ओणम केरल का एक प्रमुख त्यौहार है। ओणम का उत्सव सितम्बर में राजा महाबली के स्वागत में प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो दस दिनों तक चलता है। ओणम में केरल के प्रत्येक घर के आँगन में फूलों की पंखुड़ियों से सुन्दर-सुन्दर रंगोलिया (पूकलम) डाली जाती हैं। युवतियां उन रंगोलियों के चारों तरफ वृत्त बनाकर उल्लास पूर्वक नृत्य (तिरुवाथिरा कलि) करती हैं। इस पूकलम का प्रारंभिक स्वरुप पहले (अथम के दिन) तो छोटा होता है परन्तु हर रोज इसमें एक और वृत्त फूलों का बढ़ा दिया जाता है। इस तरह बढ़ते-बढ़ते दसवें दिन (तिरुवोनम) यह पूकलम वृहत आकार धारण कर लेता है। इस पूकलम के बीच त्रिक्काकरप्पन (वामन अवतार में विष्णु), राजा महाबली तथा उसके अंग रक्षकों की प्रतिष्ठा होती है जो कच्ची मिट्टी से बनायीं जाती है। ओणम एक सम्पूर्णता से भरा हुआ त्योहार है जो सभी के घरों को ख़ुशहाली से भर देता है। ओणम पर पौराणिक कथा महाबली प्रहलाद के पोते थे। प्रहलाद जो हिरण्यकश्यप असुर के बेटे थे लेकिन फिर भी प्रहलाद विष्णु के भक्त थे। महाबली भी प्रहलाद की तरह भगवान विष्णु के भक्त थे। समय आगे बढ़ता गया और वे बड़े होते गये। उनका साम्राज्य स्वर्ग तक फैला हुआ था ,इस बात से उनकी प्रजा बहुत खुश थी। एक बार विष्णु भगवान वामन के वेश में उनके सामने गये। विष्णु जी ने तीन पग मीन का दान माँगा था। राजा महाबली इस बात को बहुत ही साधारण समझ रहे थे लेकिन यह साधारण बात नहीं थी। जब राजा महाबली ने तीन पग जमीन देने के लिए हामी भर दी तो भगवान विष्णु ने अपना विराट रूप ले लिया। उन्होंने अपने एक पग से पूरी धरती को नापा और दूसरे पग से आकाश को लेकिन तीसरे पग के लिए कुछ नहीं बचा तो राजा बलि ने अपना शरीर अर्पित कर दिया क्योंकि राजा बली ने अपना सब कुछ दान कर दिया था तो वे धरती पर नहीं रह सकते थे। विष्णु भगवान ने उन्हें पाताल लोक जाने के लिए कहा लेकिन जाने से पहले भगवान विष्णु ने उनसे एक वरदान मांगने के लिए कहा। राजा बली गरीबों को बहुत दान देते थे। राजा बली अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे तो उन्होंने साल में एक दिन धरती पर आकर अपनी प्रजा को देखने का वरदान माँगा। भगवान विष्णु ने उनके इस वरदान को स्वीकार कर लिया। ऐसा माना जाता है कि श्रावण मास के श्रवण नक्षत्र में राजा बली अपनी प्रजा को देखने के लिए खुद धरती पर आते हैं। मलयालम में श्रवण नक्षत्र को ओणम कहते हैं इसीलिए इस पर्व का नाम भी ओणम पड़ गया। तभी से इस त्यौहार को ओणम के नाम से मनाया जाने लगा। ओणम त्यौहार के पीछे चाहे कोई भी कहानी हो लेकिन यह बात तो स्पष्ट हैं कि यह हमारी संस्कृति का एक आईना है। यह हमारी भव्य विरासिता का प्रतीक होता है। ओणम का पर्व इसलिए भी होता है खास -ओणम का पर्व फसल उत्सव भी होता है। यह त्यौहार आमतौर पर अगस्त या फिर सितंबर के महीने में आता है। ओणम त्यौहार के दिन कई तरह के नृत्य प्रस्तुत करने की परम्परा है। इस दिन केरल का सबसे लोकप्रिय कथकली नृत्य किया जाता है। -इस दिन औरतें सफेद साड़ी पहनती हैं और बालों पर फूलों की वेणियों को सजाकर नृत्य करती हैं। ये सभी कार्यक्रम इस दिन व्यापक रूप से किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में सभी लोग बहुत ही बढ़-चढकर हिस्सा लेते हैं। ओणम का त्यौहार अपने साथ सुख-समृद्धि, प्रेम-सौहार्द और परस्पर प्यार और सहयोग का संदेश लेकर आता है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ 11 सितंबर को लेंगे। यह जानकारी राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने दी। दत्तात्रेय कलराज मिश्र का स्थान लेंगे। बता दें कलराज मिश्र को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने बताया कि दत्तात्रेय को पांच सितंबर को शपथ लेनी थी लेकिन कार्यक्रम में इस लिए बदलाव किया गया क्योंकि वह भाजपा की तमिलनाडु इकाई की अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन के नौ सितंबर को तेलंगाना के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण करने के कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे। कंवर ने बताया बुधवार को राजभवन में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में बंडारू दत्तात्रेय हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। बंडारू दत्तात्रेय बंडारू दत्तात्रेय का जन्म 12 जून 1947 को हुआ था। हैदराबाद में जन्मे दत्तात्रेय ने विज्ञान की डिग्री के साथ स्नातक किया। वह 1965 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए और आपातकाल के दौरान उन्हें जेल में डाल दिया गया। 1991 में, वह पहली बार सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे। 1997 में, उन्हें राज्य इकाई के लिए पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 1998 में, उन्हें फिर से चुना गया और दूसरे वाजपेयी मंत्रालय में केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया गया। वह 1999 में लगातार तीसरी बार चुने गए और फिर से तीसरे वाजपेयी मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। वह 2004 और 2009 में लोकसभा चुनाव हार गए। पार्टी ने उन्हें 2013 में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया। मई 2014 में, उन्हें अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से फिर से लोकसभा के लिए चुना गया। नवंबर में उन्हें मोदी मंत्रालय में श्रम और रोजगार राज्य मंत्री बनाया गया और तेलंगाना से वे अकेले मंत्री बने। 21 मार्च 2019 को भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सिकंदराबाद से पूर्व विधायक जी किशन रेड्डी की जगह दत्तात्रेय को अपना उम्मीदवार बनाया।
प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 मिशन को नजदीक से देख कर अध्ययन करने के लिए देशभर से करीब 60 विद्यार्थियों को चयन किया गया।ओर 7 सितंबर को बेंगलुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जिला सोलन की ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव कोटला (स्यार) का बेटा सौमिल शर्मा चन्द्रमा पर चंद्रयान-2 के लैंडिंग कार्यक्रम का गवाह बना।ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव कोटला (स्यार) के रहने वाले सौमिल शर्मा डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट में दसवीं कक्षा का छात्र है। ऐतिहासिक पल का गवाह बनकर उत्साहित है सौमिल शर्मा सौमिल शर्मा ने कहा कि सचमुच में एतिहासिक पल था,क्योकि पीएम मोदी से मिलने का सपना साकार हो गया।ऎतिहासिक पल व नजदीक से नरेंद्र मोदी को देखने को लेकर अपने ऊपर गर्व महसूस हो रहा है। कैसे हुआ सेलेक्शन प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान मिशन को देखने के लिए ऑलइंडिया लेवल पर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी।चन्द्रमा पर चन्द्रयान-2 की लैंडिंग को बच्चो के साथ साझा करने और विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि बरकरार रखने के लिए केंद्र सरकार ने ऑनलाइन क्विज़ करवाई।इसमे भाग लेने वाले प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से दो- दो बच्चो का चयन किया गया।जिसमे 20 प्रश्नो का जबाब 400 सेकेंड में देना था।सभी प्रश्न चंद्रयान से जुड़े विषय पर दिया गया था।सौमिल शर्मा की दादी रामकला शर्मा ने बताया कि सौमिल शर्मा शुरू से ही होनहार छात्रा है।सौमिल की माता डॉ मीना शर्मा भी आयुर्वेदिक चिकित्सक अधिकारी है व पिता डॉ देवराज शर्मा भी पशु चिकित्सालय बुघार में डॉक्टर है। बहन की मानें तो भाई आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग बनेगा सौमिल शर्मा की बहन सुहानी शर्मा ने बताया कि उन्हें अपनी भाई पर गर्व है कि उसने यह इसरो का क्विज क्वालीफाई किया ,जिसमें वह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ चन्द्रयान की लाइव लैंडिंग देखी। मुझे उम्मीद है कि मेरा भाई एक दिन आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग बनेगा। 400 सेकेंड में दिए 20 प्रश्नों के उत्तर डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट के सौमिल ने बताया कि ऑनलाइन क्विज़ में 600 सेकंड में 20 प्रश्नों के उत्तर देने थे,उसने 400 सेकंड में सारे प्रश्नों के जवाब दे दिए थे।25 अगस्त को ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी हुई,इस प्रतियोगिता में कक्षा 8 से 10 तक के बच्चो ने भाग लिया था। सौमिल शर्मा की उपलब्धियां सौमिल शर्मा के पिता डॉ देवराज शर्मा ने बताया कि इससे पहले भी सौमिल शर्मा ने डीएवी स्कूल न्यू शिमला में आयोजित इंटर स्कूल प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया है।जिसमें विभिन्न नामी स्कूलों की नौ टीमों ने भाग लिया।इस प्रतियोगिता में डीएवी अंबुजा दाड़लाघाट से सौमिल शर्मा तथा आशुतोष चाहल दसवीं कक्षा ने प्रथम स्थान हासिल कर स्कूल का तथा अपने अभिभावकों का नाम रोशन किया।वही सौमिल शर्मा बताता है कि विज्ञान में उसकी शुरू से ही रुचि रही,इसलिए जब इसरो की इस प्रतियोगिता के बारे में पता चला तो उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवा दिया।28 अगस्त को फोन से सौमिल शर्मा को जानकारी मिली कि इसका चयन हो गया है। रात 11:30 से 2:45 बजे तक जागते रहे परिवार के सदस्य सौमिल शर्मा के पिता डॉ देवराज शर्मा ने बताया कि लैंडिंग के समय रात 11:30 से 2:45 बजे तक जब टीवी पर कार्यक्रम आयोजित होना था तो उस समय उनके साथ सौमिल शर्मा कि दोनों बुआ सुनीता शर्मा व मीरा शर्मा रात के समय उनके साथ मौजूद रही।वहीं उनके साथ उनके मित्र प्रेम शर्मा व उनके पड़ोसी भी उस समय मौजूद रहे। सौमिल शर्मा के पिता डॉ देवराज शर्मा कहते हैं,मेरे लिए वह पल स्वर्णिम रहा,जब बेटे को प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिला।सौमिल ने बताया की उसे तीन अगस्त को इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का पता चला उसने उसी दिन इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पूरी तैयारी शुरू कर दी।इस तैयारी में उसका साथ उसके माता-पिता,अंबुजा विद्या निकेतन के अध्यापकों ने विशेष रुप से दिया। सौमिल शर्मा इस उपलब्धि से बहुत खुश है,उसका अगला सपना आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग करना है। डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने अपने स्कूल के छात्र सौमिल शर्मा के इसरो में इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनने का मौका मिलने को स्कूल ही नही,पूरे हिमाचल के लिए बड़ी उपलब्धि बताया।
वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में रविवार सवेरे निधन हो गया। जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर 1923 में पाकिस्तान के शिकारपुर में हुआ था। उन्होंने 13 साल की उम्र में मैट्रिक की परीक्षा पास की और मजह 17 साल की उम्र में ही एलएलबी की डिग्री हासिल कर ली थी। उनसे बड़ा ओर नामी वकील हिंदुस्तान में शायद ही और कोई रहा हो। जेठमलानी एक समय पर भारत में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले लोगों की सूची में शामिल थे। ख़ास बात ये है कि उन्होंने कई केस मुफ्त में भी लड़े हैं। करीब दो वर्ष पहले उन्होंने वकालत से संन्यास लिया था। नए वकीलों के लिए उनकी जिरह सुनना किसी ऑक्सफ़ोर्ड क्लास से कम नहीं था। चर्चित केस: राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के हत्यारों का केस लड़ा संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु का केस भी लड़ा जेठमलानी ने चारा घोटाला मामले में आरोपी लालू प्रसाद यादव की पैरवी की सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में अमित शाह का केस भी लड़ा जेठमलानी ने जोधपुर जेल में बंद बलात्कार के आरोपी आसाराम केस लड़ा अरविंद केजरीवाल के लिए जेटली मानहानि केस भी उन्होंने लड़ा जयललिता के लिए बेहिसाब प्रॉपर्टी केस हर्षद मेहता और केतन पारेख का स्टॉक मार्केट घोटाला मुंबई माफिया हाजी मस्तान का हवाला घोटाला केस जेसिका लाल हत्याकांड में मनु शर्मा का केस उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, अमित शाह, कनिमोझी, वाईएस जगमोहन रेड्डी, येदियुरप्पा, रामदेव और शिवसेना के लिए भी केस लड़े। राजनीति में भी आजमाया हाथ, मंत्री भी बने जेठमलानी 1971 और 1977 में भाजपा-शिवसेना के समर्थन से मुंबई से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद चुने गए। बाद में 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंदीय कानून मंत्री और 1998 में शहरी विकास मंत्री रहे।दिलचस्प बात ये है की इसके बाद जेठमलानी ने वाजपेयी के खिलाफ लखनऊ सीट से 2004 में निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ा। तदोपरांत उनकी एक बार फिर भाजपा में वापसी हुई और पार्टी ने उन्हें 2010 में राजस्थान से राज्यसभा भेजा। पर पार्टी के खिलाफ लगातार बयान देने पर उन्हें नवंबर 2012 में 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया। 2016 में लालू यादव की पार्टी राजद ने उन्हें फिर से राज्यसभा का मेंबर बनाया।
चंद्रयान-2 के विक्रम का चांद पर उतरने से ठीक पहले संपर्क टूट गया और वैज्ञानिक परेशान हो उठे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया और उन्होनें इसरो के कंट्रोल सेंटर से देश को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम निश्चित रूप से सफल होंगे और इसके बाद के हर प्रयास में कामयाबी भी हमारे साथ होगी। पीएम ने कहा कि हर मुश्किल, हर संघर्ष, हर कठिनाई, हमें कुछ नया सिखाकर जाती है, कुछ नए आविष्कार, नई टेक्नोलॉजी के लिए प्रेरित करती है और इसी से हमारी आगे की सफलता तय होती हैं। ज्ञान का अगर सबसे बड़ा शिक्षक कोई है तो वो विज्ञान है। विज्ञान में विफलता नहीं होती, केवल प्रयोग और प्रयास होते हैं।मैं सभी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के परिवार को भी सलाम करता हूँ, उनका महत्वपूर्ण समर्थन आपके साथ रहा। हम असफल हो सकते हैं, लेकिन इससे हमारे जोश और ऊर्जा में कमी नहीं आएगी, हम फिर पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ेंगे। ये आप ही लोग हैं जिन्होनें अपने पहले ही प्रयास में मंगल ग्रह पर भारत का झंडा फहराया था। इससे पहले दुनिया में ऐसी उपलब्धि किसी के नाम नहीं थी। हमारे चंद्रयान ने दुनिया को चांद पर पानी होने की अहम जानकारी दी। विज्ञान में हर प्रयोग हमें अपने असीम साहस की याद दिलाता है। चंद्रयान-2 के अंतिम पड़ाव का परिणाम हमारी आशा के अनुसार नहीं रहा, लेकिन पूरी यात्रा शानदार रही है।
ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव बागा के निवासी सूबेदार मेजर रमेश कुमार ने कश्मीर के मच्छर सेक्टर में वीरता के जौहर दिखाकर अपने गांव व पंचायत का नाम रोशन किया। सूबेदार मेजर रमेश ने जम्मू कश्मीर में माछिल सेक्टर में सैन्य टुकड़ी का कुशल संचालन कर चार आतंकवादियों को मार गिराया। आतंकवादियों ने रमेश कुमार व उनकी टुकड़ी को चारों ओर से घेर लिया था। इसी दौरान रमेश कुमार ने आगे बढ़कर एक आतंकवादी लीडर को शूट कर दिया व थोड़े समय बाद 3 अन्य आतंकवादियों को भी मार गिराया। इस बहादुरी के लिए रमेश कुमार व उनकी टुकड़ी को वीरता पुरस्कार सेना मेडल से नवाजा गया। यह पुरस्कार मराठा लाइट इन्फेंट्री रेजीमेंट सेंटर में ब्रिगेडियर गोविंद कलवड ने इस टुकड़ी के जवानों को दिया तथा इन्हें पदोन्नत भी किया गया है। यह खबर सुनकर परिवार,गांव वासियों सहित क्षेत्र में लोगों में खुशी की लहर है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि अनुसूचित जाति उपयोजना का लाभ लक्षित वर्गों तक पहुंचाने के लिए यह आवश्यक है कि सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें। डॉ. सैजल शुक्रवार को अनुसूचित जाति उपयोजना समीक्षा एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर सभी को ‘सही पोषण-देश रोशन’ की शपथ भी दिलाई। डॉ. सैजल ने कहा कि इस प्रकार की समीक्षात्मक बैठकों का आयोजन सरकार की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए पूर्ण बजट के साथ योजनाओं का कार्यान्वयन कर रही है अपितु यह सुनिश्चित बना रही है कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से लक्षित वर्ग लाभान्वित हों। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पूर्ण तालमेल आवश्यक है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने उपायुक्त सोलन केसी चमन को निर्देश दिए कि ऐसी बैठकों में सभी विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित बनाई जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जन-जन के कल्याण की प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए न केवल इन बैठकों को गंभीरता से लिया जाए बल्कि यह भी सुनिश्चित बनाया जाए कि सभी योजनाओं की पूर्ण जानकारी अधिकरियों को हो। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं को अधिक से अधिक जनमित्र बनाने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है और आवश्यकतानुसार सोलन जिला को और अधिक धन उपलब्ध करवाया जाएगा। डॉ. सैजल ने अधिकारियों से आग्रह किया कि ऐसी बैठकों में योजनाओं का अधिक पारदर्शी एवं समयबद्ध बनाने के लिए लिखित सुझाव प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं की धनराशि समय पर लक्षित वर्गों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि जन कल्याण के लिए सभी सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ कार्य करें और योजना के विषय में लक्षित वर्गों को जागरूक बनाने के लिए नियमित अंतराल पर ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएं। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में प्रदेश सरकार के स्तर पर लिए जाने वाले निर्णयों को उचित स्तर पर प्रेषित किया जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि वित्त वर्ष 2018-19 में सोलन जिला में अनुसूचित जाति उप योजना के तहत राज्य योजना एवं विशेष केन्द्रीय सहायता के तहत क्रमशः लगभग 45 करोड़ तथा 48 लाख रुपए का बजट प्रावधान किया गया था। केन्द्रीय प्रायोजित योजनाओं के तहत 8.72 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था। वित्त वर्ष 2019-20 में अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत लगभग 69 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सोलन जिला में 827 गांव ऐसे हैं जहां अनुसूचित जाति की जनसंख्या 40 प्रतिशत से अधिक है। 156 गांवों में 90 प्रतिशत या इससे अधिक की जनसंख्या अनुसूचित जाति से संबंधित है। दून के विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने आग्रह किया कि विभिन्न योजनाओं की धनराशि समय पर लक्षित वर्गों के लिए खर्च की जाए। उन्होंने कहा कि लक्षित वर्गों तक योजनाओं के लाभ पहुंचाने के लिए व्यापक रणनीति के साथ कार्य किया जाना चाहिए। उपायुक्त सोलन केसी ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और विश्वास दिलाया कि निर्देशानुसार कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने विभिन्न विभागों से आग्रह किया कि योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए नियमित आधार पर विभागीय बैठकें आयोजित करें तथा योजनाओं का अनुश्रवण सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि विकासात्मक कार्यों के लिए भूमि हस्तांतरण की विस्तृत जानकारी उन्हें उपलब्ध करवाएं ताकि कार्यों को गति प्रदान की जा सके। जिला कल्याण अधिकारी बीएस ठाकुर ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। पुलिस अधीक्षक सोलन मधुसूदन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बद्दी एनके शर्मा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
अध्यापक दिवस के अवसर पर वीरवार को धावशा में एक शिक्षा संवाद का आयोजन किया गया। स्कूल की प्रधानाचार्या सुनीता शर्मा ने सभी अध्यापक वर्गों को शिक्षक दिवस की बधाई दी तथा बच्चों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर सभी अध्यापकों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। शिक्षा संवाद में अभिभावकों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की गयी और अभिभावकों को बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी दिखाई गई। इसके अलावा बच्चों को खेल क्रियाएँ व इससे होने वाले लाभ,RTE Act 2019 ,SMC का स्कूल विकास में योगदान स्वास्थ और साफ -सफाई सम्बन्ध बालिका शिक्षा आदि के बारे में जानकारी दी गई। अभिभावक ने भी इस आयोजन की प्रशंसा की।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरयांज में प्रधानाचार्य प्रीत लाल के कुशल मार्ग निर्देशन में 5 सितंबर अध्यापक दिवस, शिक्षा संवाद व विद्यालय प्रबंधन समिति की आम सभा की बैठक का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम तो बच्चों ने आकर्षक और रंग-बिरंगे पोशाक पहनकर शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करके सभी अध्यापकों व अभिभावकों का मन मोह लिया। विद्यालय प्रबंधन समिति के सभी सदस्यों ने बच्चों के अभिभावकों के साथ बच्चों की उपलब्धियां,कमियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। वहीं कार्यक्रम के अंत में अभिभावकों, अध्यापको व छात्रों ने विद्यालय प्रांगण, शौचालय, पानी की टंकियों की सफाई संपन्न कर स्वच्छता पखवाड़े का भी शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से चंपा देवी,रीता सहगल, प्रोमिला देवी,रामप्यारी,उर्मिला,निशा ठाकुर,हेमलता,कांता,सावित्री देवी,मीरा देवी,रमेश तथा प्रवीण कुमार सहित, स्कूल स्टाफ, अभिभावक, सहित स्कूली बच्चे मौजूद रहे।
(IPSC Soccer Tourney) RKC, Rajkot and BPS, Pilani will clash in the final of the All India IPSC Soccer Boys U-17 Tournament 2019 being jointly hosted by The Lawrence School, Sanawar and Pinegrove School, Dharampur. The first semi final briskly paced match between BPS, Pilani and BK Birla Pune was a stunner and resulted in BPS winning by 2-0. The match commenced on a cautious but aggressive note with each side not willing to give any chance whatsoever to their opponents. The BK Birla boys did have their moments but could not capitalize on the chances that came their way. Ankit of the winning side got the ‘Player of the Match’. In the second semifinal played between RKC, Rajkot and Welham Boys’ School Dehradun, the lads of RKC also triumphed by a margin of 2-0. The Rajkot lads made inroads in the territory of their opponents from the very beginning of the match thereby leaving them clueless. Two chances came their way and they capitalized on both leaving the Welham boys heart broken. The Welham boys on their part tried their level best to make a comeback but were denied any opportunity by Rajkot lads. Jay Patel of the winning team was awarded the ‘Player of the Match’.
पंजाब सरकार द्वारा मंजूरशुदा स्कीम को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने दिया सहयोग केंद्र सरकार ने 2022 तक सबको घर मुहैया कराने (हाउसिंग फॉर ऑल) का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है , इसी की तर्ज पर सीमित आय वर्ग के समान्य वर्ग ( 6 लाख से कम आय वाले) के लिए पंजाब सरकार व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मंजूरशुदा पंजाब में पहली बार अफफोर्डबल हाउसिंग के तहत फ्री होल्ड रिहाइशी प्लाट्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट व ऐरोसिटी के नजदीक लांच किये गए । डिफेंस, सरकारी /अर्धसरकारी मुलाजिमों , स्पोर्ट्स कैटेगरी , डिसएबल्ड, एन आर आई वर्ग के लिए विशेष कोटा रखा गया है और इन वर्गो में आवेदन के लिए कोई आय की सीमा भी नहीं है। अति किफायती रेट्स पर 187 प्लाट रॉयल एस्टेट अफफोर्डबल हाउसिंग द्वारा यह स्कीम 11 सितंबर तक खुली है व ऍप्लिकेशन फार्म स्टेट बैंक की 60 से अधिक ब्रांचों में भरे जा सकते हैं। ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए mohali.reah.in पर आवेदन कर सकते है । इस स्कीम के अंतर्गत 13 लाख 16 हजार से लेकर 19 लाख 74 हजार रुपये तक की कीमत मे प्लॉट्स (80 गज से लेकर 120 गज ) तक उपलब्ध हैं और सिर्फ 11000 रुपये एप्लीकेशन मनी (रिफंडेबल) देकर अपना भाग्य आजमा सकते हैं। ड्रा 22 सितंबर को निकाले जायेंगे व पोजीशन 6 महीनों में दिया जायेगा । अफफोर्डबल हाउसिंग स्कीम की खासियत होगी सम्मानित जीवन शैली ;सीमित आय वर्गों के लिए यह सुनहरा अवसर है।स्कीम सभी सुख सुविधाएं से सुसज्जित रहेगी - दो टियर सुरक्षा ,स्विमिंग पूल व जिम सहित बिल्ट अप क्लब हाउस , थीम पार्क , प्यूरीफाएड पानी ,आदि ।यह पंजाब की पहली मान्यता प्राप्त अफोर्डेबल टाउनशिप चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट, ऐरोसिटी के पास ग्रेटर मोहाली में चंडीगढ़ पटियाला नेशनल हाईवे पर स्थित है।
राजकीय उच्च विद्यालय कशलोग में 5 सितंबर यानि की शिक्षक दिवस बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। स्कूल के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए । मुख्याध्यापिका रेखा राठौर ने सभी स्टाफ सदस्यों व बच्चों को शिक्षक दिवस की बधाई दी। उन्होनें बच्चों को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है के विषय में बताया और कहा कि माता पिता जन्म देते हैं जबकि गुरु हमे जीवन देता है। शिक्षा संवाद पर बात करते समय मुख्याध्यापिका रेखा राठौर ने भूस्खलन जैसी आपदाओं से बच्चों को सावधान करने की सलाह दी तथा अभिभावकों को 5वीं व 8वीं कक्षा में इस सत्र से वार्षिक परीक्षा हिमाचल शिक्षा बोर्ड संचालित करेगा के विषय से भी अवगत करवाया।इस अवसर पर समस्त अभिभावक,स्कूल के समस्त अधिकारी,एसएमसी के सदस्य व बच्चे उपस्थित रहे।
अध्यापक दिवस के शुभ अवसर पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति (यूथ विंग) के सदस्यों एवं नेहरू युवा केन्द्र के सदस्यों द्वारा रथ मैदान ढालपुर में दो दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान ज़िला के विभिन्न युवाओं, अध्यापक,अध्यापिकाओं नें रक्तदान किया। हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति यूथ विंग कुल्लू के अध्यक्ष राज सिंघानिया नें जानकारी देते हुए बताया की इन दो दिवसीय समारोह के पहले दिन रक्तदान शिविर का और दूसरे दिन फ्री स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि ज़िला कुल्लू के अस्पताल में आए दिन रक्त की आवश्यकता पढ़ती रहती है, और ब्लड बैंक का स्टॉक कम पड़ जाता है। इसी बात को मध्यनज़र रखते हुए इस तरह के शिविर का आयोजन किया गया है। इस दौरान अवसर पर सोनिका चन्द्रा ,बीजू सहित समिति युथ विंग कुल्लू इकाई एवं नेहरू युवा केन्द्र के सदस्य भी मौजूद रहे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कश्मीर को लेकर रोना अभी भी जारी है। उन्होंने बुधवार को सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री के सामने कश्मीर का मामला उठाया। सऊदी अरब के विदेश मंत्री अब्देल बिन, अहमद अल-जुबैर और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन, जायद बिन सुल्तान, अल-नाह्यान बुधवार को पाकिस्तान पहुंचे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उनकी अगवानी की। इमरान खान ने कहा कि सऊदी अरब और यूएई सहित पूरी दुनिया को कश्मीर पर लिए गए फैसले को पलटने के लिए भारत से अनुरोध करने में भूमिका निभानी चाहिए। इमरान खान के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों देश मौजूदा चुनौतियों का समाधान करने, तनाव को कम करने और शांति और सुरक्षा के माहौल को बढ़ावा देने में मदद करने में सहयोग करेंगे। दोनों मंत्री विदेश कार्यालय भी गए और उन्होंने कुरैशी के साथ एक विस्तृत बैठक की, जिसमें उन्होंने कश्मीर की ताजा स्थिति के बारे में उन्हें जानकारी दी। दोनों मंत्री सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात कर सकते हैं। सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रियों की यह यात्रा भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर तनाव के बीच हो रही है। सऊदी अरब के मंत्री का पाकिस्तान का दौरा तब हो रहा है जब हाल ही में इमरान खान ने वहां के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बात की और कश्मीर पर चर्चा की। पिछले तीन हफ्तों में ये तीसरा मौका था जब मोहम्मद बिन सलमान और इमरान खान के बीच बात हुई।
विवादित मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से बात की है। रूस के व्लादिवोस्तोक में अपने दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री ने मलेशियाई PM से बात की और इसी दौरान जाकिर नाइक के भारत प्रत्यर्पण पर भी बात की गयी। तब तय हुआ कि दोनों देशों के बीच अधिकारी लगातार इस मुद्दे पर बात करते रहेंगे। प्रधानमंत्री की मुलाकात की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने जाकिर नाइक का मुद्दा उठाया। दोनों देशों में तय हुआ है कि अब अधिकारी इस मसले पर लगातार संपर्क में रहेंगे।
बिलासपुर की गोबिंदसागर झील में 14 दिवसीय नि:शुल्क एससी वर्ग के लिए वॉटर स्पोर्टस प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के अंतर्गत यह कैंप बिलासपुर में लगाया गया है। लुहणू एवं पौंग डैंम वॉटर स्पोर्टस प्रभारी राकेश वालिया ने बताया कि विभाग द्वारा गोबिंदसागर झील में वॉटर स्पोर्टस गतिविधियां सुचारू रूप से चलाने के लिए कटिबद्व है। इस 14 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में 15 छात्र-छात्राएं जिला हमीरपुर,ऊना व बिलासपुर से इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे है। प्रशिक्षण शिविर में युवक-युवतियों को जमुना ठाकुर तथा संजीव चौधरी द्वारा बेसिक वॉटर स्पोर्टस बारिकियो का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । प्रशिक्षण के सफल आयोजन के लिए बिलासपुर जिला कायकिंग एंड कनोईंग एसोसिएशन का भरपूर सहयोग लिया जा रहा है। इस मौके के वॉटर स्पोर्टस एसोसिएशन के महासचिव ईशान अख्तर, ई सत्यदेव शर्मा इत्यादि एसोएिशन के पदाधिकारी व स्टाफ मौजूद रहा।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटिड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 सितंबर, 2019 को 11 केवी फीडर का आवश्यक मुरम्मत व रखरखाव कार्य किया जाएगा। यह जानकारी बोर्ड के एक प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत 5 सितंबर, 2019 को इसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों सब्जी मंडी, जेल एवं पुलिस लाइन व इसके आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति प्रातः 10.00 बजे से सांय 3.00 बजे तक बाधित रहेगी। उन्होंने इस दौरान लोगों से सहयोग की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा चलाये गए चंद्रयान-2 मिशन के दौरान इसरो में 10 अगस्त से 25 अगस्त तक कार्यक्रम चलाया गया। साइंस प्रश्नोत्तरी पूरे देश मे चलाई गई जिसमें ग्राम पंचायत दाड़लाघाट से सम्बंध रखने वाले सौमिल शर्मा ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए इस साइंस प्रश्रोत्तरी में प्रथम दो स्थानों में अपना नाम दर्ज करवा कर इस क्षेत्र को चर्चा का विषय बना हुआ है। 7 सितम्बर को सौमिल शर्मा इसरो में नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रयान 2 की लैंडिंग देखेगा। बच्चे की इस उपलब्धि को देखकर ग्राम पंचायत दाड़लाघाट ने सौमिल शर्मा को दशहरा उत्सव में सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इस उपलक्ष्य पर ग्राम पंचायत के प्रधान सुरेन्द्र शुक्ला व उपप्रधान लेखराज,नरेन्द्र चौधरी, पुष्पेंद्र,अरुण गौतम व अन्य सभी पंचायत सदस्यों ने सौमिल शर्मा को बधाई दी।
मुंबई में तेज बारिश की चेतावनी देते हुए मौसम विभाग ने बुधवार को लोगों को जरुरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी है। एहतिहात के तौर पर वृहत मुंबई नगरपालिका कारपोरेशन (बीएमसी) ने सभी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया है। देर रात हुई बारिश के कारण उड़ानों पर असर पड़ा है। फ्लाइट 10 से 15 मिनट की देरी से उड़ान भर रही हैं। बीएमसी ने कहा कि भारी बारिश के कारण आज स्कूल बंद रहेंगे। पहले से ही स्कूल में मौजूद छात्रों के लिए प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया गया है कि वे सावधानी बरतें और सुनिश्चित करें कि बच्चे सावधानीपूर्वक और सुरक्षित रूप से घर वापस भेजे जाएं। बता दें, मंगलवार रात तेज बारिश के बाद पूरी मुंबई जलजमाव झेलती रही। मुंबई के किंग सर्किल और गांधी मार्केट इलाकों में सड़कों पर कई फीट तक पानी भर गया। वैसे फिलहाल बारिश थमी तो है, लेकिन खतरा अभी भी बाकी है। मुंबई के करीबी इलाकों में भी तेज बारिश के बादल मंडरा रहे हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला बिलासपुर के शिवा काॅलेज में राष्ट्रीय नेत्रदान पंखवाड़े के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ.अनंत राम ठाकुर ने बताया की नेत्रदान वर्तमान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम न केवल स्वयं नेत्रदान करें बल्कि अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें,तभी नेत्रदान महादान का नारा सार्थक हो सकता है। डॉ.अनंत राम ठाकुर ने बताया की राष्ट्रीय अंधता व दृष्टि क्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आमजन को जागरूक करने तथा नेत्रदान करने के बारे में प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति नेत्रदान के लिए शपथ फॉर्म भर सकता है तथा यह फॉर्म प्रदेश के इंदिरा गाँधी मेडिकल कॉलेज शिमला तथा डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा जिला काँगड़ा जहाँ प्रदेश के नेत्रदान केंद्र है। वहां से संपर्क करके प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नेत्रदान करने वाले व्यक्ति कि मृत्यु के 6 से 8 घंटे के अंदर यह प्रक्रिया नेत्रदान संग्रह केंद्र द्वारा पूरी कर ली जाती है। इस प्रक्रिया में सिर्फ एक आँख का कॉर्निया ही निकाला जाता है। इसमें केवल 10 से 15 मिनट लगते है। उन्होंने बताया कि नेत्रदान किसी भी उम्र,लिंग,रक्त समूह और धर्म के व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है। जानकारी देते हुए बताया कि कॉर्निया विकृति का प्रमुख कारण नजदीक से टेलीविजन लम्बे समय तक देखना, धूम्रपान,आँख में चोट लगना,संक्रमण,ऑपरेशन के बाद ठीक देखभाल न करना,सूर्य कि किरणों में ज्यादा एक्सपोजर इत्यादि कारण हो सकते है। जिनके प्रति हमें सजग रहना चाहिए। स्वस्थ्य शिक्षक प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर जागरूकता रैली भाषण तथा चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में 3 प्रतियोगिओं तथा चित्रकला प्रतियोगिता में 18 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में फस्ट ईयर बी.ए. एमएस श्रद्धा, पंकज शर्मा, प्रियंशिका, दामिनी, तृतीय वर्ष बी.ए एमएस. आयुषी ठाकुर, अमूल्या सिंह ने भाग लेकर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया। विजेता प्रतिभागियों को अध्यक्ष डॉ अनंतराम ठाकुर तथा कॉलेज की और से इंजीनियर पुरुषोत्तम शर्मा मैनेजिंग डायरेक्टर शिवा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर काॅलेज के सभी विद्यार्थी व अध्यापक उपस्थित रहे।
पिछले कुछ समय से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। इसी बीच पाकिस्तानी सीमा के करीब पठानकोट एयरबेस पर अमेरिका से मिले आधुनिक तकनीक वाले आठ अपाचे हेलिकॉप्टर तैनात हो गए हैं। तैनाती से पहले अपाचे हेलिकॉप्टर्स को वॉटर कैनन से सलामी दी गई। पठानकोट एयर बेस पर तैनाती से पहले एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल आर नांबियार ने अपाचे हेलिकॉप्टरों की पूजा की। बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ता ने अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर की एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ को चाबी सौंपी। इस एयरबेस पर अपाचे की तैनाती से भारतीय एयरफोर्स की ताकत और बढ़ जाएगी। बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ता ने कहा कि यह भारतीय वायुसेना को 22 में से आठ अपाचे हेलिकॉप्टर मिल गए हैं। ये एएच -64 ई (Apache AH-64E) संस्करण है। इसे अमेरिकी सेना भी इस्तेमाल करती है। ये अपाचे हेलिकॉप्टरों की नवीनतम तकनीक है।
चंद्रयान 2 आज से ठीक 4 दिन बाद चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा। इसके साथ ही ISRO दुनिया का पहली रिसर्च एजेंसी बन जाएगी, जिसने सफलतापूर्वक चन्द्रमा के इस अनछुए दक्षिणी ध्रुव पर स्पेस शटल लैंड करवाया हो। ये सिर्फ ISRO की ही नहीं, भारत के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी। भारत उन चुनिंदा देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जिसने चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिग की हो। भारत से पहले अमेरिका, चीन और रूस ने ही सिर्फ सफलतापूर्वक चांद की सतह पर लैंड किया है। चंद्रयान 2 के चांद की सतह पर लैंड करने की घटना पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों की पैनी नजर है। Chandrayaan 2 - 7 सितंबर को रात के 1 बजकर 40 मिनट पर चांद की सतह पर लैंड करेगा।
फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस ने मंगलवार को अमित जोगी को बिलासपुर स्थिति उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। अमित जोगी पर जन्म स्थान,जन्म तिथि और जाति के बारे में गलत जानकारी देने का आरोप है। अमित जोगी के खिलाफ इसी साल फरवरी में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था। सूत्रों की मानें तो अब उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि साल 2013 के विधानसभा चुनाव में मरवाही विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहीं समीरा पैकरा की शिकायत के मुताबिक, अमित जोगी ने शपथपत्र में अपना जन्मस्थान और जाति गलत जिसके बाद उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था।
प्रदेश में कुछ ज़िलों में हो रही लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के स्कूली बच्चे हर दिन मौत को चुनौती देकर स्कूल पहुंचने को मजबूर हैं। यहां गिरि नदी पूरे उफान पर है और ऐसे में छछेती पंचायत के कई गांवों के बच्चों को नदी पार करके स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। कुछ परिजन बच्चों को स्कूल पहुंचाने जा रहे हैं, जिन्हें हर रोज बच्चों की जान जोखिम में डालकर उन्हें स्कूल पहुंचाना पड़ रहा है। जटिल भौगोलिक परिस्थितियां और सरकारी अनदेखी स्कूली विद्यार्थियों पर भारी पड़ रही है। बारिश के बाद छछेती पंचायत के क्यारी, डाडुवा, कईला समेत आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों का जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। हालात यह हैं कि ग्रामीणों का संपर्क अभी भी अन्य क्षेत्रों से नहीं जुड़ पाया है। गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ना तो दूर फुटब्रिज बनाने में भी सरकार ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। सतौन से श्री रेणुका जी तक कहीं पर भी गिरि नदी के आर-पार होने के लिए कोई फुटब्रिज या पुल आदि नहीं है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि सभी सामाजिक प्राणी एक दूसरे के पूरक हैं,और यह प्रयास किया जाना चाहिए कि आवश्यकता पड़ने पर समाज के कमजोर वर्गों की यथासंभव सहायता की जाए। डॉ. सैजल आज यहां विशेष बच्चों के लिए समर्पित रोशनी संस्था के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डॉ. सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। विशेष एवं दिव्यांगजनों के कल्याण को ध्यान में रखकर अनेक नवीन प्रयास आरंभ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन के रूप में 1500 रुपए प्रतिमाह तथा 40 प्रतिशत से 69 प्रतिशत तक विकलांगता वाले उिदव्यांगजनों को 850 रुपए प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार आम आदमी की सरकार है और यह प्रयास किया जा रहा है कि विभिन्न निर्णयों के माध्यम से आमजन को समय पर लाभान्वित किया जाए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि एक-एक व्यक्ति से समाज बनता है,और यह हम सभी का व्यक्तिगत एवं सामूहिक दायित्व है, कि समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए सभी एकजुट हों। उन्होंने कहा कि विशेष बच्चे विशिष्ट प्रतिभा के धनी होते हैं और समय पर सही मार्गदर्शन से इनकी प्रतिभा को सभी के सामने लाया जा सकता है। डॉ. सैजल ने कहा कि सितंबर माह को पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है और इस वर्ष का पोषण माह ‘हर घर पोषण व्यवहार’ के उद्देश्य के साथ आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि पोषण माह के महत्व को समझें और अपने शिशुओं,गर्भवती माताओं,स्त्रियों एवं परिजनो को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक आहार प्रदान करें। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में गांव-गांव में स्थानीय स्तर पर सुपाच्य पौष्टिक आहार उपलब्ध हैं। डॉ. सैजल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एवं सोलन जिला पोषण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश को इस वर्ष पोषण अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। सोलन जिला को भी पोषण अभियान में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। डॉ. सैजल ने इस अवसर पर रोशनी संस्था को प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने आशा जताई कि संस्था विशेष बच्चों के लिए अपने प्रयासों को नए आयाम प्रदान करेगी और अन्य को भी इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी। भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और संस्था की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से रोशनी संस्था निरंतर आगे बढ़ रही है और संस्था विशेष बच्चों के जीवन को प्रकाशित करने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने प्रदेश सरकार से संस्था को अधिक सहयोग देने का आग्रह किया। इन्नर व्हील मिड टाउन सोलन की ओर से इस अवसर पर संस्था को विशेष बच्चों के लिए एक वर्ष की भोजन सामग्री प्रदान की गई। इस अवसर पर विशेष बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। रोशनी संस्था के अध्यक्ष आरएस चंदेल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता,नगर परिषद सोलन की उपाध्यक्ष मीरा आनंद,प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रितु सेठी,जिला भाजपा के महामंत्री नरेंद्र ठाकुर,बघाट बैंक निदेशक मंडल की सदस्य पूजा हांडा, इन्नर व्हील मिड टाउन की अध्यक्ष सविता भल्ला,रोटरी क्लब के अध्यक्ष मनीष तोमर,अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता कैप्टन एसपी जगोता,जिला कल्याण अधिकारी बीएस ठाकुर,तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी,अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में भक्तजन इस अवसर पर उपस्थित थे। ।
इस वर्ष गणेश चतुर्थी का पर्व 2 सितम्बर सोमवार को मनाया जा रहा है। यह पर्व हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है। कई प्रमुख जगहों पर भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस प्रतिमा का नौ दिन तक पूजन किया जाता है। नौ दिन बाद गाजे बाजे से श्री गणेश प्रतिमा को किसी तालाब इत्यादि जल में विसर्जित किया जाता है। कब शुरू हो रही है गणेश चतुर्थी तिथि इस साल गणेश चतुर्थी 02 सितंबर दिन सोमवार को सुबह 9 बजकर 1 मिनट से शुरू होने जा रही है, जो 3 सितंबर सुबह: 6 बजकर 50 मिनट तक है। इस दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करते हैं और 9 दिनों तक इसकी पूजा अर्चना करते हैं। और 10वें दिन धूमधाम के साथ भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन करते हैं। आपको बता दें कि इस बार गणेश विसर्जन की शुभ तारीख 12 सितंबर है। बता दें कि भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की चतुर्थी और स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था। इसलिए गणेश चतुर्थी की पूजा हमेशा दोपहर के वक्त की जाती है। गणेश चतुर्थी का महत्व हिन्दू धर्म में भगवान गणेश का विशेष स्थान है। कोई भी पूजा, हवन या मांगलिक कार्य उनकी स्तुति के बिना अधूरा है। हिन्दुओं में गणेश वंदना के साथ ही किसी नए काम की शुरुआत होती है। यही वजह है कि गणेश चतुर्थी यानी कि भगवान गणेश के जन्मदिवस को देश भर में पूरे विधि-विधान और उत्साह के साथ मनाया जाता है। सिर्फ चतुर्थी के दिन ही नहीं बल्कि भगवान गणेश का जन्म उत्सव पूरे 10 दिन यानी कि अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व ही नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक है। पौराणिक जन्म कथा शिवपुराण के अन्तर्गत माता पार्वती ने स्नान करने से पूर्व अपनी मैल से एक बालक को उत्पन्न करके उसे अपना द्वारपालबना दिया। शिवजी ने जब प्रवेश करना चाहा तब बालक ने उन्हें रोक दिया। इस पर शिवगणों ने बालक से भयंकर युद्ध किया परंतु संग्राम में उसे कोई पराजित नहीं कर सका। अन्ततोगत्वा भगवान शंकर ने क्रोधित होकर अपने त्रिशूल से उस बालक का सर काट दिया। इससे भगवती शिवा क्रुद्ध हो उठीं और उन्होंने प्रलय करने की ठान ली। भयभीत देवताओं ने देवर्षिनारद की सलाह पर जगदम्बा की स्तुति करके उन्हें शांत किया। शिवजी के निर्देश पर विष्णुजी उत्तर दिशा में सबसे पहले मिले जीव (हाथी) का सिर काटकर ले आए। मृत्युंजय रुद्र ने गज के उस मस्तक को बालक के धड पर रखकर उसे पुनर्जीवित कर दिया। माता पार्वती ने हर्षातिरेक से उस गजमुखबालक को अपने हृदय से लगा लिया और देवताओं में अग्रणी होने का आशीर्वाद दिया। ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने उस बालक को सर्वाध्यक्ष घोषित करके अग्रपूज्यहोने का वरदान दिया। भगवान शंकर ने बालक से कहा-गिरिजानन्दन! विघ्न नाश करने में तेरा नाम सर्वोपरि होगा। गणेश्वर!तू भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को चंद्रमा के उदित होने पर उत्पन्न हुआ है। इस तिथि में व्रत करने वाले के सभी विघ्नों का नाश हो जाएगा और उसे सब सिद्धियां प्राप्त होंगी। मान्यता है चन्द्र-दर्शन निषिद्ध प्रत्येक शुक्ल पक्ष चतुर्थी को चन्द्रदर्शन के पश्चात् व्रती को आहार लेने का निर्देश है, इसके पूर्व नहीं। किंतु भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को रात्रि में चन्द्र-दर्शन (चन्द्रमा देखने को) निषिद्ध किया गया है। जो व्यक्ति इस रात्रि को चन्द्रमा को देखते हैं उन्हें झूठा-कलंक प्राप्त होता है। ऐसा शास्त्रों का निर्देश है।
हिमाचल प्रदेश ज़िला कुल्लू में रविवार को कुछ लोगों ने एक शर्मनाक घटना को अंजाम दे दिया। कुल्लू के गैमन ब्रिज के पास लोगों ने एक बेकसूर कंडक्टर को बच्चा चोर समझकर पूरी बेरहमी के साथ पीटा। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि रविवार सुबह कुल्लू थाने पर सूचना मिली के गैमन पुल के पास कुछ लोग एक अनजान व्यक्ति को बच्चा चोर समझ कर उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। इस पर पुलिस थाना कुल्लू की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और व्यक्ति को पुलिस थाने लाकर उससे पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि यह व्यक्ति बिलासपुर का रहने वाला है और एक ट्रक कंडक्टर है, जो वहां पानी की टंकी से पानी पीने गया था। जहां पर एक बच्चा भी मौजूद था। इस व्यक्ति ने उस बच्चे से हंसकर नमस्ते बोला और पानी की टंकी के बारे में पूछा जिस पर वह बच्चा डर गया और चिल्लाने लगा। बच्चे से पूछने पर पता चला कि वह इसलिए चिल्लाया क्योंकि उसे उसके माता-पिता ने बताया था कि आजकल यहां बच्चा चोर घूम रहे हैं। वहां मौजूद व्यक्तियों ने उस व्यक्ति के पास इत्र की शीशी को बेहोशी की दवा बता कर कंडक्टर के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इस पर उन सभी व्यक्तियों जिन्होंने बिना पुलिस से मदद लिए अपने हाथ में कानून लेने की कोशिश की, के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज़ किया है। पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जिन लोगो ने उसके साथ मारपीट की है उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। वहीं पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने आम जनता से भी अपील की है कि अफवाहों से बचें। यदि ऐसा कोई मामला लगता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें और कानून को अपने हाथ में न ले।
प्रदेश के सबसे शिक्षित जिला हमीरपुर का 1 सितंबर 1972 में गठन हुआ था जिसके बाद इस जिले ने शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ राजनीतिक रूप से भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है। 1972 से लेकर 2019 तक के सफर की बात करें तो इस दौरान हमीरपुर के लोगों ने यहां बहुत बड़ा बदलाव देखा। वहीं एक छोटा सा कस्बा देखते ही देखते शिक्षा का हब के रूप में पूरे प्रदेश में मशहूर हो गया। इसके साथ ही जब एनआईटी हमीरपुर में आया तो शिक्षा के जगत में एक बहुत बड़ा मुकाम हमीरपुर को हासिल हुआ। 1998 के बाद हमीरपुर में विकास की रफ्तार तो बढ़ी ही वहीं इसके साथ हमीरपुर में कई तरह के नए शिक्षा संस्थान खुले जिससे स्वरोज़गार और रोज़गार दोनों तरह के कई नए दरवाजे़ भी हमीरपुर के लिए खुल गए। आज की बात करें तो हमीरपुर जिला में इस समय मेडिकल कॉलेज, होटल मैनेजमेंट कॉलेज, एनआईटी टेक्निकल यूनिवर्सिटी, एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अलावा शिक्षा से जुड़ी कई ऐसी एकेडमी चल रही हैं जिनका नाम पूरे प्रदेश में जाना जाता है। इसके साथ ही खेलों में विजय कुमार के रूप में ओलंपियन फौज में बड़ी संख्या में हीरो, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर डीएस राणा, शिक्षा के क्षेत्र में हिम एकैडमी, फिल्म इंडस्ट्री में हमीरपुर के लोगों का नाम और राजनीतिक के क्षेत्र में काफी जाना जाता है।
आईआरसीटीसी से ई-टिकट खरीदना अब महंगा होगा। एक आदेश के तहत इंडियन रेलवे ने पहली सितम्बर से सेवा शुल्क बहाल करने का फैसला किया है। आईआरसीटीसी की ओर से 30 अगस्त को जारी आदेश के मुताबिक अब आईआरसीटीसी गैर वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकट पर 15 रुपए और प्रथम श्रेणी सहित वातानुकूलित श्रेणी की सभी ई-टिकट पर 30 रुपए का सेवा शुल्क वसूल करेगा।
देश में पहली तारीख से कई नए परिवर्तन होने जा रहे है। इसमे सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही बढ़ोतरी के मद्देनज़र यातायात नियमो का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि में कई गुना की बढ़ोतरी की गयी है। इस नियम से सम्बंधित विधेयक संसद के पिछले सत्र में ही पारित हुआ था। जुर्माने में बढ़ोतरी पहली सितम्बर से प्रभावी हो जाएगी। नए नियमो के अनुसार बिना लाइसेंस वाहन चलने पर चालान की राशि को एक हज़ार रुपए से बढ़ाकर पांच हज़ार रुपए किया गया है। शराब पीकर वाहन चलाने पर अब दस हज़ार रुपए का जुर्माना भरना होगा। पहले यह राशि दो हज़ार रुपए थी। स्वीकृत गति से तेज़ वाहन चलाने के मामले में जुर्माना राशि को पांच सो रुपए से बढाकर पाँच हज़ार रुपए किया गया है। आपात सेवा के काम में लगे वाहन को गुजरने के लिए जगह नहीं देने पर दस हज़ार रुपए का दंड भरना होगा। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करते हुए पकड़े जाने पर पांच हज़ार रुपए का जुर्माना देना होगा। बिना हेलमेट के दोपहिया चलाने पर एक हज़ार रुपए जुर्माना और तीन महीने के लिए लाइसेंस जब्त किया जा सकता है।
कलराज मिश्र के स्थान पर बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक रविवार को पांच राज्यपालों की नियुक्ति और तबादले किए गए हैं। राष्ट्रपति भवन कार्यालय द्वारा रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र का तबादला कर उन्हें राजस्थान की कमान सौंपी गयी है। इसी के साथ भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल, आरिफ मोहम्मद खान केरल के राज्यपाल, और डा . तमिलिसाई सुंदरराजन तेलंगाना के राज्यपाल के पद की जिम्मेदारी संभालेंगे । बता दें कि अभी कुछ ही समय पहले कलराज मिश्र को हिमाचल का राज्यपाल बनाया गया था और अब फिर उन्हें बदल दिया गया है।
सोलन ज़िला के अंतर्गत परवाणु पुलिस ने चिट्टे सहित तीन व्यक्तियों को कब्ज़े में लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह परवाणु पुलिस ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 के नज़दीक, पंचकूला की तरफ से धर्मपुर की और जा रही करेटा कार न. HP 74- 9869 से चेकिंग के दौरान 27.23 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया। आरोपियों की पहचान संजीव भारद्वाज पुत्र प्यारे लाल निवासी गांव सूजी डाकखाना जावली तहसील कसौली जिला सोलन आयु करीब 40 वर्ष, सुरिंद्र कुमार पुत्र राम चंद निवासी गांव वझोडू डाकखाना जोवडी तहसील अर्की जिला सोलन आयु करीब 33 वर्ष तथा रवि कुमार पुत्र राजिन्द्र कुमार निवासी मकान न० 03 गली न० 01 अरमान नगर डकोआ जालंधर कैंट पंजाब आयु करीब 32 वर्ष के तौर पर हुई है। परवाणु पुलिस द्वारा आगामी कार्यवाही की जा रही है।
वो 1 सितम्बर 1972 का दिन था। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ यशवंत सिंह परमार उस दिन सोलन में मौजूद थे। डॉ परमार ओल्ड डीसी ऑफिस चौक या क्रांति चौक पर जैसे ही पहुंचे तो उपस्थित लोगों ने जबरदस्त नारेबाजी और तालियां बजाकर डॉ परमार का अभिनन्दन किया। तब डॉ परमार ने कहा था 'ये स्वागत मेरा है या नए ज़िले का।' जी हाँ उस दिन सोलन को ज़िले का दर्जा दिया गया था और आज सोलन 47 वर्ष का हो चूका है। 47 वर्षों के इस सफर में सोलन ने बहुत कुछ हासिल किया है तो बहुत लम्बा सफर तय करना फिलहाल शेष है। जानते है सोलन के इस सफर के बारे में : मशरूम सिटी ऑफ़ इंडिया: जिला मुख्यालय सोलन को मशरूम सिटी ऑफ़ इंडिया का तमगा भी प्राप्त है। सोलन में मशरूम अनुसन्धान निदेशालय भी जहाँ मशरूम पर शोध होता है। बीत कुछ दशकों में मशरूम उत्पादन से यहाँ के किसानो की तकद्दीर बदल गई है। सिटी ऑफ़ रेड गोल्ड: हिमाचल प्रदेश में हर वर्ष लगभग डेढ़ लाख मेट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है। इसका करीब 40 फीसदी उत्पादन सिर्फ सोलन में होता है। सोएं में उगने वाला हिम सोना टमाटर न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी एक्सपोर्ट होता है। एजुकेशन हब ऑफ़ हिमाचल: सोलन की पहचान प्रदेश के एजुकेशन हब के तौर पर होती है। यहाँ 9 विवि है। देश के जाने माने स्कूल लॉरेंस सनावर और पाइनग्रोव भी सोलन में ही स्थित है। इसके अतिरक्त यहाँ प्रदेश की इकलौती सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी और उर्दू भाषा एवं प्रशिक्षण संस्थान भी है। इसके अतिरक्त जिला में 9 विवि, 769 प्राथमिक विधालय, 142 माध्यमिक विधालय, 60 उच्च विधालय व 127 वरिष्ठ माध्यमिक विधालय है। देश का फार्मा हब है सोलन: हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया बीबीएन सोलन में आता है। इस क्षेत्र में छोटे बड़े करीब ढाई हज़ार उद्योग है। इसके अलावा परवाणू में भी करीब 500 उद्योग है। कुल जीडीपी में एक चौथाई योगदान सोलन का: प्रदेश की कुल जीडीपी में सोलन का योगदान 25 प्रतिशत से भी अधिक है। सोलन का पर कैपिटा इनकम भी तीन लाख 90 हज़ार से अधिक है, जो प्रदेश में अव्वल है। अनुसूचित जाति / जनजाति का प्रदेश स्तरीय कार्यालय सोलन में स्थित है। वादे, जिन्हें पूरा होने का इंतज़ार है ... जिला मुख्यालय सोलन प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद् है। अब तक सरकार ने इसे नगर निगम बनाने की जहमत नहीं उठाई। इससे पहले स्मार्ट सिटी के चयन में भी सोलन को तरजीह नहीं दी गई थी। टमाटर आधारित फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट और कोल्ड स्टोरेज की मांग कई दशकों से लंबित है। परवाणू और बीबीएन क्षेत्र को रेलमार्ग से जोड़ने का वादा किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कभी भी जरूरी कदम नहीं उठाये गए। जिला सोलन में पर्यटन सिर्फ कसौली और चायल तक ही सिमट कर रह गया है। जबकि अन्य क्षेत्रों में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं है। जिला सोलन का क्षेत्रफल 1935 वर्ग किलोमीटर है। सोलन में 4 मंडल, 5 तहसीलें व 211 पंचायतें है। 2011 सेन्सस के अनुसार सोलन की आबादी 5 लाख 77 हज़ार है।
सरकार ने पब्लिक सेक्टर 10 बैंकों के विलय की घोषणा की है। इन 10 बैंको के विलय से 4 बैंक बनेंगे। साथ ही सरकार ने इन सभी 10 बैंकों को 55,250 करोड़ रुपये दिये जाने की भी घोषणा की है , जिसमे से अकेले पंजाब नेशनल बैंक को 16,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। जिन बैंकों का विलय हो रहा है, वे समान तकनीकी प्लेटफॉर्म पर ऑपरेट होंगे। पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का एक में विलय होगा। इस तरह ये बैंक मिलकर देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाएंगे और इनका बिजनेस 17.95 लाख करोड़ होगा। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक मिलकर एक बैंक का गठन होगा, जो देश का पांचवां सबसे बड़ा पीएसयू बैंक होगा। इसका बिजनेस 14.59 लाख करोड़ होगा। इंडियन बैंक का विलय इलाहाबाद बैंक के साथ किया जाएगा और इस तरह यह देश का सातवां सबसे बड़ा पीएसयू बैंक बन जाएगा। इसका बिजनेस 8.08 लाख करोड़ होगा। केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का भी विलय किया जाएगा, जो देश का चौथा सबसे बड़ा पीएसयू बैंक होगा। इसका बिजनेस 15.20 लाख करोड़ होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन दस बैंकों के कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि विलय के कारण उनकी नौकरी नहीं जाएगी। इस तरह बंटेगा 10 बैंकों में कुल 55,250 करोड़ : पंजाब नेशनल बैंक- 16,000 करोड़ रुपये यूनियन बैंक ऑफ इंडिया- 11,700 करोड़ रुपये बैंक ऑफ बड़ौदा- 7,000 करोड़ रुपये केनरा बैंक- 6,500 करोड़ रुपये इंडियन बैंक- 2,500 करोड़ रुपये इंडियन ओवरसीज बैंक- 3,800 करोड़ रुपये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया- 3,300 करोड़ रुपये यूको बैंक- 2,100 करोड़ रुपये यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 1,600 करोड़ रुपये पंजाब एंड सिंध बैंक- 750 करोड़ रुपये
डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट के दसवीं कक्षा के छात्र सौमिल शर्मा ने एक बार फिर स्कूल तथा अभिभावकों का नाम रोशन किया है। सौमिल शर्मा ने आईएसआरओ द्वारा 10 से 25 अगस्त तक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रदेश भर में टॉप 2 में अपना स्थान बनाया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से हर राज्य से टॉप 2 बच्चे आईएसआरओ के बंगलुरू स्थित केन्द्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रयान 2 की सफल लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट 7 सितम्बर को देखेंगे। सौमिल शर्मा की इस उपलब्धि पर स्कूल तथा अभिभावकों में खासा उत्साह है। स्कूल प्रबंधन समिति के चैयरमेन अनुपम अग्रवाल तथा स्कूल प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने सौमिल शर्मा को इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दी। प्रधानाचार्य ने कहा कि यह हम सब के लिए गर्व की बात है कि सौमिल शर्मा प्रधानमंत्री के साथ बंगलुरू स्थित आईएसआरओ के केन्द्र से चंद्रयान 2 का नजारा देखेंगे।
औद्योगिक शहर परवाणु के सैक्टर-1 में चल रहें संस्कार फाऊंडेशन ट्रस्ट के तहत नशा मुक्ति केंद्र के पंजीकरण संदेह के घेरे में आ रहा है। यहां पर सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह नशा मुक्ति केंद्र कही पर पंजीकृत था या फिर बिना पंजीकरण के ही चल रहा था। इस नशा मुक्ति केंद्र पर परवाणु की एक महिला ने कथित तौर पर उसके पति के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद उसके पति की इलाज के दौरान चंडीगढ़ अस्पताल में मौत हुई। परवाणु पुलिस को अभी तक इस नशा मुक्ति केंद्र के पंजीकरण से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिले है। हालांकि संस्कार फाऊंडेशन ट्रस्ट तहसील कसौली में पंजीकृत है, जिसकी जानकारी परवाणु पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में जुटा ली है। यहां पर सबसे बड़ी बात यह भी है कि नशा छुडवाने आए जसविंद्र की मौत को करीब 4 दिन का समय बीत चुका है, लेकिन परवाणु पुलिस की अभी तक नशा मुक्ति केंद्र के एम.डी. के साथ कोई भी बातचीत नहीं हुई है और न ही केंद्र के किसी प्रकार के दस्तावेजो को पुलिस को सौंपा गया है। फिलहाल परवाणु पुलिस की माने तो मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद कारवाई को आगे बढ़ाई जाऐगी। बता दे कि परवाणु में बीते 26 अगस्त को नशा मुक्ति केंद्र में नशा छुडवाने के लिए दाखिल हुए जसविंद्र सिंह की मौत का मामला सामने आया था। इस मामले में अभी मृतक की पत्नी ने पुलिस थाना परवाणु में मामला दर्ज करवाया है, जिसके बाद परवाणु पुलिस ने इस आधार पर शव का पोस्टमार्ट करवाया है, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नही आई। मृतक के शरीर में मिले है नीले रंग के निशान : पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार मृतक के शरीर में नीले रंग के निशान मिले है और यह निशान पहले के थे या फिर नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल होने के बाद के है इसका खुलासा होना बाकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चल सकेगा कि यह निशान कितने दिन पुराने है। इस मामले में अभी पोस्टमार्ट की रिपोर्ट नही आई है। यह ट्रस्ट तहसील कसौली में तो पंजीकृत है, लेकिन इस नशा मुक्ति केंद्र का पता नहीं है कि कही पर पंंजीकृत है। इसके बारे में अभी तक कोई दस्तावेज नहीं मिले है। इसके अलावा इस नशा मुक्ति केंद्र के एम.डी. से भी कोई बात नही हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सब कुछ पता चल सकेगा। -रुपेश कांत, एस.एच.ओ., पुलिस थाना परवाणु।
विधानसभा सत्र में विधानसभा सदस्य बलवीर सिंह चैधरी द्वारा पंचायतों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सदन में संकल्प लाया गया।विधायक विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर सुभाष ठाकुर ने इसके समर्थन में कहा कि सभी सदस्यों को इसकी चिंता है और उम्मीद है कि इस संबंध में कड़े कदम उठाये जायँगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कई वर्षों से पंचायतों में हो रहा है सभी सदस्य यह चाहते हैं कि इस भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए। आज पंचायती राज सिस्टम में पंचायतों के विकास के लिए बहुत पैसा आया है यह विकास कार्य हर पंचायत में होने चाहिए। केंद्र सरकार की तरफ से 14वें वित्त आयोग के तहत 10-20-30 लाख रूपय प्रत्येक पंचायत को विकास कार्यो के लिए आता है और कई अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाएं हैं जैसे मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना ऐसी अनेकों योजनाएं हैं। उसी तरह हमारे राज्य में सांसद निधि, राज्य सभा सांसद निधि, विधायक निधि और अनेकों ऐसी नीतियां हैं, सभी को चिन्ता है कि इस सिस्टम को मजबूत किया जाए। हर पंचायत में हो तकनिकी सहायक उन्होंने सुझाव दिया कि हर एक पंचायत में एक-एक तकनीकी सहायक होना चाहिए। कनिष्ठ अभियंता को 25-25 पंचायतें दी गई है जिस कारण वे 1 माह में सभी पंचायतों तक नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर एक के पास 10 पंचायतें दे दी जाए तो वे यह कार्य ठीक से कर पाएंगे। इसी तरह पंचायत सचिव और बीडीओ की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
- परवाणु पुलिस कर रही रिपोर्ट का इंतजार - नशा मुक्ति केंद्र परवाणु पर लगा है अरोप, मारपीट से हुई है मौत पुलिस थाना परवाणु के तहत सामने आए नशा छुडवाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र परवाणु में दाखिल हुए जसविंद्र सिंह की मौत मामले में अब पोस्टमार्ट से खुलासा होगा कि आखिर जसविंद्र सिंह की मौत कैसे हुई। इस मामले में मृतक की पत्नी ने सैक्टर-1 स्थित नशा मुक्ति केंद्र पर कथित तौर पर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया हुआ है। परवाणु पुलिस भी मामले में कारवाई को आगे बढ़ाने के लिए पोस्टमार्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। मामले में अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नही आ सकी है और आज शाम तक रिपोर्ट आने की संभावना बनी हुई है, जिसके बाद इस मामले से पर्दा उठ सकेगा। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार मृतक के शरीर में नीले रंग के घाव भी पाए गए है, लेकिन यह अभी पता नही चल सका है कि यह घाव अभी के है या पहले के है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही घाव की स्थिति भी पूरी तरह से स्पष्ट हो जाऐगी। बता दे कि इस मामले में मृतक की पत्नी कुलविंद्र कौर ने परवाणु थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि उसका पति जसविंद्र सिंह शराब पीने का आदी था और उसने अपने पति व जेठ को नशा छुडवाने के लिए परवाणु नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया था, जहां पर उसके साथ मारपीट की और इसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसके पति को चंडीगढ़ अस्पताल में भर्ती करवाया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। - बाक्स : पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद आगे की कारवाई की जाएगी। रुपेश कांत, एस.एच.ओ., पुलिस थाना परवाणु।
कंडाघाट में एक होटल की लापरवाही का खामियाजा एक व्यक्ति को अपनी जान गवाकर भरना पड़ा। पंजाब के 44 लोग Zurich Resort में ठहरे थे। ये लोग एक एग्रीकल्चर कोआपरेटिव सोसाइटी के है और यहाँ एक मीटिंग के लिए 24 अगस्त से ठहरे हुए थे। रविवार 25 अगस्त की सुबह होटल मैनेजर इनमे से एक मेहमान हरदेव सिंह को कमरे के बाहर सीढ़ियों के नीचे गिरा हुआ पाया। घटना की सुचना पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर तहकीकात की। तहकीकात में सामने आया कि जिस कमरे में हरदेव सिंह ठहरा था उसमें पिछे बालकोनी के लिये दरवाजा था तथा बालकोनी में ग्रिल नहीं लगी थी।संभवतः रात के समय हरदेव सिंह उपरोक्त उक्त दरवाजे से बाहर आया होगा व बालकोनी में ग्रिल न होने के कारण व अन्धेरा होने के कारण निचे गिर गया। यह हादसा होटल प्रबन्धन की लापरवाही के कारण हुआ है। इस संदर्भ में अभियोग धारा 336 व 304 भारतीय दण्ड संहिता में पंजीकृत करके पुलिस द्वारा आगामी कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। .
तीन माह में 369 शराबी चालकों को मिली है सजा सोलन जिला पुलिस द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध शिंकजा कसा गया है। पिछले तीन माह में न्यायलय ने 369 चालकों को सजा सुनाई है। मई 2019 में शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों को न्यायालय द्वारा 88 वाहन चालकों को न्यायालय के उठने तक की सजा सुनाई गई तथा 2,22,100 रू जुर्माना किया गया। माह जुन में माननीय न्यायलय द्वारा 148 वाहन चालकों को न्यायालय के उठने तक की सजा सुनाई गई तथा 4,55,000 रू. जुर्माना किया गया। माह जुलाई में न्यायलय द्वारा 133 वाहन चालकों को न्यायालय के उठने तक की सजा सुनाई गई। इसके अतिरिक्त 02 वाहन चालको को 07 दिन व 01 वाहन चालक को 04 दिन साधारण कारावास की सजा सुनाई गई तथा 2,17,603 रू. जुर्माना किया गया ।
नशे के खिलाफ सोलन पुलिस की कार्रवाई ज़ारी है। सोमवार को भी सोलन पुलिस ने नशे के एक सौदागर को दबोचने में सफलता हासिल की है। हालांकि उक्त आरोपी इत्तेफ़ाक़ से पुलिस से हत्थे चढ़ गया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने संदेह के आधार पर दोहरी दिवार क्षेत्र में एक युवक से 9.70 ग्राम हेरोइन बरामद की है। आरोपी पुलिस को देखकर डर गया था और पीछे मुद लौटने लगा था जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलशी लेकर हेरोइन बरामद की। आरोपी की पहचान जतिन शर्मा पुत्र जोगेन्द्र शर्मा निवासी गाँव पथरागढ़ डा. दाड़लाघाट तह. अर्की जिला सोलन के रूप में हुई है। जिस तरह चलते फिरते लोगों से हेरोइन बरामद हो रही है उससे स्पष्ट है कि सोलन अब नशे के गढ़ में तब्दील हो चूका है। हालांकि पुलिस पिछले कुछ समय से काफी लोगों पर शिकंजा कस चुकी है लेकिन इससे पहले पुलिस क्या कर रही थी, ये सवाल उठना लाज़मी है। जाहिर है रातों रात नशे के कारोबार की जड़ें इतनी गहरी नहीं हुई है।
महत्वाकांक्षी पोषण अभियान में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक बार पुनः सोलन जिला को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह जानकारी उपायुक्त सोलन केसी चमन ने दी। केसी चमन ने कहा कि पोषण अभियान के तहत सोलन जिला को जिला स्तरीय कन्वरजेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल की उपस्थिति में उपायुक्त सोलन एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना विभाग की टीम को यह पुरस्कार प्रदान किया। उपायुक्त सोलन केसी चमन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी सोलन वंदना चौहान ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। जिला में ‘हर घर पोषण त्यौहार’ पोषण अभियान के तहत कुपोषण को मिटाने एवं कुपोषण से संबंधित अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए सोलन जिला में विभिन्न सम्बद्ध विभागों के सहयोग से सघन अभियान कार्यान्वित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला में ‘हर घर पोषण त्यौहार’ आरंभ किए गए। इस त्यौहार द्वारा सोलन जिला की सभी ग्राम पंचायतों एवं गांव-गांव में लोगों को यह समझाने में सहायता मिली है कि कुपोषण को दूर करने के लिए क्या किया जाना चाहिए और इस संबंध में किस प्रकार केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है। इसलिए अव्वल है जिला सोलन जनवरी से मार्च 2019 की अवधि में सोलन जिला में गर्भाधान के 12 सप्ताह के भीतर गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण प्रतिशत बढ़कर 81.78 प्रतिशत हो गया। इस अवधि में एक वर्ष तक के शिशुओं का टीकाकरण शत-प्रतिशत रहा। इस समय अवधि में गर्भवती महिलाओं को निर्धारित स्थानों से 360 कैल्शियम गोली देने का प्रतिशत 95.33 प्रतिशत रहा। 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं किशोरों को पहले तथा दूसरे चरण में पेट के कीड़े मारने की दवा देने का प्रतिशत लगभग 99 प्रतिशत रहा। जिला के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में महिलाओं को स्तनपान का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया और इस संबंध में उचित परामर्श दिया गया। जिला के सभी 1281 आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण के संबंध में परामर्श सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। यह सत्र प्रत्येक माह की 15 एवं 24 तारीख को आयोजित किए जा रहे हैं। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में गोद भराई, अन्न प्राशन्न संस्कार एवं जन्म दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रथम प्रवेश दिवस और सुपोषण दिवस का आयोजन भी किया जाता है।
आखिरकार अंशुल जिंदगी की जंग हार गया। ग्राम पंचायत पंजगाई का 20 वर्षीय अंशुल एस एस बी की ट्रेनिंग के दौरान कोमा में चला गया। मिली जानकारी अनुसार अंशुल शर्मा को नहाते समय दौरा पड़ा था, जिसके बाद 20 दिन से अंशुल कोमा में था। उधर, जैसे ही खबर क्षेत्रवासियों को मिली, सारा क्षेत्र गम में डूब गया। वहीं, अंशुल की विधवा मां व छोटे भाई पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 20 वर्षीय अंशुल एक साल पहले ही एसएसबी में भर्ती हुआ था। वह अभी गोरखपुर में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर रहा था। लेकिन 20 दिन पहले ट्रेनिंग के दौरान गोरखपुर में ही उसके साथ कुछ ऐसा घटित हुआ कि वह कोमा में चला गया। बताया जा रहा है कि 20 दिन पूर्व अंशुल ग्राउंड से खेलकर आया और नहाने के लिए जैसे ही उसने पानी अपने ऊपर फेंका उसे दौरा पड़ गया। इसके बाद उसे लखनऊ अस्पताल लाया गया, जहां पता चला कि वह कोमा में जा चुका है।शनिवार को 20 दिन बाद आखिरकार अंशुल जिंदगी की जंग हार गया और सभी को अलविदा कह गया। अंशुल के परिवार में उसकी मां मधु और छोटा भाई हैं। पिता कुलभूषण भी एसएसबी की सेवाएं देते वक्त ही स्वर्ग सिधार गए थे। उनकी मौत के बाद ही अंशुल को नौकरी मिली थी। अंशुल शर्मा को लेकर माता मधु ने बहुत से सपने सँजोये थे , परंतु कुदरत ने जिंदगी में एक और दर्द उन्हें दे दिया। रविवार को अंशुल शर्मा के पार्थिव शरीर कों घर लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान उनके पार्थिव शरीर को वहां पर उपस्थित सशस्त्र सेना बल के जवानों ने सलामी दी ओर भारत माता की जय बोलकर अंतिम विदाई दी गई। सैकड़ों की संख्या में इस दुखद अवसर पर लोगों की भीड़ अंतिम विदाई के दौरान बरमाणा श्मशान घाट में उपस्थित थी।
दिनचर्या में अपनाएं आयुर्वेद के नियम-डॉ. राजीव सैजल आरोग्य भारती सोलन द्वारा आयोजित एक दिवसीय आरोग्य मेला एवं ‘स्वस्थ शरीर, स्वस्थ परिवार, स्वस्थ ग्राम, स्वस्थ राष्ट्र’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।डॉ. बिंदल ने कहा कि आरोग्य भारती द्वारा आज के सम्मेलन के लिए चुना गया विषय न केवल सामायिक है अपितु सभी के लिए आवश्यक भी है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज के सम्मेलन के उपरांत हम सभी को स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ राष्ट्र की दिशा में अपने योगदान के विषय में गंभीरता से सोचना होगा। हम सभी को यह प्रण लेना होगा कि शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हम स्वयं भी प्रसन्न रहें और सामाजिक क्रियाकलापों में भागीदारी सुनिश्चित कर देश के प्रसन्नता सूचकांक को भी पुष्ट करें।उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर सम्मेलन आयोजित करने तथा विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से लोगों को आरोग्य, आहार एवं दवाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए आरोग्य भारतीय सोलन को बधाई दी। डॉ. बिंदल ने इस अवसर पर योग प्रस्तुत करने वाले बच्चों को अपनी ऐच्छिक निधि से 10 हजार रुपए तथा आरोग्य भारती सोलन को 20 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शरीर का अर्थ है निरंतर नाश होने वाला। उन्होंने कहा कि हमारा शरीर आत्मोत्थान एवं मोक्ष प्राप्ति का साधन भी है और इसी के माध्यम से हम देशहित के कार्य कर सकते हैं। सेवानिवृत आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. एसएस परमार ने सभी का स्वागत किया तथा आरोग्य भारती के अध्यक्ष डॉ. एमपी सिंघल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।इस अवसर पर नशा निवारण विषय पर एक लघु नाटिका एवं बच्चों द्वारा योग प्रदर्शन भी किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषाहार से संबंधित प्रदर्शनियां भी लगाई गई। इन्हें किया सम्मानित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने इस अवसर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पीजीआई चंडीगढ़ की डॉ. जयमंती बख्शी, सेवानिवृत आयुर्वेद चिकित्सक एवं आरोग्य भारती के सचिव डॉ. राकेश पंडित, आयुर्वेदाचार्य एवं केन्द्रीय आयुष विभाग के पूर्व सलाहकार डॉ. सुरेंद्र कुमार शर्मा तथा अखिल भारतीय आयुर्वेद अनुसंधान केन्द्र के महानिदेशक डॉ. करतार धीमान को सम्मानित भी किया।
खेल जगत में अपनी एक पहचान बना चुकी मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी के मैदान में आजकल भारत के हर राज्य से महिला हैंडबाल खिलाड़ी अभ्यास कर रही है। इन खिलाड़ियों में काफी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी भी है। मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी के मैदान में भारतीय रेलवे महिला हैंडबाल टीम का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। यह जानकारी मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की कोच व संचालक स्नेहलता ने दी। उन्होंने बताया कि शिविर पांचवे दिन वरिष्ठ अधिवक्ता,अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व जिला बाल कल्याण समिति सदस्य बिलासपुर पवन चन्देल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा। इतने कम समय में इतना नाम व खिलाड़ियों ने इतनी उपलब्धियाँ हासिल की है वो काबिलेतारीफ है। एक से बढ़कर एक खिलाड़ी है यहाँ। उन्होंने कहा मेरा पूरा सहयोग हमेशा आपके साथ रहेगा। मुख्यातिथि के मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी में पहुंचने पर सभी खिलाड़ियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की कोच व संचालक स्नेहलता, सचिन चौधरी व अन्य ने मुख्यातिथि को शॉल, टोपी , स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सचिन चौधरी, स्नेहलता, जगदम्बा शर्मा महामंत्री महिला मोर्चा घुमारवीं, मनोरमा चौहान, अरविंद यादव कोच भारतीय रेलवे महिला हैंडबॉल टीम, सुरेंद्र कुमार मैनेजर भारतीय महिला हैंडबॉल टीम, संगीता व मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी व रेलवे के सभी खिलाड़ी मौजूद रहे।
करीब बीते एक माह में दिल्ली से जुड़े तीन राजनीति के दिग्गजों का निधन हुआ है। 20 जुलाई को 15 वर्ष तक दिल्ली की सीएम रही शीला दीक्षित का निधन हुआ। इसके बाद 6 अगस्त को दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज दुनिया को अलविदा कह गई। अब शनिवार (24 अगस्त) को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन का समाचार आया है, जिनका दिल्ली की राजनीति में काफी दखल रहा है। वे कई बार दिल्ली के सीएम दावेदार भी माने जाते रहे लेकिन शीला दीक्षित के राज में 15 साल तक दिल्ली में कमल नहीं खिला।वे लंबे समय से टीशू कैंसर से जूझ रहे थे और नौ अगस्त से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। 13 साल तक रहे DDCA अध्यक्ष अरुण जेटली 1999 से 2012 तक दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (Delhi and District Cricket Association) के अध्यक्ष भी रहे। 2014 की मोदी लहर में हारे अरुण जेटली ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में केवल एक बार 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा। मोदी लहर के बावजूद अरुण जेटली को अमृतसर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अमरिंदर सिंह के हाथों एक लाख से ज्यादा मतों से हार का सामना करना पड़ा था। बावजूद उन्हें वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई।
सरकार ने अनुबंध कर्मियों को करारा झटका दिया है। अनुबंध कर्मियों को अब वरिष्ठता में अनुबंध सेवाकाल का लाभ नहीं मिलेगा। जब वे नियमित होंगे, तभी से वरिष्ठता गिनी जाएगी। सरकार के इस निर्णय से अनुबंध कर्मियों में निराशा है। वर्तमान में करीब 40 हजार अनुबंध कर्मी हैं। सरकार की नीति के अनुसार ये तीन साल के सेवाकाल के बाद नियमित होते हैं। पीटीए शिक्षकों का तीन साल का कार्यकाल पिछले साल पूरा हो गया था, लेकिन वे अभी तक नियमित नहीं हो पा रहे हैं। सरकार का कहना है कि सरकारी सेवा में कार्यरत सभी कर्मचारियों को वरिष्ठता उनकी नियमितीकरण की तिथि से दिए जाने का प्रावधान है। नियमित के विपरीत अनुबंध आधार पर नियुक्त कर्मचारियों पर विभिन्न सेवा संबंधित नियम लागू नहीं होते हैं। कन्ट्रेक्चुअल अप्वाइंटमेंट की शर्तो के अनुसार यह एक अस्थायी व्यवस्था है, जिसे हर साल सशर्त बढ़ाया जाता है। अनुबंध पर दी गई सेवा अवधि को वरिष्ठता लाभ दिया जाना प्रशासनिक रूप से तर्कसंगत नहीं है। अनुबंध नियमित कर्मचारी संघ हिमाचल प्रदेश ने इसे निराशाजनक बताया है। संघ का कहना है कि सरकार ने विभिन्न कर्मचारियों को लाभ देने के लिए कई बार नियमों में संशोधन किया है, पर जब बात अनुबंध और अनुबंध से नियमित कर्मचारियों की आती है तो नियमों का हवाला देकर टाल दिया जाता है।
प्रदेश में पर्यटन को पंख लगाने के लिए हिमाचल के हर हलके में एक हेलीपैड बनाया जायेगा होगा और छह स्थानों पर हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे। सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू के सवाल पर जानकारी दी कि अभी प्रदेश में 64 हेलीपैड हैं। जल्द सरकार द्वारा 11 विधानसभा हलकों में हेलिपैड का निर्माण किया जायेगा। इनमे नादौन, बड़सर, इंदौरा, जसवां परागपुर, सुलह, बल्ह, गगरेट, हरोली, कुटलैहड़, नाहन व पांवटा शामिल है। इसके अतिरक्त सरकार उड़ान दो योजना के अंतर्गत हिमाचल में छह हेलीपोर्ट बनाएगी। इनके निर्माण के लिए पवन हंस लिमिटेड कंपनी द्वारा विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है। इस पर लगभग 28.80 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। - सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि रामपुर और झाकड़ी में 20 किलोमीटर के दायरे में दो हेलीपोर्ट का निर्माण करना सही नहीं है। एक हेलिपैड किसी अन्य जिले के मुख्यालय में बनाना चाहिए। - पांवटा के विधायक सुखराम चौधरी ने हेलीपैड के निर्माण में सिरमौर को प्राथमिकता देने की मांग उठाई। - विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने नाहन में हेलीपैड स्थापित करने की मांग उठाई। यहाँ बनेंगे हेलीपोर्ट( अनुमानित लागत) बनरेड़ू (संजौली-ढली बाईपास शिमला) 10 करोड़ रामपुर, (शिमला) 3,59,16,082 झाकड़ी (शिमला) 3,16,02,490 कांगनीधार (मंडी) 5,25,18,539 बद्दी (सोलन) 2,73,29,340 मनाली (सासे कुल्लू) 3,34.41.780
हिमाचल प्रदेश में दो दिन हुई बारिश के कारण 23 लोगों की मौत हो गई है।इस साल बारिश से अब तक 43 लोगों की मौत हाे चुकी है व 574 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रदेश में 800 से ज्यादा सड़कें व 13 राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है।कुल्लू में दो पुल टूट गए हैं। मौसम विभाग ने जिला मंडी, कांगड़ा, शिमला, सोलन, सिरमौर व बिलासपुर में रेड अलर्ट ज़ारी किया है। फिलहाल राहत कार्यों के लिए सरकार ने 15 करोड़ रुपये जारी किए हैं। जिला मंडी में ब्यास अपना रौद्र रूप दिखा रही है। जिला सोलन में भारी बारिश के कारण अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है। बिलासपुर जिला के कठलग गांव में जमीन धंसने से सात घर जमींदोज हो गए। शिमला में आठ लोगों की मौत हो गई है। 12 से लोग घायल हो गए हैं। जिला चंबा के मैहला विकास खंड की बंदला पंचायत में मकान की दीवार गिरने से मलबे में दबकर दादा-पोती की मौत हो गई। जिला चंबा में मौसम के बिगड़े तेवरों के चलते उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। बर्फवारी के बाद लाहुल-स्पीति की चंद्रताल झील के आसपास करीब 127 लोग यहां फंस गए थे, जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है। कोकसर के पास पगलनाला में आई बाढ़ से कोकसर में 50 से अधिक सेना के वाहन भी फंसे हुए हैं।
सूबे में ऐसी कई पंचायतें हैं जिनके आधे लोग एक विधानसभा क्षेत्र तो आधे दूसरे हलके में आते हैं। इसके चलते काफी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने नई पंचायतों के गठन का निर्णय लिया है। इससे कई विधानसभा क्षेत्रों में ब्लॉकों, जिला परिषदों, पंचायत समिति वार्डों और पंचायतों की सीमाओं में फेरबदल होगा। ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने मंगलवार को विधांनसभा में नई पंचायतों के गठन की जानकारी दी। लाहुल स्पीति में फंसे कृषि मंत्री विधानसभा सत्र के पहले दिन कृषि मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय हिस्सा नहीं ले पाए है। दरअसल कृषि मंत्री लाहुल स्पीति में फंसे हुए हैं।सरकार द्वारा कृषि मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय को सत्र के लिए लाने की व्यवस्था की जा रही है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में खाली रहीं 1,954 सीटें प्रदेश के सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस साल 1954 सीटें खाली रही हैं। तकनिकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने वधानसभा सत्र के दौरान यह जानकारी दी।विदित रहे कि बीते तीन वर्षों में जेईई मेन्स और एचपीसीईटी की मेरिट समाप्त होने पर रिक्त सीटें जमा दो कक्षा के आधार पर भरने के बाद भी सीटें खाली रह रही हैं। ऊना में पकड़े ड्रग्स के 106 मामले जिला ऊना में 1 अप्रैल 2018 से 31 जुलाई 2019 तक सिंथेटिक ड्रग्स चिट्टा, चरस, अफीम के 106 मामले पकड़े गए। चिट्टा के 60, चरस के 41, अफीम के 5 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि अवैध शराब बेचने के 201 मामले दर्ज हुए हैं। सीएम द्वारा ये जानकारी सदन में दी गई है।