चंद्र ग्रहण आज 7 सितंबर रात 9.58 बजे शुरू होने वाला है और रात 1.26 बजे समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले ही दोपहर 12.57 बजे शुरू हो गया है। आज पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लगेगा। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण के समय सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। सूतक काल लगते ही मंदिरों को बंद कर दिया जाता है और ग्रहण समाप्त होते ही भगवान के दर्शन की अनुमति दे दी जाती है। लेकिन आपको बता दें कि देश में कई ऐसे प्रसिद्ध मंदिर हैं, जो ग्रहण के समय भी खुले होते हैं। साथ ही वहां नियमित रूप भगवान के दर्शन भी किये जाते हैं। इसीलिए आज 7 सितंबर को चंद्रग्रहण के समय भी इन मंदिरों में दर्शन किये जाते रहेगें। उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर ग्रहण के समय भी उज्जैन का महाकाल मंदिर खुला होता है। इस दौरान भी महाकाल के दर्शन किये जा सकते हैं। ग्रहण के समय पूजा और आरती के समय में ही केवल बदलाव किये जाते हैं। इसकी सूचना पहले ही दे दी जाती है। बिहार के गयाजी का विष्णुपद मंदिर गयाजी में विष्णुपद मंदिर भी चंद्र ग्रहण के समय पर खुला रहता है। ग्रहण के समय यहां पिंडदान करने को शुभ कार्य माना जाता है। बीकानेर का लक्ष्मीनाथ मंदिर राजस्थान के बीकानेर में स्थति लक्ष्मीनाथ मंदिर के भी कपाट चंद्र ग्रहण के दौरान बंद नहीं होते हैं। केरल का श्री कृष्ण मंदिर केरल के कोट्टायम स्थित थिरुवरप्पु श्री कृष्ण मंदिर के भी कपाट चंद्र ग्रहण के समय पर खुला रहता है। चंद्र ग्रहण के समय पर भी भगवान के दर्शन भी किये जाते हैं ।
PM नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब का दौरा करेंगे और वहां बाढ़ प्रभावित लोगों और किसानों से मिलेंगे। इसके साथ ही मोदी राहत कार्यों और पुनर्वास प्रयासों का भी समीक्षा करेंगें। आपको बता दें कि पंजाब में बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हुआ है। बाढ़ से पंजाब 23 जिलों में भारी तबाही मची है। बाढ़ ने इन जिलों के गांव को जलमग्न कर दिया है और फसलों को नुकसान कर दिया है। इस यात्रा की घोषणा BJP पंजाब ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर किया है। सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य है। यहां 23 जिलों के करीब 1900 गांव पानी में डूब गए हैं और करीब 1.75 लाख एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। इससे धान की फसलें खराब हो गई हैं। बाढ़ से अभी तक लगभग 40 लोगों की जानें भी जा चुकी है। साथ ही व्यास, सतलुज, रावी और घग्गर नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर आ चुकी हैं। मीडिया के अनुसार, पंजाब सरकार ने बारिश से करीब तेरह हजार करोड़ रुपये के जान-माल की क्षति का अनुमान लगाया है। यहां सेना, NDRF और BSF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। अभी तक करीब 20,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। शिवराज चौहान ने भी किया दौरा आपको बता दें कि गुरुवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पंजाब के अमृतसर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया था। उन्होंने यहां जानकारी दी थी कि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायज़ा लेने के लिए दो केंद्रीय दल भी पंजाब का दौरा कर रहे हैं और वे केंद्र को इसकी एक रिपोर्ट बनाकर सौंपेंगे।
चंद्र ग्रहण आज 7 सितंबर रात 9.58 बजे शुरू होने वाला है और रात 1.26 बजे समाप्त हो जायेगा। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले ही अभी दोपहर 12.57 बजे शुरू हो जाएगा। आज पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लगेगा। इस साल 2025 का यह दूसरा आखिरी चंद्र ग्रहण है, जो आज 7 सितंबर को लगने वाला है। सबसे ख़ास बात यह है इस चंद्र ग्रहण की कि ये पितृपक्ष के दिन ही शुरू हो रहा है,जो कि एक बहुत ही दुर्लभ संयोग है। ग्रहण काल में भूल से भी न करें यह काम सनातन में ग्रहण काल के समय सोना, खाना और पीना नहीं करना चाहिए। खाने की चीजों में तुलसी डाल कर रखना चाहिए। इससे खाना अशुद्ध या विषाक्त नहीं होता है, ऐसा माना जाता है। 122 साल बाद चंद्र ग्रहण पर पितृ पक्ष का संयोग आज इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है और आज से ही पितृ पक्ष भी शुरू है। ज्योतिषियों के अनुसार, चंद्र ग्रहण पर पितृ पक्ष का यह संयोग पूरे 122 साल बाद बना है। वहीं, चंद्र ग्रहण का सूतक काल शुरू होने से पहले श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान और पवित्र नदियों में स्नान करने जैसे सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरा कर लें। आज रात लगने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक काल अभी दोपहर 12.57 बजे शुरू होने जा रहा है। आपको बता दें कि सूतक में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ग्रहण समाप्त होने तक कोई धार्मिक कार्य नहीं होगा। इसलिए जो भी पूजा अर्चना है और पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध, पिंडदान वो पहले ही कर लेनी चाहिए। ये भी पढ़ें लगेगा सदी का सबसे दुर्लभ चंद्र ग्रहण, 100 साल बाद ऐसा संयोग, भूलकर भी ये न करें 7 या 8 सितम्बर, जानें कब से शुरू होगा पितृपक्ष
भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की वजह से हिमाचल की स्थिति अभी भी ख़राब बनी हुई है। प्रदेशभर में कल शनिवार को अधिकतर जगहों पर मौसम साफ था। कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हुई। कई जगहों पर सड़कें बाधित होने की वजह से आम लोगों को तो आवाजाही में दिक़्कत हो रही है, साथ ही किसानों को भी मंडियों तक फसल पहुंचाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी हिमाचल में सेब का सीजन जोरों पर है और सड़क ठप होने के चलते रास्ते में ही सेब लदे वाहन खड़े हैं और वाहनों में ही सेब ख़राब हो रहे हैं। प्रदेश में कई ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं भी ठप हैं, जिसकी वजह से आम लोगों को बिजली-पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। इसी बीच मौसम विभाग ने राहत भरी खबर सुनाई है। विभाग ने 12 सितम्बर तक मौसम साफ़ रहने की सम्भावना जताई है। हालांकि प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश जरूर हो सकती है। सड़कें, पेयजल योजनाएं ठप और लोगों की गई जान प्रदेश में कुल 897 सड़कें बंद है। 1497 ट्रांसफार्मर और 388 पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। किन्नौर में NH-5 आठवें दिन भी बाधित रहा। वहीं कांगड़ा में पौंग बांध का जो जलस्तर है वो भी खतरे के निशान से ऊपर आ चुका है। इस मानसून में राज्य में अभी तक बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड की वजह से करीब 366 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं सरकार को अभी तक करीब 4 लाख करोड़ की प्रॉपर्टी की क्षति हुई है।
इस वर्ष पितृपक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर 2025 तक रहेगा। पितृपक्ष में पितरों को श्रद्धांजलि देने और उनकी आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा, श्राद्ध अनुष्ठान व तर्पण किये जाते हैं। ताकि पितरों को मुक्ति मिल सके। इस दौरान ब्राह्मणों को भोजन कराने की भी परंपरा है। यह पितृ भोजन कहलाता है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वज तृप्त होते हैं और अपने वंशजों आशीर्वाद देते हैं और साथ ही कुल की उन्नति होती है। इस कर्म को अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान माना जाता है। पितृपक्ष का पहला श्राद्ध - 08 सितंबर 2025 को है, द्वितीया श्राद्ध - 09 सितंबर 2025, तृतीया श्राद्ध - 10 सितंबर, चतुर्थी श्राद्ध - 10 सितंबर, पंचमी श्राद्ध - 12 सितंबर, षष्ठी श्राद्ध - 12 सितंबर, सप्तमी श्राद्ध - 13 सितंबर, अष्टमी श्राद्ध - 14 सितंबर, नवमी श्राद्ध - 15 सितंबर, दशमी श्राद्ध - 16 सितंबर, एकादशी श्राद्ध - 17 सितंबर 2025 को है।
हर साल 5 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा देशभर के शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड दिया जाता है। इस बार हिमाचल प्रदेश से शशि पॉल अकेले ऐसे शिक्षक हैं, जिनको राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड के लिए चुना गया है। सोलन जिले के टीचर शशि पॉल को आज शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। शशि पॉल की इस उपलब्धि ने सोलन जिले के साथ साथ समूचे हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया है। आपको बता दें कि वे सोलन जिला की रामशहर तहसील के गांव भिनी जोरी के रहने वाले है। उन्होंने शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 2011 को प्राथमिक विद्यालय नियारी से की थी। आपको बता दें कि शिक्षक के तौर पर शशि पॉल का 14 वर्ष का अनुभव रहा है। उन्होंने इस दौरान स्टूडेंट्स के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं। सीमित संसाधनों के बीच बच्चों को अच्छी और उच्च कोटि की शिक्षा मिले, इसके लिए बहुत सारे काम किए हैं। कोविड 19 के समय उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत की, इसमें व्हाट्सएप व गूगल मीट के जरिये क्लासेज़ शुरू की। स्कूल में हाईटेक कंप्यूटर लैब की स्थापना में भी उनका योगदान जो है वो अहम रहा है। व्यक्तिगत तौर पर भी उन्होंने बहुस्तरीय शिक्षण रणनीतियों को लागू करने में अपना अहम योगदान दिया है। शशि पॉल की इस उपलब्धि, उनके योगदान और कार्यशैली पर विद्यालय के साथ साथ पुरे हिमाचल वासी को गर्व है।
हिमाचल प्रदेश के 32 शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर पर आज शुक्रवार को स्टेट टीचर अवॉर्ड दिया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इन्हें शिमला पीटरहॉफ में सम्मानित किया। 26 स्कूल शिक्षकों और 6 कॉलेज शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। जबकि सोलन जिले के शमरोर स्कूल के JBT टीचर शशि पॉल को आज दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से करेंगीं सम्मानित। शशि पॉल की इस उपलब्धि ने सोलन जिले के साथ साथ समूचे हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित किया है। आपको बता दें कि वे सोलन जिला की रामशहर तहसील के गांव भिनी जोरी की रहने वाली है। उन्होंने शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 2011 को प्राथमिक विद्यालय नियारी से की थी। सीमित संसाधनों में बच्चों को अच्छी और उच्च कोटि की शिक्षा मिल पाए, इसके लिए उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर भी बहुस्तरीय शिक्षण रणनीतियों को लागू किया। स्टेट टीचर अवॉर्ड पाने वाले को मिला मेडल और प्रशस्तिपत्र आपको बता दें कि स्टेट टीचर अवॉर्ड पाने वाले इन शिक्षकों को 1 साल का सेवा विस्तार, मेडल और प्रशस्तिपत्र दिया गया। साथ ही शिमला में आज साल 2024 के नेशनल टीचर अवॉर्डी सुनील कुमार को भी स्टेट टीचर अवॉर्ड दिया गया। राज्यपाल ने सम्मान लेने से किया इनकार राज्य बाढ़ आपदा को देखते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने स्वयं सम्मान ग्रहण करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि ऐसे आपदा के समय वे सिर्फ इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर शिक्षकों का मनोबल बढ़ाना चाहते हैं।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित भारत के कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जम्मू-कश्मीर और पंजाब भी इसमें शामिल हो गए हैं। आपको बता दें की इन राज्यों में बादल फटने, भारी बारिश और लैंडस्लाइड जैसी आपदाओं में सैकड़ों जानें गई हैं। इन राज्यों के जो अभी के हालात हैं वे बहुत ही दयनीय हैं। इन हालातों की वजह से राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया गया है और इसका जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने कहा SC ने हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब में बारिश से बाढ़ जैसी त्रासदी पर चिंता जताते हुए कल गुरुवार को कहा कि यह केवल प्राकृतिक आपदा नहीं है बल्कि प्रकृति के साथ इसमें इंसानों का भी हस्तक्षेप है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और उनकी पीठ का कहना है कि पहली नजर में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पेड़ों की अवैध कटाई की गई है और अब प्रकृति इसका बदला ले रही है। कोर्ट ने राज्यों से जवाब मांगा इन हालातों की वजह से कोर्ट द्वारा केंद्र, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब से तीन हफ्ते में जवाब मांगा गया है। कोर्ट ने केंद्र और इन चारों राज्यों के अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), पर्यावरण मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को भी नोटिस भेजा है और तीन हफ्तों में इसका जवाब मांगा है। साथ ही केंद्र सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाने के लिए निर्देश दिया गया है। पर्यावरण और वन मंत्रालय से भी संपर्क किया जायेगा और उनसे पूरी जानकारी ली जाएगी।
देश में हाल में हुई GST (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल की बैठक में TAX स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव किये गए हैं। आपको बता दें कि सरकार ने फैसला लिया है कि फ्रेंचाइजी बेस्ड खेल इवेंट्स जैसे IPL पर अब 40 % GST लिया जाएगा। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के टिकट्स अब पहले से ज्यादा महंगें हो जायेगें। पहले IPL के टिकट पर 28 % GST था। इस फैसले से IPL और दूसरे खेल इवेंट्स के दर्शकों पर भी असर पड़ेगा। IPL जैसे इवेंट्स पर लगेगा 40% GST बता दें कि सरकार द्वारा फ्रेंचाइजी बेस्ड खेल इवेंट्स जैसे IPL पर अब 40 % GST लगाने का निर्णय जो है वो अब तक की यह सबसे ऊंची टैक्स दर है। इसके चलते टिकट के दाम में भारी इजाफा हो सकता है। अब क्रिकेट के सबसे बड़े इवेंट्स IPL पर टिकट खरीदने के लिए खेल प्रेमियों को पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगें। 500 रुपये तक के टिकटों को राहत वैसे यह टैक्स दर सभी तरह के खेल इवेंट्स पर लागू नहीं की जाएगीं। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल इवेंट्स को थोड़ा राहत दिया गया है। 500 रुपये के टिकट पर पहले की तरह ही कोई GST नहीं लगेगा। वहीं 500 रुपये से ज्यादा के टिकटों पर 18% GST लागू रहेगा। खास बात यह है कि इंटरनेशनल और अन्य क्रिकेट मैचों के टिकट पर पहले जैसा 18 % GST ही लागू रहेगा। यानि कि ओलंपिक क्वालिफायर्स, अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच या सरकारी स्तर पर आयोजित खेल टूर्नामेंट के दर्शकों को पहले से ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगें।
GST परिषद ने बुधवार को टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए इसे सरल कर दिया है। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत 5% और 18% के दो स्लैब को मंजूरी दे दी गई है और 12% और 28% के स्लैब को खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही अब रोजमर्रा की जरूरी चीजें, स्वास्थ्य सेवाएं तथा खाने-पीने की चीजें अब टैक्स फ्री कर दिन गई हैं। ये बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू हो जाएंगे। इसे केंद्र द्वारा आम लोगों के लिए दिवाली गिफ्ट बताया जा रहा है। खाने-पीने की यें चीजें हुई सस्ती पैकेट का पनीर और छेना, UHT दूध, पिज्जा ब्रेड, खाखरा, चपाती, रोटी व पराठा पर अब कोई भी टैक्स नहीं लगेगा, इस पर 0 GST है। अब बीमा कराना भी सस्ता पहले बीमा के लिए 18% टैक्स देना होता था। लेकिन अब हेल्थ व लाइफ इंश्योरेंस पर किसी भी तरह का GST नहीं लगेगा। जीवनरक्षक दवाइयां व मेडिकल सामान लगभग 33 तरह की दवाइयां व मेडिकल सामान टैक्स फ्री हो गई हैं। साथ ही मेडिकल ऑक्सीजन पर भी अब GST शून्य है । बच्चों की पढ़ाई की चीजें भी टैक्स फ्री पेंसिल, शार्पनर, क्रेयॉन और पेस्टल अब बिल्कुल टैक्स फ्री कर दीं गई हैं। साथ ही एक्सरसाइज बुक, ग्राफ बुक, लेबोरेटरी नोटबुक और इरेज़र पर भी अब कोई भी टैक्स नहीं लगेगें। ये सब अब सस्ते हो जायेंगें ।
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (CGL) टियर 1 परीक्षा की तारीखों की घोषणा कर दी है। SSC सीजीएल टियर 1 परीक्षा देश भर के अलग अलग परीक्षा केंद्रों पर 12 सितंबर में शुरू होगी। SSC CGL 2025 परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर विजिट कर नोटिस देख सकते हैं। आधिकारिक नोटिस में लिखा है, "आयोग ने संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2025 (टियर-1) 12 सितंबर 2025 से 26 सितंबर 2025 तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। आगे के अपडेट के लिए उम्मीदवारों को आयोग की वेबसाइट पर जाने की सलाह दी जाती है।" इस दिन होगी CGL परीक्षा SSC नोटिस जारी किया है कि SSC CGL 2025 टियर-I परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड (CBE) में 12 सितंबर से 26 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। इस दौरान एग्जाम कई चरणों में देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ली जाएगी। वहीं, टियर-2 परीक्षा दिसंबर 2025 (प्रस्तावित) में शुरू होगी। कुल रिक्तियां इस एग्जाम के द्वारा केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में कुल 14,582 खाली पदों को भरा जाएगा। जो उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किए जायेंगें उनको केंद्र के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, संगठनों के साथ-साथ विभिन्न संवैधानिक, वैधानिक निकायों और न्यायाधिकरणों (ट्रिब्यूनल्स) में ग्रुप 'बी' और ग्रुप 'सी' पदों पर नियुक्त किया जाएगा। इन पदों का जो आवंटन है वो परीक्षा नोटिस में निर्दिष्ट प्रावधानों के मुताबिक तय किया जाएगा, विशेष पदों के लिए योग्यता और उम्मीदवारों की प्राथमिकताओं दोनों को ध्यान में रखते हुए। चयन प्रक्रिया उम्मीदवारों का जो चयन है वो दो-स्तरीय कंप्यूटर-आधारित परीक्षा (CBE) के जरिए होगा। अधिसूचना में कंप्यूटर आधारित परीक्षा की योजना और सिलेबस की जानकारी दी गई है। आयोग ने कहा कि अंतिम परिणाम घोषित किये जाने के बाद उपयोगकर्ता विभागों द्वारा डॉक्यूमेंट सत्यापित किया जायेगा। न्यूनतम उत्तीर्ण मानदंड अनारक्षित वर्ग के लिए 30 % ओबीसी और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए 25 % अन्य सभी श्रेणियों के लिए 20 %
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) ने फेस्टिव सीजन शुरू होने से पहले ही प्लेटफॉर्म फीस में 20% की बढ़ोतरी कर दी है। अब हर ऑर्डर पर पहले के 10 रूपए की जगह 12 रूपए देनी होगी फीस। पिछले साल भी Zomato ने फेस्टिवल से पहले फीस को 6 रूपए से बढ़ाकर 10 रूपए कर दिया था। फेस्टिव सीजन में ऑर्डर बढ़ जाते हैं और इसके चलते Zomato को इससे ज्यादा फायदा हो पायेगा। प्लेटफॉर्म फीस बढ़ने से ग्राहकों की जेब पर इसका सीधा होगा। अब ग्राहक पहले से अधिक पैसे देकर फूड ऑर्डर कर पायेंगें। Zomato (इटरनल लिमिटेड का हिस्सा) ने दिया कारण Zomato का यह फैसला ग्राहकों को परेशान जरूर करेगा, पर इस पर Zomato का कहना है कि यह फैसला फेस्टिव सीजन में बढ़ती मांग और बढ़ती लागत को देखते हुए लिया गया है। कंपनी का मानना है कि मार्केट की जरूरतों को पूरा करने के लिए यह फैसला बहुत जरूरी था। सीएनबीसी के अनुसार, बीते 1 साल में यह शेयर 32 % ऊपर गया है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.92 लाख करोड़ रुपये है। इसकी वजह से यह निफ्टी में हाल ही में शामिल होने वाली एक मजबूत कंपनी बनी है।
धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से जो अल्पसंख्यक सुमदाय के लोग भारत आए हैं उनके लिए केंद्र सरकार ने बड़ी राहत की खबर दी है। गृह मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग जो 31 दिसंबर 2024 तक भारत आए हैं, वे देश में बिना पासपोर्ट या अन्य किसी वैध डॉक्युमेंट के बिना भी रह सकते हैं। इसके तहत उन सभी लोगों को राहत मिलने वाली है जो बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत आए और जिनके डाक्यूमेंट्स की वैधता समाप्त हो चुकी है। आपको बता दें कि इसके पहले CAA के अनुसार, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के उत्पीड़ित अल्पसंख्यक समुदायों हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई को के वे लोग जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए थे, सिर्फ उन्हें भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। नेपाल और भूटान के लिए नियम नेपाल और भूटान के नागरिकों को भारत में प्रवेश के लिए पासपोर्ट-वीजा की जरूरत नहीं होगी। नेपाल और भूटान के नागरिकों के साथ-साथ दोनों पड़ोसी देशों से सड़क या हवाई मार्ग से भारत में आने वाले भारतीयों को पहले की तरह अब पासपोर्ट या वीजा जरूरत नहीं होगी। गृह मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत में प्रवेश करने, ठहरने और बाहर जाने के लिए वैध पासपोर्ट या अन्य वैध यात्रा दस्तावेज और वैध वीजा की आवश्यकता नहीं होगी, बशर्ते कि कोई भारतीय नागरिक नेपाल या भूटान की सीमा से सड़क या हवाई मार्ग के जरिये भारत में प्रवेश करता है, या कोई नेपाली या भूटानी नागरिक नेपाल या भूटान की सीमा से सड़क या हवाई मार्ग द्वारा भारत में प्रवेश करता है, या उसके पास वैध पासपोर्ट है और वह नेपाल या भूटान के अलावा किसी अन्य स्थान से भारत में प्रवेश करता है या भारत से बाहर जाता है। ’’
दिल्ली में आज बुधवार से GST काउंसिल की दो दिवसीय बैठक शुरू। इसमें टैक्स स्लैब को सरल बनाने से जुड़े मुद्दों पर फैसला लिया जा सकता है। इसके तहत केंद्र सरकार रोज इस्तेमाल की जाने वाली चीजों पर टैक्स को कम करने के लिए माल व सेवा कर में बदलाव कर सकती है। यह बैठक 4 सितंबर को समाप्त होगी। टैक्स स्लैब में कटौती और इसके चलते कीमतों में होने वाली कमी को लेकर पूरे देश की नज़र इस बैठक पर बनी हुई हैं। आपको बता दें कि PM नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में GST में सुधार करने की इस योजना के बारे में बताया था। GST काउंसिल योजना के अनुसार, अभी के जो 4 टैक्स स्लैब (5%, 12%, 18% व 28%) हैं उसे घटाकर सिर्फ 2 स्लैब (5% व 18%) करने का प्रस्ताव है। यह फैसला होने से जीएसटी में बड़ा सुधार होगा। यें चीजें हो सकती हैं सस्ती इसके तहत डेली इस्तेमाल की चीजें जैसे कि घी, मेवे, पीने के पानी, नमकीन, जूते और परिधान,पेंसिल, साइकिल, छाते, दवाइयां और चिकित्सा उपकरण आदि को 12 % से 5 % टैक्स स्लैब में लाने कि बात चल रही है। कुछ श्रेणी के इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं जैसे कि टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर की कीमतों में कमी हो सकती है, क्योंकि इन पर 28 % के बदले 18 % का टैक्स लगाया जा सकता है। इन पर लगेगा ज्यादा टैक्स वाहनों पर इस समय 28 % कर लागू है। अब उन पर अलग-अलग दरें लागू की जा सकती हैं। शुरुआती स्तर की कारों पर 18 %, जबकि एसयूवी और लक्जरी कारों पर 40 % टैक्स लागू होगा। इसके अलावा अवगुणों से संबंधित वस्तुओं जैसे तंबाकू, पान मसाला और सिगरेट पर भी 40 % टैक्स लागू होगा। आम जनता और कारोबार पर असर जानकारों का मानना है कि नए टैक्स स्ट्रक्चर से बिज़नेस मैन के साथ साथ आम लोगों को भी रोज इस्तेमाल होने वाली चीजों पर टैक्स का बोझ कम होने से राहत मिलेगी। इससे मार्किट में खपत को बढ़ावा मिल सकता है।
भारतीय रेलवे ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ एक समझौता किया है। आपको बता दें की इसके तहत SBI वेतन खाता धारक रेलवे कर्मचारियों को 1 करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा मिलेगा। यह भारतीय रेलवे द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए उठाया गया ऐतिहासिक कदम है। सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में भारतीय रेलवे और एसबीआई के बीच इस संबंध में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस योजना का लाभ रेलवे के करीब 7 लाख कर्मचारियों को मिलने वाला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा अश्विनी वैष्णव ने इस समझौते को कर्मचारियों के हित में लिया गया ऐतिहासिक कदम बताया और यह भी कहा कि यह योजना रेलवे परिवार के प्रति सरकार की संवेदनशीलता व प्रतिबद्धता को दिखाती है। पहले बहुत ही कम बीमा कवर अभी तक रेलवे कर्मचारी को केंद्रीय सरकारी कर्मचारी समूह बीमा योजना (CGEGIS) के तहत बीमा कवर मिलता था। यह राशि बहुत ही कम थी। आपको बता दें कि ग्रुप-ए कर्मचारियों को 1.20 लाख रूपए, ग्रुप-बी कर्मचारियों को 60,000 रूपए और ग्रुप-सी कर्मचारियों को केवल 30,000 रूपए का बीमा कवर मिलता था। लेकिन अब रेलवे और SBI के बीच समझौता होने से यह कवर कई गुना बढ़ चुका है। इससे कर्मचारियों को बहुत राहत मिलने वाली है। इस समझौते से फायदा इस समझौते के मुताबिक कर्मचारियों को दुर्घटना मृत्यु पर 1 करोड़ रुपये का बीमा कवर दिया जायेगा। साथ ही प्राकृतिक मृत्यु होने पर भी कर्मचारियों को 10 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जायेगा। आपको बता दें कि इसमें सबसे ख़ास बात यह है कि इस बीमा कवर के लिए कर्मचारियों को कोई भी प्रीमियम देने की जरुरत नहीं है और ना ही किसी भी तरह की मेडिकल जांच कराने की जरुरत होगी। इसके साथ और भी कई पूरक बीमा लाभ भी दिए जायेगें। जैसे की हवाई दुर्घटना के लिए बीमा कवर 1.60 करोड़ रुपये, रुपे डेबिट कार्ड पर अतिरिक्त 1 करोड़ रुपये तक, स्थायी पूर्ण विकलांगता पर 1 करोड़ रुपये तक, स्थायी आंशिक विकलांगता पर 80 लाख रुपये तक का कवर दिया जायेगा। सात लाख कर्मचारी लाभान्वित भारतीय रेलवे ने जानकारी दी है कि करीब सात लाख कर्मचारी, जिनके वेतन खाता SBI में हैं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। यह सुविधा ग्रुप-सी कर्मियों को बड़ी राहत देने वाली है, जो रोज जोखिम लेकर रेलवे सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने में सहायता करते हैं।
एशिया कप 2025 के शुरू होने में सिर्फ एक हफ्ता ही बचा है। इसी बीच आक्रामक बल्लेबाज आसिफ अली ने महज 33 की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दी है। लेकिन वह घरेलू और लीग क्रिकेट खेलते रहेंगें। आसिफ अली मुख्य रूप से एक फिनिशर और पावर हिटर के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने बताया कि क्रिकेट के मैदान पर अपने देश की सेवा करना उनके लिए सबसे गौरवपूर्ण अध्याय रहा है। आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान की जर्सी पहनना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। ऐसा बताया जा रहा है कि टीम से लगातार बाहर रहने की वजह से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट न खेलने का निर्णय लिया है। आसिफ अली का क्रिकेट करियर अली का क्रिकेट करियर बहुत ही छोटा रहा। उन्होंनें अप्रैल 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना T20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था और 2025 में संन्यास ले लिया। आपको बता दें कि उन्होंने 21 वनडे और 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। वनडे फॉर्मेट में उन्होंने 3 अर्धशतकों के जरिए 382 रन बनाए, वहीं टी20 में 577 रन बनाए। करियर में यादगार पारी ICC पुरुष टी20 वर्ल्ड कप 2021 में अफगानिस्तान के खिलाफ, जब पाकिस्तान को 12 गेंदों पर 24 रनों की आवश्यकता थी, तब उन्होंने करीम जनत के ओवर में 4 छक्के लगाए और सिर्फ 7 गेंदों पर ही 25 रन बनाकर जीत पक्की कर दी। यह पारी पाकिस्तान को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में बहुत अहम साबित हुई थी। इसके बाद अगले साल एशिया कप में भी उन्होंने भारत के खिलाफ 8 गेंदों में 16 रन बनाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी। ये दोनों ही पारियां उनके करियर के शानदार पल रहे हैं। इन सब के बावजूद 2022 के T20 विश्व कप में उनका प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं था।
इस वर्ष का दूसरा पूर्ण चंद्र ग्रहण रविवार, 7 सितंबर को लगने वाला है। यह ग्रहण पितृपक्ष के दौरान पड़ने वाला है इस वजह से इस ग्रहण को बहुत शक्तिशाली बताया जा रहा है। इस ग्रहण की सबसे खास बात यह है कि ऐसा संयोग 100 साल में 1 बार ही होता है। विज्ञानं के अनुसार जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आती है तब चंद्र ग्रहण लगता है। इसमें सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती है। ग्रहण के समय चंद्रमा लाल जैसा दिखता है जिसे ब्लड मून कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार चंद्र ग्रहण का महत्व हिंदू मान्यताओं के अनुसार, जब ग्रहण लगता है तो उस समय कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस दौरान मंदिरों के कपाट को भी बंद रखा जाता है। जब ग्रहण समाप्त हो जाता है तब मंदिर की शुद्धि कर विशेष पूजा की जाती है। शास्त्रों में ऐसा ज़िक्र है कि ग्रहण के वक्त नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा सक्रिय हो रहती है और इसी वजह से लोग इस वक्त पर भगवान का ध्यान और प्रार्थना करते हैं। ग्रहण का समय आपको बता दें कि ग्रहण शुरू होने से करीब 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। 7 सितंबर को रात 9:58 बजे से 8 सितंबर 1:26 बजे तक ग्रहण काल चलेगा। वहीं रात 11:00 बजे से 12:22 बजे के बीच ब्लड मून का समय रहेगा। ग्रहण के समय भोजन न करें शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि ग्रहण के समय सूक्ष्म जीवाणु अधिक सक्रिय हो जाते हैं और इससे भोजन अशुद्ध यानि विषाक्त हो जाता है। इसलिए इस ग्रहण के समय कुछ भी खाने से बचना चाहिए। साथ ही अगर भोजन पक चुका है और ग्रहण लग गया है तो पके हुए भोजन में तुलसी पत्ते को डालकर भोजन को सुरक्षित रखा जाता है, सनातन में ऐसी परंपरा है। गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देना चाहिए ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर के भीतर ही रहना चाहिए और चंद्र ग्रहण को बिकुल नहीं देखना चाहिए। इस समय कोई भी नूकीली चीजें जैसे कि कैंची व चाकू आदि का इस्तेमाल न करें। इस समय सोना भी नहीं चाहिए। ऐसी मांन्यताएँ हैं कि अगर गर्भवती महिलाएं इन चीजों का विशेष ध्यान नहीं रखती हैं तो इसका सीधा प्रभाव होने वाले बच्चे पर पड़ता है। ग्रहण खत्म होने के बाद ये करें घर और कपड़ों की साफ़ सफाई कर लेना चाहिए। उसके बाद गंगाजल मिले पानी से नहाकर साफ कपड़े पहन लेना चाहिए। साथ ही भगवान को भी याद करें।
जर्मन संघीय विदेश मंत्री जोहान डेविड वाडेफुल मंगलवार सुबह भारत की दो दिवसीय दौरे पर बेंगलुरु पहुंचे हैं। उनकी यह यात्रा 2 से 3 सितंबर तक है। जर्मन विदेश मंत्री वाडेफुल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का दौरा करेंगे। बुधवार को वाडेफुल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मिलेंगें और उनके साथ कई उच्च-स्तरीय बैठकें की होंगीं । इन बैठकों में उम्मीद है कि व्यापार, सुरक्षा, हरित ऊर्जा, डिजिटल परिवर्तन और वैश्विक शासन जैसे मुख्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। उनसे मिलने के बाद वे दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट करेंगे और उसी दिन वह देश से लौट जाएंगे। आपको बता दें कि जर्मन विदेश मंत्री वाडेफुल ने अपनी यात्रा से पहले, भारत-प्रशांत क्षेत्र और वैश्विक मंच पर एक प्रमुख भागीदार के रूप में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका का ज़िक्र किया था। सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर वाडेफुल ने जर्मनी और भारत के बीच घनिष्ठ राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया था। भारत को ‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया वाडेफुल ने भारत को ‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया है। वाडेफुल ने जर्मनी और भारत के बीच आपसी संबंधों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सहयोग से लेकर इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और स्किल्ड वर्कफोर्स भर्ती जैसे क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक साझेदारी को विस्तार देने की बहुत सी संभावनाएं हैं। अंतरराष्ट्रीय शांति व स्थिरता के लिए मिलकर काम करना चाहिए वाडेफुल ने कहा कि भारत और जर्मनी को अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश और सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर बहुत प्रभावशाली हो रही है, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र परे भी सुनी जाती है। विदेश मंत्रालय के अनुसार विदेश मंत्रालय के अनुसार यूरोप में भारत के सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक जर्मनी है। वर्ष 2000 से ही भारत और जर्मनी ने एक 'रणनीतिक साझेदारी' बनाए रखी है। 2011 में अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) की शुरुआत के बाद से यह और भी मजबूत हुआ है। सहयोग की समीक्षा को आईजीसी अधिक सक्षम बनाता है और मंत्रिमंडल स्तर पर जुड़ाव के नए अवसरों की पहचान करता है। भारत उन खास देशों में शामिल है जिनके साथ जर्मनी का ऐसा कम्युनिकेशन सिस्टम है।
PM नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को दिल्ली के यशोभूमि में सेमीकॉन इंडिया 2025 का शुभारंभ किया। यह 2-4 सितंबर तक आयोजित किया जायेगा। इस तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य भारत में एक मजबूत और टिकाऊ सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने का है। इस सम्मेलन में 33 देशों की करीब 350 से अधिक कंपनियों के शामिल होने की खबर है। इसका आयोजन जो है वो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत भारत सेमीकंडक्टर मिशन और वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग संघ सेमी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। अभी तक, सेमीकॉन इंडिया के 3 कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इस सम्मलेन में कई कंपनियों के CEO के भी शामिल होने की सूचना है। अनुमान है कि प्रधानमंत्री मोदी कल बुधवार 3 सितंबर को भी इस सम्मेलन में भाग लेंगें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हर तरफ उत्साह दिख रहा है। उन्होंने कहा कि भारत जिस तेजी के साथ विकास कर रहा है, उससे लग रहा है कि भारत बहुत जल्द तीसरी अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है। 2021 में शुरू हुआ था मिशन इसका पहला कार्यक्रम 2022 (बेंगलुरु), दूसरा 2023 (गांधीनगर) और तीसरा 2024 (ग्रेटर नोएडा) में आयोजित किया गया था। अश्विनी वैष्णव ने कहा अश्विनी वैष्णव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दुनिया भारत की तरफ देख रही है। अब पांच सेमीकंडक्टर इकाइयों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है। वैश्विक उथल-पुथल की वजह से भारी अनिश्चितता आई है और इस अशांत समय में, भारत स्थिरता और विकास के प्रकाश स्तंभ की तरह खड़ा है। ऐसे समय में भारत की नीतियां स्थिर हैं और सभी को इसीलिए भारत आना चाहिए। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा इस सम्मलेन में PM मोदी को विक्रम 32-बिट प्रोसेसर और 4 स्वीकृत परियोजनाओं के परीक्षण चिप भेंट दी गई। आपको बता दें कि विक्रम 32-बिट प्रोसेसर पहला पूर्ण रूप से मेक-इन-इंडिया 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है। यह प्रोसेसर प्रक्षेपण यानों की कठोर पर्यावरणीय परिस्थितियों में इस्तेमाल ले लिए उपयोगी है। इस चिप को इसरो सेमी-कंडक्टर लैब ने विकसित किया है। मोदी ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट इस सम्मेलन को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है कि मंगलवार 2 सितंबर को सुबह 10 बजे सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्घाटन होगा। उन्होंने कहा कि यह मंच सेमीकंडक्टर जगत के अग्रणी स्टेकहोल्डर्स को एक साथ लाने वाला है। मोदी ने यह भी कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत की हाल की प्रगति बहुत ही उल्लेखनीय रही है। यह जो सम्मेलन है वो सेमीकंडक्टर फ़ैब्रिक्स, उन्नत पैकेजिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अनुसंधान और निवेश जैसे प्रमुख विषयों पर फोकस रहेगा। सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य इसमें सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की प्रगति, सेमीकंडक्टर फैब और उन्नत पैकेजिंग परियोजनाएं, बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्मार्ट विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में नवाचार, निवेश के अवसर, राज्य स्तरीय नीति कार्यान्वयन आदि पर सेशन किये जायेंगें। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के अग्रणी, इन्नोवेटर , शिक्षा जगत, सरकार और कई स्टेकहोल्डर्स आदि सभी को एक साथ लाने का प्रयास है ताकि प्रौद्योगिकी प्रगति को बढ़ावा मिल सके। 2021 में भारत सेमीकंडक्टर मिशन की शुरुआत के बाद से, सिर्फ 4 साल में, भारत ने सेमीकंडक्टर यात्रा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा प्रगति की है। इन क्षेत्र में उन्नति के लिए सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये की उत्पादन-आधारित इंसेंटिव स्कीम की घोषणा की है। इसमें से करीब 65,000 करोड़ रुपये पहले ही दिए जा चुके हैं। सेमीकॉन इंडिया 2025 के जरिये भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम में अपनी पुनर्परिभाषित भूमिका को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है। इसमें लगभग 350 प्रदर्शक, 15,000 से अधिक अपेक्षित आगंतुक, 6 देश गोलमेज सम्मेलन, 4 देश मंडप और 9 भारतीय राज्यों की भागीदारी होने जा रही है। जो सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों के लिए दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा मंच प्रदान करने जा रहा है। इस सम्मलेन में भारत की सेमीकंडक्टर प्रगति पर चर्चा की जाएगी। इसमें उच्च-मात्रा फैब्स, उन्नत पैकेजिंग, कम्पाउंड सेमीकंडक्टर, ओएसएटी और अनुसंधान और स्टार्ट-अप के लिए सरकारी समर्थन सहित 10 एप्रूव्ड स्ट्रेटेजिक प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया जाएगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) में जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में सितंबर 2025 में अधिकांश क्षेत्रों में इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की सम्भावना है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई क्षेत्रों में ज्यादा अच्छी बारिश हो सकती है। IMD ने रविवार को जानकारी दिया है कि सितंबर में मासिक औसत बारिश 167.9 मिलीमीटर के दीर्घकालिक औसत से 109 % से अधिक होने का अनुमान है। इन राज्यों के जनजीवन होंगें प्रभावित IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने जानकारी दी है कि भारी बारिश के चलते सितंबर में उत्तराखंड में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ सकती है। उत्तराखंड से कई नदियां निकलती हैं जो भारी बारिश के चलते उफान पर होंगी और इसका असर निचले क्षेत्रों के शहरों और गांव पर भी पड़ेगा। इसलिए दक्षिणी हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में भी इससे आम जनजीवन प्रभावित होने की सम्भावना है। महापात्र ने यह भी कहा कि राजस्थान से मानसून वापसी की जो सामान्य तिथि होती है वो एक सितंबर से होती है, लेकिन अब यह बदलकर 17 सितंबर हो गई है। उन्होंने कहा है कि इन दिनों सावधानी बरतें और सतर्क रहें। पंजाब व हिमालयी राज्यों में आई भीषण बाढ़ पंजाब में इस बार दशकों बाद सबसे भीषण बाढ़ देखने को मिली है। इस बाढ़ कि वजह से नदियां उफान पर, नहरें टूट गईं और साथ ही हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गईं। इस भीषण बाढ़ से लाखों लोग अपने घर से विस्थापित हो गए। हिमालयी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तथा जम्मू कश्मीर में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ कि वजह से भूस्खलन हुआ तथा भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। IMD ने इस अतिरिक्त बारिश कि वजह सक्रिय मानसून को बताया है। जून-अगस्त में कितनी हुई बारिश IMD के आंकड़े के मुताबिक, 1 जून से 31 अगस्त के बीच भारत में 743.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह 700.7 मिलीमीटर की दीर्घकालिक औसत से लगभग 6 % अधिक है। जून में 180 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से करीब 9 % ज्यादा थी। इस मानसून में नार्मल से ज़्यादा बारिश महापात्र ने बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत में अगस्त में 265 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो 2001 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक बारिश है। इस क्षेत्र में अब तक मानसून के तीनों महीनों में नार्मल से ज़्यादा वर्षा हुई है। इस इलाके में 1 जून-31 अगस्त तक 614.2 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य 484.9 मिलीमीटर से करीब 27 % अधिक है। IMD के अनुसार, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में अगस्त में 250.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य से करीब 31 % ज्यादा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों का जायज़ा लिया। शाह रविवार रात को बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों की समीक्षा के लिए जम्मू पहुंचे थे। उन्होंने बिक्रम चौक के नज़दीक तवी पुल पर जाकर नदी के किनारे जो भी नुकसान हुआ है उसका भी जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक वह जिले के सबसे अधिक प्रभावित गांव मंगुचक्क भी जाएंगे। साथ ही आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया जा सकता है। इस दौरान वहां गृह मंत्री के साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे। इसके अलावा, अमित शाह राजभवन में 2 अलग-अलग बैठकों की अध्यक्षता भी कएने वाले हैं। इन बैठक में बाढ़ राहत कार्यों पर और साथ ही बाढ़ से सीमा सुरक्षा में आई बाधाओं के मुद्दे पर भी बात होगी। जानकारी के अनुसार 14 अगस्त से अब तक किश्तवाड़, कठुआ, रियासी और रामबन जिलों में बादल फटने, भूस्खलन तथा अचानक आई बाढ़ कि वजह से करीब 130 लोगों की मौत हो हुई है, वहीं 33 लोग लापता हैं। आपको बता दें कि 26 और 27 अगस्त को रिकॉर्ड बारिश हुई। इससे जम्मू और अन्य मैदानी क्षेत्रों में भारी बाढ़ आ गई। इस वजह से यहां बुनियादी ढांचे को बहुत नुकसान हुआ है। मृतकों में 34 श्रद्धालु भी शामिल थे, जो 26 अगस्त को माता वैष्णो देवी कि यात्रा पर थे और इस दौरान वे भूस्खलन की चपेट में आ गए। 14 अगस्त को चिशोती में बादल फटने से 65 लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल, जबकि 32 लोग लापता हो गए थे। इन मृतकों में अधिकांश मचैल माता की यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु थे। शाह का यह दूसरा दौरा शाह का पिछले तीन महीनों में जम्मू का यह दूसरा दौरा है। पिछलेवार 29 मई को वे यहां तब पहुंचे थे जब भारत की सेना ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सीमा पार आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे। आपको बता दें कि 24 अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जम्मू कि यात्रा की थी। वे किश्तवाड़ जिले के चिसोटी गांव में बादल फटने के बाद यहां की स्थिति का निरिक्षण करने पहुंचे थे पर खराब मौसम और पडर उपखंड में भूस्खलन होने कि वजह से वे गांव तक पहुंच नहीं पाए थे।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने सोमवार को आगामी ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में प्राइज मनी को लेकर घोषणा की है कि विजेता टीम को अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि दी जाएगी। अगला ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का टूर्नामेंट 30 सितंबर से 2 नवंबर तक खेला जाना है, जिसका शुरूआती मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी में होगा। इस बार पांच जगहों- गुवाहाटी, इंदौर, नवी मुंबई, विशाखापट्टनम और कोलंबो (श्रीलंका) पर मैच खेले जाएंगे। ICC ने कहा कि यह बदलाव इसीलिए किया गया है ताकि महिला खिलाड़ियों और प्रशंसकों को अधिक प्रेरणा मिले और साथ ही इससे महिला क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद होगा। पुरुषों के वनडे विश्व कप 2023 प्राइज मनी से भी ज्यादा ICC ने इस बार महिला विश्व कप की कुल प्राइज मनी को 13.88 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि कि लगभग 115 करोड़ रुपये तय किया है। यह पिछले बार की तुलना में 239 % ज्यादा है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि महिलाओं का अब जो प्राइज मनी है वो, पुरुषों के वनडे विश्व कप 2023 से भी ज्यादा है। 2023 में पुरुषों के वनडे वर्ल्ड कप की विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया को 33.31 करोड़ रुपये मिले थे, जबकी उपविजेता भारत को 16.65 करोड़ रुपये मिले थे। इस बार विजेता टीम को 4.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि करीब 39 करोड़ रुपये मिलेंगे, जो पिछले बार की इनामी राशि 1.32 मिलियन डॉलर यानी 11.65 करोड़ रुपये से लगभग चार गुना अधिक है। रनर-अप और सेमीफाइनलिस्ट को भी बड़ी राशि जो उपविजेता होंगें उन्हें भी 2.24 मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि दी जाएगी। साथ ही सेमीफाइनल में हारने वाली दोनों टीमों में प्रत्येक को 1.12 मिलियन अमेरिकी डॉलर दिए जायेंगें। यह पिछली बार की तुलना में तीन गुना अधिक है।
अफगानिस्तान में 31 अगस्त रविवार को देर रात भूकंप आया जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहर में आए इस भूकंप की तीव्रता 6.0 दर्ज़ की गई है जिससे वहां जान-माल की बड़ी क्षति होने की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने बताया है कि इस भूकंप की वजह से 622 लोग मारे गए हैं,वहीं हजारों घायल हैं। ऐसी खबर है कि मौतें और चोटें मुख्य रूप से जालालाबाद और आसपास के क्षेत्रों में हुईं हैं। नंगरहार इलाके में कई गांव मलबे का ढेर में तब्दील हो गए हैं क्यों यहां ज्यादातर मकान मिटटी के हैं। अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान के अनुसार, तालिबान सरकार ने हेलीकॉप्टरों से लोगों को बचने के लिए रेस्क्यू किया गया है। पड़ोसी राज्यों से भी बचाव टीमें कुनार और नंगरहार पहुंचीं हैं, जहां लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र (UN) की टीम भी भूकंप से पीड़ित लोगों के लिए भोजन-पानी और मेडिकल मदद लेकर पहुंची है। केंद्र और तीव्रता अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने इस भूकंप की तीव्रता 6.0 तीव्रता का बताया है। यह भूकंप रविवार देर रात 11:47 बजे आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जो था वह जालालाबाद शहर से 27 किलोमीटर पूर्व में था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। तालिबान सरकार ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन दुर्गम क्षेत्रों में पहुंच मुश्किल होने कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अफगानिस्तान में बार-बार भूकंप क्यों अफगानिस्तान हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में पड़ता है और यहां टेक्टॉनिक्स प्लेट का सक्रिय जोन है। आपको बता दें कि यहां यूरोएशियन प्लेट, अरबियन प्लेट और इंडियन प्लेट के आपस में टकराने से यहां अक्सर भूकंप आते ही रहते हैं। साल में 100 से भी ज्यादा भूकंप आते हैं। यहां यह देखा गया है कि इंडियन प्लेट का यूरोएशियन प्लेट से टकराव 39 मिमी/वर्ष की रफ्तार से होता है। पिछले 10 सालों में 300 किमी के दायरे में 10 भूकंप ऐसे आए जिनकी तीव्रता 6.0 से ऊपर थी। 2015 में यहां सबसे घातक भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 7.5 दर्ज़ की गई थी।2023 में भी भयंकर भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 6.3 मापी गई थी जिसमें करीब 1,500 मौतें हुई थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा शुरू की गई वोटर अधिकार यात्रा का आज अंतिम दिन है। आज बिहार की राजधानी पटना में इसका समापन होने जा रहा है। इस वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत 17 अगस्त से बिहार में SIR और कथित वोट चोरी के खिलाफ की गई थी। इस यात्रा में महागठबंधन भी अपना समर्थन देने शामिल हुए। 30 अगस्त को आरा में इस यात्रा का अंतिम पड़ाव पूर्ण हुआ था। आपको बता दें कि इसके समापन के लिए पटना में आज पदयात्रा की जाएगी जो गांधी मैदान से शुरू होेकर पटना हाईकोर्ट के समीप अंबेडकर मूर्ति तक की जाएगी। गठबंधन के नेता गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर दोपहर करीब 12:30 बजे के बाद जनसभा करेंगें। राहुल गांधी ने इस यात्रा को 'गांधी से अंबेडकर' तक नाम दिया है। बिहार में पहली बार कांग्रेस के नेतृत्व में नेशनल लेवल पर बने गठबंधन- इंडिया में इतना जोश देखा जा रहा है। वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर पूरा विपक्ष पटना पहुंच रहे हैं वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दिन पटना में गठबंधन- इंडिया की ताकत दिखाने के लिए देशभर से तमाम बड़े नेताओं को बुलाया गया है। इस यात्रा के समापन के दिन राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, लालू यादव, दीपांकर भट्टाचार्य, मुकेश सहनी, हेमंत सोरेन, अशोक गहलोत, संजय राउत और सुप्रिया सुले सहित तमाम बड़े नेता शामिल होने जा रहे हैं। पुरे पटना में इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं के बैनर और पोस्टरों लगाए गए हैं। कांग्रेस ने कहा बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव इस यात्रा में पहले दिन से ही राहुल गांधी के साथ खड़े दिख रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा एक जन क्रांति बन चुकी है। इस यात्रा से बिहार को अपने अधिकारों के लिए लड़ने का हौसला मिला है और 'वोट चोरी' के खिलाफ खुली लड़ाई की शुरुआत की। कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा को जनता का पूरा समर्थन मिला। इसका उद्देश्य मतदाताओं को उनके मताधिकारों के प्रति जागरूक करना था। उनका मानना है कि इसमें कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से सफल रही। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 'मतदाता अधिकार यात्रा' को लेकर कहा कि यह मामला सिर्फ बिहार तक ही सीमित नहीं, बल्कि पुरे देश के मतदाता के मताधिकार से जुड़ा है। उन्होंने NDA पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों से उन चुनावों में भी जहां कांग्रेस की जीत के आसार होते हैं, वहां वोट चोरी कर सत्ता हासिल कर ली जा रही है। इस यात्रा में शामिल माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज यात्रा का समापन जरूर है, पर मतदाताओं के अधिकार के लिए हमारी लड़ाई जो है वो जारी रहेगी। भाजपा ने कहा भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कांग्रेस की 'मतदाता अधिकार यात्रा' को सिर्फ राजनीति करना बताया है। चुनाव आयोग विपक्ष के एक-एक सवाल पर जवाब दे रहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या रोहिंग्या या विदेशी घुसपैठिए भी वोटर लिस्ट में शामिल होंगे? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को पूरे देश की वोटर लिस्ट की जांच करनी चाहिए ताकि ऐसी गड़बड़ियों को ख़त्म किया जा सके। छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि देश की जनता बहुत समझदार है और इन यात्राओं से उनपर कोई असर नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि एक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माता के लिए अपशब्द बोलने वाले कांग्रेस को लगता है कि जनता इससे प्रशन्न होगी, पर आमजनता ऐसे व्यवहारों को पसंद नहीं करती।
देश में महीना बदलते ही कई नियमों में बदलाव किये जाते हैं जो हमारे रोजमर्रा की जिंदगी पाए असर डालते हैं। हर महीने की तरह कल सितंबर महीने के शुरू होते ही कई वित्तीय बदलाव होंगें। इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा और इससे आपके जो मंथली बजट हैं वो भी प्रभावित हो सकते हैं। 1 सिंतबर से बदले जायेंगे ये 5 नियम GST में बदलाव प्रधान मंत्री मोदी ऐलान किया था कि जल्द ही जीएसटी (GST) में बदलाव किए जायेंगें। अब केवल दो स्लैब 5% और 12% रहेंगें। आपको बता दें कि इसके लिए 3-4 सितंबर 2025 को जीएसटी काउंसिल की बैठक भी होने जा रही है। ऐसा अनुमान है कि जीएसटी स्लैब को लेकर एक बड़ा फैसला आ सकता है। भारतीय डाक सेवा स्पीड पोस्ट में मर्ज 1 सितंबर से भारतीय डाक सर्विस को स्पीड पोस्ट में मर्ज किया जायेगा। आप अब डाक से कुछ भी भेजेंगे तो वह स्पीड पोस्ट के जरिए जाएगा। LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव गैस सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव किए जायेगें। पिछले महीने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 33.50 रुपये कम हुआ था। ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में भी कुछ राहत मिलेगी । SBI क्रेडिट कार्ड पर बदले नियम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने क्रेडिट कार्ड पर कुछ बदलाव किए हैं जो क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को प्रभावित कर सकता है। आपको बता दें कि अब लाइफस्टाइल होम सेंटर SBI कार्ड पर रिवॉर्ड सिस्टम समाप्त कर दिया है। साथ ही कार्ड से पेमेंट करने पर चार्ज बढ़ सकती है। चांदी की खरीदारी में ये नियम लागू 1 सितंबर से चांदी पर हॉलमार्किंग लागू की जा सकती है। इससे लोगों को चांदी की शुद्धता और गुणवत्ता पहचानने में आसानी होगी। इससे अब चांदी में निवेश और आभूषणों की खरीद पर ज्यादा पारदर्शिता आएगी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड BCCI अगले टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले MS Dhoni को एक बड़ी जिम्मेदारी देने का प्लान कर रहा है। ऐसी खबर है कि टीम इंडिया को वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी दिलाने वाले कप्तान MS Dhoni को BCCI अगले टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का मेंटर के रूप में चुन सकता है। टी20 वर्ल्ड चैंपियन कप्तान MS Dhoni सबसे पहला टी20 वर्ल्ड कप 2007 में खेला गया। इसमें भारत ने पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। उसके बाद 2014 में टीम इंडिया ने MS Dhoni की कप्तानी में ही टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था, हालांकि इसमें टीम इंडिया को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। पहले भी थे मेंटर BCCI द्वारा टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भी MS Dhoni को टीम इंडिया का मेंटर नियुक्त किया गया था। इस बार जानकारी यह है कि BCCI टीम के भविष्य को देखते हुए उन्हें लंबे समय के लिए मेंटर नियुक्त करना चाहता है। पर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या धोनी इसके लिए तैयार होंगे? मुख्य कोच गौतम गंभीर का कहना आपको बता दें कि गंभीर धोनी की कप्तानी में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप टीम के भी सदस्य रह चुके हैं, जिसमें टीम इंडिया ने जीता था। गंभीर का कहना है कि जब पूरी टीम एकजुट होकर खेलती है तभी सफलता संभव होती है। ऐसे में क्या गंभीर धोनी को अपने से ऊपर रखना चाहेंगें? वैसे हाल के दिनों में एक कार्यक्रम में धोनी और गंभीर दोनों एक साथ दिखाई देने का वीडियो सोशल मीडिया पर था। इसमें दोनों एक साथ खुश नज़र आ रहे थे। IPL 2026 में खेलना स्पष्ट नहीं आपको बता दें कि 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर्मेंट की घोषणा करने वाले धोनी अभी IPL में खेल रहे हैं। लेकिन आगे यह देखना होगा कि वह IPL 2026 में खेलेंगे या नहीं। MS Dhoni का करियर MS Dhoni ने अपने क्रिकेट के करियर में इंडिया के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में 4876 रन बनाए हैं जिसमें 6 शतक और 53 अर्धशतक लगाए हैं। इनमें उनका सर्वोच्च स्कोर 224 है। धोनी ने वनडे क्रिकेट में 10 शतक और 73 अर्धशतकों के साथ कुल 10773 रन बनाए, जबकि टी20 फॉर्मेट में 1617 रन बनाए हैं। IPL में अभी तक वे 278 मैच खेले जिसमें 24 अर्धशतक के साथ कुल 5439 रन बनाए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने चीन के तिआनजिन पहुँचें हैं। इस SCO शिखर सम्मेलन से पहले ही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई और यह लगभग 1 घंटे चली। प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन में रहेंगें। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी का यह चीन यात्रा 7 साल बाद हो रहा है। साथ ही मोदी की शी जिनपिंग से पिछली मुलाकात ब्रिक्स 2024 सम्मेलन रूस (कजान) में हुई थी। 2020 की गलवान झड़प के बाद पहली बार दोनों देशों ने सीमा और व्यापार से जुड़े मामलों पर सहमति बनाई है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि आर्थिक दबाव और वैश्विक हालात ने दोनों को साथ आने पर मजबूर किया है। इस बैठक में मोदी ने सीमा पर शांति और स्थिरता, आपसी सहयोग और संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी अपनी 4 दिवसीय यात्रा पर चीन पहुँचे हैं। पुतिन सर्वप्रथम चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच तिआनजिन में चल रही बातचीत अब ख़त्म हो गई है। इस मुलाकात में शी जिनपिंग ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से दोबारा मिलकर बहुत खुशी हुई। आपको बता दें कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ NSA अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री, चीन में भारत के राजदूत प्रदीप रावत, जॉइंट सेक्रेटरी (ईस्ट एशिया) गौरांग लाल दास और पीएमओ से अतिरिक्त सचिव दीपक मित्तल उपस्थित थे। वहीं, शी जिनपिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी, प्रधानमंत्री ली कियांग, डायरेक्टर जनरल ऑफिस कैई ची और भारत में चीन के राजदूत शू फेहोंग भी उपस्थित रहे। शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि "सीमा प्रबंधन को लेकर हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच समझौता हो गया है। कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू की गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी बहाल हो रही हैं। हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े हैं। इससे पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" जिनपिंग ने कहा -ड्रैगन और हाथी साथ आने की जरूरत शी जिनपिंग ने कहा, "इस साल चीन-भारत राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है। उन्होंने कहा कि, 'दुनिया परिवर्तन की ओर बढ़ रही है। चीन और भारत दो सबसे प्राचीन सभ्यताएं हैं। हम दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाले दो देश हैं और ग्लोबल साउथ का हिस्सा भी हैं। ऐसे में हमारा मित्र होना, अच्छे पड़ोसी बनना और ड्रैगन व हाथी का एक साथ आना बेहद जरूरी है।' दोनों देशों के लिए यह जरुरी है कि हम अच्छे पड़ोसी बनें, साझेदार बनें जो एक-दूसरे की सफलता में मददगार हों और ड्रैगन और हाथी एक साथ आएं। इन मुद्दों पर सहमति 5 साल बाद भारत-चीन के बीच सीधी उड़ानें शुरू हुई हैं। भारत-चीन के बीच सीमा प्रबंधन पर सहमति बनी है। चीन ने भारत को रेयर अर्थ मिनरल्स बेचने तथा खाद-मशीनरी सप्लाई करने का आश्वाशन दिया है। साथ ही नाथु ला दर्रे से बॉर्डर ट्रेड फिर से शुरू करने के लिए भी चर्चा हुई। चीन ने भारत के श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर जाने की स्वीकृति दे दी है। पत्रकारों और पर्यटकों के लिए वीजा नियम को भी पहले से आसान किए गए हैं। SCO और BRICS संगठनों में भारत और चीन दोनों देश मल्टीपोलर वर्ल्ड ऑर्डर का समर्थन दे रहे हैं। चीन के साथ द्विपक्षीय बैठक खास क्यों लेकिन मोदी-शी की इस मुलाकात को खास मानी जा रही है और वह इसलिए क्योंकि गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद मोदी का यह पहला चीन यात्रा है। साथ ही हाल के दिनों में ट्रंप का भारत पर 50 % टैरिफ लगाने की वजह से अमेरिका और भारत के रिश्तों में तनाव आया है और इस समस्या से निपटने के लिए नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं। भारत और चीन दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें शुरू हुईं, बॉर्डर ट्रेड पर बातचीत हुई और साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा भी शुरू हुई। पूरी दुनिया कि नज़र इस समिट पर आपको बता दें कि गलवान में हुई झड़प के बाद मोदी का यह पहला चीन यात्रा है। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, प्रधान मंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और चीन के बीच तनाव को कम करने और द्विपक्षीय बातचीत को बढ़ावा देने के लिए बड़ा अवसर साबित हो सकता है। ट्रम्प ने SCO देशों पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाया है और ऐसे संकट के समय में यह उन देशों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है जो ट्रम्प के इस टैरिफ दबाव के खिलाफ एक साथ साझा मंच पर खड़े होने में जुटे हैं। इस समिट के जरिये ये SCO देश अमेरिका के नेतृत्व वाले ग्लोबल ऑर्डर का विकल्प के रूप में ऑप्शनल पावर बनने की कोशिश है। इस बार के समिट में केवल SCO सदस्य ही नहीं, बल्कि ऑब्जर्वर और पार्टनर देशों सहित 20 से ज्यादा देशों के नेता शामिल हो रहे हैं। इस सम्मलेन के जरिये यह भी संदेश देने की कोशिश होगी की जाएगी कि जो अमेरिकी की कोशिशें हैं-चीन, रूस, ईरान और अब भारत को अलग-थलग करने की, वो व्यर्थ रही हैं।
भारत के पूर्व रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर उर्जित पटेल को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में एक बड़ा पद मिला है। उन्हें 3 साल के लिए IMF में कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है। वे अब IMF की कार्यकारी बोर्ड की बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। उर्जित पटेल यहां भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान के ग्रुप का नेतृत्व करेंगे। पटेल साल 2016 में RBI के 24वें गवर्नर बने थे जबकि 2018 में, कुछ व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया था। आपको बता दें कि इस बोर्ड में IMF के 24 कार्यकारी निदेशक होते हैं। ये कार्यकारी निदेशक संस्था के रोजमर्रा के कार्यों पर नजर बनाये रहते हैं और इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण फैसले लेते हैं। उर्जित पटेल ने येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एम.फिल. और लंदन विश्वविद्यालय से बी.एस.सी. की डिग्री हासिल की है। उनकी भूमिकाएं उर्जित पटेल IMF में 5 साल तक काम किया है। पहले वाशिंगटन डी.सी. और फिर 1992 में दिल्ली में IMF के उप-निवासी प्रतिनिधि के तौर पर उन्होंने कार्य किया। RBI गवर्नर से पहले, वह RBI के डिप्टी गवर्नर भी रहे हैं, जहां उन्होंने मौद्रिक नीति और शोध जैसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभाले। 1998 से 2001 तक वे वित्त मंत्रालय में सलाहकार भी रह चुके हैं। वे रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईडीएफसी लिमिटेड, एमसीएक्स लिमिटेड और गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम समेत सरकारी और प्राइवेट क्षेत्रों में भी काम कर चुके हैं। यह नियुक्ति महत्वपूर्ण क्यों यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब भारत ने पाकिस्तान के लिए IMF के बेलआउट कार्यक्रमों का लगातार विरोध किया है और चिंता जाहिर की है कि इस्लामाबाद इस धन का उपयोग युद्ध और सीमा पार आतंकवाद को बढ़ाने के लिए कर सकता है। आपको बता दें कि हाल ही में, IMF बोर्ड ने एक मौजूदा बहु-वर्षीय कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का ऋण देने के लिए सहमति दी थी।
बिहार में कांग्रेस और राजद की संयुक्त रैली में प्रधान मंत्री मोदी और उनकी मां के लिए कथित तौर पर अपशब्दों का उपयोग किए जाने पर शुक्रवार को पटना में एक बड़ा हंगामा हो गया। आपको बता दें कि मोदी और उनकी मां के लिए आपत्तिजनक भाषा के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता पटना में कांग्रेस कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। तब कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे आकर भिड़ गए। इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच लाठियां डंडे चलने लगे और जल्द ही यह हिंसक झड़प में परिवर्तित हो गया। इस झड़प में दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। बीजेपी का आरोप बीजेपी ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पथराव किया, लाठियां चलाईं और ईंट-पत्थर फेंकें। BJP ने कहा कि PM का अपमान किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस का आरोप कांग्रेस ने इस झड़प लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ करने की कोशिश की और साथ ही उन्होंने लाठियां चलाईं व ईंट-पत्थर भी फेंके। मौके पर पुलिस ने संभाला मोर्चा इस झड़प के बाद सूचना मिलने पर मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया । मौके पर वाटर कैनन की गाड़ी भी मंगवाई गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले की जांच चल रही है और जल्द ही मामला को दर्ज कर लिया जाएगा। फिर से हिंसा न हो इसके लिए पुलिस ने कार्यालय के बाहर सुरक्षा को बढ़ा दी है ।
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत चुनाव आयोग (ECI) ने प्रदेश के करीब 3 लाख मतदाताओं को नोटिस भेजा है। जानकारी के अनुसार इन लोगों पर ‘संदिग्ध नागरिक’ होने की आशंका जताई जा रही है। आपको बता दें कि सबसे ज्यादा नोटिस सीमा से लगे जिलों में दिए गए हैं जिनमें किशनगंज, पूर्णिया, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया, सहरसा, सुपौल और मधुबनी शामिल हैं। ये नेपाल और बंगाल से सटे वो क्षेत्र हैं जहां नागरिकता और मतदाता सूची से जुड़े मुद्दे अक्सर उठते रहते हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मतदाता सूचि को संशोधित करने के लिए SIR शुरू किया गया। आपको बता दें कि बिहार में SIR की प्रक्रिया 24 जून 2025 से शुरू की गई थी। देश में मतदाता सूची की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर SIR प्रक्रिया होती रहती है । यह प्रक्रिया ECI द्वारा करवायी जाती है। इसके तहत मतदाता सूची में अगर कोई त्रुटि रहती है तो उसे ठीक किया जाता है। योग्य नागरिकों को मतदाता लिस्ट में शामिल किया जाता है और जो योग्य नहीं होते हैं उन्हें मतदाता सूची से हटा दिया जाता है। क्यों भेजा गया नोटिस? SIR ( स्पेशल इंटेंसिव रिविजन) के तहत मतदाता सूची की जांच कि जा रही है जिसमें मतदाता से पहचान और नागरिकता से जुड़े कागजात मांगे जा रहे हैं। ECI के मुताबिक, जिन भी लोगों के डॉक्युमेंट पूरे नहीं हैं या डॉक्यूमेंट्स में गड़बड़ी है, उन्हें संदिग्ध मानकर नोटिस दिया गया है। नोटिस में लिखा हुआ है कि कुछ लोगों के दस्तावेजों में गड़बड़ियां हैं जिससे इस विधानसभा क्षेत्र में उनके मतदाता के रूप में होने पर संदेह होता है। हालांकि ECI ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना सवाल-जवाब के किसी भी वोटर का नाम सूचि से नहीं हटाया जाएगा। बिहार में SIR क्यों किया जा रहा बिहार चुनाव से पहले ECI ने SIR प्रक्रिया को बहुत ही जरूरी माना है। इसके पीछे चुनाव आयोग की दलीलें यह है कि इस राज्य के कुछ जिलें जो सीमा से सटे हैं, वहां दूसरे देश के बहुत से लोग अवैध रूप से रह रहे हैं और वे चुनाव में मतदाता के रूप में शामिल भी होते हैं। इसीलिए इस SIR प्रक्रिया से मतदाता लिस्ट से उन अवैध प्रवासियों को अलग कर दिया जाएगा।
पीएम मोदी 2 दिवसीय दौरे पर जापान पहुंचे हैं। वे 29 और 30 अगस्त को जापान में रहेंगे। प्रधानमंत्री के रूप यह मोदी की 8वीं जापान यात्रा है। जापान में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने पारंपरिक तरीके से गर्मजोशी से नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इस बीच वे प्रवासी भारतीयों से भी मिले। वहां के स्थानीय लोगों ने उनके स्वागत में गायत्री मंत्र का उच्चारण किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम की झलकियां भी पेश कीं। पीएम नरेंद्र मोदी जापानी प्रधानमंत्री इशिबा से मिलेंगें और इस मीटिंग में व्यापार, निवेश, तकनीक, रक्षा सहयोग और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर चर्चा करेंगे। दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी । इस बार पीएम मोदी जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर जापान गए हैं। इस दौरे पर दोनों नेता आपस में विस्तार से चर्चा, कामों की समीक्षा और भविष्य के लिए नए कदमों पर बातचीत करेंगे। भारत पर ट्रम्प के 50% टैरिफ लगाने के बाद पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को मजबूत बनाने के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जापान में किसी सालाना समिट के लिए पिछले बार मोदी 2018 में गए थे । जापान में मोदी बोले आपको बता दें कि वे टोक्यो में भारत-जापान की संयुक्त आर्थिक मंच की बैठक को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने भाषण की शुरुआत में निवेश के लिए भारत को सबसे बेहतर कहा। पीएम मोदी ने कहा कि, " आज भारत में राजनैतिक और आर्थिक स्थिरता है, पॉलिसी में पारदर्शिता है। बहुत जल्द विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने जा रहा है। इस बदलाव के पीछे हमारी रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की अप्रोच है।" क्यों है PM मोदी के दौरे पर पूरी दुनिया की नजर 100 से अधिक MOU's पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के दायरे को और बढ़ाने लिए नया फ्रेमवर्क तैयार करने पर बातचीत हो सकती है। सेमीकंडक्टर, कम्युनिकेशन, क्लीन एनर्जी और मेडिसिन की सप्लाई पर बातचीत संभव। दोनों देश कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसी नई तकनीकों में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया जायेगा। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का भी मौका मिलेगा। पीएम मोदी 30 अगस्त को जापान के मियागी में उस कारखाने का भी दौरा करेंगे, जहां बुलेट ट्रेन के कोच तैयार किया जाता है। मोदी यहां 15वें भारत-जापान वार्षिक समिट में हिस्सा लेंगे।
मिजोरम एक ऐसा राज्य था जहां आज़ादी के 78 साल बाद भी कोई ट्रेन जाती नहीं थी। मिजोरम के लिए यह बहुत ही ऐतिहासिक मौका है कि आज़ादी के इतने साल के बाद मिजोरम की राजधानी आइजोल रेलवे नक्शे पर आएगी। यहां रेलवे लाइन बिछा दी गईं हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर 2025 को बैराबी–सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे। इसे नॉर्थ ईस्ट के सामाजिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर बताया जा रहा है। इस परियोजना के बाद पूर्वोत्तर के अब 4 राजधानियां– अगरतला (त्रिपुरा), ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश), दिसपुर (असम) और अब आइजोल (मिजोरम) सीधे रेलवे से जुड़ चुकी हैं। रेलवे के अनुसार इस लाइन पर कोलकाता, अगरतला और दिल्ली के लिए ट्रेनें चलेंगी जिससे मिजोरम रेलवे लाइन द्वारा दूसरे राज्यों से जुड़ जायेंगें। बैराबी–सैरांग रेलवे लाइन की खासियत यह है कि इसकी कुल लंबाई 51.38 किमी , 4 स्टेशन, ट्रैक स्पीड 110 किमी प्रति घंटा, 48 सुरंग (कुल लंबाई 12.8 किमी) और यह सबसे ऊंचे ब्रिज पर बना है जिसकी ऊंचाई 104 मीटर है। परियोजना का खांका 26 साल पहले तैयार उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय बताते हैं कि इस परियोजना का खांका 26 साल पहले 1999 में तैयार हो गया था। पर घने जंगलों, दुर्गम पहाड़ों और लगातार भारी बारिश की वजह से शुरुआती सर्वे बेहद चैलेंजिंग रहा। इतनी अवधि में बहुत बार सर्वे रिपोर्ट बदली गई। पर 2008–09 में इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिल पाया जिसका शिलान्यास 2014 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया। सफर होगा आसान और सस्ता पहले बैराबी से आइजोल जाने में लगभग 5–6 घंटे लग जाते थे। पर अब 1–1.5 घंटे में ही यह सफर कर पायेगें। इससे आवाजाही सुगम और सस्ता हो पायेगा। यहां के लोग देश के दूसरे हिस्सों से सीधा जुड़ पायेंगें। रेलवे के अनुसार, यहां से दिल्ली, कोलकाता और अगरतला तक सीधी ट्रेनें चलाई जाएंगी। पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा रेलवे की योजना इस रूट में विस्टाडोम ट्रेनें चलाई जाने की है जिससे यात्री रास्ते में मिजोरम की प्राकृतिक सुंदरता का लुफ्त उठा पाएं। यहां रेइक हिल्स, तामदिल झील, वंतावंग झरना, फावंगपुई नेशनल पार्क और डम्पा टाइगर रिजर्व आदि का इस रुट से आनंद ले सकेंगें। इससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा, जिससे यहां के स्थानीय लोगों की आय बढ़ेगी।
बिहार में महागठबंधन द्वारा वोटर अधिकार यात्रा निकाली जा रही है और आज इस यात्रा को 12 दिन हो चुके हैं। राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव और पप्पू यादव संग आज सुबह सुबह सीतामढ़ी के जानकी मंदिर पहुंचकर माता सीता की पूजा की। उनकी जानकी मंदिर में दर्शन की इच्छा इससे पहले ही थी लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से तब अनुमति नहीं दी थी। बाद में रूट तय हो जाने पर दर्शन की अनुमति दे दी गई। प्रियंका गांधी भी इस मंदिर में दर्शन करना चाहती थीं पर रूट तय न होने की वजह से वे दिल्ली वापस लौट चुकी हैं। जानकी मंदिर में दर्शन और पूजा करने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा को लोग शानदार समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा की यह एक ऐतिहासिक यात्रा है। उन्होंने कामना किया की कि बिहार का विकास हो। उन्होंने कहा कि मां बिहार को लूटने वालों को सबक सिखाएंगी। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, “माता रानी की कृपा सभी पर बनी रहे। हम यहां लोककल्याण मांगने आए हैं। देश और बिहार राज्य की तरक्की हो”। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "आने वाले दिनों में हम आपको बिना किसी संदेह के साबित कर देंगे कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह और मुख्य चुनाव आयुक्त वोट चुरा रहे हैं। हम आपको अगले छह महीनों में बताएंगे कि उन्होंने लोकसभा और विधानसभा में चोरी का एक मॉडल विकसित किया है, जिसे उन्होंने गुजरात मॉडल का नाम दिया है। बिहार के युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिखाएंगे कि कैसे 'वोट चोरी' को खत्म किया जाएगा।" वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से आरम्भ हुआ था। इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के दूसरे नेता भी साथ हैं। बुधवार को राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी पहुंची। बिहार की सियासी जंग को जितने के लिए हर पार्टी जोर शोर से कोशिश में लगी है। ऐसे में मां सीता के जन्म स्थान सीतामढ़ी इन दिनों राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जहां हिन्दुओं को साधने के लिए जहां अमित शाह और नीतीश कुमार ने पुनौरा धाम में मां सीता मंदिर की आधारशिला रखी थी, वहीं 'वोट अधिकार यात्रा' जब सीतामढ़ी पहुंची तो राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इस मंदिर में माथा टेका है। इस तरह यह कयास लगाए जा रहे हैं कि हर नेता मां सीता के हवाले से अपनी अपनी सियासी समीकरण साधने में लगा हुए हैं।
क्रिकेट के गलियारों में कई दिनों से मोहम्मद शमी के रिटायरमेंट को लेकर काफी चर्चाएं हो रहीं थीं। हाल ही में शमी से उनके संन्यास को लेकर सवाल पूछे गए। उन्होंने बताया है कि अभी सन्यास लेने का उनका कोई इरादा नहीं है। मोहम्मद शमी ने न्यूज 24 से रिटायरमेंट के सवाल पर कहा कि, “ अगर किसी को कोई परेशानी है तो मुझे बताए, अगर ऐसा लगता है कि मेरे रिटायरमेंट लेने से उनकी ज़िंदगी बेहतर हो जाएगी, तो बताओ। मैं किसकी ज़िंदगी में पत्थर बन गया हूं जो तुम चाहते हो कि मैं रिटायर हो जाऊं? जिस दिन मैं बोर हो जाऊँगा, मैं खेल छोड़ दूंगा। आप मुझे मत चुनिए, लेकिन मैं कड़ी मेहनत करता रहूँगा। आप मुझे इंटरनेशनल क्रिकेट में मत चुनिए, मैं घरेलू क्रिकेट खेलूँगा। मैं कहीं न कहीं खेलता रहूँगा। रिटायर होने के फ़ैसले आपको तब लेने पड़ते हैं जब आप बोर होने लगते हैं। अभी मेरे लिए वो समय नहीं है।" उनका सपना वर्ल्ड कप को जीतना शमी ने आगे कहा,"मेरा बस एक ही सपना बचा है, वो है वनडे वर्ल्ड कप जीतना। मैं उस टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं और ऐसा प्रदर्शन करना चाहता हूं जो वनडे वर्ल्ड कप जीतकर घर ले आए। 2023 में हम बहुत करीब थे। हमें एक आभास था, लेकिन हमें एक डर भी था कि हम लगातार जीत रहे हैं, और वो नॉकआउट स्टेज था। थोड़ा डर तो था लेकिन फैंस के उत्साह और विश्वास ने हमें प्रेरित किया। ये एक ऐसा सपना था जो पूरा हो सकता था, लेकिन शायद मेरी किस्मत में नहीं थी।" आपको बता दें कि इस साल मार्च में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में मोहम्मद शमी का अहम योगदान था, वह 9 विकेट के साथ टूर्नामेंट में संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने थे। इसके बाद उन्होंने इंडिया के लिए कोई भी मैच नहीं खेला। हालांकि हाल में हुए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया में मोहम्मद शमी को नजरअंदाज कर दिया गया और IPL 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद से लिए खेलते हुए उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं था। इसके साथ ही 2023 वर्ल्ड कप में लगी चोट कि वजह से शमी लंबे समय टीम से बाहर थे। अटकलें ये भी लगाई जा रहीं हैं कि 34 साल की उम्र में एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में वापसी करना मोहम्मद शमी के लिए आसान तो नहीं है।
गणेश चतुर्थी हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है जो चतुर्थी भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर, अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है। यह पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों, दुकानों आदि में गणपति जी (बप्पा) की प्रतिमा स्थापित करते हैं और उनकी पूजा अर्चना करते हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा का विसर्जन कर दिया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार 10 दिनों तक पूजा करना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त से शुरू हो चुका है और 6 सितंबर को समाप्त हो जायेगा। यह उत्सव 10 दिनों तक ही क्यों मनाया जाता है गणेश चतुर्थी पर्व 10 दिनों तक चलता है और इसके पीछे एक पौराणिक कथा है जो महाभारत से जुड़ी है। इसके अनुसार, वेदव्यास जी ने जब भगवान गणेश से महाभारत ग्रंथ लिखने का आग्रह किया तो गणेश जी ने एक शर्त रखी कि वे इसे लिखने के दौरान एक बार भी नहीं रुकेंगे। यदि रुके, तब वे लिखना बंद कर देंगे। वेदव्यास सहमत हो गए और गणेश जी लगातार बिना रुके 10 दिनों तक महाभारत लिखते रहे। तभी से गणेश चतुर्थी उत्सव को 10 दिनों तक मनाए जानें की परंपरा बनीं हुई है। विसर्जन का संदेश गणपति जी की प्रतिमा का विसर्जन जीवन की नश्वरता और प्रकृति से एकात्मता का संदेश देता है। मिट्टी की बनी गणेश मूर्ति का जल में विलीन हो जाना यह दिखाता है कि सभी लोग प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं और एक दिन वापस प्रकृति में ही विलीन हो जाना है। यह भाव लोगों को विनम्र बनाता है और अहंकार से परे होकर जीवन जीने की प्रेरणा देता है।
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पंडोह से औट बीते तीन दिनों से बंद है। हालांकि, सोमवार को यह NH थोड़े समय के लिए खुला था और उस समय यहां से वाहनों की आवाजाही भी हुई थी। लेकिन तेज़ बारिश के चलते यह राजमार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया। बहुत से माल ढोने वाले वाहन तभी से अब तक यहां फंसे पड़े हैं। NH को सबसे अधिक क्षति दवाड़ा में लारजी पावर हाउस के नज़दीक हुआ है। इस जगह पर ब्यास नदी का पानी हाईवे पर आ गया जिसकी वजह से NH काफी क्षतिग्रस्त हो चुका है। वाहन चालक सड़क बंद होने से परेशान चंडीगढ़-मनाली NH के बंद होने के चलते सैकड़ों मालवाहक गाड़ियां यहां फंसे पड़े हैं। इनमें बहुत सी गाड़ियां ऐसी हैं जो पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की मंडियों से फल, सब्जियां तथा जरूरत की दूसरी चीजें कुल्लू-मनाली और लाहौल स्पीति की ओर ले जा रहे थे। पर तीन दिनों से NH बंद होने की वजह से जो फल-सब्जियां गाड़ियों में लदीं हैं वो अब सड़ने लगी हैं। वाहन चालक दवलेंद्र सेन ने कहा कि, "जालंधर से गाड़ी में सब्जी भरी है। कुल्लू के लिए जा रहे हैं। 72 घंटे से फंसे हुए हैं। गाड़ी में भिंडी, गाजर, पपीता, नींबू, घिया समेत कई सब्जियां हैं। अब सब्जियां खराब होने लगी हैं। मंडी जाकर अब सिर्फ गाड़ी खाली होगी, कोई भाड़ा नहीं मिलेगा। यह सोचकर काफी चिंता सताने लगी है"। दूसरे वाहन चालक गुरविंदर सिंह ने कहा कि वे गाड़ी में सेब भरकर लाये हैं। इतने दिन हो गए अब सेब खराब हो रहे हैं। रोड बंद हुए करीब 72 घंटे हो गए हैं। पहले इतने घंटे कभी भी नहीं फंसे रहे, 2 घंटे तक मार्ग बाधित रहता था, फिर यातायात बहाल कर दिया जाता था। वहीं, चालक राज सिंह ने बताया कि वे जालंधर से सब्जी भर के आए हैं। गाड़ी में कुल्लू के लिए सब्जी भरी हुई है। रास्ते की इतनी ज्यादा दिक्कत है कि बता नहीं सकते। पहले इतनी दिक्कत कभी नहीं हुई। यहां फंसे हुए आज 2-3 दिन हो गए हैं। गाड़ी में लोड सब्जियां भी खराब होने लगी हैं। अब उन्हें यह चिंता सता रही है कि भाड़ा कहां से और कैसे देंगे। क्यों कि सब्जियां खराब हो जाएंगी तो भाड़ा भी नहीं मिलेगा। हाईवे को जल्द बहाल की मांग प्रशासन की तरफ से भोजन की व्यवस्था तो हो रही है, लेकिन जो सामान गाड़ियों में लोड है वो खराब हो गया है। इसके चलते वाहन चालकों को इसका भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। उनका कहना है कि उन्हें भाड़ा भी नहीं मिलेगा। चालकों ने कहा कि यहां पहले कभी NH की ऐसी स्थिति नहीं हुई। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि हाईवे को जल्द से जल्द खोला जाना चाहिए। NH को खोलने का कार्य जारी मंडी जिला प्रशासन का कहना है कि, NH को बहाल करने का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है। NHAI और PWD की मशीनरी इसमें लगी हुई है। कोशिश है कि इसे जल्द से जल्द बहाल करके आवाजाही को सुचारू किया जाए। वहीं, मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग को बहाल करने का कार्य भी जारी है।
माता वैष्णो देवी कटरा और जम्मू में तेज़ बारिश और भूस्खलन के चलते बीते कुछ दिनों से रेल सेवा बाधित हो गई थी। इसमें हजारों यात्री फंस गए थे। लेकिन इसी बीच अब एक राहत की खबर सामने आई है। रेलवे ने हालात में सुधार होने के चलते कई ट्रेनों को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। 6 ट्रेनें फिर से शुरू होंगीं उत्तर रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर के मुताबिक, रेल के पटरियों पर पानी और मलबा आ जाने की वजह से कई ट्रेनों को रद्द किया गया था, लेकिन अब यात्रियों की सुविधा के लिए 6 मुख्य ट्रेनों को उनके मूल स्टेशन जम्मूतवी से फिर से शुरू किया गया है। ये 6 ट्रेनें हैं जम्मूतवी-कामाख्या एक्सप्रेस (15656) ट्रेन 27 अगस्त को जम्मूतवी से रवाना होगी। स्वराज एक्सप्रेस (12472 ) ट्रेन जम्मूतवी से बांद्रा टर्मिनस तक और मालवा एक्सप्रेस (12920) ट्रेन अब जम्मूतवी से डॉ. अंबेडकर नगर तक पूरी तरह चलेगी। वहीं जम्मूतवी-संबलपुर जंक्शन एक्सप्रेस (18102 ) ट्रेन अब अमृतसर के बदले जम्मूतवी से और जम्मूतवी-वाराणसी एक्सप्रेस (12238) ट्रेन जालंधर कैंट की जगह जम्मूतवी से चलेगी। आपको बता दें कि अब जम्मूतवी-छपरा विशेष (05194) ट्रेन भी जम्मूतवी से शुरू की जाएगी । यात्रियों के लिए हुआ खास इंतज़ाम रेलवे द्वारा कटरा स्टेशन पर फंसे यात्रियों के लिए खाने-पीने और रहने की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा यात्रियों की सहायता के लिए एक हेल्पडेस्क की व्यवस्था भी की गई है। रेलवे ने कहा है कि टिकट रद्द कराने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा आरम्भ करने से पहले NTES ऐप या भारतीय रेलवे की वेबसाइट पर ट्रेनों की स्थिति अवश्य देख लें।
दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से संन्यास ले लिया है। उन्होंने आज बुधवार को ट्वीट के जरिये इसकी घोषणा की। अश्विन ने अपने IPL करियर की शुरुआत CSK से ही की थी। आपको बता दें कि वे पिछले सीजन में 5 बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा रह चुके हैं। वह IPL 2025 में CSK में शामिल थे पर वे ज्यादा मैच नहीं खेल पाए थे। अश्विन ने अंतिम मैच 20 मई को खेला था। CSK ने अश्विन को मेगा ऑक्शन में 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा था। वैसे अश्विन IPL में CSK के अलावा पंजाब किंग्स, राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स, दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स की टीम का भी हिस्सा रहे हैं और साथ ही वह पंजाब टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। अश्विन ने अपने ट्वीट में लिखा अश्विन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'आज एक खास दिन है और इसलिए एक खास शुरुआत भी। कहा जाता है कि हर अंत एक नई शुरुआत लेकर आता है। मेरा समय बतौर आईपीएल क्रिकेटर आज समाप्त हो रहा है, लेकिन दुनिया भर की अलग-अलग लीगों में खेल के नए अनुभवों का मेरा सफर आज से शुरू हो रहा है। मैं सभी फ्रेंचाइजियों का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे बेहतरीन यादें और रिश्ते दिए। सबसे अहम तौर पर मैं IPL और BCCI का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अब तक मुझे इतना कुछ दिया। आगे आने वाले समय का पूरा आनंद लेने और उसका सबसे अच्छा उपयोग करने के लिए उत्साहित हूं।' अश्विन के नाम 187 IPL विकेट अश्विन IPL में 221 मैच खेल चुके हैं जिनके नाम 187 विकेट (इकोनॉमी रेट 7.29) और 833 रन (स्ट्राइक रेट 118) दर्ज हैं। वहीं पिछले सीजन में वे CSK के लिए 9 मैच खेले थे। इंटरनेशनल क्रिकेट को कहा था अलविदा अश्विन ने पिछले साल दिसंबर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा बोल दिया था। उन्होंने 14-18 दिसंबर तक खेले गए गाबा टेस्ट के बाद सन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा था कि आज भारतीय टीम के क्रिकेटर के तौर पर मेरा अंतिम दिन था। मैं क्लब क्रिकेट खेलता रहूंगा। अश्विन ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 287 मैच खेले और 765 विकेट लिए हैं। अश्विन देश के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। सिर्फ अनिल कुंबले ही उनसे आगे हैं, जिन्होंने 953 विकेट लिए हैं।
सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने CBI में कई पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन निकाला है जिसमें असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर, पब्लिक प्रॉसिक्यूटर और लेक्चरर जैसे पद शामिल हैं। इसमें ख़ास बात यह है कि इन नौकरियों के लिए कोई लिखित परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि सिर्फ साक्षात्कार के आधार पर सेलेक्शन किये जायेंगें। इस पोस्ट पर आवेदन करने की अधिकतम उम्र 45 साल है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा CBI और कॉलेजों में 84 पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो उम्मीदवार इस पद पर नौकरी के लिए इच्छुक हैं वो इस वेबसाइट (upsconline.nic.in) पर जाकर आवेदन दे सकते हैं। कुल 84 पदों पर होगी भर्ती असिस्टेंट पब्लिक प्रासीक्यूटर-19, सरकारी वकील- 25, लेक्चरर (वनस्पति विज्ञान)-8 , लेक्चरर (रसायन विज्ञान)- 8, लेक्चरर (अर्थशास्त्र)-2, लेक्चरर (इतिहास)- 3, लेक्चरर (गृह विज्ञान)-1, लेक्चरर (भौतिकी)-6, लेक्चरर (मनोविज्ञान)-1, लेक्चरर (समाजशास्त्र)-3, लेक्चरर (प्राणीशास्त्र)-8 आवेदन के लिए योग्यता इन पदों पर अप्लाई के लिए लॉ की डिग्री और पोस्टग्रेजुएशन के साथ B.Ed होना चाहिए। प्रासीक्यूटर के लिए लॉ की डिग्री और लेक्चरर के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ B.Ed की डिग्री चाहिए। आवेदन शुल्क इन पदों पर अप्लाई करने के लिए फीस काफी कम रखा गया है। General, OBC, EWS पुरुषों को सिर्फ 25 रूपए देने होंगे जबकि SC / ST / PwD / महिलाओं को कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ेगा। सेलेक्शन का आधार बिना कोई लिखित परीक्षा, सिर्फ साक्षात्कार (इंटरव्यू) के आधार पर सेलेक्शन होगा। उम्र सीमा अधिकतम उम्र 45 वर्ष रखी गई है, वहीं आरक्षित वर्ग को सरकार के नियमानुसार छूट मिलेगी। सैलरी करीब 44,900 – 1,77,500 रूपए सैलरी रहेगी। यहां आवेदन दें आधिकारिक वेबसाइट upsconline.gov.in विजिट करें। इसके बाद Online Recruitment Application पर जाएं। अब जिस भी पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उस पर Apply Now करें। जो नए हैं उन्हें पहले Registration करना होता है उसके बाद फिर लॉगिन करके फॉर्म भरना होता है। जिनको शुल्क जमा करना है तो पहले शुल्क जमा करदें और फिर फॉर्म को सबमिट कर दें। अंत में कन्फर्मेशन पेज डाउनलोड कर इसे save या प्रिंट कर लें। इसका नोटिफिकेशन यहां चेक करें https://upsc.gov.in/sites/default/files/AdvtNo-12-2025-Engl-220825.pdf
इस साल गणेश चतुर्थी आज बुधवार, 27 अगस्त को मनाई जा रही है। इस दिन लोग अपने घरों में गणपत्ति बप्पा लायेंगें और उनकी उपासना करेंगें। यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है और यह 27 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर, 2025 तक रहेगा। गणेश चतुर्थी 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे शुरू और 27 अगस्त को दोपहर 3:44 बजे समाप्त हो जाएगी। पंचांग के मुताबिक, गणेश जी की पूजा के लिए शुभ समय आज सुबह 11:05 बजे से लेकर दोपहर 1:40 बजे तक है। चंद्रमा के दर्शन क्यों हैं वर्जित गणेश चतुर्थी के दिन चांद देखना बिलकुल मना है। आपको बता दें कि ऐसा पौराणिक कथाओं में बताया गया है। एक बार चंद्रमा ने भगवान गणेश के पेट और सूंड का मजाक उड़ाया था, जिसकी वजह से भगवान गणेश को गुस्सा आया और चंद्र देव को श्राप दिया कि जो कोई भी गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा को देखेगा, उसे मिथ्या दोष (झूठा आरोप) का सामना करना पड़ेगा और साथ ही कलंकित भी होना पड़ेगा। लोक कथाओं के मुताबिक, यह प्रथा को भगवान कृष्ण से भी जुड़ी हुई है, जिन पर मणि चोरी करने का गलत आरोप लगा था। नारद मुनि ने कहा था कि कृष्ण जी ने गलती से गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा को देख लिया था। इसके बाद उन पर यह झूठा आरोप लग गया था। इसलिए झूठे आरोपों से बचने के लिए लोग इस दिन चंद्रमा को देखने से बचते हैं। कब ना देखें चंद्रमा 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे से रात 8:29 बजे तक और 27 अगस्त को सुबह 9:28 बजे से रात 8:57 बजे तक चंद्रमा को ना देखें। इस समय के दौरान चंद्रमा को देखने से बचना चाहिए। चतुर्थी पर चंद्रमा को देख लेने पर ये करें उपाय अगर अनजाने में चंद्रमा को देख भी लिया, तो लोक कथाओं के अनुसार पारंपरिक उपाय के तौर पर यदि स्यमंतक मणि की कहानी सुन लिया जाए या पढ़ लिया जाए तो इसके गलत प्रभाव से बचा जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले से यह ऐलान किया था कि देश में GST को और सरल और बेहतर बनाया जायेगा जिसके लिए इसमें बड़े सुधार किए जाएंगे। इसी कड़ी में सरकार अब GST की नई दरों को लागू करने की तैयारी में जुटी है। सरकार का इरादा है कि कपड़े और खाने-पीने की चीजों के लिए GST 5% स्लैब में लाया जाय। 12% और 28% स्लैब समाप्त करने की तैयारी आपको बता दें कि दिल्ली में 20 और 21 अगस्त को हुई मंत्रियों की एक बैठक में केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है। इसके तहत 12% और 28% वाले स्लैब समाप्त कर दिए जाएंगे। GST को अब 5% और 18% की दो दरों में लाने की योजना है। कपड़ा, फूड और सीमेंट पर राहत कपड़े और फूड को 5% स्लैब में लाने की तयारी की जा रही है। वहीं सीमेंट पर GST 28% से घटाकर 18% करने का प्रस्ताव है। कुछ सामान्य सेवाओं की दरें भी 18% से कम करके 5% होने की उम्मीद है। अभी कितना GST? बिना ब्रांड वाली मिठाइयों पर 5%, वहीं ब्रांडेड और पैकेज्ड मिठाइयों पर 18% टैक्स है। जबकि 1000 रुपये तक के कपड़ों पर 5% और 1000 रुपये से ज्यादा के कपड़ों पर 12% GST है। कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पर 18% GST है। सितंबर के शुरू में फैसला GST में सुधार का अंतिम फैसला 3-4 सितंबर 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में होने वाली GST काउंसिल की बैठक में लिया जा सकता है। इससे पहले 2 सितंबर को दिल्ली में इस पर अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया जाना है। हालांकि, वित्त मंत्रालय के अनुसार, GST में इस सुधार से केंद्र और राज्यों की आय पर बहुत असर पड़ सकता है। GST सचिवालय के अधिकारियों के रिपोर्ट के अनुसार, इस बदलाव से करीब 40,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होने की आशंका है। त्योहार से पहले यह तोहफा जानकारी के अनुसार, सरकार चाहती है कि ये GST की नई दरें दशहरा और दिवाली से पहले ही लागू हो। अगर ये लागू होते हैं, तो आम लोगों और व्यवसाय करने वालों के लिए यह एक बड़ा तोहफा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर यह कहा था कि सरकार का इरादा है कि आम आदमी पर जो टैक्स का बोझ है उसे कम किया जाए।
SSC छात्रों ने फिर एक बार से दिल्ली के रामलीला मैदान में SSC की परीक्षा में गड़बड़ियों के खिलाफ प्रदर्शन किया है। अनुमति का समय समाप्त होने के बाद भी प्रोटेस्टर डटे रहे। दिल्ली पुलिस के अनुसार, प्रदर्शन के लिए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक की परमिशन थी। पुलिस द्वारा 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है। आपको बता दें कि शाम 5 बजे के बाद भी करीब 300 प्रोटेस्टर इस मैदान में प्रोटेस्ट पर बैठे थे। पुलिस ने बार-बार प्रदर्शनकारियों से अपील की कि प्रोटेस्ट करने की समय सीमा ख़त्म हो गई है और वे मैदान छोड़ दें। उन्हें यह भी जानकारी दी गई कि सेक्शन 163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) लागू है और निर्धारित समय के बाद कोई भी जमावड़ा गैरकानूनी होगा। लेकिन पुलिस के समझाने के बाद भी 100 प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं हुए। इसकी वजह करीब 40 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। जानकारी के अनुसार, पुलिस की प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प भी हुई, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। वहीं पुलिस के अनुसार, उन्होंने प्रदर्शनकारीयों पर कोई लाठीचार्ज नहीं की। निर्धारित समय के बाद जमावड़ा गैरकानूनी DCP (सेंट्रल) निधिन वल्सन ने कहा कि SSC परीक्षा से संबंधित मामलों पर बीते रविवार को रामलीला मैदान पर प्रोटेस्ट हुआ था। लगभग 1500 SSC अभ्यर्थियों ने इसमें भाग लिया था। सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक प्रोटेस्ट करने की अनुमति थी। निर्धारित समय के बाद भी करीब 300 प्रदर्शनकारी वहां बैठे रहे। प्रोटेस्ट करने वालों को यह बताया गया था कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू है, इसीलिए तय समय के बाद कोई सभा या जमावड़ा गैरकानूनी होगा। आपको बता दें कि SSC की परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) के माध्यम से हुई थी। लेकिन अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में प्रशासनिक खामियों, तकनीकी गड़बड़ियों और परीक्षा केंद्रों की खराब स्थिति को लेकर सवाल उठाए। कैंडिडेट्स ने इस बात से भी अपनी नाराजगी जताई कि छात्रों का जो एग्जाम सेंटर है वो काफी दूर दिया गया है। इसकी वजह से परीक्षा केंद्र पर छात्रों को एक दो दिन पहले ही आना पड़ता है। लेकिन इन परेशानियों के बावजूद जब छात्र वहां पहुंचते हैं तो अंतिम समय पर परीक्षा को रद्द कर दिया जाता है।
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। वहीं अनंत चतुर्दशी वाले दिन गणेश जी का विसर्जन होगा। यह पर्व पूरे भारत वर्ष में बड़े ही उत्साह और धूम धाम से मनाया जाता है। आपको बता दें कि भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश जी का जन्म हुआ था। इसीलिए भगवान गणेश के जन्म दिन को ही गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी को एक उत्सव के रूप में 10 दिनों तक मनाया जाता है जो गणेश चतुर्थी से प्रारम्भ होकर अनंत चतुर्दशी के दिन ख़त्म होता है। इस चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा पुरे विधि-विधान से की जाती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था। इसीलिए मध्याह्न काल को भगवान गणेश की पूजा के लिए उत्तम समय माना जाता है। इस दौरान लोग अपने घरों, दुकानों और मंदिरों में बप्पा को (गणपति जी कि प्रतिमा) अपने घर लाते हैं और 10 दिनों तक इनकी पूजा करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को विदा कर देते हैं। स्थापना शुभ मुहूर्त ज्योतिषियों के अनुसार भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना के लिए 27 अगस्त को सुबह 11:05 am से लेकर दोपहर 1:40 pm तक का शुभ मुहूर्त रहेगा। पूजा का शुभ मुहूर्त 27 अगस्त को सुबह 11:05 am से लेकर दोपहर 1:40 pm तक का शुभ मुहूर्त रहेगा। इस बार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी की शुरुआत 26 अगस्त को दोपहर 1:54 pm पर और इसका समापन 27 अगस्त की दोपहर 3:44 pm पर हो रहा है। इसीलिए इस बार गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। 27 अगस्त को सूर्योदय से पहले स्नान करके गणेश जी का व्रत रखें । चतुर्थी पर कई दुर्लभ संयोग इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर प्रीति, सर्वार्थ सिद्धि और रवि के साथ इंद्र-ब्रह्म योग का संयोग भी बना रहेगा। वहीं कर्क में बुध और शुक्र के होने से लक्ष्मी नारायण योग भी रहेगा और साथ ही बुधवार का महासंयोग तिथि की महत्ता को भी कई गुना बढ़ा रहा है। पूजा विधि सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करके पूजा स्थल की साफ सफाई करलें। उसके बाद गणेश जी की विधि विधान के साथ पूजा करें। पूजा के लिए शुभ मुहूर्त के समय ईशान कोण में चौकी को स्थापित करके पीला या लाल रंग का कपड़ा चौकी पर बिछा दें और फिर भगवान गणेश को चौकी पर स्थापित कर दें। अब रोज गणेश जी की उपासना करें। अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश को विदा कर दें। गणेश चतुर्थी भोग लड्डू और मोदक - पुराणों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि गणेश जी को लड्डू और मोदक बहुत ही पसंद होते हैं। इसीलिए आप बेसन या बूंदी से बने लड्डू या मोदक का भी भोग लगा सकते हैं। गणेश चतुर्थी का महत्व गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करने से घर परिवार में सुख-समृद्धि आती है और सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है। ऐसी मान्यता है कि गणेश जी हमारे सभी विघ्नों को हर लेते हैं और इस तरह सभी बिगड़े काम भी बनने लगते हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को CIC (केंद्रीय सूचना आयुक्त) के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की स्नातक की डिग्री की जानकारी पब्लिक करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय की याचिका स्वीकार कर CIC के निर्देश को पलटते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रेजुएशन डिग्री का विवरण पब्लिक करने की जरुरत नहीं है। अदालत ने सोमवार को फैसला सुनाया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रेजुएशन की डिग्री का विवरण सार्वजनिक करने के लिए बाध्य नहीं है। वर्ष 2016 में, CIC ने 1978 में BA का एग्जाम पास करने वाले सभी छात्रों के रिकॉर्ड की जांच के आदेश दिए थे। ऐसा कहा जाता है कि उस दौरान PM नरेंद्र मोदी ने भी यह एग्जाम पास किया था। उस वक्त दिल्ली विश्वविद्यालय ने CIC के इस निर्देश को चुनौती दी थी, जिस पर रोक लगा दी गई थी। सुनवाई के दौरान, DU की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अपने तर्क में कहा कि CIC के आदेश को खारिज कर दिया जाना चाहिए क्योंकि व्यक्ति के 'निजता का अधिकार' 'जानने के अधिकार' से ज़्यादा जरुरी है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने तर्क दिया यूनिवर्सिटी ने अपने तर्क में कहा कि वह छात्रों की जानकारी को वह नैतिक दायित्व के अनुसार सुरक्षित रखता है और अगर जो जनहित में नहीं है, 'केवल जिज्ञासा' के आधार पर, RTI कानून के तहत निजी जानकारी मांगने का औचित्य नहीं बनता। यूनिवर्सिटी ने तर्क दिया, "धारा 6 में यह अनिवार्य प्रावधान है कि जानकारी देनी होगी, यही मकसद है, लेकिन आरटीआई अधिनियम किसी की जिज्ञासा को शांत करने के लिए नहीं है." DU कोर्ट के सामने PM मोदी की डिग्री प्रस्तुत करने को तैयार है हालांकि दिल्ली विश्वविद्यालय ने कोर्ट को बताया कि वह PM मोदी के डिग्री रिकॉर्ड कोर्ट के सामने प्रस्तुत करने के लिए तैयार है, पर RTI अधिनियम के तहत 'अजनबियों द्वारा जांच' के लिए उन्हें सार्वजानिक नहीं किया जा सकता है। जस्टिस सचिन दत्ता ने दिल्ली विश्वविद्यालय की अपील स्वीकार कर CIC के आदेश को रद्द कर दिया। विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी की शैक्षिक डिग्रियों की प्रामाणिकता पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि विश्वविद्यालयों ने सार्वजनिक रूप से उनकी वैधता की पुष्टि की है।
Dream11: एशिया कप 2025 होने में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है, लेकिन इससे पहले ही टीम इंडिया से जुड़ी एक बड़ी खबर सुनने को मिल रही है। BCCI और Dream11 ने ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और विनियमन विधेयक, 2025 पारित होने के बाद Dream11 ने बड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि Dream11 ने टीम इंडिया के स्पॉन्सरशिप से अपना नाम वापस ले लिया है और BCCI के साथ अपना करार बीच में ही खत्म कर दिया। इस वजह से Dream11 का नाम टीम इंडिया की टाइटस स्पॉन्सर से हटने वाला है। BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने दिया बड़ा बयान BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने ANI के हवाले से बताया कि BCCI यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में वह ऐसे किसी भी कंपनी के साथ कोई संबंध न रखे। ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और रेगुलेशन बिल, 2025 के पारित होने के बाद, BCCI और Dream11 अपने संबंध ख़त्म कर रहे हैं। 358 करोड़ की डील थी Dream11 के साथ Dream11 ने BCCI के साथ 2023 - 2026 तक के लिए 358 करोड़ रूपये की डील की थी। नए ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पास होने के बाद Dream11 ने BCCI को सुचना दे दी है कि अब वह इंडियन टीम को स्पॉन्सर नहीं करेगा। नए गेमिंग बिल 2025 आने के बाद Dream11 ने दिया बड़ा बयान इस मामले पर Dream11 के अधिकारी ने हाल के एक बयान में कहा कि हम हमेशा कानून का पालन करते आये हैं और कानून के अनुसार ही अपना व्यवसाय किया है। इस नए ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और विनियमन विधेयक 2025 का भी पूरी तरह से पालन करेंगे। Dream11 को जुर्माना भरना होगा ? अचरज की बात यह है कि बीसीसीआई ड्रीम-11 को किसी भी तरह का आर्थिक दंड नहीं दे सकता। इसकी मुख्य वजह यह है कि अनुबंध का एक विशेष क्लॉज है जिसके अनुसार, यदि सरकार कोई कानून अचानक लाती है और किसी कंपनी के मुख्य कारोबार को यह कानून प्रभावित करता है तो वह कंपनी किसी पेनल्टी देने के लिए ज़िम्मेदार नहीं होती। एशिया कप से पहले मिलेगा स्पॉन्सर? यह जाहिर है कि Dream11 के साथ रिश्ते खत्म होने के बाद BCCI की आय पर असर पड़ेगा। लेकिन इससे भी बड़ी चुनौती BCCI के सामने टीम इंडिया की टाइटल स्पॉन्सर पर नया चेहरा खोजना है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि कौन-सी कंपनी टाइटल स्पॉन्सर का चेहरा बनकर करोड़ों दर्शकों तक पहुंचने का यह सुनहरा अवसर हासिल करती है। विशेषज्ञ का मानना है कि अब ये अवसर देश के बड़े कॉरपोरेट घरानों और फिनटेक कंपनियों जैसे टाटा, रिलायंस, अदाणी, जीरोधा (Zerodha) और ग्रो (Groww) जैसी कंपनियां इस जगह में अपना स्थान ले सकती है। हालांकि,अंतिम निर्णय BCCI को समय की कमी के कारण जल्द लेना होगा । यह भी पढ़ें ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 चर्चा में क्यों, जानें किस गेम्स पर लगा बैन, यूजर्स के पैसे होंगें वापस ?
Hartalika Teej 2025: इस वर्ष हरतालिका तीज 26 अगस्त को मनाया जायेगा। वैसे पुरे वर्ष में तीन तरह के तीज मनाये जाते हैं, जिसमें सावन में हरियाली तीज और मानसून में कजरी तीज व हरतालिका। हरतालिका तीज हिंदू सुहागिन महिलाओं द्वारा मनाए जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। सामान्यतः हरतालिका तीज अगस्त और सितंबर महीने में पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि मां पार्वती ने भी भगवान शंकर को पाने के लिए यह व्रत रखा था। इस त्योहार के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, वैवाहिक जीवन की समृद्धि और खुशहाली के लिए निर्जला व्रत रख कर बड़ी श्रद्धा से देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं। व्रत के दौरान रात भर जागकर भजन-कीर्तन करती हैं। अगले दिन व्रत रखने वाली महिलाएं अपना व्रत तोड़ती हैं। हरतालिका तीज की कथा इस कथा के अनुसार, माता पार्वती ने शैलपुत्री के रूप में अवतार लिया और युवा होने पर उन्होंने अपने पिता से शिव से विवाह करने की बात की लेकन उनके पिता नहीं माने। तब पार्वती ने भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष तृतीया के दिन गंगा की रेत और गाद से शिवलिंग बनाकर शिव की तपस्या करनी शुरू कर दी। इससे भगवान शिव प्रभावित होकर मां पार्वती को विवाह का वचन दिया। मां पार्वती और भगवान शिव का विवाह हो गया। तभी से उस दिन को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाने लगा। Hartalika Teej 2025: शुभ मुहूर्त हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त 25 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगी और 26 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 54 मिनट पर इसका समापन होगा । Hartalika Teej 2025: पूजन मुहूर्त हरतालिका तीज की पूजा सुबह किया जाता है। इसीलिए पूजा करने की शुभ मुहूर्त 26 अगस्त सुबह 5 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगा और सुबह 8 बजकर 31 मिनट पर इसका समापन होगा। Hartalika Teej 2025: पूजन विधि हरतालिका तीज पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इस दिन महिलाओं लो 16 श्रृंगार करना चाहिए। पूजा स्थल को फल-फूलों से सजाएं। एक चौकी लें और उस पर शिव, पार्वती और गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर दें। उनके आगे एक दीपक जलाएं। इसके बाद सुहाग की सारी वस्तुएं रखकर माता पार्वती को दान करें। उन्हें फल, फूल और मिठाई का भोग लगा कर उनकी पूजा करें। इसके बाद तीज की कथा सुनें और गरीबों में अपने अनुसार कुछ दान जरूर करें। रात में जागकर भगवान शिव और माता पार्वती का भजन-कीर्तन करें। सुबह फिर से नहा धोकर भोग लगाकर पूजा अर्चना करने के बाद अपना व्रत खोलें।
शुक्रवार को अखंडता और नैतिक आचरण के उच्चतम मानकों के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को इसके कॉर्पोरेट कार्यालय, ऋषिकेश और एनसीआर कार्यालय, कौशाम्बी के लिए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) द्वारा आईएस/आईएसओ 37001:2016 के तहत प्रतिष्ठित रिश्वत-रोधी प्रबंधन प्रणाली (एबीएमएस) प्रमाणन प्रदान किया गया है। टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि एबीएमएस प्रमाणन टीएचडीसीआईएल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो हितधारकों के बीच विश्वास बढ़ाता है, कंपनी की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को मजबूत करता है और आज के चुनौतीपूर्ण व्यावसायिक वातावरण में अधिक पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धात्मकता सुनिश्चित करता है। विश्नोई ने इस बात पर बल दिया कि यह मान्यता न केवल हितधारकों का विश्वास बढ़ाएगी, बल्कि पारदर्शिता और कॉर्पोरेट जिम्मेदारी में बेंचमार्क स्थापित करेगी, जिससे टीएचडीसीआईएल की विकास यात्रा राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ संरेखित रहेगी। मुख्य सतर्कता अधिकारी, रश्मिता झा (आईआरएस) ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह प्रमाणन टीएचडीसीआईएल की अखंडता, पारदर्शिता और सतत विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो कॉर्पोरेट नैतिकता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए इसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराता है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि संगठन की नैतिकता और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत बनाती है, जिससे टीएचडीसीआईएल की विश्वसनीयता और भरोसेमंदता में वृद्धि होती है। 18 अगस्त, 2025 को एनसीआर कार्यालय, कौशाम्बी में आयोजित एक विशेष समारोह में बीआईएस अधिकारियों द्वारा टीएचडीसीआईएल की मुख्य सतर्कता अधिकारी, रश्मिता झा (आईआरएस) को यह प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक, नीरज वर्मा, उप सीवीओ/ महाप्रबंधक (सतर्कता), सतीश कुमार आर्य और टीएचडीसीआईएल के वरिष्ठ सतर्कता अधिकारी उपस्थित थे। इसके पश्चात आज यह प्रमाण पत्र टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई को कॉर्पोरेट कार्यालय, ऋषिकेश में सतीश कुमार आर्य, उप सीवीओ/ महाप्रबंधक (सतर्कता) द्वारा एस. एस. पंवार, मुख्य महाप्रबंधक (ओएमएस) साथ ही सतर्कता एवं ओएमएस विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में औपचारिक रूप से प्रदान किया गया। एबीएमएस प्रमाणन (आईएस/आईएसओ 37001:2016) एक वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है जो संगठनों को रिश्वतखोरी की घटनाओं को रोकने, पता लगाने और उन पर कार्रवाई करने के लिए सक्षम बनाता है, जिससे नैतिक शासन को मजबूत किया जा सकता है। टीएचडीसीआईएल के लिए यह उपलब्धि एक मान्यता से अधिक है - यह सभी स्तरों पर विश्वास और जवाबदेही बनाने की दिशा में अगला कदम है। यह प्रमाणन टीएचडीसीआईएल को विद्युत क्षेत्र में एक विशिष्ट संगठन के रूप में स्थापित करता है, जो नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं को प्राथमिकता देने वाले ग्राहकों और भागीदारों को आकर्षित करता है। यह आज के परिवेश में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहां भ्रष्टाचार-विरोधी नियम लगातार कड़े होते जा रहे हैं। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की इक्विटी में एनटीपीसी लिमिटेड और उत्तर प्रदेश सरकार की हिस्सेदारी है |
Real Money Gaming पर बैन Dream11, Pokerbazi, Zupee तथा MPL हुआ बंद, जानें यूजर्स के पैसों का होगा क्या ? Online Gaming Bill 2025: दोनों सदनों से पास हो चुका Online Gaming Bill 2025 इन दिनों चर्चा में बना है। सरकार का इस बिल को लाने का उद्देश्य ऑनलाइन गेम्स को लेकर एक लीगल फ्रेमवर्क तैयार कर ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को रेगुलराइज करना है। आपको बता दें कि ऑनलाइन गेम्स को तीन कैटेगरी- ई-स्पोर्ट्स, सोशल गेम्स और रियल मनी गेम्स में रखा गया है। इस बिल के जरिए रियल मनी गेम्स को बैन कर दिया जायेगा। इस नए नियम से Esports और Social Gaming पर कोई असर नहीं होगा। इस बिल को लाने का उद्देश्य ये बिल का उद्देश्य ई-स्पोर्ट्स और ऑनलाइन सोशल गेम्स को प्रमोट करना है, वहीं उन सभी गेम्स पर रोक लगाना है, जिनमें सीधे तौर पर पैसों को लगाया जाता है। रियल मनी गेम्स वो गेम्स होते हैं जिसमें पैसा लगाकर और ज्यादा पैसे जीतने का लालच दिया जाता है। इसी वजह से रियल मनी गेम्स पर रोक लगाया जायेगा। इसके जरिये नियामक निरीक्षण और डेवलपर सपोर्ट के लिए एक सेंट्रल ऑनलाइन गेमिंग अथॉरिटी बनाई जाएगी। इसके साथ ही इसके तहत एडिक्शन, फाइनेंशियल फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग तथा टेरर फंडिंग जैसी समस्यायों का भी ध्यान रखा जायेगा। Real Money Gaming को बैन करने की वजह सरकार का मानना है कि यह फैसला जनहित में लिया गया है। उनका कहना है कि Real-Money Games से आर्थिक नुकसान, मानसिक तनाव और एडिक्शन जैसी समस्याएं बढ़ रही थीं । इसके साथ ही इससे मनी लॉन्ड्रिंग और इलिगल फंडिंग का भी खतरा उत्पन्न हो रहा था। इस पर IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि इससे सुसाइड के मामलें बढ़ रहे हैं और और इससे सबसे ज्यादा नुकसान मध्यम वर्ग के लोगों को हो रहा है। Online Gaming Bill 2025 के लागू होते ही, तीन हिस्सों में बांटा जाएगा ऑनलाइन गेम्स को 1 ) पहली कैटेगरी में होगी- ई-सपोर्ट्स- जिसमें कंपटीटिव,स्किल बेस्ड और टीम के साथ खेले जाने वाले ऑनलाइन गेम्स को शामिल किया जायेगा। 2 ) दूसरी कैटेगरी होगी- ऑनलाइन सोशल गेम्स की, जिसमें कैजुअल, कम्युनिटी बेस्ड और एजुकेशनल गेम्स होंगे। 3 ) जबकि तीसरी कैटेगरी होगी- रियल मनी गेम्स की जिसमें वित्तीय जोखिम वाले और आदत लगाने वाले गेम्स होंगे। इस कैटेगरी गेम्स को बैन कर दिया जायेगा। Dream11, Pokerbazi, Zupee तथा MPL बंद, जानें यूजर्स के पैसों का होगा क्या ? ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025: इस बिल के पास होते ही Real-Money Gaming इंडस्ट्री में एक डैम हड़कंप सा मच गया है। अब एक एक करके सभी बड़े गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म्स (Real Money Gaming ऐप्स) ने अपने प्लेटफॉर्म से उन गेम्स को बंद करने शुरू कर दिए हैं जो सट्टा और जुआ की कैटिगरी में आते हैं। इस बिल में निर्देश है कि अब किसी भी Real-Money Game, उसके प्रोमोशन और ट्रांजैक्शन की अनुमति नहीं होगी। नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। Dream11, Pokerbazi और MPL आदि प्लेटफॉर्म्स ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि इस नए बिल के आने पर वे अपने इस बिजनेस को बंद कर दिया है। इन कंपनियों ने यूजर्स को विश्वास दिलाया है कि जितने भी यूजर्स ने पैसे लगाए हैं, उनके पैसे 100% सुरक्षित हैं और वो अपना पैसा यहां से निकाल सकते हैं। इस बिल के तहत सजा और जुर्माने का भी प्रावधान रखा गया है। पहली बार गलती होगी तो 3 साल की सजा और इसमें 1 करोड़ रुपये तक का फाइन है। वहीं दूसरी बार गलती होने पर 3 से 5 साल की सजा तथा 2 करोड़ रुपये तक जुर्माना हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बारिश ने कहर बरपाया है। औट तहसील के कुछ स्थानों पर बीती रात और रविवार सुबह हुई भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई। कई स्थानों पर फ्लैश फ्लड की घटनाएं सामने आई हैं। पनारसा, टकोली और नगवाईं में फ्लैश फ्लड के कारण काफी नुकसान हुआ है। मलबा बहकर हाईवे तक आ पहुंचा जिससे कई घरों में पानी और मलबा घुसने के साथ ही कई वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। फ्लैश फ्लड के कारण ज्यादा नुकसान पनारसा, टकोली और नगवाईं में देखने को मिल रहा है। प्रशासन की टीमों ने तुरंत प्रभाव से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे इस मलबे के कारण यातायात के लिए बाधित हो गया है। औट तहसील के तहत आने वाले सारानाला के पास फोरलेन निर्माण में लगी कंपनी के कार्यालय के साथ बहते नाले ने भी रौद्र रूप धारण कर दिया। इस कारण कंपनी के कार्यालय की सुरक्षा दीवार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। यहां रह रहे कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई। गनियमत ये रही कि इस पूरे घटनाक्रम में किसी भी तरह का कोई जानी नुकसान हुआ है। सब्जी मंडी टकोली में घुसा मलबा मंडी की मुख्य सब्जी मंडी टकोली में भी मलबा घुस जाने से कारोबार ठप हो गया। सब्जियों और फलों की हजारों पेटियां खराब हो गईं। व्यापारियों का कहना है कि उनका लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। बागी नाला उफान पर पराशर क्षेत्र का बागी नाला भी भारी वर्षा से उफान पर आ गया। तेज बहाव के कारण कई संपर्क मार्ग बंद हो गए। ग्रामीणों को सुरक्षित ठिकानों पर भेजना पड़ा। खेतों में खड़ी फसलें बह गईं और बाग-बगीचों को भी नुकसान हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से देश के नाम संबोधन में कई बड़े ऐलान किए। अपने भाषण में उन्होंने कर प्रणाली, युवाओं के लिए रोजगार, कृषि सुधार, ऊर्जा और खनिज संसाधनों में आत्मनिर्भरता, रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर विस्तृत योजनाएं पेश कीं। पीएम मोदी के इन ऐलानों को आने वाले वर्षों में भारत के आर्थिक, सामाजिक और रणनीतिक ढांचे को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने जीएसटी सुधार की बात करते हुए कहा कि पिछले आठ सालों में इस प्रणाली ने टैक्स ढांचे को सरल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब समय आ गया है कि इसका नेक्स्ट जेनरेशन रिव्यू किया जाए। उन्होंने घोषणा की कि दिवाली के अवसर पर जीएसटी दरों में बड़े बदलाव किए जाएंगे, जिससे रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी, उद्योगों को लाभ मिलेगा और अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री ने "प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना" की शुरुआत की। इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15 हजार रुपये सरकार की ओर से दिए जाएंगे, जबकि कंपनियों को अधिक रोजगार सृजित करने पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि यह योजना करीब 3.5 करोड़ नौजवानों के लिए नए अवसर पैदा करेगी। ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने "डीप वॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन" की घोषणा की। इसके तहत समुद्र के भीतर तेल और गैस भंडार खोजने के लिए अभियान चलाया जाएगा, जिससे भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी। खनिज संसाधनों के मामले में प्रधानमंत्री ने "नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन" लॉन्च करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि रक्षा और तकनीकी क्षेत्र में क्रिटिकल मिनरल्स की अहम भूमिका है, इसलिए देशभर में 1200 से अधिक स्थानों पर इन खनिजों की खोज का अभियान चलाया जाएगा। रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने देश के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों से आह्वान किया कि भारत को अपना "मेड इन इंडिया" जेट इंजन तैयार करना चाहिए, जो फाइटर जेट्स में इस्तेमाल हो सके। इसी क्रम में अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए एक उच्च स्तरीय टास्क फोर्स गठित करने की भी घोषणा की गई, जो सभी उद्योगों के लिए नीतियां आसान और समयानुकूल बनाएगी। कृषि सुधारों के तहत प्रधानमंत्री ने "पीएम धनधान्य कृषि योजना" की शुरुआत की, जिसमें ऐसे 100 जिलों की पहचान की गई है जहां खेती की स्थिति कमजोर है। इस योजना के जरिए वहां कृषि उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि मछुआरों और पशुपालकों के हितों की रक्षा के लिए सरकार हर स्तर पर मजबूती से खड़ी है। भाषा और ज्ञान संरक्षण के क्षेत्र में "ज्ञान भारतम योजना" की घोषणा की गई। इसके अंतर्गत देशभर में मौजूद हस्तलिखित ग्रंथों, पांडुलिपियों और पुराने दस्तावेजों को डिजिटल तकनीक की मदद से संरक्षित और सुलभ बनाया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने "हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन" की शुरुआत का ऐलान किया, जिसका उद्देश्य घुसपैठ के खतरों को रोकना है। उन्होंने कहा कि घुसपैठिए न केवल देश की सुरक्षा बल्कि नौजवानों की आजीविका और महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने "मिशन सुदर्शन चक्र" लॉन्च करने की घोषणा की, जिसके तहत 2035 तक देश के सभी महत्वपूर्ण स्थलों को उन्नत सुरक्षा प्रणाली से लैस किया जाएगा। यह अत्याधुनिक हथियार प्रणाली न केवल दुश्मन के हमलों को विफल करेगी बल्कि कई गुना तेज पलटवार भी करने में सक्षम होगी। प्रधानमंत्री मोदी के ये ऐलान आर्थिक सुधारों से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा तक, देश के भविष्य की दिशा तय करने वाले माने जा रहे हैं। आने वाले समय में इन योजनाओं के क्रियान्वयन से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।