-खालसापाटी-देवरा-पपलोटा सड़क के लिए 7.55 करोड़ स्वीकृत मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन संपर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि मातृ शक्ति की वंदना भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है और नवरात्रि का त्यौहार हमें जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन बनाने की सीख देता हैं। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत देवरा के जखोली गांव में श्री भद्रकाली मंदिर में महा अष्टमी मेला के समापन समारोह में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए समन्वित प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि महिलाओं को सभी क्षेत्रों में समान अवसर प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि मेले हमारी समृद्ध संस्कृति और प्राचीन परम्पराओं के सूचक होते हैं और इनका संरक्षण हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को हमारी प्राचीन परम्परओं और समृद्ध संस्कृति का ज्ञान होना आवश्यक है। इसके दृष्टिगत इस प्रकार के आयोजन महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाईन के इस युग में हम समाज से दूर होते जा रहे है, इसलिए इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से आपसी मेल-जोल होता रहना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि नवरात्रि के महत्व को समझ कर जीवन में महिला शक्ति को सदैव सम्मान दें। उन्होंने कहा कि गत दिनों पूर्व अचानक आई आपदा के कारण हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश आपदा का सामना कर बुरे समय के दौर से आगे बढ़ रहा है। प्रभावितों के समयबद्ध पुनर्वास और विकास को पुन: गति प्रदान करने के लिए सरकार गम्भीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र में युवाओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए जलाणा के समीप राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने के लिए 50 बीघा भूमि चिन्हित की गई है। उन्होंने कहा कि स्कूल के निर्माण के लिए लगभग 20 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए गए है। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालय अर्की में अंग्रेजी व इतिहास विषय में एम.ए की कक्षाएं आरम्भ होने से विशेष रूप से छात्राएं लाभान्वित होंगी। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से हर संभव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि स्वाव गांव से बाड़ीधार के लिए रज्जू मार्ग बनाने के लिए लगभग 200 करोड़ रुपए की योजना विधायक प्राथमिकता में डाला है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इसका कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रज्जू मार्ग बनाने के लिए 103 बीघा भूमि को चिन्हित किया गया है। संजय अवस्थी ने कहा कि खालसापाटी-देवरा-पपलोटा सड़क के निर्माण के लिए 07.55 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने जखोली मार्ग को पक्का करने तथा मंज्याट से धनेच तक सिंचाई सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को शाहर-बातल-जखोला सड़क के निर्माण की औपचारिकताएं पूर्ण होने पर इस सम्पर्क मार्ग के लिए समुचित राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने सामुदायिक भवन जखोली के लिए 2 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले स्कूली बच्चों को 2100 रुपए देने तथा मेला आयोजन समिति के लिए 21 हजार रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर खंड कांग्रेस अध्यक्ष सतीश कश्यप, ग्राम पंचायत देवरा के प्रधान रूप सिंह ठाकुर, बीडीसी सदस्य भावना शर्मा, कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सी.डी बंसल, नगर पंचायत अर्की के पूर्व उप प्रधान व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप सूद, पार्षद रुचि गुप्ता, मनोनीत विनय वशिष्ठ, व्यापार मंडल अर्की के अध्यक्ष व पार्षद अनुज गुप्ता, खंड कोषाध्यक्ष रोशन वर्मा, युवा कांग्रेस अर्की के अध्यक्ष हेमन्त वर्मा, ज़िला महासचिव प्यारे लाल शर्मा, पूर्व प्रधान रतन लाल शर्मा व सुमित शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक अर्की संदीप शर्मा, तहसीलदार रमन ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं ग्रामवासी उपस्थित थेे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने आज सोलन जिला के कंडाघाट उप मंडल की ग्राम पंचायत ममलीग के मां बगलामुखी माता मंदिर में माथा टेका और पूजा-अर्चना की। उन्होंने मां बगलामुखी से प्रदेशवासियों के सुख व समृद्ध जीवन की कामना की। डॉ. शांडिल ने कहा कि राज्य में धार्मिक पर्यटक में अपार सम्भवानाएं है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन के विकास के साथ सरकार की यह भी प्राथमिकता है कि अधिक से अधिक स्थानीय युवा इस क्षेत्र से जुड़ें और रोज़गार प्राप्त करें। उन्होंने इस अवसर पर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी एवं सम्बन्धित अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। इस अवसर ग्राम पंचायत ममलीग के प्रधान एवं मां बगलामुखी माता मंदिर ममलीग समिति के प्रधान हरिचंद ठाकुर, मंदिर समिति के उप प्रधान बस्ती राम परिहार, रूप राम शर्मा, नायब तहसीलदार ममलीग सुरेंद्र चंदेल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन संपर्क विभाग) संजय अवस्थी 23 व 24 अक्तूबर को सोलन के प्रवास पर रहेंगे। अवस्थी 23 अक्तूबर को रात्रि 9 बजे सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बातल में दशहरा मेले के शुभारम्भ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। मुख्य संसदीय सचिव 24 अक्तूबर को प्रात: 11.00 बजे ग्राम पंचायत मांगल में शालूघाट में दशहरा मेले में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहेंगे। संजय अवस्थी तदोपरांत सायं 3.00 बजे ग्राम पंचायत सन्याड़ी मोड़ के मंगरूर में सामुदायिक भवन (नेहरू जागृत्ति क्लब कुरेरू) का शुभारम्भ करेंगे। मुख्य संसदीय सचिव तत्पश्चात ग्राम पंचायत सन्याड़ी मोड़ के मंगरूर में दशहरा मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। संजय अवस्थी तदोपरांत सांय 4.15 बजे अर्की विधानसभा क्षेत्र के दाड़लाघाट में दशहरा मेले में बतौर मुख्यातिथि शामिल होंगे।
हिमाचल प्रदेश के लोगों की सुविधा को देखते हुए राज्य सरकार ने सफेदा, पॉपलर, बांस की लकड़ी के साथ-साथ कुठ (औषधीय पौधे) को प्रदेश से बाहर ले जाने पर लगी रोक को हटा दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए आज यहां कहा कि अब राज्य के लोग इन चार प्रजाति की लकड़ी को बिना परमिट के प्रदेश से बाहर ले जा सकते हैं। साथ ही इन प्रजाति की लकड़ी की ढुलाई राज्य के भीतर भी बिना अनुमति के हो पाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में बहुत से किसान इन प्रजाति के पेड़ों को व्यवसायिक स्तर पर उगाते हैं, ऐसे में उनके हितों को देखते हुए राज्य सरकार ने इन चार प्रजातियों पर लगे प्रतिबंध को हटाने का निर्णय लिया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार ने खैर की लकड़ी, कत्था, देवदार के तेल सहित प्रदेश में उगने वाली अन्य जड़ी-बूटियों को प्रदेश से बाहर ले जाने पर लगे प्रतिबंध को भी हटा दिया है। हालांकि इन वन उत्पादों को प्रदेश से बाहर ले जाने के लिए वन विभाग से परमिट लेना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वन विभाग से विभिन्न प्रकार के ई-परमिट प्राप्त करने के लिए हिमाचल प्रदेश में नेशनल ट्रान्ज़िट पास सिस्टम शुरू करने जा रही है। यह सिस्टम शुरू करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का छठा राज्य होगा, जिसके शुरू होने से जहां लोगों को ई-परमिट प्राप्त करने में सुविधा होगी, वहीं विभाग के कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता आएगी।
-पंचायती राज मंत्री बोले, प्रदेश की स्थिति सुधरने पर पूरी करेंगे मांगें -टर्मिनेशन लेटर भी लिए जाएंगे वापस जिला परिषद कैडर अधिकारी व कर्मचारियों की २२ दिनों से चली आ रही हड़ताल आज समाप्त हो गई। सोमवार से सभी कर्मचारियों व अधिकारियों ने कार्य पर लौटने का फैसला लिया है। शनिवार को जिला परिषद कर्मचारी महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह से मिला और लगभग एक घंटे तक चली बैठक के बाद सरकार की ओर से मिले आश्वासन पर हड़ताल समाप्त करने का फैसला लिया गया। पंचायती राज मंत्री ने कर्मचारियों को चरणबद्ध तरीके से उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है। वहीं, पंचायती राज मंत्री ने कहा कि आज जिला परिषद कर्मियों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला और बैठक की गई, जिसमें उन्हें विश्वास दिलवाया गया है कि उनकी मांगें सरकार चरणबद्ध तरीके से पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि इनकी हड़ताल के चलते आपदा के समय कार्य में रुकावट आ रही थी। उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर को कर्मचारियों व अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक रखी गयी है, जिसमें इनकी सभी मांगों पर मंथन किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि जिन कर्मचारियों को बर्खास्तगी पत्र जारी किए गए थे, सोमवार को काम पर लौटने पर उनके टर्मिनेशन लेटर भी वापस ले लिए जाएंगे।
डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के वैज्ञानिकों ने हाल ही में हैदराबाद में आयोजित संगोष्ठी में राज्य का नाम रोशन किया। विश्वविद्यालय ने सर्वश्रेष्ठ पेपर और फेलोशिप पुरस्कार प्राप्त किया। कृषि वानिकी पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपी) की वार्षिक समूह बैठक एवं गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री पर संगोष्ठी पर इस सप्ताह प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद में आयोजित की गई। इसमें देश भर के सभी कृषि-जलवायु का प्रतिनिधित्व करने वाले 37 एआईसीआरपीकृषि वानिकी केंद्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के डेप्युटी डायरेक्टर जनरल डॉ. एसके चौधरी द्वारा किया गया। संगोष्ठी के दौरान इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रोफोरेस्ट्री (आई?एस?ए?फ?), झांसी के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की गई। विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंद्र देव को कृषि वानिकी अनुसंधान और विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए आईएसएफ फेलोशिप पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और रिसर्च स्कॉलर की एक टीम जिसमें डॉ. रोहित बिशिस्ट, डॉ. केएस पंत, डीचेन वांग्मो, कृष्ण लाल गौतम और खलंदर एस शामिल है, को हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में चारे की पोषण मूल्यांकन पर अपने शोध पत्र के लिए आई.ए.स.एफ. सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार 2022 से नवाजा गया। यह पेपर वर्ष 2022 में इंडियन जर्नल ऑफ एग्रोफोरेस्ट्री में प्रकाशित हुआ था। यह पुरस्कार आईसीएआर के सहायक महानिदेशक डॉ. राजबीर सिंह द्वारा केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी के निदेशक डॉ. ए अरुणाचलम की उपस्थिति में प्रदान किए गए। इसके अलावा, कीट विज्ञान विभाग की स्नातकोत्तर छात्रा कृतिका सकलानी ने भी इस माह आयोजित कीट विज्ञान पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान भारतीय प्राणी सर्वेक्षण द्वारा उनके स्नातकोत्तर शोध के लिए द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 23 एवं 25 अक्तूबर को आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत कुछ जगहों पर बिजली आपूर्ति बंद रहेगी। जानकारी देते हुए अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता राहुल वर्मा ने बताया कि 23 अक्तूबर को बड़ोग फीडर से संचालित कुछ इलाकों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। प्रात: 10.00 बजे से प्रात: 10.15 बजे तक तथा सायं 4.45 से शाम 5.00 बजे तक आंजी, शमलेच, शराणू, भोज आंजी, बड़ोग, रेलवे स्टेशन, शूमती, नगाली, गलोग, चेवा, बड़ोग गांव, गलयाणा, बीके उद्योग, बाडा, कलोल, छोबल, कोरों कैंथड़ी, लघेचघाट, रोजेट मेडिकेयर, सागर रतना, किया मोटरज एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि इसी दिन प्रात: 10.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक बड़ोग रेलवे स्टेशन, भोज आंजी, रोजेट मेडिकेयर, सागर रतना, किया मोटरज एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। वहीं 25 अक्तूबर को चंबाघाट फीडर से संचालित कुछ इलाकों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता राहुल वर्मा ने कहा कि 25 अक्तूबर को प्रात: 10 बजे से सायं 5.00 बजे तक हिमाचल पथ परिवहन निगम कार्यशाला, हिमाचल प्रदेश पर्यटन कार्यालय कथेड़, नया अस्पताल स्थल, गरीब बस्ती, हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह, चम्बाघाट चौक के कुछ क्षेत्रों, बसाल मार्ग, बावरा, सूर्य किरण कालोनी, कथेड़, बसाल, कालाघाट, हाउसिंग बोर्ड बसाल, सेरी, पट्टी, धाला, डांगरी, गारा, धरोट, जियूण, आंजी सलुमणा एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति तथा अन्य कारणों से उपरोक्त तिथि एवं समय में बदलाव किया जा सकता है।
-विक्रमादित्य ने कहा, स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे सीएम स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल और लोक निर्माण, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने गत देर सांय सोलन जिला के कण्डाघाट उपमण्डल की ग्राम पंचायत दंघील के जखेड़ गांव में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय महिला कबड्डी टीम की खिलाड़ी ज्योति ठाकुर के सम्मान समारोह में शिरकत की। स्वास्थ्य मंत्री ने स्वर्ण पदक विजेता कबड्डी खिलाड़ी ज्योति ठाकुर और उनके परिजनों को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि ज्योति ठाकुर नेे कठिन परिश्रम और एकाग्र मन से अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि ज्योति ठाकुर की मेहनत के फलस्वरूप आज पूरा प्रदेश गौरवान्वित है। उन्होंने कहा कि युवाओं को उच्च शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी भाग लेना चाहिए ताकि संतुलित मन और स्वस्थ शरीर बना रहे। श्रम एवं रोज़गार मंत्री ने कहा कि शिक्षित युवाओं की बेरोज़गारी प्रदेश के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में रोज़गार की सम्भवनाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार गम्भीर है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक पर्यटन में भी रोज़गार की अपार सम्भावनाएं हैं, जिसपर प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा भारी वर्षा के प्रभावितों के लिए राहत पैकेज दिया गया है। राहत पैकेज के तहत भारी वर्षा के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को दी जाने वाली राशि को बढ़ाकर 07 लाख रुपए तथा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए किया गया है। उन्होंने संबन्धित अधिकारियों को जखेड़ गांव में वर्षा शालिका के निर्माण कार्य का आकलन करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने स्वर्ण पदक विजेता कबड्डी खिलाड़ी ज्योति ठाकुर को बधाई देते हुए कहा कि ज्योति ठाकुर ने देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शीघ्र ही एशियाई खेलों में प्रदेश का नाम रोशन करने वाली कबड्डी टीम के खिलाड़ियों को भव्य समारोह में सम्मानित करेंगे। खेल मंत्री ने कहा कि कबड्डी खिलाड़ी ज्योति ठाकुर को इस उपलब्धि के लिए सरकार द्वारा 15 लाख रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को और अधिक रोज़गार के अवसर मिलें, इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को 03 प्रतिशत से बढ़ाकर 05 प्रतिशत करने के बारे में विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए ग्रामीण ऑलम्पियाड करवाए जाएंगे ताकि युवाओं को खेल के लिए बेहतर मंच उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि खेल युवाओं को नशे से दूर रखने में भी सहायक सिद्ध होते हैं। विक्रमादित्य सिंह ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जखेड़ सम्पर्क मार्ग को पक्का करने के निर्देश दिए। डॉ. शांडिल और विक्रमादित्य सिंह इससे पूर्व ग्राम पंचायत सैंज के कशाउला गंाव से ग्राम पचंायत झाझा के चौड़ा गांव तक बनने वाले पुल स्थल का निरीक्षण भी किया। लोक निर्माण मंत्री ने पुल निर्माण के लिए संबंधित अधिकारियों को सभी औपचारिकताएं शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण से पर्यटक स्थल चायल तक जाने का सफर लगभग 15 किलोमीटर तक कम हो जाएगा वहीं ग्रामीणों को भी आवागमन में सुगमता होगी व कृषि उत्पादों को मंडी तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी।
बीएल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार में आज 28वीं वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का समापन किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बीएल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार के एसएमसी अध्यक्ष रतन तनवर रहे। वहीं, प्रधानाचार्य पुर्शोतम लाल, मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा, विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव किरण लेखा जोशी ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की। मंच का संचालन करते हुए शिवानी शर्मा ने मुख्य अतिथि का विद्यालय में पधारने पर स्वागत किया। वहीं, शारीरिक शिक्षक अमर देव और शिक्षिका अरुणा शर्मा ने बताया कि इस वार्षिक प्रतियोगिता के दौरान पिछले दो दिनों से विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं 100 मीटर दौड़, बैडमिंटन, चैस, लूडो, हाई जंप, कैरम बोर्ड, एकल नृत्य, एकल गीत, भाषण आदि करवाई गईं, जिसमें सभी सदनों के बच्चों में भाग लिया। मुख्य अतिथि ने बच्चों को संबोधित करते हुए सभी बच्चों को खेलकूद प्रतियोगिताओं को स्कूल में आयोजित करवाने तथा उनके महत्व के बारे में अवगत करवाया और बताया कि इस प्रकार कि खेल प्रतियोगिता करवाने से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है और बच्चों को अपना दृढ़ संकल्प मजबूत रखना चाहिए। प्रधानाचार्य पुर्शोतम लाल, मुख्याध्यापिका सुषमा, विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव किरण लेखा जोशी ने मुख्यातिथि को स्मति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा मुख्या अतिथि का 28वीं वार्षिक खेल प्रतियोगिता के समापन में पधारने के लिए धन्यवाद किया। इस प्रतियोगिता के समापन पर मुख्यातिथि ने सभी सदनों के विजेता और उप विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। ये रहे विजेता और उप विजेता मुख्य अतिथि ने कक्षा तीसरी से पांचवीं कक्षा तक 100 मीटर दौड़, बैडमिंटन, चैस, लूडो, हाई जंप, कैरम बोर्ड, एकल नृत्य, एकल गीत, भाषण में साहिल, सिया, कृतिका, लक्षित, वैष्णवी, समर, नवया, कुलविंदर, भावना, पूर्णिमा, वत्सल, पारुल ने गोल्ड मेडल, ध्रुवम, पलक, परिधि, दिव्यांश, मन्नत, लक्षित, माहि, परमेश, किंजल, कुशग्री, दीपक, जैसमिन ने सिल्वर मेडल, अभिनव, गुंजन, ओजस्विनी, दीवांश, दिव्या, रूबल, यानिज, वंशिका, तृषा, मानसी भावेश, रिधिमा ने ब्रोंज मेडल, छठी से आठवीं कक्षा से सक्षम, भाविता, शौर्य, आकृति, अभिनव, महिमा, विवेक, अक्षिता, वंश, पारस, दीपांशी, आर्यन नेगी, मानवी, कारन, नीलाक्सी,पलक, समीक्षा ने गोल्ड मेडल, कुशग्रा, प्रीती, दिव्यांशु, मानवी, कुशल, वंशिका, भवनीत, कुसुम, हिमांशु,गीतांजली, रुद्रांश, तनया, प्रियांशी, सोनाक्षी ने सिल्वर मेडल, पुनीत, लतिका, धैर्य, आध्या, कार्तिक, सुहाना, गौरव, सानया, कुशल, वंशिका, वर्षा, नव्या, वैष्णवी ने ब्रोंज मैडल, नवीं से बारहवीं कक्षा से भारती, गीतंश, गौरव, याशिका, तन्मय, पारुल, भूमिका, गौरांग,वैशाली, कार्तिक, साहिल, आदित, अंजलि ने गोल्ड मेडल, जसविंदर, उत्कर्ष, चैतन्या, श्रृष्टि, जतिन, पलक, आयुष सोनी, शगुन, अंशुमन, चिराग, निष्ठा ने सिल्वर मैडल, नेहा, अभिषेक, दिव्यांशु, चाहत, अक्षत, प्रिया, अमन वर्मा, ध्रुव, दीपक, आकाशी को ब्रोंज मेडल देकर सम्मानित किया।
-बाल विज्ञान सम्मेलन में प्रोजेक्ट प्रस्तुत करने की तैयारियों में जुटे छात्र मिनर्वा स्कूल घुमारवीं के छात्र बाल विज्ञान सम्मेलन में अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। प्रोजेक्ट रिपोर्ट अंडरस्टैंडिंग इकोसिस्टम फॉर हेल्थ एंड वेल बीइंग (स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना) पर आधारित रहेगी। प्रोजेक्ट के माध्यम से बच्चे हेल्थी फूड के बारे में जागरूक करेंगे। इसी प्रोजेक्ट की तैयारी में कक्षा 11वीं के छात्र वंश अत्री व अनिकेत जुटे हैं। इस प्रोजेक्ट में उनका मार्गदर्शन को-ऑर्डिनेटर प्रवीण सोनी व सब को-ऑर्डिनेटर अभिषेक शर्मा व अनिल शर्मा कर रहे हैं। शनिवार को इन बच्चों ने अपनी कक्षा में बच्चों को जागरूक किया गया। बच्चों ने बारी-बारी प्रोजेक्ट रिपोर्ट द्वारा अपने साथ पढ़ रहे साथियों को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। बताया कि स्वस्थ रहने के लिए हेल्थी फूड में क्या-क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। वहीं बच्चों को फास्ट फूड के दुष्परिणाम के बारे में अवगत करवाया गया। बच्चों को बताया गया कि स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना बेहद जरूरी है। स्वस्थ आहार ऊर्जा, स्मृति और फोकस में सुधार करता है। जो छात्र संतुलित आहार खाते हैं, उनके बीमार होने की संभावना कम होती है। पोषक तत्वों से भरपूर आहार में सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए। बच्चों को बताया गया कि फास्ट फूड हानिकारक विकारों का कारण बन सकता है। फास्ट फूड के अत्यधिक सेवन से भूख कम हो सकती है और खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों की संभावना खत्म हो सकती है। ये त्वरित भोजन वसा, नमक और चीनी से भरपूर होते हैं, और ये जीवन में मोटापा, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों का मूल कारण हैं। फास्ट फूड के नियमित सेवन से व्यक्ति के एकाग्रता स्तर में गिरावट आती है। यही कारण है कि हम देखते हैं कि आजकल बच्चे कैसे आसानी से विचलित हो जाते हैं। बच्चों को बताया कि आजकल मोटापा किस तरह आम होता जा रहा है। यह एक बहुत ही पुरानी बीमारी है, जो केवल जंक फूड खाने से बढ़ती है। इस मौके पर पाठशाला प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल सहित अंत मौजूद रहे।
सोलन पुलिस ने 865 ग्राम अफीम के साथ नेपाली मूल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार सोलन पुलिस की एक टीम जब गश्त के लिए सोलन शहर, शिल्ली, जौणाजी आदि के लिए रवाना हो रही थी तो टीम को गुप्त सूचना मिली कि पंचायत सामुदायिक केंद्र सेरी के समीप बैठे एक व्यक्ति के पास नशे की खेप है। पुलिस ने जब व्यक्ति की तलाशी ली तो उसके पास से 865 ग्राम अफीम बरामद हुई, जिसे वह सोलन शहर में बेचने की फिराक में था। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम शशि राम, निवासी नेपाल बताया जो कि वर्तमान में किन्नौर जिले के सुंगरा गांव में रह रहा है। इस संदर्भ में थाना सदर सोलन में मामला दर्ज करके उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जिसे आज अदालत में पेश किया जा रहा है। मामले में आगामी जांच जारी है।
साईं इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष रमिंदर बावा ने 19 अक्तूबर 2012 को समग्र शिक्षा प्रदान करने की दृष्टि से साईं इंटरनेशनल स्कूल की आधारशिला रखी थी। इस दिन को चिह्नित करने के लिए गत दिवस छात्रों और शिक्षकों ने संस्थापक दिवस को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया। साईं इंटरनेशनल स्कूल में उस समय जश्न का माहौल बन गया, जब छात्र और शिक्षक संस्थापक दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए। एक विशेष सभा आयोजित की गई, जहां छात्रों ने कई गतिविधियों का प्रदर्शन किया। दिन की शुरुआत भगवान पूजा वा आराधना से हुई। बच्चों ने पोस्टर मेकिंग एक्टिविटी के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
लुधियाना और शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रिंसिपलों के संगठन, लुधियाना सहोदय कॉम्प्लेक्स ने गुरुवार को लुधियाना में एक दिवसीय स्कूल प्रिंसिपल कॉन्क्लेव का आयोजन किया। शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों में प्रो चांसलर, विशाल आनंद और कुलपति, प्रो. अतुल खोसला शामिल थे, जबकि लुधियाना सहोदय स्कूल का प्रतिनिधित्व जसविंदर सिद्धू द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में लुधियाना और इसके पड़ोसी क्षेत्रों के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से 60 से अधिक प्रिंसिपलों ने भाग लिया। बदलते परिदृश्य में स्कूलों के लिए रणनीतिक नेतृत्व पर एक उच्च-गुणवत्ता और आकर्षक पैनल चर्चा का संचालन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और सीबीएसई के जिला प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. वंदना शाही द्वारा किया गया। पैनल के अन्य वक्ताओं में बीसीएम आर्य स्कूल की प्रिंसिपल अनुजा कौशल, जीसस सेक्रेड हार्ट स्कूल की प्रिंसिपल कीर्ति शर्मा और गुरु नानक पब्लिक स्कूल सराभा नगर के प्रिंसिपल गुरभेज एस नागी शामिल थे। सभी वक्ताओं ने सर्वांगीण और सफल व्यक्तियों को आकार देने में भाषा अधिग्रहण की भूमिका, सौंदर्य संबंधी संवेदनशीलता, प्रस्तुति कौशल और नेतृत्व गुणों जैसे विषयों पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और अनुभव साझा किए। इस अवसर पर समाज पर गहरा प्रभाव छोड़ने वाली दो हस्तियों को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रमा मुंजाल और डॉ. परमजीत कौर, उनकी संघर्ष यात्रा से हर कोई प्रेरित हुआ। शूलिनी विश्वविद्यालय ने शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के महान उद्देश्य के लिए इन प्राचार्यों के महत्वपूर्ण और चल रहे योगदान को स्वीकार करने का बीड़ा उठाया। उनमें से प्रत्येक को शिक्षा भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए उपभोक्ताओं के राशन कार्डों में उनकी आधार संख्या पंजीकृत की जा रही है। ई-केवाईसी के माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि राशन कार्ड में दर्ज व्यक्ति का नाम, जन्म तिथि तथा लिंग, आधार में दर्ज डाटा के अनुसार ही हो। इस प्रक्रिया को 31 अक्तूबर पूर्ण किया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि विभागीय सर्वर में अचानक आई तकनीकी समस्या के दृष्टिगत ई-केवाईसी की प्रक्रिया बाधित हो गई थी, जिसे दुरूस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 21 अक्तूबर से ई-केवाईसी की प्रक्रिया पुन: सुचारू रूप से कार्य करना आरंभ कर देगी। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि संबंधित उचित मूल्य की दुकान पर जाकर ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए विभाग का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी उचित मूल्य की दुकान में राशन प्राप्त करने में कोई असुविधा हो रही हो तो इसका समाधान 24 अक्तूबर तक कर दिया जाएगा।
-सोलन के बीशा में रखी ध्यारीघाट-बीशा संपर्क मार्ग की आधारशिला लोक निर्माण, युवा सेवाएं और खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आपदा प्रभावितों के उचित पुनर्वास के साथ-साथ प्रदेश का संतुलित विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता है। विक्रमादित्य सिंह आज सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बीशा में ध्यारीघाट से बीशा तक संपर्क मार्ग की आधारशिला रखने के उपरांत उपस्थित जन प्रतिनिधियों एवं अन्य से क्षेत्र के विकास के संबंध में विचार-विमर्श कर रहे थे। विक्रमादित्य सिंह ने सोलन विधानसभा क्षेत्र में ध्यारीघाट से बीशा तक सम्पर्क मार्ग की आधारशिला रखी। 1.5 किलोमीटर लंबे इस संपर्क मार्ग के निर्माण पर 1.22 करोड़ रुपये व्यय होंगे। उन्होंने कहा कि इस संपर्क मार्ग पर रेलवे सुरंग नंबर 76 पर ओवर ब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावितों के पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा की है। सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि इस दिशा में त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास के लिए धन की कोई कमी आड़े नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़कें पहाड़ की भाग्यरेखाएं हैं और विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर सम्पर्क मार्ग व्यवस्था सुनिश्चित बनाई जा रही है। राज्य में विभिन्न योजनाओं के तहत सड़क निर्माण को गति प्रदान की जा रही है। खेल मंत्री ने तदोपरांत कण्डाघाट खेल मैदान का निरीक्षण भी किया। उन्होंने यहां आवश्यक सुविधायुक्त खेल मैदान निर्मित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूर्ण होने पर खेल मैदान के लिए समुचित धनराशि उपलबध करवाई जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कण्डाघाट स्थित खेल मैदान को बड़ा करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी और संबंधित अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव रमेश ठाकुर, जिला महिला कांग्रेस की महासचिव निर्मल शर्मा, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के महासचिव ओम प्रकाश शर्मा, ग्राम पचंायत बीशा के प्रधान धर्मदत्त कश्यप, ग्राम पंचायत बाशा के प्रधान चंदन ठाकुर, जिला परिषद सदस्य मनोज वर्मा तथा राजेेंद्र ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद राजीव कौड़ा तथा उषा शर्मा, उत्तर रेलवे अम्बाला मण्डल के अभियंता हिमांशु धीमान, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता अजय शर्मा, उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता रवि भट्टी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशकआरके विश्नोई ने बताया कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली ने 12 अक्टूबर को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इसके अंतर्गत विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगात्मक साझेदारी स्थापित की गई है। उन्होंने आगे बताया कि एमओयू के अनुसार, टीएचडीसीआईएल आईआईटी दिल्ली के संकाय सदस्यों के नेतृत्व में अनुसंधान अध्ययन, पायलट प्रोजेक्ट और परामर्श कार्य संचालित करने के लिए कार्य करेगा। एमओयू में इस सहयोगात्मक गठबंधन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विस्तार से बताते हुए विश्नोई ने कहा कि टीएचडीसीआईएल, आईआईटी दिल्ली के साथ अनेक सहयोगात्मक परियोजनाएं शुरू करेगी और संस्थान में एक रिसर्च ग्रुप को इस कार्य में लगाएगी। ये सहयोगात्मक अनुसंधान क्षेत्रों के व्यापक स्पेक्ट्रम को शामिल करेंगे, जिनमें ऊर्जा संरक्षण, लिथियम-आयन भंडारण बैटरी के विकल्प, इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी के लिए नैनो टेक्नोलॉजी, हरित हाइड्रोजन, भू-तापीय प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन के मुद्दे, अपशिष्ट प्रबंधन / रीसाइक्लिंग, पानी शामिल हैं। इनके साथ ही इसमें प्रबंधन/संरक्षण, भंवर-प्रेरित कंपन, सुरंग बनाने की तकनीक, जैव ईंधन, ग्रिड स्थिरता में सुधार और विभिन्न अन्य प्रासंगिक क्षेत्र भी शामिल होंगे। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने आगे कहा कि टीएचडीसीआईएल परिचालन व्यय और अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों की लागत के लिए व्यापक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सहयोग आईआईटी दिल्ली को पारस्परिक रूप से सहमत शर्तों पर अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को निरंतर शुरू करने के लिए सशक्त बनाएगा, जिससे सहयोगात्मक अनुसंधान प्रयासों में उनके बढ़ते ज्ञान की महत्पूर्ण भूमिका रहेगी। एमओयू के अनुसार, आईआईटी दिल्ली आवश्यक बुनियादी ढांचागत सहायता और वैज्ञानिक, इंजीनियरिंग और तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करेगा। ये संसाधन संस्थान की शैक्षणिक गतिविधियों के साथ तालमेल बिठाते हुए अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने में सहायक होंगे। प्रोफेसर नरेश भटनागर, डीन (आर एंड डी), आईआईटी दिल्ली ने इस क्षेत्र में आईआईटी दिल्ली की वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग क्षमताओं पर भरोसा करने और बैटरी, संचार और रोबोट एप्लिकेशन आदि के क्षेत्रों में परियोजनाओं को चालू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु टीएचडीसीआईएल प्रबंधन को हार्दिक धन्यवाद दिया। भविष्य में, टीएचडीसीआईएल द्वारा आवश्यकता पड़ने पर आईआईटी दिल्ली कई और क्षेत्रों को भी कवर करेगा। इस साझेदारी के प्रभाव को मजबूत करने के लिए, आईआईटी दिल्ली, टीएचडीसीआईएल के सहयोग से, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ जुड़ने के लिए अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाएगा। इस सहभागिता का उद्देश्य बुनियादी और ट्रासंलेशनल रिसर्च सोल्यूशन दोनों हैं। इसके अतिरिक्त, संस्थान प्रासंगिक विषयों से अधिक संकाय सदस्यों को कार्य में जुटाएगा और सहयोगी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से प्रसारित करेगा। एसके चौहान, विभागाध्यक्ष (आरएंडडी), टीएचडीसीआईएल और आईआईटी दिल्ली के डीन (आरएंडडी) प्रोफेसर नरेश भटनागर ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता पांच साल के लिए किया गया है। विश्नोई ने कहा कि टीएचडीसीआईएल और आईआईटी दिल्ली के बीच यह सहयोगी उद्यम अनुसंधान, नवाचार और तकनीकी उन्नति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें विभिन्न उद्योगों और डोमेन के लिए अभूतपूर्व समाधान प्रदान करने की क्षमता है। टीएचडीसीआईएल 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश के प्रमुख बिजली उत्पादकों में से एक है, जिसका श्रेय इसकी प्रचालनाधीन परियोजनाओं को जाता है जिनमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन और द्वारका में क्रमश: 50 मेगावाट और 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं और उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना तथा केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शामिल हैं।
-मुख्यमंत्री सुक्खू ने किया मिल्कफेड के नए उत्पादों का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां ओक ओवर से मिल्कफेड के नए उत्पादों का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने दुग्ध प्रसंघ को बाजार में मांग आधारित उत्पाद तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण उत्पाद तैयार करने में हर संभव सहायता प्रदान करेगी। त्योहारों के मौसम को देखते हुए हिमाचल प्रदेश मिल्कफेड ने गिफ्ट पैक, शादी की भाजी और शुगर फ्री मिठाइयां बाज़ार में उतारी हैं। नए गिफ्ट पैक तीन तरह की पैकिंग में उपलब्ध होंगे, जिनका मूल्य क्रमश: 620, 1000 तथा 1500 रुपए रखा गया है। मिल्कफेड के सभी बिक्री केंद्रों तथा जिला मुख्यालयों पर यह उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा के डगवार में लगभग 226 करोड़ रुपये की लागत से 'स्टेट ऑफ द आर्टÓ दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र का निर्माण प्रस्तावित है, जहां दूध के अनेक तरह के उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इसके साथ-साथ अन्य संयंत्रों में भी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रतिज्ञा-पत्र में किसानों से 80 रुपए प्रति किलो गाय का दूध और 100 रुपये प्रति किलो भैंस का दूध खरीदने का वादा किया है, जिसके लिए मिल्कफेड के प्लांट को आधुनिक बनाया जा रहा है, ताकि किसानों से खरीदे गए दूध से गुणवत्तापूर्ण उत्पाद तैयार किए जा सकें। मिल्कफेड के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास सूद ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि सभी उत्पादों को तैयार करने में उच्च गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। शुगर फ्री मिठाइयों की मांग को देखते हुए मिल्कफेड ने इन्हें बाज़ार में उतारा है। इसके साथ-साथ मिल्कफेड की मिल्क केक, पहाड़ी बर्फी, कोकोनट बर्फी, के साथ-साथ 16 प्रकार की मिठाइयां बाज़ार में उपलब्ध होंगी। इस अवसर पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क राजीव कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जिला सोलन के कुमारहट्टी के गांव कलोल के टिंकल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि 28 सितंबर को समय शाम करीब 4.05 बजे जब वह अपने ढाबे के बाहर खड़ा था तो कुमारहट्टी की तरफ से आ रही एक बोलेरो गाड़ी के चालक ने तेज रफ्तार व लापरवाही से वन-वे का उल्लंघन करते हुए गलत दिशा में आकर सामने टनल की तरफ से आ रही मोटरसाईकिल को टक्कर मार दी, जिसमें बाइक सवार बुरी तरह से घायल हो गया। घायल को 108 एंबुलेस द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया। शिकायत पर पुलिस ने जांचकर पाया कि यह हादसा पिकअप चालक की तेज रफ्तारी, गलत दिशा व वन-वे में गाड़ी चलाने के कारण हुआ है। पिकअप चालक ने अपना नाम मनोज कुमार पुत्र हरका लाल निवासी शरमाली, जिला शिमला बताया और इसी नाम व पते का ड्राईविंग लाईसेंस पुलिस को दिखाया। पुलिस ने मामले में और छानबीन की तो पता चला कि बोलेरो चालक ने अपना गलत नाम व पता बताकर पुलिस को गुमराह किया है। पुलिस ने जांच में पाया कि चालक का असली नाम कुल बहादुर पुत्र करण बहादुर निवासी शरमाली, जिला शिमला है। पुलिस को गुमराह करने के आरोप में पुलिस ने कुल बहादुर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ़्तार कर लिया है। आरोपी को आज कार्ट में पेश किया जाएगा।
-बार-बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद ड्यूटी पर नहीं पहुंचे हड़ताल पर चल रहे जिला परिषद कैडर के कर्मचारियों पर प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। निदेशक पंचायती राज रुग्वेद ठाकुर की ओर से वीरवार को सीईओ जिला परिषद को जारी आदेशों में 167 जूनियर इंजीनियर की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश जारी हुए हैं। इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। बिलासपुर में 6, चंबा 13, हमीरपुर 10, कांगड़ा 38, किन्नौर 3, कुल्लू 11, लाहौल स्पीति 2, मंडी 32, शिमला 17, सिरमौर 13, सोलन 12 और ऊना में 10 जूनियर इंजीनियर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। 167 जूनियर इंजीनियर के पद अब आउटसोर्स आधार पर भरे जाएंगे। आउटसोर्स आधार पर बिलासपुर और चंबा में 7-7 पद, हमीरपुर 13, कांगड़ा 35, किन्नौर 3, कुल्लू 13, लाहौल स्पीति 1, मंडी 25, शिमला 22, सिरमौर 13, सोलन 16 और ऊना में 9 पद भरे जाएंगे। आउटसोर्स पदों को भरने की जानकारी हिमाचल प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम को भेजी जाएगी और यह पद एक साल के लिए भरे जाएंगे। बार-बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद भी यह इंजीनियर ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। सरकार का तर्क है कि जेई की अनुपस्थिति से मनरेगा के विकार्स कार्य, मनरेगा मजदूरों को भुगतान और आपदा कार्यों की बहाली में बाधा उत्पन्न हो रही थी।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने बताया कि 18 अक्टूबर को टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और गढवाल मंडल विकास निगम लि. (जीएमवीएनएल) के मध्य उत्तराखंड में जीएमवीएन के 14 अतिथि गृह एवं चार धाम यात्रा मार्ग पर विद्युत वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। विश्नोई ने अवगत कराया कि इन दोनों के सहयोगात्मक प्रयास से इस पवित्र मार्ग पर इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी। विश्नोई ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों संगठन अगले साल चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले चार्जिंग स्टेशनों को तेजी से चालू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पहल उत्तराखंड में सतत और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन विकल्पों की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाती है। टीएचडीसीआईएल की ओर से प्रवीण सक्सेना, महाप्रबंधक (व्यवसाय विकास) तथा जीएमवीएन की ओर से राकेश सकलानी, अपर महाप्रबंधक(पर्यटन) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनोद गिरी गोस्वामी, आईएएस तथा दोनों संगठनों के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राजस्व, बागवानी तथा जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को देश के फल राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए कृत संकल्प है। जगत सिंह नेगी आज डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में उन्नत मृदा एवं पत्ती विश्लेषण प्रयोगशाला में 50 लाख रुपए की लागत से निर्मित सैंपल प्रसंस्करण खंड का शुभारम्भ करने के उपरांत विश्वविद्यालय के अध्यापकों के साथ आयोजित संवाद सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल को देश का फल राज्य बनाने के लिए डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के वैज्ञानिकों को दिशा परक कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को हिमाचल प्रदेश की विविध जलवायु के अनुरूप विभिन्न फलों की किस्में तैयार करनी होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस दिशा में विश्वविद्यालय को समुचित सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पांच वर्षों में प्रदेश में हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना के तहत लगभग 1300 करोड़ रुपए खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश के 7 ज़िलों के 28 विकास खंडों में 06 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में दो चरणों में बागवानी क्षेत्र का विकास किया जाएगा। इससे लगभग 15 हजार से अधिक बागवान परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि परियोजना के अंतर्गत किसानों की निजी भूमि पर 'एक फसल एक क्लस्टरÓ विधि के तहत संतरा, अमरूद, अनार, लीची, प्लम, पीकन नट, परसीमोन, आम इत्यादि फलों को बढ़ावा दिया जाएगा। जगत सिंह नेगी ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वह टिशू कल्चर विधि को प्रदेश की आवश्यकताओं के अनुरूप विकसित करें ताकि बागवान इससे लाभान्वित हो सके। बागवानी मंत्री ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में भी वर्तमान में फलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमें यह सुनिश्चित बनाना होगा कि हम हिमाचल की विविध जलवायु परिस्थितियों का उचित उपयोग कर हिमाचल को फल राज्य बनाएं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय की विभिन्न समस्याओं का शीघ्र समाधान निकाला जाएगा। जगत सिंह नेगी ने इससे पूर्व डॉ. यश्वन्त सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के प्रशासनिक प्रागंण में टर्मिनलिया मेटालिका का पौधा रोपा। उन्होंने विश्वविद्यालय में सेब एवं अन्य फलों की नर्सरी पी.ई.क्यू स्थल, विभिन्न फलों के जीन बैंक, अनुसंधान प्रयोगशाला, तन्तु संवर्द्धन प्रयोगशाला, इलैक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप प्रयोगशाला, वानिकी विभाग में बने इनक्यूबेशन केन्द्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी तथा फूलों की खेती प्रदेश के ग्रामीणों की आय का प्रमुख साधन है। उन्होंने कहा कि डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी को बनाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने छात्रावासों में भोजन की व्यवस्था भी जांची। डॉ. यशवंत सिंह परवार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने जगत सिंह नेगी का स्वागत किया और विश्वविद्यालय के कार्यों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, खंड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजय ठाकुर, ग्राम पंचायत नौणी के प्रधान मदन हिमाचली, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, डॉ. यश्वंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी कुल सचिव नरेंद्र चौहान, प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष फल विज्ञान विभाग डॉ. धर्मपाल शर्मा, डॉ. अनिल हांडा, उपमंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ज़िला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने पंचायती राज संस्थाओं के उप निर्वाचन, 2023 के लिए ज़िला के विभिन्न विकास खण्डों में मतदान केंद्रों की सूची प्रकाशित कर दी है। ज़िला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) द्वारा प्रकाशित सूची के अनुसार विकास खण्ड कण्डाघाट की ग्राम पंचायत सतडोल के वार्ड नंबर 1, कांशीपट्टा के लिए राजकीय प्राथमिक पाठशाला सतडोल तथा ग्राम पंचायत छावशा के वार्ड नंबर 4, पाडली के लिए आंगनवाड़ी केंद्र पाडली को मतदान केंद्र अधिसूचित किया गया है। विकास खंड धर्मपुर की ग्राम पंचायत आंजी मातला के वार्ड नंबर 1 रडोपैद के लिए राजकीय प्राथमिक पाठशाला रडोपैद को मतदान केंद्र के रूप में अधिसूचित किया गया है। विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत संघोई के वार्ड नंबर 5, मलावण-2 के लिए राजकीय प्राथमिक पाठशाला मलावण तथा ग्राम पंचायत सानन के वार्ड नंबर 4, सानण ब्रागिया के लिए राजकीय माध्यमिक पाठशाला सानण ब्रागिया को मतदान केंद्र अधिसूचित किया है।
जिला परिषद अधिकारी एवं कर्मचारी महान संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज 20वें दिन में प्रवेश कर गई है। इन कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पंचायत के विकास कार्य एवं अन्य कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए हैं। संघ का कहना है कि सरकार द्वारा कर्मचारी व अधिकारियों की मांगों को मानने की बजाय तानाशाही रवैया अपना कर तरह-तरह के पत्र निकालकर कर्मचारी एवं अधिकारियों को डराया धमकाया जा रहा है, जो कि किसी भी तरह से उचित एवं न्याय संगत नहीं है, क्योंकि इन कर्मचारियों की कोई भी मांग ऐसी नहीं है, जो उचित न हो इस तरह के पत्रों एवं फरमानों के द्वारा इन्हें डराया जाना लोकतंत्र के खिलाफ है। जिला परिषद कर्मचारी एवं अधिकारी महासंघ इकाई धर्मपुर द्वारा अध्यक्ष जिला परिषद रमेश ठाकुर का समर्थन करने पर उनका आभार जताया व 25 25 वर्षों की विभाग की सेवा करने के बाद भी इस प्रकार का रवैया अपनाने पर बहुत ही खेद जताया है। संघ इकाई द्वारा सरकार से प्रार्थना की गई कि सभी कर्मचारी एवं अधिकारियों की मांगों को मानकर उचित न्याय प्रदान करें, ताकि सभी लोग हड़ताल समाप्त कर अपने कार्य को प्रारंभ करें और पंचायत के कार्य पुन: सुचारू रूप से चल सकंे।
नेहरू युवा केंद्र सोलन द्वारा 'मेरी माटी मेरा देश'कार्यक्रम के अंतर्गत विकास खंड धर्मपुर में 11 अक्तूबर को पूर्व स्वाथ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल, विकास खंड नालागढ में 13 अक्तूबर को मुख्य अतिथि मदन चौधरी, विकास खंड कंडाघाट में 16 अक्तूबर को सहीद रोशन लाल तथा विकास खंड कुनिहार के दारलाघाट में 18 अक्तूबर को पूर्व भारतीय सेना अधिकारी मनसा राम मुख्य अतिथि रहे। धर्मपुर में 600, नालागढ़ में 700 , कंडाघाट में 500 तथा कुनिहार में आयोजित कार्यक्रम में 600 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन सभी कार्यक्रमों में सर्वप्रथम कलश यात्राएं निकली गई, तत्पश्चात उपस्थित सभी प्रतिभागियों द्वारा पंच प्रण शपथ ली गई जिसके बाद उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद विभिन्न गांव, पंचायतों तथा विभिन्न संस्थानों से आये कलश की मिट्टी को एक पात्र में रख कर मिलाया गया तथा राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए एक कलश में मिट्टी डाली गई एवं बची हुई मिट्टी से पौधरोपण किया गया। जानकारी देते हुए नेहरु युवा केंद्र सोलन की उपनिदेशक इरा प्रभात में बताया की मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम संपूर्ण भारत में नेहरु युवा केंद्र द्वारा आयोजित करवाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत ग्रामीण स्तर से हुई तथा इसके पश्चात खंड स्तर और उसके बाद राज्य स्तर तथा अंत में ये कार्यकम का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में अमृत वाटिका के निर्माण से होगा। मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के अंतर्गत अगला कार्यक्रम जिला सोलन में 21 अक्तूबर को आयोजित होगा।
शूलिनी इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट (एसआईएलबी), सोलन ने खाद्य संरक्षण और हमारे जीवन में पानी की भूमिका के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों के साथ विश्व खाद्य दिवस मनाया। जल ही जीवन है, जल ही भोजन है, किसी को भी पीछे न छोड़ें थीम के तहत संस्थान ने आकर्षक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की, जिसमें विभिन्न विभागों के छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एसआईएलबी की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा थीं। डॉ. मीनू ठाकुर, शिवानी दत्त और वरुण गार्ला सहित एक प्रतिष्ठित पैनल ने छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए अपनी विशेषज्ञता प्रदान की। वहीं आ अवसर पर करवाई गई भाषण प्रतियोगिता में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने अपने वक्तृत्व कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें मुस्कान बिष्ट ने केंद्रीय विषय पर एक व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। बीबीए विभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए वंशिका चौहान और मीनाक्षी ने स्नातक वर्ग में प्रथम और द्वितीय पुरस्कार का दावा किया, जबकि एमएससी से सिमरन पटियाल और राहुल ठाकुर ने। वनस्पति विज्ञान कार्यक्रम ने स्नातकोत्तर श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया। फोटोग्राफी प्रतियोगिता में बीबीए के आदित्य नरोता और बीसीए विभाग के यश परमार ने दूसरा पुरस्कार जीता। चित्रकला प्रतियोगिता में एमएससी कर रही कीर्ति ठाकुर। जैव प्रौद्योगिकी में, उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया और प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि हर्षुल कौंडल, एम.एससी. वनस्पति विज्ञान के छात्र ने दूसरा पुरस्कार जीता। बीसीए विभाग के आकाश ठाकुर को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वनस्पति विज्ञान विभाग की नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि बीबीए विभाग के छात्र हरिओम ने रैप प्रस्तुत किया। एसआईएलबी की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा ने योग्य विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए। यह कार्यक्रम छात्रों और सहायक प्रोफेसरों की उत्साही भागीदारी के साथ संपन्न हुआ, जिन्होंने एसआईएलबी में विश्व खाद्य दिवस को एक शानदार सफलता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हिमाचल में करीब 80,000 शिक्षकों के तबादलों के लिए प्रदेश सरकार ने पुराने नियम बदल दिए हैं। अब शिक्षकों के तबादले 30 किलोमीटर के दायरे से बाहर होंगे। एक स्थान पर तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा करने के बाद अब शिक्षकों को 30 किलोमीटर दूर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। तबादले करने के लिए सरकार ने दूरी को पांच किलोमीटर बढ़ा दिया है। पहले 25 किलोमीटर के भीतर तबादले होते थे। राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है। प्रदेश में इसी माह से यह व्यवस्था लागू होगी। एक स्कूल में तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा होते ही आपसी सहमति से नजदीकी शिक्षक के साथ स्कूल बदलने के तबादला आदेश जारी करवाने वाले शिक्षकों के लिए अब राह आसान नहीं रहने वाली है। शहरों के आसपास सटे स्कूलों में ही सेवाएं देने वाले शिक्षकों को थोड़ा और बाहर के क्षेत्रों में भेजने के लिए सरकार ने तबादला नीति में बदलाव कर दिया है। विभागीय अधिकारियों की ओर से 30 की जगह 40 किलोमीटर के दायरे से बाहर शिक्षकों के तबादले करने का प्रस्ताव था, लेकिन सरकार ने इस दूरी को 30 किलोमीटर ही रखने की मंजूरी दी है। इस नई व्यवस्था से अब ऐसे स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी, जहां कोई भी जाने को तैयार नहीं होता था।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 अक्तूबर को आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत सोलन के साथ लगते कुछ क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी आज यहां बोर्ड के अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 20 अक्तूबर को प्रात: 10.00 बजे से सायं 05.00 बजे तक ओच्छघाट, नन्दों, फगंड़ी, कुंडला, क्यार, बसाल, कालाघाट एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति तथा अन्य कारणों से उपरोक्त तिथि एवं समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री श्री जगत सिंह नेगी गुरुवार को डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस अवसर पर बागवानी मंत्री हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित उन्नत पत्ती और मिट्टी विश्लेषण प्रयोगशाला के सैंपल प्रसंस्करण खंड का उद्घाटन करेंगे। बागवानी मंत्री विश्वविद्यालय के फलों की नर्सरी और जीन बैंक का दौरा करेंगे। इसके अलावा, वह टिशू कल्चर, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी और वन उत्पाद प्रयोगशालाओं का भी दौरा करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ एक संवाद सत्र भी आयोजित किया जाएगा।
लोक निर्माण, युवा सेवाएं और खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह 20 अक्तूबर को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह दोपहर 12.10 बजे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मन्त्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल के साथ कण्डाघाट उपमण्डल के ध्यारीघाट से बीशा तक सड़क की आधाशिला रखेंगे। लोक निर्माण मंत्री तदोपरांत स्वास्थ्य मंत्री के साथ दोपहर 1.00 बजे कण्डाघाट खेल मैदान तथा 50 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल का निरीक्षण भी करेंगे। विक्रमादित्य सिंह तत्पश्चात इसी दिन दोपहर 1.45 बजे डॉ. शांडिल के साथ कण्डाघाट उपमण्डल के कशाउला में डीडीएल फैक्टरी से चौरा मार्ग पर अश्वनी खड्ड पर निर्मित किए जाने वाले पुल के स्थान का निरीक्षण करेंगे। खेल मन्त्री इसके उपरांत दोपहर बाद 2.30 बजे कण्डाघाट उपमण्डल की ग्राम पंचायत दंघील के गांव जखीड़ में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय महिला कबड्डी टीम की खिलाड़ी ज्योति ठाकुर के लिए आयोजित बधाई समारोह में उपस्थित रहेंगे।
बौद्धिक संपदा अधिकार सैल शूलिनी विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों ने कानूनी विज्ञान संकाय, शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ, ज्ञान अर्थव्यवस्था के लिए आईपी के विकास का पोषण विषय के तहत नई दिल्ली में आयोजित 2023 वार्षिक राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सम्मेलन में भाग लिया। वार्षिक राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सम्मेलन में भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पियूस गोयल और राज्य मंत्री सोम प्रकाश सहित प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण डब्ल्यूआईपीओ के महानिदेशक डेरेन टैंग द्वारा दी गई अंतर्दृष्टि थी। सम्मेलन के दौरान, पीयूष गोयल ने दूरदर्शी विचार साझा किए जो नवाचार और बौद्धिक संपदा में भारत की अग्रणी स्थिति को रेखांकित करते हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों, जिनमें हिमांशु शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक आईपी, और पवन, आईपी प्रबंधक शामिल थे, ने गर्व से अनुसंधान और नवाचार के प्रति संस्थान के समर्पण का प्रदर्शन किया। कानूनी विज्ञान शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्र और संकाय सदस्य सक्रिय रूप से सार्थक चर्चाओं में शामिल हुए, अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की, और बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में कुछ प्रतिभाशाली दिमागों के साथ नेटवर्क बनाया। शूलिनी विश्वविद्यालय के आईपीआर सेल ने पिछले तीन वर्षों से आईपी इंडिया रैंकिंग में शीर्ष 10 में लगातार उपस्थिति बनाए रखी है। यह उपलब्धि बौद्धिक संपदा की सुरक्षा और उन्नति के प्रति विश्वविद्यालय के अटूट समर्पण का प्रमाण है।
मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एवं जन संपर्क विभाग) संजय अवस्थी ने युवाओं से आग्रह किया कि जीवन में कभी भी संघर्ष से घबराएं नहीं। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अर्की में आयोजित ज़िला स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता को संबोधित कर रहे थे। प्रतियोगिता में ज़िला के 8 शिक्षा खंडों की 07 टीमों ने भाग लिया। संजय अवस्थी ने कहा कि युवा काल में सही दिशा में किया गया संघर्ष ही भविष्य में सफल जीवन का आधार बनता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को सदैव परिश्रम एवं समर्पण के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघर्ष की भट्टी में तपकर ही प्रतिभा उच्चतम स्तर का निखार प्राप्त करती है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में अग्रणी रहना होगा। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि देश एवं प्रदेश के सत्त विकास के लिए युवाओं की असीमित ऊर्जा को उचित दिशा दी जानी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जहां युवाओं को नशे से दूर रहना होगा वहीं हम सबको यह सुनिश्चित बनाना होगा कि युवाओं को बेहतर शिक्षा एवं समय पर अवसर मिलें। इस दिशा में प्रदेश सरकार योजनाबद्ध कार्य कर रही है। संजय अवस्थी ने कहा कि युवाओं को विश्व स्तरीय शिक्षा सुविधा एवं अन्य अधोसंरचना प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग विद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह विद्यालय समग्र शिक्षा के मन्दिर बन कर उभरेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू राज्य के प्रत्येक बच्चे का भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना इसी दिशा में सशक्त प्रयास है। उन्होंने कहा कि सुखाश्रय योजना के तहत प्रदेश सरकार ने 4000 अनाथ बच्चों को 'चिल्ड्रन ऑफ द स्टेटÓ के रूप में अपनाने का निर्णय लिया है। योजना के अन्तर्गत अब तक इन बच्चों को 4.68 करोड़ रुपए के लाभ हस्तांतरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की जन हितैषी सोच को आत्मसात करना होगा। संजय अवस्थी ने प्रतियोतिा में उपस्थित छात्रों से आग्रह किया कि राज्य सरकार की ऐसी सभी योजनाओं को समझकर ज़रूरतमंदों को इनकी जानकारी दें ताकि सभी पात्र इनसे लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि युवा संसद कार्यक्रम छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए बेहतर रूप से तैयार करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं में नेतृत्व की भावना विकसित करते हैं। उन्होंने आशा जताई कि यह कार्यक्रम युवाओं को उचित राजनीतिक सोच प्रदान करने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की में संगीत एवं रसायन विज्ञान अध्यापक का पद शीघ्र भरने का आश्वासन दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालय में शौचालय निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार कर प्रेषित करें ताकि आवश्यकता अनुरूप धनराशि उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने आयोजन समिति को 21,000 रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) का मुख्य उद्देश्य जन सहभागिता के माध्यम से समग्र स्वच्छता सुनिश्चित बनाना है। मनमोहन शर्मा गत दिवस यहां स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि केवल अपने परिवेश की सफाई कर हम स्वच्छ नहीं कहला सकते। उन्होंने कहा कि समग्र स्वच्छता के लिए न केवल नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनना होगा अपितु पर्यावरण संरक्षण एवं ठोस तथा तरल कचरा निष्पादन के विषय में सरकार के प्रयासों को सम्बल प्रदान करना होगा। इस मिशन का लक्ष्य गांवों में स्वच्छता, शौचालय, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा पेयजल व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाओं का निर्माण करके ग्रामीण परिवेश को विकसित करना है। मनमोहन शर्मा ने कहा कि ग्रामीण परिवेश में निजी शौचालय के निर्माण के पश्चात अब सार्वजनिक स्थान पर शौचालय की सुविधा, ठोस एवं तरल कचरे का उचित निष्पादन तथा मल निकासी की व्यवस्था पर भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ज़िला की समस्त ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस किया जा चुका है। उन्होंने सरकार के दिशा-निर्देशानुसार ज़िला सोलन के समस्त गांव को भी ओडीएफ प्लस की मॉडल श्रेणी में लाने के विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि 16 अक्टूबर तक 546 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया जा चुका है। शेष 495 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में अवगत करवाया गया कि सोलन जिला में प्लास्टिक कचरा निष्पादन इकाई सोलन विकास खंड की ग्राम पंचायत बड़ोग, कंडाघाट विकास खंड की ग्राम पंचायत चायल, धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत धर्मपुर, कुनिहार विकास खंड की ग्राम पंचायत कुनिहार तथा नालागढ़ विकास खंड की ग्राम पंचायत दभोटा में स्थापित की जाएगी ताकि प्लास्टिक कचरा का उचित निष्पादन हो सके। ठोस अपशिष्ट और गंदे पानी के उचित प्रबंधन के लिए 2281 गांव कवर किए जा चुके हैं। इसी तरह जिला के 2245 गांव को ओडीएफ प्लस किया जा चुका है तथा शेष बच्चे गांव को भी ओडीएफ प्लस की श्रेणी में लाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहे हैं। बैठक में जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी सीमा कंसल तथा जिला के खंड विकास अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार के 11 खिलाड़ियों का राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। जानकारी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि यह बड़े गर्व की बात है इस वर्ष विद्यालय से 11 उम्दा खिलाडियों का अंडर-14/अंडर-19 छात्र-छात्रा खेल स्पर्धा के लिए हुआ है। अंडर-14 भाषण प्रतियोगिता में मिहिर कौशल, चेस प्रतियोगिता में कार्तिक, अनन्या, नव्या, काव्या, 100 मीटर प्रतियोगिता में अर्निका, शॉट पुट प्रतियोगिता में वंशिका ठाकुर, अंडर-19 टेबल टेनिस प्रतियोगिता में दक्ष ठाकुर, रुद्राक्ष मित्तल, शॉट पुट/ डिस्क प्रतियोगिता में गुंजन ठाकुर व दिशिता शर्मा का चयन हुआ है। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय खेल स्पर्धा में उत्तम प्रदर्शन करने के उपरांत इन सभी खिलाड़ियों का चयन राज स्तर के लिए हुआ। विद्यालय अध्यक्ष ने इन सभी चयनित खिलाड़ियों को, शारीरिक शिक्षक अमर देव, अरुणा शर्मा, इनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई दी है एवं राज्य स्तर पर भी उम्दा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि हर वर्ष इस विद्यालय से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों का चयन होता है, जिससे बच्चे विद्यालय का, इलाके का और अपने माता-पिता का नाम रोशन करते हैं। प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम लाल, मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा, अध्यापक अभिभावक संघ अध्यक्ष रतन तंवर व सभी सदस्यों ने, सभी अध्यापकों ने इन सभी खिलाड़ियों और इनके माता-पिता को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल तथा प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री रोहित ठाकुर ने आज सोलन जिला के सायरी में जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के समीप स्थित निर्माणाधीन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया। डॉ. शांडिल तथा रोहित ठाकुर ने आज तृतीय नवरात्र के पावन अवसर पर सायरी स्थित मनसा माता मंदिर में पूजा अर्चना भी की और प्रदेशवासियों के सुखी जीवन की कामना की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सायरी के बनने से आस-पास के गांव के छात्रों को जहां उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त होगी वहीं साथ लगते क्षेत्रों में रोज़गार भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा तकनीकी शिक्षा में गुणावत्ता लाना और पाठ्यक्रम को रोज़गारोन्मुखी बनाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इस उद्देश्य से सरकार द्वारा विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ड्रोन सेवा तकनीशियन पाठ्यक्रम चरणबद्ध तरीके से शुरू किए जा रहे है ताकि छात्रों को नई तकनीक के बारे में उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके। डॉ. शांडिल ने कहा कि सुखाश्रय योजना के तहत लगभग 2700 अनाथ बच्चे, जो कि अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं, को भी 27 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक 4000 रुपये मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन बच्चों के संरक्षण के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और इस योजना में मातृत्व देखभाल की आवश्यकता वाले प्रत्येक बच्चे के लिए एक परिचारिका का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्णायक नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा भारी वर्षा के प्रभावितों के लिए राहत पैकेज दिया गया है। राहत पैकेज के तहत भारी वर्षा के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को देने वाली राशि को बढ़ाकर 7 लाख रुपए तथा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि भारी वर्षा से हुए नुकसान के प्रभावितों का पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता है। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश मंत्रिमंडल की पिछली आयोजित बैठक में सायरी चौकी को थाना के रूप में स्तरोन्नत करने पर सहमति जताई गई है। इस सम्बन्ध में शीघ्र ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही स्वास्थ्य केंद्र सायरी को आदर्श स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाएगा। उन्होंने मनसा माता मंदिर सायरी में सभागार के निर्माण के लिए 05 लाख रुपए की घोषणा की। उन्होंने ग्राम पंचायत काहला के दांउटी में सामुदायिक भवन अनुसूचित जाति योजना घटक के तहत निर्मित करने की घोषणा भी की। प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री रोहित ठाकुर ने निरीक्षण के उपरांत कहा कि युवाओं को गुणात्मक तथा रोज़गारोन्मुखी शिक्षा उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में लगभग 134 महाविद्यालय, लगभग 152 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा लगभग 130 निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि विकास एक निरंतर प्रक्रिया है तथा आने वाले समय में सरकार द्वारा नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को और सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमण्डल की बैठक में 06 हजार शिक्षक के पदों को भरने की स्वीकृति प्राप्त हुई है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में गुणात्मक सुधार के लिए प्रारम्भिक शिक्षा में 2252 शिक्षकों के पदों पर भर्ती प्रत्येक ज़िला में आरम्भ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यालय स्तर पर छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बल दे रही है। इस दिशा में प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल मील का पत्थर सिद्ध होंगे। सोलन ज़िला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में इन विद्यालयों के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में छात्रों को गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ बेहतर खेल सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस अवसर पर कुसुम्पटी के पूर्व विधायक सोहन लाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुन्दर सिंह जसवाल, ज़िला कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, खंड कांग्रेस समिति शिमला ग्रामीण के उपाध्यक्ष जिया लाल ठाकुर, खंड कांग्रेस समिति शिमला ग्रामीण के महासचिव विवेक शर्मा, खण्ड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सत्या ठाकुर, ग्राम पंचायत सायरी के प्रधान अंजु राठौर, ग्राम पंचायत नौणी के प्रधान मदन हिमाचली, ग्राम पंचायत चनहोग के प्रधान मनोज कुमार, ग्राम पंचायत काहला के उप प्रधान रामेश ठाकुर, ग्राम पंचायत सायरी के पूर्व प्रधान जी.आर. भारद्वाज, ग्राम पंचायत सतड़ोल की पूर्व प्रधान सुखदेई, तकनीकी शिक्षा के उप निदेशक संजय गुप्ता, उपमंडलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, खण्ड चिकित्सा अधिकारी सायरी डॉ. अल्पना कौशल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को शूलिनी विश्वविद्यालय परिसर में अत्याधुनिक तकनीक के साथ उभरती प्रौद्योगिकियों में एक अनुभव केंद्र का उद्घाटन किया। आईहब दिव्य संपर्क और टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब द्वारा समर्थित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और आईआईटी रूड़की द्वारा नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (एनएमआईसीपीएस) के तहत एक सहयोगात्मक प्रयास, अत्याधुनिक सुविधा परिवर्तनकारी प्रगति के लिए संवर्धित वास्तविकता (एआर), आभासी वास्तविकता (वीआर), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), और ड्रोन प्रौद्योगिकी में उत्प्रेरक बनने कोशिश। कल शूलिनी विश्वविद्यालय में 7वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा केंद्र का उद्घाटन किया गया। केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला, प्रो चांसलर विशाल आनंद और ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा के अध्यक्ष आशीष खोसला उपस्थित थे। कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने मनीष आनंद सीईओ आईहब, दिव्य संपर्क का परिचय दिया और ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर), वर्चुअल रियलिटी (वीआर), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और ड्रोन टेक्नोलॉजी एक्सपीरियंस सेंटर लैब में शामिल विभिन्न तकनीकों के बारे में बताया। आईहब, दिव्य संपर्क के सीईओ मनीष आनंद ने कहा कि एआर/वीआर की भूमिका रियल एस्टेट, गेमिंग, शिक्षा और प्रशिक्षण में व्यापक अनुभव, इंटरैक्टिव सिमुलेशन और आभासी संपत्ति की खोज को जोड़ती है और उद्योगों को बदलने में मदद करेगी। टीओटी का उपयोग चीजों को अधिक कुशल बनाने और लोगों को जोड़ने के लिए किया जाएगा, जो स्मार्ट घरों, सटीक खेती, औद्योगिक स्वचालन और डेटा के आधार पर निर्णय लेने की अनुमति देता है। इस लैब का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के छात्रों को उन्नत तकनीकी कौशल प्रदान करके नौकरी बाजार के लिए प्रशिक्षित करना है। आईहब शूलिनी के समन्वयक प्रोफेसर दीपक कुमार ने इस अग्रणी केंद्र की स्थापना में आईहब दिव्यसंपर्क द्वारा दिए गए अमूल्य समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने दोनों संस्थानों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सहयोग पर भी प्रकाश डाला, जिसमें उद्योग-प्रासंगिक चुनौतियों का समाधान करना और इनक्यूबेशन और फंडिंग के लिए साइबर-फिजिकल सिस्टम (सीपीएस) डोमेन में स्टार्टअप की सहायता करना शामिल है।
जिला सोलन के अटल शिक्षा कुंज स्थित प्रसिद्ध आईईसी यूनिवर्सिटी की एनएसएस इकाई ने इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट वस्तुओं की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने के लिए एचपी राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के कचरे के संग्रहण और जागरूकता अभियान के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण की सुरक्षा हेतु जागरूक करना और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के कचरे के सही निपटारे के बारे में विस्तार से समझाना था। कार्यक्रम में कई छात्रों और वक्ताओं ने इस ज्वलंत मुद्दे पर अपने विचार विस्तार से प्रकट किये। उन्होंने ई-कचरा प्रबंधन की जरूरत पर अपनी राय दी और अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से ई-कचरे का उचित निपटान पर जोर दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक पुरी ने अपने संदेश में मुख्य पर्यावरण इंजीनियर, बद्दी श्री प्रवीण गुप्ता जी और उनकी सक्रिय टीम के प्रयासों की सराहना की और कहा कि आज ई-कचरा पर्यावरण प्रदूषण फैलाने का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है। इसलिए, हमें अपने समाज के सामने आने वाली इन बड़ी चुनौतियों के बारे में अधिक से अधिक जागरूक होना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट से पर्यावरण को हो रहे नुकसान से समाज को बचाने की नैतिक शपथ भी ली।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान शेष पात्र किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) सम्मान निधि के अंतर्गत शामिल करने के लिए विशेष अभियान के तहत 'घर-घर केसीसी अभियान' कार्यान्वित किया जा रहा है। उपायुक्त सोलन आज यहां जिला के अग्रणी बैंक यूको बैंक द्वारा निर्धारित विशेष जिला सलाहकार समीति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मनमोहन शर्मा ने कहा कि घर-घर केसीसी अभियान प्रथम अक्तूबर से 31 दिसंबर तक चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए केसीसी करवाने पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने बैंकर्स को निर्देश दिए की सभी अधिकारी पूर्ण तैयारी करके दस्तावेज लाएं ताकि बैठक में सार्थक चर्चा हो सके। उन्होंने बैंकर्स और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की तीन दिन के भीतर केसीसी से संबंधित सूचना भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने बैंकर्स को निर्देश दिए की सभी बैंकर्स आधार वेरिफिकेशन और ई-केवाईसी से संबंधित सभी कार्य बैंक में उचित ढंग से करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सराहनीय कार्य करने वाले बैंकर्स और अधिकारियों को भविष्य में सम्मानित भी किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में निर्णय लिया गया है कि डॉ. वाईएस परमार शिक्षा ऋण योजना के तहत 04 लाख रुपए की वार्षिक आय से कम परिवार वाले विद्यार्थियों को 20 लाख रुपये तक के ऋण एक प्रतिशत ब्याज दर पर प्रदान किए जाएंगे। इस योजना से पात्र मेधावी छात्रों को आवश्यक ऋण उपलब्ध होगा जिससे वह अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि रोज़गार सृजन व ग्रामीणों के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत गुरु शिष्य परंपरा के माध्यम से 18 व्यवसाय से संबंधित ग्रामीणों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके पश्चात प्रशिक्षित ग्रामीण को कम ब्याज पर ऋण प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव, ज़िला राजस्व अधिकारी नीरजा शर्मा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अशोक चौहान, ज़िला अग्रणी यूको बैंक की प्रबंधक तमन्ना मोदगिल, जिला कृषि अधिकारी सीमा कंसल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व बैंकर्स उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि पुराने समय से ही मेले एवं त्यौहार मेल-मिलाप का साधन रहे हैं। डॉ. शांडिल गत देर सांय सोलन की ग्राम पंचायत शमरोड़ के गांव धर्जा में आयोजित दो दिवसीय महामई मेला धर्जा के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. शांडिल ने कहा कि मेले एवं त्यौहार जहां हमारी युवा पीढ़ी को हमारी समृद्ध संस्कृति से परिचित करवाते हैं वहीं आपसी मेल-जोल का साधन भी बनते है। उन्होंने कहा कि मेले एवं त्यौहारों के बारे में युवा पीढ़ी को पूरी जानकारी प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। समृद्ध संस्कृति को संजोए रखने में युवा पीढ़ी को भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है और जहां पर्यटन क्षेत्र में रोज़गार की अपार संभवनाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास के साथ-साथ सरकार की प्राथमिकता अधिक से अधिक स्थानीय युवाओं को पर्यटन क्षेत्र से जोड़ना और रोज़गार दिलाना है। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला के वाकनाघाट में लगभग 65 करोड़ रुपए से पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट केंद्र की स्थापना की जा रही है। इस केंद्र की स्थापना से छात्रों को आतिथ्य क्षेत्र में उच्च व रोजगारोन्मुखी शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने मेला समिति को अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रुपए देने की घोषणा की। डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी और संबंधित अधिकारियों को इनके निपटारे के निर्देश भी दिए। उन्होंने ग्राम पंचायत शमरोड़ द्वारा रखी गई सभी मांगों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण करने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर कुश्ती का आयोजन भी किया गया। ब्लॉक कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव रमेश ठाकुर, जिला परिषद सदस्य मनोज वर्मा, ग्राम पंचायत शमरोड़ के प्रधान नन्दराम, ग्राम पंचायत शमरोड़ के उप प्रधान हरदेव, मेला समिति के प्रधान राम गोपाल, देवेेंद्र सिंह ठाकुर, प्रतिभा चौधरी, बांके लाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार की छात्रा गुंजन ठाकुर ने राष्ट्रीय स्तरीय 34वीं नॉर्थ जोन कनिष्ट एथलेटिक्स में शॉट पुट में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है। जानकारी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि यह बड़े गर्व की बात है कि गुंजन ने राष्ट्र स्तरीय 34वीं उत्तरीय जोन कनिष्ट एथलेटिक्स, जो जम्मू में 15 से 17 अक्टूबर तक आयोजित की गई थी, में ब्रॉन्ज मेडल जीत कर हिमाचल का नाम रोशन किया है। शॉट पुट प्रतियोगिता में पहले स्थान पर उत्तराखंड, दूसरे स्थान पर पंजाब और तीसरे स्थान पर हिमाचल रहा है। विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने खुशी जाहिर करते हुए कहा की गुंजन की इस उपलब्धि से विद्यालय के लिए बड़े हर्ष की बात है। उन्होंने बताया कि गुंजन ठाकुर एक बहुत उम्दा खिलाड़ी है। विद्यालय अध्यक्ष ने इस उपलब्धि के लिए राज्य खेल उपाध्यक्षा सुमन रावत, जिला खेल शिक्षा अधिकारी सोलन अशोक चौहान, उच्च उप शिक्षा निदेशक सोलन जगदीश नेगी, प्रारंभिक उपशिक्षा निदेशक सोलन का धन्यवाद व्यक्त किया है और कहा कि इनके मागदर्शन से गुंजन हिमाचल प्रदेश का नेतृत्व कर विद्यालय का, इलाके का और हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन करेगी। गुंजन की इस उपलब्धि के लिए अरुणा शर्मा और अमर देव, अध्यापक-अभिभावक संघ अध्यक्ष रतन तंवर व सभी सदस्यों ने गुंजन व उनके अभिभावक माता-पिता को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
-रामलीला के संस्थापक स्व. शंकर लाल त्यागी के परिवार ने समिति को दिए 11 हजार रामलीला जन कल्याण समिति कुनिहार के सौजन्य से राम लीला के तीसरे दिन का आगाज काली माता की भव्य झांकी के साथ हुआ। रामलीला के संस्थापक सदस्य स्व. शंकर लाल त्यागी की बहू उर्मिला भारद्वाज ने परिवार के साथ भद्र काली मां की आरती गाकर मां का आशीर्वाद लिया। उन्होंने अपने ससुर की रामलीला से जुड़ी स्मृतियों को याद करते हुए भारद्वाज परिवार की ओर से समिति को 11 हजार रुपये की राशि भेंट की। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों के लगाए पौधे को समिति बहुत ही लग्न व मेहनत से सींच रही है। वहीं, समिति के निर्देशक व वरिष्ठ कलाकार संदीप जोशी ने मुख्य अतिथि को पटका एवं भगवत गीता देकर सम्मानित किया। रामलीला के तीसरे दिन राधा रमन शर्मा के निर्देशन में ताड़का वध के मंचन सहित राम जन्म, मारीच सुबाहु आदि राक्षसों द्वारा विश्वामित्र के हवन कुंड में मदिरा व हड्डियां डाल कर यज्ञ भंग करना, विश्वामित्र द्वारा अपने योग बल से राजा दशरथ के घर भगवान राम के अवतार को जानकर राजा दशरथ से राम लक्ष्मण को मांगना इत्यादि दृश्यों का भव्य मंचन किया गया। इस अवसर पर समिति के संस्थापक देवेंद्र शर्मा व अक्षरेश शर्मा, प्रधान रितेश जोशी, अरविंद जोशी, अजय जोशी, संजय जोशी, संदीप जोशी, आशीष द्विवेदी, मुकेश शर्मा, राहुल सहित सभी सदस्य मौजूद थे।
-बैंक के चेयरमैन ने प्रबंध निदेशक, शाखा मैनेजर्स व एजीएम की बैठक में दी जानकारी -कहा, वर्ष 2023-2024 की छमाही में संतोषजनक रहा बैंक का व्यवसाय वित्त वर्ष 2023-2024 की छमाही की प्रोग्रेस रिपोर्ट को लेकर जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा और प्रबंध निदेशक नरेंद्र कुमार ने एक निजी होटल में 33 शाखा मैनेजर्स और हेड ऑफिस के एजीएम की बैठक ली। बैठक में कहा गया कि वित्त वर्ष 2023-2024 की छमाही में बैंक का व्यवसाय संतोषजनक रहा है। चेयरमैन ने इसे और बेहतर करने के लिए बैंक के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए। वहीं, 31 मार्च, 2024 तक बैंक के डिपॉजिट लोन और एनपीए को 5 प्रतिशत करने का टारगेट दिया। गौर रहे कि जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक प्रदेश का सहकारी बैंक है, जिसका कुल व्यवसाय लगभग 1900 करोड़ का है। इसमें डिपॉजिट लगभग 1300 करोड़ और 600 करोड़ के लोन वितरित किए हैं और यह बैंक प्रदेश के मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप ग्रामीण विकास की दिशा में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैंक चेयरमैन मुकेश शर्मा ने बताया कि फेस्टिव सीजन को ध्यान में रखते हुए 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक विशेष लोन स्कीम चलाई है, जिसका सभी ग्राहक और आमजन लाभ उठा सकते हैं। बैठक में बैंक में एजीएम कुलदीप कुमार, एजीएम राम पॉल, एजीएम हरीश कुमार, एलडी शर्मा, भारत भूषण आदि मौजूद रहे।
-शूलिनी विश्वविद्यालय के 7वें दीक्षांत समारोह में मेधावी छात्रों को किया सम्मानित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सोलन जिला में स्थित शूलिनी विश्वविद्यालय के 7वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने 63 विद्यार्थियों को पीएचडी डिग्री और 77 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है तथा यहां से निकल कर अनेक व्यक्तित्व देश-विदेश में प्रदेश का नाम रौशन कर रहे हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय में चल रहे 400 शोध कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के विद्यार्थियों ने 1300 पेंटेट हासिल किए हैं, जो उनकी मेहनत और दृढ़निश्चय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोल रही है। इसके साथ ही मेधावी विद्यार्थियों को 20 लाख रुपए का ऋण एक प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वर्तमान राज्य सरकार ग्रीन इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रही है। ई-व्हीकल और सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए ई-टैक्सी, ई-ट्रक और ई-बस की खरीद पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान कर रही है। इसके अतिरिक्त सौर ऊर्जा की परियोजनाएं स्थापित करने के लिए 40 प्रतिशत आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने युवाओं से प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की। सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कामयाबी के लिए दृढ़संकल्प और मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। सबसे पहले जीवन में अच्छा इंसान बनना चाहिए और फिर समाज को वापिस देना भी सीखना चाहिए। असफलता से ही सफलता का रास्ता निकलता है और युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा राजनीति के माध्यम से जनसेवा का सपना देखा और उसी दिशा में मेहनत की। जीवन में ईमानदारी और लगन के साथ काम किया और आज प्रदेश का नेतृत्व करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि 17 साल की आयु में उन्होंने छात्र जीवन का पहला चुनाव लड़ा जिसके बाद वे नगर निगम शिमला में पार्षद और उसके बाद विधायक निर्वाचित हुए। सामान्य परिवार से निकलकर राजनीति करना आसान नहीं है, इसके बावजूद उन्हें एनएसयूआई, युवा कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष और सबसे कम उम्र में कांग्रेस पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बनने का मौका भी मिला। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हाल में आई आपदा ने राज्य में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्ष में हमने ऐसी आपदा नहीं देखी, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार और अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रयास से इस आपदा में फंसे 75 हजार पर्यटकों और 15 हजार गाड़ियों को सुरक्षित निकाला गया। इसके साथ ही 48 घंटे में आवश्यक सेवाएं अस्थाई तौर पर बहाल की। उन्होंने कहा कि यह राजधर्म के प्रति राज्य सरकार का उत्तरदायित्व है, जिसकी विभिन्न स्तर पर प्रशंसा की गई। उन्होंने कहा कि हिमाचल की धरती अतिथियों का सत्कार करना जानती है। मुख्यमंत्री ने शूलिनी विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ इमर्जिंग टेक्नोलॉजी का उद्घाटन भी किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में अनाथ बच्चों की देखरेख के लिए कानून बनाने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बना है। इस कानून के तहत 27 वर्ष तक अनाथ बच्चों की देख-रेख और उन्हें शिक्षा प्रदान करने का दायित्व प्रदेश सरकार का है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई आपदा के दौरान मुख्यमंत्री ने आगे बढ़ कर नेतृत्व करते हुए प्रभावितों की हरसम्भव मदद की। डॉ. शांडिल ने कहा कि हम सभी का जीवन संस्कारयुक्त होना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज नशा हमारे समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा है और हमें नशे से दूर रहने और राष्ट्र निर्माण में अपना भरपूर योगदान देने का प्रण लेना चाहिए। इससे पहले शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति पी.के. खोसला ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी व संजय अवस्थी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, जोगिंद्रा बैंक के चेयरमैन मुकेश शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार, महासचिव सुरेंद्र सेठी, उपायुक्त मनमोहन शर्मा, एसपी गौरव सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल 17 अक्तूबर को सोलन के प्रवास पर रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्री 17 अक्तूबर को प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री रोहित ठाकुर के साथ दोपहर 12 बजे सोलन ज़िला के सायरी स्थित पुराने व नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के समीप) का निरीक्षण करेंगे।
प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री रोहित ठाकुर 17 अक्तूबर को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। रोहित ठाकुर 17 अक्तूबर को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल के साथ दोपहर 12 बजे सोलन जिला के सायरी स्थित पुराने व नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (जुब्बड़घट्टी एयरपोर्ट के समीप) का निरीक्षण करेंगे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि मेले एवं त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति एवं परंपराओं के परिचायक है। डॉ. शांडिल गत सांय सोलन की ग्राम पंचायत सन्होल के गांव मतीवल में दो दिवसीय बिजेश्वर महाराज मेले के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. शांडिल ने कहा कि मेले एवं त्यौहार हमारी परम्पराओं और संस्कृति की धरोहर को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी का यह दायित्व है कि वो अपनी धरोहर को संजोए रखें। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्मरण रखना होगा कि अपनी परम्पराओं, संस्कृतिक और हस्तशिल्प को संरक्षित रख ही विकास के मार्ग पर सशक्त कदम बढ़ाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को बेहतर और उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक स्वास्थ्य संस्थान को 'आदर्श स्वास्थ्य संस्थानÓ के रूप में विकसित करेगी। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में विभिन्न विशेषज्ञों और अन्य स्टाफ सहित लैबोरेटरी जांच की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस अवसर पर कुश्ती का आयोजन भी किया गया। उन्होंने सामुदायिक भवन मतीवल के निर्माण के लिए 2 लाख रुपये तथा महिला मंडल मतीवल भवन की चारदीवारी के निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने मेला प्रबंधक समिति मतीवल को अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रुपए देने की घोषणा भी की। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव रमेश ठाकुर, खण्ड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, ग्राम पंचायत सन्होल की प्रधान कुसुम ठाकुर, मेला समिति मतीवल के प्रधान राम किश्न, संजय शांडिल, कांग्रेस कार्यकर्ता लीलदत्त, सुंदर सिंह, प्रशांत, सुशांत इाकुर, युवा खण्ड के अध्यक्ष अंकुश, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, तहसीलदार सोलन मुल्तान सिंह बनियाल, एम.ओ.एच सोलन डॉ. अमित तलवार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
-लिटफेस्ट के अंतिम दिन रियल और रील लाइफ पर रहा फोकस खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के अंतिम दिन कसौली क्लब में रियल और रील लाइफ पर फोकस रहा। फ़िल्म अभिनेता से राजनेता बने राज बब्बर ने कहा कि मैं अभिनेता हूं, अभिनय से ही मेरी पहचान है। मैंने न नौकरी करने और न डायरेक्टर बनने की कसम खाई है। सिर्फ एक्टिंग करना चाहता हूं, यही मेरी पहचान है। उन्होंने कहा कि बचपन से मेरी पहली मोहब्बत एक्टिंग थी। मैं सिर्फ एक्टर बनना चाहता था। आठवीं कक्षा से शुरू हुई मेरी एक्टिंग की आशिकी पटियाला में आकर परवान चढ़ी। उन्होंने बताया कि आठवीं कक्षा में चंद्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी उसने कहा था में मुझे जर्मन सिपाही का रोल मिला। अच्छा किरदार न निभाने के कारण फिर मुझे कोई रोल नहीं मिला। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में कॉलेज का प्रधान बनने, फिर रोल मिला और फिर मेरी तालाश पूरी हुई। मुझे ओम पुरी, मीना टीवाना ने एनएसडी का रास्ता दिखाया। मैं पढ़ा-लिखा नहीं, लेकिन लिखा-पढ़ा जरूर हूं। यहां मेरे गुरु इब्राहिम से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने बताया कि पहली जनवरी 1979 में उन्होंने अपना बजाज स्कूटर 6 हजार रुपए में बेचा। अपनी पत्नी नादिरा और जूही को छोडक़र मुंबई चल गए। कई उतार-चढ़ाव देखे और मुंबई में अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस सत्र में जाने-माने फिल्म अभिनेता और राजनेता राज बब्बर, उनकी बेटी जूही बब्बर सोनी और दामाद अनूप सोनी के बीच दिल को छू लेनी वाली चर्चा हुई। इसमें बाप-बेटी और ससुर-दामाद का संवाद का सभी ने आनंद उठाया। इस सत्र का संचालन अनूप सोनी ने किया। अनूप सोनी ने कहा कि जब घर पर भाई-बहन हंसी-मजाक करते हैं तो कहते हैं पापा आप रेप न करते तो हमारा घर नहीं चलना था। बात हो रही है फिल्म इंसाफ का तराजू की। हलांकि इससे पहले भी राज बब्बर 14 फिल्मों में छोटे -मोटे रोल कर चुके थे, लेकिन यह फिल्म उनके लिए टर्निंग प्वाइंट बनी। राज बताते हैं कि इससे बाद फिल्मों में उनका रोल तो बढ़ा, लेकिन पैसे नहीं बढ़े। 80 के दशक में उनका अभिनय पीक पर था। उन्होंने कहा कि वह एक दोस्त ने उन्हें राजनीति में आने की सलाह दी । मैं सोशलिस्ट रहा हूं। राजनीति में मदद भी कर रहा था। वह राजनीति में आ गए, उन्होंने मुझे राज्यसभा का मेंबर बना दिया। इस एहसान के बदले राजनीति में कूद पड़ा। जब जीत जाते तब लोकसभा और हार जाते तो राज्यसभा के सदस्य रहे। 27 साल वह एमपी रहे। आज तक कोई भी अभिनेता इतने लंबे समय तक नहीं रहा है। अब उन्होंने राजनीति को अलविदा कह दिया है। उन्होंने कहा कि उनका जीवन अभिनय को समर्पित है। अब राजनीति को अलविदा कहने बाद दोबारा आप उन्हें पर्दे पर देख सकेंगे। यह बात उनकी बेटी जूही बब्बर ने कही। वह वैब सीरिज में काम कर रहे हैं। 2024 का क्या प्लान है। इस पर वह कुछ नहीं बोले। क्या कहा जूही बब्बर ने.... जूही बब्बर ने एस सवाल के जबाव में कहा कि मेरे पापा कितने भी बिजी रहें, लेकिन कभी मेरा बर्थडे नहीं भूलते और आज तक कभी नहीं हुआ कि मेरी स्कूल इवेंट या कोई मेरा बर्थडे मिस किया हो। 20 जुलाई को मेरा बर्थडे होता है। जूही ने बताया कि मैं चार साल की थी, जब मुंबई आई थी। उस समय हमारे पास 2 बीएचके घर और एक कार होती थी। पापा कैसे मैनेज करते थे, यह बात आज महसूस करती हूं। हम न्यू ईयर, दीपावली और अन्य त्यौहार अपने घर में ही मनाते हैं। यह रिवायत पहले से ही हमारे परिवार में चली आ रही है।
-हाटकोट पंचायत के प्रधान जगदीश अत्रि ने बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत -कहा, रामलीला से सनातन संस्कृति को आगे बढ़ा रही समिति रामलीला जन कल्याण समिति कुनिहार की रामलीला के दूसरे दिन का आगाज बाबा बालक नाथ की भव्य झांकी के साथ हुआ। दूसरे दिन हाटकोट पंचायत के प्रधान जगदीश अत्रि ने बतौर मुख्य अतिथि आरती कर बाबा बालक नाथ का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि समिति भगवान राम की लीला के माध्यम से सनातन संस्कृति को आगे बढ़ा रही है व आज की युवा पीढ़ी भगवान राम के जीवन के आदर्शों से सामाजिक दायित्वों को निभा रही है। इस दौरान उन्होंने समिति को अपनी ओर से 7100 रुपये की राशि भेंट की। समिति निर्देशक राधा रमन शर्मा ने मुख्य अतिथि को पटका एवं भगवत गीता देकर सम्मानित किया। रामलीला के दूसरे दिन राधा रमन शर्मा के निर्देशन में श्रवण कुमार की लीला का भव्य मंचन किया गया। इस दौरान रामलीला मंचन में रावण दरबार, जनक दरबार व दशरथ दरबार के शानदार दृश्य दिखाए गए, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। समिति की ओर से दर्शकों के लिए जहां पंडाल में बैठने के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है, वहीं चाय व हलवा प्रसाद भी वितरित किया जा रहा है। दर्शक समिति की ओर से की गई व्यवस्था व रामलीला के बेहतरीन मंचन की सराहना कर रहे हंै। इस दौरान समिति के संस्थापक देवेंद्र शर्मा, अक्षरेश शर्मा, प्रधान रितेश जोशी, अरविंद जोशी, अजय जोशी, संजय जोशी, संदीप जोशी, आशीष द्विवेदी, मुकेश शर्मा, राहुल सहित सभी सदस्य मौजूद थे।
पाइनग्रोव ! पाइनग्रोव ! पाइनग्रोव ! यही नाम गूंज रहा था, जब पाइनग्रोव स्कूल के कार्यकारी निदेशक कैप्टन एजे सिंह नेंजे डब्लू मैरियट होटल-नई दिल्ली के सुसज्जित मंच पर सम्मान लेने के लिए कदम रखा। सम्मान समारोह में देशभर के कई दिग्गज शिक्षाविद् एवं विद्यालय पधारे थे। एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग 2023 के लिए मई माह में आवेदन आमंत्रित किए गए थे। बहुत अधिक विस्तृत जानकारी प्रतिपादित करते हुए पाइनग्रोव स्कूल द्वारा आवेदन दाखिल किया गया। प्रक्रिया में बहुत विस्तार से जानकारी मांगी जाती है, जिसमें विद्यालय का ढांचागत स्वरूप एवं उसका विकास, आधुनिकता के साथ सायंजस्य, अध्यापकों के लिए सुविधाएं, सामाजिक कार्यों में योगदान, खेल उपलब्धियां, अनेकानेक गतिविधियों में प्रतिभागिता एवं उपलब्धियां, बोर्ड परीक्षा परिणाम, अध्यापक-छात्र रेशो, विद्यार्थियों के लिए इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम्स, केरियर गाइडेंस कार्यक्रम, एनसीसी, स्काउट्स, आईएवाइपी, रौंद स्क्वेयर, एएफएस एवं अनेक अन्य मापदंड शामिल होते हैं। सत्र 2022 में पाइनग्रोव स्कूल देशभर में तीसरे स्थान पर था, जबकि इस सत्र लगातार सुविधाओं एवं अति उच्च स्तर के अंतर्राष्ट्रीय ढांचे को विकसित करके बोर्ड परिणामों एवं अन्य खेल गतिविधियों में अपार सफलता प्राप्त करके पहले रैंक पर पहुंच गया है। हम सभी हिमाचल वासियों के लिए गर्व का विषय है कि देश का नंबर वन विद्यालय अपने प्रदेश की वादियों में फलित हुआ है। पाइनग्रोव स्कूल के कार्यकारी निदेशक कैप्टन एजे सिंह ने विद्यालय के सभी कर्मचारियों एवं अध्यापकों को अपार बधाई देते हुए ज्ञापित किया कि यह सम्मान सभी की कड़ी मेहनत एवं लग्न का सुखद परिणाम है। इस अवसर पर गौरव का वह क्षण भी स्मरण हो आया है जब कैप्टन ए जे सिंह को हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह द्वारा प्रदेश का सर्वोच्च सम्मान प्रेरणा स्रोत प्रदान किया था। हमें पाइनग्रोव स्कूल और इसके कुशल नेतृत्व पर गर्व है।
इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एग्रीकल्चरल म्यूजियम (एआईएमए) द्वारा आयोजित इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ एग्रीकल्चरल म्यूजियम का 20वां संस्करण, सीआईएमए-2023, शूलिनी यूनिवर्सिटी कैंपस में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और अगले दो दिनों तक पीएयू, लुधियाना में जारी रहेगा। एक प्रमुख सत्र में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् राजेंद्र सिंह, जिन्हें भारत के जलपुरुष के रूप में जाना जाता है, ने सिंचाई के लिए पारंपरिक जल संचयन के विषय पर दर्शकों को संबोधित किया। उन्होंने भारतीय कृषि में जल संरक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और प्राकृतिक संसाधनों पर आधुनिक कृषि पद्धतियों के हानिकारक प्रभावों पर प्रकाश डाला। एक अन्य उल्लेखनीय सत्र में ्रहृञ्ज॥क्र्र के संस्थापक-निदेशक डॉ. नित्या घोटगे शामिल थे, जिन्होंने पशुधन और हरित क्रांति के प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने पशुधन प्रबंधन के उभरते परिदृश्य, विशेष रूप से पारंपरिक तरीकों से आधुनिक मशीनरी में परिवर्तन की ओर ध्यान आकर्षित किया। सतना, मध्य प्रदेश के स्वतंत्र पत्रकार सुरेश दहिया ने कृषि रसायनों के दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला, जिसके परिणामस्वरूप मिट्टी और पर्यावरण प्रदूषण हुआ। पश्चिम बंगाल के कृषि निदेशालय में कृषि के पूर्व अतिरिक्त निदेशक डॉ. अनुपम पॉल ने भारत की पारंपरिक चावल किस्मों के संरक्षण के महत्व और जैव विविधता और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका पर चर्चा की। डॉ. संचित ठाकुर ने भारत में टिकाऊ कृषि और जैव विविधता के संरक्षण में फसल विविधता की भूमिका पर चर्चा की। डॉ. बारबरा कोर्सन, क्लॉस क्रॉप, डॉ. पॉल स्टार्की ने कामकाजी जानवरों के कल्याण और पशु विरासत के बारे में जानकारी साझा करने के महत्व को संबोधित किया। हिमाचल सत्र में, हिमाचल प्रदेश सरकार के पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. सुरेश सी. अत्री ने जलवायु तनाव की स्थिति में नमी प्रबंधन और सिंचाई प्रथाओं को अपनाने के अनूठे पहलुओं पर चर्चा की। इसके अलावा, चेन्नई के एक कृषि अभियंता और विकास पेशेवर डॉ. आर. सीनिवासन ने पारंपरिक टैंक पारिस्थितिकी तंत्र के पारिस्थितिक और सामाजिक महत्व पर जोर दिया। उन्होंने अतिक्रमण और शहरीकरण सहित इन पारिस्थितिक तंत्रों के लिए खतरों की ओर इशारा किया, और बदलती जलवायु परिस्थितियों के संदर्भ में स्थानीय आजीविका का समर्थन करने और पर्यावरण की रक्षा के लिए उनके संरक्षण और विकास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इन सत्रों ने कृषि, जल संरक्षण, पशुधन प्रबंधन और पर्यावरणीय चुनौतियों के सामने पारंपरिक प्रथाओं के संरक्षण के महत्व के विभिन्न पहलुओं पर अमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। सम्मेलन ने विशेषज्ञों के लिए ज्ञान और विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया, जिससे भारत में कृषि के लिए अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण का मार्ग प्रशस्त हुआ। शूलिनी विश्वविद्यालय सभी प्रतिभागियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता है और कृषि स्थिरता के क्षेत्र में आगे के सहयोग और प्रयासों के लिए तत्पर है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि देश व प्रदेश के समग्र विकास में शिक्षा महत्वपूर्ण घटक है। डॉ. शांडिल आज सोलन के दुर्गा पब्लिक स्कूल के 20वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. शांडिल ने कहा कि शिक्षा युवाओं को बेहतर नागरिक बनाने का सर्वोत्तम साधन है। इसके लिए आवश्यक है कि अध्यापक और छात्र दोनों समर्पित होकर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि अध्यापक का छात्रों को अच्छा नागरिक बनाने के प्रति समर्पित होना तथा छात्रों का अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण रखना ही सफलता की कूंजी है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को दी जाने वाली गुणवत्तायुक्त शिक्षा बेहतर और अनुशासित समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही व्यक्ति को सफलता के शिखर पर पहुंचाती है। ज्ञान और अनुभव मिलकर हमारे मार्ग को सफलता की ओर अग्रसर करते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर इसे एकाग्र मन से पाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि वह अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा छात्रों की शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल आरम्भ किए जा रहे हैं। डॉ. शांडिल ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता और कठिन परिश्रम तथा दृढ़ता के साथ ही सफलता को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि खेल-कूद प्रतियोगिताएं एवं अन्य गतिविधियां छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि स्कूल स्तर पर खेल-कूद प्रतियोगिताएं आयोजित होती रहनी चाहिएं ताकि छात्र ऑल राउडर बन सकें। उन्होंने कहा कि छात्रों को नशे की लत से दूर रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नशे जैसे कुरीति छात्र के जीवन को केवल अंधकार में ही धकेल सकती है। इससे बचाव समाज और छात्र के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी को स्थापना दिवस समारोह की बधाई दी और मेधावी छात्रों को शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जोगिंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, कांग्रेस समिति के अध्यक्ष शिव कुमार, खंड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद विजय ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस समिति सेवादल के सदस्य हरि मोहन, खंड कांग्रेस समिति सोलन के महासचिव लोकेंद्र शर्मा तथा कुनाल सूद, अजय कंवर, दुर्गा पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष राजेश्वर कंवर तथा ईंद्रा कंवर, प्रबंधक टिक्कम सिंह तथा जितेंद्र सिंह, प्रधानाचार्य अंजली वशिष्ठ, संजय शांडिल, पूनम शांडिल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा छात्र उपस्थित थे।