हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
किशाेर गुप्ता। चंबा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चंबा द्वारा आज साेमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा के सभागार में कुष्ठ रोग दिवस का आयोजन किया गया, जिस में स्टाफ नर्सिज और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHOs) ने भाग लिया। इस दिवस का आयोजन राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. हरित पूरी ने की। इस जागरूकता कार्यक्रम में जिला चंबा के सभी स्वास्थ्य खंडों के लगभग 35 SN, CHOs ने भाग लिया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरित पुरी ने उपस्थित सदस्यों को बताया कि कुष्ठ रोग एक धीमी गति से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है, जिसका कीटाणु शरीर में प्रवेश करने के बाद इसके लक्षण आने में लगभग 4 से 6 वर्ष लग जाते हैं। इसके शुरुआती लक्षणों में मुख्यत: शरीर के किसी भी हिस्से में एक या एक से अधिक सफेद, लाल अथवा ताम्बेयी रंग के दाग होना, जिन में संवेदनशीलता न हो अर्थात जिनमें सुनापन हो, कुष्ठ रोग की निशानी हो सकते हैं, जिनका समय पर निदान कर एवं जल्दी उपचार करवा कर इससे पूर्णत : स्वस्थ हुआ जा सकता है एवं इससे होने वाली अपंगता से बचा जा सकता है। इसका उपचार MDT थैरेपि से एक वर्ष तक का होता है। उन्होंने बताया कि जिला चंबा में वर्तमान में कुल 16 लोग कुष्ठ रोग से पीड़ित है, जिनका इलाज MDT से हो रहा है। उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर, राज्य एवं जिला स्तर पर कुष्ठ रोग के उन्मूलन हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाये जाते हैं। जैसे एक्टिव केस फाइंडिंग कंपेन, एंटी लेप्रसी-डे एवं स्पर्श कंम्पेन इत्यादि। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी 30 जनवरी से 14 फरवरी तक स्पर्श अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में इस विमारी के प्रति लोगों की गलत धारणाओं को दूर करके, इस बीमारी के प्रति जागरूक करके, समय पर निदान एवं उपचार द्वारा समाज में से इस बीमारी को दूर करना है। इसके लिएजिला के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं उपस्थित SN, CHOs को अपनी-अपनी भूमिका निभानी होगी, जिसमें स्वास्थ्य अधिकारी अपने अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता को लक्षणों के आधार पर कुष्ठ रोगी को पहचानने में मदद करेंगे तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आशा वर्कर अपने क्षेत्र में स्क्रींनिग के द्वारा कुष्ठ रोगी का पता लगाएगी और संभावित रोगी को आगे चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य संस्थान जहां चर्म रोग विशेषज्ञ उपलब्ध हों उनके पास उन्हें निदान एवं उपचार के लिए भेजेंगे। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. करण हितैषी भी उपस्थित रहे।
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने छः मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, दून से विधायक राम कुमार चौधरी, पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल, बैजनाथ से विधायक किशोरी लाल और अर्की से विधायक संजय अवस्थी को सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इनमें से सूंदर सिंह ठाकुर, आशीष बुटेल और राम कुमार चौधरी को मंत्री पद की दौड़ में भी माना जा रहा था, लेकिन इन्हें सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी 6 विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुंदर सिंह ठाकुर : दूसरी बार बने है विधायक 57 वर्षीय सुंदर सिंह ठाकुर लगातार दूसरी बार कुल्लू सदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे है। सुंदर सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। ठाकुर बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। सूंदर सिंह ठाकुर ने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे। ठाकुर ने 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। सुंदर सिंह दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवलपमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए। मोहन लाल ब्राक्टा : लगातार तीसरी बार बने विधायक 57 वर्षीय मोहन लाल ब्राक्टा ने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। ब्राक्टा वर्ष 2012 में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए है। मोहन लाल ब्राक्टा को होली लॉज खेमे का माना जाता है। राम कुमार चौधरी : मंत्री पद की दौड़ में थे शामिल राम कुमार चौधरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके पिता लज्जा राम कई बार विधायक और मुख्य संसदीय सचिव रहे है। राम कुमार चौधरी ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। राम कुमार चौधरी हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त चौधरी वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए है। आशीष बुटेल : शांता कुमार के गृह क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत किया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र आशीष बुटेल दूसरी बार पालमपुर से विधायक बने है। पालमपुर भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का गृह क्षेत्र है और यहाँ से बुटेल ने दोनों मर्तबा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराया है। 2017 में उन्होंने इंदु गोस्वामी को हराया था और इस बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर को हराया है। बुटेल ने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आशीष बुटेल को वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के भी अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। किशोरी लाल : बैजनाथ से दूसरी बार बने है विधायक किशोरी लाल जिला कांगड़ा के बैजनाथ से दूसरी बार विधायक बने है। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं। बैजनाथ पंडित संत राम की कर्मभूमि रही है और इसी सीट से उनके पुत्र सुधीर शर्मा भी दो बार विधायक बने है। ये सीट आरक्षित होने बाद यहाँ से कांग्रेस ने किशोरी लाल को चेहरा बनाया और वे तीन में से दो चुनाव जीतने में सफल रहे। संजय अवस्थी : क्रिकेट के मैदान से सियासी मैदान तक पहुंचे अवस्थी 57 वर्षीय संजय अवस्थी अर्की से दूसरी बार विधायक बने है। अवस्थी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। संजय अवस्थी वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है। संजय अवस्थी 30 अक्टूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। संजय अवस्थी ने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।
किशाेर गुप्ता। चंबा जिला अध्यक्ष सुनील जरयाल जिला महासचिव विजय शर्मा और साथ में मौजूद भिन्न भिन्न खंडों के खंड अध्यक्षों, महासचिवों जिला और राज्य कार्यकारिणी सदस्यों एवं एनपीएस कर्मचारी महासंघ के अन्य कर्मचारी साथियों ने मिलकर विधायक को प्रेमपूर्वक चंबा थाल महासंघ की और से भेंट किया। विधायक ने महासंघ को आश्वस्त किया कि सबसे पहला कार्य उनकी पुरानी पेंशन योजना बहाली ही है और मुख्यमंत्री इसकी घोषणा कर चुके हैं। हम सभी विधायक पुरानी पेंशन योजना के पक्षधर हैं। चुनावों में वोट फॉर OPS अभियान का सीधा सीधा लाभ मिलने पर सभी कर्मचारी साथियों का विधायक ने धन्यवाद भी किया। जिला अध्यक्ष एनपीएस कर्मचारी महासंघ चंबा सुनील जरयाल ने बताया कि पुरानी पेंशन योजना बहाली के अतिरिक्त जिला चंबा की शिक्षा व्यवस्था और मेडिकल कॉलेज की सुविधाओं पर भी उनसे सार्थक चर्चा हुई। जरयाल ने बताया कि महासंघ की और से उन्हें बधाईयां दी गई। इस मौके पर उनके साथ जिला कोषाध्यक्ष व्यास देव, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष हितेंद्र सिंह, जिला सलाहकार मनीष चौना, खंड अध्यक्ष कियानी रविंदर ठाकुर, सदर खंड अध्यक्ष विशाल मिन्या, खंड हरदासपुरा अध्यक्ष नरेंद्र कुमार, पूर्व खंड अध्यक्ष मेहला योग राज, आईटी सेल प्रभारी महिला विंग रजनी, विद्या देवी, वीना देवी, खंड अध्यक्ष महिला विंग हरदासपुरा इंदिरा भूषण, खंड महासचिव दिनेश डोगरा, दिनेश जरयाल, योगेश, किरण, रमेश, मोहिंदर सिंह उपाध्यक्ष और बहुत से कर्मचारी साथी मौजूद रहे।
2012 की तरह ही इस बार फिर जिला चम्बा सत्ता के साथ नहीं गया है। जिला की पांच में से तीन सीटों पर भाजपा ने बाजी मारी है, लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी है। इन दो मौकों को छोड़ दिया जाएँ तो लम्बे समय से ये सिलसिला रहा है कि प्रदेश में जिसकी सरकार बनती है वो ही पार्टी चंबा में भी बाजी मारती है। आंकड़ों पर निगाह डाले तो भाजपा के अस्तित्व में आने के बाद 1982 से 2022 तक हिमाचल प्रदेश में 10 विधानसभा चुनाव हुए, जिनमें से आठ बार प्रदेश में उसी दल या गठबंधन की सरकार बनी है जिसने जिला चंबा में बढ़त हासिल की है। इस बार चम्बा जिला में चम्बा सदर और भटियात सीट पर कांग्रेस ने बाजी मारी है, तो भरमौर, डलहौज़ी और चुराह में भाजपा जीती है। वहीं 2017 के चुनाव की बात करे तो भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चार सीटें जीती थी, जबकि केवल एक सीट डलहौजी पर कांग्रेस को जीत मिली थी। इस बार भाजपा ने चार सीटिंग विधायकों में से सिर्फ दो को मैदान में उतारा था और दो नए चेहरों को मौका दिया। 2017 में चुराह से हंसराज, चम्बा सदर से पवन नय्यर, भरमौर से जिया लाल और भटियात से विक्रम जरियाल, भाजपा टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। पर इस बार इनमें से दो का रास्ता भाजपा ने टिकट आवंटन के साथ ही रोक दिया। चुराह से हंसराज और भटियात से विक्रम जरियाल को तो भाजपा ने टिकट दिया, लेकिन चम्बा सदर से सीटिंग विधायक पवन नैय्यर और भरमौर से सीटिंग विधायक जियालाल का टिकट काट दिया। भरमौर से पार्टी ने डॉ जनकराज को मैदान में उतारा, तो सदर सीट पर नाटकीय घटनाक्रम के बाद निवर्तमान विधायक की पत्नी नीलम नय्यर को टिकट दिया गया। वहीँ डलहौजी से भाजपा ने एक बार फिर आशा कुमारी के खिलाफ डीएस ठाकुर को मैदान में उतारा था। उधर कांग्रेस ने चार पुराने प्रत्याशी उतारे थे और एक नए चेहरे को मौका दिया गया। डलहौज़ी से आशा कुमारी, सदर सीट से नीरज नय्यर, भरमौर से ठाकुर सिंह भरमौरी, भटियात से कुलदीप सिंह पठानिया को कांग्रेस ने फिर मैदान में उतारा, जबकि चुराह सीट से पार्टी ने यशवंत खन्ना को मौका दिया। भरमौर: भरमौरी के अनुभव पर भारी पड़े डॉ जनकराज मंडी संसदीय उपचुनाव में भरमौर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को लीड मिली थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में उल्टा हुआ। दरअसल, इस बार भाजपा ने यहाँ से सीटिंग विधायक जियालाल का टिकट काट कर नए चेहरे के तौर पर आईजीएमसी के एमएस रहे डॉ जनकराज को टिकट दिया, तो उधर कांग्रेस ने अपने अनुभवी चेहरे ठाकुर सिंह भरमौरी को ही मैदान में उतारा था। डॉ जनकराज ने यहाँ करीब पांच हजार वोट के अंतर से ठाकुर सिंह भरमौरी को पटकनी दी और अपने पहले ही चुनाव में विधानसभा की चौखट चढ़ने में कामयाब रहे। डॉ जनकराज ने आईजीएमसी शिमला में सेवाएं देते हुए हमेशा चम्बा वालों का विशेष ख्याल रखा है। कहते है अगर उनके क्षेत्र से कोई अनजान व्यक्ति भी मदद के लिए उनके पास शिमला पंहुचा तो उन्होंने तन-मन -धन से हमेशा सहायता की। चुनाव प्रचार के दौरान भी डॉ जनकराज फील्ड में बीमारों का उपचार करते दिखे। उनकी सादगी और आम लोगों से जुड़ाव ठाकुर सिंह भरमौरी के लम्बे अनुभव पर भारी पड़ गया। भरमौर में कांग्रेस टिकट को लेकर भी खींचतान थी। युवा कांग्रेस महासचिव सुरजीत भरमौरी भी यहाँ टिकट के दावेदार थे, पर पार्टी ने ठाकुर सिंह भरमौरी के अनुभव पर भरोसा जताया। अलबत्ता यहाँ कांग्रेस में खुलकर बगावत न हुई हो लेकिन माना जा रहा है कि सुरजीत के समर्थक इससे खफा थे। जो फ्लोटिंग वोट डॉ जनकराज के साथ गया है, संभवतः सुरजीत उसमें सेंध लगा सकते थे। डलहौजी : विधानसभा नहीं पहुंची सीएम पद की दावेदार 2017 में जब जिला चम्बा की चार विधानसभा सीटों पर भाजपा ने फतेह हासिल की थी ,तब डलहौज़ी विधानसभा सीट एक मात्र ऐसी सीट थी जहाँ कांग्रेस को जीत मिली थी। पर इस बार चुनाव शुरू होने के साथ ही डलहौजी में आशा कुमारी के हारने के कयास लग रहे थे। हालांकि आशा कुमारी सीएम पद के दावेदारों में शुमार थी और उनके समर्थक उन्हें भावी सीएम के तौर पर प्रमोट भी कर रहे थे। किन्तु जनता ने बदलाव का मन बना लिया था और आशा कुमारी को यहाँ करीब दस हजार वोट के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा। परिसीमन बदलने से पहले डलहौज़ी विधानसभा सीट बनीखेत के नाम से जानी जाती थी। इस सीट पर आशा कुमारी का दबदबा रहा है। 1985 से आशा कुमारी यहाँ पांच बार विधायक रही है। 1990 और 2007 के बाद इस बार फिर भाजपा इस सीट पर कमल खिलाने में कामयाब रही है। इस बार भाजपा से फिर डीएस ठाकुर मैदान में थे जिन्होंने पिछले चुनाव में भी आशा कुमारी को कड़ी टक्कर दी थी। आशा कुमारी प्रदेश कांग्रेस का बड़ा नाम है और विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक भी थी। किन्तु पुरे चुनाव में आशा कुमारी अपने निर्वाचन क्षेत्र तक सिमित रही। संभवतः उन्हें अंदाजा था कि उनकी राह आसान नहीं होने वाली। हालांकि आशा कुमारी के प्रयास अंत में सफल सिद्ध नहीं हुए। चुराह : हंसराज की हैट्रिक चुराह विधानसभा सीट पर इस बार कांग्रेस ने एक नए चेहरे यशवंत सिंह खन्ना को मैदान में उतारा था। जबकि अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले चुराह के सिटींग विधायक हंसराज भाजपा से एक बार फिर मैदान में थे। माहिर मान रहे थे कि इस बार हंसराज के लिए विधानसभा पहुंचना मुश्किल हो सकता है, किन्तु ऐसा हुआ नहीं। हंसराज ने करीब ढाई हजार के अंतर से चुनाव जीत इस बार हैट्रिक लगा ली है। परिसीमन बदलने से पहले चुराह विधानसभा सीट राजनगर के नाम से जानी जाती थी। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों को जनता का बराबर प्यार मिला है। 2012 में हंसराज पहली दफा मैदान में उतरे और जीत गए। 2017 में भी हंसराज ने ही रिपीट किया, और इस मर्तबा तीसरी बार जीते। चुराह के जातीय समीकरणों का लाभ तो हंसराज को मिलता ही है, साथ ही उनकी छवि भी काम करने वाले नेता की है। निर्वाचन क्षेत्र के बाहर के लोगों के लिए हंसराज उनके विवादित बयानों की वजह से चर्चा का केंद्र रहते है, लेकिन क्षेत्र में उनकी छवि दमदार नेता की है। चम्बा : हर्ष महाजन गए और कांग्रेस आ गई ! चम्बा सदर सीट पर इस बार सबकी निगाहें टिकी थी। कभी वीरभद्र सिंह के बेहद करीबी रहे हर्ष महाजन चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। हर्ष महाजन 1993 से 2007 तक तीन बार चंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे है। तीन दफा जीत की हैट्रिक लगाने के बाद महाजन ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के चुनावों का जिम्मा संभाला। तब से महाजन चुनावी राजनीति से दूर ही रहे, लेकिन इत्तेफाक ये रहा कि तब से चम्बा सदर सीट पर कांग्रेस को लगातार हार का सामना ही करना पड़ रहा था। अब महाजन इस बार भाजपा में गए, तो भाजपा हार गई। इस सीट पर टिकट आवंटन के बाद से भाजपा असहज दिखी। पहले पार्टी ने इंदिरा कपूर को टिकट दिया लेकिन सीटिंग विधायक पवन नैय्यर के विद्रोह के चलते अंतिम समय में उनकी पत्नी नीलम नय्यर को टिकट दे दिया। इसके बाद इंदिरा कपूर भी बगावत कर मैदान में उतर गई। उधर कांग्रेस ने पिछला चुनाव लड़े नीरज नैय्यर को फिर मैदान में उतारा। नीरज सात हजार से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीत गए। भाजपा में हुई बगावत का लाभ यहाँ नीरज नय्यर को मिला। साथ ही नीरज बीते पांच साल से लगातार मैदान में थे जिसका लाभ भी उन्हें मिला। वहीं भाजपा का विधायक की पत्नी को टिकट देना पार्टी के भीतर भी कुछ लोगों को नहीं जमा। कांग्रेस को परिवारवाद पर घेरने वाली भाजपा चम्बा में परिवारवाद की ध्वजवाहक बन गई। भटियात : कांग्रेस जीती, अब मंत्री पद की आस भटियात विधानसभा सीट पर इस बार दो पुराने प्रतिद्वंदी एक बार फिर आमने-सामने थे। भाजपा से यहाँ सीटिंग विधायक विक्रम जरियाल मैदान में थे, तो कांग्रेस से कुलदीप पठानिया। पिछले नतीजों पर गौर करे तो यहाँ विक्रम जरियाल लगातार दो बार कमल खिलाने में सफल रहे थे। कुलदीप 2012 में सिर्फ 112 वोट से हारे थे, जबकि 2017 में ये अंतर सात हजार के करीब था। पर इस बार कुलदीप पठानिया को जीत मिली और उन्होंने जरियाल को करीब पंद्रह सौ वोट से शिकस्त दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप सिंह पठानिया मंत्री पद के भी दावेदार है। माना जा रहा है कि उन्हें मंत्री पद या विधानसभा स्पीकर -डिप्टी स्पीकर में से कोई पद मिल सकता है। 2017 में भाजपा को चार सीटें देने वाले जिला चम्बा को तब विधानसभा उपाध्यक्ष का पद मिला था। क्या अब जिला में कांग्रेस को दो सीटें मिलने के बावजूद चम्बा को मंत्री पद मिलेगा, इस पर सबकी निगाहें टिकी है।
चंबा युवा सेवाएं एवं खेल विभाग हिमाचल प्रदेश की ओर से राज्य स्तरीय दिव्यांग प्रतिभा खोज खेल का आयोजन बिलासपुर के कहलूर एथलेटिक स्टेडियम में 13 व 14 दिसम्बर को किया गया था। इस प्रतियोगिता में जिला चम्बा के चार पैरा स्पोर्ट्स खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें अजय कुमार ने 100 और 200 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीता। वही 400 मीटर की रेस में सिल्वर मेडल हासिल किया। योगराज ने 400 में गोल्ड और 100 मीटर रेस में सिल्वर मेडल जीता, साहिल ने 200 मीटर में सिल्वर मेडल जीता। वही इंदु शर्मा ने 100 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीता। यह जानकारी जिला चंबा पैरास्पोर्ट्स के अध्यक्ष संजय अत्रि ने दी। उन्होंने बताया की जिला चंबा के लिए 7 मेडल आने से जिले में खुशी की लहर है। उन्होंने सभी खिलाडियों को बधाई दी और कहा कि ये बहुत बड़ी बात है की पहली बार चंबा के लिए एक साथ 7 मेडल आए है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ वर्ग में सभी जिलों के मुकाबले चंबा तीसरे स्थान पर रहा है। अत्री ने कहा अब चंबा भी धीरे-धीरे खेल के क्षेत्र में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। आने वाले समय में अगर इन खिलाड़ियों को सरकार और प्रशासन की तरफ से एक अच्छा मंच और सुविधा दी जाए तो ये खिलाड़ी भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर सकते है।
जिला किन्नौर में इस बार भी विधानसभा चुनाव में भरपूर रोमांच देखने को मिला। पहले दिन से ही कांग्रेस और भाजपा दोनों तरफ जमकर खींचतान दिखी। कांग्रेस में जहाँ सीटिंग विधायक और वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी का टिकट अंतिम समय तक लटका रहा, तो भाजपा ने पूर्व विधायक तेजवंत नेगी का टिकट काटकर युवा सूरत नेगी को मैदान में उतारा। खफा होकर तेजवंत भी चुनावी समर में कूद गए और इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। नतीजन, भाजपा के बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी जगत सिंह नेगी को मिला और जगत नेगी हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। जगत सिंह नेगी को 20696 मत मिले और भाजपा प्रत्याशी सूरत नेगी को 13732 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा के बागी तेजवंत नेगी ने 8574 मत लेकर भाजपा को डैमेज किया। किन्नौर के चुनावी इतिहास पर नज़र डाले तो अब तक सिर्फ ठाकुर सेन नेगी (तेते जी) ही जीत की हैट्रिक लगा सके है। ठाकुर सेन नेगी 1967 से 1982 तक लगातार चार चुनाव जीते। दिलचस्प बात ये है कि वे तीन बार निर्दलीय और एक बार लोकराज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। फिर वे भाजपा में शामिल हो गए और एक बार 1990 में भाजपा टिकट से भी जीतने में कामयाब हुए। ठाकुर सेन नेगी के अलावा जगत सिंह नेगी ही इकलौते ऐसे नेता है जो हैट्रिक लगाने में सफल हुए है।
किशाेर गुप्ता। चंबा वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा मंगलवार को जिला मुख्यालय में आज मासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रवक्ता किशोरी लाल ने की। बैठक में एसोसिएशन की वर्तमान कार्यकारिणी की अवधि समाप्त होने पर आगामी चुनाव को लेकर विस्तृत मंथन किया गया। साथ ही इस कार्यकारिणी के कार्यकाल में सरकार व प्रशासन के समक्ष जनहित में उठाए गए मुद्दों पर भी चर्चा की गई। महासचिव सुरेश कश्मीरी ने कहा कि बैठक में चंबा के लोगों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर मंथन किया गया है। एसोसिएशन ने मेडिकल कॉलेज चंबा के भवन के शीघ्र निर्माण की प्रमुखता से मांग उठाई है। साथ ही रिक्त पड़े विशेषज्ञों के पदों और पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती करने को लेकर भी आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज चम्बा में सुविधाओं के अभाव में लोगों को रोजाना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों की दिक्कतों का जल्द से जल्द समाधान सुनिश्चित होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने चंबा के ऐतिहासिक भवनों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम उठाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी जिला चंबा को विकसित जिलों की सूची में शामिल करने के लिए विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है। बैठक में चैन लाल, धर्मपाल, मदन कुमार सहित कई अन्य मौजूद रहे।
फतेहपुर भाजपा के टिकट आवंटन के बाद सबसे चर्चित सीटों में से एक है। दरअसल ये वो सीट है जहाँ भाजपा ने नजदीकी निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी इम्पोर्ट किया है। नूरपुर से विधायक और कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया को भाजपा ने इस मर्तबा फतेहपुर फ़तेह करने का जिम्मा सौपा है। वैसे भी डॉ राजन सुशांत के पार्टी छोड़ने के बाद से इस क्षेत्र में भाजपा कभी कांग्रेस को जोरदार टक्कर नहीं दे पाई है। बगावत मानो यहाँ भाजपा की नियति बन चुकी है। यहाँ पार्टी दो उपचुनाव सहित लगातार चार चुनाव हार चुकी है। ऐसे में पार्टी ने इस बार राकेश पठानिया को उतार कर बड़ा गैम्बल खेला है। दरअसल इस क्षेत्र में पार्टी टिकट के दो मुख्य दावेदार थे, बलदेव ठाकुर और कृपाल परमार। पिछले चुनावों को देखे तो पार्टी अगर एक को टिकट देती है, तो दूसरा नाराज हो जाता है। संभवतः पार्टी को लगा हो किसी तीसरे को लेकर पार्टी को एकजुट किया जा सकता है। पर दाव उलटा पड़ गया। कृपाल ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा है। दिलचस्प बात तो ये है कि कृपाल को मनाने के लिए खुद पीएम मोदी का फोन आया था, जो काफी वायरल भी हुआ। पर पीएम के मनाने पर भी कृपाल माने नहीं। अब कृपाल पर मतदाताओं की कितनी कृपा रही, ये देखना रोचक होगा। तो वहीं कभी भाजपा के नेता रहे पूर्व सांसद राजन सुशांत इस बार आम आदमी पार्टी से मैदान में है। पर डॉ राजन सुशांत का प्रचार प्रसार इस बार ज्यादा आक्रामक नहीं दिखा है। पर इस क्षेत्र से वो चार बार विधायक रहे है और उनका एक सेट वोट बैंक है जिसके चलते उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। उधर कांग्रेस ने एक बार फिर भवानी सिंह पठानिया को मैदान में उतारा है। कांग्रेस में भवानी के नाम को लेकर कोई विरोध नहीं दिखा। भवानी सिंह पठानिया कॉर्पोरेट जगत की नौकरी छोड़कर अपने पिता स्व सुजान सिंह पठानिया की राजनैतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए फतेहपुर लौटे है। पर पिछले चुनाव को जीत कर भवानी ने ये साबित कर दिया था की वे राजनीति के लिए नए नहीं है। बहरहाल कांग्रेस में 'जय भवानी' का नारा बुलंद है और समर्थक तो उन्हें भावी मंत्री भी बताने लगे है। जानकारों का मानना है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और भवानी भी ये चुनाव जीतते है तो उन्हें मंत्री पद या कोई अहम ज़िम्मेदारी मिल सकती है। बहरहाल, भवानी और विधानसभा के बीच भाजपा के बड़े नेता और मंत्री राकेश पठानिया, कृपाल परमार और राजन सुशांत जैसे दिग्गज है। अब फतेहपुर में युवा जोश की जीत होती है या अनुभव की, ये तो नतीजे ही तय करेंगे।
इतिहास तस्दीक करता है कि प्रदेश में जिसकी सरकार बनती है वो ही पार्टी चंबा में भी बाजी मारती है। आंकड़ों पर निगाह डाले तो भाजपा के अस्तित्व में आने के बाद 1982 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश में 9 विधानसभा चुनाव हुए है। इनमें से आठ बार प्रदेश में उसी दल या गठबंधन की सरकार बनी है जिसने जिला चंबा में बढ़त हासिल की है। सिर्फ 2012 का विधानसभा चुनाव अपवाद है, जब भाजपा ने चंबा में तीन सीटें जीती लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी। पिछले चुनाव की बात करे तो भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चार सीटें जीती थी, जबकि केवल एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली। इस बार जिला चम्बा के नतीजों पर सबकी निगाह रहने वाली है और इसके दो विशेष कारण है, पहला हर्ष महाजन और दूसरा कारण आशा कुमारी। वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हर्ष महाजन की कुछ माह पूर्व ही बतौर प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ताजपोशी हुई थी। पर किसी को भनक भी नहीं लगी और महाजन कांग्रेस के लिए रणनीति बनाते बनाते अचानक भाजपाई हो गए। उनका प्रभाव पुरे ज़िले में माना जाता है। ऐसे में उनके दल बदलने से किसको कितना नफा नुकसान होता है, ये देखना रोचक होगा। वहीं डलहौजी से कांग्रेस उम्मीदवार आशा कुमारी कांग्रेस सरकार आने की स्थिति में सीएम पद की दावेदार हो सकती है, इसके चलते भी चम्बा पर निगाह रहने वाली है। इस बार ये चेहरे मैदान में : वर्तमान चुनाव की बात करें तो इस बार चम्बा जिला में चार सीटिंग विधायकों में भाजपा ने दो के टिकट काटे है। भाजपा ने तीन पुराने उम्मीदवार मैदान में उतारे है। जबकि कांग्रेस ने चार पुराने प्रत्याशी उतारे है और एक नए चेहरे को मौका दिया है। अब देखना ये होगा कि क्या पिछली बार की तरह इस बार भी भाजपा चम्बा में अपने शानदार प्रदर्शन को बरकरार रख पाएगी या फिर कांग्रेस यहाँ बेहतर करेगी। हंसराज, पवन नय्यर, जिया लाल और विक्रम जरियाल, 2017 में जिला चम्बा से भाजपा टिकट पर जीत कर ये चार विधायक शिमला विधानसभा तक पहुंचे थे। पर इस बार इनमें से दो का रास्ता भाजपा ने टिकट आवंटन के साथ ही रोक दिया है। चुराह से हंसराज और भटियात से विक्रम जरियाल को तो भाजपा ने टिकट दिया, लेकिन चम्बा सदर से सीटिंग विधायक पवन नैय्यर और भरमौर से सीटिंग विधायक जियालाल का टिकट काट दिया। भरमौर से पार्टी ने डॉ जनकराज को मैदान में उतारा है तो सदर सीट पर नाटकीय घटनाक्रम के बाद निवर्तमान विधायक की पत्नी नीलम नय्यर को टिकट दिया है। यहां पार्टी ने पहले इंदिरा कपूर को टिकट दिया था लेकिन अंतिम समय में टिकट बदल दिया गया। इसके बाद इंदिरा कपूर ने निर्दलीय चुनाव लड़ा है। वहीँ डलहौजी से भाजपा ने एक बार फिर आशा कुमारी के खिलाफ डीएस ठाकुर को ही मैदान में उतारा है। उधर, कांग्रेस में डलहौज़ी से सीटिंग विधायक आशा कुमारी सहित 2017 के चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इनमें सदर सीट से नीरज नय्यर, भरमौर से ठाकुर सिंह भरमौरी, भटियात से कुलदीप सिंह पठानिया शामिल है। जबकि चुराह सीट से पार्टी ने यशवंत खन्ना को मौका दिया है। कर्मचारी फैक्टर का दिखा असर : ग्राउंड रिपोर्ट की बात करें तो चम्बा में कर्मचारियों की अच्छी तादाद है। यहां पुरानी पेंशन का मुद्दा भी हावी दिखा है। ऐसे में यहां नजदीकी मुकाबलों में कांग्रेस को एडवांटेज मिल सकता है।
** चुराह सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला, कुछ भी मुमकिन ** यशवंत खन्ना ने दमदार तरीके से लड़ा है चुनाव दो बार चुराह से विधानसभा की राह पकड़ने वाले हंसराज क्या तीसरी बार विधानसभा पहुंच पाएंगे ? ये बढ़ा सवाल है। अक्सर चर्चा में रहने वाले विधानसभा उपाध्यक्ष और चुराह के सिटींग विधायक हंसराज को यहां से भाजपा ने एक बार फिर मैदान में तो उतार दिया, पर चुराह उन सीटों में से एक हो सकती है जहां इस बार बड़े चेहरे धराशाई हो सकते है। हालांकि यहां के क्षेत्रीय और जातीय समीकरण के लिहाज से हंसराज की जमीनी पकड़ को लेकर कोई संशय नहीं है, लेकिन यदि प्रदेश में सत्ता बदलाव के लिए मतदान हुआ है तो हंसराज भी इस लहर की चपेट में आ सकते है। परिसीमन बदलने से पहले चुराह विधानसभा सीट राजनगर के नाम से जानी जाती थी। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों को जनता ने बराबर का प्यार दिया है। ये वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री विद्याधर की सीट रही है और वे तीन बार यहां से विधायक रहे। उनके बाद उनके पुत्र सुरेंद्र भारद्वाज यहां से 2003 और 2007 में विधायक रहे। फिर परिसीमन बदलने के बाद राजनगर सीट का नाम हुआ चुराह और 2012 में हंसराज पहली दफा यहाँ मैदान में उतरे और जीते भी। 2017 में भी हंसराज ने ही रिपीट किया। दोनों मौकों पर उन्होंने सुरेंद्र भारद्वाज को हराया। इस बार हंसराज तीसरी बार भाजपा मैदान में है। उधर दो बार हार का मुँह देखने के बाद इस बार कांग्रेस ने यहां से चेहरा बदल दिया। इस बार कांग्रेस ने एक नए चेहरे यशवंत सिंह खन्ना को मैदान में उतारा है। यशवंत को सीटिंग विधायक के खिलाफ एंटी इंकम्बैंसी और ओपीएस जैसे मुद्दों से तो आशा है ही, लेकिन साथ ही उन्होंने चुनाव भी बेहद मजबूती से लड़ा है। निसंदेह इस बार चुराह में हंसराज की राह आसान नहीं होने जा रही। इस सीट पर बेहद कड़ा मुकाबला है और नतीजे आने का इंतज़ार जारी है।
चंबा-पठानकोट एनएच पर पुलिस टीम ने नाकाबंदी के दौरान राहगीर से 862 ग्राम चरस बरामद करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी को पुलिस रिमांड हेतु अदालत में पेश करने की कागजी औपचारिकताएं निपटाई जा रही हैं। जानकारी के अनुसार द्रडडा पुलिस चैकी की टीम ने बुधवार सवेरे पठानकोट एनएच पर तडोली के पास नाकाबंदी कर रखी थी। इसी दौरान वहां से पैदल गुजर रहा एक व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर घबरा गया। पुलिस को व्यक्ति की गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में व्यक्ति ने अपनी पहचान हरीश चंद वासी गांव पुखरयाल पोस्ट आफिस टिकरीगढ तहसील चुराह बताई है। आरोपी के खिलाफ सदर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी से चरस खेप की खरीद- फरोख्त को लेकर पूछताछ की जा रही है। उधर, डीएसपी हेडक्वार्टर अजय कुमार ने मामले की पुष्टि की है।
एजुकेशन सोसाइटी चाइल्डलाइन (1098) चंबा द्वारा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बकाणी में ओपन हाउस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल प्रिंसिपल अजय सिंह मुख्य अतिथि जबकि एसएमसी अध्यक्ष पवन कुमार विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन चाइल्डलाइन कोऑर्डिनेटर कपिल शर्मा व टीम सदस्य काजू राम द्वारा किया गया। चाइल्डलाइन चंबा समन्वयक कपिल शर्मा द्वारा उपस्थित अध्यापकों, अभिभावकों व बच्चों के साथ बाल-संरक्षण के संबंध में विस्तारपूर्वक संवाद एवं चर्चा की तथा उन्हें चाइल्डलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 द्वारा शोषण के शिकार 0 से 18 वर्ष के बच्चों व कुछ विशेष परिस्थितियों में 25 वर्ष आयु वर्ग तक के युवक-युवतियों हेतु प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं की विस्तृत जानकारी भी दी गयी। उन्हें बताया गया कि यदि किसी के द्वारा नाबालिग बच्चों को बहलाया-फुसलाया जाता है तो इसे किसी भी रूप में नजर अंदाज ना किया जाए। वही वहां उपस्थित सभी बच्चों को सुरक्षित स्पर्श एवं असुरक्षित स्पर्श के संबंध में भी अवगत करवाया गया साथ ही इस संबंध में अध्यापकों से भी आग्रह किया गया कि वे भी समय-समय पर बच्चों व उनके अभिभावकों को इस संबंध में जागरूक करते रहें। अध्यापकों से यह आवाहन किया गया कि वे बच्चों से जुड़ी किसी भी समस्या की सूचना चाइल्डलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर देना सुनिश्चित करें।
फर्स्ट वर्डिक्ट। चंबा 9 दिन बाद भी चमेरा जलाशय में बाइक सहित लापता युवक का सुराग नहीं लग पाया है। 15 नवंबर को अभिषेक भलेई में अपने दोस्त को छोड़कर बाइक से घर जा रहा था, उसी दौरान उसकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त होकर चमेरा जलाशय में गिर गई थी, मंगलवार को गोताखोर दोबारा युवक की जलाशय में तलाश शुरू करेंगे।
** मुश्किल हो सकती है भाजपा और आप की राह 'प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो' ,चुनाव प्रचार के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र में ये नारा खूब बुलंद रहा। इस बार सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। नादौन में जहाँ भी सुक्खू प्रचार के लिए पहुंचे, समर्थक ये ही नारा दोहराते दिखे। इस बार कांग्रेस ने बेशक सामूहिक नेतृत्व में और बगैर सीएम फेस के चुनाव लड़ा है ,लेकिन इसमें कोई संशय नहीं है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और नादौन विधानसभा सीट से सुखविंद्र सिंह सुक्खू चुनाव जीत कर आते है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुक्खू का दावा बेहद मजबूत है। नादौन की सियासी फ़िज़ाओं में सुगबुगाहट तेज़ है कि मुमकिन है इस बार नादौन विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री मिल जाएँ। ऐसे में जाहिर है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भावी सीएम फैक्टर का लाभ इस चुनाव में सुक्खू को मिला हो। नादौन के इतिहास की बात करें तो नादौन विधाभसभा सीट यूँ तो कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां से नारायण चंद पराशर तीन बार विधायक रहे। नारायण चंद पराशर के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सीट पर राज किया है। 2003 से अब तक सुखविंद्र सिंह सुक्खू नादौन सीट पर तीन बार जीत चुके है, हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में सुक्खू को 6750 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पर फिर 2017 में सुक्खू ने जीत हासिल की। कांग्रेस में सुक्खू के अलावा कभी कोई अन्य चेहरा विकल्प के तौर पर नहीं उभरा। इस बीच भाजपा की बात करे तो एक बार फिर विजय अग्निहोत्री मैदान में है। अग्निहोत्री एक दफा सुक्खू को पटकनी भी दे चुके है और इस बार फिर मैदान में डटे हुए है। नादौन में भाजपा के लिए ऐसा भी कहा जाता है कि अगर यहां भाजपा एकजुट हो जाए तो शायद कांग्रेस की राह इतनी आसान न हो। अब भाजपा एकजुट है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। वहीँ इस बार आम आदमी पार्टी ने नादौन के सियासी समीकरण ज़रूर बदले है। दरअसल इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैंकी ठुकराल ने पुरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा है। अब देखना ये होगा कि शैंकी किसके वोट बैंक में कितनी सेंध लगाते है। नादौन में फिलवक्त सुक्खू जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। सुक्खू ने भावी सीएम के टैग के साथ चुनाव लड़ा है। ऐसे में जाहिर है इसका लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है। बहरहाल, जनादेश ईवीएम में कैद है और सभी अपनी -अपनी जीत का दावा कर रहे है।
किशाेर गुप्ता। चंबा चंबा एजुकेशन सोसाइटी चाइल्डलाइन (1098) चंबा द्वारा ग्राम पंचायत जांघी के गांव रनोला में आउटरीच कार्यक्रम का आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान चाइल्डलाइन टीम सदस्य काजू राम व पंकज कुमार द्वारा उपस्थित लोगों व बच्चों के साथ संवाद किया व उन्हें चाइल्डलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 द्वारा शोषण के शिकार 0 से 18 वर्ष के बच्चों व कुछ विशेष परिस्थितियों में 25 वर्ष आयु वर्ग तक के युवक-युवतियों हेतु प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। टीम द्वारा मुफ्त फोन सेवा 1098 के माध्यम से अनाथ अर्ध-अनाथ, स्कूल छोड़ चुके, घर से भागे हुए, मानसिक और शारीरिक शारीरिक रूप से अक्षम, शोषित, अति निर्धन, बाल-विवाह की बुराई, बाल-मजदूरी के दुष्परिणाम, छेड़छाड़ से पीड़ित व अन्य किसी भी कारण से शोषित बच्चों हेतु चाइल्ड लाइन के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्हें बताया गया कि यदि किसी के द्वारा नाबालिक बच्चों को बहलाया-फुसलाया जाता है, तो इसे किसी भी रूप में नजर अंदाज ना किया जाए। लोगों को बताया गया कि अनाथ, अर्ध-अनाथ व दिव्यांग बच्चों को चाइल्डलाइन की सहायता से विभिन्न पेंशन स्कीमों से भी जोड़ा जाता है। अतः इस तरह के जरुरतमंद बच्चों की सूचना भी चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर दी जा सकती है। कार्यक्रम के दौरान 5 बच्चे व 8 व्यस्क मौजूद रहे।
'प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो' ,चुनाव प्रचार के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र में ये नारा खूब बुलंद रहा। इस बार सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। नादौन में जहाँ भी सुक्खू प्रचार के लिए पहुंचे, समर्थक ये ही नारा दोहराते दिखे। इस बार कांग्रेस ने बेशक सामूहिक नेतृत्व में और बगैर सीएम फेस के चुनाव लड़ा है ,लेकिन इसमें कोई संशय नहीं है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और नादौन विधानसभा सीट से सुखविंद्र सिंह सुक्खू चुनाव जीत कर आते है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुक्खू का दावा बेहद मजबूत है। नादौन की सियासी फ़िज़ाओं में सुगबुगाहट तेज़ है कि मुमकिन है इस बार नादौन विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री मिल जाएँ। ऐसे में जाहिर है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भावी सीएम फैक्टर का लाभ इस चुनाव में सुक्खू को मिला हो। नादौन के इतिहास की बात करें तो नादौन विधाभसभा सीट यूँ तो कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां से नारायण चंद पराशर तीन बार विधायक रहे। नारायण चंद पराशर के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सीट पर राज किया है। 2003 से अब तक सुखविंद्र सिंह सुक्खू नादौन सीट पर तीन बार जीत चुके है, हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में सुक्खू को 6750 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पर फिर 2017 में सुक्खू ने जीत हासिल की। कांग्रेस में सुक्खू के अलावा कभी कोई अन्य चेहरा विकल्प के तौर पर नहीं उभरा। इस बीच भाजपा की बात करे तो एक बार फिर विजय अग्निहोत्री मैदान में है। अग्निहोत्री एक दफा सुक्खू को पटकनी भी दे चुके है और इस बार फिर मैदान में डटे हुए है। नादौन में भाजपा के लिए ऐसा भी कहा जाता है कि अगर यहां भाजपा एकजुट हो जाए तो शायद कांग्रेस की राह इतनी आसान न हो। अब भाजपा एकजुट है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। वहीँ इस बार आम आदमी पार्टी ने नादौन के सियासी समीकरण ज़रूर बदले है। दरअसल इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैंकी ठुकराल ने पुरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा है। अब देखना ये होगा कि शैंकी किसके वोट बैंक में कितनी सेंध लगाते है। नादौन में फिलवक्त सुक्खू जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। सुक्खू ने भावी सीएम के टैग के साथ चुनाव लड़ा है। ऐसे में जाहिर है इसका लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है। बहरहाल, जनादेश ईवीएम में कैद है और सभी अपनी -अपनी जीत का दावा कर रहे है।
चम्बा जिले के भरमौर में स्थित सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक कार्तिक स्वामी मंदिर कुगती के कपाट हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 30 नंबवर 2022 को बंद हो जाएंगे। धार्मिक परंपरा के अनुसार मंदिर के कपाट 30 नंबवर को दोपहर पूजा अर्चना करने के बाद बंद कर दिए जाते है व अगले वर्ष वैशाख (अप्रैल) मास की संक्रांति वाले दिन श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलते है। उत्तर भारत में एकमात्र भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय स्वामी का यह मंदिर जन-जातीय क्षेत्र भरमौर की पंचायत कुगती तहसील भरमौर में स्थित है। और लोग बड़ी आस्था के साथ इस मंदिर के दर्शन करने के लिए दूर दूर से आते है।
किशाेर गुप्ता। चंबा चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के अंतर्गत एजुकेशन सोसाइटी चाइल्डलाइन चंबा द्वारा आईटीआई चंबा में चाइल्ड लाइन से दोस्ती सप्ताह का अंतिम कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान जिला रोजगार अधिकारी चंबा अरविंद चौहान मुख्यातिथि, जबकि संस्थान के प्रधानाचार्य विपिन शर्मा, रिटायर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. केशव वर्मा, जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्षा जना कुमारी, जिला बाल संरक्षण इकाई से लीगल कम प्रोबेशन ऑफीसर माला शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रशिक्षु छात्राओं द्वारा सर्वप्रथम गणेश वंदना के रूप में स्वागत गीत तथा कन्या भ्रूण हत्या को प्रदर्शित करती एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई और इस माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का महत्वपूर्ण संदेश दिया गया। इस दौरान चाइल्ड लाइन समन्वयक कपिल शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के माध्यम से अपील की जाती है कि सभी मिलकर बाल-संरक्षण मुहिम के लिए मिलकर कार्य करें तथा कोई भी जरूरतमंद बच्चा अपने अधिकारों से वंचित न रहने पाए। विद्यार्थियों से यह आवाहन किया गया की वे किसी भी शोषण के संबंध में 1098 पर संपर्क करें, उन्हें बताया गया कि सोशल मीडिया के युग में आज बहुत से युवक एवं युवतियां ब्लैकमेल हो रहे हैं। प्रशिक्षुओं से आवाहन किया गया कि अनाथ, अर्थ-अनाथ, दिव्यांग तथा जरूरतमंद, पंचायत में दर्ज होने से वंचित अथवा विषम परिस्थिति में फंसे बच्चों की मदद के लिए आगे आएं। प्रशिक्षुओं को बताया गया कि किसी भी छेड़खानी, बाल-मजदूरी, अथवा बाल-विवाह की सूचना चाइल्डलाइन को देना सुनिश्चित करके सामाजिक उत्थान में भागीदारी सुनिश्चित करें। अतः सभी से आवाहन किया गया कि बाल-संरक्षण की मुहिम में प्रशिक्षु व आम जनता चाइल्डलाइन, जिला बाल-संरक्षण ईकाई, पुलिस व प्रशासन की मदद करें। जिला प्रशिक्षण से आई लीगल कम प्रोबेशन ऑफिसर माला शर्मा ने पोक्सो एक्ट व साइबर पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आह्वान किया कि बच्चों के अपराध व शोषण से जुड़ी किसी भी प्रकार की सूचना चाइल्डलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर देना सूचित करें। रिटायर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. केशव वर्मा ने बच्चों को जीवन में उच्च आदर्श व स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आह्वान किया व देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया। मुख्यातिथि जिला रोजगार अधिकारी अरविंद चौहान ने प्रशिक्षण से आह्वान किया कि वे कुछ कुशल प्रशिक्षण हासिल करके स्वरोजगार का रुख करें। स्कूल प्रधानाचार्य द्वारा मुख्यातिथि का धन्यवाद किया गया तथा चाइल्डलाइन द्वारा आयोजित कार्यक्रम की भी प्रशंसा की और प्रशिक्षुओं से आवाहन किया कि वे बताई गई बातों का अनुसरण करें। इस दौरान चाइल्डलाइन टीम सदस्य चमन लाल, काजू राम, विक्की सहित संस्थान का स्टाफ व 300 प्रशिक्षु मौजूद रहे।
चंबा के ऐतिहासिक चौगान में राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता के छात्र वर्ग की प्रतियोगिता का समापन हो गया। विजेता छात्रों को शिक्षा उपनिदेशक चंबा सुरेश कुमार शर्मा द्वारा ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान जिला सिरमौर ने प्राप्त किया, दूसरे स्थान पर जिला कांगड़ा रहा और तीसरे स्थान पर जिला सोलन रहा। कंठ गीत में प्रथम स्थान जिला कुल्लू ने प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर जिला सोलन रहा और तीसरे स्थान जिला सिरमौर ने हासिल किया। समूह गान में प्रथम स्थान जिला हमीरपुर ने प्राप्त किया, दूसरे स्थान पर जिला सिरमौर रहा और तीसरे स्थान पर जिला कांगड़ा रहा। एकांकी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर जिला कांगड़ा रहा, दूसरे स्थान र जिला बिलासपुर ने हासिल किया व जिला मंडी ने तीसरा स्थान हासिल किया। लोक नृत्य में प्रथम स्थान जिला शिमला ने प्राप्त किया, दूसरा स्थान जिला कुल्लू ने प्राप्त किया और तीसरे स्थान पर जिला कांगड़ा रहा।
किशाेर गुप्ता। चंबा चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के अंतर्गत एजुकेशन सोसाइटी चाइल्डलाइन चंबा द्वारा आज 19 नवंबर 2022 को डीएवी पब्लिक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंबा में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान डीएसपी हेडक्वार्टर चंबा अजय कपूर मुख्यातिथि जबकि संस्थान के प्रधानाचार्य अशोक गुलेरिया विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान नवीं कक्षा की छात्राओं द्वारा बाल-विवाह की बुराई को प्रदर्शित करती एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई। इस दौरान चाइल्डलाइन समन्वयक कपिल शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के माध्यम से अपील की जाती है कि सभी मिलकर बाल-संरक्षण मुहिम के लिए मिलकर कार्य करें तथा कोई भी जरूरतमंद बच्चा अपने अधिकारों से वंचित ना रहने पाए। विद्यार्थियों से यह आवाहन किया गया की वे किसी भी शोषण के संबंध में 1098 पर संपर्क करें। उन्हें बताया गया कि सोशल मीडिया के युग में आज बहुत से युवक एवं युवतियां ब्लैकमेल हो रहे हैं। सभी से आह्वान किया गया कि यदि इस प्रकार से कोई भी युवती को व्हाट्सएप, फेसबुक या इंस्टाग्राम के माध्यम से ब्लैकमेल करता है, तो उसकी सूचना चाइल्ड लाइन को देना सुनिश्चित करें। मुख्यातिथि द्वारा भी बच्चों को पोक्सो एक्ट तथा यातायात के नियमों संबंधी जानकारी दी गई। उन्होंने बच्चों को बताया कि बिना लाइसेंस तथा बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन कभी न चलाएं। उन्होंने यह भी बताया कि वाहन को तीव्र गति से चलाना घातक हो सकता है। उन्होंने बच्चों को करियर गाइडेंस हेतु भी प्रेरित किया और एसपी कार्यालय के भ्रमण का निमंत्रण भी दिया। स्कूल प्रधानाचार्य द्वारा मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया गया तथा चाइल्डलाइन द्वारा आयोजित कार्यक्रम की भी प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों से आव्हान किया कि जो भी महत्वपूर्ण बातें बताई गई है, उनकी पालना करना सुनिश्चित करें। इस दौरान चाइल्डलाइन टीम सदस्य काजू राम, विक्की व पंकज कुमार सहित स्कूल का स्टाफ व 300 विद्यार्थी मौजूद रहे।
किशाेर गुप्ता। चंबा चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के अंतर्गत एजुकेशन सोसाइटी चाइल्डलाइन चंबा द्वारा आज 18 नवंबर को डिग्री कॉलेज चंबा में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के प्रधानाचार्य शिवदयाल शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। वहीं, समाजसेवी व हिमाचल प्रदेश किक्रेट एसोसिएशन के पदाधिकारी मनुज शर्मा, जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी रिंकू शर्मा, अमन शर्मा, स्पार्क संस्थान के समन्वयक प्रमोद शर्मा, प्रो. महिंद्र सलारिया, प्रो. अविनाश व प्रो. संजीव सहित अन्य विभागीय प्रोफेसर विशेष रूप से मौजूद रहे। 6 बच्चों के मध्य बाल-विवाह, बाल यौन-शोषण तथा बाल मजदूरी के विषय पर भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई। इस दौरान चाइल्डलाइन समन्वयक कपिल शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के माध्यम से विभिन्न अधिकारियों, शिक्षण संस्थानों के पदाधिकारी, विद्यार्थी तथा गैर सरकारी संस्थाओं से यह अपील की जाती है कि सभी मिलकर बाल-संरक्षण मुहिम के लिए मिलकर कार्य करें तथा कोई भी जरूरतमंद बच्चा अपने अधिकारों से वंचित ना रहने पाए। विद्यार्थियों से यह आवाहन किया गया की वे चाइल्डलाइन के वालंटियर्स के रूप में अपने क्षेत्र के बच्चों व अभिभावकों के साथ बाल-संरक्षण मुहिम के बारे में चर्चा करें तथा अनाथ, अर्ध-अनाथ, दिव्यांग, जरूरतमंद, निर्धन, स्कूल छोड़ चुके, बाल-विवाह, बाल मजदूरी से पीड़ित, बाल शोषण से पीड़ित तथा साइबर अपराध से पीड़ित बच्चों हेतु आवश्यक सहायता मुहैया करवाने के लिए चाइल्डलाइन की मुफ्त फोन सेवर 1098 पर संपर्क करें। उन्हें बताया गया कि सोशल मीडिया के युग में आज बहुत से युवक एवं युवतियां ब्लैकमेल हो रहे हैं। सभी से आवाहन किया गया की यदि इस प्रकार से कोई भी युवती को व्हाट्सएप, फेसबुक या इंस्टाग्राम के माध्यम से ब्लैकमेल करता है, तो उसकी सूचना चाइल्ड लाइन को देना सुनिश्चित करें। ऐसे केस में संपूर्ण जानकारी गोपनीय रखी जाती है और समस्या का समाधान किया जाता है। मुख्यातिथि, विशेष अतिथि तथा प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान चाइल्डलाइन टीम सदस्य चमन सिंह, काजू राम, विक्की व पंकज कुमार सहित 250 विद्यार्थी मौजूद रहे।
किशाेर गुप्ता। चंबा शिक्षा का जीवन में अहम स्थान है और शिक्षित व्यक्ति ही अपने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। चंबा विधानसभा क्षेत्र से चम्बा सदर से उतरे कांग्रेस प्रत्याशी नीरज नैय्यर बीकॉम पास हैं। उन्होंने मेओ कॉलेज अजमेर से जमा दो तक की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में बीकॉम में दाखिला लिया। दो वर्ष यहां पढ़ाई करने के बाद वह चंबा आ गए और चंबा कॉलेज से बीकॉम पूरी की। कांग्रेस जिला प्रवक्ता जगदीश हांडा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष करतार ङ्क्षसह ठाकुर, महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष अंजु कुमारी तथा ब्लॉक अध्यक्ष भावना गुलाटी ने बताया कि नीरज नैय्यर उच्च शिक्षित होने के साथ-साथ ईमानदार व स्वच्छ छवि के इनसान हैं। वह पिछले 20 वर्षों से समाजसेवा के कार्यों से जुड़े रहे। उनके स्वभाव व सादगी के लोग कायल हैं। एनएसयूआई, युवा कांग्रेस व कांग्रेस के विभिन्न पदों पर आसीन रहे। राजनीति में लंबा अनुभव होने के साथ-साथ चंबा की समस्याओं से भली-भांति परिचित हैं और हर मंच से लोगों की समस्याओं को उठाते भी रहे हैं। चंबा की जनता का उन्हें बहुत प्यार मिलता रहा है और इस बार वह उन्हें विधानसभा पहुंचाने के लिए आतुर हैं। नीरज नैय्यर ने बताया कि उन्होंने चंबा के विकास के लिए पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है। जनता के आशीर्वाद से वह चंबा को विकास की बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए तैयार हैं।
किशाेर गुप्ता। चंबा आज 13वें दिन जिला स्तरीय क्रमिक अनशन आचार संहिता लगते ही किया एनपीएस महासंघ ने बंद। जरयाल ने बताया कि सभी कर्मचारी हैं और अपने अधिकारों के साथ साथ कर्तव्यों को भी बखूबी समझते हैं। चुनावी आचार संहिता में कर्मचारी अपना कर्तव्य निभाएंगे और कोई ऐसा कार्य नहीं करेंगे, जो इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के दिए गए दिशा-निर्देशों के खिलाफ हो। कर्मचारियों की सारी आस आचार संहिता लगने तक ही थी, अब वो सारी आशाएं समाप्त हो गई हैं और कर्मचारी अब अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने क्लियर एजेंडे के साथ जाएंगे। जरयाल ने बताया कि कर्मचारी महासंघ के हरेक साथी द्वारा किए गए सभी आंदोलनों से अवगत हैं और वो जानते हैं की महासंघ ने मन कर्म वचन से कर्मचारी हितों की पूर्ति के लिए काम किया है और कर्मचारियों को डीसीआरजी, मेडिकल प्रतिपूर्ति भत्ता, 60% अंतिम निकासी टैक्स फ्री, सरकारी शेयर 10 से 14% करवाना, अपंगता और मृत्यु पर पुरानी पेंशन बहाली यानी 2009 की अधिसूचना को लागू करवाना, पैसा निकलवाने की समय सीमा 10 वर्ष से 3 वर्ष करवाना, एनपीएस का पैसा अपनी स्वेच्छा से फंड्स निवेश करवाना आदि शामिल हैं। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के गठन से पहले ये सब सुविधाएं नहीं थी और महासंघ ने अपनी कड़ी मेहनत से सभी विभागों के कर्मचारी साथियों, भिन्न भिन्न कर्मचारी संघों के सहयोग से और नारी शक्ति के सहयोग से इस आंदोलन को इतना सशक्त और कामयाब बनाया, जिससे आज पुरानी पेंशन का मुद्दा चुनावों में मुख्य मुद्दा बना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे। ऊना में प्रधानमंत्री ऊना हिमाचल रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद एक सार्वजनिक समारोह में प्रधानमंत्री आईआईआईटी ऊना राष्ट्र को समर्पित करेंगे और ऊना में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद, चंबा में एक सार्वजनिक समारोह में, प्रधानमंत्री दो पनबिजली परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)-III का शुभारंभ करेंगे। फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाने के लिए प्रधानमंत्री ऊना जिले के हरोली में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखेंगे। जिसे 1900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा। पार्क एपीआई आयात पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा। इसमें करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है और यह 20,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करेगा। यह क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) ऊना राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसकी आधारशिला 2017 में प्रधानमंत्री ने रखी थी। वर्तमान में इस संस्थान में 530 से अधिक छात्र अध्ययन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नई वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे। अंब अंदौरा से नई दिल्ली के लिए चलने वाली यह देश में शुरू की जाने वाली चौथी वंदे भारत ट्रेन होगी और पहले की तुलना में एक उन्नत संस्करण है, जो बहुत हल्का है और कम अवधि में उच्च गति तक पहुंचने में सक्षम है। यह महज 52 सेकेंड में 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। प्रधानमंत्री दो पनबिजली परियोजनाओं-48 मेगावाट की छंजू-III पनबिजली परियोजना और 30 मेगावाट की देवथल छंजू पनबिजली परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इन दोनों परियोजनाओं से सालाना 270 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा और इन परियोजनाओं से हिमाचल प्रदेश को लगभग 110 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री राज्य में लगभग 3,125 किलोमीटर सड़कों के उन्नयन के लिए हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)-III का भी शुभारंभ करेंगे। राज्य के 15 सीमावर्ती और दूर-दराज के ब्लॉकों में 440 किलोमीटर सड़कों के उन्नयन के लिए केन्द्र सरकार ने 420 करोड़ रुपये से अधिक स्वीकृत किए हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 अक्टूबर को प्रस्तावित चंबा दौरे से पहले ऊना भी जाएंगे। ऊना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बल्क ड्रग पार्क के शिलान्यास के साथ वंदे भारत ट्रेन का भी शुभारंभ करेंगे। उसके बाद मोदी चंबा जाएंगे। सुबह करीब 9:30 पीएम मोदी ऊना रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे। जहां से वह दिल्ली के लिए वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके बाद ऊना रेलवे स्टेशन पर ही पीएम मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। बता दें कि बल्क ड्रग पार्क परियोजना की कुल अनुमानित लागत 1 हजार 923 करोड़ रुपये है, जिसमें भारत सरकार की अनुदान राशि 1 हजार 118 करोड़ रुपये है जबकि शेष 804.54 करोड़ रुपये की राशि राज्य सरकार की ओर से वहन किया जाना निर्धारित है। ऊना में कार्यक्रम के बाद पीएम पौने 12 बजे के करीब हेलीकाप्टर से चंबा के सुल्तानपुर हेलीपैड पर पहुंचेंगे। पीएम मोदी चंबा के चौगान में 12:00 बजे पहुंचेंगे। 12:00 से लेकर 1:00 के बीच में चंबा के चौगान मैदान से बल्क ड्रग्स फार्मा पाक की आधारशिला रखेंगे और चंबा में जल विद्युत परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। गौरतलब हैं कि तीन सप्ताह में पीएम मोदी का हिमाचल में यह तीसरा दौरा है। पहले मंडी में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम रखा गया, फिर बिलासपुर व् कुल्लू और अब प्रधानमंत्री चम्बा और ऊना आ रहे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विभिन्न परियोजनाओं की सौगात के साथ हिमाचल की जनता में चुनावी जोश भी भरेंगे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चम्बा के राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में विज्ञान संग्रहालय का लोकार्पण किया। इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संग्रहालय भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया है और देश के विभिन्न आकांक्षी जिलों में 75 विज्ञान संग्रहालय स्थापित करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विज्ञान संग्रहालयों को बनाने का मुख्य उद्देश्य न केवल आम लोगों और विशेष रूप से छात्रों को स्वतंत्र भारत के पिछले 75 वर्षों के दौरान भारत की वैज्ञानिक यात्रा और उपलब्धियों से अवगत करवाना है, बल्कि स्कूली छात्रों में वैज्ञानिक सोच पैदा करना भी है। उन्होंने कहा कि इस संग्रहालय का नाम पंडित जयवंत राम उपमन्यु विज्ञान संग्रहालय रखा गया है। पंडित जयवंत राम उपमन्यु हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पहले अध्यक्ष और स्टेट हाई स्कूल चंबा में भारतीय मूल के पहले मुख्याध्यापक थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि डीबीटी एनआईपीजीआर-पंडित जयवंत राम उपमन्यु विज्ञान संग्रहालय राजकीय ब्वायज वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चंबा में स्थापित किया गया हिमाचल प्रदेश का पहला विज्ञान संग्रहालय है जो ”आजादी का अमृत महोत्सव“ का ही एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस विज्ञान संग्रहालय को लोगों में विज्ञान की शिक्षा और विज्ञान के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह विज्ञान संग्रहालय क्षेत्र में विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देने, विशेषकर युवाओं और लोगों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में देश के आकांक्षी जिलों में विज्ञान संग्रहालयों की स्थापना से भारत सरकार के समग्र शिक्षा अभियान को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांट जीनोम रिसर्च (एनआईपीजीआर) भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) का एक स्वायत्त संस्थान है जो बुनियादी विज्ञान और अनुवाद कार्य दोनों पर ध्यान केंद्रित करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रगतिशील भारत के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों के स्मरण एवं इनके सम्मान में केंद्र सरकार ने देश की आजादी के 75वें वर्ष को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाने की सराहनीय पहल की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव उन सभी लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को एक प्रमुख वैश्विक शक्ति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य पर प्रदेश भर में 75 कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। ये कार्यक्रम उन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाए जा रहे हैं जो कि इन 75 वर्षों में राज्य के विकास में भागीदार रहे हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसी माह 13 तारीख को प्रस्तावित चंबा दौरे की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज चंबा में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को प्रधानमंत्री के आकांक्षी जिला चंबा के दौरे को ऐतिहासिक बनाने के लिए पर्याप्त और पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री 180 मेगावाट की बजोली जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा वह 48 मेगावाट की चांजू-3 जल विद्युत परियोजना और 30.5 मेगावाट की दयोथल चांजू जल विद्युत परियोजना का शिलान्यास करेंगे तथा पीएमजीएसवाई-3 का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री चंबा के प्रसिद्ध चौगान में जनसभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आम लोगों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था किए जाएं और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए भी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को चंबा शहर की ओर जाने वाली सड़कों का उचित रखरखाव सुनिश्चित करने के अलावा शहर और उसके आसपास बसों एवं अन्य वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाहनों का सुचारू और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि आम जनता को कोई परेशानी न हो। जयराम ठाकुर ने संबंधित अधिकारियों को शहर में निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जनसभा से पहले और इसके उपरांत शहर में विशेष स्वच्छता अभियान शुरू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने नगर परिषद चंबा के अधिकारियों को रैली से पहले और रैली के उपरांत शहर तथा उसके आसपास सफाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरे चंबा शहर को आकर्षक और खूबसूरती से सजाया जाना चाहिए।
प्रदेश में भारी बारिश का दौर लगातार जारी हैं। पिछले 4 से 5 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं तों प्रदेश के कई हिस्सों में नुकसान की भी खबरें हैं। भारी बारिश व तूफान से फसलों को भी काफ़ी नुकसान पहुंचा हैं। रविवार को सुबह से ही भारी बारिश के साथ तेज हवाओं का क्रम जारी हैं जिससे ऊपरी शिमला में सेब की फ़सल व प्रदेश के निचले इलाकों में टमाटर व मक्की की फ़सल को भारी नुकसान पहुंचा हैं। मौसम की मार से किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं। भारी बरसात से चम्बा जिला के बकानी में 3 लोग पानी में बहने से लापता हो गए है। 8 पैदल पुल बह गए हैं, 6 घराट बह गए है और 1 गौशाला बह गई है। चंबा में भारी बारिश से रावी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रवि नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। चंबा में ही दो मकान बारिश के कारण ढह गए है। सुरेश सिंह सुपुत्र गजेंद्र सिंह, गांव करंगड़ ग्राम पंचायत कैला निवासी का घर भारी बारिश के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसी पंचायत के निवासी भानो सुपुत्र हरदेव के मकान की दीवार भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर गिर गई है तथा पूरे मकान को खतरा पैदा हो गया है। उधर बारिश से शिमला के ननखड़ी में सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। सेब के पेड़ों से सेब नीचे गिर गए है।
मनीष ठाकुर । भरमौर भरमौर उपमंडल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खणी में एसएमसी की बैठक हुई, जिसमें एसएमसी के सदस्य तथा विद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया। इस बैठक की अध्यक्षता एसएमसी के प्रघान अशोक कुमार ने की। बैठक में नई शिक्षा नीति के मुख्य उद्देश्य के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। एसएमसी के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि सितंबर माह में आयोजित होने वाली 9वीं से 12वीं तक की टर्म परीक्षा बारे सूचना तथा अभिवावकों को परिणामों को बेहतर करने बारे जागरूक किया गया। निपुण भारत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन व फिट इंडिया मूवमेंट बारे विस्तृत जानकारी मुहैया करवाई गई। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को नशे के दुष्परिणामों तथा मोबाइल का बेहतर इस्तेमाल एवं उसके दुष्परिणामों पर मंथन किया गया। एसएमसी के प्रघान अशोक कुमार ने एसएमसी के सदस्यों तथा अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया। साथ ही विद्यालय में अनुशासन बनाने के संदर्भ में अभिभावकों से सहयोग देने की सलाह दी।
अनूठा इतिहास और अथाह खूबसूरती समेटे हुए है डलहौजी शहर देवभूमि हिमाचल प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से तो ख़ूबसूरत है ही, यहां का इतिहास भी शानदार है। ब्रिटिश राज के समय हिमाचल के कई शहरों को अंग्रेज़ों ने विकसित किया था जहाँ आज भी उनकी छाप दिखाई देती है। खुद में अनूठा इतिहास समेटे ऐसा ही एक ख़ूबसूरत शहर है डलहौजी। हिमाचल का डलहौजी लोकप्रिय विश्व पर्यटन केंद्र है जो भारतीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां स्कॉटिश और विक्टोरियन वास्तुकला की हवा की महक और परिवेश ब्रिटिश काल की याद दिलाते है। अंग्रेज यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो उठे थे। डलहौजी हिल स्टेशन गर्मियों के समय अंग्रेजों के सबसे पसंदीदा स्थानों में से एक था, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में राजसी विक्टोरियन शैली दिखाई देती है। डलहौजी देश के भीड़ वाले शहरों से दूर अपनी तरह का एक अद्भुत शहर है जो आपको प्रकृति की गोद में होने का अनुभव करवाता है और एक प्रदूषण मुक्त वातावरण प्रदान करता है। डलहौजी को हिमाचल प्रदेश की चम्बा घाटी का प्रवेश द्वार माना जाता है। अंग्रेजी हुकूमत के समय एक स्वास्थ्यवर्द्धक क्षेत्र के रूप में उभरा डलहौजी आज विश्वभर में एक सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है। यहां पंजपूला, सुभाष बावड़ी, सतधारा व कलातोप खजियार अभयारण्य आदि पर्यटक स्थल विद्यमान हैं। लार्ड डलहौजी के नाम पर हुआ शहर का नामकरण : डलहौजी 1854 में अस्तित्व में आया था जब ब्रिटिश शासन के दौरान पांच पहाड़ियों को चंबा के राजा से प्राप्त किया गया। बैलून, कथलग, पोटरियां, टिहरी और बकरोटा इन खूबसूरत पांच पहाड़ियों पर डलहौजी बसा है। सन 1854 में ब्रिटिश सेना के कर्नल नेपियर ने डलहौजी को ब्रिटिश सेना और अधिकारियों के लिए यहां की जलवायु को देखते हुए हेल्थ रिसोर्ट के रूप में चुना था। डलहौजी पहले पंजाब के गुरदासपुर के अंतर्गत आता था, लेकिन 1966 में हिमाचल प्रदेश के पुनर्गठन के समय हिमाचल के चंबा में शामिल हो गया। डलहौजी का नाम लार्ड मैकलियोड के कहने पर 1854 में भारत के तत्कालीन वायसराय लार्ड डलहौजी के नाम पर रखा गया, जबकि लार्ड डलहौजी कभी भी डलहौजी नहीं आए। 1863 में जीपीओ जिसे गांधी चौक के नाम से भी जाना जाता है, यहां पहले चर्च सेंट जॉन का निर्माण किया गया। 1870 में डलहौजी में बुलज हेड के नाम से पहला होटल बना जिसे अब होटल माउंट व्यू के नाम से जाना जाता है। 1873 में रविंद्र नाथ टैगोर डलहौजी आए और उन्हें गीतांजलि लिखने की प्रेरणा मिली। 1884 में रुडयार्ड किपलिंग डलहौजी आए। तभी से यह प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाने लगा। 1954 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू डलहौजी के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने डलहौजी आए। 1959 में तिब्बती शरणार्थी डलहौजी में बसे। सन 1962 ,1988 में दलाई लामा ने भी डलहौजी का दौरा किया। 1966 में जब से डलहौजी हिमाचल प्रदेश का एक हिस्सा बना है तब से यह दुनिया के एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के रूप में जाना- जाने लगा है।1937 में सुभाष चंद्र बोस डलहौजी स्वास्थ्य लाभ के लिए आए थे। डलहौजी से नेताजी का रहा है खास नाता 1937 में जब अंग्रेजों की कैद में रहते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस को क्षय रोग हो गया था तब नेताजी डलहौजी आये थे। क्षय रोग होने के कारण अंग्रेजों ने उन्हें रिहा कर दिया था और रिहा होने के बाद वे डलहौजी आ गए थे। यहां रहकर उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ और उन्हें काफी राहत मिली। नेताजी यहां लगभग 5 महीने रुके थे और वे जिस होटल और कोठी में ठहरे थे, वह आज भी मौजूद हैं। उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए बेड, कुर्सी, टेबल और अन्य सामान भी संभालकर रखा गया है। नेताजी जिस कमरे में ठहरे थे, वहां अब लोगों का जाना वर्जित है। नेताजी डलहौजी के सबसे पुराने गांधी चौक पर स्थित होटल मेहर के कमरा नंबर 10 में रहे थे। इसी दौरान जैन धर्मवीर को नेताजी के डलहौजी का आने का पता चल गया और उन्होंने नेताजी से गांधी चौक के पास पंजपुला मार्ग पर स्थित कोठी कायनांस में रहने का आग्रह किया, जिसे नेताजी ने मान लिया। नेताजी होटल छोड़कर कोठी में रहने चले गए। जैन धर्मवीर, नेताजी के सहपाठी रहे कांग्रेस नेता डॉ. धर्मवीर की पत्नी थीं। कोठी जाते समय नेताजी का शहरवासियों ने भव्य स्वागत किया था। 5 महीने नेताजी डलहौजी में रहे और इस दौरान वे रोजाना करेलनू मार्ग पर सैर करते थे और बावड़ी का पानी ही पीते थे। बावड़ी के पास मौजूद जंगल में बैठकर प्रकृति से संवाद करते थे। नियमित सैर और बावड़ी का पानी पीकर नेताजी को काफी स्वास्थ्य लाभ हुआ। बावड़ी को आज भी सुभाष बावड़ी के नाम से जाना जाता है। शहर के एक चौक का नाम भी नेताजी के नाम पर सुभाष चौक रखा गया है। चौक पर नेताजी की विशाल प्रतिमा लगी हुई है। स्वस्थ होने पर नेताजी डलहौजी से लौट गए थे। ........................ डिस्कवर डलहौजी मोबाइल एप लांच हिमाचल प्रदेश में डलहौज़ी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए डलहौजी के युवाओं कुबेर खन्ना व अनहद शर्मा द्वारा एक एप भी तैयार की गई। इस मोबाइल एप में डिस्कवर डलहौजी को भी लांच किया गया। एप में डलहौजी में होटल बुकिग, पर्यटक स्थलों की जानकारी, ऐतिहासिक स्थानों की जानकारी, रेस्तरां की जानकारी, एडवेंचर गतिविधियों की जानकारी दी गई है। ऐप में पर्यटन व्यवसाय में प्रशिक्षित युवाओं हेतु जॉब पोर्टल भी शामिल किया गया है। ............................ सप्तधारा : कभी एक साथ बहती थी सात जलधाराएं सप्तधारा झरना ताज़े देवदार के पेड़ों के शानदार दृश्यों से घिरा हुआ और बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा हुआ हैं। सात खूबसूरत झरनों के जल के एक साथ मिलने के कारण इस झरने का नाम सतधारा रखा गया है। किसी समय तक यहां 7 जलधाराएं बहती थीं ,लेकिन अब केवल एक ही धारा बची है। बावजूद इसके, इस झरने का सौंदर्य बरकरार है। इन झरनों का पानी समुद्र से 2036 मीटर ऊपर एक बिंदु पर मिलता है। माना जाता है कि सप्तधारा का जल प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर और अनेक रोगों का निवारण करने की क्षमता रखता है। यहां पर ठंडा और साफ पानी आपकी आंखों में ठंडक पहुंचाता है। खूबसूरत फूलों की सुगंध मन मस्तिष्क को आनंद से भर देती है। यह घूमने के लिए एक बेहतर स्थान है। कलातोप अभयारण्य कलातोप वन्यजीव अभयारण्य डलहौजी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है। कलातोप नाम का अर्थ ‘काली टोपी’ है, जो अभयारण्य में सबसे ऊंची पहाड़ी पर घने काले वन को बताता है। कलातोप वनस्पति और जीवों में काफी समृद्ध है और इसकी प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपनी तरफ बेहद आकर्षित करती है। इस अभ्यारण तक पर्यटक ट्रैकिंग करते हुए भी पहुँचते है। इस जगह की अपनी अलग ही पहचान और ये जगह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी है। यहां पर तीतर, सीरो और काला भालू सामान्य रूप से पाए जाने वाले जानवर है। यह अभयारण्य रावी नदी के रास्ते में स्थित है और शंकुधारी तथा ओक के जंगलों से घिरा हुआ है। यहां अन्य जानवरों में भालू, हिमालयन ब्लैक मार्टन, तेंदुआ, हिरण, बार्किंग गोरल, गिलहरी, सीरो, सियार, लंगूर आदि जानवर पाए जाते हैं। इसके अलावा कुछ दुर्लभ पक्षी भी यहां पाए जाते हैं, जैसे यूरेशियन जे, वाइटविंग ब्लैक बर्ड, ब्लैक हेडेड जे, चेस्टनट बिल्ड रॉक थ्रश, ब्लैकहेड् जे, ग्रे हेडेड कैनरी फ्लाईकैचर। पंचपुला के झरनो में पाएं जाते है औषधीय गुण पंचपुला एक बेहद प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ पर बहने वाले पांच छोटे-छोटे झरनों की वजह से इस जगह को पंचपुला कहा जाता है। पंचपुला हरे देवदार के पेड़ों के आवरण से घिरा हुआ है, जो डलहौजी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है की पंचपुला में बहने वाले झरनों में औषधीय गुण पाये जाते है। इस कारण यहाँ स्नान करने पर अनेक प्रकार के त्वचा रोगों से छुटकारा मिलता है। एक प्राकृतिक रमणीय स्थल होने के साथ-साथ इस जगह पर भारत के स्वतन्त्रता सेनानी वीर भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह जी की समाधि भी बनी हुई है। पंचपुला डलहौजी और उसके आसपास के छोटे-बड़े गाँवो में पानी आपूर्ति का मुख्य स्त्रोत भी माना जाता है। यह जगह ट्रेकिंग और अपने खूबसूरत दृश्यों की वजह से जानी जाती है। मॉनसून के मौसम में इस जगह के प्राचीन पानी का सबसे अच्छा आनंद लिया जाता है। बकरोटा हिल्स में ठहरे थे गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर बकरोटा हिल्स डलहौजी के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है। बकरोटा हिल्स को “अपर बकरोटा” के नाम से भी जाना जाता है, यह डलहौज़ी का सबसे ऊँचा इलाका है और यह बकरोटा वॉक नाम की एक सड़क का सर्किल है, जो खजियार की ओर जाती है। पूरा क्षेत्र देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है। अंग्रेजों के समय बकरोटा में कई भव्य इमारतों का निर्माण हुआ था, जो करीब पौने दो सौ साल बाद भी भव्य शैली को कायम रखे हुए हैं। बकरोटा का संबंध रविंद्रनाथ टैगोर से भी रहा है। वह 1873 में 12 वर्ष की आयु में पिता महर्षि देवेंद्र नाथ टैगोर के साथ डलहौजी आए थे और स्नोडन नामक कोठी में ठहरे थे। बकरोटा हिल्स में लोग ट्रैकिंग करना पसंद करते हैं क्योंकि यह खूबसूरत नजारों से भरपूर है। सुभाष बावड़ी का जल पीकर स्वस्थ हुए थे नेताजी सुभाष बावड़ी डलहौजी में गांधी चौक से एक किमी दूर स्थित एक ऐसी जगह है जिसका नाम प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रखा गया।है। यह खूबसूरत स्थान डलहौजी में 6678 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और बर्फ से ढके पहाड़ों का खूबसूरत नजारा पेश करता है। सुभाष बावड़ी वो जगह है जहाँ पर सुभाष चंद्र बोस 1937 में स्वास्थ्य की खराबी के चलते आये थे और वो इस जगह पर 7 महीने तक रहे थे। इस जगह पर रह कर वे बिलकुल ठीक हो गए थे। माना जाता है कि सुभाष चंद्र बोस डलहौजी की यात्रा करते थे तो वह इस स्थान पर आते थे। यहाँ पर एक खूबसूरत झरना भी है जो हिमनदी धारा में बहता है। डलहौजी क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटी है डैनकुंड पीक डैनकुंड चोटी, डलहौजी क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटी है और साथ ही यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। डैनकुंड पीक को सिंगिंग हिल के नाम से भी जाना जाता है,। इस चोटी की ऊंचाई लगभग 2750 मीटर से भी अधिक है और डलहौजी में सबसे ऊंचा स्थान होने की वजह से घाटियों और पहाड़ों के अद्भुत दृश्य देखने को मिलते हैं। डैनकुंड अपनी खूबसूरत बर्फ से ढकी चोटियों और हरे-भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। चमेरा झील में ले सकते है रिवर राफ्टिंग का आनंद चमेरा झील, हिमाचल प्रदेश के डलहौजी में चंबा जिले में स्थित है। यह झील मुख्य हिल स्टेशन से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 763 मीटर है। इसके पास ही चमेरा बांध बना हुआ है तथा यहां से रावी नदी बहती है। चमेरा एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और प्रमुख आकर्षण है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के द्वारा यहां पर मोटर बोटिंग और रिवर राफ्टिंग जैसे खेलों की अनुमति प्रदान की गई है। इससे पर्यटक मोटरबोटिंग और रिवर राफ्टिंग का आनंद उठाते हैं।
यात्रा को और सुरक्षित बनाने के साथ अधिक सुविधाएं जुटाने के लिए उठाए जा रहे हैं आवश्यक कदम यात्रा के सफल संचालन में विशेष योगदान और सेवाएं देने वालों का उपायुक्त ने किया आभार मनीष ठाकुर । भरमौर उत्तर भारत की प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा आधिकारिक रूप से संपन्न हो गई है। उपायुक्त डीसी राणा ने बताया कि अधिकारिक तौर पर 19 अगस्त से लेकर 3 सितंबर तक यात्रा का आयोजन किया गया। तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने इस वर्ष पवित्र श्री मणिमहेश के दर्शन किए और डल झील में स्नान किया। डीसी राणा ने बताया कि 19 अगस्त से लेकर 3 सितंबर तक 2 लाख 50 हज़ार के करीब श्रद्धालुओं ने यात्रा की। इसी तरह 19 अगस्त से पहले भी लगभग 60 हजार श्रद्धालुओं ने श्री मणिमहेश के दर्शन किए। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान बेहतर कानून व्यवस्था व यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए 4 राजपत्रित अधिकारियों सहित 774 पुलिस कर्मचारियों ने सेवाएं प्रदान की। जिनमें सशस्त्र वाहिनी के 308, जिला पुलिस के 160 व गृह रक्षक विभाग के 306 जवान शामिल रहे। उपायुक्त ने बताया कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किए गए। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय के दौरान यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाने के साथ श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पहली बार एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया। बेहतर कानून व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के लिए भरमौर से लेकर हड़सर तक सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित किए गए। यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हड़सर से डल झील तक 55 अस्थाई शौचालय बनाने के साथ 102 नल भी स्थापित किए गए। यात्रा के विभिन्न स्थानों में अस्थाई स्वास्थ्य शिविर स्थापित किए गए। इनमें चिकित्सकों सहित 83 स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवाएं प्रदान की। डीसी राणा ने बताया कि दो हेली टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनियों के माध्यम से 8800 श्रद्धालुओं ने भरमौर ओर से गौरीकुंड तक आने और जाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का प्रयोग किया। उपायुक्त ने यह भी बताया कि यात्रा का अधिकारिक तौर पर आयोजन 3 सितंबर तक निर्धारित था। 4 सितंबर सांय से श्री मणिमहेश यात्रा के विभिन्न स्थानों पर प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली सुविधाओं को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे अब यात्रा ना करें। उपायुक्त डीसी राणा ने यात्रा के सफल संचालन में अपना विशेष योगदान और सेवाएं देने वाले सभी सरकारी अधिकारियों- कर्मचारियों, स्वास्थ्य पेशेवरों, मीडिया कर्मियों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, पर्वतारोहण उप केंद्र, स्थानीय स्वयंसेवकों, पंचायती राज संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों और लंगर संस्थाओं का आभार भी प्रकट किया है।
मुनीष ठाकुर। भरमौर जनजातीय क्षेत्र भरमौर की तहसील होली की ग्राम पंचायत कुठेड के तियारी गांव में द्रुबड़ी महोत्सव का आगाज हो गया। डीपू संचालक देशराज ने इस आयोजन का शुभारंभ किया। इसी के साथ वीरवार को विभिन्न खेलों के मुकाबले शुरू हो गए। यूथ क्लब झिकली तियारी के अध्यक्ष आदित्य बिहान ने जानकारी देते हुए बताया कि द्रुबड़ी महोत्सव के अंतिम संध्या को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा। उल्लेखनीय है कि यूथ क्लब झिकली तियारी की ओर से हर वर्ष पहली सितंबर से 3 सितंबर तक इस महोत्सब का आयोजन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है और तीन दिन तक यहां पर यह आयोजन चलता है। इसमें सांस्कृतिक संध्या के अलावा विभिन्न विभिन्न खेलों का आयोजन भी किया जाता है। इस मौके देश राज ने यूथ क्लब झिकली तियारी को 2100 रूपए, आयेाजन समिति को सहायता मुहैया भी करवाई। उधर, वीरवार को यूथ क्लब झिकली तियारी ने वॉलीबॉल और कबड्डी के मुकाबले का आयोजन भी करवाए गए। पहला वॉलीबॉल मुकाबला शिव शक्ति तियारी और रॉयल बिहान के बीच हुआ। जिसमें रॉयल बिहान ने शिव तियारी को पराजित किया। वहीं, कबड्डी के पहले रोमांचक मुकाबले में पालमपुर ने रॉयल बिहान को पराजित किया। यूथ क्लब झिकली तियारी के आयोजन समिति के पदाधिकारियों आदित्य बिहान (प्रधान), अभिषेक बिहान (सचिव), अंकज बिहान, अश्वनी बिहान, सुरेश बिहान व विनीत कपूर ने बताया कि शुक्रवार और शनिवार को भी यहां पर खेलों के मुकाबलें होंगे, जबकि शनिवार की शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।
5 लाख रुपए की राशि से निर्मित पातका से सतिमाता मंदिर संपर्क मार्ग का किया लोकार्पण युवाओं को खेल सामग्री उपलब्ध करवाने की घोषणा मनीष ठाकुर। भरमौर विधायक जियालाल कपूर ने आज ग्राम पंचायत उलाशां में 38.5 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले तीन मार्ग खडामुख से ओपन, खडामुख - सतनाला से सुलाखर और सतिमाता मंदिर से नाग मंदिर संपर्क मार्ग का विधिवत शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने 5 लाख की लागत से निर्मित पातका से सतिमाता मंदिर संपर्क मार्ग का उद्घाटन किया। इसके उपरांत उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा क्षेत्र भरमौर में प्राथमिकता के आधार पर मूलभूत सुविधाओं और सड़कों के निर्माण के लिए कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सड़कें बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि बन्नी माता संपर्क मार्ग में लगभग 25 करोड रुपए व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि तीन संपर्क सड़कों के निर्माण के लिए 38.5 लाख रुपए की धनराशि व्यय की जाएगी। और उन्होंने लोक निर्माण विभाग को इन तीनों संपर्क सड़कों के निर्माण कार्य को तय सीमा के भीतर पूर्ण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन तीन संपर्क मार्गों के निर्माण से ग्राम पंचायत उलाशां के सैकड़ों लोगो को बेहतर सुविधा मिलेगी। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं को भी सुना। उन्होंने लोगों की पानी की समस्या समाधान करते हुए ग्राम पंचायत उल्लासा में दो 50 हजार लीटर क्षमता के पानी के स्टील टैंक बनाने की बात भी कही ताकि लोगों को निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जा सके। उन्होंने स्थानीय युवाओं की मांग पर युवाओं को खेल संबंधी सामग्री मुहैया करवाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि होली को तहसील का दर्जा दिया गया है। नहीं तो पहले लोगों को अपने काम करवाने के लिए भरमौर जाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 125 यूनिट बिजली मुफ्त की गई है, इसके अलावा महिलाओं के लिए साधारण बसों में राज्य के भीतर 50 फीसदी किराए में भी छूट दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के पानी के बिल भी माफ किए गए हैं। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग संजीव महाजन, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग जयचंद ठाकुर, सहायक अभियंता विद्युत विभाग तेजू राम, ग्राम पंचायत प्रधान उलांशा हरि सिंह, भारतीय युवा मोर्चा महामंत्री भरमौर आशीष घराटी, भरमौर प्रधान अनिल कुमार सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
आयोजन की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित मनीष ठाकुर। भरमौर एसडीएम भरमौर असीम सूद की अध्यक्षता में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर आज एसडीएम कार्यालय भरमौर के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों के उपमंडल स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया। एसडीएम ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष उपमंडल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह भरमौर के राष्ट्रीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल भरमौर में मनाया जाएगा। समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा 11:00 बजे ध्वजारोहण किया जाएगा और परेड का निरीक्षण करने के उपरांत पुलिस की टुकड़ियों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी दी जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उचित प्रबंध और तय सीमा के भीतर आयोजन की तैयारियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समारोह के दौरान विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसके अतिरिक्त मुख्यातिथि द्वारा कार्यक्रमों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि समारोह के दौरान कोविड-19 के अनुरूप व्यवहार भी सुनिश्चित बनाया जाएगा। इस बैठक में तहसीलदार भरमौर बालकृष्ण शर्मा, सहायक अभियंता विद्युत विभाग तेजू राम, थाना प्रभारी भरमौर बाबू राम, बाल विकास अधिकारी सुभाष दियोलिया व उद्यान विभाग डॉ. अशीष शर्मा सहित अन्य आधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ऐतिहासिक चम्बा चौगान से हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्षों के उपलक्ष्य पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम प्रगतिशील हिमाचल-स्थापना के 75 वर्ष का शुभारम्भ किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75 वर्ष का उत्सव मना रहा है और साथ ही हिमाचल प्रदेश भी अपने गठन के 75 वर्ष मना रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने इन 75 वर्षों में सभी क्षेत्रों में अतुलनीय विकास और प्रगति की है जिसका श्रेय प्रदेश के प्रत्येक मेहनतकश और ईमानदार व्यक्ति को जाता है। विभिन्न बाधाओं के बावजूद, हिमाचल प्रदेश को देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक बनाने के लिए प्रदेशवासियों ने पूर्ण समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ काम किया। मुख्यमंत्री ने राज्य की विकासात्मक यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य की प्रति व्यक्ति आय मात्र 240 रुपये थी, जो अब बढ़कर 2,01,873 रुपये हो गई है। राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) जो वर्ष 1948 में 27 करोड़ रुपये था अब बढ़कर 1,75,173 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य की साक्षरता दर आज 83 प्रतिशत हो गई है, जो वर्ष 1948 में मात्र 4.8 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि उत्पादन 954 मीट्रिक टन से बढ़कर 1500 मीट्रिक टन और खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 1948 में 1.99 लाख मीट्रिक टन था, जो बढ़कर 15.14 लाख मीट्रिक टन हो गया है। जयराम ठाकुर ने सड़कों को पहाड़ी प्रदेश की जीवन रेखाओं की संज्ञा देते हुए कहा कि हिमाचल के गठन के समय राज्य में केवल 228 किलोमीटर सड़कें थीं और आज राज्य में 39,354 किलोमीटर से अधिक लम्बी सड़कें हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा आरम्भ की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) ने ग्रामीण सम्पर्क सुनिश्चित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि राज्य में पीएमजीएसवाई के तहत लगभग 20,000 किलोमीटर सड़कें निर्मित की गई हैं। उन्होंने कहा कि चम्बा जिले में गठन के समय केवल 48 किलोमीटर लम्बी सड़कें थीं, जबकि आज जिले में 2,660 किलोमीटर से अधिक लम्बी सड़कें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपना साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है और इस अवधि में राज्य का संतुलित और चहुंमुखी विकास सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी नेता बेबुनियाद मुद्दों को उठा रहे हैं और चुनाव को देखते हुए लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने पर प्रति वर्ष 1300 करोड़ रुपये से अधिक व्यय कर रही है, जबकि पिछली राज्य सरकार द्वारा केवल 400 करोड़ रुपये व्यय किए गए थे। उन्होंने कहा कि हिमकेयर, सहारा योजना, गृहिणी सुविधा योजना और शगुन योजना ने जरूरतमंदों और गरीबों को बहुत आवश्यक राहत प्रदान की है। जयराम ठाकुर ने सदियों से ऐतिहासिक मिंजर महोेत्सव को पूरे उत्साह एवं परम्परागत ढंग से मनाने के लिए राज्य के लोगों और विशेष रूप से चम्बा जिले के सभी निवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मिंजर महोत्सव हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज अपने मन की बात कार्यक्रम में राज्य में मनाए जाने वाले चम्बा मिंजर, सायर मेले और जागरा मेले का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने मिंजर के अवसर पर राज्य की जनता को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि यह राज्य और यहां के लोगों के प्रति प्रधानमंत्री के स्नेह एवं उनकी उदारता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने मिंजर महोत्सव के अवसर पर इस उत्सव को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने की भी घोषणा की। उन्होंने चम्बा चौगान के सौंदर्य को और अधिक निखारने के लिए यहां रोशनी की उचित व्यवस्था करने की भी घोषणा की। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों द्वारा हिमाचल तब और अब थीम पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्षों पर आधारित गीत भी जारी किया गया। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा निर्मित हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों के गौरवशाली इतिहास पर आधारित एक वृत्तचित्र को भी प्रदर्शित किया गया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज बचत भवन चम्बा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना। कार्यक्रम मन की बात का यह अंक बहुत विशेष था क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में चम्बा के मिंजर मेले का विशेष उल्लेख किया और चम्बा की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा में चंबियाली गीत की कुछ पंक्तियाँ भी सुनाईं। प्रधानमंत्री ने शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू जिले में मनाए जाने वाले सायर मेले तथा शिमला और सिरमौर जिले में मनाए जाने वाले जागरा मेले का भी उल्लेख किया। इस अवसर पर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष हंस राज, मुख्य सचेतक बिक्रम जरयाल, विधायक पवन नैय्यर, अध्यक्ष एपीएमसी चम्बा डी.एस. ठाकुर सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
--बस सेवा शुरू होने से सैकड़ों लोग होंगे लाभान्वित भरमौर पांगी के विधायक जियालाल कपूर ने घरवाला में आज चंबा-धरवाला-राड़ी बस रूट पर हिमाचल पथ परिवहन निगम डिपो चंबा की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसका बुधवार को भरमौर पांगी के विधायक ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस बस सुविधा से राडी ग्राम पंचायत के सैकड़ों लोगों को लाभ मिलेगा। इस दौरान विधायक जियालाल कपूर ने धरवाला से राड़ी तक बस में बैठकर सफर भी किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में लोगों की मूलभूत सुविधाओं के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य किए जा रहे हैं और क्षेत्र में विकासात्मक कार्यों को गति प्रदान की गई है। विधायक जियालाल कपूर ने बताया कि क्षेत्र के लोगों द्वारा काफी लंबे समय से बसों के रूट को चलाने की मांग उठाई गई थी। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस बस के शुरू होने से पूरे क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी लंबित चली आ रही मांग पूरी हो गई है।
अगस्त माह में होने वाली श्री मणिमहेश यात्रा को लेकर परिवहन विभाग चम्बा ने बेहतर व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ओंकार सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बस व टैक्सी ऑपरेटरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ओंकार सिंह ने बैठक में निर्देश जारी किए कि अगर कोई यात्री बस के इंजन पर लगी अतिरिक्त सीट पर बैठा हो या किसी महिला बेटी के साथ दुर्व्यवहार करता हुआ पाया गया तो उसकी शिकायत तुरंत पुलिस से करें। बस ऑपरेटर अपने चालकों को स्वयं यातायात नियमों के प्रति सचेत करें और समय-समय पर बसों का निरीक्षण भी करें। टैक्सी व बस ऑपरेटर निर्धारित किराए से अधिक न वसूल कर पाएंगे।यात्रा के दौरान संदिग्ध व्यक्ति मिलने व दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने यह भी कहा कि मिंजर व मणिमहेश मेले के दौरान बस ऑपरेटर और टैक्सी चालक परिवहन विभाग, पुलिस व प्रशासन का सहयोग करें। सड़कों पर गलत ढंग से वाहनों को खड़ा न करें ताकि जाम की समस्या उत्पन्न न हो। बैठक में वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियां भरने, सवारियों को टिकट न देने, कम अथवा अधिक किराया वसूलने की शिकायतें और बस व टैक्सी के स्टाफ के व्यवहार आदि के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रा सहित मिंजर मेले के दौरान विभाग की टीमें जिला चम्बा में जगह-जगह नाकाबंदी करेंगी। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरटीओ ने कहा कि यातायात नियम चालान करने के लिए नहीं बल्कि वाहन चालकों व राहगीरों की सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं। इस मौके पर निजी बस ऑपरेटर यूनियन तथा जिले के टैक्सी चालक यूनियन के पदाधिकारियों सहित विभागीय स्टाफ भी मौजूद रहा।
मुनीष ठाकुर। भरमौर विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा पौधारोपण महाअभियान के अंतर्गत आज इकाई भरमौर के कार्यकर्ताओं द्वारा पौधारोपण किया गया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं द्वारा आज 500 पौधे लगाए गए। इकाई मंत्री विवेक चाडक ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयाम स्टूडेंट फॉर डिवेलप्मेंट के माध्यम से इकाई ने भरमौर के घराडू में जा कर पौधारोपण किया। इसमें कार्यकर्ता के साथ स्थानीय स्कूल डीएवी के छात्र एवं छात्राओं ने भी पौधारोपण के कार्यक्रम में भाग लिया। विवेक चाडक ने बताया कि लोगों द्वारा पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए लगातार संघर्ष करना चाहिए। पर्यावरण ही मानव जीवन की संरचना का मूलभूत आधार है। अगर प्रकृति और पर्यावरण सुरक्षित रहेंगे, तभी मानव के जीवन का अस्तित्व सुरक्षित रह पाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद लगातार स्थापना काल से ही पर्यावरण के संरक्षण के लिए कार्य कर रही है और यह संगठन एक ऐसा संगठन है, जो अपनी कार्यशैली और समाज को ध्यान में रखकर व संरक्षण के लिए लगातार कार्य कर रहा है।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी परिषद ने पूरे भारतवर्ष में अपने आयाम सेवार्थ विद्यार्थी के माध्यम से एक करोड़ से अधिक पौधारोपण का कार्य किया है। हिमाचल प्रांत में भी एक लाख से अधिक पौधा रोपण का कार्य किया जा चुका है, जिसके अंतर्गत जिला चंबा में भी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के द्वारा सेवार्थ विद्यार्थी के साथ मिलकर विभिन्न इकाइयों के द्वारा 5000 पौधे रोपे गए हैं तथा आज इसी अभियान के तहत इकाई भरमौर के कार्यकर्ताओं के द्वारा भरमौर के घराडू में जाकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के द्वारा 500 पौधे लगाए गए। विद्यार्थी परिषद एक पर्यावरण हितैषी तथा उनके संरक्षण के लिए लगातार कार्य कर रहा है। इस मौके पर मुख्यातिथि जगपाल चौहान, नगर अध्यक्ष, एडवोकेट करण गौतम, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, विवेक चाडक, इकाई उपाध्यक्ष, स्वाति शर्मा, एसएफडी प्रमुख दीपांशी शर्मा, बीए प्रमुख प्रियंका, सहसचिव शीतल शर्मा, कार्तिक चाढ़क, अमित ठाकुर, अतुल शर्मा, शिवानी शर्मा और नगर इकाई के कार्यकर्ता एवं वन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।
अंडर-14 खेल प्रतियोगिता संपन्न, विधायक रहे मुख्यातिथि प्रतियोगिता के विजेताओं को वितरित किए पुरस्कार मनीष ठाकुर। भरमौर खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग जिससे इंसान मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है। इसलिए बच्चे अपने विद्यार्थी जीवन में विशेष रूप से खेलों का अनुसरण अवश्य करें। यह बात उन्होंने आज भरमौर हेलीपैड में चार दिवसीय भरमौर जॉन अंडर-14 खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि खेलों से जहां छात्र नशे इत्यादि से दूर रहते हैं। वहीं, दूसरी और उनके मन में अनुशासन की भावना उत्पन्न होती है। उन्होंनें प्रतियोगिता में भाग लेने वाले भरमौर जोन के 40 स्कूलों के 430 प्रतिभागियों को बधाई भी दी और भविष्य में खेलों के साथ जुड़े़ रहने की बात कही। विधायक जियालाल कपूर ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर को खो-खो मैट देने की घोषणा भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र भरमौर में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और अधिक गुणवत्ता प्रदान करने के लिए प्राथमिकता के साथ कार्य किए जा रहे हैं। विधायक जियालाल कपूर ने प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरमौर राजेश कुमार ने मुख्यातिथि को शॉल टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के दौरान खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह के अवसर पर छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
श्रीमणिमहेश मेले के दौरान स्थानीय उत्पादों की की जाएगी बिक्री मनीष ठाकुर । भरमौर विकास खंड भरमौर के सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री मणिमहेश मेले के दौरान में स्थानीय उत्पादों की बिक्री को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में स्थानीय उत्पाद जैसे राजमाह, माह, कुलथ, सेब, अखरोट, शहद, स्थानीय शॉल व स्वेटर इत्यादि की बिक्री के लिए उनकी सही तरीके से पैकेजिंग करने का निर्णय लिया गया। खंड विकास अधिकारी कार्यालय के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समन्वयक संजय शर्मा ने कहा कि उत्पादों की पैकिंग के लिए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण चंबा से आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी है। संजय ने कहा कि स्वंय सहायता समूह के लिए 10 कैनोपी उपलब्ध कराई गई। इसके साथ ही दादवा गांव में स्थाई हिम इरा दुकान भी खोली जा रही है, जिससे महिलाओं की आर्थिकी मजबूत होगी।
हिमाचल में लगातार बारिश का कहर जारी रहा। जिला चम्बा के साथ लगती ग्राम पंचायत सरोल तथा हरिपुर में बारिश के कारण भरी मात्रा में पानी व मलबा लोगों के घरो में घुस गया। लोगो को जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा। इसके अलावा खेतो में भी पानी व मालवा आने से मक्की की फसलों को काफी नुकसान हुआ। इससे पहले लोग कुछ समझ पाते वे पहाड़ी की ओर भागने लगे। इस हादसे में अभी तक किसी तरह का जानी नुक्सान होने की कोई सुचना नहीं है। वीरवार को हुई बारिश के कारण चम्बा - पठानकोट एनएच् पर चनेड , उदयपुर तड़ोली में मालवा सड़को पर आ गया। जिस कारण मार्ग पर करीब आधा घंटा वाहनों की आवाजाही बंद रही। इसके अलावा चम्बा-सुंडला-सलूणी मार्ग पर कैला मोड़ पर डंगा गिर गया। जिसके कारण वहां से गुजर रही कार का एक हिस्सा लटक गया। इसके अलावा शहर के कई क्षेत्रो में भी काफी नुक्सान हुआ।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर निशांत ठाकुर की अध्यक्षता में श्री मणिमहेश न्यास की बैठक का आयोजन लघु सचिवालय में किया गया। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत भरमौर बस स्टैंड से चौरासी मंदिर परिसर तक सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि यात्रियों की सहायता एवम सुविधा के लिए शिकायत कक्ष भी खोले जाएं। उन्होंने कहा कि इस बार हेलीकॉप्टर की सुविधा 1 सप्ताह पहले से शुरू हो जाएगी ताकि यात्रियों को कोई परेशानी ना हो। उन्होंने विशेषकर साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। बैठक में लंगर समितियों के अध्यक्षों ने भी अपने सुझाव रखे। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने लंगर समितियों के अध्यक्षों को प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया। बैठक में उपमंडल अधिकारी नागरिक असीम सूद, तहसीलदार भरमौर बालकृष्ण शर्मा, वन मंडल अधिकारी नरेंद्र सिंह, खंड चिकित्सा अधिकारी अंकित शर्मा, सहायक अभियंता जल विभाग से विवेक, कनिष्ठ अभियंता बिजली विभाग दिनेश, लंगर समिति अध्यक्ष विपिन महाजन सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
बुधवार को घोषित 10 के परिणाम में डीएवी पब्लिक स्कूल गोहजू के साहिल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश में 10वा रैंक पाया है। साहिल शर्मा मूल रूप से जिला चंबा के भरमौर स्थित छोटे से गांव पालदा के रहने वाले हैं। उनके पिता डीएवी पब्लिक स्कूल गोहजू में फिजिकल एजुकेशन के अध्यापक हैं। साहिल की इस उपलब्धि पर स्कूल के क्षेत्रीय अधिकारी जीके भटनागर व स्कूल प्रबंधक संजीव ठाकुर ने बधाई दी है। साहिल शर्मा ने बताया कि अगर हम शुरू से ही पढ़ाई की तरफ ध्यान दें तो पेपर के समय कोई समस्या नहीं आती है। साहिल ने बताया कि वह प्रतिदिन लगभग 6 घंटे पढ़ाई करता था। उसकी सफलता के पीछे उसके माता-पिता, अध्यापक वर्ग, स्कूल के प्रधानाचार्य जयदेव शर्मा का विशेष हाथ रहा है।
मुनीष ठाकुर।भरमौर नेहरू युवा केंद्र चंबा के सौजन्य से आज विकास खंड तीसा की ग्राम पंचायत झाझा कोठी के गांव मीटयूड में नशामुक्त जागरूक अभियान चलाया गया। इसमें शक्ति युवक मंडल भट्ट महुआ के सदस्य और झाझा कोठी ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लिया। इसमें नेहरू युवा केंद्र चंबा की स्वयंसेवी कविता ठाकुर ने लोगों को नशा मुक्त अभियान के बारे में जागरूक किया। इस मौके पर उन्होंने नेहरू युवा केंद्र की कार्यप्रणाली के बारे में लोगों को जागरूक किया। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बीडीसी के वॉइस चेयरमैन दुनी चंद ने शिरकत की साथ ही में रिसोर्स पर्सन के तौर पर सीनियर सेकेंडरी स्कूल थानेकोठी के एलटी खेमराज साथ ही में समाजसेवी टेकचंद ने लोगों को नशा मुक्त अभियान के बारे में जागरूक किया। मुख्यातिथि ने लोगों को नशे के बारे में जागरूक किया और लोगों से आह्वान किया कि नशा एक धीमा जहर है। इसलिए अभी से ही इसे छोड़ने का प्रण लें। रिसोर्स पर्सन ने नशे के बारे में युवाओं को जागरुक किया और नशा मुक्त अभियान की पृष्ठभूमि के बारे में युवाओं को जागरूक किया। सर्वप्रथम नशा मुक्त अभियान कब से मनाया जाता है और इसके मनाने का मेन उद्देश्य क्या है। युवाओं को इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। नशा करने से शरीर को मानसिक संवेगात्मक व आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता है।
जिला चंबा के होली मार्ग पर ज्यूरा मंदिर के पास गुरूवार सुबह अचानक पहाड़ी दरक गई। पहाड़ी दरकने से मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गई जिसके चलते लोगों काफी देर तक सड़क में फंसे रहना पड़ा। हादसे की सुचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग ने सड़क को यातायात हेतू बहाल करने का कार्य आरंभ कर दिया, लेकिन सड़क पर भारी भरकम चट्टानें होने के कारण जेसीबी मशीनें भी इन्हें हटा नहीं पाई है। नतीजतन सड़क को बहाल करने के लिए ब्लास्टिंग का उपयोग किया जा रहा है। मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस थाना भरमौर ने बरसात के चलते यात्रियों को आगाह किया है। पुलिस ने कहा है कि बरसात के मौसम में पहाड़ों में दरारें आ जाती है, जिसकी वजह से स्लाइडिंग होती है। पुलिस ने अपील की है कि बिना वजह घर से बाहर ना निकले, जरूरी हो तभी घर से निकले। वहीं भरमौर आने वाले पर्यटकों से भी पुलिस ने सुरक्षा का ध्यान रखते हुए सफर करने की अपील की है।
मनीष ठाकुर। भरमौर भारत सहित दुनियाभर में 21 जून को आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़ी धूमधाम से मानने जा रहा है। इस अवसर पर मंगलवार को नेहरू युवा केंद्र चंबा के द्वारा भरमौर ब्लॉक के स्वयंसेवक यूथ क्लब महिला मंडल के माध्यम से खणी पंचायत में योग शिविर का आयोजन करवाने जा रहे है। योग दिवस कार्यक्रम के उपल्क्ष पर बतौर मुख्याथिति जिला परिषद अनिल कुमार व नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक उर्मिला कुमारी और मनीष ठाकुर शिरकत करेंगे। नेहरू युवा केंद्र चंबा के भरमौर ब्लॉक के स्वयंसेवक मनीष कुमार और उर्मिला कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष नेहरू युवा केंद्र के द्वारा खणी पंचायत में योग शिविर का आयोजन रखा गया है। कार्यक्रम का आयोजन सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक खणी के द्रोवी प्रगाण में किया जाएगा। उर्मिला कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भरमौर ब्लॉक के सभी युवा मंडल एवं महिला मंडल और अन्य स्वयंसेवी संगठन अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड-19 की जारी गाइडलाइन के मुताबिक लोगों को योग अभ्यास करने के लिए जरूर प्रेरित करे। उर्मिला कुमारी ने बताया कि योग ही हमारे शरीर में स्फूर्ति के साथ साथ ऊर्जावान बनाए रखता है।
पठानकोट-भरमौर एनएच मार्ग पर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी मनीष ठाकुर । भरमौर स्टेट नारकोटिक्स क्राईम कंट्रोल यूनिट की टीम ने भरमौर एनएच पर खड़ामुख के पास एक व्यक्ति को 502 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान ओम प्रकाश निवासी ग्राम पंचायत उलांसा तहसील भरमौर जिला चंबा के रूप में हुई है। बहरहाल आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस थाना भरमौर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार स्टेट नारकोटिक्स क्राईम-कंट्रोल फील्ड यूनिट की टीम ने रविवार को भरमौर एनएच पर खड़ामुख टनल के पास नाकाबंदी कर रखी थी। इस दौरान एक शख्स वहां से पैदल गुजर रहा था और जब उसने पुलिस टीम को देखा, तो वह हड़बड़ा गया। जिस पर टीम ने शक के आधार पर उसकी तलाशी ली तो, उसके कब्जे से 502 ग्राम चरस बरामद हुई। जिस पर आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना भरमौर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी छानबीन आरंभ कर दी है।
मोदी सरकार कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ ईडी को हथियार बना कर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का खेल खेल रही है।इस केस को बंद कर दिया गया था। उसे भाजपा के इशारे पर फिर से खोल कर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का प्रयास किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सचिव राज सिंह ठाकुर ने चंबा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के मंत्री अब चंबा की जन समस्याओं का सामना करने के डरने लगे है तभी तो प्रेस वार्ता को छोड़ कर चले गए। राज सिंह ने कहा कि हिमाचल सरकार व उसके मंत्री जिला चंबा के लोगों के स्वास्थ्य को लेकर कतई गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि साढ़े चार सालों में मेडिकल कॉलेज चंबा की हालत बद से बदतर हो गई लेकिन मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक महज आश्वासन देने में ही व्यस्त रहे। मेडिकल कॉलेज चंबा के पहले चरण का कार्य चालू वर्ष के दिसंबर में पूरा होने की मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री दावा कर चुके हैं लेकिन यह कार्य अगले वर्ष तक भी पूरा हो जाए तो बेहद गनीमत होगी, क्योंकि पहले चरण के लिए जो पैसा स्वीकृत हुआ है उतना भी निर्माण कार्य को अंजाम देने वाली कंपनी को अभी तक जारी नहीं किया गया है। कंपनी की करोड़ों रुपए की पेमेंट पर सरकार ने कुंडली मार रखी है। दूसरे चरण के निर्माण कार्य के लिए अभी तक एक फूटी कौड़ी तक जारी नहीं की गई है तो इसका अभी तक एफ.सी.ए. केस तक क्लीयर नहीं हुआ है। इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी चंबा के प्रवक्ता जगदीश हांडा, जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति सैल के अध्यक्ष जितेंद्र सूर्या व पूर्व युकां अध्यक्ष चंबा शिवांक शर्मा सहित विभिन्न पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।