21 लाख से निर्मित होगा राजकीय माध्यमिक पाठशाला लेच का भवन मनीष ठाकुर। भरमौर विधायक जियालाल कपूर ने विधानसभा क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत लेच में आज 2 करोड़ 87 लाख रुपए से निर्मित विकासात्मक कार्यों के विधिवत उद्घाटन व शिलान्यास किए। उन्होंने ग्राम पंचायत लेेच को रावी नदी पर 2 करोड़ 57 लाख से नाबार्ड के अंतर्गत निर्मित जीप योग्य पुल का उद्घाटन किया। इसके अलावा 21 लाख से निर्मित होने वाले राजकीय माध्यमिक पाठशाला लेच के भवन व मुख्य सड़क गैहरा से गांव सिधुंआ तक लाडा से स्वीकृत 9 लाख रुपए से जीप योग्य डेढ किलोमीटर लंबी संपर्क सड़क मार्ग का शिलान्यास भी किया, जिसके लिए विधायक जियालाल कपूर ने समस्त ग्राम पंचायत लेच की जनता को बधाई दी। कार्यक्रम के आरंभ में पिछले सप्ताह गैहरा में हुई सड़क दुर्घटना में जान गवाने वाले लोगों कि दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि रावी नदी पर जीप योग्य पुल के निर्माण होने से ग्राम पंचायत लेच की समस्त जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत लेच के गांव सिंधुआ में 95 प्रतिशत लोग सिख समुदाय के हैं। गांव सिंधुआ के लोगों की गांव को संपर्क सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग लंबे समय से है। उन्होंने कहा कि सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव लेच में राजकीय माध्यमिक पाठशाला लेच के भवन का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा, जिसके लिए 21 लाख रुपए की धनराशि खर्च की जाएगी, जिससे स्थानीय बच्चों को शिक्षा सुविधा घर द्वार पर ही उपलब्ध होगी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा भरमौर विधानसभा को दिए जिम में से सर्वप्रथम जिम ग्राम पंचायत लेच में खोलने का आश्वासन दिया। विधायक जियालाल कपूर ने इस दौरान लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकतम का मौके पर ही निराकरण भी किया। इस दौरान विधायक जियालाल कपूर ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी नीतियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आम जनमानस के उत्थान के लिए सहारा योजना, शगुन योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना व हिमकेयर व आयुष्मान जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं चलाई है। कार्यक्रम में भरमौर व गैर जनजातीय क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न विभागीय अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गैहरा के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य शिमला देवी, प्रधान ग्राम पंचायत लेच सुनीता भूषण, प्रधान ग्राम पंचायत भरमौर अनिल कुमार, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग संजीव महाजन, डीपीओ समग्र शिक्षा राजेश शर्मा, सहायक अभियंता विद्युत विभाग तेज सिंह ठाकुर, सहायक अभियंता जल शक्ति विभाग सुरेश ठाकुर, कनिष्ठ अभियंता विद्युत विभाग गोविंद ठाकुर सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
मनीष ठाकुर।भरमौर विधायक जियालाल कपूर ने आज भरमौर के गला कटाई में मंडलीय भंडारण और कनिष्ठ अभियंता के आवास की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भरमौर विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है और उन्होंने सड़क निर्माण के लिए लोगों द्वारा अपनी सहभागिता सुनिश्चित बनाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि भरमौर क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भरमौर सीवरेज व्यवस्था की हालत दयनीय थी, उसके जीर्णोद्धार के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 19 करोड़ रुपए की धनराशि को स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भरमौर में इंडोर स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी, जिसके लिए धनराशि स्वीकृत हो गई है और जल्द ही कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भरमौर में हिमाचल पथ परिवहन निगम की नई 10 बसें और आ गई है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को चौबिया बाईपास सड़क मार्ग को तय सीमा के भीतर पूरा करने निर्देश दिए और जल्द ही इसका उद्घाटन भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा श्री मणिमहेश यात्रा 2 साल बाद इस वर्ष होगी। यात्रा में आए यात्रियों की सुविधा के लिए नया हेलीपैड भी बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके पश्चात विधायक ने 47 लाख रुपए की लागत से निर्मित स्वास्थ्य उप केंद्र हड़सर का लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य उप केंद्र हड़सर के इस भवन के निर्माण से अब यहां के लोगों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित है। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के एकल परिवार में रहने वाले गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को स्वास्थ्य सेवा के अतिरिक्त देखभाल के लिए सहारा योजना क्रियान्वित की जा रही है। योजना के तहत लाभार्थी को 3 हजार प्रतिमाह वित्तीय सहायता दी जा रही है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से विभागीय योजनाओं का लाभ लेने की बात भी कही। इसके अतिरिक्त कृषि और उद्यान विभाग को विभागीय योजना से अवगत कराने के लिए शिविरों का आयोजन करने के निर्देश भी दिए। इसके पश्चात उन्होंने श्री मणिमहेश यात्रा के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता भी की। श्री मणिमहेश यात्रा के लिए उचित प्रबंधन को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए। इसी के साथ उन्होंने लाडा की बैठक की अध्यक्षता भी की। इस अवसर पर कार्यवाहक अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर निशांत ठाकुर, एसडीएम भरमौर आसीम सूद, वेटरनरी सहायक निदेशक राकेश भंगालिया, पुलिस उप अधीक्षक चंबा अभिमन्यु, डीएफओ भरमौर नरेंद्र ठाकुर, अधिशासी अभियंता जल शक्ति दिलेर सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग महाजन व सीडीपीओ सुभाष देवरिया सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
--सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना से विद्यार्थी हो रहे है प्रोत्साहित : कपूर प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा को गुणवत्ता प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। यह बात विधायक जियालाल कपूर ने बुधवार को श्रीनिवासन रामानुज विद्यार्थी डिजिटल योजना के तहत मेधावी छात्र छात्राओं को मुख्यमंत्री की ओर से लैपटॉप वितरित करने के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने जनजातीय क्षेत्र भरमौर में 73 मेधावी छात्र छात्राओं को पुरस्कार के तौर पर लैपटॉप दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस महत्वकांक्षी योजना के तहत परीक्षाओं में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश सरकार द्वारा लैपटॉप दिए जाते हैं। इस दौरान उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने विद्यार्थियों को भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित भी किया। इस अवसर पर उपमंडल अधिकारी नागरिक आसीम सूद, खंड परियोजना अधिकारी अरुणा चाढक, प्रधान ग्राम पंचायत भरमौर अनिल कुमार, बीपीओ मैहला रंजना शर्मा सहित शिक्षा खंड भरमौर के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
आज राजकीय प्राथमिक पाठशाला थल्ली सियुका में शिक्षा संवाद का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता पाठशाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राणा राम द्वारा की गई। इस शिक्षा संवाद में पाठशाला में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के सभी अभिभावकों ने भाग लिया। इस मौके पर पाठशाला से संबंधित व बच्चों के पठन-पाठन से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा परिचर्चा की गई। बच्चों की शिक्षा की बेहतरी व बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर किस प्रकार बेहतर ढंग से कार्य किया जा सकता है। इस विषय पर विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर पाठशाला के प्रभारी देश राज व अध्यापक नेक राज द्वारा अभिभावकों को ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन शिक्षण के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए माता-पिता की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया। सभी माता-पिता को नए मूल्यांकन पैटर्न और कैलेंडर से अवगत करवाया गया। मूल्यांकन की ग्रेडिंग प्रणाली, सीखने के स्तर तथा परिणामों की रिपोर्ट साझा की गई ।
किशोर गुप्ता। चंबा उपमंडल के नकरोड़-चरडा- चांजू संपर्क मार्ग पर बाईक के गहरे नाले में जा गिरने से राइडर की मौत हो गई। मृतक की पहचान रूमी राम वासी गांव नाली पोस्ट ऑफिस चरडा के तौर पर की गई है। पुलिस ने मंगलवार को मृतक के शव का सिविल अस्पताल तीसा में पोस्टमार्टम करवाने के बाद अंतिम संस्कार हेतु परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के विस्तृत कारणों की जांच आरंभ कर दी है। गत शाम नाली गांव का रूमी राम मोटरसाइकिल पर सवार होकर नकरोड़ से वापस घर की ओर लौट रहा था। इसी दौरान कठवाड़ के नजदीक मोटरसाइकिल अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे गहरे कंगेला नाले में जा गिरा। परिणाम स्वरूप मोटरसाइकिल राइडर रूमी राम की मौके पर ही मौत हो गई। मोटरसाइकिल गिरने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। सूचना पाते ही नकरोड़ पुलिस चौकी से टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों के सहयोग से मृतक के शव को उठाकर पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया। पुलिस ने आरंभिक जांच के आधार पर इस संदर्भ में भादंसं की धारा 279 व 304 ए के तहत तीसा पुलिस थाना में मामला दर्ज किया है। उधर, डीएसपी हेड क्वार्टर अभिमन्यु वर्मा ने घटना की पुष्टि की है उन्होंने बताया कि घटना को दुर्घटना को लेकर नियमानुसार आगामी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर वारिसों के हवाले कर दिया गया है।
मुनीष ठाकुर। भरमौर हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्व-शासन को स्थापित और विकसित करने उत्तम प्रावधान बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयत्नशील है। पंचायतों को सुदृढ़ बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश पंचायती राज विभाग द्वारा पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 5 दिन बाद शनिवार को समाप्त हो गया। इसकी अध्यक्षता पंचायती राज के निदेशक रविंद्र कुमार ने की। प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 24 से 28 मई तक पंचायती राज विभाग द्वारा बैजनाथ में रखा गया था। इसमें जिला चंबा के अंतर्गत भरमौर, पांगी तीसा, चंबा ब्लॉक प्रधान, उपप्रधान, पंचायत सहायक, सचिव सहित सलाई अध्यापिका उपस्थित रही। ग्राम पंचायत होली के प्रधान देवी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पंचायती राज के निदेशक रविंद्र कुमार द्वारा पंचायती राज विभाग की महत्वपूर्ण जानकारी प्रशिक्षण के दौरान प्रदान कारवाई गई। प्रधान देवी सिंह ने बताया कि इस दौरान सभी ब्लॉक के प्रधान, उपप्रधान, पंचायत सहायक, सचिव को मनरेगा, पंचायत राज अधिनियम व नियम, समाज में महिला मंडलों की भूमिका व ग्राम सभा की बैठकों के आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया कारवाई गई।
किशाेर गुप्ता। चंबा चंबा-साहो मार्ग पर गत देर रात पुलिस की एसआईयू सेल की टीम ने 819 ग्राम चरस सहित दो लोगों को दबोचने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के खिलाफ मादक द्रव्य अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर हवालात में बंद कर दिया है। आरोपियों को पुलिस रिमांड हेतु अदालत में पेश किया जा रहा है। आरोपियों की पहचान सावरिया वासी गांव घडेतर और भगत राम वासी गांव भटवाड़ के तौर पर की गई है। जानकारी के अनुसार एस आईएसयू सेल के प्रभारी परमेश शर्मा की अगवाई में सुंगल जीरो प्वाइंट पर नाका लगा रखा था। इसी दौरान वहां से पैदल गुजर रहे सावरिया व भगत राम पुलिस टीम को देखकर घबरा गए। पुलिस टीम ने दोनों की गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर तुरंत हरकत में आते हुए पकड़ लिया पुलिस ने संदेह के आधार पर इन दोनों की तलाशी दौरान 819 ग्राम चरस बरामद की। उधर, डीएसपी चंबा अभिमन्यु वर्मा ने 819 ग्राम चरस सहित दो लोगों के पकड़े जाने की पुष्टि की है।
20 दिनों तक चलेगा 'आप' का बदलाव मार्च अभियान हर विधानसभा में होगा 'आप' का बदलाव मार्च अभियान नितिश शर्मा। डल्हौजी पर्यटन के क्षेत्र में रोज़गार की अपार संभावनाएं होने के बावजूद ख़स्ता सड़कों-स्वस्थ एवं चरमराती शिक्षा व्यवस्था से जूझते तथा हिमाचल सरकार दाेबारा चुराह घाटी की अनदेखी से क्षुब्ध हो चुके लोगों ने आम आदमी पार्टी के बदलाव मार्च में बढ़-चढ़कर भाग लिया। 'आप' का बदलाव मार्च साढ़े 12 बजे भंजराड़ू चौक से शुरू होकर मुख्य बाज़ार से होते हुए तहसील तक पहुचा जिस दौरान इस बदलाव मार्च के माध्यम से लोगों को आम आदमी पार्टी की उपलब्धियों तथा अरविंद केजरीवाल के विकास मॉडल के बारे में अवगत कराया गया। इस बदलाव मार्च में बहुत सारे लोगों ने भाग लिया। ख़ूबसूरत चुराह घाटी में पर्यटन की हालांकि अथाह संभावनाएं हैं। चाहे चंबा को पांगी से जोड़ने वाला तथा पर्यटकों को आकर्षित करता आया साच पास हो, प्राचीन एतिहासिक गांव देवीकोठी हो, ट्रेकिंग एवं आस्था के कारण सभी को अपनी ओर खींचती आइ गड़ासरू झील या चाहे पधरी जोत हो सभी स्थानों को पर्यटकों के लिए विकसित करने की बजाय प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार तथा पूर्व की कांग्रेस सरकार ने यहां के लोगों को सिर्फ़ बहलाया ही है। बीते दिन जिस तरह का व्यवहार एवं निम्न स्तरीय भाषा का उपयोग चुराह विधायक एवं हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष ने रेला स्कूल में विद्यार्थियों के साथ किया था, उस व्यवहार से साफ पता चल जाता है कि ऐसे नुमायंदों की वजह से प्राकृतिक रूप से संपन चुराह घाटी को भाजपा और कांग्रेस दोनो दलों ने मिलकर बारी-बारी लूटा ही है।
मनीष ठाकुर। भरमौर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां शुरू हो गई है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के स्वायत्तशासी संगठन नेहरू युवा केंद्र चंबा के सौजन्य से भरमौर ब्लॉक में स्वयंसेवी उर्मिला कुमारी और मनीष कुमार ने डीएवी स्कूल भरमौर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तहत काउंट डाउन योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्कूल में बच्चों को योगाभ्यास करवाया शरीर को फिट रखने के उपाय बताए गए। साथ ही आगामी 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम के तहत स्कूल में बच्चों को तरह-तरह के योग जैसे अनुलोम विलोम प्राणायाम, शीतली प्राणायाम, कपालभाति आदि के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर डीएवी स्कूल के डीपी कमेलेश कुमार, भरमौर ब्लॉक के स्वयंसेवी उर्मिला कुमारी और मनीष कुमार उपस्थित रहे।
मंडी हमारी है, मंडी फलाने की है, सियासत में अक्सर नेता इस तरह के बयान देते है। मंडी को लेकर तरह -तरह के दावे होते है। पर अगर कोई ऐसा है जिसे सही मायने में मंडी ने बाहें फैलाकर स्वीकार किया तो वो थे पंडित सुखराम। कुल 13 मर्तबा मंडी सदर हलके से पंडित जी या उनके पुत्र अनिल शर्मा विधायक बने, पार्टी चाहे कोई भी रही हो। पंडित जी सियासत में किसी भी मुकाम पर रहे हो, किसी भी ओहदे पर रहे हो लेकिन उन्होंने मंडी का विशेष ख्याल रखा। आज भी मंडी के सेरी मंच पर जाकर पता लगता है कि किसी सोच के साथ उस शहर को विकसित किया गया है, वो भी उस दौर में। इसीलिए मंडी के लोग पंडित जी को विकास का मसीहा मानते है। कोई किसी भी राजनैतिक विचारधारा का क्यों न हो ,दबी जुबान में ही सही लेकिन ये जरूर स्वीकार करता है कि मंडी के विकास में पंडित सुखराम का योगदान अमिट है। नब्बे के दशक में पंडित सुखराम केंद्र में दूरसंचार मंत्री थे और उस दौर में बड़े शहरों में भी टेलीफोन का कनेक्शन लेने के लिए महीनों -सालों इन्तजार करना पड़ता था। पर पंडित जी के राज में मंडी में टेलीफोन की घंटी खूब बजी। जिसने चाहा उसे कनेक्शन मिला, मंडी वालों के लिए विभाग का सिर्फ एक ही नियम था, वो था जल्द से जल्द कनेक्शन देना। केंद्रीय मंत्री रहते हुए भी पंडित सुखराम लोगों की पहुंच में थे, बिल्कुल सरल और जमीन से जुड़े हुए। छोटी -छोटी समस्याएं लेकर भी लोग पंडित जी के पास पहुंच जाते और हर छोटी समस्या को भी पंडित सुखराम पूरी तल्लीनता से सुनते और हरसंभव हल करते। सिंबल कोई भी रहा पर मंडी वालों ने दिया साथ : इसे मंडी वालों का पंडित सुखराम के प्रति स्नेह ही कहेंगे कि उन्होंने या उनके पुत्र अनिल शर्मा ने चाहे किसी भी सिंबल पर चुनाव क्यों न लड़ा हो, मंडी वालों ने हमेशा साथ दिया। पहली बार बतौर निर्दलीय चुनाव जीतने वाले पंडित सुखराम लम्बे वक्त तक कांग्रेस में रहे और हमेशा विधानसभा चुनाव जीते। इसके बाद जब 1998 में उन्होंने हिमाचल विकास कांग्रेस बनाई तो भी मंडी ने उनका साथ दिया। 2017 में जब पंडित जी और उनका परिवार भाजपाई हो गए तो भी मंडी वालों का साथ उन्हें मिला।
ठंडा पाणी कियां करी पीणा हो, तेरे नौणा (पनिहारा) हेरी-हेरी जीणा हो हिमाचल प्रदेश में मनाए जाने वाले मेलों का अपना अलग ही स्थान है। यहां के मेलों का सम्बंध अक्सर मिथकों या तथ्यों से जुड़ा है। ऐसा ही एक मेला चम्बा के स्थानीय लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सूही का मेला है। यह मेला उस देवी की याद दिलाता है जिसने अपनी प्रजा को पानी उपलब्ध कराने के लिए अपना बलिदान दे दिया था। कर्तव्य के प्रति इतने महान बलिदान का उदाहरण संसार में शायद ही कहीं अन्य दिखाई दे। उस रानी के बलिदान की याद को हृदय से लगाए रखा चम्बा की प्रजा ने और इसकी परिणति मेले में कर दी। ताकि आने वाली पीढिय़ां इस बात को याद रखें कि उनके पूर्वजों को पानी मुहैया करने की खातिर चम्बा की रानी ने प्रजा के प्रति अपने फर्ज के लिये बलिदान दे दिया था। मेले का आरम्भ लगभग एक हजार वर्ष पूर्व हुआ था, जब राजा साहिल बर्मन द्वारा चम्बा नगर की स्थापना की गई थी। इससे पूर्व समस्त चम्बा क्षेत्र की राजधानी ब्रह्मपुर (भरमौर) हुआ करती थी। राजा साहिल बर्मन ने अपनी बेटी चम्पा के आग्रह पर चम्बा को अपनी राजधानी बनाया। इससे पूर्व चम्बा में ब्राह्मण समुदाय के कुछ टोले रहा करते थे। चम्बा तो बस गया पर प्रजा की तकलीफें बढ़ गईं। मुख्य कठिनाई थी पानी की। लोगों को रावी दरिया से पानी लाना पड़ता था। राजा प्रतिदिन लोगों को मीलों दूर से पानी ढोते देखता और दुखी रहता। पर उस समस्या का हल शीघ्र ही ढूंढ निकाला गया। शहर से कुछ दूरी पर सरोथा नाले से नहर बनाकर चम्बा के लोगों को पानी उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान जल्दी ही क्रियान्वित हो गया। परन्तु नहर के माध्यम से पानी चम्बा तक नहीं पहुंच पाया। जमीन समतल होने पर भी पानी आगे नहीं जाता था। राजा के दुखों का पारावार न रहा। इसी उधेड़बुन में कि कैसे पानी उपलब्ध हो, कैसे प्रजा को सुख पहुंचे, वह लगा रहता। राजा को स्वप्न में दैवीय आदेश मिला की राजपरिवार से बलि दी जाए तो पानी आ सकता है। इस बात की आम चर्चा हो गई। बात जब रानी के कानों पहुंची तो उसने अपनी प्रजा के लिए अपना बलिदान देना सहर्ष स्वीकार कर लिया। लोगों की रानी के प्रति श्रद्धा का सबूत यह गाना है जो आज भी प्रचलित है 'ठंडा पाणी कियां करी पीणा हो, तेरे नौणा (पनिहारा) हेरी-हेरी जीणा हो।' बलिदान को जाते समय रानी ने लाल वस्त्र पहने थे। लाल रंग को स्थानीय बोली में सूहा भी कहा जाता है। इसी कारण रानी सुनयना का नाम सूही पड़ गया। पर कुछ लोग सूही सुनयना का बिगड़ा रूप मानते हैं। रानी के बलिदान के बाद राजा बहुत परेशान रहने लगा। रानी की याद उसे पागल किए रहती। एक रात राजा को सपने में रानी दिखाई दी। उसने राजा को दुखी न होने की बात कही और सांत्वना देते कहा कि वह प्रतिवर्ष चैत्र माह में उसके (रानी के) नाम एक मेले का आयोजन करे जिसमें गद्दी जाति की औरतों को अच्छा-अच्छा खाना खिलाए। इन्हीं गद्दणों में मैं (रानी) भी हूंगी। यदि राजा पहचान सकता है तो पहचान ले। राजा ने चैत्र माह मेले का आयोजन किया और गद्दणों को खूब सारा बढिय़ा खाना खिलाया। पता नहीं राजा को रानी के दर्शन हुए या नहीं पर तब से आज तक यह मेला प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है। शायद संसार का ये एकमात्र मेला है जो 'औरतों का मेला' नाम से प्रसिद्ध है। समय के साथ इसके मनाए जाने के ढंग में भारी परिवर्तन हुए हैं। आजादी से पहले प्रतिवर्ष प्रथम चैत्र से इस मेले का आरम्भ होता था। प्रथम चैत्र से 14 चैत्र तक फलातरे री घुरेई मनाई जाती थी। इन दिनों शहना और बाईदार (शहनाई और ढोल नगाड़े बजाने वाले) सपड़ी टाले से पक्का टाला तक शहनाई व ढोल बजाते जाते थे। इन्हीं चौदह दिनों तक धड़ोग मुहल्ला की औरतें, चम्बा शहर के शीर्ष में स्थित भगवती चामुंडा के मंदिर से फूल चुनती हुई घुरेई डालती सपड़ी मुहल्ले तक आती। 15 चैत्र से माता सूही के मंदिर में घुरेइयों का आयोजन आरम्भ होता। सूही का यह मंदिर उस जगह स्थित है जहां रानी सुनयना को बलिदान जाते समय पांव में ठोकर लगी थी और अंगूठे से खून बहने लगा था। जिस पत्थर से ठोकर लगी थी वह आज भी मां सूही के रूप में पूज्य है। 15 चैत्र से 20 चैत्र तक सफाई करने वाली औरतें (मेहतरानियां) सूही मां के मंदिर की निचली सीढिय़ों की सफाई भी करती थीं और घुरेई भी डालती हुई नीचे मढ (नौण, पनिहारा) तक जाती। इसके पश्चात घुरेई डालने की बारी आती थी कन्याओं की। 21 चैत्र से 25 चैत्र तक पहले इन्हीं दिनों औरतों की घुरेई भी हुआ करती थी। लड़कियां 'भाइयो नूरपुरे दे शैर, बागे अम्बी पक्की हो' या इसी तरह की कई अन्य घुरेईयां गाया करती थीं। मेले के अंतिम दिन, 26 चैत्र से 30 चैत्र तक 'राजे री सुकरात' के नाम से जाने जाते हैं। इन दिनों बाहर की संभ्रांत औरतें तथा राजकुमारियां सूही के मढ़ में आती हैं। महीने का अंतिम दिन सकरात के रूप में मनाया जाता था और यही मेले का मुख्य आकर्षण हुआ करता था। राजा तथा राजघराने के अन्य लोग और शहर के गणमान्य लोग इस दिन सूही माता के मंदिर से पूजा के बाद मां की मूर्ति के साथ 'सुकरात कुडिय़ो चिडिय़ों, सुकरात लच्छमी नरैणा हो। ठण्डा पाणी किआं करी पिणा हो, तेरे नैणा हेरी-हेरी जीणा हो..' गाते हुए राजमहल की जनानी री प्रौली (औरतों का दरवाजा) तक आते हैं। यहां मां की मूर्ति वापिस लाकर रख दी जाती है। मेले के अंतिम दिनों में गद्दी महिलाओं को भोजन कराने का विशेष प्रबंध किया जाता। बदलते परिवेश में मात्र एक सप्ताह तक सूही मेले का आयोजन हो रहा है। कन्याएं घुरेई डालने में अपनी बेइज्जती समझने लगी हैं। सभ्रांत महिलाएं इस मेले में हिस्सा लेना अपनी शान के विरुद्ध मानती हैं। राजघराने का कोई सदस्य देखने को नहीं मिलता। जो सीढिय़ां अठारहवीं सदी के अन्त में चम्बा के राजा जीत सिंह की रानी शारदा ने अपनी पूर्वज पूज्य देवी सूही की याद में बनवाई थी वह आज जर्जर अवस्था में देखी जा सकती है। सूही मढ़ में जहां शहर की औरतें बैठती व घुरेई डालती थीं वह किन्हीं अज्ञात कारणों से बंद कर दिया गया है। मालूणा जहां मां सूही ने बलिदान दिया था कि प्रजा को पानी मिल सके और आज भी वहीं से पानी का अधिकतर वितरण होता है देखने से रोना आता है।
बांका हिमाचल : यह रुमाल नहीं कमाल है चंबा रुमाल का नाम अचानक सुने तो लगता है कि यह महज़ एक आम सा रुमाल होगा, लेकिन चंबा रुमाल सही मायनों में कमाल है। यह कोई मामूली रुमाल नहीं बल्कि विश्व विख्यात व कढ़ाई हस्तशिल्प से निर्मित और बेहद ख़ूबसूरत रुमाल है। अनूठी हस्तकला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध चंबा रूमाल किसी पहचान का मोहताज नहीं है। चम्बा रुमाल की हस्तकला का बोलबाला रियासतकाल से चल रहा है। वैसे तो हिमाचल प्रदेश में कला की कई तकनीक हैं जो यहां की समृद्ध शैली की परिचायक हैं, लेकिन चंबा रुमाल ने हिमाचल प्रदेश को विश्व भर में एक अलग ही पहचान दिलाई है। अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले में भी चंबा रूमाल की बड़ी बिक्री होती है। चंबा रूमाल की ख़ास बात ये है कि इसे रेशम व सूती कपड़े पर कढ़ाई कर इसे तैयार किया जाता है। ये रुमाल कितना ख़ास है आप इस बात से समझ सकते है कि इस रूमाल को बनाने में एक सप्ताह से दो महीने का समय लग जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में चम्बा रुमाल खरीदना आसान नहीं होता है। इसे चंबा आकर खरीदना या फिर मंगवाना पड़ता है। चंबा के संपन्न परिवार बेटी की शादी में विदाई के समय इस रूमाल का प्रयोग करते हैं। वर्तमान में ही नहीं बल्कि ब्रिटिश काल में भी अधिकारियों व पड़ोसी रियासतों के राजाओं को रूमाल उपहार के रूप में दिया जाता था। इतना ही नहीं जर्मन व इंग्लैंड संग्रहालयों में भी चंबा रूमाल मौजूद है।1965 में चम्बा रूमाल बनाने वाली कारीगर महेश्वरी देवी को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया और अब ऐसे कलाकारों की कमी नहीं, जो कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद इसे तैयार करते हैं। 'नीडल पेंटिंग’ के नाम से भी जाना जाता है चम्बा रुमाल पहाड़ी लघु चित्र और भित्ति चित्रों को अगर कपड़े पर सूई के माध्यम से बहुत ही बारीकी से कढ़ाई करके उकेरा जाए तो वह कपड़ा किसी कलात्मक तस्वीर से कम नहीं लगता है। इसका सही मायनों में उदहारण चंबा का रुमाल है। प्रसिद्ध चम्बा के रुमाल को ‘नीडल पेंटिंग’ के नाम से भी जाना जाता है। चंबा रुमाल रेशम एवं सूती कपड़े पर दोनों ओर समान कढ़ाई कर तैयार किया जाता है। विशेष तौर पर कढ़ाई का काम औरतें करती हैं और यह कला आमतौर पर रुमाल, टोपी, हाथ के पंखे, चोली आदि पर भी की जाती है। हर किसी के बस की बात नहीं इस रखना चम्बा रुमाल पर की गई कढ़ाई को चंबा साम्राज्य के पूर्व शासकों के संरक्षण में पनपने का मौका मिला था। यह अपनी अद्भुत कला और शानदार कशीदाकारी के कारण निरंतर प्रसिद्धि की नई इबारत लिखता रहा है। चंबा का रुमाल वास्तव में कोई जेब में रखने वाला रुमाल नहीं है, बल्कि कढ़ाईदार "वॉल पेटिंग " होती है। चूंकि इससे बना रुमाल चौकोर आकार में नहीं होता है, इसलिए इसे कभी वॉल पेंटिंग की तरह सजाया जाता है तो कभी उपहार में दिया जाता है। चंबा के रुमाल के बारे में एक रोचक बात यह है कि दूर से देखने पर बेशक ये बहुत आकर्षक न लगे पर जब पास से देखते हैं तो देखने वाले को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होता है। इसे जेब में रखना हर किसी के बस की बात नहीं होती, दरअसल इसकी कीमत बहुत अधिक होती है। ललिता वकील ने सात समुंदर पार पहुंचाया चम्बा रुमाल का नाम पद्मश्री ललिता वकील ने चम्बा रुमाल को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ललिता वकील को बचपन में ही शोक था कि वह चंबा रुमाल पर बेहतरीन काम करे और आज इसी काम की बदौलत इन्होंने अपने चंबा शहर के नाम के साथ अपने प्रदेश और देश का नाम सात समुंदर तक पहुंचाया। इसका श्रेय वे अपने बजुर्गो के साथ सबसे पहले चंबा कढ़ाई में राष्ट्रपति से सम्मानित माहेश्वरी देवी को देती है, जिनको की साल 1965, में सम्मान मिला था। 14 अप्रैल 1954 को चंबा के सपड़ी मोहल्ला में जन्मी ललिता वकील ने चंबा रुमाल को देश-विदेश में नई पहचान दिलाई है। ललिता ने बचपन से ही चंबा रुचंबा रुमाल को नई बुलंदियों पर पहुंचाने वाली ललिता वकील को 2018 में नारी शक्ति पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। यह पुरस्कार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रदान किया था। इससे पहले ललिता को 1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा और 2012 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शिल्प गुरु सम्मान दे चुके हैं। अपने पूरे जीवन में उन्हें 25 से 30 अवार्ड मिल चुके हैं। रुमाल के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम करना शुरू किया था। इस वर्ष उन्हें पदम् श्री के सम्मान से अलंकृत किया गया।
जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी में स्थित ऐतिहासिक मिंधल माता के इतिहास को संजोए रखने के लिए माता मेरी माता मिंधला दी रानी भजन मंगलवार को य-ूट्यूब पर रिलीज किया गया है। इस भजन को हिल्स एकेडमी भद्रम में रिलीज किया गया है। भजन के निर्देशक सीएल ठाकुर ने बताया कि पांगी घाटी के मिंधल माता का इतिहास संजोए रखने के लिए इस भजन को गाया गया है। उन्होंने बताया कि इस भजन को वीरू राणा द्वारा नरेंद्र म्यूजिकल ग्रुप स्टूडियो सरोल में गाया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वीरू राणा पांगी के एक छोटे से गांव में मिंधल के रहने वाले हैं। और मौजूदा समय में एक पत्रकार है। मिंधल माता के प्रति काफी श्रद्धा रखते हैं। इससे पहले भी वह कई बार मिंधल माता के दरबार में जगराता कर चुके हैं। इस भजन के माध्यम से वीरू राणा द्वारा मां के भक्तों को यह बताया गया है कि मां मिंन्धलवासनी कैसे प्रकट हुई है और मिंधल गांव आत तक क्यों शाप से मुक्त नहीं हो पाया है। आपको बता दें कि मिंदर गांव में एक बैल से की जा रही खेतीबाड़ी के बारे में भी इस भजन के माध्यम से बताया गया है। वीरू राणा बचपन से ही एक कलाकार बनना चाहता था लेकिन परिस्थितियों की वजह से नहीं बन पाए। आज के समय में वीरू राणा द्वारा अपना एक वेव पोर्टल चलाते है। साथ ही वीरू राणा के वेब पोर्टल को हाल ही में गूगल द्वारा मीडिया पार्टनर में लिया गया है। वहीं यूएसए की एक नामी कंपनी इजॉइक द्वारा वीरू राणा के वेब पोर्टल को मोनेटाइज वेब पार्टनर बनाया गया है और यह प्रदेश का पहला वेब पोर्टल है जोकि इजॉइक व गुगल जैसी नामी कंपनियों का मीडिया पार्टनर है।
विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को गुणात्मक एवं सर्वसुलभ बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं आरंभ की है। राज्य की अधिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के व्यापक विस्तार के लिए प्रदेश सरकार ने अपने पग उठाए हैं। स्वास्थ्य अधोसंरचना के सुधार एवं विकास के लिए किए गए प्रयासों का ही परिणाम है कि राज्य को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अर्जित उपलब्धियों के लिए पर सम्मान प्राप्त हुए हैं। यह बात आज उन्होंने आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र भंजराडू का दौरा कर मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही लोकार्पित किए गए आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन की पूजा-अर्चना कर सेवाएं का शुभारंभ करने के दौरान कही। उन्होंने इस दौरान आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एंड वैलनेस केंद्र में स्तरोन्नत करने का भी आश्वासन दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने लोक निर्माण विभाग को उपमंडलीय आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय भवन तथा औषधीय भंडार के प्राक्कलन को तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र से लगभग 6 पंचायतों के लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला महामंत्री वीरेंद्र ठाकुर, युवा मोर्चा अध्यक्ष विजय, प्रधान ग्राम पंचायत भंजराड़ू कृष्णा महाजन, उपमंडलीय आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेंद्र मोहन सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
जनजातीय क्षेत्र भरमौर के बड़ग्राम सड़क मार्ग पर बीती रात को एक ऑल्टो 800 कार के डेढ़ किलोमिटर खाई में गिर जाने से दुर्घटना ग्रस्त हो गई। यह घटना कंडेलू से 300 मीटर दूरी पर घटी। जिसमें चालक दीपक कुमार स्पूत्र बलि बहादुर उम्र 28 वर्षीय निवासी गांव हरछू पंचायत पूलन तहसील भरमौर व सुरेन्द्र कुमार स्पुत्र रत्न चंद, गांव सिरडी उम्र 27 वर्ष की पहचान की गई। भरमौर पुलिस को बुधवार सुबह ग्राम पंचायत प्रधान पूलन अनिता कपूर द्वारा सूचित करने पर इस घटना की जानकारी दी गई। जिसकी सूचना मिलते ही भरमौर पुलिस वारदात मौके पर पहुंची। जिसके बाद गाड़ी में सवार दोनों युवकों को गहरी खाई से निकालकर घायल अवस्था में भरमौर अस्पताल लाया गया। जहां पर उनको प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज चंबा रैफर कर दिया गया। एएसपी चंबा विनोद धीमान के द्वारा खबर की पुष्टि की गई है।
उपायुक्त डीसी राणा ने लोगों से जंगलों में लग रही आग की रोकथाम के लिए सहयोग की अपील की है। वहीं उन्होंने पंचायतीराज संस्थाओं व गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ऐसी घटनाओं को रोकने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि वन संपदा को आग लगाता हुआ कोई पकड़ा जाए तो उस पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा जिला चंबा की भौगोलिक परिस्थितियां अति संवेदनशील हैं। ऐसे में आगजनी की घटनाओं को रोकना अत्यंत जरूरी है। आग मिट्टी में नमी बनाए रखने की क्षमता को समाप्त कर देती है। इससे जल की उपलब्धता प्रभावित होती है। हरित आवरण के जलने से भू-क्षरण की शुरू हुई प्रक्रिया भविष्य में भूमिकटाव व भूस्खलन की घटनाओं को और बढ़ाते हैं। आग के कारण झाडिय़ों, घास, पेड़ों और वनस्पतियों के सभी प्रकार के बीज भी जल जाते हैं जो भविष्य में हरित आवरण को बढऩे से रोक देते हैं। इसके साथ वनों की आग से निकला धुंआ भारी वायु प्रदूषण का कारण बन कर मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इस से लोगों में सांस, हृदय और प्रतिरक्षा संबंधी बीमारियां होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती हैं । उपायुक्त ने विगत वर्षों के दौरान जि़ला में असमय भारी बारिश, बादल फटने की घटनाएं, कम बर्फबारी के आंकड़ों के आधार पर विशेषकर युवा वर्ग से वन संपदा को सुरक्षित रखे जाने को लेकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन का आह्वान किया है। उपायुक्त ने सभी जिला वासियों से आग्रह किया है की वनों में आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले लोगों की सूचना देने के लिए पुलिस, वन विभाग ,अग्निशमन केंद्र या जिला आपदा प्रबंधन इकाई के टोल फ्री दूरभाष नंबर 1077 या मोबाइल फोन नंबर 9816698166 या 01889-226950 संपर्क किया जा सकता है।
उपमंडल भटियात के समोट में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत स्वास्थ्य मेला लगाया गया। इस दौरान विधायक विक्रम जरयाल बतौर मुख्यअतिथि उपस्थित रहे। वहीं डॉ. विनीत ठाकुर ने बताया कि इस दौरान लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी प्रदान की गईं। इस मौके पर विभाग द्वारा 270 लोगों की स्वास्थ्य की जांच भी की गई। इस अवसर पर एसडीएम भटियात बच्चन सिंह, खंड चिकित्सक अधिकारी डॉ. सतीश, बीडीसी अल्पना जरयाल आदि मौजूद रहे।
मुनीष ठाकुर । भरमौर जनजातीय क्षेत्र भरमौर में वीरवार को मणिमहेश न्यास की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता एडीएम भरमौर डॉ संजय कुमार धीमान ने लघु संयुक्त कार्यालय पट्टी के सभागार में आयोजित हुई। ट्रस्ट द्वारा भरमौर में होनी वाली मणिमहेश यात्रा को सफल बनाने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की गई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष मणिमहेश आने वाले लाखों तीर्थयात्रियों के प्रवाह को विनियमित करने के लिए तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण किया जाएगा। जनजातीय क्षेत्र भरमौर में 19 अगस्त जन्माष्टमी के दिन और 2 सितंबर राधा अष्टमी तक लाखों तीर्थयात्रियों की पवित्र झील में डुबकी लगाए जाने की संभावना जताई जा रही है। एडीएम भरमौर ने बताया कि इस बार मणिमहेश यात्रा के दौरान सभी विभागों द्वारा समय पर कार्रवाई करने, सेवाओं और बाधाओं का उचित मूल्यांकन करने का निर्णय लिया गया, ताकि यात्रियों को सभी न्यूनतम सुविधाएं समय पर प्रदान करवाई जा सकें। इस बैठक में तीर्थयात्रियों के लिए पुलिस को न्यूनतम पुलिस बल और होमगार्ड को कसरत करने के लिए निर्देशित दिए गए। वन धन योजना और ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से स्थानीय बेरोजगार युवाओं की आजीविका को सुविधाजनक बनाने का भी निर्णय लिया गया था। बैठक में भरमौर के विधायक जिया लाल कपूर, एसडीएम मनीष कुमार सोनी, एसएचओ भरमौर बाबूराम शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज चम्बा जिला के ऐतिहासिक चम्बा चौगान में आयोजित 75वें राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने तिरंगा फहराया और पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी और एनएसएस की टुकड़ियों से सलामी ली। परेड का नेतृत्व एसडीपीओ सलूणी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के मयंक चौधरी ने किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का भी प्रसारण किया गया। संदेश में प्रधानमंत्री ने भौगोलिक और अन्य बाधाओं के बावजूद राज्य की विकास यात्रा की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन वर्षों में राज्य ने ऊर्जा, बागवानी, पर्यटन और सम्बद्ध क्षेत्रों में प्रगति की है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि डबर्ल इंजन सरकारों के समन्वय से राज्य में सड़क नेटवर्क सुदृढ़ हुआ है तथा प्रदेश पर्यटन और अन्य संबद्ध क्षेत्रों में विकास के नए अवसर सृजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में राज्य में सभी केंद्रीय योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जय राम ठाकुर के ईमानदार नेतृत्व और परिश्रमी प्रदेशवासियों के प्रयासों से हिमाचल प्रदेश देश के सबसे विकसित राज्य के रूप में उभरेगा। मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक दिन पर राज्य के लोगों को प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए संदेश के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब किसी प्रधानमंत्री ने हिमाचल दिवस के अवसर पर प्रदेश के लोगों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में महिला यात्रियों को 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने की घोषणा करते हुए कहा कि इससे महिलाओं को लगभग 60 करोड़ रुपये के लाभ प्राप्त होंगे। उन्होंने प्रथम जुलाई से सभी विद्युत उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक जीरो बिल की सुविधा प्रदान करने व उनसे कोई विद्युत बिल न लेने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के 11.5 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को 250 करोड़ रुपये के लाभ प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे सभी परिवारों से पानी का कोई बिल न लेने की भी घोषणा की, जिससे प्रदेश के ग्रामीण परिवारों को 30 करोड़ रुपये के वित्तीय लाभ प्रदान होंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर होली-उतराला सड़क के कार्य में तेजी लाने के लिए पांच करोड़ रुपये और चम्बा मुख्यालय में लोगों की सुविधा के लिए मिनी सचिवालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने चम्बा शहर के सौंदर्यीकरण तथा शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने की भी घोषणा की। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य को भी कोरोना महामारी के कारण कठिन समय का सामना करना पड़ा है, लेकिन लोगों के सहयोग से प्रदेश न केवल इस स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम रहा बल्कि विकास की गति को भी निर्बाध रखा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को विकास के मामले में केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हिमाचल प्रदेश के प्रति विशेष लगाव के कारण उनके कार्यकाल में राज्य को हजारों करोड़ रुपये की की परियोजनाएं की सौगात मिली हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और प्रदेश का तीव्र और संतुलित विकास सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी पहली मंत्रिमंडल बैठक में बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन प्रदान करने के लिए आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष कर दिया, जिसे अब और घटाकर 60 वर्ष कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर 436 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे थे, जबकि वर्तमान में इस पर 1300 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों की शिकायतों का उनके घर-द्वार पर समाधान करने के उद्देश्य से जनमंच आयोजित करने की अनूठी पहल की है। अब तक 244 स्थानों पर आयोजित 25 जनमंच में प्राप्त 54,565 शिकायतों में से 90 प्रतिशत से अधिक का समाधान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 की शुरुआत की गई है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही अपनी शिकायत दर्ज करवाकर निर्धारित समयावधि के भीतर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकता है। उन्होंने कहा कि इस हेल्पलाइन पर अब तक करीब 3.55 लाख शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 3.41 लाख का निपटारा किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है और उन्हें मुफ्त गैस कनेक्शन देकर पारंपरिक चूल्हों और ईधन लकड़ी इकट्ठा करने से काफी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के उन पात्र परिवारों के लिए मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना शुरू की जो उज्ज्वला योजना के तहत कवर नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 3.25 लाख परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन सहित तीन सिलेंडर प्रदान किए जा रहे हैं, साथ ही 1.37 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत भी मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार ने इस वित्तीय वर्ष से इन दोनों योजनाओं के तहत लाभार्थियों को एक और अतिरिक्त मुफ्त सिलेंडर देने का निर्णय किया है और प्रदेश धुआंमुक्त राज्य घोषित होने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने जनवरी, 2019 से हिमकेयर योजना आरम्भ की है, जिसके तहत लाभार्थी परिवार के पांच सदस्यों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक की निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक 5.40 लाख परिवारों को हिमकेयर योजना के तहत पंजीकृत किया गया है और 218 करोड़ रुपये व्यय कर 2.40 लाख मरीजों को कैशलेस ईलाज उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सहारा योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत पात्र व्यक्तियों को 3,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रतिमाह प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत लगभग 18 हजार लाभार्थियों को 60.50 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत 31 हजार रुपये की वित्तीय सहायता गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों की बेटियों की शादी के लिए प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत स्टार्टअप के लिए एक करोड़ रुपये तक की मशीनरी, उपकरण और औद्योगिक संयंत्र में निवेश करने पर युवाओं को 25 प्रतिशत उपदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत उपदान को अब महिलाओं के लिए 30 से बढ़ाकर 35 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और दिव्यांगजनों के लिए 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत उपदान कर दिया गया है। अब तक, लगभग 624 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 3758 इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं जिससे 10 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में कृषि क्षेत्र को एक नया आयाम देने में ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना’ कारगर साबित हुई है और 1.68 लाख से अधिक प्रगतिशील किसानों ने इस योजना को अपनाया है। उन्होंने कहा कि नवम्बर, 2019 को प्रदेश के धर्मशाला में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया, जिसमें 96,721 करोड़ रुपये के निवेश के 703 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने कहा कि 13,656 करोड़ रुपये की लागत के 240 परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग शिमला में आयोजित की गई और 27 दिसंबर, 2021 को राज्य सरकार के चार साल के कार्यकाल के पूर्ण होने के अवसर पर मंडी में प्रधानमंत्री द्वारा 28,197 करोड़ रुपये के 287 परियोजनाओं की दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नई राहें-नई मंजिलें योजना के तहत 200 करोड़ रुपये से राज्य में विभिन्न पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अकुशल दैनिक वेतन भोगियों के न्यूनतम वेतन में 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ न्यूनतम वेतन 350 रुपये प्रति दिन और वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान दैनिक वेतन में 140 रुपये की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय 1700 रुपये, आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय को 1825 रुपये बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि एस.एम.सी. शिक्षकों के मानदेय को 1000 रुपये बढ़ाया गया है। इसी प्रकार विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के मानदेय में भी 900 रुपये प्रतिमाह की वृद्धि की गई है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन पुस्तकालय सुविधा आरम्भ करने के लिए जिला प्रशासन कुल्लू (उपायुक्त आशुतोष गर्ग), टीकाकरण अभियान में अपनी भूमिका के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एम.डी. एन.एच.एम. हेमराज बैरवा) और टीकाकरण अभियान में उपलब्धि के लिए जिला प्रशासन किन्नौर (उपायुक्त आबिद हुसैन) को सिविल सेवा पुरस्कार प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने पुलिस ऑर्केस्ट्रा हार्मनी ऑफ द पाइन्स, बेसहारा पशुओं की सहायता के लिए एन.जी.ओ. क्रांति के धीरज महाजन, भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी, डॉ. टेक चंद, पद्मश्री बाबा इकबाल सिंह (प्राप्तकर्ता सरदार जगजीत सिंह), पद्मश्री विद्यानंद सरैक, पद्मश्री ललिता वकील, प्रसिद्ध लेखक डॉ. गौतम शर्मा, डॉ. प्रीत्यूष गुलेरी और विजय राज उपाध्याय को प्रेरणा स्रोत पुरस्कार-2022 प्रदान किए गए। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (मुकेश रेशपर ने पुरस्कार प्राप्त किया) और डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय की डॉ. निवेदिता शर्मा को राज्य नवाचार पुरस्कार-2022 भी प्रदान किया। राज्य विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, सांसद किशन कपूर, मुख्य सचेतक विक्रम जरयाल, विधायक पवन नैय्यर और जिया लाल कपूर, विभिन्न बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, सचिव सामान्य प्रशासन भरत खेड़ा, उपायुक्त चम्बा डी.सी राणा, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को परिवहन निगम की बसों में सफर के दौरान किराए में 50 फ़ीसदी की छूट मिलेगी। हिमाचल में अब 125 यूनिट बिजली खर्च का उपभोक्ताओं को कोई बिल नहीं चुकाना होगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को पानी का बिल भी माफ होगा। यह घोषणाएं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को चंबा के ऐतिहासिक चौगान में आयोजित 75वें राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह के दौरान की। मुख्यमंत्री ने होली-उतराला सड़क निर्माण के लिए 5 करोड़ की राशि देने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर एक वर्ग को राहत प्रदान कर रही है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के बारे में भी जानकारी दी। इससे पहले हिमाचल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेश का प्रसारण भी किया गया। इसमें प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को हिमाचल दिवस की मुबारकबाद दी। समारोह के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए कई विभूतियों को पुरस्कृत भी किया गया। समारोह के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों के सांस्कृतिक दलों ने प्रस्तुतियां भी दी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक चौगान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ ही पुलिस, होमगार्ड, ट्रैफिक पुलिस, एनसीसी व एनएसएस कैडेटों के मार्च पास्ट की सलामी भी ली।
हिमाचल प्रदेश के सुप्रसिद्ध भरमौर के कुगती में भगवान भोलेनाथ के ज्येठ पुत्र कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट 136 दिन बाद आज बैसाखी के दिन खुल गए। मंदिर के कपाट 30 नवंबर को मौसम की प्रतिकूलता के कारण हर वर्ष नवम्बर महीने में बंद हो जाते हैं। कपाट बंद करने से पहले मंदिर के गर्भगृह में मूर्ति के सामने पानी से भरी एक गड़वी (कलश) को रखा जाता है। इस बार भी ऐसा ही किया गया। अगर कलश आधा भरा मिला तो कम बारिश की संभावना रहती है और कलश में पानी पूरा सूख गया हो तो अकाल जैसी स्थिति इलाके में आने की संभावना रहती है। आज के दिन भगवान कार्तिक स्वामी के जयकारों से पूरा कुगती क्षेत्र गूंज उठा। हजारों श्रद्धालु भगवान कार्तिक स्वामी के दर्शन करने कुगती पहुंचे। कार्तिक स्वामी गद्दी समुदाय के लोगों के अराध्य देवता हैं। मंदिर के कपाट खुलने का लोगों को अरसे से इंतजार रहता है। गौरतलब हो कि उत्तरी भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के तहत लाहुल-स्पीति से आने वाले शिवभक्तों का कुगती एक अहम पड़ाव रहता है। इसको लेकर भी एक मान्यता है कि जो यात्री मणिमहेश यात्रा के दौरान सबसे पहले कार्तिक स्वामी मंदिर में दर्शन करते हैं, उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार का कष्ट नहीं होता। इसके अलावा मणिमहेश यात्रा के दौरान हर वर्ष सैकड़ों की तादाद में शिवभक्त कुगती होकर मणिमहेश परिक्रमा यात्रा भी करते है।
भटियात जिला चंबा के भटियात विधानसभा क्षेत्र की कुड्डी पंचायत के निवासी निर्मल पांडे ने अपने समर्थकों के साथ नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। निर्मल पांडे कई वर्षों से समाजसेवा में जुटे हैं और पूर्व में भटियात की कुड्डी पंचायत के प्रधान भी रहे हैं। उनकी पत्नी वर्तमान में बनेट वार्ड से जिला परिषद सदस्य हैं। उनके जाने से चंबा जिला के भटियात में आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलने के आसार हैं। 20 अक्तूबर, 2018 को उन्हाेंने भटियात की जनता के लिए सड़क शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर ऐतिहासिक 69 दिन आंदोलन किया था। इस आंदोलन में बुजुर्गों महिलाओं और युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था। इसके बाद 27 दिसंबर, 2018 को 6 दिन के आमरण अनशन से प्रशासन को झुकना पड़ा और उनकी मांगें माननी पड़ी।
मनीष ठाकुर। भरमौर भरमौर-पांगी विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी ने यूथ कांग्रेस कमेटी ने नई कार्यकारणी का गठन किया गया। हिमाचल प्रदेश के युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी के नेतृत्व में इस कार्यकारणी का विस्तार किया गया। चार राज्यों में मिली करारी हार के बाद युवा कांग्रेस कमेटी भरमौर द्वारा पार्टी को एकजुट करने का अभियान शुरू कर दिया है। जिसके तहत हिमाचल के पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी और अमित भरमौरी के नेतृत्व में जिला चंबा से आभियान शुरू कर दिया है। भरमौर विधनसभा क्षेत्र के लिए, यूथ कांग्रेस कमेटी ने नई कार्यकारणी में युवाओं को मौका प्रदान किया गया, जिसके तहत पार्टी में नए युवाओं को शामिल किया गया है। भरमौर विधनसभा क्षेत्र के लिए युवा कांग्रेस कमेटी भरमौर के लिए श्याम ठाकुर को अध्यक्ष, अभिनव पठानिया को युवा कांग्रेस कमेटी का उपध्यक्ष बनाया गया। हितेश जरयाल को महासचिव की कमान दी गई। राजीव शर्मा को युवा कांग्रेस कमेटी भरमौर के लिए सचिव का कार्यभार प्रदान किया गया। हितेश जरयाल को भरमौर-पांगी विधानसभा क्षेत्र के युवा कांग्रेस कमेटी भरमौर का महासचिव बनाए जाने पर पार्टी का आभार प्रकट किया है। साथ में उन्होंने पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, अमित भरमौरी, चंद्रमणी कुलेठी, भारतीय युवा कांग्रेस महासचिव अमरप्रीत लाली और हिमाचल प्रदेश के युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी का भी तह दिल से शुक्रिया किया। इस पद के लिए नियुक्ति किए जाने पर हितेश जरयाल ने पार्टी के सभी नेताओं का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि मुझे महासचिव की जिम्मेदारी सौंपने पर मैं तहे दिल से कांग्रेस पार्टी व आला पदाधिकारी का धन्यबादी हूं, जिन्होंने मुझे इस पद के काबिल समझा।
दीपक ठाकुर। भटियात भटियात के एसडीएम बच्चन सिंह ने 9 मार्च को पंचायत प्रधानों को एक लैटर सौंपा था, जिसमें ये लिखा था की अब हर पंचायत में दो से तीन लोकमित्र केंद्र खोल सकते हैं तथा दूसरी ओर भटियात लोकमित्र केंद्र संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा की हम लोग 2008 से पंचायतों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और बड़ी मुश्किल से दिन का दो-तीन साै रुपए दिहाड़ी कमाते हैं। अगर इस स्थिति में एक पंचायत में तीन से चार लोकमित्र केंद्र खोल दिए गए, तो सभी लोकमित्र केंद्रों का रोजगार नहीं चलेगा, जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी।
फर्स्ट वर्डिक्ट। चंबा पांगी घाटी की जनसमस्याओं को लेकर पांगी घाटी का एक प्रतिनिधि मंडल स्थानीय विधायक जिया लाल कपूर की अध्यक्षता में प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिले। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से पांगी घाटी की जनसमस्याओं से अगवत करवाया। भरमौर पांगी के विधायक जिया लाल कपूर ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार से मुलाकात की और पांगी घाटी में चल रही बिजली समस्या का समाधान निकालने के लिए मिनी पावर हाउस स्थापित करने की मांग उठाई है। वहीं, पांगी के सेचू पंचायत के मौजी व मुर्च्छ गांव में आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की मांग उठाई हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें अश्वासन दिया है कि पांगी घाटी की इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जल्द समाधान किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि पांगी घाटी के साच व किलाड़ में मात्र बैंक की एक-एक शाखा होने के कारण लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है। जिसको ध्यान में रखते हुए पुर्थी, सेचू, धरवास में बैंक की शाखाएं खोनले की मांग की हुई है। वहीं, पांगी घाटी को जल्द डीजिटल इंडिया से जोड़ने के लिए जियो के नेटवर्क जल्द बहाल करने की मांग की हुई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पांगी की 19 पंचायतों की जनसमस्याओं को ध्यान में रखते हुए विधायक जिया लाल कपूर द्वारा क्षेत्र में जल्द अग्निशमन केंद्र खोलने का भी आश्वासन दिया हुआ है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पांगी घाटी में अग्निशमन केंद्र स्थापित किया जाएगा। पुर्थी स्कूल को प्रमोट करके शहीद दिना नाथ मुख्यमंत्री आदर्श स्कूल करने की मांग की है। इस दौरान भाजपा मंडल पांगी के किसान मोर्चा अध्यक्ष डॉ हरीश, यूवा कार्यकर्ता विजय शर्मा, जनजातीय सलाहकार राजकुमार ठाकुर, भाजपा कार्यकर्ता जलम सिंह, गरीब दास, इंद्र सिंह व सुरेंन्द्र कुमार प्रधान सूचे मौजूद रहे।
चंबा के अथक प्रयासों से पूरी हुई थी पहाड़ी राज्य बनाने की संकल्पना मनीष ठाकुर। भरमौर चंबा रियासत की स्थापना 550 ई. को अयोध्या से आए सूर्यवंशी राजा मारू ने की थी। मारू ने भरमौर (ब्रह्मपुर) को अपनी राजधानी बनाया था। आठ मार्च, 1948 को चंबा रियासत का भारतीय गणतंत्र के साथ विलय हुआ था। यही कारण है कि इस दिन को चंबा दिवस के तौर पर भी जाना जाता है। इसकी हिमाचल निर्माण में भी अहम भूमिका रही है। हिमाचल निर्माण के समय पंजाब के राजनेताओं का यह भरसक प्रयास था कि पूर्वी पंजाब की पहाड़ी रियासतों को पंजाब में मिला दिया जाए, किंतु चंबा के लोगों ने इसके विरुद्ध काफी आवाज उठाई थी। लोगों का तर्क था कि पहाड़ी क्षेत्रों का रहन-सहन, संस्कृति व भाषा आदि पंजाब से भिन्न है। अतः इसे अलग पहाड़ी राज्य बनाया जाना चाहिए। भारत सरकार के रियासतों संबंधी मंत्रालय के सचिव वीपी मेनन ने अपनी पुस्तक भारतीय रियासतों के भारत में विलय की कहानी में इसका उल्लेख किया है। उल्लेखनीय है कि चंबा यदि पंजाब में चला जाता, तो हिमाचल प्रदेश का गठन आर्थिक रूप से व्यावहारिक न माना जाता। जिस तर्क का प्रयोग उस समय पंजाब के नेताओं द्वारा किया जा रहा था, उससे तो हिमाचल का गठन ही न हो पाता, लेकिन चंबा ने हिमाचल गठन के लिए अग्रणी भूमिका निभाई और सोलन में हुई सभा में प्रजामंडल के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर हिमाचल गठन में योगदान दिया। तीन जिला महासू, सिरमौर और मंडी पूर्वी छोर पर थे और चंबा जिला पश्चिमी छोर पर था। बीच में पंजाब का कांगड़ा जिला पड़ता था। यदि चंबा हिमाचल में विलय न करता, तो चंबा पंजाब के गुरदासपुर जिला का भाग बनता। उसकी वजह से जो महासू, सिरमौर व मंडी दूसरी तरफ थे, जो कि अपने अपने खर्चे खुद पूरे नहीं कर सकता था। ऐसे में हिमाचल का निर्माण हो पाना असंभव था। इसी बीच चंबा के हिमाचल में विलय के फैसले से ही हिमाचल प्रदेश के राज्य निर्माण का सपना साकार हो पाया था।
जेबीटी अभ्यर्थियों में बंधी नौकरी की आस मनीष ठाकुर। भरमाैर हिमाचल प्रदेश के जेबीटी/डीएलएड बेरोजगार संघ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और शिक्षक महासंघ के प्रांत मंत्री डॉ मामराज पुंडीर का आभार व्यक्त किया है। प्रदेश में आखिर लगभग 4 वर्ष के बाद कमिशन के रिजल्ट की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके लिए हम 40,000 हज़ार जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षु दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर प्रदेश सरकार के आभारी हैं। जेबीटी/डीएलएड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष गुलाब ठाकुर, सचिव मोहित ठाकुर व प्रदेश कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सरकार का दिल की गहराइयों से धन्यवाद किया है और साथ ही साथ सरकार से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द जेबीटी के इन पदों को भरने की प्रकिया पूरी की जाए व हमीरपुर चयन बोर्ड को निर्देश दिए जाएं कि जब तक पात्र जेबीटी 1:3 के अनुपात से पूर्ण नहीं होते, तब तक प्रतीक्षा सूची जारी रखी जाए। नए कमीशन की नोटिफिकेशन पुराने आरएंडपी रूल्स से जारी की जाए, जिससे जेबीटी के सभी छात्रों को राहत की सांस मिलें सके। संघ ने आग्रह किया है कि जल्द से जल्द बैच वाइज भर्ती का परिणाम भी घोषित किया जाए, ताकि लंबे समय से इंतजार कर रहे बेरोजगार अध्यापकों को राहत मिल सके। जेबीटी प्रशिक्षित बेरोजगार संघ का कहना है कि पिछले 4 वर्षाें से जेबीटी के छात्र काफी परेशान हो चुके थे। संघ ने सरकार से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया जाए और प्रदेश के सरकारी स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को जल्द भरने की कोशिश करें, ताकि सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की कमी को पूर्ण किया जा सके।
मनीष ठाकुर/भरमौर चंबा भरमौर एनएच सड़क मार्ग पर खड़ामुख के निकट नाकाबंदी के दौरान बीते कल शाम को एक युवक से एक किलो 800 ग्राम चरस बरामद की है। विजिलेंस टीम द्वारा आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया, तथा मादक द्रव्य अधिनियम के तहत मुकद्दमा दर्ज आगामी छानबीन शुरू कर दी गई है। बुधवार को विजिलेंस की टीम ने डीएसपी विजिलेंस अजय कपूर के नेतृत्व मे पठानकोट-चंबा-भरमौर एनएच पर नाका लगाया हुआ था, एक व्यक्ति पैदल सड़क से आ रहा था, पुलिस को देख कर अचानक घबरा गया। पुलिस को व्यक्ति के ऊपर शक पड़ा, तो उन्होंने उसे पकड़कर उसके बैग की तलाशी ली। तलाशी लेने पर आरोपी के बैग से चरस बरामद की गई। इस दौरान युवक मदन लाल (33) पुत्र धीरज, निवासी बडग़्राम, तहसील भरमौर, जिला चंबा से 1 किलो 800 ग्राम चरस बरामद की गई। आरोपी द्वारा इतनी बड़ी चरस की खेप कहां से लाया था और इसकी सप्लाई कहां होनी थी, इस बारे में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान तस्कर के बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है। डीएसपी विजिलेंस ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ सदर थाना चंबा में मुकद्दमा दर्ज किया गया है तथा मामले में आगामी छानबीन शुरू कर दी गई है।
मनीष ठाकुर, भरमौर ज़िला चंबा में किसानों को केसर की खेती से जोड़ने के लिए हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान और कृषि विभाग के संयुक्त सहयोग से उपमंडल भरमौर के तहत कुठेड़ पंचायत में एक दिवसीय किसान-वैज्ञानिक संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. कुलदीप धीमान ने की। उन्होंने होली घाटी के लोगों को केसर की खेती बारे में अवगत करवाया। इस मौके पर विशेषज्ञों द्वारा केसर के उत्पादन संबंधित विभाग द्वारा किसानों को केसर की खेती के बारे में जागरूक किया गया। इस कार्यशाला में हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक व परियोजना समन्वयक डॉ. राकेश कुमार राणा और भरमौर के कृषि प्रसार अधिकारी नवीन ठाकुर भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर केसर की खेती के लिए उपयुक्त स्थान है। उच्च गुणवत्ता युक्त पैदावार के लिए यहां का वातावरण फूलों के खिलने और उत्पादन बढ़ाने के लिए मददगार हैं। उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा केसर के उत्पादन को लेकर प्रशिक्षण उपलब्ध करवाती है, तथा निशुल्क में बीज वितरण का भी प्रावधान करवाती है। कार्यशाला में हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिक डॉ विजय ध्यानी, डॉ सेजल जाम्बल, डॉ. नेहा चौधरी व कृषि विभाग से विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. करतार सिंह, कृषि प्रसार अधिकारी के अलावा स्थानीय पंचायत के प्रधान सिरमौरी राम व अन्य ग्रामीण लोग भी उपस्थित रहे। इस संवाद कार्यशाला में होली घाटी के अलग अलग गांव के लगभग 50 किसानों ने भाग लिया ।
देवभूमि की प्राकृतिक फिजा में जल्द ही विदेशी नस्ल के बुल्गारिया गुलाब की खुशबू महकेगी । कश्मीर के बाद बुल्गारिया गुलाब अब चंबा जिले के सेईकोठी में तैयार होगा । पुष्प उत्पादक लोभीराम ने ट्रायल के तौर पर एक बीघा जमीन में इसकी नर्सरी तैयार की है। ख़ास बात ये है कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बुल्गारिया गुलाब कि अधिक मांग है इस कारण एक किलोग्राम इत्र का मूल्य करीब आठ लाख रुपए है। बुल्गारिया गुलाब को इत्र बनाने वाली कंपनियां अच्छे दामों पर खरीदती हैं। चम्बा जिले में बुल्गारिया गुलाब के उत्पादन से यहाँ के लोगों की तकदीर बदल जाएगी। अब ग्रामीण कृषि और बागवानी के साथ पुष्प उत्पादन कर भी अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकेंगे। चुराह के सेईकोठी निवासी लोभीराम ने भी इस दिशा में प्रयास शुरू किए हैं। हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर से कलमें लेकर उन्होंने एक बीघा जमीन में नर्सरी में 25 हजार पौध तैयार की है। इसे बाद में एक हेक्टेयर जमीन में रोपित किया जाएगा। लोभी राम का कहना है कि हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर से बुल्गारिया गुलाब से कलमें लेकर एक बीघा जमीन में ट्रायल पर 25 हजार पौध तैयार की है। इसे एक हेक्टेयर में रोपित किया जाएगा। लोभी राम का कहना है कि महाराष्ट्र व दिल्ली से मांग आनी शुरू हो चुकी है इसके अलावा दुबई से भी ऑर्डर आया है। एक्सपोर्ट संबंधी लंबी औपचारिकताओं के चलते उसे फिलहाल टाल दिया गया है। बुल्गारिया गुलाब की विशेषता बुल्गारिया गुलाब की विशेषता है कि इसकी स्टिक, पौधे, फूल और ड्राई फ्लावर तक बिक जाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो एक आम गुलाब के पौधे पर एक फूल तोड़ने पर दूसरा फूल आने में कई दिन लगते हैं, जबकि बुल्गारिया गुलाब के एक पौधे से फूल तोड़ने पर दूसरे ही दिन अन्य फूल अंकुरित होने शुरू हो जाते हैं। एक पौधा 100 से 150 फूल देता है। बुल्गारिया गुलाब में अन्य गुलाब कि किस्मों की अपेक्षा तेल और इत्र ज्यादा मात्रा में मिलता है। इससे गुलाब जल भी तैयार किया जाता है। इत्र, क्रीम और तेल बनाने में होता है उपयोग बुल्गारिया गुलाब से इत्र, क्रीम और तेल बनाया जाता है। इसकी मांग अरब के देशों, दुबई सहित भारत के विभिन्न राज्यों में अधिक है। बुल्गारिया गुलाब की पौध 70 से 80 रुपये में मिलती है। इसकी कलमें 15 से 20 रुपये में मिल जाती हैं। इसे नर्सरी, पी-बैग में तैयार किया जा सकता है। डॉ. राजीव चंद्रा, उद्यान विभाग उपनिदेशक उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजीव चंद्रा का कहना है कि प्रगतिशील पुष्प उत्पादक लोभी राम का ट्रायल सफल होने पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा और विभाग अपने स्तर पर भी पुष्प उत्पादकों के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित कर रहा है।
मनीष ठाकुर/भरमौर न्यू पैंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ शिक्षा खंड गरोला की और से वन विभाग विश्राम गृह होली में बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता शिक्षा खंड गरोला के अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने की। बैठक में नई कार्यकारणी का विस्तार किया गया। बैठक में न्यू पैंशन स्कीम कर्मचारियों को सदस्यता भी दिलवाई गई। कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए योगेंद्र कुमार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष का कार्यभार दिया गया। इसके अलावा रत्न चंद व मोहन लाल उप प्रधान, तेज सिंह राणा सह सचिव, श्याम लाल को मीडिया प्रभारी, अनिल कुमार को मीडिया सह प्रभारी, मनीष कुमार और देवेंद्र कुमार को आईटी प्रभारी, शिव चंद को सह कोषाध्यक्ष, कंचन सिंह मुख्य सलाहकार, अरविंद कुमार, रंजीत, रमेश व विक्रम को सलाहकार बनाया गया। इस बैठक में न्यू पैंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने 3 मार्च को ओपीएस को लागू करवाने हेतु विधानसभा के घेराव के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।
शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे दोनों युवक मनीष ठाकुर । भरमौर जनजातीय क्षेत्र भरमौर में बीती रात एक निजी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस सड़क दुर्घटना में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वाले दोनों युवक भरमौर के कलकौता गांव के रहने वाले थे। जानकारी के अनुसार बीती रात भरमौर से लाहल की ओर जा रही एक पिकअप वाहन (एचपी-46-1843) ददमा के पास हनुमान मंदिर के नजदीक सड़क से नीचे गहरी खाई में लुढ़क गई। इस दुर्घटना में गाड़ी के दुर्घटना में मलकौता गांव के चालक अनिल कुमार सुपुत्र मेघा राम व आशीष कुमार पुत्र अमरजीत की मौत हो गई। यह दोनों युवक अपने रिश्तेदार लाहल में एक विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान शुक्रवार देर शाम करीब 10:00 बजे के करीब ददमा के नजदीक हनुमान मंदिर के पास गाड़ी सड़क से नीचे गहरी खाई में जा गिरी। उधर, एसएचओ भरमौर बाबूराम शर्मा ने बताया कि पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर दुर्घटना की आगामी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल भरमौर में पोस्टमार्टम करवाने के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद दोनों शवों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।
मनीष ठाकुर। भरमौर भरमौर पांगी के विधायक जिया लाल कपूर ने शुक्रवार काे एक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम धरवाला के चुड़ी नामक स्थान पर आयोजित किया गया। विधायक जियालाल कपूर ने इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र धरवाला के लिए रोगी वाहन देकर क्षेत्रवासियों को एक बड़ी सौगात दी। रोगी वाहन मिलने की वजह से अब यहां के मरीजों को चंबा ले जाने के लिए कहीं हद तक निजी वाहन से छुटकारा मिलेगा। लोगों द्वारा मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र धरवाला से मेडिकल कॉलेज चंबा ले जाने के लिए निजी वाहन करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस अवसर पर विधायक ने कार्यक्रम में आए लोगों की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने गैर जनजातीय क्षेत्र में सरकार के द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों के बारे में भी जनता को रू-ब-रू करवाया। इस दौरान विधायक ने बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाले 100 परिवारों को सोलर लाइटें भी बांटी। उन्होंने बताया कि जो परिवार सोलर लाइट सुविधा से छूट गए हैं, उन्हें भी जल्द सोलर लाइट उपलब्ध करवाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
मनीष ठाकुर। भरमौर करुणामूलक संघ की क्रमिक भूख हड़ताल के 198 दिन पुरे हो चुके हैं। ऐसे में दिन-प्रतिदिन करुणामूलक संघ नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। देवभूमि हिमाचल के इतिहास में पहली बार हो रहा है, जो कोई वर्ग इतने लंबे समय से भूख हड़ताल पर बैठा हो।करुणामूलक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि जैसे ही करुणामूलक संघ 200 दिन क्रमिक भूख हड़ताल के पुरे कर लेगा। उस दिन प्रदेश भर के करुणामूलक आश्रित मंत्री विशेष जल शक्ति मंत्री की सद्बुधि के लिए हवन करने जा रहे हैं, ताकि इस हवन के बाद सरकार व मन्त्री विशेष करुणामूलक परिवारों के हित में फैसला लें। प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि इस संघर्ष में अभी तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा करुणामूलक आश्रितों से मिलने नही आया और न किसी नेता ने हमारी सुध-बुध ली, जबकि 2017 में सता में बिठाने के लिए करुणामूलक परिवारों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आश्रितों ने ये भी कहा कि मुख्यमन्त्री चुनाव प्रचार के लिए अगर पड़ोसी राज्यों में जा सकते हैं, तो करुणामूलक परिवारों से मिलने क्याें नहीं आ सकते, जबकि करुणामूलक आश्रित राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही दूरी पर काली बाड़ी के पास बर्षाशालिका में बैठे हैं। क्याें मुख्यमंत्री को करुणामूलक संघ की भूख हड़ताल का मंच सात महीनों में एक बार भी नहीं दिखा। संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार का दो टूक शब्दों में कहा कि अभी भी सरकार के पास समय है। 14 तारिख को कैबिनेट भी होने जा रही है और इसी दिन करुणामूलक संघ अपने 200 दिन पुरे कर लेगा और ठीक इसी दिन मंत्री विशेष जल शक्ति मंत्री की सदबुधि के लिए करुणामूलक आश्रित ने हवन करवाने जा रहे है, ताकि कैबिनेट में करुणामूलक मुद्दा जोरों-शोरों से गुंजे और क्लास-सी के आश्रितों को इसी कैबिनेट में न्याय मिल सके और कैबिनेट में क्लास-सी मुद्दे हेतु मोहर लग सके। अगर सरकार आगामी कैबिनेट में जो 14 फरवरी को होने जा रही है, उसमें करुणामूलक परिवारों के लिए कुछ नही करती है, तो इसी तरीके से करुणामूलक संघ प्रदेश सरकार के हर मंत्री की सद्बुधि के लिए हवन करवाएगा। करुणामूलक संघ ने सरकार से मांग की है कि समस्त विभागों, बोर्डों, निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नोकरियों में क्लास-3 के केसों को आगामी कैबिनेट में लाया जाए। क्लास-3 में जितने भी मामले आ रहे हैं, उन्हें योग्यता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में नियुक्तियां दी जाए, ताकि कलर्क के पद पर ज्यादा बोझ न पड़े और जिन करुणामूलक आश्रितों की योग्यता तकनीकी शिक्षा में है, उनको उसी श्रेणी में नौकरी दी जाए।
मनीष ठाकुर/ भरमौर जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षित बेरोज़गार संघ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास ओकओवर में प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक ठाकुर, महासचिव मोहित ठाकुर की अध्यक्षता में अन्य आए जेबीटी प्रशिक्षुओं के साथ मुख्यमंत्री को जेबीटी भर्तियों के सिलसिले में ज्ञापन सौंपा। काफ़ी लम्बे समय से जेबीटी भर्ती में आ रही अड़चन का जल्दी समाधान निकालने के लिए मुख्य शिष्टाचार से भेंट की । 2019-20 हुए कमीशन और बैच भर्ती परिणाम निकालने के साथ ही 2020-21 में प्राथमिक स्कूलों में नए रिक्त पदों को भी जल्दी भरने की माँग की है । अभिषेक ठाकुर ने बताया की 17 जनवरी को जेबीटी से सम्बंधित एक फ़ाइल शिक्षा सचिव द्वारा प्रारंभिक निदेशालय को भेजी थी। जिसमें प्रारम्भिक निर्देशक से राय माँगी थी कि कमीशन व बैच भर्ती का परिणाम कैसे निकाला जाए। आठ फ़रवरी को प्रारंभिक निर्देशक ने अपनी स्पष्ट राय देकर जेबीटी भर्ती परिणाम को बिना बीएड के निकालने के लिए फ़ाइल को पुनः सचिव को भेज दिया था। शिक्षा सचिव द्वारा फ़ाइल अंतिम स्वीकृति के किए 9 फ़रवरी को लॉ सेल में भेजी गई, ताकि कोर्ट भविष्य में सरकार को यह कहकर न लताड़े कि सरकार ने इसमें लॉ से मंज़ूरी क्यूँ नहीं ली। जेबीटी संघ ने सरकार व प्रारम्भिक शिक्षा विभाग का आभार प्रकट किया है जिन्होंने रिज़ल्ट घोषित करने में सिर्फ़ जेबीटी को ही पात्र मान कर अपनी राय दी है। संघ के अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर ने आशा जताई है कि अब जल्द ही फ़ाइल लॉ से मंज़ूरी के बाद हमीरपुर कमीशन बोर्ड में जेबीटी कमिशन का परिणाम घोषित होने के लिए जल्द रवाना हो जिसके कि हज़ारों जेबीटी प्रशिक्षुओं को इससे जल्दी राहत मिल सके।
मनीष ठाकुर/ भरमौर पंजाब विधानसभा चुनाव की तारीख अब बेहद नजदीक है। फिलहाल सियासी गलियारों में काफी हलचल नजर आ रही है। तमाम पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी कर चुकी है। पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित होने वाले हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों ने प्रचार करने में अपनी कमर कस ली है। पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला रोचक होने वाला है। ऐसे में प्रत्याशियों ने जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भरमौर विधानसभा के छतराड़ी से संबंध रखने वाले युवा छात्र नेता NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष अविनाश शर्मा उर्फ़ गोगु को पंजाब विधानसभा चुनावों मैं सुजानपुर विधानसभा से सह प्रभारी नियुक्त किया गया। कांग्रेस पार्टी का सह प्रभारी बनाए जाने पर अविनाश शर्मा ने अपनी नियुक्ति पर अविनाश शर्मा ने पंजाब प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी सचिव, जिला पठानकोट के प्रभारी रघुबीर सिंह बाली व सयुंक्त सचिव अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी गोकुल बुटेल का आभार प्रकट किया। पंजाब जैसे महत्वपूर्ण राज्य में काम करने का जो मौक़ा दिया, मैं इस कांग्रेस पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूँगा।
मनीष ठाकुर/ भरमौर लिल्हकोठी कॉलेज में लंबे समय से शिक्षकों की कमी चल रही है। जिसके चलते काफी समय से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एनएसयूआई इकाई के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई एनएसयूआई की अध्यक्षा दीपिका ठाकुर ने की। एनएसयूआई इकाई लिल्ह कोठी ने प्रशासन को इस बारे में आज महाविद्यालय लिल्ह कोठी में खाली पड़े रिक्त पदों को भरने के बारे में प्रोफेसर मनोज कुमार को ज्ञापन सौंपा। दीपिका ठाकुर ने बताया कि कॉलेज में काफी समय से प्राध्यापकों की कमी चल रही है। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में लगभग 150 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। अध्यापक न होने से सभी बच्चों का भविष्य अंधेरे में डूबता दिखाई दे रहा है। कॉलेज में रिक्त पड़े पदों के बारे में वे पहले भी कई बार सरकार से आग्रह कर चुके हैं, लेकिन प्रदेश सरकार कुमकर्णी नींद से उठने का नाम नहीं ले रही है। बाबजूद इसके अभी तक कॉलेज में शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है। कॉलेज में दो वर्ष से गैर शिक्षक कर्मचारी प्राचार्य सहित, अंग्रेजी, संगीत व वाणिज्य के पद रिक्त चल रहे है। इन सभी रिक्त पदों के कारण छात्र व छात्राओं को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य भी दांव पर है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि कॉलेज में जल्द प्राध्यापकों की कमी को पूरा किया जाए। इकाई अध्यक्षा दीपिका ठाकुर ने कहा कि सरकार दोबारा अगर कॉलेज में रिक्त पड़े पदों को जल्द से जल्द भरने का प्रयास न किए तो समस्त एनएसयूआई ऊग्र आन्दोलन करेगी। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी प्रदेश सरकार व प्रशासन की होगी।
मनीष ठाकुर। भरमौर वेदांत फ़ाउंडेशन के सदस्यों ने जिला उपायुक्त चंबा से मिलकर वेदांत फाउंडेशन के अगले प्रोजेक्ट “लिक्कड” के बारे में चर्चा की। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से वेदांत फ़ाउंडेशन ज़िला चंबा के सभी एनजीओ के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक करने का कार्य करेगी। डीसी चंबा ने वेदांत फाउंडेशन की इस मुहिम को जन-जन तक लेकर जाने के लिए जिला के सभी एसडीएम, बीडीओ, सीडीपीओ को पत्र के माध्यम से वेदांत फाउंडेशन का सहयोग करने को कहा। वेदांत फाउंडेशन के चेयरमैन अभी शर्मा ने इस मुहिम को लेकर जिला प्रशासन की भूमिका तथा सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। वेदांत फाउंडेशन जिला के हर गांव, हर घर तक इस मुहिम को लेकर जाएगी। जिला चंबा में महिलाओं को इस जागरूकता अभियान के माध्यम से मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाएगा। वेदांत फाउंडेशन के सदस्यों ने कहा कि जिला के कई क्षेत्रों में सैनिटेरी पैड्ज दुकानों पर भी उपलब्ध नहीं हो पाते हैं, जो जाने अनजाने में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बीमारियों के गर्भ में धकेलता है। वेदांत फ़ाउंडेशन इस मुहिम के द्वारा ज़िला की महिलाओं को सुरक्षित करने का प्रयास करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के विभिन्न आकांक्षी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ संवाद किया। प्रधानमंत्री ने इन जिलों में सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की प्रगति और वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने अधिकारियों के साथ बातचीत की और उन्हें सभी हितधारकों के साथ मिलकर जिलों में विभिन्न विभागों द्वारा मिशन मोड में योजनाओं को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वर्चुअल माध्यम से शिमला से बैठक में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने राज्य के चंबा जिले द्वारा सामान्य सेवा केन्द्रों के दायरे को लगभग 67 प्रतिशत से बढ़ाकर 97 प्रतिशत से अधिक करने की उपलब्धि की सराहना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनवरी 2018 में देश के लिए आकांक्षी जिला कार्यक्रम की शुरुआत की थी और इस योजना के अन्तर्गत चंबा जिले का भी चयन किया गया था। नीति आयोग ने स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेश और कौशल विकास तथा बुनियादी अधोसंरचना जैसे समग्र मानकों के आधार पर कुल 112 आकांक्षी जिलों को चयन किया गया था, जिनका मानव विकास सूचकांक पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम का उद्देेश्य अनिवार्य रूप से सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर हासिल करना है, जिससे राष्ट्र की प्रगति हो सके। जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, ऊर्जा मंत्री सुख राम, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और जे.सी. शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे
भरमौर : नेहरू युवा केंद्र चंबा के सौजन्य से सोमवार को विकासखंड तीसा की ग्राम पंचायत आयल में हथेली युवक मंडल के सदस्यों द्वारा युवा सप्ताह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विकासखंड तीसा के स्वयंसेवी कविता ठाकुर और दीन मोहम्मद ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन परिचय के बारे में परिचित करवाया। इस अवसर पर हथेली युवक मंडल के प्रधान भाग सिंह ने यह निर्णय लिया कि युवाओं द्वारा 17 से 19 जनवरी तक 3 दिन युवा दिवस के तौर पर सफाई अभियान का कार्यक्रम पूरी पंचायत में चला जायेगा। उन्होंने युवाओं में स्वच्छता के प्रति रुचि पैदा करवाते हुए, स्वामी विवेकानंद द्वारा जो विदेशों में भारत की संस्कृति और सभ्यता का परचम लहराया था उसके बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के यूथ आइकन है और हर युवाओं को उनके पद चिन्हों पर चलने की विशेष आवश्यकता है। जिस राष्ट्र की कल्पना हमारे महापुरुषों ने की है, वह विश्व गुरु बनाने में तभी संभव हो सकता है यदि सभी युवा एकत्रित होकर अपनी शक्ति का उपयोग राष्ट्र के निर्माण में करें।
जिला चंबा में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। दरअसल चंबा जिले में ब्रंगाल-मंगलेरा सड़क मार्ग पर द्रबला के पास एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन घायल हैं। मिली जानकारी के अनुसार कार अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी है। कार को खाई में गिरता देख ग्रामीण घटनास्थल की ओर भागे और पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। डीएसपी मयंक चौधरी ने बताया कि हादसे के कारणों की छानबीन की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र चंबा रहा है। मंगलवार रात को सूबे के चंबा जिले में भूकंप आया और यह मंडी, कुल्लू और मनाली सहित कई इलाकों में महसूस किया गया। शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र ने भूकंप की पुष्टि की है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार रात को 10 बजकर 47 मिनट पर यह भूकंप आया है। चंबा इसका केंद्र था। 4.3 रिक्टर स्कैल पर इसकी तीव्रता मापी गई है। हालांकि, जान-माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लोग डर गए और घरों से बाहर निकल आए।
झड़ोता गांव में मड़रा रहा भूस्खलन का खतरा चंबा। जिले के उपतहसील होली में बन रहे नव-निर्माण होली बजोली जलविद्युत परियोजना के पावर हाउस में आय दिन लीकेज देखने को मिल रही है। इस जलविद्युत परियोजना की चपेट से झड़ोता गांव बिल्कुल खतरे की दहलीज पर खड़ा दिखाई दे रहा है। यहाँ पर हर दिन भूस्खलन की वजह से झड़ोता गांव के लोग डर के मारे मजबूरन अपने घर से बाहर रह रहे है। गांववासियों का कहना है कि पावर हाउस की वजह से पूरा गांव भूस्खलन की चपेट में आ चुका है और अभी भी निरंतर भूस्खलन हो रहा है। उनका कहना है कि जगह-जगह पानी का रिसाव हो रहा है जिसकी वजह से कुछ ग्रामीणों के घर गिर गए है और कुछ के घरों में दरारें आ गई है। खेत खलियान, बाग बगीचे में भी बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी है। जल विद्युत परियोजना होली बाजोली के पावर हाउस में टनल के रिसाव से होली पंचायत के झडोता गांव को भूस्खलन का खतरा आज दिन भर बारिश होने से और भी अधिक हो गया है। लोगों ने आज अपने घर को खाली कर दिया है उनका मानना है कि अगर आज रात को बारिश होती रही तो उनके घर भूस्खलन से किसी भी वक्त गिर सकते है। गौर हो कि कंपनी ने 23 दिसंबर 2021 को टनल में टेस्टिंग के लिए पानी छोड़ा था। जिसके कारण होली पंचायत के झाड़ोता गांव वार्ड नंबर 4 में बहुत बड़ी लीकेज सामने आई थी। टनल के पानी का रिसाव इतना अधिक है कि वहा बड़े नाले की तरह पानी वह रहा है। जिसके कारण पूरा गांव और क्षेत्र खतरे की चपेट में आ गया है। गांव वालो ने इसकी सूचना प्रशासन को दी थी जिसके बाबजूद 5 दिन बाद भी कंपनी द्वारा पानी नहीं रोका गया था। जिसके कारण भूस्खलन का खतरा और भी अधिक हो गया है। इसके लिए गांववासियों ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाया है। उन्होंने जल्द इस समस्या को हल करने की भी गुहार लगाई है।
चंबा रुमाल का नाम अचानक सुने तो लगता है कि यह महज़ एक आम सा रुमाल होगा, लेकिन "चंबा रुमाल सही मायनों में कमाल है" यह कोई मामूली रुमाल नहीं बल्कि विश्व विख्यात व कढ़ाई हस्तशिल्प से निर्मित और बेहद ख़ूबसूरत रुमाल है। अनूठी हस्तकला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध चंबा रूमाल किसी पहचान का मोहताज नहीं है। चम्बा रुमाल की हस्तकला का बोलबाला रियासतकाल से चल रहा है । वैसे तो हिमाचल प्रदेश में कला की कई तकनीक हैं जो यहां की समृद्ध शैली की परिचायक हैं, लेकिन चंबा रुमाल ने हिमाचल प्रदेश को विश्व भर में एक अलग ही पहचान दिलाई है। अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले में भी चंबा रूमाल की बड़ी बिक्री होती है। चंबा रूमाल की ख़ास बात ये है कि इसे रेशम व सूती कपड़े पर कढ़ाई कर इसे तैयार किया जाता है। ये रुमाल कितना ख़ास है आप इस बात से समझ सकते है कि इस रूमाल को बनाने में एक सप्ताह से दो महीने का समय लग जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में चम्बा रुमाल खरीदना आसान नहीं होता है। इसे चंबा आकर खरीदना या फिर मंगवाना पड़ता है। चंबा के संपन्न परिवार बेटी की शादी में विदाई के समय इस रूमाल का प्रयोग करते हैं। वर्तमान में ही नहीं बल्कि ब्रिटिश काल में भी अधिकारियों व पड़ोसी रियासतों के राजाओं को रूमाल उपहार के रूप में दिया जाता था। इतना ही नहीं जर्मन व इग्लैंड संग्रहालयों में भी चंबा रूमाल मौजूद है।1965 में चम्बा रूमाल बनाने वाली कारीगर महेश्वरी देवी को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया और अब ऐसे कलाकारों की कमी नहीं, जो कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद इसे तैयार करते हैं। नीडल पेंटिंग’ के नाम से भी जाना जाता है चम्बा रुमाल पहाड़ी लघु चित्र और भित्ति चित्रों को अगर कपड़े पर सूई के माध्यम से बहुत ही बारीकी से कढ़ाई करके उकेरा जाए तो वह कपड़ा किसी कलात्मक तस्वीर से कम नहीं लगता है। इसका सही मायनों में उदहारण चंबा का रुमाल है। प्रसिद्ध चम्बा के रुमाल को ‘नीडल पेंटिंग’ के नाम से भी जाना जाता है। चंबा रुमाल रेशम एवं सूती कपड़े पर दोनों ओर समान कढ़ाई कर तैयार किया जाता है। विशेष तौर पर कढ़ाई का काम औरतें करती हैं और यह कला आमतौर पर रुमाल, टोपी, हाथ के पंखे, चोली आदि पर भी की जाती है। आम रुमाल नहीं ,उपहार में दिया जाता है चम्बा का रुमाल चम्बा रुमाल पर की गई कढ़ाई को चंबा साम्राज्य के पूर्व शासकों के संरक्षण में पनपने का मौका मिला था। यह अपनी अद्भुत कला और शानदार कशीदाकारी के कारण निरंतर प्रसिद्धि की नई इबारत लिखता रहा है। चंबा का रुमाल वास्तव में कोई जेब में रखने वाला रुमाल नहीं है, बल्कि कढ़ाईदार "वॉल पेटिंग " होती है। चूंकि इससे बना रुमाल चौकोर आकार में नहीं होता है , इसलिए इसे कभी वॉल पेंटिंग की तरह सजाया जाता है तो कभी उपहार में दिया जाता है। चंबा के रुमाल के बारे में एक रोचक बात यह है कि दूर से देखने पर बेशक ये बहुत आकर्षक न लगे पर जब पास से देखते हैं तो देखने वाले को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होता है। शाही परिवार भी करता था चंबा रुमाल की कढ़ाई चंबा रुमाल को यह नाम हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन चंबा से मिला है। रुमाल पर की जाने वाली इस कला का काम सदियों से चला आ रहा है। चम्बा रुमाल का वर्णन सबसे पहले सोलहवीं शताब्दी में आता है, जब बेबे नानकी ( गुरु नानक देव जी की बहन थीं) उन्होंने इसे बनाया था। वह रुमाल आज भी होशियारपुर के एक गुरुद्वारे में धरोहर के रूप में रखा हुआ है। इसके बाद 17वीं सदी में राजा पृथ्वी सिंह ने चम्बा रुमाल की कला को बहुत अधिक संवारा और रुमाल पर ‘दो रुखा टांका’ कला शुरू की। कहा जाता है कि उनके समय में चंबा रियासत में आम लोगों के साथ-साथ शाही परिवार भी चंबा रुमाल की कढ़ाई किया करता था। 18वीं शताब्दी में चंबा रुमाल की लोकप्रियता बहुत अधिक और बहुत दूर-दूर तक फैली हुई थी। बहुत से कारीगर इस कला से जुड़े हुए थे। उस समय के राजा उमेद सिंह ने इस कला और कारीगरों को संरक्षण देकर चंबा रुमाल को विदेशों तक पहुंचाया। हिमाचल के चम्बा जिला से शुरू कि गई इस कलाकारी को विदेश में पहचान मिली और इसे लंदन के विक्टोरिया अल्बर्ट म्यूजियम में रखा गया। आज भी चंबा का रुमाल अपने महान इतिहास के दर्शन करवाता है जिसे चंबा के राजा गोपाल सिंह ने 1883 में ब्रिटिश सरकार के नुमाइंदों को भेंट किया था। जिसमें कुरुक्षेत्र युद्ध की कृतियों को उकेरा गया है। 1911 में चंबा के राजा भूरी सिंह ने भी इस हुनर को बहुत सम्मान दिया और कला को उन्नत बनाने में मदद की। दिल्ली दरबार में उन्होंने ब्रिटेन के राजा को चंबा के रुमाल की कलाकृतियां तोहफे में दी थीं। चूंकि भारत में मुगलों का साम्राज्य था तो इस कढ़ाई के कार्य की विषय वस्तु मुगलों से प्रभावित थी परंतु मुगलों के पतन के साथ ही बहुत से कारीगर हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्रों में जाकर बस गए जिनकी सहायता चंबा के राजा उमेद सिंह ने की। कढ़ाई को जीवंत बनाने के लिए आकृतियां बनानी हुई शुरू स्थानीय लोगो का कहना है कि चम्बा रुमाल पर हाथ की कढ़ाई दोनों ओर से की जाती है। एक जमाने में जब शाही परिवारों में बेटी की शादी होती थी तो शगुन के थाल को इस रुमाल से ढका जाता था। उस समय इनमें लोककला ज्यादा झलकती थी, धीरे-धीरे इनमें आकृतियां और फूल-पत्तियां बनानी शुरू की ताकि कढ़ाई अधिक जीवंत लगे। रेशम के धागे से सूती कपड़े पर कढ़ाई होती थी, पर अब शॉल, दुप्पटों और सिल्क फैब्रिक पर भी ये की जाती है। इसमें डबल साटन स्टिच (दो रुख टांका) का प्रयोग किया जाता है, जिसकी वजह से कपड़े के दोनों तरफ कढ़ाई उभर आती है जो एक समान लगती है। इसके धागे को पट्टू कहा जाता है। दो तरह से की जाती है चंबा रुमाल पर कढ़ाई चंबा रुमाल मुख्यता वर्गाकार या आयताकार बनाए जाते हैं। हालांकि अभी भी दो तरह से कढ़ाई चंबा रुमाल पर हो रही है। एक में लोकशैली झलकती है, जिसके विषय सीमित हैं, रंग चटकीले और टांकों में समानता नहीं है। जबकि दूसरी शैली में एक संतुलित संयोजन है, जिसमें हलके व सौम्य रंग के धागों का इस्तेमाल किया जाता है दो रुख टांके से जिसमें एक टांका लंबा तो दूसरा छोटा होता है, जब कढ़ाई की जाती है तो कपड़े के उलटी तरफ भी समान कढ़ाई बन जाती है। चंबा रुमाल बनाने के लिए कलाकार पहले किसी भी पौराणिक दृश्य या घटना को चित्रित करता है, उसके पश्चात पेंसिल या चारकोल की सहायता से रूपरेखा तैयार करता है। इसके बाद ब्रश द्वारा वांछित रंग, जो बहुत नाम मात्र का होता है, भरता है और इस सब के बाद सिल्क के रंग-बिरंगे धागों को सुई में पिरो कर दोहरे टांके की कढ़ाई करते हुए एक अविस्मरणीय कृति का निर्माण करता है। चंबा रुमाल पर ड्राइंग कभी भी ट्रेस करके नहीं बनाई जाती है, वरन इतनी फुर्ती से की जाती है कि लाइन टूटे न। रुमाल तैयार करने में लगता है दस दिन से दो महीने का समय एक प्रशिक्षित कलाकार थीम को देखकर खादी के कपड़े पर चारकोल से एक रूपरेखा तैयार करता है। कढ़ाई के लिए रंगों का चुनाव पहले ही तय कर लेता है, फिर महिला शिल्पकार कढ़ाई के लिए रेशम के धागे के दो तारों का उपयोग करती है और बिना गांठ लगाए डबल-साटन स्टिच करती है रुमाल पर मुख्य मोटिफों की कढ़ाई करने के बाद, फिर बैक स्टीचिंग की जाती है जिसके द्वारा मोटिफ की आउटलाइन बनाई जाती है। अंत में, वे रुमाल के किनारों को एक समान करने के लिए तुरपाई करती हैं। इसकी आउटलाइन काले धागे से बनाई जाती है, जो चंबा रुमाल की एक खास विशेषता है। चंबा रुमाल को तैयार करने में दस दिन से दो महीने का समय लगता है। हर रुमाल में कि जाती है अलग कहानी चित्रित पहाड़ी चित्रकला का प्रभाव भी इन रुमालों पर बहुत गहराई से देखने को मिलता है। साथ ही गुलेर, कांगड़ा, बसोहाली, जम्मू, नूरपुर और मंडी क्षेत्रों के चित्रों व भित्ति चित्रों की झलक भी दिखती है। इन रुमालों पर पहाड़ी चित्रकला के समान ही प्रचलित कहानियों, परंपराओं व पौराणिक विषयों के दृश्यों को भी उकेरा जाता है। साथ ही कृष्ण, रामायण, महाभारत और पुराण के कहानियों, नायक-नायिकाओं के प्यार के किस्सों व राग-रागिनी जैसे विषय भी इनके आधार हैं जो इन्हे अलग बनाता है। दिलचस्प बात ये है कि हर रुमाल में एक अलग कहानी चित्रित की जाती है, जिसके कारण इस कला में अत्यधिक विविधता देखने को मिलती है। आकार में बड़े होने के कारण ये रुमाल दीवारों पर वॉल पेंटिंग की तरह सजाए जाते हैं और कपड़े की पूरी सतह पर ही कढ़ाई किए जाने के कारण ये अत्यंत सजीव लगते हैं। डंडी टांका का किया जाता था प्रयोग इसकी आउटलाइन काले धागे से बनाई जाती है, जो चंबा रुमाल की एक खास विशेषता है। आकृतियों में रंग-बिरंगे धागे भरने के बाद, फिर से काले धागे से डंडी-टांका करते हुए उसकी महीन आउटलाइन बनाई जाती है। यह तरीका पहाड़ी चित्रकला से प्रेरित होकर ही अपनाया गया है। इसी तरह क्रिस क्रॉस स्टिच द्वारा, जिसमें दो बराबर आकार के टांकों को क्रॉस का आकार देते हुए रुमालों पर उकेरा जाता है। यह टांका ज्यादातर लाल रंग के धागे से लगाया जाता है। हालांकि आजकल इस टांके का प्रयोग कम किया जा रहा है। पचास हजार से लेकर पांच लाख तक होती है कीमत चम्बा रुमाल बेहद ही ख़ास माना जाता है क्योंकि हर रुमाल पर अलग तरह का डिज़ाइन इसकी विशेषता को चार चाँद लगा देता है। प्रदेश के साथ साथ विदेश में भी चम्बा रुमाल कि बहुत अधिक डिमांड रहती है। अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले में भी रूमाल को खरीदने के लिए कनाडा, आस्ट्रेलिया, दिल्ली, चंडीगढ़, भोपाल, पटना तथा अन्य राज्यों के लोग काफी उत्सुक रहते हैं। यही इस रुमाल की खासियत है कि इसकी कीमत पचास हजार से लेकर पांच लाख तक हो सकती है। राष्ट्रीय अवार्ड विजेता और चम्बा रुमाल बनाने वाली कलाकार दिनेश कुमारी का कहना है कि चम्बा रुमाल में ज़्यादातर वे भगवान कृष्ण से जुड़ी कलाकृतियां या कहानियां बनती है। दिनेश कुमारी 1977 से ये रुमाल बना रही है। दिनेश कुमारी बताती है कि वे रास समंदर, अष्टनायका, कृष्ण डांडिया, कृष्ण नाग संहार, चौसर खेल, शिकार रुमाल और इस तरह कि कई कहानियों पर आधारित रुमाल बनाती है जो बेहद आकर्षक और ख़ूबसूरत है। इस कला को संजोए रखने के लिए दिनेश कुमारी को भीमराव आम्बेडकर राष्ट्रीय अवार्ड जैसे कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। चंबा रुमाल पर राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित ललिता वकील का कहना है कि प्रदेश कि आगे की पीढ़ी को भी चम्बा रुमाल को बनाना सीखना चाहिए ताकि ये चम्बा रुमाल कि प्रतिभा विदशों में पहुँच पाए। उनका कहना है कि इसे बनाना बेहद कठिन है और इसे सीखना बहुत कठिन है, लेकिन हमारी सरकार ने इसे बढ़ावा दिया है।
हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव के बाद से ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई है। आने वाले 2022 के चुनाव भी नजदीक है और विपक्ष लगातार सरकार का घेराव कर रही है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर डलहौजी से कांग्रेस विधायक आशा कुमारी भाजपा सरकार पर खूब हमला बोला है। आशा कुमारी का कहना है कि उपचुनाव में हिमाचल प्रदेश की चार सीटों पर कांग्रेस को जीत मिलने से भाजपा को पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने पड़े हैं। इसका मतलब है कि भाजपा जानबूझकर लोगों को परेशान कर रही है। आशा कुमारी का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी। आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी निशाना साधा है। आशा कुमारी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी में सीएम कौन होगा, यह पार्टी हाईकमान तय करेगा। अगर कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री बनने की बात हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से कर रहा है तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा को किस बात की चिंता हो रही है। मुख्यमंत्री अपने कुनबे को संभाले जो बिखरा पड़ा है। आशा कुमारी का कहना है कि जो योजनाएं स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने चलाई थी, उनके शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद प्रदेश सरकार उन योजनाओं को अपनी योजनाएं गिना रहे हैं, जो अपने आप में शर्मनाक है। आशा कुमारी का कहना है कि 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी यह तय हो गया है। साथ ही उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री के सपने देखने वाले लोग पार्टी के ही हैं और पार्टी की नीति, नीयत और विचारधारा साफ है। आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री को अपने बिखरे कुनबे को संभालने की नसीहत भी दी है।
प्रदेश के 10 जि़लों के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जन मंच आयोजित किए गए। जन मंच में लगभग 1056 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही निपटारा किया गया। प्रशासन द्वारा जन मंच के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया गया। जिला मण्डी: जल शक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह टिहरा के प्रांगण में आयोजित जन मंच में क्षेत्र की 12 पंचायतों के लोगों की समस्याओं का समाधान किया गया। जनमंच में विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 44 मामले प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश का मौके पर निपटारा कर दिया गया है तथा शेष का समाधान सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए। जल शक्ति मंत्री ने बेटी है अनमोल योजना के तहत सांकेतिक तौर पर 5 बच्चियों की माताओं को 12-12 हज़ार की एफडीआर भेंट कीं। साथ ही मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत कुल 70 लाभार्थियों को निशुल्क गैस कनेक्शन दिए गए। जन मंच में 74 से अधिक विभिन्न प्रमाण-पत्र बनाए गए। उन्होंने कहा कि जनमंच ने गरीबों-वंचितों को ताकत दी है। वे पूरी मजबूती से अपनी बात शासन-प्रशासन के पास रख रहे हैं और उनकी समस्याओं का मौके पर समाधान हो रहा है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की जनहितैषी सोच से निकला जन मंच आज लोगों के लिए बड़ा संबल बन गया है। विकास कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 30 पुलों का कार्य प्रगति पर है। टिहरा में 25 करोड़ से 50 बिस्तरों के अस्पताल तथा संधोल और धर्मपुर में सिविल अस्पताल का काम ज़ोरों पर है। टिहरा और संधोल में मिनी सचिवालय भवनों का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति निर्बाध रखने के लिए 33 केवी के 12 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। अब 50 करोड़ रुपये से 132 केवी का ट्रांसफार्मर स्थापित करने का काम किया जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री एवं जि़ला परिषद सदस्य वंदना गुलेरिया, अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। जिला हमीरपुर: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जिला हमीरपुर के विधानसभा क्षेत्र बड़सर की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झिरालड़ी में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र की 5 ग्राम पंचायतों और नगर पंचायत की ओर से कुल 135 शिकायतें एवं मांगें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। शहरी विकास मंत्री ने अधिकारियों को शेष समस्याओं का भी निर्धारित समय अवधि के भीतर निवारण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान उनके घर-द्वार पर ही करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जन मंच आरम्भ किया है। यहां प्राप्त अधिकांश जनसमस्याओं का निवारण प्री-जनमंचों में ही कर दिया जाता है, जिससे आम लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलती है। इससे पहले शहरी विकास मंत्री ने एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत झिरालड़ी स्कूल परिसर में पौधारोपण किया तथा विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी स्टाॅलों का अवलोकन किया। जन मंच के दौरान शहरी विकास मंत्री ने मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 16 महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए। उन्होंने विभाग के माध्यम से प्रशिक्षित 31 महिलाओं को सिलाई मशीन एवं टूल किट वितरित किए। बेटी है अनमोल योजना के तहत 3 कन्याओं को 12-12 हजार रुपये की एफडी के दस्तावेज और शगुन योजना की 7 लाभार्थियों को 31-31 हजार रुपये के चेक प्रदान किए गए। कार्यक्रम के दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा, हिमाचल प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राकेश शर्मा बबली, कांगड़ा सहकारी कृषि एवं भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष कमलनयन शर्मा, जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार, उपायुक्त देबश्वेता बनिक, पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा व एडीएम जितेंद्र सांजटा सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। जिला चम्बा: जि़ला चम्बा का 24वां जन मंच भटियात विधानसभा क्षेत्र के तहत सुदली पंचायत घर में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने की। जनमंच में कुल 92 समस्याएं एवं मांगे प्रस्तुत की गई, जिनमें से अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जन मंच सरकार द्वारा शुरू किया गया ऐसा कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान घर द्वार पर संभव होता है। उन्होंने कहा कि जिला चंबा की भौगोलिक परिस्थितियां प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में विषम हैं। इसके बावजूद प्रदेश सरकार के वर्तमान कार्यकाल में यहां सड़क निर्माण, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। इस अवसर पर 10 लाभार्थियों को मौके पर दिव्यांग प्रमाण पत्र, 6 जन्म प्रमाण पत्र और 22 राजस्व इंतकाल दर्ज किए गए। इसके अतिरिक्त 74 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई और निशुल्क दवाईयां दी गई और 7 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। 12 पात्र लाभार्थियों को गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन तथा बेटी है अनमोल योजना के तहत 13 एफडीआर भी वितरित की गई। मंत्री ने इस दौरान एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत बेटी अदविका के नाम से आंवला का पौधा भी रोपित किया। मुख्य सचेतक विक्रम सिंह जरयाल ने विधानसभा क्षेत्र भटियात में जारी विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस मौके पर उपायुक्त डीसी राणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस. अरुल कुमार, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। जिला शिमला: ग्रामीण विकास, कृषि, एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने जिला शिमला के रोहडू़ स्थित राजकीय महाविद्यालय सीमा के प्रांगण में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। जन मंच में कुल प्राप्त 111 शिकायतों में से अधिकांश शिकायतों का मौके पर निवारण किया गया। शेष शिकायतों का निवारण निर्धारित अवधि में करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जन मंच की सफलता के लिए अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। लोगों की शिकायतों के निवारण के लिए किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार का प्रयास है कि जन मंच के माध्यम से समाज की अंतिम पंक्ति तक के व्यक्ति की समस्या का निवारण सुनिश्चित हो सके। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचे इसके लिए अधिकारी सजगता से काम करें। जनमंच के दौरान 13 विभिन्न प्रमाण पत्र, 5 इंतकाल तथा 6 जमाबंदियां जारी की गई। मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 5 लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनेक्शन, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत 5 बालिकाओं को किट, शगुन योजना के तहत बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाली बेटी की शादी के लिए 31 हजार रुपये तथा बेटी है अनमोल योजना के तहत 5 पात्र बालिकाओं को 12 हजार रुपये की एफडी प्रदान की गई। उन्होंने एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत देवदार का पौधा रोपित किया तथा जन कल्याणकारी योजनाओं को दर्शाती प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर अध्यक्ष, कृषि ग्रामीण विकास बैंक शशी बाला, जिला परिषद सदस्य उर्मिला डोगरा, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, अतिरिक्त उपायुक्त किरण भड़ाना, उपमण्डलाधिकारी सुरेन्द्र ठाकुर तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। जिला ऊना: ऊना जिला के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के मुबारिकपुर में उद्योग, परिवहन एवं श्रम व रोजगार मंत्री बिक्रम सिंह की अध्यक्षता में जन मंच आयोजित किया गया। जन मंच में कुल 72 जन समस्याओं की सुनवाई हुई और अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। मंत्री ने कहा कि जन मंच जय राम सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गांव में जाकर मौके पर लोगों की जन शिकायतों का निपटारा करना है। प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए अन्य कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। कामगार कल्याण बोर्ड से पंजीकृत कामगारों व उनके परिवार के कल्याण के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में पंजीकृत 23,839 कामगारों को विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत 20.72 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। कोरोना संकट के दौरान भी जिला के 8270 पात्र कामगारों को लगभग पांच करोड़ की सहायता प्रदान की गई है। इस अवसर पर बिक्रम सिंह ने मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 11 परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन भी प्रदान किए। जनमंच कार्यक्रम के दौरान वैक्सीनेशन कैंप भी स्थापित किया गया था, जिसमें 45 लाभार्थियों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग ने 152 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और 126 मेडिकल टेस्ट किए। आयुष विभाग ने 132 लोगों का स्वास्थ्य जांचा। इसके अतिरिक्त ई-श्रम पोर्टल पर 15 कामगारों का पंजीकरण किया गया। इससे पूर्व गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर ने कहा कि इस क्षेत्र में पहली बार जन मंच का आयोजन किया जा रहा है तथा सरकार द्वारा घर-द्वार पर जाकर लोगों की शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष सतपाल सिंह, उपायुक्त राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन, एडीसी डाॅ. अमित कुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। जिला कुल्लू: कुल्लू जिले का 24वां जन मंच मनाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय हरिपुर में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की। जनमंच में कुल 13 ग्राम पंचायतों के लोगों की समस्याओं की सुनवाई की गई। इस अवसर पर 117 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुई, जिनमें अधिकांश का मौके पर ही निपटारा किया गया जबकि शेष शिकायतें संबंधित विभागों को तुरंत समाधान हेतु अग्रेषित की गई। आयुर्वेद विभाग द्वारा 201 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और निःशुल्क दवाईयां भी वितरित की। जन मंच में 209 इंतकाल, 62 विभिन्न प्रमाण पत्र, 20 ग्रीन कार्ड जारी किए गए और 12 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी प्रदान की गई। मंत्री ने काॅलेज परिसर में देवदार पौधे का रोपण भी किया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनाली विधानसभा को प्रदेश के आदर्श विधानसभा क्षेत्र के तौर पर विकसित किया गया है। यहां 98 प्रतिशत सड़क कनेक्टिविटी है। क्षेत्र में पिछले चार सालों के दौरान अनेक नई सड़कों का निर्माण किया गया। मनाली शहर तथा आस पास के अनेक गांवों के लिये 390 करोड़ की मल निकासी परियोजना तैयार करके धनराशि स्वीकृत की गई है और इस परियोजना का कार्य शीघ्र ही आरंभ कर दिया जाएगा। इसके उपरांत शिक्षा मंत्री ने ‘बेटी है अनमोल’ योजना के तहत सात बेटियों को प्रत्येक को 12 हजार रूपये की एफडी, मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत तीन बेटियों के अभिभावकों को 31000 रुपये प्रत्येक तथा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत तीन बेटियों को प्रत्येक को 51000 रुपये के चेक वितरित किये। इसके अतिरिक्त जिला की 10वीं तथा 12वीं कक्षा की मेधावी छात्राओं को सशक्त महिला योजना के तहत प्रत्येक को पांच हजार रुपये की राशि व प्रशस्ति पत्र वितरित किये। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, भाजपा मण्डलाध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर, नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष चमन कपूर, पंचायत समिति अध्यक्ष कुंदन ठाकुर, उपायुक्त आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह सहित अन्य गणमान्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे। जिला सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के परवाणू में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। आज आयोजित जन मंच में 148 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर किया गया। शेष शिकायतों तथा मांगों को अग्रिम कार्यवाही के लिए उचित स्तर पर प्रेषित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोकतान्त्रिक व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन की सेवा करना है तथा आमजन की सेवा के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए त्वरित प्रयास करने चाहिए। डाॅ. सैजल ने कहा कि जन मंच का यही उद्देश्य है कि लोगों को उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान प्राप्त हो तथा उनके समय व धन की बचत हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना पूरे देश में एक आदर्श योजना के रूप में सराही गई है। जन मंच में 76 लोगों का आधार के लिए नामांकन किया गया। निःशुल्क जांच शिविर में 215 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 28 व्यक्तियों के नेत्र जांच तथा 45 व्यक्तियों की दन्त चिकित्सा की गई। इसके अतिरिक्त 43 व्यक्तियों को कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण किया गया। आयुष विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 275 लोगों का स्वास्थ्य जांचा गया और रक्तदान शिविर में 11 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क जांच शिविर में दूध के 38 नमूने एकत्र किए गए। जनमंच में भारतीय संचार निगम लिमिटिड द्वारा 110 सिम कार्ड वितरित किए गए तथा 20 ई-श्रम कार्ड भी बनाए गए। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डाॅ. डेजी ठाकुर, जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा, उपायुक्त कृतिका कुलहरी, पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। जिला सिरमौर: ऊर्जा मंत्री सुखराम चैधरी ने जिला सिरमौर के विकास खण्ड संगड़ाह की ग्राम पंचायत जामू कोटी की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में आयोजित जन मंच की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित 126 शिकायतें एवं मांगें प्रस्तुत की गई, जिनमें से अधिकांश का निपटारा मौके पर ही कर दिया गया तथा शेष शिकायतों को समयबद्ध निपटान के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया। सुख राम चैधरी ने कहा कि रेणुका बांध विस्थापितों के सभी 1142 परिवारों की समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा और विस्थापित परिवारों को आवंटित की गई भूमि से सम्बन्धित सभी समस्याओं को मौके पर जाकर अधिकारियों द्वारा निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा चलाई गई जल जीवन मिशन के अंतर्गत सिरमौर में 83 प्रतिशत घरों को पेयजल उपलब्ध करवाया गया है और मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत जिला सिरमौर में लगभग 36483 रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए, जबकि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 10944 गैस कनेक्शन वितरित किए गए। इससे पूर्व ऊर्जा मंत्री ने पाठशाला परिसर में पंचवटी वाटिका में कनक चम्पा, अर्जुन, आंवला व अमरूद के वृक्ष रोपित किए। ‘बेटी है अनमोल’ कार्यक्रम के तहत सात कन्याओं को 12-12 हजार रूपये की बैंक एफडी, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत 6 नवजात कन्याओं को जिला प्रशासन की ओर से बधाई पत्र व उपहार प्रदान किए गए। राजस्व विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के 138 से अधिक प्रमाण पत्र, आयुर्वेद विभाग द्वारा 112 रोगियों की स्वास्थ्य जांच व 60 की रक्त जांच की गई और स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में 50 से अधिक लोगों की जांच कर निःशुल्क दवाईयां वितरित की गई। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला परिषद सिरमौर सीमा कन्याल, पूर्व विधायक रूप सिंह, अध्यक्ष खण्ड विकास समिति संगड़ाह मेला राम शर्मा, अध्यक्ष खण्ड विकास समिति नाहन अनिता शर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति विकास निगम बलवीर चैहान, अध्यक्ष मण्डी समिति रामेश्वर शर्मा, भाजपा मण्डलाध्यक्ष सुनील शर्मा, उपाध्यक्ष पंचायत समिती संगड़ाह मदन सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त सोनाक्षी सिंह तोमर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे। जिला कांगड़ा: वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने रविवार को जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के राजकीय उच्च पाठशाला, लोअर खैरा मेें आयोजित 24वें जन मंच की अध्यक्षता की। जनमंच में शामिल 10 ग्राम पंचायतों से विभिन्न विभागों से जुड़ी 97 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुई, जिनमें से अधिकांश का मौके पर निपटारा कर दिया गया। इस अवसर वन मंत्री ने कहा कि ‘जन मंच’ प्रदेश की जनता के लिए सरकार के साथ सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का मौके पर समाधान करने का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि जन मंच और ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाईन’’ अपनी समस्याओं के त्वरित समाधान के चलते काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जन मंच में आने वाली समस्याओं पर स्वयं नजर रखते हैं और इनके समाधान में हुई प्रगति की लगातार समीक्षा करते हैं। वन मंत्री ने कहा कि कोविड काल में प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में सराहनीय कार्य किया है। यह गौरव की बात की प्रदेश ने कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज़ लगाने में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके देश में पहला स्थान हासिल किया है और प्रदेश में 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लग चुकी है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जिसमें करीब 110 लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई। इसके अलावा 7 लोगों के कोविड रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाये गये, जिसमें सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। कार्यक्रम के दौरान लगे शिविर में कोविड टीकाकरण कैम्प में 18 लोगों ने वैक्सीनेशन भी करवाया। वन मंत्री ने ‘‘एक बूटा बेटी के नाम’’ के तहत लोंगिणी (छैंछड़ी) की बेटी इबाना के परिजनों को 5 औषधीय पौधे भेंट किये। उन्होंने छः पात्र परिवारों को मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत निःशुल्क गैस चूल्हे और बेटी है अनमोल योजना के तहत दो लाभार्थी बच्चियों के परिजनों को 12-12 हजार रुपये तथा रेडक्राॅस सोसायटी की तरफ से 8 दिव्यांगजनो को व्हील चेयर और अन्य यन्त्र वितरित किये। इससे पहले स्थानीय विधायक रविन्द्र धीमान ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोगों की समस्याओं के घर-द्वार त्वरित एवं स्थाई समाधान में जन मंच महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर विधान सभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से 143 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग के माध्यम से 223 करोड़ रुपये के कार्य प्रगति पर हैं। इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा डाॅ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक खुशहाल शर्मा, एडीसी राहुल कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। जिला बिलासपुर: जनमंच के माध्यम से लोगों को अपनी बात सरकार व प्रशासन के समक्ष रखने का सुनहरा अवसर है। यह जानकारी आज झण्डूता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कोसरियां में 24वें जन मंच की अध्यक्षता करते हुए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने दी। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के और समीप लाने तथा प्रदेश के नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के उद्देश्य से जन मंच की शुरुआत की गई है। प्रदेश के लोगों की समस्याएं सुलझाने में यह बेहद सफल साबित हो रहा है। आज जनमंच में 114 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया तथा शेष शिकायतों को सम्बन्धित विभागों को कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है। जन मंच में राजस्व और पंचायती राज विभाग से सम्बन्धित 70 प्रमाण पत्र बनाए गए। आयुष विभाग द्वारा 214 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा 75 लोगों के खून की जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 144 लोगों की स्वास्थ्य की जांच की गई। राजस्व विभाग से सम्बन्धित 45 इंतकाल और 16 वसीयत बनाई गई। इससे पूर्व उन्होंने ‘एक बूटा बेटी के नाम’ योजना के अंतर्गत आंवला का पौधा रोपित किया। बेटी है अनमोल योजना के तहत 5 लाभार्थियों को एफडी और 5 दिव्यांगजनों को दिव्यांग प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर झण्डूता विधानसभा क्षेत्र के विधायक जे.आर. कटवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि 60 करोड़ रुपये की लागत से कुटवागड़ पेयजल योजना का कार्य प्रगति पर है, जिसे अगले वर्ष तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 240 करोड़ रुपये सड़कों और सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं पर खर्च किए जा रहे हैं। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा मुस्कान, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य राकेश गौतम, पुलिस अधीक्षक एस.आर. राणा, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य, एसडीएम झण्डूता नरेश वर्मा सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चलो चंबा अभियान के अंतर्गत आयोजित दि हिमालयन घोरल 9वीं राष्ट्रीय ड्रैगन बोट रेस प्रतियोगिता के समापन अवसर पर प्रसिद्ध जल क्रीड़ा स्थल तलेरू में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चंबा जिला में पर्यटन परिदृश्य को नए आयाम देने में यह अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। चलो चंबा अभियान प्रतियोगिता में 19 राज्यों से लगभग 800 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अभियान की श्रृंखला में आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद जि़ला प्रशासन और स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी से प्रतियोगिता का सफल आयोजन निसंदेह जि़ला में आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। मुख्यमंत्री ने डलहौजी क्षेत्र के लोगों की चिर लंबित मांग को पूरा करते हुए डलहौजी में राजकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिकरू में विज्ञान संकाय की कक्षाएं शुरू करने, राजकीय उच्च विद्यालय गंरगड को वरिष्ठ माध्यमिक बनाने, राजकीय प्राथमिक पाठशाला जटोता और छाणा को स्तरोंउन्नत कर माध्यमिक पाठशाला, राजकीय माध्यमिक पाठशाला लढेर व जतराहण को उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान लगभग 103 करोड़ रुपये की लागत वाले दस विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और चार परियोजनाओं की आधारशिला रखीं।
चंबा से एक दुखद घटना में तीसा उपमंडल के चांजू-नकरोड संपर्क मार्ग पर कार के खाई में गिरने से युवा चिकित्सक की मृत्यु का समाचार सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक की पहचान अंकुश पुत्र धर्म सिंह वासी वार्ड नंबर तीन जेल रोड जिला मंडी के तौर पर की गई है, जो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नकरोड़ में चिकित्सक थे। डॉक्टर अंकुश वैक्सीनेशन कैंप से वापस नकरोड़ की ओर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में चमयाग कैंची मोड़ के समीप कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर लोगो कि सहायता से घायलावस्था में डाक्टर अंकुश को तीसा अस्पताल पहुंचाया, जहां मौजूद चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डीएसपी हेडक्वार्टर अभिमन्यु वर्मा ने कार हादसे में चिकित्सक की मौत होने की पुष्टि की है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
चम्बा की रहने वाली तृषा महाजन ने बाहरवीं के आर्ट्स संकाय में प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया है। हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बीते दिनों मेरिट सूची जारी की गयी है। इसमें तृषा महाजन ने आर्ट्स संकाय में 99 फीसदी अंक हासिल कर जिला का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है। बेटी की इस कामयाबी से परिजन काफी खुश है। तृषा के पिता विकास महाजन इंस्पेक्शन विंग में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है। जबकि माता अमिल गुप्ता बतौर इतिहास प्रवक्ता सेवाएं दे रही है। वहीं तृषा ने दसवीं कक्षा जिला के डीएवी स्कूल से उत्तीर्ण की थी और 98 प्रतिशत अंक हासिल कर छठा स्थान प्राप्त किया था। तृषा का चयन आगामी पढ़ाई के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में हो गया है और पढ़ाई जारी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल प्रदेश सी.पालरासु ने कहा कि आगामी 30 अक्तूबर को निर्धारित एक लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के दौरान मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान हेतु प्रेरित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्रों तक ईवीएम व अन्य चुनाव सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी लोक सभा क्षेत्र के अंतर्गत चंबा जिला के भरमौर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले पांगी क्षेत्र के लिए 55 ईवीएम और 55 वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के उपरांत कड़ी सुरक्षा के बीच भेजी गईं हैं। मंडी लोक सभा क्षेत्र के उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग पांगी क्षेत्र में स्थापित 37 मतदान केंद्रों में मतदान के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।