अतिरिक्त डीजीटी एचपी एलएसए ने बताया कि इंट्रा सर्कल रोमिंग (आईसीआर) हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में लागू किया गया है जो 10 जुलाई से मूसलाधार बारिश से प्रभावित हैं। यह चार जिले चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और मंडी हैं। एक दूरसंचार सेवा प्रदाता (टीएसपी) के मोबाइल उपयोगकर्ता प्रभावित जिलों में किसी भी अन्य दूरसंचार सेवा प्रदाता (टीएसपी) के नेटवर्क से कॉल कर सकते हैं। मोबाइल उपयोगकर्ता मोबाइल सेटिंग्स से मैन्युअल/ऑटो नेटवर्क का चयन कर सकते हैं और उपलब्ध नेटवर्क से किसी भी टेलीकॉम कंपनी के मोबाइल नेटवर्क का चयन कर सकते हैं (सेटिंग्स> सिम कार्ड> मोबाइल नेटवर्क> मैनुअल/ऑटो सेलेक्ट) 7 वे अन्य टेलीकॉम कंपनी के नेटवर्क पर जुड़ सकते है जिसका कवरेज उपलब्ध है और मोबाइल कनेक्टिविटी प्राप्त कर सकते है। दूरसंचार विभाग ने सभी टेलीकॉम कंपनियों से जल्द से जल्द टेलीकॉम नेटवर्क की बहाली के लिए जरूरी इंतजाम करने को भी कहा है। दूरसंचार विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और टीएसपी पदाधिकारी राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय में स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
हिमाचल और आसपास का क्षेत्र भारी बारिश के कारण गंभीर आपदा की चपेट में है। इस समय हर कोई किसी न किसी प्रकार से प्रभावित हुआ है। संकट की इस घड़ी में अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए अटल शिक्षा कुंज स्थित प्रसिद्ध आईईसी यूनिवर्सिटी ने इस आपदा से प्रभावित छात्रों को मुफ्त शिक्षा या विशेष छात्रवृत्ति प्रदान करने की तैयारी कर ली है। आपदा प्रभावित परिवारों के छात्रों के लिए प्रवेश को आसान बनाने के लिए आईईसी विश्वविद्यालय के सभी विषयों में 10 फीसदी सीटें विशेष तौर पर आरक्षित की गई हैं। सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट उपलब्धि हासिल करने वाले आईईसी विश्वविद्यालय ने अपने सभी कर्मचारियों और छात्र सुविधाओं की एहतियात के तौर पर मरम्मत भी कर ली है। विश्वविद्यालय सभी काम सुचारू रूप से शुरू करने की ओर अग्रसर है। इसके साथ ही सरकार द्वारा समय समय पर दिए जा रहे दिशानिर्देशों का भी पालन किया जा रहा है। आईईसी विश्वविद्यालय की मैनेजमेंट ने इस आकस्मिक प्राकृतिक आपदा के समय सभी को अपने सामाजिक दायित्व को समझते हुए एक साथ आकर सभी संभावित तरीकों से एक-दूसरे की मदद करने का आह्वान भी किया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश से बाढ़ एवं भूस्खलन के बाद राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है। सबसे अधिक प्रभावित कुल्लू जिला तथा लाहौल-स्पिति में फंसे पर्यटकों एवं अन्य लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पिछले लगभग 60 घंटे से निरंतर बचाव अभियान चलाया गया। मुख्यमंत्री ने कुल्लू एवं मंडी में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वह गत तीन दिनों से कुल्लू, लाहौल-स्पिति तथा मंडी में प्रभावित क्षेत्रों का दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू एवं लाहौल-स्पिति जिला के विभिन्न स्थानों पर लगभग 70 हजार पर्यटक एवं अन्य लोग फंसे हुए थे, इनमें से 60 हजार लोगों की सुरक्षित वापसी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बचाव अभियान में एक हजार कर्मचारी एवं अधिकारियों ने चौबीसों घंटे युद्धस्तर पर कार्य करते हुए इसे संभव बनाया। उन्होंने कहा कि इस विपदा में सबसे चुनौतिपूर्ण बचाव अभियान के तहत लाहौल-स्पिति के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई है। लैंडिंग स्थल उपलब्ध न होने के कारण यहां वायुसेना के लिए हैलीकाप्टर उतारना संभव नहीं था। प्रदेश सरकार की ओर से राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी बचाव अभियान की निगरानी के लिए भारी बर्फबारी के बीच शून्य से नीचे तापमान में तीन जेसीबी मशीनों के साथ तड़के सुबह दो बजे ग्राउंड जीरो (चंद्रताल) पर पहुंचे। इसके उपरान्त 57 वाहनों के माध्यम से लगभग 250 पर्यटकों को वहां से सुरक्षित काजा लाने के साथ ही यह अभियान पूरा हुआ। उन्होंने अभियान से जुड़े सभी लोगों का उनके सक्रिय सहयोग एवं अथक प्रयासों के लिए आभार भी व्यक्त किया। अपनी गाड़ियां छोड़कर जाने को तैयार नहीं कई पर्यटक मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी तीर्थन तथा कसोल क्षेत्र में काफी संख्या में पर्यटक हैं और उनमें से अधिकांश ने अपनी गाड़ियों सहित ही घर वापसी की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि चूंकि भारी बारिश से सड़कों को व्यापक नुकसान पहुंचना है और ऐसे में इन पर यातायात सामान्य करने में समय लग सकता है। प्रदेश सरकार ने उन्हें गाड़ियां वहीं छोड़कर सार्वजनिक परिवहन सेवा के माध्यम से घर वापसी का विकल्प दिया है। पर्यटकों को उनकी गाड़ियों से संबंधित एक पावती भी जिला व पुलिस प्रशासन के माध्यम से दी जाएगी तथा इसी के आधार पर सड़क मार्ग बहाल होने पर उन्हें यह गाड़ियां वापस उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन पर्यटकों से संवाद के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी को भी कसोल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। घाटी में सभी विदेशी पर्यटक सुरक्षित एक सवाल के जवाब में सुक्खू ने कहा कि तीर्थन तथा कसोल क्षेत्र में कुछेक इजरायली पर्यटक भी हैं और इजरायली दूतावास की ओर से उन्हें अपने स्तर पर हेलिकाप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकालने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पर प्रदेश सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि घाटी में सभी विदेशी पर्यटक सुरक्षित हैं और उन्हें भोजन सहित सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू में इतनी बड़ी विपदा के बावजूद प्रदेश सरकार ने जनजीवन सामान्य बनाने के लिए पूरी तत्परता से कार्य किया है। क्षेत्र में 48 घण्टों में बिजली तथा पानी की आपूर्ति आंशिक तौर पर बहाल करने के साथ ही मोबाइल सेवा पुन: सुचारू करने में भी सफलता हासिल की है। इसके लिए उन्होंने जिला व पुलिस प्रशासन सहित सभी संबंधित विभागों के प्रयासों की सराहना भी की। बाढ़ प्रभावित परिवारों को 50 लाख की राहत राशि जारी मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक बाढ़ प्रभावित परिवारों को 50 लाख रुपये की राहत राशि जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा राहत राशि में बढ़ौत्तरी करते हुए सभी प्रभावितों को एक-एक लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। किन्नौर के कड़छम, कुप्पा और सांगला में लिया नुकसान का जायजा मुख्यमंत्री ने किन्नौर जिला के कड़छम, कुप्पा और सांगला घाटी का दौरा भी किया और वहां हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने टापरी उप-तहसील के चोलिंग में स्थित सेना के राहत शिविर में सांगला से सुरक्षित निकाले गए लोगों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में बादल फटने की घटना के बाद वहां फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव दल ने बेहतरीन कार्य करते हुए 118 लोगों को हेलिकाप्टर की छह उड़ानों में सांगला से चोलिंग (कड़छम) सुरक्षित पहुंचाया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने जिला प्रशासन और भारतीय सेना की सराहना भी की। इस अवसर पर मंडी में मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, एपीएमसी मंडी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया तथा किन्नौर में उपायुक्त तोरुल रवीश सहित सेना एवं विभिन्न प्रशासनिक व विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के अंतर्गत तीन दिवसीय लेह- लद्दाख यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने लेह से 211 किलोमीटर दूर, भारत- चीन सीमा से लगे गांव करजोक में रात बिताई। मंत्री ने 14000 फुट की ऊंचाई पर पुगा आवासीय विद्यालय के अपने दौरे के दौरान युवाओं संग वॉलीबॉल भी खेला और युवाओं के आमंत्रण रात्रि में मोबाइल फ़ोन की रोशनी में टेबल टेनिस में भी हाथ आजमाया। ठाकुर ने कहा कि लेह लद्दाख के युवा प्रतिभा से भरे हैं। 2014 से पहले इनकी प्रतिभा को देखने वाला कोई नहीं था। आज मोदी जी के नेतृत्व में इनकी प्रतिभा को तराशा जा रहा है। ठाकुर ने कारजोक व पुगा में खेल उपकरण भी वितरित किए। भारत चीन सीमा से सटे गावों के विकास के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार भारत-चीन सीमा पर स्थित इलाकों में प्रसारण तथा नेटवर्क कनेक्टिविटी बढाने के लिये कृत संकल्पित हो कर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, हम जल्द भारत-चीन सीमा पर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को दूरदर्शन फ्री डिश का कनेक्शन उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा बेहतर मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने हेतु भी तेज़ी से कार्य किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि डीडी फ्री डिश प्लेटफार्म के जरिए सीमावर्ती और सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य हासिल करने के लिये सरकार ने सीमावर्ती इलाकों के गांवों में 1.5 लाख मुफ्त फ्री डिश वितरित करने का प्रस्ताव किया था। ठाकुर ने आगे कहा, 'हम लेह लद्दाख को विकास के मामले में बाकी भारत के समकक्ष लाने हेतु लगातार काम कर रहे हैं. फिजिकल कनेक्टिविटी जैसे सड़क, पुल, टनल इत्यादि के साथ साथ हम यहाँ डिजिटल कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित कर रहे हैं। पर्यटन हो या खेल, मोदी सरकार लेह लद्दाख की सभी बुनियादी जरूरतों को जल्द से जल्द पूरा करेगी।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में आज इको क्लब और एनसीसी इकाई ने वन महोत्सव की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू रानी चौहान ने की। प्राचार्या ने महाविद्यालय परिसर को प्लास्टिक मुक्त तथा हरा-भरा बनाने के लिए का छात्र-छात्राओं से आह्वान किया। इस दौरान महाविद्यालय परिसर में बेड़ा, आमला इत्यादि औषधीय गुण वाले पौधों का रोपण किया गया। क्लब के समन्वयक प्रोफेसर संजीव जसवाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें पौधरोपण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए, क्योंकि ये जीवन का आधार है और पर्यावरण संरक्षण में वन महोत्सव के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि युवाओं को आगे बढ़कर प्रतिवर्ष पौधे लगाने चाहिए, जिससे यह धरती हरी-भरी हो जाएगी। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर स्वदीप सूद, सुशील भारद्वाज, कर्ण पठानिया, धर्मेंद्र,आरती, वंदना, उपस्थित रहे। एनसीसी अधिकारी राजीव ठाकुर ने युवाओं से आवाहन किया की इस वर्ष बढ़-चढ़कर पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लें, क्योंकि स्वच्छ और सुंदर पर्यावरण के लिए प्रकृति संरक्षण में हमारा सबसे बड़ा योगदान रहेगा। इस कार्यक्रम में एनसीसी, इको क्लब के छात्र छात्राएं रोवर रेंजर और एनएसएस कैडेट्स ने भाग लिया।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुुरुवार दोपहर प्रशासनिक अमले के साथ सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात कर उनका ढाढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार बाढ़ प्रभवितों के साथ ही है। उन्होंने थुनाग बाढ़ प्रभावितों को एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की। सीएम ने मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे थुनाग व आसपास क्षेत्रो में भूस्खलन से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर जल्द जिला प्रशासन को सौंपें।
बीते दिनों भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ व भूस्खलन जैसी त्रासदियों से प्रदेशभर के सभी वर्गों के लोगों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों सहित अन्य कई इलाकों के छात्र-छात्राओं को भी कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस विषम स्थिति को मद्देनजर रखते हुए एनएसयूआई ने पीजी परीक्षाओं को स्थगित कर दस दिन बाद आयोजित करवाने की मांग प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन से की है। इस संदर्भ में एनएसयूआई इकाई द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक जेएस नेगी को ज्ञापन सौंपा। एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा कि आज पूरा प्रदेश बाढ़ व भूस्खलन जैसी आपदा से जूझ रहा रहा है, जिससे प्रदेशभर में जान व माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है, जिससे प्रदेश के विभिन्न जिलों से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अपने घरों में फंसे हुए है। दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीजी की परीक्षा तिथि घोषित कर दी है जो कि 17 जुलाई से है। ऐसे में कई छात्र छात्राओं परीक्षा से वंचित रहना पड़ेगा। गौरतलब है कि मौसम विभाग द्वारा 14 से 17 जुलाई तक फिर से प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। ऐसे में एनएसयूआई ने छात्रों के हितों व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवि प्रशासन से परीक्षा को स्थगित करने की मांग रखी है। इस मौके पर एनएसयूआई राज्य उपाध्यक्ष वीनू मेहता, राज्य महासचिव प्रवीण मिन्हास, यासीन भट, अरविंद ठाकुर, पवन नेगी, अक्षिता भरोटा, रमेश कुमार, रणदीप ठाकुर, चंदन महाजन, ईशान शर्मा, सचिन, राकेश सिंगटा, यशवंत ठाकुर, गिरीश, गौरव नेगी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी कांगड़ा आकाश राणा ने बताया कि इवान सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड ने सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा सुपरवाइजर, एच.आर व सामान्य ड्यूटी हेतु 180 पद अधिसूचित किए हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा सुपरवाइजर और सामान्य ड्यूटी के लिए शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास तथा एचआर के लिए एमबीए रखी गई है। उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए आयु सीमा 20 से 38 वर्ष के बीच रखी गई है। इस साक्षात्कार के लिए महिला व पुरुष आवेदक पात्र होंगे। उन्होंने बताया कि कम्पनी द्वारा चयनित उम्मीदवारों को 12000 रुपये से 25000 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा। चयनित अभ्यर्थियों को हिमाचल, पंजाब और हरियाणा में तैनाती दी जाएगी। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि इच्छुक आवेदक अपने मूल प्रमाण पत्रों व पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ के साथ दिनांक 17 जुलाई को उप रोजगार कार्यालय लंबागांव, 18 को उप रोज़गार कार्यालय बैजनाथ, 19 को उप रोजगार कार्यालय नगरोटा बगवां, 20 को उप रोजगार कार्यालय नूरपुर और 21 जुलाई को उप रोजगार कार्यालय देहरा में सुबह 10 बजे पहुंचकर उक्त कंपनी के समक्ष साक्षात्कार हेतु उपस्थित हो सकते हैं। इस साक्षात्कार के संबंध में यात्रा भत्ता व अन्य देय नहीं होगा। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 9418217918, 8221862918 पर संपर्क किया जा सकता है।
किन्नौर जिला के जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ की प्राचार्या शशि कांता कुमारी ने आज यहां बताया कि जिला किन्नौर में सत्र 2023-24 में कक्षा 11वीं की पार्श्व परीक्षा 22 जुलाई को प्रात: 11 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांग पिओ में आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए प्रवेश-पत्र जारी कर दिए गए हैं जो नवोदय विद्यालय समिति की वैबसाईट ूूूण्दंअवकलंण्हवअण्पद पर उपलब्ध हैं तथा अभ्यर्थि वैबसाईट से प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त जिन अभ्यर्थियों को ऑनलाईन प्रवेश-पत्र निकालने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है वह जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांग पिओ में किसी भी कार्य दिवस आकर प्रवेश-पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने आज यहां जानकारी दी कि जिला प्रशासन किन्नौर द्वारा सांगला घाटी से 118 पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जिला के चोलिंग में भारतीय सेना के शिविर में स्थापित किए गए बाड़ राहत कैम्प में सुरक्षित पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने भारतीय सेना, आईटीबीपी, जिला पुलिस व गृह रक्षा के सहयोग से इस बचाव अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण किया। उन्होंने बताया की हेलीकॉप्टर की 6 सोर्टिस के माध्यम से 118 व्यक्तियों को सांगला से निकाला गया, जिसमें 6 विदेशी पर्यटक और 112 भारतीय पर्यटक शामिल हैं। सुरक्षित निकाले गए पर्यटकों में से पश्चिम बंगाल की शोनाली चेटरजी ने कहा की वह 34 लोगों का समूह है जो हिमाचल प्रदेश के भ्रमण पर आए थे जिसमें किन्नौर जिला का सांगला भी शामिल था, परंतु भारी बारिश के कारण वह गत पांच दिनों से सांगला में हीं फंसे हुए थे। शोनाली चेटर्जी कहती हैं कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को संपर्क करने के उपरांत उन्हे सांगला से सफलतापूर्वक हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकाला गया और चोलिंग पहुंचाया गया। इसके उपरांत, उन्हें बस के मध्यम से चंडीगढ़ तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से उन्हें चिकित्सीय सेवा के साथ-साथ मानसिक व भावनात्मक सहयोग भी प्रदान किया गया। जिला किन्नौर के बारंग गांव की दारा नेगी बताती हैं कि वह सांगला अपने रिश्तेदारों से अपने तीन रिश्तेदारों और दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलने गए थे, परंतु भारी बारिश के कारण रविवार से ही सांगला में फंसे हुए थे। उन्हें सूचना प्राप्त हुई की जिला प्रशासन द्वारा भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोगों को निकाला जा रहा है तथा जैसे ही उन्होंने प्रशासन से सम्पर्क साधा उन्हें त्वरित सहायता प्रदान की गई। उन्होंने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और उनका आभार व्यक्त किया। इजरायल की ताली बोलीं- थैंैक्यू हिमाचल सरकार इजरायल की ताली ने इस आपदा की स्थिति में तत्परता एवं सत्यनिष्ठा से बचाव एवं राहत कार्य करने के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। वहीं, जिला किन्नौर के रकच्छम गांव के निवासी पंकज नेगी गुजरात में काम करते हंै और अवकाश पर घर आए थे। उनका कहना है कि उनकी छुट्टियां खत्म हो रही थीं तथा उनका कार्य स्थल पर पहुंचना आवश्यक था, जिसके चलते उन्होंने जिला प्रशासन को संपर्क किया और जिला प्रशासन व भारतीय सेना की मदद से वह अब अपने कार्य स्थल समय पर पहुंच पाएंगे।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज यहां जिला शिमला में भारी वर्षा के कारण हुए जान व माल के नुकसान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इस संकट की घड़ी में प्रदेशवासियों के साथ है तथा प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने तथा स्थिति को सामान्य बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला शिमला की स्थिति के बारे में बताते हुए रोहित ने कहा कि जिले में पिछले पांच दिनों से भारी वर्षा के कारण विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन, पेड़ गिरने, मकान ढहने तथा वाहन क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। उन्होंने प्रशासन को मूलभूत सुविधाओं को शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी को जिले में हुए नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए ताकि राहत व बचाव कार्यों को शीघ्र पूरा किया जा सके। उन्होंने पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी को लोगों तक सहायता पहुंचाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आगामी सेब सीज़न को सफल बनाने के लिए सभी व्यवस्थाओं को और पुख्ता किया जाए। शिक्षा मंत्री ने जिले में सभी सड़कों विशेषकर राष्ट्रीय उच्च मार्गों तथा मुख्य जिला सड़कों को शीघ्र बहाल करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बाधित जलापूर्ति योजनाओं तथा बिजली की लाइनों की शीघ्र मरम्मत करने को कहा। उन्होंने लोगों को नदी, नालों तथा अन्य जल स्त्रोतों के पास न जाने को कहा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस संकट के समय में जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करें तथा प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों और मौसम व अन्य संबंधित चेतावनियों की अनुपालना करें। उन्होंने लोगों से अति-आवश्यक स्थिति के अलावा यात्रा न करने की भी अपील की है। इस अवसर पर राज्य भूविज्ञानी पुनीत गुलेरिया, मुख्य अभियंता (शिमला जोन) जल शक्ति विभाग अंजू शर्मा, हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के मुख्य अभियन्ता राकेश ठाकुर, अधीक्षण अभियड्डता लोक निर्माण विभाग अजय सोनी सहित व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
आज एसएफआई की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने छात्रों की समस्याओं को लेकर डीन ऑफ स्टडीज को ज्ञापन पत्र सौंपा। एसएफआई ने मुख्य रूप से मांग रखी कि पीजी प्रवेश परीक्षाओं का रिजल्ट जल्द से जल्द निकाला जाए और काउंसलिंग के शेड्यूल को बनाया जाए। बीते दिनों हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के द्वारा पीजी में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाई गई थीं, लेकिन प्रशासन अभी तक प्रवेश परीक्षाओं का रिजल्ट निकालने में असमर्थ रहा है। इसका मुख्य कारण यह भी है जो यूजी की परीक्षाएं अप्रैल महीने में करवाई गई थी, उनका अभी तक रिजल्ट नहीं आया है, जो कि प्रवेश परीक्षा के काउंसलिंग का शेड्यूल जारी न होने का मुख्य कारण है। कोरोना काल से ही एचपीयू का सत्र काफी पीछे चला है, जिसे प्रशासन अभी तक ठीक नहीं कर पाया है। इस सत्र को सही से चलाने के लिए समय पर सभी रिजल्ट्स निकलने पड़ेंगे लेकिन प्रशासन इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है जिस वजह से आने वाला सत्र और भी लेट हो जायेगा जिससे सिर्फ छात्रों को मानसिक परेशानी होंगी। इसीलिए एसएफआई मांग कर रही है की जल्द से जल्द यूजी के रिजल्ट्स निकाले जाए, ताकि प्रशासन जल्द से जल्द प्रवेश परीक्षा की काउंसलिंग शेड्यूल जारी कर सके और समय पर कक्षाएं भी लग सकें और आने वाले अगले सत्र की परीक्षाओं में छात्रों को मानसिक परेशानी न हो। इसमें डीन ऑफ स्टडीज ने आश्वासन दिया है कि जैसे ही यूजी के रिजल्ट्स घोषित होंगे उसके बाद जल्द से जल्द काउंसलिंग का शेड्यूल जारी किया जाएगा। एसएफआई ने चेतावनी देते हुए कहा कि इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। अगर जल्द छात्र मांगों को सकारात्मक रूप से सुलझाया नहीं गया तो आने वाले समय के अंदर एसएफआई विश्वविद्यालय में आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी और प्रशासन का उग्र घेराव किया जाएगा।
हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच अर्की इकाई अध्यक्ष बलबीर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इकाई की मासिक बैठक 15 जुलाई को सुबह 10बजे पेंशनर भवन कुनिहार में आयोजित की जाएगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में लंबे समय से लंबित वित्तीय लाभ व 1- 1- 16 के बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को नया वेतनमान का एरियर न मिलने व न्यायलयों द्वारा दिए गए निर्णय का पालन न करने के बारे में गंभीरता से चर्चा की जाएगी। साथ ही अगली रणनीति भी तय की जाएगी। उन्होंने क्षेत्र के सभी एचआरटीसी सेवानिवृत्त कर्मचारियों से बैठक में बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
भारी बारिश से प्रदेश में हुई तबाही के बाद अब पर्यटकों को रेस्क्यू करने और जन जीवन को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ख़ुद दो दिनों से कुल्लू, मनाली, लाहौल स्पीति और मंडी में राहत एवम बचाव कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और मंत्रियो को भी अब सीएम सुक्खू ने जिम्मेदारियां सौंप दी है। प्रदेश में अब तक मॉनसून से 88 लोगों की मौत हो गई है जबकि 14 लोग लापता हैं। इस मानसून में प्रदेश को 4000 करोड़ के आसपास का नुकसान हो गया है जो आने वाले समय में और अधिक बढ़ने की आशंका है।
उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने आज धर्मशाला में विभिन्न निर्माणाधीण भवनों के कार्य की प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल, आयुक्त नगर निगम अनुराग चंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उनके साथ उपस्थित रहे। उन्होंने धर्मशाला में लगभग ४ करोड़ की लागत से बन रहे डिस्ट्रिक्ट पंचायत रिसोर्स सेंटर के भवन, १५ लाख की लागत से हो रहे रेड क्रॉस भवन के सुधारिकरण और जिला पुस्तकालय के नवीकरण कार्य का निरीक्षण किया। जल्द तैयार होगा रेड क्रॉस भवन डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि धर्मशाला में रेड क्रॉस भवन को रेनोवेट करने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि भवन का प्रथम तल पूरी तरह तैयार हो गया है। उन्होंने भूतल की रेनोवेशन को भी जल्दी पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस के माध्यम से जिले भर में अनेक सेवा कार्यों को अंजाम दिया जाता है। उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस भवन के जीर्णोद्धार के लिए १५ लाख रूपये खर्च किए जा रहे हैं। अत्याधुनिक होगा जिला पुस्तकालय डीसी ने बताया कि धर्मशाला स्थित जिला पूस्तकालय को भी अत्याधुनिक बनाने की दृष्टि से इसका नवीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित जिला पुस्ताकल में अध्ययन करने वाले छात्रों और युवाओं को पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित जिला पुस्तकालय में केवल कांगड़ा ही नहीं अपितु प्रदेश भर के विद्याथी अध्ययन के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में शिक्षा के अनेक संस्थान होने की वजह से इनमें अध्ययनरत बहुत से विद्यार्थी जिला पुस्तकालय का उपयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि जिला के विद्यार्थियों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए यहां सिविल के साथ आईटी वर्क भी अव्वल दर्जे का हो इसके लिए अधिकारियों को नर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिला पुस्तकालय का ऊपरी फ्लोर जिसमें पहले इवीएम रखीं थी लगभग बनकर तैयार है। उन्होंने कहा कि इसका कार्य जल्द पूरा करके विद्यार्थियों के लिए यहा अध्ययन की अच्छी व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके बाद नीचे के फ्लोर के कार्य को करने तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला पुस्तकालय में उपलब्ध स्थान के सही उपयोग को लेकर भी कार्य किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों के बैठने के लिए अतिरिक्त जगह बन सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन का प्रयास है कि जिला पुस्तकालय में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ अध्ययन के लिए एक उपयुक्त वातावरण उपलब्ध करवाया जाए। गुणवत्ता का रखें ख्याल उपायुक्त ने निर्माणाधीन भवनों में चल रहे कार्यों की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य में लगे अधिकारी और कर्मचारियों को कार्य तय समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सभी भवन आम लोगों की सुविधा से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसान इनके निर्माण कार्य में विभाग कोई कोताही न बरतें।
उद्योग विभाग के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज निदेशक राकेश प्रजापति के नेतृत्व में अतिरिक्त निदेशक तिलक राज शर्मा और एसडब्ल्यूसीए, परवाणू के अधिकारियों और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायज़ा लेने के लिए औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर ५ और कमली-खादीम का दौरा किया, ताकि औद्योगिक गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए उचित कदम उठाए जा सकें। निदेशक उद्योग ने औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों और फैक्ट्री मालिकों के साथ विस्तृत चर्चा की और कहा कि उद्योग मंत्री ने विभाग को औद्योगिक क्षेत्र में नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने औद्योगिक गतिविधियों की बहाली के लिए समयबद्ध उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया। औद्योगिक क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मूसलाधार बारिश के कारण नाले में बाढ़ आने से औद्योगिक क्षेत्र की आंतरिक सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। बाढ़ के पानी के साथ मलबा फैक्ट्रियों के परिसर में आ गया है। निदेशक उद्योग ने तत्काल राहत का आश्वासन दिया और एसडब्ल्यूसीए अधिकारियों को सड़क साफ करने के लिए पर्याप्त मशीनें तैनात करने को कहा। उन्होंने नुकसान के आकलन व मरम्मत की लागत का आकलन तैयार करने के निर्देश भी दिए। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के हिमाचल चैप्टर के अध्यक्ष गगन कपूर ने जमीनी स्तर पर मूल्यांकन के लिए एक टीम भेजकर त्वरित कार्रवाई के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र कामली तक सड़क संपर्क बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप का आग्रह किया। परवाणू इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (पीआईए) के अध्यक्ष सुनील तनेजा ने कहा कि परवाणू के सेक्टर ४ और ५ के बीच नाले के चैनलाइजेशन के साथ-साथ नाले में जल प्रवाह को सुचारू बनाने के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लगातार भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए आज लाहौल-स्पीति जिला के सिस्सू, चंद्रताल और लोसर तथा कुल्लू जिले के मनाली क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सिस्सू और मनाली में विभिन्न क्षेत्रों में फंसे लोगों की सकुशल वापसी के बाद उनसे बातचीत की और कुशलक्षेम जाना। इस दौरान उन्होंने नेहरू कुंड के पास बाहंग स्थित हिमपात एवं हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (सासे) का भी दौरा कर वहां बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने आश्वस्त किया कि घाटी में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के लिए सरकार की ओर से हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाहौल घाटी के सिस्सू में फंसे मनाली के एक स्कूल के 52 बच्चों को सुरक्षित मनाली पहुंचाया गया है। इसके अतिरिक्त, कुल्लू तथा मनाली सहित विभिन्न स्थानों पर पिछले तीन दिनों से फंसे लगभग 25000 लोगों को आज सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि मनाली-चंडीगढ़ मार्ग पर यातायात धीमा है, लेकिन प्रारम्भिक सूचना के अनुसार बुधवार शाम 4 बजे तक लगभग 6552 वाहन कुल्लू को पार कर चंडीगढ़ की ओर जा चुके हैं और कसोल तथा आस-पास के क्षेत्रों से भी आज जिला प्रशासन द्वारा लगभग 3000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने कहा कि ढुंखड़ा के पास भारी भूस्खलन के कारण कसोल भुंतर सड़क अभी भी अवरुद्ध है और जिला प्रशासन मलबे को हटाने के लिए लगातार काम कर रहा है। इन क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को विभिन्न वाहनों में ढुंखड़ा लाया जा रहा है और वहां से उन्हें भुंतर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बचाव कार्यों की निगरानी के लिए जिला प्रशासन की एक टीम कसोल पहुंच गई है। जिभी-बंजार-औट से चंडीगढ़ की ओर जाने के लिए सड़क वाहनों के लिए खोल दी गई है। जिला प्रशासन को पर्यटकों और स्थानीय लोगों की शीघ्र निकासी के लिए कसोल, तीर्थन और सैंज सड़कों को साफ करने का निर्देश दिया गया है। यह सड़कें एक-दो दिनों के भीतर बहाल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राज्य में 100 से अधिक ट्रैकर्स को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अटल टनल वाहनों के आवागमन के लिए खुली है और आज शाम 4 बजे तक 300 से अधिक वाहन इस सुरंग से निकलकर गैमन ब्रिज से मंडी की ओर भेजे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटक चंडीगढ़ जाने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से रामशीला चौक के पास लोगों के लिए खाद्य सामग्री वितरण की व्यवस्था भी की गयी है। उन्होंने कहा कि मनाली में लोगों को 6000 से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किए गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी को चंद्रताल झील में फंसे लोगों तक पहुंचने और बचाव कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रताल में स्थिति चुनौतीपूर्ण है लेकिन राज्य सरकार वहां विभिन्न कैम्पों में मौजूद सभी 293 लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार इस क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों को फिर से बहाल करने के लिए त्वरित एवं ठोस कदम उठा रही है और सीमा सड़क संगठन के सहयोग से इसका कार्य पूरे जोरों पर है। उन्होंने कहा कि स्पिति घाटी में फंसे ज्यादातर पर्यटकों और आम लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और शेष लोगों को भी वहां से शीघ्र ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है और वह स्वयं स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। उन्होंने स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की भी अपील की। इस अवसर पर विधायक भुवेनश्वर गौड़, उपायुक्त आशुतोष गर्ग और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि आपदा के इस समय में प्रदेश सरकार प्रभावितों के साथ है और प्रदेशवासियों तथा पर्यटकों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार यथासम्भव प्रयास कर रही है। डॉ. शांडिल ने आज सोलन विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न प्रभावित ग्राम पंचायतों और शामती में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायज़ा लिया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। डॉ. शांडिल ने ग्राम पंचायत डांगरी के गांव भाणत, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर घट्टी तथा शामती में भारी वर्षा के कारण प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने सभी स्थानों पर नुकसान का जायजा लिया और शामती के प्रभावित परिवारों के लिए जि़ला प्रशासन द्वारा जटोली में स्थापित आश्रय स्थल का निरीक्षण भी किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आपदा का समय और स्थान कभी भी निश्चित नहीं होता। सही तैयारी, प्रबंधन और त्वरित कार्यवाही के माध्यम से आपदा से होने वाले नुकसान को न्यून किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश एवं सोलन जि़ला में गत ४-५ दिनों से हो रही भारी वर्षा ने न केवल जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है अपितु सम्पत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि इस आपदा से सोलन जि़ला में तीन व्यक्ति असमय काल का ग्रास बने हैं। उन्होंने परमपिता परमात्मा से प्रदेश एवं सोलन जि़ला में असामायिक मृत्यु को प्राप्त हुए सभी जन की आत्मिक शांति की कामना की। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जि़ला प्रशासन प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए तत्पर है और विभिन्न अवरूद्ध मार्गों, पेयजल योजनाओं, विद्युत योजनाओं इत्यादि को पुनः आरम्भ करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो चट्टान शामती मार्ग पर गिर गई है को तोड़कर हटाया जाए और बाधित सम्पर्क मार्गों को सुचारू बनाया जाए। उन्होंने शामती की प्रभावित निवासी आशा देवी और विद्या देवी को फौरी राहत के तौर पर १५ हजार-१५ हजार रुपये की राशि प्रदान की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा सभी प्रभावितों को हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने शामती के निवासी सुरेश शर्मा, अशोक शर्मा, बाबू राम, अजय चंदेल को आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा पूर्ण सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने इससे पूर्व ग्राम पंचायत डांगरी के गांव भाणत के निवासी लीला दत्त को फौरी राहत के तौर पर १५ हजार रुपये की राशि प्रदान की। उन्होंने हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के घट्टी स्थित भवन का निरीक्षण भी किया। उन्होंने देहूंघाट में हुए भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायजा भी लिया। उन्होंने भारी वर्षा के कारण अवरूद्ध हुई सड़कों, पेयजल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति को ठीक करने के सम्बन्धित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को यशा शीघ्र मार्ग ठीक करने के निर्देश दिए ताकि स्थानीय लोगों को आवाजाही में सुगमता मिल सके।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज सोलन जिला के शामती में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया और जिला प्रशासन को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। राज्यपाल ने शामती में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन से अवरूद्ध सोलन-राजगढ़ मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से भेंट भी की। भारी वर्षा के कारण शामती में हुए भूस्खलन एवं चट्टानों के गिरने से सोलन-राजगढ़ मार्ग अवरूद्ध हो गया है तथा इस कारण कुछ आवासों को भी नुकसान पहुंचा है। राज्यपाल ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि अवरूद्ध मार्ग को शीघ्र बहाल किया जाए तथा प्रभावित परिवारों को राहत एवं बचाव के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक सोलन को सभी एहतियाती उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह और जिला के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लाहौल-स्पिति तथा कुल्लू जिला के हवाई सर्वेक्षण के बाद आज मण्डी पहुंचे तथा भ्यूली स्थित ब्यास सदन एवं मण्डी गुरूद्धारा साहिब में स्थापित राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर उन्होंने शिविरों में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को २५-२५ हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मण्डी केे पंडोह में बाढ़ और बारिश से बड़े स्तर पर दुकानों और मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने इसके दृष्टिगत पंडोह में प्रभावित परिवारों को एक-एक लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान कहा कि जिला प्रशासन को राहत कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य बनाने के लिए थोड़ा समय आवश्य लगेगा। इस भीषण आपदा से प्रदेश में प्रथम दृष्टया लगभग ४ हजार करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने केन्द्र से भी वित्तीय सहायता के लिए आग्रह किया है। इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री आज भारी धुंध व मौसम खराब होने के कारण थुनाग क्षेत्र का दौरा नहीं कर पाए। उन्होंने थुनाग में बाढ़ पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर स्थानीय विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा, एपीएमसी मण्डी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, कांग्रेस नेता पवन ठाकुर, जीवन ठाकुर, नरेश चौहान, लाल सिंह कौशल सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी, मण्डलायुक्त मण्डी राखिल काहलों, पुलिस अधीक्षक सौम्य साम्बसिबन, अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी अश्वनी कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कृष्णा देवी जिनकी आयु 94 वर्ष है की सामाजिक सुरक्षा बुढापा पेंशन घर पर भुगतान करने की प्रार्थना को स्वीकार करते हुए देहरा डाक मंडल ने उन्हें घर जाकर पेंशन दी। गौर रहे कि वर्तमान में सभी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन डाकघर के बचत खाता के माध्यम से लाभार्थियों को प्राप्त होती है। हिमाचल प्रदेश सरकार व डाक विभाग के मध्य हुए एक समझौते के अनुसार डाक विभाग 80 वर्ष व इससे अधिक आयु वाले लाभार्थियों व 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि उनके घर द्वार पर वितरण होती थी, परंतु 31.12.2021 को यह समझौता समाप्त हो गया है और हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार द्वारा इस समझौते का नवीनीकरण न किए जाने के कारण डाक विभाग घर द्वार जाकर उक्त पेंशन का भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं है। इससे बुजुर्गों व विकलांग लाभार्थियों को बहुत असुविधा हो रही है, किंतु फिर भी डाक विभाग ने सेवा भावना दर्शाते हुए कृष्णा देवी के पेंशन भुगतान से संबंधित निवेदन को स्वीकार किया व उन्हें पेंशन राशि का भुगतान उनके घर द्वार जाकर किया।
कामगार व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा कि जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डाडा सीबा, कोटला, रक्कड़ सरकारी कॉलेजों में सभी विषयों में प्रोफेसर की नियुक्ति हो गई है। हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, राजनीति शास्त्र आदि के विषयों में प्रोफेसरों ने जॉइनिंग दे दी है। मनकोटिया ने कहा कि इन कालेजो में पिछले 4 सालों प्रोफेसर नहीं थे। मंत्री होने के बावजूद विक्रम ठाकुर और कॉलेज तो क्या अपने गृह क्षेत्र कॉलेज कोटला में भी प्रोफेसर नहीं लगा पाए थे, जिससे लोगों तथा अभिभावकों में बड़ी नाराजगी थी अब एक साथ अंग्रेजी हिंदी, राजनीतिक शास्त्र, हिंदी के शिक्षक लगने से सभी कालेजों में प्रोफेसर की पोस्ट फुल हो गई है। एक साथ सभी कॉलेज में सभी विषयों के प्रोफेसर लगने से इलाके में सरकार की भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है और विद्यार्थियों की एडमिशन भी बढ़ोतरी हो रही ज्ञात रहे कि यहां पर मंत्री होने पर भी पिछले 4 सालों से विद्यार्थी और अभिभावक परेशान थे शिक्षक ना होने से बहुत से विद्यार्थी ने यहां के कॉलेज छोड़ दिये या कॉलेज बदल दिया था प्रोफेसर ना होने से विद्यार्थियों ने कई बार धरना प्रदर्शन किया था। रैली निकाली थी अब कॉलेज में प्रोफेसर लगने से विद्यार्थियों और अभिभावकों ने चैन की सांस ली है। जसवां परागपुर के लोगों ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू शिक्षा मंत्री और रोहित ठाकुर तथा कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष ठाकुर सुरेंद्र सिंह मनकोटिया का धन्यवाद किया है और कहा कि चिरकाल से चली आ रही मांग को पूरा किया है।
विधानसभा अर्की के उपमंडल कुनिहार के गांव बाड़ी में बीते दो दिन पहले मूसलाधार बारिश से हुए नुकसान के चलते गांव के लोगों को स्थानीय नवोदय विद्यालय परिसर में स्थानांतरित किया गया। इस बचाव कार्य की समीक्षा हेतु सीपीएस एवं विधायक अर्की संजय अवस्थी के आदेशानुसार ब्लॉक कांग्रेस अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप और युवा कांग्रेस अर्की कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने दौरा किया और प्रशासन द्वारा राहत बचाव हेतु स्थानीय जनता को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं के बारे में पता किया। नवोदय विद्यालय परिसर से अब राहत कैंप को दूसरे विद्यालय परिसर में बदला गया है और सरकार द्वारा भोजन आदि सुविधाओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है। अध्यक्ष सतीश कश्यप द्वारा यह जानकारी दी गई और उन्होंने बाड़ी गांव का दौरा किया और मौके पर ही जल शक्ति विभाग अधिशाषी अभियंता को सूचित किया की गांव के ऊपर एक पानी की बहुत बड़ी बॉडी के पानी को विभाग द्वारा निकाला जाए। जिसके लिए विभाग के अधिकारियों ने काम करना भी शुरू कर दिया है। अध्यक्ष द्वारा इसके बाद ग्राम पंचायत डूमेहर के गांव घाट में नंदलाल के घर गिरने की सूचना पर भी मौके का जायजा लेकर नन्द लाल के परिवार से मिल कर फौरी राहत और प्रशासन की हर सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा। इस अवसर पर ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत वर्मा,कुनिहार कांग्रेस के प्रधान राजेंद्र शर्मा, विधायक अर्की कार्यालय निजी सचिव रविंद्र सिंह,बीडीसी सदस्य हेम राज ठाकुर,राजेश शांडील, प्रकाश चौधरी,जय पाल योगिराज,जगदीश गर्ग, अनिल तंवर,जगदीश ठाकुर, डूमेहार के दिनेश, तिलक राज, एडवोकेट खेम चंद आदि मौजूद रहे।
सोलन जिले में भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों, विद्युत योजनाओं तथा पेयजल योजनाओं को पुन: आरम्भ करने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और अधिकांश योजनाओं को बहाल कर दिया गया है। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने दी। मनमोहन शर्मा ने कहा कि गत सांय तक सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण लगभग 120 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि ज़िला में भारी वर्षा से उत्पन्न कारणों से तीन लोगों की दु:खद मृत्यु हुई है। उपायुक्त ने कहा कि सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग प्रभावित हुए हैं। ज़िला प्रशासन का यह प्रयास रहा है कि सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को शीघ्र बहाल किया जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग 05 पर सोलन से शिमला-सोलन की सीमा तक यातायात निर्बाध चल रहा है। सोलन से परवाणू के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग 05 पर परिस्थिति के अनुसार एक लेन को यातायात के लिए सुचारू किया गया है। इस लेन पर शिमला से परवाणू के मध्य यातायात चलाया जा रहा है। परवाणू से शिमला की ओर आने वाले वाहनों को जं़गेशू-कसौली होकर सोलन की ओर भेजा जा रहा है। मनमोहन शर्मा ने कहा कि सोलन के शामती में भारी वर्षा के कारण कुछ मकान क्षतिग्रस्त हुए है। प्रशासन ने पूर्व सूचना के अनुसार ही खतरे की ज़द में आए मकानों को खाली करवाकर प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि शामती से कुछ परिवारों के लिए नगर निगम सोलन के रेन बसेरा में प्रबंध किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि ज़िला के परवाणू में प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि अर्की उपमंडल के बाड़ी गांव के प्रभावितों के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय कुनिहार में प्रबंध किया गया है। सभी प्रभावितों के रहने एवं खाने-पीने का पूर्ण प्रबंध सुनिश्चित बनाया गया है। मनमोहन शर्मा ने कहा कि ज़िला में भारी बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। विद्युत बोर्ड, जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। पूर्ण नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गत सांय इस सम्बन्ध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की गई। ज़िला प्रशासन किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और प्रभावितों की हर सम्भव सहायता सुनिश्चित बनाई जा रही है।
परागपुर ब्लॉक के अंतर्गत दी न्याड़ सहकारी सभा समिति द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें सभा के प्रबंधक सदस्यों सचिवों को उनके कर्तव्यों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई, जिससे कि सभाओं की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाई जा सके। इस कार्यक्रम का आयोजन सहकारी प्रबंधक केंद्र गरली की ओर से नरेश कुमार सहकारी शिक्षा अनुदेशक द्वारा किया गया। अपने संबोधन में प्रबंधक कमेटी के सदस्यों की चुनाव प्रक्रिया सभा में कारोबार को बढ़ावा देने सालसी विवाद साधारण अधिवेशन इत्यादि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर दी न्याड़ कृषि सेवा सहकारी सभा के सचिव ब्रजेश्वर कुमार द्वारा सभी प्रतिनिधियों का शिविर में उपस्थित होने पर आभार व्यक्त किया। शिविर में दिलबाग सिंह, प्रवीण शर्मा, मनोहर लाल, रोशन लाल सोहनलाल, रामजीदास, अशोक, फतेह सिंह, राहुल, यशविंदर, कुलदीप, सतीश और सहकारी सभाओं के लगभग 40 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
ज़िला दंडाधिकारी सोलन मनमोहन शर्मा ने आमजन की सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक आदेश जारी किए हंै। ये आदेश आपराधिक दंड संहिता 1973 की धारा 144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किए गए हैं। इन आदेशों के अनुसार सोलन जिला की सीमा में अश्वनी खड्ड में, खड्ड के दोनों किनारों पर तथा इसके आस-पास के स्थानों और सोलन तहसील के राजस्व गांव सेर बनेड़ा में गिरीपुल पर गिरी नदी के किनारे स्थित शनि मंदिर के समीप एवं आस-पास के क्षेत्र में सभी प्रकार की अनाधिकृत पर्यटन और व्यवसायिक गतिविधियों को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। इन आदेशों के अनुसार अश्वनी खड्ड और गिरी नदी में स्नान करने तथा पिकनिक मनाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं और अगले दो माह तक प्रभावी रहेंगे। इन आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि मॉनसून के समय में भारी वर्षा के कारण नदी, नालों के किनारे जाना खतरनाक सिद्ध हो सकता है। अधिकतर मौको पर पर्यटक नदी एवं खड्डों में नहाने के लिए जाते हैं। किसी भी कारण से नदी के जलस्तर में वृद्धि पर्यटकों के जीवन को खतरा पैदा कर सकती है। आदेशों के अनुसार स्थानीय पुलिस ज़िला पर्यटन अधिकारी के साथ सक्रिय समन्वय स्थापित कर इन आदेशों को अक्ष:रक्ष लागू करेगी। इन आदेशों का उल्लंघन करने पर विधि सम्मत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
लक्ष्मी नारायण क्लब ठाकुरद्वारा (आलमपुर) द्वारा आयोजित करवाई गई क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन बुधवार को आलमपुर के ठाकुरद्वारा में हुआ। 15 दिन तक चली इस प्रतियोगिता में क्षेत्र की 18 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में विजेता आलमपुर व उपविजेता जांगल की टीम रही फाइनल मुकाबले में जांगल की टीम के दिए हुए 71 रन के लक्ष्य को आलमपुर की टीम ने बड़ी ही आसानी से सातवें ओवर में ही हासिल कर लिया। इस मौके पर जयसिंहपुर के पूर्व विधायक रविंद्र धीमान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने क्लब की और से विजेता टीम को 7100 रुपये व स्मृति चिन्ह व उपविजेता टीम को 4100 रुपये व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता में अंकुश को फाइनल मैच का बेस्ट प्लेयर चुना गया व प्रियांशु को प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट चुना गया। इस मौके पर रवि धीमान ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल को सदैव खेल भावना से खेलना चाहिए। उन्होंने खिलाड़ियों से आह्वान किया कि वे नशे जैसी बुराइयों से दूर रहकर क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दें। इस मौके पर जांगल के उपप्रधान करण मेहरा आलमपुर के पूर्व प्रधान मनोहर लाल जांगल के पूर्व प्रधान विनोद चौधरी के अतिरिक्त सुनील, भुवेश, अमित मेहरा, कुलदीप खरवाल, रामलाल, ईश्वरदास धीमान, धमेंद्र, प्रीतम चंद व माथुर धीमान मौजूद रहे।
ठियोग विधानसभा क्षेत्र के तहत भारी बारिश के चलते हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए विधायक कुुलदीप राठौर फील्ड में डट गए हैं। बुधवार को उन्होंने नारकंडा में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में एसडीएम कुमारसैन, बीडीओ, लोक निर्माण विभाग, बिजली बोर्ड के एक्सियन व वन विभाग के डीएफओ सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे। बैठक में बारिश से विधानसभा क्षेत्र में हुए नुकसान की पूरी रिपोर्ट तलब कर उस पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस आपदा की घड़ी में आम जनमानस के साथ खड़ी है। इस आपदा के समय में लोगों को सुरक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सेब सीजन शुरू हो गया है बारिश व भू सख्लन से सड़के बंद हो गए हैं उन्हें जल्द खोले। प्राथमिक्ता के आधार पर सड़कों को खोलने का काम शुरू करें ताकि लोगों को सेब सीजन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बिजली बोर्ड के अधिकारियों को गांवों में बिजली व्यवस्था जल्द ठीक करने को कहा। साथ ही जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बारिश में सबसे अधिक पंचायत की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। सड़कों को सुरक्षित रखने के लिए आने वाले समय में जल निकासी की उचित व्यवस्था प्रदान की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर सड़कों को बहाल किया जा चुका है। सड़कों को खोलने का काम युद्ध स्तर पर चला हुआ है। नारकंडा को जाने वाली एलपीजी गैस का सिलेंडर ओवर लोडिंग के चलते वैली ब्रिज पर फंस गया है। विधायक कुलदीप राठौर ने कहा कि नारकंडा के लिए पिकअप के माध्यम से गैस भेजी जाएगी ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कतें पेश न आए। उन्होंने फील्ड स्टाफ की पीठ भी थपथपाई कि वे पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं।
विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन, ज्ञान शील एकता के मंत्र के साथ युवाओं में राष्ट्रभक्ति के कार्य में लगाने वाले छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर इकाई देहरा द्वारा राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के उपलक्ष्य और अखिल विद्यार्थी परिषद के 75वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ शुरू किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अरविंद कुमार व मुख्य वक्ता के रूप में ठाकुर दीक्षित धलारिया रहे। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 75 वर्षों की गौरवमयी स्वर्णिम यात्रा से होकर आई है, जिसमें अनेकों कार्यकर्ताओं का बलिदान समर्पण अर्पित है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से लेकर आज तक विद्यार्थियों से लेकर और समाज से जुड़े विषयों पर काम कर रहा है। भारतीय संस्कृति के अनुरूप भारतीय शिक्षा व्यवस्था हो इस मांग को विद्यार्थी परिषद् ने उठाया है, भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने व राष्ट्र पुनर्निर्माण के ध्येय के साथ छात्र हित समाज हित, राष्ट्र हित व सेवा कार्य एबीवीपी की पहचान है। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन होने का गौरव प्राप्त संगठन है, जो युवाओं को निरंतर राष्ट्रभक्ति के कार्य में जोडने का कार्य कर रहे है। कार्यक्रम के समाप्त होने पर मिठाई बांट कर सभी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 75वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर इकाई के समस्त अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद परिवार के सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे।
डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डीएस ठाकुर ने आज ग्राम पंचायत मनोला के गांव छाणा तथा ग्राम पंचायत पधरोटु स्थित गांव द्रमणु में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। भारी बारिश के कारण छाणा निवासी किशो देवी व किशोरी लाल तथा ग्राम पंचायत पधरोटु स्थित गांव द्रमणु के निवासी सतीश कुमार के मकान को काफी नुकसान हुआ है, जिसके लिए विधायक ने प्रभावितों को फौरी राहत प्रदान कर भूमि के संरक्षण हेतु एक-एक लाख रुपये की धनराशि अपनी विधायक निधि से स्वीकृत करने का आश्वासन दिया है। विधायक ने स्थानीय प्रशासन से वार्ता कर प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने की निर्देश दिए।
परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने आज डांगरी पंचायत के लावी घाट और गांव घट्टी का दौरा किया। उन्होंने यहां उस क्षतिग्रस्त मकान का दौरा किया, जहां पर बहुत बड़ा विशालकाय पत्थर बाथरूम पर अटका पड़ा है। मंत्री ने मौके पर अधिकारियों को जल्द से जल्द इसे तोड़ने के आदेश दिए। वहीं परिवार को फौरी तौर पर 15000 रुपये की नकद सहायता दी।
उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने जानकारी दी कि जिला किन्नौर के भावा वैली के कारा क्षेत्र में लगभग 28 व्यक्तियों के फंसे होने की जानकारी प्राप्त हुई थी, जिसके उपरांत पुलिस, एनडीआरएफ, आईटीबीपी व होमगार्ड के बचाव दलों को शीघ्र भेजा गया। उन्होंने कहा कि कारा में 28 व्यक्ति मवेशियों सहित फंसे हुए थे, जिनमें से 8 व्यक्ति ज्यूरी प्रजनन केंद्र, 4 ककस्थल फॉर्म, 3 नाथपा के निवासी और 10 भावा घाटी के निवासी थे, जिन्हें सुरक्षित मूलिंग गांव पहुंचाया गया है तथा 3 व्यक्ति कारा में मवेशियों की देख-रेख के लिए रुके हैं, जिन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है। इसके अतिरक्ति इंडिया हाईक्स की ट्रैकर टीम के 18 व्यक्तियों को भी काफनू बेस में सुरक्षित पहुंचाया जा चुका है।
जिला प्रशासन किन्नौर के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि गत दिनों से जिला में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले में संपर्क मार्गों तथा बाधित बिजली व पानी की समस्या को बहाल करने के लिए जल शक्ति, विद्युत व लोक निर्माण विभाग सहित पुलिस, होम-गार्ड व एनडीआरएफ के जवानों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण पेयजल आपूर्ति योजनाएं बाधित हो गई हैं जिन्हें खोलने के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा त्वरित व ठोस कदम उठाए जा रहे हैं जिसके तहत जिला के कल्पा तथा निचार उपमण्डल में 31 बाधित पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 17 योजनाएं तथ पूह उपमंडल में 24 बाधित पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 21 पेयजल योजनाओं को बहाल कर दिया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि जिला में बिजली की समस्या को बहाल करने के दृष्टिगत जिला में अब तक 436 ट्रांसर्फोमर है जिनमें से 308 ट्रांसर्फोमर को बहाल कर दिया गया है तथा 128 बाधित ट्रांसर्फोमर को बहाल करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जिला के कल्पा, निचार तथा पूह उपमंडल में कुल 36 संपर्क मार्ग बाधित हैं, जिन्हें लोक निर्माण विभाग द्वारा खोलन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
हिमाचल की सबसे युवा जिला परिषद अध्यक्ष की ढाई साल के भीतर ही कुर्सी चली गई है। जिला परिषद बिलासपुर अध्यक्ष मुस्कान के खिलाफ के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव प्रस्ताव पर बुधवार को चर्चा हुई। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 14 में से 11 सदस्यों ने वोट दिया, जबकि अध्यक्ष सहित तीन अनुपस्थित रहे। डीसी बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब 17 जुलाई को सुबह 10:30 बजे नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान होगा। बता दें, भाजपा समर्थित मुस्कान ने कुर्सी बचाने के लिए इस्तीफे का दाव खेला था, लेकिन कामयाब नहीं हुईं। गौरतलब है कि फरवरी 2021 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिले बिलासपुर में भाजपा समर्थित मुस्कान महज 21 साल की की आयु में हिमाचल प्रदेश की सबसे युवा जिला परिषद अध्यक्ष बनी थीं।
एचआरटीसी ने प्रदेश के 224 रूटों पर बस सेवा को बहाल कर दिया है। बुधवार से शिमला से चंडीगढ़-दिल्ली के लिए बस सेवा फिर से शुरू कर दी गई है। मंगलवार शाम को शिमला-कालका हाईवे पर परवाणू के समीप चक्की मोड़ पर सड़क धंसने के कारण एचआरटीसी ने शिमला से चंडीगढ़ दिल्ली के लिए रात्रि सेवाएं बंद कर दी थीं। अब इन सेवाओं को दोबारा से बहाल कर दिया है। प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में फंसी एचआरटीसी की 363 बसें अपने-अपने डिपो को लौट चुकी हैं। हालांकि एचआरटीसी 316 बसें अभी भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में फंसी हुई है। प्रदेशभर में 1193 रूटों पर बस सेवा अभी तक बहाल नहीं हो पाई है। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि प्रदेश की जैसे जैसे सडक़ें बहाल होंगी, एचआरटीसी दोबारा से सभी रूटों पर बस सेवा फिर से शुरू कर देगा।
हिमाचल प्रदेश शिमला जिला के तहत रामपुर बुशहर में एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ है। यहां पर नोगली के समीप एक कार सतलुज में समा गई। इस कार में चार लोग सवार थे। इन चारों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। हादसा गत रात्रि सवा नौ बजे के आसपास पेश आया है। जानकारी के अनुसार ननखड़ी तहसील की खड़ाहन पंचायत के लाडू गांव के रहने वाले मेहर सिंह (37) शीतल (29), मेहर सिंह का चचेरा भाई राजीव(33) व एक अन्य महिला सुन्दला देवी(60) कार में सवार होकर रामपुर में खनेरी अस्पताल के लिए आ रहे थे। इसी बीच जब वे नोगली के समीप पहुंचे तो वहां पर क्षतिग्रस्त एनएच पर से इनकी कार सतलुज में गिर गई। उफ़नती सतलुज की लहरों में अभी तक चारों का कोई सुराग नहीं चल पाया है। इसी बीच पुलिस को सूचित कर दिया है। सतलुज के उफान के बीच लापता लोगों का सुराग लगा पाना कठिन है।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अन्य सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। प्रदेश सरकार एवं विभाग का प्रयास है कि सभी बंद पड़े राजमार्गों एवं मुख्य सड़कों को शीघ्रातिशीघ्र बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों की बहाली के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी बात की गई है। प्रदेश सरकार के आग्रह पर केंद्र की ओर से एनएचएआई सचिव को स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया है। इसी क्रम में विक्रमादित्य सिंह की अध्यक्षता में आज यहां भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई। इसमें सचिव एनएचएआई मनोज कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक के दौरान कीरतपुर-मनाली फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग को हुए नुकसान पर विस्तृत चर्चा की गई। प्राधिकरण के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि इस राजमार्ग को रायसन से मनाली के बीच सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इस मार्ग को सभी प्रकार के वाहनों के लिए खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि ब्यास नदी में आई बाढ़ ने पिछले अधिकतम बिंदू को पार कर लिया है और ऐसे में एनएचएआई को इस क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग की ऊंचाई बढ़ाने की दिशा में विचार करना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। इस पर एनएचएआई ने आईआईटी रूड़की के साथ मिलकर विस्तृत अध्ययन करने का आश्वासन दिया। आईआईटी रूड़की चक्की पुल के मरम्मत कार्य में भी शामिल है और उसी दल को कुल्लू-मनाली अनुभाग की बहाली के लिए उपाय सुझाने के दृष्टिगत स्थल का दौरा करने को कहा गया है। उन्होंने शिमला-कालका फोरलेन मार्ग पर भी यातायात सुचारू करने के निर्देश दिए। प्राधिकरण ने अवगत करवाया कि फिलहाल इस मार्ग पर सिंगल लेन यातायात संचालित किया जा रहा है और शीघ्र ही यहां से डबललेन यातायात बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ सड़क मार्ग पर मदनवाला पुल क्षतिग्रस्त होने से वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने और इस मार्ग को जल्द बहाल करने के भी निर्देश दिए। बैठक में पठानकोट-मण्डी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित चक्कीपुल की स्थिति पर भी चर्चा की गई। लोक निर्माण मंत्री ने इसकी मुरम्मत के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त प्राधिकरण ने शिमला-मटौर सड़क पर घंडल के समीप अस्थाई पुल की मुरम्मत तथा इसके सुदृढ़ीकरण के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भारी बारिश व भूस्खलन के कारण उत्पन्न इस विपदा में सड़कों एवं पुलों के क्षतिग्रस्त होने से करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने केन्द्र सरकार से राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत इत्यादि के लिए प्रदेश को उदार वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने का भी आग्रह किया। एनएचएआई के सचिव ने आश्वस्त किया कि आगामी 48 घण्टों में कीरतपुर-मनाली फोरलेन सड़क मार्ग पर कुल्लू तथा मनाली के मध्य यातायात बहाल करने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए आवश्यक मशीनरी एवं कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों को खोलने के भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियन्ता अजय गुप्ता, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में अत्याधिक बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने राज्य पर विनाशकारी प्रभाव डाला है और कृषि विभाग के प्रारंभिक अनुमान में फसलों को 83 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य भर में हुई तबाही अभूतपूर्व है, इसलिए केंद्र को हिमाचल में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर बचाव एवं राहत कार्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करना चाहिए। आज आयोजित एक बैठक में चंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में प्रभावित कुल 28,495 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में से 6,978 हेक्टेयर में सब्जी उत्पादन को लगभग 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मक्का, धान, रागी, बाजरा और खरीफ दलहन को लगभग 21,517 हेक्टेयर पर करीब 17 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, खेती की जमीन बह जाने और खेतों में आई गाद के कारण फसलों को लगभग 26 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ जोकि 23.38 करोड़ रुपये आंका गया है। इसके बाद शिमला में 17.63 करोड़ रुपये, सिरमौर में 13.29 करोड़ रुपये, सोलन में 8.16 करोड़ रुपये, लाहौल स्पिति में 5.74 करोड़ रुपये, कुल्लू में 4.38 करोड़ रुपये, कांगड़ा में 3.99 करोड़ रुपये, ऊना में 2.99 करोड़ रुपये, चंबा में 1.53 करोड़ रुपये, बिलासपुर में 1.01 करोड़ रुपये, किन्नौर में 59 लाख रुपये और हमीरपुर में 29 लाख रुपये का नुकसान हुआ। भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मृदा संरक्षण पर बल देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में मृदा संरक्षण की तकनीकों और तरीकों को बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र में गज खड्ड के उचित तटीकरण और राजोल, अवाड़ी, अनसुई और डेग गांवों के निवासियों द्वारा मिट्टी संरक्षण को अपनाने के कारण हाल ही में हुई भारी बारिश से न्यूनतम नुकसान दर्ज किया गया हैै। चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि और पशुधन के नुकसान के संबंध में उप निदेशकों को अंतिम रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है और शीघ्र ही इससे संबंधित बैठक की जाएगी। बैठक में शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, निदेशक कृषि डॉ. राजेश कौशिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कुल्लू, मण्डी तथा लाहौल स्पिति जिला में पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कुल्लू जिला के भुंतर, सैंज, कसोल तथा खीर गंगा सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया। सैंज में बाढ़ प्रभावित लोगों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने जान-माल के नुकसान पर संवेदनाएं व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार प्रभावितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने क्षेत्र के लिए एक करोड़ रुपये की त्वरित राहत राशि जारी करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में फंसे पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकलाने के लिए बचाव अभियान निरंतर जारी है और इसके लिए छह हैलीकाप्टर उपलब्ध करवाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैंज क्षेत्र में बेहतर संपर्क सुविधा के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन को मौके पर ही दो सैटेलाईट फोन भी उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से सम्पर्क व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है और प्रदेश सरकार इसे बहाल करने के लिए त्वरित एवं ठोस कदम उठा रही है। भुंतर हवाई अड्डे पर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू जिला में शीघ्रातिशीघ्र विद्युत आपूर्ति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति बहाल होते ही पेजयल आपूर्ति योजनाओं को भी क्रियाशील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी मण्डी जिला में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और प्रदेश सरकार प्रभावितों को हरसंभव मद्द प्रदान करने की दिशा में सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को निकालने के लिए हवाई सेवाएं आरम्भ कर दी गई हैं और फंसे हुए शेष लोगों तक सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश में हुए नुकसान पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित अन्य केन्द्रीय नेताओं से चर्चा की है और सभी ने उन्हें आपदा की इस घड़ी में आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने इसके लिए सभी का आभार भी व्यक्त किया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में प्रदेश में अभी तक 27 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि वृहद स्तर पर हुई इस तरह की आपदा से निपटने तथा राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए समय की आवश्यकता रहती है। उन्होंने कहा कि चन्द्रताल में फंसे लोगों के बचाव के लिए पहली हैलीकाप्टर सेवा आज प्रात: शुरू की गई लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें देरी हुई है। अभी तक सात लोगों को वहां से सुरक्षित भुंतर पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को वृद्ध एवं रोगियों को चन्द्रताल से बाहर निकालने में प्राथमिकता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त भूस्खलन के कारण बाधित हुई सड़कों को बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं और यातायात बहाल करने के लिए वैकल्पिक मार्ग भी चिन्हित किए जा रहे हैं। उन्होंने भुंतर में आपदा प्रभावितों से भी बातचीत की और आश्वस्त किया कि उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर तथा कांग्रेस नेता खिमी राम और विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।
नगर निगम शिमला के कृषि वार्ड में बारिश से नुकसान हुआ है मलबा रास्तों पर आया है अनेक रास्ते क्षतिग्रस्त होने से लोगों को दिक्कत आ रही है, कई पेड़ गिरने वाले हैं, पानी की पाइपों को क्षति हुई है, पानी की योजनाओं में मलवा आने से पानी नियमित रूप से नहीं आ रहा है, लोगों को राहत देने के लिए पार्षद रचना शर्मा फील्ड में है ।लोगों के सहयोग से जहां परेशानियों को कम करने का काम किया जा रहा है ।वही नगर परिषद के अधिकारियों के सहयोग से नगर निगम के आपदा प्रबंधन की टीम को फील्ड में काम पर लगाकर मलबे को हटाया जा रहा है ,जिससे लोगों की आवाजाही में दिक्कत ना आए। रचना शर्मा ने कहा कि बारिश बहुत अधिक हुई है, जिसके कारण नुकसान हुआ है, जिसे नगर निगम के सहयोग से ठीक करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को जहां-जहां भी दिक्कत आई है हमने तुरंत कार्रवाई करने का प्रयास किया है ।उन्होंने कहा कि पानी की समस्या आ रही है ,पानी नहीं आ रहा है, जिसके कारण लोगों को दिक्कत है। उन्होंने कहा कि इस बारे भी नगर निगम में बात की गई है।पेयजल की योजनाओं में मलवा आया है, ऐसे में जल्द योजनाएं ठीक हो पानी नियमित हो इसका प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों को और तेज करवाया जाएगा और जो पेड़ कटवाने हैं उसके लिए भी कार्रवाई की जाएगी।रचना शर्मा ने कहा जो सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं उन्हें भी ठीक करवाया जाएगा। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा, भाजपा कार्यकर्ता राजेश सैनी, जयराम गोल्डी, पारस जैन सहित अन्य स्थानीय निवासी भी उपस्थित रहे।
भाजपा नेत्री एवं विधायक रीना कश्यप ने पच्छाद विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया, हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा भी लिया। रीना कश्यप कहा कि विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और इसका जायजा भी कर रहे हैं। हमारे विधानसभा क्षेत्र में जितने भी नुकसान हुआ है उसका एक पूरा खाखा बनाया जाएगा जो कि संगठन एवं सरकार को सौंपा जाएगा। पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में जनता को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। हम प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर कार्य कर रहे हैं और पूरे क्षेत्र में जेसीबी के माध्यम से रोड खोले जा रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय आवागमन तेजी से खुल रहा है। हम अनेकों परिवार को मिले उनसे बातचीत भी की और प्रशासन के साथ मिलकर इन परिवारों को राहत पहुंचाने का कार्य भी किया।
प्रदेश में भारी बारिश, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचा को भारी नुकसान हुआ है। इन सभी विपरीत एवं कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए व विद्यार्थियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए वर्तमान सत्र के लिए हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्ध सरकारी, निजी स्कूलों में मानसून अवकाश को पुनर्निर्धारित और समय से पहले/समायोजित करने का निर्णय लिया है। छुट्टियों के दिनों की कुल संख्या समान रखने के लिए हरसंभव सावधानी बरती गई है, ताकि शिक्षण दिवस यथावत रहे। सरकार के आदेशों के अनुसार स्कूलों में मानसून ब्रेक 10 जुलाई से शुरू हो गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से कार्यालय आदेश जारी किए गए हैं। स्कूलों में अब यह रहेगा मानसून ब्रेक का शेड्यूल कुल्लू जिले के स्कूलों में अब मानसून अवकाश 10 जुलाई से 1 अगस्त तक 23 दिन का रहेगा। पहले यह 23 जुलाई से 14 अगस्त तक होना था। इसी तरह लाहौल-स्पीति जिले के स्कूलों में समर अवकाश 10 जुलाई से 20 अगस्त तक 42 दिन का रहेगा। पहले ये छुट्टियां 17 जुलाई से 20 अगस्त तक होनी थीं। जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, पांगी व भरमौर में मानसून अवकाश 10 से 15 अगस्त तक छह दिन का रहेगा। मौजूदा शेड्यूल के मुताबिक यह ब्रेक 22 से 27 अगस्त तक होना था। प्रदेश के अन्य शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में मानसून ब्रेक अब 10 से 15 जुलाई तक छह दिन का रहेगा। मौजूदा शेड्यूल के तहत मानसून ब्रेक 22 से 27 जुलाई तक होना था।
जिला लोक संपर्क अधिकारी कार्यालय सोलन के सरकारी वाहन (जिप्सी एवं बोलेरो) के 16 पुराने टायरों की नीलामी 22 जुलाई को सायं 3 बजे कार्यालय के प्रागंण में की जाएगी। यह जानकारी जिला लोक संपर्क अधिकारी सोलन ने दी। उन्होंने कहा कि इच्छुक उम्मीदवार 22 जुलाई तक नीलाम होने वाले टायरों को कार्यालय समयावधि में देख सकते है। उन्होंने कहा कि नीलामी की शर्ते उसी दिन उम्मीदवारों को बताई जाएंगी। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस पर कार्यालय दूरभाष नंबर 01792-220089 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ठियोग से कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार से भारी बारिश व बाढ़ से ध्वस्त हुई सेब बहुल क्षेत्रों की संपर्क सड़कों की युद्ध स्तर पर मरम्मत करने व इन्हें बहाल करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में सेब बागवानों की आर्थिकी इसी पर निर्भर है और अगर इन क्षेत्रों में सड़कों को तुरंत ठीक नहीं किया गया तो बागवानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में एक पत्रकार वार्ता में कुलदीप राठौर ने कहा कि हिमाचल में भारी बारिश व बाढ़ का कहर बरपा है। लोग सहमे हुए हैं। नुकसान का तत्काल सही आकलन नहीं हो सकता पर इतना जरूर है कि यह नुकसान हजारों करोड़ का हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष आर्थिक पैकेज की मांग करते हुए कहा कि पहले ही प्रदेश की आर्थिक स्थिति विकट है और इस त्रासदी से प्रदेश पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ गया है। राठौर ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व भाजपा के तीनों सांसदों से भी प्रदेश की मदद का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर सभी नेताओं को इस आपदा की घड़ी में आगे आना चाहिए। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने इस दौरान पत्रकार वार्ता में केंद्र से इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की है। उन्होंने इस आपदा से हुए नुकसान के आकलन के लिए केंद्रीय टीम जल्द भेजने का भी आग्रह किया हैं। वहीं, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला ने भी प्रदेश में भारी बारिश बाढ़ से हुए नुकसान पर दुख व्यक्त किया हैं। उन्होंने इस आपदा में मारे गए लोगों के प्रति भी अपनी संवेदना व्यक्त की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने प्रदेश में भारी बारिश व बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता हेतु प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में सूचना एवं समन्वय कक्ष स्थापित किया हैं। इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर भी पार्टी महासचिवों व सचिवों को सहायता व समन्वय केंद्रों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। कांग्रेस महासचिव सगंठन रजनीश किमटा ने कार्यालय आदेश जारी करते हुए बताया कि राजीव भवन में कांग्रेस महासचिव यशपाल तनाईक, जिला कांग्रेस अध्यक्ष शहरी जितेंद्र चौधरी के अतिरिक्त कैप्टन एस के सहगल,गुलाब सिंह ठाकुर मान सिंह ठाकुर,परम देव शर्मा व विराज शर्मा को नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। शिमला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0177 2650169 व 0177 2805522 पर कोई भी व्यक्ति किसी भी सहायता के लिए संपर्क कर सकता हैं। जिला मंडी के नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव चेतराम ठाकुर पवन ठाकुर,शशि शर्मा व जिलाध्यक्ष प्रकाश चौधरी को सौंपी गई हैं। कुल्लू जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव रोहित वत्स धामी व जिलाध्यक्ष सेस राम आजाद को सौंपी गई हैं। चंबा जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव डी एस पठानिया व जिलाध्यक्ष कमल ठाकुर को सौंपी गई हैं। शिमला जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव देवेंद्र बुशेहरी,जिलाध्यक्ष ग्रामीण अतुल शर्मा को सौंपी गई हैं। कांगड़ा जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस उपाध्यक्ष संजय चौहान, महासचिव विक्रम शर्मा विक्की व जिलाध्यक्ष करण पठानिया को सौंपी गई हैं। ऊना जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव अविनाश कपिला व जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह राणा को सौंपी गई हैं। बिलासपुर जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव विवेक कुमार व जिलाध्यक्ष अंजना धीमान को सौंपी गई हैं। हमीरपुर जिला की जिम्मेदारी जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को सौंपी गई हैं। सिरमौर जिला की जिम्मेदारी गीता राम ठाकुर व जिलाध्यक्ष आनंद परमार को सौंपी गई हैं। लाहौल स्पीति जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस सचिब प्यारेलाल शर्मा व जिलाध्यक्ष ग्यालछन ठाकुर को सौंपी गई हैं। सोलन जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस महासचिव हरदीप सिंह बावा व जिलाध्यक्ष शिव कुमार को सौंपी गई हैं। किन्नौर जिला की जिम्मेदारी कांग्रेस सचिव प्रताप नेगी व जिलाध्यक्ष उमेश नेगी को सौंपी गई हैं।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में सभी पर्यटक सुरक्षित हैं, सरकार सबका परिवार की तरह ख्याल रख रही है। उन्होंने मंगलवार को मंडी में अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के विभिन्न हिस्सों में अत्यधिक बारिश से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही। उन्होंने मीडिया के माध्यम से पर्यटकों के परिजनों को भरोसा देते हुए किसी प्रकार की चिंता न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम अतिथि देवो भव की नीति पर चलने वाले लोग हैं। प्रदेश में आया हर सैलानी हमारा मेहमान है। हम सभी का उसी प्रकार ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारिश और बाढ़ से रास्ते बंद होने के कारण पर्यटक अलग अलग जगहों पर होटल और रिसॉर्ट में रुके हैं । बिजली सप्लाई बाधित होने और मोबाइल नेटवर्क डाउन होने के कारण उनसे बात न हो पाने के कारण परिवार जनों का चिंतित होना स्वाभाविक है। पर सभी धैर्य रखें, रास्ते बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। रास्ते खुलते ही सभी को सुरक्षित उनके घरों को रवाना किया जाएगा। सभी होटल, रिसॉर्ट मालिकों को भी स्थिति सामान्य होने तक सहयोग को कहा गया है। 24 घंटे में बहाल कर ली जाएंगी पेयजल परियोजनाएं मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में अगले 24 घंटे में पेयजल की 4 हज़ार परियोजनाएं बहाल कर ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि बारिश और बाढ़ से प्रदेश में पानी की 5 हज़ार छोटी- बड़ी परियोजनाओं को नुकसान पहुंचा है। इनमें से 4 हज़ार को अगले 24 घंटे में रिस्टोर कर लिया जाएगा। इसके लिए जल शक्ति विभाग के तमाम अधिकारी पूरी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हैं। मंडी में जल्द सुचारू होगी पेयजलापूर्ति उन्होंने कहा कि मंडी शहर में भी अगले 24 से 48 घन्टों के भीतर पेयजल आपूर्ति को पूरी तरह बहाल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण गाद भरने से मंडी शहर की दोनों बड़ी पेयजल परियोजनाएं फ़िलहाल बंद हैं। शहर में अन्य छोटी परियोजनाओं से पेयजल आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है। जल्द ही पेयजल आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल योजनाओं के साथ साथ सीवरेज परियोजनाओं को भी यथाशीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए। बाढ़ पीड़ितों से मिले उप मुख्यमंत्री इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने मंडी में बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। वे मंडी के ब्यास सदन और गुरुद्वारे में बनाए राहत शिविरों में रह रहे लोगों से भी मिले और उनका दुख दर्द जाना। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को सरकारी की ओर से हर सम्भव सहायता का भरोसा दिलाया और प्रशासन को सभी हर तरह से ख्याल रखने के निर्देश दिए। बता दें, प्रशासन ने बाढ़ के खतरे के चलते 200 के करीब लोगों को राहत शिविर बना कर ठहराया है। उनके ठहरने, भोजन,पानी, दवाओं की पूरी व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भारी बारिश से कुल्लू, मंडी व लाहौल में हुए नुकसान का मंगलवार को हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हेलीकॉप्टर से कुल्लू, मंडी, औट व भुंतर क्षेत्र में बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया। चंद्रताल में फंसे 300 लोगों का आज सुबह 5:00 बजे से बचाव अभियान शुरू कर दिया था। पहली टीम मशीनरी के साथ लोसर से चंद्रताल के लिए रवाना हुई है, जबकि दूसरी टीम काजा से एडीसी राहुल जैन की अध्यक्षता में रवाना हुई है। करीब 40 लोगों का बचाव दल जिसमें पंगमो और लोसर गांव के युवा के अलावा स्पीति के अन्य गांव से युवा शामिल हैं। अब तक 10 से अधिक बुजुर्गों व छोटे बच्चों वाले परिवारों को भुंतर कुल्लू के लिए एयरलिफ्ट कर लिया गया है। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने खुद यह जानकारी दी।
जिला स्तरीय विश्व जनसंख्या दिवस मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉक्टर सुशील शर्मा के सौजन्य से स्वास्थ्य खंड गोपालपुर में मनाया गया। इस मौके पर डॉ. तरुण सूद जिला कार्यक्रम अधिकारी ने भारत की बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते बताया कि भारत की जनसंख्या तीव्रता से बढ़ रही है। इस बढ़ती हुई जनसंख्या पर अंकुश लगाने के लिए परिवार नियोजन के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि 27 जून से 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवाड़ा और 11 जुलाई 2023 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मी /आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। डॉ. तरुण सूद ने परिवार नियोजन के अस्थाई तथा स्थाई तरीकों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा भी यह बताया की यह सारी सुविधाएं सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ्त उपलब्ध है। उन्होंने कहा की बढ़ती जनसंख्या के कारण श्वसन संबंधी बीमारियां, टीबी,मलेरिया, कॉलेरा, डेंगू तथा संक्रामक रोगों के साथ-साथ शहरी भीड़ में पर्यावरणीय परिवर्तन तथा दूषित पानी से कई लोगों की मौत हो जाती है ढ्ढ आबादी बढ़ने से वाहनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है और वायु प्रदूषण से दमा, फेफड़ों का कैंसर, सास और गले की बीमारियां तथा कार्डियोवैस्कुलर डिजीज में बढ़ोतरी हुई है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षिका अंजलि, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, विजय थापा तथा बाकी लोग भी उपस्थित रहे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने परवाणू में मूसलाधार बारिश के कारण प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। सहजल ने कहा कि जिस ब्लॉक का दौरा हमने परवाणू में किया, वहां पर 42 परिवार रहते थे और इन 42 परिवारों को जान का खतरा था, क्योंकि यह बिल्डिंग गिरने की स्थिति में पहुंच चुकी थी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनको दूसरे ब्लॉक में शिफ्ट किया, जहां पर खाली जगह थी। इस मौके पर डॉ. राजीव सहजल ने लोकल अधिकारियों से भी बात की और राहत पहुंचाने का कार्य किया। रात को सभी परिवार सुरक्षित रहें, इसको निश्चित करने के लिए सभी परिवारों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने का कार्य करते हुए सभी परिवारों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया गया।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज बाईपास ठियोग पर बने पुल का व रैई घाट में भारी बरसात से क्षतिग्रस्त सड़कों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। गौर रहे कि भारी बरसात के चलते क्षतिग्रस्त हुए पुलों व सड़कों के कारण स्थानीय ग्रामीणों व स्थानीय लोगों को आने जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है, इसी के मद्देनजर शिक्षा मंत्री ने उच्च अधिकारियों से बात की व शीघ्र ही जन जीवन को सुचारू रूप से पटरी पर लाने व क्षतिग्रस्त सड़कंो व पुलों को सुचारू रूप से बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों के साथ है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अनावश्यक यात्रा करने से बचें, नदियों व जल स्त्रोतों के नजदीक न जाएं, जितना हो सके घरों में रहें। प्रदेश सरकार हरसंभव आपकी मदद के लिए हर क्षण तत्पर है। किसी भी आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर - 1100,1070,1077 पर संपर्क करें।