"जो चाचा है वो ही भतीजा है, जो भतीजा है वो ही चाचा है "...सोलन नगर निगम की सियासत कुछ यूँ ही दिखती है। कहीं भाजपाई, कांग्रेस के साथ है तो कहीं कांग्रेसी, भाजपाइयों के साथ। बेशक नगर निगम के चुनाव पार्टी सिंबल पर हुए थे, लेकिन निगम की अंदरूनी सियासत पर पार्टी का बहुत असर दिखता नहीं है। यूँ तो नगर निगम पर कांग्रेस का कब्ज़ा है, लेकिन कांग्रेस के ही पार्षद भाजपा के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव ला चुके है। ये अलग बात है कि तब तकनीकी नासमझी के चलते उनका दांव उल्टा पड़ गया था। अब भी कांग्रेस के कुछ पार्षद अलग थलग दिख रहे है। निगम के जनरल हाउस में अमूमन हंगामा भी भाजपाइयों से ज्यादा कांग्रेसी ही करते है। उधर, मेयर और डिप्टी मेयर की राजनैतिक सेहत को कोई नुक्सान होता नहीं दिखता। दोनों जमे हुए है, डटे हुए है और इनके पास आवश्यक समर्थन भी दिखता है। हालांकि ढाई साल बाद नियम के मुताबिक मेयर बदला जाना है और ढाई साल इसी अक्टूबर में पूर्ण होंगे। ऐसे में राजनैतिक सरगर्मियां फिर तेज है। वहीँ कांग्रेस की इस खींचतान में भाजपा संभावना तलाश रही है। अविश्वास प्रताव के वक्त भी कांग्रेस के कुछ पार्षदों के साथ जो तय हुआ था उसमें भाजपा का डिप्टी मेयर और कांग्रेस का मेयर बनना था। पर माहिर मान रहे है कि भाजपा की निगाह अब मेयर पद पर है। डॉ राजीव बिंदल के अध्यक्ष बनने के बाद निसंदेह भाजपा को किसी तिगड़म की उम्मीद जरूर होगी। अगर बिंदल किसी भी तरह ऐसा कर देते है तो ये कांग्रेस के लिए तो झटका होगा। हालांकि ऐसा मुश्किल जरूर है, पर गीले शिकवे भूलकर कांग्रेसी एकजुट नहीं हुए तो ये मुमकिन तो है ही। सोलन नगर निगम में कुल 17 पार्षद है, 9 कांग्रेस के, 7 भाजपा के और एक निर्दलीय जीतकर आएं है। निर्दलीय पार्षद पूर्व में भाजपाई थे और उनका झुकाव भाजपा की तरफ रह सकता है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के बीच सिर्फ एक का अंतर रह जाता है। विभाजित दिख रहे कांग्रेस के पार्षदों के बीच इस एक के अंतर को पाटना भाजपा के लिए शायद मुश्किल न हो। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कांग्रेस के पार्षदों की राजनैतिक निष्ठा भी अलग अलग नेताओं के साथ है। जाहिर है कांग्रेस को अभी से न सिर्फ स्थिति कंट्रोल में लानी होगी, बल्कि फूंक फूंक कर कदम बढ़ाना होगा। वहीँ इस पूरी राजनैतिक खींचतान के बीच निजी तौर पर कांग्रेस के डिप्टी मेयर राजीव कोड़ा की पकड़ जरूर मजबूत दिखती है। होली लॉज के करीबी माने जाने वाले कोड़ा की पकड़ दोनों ही तरफ के कई पार्षदों पर दिख रही है। कोड़ा की पोलिटिकल मैनेजमेंट फिलवक्त बेहतर लगती है और माहिर मान रहे है कि मौजूदा स्थिति में राजीव कोड़ा को कम नहीं आँका जा सकता। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान के लिए भी आगे का कोई निर्णय आसान नहीं होने वाला। बहरहाल सवाल ये ही है कि क्या सोलन नगर निगम में कोई अप्रत्याशित गठजोड़ देखने को मिलेगा या कांग्रेस स्थिति कंट्रोल कर लेगी।
पुलिस थाना ज्वालामुखी के अंतर्गत अधवानी रॉड पर एक निजी स्कूल के समीप दो गाड़ियों के बीच में टक्कर होने का मामला प्रकाश में आया हैं। इस हादसे में करण सिंह पुत्र यशपाल सिंह निवासी पुरतयाला ज्वालामुखी ने शिकायत दर्ज की है कि जब वो अपनी गाड़ी नम्बर एचपी 83 0283 में अपनी बहनों के साथ जा रहा था, तो वेद धारा स्कूल के पास अपनी बहन नीलम की तबीयत खराब होने के कारण जैसे ही उसने अपनी गाड़ी सड़क के किनारे लगाई तो एक कार नंबर एचपी 83 A 8607 ने तेज रफ्तार व लापरवाही के कारण उसकी गाड़ी को हिट कर दिया जिससे उसकी बहन को पांव में गुम चोट आई है तथा गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचा है जो इस बयान पर उक्त गाड़ी के चालक सुमित कुमार सुपुत्र जगदीश कुमार निवासी धनोट अधवानी के खिलाफ पुलिस थाना ज्वालामुखी में केस दर्ज किया गया है। मामले की पुष्टि डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने की है।
कांगड़ा पुलिस द्वारा नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई करते हुए दिनांक 27 जुलाई को पुलिस थाना नगरोटा बगवां ने सुमित खजूरिया निवासी गांव सालन डाकघर दयालाचक तहसील हीरानगर जिला कठुआ जम्मू एवं कश्मीर को प्रतिबंधित 1160 परोक्सोविन स्पास कैप्सूल सहित गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी के खिलाफ थाना नगरोटा बगवां में अभियोग संख्या 126/23 दिनांक 27.07.2023 एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है। अभियोग में आरोपी से पूछताछ की जा रही है एवमं आगे की तफ्तीश जारी है।
पर्यावरण-अनुकूल समाधान अपनाकर हिमालयी समुदायों को एकजुट होने पर दिया जोर भारी बारिश और विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर, हिमालय के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को गंभीर झटका लगा है, जो बेलगाम लालच और उपेक्षा के परिणामों को उजागर करता है। लेख 'कुल्लू तबाहÓ ब्यास नदी के किनारे बहुमंजिला होटलों के अंधाधुंध निर्माण के कारण होने वाली भयावहता, दुख, विनाश और जीवन की हानि पर प्रकाश डालता है। पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच नाजुक संतुलन पर विचार किए बिना, होटल व्यवसायियों द्वारा लाभ की निरंतर खोज विनाशकारी साबित हुई है। पिछले पांच दशकों में, ढलान वाली पहाड़ियों और नदी तटों पर बड़े पैमाने पर निर्माण गतिविधियों ने क्षेत्र की प्राकृतिक सद्भाव को बाधित कर दिया है, जिससे यह पर्यावरणीय आपदाओं के प्रति संवेदनशील हो गया है। हाल ही में शामती, सोलन (हि.प्र.) में आई आपदा, जहां अव्यवस्थित जल प्रवाह के कारण कई घर ढह गए, भूवैज्ञानिक स्तर की अनदेखी और बिना सावधानी के निर्माण के गंभीर परिणामों पर जोर देती है। वर्षा का बदलता पैटर्न, जिसमें छोटे और तीव्र दौर शामिल हैं, भी चिंता का कारण बन गया है। पतझड़, गर्मी और सर्दी के सुपरिभाषित मौसम अब धुंधले हो गए हैं, उनकी जगह जलवायु परिस्थितियों की अतिव्यापी अवधि ने ले ली है। इन अनियमित मौसम पैटर्न के कारण अभूतपूर्व बाढ़ और भूस्खलन हुआ है, शहरों में पानी भर गया है और जान-माल का नुकसान हुआ है। जैसे ही हम 2023 की विनाशकारी घटनाओं के साक्षी बनते हैं, यह स्पष्ट हो जाता है कि यह पर्यावरणीय लापरवाही जारी नहीं रह सकती। प्रकृति का प्रकोप एक सख्त अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि हमारे कार्यों के परिणाम होते हैं, और योजना और दूरदर्शिता की कमी के परिणामस्वरूप गंभीर परिणाम हो सकते हैं। दिल्ली का डूबना और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन सभी के लिए खतरे की घंटी होनी चाहिए। तत्काल समाधानों की आवश्यकता को स्वीकार करते हुए, हमें यह समझना चाहिए कि मानवीय सरलता से प्रेरित अस्थायी सुधार केवल अल्पकालिक राहत प्रदान कर सकते हैं। एक स्थायी भविष्य के लिए, एक व्यापक दृष्टिकोण जो अनियंत्रित विकास पर पारिस्थितिक संरक्षण को प्राथमिकता देता है, जरूरी है। शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला ने इस नव चुनौती का सामना करने के लिए एकजुट प्रयास का आग्रह किया। वह इस बात पर जोर देते हैं कि पुनर्प्राप्ति का मार्ग पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच एक नाजुक संतुलन खोजने में निहित है, जहां टिकाऊ प्रथाएं और जिम्मेदार विकास साथ-साथ चलते हैं। उन्होंने भरी मात्रा में पेड़ लगाने पर भी ज़ोर दिया और कहा की केवल सामूहिक कार्रवाई, दूरदर्शिता और हिमालय के प्राकृतिक आश्चर्यों को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता के माध्यम से ही हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और अधिक लचीला भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। (लेखक शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर हैं)।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार के अनुसूचित जनजाति विकास विभाग के तत्वावधान में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेश के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए २९ जुलाई को आयोजित होने वाली परीक्षा (ईएमआरएसएसटी-२०२३) स्थगित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा भारी बारिश से सम्पर्क मार्गों के अवरूद्ध होने तथा संचार सुविधा में बाधा उत्पन्न होने के दृष्टिगत स्थगित गई है। परीक्षा की आगामी तिथि पुनः घोषित की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने आठ एचएएस अधिकारियों के तबादला व तैनाती आदेश जारी किए हैं। शुक्रवार को कार्मिक विभाग की ओर से जारी तबादला आदेशों के तहत अमित कलथाइक को सहायक आयुक्त(राजस्व)-कम-तहसीलदार थुनाग मंडी, मयंक शर्मा कमरऊ सिरमौर, अर्शिया शर्मा झंडूता बिलासपुर, शिखा इंदौरा कांगड़ा, आकांक्षा शर्मा भुंतर कुल्लू, ओशिन संधोल मंडी, मोहित रत्न कांगड़ा व कुलवंत सिंह पोटन को पूह किन्नौर तैनात किया गया है। इस संबंध में मुख्य सचिव की तरफ से विशेष सचिव कार्मिक अमरजीत सिंह ने नियुक्ति आदेश जारी किए हैं।
असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस जसवां-परागपुर ब्लाक अध्यक्ष रजनीश उर्फ अंकु पटियाल ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। अंकु पटियाल ने बताया कोई भी हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से लोग अपनी समस्या उनको बता सकते हैं। उन्होंने बताया कि काफी बार देखा गया है कि मनरेगा कर्मियों मजदूर वर्ग रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों और कंपनियों में काम कर रहे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हीं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए 98729 - 70777 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। कोई भी फोन और व्हाट्सएप के माध्यम में अपनी समस्या से उनको अवगत करवा सकता है। उनकी समस्या का हल किया जाएगा। अंकु पटियाल ने बताया कि इसके अलावा जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के युवाओं, माता-बहनों को अगर किसी प्रकार की समस्या पेश आये तो वे सभी भी हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। अंकु पटियाल ने बताया कि जनसेवा करना ही एकमात्र लक्ष्य है और वे बिना किसी भेदभाव से जनसेवा करते आये है और आगे भी करते रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से वीरवार को कांग्रेस मत्स्य पालन विभाग के चेयरमैन एवं देहरा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष नरदेव कंवर ने शिमला सचिवालय में मुलाकात की। उन्होंने बरसात व बाढ़ से देहरा विधानसभा क्षेत्र में हुए नुकसान की रिपोर्ट सौंपी। नरदेव कंवर ने इससे पहले देहरा डिवीजन के सभी अधिकारियों से बैठक की और नुकसान का फीडबैक लिया। कंवर ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्राकृतिक आपदा से देहरा क्षेत्र में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नरदेव कंवर को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
12 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार चोटी के जंगल में बिलासपुर का युवक लापता हो गया, जिसे शुक्रवार सुबह पुलिस ने रेस्क्यू कर लिया। मिली जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय युवक अभिषेक शर्मा निवासी गांव बकैन बिलासपुर अपने दो दोस्तों के साथ चूड़धार यात्रा के लिए पहुंचा था। वीरवार सुबह 10 बजे के करीब शिरगुल महाराज के दर्शन कर तीनों वापस नौहराधार लौट रहे थे। इसी बीच रास्ते में दो दोस्त आगे निकल गए, जबकि अभिषेक फोन सुनते हुए रास्ते से भटक गया। धुंध के कारण कई घंटे जंगल में भटकने के बाद भी उसे रास्ता नहीं दिखाई दिया। डरा-सहमा युवक रात भर जंगल में भटकता रहा। उधर, लापता हुए युवक के साथियों ने नौहराधार पहुंच कर पुलिस को सूचना दी। साथ ही दोस्त के रेस्क्यू की मांग की। सूचना मिलते ही पुलिस दल चूड़धार के लिए रवाना हुआ। रात भर चले सर्च अभियान के बाद पुलिस ने शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे अभिषेक को रेस्क्यू कर लिया गया। डीएसपी मुकेश कुमार ने बताया कि अभिषेक शर्मा बिलासपुर से अपने दो अन्य दोस्तों के साथ चूड़धार मंदिर में माथा टेक कर गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे के बीच नौहराधार वापस लौट रहा था। इस दौरान जंगल में वो अपने साथियों से बिछड़ गया, जिसे आज सुबह रेस्क्यू कर लिया गया है। डीएसपी ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में श्रद्धालु चूड़धार की यात्रा से बचें। ख़राब मौसम में यात्रा जोखिमपूर्ण हो सकती है।
डाडा सीबा तहसील की पंचायत रोड़ी-कोड़ी के वार्ड 5 में बारिश के कारण एक पशुशाला क्षतिग्रस्त हो गई। शुक्रवार दोपहर टीन पोश पशुशाला की दीवारें गिर जाने से पशुशाला के अंदर बंधें पशु बाल-बाल बचे। पंचायत के देसराज पुत्र हजारु राम ने बताया कि बारिश के चलते पशुशाला की दीवारें गिरी हैं, इससे काफी नुकसान हुआ है। देसराज ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया पशुशाला की दीवारें गिर जाने के कारण अंदर रखा पशुओं के लिए चारा खराब हो गया है। उन्होंने इसकी सूचना पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय प्रशासन को दे दी है। वहीं, रोड़ी-कोड़ी पंचायत के प्रधान बलविंदर सिंह ने बताया वे स्वयं मौके पर गए थे। पशुशाला गिर जाने से परिवार को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन को चाहिए कि पीड़ित को उचित मुआवजा दिया जाए। क्या कहते हैं तहसीलदार उधर, इस संबंध डाडा सीबा तहसीलदार बीरबल ने बताया कि हलका पटवारी को मौका पर जाने के आदेश दिए गए हैं। नुकसान का आकलन करने के उपरांत रिपोर्ट बनाकर आगामी कार्रवाई हेतु उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।
ओआरएस दिवस 29 जुलाई के उपलक्ष्य में 28 जुलाई को जिला स्तरीय विश्व ओआरएस दिवस ग्राम पंचायत चैतडू में मनाया गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को ओ आर एस के बारे में जानकारी देना, ओआरएस के महत्व लोगों को समझाना ओआरएस गोल बनाने की सही विधि समझाना, ताकि दस्त होने पर लोगों को पानी की कमी ना हो सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वॅदना ने बताया कि ओआरएस का घोल या ओरल रिहाइड्रेशन सलूशन, जिसे हम जीवन रक्षक गोल मानते हैं, दस्त में एक रामबाण दवाई का काम करता है। परंतु लोगों को ओआरएस के महत्व के बारे में जानना बहुत जरूरी है। ओआरएस घोल से हम लाखों लोगों की जिंदगियों को बचा सकते हैं। अगर उल्टी और दस्त होने पर सही विधि से ओआरएस का घोल समय-समय पर देते रहने से हम जीवन को बचा सकते हैं। ओआरएस का घोल पानी की कमी को दूर करता है, जिससे व्यक्ति मरने से बच सकता है 1 लीटर साफ या उबला हुआ पानी में सही तरीके से बना हुआ सलूशन हो तो हमारी इंटेस्टाइन इसको अवशोषित करती है। अगर ठीक तरीके से ना बनाया जाए दस्त रोकने के बजाय और दस्त लग सकते हैं। घर में इमरजेंसी अचानक जरूरत पड़ने अगर घोल बनाना पड़े किस प्रकार घोल बनाना चाहिए। सभी विस्तार से समझाया गया। इसके साथ कार्यक्रम अधिकारी ने यू विन के बारे में भी आशा वर्कर को जानकारी दी। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने पानी की कमी के प्रकार के बारे में बताया गयपानी की कमी का पता हम कैसे आंखें, जीव और चमड़ी पर हम देख सकते हैं पानी की कुछ कमी होने पर घोल की मात्रा कितनी देनी है गंभीर पानी की कमी को पहचान कर बच्चे को तुरंत अस्पताल भेजना है। स्वास्थ्य शिक्षा श्रीमती अंजलि बताया दस्त होने पर अपने हाथों की सफाई ,भोजन में स्वच्छता बनाए रखना दस्त होने पर बच्चों में घोल के साथ-साथ पतले पेय पदार्थ जारी रखना तथा छोटे बच्चों में निरंतर स्तनपान कराते रहना जरूरी है। अगर दस्त में सुधारना हो तो तुरंत अस्पताल जाने की सलाह दी। इस मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैकलोडगंज के डॉक्टर रितिका तथा शाहपुर की स्वास्थ्य शिक्षिका अर्चना उपस्थित रहे।
कांगड़ा जिला में पर्यटन विकास के लिए उठाए जा रहे कारगर कदम कांगड़ा जिला में पर्यटन विकास के लिए तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है इसी कड़ी में पालमपुर के सौरभ वन विहार में अब टॉय ट्रेन स्थापित करने के लिए 65 लाख की स्वीकृति मिली है, ताकि पर्यटकों विशेषकर बच्चों को आकर्षित किया जा सके। यह जानकारी उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि कांगड़ा जिला के रमणीय स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं इस बाबत नियमित तौर समीक्षा बैठकें भी आयोजित की जा रही हैं ताकि कांगड़ा को टूरिज्म कैप्टिल के रूप् में विकसित किया जा सके। वनखंडी में राज्य के सबसे बड़े चिड़ियाघर के लिए भी मिली स्वीकृति जिला कांगड़ा के बनखण्डी में बड़े चिड़ियाघर के लिए केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सी.जेड.ए.) से पूर्व स्वीकृति प्राप्त हो गई है। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत बड़े चिड़ियाघर की स्थापना एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी परियोजना है। केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की पूर्व स्वीकृति से सरकार की इस परियोजना को मूर्तरूप प्रदान करने में बल मिलेगा। इस चिड़ियाघर में विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान कर प्रदेश और अन्य क्षेत्रों के मूल वन्य जीवों को रखा जाएगा। यह चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए वन्य जीवों से जुड़ने, उनके प्राकृतिक व्यवहार और पारिस्थितिक महत्त्व की समझ विकसित करने के केन्द्र के रूप में कार्य करेगा। यह चिड़ियाघर वन्य जीव संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करेगा। टूरिज्म विलेज के लिए भी चयनित की जा रही है भूमि डीसी ने बताया कि जिले में पर्यटन विकास के लिए प्रस्तावित परियोजनाओं को लेकर स्थान चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टूरिज्म विलेज के लिए धर्मशाला के समीप नरघोटा में करीब 25 हेक्टेयर भूमि देखी गई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टूरिज्म विलेज के लिए जिले में अन्य उपयुक्त स्थानों में भी जमीन तलाशी जाए। उन्होंने बताया कि आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक के निर्माण के लिए सकोह में 2 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। वहीं कन्वेंशन सेंटर के लिए सिद्धबाड़ी में 4 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है। यहां निर्माण को लेकर एशियन विकास बैंक (एडीबी) के प्रतिनिधि साईट निरीक्षण भी कर चुके हैं। पौंग में विकसित होगा इको-टूरिज्म उपायुक्त ने कहा कि पौंग क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य और इकोसिस्टम को संरक्षित रखने के लिए वहां पर्यावरण हितैषी टूरिज्म मॉडल विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग के द्वारा क्षेत्र के सुंदरीकरण को लेकर भी कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पौंग क्षेत्र को इको-टूरिज्म के हिसाब से विकसित करने के लिए यथोचित योजना बनाई जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण हाल ही में हुई आपदा से निपटने के लिए प्रभावी प्रबंधन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा किए गए अनुकरणीय प्रयासों की विश्व बैंक ने सराहना की है। भारत में बैंक के कंट्री डायरेक्टर अगस्ते तानो कौमे ने एक पत्र के माध्यम से प्राकृतिक आपदा के कारण उत्पन्न हुई स्थितियों से कुशलतापूर्वक निपटने के लिए मुख्यमंत्री की असाधारण नेतृत्व क्षमताओं की सराहना की। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों के लिए व्यक्तिगत रूप से निगरानी और प्रदेश से पर्यटकों की सकुशल वापसी सुनिश्चित करने तथा त्वरित कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हाल ही में आपदा के कारण प्रदेश को भारी क्षति पहुंची है और इस की भरपाई करने में कम से कम एक वर्ष लगेगा। उन्होंने कहा कि अब तक 8000 करोड़ रुपये से अधिक नुकसान का अनुमान है और सड़क, पुल, बिजली और पानी की आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाओं की स्थायी बहाली राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह राज्य और प्रदेशवासियों के लिए परीक्षा की घड़ी है और विश्व बैंक का सहयोग यहां पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विश्व बैंक ने प्रदेश को नुकसान के व्यापक आकलन और पूर्ण सहायता प्रदान करने की पेशकश की है। विश्व बैंक ने सड़क, बिजली, जलापूर्ति, आवास, सार्वजनिक भवन, सिंचाई बुनियादी ढांचे, कृषि, बागवानी, पशुधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नुकसान के सटीक आंकलन के लिए वैश्विक आपदा न्यूनीकरण और पुनर्प्राप्ति सुविधा (जीएफडीआरआर) के सहयोग से मूल्यांकन का प्रस्ताव दिया है। प्रस्तावित मूल्यांकन का उद्देश्य पुनर्वास प्रक्रिया में सहायता और पुनर्निर्माण प्रयासों को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। इसके अलावा, विश्व बैंक, पुनर्वास और पुनर्निर्माण, आपदा जोखिम प्रबंधन, अधोसंरचना निर्माण, पारिस्थितिकी तंत्र और आजीविका के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए भी तैयार है। मुख्यमंत्री ने इस चुनौतीपूर्ण समय में उदारतापूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिए विश्व बैंक का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वास जताया कि विश्व बैंक की सहायता से राज्य पुनर्वास और पुनर्निर्माण की दिशा में आगे बढ़ेगा और भविष्य में आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए सुदृढ़ प्रणाली विकसित करने की दिशा में कार्य करेगा।
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के महाप्रबंधक अंकुश वडेहरा ने कम्पनी की ओर से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को आज यहां मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। इस योगदान के अलावा एचयूएल ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए 50 लाख रुपये के दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुएं जैस हॉर्लिक्स, लाइफबॉय, रेड लेबल टी सहित अन्य उत्पाद प्रदान करने का भी प्रस्ताव दिया है। इसके अतिरिक्त कंपनी भागीदारों और एजेंसियों की मदद से राहत और पुनर्वास कार्य में भी सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने इस योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे सरकार के राहत एवं पुनर्वास कार्य को बल प्रदान करेगा।
भारतीय खाद्य निगम के महाप्रबंधक पंकज चौधरी ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा गेहूं के उत्पाद जैसे आटा, मैदा, सूजी, दलिया आदि बनाने वाले उपक्रमों को गेंहू की उपलब्धता बनाए रखने के लिए गेहंू की साप्ताहिक ई- नीलामी के शर्तों में कुछ आंशिक सुधार किए हैं, जिससे की अलग अलग स्वामित्व वाले इकाइयों को गेहूं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके जो की गेहूं उत्पादों के बाजार मूल्यों में स्थिर रखने में सहायक सिद्ध होंगे। पूर्व में एक जीएसटी नंबर पर अधिकतम 100 मेट्रिक टन गेहंू की खरीद की जा सकती थी, जिसमे परिवर्तन कर अब जीएसटी के साथ-साथ पैन नंबर भी लिंक कर दिया गया है तथा एक पैन नंबर पर खरीद की अधिकतम सीमा 100 मेट्रिक टन निर्धारित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नीलामी में गेहूं खरीद करने वाले इकाइयों, उपक्रमों को इस बात का प्रमाणपत्र भी देना होगा की उनके द्वारा नीलामी में क्रय किए गए गेंहू से गेहूं उत्पादों का निर्माण उनके स्वयं के उपक्रम द्वारा की जाएगी ना की क्रय किए गए गेहूं को किसी दूसरे उपक्रम या व्यापारी को बेचा जाएगा। प्रत्येक बुधवार को होने वाले नीलामी में भाग लेने वाले उपक्रमों को पहले अमानत राशी मंगलवार तक जमा करने के बजाए अब अमानत राशी सोमवार को 6 बजे सायं तक जमा करने होंगे। 28 जून से प्रारंभ हुए ई- नीलामी में भारतीय खाद्य निगम द्वारा अब तक पांच साप्ताहिक नीलामी में 8200 मेट्रिक टन गेंहू की बिक्री प्रदेश में की जा चुकी है तथा भविष्य में भी गेहूं, चावल की खुले बाजार में बिक्री चालू रखी जाएगी।
उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाएं लक्षित वर्गों का सम्बल बनकर उभरी हैं। मनमोहन शर्मा गत सांय यहां जिला स्तरीय सार्वजनिक वितरण प्रणाली व जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मनमोहन शर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को पात्रता अनुसार खाद्यान, खाद्य तेल एवं नमक इत्यादि उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के कार्यान्वयन सहित समय-समय पर निरीक्षण के माध्यम से उपभोक्ताओं के हित संवर्द्धन के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि विभिन्न योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए समयबद्ध कार्य करें और औचक निरीक्षणों के द्वारा उपभोक्ताओं के हित एवं स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उपायुक्त ने कहा कि सोलन ज़िला में वर्तमान में 324 उचित मूल्य की दुकाने है। उन्होंने कहा कि इन उचित मूल्य की दुकानो के माध्यम से अप्रैल से जून, 2023 तक विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को लगभग 7414 क्विंटल चीनी, लगभग 32,747 क्विंटल चावल, लगभग 49,818 क्विंटल आटा, लगभग 7036 क्विंटल उड़द, चना, मूंग एवं मलका दाल, 5,57,227 लीटर खाद्य तेल तथा लगभग 1968 क्विंटल आयोडाईज्ड नमक वितरित किया गया। उन्होंने कहा कि ज़िला में 324 उचित मूल्य की दुकानो में से 195 दुकाने सहकारी सभाओं द्वारा, 122 व्यक्तिगत, 02 महिला मण्डलों द्वारा तथा 05 ग्राम पंचायतों द्वारा संचालित की जा रही हैं। मनमोहन शर्मा ने कहा कि सोलन ज़िला में वर्तमान में 19 गैस एजेन्सियों के पास 2,03,209 घरेलू गैस उपभोक्ता पंजीकृत हैं। सभी उपभोक्ताओं को समयबद्ध गैस आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए निर्धारित योजनाओं के अनुसार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के अंतर्गत ज़िला सोलन में अब तक 2,35,880 पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया। योजना के तहत इस अवधि में बीपीएल व अन्तोदय कार्ड धारकों को 1823 मीट्रिन टन चावल तथा 2234 मीट्रिक टन आटा और एपीएल कार्ड धारकों को 1137 मीट्रिक टन चावल तथा 2399 मीट्रिक टन आटा वितरित किया गया।
प्रदेश में सभी जिलों में विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जा रहा है और राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 2 रेफरल लैब व 12 जिला रेफरल प्रयोगशालाओं द्वारा प्रदेश में वायरल हेपेटाइटिस की रैपिड स्क्रीनिंग की जा रही है। यह बात मुख्य संसदीय सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संजय अवस्थी ने कही। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत सभी पात्र रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा दवाएं नि:शुल्क हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई की जांच और उपचार के लिए 12 उपचार केंद्रों के अलावा दो मॉडल उपचार केंद्र भी हैं। गर्भवती महिलाओं, उच्च जोखिम समूहों (कैदियों, नशीली दवाओं के उपयोगकर्ताओं, ट्रक ड्राइवरों, ट्रांसजेंडर आदि) की नियमित जांच का कार्य किया जा रहा है। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में वायरल लोड टेस्टिंग नि:शुल्क की जा रही है। हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के मरीजों की वायरल लोड टेस्टिंग के बाद मरीज को उपचार के लिए पात्र पाए जाने पर राज्य अधिसूचित उपचार केंद्रों में उपचार प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत मरीजों को मुफ्त दवाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मंत्रालय का यह कार्यक्रम देश में वायरल हेपेटाइटिस की रोकथाम और इसे नियंत्रित करने के लिए सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) हासिल करने की दिशा में एकीकृत पहल है। इसके तहत वायरल हेपेटाइटिस को 2030 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने विश्व हेपेटाइटिस दिवस की विषयवस्तु 'हेपेटाइटिस का सामनाÓ हाथ मिलाना एकीकरण तथा विकेंद्रीकरण से प्रतिक्रिया में तेजी लाना रखी गई है। उन्होंने कहा कि एनवीएचसीपी कार्यक्रम तहत हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई, की रोकथाम, रोग के कारण का पता लगाना और उपचार के परिणामों की मैपिंग की जा रही है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन द्वारा आज सोलन विकास खंड की ग्राम पचंायत सलोगड़ा में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह जनाकरी आई.बी.सी.सी समन्यवक राधा चैहान ने दी। राधा चैहान ने कहा कि हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ा एक रोग है जो वायरल संक्रमण के कारण होता है। इसका मुख्य लक्षण लीवर में सूजन आना है। हेपेटाइटिस चार प्रकार का होता है जिसमें हेपेटाइटिस ए, बी, सी तथा ई शामिल है। उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस, संक्रमित सुइयों के प्रयोग से, असुरक्षित यौन सम्बन्ध से तथा संक्रमित माँ से बच्चों में फैलता है। उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस ए और ई दूषित भोजन व पानी के सेवन से फैलता है जिसका लक्ष्ण वज़न कम होना, भूख न लगना, खारिश, पेट दर्द व सूजन, उल्टी, बहुत अधिक थकान होना, मूत्र का रंग बदलना इत्यादि हैं। राधा चैहान ने कहा कि हेपेटाइटिस बीमारी से बचाव के लिए अपने हाथ अच्छे से धोएं, असुरक्षित यौन सम्बन्ध न बनाएं, हेपेटाइटिस ए और बी का टीकाकरण करवाएं, अधिक पानी पीएं, मदिरा का कम सेवन करें, अपना रेज़र व टूथब्रश किसी से शेयर न करें, टैटू बनाते समय सुरक्षित उपकरणो का उपयोग करें तथा भोजन को चबा-चबा कर खाएं। इस अवसर पर हेल्थ वेलनेस सेंटर की स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा वर्कर, आगंनबाडी कार्यकर्ता सहित स्वास्थ्य केन्द्र सलोगडा के कर्मचारी उपस्थित थे।
ज्वालामुखी उपमंडल के तहत ग्राम पंचायत पीहड़ी में उद्यान विभाग देहरा से डॉक्टर आरती धीमान उद्यान प्रसार अधिकारी द्वारा भगवानों को किसानों को 750 फलदार पौधे वितरित किए गए। इनमें आम, लीची, नागपुरी संतरा, कागजी नींबू, बारहमासी नींबू, अनार, कटहल, आंबल इत्यादि प्रमुख के पौधे थे। उद्यान विभाग देहरा सेठ डॉ. आरती धीमान ने बताया कि आज ये फलदार पौधे ग्राम पंचायत पीहड़ी, खुंडियां, सुरानी में वितरित किए गए। विभाग ने किसानों की स्कीमों के बारे में भी जानकारी दी।
उपमंडल बंगाणा के गोबिंद सागर झील के लाठियानी मदली घाट पर पुलिस को पानी में तैरता हुआ पत्थर मिला। पुलिस जवान उक्त पत्थर को थाना ले आए हैं। इस पत्थर को देखने के लिए भीड़ उमड़ रही है। थाना बंगाणा के एएसआई रविंद्र, होम गार्ड तिलक टीम सहित गोबिंद सागर झील के लाठियानी मदली घाट पर वीरवार देर शाम गश्त करने पहुंचे और उन्होंने देखा कि झील के मध्य कुछ तैर रहा है। पुलिस जवान किश्ती के माध्यम से यहां तक पहुंचे। पत्थर को पानी में तैरता देख पुलिस जवान भी हैरान हो गए। वे पत्थर को थाना बंगाणा ले आए। पत्थर को पानी की भरी बाल्टी में डाला तो यह बाल्टी में भी तैरने लगा। तैरते हुए पत्थर के बारे में सुनकर लोग थाना बंगाणा में पहुंच गए। पत्थर का बजन किया तो यह पौने तीन किलो निकला। जनता इस पत्थर को राम सेतू से जोड़ रही है। थाना बंगाणा के एएसआई रविंद्र ने बताया कि झील के लाठियानी घाट पर उक्त पत्थर पानी में तैरता हुआ मिला है। पत्थर कैसे तैर रहा है, इसका रहस्य केवल भगवान ही जानते हैं।
करसोग के प्रसिद्ध देवसथल आदिशक्ति जगतजननी मां दुर्गा भगवती चिंडी (चरकंठ) मेला हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 2 से 4 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। मेले का आरंभ 2 अगस्त, को माता चिंण्डी के भव्य रथ, छत्र, बाजा बजंत्री व कारदारों के आगमन के साथ होगा। वहीं हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस मेले की शोभा बढ़ाने के लिए व्यापारियों द्वारा मेला मैदान में दुकानें सजाई जाएंगी। गौरतलब है कि माता के प्रति भक्तों में अपार श्रद्धा भक्ति है जिस कारण मेले के समय में दूर-दूर से श्रद्धालु आकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। 4 अगस्त को मेले का समापन माता रानी जी की अलौकिक विदाई के साथ होगा।
नादौन विधानसभा क्षेत्र गोइस पंचायत के खोरड गांव के पूर्व सैनिकों और ग्रामीणों ने डीसी से मिलकर सड़क निर्माण कार्य जल्द शुरू करवाने की मांग को उठाया। शिष्टमंडल में अमृत कुमारी, नायब सूबेदार प्रीतम सिंह, नायब सूबेदार विधि सिंह का कहना है कि उन्होंने 7 जुलाई को जिला प्रशासन से इस मांग को उठाया था और जो सेना नौकरी के दौरान उन्हें मेडल मिले थे उन्हें लौटाने को लेकर डीसी कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन वहां से अति शीघ्र सड़क का निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन मिलने के बाद मेडल वापस न करने का निर्णय लिया था। ग्रामीणों का कहना है कि इतने दिन बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण कार्य अभी तक शुरू ही नहीं हो पाया है केवल आश्वासन ही मिले हैं। उन्होंने डीसी से मांग उठाई है कि उनकी इस बड़ी समस्या का हल जल्द निकाला जाए और संबंधित विभागों को सड़क निर्माण के आदेश जारी किए जाएं, ताकि लोगों की समस्या हल हो सके। ग्रामीणों का कहना है कि 2 साल में एंबुलेंस रोड का काम शुरू न होने के कारण जो बजट आया था वह लैप्स हो गया।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान शिमला शामलाघाट के प्रशिक्षुओं को दक्षता का पाठ पढ़ाया गया। गत 24 जुलाई से चल रहे पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हुआ। इस दौरान यहां के प्रशिक्षुओं को हर पहलुओं के बारे जानकारी दी गई। खास कर एक अध्यापक की भूमिका और दक्षता के बारे अवगत करवाया गया। डाइट में प्रोग्राम एंड एक्टिविटी को-ऑर्डिनेटर आशा जोक्टा ने बताया कि यहां आयोजित पांच दिवसीय पांच दक्षता निर्माण कार्यशाला का शुभारंभ 24 जुलाई को ज़िला परियोजना अधिकारी जय देव नेगी के द्वारा किया गया,जो शुक्रवार को संपन्न हुआ। कार्यशाला के दौरान जयदेव नगी ने 21वीं शताब्दी में शिक्षक की भूमिका के बारे में जानकारी दी। प्रोग्राम एंड एक्टिविटी को-ऑर्डिनेटर आशा जोक्टा के अनुसार इस कार्यशाला में बतौर स्रोत व्यक्ति नरेश छाजटा(सांकेतिक भाषा ), कृष्ण गज़टा (कक्षा कक्ष प्रबंधन), आंचल आर्य (अंग्रेजी भाषा), राजेश झाल्टा (अभिप्रेरणा ), वीरेंद्र शर्मा (सुलेखन ) और प्रवीण मेघटा ने वर्तमान समय में कंप्यूटर की भूमिका पर प्रशिक्षुओं को विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस दक्षता निर्माण कार्यशाला से प्रशिक्षु बहुत लाभांवित हुए। कार्यक्रम के अंतिम दिन निरुपमा धंजल ने प्रशिक्षुओं को हेल्थ एंड वैलनेस की विस्तृत जानकारी दी।
प्रदेश भाजपा के राज्य प्रवक्ता विवेक शर्मा ने जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 11,27,80,670 किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी की, वहीं सभी जिलों, कस्बों, बड़े बाजारों में 137 किसान समृद्धि केंद्रों का शुभारंभ भी किया। ये केंद्र वन स्टॉप शॉप के रूप में किसानों के लिए एक छत के नीचे सब सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दृष्टि से कार्य करेंगे। बीज से लेकर खाद तक उपकरणों से लेकर लाभार्थी योजनाओं तक मिट्टी प्रशिक्षण से लेकर नवीनतम पैकिंग तकनीक तक। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल किसान मोर्चा, प्रदेश के समस्त कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा अगर प्रदेश कि कांग्रेस सरकार को वास्तविकता में प्रदेश के किसानों बागवानी के प्रति संवेदनशील है तो अवश्य ही इस योजना को नीचे तक पहुंचाने में कांग्रेस के नेता सहयोग करेंगे। उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश की माता और बहनों के खातों में कांग्रेस की प्रदेश सरकार द्वारा 1500 रुपये की गारंटी वाली राशि की फाइल कहां पहुंची कृपया सरकार बताए। गोबर खरीद केंद्र कहां खोले जा रहे हंै, उसकी भी सूची कांग्रेस सरकार को जारी करनी चाहिए, अन्यथा प्रदेश को भ्रमित करने के लिए कांग्रेस के नेताओं को माफी मांगनी चाहिए।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा इस वर्ष अपना 50वां स्थापना वर्ष मना रहा है। इसी उपलक्ष्य में कॉलेज में आज जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का संचालन भगवान बुद्ध चेरिटेबल ब्लड सेंटर के चिकित्सा दल ने महाविद्यालय के स्वयंसेवियों की सहायता से किया। शिविर का आयोजन वरिष्ठ नागरिक फोरम देहरा द्वारा किया गया। शिविर में साठ से अधिक छात्रों एवं शिक्षकों ने रक्तदान किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अंजू रानी ने महाविद्यालय में पधारे सभी वरिष्ठ नागरिकों तथा चिकित्सा दल का तहे दिल से स्वागत किया व इस शिविर के आयोजन के लिए उनका धन्यवाद भी किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रथम एवम पूर्व प्राचार्य वीएस पठानिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस शिविर में महाविद्यालय के रेड रिबन क्लब, एनसीसी, एनएसएस तथा महाविद्यालय की रोवर रेंजर इकाई के छात्रों ने अपना योगदान दिया। शिविर में विशेषकर वरिष्ठ शिक्षक डॉ. स्वादीप सूद, प्रो सुशील भारद्वाज, प्रो कारण पठानिया, प्रो संजीव जसवाल, प्रो पीतांबर सिंह, प्रो वंदना राणा, प्रो शर्मिता पठनिया, डॉ. कपिल सूद, प्रो राजीव ठाकुर, प्रो धर्मेंद्र सिंह, प्रो निर्मल, प्रो कनिष्क, डॉ. सुरेश राणा एवं डॉ. आरती कौशल ने विशेष योगदान दिया। महाविद्यालय प्राचार्या ने सभी रक्तदाताओं को प्रमाणपत्र एवं समृति चिन्ह से सम्मानित किया तथा छात्रों से भविष्य में भी रक्तदान करने का आह्वान किया।
पंचायत में हुए विकास की सराहना की स्वच्छ भारत मिशन की टीम ने नौणी पंचायत का निरीक्षण किया। टीम ने स्वच्छ भारत मिशन निधि से हुए कार्यों की जांच की। इसके अलावा टीम ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत बनें नलों तथा शौचालयों का निरीक्षण भी किया। स्वच्छ भारत मिशन निधि से बने शौचालयों का भी निरीक्षण किया तथा श्रेष्ठ गुण लता युक्त कार्य की सराहना की। पंचायत प्रधान मदन हिमाचली, उप प्रधान हरदेव सिंह वार्ड मेंबर अनीता, विद्या, नरेंद्र व शिवचरण ने टीम का अभिनंदन किया। टीम ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शमरोड में भी स्वच्छता की जांच की, जहां प्रधानाचार्य पुनम कालटा तथा स्टाफ द्वारा टीम का स्वागत किया गया। उन्होंने कूड़ा संयंत्र को भी देखा। स्वच्छता मूल्यांकन टीम में भारत सरकार की ओर से जूनैद उस्मानी ग्रामीण विकास मंत्रालय हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से अजय शर्मा जिला प्रशासन सोलन की ओर से खेम राज बीडीओ ऑफिस सोलन की ओर से रीना शर्मा ने भाग लिया। सभी सदस्यों ने पंचायत में हुए विकास की सराहना की और बताया कि यह मॉडल पंचायत बन चुकी है। वहीं, पूर्व प्रधान बलदेव सिंह ने भी 15 वर्षों में हुए विकास की टीम को विस्तृत जानकारी दी।
राजस्व, बागवानी व जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक कुलदीप राठौर, व नंद लाल के साथ ठयोग, कुमारसेन विधानसभा हलके के माधावानी गांव में प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों, बगीचों, मकानों को हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं को भी सुना। बागवानी मंत्री व शिक्षा शिक्षा मंत्री ने कुमारसैन के साथ ननखड़ी व रामपुर क्षेत्र के खोलीघाट सहित अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया व राहत कार्यो का जायज़ा लिया। आपदा पुनर्वास समिति अध्यक्ष राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी अधिकारियो को राहत कार्यों में तेजी लाने का आदेश दिया व विभाग को भारी बरसात मे हुए निजी अथवा सामुदायिक नुकसान का सही आंकलन जल्द करने का भी आश्वासन दिया है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर लगातार जारी है। नेशनल हाईवे पांच रामपुर की ब्रौनी खड्ड में भूस्खलन से फिर बंद हो गया है। इससे किन्नौर जिले व सीमावर्ती क्षेत्रों का अन्य भागों से सड़क संपर्क कट गया है। वहीं, आसपास के हजारों लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। भारी बारिश के चलते हाईवे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। गुरुवार को ही ब्रौनी खड्ड और पशाडा खड्ड के पास भूस्खलन से बंद एनएच पांच 12 घंटों बाद यातायात के लिए बहाल हुआ था, लेकिन शुक्रवार को यह फिर बंद हो गया है। किन्नौर व शिमला जिले में लगातार जारी बारिश ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। किन्नौर में अधिकांश ग्रामीण सड़कों पर यातायात ठप है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से प्रदेश के कई भागों में 28 व 29 जुलाई के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 30 जुलाई से मौसम में कुछ सुधार की संभावना है। गुरुवार रात को कटौला मंडी में 118.3, धर्मशाला 76.2, करसोग 71.2, मंडी 63.3 और रामपुर में 49.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शिमला में भी रात से बारिश हो रही है। 204 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार सुबह 10 बजे तक जगह-जगह भूस्खलन से 466 सड़कें यातायात के लिए ठप थीं। शिमला जिले से सबसे ज्यादा 220 और कुल्लू में 115 सड़कें बंद हैं। वहीं, राज्य में 552 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं। इसी तरह 204 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित चल रही हैं। शिमला, कुल्लू व मंडी में सबसे ज्यादा बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हैं।
कांगड़ा के साथ लगते वीरता गांव में शुक्रवार सुबह चार बजे बाइक चोरी करने का प्रयास करते हुए एक चोर को स्थानीय लोगों ने रंगे हाथ पकड़ लिया। उक्त युवक वीरता गांव में स्थित दो पहिया वाहन सर्विस शॉप के बाहर खड़ी एक बाइक को चोरी करने का प्रयास करने लगा, तो दुकान के मालिक बबल ने उसे देख लिया तथा चोरी करने आए युवक को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन युवक गांव की ओर भाग गया। वहां गांववासियों के सहयोग से चोर को मौके पर पकड़ लिया गया तथा उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। उक्त युवक से मौके पर बाइक को चोरी करने के प्रयास में लाने वाले टूल को भी बरामद किया गया।
रक्तदाताओं को रक्त सेवा सम्मान से किया जाएगा सम्मानित जिला बिलासपुर के घुमारवीं में पंजीकृत नेहा मानव सेवा सोसायटी अपना 13वां रक्तदान शिविर बद्दी के निकट मलकू माजरा में स्थित हरे कृष्णा गौशाला में आयोजित करने जा रही हैं। यह रक्तदान शिविर स्वर्गीय अनुज बरूर की याद में आयोजित किया जा रहा है। यह रक्तदान शिविर थैलासीमिया बीमारी से पीड़ितों के लिए विशेष रूप से लगाया जा रहा है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय अनुज बरूर को भी थैलासीमिया की वजह से बेवक्त ही इस दुनिया को अलविदा कहना पड़ा था। थैलासीमिया से पीड़ित बच्चों का जीवन रक्तदानियों के सहयोग से ही बच पाता है। चंडीगढ़ पीजीआई की ब्लड बैंक टीम इस रक्तदान शिविर में थैलासीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्त एकत्रित करने पहुंच रही है। रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को रक्त सेवा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। जिन रक्तवीरों ने 100 या इससे अधिक बार रक्तदान किया है उन्हें रक्त रत्न सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। रक्तदानियों के साथ-साथ शिविर में विभिन्न सेवाएं निभाने वाले सेवादारों को रिफ्रेशमेंट व भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। नेहा मानव सेवा सोसाइटी के संस्थापक एवम् सचिव पवन बरूर जी का सभी रक्तदानियोंं से विनम्र निवेदन है कि उनके नंबर 8219337757 पर अपना रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करवा लें, ताकि आपके आने जाने और खाने की उचित व्यवस्था की जा सके। नेहा मानव सेवा सोसाइटी ने अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा रक्तदानी शिविर में पहुंचे और रक्तदान शिविर को सफल बनाने में अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश में एक बड़े चिड़ियाघर की स्थापना के लिए केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) से पूर्व स्वीकृति प्राप्त हो गई है। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत बड़े चिड़ियाघर की स्थापना एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के बनखण्डी में बड़े चिड़ियाघर की स्थापना प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी परियोजना है। केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की पूर्व स्वीकृति से सरकार की इस परियोजना को मूर्तरूप प्रदान करने में बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है और राज्य सरकार के प्रयासों को साकार करने में यह परियोजना मील पत्थर साबित होगी। प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) राजीव कुमार ने बताया कि केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण द्वारा जून, 2023 को बुलाई गई 108वीं तकनीकी समिति की बैठक के दौरान बड़े चिड़ियाघर की स्थापना के प्रस्ताव का गहन मूल्यांकन करने के उपरान्त, समिति ने इसकी स्थापना के लिए स्वीकृति प्रदान करने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि इस चिड़ियाघर में विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान कर प्रदेश और अन्य क्षेत्रों के मूल वन्य जीवों को रखा जाएगा। यह चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए वन्य जीवों से जुड़ने, उनके प्राकृतिक व्यवहार और पारिस्थितिक महत्त्व की समझ विकसित करने के केंद्र के रूप में कार्य करेगा। यह चिड़ियाघर वन्य जीव संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करेगा।
स्वास्थ्य मंत्री बोले- हर साल बनते हैं दवाइयों के लाखों बैच, कम गुणवत्ता वाली दवाओं की दर महज एक प्रतिशत हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (रिटा.) धनी राम शांडिल ने हिमाचल में फार्मा कंपनियों द्वारा उत्पादित की जा रही दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर लगातार उठ रहे आशंकाओं को दूर करने की पहल की है। शांडिल ने कांगड़ा दौरे के दौरान जारी बयान में कहा कि महज कुछ लोगों की वजह से पूरे प्रदेश के फार्मा उद्योग को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए और जो भी लोग इस पर अनापशनाप बयानबाजी करते हैं वो तकनीकी तथ्यों से अनभिज्ञ है। ऐसे लोग तथ्यों की जानकारी बिना गलत बयानबाजी न करें क्योंकि इससे देश में हिमाचल की छवि खराब होती है। कर्नल शांडिल ने कहा कि प्रदेश में बन रही दवाइयां गुणवत्ता के सभी मानकों पर खरी उतरती हैं। हर साल प्रदेश की फार्मा कंपनियों से दवाइयों के लाखों बैच बिक्री के लिए निकलते हैं। शांडिल ने कहा कि दवाइयों की गुणवत्ता में कमी आने के कई कारण होते हैं। इनमें रखरखाव में कमी, उचित तापमान का अभाव , ट्रांसपोर्टेशन के दौरान हुई लापरवाही आदि शामिल हैं। ऐसे में हर दवाइयों की शुद्धता पर सवाल उठाना सही नहीं है। दवाओं की गुणवत्ता पर हायतौबा मचाने वाले पहले तकनीकी जानकारी हासिल करें तो बेहतर होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य ड्रग कंट्रोलर विभाग द्वारा प्रदेश में चल रही फार्मा कंपनियों में उत्पादन का नियमित निरीक्षण किया जाता है। कमी मिलने पर तुरन्त कार्रवाई होती है। कांग्रेस सरकार ने अपने सात माह के कार्यकाल में शिकायतें मिलने पर करीब 30 दवा निर्माताओं के लाइसेंस रद्द किए हैं। इतना ही नहीं, राज्य के दवा निरीक्षकों ने पहली बार अनियमितताएं बरतने वाले कई दवा निर्माताओं पर केस दर्ज करवाकर उन्हें गिरफ्तार भी करवाया है जिनकी संख्या 11 के आसपास है। शांडिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर एनएसक्यू दवाओं का प्रतिशत 3: के लगभग है जबकि उसके आगे हिमाचल का प्रतिशत कुछ भी नहीं है । फिर भी हम सख्त कदम उठा रहे हैं और आगे भी उठाएंगे । हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की दवा कंपनियां काम कर रही हैं और इनकी वजह से हिमाचल का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। कुछ काली भेड़ों की वजह से पूरे प्रदेश और यहां के उद्योगों को बदनाम करना सही नहीं है। शांडिल ने कहा कि वह आने वाले समय में सेहत महकमे को और सशक्त करेंगे। फील्ड में कार्यरत विशेषकर छापेमारी में संलग्न विभागीय अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी। विभाग में किसी भी स्तर पर यदि कोई भी कमी पाई जाती है तो उसे शीघ्र दूर किया जाएगा।
राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त युनूस ने आज यहां बताया कि विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ कड़ी कार्रर्वाई करते हुए बरोटीवाला, टिपरा, कुल्हाड़ीवाला व सैन्सीवाला में छ: सदिग्ध स्थानों में हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम, 2011 के तहत छापामारी की। छापामारी के दौरान दो करियाना दुकानों से 80 बोतलें देशी शराब बरामद की गईं। बरामद की गई शराब चण्डीगढ़ में विक्रय के लिए थी। एक करियाना दुकान के सामने एक स्कूटी में से भी शराब की 14 बोतलें बरामद की गईं। बरोटीवाला क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री की शिकायतों के मद्देनज़र यह कार्रवाई की गई और भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाही जारी रहेगी। अप्रैल 2023 से 26 जुलाई, 2023 तक बीबीएन में अलग-अलग छापेमारियों में अवैध शराब के 19 मामले पकड़े गए जिसमें अब तक 1114.482 लीटर शराब बरामद व जब्त की गई है। आयुक्त ने बताया कि अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ पूरे प्रदेश में लगातार अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विभिन्न जिलों व विशेष टीमों ने अलग अलग जगह कार्रवाई की गई है। आबकारी आयुक्त ने बताया कि विभाग ने प्रदेश में एक माह में अलग-अलग जगह से लगभग 750 पेटी अवैध शराब जब्त की है तथा विभिन्न धाराओं में 200 मामले आबकारी अधिनियम के अंतर्गत दर्ज किए हैं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को अवैध शराब के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए आमजन से भी आग्रह किया कि अवैध शराब से सम्बन्धित मामले नजर में आते ही विभाग के ध्यानार्थ लाएं। उन्होंने बताया कि विभाग ने मुख्यालय में कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है जो कि चौबीसों घंटे कार्य करेगा। इस संदर्भ में कोई भी शिकायत दूरभाष नम्बर 94183-31426 पर दर्ज करवाई जा सकती है।
उप मुख्यमंत्री ने ज्वालाजी मंदिर में नवाया शीश राज्य के शक्तिपीठ हर वर्ष लाखों श्रद्वालुओं को आकर्षित करते हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को ई-कनेक्ट करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है जिससे भक्तों को घर बैठे ही दर्शन की सुविधा सुनिश्चित होगी। यह जानकारी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने वीरवार को ज्वालामुखी मंदिर में पूजा अर्चना करने के उपरांत दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य के मंदिरों, शक्तिपीठों में हवन, भंडारा और जागरण समारोहों के लिए आनलाइन बुकिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए एक पायलट योजना आरंभ की है। इस डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से श्रद्वालु मंदिर के पुजारियों से भी जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों के अनुभवों को और सुखद बनाने के लिए सरकार प्रमुख मंदिरों के सौंदर्यीकरण तथा बुनियादी ढांचे के विकास पर भी कार्य कर रही है। श्रद्वालुओं को मंदिरों में विश्राम के लिए भी बेहतर सुविधाओं पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के तीर्थ स्थान पर्यटन का केंद्र बिंदु है तथा इसी दृष्टि से मंदिरों को विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है ताकि तीर्थाटन के साथ साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकें। उन्होंने कहा कि ज्वालाजी मंदिर हिमाचल का एक प्रमुख शक्तिपीठ है तथा इसे सुनियोजित तरीके से विकसित किया जाएगा ताकि श्रद्वालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आए। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कला तथा लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए भी सरकार कारगर कदम उठा रही है इस बाबत हिमाचल की विभिन्न कलाओं को देश भर में पहचान दिलाने के लिए सार्थक पहल की है।
असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) जिला नगरोटा बागवां की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष नितेश सूद ने की। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश चेयरमैन राजीव राणा ने शिरकत की। बैठक में राजीव राणा ने कहा कि प्रदेश का पहला असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस का ऑफिस कांगड़ा में खुलेगा, जिससे कांगड़ा जिला के मजदूरों, असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को लाभ प्रदान किया जायेगा। राणा ने कहा मनरेगा कांग्रेस की देन ह और केंद्र की अंधी बहरी मोदी सरकार द्वारा मनरेगा बजट में कटौती करना, यह साबित करता है कि ये सरकार आम जनता की विरोधी है। राणा ने समस्त पदाधिकारियों को आदेश दिया कि शीघ्र ही असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी ) को शोशल मिडिया के माध्यम से घर घर तक पहुंचाया जायेगा, साथ ही ऑनलाइन सदस्यता के माध्यम से संगठन को मज़बूत किया जायेगा। राणा ने कांगड़ा को पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा देने के लिये सुक्खू सरकार का धन्यवाद किया। राणा व समस्त पदाधिकारियों ने पूर्व मंत्री जीएस बाली को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जीएस बाली का प्रदेश और कांगड़ा की राजनीती में अहम योगदान रहा है और वह हमेशा हिमाचलियों के दिलों में राज करेंगे।
संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला में पिछले एक माह से लगातार हो रही भारी बारिश से जिला में करीब 283 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इसमें मुख्यत सड़क, पुल, पेयजल, बिजली, कृषि, उद्यान, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जन सेवाओं के अलावा आमजन के जान-माल का नुकसान भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के काराण जिला में बहुत भारी नुकसान हुआ है और सारा साल जनसेवाओं की बहाली में लग जायेगा। उद्योग मंत्री गुरुवार को नाहन में सिरमौर जिला में भारी बारिश के कारण हुये नुकसान की जिला के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। हर्षवर्धन चौहान ने जिला प्रशासन और सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए की जिला में राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जाये ताकि आम को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशा दिए की फील्ड स्तर पर जाकर स्वयं राहत एवं पुनर्वास कार्यों की देखरेख करें और आम लोगों को हुये नुकसान का मुआजवा जल्दी प्रदान करें। उद्योग मंत्री ने कहा कि जिला में लोक निर्माण विभाग को करीब 154 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शिलाई क्षेत्र में 102 सड़कों में से 16 सड़कों को नुकसान हुआ और कुल नुकसान 55 करोड़ के करीब है। नाहन में 76 सड़कों में 16 सड़कें बंद हैं जिसमें 35 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राजगढ़ में 60 सड़कों में से 2 सड़कें बंद हैं करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। पांवटा में 217 सड़कों में से 6 सड़कें बंद हैं 14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सराहां में 64 सड़कों में से 2 बंद हैं 18 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसी प्रकार जिला में कुल 47 सड़कें भारी बारिश के कारण बंद हैं तथा 32 जेसीबी के साथ 11 टिप्पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग को जिला में 9 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। उन्होंने कहा कि जिला में लगभग सभी जगह पर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नाहन डिविजन में 165 किलोमीटर लाईन डैमेज हुई, पांवटा में 259 किलोमीटर, राजगढ़ में 168 किलोमीटर लाईन डैमेज हुई हैं। इसके अलावा सभी पेयजल योजनाओं में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। हर्ष वर्धन चौहान ने बताया कि सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग को 103 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। जिला की कुल 1405 जलापूर्ति योजनाओं में से 485 योजनायें प्रभावित हुई हैं जिसमें लगभग सभी को बहाल किया जा चुका है। नाहन पेयजल आपूर्ति योजना को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है इसके अलावा सिवरेज की तीन योजनायें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने उद्योग मंत्री को जिला में सड़क, पुल, पेयजल, बिजली आदि क्षेत्र में हुये नुकसान की प्रेजेंटेशन देते हुए अवगत करवाया कि राजस्व व अन्य संबन्धित विभाग के अधिकारी फील्ड स्तर पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर भी लगातार नुकसान की समीक्षा करने के साथ राहत एवं पुनर्वास की मानिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगो और पटवारी सभी फील्ड में मुस्तैदी से नुकसान का जायजा ले रहे हैं। इस मौके पर सहायक आयुक्त विवेक शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोम दत्त, जिला राजस्व अधिकारी चेतन चौहान, परियोजना अधिकारी डीआरडीए अभिषेक मित्तल, जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. राजन सिंह, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा राजीव ठाकुर, उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्म चंद, योजना अधिकारी संजय परमार, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति राजीव महाजन, अधिशासी अभियंता वी.के. अग्रवाल, अधिशासी अभियंता बिजली राहुल राणा व अन्य अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
उपमंडल देहरा के अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का चुनाव वीरवार को देहरा में चुनाव पर्यवेक्षक अश्वनी पालिया, मंजीत कुमार, पवन राणा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर महासंघ के नेता अजीज अहमद, निशा कुमारी व ज्योतिका मेहरा मौजूद रहे । विजय अशरफ को सर्व सहमति से ब्लॉक देहरा का अध्यक्ष चुना गया, जबकि शिव कुमार शर्मा को महासचिव चुना गया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पद पर परमजीत सलोता व यशपाल शर्मा व विनय शर्मा को कोषाध्यक्ष के पद पर सर्वसम्मति से चुना गया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय अशरफ ने सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शीघ्र ही महासंघ के नेताओं से विचार विमर्श करके कार्यकारिणी का विस्तार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को प्रमुखता से सरकार के समक्ष उठाया जायेगा और महासंघ को मजबूत करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।
मुख्य संसदीय सचिव कृषि, पशुपालन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, किशोरी लाल ने कहा कि जनसेवा और प्रदेश का सर्वांगीण विकास ही सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नेतृत्व में पहली सरकार है जो व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को घरद्वार पर सुविधाएं देने तथा उनके जीवन में व्यापन सुधार के लिए कारगर कदम उठाये गये हैं। सीपीएस ने वीरवार को बैजनाथ में जन समस्याएं सुनीं। उनके ध्यान में लगभग 120 लोग की समस्यायें लाई गई। उन्होंने अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर दिया। उन्होंने कुछ समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए। सीपीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गांव, गरीब, किसान और मजदूर वर्ग को सुदृढ़ करने के साथ -साथ पर्यटन समेत अन्य विकासात्मक गतिविधियों से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करने पर सरकार ने विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इससे पहले संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग डॉ विशाल शर्मा ने मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल से शिष्टाचार भेंट की। इनके साथ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश राणा भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर एससी सेल के उपाध्यक्ष रविंद्र बिट्टू, यूवा कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र राव, जिला एसटी सेल के अध्यक्ष पृथी करोटी, मीडिया प्रभारी अमित शर्मा, गंगा राम शर्मा, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
हिमोत्कर्ष संस्था के संस्थापक रहे र्स्वगीय कंवर हरि सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर हिमोत्कर्ष परिषद द्वारा स्थानीय सुविधा पैलेस होटल में श्रदाजंलि व सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त राघव शर्मा मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हुए। जबकि पूर्व विधायक ओपी रत्न व जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्वर्गीय कंवर हरिसिंह को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यातिथि उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि कंवर हरि सिंह ने समाज सेवा के क्षेत्र को नया आयाम दिया तथा हिमोत्कर्ष का ऐसा वटवृक्ष लगाया जो पीड़ितों व वंचितों को सहारा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि कंवर हरि सिंह ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेकों कदम उठाए। ऊना जिला में लड़कियों के लिए अलग से कन्या कॉलेज कंवर हरि सिंह की सोच का नतीजा रहे। उन्होंने कहा कि कंवर हरि सिंह ने सामाजिक उत्थान के लिए धरातल पर कार्य किया। वह न सिर्फ एक अच्छे समाज सेवक रहे,बल्कि एक निर्भीक पत्रकार व प्रखर लेखक भी थे। उनकी दिखाई राह ने जिला ऊना के नौजवानों को समाज सेवा के क्षेत्र में उतरने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने हिमोत्कर्ष परिषद द्वारा चलाए जा रहे समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों की भी सराहना की। कार्यक्रम में हिमोत्कर्ष परिषद के महासचिव नरेश सैणी ने स्वर्गीय कंवर हरि सिंह के समाज हित में किए कार्यो को याद करते हुए उन्हें श्रदाजंलि दी। पूर्व विधायक ओपी रत्न ने भी कंवर हरि सिंह की सेवाओं को नमन करते हुए उन्हें याद किया। उन्होंने कहा कि न केवल समाज सेवक बल्कि एक कर्मचारी नेता के रूप में उन्होंने कर्मचारियों का नेतृत्व किया और उनके हक के लिए आवाज उठाई। कार्यक्रम को सीएमओ रिटायर्ड डा.शिवपाल कंवर,जनहित मोर्चा के अध्यक्ष राजीव भनोट,रोटरी ग्रेटर से अजय शर्मा,सेवानिवृत महाप्रबंधक उद्योग जय गोपाल शर्मा,सुदेश अरोड़ा सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। हिमोत्कर्ष महिला मंच अध्यक्ष दीपशिखा कौशल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जबकि कर्णपाल मनकोटिया ने मंच संचालन किया। विभिन्न संस्थाओं ने कंवर हरिसिंह को दी श्रदाजंलि हिमोत्कर्ष के पदाधिकारियों, रोटरी क्लब, युवा सेवा क्लब,ऊना जनहित मोर्चा, इन्नरव्हील क्लब व प्रेस क्लब ऊना के पदाधिकारियों व सदस्यों तथा संयुक्ता चौधरी हिमोत्कर्ष महिला प्रशिक्षण संस्थान की छात्राओं तथा रोटरी क्लब पालमपुर से डा.सुधीर सलोहत्रा,वाईपी नागपाल,राघव शर्मा व डा.रोहित गर्ग ने स्व.कंवर हरिसिंह को श्रदासुमन अर्पित किए।
बघाट टैक्सी यूनियन ने आज फिर एक बार मानवता का उदाहरण पेश किया है। टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों नेसोलन के रबोन में एक दिव्यांग छात्र को एक व्हील चेयर भेंट की। इसको लेकर बघाट टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्हें जानकारी मिली थी कि राजकीय प्राथमिक स्कूल रबोन में एक छात्र दिव्यांग है और उससे व्हील चेयर की आवश्यकता है। जानकारी मिलते ही टैक्सी यूनियन के सदस्यों ने पैसे एकत्रित कर व्हील चेयर खरीदी। पदाधिकारियों ने बताया कि यूनियन द्वारा समय-समय पर जरूरतमंद लोगों की सहयता की जाती है।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर बलाहर में प्रशिक्षुता सेवा ( इंटर्नशिप) कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय रणवीर परिसर जम्मू से शास्त्री कक्षा के ८५ प्रशिक्षु एवं केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर में अध्ययनरत शास्त्री प्रथम वर्ष के १८० छात्र, कुल २६५ छात्र इस इंटर्नशिप में प्रतिभाग कर रहे हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर के निदेशक प्रोफेसर मदन मोहन पाठक ने बताया कि यह प्रशिक्षुता सेवा कार्यक्रम २७ जुलाई से १० अगस्त तक चलेगा। इस १५ दिवसीय कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को वेद एवं कर्मकाण्ड का सैद्धान्तिक व प्रायोगिक ज्ञान, कौशल-विकास, तकनीकी ज्ञान, आत्मनिर्भरता आदि के विविध सूत्रों के साथ-साथ संस्कृति संवर्धन, पर्यावरण संरक्षण, अनुशासन, विश्व बन्धुत्व की भावना, राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रीय एकता,मानवीय मूल्यों के प्रति कर्तव्यनिष्ठा आदि का सांगोपांग प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर निदेशक प्रोफेसर मदन मोहन पाठक ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के उपनिदेशक (शैक्षिक वृत्त) डॉ. देवानन्द जी शुक्ल उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन ज्योतिष विद्याशाखा के डॉ.मनोज श्रीमाल ने किया। इस कार्यक्रम में संयोजक डॉ. सुरेश पाण्डेय एवं संयोजक समिति के अन्य सदस्य डॉ. श्याम बाबू, डॉ. पुरुषोत्तम, डॉ. राजन मिश्र, डॉ.शैलेश कुमार तिवारी तथा अमित वालिया एवं परिसर के समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
धर्मपुर खंड की खंड स्तरीय तीन दिवसीय अंडर 14 खेलकूद प्रतियोगिता में वॉलीबॉल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पट्टाबराबरी ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटी को फाइनल में हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। खिलाड़ियों का विद्यालय पहुंचने पर प्रधानाचार्य कमलेश चौहान व संपूर्ण स्टाफ ने जोरदार स्वागत किया तथा इस उपलब्धि पर बधाई दी। इस उपलब्धि के लिए विद्यालय के पी टी आई सुधीर कुमार की सराहना की गई। विद्यालय के चार खिलाड़ी जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित भी हुए हैं।
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला सोलन की ब्लॉक इकाई कुनिहार ने अध्यक्ष सुनील दत्त की अगुवाई में मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी से शिमला सचिवालय में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान इकाई की ओर से उन्हें शॉल टोपी व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। पुरानी पेंशन बहाली पर इकाई की ओर से सरकार का आभार व्यक्त किया गया। मुख्य संसदीय सचिव व अर्की विधान सभा से विधायक संजय अवस्थी ने कुनिहार ब्लॉक इकाई के सभी सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा,कि सरकार प्रदेश के कर्मचारियों के साथ है व उनकी किसी भी समस्या का समाधान करने को प्रतिबद्ध है। इस दौरान इकाई अध्यक्ष सुनील दत्त, सुरेश कुमार वरिष्ठ उपाध्यक्ष, बलदेव ठाकुर महासचिव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश डॉ. बीआर अंबेडकर मिशन अनुसूचित जाति कल्याण समिति की बैठक अंबेडकर भवन दयाल तहसील देहरा में पूर्व विधायक चौधरी दिलीप सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में समिति के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष एमआर दरोच ने सभा के समक्ष विभिन्न मुद्दों को चर्चा के लिए रखा। मुख्य रूप से मिशन की मजबूती के लिए उपमंडल स्तर पर इकाइयों का 2023 -2026 तक गठन किया जाए और आर्थिक मजबूती पर जोर दिया जाए। सभा के सदस्यों ने मणिपुर में हो रही अमानवीय घटनाओं पर रोष प्रकट किया और निंदा प्रस्ताव पारित किया और सरकार से आग्रह किया कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं एवं दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष गुरुदास राम,वरिष्ठ उपाध्याय, अमर सिंह महासचिव शंकर सन्याल, पूर्व प्रधान धर्म चंद सिंह, ओम प्रकाश, किशोरीलाल, पूर्णचंद, हरि सिंह संध, सुदर्शन कुमार, वतन चंद, हरजिंदर कुुमार उर्फ बिल्ला एवं हिमाचल प्रदेश गुरु रविदास महासभा ब्लॉक प्रागपुर के प्रधान राकेश भाटिया सहित लगभग 100 सदस्य उपस्थित रहे।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के उपलक्ष्य में 27 जुलाई को जिला स्तरीय विश्व हेपिटाइटिस दिवस मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुशील शर्मा के सौजन्य से सत्यम कॉलेज ऑफ नर्सिंग रैत में मनाया गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हेपेटाइटिस के प्रति जागरूकता को बढ़ाना था। जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ तरुण सूद ने कहा कि हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी बीमारी है जो संक्रमण के कारण होती है। इस बीमारी से लीवर में सूजन आ जाती है। हेपेटाइटिस एक महामारी बनती जा रही है जिसके कारण हर साल मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। हेपेटाइटिस पांच प्रकार का होता है ।हेपेटाइटिस ए ,बी ,सी ,डी और ई। हेपेटाइटिस के सभी प्रकारों को गंभीरता से लेना चाहिए। हेपेटाइटिस को गंभीरता के आधार पर पहचाना जाता है। इस बीमारी का इलाज संभव है अत: जागरूकता फैलाकर हम लोगों को इस बीमारी से बचा सकते हैं। जानकारी देते हुए जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी जगदंबा मेहता ने बताया की यह बीमारी वायरस इनफेक्शन, दूषित खाना, दूषित पानी के सेवन से, संक्रमित खून के ट्रांसफ्यूजन से और संक्रमित इंजेक्शन आदि से हो सकती है इसके लक्षण इस प्रकार हैं जैसे हमेशा थकान महसूस होना, त्वचा की रंगत पीली होना, आंखों के सफेद हिस्से का रंग पीला पड़ जाना ,भूख ना लगना, उल्टी आना, जी मिचलाना, पेट दर्द और सूजन होना, सिर दर्द और चक्कर, यूरिन का रंग बदलना अचानक वजन कम होने लगता है, पीलिया होना या कई सप्ताह तक बुखार बना रहना। जैसे ही इस प्रकार के लक्षण दिखे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में अपनी जांच करवाएं। क्योंकि अगर समय रहते बीमारी पहचान ली जाए तो व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है। इस मौके पर हेपेटाइटिस के लक्षण निदान उपचार तथा रोकथाम पर पोस्टर मेकिंग कंपटीशन तथा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा प्रतिभागियों को इनाम वितरित किए गए। सत्यम नर्सिंग कॉलेज की फैकल्टी द्वारा वायरल तथा नॉन वायरल हेपेटाइटिस पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित प्रतिभागियों को जागरूक किया गया। स्वास्थ्य शिक्षिका अंजली ने भी हेपेटाइटिस के बारे में जानकारी देते हुए बरसात के मौसम में हाथों की साफ सफाई तथा आसपास की साफ सफाई के साथ-साथ ज्यादा तला भुना तथा बाहर के खाने को ना खाने की सलाह देते हुए ताजा तथा हल्का खाना खाने के लिए प्रेरित किया ताकि पीलिया तथा दस्त आदि रोग जोकि बरसात में आमतौर पर होने वाली बीमारियां है उनसे बचा जा सके। इस मौके पर सत्यम नरसिंह कॉलेज रैत की प्रिंसिपल अखिला ए.तथा बाकी स्टाफ भी मौजूद रहा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने बताया कि आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का 75 वर्ष पूर्ण होने पर गेयटी सभागार शिमला में बहुत ही धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजशरण शाही मुख्य अतिथि व वशिष्ठ अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान बबिता फोगाट उपस्थित रहीं। फोगाट ने संबोधन करते हुए विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित मिशन साहसी कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद को ऐसे ओर कार्यक्रम छात्राओं के लिए करवाने चाहिए व यहां मेरे सहयोग व सहायता की जरूरत होगी वह मैं करूंगी। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम अमृत महोत्सव समारोह की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। आकाश नेगी ने बताया कि इस अमृत महोत्सव समारोह कार्यक्रम में देश व प्रदेश कानाम ऊंचा करने वाले व सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले महानुभावों को भी सम्मानित किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इस अमृत महोत्सव समारोह कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति की भी झलक सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से देखने को मिली। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से अभाविप के पूर्व कार्यकर्ता, शिमला जिला की विभिन्न इकाइयों के कार्यकर्ता व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के प्रभारी व उपाध्यक्ष मेजर जनरल धर्मवीर सिंह राणा (सेवानिवृत्त) ने कहा कि 26 जुलाई को भारतीय सेना द्वारा कारगिल की ऊंची चोटियों पर पाकिस्तानी सेना को परास्त करने व शहीद सैनिकों की शहादत को याद करते हुए मनाया जाता है। प्रदेश कांग्रेस सरकार ने सभी शहीद सैनिकों के समक्ष नतमस्तक होते हुए, पूर्व सैनिकों, उनके परिजनों के हितों व इस परम्परा का सम्मान करते करते हुए पूर्व की तरह कारगिल युद्ध विजय दिवस बहुत बड़े स्तर पर प्रदेश भर में मनाया। कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग, जिला सैनिक कल्याण विभाग,जिला प्रशासन द्वारा राज्य व हर जिला,ब्लाक स्तर पर भी शहीद सैनिकों को स्मरण कर कार्यक्रम आयोजित किये गए। देवभूमि हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सर्वप्रथम अपनी और से शहीदों के प्रति अपनी सच्ची संवेदना व श्रद्धांजलि अर्पित कर अपनी कृतज्ञता प्रकट की। सभी जिलों में कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को सलामी देकर सैनिक युद्ध स्मारकों पर श्रद्धासुमन व मालाएं अर्पित की गई। वीरभूमि हिमाचल प्रदेश के रणबांकुरों के परिवारों,वीर नारियों और कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों को प्रदेश भर में कांग्रेस सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। जिसमें प्रदेश भर से हज़ारों पूर्व सैनिकों, पूर्व सैनिक संगठनों, सैनिक लीग व सैनिक परिवारों व स्थानीय लोगों ने बहुत भारी संख्या में हिस्सा लिया। कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के प्रभारी व उपाध्यक्ष मेजर जनरल धर्मवीर सिंह राणा ने कहा कि जहां प्रदेश सरकार शहीद सैनिकों को स्मरण कर विजय दिवस समारोह आयोजित किए वहीं दूसरी तरफ़ भाजपा के एक प्रवक्ता ने इस पुण्य अवसर पर औछी राजनीति करते हुए ब्यान दिया कि 'प्रदेश सरकार कारगिल विजय दिवस समारोह मनाना भूल गई है'। भाजपा प्रवक्ता की यह बात निन्दनीय व शत प्रतिशत झूठ है और हम सभी इसका खंडन करते हैं। हमारे बहादुर शहीद सैनिकों का अपमान कदापि बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मेजर जनरल राणा व समस्त कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग ने कहा कि शहीद सैनिकों के नाम पर भाजपा की झूठी व औछी राजनीति किसी से छुपी नहीं है। भाजपा प्रवक्ता को पहले सब कुछ जान लेना चाहिए था,आज के सभी समाचार पत्रों, मीडिया में माननीय मुख्यमंत्री जी का श्रद्धा सन्देश एवं प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित शहीद सैनिकों के सम्मान में आयोजित सभी कार्यक्रमों का ब्यौरा भरा पड़ा है। भाजपा की झूठी बयानबाजी का प्रदेश भर के सभी पूर्व सैनिकों ने भी कड़ा संज्ञान लिया है। अत: भाजपा को सलाह है कि भविष्य में भी सेना के शहीदों,पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के नाम पर राजनीति करने से परहेज़ रखे।
नशा तस्करी और सट्टा कारोबार के खिलाफ ऊना पुलिस की लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को एसपी अर्जित सेन ठाकुर की अगुवाई में पुलिस ने प्रदेश की सीमांत नगर परिषद संतोषगढ़ के पंजाब से सटे क्षेत्र में दबिश देकर एक दुकान से सट्टा कारोबार का भंडाफोड़ कर डाला। पुलिस की छापेमारी के दौरान करीब 5 लोग पुलिस के हाथ लगे हैं, जिन्हें काबू करके पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। एसपी अर्जित सेन का कहना है कि पिछले एक साल में सट्टा कारोबार के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के तहत 135 मामले दर्ज किए गए हैं। जिनसे करीब 4 लाख रुपये की नकदी भी वसूल हुई है। उन्होंने कहा कि जिला भर में सट्टा कारोबार के दम पर ड्रग्स माफिया को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं और इसी कड़ी को तोड़ने के लिए पुलिस लगातार हर तरह की अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में ला रही है। एसपी ने बताया कि ज्यादातर लोगों का सट्टेबाजी में लेनदेन ऑनलाइन तरीके से हो रहा है पुलिस उसकी भी परतें उधेड़ने में लगी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कौन-कौन लोग इस धंधे के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि इस प्रकार कि कोई भी गतिविधि यदि आपके आसपास हो रही है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें ।
हिमाचल में हर दिन बादल फटने की घटनाएम सामने आ रही हैं। बादल फटने से मकानों, सड़कों को नुकसान हो रहा है साथ ही नदी नाले भी उफान पर है। चंबा जिला की होली घाटी की ग्राम पंचायत चन्हौता के ऊपरी हिस्से में गुरुवार सुबह अढ़ाई बजे के करीब एक बार फिर बादल फटा। इसके चलते इस इलाके के मच्छेतर नाले में बाढ़ आ गई। मलबे के सैलाब में दो दुकानें,तीन घराट बह गए हैं। घरों में जब लोग सोए हुए थो अचानक जोर का धमाका हुआ और नाले में बाढ़ आ गई। इस धमाके से पूरा मच्छेतर गांव हिल गया। लोग घरों के भीतर से निकल बाहर आ गए। बाढ़ से मच्छेतर पुल को भी नुकसान पहुंचा है। बहरहाल सूचना मिलते ही तहसीलदार होली प्रकाश चंद, जिला परिषद सदस्य अनिल कुमार और पंचायत प्रधान मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही राजस्व विभाग की टीम नुकसान का आकलन करने में जुट गए हैं।
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने और लोगों को लाभान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी 'परिवार रजिस्टर' बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के परिवार रजिस्टर के रखरखाव नियम, 2023 के एक प्रारूप को हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। शहरी क्षेत्रों में परिवार रजिस्टर को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 48 ए धारा 308 ए और हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 43 (5) और धारा 393 में संशोधन किया गया है ताकि परिवार रजिस्टर के रखरखाव का प्रावधान किया जा सके। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का यह नवोन्मेषी कदम शहरी क्षेत्रों के लिए योजनाओं को तैयार करने के दृष्टिगत निर्णय लेने में मील पत्थर साबित होगा। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के बारे में महत्वपूर्ण डॉटा उपलब्ध होगा, जिसके उपयोग से संसाधनों के बेहतर आबंटन सुनिश्चित कर जन कल्याण के लिए स्टीक योजनाएं बना जा सकेंगी। अभी तक केवल ग्राम पंचायतों में ही परिवार रजिस्टर रखे जाते थे। इस पहल के साथ, शहरी आबादी की आपत्तियों और सुझावों के उपरांत अंतिम मंजूरी मिलने के बाद शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं का प्रभावी ढंग से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त प्रत्येक वर्ष 31 जनवरी तक परिवार रजिस्टर को संशोधित किया जा सकता है और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आवश्यक संशोधन किए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में रहने वाले सदस्यों, उनके व्यवसाय, जाति, शैक्षणिक स्थिति और अन्य आवश्यक विवरणों का रिकार्ड रखना महत्वपूर्ण है। पारिवारिक रिकार्ड सुनिश्चित होने से सरकार द्वारा प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय निकायों के लोगों को लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी। संशोधित नियमों के तहत वार्ड समिति के संबंधित सचिव को वार्ड के वास्तविक निवासियों के परिवारों के विवरण के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना आवश्यक होगा। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी या नगर पंचायत के सचिव या इसके लिए विशेष रूप से नामित सत्यापन अधिकारी द्वारा रजिस्टर सत्यापित किया जाएगा। सभी आवश्यक संशोधन और सत्यापन पूरे होने के उपरांत तैयार किया गया अंतिम परिवार रजिस्टर अनुमोदन के लिए सदन के समक्ष रखा जाएगा और राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद संबंधित अधिकारी द्वारा यह डाटा ऑनलाइन मोड के माध्यम से आम जनता को उपलब्ध करवाया जाएगा।