्रतियोगिता में कार्तिक, अनन्या, नव्या, काव्या, 100 मीटर प्रतियोगिता में अर्निका, शॉट पुट प्रतियोगिता में वंशिका ठाकुर, अंडर-19 टेबल टेनिस प्रतियोगिता में दक्ष ठाकुर, रुद्राक्ष मित्तल, शॉट पुट/ डिस्क प्रतियोगिता में गुंजन ठाकुर व दिशिता शर्मा का चयन हुआ है। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय खेल स्पर्धा में उत्तम प्रदर्शन करने के उपरांत इन सभी खिलाड़ियों का चयन राज स्तर के लिए हुआ। विद्यालय अध्यक्ष ने इन सभी चयनित खिलाड़ियों को, शारीरिक शिक्षक अमर देव, अरुणा शर्मा, इनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई दी है एवं राज्य स्तर पर भी उम्दा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि हर वर्ष इस विद्यालय से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों का चयन होता है, जिससे बच्चे विद्यालय का, इलाके का और अपने माता-पिता का नाम रोशन करते हैं। प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम लाल, मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा, अध्यापक अभिभावक संघ अध्यक्ष रतन तंवर व सभी सदस्यों ने, सभी अध्यापकों ने इन सभी खिलाड़ियों और इनके माता-पिता को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि पेयजल योजनाओं के स्रोतों को सुदृढ़ कर हर घर तक नल से शुद्ध जल पहुंचाना प्रदेश सरकार का ध्येय है। यह विचार कृषि मंत्री ने मंगलवार को जवाली क्षेत्र के तहत ठंगर गांव में 54 लाख से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना के स्रोत सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास करने के बाद व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना के बनने से क्षेत्र की चार पंचायतों के लगभग 3,700 लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। पूर्व सरकार के कार्यकाल में पानी के पाइप डालने पर ज्यादा जोर दिया गया, लेकिन पानी के स्रोतों को नजरअंदाज किया। इससे ग्रामीण क्षेत्रों को पानी की कमी से जूझना पड़ा। प्रदेश सरकार पाइप लाइन, पानी के टैंक और पानी के स्रोतों को सुदृढ़ कर हर घर स्वच्छ पेयजल पहुंचाना सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने बताया कि जायका परियोजना के अंतर्गत मनभरी और ठंगर क्षेत्र में खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए लगभग 161 लाख रुपये की लागत से सिंचाई चैनल बनाए जाएंगे, जिससे लगभग 35 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। प्रदेश में लावारिस पशुओं की समस्या के स्थायी समाधान के लिए राज्य सरकार योजना तैयार कर रही है। इस मौके पर उन्होंने जनसमस्याएं भी सुनीं और अधिकांश का मौके पर ही समाधान किया, जबकि शेष के समयबद्ध निपटारे के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
अगले महीने छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सात से 30 नवंबर तक इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चलेगी। ऐसे में हिमाचल प्रदेश के 20 आईएएस और 10 आईपीएस अफसर इन राज्यों में चुनाव ड्यूटी पर जाएंगे। 19 अक्तूबर से प्रदेश के आईएएस अफसर क्रमवार जाना शुरू होंगे। चुनाव आयोग की ओर से इन अधिकारियों की ड्यूट्यिां लगाई गई हैं। कौन सा अधिकारी किस राज्य में जाएगा, इसकी जानकारी आयोग की ओर से अलग से सरकार को दी जा रही है। आईएएस अधिकारियों में नंदिता गुप्ता, सी पालरासू, प्रियतु मंडल, डॉ. आरके प्रूथी, विनोद कुमार, सुदेश कुमार मोक्टा, संदीप कुमार, ऋगवेद ठाकुर, डीसी नेगी, गोपाल चंद, कमल कांत सरोच, नीरज कुमार, रोहित जंबाल, अश्वनी कुमार शर्मा, रामकुमार गौतम, पंकज रॉय, प्रदीप ठाकुर, विनय सिंह, हरबंस सिंह ब्रेसकॉन और रीमा कश्यप की चुनाव ड्यूटी लगाई गई है। आईपीएस अधिकारियों में जेपी सिंह, डॉ. डीके चौधरी, गुरदेव चंद, अनुपम शर्मा, रोहित मालपानी, डॉ. कुशाल चंद शर्मा, डॉ. रमेश चंद्र छाजटा, देवाकर शर्मा, डॉ. मोनिका और भगत सिंह विधानसभा चुनाव करवाने जाएंगे। यह सभी अधिकारी अलग-अलग शेड्यूल के तहत ड्यूटी देने जाएंगे। चुनाव ड्यूटी के दौरान इन अधिकारियों के काम का अतिरिक्त कार्यभार अन्य अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को सूचना एवं जन संपर्क विभाग की 'हिम समाचार' एप का शुभारंभ किया, जिसमें विभागीय बुलेटिन के साथ-साथ अन्य वीडियो कंटेंट उपलब्ध होंगे। इस एप में विभागीय वीडियो, शॉर्ट रील्ज तथा राज्य सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी भी उपलब्ध होगी। हिम समाचार एप गूगल प्ले स्टोर से तथा क्यू.आर. कोड स्कैन कर भी डाउनलोड किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एप के माध्यम से लोगों को राज्य सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों व कार्यक्रमों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की हैं तथा सरकार की इन नीतियों एवं कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार में सूचना एवं जन संपर्क विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने विभाग को अपनी कार्यप्रणाली में सूचना तकनीकी का और अधिक इस्तेमाल करने के निर्देश दिए, ताकि आमजन सहजता से सटीक व तथ्यपरक जानकारी प्राप्त कर राज्य सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों का लाभ उठा सकें। इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक केवल सिंह पठानिया, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, निदेशक डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस मुकेश रेपस्वाल, सूचना एवं जन संपर्क विभाग के निदेशक राजीव कुमार सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
-बागवानी मंत्री ने एचपीएमसी के नए वेब पोर्टल का किया शुभारंभ -कहा, एचपीएमसी ने एमआईएस के तहत 32454 मीट्रिक टन सेब खरीदा बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) के निदेशक मंडल (बीओडी) की 213वीं बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। बागवानी मंत्री ने औपचारिक रूप से एचपीएमसी के नए वेब पोर्टल का शुभारंभ किया। सीए व कोल्ड स्टोर्स की बुकिंग, बाजार मध्यस्थता योजना (एमआईएस) और बागवानी खाद व उपकरण की बिक्री जैसी एचपीएमसी की सभी सेवाएं वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन कर दी गई हैं। जगत सिंह नेगी ने कहा कि एचपीएमसी ने बाजार मध्यस्थता योजना-2023 के तहत अब तक 32454 मीट्रिक टन सेब की खरीद की है। राज्य में भारी वर्षा के कारण हुई आपदा के बावजूद एचपीएमसी योजना के तहत खरीदे गए सेब की पूरी मात्रा उठाने में कामयाब रही है। एचपीएमसी ने वर्तमान सेब सीजन के दौरान अपने तीन फल प्रसंस्करण संयंत्रों पराला, परवाणु और जड़ोल (मण्डी) में रिकॉर्ड 1288 मीट्रिक टन सेब जूस कंसन्ट्रेट का उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि नव स्थापित एचपीएमसी फल प्रसंस्करण संयंत्र पराला का परीक्षण और कमीशनिंग वर्तमान सेब सीजन के दौरान सफलतापूर्वक आयोजित की गई। एचपीएमसी सुविधा में एप्पल जूस कन्सन्ट्रेट, पेक्टिन, रेडी टू सर्व जूस और पेय, फलों की वाइन और एप्पल साइडर विनेगर का उत्पादन करेगा। एचपीएमसी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 120 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड कारोबार दर्ज किया है। बैठक के दौरान वर्तमान सेब सीजन के दौरान उत्पादित एप्पल जूस कन्सन्ट्रेट की दरें भी तय की गईं। बैठक में सभी एचपीएमसी उत्पादों की पैकेजिंग डिजाइन को चरणबद्ध तरीके से बदलने का निर्णय लिया गया। बीओडी ने सेब उत्पादकों को उचित मूल्य पर सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले बागवानी इनपुट की विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने का निर्णय लिया। एचपीएमसी ने अगले सेब सीजन के दौरान सेब उत्पादकों को केवल यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध करवाने और टेलीस्कोपिक कार्टन की बिक्री बंद करने का निर्णय लिया है। एपीएमसी मार्केट यार्ड पराला, सोलन और परवाणु में सेब व्यापारिक गतिविधियों को अगले वर्ष के दौरान जारी रखने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से बेचने का निर्णय लिया गया और इस संबंध में एक नीति को मंजूरी दी गई। एचपीएमसी ने विभिन्न माध्यमों से अपने उत्पादों की बिक्री को गति प्रदान करने के लिए अपनी वितरण नीति शुरू की है। बागवानी मंत्री ने एचपीएमसी अधिकारियों से राज्य के बाहर स्थित संपत्तियों और संसाधनों का उचित उपयोग सुनिश्चित करके और किसानों के सर्वोत्तम हित में सभी व्यावसायिक गतिविधियों की कार्यप्रणाली सुव्यवस्थित कर और दक्षता बढ़ाकर निगम को मजबूत करने का आग्रह किया। उन्होंने निगम को वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के लिए नए और दीर्घकालिक व्यावसायिक उद्यमों पर भी बल दिया। बैठक के दौरान सचिव बागवानी सी. पालरासु, निदेशक बागवानी संदीप कदम, प्रबंध निदेशक एचपीएमसी सुदेश कुमार मोख्टा और प्रबंध निदेशक एचपी एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन रीमा कश्यप और एचपीएमसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता जिला कांगड़ा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करियाड़ा में 10 अक्तूबर से 14 अक्तूबर तक आयोजित की गई। इसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पलियार स्थित लंघा के छात्र सुगम संगीत में प्रथम स्थान पर, शास्त्रीय संगीत में तीसरा स्थान, संस्कृत गीतिका में दूसरा स्थान व वाद्ययंत्र में प्रथम स्थान पर रहे। इसी तरह लड़कियों की प्रतियोगिता भी 13 से 14 अक्तूबर तक उक्त विद्यालय में आयोजित हुई, जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलियार स्थित लंघा की लड़कियों ने समूह गान में दूसरा स्थान, एंकाकी में भी दूसरा, भाषण प्रतियोगिता में दूसरा स्थान, वाद्ययंत्र में प्रथम स्थान और लोकनृत्य में प्रथम स्थान हासिल किया। अब राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता जिला शिमला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नेरवा में 23 नवंबर में होगी। इसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलियार स्थित लंघा के लड़के सुगम संगीत और वाद्ययंत्र में भाग लेंगे। वहीं, लड़कियां वाद्ययंत्र और लोकनृत्य में भाग लेंगी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलियार स्थित लंघा में सभी छात्र खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया। प्रधानाचार्य मीनाक्षी ने सांस्कृतिक प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने सभी छात्रों को सम्मानित किया और आगे भी शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। वहीं, प्रवक्ता कुलदीप राणा व प्रवक्ता सीमा देवी को भी बच्चों की जीत का श्रेय दिया और सारे स्टाफ को बधाई दी। इस मौके पर प्रवक्ता सीमा देवी, प्रवक्ता कुलदीप राणा, प्रवक्ता सुरजीत, टीजीटी नवप्रीत सिंह, टीजटी रंजना राणा, टीजीटी शशि पाल, कला अध्यापिका सपना राणा, शास्त्री ओंकार शर्मा, भाषा अध्यापिका सपना ठाकुर, राणा देवेंद्र, जेबीटी संदीप ठाकुर अनु राणा हिमांशु कपूर, कमलेश, रंजना, लता सभी उपस्थित रहे।
-कहा, मनमाने नियमों से प्रदेश के हर वर्ग को कर रही है परेशान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल है। मुख्यमंत्री प्रदेश में किसी काम को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। तानाशाही से सरकार चलाना चाह रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी स्वावलंबन ई-टैक्सी योजना शुरू करने की घोषणा कर दी। इसके लिए नियम भी बना दिए। इस योजना के लिए आवेदन करने की पात्रता उम्र 20 से 45 वर्ष है और आवेदक के पास कम से कम 7 साल का ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है। जयराम ठाकुर ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस बनने की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष है। यदि सात साल का ड्राइविंग लाइसेंस और जोड़ दिया जाए तो आवेदक की न्यूनतम उम्र 25 साल हो जाएगी, लेकिन सरकारी नियमों में आवेदक की उम्र सीमा 20 से 45 साल रखी गई है। जो अपने आप में हास्यास्पद है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ज़िला परिषद कर्मियों की माँगे पूरी करने की बजाय उन्हें धमका रही है। कार्रवाई की तैयारी कर रही है। जब चुनाव का समय था तो सरकार बनते ही हर मांग पूरी करने का वादा कर रहे थे। अब जब झूठ बोलकर सरकार बन गई है तो महीनों से धरने पर बैठे ज़िला परिषद कर्मियों के मसलों कों हल करने के बजाय सरकार तानाशाही का तरीक़ा अपनाना चाह रही है। लोकतंत्र में चुनावी वादों के साथ झूठ बोलकर सरकार बनाने वालों से सरकार का यह तानाशाही भरा रवैया हम चलने नहीं देंगे। नेता प्रतिपक्ष में कहा कि आपदा की चपेट में आने वाले प्रदेश के आपदा राहत और पुनर्निर्माण के सारे कार्य सरकार की नीतियों की वजह से बंद पड़े हैं। जिससे आज भी हज़ारों बेघर लोगों को अपना घर नहीं बन पास रहा है। क्रशर बंद हैं। बालू, रेत, बजरी जैसे निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं आज लोगों को मिल नहीं रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा से प्रदेश में पर्यटन को सबसे ज़्यादा नुक़सान हुआ है। इससे उबरने में सरकार के सहयोग की आवश्यकता है लेकिन वर्तमान की सुक्खू सरकार पर्यटन की कमर तोड़ने में लगी हैं। ऐसे-ऐसे टैक्स लाद रही है की पर्यटन कारोबारी हिमाचल की बजाय अन्य प्रदेशों का रुख़ कर रहे हैं। विभिन्न संस्थाओं के आंकड़ों की माने तो सरकार के इन नियमों परिमाण स्वरूप विंटर सीजन की 90 परसेंट एडवांस बुकिंग लोगों ने रद्द कर दी हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा पर्यटक बसों और टेंपो ट्रैवलर टाइप वाहनों पर अतिरिक्त टैक्स लगा दिया। इस टैक्स की वजह से हर बस को चार से पांच दिन के टूर पर 20 से 25 हज़ार अतिरिक्त खर्च हो रहे हैं, ऐसे में बस ऑपरेटर हिमाचल की बजाय कश्मीर और अन्य राज्यों का रुख़ कर रहे हैं। जिससे प्रदेश को हर दिन करोड़ों का नुक़सान हो रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा लाई गई लगेज पॉलिसी हर लिहाज से जन विरोधी थी। एचआरटीसी का उद्देश्य प्रदेश के लोगों की सेवा करना है। यह आम लोगों के परिवहन का साधन है। उन्होंने कहा के सरकार ने लगेज पॉलिसी के मामले में एचआरटीसी के दो परिचालकों को बर्खास्त कर दिया। यह सरकार का तानाशाही भरा दुर्भाग्यपूर्ण फ़ैसला है। इस फ़ैसले को सरकार को वापस लेना होगा।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग राज्य कार्यकारिणी की बैठक राजीव भवन शिमला में अध्यक्ष अमित नंदा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सांसद मंडी लोकसभा क्षेत्र व मंत्री स्वास्थ्य, समाजिक न्याय एवं अधिकारिता व सैनिक कल्याण हिमाचल प्रदेश सरकार धनीराम शांडिल विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग कांग्रेस संगठन का एक महत्वपूर्ण विभाग है तथा इस विभाग की चुनाव में हमेशा सक्रियता रहती है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में कार्यकर्ताओं को अभी से जुट जाना चाहिए। देश की तानाशाह सरकार को इस बार जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए हरेक कांग्रेस कार्यकर्ता को धरातल पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि संगठन में काम करने वाले कार्यकर्ताओं के काम सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर किए जाने चाहिए। वहीं, हिमाचल सरकार के वरिष्ठ मंत्री डॉक्टर कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि अनुसूचित जाति विभाग कांग्रेस पार्टी का अभिन्न अंग है, जिसकी वजह से विधानसभा में आज कांग्रेस पार्टी के 10 विधायक चुनकर आये हैं सरकार की प्राथमिकता है कि अनुसूचित जाति वर्ग के विकास के लिए अनेकों ऐसी जन कल्याणकारी योजनाओं चलाई जा रही है जिसमें समाज में अंतिम व्यक्ति तक इसका लाभ मिलेगा। अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग अमित नंदा के कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिशा निर्देश अनुसार अनुसूचित जाति विभाग ने पार्टी के अनेकों कार्यक्रम समय समय पर चलाए हैं और वर्तमान में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में संविधान रक्षकों की नियुक्ति की जा रही है जिसका लक्ष्य हमने 50000 रखा है हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाएगा तथा राज्य स्तर के लिए शीघ्र ही स्थान चयनित किया जाएगा । अत्याचार निवारण अधिनियम के लिए सभी 12 ज़िलों में क़ानून ज्ञाता समन्वयक नियुक्त किए गए हैं जिनकी सहायता समाज का कोई भी पीड़ित परिवार ले सकता है। अमित नंदा ने कहा कि इस वर्ष के दिसंबर माह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रारूप अनुसार हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक प्रस्तावित है जिसके बारे में मुख्यमंत्री से वार्तालाप करके इसकी तिथि निर्धारित की जाएगी तथा इसकी तैयारी के लिए संगठन के लोगों को ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी। इससे पूर्व उन्होंने आज की बैठक में विशेष रूप से उपस्थित अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी व माननीय मंत्री का स्वागत व धन्यवाद किया कि उन्होंने अपने व्यस्तता के चलते भी बैठक के लिए समय निकाला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव व अनुसूचित जाति विभाग के प्रभारी यशपाल तनाईक ने सभी पदाधिकारियों का बैठक में उपस्थित होने पर स्वागत किया तथा आने वाले समय में अपने अपने ब्लाको व ज़िले में संगठन की गतिविधियों को बढ़ाने व लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिये कमर कसने का आवाहन किया। इस दोरान शिमला कृष्णा नगर वार्ड से अमित की अध्यक्षता मै 10 लोगों ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और कांग्रेस पार्टी की नीतियों मै पूर्ण विश्वाश व्यक्त किया! इस बैठक में उपाध्यक्ष सैन राम नेगी बरम दास चोहान जीत राम विनोद भाटिया चमन प्रकाश उतम कश्यप यशपाल प्रिती धांटा शकुनतला कश्यप शिवानी चौहान बुद्धि सिंह इत्यादि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे बैठक के पश्चात प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग का एक प्रतिनिधि मंडल अंतिम नंदा की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुकखू से उनके निवास स्थान ओक ओवर में मिला तथा आपदा राहत कोष के लिए 2 लाख रुपये की राशि का चेक भेंट किया ।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल तथा प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री रोहित ठाकुर ने आज सोलन जिला के सायरी में जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के समीप स्थित निर्माणाधीन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया। डॉ. शांडिल तथा रोहित ठाकुर ने आज तृतीय नवरात्र के पावन अवसर पर सायरी स्थित मनसा माता मंदिर में पूजा अर्चना भी की और प्रदेशवासियों के सुखी जीवन की कामना की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सायरी के बनने से आस-पास के गांव के छात्रों को जहां उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त होगी वहीं साथ लगते क्षेत्रों में रोज़गार भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा तकनीकी शिक्षा में गुणावत्ता लाना और पाठ्यक्रम को रोज़गारोन्मुखी बनाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इस उद्देश्य से सरकार द्वारा विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ड्रोन सेवा तकनीशियन पाठ्यक्रम चरणबद्ध तरीके से शुरू किए जा रहे है ताकि छात्रों को नई तकनीक के बारे में उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके। डॉ. शांडिल ने कहा कि सुखाश्रय योजना के तहत लगभग 2700 अनाथ बच्चे, जो कि अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं, को भी 27 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक 4000 रुपये मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन बच्चों के संरक्षण के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और इस योजना में मातृत्व देखभाल की आवश्यकता वाले प्रत्येक बच्चे के लिए एक परिचारिका का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्णायक नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा भारी वर्षा के प्रभावितों के लिए राहत पैकेज दिया गया है। राहत पैकेज के तहत भारी वर्षा के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को देने वाली राशि को बढ़ाकर 7 लाख रुपए तथा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि भारी वर्षा से हुए नुकसान के प्रभावितों का पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता है। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश मंत्रिमंडल की पिछली आयोजित बैठक में सायरी चौकी को थाना के रूप में स्तरोन्नत करने पर सहमति जताई गई है। इस सम्बन्ध में शीघ्र ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही स्वास्थ्य केंद्र सायरी को आदर्श स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाएगा। उन्होंने मनसा माता मंदिर सायरी में सभागार के निर्माण के लिए 05 लाख रुपए की घोषणा की। उन्होंने ग्राम पंचायत काहला के दांउटी में सामुदायिक भवन अनुसूचित जाति योजना घटक के तहत निर्मित करने की घोषणा भी की। प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री रोहित ठाकुर ने निरीक्षण के उपरांत कहा कि युवाओं को गुणात्मक तथा रोज़गारोन्मुखी शिक्षा उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में लगभग 134 महाविद्यालय, लगभग 152 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा लगभग 130 निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि विकास एक निरंतर प्रक्रिया है तथा आने वाले समय में सरकार द्वारा नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को और सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमण्डल की बैठक में 06 हजार शिक्षक के पदों को भरने की स्वीकृति प्राप्त हुई है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में गुणात्मक सुधार के लिए प्रारम्भिक शिक्षा में 2252 शिक्षकों के पदों पर भर्ती प्रत्येक ज़िला में आरम्भ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यालय स्तर पर छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बल दे रही है। इस दिशा में प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल मील का पत्थर सिद्ध होंगे। सोलन ज़िला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में इन विद्यालयों के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में छात्रों को गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ बेहतर खेल सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस अवसर पर कुसुम्पटी के पूर्व विधायक सोहन लाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुन्दर सिंह जसवाल, ज़िला कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, खंड कांग्रेस समिति शिमला ग्रामीण के उपाध्यक्ष जिया लाल ठाकुर, खंड कांग्रेस समिति शिमला ग्रामीण के महासचिव विवेक शर्मा, खण्ड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सत्या ठाकुर, ग्राम पंचायत सायरी के प्रधान अंजु राठौर, ग्राम पंचायत नौणी के प्रधान मदन हिमाचली, ग्राम पंचायत चनहोग के प्रधान मनोज कुमार, ग्राम पंचायत काहला के उप प्रधान रामेश ठाकुर, ग्राम पंचायत सायरी के पूर्व प्रधान जी.आर. भारद्वाज, ग्राम पंचायत सतड़ोल की पूर्व प्रधान सुखदेई, तकनीकी शिक्षा के उप निदेशक संजय गुप्ता, उपमंडलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, खण्ड चिकित्सा अधिकारी सायरी डॉ. अल्पना कौशल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को शूलिनी विश्वविद्यालय परिसर में अत्याधुनिक तकनीक के साथ उभरती प्रौद्योगिकियों में एक अनुभव केंद्र का उद्घाटन किया। आईहब दिव्य संपर्क और टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब द्वारा समर्थित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और आईआईटी रूड़की द्वारा नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (एनएमआईसीपीएस) के तहत एक सहयोगात्मक प्रयास, अत्याधुनिक सुविधा परिवर्तनकारी प्रगति के लिए संवर्धित वास्तविकता (एआर), आभासी वास्तविकता (वीआर), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), और ड्रोन प्रौद्योगिकी में उत्प्रेरक बनने कोशिश। कल शूलिनी विश्वविद्यालय में 7वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा केंद्र का उद्घाटन किया गया। केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला, प्रो चांसलर विशाल आनंद और ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा के अध्यक्ष आशीष खोसला उपस्थित थे। कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने मनीष आनंद सीईओ आईहब, दिव्य संपर्क का परिचय दिया और ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर), वर्चुअल रियलिटी (वीआर), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और ड्रोन टेक्नोलॉजी एक्सपीरियंस सेंटर लैब में शामिल विभिन्न तकनीकों के बारे में बताया। आईहब, दिव्य संपर्क के सीईओ मनीष आनंद ने कहा कि एआर/वीआर की भूमिका रियल एस्टेट, गेमिंग, शिक्षा और प्रशिक्षण में व्यापक अनुभव, इंटरैक्टिव सिमुलेशन और आभासी संपत्ति की खोज को जोड़ती है और उद्योगों को बदलने में मदद करेगी। टीओटी का उपयोग चीजों को अधिक कुशल बनाने और लोगों को जोड़ने के लिए किया जाएगा, जो स्मार्ट घरों, सटीक खेती, औद्योगिक स्वचालन और डेटा के आधार पर निर्णय लेने की अनुमति देता है। इस लैब का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के छात्रों को उन्नत तकनीकी कौशल प्रदान करके नौकरी बाजार के लिए प्रशिक्षित करना है। आईहब शूलिनी के समन्वयक प्रोफेसर दीपक कुमार ने इस अग्रणी केंद्र की स्थापना में आईहब दिव्यसंपर्क द्वारा दिए गए अमूल्य समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने दोनों संस्थानों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सहयोग पर भी प्रकाश डाला, जिसमें उद्योग-प्रासंगिक चुनौतियों का समाधान करना और इनक्यूबेशन और फंडिंग के लिए साइबर-फिजिकल सिस्टम (सीपीएस) डोमेन में स्टार्टअप की सहायता करना शामिल है।
जिला सोलन के अटल शिक्षा कुंज स्थित प्रसिद्ध आईईसी यूनिवर्सिटी की एनएसएस इकाई ने इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट वस्तुओं की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने के लिए एचपी राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के कचरे के संग्रहण और जागरूकता अभियान के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण की सुरक्षा हेतु जागरूक करना और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के कचरे के सही निपटारे के बारे में विस्तार से समझाना था। कार्यक्रम में कई छात्रों और वक्ताओं ने इस ज्वलंत मुद्दे पर अपने विचार विस्तार से प्रकट किये। उन्होंने ई-कचरा प्रबंधन की जरूरत पर अपनी राय दी और अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से ई-कचरे का उचित निपटान पर जोर दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक पुरी ने अपने संदेश में मुख्य पर्यावरण इंजीनियर, बद्दी श्री प्रवीण गुप्ता जी और उनकी सक्रिय टीम के प्रयासों की सराहना की और कहा कि आज ई-कचरा पर्यावरण प्रदूषण फैलाने का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है। इसलिए, हमें अपने समाज के सामने आने वाली इन बड़ी चुनौतियों के बारे में अधिक से अधिक जागरूक होना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट से पर्यावरण को हो रहे नुकसान से समाज को बचाने की नैतिक शपथ भी ली।
-जिला के 14 स्वास्थ्य संस्थानों में होगी नशा मुक्ति क्लीनिक की सुविधा -नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को भी किया जा रहा है चिह्न्ति धर्मशाला के प्रयास भवन में आधुनिक नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए स्वीकृति मिली है इसमें इंडोर तथा आउटडोर दोनों ही तरह की सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि उपायुक्त ने कहा कि जिला के 14 स्वास्थ्य संस्थानों में भी नशा मुक्ति क्लीनिक आरंभ करने के लिए प्रक्रिया आरंभ की जा रही है ताकि लोगों को नशे से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में चल रहे नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों को भी सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार तथा शनिवार को सांय दो बजे से चार बजे तक कांगड़ा जिला के जोनल अस्पताल धर्मशाला के साथ सिविल अस्पताल ज्वालामुखी, कांगड़ा, शाहपुर, नूरपुर, इंदौरा और पालमपुर में नशा मुक्ति क्लीनिक में विशेषज्ञ चिकित्सक नशे की चपेट में आए रोगियों का चेकअप कर रहे हैं तथा आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिले में नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्न्ति किया जा रहा है इस के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं तथा चिह्न्ति क्षेत्रों में नशा निवारण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा तथा पुलिस की ओर से निगरानी भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से दूर रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से संवाद कार्यक्रम भी आरंभ किया गया है जिसके तहत चयनित 152 स्कूलों में विभिन्न समूहों द्वारा 236 के करीब कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सरकार के साथ साथ आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है क्योंकि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन मिलेगा तो वे बेहतर भविष्य की ओर से बढ़ सकते हैं तथा समाज निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान नहीं पड़े इस के लिए माह में तीसरे तथा चौथे शनिवार को संवाद के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।