मनीष ठाकुर। भरमौर वेदांत फ़ाउंडेशन के सदस्यों ने जिला उपायुक्त चंबा से मिलकर वेदांत फाउंडेशन के अगले प्रोजेक्ट “लिक्कड” के बारे में चर्चा की। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से वेदांत फ़ाउंडेशन ज़िला चंबा के सभी एनजीओ के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक करने का कार्य करेगी। डीसी चंबा ने वेदांत फाउंडेशन की इस मुहिम को जन-जन तक लेकर जाने के लिए जिला के सभी एसडीएम, बीडीओ, सीडीपीओ को पत्र के माध्यम से वेदांत फाउंडेशन का सहयोग करने को कहा। वेदांत फाउंडेशन के चेयरमैन अभी शर्मा ने इस मुहिम को लेकर जिला प्रशासन की भूमिका तथा सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। वेदांत फाउंडेशन जिला के हर गांव, हर घर तक इस मुहिम को लेकर जाएगी। जिला चंबा में महिलाओं को इस जागरूकता अभियान के माध्यम से मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाएगा। वेदांत फाउंडेशन के सदस्यों ने कहा कि जिला के कई क्षेत्रों में सैनिटेरी पैड्ज दुकानों पर भी उपलब्ध नहीं हो पाते हैं, जो जाने अनजाने में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बीमारियों के गर्भ में धकेलता है। वेदांत फ़ाउंडेशन इस मुहिम के द्वारा ज़िला की महिलाओं को सुरक्षित करने का प्रयास करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के विभिन्न आकांक्षी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ संवाद किया। प्रधानमंत्री ने इन जिलों में सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की प्रगति और वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने अधिकारियों के साथ बातचीत की और उन्हें सभी हितधारकों के साथ मिलकर जिलों में विभिन्न विभागों द्वारा मिशन मोड में योजनाओं को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वर्चुअल माध्यम से शिमला से बैठक में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने राज्य के चंबा जिले द्वारा सामान्य सेवा केन्द्रों के दायरे को लगभग 67 प्रतिशत से बढ़ाकर 97 प्रतिशत से अधिक करने की उपलब्धि की सराहना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनवरी 2018 में देश के लिए आकांक्षी जिला कार्यक्रम की शुरुआत की थी और इस योजना के अन्तर्गत चंबा जिले का भी चयन किया गया था। नीति आयोग ने स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेश और कौशल विकास तथा बुनियादी अधोसंरचना जैसे समग्र मानकों के आधार पर कुल 112 आकांक्षी जिलों को चयन किया गया था, जिनका मानव विकास सूचकांक पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम का उद्देेश्य अनिवार्य रूप से सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर हासिल करना है, जिससे राष्ट्र की प्रगति हो सके। जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, ऊर्जा मंत्री सुख राम, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और जे.सी. शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे
भरमौर : नेहरू युवा केंद्र चंबा के सौजन्य से सोमवार को विकासखंड तीसा की ग्राम पंचायत आयल में हथेली युवक मंडल के सदस्यों द्वारा युवा सप्ताह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विकासखंड तीसा के स्वयंसेवी कविता ठाकुर और दीन मोहम्मद ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन परिचय के बारे में परिचित करवाया। इस अवसर पर हथेली युवक मंडल के प्रधान भाग सिंह ने यह निर्णय लिया कि युवाओं द्वारा 17 से 19 जनवरी तक 3 दिन युवा दिवस के तौर पर सफाई अभियान का कार्यक्रम पूरी पंचायत में चला जायेगा। उन्होंने युवाओं में स्वच्छता के प्रति रुचि पैदा करवाते हुए, स्वामी विवेकानंद द्वारा जो विदेशों में भारत की संस्कृति और सभ्यता का परचम लहराया था उसके बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के यूथ आइकन है और हर युवाओं को उनके पद चिन्हों पर चलने की विशेष आवश्यकता है। जिस राष्ट्र की कल्पना हमारे महापुरुषों ने की है, वह विश्व गुरु बनाने में तभी संभव हो सकता है यदि सभी युवा एकत्रित होकर अपनी शक्ति का उपयोग राष्ट्र के निर्माण में करें।
जिला चंबा में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। दरअसल चंबा जिले में ब्रंगाल-मंगलेरा सड़क मार्ग पर द्रबला के पास एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन घायल हैं। मिली जानकारी के अनुसार कार अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी है। कार को खाई में गिरता देख ग्रामीण घटनास्थल की ओर भागे और पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। डीएसपी मयंक चौधरी ने बताया कि हादसे के कारणों की छानबीन की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र चंबा रहा है। मंगलवार रात को सूबे के चंबा जिले में भूकंप आया और यह मंडी, कुल्लू और मनाली सहित कई इलाकों में महसूस किया गया। शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र ने भूकंप की पुष्टि की है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार रात को 10 बजकर 47 मिनट पर यह भूकंप आया है। चंबा इसका केंद्र था। 4.3 रिक्टर स्कैल पर इसकी तीव्रता मापी गई है। हालांकि, जान-माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लोग डर गए और घरों से बाहर निकल आए।
झड़ोता गांव में मड़रा रहा भूस्खलन का खतरा चंबा। जिले के उपतहसील होली में बन रहे नव-निर्माण होली बजोली जलविद्युत परियोजना के पावर हाउस में आय दिन लीकेज देखने को मिल रही है। इस जलविद्युत परियोजना की चपेट से झड़ोता गांव बिल्कुल खतरे की दहलीज पर खड़ा दिखाई दे रहा है। यहाँ पर हर दिन भूस्खलन की वजह से झड़ोता गांव के लोग डर के मारे मजबूरन अपने घर से बाहर रह रहे है। गांववासियों का कहना है कि पावर हाउस की वजह से पूरा गांव भूस्खलन की चपेट में आ चुका है और अभी भी निरंतर भूस्खलन हो रहा है। उनका कहना है कि जगह-जगह पानी का रिसाव हो रहा है जिसकी वजह से कुछ ग्रामीणों के घर गिर गए है और कुछ के घरों में दरारें आ गई है। खेत खलियान, बाग बगीचे में भी बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी है। जल विद्युत परियोजना होली बाजोली के पावर हाउस में टनल के रिसाव से होली पंचायत के झडोता गांव को भूस्खलन का खतरा आज दिन भर बारिश होने से और भी अधिक हो गया है। लोगों ने आज अपने घर को खाली कर दिया है उनका मानना है कि अगर आज रात को बारिश होती रही तो उनके घर भूस्खलन से किसी भी वक्त गिर सकते है। गौर हो कि कंपनी ने 23 दिसंबर 2021 को टनल में टेस्टिंग के लिए पानी छोड़ा था। जिसके कारण होली पंचायत के झाड़ोता गांव वार्ड नंबर 4 में बहुत बड़ी लीकेज सामने आई थी। टनल के पानी का रिसाव इतना अधिक है कि वहा बड़े नाले की तरह पानी वह रहा है। जिसके कारण पूरा गांव और क्षेत्र खतरे की चपेट में आ गया है। गांव वालो ने इसकी सूचना प्रशासन को दी थी जिसके बाबजूद 5 दिन बाद भी कंपनी द्वारा पानी नहीं रोका गया था। जिसके कारण भूस्खलन का खतरा और भी अधिक हो गया है। इसके लिए गांववासियों ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाया है। उन्होंने जल्द इस समस्या को हल करने की भी गुहार लगाई है।
चंबा रुमाल का नाम अचानक सुने तो लगता है कि यह महज़ एक आम सा रुमाल होगा, लेकिन "चंबा रुमाल सही मायनों में कमाल है" यह कोई मामूली रुमाल नहीं बल्कि विश्व विख्यात व कढ़ाई हस्तशिल्प से निर्मित और बेहद ख़ूबसूरत रुमाल है। अनूठी हस्तकला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध चंबा रूमाल किसी पहचान का मोहताज नहीं है। चम्बा रुमाल की हस्तकला का बोलबाला रियासतकाल से चल रहा है । वैसे तो हिमाचल प्रदेश में कला की कई तकनीक हैं जो यहां की समृद्ध शैली की परिचायक हैं, लेकिन चंबा रुमाल ने हिमाचल प्रदेश को विश्व भर में एक अलग ही पहचान दिलाई है। अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले में भी चंबा रूमाल की बड़ी बिक्री होती है। चंबा रूमाल की ख़ास बात ये है कि इसे रेशम व सूती कपड़े पर कढ़ाई कर इसे तैयार किया जाता है। ये रुमाल कितना ख़ास है आप इस बात से समझ सकते है कि इस रूमाल को बनाने में एक सप्ताह से दो महीने का समय लग जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में चम्बा रुमाल खरीदना आसान नहीं होता है। इसे चंबा आकर खरीदना या फिर मंगवाना पड़ता है। चंबा के संपन्न परिवार बेटी की शादी में विदाई के समय इस रूमाल का प्रयोग करते हैं। वर्तमान में ही नहीं बल्कि ब्रिटिश काल में भी अधिकारियों व पड़ोसी रियासतों के राजाओं को रूमाल उपहार के रूप में दिया जाता था। इतना ही नहीं जर्मन व इग्लैंड संग्रहालयों में भी चंबा रूमाल मौजूद है।1965 में चम्बा रूमाल बनाने वाली कारीगर महेश्वरी देवी को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया और अब ऐसे कलाकारों की कमी नहीं, जो कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद इसे तैयार करते हैं। नीडल पेंटिंग’ के नाम से भी जाना जाता है चम्बा रुमाल पहाड़ी लघु चित्र और भित्ति चित्रों को अगर कपड़े पर सूई के माध्यम से बहुत ही बारीकी से कढ़ाई करके उकेरा जाए तो वह कपड़ा किसी कलात्मक तस्वीर से कम नहीं लगता है। इसका सही मायनों में उदहारण चंबा का रुमाल है। प्रसिद्ध चम्बा के रुमाल को ‘नीडल पेंटिंग’ के नाम से भी जाना जाता है। चंबा रुमाल रेशम एवं सूती कपड़े पर दोनों ओर समान कढ़ाई कर तैयार किया जाता है। विशेष तौर पर कढ़ाई का काम औरतें करती हैं और यह कला आमतौर पर रुमाल, टोपी, हाथ के पंखे, चोली आदि पर भी की जाती है। आम रुमाल नहीं ,उपहार में दिया जाता है चम्बा का रुमाल चम्बा रुमाल पर की गई कढ़ाई को चंबा साम्राज्य के पूर्व शासकों के संरक्षण में पनपने का मौका मिला था। यह अपनी अद्भुत कला और शानदार कशीदाकारी के कारण निरंतर प्रसिद्धि की नई इबारत लिखता रहा है। चंबा का रुमाल वास्तव में कोई जेब में रखने वाला रुमाल नहीं है, बल्कि कढ़ाईदार "वॉल पेटिंग " होती है। चूंकि इससे बना रुमाल चौकोर आकार में नहीं होता है , इसलिए इसे कभी वॉल पेंटिंग की तरह सजाया जाता है तो कभी उपहार में दिया जाता है। चंबा के रुमाल के बारे में एक रोचक बात यह है कि दूर से देखने पर बेशक ये बहुत आकर्षक न लगे पर जब पास से देखते हैं तो देखने वाले को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होता है। शाही परिवार भी करता था चंबा रुमाल की कढ़ाई चंबा रुमाल को यह नाम हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन चंबा से मिला है। रुमाल पर की जाने वाली इस कला का काम सदियों से चला आ रहा है। चम्बा रुमाल का वर्णन सबसे पहले सोलहवीं शताब्दी में आता है, जब बेबे नानकी ( गुरु नानक देव जी की बहन थीं) उन्होंने इसे बनाया था। वह रुमाल आज भी होशियारपुर के एक गुरुद्वारे में धरोहर के रूप में रखा हुआ है। इसके बाद 17वीं सदी में राजा पृथ्वी सिंह ने चम्बा रुमाल की कला को बहुत अधिक संवारा और रुमाल पर ‘दो रुखा टांका’ कला शुरू की। कहा जाता है कि उनके समय में चंबा रियासत में आम लोगों के साथ-साथ शाही परिवार भी चंबा रुमाल की कढ़ाई किया करता था। 18वीं शताब्दी में चंबा रुमाल की लोकप्रियता बहुत अधिक और बहुत दूर-दूर तक फैली हुई थी। बहुत से कारीगर इस कला से जुड़े हुए थे। उस समय के राजा उमेद सिंह ने इस कला और कारीगरों को संरक्षण देकर चंबा रुमाल को विदेशों तक पहुंचाया। हिमाचल के चम्बा जिला से शुरू कि गई इस कलाकारी को विदेश में पहचान मिली और इसे लंदन के विक्टोरिया अल्बर्ट म्यूजियम में रखा गया। आज भी चंबा का रुमाल अपने महान इतिहास के दर्शन करवाता है जिसे चंबा के राजा गोपाल सिंह ने 1883 में ब्रिटिश सरकार के नुमाइंदों को भेंट किया था। जिसमें कुरुक्षेत्र युद्ध की कृतियों को उकेरा गया है। 1911 में चंबा के राजा भूरी सिंह ने भी इस हुनर को बहुत सम्मान दिया और कला को उन्नत बनाने में मदद की। दिल्ली दरबार में उन्होंने ब्रिटेन के राजा को चंबा के रुमाल की कलाकृतियां तोहफे में दी थीं। चूंकि भारत में मुगलों का साम्राज्य था तो इस कढ़ाई के कार्य की विषय वस्तु मुगलों से प्रभावित थी परंतु मुगलों के पतन के साथ ही बहुत से कारीगर हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्रों में जाकर बस गए जिनकी सहायता चंबा के राजा उमेद सिंह ने की। कढ़ाई को जीवंत बनाने के लिए आकृतियां बनानी हुई शुरू स्थानीय लोगो का कहना है कि चम्बा रुमाल पर हाथ की कढ़ाई दोनों ओर से की जाती है। एक जमाने में जब शाही परिवारों में बेटी की शादी होती थी तो शगुन के थाल को इस रुमाल से ढका जाता था। उस समय इनमें लोककला ज्यादा झलकती थी, धीरे-धीरे इनमें आकृतियां और फूल-पत्तियां बनानी शुरू की ताकि कढ़ाई अधिक जीवंत लगे। रेशम के धागे से सूती कपड़े पर कढ़ाई होती थी, पर अब शॉल, दुप्पटों और सिल्क फैब्रिक पर भी ये की जाती है। इसमें डबल साटन स्टिच (दो रुख टांका) का प्रयोग किया जाता है, जिसकी वजह से कपड़े के दोनों तरफ कढ़ाई उभर आती है जो एक समान लगती है। इसके धागे को पट्टू कहा जाता है। दो तरह से की जाती है चंबा रुमाल पर कढ़ाई चंबा रुमाल मुख्यता वर्गाकार या आयताकार बनाए जाते हैं। हालांकि अभी भी दो तरह से कढ़ाई चंबा रुमाल पर हो रही है। एक में लोकशैली झलकती है, जिसके विषय सीमित हैं, रंग चटकीले और टांकों में समानता नहीं है। जबकि दूसरी शैली में एक संतुलित संयोजन है, जिसमें हलके व सौम्य रंग के धागों का इस्तेमाल किया जाता है दो रुख टांके से जिसमें एक टांका लंबा तो दूसरा छोटा होता है, जब कढ़ाई की जाती है तो कपड़े के उलटी तरफ भी समान कढ़ाई बन जाती है। चंबा रुमाल बनाने के लिए कलाकार पहले किसी भी पौराणिक दृश्य या घटना को चित्रित करता है, उसके पश्चात पेंसिल या चारकोल की सहायता से रूपरेखा तैयार करता है। इसके बाद ब्रश द्वारा वांछित रंग, जो बहुत नाम मात्र का होता है, भरता है और इस सब के बाद सिल्क के रंग-बिरंगे धागों को सुई में पिरो कर दोहरे टांके की कढ़ाई करते हुए एक अविस्मरणीय कृति का निर्माण करता है। चंबा रुमाल पर ड्राइंग कभी भी ट्रेस करके नहीं बनाई जाती है, वरन इतनी फुर्ती से की जाती है कि लाइन टूटे न। रुमाल तैयार करने में लगता है दस दिन से दो महीने का समय एक प्रशिक्षित कलाकार थीम को देखकर खादी के कपड़े पर चारकोल से एक रूपरेखा तैयार करता है। कढ़ाई के लिए रंगों का चुनाव पहले ही तय कर लेता है, फिर महिला शिल्पकार कढ़ाई के लिए रेशम के धागे के दो तारों का उपयोग करती है और बिना गांठ लगाए डबल-साटन स्टिच करती है रुमाल पर मुख्य मोटिफों की कढ़ाई करने के बाद, फिर बैक स्टीचिंग की जाती है जिसके द्वारा मोटिफ की आउटलाइन बनाई जाती है। अंत में, वे रुमाल के किनारों को एक समान करने के लिए तुरपाई करती हैं। इसकी आउटलाइन काले धागे से बनाई जाती है, जो चंबा रुमाल की एक खास विशेषता है। चंबा रुमाल को तैयार करने में दस दिन से दो महीने का समय लगता है। हर रुमाल में कि जाती है अलग कहानी चित्रित पहाड़ी चित्रकला का प्रभाव भी इन रुमालों पर बहुत गहराई से देखने को मिलता है। साथ ही गुलेर, कांगड़ा, बसोहाली, जम्मू, नूरपुर और मंडी क्षेत्रों के चित्रों व भित्ति चित्रों की झलक भी दिखती है। इन रुमालों पर पहाड़ी चित्रकला के समान ही प्रचलित कहानियों, परंपराओं व पौराणिक विषयों के दृश्यों को भी उकेरा जाता है। साथ ही कृष्ण, रामायण, महाभारत और पुराण के कहानियों, नायक-नायिकाओं के प्यार के किस्सों व राग-रागिनी जैसे विषय भी इनके आधार हैं जो इन्हे अलग बनाता है। दिलचस्प बात ये है कि हर रुमाल में एक अलग कहानी चित्रित की जाती है, जिसके कारण इस कला में अत्यधिक विविधता देखने को मिलती है। आकार में बड़े होने के कारण ये रुमाल दीवारों पर वॉल पेंटिंग की तरह सजाए जाते हैं और कपड़े की पूरी सतह पर ही कढ़ाई किए जाने के कारण ये अत्यंत सजीव लगते हैं। डंडी टांका का किया जाता था प्रयोग इसकी आउटलाइन काले धागे से बनाई जाती है, जो चंबा रुमाल की एक खास विशेषता है। आकृतियों में रंग-बिरंगे धागे भरने के बाद, फिर से काले धागे से डंडी-टांका करते हुए उसकी महीन आउटलाइन बनाई जाती है। यह तरीका पहाड़ी चित्रकला से प्रेरित होकर ही अपनाया गया है। इसी तरह क्रिस क्रॉस स्टिच द्वारा, जिसमें दो बराबर आकार के टांकों को क्रॉस का आकार देते हुए रुमालों पर उकेरा जाता है। यह टांका ज्यादातर लाल रंग के धागे से लगाया जाता है। हालांकि आजकल इस टांके का प्रयोग कम किया जा रहा है। पचास हजार से लेकर पांच लाख तक होती है कीमत चम्बा रुमाल बेहद ही ख़ास माना जाता है क्योंकि हर रुमाल पर अलग तरह का डिज़ाइन इसकी विशेषता को चार चाँद लगा देता है। प्रदेश के साथ साथ विदेश में भी चम्बा रुमाल कि बहुत अधिक डिमांड रहती है। अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले में भी रूमाल को खरीदने के लिए कनाडा, आस्ट्रेलिया, दिल्ली, चंडीगढ़, भोपाल, पटना तथा अन्य राज्यों के लोग काफी उत्सुक रहते हैं। यही इस रुमाल की खासियत है कि इसकी कीमत पचास हजार से लेकर पांच लाख तक हो सकती है। राष्ट्रीय अवार्ड विजेता और चम्बा रुमाल बनाने वाली कलाकार दिनेश कुमारी का कहना है कि चम्बा रुमाल में ज़्यादातर वे भगवान कृष्ण से जुड़ी कलाकृतियां या कहानियां बनती है। दिनेश कुमारी 1977 से ये रुमाल बना रही है। दिनेश कुमारी बताती है कि वे रास समंदर, अष्टनायका, कृष्ण डांडिया, कृष्ण नाग संहार, चौसर खेल, शिकार रुमाल और इस तरह कि कई कहानियों पर आधारित रुमाल बनाती है जो बेहद आकर्षक और ख़ूबसूरत है। इस कला को संजोए रखने के लिए दिनेश कुमारी को भीमराव आम्बेडकर राष्ट्रीय अवार्ड जैसे कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। चंबा रुमाल पर राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित ललिता वकील का कहना है कि प्रदेश कि आगे की पीढ़ी को भी चम्बा रुमाल को बनाना सीखना चाहिए ताकि ये चम्बा रुमाल कि प्रतिभा विदशों में पहुँच पाए। उनका कहना है कि इसे बनाना बेहद कठिन है और इसे सीखना बहुत कठिन है, लेकिन हमारी सरकार ने इसे बढ़ावा दिया है।
हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव के बाद से ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई है। आने वाले 2022 के चुनाव भी नजदीक है और विपक्ष लगातार सरकार का घेराव कर रही है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर डलहौजी से कांग्रेस विधायक आशा कुमारी भाजपा सरकार पर खूब हमला बोला है। आशा कुमारी का कहना है कि उपचुनाव में हिमाचल प्रदेश की चार सीटों पर कांग्रेस को जीत मिलने से भाजपा को पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने पड़े हैं। इसका मतलब है कि भाजपा जानबूझकर लोगों को परेशान कर रही है। आशा कुमारी का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी। आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी निशाना साधा है। आशा कुमारी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी में सीएम कौन होगा, यह पार्टी हाईकमान तय करेगा। अगर कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री बनने की बात हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से कर रहा है तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा को किस बात की चिंता हो रही है। मुख्यमंत्री अपने कुनबे को संभाले जो बिखरा पड़ा है। आशा कुमारी का कहना है कि जो योजनाएं स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने चलाई थी, उनके शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद प्रदेश सरकार उन योजनाओं को अपनी योजनाएं गिना रहे हैं, जो अपने आप में शर्मनाक है। आशा कुमारी का कहना है कि 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी यह तय हो गया है। साथ ही उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री के सपने देखने वाले लोग पार्टी के ही हैं और पार्टी की नीति, नीयत और विचारधारा साफ है। आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री को अपने बिखरे कुनबे को संभालने की नसीहत भी दी है।
प्रदेश के 10 जि़लों के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जन मंच आयोजित किए गए। जन मंच में लगभग 1056 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही निपटारा किया गया। प्रशासन द्वारा जन मंच के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया गया। जिला मण्डी: जल शक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह टिहरा के प्रांगण में आयोजित जन मंच में क्षेत्र की 12 पंचायतों के लोगों की समस्याओं का समाधान किया गया। जनमंच में विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 44 मामले प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश का मौके पर निपटारा कर दिया गया है तथा शेष का समाधान सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए। जल शक्ति मंत्री ने बेटी है अनमोल योजना के तहत सांकेतिक तौर पर 5 बच्चियों की माताओं को 12-12 हज़ार की एफडीआर भेंट कीं। साथ ही मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत कुल 70 लाभार्थियों को निशुल्क गैस कनेक्शन दिए गए। जन मंच में 74 से अधिक विभिन्न प्रमाण-पत्र बनाए गए। उन्होंने कहा कि जनमंच ने गरीबों-वंचितों को ताकत दी है। वे पूरी मजबूती से अपनी बात शासन-प्रशासन के पास रख रहे हैं और उनकी समस्याओं का मौके पर समाधान हो रहा है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की जनहितैषी सोच से निकला जन मंच आज लोगों के लिए बड़ा संबल बन गया है। विकास कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 30 पुलों का कार्य प्रगति पर है। टिहरा में 25 करोड़ से 50 बिस्तरों के अस्पताल तथा संधोल और धर्मपुर में सिविल अस्पताल का काम ज़ोरों पर है। टिहरा और संधोल में मिनी सचिवालय भवनों का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति निर्बाध रखने के लिए 33 केवी के 12 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। अब 50 करोड़ रुपये से 132 केवी का ट्रांसफार्मर स्थापित करने का काम किया जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री एवं जि़ला परिषद सदस्य वंदना गुलेरिया, अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। जिला हमीरपुर: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जिला हमीरपुर के विधानसभा क्षेत्र बड़सर की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झिरालड़ी में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र की 5 ग्राम पंचायतों और नगर पंचायत की ओर से कुल 135 शिकायतें एवं मांगें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। शहरी विकास मंत्री ने अधिकारियों को शेष समस्याओं का भी निर्धारित समय अवधि के भीतर निवारण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान उनके घर-द्वार पर ही करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जन मंच आरम्भ किया है। यहां प्राप्त अधिकांश जनसमस्याओं का निवारण प्री-जनमंचों में ही कर दिया जाता है, जिससे आम लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलती है। इससे पहले शहरी विकास मंत्री ने एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत झिरालड़ी स्कूल परिसर में पौधारोपण किया तथा विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी स्टाॅलों का अवलोकन किया। जन मंच के दौरान शहरी विकास मंत्री ने मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 16 महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए। उन्होंने विभाग के माध्यम से प्रशिक्षित 31 महिलाओं को सिलाई मशीन एवं टूल किट वितरित किए। बेटी है अनमोल योजना के तहत 3 कन्याओं को 12-12 हजार रुपये की एफडी के दस्तावेज और शगुन योजना की 7 लाभार्थियों को 31-31 हजार रुपये के चेक प्रदान किए गए। कार्यक्रम के दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा, हिमाचल प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राकेश शर्मा बबली, कांगड़ा सहकारी कृषि एवं भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष कमलनयन शर्मा, जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार, उपायुक्त देबश्वेता बनिक, पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा व एडीएम जितेंद्र सांजटा सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। जिला चम्बा: जि़ला चम्बा का 24वां जन मंच भटियात विधानसभा क्षेत्र के तहत सुदली पंचायत घर में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने की। जनमंच में कुल 92 समस्याएं एवं मांगे प्रस्तुत की गई, जिनमें से अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जन मंच सरकार द्वारा शुरू किया गया ऐसा कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान घर द्वार पर संभव होता है। उन्होंने कहा कि जिला चंबा की भौगोलिक परिस्थितियां प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में विषम हैं। इसके बावजूद प्रदेश सरकार के वर्तमान कार्यकाल में यहां सड़क निर्माण, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। इस अवसर पर 10 लाभार्थियों को मौके पर दिव्यांग प्रमाण पत्र, 6 जन्म प्रमाण पत्र और 22 राजस्व इंतकाल दर्ज किए गए। इसके अतिरिक्त 74 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई और निशुल्क दवाईयां दी गई और 7 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। 12 पात्र लाभार्थियों को गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन तथा बेटी है अनमोल योजना के तहत 13 एफडीआर भी वितरित की गई। मंत्री ने इस दौरान एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत बेटी अदविका के नाम से आंवला का पौधा भी रोपित किया। मुख्य सचेतक विक्रम सिंह जरयाल ने विधानसभा क्षेत्र भटियात में जारी विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस मौके पर उपायुक्त डीसी राणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस. अरुल कुमार, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। जिला शिमला: ग्रामीण विकास, कृषि, एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने जिला शिमला के रोहडू़ स्थित राजकीय महाविद्यालय सीमा के प्रांगण में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। जन मंच में कुल प्राप्त 111 शिकायतों में से अधिकांश शिकायतों का मौके पर निवारण किया गया। शेष शिकायतों का निवारण निर्धारित अवधि में करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जन मंच की सफलता के लिए अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। लोगों की शिकायतों के निवारण के लिए किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार का प्रयास है कि जन मंच के माध्यम से समाज की अंतिम पंक्ति तक के व्यक्ति की समस्या का निवारण सुनिश्चित हो सके। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचे इसके लिए अधिकारी सजगता से काम करें। जनमंच के दौरान 13 विभिन्न प्रमाण पत्र, 5 इंतकाल तथा 6 जमाबंदियां जारी की गई। मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 5 लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनेक्शन, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत 5 बालिकाओं को किट, शगुन योजना के तहत बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाली बेटी की शादी के लिए 31 हजार रुपये तथा बेटी है अनमोल योजना के तहत 5 पात्र बालिकाओं को 12 हजार रुपये की एफडी प्रदान की गई। उन्होंने एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत देवदार का पौधा रोपित किया तथा जन कल्याणकारी योजनाओं को दर्शाती प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर अध्यक्ष, कृषि ग्रामीण विकास बैंक शशी बाला, जिला परिषद सदस्य उर्मिला डोगरा, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, अतिरिक्त उपायुक्त किरण भड़ाना, उपमण्डलाधिकारी सुरेन्द्र ठाकुर तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। जिला ऊना: ऊना जिला के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के मुबारिकपुर में उद्योग, परिवहन एवं श्रम व रोजगार मंत्री बिक्रम सिंह की अध्यक्षता में जन मंच आयोजित किया गया। जन मंच में कुल 72 जन समस्याओं की सुनवाई हुई और अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। मंत्री ने कहा कि जन मंच जय राम सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गांव में जाकर मौके पर लोगों की जन शिकायतों का निपटारा करना है। प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए अन्य कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। कामगार कल्याण बोर्ड से पंजीकृत कामगारों व उनके परिवार के कल्याण के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में पंजीकृत 23,839 कामगारों को विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत 20.72 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। कोरोना संकट के दौरान भी जिला के 8270 पात्र कामगारों को लगभग पांच करोड़ की सहायता प्रदान की गई है। इस अवसर पर बिक्रम सिंह ने मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 11 परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन भी प्रदान किए। जनमंच कार्यक्रम के दौरान वैक्सीनेशन कैंप भी स्थापित किया गया था, जिसमें 45 लाभार्थियों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग ने 152 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और 126 मेडिकल टेस्ट किए। आयुष विभाग ने 132 लोगों का स्वास्थ्य जांचा। इसके अतिरिक्त ई-श्रम पोर्टल पर 15 कामगारों का पंजीकरण किया गया। इससे पूर्व गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर ने कहा कि इस क्षेत्र में पहली बार जन मंच का आयोजन किया जा रहा है तथा सरकार द्वारा घर-द्वार पर जाकर लोगों की शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष सतपाल सिंह, उपायुक्त राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन, एडीसी डाॅ. अमित कुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। जिला कुल्लू: कुल्लू जिले का 24वां जन मंच मनाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय हरिपुर में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की। जनमंच में कुल 13 ग्राम पंचायतों के लोगों की समस्याओं की सुनवाई की गई। इस अवसर पर 117 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुई, जिनमें अधिकांश का मौके पर ही निपटारा किया गया जबकि शेष शिकायतें संबंधित विभागों को तुरंत समाधान हेतु अग्रेषित की गई। आयुर्वेद विभाग द्वारा 201 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और निःशुल्क दवाईयां भी वितरित की। जन मंच में 209 इंतकाल, 62 विभिन्न प्रमाण पत्र, 20 ग्रीन कार्ड जारी किए गए और 12 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी प्रदान की गई। मंत्री ने काॅलेज परिसर में देवदार पौधे का रोपण भी किया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनाली विधानसभा को प्रदेश के आदर्श विधानसभा क्षेत्र के तौर पर विकसित किया गया है। यहां 98 प्रतिशत सड़क कनेक्टिविटी है। क्षेत्र में पिछले चार सालों के दौरान अनेक नई सड़कों का निर्माण किया गया। मनाली शहर तथा आस पास के अनेक गांवों के लिये 390 करोड़ की मल निकासी परियोजना तैयार करके धनराशि स्वीकृत की गई है और इस परियोजना का कार्य शीघ्र ही आरंभ कर दिया जाएगा। इसके उपरांत शिक्षा मंत्री ने ‘बेटी है अनमोल’ योजना के तहत सात बेटियों को प्रत्येक को 12 हजार रूपये की एफडी, मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत तीन बेटियों के अभिभावकों को 31000 रुपये प्रत्येक तथा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत तीन बेटियों को प्रत्येक को 51000 रुपये के चेक वितरित किये। इसके अतिरिक्त जिला की 10वीं तथा 12वीं कक्षा की मेधावी छात्राओं को सशक्त महिला योजना के तहत प्रत्येक को पांच हजार रुपये की राशि व प्रशस्ति पत्र वितरित किये। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, भाजपा मण्डलाध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर, नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष चमन कपूर, पंचायत समिति अध्यक्ष कुंदन ठाकुर, उपायुक्त आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह सहित अन्य गणमान्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे। जिला सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के परवाणू में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। आज आयोजित जन मंच में 148 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर किया गया। शेष शिकायतों तथा मांगों को अग्रिम कार्यवाही के लिए उचित स्तर पर प्रेषित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोकतान्त्रिक व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन की सेवा करना है तथा आमजन की सेवा के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए त्वरित प्रयास करने चाहिए। डाॅ. सैजल ने कहा कि जन मंच का यही उद्देश्य है कि लोगों को उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान प्राप्त हो तथा उनके समय व धन की बचत हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना पूरे देश में एक आदर्श योजना के रूप में सराही गई है। जन मंच में 76 लोगों का आधार के लिए नामांकन किया गया। निःशुल्क जांच शिविर में 215 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 28 व्यक्तियों के नेत्र जांच तथा 45 व्यक्तियों की दन्त चिकित्सा की गई। इसके अतिरिक्त 43 व्यक्तियों को कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण किया गया। आयुष विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 275 लोगों का स्वास्थ्य जांचा गया और रक्तदान शिविर में 11 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क जांच शिविर में दूध के 38 नमूने एकत्र किए गए। जनमंच में भारतीय संचार निगम लिमिटिड द्वारा 110 सिम कार्ड वितरित किए गए तथा 20 ई-श्रम कार्ड भी बनाए गए। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डाॅ. डेजी ठाकुर, जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा, उपायुक्त कृतिका कुलहरी, पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। जिला सिरमौर: ऊर्जा मंत्री सुखराम चैधरी ने जिला सिरमौर के विकास खण्ड संगड़ाह की ग्राम पंचायत जामू कोटी की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित 126 शिकायतें एवं मांगें प्रस्तुत की गई, जिनमें से अधिकांश का निपटारा मौके पर ही कर दिया गया तथा शेष शिकायतों को समयबद्ध निपटान के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया। सुख राम चैधरी ने कहा कि रेणुका बांध विस्थापितों के सभी 1142 परिवारों की समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा और विस्थापित परिवारों को आवंटित की गई भूमि से सम्बन्धित सभी समस्याओं को मौके पर जाकर अधिकारियों द्वारा निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा चलाई गई जल जीवन मिशन के अंतर्गत सिरमौर में 83 प्रतिशत घरों को पेयजल उपलब्ध करवाया गया है और मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत जिला सिरमौर में लगभग 36483 रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए, जबकि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 10944 गैस कनेक्शन वितरित किए गए। इससे पूर्व ऊर्जा मंत्री ने पाठशाला परिसर में पंचवटी वाटिका में कनक चम्पा, अर्जुन, आंवला व अमरूद के वृक्ष रोपित किए। ‘बेटी है अनमोल’ कार्यक्रम के तहत सात कन्याओं को 12-12 हजार रूपये की बैंक एफडी, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत 6 नवजात कन्याओं को जिला प्रशासन की ओर से बधाई पत्र व उपहार प्रदान किए गए। राजस्व विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के 138 से अधिक प्रमाण पत्र, आयुर्वेद विभाग द्वारा 112 रोगियों की स्वास्थ्य जांच व 60 की रक्त जांच की गई और स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में 50 से अधिक लोगों की जांच कर निःशुल्क दवाईयां वितरित की गई। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला परिषद सिरमौर सीमा कन्याल, पूर्व विधायक रूप सिंह, अध्यक्ष खण्ड विकास समिति संगड़ाह मेला राम शर्मा, अध्यक्ष खण्ड विकास समिति नाहन अनिता शर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति विकास निगम बलवीर चैहान, अध्यक्ष मण्डी समिति रामेश्वर शर्मा, भाजपा मण्डलाध्यक्ष सुनील शर्मा, उपाध्यक्ष पंचायत समिती संगड़ाह मदन सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त सोनाक्षी सिंह तोमर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे। जिला कांगड़ा: वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने रविवार को जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के राजकीय उच्च पाठशाला, लोअर खैरा मेें आयोजित 24वें जन मंच की अध्यक्षता की। जनमंच में शामिल 10 ग्राम पंचायतों से विभिन्न विभागों से जुड़ी 97 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुई, जिनमें से अधिकांश का मौके पर निपटारा कर दिया गया। इस अवसर वन मंत्री ने कहा कि ‘जन मंच’ प्रदेश की जनता के लिए सरकार के साथ सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का मौके पर समाधान करने का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि जन मंच और ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाईन’’ अपनी समस्याओं के त्वरित समाधान के चलते काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जन मंच में आने वाली समस्याओं पर स्वयं नजर रखते हैं और इनके समाधान में हुई प्रगति की लगातार समीक्षा करते हैं। वन मंत्री ने कहा कि कोविड काल में प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में सराहनीय कार्य किया है। यह गौरव की बात की प्रदेश ने कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज़ लगाने में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके देश में पहला स्थान हासिल किया है और प्रदेश में 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लग चुकी है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जिसमें करीब 110 लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई। इसके अलावा 7 लोगों के कोविड रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाये गये, जिसमें सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। कार्यक्रम के दौरान लगे शिविर में कोविड टीकाकरण कैम्प में 18 लोगों ने वैक्सीनेशन भी करवाया। वन मंत्री ने ‘‘एक बूटा बेटी के नाम’’ के तहत लोंगिणी (छैंछड़ी) की बेटी इबाना के परिजनों को 5 औषधीय पौधे भेंट किये। उन्होंने छः पात्र परिवारों को मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत निःशुल्क गैस चूल्हे और बेटी है अनमोल योजना के तहत दो लाभार्थी बच्चियों के परिजनों को 12-12 हजार रुपये तथा रेडक्राॅस सोसायटी की तरफ से 8 दिव्यांगजनो को व्हील चेयर और अन्य यन्त्र वितरित किये। इससे पहले स्थानीय विधायक रविन्द्र धीमान ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोगों की समस्याओं के घर-द्वार त्वरित एवं स्थाई समाधान में जन मंच महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर विधान सभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से 143 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग के माध्यम से 223 करोड़ रुपये के कार्य प्रगति पर हैं। इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा डाॅ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक खुशहाल शर्मा, एडीसी राहुल कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। जिला बिलासपुर: जनमंच के माध्यम से लोगों को अपनी बात सरकार व प्रशासन के समक्ष रखने का सुनहरा अवसर है। यह जानकारी आज झण्डूता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कोसरियां में 24वें जन मंच की अध्यक्षता करते हुए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने दी। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के और समीप लाने तथा प्रदेश के नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के उद्देश्य से जन मंच की शुरुआत की गई है। प्रदेश के लोगों की समस्याएं सुलझाने में यह बेहद सफल साबित हो रहा है। आज जनमंच में 114 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया तथा शेष शिकायतों को सम्बन्धित विभागों को कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है। जन मंच में राजस्व और पंचायती राज विभाग से सम्बन्धित 70 प्रमाण पत्र बनाए गए। आयुष विभाग द्वारा 214 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा 75 लोगों के खून की जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 144 लोगों की स्वास्थ्य की जांच की गई। राजस्व विभाग से सम्बन्धित 45 इंतकाल और 16 वसीयत बनाई गई। इससे पूर्व उन्होंने ‘एक बूटा बेटी के नाम’ योजना के अंतर्गत आंवला का पौधा रोपित किया। बेटी है अनमोल योजना के तहत 5 लाभार्थियों को एफडी और 5 दिव्यांगजनों को दिव्यांग प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर झण्डूता विधानसभा क्षेत्र के विधायक जे.आर. कटवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि 60 करोड़ रुपये की लागत से कुटवागड़ पेयजल योजना का कार्य प्रगति पर है, जिसे अगले वर्ष तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 240 करोड़ रुपये सड़कों और सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं पर खर्च किए जा रहे हैं। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा मुस्कान, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य राकेश गौतम, पुलिस अधीक्षक एस.आर. राणा, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य, एसडीएम झण्डूता नरेश वर्मा सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चलो चंबा अभियान के अंतर्गत आयोजित दि हिमालयन घोरल 9वीं राष्ट्रीय ड्रैगन बोट रेस प्रतियोगिता के समापन अवसर पर प्रसिद्ध जल क्रीड़ा स्थल तलेरू में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चंबा जिला में पर्यटन परिदृश्य को नए आयाम देने में यह अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। चलो चंबा अभियान प्रतियोगिता में 19 राज्यों से लगभग 800 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अभियान की श्रृंखला में आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद जि़ला प्रशासन और स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी से प्रतियोगिता का सफल आयोजन निसंदेह जि़ला में आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। मुख्यमंत्री ने डलहौजी क्षेत्र के लोगों की चिर लंबित मांग को पूरा करते हुए डलहौजी में राजकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिकरू में विज्ञान संकाय की कक्षाएं शुरू करने, राजकीय उच्च विद्यालय गंरगड को वरिष्ठ माध्यमिक बनाने, राजकीय प्राथमिक पाठशाला जटोता और छाणा को स्तरोंउन्नत कर माध्यमिक पाठशाला, राजकीय माध्यमिक पाठशाला लढेर व जतराहण को उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान लगभग 103 करोड़ रुपये की लागत वाले दस विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और चार परियोजनाओं की आधारशिला रखीं।
चंबा से एक दुखद घटना में तीसा उपमंडल के चांजू-नकरोड संपर्क मार्ग पर कार के खाई में गिरने से युवा चिकित्सक की मृत्यु का समाचार सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक की पहचान अंकुश पुत्र धर्म सिंह वासी वार्ड नंबर तीन जेल रोड जिला मंडी के तौर पर की गई है, जो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नकरोड़ में चिकित्सक थे। डॉक्टर अंकुश वैक्सीनेशन कैंप से वापस नकरोड़ की ओर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में चमयाग कैंची मोड़ के समीप कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर लोगो कि सहायता से घायलावस्था में डाक्टर अंकुश को तीसा अस्पताल पहुंचाया, जहां मौजूद चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डीएसपी हेडक्वार्टर अभिमन्यु वर्मा ने कार हादसे में चिकित्सक की मौत होने की पुष्टि की है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
चम्बा की रहने वाली तृषा महाजन ने बाहरवीं के आर्ट्स संकाय में प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया है। हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बीते दिनों मेरिट सूची जारी की गयी है। इसमें तृषा महाजन ने आर्ट्स संकाय में 99 फीसदी अंक हासिल कर जिला का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है। बेटी की इस कामयाबी से परिजन काफी खुश है। तृषा के पिता विकास महाजन इंस्पेक्शन विंग में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है। जबकि माता अमिल गुप्ता बतौर इतिहास प्रवक्ता सेवाएं दे रही है। वहीं तृषा ने दसवीं कक्षा जिला के डीएवी स्कूल से उत्तीर्ण की थी और 98 प्रतिशत अंक हासिल कर छठा स्थान प्राप्त किया था। तृषा का चयन आगामी पढ़ाई के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में हो गया है और पढ़ाई जारी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल प्रदेश सी.पालरासु ने कहा कि आगामी 30 अक्तूबर को निर्धारित एक लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के दौरान मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान हेतु प्रेरित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्रों तक ईवीएम व अन्य चुनाव सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी लोक सभा क्षेत्र के अंतर्गत चंबा जिला के भरमौर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले पांगी क्षेत्र के लिए 55 ईवीएम और 55 वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के उपरांत कड़ी सुरक्षा के बीच भेजी गईं हैं। मंडी लोक सभा क्षेत्र के उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग पांगी क्षेत्र में स्थापित 37 मतदान केंद्रों में मतदान के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं की रैली में संवेदनाएं व सत्यता कम और राजनीति ज्यादा है। विपक्ष पर यह कटाक्ष मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भरमौर में की । सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार को भरमौर में मंडी संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी खुशाल ठाकुर के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह हमारे बीच नहीं हैं, हमें उनकी कमी महसूस होती है। इसके बाद उन्होंने हाल ही में भरमौर में हुई कांग्रेस नेताओं की रैली पर कटाक्ष किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि हालांकि कुछ दिन पहले यहां कांग्रेस के नेताओं ने भी रैली की। लोग कह रहे हैं कि उनके नेता जिस तरह से रैली में व्यवहार कर रहे हैं, उसमें सत्यता व संवेदनाएं कम और राजनीति ज्यादा है। मुख्यमंत्री कहा कि हमने भी रामस्वरूप शर्मा को खोया है। हमें वीरभद्र सिंह, नरेंद्र बरागटा, सुजान सिंह पठानिया के जाने का दुख है। क्या हमें भावनाओं में बहकर काम करना है? भरमौर विधानसभा को विकास की आवश्यकता है। विकास का काम तब किया जा सकता है जब केंद्र और हिमाचल में बीजेपी की सरकार को मजबूत किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा अब तक का कार्यकाल परीक्षा के दौर से गुजर गया, जिसमें हम पास ही होते रहे। अब इस चुनावी परीक्षा को भी आप सबके सहयोग और समर्थन से पास करेंगे।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की कुगति पंचायत में गुरुवार रात बादल फटने से नाले में बाढ़ आ गई। बाढ़ में लोक निर्माण विभाग की मशीनरी बह गई। शुक्रवार को धर्मशाला और पालमपुर के अलावा कांगड़ा जिले के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। राजधानी शिमला में बादल छाए रहे। शनिवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है। 5 अक्तूबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है। वहीं, अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में प्रदेश से मानसून विदा होने का पूर्वानुमान है। जनजातीय क्षेत्र भरमौर की कुगति पंचायत में गुरुवार रात बादल फटने से हलाणी नाले में बाढ़ आ गई। लोक निर्माण विभाग और कुगति मार्ग को चौड़ा करने वाली कंपनी की मशीनरी बाढ़ में बह जाने से लाखों का नुकसान बताया जा रहा है। बाढ़ से क्रैश बैरियर और सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हड़सर-कुगति मार्ग पर यातायात ठप हो गया है। शनिवार शाम तक मार्ग बहाली की उम्मीद है।
स्कूल खुलने के बाद पहले ही दिन हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने चंबा जिले के 66 स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने दैनिक उपस्थिति का ब्योरा न देने पर इन स्कूलों पर कार्रवाई की है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन स्कूलों को उपस्थिति की सूचना न भेजने के कारण बताने होंगे। अगर ये स्कूल संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। सोमवार को दसवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। विभाग ने पहले ही आदेश दिए थे कि स्कूल में दैनिक उपस्थिति का ब्योरा दोपहर तक कार्यालय में दिया जाए, लेकिन जिले के 66 स्कूलों ने यह डिटेल साझा नहीं की। विभाग ने इन स्कूलों को नोटिस जारी किया है। विभाग के पास पहुंची पहले दिन की 171 स्कूलों की रिपोर्ट में 42 प्रतिशत उपस्थिति रही।
चम्बा: हिमाचल के पांगी क्षेत्र में ताज़ा हिमपात हुआ जिसके कारण जिले में आवाजाही ठप हो गई है। बुधवार शाम को मौसम खराब होने से तापमान में काफी गिरावट आई। बारिश को बिजाई के लिए किसान लाभदायक मान रहे हैं। वहीं दूसरी ओर ज़्यादा बर्फ़बारी होती है तो लगी हुई बागवानों की फसलों की नुक्सान हो सकता है। पांगी में बगीचों में सेब की फसल पककर तैयार हो गई है। सेब के साथ मक्की, आलू, भंगड़ी और फूलण की फसल भी किसानों द्वारा खेतों से निकाली जानी है। सितंबर माह में होने वाली बर्फबारी के कारण कई बार किसानों बागवानों को नुकसान उठाना पड़ा है।आशंका लगाई जा रही है कि पांगी में किसी भी समय बर्फबारी हो सकती है। इस दौरान पांगी उपमंडल का जिला व प्रदेश से पूरी तरह से संपर्क कट जाएगा। अप्रैल माह में तापमान में बदलाव होने व बर्फ पिघलने पर साच पास से आवाजाही सुचारू हो पाती है। गौरतलब है कि इन दिनों पांगी के लोग आगामी छह माह के लिए राशन व ईंधन इत्यादि जुटाने में जुट गए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा अब चंबा के जोत में डॉप्लर रडार लगाया जा रहा है। इससे 150 किलोमीटर के दायरे में मौसम के बदलाव की सटीक जानकारी मिलेगी। मुरारी देवी सुंदरनगर, किन्नौर और लाहौल में भी डॉप्लर रडार लगाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा किसानों और बागवानों को इसका लाभ मिलेगा। रडार 4 घंटे पहले ही मौसम के मिजाज को भांप लेगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने जोत में डॉप्लर रडार लगाने की औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं,अब जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा। इसके माध्यम से विशिष्ट क्षेत्र में आंधी-तूफान, बिजली, ओलावृष्टि, बारिश, बर्फबारी और तेज हवाओं के लिए सटीक पूर्वानुमान और चेतावनी जारी की जा सकेगी। यह केंद्र प्रदेश के बागवानों और किसानों को मौसम से संबंधित सटीक जानकारी देने में मदद करेगा और सभी दिशाओं में 150 किलोमीटर के मौसम का डाटा अवलोकन और उपलब्ध करवाएगा। इसका उपयोग पूर्वानुमान के उद्देश्य के लिए किया जाएगा। यह रडार पूरी तरह स्वचालित होगा। इसकी कार्यप्रणाली कंप्यूटरीकृत कार्यक्रम आधारित होगी। यह विभिन्न डिजिटल प्रारूप और तस्वीरों के रूप में डाटा संचारित करेगा। डॉप्लर रडार अति सूक्ष्म तरंगों को पकड़ता है। ऐसी तरंगें किसी वस्तु से टकराकर लौटती हैं, तो रडार उनकी दिशा आसानी से पहचान लेता है। वायुमंडल में मौजूद पानी की बूंद की स्थिति और दिशा का पता भी इससे लगाया जा सकता है। मौसम की सही जानकारी से किसानो ,बागवानों और आम जनता को अपने अगले कार्यक्रमो की रूप रेखा तैयार करने में मदद मिलती है।
युवा कांग्रेस की चंबा जिला इकाई ने शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार के राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन के विरोध में रैली निकालकर जोरदार हल्ला बोला। लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस परिसर से सरकार विरोधी नारों के बीच आरंभ हुई रैली उपायुक्त कार्यालय के बाहर जाकर समाप्त हुई। रैली की अगुवाई जिला युवा कांग्रेस के प्रधान सुनाभ सिंह पठानिया ने की। इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी प्रधान नीरज नैयर और युवा कांग्रेस के जिला महासचिव चंद्रमणि कुलेठि सहित काफी तादाद में युवा कांग्रेसी मौजूद रहे। तदोपरांत उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा गया। ज्ञापन में युवा कांग्रेस ने दो टूक शब्दों में कहा कि राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइप लाइन के जरिए देश को बेचने का फैसला वापस ना लिया गया तो पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। जिला युवा कांग्रेस के प्रधान सुनाभ सिंह पठानिया ने कहा कि राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन कुछ नहीं बल्कि एक देश बेचो योजना है। लोगों के खून पसीने की कमाई से बनी सरकारी संपत्तियों को मोदी सरकार 4-5 पूंजीपति मित्रों को सौंपना चाहती है। सरकार का यह कदम युवाओं के लिए सबसे अधिक घातक है, क्योंकि जैसे-जैसे सरकार सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपते जाएगी वैसे-वैसे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर कम होते जाएंगे। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस केंद्र सरकार की इस देश बेचो योजना मुहिम की कड़ी शब्दों में निंदा करती है।
चम्बा के भरमौर-पठानकोट नेशनल हाईवे पर हुए हादसे में एक कार डैम में जा गिरी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस हादसे में दो युवक लापता बताए जा रहे हैं। दरअसल सोमवार अल सुबह खड़ामुख के पास रात की शिफ्ट से दो युवक कार में लौट रहे थे। सुबह 11 बजे तक भरमौर प्रशासन के न पहुंचने पर ग्रामीण उग्र हो गए और चक्का जाम कर दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवकों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया है।
प्रदेश में बरसात के मौसम में कुदरत का कहर लगातार बरप रहा है। हिमाचल प्रदेश में लगातार भूस्खलन के मामले सामने आ रहे है। वंही एक बार फिर चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भूस्खलन के चलते बंद हो गया है। जानकारी के अनुसार मंडी और कुल्लू के बीच भूस्खलन की वजह से रात लगभग 12 बजे से नेशनल हाईवे फिर बंद हो गया है। चंबा जिले में भी भूस्खलन से पांच सड़कें बंद हो गई है। वहीं, बाया कटोला मंडी-कुल्लू मार्ग पर भारी जाम लग गया। हाईवे बंद होने के चलते इस मार्ग पर भारी ट्रैफिक लोड से कई किलोमीटर लंबी लाइन गई। उधर, चंबा जिले के तुन्नूहट्टी-ककीरा मार्ग पर देररात भारी बारिश नाले में बढ़े जलस्तर की वजह से एक व्यक्ति की बहने से मौत हो गई। म़ृतक की पहचान कर्म चंद पुत्र जीतो राम निवासी लड़ेरा के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बकलोह पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर डलहौजी अस्पताल पहुंचाया। हादसे की पुष्टि एसपी चंबा अरुल कुमार ने की है।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भटियात विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार सुबह तीन संदिग्धों के देखे जाने के बाद क्षेत्र की धुलारा पंचायत के सराली और खिल्ला में दहशत का माहौल बन गया है। धुलारा पंचायत के एक युवक ने पुलिस को सूचना दी कि उसने तीन संदिग्ध लोगों को देखा, जिनकी लंबी दाड़ी थी और जम्मू-कश्मीर के लोगों की तरह दिखते थे। उनके पास बड़े-बड़े बैग थे। सूचना मिलने पर पुलिस की दो टीमों ने आसपास के गांवों और जंगल में सर्च ऑपरेशन छेड़ दिया है। स्थानीय पुलिस ने उच्चाधिकारियों को भी इसके बारे में जानकारी दे दी है। बता दें कि यह इलाका जम्मू से सटा हुआ नहीं है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज चम्बा जिले के उप मण्डल पांगी के किलाड़ में लगभग 23 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने किलाड़ में 1.15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित टैक्सी स्टैंड, 4.02 करोड़ रुपये की लागत से सहाली से धनाला सड़क पर सेचु नाला पर 140 फुट लम्बे वाहन योग्य बेली पुल, 2.31 करोड़ रुपये की लागत से सेचु से चस्क भटोरी सड़क पर हरविन नाला पर 90 फुट लम्बे वाहन योग्य बेली पुल, 2.41 करोड़ रुपये की लागत से मिंडल से कुलाल सड़क पर कुलाल नाला पर 120 फुट लम्बे स्पेन एकल लेन बेली पुल के लोकार्पण किए। उन्होंने हिमऊर्जा के सोलर ग्रिड पावर संयंत्र भी वितरित किए। उन्होंने 12.51 करोड़ रुपये की लागत से किलाड़ महाविद्यालय के कला खण्ड और संरक्षण कार्य का शिलान्यास किया। जयराम ठाकुर ने किलाड़ में जल शक्ति मण्डल और साच में जल शक्ति उपमण्डल खोलने की घोषणा की। उन्होंने सुराह और करियूणी में नये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने और माध्यमिक विद्यालय मिंगल और लज को राजकीय उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने घाटी में पर्यटन का लोगो और पर्यटन महत्व के महत्वपूर्ण स्थलों का मानचित्र भी जारी किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र को नई राहें, नई मंजिलें कार्यक्रम के तहत पर्यटन की दृष्टिगत से विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने हिमऊर्जा की ओर से छह लोगों को सोलर पावर संयंत्र प्रदान किए। पांगी घाटी में 4.38 करोड़ रुपये व्यय कर 1162 सोलर संयंत्र वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि घाटी में बीपीएल परिवारों को 3.83 करोड़ रुपये व्यय कर एक हजार सोलर संयंत्र पहले ही प्रदान किए जा चुके हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि पांगी उपमण्डल में पिछले तीन वर्षों के दौरान एकीकृत जनजातीय विकास उप योजना के तहत विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं पर 144.35 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 4.16 करोड़ रुपये लागत के मिनी सचिवालय भवन किलाड़ का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान पांगी घाटी में 30.25 करोड़ रुपये की लागत से तीन पुलों का निर्माण किया गया है।सांसद एवं राज्य भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं और उनके सशक्त नेतृत्व में राष्ट्र सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सक्षम नेतृत्व में राज्य प्रगति और खुशहाली के मार्ग पर अग्रसर है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। विधानसभा उपाध्यक्ष डाॅ. हंस राज ने मुख्यमंत्री से चम्बा से पांगी और पांगी से लाहौल स्पीति सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष उठाने का आग्रह किया ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को सुविधा प्रदान की जा सके। विधायक जिया लाल कपूर ने अपने विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्होंने किलाड़ में जल शक्ति मण्डल व साच में उपमण्डल खोलने और क्षेत्र में करोड़ों रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक जरूरतों के बारे में अवगत करवाया। प्रदेश संगठन महामंत्री भाजपा पवन राणा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, मण्डल भाजपा अध्यक्ष हाकम राणा, टीएसी के सदस्य तुरक चंद, कल्याण और राज कुमार, हिमऊर्जा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रूपाली ठाकुर, उपायुक्त चम्बा डीसी राणा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के चंबा-डंडी रूट पर चलने वाली निजी बस तेलका के पास काली मोड़ पर पैरापिट से टकराकर गहरी खाई के ऊपर हवा में लटक गई। गनीमत यह रही कि बस खाई में गिरने से बच गई। हादसे के समय बस में करीब 12 सवारियां बैठी थीं। वहीं, बस की टक्कर से धराशायी होकर खाई में गिरे पैरापिट की चपेट में आने से एक गाय की मौत हो गई। हालांकि, कोई भी ग्रामीण पैरापिट की चपेट में नहीं आया। बस जैसे ही पैरापिट से टकराई, सवारियों में अफरातफरी मच गई। लेकिन चालक की सूझबूझ से बस खाई में गिरने से बच गई। वहीं, बस को हवा में लटकता देख आसपास के लोग मदद के लिए वहां पहुंच गए। उसके साथ किहार थाने की टीम भी मौके पर पहुंच गई। हादसा किस कारण हुआ, इसको लेकर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस की जांच में ही इस बात का पता लग पाएगा ।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। हॉकी टीम के इस शानदार प्रदर्शन से हिमाचल का भी मान बढ़ा है। हॉकी टीम के खिलाड़ी वरूण कुमार हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के डल्हौजी के मूल निवासी हैं। हिमाचल सरकार वरूण कुमार को 1 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान करेगी। इसके साथ ही वरूण कुमार को पुलिस विभाग में DSP के पद पर नियुक्त किया जाएगी। ये घोषणा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को विधानसभा में की। मुख्यमंत्री ने कहा कि 41 साल बाद देश को हॉकी में पदक मिला है। वरुण कुमार को 1 करोड़ दिया जाएगा। वरूण कुमार को उनकी योग्यता के अनुसार पुलिस विभाग में डीएसपी की नौकरी देने की भी सदन में घोषणा की। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। हॉकी टीम के इस शानदार प्रदर्शन से हिमाचल का भी मान बढ़ा है।
चंबा के तलेरू जलाशय में राष्ट्रीय ड्रैगन वोटिंग प्रतियोगिता होगी। इसके लिए जिला प्रशासन को नेशनल एसोसिएशन की भी अनुमति मिल गई है। प्रतियोगिता का योजन 9 से 12 अक्तूबर तक होगा। प्रतियोगिता में देश भर के कोने-कोने से बोटिंग खिलाड़ी भाग लेंगे। जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन की ओर से मोटर एंड बाइक रैली करवाई गई थी। अब जिला प्रशासन तलेरू जलाशय में राष्ट्रीय ड्रैगन बोटिंग प्रतियोगिता करवाने जा रहा है। उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने कहा कि अक्तूबर माह में तलेरू जलाशय में राष्ट्र स्तरीय ड्रैगन बोटिंग प्रतियोगिता होगी।
चुराह घाटी के कठवाड़ घार के पास सड़क से मलबा हटाने समय एक जे.सी.बी. दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना जेसीबी चालक घायल हो गया। जिसे स्थानीय लोगों ने सड़क पर पहुंचा कर उसे उपचार के लिए तीसा अस्पताल भेज दिया गया है।
चंबा-पठानकोट एनएच पर चनेड़ के समीप नाले का जलस्तर बढ़ने से एक व्यक्ति पानी के तेज बहाव में बह गया। उक्त व्यक्ति की पहचान सुनील कुमार पुत्र भीखो राम, निवासी गांव सिढ़कुंड के रूप में हुई है जो एक जेसीबी हेल्पर के रूप में कार्य कर रहा था। पुलिस ने हेल्पर को खोजने के लिए सर्च अभियान शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार देर शाम के समय जेसीबी हेल्पर सुनील कुमार आपरेटर अनु कुमार के साथ दुकान पर कुछ सामान लेने गया था। दुकान पर सामान खरीदने के बाद ये दोनों वापस क्वार्टर की ओर लौट रहे थे। जब वे नाला पार करने लगे तो अचानक तेज बारिश के बीच जलस्तर बढ़ गया। जलस्तर बढ़ने के कारण नाला पार कर रहा सुनील कुमार तेज बहाव में बह गया जबकि आपरेटर पानी की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया। हेल्पर के नाले में बहने के बाद वहां मौजूद वाहन चालकों द्वारा इसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को दी गई। साथ ही लोगों ने सर्च अभियान शुरू कर दिया। कुछ ही देर में पुलिस की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची तथा हेल्पर को खोजने के लिए अभियान तेज किया गया। लेकिन देर रात तक उसका कोई भी सुराग नहीं लग पाया। वहीं मार्ग के बंद होने के कारण वाहन भी फंसे रहे। देर रात तक करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। उधर, सदर थाना प्रभारी चंबा सकीनी कपूर का कहना है कि सूचना मिलने के उपरांत सर्च अभियान शुरू कर दिया गया। वहीं उपायुक्त चंबा डीसी राणा का कहना है कि हेल्पर के नाले में बहने के बारे में सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस को खोजी अभियान शुरू करने के निर्देश दिए गए। साथ ही एनएच प्रबंधन को भी मार्ग को बहाल करने को कहा गया है।
कोरोना की वजह से रस्म अदायगी तक ही सिमित रहा मेला : जनपद का ऐतिहासिक एवं अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला रविवार को भगवान लक्ष्मी नाथ और भगवान रघुवीर को मिंजर अर्पित करने के साथ ही आरंभ हो गया। इस मौके पर नगर परिषद कार्यालय चंबा से एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई जो मुख्य बाजार से होती हुई लक्ष्मीनाथ मंदिर और पिंक पैलेस स्थित भगवान रघुवीर और हरि राय मंदिर में मिंजर अर्पित करने के बाद वापिस ऐतिहासिक चौगान पहुंची। भगवान रघुवीर को मिंजर अर्पित करने की रस्म मिर्जा परिवार के वरिष्ठ सदस्य एजाज मिर्जा ने अदा की। इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैयर ने एजाज मिर्जा को शॉल व टोपी पहना कर सम्मानित भी किया। चौगान में मिंजर ध्वज फहराने के साथ पारंपरिक कुंजडी मल्हार का गायन किया गया। शोभायात्रा में सदर विधायक पवन नैयर, उपायुक्त चंबा डीसी राणा, एसडीम सदर नवीन तंवर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते इस बार भी मिंजर मेला रस्म अदायगी के तौर पर ही मनाया जा रहा है। मेले के दौरान व्यापारिक, सांस्कृतिक व खेलकूद गतिविधियों का आयोजन नहीं होगा।
चम्बा : चंबा-तीसा मुख्य मार्ग पर स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल फील्ड यूनिट कांगड़ा की टीम ने 2 किलो 52 ग्राम चरस सहित दो तस्करों को दबोचने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मादक द्रव्य अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर हवालात में बंद कर दिया है। आरोपियों को पुलिस रिमांड हेतु अदालत में पेश किया जा रहा है। आरोपियों से चरस खेप की खरीद-फरोख्त को लेकर पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार क्राइम कंट्रोल फील्ड यूनिट कांगड़ा की टीम ने एएसआईं करतार ठाकुर की अगुवाई में जसौरगढ जीरो पॉइंट पर नाका लगा रखा था। इसी दौरान वहां से रेन शेल्टर में बैठे दो लोग पुलिस टीम को देखकर घबरा गए। पुलिस टीम ने दोनों की गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर पूछताछ की। इन लोगों ने अपनी पहचान नरेन सिंह वासी गांव कंडोग व कर्म सिंह वासी गांव डिडवास के तौर पर बताई। पुलिस ने दोनों की संदेह के आधार पर तलाशी लेने के दौरान कब्जे से 2 किलो 52 ग्राम चरस बरामद की।
सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं जिसके चलते आए दिन कहीं ना कहीं सड़क हादसे की सूचना मिलती रहती है। शनिवार को चंबा जिला के तीसा के चांजु से तीसा को जा रही एक निजी बस दहरोग के समीप मझोगा मोड़ पर पलट गई और अफरा तफरी का माहोल देखने को मिला गनीमत ये रही है की बस सड़क से नीचे नहीं पलटी अन्यथा बड़ा हादसा देखने को मिल सकता था, वहीं दूसरी ओर घटना की सूचना मिलते ही तीसरा पुलिस मौके के लिए रवाना हो गई। जिसके चलते यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि आखिरकार सड़क के बीचो बीच बस कैसे पलटी पुलिस पूरी तफशीश कर रही है बताया जा रहा है कि 5 से 6 लोगों को मामूली चोट आई है और दो लोगों को मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर किया गया है जहां उनका इलाज चलेगा। बताया जा रहा है कि बस में 30 के करीब लोग सवार थे जो चांजू से तीसा के लिए जा रहे थे तभी ये हादसा देखने को मिला हैं। हालांकि एसडीएम मनीष चौधरी ने कहा है कि प्रशासन की ओर से भी टीम मौके के लिए रवाना हुई है और रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे के कारणों का पता लग पाएगा।
चम्बा जिला में 21वर्षीय युवक की खड्ड में डूबने से मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार मामा-भांजा लोहाली खड्ड में नहाने गए थे। पानी के तेज बहाव में 21 वर्षीय मामा डूब गया। खड्ड में युवक को डूबता देख लोग घटनास्थल की ओर दौड़े लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। गांव के लोगों ने कड़ी मशक्कत से युवक को पानी से बाहर निकाला और तुरंत समोट अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने युवक को मृत घेषित कर दिया। मृतक के पिता ने किसी पर हत्या का शक नहीं जताया है। एसपी चंबा अरुल कुमार ने कहा कि शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में शनिवार देर शाम हुई 20 मिनट की भारी बारिश ने तबाही मचा दी। बारिश से ग्राम पंचायत जांघी स्थित नाले के जलस्तर ने रौद्र रूप धारण कर लिया। जलस्तर बढ़ने से मलबा साथ लगते देवेंद्र के मकान में घुस गया। वहीं, दर्जन भर अन्य ग्रामीणों ने परिवार सहित घरों से भाग कर अपनी जानें बचाईं। गनीमत रही कि ग्रामीण समय रहते घरों से खेतों और खुली जगह पर भाग गए अन्यथा बड़ी मानवीय क्षति हो सकती थी। सूचना मिलने के बाद उपायुक्त ने एसडीएम और राजस्व विभाग की टीमों को मौके के लिए रवाना किया। चंबा जिले के जांगी नाले में शनिवार देर शाम करीब सात बजे के करीब भारी बारिश के बाद नाले का जलस्तर काफी बढ़ गया। जांघी नाला मलबे से लबालब होने और नाले के किनारों पर क्रेट वाल न होने से मलबा और कीचड़ लोगों के घरों में जा पहुंचा। अचानक घरों में आए मलबे और कीचड़ को देख लोगों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। प्रभावित देवेंद्र, अशोक कुमार, नितिन ठाकुर, अजय कुमार, राजू, अंजू देवी, बोधराज, सोनू, जन्म सिंह, विपिन और नितिन ने बताया कि वर्ष 2019 में भी इसी प्रकार से नाले का जलस्तर बढ़ने से मलबा उनके घरों में घुस गया था। मलबे और कीचड़ से सारा सामान खराब हो गया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और सरकार से कई बार इस समस्या का समाधान करने की मांग उठाई। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने सीएम हेल्पलाइन नंबर और पंचायत से दो बार प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को प्रेषित किए हैं। बावजूद इसके अभी तक इस दिशा में कोई भी उचित कदम नहीं उठाया गया है। प्रभावितों ने बताया कि शनिवार देर शाम भारी बारिश के बाद 200 मीटर लंबा और 7 फीट चौड़ा मलबे और कीचड़ का ढेर नाले में जमा हो गया है। उन्होंने चेताया है कि अगर प्रशासन ने लोगों की समस्या का हल नहीं किया तो एनएच जाम कर दिया जाएगा।
कोरोना महामारी के बीच एक बड़ा लापरवाही का मामला सामने आया है। जिसमे बच्चो को एक्सपायरी डेट के न्यूट्रीशियन बांटे गए मामले की सूचना मिलते विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि बीते दिनों ही यह राशन बांटा गया और अभिभावकों ने जब राशन में अंकित तिथि देखी तो वे हैरान रह गए। न्यूट्रीशियन के पैकेट पर तिथि नौ जुलाई 2020 की है। इस तिथि से आगामी छह माह तक इसका प्रयोग किया जा सकता है। इसके बाद इसे एक्सापयरी डेट घोषित कर दिया जाता है, लेकिन विभाग की ओर से इस राशन को वितरित कर दिया। गनीमत यह रही कि लोगों ने इस पैकेट की तिथि को देख लिया। नौनिहालों के लिए सरकार की ओर से न्यूट्रीशियन का प्रावधान किया गया है। लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इधर, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल कृष्ण शर्मा का कहना है कि मामले की शिकायत मिली है। मौके पर जाकर जांच की जाएगी। लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।
टीम जयराम में चंबा ज़िले काे वो स्थान नहीं मिला जिसकी अपेक्षा थी। पिछली बार यानी 2017 के विधानसभा चुनाव में इस जिले की 5 में से 4 सीटाें पर भाजपा काबिज हुई, लेकिन एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया। यहां सिर्फ हंसराज काे विधानसभा में डिप्टी स्पीकर की कुर्सी दी गई। हालांकि भाजपा के सत्ता में आते ही संभावनाएं जताई जा रही थी कि चंबा जिला से किसी एक विधायक को मंत्रीमंडल में जगह मिलेगी, मगर ऐसा नहीं हाे पाया। चम्बा को डिप्टी स्पीकर पद से ही संतुष्ट हाेना पड़ा। भटियात विधानसभा से भाजपा विधायक विक्रम जरयाल काे कैबिनेट मंत्री बनाने की चर्चाएं शुरु से ही थी। पर शुरुआत में उन्हें जगह नहीं मिली। इसके बाद अनिल शर्मा के इस्तीफे, विपिन सिंह परमार के विधानसभा अध्यक्ष बनने और किशन कपूर के सांसद बनने के चलते 2019 में तीन मंत्रिपद खाली हो गए। पिछले साल मंत्रीमंडल विस्तार में भी जरयाल का नाम काफी आगे था, लेकिन शायद जयराम ठाकुर की सियासी गणित में वे फिट नहीं बैठे। जरियाल को कैबिनेट में स्थान नहीं मिला। गाैरतलब है कि पिछली कांग्रेस सरकार में ठाकुर सिंह भरमाैरी काे मंत्री पद मिला था। उससे पहले धूमल सरकार में तुलसीराम शर्मा काे विधानसभा स्पीकर बनया गया था। पर चार सीट जीतने के बावजूद जयराम सरकार में चम्बा को अपेक्षित स्थान नहीं मिला। स्थानीय राजनीति में कांग्रेस ने भी इस मसले पर खूब चुटकी ली है और ये 2022 में महत्वपूर्ण फैक्टर बन सकता है। अब देखना है कि अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता की चाबी किसके पास जाएगी और चंबा काे मंत्रीमंडल में स्थान मिलेगा या नहीं ? पर उससे पहले चम्बा किसके साथ जाता है, ये देखना भी रोचक होगा। आखिरकार राजनीतिक पिच पर भी सफल हुए पवन नैयर चंबा सदर से भाजपा विधायक पवन नैयर ने क्रिकेट की पिच से राजनीतिक सफर तय किया है। हालांकि वे इससे पूर्व कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ते रहे, लेकिन जीत नसीब नहीं हुई। यही वजह है कि 2017 के चुनाव में दल बदल लिया और विधानसभा में भी पहुंचे। बता दें कि पवन नैयर अपने समय के हिमाचल से रणजी खिलाड़ी रह चुके हैं। वर्तमान में वे हिमाचल प्रदेश टेबल टेनिस एसाेसिएशन के प्रेसिडेंट भी हैं। आशा ने बचाई कांग्रेस की लाज, नहीं ताे क्लीन स्वीप पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने 2017 में कांग्रेस की लाज बचाई। पांच में चार सीटाें पर भाजपा का कब्जा रहा, जबकि डलहाैजी सीट पर जीत दर्ज कर आशा कुमारी ने कांग्रेस काे क्लीन स्वीप से बचा लिया। यह बात अलग है कि 2012 में वीरभद्र सरकार में आशा कुमारी काे कैबिनेट में जगह नहीं दी गई थी, फिर भी उन्हाेंने अपनी सीट कायम रखने में सफलता हासिल की। ये हैं चंबा जिले के माननीय हंसराज -डिप्टी स्पीकर हिमाचल विधानसभा विक्रम सिंह जरयाल- भाजपा विधायक जिया लाल- भाजपा विधायक पवन नैयर- भाजपा विधायक आशा कुमारी- कांग्रेस विधायक
पश्चिम बंगाल में चुनावों के पश्चात ममता बनर्जी व उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं व आम जन पर किए जा रहे अत्याचार व हिंसात्मक घटनाओं के खिलाफ भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आह्वान पर भाजपा मंडल डल्हौजी द्वारा मंडल अध्यक्ष विजय कुमार की अध्यक्षता में उप मंडल अधिकारी सलूणी किरण भड़ाना के समक्ष ज्ञापन सौंप कर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। इस दौरान मंडल महामंत्री देशराज बसंत व चैन लाल, जिला किसान मोर्चा अध्यक्ष बालम सिंह, जिला आई टी सेल संयोजक दीपक कालिया, जिला उपाध्यक्ष खेम राज, जिला कार्यकारी सदस्य कुलदीप दीपा, अजीत सिंह, मुकेश शर्मा, मंडल सचिव अश्वनी शर्मा, मंडल उद्योग प्रकोष्ठ संयोजक अनिल ठाकुर, जिला अल्पसंख्यक मोर्चा महामंत्री आसिफ बट्ट व मौसम दीन, मंडल कोषाध्यक्ष प्रहलाद कुमार व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी की चुप्पी इन हिंसात्मक घटनाओं का मौन समर्थन है।
चंबा में मंगलवार को मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया। लिहल व पल्यूर ईलाकों में भारी बारिश होने की वजह से बादल फटे। जिससे इन ईलाकों में तबाही मच गई। इस तबाही में कहीं पर कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ। हालांकि नालों में आई बाढ़ से लोगों के घरों में जमीनों को भारी नुक्सान पहुंचा। लिहल के कुनेड़ गांव में बादल फटने से काफी नुक्सान पहुंचा। नाले में बादल फटने से बाढ़ आ गई। कुनेड़ में लोगों के घरों में पानी घुस गया। लोगों ने खुद को बचाने के लिए घरों से भाग अपनी जान बचाई। यही घटना अगर रात को घटती तो शायद जान मान का भी नुक्सान हो सकता था। नाले में बाढ़ आने से कलसूंई के पास चंबा-भरमौर एनएच बंद हो गया। इसके अलावा एनएच अन्य स्थानों पर भी क्षतिग्रस्त हुआ। कुनेड़ में जिन लोगों के घरों में पानी घुसा है। ऐसे परिवारों ने फिलहाल दुसरों के घरों में शरण ली है। साथ ही प्रशासन से आर्थिक सहायता जारी करने की मांग की है। पंचायत प्रतिनिधिओं ने भी सरकार व प्रशासन से मदद की मांग की है। जिला के अन्य क्षेत्रों में भी बारिश ने कहर मचाया है। शासन व प्रशासन बारिश से हुए नुक्सान का आंकलन करने में लगे हैं।
जनजातीय उपमंडल पांगी के साच घराट-साच मार्ग पर एक कार अनियंत्रित होकर नाले में जा गिरी। इस कार दुर्घटना में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि चार लोग गम्भीर रूप से घायल हुए है। वाहन में कुल सात लोग सवार थे। दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायलों का सिविल अस्पताल किलाड़ में उपचार चल रहा है। जहां गंभीर रूप से एक घायल को प्राथमिक उपचार के बाद कुल्लू रेफर कर दिया गया है। दुर्घटना में मरी महिलाओं के शव पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार साच घराट से साच गांव की ओर जा रही पिकअप कुमार पुल के समीप अचानक चालक के नियंत्रण खो देने से नीचे नाले में जा गिरी परिणाम स्वरूप इसमें सवार तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। वाहन को गिरता देख मौके पर पहुंचे लोगों ने तुरंत घायलों को उठाकर उपचार के लिए अस्पताल भेजने के साथ ही पुलिस को सूचित किया। सूचना पाते ही किलाड़ पुलिस थाना से टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों के सहयोग से नाले से मृतक महिलाओं के शवों को बाहर निकाला। डीएसपी हेड क्वार्टर अजय कुमार ने साच घराट मार्ग पर वाहन के नाले में गिरने से तीन महिलाओं की मौत और चार के घायल होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर नियमानुसार आगामी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।
बनीखेत यूथ क्लब ने ज्वाला माता चौक व बनीखेत बाजार में स्वच्छता अभियान चलाया। स्वयंसेवीयो ने सड़क किनारे नालियों व उसके आसपास से प्लास्टिक कचरा एकत्रित कर निष्पादित किया। यूथ क्लब के 25 सदस्यों ने इस अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। इस अभियान में ग्राम पंचायत प्रधान अरुण राणा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि पंचायत युवाओं के साथ मिलकर बनीखेत को जल्द ही निर्मल पंचायत बनाएंगे। इस मौके पर यूथ क्लब के उपाध्यक्ष अंतरिक्ष शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। रविवार को बनीखेत बाजार को प्लास्टिक मुक्त किया गया, बनीखेत यूथ क्लब के सदस्यों ने बनीखेत बस स्टैंड और साथ लगते इलाकों में सफाई अभियान शुरू किया। इस अभियान में बनीखेत यूथ क्लब के सभी सदस्यों ने मिलकर एकजुटता दिखाते हुए लोगों को मिसाल पेश की है, कि कोई भी काम मुश्किल नहीं होता मुश्किल है सिर्फ सबका एक साथ होना। बनीखेत यूथ क्लब के उपाध्यक्ष अंतरिक्ष ने बताया कि यूथ क्लब की ओर से प्रत्येक रविवार को स्वस्थ अभियान अभियान चलाया जा रहा है और उनके आसपास के इलाकों में सफाई करके स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है। यूथ क्लब बनीखेत के सदस्य विकास गुलाटी, जगजीत सिंह ठाकुर, अभिनव ठाकुर व विमल कुमार मौजूद रहे ।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम से स्वर्णिम हिमाचल पर प्रदर्शनी का उद्घाटन कर चलो चम्बा अभियान-2021 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने चलो चम्बा का लोगो व चलो चम्बा मोबाइल ऐप को भी जारी किया। उन्होंने चलो चम्बा अभियान को बढ़ावा देने के लिए सड़क संकेतक (साइनेजिज) भी जारी किए। यह समारोह प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष के अवसर पर आयोजित राज्यत्व दिवस समारोह-स्वर्णिम हिमाचल का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने शिमला से इस आयोजन को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि इस समारोह का हिस्सा बनना प्रसन्नता की बात है, लेकिन कोविड-19 ने राज्य को इस कार्यक्रम को वर्चुअली आयोजित करने के लिए विवश कर दिया है। उन्होंने कहा कि चम्बा जिला में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं और यह प्रदेश का सबसे खूबसूरत जिला है। उन्होंनेे कहा कि यहां की संस्कृति और परम्पराएं समृद्ध हैं। यह कार्यक्रम तीन सी यानी क्राफ्ट (शिल्प), कल्चर (संस्कृति) और कुजिनज (व्यंजन) पर आधारित है। चंबा के पारम्परिक व बेमिसाल हस्तशिल्प उत्पादों से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह जिला अपने अद्वितीय व्यंजनों, सांस्कृतिक विविधता और हस्तकला के लिए भी जाना जाता है। जिले को अपार जल विद्युत क्षमता के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि जिले में छोटी-बड़ी अनेक जल विद्युत परियोजनाओं का निष्पादन किया जा रहा है। इससे जिले के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करने में सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चंबा ने दो योग्य नेताओं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तुलसी राम और पूर्व राज्य मंत्री मोहन लाल को खोया है। इन दोनों नेताओं ने चंबा जिला के विकास और प्रगति में अहम भूमिका निभाई है। चलो चंबा अभियान का उदेश्य इस जिला में पर्यटन संबंधी विभिन्न गतिविधियों का विस्तार कर यहां के स्थानीय लोगों को उनके घर द्वार पर स्वरोजगार के अवसर सृजित करना है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती वर्ष में इस पहल के लिए जिला प्रशासन की सराहना की। इससे चंबा जिले में आर्थिक आत्मनिर्भरता के एक नए अध्याय की शुरूआत होगी और यह जिले के पर्यटन परिदृश्य को नए आयाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इस अभियान से जिला में साहसिक और प्राकृतिक पर्यटन के नए मार्ग खुलेंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि चंबा जिला का चहंुमुखी विकास सुनिश्चित करने केे लिए जिला को केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जिला योजना में शामिल किया गया है। इन सभी प्रयासों से जिले को गरीबी और पिछड़ेपन से मुक्त करने के लिए नई दिशा मिलेगी। ब्राउन बीयर मोटर स्पोर्ट्स रैली में देसी व विदेशी पर्यटकों को शामिल करने से भरमौर के जनजातीय क्षेत्र कुगती वन्यजीव क्षेत्र में भूरे भालू के संरक्षण के लिए मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूरी सिंह विद्युत परियोजना का जीर्णोद्धार किया जाएगा और इससे पनबिजली संग्रहालय में विकसित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त अखंड चंडी महल को धरोहर केंद्र तथा रंगमहल चंबा को कला एवं शिल्प केंद्र में विकसित किया जाएगा। इसके उपरांत, मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से चंबा में रैली को हरी झंडी दिखाई। स्थानीय विधायक पवन नैयर ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उनसे जिला में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पहल करने का आग्रह किया। उन्होंने चंबा जिले के विकास में विशेष रूचि दिखाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिला में करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं।उपायुक्त चंबा डी.सी. राणा ने मुख्यमंत्री को चलो चंबा अभियान व चंबा की रैली के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह की एक माउंटेन रैली है, जो फेडरेशन फाॅर मोटर स्पोर्टस क्लबज इन इंडिया के तहत आयोजित की जा रही है, जिसमें देश के 15 राज्यों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें देश के उच्च दर्जे के 10 राइडर्ज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में मोटर कार रेस में 35 प्रतिभागी और मोटर बाईक में 53 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ.राजीव सैजल, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा व मुख्यमंत्री के सलाहकार डाॅ.आर.एन.बत्ता इस अवसर पर शिमला से उपस्थित थे, जबकि राज्य अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति विकास निगम के उपाध्यक्ष जय सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष डी.एस. ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्षा नीलम और नगर परिषद चंबा की अध्यक्षा नीलम नैयर चंबा से उपस्थित थे।
चम्बा व लाहौल स्पीति में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। लाहौल स्पीति में सुबह 3 बजकर 39 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 2.8 आंकी गई है। इसके अलावा चंबा जिले में भी एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोमवार को चंबा में 2 बजकर 1 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 2.4 थी। गनीमत ये रही कि भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की कोई ख़बर सामने नहीं आई है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पूर्व राज्य मंत्री मोहन लाल के निधन पर शोक व्यक्त किया। राज्यपाल ने अपने शोक सन्देश में कहा कि मोहन लाल को उनके समाज कल्याण की दिशा में किए गए कार्यों और योगदान के लिए सदैव याद रखा जाएगा। इस अपूर्णीय क्षति के लिए उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोहन लाल एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ नेता थे, जो गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के कल्याण के प्रति सदा समर्पित रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश और विशेषकर जिला चंबा के विकास में उनके योगदान को सदा याद रखा जाएगा। जयराम ठाकुर ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब सस्ता राशन लेने के लिए दूर के डिपो में जाने से मिलेगा छुटकारा। सरकार शहरी क्षेत्रों में तीन और ग्रामीण क्षेत्रों में दो किलोमीटर के दायरे में सस्ते राशन के डिपो खोलने जा रही है। पहले पांच व इससे ज्यादा किलोमीटर में डिपो खोले जाते थे। कैबिनेट की मंजूरी के बाद खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। विभाग पंचायतों व अन्य क्षेत्रों में मांग पर भी सरकार डिपो खोलेगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में नए मिट्टी के तेल के डिपो नहीं खुलेंगे। वर्तमान में जिन डिपुओं में केरोसिन तेल मिल रहा है, उन्हीं डिपो में मिलता रहेगा।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलें दिनोंदिन बढ़ते जा रहे है। इसका पर्यटन कारोबार पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। मनाली के सरकारी और निजी होटलों में ऑक्यूपेंसी 15 दिनों के अंदर 50 फीसदी तक गिर गई है। इसके चलते होटलों में एडवांस बुकिंग रद्द कर दी गई है। 15 से 20 फीसदी आक्यूपेंसी पहुंचने से मनाली का पर्यटन कारोबार छह माह के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इसके कारण पहले से नुकसान झेल रहे हजारों होटलियरों, टैक्सी यूनियन और वोल्वो यूनियन की चिंता बढ़ गई है। मनाली और कुल्लू में लगभग तीन हजार होटल व होम स्टे हैं। इनमें से करीब 2200 होटल व होम स्टे खुल चुके है। जबकि बाकि बचे होटलों की मार्च और अप्रैल में खुलने की तैयारी थी। कुल्लू-मनाली में पर्यटन विकास निगम के सबसे अधिक होटल चल रहे हैं। यहाँ भी पिछले सप्ताह से सन्नाटा छाया है। पर्यटकों की संख्या में कमी आने से निगम के होटलों में 15 प्रतिशत ही कमरे लग रहे है। कई राज्य जैसे पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने से प्रदेश पर्यटन पटरी से निचे उतर गया है। पर्यटन विकास निगम के डीजीएम अनिल तनेजा ने कहा कि पर्यटन 60 फीसदी से घटकर 15 प्रतिशत तक आ गया है। ऑनलाइन बुकिंग के साथ एडवांस बुकिंग भी रद्द हो गई है। गौरतलब है कि शिमला में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों के प्रदेश में आने पर रोक नहीं लगाई जाएगी। होटल व होम स्टे में सख्ती से मानव संचालन प्रक्रिया का पालन करने को कहा गया है, क्योंकि इस बार हालात बिगड़े तो रोजगार व आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। वंही मरीजों की संख्या बढ़ने पर आगे के निर्णय लिए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों की छुट्टियों पर सख्ती कर दी है। अब विभाग ने डॉक्टरों को फील्ड में ही रहने के निर्देश दिए हैं। आपात स्थिति में ही डॉक्टरों को छुट्टी मिल सकेगी। प्रदेश के चार जिलों ऊना, सोलन, सिरमौर और कांगड़ा में कोरोना विकराल रूप धारण कर रहा है। बीते एक सप्ताह से इन चार जिलों में कोरोना के सौ से अधिक मामले दर्ज किए हैं। डेढ़ महीना पहले प्रदेश में सक्रिय मामले सौ से नीचे थे, लेकिन आज प्रदेश में इनकी संख्या 1700 के पास पहुंच गई है। मौत का आंकड़ा भी एक हजार पार हो गया है। स्वास्थ्य विभाग इन जिलों के सीएमओ के साथ संपर्क बनाए हुए है। सीएमओ और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में अब तक 1.98 लाख के करीब लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
चंबा जिला के भटियात क्षेत्र के एक छोटे से गांव मंगनूह की शिखा समितिया ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर चौथा स्थान हासिल किया है। शिखा समितिया ने बिना कीसी कोचिंग के ये सफलता हासिल की है। मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में उड़ान होती है, हौसला बुलंद हो तो कुछ भी असंभव नहीं। शिखा ने यह संभव कर दिखाया है। उन्होंने गांव सहित जिला चंबा का भी नाम रोशन किया है। शिखा सेवानिवृत्त सेना अधिकारी लिन्जो राम व स्वर्गीय माता गुड्डी देवी की सात बेटियों में से सबसे छोटी हैं। कई बार असफल होने के बावजूद शिखा ने हिम्मत नहीं हारी और प्रयासरत रहीं। इससे पहले भी वह तीन बार एचएएस, दो बार अलाइड की परीक्षा में असफल हो चुकी थीं। लेकिन हार न मानते हुए कठिन परिश्रम से आज वह इस मुकाम पर पहुंची हैं इसका श्रेय वह अपने माता-पिता गुरुजनों व परिवार के सदस्यों को देती हैं। शिखा का कहना है कि 66 वर्षीय पिता मेरे लिए सबसे बड़े प्रेरणा स्रोत हैं, जिन्होंने एचएएस के इस कठिन सफर में मेरा साथ दिया। ऐसे अवसर प्रदान किए कि आज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं। मैं हर एक पिता से गुजारिश करती हूं कि अपने बच्चों पर भरोसा रखें और सबर रखें, मेहनत का फल जरूर मिलता है।
कोविड-19 पॉजिटिव विद्यार्थियों की परीक्षा अब नहीं रुकेगी। कोविड-19 पॉजिटिव भी अपनी परीक्षा दे सकेंगे। इसके लिए प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इंतजाम कर लिए हैं। अप्रैल से शुरू हो रही वार्षिक परीक्षाओं में इस बार कोविड-19 के विशेष इंतजाम हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा किए गए हैं। अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा की तय तिथियों में कोरोना संक्रमित होता है तो भी उसे परीक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा, इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। शिक्षा बोर्ड की ओर से पॉजिटिव परीक्षार्थी के लिए अलग कक्ष की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा देने से पहले विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। इस दौरान यदि किसी बच्चे को बुखार या जुकाम लगता है तो उसकी भी परीक्षा उसी दिन ली जाएगी। परीक्षाएं कोविड-19 एसओपी गाइडलाइन के तहत होंगी। कैसे बच्चों की परीक्षा लेनी है, क्या सावधानियां इस दौरान अपनाई जाएंगी, इंविजलेटर को क्या सावधानियां बरतनी हैं, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। कोविड-19 संक्रमित विद्यार्थी की उत्तरपुस्तिका का पैकेट कैसे बनाना है तथा उसको सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना है, संबंधी विभिन्न सुरक्षा उपायों को अपनाया जाएगा। लेकिन परीक्षा निर्धारित तिथि को ही होगी।
चंबा तीसा मार्ग पर बुधवार सवेरे एक निजी बस के की गहरी खाई में जा गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ गंभीर रूप से घायल हो गए। आरंभिक सूचना के मुताबिक बस में कुल 16 लोग सवार बताए गए हैं। दुर्घटना में घायल लोगों का तीसा अस्पताल में उपचार चल रहा है। जहां कई घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार बोंदेडी से चंबा की ओर आ रही एक निजी बस तीसा के कॉलोनी मोड़ के समीप अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। बस में सवार 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा। बस को गिरता देख मौके पर पहुंचे लोगों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य आरंभ करते हुए घायलों को उठाकर अस्पताल भिजवाया इसी बीच प्रशासन व पुलिस की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर युद्ध स्तर पर राहत कार्य आरंभ करते हुए मृतकों के शवों को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के विस्तृत कारणों की जांच आरंभ कर दी है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के सभागार में चिकित्सा अधिकारी और कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के लैपरोसी कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ राजेश गुलेरी ने की। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा ड़ा राजेश गुलेरी ने सभी प्रतिभागियों को बताया कि कुष्ठ रोग एक जीर्ण संक्रमण रोग है। इसका त्वचा, श्वसन तंत्र, आँखों और तंत्रिका कोशिकाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह बीमारी जीवाणु, माइक्रो बैकट्रीरियम लेपरे से होती है। उन्होंने बताया कि लोग इसे छुआ छूत बाला रोग मानते हैं, लेकिन यह ज़्यादा फैलने बाली बीमारी नहीं है। लेकिन ज़्यादा देर तक पीड़ित मरीज़ के संपर्क में रहने से कुष्ठ रोग की संभावना बढ़ जाती है। इस अवसर पर जिला कुष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ हरित पूरी ने बताया कि जिला चंबा के सरोल नामक स्थान पर कुष्ठ रोगियों के लिए सन 1875 में एशिया का सर्व प्रथम कुष्ठ रोग चिकित्सालय बनाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हिमाचल महिला पुलिस की अलग झलक शिमला के रिज मैदान में देखने को मिलेगी। 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पूरे हिमाचल प्रदेश में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को महिला पुलिस नियंत्रित करेगी। इसके पीछे का मकसद महिला सशक्तिकरण और महिला पुलिस को उनकी सेवाओं के प्रति सम्मान देना है। इसके अलावा हिमाचल के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला पुलिस हिमाचल प्रदेश में अपने 50 वर्ष के सफर की झलकी लोगों को दिखाएंगे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रिज मैदान में महिला पुलिस परेड, बाइक स्टंट और साहसिक कर्तव्य दिखाएगी। 1973 में हिमाचल प्रदेश में केवल 3 महिलाएं थी, लेकिन अब इनकी संख्या 2300 हो गई है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष के मौके पर महिला पुलिस के योगदान व महिलाओं को सम्मान देने के मकसद से "women in hp police" कार्यक्रम किया जाएगा। जिसका शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। सुमेधा द्विवेदी ने बताया कि महिला दिवस पर राजधानी शिमला में वीमेन परेड, महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अभी तक के शौर्य को बताने वाली प्रदेशनी का आयोजन होगा। पुलिस में महिला सशक्तिकरण को लेकर कई तरह के प्रयासों को शो केस ज़रिए दिखाया जाएगा। महिला सशक्तिकरण में योगदान देेने वाले देश के बड़े अभिनेताओं और बुद्धिजीवियों के बधाई और शुभकामनाएं संदेश भी प्रदेश महिला पुलिस को मिले हैं, जिसमें हेमा मालिनी, अमीर खान, अनुपम खेर, प्रकाश झा, हंसराज हंस जैसे फिल्मी दिग्गजों ने महिला दिवस पर महिला पुलिस के इस खास कार्यक्रम के लिए संदेश के ज़रिए उत्साह वर्धन किया है।