सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब TV इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका लगा है। 'ये रिश्ते हैं प्यार के' टी वि शो के एक्टर समीर शर्मा मुंबई स्तिथ अपने घर में मृत पाए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक समीर का शव बुधवार को उनके घर में kitchen के पंखे से लटकता हुआ मिला। समीर मलाड वेस्ट में एक सी.एच.एस बिल्डिंग में रह रहे थे। मलाड पुलिस के अनुसार, समीर शर्मा जिस अपार्टमेंट में रह रहे थे, उन्होंने वह इसी साल फरवरी में किराए पर लिया था। रात में ड्यूटी पर राउंड मार रहे वॉचमैन ने बॉडी को देखा और सोसाइटी के मेबर्स को जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक, बॉडी की हालत देख पुलिस को अंदेशा है कि समीर शर्मा ने 2 दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी। हालांकि मौके से कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल इस मामले में ऐक्सिडेंटल डेथ का केस रजिस्टर कर लिया गया और बॉडी को ऑटॉप्सी के लिए भेज दिया गया है। समीर शर्मा ने 'ये रिश्ते हैं प्यार के', 'ज्योति', 'कहानी घर घर की', 'लेफ्ट राइट लेफ्ट', 'वो रहने वाली महलों की', 'गीत हुई सबसे पराई' और 'इस प्यार को क्या नाम दूं-एक बार फिर' जैसे पॉपुलर टीवी शोज में काम किया।
विजय माल्या केस में एक नया मोड़ आया है। माल्या केस में गुरुवार को SC में होने वाली सुनवाई नहीं हो पाई है। दरअसल, सर्वोच्च न्यायालय में मामले से जुड़ा एक निश्चित दस्तावेज शीर्ष अदालत की फाइलों से गायब हो गया है। इस वजह से सुनवाई को 20 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। तीन साल पहले माल्या ने पुनर्विचार याचिका दायर की थी जो सुनवाई के लिए अब लिस्ट हुई। माल्या ने 14 जुलाई, 2017 के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर की थी। तीन साल पहले कोर्ट द्वारा बार-बार निर्देश के बावजूद बैंकों को 9,000 करोड़ रुपये का भुगतान न करने के लिए माल्या को अवमानना का दोषी ठहराया गया था। माल्या ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाकर अपनी संपत्ति अपने परिवार के नाम ट्रांसफर कर दी थी। अदालत ने पिछली सुनवाई में अपनी ही रजिस्ट्री से स्पष्टीकरण मांगा था कि मई 2017 के आदेश के खिलाफ माल्या की अपील अदालत के सामने लिस्ट क्यों नहीं की गई है? कोर्ट ने रजिस्ट्री से उन अधिकारियों का नाम भी पूछा था जो फाइल से निपटाते हैं। करोड़ों लेकर विदेश भागा माल्या माल्या 2 मार्च, 2016 को भारत से गुपचुप तरीके से भाग गया था। 18 अप्रैल, 2017 को ब्रिटेन की पुलिस ने उसे स्कॉटलैंड यार्ड में गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, लंदन की अदालत ने उसे कुछ ही घंटों में जमानत पर रिहा कर दिया। माल्या का भारत में प्रत्यर्पण की कोशिश सरकार कर रही है। माल्या पर भारत के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है।
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार सुबह कोरोना अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से 8 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। बताया जा रहा है कि 30 से ज्यादा मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। जानकारी के मुताबिक नवरंगपुरा के कोविड डेडिकेटेड शेरी अस्पताल में सुबह करीब साढ़े तीन बजे आग लगी। शुरुआती रिपोर्ट में आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आग ICU से शुरू हुई और फिर वह फैलती चली गई। आग लगने से अस्पताल में हड़कंप मच गया व मरीज इधर-उधर भागने लगे। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। इस अग्निकांड में आठ मरीजों की मौत हुई है। इसमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। सभी मरीज कोरोना पॉजिटिव बताए जा रहे हैं। 50 से ज्यादा मरीजों को फायर ब्रिगेड की टीमों ने रेस्क्यू कर लिया है। बताया जा रहा है कि 35 मरीजों को अस्पताल के दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया है। PM मोदी ने जताया दुख प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर दुख जताते हुए, मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अहमदाबाद की मेयर बिजल पटेल से इस बारे में बात की व हालत का जायजा लिया। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अहमदाबाद के अस्पताल में हुई आग की दु:खद घटना से मन व्यथित हो गया। शोकसंतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रूपाणी और मेयर पटेल से बात कर उन्होंने वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जा रही है।’’
अयोध्या में आज इतिहास रचा गया है। वर्षों तक अदालत में मामला चलने के बाद आज अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया है। पीएम मोदी ने यहां कहा कि राम मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। पीएम मोदी ने अयोध्या पहुंच हनुमानगढ़ी में पूजा की, जिसके बाद उन्होंने राम लला के दर्शन किए। भूमि पूजन के दौरान मोहन भागवत, योगी आदित्यनाथ समेत अन्य कुछ मेहमान इस ऐतिहासिक समारोह में शामिल हुए। 5 अगस्त 2020 का ये दिन पूरे देश के लिए तो ऐतिहासिक है ही मगर कहीं न कहीं इस महत्वपूर्ण जीत के तार हिमाचल के पालमपुर से भी जुड़े हैं। जी हाँ ! यह दिन हिमाचल के कांगड़ा जिले के पालमपुर के लिए भी ऐतिहासिक है। बता दें की आज से 31 साल पहले राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव हिमाचल के पालमपुर में ही पारित हुआ था। पालमपुर में 11 जून, 1989 को अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और शांता कुमार ने राम मंदिर के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया। उस रोज़ राष्ट्रीय भाजपा कार्यसमिति की तीन दिन तक बैठक पालमपुर में हुई थी। इस बैठक में राम मंदिर निर्माण को लेकर पार्टी ने मंथन किया और तय हुआ कि अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। बैठक के तीसरे दिन जब लालकृष्ण आडवाणी ने सबकी सहमति से राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव रखा था तो अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में चुप होकर मुस्कराते हुए अपनी सहमति जताई थी। हिमाचल के पालमपुर में हुई इस बैठक के सूत्रधार रहे पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार उस समय प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे। यही कारण है की कुछ दिनों पहले इस बता का ज़िक्र उन्होंने अपनी एक प्रेस कांफ्रेंस में भी किया था। पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का कहना है कि पालमपुर में जून 1989 में राम मंदिर बनाने का लिया गया संकल्प आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया है। इससे उन्हें गर्व महसूस हो रहा है, क्योंकि राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव पालमपुर में ही पारित हुआ था। उन्होंने कहा कि बैठक में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, विजयाराजे सिंधिया, मुरली मनोहर जोशी समेत पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पालमपुर में था। वाजपेयी, आडवाणी, सिंधिया को विशेष अनुमति से सेशन हाउस में ठहराया गया था। केंद्र ने गिरा दी थीं पांच राज्यों की भाजपा समर्थित सरकारें भाजपा को इस फैसले की एक भारी कीमत भी चुकानी पड़ी थी। भाजपा कार्यसमिति में राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव पारित होने के बाद छह दिसंबर को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था। इसके कारण हिमाचल में शांता कुमार, राजस्थान में भैरों सिंह शेखावत, गुजरात में केशू भाई पटेल, मध्य प्रदेश में सुंदरलाल पटवा और यूपी में कल्याण सिंह की सरकारों को केंद्र सरकार ने केवल ढाई वर्षों के कार्यकाल के बाद ही बर्खास्त कर दिया था। शांता कुमार का कहना है की इस राष्ट्रीय भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद उन्होंने चौदह दिन शिमला तक पैदल यात्रा की और लोग उनसे जुड़ते रहे। कई लोग उनके साथ जुड़े उनका समर्थन किया और उनकी ये पद यात्रा एक जन आंदोलन बन गई। इस यात्रा के आयोजक उस समय प्रदेश मंत्री रहे महेंद्र नाथ सोफत थे। फिर शिमला में एक भव्य रैली हुई जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी और सुषमा स्वराज जैसे बड़े नेता भी शामिल हुए। राम मंदिर के मुद्दे ने पूरे देश में भाजपा को एक अलग पहचान दिलाई और इसी के बाद पहली बार हिमाचल प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी, पार्टी को प्रदेश में 46 सीटें मिली थीं। इतिहास गवाह है कि 6 दिसंबर 1991 को हुए बाबरी विध्वंस के बाद भाजपा ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 1996, 1998 और 1999 के आम चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी। अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार पीएम बने और देश में भाजपा की जड़े गहरी होती रही। हालांकि 2004 और 2009 के चुनाव में भाजपा की शिकस्त का सामना करना पड़ा पर वजूद पर सवाल कभी नहीं उठा। इस बीच भाजपा पर आरोप लगने लगा कि उसे चुनाव के वक्त ही राम याद आते है। 2014 में जब नरेन्द्र मोदी पीएम बने तो रामभक्तों को उम्मीद बंध गई। हालांकि मंदिर विवाद सुप्रीम कोर्ट में था पर राम भक्तों की सारी आस मानो पीएम मोदी पर टिकी थी। उम्मीद के मुताबिक फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया और 492 साल के बाद श्री राम का वनवास समाप्त हुआ। 1991 में जब नरेन्द्र मोदी अयोध्या गए थे तो उन्होंने संकल्प लिया था कि मंदिर बनने के बाद ही दोबारा आएंगे और हुआ भी ऐसा ही। बुधवार 5 अगस्त को इतिहास बना और उन्हीं नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया।
मंगलवार शाम लेबनान की राजधानी बेरूत में 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट में हुए बड़े विस्फोट के बाद बेरुत बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। बंदरगाह पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गया। हर तरफ लाशें और तबाही का खौफनाक मंजर नजर आया। पूरा बेरूत शहर धुएं से भर गया व गाड़ियों के शीशे और इमारतों की खिड़कियां चकनाचूर हो गईं। इस हादसे में करीबन 78 लोगों ने अपनी जान गावं दी है और 4000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस विस्फोट की तीव्रता इतनी तेज़ थी मनो कोई परमाणु बम धमाका हुआ हो। विस्फोट की वजह से जमीन भी कंपकंपा गई और ऐसे लगा भीषण भूकंप आया हो। 240 किलोमीटर तक इसकी धमक महसूस की गई। इस विस्फोट की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। धमाके से पहले गुलाबी धुएं का ऊंचा सा गुबार पूरे आसमान में फैल गया और फिर जोरदार धमाके के साथ तबाही मच गई। रास्ते में जो आया, विस्फोट ने उसे अपनी जद में ले लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार कम से कम 10 किमी के दायरे में घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। धमाके से चारो तरफ तबाही का मंज़र बन गया। इस भयानक घटना होने पर लेबनान के राष्ट्रपति माइकल आउन ने सुप्रीम डिफेंस काउंसिल की मीटिंग बुलाई। देश के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने बताया कि मरने वालों की तादाद काफी बढ़ सकती है। उन्होंने बताया है कि बेरूत शहर में भारी नुकसान भी हुआ है। धमाके की वजह से बेरूत के अस्पताल भर गए। हालत यह हो गई कि कई घायलों का कॉरिडोर के अंदर इलाज किया गया। लेबनान के रेडक्रॉस ने लोगों से अपील की है कि वे तभी अस्पताल जाएं जब बहुत जरूरी हो। PM मोदी ने जताया शोक बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक जताते हुए जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है। पीएमओ ने ट्वीट करते हुए लिखा "बेरुत शहर में बड़े विस्फोट से हुए जीवन और संपत्ति के नुकसान से हैरान और सदमे में हूँ. हमारे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ हैं।"
हिमाचल की बेटी मुस्कान जिंदल ने पूरे देश में प्रदेश का नाम ऊंचा किया है। वह मूल रूप से सोलन जिला के बद्दी से ताल्लुक रखती हैं। मुस्कान ने 22 वर्ष की छोटी सी उम्र में ही कुछ ऐसा कर दिखाया जो हिमाचल की बेटिओं के लिए एक मिसाल बन गया। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में पूरे देश मे 87वां रैंक हासिल किया है। उन्होंने पहले ही प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। अब वह देश के लिए प्रशासनिक सेवाएं देंगी। उनका फाइनल इंटरव्यू दिल्ली में 28 जुलाई को हो चुका है और अब मेडिकल का परिणाम आने के बाद आईएएस परीक्षा का अंतिम रिजल्ट जारी कर दिया गया है। मुस्कान जिंदल के आईएएस बनने से पूरे प्रदेश व क्षेत्र में खुशी का माहौल है। बता दें मुस्कान के पिता पवन जिंदल बद्दी में ही हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं व उनकी माता ज्योति जिंदल एक ग्रहणी है। मुस्कान जिंदल की दो बहनें और एक भाई है। मुस्कान की स्कूलिंग बद्दी के वी.आर पब्लिक स्कूल से हुई है। बचपन से ही मुस्कान पढ़ाई में बहुत तेज थी, उन्होंने 10वीं और 12वीं कक्षा में 96 फीसदी नंबर लेकर स्कूल में टॉप किया था। उसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ के एसडी कॉलेज से बीकॉम किया। इस के साथ वह आईएएस परीक्षा के लिए भी तैयारियां कर रही थी। मुस्कान ने पहले ही प्रयास में आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर एक मिसाल कायम की है।
राम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम 5 अगस्त को होने वाला है जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा लेने वाले हैं जिसकी तैयारी बड़े जोरो शोरों से चल रही है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के कई अन्य नेता कोरोना की चपेट में आ गए हैं, जिससे पश्चात उमा भारती ने ट्वीट कर चिंता जिताते हुए कई बाते कही हैं। उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि वे अयोध्या के भूमि पूजन कार्यक्रम में आएंगी लेकिन मंदिर स्थल पर न रहकर सरयू नदी के तट पर रहेंगी। वही भाजपा की वरिष्ठ नेता ने ट्वीट कर कहा, 'कल जब से मैंने अमित शाह जी तथा यूपी भाजपा के नेताओं के कोरोना पॉजिटिव होने के बारे में सुना तभी से मैं अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों के लिए खासकर नरेंद्र मोदी जी के लिए चिंतित हूं। इसलिए मैंने राम जन्मभूमि न्यास के अधिकारियों को सूचना दी है की शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में सरयू के किनारे पर रहूंगी'। उमा भारती ने कहा कि वे प्रधानमंत्री और अन्य लोगों के जाने के बाद रामलला के दर्शन करेंगी। उन्होंने कहा, 'मै भोपाल से आज रवाना होऊंगी। कल शाम अयोध्या पहुंचने तक मेरी किसी संक्रमित व्यक्ति से मुलाकात हो सकती हैं ऐसी स्थिति में जहां नरेंद्र मोदी और सैकड़ों लोग उपस्थित हों मैं उस स्थान से दूरी रखूंगी तथा नरेंद्र मोदी और सभी समूह के चले जाने के बाद ही मै रामलला के दर्शन करने पहुंचूंगी यह सूचना मैंने अयोध्या में रामजन्मभूमिन्यास के वरिष्ठ अधिकारी और पीएमओ को भेज दी है की नरेंद्र मोदी के शिलान्यास कार्यक्रम के समय उपस्थित समूह की सूची में से मेरा नाम अलग कर दें।'
अयोध्या भूमि विवाद में मुस्लिम पक्षकार रहे इक़बाल अंसारी को भी राम मंदिर भूमि पूजन के लिए न्योता मिला है। अब वह भी राम मंदिर की नींव रखने की रसम में शामिल होंगे। उन्होंने न्योता स्वीकार करते हुए कहा "भगवान राम की मर्ज़ी से हमे यह न्योता मिला है। अयोध्या में गंगा-जमुनी तहजीब बरकरार है। मैं हमेशा मठ-मंदिरों में जाता रहा हूँ। कार्ड मिला है तो जरूर जाऊंगा।" बात दे कि अयोध्या में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राम मंदिर का भूमि पूजन किया जाएगा। इस से पहले मोदी हनुमानगढ़ी जाएंगे व वहां पूजा करेंगे।
बकरीद के त्यौहार पर एक चिंताजनक घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि बकरीद पर एक सैनिक अपने घर आया था तभी आतंकवादियों ने उसके घर में घुसकर उसका अपहरण कर लिया तथा उसे ले जाते समय घर के बाहर खड़ी उसकी कार को भी जला दिया। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जवान का नाम शाकिर मंजूर जोकि 162 टीए में दक्षिणी कश्मीर के बालापुर में 12 सेक्टर हेडक्वार्टर में तैनात था बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री में तैनात जवान बकरीद की छुट्टियों में घर आया था। रविवार देर शाम आतंकी जिले के रामभामा इलाके में उसके घर पहुंच गए तथा जबरन घर में घुसकर उन्होंने उसका अपहरण कर लिया। जवान को अपने साथ ले जाते समय आतंकियों ने बाहर खड़ी उसकी कार को आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद परिवार वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। वरिष्ठ अधिकारियों ने भी परिवार वालों से घटना की जानकारी हासिल की है।
"या तो मैं लहराते तिरंगे के पीछे आऊंगा, या तिरंगे में लिपटा हुआ आऊंगा। पर मैं आऊंगा जरूर।" भले ही कारगिल युद्ध को 21 वर्ष का वक्त बीत चूका हो लेकिन शहीद कप्तान विक्रम बत्रा की ये पंक्तियाँ आज भी हर हिंदुस्तानी के ज़हन में जीवित है। 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस है और 7 जुलाई वो तारीख है जब कारगिल के हीरो शहीद कप्तान विक्रम बत्रा ने शाहदत का जाम पिया। वहीँ कैप्टेन विक्रम बत्रा जिनके बारे में खुद इंडियन आर्मी चीफ ने कहा था कि अगर वो जिंदा वापस आता, तो इंडियन आर्मी का हेड बन गया होता। पालमपुर में हुई प्रारंभिक शिक्षा कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म 9 सितंबर 1974 को हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले के घुग्गर में हुआ। शहीद बत्रा की मां जय कमल बत्रा एक प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं और ऐसे में कैप्टन बत्रा की प्राइमरी शिक्षा घर पर ही हुई थी। शुरुआती शिक्षा पालमपुर में हासिल करने के बाद कॉलेज की पढ़ाई के लिए वह चंडीगढ़ चले गए। शहीद कैप्टेन विक्रम बत्रा के स्कूल के पास आर्मी का बेस कैम्प था। स्कूल आते-जाते समय वहां चलने वाली गतिविधियों को देखते रहते थे। सेना की कदमताल और ड्रमबीट की आवाज से उनके रोंगटे खड़े हो जाते थे। शायद यही वो वक्त था जब वे सेना में शामिल होने का मन बन चुके थे। "मां मुझे मर्चेंट नेवी में नहीं जाना, मैं आर्मी ज्वाइन करना चाहता हूं" चंडीगढ़ में पढ़ते वक्त शहीद कैप्टेन विक्रम बत्रा ने मर्चेंट नेवी में जाने के लिए परीक्षा दी। परिणाम आया तो वह परीक्षा पास के चुके थे। कुछ ही दिनों में उनका नियुक्ति पत्र भी आ गया। जाने की सारी तैयारियां हो चुकी थीं। पर उनके मन में कुछ और ही चल रह था। इस बीच एक दिन वह मां की गोद में सिर रखकर बोले, मां मुझे मर्चेंट नेवी में नहीं जाना। मैं आर्मी ज्वाइन करना चाहता हूँ। इसके बाद वही हुआ जो वह चाहते थे। 18 महीने की नौकरी के बाद ही जंग विक्रम बत्रा की 13 JAK रायफल्स में 6 दिसम्बर 1997 को लेफ्टिनेंट के पोस्ट पर जॉइनिंग हुई थी। महज 18 महीने की नौकरी के बाद 1999 में उन्हें कारगिल की लड़ाई में जाना पड़ा। वह बहादुरी से लड़े और सबसे पहले उन्होंने हम्प व राकी नाब पर भारत का झंड़ा फहराया। युद्ध के बीच में ही उन्हें कैप्टन बना दिया गया। जब कहा, 'ये दिल मांगे मोर' 20 जून 1999 को कैप्टन बत्रा को कारगिल की प्वाइंट 5140 को दुश्मनों से मुक्त करवाने का ज़िम्मा दिया गया। युद्ध रणनीति के लिहाज से ये चोटी भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी। कैप्टेन बत्रा ने इस चोटी को मुक्त करवाने के लिए अभियान छेड़ा और कई घंटों की गोलीबारी के बाद आखिरकार वह अपने मिशन में कामयाब हो गए। इस जीत के बाद जब उनकी प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने जवाब दिया, 'ये दिल मांगे मोर,' बस इसी पल से ये पंक्तियाँ अमर हो गई। पाक ने दिया कोडनेम शेरशाह कारगिल वॉर में कैप्टन विक्रम बत्रा दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुके थे। ऐसे में पाकिस्तान की ओर से उनके लिए एक कोडनेम रखा गया और यह कोडनेम कुछ और नहीं बल्कि उनका निकनेम शेरशाह था। इस बात का खुलासा खुद कैप्टन बत्रा ने युद्ध के दौरान ही दिए गए एक इंटरव्यू में दी थी। साथी को बचाते हुए शहीद हुए शेरशाह प्वाइंट 5140 पर कब्जे के बाद कैप्टेन विक्रम बत्रा अगले प्वांइट 4875 को जीतने के लिए चल दिए। ये चोटी समुद्री तट से 17 हजार फीट की ऊंचाई पर है और इस पर कब्जे के लिए 80 डिग्री की चढ़ाई पर चढ़ना था। पहला ऑपरेशन द्रास में हुआ था। कैप्टेन विक्रम बत्रा अपने साथियों के साथ पत्थरों का कवर ले कर दुश्मन पर फ़ायर कर रहे थे, तभी उनके एक साथी को गोली लगी और वो उनके सामने ही गिर गया। वो सिपाही खुले में पड़ा हुआ था। कैप्टेन विक्रम बत्रा और उनके एक साथी चट्टानों के पीछे बैठे थे। हालाँकि उस घायल सिपाही के बचने के आसार बेहद कम थे लेकिन कैप्टेन विक्रम बत्रा ने फैसला लिया की वे उस घायल सिपाही को रेस्क्यू करेंगे। जैसे ही उनके साथी चट्टान के बाहर कदम रखने वाले थे, विक्रम ने उन्हें कॉलर से पकड़ कर कहा, "आपके तो परिवार और बच्चे हैं। मेरी अभी शादी नहीं हुई है। सिर की तरफ़ से मैं उठाउंगा। आप पैर की तरफ़ से पकड़िएगा।' ये कह कर विक्रम आगे चले गए और जैसे ही वो उनको उठा रहे थे, उनको गोली लगी और वो वहीं गिर गए और शहीद हो गए। मरणोपरांत मिला परमवीर चक्र कैप्टेन विक्रम बत्रा को मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र दिया गया। 26 जनवरी, 2000 को उनके पिता गिरधारीलाल बत्रा ने हज़ारों लोगों के सामने उस समय के राष्ट्रपति के आर नाराणयन से वो सम्मान हासिल किया।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी चमन ने कोविड-१९ के खतरे के दृष्टिगत जिला की अंतरराज्यीय सीमाओं पर अन्य राज्यों से आने वाले प्रदेश के निवासियों के समुचित प्रबंधन एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देशों की अनुपालना के लिए जिला के परवाणू नाका तथा क्वारेनटाइन केन्द्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सेवाएं प्रदान करने के सम्बन्ध में आदेश जारी किए हैं। यह आदेश आपदा प्रबन्धन अधिनियम-२००५ की धारा ३० के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किए गए हैं। ०६ जुलाई से १२ जुलाई २०२० तक परवाणू नाके पर प्रातःकालीन ड्यूटी में सोलन होम्योपेथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की श्वेता भास्कर एवं मंगखानलयान सांयकालीन ड्यूटी में महर्षि मार्कण्डेश्वर चिकित्सा महाविद्यालय कुम्हारहट्टी के तिलक राज एवं सोलन होम्योपेथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के पुनियो नाबिंग, रात्रि सेवा में एम.एन. डीएवी दन्त महाविद्यालय के पवन कुमार एवं सोलन होम्योपेथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के शुभम दीक्षित सेवाएं प्रदान करेंगे। इसी अवधि में जिला के टीटीआर नाके पर प्रातःकालीन डयूटी में सोलन होम्योपेथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के अमित कौशल एवं लता ठाकुर, सांयकालीन ड्यूटी में एम.एन. डीएवी दन्त महाविद्यालय के विनोद डोगरा एवं देवेन्द्र कुमार तथा रात्रि समय में एम.एन. डीएवी दन्त महाविद्यालय के रंजीत सिंह एवं राजेश कुमार सेवाएं प्रदान करेंगे। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं।
On Thursday a meeting of The Group of Minister for COVID-19 was held. The agenda was to review the actions taken and preparedness of States/UT's for containment and management of coronavirus. The Union Minister of Health and Family Welfare, Dr Harsh Vardhan chaired the high level review meeting. The status of COVID-19 was presented to the group of ministers. The actions taken for prevention and management of COVID-19 in India were presented. The group of ministers discuss elaborately on the various measures and precautions which may be considered in the interest of citizens of India. According to the latest updates by the Health Ministry the total number of cases in India rose to 5734 on Thursday morning, with 166 reported deaths. Reports show it to be a slower increase compared to previous 48 hours. Cases in India rose 23 percent in last two days to 5274 whereas it was 39 percent to 4281 previously. So far, Maharashtra Tamil Nadu and Telangana have seen the highest increase in COVID-19 cases. Maharashtra has the highest number of cases at 875, while Tamilnadu has second most highest number of active cases at 664. It is closely followed by Delhi with 546 cases. Telangana has 385 cases, while Uttar Pradesh on the fifth place has 314 active cases. These top five states together account for a total 59 % of active cases nationally. Himachal Pradesh recorded one positive case of coronavirus in last 24 hours. With this, the total number of COVID-19 cases in state rose to 28. While the total number active cases in the hill state is at 21.
The Corona virus which has caused awe in the world has also knocked in Himachal. So far untouched by the Corona virus, Himachal has received two positive cases on Friday. Both are residents of Kangra. They had been admitted to Dr. Rajendra Prasad Medical College Tanda. The sample investigation report of both has come positive. Chief Minister Jairam Thakur and Deputy Commissioner, Kangra Rakesh Prajapati have confirmed that the Women have returned from Dubai and the men from Singapore lately. The samples of both have now been sent to a lab in Pune for examination. According to the information, the 63-year-old victim woman returned from Dubai on 19 March, while the 32-year-old victim returned from Singapore on 18 March. CMO Kangra Dr. Gurdarshan Gupta said that both the patients were admitted to the isolation ward set up at Tanda Medical College late in the evening. Initial investigations have found both reports of corona virus positive. Now the samples of both have been sent to a lab in Pune for examination. People have been stirred up in Himachal for the first time with two cases. Now the health department is trying to find out how many people have come in contact with the two of them . They will also be brought under surveillance. The family of both has also been placed on observation. A young boy who has come from Malaysia Via Ship to Mumbai and then to Solan on Thursday, is admitted in isolation ward at Solan Hospital. Have sent his samples to Shimla. At the same time, two Nepali people of Rampur are admitted in isolation ward at DDU Shimla. People from other countries and Corona affected 85 people have arrived in Himachal. Their number was 748 on Thursday, which has now risen to 823. Of these, 283 people have completed their 28-day monitoring period. They have been allowed to meet people. Samples of 10 suspects have come negative. Reports of three are yet to come. 100 people have left Himachal, while 431 people are still on surveillance Chief Medical Officer Kangra Dr. Gurdarshan Gupta said that earlier people from only 19 countries identified were being monitored, but now local or foreign tourists from any country are being kept under surveillance. The suspect is being advised to stay in the hospital while the normal person is in home isolation. Prime Minister Narendra Modi on Friday held a video conference with Chief Ministers of all states across the country, including Himachal Pradesh, in the context of corona virus infection. Chief Minister Jairam Thakur gave information about Himachal's preparations and steps taken, while also expressing grief over two positive cases in the state. The Union Health Ministry suggested Himachal authorities to take more stringent measures. The Chief Minister, while holding a video conference with all the Deputy Commissioners of the state, asked them to ensure that the Janata curfew will be successful on March 22 at the call of the Prime Minister. He also gave instructions to stop black marketing. The CM said that it is difficult to interfere in weddings but appealed that people shorten the event and postpone the Dham.
After the COVID-19 outbreak in the world, it has been declared as the public health emergency of international concern. Today we are sitting near the tips of an iceberg, it is certain that the spread of infectious diseases will be much faster than ever before. thanks to the government's commitment and people’s devotion, the new cases have started to decline in China. Still the virus has managed to spread across the borders, the governments and people are taking extraordinary measures to limit the further transmission of the virus and to reduce the number of infected people around the globe. WHO has declared the COVID-19 outbreak an international health emergency not because China has responded poorly but due to strained, fragile and choked health systems of many developing countries. insufficient public health infrastructure, frail health monitoring systems weak laboratory networking and poor health information management make developing countries highly prone to disease outbreaks . as of today more than 57 countries worldwide have reported cases of COVID-19. China is defeating the COVID-19 for three reasons: strong government commitment and intervention, efficient health services and innovative diagnostic platforms which are lacking in developing countries. Chinese government took stringent measures including closing down the Wuhan city and adjacent areas and putting the 51 billion people under quarantine. The pathogen was identified within three days, virus detection kits were developed to diagnose patients, to cap it all the Chinese government is mounting all-out efforts to stop the outbreaks. But the countries like Italy and France are not able to fight against the virus as efficiently as China, and it turned out to be disastrous for these states. In less than three weeks, the coronavirus has overloaded the health care all over northern Italy. If not even hospitals of the developing countries with the worlds best health care risk becoming triage wards, then the countries like India, Pakistan Sri Lanka which are still developing and even failed to avail the basic personal protective equipments (PPE) such as masks and gloves, as these countries have limited indigenous production and rely on import and are lacking technical expertise and advanced biomedical facilities, especially biosafety level-3 and 4 laboratories, which are essential for novel pathogen detection are still preventing against the COVID-19. India which is a densely populated country has managed to prevent itself successfully from COVID-19 so far. The Indian government is coming forward to fight against COVID-19 with stringent measures including visa restrictions and other travel restrictions on a global level. Indian government has banned traveling from the European Union (Austria, Belgium, Bulgaria, Croatia, Cyprus, Czech, Republic, Denmark, Italy, France, Spain, Sweden), Turkey and United Kingdom. All existing visas issued to nationals of any country except those issued to diplomates, official passports holders those in UN / International organizations, those on employment, and who had not entered India yet, stand suspended w.e.f. 1200GMT on March 13,2020 till April 15,2020. On a local level governments have taken measures to empower the citizens with the right information and taking precautions as per the advisories being issued by the ministry of health & family welfare. All the schools,colleges and cinema halls are shut in most of the Indian states till March 31st. The government also ordered disinfecting in all the public places, including government, private offices and shopping malls compulsory. Steps are being taken for sanitization of public transport vehicles and terminals. Government is also planning for displaying public health messages on public transport vehicles, bus stops, etc. Not only the government but the people of India are actively supporting the fight against coronavirus. They have become more conscious about their hygiene and cleanliness. They are washing hands more frequently with soap and water, wearing masks when they are outdoors, using alcohol-based hand sanitizers, staying at home and avoiding not so important public gatherings and so on and so far. People are trying to clean up the places around them which is not seen usually on Indian streets. People are themselves spreading awareness amongst each other about the do’s and don’ts and supporting the fight against COVID-19 in their own ways. Further individuals and companies are also coming up with innovative solutions and developed technologies, bioinformatics, datasets, apps for diagnosis, etc that can be leveraged for strengthening the fight against the corona. COVID-19 has definitely made a change in people’s hygiene habits. COVID-19 is leaning towards a good chance in the society. If people stay habitual to these habits of hygiene and cleanliness then such diseases can be prevented in the future.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस को डब्ल्यूएचओ ने इसे महामारी घोषित किया है। केंद्र सरकार ने इसको लेकर समय समय पर एडवाजरी भी जारी की गई है जिसका पालन किया जा रहा है। पड़ोसी राज्यों में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में स्कूलों को बंद किया गया है।हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी बड़ी गेदरिंग, जनसभाओं और मेलों पर प्रतिबंध लगाया है। हिमाचल प्रदेश के लोगों खासकर अभिभावकों की तरफ से कई सुझाव सरकार के पास आए हैं जिसको देखते हुए सरकार ने 31 मार्च तक प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही बैठकें, कार्यशालाओं, सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश भी जारी कर दिए हैं।
After his cryptic tweet on 2nd March, Monday, which left the netizens baffled, Prime Minister Modi has finally ended the suspense. On Tuesday, 3rd March, Modi tweeted that he would give up the social media accounts for one day as a part of " #SheInspires" campaign to mark Womens Day on March 8. "This Women's Day, I will give away my social media accounts to women whose life & work inspire us. This will help them ignite motivation in millions. Are you such a woman or do you know such inspiring women? Share such stories using #SheInspiresUs" the PM tweeted. The PM also shared a picture, saying it's "your chance to take-over" PM Modi's social media accounts for a day. PM Modi said that the move will help women ignite motivation in millions. PM Modi's post grabbed several reactions from the netizens after it was posted on twitter. While Modi fans showed support towards his 'great gesture', several people showed humor. PM Modi is one of the most followed politicians on social media globally with 44 million followers on Facebook, about 53 million followers on Twitter and more than 35.2 million followers on Instagram and 4.5 million subscribers on Youtube. He is the third global leader to achieve the milestone after US president Donald Trump and his predecessor Barrack Obama.
निर्भया के दोषियों का डेथ वारंट जारी हो चूका है। डेथ वारंट के मुताबिक निर्भया के चरों दोषियों को 3 मार्च को फांसी दी जाएगी। इसके चलते पवन जल्लाद रविवार को तिहाड़ पहुंच गया। तिहाड़ जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश जेल विभाग को पत्र लिखकर फांसी की तारीख की जानकारी देते हुए जल्लाद को दो दिन पहले जेल भेजने की बात कही थी। उसके मुताबिक 1 मार्च की शाम पवन जल्लाद मेरठ से दिल्ली के तिहाड़ जेल पहुंच गया है। जेल पहुँचने पर उस से जेल नंबर तीन के फांसी घर का निरीक्षण करवाया गया। फांसी के लिए डमी ट्रायल सोमवार को किया जाएगा और मंगलवार 3 मार्च को चारों दोषियों को फांसी दी जाएगी। तिहाड़ जेल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया की फांसी देने के लिए सारी तैयारी हो चुकी है साथ ही निर्भया के दोषियों के परिवार की उससे अंतिम मुलाकात भी करवाई जा सकती है। इसी बीच फांसी की सजा ख़ारिज करने के लिए शुक्रवार को निर्भया के दोषी पवन द्वारा सुधारात्मक याजीका (क्यूरेटिव पेटिशन) दायर की गई थी। जिसे जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने सोमवार सुबह सुनवाई में ख़ारिज कर दिया। वहीँ दूसरी तरफ, शनिवार को एक अन्य दोषी अक्षय सिंह ने राष्ट्रपति के समक्ष फिर दया याचिका दर्ज की। इन दोषियों की सुधारात्मक याचिका कोर्ट खारिज कर चुका है। गौरतलब है की फांसी से बचने के लिए दोषी यह तिकड़म चला रहे है। दो बार डेथ वारंट निकलने पर भी दोषियों को सजा नहीं हुई है। अब देखना यह है कि क्या निर्भया को इंसाफ मिलेगा या फिर उसके दोषी फिर फांसी के फंदे से बच जाएंगे।
Thursday night The Ministry Of Home Affairs released a statement that stated as many as 70 companies- comprising 100 soldier each- of Paramilitary Forces have been deployed to control the situation in the riot hit Delhi after 38 people lost their lives to violence and many were injured. Union Home Minister Amit Shah held a review meeting to take stock of prevailing law and order situation in Delhi. Shah has appealed to citizens not to believe in rumors and fall prey to evil designs of miscreants and groups interested in precipitating communal tension. The statement further said that only 12 police stations out of 203 police stations in Delhi were affected by the riots. Also no major incidents has been reported in last 36 hours in any affected police stations. So far, 48 FIR's, have been registered while the police has detained 514 suspects for questioning. Delhi police has separately set up two SIT's for investigating serious offences. Besides, Delhi police has also deployed three special CP's, six joint CP's, one Additional CP, 22 DCP's, 20 ACP's, 60 Inspectors, 1,200 other ranks and 200 Lady Police. Citizens were requested to not lay credence to any rumor. Delhi police as a 'confidence building measure' has also set up Peace Committees across Delhi, which comprises members of all sections of society. These committees are meeting the people in the affected areas to maintain calm. The statement further said that East Delhi Municipal corporation has already initiated steps to clean the streets and repair damaged public properties in riot-affected areas. movement of traffic on the highway and connecting roads is returning to normal.
राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से हिंसा की भेंट चढ़े इलाको में से एक चांदबाग इलाके में इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी को बुधवार सुबह मृत पाया गया। खुफिया ब्यूरो में प्रशिक्षण ले रहे अधिकारी अंकित शर्मा का शव चांदबाग इलाके के पास एक नाले में मिला। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा कर्मि दिल्ली के चाँद बाघ में 24-25 फरवरी को हुई हिंसा की चपेट में आ गया और उसकी हत्या कर शव नाले में डाल दिया गया। कर्मचारी के शरीर को शव परीक्षण के लिए गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया है। बताया जा रहा है की अंकित शर्मा चांद बाग का निवासी था और 2017 में इंटेलिजेंस ब्यूरो में शामिल हो गया था जहाँ वह एक ड्राइवर के रूप में प्रशिक्षण ले रहा था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईबी कर्मचारी की मृत्यु को '' दुखद नुकसान '' बताया है। केजरीवाल ने आईबी अधिकारी के निधन पर एक ट्विटर पोस्ट का जवाब देते हुए यह कहा। उन्होंने कर्मचारी की मृत्यु को दुखद नुकसान बताते हुए दोषियों को न बक्शने की बात कही व दिल्ली में हो रही हिंसा की तरफ दुख व्यक्त किया। चांद बाग, जहां आईबी अधिकारी का शव मिला, दिल्ली के उन क्षेत्रों में से एक है, जहाँ नागरिकता संशोधन अधिनियम का समर्थन करने वाले तथा विरोध करने वाले समूहों के बड़ी हिंसा देखी गई है। सोमवार से भड़की हिंसा में कम से कम 20 लोग, जिनमें एक पुलिस कांस्टेबल भी शामिल है, मारे गए हैं और 180 से अधिक अन्य घायल हुए हैं। दिल्ली हिंसा ने पुलिस को मंगलवार रात प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगाने को मजबूर कर दिया। बुधवार को दिल्ली में माहौल पहले के मुकाबले शांतिपूर्ण था।
On saturday 15 feburary, China's National Health Commission announced that its coronavirus death toll has risen to over 1523 and 66,000 cases have been confirmed. As per reports from the Health Commision, 2,641 new cases were reported till friday while 1,373 patients were discharged from the hospital after treatment. On friday, Hubei faced a death toll of 139 from coronavirus. It was in Hubei, last year in december, that China faced the very first case of corona virus. Since then, it has rapidly spread to other parts of the world. The National Health Commision has confirmed the registration of 66,492 cases till 12am on 14th feburary. At the same time 1523 people lost their lives in the provincial areas. Where 8096 paitents were discharged from the hospital. Notably 56,873 cases have been confirmed, 8969 suspected cases have been reported while 169,039 people have been kept under observation.
For the first time in history of Oscar, a non-English film Parasite won the best film award.The movie's win made history in both Hollywood and South Korean film industries. It is the first non-English-language film to win in 92 year history of the Academy Awards and the first South Korean movie to ever win an Oscar. The best picture award has never gone to a film which has, in Bong's words, one inch subtitles running at the bottom of the screen. This South Korean film won 4 Oscars. After receiving the honor, the director of the film, Bong Joon Ho said "I am ready to drink tonight, until next morning." The two families living in South Korea who have been exposed to different economic conditions are depicted through dark humor in Parasite. Director Bong Joon Ho's "Parasite" won the Oscar for best picture and three other awards. Joaquin Phoenix won best actor for his performance in "Joker". It was his first Oscar. Renee Zellweger won best actress for playing a broken Judy Garland in "Judy". Brad Pitt won best supporting actor for Once Upon a Time in Hollywood. Laura Dern won best supporting actress for Marriage Story.
200 सांसद, 70 केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित प्रदेशों के तमाम मुख्यमंत्री और नतीजा सिफर ... नहीं चला हिन्दू- मुस्लमान : दिल्ली चुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी, तमाम साधन- संसाधन झोंक दिए, बावजूद इसके जनता ने भाजपा को नकार दिया। हिन्दू- मुस्लमान और शाहीन बाग़ के मुद्दे केजरीवाल की विकास की राजनीति के आगे गौण हो गए। ब्यानवीरों को जनता ने आईना दिखाया: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा, कपिल मिश्रा और मनोज तिवारी के विवादस्पद बयानों को नकार जनता ने भाजपा को आईना दिखाया है। हिमाचली भाजपा कार्यकर्ता मायूस : यदि हिमाचल के सन्दर्भ में बात करें तो बूथ कार्यकर्ताओं से लेकर सीएम जयराम ठाकुर तक दिल्ली में डेरा जमाये रहे लेकिन छाप छोड़ने में सभी विफल रहे। इससे बेहतर होता जयराम और उनके मंत्री प्रदेश के कामकाज में ध्यान देते। पहले इम्तिहान में नड्डा फेल: जेपी नड्डा के भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ये पहला चुनाव था। हालाँकि दिल्ली में पार्टी की भागदौड़ अमित शाह के हाथ में दिखी लेकिन हार तो नड्डा के खाते में ही दर्ज होगी। सोशल मीडिया से गायब दिखे भाजपाई: वहीँ सोशल मीडिया पर छाए रहने वाले भाजपाई मंगलवार को मानो मिस्टर इंडिया हो गए। थोड़े बहुत जो हिम्मत करके एक्टिव रहे वो ये कहकर मन बहलाते दिखे कि 2015 में तो पार्टी को महज 3 सीट मिली थी। भाजपा को हराने के लिए लड़ी कांग्रेस ! देश की सबसे बुजुर्ग पार्टी कांग्रेस दिल्ली चुनाव में ताकत के साथ लड़ती नहीं दिखी। आधे मन से चुनाव लड़ा तो नतीजा भी वैसा ही मिला। यदि कांग्रेस दमखम से चुनाव लड़ती तो आम आदमी पार्टी को इसका नुक्सान उठाना पड़ सकता था। माना जा रहा कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि भाजपा को हराने के लिए लड़ा। भारी पड़े केजरीवाल पर निजी हमले: मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर निजी हमले करना भाजपा को भारी पड़ा। वहीँ दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी पार्टी के लिए पूर्वांचल वोट नहीं खींच सके। वहीं केजरीवाल ने खुद को दिल्ली का बीटा बताया और भाजपा के हर वार का मुकम्मल जवाब दिया। दिल्ली में भाजपा के पास चेहरा नहीं: दिल्ली में भाजपा के पास मदन लाल खुराना और साहिब सिंह वर्मा के बाद से ऐसा कोई चेहरा नहीं है जिस पर चुनाव लड़ा जा सके। यही कमी दिल्ली में भाजपा को भारी पड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर विधानसभा चुनाव जीतना भाजपा के लिए आसान नहीं है।
पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को निर्भया के चारों गुनहगारों का डेथ वारंट जारी कर दिया। निर्भया मामले में कोर्ट ने 22 जनवरी की तारीख फांसी के लिए तय कर दी है। फांसी का समय भी सुबह सात बजे तय कर दिया गया है। बता दें चारो दोषियों को फांसी दिल्ली के तिहाड़ जेल में दी जाएगी। मां ने कहा आज मिला इन्साफ 7 साल से इंसाफ का इंतजार कर रही निर्भया की मां ने फैसला सुनते ही अपनी प्रतिक्रिया दी है। फैसला आने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि आज मेरी बेटी को इंसाफ मिल गया है। दोषियों को सजा मिलने से देश में महिला शक्ति को मजबूती मिलेगी। वहीं इस फैसले से लोगों में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास जगा है।
दो साल पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जनता से स्वर्णिम हिमाचल बनाने का जो वादा किया था, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दो साल में उसे पूरा करके दिखाया है। इस समय केंद्र सरकार का प्रदेश को भरपूर सहयोग मिल रहा है। डबल इंजन की सरकार ने दो साल के भीतर हिमाचल की तस्वीर और तकदीर बदल दी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को प्रदेश की जनता का जो सहयोग मिला है वह अद्वितिय है। जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने दो साल के भीतर हर वर्ग को लाभ पहुंचाने वाले योजनाएं शुरू की हैं। प्रदेश के ऐसे परिवार, जिनके पास गैस कनेक्शन नहीं थे, उन्हें मुफ्त में यह सुविधा देकर उनका जीवन स्तर सुधारा है। जनता की समस्या का मौके पर समाधान करने के लिए जनमंच कार्यक्रम, हिमकेयर, जन समस्याएं सुनने के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेवा जैसी योजनाएं शुरू की हैं। इससे हिमाचल के हर वर्ग को लाभ मिला है। युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का सफल आयोजन कर करोड़ों रुपये का निवेश लाने में सरकार सफल रही है। सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का सफल आयोजन कर इतिहास रचा है। दो माह के भीतर 13 हजार करोड़ रुपये के निवेश को जमीन पर उतारा जा रहा है।इसके परिणाम भी सामने आने लग पड़े हैं। लोगों का मानना है कि अगले तीन साल भी सरकार प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करेगी। वैसे भी यह सम्भव तभी हो पाया है जब केंद्र और प्रदेश की दोनों सरकारों में बेहतर तालमेल से ही हिमाचल के विकास को तेज गति मिली है। अगर बात करें बुढ़ापा पेंशन की तो इसकी आयु सीमा में कमी करने से हजारों लोगों को लाभ मिला है। हिमाचल ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां हर परिवार के पास गैस कनेक्शन है। जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के 13 वें मुख्यमंत्री हैं।वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए मंडी जिला की सिराज नामक विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। वह 24 दिसंबर 2017 को भाजपा विधायक दल के सदस्य चुने गए थे। वह 1998 से हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायक रहे हैं और हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार में वह 2009-2012 कार्यकाल में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने जयराम सरकार द्वारा कैबिनेट के फैसलों का स्वागत करते हुए कहा जयराम सरकार ने देवभूमि की लाखों महिलाओं को नए साल की सौगात दी है। राज्य लोकसेवा आयोग और राज्य कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं के लिए महिलाओं की फीस माफ कर दी गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला लिया गया कि भर्ती परीक्षा के लिए अब महिलाओं से शुल्क नहीं लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तीकरण के लिए इस साल 15 अगस्त पर यह घोषणा की थी। सत्ती ने कहा बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले नौवीं और दसवीं कक्षा के सामान्य श्रेणी के करीब 65 हजार विद्यार्थियों को भी पाठ्यक्रम की किताबें मुफ्त दी जाएंगी। अभी तक पहली से आठवीं तक के सभी बच्चों को सरकार मुफ्त किताबें उपलब्ध करवाती थी। नौवीं-दसवीं के आरक्षित श्रेणी के विद्यार्थियों को ही मुफ्त किताबें दी जाती रही हैं। नौवीं कक्षा में करीब 84 हजार और दसवीं में 80 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पात्र परिवारों को दी जा रही वित्तीय सहायता में 20 हजार रुपये की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया है। लाभार्थियों को अब 1.30 लाख रुपये के बजाय 1.50 लाख रुपये मिलेंगे। मुख्यमंत्री आवास मरम्मत योजना के तहत 25 हजार के बजाय 35 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की शिमला में हुई बैठक में 350 से अधिक पदों को भरने की मंजूरी दी गई। एचएएस अधिकारियों के 10, पुलिस विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 174, आबकारी निरीक्षकों (एक्साइज इंस्पेक्टर) के 50, जेएओ के 25, पर्यटन विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 23 पदों समेत कई पद भरे जाएंगे। सतपाल सत्ती ने कहा हिमाचल प्रदेश में जयराम सरकार चौतरफा विकास कार्य कर रही है उन्होंने कहा हर वर्ग के लिए योजनाएं बन रही है और इन योजनाओं पर धरातल पर काम हो रहा है जयराम सरकार बारीकी से सभी समस्याओं का हल निकालने पर तत्पर है।
श्री नैनादेवी जी से विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर ने प्रदेश की जयराम सरकार पर भ्र्ष्टाचार को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है उन्होंने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि एक ओर जहां बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस के नीति अपनाने की बात करती है वही जब भाजपा से संबंधित कोई नेता या पदाधिकारी ऐसे मामलों में संलिप्त पाया जाता है तो भाजपा सरकार रातो रात मामलों को दबाने और रफा-दफा करने में व्यस्त हो जाती है| बहुत से मामलों में तो एफआईआर के बाद भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती। ताजा मामला जिला बिलासपुर के श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के गांव साईं कनैता से जुड़ा हुआ है, जहां पर गत 25 दिसंबर को विजिलेंस विभाग की बिलासपुर शाखा ने डीएसपी चंद्रशेखर के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर साई कनैता गांव में एक व्यक्ति के घर से सरकारी सीमेंट की 85 बोरियां बरामद की| जिसे घर के निर्माण में लगाया जा रहा था। विजिलेंस बिलासपुर की टीम ने मौके पर सरकारी सीमेंट को जब्त कर उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है| लेकिन 48 घण्टे बीत जाने के बाद भी अभी भी उक्त गिरफ्तार व्यक्ति को सरकारी सीमेंट बेचने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी नही हो पाई है। क्योंकि प्रदेश में सत्ता संभाल रही भाजपा के नेता इस मामले को रफादफा करने की कोशिश में जुट गई है क्यों कि कहा जा रहा है कि उक्त गिरफ्तार व्यक्ति जोकि भाजपा का सदस्य है, को सीमेंट भाजपा के ही पदाधिकारी जो ठेकेदारी का काम भी करता है, उसी ने बेचा है और भाजपा अब अपने पधाधिकारी को बचाने की खातिर हाथ पैर मार रही है।इसी तरह का मामला पहले भी सामने आ चुका है जब खेर के अवैध कटान के मामले में जिला बिलासपुर के थाना कोट और थाना सदर में एफ आई आर दर्ज हुई थी और उसमें भाजपा के पदाधिकारियों की संलिप्तता पाई गई थी थाना कोट में तो एक व्यक्ति के यहां से पुलिस ने खैर की लकड़ी भी बरामद की थी और जिस व्यक्ति के घर से यह लकड़ी बरामद की गई थी उसने भाजपा पदाधिकारी का नाम लिया था लेकिन सत्ता का दुरुपयोग करते हुए भाजपा के नेताओं ने इस मामले को दबा दिया| लेकिन अगर जल्द ही दोषियो के खिलाफ कोई कठोर कारवाही नही हुई और सरकार और प्रशाशन की तरफ से दोषियो को बचाने की कोशिश होती है| तो कांग्रेस पार्टी इस मामले को जोर शोर से उठाएगी और बीजेपी का दोहरा चरित्र जनता के सामने लाएगी। इस तरह के और भी मामले हैं जहां पर भाजपा का दोहरा चाल चरित्र और चेहरा सामने आया है। एक अन्य मसले पर राम लाल ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया ने हर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री लोक भवन बनवाने की घोषणा की थी जिसमे हमने जुखाला और स्वाहन श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र में दो स्थानों का चयन किया था और जुखाला में जो मुख्यमंत्री लोक भवन बनना है उसके लिए राम लाल ठाकुर ने विधायक निधि से पंद्रह लाख रुपये भी दे दिए हैं लेकिन प्रदेश सरकार के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने बची हुई पन्द्रह लाख की राशि स्वीकृत नहीं की है। जबकि स्वाहन में जो मुख्यमंत्री लोक भवन बनना था उसकी पूरी राशी प्रदेश सरकार को ही देनी थी। इन दोनों भवनों की कुल राशी तीस-तीस लाख तय हुई थी, जिसमे विधायक निधि से पन्द्रह लाख रुपये दे दी जा चुकी है। उधर प्रदेश सरकार दो साल का जश्न मनाने में व्यस्त है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद राम लाल ठाकुर ने अपनी विधायक निधि से अपने हिस्से का पन्द्रह लाख रुपये भी दे दिए है और सरकार जश्न तो ऐसे मना रही है जैसे उन्होंने प्रदेश में राम राज्य स्थापित कर दिया हो, ऊपर से भ्र्ष्टाचार के मामलों को दबाने की कोशिश प्रदेश सरकार और भाजपा के नेता कर रहें है। ये कैसी सरकार है जो अपनी घोषणाओं से ही विमुख हो रही है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने युवाओं का आह्वान किया कि वे स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र का अनुसरण करते हुए भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एकजुट होकर कार्य करें। डॉ. सैजल आज नगर परिषद सोलन के सभागर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सोलन इकाई द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में उपस्थित प्रतिभागियों एवं अन्य को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस समारोह में जिला स्तरीय स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। डॉ. सैजल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति एवं भारतीयता के प्रखर प्रवक्ता, युगीन समस्याओं के समाधायक, अध्यात्म और विज्ञान के समन्वयक एवं आध्यात्मिक सोच के साथ पूरी दुनिया को वेदों और शास्त्रों का ज्ञान देने वाले एक महामनीषी युग पुरुष थे। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी यदि स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र को सही ढंग से समझे तो निश्चित रूप से एक सशक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है। डॉ. सैजल ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति का यशोगान पूरे विश्व में है। युगों से सर्वस्व ज्ञान व अध्ययन की प्राप्ति के लिए भारत की ओर देखा जाता रहा है। उन्होंने कहा कि युवा देश की इस छवि को कायम रखने के लिए राष्ट्रवाद की भावना के साथ सामूहिक प्रयास करें। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि राष्ट्र पुनर्निर्माण के लक्ष्य को सन्मुख रखकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) एक देशव्यापी छात्र संगठन के रूप में अपने बहुआयामी और विविध गतिविधियों के साथ समाज के हर पहलू को छू रहा है। उन्होंने कहा कि स्वतन्त्रता के उपरान्त इस बात को महसूस किया गया कि छात्रों में राष्ट्रवाद और देश भक्ति की भावना जगाने के लिए एक छात्र संगठन होना चाहिए। इस प्रकार वर्ष 1948 में स्वतंत्रता के एक वर्ष के पश्चात एबीवीपी छात्रों की ऊर्जा को राष्ट्र पुनर्निर्माण में लगाने के उद्देश्य से अस्तित्व में आई। उन्होंने कहा कि एबीवीपी देश के लिए एक ऐसा छात्र संगठन है जो युवाओं को सही राह दिखलाकर राष्ट्रहित में योगदान दे रहा है। एबीवीपी ने देश और समाज के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक बनाने की दिशा में अथक प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा छात्र संगठन है जो सदैव युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने एबीवीपी का आह्वान किया कि वे प्रदेश सरकार की नशा निवारण मुहिम को सफल बनाने के लिए कार्य करें ताकि हिमाचल को नशामुक्त बनाया जा सके। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. डेजी ठाकुर ने कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद नैतिक मूल्यों के विकास एवं युवा चेतना के जागरण के लिए कटिबद्ध रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी हमेशा यही शिक्षा रही कि आज के युवक को शारीरिक प्रगति से ज्यादा आंतरिक प्रगति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग महिलाओं की सुरक्षा के प्रति कृतसंकल्प है तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति बटन ऐप सहित अन्य योजनाएं आरंभ की गई है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें तथा घरेलू हिंसा के मामले सामने आने पर इसकी शिकायत तुरंत महिला आयोग में करें। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्र्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया गया। सिरमौर जिला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लानाचेता की कशिश को प्रथम, सोलन जिला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जौणाजी की ज्योति को द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंदन के साहिल को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ओच्छघाट की टिवंकल कल चौहान, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कहलोग की चम्पा, गीता आदर्श विद्यालय सोलन के राहुल नेगी तथा हिमगिरी कल्याण आश्रम के अनुज वर्मा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। स्कूल स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में सेंट ल्यूकस विद्यालय सोलन के दिव्यम अरोड़ा, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन की आरती नेगी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जौणाजी के सौरव, एसडी पब्लिक सकूल सोलन के अंकित कश्यप, डीपीएस राजगढ़ की संजना, सरस्वती विद्या निकेतन राजगढ़ के साहिल, जीपीवीआईएस राजगढ़ की साक्षी डीएवी राजगढ़ की प्रियांशी तथा जीएमएसएस राजगढ़ की उन्नति को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सोलन के समाज सेवी कुलभूषण गुप्ता और निहाल सिंह को भी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया। इस अवसर पर नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, भाजपा मंडल सोलन के उपाध्यक्ष चंद्रकांत शर्मा, महामंत्री भरत साहनी, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चमन ठाकुर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सोलन इकाई के अध्यक्ष तरूण ठाकुर, सचिव राघव ठाकुर, भाजपा के नंदराम कश्यप, उपमंडलाधिकारी सोलन रोहित राठौर, तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी सहित विभिन्न विद्यालयों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे। .
विश्व विख्यात तीर्थ स्थल श्री नैना देवी जी में स्वास्थ्य सुविधाएं नाम मात्र की ही रह गई है कहने को तो नैना देवी मंदिर के नजदीक एक आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी है जबकि यहां से लगभग जो 3 किलोमीटर की दूरी पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है परंतु इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों में रोगियों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी को एक मिडवाइफ द्वारा चलाया जा रहा है जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को फार्मासिस्ट के सहारे छोड़ दिया गया है। जहां तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रश्न है तो यहां पर इस समय पांच डॉक्टरों के पद हैं जिनमें से मात्र 2 डॉक्टर ही कार्यरत हैं एक डॉक्टर यदि रात्रि के समय अपनी सेवाएं देता है तो दूसरा डॉक्टर दिन को मरीजों को देखता है परंतु आलम यह है कि दिन के समय एक भी डॉक्टर उक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं था जबकि मरीजों को फार्मासिस्ट ही देख रहा था इतना ही नहीं कि स्वास्थ्य केंद्र में नेत्र विशेषज्ञ ना होने के कारण भी लोगों को भारी दिक्कत पेश आ रही है अगर किसी ने अपनी आंखें चेक करवानी हो तो उसे या तो स्वारघाट या फिर पंजाब की तरफ रुख करना पड़ता है गौरतलब है कि घवाडल स्थित इस स्वास्थ्य केंद्र में भाखड़ा से लेकर स्वारघाट तक के मरीज उपचार हेतु आते हैं जबकि इस स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत लगभग 15 से 20 पंचायतें आती हैं इस बाबत जब सीएमओ बिलासपुर प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की छानबीन की जाएगी तथा उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी इसके अलावा आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में पिछले 3 दिन से डॉक्टर छुट्टी पर होने के कारण मिडवाइफ के सहारे ही डिस्पेंसरी को चलाया जा रहा है डिस्पेंसरी में डॉक्टर का एक ही पद है जबकि फार्मासिस्ट का पद रिक्त पड़ा हुआ है इस बारे में जब जिला आयुर्वेदिक अधिकारी गोपाल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए कहा की डेपुटेशन पर डॉक्टर भेजने के लिए ऊपर से अनुमति चाहिए होती है जहां तक फार्मासिस्ट का सवाल है तो बहुत जल्द ही यह पद भर दिया जाएगा उल्लेखनीय है कि सन 2008 में नयना देवी में श्रावण अष्टमी मेले के दौरान भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की जाने चली गई थी उस समय यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बड़ी-बड़ी बातें की गई थी परंतु धरातल पर कुछ भी नहीं हुआ आज भी नयाना देवी में अगर किसी श्रद्धालु अथवा स्थानीय व्यक्ति को स्वास्थ्य से संबंधित कोई दिक्कत होती है तो उसे सीएचसी जाना पड़ता है या फिर पंजाब की ओर रुख करना पड़ता है जहां तक आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी का सवाल है तो यह शाम को 4 बजे बंद हो जाती है उसके पश्चात स्थानीय लोगों के साथ-साथ श्रद्धालुओं को प्राइवेट क्लीनिक बालों पर निर्भर रहना पड़ता है।
नव चेतना संस्था कुनिहार ने शनिवार को गरीब लोगों को कम्बल व गर्म कपड़े बांटे। इस कार्यक्रम में नायब तहसीलदार कुनिहार दौलत राम चौधरी को संस्था ने विशेष तौर पर आमंत्रित किया। नायब तहसीलदार व संस्था के पदाधिकारियों ने अपने हाथों से लगभग 40 गरीब लोगों को ठण्ड से बचने के लिए गर्म कम्बल व कपड़े वितरित किए। नायब तहसीलदार दौलतराम चौधरी व कुनिहार पँचायत के उपप्रधान देवेन्द्र ठाकुर ने संस्था के इस कदम की प्रसंशा करते हुए कहा कि यह संस्था समय समय पर गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करती रहती है। गरीब बेटियों की पढ़ाई व शादी के लिए भी संस्था सहयोग करती रहती है। इसके अलावा वृक्षारोपण में भी संस्था सराहनीय काम कर रही है। संस्था द्वारा खाली भूमि पर हजारों पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को गरीबों की सहायता के लिए संस्था का बढ़चढ़ सहयोग करना चाहिए। इस मौके पर संस्था के चेयरमैन कुलदीप कंवर,पँचायत उप प्रधान देवेन्द्र ठाकुर,सर्व एकता जनमंच कुनिहार के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर,सुनील ठाकुर,संजीव कुमार, शेर सिंह,जितेन्द्र मोहन,अनिल तनवर,राहुल राय, अर्जुन,सीताराम,प्रेम,पूनम कंवर,कमला कंवर ,भुवनेश्वरी व सुभाष आदि उपस्थित थे।
दी मांगल लैंड लूजर ट्रांसपोर्ट को ऑपरेटिव सोसायटी बागा (मांगल) और दी ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रधान बलदेव राज चौहान, अजीत सैन, हेमराज, मनोहर लाल, महेंद्र लाल, लाल मन, प्रेम लाल, प्रताप सिंह ने कहा की पिछले कुछ समय से ट्रांसपोर्टर की जो पासिंग फीस मे लेट फीस ली जाती थी, उसे उच्चतम न्यायालय द्वारा 27 अगस्त को लेट फीस का स्टे आर्डर आया और इसमें सबसे बड़ा योगदान एमआरसी अमरचंद बिट्टू के सहयोग से इन ट्रक ऑपरेटरों की लेट फीस 50% प्रतिदिन की पड़ती थी वह 19 दिसंबर को सरकार सॉफ्टवेयर में अपडेट कर दिया है और अब पासिंग में ली जानी वाली लेट फीस को खत्म करके उन्होंने उच्चतम न्यायालय व हिमाचल सरकार का धन्यवाद किया है।
लाल झंडा सीमेंट प्लांट वर्कर बागा का जनरल हाउस रखा गया इस जनरल हाउस की अध्यक्षता यूनियन के प्रधान बलबीर चौहान ने की उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कंपनी मजदूरों को आपस में बांटने का काम कर रही है अल्ट्राटेक कंपनी को यूनियन द्वारा एक 14 सूत्री मांग पत्र 7 फरवरी को दिया था परंतु कंपनी ने मजदूरों की मांग को आज तक नहीं माना है जिससे मजदूरों में बहुत ज्यादा गुस्सा है यूनियन का कहना है कि जो मांग पत्र कंपनी को दिया गया है इन मांगों को जल्द अगर पूरा नहीं किया गया तो यूनियन कंपनी के खिलाफ एक जोरदार आंदोलन करेगी इस आम सभा में सीटू के राज्य अध्य्क्ष विजेंदर मेहरा मुख्य रूप से उपस्थित थे उन्होंने मजदूरों से अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा सरकार मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को बदल कर 4 कानून बना रही है ओर यह कानून बड़े-बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए जा रहे हैं इस तरह के कानूनों को मजबदूर नहीं मानेंगे और इनके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन करेंगे 8 जनवरी 2020 को पूरे देश के सभी मजदूर सड़कों पर अपना आंदोलन करेंगे सभी तरह के काम भी बंद करेंगे जो मजदूर विरोधी कानून सरकार बनाने जा रही है उसके खिलाफ बागा यूनियन भी काम बंद रखेगी इस आम सभा में सीटू जिला सोलन के अध्यक्ष मोहित वर्मा और सीटू जिला महासचिव एन डी रनोट ने मजदूरों को संबोधित किया और इस हड़ताल को सफल बनाने में सभी मजदूरों से अपील भी की और सभी मजदूरों द्वारा गाठ खड़ा कर हड़ताल को सफल बनाने का पूरा जोरदार समर्थन किया इस आमसभा में यूनियन के महासचिव ब्रिजलाल ने भी मजदूरों को संबोधित किया इस आम सभा में यूनियन कोषाध्यक्ष संजय कुमार केहर सिंह लालमन आदि उपस्थित रहे लाल झंडा सीमेंट प्लांट वर्कर बागा का जनरल हाउस रखा गया इस जनरल हाउस की अध्यक्षता यूनियन के प्रधान बलबीर चौहान ने की उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कंपनी मजदूरों को आपस में बांटने का काम कर रही है अल्ट्राटेक कंपनी को यूनियन द्वारा एक 14 सूत्री मांग पत्र 7 फरवरी को दिया था परंतु कंपनी ने मजदूरों की मांग को आज तक नहीं माना है जिससे मजदूरों में बहुत ज्यादा गुस्सा है यूनियन का कहना है कि जो मांग पत्र कंपनी को दिया गया है इन मांगों को जल्द अगर पूरा नहीं किया गया तो यूनियन कंपनी के खिलाफ एक जोरदार आंदोलन करेगी इस आम सभा में सीटू के राज्य अध्य्क्ष विजेंदर मेहरा मुख्य रूप से उपस्थित थे उन्होंने मजदूरों से अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा सरकार मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को बदल कर 4 कानून बना रही है ओर यह कानून बड़े-बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए जा रहे हैं इस तरह के कानूनों को मजबदूर नहीं मानेंगे और इनके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन करेंगे 8 जनवरी 2020 को पूरे देश के सभी मजदूर सड़कों पर अपना आंदोलन करेंगे सभी तरह के काम भी बंद करेंगे जो मजदूर विरोधी कानून सरकार बनाने जा रही है उसके खिलाफ बागा यूनियन भी काम बंद रखेगी इस आम सभा में सीटू जिला सोलन के अध्यक्ष मोहित वर्मा और सीटू जिला महासचिव एन डी रनोट ने मजदूरों को संबोधित किया और इस हड़ताल को सफल बनाने में सभी मजदूरों से अपील भी की और सभी मजदूरों द्वारा गाठ खड़ा कर हड़ताल को सफल बनाने का पूरा जोरदार समर्थन किया इस आमसभा में यूनियन के महासचिव ब्रिजलाल ने भी मजदूरों को संबोधित किया इस आम सभा में यूनियन कोषाध्यक्ष संजय कुमार केहर सिंह लालमन आदि उपस्थित रहे
सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि चंद उद्योगपतियों की इस सरकार ने देश को गृह युद्ध की ओर धकेल दिया है। जाति-धर्म में बांटकर लड़ाई-झगड़े करवाए जा रहे हैं, जोकि इनका विकास का एजैंडा बन गया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार सदियों तक याद रखी जाएगी, क्योंकि 70 साल में इस सरकार के समय कमरतोड़ महंगाई ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। बेरोजगारी से युवा दुखी व परेशान हैं। देश की जनता का ध्यान बांटने के लिए नित नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गलत नीतियों के चलते देश की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है। लोकतंत्र की परिभाषा बदल दी गई है और ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए लड़ाई-झगड़ों में जनता को उलझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गृह युद्ध से ऐसे हालात बना दिए गए हैं, जिसमें तिल-तिल पूरा देश जल रहा है। उन्होंने कहा कि देश की जी.डी.पी. दर की इतनी गिरावट आज तक नहीं देखी। अर्थव्यवस्था चकनाचूर हो चुकी है। बैंक कंगाल हो चुके हैं तथा आर.बी.आई. को खोखला किया जा रहा है। ई.डी. व सी.बी.आई. को अपने हिसाब से सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों के खिलाफ चलाया जा रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि देश का हरेक वर्ग इस समय सरकार से त्रस्त हो चुका है। अब नागरिकता संशोधन कानून से सरकार ने पूरे देश में अशांति व अराजकता का माहैल बना दिया है। विद्यार्थियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। जिस सरकार में विद्यार्थी ही सुरक्षित नहीं हैं तथा महिलाएं रात को अकेले घर से बाहर नहीं जा सकती हैं। ऐसी सरकार कोई क्या उम्मीद कर सकती है।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटिड द्वारा उन उपभोक्ताओं के विद्युत कुनैक्शन काट दिए जाएंगे, जिन्होंने नवम्बर, 2019 में अपने बिजली के बिल जमा नहीं करवाए हैं। यह जानकारी आज यहां प्रदेश विद्युत बोर्ड निगम लिमिटिड के सहायक अभियंता रमेश कुमार शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि काटे जाने वाले कुनैक्शन की कुल संख्या 748 है। उपभोक्ताओं द्वारा जमा न करवाई गई कुल राशि 26,27,036.04 रुपये है। इनमें 450 घरेलू उपभोक्ता हैं। इनकी कुल राशि 11,28,558.97 रुपये है। कुल उपभोक्ताओं में से 274 व्यवसायिक उपभोक्ता हैं। इनकी कुल राशि 13,06,746.95 रुपये है। अन्य 24 उपभोक्ताओं की राशि 1,91,730.12 रुपये है। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे अपने बिल 24 दिसम्बर, 2019 तक जमा करवा दें। उन्होंने कहा कि बिल जमा करने के लिए इस दिन एक काउंटर सेर चिराग (जौणाजी) तथा दूसरा काउंटर ब्रूरी में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अपने बिल पेटीएम, गूगल पे, अमेजॉन, भीम ऐप, फोन पे अथवा वैबसाईट www.hpsebl.in द्वारा भी जमा करवा सकते हैं। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध किया वे अपने बिजली तुरंत जमा करवा दें ताकि उनकी विद्युत आपूर्ति यथावत रहे।
The Dr YS Parmar University of Horticulture & Forestry (UHF), Nauni signed a Memorandum of Understanding (MoU) with Ludhiana based Soft-Tech Renewable Energies for a joint programme of Research, Development, Demonstration and Promotion of renewable energy technologies. Under the agreement, the company will work with the university for submitting joint projects in the field of renewable energy to various funding agencies. Besides, working on the development of solar chulha for cooking, space and water heating, the two parties will also undertake research on thermally efficient solar drier with phase change material and solar thermal application for waste-water treatment. Both partners will also jointly design renewable energy systems for potential technologies and applications. The company with the help of UHF scientists will jointly evaluate the system performance and publish the success stories in national and international journals. The possibilities for filing joint patents of innovative ideas during the execution of MoU will also be explored. The university also signed an MoU with Atal Bihari Vajpayee Government Institute of Engineering and Technology, Pragatinagar for co-operation in the fields of Landscaping, Food Processing and apple cultivation. The tie-up will involve the exchange of scientific and technical information. Moreover, the students of both institutions will undertake exchange and visits and conduct joint research activities. Joint seminars and conferences, faculty development programmes and training of students will also be undertaken as part of the collaboration.The MoUs were signed by Director Research Dr JN Sharma, in the presence of Vice-Chancellor Dr Parvinder Kaushal. Deans Dr ML Bhardwaj and Dr Kulwant Rai and university scientists Dr SK Bhardwaj, Dr KK Raina and Dr RK Aggarwal were also present on the occasion.
सीटू की हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी की बैठक किसान मजदूर भवन चितकारा पार्क कैथू शिमला में राज्याध्यक्ष विजेंद्र मेहरा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 8 जनवरी को सीटू से सम्बंधित हज़ारों मजदूर प्रदेश भर में काम बंद करके पूर्ण हड़ताल करेंगे। इस हड़ताल की तैयारियों के लिए एक नवम्बर को सभी ट्रेड यूनियनों व फेडरेशनों के साथ मिलकर शिमला के कालीबाड़ी हॉल में राज्य स्तरीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। राज्य कमेटी ने निर्णय लिया है कि आठ जनवरी की हड़ताल से पहले प्रदेश के हर मजदूर तक पहुंच कर केन्द्र सरकार की मजदूर व कर्मचारी विरोधी नीतियों का भंडाफोड़ किया जाएगा व जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। सीटू राज्याध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार लगातार मजदूर व कर्मचारी विरोधी निर्णय ले रही है। यह सरकार पूंजीपतियों व उद्योगपतियों के इशारे पर कार्य कर रही है। इसके चलते मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को खत्म करने की शुरुआत हो चुकी है। बीएसएनएल,बैंक,एलआईसी,पोस्टल,एजी,रेलवे,रक्षा जैसे देश के सभी केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने की साज़िश जारी है। यह सरकार पूरी तरह से मजदूरों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्य कर रही है। इस सरकार के कार्यकाल में अम्बानी,अडानी व बाबा रामदेव जैसे उद्योगपतियों की धन,दौलत व सम्पदा ढाई से पांच गुणा तक बढ़ी है जबकि दूसरी ओर मजदूरों के न्यूनतम वेतन को 18 हज़ार रुपये घोषित करने से यह सरकार आनाकानी कर रही है। वर्ष 2003 के बाद लगे कर्मचारियों के लिए नई पेंशन नीति लागू करके उनका गला पूरी तरह घोंट दिया गया है। स्थायी रोजगार की जगह ठेका प्रथा,अंशकालीन व आउटसोर्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार समान कार्य का समान वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस सरकार ने पूरे ट्रांसपॉर्ट सेक्टर को तबाह करने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट में भारी तब्दीलियां की हैं। आंगनबाड़ी,मिड डे मील व आशा आदि स्कीम वर्करज़ के रोजगार को खत्म करने की साज़िशें रची जा रही हैं। इस सबके खिलाफ देश के लगभग 25 करोड़ मजदूर सड़कों पर उतरकर 8 जनवरी 2020 को खुली जंग का ऐलान करेंगे। बैठक में सीटू राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर ठाकुर,राज्याध्यक्ष विजेंद्र मेहरा,महासचिव प्रेम गौतम,जगत राम,अजय दुलटा,रमाकांत मिश्रा,बिहारी सेवगी,कुलदीप डोगरा,भूपेंद्र सिंह,राजेश,सुदेश,केवल,ओमदत्त,एन डी रनौत,राजेन्द्र ठाकुर,राजकुमारी,सुमित्रा आदि ने भाग लिया।
पांवटा साहिब के पुरवाला थाना के अंतर्गत मंगलवार देर रात पुलिस ने दो तस्करी मामलो में 15 लाख ml अवैध शराब सहित दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। पांवटा साहिब गांधी जयंती के एक रात पहले पुलिस ने दो मामलों में अवैध शराब का जखीरा बरामद किया है। मिली जानकारी के अनुसार देर रात राजबन और पुरवाला थाना के अंतर्गत दो बड़े अवैध शराब के जखीरे पकड़े गए हैं। जिसमें राजबन थाना के अंतर्गत कफोटा की और जाती एक हरियाणा नम्बर HR 58-4571 पिकअप से दाउद खान पुत्र शुक्रदीन मिश्रवाला 13 लाख 5 हजार एमएल (145 पेटी) अवैध हरियाणा मार्का की शराब बरामद की गई है । सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के बाद पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है । इस मामले में एक और व्यक्ति जो कि फरार होने में कामयाब रहा की तलाश पुलिस कर रही है। वहीं दूसरी और भंगाणी पुरवाला थाना के अंतर्गत भी अवैध हरियाणा मार्का कच्ची शराब का जखीरा बरामद किया गया है जिसमें एक जा़यलो गाडी़ से तकरीबन 25 से 30 पेटी शराब होने की बात कही जा रही है । पुलिस टीम को कुचलने का प्रयास किया गया वही बता दें कि रात के समय नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों को जाइलो गाड़ी द्वारा कुचलने की कोशिश की गई लेकिन किसी तरह पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने कामयाब हो गए । वहीं राजबन पुलिसकर्मियों ने सूझबूझ से काम करते हुए सतौन और भंगानी को भी अलर्ट पर रखा हुआ था। उन्होंने इस दौरान एक बड़ा ट्रक बीच सड़क में लगावा कर जाइलो गाड़ी को पकड़ावा दिया।इस बारे में विजय शर्मा थाना प्रभारी पूरवाला ने बताया कि देर रात दो जगहों पर नाका लगाकर हरियाणा से तस्करी की जा रही 2 गाड़ियों से तकरीबन 170 पेटी शराब बरामद की गई है
बिलासपुर नगर के डियारा सेक्टर में एक प्रवासी युवक द्वारा फंदा लगाकर जानक देने का समाचार है। युवक ने फंदा मंगलवार सुबह करीब 9 बजे लगाया है। युवक अपने मामा के साथ डियारा सेक्टर में रहता है। वहीं, अपने मामा के साथ वह रेहड़ी लगाकर सामान बेचा करता था। हालांकि अभी तक युवक द्वारा फंदे लगाने का मुख्य कारणों का पता नहीं लग पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। युवक की पहचान अमित कुमार उम्र 20 साल पुत्र अजय सिंह गांव नागल जिला बुलंदशहर यूपी के रूप में हुई है। पुलिस जांच के अनुसार युवक के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मामले की पुलिस जांच कर रही है। सदर थाना प्रभारी यशवंत सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सोलन ज़िला के कुम्हारहट्टी स्थित महर्षि मार्कण्डेश्वर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नशा निवारण एवं पुनर्वास केन्द्र का शुभारंभ किया। जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि युवाओं में नशे की प्रवृत्ति गम्भीर चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि नशे के सेवन से न केवल युवाओं का जीवन बर्बाद हो रहा है अपितु इस सामाजिक बुराई के कारण राष्ट्र के भविष्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। प्रदेश सरकार नशे जैसी सामाजिक बुराई के समूल नाश के लिए प्रतिबद्ध है और नशे के सौदागरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विशेष रूप से राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी नज़र रख रही है। ताकि अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले मादक पदार्थों को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पहल पर देश के उत्तरी राज्यों ने नशे के सौदागरो के विरूद्ध सूचना साझा करने तथा इनके व्यापार में संलग्न दोषियों के खिलाफ कार्रवाही करने के लिए संयुक्त नीति बनाने का निर्णय लिया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में नशे के विरूद्ध व्यापक जागरूकता अभियान भी कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि नशे के विरूद्ध अभियान में राज्य सरकार को सहयोग दें और युवाओं को इस बुराई से दूर रखने में सहायता करें। उन्होंने आग्रह किया कि प्रदेशवासी नशे के विरूद्ध अभियान में पुलिस को पूर्ण सहयोग प्रदान करें। उन्होंने आशा जताई कि कुम्हारहट्टी स्थित महर्षि मार्कण्डेश्वर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थापित यह नशा मुक्ति केन्द्र नशे की गिरफ्त में आए युवाओं का उचित पुर्नवास करने में सहायक सिद्ध होगा। इस अवसर पर शिमला में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जमवाल, उपायुक्त सोलन के.सी. चमन, पुलिस अधीक्षक सोलन मधुसूदन शर्मा, के प्रधान मुखयमंंत्री निजी सचिव विनय सिंह, महर्षि मार्कण्डेश्वर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन डॉ. शिव कुमार शर्मा, उपमण्डलाधिकारी सोलन रोहित राठौर, उप पुलिस अधीक्षक परवाणु योगेश रोल्टा सहित अस्पताल के प्रबन्धक, चिकित्सक एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिक्षा, संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री सुरेश भारद्वाज ने विभिन्न सामाजिक संगठनों, अभिभावकों तथा अध्यापकों का आह्वान किया है, कि वे युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए वृहद स्तर पर कार्य करें, ताकि देश के भविष्य को सुरक्षित रखा जा सके। सुरेश भारद्वाज सांय सोलन के ठोडो मैदान में डायनामिक इंडिया युवा मंडल सोलन द्वारा आयोजित 8 दिवसीय हिमाचल उत्सव के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित रहे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है, कि युवा मंडल द्वारा हिमाचल उत्सव का आरंभ नशे जैसी सामाजिक बुराई के विरूद्ध अलख जगाने के साथ किया गया है। उन्होंने कहा कि नशा आज एक गंभीर समस्या का रूप ले चुका है और नशे के फैलाव को रोकने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने युवा मंडल से आग्रह किया कि प्रतिदिन लोगों को नशे के विरूद्ध जागरूक करें अपितु यह सुनिश्चित बनाएं, कि नशे के विरूद्ध आरंभ की गई मुहिम युवाओं को इस दिशा में प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नशे के विरूद्ध व्यापक अभियान कार्यान्वित कर रही है और सभी के सहयोग से इसे सफल बनाया जाएगा। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए जहां अभिभावकों को अपना उत्तरदायित्व समझना होगा। वहीं सभी विद्यालयों के अध्यापकों को भी इस दिशा में आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि प्रायः यह देखने में आया है कि पहले अभिभावक अपने बच्चों की नशे की लत को छुपाते हैं। अभिभावकों को यह जानना होगा कि नशे की बुराई को छुपाकर वे न केवल अपने बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं अपितु नशे के सौदागरों को बढ़ावा भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकों का नशे के विरूद्ध उठाया गया कदम पूरे देश के लिए रामबाण सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों पर नियमित रूप से नजर रखनी होगी। उन्होंने सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों के अध्यापकों से आग्रह किया कि बच्चों को समझाएं कि नशा उन्हें नकारा कर देगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि हिमाचल प्रदेश में नशा बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है। हम सभी को नशे की बुराई को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि नशे के माध्यम से देश की युवा पीढ़ी को समाप्त कर भारत के भविष्य को अंधकारमय बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उपचार पर धन एवं समय बर्बाद करने से बेहतर है कि पहले ही रोग से बचने का उपाय कर लिया जाए। यह नशे के विरूद्ध लड़ाई में सबसे कारगर उपाय है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि अपनी असीम ऊर्जा को देशहित में एवं लक्ष्य साधन में लगाएं और अपने बुजुर्गों से लोकाचार, लोक संस्कृति एवं अपनी परंपराओं की जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि युवा हमारा अभिमान हैं और इन्हीं के बल पर भारत शीघ्र ही विकास के सर्वोच्च प्रतिमान स्थापित करेगा। शिक्षा मंत्री ने डायनामिक युवा मंडल सोलन को विभिन्न गतिविधियों के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। सुरेश भारद्वाज ने नशे पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक सोलन मधुसूदन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. शिव कुमार शर्मा और एसएचओ सोलन धर्मसेन नेगी को हिमाचल रक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इससे पूर्व सोलन विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी रहे डॉ. राजेश कश्यप ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे जीवन में जो भी सपनें देखें उन्हें पूरा करने के लिए पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि एक चिकित्सक के नाते वे जानते हैं कि नशा किस प्रकार युवाओं को खोखला बना रहा है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि नशे से स्वयं भी दूर रहें और अपने साथियों को भी दूर रखें। पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ सोफत, पूर्व सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप, सोलन से भाजपा के उम्मीदवार रहे डॉ. राजेश कश्यप, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, चायल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र वर्मा, आढ़ती एसोसिएशन सोलन के उपाध्यक्ष तीर्थानंद भारद्वाज, ग्रीन हिल्स इंजीनियरिंग कॉलेज के चेयरमेन कृपाल सिंह पसरीचा, वरिष्ठ भाजपा नेता इंद्र सिंह मेहता, एपीएमसी सोलन के सदस्य किशन वर्मा, भाजपा तथा भाजयुमो के वरिष्ठ पदाधकारी, अधिवक्ता जितेंद्र पाल ठाकुर, डायनामिक इंडिया युवा मंडल सोलन के अध्यक्ष पंकज सूद, उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा, कीर्ति कौशल, रविंद्र पंवर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, अधिकारी एवं अन्य इस अवसर पर उपस्थित थे।
इमरान खान ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद भारत के साथ बातचीत का सवाल नहीं है। उन्होंने भारत के साथ युद्ध की चेतावनी देते हुए कहा कि यह भारतीय उपमहाद्वीप से परे जा सकता है। खान ने कहा, इसलिए हमने संयुक्त राष्ट्र का रुख किया है, हम प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय मंच पर जा रहे है, और उन्हें इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा, निश्चित तौर पर मेरा मानना है कि भारत के साथ युद्ध एक संभावना हो सकती है। यह संभावित विध्वंस भारतीय उपमहाद्वीप से परे भी जा सकता है। इसके साथ ही खान ने ये भी कहा कि पाकिस्तान कभी युद्ध की शुरुआत नहीं करेगा। अल जजीरा से प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं अमनपसंद हूं, मैं युद्ध विरोधी हूं। मेरा मानना है कि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं होता।
देश में 1 सितंबर से लागू हुए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के बाद से ही एक नई बहस शुरू हो गई है। रोजाना लोगों के चालान कट रहे है, और जुर्माना राशि हजारों में है। कोई 20 हज़ार का चालान दे रहा है तो कोई 2 लाख का। लेकिन चालान कटने के डर से कई लोग पुलिसवालों से भी भिड़ जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजधानी दिल्ली से, जहां एक स्कूटी सवार लड़की पुलिसवालों से भिड़ गई और सुसाइड करने की धमकी देने लगी। शनिवार सुबह दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास जब दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक स्कूटी सवार युवती को रोका तो उसने हंगामा करना शुरू कर दिया।.पुलिस के मुताबिक, लड़की की स्कूटी की नंबर प्लेट टूटी हुई थी। इसके अलावा स्कूटी चलाते वक्त फोन का इस्तेमाल कर रही थी। जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका और चालान की बात आई तो युवती ने सुसाइड की धमकी दे दी। बताया जा रहा है कि पहले उसने ट्रैफिक पुलिस के साथ बदतमीजी की, फिर अगर उसे जाने नहीं दिया गया तो सुसाइड की धमकी देने लगी। इतना ही नहीं कुछ ही देर बाद लड़की ने रोना शुरू कर दिया और हेलमेट भी फेंक दिया। युवती अपने घर से ऑफिस जा रही थी, हालांकि, करीब 20 मिनट के ड्रामे के बाद पुलिस ने उस युवती को जाने दिया।
नालागढ़ में दो स्थानों पर चूरा पोस्त और बद्दी में गांजा बरामद नशे के खिलाफ बीबीएन में पुलिस एक्शन मोड में है। वीरवार को जिला पुलिस ने सीआईडी नॉर्कोटिक्स के डॉग स्कवॉयड के साथ नालागढ़ और बद्दी में ज्वाईंट सर्च आप्रेशन चलाया। टीमों ने जगातखाना, बीड़ प्लासी, राजपुरा, शीतलपुर और वर्धमान में ज्वाईंट रेड की। पुलिस के सर्च अभियान से नशा कारोबारियों में अफरातफरी मच गई है। इस दौरान पुलिस को तीन स्थानों पर सफलता मिली है पुलिस ने आरोपी चरणदास पुत्र सदा राम निवासी गांव बीड़ प्लासी, डाकघर मझोली नालागढ़ के हवाले से 311 ग्राम चूरा पोस्त बरामद किया। दूसरे मामले में टीम ने जीत राम पुत्र देवी राम निवासी बीड़ प्लासी नालागढ़ के रिहायशी मकान से 5.211 किलोग्राम चूरा पोस्त और 30 हजार की नकदी बरामद की। पुलिस ने बद्दी में शीलतपुर और वर्धमान में भी सर्च अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने मिट्ठू पुत्र गोला राम निवासी चंडी कोटली, डाकघर व तहसील कालका, जिला पंचकूला के हवाले से 800 ग्राम गांजा बरामद किया।
हिमाचल सरकार के आबकारी एवं कराधान विभाग में व्यापक फेरबदल करते हुए 54 अधिकारियों के तबादले किये हैं। इनमे कई जॉइंट कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर भी शामिल है। ये डिप्टी कमिश्नर बदले: स्टेट टैक्स एंड एक्साइज डिप्टी कमिश्नर जीडी ठाकुर को सिरमौर से शिमला, नरेंद्र सैन को कुल्लू से चंबा, कुलभूषण को हमीरपुर से नाहन, नाविंदर सिंह को चंबा से हमीरपुर, अनुपम कुमार को शिमला मंडी, प्रीतपाल सिंह को मंडी से शिमला, हरीश छाते को शिमला से कुल्लू भेजा गया है। इन सहायक आयुक्तों का हुआ तबादला: सहायक आयुक्तों में गोपाल चंद को रामपुर से सोलन, संतोष कुमार को लोअर बाजार सर्कल से मुख्यालय, किरण गुप्ता को ढली सर्कल से शिमला, सुरेन्द्र कुमार को कार्ट रोड से मुख्यालय, देव कांत प्रकाश खाची को परवाणू से शिमला, चंद्र शील भूतानी को अंबोटा से नूरपुर, भूप राम शर्मा को बद्दी से सिरमौर, जीवन लाल को बद्दी से नालागढ़, अविनाश को बरोटीवाला से कालाअंब, प्रेम सिंह को कालाअंब से घुमारवीं, किशोर कुमार को नाहन से नार्थ जोन के लिए बदला गया है। वीरेंद्र दत्त को हमीरपुर से शिमला, संजय शर्मा को नूरपुर से ऊना, रमेश कुमार को हमीरपुर से सोलन, अनीता कुमारी को बिलासपुर से चंबा के लिए बदला गया है। इसके अतिरक्त अश्वनी कुमार को कालाअंब से बंजार कर्म सिंह को रोहडू से रामपुर, विपिन पोसवाल को शिमला से ढली, सरिता गौढ़ को सोलन से शिमला, बाबू राम नेगी सोलन से नूरपुर, मनोज कुमार को सोलन से मंडी, प्रताप सिंह सिरमौर से बिलासपुर, लाल चंद को पांवटा साहब से भोरंज, संदीप अत्री को नाहन से स्तोन, ललित पोसवाल को घुमारवीं से सुंदरनगर, सतेंद्र कुमार बिलासपुर से कालाअंब, निष्ठा बाली बिलासपुर से हमीरपुर, नवजोत शर्मा बिलासपुर से धर्मशाला, शिल्पा कपिल सुंदरनगर से नेरचौक, मोहन लाल करसोग से मंडी, कर्मचंद कुल्लू से रोहडू, गग्नीश कुमार हमीरपुर से बद्दी, रविन्द्र कुमार को नादौन से नाहन, विशाल गोरला भोरंज से किन्नौर, मुकेश कुमार टोकी (नूरपुर) से नूरपुर सर्कल, पंकज सूद मेहतपुर से परवाणू, अनिल कुमार अम्ब से गगरेट, सचिन कुमार ऊना से परवाणू, अजय कुमार को चंबा से ऊना, देवी राम किन्नौर से शिमला, कंवर शाह देव कटोच पालमपुर से हमीरपुर, सुरिंद्र कुमार को बद्दी से बिलासपुर तथा प्रवीण ठाकुर को सद्भावना स्कीम से बद्दी के लिए तब्दील किया है। ये ज्वाइंट कमिश्न भी बदले: हितेश शर्मा को पालमपुर से मुख्यालय शिमला में तैनाती दी गई है जोकि नॉर्थ जोन कार्यालय पालमपुर में ही बैठेंगे। विवेक महाजन को मुख्यालय से नार्थ जोन फ्लाइंग स्क्वाड पालमपुर, रमेश कुमार को मंडी से शिमला, राजीव डोगरा का सेंट्रल जोन मंडी के लिए तबादला किया गया है।
माजरा थाने के अंतर्गत आज दोपहर बाद मनोज पुत्र सतपाल निवासी धौलाकुआं उम्र 17 साल नहाते समय गांव खम्बानगर के नजदीक मण्डी खाला गुज्जर कुड मे डुब कर मृत्यु हुई है । प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक नदी में नहाने गया हुआ था कि काफी देर तक घर वापस न लौटने पर जब घर वालों ने उसके फोन पर फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। थोड़ी देर बाद वहां पर ओर लोग नहाने आए तो घरवाले जब फोन कर रहे थे तो वहां पर आए अन्य लोगों ने फोन उठाया तो घर वालो को युवक के कपड़े वहाँ पड़े होने की बात बताई । तभी परिवार वाले घबरा गए ओर सारे मामले की जांच के लिए काफी ग्रामीण वहां पर एकत्रित हुए । उसके बाद मामले की सूचना माजरा पुलिस को दी गयी। मौके पर माज़रा पुलिस पहुँच कर जांच में जुड़ चुकी है । मामले की पुस्टि थाना प्रभारी सेवा सिंह ने की है ।उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा ।
ट्रैजरी में कार्यरत एक वरिष्ठ सहायक पर करीब 21 लाख रुपए की हेराफेरी का आरोप लगा है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। सोलन जिला कोषाधिकारी सोलन अलिशा चौहान की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सोलन पुलिस को जिला कोषाधिकारी सोलन अलिशा चौहान ने एक शिकायत दी है। इसमें आरोप लगाया गया है कि इन कार्यालय में कार्यरत वरिष्ठ सहायक अनिल ने हेराफेरी करके अपने खाते में करीब 21 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए है। शिकायत में बताया गया है कि आरोपी कार्यालय में सभी विभागों का डिपोजिट एंड रिफंड का कार्य करता है। आरोप यह लगा है कि अनिल ने अनधिकृत रूप से 30 मई 2019 को 4,58,762 रुपए व 11 जून 2029 को 17,36,224 रुपए ( कुल 24,94,986 रुपए) वास्तविक लाभार्थी को न देने पर उपरोक्त राशि को अपने व्यक्तिगत खाता में स्थानांतरित कर लिया। कार्यालय के अभिलेख का अवलोकन करने पर पाया गया कि अनिल कुमार ने विभाग के अभिलेख में चालाकी से हेराफेरी इस रकम को स्थानांतरित किया है। इस शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके आगामी जांच शुरू कर दी है। जिला पुलिस के मीडिया प्रभारी एवं एएसपी शिव कुमार शर्मा ने कहा कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
राष्ट्रीय मशरूम मेला 2019 का आयोजन 10 सितंबर, 1997 को भारतीय मशरूम सम्मेलन के दौरान हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सोलन को भारत की मशरूम सिटी घोषित किया था। सोलन शहर के योगदान व मशरूम रिसर्च, इसे लोकप्रिय बनाने की दिशा में डीएमआर के प्रयासों को देखते हुए सोलन को ये दर्जा मिला था। खुम्ब शहर सोलन की 22वीं वर्षगांठ के मौके पर पिछले वर्षों की भांति भाकृअप-खुम्ब अनुसंधान निदेशालय, चम्बाघाट, सोलन के द्वारा, राष्ट्रीय मशरूम मेले का आयोजन 10 सितम्बर, 2019 को किया गया। इस मेले को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य किसानों को नई-नई तकनीकियों से अवगत कराना तथा इसकी खेती करने में आ रही समस्याओं का मिल-जुलकर निवारण करना होता है। जिला सोलन खुम्ब उत्पादन में हिमाचल का प्रारम्भ से ही अग्रणी जिला रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ.आनन्द कुमार सिंह, उप महानिदेशक (बागवानी विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली तथा डाॅ. परविंदर कौशल, कुलपति, डाॅ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विवि, नौणी, सोलन (हि0प्र0), डाॅ. मनजीत सिंह, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-खुम्ब अनुसंधान निदेशालय, सोलन एवं डाॅ. बी.के. पाँडे, प्रधान वैज्ञानिक, (बागवानी विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली विशेष अतिथि थे। 17 राज्यों के मशरूम उत्पादकों ने लिया हिस्सा इस मेले में लगभग 1200 खुम्ब उत्पादकों, किसानों आदि ने भाग लिया जो कि लगभग 17 राज्यों जिनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छतीसगढ़, तमिलनाडू, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, चण्डीगढ़, जम्मू व कश्मीर तथा मणिपुर आदि राज्यों से थे। ई-लर्निंग पोर्टल का विमोचन इस अवसर पर ई-लर्निंग पोर्टल का भी विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि डा. आनंद कुमार सिंह द्वारा कम्पोस्ट पास्चुराईजेशन इकाई एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं वृक्षारोपण किया गया। डा. वी.पी. शर्मा द्वारा उत्पादन कक्षों एवं एससीएसपी योजना के अतंर्गत बने कम लागत मशरूम घर का भ्रमण करवाया गया। इस अवसर पर निदेशालय के वार्षिक प्रतिवेदन व खुम्ब पर अखिल भारतीय अनुसंधान समन्वित परियोजना व पाँच तकनीकी फोल्डरों जिनमें वर्ष भर के विभिन्न जलवायु में उगने वाली ढींगरी खुम्ब, बेट बबल बिमारी, कोर्डीषेपस उत्पादन एवं पश्च फसल उत्पादन का विमोचन किया गया।
ओणम केरल का एक प्रमुख त्यौहार है। ओणम का उत्सव सितम्बर में राजा महाबली के स्वागत में प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो दस दिनों तक चलता है। ओणम में केरल के प्रत्येक घर के आँगन में फूलों की पंखुड़ियों से सुन्दर-सुन्दर रंगोलिया (पूकलम) डाली जाती हैं। युवतियां उन रंगोलियों के चारों तरफ वृत्त बनाकर उल्लास पूर्वक नृत्य (तिरुवाथिरा कलि) करती हैं। इस पूकलम का प्रारंभिक स्वरुप पहले (अथम के दिन) तो छोटा होता है परन्तु हर रोज इसमें एक और वृत्त फूलों का बढ़ा दिया जाता है। इस तरह बढ़ते-बढ़ते दसवें दिन (तिरुवोनम) यह पूकलम वृहत आकार धारण कर लेता है। इस पूकलम के बीच त्रिक्काकरप्पन (वामन अवतार में विष्णु), राजा महाबली तथा उसके अंग रक्षकों की प्रतिष्ठा होती है जो कच्ची मिट्टी से बनायीं जाती है। ओणम एक सम्पूर्णता से भरा हुआ त्योहार है जो सभी के घरों को ख़ुशहाली से भर देता है। ओणम पर पौराणिक कथा महाबली प्रहलाद के पोते थे। प्रहलाद जो हिरण्यकश्यप असुर के बेटे थे लेकिन फिर भी प्रहलाद विष्णु के भक्त थे। महाबली भी प्रहलाद की तरह भगवान विष्णु के भक्त थे। समय आगे बढ़ता गया और वे बड़े होते गये। उनका साम्राज्य स्वर्ग तक फैला हुआ था ,इस बात से उनकी प्रजा बहुत खुश थी। एक बार विष्णु भगवान वामन के वेश में उनके सामने गये। विष्णु जी ने तीन पग मीन का दान माँगा था। राजा महाबली इस बात को बहुत ही साधारण समझ रहे थे लेकिन यह साधारण बात नहीं थी। जब राजा महाबली ने तीन पग जमीन देने के लिए हामी भर दी तो भगवान विष्णु ने अपना विराट रूप ले लिया। उन्होंने अपने एक पग से पूरी धरती को नापा और दूसरे पग से आकाश को लेकिन तीसरे पग के लिए कुछ नहीं बचा तो राजा बलि ने अपना शरीर अर्पित कर दिया क्योंकि राजा बली ने अपना सब कुछ दान कर दिया था तो वे धरती पर नहीं रह सकते थे। विष्णु भगवान ने उन्हें पाताल लोक जाने के लिए कहा लेकिन जाने से पहले भगवान विष्णु ने उनसे एक वरदान मांगने के लिए कहा। राजा बली गरीबों को बहुत दान देते थे। राजा बली अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे तो उन्होंने साल में एक दिन धरती पर आकर अपनी प्रजा को देखने का वरदान माँगा। भगवान विष्णु ने उनके इस वरदान को स्वीकार कर लिया। ऐसा माना जाता है कि श्रावण मास के श्रवण नक्षत्र में राजा बली अपनी प्रजा को देखने के लिए खुद धरती पर आते हैं। मलयालम में श्रवण नक्षत्र को ओणम कहते हैं इसीलिए इस पर्व का नाम भी ओणम पड़ गया। तभी से इस त्यौहार को ओणम के नाम से मनाया जाने लगा। ओणम त्यौहार के पीछे चाहे कोई भी कहानी हो लेकिन यह बात तो स्पष्ट हैं कि यह हमारी संस्कृति का एक आईना है। यह हमारी भव्य विरासिता का प्रतीक होता है। ओणम का पर्व इसलिए भी होता है खास -ओणम का पर्व फसल उत्सव भी होता है। यह त्यौहार आमतौर पर अगस्त या फिर सितंबर के महीने में आता है। ओणम त्यौहार के दिन कई तरह के नृत्य प्रस्तुत करने की परम्परा है। इस दिन केरल का सबसे लोकप्रिय कथकली नृत्य किया जाता है। -इस दिन औरतें सफेद साड़ी पहनती हैं और बालों पर फूलों की वेणियों को सजाकर नृत्य करती हैं। ये सभी कार्यक्रम इस दिन व्यापक रूप से किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में सभी लोग बहुत ही बढ़-चढकर हिस्सा लेते हैं। ओणम का त्यौहार अपने साथ सुख-समृद्धि, प्रेम-सौहार्द और परस्पर प्यार और सहयोग का संदेश लेकर आता है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ 11 सितंबर को लेंगे। यह जानकारी राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने दी। दत्तात्रेय कलराज मिश्र का स्थान लेंगे। बता दें कलराज मिश्र को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने बताया कि दत्तात्रेय को पांच सितंबर को शपथ लेनी थी लेकिन कार्यक्रम में इस लिए बदलाव किया गया क्योंकि वह भाजपा की तमिलनाडु इकाई की अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन के नौ सितंबर को तेलंगाना के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण करने के कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे। कंवर ने बताया बुधवार को राजभवन में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में बंडारू दत्तात्रेय हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। बंडारू दत्तात्रेय बंडारू दत्तात्रेय का जन्म 12 जून 1947 को हुआ था। हैदराबाद में जन्मे दत्तात्रेय ने विज्ञान की डिग्री के साथ स्नातक किया। वह 1965 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए और आपातकाल के दौरान उन्हें जेल में डाल दिया गया। 1991 में, वह पहली बार सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे। 1997 में, उन्हें राज्य इकाई के लिए पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 1998 में, उन्हें फिर से चुना गया और दूसरे वाजपेयी मंत्रालय में केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया गया। वह 1999 में लगातार तीसरी बार चुने गए और फिर से तीसरे वाजपेयी मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। वह 2004 और 2009 में लोकसभा चुनाव हार गए। पार्टी ने उन्हें 2013 में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया। मई 2014 में, उन्हें अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से फिर से लोकसभा के लिए चुना गया। नवंबर में उन्हें मोदी मंत्रालय में श्रम और रोजगार राज्य मंत्री बनाया गया और तेलंगाना से वे अकेले मंत्री बने। 21 मार्च 2019 को भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सिकंदराबाद से पूर्व विधायक जी किशन रेड्डी की जगह दत्तात्रेय को अपना उम्मीदवार बनाया।
प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 मिशन को नजदीक से देख कर अध्ययन करने के लिए देशभर से करीब 60 विद्यार्थियों को चयन किया गया।ओर 7 सितंबर को बेंगलुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जिला सोलन की ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव कोटला (स्यार) का बेटा सौमिल शर्मा चन्द्रमा पर चंद्रयान-2 के लैंडिंग कार्यक्रम का गवाह बना।ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव कोटला (स्यार) के रहने वाले सौमिल शर्मा डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट में दसवीं कक्षा का छात्र है। ऐतिहासिक पल का गवाह बनकर उत्साहित है सौमिल शर्मा सौमिल शर्मा ने कहा कि सचमुच में एतिहासिक पल था,क्योकि पीएम मोदी से मिलने का सपना साकार हो गया।ऎतिहासिक पल व नजदीक से नरेंद्र मोदी को देखने को लेकर अपने ऊपर गर्व महसूस हो रहा है। कैसे हुआ सेलेक्शन प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान मिशन को देखने के लिए ऑलइंडिया लेवल पर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी।चन्द्रमा पर चन्द्रयान-2 की लैंडिंग को बच्चो के साथ साझा करने और विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि बरकरार रखने के लिए केंद्र सरकार ने ऑनलाइन क्विज़ करवाई।इसमे भाग लेने वाले प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से दो- दो बच्चो का चयन किया गया।जिसमे 20 प्रश्नो का जबाब 400 सेकेंड में देना था।सभी प्रश्न चंद्रयान से जुड़े विषय पर दिया गया था।सौमिल शर्मा की दादी रामकला शर्मा ने बताया कि सौमिल शर्मा शुरू से ही होनहार छात्रा है।सौमिल की माता डॉ मीना शर्मा भी आयुर्वेदिक चिकित्सक अधिकारी है व पिता डॉ देवराज शर्मा भी पशु चिकित्सालय बुघार में डॉक्टर है। बहन की मानें तो भाई आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग बनेगा सौमिल शर्मा की बहन सुहानी शर्मा ने बताया कि उन्हें अपनी भाई पर गर्व है कि उसने यह इसरो का क्विज क्वालीफाई किया ,जिसमें वह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ चन्द्रयान की लाइव लैंडिंग देखी। मुझे उम्मीद है कि मेरा भाई एक दिन आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग बनेगा। 400 सेकेंड में दिए 20 प्रश्नों के उत्तर डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट के सौमिल ने बताया कि ऑनलाइन क्विज़ में 600 सेकंड में 20 प्रश्नों के उत्तर देने थे,उसने 400 सेकंड में सारे प्रश्नों के जवाब दे दिए थे।25 अगस्त को ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी हुई,इस प्रतियोगिता में कक्षा 8 से 10 तक के बच्चो ने भाग लिया था। सौमिल शर्मा की उपलब्धियां सौमिल शर्मा के पिता डॉ देवराज शर्मा ने बताया कि इससे पहले भी सौमिल शर्मा ने डीएवी स्कूल न्यू शिमला में आयोजित इंटर स्कूल प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया है।जिसमें विभिन्न नामी स्कूलों की नौ टीमों ने भाग लिया।इस प्रतियोगिता में डीएवी अंबुजा दाड़लाघाट से सौमिल शर्मा तथा आशुतोष चाहल दसवीं कक्षा ने प्रथम स्थान हासिल कर स्कूल का तथा अपने अभिभावकों का नाम रोशन किया।वही सौमिल शर्मा बताता है कि विज्ञान में उसकी शुरू से ही रुचि रही,इसलिए जब इसरो की इस प्रतियोगिता के बारे में पता चला तो उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवा दिया।28 अगस्त को फोन से सौमिल शर्मा को जानकारी मिली कि इसका चयन हो गया है। रात 11:30 से 2:45 बजे तक जागते रहे परिवार के सदस्य सौमिल शर्मा के पिता डॉ देवराज शर्मा ने बताया कि लैंडिंग के समय रात 11:30 से 2:45 बजे तक जब टीवी पर कार्यक्रम आयोजित होना था तो उस समय उनके साथ सौमिल शर्मा कि दोनों बुआ सुनीता शर्मा व मीरा शर्मा रात के समय उनके साथ मौजूद रही।वहीं उनके साथ उनके मित्र प्रेम शर्मा व उनके पड़ोसी भी उस समय मौजूद रहे। सौमिल शर्मा के पिता डॉ देवराज शर्मा कहते हैं,मेरे लिए वह पल स्वर्णिम रहा,जब बेटे को प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिला।सौमिल ने बताया की उसे तीन अगस्त को इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का पता चला उसने उसी दिन इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पूरी तैयारी शुरू कर दी।इस तैयारी में उसका साथ उसके माता-पिता,अंबुजा विद्या निकेतन के अध्यापकों ने विशेष रुप से दिया। सौमिल शर्मा इस उपलब्धि से बहुत खुश है,उसका अगला सपना आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग करना है। डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने अपने स्कूल के छात्र सौमिल शर्मा के इसरो में इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनने का मौका मिलने को स्कूल ही नही,पूरे हिमाचल के लिए बड़ी उपलब्धि बताया।
वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में रविवार सवेरे निधन हो गया। जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर 1923 में पाकिस्तान के शिकारपुर में हुआ था। उन्होंने 13 साल की उम्र में मैट्रिक की परीक्षा पास की और मजह 17 साल की उम्र में ही एलएलबी की डिग्री हासिल कर ली थी। उनसे बड़ा ओर नामी वकील हिंदुस्तान में शायद ही और कोई रहा हो। जेठमलानी एक समय पर भारत में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले लोगों की सूची में शामिल थे। ख़ास बात ये है कि उन्होंने कई केस मुफ्त में भी लड़े हैं। करीब दो वर्ष पहले उन्होंने वकालत से संन्यास लिया था। नए वकीलों के लिए उनकी जिरह सुनना किसी ऑक्सफ़ोर्ड क्लास से कम नहीं था। चर्चित केस: राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के हत्यारों का केस लड़ा संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु का केस भी लड़ा जेठमलानी ने चारा घोटाला मामले में आरोपी लालू प्रसाद यादव की पैरवी की सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में अमित शाह का केस भी लड़ा जेठमलानी ने जोधपुर जेल में बंद बलात्कार के आरोपी आसाराम केस लड़ा अरविंद केजरीवाल के लिए जेटली मानहानि केस भी उन्होंने लड़ा जयललिता के लिए बेहिसाब प्रॉपर्टी केस हर्षद मेहता और केतन पारेख का स्टॉक मार्केट घोटाला मुंबई माफिया हाजी मस्तान का हवाला घोटाला केस जेसिका लाल हत्याकांड में मनु शर्मा का केस उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, अमित शाह, कनिमोझी, वाईएस जगमोहन रेड्डी, येदियुरप्पा, रामदेव और शिवसेना के लिए भी केस लड़े। राजनीति में भी आजमाया हाथ, मंत्री भी बने जेठमलानी 1971 और 1977 में भाजपा-शिवसेना के समर्थन से मुंबई से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद चुने गए। बाद में 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंदीय कानून मंत्री और 1998 में शहरी विकास मंत्री रहे।दिलचस्प बात ये है की इसके बाद जेठमलानी ने वाजपेयी के खिलाफ लखनऊ सीट से 2004 में निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ा। तदोपरांत उनकी एक बार फिर भाजपा में वापसी हुई और पार्टी ने उन्हें 2010 में राजस्थान से राज्यसभा भेजा। पर पार्टी के खिलाफ लगातार बयान देने पर उन्हें नवंबर 2012 में 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया। 2016 में लालू यादव की पार्टी राजद ने उन्हें फिर से राज्यसभा का मेंबर बनाया।